आिी दुििया पूरा पदंाा पेज- 13
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वर्ष 1 अंक 24 n पृष्: 16 n 15 - 21 अप््ैल 2016 n नयी दिल्ली n ~ 5
lमाया के वोट बैक ं से बढ़ी निंता l फंस सकती हैं आय से अनिक संपनंंि के मामले में
अब भाजपा के निशािे पर मायावती नववेक सकंसेिा
भाई पर ईडी का फंदा अनमत बाजपेयी
लखनऊ. बीएसपी पंमं ख ु मायािती के भाई आनंि कुमार अब मायािती के गले की फ़ांस बनते जा रहे है.ं तकरीबन 2000 करोड़ रंपये के दहसाब दकताब को लेकर जलंि ईडी यादन पंिं तंनय दनिेशालय आनंि कुमार के गले मेंफंिा डालने जा रही है. सिाल ये है की कंया सरकार आनंि कुमार की दगरफंतारी के दलए ईडी को हरी झंडी िेगी? सूतंोंके मुतादबक दितंंमंतांलय से ईडी को दनिंश ंे हुए हैंकी िो 2165.08 करोड़ रंपये के हसंंातं रण को लेकर आनंि कुमार पर कारंिय ाई करे. इससे पहले बाकी पेज 2 पर
गुलजार हो जायेगा कोच््ि का समुद् तट
कोच््ि. साल के अंत तक समुदं से सटे चेराई, मुनामबम और कुदझदपलंली समुदं तट का कायाकलंप कर दिया जायेगा. इन तीनों को समुदं के तटों से जोड़ंा जायेगा. इसके दलए एनंाक य ल ु म दजला पयंटय न संिरंनय पदरषि ने एक मासंटर पंलान तैयार दकया है. दजसमें तीनों बीचों तक पहुंचने के दलए समुदं तट के बगल से राजमागंय बनाया जायेगा.दफलहाल इन समुदं तट पर सैलानी बहुत कम जाते हैं कंयोंदक सैलादनयोंके दलए ढंग की सुदिरा नहींहै . गौरतलब है दक पहले चेराई समुदंतट पर कई बु दन या िी सुदिरायें एक िशक पहले एकतंं हुए सुनामी के पैसे से उपलबंर करायी गयी थीं. इसके बाि यहां भोजनालयों, होटल और आसपास के कंतंे ं मेंरंकने की वंयिसंथा भी हुई थी. चेराई तट पर उसके बाि से काफी भीड़ एकतंं होने लगी थी. जबदक िो तटोंपर सनंनाटा पसरा रहता है. एक पयंटय न अदरकारी ने कहा दक हमारा उदंशंे यं एक साथ िो अनंय समुदंतटों
पर ऐसी ही सुदिरा उपलबंर कराना है. इससे चेराई की भीड़ंकम होगी. चेराई आने िाले लोगों ने यहां पादंकिंग के दलए जगह की कमी, खराब रोशनी और समुदंतट पर अनंय सुदिराओंकी दशकायत की है. इसे दिकदसत करने के िूसरे चरण में पादंकगिं की जगह का दिसंंार, बस संटश े न का दनमंायण, एक कैफेटेदरया, शौचालय पदरसर, एक पुदलस सहायता केदं ंऔर एक पाकंक का दनमंायण दकया जायेगा. साथ ही रासंंों का चौड़ीकरण करते हुए एलईडी लाइट की वंयिसंथा भी की जायेगी. अदरकारी ने कहा दक ये सारा काम दकसी एक एजेंसी को सौंपा जायेगा. मुनामबम में पादंकिंग, पाकंक और खाने पीने की चीजों दक वंयिसंथा की जायेगी. साथ ही यहां हर जगह रौशनी की वंयिसंथा की जायेगी. डीटीपीसी भी समुदं के दकनारे बीच कादंनयिाल, हैरतअंगेज गदतदिदरयोंका आयोजन करना चाहता है. लेदकन इससे पहले इन सारी सुदिराओंका होना आिशंयक है. तभी पयंटय न को बढंािा दिया जा सकता है.
जेएनयू का भूत झारखंड में
अनिल अंशुमि
रांची. बीते दिनोंजेएनयू मेंछातंंनेताओं पर िेशदंंोह का आरोप लगाकर पंश ं ासन और सरकार ने जंग जैसा माहौल बना दिया था. मानो ये छातंं भारत के नहीं दकसी िुशंमन मुलंक के हों. इसका असर झारखंड केंदंीय दिशंंदिदंंालय में भी िेखने को दमला. झारखंड केदं ंीय दिशंदंिदंंालय (सीयूज)े में सरिार पटेल की 140िींजयंती के मौके पर एक खास कायंयकंम का आयोजन दकया गया. इसकी दजमंमेिारी शंंेया भटंंाचाजंंी को बाकी पेज 2 पर
उनके िोट बैक ं ो को दछतराया जा सकता है? हालांदक यह िांि उलंटा भी पड़ सकता ं नयी चिल्ली. उतंरं पंिं श े दिरानसभा है, अगर ऐसा हुआ तो मायािती का िोट बैक चुनाि को अपनी पंदंतषंंा का पंशं नं बना चुकी और मजबूत हो जायेगा. पर दफलहाल भाजपा भाजपा हर कीमत पर इसमेंअपनी बढंत िजंय के रणनीदतकार हदरयाणा में चौटाला का करिाना चाहती है. उतंरं पंिं श े मेंसंगठन में उिाहरण जंयािा बेहतर मान रहे है. उनका बिलाि के बािजूि भाजपा की संसथदत मेंकोई मानना है दक मायािती अगर दकसी मामले में ं दबखर सकता है. बड़ा बिलाि नजर नहींआ रहा और अभी भी फंसी तो उनका िोट बैक िह मुकाबले से बाहर है. मुखयं मुकाबला अभी खासतौर से कंया ऐसा करने पर मुससं लम भी समाजिािी पाटंंी और बहुजन समाज पाटंंी मतिाता, समाजिािी पाटंंी की ओर और के बीच है. इसी िजह से भाजपा दचंदतत है. िह बंंामंहण भाजपा की ओर आ सकता है. पाटंंी का दकसी तरह मुकाबले मेंआना चाहती है. इसके पहला लकंयं सरकार बनाने का है. दजसकी दलए जो रणनीदत तैयार हो रही है, उनमेंसे एक संभािना बहुत कम है. ऐसा न होने की हालत मायािती को को दनशाने पर लेते हुये आय से मेंिह राजंय मेंपहले या िूसरे नंबर की पाटंंी े जंयािा संपदंंत के मामले मेंफंसाना भी शादमल के रंप मेंसंथादपत होना चाहती है. उतंरं पंिं श है. पाटंंी के रणनीदतकार इस फामंल यू े पर मेंभाजपा सीरे मुकाबले मेंआने की तैयारी बाकी पेज 2 पर गंभीरता से दिचार कर रहे है.ं कंया ऐसा करके
इंदिरा गांधी कला केंदं के अधंयकंं बने राम बहािुर राय
नयी चिल्ली. केंदं सरकार ने इंदिरा गांरी नेशनल सेटं र फॉर आरंसयं के बोडंयको भंग कर दिया गया है. संसंकृदत मंतंी महेश शमंाय ने बोडंय के 20 सिसंयों को हटा कर िदरषंं पतंंकार राम बहािुर राय को नया चेयरमैन दनयुकंत दकया है. बोडंय में सोनल मान दसंह और पंंसून जोशी को भी शादमल दकया गया है. िूसरी तरफ दिपकंं ने इसे राजनैदतक भािना से दलया गया फैसला बताया है. पतंंकार राम बहािुर राय राषंंीय संियं सेिक संघ से कई िशक से जुड़े रहे है और अदखल भारतीय दिदंंाथंंी पदरषि के राषंंीय पिादरकारी भी रह चुके है. िे पूिांच ां ल
के रहने िाले है और उनके कई सहयोगी इस समय लोकसभा में है. इनमे रेल राजंय मंतंी मनोज दसनंहा, सांसि ललंलू दसंह और िीरेदं ं दसंह मसंंपंमं ख ु है.ं बोडंयमेंराम बहािुर राय सदहत 20 नये सिसंयोंको शादमल दकया गया है. इस पर संसक ं दृ त मंतंी महेश शमंाय ने कहा है दक बोडंयको भंग करना आम बिलािोंकी तरह ही है. यह काफी समय से लंदबत था. केदं ंीय मंतंी ने यह भी साफ दकया दक जो नये लोग बोडंयमेंदनयुकतं दकये गये हैंिे संसथ ं ान को नयी ऊंचाइयोंपर ले जायेगं .े इस संसथं ान की संथापना दििंगत पंर ं ानमंतंी राजीि गांरी ने 19 निंबर, 1985 को की थी.
कोर्ट के फैसले से बीसीसीआई सकते मे्
फजल
मुंबई. मुंबई हाई कोटंय में भारतीय दंंककेट कंटंोल बोडंयकी सारी िलीलेंररी रह गरंइं. अिालत ने महाराषंं में सूखे की गंभीरता को समझा और बोडंय से साफ कहा दक मैचों का आयोजन कहीं और करें, महाराषंं में नहीं. अिालत का यह फैसला बोडंय को बड़ा झटका है. जादहर है दक अब महाराषंं में होने िाले आइपीएल के तेरह मैच िूसरे पंंिेश में होंगे. इनमें मुंबई में होने िाला फाइनल भी शादमल है. हालांदक
बीसीसीआइ ने अिालत से यह गुजादरश भी की थी दक मुंबई और पुणे आइपीएल टीमें मुखंयमंतंी सूखा राहत कोष में पांच-पांच करोड़ रंपए िेने को तैयार हैंलेदकन अिालत ने उनकी इस गुजादरश को भी नहीं माना. अिालत का साफ कहना था दक सूखा जंयािा भायिह है और संटेदडयम के रख-रखाि पर लाखोंलीटर पानी खचंयकरना दकसानोंऔर िूसरे लोगोंका अपमान है. नंयायमूदंतय िीएम कनाडे और एमएस कदंणयक की खंडपीठ ने कहा- हम संिीकार करते हैंदक आइपीएल बाकी पेज 2 पर
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
आगजनी से बेहाल बबहार
है. इससे सबसे जंयािा पंंभादित गंंामीण और गरीब लोग होते हैं. लेदकन पंंिेश सरकार कोई खास पहल नहींकर रही है. आदशयाना उजड़ं जाने के बाि आपिा का हिाला िेते मुआिजा तो िे िेते है. जबदक इन कंंेतंों में गमंंी के मौसम के िौरान असंथाई तौर पर िमकल केंदंों को संथादपत कर दिया जाये, तो कुछ हि तक नुकसान को कम दकया जा सकता है. आगजनी की घटना केिल झुगंगी झोपदंड़यों और फसलों तक ही सीदमत नहीं है, बसंलक दबहार के एकमातंं टाईगर दरजिंय को भी अपने चपेट में दलया है. िन कंंेतं के पचास एकड़ंजंगल मेंआग लगने से काफी नुकसान हुआ है. लेदकन सरकार अभी तक इस आग को रोकने के दलए कुछ भी करती हुई नजर नहींआ रही है.
पेज 1 का बाकी सौंपा गया. कायंयकंम में पंंो पादणनी को डॉ भटंंाचाजंंी ने बतौर दिदशषंंअदतदथ दनमंदंतत दकया था. उन पर आरोप था दक पंंो भटंंाचाजंंी ने ऐसा िीसी की अनुमदत के बगैर दकया था. गौरतलब है दक समारोह में राजंयपाल दंंौपिी मुमंयू को भी शादमल होना था. पर माना गया दक जेएनयू के कदथत िेशदंंोही कांड में डॉ पादणनी की खास भूदमका थी. दजसकी िजह से राजंयपाल ने अंदतम कंंण मेंकायंयकंम मेंआने से मना कर दिया था. दनलंबन ऑडर में दलखा गया दक हाल ही जेएनयू कैंपस में हुए िेशदंंोही कायंयकलापों में पंंो पादणनी छातंंों के समूह के मेंटर माने जाते हैं. ऐसे मेंउनंहेंकायंयकंम में बुलाने से समाज के कई दहसंसों पर बुरा पंंभाि पड़ेगा. इससे यूदनिदंसयटी की छदि भी रूदमल होगी. इसी कारण अंदतम कंंणों में राजंयपाल ने कायंयकंम में आना संथदगत दकया. यह भी कहा गया दक डॉ भटंंाचाजंंी ने इसकी पूिंय सूचना िीसी को भी नहीं िी थी. यूदनिदंसटय ी ने पंंो भटंंाचाजंंी पर आरोप लगाया दक िीसी की अनुमदत के बगैर उनंहोंने पंंो पादणनी को आमंदंतत कैसे दकया. हालांदक पंंो पादणनी का कहना है दक उनंहेंिीसी की तरफ से भी आमंतंण दमला था. एक अंगंेजी अखबार को दिए गए बयान मेंपंंो़ पादणनी ने कहा दक िीसी ने फोन पर बात कर उनसे कहा था दक वंयाखंयान के दलए उनंहेंआमंदंतत कर पंंसनंन हैं. लेदकन जब 17 माचंय को िे दिलंली
नहीं है. खासतौर से तब जबदक कभी लाल कृषण ं आडिाणी के िकील रहे और नरेदं ंमोिी के खास पूियं कानून मंतंी राम जेठमलानी भाजपा के दखलाफ जुट गये हों. हाल ही में उनके घर पर मुलायम दसंह यािि और कांगस ंे के मौजूिा संकटमोचक पंश ं ांत कुमार नजर आये. इन तीनोंने आपस मेंकंया बातचीत की इसका तो पता नहींपर कांगस ंे मेंयह चचंाय हो रही है दक पीके तो ऐसे सैदनक है.ं जो कशंमीर से लेकर चेचनै यं ा तक और भाजपा से लेकर कांगस ंे तक दकसी को भी अपनी सेिायें िे सकते है.ं इसदलए उन पर दिशंंास करना ठीक नहींहै.
मालूम हो दक रामजेठमलानी का भी राजंयसभा की सिसंयता खतंम होने िाली है और िे पहले भी यह सादबत करते आये हैंदक राजनीदत मेंकोई अछूत नहींहोता है. िैसे भी िे इस दसदंंातं मेंदिशंंास रखते हैंदक िल िही जो राजंयसभा पहुच ं ाये. धंयान रहे दक अरंण जेटली और केजरीिाल के दखलाफ मानहादन का जो मुकिमा िायर दकया है. उसमें िे दिलंली के मुखयं मंतंी की पैरिी कर रहे है.ं लाल कृषण ं आडिाणी की दििंगत पतंनी कमला आडिाणी के मुहं बोले भाई ने कुछ समय पहले काले रन के मुदंेपर बयानबाजी करके पंरं ानमंतंी का चैन छीनने की कोदशश की थी.
सूखागंस ं ंइलाकोंमेंभेजने को तैयार है. लेदकन अिालत ने बोडंयके सारे तकंकऔर सारी िलीलोंपर पानी फेर दिया. अिालत ने कहा दक इसमें कोई शक नहीं दक महाराषंं और मराठिाड़े के कई दजले भयंकर सूखे की चपेट मेंहै, मराठिाड़ा मेंहालात बहुत खराब है और कई दिनों से लोगों को पानी की एक बूिं नहीं दमली. सभी बांर और नदियां सूख गई है और टंनंे से पानी लातूर भेजना पड़ रहा है. ऐसे में मैचों की इजाजत नहीं िी जा सकती. अिालत ने यह भी कहा दक िह राजंय सरकार िंंारा जल नीदत के दंंकयानंियन के मसले पर नजर रखेगी. अिालत ने महाराषंं सरकार को भी जम कर लताड़ लगाई. अिालत ने कहा राजंय सरकार ने इस मसले पर आंख मूिं रखी है. हम सरकार के रिैये से िुखी है और यह संपषंंहै दक सरकार यह कह कर नगर दनगमोंपर दजमंमिे ारी थोपने की कोदशश कर रही है दक उसने संटदे डयमों को
पानी नहींदिया है. अिालत ने सरकार की इस बात के दलए भी फटकार लगाई दक सरकार एक तरफ तो कह रही है दक आइपीएल मैच महाराषंंसे बाहर कराने पर उसे कोई एतराज नहींहै, लेदकन िूसरी ओर दंंककेट बोडंयऔर अनंय दंंककेट संघों से दपचों के रखरखाि के दलए पानी के कदथत िुरंपयोग को लेकर पूछताछ भी नहींकर रही है. अिालत के इस आिेश के बाि बीसीसीआए सकते मेंहै. बोडंय के सदचि अनुराग ठाकुर ने तो इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई. उनंहोंने आरोप लगाया दक आइपीएल को दनशाना बनाया जारहा है. लेदकन बीसीसीआइ का रिैया हैरान करने िाला रहा है. अिालत की दटपंपणी के बाि भी िह पानी-पानी नहींहो रहा है. िजह साफ है, बोडंयकी आंखोंका पानी मर गया है और उसे सूखे से जूझ रहे इलाके मेंपानी की दचंता की बजाय दंंककेट पर पैसा पानी की तरह बहाना है.
