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वर्ष 1 अंक 15 n पृष्:16 n 19-25 फरवरी 2016n नयी दिल्ली n ~ 5
मोदी के गले की हड््ी बना गुजरात
सववेक िकंिेना
नयी दिल्ली. पंंधानमंतंी नरेंदंमोदी के अपने गृह राजंय गुिरात में उनकी सबसे जवशंंसनीय नेता आनंदीबेन के जखलाफ बगावत के हालात बन रहे हैं. राजंय के भािपा नेताओंका मानना है जक अगर उनके मुखंयमंतंी रहते पाटंंी ने 2017 का जवधानसभा चुनाव लड़ंा तो यह उनके जलए जबहार साजबत होगा और नरेंदं मोदी के जलए जदकंंतोंकी शुरंआत हो िायेगी. लगातार तीन बार गुिरात में शानदार िीत हाजसल करते आये जिस नरेंदं मोदी ने बीते लोकसभा चुनाव मेंवहां की सभी सीटों पर शानदार िीत हाजसल करके कांगंेस का सूपड़ंा साफ कर जदया िा, वही राजंय अब उनके जलए जसरददंय बनने वाला है. उनंहें गुिरात छोड़ंे हुए अभी दो साल भी नहीं हुए
हैं. पर भािपा दो फाड़ंहोती लगती है. िहां एक धड़ंा मुखंयमंतंी आनंदीबेन पटेल का है. तो दूसरा राषंंीय अधंयकंंअजमत शाह के पंजंत जनषंंावान है. हाल ही में मुखंयमंतंी की बेटी
लेकर यह टकराव और बढ़ं गया है. मुखयं मंतंी अपनी कैजबनेट के सािी भूपदें ंजसंह चुडासमा को पंदं श े अधंयकंंबनाना चाहती है.ं िबजक उनके जवरोधी उनके इस कदम का जवरोध कर रहे हैं. भूपेंदर जसंह कंंजंतय हैं. जिनका शुरंसे ही पटेल के साि छतंंीस का आंकड़ंा रहा है. पाटीदार नेता हाजंदयक पटेल के राजंय के रािनीजतक पटल पर उभरने के बाद यह खायी और गहरी हो गयी है. हाल के थंिानीय जनकाय चुनावोंमेंपटेलोंने भािपा का जवरोध जकया िा. मौिूदा पंंदेश अधंयकंं आरसी फालंदू भी पटेल ही हैं. यह दलील दी िा रही है जक अधंयकंंपद पर जकसी गैर पटेल को जनयुकंत जकए िाने से उनकी नारािगी और बढ़ंेगी. गुिरात के भािपा नेता बताते हैंजक िहां नरेंदं मोदी अपने वंयसंकततंव और िनसंपकंफ की कला के कारण मतदाता से सीधा जरशंता बना लेते िे. वहीं 73 वषंंीय आनंदीबेन का थंवभाव बेहद रंखा और चेहरा सपाट है. यही संथिजत उनकी कैजबनेट के बाकी पटेल मंजंतयों की भी है. वहीं मुखंयमंतंी खेमे का कहना है जक हम कंया करे.ं आि भी संगठन पर अजमत अनार पटेल के जवतंंीय मामलों के बारे में शाह का कबंिा है. नरेंदंमोदी ने उनंहेंअपना आयी खबरों के पीछे यही टकराव बताया जवशंंासपातंंहोने के कारण ही यह पद सौंपा िाता है. िा. हालांजक अनार पटेल जववाद के बाद पंदं श े भािपा अधंयकंंके उमंमीदवारी को बाकी पेज 2 पर
िरकार को चूना लगा रही हैं आवाि िसिसियां लखनऊ. उतंंर पंंदेश के गाजियाबाद संथित सहकारी आवास सजमजतयां राजंय सरकार को रािथंव के मद मेंबड़े पैमाने पर चूना लगा रहीं है. इसे लेकर िांच शुरं हो चुकी है. ये सजमजतयां मूल आवंटी सदथंयोंके फ़्लैट जबना रजिथंटंी कराये सदथंयता वापसी के गोरखधंधे से बेच रही है. इस खेल मेंकुछ लोगों की िेब भर रही है पर सरकार को थंटामंप डंंूटी मद में करोड़ों का चूना लग चूका है. थंिानीय संंर पर अफसरों और सहकारी आवास सजमजत के पदाजधकाजरयों की जमलीभगत से यह खेल चल रहा है .कुछ सजमजत के सदथंयोंने भी इसकी जशकायत की पर कोई कायंवय ाई नहींहुई .जसफंफएक सजमजत में बार बार पदाजधकारी बनने वाले ने अब तक पचास फंलटै इस तरीके से जबकवा जदए है. यानी िो मूल आवंटी िा उसने अपने फ़्लैट की रजिथंटंी कराये जबना सजमजत के कहने पर फंलटै बािार दरोंपर बेच जदया और बाकी पेज 2 पर
सबक दे गये ये उपचुनाव बंगाल में कांगंेस और वाम दल एक हुये
रंजीव
जवधानसभा की जिन तीन सीटोंपर 13 फऱवरी को उपचुनाव हुआ उनमें सभी पर लखनऊ. जवधानसभा सीटों के साल 2012 में सतंंारंढ़ं समािवादी पाटंंी उपचुनावों के बारे में एक आम धारणा को िीत जमली िी. इनमें दो पजंंिमी उतंंर िमाने से चली आ रही है. यह जक िो भी पंंदेश और एक अवध के इलाके में हैं. पाटंंी सतंंारंढ़ं होती है. वह इसमें िीत पजंंिमी यूपी की दोनों सीटें, मुिफंफरनगर हाजसल करती है. उतंंर पंंदेश में तीन सीटों और देवबंद समािवादी पाटंंी ने गंवा दीं. के उपचुनाव में ऐसा नहीं हुआ. सतंंारंढ़ं मुिफंफरनगर में भारतीय िनता पाटंंी और समािवादी पाटंंी को सबसे जंयादा नुकसान देवबंद में कांगंेस को िीत जमली. िबजक उठाना पड़ंा. वह तीन में दो सीटें हार गयी. अवध की बीकापुर सीट सपा ने अपने कबंिे इसजलए सूबे में एक साल बाद होने वाले में रखी है. इन तीनों सीटों पर सपा के जवधानसभा के चुनावों से पहले आये इन जवधायकोंके आकसंथमक जनधन के कारण बाकी पेज 2 पर नतीिोंको नया आयाम जमला है.
शरद गुपंिा
नयी दिल्ली. पजंंिम बंगाल के जवधानसभा चुनाव के जलए माकंसंयवादी कमंयूजनथंट पाटंंी और कांगंेस के बीच सीटोंके तालमेल पर सहमजत बन गई है. गुरंवार को जदलंली में आयोजित सीपीएम की सेंटंल कमेटी की बैठक ने कांगंेस के साि गठबंधन के पंस ं ंाव को नामंिरू कर जदया कंयोंजक उसकी केरल इकाई इसका जवरोध कर रही िी.
देश डर न जाये, इस देशभक्ति से!
अंबरीश कुिार
जि
न छातंंों और नौिवानों से बनी लहर पर सवार होकर नरेदं ंमोदी सतंंा में आये िे. आि उनंहीं छातंोंं के जखलाफ सरकार ने लगता है अघोजषत युदंछेड़ जदया है. कहा िा रहा है जक यह रणनीजत है. देशभकंत बनाम देशदंंोही में बांटने की. इससे पाटंंी को फायदा पहुंचेगा. इसी विह से अदालत मेंझंडा,
डंडा और ईंटा पतंिर लेकर कुछ देशभकंत
दोनों राजंयों में जवधानसभा चुनाव एक साि होने हैं. लेजकन सेंटंल कमेटी ने सीटों के तालमेल को सहमजत दे दी. दोनों दलों की राजंय इकाइयां पहले ही उन सीटों का चयन कर चुकी हैं जिन पर उनंहें लड़ंना है. इससे तृणमूल कांगंेस को अब चुनाव में कड़ंी चुनैती जमलने की संभावना बन गई है. अजधकतर सीटों पर अब तृणमूल के जखलाफ बीिेपी और कांगंेस/सीपीएम का जतकोना मुकाबला होगा. िहां बीिेपी नहींहै वहां सीधी लड़ंाई होगी.
वकील नंयाय करने उतरे. पर यह रणनीजत नाकामयाब होती निर आ रही है. िेएनयू में जवदंंािंंी पजरषद के छातंं संघ पदाजधकारी ही जवरोध में खड़े हो गये . यह आगे बढ़ा तो यह संगठन और सरकार दोनों पर भारी पड़ेगा. यह देश इतना कमिोर नहीं है जक दिंयन भर गुमराह लोग नारा लगा दे तो देश दरक िाये. यह समझना चाजहये. आि उतंरं से बाकी पेज 3 पर
किसान खेत में, िारंयितंाय समंमेलन में
पूजा सिंह
की िबजक मुखंयमंतंी जशवराि जसंह चौहान का पूरा भाषण पंंधानमंतंी मोदी की तारीफ भोपाल. सीहोर में आयोजित और अचंछे जदन आने की बातोंसे भरा रहा. उधर, भारतीय जकसान यूजनयन ने पंंधानमंतंी नरेंदं मोदी का जकसान महासमंमेलन पूरी तरह रािनीजतक तमाशे में सीहोर जिले के शेरपुर मेंआयोजित जकसान तबंदील हो गया. समंमेलन के दौरान जकसान महासमंमेलन का िमकर जवरोध जकया. अपने खेतों में निर आये िबजक सीहोर यूजनयन ने आरोप लगाया जक जकसान जिले का शेरपुर गांव पंंदेश भर से आये महासमंमेलन मेंसरकार ने जकसान संघटनों भािपा कायंयकतंायओं से गुलिार रहा. को ही आमंजंतत करना िरंरी नहीं समझा. पंंधानमंतंी ने मंच से नयी पंंधानमंतं फसल बसोंमेंभर-भरकर कायंयकतंायओंको सीहोर बाकी पेज 2 पर बीमा की औपचाजरक शुरंआत की घोषणा
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एि कुिार
19 फरवरी
- 25 फरवरी 2016
कांग्ेस बबना लड़े हारी
चंडीगढ़. खडूर साजहब उपचुनाव में जशरोमजण अकाली दल ने 66 हिार के भारी माजंिनय से िीत दिंयकी है. यह िीत तो उस जदन ही तय हो गयी िी. िब कांगस ंे ने उपचुनाव से दूर रहने की घोषणा कर दी िी. रही सही कसर भाई बलदीप का नामांकन रदंं होने से पूरी हो गयी िी. ऐसे मेंयह चुनाव बस एक औपचाजरकता भर रह गया िा. शायद यहीं एक विह रही जक इस सीट पर मातंं 58 फीसदी मतदान हुआ. जवधानसभा आम चुनाव मेंयहां 80 फीसदी मतदान हुआ िा. यानी इस बार 22 फीसदी वोटसंयने वोजटंग मेंरंजच ही नहींली. अकाली दल को इस िीत से कोई राहत जमलती निर नहींआ रही है. आप और कांगस ंे के जलए भी उपचुनाव के पजरणाम परेशान करने वाले है.ं कांगसंे ने उपचुनाव का बजहषंकार कर रखा िा. मतदाता से भी अपील जक जक मतदान से दूर रहे. लेजकन 22 फीसदी ही मतदान कम हुआ. िो कम से कम यह साजबत करने के जलए काफी है जक उनका मुदंा भी यहां चल नहींपाया. इधर आप बार बार मतदाता से अपील करती रही जक नोटा का बटन दबाये.ं लेजकन उसका यहां कोई असर निर नहींआया. ऐसे मेंकंया कांगसंे और आप को अपनी रणनीजत बदलनी होगी. इस सवाल का िवाब पंिाब की तीनों पाजंटयय ां खोिने में लगी है.ं यह सीट कांगसंे के पास िी. यहां से कांगसंे के जवधायक रमनिीत जसंह जसकंंी ने गुरंगंिंं साजहब की बेहदबी के जवरोध मेंइसंंीफा दे जदया िा. इससे यह सीट खाली हो गयी िी. वैसे भी यह सीट पंिक सीट मानी िाती रही है. ऐसे मेंकांगस ंे ने पूरी कोजशश की जक बेअदबी से उपिे गुथस ंे को भुनाया िाये. लेजकन कांगस ंे एक रािनीजतक चूक कर गयी. वह यह जक अंजतम समय तक उमंमीदवार ही तय नहींकर पायी. बाद मेंकांगस ंे ने उपचुनाव से दूर रहने का
ऐलान कर जदया. लेजकन इससे पाटंंी जसकंंी के इसंंीफे से जमली सहानुभजू त को भुनाने से वंजचत रह गयी. आप ने पहले ही उपचुनाव से दूर रहने का ऐलान कर जदया िा. इसके बाद भी कांगसंे और आप अपंतंयं कंंरंप से इस चुनाव मेंभागीदारी
किसान खेत में, िारंयितंाय समंमेलन में पेज 1 का बाकी ले िाया गया है िबजक जकसान अपने खेतों मेंलेट हुई फसल संभालने मेंवंयसंंहैं. उलंलख े नीय है जक इस महासमंमल े न का आयोिन 32 एकड़ंमेंजकया गया है जिसमें कई जकसानों की फसलों को नुकसान भी पहुंचा है. भारतीय जकसान यूजनयन की मधंय पंंदेश इकाई के महामंतंी अजनल यादव ने कहा, 'हमने थंिानीय संंर पर जकसानों से बात की है. कई जकसानोंकी फसल को 30 पंंजतशत तक का नुकसान हुआ है. हम सरकार से मांग करते हैंजक वह उन जकसानों को समुजचत मुआविा पंंदान करे.' यह पूछे िाने पर जक भाजकयू ने सीहोर में िाकर पंंधानमंतंी का जवरोध कंयों नहीं जकया, अजनल यादव कहते हैं जक एक जदन पहले संगठन के बड़ंेनेता इस उदंशंे यं से सीहोर गये िे लेजकन पंंशासन के दबाव में थंिानीय जकसान जवरोध करने की जहमंमत नहीं िुटा पाये. वे मन मसोसकर सारा तमाशा देख रहे हैं. यूजनयन का आरोप है जक शेरपुर मेंजिस नई पंंधानमंतंी फसल बीमा योिना का
उदंघाटन जकया गया वह जवशुदंघ रंप से धोखाधड़ंी है इसमेंजकसानोंका कुछ भी भला नहीं हो रहा. संगठन के राषंंीय अधंयकंं जशवकुमार शमंाय के मुताजबक केनंदंएवं राजंय सरकार ने अपने घोषणा पतंंमेंफसल खराब होने पर जकसानों को लागत का डेढ़ं गुना मुआविा देने की घोषणा की गयी िी लेजकन जकसान अब तक मुआविा पाने के जलये संघषंय कर रहे िे. भाजकयू का आरोप है जक पंंधानमंतंी की नयी फसल बीमा योिना में कंपजनयों और राजंय सरकारों से सलाह ली गयी लेजकन जकसान संगठनों से कोई राय नहीं ली गयी िबजक वे जकसानों की समथंयाओंके बारे मेंजंयादा बेहतर तरीके से बता सकते िे.हालांजक गोवा में बंदर बुखार (कंयासनुर वन रोग) का मामला सतंंारी तालुका में कहर ढा रहा है. जिससे उसे खतरनाक िानवर की जलथंट में शाजमल करने की बात को मिबूती जमल रही है. ऐसे में वन जवभाग के अजधकारी बंदर को खतरनाक िानवर की जलथंट में शाजमल करने के जलए पयंायवरण और वन मंतंालय से अनुरोध कर सकते हैं.
