Shukrawaar newspaper 11 17 march 2016 medium quality

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एक िपने की तरह है िरलता पेज- 13

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वर्ष 1 अंक 19 n पृष्: 16 n 11 - 17 मार्ष 2016 n नयी पिल्ली n ~ 5

l देश में सिरंफ बीि रीिद िंपतं​ंिा l िब कुछ सिदेश में

अब न लौटेग ं े झांसा दे गये मालंया

शरद गुपंता नयी दिल्ली. शचशड़या चुग गई िेत. सरकारी बै्को् का छह हज्ार करोड़् र्पया

लेशकन माल्या मजे मे् है्. भले ही बै्क और सरकारी एजे्सीज् उनकी एक एक पाई नीलाम कर दे, उन्हे् केवल कौश्ड़यां ही शमलने वाली है्. माल्या ने अपनी अशधकतर रक्म पहले ही शवदेशो् मे् या तो जमा कर रिी है या संपश्​्तयां और उद्​्ोग मे्शनवेश कर रिी है. सरकारी एजे्शसयो् का आकलन है शक उनकी कुल संपश्​्त का केवल 20 फ्ीसदी शहव्सा ही भारत मे्है. बाकी श्​्िटेन, अमेशरकी, शसंगापुर के अलावा टैक्स-हैवन माने वाने वाले श्​्िशटश आइलै्ड्स, वश्जात आइलै्ड्स आशद मे् शनवेशशत है्। उनके पास शवषय के शवशभन्न शहव्सो्मे्भूसपं श्​्तयां ही अरबो्डॉलर की है्. सरकारी एजे्शसयो् का मानना है शक डकार कर उद्​्ोगपशत शवजय माल्या दो माच्ा ् ो्को शजस तरह से झूठ को शवदेश चले गए. उसी शदन शजस शदन बैको् माल्या ने भारत मे्बैक ने उनके शवदेश भाग जाने की आशंका जताते बोलकर और धोिाधड़्ी कर जो चूना लगाया हुए उनका पासपोट्ारद्​्करने की मांग की थी. है उसके बाद उनके वापस आने की

संभावनाएं न के बराबर है्. छह हज्ार करोड़् के कज्ा मे् से चार हज्ार करोड़् तो वे पहले ही शवदेश भेज चुके है्. यहां तक शक अपनी कंपनी युनाइटेड व्श्पट्स शवदेशी शराब कंपनी शडयाशजयो के हाथो् बेच कर शमलने वाली 545 करोड़् र्पए की रक्म मे् से भी 275 करोड़्उन्हो्ने शवदेशी बैक ् ो्के िातो्मे्पहले ही जमा करा शलए जबशक उनसे कज्ावसूलने वाले सरकारी बै्क यह उम्मीद पाल कर बैठे थे शक भागते भूत की लंगोटी के र्प मे्कम से कम 545 करोड़् ही सही, उन्हे् कुछ तो शमलेगा. माल्या दीवाशलया हो रहे थे लेशकन उनकी शाहित्​्ी मे् कोई कमी नही् आई. आईपीएल की कोलकाता नाइटराइडस्ा, फ्ाम्ाूला एि-1 की टीम, टीपू सुल्तान की तलवार, शकंगशिशर कैले्डर जैसे उनके बाकी पेज 2 पर

संसद मेंहंगामा, लंदन मेंमालंया

नयी दिल्ली. शकंगशिशर एयरलाइंस के पूव्ा अध्यक्​् शवजय माल्या के शवदेश भागने को लेकर राज्यसभा मे्जमकर हंगामा हुआ. राज्यसभा मे् कांग्ेस इसको लेकर जमकर सरकार पर हमले कर रही है. राज्यसभा मे्शवत्​्मंत्ी अर्ण जेटली ने कहा शक माल्या की संपशत की जायेगी. इसके साथ ही उनके पासपोट्ा को जब्त करने की काय्वा ाही भी की जाएगी. उन्हो्ने कांगस ्े पाट्​्ी पर आरोप लगाया शक इसके शलए कांग्ेस शजम्मेदार है. माल्या को 2004 मे् बै्क सुशवधाएं दी गई थी्.इस बीच जानकारी शमली है शक शवजय माल्या लंदन स्वथत अपने घर मे्है्. इस बीच अटॉन्​्ी जनरल मुकल ु रोहतगी ने कहा है शक भारत की शीष्ा प्​्ाथशमकता शराब कारोबारी शवजय माल्या को वापस लाना है.रोहतगी ने कहा शक माल्या अगर भारत वापस नही् आते तो उनका पासपोट्ा रद्​्करने की काय्ावाही शुर्कर दी जाएगी. बाकी पेज 2 पर

अब नहीं लड़ेंगे प्​्ियंका के नाम पर बंट गयी कांग्ेस वेमुला, कन्हैया के बाद ऋचा सिंह रामेंदं जनिार सि​िेक िकंिेना बुदंदेि

रीता सतिारी

कोलकाता. इस साल अप्​्ैल-मई मे् होने वाले पश्​्िम बंगाल शवधानसभा चुनाव मे् वाममोच्ा​ा ने अपनी पैरो् तले शिसकती जमीन को बचाने के शलये नये चेहरो्पर ही भरोसा जताया है. मोच्ा​ा ने पहले चरण मे् राज्य की 294 मे्से शजन 116 सीटो्पर के शलये अपने उम्मीदवारो् की जो सूची जारी की है उनमे् 68 चेहरे नये है्. इसमे् मशहला उम्मीदवारो् की तादाद 16 व अल्पसंख्यक उम्मीदवारो्की तादाद 25 है. पूव्ामुखय् मंत्ी व माकपा के वशरष्​् नेता बुद्देव भट्​्ाचाय्ा इस बार चुनाव नही् लड़े्गे. इन चुनावो् मे् मोच्ा​ा की कमान शवपक्​्के नेता व माकपा के राज्य सशचव सूय्ाकांत शमश्​्के संभाले्गे. वाममोच्ा​ा अध्यक्​् शवमान बसु ने सूची जारी करने के बाद पत्​्कारो् से कहा शक कांगस ्े के साथ सीटो्के बंटवारे पर समझौता हो गया है. इसी वजह से पहले दौर मे्116 सीटो् की सूची ही जारी की गयी है. उन्हो्ने कहा शक तालमेल होने के बावजूद वाममोच्ा​ा व कांग्ेस राज्य मे् साझा चुनाव अशभयान नही्चलाये्गे. सूय्ाकांत शमश्​् अपनी पुरानी सीट नारायणगढ़ से ही चुनाव लड़े्गे. इससे पहले उनके दश्​्कण कोलकाता की यादवपुर सीट बाकी पेज 2 पर

अब कांग्ेस की उम्मीद शटक गयी है. हाल ही मे्कांगस ्े उपाध्यक्​्राहुल गांधी ने उत्र् प्द् श े के पाट् ी ् ने त ाओ् की बै ठ क मे ् न के व ल उन् हे् नयी दिल्ली. कांग्ेस उपाध्यक्​् राहुल पे श शकया बस् ल क प् द ् श े के प् भ ् ारी महासशचव गांधी के प्​्शांत शकशोर को संकट मोचक व्वीकार कर लेने के बाद अब पाट्​्ी उनकी को शनद्​्ेश शदया शक भशवष्य मे् वे प्​्शांत इस सलाह पर दो िाड़्नजर आ रही है शक शकशोर की सलाह पर ही िैसले करे्गे. पाट्​्ी अगले साल उत्​्रप्​्देश मे्शवधानसभा चुनाव सूत्ो् के मुताशबक बाद मे् राहुल गांधी से की वैतरणी पार करने के शलए श्​्पयंका को अकेले मे् हुई मुलाकात मे् शकशोर ने उन्हे् मुख्यमंत्ी पद के उम्मीदवार के र्प मे् पेश सलाह दी शक अगर उत्​्रप्​्देश मे्कांग्ेस को शकया जाना चाशहए. पाट्​्ी के वशरष्​् नेताओ् उबारना है तो उसे अपनी यूएसपी व्थाशपत का मानना है शक अगर ऐसा शकया गया तो करनी होगा. जैसे शक लोकसभा चुनाव मे् नरे्द् मोदी और शबहार चुनाव मे् नीतीश कांग्ेस का सत्यानाश होना तय है. नरे्द् मोदी और नीतीश कुमार को कुमार को चेहरा पेश कर वोट बटोरे गये. चुनावो्मे्शवजयश्​्ी हाशसल करवाने का श्​्ेय ठीक वैसा ही उत्​्रप्​्देश मे्भी शकये जाने की बाकी पेज 2 पर लेने वाले चुनावी चाणक्य प्​्शांत शकशोर पर

भासंकर उपं​ंेती

इलाहाबाि. आजादी के बाद इलाहाबाद शवश्​्शवद्​्ालय की पहली मशहला छात्​्संघ अध्यक्​् बनी ऋ चा शसंह की कुस्ी ितरे मे्है. शवश्श्वद्​्ालय प्श ् ासन उन्हे्पद से हटाने की साशजश कर रहा है. ऋ चा शसंह का कहना है शक उन्हे्राजनीशतक कारणो्से शनशाना बनाया जा रहा है. इसी शसलशसले मे् ऋ चा ने राष्​्पशत को शचठ्​्ी शलिी है. शजसमे् उन्हो्ने मांग की है शक उनके साथ पशरसर मे् अन्याय हो रहा है. जो उनका सरासर उत्पीड़न है. ऋ चा कहती है् शक उन्हो्ने शजसके चलते अब उसके साथ वैसा सलूक शवश्​्शवद्​्ालय मे् कई स्​्र पर होने वाली शकया जा रहा है. जैसा हैदराबाद ु ा के साथ हुआ गड़बशड़यो् के शिलाि आवाज उठायी थी. शवश्श्वद्​्ालय मे्रोशहत वेमल था. इलाहाबाद शवश्​्शवद्​्ालय छात्​्संघ अध्यक्​् ऋ चा शसंह ने शुक्वार से कहा शक हैदराबाद शवश्​्शवद्​्ालय के रोशहत वेमुला का बंगला भी बन रहा है और और जेएनयू के कन्हैया कुमार के बाद अब सतिोल का आधा पहाड़् के्द् सरकार और एबीवीपी का अगला ‘रामचंद्शमशन’ वालो्के िाते मे् शनशाना वह िुद है्. उनके बीते छह महीने है. मल्ला रामगढ़् तो पहले से ही के काय्ाकाल के दौरान उन्हे् लगातार शसंशधया पशरवार के कब्जे मे् है. मानशसक तौर पर प्​्ताशड़त शकया जाता रहा अभी कुछ शदन पहले शीतला के है. अब शवश्​्शवद्​्ालय प्​्शासन उनके नीचे तल्ला छतोला मे्करीब 600 एडशमशन को ही गलत बता कर न शसि्फ नाली जमीन एक शबल्डर ने उनका एडशमशन रद्​्करने की शिराक मे्है. िरीदी है. गांव वाले बताते है् इसमे् 800 बस्लक उन्हे् पद से हटाकर उनका पद कॉटेज बन रहे है्. जो अर्ण एबीवीपी से छात्​्संघ उपाध्यक्​्शवक्​्ांत शसंह बाकी पेज 3 पर बाकी पेज 2 पर

जमीन खोता रामगढ़

नैनीताल. रामगढ़ ब्लॉक उत्​्रािंड राज्य मे् शनम्ा​ाण और तबाही का सबसे बड़्ा उदाहरण है. कोई शवकास का दीवाना चाहे तो इसे ‘उत्​्रािंड टाइप’ का स्ववट्जरलै्ड’ कह ले. लेशकन हकीकत ये है शक पूरे उत्​्र भारत मे्अपने आडूओ्के शलए मशहूर रामगढ़्अपनी जमीने्िोता जा

रहा है. कही्सलमान िुश्ीद ने 200 नाली जमीन ले ली है. तो कही्महश्षा ने उससे भी अशधक. पूवा्मुखय् मंत्ी बीसी िंडड़ ू ्ी के बेटे


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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

उमंमीदवार को लेकर कांगंेस दुववधा में

एम कुमार चंडीगढ्. िूडर साशहब सीट पर शजस तरह से कांग्ेस अशनण्ाय की स्वथशत मे् थी. अब राज्यसभा सीट का लेकर भी पंजाब कांगस ्े कमोबेश उसी रास्​्ेपर चल रही है. यही वजह रही शक पंजाब कांगस ्े राज्यसभा की दो िाली हुई सीटो् के शलए अपने उम्मीदवारो्के नामो्की घोषणा रशववार देर शाम तक भी नही् कर पायी है. हालांशक प्त् ाप शसंह बाजवा और हाल ही मे्अकाली दल से कांग्ेस मे् शाशमल हुए हंसराज हंस का नाम स्कलयर हो गया था. लेशकन जैसे ही पाट्​्ी ने इन दोनो् नामो् को हरी झंडी देने की प्​्श्कया शुर् की. पाट्​्ी प्​्धान सोशनया गांधी ने इन नामो्पर रोक लगा दी. बताया जाता है शक हंसराज हंस के नाम को

लेकर अब पाट्​्ी मे्दुशवधा बनी हुयी है. पाट्​्ी के पुराने नेता शमशेर शसंह दूलो यह सीट अपने शलये चाहते है.् इसशलए और वह शकसी भी सूरत मे् बाहर के शकसी उम्मीदवार को यह सीट नही् देना चाहते. पाट्​्ी मे् हंसराज हंस को यह सीट देने को लेकर नाराजगी कािी बढ़् गयी है और हंसराज हंस जो वाल्मीशक समुदाय से संबध ं रिते है.् कांगस ्े का मानना है शक शवधानसभा चुनाव मे्पाट्​्ी को रशवदास शबरादरी के लोगो् का सीधा लाभ शमलेगा. कांग्ेस के पंजाब मामलो् के प्​्भारी डॉ शकील अहमद ने बताया शक शकसी के नाम की घोषणा नही् की गयी है. नाम िाइनल हो्गे उसकी जानकारी दे दी जायेगी. प्​्ताप शसंह बाजवा शजन्हे्तीन महीने पहले ही पंजाब कांगस ्े के प्ध ् ान पद से हटाया गया था. राहुल गांधी ने

पं​ंियंका के नाम पर बंट गयी कांगंेस

पेज 1 का बाकी जर्रत है. इसके शलए अगर श्​्पयंका वाड्​्ा को भावी मुख्यमंत्ी पद के उम्मीदवार के र्प मे् पेश शकया जाये तो वहां कांग्ेस का िोया जनाधार वापस आ सकता है. वे मायावती के मुकाबले एक सशक्त उम्मीदवार साशबत हो्गी और पाट्​्ी को अपना पुराना दशलत, ि्​्ाह्मण, मुस्वलम वोट बै्क हाशसल करने मे् सहूशलयत होगी. अगर प्​्देश के सबसे बड़्े राज्य पर कब्जा हो जाये तो ढाई साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव मे् पाट्​्ी का भशवष्य उज्​्वल हो सकता है. पाट्​्ी सूत्ो्के मुताशबक गांधी पशरवार का कोई भी सदव्य इसके पक्​्मे्नही्है. सोशनया गांधी उन्हे् ि्​्ह्मस्​् मानती है. शजसका इस्म्े ाल शवधानसभा चुनाव मे्करना मूिता् ा होगी. अगर वे कांग्ेस को अपने दम पर जीत शदलवा पाने मे् नाकाम साशबत हुई तो यह संदश े जायेगा शक गांधी पशरवार का जादू उतर चुका है. मालूम हो शक िुद श्​्पयंका गांधी भी बार-बार सश्​्कय राजनीशत मे्आने से इंकार करती आयी है्. वैसे भी अभी तक श्​्पयंका अमेठी, रायबरेली और सुलतानपुर तक ही चुनाव प्​्चार करती आयी है्. अहम बात तो यह है शक प्​्शांत शकशोर पर राहुल गांधी की बढ़्ती शनभ्ारता से तमाम पाट्​्ी नेता नािुश है. एक वशरष्​् सांसद का कहना था शक प्​्शांत शकशोर ने अभी तक जीतने वाले घोड़्ो्पर ही दांव लगाया और वे

सिल रहते आये है्. शजस प्​्देश मे् कांग्ेस चौथे नंबर पर आयी हो और चुनाव मे् उसे चार कोणीय मुकाबले मे् उतरना हो वहां उनकी सलाह पर अमल करना बहुत बड़्ा जोशिम उठाना होगा. उनका कहना था शक प्​्शांत शकशोर राजनीशतक हवा भांपने मे् माशहर है्. इसशलए उन्हो्ने ऐसी सलाह दे दी है. शजसके बारे मे् उन्हे् पता है शक उसे व्वीकार नही्शकया जायेगा और वे पाट्​्ी की हार के शलए शजम्मेदार ठहराये जाने से बच जाये्गे. वही् एक पूव्ा मंत्ी का कहना था शक उत्​्ररप्​्देश मे् पाट्​्ी को रिुगर की नही् जुलाहे् की जर्रत है. वहां पैबंद लगाने से काम नही् चलेगा. यहां यह याद शदलाना जर्री हो जाता है शक 2007 मे् प्​्शांत शकशोर ने राहुल गांधी और मनमोहन शसंह को पत्​् शलिकर देश की व्वाव्थ्य सेवाओ् के बारे मे् शचंता जतायी थी. उनके पत्​्का तत्कालीन प्​्धानमंत्ी मनमोहन शसंह ने जवाब तक देना जर्री नही्समझा जबशक राहुल गांधी ने उनकी बात सुनने के बाद उनसे कहा था शक अगर वे शजम्मेदारी संभालने के शलए तैयार हो तो वे अमेठी मे् एक अव्पताल िुलवा देते है.् उसकी देिरेि की शजम्मेदारी उनकी होगी. उसके बाद प्​्शांत शकशोर ने शिर कांग्ेस की ओर पलटकर नही्देिा. अब कैपट् न अमरेद् ्शसंह से लेकर तर्ण गोगोई तक उनकी सेवाये्लेने के शलए बेताब नजर आ रहे है्.

स्कलयर करवाया है, जबशक दूसरी सीट के शलए कशमकश जारी है. इधर शशरोमशण अकाली दल के सेकट्े री जनरल सुिदेव शसंह ढी्ढसा और नरेश गुजराल का एक बार शिर राज्यसभा का सदव्य बनना तय है. दोनो् उम्मीदवारो् ने बुधवार को शवधानसभा के सेके्टरी शशश शमश्​्ा जो राज्यसभा चुनाव के शलए चुनाव अशधकारी है्. 11 अप्​्ैल नामांकन भरने की आशिरी तारीि है. कुल पांच सीटो्के शलए चुनाव होना है. सुिदेव शसंह ढी्ढसा, नरेश गुजराल, मनोहर शसंह शगल, अश्​्नी कुमार और अशवनाश राय िन्ना की सीटे् िाली होने के बाद ये चुनाव हो रहे है्. इन पांच सीटो्मे्अकाली दल को दो, भाजपा को एक और कांग्ेस को दो सीटे् शमलने की उम्मीद है.

संसद मे् हंगामा...

पेज 1 का बाकी जैसा शक आईपीएल के पूव्ा आयुक्त लशलत मोदी के मामले मे् हुआ था.अटॉन्​्ी जनरल ने कहा शक एक लंबी कानूनी काय्ावाही के बाद ही माल्या से 9,000 करोड़् र्पए वसूलने की प्​्श्कया पूरी हो सकेगी. रोहतगी ने एक शनजी समाचार चैनल से कहा शक पहला ऑप्शन तो यह है शक उन्हे् कोट्ा मे् हाशजर होने को कहा जाए, और अगर वह नही् आते है् तो हम उनका पासपोट्ा रद्​् करने की काय्ावाही शुर् कर सकते है्.एक बार उनका पासपोट्ा रद्​् हो गया तो तकनीकी र्प मे् शकसी व्यस्कत को कही् और रहने का अशधकार समाप्त हो जाता है.ऐसे मे् वह व्यस्कत शजस देश मे् रहता है, वह देश उसे अपने यहां से शनकाल कर उस देश मे्जाने को मजबूर कर देता है जहां से वह आया होता है. जानकारी के अनुसार, से्ट्ल ब्यूरो ऑि इन्वेस्वटगेशन (सीबीआई) ने बताया शक माल्या देश छोड़्कर जा चुके है्, जबशक इशमग्​्ेशन अथॉशरटीज की याचना पर उनके शिलाि लुकआउट नोशटस भी जारी शकया गया था. सीबीआई सूत्ो् ने बताया शक एजे्सी माल्या से जांच के शसलशसले मे् अब तक तीन बार पूछताछ कर चुकी है.