संजय कुमार
पटना. दबहार के तकरीबन सभी दजलों में आगजनी की घटनाओं से रोजाना जान और माल का भारी नुकसान हो रहा है. अब तक आगजनी की घटना में िो िजंयन लोगों की मौत हो चुकी है. इसमेंनौ बचंंेशादमल हैं. गमंंी के मौसम में पछुआ हिा की िजह से हर साल ऐसी घटनायेंहोती हैं. इस िौरान 33 जानिर भी आग मेंझुलस चुके हैं. साथ ही तीन हजार से अदरक घर जल कर राख हो गये हैं. आपिा पंंबंरन मंतंी चंदंशेखर ने इसके पीछे गमंंी और मौसम को िोषी ठहराया है. गमंंी के मौसम मेंआग लगने की घटना आम बात है. आये दिन आगजनी की घटना बढती ही जा रही है. कोई भी ऐसा दिन नहींहोता दक दबहार का कोई न कोई दजला इसकी चपेट मेंनहींआता हो. आग लगने से भारी तािात मेंफसलोंको भी नुकसान पहुंचा है. सरकार िािा करती है दक राहत कायंय तेजी से चलाया जा रहा है. दशदिर लगा कर लोगों को ततंकाल राहत िी जा रही है. आपात ऑपरेशन केंदं खोल दिये गये हैं. लेदकन, सचंंाई यह है सरकार की ये सारी बातेंझूठी सादबत हो रही हैं. पटना, पूदंणययां, िैशाली, समसंंीपुर, िरभंगा, कदटहार, बेगुसराय, गया, सारण, चंपारण सदहत अनंय दजलों में आगजनी की
घटनाओंसे गरीबोंका आदशयाना उजड़ंरहा है. लोगो की जानेंजा रही हैं. फसलोंको भी नुकसान पहुंच रहा है. जंयािातर घटनाएं गंंामीण कंंेतंों में हो रही हैं. खगदड़या के मेघौना गांि में आगजनी से पंंभादित अंजू िेिी कहती हैं दक उनका घर और बकरी िोनोंआग की भेंट चढ गये हैं. असंगनशमन दिभाग के महादनिेशक कहतेंहैंदक आग पर काबू पाने के दलए सभी तैयादरयां हैं. लेदकन मौके पर और समय से असंगनशमन िाहन पहुंच ही नहीं पा रहे हैं. िहींकेदं ंीय मंतंी और भाजपा नेता रामकृपाल यािि ने पटना दजले के मनेर पंंखंड सदहत अनंय गांिों में घटना के बाि हालात का जायजा लेते हुए कहा दक हर साल दबहार के दियारा सदहत अनंय कंंेतंोंमेंअसंगनकांड होता
अब भाजपा के ननशाने पर मायावती
पेज 1 का बाकी कर रही है. पाटंंी का मानना है दक सपा के सतंंा में होने के कारण उसके दखलाफ जो सतंंा दिरोरी माहौल बना. उसका लाभ मायािती की बसपा को दमल सकता है. इसके साथ ही मुससं लम िोट भी मायािती के साथ जा सकती है. इसे धंयान मेंरखते हुए अगले कुछ महीनों में बसपा सुपंीमो के दखलाफ आय से जंयािा संपदंंत के मामले में तेजी लाकर उनके दखलाफ बड़ंी कारंिय ाई की जा सकती है. पाटंंी का मानना है दक अगर िे दकसी मामले मेंजेल गयी. तो दंंितीय पंसकं त के मजबूत नेताओं के अभाि में पाटंंी के कायंक य तंाओ य ं का मनोबल
टूटगे ा. पाटंंी के मुससं लम िोट बैक ं पर काफी बुरा असर पड़ंगे ा. उस हालत मेंयह िोट बैक ं दफर से मुलायम दसंह यािि के साथ खड़ंा हो सकता है. ठीक िैसे ही जैसे हदरयाणा में ओमपंक ं ाश चैटाला के जेल मेंरहने के कारण उनकी पाटंंी को नुकसान पहुच ं ा था. सीरे मुकाबले में पाटंंी की जीत की संभािनायेंबढंना तय है. आज की तारीख में उसका मुकाबला चौथे नंबर पर रही कांगस ंे से है. अगर पाटंंी यह चुनाि हारती भी है. तो कम से कम मुखयं दिपकंंी िल की हैदसयत तो हादसल कर िह अपनी इजंतं पंदंतषंंा तो बचा ही सकती है. पाटंंी के दलए यह चुनाि आसान
कोर्ट के फैसले से बीसीसीआई सकते मे्
पेज 1 का बाकी मैच राजंय से संथानांतदरत करना कोई हल नहींहै लेदकन महाराषंंमेंसूखे की संसथदत से दनपटने की दिशा में यह शुरआ ं त हो सकती है . लोग राजंय में जलसंकट के कारण िम तोड़ रहे हैं. अिालत उनकी पीड़ा को नजरअंिाज नहींकर सकती. अिालत ने यह फैसला ‘लोकसतंंा मूिमेंट’ संसंथा की यादचका पर सुनाया. संसथ ं ा ने सूखे का दजकंं करते हुए राजंय से आइपीएल के सभी मैच संथानांतदरत करने की गुहार अिालत से की थी. संसंथा का कहना था दक मैिान के रखरखाि के दलये 60 लाख लीटर से अदरक पानी खचंयहो रहा है. अिालत ने अपने फैसले मेंयह भी कहा दक महाराषंंके कई दजलोंमेंसफाई के दलए भी पानी मयसंसर नहीं है और संटदे डयमों के रख रखाि के दलए जो पीने योगंय नहींपानी इसंंेमाल हो रहा है, उसे इन दजलों में
इसंंेमाल दकया जा सकता है. अिालत ने तलंख दटपंपणी करते हुए कहा दक ऐसे मामलों में लोग उमंमीि कर रहे थे दक बीसीसीआइ, महाराषंंदंंककेट संघ और बंबई दंंककेट संघ खुि आगे आकर महाराषंं से बाहर मैच संथानांतदरत करते लेदकन उनंहोंने ऐसा नहीं दकया. ऐसे में हमें बोडंयको मैच बाहर करने का आिेश िेना पड़ रहा है. अिालत ने अपने आिेश मेंसाफ दकया है दक महाराषंंमें30 अपंल ंै के बाि होने िाले सभी मैच िूसरे राजंय में संथानांतदरत करने होंग.े हम अदरकादरयों को जरं री इंतजाम के दलए 15 दिन का समय िे रहे हैं. रायल िेसंटनंय इंदडया टफंक कंलब ने भी अिालत मेंिलील िी थी दक िह मुंबई और पुणे संटेदडयमों की दपचों के रखरखाि के दलए 60 लाख लीटर से अदरक सीिेज का पानी िेगा. इतना ही नहीं बोडंय ने यह भी कहा दक दंंककेट बोडंयऔर आइपीएल टीमें उतना ही सीिेज का पानी खरीिकर
जेएनयू का भूत झारखंड में
पहुंची तो िीसी ने िोबारा कॉल कर कहा दक पंंोगंंाम संथदगत हो गया है. पंंो पादणनी के पूछने पर दक कंया कायंक य मं का संथगन उनके जेएनयू के होने के कारण है. िीसी ने साफ तौर पर कहा हां, लेदकन इसमें कुछ भी वंयसंकतगत नहींहै. लेदकन ये खबर छपते ही दशकंंक संगठनोंसे लेकर एआइपीएफ़ और दिदभनंन सांसंकृदतक संगठनोंने इसे दशकंंा जगत पर सतंंा-संसंथादनक आपातकाल थोपना करार दिया. िदरषंंअथंयशासंंी और रांची दिदि में गेसंट पंंोफ़ेसर जंयां दंंेज, िदरषंंसादहतंयकार रदिभूषण, जाने-माने दफ़लंमकार मेघनाथ और एआइपीएफ़ के पूिंय दिरायक दिनोि दसंह और जन संसंकृदत मंच ने दिरोर करते हुए सड़क पर उतरने की घोषणा कर िी थी. ऐसे में राजंयपाल की नाराजगी के उलंलेख से राजभिन की साख िांि पर थी. इसदलए राजभिन की ओर से पतंं भेजकर कहा गया दक राजंयपाल ने आने की दलदखत संिीकृदत नहीं िी थी. जेएनयू छातंं संघ के नेता आशुतोष और अनंत को जब इस घटना की जानकारी दमली, तो उनंहोंने डा शंंेया से संपकंक करने की कोदशश की. लेदकन शहर में नहीं होने के कारण उनसे संपकंक नहीं हो पाया. मामला सरगमंय होता िेख राजभिन ने हसंंकंेप कर डा शंंेया के दनलंबन को रदंं करने की घोषणा कर िी. अब जबदक दनलंबन िापस हो चुका है और िे पहले की तरह दिशंंदिदंंालय जा रहींहैं. लेदकन एक सिाल रह जाता है दक इतना सब आदखर हुआ कंयों?
भाई पर ईडी का... पेज 1 का बाकी ये फ़ाइल ईडी के हैडकंिाटंरय में रूल खा रही थी. सूतंों ने बताया की आनंि कुमार की कमंपनी डीएलए इनंफंासंटकं च ं र पंंाइिेट दलदमटेड और उससे जुडी कमंपदनयों में जनिरी 2011 और दसतमंबर 2014 के बीच 2149.5करोड़ रंपए दनकाले गए और 2165.08 करोड़ रंपए जमा दकये गए. इतनी भारी रकम के संंोत संदिगंर बताये जा रहे है.ं सूतंोंके मुतादबक आनंि न दसफंकडीएलए इनंफंासंटकं च ं र पंंाइिेट दलदमटेड के डायरेकटं र थे बसंलक हारमोनी रीयल डेिलपसंय पंंाइिेट दलदमटेड ,ओम पंंोजेकटं पंंाइिेट दलदमटेड और तमनंना डेिलपसंय पंंाइिेट दलदमटेड जैसी कमंपदनयों के भी डायरेकटं र है.ं ये सभी कमंपदनयां मायािती के 2007 में यूपी के मुखयं मंतंी बनने के बाि खोली गई है.ं जंयािातर कमंपदनयोंमेंआनंि कुमार के साथ उनकी पतंनी दिदचतंंलता भी डायरेकटं र है.ईडी ने इन कपंदनयों की सूची सीबीआई को भी भेजी है जो आनंि कुमार की भूदमका की इंजीदनयर यािि दसंह घोटाले मेंजांच कर रही है. सूतंोंके मुतादबक मायािती और उनके भाई आनंि कुमार के दखलाफ कारंिय ाई को लेकर बीजेपी में िो मत है.ं बीजेपी के लगता है की मायािती के भाई को दगरफंतार करके भंष ं ंाचार पर पंहं ार करना चादहए लेदकन ये काम चुनाि नज़िीक आने पर घातक सादबत होगा. बीजेपी मेंएक मत का ये भी कहना है की मायािती पर दगरफंतारी की तलिार लटका कर उनंहें दडसंटबंयदकया जा सकता है दजससे बीएसपी की चुनािी तैयारी पंभं ादित होगी. साभार -इंचिया सवांि
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एम कुमार
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
शादीशुदा कम्मचाचरयो् को देना होगा सुबूत
चंिीगढ़. इन दिनोंपंजाब के शािीशुिा कमंच य ारी एक अजीब परेशानी से गुजर रहे है.ं करीब तीन लाख कमंयचादरयों की परेशानी िरअसल यह है दक सरकार ने उनके शािीशुिा होने का पंंमाण पतंं मांगा है. युिा कमंयचादरयोंके दलए तो यह फरमान दफर भी ठीक है. लेदकन दजनकी शािी को 20-20 साल हो गये. उनंहें यह पंंमाण पतंं जुटाना बेहि मुसंशकल हो रहा है. पंजाब सरकार ने सभी कमंयचादरयों से शािीशुिा होने का सबूत मांगा है. सरकार ने कंपलंसरी मैदरज एकंट के तहत यह दनिंंेश जारी दकये हैं. दनिंंेश का पालन करिाने के दलए सभी दिभागों के पंंमुखों को पतंं दलखा
गया है. ऐसे में पंजाब के कमंयचारी इन दिनों शािी के पंंमाण पतंं बनिाने में जुटे हुए हैं. कमंयचादरयों ने शुकंिार को बताया दक युिा कमंयचारी तो दफर भी यह पंंमाण पतंं बनिा लेंगे. लेदकन दिकंंत उनंहें आ रही है. दजन कमंयचादरयों की शािी को लंबा असंाय हो चुका है. उनंहें पंंमाण पतंं के दलए यहां िहां मारे मारे घूमना पड़ रहा है. एक कमंयचारी ने बताया दक समझ मेंनहींआ रहा दक अब कंया दकया
नेपाल की खुली सीमा बनी समस्या
बडा सबब है. बाकी अपरारी खासतौर पर तसंकर तो दचंता का कारण हैं. िरअसल इस खुली सीमा पर िोनोंिेशों के दमल रहे हर दजलों में एक मुखंयमागंय पर चेकपोसंट बना हुआ है. जहां पूरी तरह जांच पड़ताल के बाि आिाजाही होती है. लेदकन इन सभी संलगंन दजलोंकी लंबी सीमाओंपर सैकड़ों गुमनाम रासंंे भी हैं. दजनका इसंंेमाल कर 15 दमनट से आरे घंटे के समय मेंिोनोंिेशोंमेंआया जाया जा सकता है. इन रासंंोंपर संथायी तौर पर दनगाह रख पाना सुरकंंा एजंदसयों के दलए भी कदठन काम है. इन रासंंोंकी दनगहबानी के दलए सुरकंंा रामेंदं जिवार एजंदसयों के दलए गोदरलंला पंंदशकंंण जरंरी लखनऊ. बीते दिनों नेपाल के है. दजसमेंखुदफया रासंंोंकी दनगहबानी का पंर ं ानमंतंी केपी शमंाय ओली भारत के िौरे पर खास पंंदशकंंण दिया जाता है. भारतीय सीमा आये थे. इसके बाि भले मरेशी आंिोलन के पर तैनात सशसंंसीमा बल को जहां पहले चलते िोनों िेशों के बीच पैिा हुई गोदरलंला पंंदशकंंण दिया जाता था. लेदकन गलतफहमी िूर हो गयींहों. लेदकन भारतीय 1998 से यह पंंदशकंंण बंि कर दिया गया. पंंरानमंतंी का यह कथन दक हम कुछ समय तक कंंेतंीय युिाओं के दलए भी आतंकिादियों, उगंंिादियों और अपरादरयों यह पंंदशकंंण योजना चलायी गयी. लेदकन को खुली सीमा की इसंंेमाल की इजाजत दकनंहीं िजहों से 2002 में उसे भी बंि कर नहीं िेंगे. अपने आप में खुली सीमा को दिया गया . कंंेतंीय नागदरकों को जब एसएसबी ने लेकर भारत की दचंताओंको पंंिदंशयत करता है. हालांदक इसको लेकर िोनो िेशों की गोदरलंला पंंदशकंंण िेना शुरं दकया गया, तो सुरकंंा एजंदसयों के बीच सहयोग बढाने की उस समय उनंहेंआशंंासन दिया गया था दक ं पंंापंत युिाओंको एसएसबी की भतंंी बात भी हुई है. लेदकन खुली सीमा की पंदंशकंण मे ं पं ा ं थदमकता िी जायेगी. लेदकन यह भी वंयापकता को िेखते हुए सुरकंंा एजंदसयों में सहयोग बढाने के बाि भी इसको लेकर सभी संभि नहींहो पाया. दजसके चलते कई बैचों आशंकाओंको दसरे से खादरज नहींदकया जा मेंगोदरलंला पंंदशकंंण पंंापंत पूरे तराई कंंेतंके हजारों युिा आज भी एसएसबी िालंदटयसंय सकता है. जब मरेशी आंिोलन चरम पर था. उस िेलफेयर सोसायटी बनाकर संघषंय कर रहे समय भारत से जरंरी िसंंुओं की आपूदंतय हैं. उनका मामला नंयायालय मेंभी लंदबत है. अब जरंरत इस बात की है दक तराई ठप होने का आरोप भारत पर आरोप लगाया गया था. लेदकन उस समय नेपाल की तराई कंंेतं में नागदरकों के दलए एक गोदरलंला में मरेशी आंिोलन में माओिादियों की पंंदशकंंण योजना की शुरंआत की जाये. सदंंकयता के कारण नेपाल जाने िाले दजससे दक संथानीय दनिासी इन रासंंों की भारतीय नागदरकोंऔर िाहनोंपर हमले भी दनगहबानी में एसएसबी के दलए मििगार सादबत हो सकें. उनको यह पंंदशकंंण दकसी इसका पंंमुख कारण रहे थे. उतंंरी नेपाल में अतंयदरक सदंंकय रहे नौकरी या सरकारी सहायता का लालच माओिादियों के मरेशी आंिोलन के िौरान िेकर नहीं बसंलक उनकी संिैसंछछक सहमदत भारत से सटी नेपाल की तराई में सदंंकयता के आरार पर शुरं दकया जाना चादहए. ये ही आज खुली सीमा से भारतीय तराई में खुली सीमा राषंंीय सुरकंंा की िृदंष से दचंता उनकी घुसपैठ इन रासंंोंको लेकर दचंता का का दिषय है.
जाये. कंयोंदक जब उनकी शािी हुई थी. तब दनमंतंण पतंं छपते नहीं थे. उनके पास तो
शािी का सुबूत बचंंे हैं. अब पता नहींसरकार इस पंंमाण को मानेगी या नहीं. पंंमाण पतंं के दलए शािी का दनमंतंण पतंंभी जरंरी है. इसके साथ ही कई अनंय औपचादरकता भी पूरी करनी पड़ रही है. कमंयचादरयों का कहना है दक समझ में नहीं आ रहा दक सरकार ने यह दनणंयय कंयोंदलया. इरर पंजाब सरकार का कहना है दक राजंय में कंपलंसरी मैदरज एकंट लागू हो चुका है. इस एकंट पर अमल न करने िाला कमंयचारी
सरकारी दनयमोंका उलंलंघन करने का िोषी होगा और उसके दखलाफ कारंयिाई की जायेगी. पंजाब कंपलंसरी रदजसंटंेशन ऑफ मैदरज रंलंस 2013 के तहत सरकार का यह भी तकंक है दक शािी का पंंमाण पतंं राजंय में आम आिमी कम ही बनिाता है. दििेशों में जाने की चाह रखने िाले ही शािी के पंंमाण पतंंबनिाते है.ं इसदलए सरकार इस अदभयान की शुरंआत सरकारी कमंयचादरयों से करना चाहती है. बाि मेंइसे पंंिेश मेंहर वंयसंकत पर लागू कर दिया जायेगा. कमंयचादरयों का कहना है दक सरकार को इसके दलए कोई दनदंंित दनयम बनाना चादहये. कम से कम इसमेंयह तो तय दकया ही जा सकता है दक इस अिदर के बाि के शािीशुिा कमंयचारी यह पंंमाण पतंंिेंगे.
गरीबों को कुचलती िवीि सरकार
नवशंंिाथ देहाती
भुवनेशर् . ओदड़शा में गरीबों और कामगारों की संसथदत बेहि ियनीय होती जा रही है. यहां के जगतदसंहपुर कंतंे ंके दिदभनंन समुिायों के लोगों को जमीन और जंगल से बेिखल दकया जा रहा है. राजंय मेंिदंंकण कोदरया की पोहांग इसंपात कंपनी पोसंको पयंािय रण के साथ दखलिाड़ कर रही है. दजसके दिरोर मेंपंखं यं ात पयंािय रणदिि और सामादजक कायंक य तंाय पंफ ं लु ल ं सामंतरा ने यादचका िायर की है. दजसमेंउनंहोंने कहा है दक पोसंको का ओदड़शा मेंकरने का मतलब राजंय के पयंािय रण से दखलिाड़ करना है. साथ ही कंपनी ने अपनी संसथदत बताने में बारह महीने लगा दिया है. जबदक नेशनल गंंीन दंंटबंयनू ल ने पयंािय रण के दलए पोसंको ओदड़शा को खतरा बताया था. हालांदक कंपनी ने
आदििासी गंंामीणों का जीिन तकरीबन उजड़ने के कगार पर पहुच ं गया है. पयंािय रणदिि सामंतरा ने कहा दक गंंीन दंंटबंयनू ल की ओर से पोसंको को दनरंतर चेताया जाता रहा. लेदकन पुदलस पंश ं ासन की मिि से निीन सरकार ने आदििासी दकसानों के सैकड़ोंएकड़ जमीन मेंलगे पान के खेतोंको उजाड़ कर पेट पर लात मार िी है. पंफ ं लु ल ं कहते हैंदक उनंहोंने इस नुकसान की भरपाई हेतु पोसंको से हजंानय ा िसूलने की मांग की है. जो यहां के पंभं ादित लोगों को दिया जाना चादहए. इतना ही नहीं पोसंको ने इलाकों के हजारों गरीबोंपर फजंंी मुकिमा भी ठोंक दिया पंस ं ंादित पोहांग इसंपात को एनजीटी के सामने था. दजनं हेंिापस भी दलया जाना चादहए. साथ दफलहाल इसंपात कारखाने को लगाने से इंकार ही बे ि खल हुए लोगों पर मीना गुपतं ा जांच कर दिया था. लेदकन गोदिंिपुर इलाके में जंगल और जमीन से िो लाख से अदरक पेड़ सदमदत ने जो दरपोटंय2006 मेंपेश दकया था. काट दिये. दजससे यहां जमीन को भारी निीन सरकार ने इस पर अभी तक अमल नहीं नुकसान पहुच ं ा है. इस िजह से यहां के गरीब- दकया है. दजस पर अमल होना चादहए.