कर रहे िे. जिसका पजरणाम यह जनकला जक मतदाता ने उनंहें न जसफंफ खाजरि कर जदया. साि ही चेता भी जदया जक रणनीजत बदलो. अनंयिा हालात मेंबदलाव कुछ खास नहींहै. शंंी गुरंगंिंं साजहब के अपमान की घटनाओं को लेकर हाजशए पर िा पहुच ं े जशरोमजण अकाली दल ने चुनाव मेंउतरकर चुनौती को थंवीकार जकया. पंमं ख ु पाजंटयय ोंके बजहषंकार के चलते खाली पड़ंेमैदान मेंपाटंंी की कोजशश जंयादा मतदान करवाने की रही लेजकन तमाम कोजशशोंके बाविूद पाटंंी 58 फीसदी मतदान ही करवा सकी. साफ है जक 42 फीसदी लोगों ने वोजटंग मेंरंजच न लेकर पहले ही जरिलंट दे जदया. 2012 के जवधानसभा चुनाव मेंपाटंंी के हैवीवेट उमंमीदवार ितंिदे ार रंिीत जसंह बंहं मं पुरा को चुनाव में62 हिार के करीब वोट जमले िे. इस बार खाली पड़ंेमैदान मेंउनके उमंमीदवार को 83080 वोट जमले. इतने वोट पर पाटंंी इस बात को लेकर तो संतजु ंि वंयकंत कर सकती है जक पंिक सीट के वोटर ने उनंहें बुरी तरह से नहींनकारा.
सरकार को चूना...
पेज 1 का बाकी कागिात मेंजदखाया गया जक उसने इसंंीफा दे जदया है और खाली फंलैट को सजमजत ने दोबारा जबना जकसी वैधाजनक पंजंंिया के भारी कीमत पर आवंजटत कर बेच जदया. एक सजमजत में तो जबना नकंशा पास कराये जबना कमंपलीशन पंंमाण पतंं और एसएससी के फंलैट बेचे गए है. संबंजधत जवभाग के एक आला अफसर ने कहा- हमेंजशकायत जमल चुकी है जक फिंंीवाड़ा कर सरकार को रािथंव का भारी चूना लगाया गया है. रोक के बाविूद फंलटै बेचे गए है. जनयम कायदों के जवरंदं रजिथंटंी भी कराई गई है. ऐसे मामलों में जिमंमेदार लोगों के जखलाफ जवजधक कायंयवाई की िायेगी. हमने जरकाडंय मंगवाये है. जिससे पता चल िायेगा जक जकतने सदथंयों को जबना रजिथंटंी के फंलैट बेचने का काम सजमजत ने जकया है. यह गंभीर मामला है. एपाटंयमेंट एकंट भी लागू हो चुका है इसके बाविूद मलंटी थंटोरी जबसंलडंग का जबना नकंशा पास कराये जबना कमंपलीशन के कैसे बड़े पैमाने पर अवैध जबिंंी हुई है यह िांच की िायेगी. बंयूरो
सबक दे गये ये उपचुनाव
पेज 1 का बाकी उपचुनाव हुए िे. मुिफंफरनगर और देवबंद में सपा की हार इस मायने में खास है. कंयोंजक यहां मुसंथलम वोटरों की अचंछीखासी संखंया है. इस तबके को सपा का पारपंजरक वोटर माना िाता है. ऐसे में सपा की हार कंया मुसंथलम वोटरों के एक तबके में पाटंंी के पंंजत मोहभंग होने की विह से हुई? रािनीजतक हलकों में यह बहस उपचुनाव के नतीिोंके बाद से तेि हो गया है. मुिफंफऱनगर सीट पर हार इसजलए जंयादा अहम है, कंयोंजक वहां साल 2013 के दंगों के बाद पजंंिमी यूपी की रािनीजत में बड़ंा बदलाव आया है. दंगों से उपिे धाजंमयक धंंुवीकरण ने भारतीय िनता पाटंंी को खासी ताकत दी. लोकसभा चुनाव के बाद अब जवधानसभा उपचुनाव भी िीत कर भािपा के हौसले बुलंद हैं. माना िा रहा है जक वह मुिफंफरनगर में कामयाबी के इस नुथंखे को आिमाना आगे भी िारी रखेगी. हालांजक यह सभी सीटोंपर कारगर होगा इसमेंसंदेह है कंयोंजक इन उपचुनावोंमेंपजंंिम की एक और सीट देवबंद में भािपा पंंतंयाशी तीसरे नंबर पर रहा. िबजक वहां भी पाटंंी का पंच ं ार कमोवेश मुिफंफरनगर सरीखे धंंुवीकरण की तिंयपर ही िा. इसी तरह बीकापुर में भी भािपा तीसरे नंबर पर ही रह पायी. उपचुनाव के नतीिों को भले ही सरकार के जलए अगले जवधानसभा चुनाव से पहले का िनादेश न माना िा रहा हो. लेजकन इसने संगठन के मोचंंे पर समािवादी पाटंंी की खाजमयों को िरंर उिागर कर जदया है. मसलन पजंंिमी यूपी की दोनोंसीटोंके जलए पाटंंी के कई मंतंी पंंभारी बनाए गये िे. इस इलाके में मंजंतयों और लाल बतंंीधारी दिंाय हाजसल मंजंतयोंकी भी कोई कमी नहींिी. पजंंिम के कुछ नेता गाहे-बगाहे उस इलाके के मुसंथलम पंंजतजनजधयोंको लखनऊ लाकर पाटंंी नेतृतंव से भेंट करवा कर वाहवाही भी हाजसल करते रहे हैं. लेजकन िब वोट िुटाने की बारी आयी तो मुिफंफरनगर मेंकेंदंीय मंतंी और भािपा के नेता संिीव बाजलयान और देवबंद मेंकांगंेस के मिबूत नेता इमरान मसूद अपनी पाटंंी के उमंमीदवारों की िीत पकंंी करवाने में बािी मार ले गये. वह भी तब िबजक दोनोंसीटोंपर जिन जवधायकों की मतंयु के कारण उपचुनाव हुआ वे राजंय सरकार के मंतंी िे. मुिफंफरनगर में जचतरंिन थंवरंप और देवबंद में रािेंदं जसंह राणा. पाटंंी ने दोनों सीटोंसे उनके पजरवारीिनोंको जटकट देकर उतारा िा. मुिफंफरनगर में जचतरंिन थंवरंप के पुतंऔर देवबंद मेंराणा की पतंनी
मैदान मेंिीं. ताजक सहानुभूजत के वोट िीत सुजनजंंित करा सकें. लेजकन ऐसा हो न सका. इसजलए सपा के कई िानकार पजंंिम की दोनोंसीटोंपर हार को पाटंंी के इलाकाई नेताओं और कायकतंायओं के बीच संवादहीनता और नतीिे में संगठन के कमिोर पड़ंते िाने के रंप में देख रहे हैं. अगर वाकई ऐसा है तो जवधानसभा चुनाव से साल भर पहले यह सपा की सेहत के जलए अचंछी खबर नहीं है. इसजलए भी कंयोंजक इन उपचुनावों में उसकी मुखंय पंंजतदंंंदी बहुिन समाि पाटंंी मैदान में नहीं िी. जवधानसभा चुनाव में वह भी सपा के सामने होगी. इन उपचुनावों में एक-एक सीट िीत कर भािपा और कांगंेस भले ही इसे जवधानसभा चुनाव से पहले सूबे का जसयासी जमिाि बता लें. लेजकन उनके जलए भी इन उपचुनावोंने संगठन के मोचंंेपर बड़ंेसंकेत दे जदए हैं. मुिफंफरनगर सीट पर भािपा की िीत में अगर संिीव बाजलयान की जनिी मेहनत की बड़ंी भूजमका है. तो देवबंद में कांगंेस की िीत के पीछे इमरान मसूद की भूजमका रही. दोनोंिगहोंपर ये नेता अपनीअपनी पाटंंी से बड़ंेबनकर उभरे और वोटरों को पंंभाजवत कर जलया. इऩ सीटों के बाहर दोनों िगहों पर भािपा और कांगंेस का संगठन फेल रहा. देवबंद और बीकापुर में भािपा तीसरे नंबर पर रही तो मुिफंफरनगर और बीकापुर में कांगंेस चौिे और पांचवे नंबर पर रही. संगठन के ही मोचंंे पर एक संदेश इन उपचुनावोंने चौधरी अजित जसंह की पाटंंी राषंंीय लोकदल को भी जदया है. भले ही पाटंंी िाट बहुल मुिफंफरनगर में तीसरे नंबर पर रही लेजकन पाटंंी के जलए सुखद संदेश यह है जक वोटरों का यह तबका उसकी ओर लौटा है. िबजक लोकसभा के चुनाव में इसका बड़ंा जहथंसा भािपा ने झटक जलया िा. इसी तरह बीकापुर मेंरालोद पंंतंयाशी चुनाव भले न िीत पाया लेजकन उसने सपा को कड़ंी टकंंर िरंर दी. उपचुनाव में रालोद का यह पंंदशंयन जनिंंय ही िदयू के साि उसके जवलय या जवधानसभा चुनाव में महागठबंधन बनाकर उतरने की हसरतोंको और परवान चढ़ंायेगा. इसी तरह जवधानसभा चुनावोंसे पहले यूपी का जसयासी पारा नापने के जलए असदुदंीन ओवैसी की पाटंंी आल इंजडया मिजलस-ए-इतंंेहादुल मुसंथलमीन (एआईएमआईएम) ने बीकापुर में अपना पंंतंयाशी उतारा िा. मुसंथलम-दजलत कोण बनाकर कजरशंमा करने की पाटंंी की उमंमीदें तो पूरी नहीं हुईं. लेजकन उसने यह संकेत िरंर दे जदया जक 2017 के चुनाव में वह बड़ंे पैमाने पर उतर कर कई सीटों पर मुकाबले को रोमांचक बनायेगी.
मोदी के गले की हड््ी बना गुजरात
पेज 1 का बाकी उनंहोंने मुखंयमंतंी को आगाह जकया िा जक इस तरह की घटनायें जफर नहीं होनी चाजहए. राजंय के िानकार बताते हैं जक आनंदीबेन इस सतंय को थंवीकार नहीं कर पायी हैं जक कभी उनका िूजनयर सािी रहा वंयसंकत िो जक पंंदेश संंर पर महासजचव भी नहीं बन पाया िा. वह राषंंीय अधंयकंं बन
कर उनंहें आदेश दे. कुछ का तो यहां तक कहना है जक गुिरात में भािपा कांगंेस की गजत को पंंापंत हो रही है. मालूम हो जक जदसंबर2017 में वहां जवधानसभा चुनाव होने हैं. िबजक 2019 में लोकसभा चुनाव होंगे. गुिरात तो मोदी का सैफई या अमेठी है. अगर वहां भािपा को धकंंा लगा तो बाकी देश में कंया होगा. इसकी कलंपना से ही पंंधानमंतंी परेशान बताये िाते हैं.
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19 फरवरी
- 25 फरवरी 2016
कोलकाता पहुंची बदल्ली की तबपश
रीिा सिवारी
मु
हावरों में जदलंली के दूर होने की बात भले कही िाती हो, हकीकत अब बदलते दौर के साि बदल रही है. जदलंली के िवाहर लाल नेहरं जवजंंशदंंालय यानी िेएनयू में भड़ंकी आग की तजपश अब कोलकाता के पंंजतजंंषत िादवपुर जवशंंजवदंंालय तक पहुंच गई है. पंंजतजंंषत िादवपुर जवशंंजवदंंालय मेंमंगलवार शाम को छातंंों की एक रैली के दौरान अफिल गुरंऔर आिाद कशंमीर के समिंयन मेंलगे नारों पर केंदंीय गृह मंतंालय ने राजंय सरकार से जरपोटंय मांगी है. यह रैली िेएनयू की घटना के जवरोध में आयोजित की गई िी. इसबीच, जवशंंजंदालय मेंअफिल गुरं के समिंयन मेंहुई नारेबािी के एक जदन बाद बुधवार को पजरसर मेंकशंमीर, मजणपुर और नगालैंड की आिादी की मांग करने वाले कई पोथंटर देखे गए। छातंंों के दो गुट ने जवजव पजरसर में अलग-अलग रैजलयां भी जनकालीं. इन पोथंटरों में जलखा िा--हमें कंया चाजहए--आिादी, कशंमीर की आिादी, मजणपुर की आिादी, नगालैंड की आिादी। तमाम पोथंटरों पर रेजडकल नामक एक समूह का नाम है. जवशंंजवदंंालय छातंंसंघ और पंंबंधन ने इन पोथंटरों से पलंला झाड़ जलया है. इस नारेबािी के खुलासे के बाद िहां कई छातंंसंगठनोंने इसकी जनंदा करते हुए इससे दूरी बरत ली है, वहींनारेबािी करने
वाले छातंंों ने इसे सही ठहराया है. राजंय सरकार ने अब तक इस मामले पर कोई जटपंपणी नहींकी है. सरकारी सूतंोंने बताया जक इस मामले में केंदं को शीघंं जरपोटंय भेि दी िाएगी. धंयान रहे जक िेएनयू के घटना के जवरोध में सोमवार को कांगंेस और वाममोचंाय ने एक साझा रैली जनकाली िी. उसके बाद कल शाम िादवपुर जवजव के छातंंोंने भी एक रैली और मशाल िुलूस का आयोिन जकया िा. उसी रैली के दौरान अफिल गुरं, जगलानी, आिाद कशंमीर और आिाद मजणपुर के समिंयन मेंनारे लगे
राषंं-जवरोधी नारों का समिंयन नहीं करते. दास ने कहा जक जवजव छातंंसंघ ने अजधृकत तौर पर उकंत रैली का आयोिन नहींजकया िा. कंया पंंबंधन नारेबािी और इन पोथंटरों के मामले में पुजलस से जशकायत करेगा ? इस सवाल पर वाइस-चांसलर सुरंिन दास का कहना िा जक इसका सवाल ही नहीं पैदा होता. उनंहोंने कहा जक जवशंंजवदंंालय के कामकाि में पुजलस की कोई भूजमका नहीं है. वे कभी पजरसर में पुजलस नहीं बुलाएंगे. मंगलवार की रैली का आयोिन जवजव के कला, जवजंंान और इंिीजनयजरंग जवभाग ने जमल कर जकया िा और उसमें भारी तादाद मेंछातंंशाजमल हुए िे. अब इस मुदंे पर जववाद बढ़ने के बाद माकपा से संबदंं छातंं संगठन एसएफआई ने इसकी जनंदा करते हुए कहा है जक ऐसे गैर-जिमंमेदार नारोंके जलए जवशंंजवदंंालय के तमाम छातंंों िे. जवशंंजवदंंालय के वाइस-चांसलर को दोषी नहीं ठहराया िाना चाजहए. मुठंी सुरंिन दास ने बुधवार को सफाई दी है जक भर लोगों ने ही यह नारे लगाए िे. संगठन मंगलवार की रैली के दौरान लगे राषंं- के पंंदेश सजचव देवजंयोजत दास ने बुधवार जवरोधी नारोंमेंजवशंंजवदंंालय के छातंंोंकी को िारी एक बयान मेंकहा जक एसएफआई कोई भूजमका नहींिी. उनके मुताजबक, इस कल की रैली मेंशाजमल नहींिा. दूसरी ओर, आल इंजडया थंटूडेंटंस घटना के पीछे कुछ बाहरी ततंवोंका हाि है. दास ने कहा जक जवजव जकसी राषंं- एसोजसएशन (आईसा) की नेता अनुजमता जवरोधी गजतजवजध का समिंयन नहीं करेगा. जमतंं ने इस नारेबािी को सही ठहराते हुए वीसी ने बताया जक उनंहोंने छातंंों के कहा है जक इससे अफिल के मामले की पंंजतजनजधयोंसे बातचीत की है और उनलोगों सुनवाई और उसे मौत की सिा देने के ने साफ कहा है जक जवरोध पंंदशंयन मेंउनकी मामले में पारदजंशयता की कमी पर सवाल कोई भूजमका नहींिी. छातंंोंके मुताजबक वे खड़ा होता है.