वेमल ु ा, कन्हय ै ा के बाद ऋचा ससंह

पेज 1 का बाकी को सौ्पना चाहता है. दरअसल, ऋ चा शसंह शवश्​्शवद्​्ालय मे् ग्लोब्लाईजेशन एंड डेवलपमे्ट व्टडीज मे् डी शिल कर रही्है.् बीते शदनो्एक शशकायत के बाद शवश्​्शवद्​्ालय के वीसी ने ऋचा शसंह के प्​्वेश की जांच डीन आट्स्ा ए सत्यनारायण को सौ्पी थी. शजसके बाद डीन ने अपनी जांच मे्पाया की प्​्वेश मे्आरक्​्ण के शनयमो् का पालन नही् शकया गया है. जबशक दूसरी ओर ऋ चा शसंह का कहना है शक उनका एडशमशन आरक्​्ण के शनयमो् और हाईकोट्ा के आदेश के अनुर्प शकया गया है. लेशकन उन्हो्ने शवश्​्शवद्​्ालय मे् छात्​्ो् के शहत मे् आवाज उठायी और वीसी के ओएसडी की शनयुस्कत को चुनौती दी. योगी आशदत्यनाथ जैसे लोगो् को शवश्​्शवद्​्ालय मे् प्​्वेश करने से रोका. शजसके चलते वह एबीवीपी और केद् ्सरकार के शनशाने पर है.् अब उन्हे्शवश्श्वद्​्ालय से ही चलता करने की तैयारी की जा रही है. शनद्ालीय छात्​्संघ अध्यक्​् ऋ चा शसंह शुर्आत से ही अशिल भारतीय शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद के शनशाने पर रही है्. क्यो्शक छात्​्संघ मे् अध्यक्​् के अलावा सारे पद एबीवीपी के पास है्. योगी आशदत्यनाथ के काय्ाक्म का शवरोध कर उन्हो्ने सीधे एबीवीपी से शवरोध ले शलया था. शजसके बाद उनके ऊपर हमले भी हुए. लेशकन ऋ चा ने हार नही्मानी. ज्​्ान शील एकता, पशरषद की शवशेषता का नारा लगाकर शैश्कक पशरसरो् मे् अपनी उपस्वथशत दज्ा कराने वाली भाजपा/संघ की छात्​्शािा अशिल भारतीय शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद आजकल शैश्कक पशरसरो्मे् भगवा तानाशाही की व्थापना मे् लगी है. शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद की शनव्ा​ाशचत छात्​्संघो् मे् सीशमत भागीदारी भी जहां पहले रचनात्मक काय्​्ो् के जशरये अपने सांगठशनक शवस्​्ार और छात्​्ो् को वैचाशरक/नैशतक मोहपाश मे्

जकडने के शलए इस्​्ेमाल की करती थी. वही भागीदारी अब वैचाशरक शवरोशधयो् पर हमलावर होने और पशरसरो् मे् अपना बाहुबली प्​्भुत्व कायम करने मे्कर रही है. इसमे् सव्ा​ाशधक शचंताजनक स्वथशत है, वह यह शक शैश्कक पशरसरो् मे् पूरा प्​्शासशनक अमला भी इस काम मे् शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद की हौसला आिज्ाई और पुश्तपनाही करने मे् लगा हुआ शदि रहा है. बनारस शवश्​्शवद्​्ालय मे् शवशजशटंग प्​्ोिेसर संदीप पाण्डेय को शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद के नेताओ् ने कुलपशत पर दबाव बनाकर शनकलवाया जाता है और जब छात्​् संदीप पाण्डेय के पक्​् मे् मुशहम शुर् करते है्. तो उन पर भी रोकथाम की कोशशशे् शुर् की जाती है्. उसी दौरान संपूण्ा​ानंद संव्कृत शवश्​्शवद्​्ालय मे् एनएसयूआई के बैनर पर छात्​्संघ अध्यक्​् का चुनाव जीते शजते्द् श्​्िवेदी जब छात्​्संघ का उद्घाटन काय्ाक्म 29 जनवरी को रिते है्और पूवा्केद् ्ीय मंत्ी शजशतन प्​्साद को मुख्य अशतशथ के र्प मे् आमंश्तत करते है्. तो अनुमशत शमलने और पूरी तैयारी होने के बाद 27 जनवरी की शाम को इसी शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद के दबाव मे् कुलपशत अचानक काय्ाक्म की अनुमशत शनरस्​्कर देते है्. शिर वही आंदोलन धरना प्​्दश्ान और तनाव. लिनऊ शवश्​्शवद्​्ालय मे्भी कुलपशत से लेकर चीि प्​्ाक्टर पर संघी एजंडा लागू करने का आरोप है. शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद की िुली दादागीरी और छात्​्ाओ्पर शसके्उछालकर उन्हे् प्​्ताशड़त करने वाले पशरषद काय्ाकत्ा​ाओ्पर कोई काय्ावाही नही्हो रही है. जबशक वाम छात्​् संगठनो् के काय्ाकत्ा​ा पशरषद के नेताओ्के एक इशारे पर शनलंशबत कर शदए जाते है्. तो यह असली तव्वीर है. आज के एबीवीपी की जो पशरसरो्मे्भूशमका की इसमे् ना तो कही्ज्​्ान पशरलश्​्कत हो रहा है ना ही शील और एकता.

अब नहीं लड़ेंगे...

झांसा दे गये...

पेज 1 का बाकी से मैदान मे्उतरने की चच्ा​ा थी. वहां से अब तक बुद्देव भट्​्ाचाय्ा चुनाव लड़ते आ रहे थे। वष्ा2011 से पहले तक वे इस सीट से जीतते आ रहे थे, लेशकन शपछली बार के शवधानसभा चुनाव मे् तृणमूल कांग्ेस के मनीष गुप्त ने बुद्देव को इस सीट पर शशकस्​्दे दी थी. शवमान बसु ने कहा शक अगले दो-तीन चरण मे्बाकी सूची भी जारी कर दी जायेगी. शवधानसभा चुनाव के शलए कांग्ेस के साथ संभाशवत गठजोड़ के प्स ् गं मे्शवमान ने कहा शक वाममोच्ा​ा ने अभी एक नारा शदया हैतृणमूल कांग्ेस हटाओ बंगाल बचाओ, भाजपा हटाओ देश बटाओ. उन्हो्ने कहा शक वाममोच्ा​ा से बाहर जो भी दल इस नारे का समथ्ान करे्गे और तृणमूल के शिलाि लड़ेग् ,े मोच्ा​ा उनका साथ देगा. इसमे्कांगस ्े भी शाशमल है. शवमान ने यह भी साि शकया शक कांग्ेस के साथ गठजोड़ की बात कही जा रही है, लेशकन हम इसे गठजोड़ नही्, तालमेल कहते है्। उनका कहना है शक गठजोड़ और तालमेल मे् अंतर होता है. उन्हो्ने कहा शक कांग्ेस के साथ तालमेल को लेकर अभी शवचार-शवमश्ाका दौर जारी है.

पेज 1 का बाकी महंगे शौक कभी नही्र्के. वे लंबे समय से राज्यसभा सदव्य है्. मजे की बात यह शक भारत छोड़्ने से एक शदन पहले तक वे राज्यसभा मे्मौजूद थे. साठ साल के माल्या को अपनी अशधकतर संपश्​्त शपता शवट्​्ल माल्या से शवरासत मे् शमली थी. लेशकन उन्हे् अपनी शवलाशसतापूणा्और भड़्कीली जीवनशैली के शलए ज्यादा जाना जाता है. शनजी यॉट, चाट्डा ा् शवमान, शवदेशी गाश्ड़यां, बंगले, महंगी घश्ड़यां, बडी पाश्टायां उनकी पहचान रही है. एक समय वे जनता पाट्​्ी मे् शाशमल होकर उसके राष्​्ीय उपाध्यक्​् बन गये थे. कन्ाटा क के ख्बू सूरत पहाड़्ी शहर मशडकेरी मे्पैदा हुए माल्या की 2004 क्आम चुनाव के दौरान मशडकेरी मे्ही हुई एक जनसभा मे् यह संवाददाता मौजूद थी. वे रात दस बजे दो सौ लक्जरी कारो्के काशिले मे्मशडकेरी पहुंचे थे. सभी कारे्जनता पाट्​्ी के लाल हरे झंडे के रंग मे्ही पेट् की गई थी्. उनकी सभा रात 11 बजे ित्म हुई थी, वह भी पुशलस के रोकने पर जबशक चुनाव आयोग के शनद्​्ेशो् के अनुसार रीत 10 बजे के बाद कोई जनसभा नही् हो सकती. यानी कानून से िेलना उन्हे्शुर्से पसंद था.


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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

यमुना को और बबंा​ाद कर देंगे शं​ंी शं​ंी

नयी दिल्ली. श्​्ीश्​्ी रशवशंकर का काय्ाक्म देश की राजधानी मे् 11 से 13 माच्ा तक होने वाला है. इस काय्ाक्म को लेकर तमाम शववाद भी हो रहे है्. नेशनल ग्​्ीन श्​्टब्यूनल ने इस काय्ाक्म मे् अड़्ंगा डाल शदया है. नेशनल ग्​्ीन श्​्टब्यूनल ने श्​्ीश्​्ी रशवशंकर के ‘शवश्​् सांव्कृशतक उत्सव’ के आयोजको्से कहा है शक यमुना नदी मे्एंजाइम नही्डाले जाये्. इस मामले मे् कहा गया था शक यमुना के पानी मे् एंजाइम के इस्​्ेमाल से आने वाली बदबू को रोका जा सकता है. वही् इस मामले पर एनजीटी की सुनवाई के दौरान शदल्ली सरकार ने कहा शक हमने आयोजको् से प्​्धानमंत्ी नरे्द् मोदी के आगमन के शलए अलग से व्टेज बनाने को कहा है. हालांशक राष्​्पशत ने इसके शुभारंभ आने से मना कर शदया है. श्​्ीश्​्ी रशवशंकर के काय्ाक्म पर सुनवाई के समय जल संसाधन मंत्ालय ने बताया शक उसने माच्ा11 से 13 तक ‘शवश्​् सांव्कृशतक उत्सव’ की इजाजत नही् दी है. वही् पय्ा​ावरण मंत्ालय को एनजीटी ने िटकार लगायी है. वही् श्​्ी श्​्ी रशवशंकर नेशनल ग्​्ीन श्​्टब्यूनल (एनजीटी) के लगाये जुम्ा​ाने के फै्सले से संतुष् नही् है् और इसके श्खलाफ्अपील करे्गे. एनजीटी ने बुधवार को आट्ाऑफ्लीशवंग फ्ाउंडेशन पर पय्ा​ावरण क्​्शतपूश्ता के शलए पांच करोड़्

र्पये का जुम्ा​ाना लगाते हुए काय्ाक्म को कराने की इजाज्त दे दी थी. एनजीटी का कहना था शक काय्ाक्म जारी रह सकता है, लेशकन काय्ाक्म शुर् करने से पहले िाउंडेशन को जुम्ा​ाने की राशश जमा करानी होगी. फ्ाउंडेशन को इस इलाके को बायोडाइवश्साटी पाक्फ के र्प मे् शवकशसत करने के शलए भी कहा गया है. क्यो्शक श्​्टब्यूनल के शनद्​्ेश के बावजूद मंत्ालय ने कोई हलिनामा दाशिल नही्

मान चुकाये्गे फोि्स का खच्ास! एम कुमार चं डी ग ढ . पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले से शनपटने के शलये भेजी गयी. पैराशमशलट्​्ी िोस्ा का िच्ा​ा के्द् सरकार ने पंजाब सरकार से मांगे जाने पर राजनीशत शुर्हो गयी है. के्द् के मांगे गये छह करोड़् 35 लाि र्पये का पैसा आम आदमी पाट्​्ी के सांसद भगवंत मान और प्​्ो साधू शसंह ने अपने संसदीय कोटे से देने की पेशकश की है. दोनो् सांसदो् ने बकायदा से के्द्ीय गृहमंत्ी राजनाथ शसंह को एक पत्​्शलिा है. भगवंत मान ने कहा शक यह हमला पंजाब पर नही् हुआ था बस्लक ये हमला देश पर हुआ था. उन्हो्ने कहा शक पंजाब इस देश का शहव्सा है. देश की आजादी के शलए सबसे ज्यादा कुबा्शा नयां पंजाब ने दी है.् लेशकन बीती कुछ घटनाओ्को देिते हुए ऐसा लग रहा है शक के्द् सरकार पंजाब को देश का शहव्सा नही्मानती. पठानकोट मे् आतंकी हमला हुआ था. तो के्द् की ओर से पैराशमशलट्​्ी िोस्ा भेजी गयी थी. इसके बाद के्द् ने पंजाब से छह करोड़ 35 लाि र्पये िोस्ाका िच्ामांगा. क्यो्शक पंजाब मे् अकाली दल और भाजपा

शकया. एनजीटी ने आयोजको् से कहा शक आप पूरे काय्ाक्म के दौरान यमुना नदी से पूरी दूरी बना कर रिे रहे्गे. साथ ही एनजीटी के सभी शनद्​्ेशो् का सही तौर पर पालन हो ये भी सुशनश्​्ित करे्गे. वही् ‘शवश्​् सांव्कृशतक उत्सव’ काय्ाक्म पर शदल्ली पुशलस ने कहा शक आयोजन व्थल पर मौजूद िाशमयो्को यशद तुरंत दुर्स् नही् शकया गया. तो वहां भगदड़ और अिरा तिरी मच सकती है.

पुशलस के एक सूत् ने बताया शक एक माच्ा को पुशलस के एक दल ने आयोजन व्थल का मुआयना शकया था और वहां उन्हे् िासकर प्​्धानमंत्ी और अन्य अशत शवशशष्​् व्यस्कतयो्के बैठने के शलए बने मंच मे्कुछ िाशमयां नजर आयी्. वीवीआईपी के शलए बने मंच को जर्री संरचनात्मक प्​्माण पत्​् नही् शमला, शजसके कारण पुशलस को इस संबंध मे् शहरी शवकास मंत्ालय से संपक्फ करना पड़ा. यमुना के बाढ़ के डूब वाले क्​्ेत् मे् प्​्स्ाशवत श्​्ी श्​्ी रशवशंकर का तीन शदवसीय सांव्कृशतक काय्ाक्म शववादो् मे् शघरने के बाद राज्यसभा मे् भी उठा. एनजीटी भी इस मामले पर सुनवाई कर रही है. इस बीच आध्यास्तमक गुर् ने अपील की है शक इसे राजनीशतक मुद्ा न बनाया जाये. भाजपा नेता योगी आशदत्यनाथ ने इस शववाद को अनावश्यक बताया. साथ ही कहा शक ये भारत की छशव शबगाड़ने की साशजश है. आशदत्यनाथ ने यहां संसद भवन पशरसर मे्कहा शक कुंभ के दौरान करोड़ो् लोग नदी शकनारे रहते है्. लेशकन तब पय्ा​ावरण का नुकसान नही् होता है. लेशकन तीन शदन के सांव्कृशतक काय्ाक्म मे्यमुना के प्​्दूशषत होने की बात की जा रही है. यह शववाद अनावश्यक है, यह भारत की छशव को धूशमल करने का कुस्तसत प्​्यास है.

जमीन खोता रामगढ़

पेज 1 का बाकी जेटली, सुषमा व्वराज जैसे वीआईपीज के शलए बुक हो चुके है्. गांव वालो्के शवरोध के बावजूद उनकी जमीन से वहां तक सड़्क ले जायी गयी है. मशहूर शीतला व्टेट हेरीटेज भवन हशरयाणा के एक संभ्ांत पशरवार के पास है. प्यूडा का डाक बंगला कोई पंजाबी सज्​्न लीज पर चलाते है्. श्यामिेत और गागर बहुत पहले हाथ से चला गया था. पास के ब्लॉक धारी मे्पूव्ा राष्​्पशत शंकरदयाल शम्ा​ा का पशरवार भी एक पूरा पहाड़् कंक्ीट के महलो् से सजाये है्. लगता है यहां से शहमालय का शदिना ही यहां के लोगो्के शलए श्​्ाप बन गया है. तल्ला रामगढ़्, नथुआिान, ओड़्ािान, प्यूडा, की गठबंधन की सरकार है. ऐसे मे् शवपक्​्ी शसनौली, भ्याल, किोड़्ा, िेरदा, दनकन्या, दल िास तौर पर आम आदमी पाट्​्ी ने इसे हशरनगर, बड़्ोत, शचन्िान, डेल्कुना, मुद्ा बना शलया है. उनका कहना है शक के्द् गड्गांव, धारी, शीतला, मौना, ल्वेशाल, सरकार पंजाब को अपना शहव्सा ही नही् सरगािेत, गगुवाचैड़्मे्शहमालय दश्ान और मानती है. इसशलए यह िच्ा मांगा जा रहा सड़्क शकनारे की कोई जमीन नही्बची. नव है. इससे पहले भी शवपक्​्ी दलो् ने 26 उपशनवेश के चरण अब गहना तल्ला, जनवरी की गणतंत् परेड से शसि रेशजमे्ट देवि्​्ार, रीठा, दाशड़्म तक भी जा पहुंचे है्. को अलग रिा गया था. इसे भी शवपक्​्ी दलो् कदम कदम पर लै्ड िॉर सेल और प्लाट ने पंजाब का अपमान बताया था. क्यो्शक िॉर सेल के होश्डि्ग लगे है्. मानो पूरा ही अगले साल पंजाब मे्शवधानसभा चुनाव है. पहाड़्नीलामी के शलए तैयार कर शदया गया इसशलए शवपक्​्ी दल इन मुद्ो्को कुछ ज्यादा हो. संपण ू ा्भारतीय शहमालय मे्उत्र् ािंड ही ही तवज्​्ो दे रहे है्. शजससे ज्यादा से ज्यादा वोटस्ा को अपने साथ जोड़ा जाये. इधर ऐसा एकमात्​् राज्य है. जहां कोई भी और सेना के प्​्वक्ता ने बताया शक यह र्टीन है, शकतनी भी जमीन िरीद सकता है. ये नये जब भी पैराशमशलट्​्ी िोस्ाजाती है. तो उनका जमाने के धशनक पहले यहां आकर बसे िच्ा संबंशधत राज्य से शलया जाता है. महादेवी वम्ा​ा, अज्​्ेय, राहुल सांकृत्यायन इसशलए इस मुद्े को तूल नही् शदया जाना जैसे लेिको्और शचंतको्जैसे तो है्नही्शक इनका व्थानीय समाज और उसके सरोकारो् चाशहए.

से नाता बने. इस जमाने के आगंतक ु तो काले धन से भरी थैशलयां लेकर आते है्और 100 नाली, 200 नाली जमीन की मांग करते है्. इतनी जमीन मे् पहाड़् का एक तोक बसा होता है. ऐसे लोगो् को यहां लाते है्, जो व्थानीय नेता, ठेकेदार और प्​्ॉपट्​्ी डीलर शजनके मुंह पर कमीशन का िून लग चुका है. संतो्और साधुओ्के शलए भी उत्र् ािंड हमेशा से अपने आध्यास्तमक अभ्यास की अनुकूल जगह रही है. जो नदी या जंगल की शकसी शांत जगह पर अपनी कुशटया बनाते थे. लेशकन नये जमाने के साधू तो बड़्े बड़्े शरसॉट्स्ाबनाने पर तुल गये है्. बाबागीरी भी यहां काले धन के शनवेश का बड़्ा जशरया बन चुका है. जाशहर है धनी, समथ्ा और सभ्य लोग पहाड़्ो्पर अपने आशशयाने बना रहे है्, और पहाड़् के मूल शनवासी हल्ि्ानी जैसी जगहो् पर 100, 200 गज की जमीन मे् शठकाना तलाश रहे है्. पहाड़् मे् बागवानी, िेती, पशुपालन पर भारी ितरा है. जो बचे रह गये है्, वे या तो ऐसे लोग है्शजनके यहां सड़्के् नही् पहुंची है् या शजनके पास बेचने को जमीन है ही नही्. शहमालय दश्ान वाली जगहे्, शसमार यानी पानी की उपलब्धता वाली जगहे् है्. शजसे काशबल लोग दनादन झटक ले रहे है.् ठेकदे ार लोगो्का सपना अब उन बची-िुची जगहो्पर सड़्के्पहुच ं ाने का है, जहां की जमीन बेची जा सकती है. रामगढ़्ब्लॉक मे्अनुमान है अगले पांच साल मे् ऐसी सभी जगहे् शबक जाये्गी, जो रहने लायक है्. एक तरि व्थानीय लोग

3 राज ठाकरे ने फिर उगला जहर

मुंबई. महाराष्​् नवशनम्ा​ाण सेना (मनसे) के चीि राज ठाकरे ने एक बार शिर मराठी मानुस का मुद्ा उठाया है.बुधवार को एक काय्ाक्म मे् उन्हो्ने गैर मराठी लोगो् का आटो शरक्शा जला देने का िरमान सुनाया .उन्हो्ने आरोप लगाया शक नए ऑटो शरक्शा का रशजव्ट्ेशन गैरमराशठयो्को शदया जा रहा है .राज ठाकरे ने कहा,''जो नए ऑटो शरक्शा गैर-मराशठयो् ि्​्ारा चलाए जा रहे है्, उनके ड्​्ाइवर और पैसज े् र को बाहर शनकालो और ऑटो मे्आग लगा दो. ऐसे ऑटो को सड़्क पर जला दो. उन्हो्ने कहा शक राज्य मे् कई काम शकसी िास को िायदा पहुच ं ाने के शलए हो रहे है.्ये ऑटो रशजव्ट्ेशन उन्ही् मे् से एक है.राज ने शशवसेना पर मराशठयो्के साथ झूठा लगाव शदिाने का आरोप भी लगाया है राज इससे पहले भी मुंबई और महाराष्​् मे् रहने वाले गैर-मराशठयो् के शिलाि शववादाव्पद शटपण्णी कर चुके है्. राज ने आगे कहा शक बीजेपी बजाज ऑटो का िेवर कर रही है.शहर मे् 70 हजार नए ऑटो सड़्को् पर उतरने को तैयार है्. इसके जशरए बजाज ऑटो 1190 करोड़् र्पए कमाई हो रही है.उन्हो्ने कहा शक इस डील के बारे मे्आप सोचे्गे तो आपको पता चलेगा शक बीजेपी और कांग्ेस मे्कोई िक्फ नही् है.शसि्फ डील का तरीका और आकार बदल गया है.

