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वर्ष 2 अंक 14 n पृष्: 16 n 10 फरवरी - 16 फरवरी 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5
कैराना पर टिकी सबकी नजर
सुनीता शाही
कैराना (पश््िमी उप्)् . कैराना इस बात का उदाहरण है मक चुनावी राजनीमत िे् सांपद् ामयकता मवधानसभा पहुच ं ने की सीढ्ी बन चुकी है. स्थानीय स््र पर भाजपा सांसद हुकिु मसंह ने मपछिे वर्षजून िे्ही इसकी जिीन तैयार कर दी थी जब उन्हो्ने 400 से अमधक महंदू पमरवारो्की दो सूमचयां जारी करते हुए आरोप िगाया था मक वे या तो इिाका छोड् चुके है् या छोडक़र जाने वािे है.् कहा गया मक वे एक खास सिुदाय से भयभीत होकर ऐसा कर रहे है.् उन्हो्ने दावा मकया था मक पम््ििी उत्र् प्द् श े के अन्य मजिो्िे्भी यही हािात है.् जबरदस्् सांप्दामयक ध््ुवीकरण के बीच कैराना से हुकिु मसंह की बेिी िृगांका मसंह को भाजपा की ओर से मवधानसभा प्त्य् ाशी बना मदया गया है. इसके साथ ही यह स्पष्् हो गया है मक उनके मपता की राजनीमत काि आयी.भाजपा के राष््ीय अध्यक््अमित शाह ने हुकिु मसंह की बात बाकी पेज 2 पर
l लोकदल ने बिगाड़ा खेल l गठिंधन और िसपा भी चुनौती िने l नोटिंदी का भी असर
पश््िम मे् शपछड़ रही है भाजपा रंजीव
होकर झूिने िगे. युवाओ् की िस््ी देख ू ी लखनऊ. कानपुर िे् 5 िरवरी को कर दोनो्युवा युवाओ्ने बगैर मकसी कंजस से दि म तहे कर महिा हाथ ओर उनकी के अमखिेश यादव और राहुि गांधी अपनी ावी न चु मकया. ीकार व स् अमभवादन उनका पहिी साझा चुनावी सभा को संबोमधत करने ं े तो तेज आवाज िे् सभाओ्िे्जुिने वािी युवाओ् की भीड्और एक साथ िंच पर पहुच ्े के गठबंधन उनसे िंच से कनेकि् करते दो युवा नेताओ् सिाजवादी पाि््ी और कांगस े की राजनीमत िे् का नया गाना बजने िगा- ‘अब तो का ऐसा संयोग उत्र् प्द् श अमखिेश-राहुि साथ, जे हुई न बात, भैया गए कई दशको्िे्नही्मदखा. अमखिेश और राहुि गांधी ने यह कर मदखाया है. दोनो्की जे हुई न बात.’ बाकी पेज 2 पर ं े युवा िस्् सभा िे्बड्ी संखय् ा िे्पहुच
वंदना शर्ाा
मेरठ. पम््ििी राष््ीय िोकदि भाजपा का खेि मबगाड रहा है. जाि बहुि पम््ििी उत्र् प्द् श े िे्िोकसभा चुनाव िे्भाजपा को जाि मबरादरी का भारी सिथ्नष मििा था. पर
िनारस का भी सुर िदला
धीरेद् ् श््ीवास्व्
िाराणसी. मपछिे िोकसभा चुनाव िे् हर हर िोदी-घर घर िोदी बोिने वािे वाराणसी शहर के सुर मवधानसभा चुनाव िे् बदिे हुए है.् गैरो्को छोमडये, मििहाि अपने भी यहां िोदी एंड कंपनी को कोसते देखे जा रहे है.् िोकतंत्सेनानी और पूवष्प्ध् ानिंत्ी श््ी चंदश ्ख े र के कट्र् सिथ्क ष सिाजवादी नेता कुवं र सुरश े मसंह जैसे िोग इसे भाजपा के मिए खतरे की घंिी बता रहे है.् इस बदिे सुर की वजह से कई चुनावो् से भाजपा की गढ रही् वाराणसी शहर की तीनो् सीिे् (वाराणसी उत्र् ी, वाराणसी दम््कणी और वाराणसी कैि् )
सबवता वर्ाा
भाजपा के हाथ से मनकि जाये्तो ताज्ब्ु नही् होगा. सन 2012 के चुनाव िे् ये तीनो् सीिे् भाजपा के पास थी्. इसिे् कैि् से श््ीिती ज्योत्सना श््ीवास्व् , दम््कणी से दादा श्यािदेव राय चौधरी और उत्र् ी से रवी्द् जयसवाि जीते थे. भाजपा के नये रणनीमतकारो् ने इन तीन से केवि उत्र् ी से िौजूदा मवधायक रवी्द् जयसवाि को जीतने िायक सिझा. उन्हे् मिकि मदया. वह इस बार भी भाजपा की ओर से िैदान िे्है.् बसपा ने गत मवधानसभा चुनाव िे्दूसरे नम्बर पर रहे सुमजत कुिार िौय्षपर बाकी पेज 2 पर
इस बार िाहौि बदि रहा है. जाि अब मिर चौधरी अमजत मसंह के साथ खडे नजर आ रहे है.् पम््ििी उत्र् प्द् श े िे्जहां 11 िरवरी को ितदान होना है वहां अगर रािोद कई सीिे् नही्भी जीत पाता है तो भी कािी कुछ उसके
थाली लोटा साथ लेकर चलता उम्मीदवार
लखनऊ. भाजपा अध्यक््अमित शाह दमितो्के घर जाकर जिीन पर बैठकर खाना खाते है्और दमित उत्थान की बात करते है.् सिय-सिय पर आरक्ण ् खत्ि करने की बात भी कही जाती है. नेताओ्का दावा होता है मक जामतगत भेदभाव खत्ि हो गया है. िेमकन हि आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे है्मजसे पढ्कर आप जातीय भेदभाव की िजबूत जड्ो् के बारे िे्मिर से सोचने पर िजबूर हो जायेग् .े भाजपा ने हाथरस से एक दमित प्त्य् ाशी को मिकि मदया है मजसे सवण््ो्के घर जाने पर बाकी पेज 3 पर
समाजवादी बहू फिर सड़क पर
लखनऊ. वर्ष 2009 िे् मिरोजाबाद िोकसभा सीि के उपचुनाव िे्मजसने भी मडंपि यादव को देखा होगा वे आगरा िे् बीते बुधवार की रैिी िे्उनका अंदाज देखकर हैरान जर्र हो्ग.े मिरोजाबाद िे्वे िगता था गांव के घर की डेहरी से बहुत सकुचाते हुए बाहर मनकिी है.् उस सिय चुनाव के दौरान गुिाबी साडी िे्अमखिेश
युवाओं को रास आ रही यह जोड़ी
यादव के साथ कुलह् ड िे् चाय पीते हुए और मिर खुिी जीप पर चुनाव प्च ् ार करते हुए उनकी िोिो आज भी मिि जायेगी. तब से अबतक बहुत िक्क नजर आयेगा. उत्र् प्द् श े की िारकाि की राजनीमत िे्मडंपि यादव का चेहरा बहुत सौम्य िाना जाता है और वे अकसर बच््ो् के साथ एक गृहणी की तरह नजर आती रही है.् पर पहिी बार सिाजवादी पाि््ी के प्च ् ार बाकी पेज 2 पर
प्द् श्नष पर मनभ्रष करेगा. अगर वह अपने पारंपमरक ितदाताओ् जािो् के अहि वोि हामसि करने िे् काियाब रहा तो इसका पमरणाि पर बड्ा असर होगा. गौरतिब है मक 2014 के आि चुनाव िे्जािो्ने भाजपा को
खुिकर सिथ्नष मदया था. इस बार सिाजवादी पाि््ी-कांगस ्े गठबंधन और बसपा के साथ राष््ीय िोकदि भाजपा को कडी चुनौती दे रहा है. गठबंधन को भी पम््ििी उत्र् प्द् श े िे् बाकी पेज 2 पर
आगे बढ़ता जा रहा है हाथी
नीरज बतवारी
लखनऊ. उत्तर प्द् श े के चुनावी दंगि िे्बसपा ने हिेशा ही अपनी पकड् से सभी दिो् को मदक्कतो् िे् डािा है. हर बार मवधानसभा चुनाव िे्इसने एक नयी नजीर पेश की है. ऐसे िे् इसे किजोर िानने की गिती न करना ही उमचत है. बीते कुछ मदनो् िे् आयी सव््े मरपोर्सष् िे् बसपा को कितर बताया गया है जो गित सामबत हो सकता है. बसपा ने वर्ष 1993 िे् हुए मवधानसभा चुनाव के बाद से िेकर अब तक हर बार प्द् श े िे्करीब एक मतहाई ितो्पर अपना आमधपत्य स्थामपत मकया है. 1993 िे्जहां बसपा ने यूपी िे्कुि ितो्का 28.52 िीसदी अपने पािे िे् मकया था. वही्, 1996 िे्हुए 13वे्मवधानसभा चुनाव िे्27.73 प्म्तशत वोि हामसि करके अपना पराक्ि् सामबत मकया था. इससे इतर इस दि ने वर्ष2002, 2007 और 2012 िे् हुए क्ि् श: 14वे,् 15वे्और 16वे्मवधानसभा चुनाव िे्23.19, 30.43 व 25.95 प्म्तशत ित हामसि मकये. बसपा के तय ितदाताओ् का अंदाजा इसी से िगाया जा सकता है मक इस दि ने वर्ष2007 िे्हुए 15वे्मवधानसभा िे्यूपी िे् 403 िे्से 206 सीिो्पर जीत हामसि करते मवरोधी दिो्को पिखनी दे दी थी. हिेशा ही
चुनावो्िे्ऐसा प्त् ीत हुआ है मक इस दि िे् मसवाय बसपा प्ि् ख ु िायावती के अिावा कोई कुछ नही् बोिता. िगर चुनाव के पमरणािो्िे्इसने सारी भ््ामं तयो्को तोड्ते हुए अपनी शक्मत को मपछिे चुनाव से आगे ही सामबत मकया है. शायद बदिते दौर का ही नतीजा है मक िायावती ने भी इस बार के चुनाव िे्सोशि िीमडया के जमरये युवा ितदाताओ्को अपनी ओर खी्चने की कोमशश की है. उत्तर प्द् श े शिधानसभा चुनाि मे् बसपा का प्द् श्नश िार िर्श शिजयी सीटे् (प्श् तशत) 12वे् 1993 67 28.52 13वे् 1996 67 27.73 14वे् 2002 98 23.19 15वे् 2007 206 30.43 16वे् 2012 80 25.95
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10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
मुस्लिमो् का दमखम भी देखे्
लखनऊ. उत््र प््देश िे्िुस्सिि दिो् के जनाधार पर भी नजर डािनी चामहए खासकर वे जो अपनी ताकत के आधार पर चुनाव िडते है. वर्ष2012 के मवधान सभा चुनाव को आधार िान िे तो कुछ मदिचस्प आंकडे सािने आते है्. िोमिन कांफे्स को मपछिे मवधान सभा चुनाव िे् कुि 1557 वोि मििे जो प््मतशत िे् शून्य के आसपास है. िुस्सिि िजमिस उत््र प््देश को सिूचे उत््र प््देश िे्कुि 1225 वोि मििे यह भी कुि प्म्तशत िे्शूनय् तक ही है .िाइनारिीज डेिोके्मिक पाि््ी को 510 वोि मििे .सबसे ज्यादा वोि पीस पाि््ी को मििे मजसकी महस्सेदारी 2.35 िीसदी की रही और चार
पफंंिम में फपछड़ रही है भाजपा पेज 1 का बाकी िायदा होने की उम्िीद है. िेरठ िे्राहुि गांधी और अमखिेश यादव की रैिी के बाद से िाहौि और बदिा है. राजनीमतक पय्वष क े क ् ो्का िानना है मक रािोद इस चुनाव िे्वोि किवा की भूमिका िे्रहेगी. पाि््ी ने कैराना और पीिीभीत सिेत 300 से अमधक प्त्य् ाशी चुनाव िैदान िे्उतारे है.् इसका नुकसान सीधे तौर पर भाजपा को होगा. मपछिे चुनाव िे्पाि््ी ने कांगस ्े के साथ गठजोड्कर 46 प्त्य् ाशी उतारे थे मजनिे्से नौ को जीत मििी थी िेमकन इस बार भाजपा के मिए बहुत कुछ दांव पर िगा है. इसमिए क्यो्मक खासतौर पर पम््ििी उत्र् प्द् श े िे् रािोद के पक््िे्भीतर ही भीतर िाहौि बना है. हािांमक ऐसा सभी सीिो्पर नही्है.इस क्त्े ् के मकसानो्से बात करने पर पता चिता है मक उनका भाजपा से िोहभंग हुआ है. चपरौिी के रहने वािे ओिवीर कहते है,् 'मकसानो् के साथ ठीक नही् मकया भाजपा ने. मकसान िाइन िे्िगे, शादी िे्खच्षनही्कर पाये, कई बच््ो्के तो दामखिे तक नही्हुए.' अन्य िोग भी बताते है्मक िसि की कि
कीित, वादामखिािी और मकसान मवरोधी कदि पाि््ी पर भारी पड्सकते है.् एक अन्य मकसान कहते है्मक कई खेतो्िे्बुवाई नही् हो सकी क्यो्मक नोिबंदी ने मववश कर मदया. नोिबंदी तो हामिया िाििा है िेमकन हमरयाणा से िेकर पम््ििी उत्र् प्द् श े तक जाि भाजपा से इसमिए नाराज है्क्यो्मक पाि््ी ने उनकी सरकारी नौकरी िे्आरक्ण ् की िांग पर ध्यान नही्मदया. उनको िगता है मक संपग् के काय्क ष ाि िे्अमजत मसंह ने इस मदशा िे्जो भी कदि उठाये थे भाजपा ने उनको भी नाकाि कर मदया. अमजत मसंह को मदल्िी स्सथत उनके आवास िे् उनके मपता और पूवष् प्ध ् ानिंत्ी चौधरी चरण मसंह का स्िारक नही्बनाने देने और राजग सरकार द््ारा मबजिी पानी कािकर उनको िगभग घर से मनकािे जाने ने भी क्त्े ् के जनिानस पर बुरा असर डािा है.अमजत मसंह के नेततृ व् िे्रािोद का पििी िारना भी इमतहास रहा है. इसके मिए वजह यह बतायी गयी है मक मकसानो्को सत््ा िे्बनाये रखना है. इस बार भी इस गन्ना बेलि् के मकसानो्का िानना है मक चुनाव के बाद रािोद सपा-
बनारस का भी सुर बदला पेज 1 का बाकी इस बार भी मवश््ास जताया है. कांगस ्े -सपा गठबंधन की ओर से िैदान िे् है,् अब्दि ु सिद. मतकोने संघर्ष िे् िंसी इस सीि पर मििहाि बसपा बीस नजर आ रही है. वाराणसी उत्र् ी से भाजपा ने िौजूदा मवधायक श््ीिती ज्योत्सना श््ीवास्व् के पुत् सौरभ श््ीवास्व् पर मवश््ास जताया है. ज्योत्सना पहिे उनके पमत हरीश इस सीि से मवधायक होते थे. अब उनके पुत्िैदान िे्है.् इसे िेकर पाि््ी के भीतर भी थोडी नाराजगी है. गत चुनाव िे् कांगस ्े की ओर से िैदान िे् उतरकर दूसरे स्थान पर रहे अमनि श््ीवास्व् पर कांगस ्े ने इस बार भी भरोसा जताया है. इस बार उन्हे्सिाजवादी पाि््ी का भी सिथ्नष प््ाप्त है. इसमिए वह प््ारम्भ से ही भाजपा से बीस मदख रहे है.् बहुजन सिाज पाि््ी ने यहां से मरजवान अहिद को िैदान िे्उतारा है. भाजपा के रणनीमतकारो् ने साव्ज ष मनक जीवन िे्ईिानदारी के पय्ायष और दम््कणी से सात बार चुनाव जीत चुके अपने मवधायक
श्याि देवराय चौधरी को इस बार जीत के िायक नही् सिझा. पाि््ी ने उनकी जगह नीिकंठ मतवारी को िैदान िे्उतारा है. इसे िेकर केवि भाजपा नही्, साि सुथरे साव्ज ष मनक जीवन के पक्ध ् र अन्य दिो् के िोग भी आि्य् च ष् मकत है.् इसे िेकर हर हर िोदी-घर घर िोदी बोिने वािे िोगो्ने िोदी का पुतिा तक िूक ं डािा. कांगस ्े - सपा गठबन्धन ने यहां से पूवष्सांसद राजेश मिश्् को िैदान िे् उतारा है. उनका व्यस्कतत्व भाजपा प्त्य् ाशी पर बहुत भारी है. मगनती के महसाब से देखा जाए तो 403 मवधानसभा वािे उत्र् प्द् श े के मिए तीन की संखय् ा का कोई खास नही् है, िेमकन ये तीनो् सीिे् उस प्ध ् ानिंत्ी िोदी के संसदीय क्त्े ् की है् जो वत्िष ान िे्भाजपा के एक िात््कण्धष ार है.् वैसे तो इस पमवत्् शहर का धाम्िक ष आधार पर पूरे देश से तार जुडा है, िेमकन पूव्ी उत्र् प्द् श े से इस शहर का घमनष््मरश्ता धि्ष के साथ साथ पढाई, इिाज, कारोबार और रोज की जर्रतो्को िेकर भी है. इस सच से
कैराना पर टिकी सबकी नजर
पेज 1 का बाकी को आगे बढ्ाते हुए यह तक कह मदया मक क्त्े ् से िोगो्के भय के कारण हो रहे पिायन को मवधायक जीते. कुि 208 सीि यह पाि््ी रोकने के मिए पुमिस बि तैनात मकया िडी और 193 सीिो् पर जिानत जब्त हो जायेगा और एक मडप्िी किेक्िर मनयुक्त गई. कौिी एकता दि का स्थान इसके बाद मकया जायेगा. भाजपा ने इस िुद्े को अपने है जो 43 सीिो् पर चुनाव िडी तो 37 पर चुनावी घोरणा पत्् िे् भी स्थान मदया है. जिानत जब्त हो गई. इसके दो मवधायक गोरखपुर के सांसद योगी आमदत्यनाथ, केद् ्ीय जीते और मवधान सभा चुनाव के प््मतशत के कृमर िंत्ी संजीव बमियान और भाजपा महसाब से इसका योगदान शून्य दशििव मवधायको् संगीत सोि और सुरेश राना इस पचपन 0.55 िीसद का रहा. क्त्े ्िे्चुनाव प्च ् ार िे्िगे है.् यहां 11 िरवरी सबसे ज्यादा चच्ाष िे्रहने वािी राष््ीय को ितदान होना है. चुनाव प्च ् ार िे् इिाके उिेिा कौ्मसि 64 सीिो्पर चुनाव िडी तो की तुिना जम्िू और कश्िीर से की जा रही 63 पर इसकी जिानत जब्त हो गई. इसका है. वोि प््मतशत िे् योगदान शून्य दशििव एक स्थानीय कारोबारी मरित आिि इक््ीस िीसद का रहा. करीब आधा दज्षन कहते है्मक उत्र् प्द् श े िे्चुनाव के ऐन पहिे िुस्सिि संगठन चुनाव िे्महस्सा मिए थे पर सांप्दामयक ध््ुवीकरण आि बात है. ऐसा सििता बहुत कि मििी. भाजपा के पक््िे्िाहौि बनाने के मिए मकया जाता है. इतना ही नही् चुनाव के कुछ मदन पहिे राष््ीय स्वयंसवे क संघ और भाजपा ने यह अिवाह भी िैिानी शुर् कर दी मक िुसस् िि एक खास दि के झंडे तिे एकजुि कांगस ्े गठबंधन िे्शामिि होगी. पांच दशक पहिे चरण मसंह ने कांगस्े का है.् उन्हो्ने कहा मक हुकुि मसंह कोई चांस हाथ थािा और प्द् श े के िुखय् िंत्ी बने. अब नही् िेना चाहते थे. यही वजह है मक राज्य देखना होगा मक वर्ष2017 िे्उनके बेिे इस सरकार सिेत तिाि िोगो् द््ारा सूची को मवरासत को कैसे आगे बढ्ाते है?् िथुरा के पूवष् खामरज मकये जाने के बावजूद क्त्े ्िे्तेजी से सांसद और अमजत मसंह के बेिे जयंत चौधरी धाम् ि क ष ध् व ु ् ीकरण हुआ तामक उनकी बेिी की कहते है,् 'राजनीमत बहुत जीवंत होती है. उत्र् जीत सु म नम् ि ् त की जा सके. प्द् श े िे् बदिाव होने वािा है. राजनीमतक कैराना िे्तीन िाख से अमधक ितदाता पमरदृशय् हिेशा एक से नही्रहते. मवरासत का प्श् न् हिेशा उिझाऊ होता है. िेरा आकिन है् मजनिे् 1.15 िाख िुसस् िि है.् जामहर सी ु ्ने कि ितदान मकया चौधरी चरण मसंह के उच्् िानको् पर नही् बात है मक अगर महंदओ होगा. िेरा काि करने और सोचने का तरीका तो िुस्सिि यहां जीत िे् मनण्ाषयक है्. एक अिग है. परंतु िेरी एक मजम्िदे ारी है. िै्उसे िेकर प्म्तबद््हूं और िगातार काि कर रहा हू.ं यही वजह है मक िै्यहां हू.ं ' प्द् श े िे्चुनाव सव्क ्े क ् ो्और मवश्िरे को् पेज 1 का बाकी के अनुिान रोज बदि रहे है्िेमकन यह स्पष्् जोड्ी मकस हद तक वोिरो्को अपीि कर पाई है मक राज्य िे् राजनीमतक भाग्य तस्वीर यह चुनाव नतीजो्के बाद ही पता चि पाएगा े के जल्दबाजी िे्बदि सकती है. रािोद अपनी िेमकन इतना तय है मक इन्हो्ने उत्र् प्द् श चु न ाव को एक नया आयाि दे मदया है. जिीन पुखत् ा करना चाह रहा है. जयंत कहते िखनऊ ,आगरा ,कानपू र और मिर िे र ठ िे् है् मक उनका िक्य् एक चुनाव जीतना और सं य क ु त ् सभाओ् िे ् अमखिे श और राहु ि कुछ मवधायक पाना नही् बस्लक उससे कही् िगातार यह संदश े देते मदखे मक दो दिो्के अमधक बड्ा है. मसयासी गठजोड्से आगे दोनो्दोस््भी है.् बगैर ‘जी’ िगाए एक-दूसरे को नाि से पुकारना और बार-बार यह कहना मक यह भाजपा के रणनीमतकार भी वामकि है.् इसमिए दोयुवाओ् की दोस््ी है, उन्हे्देखने जुि रही ये िोग वत्िष ान िाहौि को बदिने के मिए जी भीड्को भी रास आ रही है. कानपुर िे्स्नातक जान से कोमशश क रहे है.् यहां आठ िाच्षको की पढ्ाई कर रहे शहर के युवा सुमित ने ितदान होना है. इसमिए यही स्सथमत कायि कहा- रंग तो जिा ही मदया है दोनो् ने। रहेगी, यह कहना िुनामसब नही्होगा, िेमकन दरअसि यह रंग जिा देने वािा तत्व ही दोनो् मििहाि का जो िाहौि है, वह भारतीय युवा युवाओ् के साथ की सबसे बड्ी खामसयत है. जनता पाि््ी के मिए ठीक नही्.