जाट आरक्ण ् पर मनोहर फाम्ल मू ा देश डर न जाये इस देशभक्तत से! एि कुिार चंडीगढ़. िाट आरकंण ं पर मनोहर लाल खटंटर सरकार असमंिस मेंहै.ं इसका अंदािा इसी से लग सकता है जक आंदोलनकाजरयोंको सरकार ने समझौते का िो फामंल यू ा जदया वह यजद मान जलया गया तो पंदं श े मेंपचास हिार रंपये महीना कमाने वाले को भी आरकंण ं का लाभ जमल िायेगा. इधर आंदोलन कर रहे िाट नेताओंने सरकार के इस पंस ं ंाव को न थंवीकार जकया न नकारा. िाट आरकंण ं की मांग को लेकर इन जदनोंएक बार जफर से सड़क और रेल मागंयिाम जकए हुए है.ं करीब आधा हजरयाणा इस वकंत आंदोलन की चपेट मेंहै. इस विह से रेल और सड़क मागंय िाम है.ं सरकार िाटों को मनाने मेंअभी तक पूरी तरह से जवफल रही है. बुधवार को सरकार की ओर से आंदोलन कर रहे िाटोंको बातचीत के जलए चंडीगढ़ बुलाया गया. यहां िाटोंको सरकार की ओर से फामंल यू ा जदया गया. उसके मुताजबक आजंिक य रंप से जपछड़े वगंंों के जलए सरकारी नौकजरयों और शैकजंणक संथिं ानोंमेंदाजखले के जलए आरकंण ं कोटा 10 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसद करने की घोषणा की है. इस वगंयमेंिाट, िट जसख, जबशंनोई, रोड और तंयागी समुदाय को शाजमल जकया गया है. वाजंषक य आय सीमा 2.5 लाख रंपये से बढ़ाकर 6 लाख रंपये कर दी गयी. ऐसे में अब यजद इन समुदाय में कोई वंयसंकत 50 हिार रंपये पंजंत माह भी कमा रहा है. तो भी उसे
आरकंण ं का लाभ जमलेगा. अब सवाल यह है जक पंदं श े मेंचुनाव मेंअभी कम से कम साढ़े तीन साल है. बिट सतंंभी माचंयके अंजतम माह मेंशुरंहोगा. जफर िाट आरकंण ं की मांग को लेकर कंयोंसड़क और रेल िाम कर रहे है.ं कंया विह है जक मातंंडेढ़ साल पुरानी और मनोहर सरकार के जखलाफ िाटोंने पूरे हजरयाणा को कबंिे मेंले जलया है. िवाब बहुत साफ और सीधा है. िाटों को ऐसा करने के जलए खुद भािपा ने ही उकसाया. कुरक ं तंे ं के सांसद रािकुमार सैनी िाट आरकंणं पर लगातार िाटों के जखलाफ बयानबािी करते रहे है.ं बात बयानबािी तक रहती तो भी ठीक िा, लेजकन बीते कुछ समय से उनंहोंने ओबीसी जंंबगेड बना कर िाटोंके जखलाफ एकतरफा मुजहम छेड़ दी. जिसे कुछ देर तो िाटोंने बदंाशय तं जकय. अब िब बात बदंाशय तं से बाहर हुई तो िाट एक बार जफर से आरकंण ं की मांग को लेकर सड़कों और रेलवे टंक ं पर डट गये. हालात इतने बेकाबू हो गये जक अब सरकार चाह कर भी िाटोंको न मना पा रही है और न ही रासंंोंसे हटा पा रही है. बुधवार का िब सीएम खटंटर ने िाटोंको बातचीत के जलए बुलाया तो तकरीबन हर िाट नेता ने एक सुर मेंयहींमांग रखी जक सांसद रािकुमार सैनी के जखलाफ कंया कायंवय ाही होगी. कंयोंजक उनकी बयानबािी पंदं श े का माहौल जबगाड़ रही है. लेजकन सीएम के पास िाटोंकी इस मांग का कोई िवाब नहींिा.
पेज 1 का बाकी दजंंकण तक पजरसर सुलग रहे है.ं मुदंे अलग अलग है.ं िेएनयू के मुदंेसे देश मेंबहस जछड़ गयी है. धुर वामपंिी दलोंको भी अब मंिन करना चाजहये जिनके जंयादातर नायक अजधनायक इस देश के नहींहै.ं गांधी, लोजहया और ियपंक ं ाश का वे नाम नहींलेगं .े अंबडे कर अब उनकी सूची मेंिुड़े है.ं वे अफिल गुरं और मकबूल बट के नाम पर कौन सी रािनीजत खड़ी करना चाहते है.ं उनकी पंंािजमकता पर जशकंंा और रोिगार िैसे मुदंे होने चाजहए या दूसरे मुद.ंे पजरसर मेंबहस हो, संवाद हो पर कशंमीर की आिादी की लड़ाई इस देश के जवजंंशदंंालय पजरसर में तो नहीं लड़ी िा सकती. पर यह एक पहलू है. दूसरा पहलू पजरसर में कटंरं पंि के बढ़ते दायरे का है. अगर िेएनयू में गलत हुआ तो बनारस जहंदू जवजंंशदंंालय में संघ का लाठी के साि पि संचलन भी ठीक नहींकहा िा सकता. पजरसर मेंसंवाद हो बहस हो जहंसक टकराव की िमीन न तैयार करे. ऐसा हुआ तो छातंंयुवा आिंंोश की िमीन तैयार हो िायेगी. हालात वैसे ही बन भी रहेंहै.ं हैदराबाद से लेकर इलाहाबाद तक. यह युवा आिंंोश बहुत कुछ जफर बदल देगा.शुरआ ं त हो गई है गुरवं ार को जदलंली समेत देश के जवजभनंन जहथंसोंमेंछातंंनौिवान सड़क पर उतरे . इस तरह का युवा आिंंोश पहली बार साल 1966 -67 मेंजदखा िा. िो नकंसलबाड़ी से शुरंहोकर देश के जवजभनंन जहथंसोंमेंफ़ैल
गया िा. इसके बाद चौहतंरं के आंदोलन मेंयह आिंंोश उभरा और इस तरह का ही आिंंोश अनंना हिारे के आंदोलन के दौर मेंजदखा. बहुत धंयान से छातंंयुवा आिंंोश के समय पर गौर करे.ं िब-िब छातंंयुवा आिंंोश उभरा है. सतंंा भी बदली है. पंदं श े से लेकर देश तक. इसजलए मोदी सरकार को इस आिंंोश को गंभीरता से लेना चाजहए. कौन हैं ये लोग िो छातंंों पर राषंभं संकत के नाम पर हमला कर रहे है.ं अदालत मेंअरािकता हो रही है. हमला हो रहा है. पतंक ं ारों पर हमला कर रहे है.ं िो चेहरे पुजलस को नहीं जदख रहे है.ं वह मीजडया लगातार जदखा रहा है. ये चेहरे कभी भािपा के शीषंय नेततृ वं के साि खड़े निर आते है.ं अखबार मेंचैनलोंमेंसभी हमलावर के चेहरे सामने आ चुके है.ं जफर भी सबकी आंखे बंद है.ं यह पहली बार है जक सुपंीम कोटंयको दखल देकर पुजलस को फटकार लगाना पड़ा और कोटंयपजरसर को खाली कराने को कहना पड़ा. यह कौन सा राि थंिाजपत हुआ है. िंगलराि जसफंफजबहार मेंही नहीं जदलंली मेंभी आ सकता है. इसी तरह िब मीजडया पर अदालत पजरसर में दो जदन लगातार हमला होता है और केदं ं सरकार के मंतंी पंक ं ाश िावड़ेकर एनडीटीवी की एक मजहला एंकर को पतंक ं ाजरता का ककहरा जसखाते है.ं सतंंारंढ़ दल कौन से आदशंय थंिाजपत कर रहा है. िो कल तक खाजलसंंान के नारे लगाते िे, पंिाब में पूवयं मुखयं मंतंी की हतंया करने वाले नेताओं का मजहमामंडन करते िे. उनके साि भी हाि
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‘यह राष्व् ाद नही् गुडं ई है’
नयी दिल्ली. देश के अगंण ं ी िवाहर लाल नेहरं जवशंजंवदंंालय (िेएनयू) में बढ़ंते जववाद पर केदं ंके जनपटने के तरीके और दजंंकणपंिी धड़ंे की फासीवादी ताकतों की कारंवय ाई को 'वैध करार' देने पर भािपा के छातंंसंगठन एबीवीपी की िेएनयू इकाई के तीन पदाजधकाजरयोंने इसंंीफा दे जदया है. अजखल भारतीय जवदंंािंंी पजरषद (एबीवीपी) की िेएनयू इकाई के संयकु तं सजचव पंदं ीप नरवाल ने कहा जक उनंहोंने पाटंंी छोड़ंदी है. एक बयान िारी कर उनंहोंने यह कहा .जवशंजंवदंंालय के थंकल ू ऑफ सोशल साइंसि े (एसएसएस) की एबीवीपी इकाई के अधंयकंं राहुल यादव और इसके सजचव अंजकत हंस ने भी कहा जक उनंहोंने भी पाटंंी छोड़ंदी है. तीनोंनेताओंने एक संयकु तं बयान में कहा जक उनंहोंने एबीवीपी छोड़ंने का फैसला जकया है. कंयोंजक रािग सरकार जिस तरह से इन मुदंोंसे जनपट रही है. उससे उनका िबदंस य ंमतभेद है. उनंहोंने यह भी कहा जक 'सवाल पूछने, जवचारोंके दमन और समूचे वाम का राषंजंवरोधी के तौर बंंाजं डंग' करने के बीच फकंफहै. उनंहोंने पजटयाला हाउस अदालत पजरसर मेंमीजडयाकजंमयय ोंऔर िेएनयू के छातंंोंऔर जशकंक ं ों के साि हुए बुरे बतंावय के बाद बुधवार को एक बार जफर उसी पजरसर में िेएनयूएसयू अधंयकंंकनंहयै ा कुमार पर हुए हमले को लेकर नारािगी िताते हुए आरोप लगाया जक सरकार दजंंकणपंिी धड़ंे की फासीवादी ताकतों की कारंवय ाई को 'वैध करार' दे रही है. जमलाया िाता है. अफिल गुरं को शहीद मानने वाली और कशंमीर मेंआिादी का नारा देने वाली ताकतों के साि खड़ी पीडीपी के साि आप सरकार चलाते हो और जदलंली में दूसरोंको राषंभं संकत का पाठ भी पढ़ाते हो. यह कैसा जवरोधाभाष है. हम कई दशक से अलगाववाजदयोंसे संवाद करते रहे है.ं ताजक उनंहेंमुखयं धारा मेंलाया िा सके. खाजलसंंान का नारा देने वाले भी इसमें शाजमल िे. तो पूवंोतंरं से लेकर दजंंकण में अलगाववाद की बात करने वाले भी. हम पजकसंंान से भी संवाद करते है.ं ताजक दोनोंदेशोंके बीच संबधं बेहतर हो. िब सबसे बात कर सकते हैंतो इस देश की युवा पीढी के एक जहथंसे को कंयोंछोड़ दे.ं िो नौिवान भटक गये हो उनंहेंभी मुखयं धारा में लाने का पंयं ास होना चाजहए या उनंहें भी अलगाववादी आंदोलन मेंढकेल देगं .े यह एक छोटा सा जहथंसा हो सकता है पर िरा धंयान से देखे हैदराबाद से लेकर इलाहाबाद तक मेंतो मुखयं धारा से िुड़े छातंंों पर हमला हो रहा है. बनारस से लेकर लखनऊ मेंतो संसदीय रािनीजत के पकंधं र ताकतोंपर हमला हो रहा है. यह न नौिवान बदंाशय तं करेगा न समाि. अगर युवा आिंंोश बढ़ा,पजरसर अशांत हुआ तो उसकी बड़ी कीमत भी देनी पड़ेगी. बहुत छोटी सी शुरआ ं त होती है. यह सभी िानते है.ं गुिरात मेंमेस के मुदंेसे छातंंों का िो आंदोलन शुरंहुआ िा. उसने देश की सतंंा से इंजदरा गांधी को बेदखल कर जदया िा. यह िरंर धंयान रखे.ं
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- 25 फरवरी 2016
मूर्ति स्थापना से इनामी डकैत ददुआ चच्ाि मे्
अवनीश कुिार
असजलयत में उसके चाहने वालों की कमी नहींिी.बीहड़ंमेंआि भी कई लोग उसे गरीबों का मसीहा बताते है.ं उनका कहना है जक कानपुर/फतेहपुर. उतंरं पंदं श े के फतेहपुर ददु आ ने हमेशा सामंतो और साहूकारों से जिले मेंकुछ ऐसा हुआ है. जिसे सुनते ही आप गरीबों का हक जदलाया. गरीब कनंयाओं का चौक िायेगं .े कंयोंजक आपने अब तक महपुरषं ों जववाह भी करवाता िा. यहां के आम लोगोंने या नेताओंकी मूजतं य थंिाजपत होते देखा होगा. लेजकन कंया आपने कभी जकसी डकैत की कहा जक भले ही ददुआ ने 22 साल की उमंंमें पंजंतमा थंिाजपत होते देखा यह सुना है? ददुआ अपने ही गांव के आठ लोगोंको गोली मारकर े खंड (पाठा) के एक ऐसा डाकू िो पुजलस एनकाउंटर मेंमारा हतंया करने के बाद बुदं ल ं टू , गया िा. लेजकन उसके अपनोंने उसकी मंजदर िंगलों में कूद गया िा. बांदा,जचतंक की थंिापना की है. िो पूरे उतंरं पंदं श े मेंचचंाय लजलतपुर, फतेहपुर, िालौन, जभंड, मुरनै ा े के कई जिलों का जवषय बन गया है. फतेहपुर जिले के सजहत रािथंिान और मधंयपंदं श नरजसंहपुर कबरहा गांव में करीब दो दशक मेंआंतक रहा.पर पुजलस उसको छू नहींसकी तक उतंरं पंदं श े और मधंय पंदं श े मेंआतंक का िी.एनकाउंटर के बाद कई जदन तक मारे गये पयंायय रहे इनामी डकैत ददुआ और उसकी डकैतोंके शव बांदा पोथंटमाटंमय हाउस मेंरखे पतंनी की मूजतं य की थंिापना हुई है. वह भी रहे िे. बाद मेंडीएनए टेथटं के िजरये पुजलस ने थंिापना इतनी भवंय हुई है जक फतेहपुर तो ददुआ के शव की जशनाखंत की िी. ददुआ ने छोजंड़ये आसपास के जिले के लोग भी मूजतं य जपता की मौत का बदला लेने के जलए हजियार थंिापना के जदन मौिूद रहे. लेजकन ददुआ और उठाया िा और आठ लोगोंको मौत के घाट उसकी पतंनी की मूजतं य थंिापना ने जिला उतार जदया िा.कंयोंजक इनंहींलोगोंने ददुआ के पंश ं ासन को जहला कर रख जदया है. आम जपता को पूरे गांव मेंनंगा करके घुमाया िा और िनता की माने तो खूख ं ार दथंयु चंबल मेंगरीबों बाद मेंकुलहं ाड़ंी से मौत के घाट उतार जदया के जलए जकसी भगवान से कम नहीं िा.यूपी िा.पर जकसी ने भी उसकी मदद नहींकी िी. और एमपी का वह ईनामी डकैत िरंर िा. पर लोगोंका मानना है जक ददुआ भारत का यह
नरी फसल बीमा रोजना किसानों िे साथ छलावा -सुनीलम भोपाल. जकसान संघषंय सजमजत के अधंयकंंडॉ सुनीलम ने भोपाल में आयोजित संवाददाता समंमल े न मेंकहा जक केदं ंसरकार की नयी फसल बीमा योिना जकसानोंके साि महि छलावा है. आिादी के बाद से अब तक लागू की गयी फसल बीमा योिना की कजमयों को इस नयी फसल बीमा योिना मेंदूर नहीं जकया गया है. डॉ सुनीलम ने कहा जक अभी तक की फसल बीमा योिनाओंकी सबसे बड़ी कमी फसलों के नुकसान का आंकलन हलंके के पटवारी की जरपोटंयके आधार पर होता आया है. िो वैजंाजनक तरीकों के जखलाफ िा. पटवारी अपने जहसाब से िंंॉप कंजटग सवंंेऔर मौसम के आधार पर नुकसान का आंकलन कर देता िा. िबजक िमीनी हकीकत इससे कोसोंदूर होती िी. नयी योिना मेंभी इन सभी समथंयओंको दूर नहींजकया गया है. सरकारी महकमोंकी भूजमका जंयोंकी तंयोंबनी हुई है. डॉ सुनीलम ने कहा जक नयी योिना यह गांरटी नहींदेती है जक नुकसान होने पर जकसी जकसान का नाम फसल बीमा मुआविा राजश जवतरण से नहींछूटगे ा. साि ही ऐसा भी नहींहै जक इस योिना के लागू हो िाने से पटवारी सही निजरया सवं,ंे िंंॉप कंजटग सवंंेऔर बुवाई का रकबा दिंय करने लगेग.ें ऐसे में भंि ं ं पटवारी वंयवथंिा से योिना लागू होने से पहले ही समापंत हो िायेगी. डॉ सुनीलम ने कहा जक नयी फसल बीमा योिना की पंजंतयां अभी तक गंंाम पंचायत, िनपद पंचायत जिला पंचायत अधंयकंंो,ं जवधायक और सांसदों के पास तक नहीं पहॅच ु ायी गयी है.ं इससे थंपिंं है जक नयी फसली बीमा योिना जकसानों और
िनपंजंतजनजधयोंको अंधरे े मेंरख कर लागू की िा रही है. मीजडया को सवंंेकी सलाह दी जक मोदी की रैली के दौरान आने वाले जकसानों और िनपंजंतजनजधयोंसे पूछा िाना चाजहये जक कंया उनंहोंने योिना देखी है. डॉ सुनीलम ने कहा जक मधंय पंदं श े की सरकार पंधं ानमंतंी मोदी के कायंि य मं पर हिार करोड रंपये खचंयकर रही है. िबजक पंदं श े के जकसानों की वतंमय ान फसल सूखे के चलते खराब है. इस राजश का उपयोग जकसानोंकी मदद के जलये जकया िाना चाजहये. पंदं श े के 50 फीसद जकसानोंको अभी भी सूखा राहत राजश नहीं जमली है. कायंि य मं थंिल पर जकसानोंकी खड़ी फसल काटी िा रही है. डॉ सुनीलम ने कहा जक इस नयी योिना मेंराजंय सरकारोंका धंयान इन मुदंोंकी ओर होना चाजहए. अगर फसल बीमा में खामी उभरकर सामने आये तो जकसान बीमा कंपनी के जखलाफ उपभोकंता फोरम में कानूनी कायंवय ाही कर सके. फसल की चोरी, िंगली िानवरोंके नुकसान और खजलहान मेंआग लगने को भी फसल बीमा की पजरजध में लाया िाना चाजहए.फसल बीमा की ईकाई जकसान का खेत होना चाजहए. जिस तरह आयकर दाता को आतंम मूलयं ांकन का अजधकार जदया गया है. वही अजधकार जकसानों को भी जदया िाना चाजहए. फसल बीमा का भुगतान औसत उतंपादन मेंआयी कमी यानी जितना कम उतंपादन हुआ हो. उसके समिंनय मूलयं के बराबर मुआविा राजश पंदं ान की िानी चाजहए. समिंनय मूलयं भािपा के घोषणा पतंंऔर थंवामीनािन कमेटी की अनशंसा के आधार पर लागत से डेढ़ गुना जकया िाना चाजहए.
