तमसंटंी गलंलसाधना पेज- 13
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वरंष 2 अंक 23 n पृषं: 16 n 14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017 n नयी डदलंली n ~ 5
l पांच दलोंके बीच संवाद l राषंंपति चुनाव भी मुदंा l युवाशकंति की एकजुटिा की कोतशश
ग़ैर-भाजपावाद की नयी पहल
अंबरीश कुमार
नयी दिल्ली. उत््र प््िेश चुनाव की करारी हार के बाि गैर भाजपा िलो् के बीच नये दसरे से संवाि शुर्हो चुका है. कांगस ्े , समाजवािी पाट््ी, बहुजन समाज पाट््ी, तृणमूल कांग्ेस, जनता िल यू से लेकर राष््ीय जनता िल जैसे िलो् के बीच अनौपचादरक संवाि शुर् हो चुका है. कई मुद्ो्पर एका की उम्मीि है. दजसमे्राष्प् दत चुनाव भी शादमल है. िास बात यह है दक गैर िलीय आंिोलनकारी समूह भी अलग अलग राज्यो् मे् दवदभन्न मुद्ो् को लेकर एकजुट हो रहे है.् जयपुर मे्10 अप्ल ्ै को गो रक्क ् िल की दहंसा मे्मारे गये एक गोपालक के मुद्ेपर राज्य के ज्यािातर आंिोलनकारी समूह जब एकजुट हुए तो उनके बीच अन्य मुद्ो्पर भी चच्ाय हुई इनमे् ज्यािातर जन संगठन
जयप््काश आंिोलन से दनकले हुए है्. महाराष्् के पुणे मे् समाजवािी संगठनो् के िेशभर से आये 400 युवा काय्क य त्ाओ य ्ने कई
आलू के नाम पर झूठा प््चार
लखनऊ (शुक्वार). समाजवािी के मुख्य प््वक्ता राजे्द् चौधरी ने कहा है दक बड़े जोर-शोर से आलू िरीि का प््चार दकया जा रहा है. यह बे-मौसम का राग है. आलू की िसल ित्म हो चुकी है और दबक््ी भी हो चुकी है. बड़ी तािाि मे् आलू कोल्ि स्टोरेज मे्रिा जा चुका है. भाजपा सरकार ने जो अपना दनण्यय दलया है दजसका कोई लाभ दकसानो्को नही्दमलने वाला है. उन्हो्ने कहा दक यह सरकार का दििावटी किम है. भाजपा की राज्य सरकार दकसानो्की भलाई के नाम पर िाइलो्मे्ही दलिापढ़ी कर रही है. पूव्य मुख्यमंत्ी अदिलेश यािव की सरकार के समय के
ओडिशा से होगा भाजपा का शंखनाद
नयी दिल्ली. भाजपा के सभी दिग्गज ओदिशा की राजधानी भुवनेश्र मे्जुट रहे है्. प््धानमंत्ी से लेकर पाट््ी अध्यक््अदमत शाह तक के्द्से लेकर अलग-अलग राज्यो् के रणनीदतकार भुवनेश्र मे् िो दिनो् तक भाजपा की राष््ीय काय्यसदमदत की बैठक के दलए पहुंचे्गे. भुवनेश्र की बैठक मे् पाट््ी की भावी रणनीदत और आगे के काय्यक्म को तय दकया जाएगा. लेदकन भुवनेश्र मे् भाजपा की राष््ीय काय्यसदमदत की बैठक कराने का बाकी पेज 2 पर
दनण्ययो् और काय््ो् को िोहराकर भाजपा सरकार अपनी उपलक्बध बता रही है. जनता को बहकाये रिने की भाजपाई-आरएसएस शैली के तहत राज्य सरकार जो दनण्यय प््चादरत कर रही है, उनका कोई लाभ दकसानो्, गरीबो्, नौजवानो्को दमलने वाला नही् है. अजीब बात है दक सपा के राष््ीय अध्यक््अदिलेश यािव की मांग के बावजूि दकसानो्, गरीबो् के दलए घदड़याली आंसू बहाने वाली भाजपा सरकार को इन दिनो् आगजनी से तबाह हजारो् दकसानो्, गरीबो् की तकलीिो्का कोई ध्यान नही्है. उन्हो्ने कहा दक ि््रूिाबाि, दचत््कूट, बाकी पेज 2 पर
मुद्ो्पर एकसाथ पहल करने का दनण्यय दलया है. उत्र् प्ि् श े मे् इलाहाबाि दवश्द्वद््ालय छात््संघ के पूव्य अध्यक्् और धुर वामपंथी
उपचुनाव मंे भाजपा को 10 में पांच सीट
नेता अदिले्द् प््ताप दसंह ने गैर भाजपा ताकतो्को एक मंच पर लाने के दलए जनमंच का गठन दकया है. जनमंच दकसान, नौजवान से लेकर मजहबी गोलबंिी के दिलाि लोगो् को लामबंि करेगा. साथ ही सभी िलीय और गैर िलीय संगठनो्से संवाि भी शुर्करेगा. यह बानगी है कुछ राज्यो् की. इस तरह की पहल िेश के िज्यन भर राज्यो् मे् अलगअलग मुद्ो् को लेकर हो रही है. लेदकन सबकी नजर िलीय पहल पर है. समाजवािी पाट्ी् के राष््ीय अध्यक्् अदिलेश यािव ने तृणमूल कांग्ेस की मुदिया ममता बनज््ी से मुलाक़ात कर अपना नजदरया साफ़ कर दिया है. वैसे भी अदिलेश यािव ने चुनाव नतीजो्के आने से पहले ही यह कह दिया था दक वे जर्रत पड़ने पर बाकी पेज 3 पर
पूजा तसंह
विपक्् को लगेगा अभी एक और झटका
धीरेंदंशंंीवासंंव
लखनऊ. होगा क्या? इसे कोई नही् जानता लेदकन दसयासी गदलयारो् मे् चच्ाय आम है दक मई के महीने मे् पूव्य मुख्यमंत्ी मुलायम दसंह यािव, मायावती और अदिलेश यािव को एक जोर का झटका लगने वाला है. इस झटके मे् इन तीनो् दिग्गजो् को पूव्य मुख्यमंत्ी के र्प मे् आवंदटत अपने-अपने आलीशान बंगलो्को िाली करना पड़ सकता है. ऐसा होता है तो इन तीनो् के साथ साथ िेश के गृहमंत्ी राजनाथ दसंह, राजस्थान के राज्यपाल कल्याण दसंह और जैदवक पुत् का सुि भोग रहे बेचारे नारायण ित््दतवारी आदि पूव्यमुख्यमंद्तयो् को भी अपने अपने बंगले िाली करने पड़ सकते है्. इसदलए मुलायम दसंह यािव, सुश्ी मायावती और अदिलेश यािव से बाकी पेज 3 पर
सज्ा पूरी इंतज्ार बाक्ी
नयी दिल्ली/भोपाल. आठ राज्यो्की 10 दवधानसभा सीटो्के दलए हुए उपचुनाव मे् भी भाजपा ने अपना िम दििाया है. गुर्वार को हुई मतगणना मे्भाजपा ने 10 मे् से पांच सीटो्पर जीत हादसल की. इसमे्से तीन सीटे् पुरानी है् जबदक िो उसने अन्य िलो् से छीनी है्. इनमे् दिल्ली की राजौरी गाि्यन सीट भी शादमल है जहां दपछली दवजेता आम आिमी पाट््ी की जमानत जब्त हो गयी. ये चुनाव एमसीिी चुनाव के ऐन पहले हुए है् दजससे इनकी अहदमयत बढ़् गयी है. कन्ाटय क मे् कांगस ्े ने िोनो् सीटे् बाकी पेज 2 पर
भोपाल. पादकस््ान मे् कदथत र्प से जासूसी करने के आरोप मे्पकड़्ेगये भारतीय नागदरक कुलभूरण जाधव को पादकस््ानी सैनय् अिालत द््ारा मौत की सजा सुनाये जाने के बाि भोपाल मे्रह रहे पादकस््ानी नागदरक
संजय कुमार
के सदचव और प्द्सद््गांधीवािी रजी अहमि का नाम सामने आता है. चम्पारण सत्याग्ह् के सवाल पर रजी बताते है,् बात 1916 की है लिनऊ कांगस ्े अदधवेशन के िौरान दकसान िेता राजकुमार शुकल ् चंपारण के दकसानो्के िि्य को लेकर गये थे. उन्हो्ने गांधीजी से अनुरोध दकया दक वे चम्पारण आएं और नील की िेती करने वाले दकसानो् को आजािी दिलाये. रजी बताते है,् गांधीजी ने चम्पारण का नाम नही् सुना था. उन्हे् वहां के लोगो् की क्सथदत के बारे मे्भी कोई िास जानकारी नही् थी. द््िदटश हुकमू त ने वहां के दकसानो् को
सादजि मुनीर का नाम एक बार दिर सुदि ् यय ो् मे्है. मुनीर को भोपाल क्सथत सैनय् अड््ेकी जासूसी करने के आरोप मे्12 साल कैि की सजा हुई थी, मुनीर की सजा चार जून 2016 को पूरी हो चुकी है. पादकस््ान के रहीमयार िां दजले के रहने वाले मुनीर जासूसी के आरोप से इनकार करते है.् िोनो् मुलक ् ो् के बीच िराब हालात को िेिते हुए वह अपनी बुआ से दमलने बांगल ् ािेश के रास््ेभारत आये थे जहां उन्हे्जासूसी के आरोप मे्दगरफ्तार कर दलया गया. सजा पूरी होने के बाि से मुनीर राजधानी भोपाल के शाहजहानाबाि थाना पदरसर मे्बने दिटेश ्न सेट् र मे्ही रह रहे है.् बाकी पेज 5 पर
चंपारण सत्याग््ह: और भी है् गुमनाम नायक पटना. सौ वर्यपूवय्महात्मा गांधी दबहार के चम्पारण मे् नील की िेती करने वाले दकसानो्को द््िदटश साम््ाज्य से मुकक् त दिलाने आये थे. चम्पारण सत्याग्ह् ने ही मोहन िास करमचंि गांधी को ’महात्मा’ बना दिया था. दबहार की धरती चम्पारण गांधी की प्थ ्म कम्भय दू म थी. यो्तो चम्पारण सत्याग्ह् शताब्िी वर्यसमारोह िेश भर मे्आयोदजत हो रहा है लेदकन दबहार के दबना यह अधूरा है. चम्पारण सत्याग्ह् की बात हो या दिर गांधीजी से जुड़ा कोई पहलू. इस पर प्क ् ाश िालने के दलए पटना क्सथत गांधी संगह् ालय
नील की िेती को अदनवाय्यकर दिया था. इस व्यवस्था के तहत दकसानो् के दलए यह अदनवाय्य कर दिया गया था दक वे अपनी ज़मीन के एक दनद््ित दहस्से मे् नील की िेती करेग् .े नील एक रंजक है, जो िेत को नुकसान पहुच ं ाता है. नील की िेती ने दकसानो् को संकट मे् िाल दिया. दवरोध करने वाले दकसानो्पर जुलम् ढाहे जाते थे. साथ ही जो दकसान नील की िेती नही्करते तो उन्हे्आद्थक य र्प से िंदित दकया जाता था. नील की अदनवाय्य िेती से दकसनो् को आद्थक य मार झेलनी पड़ी. अनाज के उत्पािन बाकी पेज 2 पर
2 14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017 करलंमाफंी: राजंयोंकी नयी मुसीबि www.shukrawaar.com n
नयी दिल्ली. उत्तर प््िेश मे्मुख्यमंत्ी आदित्यनाथ योगी ने अपनी पहली कैदबनेट बैठक मे्ही दकसानो्की कज्मय ािी का ऐलान करके अन्य राज्यो्को मुसीबत मे्िाल दिया है. यूपी मे् उठाये गए इस किम के बाि महाराष्ट््, पंजाब और हदरयाणा सदहत अन्य राज्यो्मे्भी ऐसी मांग जोर पकड़्ने लगी है. हालांदक, दवत्त दवशेरज््ो् का मानना है दक अगर हर राज्य मे्दकसानो्की कज्यमािी का िैसला दलया गया तो राज्य पर आद्थयक बोझ बढ़्जायेगा और इससे उबर पाना कािी कदठन होगा. लगभग हर राज्य कज्यके भारी बोझ तले िबा है. ऐसे मे् अगर दकसानो् के माि करने का िैसला दलया जाता है. क्सथदत िराब होगी. सूत्ो् के मुतादबक, पंजाब के मुख्यमंत्ी कैप्टन अमदरंिर दसंह जल्ि ही दकसानो् के कज्य माि करने का ऐलान कर सकते है्. कांग्ेस ने चुनावी वािे मे्कज्यमाि करने की घोरणा की थी, ऐसे मे् अब उस पर िबाव बढ़्ा है. लेदकन पंजाब पहले से करीब 1.25 लाि करोड़् र्पये के कज्य तले िबा है. दकसानो् ने करीब 69 हजार करोड़् से 88 हजार करोड़्र्पये तक कज्यदलया है. ऐसे मे् अगर सरकार कज्यमाि करती है तो उस पर
अदतदरक्त बोझ बढ़्ेगा. पंजाब के मुख्यमंत्ी ने प््धानमंत्ी नरे्द् मोिी से मुलाकात करके एक बार कज्यमािी को लेकर बातचीत की थी लेदकन अदधकारी केद् ्से ज्यािा मिि दमलने की उम्मीि मे्नही् है्क्यो्दक के्द्ने पहले ही महाराष््की मांग ठुकरा िी है जबदक महाराष्् मे् बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार है. सूत्ो्का मानना है दक पंजाब सरकार आधा कज्यमाि करने की क्सथदत मे् भी नही् है. अगर सरकार ऐसा करती है तो उसके पास सरकारी कम्यचादरयो् का वेतन िेने के पैसे भी नही्बचे्गे, दजससे
हालात और दबगड़्े्गे. पंजाब मे् दकसानो् के कज्य माि दकए जाने की अटकलो् पर महाराष्् ने नजरे् जमा रिी है्. एक अदधकारी ने कहा, 'अगर कांग्ेस पंजाब मे् कज्यमाि करती है तो वे महाराष््मे्इसके दलए िबाव बनाएंगे.' उधर, हदरयाणा मे् भी दकसानो् के कज्य माि दकए जाने को लेकर लगातार िबाव बढ़् रहा है. हदरयाणा की हालत पंजाब से भी ज्यािा िराब है. इस बीच अन्य राज्यो्से भी ऐसी मांग पुरजोर तरीके से उठने लगी है दक उनके यहां भी दकसानो्की कज्यमािी का ऐलान दकया जाये.
आलू के नाम पर झूठा पंंचार पेज 1 का बाकी गोरिपुर, कानुपर िेहात, िैजाबाि, लिनऊ आदि िज्यनो्जनपिो्मे्आग लगने से व्यापक जनधन की क्द्त की सूचनाएं दमल रही है्. कई जगह पशु भी आग की चेपट मे् आ चुके है्. दकसान की िदलहान मे् रिी िसल और गरीबो् की झुग्गी-झोपदड़यो् मे् लगी आग के दशकार लोगो् के दलए भाजपा सरकार ने राहत का कोई इंतजाम नही्दकया है. उनको आद्थयक मिि िेने और समय पर राहत पहुंचाने की भाजपा सरकार ने कैदबनेट मे्कोई दनण्यय नही्दलया.
भाजपा सरकार ने यह जो िैसले दलए है् वे वही् है् वह सब अदिलेश यािव के मुख्यमंद्तत्वकाल मे् हुये थे. ट््ांसिाम्यर बिलने की अवदध अदिलेश यािव सरकार ने दनद््ित की थी. उस पर भी भाजपा सरकार वाहवाही लूटना चाहती है्. भाजपा सरकार ने दबजली आपूद्तय के संबंध मे् जो िावे दकये है्वे दसि्ूभ््म पैिा करने वाले है्. अदिलेश के मुख्यमंद्तत्वकाल मे् नगरो् मे् 22 से 24 घंटे, और ग््ामीण इलाको् मे् 16 से 18 घंटे दवद््ुत आपूद्तय करने के आिेश हो गये थे. प््मुि धाद्मयक स्थलो्को भी दबजली
24 घण्टा आपूद्तय लगातार हो रही है. दिर भाजपा की कैदबनेट बैठक मे्कौन नया तीर मारा गया है? भाजपा के आते ही दवद््ुत आपूद्तय मे्गड़बड़ी अभी से दििने लगी है. सच तो यह है दक अिवाहो् की राजनीदत से ही भाजपा अपनी सरकार चलाना चाहती है. उसके पास अपनी कोई रचनात्मक, जनदहत की योजना तो है नही् इसदलए वे समाजवािी सरकार के काम काज पर तथाकदथत िोट दनकालने मे् ही अपना सारी शक्कत लगा रहे है्. मगर जनता सच््ाई जानती है.
चंपारण सत़याग़़ह: और भी है़गुमनाम नायक
पेज 1 का बाकी मे् भारी कमी आयी. दकसानो् पर िुि का पहाड़ टूट पड़ा. रजी अहमि बताते है् दक शुकल ् जी के आग्ह् पर गांधीजी ने उन्हे् कोई आश््ासन नही्दिया बक्लक उन्हो्ने कहा दक जब तक वे िुि हालात को िेिगे् े नही्और जायजा लेग् े नही् तब तक कुछ नही् करेग् .े आदिर मे्वह ऐदतहादसक दिन आया, जब 15 अप्ल ्ै 1917 को गांधीजी मोतीहारी रेलवे स्टश े न पर उतरे. हजारो्लोगो्ने उनका स्वागत दकया. पूरा दिन मोतीहारी मे् दबताने के बाि गांधीजी जासूलीपट््ी नामक गांव के दलए हाथी पर बैठकर रवाना हुय.े गांधीजी थोड़ी आगे बढ़े ही थे दक उन्हे् एक नोदटस थमा दिया गया. उन्हे्आिेश दिया गया था दक वे अगली ट्न्े से इस क्त्े ् को छोड़कर चले जाएं. लेदकन, गांधीजी ने इस आिेश को मानने से इंकार कर दिया. नतीजे मे्उन्हे्दगरफ्तार दकया गया और 18 अप्ल ्ै को एक अिालत मे्पेश दकया गया. रजी बताते है् दक गांधीजी अंगज ्े ी हुकमू त को मानते ही नही् थे. बापू ने कभी भी अंगज ्े ो्के दनयम कानून
और शासन व्यवस्था को नही्माना इसदलए उनपर जब भी कोई मामला लािा जाता तो वे अपना बचाव नही्करते थे. चंपारण सत्याग्ह् को लेकर गांधीजी पर जो मुकिमा लािा गया उसे बापू के प्द्त दकसानो्के जन समथ्नय को िेिते हुये द््िदटश हुकमु त को वापस लेना पड़ा. चंपारण आगमन पर गांधीजी को दमले जनसम्थय न से द््िदटश हुकमू त घबरा गई और उन्हे् दरहा कर दिया गया. िो दिन के बाि मुकिमा भी वापस ले दलया गया. अंगज ्े सरकार ने गांधीजी को यह आश््ासन भी दिया गया दक दकसानो्की समस्या पर दवचार दकया जाएगा. दकसानो्की क्सथदत का अध्ययन करने के दलए एक सदमदत बनाई गयी और इसमे् गांधीजी को भी शादमल दकया गया. दतनकदठया व्यवस्था वापस ले ली गयी. तो इस तरह से गांधीजी ने चंपारण के दकसानो् को अंगज ्े ी हुकमू त से मुकक् त दिलायी थी. यो् तो बापू को चंपारण लाने मे्राजकुमार शुकल ् की भूदमका अहम रही है. रजी बताते है् दक कई और नाम चंपारण सत्याग्ह् से जुड़े है दजनका दजक््नही्दमलता. वे कहते है्बापू के चंपारण
सत्याग्ह् मे् कई ऐसे लोग भी शादमल थे दजन्हो्ने बढ़-चढ़्कर उनके अदभयान मे्साथ दिया लेदकन उनका दजक्् प्म् ि ु ता से नही् हुआ. इसी मे्एक नाम रामियाल साहू का भी है, जो मोदतहारी के कारोबारी थे और उन्हो्ने बढ़-चढ़कर आद्थक य सहयोग दकया. उन लोगो्की समप्ण य भूदमका का अंिाजा इसी बात से भी लगाया जा सकता है दक राजेनद् ् बाबू और ि्ज ् दकशोर बाबू वहां िाना पकाते थे और बत्नय भी साि करते थे. महात्मा गांधी ने दकसनो्के िुि-िि्यको लेकर जो पहल की वह इदतहास बन चुका है. दकसानो्के दलए जो सपना उन्हो्ने िेिा था, क्या वह साकार हो गया है के सवाल पर, गांधीवािी रजी अहमि कहते है्दक गांधीजी ने िेश की आजािी का सपना िेिा था वह पूरा हुआ. साथ ही उनका सपना था दक िेश के अंदतम कतार मे् िड़ा व्यक्कत िुशहाल हो. अंदतम पैिान पर िड़े व्यक्कत के आंि मे् आंसू का एक कतरा भी नही्हो. वे जब तक रहे अंदतम कतार मे्िड़े व्यक्कत के दलए संधर्यकरते रहे. अहमि कहते है्अभी भी िेश मे्अंदतम कतार मे्िड़े व्यक्कत
उपचुनाव मंे भाजपा को 10 में पांच सीट पेज 1 का बाकी नंजनगुि, गुंिलुपेट को जीत कर अपनी क्सथदत बरकरार रिी है. वही् िबरो् के मुतादबक मध्य प्ि् श े मे्भाजपा को बांधवगढ़् मे् जीत दमली जबदक अटेर मे् हार का मुंह िेिना पड़्ा है. राजौरी गाि्यन मे् भाजपा के मनदजंिर दसंह दसरसा को 40602 वोट दमले. कांग्ेस की मीनाक््ी चंिेला को 25950 वोट जबदक आप के हरजीत दसंह को मात््10243 वोट दमले. उधर, कन्ाटय क के नंजनगुि मे्कांगस ्े प््त्याशी कलाले एन केशवमूद्तय ने भाजपा के पूव्य मंत्ी वी श््ीदनवास प््साि के दिलाि जीत िज्यकी. पद््िम बंगाल के कांठी िद््कण से तृणमूल कांग्ेस उम्मीिवार चंद्दमा भट््ाचाय्यको जीत दमली. दहमाचल प््िेश की भोरांज सीट पर भी भाजपा जीत गयी. यहां उसके उम्मीिवार अदनल धीमान ने 8433 वोटो्से जीत िज्यकी. मध्य प््िेश की िो दवधानसभाओ् के दलए हुए उपचुनाव मे्भाजपा और कांगस ्े को क््मश: एक-एक सीट पर जीत दमली है. उमदरया दजले की बांधवगढ़्सीट पर भाजपा प््त्याशी दशवनारायण दसंह ने कांग्ेस की सादवत््ी दसंह को 25,000 से अदधक मतो्से परास््दकया जबदक दभंि दजले की बहुचद्चतय अटेर दवधानसभा सीट पर कांग्ेस के हेमंत कटारे ने भाजपा के अरदवंि भिौदरया को करीबी मुकाबले मे् 857 मतो् से हरा दिया. िबरो् के मुतादबक भाजपा प््त्याशी ने मतो् की िोबारा दगनती कराये जाने की मांग की है. हेमंत कांग्ेस के वदरष्् नेता स्वग््ीय सत्यिेव कटारे के पुत्है्और अपने दपता के दनधन के बाि िाली हुई सीट पर चुनाव लड़्े. इस सीट पर मतगणना अत्यंत रोचक रही और टी-20 द््ककेट मैच की तरह पलड़्ा कभी भाजपा तो कभी कांग्ेस के पाले मे् झुकता रहा. आदिरकार बाजी हेमंत कटारे के हाथ लगी. अटेर दवधानसभा सीट दपछले दिनो् कािी समय तक सुद्िययो् मे् रही. पहले ईवीएम को लेकर दछड़्ेदववाि के बाि दभंि के दजलादधकारी और पुदलस अधीक््क को हटा दिया गया था. उसके बाि मुख्यमंत्ी
दशवराज दसंह चौहान ने दसंदधया पदरवार को लेकर एक अनुदचत दटप्पणी की थी दजससे उनकी मंद्तमंिलीय सहयोगी यशोधरा राजे नाराज हो गयी थी्. अटेर सीट को कांग्ेस नेता ज्योदतरादित्य दसंदधया और मुख्यमंत्ी दशवराज दसंह के बीच का मुकाबला माना जा रहा था. माना जा रहा है दक हेमंत कटारे को जनता की सहानुभूदत भी दमली है. उधर, कांग्ेस के प््िेश अध्यक्् अर्ण यािव ने अटेर मे् जीत के दलए जनता का धन्यवाि करते हुए बांधवगढ़्मे्दमली पराजय के दलए प््िेश के मंत्ी संजय पाठक के काले धन को दजम्मेिार ठहराया. उन्हो्ने कहा दक पाट््ी की जागर्कता के कारण अटेर मे् ईवीएम से छेड़्छाड़् नही् हो सकी इसीदलए भाजपा को यहां दशकस््झेलनी पड़्ी.