समस्् झारसुगुड्ा जिलावाजसयो् को... रामनवमी की हाज्दिक शुभकामनाएं
जय दहनंि
जय ओदिंशा
नवचकशोर िास चवधायक िथा चजला कांग्ेस अध्यक्् झारसुगुड्ा
राहुल गांधी, राष््ीय उपाध्यक्् कांग्ेस पाट््ी
पप्पु चिवारी कांग्ेस नेिा
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अनिल अंशम ु ि
15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
गौ रक््क बने इंसानी भक््क
रांची. पंिं श े के लातेहार दजले का झाबर गांि अगर िािरी की तरह िेश की राजरानी के पास होता तो शायि उससे भी अदरक सुदख़ ं यय ोंमेंरहता. इसदलए नहींकी िहां बड़ेबड़े राजनीदतजंं पहुंचते हैं. बसंलक राषंंीय मीदडया के दलए यहां की घटना एक बड़ी खबर बनती. गौिंश रकंंा के नाम पर सुदनयोदजत ढंग से बारह िषंंीय मासूम समेत एक नौजिान मुससं लम पशु वंयापारी को पीटपीटकर फांसी पर लटका दिया गया. इस अमानिीय कृतयं को करने में महज चंि लोग नहींबसंलक गांि का एक बड़ा समूह शादमल होता है. भले ही इस जघनंय हतंयाकांड के दलए पुदलस ने पांच अपरादरयोंको पकड़ दलया हो. लेदकन घटना को अंजाम िेने के दलए पंदंेरत करने िाले उतंंराखंड से बुलाये गए बाबा गोपालमदण सदहत असली सूतर ं ार आज भी खुलआ े म शान से घूम रहेंहै.ं साथ ही यह भी कह रहें हैं दक अभी तो ये झांकी है. यदि इलाके के मुसलमान उनके मुतादबक नहीं चले, तो आगे और भयानक कांड होंगे. िे अगर ऐसा खुलआ े म कहने का िुसस ं ाहस कर रहें हैं. तो इसका मूल कारण है पंंिेश की
भाजपा सरकार का खुला संरकंंण. कंयोंदक उसने साफ़ कह दिया है दक यह कोई सांपिं ादयक मामला नहींहै. बसंलक रंगिारी, िसूली और िो गांिों के आपसी िचंयसंि के टकराि से उपजी है. जबदक िामपंथी िलों सदहत राजंय के पंंायः सभी दिपकंंी िलोंऔर अनंय कई संगठनों की घटनासंथल पर गयी जांच टीम ने संपषंं तौर पर इसे सांपंिादयक हतंयाकांड करार दिया है. इतना ही नहीं राषंंीय अलंपसंखंयक आयोग ने भी इसकी तुलना िािरी कांड से करते हुए सीबीआई जांच की मांग की है. जबदक राषंंीय मानिादरकार आयोग ने भी संजंान लेते हुए
सरकार से दरपोटंयमांगी है. लेदकन घटना पंिं श े भाजपा सरकार अपने ही संटड ैं पर कायम है और कोई भी जांच नहींकरा रही है. अलबतंंा पीदड़त पदरिारों को एक-एक लाख रंपये मुआिजा िेकर कतंयवंयों से हट रही है. हालांदक दिपकंं और िामपंथी िल समेत कई जन संगठन इस सिाल पर आंिोलनरत है.ं इस कंतंे ंके लोगोंका कहना है दक पहले इस इलाके मेंसांपिं ादयक टकराि जैसा कोई मामला ही नहीं होता था. लेदकन बीते िो सालोंसे इस पूरे इलाके मेंगौरकंंा के नामपर कई-कई दशदिर लगाकर बाबा गोपालमदण के दिए पंंिचनों में मुसलामानों को दनशाना
पानी का सूखा है, शराब का नहीं
िीरज ितुवंेदी
छत््रपुर. जो बुंिेलखंड बूंि-बूंि पानी को तरस रहा है. िहां के लोग पांच अरब से अदरक कीमत की शराब गटक जाते हैं. सुनने मेंजरंर आिंयं ज यं नक लग रहा होगा, लेदकन सागर संभाग के पांच दजलोंके शराब ठेकों की नीलामी पांच अरब को छू गयी है. यह तो सरकारी बोली का आंकडा है. अगर इसमें बंलैक में दबकने िाली शराब का आंकडा जोड़ दिया जाये, तो यह रादश िस अरब के करीब पंहुच जायेगी. मधंयपंंिेश के मुखंयमंतंी ने पंंिेश में नयी शराब की िुकान खोलने पर रोक लगा दिया है. दजससे रामराजंय की कलंपना पदरलदंंकत होती है. िूसरी ओर शराब ठेकों से राजसंि बढता ही जा रहा है. बुंिेलखंड भयानक सूखे के िौर से गुजर रहा है. आकाल जैसे हालात है. बूंि-बूंि पानी के दलये मारामारी मची है. लेदकन यहां मदिरा की कोई कमी नही है. सागर संभागीय मुखंयालय में इस बार सरकार ने 35 मदिरा समूह का आरदंंकत मूलयं िो अरब एक करोड़ डेढ लाख रंपये तय दकया था. दजसे तकरीबन पूरा कर दलया गया. 35 मदिरा समूह मेंसे 14 समूहोंसे ही पहले चरण की
नीलामी में ही सरकार को 87 करोड़ 37 लाख 31654 रंपये पंंापंत हो गये थे. जबदक कुल 35 मदिरा समूह हेतु आरदंंकत मूलंय िो करोड डेढ लाख रंपये था. िमोह दजले में41 िेशी और 17 दििेशी मदिरा की िुकानें हैं. यहां की िुकानें इस साल 92 करोड़ 72 लाख 67 हजार 829 रंपये में आंबदटत हुईं हैं. हालांदक गत िषंय की तुलना में इस बार तीन फीसिी राजसंि आय में कमी आयी है. छतरपुर दजले में 74 िेशी और 19 दििेशी मदिरा की िुकानें 92 करोड़ 97 लाख 53
हजार 280 रंपये मेंनीलाम हुई. यहां भी िो फीसिी का घाटा हुआ है. पनंना दजले में43 मदिरा िुकानेंहैं. जो 42 करोड़ 26 लाख नौ हजार रंपये मेंआिंदटत हुई हैं. यहां 31 िेशी और 12 दििेशी मदिरा की िुकानें है. टीकमगढ दजले में 27 समूह की सरकारी बोली सौ करोड़ 60 लाख रंपये दनरंादय रत की
गयी थी. जहां लकंंय को पूरा नहीं दकया जा सका है. यह आंकड़े साफ तौर पर इंदगत करते हैं दक बुंिेलखंड में सूखा हो या अनंनिाता भूखमरी के हालातों से गुजर रहा हो. शराब की दबकंंी पर इसका कोई पंंभाि नहींपड़ा है. हालांदक साल 2010 में मुखंयमंतंी ने मधंयपंंिेश बनाओ यातंंा में शराब बंिी की िकालत की थी. िूसरी ओर नयी शराब की िुकानेंखुलती रहीं. जनसंखंया के आरार पर औसतन हर 12 हजार की जनसंखयं ा पर एक शराब की िुकान खुली हुई है. खासकर मदलन, िदलत और कमजोर तबके दजन मोहलंलों में िेशी शराब का ठेका जरंर दमल जायेगा. सरकार की पंंदत वंयसंकत आय बढाने की कोदशशों और शराब िुकानों का इन बदंंसयो में दबकंंी कराने के पीछे की मंशा को समझा जा सकता है. शराब की उपलबंरता जहां होम दडलेिरी जैसी है. िहींपानी की बूंि पाने के दलये आमलोग तरस रहे हैं. सरकार इस नैसदंगयक आिशंयकता को पूरा करने में शराब की उपलबंरता जैसी ही योजना बनाती. तो आज पानी के दलये ऐसी नौबत नहीं आती. दफलहाल तो पानी ना दमले पर शराब जरंर दमलेगा.
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दकनारे खड़ा िेखा तो फ़ौरन दकसी अनहोनी की आशंका उनंहें लग गयी. इसी बीच हमलािर उनंहेंिेखकर दचलंलाने लगे. तो िह आनन-फानन मेंिहां से भाग दनकला. काफी िूर जाकर उसने मजलूम को फोन लगाना चाहा मगर उसका फोन बंि था. तब घबराकर उसने मजलूम के घरिालों को दकसी तरह फोन लगाकर घटना की जानकारी िेते हुए फ़ौरन झाबर गांि जाने को कहा. िह भागता हुआ घटनासंथल पर पहुच ं ा. थोड़ी िेर मेंिहां पुदलस भी पहुंच गयी. पुदलस ने लाश को झटपट ज़मीन पर उतारा. थोड़ी ही िेर में ं े के साथ बनाते हुए खुलआ े म कहा गया की गौिंश के काफी गंंामीण िहां जमा होकर गुसस ं ासन दिरोरी और अपरादरयोंको हतंयारों को फांसी पर लटकाने से पुणंय पुदलस-पंश दमलेगा. ठीक ऐसा ही हुआ जब इसंमतयाज़ फ़ौरन पकड़ने के नारे लगाने लगे. लाश को खेती दकसानी िाले आठ जानिरोंको लेकर सड़क पर रखकर रोड जाम कर दिया. दबना टूटी मेला (चतरा दजला) में बेचने के दलए कोई सूचना दिए पुदलस ने फायदरंग कर जा रहा था. सुबह का रुंरलका था. िहीं असंसी राउंड गोदलयां चलायीं. आदख़रकार लहबर गांि के लोगोंने घेरकर उसपर हमला लाश पोसंटमाटंयम के दलए भेजी गयी. उरर बोल दिया. हमलािर भीड़ ने उनके िोनोंहाथ पुदलस के बुलािे पर बयान िजंयकराने गये, पीछे से बांरकर और सर मेंकपड़ा लपेटकर मृतक मजलूम के बड़े भाई पहुचे तो िहां रतन गांि से सटे जंगल में एक पेड़ पर लटका कुमार ने गादलयां िेते हुए. पादकसंंान भेज िेने दिया. उरर इन िोनोंके पीछे-पीछे बाईक से दक रमकी िी. पुदलस ने उनपर और कई आ रहे अनंय पशु वंयापारी मो दनजाम जब अनंय पर पुदलस पर हमला करने का आरोप झाबर गांि पहुच ं े और जानिरोंको सड़क के लगाकर केस िजंयकर दलया.
मझधार में फंसे बीडंी शंंममक करीमनगर. संिासंथयं मंतंालय के बीड़ी के पैकटे पर सदचतंं चेतािनी छापने के दनिंश ंे से तमाम बीड़ंी इकाइयां बंि हो गयी है.ं दजसकी िजह से कई शंदंमकों का रोजगार खतंम हो गया है. एक अपंल ंै से बीड़ंी इकाइयों के बंि होने से करीमनगर दजले में िो लाख से अदरक बीड़ंी मजिूरों को अपने रोजगार से हाथ रोना पड़ा है. बीड़ंी इकाइयोंके मादलक बीड़ंी के पैकटे पर बने कैस ं र की सदचतंंचेतािनी छापने का दिरोर कर रहे है.ं केदं ंीय संिासंथयं मंतंालय ने हाल ही मेंये दनिंश ंे दिया है दक बीड़ंी कंपदनयों को बीड़ी के पैकटे पर 85 फीसिी सदचतंं चेतािनी छापना होगा. लेदकन बीड़ंी कंपदनयां मौजूिा 50 फीसिी सदचतंंचेतािनी ही छापना चाहती है.ं इससे पहले फरिरी में बीड़ंी कंपदनयोंने इसका भी दिरोर दकया था. इस बड़ंेआकार के सदचतंंचेतािनी के दिरोर में बीड़ी उदंंोग से जुड़े लोग हड़ंताल पर चले गये है.ं दफर भी केदं ंसरकार ने एक अपंल ंै से बड़ी सदचतंंचेतािनी का दनयम लागू कर दिया है. बीड़ंी कंपदनयोंके मादलकोंका मानना है दक बढंे हुए सदचतंंचेतािनी के छापने से उनके वंयिसाय पर बुरा असर पड़ेगा. दजसका असर दसगरेट पर पड़ चुका है. इसदलए बीड़ंी कंपदनयोंने अपनी इकाइयोंको एक अपंल ंै से बंि करने की घोषणा कर िी है. इससे बीड़ंी मजिूरों खासतौर पर मदहलाओं के रोजगार मझरार मेंपड़ गये है.ं करीमनगर मेंएक बीड़ंी कंपनी मेंकाम करने िाली अनुरारा कहती हैं दक बीड़ंी कंपदनयों ने एक सपंताह पहले से ही तेिं ू के पतंंोंऔर तंबाकू एकतंंकरना बंि कर दिया है.
साथ ही बीड़ी बनाने के काम से ही हमारे पदरिारों का खचंाय चल रहा है. लेदकन कंपदनयों के बंि होने के साथ ही हमने आजीदिका का सारन भी खो दिया है. कपड़ों का शहर दसदंसलय ल ं ा में मदहलाओं के बीड़ी बनाने का भुगतान पाने के दलए उनंहेंपािरलूम का काम करना पड़ रहा है. यहीं की एक दिरिा गोली कलंपना ने कहा दक अगर बीड़ी कंपदनयां बंि हुई.ं तो िह आतंमहतंया करने को मजबूर हो जायेगं ी. तेलगं ाना बीड़ंी मजिूर फेडरेशन के राजंय सदचि समलंला मलंलषे म ने कहा दक बीड़ंी कंपदनयोंके बंि होने से नौकदरयोंकी कमी तो होगी साथ ही दजले मेंअशांदत पैिा हो जायेगी. बीड़ी बनाने का काम करने िाली मदहलाओं को नरेगा के तहत गांि में काम दिया जाना चादहए. लेदकन शहरी कंतंे ंोंकी मदहलाओंके दलए ये एक दिकट समसंया के बन जायेगी. कंयोंदक उनके पास िैकसंलपक रोजगार भी नहीं है. उनंहोंने आगे कहा दक सरकार को बीड़ंी मजिूरोंके दहत मेंबीड़ंी के पैकटे पर बढंेहुए सदचतंंचेतािनी के बारे में िोबारा से दिचार करना चादहए. या दफर सरकार को बीड़ंी मजिूरों के दलए िैकसंलपक रोजगार मुहयै ा कराना चादहए.
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फइम
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आईपीएल पर घमासान, चुप है् भगवान
रखींिह दचंदतत ही नहींदिचदलत करने िाली भी है.बीसीसीआइ इस आपिा के समय भी दडयन पंंीदमयर लीग (आइपीएल) का दजस तरह की िलीलेंिे रहा है उससे उसकी नौिां संसक ं रण मुबं ई मेंलटके और झटके संििे नहीनता का ही पता चलता है. यह बात हैरान और परेशान करने िाली के साथ शुरं हुआ. दिगंगज हदंंसयों की है . और इससे भी जंयािा हैरान और परेशान मौजूिगी मेंदंंककेट का महामेला शुरंहुआ तो िहां सब कुछ था. रंगीनी थी, मौज-मसंंी थी, करने िाली बात यह है दक दंंककेट के दिगंगज नृतयं था, िेशी-दििेशी ठुमके थे... दसतारोंका दखलादड़योंने महाराषंंमेंसूखे के सिाल पर मेला था... बेहतीनर वंयज ं न थे... महींग शराबें कुछ भी नहींबोला है. और तो और राजंयसभा ु कर ने थीं... मिहोश करने िाली खुशबं ू थी (दिजंंापंनों के सिसंय और भारत रतंन सदचन तेिं ल िाला नहीं, सचमुच िाला), चुहलाबाजी थी... भी इस मामले पर चुपपं ी सार रखी है. सदचन ु कर यों भी दंंककेट पर बहुत कम ही लटके-झटके... ख़ूबसूरत पदररानों में सजी तेिं ल सुिं दरयां... हंसी-दठठोली करते िेशी-दििेशी बोलते है.ं मैच दफसंकसंग होती रही, सटंबंे ाजी दंंककेट दखलाड़ी... भारतीय दंंककेट कंटंोल चलती रही, अिालतों के फरमान आते रहे, बोडंयके अदरकारी.... और इन सबके अलािा सचदन चुप रहे. यह चुपपं ी परेशान करने िाली ढेर सारा पानी... बोतलों िाला साफ़- है कंयोंदक दंंककेट की िजह से ही सदचन ु कर आज लोकदंंपयता के दशखर पर हैं शफंÞफ़ाफ़ पानी... दजसे पीने से दकसी तरह तेिं ल और दंंककेट से जुड़े दकसी भी मसले पर िे कुछ की बीमारी का कोई ख़तरा नहीं... लाखोंका नहीं बोलते. िैसे सदचन तेिं ल ु कर को लेकर पानी उदंघाटन समारोह में पानी की तरह बहा... बोतलोंमेंबंि पानी पर पैसे पानी की यह बात भी कही जाती रही है दक िे तभी तरह बहाए गए... कुछ ने एक-िो घूटं दपए, बोलते है,ं जब पैसा लेते है.ं सूखे पर उनसे कुछ कुछ ने आरी बोतल ख़ाली की तो कुछ ने पानी बुलिाना है तो पैसा िे,ं िे बोल िेगं .े ऐसे तो िे की पूरी बोतल ख़ाली कर िी... लेदकन उस कुछ भी नहींबोलते. उनका इदतहास ही नहीं समारोह मेंपानी को लेकर न तो हाहाकार था ितंमय ान भी हमारे सामने है. भारत रतंन के बाि
इं
िाणी सुनाई नहींिे रही है. कुछ तो मरने-मारने की बात करेंराज ठाकरे जी, िनंाय पंयासी ररती के पंयासे लोग आपसे मुहं फेर लेगं .े लेदकन राज ठाकरे ही नहींन कांगस ंे कुछ बोल रही है न भारतीय जनता पाटंंी. कंयोंदक आइपीएल सबके दलए फायिे का सौिा है. भारतीय दंंककेट कंटंोल बोडंयतो दसयासी िलोंका ऐसा महागठबंरन है जहां सारे िल आकर एक हो जाते हैं इसदलए कंया अनुराग ठाकुर, कंया
हद तो यह भी है कि इस पर न तो किव सेना िे वीर जवान िुछ बोल रहे हैं और न ही अपने राज ठािरे िे ‘कजयाले’. हर बात पर मरनेमारने िी बात िरने वाले राज ठािरे सूखा और आइपीएल पर चुप हैं और उनिी चुपंपी भी बेतरह साल रही है.
राजीि शुकल ं ा, कंया शरि पिार, कंया अदमत शाह, कंया फारंक अबंिलु ल ं ा और कंया जंयोदतरािसंतय दसंदरया. यहां आकर सब गलबंहयै ा करते है.ं िुदनया की इस सबसे बड़ी खेल संसथ ं ा को दसयासी िल अपने-अपने फायिे के दलए इसंमंे ाल कर रहे हैंऔर लोढा सदमदत की दसफादरशों के बािजूि कुछ भी बिलाि होता नहींदिख रहा है. इसदलए सूखे के सिाल पर मैचोंके महाराषंंसे बाहर कराने के सिाल पर भारतीय दंंककेट कंटंोल बोडंयके अदरकादरयोंने तलिारेंमंयान से दनकाल लीं थीं. िह तो मामला हाई कोटंयमेंहै, नहींतो िे और न ही पानी का इंतज़ार... ऐसे में भला भी िे दिजंंापंन कर रहे हैंऔर उसी भाषा मेंबोल अपनी तलिारों से उन तमाम लोगों का सर भारतीय दंंककेट कंटंोल बोडंयको कंया पता दक रहे हैं जो पैसा उनसे बुलिा रहा है. इसदलए उड़ा िेते जो सूखे के नाम पर मैच महाराषंंसे मुबं ई से कुछ सौ मील की िूरी पर पानी पीने उनसे दकसी को यह उमंमीि तो छोड़ ही िेनी बाहर करिाने की िकालत कर रहे है.ं के दलए तो िूर की बात िेखने तक को नहीं चादहए दक सदचि आइपीएल को महाराषंंसे महाराषंंमेंनागपुर, मुबं ई और पुणे में19 मैच ंै को मुबं ई मेंहुआ। दमल रहा है. महाराषंंसदहत िेश के कई दहसंसे संथानांतरदत करने के सिाल पर कुछ बोलेगं .े होने है.ं पहला मैच नौ अपंल हि तो यह भी है दक इस पर न तो दशि से न ा के बाकी के मै च ों पर फै स ला हाई कोटंयको करना में सूखे को लेकर हाहाकार मचा है. लेदकन िीर जिान कु छ बोल रहे है ं और न ही अपने है . ले द कन बोडं य लगातार अपनी िलीलेंिे रहा सूखे और पानी की दकलंलत से जूझते महाराषंं राज ठाकरे के ‘दजयाले ’ . हर बात पर मरने है . हि तो यह भी है दक सरकारे ं भी इस मामले की तसंिीर दकसी को नजर नहींआती है तो िह मारने की बात करने िाले राज ठाकरे सू ख ा मे ं सू ख े से परे श ान लोगों के साथ नहीं बसंलक अपना भारतीय दंंककेट कंटंोल बोडं.य दजसने मानो तय कर रखा है, कुछ भी हो जाए और आइपीएल पर चुप हैंऔर उनकी चुपपं ी बोडंयके साथ खड़ी दिखाई िे रही है. सूखे की मार झेल रहे महाराषंंमेंपानी आइपीएल जारी रहे. भारतीय दंंककेट कंटंोल भी बेतरह साल रही है. कुछ तो बोलोे मोहन बोडंयका रिैया सचमुच हैरान करने िाला है. पंयारे. ताल-तलैया सूख गए है.ं हाई कोटंय की बबंािय ी को लेकर बीसीसीआइ और मुबं ई हाई कोटंयमेंउसने जो तकंकऔर िलीलें संजंान ले रहा है लेदकन आप की ओजसंिी महाराषंं ि मुबं ई दंंककेट संघ को बंबई हाई
कोटंयने कड़ी फटकरा लगाई थी. कोटंयने छह अपंल ंै को मामले की सुनिाई करते हुए कहा था दक आईपीएल के मैच ऐसी जगह कराने चादहए जहां जलसंकट नहीं हो. अिालत ने कहाथा दक जब बीसीसीआई का पानी बंि कर दिया जाएगा तब आपकी समझ में आएगा. अिालत ने सरकार को भी जम कर लताड़ा और कहा दक यह सरकार की दजमंमिे ारी है दक िह पानी की बबंािय ी को रोकने के दलये किम उठाए. नंयायमूदतं य िी एम कनाडे और एम एस कदंणक य की खंडपीठ ने एनजीओ लोकसतंंा मूिमेटं की जनदहत यादचका पर सुनिाई के िौरान कहा दंंककेट संघ और बीसीसीआई इस तरह से पानी कैसे बबंािय कर सकते हो. आपके दलए लोग जंयािा अहम हैंया आईपीएल मैच. आप इतने लापरिाह कैसे हो सकते हो. इस तरह से पानी कौन बबंािय करता है. यह आपरादरक बबंािय ी है. आपको पता है दक महाराषंंके कंया हालात है. अिालत ने यह भी पूछा दक कंया बीसीसीआई और अनंय दंंककेट संघोंके दलए दंंककेट मैच अदरक महतंिं पूणयंहै. अिालत ने कहा दक आपको आईपीएल मैच अनंय राजंय मेंकराने चादहये जहां पयंापय तं पानी हो. जनदहत यादचका में कहा गया दक तीनों
है. इस बीच दंंककेट बोडंयने अिालत को बताया दक िह मुबं ई और पुणे के दपचोंके रखरखाि के दलए सीिेज के साफ दकए हुए पानी का इसंमंे ाल करेगा. अिालत ने बीसीसीआइ से यह भी पूछा दक कंया िे मुखयं मंतंी सूखा राहत कोष मेंयोगिान िे सकते है।ं बीसीसीआइ ने कहा दक उसने आइपीएल के दलए अब तक हर दिन संटदे डयमों में 40 लाख लीटर पानी की आपूदतं य की है. इस पर जजोंने पूछा दक कंया िे इतने ही पानी की आपूदतं य पुणे और इसके आस पास पानी की कमी से जूझ रहे गांिोंमेंकरने को तैयार है।ं इस पर बोडंयने दकसी तरह का भरोसा अिालत को नहींदिया है. अिालत के रंख से बोडंयकी परेशानी तो बढी है लेदकन इस मामले में दजस तरह की संििे नहीनता बोडंय और सरकारोंने दिखाई है िह सचमुच सकते मेंडालने िाला है. दंंककेट के दिगंगज िलीलें िे रहे हैं दक आइपीएल के पीछे कंयों पड़े हैं लोग, लेदकन िे यह भूल रहे हैंदक आइपीएल कोई दिशंंकप नहींहै बसंलक कंलब दंंककेट है और दजसे बाजार संचादलत कर रहा है. उसी मुबं ई और नागपुर मेंकुछ दिन पहले ही दिशंं कप टी 20 मैचोंका आयोजन दकया गया, तब दकसी ने अिालत का िरिाजा नहींखटखटाया
संटदे डयमोंमेंदपचोंके रख रखाि पर करीब 60 लाख लीटर पानी खचंयहोगा. मुबं ई दंंककेट संघ के िकील ने कहा दक िानखेड़े संटदे डयम में रख रखाि पर 40 लाख लीटर पानी का पंयं ोग दकया जाएगा. तब अिालत की दटपंपणी थी, यह बहुत जंयािा था. हालांदक अिालत ने दफलहाल पहले मैच की तो अनुमदत तो िे िी थी लेदकन बाकी के मैचों को लेकर अभी उसका अंदतम फैसला आना बाकी है. हालांदक 12 अपंल ंै को मामले की सुनिाई के िौरान बंबई हाई कोटंयने बीससीआई से पूछा दक महाराषंंमेंपानी के संकट को िेखते हुए आइपीएल मैच पुणे से संथानांतदरत कर सकता
था. तब मामला िेश का था और राषंदंहत से जुड़ा था. लेदकन आईपीएल का मुदंा राषंदंहत से नहींकुछ लोगोंके दहतोंसे जुड़ा है. इस पर बोडंय को गंभीरता से दिचार करना चादहए लेदकन अफसोस इस पर िह बेहि दलजदलजा तकंकिे रहा है. एैसा करते हुए िह यह भूल जाता है दक अपनी सुदिरा के दलए िे पूरा का पूरा आइपीएल िदंंकण अफंंीका और खाड़ी िेशोंमें भी संथानांतदरत करिा चुके हैंतो अब कौन सी आफत आ जाएगी, अगर मैच मुबं ई, पुणे और नागपुर की बजाय दकसी और शहर में हों। लेदकन सुने कौन कंयोंदक बोडंय तो अपने को िेश से भी ऊपर मानता है.