बेहतर जीवन की आस मे् बाहर जा रहे है्. उन्हे्लगता है शकसी होटल मे्बत्ना मांजकर, शकसी िैकट् ्ी मे्दो चार हजार का काम पाकर या शसक्यूशरटी की वद्​्ी पहनकर वे अपनी नयी पीढ़्ी का भशवष्य संवार सके्गे. जबशक कही्दूर देश मे्ऑनलाइन बुशकंग के जशरये कुछ लोग यहां बने अपने शरसॉट्स्ा और होटलो्से प्श्तशदन 30 से 50 हजार या इससे अशधक घर बैठे पा जा रहे है्. उनके कमाने के रास्​्े मे् पहाड़् बाधा नही् है. बस्लक कल्पवृक्का पेड़्है. होटल और शरसॉट्सा्वाले गांव वालो्का पानी अपने मजबूत पपो् से सोि ले रहे है्. शहमालय को अब उनके कमरो् मे् लगे बड़्े शीशो् से ही देिा जा सकता है. उनके पास सूरज की ऊष्मा को सोिकर ऊज्ा​ा पैदा करने वाले संयंत् है्. कुछ कुछ उपशनवेशवादी सेब, आडू, िुबानी, चेरी और प्लम भी उगा रहे है्. शजन्हे वे अपनी गाशड़्यो् मे्भरकर शदल्ली की मंशडयो्मे्बेच भी सकते है.् गांव वालो्के शहव्से वही पैकटे वाला दूध, वही हलि्​्ानी से आने वाली सड़्ी सब्जी और हर तरह का नकली माल. क्या 1994 मे् गांवो् की मशहलाएं और युवक इसी तरह के शवकास के शलए सड़्को् पर उतरे थे? क्या शगद्ा​ा का सपना- धुर जंगल िूल िूलो्, यस मुलुक बडूलो’ इसी उत्​्रािंड के सृजन का सपना था? क्या नरे्द् नेगी इसी- ‘मुट् बोटीक रि’ की बात करते थे? क्या हीरा शसंह राणा इसी शदन को लाने के शलए चीि रहे थे- ‘लव्का कमर बांधा’? (नैनीताल समाचार)



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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

एक िड़क ने बदल दी तस्वीर महिला हिवस पर िावी बाजारवाि

िंजय यादि

सोनभद्​्. बीते एक दशक से शकलर रोड के नाम से बदनाम रहे वाराणसीशस्कतनगर माग्ा के पुनश्नाम्ा​ाण ने नक्सल प्​्भाशवत सोनभद्​् की तव्वीर बदल दी है. सोनभद्​्की लाइि लाइन कहे जाने वाले इस माग्ा पर बीते एक दशक के दौरान सड़क दुघ्ाटनाओ्मे्तीन हजार से ज्यादा लोगो्की मौत हो चुकी है. लेशकन इस माग्ा के िोर लेन होने के बाद दशक भर से व्याप्त ितरनाक स्वथशत मे् व्यापक बदलाव आया है.बीते छः माह मे्इस सड़क पर दुघ्ाटनाओ् मे्तकरीबन रोक लग गयी है. िासकर इस माग्ा पर चलने वाले वाहनो् को भारी राहत शमली है. कािी आधुशनक तरीके से बने इस माग्ासे वाराणसी जाने वाले वाहनो्के समय मे् 50 िीसदी तक की कमी आयी है. वत्ामान मे् इस माग्ा के शनम्ा​ाण की प्​्श्कया अंशतम दौर मे्है. वाराणसी-शस्कतनगर माग्ा के नारायणपुर से हाथीनाला तक हुए नवीनीकरण के बाद मालवाहक वाहनो् की संख्या मे् वृश्द देिी जा रही है. बताते चले की यह माग्ा औधोशगक र्प से प्​्देश के सबसे मुख्य माग्​्ो मे् एक है. इस माग्ा से ओबरा तापीय पशरयोजना,एशशया के सबसे बड़े एल्मुशनयम प्लांट शहंडाल्को,अनपरा

तापीय पशरयोजना,चुक्फ और डाला सीमे्ट िैक्ट्ी, शस्कतनगर शवधुत घर सशहत 20 से ज्यादा बड़ी औधोशगक इकाइयो् का सामान आता जाता है. इसके अलावा डाला-शबल्ली िनन क्​्ेत् से शगट्​्ी और बालू के अलावा नाद्ान कोलिील्ड का कोयला भी इसी माग्ा से प्​्देश के अन्य शहव्सो् तक पंहुचता है. शजसके कारण इस माग्ाका प्​्देश के शवकास मे्बड़ा योगदान रहता है. बीते डेढ़ दशक से इस माग्ा की स्वथशत लगातार खराब होते जा रही थी. शजसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है शक बीते डेढ़ दशक के दौरान ही इस माग्ा पर

सड़क दुघ्ाटनाओ् मे् मरने वालो् की संख्या चार हजार पार कर गयी थी. नक्सल प्भ् ाशवत जनपद होने के कारण जहां सुरक्​्ा एजंशसयो् को आवागमन मे्बाधा उत्पन्न हो रही थी. वही्सबसे बड़ी समव्या आपातकालीन मरीजो्को होती थी. ऐसे सैकड़ो्मामले रहे. शजसमे्समय से वाराणसी नही्पंहुच पाने के कारण मरीज असमय मौत के गाल मे् समा गये. बहरहाल प्​्देश सरकार के इस माग्ाके शनम्ा​ाण मे् शदिायी गयी तेजी ने जनपद की तव्वीर बदल दी है. िासकर इस माग्ा पर लगा शकलर रोड का तमगा भी अब हट गया है.

लखनऊ. प्​्गशतशील मशहला एसोशसएशन (एपवा) और तहरीके-शनव्वां ने अंतर्ा​ाष्ीय मशहला शदवस को मेहनतकश और हाशशये पर छूटी मशहलाओ् के साथ संघष्ा शदवस के र्प मे् मनाया. काय्ाक्म बड़्े इमामबाड़्े के पास गुलाब पाक्फ मे् आयोशजत हुआ. इसमे्मशहला मुद्ो्पर काम करने वाली संव्थाओ्के साथ बड़्ी संख्या मे् श्​्मजीवी, मुस्वलम और वंशचत मशहलाओ्ने भाग शलया. इस अवसर पर हुई सभा मे् उन्हो्ने अपनी समव्याओ्से सभी को अवगत कराया. इस अवसर पर एपवा की राष्​्ीय उपाध्यक्​् ताशहरा हसन ने मशहला शदवस के महत्व पर प्​्काश डालते हुए कहा शक यह कोई त्योहार नही् है. बस्लक यह हम मशहलाओ्के शलए संघष्ाका शदवस है. आज बाजारवादी शस्कतयां मदस्ा, िादस्ाडे आशद की तरह इसे अपने अनुकूल बनाने मे् लगी है्. हम इसका शवरोध करते है्. मशहलाओ्को जो शमला है, वह उनके संघष्ा की देन है. आज मशहलाओ् पर अत्याचार बढ़्े है्. संशवधान मे् बराबरी के बावजूद समाज मे् आज भी पुर्षवादी सोच मौजूद है. शलंग भेद

का दंश हमे् झेलना पड़्ता है. मशहला भ्​्ूण हत्या, बलात्कार, घरेलु शहंसा से लेकर सामाशजक शहंसा कािी बढ़् रही है. अपराशधयो्पर कार्वा ाई नही्हो रही है. िाव्ट ट्​्ैक कोट्ाआज भी दूर की बात है. ऐसी सत्​्ा है जो मनुवादी है. जो मशहला शवरोधी शवचारो् को संरक्​्ण दे रही है. तहरीके शनव्वां की शजला अध्यक्​्रित िाशतमा ने कहा शक मशहला अपराध के संबधं मे्सरकार और पुशलस का रवैया शनंदनीय है. घटनाओ्पर रोक लगाना तो दूर की बात है. मशहलाओ् का थानो् मे् एिआईआर तक शलिना मुस्शकल है. इस अवसर पर सुधा बाजपेई, साझी दुशनया की अंशकता, जनचेतना से मीनाक्​्ी, शवज्​्ान िाउण्डश े न से ऋचा, सहयोग से पोला, आइसा से पूजा शुक्ला, आली से शशवांगी, उम्मीद से अनुराधा, सीमा चंद्ा और कामकाजी मशहला अलमा और मुमताज आशद ने भी अपनी बात रिी. सभी ने इस बात को दोहराया शक मशहलाओ्को जागर्क होने की जर्रत है. अन्याय को सहना भी अन्याय का समथ्ना है. आजादी भीि मांगने से नही् शमली है. इसे हमे्लड़्कर लेना होगा.

बेसहारा बुजुग्ो् का सहारा सीमा पर भू माफिया का बढता दबदबा सिशं​ंनाथ देहाती

क्​्ेत् मे् ग्​्ाम रे्गाली को आधार बनाकर समाज सेवा काय्ा को आंरभ शकया. शवमल संबलपुर. शवमल अग्​्वाल और सजन और सजन ने दबे-कुचले उम्द् राज लोगो्को अग्​्वाल जुड़वा भाई है्. इनके बीच उम्​्का आश्​्य देने का बीड़ा उठाया. अपने मकसद अंतर मात्​्दो घंटे का है. इनके शपता दयानंद को अंजाम तक पहुंचाने के शलए दोनो्भाईयो् अंग्ेजी दवा की दुकान चलाते है्. साथ ही ने झुमरलाल दयानंद अग्​्वाल मेमोशरयल समाज के गरीबो् के प्​्शत मदद की भावना ट्​्व्ट की व्थापना की. जहां बुजुग्ो् के शलए रिते है्. यही्से इन दोनो्जुड़वा भाईयो्के व्वाव्थय् और उनके रहन-सहन मे्गुणात्मक मन मे् समाज सेवा का जो भाव पैदा हुआ, बदलाव पर शोधकाय्ा को बढ़ावा शदया. वह शनरंतर बढ़ता रहा. शवमल अग्​्वाल सजन अग्व् ाल बता रहे थे शक इस सामाशजक मानते है् शक समाज-सेवा की प्​्ेरणा उन्हे् संव्था के माध्यम से शजतने भी सामाशजक सरोकार के काय्ा शकए शजंदगी के हर मोड़ पर जाते है्. वे बहुत ही शमली. कहते है् शक शन:व्वाथ्ा, ईमानदारी अपने इद्ा-शगद्ाशजतनी और जमीनी हकीकत चीजे् घशटत होती है्. से जुड़ा है. यही वजह वह जीवन को शकसी है शक बुजुग्ा-बेसहारो् न शकसी तरह से के ज्वलंत समव्याओ् प्​्भाशवत करती है्. का समाधान के शलए अग्व् ाल बंधु एक ऐसी शबना शासकीय मदद घटना का शजक्​् करते से शनदान हो रहा है. है्, शजसे देि उनका अभी हाल ही मे ् इस सामाशजक संव्था ने मन अंदर से पीशड़त हो उठा था. उनके दज् ा न ो् ग् ा ् मीण इलाको् मे ् पहु ं च कर बुजुग्ाआसपास के ग्​्ामीण बच्​्ेकड़ाके की ठंड़ मे् कंपकपा रहे थे. दूसरी तरि बुजुग्ामशहला- बेसहारो् के आश्थाक, सामाशजक और पुर्ष का बुढ़ापा ही उसके जीवन की कशठन असंतुशलत शवषमता पर शरसच्ा डाटा तैयार चुनौती थी. ऊपर से रोजमर्ा​ा की शजंदगी ने शकया. हालांशक हेलथ् पर भी इस संवथ् ा ने इस उनके जीवन को और कशठन कर शदया था. शपछड़े क्​्ेत्मे्ढ़ेर सारे काय्ाशकए है्. यहां के इसे देि इतने द्​्शवत हुए शक शवमल और लोगो्ने शुक्वार को बताया शक शवमल और सजन ने तभी से कमजोर और उम्​्दराज सजन की तरह हर नागशरक व्वव्थ्य बुजुग्ा बेसहारो्के शलए जमीनी स्​्र पर काम करने और साि समाज की कल्पना कर ले्, तो हाशशए पर िड़े बुजुग्ो् को समाज की का संकल्प ले शलया. उन्हो्ने पश्​्िम ओशड़शा के वनवासी मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है.

िंजीि शं​ंीिासं​ंि बहराइच. उच्​्न्यायालय के शनद्श ्े ्ो के बावजूद शजले मे् अवैध र्प से सरकारी जमीनो् पर भू-माशिया कब्जा करने मे् लगे है्. ग्​्ामीण क्​्ेत्ो् मे् ग्​्ामसभा की िाली पड़ी जमीन, सरकारी िशलहान, चकमाग्ा और तालाब सशहत शहरी क्​्ेत्ो् की भी सरकारी जमीनो् पर अवैध कब्जा जारी है. कब्जा करने वाले इन जमीनो्पर रातो्रात शनम्ा​ाण भी कर लेते है्. इसमे् साफ तौर पर राजव्व शवभाग, ग्​्ाम पंचायत और नगर पाशलका प्​्शासन की शमलीभगत है. शजसके चलते दबंग भू-माशिया ऐसी जमीनो्पर अवैध र्प से कब्जा कर रहे है्. साथ ही जमीन को जर्रतमंदो् मे् बेचना भी शुर् कर शदए है्. लेशकन प्​्शासन इस ओर से बेपरवाह बना हुआ है. अवैध कब्जदे ारो्मे्कई नाम नेपाली नागशरको्के भी है्. जनपद बहराइच मे्तकरीबन 40 साल पहले राजव्व शवभाग ने चकबंदी का काय्ा संपन्न कराया था. शजससे शजले के ग्​्ामीण और शहरी इलाको मे् जमीन, िशलहान चकमाग्ा, चारगाह, व्कूल बनाने और जल शनकास आशद के शलऐ पय्ा​ाप्त जमीने् छोड़ी थी्. इसके अलावा प्​्त्येक गांव मे् स्वथत तालाब, पोिरो्, जलाशयो्और जल शनकास के शलऐ भी जमीन आरश्​्कत करते हुऐ राजव्व अशभलेिो्मे्दज्ाशकया गया था. शजन्हे्बेचा और िरीदा नही्जा सकता है. लेशकन शजले मे्ये काम बड़े धड़ल्ले से हो रहा है. यहां के शलऐ जीवन दाशयनी मानी जाने वाली सरयू मे्

पानी की कमी हो जाने से तमाम इलाका सूि गया था. लेशकन सरयू का सूिना भूमाशियाओ् के शलए वरदान साशबत हो गया है. ये लोग पहले ऐसी जमीनो् पर बाड़ा लगाकर पशुओ् को बांधना शुर् करते है्. उसके बाद राजव्व शवभाग से साठगांठ करके जमीन पर अपना कब्जा जमा लेते है्. बहराइच हुजूरपुर माग्ा से सटे हुऐ मक्​्ा पुरवा और बारापथर इलाके मे्टेढ़ी नदी शजसे कटी ताल भी कहते है्, इस पर इन भूमाशियाओ्ने पूरी तरह कब्जा कर शलया है. यही् पास के गुल्लावीर मंशदर पशरसर के शनकट शझगंहा अरदव घाटक्​्ेत्सूिीपूरा जेल

रोड क्​्ेत्के आस पास सैकड़ो्एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है. यहां तक शक शमशान घाट और मंशदर पशरसर की जमीन को भी भूमाशिया नही् छोड़ रहे है्. भू-माशियाओ् ने ग्​्ाम समाज और सरकारी जमीन को अपना बताकर नेपाली नागशरको् तक को काशबज करवा शदया है. सीमावत्​्ी इलाको मे् स्वथत गांव केवलपुर, जैतापुर, शशवपुर मोहरशनया, सशहजना, मोतीपुर और बलईगांव मे् िशलयान और चारागाह तक की जमीन पर आवासीय शनम्ा​ाण जारी है. जैतापुर गांव मे् महंगी जमीनो्पर िुद राजव्व कश्मायो्ने ही कब्जा जमा शलया है.


6 रइम

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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

वसयासत की भेंट चढ़ा भारत-पाक मैच

शिलाशड़यो् की शहिाजत हमारे शलए ज्यादा जर्री है. हमारे सुरक्​्ा सालहकारो् और पीसीबी ने जो शचंता जताई थी उसे हमने ध्याम मे्रि कर यह िैसला शकया. उन्हो्ने कहा शक मै्यह साि कर देना चाहता हूं शक आइसीसी को सभी राज्य सरकारो्ने भरोसा शदलाया है शक सुरक्​्ा के बेहतर इंतजाम शकए जाएंगे. हमे्उन पर भरोसा है और उम्मीद है

सकती है. अनुराग शहमाचल प्​्देश श्​्ककेट एसोशसएशन के अध्यक्​् भी है् और हमीरपुर से भाजपा के सांसद भी. लेशकन हाल मे् उनकी बड़ी पहचान श्​्ककेट बोड्ा के सशचव के तौर पर उभरी है. धम्ाशाला मे्शवश्​्कप टी-20 टून्ा​ामे्ट मे्भारत-पाशकस्​्ान का मैच नही्होना उनके शलए बड़ा झटका है. उनकी कोशशशो् से ही इस प्​्शतश्​्षत टून्ा​ामे्ट का सबसे ‘बड़ा मुकाबला’ धम्श ा ाला मे्होना था लेशकन अंशतम समय मे् मैच को कोलकाता व्थानांतशरत कर शदया गया. बुधवार को अनुराग ने भी इस बात को साि शकया. उन्हो्ने कहा शक वीरभद्​्शसंह ने शिर साशबत शकया शक देश और प्​्देश की प्​्शतष्​्ा उनके शलए महत्व् पूणा्नही्है. उनके शलए महत्व् पूणा् पशरवार और शिर पाट्​्ी है. अनुराग ने कहा शक हमने अपनी तरि से हर कोशशश की लेशकन मुखय् मंत्ी तैयार नही्हुए. ऐसा पहली बार हुआ है जब शकसी प्​्देश का मुख्यमंत्ी इस बात पर अड़ जाए शक मैच का आयोजन शकसी भी सूरत मे्होने नही्दे्ग. जबशक इस तरह के प्​्शतश्​्षत टून्ा​ामे्ट के आयोजन के शलए हर देश कोशशश करता है. यह पहले ऐसे मुख्यमंत्ी है् शजन्हो्ने कहा शक वे मैच का आयोजन नही् होने दे्गेय हमने मैच के आयोजन के शलए अपना सब कुछ दांव पर लगा शदया था. हमने यहां सुशवधाओ्से लैस व्टेशडयम का शनम्ा​ाण करवाया. शवश्​् कप

शक टून्ा​ामे्ट सुरश्​्कत माहौल मे् िेले जाएंगे. यह पूछे जाने पर शक क्या बीसीसीआइ या शहमाचल प्​्देश श्​्ककेट संघ पर इसे लेकर शकसी तरह की कार्ावाई आइसीसी करेगा, शरचड्ासन ने कहा शक हमे् हालात का अंदाजा है. भारत बड़ा देश है और कई वजहो्से यहां जशटलता भी है. यो्भी हर आइसीसी टून्ा​ामे्ट मे् कई बार इस तरह के हालात पैदा हो जाते है्. आइसीसी का बीसीसीआइ पर भरोसा बरकरार है. पहली बार आठ जगहो् पर 59 मैच िेले जाएंगे. मशहलाओ् के मैच भी साथ-साथ हो्गे. अमूमन तीन-चार जगहो् पर ही मैचो् का आयोजन होता रहा है. ऐसे मे् कई तरह की चुनौती आती है. उम्मीद है शक हम इन चुनौशतयो्से पार पा कर बेहतर ढंग से शवश्​् कप का समापन करे्गे. भारत-पाशकस्​्ान मैच धम्ाशाला से कोलकाता व्थानांतशरत शकए जाने से भारतीय श्​्ककेट कंट्ोल बोड्ाके सशचव अनुराग ठाकुर बेहद आहत और दुिी है्. उनके चेहरे पर शलिी मायूसी की इबारत साि पढ़ी जा

मैचो्का आयोजन बड़ी उपलस्बध थी लेशकन भारत-पाशकस्​्ान का मैच नही्होने से प्​्देश की छशव पर असर पड़ा है. अनुराग ने कहा शक उनके रवैये से मुल्क और राज्य की छशव िराब हुई है. अनुराग का मानना है शक शहमाचल सरकार की नकारातमक सोच की वजह से जो माहौल बना है वह देश के शलए ठीक नही्है. उन्हो्ने कहा शक वीरभद्​्शसंह ने लगातार बयान बदले और भावनात्मक ब्लैकमेल शकया. आइसीसी के सामने भी उन्हो्ने ऐसे हालात पैदा कर शदए थे जो इससे पहले उसके सामने नही्आए थे. अनुराग के इस बयान से ही उनकी पीड़ा समझी जा सकती है. पंद्ह शदनो् से वीरभद्​् शसंह पर शसयासी हमला करने से वे बच रहे थे. लेशकन मैच के ध्ामशाला से कोलकाता व्थानांतशरत होते ही अनुराग ने वीरभद्​् पर आक्​्मण शकया है. अब बारी वीरभद्​्की है. देिते है्शक वे क्या जवाब देते है.् लेशकन इस शसयासी रंशजश मे् नुकसान तो बहरहाल प्​्देश के लोगो्का ही हुआ है. वे अच्छा मैच देिने से वंशचत रहे है्.