के आंि मे्आंसू कायम है. उन्हो्ने बताया दक एक बार गांधीजी के पौत्् गोपालकृषण ् मुजफ्िरपुर से मोदतहारी जा रहे थे तो जो तस्वीर उन्हो्ने िेिी उससे उनका आंि भर आया था. चम्पारण सत्याग्ह् की 100 वी् वर्गय ांठ को यािगार बनाने के दलए पटना गांधी संगह् ालय क्या दवशेर आयोजन कर रहा है के सवाल पर रजी अहमि कहते है्दक 10 अप्ल ्ै 2016 से ही सत्याग्ह् वर्य पर समारोहो् की शुरआ ् त की थी. कई महत्वपूणय्आयोजन हुय.े इस बार भी िास है. अद्त् बनाने का प्य् ास है और नई नस्ल को जोड़ने की पहल भी है. िास यह है दक गांधीजी दजस वेशभूरा मे् चंपारण पहली बात आये थे वैसी ही वेशभूरा मे्गांधीजी की प्द्तमा का अनावरण 15 अप्ल ्ै को मुखय् मंत्ी पटना के गांधी संगह् ालय मे् करेग् .े साथ ही चंपारण सत्याग्ह् पर केद््दत छह पुसक ् ो् का लोकापण्य दकया जायेगा. दवशेर तौर पर ’नई नस्ल की नजर मे् चंपारण सत्याग्ह् ’ पुसक ् का भी लोकापण्य होगा. अहमि बताते है् दक इसमे् िास यह है दक
चम्पारण सत्याग्ह् को लेकर नई पीढ़ी से आलेि मांगे गये थे. बड़ी संखय् ा मे् आलेि आये. इनमे्17 को चुना गया. चंपारण सत्याग्ह् की साथ्क य ता पर रजी कहते है्दक िेदिये गांधीजी का चंपारण आना, जनसैलाब का उमड़ना और नील की िेती के आिेश को अंगज ्े ी हुकमू त द््ारा वापस लेना साथ्क य ता को प्ब् ल करता है. वे बताते है्दक उसके बाि दहन्िस ु ्ान मे्अन्य सत्याग्ह् ो्को मजबूती दमली. सबसे महत्वपूणय्बात यह हुई दक गांधीजी के आंिोलन से दकसान ओर गांव भी जुड़ा. गांधीजी सत्याग्ह् के िौरान कहते भी थे दक जब तक हम गांव की क्सथदत नही् बिलेग् े तब तक िेश संपन्न और सुिी नही्हो पायेगा. चंपारण सत्याग्ह् की साथ्क य ता को इस र्प मे्भी िेि सकते है्दक गांधीजी ने यहां दशक््ा के दलए पहल की और पाठशालाओ्की नी्व रिी. आश्म् भी बनवाया. बापू ने चंपारण मे्जो पहल की वह इदतहास है. इदतहास को 100 साल हो गये. आज भी बापू से जुड़ी यािे् जीवंत है.् चंपारण संघर्य गाथा की जीवंतता िश्ातय ा है दक बापू महात्मा क्यो्थे.
ओडिशा से शंखनाद पेज 1 का बाकी िैसला अपने आप मे्इस बात का संकेत है दक भाजपा पूरब के इस दपछड़्े राज्य को लेकर दकस किर गंभीर है. 2019 मे् पाट््ी का लक््य 400 सीटे् जीतने का है दलहाजा 120 और सीटो् को ध्यान मे् रिकर अभी से ही रणनीदत को अंदतम धार िी जा रही है. पाट््ी की इस रणनीदत को सीधे तौर पर लागू कर रहे है् सबसे बड़्ेरणनीदतकार पाट््ी अध्यक््अदमत शाह. शाह की प्लादनंग इस बार भी बूथ मैनज े मेट् की है. बूथ स्र् पर ओदिशा समेत इन राज्यो् मे् पाट््ी के समद्पयत काय्यकत्ाय तैयार करने की दजम्मेिारी अदमत शाह ने िुि अपने ऊपर ली है जो दक जल्ि ही बूथ स््र का िौरा भी करे्गे. भाजपा को ओदिशा के पंचायत चुनाव मे् अप््त्यादशत सिलता दमली है. पाट््ी को लगता है दक उसके पक्् मे् बने माहौल को भुनाने का यही सबसे सही वक्त है. ऐसे मे् पाट््ी आलाकमान की तरि से कवायि इसी बात की हो रही है दक पाट््ी काय्यसदमदत की बैठक के जदरये संगठन मे् नयी उज्ाय का संचार दकया जा सकता है.
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
राजनीडि का नया अध़याय शराबबंदी
लखनऊ (शुक्वार). उत््र प््िेश मे् भाजपा ने अपने चुनावी वायिे मे् कही् भी शराबबंिी की बात नही्कही थी लेदकन योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्ी बनने के बाि मदहलाओ् को लगने लगा है दक वे यूपी मे् शराबबंिी करवा िे्गे. ऐसे मे् लगता है दक शराबबंिी का मुद्ा िेश की राजनीदत मे्एक नया मुद्ा बन गया है. दबहार के मुखय् मंत्ी नीतीश कुमार अपने यहां शराबबंिी करने के बाि यह मानकर चल रहे है् दक उनकी ही शराब के दिलाि मुदहम रंग ला रही है. इसी बूते वह 2019 के आम चुनावो्मे्प््धानमंत्ी पि का दवपक््का सांझा उम्मीिवार बनने का सपना िेि रहे है.् वैसे िेिा जाए तो 2-4 राज्यो् के िज्यन भर दजलो्मे्तीन-चार िज्नय मदहलाओ्ने िज्नय िो िज्नय शराब की िुकानो्के आगे कुछ घंटो् से लेकर कुछ दिनो् तक ही धरना दिया है. इसका प्स ् ारण कुछ चैनलो्और अिबारो्मे् ही हुआ है लेदकन इससे पूरे िेश के तमाम राजनीदतक िल सकते मे्है्. हालांदक, इस बीच यह भी िेिा जा रहा है दक शराबबंिी के पक््मे्जो मदहलाएं सामने आ रही है् वे सब गरीब, िदलत, वंदचत, उपेद्कत, मुक्सलम और आदिवासी मदहलाएं है्. ये वे मदहलाएं है् जो शराबी Jपदत से दपटती है्. शराब के दलए पैसे मांगने पर इंकार करने पर पदत पीटता है तो कभी शराब पीकर आया पदत गम्यिाने की मांग न पूरी होने पर पीटता है. ये वे औरते् है् जो शराबी पदत से अपने बच््ो् की दहिाजत
करती है्िासतौर पर जवान हो रही बेटी की. ये वे औरते् है् जो छुपाकर रिे पैसो् की दहिाजत इसदलए करती है् दक पदत को उसका पता न चल जाए. ये वे औरते् है् दजनके दलए शराब की िुकान दकसी अदभशाप से कम नही् है. ये वे औरते् है् जो रोज रात ईश््र से यही प््ाथ्यना करती है् दक शराबी पदत सही सलामत दबना दकसी से झगड़्ेघर वापस आ जाए. ये वे औरते्है्जो रोज िुआ मांगती है्दक शराबी पदत की कही् नौकरी न चली जाए. ये वे औरते्है्जो शराबी पदत की िेर रात तबीयत िराब होने पर बुरी तरह से कांपने लगती है्. ये वे औरते्है्जो चाहती है् दक बेरोजगार बेटे को कही् शराब की लत न लग जाए. इस संिभ्यमे्एक बात मोिी सरकार को समझ लेनी चादहए. सुना है दक सरकार भोजन की गारंटी के तहत दिए जा रहे अनाज की जगह ऐसे पदरवारो् के बै्क िातो् मे्
गंैर-भाजपावाद
डवपक़़को लगेगा अभी एक और झटका
पेज 1 का बाकी पेज 1 का बाकी बसपा अध्यक्् मायावती से हाथ दमलाने मे् बंगला िाली करा लेना आसान भी नही् संकोच नही् करे्गे. चुनाव नतीजो् के बाि दिि रहा है. लेदकन, कुछ न कुछ होगा अब इन िोनो्िलो्के बीच संवाि की उम्मीि जर्र क्यो्दक इसे लेकर मुख्यमंत्ी योगी बढ़ गयी है. इस बीच जनता िल यू ने कुछ आदित्य नाथ की सरकार को िो मई राजनैदतक िलो्के नेताओ्से अनौपचादरक तक सव््ोच्् न्यायालय मे् जवाब िादिल बातचीत कर राजनैदतक माहौल का जायजा करना है. दलया. इसमे् वामपंथी िल भी शादमल थे. याि रहे दक सव््ोच्् न्यायालय ने बीते िूसरी तरि ममता बनज््ी भी दवपक््ी एकता साल अगस््महीने मे्राज्य सरकार के उस के पक्् मे् है्. बंगाल मे् भाजपा ममता को दनयम को दनरस््कर दिया था दजसके तहत घेरने के दलए हर हथकंिा इस्म्े ाल कर रही पूव्य मुख्यमंत्ी सरकारी आवास के ताउम्् है. ऐसे मे्दवपक््ी एकता हुई तो ममता बनज््ी हकिार थे. सव््ोच््न्यायालय ने इस दनयम को उसका िायिा दमल सकता है. िरअसल का लाभ ले रहे सभी पूव्य मुख्यमंद्तयो् से दवपक््ी िलो् के सामने दिलहाल िो मुख्य अपने अपने बंगले िाली कर िेने को कहा एजेि ् ा है.् एक राष्प् दत का चुनाव तो िूसरा था. लेदकन, बंगले नही्िाली हुए. इसे लेकर ईवीएम का मुद्ा. यह बात अलग है दक ईवीएम के सवाल पर उतने िल साथ नही्है दजतने अन्य मुद्ो्पर. नयी दिल्ली. जम्मू-कश्मीर से दपछले लोकसभा चुनाव का मुद्ा इसके बाि का है. ईवीएम के सवाल पर बसपा, आम कुछ दिनो्से लगातार दहंसा और उत्पात की आिमी पाट््ी और तृणमूल कांग्ेस ज्यािा तस्वीरे् सामने आ रही है्. उपद््दवयो् और मुिर है् तो समाजवािी पाट््ी भी समथ्नय मे् पत्थरबाजो्का सामना हमारे सुरक््ाबल दकस तो है पर बहुत मुिर नही्है. पर राष्प् दत के संयम के साथ करते है् उसकी एक बानगी चुनाव को लेकर इनमे् एकता की उम्मीि इन तस्वीरो्मे्दििाई िे रही है. वीदियो मे्श््ीनगर मे्रदववार को चुनाव ज्यािा है. हाल ही मे्एक काय्क य म् मे्पत्क ् ार के बाि ड््ूटी से लौट रहे सीआरपीएि कुलिीप नैयर ने राष््वािी कांग्ेस पाट््ी के जवान दििाई िे रहे है्, दजन पर कुछ लोग नेता शरि पवार का नाम राष्प् दत के दलए हमला कर रहे है्. उन्हे्पैरो्से मारा जा रहा बेहतर बताया तो उनके नाम की चच्ाय शुर् है . उनके दसर पर हमला कर हेलमेट िे्क हो गयी. जनता िल यू का समथ्यन तय है. दिया गया, ले द कन इन सबके बीच जवान ऐसे मे्अन्य दवपक््ी िलो्का भी समथ्नय दमल अपना सं य म नही् िोते और चुपचाप चलते सकता है. इस चुनाव से भी दवपक््ी एकता की रहते है्. यह वीदियो बिगाम का है. यह वह उम्मीि बन रही है.
अनाज का पैसा सीधे जमा कराने की सोच रही है. जब शराबी पदत घर के दकसी कोने मे् पड़्े दकसी दिब्बे के नीचे िबे 100-50 के नोट को नही्छोड़्ता है तब वह कैसे बै्क मे् जमा हुए उस पैसे को छोड़् िेगा दजससे उसके पदरवार का महीने भर पेट पलना है. अगर सरकार ने शराबी पदतयो् की पक्तनयो् की िि्य भरी कहादनयां सुनी हो्गी तो वह अनाज की जगह सब्दसिी का पैसा सीधे बै्क िातो् मे् जमा करवाने से जर्र परहेज करेगी. ऐसी औरते् जब शराब का ठेका बंि करने के दलए रात-दिन पहरा िेती है्, शराब के ठेकेिारो्से उलझती है्, पुदलस से दपटती है् और राजनीदतक िलो् के स्थानीय काय्क य त्ाओ य ्के प्ल ् ोभनो्से बचती है्तो ऐसी औरतो्का सम्मान होना चादहए. सरकार का िज्यबनता है दक जहां-जहां भी शराब ठेको् का दवरोध हो वहां-वहां शराब के ठेके तत्काल प््भाव से बंि कर दिए जाये्.
एमसीडी में बागी बने मुसीबत नयी दिल्ली. एमसीिी चुनाव मे् दनि्ल य ीय और छोटी पाद्टयि ां दमलकर भाजपा, आप और कांगस ्े का िेल दबगाड़्सकती है.् तीनो् नगर दनगम दमलाकर लगभग 125 सीटो्पर दनि्ल य ीय और छोटे िलो्के मजबूत उम्मीिवारो् ने बड़्ी पाद्टियो् को मुक्शकल मे् िाल दिया है. एमसीिी चुनाव मे् मजबूत िलो् पर दनि्यलीय प््त्याशी भारी पड़् रहे है्. दनगम की सत््ा पाने के िावेिार िलो्मे्रार मचने से चुनाव बहुकोणीय बनता जा रहा है. अगर ये दनि्यलीय और छोटे िलो् के उम्मीिवार चुनाव नही् भी जीतते है् दिर भी सत््ा के िावेिार बड़्े िलो् के समीकरण बिलने की ताकत तो रिते ही है.् इस बार के एमसीिी चुनाव मे्लगभग 100 सीटो्पर िस से ज्यािा उम्मीिवार चुनाव मैिान मे्है.् पूव्ी नगर दनगम के करावल नगर वाि्यसे सबसे ज्यािा 23 उम्मीिवार मैिान मे्है.् कुछ ऐसे भी वाि्यहै्जहां पर पांच से कम उम्मीिवारो् के बीच मुकाबला है. कई िलो् के नेताओ् ने पियात््ा और दवकास यात््ा की शुरआ ् त कर िी है. इस बार के एमसीिी चुनाव मे् राजनीदतक िलो् ने बड़्ी रैली करने के बजाए छोटी सभाओ् के द््ारा मतिाताओ् को लुभाने के दलए कोई कसर नही्छोड़्रहे है.् पर, सभी पाद्टयि ो्को दनि्ल य ीय उम्मीिवारो् ने पानी दपला रिा है. सभी िल दनि्यलीय उम्मीिवारो् के तेवर से परेशान नजर आ रहे है.् कांगस ्े के लगभग 50 बागी उम्मीिवारो् के चुनाव लड़्ने की िबर है. भाजपा और आप मे् बादगयो् की संख्या 100 के आस-
पास िेिी जा रही है. दिल्ली दवधानसभा और लोकसभा मे् मुख्य राजनीदतक िलो् के अलावा अन्य के िाते मे् वोट शेयर 20 से 25 िीसिी तक आते रहे है.् एमसीिी चुनाव मे् यही आंकड़्ा 30 से 35 प्द्तशत तक हो जाता है. 2012 के दिल्ली एमसीिी चुनाव मे् दनि्ल य ीय और अन्य िलो्ने 42 सीटो्पर जीत िज्य की थी. भाजपा का शासन तीनो् नगर दनगमो्मे्था. िद््कणी दिल्ली नगर दनगम मे् भाजपा को बहुमत के दलए 53 सीटे् चादहए थी्, लेदकन भाजपा को 44 सीटे्ही दमल पाई थी. इसके बावजूि भाजपा ने दनि्यलीय दवजेताओ्की मिि से सत््ा पाई थी. िद््कणी नगर दनगम मे्कांगस ्े को 29 सीटे्दमली थी्. इस बार के एमसीिी चुनाव मे्तो अलग ही नजारा है. भाजपा और आम आिमी पाट््ी सत््ा के िो मजबूत िावेिार है.् िोनो्पाद्टयय ां दिल्ली की हर सीट पर चुनाव लड़् रही है्. इसके अलावा स्वराज इंदिया पाट््ी भी मैिान मे्है. दबहार के मुखय् मंत्ी नीतीश कुमार की नेततृ व् वाली जेिीयू भी लगभग 100 सीटो्पर चुनाव लड़्रही है.
अपर्ाा को चुनाि आयोग का नोवटस
िादिल एक यादचका मे्सव््ोच््न्यायालय ने 11 अप््ैल को पूछा है दक उसके आिेश के बाि भी पूवय्मुखय् मंद्तयो्से बंगले िाली क्यो् नही् कराए गए? योगी आदित्य नाथ की सरकार को इस मामले मे् तीन सप्ताह के भीतर जवाब िादिल करने है. आमतौर पर ऐसे मामलो् मे् राजनेता कौआ कौवे का गोश्त नही् िाता है, के मुहावरे पर काम करते है्. इसदलए इस तरह के कामन दहत वाले सवालो्पर सरकारो्के आने जाने का असर नही्िेिा जाता रहा है. लेदकन, इस बार मुख्यमंत्ी योगी आदित्य नाथ के तेवर कुछ िूसरे तरीके के नज़र आ रहे है्. मुख्यमंत्ी भोथर तरीके से धनउगाही वाले मामलो् की जांच के साथ ही प््ोजेक्ट
मूल्य बढ़ाकर सिाई से धन उगाही करने वाले मामलो् की भी जाँच करा रहे है्. वह लगातार सन्िेश िेने की कोदशश कर रहे है् दक वह अकूत कमाई करने वाले दिग्गज नेताओ्को छोड़ने वाले नही्है. इसदलए लग रहा है दक इस बार बंगलो् को िाली कराने के मामले मे् भी सव््ोच्् न्यायालय के आिेश को लागू कराने मे् योगी आदित्यनाथ की सरकार कोई ढील िेने वाली नही्है. यदि ऐसा होता है तो हारने का गम झेल रहे अदिलेश यािव और मायावती के साथ ही अपनी ही पाट््ी मे् दकनारे दकये जाने का िि्य झेल रहे मुलायम दसंह यािव को एक और झटका लगेगा.
नयी दिल्ली. उत््र प््िेश दवधानसभा चुनाव के िौरान दकए िच्य का दववरण 10 अप्ल ्ै तक नही्िेने वाले 21 उम्मीिवारो्को चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोदटस जारी दकया है. इनमे् सपा मुदिया मुलायम दसंह यािव की छोटी बहू अपण्ाय यािव और पूव्य मंत्ी रदविास मेहरोत््ा के भी नाम शादमल है.् चुनाव आयोग ने पूछा है दक बार-बार सूचना िेने के बावजूि दनध्ायदरत समयावदध मे् चुनाव िच्य का लेिा-जोिा प््त्यादशयो् द््ारा क्यो्नही्पेश दकया गया. दपछले दिनो् दजला दनव्ायचन काय्ायलय ने 10 अप््ैल तक चुनावी िच्यनही्जमा करने वालो्की सूची आयोग को भेजी थी. इस पर आयोग के दनि््ेश पर दजला उप दनव्ायचन अदधकारी अदवनाश दसंह ने सभी प्त्य् ादशयो्को नोदटस जारी दकया है. नोदटस पाने वाले 21 प््त्यादशयो्मे्लिनऊ कै्ट से सपा प््त्याशी अपण्ाय यािव और लिनऊ मध्य से सपा प््त्याशी रदविास मेहरोत््ा के अलावा लिनऊ कै्ट से बसपा प््त्याशी योगेश िीद््कत के नाम भी शादमल है्.