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पर्यावरण
खतरनाक स््र पर पहुंचता समुद्ी जल
पंंमोद भारंाव
पृ
थंिी के बढंते तापमान को लेकर िैजंादनकों ने यह चेतािनी दिकास के मॉडल पर पुनदंियचार करने को मजबूर कर रही है. इसमें कोई िो राय नहीं है दक िैजंादनक उपलसंबरयों और आदिषंकारों ने मानि जादत का जीिन सरल बनाया है. जीिन में सुख-सुदिराओं की िृदंद अब भोग-दिलास की पदरणदत मेंबिलती जा रही है. दजसकी िजह से बंंहंमांड का पादरसंसथदतकी तंतं गड़ंबड़ंाने लगा है. समुदं के जलसंंर में हुई िृदंद दचंता पैिा करने िाली है. िैजंादनकों के एक समूह ने िािा दकया है दक मानिजदनत कारणों से िायुमणंडल में बढंते तापमान के कारण समुदंी जलसंंर बहुत तेजी से बढंा है. इतना पहले 27 शतासंबियोंमेंभी नहींबढंा है. साल 1900 से 2000 तक िैदंशक समुदंी जलसंंर 14 सेमी या 5.5 इंच तक बढंा है. यदि गंलोबल िादंमगां न होती तो यह िृदंद आरी से भी कम रहती. कालांतर मेंदजसके नतीजे समुदं के दकनारे बसी आबादियों को उजाड़ सकते हैं. बीते कुछ सालों में आयी पंंाकृदतक आपिायें बाढं, भूसंखलन, बिंडर और कोहरे के पंंकोप के रंप मेंिेखने मेंआ रही हैं. इन आपिाओं को पंंकृदत की संिाभादिक पंंदंकया नहींमाना जा सकता है. कंयोंदक इनकी आिृदंतयां कम समय मेंजंयािा बार िेखने में आ रही हैं. इस वंयापक पदरितंयन के चलते खादंंानंन उतंपािन मेंभारी कमी आयेगी. अकेले एदशया में कृदष को बहाल करने के दलये हर साल पांच अरब डॉलर का अदतदरकंत खचंय उठाना होगा. इसके बािजूि िुदनया के करोड़ंों लोगों को भूख का अदभशाप झेलना होगा. ितंयमान में अकाल के चलते हैती और सूडान में कमोबेश ऐसे ही हालात है.ं जहां ऑसंटदेंलया, दफदलपींस और शंंीलंका में बाढं का कहर िेखने को दमला है. िहीं बंंाजील में भारी बादरश और भूसंखलन ने तबाही मचायी है. अमेदरका मेंबफंकबारी का यह आलम था दक बफंककी िस-िस फीट ऊंची परत दबछ गयी. मैसंकसको मेंकोहरे का पंंकोप है तो कैंटादनया में जंिालामुखी से उठी 100 मीटर ऊंची लपटेंतबाही मचा रही हैं. शंंीलंका में3,25,000 लोग बेघर हुए. तो करीब 50 लोग काल के गाल में समा गये. इस तांडि की भयािहता का अंिाजा इसी बात से लगाया जा सकता है दक िेश की थल, जल और िायु सेना के 28,000 जिान राहत कायंय में लगाने पड़ंे थे. ऑसंटंेदलया में हालात और भी गंभीर रंप में सामने आये. करीब 40 लाख लोग बेघर हुए. यहां के दंंबसंबने शहर की ऐसी कोई बसंंी बचाि िलों को िेखने में नहीं आयी जो जलमगंन न हो. पानी से दघरे लोगों को हेदलकॉपंटर से दनकालने के काम मेंसेना लगी. सौ से जंयािा लोगोंकी जान चली गयी. दफलीदपंस मेंआयी जबरिसंं बाढं ने लहलहाती फसलों को बबंायि कर दिया था. मैसंकसको के सेलदटलो शहर में कोहरा इतना घना गहराया दक सड़ंकों पर एक हजार से भी जंयािा िाहन
परसंपर टकरा गये. इस भीषणतम सड़ंक इस पदरितंयन की चपेट मेंआयेंगे. इस िेश के का मानना है दक 2080 तक बांगंलािेश के हािसे मेंकरीब िो िजंयन लोग मारे गये और जंयािातर भूखणंड समुदं तल से बमुसंशकल तटीय इलाकों में रहने िाले पांच से िस सैकड़ंोंघायल हुए. कैटं ादनया जंिालामुखी की 20 फीट की ऊंचाई पर हैं. इसदलये ररती के करोड़ंलोगोंको अपना मूल कंंेतंछोड़ंना पड़ं सौ मीटर ऊंची लपट ने नगर मेंराख की परत बढंते तापमान के कारण जलसंंर ऊपर सकता है. दबछा िी. हिा मेंघुली राख ने लोगोंका जीना उठेगा तो सबसे जंयािा जलमगंन भूदम अभी यह संपषंं नहीं है दक जलिायु िुशंार कर दिया. भारत उतंंराखंड में बांगंलािेश की होगी. जलसंंर बढंने से कृदष पदरितंयन से हुए पयंायिरण बिलाि के कारण जबरिसंं भूसंखलन और जमंमूदकतने लोग शहरों में आकर बसने कशंमीर में ऐसी ही तंंासिी झेल कविेषजंंों िा मानना है कि 2050 ति दुकनया भर को मजबूर हो रहे हैं. लेदकन यह चुका है. में 25 िरोडं लोगों िो अपने मूल कनवास संथलों तय है दक दिकासशील िेशोंमेंगांिों दिशेषजंंों का मानना है दक से शहरोंकी ओर होने िाले पलायन से पलायन िो मजबूर होना पडं सिता है. में जलिायु पदरितंयन पंंमुख कारण 2050 तक िुदनया भर में 25 करोड़ं लोगों को अपने मूल जलवायु पकरवतंतन िी मार मालदीव और पंंिांत होगा. दिसंथापन से जुड़ंे दिशेषजंंों दनिास संथलों से पलायन को महासागर कंंेतं िे िई दंंीपों िे वजूद िो पूरी का मानना है दक ढाका मेंमौसम में मजबूर होना पड़ं सकता है. बिलाि के चलते दिसंथादपतों की जलिायु पदरितंयन की मार तरह लील लेगा. इनंहीं आिंिाओं िे चलते संखंया लगातार बढं रही है. तटीय मालिीि और पंंशांत महासागर मालदीव िी सरिार ने पयंातवरण सरंकंण िी बाढंबार-बार आने लगी है. जमीन कंंेतंके कई िंंीपोंके िजूि को पूरी में खारापन बढंने से चािल की तरह लील लेगा. इनंहींआशंकाओं कदिा में महतंंवपूणंत पहल िरते हुए चचंात िे फसलें नषंं हो रही हैं. यही के चलते मालिीि की सरकार ने कलये समुदं िी गहरायी में बैठिर औदंंोकगि नहीं,भयंकर तूफानों से गांि-केपयंायिरण सरंकंण की दिशा में गांि तबाह हो रहे हैं. ऐसा अनुमान देिों िा धंयान अपनी ओर खींचा था. महतंिं पूणयंपहल करते हुए चचंाय के लगाया जा रहा है दक बांगंलािेश की दलये समुदंकी गहरायी मेंबैठकर औदंंोदगक का रकबा घटेगा. नतीजतन 2050 तक दगनती जलंिी ही ऐसे िेशों में होने लगेगी. िेशोंका धंयान अपनी ओर खींचा था. तादक बांगल ं ािेश की रान की पैिािार मेंिस फीसि जहां िुदनया के दकसी भी िेश के मुकाबले ये िेश काबंयन उतंसजंयन मेंजरंरी कटौती कर और गेहूं की पैिािार में30 फीसिी तक की जंयािा पयंायिरण शरणाथंंी होंगे. बांगंलािेश िुदनया को बचाने के दलये आगे आयें. कमी आयेगी. इकंंीसिीं सिी के अंत तक की सरकार ने इस समसंया को िुदनया के बांगल ं ािेश भी बबंािय ी की कगार पर है. कंयोंदक बांगल ं ािेश का एक चौथाई दहसंसा पानी मेंडूब अंतरंायषंीय मंच कोपेनहेगन समंमेलन में यहां आबािी का घनतंि बहुत जंयािा है. जायेगा. बांगंलािेश पर जलिायु पदरितंयन के उठाया भी था. इस मानसून में हिा और इसदलये बांगंलािेश के लोग बड़ंी संखंया में पंंभाि का अधंययन करने िाले जेमंस पेंडर समुदंी पानी के बढंते तापमान और उतंरं ी धंिंु
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और दहमालयी बफंक के दपघलने से बढंती गंलोबल िादंमांग और जलिायु पदरितंयन के संकेत भारत समेत पूरी िुदनया में िेना शुरं कर दिये है.ं िषंाय चकंंके अदनयदमत हो जाना इस पदरितंयन का संपषंंसंकेत है. भारत मेंतो ये संसथदत इतनी भयािह है दक मौसम दिभाग को हर िूसरे दिन िषंाय से संबंदरत अपनी भदिषंयिाणी खंदडत करनी पड़ंरही है. इन बिलािों से नतीजतन भारत समेत पूरे एदशया में िषंाय की कमी होगी. जलचकंं भंग हो जाने के कारण पानी का संकट पैिा होगा. बीमादरयां दिकराल रंप रारण करने लग जायेंगी. पृथंिी पर मौजूि 30 फीसिी पंंजादतयोंके दिलुपंत हो जाने का खतरा बढं जायेगा. दहमालय की बफंकदपघलने से पहले तो इससे दनकलने िाली नदियों में पानी बढंेगा. लेदकन दफर पानी की मातंंा घटती चली जायेगी. यह संसथदत भारतीय खेती को तबाह करने िाली सादबत होगी. िूसरी तरफ बढंते िैदंशक तापमान और जलिायु पदरितंयन भारत के रेदगसंंान और अफंंीका के कुछ कंंेतंों में िरिान भी सादबत हो रहे हैं. दंंबटेन के रीदडंग दिशंंदिदंंालय के राषंंीय िायुमंडलीय अधंययन केंदं के ताजा अधंययन के मुतादबक बीते कुछ सालों से अफंंीका के साहेल कंतंे ंमेंदनयदमत बादरश हो रही है. साहेल अफंंीका का िह कंंेतं है, जो िशकों से सूखे की मार झेल रहा है. सातिें और आठिें िशक में इस इलाके और इथोदपया जैसे िेशों में अकाल के कारण करीब एक लाख लोगोंकी मौत हो गयी थी. भूख से मर रहे लोगों की हंियदििारक तसंिीरेंबीबीसी पर पंंसादरत होने के बाि पूरी िुदनया का धंयान इस इलाके पर गया था. उलंलेखनीय है दक सहारा रेदगसंंान के िदंंकणी दहसंसे मेंसंसथत साहेल कंतंे ंके िेशोंमें मौदरटेदनया, गासंमबया, माली, नाइजर, नाइजीदरया, बदंककना, फासो, सेनेगल और कैमरंन आदि िेश शादमल है.ं अब यहां कुछ सालोंसे अछंछी-खासी बादरश हो रही है. कुछ ऐसा ही दिदचतंं नजारा भारत में राजसंथान और गुजरात के रेदगसंंान मेंिेखने को दमल रहा है. इस वंयापक बिलाि का असर कृदष पर दिखायी िेगा. कृदष िैजंादनक संिामीनाथन का मानना है दक यदि ररती के तापमान में एक दडगंंी सेसंलसयस की िृदंद हो जाती है. तो गेहूं का उतंपािन 70 लाख टन घट सकता है. बहरहाल िुदनया की आबािी इसी रफंतार से बढंती रही तो मौसम के बिलाि पर अंकुश नहीं लग पायेगा. इस िजह से 2050 तक इस आबािी को खादंंानंन उपलबंर कराने के दलये तीन अरब हेकटं ये र अदतदरकंत जमीन की जरंरत होगी. जो िुदनया के दिकासशील िेशोंके कुल रकबे के बराबर है. संयकु तं राषंं के एक आकलन के मुतादबक 2050 तक िुदनया की आबािी नौ अरब 20 करोड़ं हो जायेगी. उभरते जलिायु संकट और बढंते पयंायिरण शरणादंथययों के चलते इतनी कृदष लायक भूदम उपलबंर कराना असंभि होगा. लेदकन ये तो आनुमान हैं और इनके दनराकरण उमंमीिोंपर दटके हैं. (इंचिया वाटर पोट्टल)
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ववचयर
15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
दनलत पंंेम का टोटका
अंबेडकर याि आने लगे हैं. यही कारण है दक बीजेपी अंबेडकर को शंभूिाथ शुकंल भुनाने मेंलगी है. उसे लग रहा है दक दलतों के पंंदत भाजपा में अचानक पंंेम अंबेडकर को भुनाकर उमड़ं आया है. एक बंंाहंमण िह िदलतों में अपनी (लकंमं ीकांत िाजपेयी) को झटके से हटाकर पैठ बना लेगी और उसने उतंंर पंंिेश में अपना अधंयकंं अदत उसकी िेखािेखी दपछड़ंी जादत के नेता को बना दिया है. उरर अनंय सिणंयिािी और गुिाहाटी मेंचुनाि पंच ं ार के िौरान भाजपा के मधंयितंंी जादतयों के राषंंीय अधंयकंंअदमत शाह ने अचानक पूियं नेता अपनी पादंटियोंमें पंंरानमंतंी अटलदबहारी िाजपेयी की अंबेडकर को अपनी सरेआम भि उतार िी. उनंहोंने िाजपेयी को असंसमता का पंंतीक एक नाकारा पंर ं ानमंतंी कह दिया. िह शायि मानने लगे हैं. मगर जान गयी है दक आरएसएस के बंंाहंमण सतंय तो यह है दक न कभी भाजपा न दपछड़ंी पंंारान िाले दिचारोंके बािजूि उतंंर भारत जादतयोंिाले ये राजनीदतक िल कभी िदलतों में बंंाहंमण िोट उसे नहीं दमलने िाला और को मुखंयरारा मेंला पाये. इनके दलए िदलत दपछड़ंी जादत के कदंंािर नेता उसे अपने िोट आज भी समाज के सबसे नीचे तबके के हैं. ं बनाने बैंक मेंघुसने तक नहींिेंगे. इसदलए उसका उनसे खानपान या रोटी-बेटी के संबर अचानक िदलत पंंेम उमड़ं आया है. उसे के दलए ये नेता आतुर रहे हैं. शायि यही िदलत असंसमता के पंंतीक डॉ भीमराि कारण है दक िदलत आज तक एकमुशंत
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कुमार पंंशांत
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क बार दफर एक जूता सिाल बन कर हिा मेंउछला है. दनशाने पर दिलंली के मुखंयमंतंी अरदिंि केजरीिाल थे. जूता लगा या नहीं, यह बड़ंा सिाल नहींहै. जूता चला, यह बड़ंा सिाल है. हिा मेंउछाला गया हर जूता एक सिाल है, दजसका जिाब न तो मार-कुटाई है, न ही पुदलस-मुकिमा है, न ही दिपकंं के षडंंंतं का फतिा है. उसका जिाब जूता फेंकने िाले को अपनी पाटंंी का दटकट िेना भी नहीं है. जरंरत इस बात की है दक हिा मेंउछाले गये दकसी एक जूते का भी जिाब समाज को बताया जाये. ऐसा एक जिाब भी आ जाये तो अमेदरकी राषंंपदत जॉजंय बुश से लेकर अरदिंि केजरीिाल की तरफ उछाला गया जूता ररती पर आ लगेगा. जूता उछालने िालों को मेरा पहला जिाब यह है दक अरदिंि केजरीिाल से हमारे चाहे दजतने मतभेि हों, िे आज िेश के सबसे अछंछे मुखंयमंतंी हैं जो िेश की सबसे अछंछी सरकार चला रहे है.ं उनकी तरफ जूता उछालना जूते बराबर भी अकंल न रखने जैसा है. िेश में कैसे-कैसे मुखंयमंतंी हैं! िे दकस तरह से सरकारें चला रहे हैं? इसे यदि हम िेख सकेंगे तो अरदिंि केजरीिाल के बारे में मेरे कथन का मतलब समझना आसान हो जायेगा. अरदिंि दजस राजंय के मुखंयमंतंी हैं और िे जो सरकार चला रहे हैं, िह िेश की सबसे लंगड़ंी या दिवंयांग सरकार है. इस कसौटी पर जब मैंआम आिमी पाटंंी की इस इकलौती सरकार को कसता हूं तो इसे िेश की सबसे अवंिल सरकार कहने से दहचकता नहीं हूं. लेदकन इसका मतलब यह भी नहीं दक जो जूता उनकी तरफ उछला, उसका जिाब िेने की जरंरत नहींहै. िह जूता भले दगर गया, उसने जो पूछा, िह सिाल हिा में टंगा है. उसका जिाब ‘आप’ पर ठीक िैसे
दििेकशील और नंयायसंगत समाज की संथापना चाहते हैं. अपनी इसी नीदत के तहत भाजपा की मोिी सरकार डॉ भीमराि अंबेडकर से जुड़ंे पांच संथानों को पंचतीथंय के रंप में दिकदसत करने का इरािा बना रही है. इसमें एक तो महू में उनका जनंम संथान था. लंिन में उनकी पढंाई के िौरान का आिास रहा है. दिलंली होकर या तो कांगंेस को िोट करता चला आ मेंअलीपुर रोड के दजस मकान मेंिह रहते रहा है. अब उसका झुकाि बसपा की तरफ थे. साथ ही नागपुर िह संथल जहां उनंहोंने तेजी से बढंा है. मजे की बात यह है दक बौदंघ रमंयसंिीकार दकया था. मुंबई के चैतंय कांगंेस और बसपा िोनों ही िलों का िोट भिन उसके पंचतीथंंों में शादमल हैं. मोिी आरार एक जैसा है. दजसमें िदलत हैं, सरकार के इस काम की तारीफ तो की जा अलंपसंखंयक हैंऔर गरीब सिणंयहैं. साथ में सकती है. बशतंंे उनकी मंशा ईमानिारी हो. िे लोग हैं जो दिकास चाहते हैं और एक सतंय तो यह है दक मोिी सरकार दजस
जूते का जवाब
ही उरार है जैसे दचिंबरम साहब पर उछले जूते का या शरि पिार पर चले तमाचे का जिाब उरार है. कई लोग उरार चुकाते नहीं हैं. लेदकन उससे उरार सर नहीं जाता है, नये जूते के रंप मेंउभर आता है. सम-दिषम का दिलंली सरकार का पंंयोग दकतना सफल-असफल रहा, इससे बड़ंी बात यह है दक पंंिूषण, टंंैदफक जाम, तेल खचंयने की अंरारुंर आपारापी पर और इन सबका हम पर और हमारे बचंंोंपर जैसा
जहरीला असर हो रहा है, उस दिशा में यह ऐसी पहल है, जैसी िेश की िूसरी दकसी सरकार ने नहीं की है. सरकारें दकसी पंंाणहीन मशीनरी की तरह कानून बना िेती हैंऔर उसकी सफलता-दिफलता उससे भी पंंाणहीन नौकरशाही के भरोसे छोड़ं िेती हैं. लेदकन सम-दिषम की घोषणा के साथ ही इस सरकार ने दजस तरह इसे अपने नागदरकों का आंिोलन बनाने की कोदशश की, मंदंतयों आदि ने खुि भी इस समीकरण का पालन
बतकही
दकया, सड़ंकों पर संकूल-कॉलेज के बचंंों को नागदरक की भूदमका में आने दिया, दिलंली के बड़ंे-छोटे सबने इसकी सफलता में अपना योगिान दिया, यह सब नया अनुभि था. यहां से इस पूरे पदरिृशंय मेंजूते का पंंिेश होता है. यह सचंंाई दकसी से दछपी नहीं है दक यह सारा तंतं भंंषंाचार के ईंरन पर चलता-रेंगता है. साल 1974 में जयपंंकाश नारायण ने यह रहसंय आम कर दिया था. दिलंली सरकार भी इसकी अपिाि
नहींहै. पहली बार, जब कुछ दिनोंकी सतंंा दमली थी और इस बार जब बड़ंे बहुमत से सतंंा दमली है, तो अरदिंि के दिरायक िूसरे दिरायकों से अलग सादबत नहीं हुए हैं. भंंषंाचार, पि-लोलुपता, पि-मि आदि दकसी भी कंंेतं में िे दकसी से कम नहीं हैं. सतंंा और पैसा ही दजस तरह भगिान बना दिया गया है, उसमें लोगों में सरकार की मंशा, कानून के पीछे की ईमानिारी, नौकरशाही की संिेिना आदि पर गहरे
आरएसएस दचंतन के आरार पर सतंंारंढं हुई है. उसकी कथनी और करनी में फकंक होता है. िह जो कहती है िह कभी नहीं करती बस तातंकादलक फायिा उठाना चाहती है. फायिे के दलए िह िाजपेयी की दनंिा कर सकती है और मौका पाते ही आरकंंण पर अपने जहर भरे दिचार वंयकंत कर सकती है. तब दफर दकस आरार पर कहा जाये दक इन पंचतीथंंों को दिकदसत करने का उसका किम उसकी ईमानिार मंशा को िशंायता है. इसीदलए िदलत उसकी जाल में नहीं फंसते हैं. िह चाहे दबहार हो या असम, पदंंिम बंगाल, तदमलनाडु या केरल हो. हर जगह िदलतोंने भाजपा से िूरी बना रखी है. उसके लाख पंंयासों के बािजूि िदलत िोट बैंक उसे अपना नेतृतंि िेने को राजी नहींहै. भाजपा नेताओं की चुनाि रैदलयों में िदलतों की अनिेखी साफ नजर आयी. इसके बाि दजस पंजाब और उतंंर पंंिेश मेंचुनाि होना है. िहां िदलत िोट दनणंाययक होंगे. अभी तक भाजपा िदलत िोट बैंक खींच पाने मेंनाकाम ही रही है. इसीदलए िह चाहे दजतने टोटके करे, उसे कुछ हादसल होने िाला नहींहै.