म्ाशाला मे्19 माच्ाको होने वाला टी20 शवश्​्कप मे्भारत और पाशकस्​्ान के बीच िेला जाने वाला मैच आशिरकार शसयासत की भे्ट चढ़ गया है. शवश्​्कप के सबसे महत्​्वपूण्ामैच अब धम्ाशाला मे्नही िेला जाएगा. अंतरराष्​्ीय श्​्ककेट पशरषद (ंआइसीसी) ने सुरक्​्ा कारणो् का हवाला देते हुए इसे अब कोलकाता मे् व्थानांतशरत कर शदया है. दरअसल शहमाचल प्​्देश के मुख्यमंत्ी वीरभद्​् शसंह ने मैच मे् सुरक्​्ा के सवाल पर हाथ िड़े कर शदए थे. सवाल उन्हो्ने देशभस्कत का उठाया था और अपनी इस गुगली से उन्हो्ने के्द्की भारतीय जनता पाट्​्ी सरकार और भारतीय श्​्ककेट कंट्ोल बोड्ा के महासशचव अनुराग ठाकुर को बैकिुट पर ला िड़ा शकया था. हमीरपुर के भारतीय जनता पाट्​्ी के सांसद और शहमाचल प्​्देश श्​्ककेट संघ के अध्यक्​्अनुराग ठाकुर से उनके शरश्ते लंबे समय से तल्ि रहे है्. प्​्देश मे्कांग्ेस की सत्​्ा संभालने के बाद ही वीरभद्​् शसंह ने शहमाचल प्​्देश श्क ् केट संघ और धम्श ा ाला के व्टशे डयम को लेकर अपनी मंशा साि कर दी थी. उन्हो्ने व्टेशडयम को लेकर हुए गड़बड़झाले पर सवाल उठाए और गलत तरीके से जमीन लीज पर शदए जाने का मुद्ा उठाया. मामला अदालत तक जा पहुंचा था. वीरभद्​्शसंह और पूवा्मुखय् मंत्ी प्म्े शसंह धूमल के बीच शसयासी घमासान के बीच ही उन पर आय से अशधक संपश्​्त का मामला चला और सीबीआई ने वीरभद्​् के शिलाि केस दज्ाकर मामले की जांच शुर्कर दी. ऐसा माना जारहा है शक के्द् की भाजपा सरकार के इशारे पर ही सारा िेल िेला गया. हद तो तब हो गई जब उनकी बेटी की शादी के शदन ही सीबीआई ने उनके आवास पर छापा मारा था. तब यह भी कहा था शक वीरभद्​्की बेटी ने ही भाजपा अध्यक्​्अशमत शाह के शिलाि िैसले देकर उन्हे्प्​्देश से बाहर कर शदया था. ऐसा कहा जारहा है शक केद् ्की सरकार ने इस का बदला वीरभद्​्की बेटी से शलया था. आरोप प्म्े शसंह धूमल और अनुराग ठाकुर पर भी लगे थे. इस घटना से वीरभद्​् आहत थे और भाजपा नेताओ् से दो-दो हाथ करने को

तैयार भी बैठे थे. मौका भारत-पाशकस्​्ान जैसा महत्​्वपूण्ा मैच को लेकर शमला. अनुराग ठाकुर की प्​्शतष्​्ा इससे जुड़ी थी और वे हर कीमत मे् इस महामुकाबले का आयोजन धम्ाशाला मे् करना चाह रहे थे. लेशकन वीरभद्​् ने उनकी उम्मीदो् पर पानी िेर शदया. उन्हो्ने संवेदनशील मुद्ा उठाया. देशभस्कत को अपने तरीके से पशरभाशषत शकया और प्​्देश के शहीदो् को इससे जोड़ कर अनुराग के सामने संकट िड़ा शकया. वीरभद्​्ने साि शकया शक शहीदो्के पशरजन भारत-पाशकस्​्ान मैच का आयोजन प्​्देश मे् कराने के पक्​्मे्नही्है.् जाशहर है शक उन्हो्ने इसे सुरक्​्ा का मामला बता कर अपने हाथ िड़े कर शदए. उन्हो्ने साि शकया शक वे जन भावना को आहत करने के पक्​् मे् नही् है्. प्​्देश के लोगो् की भावना पाशकस्​्ान के शिलाि है और अगर वे शकसी तरह का प्​्दश्ान करते है् तो वे उन पर गोली नही् चला सकते. शहीदो् के पशरजनो् ने प्​्दश्ान और सड़क जाम करने जैसी धमकी दी थी. आइसीसी के सामने इसे लेकर संकट तो था ही, पाशकस्​्ान श्​्ककेट बोड्ा ने भी िूल प्​्ूि सुरक्​्ा का सवाल उठा कर टीम को तब तक भेजने से मना कर शदया था, जब तक सरकार पाशकस्​्ानी शिलाशड़यो् की सुरक्​्ा

की गारंटी नही् लेती. पीसीबी ने सुरक्​्ा के इंतजामो्का जायजा लेने तीन सदव्यीय दल भी भेजा था. धम्ाशाला मे् मैच के आयोजन को लेकर लंबे समय से गशतरोझ चल रहा था. आशिरकार कािी पसोपेश के बाद धम्ाशाला से मैच छीन कर आइसीसी ने कोलकाता को सौ्प शदया. आइसीसी के मुखय् काय्क ा ारी अशधकारी

पं​ंदेश मेंकांगंेस की सतं​ंा संभालने के बाद ही वीरभदं​ं ससंह ने सहमाचल पं​ंदेश सं​ंिकेट संघ और धमंमशाला के संटेसियम को लेकर मंशा साफ कर दी थी. उनंहोंने संटेसियम को लेकर हुए गड़बड़झाले पर सवाल उठाए. डेव शरचड्ासन ने कहा शक सुरक्​्ा कारणो्से मैच को कोलकाता व्थानांतशरत शकया जारहा है. पीसीबी ने शिलाशड़यो् की शहिाजत को लेकर शचंता जताई थी और हमने बीसीसीआइ और संबंशधत राज्य इकाइयो्के साथ मश्​्शरे के बाद धम्ाशाला से मैच कोलकाता व्थानांतशरत करने का िैसला शकया. शरचड्ासन ने कहा शक शहमाचल प्​्देश के मुख्यमंत्ी के बयान के बाद मैच मे्सुरक्​्ा को लेकर हमारी शचंता बढ़ी. इस मैच के दौरान प्​्दश्ान करने की चेतावनी दी गई थी. जाशहर है शक इन धमशकयो्से हम शचंशतत थे. हमारी शचंता शिलाशड़यो् को हर तरह से महिूज रिने की थी और इसके बाद ही हमने िैसला शकया शक मैच धम्ाशाला की बजाय कोलकाता मे्कराया जाए. शरचड्ासन ने कहा शक आइसीसी के पास मैच शकसी दूसरी जगह कराने के अलावा और कोई शवकल्प नही् था. हमने हर पहलू पर गौर करने के बाद यह िैसला शकया है. उन्हो्ने कहा शक आइसीसी और बीसीसीआइ ने यह िैसला कािी दुिी मन से शलया है लेशकन


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अमरनाथ

पर्यावरण

11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

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पूरे गांव मे् कै्िर, बेखबर िरकार

म्​्ेद् की उम्​् 21 साल भी नही् हुई थी. बीती जनवरी मे् उसकी मौत कैस ् र से हो गयी. उसके कई अंगो्मे्कै्सर िैल गया था. कै्सर का पता चलने के करीब चार महीने बाद कोलकाता के पीजीआई अव्पताल मे्उसकी मृत्यु हो गयी. उसकी मां मीना देवी के शसर पर बालो् के बीच करीब दो साल से एक िोड़्ा हो गया है. पहले इससे कोई परेशानी नही्थी. अब िून झलक रहा है. हाथ और पैर के नािून पीले पड़्जाते है्, शिर शगर जाते है्. धम्​्ेद् के शपता अथ्ा​ात रामकुमार यादव व्वयं लगातार सरदद्ा और शरीरदद्ा से परेशान है्. शसि्फबैठे रहने का मन करता है. पर बैठे रहने से कैसे चलेगा? मजदूर आदमी है.् पेट भरने के शलये दैशनक मजदूरी ही करना होता है. उनका गांव ‘शतलक राय का हाता’ बक्सर शजले के शसमरी प्​्िंड मे्गंगा के तट पर है. शतलक राय के हाते का बकायदा सव्​्ेक्ण हुआ है. इसकी शरपोट्ा 2015 मे् प्​्काशशत हुई. आस्​्ेशनकोशसस का िैलाव देिकर अध्ययनकत्ा​ा चौ्क गये. यहां के अशधकांश शनवाशसयो् मे् आस्​्ेशनकोशसस के लक्​्ण शदिते है्. आस्​्ेशनकोशसस के लक्​्ण त्वचा, हथेली और पैर के तलवे पर पहले शदिते है्. चमड़्ी का रंग बदल जाता है. सिेद छी्टे जैसे दाग हो जाते है्. तलवो् मे् कांटे जैसे शनकल आते है.् हथेली मे्चमड़्ेके नीचे कांटेदार व्थल बनने से तलहटी िुरदुरी हो जाती है. आंतशरक अंगो्पर असर बाद मे् शदिता है. यह असर कैस ् र की शक्ल मे्होता है. आंत, लीवर, िेिड़्े और दूसरे अंगो् मे् कैस ् र के मरीज शमले है.् पेयजल मे्आस्श्ेनक होने की वजह से शबहार के शजन गांवो् मे् कै्सर िैल रहा है, उनमे् यह गांव भी है. अध्ययन महाबीर कै्सर संव्थान और शोध के्द्के डॉ अर्ण कुमार ने शकया था. उनके साथ सात शोधकत्ा​ाओ् की टीम थी. के्द् सरकार के शवज्​्ान और तकनीक मंत्ालय की सहायता से हुए अध्ययन की शरपोट्ा 28 अप्ल ्ै 2015 को प्क ् ाशशत हुई. तब कैस ् र के

6 मामले शमले, चार की मौत हो गयी थी. पूरा साल गुजर गया, सरकार की ओर से कोई कार्ावाई नही् हुई. शकसी का इलाज कै्सर से्टर मे्नही्हुआ. आस्​्ेशनकोशसस के शशकार गरीब लोग ठीक से इलाज भी नही्करा पाते. धम्द्े ्का इलाज कराने की कोशशश हुई. पर बचाया नही् जा सका. उसके बाद 25 वष्​्ीय मुलायम यादव की मौत हो गयी. राजेशर् ी देवी, सीता देवी और कमल बसिरवार धीरे-धीरे मौत की ओर बढ़्रहे है्. गांव मे् कै्सर के शकतने रोगी है्? नही् कहा जा सकता क्यो्शक शकतनो् की बीमाशरयो् की जांच ही नही् हुई. आस्​्ेशनक प्​्भाशवत इलाके मे्चम्ारोग सबसे पहले शदिते है्. इस गांव मे् 28 िीसद लोगो् को हाईपर केराटोशसस और मेलोनोशसस 31 िीसद लोगो् मे् पाये गये. आंत की बीमाशरयो् मे् 86 िीसदी लोगो्को गैव्ट्ीक, 57 िीसद लोगो्को लीवर संबधं ी रोग, 46 िीसद लोगो् को पाचन और भूि की कमी जैसे रोग है्. चौ्काने वाली सूचना यह है शक लोगो् की

प्​्जनन क्​्मता पर भी असर पड़् रहा है. नपुंसकता (एजूसपरशमया) 9 मद्​्ो् और 6 औरतो्मे्बांझपन शदिा. 137 मशहलाओ्का

आस्​्ेशनकोशसस के गंभीर लक्​्णो्का शदिना है. दस िीसद बच्​्ो् की हथेली और तलुवो् मे् हाईपर केराटोशसस के लक्​्ण शदिने लगे है्. व्कूल के बच्​्े उस नल का पानी पीने के शलये शववश है्. शजसके पानी मे् आसं​ंेसनकोससस के लकं​ंण तंवचा, आस्श्ेनक की उपस्वथशत 100 पीपीबी से हथेली और पैर के तलवे पर पहले ज्यादा है. सदखते हैं. चमड़ंी का रंग बदल जाता उल्लेिनीय है शक शवश्​्व्वाव्थ्य है. सफेद छींटे जैसे दाग हो जाते हैं. संगठन और अमेरीकी पय्ा​ावरण सुरक्​्ा ्सी ने पेयजल मे् आस्​्ेशनक की तलवोंमेंकांटे जैसे सनकल आते हैं. एजे अशधकतम सीमा 10 पीपीबी शनध्ा​ाशरत हथेली मेंचमड़ंेके नीचे कांटेदार की है. पर भारत समेत कई देशो्मे्इसे 50 पीपीबी मान शलया गया है. लेशकन संथल बनने से तलहटी खुरदुरी हो इस पूरे गांव के भूजल मे् आस्​्ेशनक जाती है. आंतसरक अंगोंपर असर 100 पीपीबी से अशधक है. अशधकतम बाद मेंसदखता है. यह असर कैंसर स्​्र 1908 पीपीबी दज्ा शकया गया. पड़्ोस के गांव शसमरी मे् तो 1929 की शकंल मेंहोता है. पीपीबी आस्​्ेशनक शमला. यह स्​्र शबहार मे्सव्ा​ाशधक है. अब तक सव्ा​ाशधक स्​्र भोजपुर शजले माशसक-चक्​् शबगड़् गया है. जो दूसरी बीमाशरयो् का संकेत है. सबसे ितरनाक के पांडेय टोला मे् 1861 पीपीबी पाया गया प्​्ाथशमक और मध्य शवद्​्ालयो्के बच्​्ो्मे्भी था. पूरे क्​्ेत्मे्शवशभन्न कामो्के शलये भूजल

पर शनभ्ारता है. पेयजल नलो्से आता है और शसंचाई के शलये नलकूप चलाये जाते है्. उस पानी की गुणवत्​्ा जांचने के शलये हर पचास मीटर पर स्वथत नल का पानी एकत्​् शकया गया. शुर्आती जांच मे्शजन नलो्के पानी मे् अशधक आस्श्ेनक शमला, ऐसे 120 नमूनो्को गहन जांच के शलये प्​्योगशाला लाया गया. इन नलो्का पानी इस्​्ेमाल करने वाले 120 लोगो् के रक्त के नमूने भी शलये गये. प्​्योगशाला मे् उनकी जांच और नतीजो् का शवश्लेषण शकया गया. चौ्काने वाले पशरणाम शमले. गांव की आबादी 5348 है. उनमे् 1530 लोगो् से पानी के उपयोग के बारे मे् बातचीत की गयी. शजसमे्औरत, मद्ा, बच्​्े, बुढ़्े सभी थे. जो सालो् से अशधक आस्​्ेशनक वाला पानी पी रहे है्. शजससे उनके रक्त की संरचना बदल गयी है. डॉ अर्ण ने ऐसे लोगो् की सूची बनायी है. शजनका रक्त ितरनाक ढंग से जहरीला हो गया है. रक्त मे्आस्​्ेशनक की अशधकतम मात्​्ा 664.7 पीपीबी दज्ा शकया गया. टून्नी देवी के रक्त मे् 462 पीपीबी, शभिारी यादव 337 पीपीबी, गोपालजी यादव 364 पीपीबी, जगन्नाथ यादव 243 पीपीबी आस्​्ेशनक पाया गया. इससे लोगो्को चम्ारोग और कै्सर तो हो ही रहे है्, नपुंसकता का ितरा नजर आता है. आस्श्ेनक की उपस्वथशत 60 िीट से एक सौ िीट की गहरायी वाले नलो्मे्ज्यादा है. जगन्नाथ यादव बताते है् शक हमारे नल का पानी कुछ देर रिने के बाद पीला पड़्जाता है. बत्ान पर गहरे दाग पड़्गये है्. हम िाना बनाने और पीने के शलये पानी बाहर से लाते है्. उस पानी मे् दाल नही् गलती, काली हो जाती है. जगन्नाथ यादव के घर लगा नल ही नही्, गांव के अशधकतर नलो् के आसपास पीले गहरे दाग शदिे. 350 पचास िीट गहरे नल का पानी साि है. लेशकन गांव मे् ऐसे केवल तीन नल है्. गांव मे् साफ पानी की भीषण समव्या है. लेशकन सरकार और एनजीओ कोई सरल उपाय नही्बना सके है.् (इंदडया वाटर पोट्टल)


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ववचयर

11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

भगतों की चांदी है!

इस संप्दाय मे् दीश्​्कत हुए आप अपने को बचाए रि पाएंगे, इस पर शक है. आप भगत है् तो हर जगह और मौके आपके शलए िुले है्. शंभूनाथ शुकंल भगतो् के शलए हर चैनल, हर अिबार अपने दरवाजे िोले रिता जकल भगतो् की चांदी है. भले वे है और मंत्ी, सांसद व शवधायक गण मोदी भगत भाजपाई हो् या मोदी भी. राजनीशत मे् ऐसी भगतशगरी शवरोधी भाजपाई अथवा केजरी भगत या पहली बार देिी गई है. कई दिे तो कन्हैया के भगत. आप जब तक भगत नही् लगता है शक भगतशगरी भांड़्शगरी बनते कही् भी शटक नही् सकते. चाहे वह बनती जा रही है. वच्ाुअल मीशडया हो या मेनव्ट्ीम मीशडया. भगतो् ने ऐसा घटाटोप मचा आपको अपनी ईष्​् का गुणगान करना ही रिा है शक यह तय करना मुस्शकल पड़्ेगा और इतना अशधक शक आपका इष्​् होता जा रहा है शक सच क्या है. वाकई मे् अलौशकक प्​्तीत होने लगे. इष्​् को मोदी भगत कहते है्शक जब से मोदी आए भारत भी यही पसंद है और जनता को भी भगत बनना का नाम दुशनया मे् सबसे ऊपर हो गया इतना ही पसंद है. भगत भीड़् बढ़्ाते है् और भीड़् से ज्यादा शक अमेशरका व यूरोप आज भारत से वोट शमलते है्. हर भगत दूसरे के भगत को घबराने लगे है्. जबशक हकीकत यह है शक भ्श्मत और कुशं ठत बताता है पर सत्य यह है शक पाशकस्​्ान मे् बैठे आतंकी पठानकोट हमला भगत संप्दाय का आतंक इस कद्​्है शक शबना करा देते है्और प्​्धानमंत्ी मोदी नवाजशरीि

की दावत उड़्ाने मे् तल्लीन रहते है्. दूसरे भगतो्का कहना है शक मोदी ने कुछ नही्शकया शसवाय अपने शलए सूट शसलवाने के और दुशनया-जहान घूमने के. केजरी भगतो्का दावा है शक केजरी ने चार साल के राजनैशतक कैशरयर मे्वह कर शदिाया जो आजादी के बाद

बतकही से आज तक न तो कांग्ेस सरकारे् कर पाई्न शवपक्​्की. यहां तक शक वे केजरी को आम आदमी का मसीहा बताने मे् गुरेज नही् करते. और कहते है् शक केजरी ने शदल्ली की तव्वीर बदल दी. दूसरी तरि सच यह है शक शदल्ली की तव्वीर तो बदली है इस मायने मे्शक शदल्ली मे् न तो सड़्के्बची है्न िुटपाथ और न ही शबजली न पानी. तीसरी तरि है् कन्हैया के भगत शजसे उनके अनुयायी कृषण ् से भी बड़्ा मसीहा और जेपी से बड़्ा छात्​् आंदोलन िड़्ा करने वाला बताते है.् जबशक कन्हयै ा की शगरफ्तारी देशद्​्ोह के आरोप और जवाहर लाल नेहर्यूनीवश्साटी मे आपश्​्तजनक नारे लगाने के चलते हुई थी. जो कन्हैया कभी तो अपने को हर पीशड़्त मानवता के शवर्द् िड़्ा होने का दावा करता है वह जेल से आते ही िुद को उन सारे छात्​्ो्

तासक िामासिक िमरिता क़ायम रहे

सिरदौि ख़ान

तक छीन ली गयी. हालत यह है शक अब उनकी जमा पूंजी पर भी आंिे्गड़ा ली गयी गा-जमुनी तहजीब हमारे देश की र्ह है्. पाई-पाई जोड़ कर जमा शकए गये पीएफ है. संतो्-फकीरो् ने इसे परवान चढ़ाया और ईपीफ पर टैक्स लगा कर उसे भी हड़प है. प्​्ेम और भाईचारा इस देश की शमट्​्ी के लेने की साशजश की गयी. नौकरीपेशा लोगो् जर्​्े-जर्​्ेमे्है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक के शलए पीएफ और ईपीएफ एक बड़ा हमारे देश की संव्कृशत के कई इंद्धनुषी रंग आश्थाक सहारा होता है. मरीजो् को भी नही् देिने को शमलते है्. प्​्ाकृशतक तौर पर बख्शा जा रहा है. दवाओ् यहां तक शक ् दवाओ्के दाम भी बहुत ज्यादा शवशवधता है, कही्बफ्फसे ढके पहाड़ है,् कही् जीवन रक्क घने जंगल है्, कही्कल-कल करती नशदयां बढ़ा शदये गये है्, ऐसे मे्ग़रीब मरीज अपना है्, कही् दूर-दूर तक िैला रेशगस्​्ान है, तो इलाज कैसे करा पाये्गे. इसकी सरकार को कही्नीले समन्दर का चमकीला शकनारा है. कोई शफक्​्नही्है. समाज मे् हाशशये पर रहने वाले तबको् शवशभन्न इलाको् के लोगो् की अपनी अलग की आवाज को भी कुचलने की कोशशश की संव्कॄशत है, अलग भाषा है, अलग रहनजा रही है . आशदवाशसयो् को उजाड़ा जा रहा सहन है और उनके िान-पान भी एक-दूसरे से काफी अलग है्. इतनी शवशभन्नता के बाद भी सबमे्एकता है, भाईचारा है, समरसता है. लोग एक-दूसरे के सुि-दुि मे्शाशमल होते है्. देश के शकसी भी इलाके मे्कोई मुसीबत आती है, तो पूरा देश इकट्​्ा हो जाता है. कोने-कोने से मुसीबतजदा इलाके के शलए मदद आने लगती है. मामला चाहे, बाढ़ का हो, भूकंप का हो या शिर कोई अन्य हादसा हो. सबके दुि-सुि साझा होते है्. लेशकन अफसोस की बात है शक बीते दो सालो् मे् कई ऐसे वारदात हुए है्, शजन्हो्ने सामाशजक समरस्​्ा मे् जहर घोलने की है. जल, जंगल और जमीन के शलए संघष्ा कोशशश की है. सांप्दाशयक सद्​्ाव को चोट करने वाले आशदवाशसयो्को नक्सली कहकर पहुच ं ाने की कोशशश की है. अमीर और ग़रीब प्त् ाशड़त करने का शसलशसला जारी है. हद तो के बीच की िाई को और गहरा करने की यह है शक सेना के जवान तक आशदवासी कोशशश की है. मजहब के नाम पर लोगो्को मशहलाओ् पर जुल्म ढहा रहे है्, उनका बांटने की कोशशश की है. जाशत-पांत के नाम शारीशरक शोषण कर रहे है्. दशलतो् पर पर एक-दूसरे को लड़ाने की कोशशश की जा अत्याचार बढ़ गये है्. जुल्म के शखलाफ रही है. इसके कई कारण है्, मसलन अमीरो् बोलने पर दशलतो्को देशद्​्ोही कहकर उन्हे् को तमाम तरह की सुशवधाएं दी जा रही है्. सरेआम पीटा जाता है. गाय के नाम पर उन्हे्टैक्स मे्छूट दी जा रही है, उनके टैक्स मुसलमान शनशाने पर है्. अपने हक के शलए माफ शकए जा रहे है्, उनके कज्ामाफ शकए आवाज उठाने पर उन्हे् दहशतगद्ा करार दे जा रहे है्. ग़रीबो्पर शनत-नये टैक्स का बोझ शदया जाता है. आशखर क्यो् हो रहा है ये सब? क्या डाला जा रहा है. आये-शदन िाद्​्ान्न और शसफ् फ सत्​्ा के शलए, सत्​्ा बचाये रिने के रोजमर्ा​ा मे् काम आने वाली चीजो् के दाम शलए? शासन के मामले मे् समाज मे् चार बढ़ाये जा रहे है्. ग़रीबो् की थाली से दाल