सच बताता है दजससे हम अपने आपको अक्सर बेिबर रिते है्. सोशल मीदिया मे् यह वीदियो वायरल हो गया है. सुरक््ा बलो् पर हमला करने वाले कोई आतंकवािी नही्, बक्लक वहां के कुछ स्थानीय लोग है,् दजन्हो्ने सुरक््ा बलो् को जबरन एक पोदलंग स्टेशन छोड़्ने को मजबूर दकया. उल्लेिनीय है दक घाटी दपछले तीन िशक से अलगाववाि और आतंकवाि की मार झेल रही है, लेदकन बदहष्कार की कॉल के बावजूि लोग वोट िेते रहे है्, लेदकन इस बार ऐसा नही्हुआ. दकसी राजनीदतक पाट््ी से यह जवाब िेते नही्बन रहा दक आदिर श््ीनगर जैसे इलाके मे्वोदटंग दसि्ू7.14 ही क्यो्हुई.
नयी दिल्ली. िेशभर के प््ाइवेट स्कूलो्मे्मनमानी िीस को लेकर सरकार बड़्ी कार्यवाई कर सकती है. अब गुजरात की तज्य पर अब पूरे िेश मे्स्कूल िीस का दनयम लागू हो सकता है. इसके तहत सरकार स्कूलो् को ऊपरी िीस का दनध्ायरण कर सकती है. मीदिया दरपोर्स्य के मुतादबक, के्द् सरकार ने गुजरात से इस बारे मे् ड््ाफ्ट मांगा है. इसमे् स्कूलो् मे् िीस की ऊपरी सीमा तय की जायेगी. िबर है दक के्द् सरकार िेशभर मे् िीस दनयमन कानून लागू कर सकती है. के्द्ीय मानव संसाधन दवकास मंत्ी प््काश जाविेकर ने
गुजरात सरकार से िीस दनयमन कानून का ड््ाफ्ट मांगा है. उत््र प््िेश और महाराष्् सरकार ने भी समीक््ा के दलए गुजरात से स्कूल िीस दनयमन दबल की कॉपी मांगी है. गुजरात सरकार ने हाल ही मे् स्कूल िीस के दलए नए दनयम जारी दकए है्. राज्य सरकार ने सभी प््ाइवेट स्कूलो् के दलए िीस की ऊपरी सीमा तय की है. इसके तहत प््ाइमरी क्लासेज के दलए 15 हजार र्पये, दमदिल स्कूल के दलए 25 हजार र्पये और हाइयर-सेके्िरी क्लासेज के दलए 27 हजार र्पये से ज्यािा की सालाना िीस नही्वसूली जा सकती है.
जवानों को मारे घूंसे-लात
फीस िृव्ि पर नकेल
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संजय कुमार
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
‘गांधीजी के डवचारो़को करना होगा आत़मसाि’
पटना. चंपारण सत्याग्ह् के शताब्िी समारोह का आगाज पटना के नवदनद्मतय ज््ान भवन मे्‘महात्मा गांधी के दवचार और िश्नय ’ पर िो दिवसीय (10 और 11 अप्ल ्ै 2017) राष््ीय संगोष््ी से हुई. िेशभर से आये गांधीवादियो्ने चंपारण सत्याग्ह् की भूदमका पर प्क ् ाश िालते हुए कहा दक िेश आज संकम् ण के िौर से गुजर रहा है और जब-जब िेश मे्ऐसा िौर आया है तब-तब दबहार ने सही दिशा दििाई है. गांधीवादियो्ने लोगो्से एक बार दिर आगे आने की अपील की और कहा दक दबहार, िेश का ऐसा राज्य है जहां से महात्मा गांधी ने अंगज ्े ी हुकमु त के दिलाि आंिोलन की शुरआ ् त की थी. 15 अप्ल ्ै 1917 को गांधीजी चंपारण आये थे. नील की िेती करने वाले दकसानो् को अंगज ्े ी हुकमु त और सामन्ती जुलम् से मुकक् त दिलाने को लेकर गांधीजी ने सौ साल पहले चंपारण मे् आवाज उठाई थी. अंगज ्े सरकार को गांधी के सामने झुकना पड़ा था और दतनकदठया कानून समाप्त हो गया था. राष््ीय संगोष््ी को संबोदधत करते हुए मुखय् मंत्ी नीतीश कुमार ने ये बाते् कही. उन्हो्ने कहा दक चंपारण सत्याग्ह् केवल
बचाव आंिोलन की नेत्ी मेधा पाटेकर ने कहा दक आज िेश मे्सहमदत और दवमश्यको जगह नही्िी जा रही है. प्क ् दृ त संसाधन को जबरन छीना जा रहा है और लोगो्का हक मारा जा रहा है. वही्, पूवय् न्यायाधीश चंदश ्ि े र धम्ादय धकारी ने कहा दक गांधी के चंपारण सत्याग्ह् को दसि्ूऔपचादरकता से मनाने से नही्होगा बक्लक सत्याग्ह् करने वाले लोगो्को इसे िुि अपने जीवन मे् अपनाना चादहए. गांधीजी के पौत््राजमोहन गांधी ने कहा दक महात्मा गांधी ने िुदनया को ‘ना’ की शक्कत िेते हुए इसकी ताकत दििलायी थी. जब अंगज ्े सरकार ने मोतीहारी मे् गांधीजी से कहा दक आप यह जगह छोड़ कर चले जाये. तब ्े ी राज्य मे् नही् हुआ. मौके पर गांधीजी ने साि कहा, नही् जाउंगा. उन्हो्ने दबहार तक ही सीदमत नही् रहा, बक्लक इस जो दक अंगज ्े ी हुकमू त न्यायमूदत् य राजेनद् ्सच्र् ने कहा दक िेश को कहा दक गांधीजी की ‘ना’ ने अंगज सत्याग्ह् से पूरे िेश को दिशा दमली थी. को दहला कर रि दिया. जबदक, गांधीजी के उन्हो्ने कहा दक आज िेश और िुदनया मे् दबहार मे्असली गांधी दिया है. गांधी का चंपारण सत्याग्ह् केवल प्प् ौत््तुरार गांधी ने कहा दक गांधीजी की हत्या असदहष्णतु ा का माहौल है. ऐसे मे्गांधीवािी िेश को दिशा िे.् राष््ीय संगोष््ी को संबोदधत दकसानो्को उनकी तकलीि से मुकक् त के दलए करने वाली दवचारधारा आज िेश पर हावी है. करते हुए गांधीजी के प्प् ौत््गोपालकृषण ् गांधी ही नही् था बक्लक आजािी की लड़ाई की गांधीवािी प्र्े णा िेसाई ने कहा दक आज के ् त थी. न्यायमूदत् य सच्र् ने कहा दक युवाओ्को गांधीजी के बताये रास््ेपर चलने ने कहा दक िेश मे्लोगो्की आजािी छीनी जा शुरआ रही है. जबरन जमीन अदधग्ह् ण दकया जा रहा चंपारण से आजािी की लड़ाई और व्यापक की जर्रत है. स्वतंतत् ा सेनादनयो्पर वे लोग ्े ो् के जासस थे. है. उन्हो्ने कहा दक अध्यािेश लाकर जमीन हुई. उन्हो्ने कहा का आगे की लड़ाई भी हमे् सवाल उठा रहे है जो अंगज अदधग्ह् ण कानून को पास कराया जा रहा है. गांधी के बताये रास््ेपर लड़नी चादहये. नम्िय ा समारोह मे् गांधीजी की पौत््ी तारा गांधी भी
ऐसे कैसे बचेंगी-पढंेंगी बेटटयां
तगरधारी लाल जोशी
तो मामला सही पाया. ठीक मे्सोनी को पीटपीटकर मौत के घाट उतार दिया था. मौके पर पटना. दबहार मे् बेटी बचाओ बेटी से उसकी सास उद्मल य ा िेवी को पुदलस ने पढ़ाओ के अदभयान को पलीता लग रहा है. िबोच दलया. ले द कन बाकी िरार हो गये. हाल और कुछ महीने पुरानी वारिातो्पर गौर सोनी के दपता भोला महतो ने इस मुतक्ललक िरमाने पर तो यही जादहर होता है. मुगं रे के हरपुर गोिुलचक गांव मे्पांच दिन पहले बेटा पुदलस मे्हत्या की एिआईआर दलिवाई है. नही्जनने पर भागलपुर की बेटी सोनी िेवी को दजसमे्सोनी के पदत सुिश्नय दबंि, जेठ सुधीर दबंि और सास उद्मल य ा को नामजि दकया है. ससुरालवालो्ने पीट-पीटकर मार िाला. बीते साल अप्ल ्ै महीने मे् भागलपुर यह दविंबना है दक िेश मे्एक तरि चैत् नवरात्् अभी-अभी ित्म हुआ है. लोग इस दिवीजन के बांका दजले के कुमह् ारबाक गांव िौरान कन्या पूजन करते है.् वही्दबहार मे्एक मे् हुआ था. यहां रेिा िेवी ने िूसरी बेटी जनते कन्या का जन्म उसकी मां के दलए मौत का ही पदत और ससुरालवालो्का कहर बेरहमी सबब बन गया. िरअसल, हुआ यूं दक से बरपा. प्त् ाड़ना और बुरी तरह से दपटे जाने भागलपुर साहेबगंज दबंि टोला के भोला महतो से रेिा बेहोश हो गयी थी. हालत दबगड़ते िेि की बेटी सोनी की शािी तकरीबन पांच साल िरवाजा बंि कर िरार हो गए. पड़ोदसयो्ने पहले मुगं रे गोिुलचक के सुिश्नय दबंि के पुदलस को सुचना िी. पुदलस घर का िरवाजा साथ रचाई गई थी. इस िौरान सोनी ससुराल तोड़ रेिा की लाश बरामि की थी. इस मे्रहकर तीन बेदटयो्को जन्म दिया. तीसरी दसलदसले मे्रेिा के पदत दवनोि यािव समेत बेटी हाल मे्ही हुई है. इतवार के रोज घर बंि छह जनो्के दिलाि हत्या का मामला पुदलस कर ससुराल वालो्ने जमकर उसकी दपटाई ने िज्य दकया था. रेिा बइचगोरहा गांव के की. सोमवार को भी घर का िरवाजा न िुला अदभराम यािव की बेटी थी. रेिा के तो गांव के लोगो्और पड़ोदसयो्को शक हुआ ससुरालवालो्को भी बेटा की ही ख्वाइस थी. तीसरे मामले पर भी गौर करना जर्री है. तो बहु की हत्या की शंका जताते हुए पुदलस दतलकामांझी भागलपुर दवश्द्वद््ालय का को सूचना िी. य ारी सुबोध झा ने बीते साल 13 अक्टबू र पुदलस घर का िरवाजा जबरन िुलवाया कम्च की रात अपनी पत्नी र्पा िेवी, बेटी रजनी और दिव्यादन को घासलेट दछड़ककर आग लगा िी थी. और बाहर से ताला जड़ िूर पेड़ के नीचे िड़ा हो तमाशा िेि रहा था. यह लोमहर्क य िृशय् उससे कैसे िेिा गय. इसकी कल्पना से ही रो्गटे िड़े हो जाते है.् केद् ्की मोिी सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा िेकर िेश मे्एक अदभयान चला रिा है. इसके पीछे मोटी रकम भी िच्यहो रही है. पर करीबन िो साल गुजरने को है लेदकन यह अदभयान सामादजक आंिोलन का र्प नही्ले सका है.
तगरधारी लाल जोशी
आयी साथ ही िेशभर से आये कई गांधीवादियो्ने भी दवचार साझे दकये. चंपारण सत्याग्ह् शताब्िी समारोह की शुरआ ् त सवालो्के घेरे मे्भी दििी. जनता के पैसो्से िरबो्की लागत से नवदनद्मतय ज््ान भवन मे्िो दिवसीय राष््ीय संगोष््ी मे्प्व् श े िास लोगो् को काि्य से थी. काि्य से प्व् श े आयोजक दशक््ा दवभाग ने रिा थी. अंिर गांधीजी के दवचार, िश्नय व सपने पर बात हो रही थी और हॉल के बाहर आम आिमी गांधीजी के िश्नय व दवचार से वंदचत हो रहा था. तो वही्, चंपारण सत्याग्ह् के नायक राजकुमार शुकल ् की स्मदृ त मे्बने मंच ने 10 अप्ल ्ै को पटना रेलवे स्टश े न से शुकल ् जी को उदचत सम्मान दिलाने को लेकर पथयात््ा दनकाली. राजकुमार शुकल ् के नाती रदवभूरण राय ने आरोप लगोते हुए कहा दक समारोह मे् शुकल ् जी के पदरजनो्को नही्पूछा गया साथ ही उनके गांव की तस्वीर उपेद्कत है. जो भी हो, चंपारण सत्याग्ह् पर दबहार मे्आयोजनो् की घूम है. मुजफ्िरपुर मे्गांधी के आने की नाट्् र्पांतर पेश कर इदतहास को जीवंत दकया गया तो वही्गांधीजी की जीवन संधर्य को समेटे गांधी रथ दनकाला गया है. मोतीहारी सदहत अन्य दजलो्मे्भी आयोजन जारी है.
दम तोड़ती़ददव़यांगो़की योजनाएं
पटना. दबहार मे्दिव्यांग से दववाह करने पर सरकार की ओर से 50 हज़ार र्पये दमलेग् .े लड़का या लड़की िोनो्मे्से कोई भी दिव्यांग हो इससे िक्ू नही् पड़ेगा. अगर िोनो् ही दिव्यांग है्तो यह रकम िोगुनी कर िी जायेगी. मुखय् मंत्ी दन:शक्तजन दववाह प््ोत्साहन अनुिान योजना 2016 के तहत यह रकम िी जानी है. मगर इस योजना का सही प्क ् ार से प्च ् ार प्स ् ार न होने से इसका िायिा जमीनी हकीकत नही् बन पाया है. दजस तरह शराबबंिी का दढंढोरा पीटा जाता तो शायि ज्यािा दिव्यांगो्को लाभ दमल पाता. दबहार सरकार के सामादजक सुरक््ा कोरांग के सहायक दनिेशक बताते है् दक योजना के तहत आवेिन सृदजत करने का िरमान सरकार से दमला है तादक ज्यािा से
ज्यािा लोगो्को योजना का िायिा दमल सके. मगर वैसी दिलचस्पी नही् दिि रही. िरअसल, लोगो्को पता ही नही्दक ऐसी भी योजना दबहार मे्है. िरअसल, सूबे की सरकार की सोच है दक दिव्यांग अपने को उपेद्कत महसूस न करे् और उनकी भी गृहस्थी आम नागदरको् की तरह बसे. योजना बीते साल अप्ल ्ै से शुर्हुई है. मगर जानकारी के अभाव मे्एक साल मे्दकसी को कोई ख़ास िायिा नही्दमला. इसी से पटना मे्बैठे आला अिसर दिक््मे्है. और दज़लो्मे्तैनात अदधकादरयो् को आवेिन जुटाने को कहा है. इस योजना की िादसयत है दक दिव्यांग गरीबी रेिा के नीचे या ऊपर या दकसी भी जादत धम्यका हो इससे कोई िक्ूनही्पड़ेगा. सभी को बगैर भेिभाव के िायिा दमलेगा. मगर कुछ शत्यजर्र है. िरिास््िेने वाला कम से
सज़ा पूरी इंतज़ार बाक़ी पेज 1 का बाकी मुनीर को रहने के दलए कोई कमरा तक आवंदटत नही्है. वह पुदलसकद्मयय ो्से भरे एक बरामिे मे्ही बीते 10 महीनो्से अपना समय दबता रहे है.् उनका िाना-पीना-सोना सब वही्होता है. भोपाल पुदलस के अदधकादरयो् के मुतादबक दरहाई के तुरतं बाि मुनीर को पादकस््ान भेजने के प्य् ास दकये जाने लगे लेदकन पादकस््ान उसे बतौर पादकस््ानी नागदरक स्वीकार करने को तैयार ही नही्है. इस दसलदसले मे्हमने पादकस््ानी िूतावास से भी बात की दजन्हो्ने सादजि मुनीर नामक दकसी पादकस््ानी नागदरक के भारत मे्होने की जानकारी से ही इनकार कर दिया. पुदलस की दवशेर शािा के उप अधीक्क ् दववेक लाल कहते है्दक मुनीर को पादकस््ान भेजने के तमाम प्य् ास दविल हो चुके है् क्यो्दक पादकस््ान उन्हे् अपना मानने को
तैयार ही नही्है. लाल कहते है्दक पादकस््ान जानबूझकर मुनीर के अद््सत्व को झुठला रहा है क्यो्दक इससे उसके जासूसी नेटवक्ू का भंिािोड़् हो सकता है. मुनीर ने अपने पादकस््ानी होने के जो भी सबूत दिये थे वे सब पाक िूतावास को सौ्पे जा चुके है् लेदकन इसका कोई िायिा नही्हुआ. जबदक मुनीर के मुतादबक पादकस्ा्न मे् उनका पता हैमकान नं 118, बानो माक्ट्े , दजला रहीमयार िां, पंजाब पादकस््ान. मुनीर को लगभग अमानवीय पदरक्सथदतयो्मे्अपने दिन काटने पड़्रहे है.् कुलभूरण जाधव का मामला उछलने के बाि का मामला एक बार दिर सुदि ् यय ो्मे्है. इसके चलते उनको उम्मीि जगी है दक शायि पादकस््ानी िूतावास हरकत मे्आये और 12 साल बाि वह एक बार दिर अपने पदरवार से मुलाकात कर सके.्
कम 10 सालो् से दबहार का वादशंिा होना चादहए. 40 िीसिी दिव्यांग होना चादहए. दववाह के समय लड़के की उम्् 21 और लड़की की 18 साल हो. िी जाने वाली रकम दिक्स दिपॉदजट बैक ् मे्वर-वधु के नाम पर जमा रहेगी. दजसे 3 साल के पहले तोड़ा नही् जा सकेगा. इसके पीछे सोच है दक पैसो् के लालच मे्शािी न रचाई जाए. िरिास््गांव की नगर पंचायत ब्लॉक से लेकर दज़ला अदधकारी तक के िफ्तर मे्जमा कराया जा सकता है. कायिे से दज़ले के आला अिसरो् को गांव-गांव और जन-जन तक योजना के बारे मे् बताने की जहमत उठानी चादहये थी. पर दकसी अिसर ने इस दिव्यांगपयोगी योजना को वैसी गंभीरता नही् दििाई. नतीजतन, योजना बेमतलब सादबत हो रही है.
अब नहीं तरसेंगे पानी के लिये
रांची. सूबे मे्लोगो्को पीने के पानी की दिक््त न हो इसदलए सरकार ने करीब 1000 करोड़ की पेयजलापूदत् य योजनाओ्का एक साथ दशलान्यास करने का मन बनाया है, इसकी शुर्आत 20 अप््ैल को संताल परगना के दलट््ीपाड़ा से होगी. मुख्यमंत्ी रघुवर िास ने बुधवार को शहरी दवकास मंत्ी सीपी दसंह और स्वच्छता एवं पेयजल आपूद्तय दवभाग के मंत्ी चन्द् प््काश चौधरी के साथ एक बैठक की और अदधकादरयो् को इस बाबत दनि््ेश भी दिये. सीएम ने कहा दक लोगो् को पीने का पानी उपलब्ध कराने के दलए सरकार हर संभव किम उठाएगी. साथ ही उन्हो्ने अदधकादरयो् के दलए इसके दलए िंि की दचंता नही्करने को कहा.