सोशल मीबिया
अदिशंंास और शंका के पयंायपंत आरार हैं. उसे हर जगह अपशकुन दिखाई िेता है, दफर िह आईपीएल हो या रकंंा सौिा हो. दशकायत पहले पंंयोग के िकंत ही आयी थी दक सीएनजी संसटकरोंकी कालाबाजारी हो रही है. कई अखबारों-चैनलोंने पंंमाण दिये थे. नंबर पंलेटेंआसानी से दबक रही थींऔर बिली जा रही थीं. ऐसे वंयापक पंंयोग में, दजसका अनुभि सरकार को भी नहींथा, यह सब होना अनहोनी तो नहीं था. सबने इसे सरकार के सीखने का अिसर मान कर चला दलया, लेदकन पहला िौर समापंत होते ही जैसे सारे मामले पिंंे के पीछे चले गये और कहीं से कोई सफाई नहीं आयी. सरकार को सीएनजी के संसटकर दकतने बंटे, दिलंली में दकतनी गादंड़यों के पास सीएनजी का लाइसेंस है, कंया सम-दिषम के पहले पंंयोग के िौर में ऐसी गादंड़यों की संखंया अचानक बढं गयी. झूठे नंबर पंलेट बेचते और लगाते दकतने लोग पकड़ंे गये, उन पर कंया कारंयिाही हुई? सरकार को सम-दिषम का लगातार पालन करते लोग िेखते, तो सरकार की हालत इतनी दिषम नहीं होती. लेदकन दिखा यह दक आसंथा नहीं, सतंंा बनाये रखने की रणनीदत के संंर पर यह काम हुआ है. यह बात कई हलकों से आयी दक आम आिमी पाटंंी इस रासंंेफंड जमा कर रही है, हालांदक िेश का राजनीदतक तानाबाना कुछ ऐसा ही है दजससे भोली भाली जनता इस पर पूणंयदिशंंास कर लेती है. अपने मतिाताओं से अपनी परेशादनयां बांटने से सतंंा कमजोर नहीं होती. दिशंंसनीय बनती है. आम सभाओं और पंंेस-कांफेंसों में ऐसे खुलासे करके ही आम आिमी पाटंंी ने अपना चेहरा संिारा था. ऐसा कंयों होता है दक सतंंा में आने के दलए आप दजस चेहरे का इसंंेमाल करते हैं, सतंंा में पहुच ं ते ही िह जुमला सादबत होने लगता है?
नाम बदल ददया
दजसका दिकास ना कर सके उस मेिात का नाम बिल दिया. दजसका दिकास दकसी और ने दकया उस गुड़गं ांि का भी बिल दिया. कंयोंबिला ये सोचकर परेशान होने की ज़ंररं त नहींहै. सरकारी भिनोंसे लेकर कागज़ं, मुहर, िसंंािेजों, साइनबोडंयिगैरह मेंनाम बिलने के अब ठेके छूटगें .े लूट के नए अिसर खुलगें .े खाने- दखलाने की परंपरा मेंनया अिसर जुड़गंे ा. बाकी आम आिमी को तो मूरख कह लो या उलंल.ू नाम बिलने से कंया उसकी दकसंमत कभी बिली है जो अब बिलेगी! नीचिन ठाकुर
क्या हादिल हुआ
गुडगांि से गुरगं ंाम होने पर कंया िह हादसल हो गया जो इंदडया का नाम भारत रखने से दमलता? यदि नाम िाम बिलना ही हो तो एक एकंट संसि मे आना चादहए या एक पुननंामय करण आयोग बनाकर पूरे िेश मे हर जगह से नाम बिलने का पंस ं ंाि मंगा कर पांच साल के अंिर हर जगह का बहुमत के आरार पर नामकरण की पंदंंकया पूरी कर लेनी चादहए. ई रोज रोज का टंटा हमारी मूखतयं ा को ही िशंातय ा है और इस दसलदसले मे िो नजदरया सादहतंय मे उदंतंृ है, पहला िेशी है, -जैसा नाम होता है िैसा गुण होता है. िूसरा नजदरया दििेशी है, नाम मे कंया रखा है? पर मेरा नजदरया यह है दक िोनो सही है।कुछ चीजो, लोगो का नाम बिलने से कोई फकंकनही पडता है, उनके नाम बिलने की किायि नही होनी चादहए. पर कुछ का नाम बिलना बहुत मायनेपण ू यंहोता है, उनके नाम जरंर बिल िेना चादहए और युसकं तयुकतं नाम रखना चादहए. बादक हो हलंला तो होता रहेगा. हो ही रहा है. असल काम की जगह हो हलंला सबको सूट भी करता है. एसआर शंकर
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
राजकाज
एकमातंं ऐसा मतिाता समूह है. दजसका रंझान दकसी की तरफ नहींहै और खुल कर कोई भी इसे अपनाने की बात नहीं कर रहा है. अगर कांगंेस खुल कर बंंाहंमण िोट की बात करती है. तो उसे एकमुशंत िस फीसिी िोट का फायिा हो सकता है. इसदलए पंंशांत दकशोर इस पर सबसे जंयािा धंयान िे रहे हैं. कांगंेस की रणनीदत से जुड़ंेएक बड़ंेनेता का कहना है दक बंंाहंमण कांगंेस के घर का गादंजययन रहा है. जब रल के मुखंयमंतंी ओमन चांडी अब सफाई िे रहे िहींघर छोड़ंकर चला गया. तो उसके पीछे-पीछे बाकी हैं दक उनंहोंने पाटंंी आलाकमान के ऊपर दकसी लोग भी चले. अब अगर घर का गादंजययन िापस आ तरह का िबाि नहींडाला था. लेदकन असल मेंउनंहोंने जाता है. तो बाकी लोग भी आ जायेंगे. यानी बंंाहंमण राहुल गांरी के फैसले को िीटो करके पांच में से चार िापस लौटा तो िदलत और मुसंसलम भी उसके पीछे-पीछे िागी दिरायकों की िोबारा दटकट करायी. कांगंेस के आयेंगे. इस रणनीदत पर उतंंर पंंिेश की चुनािी तैयारी जानकार सूतंों का कहना है दक ओमन चांडी की यह हो रही है. बताया जा रहा है दक सतीश शमंाय से लेकर दजि पाटंंी को भारी पड़ंने िाली है. पाटंंी ने पांच राजंयोंमें पंंमोि दतिारी, राजेश दमशंंा, रीता बहुगुणा जोशी और चुनाि को लेकर एक आंतदरक सिंंेकंण कराया है. इसमें दजदतन पंंसाि तक सभी बंंाहंमण नेताओंकी अगले साल उसे पदंंिम बंगाल, असम और तदमलनाडु में कांगंेस के दिरानसभा चुनाि मेंबड़ंी भूदमका रहने िाली है. पर का पंंिशंयन संतोषजनक रहने की दरपोटंय दमली है. िहीं मौयंाय के अधंयकंंबनाये जाने के बाि इन नेताओंकी कंया केरल मेंकांगंेस के नुकसान का अंिेशा जताया गया है. भूदमका रह जायेगी यह बहुत बड़ंा सिाल है. कांगंेस के नेता मान रहे हैंदक चांडी को मुखंयमंतंी बनाये जपा पर मुसंसलम दिरोरी होने का आरोप लगाने रखने और दटकट बंटिारे में उनकी हर बात मानने से िाले उस पर अनंयाय ही करते हैं. इस पाटंंी में पाटंंी को सबसे जंयािा नुकसान हो रहा है. उनंहोंने चारंरानमंतंी नरेंदं मोिी ने सऊिी अरब में बहुत बड़ंा मुसलमानोंकी दकतनी चलती है. इसका अनुमान तो इस पांच दिरायकोंको छोड़ंकर पाटंंी के 39 मेंसे जंयािातर दिरायकों को दटकट दिलिायी है . राहु ल ने पां च नामों िािा दकया. उनंहोंने कहा दक जीएसटी दबल अब बात से लगाया जा सकता है दक हाल ही में पाटंंी ने जो पर आपदं त ं की थी, दजस पर चां ड ी ने कहा था दक उनकी लागू होने ही िाला है. लेदकन सिाल है दक यह दबल अपने पंंिेश अधंयकंं दनयुकंत दकये उनमें से एक की दटकट भी काट िी जाये . इस िबाि से उनं ह ों न े िागी कै स े पास होगा? कांगंेस ने इसका दिरोर करने की दनयुसंकत में पंजाब के एक िैदनक अखबार के दिशेष दिरायकों को दटकट दिलिाया. कमर कसी है. बीते हफंते दिलंली के वंयापादरयोंका एक संिाििाता की खास भूदमका रही. यह मुसंसलम पतंंकार पं ं द तदनदरमं ड ल दिलंली के मुखंयमंतंी अरदिंि केजरीिाल काफी अरसे से दिजय सांपला की पैरिी करते िेखे जा से दमलने गया था. इसमेंसे कुछ वंयापादरयोंने कहा दक सकते थे. ईि पर तो पाटंंी के िदरषंं नेताओं के पंंदत जीएसटी से उनंहें बहुत नुकसान होगा और केजरीिाल उनका पंंेम िेखने के कादबल था. कोई आरा िजंयन गंंेस पाटंंी उतंंर पंंिेश मेंबहुत जोर लगा रही है. को इसका दिरोर करना चादहए. इस पर केजरीिाल ने नेताओं के यहां दमठाई और उपहारों के टोकरें ले जाते ऐसा लगातार िूसरी बार हो रहा है. जब कांगंेस कहा दक उनंहें इसकी दचंता करने की जरंरत नहीं है. उनंहेंिेखा गया. तब उनकी सफाई थी दक तंयौहार जादत उतं ं र पं ं ि े श के चुनाि में इतनी मेहनत कर रही है. कंयोंदक कांगंेस इसका दिरोर कर रही है और िह इसे रमंयकी िृदंष से नहींिेखना चादहए. अब दिजय सांपला दपछली बार 2012 मेंदिसंगिजय दसंह पंंिेश के पंंभारी थे दकसी हाल मेंपास नहींहोने िेगी. जादहर है केजरीिाल के दलए िे अपने िैदनक के जदरए जो संभािनाओं का और उनं ह ों न े राहु ल गां री को पूरी तरह से उस चुनाि में को कांगंेस की रणनीदत का पता है. लेदकन िूसरी ओर सिेरा लेकर आये हैं. उसने सादबत कर दिया है दक झों क ा था. ले द कन उसका कोई फायिा नहींहुआ. कांगंेस सरकार भी पूरी तरह से तैयार है. बजट सतंं का पहला संबंर भी तंयौहार की तरह रमंयजादत से ऊपर ही होते हैं पाटं ी ं के दिरायकों की सं खंया 22 से बढं कर 28 हो चरण खतंम होने से िो दिन पहले संसि के सेंटंल हॉल और िे दकसी का भी टाइम बिल सकते हैं. पायी थी. लेदकन इस बार कांगंेस को जंयािा उमंमीि है. में सरकार के एक पंंमुख संसिीय पंंबंरक ने पतंंकारों इसदलए उसने नीतीश कुमार के चुनाि रणनीदतकार और नेताओं के एक समूह के बीच कहा दक सीबीआई पंंशांत दकशोर की सेिायेंली हैंऔर चुनाि से एक साल के सहारे सारे दबल पास हो जायेंगे. सीबीआई और पहले ही तैयारी शुरं कर िी है. पाटंंी पंंिेश में अपने आयकर दिभाग के दनशाने पर आ चुके या आने की ब से भाजपा ने केशि पंंसाि मौयंय को उतंंरपंंिेश का अधंयकंंबनाया है. तब से पाटंंी नेताओंमेंयह पुराने कोर िोट यानी िदलत, बंंाहंमण और मुसंसलम िोट संभािना िाले नेताओं की पादंटययों के हाथ में ही चचंाय शुरं हो गयी है दक अगर जीिन में कुछ हादसल के दलए बहुत मेहनत कर रही है. बताया जा रहा है दक राजंयसभा की कमान है. सपा,बसपा, अनंना डीएमके, करना है. तो आपका चाय के साथ संबंर होना जरंरी है. कांगंेस ने सबसे पहले बंंाहंमण िोट को दनशाना बनाया बीजू जनता िल और तृणमूल कांगंेस को दमलाकर संयोग से केशि मौयंय भी नरेंदं मोिी की तरह ही पहले है. पाटंंी के रणनीदतकारों को लग रहा है दक बंंाहंमण राजंयसभा में 56 सीटें हैं. भाजपा की अपनी 47 सीटें हैं चाय बेचा करते थे. अपनी चुनाि रैदलयों में नरेंदं मोिी इस बात का बढंचढंकर बखान दकया करते थे. मौयंयके अधंयकंंबनाये जाने के बाि पाटंंी के तमाम वंयािसादयक योगयता हादसल कर चुके नेता भी यह िािा करने लगे हैं दक उनंहोंने अपनी पढंाई का खचंाय दनकालने के दलए चाय बेची थी. जबदक कुछ मदहला सांसि यह कहती नजर आ आयेंगी दक िे भी संमृदत ईरानी की तरह मैकडोिल पर झाडंं लगाने और झूठी पंलेटे उठाने का काम कर चुकी है. उनका मानना है दक आज चाय बेचना और दपजंंाहट में काम करना ही सफलता की कुंजी बन चुकी है.
मुिलमानो् की खैरख्वाह भाजपा?
िहां कायंयकंम रखिाया था? कुछ लोगोंका िािा है दक िे इस तरह के अंरदिशंंासों में दिशंंास नहीं करते हैं. िहींकुछ को यह डर सता रहा है दक कहींयह शंंाप सच सादबत हुआ तब कंया होगा? आदखर भारत परंपराओं और अंरदिशंंासोंका ही िेश है.
चांडी कांग्ेि के दलए अशुभ
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कांग्ेि को उम्मीद
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अब मोदी को लेकर अटकले्
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जपाई इतने अंरदिशंंासी होंगे इसकी कलंपना भी नहीं की थी. अब तक उतंंर पंंिेश के नेता ही नोएडा का अपशगुन मानते आये थे. यह माना जाता था दक जो भी मुखंयमंतंी अपने कायंयकाल मेंनोएडा गया िह अपनी सतंंा गंिा बैठा. इस िािे को सच सादबत करने के दलए तो िीर बहािुर दसंह, नारायण ितंं दतिारी,कलंयाण दसंह, मायािती के उिाहरण दिये जाते हैं. अब जब बीते दिनों नरेंदं मोिी ई-दरकंशा बांटने के दलए नोएडा गये तो उनकी अपनी पाटंंी मेंयह चचंाय शुरं हो गयी. यकंं पंंशंन पूछा जा रहा है दक आदखर दकसने
केजरीवाल और नीतीश मे् तकरार
दकिके िहारे जीएिटी
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चाय वालो् पर चच्ाा
और उसकी सहयोगी पादंटययों- अकाली िल, टीडीपी, दशिसेना, पीडीपी और बीपीएफ की 16 सीटें हैं. यानी कुल 119 सीटेंबनती हैं. इनके अलािा कुछ और छोटी पादंटययां दबल का समथंयन कर सकती हैं. अगर कांगंेस हंगामा करके दबल को सिन में न रंकिाये. तो िोदटंग के आरार पर दबल को नहींरोका जा सकेगा.