गं

तबके होते है्. शासक वग्ाकहता है शक हमे् सत्​्ा चाशहए, बदले मे्तमाम सुशवधाएं लो. व्यापारी वग्ाकहता है शक हमसे धन लो और तुम शासन करो, लेशकन हमे् व्यापार करने दो, हमारी धन-दौलत की सुरक्​्ा करो. धाश्माक वग्ा कहता है शक तुम शासन करो, बस हमे्सुि-सुशवधाएं देते रहो, हम जनता को उलझाये रिे्गे, ताशक वह अपने अशधकारो्के शलए आवाज न उठा सके. और बेचारी जनता वही देिती, सुनती और करती है, जो ये तीनो्वग्ाउससे चाहते है्. दादरी के अख्लाक कांड मे्शजस तरह एक बेकसूर व्यस्कत पर बीफ िाने का इल्जाम लगाकर उसका कत्ल शकया गया, उसने मुसलमानो् के शदल मे् असुरक्​्ा की

भावना पैदा कर दी. उन्हे् लगने लगा शक वे अपने देश मे्ही महफूज नही्है्. देश के कई शहव्सो् मे् बीफ-बीफ कहकर कुछ असामाशजक तत्वो् ने समुदाय शवशेष के लोगो् के साथ अपनी रंशजश शनकाली. शजस तरह मुस्वलम देशो् मे् ईश शनंदा के नाम पर ग़ैर मुसलमानो्को शनशाना बनाया जाता रहा है. वैसा ही अब हमारे देश मे् भी होने लगा है. दरअसल, भारत का भी ताशलबानीकरण होने लगा है. दशलतो्पर अत्याचार के मामले आये-शदन देिने-सुनने को शमलते रहते है्. आजादी के इतने दशको् बाद भी दशलतो् के प्​्शत लोगो् की सोच मे् कोई खास बदलाव नही् आया है. गांव-देहात मे् हालात बहुत खराब है्. दशलत न तो मंशदरो् मे् प्​्वेश कर

सकते है्और न ही शादी-ब्याह के मौके पर दूल्हा घोड़ी पर चढ़ सकता है. उनके साथ छुआछूत का तो एक लंबा इशतहास है. बीते शदनो्आरक्ण ् की मांग को लेकर हशरयाणा मे् हुए उग्​् जाट आंदोलन ने सामाशजक समरसता को चोट पहुंचाई है. आरक्​्ण के नाम पर लोग जाशतयो्मे्बट गये है्. जो लोग पहले 36 शबरादरी को साथ लेकर चलने की बात करते थे, अब वही अपनी-अपनी जाशत का राग आलाप रहे है्. अंग्ेजो् की नीशत थी- िूट डालो और राज करो. अंग्ेज तो शवदेशी थे. उन्हो्ने इस देश के लोगो्मे्िूट डाली और और एक लंबे अरसे तक शासन शकया. उन्हे् इस देश से प्यार नही् था. लेशकन इस वक्त जो लोग सत्​्ा मे् है्, वे तो इसी देश के वासी है्. शिर क्यो् वे सामाशजक सद्​्ाव को खराब करने वाले लोगो्का साथ दे रहे है्. उन्हे्यह कतई नही्भूलना चाशहए शक जब कोई शसयासी दल सत्​्ा मे् आता है, तो वह शसफ्फ अपनी शवचारधारा के मुट्ी भर लोगो् पर ही शासन नही् करता, बस्लक वह एक देश पर शासन करता है. इसशलए यह उसका नैशतक दाशयत्व है शक वह उन लोगो्को भी समान समझे, जो उसकी शवपरीत शवधारधारा के है्. सरकार पाट्​्ी शवशेष की नही्, बस्लक देश की समूची जनता का प्​्शतशनशधत्व करती है. सरकार को चाशहए शक वह जनता को शफजूल के मुद्ो्मे् उलझाये रिने की बजाय कुछ साथ्ाक काम करे. सरकार का सबसे पहला काम देश की एकता और अिंडता को बनाये रिने और देश मे्चैन-अमन का माहौल कायम रिना है. इसके बाद जनता को बुशनयादी सुवाधाएं मुहैया कराना है. बाकी बाते् बाद की है्. सुनहरे भशवष्य के ख्वाब देिना बुरा नही्है, लेशकन जनता की बुशनयादी जर्रतो् को नजरअंदाज करके उसे सब्ज बाग़ शदिाने को शकसी भी सूरत मे्सही नही्कहा जा सकता. बेहतर तो यह होगा शक चुनाव के दौरान जनता से शकये गये वादो् को पूरा करने का काम शुर्शकया जाये.

से अलग कर लेता है जो उसके साथ नारे लगा रहे थे. और अचानक वह िौजयो्, पुशलशसयो् का िैरख्वाह बन जाता है. शजस कन्हैया की लाइन तक तय नही्है वह शकस आधार पर पूरे देश के छात्​्ो्का नेता बन गया. जाशहर है ये भगत शकसको आसमान पर चढ़्ा दे्गे और शकसे अचानक जमीन पर ला पटके्गे कुछ पता नही् चलता. मगर मजा देशिए शक भगतो् की ही चांदी है. हर भगत परव्पर एक-दूसरे के ईष्​् की शनंदा भले करे मगर भगत संपद् ाय को लेकर बड़्ा सचेत रहता है. उसकी यह इच्छा बलवती रहती है शक भगतो् का संकट न पडऩे पाए इसशलए वह अन्य संपद् ाय के भगतो्को िौरन शचंशहत कर देता है. जरा भी आपने उसके ईष्​् की गस्लतयो् को पकड़्ा नही्शक िौरन भगत ितवा दे देगा शक वह तो अमुक का भगत है. यानी आप शनष्पक्​् नही्है्या तो एक्स के भगत है्या वाई के और इसी के आधार पर आपकी उपयोशगता साशबत की जाएगी.

सोशल मीविया

ऐसे बदनाम होगा जेएनयू?

भक्तो्का शगरोह जेएनयू को बदनाम करने के शलए पूरा जोर लगाये बैठा है. पशरसर के एक आयोजन मे् देश शवरोधी नारे लगाने वालो् को तो शदल्ली पुशलस पकड़् नही् पा रही है और जेएनयू छात्​्संघ के अध्यक्​् कन्हैया कुमार को शजस वीशडयो के आधार पर देशद्​्ोह का मुकदमा ठोक कर जेल भेज शदया गया. उसे जमानत शमल जाने और पय्ा​ाप्त सबूत के नाम पर िज्​्ी वीशडयो चलाये जाने की चच्ा​ा के बीच देशभक्तो् का उत्साह कम नही् हुआ है. इसी क्​्म मे् कन्हैया की शनंदा करने की कोशशश बदस्​्ूर जारी है. यह अलग बात है शक अपनी बुश्दमत्​्ा पूण्ाकोशशशो्से भक्तो्ने कन्हयै ा को सीधे प्ध ् ानमंत्ी की बराबरी मे् िड़्ा कर शदया है. यह अलग बात है शक िोटो शेयर करने या व्हाट्सएप्प पर िॉरवड्ाकरने से पहले कौन इतना शदमाग लगाता है. िेसबुक पर यह िोटो भी िैलायी जा रही है. शजसमे् कन्हैया के साथ बैठी इस मशहला को जेएनयू मे् प्​्ोिेसर कहा जा रहा है और यह शदिाने की कोशशश की जा रही है शक जेएनयू मे् छात्​्ो् और प्​्ोिेसर के संबंध ऐसे होते है्. इसमे् मशहला कौन है और उसकी छशव की शचन्ता भी नही्की गयी है और ना ही चेहरे को शछपाने की कोई जर्रत समझी गयी. एक वेबसाइट पर मुझे यह तव्वीर शमली शजसमे् मशहला को ब्लर कर शदया गया है. इस वेबसाइट की िबर के मुताशबक स्टवटर पर लोग इस िोटो को जमकर शेयर कर रहे है्. समाचार शलिे जाने तक यह िोटो 387 बार शेयर शकया जा चुका है. जबशक इसे 221 लाइक शमले है्. लोगो् ने इस पर कमे्ट भी शकये है्. बताइये है ना बड़्ी िबर? आपको पता ही नही्चली. संजय कुमार दसंह


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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

राजकाज तू डार-डार

रे्द्मोदी के सत्​्ा मे्आने के बाद शजस तरह से शवशभन्न मंत्ालयो् मे् टकराव बढ़्ा है. उसका शायद ही पहले कभी कोई उदाहरण देिने को शमला हो. कुछ समय पहले सरकारी िच्ा मे् कटौती करने के शलए शवत्​्मंत्ालय ने एक आदेश जारी कर

रहा था. वहां वह 126 मे् से 69 सीटो् पर आगे रही थी. अगर उसका प्​्द श्ान लोकसभा जैसा रहा तो उसे अकेले बहुमत शमल सकता है और उस गशणत से कांग्ेस तीसरे नंबर की पाट्​्ी बन जायेगी. लेशकन ज्यादातर नेता मान रहे है् शक शवधानसभा मे् गशणत बदलेगा. पश्​्िम बंगाल मे् भारतीय जनता पाट्​्ी 294 मे्से शसि्फ24 सीटो्पर आगे रही थी. माना जा रहा है शक नरे्द् मोदी की सुनामी के बावजूद वह शसि्फ 24 सीटो् पर आगे रही. ऐसे मे् शवधानसभा चुनाव मे् लेफ्टकांग्ेस और तृणमूल के आमने-सामने के मुकाबले मे् भाजपा को बहुत मुस्शकल होने वाली है. केरल मे् भाजपा शसि्फ चार सीटो् पर आगे रही थी. इस बार पाट्​्ी ने एसएनडीपी की राजनीशतक शािा बीडीजेएस से तालमेल शकया है. तब भी इससे ज्यादा सीटो् की उम्मीद नही् की जा सकती है. तशमलनाडु मे् भाजपा को सात सीटो् पर बढ़्त शमली थी, इस बार भी पाट्​्ी के नेता इससे ज्यादा उम्मीद नही्कर रहे है्.

बादल-मजीशठया पर भरोसा है. सो डूबने तक साथ-साथ का भाजपा यशद िैसला करती है. तो एसजीपीसी पर अकाली की मांग के मुताशबक सरकार झुकेगी. पर संसद सत्​्के मौजूदा हालातो्मे्यह काम आसान भी नही् है.

जेएनयू ने उड़ाई नींद

रो

शहत वेमुला और जेएनयू के मुद्े पर भले ही भाजपा और संघ बड़्ी-बड़्ी बाते्कर रहे हो पर सच्​्ाई यह है शक दोनो् ही इनके राजनीशतक पशरणामो् को लेक र कािी शचंशतत है. उन्हे् यह डर सताने लगा है शक कही्इन मुद्ो्पर भाजपा के र्ि को लेकर आम जनता के बीच गलत संदेश न चला जाये. हाल ही मे्संघ मे्शीष्ास्​्र पर से बदलवाये. यह मामला पुराना है. शहसाब इस बारे मे् शवचार हुआ और अशिल से इस मुद्े के साथ अकाली राजनीशत का भारतीय शवद्​्ाथ्​्ी पशरषद के छात्​्नेताओ्ने उग्​्वादी धड़्ा अपनी राजनीशत करता रहा भी इस बारे मे् सं घ पदाशधकाशरयो् को है . इसमे् एसजीपीसी चु नाव मे् शसि्फ जानकारी दी. तभी इन मामलो् मे् संघ का के श धारी शसि वोट करे्, यह शजद्​् है. बचाव करने की रणनीशत बनी. सं घ के शवचारको् और टेलीशवजन मतलब सहजधारी शसि बाहर हो्. वक् त ाओ् ने जे ए नयू छात्​् संघ के अध्य क्​् वैचाशरक तौर पर भाजपा को इसका समथ्ान जपा से कांग्ेस की िुन्नस तो समझ नही् करना चाशहए. पं जाब मे् सहजधारी कन्है या कु मार की इस बात का िंड न मे्आती है पर अब तो उसके कारण शसि और पंजाबी भाजपा के समथ्ाक रहे शकया शक सं घ प्​्मुि रहे एमएस राम भी कांग्ेस के शनशाने पर आ गये है्. है्. लेशकन अकाली लीडरशीप इस समय गोलवलकर ने इटली के िासीवादी नेता हाल ही मे् कांग्ेसी सांसद और पूव्ा मंत्ी आप की चुनौती के आगे परेशान है. साि मुसोशलनी से मुलाकात की थी. संघ ने इस मनोहर शसंह शगल ने एक घटना का शजक्​् लग रहा है शक आगामी शवधानसभा चुनाव पर कन्हैया से मािी मांगने को कहा. बाद शकया. उनका कहना था शक हम सबने मे् अकाशलयो् और बादल पशरवार को लेने मे् जे ए नयू के प्​्ोिे स र मकरंद परांज पे ने शवदेश मंत्ालय के आला अिसरो्की आये रामायण मे् शबरी की कहानी पड़्ी है. जो के दे ने पड़्े्गे. तभी के श धारी बनाम जेएनयू छात्​्ो् के बीच कहा शक कन्हैया ने शदन होने वाली शवदेश यात्​्ा पर रोक लगा शक भील थी, यह भी पढ़्ा शक शबरी ने अपने सहजधारी के भावनात्मक मसले को तूल गलतबयानी की थी. गोलवलकर नही्, दी. उसने कहा शक इसके शलए दुतावास मे् बस्लक एक दू सरे नेता बीएस मुंजे ने बे र चिकर राम को शदये थे. असली सवाल शदया जा रहा है. तैनात राजनशयको् की से वाये् ली जानी मु सोशलनी से मुलाकात की थी. इसके बाद तो यह है शक राम ने उस अनु स ू श चत जाशत अकाली दल ने मोदी सरकार को चाशहए जर्र त पड़्ने पर व्काइप का सं घ के प्​्वक्ता और आक्​्ामक हुए है्. की मशहला के जू ठ े बे र िाये थे भी या नही् . सं स द मे ् सं श ोधन का अल् ट ीमे ट म शदया है . इस्​्ेमाल शकया जा सकता है. जबशक बहरहाल, सं घ की शचंता का अंदाजा यह पू छ े जाने पर जहां सदन मे ् सं स दीय यशद सरकार ऐसा नही्करती है तो अकाली शवदेश मं त्ा लय का मानना है शक इस बात से भी लगता है शक उसके एक काय् ा राज् य मं त ् ी नकवी बगले झां क ने लगे दल एनडीए से बाहर होगा. उसके मंत्ी अंत्ाराष्​्ीय राजनशयक कैसे काम करते है्. एनजीओ सोसायटी अगे्व्ट कान्स्फलक्ट एंड वहां उन् ह ् े शवपक् ् ने भी उनके इस सवाल का कैशबनेट से हटे्गे. शहसाब से यह भाजपा के इसका शवत्​् मंत्ालय को अनुमान ही नही् है. वे तो आमने-सामने बै ठ कर अहम मसलो् को सुल झाते है्, जो शक कािी गोपनीय और गंभीर प्​्कृशत के होते है्. वैसे शवदे श मं त्ा लय भी कहां चु प बै ठ ने वाला था. वह बाकी मंत्ालयो् के तमाम आला अिसरो् की शवदे श यात्​्ा की िाइलो् को दबाकर बैठ गया है. उन्हे् बहुत आराम से शनपटाया जा रहा है. इसी कारण हाल ही मे् फ्​्ांस मे् होने वाली एक अहम कांफे्स मे् गृह और शवत्​् मं त्ालय के अिसरो् का प्​्शतशनशध मंडल जा ही नही् पाया क्यो्शक उन्हे् शवदे श मं त्ा लय से स्कलयरे्स नही् शमली थी.

वाली संघ की प्​्शतशनशध सभा की बैठक मे् व्वंय सेवको् और संघ पदाशधकाशरयो् के सामने इन तथ्यो् को रिा जायेगा और कांग्ेस, लेफ्ट के प्​्चार का जवाब देने को कहा जायेगा.

यह तो सेमीफाइनल है

प्​्ैल और मई मे् पांच राज्यो् के शवधानसभा चुनाव हो रहे है्. सवा

राजनीचत का चिकार

भा

चुनाव से चचंचतत भाजपाई

पां

च राज्यो् मे् शवधानसभा चुनावो् की तारीि का ऐलान हो जाने के साथ ही भाजपा के रणनीशतकारो् की शचं ता बढ़् गयी है. उनकी सबसे बड़्ी शचंता यह है शक क्या वे लोकसभा मे् चुनाव मे् हाशसल सिलता को बनाये रि सके्गे . इसकी वजह यह है शक लोकसभा के बाद शजन राज्यो् मे् भाजपा जीती. वहां भी लोकसभा के मुकाबले उसके वोट कम हुए. शवधानसभा चुनाव मे् उसे उतनी सीटो् पर बढ़्त नही्शमल पायी. शजतनी पर लोकसभा मे् शमली थी. तभी पांच राज्यो् को लेकर पाट्​्ी नेताओ् मे् शचंता है्. लोकसभा चु नाव मे् भाजपा का प्​्दश्ान असम मे् सबसे अच्छा

- साभार

मेज थपथपाकर व्वागत शकया.

शलए शपंड छुड़्ाने का मौका है. अकाली दल से नाता तोड़् कर भाजपा यशद शवधानसभा चु नाव अके ले लड़्े तो उसकी कुछ साि जाब मे् अकाली दल और भाजपा का बचेगी. अशमत शाह ने साल भर पहले ऐसा एलायंस ितरे मे्है. अकाली दल और सोचा भी था. ले शकन अब हालात बहुत प्​्काशशसंह बादल, सुिबीर बादल ने के्द् बदल गये है्. पं जाब के मामले मे् सरकार पर दबाव बनाया है शक वह शनण्ायकत्ा​ा अर्ण जेटली है्. वे अकाली से गुर्ि्ारा प्​्बंधक कमेटी के एक्ट को संसद एलायं स के पु राने पैरोकार है्. उनका

अकाली गठबंधन संकट मेंे

पं

हेट की ओर से एक काय्ाशाला आयोशजत की गयी. शजसमे् संघ के काय्ाकत्ा​ाओ् को इन दोनो्घटनाओ्की वास्​्शवकता के बारे मे् बताया गया. के्द्ीय मानव संसाधन शवकास मं त्ी व्मृ शत ईरानी भी इस काय्ाशाला मे् शाशमल हुई् और उन्हो्ने भी तथ्य सामने रिे. बताया जा रहा है शक अगले हफ्ते राजव्थान के नागौर मे् होने

आठ सौ सीटो्पर होने वाले इस चुनाव को अगले साल होने वाले सात राज्यो्के चुनाव का सेमीिाइनल माना जा रहा है. इन पांच चुनावो् से तय होगा शक अगले साल के चुनाव कैसे लड़्ेजाये्गे. अगले साल दो ऐसे चुनाव है्, शजनको लोकसभा चुनाव का सेमीिाइनल माना जा रहा है. अगले साल जनवरी-िरवरी मे् उत्​्र प्​्देश का चुनाव होगा और नवंबर-शदसंबर मे् गुजरात का चुनाव होगा. इन दोनो्के नतीजो्से देश की राजनीशत की शदशा तय होगी. अप्​्ैल-मई मे् शजन राज्यो् मे् चुनाव हो रहे है्, उनमे् हर राज्य मे् एक अलग गठबंधन बना है. पश्​्िम बंगाल मे् कांग्ेस और लेफ्ट शमल कर चुनाव लड़् रहे है्, जबशक केरल मे्दोनो्का गठबंधन आमनेसामने एक-दूसरे से लड़्ेगा. इसमे् पश्​्िम बंगाल मे् हुआ राजनीशतक तालमेल सबसे अहम है. इसके नतीजो् से पता चलेगा शक अगले साल होने वाले चुनाव मे् शकस तरह का गठबंधन बनेगा. अगर कांग्ेस-लेफ्ट का प्​्दश्ान अच्छा रहता है तो पंजाब मे् दोनो् शमल कर लड़्े्गे और शहमाचल प्​्देश मे् भी दोनो्के बीच सीटो्का एडजव्टमे्ट होगा. अगले साल भाजपा शवरोधी पाश्टियो्को ज्यादा ताकत लगानी है. अगले साल शजन सात राज्यो् मे् चुनाव होना है, उनमे् से पंजाब, गोवा और गुजरात मे् भाजपा सत्​्ा मे् है. और वह उत्​्र प्​्देश और उत्​्रािंड और शहमाचल प्​्देश की सत्​्ा हाशसल करने के शलए चुनाव मे् उतरेगी. तभी भाजपा के कम असर वाले राज्यो् मे् शवपक्​्ी पाश्टियां गठबंधन करके या सीटो् की एडजव्टमे्ट करके इस बात की थाह लेना चाहती है्शक भाजपा को रोकने के शलए शबहार वाला िाम्ाूला शकतना कारगर होता है. भाजपा और कांग्ेस दोनो् उभर रही तीसरी ताकत आम आदमी पाट्​्ी की है, जो इस बार चुनाव मैदान मे् नही् है, लेशकन अगले चुनाव मे् उसे भाजपा को चुनौती देनी है. कहा जा रहा है शक इन पांच राज्यो् के नतीजो् से उसका भी िाम्ाूला तय होगा.