यह स्थामपत वोि सिीकरणो्के दायरे से बाहर उस वोिर तबके को भी प्भ् ामवत करने का िाद््ा रखता है जो मकसी खास पाि््ी के प्म्त सिथ्नष रखने के बजाय अमनण्यष की स्सथमत िे् रहता है.िाना जाता है मक आि तौर पर वोिरो्का यह तबका युवाओ् की उस मबरादरी का होता जो पहिी या दूसरी बार का वोिर होता है. यह तबका चुनाव प्च ् ार परवान चढ्ने के साथ अपनी वोि की मदशा तय करता है. अमखिेश और राहुि का िंच पर दोस््ो् की तरह एक-दूसरे से बत्ावष इस तबके को रास आ रहा है और यही बाकी मवपक््ी दिो् के मिए परेशानी की वजह भी है. इसमिए भी क्यो्मक भाजपा और बसपा के पास वोिरो्के सािने चेहरे के र्प िे् नरेनद् ् िोदी और िायावती ही है् जबमक गठबंधन के पास दो युवा नेताओ् की जोड्ी। वाराणसी िे् 11 िरवरी को रोड शो िे्दोनो्मिर साथ हो्ग.े
पेज 1 का बाकी िे्वे मबना अमखिेश के अकेिे मनकिी और िोगो् की नजर उनपर मिक गयी. हािांमक उनके साथ गुजरे ज़िाने की िशहूर अमभनेत्ी जया बच्न् थी पर इस सभा के केद् ्िे्मडंपि ही थी. िोकसभा िे्भिे वे बोिते हुए अिकी हो् पर इस सभा िे्वे आत्िमवश््ास के साथ बोिी ही नही् बस्लक भाजपा पर हििा भी बोिा. मडंपि यादव ने प्ध ् ानिंत्ी नरेद् ् िोदी पर मनशाना साधते हुए कहा ' उन्हो्ने नोिबंदी करके पूरे देश को परेशानी िे्डाि मदया. िोगो्
नही् रही. सािने खडे थे राजबब्बर मजन्हे् वे चाचा कहती रही्. पर राजनीमत ने आिने सािने खडा कर मदया. मडंपि यह चुनाव तो हार गयी्पर उत्र् प्द् श े की सिाजवादी पाि््ी की मदशा भी इसी चुनाव से बदि गयी. अमखिेश यादव को यह पहिी बडी राजनैमतक चोि िगी थी मजसका महसाब उन्हो्ने 2012 का मवधान सभा चुनाव जीत कर बराबर कर मदया.और अब वे पाि््ी के भी िुमखया भी है. ऐसे िे्मडंपि यादव की भूमिका और बडी होनी तय है. आगरा से यह शुरआ ् त हो चुकी है.
अन्य स्थानीय कारोबारी िोहम्िद अंसार कहते है्मक इस बार िुसस् िि ितदान प्म्तशत ज्यादा होने की आशा है क्यो्मक िोग िुजफ्िरनगर और शाििी िे् 2013 िे् हुए दंगो्को भूिे नही्है.् उनिे्50 िोगो्की जान गई थी और 50,000 से अमधक पमरवार मवस्थामपत हुए थे. हुकुि मसंह ने ऐसा ही डर महंदुओ् के िन िे् पैदा मकया मक िुस्सिि अपराधी उन पर हििे करे्गे. उन्हो्ने कहा मक जेि िे् बंद अपराधी िुकीि कािा की गै्ग इिाके िे्सम््कय है और कारोबामरयो्से अवैध वसूिी कर रही है. िोगो् के इस डर का ितिब होगा हुकिु मसंह और उनकी बेिी की जीत. कैराना की राजनीमत हुकुि मसंह और अख्तर हसन के पमरवारो्पर केम््दत है. हसन यहां से सन 1984 िे् कांग्ेस के मिकि पर चुनाव जीते थे. उस वक्त हुकिु मसंह कांगस ्े िे्थे और उन्हो्ने हसन के मिए प्च ् ार मकया था. सन 1996 और 2004 िे्इस इिाके से हसन के बेिे िुनव्वर हसन सपा से सांसद बने. इससे पहिे वह दो बार कैराना मवधायक रह चुके थे. 2009 के चुनाव िे्िुनव्वर की पत्नी तबस्सिु हसन बसपा प्त्य् ाशी के र्प िे्िोकसभा चुनाव जीती्. कैराना िे्हुकिु मसंह या तो खुद िड्ते है् या हसन पमरवार के प्त्य् ाशी का सिथ्नष करते है्. इस बार उनकी बेिी के मखिाि हसन पमरवार का एक प्त्य् ाशी भी िैदान िे्है मजसका अतीत िे्मसंह खुद सिथ्नष कर चुके है.् यही वजह है मक वह बेिी को मजताने की हर संभव कोमशश कर रहे है.्
युवाओं को रास आ रही यह जोड़ी
समाजवादी बहू फिर सड़क पर
को उस अपिान का बदिा िेना है. आप िोग इस मवधानसभा चुनाव िे्भाजपा उम्िीदवारो् को हराकर बदिा िीमजये. प्ध् ानिंत्ी िोदी जी मसि्कअच्छी-अच्छी बाते्करते है्और िोगो् को भ्ि् िे्रखकर झूठे सपने मदखाते है.् िोदी जी ने देश के िोगो्का भरोसा तोडा है. उन्हो्ने 2014 के िोकसभा चुनाव िे्जनता से जो भी वादे मकये थे, उनिे्से एक भी वादे को आज तक पूरा नही्मकया है.' मडंपि यादव एक िौजी पमरवार से खांिी राजनैमतक पमरवार आयी है्और एक दौर िे् राजनीमत िे्ढकेि दी गयी्. पर शुरआ ् त ठीक
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सीरा आजाद
छात््संघ से विधानसभा की ओर
इलाहाबाद. छात््संघ को चुनावी राजनीमत की नस्रष ी कहा जाता है, इस नस्रष ी से मनकि सबको चौ्काने वािी ऋचा मसंह अब उत्र् प्द् श े के चुनावी दंगि िे्उतर चुकी है.् उनके चुनाव प््चार को देखकर मवरोधी भी दिदार प््त्याशी िानने िगे है्. इिाहाबाद मवश्म्वद््ािय िे्छात्स ् घं की पहिी िमहिा अध्यक््बनने का इमतहास रचने के बाद ऋचा मसंह इिाहाबाद के शहर पम््ििी से सिाजवादी पाि््ी की प्त्य् ाशी है.् ऋचा इिाहाबाद मवश्म्वद््ािय िे्भाजपा के मवधायक योगी आमदत्यनाथ को घुसने न देने के बाद चम्चषत हो गयी थी्. उस सिय शहर ही नही्प्द् श े और देश भर के प्ग् मतशीि िोगो् का साथ ऋचा को मििा था. साथ ही सपा सरकार का साथ भी उसी सिय से ऋचा के साथ है. इस सरकार ने उन्हे्रानी िक्ि् ीबाई पुरस्कार से भी नवाजा है. ऋचा के राजनीमतक जीवन की शुरआ ् त चूमं क एक िमहिा संगठन
से हुई है, उनके प््चार अमभयान िे् भी इसकी छाप देखने को मिि रही है. अपने प््चार के मिए जो पच्ाष उन्हो्ने मनकािा है उसका शीर्षक है ‘नेता नही्, बेिी चुन.े्’ इसिे्उन्हो्ने सीधे-साधे शब्दो् िे् खुद को इिाहाबाद की िािी का बताते हुए अपनी उपिस्बधयां मगनाई है,् साथ ही इस क्त्े ्को अपनी सेवाये्देने के मिए खुद को चुनने की अपीि की है. मिकि मििते ही अपने क्त्े ्के हर िोहल्ि,े गिी, घर िे्इस पच््ेके साथ जाने का मसिमसिा शुर् हो गया है. उनका कहना है मक ‘बाकी नेता पहिे हवाई प्च ् ार करते है,् और अंत िे्जब सिय बचता है, तो िोगो् के बीच जाते है्,
अब बाहुबलियों का सहारा !
शुक्वार संवाददाता
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10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
लखनऊ. भाजपा ने उत््र प््देश के चुनावी दंगि िे्दामगयो्पर दांव िगाया है. इसिे् दिबदिुओ् समहत बाहुबमियो् पर िेहरबानी की गयी है. वही्, सपा और कांगस ्े पर वंशवाद को बढ्ाने का आरोप िगाने वािी भाजपा ने अपनी सूची िे् नेताओ् के पुत्-पुम्तयो् और मरश्तेदारो् को भी मिकि से नवाजा है. यही वजह है मक भाजपा अपने उम्िीदवारो् के चयन के मिए मवरोधी दिो् के मनशाने पर है. भाजपा ने िामिया से िाननीय बने बृजेश मसंह के भतीजे सुशीि मसंह को सैयदराजा से प््त्याशी बनाते हुए मवरोधी दिो्को पिखनी देने की योजना बनायी है. वर्ष 2012 िे् हुए मवधानसभा चुनाव िे् सुशीि ने मनद्षिीय ताि ठो्कते हुए सकिडीहा िे् अपना परचि िहराया था. वही्, वत्षिान एिएिसी बृजेश मसंह ने सैयदराजा से चुनाव िड्ा था. िगर उन्हे् सपा के िनोज मसंह ने हरा मदया था. ऐसे िे् सुशीि मसंह के मिए सैयदराजा िे् राह आसान नही्मदख रही है. वही्, बाहुबमियो्की इस सूची िे्भाजपा ने हत्या के आरोपी रहे अशोक चंदेि को हिीरपुर, बाहुबिी अजय प््ताप मसंह को कन्षिगंज और िैकिेड के घोिािे के आरोपी रहे प््काश को बांदा मवधानसभा सीि से मिकि मदया है. साथ ही, गो्डा के बाहुबिी सांसद ब्ज ् भूरण शरण मसंह के बेिे प्त् ीक को गो्डा मवधानसभा से िैदान िे्उतारा गया है. नेताओ् के इन पशरजनो् को शमला शटकट पूव्षकैमबनेि िंत्ी प््ेििता कमियार की पुत्ी नीमििा कमियार को कल्याणपुर से मिकि मदया गया है. कांग्ेस से आये मशवगणेश िोधी की बहु कंचन को हरचंदपुर से स्वािी प््साद िौय्ष के बेिे उत्कर्ष िौय्ष को ऊंचाहार से, अशोक वाजपेयी के पुत्हर्षवाजपेयी को इिाहाबाद उत््र से, गो्डा के सांसद बाहुबिी ब््जभूरण
शरण मसंह के बेिे प््तीक को गो्डा मवधानसभा से, िोहनिािगंज के सांसद कौशि मकशोर की पत्नी जयदेवी िमहिाबाद से, पूवष्कैमबनेि िंत्ी राि प्क ् ाश म््तपाठी की बेिी अच्षना पांडे को मछबरािऊ से मिकि मदया गया है. वही्, नोएडा से गृहिंत्ी राजनाथ मसंह के बेिे पंकज मसंह को मिकि मििा है. इसी तरह बीजेपी ने एक दज्षन के करीब बेिा और बेिी, पत्नी-बहू मिकि पा गये है्. दलबदलुओ्को भी शमला शटकट इसी तरह से दूसरे दिो् से आयेढाई दज्षनो् से अमधक नेताओ् को मिकि मदया गया है. इसिे्प््िुख र्प से कांग्ेस से आये िखनऊ उत््र से डॉ नीरज बोरा, कांग्ेस से आयी् कै्ि से मवधायक रीता बहुगुणा जोशी को इसी सीि से मिकि मदया गया है. बाहरी पर भरोसा इसके अिावा बेहि से िहावीर राणा, नकुड् से धि्ष मसंह सैनी, सहारनपुर से िनोज चौधरी, गंगोह से प््दीप चौधरी, िीरपुर से अवतार मसंह भड्ान (िोकसभा चुनाव से पहिे कांग्ेस से आये), नगीना से ओिवती, धािपुर से अशोक राणा, नहिौर से ओि कुिार, कांठ से राजेश कुिार चुन्नू, चंदौसी से गुिाब देवी, कीठौर से सतवीर त्यागी (िोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा िे् आये), मसवािखास से मजते्द् सतावी, धैिाना से रिेश तोिर, दादरी से तेजपाि नागर (िोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा िे् आये, िहेश शि्ाष की पसंद), बरौिी से दिवीर मसंह, मसरसागंज से जयवीर मसंह, पमियािी से ितेश शाक्य, गुन्नोर से अमजत राजू यादव, मबसौिी से कुशाग्् सागर, शेखपुर से धि््ेद् शाक्य, िीर गंज से डॉ. डीसी वि्ाष, नवाब गंज से केसर मसंह, पीिीभीत से संजय गंगवार, बरखेरा से मकशन िाि राजपूत (राजनीमत की नई शुर्आत), किरा से वीर मवक््ि मसंह, मतिहर से रोशि िाि वि्ाष सरीखे दूसरे दिो्से आये नेताओ्के नाि शुिार है्.
िेमकन हि उनसे अिग है.् हि शुर् से ही िोगो्के बीच जा रहे है्, सिय मििेगा तो हवाई प्च ् ार भी कर िेग् .े ’ क््ेत् िे् उनका दबदबा अब इतना बढ गया है मक खुद ऋचा के शब्दो् िे् ‘जो िठाधीश पहिे िुझे िहत्व ही नही्दे रहे थे, अब खुद हिारे पास आ रहे है.्’ ऋचा को अपने जीतने का भी पूरा भरोसा है. वे बताती कहती है् मक दूसरे स्थान पर भाजपा या बसपा रहेगी. गौरतिब है मक इिाहाबाद का शहर पम््ििी अतीक अहिद के इिाके के नाि से कुख्यात है, यहां की वत्िष ान मवधायक बसपा की पूजापाि, मजनके पमत राजूपाि की हत्या का आरोप अतीक
अहिद और उनके भाई पर है, यहां ऋचा के बारे िे्यह प्च ् ामरत कर रही्है्मक वे अतीक की आदिी है, इस पर ऋचा का कहना है मक ‘यह गित है यह प्च ् ार सांपद् ामयक ध्व्ु ीकरण के मिए मकया जा रहा है. हि सांप्दामयक आधार पर चुनाव नही्िड रहे है,् जैसा मक आज बहुत से िोग करते है.्’ गौरतिब है मक ऋचा की महंदुत्व सांपद् ामयक मवरोधी छमव छात्स ् घं के सिय िे् ही बन गयी थी. ऋचा का िानना है मक वे बदिाव के मिए चुनाव के िैदान िे्उतरी है.् संसद मवधानसभा के रास््े बदिाव की राजनीमत करने वािे इिाहाबाद के कई दि व व्यस्कत न मसि्कऋचा का सिथ्नष कर रहे है,् बस्लक चुनाव प्च ् ार िे्उनका साथ भी दे रहे है.् इिाहाबाद ही नही्इिाहाबाद से बाहर से भी सिामजक काय्क ष त्ाष उनके प्च ् ार के मिए यहां आने की योजना बना रहे है.् िध्य प्द् श े से डा. सुनीिि ने ऋचा के प््चार के मिए इिाहाबाद आने की घोरणा कर दी है.
बाफियो् से जूझती कांग्ेस
रनीश कुरार
लखनऊ. पांच राज्यो् िे् हो रहे मवधानसभा चुनावो्िे्कांग्ेस अपनी वापसी का जी तोड्प्य् ास कर रही है यह बात मकसी से मछपी नही् है. पाि््ी प््िुख सोमनया गांधी की बीिारी ने उपाध्यक्् राहुि गांधी को िुखरता का अवसर मदया है िेमकन के्द्ीय नेतृत्व से िेकर प््ांतीय नेताओ् तक पाि््ी केवि संघर्षकर रही है और अम््सत्व् की ही िड्ाई िड्रही है. उत्र् प्द् श े िे्कांगस ्े और सपा के गठबंधन ने प््देश के नेताओ् और काय्षकत्ाषओ् िे् असंतोर पैदा मकया है. एक ओर प््शांत मकशोर की रणनीमत ने नेताओ् को हामशये पर धकेिा वही् गठबंधन ऐसा हुआ मक प््त्यामशयो्को िजबूरन बागी होना पड्रहा है. '27 साि यू पी बेहाि' के नारे के साथ प््देश चुनाव िे्उतरी कांग्ेस का 'साइमकि' पर सवारी करना एक बड्ेधड्ेको रास नही् आ रहा. पूव्ष प््देश अध्यक्् मनि्षि खत््ी अकेिे िडऩे के ही पक््िे्थे िेमकन उनकी आवाज कहां गुि हो गयी कोई नही् बता सकता. मवश््स्सूत्बताते है्मक पूरी रणनीमत प््शांत मकशोर और 87 सदस्यीय िीि के साथ म््पयंका गांधी वाड््ा बना रही् है्. कहा जा रहा है मक म््पयंका ने ऐसे 22 प््त्यामशयो्
की दावेदारी भी खामरज कर दी मजसे प््देश कांग्ेस किेिी और प््शांत मकशोर भी अनुशंमसत कर चुके थे. म््पयंका की रणनीमत गठबंधन के जमरये मकसी तरह कांग्ेस को सत््ा िे् भागीदारी मदिाने की है जैसा मक मबहार िे् कांग्ेस कर चुकी है. इसके पीछे जानकार यह तक्कदेते है्मक काय्क ष त्ाओ ष ्का उत्साह तभी बरकरार रहता है जब वे सत््ा के करीब हो्. िेमकन कांग्ेस की इस रणनीमत से उसका कैडर िरणासन्न होता जा रहा है. गठबंधन के बाद भी िनबंधन का अभाव कांग्ेसी काय्षकत्ाषओ् िे् मदखायी दे रहा है. बागी प््त्याशी गठबंधन के अमधकृत प््त्यामशयो् के मवर्द् नािांकन कर रहे है्. यह संगठन के मिए बहुत घातक है. इस असंतोर को रोकने के मिए के्द्की ओर से राजस्थान के पूव्ष िुख्यिंत्ी और वमरष्् कांग्ेसी अशोक गहिोत को िखनऊ भेजा गया है. िेमकन इसके बावजूद भी प््त्यामशयो् िे् असंतोर और काय्षकत्ाषओ् िे् हताशा है. ऐसा िगता है जैसे कांग्ेस ने खुद को हािात के हवािे कर मदया है. कांग्ेस के अनुरंगी संगठन पहिे से ही िृत प््ाय: थे अब िुख्य इकाई भी किजोर होती जा रही है. ऐसे िे् कांग्ेस कैसे वामपसी करेगी यह देखना भी रोचक होगा.