इकलौता डकैत िा. िो िंगल मेंकूदने के बाद कभी पकड़ंा नहींगया. पुजलस के पास आि भी उसकी कोई वासंजंवक तथंवीर नहीं है. ददुआ के एक जमतंंने नाम ना छापने की बात कहते हुए बताया जक ददुआ ने 32साल तक बागी िीवन वंयतीत जकया. 32 साल के दौरान कभी पुजलस के हाि नहीं लगा. वह पहला डकैत िा िो32 साल तक आतंक करता रहा. लेजकन पुजलस उस तक नहींपहुच ं पायी िी. जिसके चलते वह उतंरं पंदं श े और मधंयपंदं श े पुजलस के जलये जसरददंयबन गया.
उतंरं पंदं श े पुजलस ने उसको जिंदा अिवा मुदांय पकड़ने के एवि मेंसात लाख रंपये का ईनाम घोजषत जकया िा. इसके बाद फरवरी 2007 में जचतंक ं टू संथित घनघोर िंगल में एसटीएफ की मुठभेड में दथंयु ददुआ दस डकैतोंके साि मारा गया. दथंयु ददुआ के मारे िाने के24 घंटे के अंदर उसके जशषंय डकैत अंजबका पटेल उफंफ ठोजकया ने उन छह एसटीएफ िवानोंको घात लगाकर मार जदया िा. िो ददुआ को मारे िाने वाले पुजलस दल में शाजमल िे. ददुआ के मरने के बाद दथंयु ददुआ के भाई, िीिा और पुतंरािनीजत से िुड़ गये. ददुआ के भाई बाल कुमार 2009 में जमिंापय रु से सांसद चुने गये. बेटा राम जसंह पंतं ापगढ़ंके पटंंी से सपा के जवधायक है.ं इन सभी की आथंिा सपा सुपंीमो मुलायम जसंह के साि रही है.ं ददुआ के जवधायक पुतं वीर जसंह ने बताया जक एक बार1992 मेंइलाहाबाद,बांदा और फतेहपुर के संयकु तं पुजलस अजभयान में दथंयु सरगना फतेहपुर मेंधाता कंतंे ंके घटईपुर और नरजसंहपुर कबरहा गांव के बीच गनंने के खेतों में फंस गया िा. उस समय ददुआ के साि करीब72 डकैत सािी मौिूद िे. इस
घेराबंदी मेंपुजलस के500 िवान जनयुकतं िे. अपने को पूरी तरह से जघरा पाकर ददुआ ने संकलंप जलया िा जक यजद मैंबच िाता हू.ं तो पंचमुखी हनुमान मंजदर की थंिापना करंगं ा और ददुआ बाल-बाल बच गया. इसके बाद 1996 मेंददुआ ने उसी थंिान पर मंजदर की थंिापना की िी. 2004 मेंपंचमुखी हनुमान की मूजतं य जबठाकर पंंाण पंजंतषंंा की िी. ददुआ के भाई बाल कुमार ने बताया जक इस पंचमुखी हनुमान के मंजदर की नींव डकैत ददुआ ने फतेहपुर के धाता िाना कंतंे ंके कबरहा गांव मेंएक मंजदर की नींव डाली िी. इस मंजदर का जनमंाण य बहुत सारे लोगों की दुआओं की विह से हो पाया है. ददुआ की मौत के बाद उसे भगवान का दिंाय दे रहे ददुआ के भाई मूजतं य थंिापना को िहां िनता की भावनाओं का समंमान करना बता रहे है.ं तो वहीं कंतंे ंीय बीिेपी जवधायक कृषण ं ा पासवान को भी मंजदर मे डकैत की मूजतं य थंिाजपत करने मे कोई बुराई निर नहींआती है. इस पूरे मामले में कृषण ं ा पासवान का कहना है जक कोई वंयसंकत अगर अपने मां बाप की पंजंतमा थंिाजपत करना चाहता है. तो इसमेंकोई बुराई नहींहै.
किहार में जंगलराज कितना सच
एि कुिार
पटना. जबहार में बढ़ते कजित अपराध और जबगड़ती कानून वंयवथंिा के जखलाफ भािपा और उसकी सहयोगी दलों ने 16 फरवरीको राजंयभर मेंआिंंोश माचंयऔर धरना पंदं शंनय कर नीतीश सरकार पर हमला बोला. यह हमला-आिंंोश भािपा के दो नेता और लोिपा के एक नेता की हतंया के जखलाफ जदखा. जवपकंंने िोरदार शबंदोंमेंिंगलराि की वापसी का ढोल पीटा है. वहीं इस ढोल की आवाि को सतंंारंढ़ महागठबंधन ने रोकने की पूरिोर कोजशश यह कह कर दी है जक जबहार में कानून का राि है अपराध करने वाले बकंशे नहींिायेगं .े जबहार जवधान सभा चुनाव 2015 के दौरान भािपा और उसकी सहयोगी दलों ने नीतीश े मेंिंगलराि लालू पंसं ाद के गठिोड़ को पंदं श की वापसी का संजंा जदया िा. जिसे िनता ने नकारते हुए नीतीश लालू पंसं ाद के गठबंधन को बहुतम दे डाला. भािपा और उसकी सहयोगी दलोंके हाि से सतंंा की बागडोर तो छूट गयी. लेजकन कजित िंगलराि वापसी को लेकर हमला िारी है. ऐसे में राजंय में घटने वाली घटनाओंने जवपकंंको मौका भी जदया है. दो इंजिजनयरों की हतंया और जछटपुट अपराध की घटनाओं के बीच 6 फरवरी को लोिपा के नेता और बाहुबली वृिनािी जसंह की कची दरगाह पटना मेंहतंया कर दी गयी. उसके बाद 11फरवरी को भोिपुर जिले के े उपाधंयकंं शाहपुर िाना कंतंे ंमेंभािपा के पंदं श और बाहुबली जवशेशरं ओझा और सारण में य तंाय केदार जसंह की हतंया ने जबहार भािपा कायंक में बढ़ते अपराध के बीच राजंय की कानून वंयवथंिा पर सवाजलया जनशान खड़ा कर जदया. साि ही जवपकंंको मौका दे डाला. जबहार में
अपहरण और हतंयाओंकी हाल की घटनाओं के बाद भािपा लगातार यह आरोप लगाती रही है जक राजंय में‘िंगल राि’ की वापसी हो गयी है. तीसरी बार चुने गये मुखयं मंतंी नीतीश कुमार कानून वंयवथंिा की संथिजत सुधारने के जलए कोई कदम नहींउठा रहे. इस आरोप पर जवराम लगाता है. महागठबंधन के जवधायक सरफराि ने टंनंे में एक मजहला के साि छेड़छाड़ कर जदया. जिसके बाद उनंहेंजनलंजबत करके उनपर कानूनी कायंवय ाही की गयी. तो वहींरािद के ं मंय जवधायक रािबलंलभ यादव के कजित दुषक के मामले मेंउनंहेंपाटंीं से जनलंजबत कर जदया गया. कजित बढ़ते अपराध पर जिस िंगल राि शबंद का पंयं ोग जवपकंंकर रहा है. वह उस समय पंचं लन मेंआया िा. िब लालू पंसं ाद के नेततृ वं मेंराषंंीय िनता दल सतंंा मेंिा. मिेदार बात यह है जक िंगलराि शबंद पटना हाई कोटंयका जदया हुआ शबंद है. 6 अगसंं1997 के जबिनेस ं ंाचार थंटडैं डयं की जरपोटंयमें राजंय मेंवंयापंत भंि और नागजरक सुजवधाओंके अभाव को देखते हुए पटना हाई कोटंयने िंगलराि की बात कही िी. इसमेंअपराध का जििंंनहींजकया गया िा. वहींभािपा और उसकी सहयोगी दलोंका जबहार में िंगल राि वापसी को रािद साफ शबंदों में खाजरि करता है. रािद नेता और जबहार के उपमुखयं मंतंी तेिथंवी पंसं ाद ने आरोप पर सवाल उठाते हुए कहा जक अपराध करने वालोंके जखलाफ कानून अपना काम कर रहा है. आम या खास कोई हो अगर अपराध करता है. तो उसके जखलाफ कायंवय ाही हो रही है. उनंहोंने यह भी कहा जक जबहार अपराध के राषंंीय आकड़े में26 वेंथंिान पर है. जबहार में िंगलराि वापसी का भािपा और उसकी सहयोगी दलों का सवाल और सतंंारंढ़ का िवाब के बीच सच को देखा िाये.
तो तथंवीर कुछ और जदखेगी. जिस िंगलराि वापसी की बात भािपा और उसकी सहयोगी दल कर रही है. वह रािद के सालों पूवयंके शासन की ओर इशारा करती है. लेजकन आि हालात वैसे नहीं है.ं अंतर साफ है रािद के िंगल राि को लदे िमाना गुिर चुका है. नेताओं की हतंया को भािपा और उसकी सहयोगी दलोंने रािनीजतक हतंया करार जदया है. वहींसमसंंीपुर में16 फरवरी को रािद नेता की हतंया ने रािनीजतक हतंया के मसले पर पंशं नं जचनंह लगा जदया. जिस हतंयाकांड को लेकर िंगल राि वापसी का सवाल उठा है. उसे लेकर रािनीजतक गजलयारे में भी चचंाय आम है जक बाहुबली-अपराधी से नेता बने लोगोंकी हतंया को लेकर सवाल उठाना उजचत है कंया ? बाहुबली नेता की हतंया के पीछे पुजलस कह चुकी है जक यह गौंगवार का नतीिा है. वहींयह भी सवाल सामने आया जक सुशासन के दावे के बीच जकसी की हतंया का होना, चाहे वह आम हो या खास या जफर अपराधी हो तो सरकार घेरे मेंतो आयेगी ही. भािपा और उसकी सहयोगी दलों के जबहार में िंगल राि वापसी के आइने को चमकाने मेंमीजडया की भूजमका भी अहम रहीं ं ारोंकी जरपोजंटगिं के है. िाजत खेमेंमेंबंटे पतंक तेवर भी जदखे. हालांजक अखबारोंने खबर को अपने अपने लहिे से तरिीह दी. कुछ ने अंदर के पेि पर छापा तो कुछ ने पंिं म पृषंपर. िो भी हो भािपा और उसकी सहयोगी दलों के िंगल राि वापसी के आरोप और सरकार के सुशासन के दावे के बीच जबहार की िनता खामोश है. इस बात से भी इंकार नहीं जकया िा सकता है जक रािनीजत के जलए मुखर रहे जबहार की िनता जकसी को माफ नहींकरती है.