दब
हार के मुखंयमंतंी नीतीश कुमार और अरदिंि केजरीिाल की िोसंंी मेंिरार पड़ंगयी है! िोनों के बीच तनाि का बुदनयािी कारण कांगंेस है. नीतीश कुमार कांगंेस को साथ लेकर 2019 की राजनीदत कर रहे हैं. तो केजरीिाल कांगंेस की कीमत पर राजनीदत कर रहे हैं. इसदलए िोनों अब एक-िूसरे के पंंदतिंंंिी हैं और िोनोंका लकंंय 2019 के लोकसभा चुनाि मेंएकिूसरे से जंयािा सीट जीतने का है. तभी केजरीिाल दिलंली से बाहर और नीतीश कुमार दबहार से बाहर अपने दिसंंार पर सबसे जंयािा धंयान िे रहे हैं. केजरीिाल को पंजाब से उमंमीि है. शुरंआती सिंंेकंण िहां उनके जीतने की संभािना जता रहे हैं. लेदकन नीतीश कुमार की टीम उनकी जीत में फचंंर डालेगी. नीतीश के आदरकादरक सलाहकार और उनके चुनाि रणनीदतकार पंंशांत दकशोर पंजाब में आप को जीतने नहीं िेने का हर िांि आजमा रहे हैं. िे कांगंेस के दलए काम कर रहे हैं और उनंहोंने नीतीश कुमार के नाम से कांगंेस को िोट डलिाने की योजना बनायी है. पंजाब में दबहारी मतिाताओं की संखंया बहुत बड़ंी है और लुदरयाना के इलाके में कई कंंेतंों में उनके दनणंाययक िोट हैं. करीब डेढं िजंयन सीटों पर दबहारी मतिाताओं की अछंछी-खासी संखंया है. पंंशांत दकशोर की कोदशश है दक नीतीश कुमार और कांगंेस के गठजोड़ं का पंंचार करके दबहारी िोट कांगंेस की ओर मोड़ंा जाये. हालांदक यह आसान नहीं है. कंयोंदक दिलंली में पंंिासी िोट एकमुशंत केजरीिाल के साथ गया था. बहरहाल, िोनों नेता पंंरानमंतंी पि के अघोदषत िािेिार हैं और एक-िूसरे को पीछे छोड़ंने के मुकाबले मेंहैं.
अमर और आजम िाथ िाथ!
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क समय में एक िूसरे के कटंंर िुशंमन रहे अमर दसंह और आजम खान के दरशंते बिलते नजर आ रहे है. अमर दसंह दफर से मुलायम दसंह के करीब पहुंच चुके हैंऔर इस बार फूंक फूंक कर किम भी रख रहे है .िे अमूमन दकसी नेता पर तलंख़ दटपणंणी से बचते हैं. अपिाि दसफंक अदमताभ बचंंन पदरिार है .हाल ही में जब राजंयपाल राम नाइक और आजम खान मेंटकराि तेज हुआ तो अमर दसंह ने आजम का बचाि करते हुए राजंयपाल से उनंहेंअपने से उमंंमेंछोटा मानते हुए माफ़ कर िेने का अनुरोर दकया. यह अमर दसंह का नया रंप था .आजम खान भी अब अमर दसंह को लेकर कोई तीखी दटपणंणी नहींकर रहे है. माना जा रहा है िोनोंनेता पुरानी कडिाहट भुलाने की कोदशश कर रहे हैं.
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
अंसवेदनशील होता समाज और मीमिया
संजय कुमार
पटना. दबहार के शेखपुरा दजले मेंघटी िो घटनाओं ने सादबत दकया है दक समाज, वंयिसंथा, राजनीदत और मीदडया असंिेिनशील होते जा रहे हैं. ये िोनों घटनायें गरीब और िदलत समाज से जुड़ी हैं. दपंजड़ी गांि के पंचा मांझी की िृदंा पतंनी बेिदमया िेिी सामादजक सुरकंंा पेश ं न दशदिर के िौरान िृदंा पेंशन लेने लाईन मेंलगी हुई थी. दजनकी मौके पर ही मौत हो गयी. िहीं िूसरी घटना में बरबीरा में भूख से पीदड़त जागो मांझी की मौत हो गयी है. बीते दिनों दपंजड़ी गांि में सामादजक सुरकंंा पेंशन बांटी जा रही थी. पेंशन के दलए सुबह से ही कड़ी रूप मेंकतार मेंिृदंखड़े होकर अपनी बारी का इंतजार रहे थे. जहां बेिदमया िेिी भी आयीं थी. इसी िौरान िह गश खाकर दगर गयी. उसके बाि असंपताल में उनंहोंने िम तोड़ दिया. इसके पहले शेखपुरा में ही एक महािदलत जागो मांझी की कदथत भूख से मौत हो गयी थी. जागो मांझी की मौत को लेकर खूब हंगामा हुआ. दिपकंं ने सिाल िागा और सरकार ने मौत का कारण बीमारी बता कर मामले पर पिंाय दगरा दिया. लेदकन इससे असंििे नशील होते समाज और वंयिसंथा पर सिाल उठता है. 62 साल के जागो मांझी बरिीरा के पाश इलाके मेंनगर पंचायत के पास अंचल कायंायलय और कृदष कायंायलय के बीच झुगी झोपड़ी में पतंनी के साथ रहते थे. उनकी पतंनी दिकलांग है. बेटा हदरयाणा मेंमजिूरी करता है. जागो मांझी की 25 माचंयकी शाम
मौत हो गयी. पड़ोसी कारं चैररी के मुतादबक िह एक माह से बीमार चल रहे थे. घर मेंखाना बनाने िाला कोई नहींथा. कई दिनोंतक उसके घर मेंचूलंहा नहींजला था. आसपास के लोगोंने भी नोदटस नहींदकया. बीमार और भूखे रहने की िजह से उसकी मौत हो गयी. िहीं दजला पंंशासन को रादश आिंदटत नहीं होने की िजह से उसे आठ माह से िृदंािसंथा पेंशन का लाभ नहींदिया जा सका था. लेदकन जनिरी तक जागो मांझी को अनाज आिंदटत दिया गया था. जनिरी के बाि उसे अनाज नहीं दिया गया था. जागो मांझी के घर में ऐसे कई साकंंय दमले हैं. दजससे यह बात जादहर होती है दक जागो मांझी के घर में खाने के दलए कोई समान नहीं था. लेदकन सतंंा, दिपकंं और समाज ने अपने नजदरए से मामले को िेखा. जागो की मौत से मानिता की भी मौत हुई है.
जागो की मौत के बाि पूरा महकमा जागा. मीदडया भी आंख मलते जगी. हंगामा मचा तो खबर बनीं. इस बार भी मीदडया नींि में है. िृदंा पेंशन लेने लाईन में लगी िृदं बेिदमया िेिी की मौके पर हुई मौत की खबर को लेकर सोशल मीदडया पर है. िृदंा पेंशन लेने के िौरान लाइन में लगी बेिदमया िेिी की मौके पर हुई मौत की खबर दबहार की राजरानी पटना से छपने िाले बडे समाचार पतंंोंमेंनहींदिखी. एक अखबार ने कोने में जगह िी. सोशल मीदडया पर बेिदमया िेिी की मौत के एक दिन पूिंय ही दलख कर चेताया गया था. सरकारी ऑदफस की वंयिसंथा से सभी िादकफ हैं. आरार काडंय बनाने या बैंक खाता खुलिाने में कई बार िौड़ाया जाता है. जो एक किम चल नहीं सकते िे दकतनी बार िौड़ेंगे! िृदंापेश ं न के दलए टकटकी लगाये िृदंों
की आंखे तो पतंथरा ही गयी हैं. साथ ही लगता है दक िृदंापेंशन वंयिसंथा से जुड़े अदरकादरयों की भी आंखें पतंथरा गयी हैं. तभी तो उनके आंख से आंसू का एक कतरा भी नहीं बहता. इससे भी बुरा हाल मीदडया का है. उसे इन सामादजक सरोकार की खबरों से कोई लेना िेना नहींहै. िैसे दजले-दजले में
बंटे राषंंीय और राजंय संरं ीय अखबारोंका हाल यह है दक दजले की संििे नशील खबर को भी राषंंीय और राजंयसंरं पर जगह नहीं िेते है.ं गरीब, उपर से िदलत की आिाज को उठाने की जहमत तक नहीं करते. अगर मीदडया लगातार आिाज उठाये तो यकीनन हुजरू के कानोंतक आिाज पहुच ं गे ी ही है.
दसवें ववशंं विंदी समंमलेन की वसफाविशें िोंगी लागू
आठवां लोकरंग कायंयकंम सात मई से
कुशीनगर. सांसंकृदतक फूहड़ंपन के दिरंदं जनसंसंकृदत को बचाने के दलए आठिां लोकरंग कायंयकंम गांि जोदगया जनूबी पटंंी फादजलनगर कुशीनगर में सात मई से शुरं होने जा रहा है . ये आयोजन लोकरंग सांसंकृदतक सदमदत के ततंिारान में होगा. लोकरंग सांसंकृदतक सदमदत बीते नौ सालों से लोकसंसंकृदतयों के संरकंंण और संिरंयन के दलए कायंयकर रही है. यह संसंथा जनसहयोग से पूिांच ां ल की लोक संसक ं दृ तयों
के समादजक पकंं को आगे लाने के साथसाथ दहंिी पंंिेशों की कुछ महतंिपूणंय लोक संसंकृदतयों से भी पदरचय करायेगी. इसमें िेशभर के सैकड़ंों सादहतंयकार और सांसंकृदतक कमंंी भाग लेंगे. इस साल अनंय राजंयों की अनेकों सांसंकृदतक टीमें शादमल हो रही हैं. जैसे झारखंड के सरायकेला का छऊ नृतंय, राजसंथान का तमाशा राजा गोपीचंि भरथरी, मधंयपंिं श े का गुिमु बं बाजा नृतंय और शैला नृतंय, सोनभदंं का करमा नृतंय, गाजीपुर का गोड़ंऊ नृतंय और गांि की
मदहलायें कजरी गीत पंंसंुत करेंगी. सरायकेला छऊ नृतंय की पहचान दििेशोंमें भी है. जो िहां के राजघराने के संरकंंण में 1938 से दििेशों में रूम मचाता रहा है. राजसंथान का तमाशा दजस घराने से संबंर रखता है. उसकी परंपरा 200 साल पुरानी है. ये राजसंथान का एकलौता घराना है. जो इस परंपरा को दजंिा रखे हुए है. सोनभदंंका करमा आदििासी नृतंय, मधंय पंंिेश का गुिुमंब बजा नृतंय और शैला नृतंय पहली बार पंंसंुत दकया जा रहा है. राजंय सभा टीिी इस आयोजन को दिशेष तौर पर किर करती रही है. इस आयोजन में िेश के चोटी के सादहतंयकार शादमल होंगे. दजसमेंपंंो मैनेजर पांडेय, आनंि संिरंप िमंाय, सुरीर दिदंंाथंंी, योगेंदंआहूजा, राजंय सभा टीिी के संसिीय मामलों के पंंमुख अरदिंि कुमार दसंह और कई अनंय लोग शादमल होंगे. संभािना कला मंच के दचतंंकार पूरे गांि को कला गंंाम के रंप मेंसंिारने के दलए एक सपंताह से पहले आ जायेंगे. साथ ही साथ पंंदसदंं रंगकमंंी अदभषेक पंदडत गांि में रहेंगे और गांि के बचंंों को रंगकमंय की बारीदकयां दसखायेंगे. पूरा आयोजन जनसहयोग से दकया जा रहा है. यह आयोजन जनकदि रमाशंकर ‘दिदंंोही’ को समदंपयत होगा.
नयी चिल्ली. दहंिी के पंंचार-पंंसार के दलए िसिें दिशंं दहंिी समंमलेन में दलये गये फैसलों को भारत सरकार जलंि ही लागू करेगी. यह बात दििेश मंतंी सुषमा संिराज ने दिलंली में आयोदजत एक कायंयकंम मेंबतायी. सुषमा संिराज ने कहा दक दिदभनंन मंतंालयों से संबंदरत जो भी दसफादरशें हैं. िें तैयार हो गयी हैं और उनंहें मंतंालयों को भेजा जा रहा है. तादक उनपर अमल दकया जा सके. नयी दिलंली मेंमंगलिार को आयोदजत एक कायंयकंम में महातंमा गांरी अंतरंायषंीय दहंिी दिशंंदिदंंालय के कुलपदत पंंो दगरीशंंर दमशंं ने दििेश मंतंी सुषमा संिराज को भोपाल में संपनंन हुए िसिें दिशंं दहंिी समंमेलन के पंंदतिेिन की पंंदत िी है. पंंदतिेिन में मानि संसारन दिकास मंतंालय, पंंौदंंोदगकी मंतंालय और दििेश मंतंालय आदि से जुड़ंी दसफादरशें शादमल हैं. दिसंंार और संभािनायें शीषंयक से पंंकादशत इस
पंंदतिेिन में समंमेलन के िौरान दिदभनंन दिषयों पर 12 सतंंों में हुईं चचंायओं और दसफादरशों का दिसंंृत दििरण दिया गया है. इस पंंदतिेिन में दहंिी के पंंचारपंंसार, संिरंयन और उसे आरुदनक दिशंं भाषा का रंप िेने के दलए कई मौदलक सुझाओं को पेश दकया गया है. चार सौ से अदरक पृषंोंका यह पंंदतिेिन अपनी साज सजंंा की िृदंष से बेहि सुंिर और पंंभािशाली है. इसकी सुंिरता भोपाल के भवंय और सुरंदचपूणंय कायंयकंम की एक झांकी पंंसंुक करती है. पंंदतिेिन पंंसंुक करने के इस कायंयकंम मेंदििेश मंतंी सुषमा संिराज और कुलपदत पंंो दगरीशंंेर दमशंं के अलािा दििेश राजंयमंतंी जनरल िीके दसंह और केंदंीय गृह राजंयशमंतंी दकरण दरजीजू भी उपसंसथत थे. िसिेंदिशंंदहंिी समंमेलन का पंंदतिेिन तैयार करने का िादयतंि दििेश मंतंालय ने महातंमा गांरी अंतरराषंंीय दहंिी दिशंंदिदंंालय, िरंाय को सौंपा था.
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
उद््ोग/व्यापार संटाटंअ य प के नलये मचंटंे चैबं र आफ उिंरं पंदं श े आया आगे
सरंायफा वंयापारी िहीं खोलेंगे दुकािें
दंंोग संगठन मचंंेट चैंबर आफ उतंंर पंंिेश कानपुर संटाटंय अप योजना का लाभ आम जनता को िेने के दलए 18 अपंंैल से मागंयिशंयन केंदंकी शुरंआत करेगा. इसके दलए दिशेषजंंों का एक समूह गदठत दकया गया है. इसमें सरकारी दिभागों के अदरकारी, बैंक के सलाहकारों और पंंमुख उदंंदमयोंको शादमल दकया गया है. संगठन ने एक बयान में कहा है दक मागंयिशंयन केंदं की शुरंआत 18 अपंंैल से होगी. कोई भी वंयसंकत जो नये दिचारों, नये पंंोडेकटं एकंसपटंय पैनल के सामने पेश कर सकता है. इसके दलए उसे मागंयिशंयन केंदं की िेबसाइट पर रदजसंटेशन करिाना होगा. कोई भी उमंमीििार अपना पंंोजकंट वंयसंकतगत तौर पर या ईमेल से भी भेज सकते हैं. मागंयिशंयन केंदं के एकंसपटंयउस पंंोजेकंट का अधंययन करके बतायेंगे दक यह संटाटंयअप के लायक है या
हां एक ओर िेश और पंंिेश मेंसरंायफा वंयापादरयों ने हड़ंताल खतंम कर िुकानेंखोलने का ऐलान कर दिया है, िहीं िूसरी ओर ऊना के सरंायफा वंयापादरयों ने िुकानें यथाित बंि रख कर हड़ंताल जारी रखने का ऐलान कर दिया है. पंंिेश सदहत पूरे भारत में बीते 42 दिनों के बाि सरंायफा वंयापादरयों ने िुकानें खोलने का ऐलान दकया था. मंगलिार को इस संबंर में दिलंली मेंसरंायफा वंयापादरयोंकी हाई लेिल कमेटी की बैठक भी आयोदजत हुई थी दजसमें हड़ंताल खतंम करने का दनणंयय दलया गया था. इसके बाि दहमाचल सरंायफा एिं संिणंयकार संघ ने 2 सपंताह तक यह हड़ंताल संथदगत करने का ऐलान कर दिया था लेदकन बािजूि इसके अदखल भारतीय संिणंयकार संघ दजला ऊना ने इस हड़ंताल को खतंम न करने का फैसला दलया है. इस संबंर में दजला के संिणंयकारों की बैठक आयोदजत हुई दजसमें सिंयसमंमदत से इस हड़ंताल को जारी रखने का फैसला दकया गया. दजला पंंरान सोमनाथ सरंायफ ने कहा दक केंदंकी सरंायफा वंयापादरयोंपर थोपी गई नीदतयोंका दिरोर यथाित जारी रहेगा और जब तक मांगेंनहींमानी जाती तब तक यह हड़ंताल खतंम नहीं होगी और न ही िुकानें खोली जाएंगी.
इस मौके पर संघ के महासदचि दिजय कोहली, शाम हांडा, टेक चंि सोनी, सतिेि, सुभाष, दकशोरी लाल, संजय, राजीि, राजन, आिशंय, अदभषेक िमंाय, अनूप हांडा, अनुज बंंहंमी, गुलशन, दििेक ि बॉबी आदि मौजूि रहे. उनंहोंने एक संिर
टाटा संटील में धोखाधडंी की जांच नंंिटेि िे शुरं की
मैगी के िमूिे नफर फेल
‘सहारा की संपनंंि बेचिा मुशंककल का काम’
बेचने की कोदशश कर रही है जो घाटे मेंचल रहा है. लंिन के अखबार डेली टेलीगंंाफ के मुतादबक पुदलस अदरकारी इस आरोप की जांच कर रहे हैं. दंंबटेन मेंकंपनी के िफंतर में काम कर रहे कुछ कमंयचादरयों ने कंपनी के कुछ उतंपािोंकी दबकंंी करने से पहले उनके अंिर के ततंिों से संबदरत पंंमाण-पतंंों में हेराफेरी की है. समझा जाता है दक टाटा संटील ने उतंंरी इंगंलैंड के याकंकशायर संयंतं मेंआंतदरक जांच के बाि इस मामले को खुि ही दंंबटेन के गंभीर रोखारड़ंी कायंायलय (एसएफओ) को भेजा था. एसएफओ ने कहा दक िह इस समय इस मामले में कोई टेन ने भारत की पंंमुख कंपनी टाटा दटपंपणी नहीं कर सकता. टाटा संटील ने भी संटील के संथानीय करोबार में कुछ इस मामले पर कोई दटपंपणी नहींकी है. दजसे कदथत गड़ंबड़ंी की आपरादरक जांच शुरंकी अब तक मीदडया मेंअटकलबाजी बताया जा है. टाटा समूह दंंबटेन के अपने करोबार को रहा है.
दंंपु र ने संले ंकं प नी की मै गी नू ड लंस के ऊरमदसंह नगर से भी दलये गये नमू ने फे ल हो गये हैं. खादंं सु रकंंा दिभाग की ओर से दसडकु ल संसथत कंप नी और दिदभनंन िुकानोंसे दलए गये 10 सैंपल फेल हो गये हैं. खादंं सुरकंंा दिभाग के मुतादबक जांच में नू ड लंस में पंंदतबं दरत मोनो सोडयम गंलूटामेट पाया गया था. सेहत से दखलिाड़ं के आरोप मेंदिभाग कंपनी और िुकानिार के दखलाफ कोटंय में केस िायर करने की तैयारी कर रहा है.