बुंदेिखंड मे् जाति पर होगा मिदान
हबरश््ंद्
महोबा. बुंदेिखंड के सात मजिो् की सभी 19 सीिो् पर होने वािे चुनाव दिगत आधार पर नही्बस्लक प्त्य् ामशयो्के जातीय सिीकरण, जनता के बीच उनकी छमव और सम््कयता से ही तय हो्ग.े यहां पक््मवपक््का कोई िाहौि नही्नजर आ रहा है. बुंदेिखंड िे् 23 िरवरी को चौथे चरण िे्ितदान है और इन 19 मवधानसभा सीिे् िे् भाजपा चक््व्यूह िे् िंसी नजर आ रही है. दमित ितदाता असिंजस िे् है्, भाजपा, सपा, कांग्ेस मजस तरह से दमितो् के मवकास के दावे कर रही है और उन्हे् अपने पािे िे्िाने के मिये प्य् ास कर रही है जो बसपा की बढत को रोकेगी. इतना ही नही् इन सीिो् पर बामगयो् और दामगयो् की मभतरघात करने वािी गमतमवमधयो्के चिते सभी दिो्पर खतरा िंडरा रहा है. वर्ष2012 के मवधानसभा चुनाव पर नजर दौडाई जाये तो सपा और बसपा िे्बराबरी का िुकाबिा था, बसपा को सात सीिे्मििी, सपा को छह सीिे्, कांग्ेस और भाजपा को दो-दो सीिे् मििी थी. इस बार सपा और कांग्ेस ने गठबंधन मकया है मजसिे् आठ सीिो् पर कांगस ्े और 11 सीिे्सपा के महस्से िे्आयी है,् इस बार चुनाव िे्कही्कोई उत्साह नही्मदख रहा है और न ही मकसी दि के पक््-मवपक्् का िाहौि. सभी मजिो्से चािीस िीसद वोिर गैर जनपदो्या िहानगरो्िे्िजदूरी कर रहे है.् चुनावी शोर से दूर यह वोिर इस बात से इत््ेिाक नही् रखता मक इसे मकसको वोि देना है्, कौन प््त्याशी है परदेसी हो चुके ितदाताओ्से प्त्य् ाशी पूरी तरह से किे हुए है.् िेमकन उनसे बहुत ही तेजी से मरश्ते बनाये जा रहे है्. और परदेसी ितदाताओ् को भी अच्छी तरह से िािूि है मक ितदान के बाद उसको कोई पूछने वािा तक नही् मििता. मपछिे चुनावो्के अनुभव कुछ इसी तरह के रहे है.् पूरे बुंदेिखंड क््ेत् िे् सपा-बसपा और भाजपा, कांग्ेस के मजतने प््त्याशी खडे है,् उनिे्कोई भी ऐसा नही्मदख रहा है मजससे बुंदेिखंड की सिस्याये् मपछडेपन, पिायन, मशक््ा, मचमकत्सा िे्कोई सुधार की उम्िीद मदखती हो, ितदाता इस चुनाव िे् ितदान जामतवाद के आधार पर ही करेगा, और िुखय् िुकाबिा सपा-बसपा और कही्कही्भाजपा िे्मदख रहा है.्
थाली लोटा साथ लेकर चलता उमंमीदवार पेज 1 का बाकी भेदभाव का मशकार होना पड्ता है. शायद इस भेदभाव को इस दमित प्त्य् ाशी ने अच्छी तरह से पहचान मिया है. इसीमिए वे सवण््ो् की पाि््ी के प्त्य् ाशी होने के बाद ऐसा करने को मववश है.् 'द िाइम्स ऑि इंमडया' की मरपोि्ष के िुतामबक यूपी िे् हाथरस मजिे की इगिास सीि से भाजपा से दमित प्त्य् ाशी राजवीर मदिेर खड्ेहै.् राजवीर वाल्िीमक सिुदाय से ताल्िक ु रखते है्और यह सीि सुरम््कत है. इस
सीि से भाजपा ने रािवीर को अपना प्त्य् ाशी बनाया है. रािवीर जब चुनाव प्च ् ार के मिए अगड्ी जामतयो्के घर जाते है्तो अपना स्िीि का मगिास साथ िे जाते है् तामक यमद कोई उनको चाय ऑिर करे तो वह इसी मगिास िे् पीते है.्मसि्कइतना ही नही्कई बार इनको इन घरो्िे्बैठने के मिए कुस्ी नही्दी जाती और उनको नीचे जिीन पर बैठना पड्ता है. आिि तो यह है मक राजवीर ने इसे जामतगत व्यवस्था की सच््ाई िानकर स्वीकार भी कर मिया है. वह कहते है्मक उन्हे्इससे िक्कनही्पड्ता
क्यो्मक ये तो एक परंपरागत आदत है. उनका यह भी कहना है मक जामत व्यवस्था एक सच््ाई है और वह इसको स्वीकार करते है.् आपको बता दे्मक हाथरस का यह मवधानसभा क्त्े ्जाि बाहुलय् है और इस तबके के यहां 90 हजार वोिर है.् यहां जािो् पर खासा असर रखने वािी रािोद ने भी एक दमित प्त्य् ाशी को उतारा है. यह आिि तब है जब इस प्त्य् ाशी के मपता खुद भी पांच बार मवधायक और एक बार सांसद रह चुके है.् (नेशनि दस्क ्)
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फ्ज्ल इरार रल्ललक
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10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
बयानो् की बाजीिरी का सहारा
कांग्ेस और भाजपा के उम्िीदवारो् ने भी मवधानसभा चुनाव को इस बार रोचक लखनऊ. उत््राखंड िे्चुनावी मबसात बना मदया है. इस चुनाव िे् कांग्ेस के 11 पर शह और िात की तैयारी िे् कांग्ेस व पूव्ष मवधायक समहत 13 कांग्ेसी भाजपा के भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झो्क दी है. मिकि पर चुनाव िैदान िे्मकस्ित आजिा बयान मदए जा रहे है्और िोगो्को भरिाने रहे है् िेमकन कांग्ेस के इन पूव्ष मवधायको् के मिए तरह-तरह की बाते् हो रही है्. िे ् से ज्यादातर को भाजपा के बागी भ््ष्ाचार के आरोप भी िग रहे है्और िोगो् उम् ि ीदवारो्से भी जूझना पड्रहा है. चुनाव को बताया जा रहा है मक दूसरो्के िुकाबिे िे ् इनके खडे होने से भाजपा की परेशानी उनकी किीज ज्यादा सिेद है. बढ्ी है. हािांमक कांग्ेस भी इसी तरह के मवज््ापनी भारा िे् कहे् तो सिेदी की संकि से जूझ रही है. चित्कार को िेकर हर दि दूसरे पर हल्िा उसने भी कांग्ेस भाजपा के तीन पूव्ष बोि रहा है. यानी वही एक साि-सुथरी मवधायको् को चुनाव िैदान िे् कांग्ेस के पाि््ी है बाकी भ््ष्ाचार के दिदि िे् डूबे उम्िीदवार के र्प िे् उतारा है. भाजपा के है्. भाजपा प््देश के िोगो्को िुभाने के मिए तीन पूव्ष मवधायक बागी उम्िीदवार के तौर दृम्ष पत्् िेकर सािने आई तो कांग्ेस ने पर मनद्षिीय चुनाव िड रहे है्. भाजपा ने जवाब िे् संकल्प पत्् मनकािा. प््देश िे् िुख्य िुकाबिा इन दो दिो् के बीच ही है साथ िोगो्के सवािो्से भी जूझना पड्रहा संकि को थािने के मिए आननिानन 33 इसमिए ये दोनो् दि ही नारे भी िगा रहे है् है. मजन नेताओ्पर कभी उसने भ््ष्ाचार के नेताओ् को पाि््ी से मनकाि कर आपदा और वादे भी कर रहे है्. चुनाव िे् यो् तो आरोप िगाए थे उनिे् से कई नेता अब प््बंधन कर दूसरे बामगयो्को कड्ा संदेश तो उत््राखंड क््ांमत दि और बसपा भी है उसके साथ है् और चुनाव िड् रहे है्. इस मदया िेमकन उसका संकि कि होने का िेमकन िुकाबिा कांग्ेस और भाजपा के संकि से भाजपा उबर नही्पा रही है. िोगो् नाि नही्िे रहा है. शायद यही वजह है मक इस बार का बीच ही है. भाजपा ने सत््ा िे्वापसी के मिए के इन सवािो् का जवाब देने से पाि््ी नेता चुनाव मपछिे चुनावो्से अिग मदख रहा है. अपनी पूरी ताकत झो्क दी है, पाि््ी के बच रहे है्. प््देश की सभी 70 मवधानसभा सीिो्पर भाजपा पुराने कांग्ेमसयो् के सहारे सत््ा िे् तिाि बड्े नेता प््देश िे् सपनो् को पूरा करने की दुहाई देकर वोि िांग रहे है्. तो भाजपा और कांग्ेस के बीच ही सीधा वापसी का रास््ा तिाश रही है तो कांग्ेस दूसरी तरि िुख्यिंत्ी हरीश रावत ने िुकाबिा है जबमक हमरद््ार और को हरीश रावत से मिर एक बार चित्कार अकेिे अपने दि पर पाि््ी का चुनाव प््चार उधिमसंहनगर मजिो्िे्कांग्ेस और भाजपा की उम्िीद है. मसयासी तौर पर भी हरीश संभाि रखा है. भाजपा िे्बामगयो्को िेकर के साथ-साथ बसपा भी िुकाबिे िे्मदखाई रावत के मिए यह सबसे कमठन परीक््ा है. परेशानी है तो कांग्ेस भी हािांमक इससे पड्रही है. इससे इन दोनो्मजिो्िे्मतकोना हािांमक, 2002 और 2012 िे् सत््ा िे् कांग्ेस की वापसी के सूत्धार रावत ही रहे अछूती नही्है. भाजपा को बामगयो्के साथ- िुकाबिा हो रहा है.
टिटकत्सा छात््ो् की नयी समस्या बगरधारी लाल जोशी
भागलपुर. देश के िेमडकि कािेजो्िे् प््वेश के मिए िी जाने वािी राष््ीय पात््ता परीक््ा (नीि) के मनयिो् को िेकर से्ट्ि बोड्ष ऑि सेके्डरी एज्युकेशन (सीबीएसई) ने मनयिो्को तोड िरोड कर पेश मकया. नतीजतन ऐन वक्त पर छात््ो्को पढाई छोड आंदोिन के मिए उतार् होना पडा. के्द् सरकार को मनयि को तोडने के मिए सीबीएसई पर कार्षवाई करनी चामहये. यह िांग प््वेश परीक््ा िे् बैठने वािे छात््ो् की है. दरअसि 17 जनवरी 2017 को पत््ांक यू.12023/16/2010-एिबी-II स्वास्थ्य एवि पमरवार कल्याण िंत्ािय ने सीबीएसई के संयकु त् समचव डा. संयि भारद््ाज के नाि भेजे पत््के जमरये राष््ीय पात््ता सह प््वेश परीक््ा (नीि) के मनयिो्का मजक््करते हुए इम्तहान िेने की हरी झंडी दी. पत्् िे् 7 मनयि का हवािा मदया है. मजनिे् दूसरा मनयि छात््ो्की उम््और इम्तहान िे्बैठने के िौके के बारे िे् है. मजसके िुतामबक िेमडकि और डे्िि काउंमसि ऑि इंमडया ने यह तय मकया है मक मजसकी आयु 31 मदसंबर 17 को 17 साि पूरी हो रही है वह छात्् प््वेश परीक््ा िे् शामिि हो सकता है. उसी मनयि िे् यह भी मिखा है मक इससे ऊपर की उम््और इम्तहान देने के िौके की कोई सीिा की पाबंदी नही् होगी. साथ ही मिखा मक यह मनयि ऑिइंमडया कोिा सीि पर भी िागू होगा. पत्् पर के्द्ीय स्वास्थ्य
िंत्ािय के अवर समचव अमित मबश््ास का दस्ख ् त है. मजसकी कापी भारतीय मचमकत्सा और दंत मचमकत्सा पमररद को भी भेजी है. इसके अिावे भारतीय मचमकत्सा पमररद् के मनयि 1956 िे् भी इम्तहान िे् बैठने की ऊपरी या अमधकति सीिा का कोई उल्िेख नही्है. सवाि यह है मक नीि के संबंध िे् 31 जनवरी को जारी नोमिस िे् इम्तहान देने के तीन िौके (उसिे् वे भी शामिि है जो एआईपीएििी दे चुके) और 25 साि की उम््पूरी कर चुके छात््ो्को प््वेश परीक््ा िे् बैठने से रोक देने का पे्च कैसे और मकसने िगाया. इसी को िेकर पूरे देश िे् नीि देने के इच्छुक छात््ो्ने आंदोिन कर मदया है. के्द्ीय स्वास्थ्य िंत्ािय आंदोिन के िद््ेनजर इसिे् एक संशोधन करने को िजबूर हुआ है. जारी अमधसूचना के िुतामबक तीन िौके इस बारे से मगने जाये्गे. िेमकन उम््सीिा िे्कोई बदिाव नही्मकया है. नये मनयि के तहत सािान्य वग्षके मिए उम््25 साि और आरम््कत वग्षके मिए 30 साि ही तय है. भागिपुर के एक दज्षन से ज्यादा छात््ो् से बातचीत िे् बताया मक अब तक सीबीएसई के 15 िीसदी और राज्य के 85 िीसदी सीिो् के मिए ऊपर की कोई उम्् मनध्ाषमरत नही् थी. यह अचानक आयु का िंडा कहां से आ गया. वह भी ऐन वक़्त पर. यह नीि की तैयारी कर रहे छात््ो् के साथ नाइंसािी है.
थे. पर इस बार उनके मिए भी कमठन घड् है. वे खुद दो जगह से चुनाव िड्रहे है्. मसयासी तौर पर उन्हो्ने अपने इस दांव से भाजपा की परेशानी बढ्ाई है. हमरद््ार संसदीय सीि की नुिाइंदगी कर चुके रावत ने इस िैदानी इिाके से ताि ठो्क कर भाजपा का गमणत गड्बड्ा मदया है. हमरद््ार का िैदानी इिाका भाजपा का गढ् िाना जाता है. िेमकन इस बार रावत ने इस गढ् को तोड्ने के मिए ही हमरद््ार ग््ािीण से चुनाव िड्ने का िैसिा मकया. वैसे पहिी बार इस चुनाव िे् भाजपा और कांग्ेस के बागी उम्िीदवारो्की तादाद सबसे ज्यादा है. कांग्ेस से बगावत करके भाजपा िे् आए 12 पूव्ष मवधायको् िे् से 11 पूव्ष मवधायक िैदान िे् उतरे है्. पूव्ष िुख्यिंत्ी मवजय बहुगुणा ने अपनी जगह अपने बेिे सौरभ बहुगुणा को मसतारगंज मवधानसभा सीि से चुनाव िैदान िे् उतारा है. भाजपा और कांग्ेस िे्इस वक्त पाि््ी के पुराने और मनष््ावान काय्षकत्ाष बाहरी नेताओ् के पाि््ी िे् शामिि होने के कारण पसोपेश िे्है. कांग्ेस का हाि भी बेहाि है और पाि््ी से बगावत कर कई नेता िैदान िे् उतर आए है्. हािांमक ितदान से पहिे िान-िनव्वि भी चि रहा है और कोमशश की जा रही है मक इन्हे्सिझा कर अमधकृत उम्िीदवार के पक््िे्बैठा मदया जाए िेमकन मििहाि तो बागी िैदान िे् पूरी ताकत के साथ ताि ठो्क रहे है्.
भाजपा-माले भी चुनाव मैदान में
इलाहाबाद. भाकपा (िािे) न्यू डेिोके्सी ने कहा है मक वह उत््र प््देश के आगािी मवधानसभा चुनावो् िे् बारा और चायि सीिो्पर अपने उम्िीदवार उतारेगी. बारा से राजकुिार पमथक जबमक चायि से िूिचंद मनराद चुनाव िैदान िे् उतरे्गे. दोनो् नेता इिाके िे् बािू श््मिको्, गरीबो् और भूमिहीन मकसानो् तथा पत्थर खनन श््मिको्के आंदोिनो्िे्शामिि रहे है्. इस चुनावो् िे् ितदाताओ् के सािने अहि सवाि है शासक वग्ष के दिो्भाजपा, कांग्ेस, बसपा, सपा, िाकपा, भाकपा आमद द््ारा की जा रही जनमवरोधी कार्षवाइयो् की पहचान करना. पाि््ी की अपीि है मक मजन सीिो् पर योग्य प््त्याशी नही् मििता वहां जनता नोिा का बदन दबाये. पाि््ी के िुतामबक जनता मदये मवकल्पो्िे्चयन के मिए िजबूर है िेमकन अब उसके पास नोिा के र्प िे् एक हमथयार है. पाि््ी के उम्िीदवार अपने संघर्ष की बुमनयाद पर वोि िांगे्गे. इसिे् छोिे मकसान-िजदूरो् को पट््े देना, आवास पट््े देना, ताप मबजिी घरो् का मवरोधी, खेती को िाभदायक बनाने सस््ा डीजि, बीज के दाि घिाना व िसि की बेहतर कीित की िांग शामिि है. पाि््ी ने बसपा के सव्षजन महताय के नारे को भी दमितो् और उत्पीमड्तो् की िुस्कत के मिए असंगत बताया.