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
डसंधू के खेल मे़डनखार आया हैः खऩना
दिनेश खन्ना का मानना है दक दियो ओलंदिक की िजत ििक दिजेता िीिी दिंधू िहले आक््ामक बैडदमंटन खेलती थी्लेदकन अब उन्हो्ने अिनी िणनीदत मे्तबिीली लाई है औि िे कोट्टिि खुि को हालात के मुतादबक ढाल कि प््िश्टन किती है्. फंरल ं इमाम मकंललक
भा
रत के पहले एदशयाई चैद्पयन दिनेश िन्ना का मानना है दक दरयो ओलंदपक की रजत पिक दवजेता पीवी दसंघू के प्ि् श्नय मे् कािी दनिार आया है. उन्हो्ने कहा दक दरयो ओलंदपक से पहले और बाि की पीवी दसंधू मे्गज़्ब का िक्ूदििाई िे रहा है. दसंधू पहले आक््ामक बैिदमंटन िेलती थी्लेदकन अब उन्हो्ने अपनी रणनीदत मे्तबिीली लाई है और वे कोट्यपर िुि को हालात के मुतादबक ढाल कर प्ि् श्नय करती है.् कहा जा सकता है दक अब वे बैिदमंटन की ऑलराउंिर बन गयी है.् दिनेश िन्ना ने जूदनयर टेदनस टूना्मय टे् के उद्घाटन के बाि बातचीत मे्यह बात कही. उन्हो्ने माना दक दसंधू अब पहले से ज्यािा पदरपक्व हो चुकी है.् वे बेहतरीन लय मे्है्और
खेल डायरी
लगातार अपने िेल को वे मांझ रही् है् जो भारतीय बैिदमंटन के दलए अच्छा है। िन्ना ने कहा दक कहा दक दरयो ओलंदपक से पहले की और इन िेलो्के बाि की दसंधू दबल्कल ु अलग अलग दििाई िे रही है.् ओलंदपक से पहले दसंधू ज्यािातर आक््ामक िेलती थी्और रैली मे्उलझ जाती थी्. लेदकन ओलंदपक मे्रजत पिक जीतने के बाि वे ऑलराउंिर बन गयी है.् एदशयाई चैद्पयनदशप मे् दिताब जीतने वाले पहले भारतीय और ऑल इंगल ्ि ै् चैद्पयनदशप के सेमीिाइनल तक पहुच ं े दिनेश िन्ना ने कहा दक दसंधू अब रैली मे्पहले से बेहतर िेलती है.् वे अपने दििेस ् मे्दनपुण हो चुकी है् और उनका अटैक तो पहले से ही जबरिस््था और उनके स्मश ै मे्ज्यािा ताकत आ गयी है. उनके पैरो्मे्गज़्ब की ताकत है
दजससे उनका कोट्यमूवमेट् कािी बेहतर हो गए है.् दिनेश ने दपछले साल इसी टूना्मय टे् के िौरान इस संवाििाता से बात करते हुए भदवष्यवाणी की थी दक दरयो ओलंदपक मे् सायना नही्दसंघू पिक जीत सकती है.् उन्हो्ने कहा था दक दसंधू ने ओलंदपक मे् अगर दनरंतरता दििाई तो वे पिक जीत सकती है.् उन्हो्ने कहा था दक ओलंदपक मे्अब सायना से पि की उम्मीि नही्है और मै्तो दसंधू पर िांव लगाऊंगा. दसंधू न उनकी भदवष्यवाणी को सही सादबत दकया था. दसंधू ने हाल ही मे्सीरीिोट्यस्टदे ियम मे् दवश्् और ओलंदपक चैद्पयन स्पने की कैरोदलना मादरन को लगातार गेमो्मे्हराकर मादरन से ओलंदपक िाइनल की हार का बिला चुकाया था और पहली बार इंदिया ओपन का दिताब जीता. पूवय्एदशयाई चैद्पयन दिनेश ने दसंधू के मादरन के दिलाि प्ि् श्नय के बारे मे्पूछे जाने पर कहा दक दसंधू ने कािी बेहतर प्ि् श्नय दकया. उन्हो्ने धैयय्और संयम दििाया और मादरन के तेज तर्ारय िेल के दिलाि एक योजना के साथ प्ि् श्नय दकया. दसंधू जानती थी्दक मादरन तेज िेलती है्और उन्हे्कोट्यपर िंसाने की जर्रत है. दसंधू ने नेट पर बेहतरीन द््डबल दकया दजससे मादरन गलदतयां करने पर मजबूर हुई.् दसंधू और सायना नेहवाल के बीच क्वाट्रय िाइनल मुकाबले के बारे मे्पूछने पर दिनेश ने कहा दक दिटनेस मे्दसंधू अब सायना से बेहतर हो गई् है.् सायना ने हालांदक छह महीने बाि अपनी पूरी दिटनेस हादसल कर ली है, उनके स्मश ै मे्ताकत है और वे रैली अच्छा िेलती है् लेदकन दिटनेस के मामले मे् दसंधू अब सायना पर भारी पड़्ती है.् दसंधू का कोट्य मूवमेट् स्वभादवक तौर पर सायना से ज्यािा
बहुगण ु ा (आज समाज) और सबी हुसनै नकवी (द् ट ् ब् यनू ), सदचव- राजेद् ् सजवान (पंजाब केसरी), वदरष््िेल पत्क ् ार एस कन्नन को दिल्ली स्पोर्सय् सं य क ु त् सदचव- अजय कुमार मसंि (दहंिस ु ्ान टाइम्स), जन्दय लस्ट एसोदसएशन (िीएसजेए) के चुनाव मे्दनद्वरय ोध कोराध् य क् ् अमनप् ी ् त दसं ह (पीटीआई), काय्क य ारी र्प से अध्यक््और राजेद् ्सजवान को सदचव चुन दलया सदमदतराजे श राय (यू न ीवात् ा ) य , द् त ् िीब बापरनाश गया. िीएसजेए के चुनाव लोढ़्ा पैनल की दसिादरशो्के अनुरप् कराये गये, दजसमे्दपछली काय्क य ादरणी के सभी (आईएएनएस), हेमतं रस््ोगी (अमर उजाला), सौरभ ु ्ान), जयंत के दसंह (आईएएनएस वदरष््पिादधकारी इस बार नही्उतरे और तीन साल की कुमार गुपत् ा (दहन्िस दहंिी), योगेश शम्ाय (िैदनक जागरण). कूदलंग अवदध मे्चले गये. इस साल जनवरी मे्िीएसजेए के अध्यक््चंदश ्ि े र एडशया चैडं पयनडशप मंे अरमान लूथरा ने चुनावो् को लोढ़्ा पैनल की दसिादरशो् के युवा भारतीय मोटरस्पोट्स ्् रेसर अरमान इि््ादहम ने अनुसार कराने की घोरणा की थी और ये चुनाव उसी के लैब् ोरदगनी सुपर ट््ोिेयो एदशया चैद्पयनदशप की प््ो क्लास अनुसार कराये गये. दिल्ली स्पोर्सय्जन्दय लस्ट एसोदसएशन प्द्तस्पध्ाय मे्दहस्सा लेने के दलए करार दकया है. अरमान के सभी पिादधकारी दनद्वरय ोध चुने गये. चुनाव दनव्ाच य न एिएिएि रेदसंग टीम के दलए इस चैद्पयनदशप मे्दहस्सा अदधकारी िजल इमाम मदलक की िेिरेि मे् कराया लेग् ,े जहां उनके सहयोगी द््िटेन के युवा रेसर जैक गया. दनवत्मय ान सदचव धम्द्े ्पंत ने दपछली काय्क य ादरणी बाथ््ोलोमेयू हो्ग.े इन िोनो् के अलावा एिएिएि की के समय की दरपोट्यपेश की जबदक लूथरा ने सभी सिस्यो् को अपना धन्यवाि पेश दकया. िीएसजेए का चुनाव तीन साल बाि कराया गया. मेल टुिे के िेल संपािक एन कन्नन को अध्यक््चुना गया जबदक पंजाब केसरी दिल्ली के दवशेर िेल संवाििाता राजेद् ्सजवान को सदचव चुना गया. इनके अलावा दवदपन कुमार बहुगण ु ा और सबी हुसनै नकवी को उपाध्यक्,् अजय कुमार मसंि को संयकु त् सदचव और अमनप््ीत दसंह को कोराध्यक््चुना गया. िीएसजेए की नए पिादधकारी इस प्क ् ार हैः अध्यक्-् एन कन्नन (मेल टुि)े , उपाध्यक्् - दवदपन कुमार
िीएसजेए के नये पदाडिकारी
अच्छा हो गया है और यही उनकी जीत की वजह रही. दिनेश ने कहा दक िोनो्जानती थी् दक उनका क्वाट्रय िाइनल मैच उनके दलए दकतना महत्वपूणय्है. सभी की दनगाहे्इस मैच पर लगी हुई थी्. पहले गेम मे्सायना ने 2019 की बढ़्त पर अपनी सद्वस य नेट पर मारकर जो गलती की उसका उन्हे्िदमयाजा भुगतना पड़्ा. यह पूछे जाने पर दक क्या सायना अब चूक रही है,् िन्ना ने कहा दक नही्अभी उनसे उम्मीि की जा सकती है. वे एक-िो साल और बेहतरीन बैिदमंटन िेल सकती है.् सायना के अपनी पुरानी िाम्यमे्लौटने के बारे मे्दिनेश ने कहा दक सायना ने भारतीय बैिदमंटन को नई ऊंचाइयो्पर पहुच ं ाया है. वे आठ नौ साल तक िेश की शीर्य दिलाड़्ी रही्. उनके राष्म् ि ं ल स्वण्य ने िेश मे् बैिदमंटन का पदरिृषय् ही बिल दिया. दसंधू अब उस लोकद््पयता को एक नए मुकाम पर ले जा रही्
दुनिया में िंबर दो
ओलंदपक रजत पिक दवजेता स्टार पीवी दसंधू दवश््बैिदमंटन रैद्कंग मे्िूसरे स्थान पर पहुच ं गई है. यह उनके कदरअर की सव्श य ष ्े ् रैद्कंग है. दसंधू ने हाल ही मे् राजधानी मे्हुए इंदियन ओपन सुपर सीरीज मे्कैरोदलना मरीन को 21-19, 21-16 से हराया था. उस जीत ने उनके कदरअर को लंबी छलांग लगाई है. इंदियन सुपर सीरीज से पहले दसंधू पांचवे नंबर पर कादबज थी् लेदकन इंदियन ओपन मे् दमली जीत से उन्हो्ने तीन पायिान की छलांग लगाई और िूसरे नंबर की दिलाड़्ी बन गई्. दसंधू ने इंदियन ओपन के क्वाट्रय िाइनल मे्सायना नेहवाल और सेमीिाइल मे्कोदरया की सुगं
िूसरी जोड़्ी के र्प मे्दिग्गज कैरी श््ाइनर और दरचि्य स्पाइक गॉिि्ाय हो्ग.े एिएिएि रेदसंग टीम के मादलक सीन िु सो्गयांग ने कहा दक हम अरमान को अपने सुपर ट््ोिेयो एदशया काय्क य म् मे् शादमल करते हुए िुशी महसूस कर रहे है.् सपुर ट््ोिेयो एदशया सीरीज के अगले तीन राउंि सेपांग (मलेदशया), बुदरराम, सुजक ु ा और िुजी मे्हो्ग.े िाइनल रेस इटली के इमोला मे्होगी. अरमान के दलए प््ो-एम क्लास के बीते िो सत््ो्मे्शानिार प्ि् श्नय के बाि यह स्वाभादवक किम है. अरमान ने कहा दक दपछले साल दिताब जीतने के बाि प््ो क्लास मे् आना मेरे दलए स्वाभदवक था. मेरे साथ अच्छा साथी है और मै्2017 मे् अच्छा प्ि् श्नय करने को तैयार हू.ं अरमान ने उन्हे्अपने साथ जोिऩे के दलए एिएिएि रेदसंग का धन्यवाि दकया. उन्हो्ने कहा दक मै् मेरे सपनो् को हकीकत मे् बिलने के दलए अपने सभी पाट्नय रो्जेके टायर, पूमा और लैब् ोरदगनी इंदिया का धन्यवाि करता हू.ं
हाफ मैराथन को हरी झंिी
है.् सायना के पास अभी िो साल का िेल बाकी है लेदकन वे पुराने स्र् पर पहुच ं पाएंगी यह कह पाना मुकश् कल है. सायना और दसंधू के बाि बेच ् स्टथ्े के बारे मे्पूछने पर िन्ना ने कहा दक इन िोनो् के बाि लंबा गैप है. युवा दिलाड़्ी सामने जर्र आई्है्लेदकन उनके िेल मे्इनके जैसा पैनापन नही्है. भारतीय मदहला बैिदमंटन ने दजस मुकाम को छुआ है, उसे आने वाली युवा पीढ़्ी को बरकरार रिने मे्कािी मशक्त् करनी पड़्गे ी. पुरर् दिलाद्ड़यो्के बारे मे्पूवय्एदशयाई चैद्पयन ने कह दक हमारे पास दिलाद्ड़यो्की संखय् ा कािी है लेदकन उन्हे्अपना स्र् ऊंचा करना होगा. समीर इंदिया ओपन के क्वाट्रय िाइनल मे् पहुच ं ,े सौरभ भी अच्छा िेले लेदकन पुरर् ो्मे्अभी कािी सुधार करने की जर्रत है. दनरंतरता की कमी है. इस कमी को िूर करना होगा.
केद् ्ीय मानव संसाधन दवकास राज्य मंत्ी उपेद् ् कुशवाहा राजगीर वेिान रन िार क्सकल व रन टू ि््ीथ हाि मैराथन को हरी झंिी दििाएंग.े हाि मैराथन राजगीर मे् 23 अप्ल ्ै को होगी. राजगीर मे् पहली बार इसका आयोजन दकया जा रहा है. रोयोन सामादजक संसथ् ान ने भारतीय पुरातत्व सव्क ्े ण ् , दबहार ओलंदपक संघ के सहयोग से इसका आयोजन दकया है. राष््ीय कौशल
जी ह्न्ू को दशकस््िी थी. इस दिताब की बिौलत दसंधू को 4,160 अंको्का िायिा हुआ है. दसंधू के कोच गोपीचंि ने एक बयान मे्कहा था दक, ‘दसंधू महज 21 साल की है और मुझे लगता है दक अगले कुछ सालो्तक वे भारतीय बैिदमंटन को और आगे ले जाएंगी. मै्अभी दकसी जूदनयर का नाम नही् लेना चाहता लेदकन मै्आपको आश्स ् ्कर सकता हूं दक आज से चार साल बाि टोक्यो 2020 ओलंदपक िेलो्के मदहला दसंगल्स मे् हमारे पास मजबूत बेच ् स्टथ ्ै होगी. इसमे् थोड़्ा वक्त जर्र लगेगा, हमारे पास र्तदवका और दरतुपण्ाय जैसी दिलाड़्ी है,् दजनमे्अच्छा प्ि् श्नय करने की क्म् ता है.
दवकास दनगम, एक्वआ ु िालदिन, युवा मंच व मिस्य इंटरनेशनल अकािमी हाि मैराथन की साझीिार है. कुशवाहा ने कहा दक हाि मैराथन के आयोजन से राजगीर और आसपास के युवाओ् को अपनी प्द्तभा को सादबत करने के दलए बड़्ा मंच दमलेगा. संसथ् ा कौशल दवकास, पय्ावय रण और स्वच्छता को लेकर अरसे से लोगो् को जागर्क बनाने मे्जुटी है. हाि मैराथन का आयोजन इस दसलदसले को और आगे बढ़्ाएगा साथ ही राजगीर को पय्टय न के नक्शे पर और बेहतर ढंग से पदरभादरत करेगी. हाि मैराथन के जदरए संसथ् ा युवाओ्को जीवन मे्बेहतर करने के दलए प्द्ेरत कर रही है. संसथ ् ा ने इससे पहले दहमाचल प्ि् श े , राजस्थान और उत्र् प्ि् श े मे्इस तरह का सिल आयोजन कर चुकी है और उम्मीि की जानी चादहए दक राजगीर हाि मैराथन से दबहार की िेल प्द्तभाएं सामने आकर राष््ीय स्र् पर अपनी पहचान बनाएंगी्. राजगीर हाि मैराथन मे्िस दकलोमीटर, पांच दकलोमीटर और ढाई दकलोमीटर मुकाबलो्मे्भी धावक दहस्सा लेग् .े् हाि मैराथन मे्िेश के कई दहस्सो्के धावक दहस्सा लेने के दलए दनबंधन करा चुके है.्
डिमला देवी अंिर -15 डंंिकेट
कॉसमॉस स्पोर्सय् मैनज े मेट् द््ारा आयोदजत पहला दबमला िेवी अंिर 15 द््ककेट टूना्मय टे् 20 अप्ल ्ै से वैदिक पक्बलक स्कल ू मे् 20 अप्ल ्ै से शुर् होने जा रहा है टूना्मय टे् मे्भाग लेने के दलये इच्क्क ्ु टीम 9599612409 पर संपक्ूकर सकती है.
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उमेश कुमार राय
स
पयंाावरण
14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
बागमिी को बांधने मे़डकसी का डहि नही़
त्र् के िशक मे् जब बागमती निी पर तटबंध बनाया जा रहा था, तब ग््ामीणो् ने इसका पुरजोर दवरोध दकया था. उस वक्त कुछ िूर तक तटबंध बने, लेदकन लोगो् के दवरोध के मद्न्े जर काम बन्ि कर दिया गया था. इस घटना के लगभग चार िशक गुजर जाने के बाि िोबारा दबहार सरकार बाकी दहस्से पर तटबंध बनाना चाहती है और इस बार भी ग््ामीण दवरोध कर रहे है.् ग््ामीणो्का कहना है दक तटबंध बनने से उन्हे् िायिे की जगह नुकसान होगा लेदकन सरकार का तक्ूहै दक वह तटबंध बनाकर बाढ़् को बांध िेगी. तटबंध की दिलाित करने वाले लोगो्के साथ सरकार की बातचीत हुई, तो तटबंध से होने वाले निा-नुकसान का आकलन करने के दलये दवशेरज््ो्की कमेटी बनाने पर सहमदत बनी, लेदकन तटबंध के दिलाि आंिोलन करने वाले लोगो्का आरोप है दक दकसी भी तरह सरकार तटबंध बनाने पर आमािा है और वह आम लोगो्के दहत नही् िेि रही है. इन सबके बीच नदियो्के दवशेरज््ो् का भी कहना है दक तटबंध बना दिये जाने से न तो सरकार को िायिा होने वाला है, न आम लोगो् को और न ही बागमती को. लेदकन, िुःिि यह है दक सरकार के कानो्तक न तो नदियो्के दवशेरज््ो्की बात पहुच ं रही है और न ही ग््ामीणो्की. बागमती काठमांिू से 16 दकलोमीटर िूर दहमालय से दनकलती है. यह सिानीरा निी है यानी सालभर इस निी मे्पानी रहता है. दबहार मे्यह निी 394 दकलोमीटर बहती है. इस निी मे्600 छोटी-छोटी नदियां दमलती है.् चूदं क बागमती सिानीरा निी है, तो जादहरी तौर पर बादरश के दिनो्मे्निी मे्पानी ज्यािा हो जाता है, दजससे निी के आसपास के िेतिदलहानो् मे् पानी भर जाता है. लेदकन, इस बाढ़्का सबसे ज्यािा िायिा यह होता है दक निी अपने साथ भारी मात््ा मे् उपजाऊ दमट््ी लेकर आती है और िेतो्मे्दबिेर िेती है. इससे िेत की उव्रय ा शक्कत बढ़् जाती है और लोगो् को िसल मे् िाि नही् िालना पड़्ता है. सन 1950 का वो िौर था जब तटबंध को बाढ़्पर दनयंतण ् का अचूक उपाय माना जाता था. उसी िौर मे्पहली बार बागमती को बांधने की कोदशश की गई. तटबंधो्को लेकर व्यापक तौर पर काम करने वाले दिनेश कुमार दमश््ने साउथ एदशया नेटवक्ूऑन िैमस ् , रीवस्यएंि पांडस ् के दलये दलिे अपने एक लेि मे्कहा है, ‘सन 1950 मे्िरभंगा को सोरमारहाट से लेकर िगद्ड़या के बिलाघाट तक तटबंध बनाया गया था. उस वक्त दकतने पदरवार दवस्थादपत हुए थे, इसकी जानकारी दकसी के पास नही् है. चूदं क आजािी के बाि िेश के दवकास की बात हर तरि होने लगी थी और लोग इस दवकास मे् दहस्सा लेना चाहते थे, इसदलये उस वक्त पुनव्ास य कोई मुद्ा नही्था. कुछ पुराने लोगो्का कहना है दक कुछक े लोगो् को तटबंध के बाहर जमीने्िी गई थी्, लेदकन उन्हे्मकान बनाने के दलये कोई रादश मुहयै ा नही्कराई गयी.’ इसके बाि वर्य1965 मे्तत्कालीन दबहार सरकार ने बागमती से आने वाली बाढ़् को दनयंद्तत करने के दलये तटबंध बनाने की
नदियो्के दिशेषज््ो्का भी कहना है दक तटबंध बना दिये जाने िे न तो ििकाि को फायिा होने िाला है, न आम लोगो्को औि न ही बागमती को. लेदकन, िुःखि यह है दक ििकाि के कानो्तक न तो नदियो्के दिशेषज््ो्की बात िहुचं िही है औि न ही ग््ामीणो्की. योजना बनाई. वर्य1970 मे्इस योजना को मंजरू ी दमल गई. लेदकन, योजना को मंजरू ी दमलने के साथ ही बागमती निी ने अपना रास््ा बिल दलया दजस कारण िोबारा योजना तैयार करनी पड़्ी और िच्यमे्इजािा हो गया. उस वक्त तटबंध की जि मे् 96 गांव आये थे. इन गाँवो्के करीब 14 हजार लोगो् को अपना घर-बार कुबा्नय कर िेना पड़्ा था. इनमे्से 14 गांवो्के लोगो्का पुनव्ास य अब तक नही् हुआ है. दिलहाल सरकार की जो योजना है उसमे् दशवहर, सीतामढ़्ी, मुजफ्िरपुर, िरभंगा, िगद्ड़या से होते हुए 200 दकलोमीटर तटबंध बनाया जाना है. नदियो् को लेकर लंबे समय तक आंिोलन चलाने वाले अदनल प्क ् ाश कहते है,् ‘पूवय्मे् बना बागमती का तटबंध अब तक 88 बार टूट
चुका है और एक बार तटबंध टूटता है तो 50 से अदधक गांव बह जाते है.् तटबंध बनने से पहले जब बाढ़् आती थी तो जान-माल की क्द्त नही्के बराबर होती थी क्यो्दक पानी िैल जाता था. तटबंध बनाकर पानी को एक दनद््ित सीमा मे्बाँधने की कोदशश की गई दजस कारण बाढ़्का र्प रौद््हो गया.’ अदनल प्क ् ाश आगे कहते है,् ‘जब तटबंध नही्बना था तो नदियो्के दकनारे के गांवो् मे् िुशहाली थी. अच्छी िसले् उगा करती थी्. मदहलाये् बागमती को मइया कहकर पुकारा करती और यह मनौती मांगती दक बाढ़् आये तादक उनके िेतो् की उव्रय ाशक्कत बढ़्े लेदकन तटबंध ने उनकी समृद्द ही रोक िी.’ अदनल प्क ् ाश ने कहा, ‘असल मे् पूरा िेल मुनािा का है. 300
करोड़्की पदरयोजना अब बढ़्कर 900 करोड़् र्पए पर पहुच ं गयी है. इस प््ोजेकट् से जुड़्े ठेकिे ारो् से लेकर अन्य साझेिारो् को इससे मोटा मुनािा होगा. यही वजह है दक येनकेन-प्क ् ारेण वे इस प््ोजेकट् को पूरा करना चाहते है.्’ यहां गौर करने वाली बात यह है दक 70 के िशक के बाि से लेकर अब तक कई तरह के शोध हो चुके है् जो इस बात की तस्िीक करते है्दक तटबंध असल मे्समृद्द के रास््े मे्रोड़्ा है लेदकन सरकार ने कभी भी इन शोधो् को गंभीरता से नही्दलया. दिनेश कुमार दमश्् कहते है,् ‘सरकार को लगता है दक बागमती की धाराएं क्सथर हो गयी है.् लेदकन, यह सोचना ही मुितय् ा है. एक निी को क्सथर होने मे्सदियां गुजर जाती है.् बागमती पर तटबंध