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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

महादलित मलहिाओं का ‘मंयूलिकि बैंड’

िंजय कुमार पटना. अंतरराष्​्ीय मशहला शदवस पर शबहार मे् मशहला सशस्कतकरण के शवशवध आयामो्को शवशभन्न आयोजनो्मे्देिा गया. सरकारी, गैरसरकारी, राजनीशतक दलो्, संव्थाओ् जैसे हर आम िास जगहो् पर

मशहला सशस्कतकरण का संकल्प शदिा. संघष्ासे अपनी जमीन बनाने वाली मशहलाएं शदिी्. तो वही् शबना संघष्ा के परंपराओ् मे् शमली जमीन वाली मशहलाएं भी है्. इन सबके बीच एक िास बात रही है. वह पटना के पास स्वथत ढीबरा गांव की महादशलत मशहलाओ्के बनाये गये ‘शबहार की मशहला

चलती सफरती सकताब थे आडवाणी

िीरेंदं यादि

बु

धवार को लिनऊ के अंतर्ा​ाष्ीय ख्याशत के पुस्क शवके्ता राम आडवाणी गुजर गये. 95 साल के आडवाणी शवगत कुछ महीनो्से कूल्हे की हड्​्ी टूटने के बाद से घर तक सीशमत होकर रह गए थे. इसके पूव्ा इस आयु मे् भी वे शनयशमत र्प से बुकशाप पर आते थे. दरअसल वे महज पुस्क शवके्ता नही थे बस्लक पुस्क संव्कृशत मे् गहरे से रचे बसे थे. अंग्ेजी पुसक ् ो्के स्र् ीय शवकेत् ा के र्प मे्वे देशशवदेश के शवि्​्ानो् के बीच सुपशरशचत थे. शवशलयम डेलशरम्पल और मुशीर्ल हसन सरीिे जाने शकतने ले ि क - शव ि्​्ा न उनके जशरये ही देश-शवदेश से पुस्के् मंगवाते थे. उनकी बुकशाप अंग्ेजी के पुस्कप्​्ेशमयो् के शलए एक अड्​्ा और आकष्ाण का बड़ा के्द् थी. मै् अपने छात्​् जीवन याशन लगभग पांच दशको् से उनसे शमलता और बशतयाता रहा था. वे संव्मृशतयो्के भण्डार थे. शवभाजन के बाद पहले शशमला मे् उन्हो्ने पुस्क व्यवसाय शर्शकया लेशकन जल्दी ही वे लिनऊ आ गए और आचाय्ा कृपलानी के सहयोग से उन्हो्ने पहले गांधी आश्​्म पशरसर मे् और बाद मे् मेिेयर शबस्लडंग मे्अपनी बुकशाप शुर्की. उनकी

बुकशाप के शवशजटस्ामे्नेहर्, इंशदरा गांधी, शिरोज गांधी से लेकर जाने शकतने ख्यातनाम पुस्कप्​्ेमी राजनेता, नौकरशाह और एकेडेशमक्स थे. शहर की साशहस्तयक और सांव्कृशतक गशतशवशधयो् मे् उनकी गशरमामयी उपस्वथशत रहती थी. उनके बेटे र्कुन आडवानी का अंग्ेजी लेिक और परमाने्ट ब्लैक के प्​्काशक के र्प एक जाना-पहचाना व्यस्कतत्व है. लेशकन वे अब लम्बे समय से शहर छोड़ चुके है्, इसशलए नही लगता शक 'राम आडवाणी बुकसेलस्ा' अब अपने उस व्वर्प मे् बना रह पायेगा शजस व्वर्प मे्यह था. रा म आडवाणी जी की अव्वव्थता के साथ ही इसके पराभव के संकेत शमलने लगे थे. हम लिनऊ वाशसयो् के शलए सचमुच यह दुिद है शक राम आडवाणी के जाने के साथ पुस्को् का यह लै्डमाक्फ भी अब दृश्य ओझल होने को है. लिनऊ मे् हजरतगंज की शजस मेिेयर शबस्लडंग मे्यह बुकशाप थी, पहले उस शबस्लडंग मे् स्वथत शहर का लै्डमाक्फ मेिेयर शसनेमा और क्वाशलटी रेस्रां बंद हुआ, शिर श्​्िशटश काउस्नसल लायि्र्े ी और अब राम आडवाणी बुक सेलस्ा का बन्दी के कगार पर होना अवसादकारी है. बुजुग्ा और रहनुमा राम आडवाणी को अंशतम प्​्णाम.

म्यूशजकल बै्ड’ को मंच देना है. शादीशववाह और अन्य समारोहो् मे् बै्ड बजाने वाली मशहला म्यूशजकल बै्ड ने मशहला शदवस के शदन नृतय् कला मंशदर मे्म्यशू जकल बै्ड बजा कर पुर्षवादी समाज को जता शदया शक शलंग आधाशरत कोई काम नही् होता. होता है तो शसि्फजज्बा से शजसके शलए पुर्ष होना जर्री नही्है. समाज और अपने पुर्षो् से थप्पड़ िाने वाली महादशलत िेशतहर मशहलाओ्ने ‘मशहला म्यशू जकल बैड् ’ बना कर गैरबराबरी वाले समाज और अपने पुर्षो् को तमाचा मारा है. तमाजे की गूंज को म्यूशजकल बै्ड मे् बदला और बता शदया शक हम भी पुर्षो् से कम नही्है. शबहार की मशहला म्यूशजकल बै्ड की गूंज को पुर्ष सत्​्ा ने कुचलने का भी काम शकया. बै्ड से जुड़ी सोना देवी को उसके पशत ने इसशलये बेरहमी से थप्पड़ मारा था शक वह महादशलत बै्ड पाट्​्ी मे् शाशमल होकर बाजा बजा रही है. थप्पड़ की मार से सोना को ही नही् बस्लक मशहला सशस्कतकरण को दबाने की पूरजोर कोशशश हुई. लेशकन सोना देवी ने अपने जज्बे को बरकरार रिा. हार का सामना उसके पशत

को ही करना पड़ा. शबहार की राजधानी पटना के पास दानापुर प्​्िंड के ढीबरा गांव की 12 महादशलत मशहलाओ् ने अगस्​् 2013 मे् सामूशहक र्प से एक क्​्ांशतकारी कदम उठाया था. जो सशदयो् से चली आ रही सामाशजक वज्ना ाओ्को तोड़ने का काम कर रही है. मशहला म्यूशजकल बै्ड से जुड़ी सभी मशहलाएं िेशतहर मजदूर है्. जो पटना के अलावा अन्य शहरो् और गांवो् मे् जाकर शादी-शववाह और समारोहो् मे् म्यूशजकल बै्ड बजाते हुए मजबूती से अपनी उपस्वथशत दज्ा कराती है्. शुर् मे् इन्हे् देि लोग आि्य् ा्व्यक्त करते है.् लेशकन जैसे ड्म् पर उनकी थाप पड़ती है और संगीत के व्वर शनकलते है्. पुर्ष समाज का मुंह िुला का िुला रह जाता है. नारी गुंजन संव्था के आश्थाक सहयोग से बना यह संगीतमयी समूह ‘संगम बै्ड’ के नाम से जाना जाता है. म्यूशजकल बै्ड की मशहलाएं शववाशहत होने के अलावा अशशश्​्कत है्. इनके उपर आधुशनकता भी हावी नही् है. घरेलू मशहलाओ्की तरह ही ये रहती और प्​्स्ुशत देती है्.

ये मशहलाएं आशदत्य गौतम के शनद्​्ेशन मे्रोज एक घंटे शरयाज करती है्. जब पहली बार पेशेवर र्प मे्मशहलाओ्ने बै्ड बजायी तो उन्हे् 500 र्पये शमले. शबहार का यह एकमात्​् म्यूशजकल बै्ड है. शजसकी सदव्य केवल महादशलत समाज की मशहलाएं है्. इनके हर काय्ाक्म का मेहनताना 10,000 र्पये है. बै्ड की ये मशहलाएं न केवल आत्मशनभ्ार बनी्, बस्लक अपने और आसपास के गांवो् की मशहलाओ् को घरेलू शहंसा के प्​्शत जागर्क भी करती है्. शुर्मे् इस बै्ड मे् 12 मशहलाएं थी. लेशकन शिलहाल दस ही सश्​्कय है. महादशलत मशहलाओ्ने 2013 मे्जो ’म्यूशजकल बै्ड’ शुर्शकया था. वह शबना र्क-े थके जारी है. वे केवल बै्ड ही नही् बजाती बस्लक दूसरी मशहलाओ् को संदेश भी देती है्. यह संदेश मशहला शदवस पर शदया जाये तो मशहला सशस्कतकरण को बल शमलता है. लेशकन दुभ्ा​ाग्य यह शक शबहार मीशडया की नजर इन पर नही् पडी. मशहला शदवस पर आयोशजत कई काय्ाक्मो् से अिबार के पन्ने पटे रहे लेशकन एक अदद तव्वीर भी ‘मशहला म्यूशजकल बै्ड’ को नसीब नही्हुई.

कामकाजी, िुद की पहचान के शलए जद्​्ोजद करती नजर आये्गी. अकादशमकसाशहस्तयक दुशनया से ये शबल्कुल उलट छशव है. संगोष्​्ी मे् पक्​् शसनेमा पर बात करते हुए युवा शिल्म आलोचक शमशहर पंड्ा ने बताया शक शहंदी शसनेमा हमेशा नायक प्​्धान होता है. शजसमे नाशयका का काम नायक को उत्कष्ातक पहुच ं ाना होता है. स्​्ी को के्द्मे्रिकर शसनेमा इशतहास पर बात

करते हुए 'मदर इंशडया' से इधर की 'क्वीन' और 'मसान' जैसी समसामशयक शिल्मो्की चच्ा​ा की. मदर इंशडया के क्लाइमेक्स पर बात करते हुए 'राधा मां' को भारत मां का सुपर इंपोज् होते हुए बताया शजसका सीधा संबंध आज्ाद भारत मे प्​्ेम के मानक को गढ़्ना था. 1995 मे्आयी सुपर शहट शिल्म 'शदलवाले दुल्हशनया ले जाये्गे' को उदारीकरण,भूमंडलीकरण से जोड़्कर देिते हुए थम्स अप जैसे उत्पादो्को शसनेमा के संकशे तक र्प से व्वीकारने की बात कही. संगोष्​्ी मे् मौजूद बड़ी संख्या मे् शवद्​्ाश्थायो्ने दोनो्वक्ताओ्से अपने सवाल पूछे. संगोष्​्ी के प्​्ारंभ मे्दोनो्वक्ताओ्का पशरचय देते हुए शहंदी शवभाग के अध्यापक डॉ पल्लव ने कहा शक शसनेमा और टीवी की आलोचना को अकादशमक बहसो् की गंभीरता के स्​्र पर शचंतन योग्य बनाने मे् शवनीत और शमशहर के लेिन की बड़ी भूशमका है. दोनो्अशतशथयो्, सेल की छात्​्ाओ् और डॉ नीलम शसंह ने दीप प्​्ज्वलन कर आयोजन का शुभारम्भ शकया. संगोष्​्ी मे् शहंदू कालेज के अशतशरक्त बाहर के कालेजो् से भी अध्यापक और शवद्​्ाथ्​्ी उपस्वथत थे.

स्क्ीन पर स्​्ी

नयी दिल्ली. मशहला शदवस के उपलक्​्य मे् शहंदू कॉलेज के वीमे्स डेवलपमे्ट सेल ने एक संगोष्​्ी का आयोजन शकया. शजसका शवषय व्क्ीन पर स्​्ी था. शजसमे्मीशडया और शिल्मो्से जुड़े कई शवशेषज्​् शाशमल हुए और उन्हो्ने इस मुद्ेपर अपनी राय भी व्यक्त की. टेलीशवजन अपने चशरत्​्ो् को पहले लोकश्​्पय बनाता है और शिर हमारे वास्​्शवक जीवन मे्उसकी दिल होती है. हम शजस वास्​्शवक शजंदगी मे्जी रहे है्. वह व्यस्कतत्व टेलीशवजन बाहर शनकालकर लाता है. उक्त शवचार सुपशरशचत मीशडया शवश्लेषक शवनीत कुमार ने शहंदू कालेज की वीमे्स डेवलपमे्ट सेल के वाश्षाक उत्सव समारोह मे् 'व्क्ीन पर स्​्ी' शवषय पर संगोष्​्ी मे्व्यक्त शकया. शवषय के टेलीशवजन से जुड़े पक्​्पर शवनीत कुमार ने कहा शक इस शदल्ली शहर मे् दज्ानो् ऐसी शॉप, शोर्म है्. जहां बड़्े-बड़्े अक्​्रो् मे् शलिा होता है. यहां टीवी सीशरयलो् की शडजाईन की जूलरी शमलती है. आप चले जाइये कटरा अशि्​्ी और शसरे से िाशरज कीशजए साशडयो् की शडजाईन, लंहगे की व्टाईल और रंगो् को दूकानदार आपको सीधा जवाब देगा शक आप शजसे नापसंद कर रही है्. उसे अक्​्रा, काकुली, पाव्ाती, श्​्पया भाभी पहनती है्. कई बार दश्ाक िुद ग्​्ाहक की शक्ल मे् इनकी मांग करते है्. उन्हो्ने कहा शक दूसरी तरि टीवी व्क्ीन का पद्ा​ा अपने तमाम स्​्ी चशरत्​्ो् को अच्छे-बुरे मे् शवभाशजत करता है. कोहेन ने सोप ओपेरा पर गंभीर अध्ययन करते हुए शवस्​्ार से बताया है शक जो अच्छी चशरत्​् के िाते मे् हो्गी. वह परंपरा, पशरवार, मूल्य, संव्कार आशद बचाने मे्सश्​्कय हो्गी. जबशक जो िल चशरत्​् हो्गी वह प्​्गशतशील, पढ़्ी-शलिी,


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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

उदं​ंोग/वंयापार बंयूटी बाजार में उतरी बॉश एंड लॉंब

एयरबस का मेक इन इंफडया पर जोर

श एंड लॉंब को अब ब्यूटी और वेलनेस बाजार मे्उतारने की योजना है. कंपनी अपने बाडी कानटोशरंग ि्​्ांड शलपोसोशनक्स के साथ इस बाजार मे् पैठ बनाने का इरादा रिती है. कंपनी ने कहा शक ब्यूटी और वेलनेस उद्​्ोग एक उपभोक्ता आधाशरत क्​्ेत्है और युवा भारत वेलनेस उद्​्ोग की वृश्द मे्प्​्मुि योगदान दे रहा है. शपछले साल कंपनी अमेशरकी ि्​्ांडो्थम्​्ेज और फै्क्सेल के साथ तेजी से बढ़्ते एव्थेशटक (सौ्दय्ा उपचार) बाजार मे्उतरी थी्. इसके अलावा बीते साल बोश एंड लैम्ब ने अमेशरकी ि्​्ांड ओबागी मेशडकल्स पेश शकया था. कंपनी ने कहा शक इस साल उसका इरादा अपने ओबागी पोट्ि ा ोशलयो का शवस्​्ार करने का है. ये सभी उत्पाद अमेशरका से आयात शकए जाते है्और

यरबस ग्​्ुप ने सोमवार को कहा शक शिलहाल बनने वाला उसका हर एयरबस वाशणस्जयक शवमान आंशशक र्प से ‘मेड इन इंशडया’ है. इसके साथ ही इस यूरोपीय शवमानन कंपनी ने कहा है शक 2015 मे्उसने भारत से 50 करोड़्डालर सालाना िरीद लक्​्य को पार कर शलया. समूह का दावा है शक वह भारत मे् उक्त स्​्र हाशसल करने वाली वह पहली शवदेशी एयरोव्पश े और रक्​्ा मूल उपकरण शवशनम्ाता ा (ओईएम) है. एयरबस का कहना है शक 45 से अशधक आपूश्ताकत्ा​ाओ् के यहां 6 हजार से अशधक लोग उसे अशभयांश्तकी और आईटी सेवाये्, एयरो ढांचा, अन्य उपकरण और प्ण ् ाशलयां, सामग्​्ी और केशबन उपलब्ध कराने मे्शाशमल है.् साव्ज ा शनक और शनजी क्त्े ् की िम्​्ो् की ओर से उक्त सामग्​्ी, प्​्णाशलयां ए380,

बॉ

भारत मे् इनका शवपणन बोश एंड लैब्म करती है.

ए350, ए 350, एक्सडब्यूबी, ए320 िैशमली, ए330, सी29डब्लय् ,ू ए 4400एम, यूरोिाइटर, टाइगर तथा एनएच90 के शलए उपलब्ध कराई जा रही है. समूह की अब

2020 तक पांच साल मे्दो अरब डालर की संचयी िरीद पर शनगाह है. बीते साल का आंकड़्ा 2014 की तुलना मे्15 िीसदी की वृश्द शदिाता है.

एनपीए घटाने में डीआरटी फिसडं​ंी

कंपफनयों के बोडंड में महज सात िीसदी मफहलायें

ज्ा वसूली श्​्टब्यूनल (डीआरटी) ने भले ही उद्​्मी शवजय माल्या पर बकाये कज्ा की वसूली को लेकर सख्ती शदिा दी हो, लेशकन इसका अभी तक का शरकाड्ाउत्साहव्​्द्ाक नही्है. तमाम कानूनी अशधकारो् के बावजूद तीन-चार साल से बै्को्के बकाये कज्ा (एनपीए) की वसूली को लेकर डीआरटी का शरकाड्ा बदतर हो रहा है. 2010-11 मे् डीआरटी मे् दायर मामले मे् 21.55 िीसद राशश वसूलने मे् सिलता शमली थी. लेशकन अभी 10 िीसद मामलो्मे्भी कज्ावसूल नही्हो पा रहा है. हालांशक, शवत्​् मंत्ालय अब भी कज्ा वसूली के शलए, डीआरटी पर ही दांव लगाता हुआ शदि रहा है. छह नये डीआरटी की व्थापना की प्​्श्कया शुर् हो चुकी है. इनके शलए सेवाशनवृत् न्यायाधीशो् की शनयुस्कत का काम जारी है. शवत्​्मंत्ी अर्ण जेटली ने भी आम बजट 2016-17 मे् यह घोषणा की थी शक एनपीए घटाने के शलए डीआरटी को मजबूत बनाया जायेगा.

पशनयो्के बोड्ामे्मशहला सदव्यो्की मौजूदगी के मामले मे् भारत की स्वथशत बहुत उत्साहजनक नही्है. महज सात िीसद व्कोर के साथ वह दुशनया मे् 26वे् व्थान पर है. प्​्शतशनशधत्व की यह हालत तब है जब सरकार ने सभी सूचीबद्​्कंपशनयो्के शलए बोड्ामे्कम से कम एक मशहला सदव्य की शनयुस्कत अशनवाय्ाकर दी है. बोड्ामे्40 िीसद से ज्यादा मशहलाओ् के साथ नाव्​्े पहले पायदान पर है. ग्लोबल शरकूट् मेट् टे्डशरंग प्लेटिाम्ा माइहाइशरंगक्लब डाट काम और आनलाइन जाबपोट्ाल डाट को डाट इन ने एक अध्ययन शकया है. ‘वुमन आन बोड्ा 2016’ नाम के इस अध्ययन मे्पाया गया शक भारतीय कंपशनयो् के बोड्ा मे् मशहलाओ् की मौजूदगी शवकासशील देशो् के कुल औसत से कम है. माइहाइशरंगक्लब डाट काम के सीईओ राजेश कुमार ने कहा शक भारत को सीशनयर मैनेजमे्ट लेवल पर और मशहलाओ्को बढ़्ावा देने की जर्रत है. इस आनलाइन अध्ययन मे् दुशनयाभर की

जबशक शवत्​् मंत्ालय के आंकड़्े साि तौर पर बताते है्शक डीआरटी का प्​्दश्ान िराब होता जा रहा है. साल 2012-13 मे् डीआरटी मे्24,177 मामले दज्ाशकये गये थे और इनसे 3,557 करोड़् (14.71 िीसद) र्पये वसूले गये थे, जबशक इसके बाद के साल मे्श्​्टब्यूनल के पास 45,350 मामले भेजे गए थे. इनसे शसि्फ 4,460 करोड़् र्पए वसूलने (9.83 िीसद) मे् सिलता शमली है. असशलयत मे् एनपीए वसूली के शलए सरकार के सारे तंत् असिल होते जा रहे है्. प्​्शतभूशत कानून के

कं

तहत कज्ा वसूली की रफ्तार भी धीमी हो रही है. वष्ा 2010-11 मे् इस कानून से 36.46 िीसद कज्ा वसूलने मे् सिलता शमली थी, जबशक बीते साल शजतने मामले गये थे उनमे् से 25.56 िीसद मामलो् मे् कज्ा वसूली हो पायी थी. यह स्वथशत तब है जब पांच साल सरिाएसी कानून को मजबूत बनाने की सरकार की तरि से कई प्​्यास हो चुके है्. बीते शदनो् िंसे कज्ा पर संसद की सशमशत ने भी डीआरटी और सरिाएसी कानून की शनष्श्कयता पर गहरी शचंता जतायी थी.