पुस्क मेले पर राजनीटिक रंग
संजय कुरार
पटना. तेइसवे् पिना पुस्क िेिे का आगाज हो चुका है. चार से 14 िरवरी तक आयोमजत इस िेिे िे्मकताबो्की दुमनया सज चुकी है. देश भर 300 से अमधक नािीमगरािी प्क ् ाशको्ने ऐमतहामसक गांधी िैदान िे्स्िॉि िगाये है.् हर बार की तरह इस बार भी िेिा मववाद पहिे ही मदन आ गया. इस बार इसकी गूज ं राजनीमतक गमियारे िे्सुनायी दी. हुआ यूं मक पुसक ् िेिे िे्िगे किा एवं मशल्प को सिेिे िेड इन इंमडया के किाग््ाि िे् िगे कैनवास पर पद््श्ी से सम्िामनत मिमथिा पेम्िंग की किाकार बौआ देवी ने किि का िूि बनाया और उस पर िुखय् िंत्ी नीतीश कुिार ने रंग भर मदया. िीमडया ने इसे नीतीश के भाजपा प्ि्े से जोड् कर देखा. भाजपा के राष््ीय प््वक्ता शानवाज हुसैन ने इस खबर पर चुिकी िी और कहा मक इससे साि है मक उनकी भाजपा की ओर नजदीमकयां बढ् रही है्. हािांमक इस पर जदयू के राष््ीय अध्यक्् नीतीश कुिार ने खािोशी की चादर ओढ्िी िेमकन राजद के राष््ीय अध्यक््िािू प्स ् ाद ने भी चुिकी िी और कहा मक किि के मजस िूि िे्नीतीश कुिार ने रंग भरा वह रंग िाि है और यह मकसी को बताने की जर्रत नही् मक िाि रंग मकसका है. पुसक ् िेिे िे्किि के खबर बनने पर िेड इन इंमडया के सीईओ प््शांत मसंह ने बताया मक मिमथिा िे् किि को शुभ िाना जाता है. इसीमिए बौआ देवची ने अपने
मववेक से किि बना मदया. इसे िीमडया और खबमरया चैनि कुछ और ही रंग देने िे्िग गये. पिना पुसक ् िेिे का खबर बनना कोई बड्ी बात नही् है. िेखक, पत््कार, सामहत्यकार और पाठक इसका इंतजार करते है.् पुसक ् िेिे को इस बार भारा, युवाओ्और बच््ो् को सिम्पतष मकया गया है. प्व् श े द््ारो् को उद्षू,भोजपुरी, िगही और िैथिी भारा को सिम्पतष मकया गया है. िेिे िे्प्क ् ाशन मवभाग, राजकिि, वाणी प््काशन, प््भात प््काशन, मबहार उद्षू अकादिी, मबहार राष्भ् ारा पमररद समहत देश के िगभग 300 िहत्वपूण्ष प््काशको् ने
मकताबो् की दुमना सजायी है. िेमकन यह भी सच है मक ये िेिा अपने कस्बाई पमरदृशय् को नही्छोड्पा रहा है. िुखय् िंत्ी ने अपने भारण िे्िेिे को िेिे को अंतर्ाष ष ्ीय शक्ि देने की बात की िेमकन इस बार खुद आयोजन खुद सीमित है. पुसक ् स्िॉि का स्र् अच्छा नही् है. प्क ् ाशक कहते है्मक व्यवस्था ठीक नही् है. पैसे तो पूरे मिये जाते है् िेमकन जो बात मदल्िी पुसक ् िेिे िे् है वैसी व्यवस्था यहां नही्होती है. हर बार की तरह इस बार भी पुसक ् ो्के साथ-साथ इसे िेिािय बनाने के मिए किा और मशल्प का सिावेश मकया गया है. मबहार समहत तेरह राज्यो्के किाकारो्की किाकृमत िेड इन इंमडया के किाग््ाि िे्देखने को मिि रही है तो वही्मिट््ी चोखा के साथ अन्य खान पान का भी व्यवस्था की गयी है. कह सकते है् यह मपकमनक स्पॉि भी बन जाता है. इन सबके बीच िेखको्की मकताबे्िोकाम्पतष हो रही है् तो पुसक ् ो्और सािमयक मवरयो्पर गोम््षयां भी पाठको्को खी्च रही है.्
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10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
दोबोराह की साइफकल और ओलंफपक का स्वप्न अंडोिान-मनकोबार द््ीप सिूह िे्रहने वािी दोबोराह ने अपने इस सपने को पूरा करने के मिए अपना घर-बार त्याग मदया है और मदल्िी िे् डेरा डाि रखा है. ऐसा जीवि बहुत कि िोगो् िे् ही पाया जाता है. भारत के सुदूर इिाके जहां आना-जाना भी दुश्ार हो वहां से मनकि कर दोबोराह अपने सपने को पूरा करना चाहती है.् करीब 12 साि पहिे आई सुनािी को दोबोराह ने न मसि्कदेखा है बस्लक िौत उनसे पास से होकर गुजर गई थी. सुनािी के दौरान मकसी तरह उन्हो्ने जान बचाई. पांच मदनो्तक वे पेड् पर रही् और छाि व पत््े खा कर उन्हो्ने अपनी जान बचाई. उन मदनो्को याद करते हुए वे कांप सी जाती है.् उन िम्हो्की इबारत उनके चेहरे पर साि पढ्ी जा सकती है.
देबोराह हेरोल्ड पिछले चार साल से अिने मां-बाि से नही् पमली है्. अभी दो साल और वे वनवास की पिंदगी गुिारे्गी क्यो्पक उन्हो्ने ओलंपिक मे् खेलने का सिना अिनी आंखो् मे् िाला है. फ्जल इरार रल्ललक
दो
बोराह हेरोल्ड का नाि शायद ही मकसी खेि प््ेिी ने सुना होगा. म््ककेि को िेकर जहां दीवानगी हो और उसकी चकाचौ्ध िे् दूसरे खेि मजनिे् कई बार िेमनस, बैडमिंिन और हाकी सरीखे खेि और इनसे जुड्े मखिाड्ी भी गुि हो जाते हो् वहां दोबोराह को न तो कोई उनके नाि से जानता होगा और न ही यह जानता होगा मक वे मकस खेि से जुड्ी है.् िेमकन दोबोराह हेरोल्ड ने अपने जीवि, इच्छाशस्कत और कुछ कर
गुजरने की ििक की बदौित अपनी एक अिग पहचान बनाई है. हािांमक दोबोराह मजस खेि से जुड्ी है् उसे िेकर भारतीय खेि प्म्ेियो्को बहुत कि ही पता होगा. दोबोराह ने अंतरराष््ीय स्र् पर साइकमिंग िे्देश की नुिाइंदगी की है. वे देश की चोिी की िमहिा साइकमिस्ि है् और मदल्िी िे् मपछिे हफ्ते संपन्न एमशयाई साइकमिंग चै्मपयनमशप िे् उन्हो्ने देश की नुिाइंदगी की थी. उनका सपना ओिंमपक िे् भारत के मिए खेिना और पदक जीतना है.
खेि डायरी
सायना-दसंधू भारतीय टीम मे्
ओिंमपक पदक मवजेता पीवी मसंधू और सायना नेहवाि को पहिी एमशया मिम््शत िीि बैडमिंिन चैसम् पयनमशप के मिये भारतीय िीि िे्शामिि मकया गया है. िुकाबिे 14 से 19 िरवरी तक मवयतनाि िे् हो्ग.े मसंधू ने मपछिे हफ्ते िखनऊ िे्सैयद िोदी ग््ां प््ी मखताब जीता था जबमक सायना ने ििेमशया िास्िस्षिे्मखताबी जीत के साथ सत््का आगाज मकया था. तन्वी िाड और मरतुपण्ाष दास को िौका मििने की उम्िीद न के बराबर है क्यो्मक चैम्पयनमशप िे् मसि्कएक िमहिा मसंगल्स िैच, एक पुरर् मसंगल्स, एक पुरर् डबल्स, एक िमहिा डबल्स और एक मिक्सड डबल्स िैच खेिे जायेग् .े सैयद िोदी ग््ां प््ी गोल्ड मवजेता सिीर वि्ाष और स्सवस ओपन चैम्पयन एचएस प्ण ् य भी िीि का महस्सा हो्ग.े मकदांबी श््ीकांत ने िूना्िष िे् िे्नही्खेिने का िैसिा मकया है. भारत को ग्प्ु डी िे्कोमरया और मसंगापुर के साथ रखा गया है जबमक चीन, चीनी ताइपै और हांगकांग ग्प्ु ए िे्है. ििेमशया, इंडोनेमशया और श््ीिंका ग्प्ु बी िे्है्और ग्प्ु सी िे्जापान, थाईिैड् , मवयतनाि और मििीपीन है.्
टी-20 मे् दतहरा शतक
मदल्िी के युवा बल्िबे ाज िोमहत अहिावत िी-20
देबोराह हेरोल्ड मपछिे चार साि से अपने िां-बाप से नही्मििी है.् अभी दो साि और वे वनवास की मजंदगी गुजारेग् ी क्यो्मक उन्हो्ने ओिंमपक िे्खेिने का सपना अपनी आंखो्िे्पािा है. 18 िरवरी को दोबोराह 22 साि की हो जाएंगी. जनवरी 2013 िे्वे अपने घर से आ गई थी, जब वे 17 साि की थी् और तब से मदल्िी के इंमदरा गांधी इंडोर स्िमे डयि िे् ही है.् आठ साि पहिे वे अंडिान व मनकोबार द््ीप सिूह िे् मदसंबर 2004 िे् आई सुनािी
म््ककेि िुकाबिे िे् मतहरा शतक बनाने वािे पहिे बल्िबे ाज बने है.् यूं तो म््ककेि के इस छोिे प््ार्प िे्रोज ही नये मरकाड्षबन रहे है्िेमकन सात िरवरी को मदल्िी के स्थानीय िीग िे्िोमहत ने मतहरा शतक जड्कर नया मरकाड्षबनाया. 20 साि के िोमहत ने यह कारनािा मसि्क 72 गेद् ो्िे्मकया. अपनी पारी िे्उन्हो्ने 39 छके्और 14 चौको्की तूिानी पारी खेिी. प्म्त गेद् उन्हो्ने िगभग
से बची थी्. देबोराह बताती है् मक िै् यहां जनवरी 2013 िे्आई थी और उसके बाद घर नही्गई हू.ं िै्मपछिे चार सािो्से अपने िाता मपता से नही्मििी हू,ं केवि उनसे िोन पर ही बात होती है. उन्हो्ने कहा मक िै्अभी उनसे नही् मििना चाहती हू,ं शायद अगिे दो तीन साि तक और नही् क्यो्मक 2020 ओिंमपक के मिए क्वािीिाई करना िेरा सपना है और मजंदगी का िक्य् भी. अगर िै्पदक जीत िेती हूं तो यह बहुत अच्छा होगा िेमकन पहिे िुझे ओिंमपक के मिये क्वािीिाई करना होगा. अंडिान एंव मनकोबार से कोई भी ओिंमपक नही्गया है और िै्ऐसा करना चाहती हू.ं देबोराह हेरोल्ड साि 2012 िे्उस वक्त चच्ाष िे् आई थी्, जब उन्हो्ने साइकमिंग िे् राष््ीय स्र् पर स्वण्षपदक जीता था. इसके बाद 2013 िे् एमशयाई चै्मपयनमशप िे् देबोराह ने जूमनयर कैिगे री िे्पांच स्वण्षपदक जीते. देबोराह ने 2014 के ट््ैक साइकमिंग एमशया कप िे्तीन कैिगे री िे्चार स्वण्षपदक जीते थे मिर 2015 िे् देबोराह ने तीन स्वण्ष
बनाने का कारनािा युवराज मसंह इंगि ् डै् के मखिाि कर चुके है.् रनो् की बामरश का यह िैच पूव्ी मदल्िी के िमिता पाक्क िे् खेिा गया. िोमहत िावी इिेवन की तरि से खेि रहे थे और वे नािआउि रहे. िोमहत के मतहरे शतक के िदद से उनकी िीि ने फेड् स ् इिेवन के सािने 20 ओवर िे्416 रनो्का पहाड्जैसा स्कोर खड्ा मकया. िोमहत मदल्िी के मिए रणजी ट््ािी के तीन िैच खेि चुके है,् वे बतौर मवकेिकीपर चुने गये थे. हािांमक तब उनका प्द् श्नष अच्छा नही्रहा था और िीि से उनकी छुट्ी कर दी गयी थी.
हरभजन दसंह करे ग् े उत्र् क्त्े ् की अगुआई
सैयद िुशत् ाक अिी अंतर क्त्े ्ीय िी-20 म््ककेि िूना्िष िे् िे्उत्र् क्त्े ्की अगुआई स्सपन गेद् बाज हरभजन मसंह करेग् .े िीि का एिान िंगिवार को मकया गया. िीि िे्गौति गंभीर, युवराज मसंह और मशखऱ धवन को भी शामिि मकया गया है. िीि इस प्क ् ार हैः- हरभजन मसंह (कप्तान), मशखऱ सवा चार रन बनाये. मदल्िी के स्थांनीय म््ककेि िूना्िष िे् , धवन, गौति गं भीर, युवराज मसंह, िनदीप मसंह, ऋ रभ फेड् स ् प््ीमियर िीग िे्िोमहत ने मसि्कछक््ो्के जमरए ही पं त , उनिु क त ् चं द , एआर पाछेरा, ऋमर धवन, ियंक डागर, 234 रन बिोरे. 250 से 300 के स्कोर तक पहुच ं ने िे् यजु व द ् े ् चहि, परवे ज रसूि, उिर नजीर, प्द् ीप सांगवान, उन्हो्ने मसि्कबारह गेद् े्खेिी्. वैसे बारह गेद् ो्पर 50 रन
और रजत पदक जीते थे. 2016 िे्देबोराह ने ताइवान कप ट्क ्ै इंिरनेशनि क्िामसक इवेि् िे्एक स्वण्षएक रजत और तीन कांसय् पदको् पर कब्जा जिाया था. केवि अपने सपने के बारे िे् सोचने वािी देबोराह आगे की पढ्ाई को िेकर बहुत मिक्ि् दं नही्है,् देबोराह ने दसवी्तक पढ्ाई की है, अब आगे की पढ्ाई ओपन स्कि ू के जमरए कर रही है्. इनके मपता अंडिान व मनकोबार द््ीप सिूह िे्भारतीय वायु सेना बेस पर काि करते है् और िां घरेिू िमहिा है्. देबोराह के िुतामबक उन्हो्ने दसवी्कक््ा पास की है और अब िैन् े आगे की पढ्ाई के मिए ओपन स्कि ू मसस्िि िे्रमजस्टश ्े न करवाया है. ट्म्ेनंग की वजह से पढ्ाई अंडिान और यहां जारी नही्रख सकती. बहरहाि अपने सपने को िेकर वे गंभीर है् और जो जनून उनकी बातचीत से झिकता है उससे साि होता है मक अपने सपनो्को पूरा करने के मिए वह हर कमठन डगर को आसानी से पार कर िे्गी्. मििहाि उनका पहिा िक््य ओिंमपक के मिए क्वािीिाई करना है.
िोमहत शि्ाष और आशीर नेहरा. मशवि चौहान, शुभि खजूमरया, िनप््ीत गोनी, िंजरू डार, िनन शि्ाष और मिमिंद कुिार को स्िडै् बाई रखा गया है.
भारत ने न्यजू ीलैड् को हराया
एमशया ओसमनया ग्प्ु एक डेमवस कप िुकाबिे िे् भारत ने न्यज ू ीिैड ् पर 4-1 की धिाकेदार जीत दज्ष कर अगिे दौर िे् जगह बनाई. अगिे दौर िे् भारत का िुकाबिा अपने ही वतन िे् उज्बमे कस््ान के साथ होगा. भारत ने चारो्मसंगल्स िुकाबिे जीते. पहिे मदन रािकुिार रािनाथन और युकी भांबरी ने सीधे सेिो् िे्जीत हामसि कर 2-0 की बढ्त मदिाई. रािकुिार ने जोस स्िाथि पर 6-3. 6-4. 6-3 से और युकी ने मिन िीयन््ेको 6-4. 6-4. 6-3 से हराया. हािांमक दूसरे मदन भारतीय जोड्ी डबल्स िुकाबिा हार गयी. अनुभवी मिएंडर पेस अब राष््ीय हाड्क ष ोि्ष चैम्पयन मवष्णु वध्नष को िीयन््ेऔर स्िाथि ने हरा कर न्यज ू ीिैड ् की वापसी कराई िेमकन तीसरे मदन मरवस्ष मसंगल्स िे्रािकुिार ने सीधे सेिो्िे्िीयन््ेको हरा कर भारत को अजेय बढ्त मदिा दी. युकी ने िहत्व् हीन िुकाबिे िे् स्िाथि को हरा कर भारत की जीत को शानदार बना डािा.
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10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
पयंाावरण
हवा की नमी सूखी तो झुलस जाये्िे हम!
अर्ण बतवारी
सिाज पर क्या असर हो्गे यह भी देखने श््निभूमि मदवस (दो िरवरी) से वािी बात है. हिा-भूशम की नमी का शरश्ता ठीक दो मदन पहिे ऑस्ट्ेमिया ति, मवति, सुति िे् निी न हो, तो सरकार ने 15 िाख डॉिर की धनरामश वािे 'वािर एंबडे्स प््ाइज' हेतु सिझौता मकया है. यह सिझौता, भारत के औद््ोमगक घराने िािा और अिेमरका के एक्सप््ाइज़् घराने के साथ मकया गया. िेमकन दुख की बात है मक जि संरक््ण के नाि पर गमठत इस पुरस्कार का िकसद हवा से पानी मनकािने की कि ऊज्ाष खच्ष वािी सस््ी प््ौद््ोमगकी का मवकास करने वािो्के बीच प््मतस्पध्ाष बढ्ाना है. सस््ी प््ौद््ोमगकी से हवा से पानी मनकािना सस््ा पड्ेगा. पमरणािस्वर्प, एक नयी प््मतस्पध्ाष जन्ि िेगी. हवा िे् से ज्यादा से ज्यादा पानी मनकाि िेने की प््मतस्पध्ाष. जिीन का सीना चीरकर पानी मनकािने की तकनीक यानी ट््ूबवेि, सबिम्सषबि और जेि पंप पहिे ही नि इिाको् को सोख रहे है्. अगर हवा से पानी मनकासी ने वायुिंडि को सुखाना शुर् कर मदया तो क्या होगा. वायु िे् निी घिने से वैम्शक तापिान िे् इजािा होगा या किी आयेगी? यह मवचारणीय प््श्न है. इसके िानवजामत और मवश््
मव
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निी न हो, तो धरती तापघर िे् तब्दीि हो बनाये है्. दुखद है मक अपनी निभूमि को जाये. नन्हा अंकुर मदन-दहाड्े झुिस जाये. िेकर ऐसा संजीदा देश, दुमनया की हवा से नि हवा चिती है, तो िसिो्िे्जर्र कुछ निी छीनने की व्यावसामयक होड्बढ्ाने का कीडो् वािी छोिी-िोिी बीिामरयां िाती है, सूत्धार बनने जा रहा है. दुमनया को इस वक्त वैम्शक तापिान िेमकन हवा िे् निी न हो, तो िसि ही न हो; हि भूख से िर जाये्. मकतने पौधे है्, जो िे् वृम्द को मनयंम्तत करने वािी काब्षन अपनी जीवन-जर्रत का पानी मिट््ी से अवशोरण प््ौद््ोमगकी की होड् को बढ्ावा नही्, हवा से िेते है्. दुमनया िे् जैव देने की जर्रत है, न मक बाज़्ार और शोरण को बढ्ाने वािी मवमवधता का आंकड्ा प् िगातार घि रहा है. मूल प्श ् न् यह है पक यपद हवा ्ौद््ोमगकी की होड्को बढ्ावा देने की; हवा की निी िे् और किी हुई, तो जैव की नमी से भूपम की नमी के बावजूद इस सच के ऑस्ट्ेमिया मवमवधता का इस परश्ते की समझ भारतीय यमद सरकार यह कर रही सत्यानाश तो तय है; गांवो् के अनिढ्ो् तक को है. तो, इसे ऑस्ट्ेमिया हिारी सेहत का भी. यह हवा की निी तो क्या ऑस्टप्े लयाई सरकार सरकार िे् सिझ के ही है मक जो जिवायु, के पवशेषज््ो् को न होगी? अभाव की बजाय, सरकार पर बाज़्ार का वर्ाष और मकसी स्थान प््भाव ही िानना के तापिान का मनध्ाषरण करती है. हवा िे्निी घिती जाये, चामहये. ऑस्ट्ेमियाई सरकार के पुरस्कार तो सब कुछ उिि-पुिि जाये. हवा िे्निी न हो, तो सूरज धरती का सब पानी चोरी सिझौते िे् िािा औद््ामगक घराने के कर िे. हिारी सब झीि, तािाब, नदी, शामिि होने का ितिब है मक भारत िे् सिुद्सूखकर रेमगस्ा्न िे्तब्दीि हो जाये्. हवा-पानी का बाज़्ार भी इस होड्के मनशाने इस मरश्ते को जानते हुए ही हिारे गरीब से पर है. यह संकेत है मक भारत के पानी गरीब रेमगस््ानी गांव ने भी तािाब बनाते बाज़्ार िे् मिल्िर और आर ओ िशीनो् की वक्त उसके दम््कण और पम््िि मसरे पर व्यावसामयक सििता के बाद अब हवा से पानी सोख िेने की औद््ोमगक और घरेिू छायादार दरख्त िगाये. िूि प््श्न यह है मक यमद हवा की निी िशीनो् का दौर आने वािा है. ऐसे िे् से भूमि की निी के इस मरश्ते की सिझ जिवायु की िार को बढऩे से कौन रोक भारतीय गांवो् के अनपढ्ो् तक को है. तो सकता है रामसर सम्मेलन की चेतािनी क्या ऑस्ट्ेमियाई सरकार के मवशेरज््ो् को संभवत: हिारी ऐसी कारगुजामरयो् को न होगी? देखते हुए ही मवश्् निभूमि मदवस पर सरकार पर हािी बाजार गौर कीमजये मक ऑस्ट्ेमिया, निभूमि मवनाश के खतरो् को कि करने के मिए संरक््ण को गमत देने संबंधी रािसर निभूमि बचाने का नारा मदया है. कैस्सपयन सम्िेिन सिझौते पर सबसे पहिे हस््ाक््र सागर के ईरानी ति पर आयोमजत रािसर करने वािे देशो् िे् से एक है. ऑस्ट्ेमियाई सम्िेिन दो िरवरी 1971 से हिे् िगातार भूमि ि जाये और हि सभी उसिे् सिा सरकार ने अपने देश िे् निभूमि क््ेत्ो् को सचेत और संकस्लपत करने की कोमशश कर जाये्. भूमि की ऊपरी परत िे्निी न हो, तो बचाने के मिए बाकायदा उन्हे 'नेचर मरजव्ष रहा है. इसी कोमशश के तहत वर्ष1997 से चाहे मजतने बीज मबखेरे्, वे सोये ही रहे्गे; एमरया' घोमरत मकया है; संरक््ण हेतु प््मत वर्ष दो िरवरी को मवश्् निभूमि नन्हा अंकुर कभी बाहर नही्आयेगा. हवा िे् नीमतयां, कायदे, कानून और काय्षक्ि मदवस के र्प िे्िनाया जाता है.