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बन जाएगा, तो बाढ़्की दवभीदरका और बढ़् जाएगी.’ दिनेश कुमार दमश््और दवस््ार से बताते है,् ‘अगर तटबंध बनेग् े तो उसकी ऊंचाई मुकश् कल 15 से 16 िीट होगी, लेदकन तश्तरीनुमा ढाँचे से जब निी गुजरेगी तो तटबंध की वजह से पानी की ऊंचाई 25 िीट पर पहुचं जायेगी. ऐसे मे्निी िुि ही तटबंध तोड़्गे ी या दिर लोग भीरण बाढ़्की आशंका के कारण िुि जगह-जगह तटबंध को काटेग् े तादक पानी धीरे-धीरे दनकल जाये. कुल दमलाकर नुकसान होगा तटबंध के आसपास रहने वाले लोगो्का.’ उन्हो्ने कहा दक वहां के लोग ही नही्चाहते है्दक तटबंध बने, तो सरकार को भी अपनी दजि छोड़्िेनी चादहए. यहां यह भी बता िे् दक दबहार सरकार तटबंध बनाने की पीछे यह तक्ूिे रही है दक बाढ़्की दवभीदरका से बचने के दलये ऐसा किम उठाया जा रहा है. लेदकन, दवशेरज््ो्का कहना है दक बागमती के बाढ़्से लोगो्को बहुत अदधक नुकसान नही् होता है और-तो-और लोग िुि चाहते है्दक बाढ़्आये. इस संबधं मे्आईआईटी कानपुर के अथ्य साइंस दिपाट्मय टे् के प्म् ि ु राजीव दसन्हा कहते है,् ‘बागमती एक निी नही् है, बक्लक यह नदियो् का समूह है. इससे आने वाली बाढ़् इतनी बड़्ी समस्या नही्है. बागमती का पानी ज्यािा-से-ज्यािा िेढ़्से ढाई दिनो्तक रहता है और दिर वापस चला जाता है. अलबत््ा इससे िायिा जर्र है क्यो्दक वह अपने साथ दमट््ी लाती है जो िेतो्के दलये प््ाकृदतक िाि का काम करता है. बागमती निी के आस-पास रहने वाले लोगो्को िसल उपजाने के दलये िाि का इस्म्े ाल नही्करना पड़्ता है.’ दसन्हा आगे कहते है,् ‘बागमती मे्पूवय्मे् जहां भी तटबंध बने है् वहां के लोगो् की आद्थक य हालत लचर हो गयी क्यो्दक उनके िेतो्मे्अब उतनी अच्छी िसल नही्उगती दजतनी तटबंध बनने से पहले उगा करती थी. दिलवक्त जहां तटबंध बनाया जाना है, वहां के लोगो्मे्भी यही िर है दक इससे उनके िेतो् की उव्रय ाशक्कत पर असर पड़्गे ा.’ उन्हो्ने कहा दक दिक्त् की बात है दक सरकार जनता की बात सुनना ही नही् चाहती है. सरकार आधुदनक दवकास का दतदलस्म िड़्ा कर काम कर रही है, लेदकन इससे लोगो्को िायिा हो नही्रहा है. उधर, तटबंध के दवरोध मे्जब स्वर तेज हुए, तो माच्य के मध्य मे् मुखय् मंत्ी नीतीश कुमार ने दरव्यू कमेटी बनाने का आश््ासन दिया. कमेटी प््ोजेकट् के िायिे और नुकसान का आकलन करेगी, लेदकन अब तक दरव्यू कमेटी के गठन की सुगबुगाहट शुर् नही् हुई है. अदनल प्क ् ाश ने कहा, ‘तटबंध बनाने के पीछे आम लोगो् का दहत नही् है. इसके पीछे ठेकिे ारो् से लेकर दबचौदलयो् तक को मोटा मुनािा होना है, इसदलये वे दकसी तरह प््ोजेकट् पूरा करना चाहते है.् दपछले दिनो्आन्िोलन करने वाले िो लोगो् को दगरफ्तार कर जेल मे्िाल दिया गया. कुछ दिन पहले ठेकिे ारो् ने बांध बनाने के समथ्नय मे्रोि जाम दकया, लेदकन उनका यह प्य् ास दविल रहा. यहां के लोग दकसी भी सूरत मे् बांध नही् बनने िेग् .े तटबंध के दिलाि जोरिार आन्िोलन चलाया जाएगा.’ साभार: इंदिया वाटर पोट्ल ट
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बेदद़जव़यवस़था मे़पुडलस जवानो़का दद़ज
हरे राम तमशंं भी कुछ दिन पहले की बात है जब मेरा अपने ही स्थानीय पुदलस स्टश े न (थाना) पर एक काम के दसलदसले मे्जाना हुआ. भरी िोपहरी मे् जब मै् पुदलस स्टश े न पहुच ं ा तो वहां पर मुझे केवल तीन व्यक्कत मौजूि दमले. पदहला एक होमगाि्यका जवान, जो दक वहां पर संतरी की ड्ट्ू ी कर रहा था. िूसरा एक मुश ं ी (पुदलस स्टश े न का दलदपक), जो दक थाने मे्बैठा कुछ दलिापढ़ी मे्व्यस्् था. उसकी मेज पर िाइलो्का ढेर लगा हुआ था. इन सबसे इतर तीसरे व्यक्कत थाना प्भ् ारी थे. वे अपने दवश््ाम कक््मे्सो रहे थे. जब मैन् े मुश ं ी से पूछा दक थाना प्भ् ारी कहां है?् इस पर मुश ं ी ने मुझसे जो कुछ कहा वह अपने आप मे् चैक ् ाने वाला था. उसने बताया दक दपछले तीन दिन से एक जर्री काम के कारण साहब बहुत व्यस्् थे. वे अभी सो रहे है् और मै् उनको ‘दिस्टब्’य नही्कर सकता. आपको अगर उनसे दमलना है तो दिर कल सुबह आइये या दिर एक दचट््ी मे्दलि िीदजए. उनके जगने पर िे िूगं ा. बाि मे्आस-पास की चाय की िुकानो् पर चच्ाय मे् मुझे यह पता चला दक हाई प््ोिाइल हत्या के एक मामले मे् स्थानीय पुदलस पर अदभयुकत् ो्को पकड़ने का कािी िबाव था. इसी वजह से रात-रातभर छापेमारी करने के कारण िो रात थाना प्भ् ारी सो नही् पाये थे. अब जबदक अदभयुकत् पकड़ दलया गया था- वे आराम कर रहे थे. गौरतलब है दक ऐसी िबाव भरी दिनचय्ाय एक दिन का मामला नही्है. पुदलस वालो्का जीवन तकरीबन ऐसे ही हर दिन चलता है. एक बार सुबह नहाने के बाि शरीर पर टंगी वि््ी रात के िो बजे के बाि ही बिन से उतर पाती है. यही नही्, अगले दिन िस बजे उन्हे् काय्ाल य य मे्समय से उपक्सथत होना होता है. सप्ताह मे्चैबीस घंटे का सामान्य र्टीन यही
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होता है. अब जबदक पुदलस के काय्क य त्े ् लगातार व्यापक होते जा रहे है,् उनके ऊपर काम का बोझ भी लगातार बढ़ा है. इस काम के बोझ के िौरान उनके िुि िि्यसे दकसी को कोई मतलब नही्होता. काम के िबाव मे्भले ही पुदलस वाले मानदसक स्र् पर टूट जाये,् लेदकन पुदलस दवभाग को उनसे कोई हमिि््ी नही्होती है. पुदलस अदधकादरयो्के स्र् पर एक सामान्य समझ दवकदसत कर ली गयी है दक दवभाग मे् सबकुछ ‘ठीक’ है और उसे दकसी तरह के सुधार की जर्रत नही् है. पुदलस के अिसर जवानो्की बेहतरी पर बात करना अपनी ’तौहीन’ समझते है.् उनका वग्य चदरत््शासक वग्यका होता है जो जवानो्को महज एक ‘गुलाम’ भर समझता है. िरअसल, उत्र् प्ि् श े मे्कानून-व्यवस्था का सवाल दपछले कई सालो् से दवधानसभा चुनाव मे्राजनैदतक बहस का मुद्ा बनता रहा है. लेदकन, इस बात पर राजनीदत मे्कभी कोई बहस नही्होती दक आदिर कानून का शासन स्थादपत करने मे् लगे लोगो्- िासकर ‘पुदलस’ के दसपादहयो्-िारोगाओ्की मानवीय गदरमा को सुदनद््ित कैसे रिा जाए? कानून व्यवस्था के िात्मे का रोना सभी िल भले ही रोते हो्, लेदकन कानून व्यवस्था की दजम्मिे ारी उठाने वाले पुदलस के इन सबसे दनचले स्र् के जवानो्के िुि िि्यउनकी बहस का दहस्सा नही्होते है.् गौरतलब है दक अन्य राज्यो्के मुकाबले उत्र् प्ि् श े मे्प्द्त पुदलस कम््ी सबसे ज्यािा आबािी रहती है. जहां तक इसके संखय् ा बल का सवाल है- यह दरक्कतयो्की भीरण कमी से साल िर साल लगातार जूझ रही है. पुदलस थानो्का हाल यह है दक कई थाने अपनी कुल स्वीकृत पुदलस बल के आधे से भी कम संखय् ा पर दकसी तरह से अपना काम चला रहे है.् पुदलस के पास आने वाली दशकायतो्की जांच
तफरदौस ख़ान तिान की दनष्पक्त् ा लोकतंत् की बुदनयाि है. यह बुदनयाि दजतनी मज़बूत होगी, लोकतंत्भी उतना ही सशक्त और शक्कतशाली होगा. अगर यह बुदनयाि दहल जाए, तो लोकतंत्की िीवारो्को िरकने मे्िेर नही्लगेगी. दिर लोकतंत,् राजतंत्मे्तब्िील होने लगेगा. नतीजतन, मुट्ी भर लोग येन-केन-प्क ् ारेण चुनाव जीतकर लोकतंत् पर हावी हो जाएंग.े िेश की आज़ािी के बाि दनरंतर चुनाव सुधार दकए गए. मसलन मतिाता की उम््घटाकर कम की गई, जन मानस ख़ासकर युवाओ् और मदहलाओ् को मतिान के दलए प््ोत्सादहत दकया गया. इन सबसे बढ़कर मत-पत््के इस्म्े ाल की बजाय इलेकट् ्ॉदनक वोदटंग मशीनो्(ईवीएम) द््ारा मतिान कराया जाने लगा. इससे जहां वक़्त की बचत हुई, श्म् की बचत हुई, वही्धन की भी बचत हुई. इतना ही नही्, मत पेदटयां लूटे जाने की घटनाओ्से भी राहत दमली. दसयासी िलो्को मलाल है दक ईवीएम की वजह से चुनाव मे् धांधली कम होने की बजाय और बढ़ गई. चुनाव मे् ईवीएम से छेड़छाड़ के मामले लगातार सामने आ रहे है.् इस तरह की ख़बरे्िेिने-सुनने को दमल रही है्दक बटन दकसी एक पाट््ी के पक््मे्िबाया जाता है और वोट दकसी िूसरी पाट््ी के िाते मे्चला जाता है. इसके अलावा दजतने लोगो्ने मतिान दकया है, मशीन उससे कई गुना ज़्यािा वोट दििा रही है.
म
नवचार
14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
के दलए िारोगा की जगह दसपाही भेजकर काम चलाया जा रहा है. यह सब पुदलस के प््ोिेशनदलज्म़ का न केवल मजाक है बक्लक कानून सम्मत भी नही् है.् जादहर है इससे पीदड़त के दलए इंसाि पाने की प्द््कया भी गंभीर तौर पर बादधत होती है. यही नही्, साल िर साल दजस तरह से पुदलस की दजम्मिे ादरयां और काय्क य त्े ्बढ़ रहा है.् ठीक उसी अनुपात मे्उसका संखय् ा बल लगातार घटता जा रहा है. इससे एक तरि अपराध दनयंतण ् मे् मुकश् कल तो होती ही है, पुदलस के कम्च य ादरयो् पर काम का िबाव भी कािी बढ़ जाता है. काम के इसी िबाव के कारण पुदलस वाले आज अपनी मानवीय गदरमा को भूल चुके है् और शारीदरक तथा दिमागी र्प से बीमार होते हुए लगातार ’दहंसक’ हो रहे है.् दबना अवकाश के लगातार ’ड्ट्ू ी’ करने वाले पुदलस वालो् को मैन् े बहुत नजिीक से िेिा है. वे सब गंभीर र्प से अवसाि का दशकार हो रहे है.् पुदलस महकमे मे्सब इंसप् के ट् र का पि
बहुत ही दजम्मिे ारी भरा होता है. इस समय जो हालात है् उसमे् एक सब इंसप् के ट् र के पास औसत िस से ग्यारह मुकिमो् की दववेचना लंदबत है. यह सब पुदलस वालो् मे् अपने कत्वय य् पालन को लेकर एक गंभीर ‘तनाव’ पैिा करता है. जादहर है काम के बढ़ते बोझ ने पुदलस वालो्मे्’इंसान’ होने के भाव को ही िो दिया है. हर वर्य लगभग चार प्द्तशत काय्बय ल पुदलस सेवा से सेवादनवृत् और बि्ास य ग् ी इत्यादि कारणो् से स्टाि से हट जाता है. लेदकन इसकी भरपायी के बतौर नयी भद्तयय ां नही्की जाती है.् इससे मौजूिा स्टाॅि पर और ज्यािा बोझ बढ़ जाता है जो दक ’तनाव’ पैिा करता है. आदिर पुदलस वालो् मे् इंसान होने के स्वाभादवक गुणो्के दवकास की जगह उनका िात्मा करने मे् तंत् इतना ’तत्पर’ क्यो् है? आदिर पुदलस के जवानो्के सामादजक और मानवीय गुण को प््ायोदजत तरीके से सत््ा ित्म करने पर क्यो् जुटी है? आदिर सत््ा पुदलस वालो् को इंसान से ’दहंसक’ जानवर बनाने मे्क्यो्तुली है और इसके पीछे उसका असल मकसि क्या है? िरअसल, दकसी समाज मे्हो रहे अपराध के कारणो्मे्एक बड़ा दहस्सा तंत्की संरचना, समाज और तत्कालीन आद्थक य पदरवेश होता है. कोई व्यक्कत पैिायशी अपराधी नही्होता. चूदं क मौजूिा तंत्मे्व्यक्कत अपने अद््सत्व की जंग लड़ रहा है और जीवन जीना लगातार मुकश् कल होता जा रहा है. इसदलए अपराधो्मे् बढ़ोत्र् ी भी लगातार हो रही है. अब चूदं क राजनीदतक तंत्अपराधो्के मूल कारणो्पर बहस से िरता है. इसदलए वह इसे िंिे और बंिक ू के बल पर ित्म करने की वग्यसापेक् और ’सतही’ व्याख्या करने की चालाकी करता है. वह इसी चालाकी के मूल मे्पुदलस के जवानो्को ’आज््ापालक’ मशीन मे्बिल
ईवीएम: और शक बढ़ता गया
तक़रीबन 16 बड़्ेदसयासी िलो्ने हाल के चुनावो्मे् मतिान के दलए इस्म्े ाल हुई् ईवीएम के साथ छेड़छ ् ाड़् होने की बढ़्ती दशकायतो्को गंभीरता से लेते हुए इनके प्द्त अपना अदवश््ास ज़ादहर दकया है. उन्हो्ने चुनाव आयोग से मांग की है दक आगामी चुनावो् मे् मतिान के दलए ईवीएम की बजाय काग़ज़ के मतपत््ो्का इस्म्े ाल दकया जाए. आरोप है दक केद् ्सरकार ईवीएम को िुलप्फ़ ्ू बनाने के दलए वोटर वेरीफ़ाइि पेपर ऑदिट ट्ल ्े (वीवीपीएटी) सुदनद््ित कराने के दलए चुनाव आयोग को ज़र्री रक़म मुहयै ा कराने मे्कोताही बरत रही है. दवपक््ी िलो्की तरफ़ से चुनाव आयोग को दिए गए ज््ापन मे्कहा गया है दक चुनाव कराने के तौर तरीक़ो्को लेकर राजनीदतक िलो् के बीच एक राय है, लेदकन वे दफ़लहाल चुनाव के दलए ईवीएम का इस्म्े ाल करने के दख़लाफ़ है.् वे चाहते है् दक मतिान के दलए काग़ज़ के मतपत््ो्का इस्म्े ाल दकया जाए. इसदलए जब तक ईवीएम के साथ छेड़छ ् ाड़्होने और उसमे्गड़्बड़्ी की समस्या का समाधान नही्हो जाता और जब तक राजनीदतक िलो्की संतदु ्ि के दलहाज़ से यह तकनीकी तौर पक््ा नही्हो जाता दक ईवीएम दबना दकसी दिक़्क़त के काम करेग् े और इसकी पुद्ि वैद्शक स्र् पर नही्हो जाती, तब तक मतिान पुराने मतपत््वाली व्यवस्था के दहसाब से ही हो. मतपत््ो्के ज़दरये मतिान की व्यवस्था को िुदनयाभर मे्मान्यता दमली हुई है. कांगस ्े के महासदचव दिक्गवजय दसंह का कहना है दक
अगले चुनाव, भले ही गुजरात मे्हो्या कही्और, मतपत्् के साथ होने चादहए और ईवीएम का इस्म्े ाल बंि होना चादहए. उनकी िलील है दक अगर बैक ् ऒफ़ बांगल ् ािेश के िातो्को हैक दकया जा सकता है और आठ करोड़्िालर चुराए जा सकते है,् र्सी बैक ् से तीन करोड़्िॊलर दनकाले जा सकते है,् तो ईवीएम के साथ छेड़छ ् ाड़् क्यो् नही् हो सकती. ग़ौरतलब है दक लालकृषण ् आिवाणी ने 2009 के आम चुनाव मे्ईवीएम को लेकर सवाल उठाए थे. दिल्ली के मुखय् मंत्ी व आम आिमी पाट््ी के अध्यक्् अरदवंि केजरीवाल ने चुनाव आयोग को चुनौती िी है दक अगर ईवीएम मशीन उन्हे्िे िी जाए, तो 72 घंटो्के अंिर वह सादबत कर िेग् े दक इन मशीनो् के साथ छेड़छ ् ाड़् मुमदकन है. चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल िड़्ेकरते हुए उन्हो्ने चुनाव आयोग की इस िलील को नकार दिया दक ईवीएम मे्एक बार सॊफ़्टवेयर लगाने के बाि ना तो इसे पढ़्ा जा सकता है और ना ही इस पर कुछ दलिा जा सकता है. उन्हो्ने मध्य प्ि् श े के दभंि मे् गड़्बड़्ी वाले ईवीएम के सॊफ़्टवेयर से जुड़्ा िाटा साव्ज य दनक करने की मांग करते हुए कहा है दक अगर चुनाव आयोग के पास िाटा िीकोि करने का तंत् उपलब्ध नही् है, तो वह अपने दवशेरज््ो् की टीम से गड़्बड़् पाई गई मशीनो् का सॊफ़्टवेयर 72 घंटे मे्िीकोि करके आयोग को इसकी दरपोट्यिे सकते है.् बहुजन समाज पाट््ी ईवीएम के दख़लाफ़ सड़क पर
िेता है. इसीदलए जब जवान अपने मानव होने के अदधकारो् की मांग करते है् तब तंत् िर जाता है. चंदू क यह व्यवस्था दहंसा के बल पर िड़ी है और अगर पुदलस के जवान मे् मानवोदचत गुण आ जाएंगे तो वे अपने अदधकार और हक की मांग कर रहे दनहत्थे नागदरको् पर लाठी और गोली कभी नही् बरसाएंग.े बहरहाल, भाजपा ने अपने चुनावी घोरणापत््मे्पुदलस बल की संखय् ा बढ़ाते हुए पुदलस मे्दरक्कतयो्को भरने का वािा भले ही दकया हो लेदकन इससे पुदलस के जवानो्को कुछ िास राहत नही्दमलेगी. वत्मय ान समय मे् काय्सय थ ् ल पर दजस यंतण ् ापूणय् हालात से पुदलस कद्मयय ो् का सामना हो रहा है, उससे तत्काल दनपटने की कोई ठोस रणनीदत योगी सरकार के पास नही् है. थकी हारी बीमार पुदलस एक स्वच्छ और न्यायपूणय्प्श ् ासन नही् िे सकती. इसके दलए योगी सरकार को चादहए दक वह पुदलस वालो् की इंसानी गदरमा को सुदनद््ित करने की दिशा मे्पहल करे. इसके दलए सबसे पहले सप्ताह मे् एक दिन आवश्यक र्प से अवकाश िेने की व्यवस्था को तत्काल लागू दकया जाए. यह अवकाश सभी पुदलस कद्मयय ो्के दलए अदनवाय्यहो और इसे वे अपने पदरवार और बच््ो् के साथ अवश्य दबताएं. इससे इतर, उनके दलए काम के घंटे दिक्स दकये जाएं तादक उनका व्यक्कतगत जीनव भी पटरी पर लौटे. यह सब पुदलसकद्मयय ो् मे् काम के बोझ को हल्का करेगा और उनके काम को आनन्ििायक बनाएगा. सबसे बड़ी बात यह है दक योगी सरकार द््ारा कानून का राज स्थादपत करने की बात के वाबजूि पुदलस वालो् को संविे ना युकत् बनाने का कोई दवचार नही्दिि रहा हैजबदक दजम्मिे ारी और जवाबिेही के दलए यह बहुत जर्री है.
उतर आई है. पाट््ी के काय्क य त्ाओ य ्ने बीते 11 अप्ल ्ै को ईवीएम के दख़लाफ़ काला दिवस मनाया और जगह-जगह धरने प्ि् श्नय दकए. उनका कहना है दक जब तक चुनाव मतपत््से कराने की उनकी मांग नही्मानी जाती, उनका आंिोलन जारी रहेगा. पाट््ी अध्यक्् मायावती ने भी राज्यसभा मे्ईवीएम से मतिान को बंि करने और इसके दलए जारी बजट सत््मे्ही दवधेयक लाने की मांग की है. उनका कहना है दक इसके दलए क़ानून बनना चादहए और जारी सत््मे्ही इससे संबदं धत दवधेयक आना चादहए. ग़ौरतलब है दक दपछले दिनो्बहुजन समाज पाट््ी ने दवधानसभा चुनावो् मे् ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए सव््ोच्् न्यायालय मे् अज़्यी िादख़ल की है. समाजवािी पाट््ी के पूवय् दवधायक अताउर्हय मान ने भी ईवीएम से छेड़छ ् ाड़्की अज़्यी सव््ोच््न्यायालय मे्िादख़ल की है. इसमे्भारतीय जनता पाट््ी के नेता सुिम् ण्यम स्वामी की ईवीएम को लेकर िायर यादचका पर फ़ैसले के बाि भी उत्र् प्ि् श े दवधानसभा चुनाव मे् ईवीएम के साथ वोटर वेरीफ़ाइि पेपर ऑदिट ट्ल ्े नही्लगाने की बात कही गई है. उन्हो्ने ईवीएम मे्हर पांचवां वोट भारतीय जनता पाट््ी को पड़्ने और ईवीएम से छेड़छ ् ाड़्के सुबतू होने की बात कही है. हालांदक चुनाव आयोग ईवीएम को सुरद््कत बता रहा है. इतना ही नही्, दवपक््मे्रहते ईवीएम मशीन की दवश्स ् नीयता पर सवाल उठाने वाली भारतीय जनता पाट््ी के नेताओ्को भी अब ईवीएम पाक-साफ़ नज़र आ रही है.