जी बाजार दनयामक सेबी के िकील अरदिंि िातर ने कहा दक सहारा समूह की संपदंंत की दबकंंी एक बड़ंी मेहनत का काम होगा. उनंहोंने उिाहरण दिया दक दिजय मालंया के दकंगदफशर हाऊस इमारत की नीलामी के दलए बोलीिाताओंने रंदच ही नहीं दिखायी. सहारा पंंमुख सुबंत राय की दरहाई के दलए जमानत रादश जुटाने के दलए उचंंतम नंयायलय ने सेबी से सहारा समूह की 87 संपदंंत की दबकंंी की पंंदंकया शुरं सहारा समूह के साथ कानूनी लड़ंाई में करने को कहा है. दजसके मादलकाना हक के सेबी के िकील रहे िातर ने कहा दक संपदंंत कागज दनयामक के पास हैं. की दबकंंी बड़ंी मेहनत िाला काम होगा.
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नहीं. अगर पंंोजेकंट एकंसपटंयकी कसौटी पर खरा उतरता है, तो उमंमीििार को बताया जायेगा दक दकतना बजट और अनंय संसारन की जरंरत होगी.
ये हैं 12 शहर, जहां ओला शुरं करेगी ऑटो नरकंशा
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बाइल ऐप के जदरये टैकंसी सेिा मुहयै ा कराने िाली कंपनी ओला कैब ने ऑनलाइन ओला ऑटो दरकंशा सदंिस य शुरं करने का ऐलान दकया. अभी यह सदंियस दसफंक िेश की राजरानी दिलंली के नाम पर थीं. ऑनलाइन टैकंसी सदंियस ओला के िंंारा अपने कारोबार को बढंाने के दलए हर संभि पंयं ास कर रही है. हालांदक उसे िेश मेंकाफी
लाभ और लोगोंका दरसंपांस भी दमल रह रहा है. ऐसे मेंअब इस संबंर मेंओला के िदरषंं दनिेशक नीतेश पंंकाश का कहना है दक िेश के 12 नए शहरों में शुरं होगी. दजसमें सूरत, मिुरै, गुिाहाटी, कोयंबटूर, नागपुर, जोरपुर, भोपाल, भुिनेशंर, रांची, कोटा, दिशाखापतंंनम और उियपुर आदि शहर शादमल है.
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कार बीमा होगा तीि साल का
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र का थडंयपाटंंी इंशंयोरेंस चालू दितंं िषंयमेंकरीब 40 फीसिी मंहगा हो गया है. इससे कार का इंशंयोरेंस कराने िाले काफी परेशान हैं. उनकी परेशादनयोंको िूर करने के दलए इंशंयोरेंस सेकंटर रेगुलेटर, इरडा कार इंशंयोरेंस में कुछ राहत िेने पर काम कर रहा है. जलंि ही टू-वंहीलर की तरह कार के दलए तीन साल का इंशंयारेंस संभि हो पायेगा. अगर कोई अपनी कार का तीन साल के दलए इंशंयारेंस करायेगा. तो उसका पंंीदमयम भी कम होगा और हर साल इसमेंबढंोतरी होने का खतरा भी नहींहोगा. साथ ही हर साल दरनंयूिल कराने की आिशंयकता नहीं होगी. मौजूिा समय में
कार का इनंशंयारेंस एक साल के दलए ही कराया जा सकता है. मौजूिा समय में कार इंशंयोरेंस को तय करने का जो दससंटम है. उसके मुतादबक इरडा ने मंहगाई और कंलेम
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दनपटाने की संखंया को िेखते हुए हर साल थडंयपाटंंी पंंीदमयम में25 से 30 फीसिी की औसतन बढंोतंंरी करता है. एक साथ तीन साल के दलए कार का इंशंयोरेंस कराने से पंंीदमयम पर इस बढंोतंंरी का असर नहीं होगा. सूतंोंके मुतादबक एक साथ तीन साल के दलए इंशंयोरेंस कराने पर कुल पंंीदमयम में20 फीसिी छूट िेने पर दिचार दकया जा रहा है. गंंाहकों के अलािा इंशंयोरेंस कंपदनयों को इससे फायिा होगा. उनको एक साथ मोटी रादश भी दमल जायेगी. इससे कारोबार का िालंयूम बढंेगा और कंलेम दनपटाने के दलए नकिी की भी समसंया नहीं होगी.
में कहा दक दजला भर के संिणंयकार अपनी अपनी िुकानें तब तक बंि रखेंगे जब तक एकंसाइज डंंूटी खतंम नहीं हो जाती है. उनंहोंने कहा दक यह आंिोलन न तो संथदगत दकया जाएगा और न ही इसे दबना मांगेंमाने खतंम दकया जाएगा.
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गरीबों को नमलेंगे किेकंशि मंतंी रमंंेि पंंरान ने बताया दक अगले तीन साल में पांच करोड़ं मदहलाओं को गैस कनेकश ं न िेने का लकंयं है. राजंयोंके सहयोग से गरीबी रेखा से नीचे रहने िाले यानी बीपीएल पदरिारों की मदहलाओं को रसोई गैस पंंिान करना पंंरानमंतंी नरेंदं मोिी के नेतृतंि िाली सरकार की नयी पहल है. पंंरानमंतंी के गैस ससंबसडी छोड़ंने की अपील के बाि 96 लाख लोगों ने ऐसा दकया. इस रादश का इसंमंे ाल गरीब पदरिारों की मदहलाओंको एलपीजी कनेकंशन िेने में दकया जा रहा है. सरकार ने संकीम को अमलीजामा पहनाने की खादतर शुरंआती खचंय को पूरा करने के दलए बजट में िो हजार करोड़ंरंपये आिंदटत दकये हैं. पंंरान के मुतादबक यह संकीम गंंामीण मदहलाओं दंं सरकार गरीब पदरिारों की को रुएं के अदभशाप से मुकंत करेगी. साथ मदहलाओं ं को डेढं करोड़ं गैस कनेकंशन मुहैया करायेगी. इनंहें चालू दितंं ही खाना पकाने के समय में भी कमी िषंय में उपलबंर कराया जायेगा. पेटंोदलयम आयेगी.
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
आधी दुिनया पूरा पद्ाट
हनर मृदुल
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ब बॉलीिुड अब बिलने लगा है. हीरोइनें अब अपने िम पर लगातार दहट दफ़लंमेंिेकर हीरोंको जबरिसंंचुनौती िे रही हैं. हीरोइनोंने सादबत कर दिया है दक अगर संदंकपंट अछंछी है तो िे हीरो से दकसी भी मायने में कम नहीं हैं. इसकी दकसी ने कलंपना भी नहीं की थी दक इस िौर मेंऐसा भी कोई समय होगा. यह कलंपना से परे था दक मातंंपंदंह करोड़ की बजट िाली दफलंम ‘तनु िेडस ं मनु दरटनंस’यं एक सौ पचास करोड़ से भी जंयािा की कमाई कर ले जायेगी. ‘पीकू’ और ‘एनएच 10’ जैसी दफलंमोंने ‘तनु िेडंस मनु दरटनंसंय’ के दलए राह बनाने का काम दकया. ऐसे मेंदपछले साल दरलीज हुई ‘कंिीन’ और ‘मैरी कॉम’ जैसी सफल दफलंमों को कोई कैसे भूल सकता है? थोड़ा और पहले जाये तो ‘ि डटंंी दपकंचर’, ‘मिंायनी’, ’हाइिे’ और ‘कहानी’ जैसी दफलंमों की याि आना संिाभादिक है. यह सारी दफ़लंमें दसफंक हीरोइनों के बूते ही दहट रहीं हैं. बालीिुड के इस नये िौर में कंगना रनाित, िीदपका पािुकोण, अनुषक ं ा शमंा,य दंंपयंका चोपड़ा और आदलया भटंं का अदभनय दकसी हीरो से कम नहीं रहा. मदहला केंदंदत दफलंमोंको दमली सफलता ने दनदखल आडिाणी, अदभषेक कपूर, दनतीश दतिारी, संजय गुपंता, मरुर भंडारकर, उमंग कुमार और केतन मेहता जैसे दनिंंेशकोंको पंंेदरत दकया है. और आने िाले कुछ महीनों मेंइनकी दनिंदंेशत कुछ ऐसी ही और कमाल दफ़लंमेंहमारे सामने होगी. दनदखल आडिाणी की दफलंम ‘कटंंी बटंंी’ में एक बार दफर कंगना रनाित का शानिार अदभनय िेखा जा सकेगा. दजसमेंइमरान खान हीरो हैं. पर दफलंम के टंंेलर से साफ़ पता चल रहा है दक दफलंम मदहला केंदंदत है. अदभषेक कपूर की दफलंम ‘दफतूर’ मेंकैटरीना कैफ दहरोइन हैं और हीरो आदितंय राय कपूर हैं. ‘दफतूर’ की कहानी भी कैटरीना के इिंय-दगिंयही घूमती है. दनतीश दतिारी के दनिंंेशन में बनने जा रही दफलंम ‘िंगल’ में आदमर खान हदरयाणा के रेसलर महािीर फोगट की चुनौतीपूणंयभूदमका ज़रंर दनभा रहे है, पर सना
फादतमा शेख और सादनया मलंहोतंंा को सफल मदहला बाि अब एक और बायोदपक ‘सबरजीत’ बना रहे हैं. रेसलर के दकरिार मेंिेखना दिलचसंप होगा. इस दफलंम इसमेंमुखंय भूदमका मेंऐशंंयंाय राय नजर आयेंगीं. केतन मेहता जैसे दनिंश ंे क की बात करें में गुजरे जमाने के रेसलर दपता उनकी बेदटयों का मादंमयक बॉलीवुड में हीरोइनें हीरो िो ज़बदंतसं तो िह कंगना रनाित को अपनी कथानक है. संजय गुपंता की चुनौती देने लगी हैं और अपने दम पर आने िाली दफलंम में रानी ीबाई बनाने जा रहे हैं. दफलंम ‘जजंबा’ मेंएशंयं ांय राय भी किलंमों िो िामयाब बना रही हैं. हाल लकंंमदपछले साल ऐसी कई मजबूत दकरिार मेंनजर आयेगं ी. िह एक िकील के दकरिार में िे वषंंों िी िई किलंमें संंी-िेंकंदत साहसी दफ़लंमें बनी, दजनमें नजर आयेंगी. ‘चांिनी बार’, कवषयों पर बनी हैं और उनमें िे नयी दफलंमकारों ने हीरोइनों को केंदं ‘फैशन’ और ‘दहरोइन’ जैसी संंी उभर िर आयी है कजसे मदंंों िी में रखा गया. ऐसी दफलंमों में ‘डेढ इसंशकया’,’गुलाब गैंग’ दफ़लंमें िे चुके मरुर भंडारकर परवाह नहीं. और ‘बाबी जासूस’ पंमं ख ु है. इन जलंि ही अपनी अगली दफलंम दफलंमों का बॉकंस ऑदफस में ‘कैलेंडर गलंसंय’ लेकर आ रहे है. दफलंम के नाम से ही पता चल रहा है दक दफलंम मदहला अछंछा पदरणाम नहीं रहा. इनके बाि दरलीज हुई कई केंदंदत है. उमंग कुमार ‘मैरी कॉम’ जैसी दफलंम िेने के मदहला पंंरान दफलंमों को सफलता दमली. असल में
विनेमय
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िशंक य ोंका दमजाज काफी बिल चुका है. िे अब कुछ नया िेखना चाहते हैं. दिदंंा बालन की दफलंमों ‘इसंशकया’,’कहानी’ और ‘ि डटंंी दपकंचर’ से नये िौर की शुरंआत हुई. दजसके बाि मदहलाओं को केंदं में रखकर दफ़लंमेंबनने लगी. इन दफलंमोंको जब संिीकृदत दमली तो दफलंमकारोंका भी हौसला बुलंि होता गया. इस बारे मेंटंंेड दिशेषजंंकोमल नाहटा कहते है दक बॉलीिुड का दमजाज़ िशंयक ही बिलते है. आज दफ़लंमें बड़े दबजनेस का माधंयम बन चुकी हैं. जब मदहला केंदंदत दफ़लंमें बॉकंस आदफस पर चलने लगी तब दफलंम दनमंायताओं को भला दसनेमा बनाने में कंया दिकंंत हो सकती है. लीड रोल हीरो करे या दहरोइन, बस उसे रंपये कम कर िेना होगा. यह आज का सबसे बड़ा सच है. दिकंतं यहींसे शुरंहोती है दक जब एक दफलंम चल जाती है तो उसके तुरंत बाि भेड़चाल शुरं हो जाती है. कई दफलंमकार फाॅमल यूं ाबाजी पर उतर आते है.ं यही िजह है दक ‘कंिीन’ जैसी दफलंम िेने के बाि ‘रजंंो’ और ‘दरिालंिर रानी’ कोई पंंभाि नहींजमा सकी. दहरोइन को केंदंमेंरखकर जबरिसंंी गढी कहादनयां भी नहींचलती. यह िह िौर है जब नयी सोच के साथ नये दफलंमकारों का भी उदंिं हो रहा है. बॉलीिुड मेंयह बिलाि आ चुका है दक िीदपका पािुकोण,कैटरीना कैफ और सोनाकंंी दसनंहा जैसी मेनसंटंीम हीरोइनों को भी केंदं में रखकर दफ़लंमें बननी शुरं हो गयी हैं. दंंपयंका चोपड़ा, अनुषंका शमंाय और आदलया भटंंने तो सादबत कर ही दिया है दक मौका दमलने पर िे ही दफलंमों की हीरो होती हैं. अब बॉलीिुड मेंमदहला पंंरान दिषयोंको महतंि दमलने लगा है, इसदलए शंंीिेिी, काजोल, ऐशंंयंाय राय बचंंन और जूही चािला जैसी हीरोइनें कमबैक कर रही है. शंंीिेिी की दफलंम ‘इंसगं लश दिंसगं लश’ इसका सबसे बड़ा उिाहरण है. नयी संभािनाओं को िेखकर ही आज की कई टॉप हीरोइनों ने दफलंम पंंोडंकंशन में दिलचसंपी दिखानी शुरं कर िी है. इनकी एक लंबी फेहदरसंं है. इन हीरोइनों में दंंपयंका चोपड़ा, अनुषंका शमंाय, लारा ितंंा, दशलंपा शेटंी और सनी दलयोन पंंमुख हैं. अगर इन हीरोइनों को पंंोडंकंशन मेंभी सफलता दमलती है, तो दनदंंित जादनए दक मदहला केंदंदत दफलंमोंका नया िौर शुरंहो जायेगा.
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
शंभूिाथ शुकंल
पर्ाटन
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बीहड् अब भी संभावना है
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तंंर पंंिेश मेंजानने को, घूमने को और पयंयटन को दिकदसत करने के दलए बहुत कुछ है. कुछ तो ऐसे संथल हैं जहां इदतहास भी है, भूगोल भी और समाज शासंं भी है. इटािा के आगे औरयंया के आसपास बहुत कुछ ऐसा है दजसे दिकदसत करने की दजमंमेिारी उतंंर पंंिेश सरकार की है. जो लोग इटािा का भूगोल जानते होंगे उनंहेंपता होगा दक इटािा दजले के िदंंकणी छोर पर यमुना निी बहती है. और यहां यमुना का बहाि कंंेतं ढलिां है. इसदलए यहां यमुना की रार तेज और जमीन काटने िाली है. यही कारण है दक इटािा से िे कगार शुरं होते हैं. जो कानपुर तक चले गये हैं. ये कगार अपने आप मेंइतने नीरस और बीहड़ं हैं दक मीलों िूर तक आपको दकसी भी मनुषंय के िशंयन तक नहींहोते. मगर करीब 200 दकमी की यह पटंंी नैसदंगयक सौंियंयसे भरी पड़ंी है. यहां का िातािरण खासा रहसंयमयी है. आपके ठीक बगल से कोई गुजर रहा है. उसका अंिाज तक आपको नहीं होगा. कुछ दिखता ही नहीं है. यही कारण रहा दक दपंडादरयों और ठगों ने एक जमाने में यहीं अपना डेरा बनाया था. बाि में कनंयल संलीमैन ने उनका उछंछेि दकया. मगर यह कंंेतंिैसा ही पड़ंा रहा. बाि मेंइस बीहड़ंमेंडकैत आ गये. तकरीबन सौ सालों तक यह पूरा कंंेतं डकैतों की शरण संथली बना रहा. अब यह लगभग शांत है इसदलए इस पूरे कंंेतं को पयंयटन कंंेतं में बिला जा सकता है. यहां पयंयटन और औदंंोदगक दिकास कंंेतं दिकदसत करने के दलए गुंजाइश खूब है. यह इटािा-कानपुर के बीहड़ं इलाके का कोई यातंंा संसंमरण नहींहै पर यह एक ऐसे इलाके का िणंयन है. दजसे अगर दिकदसत दकया जाये तो संभािनायें अपार हैं. दकसी भी पयंयटन संथल के दलए उसके आसपास का िातािरण, उसकी भौगोदलक संसथदत और उसका इदतहास महतंिपूणंय है. कानपुर िेहात दजले के मूसानगर इलाके के पास इदतहास भी है, भूगोल भी है और इस इलाके के आसपास सौंियंय दबखरा पड़ं है.
यकीनन इसका दिकास होगा तो यह इलाका एतंमािपुर, दफरोजाबाि होते हुए इटािा. को कोड़ंा जहानाबाि की निाबी दमली थी. पयंयटन के नजर से बहुत ही बड़ंा इलाका इसके बाि महेबा, बाबरपुर-अजीतमल, उसने दिदंंोह इसी दकले से दकया था. मुरािगंज होकर औरयंया दफर दसकंिरा. इसीदलए इस पूरे रासंंे में बािशाही लािसादबत होगा. पहले जब मुगल बािशाह के पास इसके बाि भोगनीपुर दफर चपरघटा, लशंकर के आराम के दलए सराय थीं. खालसा जमीन आगरा से इलाहाबाि मूसानगर, घाटमपुर, जहानाबाि, बकेिर, अकबर के अलािा बाकी के बािशाह चूंदक (कोड़ंा जहानाबाि) तक हुआ करती थी. दफर चौडगरा पहुंच कर बािशाही लशंकर यमुना का पानी दपया करते थे. इसदलए पूरे रासंंे में सड़ंक से तब चपरघटा का बड़ंा रंतबा था. बािशाह इटावा में यमुना से िुरं होने वाले बीहडं िरीब सौ साल ति यमुना निी तक जाने के का लाि-लशंकर डिैतों िे िरण संथल बने रहे. अब यह कंंेतं लगभग िांत है दलए सुरंगें थीं. दजनके अिशेष आज भी मौजूि मुगल रोड से ही आगरा से इलाहाबाि इसकलए इसे पयंतटन कंंेतं में बदला जा सिता है और औदंंोकगि हैं. मुगलरोड पर यमुना निी के एकिम दकनारे जाता. आगरा से कविास िे कलए भी गुंजाइि खूब है. मूसानगर बसा है. जहां इटािा हालांदक इटािा आने के दलए बाबर के समय तक िाया ऊिी िही पुरानी शेरशाह सूरी मागंय(जीटी रोड) सुपंदसदंं मजार है. मुकंतािेिी का मंदिर है रासंंा था और बािशाही लोग ऊिी से ही पकड़ंता और दफर मलिां, फतेहपुर,खागा और चंिेल राजाओं का बनिाया िेियानी यमुना पार कर इटािा आते थे. बाबर ने होते हुए एक रासंंा जाता है. कोड़ंा तालाब है. दजसमेंसीरे यमुना से पानी लाने अपनी डायरी बाबरनामा मेंइटािा आने का जहानाबाि और िूसरा पंंयाग के दकले की का संंोत है. मूसानगर से करीब 40 दकमी पहले दजकंं दकया है. िूसरा रासंंा था िाया तरफ. अकबर के समय शहजािा सलीम दसकंिरा है. औरंगजेब के समय में जब दकसान दिदंंोह शुरं हुआ और आगरा िरबार के कटंंरपंदथयों ने दिदंंोह को िबाने के दलए मंदिरोंको भी दनशाना बनाया तो नागा सारुओंने गुसाइयोंकी फौज तैयार की. ये गुसाईं बड़ंे ही खतरनाक लड़ंाके थे. पर औरंगजेब के बाि िे बेकार हो गये. तो उनकी फौज भाड़ंेपर लडऩे लगी. मुगलों के िजीरे आजम सफिरजंग ने इस गुसाईं फौज का बखूबी इसंंेमाल दकया. गुसाइयों की िो बड़ंी छािनी थीं. एक सागर और िूसरी दसकंिरा थी. पहले दिलंली िरबार का पतन और बाि में अिर के निाब की ियनीय िशा के कारण इन गुसाइयों का िबिबा खतंम हो गया. तो ये लूटपाट करने लगे. इसके दलए सबसे मुफीि जगह चपरघटा थी. दसकंिरा से आगे और मूसानगर से थोड़ंा पहले जहां पर सेंगुर निी का मुहाना है. िहीं पर चपरघटा है. िहां
पहुंचते ही ऐसा लगता है मानो रोड एकिमसे पाताल में चली गयी हो. 45 दडगंंी के ढलान से नीचे और बस चंि गज बाि ही इसी अंिाज में चढंायी. यही िह जगह थी जहां गुसाईं लोग लूटपाट करते थे. यह इलाका इतना बीहड़ंथा और तेंिुओंसे भरा हुआ दक कंपनी सरकार कुछ कर ही नहीं पाती. दपणंडारी गुसाईं लूटपाट करते और यमुना और सेंगुर के बीहड़ंों से होते हुए िे यमुना पार कर जाते. इसीदलए चपरघटा के बारे में कहाित चल दनकली- दिलंली की कमाई, चपरघटा मां गंिायी. उतंंर पंंिेश का भूसंरकंंण दिभाग अभी तक यहां के बीहड़ं को खतंम नहीं कर पाया है. हालांदक िन दिभाग तेंिुए तो नहीं बचा सका. पर जब आज से 35 साल पहले तक यहां डाकुओं का एकछतंं राज था. तब संथानीय पुदलस और नेता पकड़ं छुड़ंाने के दलए यहीं पर पीदड़ंत पदरिार से दमलकर बंिरबांट दकया करते थे. मूसानगर थाना हाल तक उतंंर पंंिेश पुदलस का एसओ रैंक का थाना था और कमाई का एक बड़ंा संंोत. यहां पर आप बीहड़ं में उतरकर यमुना का उफान िेख सकते हैं. पंंकृदत की कूंर मार से पीदड़ंत लोगों का ििंय भी जान सकते हैं. अरहर, चना और सरसोंके अलािा यहां और कुछ नहींपैिा होता. यहां रंकने की कोई वंयिसंथा नहींहै. आपको कानपुर रंकना होगा अथिा भोगनीपुर के दकसी टूटे-फूटे डाकबंगले में. चूंदक यह इलाका 1857 में दिदंंोह का केंदं रहा इसदलए अंगंेजोंने भोगनीपुर से तहसील हटाकर पुखरायां दशफंट कर िी थी. पर आप यमुना पार कर कालपी के भी डाकबंगले में रंक सकते हैं. पर मैं राय िूंगा दक आप िापस कानपुर लौट जायें. मेरा गांि चूंदक मूसानगर से कुल सात दकमी है. इसदलए मैं तो गांि चला गया.