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फइि
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रतीय जंंिकेट टीम के कपंतान महेंदं जसंह धोनी को बेहतरीन जफजनशर के तौर पर िाना िाता है. भारतीय टीम को जिस जशखर पर उनंहोंने पहुंचाया है उसे लेकर जकसी तरह का अगर-मगर भी नहीं है. हालांजक समय-समय पर उन पर कई तरह के आरोप भी लगे हैं. उन आरोपों पर न तो कभी धोनी ने सफाई देने की कोजशश की और न ही कभी बोडंयने. धोनी बोडंयके पूवयंअधंयकंं एन शंंीजनवासन के महबूब िे. तब बोडंय में धोनी की तूती बोलती िी और वे शंंीजनवासन की जमलजकयत वाली चेनंनई सुपरजकंगंस के कपंतान भी िे. टीम उनके इदंयजगदंय ही घूमती रही िी. धोनी के वचंयथंव को जिसने भी चुनौती देने की कोजशश की, धोनी ने उनंहें बाहर का रासंंा जदखा कर अपनी की. चेनंनई से उनका लगाव िग िाजहर िा लेजकन वे खुल कर इसका एतराफ करेंगे, इसकी उमंमीद हम मेंसे बहुत कम ही लोगोंको रही होगी. लेजकन धोनी ने अपने इस लगाव का खुल कर इिहार जकया और चेनंनई की जििंं करते हुए वे भावुक भी हुए. धोनी अब आइपीएल के नौवें सतंं में राइजिंग पुणे सुपरिाइंटस ं टीम का जहथंसा हैंऔर उनंहेंटीम का कपंतान बनाया गया है. आइपीएल मेंमैच जफसंकसंग व सटंबंे ािी के आरोपोंको सही पाते हुए िसंथटस लोढ़ा सजमजत ने आइपीएल की दो टीमों चेनंनई सुपरजकंगंस और रािथंिान रायलंस पर दो साल के जलए पाबंदी लगा दी. इन दो टीमोंकी िगह पुणे और रािकोट की टीमेंआइपीएल के नए सतंंका जहथंसा होंगी. धोनी को पुणे ने अपनी टीम मेंशाजमल जकया और उनंहें कपंतान भी बनाया. लेजकन धोनी चेनंनई से भावनातंमक तौर पर अब भी िुड़े जदखाई देते है.ं आमतौर पर जखलाड़ी इस तरह की भावुक बातें कम ही करते हैं और
19 फरवरी
- 25 फरवरी 2016
भावुक धोनी का चेन्नई प््ेम
थंटीफन फंलेजमंग के पुणे से कोच के रंप में िुड़ने से उनंहेंमदद जमलेगी. फंलेजमंग के होने से काम िोड़ा आसान हो िाएगा. वे सात साल तक चेननं ई सुपर जकंगस ं मेंमेरे साि रहे. वे मेरी तरह की धैयंय से काम करते हैं और पूरी तरह से पंंजतबदंं हैं. पुरानी छह टीमें थंिाजपत हैं और उनंहोेंने नीलामी में अपनी िरं रत के अनुसार कुछ जखलाजड़यों को खरीदा है लेजकन उनके मुखयं जखलाड़ी पहले से उनके साि िुड़े हैं जिससे वे शुरंआत में बेहतर संथिजत मेंहोंगी. कौन से जखलाड़ी कौन सी भूजमका जनभाएंगे इसे देखना होगा. हो सकता है अंतरराषंंीय जंंिकेट में दूसरे या तीसरे नंबर पर खेलने वाले को पांचवेंनंबर पर खेलना पड़े. हमेंकुछ मैचोंके बाद इसका आकलन करना होगा और देखना होगा जक जक कंंेतंों में समथंया है और उसके अनुसार बदलाव करना होगा.धोनी मानते हैं जक आइपीएल में सब कुछ खराब नहीं है. इसका दूसरा पकंं बेहतरीन है. आइपीएल युवाओं के जलए शानदार मंच है. वह अचंछा पंंदशंयन करके लगातार अपनी या फेंचाइिी के जलए 200 पंंजतशत देने की छाप छोड़ रहे हैं और तब घरेलू जंंिकेट में पंंोफेशनल तौर पर तो नहींही लेजकन भावुक कोजशश करता हू.ं चेननं ई सुपरजकंगस ं से अपने उनके पंंदशंयन पर धंयान रखा िा सकता है. धोनी ने अपने चेनंनई पंंेम को साझा करने में धोनी ने अपने इस लगाव का िु ड़ ाव का जििं ं करते हु ए धोनी कहते हैंजक 40 से 50 हिार दशंयकों की मौिूदगी में जकसी तरह की कंिस ू ी नहींकी. योंवे जदलंली खुल कर इजहार ककया और आठ साल जकसी टीम के साि खेलने के बाद खेलने का मौका जमलता है जिससे दबाव में मेंअपनी नई टीम राइजिंग पुणे सुपरिाइंटंस चेनन् ई की कजक््करते हुए वे अगर मैंयह कहूंगा जक मेरा उनसे कोई लेना खेलने का अनुभव होता है. के िसंंी के अनावरण के जसलजसले में िे. देना नहींहै तो यह गलत होगा. यह आसान लेजकन वे देर तक चेनंनई और उससे िुड़े भावुक भी हुए. धोनी अब आइपीएल नीलामी में जखलाजड़यों को नहीं है मगर भावनातं म क िु ड़ ाव है ले ज कन जखलाजड़योंको याद करते रहे. वे ऐसा करते जमलने वाली रकम को लेकर धोनी ने कहा आइपीएल के नौवे्सत््मे् पेशेवर तौर पर मैं अगले दो साल पुणे की हुए बेहद भावुक जदखे. जक काफी जखलाजड़यों को अचंछा पैसा जमल राइकजंग पुणे सुपरजाइंटस ् टीम के साि हूं. मैंमैदान पर सौ फीसद देने रहा है लेजकन जफर भी हिारों, लाखों धोनी ने कहा जक भावनातंमक रं प से चेनंनई सुपरजकंगंस को को भुलाना आसान टीम का कहस्सा है्और उन्हे् की कोजशश करंगं ा और टीम के माजलक ने जखलाड़ी ऐसे हैंिो काफी पैसा नहींकमा पा िो जवशंंास िताया है हम अपने पंंदशंयन से रहे. जिन भारतीय और जवदेशी जखलाजड़यों नहीं होगा कंयोंजक उस टीम के साि आठ साल उनंहोंने गुिारा है और टीम को बनाने में टीम का कप्तान बनाया गया है. उसे सही साजबत करने की कोजशश करेंगे. को अचंछे पैसे जमल रहे हैं उनके जलए मुझे महतंंवपूणंय भूजमका जनभाई है. हालांजक धोनी जलखा हुआ जमटाया और आगे बढ़ गी. मैंपुणे धोनी पुणे टीम के जलए पूरी तरह पंंजतबदंंहैं. खुशी है कंयोंजक अजधकांश जखलाजड़यों के कहते हैंजक पेशवे र रंप से वे अपनी नई टीम के जलए अपना सौ फीसद देने की कोजशश उनकी कुछ जचंताएं हैं लेजकन आइपीएल के पास मुखंय रंप से कमाने के जलए पांच-छह के जलए अपना सवंयशंेषं पंंदशंयन करने को करंं गा. पंंजतबदंंता उसी तरह की होगी. मैं अगले सतंंमेंउनंहेंअचंछे पंंदशंयन की उमंमीद साल ही होते हैं. केजवन पीटरसन का जििंं तैयार हैं. यह बंलैक बोडंय नहीं है जक आपने भारत के जलए खेलूं या राजंय की टीम के जलए है. आइपीएल से पहले उनका फोकस एजशया करने पर धोनी ने कहा जक इंगल ंड ैं के इस पूवयं कप और जवशंंटी20 है. उनंहेंउमंमीद है जक बलंलेबाि का अनुभव टीम काम टीम अचंछा पंंदशंयन करेगी. आएगा.धोनी और अजिंकंय रहाणे के बीच चेनंनई सुपरजकंगंस के पुराने साजियोंकी खटंंा-मीठा जरशंता रहा है. भारतीय टीम में कमी खलने के सवाल पर धोनी ने कहा जक रहाणे धोनी की पहली पसंद नहीं रहे हैं. सीएसके शानदार टीम िी और उसके लेजकन इस बार वे पुणे टीम का जहथंसा जखलाड़ी लगातार अचंछा पंंदशंयन करने में है. िाजहर है जक धोनी के जलए उनंहें पहले सफल रहे. धोनी कहते हैं जक सभी गंयारह से बाहर रखना बड़ी चुनौती होगी. जखलाजड़यों की कमी खलेगी. हमने आठ रहाणे आइपीएल में लगातार बेहतर साल में वह टीम बनाई िी िो शानदार िी. पंंदशंयन करते रहे हैं. इस बाबत पूछने पर हमने हर साल एक या दो बदलाव जकए धोनी कहते हैंजशखर धवन और रोजहत शमंाय महाबीर है. यह देश की एकमातंं ऐसी लेजकन मुखंय जखलाजड़यों में कोई बदलाव के शीषंयिंमं मेंशानदार फामंयके कारण अनंय चैजंपयनशप है िहां मैट और जमटंंी के अखाड़े नहीं हुआ. आप देख सकते हैं जक सीएसके बलंलेबािों के जलए मौके सीजमत हो िाते हैं पर कुसशं तयां होती है.ं इस बार दो नए विनों जखलाजड़यों को कुल जमलाकर नीलामी में लेजकन अगर आप आइपीएल की बात करेंतो (85 और पंलस 85) को िोड़ा गया है. अब जकतना अचंछा पैसा जमला. यह दशंायता है जक रहाणे जपछले कुछ सतंं में शीषंय दो या तीन कुल 12 विनोंमेंमुकाबलेंहोंग.े 25 से 50 टीम जकतनी खास िी. सीएसके के जनलंबन भारतीय जखलाजड़योंमेंशाजमल रहे हैं. जकलोगंंाम विन तक मैट पर और 55 से का जििंंकरने पर धोनी कहते हैंजक ये होता टीम के माजलक संिीव गोयनका से पंलस 85 विनोंके िोड़ पारंपजरक जमटंंी के तो अचंछा होता या ऐसा कंयों हुआ, इस बारे िब जववाद के बाविूद आइपीएल से अखाड़े पर होंग.े हर विन में जविेता, मेंमैंजंयादा नहींसोचता. मैंवतंयमान मेंिीता िुड़ने के बारे में पूछा गया तो उनंहोंने कहा उपजविेता और दो तीसरे थंिान पर रहने वालो हूं. इसका कंया हल जनकालना है और कंया जक उनके जदमाग मेंइस टी20 लीग से िुड़ने जदया िाएगा. इसके अलावा टूनांमय टे ं के शंष ंे ं पहलवानोंको नकद इनाम जदए िाएंग.े गुरं नहीं होना चाजहए िा यह सोचना मेरा काम को लेकर कोई आशंका नहंी िी. उनंहोेनं े कहा पहलवान और पंजंतभाशाली पहलवानोंको भी मुननं ी गोलंड कप के जविेता को 31 हिार, नहींहै. जक हम जनयमोंका पालन करने मेंजवशंंास पुरथंकार जदया िाएगा. चैजंपयजनशप के दूसरा थंिान पाने वाले पहलवान को 15 धोनी ने आइपीएल के अगले सतंं का रखते हैं और मेरा मानना है जक आईपीएल आयोिन सजचव भाई महाबीर ने बताया इसके हिार और तीसरे थंिान पर दो पहलवानोंको जििंं करते हुए कहा जक टीम को आकलन जनयमोंका पालन करता है. पुणे टीम खरीदते जलए सुनील ककंड़ ं की अधंयकंतं ा में पांच 7500-7500 रंपए की इनामी रकम दी करने के जलए कुछ मैचोंकी िरंरत पड़ेगी समय मुझे पूरा भरोसा िा. ढाई महीने पहले सदथंयीय सजमजत बनाई गई है. सजमजत के िाएगी. भारतीय कुशतं ी फेडरेशन के अधंयकंं जिसके बाद ही अंजतम एकादश के थंिायी मैं धोनी को िानता भी नहंीं िा लेजकन अब दूसरे सदथंय हैंशंंीजकशन, जविय पाल और सांसद बृि भूषण शरण जसंह पंजंतयोजगता का जखलाड़ी तय जकए िा सकेंगे. उनंहोेंने मुझे पता है जक वह जकतना बेहतरीन इंसान कोच िसबीर है.ं इस कमेटी के संयोिक भाई उदंघाटन करेगं .े हालांजक कहा जक सीएसके के कोच रहे है.
मुन्नी गोल्ड कप दंगल मे् हिस्सा ले्गे नामी पिलवान अ
जखल भारतीया गुरंमुननं ी इंजडया गोलंड कप कुशतं ी चैजंपयनजशप में देश के मशहूर पहलवानों का िमघट लगेगा. तीन जदनोंतक चलने वाले इस आयोिन मेंकुशतं ी के कई जदगंगि जहथंसा ले रहे है.ं जदलंली के पंचकुइयां रोड संथित गुरंमुननं ी वंयायामशाला में इसका आयोिन 20 से 22 फरपरी तक होगा. पेशवे र कुशतं ी लीग की कामयाबी से पंजंेरत इस बार पंजंतयोजगता मेंकई नए पंयं ोग भी जकए गए है.ं िाजहर है जक आयोिकोंका मानना है जक ऐसा कर कुशतं ी को जंयादा लोकजंंपय बनाने मेंमदद जमलेगी. कुछ तड़का जंंिकेट िैसा लगाया गया है. यानी इसे और रोमांचक बनाने की कोजशश. पंजंतयोजगता के दौरान पहलवान आफ द डे का पुरथंकार जदया िाएगा. इस उपलसंबध को हाजसल करने वाले पहलवान को 2100 रंपए का नकद इनाम
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19 फरवरी
- 25 फरवरी 2016
पयंाावरण
सुह्ख़ियो् मे् आया कुल्िार माडल
पूजा सिंह सुरख ् यि ो् मे् आया कुलह् ार मॉडल कुलहं ार मेंहो रही गजतजवजधयां मधंय पंदं श े मेंऔर शायद देश मेंभी िल और पयंावय रण संरकंण ं के मामले में जकये िा रहे शुरआ ं ती काम में से िीं. बहुमलू यं शासकीय भूजम का पंयं ोग यहां सामुदाजयक लाभ के जलये जिस तरह से जकया िा रहा िा उस पर सभी का धंयान िा रहा िा. उस दौर मेंजवजदशा जिले के कलेकटं र रहे दीपक खांडक े र, सुधा चौधरी और वसीम अखंतर ने शमंाय के इन पंयं ासोंका मौके पर िाकर मुआयना जकया और वे इससे काफी पंभं ाजवत भी हुए. उनंहोंने पंदं श े सरकार से इस बात की संसजंुत भी की जक इस मॉडल को सथंटने बे ल डेवलपमेटं के मॉडल के रंप में पंदं श े के अनंय इलाकों में अपनाया िाये. हालांजक जवजभनंन विहोंसे ऐसा नहींहो सका. उलंलख े नीय है जक कुलहं ार मेंसामुदाजयक भूजम पर लगाये गये बांस और फलदार वृकंोंसे अब तक गंंाम पंचायत को लाखोंरंपये की आमदनी हो चुकी है. अकेले वषंय 2013 में बांसों की जबिंंी से ही यहां 3.50 लाख रंपये अजंितय जकए गये. ऐरतहारसक छलांग कुलहं ार मेंमौिूद तालाबोंके जनमंाण य की कहानी भी कम जदलचथंप नहींहै. िून 2010 मेंिब बासोदा-बीना रेलखंड पर तीसरी लाइन डालने का काम चल रहा िा तब गांव के लोगों ने आपस में राय-मजशवरा कर एलऐंडटी कंपनी की सब कॉनंटकंै टं र रघु इनंफंा पंंायवेट जलजमटेड से संपकंफजकया. गांव की ओर से रेल लाइन के अगल बगल डालने के जलये जनशुलक ं जमटंंी देने की पेशकश की गयी. शतंय केवल यह िी जक जमटंंी गांव मेंचुजनंदा थंिानों से जनकालनी होगी. पंश ं ासजनक सहमजत के बाद कंपनी इस बात के जलये तैयार हो गयी. बस गांव मेंतालाब के जलये जचसंहनत जकये गये थंिानोंसे बड़ंी-बड़ंी मशीनोंके िजरये लाखों
टन जमटंंी जनकाली गयी. कंपनी को जबना एक पैसा खचंयजकये बड़ंी मातंंा मेंजमटंंी जमल गयी तो वहीं गांवों को जमल गये कुछ शानदार तालाब. क्या रही् चुनौरतयां? ऐसा नहीं है जक ये सारे कायंय एकदम सुगम तरीके से हो गये. बसंलक इस दौरान बहुत बड़ंी लड़ंाइयां मोल लेनी पड़ंी.ं - थंिानीय संरं पर सामुदाजयक भूजम को दबंगोंके अजतिंमं ण से मुकतं कराना आसान काम नहींिा. - गांववाजसयों की ओर से शुरआ ं त में कोई खास सहयोग नहींजमला. उनंहेंलगता रहा जक ये काम जनजहत थंवािंय के वशीभूत होकर जकयेिा रहे है.ं -नौकरशाही ने भी अपने थंवभाव के अनुरपं ही शुरआ ं त मेंजशजिल ढंग से काम जकया. - बीच में कुछ सरपंच ऐसे भी आयेजिनकी इस कायंयमेंकोई रंजच नहींिी.