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
राजकाज
शुर्आत है. वैसे उत्तर प््िेश दवधानसभा मे् इन तीनो् िलो् को दमलने वाले वोट भाजपा को दमले वोट से िस िीसिी ज्यािा है्. ऐसे मे्यदि तीनो्िल हाथ दमला ले्तो भाजपा को दिक्कत हो सकती है.
परेशान पटनायक
ओ
वोट कटवा नीतीश?
भी तालमेल करे्गे या नही्. इनके अलावा दशवसेना व ‘आप’ भी चुनाव मैिान मे्उतरने वाले है्. भाजपा का मानना है दक अगर नीतीश चुनाव न लड़्ते तो उससे नाराज पटेल वोट कांग्ेस को एकतरिा चला जाता. मगर अब जि(यू) को शायि ज्यािा जाए. हां, अगर इनका कांग्ेस के साथ तालमेल हुआ तो थोड़्ी दिक्कत हो सकती है. पाट््ी का मानना है दक ऐसा होगा नहं क्यो्दक कांग्ेस उनके दलये ज्यािा सीटे्छोड़्ने को तैयार नही् होगी. दजस, तरह से दिल्ली के नगर दनगम चुनाव मे् नीतीश की जि(यू) की मौजूिगी उन्हे्िायिा पहुंचायेगी वैसे ही गुजरात मे्भी वे वोट कटवा सादबत हो्गे.
पलायन करते कांग्ेसी
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स साल गुजरात चुनाव को लेकर भाजपा ज्यािा दचंदतत नही् है. वहां पाट््ी दपछले 25 बरसो्से सत्ता मे्है और प््धानमंत्ी नरे्द् मोिी का गृहराज्य होने के बावजूि भाजपा को भरोसा है दक वह इस बार भी दवपक्् को हराकर अपनी सरकार बनाने मे्कामयाब हो जायेगी. असल मे्भाजपा के दवरोधी िल ही अपनी काय्श य ल ै ी के चलते उनकी मिि करते रहते है्. नीतीश कुमार की जि(यू) ने राज्य मे् चुनाव लड़्ने का ऐलान कर दिया है. उनको भरोसा है दक उनकी जादत के हाद्ियक पटेल इस चुनाव मे्उनकी पाट््ी को पूरी मिि करे्गे. उन्हो्ने इस संबंध मे् शरि पवार की राकांपा के साथ गठबंधन करने का िैसला दकया है. जि(यू) के महासदचव केसी त्यागी व एनसीपी के महासदचव प््िुल्ल पटेल ने हाल ही मे्अहमिाबाि मे्साझा प््ेस कांफे्स करके यह ऐलान दकया. हालांदक, अभी तक यह स्पष्ट नही्है दक ये िल कांग्ेस के साथ
गातार दमल रही हार के चलते कांग्ेस के तमाम बड़्े नेताओ् ने पाट््ी छो़ड़्ने की तैयारी शुर्कर िी है. ऐसा माना जा रहा है दक दिल्ली मे्नगर दनगम चुनावो्मे्अगर भाजपा को जीत हादसल होती है तो यहां कांग्ेस के अंिर भगिड़्मच सकती है. ऐसा
माना जा रहा है दक पूव्य दवधायक अमरीश गौतम के कांग्ेस छोड़्कर भाजपा मे्जाने के पीछे शीला िीद््कत की सलाह रही है. वे उनके कािी करीबी दवधायको् मे् दगने जाते है्. हाल ही मे् दटकट दवतरण को लेकर िॉक्टर अशोक कुमार वादलया ने भी अपनी नाराजगी साव्यजदनक कर िी थी. माना जा रहा है दक वे भी पाट््ी को छोड़्कर भाजपा मे् जा सकते है्. राहुल गांधी ने दजस तरह से अजय माकन को अहदमयत िी है उससे ज्यािातर वदरष्ठ कांग्ेसी नेताओ्मे्नाराजगी बढ़् गयी है. महाराष्ट्् मे् दशवसेना छोड़्कर कांग्ेस मे् आये पूव्य मुख्यमंत्ी नारायण राणे भी कांग्ेस छोड़्ने पर दवचार कर रहे है्. लोकसभा व दवधानसभा का चुनाव हारने के बाि कांगस ्े ने उन्हे्दवधान पदररि का सिस्य बनाया था. मगर वे अब प््िेश अध्यक््बनना चाहते है्और ऐसा न होने पर वे पाट््ी छोड़्ने की धमकी िे रहे है्. उनके बेटे नीलेश राणे ने भी साि कहा है दक जब तक उनके दपता की मांग नही्मानी जाती है तब तक इस तरह की अिवाहे् उड़्ती रहे्गी. कन्ायटक के पूव्य मुख्यमंत्ी एसएम कृष्णा भाजपा मे् आ चुके है्. उत्तर प््िेश कांग्ेस की पूव्यअध्यक््रीता बहुगुणा जोशी भी योगी िरबार मे् मंत्ी बन चुकी है्. यही नही् कांग्ेस के कद््ावर नेता प््मोि दतवारी का भी नाम िूसरी पाट््ी मे्जाने के दलये उठने लगा है.
दिसा के मुख्यमंत्ी नवीन पटनायक इन दिनो् कािी परेशान है्. एक तरि तो उनकी सेहत ठीक नही्चल रही है और िूसरी ओर भाजपा का वहां प््भाव बढ़्ता जा रहा है. हाल मे् स्थानीय दनकायो् मे् भाजपा ने कािी अच्छी सिलता हादसल की थी. अब भाजपा ने भुवनेश्वर मे् अपनी राष्ट््ीय काय्यकादरणी की बैठक रि िी है. ऐसा माना जा रहा है दक 15-16 अप््ैल को होने वाली इस बैठक मे्बीजि को तोड़्ने की है.् एयरसेल-मैकदसस ् घोटाला उनके गले की कोदशश की जायेगी. वही्, िॉक्टर उन्हे् हड््ी बन चुका है. सु्प््ीम कोट्यने इस मामले इलाज के दलये दविेश जाने की सलाह िे रहे मे् उनकी भूदमका के बारे मे् सीबीआई से है ् . मगर वे पाट््ी टूटने के िर से िेश क्या दरपोट्यमांग ली है. पाट््ी ने उन्हे्राज्यसभा मे् प् ि ् श े से बाहर जाने की भी दहम्मत नही्जुटा अहदमयत िेनी बंि कर िी है. उन्हे्महाराष्ट्् पा रहे है . ् इसकी वजह यह है दक कुछ साल से अबकी सिन मे्भेजा गया था. उन्हे्बजट मे्मोच्ाय संभालने के दलये कहा गया था मगर उनकी जगह आनंि शम्ाय ने मोच्ाय संभाला. आनंि शम्ाय ने ही बहस की शुरआ ् त की. इस पर सबसे अच्छा काम जयराम रमेश ने दकया. रमेश ने ही उस दबल मे् संशोधन प््स्ताव तैयार दकये थे. मगर पूव्य प््धानमंत्ी िॉ. मनमोहन दसंह ने उन्हे्ऐसा करने से रोक दिया. इससे पहले दवत्त दवधेयक पर चच्ाय की शुर्आत आनंि शम्ाय ने की थी. बताते है् दक आनंि शम्ाय व जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाि को समथ्यन िे रिा है. ऐसे मे् दचिंबरम को दकनारे कर दिया गया है.
अगर-मगर की एकता
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सपा सुप्ीमो मायावती आजकल बेहि परेशान चल रही है्. लगातार जीन चुनाव हारने के बाि जहां उन्हे् अपनी पाट््ी के अंिर दवद््ोह की सुगबुगाहट होने लगी है. वही्, उनका राज्यसभा का काय्यकाल भी अगले साल समाप्त होने जा रहा है. अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो सपा-कांग्ेस व बसपा का गठबंधन उत्तर प््िेश से िो लोगो् को राज्यसभा भेज सकता है. मगह यहां इन िलो् मे् टूटिूट न होने की शत्य लागू होगी. मायावती ने कांगस ्े की ओर हाथ बढ़्ाना शुर् कर दिया है. मध्य प्ि् श े की दभंि दवधानसभा की सीट पर उन्हो्ने अपनी पाट््ी का उम्मीिवार भी िड़्ा दकया. बसपा वैसे तो उप-चुनाव नही् लड़्ती है मगर इस बार उन्हो्ने वहां से चुनाव लड़्ने वाले कांग्ेसी पहले जब वे इलाज के दलये दविेश गये थे तो उम्मीिवार का समथ्नय कर दिया है. माना जा उनके सबसे भरोसे के नेता प्यारी मोहन ने रहा है दक यह आगामी चुनावी राजनीदत की उनके दिलाि बगावत कर िी थी. बड़ी मुश्दकल से नवीन पटनायक ने उन्हे्पाट््ी से दनकाला था. कुछ समय पहले प्यारी मोहन का दनधन हो गया है. अब उनकी पाट््ी व सरकार पर आइएएस अदधकारी वी काद्तक य ये न पांदियन का प्भ् ाव बढ़्ता जा रहा है. जो दक उनके दनजी सदचव है्. हाल ही मे् एक स्थानीय चैनल ने राज्य के तीन सबसे व्य दवत्त्मंत्ी पी. दचिंबरम की कांग्ेस मे् शक्दतशाली लोगो्मे्से पांदियन को िूसरे व आज पहले जैसी स्दथदत नही् रही है. पेट्ोदलयम मंत्ी धम््ेद्प््धान को तीसरे नंबर इसकी वजह पाट््ी का उन पर से दवश्वास पर रिा था. पांदियन को उनकी मुसीबत टूटना है. हाल ही मे् उनके बेटे काद्तय माना जा रहा है. ऐसे मे्भाजपा की सद््कयता दचिंबरम ने जो राहुल गांधी को लेकर बयान बढ़्ने के साथ ही नवीन की दिक्कते् बढ़्ने दिया था उससे हाईकमान िुश नही् है्. लगी है्. साथ ही, उन्हे् उनकी पाट््ी के िो राज्यसभा मे्भेजने के बाि भी वे संतुष्ट नही् सांसिो्से सतक्ूरहने की सलाह िी गयी है. हुये व एक के बाि दववाि मे् िंसते जा रहे प््स्ुदि-दववेक सक्सेना
अलग-थलग चिदंबरम
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बजरंग तबहारी तिवारी
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
दलत सादहत्य की पहचान आत्मकथा दवधा से जोड़ िी गयी है. जुड़ाव की इस प््द्कया मे् स्वयं रचनाकार, आलोचक और पाठक तीनो् शादमल है्. िदलत सादहत्य की अन्य दवधाएं मसलन कहानी, उपन्यास, कदवता इसी दवधा के दवस््ार के र्प मे्िेिी जाती है्. मराठी मे् िदलत आत्मकथाओ् को पहले केद् ्ीयता दमली. दहंिी का िदलत सादहत्य उसी राह पर चला. बेशक, बीच-बीच मे्यह नाराजगी व्यक्त की जाती रही दक िदलत सादहत्य आंिोलन का वैदवध्य एक दवधा मे् समेटा जा रहा है और आत्मकथा िदलत सादहत्य की मुखय् दवधा नही्है. इसके बावजूि आम राय पर कोई िक्ूनही्पड़ा. आत्मकथा के तंतुओ् से ही िदलत सादहत्य की छदव बनायी गयी. दहंिी की िदलत आत्मकथाएं इस अथ्यमे् मराठी िदलत आत्मकथाओ्से आगे दनकली् दक यहां आत्मकथा को एक बार दलिकर संतोर नही् कर दलया गया. सीरीज मे् आत्मकथा के िंि छपे. इस परंपरा का प््ारंभ दबलकुल शुर् मे् ही हो गया था. पहली आत्मकथा मोहनिास नैदमशराय की ‘अपनेअपने दपंजरे’ है जो िो भागो् मे् छपी. िूसरी आत्मकथा ओमप्क ् ाश वाल्मीदक की ‘जूठन’ है. इसके िूसरे भाग के बारे मे्पाठको्को कोई अंिाज नही्था. शायि वाल्मीदकजी ने बाि मे् ‘जूठन’ का िूसरा िंि दलिने की योजना बनाई हो क्यो्दक उनके दकसी साक््ात्कार या रचना प्द््कया पर दलिे गए लेिो् मे् इसकी सूचना नही्दमलती है. सूरजपाल चौहान की आत्मकथा िो िंिो्मे्छपी- ‘दतरस्कतृ ’ और ‘संतप्त’. बीच मे् िबर आयी दक वे तीसरा भाग भी पूरा कर चुके है् और वह जल्ि ही प््कादशत होगी. अभी पाठको् को उसका इंतज़ार है. िेहरािून के दकंदचत अल्पचद्चतय िदलत कदव-दवचारक नवेि् ु महद्रय की आत्मकथा 5 भागो्मे्प्क ् ादशत है- ‘इंसान से ईश्र् तक’, ‘मेरे मन की बाइदबल’, ‘र्की हुई रोशनी’, ‘मेरा बचपन मेरा संघर्’य और ‘कुछ कांटे कुछ िूल’. श्योराज दसंह बेचनै की आत्मकथा कई िंिो् मे् प््कादशत होगी. अभी तक उसका पहला िंि ‘मेरा बचपन मेरे कन्धो् पर’ छपकर पय्ापय त् चद्चतय हो चुका है. तुलसीराम की आत्मकथा 3 भागो्मे्प्क ् ादशत होनी थी. उनके असमय दनधन से ‘मुि्यदहया’ और ‘मदणकद्णक य ा’ के बाि तीसरा और महत्वपूणय् िंि दजसमे् उनका दिल्ली का जीवन होता, आने से रह गया. ‘जूठन’ के िूसरे भाग के लोकाप्ण य के समय यह मुद्ा उठाया गया दक िूसरे भाग मे्आयी दजंिगी पहले भाग से दकन अथ््ो्मे्अलग है इस पर गंभीरतापूवक य् दवचार दकया जाना चादहए. प््ायः सभी िदलत आत्मकथाओ्का पहला भाग ग््ामीण समाज मे्व्याप्त जादतवािी दहंसा का बयान करता है. जबदक िूसरे भाग मे् शहरी दजंिगी के संघर्य और सिलताएं उकेरी जाती है.् अपने समाज से दजस तरह का अंगांदग संबधं पहले भाग मे् रहता है उस तरह िूसरे भाग मे्दकसी (शहरीग््ामीण, िदलत-गैरिदलत, साक्र् -असाक्र् ) समाज से सम्बद्त् ा नही्दििायी िेती. दजस वग्ाा्तरण की जड़े् पहले भाग मे् बननी शुर् होती है् वे िूसरे भाग तक एक
पीड़ा मे़ डूबे हुए शब़द
दनद््ित र्पाकार ले लेती है.् िफ्तरो्, दशक््ा संस्थानो्, शहर की साव्यजदनक जगहो् और प्ग् दतशील होने का भ्म् उपजाते भद्ज ् नो्की जादतवािी असदलयत इसी भाग मे् उजागर होती दििती है. दहंिी िदलत आत्मकथा के ‘िूसरे भाग’ का व्यवक्सथत अध्ययन होना अभी शेर है. अब तक दहंिी मे्पय्ापय त् आत्मकथाएं आ चुकी है्. लेदकन आत्मकथा को पढ़ने के तरीको् पर गंभीरता से दवचार नही् हुआ है. आत्मकथा दवधा की जांच के जो प््दतमान दनद्मतय हो जाने चादहए थे उनकी सुगबुगाहट ही अभी नज़र आ रही है. इस क्सथदत के दलए आलोचको् को तो दजम्मेिार मानना ही चादहए, स्वयं आत्मकथाकार भी बरी नही् दकये जा सकते. वह आलोचनात्मक ढांचा दजसमे् रिकर एक आत्मकथा को परिा जाये अब तक दनद्मयत नही् हो सका है.