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15 अप््ैल - 21 अप््ैल 2016
मेनन के बाद करीबबयो् पर गाज फिर भी नहीं फमला नंयाय
पूजा नसंह
साप सुथरी छदि िाले नेताओं की तैनाती चाहता है. ऐसे में अब तक हादशये पर रहे कुछ नेताओंकी तकिीर पलट सकती है. भोपाल. मधंय पंंिेश में संघ और अरदिंि मेनन का दपछले िो तीन िषंंोंसे सरकार के बीच दरशंतों को मजबूत बनाने दिरोर हो रहा था लेदकन उनकी ताकतिर िाले पंंिेश संगठन महामंतंी अरदिंि मेनन शसं ख सयत के चलते कोई खुलकर कुछ नहीं की आदखरकार दििायी हो गयी. मेनन के कह पा aरहा था. लेदकन अब िकंत ने पलटा पंंिेश से जाते ही दिरोरी रड़ंेसदंंकय हो गये खाया है. पाटंंी के अंिरंनी सूतंोंका कहना है हैं और अब माना जा रहा है दक संगठन में दक मेनन के जाने के बाि उनके करीबी लोगों दिदभनंन पिोंपर कादबज उनके करीबी तमाम का पतंंा कट सकता है. िरअसल मुखंयमंतंी नेताओंपर भी जलंिी गाज दगर सकती है. दशिराज दसंह चौहान से अछंछे तालंलक ु ात के पंंिेश के मुखंयमंतंी दशिराज दसंह चलते मेनन के करीबी संगठन मेंकई अहम चौहान ने मेनन बचाने की हर संभि कोदशश पि हादसल करने मेंकामयाब रहे थे. लेदकन की लेदकन पाटंंी आलाकमान मेनन की य य मेंिसंक ं संगठनाातंमक कंंमता का िूसरी जगह बदढय़ा था और िे उनके साथ जुगलबंिी में अब दिरोरी खेमोंने संघ कायंाल इसंंेमाल करने का पूरा मन बना चुका है. 2018 का चुनाि जीतना चाहते थे. मेनन ने िेकर अपनी मांग रखनी शुरंकर िी है.पाटंंी माना जा रहा है दक उनका पंंयोग उतंंर पंंिेश पाटंंी के भीतर और बाहर दशिराज दसंह के नेता िबी जुबान में संिीकार करते हैं दक के आगामी दिरानसभा चुनाि में दकया चौहान की छदि मजबूत करने में अहम ताजा घटनाकंंम में पंंिेश पंंभारी दिनय जायेगा. अंिरखाने खबर यह है दक मेनन को भूदमका दनभायी थी. ऐसे मेंमौजूिा घटनाकंमं सहसंंबुदंघे की अहम भूदमका है. उनंहोंने संघ की नाराजगी की कीमत चुकानी पड़ंी. को दशिराज की कमजोरी से जोड़ंकर भी मेनन से जुड़ंी दशकायतों को सही जगह पर संघ उनकी कायंयशैली से बहुत खुश नहींथा िेखा जा रहा है. माना जा रहा है दक मेनन के पहुंचाया दजसके बाि यह कारंयिाई की गयी. लेदकन िह ताकतिर मुखंयमंतंी दशिराज जाने के बाि उनके करीबी संभागीय संगठन मेनन दपछले काफी समय से दििािों में थे दसंह चौहान का दलहाज कर रहा था. मंदंतयों पर भी गाज दगर सकती है. राषंंीय लेदकन मुखंयमंतंी का िरिहसंं उनंहें बचाये दशिराज के साथ मेनन का तालमेल बहुत संियंसेिक संघ भाजपा में अहम पिों पर हुए था.
रिीश कुमार
नररिारी लाल जोशी
भागलपुर. दजला सतंं नंयायारीश जनािंयन दंंतपाठी की अिालत ने सबूतों के अभाि में29 आरोदपयोंको बरी कर दिया है. इस तरह डीएसपी सुखिेि मेहरा के पदरिार को 29 साल बाि भी इंसाफ नहीं दमला. अिालत के फैसले से डीएसपी मेहरा की पतंनी उदंमयला मेहरा मायूस हैं. दफलहाल िे झारखंड िेिघर की इंदिरा कालोनी मेंरहती है.ं उनके एक पुतंी रंजना िो पुतंअदनल और सुनील है. अदनल टीचर है.ं िे उचंंनंयायालय का िरिाजा खटखटायेंगे. उनकी हतंया नाथनगर में19 जनिरी 1987 को एक उगंं भीड़ ने दजंिा जलाकर कर दिया था. हैरत की बात है दक 80 पुदलसिालोंको इस मामले में गिाह बनाया गया था. मगर दकसी ने गिाही नहींिी. इस कांड मेंशुरंसे ही पुदलस िालों की भूदमका संिहे के घेरे मेंरही है. जो िाकये के दिन तमाशबीन बनी रही थी. यहां तक दक पुदलस के अफसर दसपाही तक गिाही िेने अिालत नहींपहुच ं .ें आरोदपयोंमेंकईयोंका तो इंतकाल हो गया. जो बचे उनंहेंसबूतोंका अभाि का फायिा अिालत से दमल गया.
निजी क््ेत् मे् भी आरक््ण हो: मांझी
नयी चिल्ली. दबहार में महािदलत आयोग का अधंयकंं मुसहर समाज से आने िाले डा हुलश े मांझी को बनाया गया है. उनंहोंने अपने पहले भाषण मेंकहा दक मैंनहीं जानता दक, मैं कब तक इस पि पर रहूगं ा. लेदकन जब तक रहूगं ा समाज का और िल का सेिक रहूगं ा. ये कहते हुए उनके शबंिोंमेंगज़ब का आतंमदिशंंास और ऊजंाय थी. डा हुलश े मांझी को इस पि तक पहुच ं ने मेंकाफी कदठन रासंंेसे होकर गुजरना पड़ा है. ये महािदलत मुसहर समाज के नियुिकोंके दलए उिाहरण है. डा मांझी भूदमहीन मजिूर पटना के पलंगा गांि के रहने िाले है.ं पटना दिदि से संनातकोतंरं और बाि में जूदनयर दरसचंय फेलोदशप और डाकंटरेट की उपादर नालंिा दिदि से पंंापंत की. डा मांझी पूरे दबहार के मुसहर समाज के पहले संकॉलर डॉकंटरेट है.ं इसके दलए उनंहेंपूियं मुखयं मंतंी जीतनराम मांझी ने समंमादनत दकया गया था. डा मांझी बताते हैं दक अभािों में अपने दपता के साथ मजिूरी करके और एक िकंत का भोजन करके अपने काम में लगा रहा. हादशये पर पड़े समाज को दिकास की मुखयं रारा में लाना चाहते थे. दजसके दलए अभी तक पंयं ासरत हू.ं मांझी से जब पूछा गया दक आपके जीिन का पदरितंनय कारी कंण ं कौन सा था? इस पर उनंहोंने बताया दक जब 2007 में मुखयं मंतंी नीतीश कुमार ने महािदलत आयोग का गठन दकया. तो मुझे लगा दक समाज के अंदतम पायिान पर खड़े लोगोंके दलए सोचने िाला वंयसंकत दकतने अछंछे दिचारों का है. रीरे-रीरे उनकी इस मुदहम से जुड़ता
RNI- DELHIN/2015/ 65658
गया. इस िौरान जियू के राजंयसभा सांसि आरसीपी दसंह के करीब आ गया और संगठन की दजमंमिे ादरयां संभालने लगा. इस पंक ं ार मैं सािंज य दनक जीिन मेंसमाज के दलए समदंपतय कायंक य तंाय बन गया. िदलत से महािदलत के दिभाजन का समथंनय करते हुए मांझी कहते हैं दक मुखयं मंतंी नीतीश का यह किम सामादजक असंतल ु न को िूर करने का सराहनीय पंयं ास है. हालांदक उनके इस किम का शुरंमेंदिरोर हुआ. लेदकन िदलतोंमें सिंादय रक दिकास पासी, रजक और रैिादसयोंका हुआ है. इनके अलािा शेष िदलत लगातार हादसये पर रहा. इसीदलए नीतीश ने 'नंयाय के साथ दिकास' को बल िेते हुए महािदलत का िगंंीकरण दकया. अभी भी मुसहर और भंगी जैसी जादतयां पूरी तरह उपेदंकत है.ं इनके दलए बहुत काम दकया जाना है. मुसहरोंकी संखयं ा तकरीबन चार फीसिी है. दजसमें98 फीसिी मुसहर मदहलायेंऔर 90 फीसिी मुसहर पुरषं अदशदंंकत है.ं इसीदलए इन जैसी जादतयों के समगंं दिकास के दलए महािदलत का दिचार लाया गया जो उदचत है. मांझी, जीतनराम मांझी और रामदिलास पासिान जैसे घोदषत िदलत नेताओंके बजाय नीतीश कुमार के साथ खड़े है.ं इस पर मांझी ने बड़ी बेबाकी से कहा दक जीतनराम मांझी को मुखयं मंतंी बनाने िाले नीतीश कुमार ही थे. िे बहुत खुले दिल िाले वंयसंकत है,ं तभी मुसहर समाज के वंयसंकत को मुखयं मंतंी बनाया.
दनदंंित ही रामदिलास पासिान और जीतन राम के पास अपने राजनैदतक अनुभि होंग.े लेदकन नीतीश कुमार संिाथंयकी राजनीदत से अलग है.ं िे सबका दिकास चाहते है,ं इसदलए मैंउनके साथ खड़ा हुआ. यह पूछे जाने पर दक कंया महािदलत नीतीश कुमार का साथ िेगा? इस पर मांझी कहते हैं दक इस सरकार को बनाने में भी महािदलतों का योगिान है. सरकार ने महािदलतोंके दिकास के दलए टोला सेिकों, दिकास दमतंंोंकी दनयुसकं त की है. दजससे दशकंंा और राजंय की दिदभनंन लोक कलंयाणकारी योजनाओं को इनके बीच पहुच ं ाया गया. िदलत मुससं लमों और िदलत मदहलाओंके दलए भी कई योजनायें शुरंकी गयी है.ं मांझी ने महािदलतों के दलए दिदभनंन अनुशस ं ायें सरकार के समंमख ु भेजी है.ं दजनमें िदलत लड़दकयों को इंटर संरं पर छातंिं दृ ंत, अनुसदू चत जादत थानोंमेंअनुसदू चत जादत के थानेिारों की दनयुसकं त, महािदलत टोलों में दिदंंालय, शौंचालयों की सुदनदंंितता और शराबबंिी जैसी बातें है.ं शराबबंिी की अनुशस ं ा आयोग से भेजी गयी थी. कंयोंदक िदलत समाज का सबसे बड़ा िुशमं न शराब है. दबहार आज 'शराब मुकतं ' पंिं श े है. यह पूछे जाने पर दक नीतीश-भाजपा गठबंरन और नीतीश-लालू गठबंरन मेंकंया अंतर है? इस पर मांझी कहते हैंदक काम तो तब भी हुआ था. अब भी हो रहा है. लेदकन 'जंगलराज' जैसे
िुषपं च ं ार को िूर करते हुए दबहार मेंदिकास िर बढ रही है. सबसे बड़ी बात सतंंासीन दिरायकोंको भी गलत काम करने पर बकंशा नहीं जा रहा है. यह दबहार के दिकास का सूचक है. साथ ही यह सरकार सिंस य माज दिकास को लगातार महतंि िे रही है. आरकंण ं बढाने और दबहार में पूणयं शराबबंिी इसकी महतंिपूणयंउपलसंबर है. दबहार की उभरती हुयी राजनीदतक पीढी दचराग पासिान, तेजसंिी यािि और तेजपंतं ाप यािि जैसे युिा नेताओंके बीच आप खुि को कहां पाते है?ं इस पर मांझी साफ़ कहते हैंदक मेरे पास कोई राजनीदत दिरासत नहीं है. मैं अपनी मेहनत और ईमानिारी से आगे बढूगं ा और समाज के अंदतम पायिान पर खड़े वंयसंकत की सेिा करंगं ा. पंरं ानमंतंी मोिी के अंबड े कर को बहुत तरजीह िे रहे है.ं इसपर मांझी कहते हैंदक मोिी की राजनैदतक मजबूरी है. लेदकन दबना अंबडे कर के समंमान के भारत की राजनीदत में सफलता संभि भी नहीं है. बाबा साहब को अपना आिशंय मानने िाले मांझी आगे कहते हैंदक दबहार सरकार के 'सात दनिंयं ' है.ं मांझी ने कहा दक हर दनिंयं जनता का है. लेदकन शराबबंिी और िदलत मदहला सशकंतीकरण के मुदंेपर आयोग बहुत सचेत है. दनजी कंतंे ं में नीतीश कुमार के आरकंण ं के मुदें का मांझी समथंनय करते है.ं उनका मानना है दक भूमणंडलीकरण के िौर में सब कुछ दनजी हाथों में चला जायेगा. तब हमारे जैसे समाज को रोजगार नहीं दमलेगा. हमेंबराबरी का अदरकार चादहए, मैंन दसफंक दनजी कंतंे ंमेंआरकंण ं का समथंक य हू.ं बसंलक नीतीश के आरकंण ं बढाये जाने िाले मुदंेका भी समथंनय करता हू.ं
असल में नाथनगर बुनकरों का गढ है. इनका टकराि दबजली दबल की माफी को लेकर दबजली बोडंयसे था. 13 जून 1982 को ड़ा जगनंनाथ दमशंंकी सरकार ने दकसानोंके साथ बुनकरों को भी अकंटूबर 1980 तक बकाये रकम का 75 फीसिी माफ़ कर दिया था. ये दफर माफी चाह रहे थे. दबजली के दबल मेंभी गड़बड़ी की दशकायत थी. कदमशनर ने बीच बचाि करने की पूरी कोदशश की. मगर दबजली बोडंय के महापंंबंरक बलराम दसंह अनिेखी करते रहे. इस बीच बुनकरों की लाईन काटने जैसा अदभयान चला दिया गया. 13 जनिरी 1987 से बुनकरों ने जतंथे िार अनशन शुरं दकया. 19 जनिरी को साढे सात बजे सुबह कोहरा भी ठीक से नहींहटा था. 10 से 12 लडके संयकु तं मोचंाय का बैनर ले ररना संथल की ओर जा रहे थे. चंपानगर पुदलस फाड़ी के पास उस िकंत के थाना पंभं ारी केके दसंह ने उनंहेंरोका. उनकी दपटायी की और बैनर भी फाड़कर फेक ं दिया. आठ बजे सलीमुदंीन अंसारी को पुदलस ने दगरफंतार कर दलया. नौ बजे उस रासंंे से जा रहे दशिशंकर लाल को पकड़ दलया गया. तबतक गदलयोंमेंइकठंंी हो रही भीड़ जुलस ू की शकंल ले चुकी थी. तकरीबन 15 हज़ार लोगों के जुलूस का नेतृतंि सकुन िेि और िेिितंंिैदंकर रहे थे. मनसंकामना चौक पर डीएसपी सुखिेि मेहरा, नाथनगर के िीदडयो और थाना इंचाजंयकेके दसंह कुछ जिानोंके साथ मौजूि थे. जुलूस को िेखते ही थानापंंभारी ने सकुनिेि और िेिितंं को दगरफंतार कर दलया. भीड़ पर अंरारुन लादठयां बरसानी शुरंकर िी गयीं. डीएसपी मेहरा ने मना दकया. पर थानापंभं ारी ने एक नहीं सुनी. नेतृतंि दिहीन भीड़ में तब तक शरारती ततंि भी शादमल हो चुके थे. पुदलस पर रोड़ेबाजी करने लगे. माहौल दबगड़ता िेख पुदलस पीछे हटने लगी. िीदडयो और थाना इंचाजंयभागने लगे. जाते जाते उन लोगों ने गोदलयां चलिा िी. भारतीय संटटे बैक ं के बगल में खड़े िो लडकें मोहमंमि जहांगीर और शदश कुमार को गोली लगी िोनों ने फौरन िम तोड़ दिया. तबतक भीड़ ने उगंं रंप रारण कर दलया. डीएसपी मेहरा अकेले पड़ गये. पुदलस की गोली से िो लोगोंकी मौत के बाि गुसस ं ाई भीड़ डीएसपी मुिांबय ाि का नारा लगा उनपर लपकी. भीड़ को अपनी और आते िेख िे बगल के दहंि मशीनरी िकंसयं नामक िुकान मेंछुप गये. भीड़ ने िरिाजा तोड़ दिया और डीएसपी मेहरा पर टूट पड़ी. कुछ लोगों ने सड़क पर खड़ी पुदलस जीप मेंआग लगा िी गयी. िुकान से जबरन खींचकर लाये गये डीएसपी मेहरा को जलती जीप मेंफेक ं दिया. जहां उनकी जलने से मौत हो गयी. यह िाकया सुबह करीब साढे िस बजे का था. उस िक़्त डीएम राम शंंृंगार दसंह, एसपी अदनल दसंह (दफलहाल सीबीआई दनिेशक), कदमशंनर फूलचंि दसंह और आईजी बलिीर झा मौके पर नहींपहुच ं सके थे. हां 50-60 कांसटं बे ल जरंर कुछ फलांग पर खड़े थे. मगर दकसी ने उनंहें बचाने की कोदशश नहींकी.
संितंिादरकारी, पंंकाशक और मुदंक: कंंमता दसंह के दलए अमर उजाला पसंबलकेशंस दलदमटेड, सी-21, 22, सेकंटर-59, नोएडा, उतंंर पंंिेश से मुदंदत एिं िूसरी मंदजल, बी-146, हदरनगर आशंंम, नयी दिलंली- 110014 से पंंकादशत. संपािकः अंबरीश कुमार (पीआरबी अदरदनयम के तहत समाचारोंके चयन के दलए दजमंमेिार) सभी कानूनी दििािोंके दलए नंयाय कंंेतंदिलंली होगा. संपकंक: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com