दालों को लेकर सरकार फिंफतत

बी

ते साल मे् नाको् चना चबाने को मजबूर कर देने वाली दाल को लेकर सरकार इस बार पूरी तरह सतक्फ है. दालो् की आपूश्ता बढ़्ाने को लेकर आयात और घरेलू बाजारो्मे्सरकार दलहन की िरीद मे् तत्पर है. महंगाई पर कड़्ी नजर रिने के शलए गशठत सशचव स्​्र की सशमशत दलहन की पैदावार, व्टाक, घरेलू और अंतरराष्​्ीय बाजार की कीमतो् की लगातार समीक्​्ा कर रही है. िरीि सीजन की पैदावार मे् मामूली कमी को भी गंभीरता से शलया गया. आपूश्ता मे्होने वाली इस कमी को पूरा करने के शलए घरेलू बाजार मे् सरकारी िरीद एजे्शसयां बाजार मूल्य पर िरीद करने को उतर चुकी है्. िाद्​्मंत्ालय के मुताशबक िरीि सीजन मे्

कुल 51 हजार टन दलहन की िरीद हो चुकी है. दलहन की इस िरीद को बिर व्टाक के तौर पर सुरश्​्कत कर शलया गया है. जबशक बिर व्टाक के शलए 50 हजार टन का लक्​्य शनध्ा​ाशरत शकया गया था. इसी तरह सरकार की नजर अंतरराष्​्ीय बाजार पर लगी हुई है. िाद्​् मंत्ालय ने दालो् के आयात को बंद नही् शकया है. बस्लक जब

जहां शजस मात्​्ा मे् दाल उपलब्ध हो रही है, उसकी िरीद तत्काल कर ली जा रही है. सरकार ने 8500 टन के हाशलया सौदा वाली दलहन शकसी भी समय घरेलू बंदरगाह तक पहुंचने वाली है. सरकारी एजेश्सयो्की ओर से आयात की जाने वाली दालो् को भी बिर व्टाक मे् शाशमल शकया जा रहा है. महंगाई पर शनयंत्ण रिने वाली सशचव स्र् ीय सशमशत की बैठक मे्इस बात पर शवचार शकया गया शक शनजी कंपशनयो् की आयाशतत दालो् का भी शहसाब-शकताब शमलना चाशहए. व्टाक दबाकर रिने वालो् के शिलाि छापामार कार्ावाई जारी रिी जायेगी. सभी दाल आयात करने वालो् को अपनी दालो् के व्टाक के बारे मे् शवस्​्ृत ब्यौरा देना जर्री कर शदया गया है.

38,313 सूचीबद्​्कंपशनयो्ने शहव्सा शलया, शजसमे् 1,459 भारत की थी्. भारतीय सूचीबद्​् कंपशनयो् के बोड्ा मे् 6.91 िीसद मशहलाएं है्. बीते साल यह आंकड़्ा 6.69 िीसद था. इस मामले मे् नाव्​्े के बाद व्वीडन (29.31 िीसद) का दूसरा व्थान है. शिनलै्ड (25.89 िीसद) को तीसरा, दश्​्कण अफ्​्ीका (18.31 िीसद) को चौथा और अमेशरका (17.37 िीसद) को पांचवां पायदान शमला है. कैनन इंशडया ने अपने यहां 2018 तक मशहला कम्ाचाशरयो्की संख्या बढ़ाकर 20 िीसद तक करने की योजना बनायी है. अभी इस जापानी टेक्नोलज्​्जी कंपनी के भारत मे् करीब एक हजार कम्ाचारी है्. इनमे् करीब 12 िीसद मशहलाएं है्. शनजी सेक्टर मे् करीब एक-चैथाई कामकाजी मशहलाएं असुशवधाजनक काम के घंटो्, लै्शगक भेदभाव, सुरक्​्ा मुद्ो्, काय्ाव्थल पर उत्पीड़्न सशहत कई कारणो् से नौकरी छोड़्ना चाहती है्. उद्​्ोग चै्बर एसोचैम के एक सव्​्ेमे्यह बात कही गयी है.

िीन से आयफतत रसायन पर डंफपंग रोधी शुलक ं

रकार चीन से आयशतत रसायन पर डंशपंग रोधी शुलक ् 144 डालर प्श्त टन तक लगा सकती है. ताशक सस्​्े आयात से घरेलू उद्​्ोग के शहतो् की रक्​्ा की जा सके. इस रसायन का उपयोग शमट्​्ी के बत्ान और सेराशमक्स मे् शकया जाता है. चीन से आयाशतत बेशरयम काबरेनेट के आयात पर लगे डंशपंग रोधी शुल्क की समीक्​्ा मे्डंशपग रोधी और संबद्​् शुल्क महाशनदेशालय (डीजीएडी ) ने यह शनष्कष्ा शनकाला शक उत्पाद की लगातार डंशपंग की जा रही है और इससे घरेलू उद्​्ोग को नुकसान हो रहा है. डीजीएडी ने इन आयातो्पर 96.94 डालर प्​्शत टन और 144.82 डालर प्​्शत टन के दायरे के भीतर शुल्क का सुझाव शदया है.

महाशनदेशालय ने एक अशधसूचना मे् कहा शक प्​्ाशधकरण का शवचार है शक रसायन के आयात पर डंशपंग रोधी शुल्क बनाये रिने की शसिाशरश करना जर्री है. सबसे पहले 2011 मे्सरकार ने डंशपंग रोधी शुल्क लगाया था. पांच साल के शलए 236 डालर प्​्शत टन का शुल्क लगाया गया था. उसके बाद ‘व्माल व्केल बेशरयम मेनुिैक और वेलियेर एसोशसएशन’ ने घरेलू उत्पादको् की तरि से आवेदन देकर मामले की समीक्​्ा और डंशपंग रोधी शुल्क बढ़्ाकर लगाने का अनुरोध शकया था. चीन से रसायन का आयात अप्​्ैल 2013 से शसतंबर 2014 के बीच बढ़्कर 7,923 टन हो गया जो 2010-11 मे्6,683 टन था.



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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

विनेमय

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एक सपने की तरह है सफलता

कैटरीना कैफ अपनी नयी सफलंम ‘सफतूर’ को दशंमकोंके सलए वेलेंटाइन िे का तोहफा मानती हैं. उनके अब तक के कामयाब सफर पर हसर मंाृदुल की बातचीत.

थ्विाव के एकिम उलट है. भकसी िी एक्टर के भलए ऐसी िूभमका भनिाना काफी कभिन होता है, जो उसके थ्विाव के भवपरीत हो. भफरिौस सॉफ्ट गल्ि नही् है. वह बेहि कंफ्यूज रहने वाली और हरिम िंडा व्यवहार करने वाली युवती है. वह ज्यािा इमोशनल िी नही् है. पहले आपकी मां बेगम जान का भकरिार रेखा भनिा रही िी्, भफर भफल्म मे् अचानक तब्बू की एंट्ी हो गयी. रेखा ने क्यो् छोड् िी भफल्म? आपने उनके साि भकतने भिन काम भकया िा? रेखा जी की भफल्म छोडऩे की वजह तो अभिषेक कपूर ही बता सकते है्. लेभकन मै् उनके साि काम करने के भलए काफी उय्सुक िी. हमने तीन भिन शूभटंग िी साि की िी. शायि मेरी भकथ्मत मे् उनके साि काम करना नही् भलखा िा. वैसे, उनसे मेरा कई सालो् से भरश्ता है. कई मौको् पर हम िोनो् एक िूसरे को फोन करते रहते है्. तब्बू के साि काम करने का अनुिव? वे बहुत थ्वीट है्. अपने भनिाये भकरिार के एकिम उलट. बेगम जान भजतनी थ्वाि्​्ी, सनकी और खतरनाक सोच वाली है्, तब्बू उतनी ही प्यारी, मीिी और भवनम्​् है्. उनका अभिनय िी सहज है. उनके काम से प्​्ेरणा भमलती है. आपने िज्िनो् लवथ्टोरी भफल्मो् मे् काम भकया है. ‘भफतूर’ भकतनी अलग िी और अभिषेक कपूर के भनि्​्ेशन के बारे मे् क्या कहना है?

हसर मृदुल

या थ्टेटमे्ट नही् भिया गया है. कश्मीर की खूबसूरती की वजह से उसे किानक का भहथ्सा बनाया गया है.

कश्मीर मे् तो आप पहले िी शूभटंग कर चुकी है्. इस भफल्म की शूभटंग के िौरान आपने बीती यािे् ताजा की्?

भिनेत्ी कैटरीना कैफ लगातार सुभ्खियो् मे् बनी रहती है्. किी सलमान खान से ब्​्ेकअप और रणवीर कपूर से नाम जुडऩे के कारण उनका नाम खबरो् मे् रहा तो इन भिनो् रणवीर से कभित अलगाव की खबरो् के बीच वह एक बार भफर चच्ाि मे् आ गयी है्. हाल ही मे् उनकी नयी भफल्म भफतूर आयी है. चाल्​्स भडके्स के मशहूर उपन्यास 'ग्​्ेट एक्सपेक्टे्शंस' पर आधाभरत यह भफल्क कश्मीर को पभरिृश्य मे् रखकर रची गयी है. भफल्म के भरलीज से कुछ अरसा पहले कैटरीना से हुई बातचीत. भफतूर के र्प मे् पहली बार आपने भकसी ऐसी भफल्म मे् काम भकया है, जो एक साभहत्ययक कृभत पर बनी है. क्या शूभटंग शुर् होने से पहले आपने ‘ग्​्ेट एक्सपेक्टेशंस’ पढ्ी िी? मै्ने काफी पहले यह नॉवेल पढा िा. तब इसे पढ्ते हुए मेरे मन मे् आया िा भक इस पर बॉलीवुड मे् िी भफल्म बननी चाभहये . इसमे् लाज्िर िैन लाइफ भकरिार है्. ‘ग्​्ेट एक्सपेक्टेशंस’ मे् प्यार है, ड्​्ामा है, डेढ् सौ साल पुरानी ऐसी अनुिूभतयां है्, जो आज िी ध्यान आकभ्षित करने की क्​्मता रखती है्. इस उपन्यास को आज के पभरवेश मे् ढाला गया है. भफल्म मे् कश्मीर का बैकड्​्ॉप है. इस बीच कई लोगो् ने मुझ से पूछा है भक कश्मीर का बैकड्​्ॉप ही क्यो्? क्या वहां की जीवन त्थिभतयो् को तो नही् िुनाया गया है? इन सवालो् का सही जवाब तो भनि्​्ेशक अभिषेक कपूर ही िे सकते है्, लेभकन मै् इतना जर्र कहूंगी भक इस भफल्म मे् कोई पॉभलभटकल मैसेज

मेरे कैभरयर की यह िूसरी भफल्म है, भजसकी शूभटंग कश्मीर मे् हुई है. इससे पहले मै् यश चोपड्ा जी की भफल्म ‘जब तक है जान’ की शूभटंग के भलए वहां गयी िी. जहां तक बीती यािे् ताजा करने की बात है, तो इस बार हमारी भफल्म की लोकेशन अलग िी्. अब की हमने श्​्ीनगर मे् शूभटंग की. डल झील के सौ्िय्ि को बड्ी खूबसूरती के साि कैप्चर भकया. भफरिौस के भकरिार ने आपको भकतनी चुनौती पेश की? भफरिौस का भकरिार मेरे भलए काफी चुनौतीपूण्ि रहा. इस करैक्टर से कनेक्शन कर पाना काफी कभिन िा. मेरे भलए एक बड्ा चेले्ज िा भक आभखर कैसे इस भकरिार की मानभसकता पकड् मे् आये. भफरिौस का भकरिार नॉवेल की थ्टेला पर आधाभरत है. यह िूभमका मेरे

अभिषेक अलग भकथ्म की भफल्मे् बनाते है्. उनकी बीती भफल्मो् ‘काय पो चे’ और ‘रॉक ऑन’ के बारे मे् सिी को पता है. ‘भफतूर’ के र्प मे् उन्हो्ने एक क्लाभसकल लव थ्टोरी को भफल्माया. इस प्​्ेम कहानी मे् बड्ी बारीभकयां है्, जो भक आम लव थ्टोरी भफल्मो् मे् नही् होती है्. अब तक मै्ने ऐसी भफल्म नही् की िी्, इसभलए इसमे् काम करना मेरे भलए एक नया अनुिव है. क्या कोई िी प्यार भबना भफतूर के संिव है? प्यार के कई रंग और कई र्प होते है्. प्यार कई तरह से संिव है. हर भकसी का अपना थ्विाव होता है. मुझे तो लगता है भक प्यार बहुत खूबसूरत होता है, चाहे उसका कोई िी थ्वर्प हो. एक और बात भक प्यार हर पभरत्थिभत मे् संिव हो सकता है. भफरिौस के भलए आपको भकतनी मेह नत करनी पड्ी ? क्या कोई वक्कशॉप िी भकया? वक्कशॉप तो नही् भकया, हां, भडथ्कशन जर्र भकया. इसके भलए मै्ने ज्यािा समय अभिषेक के साि भबताया. थ्भ्िप्ट की रीभडंग की. जहां िोड्ी सी िी भिक्​्त हुई, वहां मै्ने बार-बार पूछा. सचमुच भफरिौस का भकरिार मेरे भलए बड्ा

कांपभलकेटेड िा. कोई करैक्ट र भनिाने के बाि वह आपके साि भकतने भिन रहता है? मेरी कोभशश रहती है भक भफल्म की शूभटंग के बाि सेट पर ही भकरिार को छोड् आऊं. लेभकन कई बार ऐसा हो नही् पाता है. कई भकरिार शूभटंग के बाि िी पीछा करते रहते है्. भफल्म ‘नमस्​्े लंिन’ की जसमीत का भकरिार मेरे बहुत करीब है. मेरे भलए बहुत थ्पेशल है भफल्म ‘न्यूयॉक्क’ का भकरिार. इन भकरिारो् का असर मुझ पर आज िी है. आपकी जोड्ी की कल्पना सलमान, शाहर्ख, आभमर, सैफ, ऋभतक या अक्​्य जैसे थ्टास्ि के साि की जाती है. आभिय्य रॉय कपूर के साि जोड्ी कैसे बन गयी? सिी भफल्मो् मे् भकरिारो् के मुताभबक ही हीरो और हीरोइन का चुनाव होता है. जहां तक जोड्ी बनने की बात है, तो मै् हर एक्टर के साि खुश रहती हूं. मेरे अपोभजट कौन एक्टर है, मुझे इससे कोई फक्क नही् पड्ता है. ‘मेरे ब्​्िर की िुल्हन’ मे् इमरान खान मेरे हीरो िे, तो आगामी एक भफल्म मे् भसद्​्ाि्ि मल्होत्​्ा मेरे अपोभजट है्. भफल्म की भडमांड के आधार पर ही एक्टरो् का चुनाव भकया जाता है. अपने सफर को भकस तरह िेखती है्? मुझे अपनी सफलता एक ड्​्ीम लगती है. खुि बॉलीवुड िी एक ड्​्ीम ही है. मुझे करीब बारह साल हो गये है्, इसके आधार पर कह सकती हूं भक इंडथ्ट्ी एक बहुत ही कभिन जगह है. यहां सफलता का कोई फाम्िूला नही् चलता. आपके आने के बाि बॉलीवुड की जैसे शक्ल ही बिल गयी. आज जो भविेशी हीरोइने् बॉलीवुड मे् एंट्ी पा रही है् और उन्हे् सफलता भमल रही है, उसके पीछे आप है्. क्या आपने किी इस एंग ल से भवचार भकया? अगर ऐसा है, तो यह मेरे भलए बहुत बड्ा कांपलीमे्ट है. भकसी और के भलए आप उिाहरण बनते है्, तो यह बड्ी बात है. हां, मेरी सफलता के बाि िज्िनो् भविेशी लड्भकयो् के भलए बॉलीवुड की राह खुली है. आप अपने थ्ट् ग ल के भिनो् को भकतना याि करती है् और भकस तरह याि करती है्? मै् उन लोगो् को कैसे िूल सकती हूं, भजन्हो्ने मेरी थ्ट् गल के भिनो् मे् सहायता की िी? मेरा मानना है भक मुझ पर ईश्​्र की बड्ी कृपा रही है. मुझे ईश्​्र ने सही समय पर सही सपोट्ि प्​्िान भकया. मुझे हमेशा अच्छे लोग भमले और मेरी प्​्गभत होती गयी. क्या आपने सोचा है भक पांच साल के बाि आप कहां होगी? भबल्कुल सोचा है. मै् पांच साल बाि िी एक्ट्ेस बनी रहूंगी और काम करती भमलूंगी. मै् ताउम्​् काम करना चाहती हूं. मुझे एक एक्ट्ेस के तौर पर चेले्ज लेना पसंि है. मै् चाहती हूं भक लोग मुझे एक एक्ट्ेस के तौर पर ही याि रखे्. इधर बायोभपक काफी बन रही है्. आप भकसी बायोभपक मे् काम नही् करना चाहती है्? मै्ने इस बारे मे् किी सोचा नही्. मुझे पता नही् भक मै् भकस बायोभपक मे् सही लगूंगी. लेभकन मुझे इंभिरा गांधी का चभरत्​् बहुत अपील करता है.



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पर्ाटन

11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

ितीश जायि​िाल

श्ि ् मी राजव्थान का जनशवहीन ग्​्ामकुलधरा अपनी अशभशप्त कहानी के शलए प्​्शसद्​्है. वह कुलधरा शािा के समृद् पालीवाल ि्​्ाह्मणो्के सामूशहक पलायन की अशभशप्त कहानी है. एक मनुष्य जाशत के सामूशहक पलायन की वह कहानी अब 200 साल पुरानी होने जा रही है. शसंधु घाटी के प्​्ाचीन व्यापाशरक माग्ापर बसा हुआ कुलधरा 200 साल पहले एक समृद् गांव होता था. लेशकन अब ये शनज्ान है. उसकी अशभशप्त कहानी अब तक कुलधरा की शनज्ानता मे् सुरश्​्कत थी. और कुलधरा दुशनया भर के पय्ाटको् के आकष्ाण का के्द् रहा है. अब यहां उस कहानी के शवलोपन की तैयाशरयां चल रही है्. उस अशभशप्त कहानी की शवलोपन योजना करोड़ो् की होगी. और इस योजना का दुिद अंतश्वरा ोध यह होगा शक यह पालीवाल जाशत समुदाय के समृद्इशतहास, व्थापत्य और प्​्ाचीन धरोहरो् के संरक्​्ण के नाम पर तैयार की जा रही है. जैसलमेर से कोई 18 से 20 शकमी दूर पर बसा कुलधरा 600 घरो् की एक समृद् बस्​्ी थी. यह एक अकेला नही् बस्लक 84 गांवो् और ढांशढ़यो् के समूह का एक प्​्मुि गांव था. इन गांवो् मे् कुलधरा शािा के पालीवाल ि्​्ाह्मणो् की आबादी थी. लेशकन कुछ ऐसा हुआ शक इन पालीवाल ि्​्ाह्मणो्ने एक ही रात मे्कुलधरा सशहत सभी 84 गांवो् को िाली कर शदया. और तत्कालीन जैसलमेर शरयासत की सीमा से बाहर हो गये. यह संवत 1861 ईसवी की बात है. वह मूलराज श्​्ितीय का शासन-काल था. और साशलम शसंह उनका दीवान था. जैसलमेर अपने सुनहरे शकले के साथ-साथ अपनी कलात्मक हवेशलयो् के शलए भी प्​्शसद्​् है. उनमे्से एक, साशलम शसंह की हवेली भी है. वह एक अत्याचारी और दुि्शरत्​्दीवान था. हवेली के साथ उसके अत्याचार और व्यशभचार की कहानी जुड़ी हुई है. शसंधु घाटी के प्​्ाचीन व्यापाशरक माग्ापर बसा हुआ कुलधरा और उसके साथ के गांव कृशष-प्​्धान थे. तब यहां काक नदी मे्पानी

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अब अभिशप्त नही् कुलधरा

साशलम शसंह ने ग्​्ाम-प्​्मुि के पास उनकी सुंदर बेटी के शलए अशोभनीय प्​्स्ाव भेज शदया. इस पर सभी 84 गांवो् के प्​्मुिो् ने, एक गांव-काठोड़ी मे्अपनी जातीय पंचायत बुलायी. जहां अपने मान-सम्मान के शलए सामूशहक पलायन का शनण्ाय शलया. रात ही रात मे्वे सब जैसलमेर शरयासत की सीमा से बाहर हो गये. वे सबके सब कहां गये? इसका पता नही्. लेशकन पलायन से पहले वे अशभशाप देते गये शक ये गांव अब कभी आबाद नही् हो्गे. तब से अब तक कुलधरा जनशून्य रहा आया. कुलधरा 84 गांवो् के समूह का सबसे प्म् ि ु और सुदं र गांव था. पालीवाल ि्​्ाह्मणो् ने 1291 ईसवी मे् इसे बसाया था. पीले बलुआ पत्थरो्से बने 600 घरो्की यह एक सुव्यवस्वथत बस्​्ी थी. इसका व्थापत्य कुछ ऐसा है शक इन घरो्के भीतर तक हवा पहुच ं ती थी. और मर्व्थल मे्होने के बावजूद घरो्के भीतर ठंडक बनी रहती थी. िूबसूरत झरोिो् के जशरये गांव के घर एक दूसरे के साथ जुड़े हुए थे. और तब की बनायी हुयी इसकी सड़के्यहां आज भी वैसी की वैसी बची हुयी है्. डोर बांधकर िी्ची गयी. जैसी सीधी