दकया है. चयन का दववेक कालबद््होता है. उस काल-दवशेर को पहचानना आवश्यक है दजसमे्लेिक की गदतशीलता बनी है. लेिक के दलए एक समय मे् एक स्मृदत मूल्यवान होती है जबदक िूसरे समय वही स्मदृ त अपनी प््ासंदगकता िो िेती है. समय के संक्शलि्् िबाव मे्आत्मकथा जो छोड़ती चलती है वह भी कम महत्वपूणय्नही्है. आलोचक को यह ध्यान रिना होगा दक स्मृदत-श्ंिला की कदड़यां कहां ठीक से जुड़ती है्, कहां उलझकर रह जाती है् और कहां दवमश्य के आग््ह पर िीकी या चटक बनाई जाती है्. वैश्ीकरण के पदरवेश से आत्मकथा दकतनी प््भादवत हुई है, हो रही है यह आज मौजूं सवाल बन गया है. वैश्ीकरण का एक आशय मानवादधकारो्की चेतना है तो िूसरा आशय वह वैद्शक बाज़ार व्यवस्था है जो मुकक् त का इतना दवस्त्ृ कैनवास रचती है दक
उल्लि े नीय र्प से बढ़ी है. इसका सबूत वे पव्य है् जो उत््र आंबेिकर काल मे् बने है्. पदरदनव्ायण दिवस, आंबेिकर जयंती, धम्म िीक््ा दिवस जैसे पव्य भारतीय समाज मे् क््ादं तकारी पदरवत्नय के साक््ी है.् ऐसे अवसरो् पर स्थल-दवशेर पर एकद््तत होने वाली िदलत जनता दजस उत्साह से दकताबे् िरीिती है, अपनी जीवन क्सथदतयो्को लेकर चच्ाय करती है और जादतवािी उत्पीड़नो्के दिलाि लड़ने का संकल्प लेती है वह नई भारतीयता के दनम्ाण य का प्म् ाण है. जब से िदलत रचनाकारो् के समक््ये िृशय् और अवसर दनद्मतय हुए है् तब से उनकी चेतना मे्बहुत कुछ सकारात्मक घदटत हुआ है. इनके बीच से प्ब् द ु ्पाठको्का जो वग्य तैयार हुआ है उसने िदलत आत्मकथाओ् का संबोध्य बिलने मे् महती भूदमका अिा की है. कभी िदलत रचनाएं सहानुभूदत अद्जयत
िदलत िादहत्य की िहचान आत्मकथा दिधा िे जोड़ िी गयी है. िदलत िादहत्य की अन्य दिधाएं मिलन कहानी, उिन्याि, कदिता इिी दिधा के दिस््ाि के र्ि मे्िेखी जाती है्. आत्मकथा का िारोमिार उसकी ‘प््ामादणकता’ पर दटका होता है. मगर इस प््ामादणकता का सत्यापन नही् दकया जा सकता. सज्यनात्मक दवधा होने के कारण इसकी जर्रत भी नही् है. चूंदक िदलत आत्मकथा का घोदरत लक्य् दनद्ववय ाि र्प से स्पि््है इसदलए िेिना यह चादहए दक जादत उन्मल ू न के प्श् न् पर कोई आत्मकथा दकतना संविे नशील बनाती है, दकतना आवेग भरती है और इस प्श् न् की जदटलताओ्को दकस हि तक उजागर करती है. आत्मकथा मे्क्यो्दक चयन का दववेक ही सव््ोपदर हुआ करता है इसदलए िेिना यह चादहये दक जीवन प्स ् गं ो्के चयन मे्लेिक ने प््ाथदमकताओ् का दनध्ायरण दकस तरह
उसमे्सब कुछ समाया नज़र आने लगता है. गांव के कड़वे जादतवािी माहौल से दभन्नाया िदलत लेिक अगर मुकत् बाज़ार के इस िेल को पहचानता है तो उसे रेिांदकत करना आलोचको्का बेहि जर्री काम है. िदलत आत्मकथाओ्पर बात करते समय इस सवाल से बचा नही् जा सकता दक वह दकसे संबोदधत है. जब कोई लेिक आत्मकथा लेिन मे् प््वृत् होता है तो उसके चेतन अवचेतन मे्यह चीज़ रहती ही है दक वह दकसे अपने पाठक के र्प मे्िेि रहा है. संबोध्य आत्मकथा की संरचना पर असर िालता है और उसके अंतव्स य ्ुकी दनम्ाण य मे्भी अपनी भूदमका दनभाता है. दपछले चार िशको् मे् िदलत पृष्भूदम से आए पाठको् की संख्या
करने के मकसि से दलिी जाती थी्, कालक्म् मे्वे ग्लादन-बोध उपजाने के दलए दलिी जाने लगी्. अब िदलत रचनाकार इन िोनो् क्सथदतयो् से आगे जा चुके है्. उनके सामने नया पाठक वग्यहै जो उन्ही्के बीच से उभरा है. साक्र् ता का प्स ् ार होने से दकताबो् के प्द्त जो ललक पैिा हुई थी वह आंिोलन से जुड़ने या उससे पदरदचत होने, उक्त अवसरो्पर जाने, व्यापक िदलत समुिाय से संवाि करने से उस ललक को दनद््ित दिशा दमली है. दहंिी मे् गौतम बुक से्टर, सम्यक प्क ् ाशन, सादहत्य संसथ् ान जैसे प्क ् ाशन गृहो् का स्थादपत होना उल्लि े नीय घटना है. िदलत आत्मकथाएं अब न तो गैर िदलत पाठको्के दलए दलिी जाती है्और न अमूतय्समुिाय को
संबोदधत होती है.् वे दजनके दलए तैयार होती है् उनकी स्पि्् तस्वीर रचनाकार के समक्् होती है. उच््दशक््ा मे्इस तबके के दवद््ाद्थयय ो् की बढ़ती संखय् ा, गुणवत््ा मे्अपेद्कत प्ग् दत, शोध के दलए िदलत जीवन से जुड़े सादहत्य का चुनाव सब दमलकर िदलत आत्मकथाकार का मनोबल बढ़ाते है.् और हां, बाज़ार की मांग भी इसी के अनुरप् है. प््ायः प्क ् ाशक िदलत रचनाकारो् से आत्मकथा की पांिुदलदप ही मांगते है.् मुखय् तः अंगज ्े ी और गौणतः अन्य भारतीय भाराओ्मे्िदलत आत्मकथाओ्का अनुवाि, प््काशन और चच्ाय इस दवधा की बहुदवध प्ग् दत के सूचक है.् अंगज ्े ी मे्अनूदित होने से आत्मकथा का एक अंतरराष््ीय पाठक-वग्य तैयार हुआ है. तमाम दविेशी (िासकर यूरोपीय) दवश््दवद््ालयो् मे् िदलत आत्मकथाओ् का पढ़ाया जाना युग पदरवत्नय का उद्घोरक है. अनुवाि की संभावना मूल लेिक पर क्या असर िालती है, अनुवाि करने की प्द््कया मे् उसमे् कथ्य और दशल्प के स््र पर कैसे बिलाव होते है्, िदलत आक््ोश की आवेगमयता दकतनी बची रह पाती है, यह सब अभी अध्ययन के दवरय बनने है्. अंग्ेजी, जम्नय जैसी दविेशी भाराओ्मे्अनुवाि (का अनुभव और पदरणाम) वैसा नही् हो सकता जैसा भारतीय भाराओ्मे.् एक उिाहरण से इसे समझा जा सकता है. ‘तराल अंतराल’ नामक मराठी िदलत आत्मकथा दजस भारा मे्दलिी गई थी वह साधु या िेहाती मराठी न होकर ‘महारकी’ थी. महारकी महारो् द््ारा बरती जाने वाली मराठी का दवदशि््र्प है. इसका अनुवाि मानक दहंिी मे्नही्दकया जा सकता था. चूंदक लेिक शंकरराव िरात और दहंिीभारी अनुवािक केशव प्थ् मवीर के मध्य दमत््ता थी इसदलए मूल कृदत के साथ अदधकतम न्याय करने के दलए सहमदत बनी. तय हुआ दक यह मेरठ के आसपास बोली जाने वाली ‘गंवार् जबान’ मे् अनूदित की जायेगी. आज यह आत्मकथा वही अनुभव िेती है जो इस इलाके के मोहनिास नैदमशराय या ओमप्क ् ाश वाल्मीदक की आत्मकथाएं िेती है्. यह गुंजाइश दकसी गैर भारतीय भारा मे् शायि ही बने. दहंिी सादहत्य को भारा वैदवध्य और शैलीगत बहुलता व नवीनता से समृद्करने का काम िदलत आत्मकथाओ् ने दकया है. िदलत स््ी की पीड़ा दजतने प््ामादणक र्प मे् ‘िोहरा अदभशाप’ (कौशल्या बैसंत्ी) और ‘दशकंजे का िि्य’ (सुशीला टाकभौरे) आत्मकथाओ् की भारा मे् व्यक्त हो सकी है वह शायि ही दकसी अन्य दवधा मे्व्यक्त हो पाती. हदरयाणवी की रंगत संतराम आय्य की ‘मेरा अतीत’ मे्दििाई िेती है. ‘बेचनै ’ और सूरजपाल की आत्मकथाओ्मे्ि्ज ् बोली की िुदनया है. ‘मुिदय्हया’ आज़मगदढ़या भोजपुरी का िस््ावेज है. इसकी दहंिी मानक दहंिी के व्याकरण से बेपरवाह होकर प््वादहत है. दकदसम-दकदसम की बोदलयो्, भारा-व्यवहारो् को समोए िदलत आत्मकथाओ्से गुजरने के पूवय्यह जान लेना आवश्यक है दक ये कृदतयां भारा-माधुय्य मे् गोते नही् लगवाएंगी बक्लक ऐसी भारा मे्गुथं ी दहंसा से मुिादतब होने का मौका िेग् ी. (लेिक िदलत सादहत्य के जानेमाने अध्यते ा है.्)
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
ममस्ट्ी गर्ल साधना
वीर तवनोद छाबड़ा
सा
ठ के िशक की सबसे पांच िूबसूरत और टैलटे् िे नादयकाओ्का जब दज़क्् होता है तो साधना का नाम ज़र्र दलया जाता है. दसनेमा से आई वो पहली िैशन आइकॉन थी. माथे पर िैले तराशे हुए बाल, 'साधना कट' के नाम से मशहूर हुए. उनकी यह स्टाईल मशहूर हॉलीवुि एक्टस ्े ऑड््ेहेपबन्यकी याि दिलाती थी. यह उसके प्म्े ी आरके नैयय् र की िेन थी. 'मेरे महबूब' मे् साधना की फ़ैदमली कंज़व्द्ेटव मुकस् लम थी. ऐसे मे्भला िैशन से क्या मतलब? लेदकन िायरेकट् र एचएस रवैल ने तमाम एक्सपट्य दवरोध के बावज़ूि उसकी हेयर स्टाईल को जारी रिा. साधना की बुक्ेसे झांकती नशीली आंिो्ने कहर ढा दिया. वाह, दसफ़्ूआंिे्ही काफ़ी है्िूबसूरती का ज़र्री इफ़ेकट् िालने के दलए. इसी दफ़ल्म मे्उनका चूड़ीिार पायजामा-कुरता भी घर-घर मे्चच्ाय पा गया. मदहलाएं िद्जयय ो्को साधना की दफ़ल्मे्
िेिने की सलाह िेती थी्. साधना का जन्म 02 दसतंबर 1941 को कराची मे्हुआ था. साधना उनका नाम इसदलए पड़ा क्यो्दक साधना बोस उनके दपता की फ़ेवदरट दसंगर थी्. होश संभालते ही उन पर दिल्मो् का भूत सवार हुआ. उनके एक्टर कदज़न हदर दशविासनी मिि की. मुड़ मुड़ के न िेि मुड़ के....नादिरा और राज कपूर पर दफ़ल्माये 'श््ी 420' के इस गाने मे्उनकी बतौर एक्सट् ्ा कुछ झलदकयां दििी. दकस्मत िेदिये दक बरसो्बाि 'िूलह् ा-िुलह् न' मे्वो राजकपूर की नादयका थी्. कुछ समय बाि साधना को दसंधी दिल्म 'अबाना' मे् नादयका शीला रमानी की छोटी बहन का रोल दमला. उन्हो्ने शीला से ऑटोग््ाि मांग.े शीला ने आशीव्ािय दिया था - िेिना, एक दिन मै् तुमसे ऑटोग््ाि लेने आऊंगी. एचएस रवैल ने साधना की आंिो् मे् नशीलापन िेिा तो राजिोसला को उन आंिो्
मे्रहस्यमई दकरिार दििा. एल्फि्े दहचकॉक की 'वद्टगि ो' के आधार पर भूदतया 'वो कौन थी' मे्िैशन आइकॉन साधना अब दमस्ट्ी गल्यहो गयी. नैना बरसे दरम-दझम...जो हमने िास््ां सुनाई आप क्यो् रोये... इसकी सिलता से उत्सादहत होकर राज िोसला ने मेरा साया और दिर अनीता बना िाली. 'मेरा साया' का झुमका दगरा रे...आज भी बहुत मशहूर है. साधना के ग्लमै र को असल मे् भुनाया बीआर चोपड़ा ने 'वक़्त' मे.्...कौन आया दक दनगाहो्मे्चमक जाग उठी...और दिर 'आरज़ू' मे्सागर ने. िूलो्की रानी बहारो्की मदलका... 'गीता मेरा नाम' साधना की आदख़री दिल्म थी. इस िोहरी भूदमका वाली दिल्म को िुि साधना ने िाइरेकट् भी दकया था. साधना को मां-बहन के अनेक साईि रोल ऑिर हुए. लेदकन उन्हो्ने इंकार कर दिया. मै् चाहती हूं दक अपने चाहने वालो् के दिलो् मे् जवान और सुिं र बनी रहू.ं दिल्मो् से दरटायरमेट् के बाि पक्बलक लाईफ़ से गायब ही हो गयी्. 2014 मे्एक कैस ् र चैदरटी शो मे्वो अपने दरश्तिे ार रणवीर कपूर के साथ रैप् पर दििी्. अपनी दचर-पदरदचत साधना-कट के साथ. रणवीर कपूर के ताऊ रंधीर कपूर के साथ उनकी भतीजी बदबता की शािी हुई थी. लेदकन बदबता के साथ उनकी कभी दनभ नही् पाई. आमने-सामने होने पर भी कभी हायहेलल ् ो नही्हुई. साधना अपनी पहली दिल्म 'लव इन दशमला' के िायरेकट् र आरके नैयय् र से शािी करना चाहती थी. लेदकन उनकी मां को यह दरश्ता मंज़रू नही्था. क्यो्दक नैयय् र दसंधी नही् थे. 1966 मे्राजकपूर के हस्क ् प्े से वे दववाह वेिी तक पहुच ं .े उनके दववाहोत्र् जीवन मे् बहुत उथल-पुथल रही. नैयय् र का कैदरयर
नसिेमा
अच्छा नही्चला. साधना को दिल्मो्मे्वापस आना पड़ा. तभी साधना को थायराइि की भयानक समस्या हो गयी. ईलाज के दलए उन्हे् बोस्टन जाना पड़ा. लौट कर साधना ने 'इंतकाम' की. ज़बरिस््कामयाबी दमली. इसे नैयय् र ने िायरेकट् दकया था. दिर संजय के साथ 'एक िूल िो माली' और राजेश िन्ना के साथ पुरानी कॉमेिी 'पगड़ी' के दरमेक 'दिल िौलत और िुदनया' भी सिल हुई. इस बीच साधना को 'दमस कैदरज' हुआ. वो िोबारा मां नही्बन पायी. एक लंबी बीमारी के बाि 1996 मे्नैयय् र ने उनका साथ छोड़ दिया. नैयय् र की दिली इच्छा थी दक वो साधना से पहले दविा हो्. दबमल राय ने 'परि' मे् और ऋदरकेश मुकज््ी ने 'असली नकली' मे् एक बेहतरीन एक्टस ्े साधना के िश्नय कराये. हम िोनो्, राजकुमार, गबन, इश्क पर ज़ोर नही्, एक मुसादिर एक हसीना, मनमौजी आदि उनकी अन्य प्द्सद््दफ़ल्मे्थी्. साधना की चाहत थी दक दिलीप कुमार के साथ काम करे.् एचएस रवैल उन्हे्'संघर्'य के
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मुहतू य्तक ले आये. लेदकन सहसा वो अस्वस्थ हो गयी्. उन्हो्ने रवैल से कहा दक बीमारी लंबी है. िूसरी एक्टस ्े ले ले.् लेदकन रवैल ने कहा दक वो इंतज़ार करेग् .े मगर तीन दिन बाि 'स्क्ीन' मे्एक दवज््ापन छपा. साधना आउट हो गयी और वैजयंती माला इन. साधना को इससे दिली िुःि हुआ. साधना बहुत सेलके क् टव थी्. यही वज़ह है दक करीब पंदह् साल के कैदरयर मे्महज़ 34 दफ़ल्मे्ही की्. लेदकन उन्हे्ख़ुशी यह रही दक इसमे् 29 दफ़ल्मे् दहट रही्. उन्हे् ईनाम बहुत दमले लेदकन दफ़ल्मफ़ेयर नही् दमलने का मलाल रहा. वो 02 दसतंबर 1941 को कराची मे्जन्मी्थी्. आदिरी कुछ बरस बहुत कि्म् य रहे. उनका कोई घर नही्था. कई साल से एक अपाट्मय टे् मे्रह रही्थी्. मकान मादलक ने थाने मे्दरपोट्यलगाई और कई मुक़िमे िज्यकर दिए. बहुत हंगामा हुआ. 25 दिसंबर 2015 को साधना परलोकवासी हुई.् अपनी तरह उनकी बीमारी भी एक दमस्ट्ी रही. बाि मे्पता चला दक उन्हे्कैस ् र था.
कुलभूषण जाधव को नमली मौत की सजा पर ऋनष कपूर िे की पानकसंंाि की निंदा
मुब ं ई : अदभनेता ऋ दर कपूर और रणिीप हुड्ा ने पूवय्भारतीय नौसेना अदधकारी कुलभूरण जाधव को मौत की सजा सुनाने के पादकस््ान के िैसले की दनंिा की. ऋ दर ने क्रवटर पर दलिा, ‘क्म् ा करे,् भारत ने कलाकारो्, दिल्मो्, िेल वगैरह के जदरये पादकस््ान के साथ शांदत बहाल करने की कोदशश की लेदकन वे केवल निरत चाहते है,् तो ठीक है. ताली िो हाथ से बजती है.’ दिवंगत भारतीय कैिी सरबजीत दसंह पर बनी दिल्म ‘सरबजीत’ मे् भूदमका दनभाने वाले अदभनेता रणिीप हुड्ा ने िैसले की
आलोचना करते हुए कहा दक यह सरबजीत की त््ासिी की याि दिलाती है. उन्हो्ने क्रवटर पर दलिा, ‘कोई सुनवाई, कोई सबूत नही्, केवल बंि कमरे मे् सैनय् अिालत की काय्वय ाही हुई. इससे झूठ का पता चलता है. पादकस््ान एक और सरबजीत तैयार कर रहा है.’ हुड्ा ने कहा, ‘मै् उनके (जाधव) दलए िुिी हू.ं पादकस््ान मे् अकल्पनीय प्त् ाड़्ना और मानवादधकारो्का उल्लघं न दकया जाता है. मुझे अपने िेश के मजबूत नेततृ व् मे्पूरा भरोसा है. शायि हमे् उन्हे्वहां से भगा लेना चादहए.’
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देवेन मेवारी
उ
पयंाटि
14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
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फूलो़डचड़ियो़और िारो़के बीच
त्र् ािंि की राजधानी िेहरािून से करीब 78 दकमी िूर कानाताल प्क ् दृ त की गोि मे्बसी एक ऐसी जगह है्जहां की सािगी मन मे्पय्ावय रण के प्द्त रोमांच पैिा कर िेती है. बेटे मनु के कहने पर वहां जाने की योजना बनी थी. त्वदरत ही बनी इस योजना के साथ ही वहां जीरो-स्टे मे्बुदकंग करायी गयी. िेहरािून से सुबह दनकलकर हम बुरांशकंिा, धनोल्टी और कद्ि ् ाल होते हुए िोपहर िो बजे कानाताल पहुच ं गये. जहां हर तरि प्क ् दृ त की सुिं रता अपनी छंटा दबिेर रही थी. कानाताल मील के पत्थर के पास उतरे तो काले ट्क ्ै सूट मे्एक युवक ने मुझसे पूछा, ‘मनु?’ मैन् े मनु की ओर इशारा करके कहा, ‘मनु वह है, मै्उसका िोस््हू.ं ’ वह मुसक ् रु ाया और कहा, ‘मै्मनीर जैन, जीरो-स्टे से.’ हमने टैकस ् ी की दिकी से अपने बैग दनकाले. मैन् े पूछा, ‘हमे् जाना कहां है?’ ‘उस ओर,’ मनीर ने िादहनी तरि इशारा करते हुए कहा, ‘आगे घना जंगल है, हमे्उसे पार करके जाना है.’ हम माग्िय श्क य बने मनीर के पीछे-पीछे चल पड़े. गांव के दसरहाने से जाती पतली पगिंिी पर आगे बढ़ते जा रहे थे दक तोरण द््ार की तरह िूलो्से लिा बुरांश का पेड़ सामने आ गया. कच््ी पगिंिी पर ज्यो्-ज्यो्आगे बढ़ते गये, पेड़ो् की छांव और जंगल की िुशबू दमलती चली गयी. पीछे कानाताल की िौणी (नंगी) धार िेिकर लग नही् रहा था दक यहां इस ओट मे् िेविार, थुनरे , सुरई, बांज, बुरांश, मोर्और अंयार जैसे पेड़ो्का जंगल भी होगा. कुछ िेर बाि नीचे जुते हुए िेतो्के ऊपर सलेटी रंग का साधारण कॉटेज दििाई दिया, दजसके बरामिे के ऊपर सूिी घास की छत पड़ी हुई थी. आंगन मे्बैठने के दलए सूिे पेड़ो्के कटे हुये तने के िेढ़-िो िुट ऊंचे गोल टुकड़े रिे हुये थे. सामने आर-पार दवशाल दहमालय, दजससे बािलो् के टुकड़े अठिेदलयां कर रहे थे. िेतो् मे् कुछ मदहलाएं काम कर रही थी्. कॉटेज के पीछे िो हरे-भरे और ऊंचे मौर्के पेड़ो्की जोड़ी. उससे ऊपर िेतो्के दकनारे मोर्के तीन और हरे-भरे पेड़. िो-चार सीदढ़यां उतर कर हम कॉटेज के आंगन मे्पहुच ं .े भीतर दमट््ी से दलपी िीवारे्और चार जगह दबस्र् .े िो नीचे और िो सीदढ़यो्से चढ़कर ऊपर. मनीर ने पूछा तो पता चला, चार दबस्र् े एक सैट मे्इसदलए दक वह पूरा पदरवार साथ रह सके दजसके पास शहर मे् आपस मे् बातचीत करने का वक्त नही्है. कानाताल के पास बसे इस गांव की समुद्तल से ऊंचाई 8500 िुट है. शाम ढलने को थी. कॉटेज मे्दबजली की रोशनी थी. इसके अलावा कमरे और वाशर्म मे्बैटरी की छोटी-सी लालटेन भी रिी थी. पानी छत पर टंकी से आता था दजसे रेन हाव्क्ेस् टंग करके जमा दकया गया था. यानी, वह वर्ाय का जमा पानी था. उसी से काम चलाना था. पीने-िाने के दलए पानी पास के जंगल मे् बहते सोते की पतली-सी धार से भर कर लाया जाता था. रात के िाने मे् हमने मंिवु ा (कोिा) की रोटी, दमली-जुली सब्जी और गहथ की िाल चुनी. ज्यो्-ज्यो् शाम ढल रही थी, सरसराती ठंिी हवा चलने लगी. मोर्के िोनो्पेड़ दिर से सरगोदशयां करने लगे. मैन् े दकनारे से झांक कर िेिा. वाह! वहां पद््िम के आकाश मे् हीरा िमक रहा था. िूब चमकीला. उसे पहचानना कदठन नही्था. वह था- वीनस यानी शुक्ग्ह् . सूयय्और चंदम् ा के बाि आकाश मे् सबसे तेज चमकने वाला दपंि. हाथ-पैर ठंिे पड़ने लगे. टोपी, मिलर और गम्यकपड़े पहन कर आंगन मे्आया. बेटा-बहू आ चुके थे. मनु ठंि से बचने के दलए कैप् िायर के दलए कह आया था. भरत ने आकर आंगन मे्आग धुधका िी. हम पेड़ के तने के टुकड़ो्पर घेरा बना कर आग के चारो्ओर बैठ गये. एकिम साि आसमान के रंगमंच पर तारे उगने लगे. िद््कण-पूवय्के आसमान मे्एक और हीरा चमकने लगा. नजरे्उससे ऊपर उठी्तो वहां कतार मे्द््तकांि के तीन
तारे नजर आ गये. ओह, तो यह व्याध यानी ओरायन तारामंिल है! और, यह चमकता छोटा हीरा है- दसदरअस यानी लुबध् क नक्त् .् दिर तो कई और दसतारे भी पहचान मे् आने लगे- बेतलग्यज ू यानी आद््ा नक्त् ,् राइगेल, अल्िबे रान यानी रोदहणी नक्त् ,् प्लइे िीज यानी कृद्तका पुज ं . िूसरी ओर दमथुन रादश के तारे और उनसे ऊपर कैसट् र और पोलस्क यानी पुनव्स य ु नक्त् .् धीरे-धीरे पूरा आसमान दसतारो् से भर गया और िुदधया आकाशगंगा आर-पार िैल गयी. इस बीच लगता था, तापमान शूनय् से नीचे जा चुका है. िाना िाने के बाि मै्जमीन पर लगे दबस्र् े मे्लेट गया. पास के जंगल मे् कही् काकड़ बोल रहा थाकांक...कांक.्.कांक!् मै्रजाइयो्मे्प्यपू ा बनकर िुबक गया और धीरे-धीरे मुझे भी टुकड़ा-टुकड़ा नी्ि आने लगी. पौ िटने से पहले उठना चाहता था. छह बजे से पहले उठा. पूवय् के आकाश मे् हंदसये सा पतला िाल्गनु कृषण ् पक््
सूरज क्या दनकला दक चारो्ओर धूप की चािर िैल गयी. मोर्के पेड़ो्और आसपास की झादड़यो्पर नन्ही् दचदड़यां प्भ् ाती गाने लगी्. गौरेयो् की टोली िनकते घुघं र्ओ्की आवाज मे्चहचहा रही थी्तो धानी रंग की नन्ही् दचदड़या अपनी सादथन के साथ गाने लगीस्वीट....स्वीट...स्वीट! िेतो्की मेि् पर झाड़ पर िुिकती स्ट्ीक्ि लादिंग थ्स् यानी मुदसया चड़ी भी मधुर तान छेड़ने लगी. एक और दचदड़या गाती थी- स्वीहू...स्वीहू...स्वीहू! सूरज और उसकी धूप िेि कर दकतनी िुश थी्वे. तभी सामने की पहाड़ी पर िो-एक चकोर बोलेचाकुर....चाकुर...चाकुर! िेविार, रैस ्ल ु , थुनरे , अंयार और बुरांश के पेड़ो्के बीच एक संकरी पगिंिी पर चलते हुए हम घने पेड़ो्के बीच कभी धूप, कभी छांव मे्चलते स््ोत तक पहुच ं गये. वहां पानी की अंगठू े बराबर मोटी धार दगर रही थी, दजस के नीचे कनस्र् या जरीकेन लगा कर उसे भरते है.् पानी
िेहिािून िे किीब अठहत््ि दकमी िूि कानाताल प््कृदत की गोि मे् बिी एक ऐिी जगह है्जहां की िुंििता औि िािगी मन मे् िय्ाटििण के प््दत एक नया ही िोमांच िैिा कि िेती है्. त्य् ोिशी का चांि चमक रहा था. मै्सूय्ोिय का इंतजार करने लगा. मै्सूय्ोिय के बिलते रंग िेिना चाहता था, इसदलए टकटकी लगाये दहमालय को िेिता रहा. कनदियो्से पूवय् मे् पहाड़ो् के ऊपर बढ़ती उजास को भी िेि लेता था. अचानक दहमालय की चोदटयो् पर शेदिंग होने लगी. प्क ् ाश और छाया का प्भ् ाव दििने लगा. सहसा चोदटयो् पर सिेिी पुतने लगी. और, पूवय्दिशा मे्पहाड़ो्के बीच से आती स्वद्णमय उजास ने चोदटयो् पर भी सुनहरा रंग िेर दिया. दिर जल्िी ही उन पर सिेिी पुतने लगी और दहमालय की धवल चोदटयां चमक उठी्. साथ ही उस रंगरेज सूरज ने पूवय्की पव्तय माला से धीरे से अपना मुहं दनकाल कर झांका.