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अंबिका नंद सहाय पी के मसयासी दंगि िे् पम््ििी उत््र प्द् श े की अहमियत राजनीमतक दिो्से मछपी नही् है. िेमकन इस इिाके िे् जिीनी स्र् पर जो संकते मिि रहे है,् वे भाजपा की मचंता बढ्ा सकते है.् अगर यहां से मििने वािे मसयासी संकते ो्को ठीक ढंग से पढ्ा जाये तो भाजपा यहां अम््सत्व के मिए संघर्ष करती मदख रही है. हैरानी नही् होगी अगर भाजपा इस इिाके िे्चौधरी अजीत मसंह के राष््ीय िोक दि के साथ तीसरे और चौथे स्थान के मिए मसयासी संघर्षकरती मदखे. पहिे चरण िे् इस इिाके की 71 मवधानसभा सीिो् पर वोि डािे जाने है.् और करीब-करीब हर एक सीि पर इस बार िुकाबिा सिाजवादीकांगस ्े गठबंधन और बहुजन सिाज पाि््ी के बीच होने की संभावना है. इिाके िे् इस तरह का मसयासी र्झान तीन कारणो्से हुआ है. पहिा तो ये मक जाि सिेत ब््ाह्िण, बमनया और ठाकुर भाजपा के कट्र् वोिर हुआ करते थे. िेमकन अब यही वग्षउसके मखिाि मदख रहा है.इन वोिरो्का भाजपा से िोहभंग हो चुका है. और ज्यादातर वोिर या तो आरएिडी की तरि है्या मिर सीि दर सीि उम्िीदवारो् की व्यस्कतगत
यू
हरे रार बरश््
कु
छ मदन पहिे की ही बात है जब िै् पिायन के पूरे पमरदृशय् को सिझने के मिए उत्र् प्द् श े के पूव्ी भाग यामन ’पूवा्च ा् ि’ के मजिो्िे्पिायन करने वािे कुछ श्म्िको् का ’इंिरव्य’ू कर रहा था. देवमरया मजिे िे्जब िै्िोगो्से इस बारे िे्बातचीत कर रहा था तो िुझसे एक श्म्िक ने कहा मक स्थानीय स्र् पर कोई काि-धंधा नही् मििता है इसमिए हिे्देश के दूसरे महस्सो्िे्’नौकरी’ खोजने के मिए जाना करना पडता है. उस श्म्िक के िुतामबक मकसी भी राजनैमतक पाि्ी् या नेता के पास हिे् स्थानीय स्र् रोजगार उपिब्ध करवाने के मिए कोई ’खाका’ नही्है. अगर हि बाहर के राज्यो् से र्पया किाकर नही् िाएं तो हिारा दैमनक जीवन चिना भी िुसश् कि हो जाए. यह पूछने पर मक क्या िनरेगा के तहत आप िोगो्को स्थानीय स्र् पर काि नही्मदया जाता, उसका जवाब था मक िनरेगा िे्कब काि होता है हिे्पता ही नही्चिता. गौरतिब है मक वह श्म्िक नोएडा िे् ’मनि्ाण ष ’ उद््ोग िे्’मदहाडी कािगार’ था और अपने गांव िे्चार एकड खेती योग्य जिीन का िामिक था. िेमकन इसके बावजूद ’नकदी’ के मिए पिायन करना उसकी िजबूरी थी. इस आिेख िे्उस श्म्िक के वक्तव्य को इसमिए दश्ाष रहा हूं क्यो्मक उसकी यह सिझ एकदि ’ताम्कक क ’ थी मक अगर प्द् श े का राजनैमतक नेततृ व् चाहे तो पूवा्च ा् ि के ’पिायन’ की सिस्या िे्कािी हद तक मगरावि आ सकती है. चूमं क उत्र् प्द् श े िे्इन मदनो्आि चुनाव हो रहे हं,ै मिहाजा पूवा्च ा् ि की इस सबसे बडी सिस्या पर साथ्क ष बहस का यह सव््ोत्ि् सिय है.
10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
पश््िम मे् भाजपा संकट मे् हैमसयत के आधार पर बंिे हुए मदख रहे है्. और तो और ये स्सथमत िेरठ, सहारनपुर, िुरादाबाद, बरेिी, आगरा और अिीगढ् के सभी छह मडमवजन की है. दूसरी बात ये है मक इस बार ‘मरवस्ष पोिॉराइजेशन’ जैसी कोई बात नही्है क्यो्मक सांप्ादामयक तनाव जैसी यहां कोई बात देखने को नही् मििती. अिूिन पूरे इिाके िे्शांमत बनी हुई है. और सही िायने िे् ये वैसी ही स्सथमत है जैसी 2014 के शुर्आती मदनो् िे् थी. जब िुजफ्िरनगर दंगो् जैसी घिना के चिते सांपद् ामयक ध्व्ु ीकरण नही्हुआ था. इस बार िुसस् िि ितदाता एकजुि भी है् और बंिे हुए भी मदख रहे है.् एकजुि इस िुद्े पर मक उन्हे्भाजपा को हर हाि िे्चुनाव िे् हराना है. और बंिे हुए इस बात को िेकर मक वो सिाजवादी-कांगस ्े गठबंधन और बहुजन सिाज पाि््ी के बीच िे्मकसका चुनाव करे.् खास कर जब बात हर एक मवधानसभा सीि पर भाजपा उम्िीदवार के िुकाबिे सपाकांगस ्े गठबंधन और बसपा उम्िीदवारो्की आती है तो ऐसे िे् िुस्सिि ितदाता उसी उम्िीदवार के पक्् िे् वोि डािे्गे मजसके जीतने की संभावना ज्यादा होगी. तीसरी वजह ये है मक नोिबंदी के िैसिे के अब
नकारात्िक असर सािने आने िगे है.् ऐसे िे् हैरानी नही्होगी मक गैर जाि मकसान वग्षके साथ-साथ गुज्षर सिुदाय भी सपा-कांग्ेस गठबंधन और बीएसपी की तरि मसयासी मवकल्प के तौर पर देखने िगे.् इसके अिावा बीजेपी के मिए मचंता की बात है मक सिाजवादी और कांगस ्े गठबंधन को िेकर सूबे के युवा ितदाताओ् के बीच ‘िीि गुड िैक्िर’ की भी िौजूदगी है. मिहाजा जात-पात से ऊपर उठ कर भी सूबे के युवा इस बार के चुनाव िे् सपा-कांग्ेस गठबंधन के मिए ितदान कर सकते है.्गौर करने की बात है मक 2014 के िोकसभा चुनाव िे् इसी वग्ष के ितदाताओ् ने िोदी िहर को पूरे यूपी िे् काियाब बनाया था.ये भी गौर करना जर्री है मक पम््ििी उत््र प्द् श े िे्मपछिे 25 वर््ो्िे्सिाजवादी पाि््ी और कांग्ेस कभी मसयासी तौर पर बहुत िजबूत नही् रही. िेमकन दोनो् पाम्िियो् के गठबंधन के बाद से ही इन मसयासी दिो्का भमवष्य नािकीय ढंग से बदिा है. अब िुसस् िि और अन्य मपछड्ा वग्ष के बीच दोनो् ही पाम्िियां एक नए मसयासी मवकल्प के तौर पर उभरी है.् यही वजह है मक िखनऊ और आगरा िे् रोड शो के दौरान
राहुि गांधी और अमखिेश यादव दोनो् ही आत्िमवश््ास से िबरेज मदख रहे थे. और हाथ महिाकर दोनो् नेता िोगो् के भारी सिथ्नष का अमभवादन भी कर रहे थे. यहां तक मक िायावती मजन्हो्ने िेरठ और िुजफ्िरनगर सिेत चुमनंदा जगहो् पर बड्ी बड्ी मसयासी रैमियां की है.् उन्हे्भी इस बात का एहसास है मक भाजपा के पारंपमरक वोि बैक ् मजसिे्जाि, ब््ाह्िण, बमनया सिेत दूसरी उंची जामत के वोिर शामिि है्- उसिे् से्ध िग चुका है. जाि सिुदाय आरएिडी को एक और िौका देने के िूड िे्है, तो ऊंची जामत के महंदू ितदाता सपा-कांगस ्े गठबंधन की तरि मसयासी मवकल्प के तौर पर देख रहे है.् यही वजह है मक बीएसपी सुप्ीिो िायावती सपा-कांगस ्े गठबंधन के प्म्त ऊंची जामतयो् की मसयासी िािबंदी को रोकने की भरपूर कोमशश िे्जुिी हुई है. उन्हो्ने दोबारा से इस बात को जामहर मकया है मक उनकी पाि््ी ऊंची जामत के गरीब िोगो्के मिए आरक्ण ् के मिए प्म्तबद््है. इसके साथ ही िायावती ने प्त्य् क े मकसान के एक िाख र्पए के ऋण िाि करने का वादा भी मकया है. भाजपा के वोि बै्क िे् से्ध िगने की मसयासी घिनाक््ि के बीच ही जाििै्ड िे्
पूव्ाा्चल के पलायन पर चुप्पी क्यो्?
गौरतिब है मक भाजपा ने उत्र् प्द् श े के मिए अपने चुनावी िैमनिैसि् ो िे्पिायन को रोकने के मिए ’एंिी पिायन िास्क िोस्’ष के गठन का वादा मकया है. हिांमक यह बात अपने आप िे्कािी मदिजस्प है मक केनद् ्की िोदी सरकार द््ारा अपने हामिया आम्थक ष सव्क ्े ण ् िे् ’पिायन’ को आम्थक ष गमतमवमध और मवकास के मिए जर्री िाना गया है. यह बात भी सिझ से परे है मक जो पाि््ी उदारीकरण को देश के मवकास के मिए जर्री िानती हो, वह श्म्िको्के महत िे्पिायन के मखिाि कैसे बात करेगी? क्यो्मक पूज ं ी और श्ि् के महत सिान नही् होते और पिायन उदारीकरण की आधारभूत सच््ाइयो्िे्से एक है. उदारीकरण के दश्नष िे्’गांवो’ की तबाही से ही शहर ’आबाद’ होते है.् यहां यह भी ध्यान देने िायक है मक भाजपा के इस चुनावी िैमनिैसि् ो िे्’पिायन’ रोकने का कोई रोड िैप नही् है. इसके अमतमरक्त जहां तक िैने देखा है ज्यादातर पाम्ियि ां केवि ’मवकास’ के नारे के साथ उत्र् प्द् श े का चुनाव िड रही है.् इस मवकास िे् आि जनता की क्या भागीदारी होगी और पूवा्च ा् ि की आि गरीब आबादी इस मवकास से कैसे िाभास्नवत होगी- इस पर मकसी के पास कोई ठोस मवजन नही्है. िायावती जहां यूपी के बंिवारे को पूवा्च ा् ि की सिस्याओ्का हि देखती है्वही्सिाजवादी पाि््ी इससे ठीक उल्िा सोचती है. िेमकन, चाहे वह भाजपा हो या मिर सिाजवादी पाि््ी या मिर चाहे वह बसपा ही हो, श्म्िको् के ’पिायन’ जैसे आधारभूत सवाि को हि करने की मदशा िे् उनके पास ’चुपप् ी’ के मसवाय कुछ नही् है. पिायन का दद्षकेवि पिायन करने वािा ही जानता है.
मकस्से बेहद आि है.् यूपी के िप्पि का मकसान अगर अपनी अमधग्ह् ीत भूमि का िुआबजा िांगते है्तो िायावती द््ारा उन पर ’रासुका’ िगाया जाता है. कानपुर के घाििपुर िे्मबजिीघर मनि्ाण ष के मिए अमधग्ह् ण की गई जिीन पर अमखिेश यादव मकसानो् को िुआबजा की जगह िुकदिा देते है.् जहां तक िै्पूवा्च ा् ि को सिझ पाया हू,ं यह श्ि् शस्कत की मवशाि िंडी है. स्थानीय स्र् पर रोजगार का कोई साधन न होने की वजह से यहां का श्म्िक दो तरह से पिायन करता है. पहिा है इंिरनेशनि िाइगेशन मजसिे् खाडी देशो् िे् काि की तिाश की जाती है और दूसरा है इंिर स्ििे िाइग्श ्े न. इस िाइग्श ्े न िे् श्म्िको् द््ारा नोएडा, मदल्िी, हैदराबाद, िुबं ई, चंडीगढ और पंजाब का र्ख मकया जाता है. पूवा्च ा् ि के देवमरया, गोरखपुर, कुशी नगर, जैसे मजिो्िे्खेती ही रोजगार का िुखय् जमरया है. िेमकन मपछिे कई साि से वह भी घािे िे्है. इस पर नेपाि की तराई से आने वािा बरसात का पानी अपने साथ बाढ की भीरण तबाही िाता है. ितिब यह मक चैपि करने के मिए िुखय् तः मजम्िदे ार है.् कृमर मकसानो् को दोहरी िार झेिनी होती है. ्े न करने वािो्की संखय् ा पर कभी ग््ािीण भारत िे्रोजगार का िुखय् स््ोत हिांमक िाइग्श हुआ करती थी्आज देश के दो मतहाई मकसान कोई ठोस अध्ययन तो उपिब्ध नही्है िेमकन िैने देवमरया िे्कई ऐसे गांव देखे थे जहां पर खेती छोडना चाहते है.् वैसे भी ’मवकास’ की राजनीमत अपने पुरर् ो्की िौजूदगी एकदि न के बराबर है. इन आप िे्एक ’संमदग्ध’ शब्द है. इस संदभ्षिे् गांवो्िे्केवि बच््ेऔर बूढे ही बचे थे. अगर हि दम््कण पूवष् पूवा्च ा् ि की बात हिे् यह नही् भूिना चामहए मक इसी कमथत मवकास की कीित देश की तीस िाख आवाि करे्तो अवैध खनन िे्कुखय् ात सोनभद््िे्तो को ’मवस्थापन’ के बतौर उठाना पडा है. आज हािात और भी खराब है.् चूमं क यहां पर खेती तक उनका ’पुनवष् ास’ नही् मकया गया. के मिए जिीन ठीक नही्है इसमिए यहां पर ्े न पम््ििी उत्र् प्द् श े के पम््ििी उत्र् प्द् श े िे् मवकास के नाि पर ’सीजनि’ िाइग्श मकसानो्की जिीन हडपने और उसे िािूिी मिए बहुत बडी संखय् ा िे्होता है. गांव के गांव दािो् िे् अपने चहेते मबल्डरो् को सौ्पने के ’पिायन’ कर जाते है.् मजस तरह से झारखंड
बहरहाि, मवदेशी पूज ं ी को मवकास का सूचकांक िानने वािी भाजपा की ’एंिी पिायन िास्किोस्’ष के गठन की बात केवि भरिाने वािी है क्यो्मक देश का आम्थक ष सव््े यह बता रहा है मक अभी इस िुलक ् िे्कोई नया मवदेशी पूज ं ी मनवेश नही् होने जा रहा है. ितिब नौकरी नही्बढेगी. यहां यह भी सिझ िेना चामहए मक उदारीकृत आम्थक ष नीमतयो्के बाद भारत िे् पूज ं ी मनवेश भिे ही हुआ है िेमकन उससे गांवो्को कोई िायदा नही्हुआ. उदारीकरण की नीमतयां ही भारत की कृमर को
लवचार एक और युवा है् जो यूपी की मसयासी दंगि को और मदिचस्प बना रहे है्. यह चौधरी चरण मसंह के पोते और अजीत मसंह के बेिे जयंत चौधरी है्. जयंत बीजेपी मवरोधी मवचारधारा के मिए जाने जाते है.् िेमकन बड्ी बात ये है मक इस युवा जाि नेता के साथ िोगो्का जो जुड्ाव देखा जा रहा है वो कािी सराहनीय है.दरअसि जयंत की काियाबी का सूत्बेहद सरि है. 'िोग शांमत से रहना चाहते है्. बार-बार सांप्दामयक घावो् को कुरदे ने का कोई ितिब नही्है. उन्हो्ने कहा 'िोग योगी आमदत्यनाथ, संगीत सोि और संजीव बामियान जैसे नेताओ् के बड्े बड्े बयानो् से तंग आ चुके है.् िोग अब उनकी िूि डािो शासन करो की नीमत को बेहतर तरीके से सिझने िगे है.् क्या आपको मदख नही् रहा है मक वोिर ने पाि््ी को सबक सीखाने का िन बना मिया है?' कुछ भी हो एक बात तय मदखती है. 2014 िोकसभा चुनाव के नतीजो् पर आधामरत सभी राजनीमतक कयास इस बार गित सामबत होने वािे है.् और हैरानी नही्होगी मक हर बार की तरह इस बार भी चुनावी मवश्िरे को् के दावे गित सामबत हो्. साभार - फर्टश्पोर्ट डाट काम
के गढवा, और िातेहार मजिे से ’सीजनि’ िाइग्श ्े न’ होता है ठीक उसी पैिन्षपर सोनभद्् की मपछडी, आमदवासी जामतयां और जन जामतयां काि की तिाश िे्सपमरवार पम््ििी उत्र् प्द् श े के मिए ’पिायन’ करती है.् िै्खुद पिायन करने वािे ऐसे सिूहो् से कई बार मििा हू.ं सच््ाई यह है मक इन सिूहो्के मिए मकसी राजनैमतक दि के पास कोई ’मजम्िदे ारी’ नही् है. इस प्क ् रण िे् हिे् ’िनरेगा’ योजना की मवििता, कमियां और उसके अथाह भा्रष््ाचार को भी स्वीकार करना चामहए. कुि मििाकर, यह सवाि आधारभूत है मक िोकतंत्के इस उत्सव िे्’पिायन’ जैसे संवदे नशीि मवरय पर कोई बात क्यो्नही्हो रही है? आमखर क्यो् राजनैमतक दि इस मवरय पर बात करने से कन्नी काि रहे है?् आमखर क्यो् वे सब मवकास के नाि पर पूवा्च ा् ि की इस सिस्या को ’उपेम्कत’ करने िे्िगे है?् यहां इस बात को भी सिझना चामहए मक कमथत आम्थक ष प्ग् मत का सार ’पिायन’ िे् बढोत्र् ी है. यह हिारे िोकतंत्की कूर् सच््ाई है मक हिारे राजनैमतक दि ’श्म्िक’ मवरोधी हो चुके है.् मवकास के नाि पर श्म्िको् की सािामजक सुरक््ा की गारंिी करने वािे कानूनो् का खात्िा मकया जा रहा है. आज हि मजस राजनीमत को देख रहे है्उसिे्आि आदिी के मिए, उसके सवािो् के मिए कोई जगह ही नही्है. जब तक राजीमत िे्आवाि का दखि नही् बढता उसे अपने सवािो् पर मकसी साथ्क ष कदि की कोई उम्िीद नही् करनी चामहए. इसीमिए पूवा्च ा् ि की इस सबसे ज्विंत सिस्या पर खतरनाक ’चुपप् ी’ चैतरिा मदखाई देती है.