वो दीवारे्भी जगह-जगह से शगरने लगी है्. शिर भी एक जनशवहीन बस्​्ी का रोमांच पय्ाटको् के आकष्ाण का के्द् बना हुआ है. कुलधरा पय्ाटको् के शलए शदन भर िुला रहता है. पय्ाटको् के आने-जाने से इस सुनसान गांव मे्हलचल होती है. लेशकन रात मे् यहां कोई नही् रहता. क्यो्शक शकसी को रहने की इजाजत नही् है. कहा जाता है शक जो भी यहां रात मे्रहने की कोशशश करेगा, उसका अशनष्​्हो जायेगा. अशनष्​्के इस भय ने इस अशभशप्त गांव के सूनेपन को अब तक सुरश्​्कत रिा था. लेशकन इधर के 2 से 3 बरसो्मे्कुछ साहसी लोगो् ने यहां रात मे् रहकर, उस अशभशाप और उसके अशनष्​्कारी प्​्भाव को समझने की कोशशश की. उनकी कोशशशो्ने कुलधरा को अचानक ही मीशडया तंत् के के्द् मे् ला शदया. यह समझना अभी बाकी होगा शक उन साहसी लोगो्की इस कोशशश ने कुलधरा को मीशडया तंत्के के्द्मे्लाया अथवा मीशडया तंत् ने ही कुछ साहसी वैज्ाशनको् की एक रहव्य-कथा रची और उसे प्​्चाशरत-प्​्साशरत शकया? कुलधरा की अशभशप्त कथा को तथ्यो्और तक्​्ो्से समझने और सुलझाने की कोशशशे्पहले भी होती रही है्. काक नदी के

कुलधरा मे् रात शबताया. परीक्​्ण शकया शक क्या यहां शकन्ही्ऐसी आत्माओ्का वास है जो यहां रात मे्रहने वाले का अशनष्​्कर सकती है?् उनके ऐसा करने के क्या कारण हो सकते है्? कई तरह के वैज्ाशनक उपकरणो् से सुसश्​्जत युवक-युवशतयो् के उस दल ने अपने को अलग-अलग समूह मे्बांट शलया. अलग-अलग तरह से इस रहव्य को समझनेसुलझाने की कोशशश की. इनमे् से कुछ ने वहां शकन्ही् आत्माओ् के होने का अनुभव शकया. कुछ ने तो उन आत्माओ्को शवश्​्ास मे्लेकर, अपने उपकरणो्पर उनसे बात भी की. शिर शबना शकसी अशनष्​् के वहां से सकुशल शनकल भी आये. उन्हो्ने शवशभन्न टीवी चैनलो्के जशरये, वहां के अपने अनुभव, एक बड़े दश्क ा -समूह के साथ साझा भी शकये. शिर भी यह समझना अभी बाकी है शक उनके इस अशभयान का उद्श्े य् क्या था और अपने परीक्ण ् ो्के सहारे उनके दल ने क्या शनष्कष्ा हाशसल शकये? अलबत्​्ा अब कुलधरा के प्​्ाचीन धरोहरो् को सहेजने की योजना अचानक ही सामने आ रही है. इन दोनो् के आपस मे् काय्-ा कारण संबध ं ढूढ़े जा सकते है.् वहां रात शबताकर एक वैज्ाशनक दल की

है. यह सुशवधाभोगी पय्टा को् का समूह होता है. लेशकन जैसलमेर मे्उपलब्ध सुशवधाये्इस सुशवधाभोगी पय्टा क समूह के शलए अपय्ापा त् पड़ने लगी है.् साथ ही अनुपयुकत् भी हो चुकी है.् राजव्थान के पय्टा न उद्​्ोग पर अब बड़े काप्​्ोरेट घरानो्की दृश्ष है. यह सुशवधाभोगी पय्टा क समूह उसके केद् ्मे्है,् जो जैसलमेर की पुरानी और घनी बसाहट से दूर िुले मे् ठहरना पसंद करता है. जो मर्व्थल को नजदीक से महसूस करना चाहता है. बीते डेढ़-दो दशको्की अवशध मे्जैसलमेर से 15 से 20 शकमी की दूरी पर लक्जरी श्श्ेणयो्के अच्छे शरसॉट्ा शवकशसत हुए है.् साथ ही नयी जर्रते् शिर भी बनी हुयी है्. कुलधरा के शवकशसत होने से पय्टा न गशतशवशधयो्के शलए एक संकल ु तैयार हो सकेगा. कुलधरा के शवकास के शलए राज्य सरकार का पुरातत्व और संग्हालय शवभाग पहले ही, करीब साढ़े चार करोड़ की एक योजना को मंजरू कर चुका है. इसमे्दो तरह के काम शाशमल है्- प्​्ाचीन शवरासत का संरक्​्ण और देशी-शवदेशी पय्ाटको् के शलए सुशवधाओ् का शवकास. इन दोनो् कामो् के शलए एक बड़े काप्​्ोरेट घराने ने अपनी

सकुशल वापसी यह शवश्​्ास करा सकती है शक कुलधरा का 200 साल पुराना अशभशाप अब शनष्पभ् ावी हो चुका. अब वहां रहने-बसने मे्शकसी अशनष्​्की आशंका शनम्ल ाू है. राजव्थान का यह पश्​्िमी अंचल शसंधु घाटी मे्आता है. जो समूचे थार मर्वथ ् ल मे् िैला हुआ है. सहारा के बाद, थार दुशनया का सबसे बड़ा मर्वथ ् ल है. इसका एक छोटा सा शहव्सा पाशकस्​्ान के शसंध प्​्ातं तक चला गया है. जैसलमेर का सुनहरा शकला और थार का यह शवस्त्ृ िैलाव इन शदनो्राजव्थान आने वाले देशी-शवदेशी पय्टा को्की पहली पसंद मे्

शदलचव्पी जतायी है. कुलधरा को देशीशवदेशी पय्टा को्के शलए एक आधुशनक गंतव्य की तरह शवकशसत करने के काम मे् राज्य सरकार का हाथ बंटाने के शलए शजंदल उद्​्ोग समूह सामने आया है. शजंदल समूह अपने काप्​्ोरेट-सामशजक दाशयत्व के मद से इस काम को पूरा करेगा. इससे वहां पय्ाटन गशतशवशधयो्को जबरदस्​्बढ़ावा शमलेगा और हलचल बनी रहेगी. उसमे्कुलधरा की 200 बरस पुरानी शकसी अशभशप्त कथा के शलए कही्कोई जगह नही्होगी. तब वहां कुलधरा तो होगा लेशकन उसका अशभशाप नही्.

ससंधु घाटी के वंयापार मागंमपर बसा कुलधरा दो सौ साल पहले वीरान हुआ था. उसकी यह असभशपंत कहानी पयंमटकोंकी आवाजाही और सवकास की योजना के कारण धीरे-धीरे समट रही है. बहता था. उसके पानी से यहां अच्छी िेती होती थी. काक, शसंधु की एक सहायक नदी थी. और शसंधु घाटी के इस प्​्ाचीन व्यापाशरक माग्ा से होकर मध्य-पूव्ा के देशो् तक व्यापाशरयो् के काशिले चला करते थे. इन गांवो्मे्व्यापशरक और कृशष, दोनो्तरह की समृश्द शदिती थी. इस दोहरी समृश्द पर दीवान साशलम शसंह की बुरी नजर पड़ गयी. उसने भारी लगान लगा शदया. साथ ही लगान वसूली के शलए तरह-तरह के अत्याचार शुर् कर शदये. इन अत्याचारो् से लोगो् का जीना दूभर हो गया. साशलम शसंह दुि्शरत्​्भी था.

सड़के्और िुले हुए चौराहे ऐसे शक एक शसरे से दूसरे शसरे तक पूरा गांव एक नजर मे्आ जाये. लेशकन अब एक भी आदमी यहां नजर नही् आता. ना कोई अन्य प्​्ाणी. कुछ शदनो् पहले तक यहां घरो् की दीवारे् और कमरे वैसे के वैसे बचे हुए थे जैसे तब रहे हो्ग.े जब यहां के लोगो् ने इस बस्​्ी को सुनसान मे् छोड़ा और रात की रात मे् कही् शनकल गये थे. लेशकन इन दीवारो्पर अब छते्नही्बची्. मर्व्थली हवाओ्के साथ भीतर आने वाली रेत ने िाली कमरो् के भीतर बसेरा कर शलया. अब, इधर के 20 से 25 बरसो् मे् मे्

सूि जाने को भी इसका एक कारण माना गया. नदी के सूि जाने के िलव्वर्प यहां जीवन जीने योग्य पशरस्वथशतयां नही् बची. शजससे यहां के लोगो् को पलायन करना पड़ा. लेशकन अब 200 बरस पुरानी होने आयी अशभशप्त कथा यथावत बनी रही. इसके बरक्स, मीशडया तंत् के जशरये, एक अलग तरह की रहव्य कथा रची गयी. उसे वैज्ाशनक िोज बताकर प्​्चाशरत शकया गया. कुछ साहसी और युवा वैज्ाशनको्के एक दल की वह कहानी अचानक ही सामने आयी. उसे िूब प्​्चाशरत-प्​्साशरत शकया गया. साहसी युवा वैज्ाशनको् के उस दल ने


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11 मार्ष - 17 मार्ष 2016

सांसत में फंसे वशवराज

पूजा सिंह

भोपाल. एक ओर जहां देश मे् दशलत और छात्​्दोनो्को लेकर राजनीशतक माहौल सरगम्ा बना हुआ है. वही् इस बीच मध्य प्​्देश मे् घटी दो घटनाओ् ने दशलत और आरश्​्कत तबके को लेकर सरकार को एक बार शिर कठघरे मे्िड़्ा कर शदया है. प्​्देश की बोड्ापरीक्​्ा मे्पूछे गये एक प्​्श्न मे्जहां जाशतगत आरक्​्ण पर ही सवाल उठा शदये गये वही्प्​्देश के दमोह शजले मे्एक दशलत छात्​् की जान चली गयी क्यो्शक उसे व्कूल के नलके से पानी पीने की इजाजत नही्थी. वह कुंए से पानी शनकालते समय उसमे्शगर गया. मध्य प्​्देश माध्यशमक शशक्​्ा मंडल की कक्​्ा 12 की बोड्ा परीक्​्ा के प्​्श्नपत्​् मे् जाशतगत आरक्​्ण से जुड़्े प्​्श्न ने राज्य की राजनीशत को गम्ाकर शदया. कक्​्ा 12 के शहंदी के पच्​्े मे् शनबंध लेिन के प्​्श्न मे् जो शवकल्प शदये गये थे उनमे् से एक शवकल्प था- 'जाशतगत आरक्ण ् देश के शलये घातक'. मामला साव्ाजशनक होते ही आरश्​्कत वग्ाके लोगो्ने इसका तीव्​्शवरोध करना आरंभ कर शदया. राज्य मे् आरश्​्कत वग्ा के कम्ाचाशरयो् के संगठन अजाक्स ने इसका तीव्​् शवरोध शकया. राज्य के कई शहव्सो् मे् इसे लेकर शवरोध प्​्दश्ान भी आयोशजत शकये गये. राज्य शवधानसभा मे्इस मसले को लेकर जमकर हंगामा हुआ. कांग्ेस शवधायक अजय शसंह ने कहा शक बोड्ापरीक्​्ा ऐसे प्​्श्न पूछे जाने का अथ्ाहै संशवधान का मजाक उड़्ाना. मामले की गंभीरता को देिते हुए प्द् श े के मुखय् मंत्ी शशवराज शसंह चौहान ने जांच के आदेश दे शदये है्. उन्हो्ने यह भी कहा है शक परीक्​्ा मे्

इस प्​्श्न के उत्​्रो्का मूल्यांकन नही्शकया जायेगा. उधर, प्​्देश के दमोह शजले के ग्​्ामीण अंचल मे्एक प्​्ाथशमक शवद्​्ालय के तीसरी कक्​्ा के छात्​्की उस समय मौत हो गयी जब वह व्कूल के है्डपंप पर पानी पीने से रोके जाने पर पास के कुंए से पीने के शलये पानी शनकाल रहा था. घटना की जानकारी शमलते ही जनपद सीईओ मनीष बागरी ने पूरे व्कूल व्टाि को शनलंशबत कर शदया है. जानकारी के मुताशबक दशलत बच्​्ो् को अलग शबठाया जाता है और उनको पीने का पानी भी व्कूल के है्डपंप से अलग थोड़्ी दूरी पर स्वथत कुंए से लेकर आना पड़्ता है. नईदुशनया समाचार पत्​् के व्थानीय पत्​्कार ओपी सोनी ने बताया शक यह बच्​्ा अशहरवार समुदाय का था. उनके मुताशबक

छात्​्ो् के पशरजन कािी लंबे समय से यह शशकायत करते रहे है्शक बच्​्ो्को मध्याह्न भोजन के बाद अपनी थाली िुद धोनी होती है और व्कूल मे्है्डपंप होने के बावजूद पीने के पानी के शलये यहां-वहां भटकना पड़्ता है. शवद्​्ालय के प्​्धानाध्यापक से संपक्फ करने की कोशशश की गयी लेशकन उनसे बात नही् हो सकी. मामले की गंभीरता को देिते हुए उच्​्स्रीय जांच के आदेश जारी कर शदये है्.अभी दो सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्ी शशवराज शसंह चौहान ने शपछले शदनो् दशलत समुदाय को लेकर एक के बाद एक कई घोषणाये् की थी्. आरक्​्ण पर संघ प्​्मुि मोहन भागवत के शववादाव्पद बयान के बाद के्द् और राज्य सरकार दोनो् ने यह व्पष्​् शकया था शक आरक्ण ् समाप्त करने का प्श् न् ही नही्उठता.

सरकार में तकरार

एम कुमार

चंडीगढ. हशरयाणा सरकार मे्इन शदनो् िासी तनातनी चल रही है. स्वथशत यह है शक ज्यादातर मंश्तयो् की सीएम के साथ पटरी नही्बैठ रही है. पर क्यो्शक पाट्​्ी अनुशासन का डंडा है, इसशलये चुप है. ताजा मामला पुशलस डीजीपी वाइएस शसंघल और एडीजीपी सीआईडी शत्​्ुजीत कपूर के तबादले का है. गैर जाट मंश्तयो् की पूरजोर मांग है शक दोनो सीशनयर पुशलस अशधकाशरयो् को हटाया जाये. क्यो्शक जाट आंदोलन मे् पुशलस की भूशमका बहुत ही लापरवाही वाली रही. इसके साथ ही सीआईडी ने समय पर जानकारी नही् दी. शजस वजह से प्​्देश मे् बवाल हुआ. गैर जाट मंत्ी दरअसल दोनो सीशनयर अशधकाशरयो् को हटा कर गैर जाट मतदाता मे् यह संदेश देना चाहते है् शक वे उनके साथ है. यही्वजह रही शक उन्हो्ने सीएम पर दोनो्अशधकाशरयो् को हटाने का जरदस्​् प्​्ेशर बनाया. इधर सीएम ने पुशलस अशधकारी तो बदले, लेशकन अभी तक दोनो् सीशनयर पुशलस अशधकाशरयो् को तबादला नही् शकया. शजससे मंश्तयो् मे् सीएम के प्​्शत रोष पनप रहा है. हशरयाणा के एक सीशनयर मंत्ी का कहना है शक लग रहा है पूरी सरकार को ही हाइजैक कर रिा है. समझ मे् नही् आ रहा हो क्या रहा है. कई मंश्तयो्का तो यहां तक भी आरोप है शक उन्हे् महत्वपूण्ा शनण्ायो् मे् शाशमल ही नही् शकया जा रहा है. गैर जाट मंश्तयो्की एक और पीड़्ा यह है शक पूव्ा सीएम भूपे्द् शसंह हुड्ा के

राजनीशतक सलाहकार प्​्ोिेसर बीरे्द् के शिलाि को अभी तक पुशलस शगरफ्तार नही् कर पायी. मंश्तयो् का कहना है शक सरकार मे् ऐसे कुछ लोग है. जो चाहते है शक बीरे्द् को पंजाब और हशरयाणा हाइकोट्ासे जमानत शमल जाये. ध्यान रहे बीरेद् ्का एक आइशडया वायरल हुआ था. सरकार ने इसके आधार पर उसके शिलाि देशद्​्ोह का मामला दज्ा कर रिा है. बीरे्द् को अभी तक शगरफ्तार नही्शकया गया. गैर जाट मंश्तयो्का मानना है शक इसके पीछे सरकार की जाट लॉबी काम कर रही है. जो बीरेद् ्की शगरफ्तारी नही् होने दे रही है. हालांशक सरकार शक ओर से मीशडया मे् बोलने वाले शशक्​्ा मंत्ी रामशबलास शम्ा​ा का दावा है शक कोई मंत्ी सीएम से नाराज नही् है. हम सब सीएम के साथ है. उनका यह भी कहना है शक बीरे्द्के

शिलाि कानून के मुताशबक कार्ावाई हो रही है. लेशकन ऐसे बहुत से सवाल है, शजस पर वे्भी चुपप् ी साध लेते है.् बहरहाल बहुमत की इस सरकार मे्शजस तरह से मंत्ी और सीएम एक दूसरे के घेरे हुए है्. लगता नही् उन्हे् शकसी मजबूत शवपक्​्की जर्रत है. इससे न शसि्फ सरकार के कामकाज पर असर पड़ रहा, बस्लक भाजपा की छशव भी गैर जाट मतदाता मे्तेजी से शगर रही है.

छोटे मछुअारो् पर भारी पड़े बड़े पिकारी

पणजी. बीते कुछ हफ्ते से कट्बोना और वाव्को मे् एलईडी लाइट को लेकर शववाद पैदा हो गया है. यहां कुछ लोग इसके लगाये जाने के पक्​् मे् है्, तो कुछ लोग इसका शवरोध कर रहे है्. आमतौर पर एलईडी लाइट का इस्​्ेमाल मछशलयो् को आकश्षात करने के शलए शकया जाता रहा है. लेशकन जाल लगाकर मछली पकड़ने वाले मछुआरो् ने इस लाइट का उपयोग करने वालो् का शवरोध शकया है. इसके बाद इन दोनो् समूहो् के बीच एक संयुक्त बैठक आयोशजत की गयी. जो शबना समझौते के ही ित्म हो गयी. अब ये मामला सरकार और मत्व्य शवभाग के पास पहुंच गया है. कट्बोना के वत्ामान नाव माशलक संघ के अध्यक्​् सैशवयो डी शसल्वा जो एलईडी लाइट का शवरोध करते है्. उन्हो्ने कहा शक इसके शिलाि एक ज्​्ापन मत्व्य शवभाग को शदया गया है. साथ ही बंदरगाहो् के कप्तान और कंकोशलम पुशलस ने एलईडी के उपयोग को अवैध बताया है. उन्हो्ने आगे कहा शक RNI- DELHIN/2015/ 65658

इससे समुद् की मछशलयो् पर बुरा असर पड़ेगा. अशधकांश नाव माशलक एलईडी के उपयोग का शवरोध कर रहे है.् सैशवयो ने कहा शक अन्य देशो्जैसे इंडोनेशसया और थाईलै्ड मे् इसके उपयोग का बुरा प्​्भाव पड़ा है. उन्हो्ने दावा शकया शक गोवा मे्इससे िनन की तरह भारी क्​्शत हो सकती है. हालांशक

अध्यक्​्पैश्टक डी शसल्वा ने जोर देकर कहा शक एलईडी लाइट इस्​्ेमाल करने वाले और सामान्य मछुआरो् मे् बहुत बढ़ा िक्फ है. छोटी नाव से समुद् मे् ज्यादा दूर मछली पकड़ने नही् जाया जा सकता है. जबशक जहाजो् से 12 नाशटकल मील समुद् मे् जाकर मछली पकड़ी जा सकती है. ऐसे मे् हम एक ही जगह मछली नही् पकड़ सकते है्. तशमलनाडु, कन्ा​ाटक और महाराष्​्जैसे राज्यो् के हजारो् मछुआरे अंतरराष्​्ीय जल सीमा मे् आते है् और मछली पकड़ कर वापस लौट जाते है्. वे एलईडी लाइट का उपयोग करते है्. ऐसे मे् शसि्फ गोवा को ही क्यो् एलईडी लाइट से मछली पकड़ने से पस्ा-सीन जाल जहाज् के माशलको् का नाव माशलक संघ के पूव्ा अध्यक्​् के वंशचत शकया जाना चाशहए? मानना है शक एक अनुशचत शवरोध है. ये दस्​्ित है्. याशचका के माध्यम से वे लेशकन जाल से मछली पकड़ने वाले जवाब देना चाहते है्शक बहुत ही कम लोग जहाज् माशलको् का कहना है शक वे छोटी गलत आरोप है्. इसी को लेकर एक याशचका को मत्व्य एलईडी लाइट के समथ्ान जबशक उनके मछली ही गोवा के इलाके मे् पकड़ सकते मंत्ी के सामने पेश शकया जायेगा. शजसमे् पास 138 जालदार जहाज्माशलको्के पक्​् है्. ऐसे मे्वह गहरे समुद्मे्मछली पकड़ने दश्​्कण गोवा के यांश्तक जाल जहाज के मे्है्. नही् जा सकते है्. जहां मछशलयां अंडे देती पूव्ा कट्बोना नाव माशलको् के संघ के है्. माशलको्, माक्​्ेशटंग सोसाइटी और कट्बोना

व्वत्वाशधकारी, प्​्काशक और मुद्क: क्​्मता शसंह के शलए अमर उजाला पस्बलकेशंस शलशमटेड, सी-21, 22, सेक्टर-59, नोएडा, उत्​्र प्​्देश से मुश्दत एवं दूसरी मंशजल, बी-146, हशरनगर आश्​्म, नयी शदल्ली- 110014 से प्​्काशशत. संपादकः अंबरीश कुमार (पीआरबी अशधशनयम के तहत समाचारो्के चयन के शलए शजम्मेदार) सभी कानूनी शववादो्के शलए न्याय क्​्ेत्शदल्ली होगा. संपक्फ: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com


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