के इसी स््ोत पर सरकार ने दकसी योजना के तहत सीमेट् कंक्ीट की छोटी-सी दिग्गी बना कर पाइप लाइन से भमौरीिाल गांव मे्पीने का पानी पहुच ं ाया है. बेहि ठंिा मगर मीठा पानी था. िेविार वन के सभी पेड़ो्ने अपनी गहरी जड़ो् और उस वन की माटी ने जैसे अपनी पूरी दमठास और िदनज उस पानी मे्घोल दिये थे. मैन् े मन ही मन उन पेड़ो्और पहाड़ को नमन दकया. िेर िोपहर चाय पीकर हम दिर पास की छोटी पहाड़ी की ओर दनकल गये. सूरज सुरकंिा की पव्तय माला की ओर उतरने की तैयारी कर रहा था. ढलते सूरज के साथ िेलने के दलए िो-चार छोटे बािल भी चले आ रहे थे. दिन भर चटि धूप थी. अब वह पद््िम की ओर से पेड़ो्पहाड़ो्पर दतरछी पड़ने लगी. बायी्ओर घने जंगल के
पेड़ो्की िुनदगयो्पर सुनहरी धूप िेलने लगी. मुझे तो आज दशद्त् से रात का इंतजार था. अंधरे ी, तारो्भरी रात का इंतजार. आज मै्दसतारो्की उस िुदनया को अपने शब्िो्मे्उतार लाने वाले गुलजार की नज्म् को पढ़ते-पढ़ते आसमान को िेिना चाहता था. हम िाना िाकर कॉटेज मे् चले आये. ठंिक बढ़ने लगी तो भरत आकर आंगन मे्कैप् िायर जला गया. आग तापते हुए मैन् े जेब से अपनी छोटी िायरी दनकाली, आंगन के कोने मे् जाकर भर-नज़र तारो्भरे आसमान को िेिा और िायरी के पन्नो्से गुलज़ार की नज्म् उभरने लगी्. दिल्ली से लगभग 300 दकमी िूर, दटहरी गढ़वाल के ऊंचे पहाड़ पर बसे इस गांव मे् सुबह के िृशय् भी बड़े मनमोहक लगते थे. इसदलये रोज सुबह का इंतजार रहता था. मुहं अंधरे े उठने का लाभ यह था दक आकाश के रंगमंच पर रोमांचक पदरवत्नय ो् को िेि सकते थे. िैर, अगले दिन सुबह के समय परांठे बने. उन लजीज परांठो् को िाकर हम अपने-अपने गंतव्य की ओर चल पड़े यानी सुरकंिा पहाड़ और जंगल की सैर पर. मैन् े चलते-चलते लक्म् ी और ऋचा से कहा, ‘हम जंगल से दमलने जा रहे है,् इसदलए वहां हर चीज को गौर से िेिगे् े और महसूस करेग् .े िेतो्को पार करते हुए सामने भव्य दहमालय के िश्नय हुय.े जंगल शुर्होते ही िो-एक लादिंग थ्स ् झाड़ी मे्िुिकती दििी्. दतरछी पगिंिी के िोनो्ओर इस जंगल के बहुत पुराने और आसमान को छूते एबीज दपंड्ो यानी रेस ्ल ु के मोटे पेड़ थे. हम उन्हे्छूत,े उनसे दमलते आगे बढ़ते रहे. हमने िेिा, वहां ऊंचे रैस ्ल ु और िेविार के पेड़ो्के दसरे यहां से वहां झूम रहे थे. वे हवा के साथ ऊंची आवाज मे्बाते्कर रहे थे जबदक नीचे माहौल दबल्कल ु शांत था. हम तेजी से आगे बढ़ते रहे और कॉटेज के पास चले आये. िेिा, मनु और अपण्ाय भी आ चुके है.् पता लगा, वे कािी ऊंचाई तक सुरकंिा पहाड़ पर चढ़े. आगे एक बड़ा पेड़ दगरा था दजससे रास््ा पार करना कदठन लगा और वे लौट आये. अगले दिन हमने नाश्ता दकया और चलने की तैयारी करने लगे. तभी पास की पहाड़ी से चकोरो्की तेज आवाज आने लगी. ऋ चा और अपण्ाय कैमरा लेकर उनके िोटो िी्चने की कोदशश करने लगी्. वे उस ओर िेि ही रही थी् दक पत्थरो् की िीवार पर एक चकोर आकर बोलने लगा- चाकुर...चाकुर...चाकुर! तभी िूसरा चकोर भी उसके पास आ िड़ा हुआ. लगता था, उन्हे्पता लग गया है दक हम वापस लौट रहे है.् दिर उन सभी सादथयो्को, उन पेड़ो्, पहाड़ो्और दचदड़यो्को, बुरांश के दिले िूलो्, शीतल हवा और दहमालय की धवल चोदटयो्को अलदविा कहा और वापसी यात््ा शुर्की. हि है, दसि्ूतीन दिन वहां रहे, दिर भी उस जगह को छोड़ने पर दनराश जैसा जाने क्यो्लग रहा था. हम भावुक हो रहे थे, इसदलए कािी िूर तक आपस मे्दबना बोले, चुपचाप चलते रहे.
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14 अपंंैल - 20 अपंंैल 2017
भारि सरकार मौन है
तदलीप मंडल
िेश का शहरी मध्यम वग्यजब प्याज या टमाटर की कीमत बढऩे पर हाय-तौबा मचाता नयी दिल्ली. भारत मे् ऐसे लोगो् की है, तो वह यह भूल जाता है दक जब कृदर उपज कमी नही्है, दजन्हो्ने िेश को दनराश दकया है. की कीमत दगरती है तो हमारा अन्निाता कई नेता-अिसर तो उन लोगो् मे् है् ही दजनकी बार आत्महत्या करने को मजबूर हो जाता है. वजह से िेश आज मानव दवकास मे् िुदनया इस िेश मे्दपछले 50 साल मे्दजन चीजो्के का सबसे गया-बीता िेश है. ढेर सारे वैज्ादनको् िाम सबसे कम बढ़े है,् उनमे्से लगभग सारी ने भी िेश को नोबेल पुरस्कारो्से दनहाल कर चीजे्िेतो्मे्उगती है.् यह इस िेश की त््ासिी दिया हो ऐसा नही्है. हम आम तौर पर पद््िम है दक िेतो्की उपज बढ़ रही है, लेदकन कुल की दवकदसत की गयी टेकन् ोलॉजी की नकल अथ्वय य् वस्था मे् िेती का दहस्सा घट रहा है. करके अपनी पीठ ठोकने वाले िेश है.् जीिीपी यानी सकल घरेलू उत्पाि मे्िेती का हमारी श्ष ्े ् प्द्तभाये् आज भी दविेशी दहस् सा 1980 मे्40 िीसिी होता था, जो अब कंपदनयो्के दलए सस््ा लेबर बनने के दलए घटकर 14 िीसिी से भी कम रह गया है. मरी जा रही है.् िेश को पुदलस से लेकर जादहर है दक कृदर उपज की कीमत बाकी सरकारी कम्च य ादरयो् ने भी समय-समय पर का पे ट गले तक भर जाये , बक् ल क भं ि ार भी भरे भारत िु द नया का महान िे श नही् है , तो यह इन चीजो् की तु लना मे्कम बढ़ी है. दजसकी मार शद्मिा् ा दकया है. हमारे दवश्द्वद््ालयो् के रहे . ् वह इतना ज् य ािा उगाकर िे त ा है लोगो् की, हम सबकी साझ दजम् म ि े ारी है . हमारे अन्निाता पर पड़ी है. दशक्क ् एक भी ऐसी यूदनवद्सटय ी नही्िे सके क्या इसका मतलब यह है दक दकसान है,् दजसकी दगनती िुदनया की श्ष ्े ्200 मे्की लेदकन, कोई है दजसने कभी अपनी वाहवाही दक सरकार उन्हे्गोिाम मे्रि नही्पाती और जा सके. भारत के अिसरो् ने कारदगल को नही् चाही. दजसे कभी कोई मेिल नही् हर सालो्ढेर सारा अनाज िुले मे्पड़ा सड़ अपनी बिहाली के बावजूि दकसानी करते रहना चाहता है? ऐसा कतई नही् है. िेती अपनी गिलत मे् लगभग गंवा ही दिया था, दमलता, जो िुि इतना तबाह है दक हर साल जाता है. वह हमारे िेश का दकसान है. असली उसका प्यार नही् है, मजबूरी है. बात दसि्ू दजसे दिर से हादसल करने के दलए सैकड़ो् हजारो्की संखय् ा मे्वे आत्महत्या कर लेते है.् सरकार दजनके प्द्त नाम मात््को जवाबिेह है आम आिमी. वह अपने दसर पर आम आिमी इतनी है दक वह अपनी मजबूरी को बदढय़ा से जवान कुबा्नय हो गये. चीन के हाथो् पराजय का दकस्सा याि लेदकन वह साल िर साल, हर साल इतना होने का िंभ पालने वाली कोई टोपी नही् दनभा रहा है. मौका दमलने पर वह िेती को करके अब भी टीस उठती है. भारत मे् अनाज उगा कर िेता है दक इस िेश के हर पहनता. सािगी उसके दलए पािंि या छोड़्ना चाहेगा. और ऐसा होना ही चादहए. क्या अहंकार का कारण नही्है. वह सािगी मे्जीता आप बेहतर नौकरी दमलने पर पुरानी नौकरी दवश्स ् र् ीय बुद्दजीदवयो्और दवचारको्का आिमी का पेट भर जाता है. है तो इसदलए दक वह ऐसे ही जी सकता है और नही् छोिऩा चाहते है?् क्या आप बेहतर िे श मे ् िाने वालो् की हर साल बढ़ती घनघोर अकाल है. ये वे लोग है,् दजन्हे्अपना अगर उसके पास ठाट करने के दलए कुछ होता दबजनेस का मौका दमलने पर पुराना दबजनेस सं ख य ् ा के दलए हमारा अन् न िाता हर काम ढंग से करने के दलए पैसे दमलते है,् है तो वह ठाट से भी जीता है. साल इतना उगा िे त ा है दक न दसि् ू हर दकसी नही्बिल लेत?े - साभार लेदकन वे अपना काम ढंग से कर नही्पाए.
महज नारा है मडहला सशक़िीकरण
फंरल ं इमाम मकंललक
नयी दिल्ली. सरकारे् मदहला सशक्कतकरण और अदधकारो् को लेकर न दसि्ूयह दक योजनाये्बनाने के िावे करती रही है्बक्लक इसका प्च ् ार करने मे्दकसी तरह की कंजस ू ी नही् करती्. लेदकन जमीनी हकीकत इसके उलट होते है.् उत्र् ािंि मे् इसकी नजीर िेिी जा सकती है. केद् ् और प्ि् श े सरकार की िेिरेि मे् सालो् से चला आरहा मदहला सामख्या काय्क य म् बंि कर दिया गया है. इस काय्क य म् से प्ि् श े की हजारो्मदहलाये्जुड़ी््थी्जो इस काय्क य म् के जदरए न दसि्ू यह दक अपना रोजिार चला रही्थी्बक्लक समाज मे्सर उठा कर भी चल रही् थी्. इस काय्क य म् ने उन्हे् स्वावलंबी बनाया था. लेदकन इस काय्क य म् के बंि होने से इन मदहलाओ् का रोजगार दछन गया है. मदहलाओ्का यह ऐसा मंच था दजसके जदरए वे अपने अदधकारो्की लड़्ाई भी लड़्ती थी्और जारिार तरीके से आवाजा उठाती्थी. लेदकन अब इसे बंि करने का िैसला कर दलया गया है. मदहला समाख्या काय्क य म् िेश के ग्यारह राज्यो्ने्1989 से चल रहा था. केद् ् सरकार इसकी आद्थक य मिि करती थी और मानव संसाधन दवकास मंत्ालय के प््ाथदमक दशक््ा दवभाग के तहत यह काय्क य म् चलाया जा रहा था. केद् ् सरकार ने 27 साल से चल रहे काय्क य म् को दपछले साल 16 अप्ल ्ै को बंि करने का िैसला अचानक दकया गया. हालांदक इसके बावजूि यह उम्मीि थी दक प्ि् श े सरकार इसे अपने तरीके से संचादलत करेगी. क्यो्दक गुजरात, उत्र् प्ि् श े और केरल RNI- DELHIN/2015/ 65658
मे्इस काय्क य म् को वहां की सरकारे्संचादलत कर रही्है.् मदहला समाख्या काय्क य म् को बंि करने का पता इससे जुड़्ी मदहलाओ्को इस साल िरवरी मे्चला. एक मदहला काय्क य त्ाय ने आरटीआई के जदरए सूचना मांगी थी. हालांदक, राज्य सरकार ने इस दवत््ीय वर्यमे् करीब पांच करोड़्का बजट इस काय्क य म् के दलए रिा था लेदकन बाि मे्इस काय्क य म् को बंि करने का िैसला दकया गया. मदहला सामख्या काय्क य म् उत्र् ािंि के चंपावत, नैनीताल, दटहड़्ी, उधमदसंह नगर, हदरद््ार, पौड़्ी, उत्र् काशी और िेहरािून मे्चलाया जा रहा था. िेहरािून दजले के पच््ीस प्ि ् िं मे्यह काय्क य म् चल रहा था और इससे करीब छब्बीस सौ गांवो्की 67 हजार मदहलाएं जुड़्ी् थी्जो अब अपने अदधकारो्के दलए आवाज नही्उठा पाएंगी्. मदहला सामख्या की पूवय्दनिेशक गीता गैरोला ने इसके दलए दपछली हरीश रावत सरकार को दजम्मिे ार मानती्है.् उनका कहना है दक सरकार ने भरोसा दिलाया था दक मदहला सामख्या काय्क य म् बंि नही् दकया जाएगा
लेदकन सरकार ने भरोसे को तोड़्ा. वे बताती है्दक सरकार का 22 िरवरी की तारीि का पत्् उन्हे् दमलता है दजसमे् दलिा था दक िरवरी के आिरी हफ्ते मे् सभी काय्ाल य य िाली कर सरकार को दरपोट्यकरे.् लेदकन 22 िरवरी का पत्् माच्य मे् दमला. हमे् सामान कस्र्ू बा गांधी आवासीय स्कल ू ो्मे्रिने के आिेश दमले थे. कई दजला िफ्तरो्का भाड़्ा नही् चुकाया गया था नतीजतन मकान मादलको्ने काय्ाल य य मे्ताले जड़्दिए. मदहला दहतो् के दलए काम करने वालो् के साथ सरकार का यह रवैया ही सादबत करता है दक वह मदहलाओ्को अदधकार दिलाने को लेकर दकतनी गंभीर है. उन्हो्ने बताया दक तत्कालीन सरकार ने हमे् सूचना िी गई थी दक हमारी िाइल कैदबनेट मे्मंजरू ी के दलए रिी गई है. हमे् उम्मीि थी दक प्ि् श े मे् आचार संदहता लागू होने से पहले मदहला सामख्या के बारे मे् िैसला कर दिया जाएगा. लेदकन मुखय् मंत्ी के अनुमोिन और दशक््ा दवभाग की सराहना के बावजूि सरकार ने मदहला सामख्या को बंि करने का िैसला दकया जबदक हमारा बजट महज चार से पांच कोरड़्सालाना है. सरकारो् के पास िूसरी गैर जर्री योजनाओ्के दलए करोड़्ो्र्पए है लेदकन मदहलाओ्के दहतो्के दलए काम करने के दलए नही्है. सरकार के इस रवैये पर कई और मदहला संगठनो् ने नाराजगी जताई है. नई सरकार से मदहला संगठनो्को उम्मीि न के बराबर है. क्यो्दक, पहले की भाजपा सरकारो् के साथ मदहला सामख्या को लेकर मदहला संगठनो्की दभड़्तं पहले भी हो चुकी है. इसदलए भाजपा सरकार से उन्हे्दकसी तरह की उम्मीि नही्है.
डफल़मी िायलॉग से स़वच़छिा का संदेश
िेहरािून. प्ध ् ानमंत्ी नरेनद् ् मोिी के स्वच्छता अदभयान को आगे बढ़्ाते हुए नैनीताल दजला प्श ् ासन ने शहर भर मे्जगहजगह दिल्मो्के िायलॉग वाले पोस्टर चस्पा रिे है.् इन पोस्टर को पढ़्ने के बाि लोगो्को स्वच्छता का संिश े कािी पसंि आ रहा है. यूपी के वाराणसी मे्भी ऐसे पोस्टस्यलगाये जा चुके है.् नैनीताल प्श ् ासन की इस पहल को प्ध् ानमंत्ी नरेद् ्मोिी ने भी र्वीट कर सराहा है. उत्र् ािण्ि के नैनीताल दजले मे्प्श ् ासन ने स्वच्छता अदभयान को एक बेहतरीन तरीके से लोगो्के सामने रिा है. पोस्टरो्के माध्यम से प्श ् ासन के इशारे पर नगर दनगम और नगर पादलका ने नैनीताल और हल्द्ानी मे् पहले प्लादनंग की और दिर दहट दिल्मो्के सुपरदहट िायलॉग को चयदनत कर उसे स्वच्छता अदभयान के संिश े के साथ जोड़कर सड़को् मे्पोस्टर लगाये. िेश िुदनया के पय्टय क यहां से एक अच्छा सन्िश े लेकर जाएं. इन पोस्टरो् मे् शोले, दिलवाले िुलह् दनया ले जाएंग,े कादलया, िॉन, कुली जैसी सुपर दहट दिल्मो् के गानो् पर कटाक््या टो्ट कंसते हुए कई जगह पोस्टर लगाए गए है.् इनके माध्यम से स्वच्छता के दलए जनता को प्द्ेरत दकया गया है.
छोड़े़गे नही़ जमीन
भोपाल (शुकव ् ार). ग््ाम मूसा मूड़्ी मे् टोको-रोको-ठोको क््ादं तकारी मोच्ाय के बैनर तले दकसानो्द््ारा की गयी 34 दिन की भूि हड़्ताल के बाि दजला प्श ् ासन ने दकसानो्की मांगो् को पूरा करने का वािा दकया था. प्श ् ासन के वािे की समीक््ा हेतू ग््ाम मूसामूड़ी मे् अनशन स्थल पर 9 अप्ल ्ै 2017 को महासभा का आयोजन दकया गया. महासभा मे्अदधग्ह् ण प्भ् ादवत दकसानो्सदहत हजारो् ग््ामीणो्ने भागीिारी की. इसमे्सव्स य म्मदत से तय दकया गया दक दकसी भी कीमत पर जमीन सरकार को नही्िी जायेगी. पूवय् मंत्ी मध्य प्ि् श े सरकार इंदज ् ीत कुमार ने कहा दक आदिवादसयो् की भूदम लूटना मध्य प्ि् श े सरकार की दनयदत हो गयी है. भुमका एवं मूसामूड़ी के दकसानो् द््ारा अपनी जमीन वापस पाने के दलए दकए जा रहे संघर्यको हम सलाम करते है.् बनारस से आए दकसान मंच के राष््ीय अध्यक््दवनोि दसंह ने कहा दक सरकार दकसानो् की चौतरिा लूट कर रही है. अदधग्ह् ण के नाम पर उनकी जमीन छीन रही है. भाकपा मध्य प्ि् श े के राज्य सदचव
कामरेि अरदवंि श््ीवास्व् ने कहा दक आदिर बात क्या है दक मध्य प्ि् श े सरकार गरीब दकसानो् की िेती योग्य जमीन ही उद््ोगो्को क्यो्अदधग्द्हत करती है? जबदक पय्ापय त् मात््ा मे्अनुपयोगी जमीन उपलब्ध है. अवश्य ही दवकास की िुहाई िेकर दकसानो्को िेती से िूर कर धदनको्को सस््ा सेवक और िास उपलब्ध कराने की चाल है. आजािी बचाओ आंिोलन झारिंि प्ि् श े के अध्यक्् िॉक्टर दमदथलेश िांगी ने अपने संबोधन मे्कहा दक जब िेश मे्आवश्यकता से अदधक दबजली पैिा करने की इकाई स्थादपत हो चुकी है दिर आय्नय पावर जैसे नए प्लांट के दलए जमीन क्यो्अदधग्द्हत की गयी है? महासभा की अध्यक्त् ा कर रहे क््ादं तकारी मोच्ाय के संयोजक उमेश दतवारी ने आय्नय पावर कंपनी हेतु भूदम अदधग्ह् ण की काय्वय ाही मे्दकए गए िज््ीवाड़्ेपर दवस््ार से बात रिी और बताया दक दजला प्श ् ासन ने दकये गये वािे के अनुसार प्ि् श े सरकार को अपना प्द्तवेिन भेजकर लेि दकया है दक अदधग्ह् ण हेतु की गई काय्वय ाही िोरपूणय्है एवं अदधग्द्हत भूदम पर कंपनी का कब्जा नही्है.
स्वत्वादधकारी, प््काशक और मुद्क: क््मता दसंह के दलए अमर उजाला पक्बलकेशंस दलदमटेि, सी-21, 22, सेक्टर-59, नोएिा, उत््र प््िेश से मुद्दत एवं िूसरी मंदजल, बी-146, हदरनगर आश््म, नयी दिल्ली- 110014 से प््कादशत. संपािकः अंबरीश कुमार (पीआरबी अदधदनयम के तहत समाचारो्के चयन के दलए दजम्मेिार) सभी कानूनी दववािो्के दलए न्याय क््ेत्दिल्ली होगा. संपक्ू: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com