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राजकाज
चच्ाष िे्है. वे हर िोच््ेपर आगे नजर आ रहे है्. बताते है् मक खुद िुख्यिंत्ी अरमवंद केजरीवाि उन्हे्मदल्िी के अगिे िुख्यिंत्ी के र्प िे् प््ोजेक्ि कर रहे है्. पंजाब को िेकर वे बहुत आशास्नवत है् और उन्हे् िग रहा है मक राज्य िे्उनकी पाि््ी की सरकार बनने वािी है. ऐसे िे् वे खुद वहां की किान संभािना चाहते है्. खासतौर से उन्हे् िािवा इिाके से बहुत उम्िीद है जहां जबरदस््ितदान हुआ है. इसमिए वे सात तारीख को बे्गिुर् चिे गये जहां वे 22 िरवरी तक मवपश्यना मशमवर िे् महस्सा िे्गे. िाना जा रहा है मक इतनी िंबी अवमध तक बाहर रहने की वजह यह है मक वे चाहते है् मक इस दौरान िनीर मससौमदया मदल्िी का प््भार पूरी तरह से संभाि िे्. कांग्ेस को ज्यादा सीिे्दे. उनका िाना है मक पंजाब की किान संभािने के पहिे वे पूरी यादव ितदाता कांगस ्े को वोि नही्देग् .े जहां कांग्ेस िड्ेगी वहां के यादव ितदाताओ्का र्ख उनकी (भाजपा ) की ओर हो सकता है. यह दिीि दी जा रही है मक मपछिी बार घ और भाजपा ने तो इस बार सचिुच िोकसभा चुनाव िे्भी बड्ी तादाद िे्यादवो् किाि कर मदखाया. मिकि मवतरण िे् ने नरे्द् िोदी को वोि मदया था. कांग्ेस ने िाि कािने िे्बहनजी की बसपा को भी पीछे बहुत कि यादव उम्िीदवारो्को मिकि मदया छोड् मदया. चच्ाष है मक औसतन हर मिकि है. कांग्ेस का सारा िोकस सवण्ष और 75 िाख से एक करोड्र्पये के बीच मबका. िुसििानो् पर है. उसने 15 ब््ाहिण 14 पाि््ी का शुर्से दावा आ रहा है मक नोिबंदी ठाकुर और 19 िुसििान उम्िीदवार उतारे के कारण मकसी को मकसी तरह की कोई है्. अगर इसिे्सुरम््कत सीिो्को भी शामिि सिस्या नही्रही. शायद इस वजह से मिकि कर दे्तो आंकड्ा 70 के ऊपर चिा जायेगा. के नकद खरीदारो् की भरिार रही हो. पाि््ी भाजपा का िानना है मक इस चुनाव िे्यादव ने मिकि मवतरण करते सिय पुराने नेताओ्, राजनीमतक वोि करेग् .े यहां यह याद मदिाना काय्षकत्ाषओ् की जिकर अनदेखी की और जर्री हो जाता है मक गत मवधानसभा चुनाव पमरणाि स्वर्प उत््र प््देश से िेकर िे् भी भाजपा को कुछ ऐसा ही िगा था तब उत््राखंड तक िे् भारी तादाद िे् बागी अमित शाह ने कहा था मक कांग्ेस की सीिे् उम्िीदवार िैदान िे् उतर आये है्. बताते है् तरह से स्वस्थ्य होना चाहते है्. िािूि हो भाजपा की झोिी िे्आ गयी है्िगर कांग्ेस मक संघ ने पाि््ी को आगाह कर मदया है मक मक आप ने पंजाब के मकसी को िुख्यिंत्ी के इसिे्से 27 सीिे्जीत गयी. अब उत््र प््देश इसका असर चुनाव पर पड्सकता है. िोदी र्प िे्पेश नही्मकया था. अगर आप जीती िे् कांग्ेस को 105 सीिे् मििने के बाद भिे ही आंधी की बात कर रहे हो्पर पैर पाि््ी तो केजरीवाि वहां के पहिे गैर मसख भाजपा कािी परेशान है. इसमिए अमित के ही उखड्रहे है्. इसमिए सोशि िीमडया िुख्यिंत्ी बने्गे. शाह सपा के अिावा कांग्ेस को भष््ाचार के पर एक नया खेि शुर्हो गया है. अब यह िुद्े पर अिग मनशान बना रहे है्. थ्योरी बेची जा रही है मक पाि््ी खुद उत््र प्द् श े मवधान सभा चुनाव नही्जीतना चाहती है इसमिए उसने मिकि मवतरण पर ज्यादा त््र प््देश मवधानसभा चुनाव िे् ध्यान ही नही्मदया. दिीि दी जा रही है मक गठबंधन सपा और कांगस ्े के बीच हुआ धानसभा चुनावो्के नतीजे चाहे कुछ दो साि बाद िोकसभा चुनाव के साथ ही है पर कांग्ेस का भिा भाजपा सोच रही है. हो् पर गुजरात िे् िोदी के मिए बाकी कई राज्यो्िे्चुनाव हो्ग.े िोदी सरकार भाजपा नेता चाहते थे मक अमखिेश यादव मदक््ते् बढ्ने वािी है्. जहां एक ओर इसकी तैयार कर रही है. राष््पमत के अमभभारण िे्भी यह स्पष््कर मदया गया है. चुनाव आयोग और सुप्ीि कोि्ष भी इसके पक्् िे् है. इसमिए अगर अभी राज्य िे् भाजपा की सरकार बनी तो दो साि बाद उसे सत््ा मवरोधी िाहौि का सािना करना पड्ेगा. के्द्सरकार, सांसदो्, राज्य सरकार व मवधायको् के मखिाि िाहौि बनेगा. इसका भाजपा को नुकसान उठाना पड्ेगा. जबमक अभी अगर मकसी और दि को सरकार बनती है तो 2019 िे् मवधानसभा और िोकसभा के चुनाव साथ होने से भाजपा को इसका िायदा मििेगा. भाजपा का िानना है मक इस बार सपा की सरकार बनने जा रही है. उसका डर मदख रहा है. सपा और कांगस ्े िुस्सिि वोि को पूरी तरह अपने साथ कर िेग् े और बसपा हामशये पर आ जायेगी. इससे अगिे िोकसभा चुनाव िे्उसका दमित वोि भाजपा को मिि जायेगा.
संघ ने भी टिकि बेचा!
िहाराष््िे्गठबंधन की सहयोगी मशवसेना ने गुजरात मवधानसभा चुनाव िे् हाम्दषक पिेि को िुख्यिंत्ी का उम्िीदवार घोमरत कर मदया है वही् गोवा और पंजाब के बाद यह राज्य आप पाि््ी के रडार पर आ गया है. हाि ही िे्आप की एक अहि बैठक िे् गुजरात चुनाव को िेकर रणनीमत बनायी गयी. पाि््ी इस साि के अंत िे् होने वािे महिाचि और गुजरात दोनो् ही मवधानसभा चुनावो्िे्उतारने का िन बना चुकी है. पाि््ी का िानना है मक गुजरात और महिाचि के हािात ठीक मदल्िी जैसे है्वहां कांग्ेस और भाजपा के अिावा कोई तीसरी पाि््ी नही्है. उन्हे् इसका पूरा िाभ मििेगा. पंजाब के नतीजे, पड्ोसी राज्य महिाचि को भी प््भामवत करे्गे. पाि््ी नेताओ् का िानना है मक िगातार दो दशको्से राज्य िे्और अब
सं
कांगंेस भरोसे भाजपा
उ
पंजाब में केजरीवाल सरकार?
मप
छिे कुछ सिय से मदल्िी के उपिुख्यिंत्ी िनीर मससौमदया कािी
गुजरात बना चुनौती
मव
हुआ है. पंजाब िे् 78 और गोवा िे् 84 िीसदी ितदान होने का यह अथ्ष िाना जा रहा है मक वहां मकसी एक पाि््ी को बहुित मििेगा िगर सट््ा बाजार का कुछ और ही िानना है. सट््ा बाजार की िाने्तो इन दोनो् राज्यो् के अिावा उत््र प््देश, उत््राखंड और िमणपुर िे्भी म््तशंकु मवधानसभा बनेगी. हािांमक मपछिे कुछ सिय से मवधानसभा चुनावो् को िेकर िोकसभा तक िे् स्पष्् बहुित मििता आया है. खुद उत््र प््देश िे् मपछिे दो मवधानसभा चुनावो् िे् बसपा व सपा को स्पष्् बहुित मििा था. मदल्िी के सट््ा बाजार के िुतामबक उत््र प््देश िे्सपा कांग्ेस गठबंधन को 172 से 174 सीिे मििने की संभावना है. पंजाब के बारे िे्सट््ा बाजार का िानना है मक वहां आप 54 से 56 सीिे् हामसि कर सबसे बड्े दि के र्प िे् उभर सकती है्. गोवा के बारे िे्सट््ा बाजार का आकिन है मक वहां भाजपा सबसे बड्े दि के र्प् िे् उभरेगी. िगर उसे बहुित हामसि नही् होगा. वही् आप िहाराष्् वादी गोिांतक पाि््ी, कांगस ्े ने उसके मिए मदक्त् े पैदा की है्. उत््राखंड िे् भाजपा के अंदर जबरदस्् िार चि रही है. उसे कांग्ेस के बाद अपने ही असंतुष्ो् का सािना करना पड्रहा है. िमणपुर िे्भी कोई एक दि अपने बिबूते पर सरकार नही्बना पायेगा.
अपने पांव आप कुलंहाडंी! के्द् िे् भाजपा की सरकार होने के कारण वहां जबरदस््सत््ा मवरोधी िाहौि है. िोदी को चुनौती देने के मिए वे पािीदार आंदोिन के हाम्दषक पिेि को भी साथ िेने की कोमशश कर रहे है्.
स
पा ने िखनऊ कै्ि से िुिायि मसंह की छोिी बहू अपण्ाष यादव को उतारा है. पर अंदाज ऐसा है जैसे मकसी मडग््ी कािेज का चुनाव िड रही हो्. चुनाव आयोग को जो हििनािा मदया है उसके िुतामबक सबसे ज्यादा पैसा अपण्ाष यादव के पास है, पर चुनाव िे्वह मदख नही्रहा. इस वजह से प््चार पर भी असर पड रहा है.
अबकी बार टंंिशंकु टवधानसभा?
पं
जाब और गोवा के मवधानसभा चुनावो्िे् हुए ितदान के बाद सट््ा बाजार मकसी भी एक पाि््ी की सरकार बनती नही् देख रहा. दोनो् ही राज्यो् िे् जबरदस्् ितदान
आििबाग की काय्क ष त् ा्ष जो कुछ मदन प्च ् ार िे् जुिी थी् प््चार के बाद थक कर चूर हो जाने के बाद अगर चाय भी न मििे तो क्या करती् िजबूरन सिाजवादी पाि््ी के दूसरे उम्िीदवार अनुराग यादव के साथ चिी गयी्. राजनीमत और काय्षक्त्ाष संस्कृमत से अंजान अपण्ाष यादव आरक््ण को िेकर अपनी मिपण्णी से वैसे भी पाि््ी को सांसत िे् डाि चुकी है्. अब काय्षक्त्ाष भी उसी तरह के जो मवपक््ी उम्िीदवार के मिए कुछ भी कह दे्. अगर पाि््ी उनके चुनाव को िेकर गंभीर नही् हुई तो अपण्ाष खुद ही अपने पैर पर कुल्हाडी िारने िे् कोई कसर नही् छोडे्गी. प््स्ुशत-शििेक सक्सेना
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गैरोला का लेखन सामूटिकिा का टनजी प््टिरोध
शुक्वार्ष
नयी शदल्ली. ‘हिारी जडे् कहां है्? हिारे बच््ो् की जडे् कहाँ है्? हि मबना जडो् के कब तक जी पाएंगे? कही् हि सिाज के उस वंमचत सिूह की तरह ही तो नही्हो गए, मजन्हे्औरत कहते है्. जो मबना जडो् के, मबना खाद-पानी के, मकसी भी जिवायु िे् पनपने का भ््ि पैदा करती है.’ सुप्मसद्् स््ीवादी काय्षकत्ाष और िेमखका गीता गैरोिा ने महन्दू कॉिेज िे्उक्त मवचार व्यक्त मकये. कॉिेज के िमहिा मवकास प््कोष््द््ारा 'रचना और रचनाकार' मवरय पर आयोमजत गोष््ी िे् गैरोिा ने अपनी चम्चषत संस्िरण पुस्क ‘िल्यो की डार’ से दो प््संगो् का पाठ मकया. आयोजन िे्युवा कमव और ‘दखि’ के संपादक अशोक कुिार पांडेय ने पुस्क पर मिप्पणी करते हुए कहा मक सामहत्य स्िृमतयो् को जीमवत रखने िे् िदद करता है. उन्हो्ने कहा मक उत््राखंड के जनसंघर््ो् और स््ीवादी आंदोिनो् िे् गीता गैरोिा की भूमिका को रेखांमकत करते पांडेय ने कहा मक उनका िेखन रोशनी देने वािा है. वही्, महन्दी मवभाग के अध्यापक डॉ पल्िव ने ‘िल्यो की डार’ पर मवचार व्यक्त करते हुए कहा मक गीता गैरोिा न मसि्क पहाड (और भारत भी) की सािामसक
डॉ सुधा उपाध्याय
आ
त्िारंजन की ‘पगडंमडयां गवाह है्’ की कमवता िे्केवि वैचामरकी नही् है, बस्लक मवचार और संवेदन का सािंजस्य है. इस संकिन िे् कई कमवताएं कई मनर्त्मरत सवािो्को बार-बार दोहराती है्, जो मक रचनाधम्िषता की यही सबसे बड्ी शत्ष है. ‘पगडंमडयां गवाह है्’ की कमवताएं अपने अनुभावन से र्पायन की यात््ा िे्मजन-मजन पड्ावो् को पार करती है, वहां कमव का अमभप््ेत भी है, उसकी भोगी हुई वास््मवकता भी और परत-दर-परत बहुत सी अंतध्वमष्नयां भी मवद््िान है्. स््ी को आत्िारंजन वसुंधरा के र्प िे् सहनशीि और प््ाकृमतक उष्िा मिये हुए मदखाते है्. वे उस स््ी की बात करते है् जो म्ज़ंदगी की आंच सहती हुई सृजनशीि है. वही तहजीब और तिीज का सिूचा स्वाद रचती है. भिे ही नौकरी-पेशा है मकंतु व्यस््ति म्ज़ंदगी िे्भी जीने का सिीका ढूंढ ही िेती है: ‘तुम्हारी कड्छी और छुअन िात्् से/मबखेरने िगती है िहक/उगिने िगती है स्वाद के रहस्य/िै् जानना चाहता हूं हांडी होने के अथ्ष/तान देती है जो खुद को िपिो् पर/ और जिने के बदि देती है पकने िे्.’ इसी तरह आत्िारंजन प््कृमत और ज़्िीन के भी बहुत क़्रीब है्. इस संग्ह िे् ‘पृथ्वी पर िेिना’ बेहतरीन कमवता है. जो भे्ि-अकवार पुर्र अपनी स््ी से, बच््ा अपनी िां से िहसूसता है, वही मदन भर के
संस्कृमत का मनजी आख्यान रच देती है् अमपतु जबडे िैिाते उपभोक्तावाद के सािने सािूमहकता का मनजी प््मतरोध भी खडा करती है्. इस दौरान िमहिा
मवकास प््कोष्् द््ारा प््कामशत पम््तका ‘सुबह’ के प््वेशांक का िोकाप्षण अमतमथयो् ने मकया. प््कोष्् की परािश्षदाता डॉ. रचना
मसंह ने पम््तका के बारे िे्जानकारी दी तथा बताया मक स््ी मवरय पर के्म्दत प््वेशांक िे् िूध्षन्य किा मचंतक कमपिा वात्स्यायन से साक््ात्कार तथा कमवमयत््ी अनामिका की
क़दमो़ से बने रास़़े
श््ि िे् रत िजदूर पृथ्वी की बाहो् िे् पसर कर मवश््ांमत पा िेता है. इस दुि्षभ दौर िे् जब सहजता िन को सुकून और आराि देने वािे पि और स्वस्थ संवाद करने वािे िोग कि होते जा रहे है्, श््िशीि िनुष्य को पृथ्वी पर िेिना मिर से म्ज़ंदा कर देती है. जो नैसम्गषक सुख आत्िीय िगाव िां के आंचि जैसा मपराती पीठ को अपने स्नेमहि स्पश्ष से खामिस दुिार से सिेि िेती है: ‘देह और धरती के बीच/अड्ी रहती है वह दूमरयां ताने/वंमचत होता, चूक जाता स्नेमहि स्पश्ष खामिस दुिार/मक तिाि खामिस चीज़्ो्के बीच/सुमवधा एक बाधा है.’ सुमवधा-भोगी सिाज प््कृमत से जुड्े मबना, अपनी िािी से खामिस दुिार पाये, मबना बहुत उड्ने की चाह मिये हुए, जिीन से उचक-उचक कर उठता-मगरता अपने दंभ िे्अपनी जीत को भी हार िे्बदि देता है. उससे बेहतर तो वह िनिौजी बच््ा है मजसे पता है मिट््ी िे् िोिपोि होने का सुख ‘कौन सिझाए मवजेताओ्बुम्दिानो्को/मक िेिना न सही/वे सीख िे्कि से कि पृथ्वी पर िौिना/पृथ्वी की रगो्िे्जीवन राग/मक यहां जीतना और जोतना पय्ाषयवाची है/मक जीतने की शत्ष/रौ्दना नही् रोपना है.’ मजस मवसंगमत से रचनाकार जूझता है उसके सिाधान भी उसे कमवता िे् जुिाने होते है्. धार बनाए रखने के मिए अपने सिय की ज़्र्रत और उसका सारा पमरवेश पकड्ना पड्ता है. यमद रचनाकार इसिे् असिि है तो उसकी रचना िंबे सिय तक का साथ
रहा गुन रहा बुन रहा/एक एक पत्थर.’ िगभग हर कमवता िे् जड्ता को खत्ि करने की बात कही गयी है. किज़्ोर तभी तक किजोर है जब तक वह चीखकर मवरोध नही् जताता. और सही भी है तिाि खेिो् िे् वाद-मववाद िे् क़ै्द कमवता को िुस्कत मदिानी पड्ेगी. कमवता भिे ही किात्िक मवधा है, मकंतु उसकी आंतमरक धुन उसकी पहचान बनती है. वह भिे ही गद््ात्िक हो, पर भीतर का आक््ोश और आत्िमवश््ास उसे ियात्िक बना देता है. कमवता वही है जहां किजोर अपने को ढूंढ िे, जहां आसानी से उसकी आवाजाही हो सके और जहां उसे सांस ही नही्, कोई आस भी मििे. आत्िारंजन की इन कमवताओ् िे् यह गुंजाइश अंत तक मवद््िान है. मिर चाहे वे रंग पुताई करने वािे हो्: ‘दरअसि यह पिडंफडयां िवाह है:् आत्मा रंजन; अंफतका प्क ् ाशन, दीवार की नही्/पृथ्वी की सीिन है/इन शालीमार िाड्नज , एकसटेश् न-II, िाफजयाबाद; सौ हुनरिंद हाथो् से पुंछती/िरहि िगवाती र्पये हुई’ ठीक इसी प्क ् ार मवरोध का खात्िा होना नही्देती. व्यवस्था और वच्षस्व की सत््ा िे् आत्िारंजन म्ज़ंदगी का खात्िा सिझते है्. पमरवत्षन िाने के मिए सिय के प््वाह और एक अन्य कमवता िरा हुआ आदिी िे् वे ठहराव की ओर भी ध्यान रखना होगा. कहते है् ‘चीखता है जब भी िरा हुआ ‘पत्थर मचनाई करने वािे’ कमवता िे् यह आदिी/जीमवत से हो जाता है ज्यादा अंश देखने िायक है: किा की ताक़्तवर खौिनाक.’ आत्िारंजन की कमवता उन तिाि मििावि/असि तो वह है/मबना िसािे की गड् ब म्डयो्की ओर भी हिारी ध्यान आकृष् सूखी मचनाई/मक मडमबया की तरह बैठने करती है जहां कमरयर के्म्दत नयी पीढ्ी चामहए पत्थर/खुद बोिता है पत्थर/कहां है मवश् ग ् ा ् ि का सदस्य हो जाना चाहती है. वही् उसकी जगह बस सुननी पड्ती है उसकी उससे खे त-खमिहान िौसि संबंध सब छूि आवाज/खूब सिझता है वह पत्थर की जुबान/पत्थर की भारा िे्बमतया रहा है सुन जाता है और इस असंवेदनशीि िौके पर
कमवताएं मवशेर सािग््ी के र्प िे्प््कामशत की गई है्. सिारोह का संयोजन प््कोष््की आकांक्ा ने मकया तथा अध्यक््ा मसिरन ने गैरोिा को शाि ओढ्ाकर अमभनन्दन मकया.