नतीितन 30 सालोंकी इस मेहनत पर पानी जफरता निर आया. - पंश ं ासजनक देखभाल के अभाव मेंखोदे गए तालाबोंको नुकसान भी पहुचं ा. मीजडया के कुछ हलकों में नकारातंमक जरपोजंटगिं ने भी परेशानी खड़ंी की. -उदाहरण के जलये तालाबोंके लाभोंका जििंं करने के बिाय कुछ पतंक ं ारों ने अखबारोंमेंजलखा जक इन तालाबोंमेंजगरने से लोगोंऔर मवेजशयोंकी मौत हो सकती है या अनंय दुघटयं नायेभं ी हो सकती है.ं क्या रहे लाभ? -सामुदाजयक भूजम अजतिंमं ण से मुकतं हुई. - गांव के आसपास की उिाड़ं और अजतिंजंमत भूजम पर अब फलदार वृकं और बांस के िंगल लहलहाने लगे. - इनसे होने वाली उपि से गंंाम पंचायत को अजतजरकंत आय होने लगी. -अब तक लाखोंरंपये के फल एवं बांस
बेचे िा चुके है.ं - कुलहं ार और उसके आसपास बने छह और अजधक जनिी और सावंि य जनक तालाबोंसे 1000 बीघा से अजधक िमीन की जसंचाई की िा रही है. जिसका असर उतंपादन मेंबढ़ंोतरी के रंप मेंदेखने को जमला है. बेहतर भरवष्य की आहट हालांजक वषंय2004 से 2009 के दौरान ततंकालीन पंचायत ने इस पूरे कायंय के पंजंत िबरदसंंउदासीनता का पजरचय जदया लेजकन गांव की मौिूदा सरपंच रेखा राय और उनके पजत पंक ं ाश राय इन थंिजगत पजरपाजटयों को आगे ले िाने के जलये पूरी तरह कजटबदंंनिर आये. हमारे साि इस पूरे कंतंे ंका दौरा करते हुए पंक ं ाश ने बताया जक कैसे वषंय2004 से अभी हाल तक यह कंतंे ंतकरीबन उपेजंकत पड़ंा रहा. इस दौरान पूवयं में जकए गए तमाम सामुदाजयक कायंयअंजतम तौर पर निंïं होने के कगार पर पहुचं गए. लेजकन अब हालात बेहतर है.ं वीरेदं ंमोहन शमंाय की सजंंियता, पंक ं ाश राय
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की दूरदृजंिऔर सहयोगी थंवभाव तिा अनंय अनुकल ू लोगोंकी मदद से निंहं ोने के कगार पर पहुचं चुके मॉडल को एक बार जफर कारगर ढंग से लागू करने की पृषभं जू म तैयार हो रही है. गंिबासोदा तहसील मेंबतौर कृजष जवसंंार अजधकारी पदथंि सुरदें ंजसंह डांगी पूवयंसरपंच वीरेदं ं मोहन शमंाय के काम पर बहुत करीबी निर रखते आये है.ं उनकी मां भी कुलहं ार गंंाम की सरपंच रह चुकी है.ं डांगी कहते हैंजक गांव में बने सभी तालाब शमंाय के उतंसाह और उनकी अिक मेहनत का पजरणाम है.ं इसमें एक भी पैसा शासन का नहीं लगा है. यजद शासन इस योिना को अपनाता तो इसके दूरगामी लाभ समाि को जमल सकते िे. मानरसकता मे् बदलाव जर्री केवल तालाबोंका जनमंाण य ही पयंापय तं नहीं है बसंलक इसके सभी लाभ हाजसल करने के जलये शासन और गांवा दोनों संरं ों पर मानजसकता में अजनवायंय बदलाव आवशंयक िे. वीरेदं ंमोहन शमंाय ने यह पंस ं ंाव भी रखा िा जक उकंत तालाबों का पानी अगर 100200 रंपये पंजंत बीघा की दर पर जसंचाई के जलए जदया िाये तो इससे न केवल जकसानोंको जसंचाई के जलये ससंंा पानी जमलेगा बसंलक गंंाम पंचायत की भी अचंछी खासी आय हो िायेगी. परंतु पयंापय तं पंश ं ासजनक सहयोग के अभाव में यह काम नहींहो सका. हां, गांव के िो जकसान सावंि य जनक पानी के जलए पंजंत बीघे 100 रंपये भी खचंयकरने को तैयार नहींहुए वही जकसान जनिी संरं पर इससे कहींअजधक दर पर पानी खरीदते रहे. अपनी तमाम खूजबयोंके बाविूद कुलहं ार मॉडल थंिानीय संरं पर जसमट कर रह गया है. िरंरत इस बात की है जक न केवल आसपास की गंंाम पंचायतेंबसंलक शासन भी इस मॉडल को आजधकाजरक रंप से वंयवहार मेंलाने मेंमदद करे. ऐसा करके पंदं श े मेंगंंाम थंवराि और आतंमजनभंरय गांवोंके थंवपंंको सही मायनोंमेंसाकार जकया िा सकता है. (इंजडया वाटर पोटंल य )
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स तरह से पजटयाला हाऊस नंयायालय के वकीलों ने पेशी में लाये िा रहे िेएनयू छातंस ं घं अधंयकंं कनंहयै ा कुमार के साि मारपीट की है. उससे 1992 की बाबरी मसंथिद जवधंवस ं की यादें तािा हो गयीं. आरएसएस और बीिेपी के लोग िो उनसे अलग जवचारोंको मानने वाले लोग है.ं उनके ऊपर छोटी-छोटी बातों, िैसे जसफंफनारे लगाने या कई बार झूठे ही देशदंंोह का आरोप लगा देते है.ं वे खुद इस देश के संजवधान और कानून वंयवथंिा का समंमान नहीं करते. इस समय जहंदतु वं वादी लोगोंसे जंयादा खतरा देश को और जकसी से नहींहै. िो देश को तेिी से अरािकता की ओर ले िा रहे है.ं उनको खुली छूट है जक वे िहां चाहे जकसी के साि मारपीट कर सकते है.ं उनके जखलाफ कोई कायंवय ाही नहींहोगी. कंयोंजक गृहमंतंी रािनाि जसंह है.ं जिनंहोंने जबना पुजंि के यहां तक कह डाला जक िेएनयू की
सिरदौि ख़ान
- 25 फरवरी 2016
बाबरी सवधंवंि की आयी याद
िंदीप पांडे
जि
19 फरवरी
घटना हाजफि सईद ने करवाई है. आि देश में एक बहस जछड़ंी हुई है. जहंदतु वं वादी अपने को देश भकंत और उनसे अलग जवचारों को मानने वालों को देशदंंोही साजबत करने मेंलगे हुए है.ं जकंतु सावधानी से परखने की िरंरत है जक कौन देशदंंोही है और कौन देश भकंत? कंया देशभकंत कहलाने के जलए काफी है जक कोई भारत माता की तथंवीर लेकर, वंदे मातरम के नारे लगाकर, भारत का झंडा लहराकर, पाजकसंंान को गाली देकर उन लोगोंके साि मारपीट करे िो उसके जवचारों को नहींमानते? जदलंली के भािपा जवधायक तो यहां तक कहते हैं जक उनके पास बंदक ू होती. तो वे देशदंंोजहयोंको गोली से मार देत.े यजद हम आतंकवाद और नकंसलवाद के नाम पर होने वाली जहंसा को गलत मानते है.ं तो जहंदतु वं वाजदयों की जहंसा को िायि कैसे ठहराया िा सकता है? इस देश मेंइस तरह की नीजतयां बनायी िाती हैं जक अमीर और अमीर हो िाये और
भंि ं ंाचार करने वाले िो देश का पैसा अपने जनिी उपभोग के जलए रख रहे है.ं कंया देशदंंोही नहींहै?ं भािपा की सभी सरकारोंमेंजवदेशी बैक ं ोंमेंिमा काले धन को वापस लाने की बात होती है. लेजकन हमारी अिंवय यं वथंिा का काला धन जिससे रािनीजतक दल अपराधी-माजफया या भंि ं ंउमंमीदवारोंको चुनाव जितवा देते हैं और गलत लोग हमारी जवधाजयका में पहुच ं िाते हैं कंया देशदंंोह नहीं है? जवदेशी पूि ं ी आकजंषतय कर अपने यहां कारखाने लगवा कर अपने मिदूरोंका शोषण होने देना कंया देशदंंोह नहींहै? देश की पंंाकृजतक संपदा पर मुनाफा कमाने का अजधकार देशी-जवदेशी कंपजनयोंको दे देना कंया देशदंंोह नहीं? उदाहरण के जलए पेपसं ी-कोका हमारा पानी हमेंही ऊंची कीमतों पर बेच मुनाफा अमरीका ले िा रही है.ं कंया ऐसी कंपजनयोंकी मदद करना देशदंंोह नहीं? नकल करके बचंंों को इमंतहे ान पास करवा देना, िो इस देश मेंबड़ंेपैमाने पर होता है, कंया देशदंंोह नहींहै, कंयोंजक हम बचंंोंका भजवषंय
जल संकट से परेशान हदल्ली
जदलंली के कई इलाक़े पंंभाजवत हो गये, जिनमें चांदनी चौक, आज़ाद माकंंेट, सदर श की नजदयां जदनोंजदन पंंदूजषत होती िा बाज़ार, दजरयागंि, िामा मसंथिद, जसजवल रही हैं. िल पंंदूषण रोकने के जलए लाइंस, सुभाष पाकंफ, मुखिंंी नगर, शसंकत क़ानून तो बने, लेजकन उन पर अमल नहीं नगर, आदशंय नगर, मॉडल टॉउन, जकया गया. मुबं ई का कचरा समुदंऔर कालू िहांगीरपुरी, वज़ीरपुर इंडथंटंीयल एजरया, नदी में बहाया िा रहा है. इसी तरह जदलंली पंिाबी बाग़, गुलाबी बाग़, जहंदूराव, की गंदगी यमुना,कोलकाता की हुगली और झंडेवालान, मोजतया ख़ान, पहाड़गंि, दामोदर में, चेनंनई की कुअम में, बनारस, करोलबाग़, ओलंड रािेंदंनगर, नया बाज़ार, हजरदंंार, कानपूर की गंदगी गंगा मेंडाली िा ईथंट और वेथंट पटेल नगर, मलंकागंि और रही है. नतीितन, गंगा, यमुना, कृषंणा, वज़ीराबाद आजद शाजमल हैं. जदलंली िल बोडंय के मुताजबक़ पानीपत कावेरी, नमंयदा, गोदावरी सजहत देश की 27 नजदयां िल पंंदूषण की चपेट में हैं. िल पंंदूषण सेहत के जलए बेहद ख़तरनाक है. जवशंं थंवाथंथंय संगठन के मुताजबक़ दुजनया भर मेंहर साल डेढ़ करोड़ंलोग पंंदूजषत िल के कारण मौत के जशकार हो िाते हैं. भारत में पंंजत लाख पर तक़रीबन 360 लोगों की मौत हो िाती है. अथंपतालों में दाजख़ल होने वाले मरीज़ोंमेंसे 50 फ़ीसद मरीज़ ऐसे होते हैं, जिनकी बीमारी की विह दूजषत पानी होता है. अजवकजसत देशोंकी हालत तो और भी ज़्यादा बुरी है, कंयोंजक यहां 80 फ़ीसद बीमाजरयों का कारण दूजषत पानी है. िल पंंदूषण से इंसान ही नहीं, िलीय िीव-िंतु, िलीय पादप और पशु-पकंंी भी बुरी तरह पंंभाजवत होते हैं. िल पंंदूषण का असर लोगों की रोज़मरंाहय की जज़नंदगी पर भी पड़ रहा है. हाल मेंयमुना के पानी मेंअचानक अमोजनया की मातंंा बढ़ने की विह से जदलंली के वज़ीराबाद डंंेन से पंंदूजषत पानी नदी मेंजगरने की विह और चंदंावल िल शोधन संयंतंोंको बंद कर से अमोजनया की मातंंा बढ़ गयी. ग़ौरतलब है बंद करना पड़ा. इन संयंतंों के बंद होने से जक अमोजनया एक तीकंंण गंध वाली रंगहीन 222 एमिीडी (जमजलयन गैलन पंंजतजदन) गैस है. यह हवा से हलंकी होती है और इसका पेयिल की आपूजंतय रंक गयी. वज़ीराबाद वाषंप घनतंव 8.5 है. यह िल मेंअजत जवलेय िल शोधन संयंतंकी कंंमता 124 एमिीडी है. अमोजनया के िलीय घोल को जलकर और चंदंावल िल शोधन संयंतं की कंंमता अमोजनया कहा िाता है. यह पंंकृजत कंंारीय होती है. कई रसायनोंऔर रासायजनक खादों 98 एमिीडी है. इसकी विह से जदलंली के एनडीएमसी को बनाने में अमोजनया का इसंंेमाल जकया सजहत उतंंरी जदलंली, उतंंर-पजंंिम जदलंली, िाता है. बफ़ंफ के कारख़ाने में शीतलक के मधंय जदलंली और पजंंिमी और दजंंकणी रंप में अमोजनया का इसंंेमाल होता है.
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गरीब गरीब ही बना रहे. इस देश के आधे बचंंे कुपोषण का जशकार है.ं इस देश में करीब चैिाई बचंंेबाल दासता के जशकार है.ं खराब थंवाथंथयं सेवाओंके चलते एक हिार पैदा होने वालोंबचंंोंमें47 मर िाते है.ं पांच साल तक की उमंंतक पहुचं ते पहुचं ते इन हिार मेंसे 14 और बचंंेमर िाते है.ं एक लाख बचंंोंका िब िनंम होता है. तो 200 माएं िनंम देते वकंत मर िाती है.ं िब से इस देश में उदारीकरणजनिीकरण-वैशंीकरण की आजंिक य नीजतयां लागू हुई है.ं तो करीब तीन लाख जकसान किंय के बोझ मेंआतंमहतंया कर चुके है.ं कंया ऐसी नीजतयां बनाने वाले जिससे लोगोंकी मौतेंहों और वे बदहाली मेंजियेंदेशदंंोही नहींहै?ं इस देश में जनिी कंपजनयों के पास सरकारी बैक ं ोंका 1.14 लाख करोड़ंरंपये ऋण के रंप मेंहै. जिसे बैक ं ोंने माफ कर जदया हो. जिस देश मेंगरीबी की उपयंकयु तं संथिजत हो. वहां िनता के पैसे को जनिी कंपजनयोंको यूं ही दे जदया िाये कंया यह देशदंंोह नहीं? या जफर
अमोजनया संंर बढ़ंने के मामले पर आपका पकंंकंया है? इस संबंध मेंअभी तक आपने कंया जकया? बोडंयके वकील इन सवालोंका संतोषिनक िवाब न दे सके. इसके बाद बेंच ने पयंायवरण मंतंालय, िल संसाधन मंतंालय और जदलंली िल बोडंय के आला अजधकाजरयोंको तलब जकया िा. बेंच ने इस मामले में जनमंयल यमुना पुनरंदंार योिना2017 के चेयरमैन और जदलंली िल बोडंयके सीईओ को भी तलब जकया िा. क़ाजबले-ग़ौर है जक जनमंल य यमुना पुनरंदंार योिना के जलए बनायी गयी पंंधान सजमजत में पयंायवरण मंतंालय के सजचव, िल संसाधन मंतंालय के संयुकंत सजचव, जदलंली के मुखंय सजचव, डीडीए के वाइस चेयरमैन, जदलंली नगर जनगमोंके कजमशंनसंय, हजरयाणा, उतंंर पंंदेश, जहमाचल पंंदेश और उतंंराखंड के राजंय सजचव को शाजमल जकया गया िा. बीते जदनों आयी एक जरपोटंयमेंकहा गया िा जक यमुना में अमोजनया का संंर 2 से 2.5 पाटंसंय पंंजत जमजलयन (पीपीएम) पाया गया है. इसके बाद जदलंली िल मंतंी कजपल जमशंंा ने केंदंीय िल संसाधन मंतंी उमा भारती को पतंं जलखकर बताया िा जक अगर अमोजनया की मातंंा 0.5 पीपीएम या उससे ज़्यादा हुई, तो यह पानी सेहत के जलए काफ़ी नुक़सानदेह हो सकता है. अगर उचंं अमोजनया युकंत पानी मेंशोधन के जलए कंलोरीन जमलाया िाये, तो यह कैंसर पैदा कर सकता है. एनिीटी ने बीते साल जदलंली सरकार हैं, कुछ लोग बाज़ार से पानी की बोतलें और संबजं धत पंंाजधकरणोंसे यमुना के शोधन ख़रीदते हैं. िो ये सब नहीं कर सकते, वो मामले मेंएसटीपी, सीईटीपी के जलए ख़चंयकी पानी को उबालकर, छानकर इसंंेमाल कर गयी रक़म का जहसाब मांगा िा. वहींजदलंली रहे हैं. मजहलाओं का कहना है जक गैस भी िल बोडंय ने बताया िा जक उसका सालाना कोई ससंंी नहींहै. पानी गमंयकरने की विह बिट 1400 करोड़ं रंपये का है. यमुना की सफ़ाई के तमाम सरकारी दावों के बाविूद से उनका जसलेंडर िलंद ख़तंम हो िाता है. यमुना में अमोजनया का संंर बढ़ंने पर यह नदी एक गंदे नाले मेंतबंदील हो चुकी है. नेशनल गंंीन जंंटबंयनु ल (एनिीटी) ने जदलंली कुछ ही जदनों बाद गमंंी का मौसम शुरं हो िल बोडंय को फटकार लगाते हुए िवाब िायेगा. जदलंली को ज़्यादा पानी की ज़रंरत तलब जकया िा. एक जरपोटंय के आधार पर होगी. अगर यही हाल रहा, तो एक पंंदूजषत गंंीन बेंच ने जदलंली िल बोडंयसे पूछा िा जक यमुना लोगोंके गले कैसे तर कर पायेगी.