अपनी बात बेबाकी से कह पाना आत्िघाती िसिा है: कब कहां क्यो् कैसे से बाखबर िॉि/नही् जानता िौसि के कहर के बावजूद/ िीि भर दूर/कैसे िहक उठा एक झाड्/मखि उठी कुज्ी की दूमधया कमियां.’ अपनी सज्षना के िाध्यि से कमव वंमचतो्-बेजुबानो् और िासूिो् का अंति्षन उनके तिछि तक जाकर पकड्ता है. यह वह उपेम्कत महस्सा है जो उस पमहये के सिान है मजसकी कीि कब की उखड्चुकी है बावजूद इसके वह गाड्ी की गमत के साथ मघसिे चिे जाने को िजबूर है. उसे प््भुत्व संपन्न िोग मकसी भी सिय मनकाि िे्कने पर आिादा है्: ‘सुबह उठते ही महंसा और अनाचार के/बब्षर भयावह दृश्यो्/औरतो् बच््ो् के मजस्ि/चीथड्ो् की किे्िरी के बाद/बुिेमिन सिाप्त करती/ िुस्कुराते हुए कहती है सिाचार वामचका/ हैव ए नाइस डे. बाज़्ारवाद और वैम्शकतावाद ऐसी अड्चन भी नही् है मजसका िुकाबिा नही् मकया जा सकता. सािामजक मवकास की प््म्कया िे् ये मपशाच डराते ज़्र्र है् िेमकन सव्षसाधारण को अपनी ऐमतहामसक स्सथमत, सािामजक पहचान और अम््सत्व अस्सिता के मिए आगे आना ही होगा और अपना संघर्षदज्षकराना ही होगा. यही्से मिर नये रास््े खुिे्गे क्यो्मक ‘पगडंमडयां गवाह है्’ ‘मडगे भी है् िड्खड्ाये भी/चोिे भी खायी् मकतनी ही/पगडंमडयां गवाह है्/कुदामियो्गैमतयो्-िशीनो्ने नही्/कदिो्ने ही बनाये है् रास््े.
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लसनेमा
10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
पहले अफिनेता अब फनम्ाजता मनोि बाििेयी पदमाग से अपभनय करने वाले अपभनेताओ् मे् से माने िाते है्. अिनी सभी पिल्मो् मे् उन्हो्ने पवशेष छाि छोड्ी है उन्हो्ने पिल्म पनम्ााण के पदशा मे् भी कदम बढ्ाये है्. उनसे बातचीत के कुछ अंश. हबर रृदुल
ज्यादा मिल्िे् साइन कर िूं और िाि किाऊं. त्कृष् अमभनय के मिए दो बार राष््ीय आप बड्ी व्यािसाशयक शफल्मो् का भी पुरस्कार पा चुके िनोज बाजपेयी अब शहर्सा होते है् और छोटे बजट की मनि्ाषता बन गये है. जल्दी ही उनके ऑफबीट शफल्मे्भी करते है्. छोटे बजट प््ोडक्शन की मिल्ि 'मिमसंग' मरिीज होने की अच्छे कंटे्ट िाली शफल्मो् को अब वािी है. इधर मिल्ि 'सात उचके्' िे्उनके भी काफी शदक््तो् का सामना करना अमभनय की तारीि हो रही है. रािगोपाि पड्ता है. आपके अनुभि कैसे रहे? यह सही है मक छोिी मिल्िो् को अपनी वि्ाष के मनद््ेशन िे् बनने जा रही मिल्ि 'सरकार 3' िे् भी उन्हे् मिए जाने की खबर जगह बनाने िे् अब भी िुस्शकिे् आती है्. है, मजसिे् वह अमिताभ बच््न के साथ िेमकन अच्छी बात यह है मक हिारे दश्षक मनगेमिव मकरदार िे् नजर आये्गे. िनोज बदि रहे है्. दश्षको् के एक वग्ष ने ऐसी बाजपेयी की खामसयत यही है मक वे मिल्िे् स्वीकार करनी शुर् कर दी है्. आप व्यावसामयक और ऑिबीि मिल्िो् के बीच िेरी हामिया मरिीज मिल्ि 'सात उचके्' संतुिन साधे हुए है्. प््स्ुत है उनसे को ही िीमजए, इस तरह की मिल्िे् पहिे बनती नही् थी्. मजस तरह की कहानी, बातचीत: इस साल आपकी चार शफल्मे्'अलीगढ,' मकरदार और मिखावि इसिे् िौजूद है, वे 'ट््ैशफक', 'बुशधया' और 'सात उचके्' हिारे मसनेिा को आगे बढ्ाते है्. शरलीज हुई्. अब आपके शनजी प््ोडक्शन 'सात उचके्' की ही बात करे्, तो इसमे् हाउस की शफल्म 'शमशसंग' की शरलीज की आपके साथ शिजय राज, के.के.मेनन, भी तैयाशरयां चल रही है्. क्या बदलते अनुपम खेर और अन्नू कपूर जैसे धाकड् दौर के साथ आप भी बदल चुके है् और परफॉरमर मौजूद है्. मंजे हुए कलाकारो् काफी हद तक व्यािसाशयक हो चुके है्? का साथ शकसी एक्टर के अशभनय मे् यह इत््िाक ही है मक इस साि िेरी शकतना असर डालता है? बहुत ज्यादा असर डािता है. अच्छे एक के बाद एक मिल्िे् मरिीज हुई है्. सच किाकारो् के साथ काि करने का अिग ही तो यह है मक ये सारी मिल्िे् इसी साि आनं द होता है. ये सभी मिल्ि के अिावा मरिीज नही् होनी थी्. िै् ऐसी िहत्वाकांक्ा नही् रखता हूं मक िेरी साि िे् चार मिल्िे् मथएिर के भी खुर्ाषि अदाकार है्. ऐसे एक्िरो् आये्. इनिे्से दो मिल्िो्'ट््ैमिक' और 'सात के साथ काि करते हुए मजतना अच्छा िगता उचके्' को मपछिे साि मरिीज होना था. है, उतना ही अिि्षभी रहना पड्ता है. अिि्ष िेमकन ये अिक गयी्और इस साि मरिीज नही्रहे्गे, तो पोि खुिते देर नही्िगेगी. हुई्. िै् इस तरह का सोच नही् रखता हूं मक शफल्म इंडर्ट्ी मे्शुर्से ही र्टार शसर्टम
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का बोलबाला रहा है. आप जैसे अशभनेताओ् पर इसका शकतना असर पड्ता है? िै्ने कभी इसका मवश्िेरण नही् मकया है. िेरा कहना है मक सब कुछ दश्षक ही तय करते है्. हि स्िार या स्िार मसस्िि को दोर नही् दे सकते. आमखर दश्षक ही तो स्िार बनाते है्. दश्षक कब बदिेगा, पता नही्. दश्षक मजस तरह की मिल्िो् के मिए जाता है, वे ही चिती है्. हां, इस सबके बीच हिारी जद््ोजहद भी चिती रहती है. हि अपनी उपस्सथमत िगातार दज्ष करवाने की कोमशश करते रहते है्. इस काि िे्हि कभी सिि होते है् और कभी असिि. िेमकन हि कोमशश करना बंद नही् करे्गे. हि थकनेवािे िोग नही्है्. आप एक शकसान पशरिार से आते है्.
आपके मन मे् कभी आया शक काश, बॉलीिुड मे् मेरा कोई गॉडफादर होता, तो मुकाम कुछ और होता? िै् इस तरह नही् सोचता हूं. िै् आत्िसम्िान वािा आदिी हूं. िै्िड्ाई कर सिि होने िे्यकीन रखता हूं. अभी तक जो कुछ भी िै्ने पाया है, वह कठोर िेहनत से पाया है. िै् मकसी मकस्ि के शॉि्षकि िे् यकीन नही्करता हूं. एक अशभनेता के तौर पर आपकी सफलता नये लोगो् के शलए प््ेरक तत्ि का काम करती है. लेशकन अब आपकी काम को लेकर क्या जद््ोजहद है? िै्ज्यादा से ज्यादा अच्छे रोि करने के मिए िािामयत हूं. जब िै्ने अमभनय के क््ेत् िे् एंट्ी िी थी, तब िोग कहते थे मक पांच िेिोरेबि रोि हो जाएं, तो धन्य हो जाएं. हि िीजे्ड िान मिए जाएंगे. िेमकन िेरी मजद तो तीस िेिोरेबि रोि की है. अभी तक अशभनीत की हुई िे कौन सी शफल्मे् या शकरदार है्, शजन्हे् आप मेमोरेबल मानते है्? िै् 'बै्मडि क्वीन', 'सत्या', 'शूि', 'कौन', 'जुबैदा', 'मपंजर', '1971', 'राजनीमत', 'स्पेशि 26', 'अिीगढ', 'गै्ग्स ऑि वासेपुर', 'बुमधया' और 'सात उचके्' जैसी मिल्िो्िे्अपने मकरदारो्को िहत्वपूण्ष िानता हूं. इन मिल्िो् िे् िेरा अमभनय भी र्िीन नही्है. आप बड्े बैनर और र्मॉल बैनर की शफल्मो्मे्शकस तरह का अंतर देखते है्? बड्े बैनर की ज्यादातर मिल्िे् मबकाऊ स्िार के साथ बनती है्. ऐसी मिल्िो् िे् तािझाि बड्ा होता है. जब ऐसी मिल्िो् की शूमिंग हो रही होती है, तो डेढ् सौ िोग सेि पर होते है्. किाकारो् के मिए कि से कि दस वैमनिी वैन खड्ी होती है्. तीन जेनरेिर रहते है्. दस स्पॉिबॉय होते है्. छोिी मिल्िो्
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की शूमिंग िे् तीन से ज्यादा स्पॉिबॉय नही् होते है्. एक वैमनिी वैन होती है, जो सभी किाकारो् की साझी होती है. कई बार तो कोई वैन नही्होती है. एक किरा मकराये पर िे िेते है् और उसे कपड्े बदिने के मिए इस््ेिाि मकया जाता है. िेमकन गौर करनेवािी बात यह है मक कैिरा दोनो्जगह एक जैसा होता है. अरसा हो गया है आपको बॉलीिुड मे् काम करते हुए. आप क्या बदलाि पाते है्? बॉिीवुड का सोच बदि रहा है. तकनीकी तौर पर भी हि सिृद् हुए है्. जब िै्इंडस्ट्ी से जुड्ा था, तो मनराश हो गया था. िै् सोचता था मक कुछ मिल्िो् िे् छोिे-िोिे रोि करके मनकि जाऊंगा. िेरे जैसे किाकारो् के मिए ज्यादा स्कोप नही् है. िेमकन 'सत्या' जैसी मिल्ि ने बहुत बड्ा उिििेर कर मदया. इस मिल्ि के बाद दमसयो् अच्छे मनद््ेशक सािने आये. अब तो िोग ऐसी कहामनयां कह रहे है्, जो दश्षको् ने पहिे देखी नही् है्. यह जर्र है मक दश्षको् का एक बड्ा वग्ष अभी तक नही् बदिा है. वह तीन सौ र्पये का मिकि खरीदकर उन्ही् मिल्िो् को देखने जाता है, जो बेहूदी होती है्. बाद िे्मिर गािी देता है. हि कहते है्मक तीन सौ र्पये खच्षकरने की जर्रत नही्. सौ र्पये िे्हि पहिे से गारंिी दे रहे है्मक अिुक मिल्ि देख िो. उसे हि पर मवश््ास नही्होता है. िेमकन दश्षको्का एक छोिा सिूह बदिा है. तभी हि चि रहे है्. तभी ये नयी कहामनयो् वािी मिल्िे् बन पा रही है्. इधर आपने कई शॉट्श शफल्मे् की है्. इंटरनेट पर शरलीज होनेिाली 10-15 शमनट की इन छोटी शफल्मो् के भशिष्य के बारे मे्क्या सोचते है्? मडमजिि का ही भमवष्य है. िुझे िगता है मक कुछ सिय के बाद सारे मथएिर हॉि िे्संकि आनेवािा है. हॉि िे्िोग मसि्कथ््ी डी मिल्िे्ही देखने जाये्गे. पम््ििी देशो्िे् इस मकस्ि की शुर्आत हो चुकी है. एंिरिेनिे्ि का बाजार तेजी से बदिने जा रहा है. िोबाइि पर ही िोग तिाि मसरीज, मिल्िे्और शॉि्षमिल्िे्देखे्गे. इधर से्सर बोड्श मे् काफी शफल्मे् अटक जा रही है्. आपकी दो शफल्मो्'अलीगढ्' और 'सात उचके्' को से्सर से टकराना पड्ा. क्या से्सर बोड्श मे् बदलाि की जर्रत नही्है? असि िे् सीबीएिसी नाि की जो यह संस्था है, इसके काय्षको मडिाइन करने की जर्रत है. कई वर््ो् से इस मकस्ि का िकराव चि रहा है. श्याि बेनेगि से इस संबंध िे् सुझाव मिए गये है्. उनके मरकिे्डेशन िे्किाि की बाते्है्. वह िागू हो जाये, तो िकराव खत्ि हो जायेगा. अभी गाइड िाइन तो है, िेमकन वह पुरानी मकस्ि की है. स्पष््शब्दो्िे्मकसी भी बात को नही् रखा गया है. आप शदल्ली के अपने फाकामस््ी के शदनो्को शकतना याद करते है्? िै्मदल्िी के मथएिर के मदन बहुत मिस करता हूं. मदल्िी के कल्चरि एक्सचे्ज के प््ोग््ाि कािी िहत्वपूण्ष होते थे. िोक और क्िामसकि म्यूमजक के काय्षक्ि आज भी होते है्. अभी मदल्िी िे् कािी कुछ बचा है. िंडी हाउस एमरया िे् अब भी गहिागहिी रहती है. हर शहर बदिा है, तो मदल्िी भी बदिा है.
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सतीश जायसवाल
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पयंाटन
10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
ि मजस होिि िे् ठहरे है् उसके ठीक सािने 'यनि गेि' है. हिारा होिि आंधप् द् श े िे्है और 'यनि गेि' से पुडच ु रे ी िग जाता है. दो राज्यो् के बीच िे् बस एक सडक का िासिा है. होिि की मखडकी से देखने पर यनि की बसाहि दूर तक िैिी मदख रही है. और उससे भी दूर की तरि नामरयि के पेडो् का घना हरा मवस््ार है. आभास होता है मक उस घने मवस््ार के ठीक पीछे सिुद्िहराता होगा. िेमकन सिुद्को तो हि पीछे छोड आये थे. वहां, काकीनाडा के पास, जहां गोदावरी नदी उससे मिि रही थी. कोई नदी जहां सिुद्से मििती है, अपने पूरे र्प वैभव से साथ मििती है. वह मदव्य दृशय् होता है. उसिे् एक प््ामणकीय स्पश्ष मििता है. िेमकन यह स्पश्षभूगोि के मकसी नक़्शे िे्नही्मिि सकता. नक्शा तो बस वहां तक पहुच ं ने का रास््ा बताकर स्थमगत हो जाता है. हि रास््ा ढूढं रहे थे जहां गोदावरी नदी अपने सिुद्से मििती है, काकीनाडा के पास बंगाि की खाडी िे.् िेमकन हि काकीनाडा से आगे मनकि आये थे और सीधे यनि पहुच ं गये. यनि गोदावरी नदी के डेलि् ा िे्बसा है. कोई 9-10 मकिोिीिर पहिे, जहां गोदावरी की एक सहायक नदी कोमरंगा उससे मििती है वहां, यह डेलि् ा बनता है. 'यनि िॉवर' से दोनो्नमदयो्का मििना मदखता है. स्थि ू काय गोदावरी और कृशकाय कोमरंगा. उससे आगे सिुद् होगा, जो हि पीछे छोडकर आगे मनकि आये थे. िैन् े डेलि् ा से और आगे देखने की कोमशश की. िेमकन सािने म््कमतज था. उससे आगे कुछ नही्. इधर तेि के कुओ ं ् से आग की िपकेँ उठ रही थी्और गोदावरी के जि िे् आग की परछाइयां पड रही थी्. 'यनि िावर' पर से देखने पर पानी िे्आग मदख रही थी्. गोदावरी नदी के बेमसन िे्तेि के कुएं है.् उनसे आग की िपिे्उठती रहती है.् इन कुओ ं ्पर मरिायंस का अमधकार है. फ््ास ं ीमसयो् के बाद अब उनके इस उपमनवेश पर मरिायंस सिूह का औद््ोमगक साम््ाज्य है. उस उपमनवेश की स्िमृ तयो् को बचाकर रखने के मिए मरिायंस ने यहां यनि िावर बनवाया है. पेमरस के िशहूर एमिि िावर की प्म्तकृमत. इस पर से दूर तक मदखता है. िेमकन इसके मिए मिकि खरीदना पडता है. दूर तक िैि रही शाि को इतने ऊपर से मनहारना एक िायावी अनुभव था. उस िायावी अनुभव से बाहर मनकिना कुछ भारी-भारी सा िगा. नदी के साथ चि रही कािी, मचकनी सडक शाि के सिय सूनी थी. दूर तक बस हि थे. उस सूनी सडक पर हि देर तक अकेिे चिते रहे. यहां तक मक मरिायंस की औद््ोमगक बस््ी सािने आ गयी. िेमकन रास््े भर कोई िोग नही् मदखे. बस नदी थी,साथ पकडकर चिती हुई. शायद अंधरे े िे्अकेिी छूि जाने से नदी डर रही थी. पता नही्क्यो्, डोर बांधकर सीधी िकीर िे्खी्ची हुई सी गोदावरी नदी मकसी नदी से अमधक कोई बहुत बडी नहर सी िगती रही. हिारे िन िे्जो नदी होती है वह बांक िेती हुई चिती है. िहराती है. उस पर नावे्चिती है्और िोगो्को उस पार उतारती है.् िेमकन गोदावरी कुछ अिग-अिग सी मििी. नदी से कुछ अिग. मिर भी यह एक गहरी नदी है. इस पर बडी, िािवाहक नावे्चिती है.् ये
शांफत और एकांत का यनम
नावे्उस पार नही्उतारती्बस्लक दूर की तरि िे जाती है.् दूर,सिुद्की तरि. हिने एक 'स्पीड बोि' िी. और नदी पर चक्र् िगाया. बोि वािे ने गहरी नदी पर तरह तरह के करतब मदखाये. िेमकन नदी के साथ जुडी कोई प्ि्े -गाथा नही्सुनाई. गहरी नदी के पास गहरा िन होता है. और गहरे िन िे्कोई पुरानी प्ि्े कहानी दबी होती है. शायद गोदावरी सूने िन की नदी है. ति पर पुमिस की चौकी है जहां मसपाही ति पर िुसद्ै है् और बराबर चक्र् िगा रहे है.् ध्यान रख रहे है् मक नदी िे् कोई दुघिष् ना ना होने पाये. गोदावरी गहरी नदी है और उसिे् डूबने का डर है. यनि पुमिस की िोपी अभी तक िाि रंग वािी वही फ््ास ं ीसी िोपी है जो उन िोगो्के सिय िे्रही होगी. िमहिा मसपामहयो्की िोपी भी ऐसी ही है. एक जैसी. और उन पर अच्छी सजती है. 'यनि गेि' से भीतर होते ही िै् उपमनवेश-काि के वो पुराने मनशान ढूढं ने िगा था मजनका 300 वर््ो्का जीवन-काि रहा है. इन 300 वर््ो्िे्यहां डच भी रहे और फ््ास ं ीसी भी आये. िेमकन उन मदनो्के कोई बकाया मनशान अभी तक नही् मििे थे. ना देखने िे,् ना उनके स्पदं न िे.् यनि पुमिस की िाि रंग वािी फ््ास ं ीसी िोपी ने उन मदनो्का पहिा भरोसा कराया. फ््ास ं ीमसयो्से पहिे उनके इस उपमनवेश पर, डचो्का आमधपत्य था. िेमकन अब यहां डच बचे और ना फ््ास ं ीसी, मसवाय उन 10 फ््ांसीसी पमरवारो् के जो अब यही् के है्. िेमकन हि उन्हे्ढूढं नही्पाये. ढूढं ते तो उन तक पहुच ं सकते थे. िैन् े पता भी कर मिया था मक यहां के म्यमु नमसपि स्कि ू के पास ही कही् वो िोग रहते है्. िेमकन िन िे् एक दुमवधा थी. एक िनुषय् जामत को मकसी सिय के अवशेर की तरह देखना कही्उनके िन को दुखा गया तो? सन 1956 के बाद से तो अब यहां फेच ् पढाई भी नही्जाती जो उनके अपने पूवज ष् ो् की िातृभारा रही है. इन बच गये पमरवारो्के िोग शायद अपने घरो्िे्ही फे्च िे् बात करते हो्गे, जो उनके पास
छोडकर उनके पूवज ष् यहां से चिे गये. मिर भी उनको देखना एक िनुषय् जामत को िगभग 300 वर््ो् की उस मनरंतरता िे् देखने का रोिांच तो होता ही, मजसे अब
कभी फ््ांसीसी उिपनवेश रहे िुडुचेरी के िास यनम एक शांत-एकांत िगह है, िहां इपतहास की सांसे् अब भी महसूस की िा सकती है्. यनम टावर से डेल्टा बहुत सुंदर पदखाई देता है. इमतहास िे्स्थमगत हो जाना है. वैसे ही, जैसे कही् तक पहुच ं ने का रास््ा बताकर मकसी नक़्शे का भूगोि िे्स्थमगत हो जाना. इसिे् फ््ास ं ीमसयो् का आना और डचो् का जाना, दोनो् शामिि है. यनि सन 1731 िे् फ््ास ं ीमसयो् के अमधपत्य िे् आया था. तभी वहां के िोग यहां आये हो्ग.े और उन िोगो् ने डचो्को यहां से जाते हुए देखा होगा, जो उनसे पहिे यहां आये थे. मिर भी िेरा अनुिान था मक उन औपमनवेमशक मदनो्का कुछ स्पश्,ष कुछ गंध, कुछ अनुभमू त यहां बाकी होगी. जैसे वहां, पम््िि बंगाि के चंदन नगर िे्वह अब तक
बची हुई है. वहां के पुराने घरो् के ऊंचे किानीदार दरवाजो्-मखडमकयो्िे्और फेच ् स्थापत्य वािे चच््ो्के िेहराबो्-कंगरू ो्िे.् और तो और उन चच््ो्िे्आने वािे धि्ानष यु ाइयो् के मदखने िे.् और उनके जातीय-सािामजक संसक ् ारो्िे्भी. चंदन नगर भी यनि की तरह एक फेच ् उपमनवेश रहा है. और इसकी ही तरह फ््ास ं ीमसयो्से पहिे डचो्के आमधपत्य िे्रहा. पुदच ु रे ी का फ््ास ं ीसी उपमनवेश 4 भौगोमिक-प्श ् ासमनक खण्डो्िे्बंिा हुआ था - पुदच ु रे ी, कराईकि, िाहे और यह, यनि. यह पुदच ु रे ी से 870 मकिोिीिर की दूरी है. और आंधप् द् श े से िगा है. यहां पहुच ं ना आंध् के ही मकसी महस्से िे्पहुच ं जाने जैसा िगा. बोिी-बानी िे,् पहरावे-ओढने िे्और रीमतमरवाजो्िे,्भी. दूसरे मदन हिे,् यहां के चच्षिे्हो रहे एक मववाह-संसक ् ार को देखने का अवसर मिि गया. वर-वधू समहत, उसिे् शामिि सभी िोग स्थानीय तेिुगुभारी ईसाई थे. और मववाह की उनकी मवमधयां वही देसी-स्थानीय थीँ जो उनके पूवज ष् ो्के सिय िे्भी रही हो्गी. इन िोगो् ने अपने यहां की मववाह मवमधयो् और अन्य रीमत-मरवाजो् को उन मदनो् िे् भी बनाये रखा था मजन मदनो्यहां फ््ास ं ीमसयो्का अमधपत्य था. यहां और आसपास के स्थानीय सिुदायो् िे् बाि- मववाह का चिन िंबे सिय तक रहा है. म््बतानी भारत िे् बािमववाह प्म्तबंमधत हो जाने के बहुत मदनो्बाद तक भी. आसपास के िोग यहां,यनि िे् आकर बाि-मववाह कराया करते थे. बािमववाह का मनरेध करने वािा शारदा कानून यनि िे्बहुत बाद िे्िागू हुआ. ऐ्गि ् ो-इंमडयनो् की तरह फ््ास ं ीसी और स्थानीय रक्त के िेि-मििाप से उपजी नस्ि को 'म््कयोि' कहा गया. िेमकन यनि िे् स्थानीय सिुदायो् के साथ ऐसा घुिनामििना शायद कि हुआ. अिबत््ा यहां के अमधकांश तेिगु भु ारी स्थानीय िोगो्ने अपनी स्थानीयता को बनाये रखते हुए फ््ास ं की नागमरकता िेना पसंद मकया.
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मकसी औपमनवेमशक नगर या पुराने पत््न की पुरातनता तक पहुंचने का एक आजिाया हुआ तरीका िेरे पास है. वहां की सबसे पुरानी मकसी शराब की दुकान तक पहुंचते ही उस पुरातनता की आहि मििने िगती है्. िै्ने अपना वही तरीका यहां भी आजिाने की कोमशश की. यनि िे् शराब सस््ी है. इसमिए, मवशाखापत््नि और आसपास के शौक़ीन िोग शराब पीने के मिए यहां चिे आया करते है.् वैसे कुछ शौक़ीन िोग तो मदखे और शराब की दुकाने्भी मदखी्. िेमकन शराब की वैसी कोई पुरानी दुकान नही् मििी मजसके पास उस पुरातनता की आहि हो रही हो. ऐसी कोई पुरानी दुकान यहां होगी जर्र, िेमकन हि वहां तक पहुच ं नही् पाये. यनि 1963 िे्मवमधवत भारत संघ के केद् ्प्श ् ासन के अंतग्तष आया. िेमकन मविय के इन 50-60 वर््ो्के सिय िे्ही 300 वर््ो् का िंबा उपमनवेश-काि यहां इतना मनस्पदं हो चुका है मक उसकी आहि तक नही्मिि रही है! आज का यनि पूरे तौर पर इन 50-60 वर््ो्की एक नयी बसाहि है. मकसी िध्यि दज़्षा औद््ोमगक बस््ी जैसी. करीने से बसाई गयी कािोमनयां. साि-सुथरी सडके.् और उन पर तरतीब से की गयी रोशमनयां. िुखय् सडक के दोनो्मकनारो्पर, हिारे अपने सिय के राजनेताओ्की, प्म्तिाओ्की कतारबद्् सजावि. सभी प्म्तिाये्सुनहरे रंग के पानी से एक जैसी रंगी हुई है.् देखने िे,् यह सजावि अर्मचपूणष् िगती है.् और मवचार िे,् कही्कुछ खिकता भी है. डचो् और फ््ास ं ीमसयो् के पास उनका अपना िूमत् ष मशल्प था. सेरािपुर और चंदननगर जैसे उनके दूसरे उपमनवेशो् िे् उनका अपना िूमत् मष शल्प उनके शासको्और इमतहास नायको्की प्म्तिाओ्िे्मदखता है. िेमकन यहां, यनि िे्उनकी कोई प्म्तिा नही् मदखी. शायद हिा दी गयी हो्गी. या शायद, हि वहां नही्पहुच ं सके है.् अभी तक तो हि िोग वहां भी नही्पहुच ं सके थे जहां वो िोग रहा करते हो्ग.े उनके घर, उनके बाज़ार. कुछ ना कुछ तो वहां मिर भी बाकी होगा ! िोगो् की स्िमृ तयो्िे,् मकस्स-े कहामनयो्िे.् चाहे नदी के पास यहां कोई प्ि्े -कहानी नही्है , िेमकन 300 बरसो्के इतने िंबे मदन मबना मकसी कहानी के कैसे हो सकते है् ? यनि िे्फ््ास ं ीसी भूतो्की कहामनयां भी बताई जाती रही है.् फ््ास ं ीसी भूत और उनके करतब हिारे यहां के भूतो्और उनके करतबो्जैसे ही रहे हो्गे या उनसे कुछ अिग ? यह जानने की मजज््ासा होती है. श्िसान और वीराने हिारे यहां के भूत-प्त्े ो् के रहने और उनके मििने की जानी-पमहचानी जगहे्होती है.् तो फ््ास ं ीसी भूत भी यहां ऐसी ही मकन्ही्जगहो्िे् रहते हो्ग.े और रातो्िे्मनकिते हो्ग.े यनि िे्डच या फ््ास ं ीसी शासको्और उनके इमतहास नायको्की कोई प्म्तिा नही् मदखना एक खिकने वािी बात भी थी. िेमकन फेच ् शासको् की स्िमृ त िे् एक चच्ष यहां जर्र है. सेनि् ऐन्स कैथमिक चच्षफेच ् शासको्की स्िमृ त िे्बनवाया गया था. यह, यहां के पुराने चच्षसे बाद का है. यनि का पुराना चच्षतो 1769 का है. िेमकन शासको् की स्िमृ त िे् बनवाया गया सेनि् ऐन्स चच्ष 1846 का है. यूरोपीय मशल्प िे्बने इस चच्ष का मशिान्यास मकन्ही्िादर मिशेि िेकनि ने मकया था. िेमकन चच्षके पूरा होने से पहिे ही उनकी िृतय् ु हो गयी.
16 पूजा बसंह
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10 फरवरी - 16 फरवरी 2017
फहंदुओ् एक हो: िािवत
बैतूल. आरएसएस के सरसंघचािक िोहन भागवत ने बैतूि िे् आयोमजत महंदू सम्िेिन िे् महंदू सिाज से जात-पात छोड्कर एकजुि होने की अपीि की. उन्हो्ने सीधे तौर पर धि्ाा्तरण का नाि तो नही् मिया िेमकन संकेतो् िे् अपनी बात रख दी. भागवत ने कहा मक स्वास्थ्य, मशक््ा तथा आम्थषक र्प से मपछड्े िोगो् को एक तबका अपने ही भाई-बंधु के मखिाि खड्ा कर रहा है जो ठीक नही्है. उन्हो्ने कहा मक इनसे बचने के मिए महंदू सिाज के एकीकरण पर जोर मदया जाना आवश्यक है. उन्हो्ने बैतूि िे् राष््ीय िुस्सिि िंच के िंच पर हुई भारत िाता की आरती की तारीि करते हुए कहा मक िुस्सिि इबादत से िुस्सिि है्, िेमकन राष््ीयता के नाते वे महंदू ही है्. इसमिए िुस्सिि िंच पर भारत िाता की आरती पर कोई आि््य्षनही्होना चामहये. भारत िाता को ही महंदुस्ान कहते है्और महंदुस्ान िे्रहने वािे महंदू है्. ठीक वैसे ही जैसे अिेमरका िे् रहने वािे अिेमरकन. बैतूि के पुमिस परेड ग््ाउंड पर आयोमजत महंदू सम्िेिन िे् करीब एक िाख से ज्यादा िोगो् की भीड जुिी. सम्िेिन िे्भागवत ने कहा मक सिाज का ितिब मबना भेदभाव वािा सिाज है. हिारे सिाज िे् जात-पात को िेकर
झगडा, भेदभाव है. हिे् सारे भेदभाव मििाकर एक होना चामहये क्यो्मक महंदुओ् का भारत के अिावा कोई नही् है. प््ाचीन सिय िे् भी कोई जात-पात का भेदभाव नही् करता था. उन्हो्ने अपीि की मक हिे् सबको अपना भाई-बहन िानना चामहये. गौरतिब है मक सम्िेिन का िंच पूरी तरह गोबर व िाि से बनाया गया था. इससे पहिे प््देश के आमदवासी संगठनो् ने यह कहते हुए आयोजन का
भाजपा को मप्् के नेताओ् का भरोसा शुक्वार संवाददाता
रखते हुए पड्ोसी राज्य िे्भेजा जा रहा है. ये भोपाल. भारतीय जनता पाि््ी स्थानीय काय्षकत्ाषओ् से ताििेि करके (भाजपा) के मिए उत््र प््देश के घरेिू स््र पर ितदाताओ्से संपक्कसाधे्गे. मवधानसभा चुनाव मकतने अहि है्यह बात पाि््ी का यह िानना है मक घरेिू स््र पर ् ार प्स ् ार ितदाताओ्को मकसी से मछपी नही् है. सपा-कांग्ेस के मकया जाने वािा प्च गठबंधन और बसपा से मिि रही चुनौती के पाि््ी के साथ जोडऩे िे्काियाब रहेगा. पाि््ी िद््ेनजर पाि््ी जीत के मिए हर संभव दांव ने इस तैनाती िे्जातीय गमणत का पूरा ध्यान खेिने को तत्पर है. यही वजह है मक िध्य रखा है और िगभग सभी जामतयो्के नेताओ् को इस प््चार के प््देश के वमरष््ï मिए भेजा गया िंत्ी नरोत््ि है. मिश््ा, प््देश गौरतिब है प््वक्ता और मक इस चुनाव िे् सांसद आिोक बुंदेिखंड के संजर, सांसद सात मजिे उत््र गणेश मसंह के प् ्देश कािी नेतृत्व िे् अहमियत रखते भारतीय जनता है.् बुदं ि े खंड क्त्े ् पाि््ी (भाजपा) िे् कुि 13 मजिे के अनेक नेता उत््र प््देश चुनावो्िे्पाि््ी का प््चार प््सार है्मजनिे्से सात उत््र प््देश और छह िध्य करने के मिए रवाना कर मदये गये है्. ये नेता प््देश िे् है्. इस इिाके िे् पिायन और तथा अन्य काय्षकत्ाष प््देश िे् कानपुर और जातीय सिीकरण कािी अहि है्. दोनो् े ो्के बुदं ि े खंड इिाके के आपस िे्गहरे आसपास के 17 मजिो् की 52 मवधानसभा प्द् श सीिो् पर पाि््ी प््त्यामशयो् के प््चार काय्ष िे् ताल्िुकात है्. पाि््ी ने मजन नेताओ्को भेजा है उनिे्से अमधकांश बुंदेिखंड और उसके िदद करे्गे. प््देश भाजपा काय्ाषिय से मििी आसपास के मजिो् िसिन छतरपुर, जानकारी के िुतामबक इन काय्षकत्ाषओ्और िीकिगढ्, पन्ना, दमतया, मशवपुरी और नेताओ् को चरणवार ितदान को ध्यान िे् सतना आमद से ताल्िुक रखते है्. RNI- DELHIN/2015/ 65658
धम़म जाटत के नाम वोि मंजरू नही़ अवनीश कुरार
मवरोध मकया था मक वे महंदू नही् है्. बैतूि एक आमदवासी मजिा है. यहां पर आमदवासी बड्ी संख्या िे्रहते है्। बैतूि िे् महंदू सम्िेिन को िेकर आमदवासी संगठन िे्सम्िेिन का बमहष्कार करने जैसी स्सथमत पैदा हो गयी. संगठनो् ने इस संदभ्ष िे् पच््े भी बांिे थे मजनिे् मिखा था मक आमदवासी महंदू नही् है्. हािांमक इसके बावजूद सम्िेिन िे्बहुत बड्ी तादाद िे्आमदवासी सिुदाय के िोग भी देखे गये.
नजलरया एसआर दारापुरी
कानपूर. कानपुर के कै्ि मवधानसभा क््ेत् िे् कभी भी भाजपा को जीत नही् मििी है. कारण पूछने पर इस िुस्सिि बाहुल्य क््ेत् के स्थानीय िोग बताते है,् ‘इस मवधानसभा क्त्े ्िे् इस मवकास के िुद्े पर ही वोि मदया जाता है न मक धि्षके नाि पर.’बता दे्मक कानपुर के कै्ि मवधानसभा सीि से सिाजवादी पाि््ी के बाहुबिी प््त्याशी अतीक अहिद ने भी चुनावी ताि ठो्कने का िैसिा मिया था. िगर पाि््ी िे् चिी अंदर्नी किह के चिते उन्हे्इस सीि से हिना पड्ा था. इस सीि पर िुस्सिि ितदाताओ् की संख्या सव्ाषमधक है. इसके बावजूद इस सीि पर हिेशा ही महंदू प्त्य् ाशी को जीत मििी है. वर्ष 1989 िे् इस सीि से जनता दि के उम्िीदवार गणेश शंकर दीम््कत मवजयी हुए थे. वही्, वर्ष1991 से िेकर 2012 तक इस सीि पर भाजपा के वमरष्् नेता सतीश िहाना मवधायक रहे पमरसीिन बदिने के चिते सतीश िहाना को िहाराजपुर से चुनाव िड्ना पड्ा िेमकन 2012 के चुनाव िे् यहां से मिर महंदू प््त्याशी रघुनंदन भदौमरया मवजयी हुए. इस बारे िे्चच्ाष करने पर स्थानीय िोग कहते है् मक कै्ि मवधानसभा िे् जामत की राजनीमत से जनता दूर रहती है. इस मवधानसभा िे् प््त्याशी को देखकर ही
ितदान मकया जाता है.कै्ि मवधानसभा िे् रहने वािे िहिूद अनवर कहते है्मक हिारी मवधानसभा के िोगो्का िुख्य िुद्ा मवकास होता है पर हि उसी प््त्याशी को वोि देते है् जो हिारी मवधानसभा के बारे िे्सोचता हो. वह मकसी भी पाि््ी का हो या मिर मकसी भी धि्ष का, इससे हिारा कोई सरोकार नही् होता है. हि पाि््ी को देखकर ितदान का िैसिा नही् करते है्. इसीमिए यहां धि्ष व जामत की राजनीमत करने वािो् को हार का सािना करना पड्ता है. इस बाबत अजीत मसंह, अनुराग कश्यप, शहनवाज हुसैन, िोहम्िद तामरक आमद ने बताया मक कै्ि मवधानसभा कानपुर की ऐसी मवधानसभा है जहां हि सभी अपनी मवधानसभा के मवकास को पहिे देखते है् बाकी चीजे् बाद िे्. हि मसि्क यह देखते है् मक हिारी मवधानसभा से िड्ने वािे प््त्याशी का क्या आधार है. वह हिारी मवधानसभा के मवकास के बारे िे्सोचता हो. अगर वह इन सब चीजो्िे्मिि बैठता है तो हि उसे अपना मवधायक चुन िेते है्.
िुंडे चढ् िये हाथी पर!
लखनऊ. सन 2007 के चुनाव िे् बहुजन सिाज पाि््ी (बसपा) ने नारा मदया था 'चढ्गुड ं ो्की छाती पर िोहर िगेगी हाथी पर.' यह नारा अब 'गुंडे चढ् गये हाथी पर, गोिी िारे् छाती पर' िे् तब्दीि हो गया है. इंमडयन एक्सप््ेस िे् हाि िे् प््कामशत एक खबर के िुतामबक उत््र प््देश िे् बसपा के मजन उम्िीदवारो्ने पच््ेभरे है्उनिे्से चार दमित उत्पीडऩ के आरोपी है्. इनिे् से एक मिरोजाबाद मजिे की मसरसागंज सीि के राघवे्द् मसंह, दूसरे आगरा उत््र सीि के ज््ाने्द्गौति, तीसरे बरेिी मजिे की मबथारी चैनपुर सीि के वीरे्द्मसंह तथा िहोबा सीि के अमरिद्षन मसंह है्. राघवे्द् मसंह पर एक दमित की हत्या, गौति पर दमित की ज़्िीन पर कब्ज़्ा करने, वीरे्द् मसंह पर एक दमित के अपहरण तथा अमरिद्षन मसंह पर एक दमित का अपहरण तथा गायब करने के िुक़्दिे दज्ष है्. इन उम्िीदवारो् पर अन्य धाराओ्के साथ साथ दमित एक्ि के अंतग्तष भी केस दज्ष है्. यह अिग बात है मक मििहाि अमधकतर आरोमपयो् ने हाई कोि्ष से स्िे िे रखा है और वे बसपा से चुनाव िड् रहे है्. इससे पहिे भी बसपा के कई िंत्ी और मवधायक दमित उत्पीडऩ के आरोपी रहे है्. िैजाबाद मजिे के मचत््सेन यादव एक दमित
िड्की के अपहरण, बिात्कार और हत्या के आरोपी रहे है् मजसे िायावती ने जेि से ही मिकि मदया था. जौनपुर के िामिया सरगना म््बजेश मसंह 2007 िे्एक दमित (सोनकर) की हत्या करके उसे पेड् से ििका देने के आरोपी रहे है्. िायावती ने अब उसे दोबारा बसपा िे्शामिि मकया है. बुंदेिखंड क््ेत्के एक पूव्षबसपा मवधायक एक दमित िड्की के अपहरण और सािूमहक बिात्कार की सजा काि रहे है.् िायावती ने आजिगढ् के रिाकांत यादव और उिाकांत यादव जो गेस्ि हाउस कांड के आरोपी रहे् है् को सांसद और मवधायक बनाया था. इतना ही नही्िायावती
ने पूव्ी उत््र प््देश के सबसे बड्े िामिया सरगना हमरशंकर मतवरी के बेिे को 2009 िे् बमिया से िोकसभा का मिकि मदया था परंतु दमितो् ने ही उसे वोि नही् मदया था. हाि िे् िायावती ने गाजीपुर के िामिया सरगना अिजाि अंसारी के पमरवार को तीन मिकि मदये है्. इसके और भी बहुत सारे उदहारण है् मजन िे् िायावती ने दमित उत्पीडऩ के आरोमपयो् को मिकि देकर सांसद और मवधायक बनाया है. उपरोक्त तथ्यो् के पमरपेक्य िे् क्या दमितो्को यह नही्देखना चामहये मक हाथी पर दमित बैठे है्या दमित उत्पीड्क गुंडे? (लेखक पूि्शपुशलस महाशनदेशक रहे है्)
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