अमोजनया गैस बहुत ज़हरीली होती है. इसे सूंघने पर इंसान की िान तक िा सकती है. इससे पहले िनवरी और 27 जदसंबर में भी यमुना मेंअमोजनया की मातंंा बढ़ गयी िी, जिससे वज़ीराबाद और चंदंावल िल शोधन संयंतंोंको बंद कर गया िा. जदलंली के बहुत से इलाक़े िल संकट से िूझ रहे हैं. जपछले काफ़ी अरसे से िो िल आपूजंतय की िा रही है, उसका पानी पीने के क़ाजबल नहींहै. पानी को कुछ देर रखने के बाद देखें, तो बतंयन की तली मेंगंदगी की एक पतंयिम िाती है. िो लोग पैसे वाले हैं, उनंहोंने आरओ लगवा रखे
ववचार बबंादय कर रहे है?ं दूसरी तरफ कोई भी ऐसा काम जिससे इस देश के आम नागजरक का सशसंकतकरण हो रहा हो कंया देशभसंकत नहीं? यजद कोई ऐसे बचंंों को पढ़ंा रहा है िो खुद जवदंंालय िाने मेंअकंमं है,ं देशभसंकत का काम नहीं? कंया जकसी बेसहारा जिसको इलाि की िरंरत है की मदद करना देशभसंकत का काम नहीं? कंया गरीबोंको संगजठत कर उनके अजधकारों की लड़ंाई में शाजमल होना ताजक उनकी सामाजिक-आजंिक य संथिजत मेंसुधार हो देशभसंकत का काम नहीं? कंया जकसी पीजड़ंत या पीजड़ंता जिसके साि अतंयाचार हो रहा हो को नंयाय जदलाना देशभसंकत का काम नहीं? कंया सरकार की गलत नीजतयों के जखलाफ आवाि उठाना ताजक आम इंसान का नुकसान न हो और सही नीजतयोंकी मांग करना जिससे आम इंसान को लाभ जमले देशभसंकत का काम नहीं? सरकार के बिट मेंअपवंयव के जखलाफ बोलना ताजक देश का पैसा बचे और िरंरी कामों में लगे
अगर मायावती भी होतीं तो
समािवादी पाटंंी का ये हाल तब रहा िब मायावती उपचुनाव से दूर रहीं. 2014 के लोक सभा चुनाव के बाद हुए उपचुनाव से भी मायावती न दूरी बनाए रखी. उस वकंत समािवादी पाटंंी को फायदा िरंर हुआ िा िब आम चुनाव में भारी िीत के बाविूद बीिेपी पीछे रही. इस बार तो मायावती ने अपने नेताओंको चुनाव से पूरी तरह दूर रहने की जहदायत दी िी. बड़ंे नेताओं से तो मायावती ने साफ तौर पर बोल जदया िा जक वो उन इलाकों में तो कतरंई न िाएं िहां उपचुनाव हो रहे है.ं
नीरज हसंि, नानपारा(उत््र प््देश)
चेहरे की तलाश
उतंरं पंदं श े में जवधानसभा चुनाव निदीक है.ं भारतीय िनता पाटंंी मेंअभी तक पंदं श े अधंयकंंढूढं ा िा रहा है. पाटंंी को अभी ऐसा सवंमय ानंय चेहरा नहीं जमल रहा है. िो सतंंारंढ़दं ल और मुखयं जवपकंंी पाटंंी के मुजखया से टकंरं ले सके. पाटंंी पुराने नेताओं पर दांव लगाने पर भी ऊहापोह मेंहै. कंयोंजक सपा, बसपा ऐसे चेहरे हैं िो दजलत और जपछड़ंा दोनोंकी िगह भरने की कंमं ता रखते है.ं कांगस ंे उतंरं पंदं श े मेंअजंंसतंव की लड़ंाई लड़ंती निर आ रही है. िनसंघ के बाद 1980 मेंभािपा का िनंम हुआ. उस समय के अधंयकंं माधव पंस ं ाद जंंतपाठी आिीवन अधंयकंंरहे. कलंयाण जसंह ही ऐसे अधंयकंंरहे िो सवंमय ानंय िे. ताहरक फति, जबलपुर(मध्यप््देश)
जनता से ख़ाररज वामपंथ
वामपंि की रािनीजत और उनके दलीय संगठनातंमक ढांचे का अंतरंायषंीय संंर पर अधंययन करने पर यही जनषंकषंयजनकलता है. दुजनया के कमोबेश सभी लोकतांजंतक देशों की िनता ने वामपंिी दलों और उनकी जवचारधारा को लोकतंतं के अनुकूल नहीं मानते हुए. जसरे से नकार जदया है. यानी दो टूक कहें तो िहां भी लोकतंतं की सुगंध आयी. वहां से वामपंिी काफूर कर जदए गये! राजेश गुप्ता, रायपुर(छतीसगढ़)
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राजकाज
19 फरवरी
बंंाहंिण ििलब शिंाट नहीं
उ
तंपं दं श े को लेकर भािपा अधंयकंंअजमत शाह की जचंता बढ़ंती ही िा रही है. वहां जवधानसभा चुनाव के पहले जकसे मुखयं मंतंी पद के उमंमीदवार के रंप मेंपंस ं तंु जकया िाये. यह यकंं पंशं नं बन चुका है. पहले अनके शमंाय नेताओंपर गंभीरता से जवचार जकया िा रहा िा. इसमेंडॉ महेश शमंाय से लेकर जदनेश शमंाय तक शाजमल िे. बीते जदनों उतंरं पंदं श े के कुछ बंंाहंमण पतंक ं ार अजमत शाह से जमले. इतने में एक पतंक ं ार ने उनसे कहा जक सुना है जक जकसी शमंाय को मुखयं मंतंी पद के उमंमीदवार के रंप में पेश जकए िाने पर आप जवचार कर रहे है.ं एक बात िान लीजिए जक उतंरं पंदं श े मेंबंंाहंमण का मतलब शुकल ं ा, जतवारी, असंगनहोतंंी, पांडे आजद होता है. हमारे यहां शमंाय को बंंाहंमण नहींमानते ं ार भी है.ं वह तो ‘चीनी माल’ माना िाता है. इसजलए का मुहं खुला रह गया और बाकी पतंक बंंाहंमण के कोटे मेंजकसी शमंाय को अनुगहं ीत अपने सािी की सलाह का समिंनय करते हुए मत कर दीजियेगा. यह सुनकर भािपा अधंयकंं चाय की चुसथं कयां लेने लगे.
िांसंतक के चकंरं िेंराजनाथ
सु
धाशु जंंत वे दी ओर गृ ह मं तंी ं रािनाि जसं ह का वही सं बं ध है िो जक चाय के दू ध और पानी का होता है. जकवदंती है जक जंयोजतष की िानकारी रखने वाले अपने इस सलाहकार की अनु म जत के जबना रािनाि जसं ह घर के बारह कदम तक नहीं रखते हैं. उनंहें इन पर इतना जवशंंास है जक भािपा में भी सुंधाशु को बहुत अहजमयत जमली हु ई है . पर उनके करीबी को वे िरा भी पसंद नहीं है. हाल ही में रािनाि के एक करीबी ने कहा जक पता नहीं इस तां जंत क ने उन पर कंया िादू कर रखा है जक वे उसके चं गु ल से मु कंत ही नहीं हो पा रहे हैं. वे उस पर इतने मु गंध है जक अपने पजरवार तक की सु ध नहीं ले रहे हैं. िहां तमाम बड़ंे
यूपी िेंकांगंेि की जािीय सचंिा
उ
तंंर पंंदेश में कांगंेस के नेता भी अपने जबगड़ंे िातीय समीकरण को लेकर जचंता मेंहैं. पाटंंी के पंंदेश के नेताओंने इस बारे में राहुल गांधी से बात की और इस जवसंगजत की ओर इशारा करते हुए कहा जक पाटंंी के सभी अहम पदों पर ऐसे लोग हैं, जिनका कोई िातीय या सामाजिक आधार उतंंर पंंदेश में नहींहै. बीते जवधानसभा चुनाव के बाद पाटंंी अधंयकंं रीता बहुगुणा िोशी ने इसंंीफा दे जदया िा. जिसे काफी समय तक लंजबत रखा गया और बाद में उनकी िगह जनमंयल खतंंी को पंंदेश अधंयकंंबनाया गया. उतंंर पंंदेश में पंिाबी खतंंी मतदाताओं की संखंया नहीं के बराबर है. और वैसे भी जनमंयल कुमार खतंंी ने कभी लखनऊ में रह कर पाटंंी संगठन को मिबूत करने की कोजशश नहीं की. जवधानसभा चुनाव के बाद ही पंंभारी
महासजचव जदसंगविय जसंह की िगह मधुसूदन जमसंंी को पंंभारी बनाया गया और पंंमोद जतवारी की िगह पंंदीप मािुर को जवधायक दल का नेता चुना गया. उतंंर पंंदेश में कायथंि िाजत की संखंया बहुत मामूली है और उनका रंझान बुजनयादी रंप से भािपा की ओर है. इसजलए पंंदीप मािुर को बनाने का कोई फायदा कांगंेस को नहीं जदख रहा है. जमसंंी जकसी भी तरह से असर नहीं छोड़ं पाये हैं. सामाजिक और िातीय समीकरण के आधार पर पंंदेश अधंयकंंकी जनयुसंकत होनी है. पाटंंी जकसी बंंाहंमण या गैर यादव जपछड़ंी िाजत के नेता को अधंयकंंबनायेगी. कहा िा रहा है जक जमसंंी की िगह नया पंंभारी भी बनाया िा सकता है, जिसके मुसंथलम होने की संभावना जंयादा है. इसी तरह जकसी न जकसी पद पर दजलत को भी लाने की चचंाय चल रही है.
उफ! जेरली िे इिनी जलन
भा
िपा में यह चचंाय िोर पकड़ंती िा रही है जक जकसी भी लोकजंंपय सरकार के जलए ‘अरंण’ शुभ नहीं साजबत हुए. रािीव गांधी 414 सीटें लेकर सतंंा में आये िे और बाद में अरंण नेहरं और अरंण जसंह उनके पतन का कारण बने. वािपेयी सरकार में अरंण शोरी ने मुनाफे में चल रहे सरकारी उपिंंम जबकवा कर जववाद पैदा जकया और जफर वे आंखों की जकरजकरी बन गये. अब अरंण िेटली के जवतंं मंतंी रहते हुए अिंवय यं वथंिा की दुगजयंत हो रही है. वैसे सचंंाई यह है जक इस तरह की बातेंकरने वाले पाटंंी नेता िेटली की हैजसयत से िलते है.ं वे िाने माने वकील रहे है.ं उनंहेंजसफंफअचंछा पहनने का शौक है. खाने का शौक तो जदल के आपरेशन और डायजबटीि के कारण पूरा नहीं कर सकते है.ं िब वे जकसी को अपनी चार लाख की शाल या 10 लाख की घड़ंी जदखाते हैं. तो लोगों को आग लग िाती है. उनंहोंने फंंास ं यातंंा के दौरान एक मंहगा सूट खरीदा िो जक उसी जदन लांच हुआ िा. िब
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- 25 फरवरी 2016
वे उसे पहनकर भारत मेंएक पाटंंी मेंगये तो वहां ठीक वैसा ही सूट पहने एक और नेता जमल गया. उनंहोंने सौिनंयतावश उनसे पूछा जक आपने इसे कब और कहां से खरीदा. वह छूटते हुए बोला, उसे थंटोर से िहां से आपने खरीदा िा. हां इतना िरंर है जक आपके खरीददारी करने के 10 जमनट पहले ही मैंइसे खरीद चुका िा.
िंतंालयोंकी बन रही सरपोरंट
भा
रत सरकार के तकरीबन सभी मं तंालय अपने- अपने काम की जरपोटंय बना रहे हैं. अलग-अलग िरंरतों के जलए उनसे जरपोटंय बनाने को कहा गया है. राजंयोंमेंहोने वाले चुनावोंको धंयान में रख कर मंतंालयों की जरपोटंय बन रही है. इस साल और अगले साल जिन राजंयों में चु नाव होने वाले हैं, उनके जलए केंदं सरकार ने िो आवं ट न जकए हैं और उन
राजंयों में केंदंीय योिनाओं के तहत िो काम हुए हैं, उनकी एक जरपोटंय अलग बन रही ताजक पंंचार में उनका इसंंेमाल जकया िा सके. तीन महीने बाद सरकार के दो साल पूरे होने वाले हैं. उसे धंयान में रख कर सरकार के कामकाि की जरपोटंय बन रही है और तीसरी िरंर त मीजडया में हो रहे जनगेजटव पंंचार का िवाब देना है, जिसके जलए उपलसंबधयों की जरपोटंय बन रही है. मीजडया की जनगेजटव खबरों को लेकर पंंधानमंतंी और भािपा अधंयकंं दोनों जचंजतत हैं. पंंधानमंतंी कायंायल य जनगेजटव खबरोंको मोजनटर कर रहा है और उनके बारे में मंतंा लयों और जवभागों से जरपोटंय ली िा रही है. ताजक उनका िवाब जदया िा सके. इसी तरह पाटंंी के पंंव कंताओं को पंंजशकंंण जदलाया िा रहा है और मंजंत यों से कहा गया है जक वे पंंवकंताओं को अपने कामकाि का बंयोरा दें. ताजक वे मीजडया और जवपकंं के पंंचार का िवाब दे सकें. इस कड़ंी में लगातार पाटंंी नेता और पंंवकंता मंजंतयों से जमल रहे हैं.
िुिीबि िेंकुिार सवशंंाि
अ
ने ताओं ने अपने बे टों को रािनीजत में सै ट कर जदया है . वहीं वे अपने बे टे पं क ि के जलए कु छ भी नहीं कर पाये हैं. उसके बारे में तो तब सोचे िबजक उनंहें इस तां जंत क से छु टंी जमले . इन लोगों का तो यहां तक दावा है जक सु धां शु जंंत वे दी ने नरेंदं मोदी खे मे में घु स ने की पू री कोजशश की िी. पर उनसे पहले उनकी कीजंतय वहां तक पहुं च गयी और मोदी ने उनंहें दू र ही रखने के जनदंंेश दे जदए.
पने िनंमजदन की पाटंंी में भािपाइयों को आमंजंतत करना आप नेता कुमार जवशंंास के जलए बहुत मंहगा साजबत हो सकता है. उनंहोंने 10 फरवरी को बड़ंी धूमधाम से अपना 46वां िनंमजदन मनाया है. जदलंली के मुखंयमंतंी अरजवंद केिरीवाल तो नहीं आये पर यह पूजछए जक दूसरे दलों से कौन नहींआया? भािपा के वजरषंंनेता ओम मािुर, जविय गोयल से लेकर जविेंदं गुपंता तक वहां पहुंचे. राषंंीय सुरकंंा सलाहकार अिीत डोभाल िब खुद फूल लेकर आये हों तो शुभकामनाएं देने में जदलंली के पुजलस कजमशंनर बीएस बथंसी कैसे पीछे रह िाते. उदंंोगपजतयों में नवीन जिंदल बहुत सुंदर उपहार लेकर आये. अगर कांगंेस से कमलनाि और रािीव शुकंला उनंहेंबधाई देने पहुंचे तो सीपीआई से अतुल कुमार अंिान हाजिर िे. कोई तीन दिंयन पाटंंी जवधायक भी मौिूद िे. इसके बाद तो सुगबुगाहट शुरं होनी ही िी. दबे
साभार -ि दिंिू
थंवरोंमेंकहा िाने लगा जक वे भािपा मेंिा सकते हैं. अब जवशंंास यह सफाई देते जफर रहे हैंजक भाई मैंजकस जकस पाटंंी मेंशाजमल हूं. वहां तो सभी दलों के नेता िे. पर कंया केिरीवाल उनकी बात पर जवशंंास कर लेंगे?
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19 फरवरी
सावहतंय
- 25 फरवरी 2016
वीरेन डंगवाल को याद लेखक पत््कारो् ने बवरोध जताया करे्गे साहित्यकार
लखनऊ. साजहतंय अकादमी समंमान पंंापंत जहं दी के िंंांजतकारी कजव और पतंंकार वीरे न डं ग वाल की कमंयथंि ली बरे ली में दे श भर से साजहतंय कार 20 और 21 फरवरी को िु टेंगे . वे वीरे न की कजवताओं से ले क र उनके सृ ि न पर चचंाय करेंगे . साि ही उनके वंय संकततंव के जवजवध पहलु ओं से रंब रं होंगे . ‘थंम रण वीरे न डं ग वाल’ शीषंयक से िन सं थंकृ जत मं च और वीरे न डं ग वाल थंमृ जत आयोिन सजमजत, बरेली की ओर से आयोजित इस दो जदवसीय कायंयिंम में कजव समंमे ल न का भी आयोिन जकया गया है . यह िानकारी िन सं थंकृ जत मं च के उतंंर पंंदे श के अधंय कंं कौशल जकशोर और सजचव पंंेम शं क र जसं ह की ओर से िारी जवजंंसंपत के माधंयम से दी जमली है. यह दो जदवसीय कायंयिंम बरे ली कॉले ि के पंंेकंा गृ ह में होगा. जिसका उदघाटन वीरे न डं ग वाल के अननंय जमतंं और िाने माने कजव आलोक धनंवा करेंगे . उदघाटन सतंं की अधंय कंंता पंंजसदंं आलोचक मै ने ि र पां डे य करेंगे . इस सतंं को आलोचक जवशंंनाि जंंतपाठी और कजव मं ग ले श डबराल भी सं बोजधत करेंगे . उदघाटन के बाद ‘मानी पै दा
िुकल ु िरल
अ
सजहषंणुता के मुदंे पर लेखकों, कलाकारों और बुजंदिीजवयों की पुरथंकार वापसी मुजहम के दसंंावेज़ं ‘पंंजतरोध!’ पर यह जटपंपणी जलखते समय, उस हैदराबाद केदं ंीय जवशंजंवदंंालय का एक होनहार दजलत छातंंरोजहत वेमल ु ा इसी तरह की असजहषंणुता का जशकार होकर अपनी िान गंवा चुका है. उसकी खुदकुशी को लेकर हैदराबाद से लेकर देश भर मेंआंदोलन शुरंहो चुका है. देश ही नहीं, दुजनया भर के सवा सौ से अजधक बुजंदिीजवयों और आधंयापकों ने इस मामले में गहरी जचंता िताते हुए इस घटना की कड़ंी जनंदा की है. वजरषंं साजहतंयकार अशोक वािपेयी हैदराबाद यूजनवजंसटय ी की ओर से दी गयी डीजलटंकी उपाजध वापस करने का ऐलान कर चुके हैं और जवडंबना यह जक इस सबके जंख़लाफ़ंभी उसी तरह का कुसतंसत अजभयान शुरं हो चुका है िैसा हमने इससे पहले जवदंंान जवचारक पंंोफेसर एम एम कलबुगंी, गोजवंद पानसरे, नरेदं ंदाभोलकर और दादरी के जनदंंोष मुसंथलम अख़ंलाक की हतंया के जखलाफ चले पुरथंकार वापसी अजभयान को लेकर देखा. छातंंरोजहत वेमल ु ा की खुदकुशी पर सवाल उठाये िा रहे है.ं उसका मज़ंाक उड़ंाया िा रहा है. उसे कायर कहा िा रहा है. केदं ंीय मंतंी थंमजृ त ईरानी और बंडारंदतंंातंयंे जबलंकल ु उसी मुदंा मेंहैंिैसे पुरथंकार वापसी
करता िीवन’ शीषंयक से दू स रे सतंं की शु रंआ त होगी. इसकी अधंय कंंता मं ग ले श डबराल करेंगे . पहले जदन शाम में ‘उिले जदन िरंर आयेंगे ’ कजव समंमे ल न का आयोिन जकया गया है . जिसकी अधंय कंंता वजरषंं कजव नरे श सकंसे ना करेंगे . 21 फरवरी को दू स रे जदन दो सतंंोंमेंकायंयिंम होगा. पहले सतंं का जवषय है ‘हिार िुलंमोंसे सताये लोगों की उमंमीद और कजवता’. इसकी अधंय कंंता कजव और आलोचक रािेंदं कु मार करेंगे . अं जतम सतंं का जवषय है ‘कजवता और िगहें’ इसकी अधंय कंंता आलोचक रजवभूषण करेंगे. जंंात हो जक वीरे न डं ग वाल का जनधन बीते साल 28 जसतं ब र को बरे ली में हु आ . कैंस र िै सी बीमारी से उनंहोंने जिं दाजदली और जििीजवषा के साि लं बे समय तक सं घ षंय जकया. उनका िनंम 5 अगसंं 1947 को कीजंतय न गर, जटहरी गढ़ंवाल में हु आ िा. ‘इस दुजनया में’, ‘दुषंचिंं में संंिंा’ और ‘थंयाही ताल’ उनके पंंकाजशत कजवता संगंह है. कुछ साल पहले ‘कजव ने कहा’ शीषंयक के तहत भी उनकी कजवताओं का एक चयन पंंकाजशत हु आ िा.
नयी दिल्ली. देश के िाने माने कई लेखक और पतंंकारों ने िेएनयू मुदंे पर अपना साझा बयान िारी कर जवरोध िताया है . मंगलेश डबराल ,रािेश िोशी, जंंान रंिन, पुरंषोतंंम अगंंवाल, असद ज़ैदी, उजंंवल भटंंाचायंय, मोहन शंंोजंंतय, ओम िानवी, अरंण माहेशंरी, नरेंदं गौड़, बटरोही, कुलदीप कुमार, सुधा अरोड़ा, ईश जमशंं, लालंटू, कुमार अमंबुि, शमसुल इथंलाम और कई अनंय ने िवाहरलाल नेहरं जवशंंजवदंंालय में 9 फरवरी को हुई घटना के बाद से िारी पुजलजसया दमन पर पर गहरा दुःख पंंकट जकया है. उनका मानना है जक दुजनया भर के जवशंंजवदंंालय खुले डेमोिेंजटक थंपेस रहे हैं. िहां राषंंीय सीमाओं के पार सहमजतयां और असहमजतयां खुल कर रखी िाती रही हैं और बहसें होती रही हैं. ऐसे में ये अजभयान औपजनवेजशक शासन के जदनोंमेंअंगंेिोंकी तरह जवशंंजवदंंालयों में भारत की आज़ादी के जलए चलाये गये अजभयानों की याद जदलाते हैं. इससे पहले जवयतनाम युदं के समय अमेजरकी संथंिानों में अमेजरका के जवरोध और इराक युदं में यूरोप और अमेजरका के नागजरकोंऔर छातंंोंके जवरोधों को याद जकया िा सकता है. सतंंा संथंिानों से असहमजतयां देशदंंोह नहीं होतीं. हमारे देश का देशदंंोह क़ानून भी औपजनवेजशक शासन में अंगंेज़ों ने अपने जखलाफ उठने वाली हर आवाज़ को दबाने के जलए बनाया
गया िा. जिसकी एक थंवतंतं लोकतांजंतक समाि में कोई आवशंयकता नहीं. असहमजतयों का दमन लोकतंतं नहीं फ़ासीवाद का लकंंण है. इस घटना मेंकजित रंप से लगाये गये कुछ नारे जनजंंित रंप से आपजंंतिनक हैं. भारत के टुकड़े करने या बरबादी की कोई भी ख़्वाजहश थंवागतेय नहीं हो सकती. हम ऐसे नारोंकी जनंदा करते हैं. साि मेंयह भी मांग करते हैं जक इन वीजडयोि की पंंमाजणकता की जनषंपकंं िांच करायी िाये. लेजकन इनकी आड़ मेंिेएनयू को बंद करने की मांग, वहां पुजलजसया कायंयवाही और छातंंसंघ अधंयकंंकी जगरफंतारी कतई उजचत नहीं है. िैसाजक पंंखंयात नंयायजवद सोली सोराबिी ने कहा है. नारेबािी को देशदंंोह नहींकहा िा सकता. यह घटना जिस कैंपस
अस्वीकार का दस््ावेज्
के समय जवतंं मंतंी अरंण िेटली और संथक ं जृ त मंतंी महेश शमंाय िे. मोदी सरकार के मंतंी उस समय भी लेखकों-बुजंदिीजवयोंके पंजंतरोध को काग़ंज़ंी िंंाजं त कह रहे िे, लेजकन सब समझ सकते हैं जक यह जकतना ज़ंरंरी पंंजतरोध िा और इसी तरह ज़ंरंरी िा इस पंंजतरोध का दसंंावेज़ंीकरण. ताजक न केवल सतंंापकंंकी ओर से पंंचाजरत झूठ और सवालों का सही िवाब जदया िा सके, बसंलक आने वाली पीढ़ंी िब यह पूछे जक साल 2015 मेंिब देश में असजहषंणुता और जहंसा बढ़ं रही िी, अजभवंयसंकत की थंवतंततं ा पर हमले हो रहे िे, लोगों के खाने-पीने, पहनने को लेकर भी उनंहेंजनशाना बनाया िा रहा िा, उस समय हमारे लेखक-बुजंदिीवी कहां िे, कंया कर रहे िे, तो उसके सामने एक थंपिंं और आजधकाजरक दसंंावेज़ंहो. सतंंापकंं ने िनमानस में यह ग़ंलतफ़ंहमी फैलाने का पूरा पंयं ास जकया जक यह मोदी सरकार के जखलाफ एक पंच ं ार है, एक साजंज़श है. लेखक-बुजंदिीजवयोंका पूरा पकंंिनता के सामने न आने पाये इसके जलए भी पूरे पंंयास जकये गये. पंंचार-पंंसार के तमाम साधनों, जंंपटं और इलेकटं ंॉजनक मीजडया के बाविूद वंयापक समाि के सामने पुरथंकार वापस करने वाले चुजनंदा लेखकबुजंदिीजवयों के नाम ही आ सके. उनके जवचार तो बेहद ही कम सामने आये. हम लोगों के सामने जहंदी के चुजनंदा कजव-
लेखकों, बुजंदिीजवयोंका पकंंआया और वह भी आधे-अधूरे रंप मे.ं देश के अनंय जहथंसों के लेखक-बुजंदिीवी इस बारे मेंकंया सोचते है,ं उनकी जचंताएं कंया है,ं यह सब तो हमारे
प््हतरोध!- फ्ासीवाद के ह्ख़लाफ् जारी सांस्कृहतक हवद््ोि के दस््ावेज्. जन संस्कृहत मंच, हदल्ली के हलए नवार्ण द््ारा प््काहशत, मूल्य- 100 र्पये
सामने आ ही नहींसका. इन पतंंों का संकलन और अनंय हसंंेकंपकारी आवाज़ंों का संगंह करने का काम िन संथंकृजत मंच, जदलंली की और से ‘नवारंण’ पंंकाशन ने जकया है. संपादन जकया है युवा कजव मृतयं ि ुं य ने और इसे नाम जदया है ‘पंजंतरोध! –फ़ंासीवाद के
जखलाफ िारी सांथंकृजतक जवदंंोह के दसंंावेज़ं’. इस संकलन में देश में बढ़ंती असजहषंणुता के जखलाफ पुरथंकार वापस करने वाले 117 कजव-लेखक, कलाकारजंफ़लंमकार, इजतहासकार और वैजंाजनकों के नाम है,ं बीस से जंयं ादा मूल और अनूजदत पतंं हैंिो उनंहोंने अपने साजहतंय, जंफ़लंम और पदंं पुरथंकार लौटाते हुए केंदंीय साजहतंय अकादेमी, अपनी राजंयोंकी अकादजमयोंऔर राजंय और सरकार की अनंय संथंिाओं को भेि.े साजहतंय अकादेमी से इसंंीफा देने वाले रचनाकारों की सूची है और राषंंपजत, पंंधानमंतंी को जलखे गये लेखक संगठन, बुजंदिीजवयों के हसंंाकंरं युकतं सामूजहक पतंं भी हैं. इजतहासकार रोजमला िापर और वैजंाजनक पीएम भागंयव सजहत कई जवदंंान जवचारकों के महतंवपूणयं साकंंातंकार है.ं साि ही नोबेल पुरथंकार लौटाते हुए सातंयं और िजलयांवाला बाग हतंयाकांड के जंख़लाफ़ं ‘नाइट’ की उपाजध लौटाते हुए जलखा गया गुरदं वे रवींदनं ाि टैगोर का ऐजतहाजसक ख़ंत भी है. इन सबका एक िगह होना एक उपलसंबध है. सतंंापकंंकी ओर से एक सवाल सबसे जंंयादा और बार-बार पूछा गया जक ‘अभी कंयों?’ इस पुसंक में दिंय कई लेखकबुजंदिीजवयोंके पतंंमेंइस सवाल का िवाब जमलता है. वजरषंं कजव मनमोहन कहते है,ं ‘पहली बार शायद इस बात के संकते जमल रहे हैंजक िैसे राजंय, समाि और जवचारधारा
मेंहुई उसके पास इससे जनपटने और उजचत कायंवय ाही करने के जलए अपना मैकजे नज़्म है और उस पर भरोसा जकया िाना चाजहए िा. हाल के जदनों में बनारस जहंदू जवशंंजवदंंालय मेंखंयात कजव और जवचारक बदंंीनारायण पर हमला, सीपीएम के कायंायलयों पर हमला,जदलंली के पजटयाला कोटंय में कायंयवाही के दौरान एक भािपा जवधायक सजहत कुछ वकीलों का छातंंों, जशकंंकों और पतंंकारों पर हमला बताता है जक देशभसंकत के नाम पर जकस तरह देश के क़ानून की धजंंजयां उड़ायी िा रही हैं. इन सबकी पहचानेंसाफ होने के बाविूद पुजलस इनपर कोई कायंयवाही न कर रही है. ये सरकारी संरकंंण जमलने की ओर थंपिंं इशारा करता है. असल मेंयह लोकतंतंपर फासीवाद के हावी होते िाने का थंपिंंसंकते है. गृहमंतंी के एक फिंंी टंवीट के आधार पर जदया गया गंभीर बयान बताता है जक सतंंा तंतंजकस तरह पूरे मामले को अगंभीरता से ले रहा है. ऐसे मेंलेखकोंने सरकार से मांग की है जक देश में लोकतांजंतक थंपेसों को बचाने,अजभवंयसंकत की आज़ादी के अजधकार की रकंंा और गुंडा ताकतों के जनयंतंण के जलए गंभीर कदम उठाये. िेएनयू छातंंसंघ अधंयकंंको फौरन जरहा करे, आयोिकोंका जवच हंट बंद करे. वहां से पुजलस हटाकर िांच िेएनयू के पंंशासन को सौंपें और पजटयाला कोटंय में गुंडागदंंी करने वालों को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की मांग भी की.
के समूचे तंतंके फ़ंाजसथंट पुनगंठय न की जकसी दूरगामी और जवसंंृत पजरयोिना पर काम शुरंहुआ है.’ वैजंाजनक पी एम भागंवय कहते है,ं ‘कंयोंजक आि हमारे लोकतंतंमेंअसहमजत के जलए ज़ंरा भी िगह नहींबची है और मुझे अपनी असहमजत वंयकंत करते हुए डर लगता है. हमारे पास अलोकतांजंतक सरकार है िो जहंदू पुनरंतिं ानवाजदयोंकी धुन पर नाच रही है.’ ‘लेखक-बुजंदिीवी रािनीजत कर रहे है?ं ’ यह सवाल भी सबसे जंयं ादा उठा. इस सवाल का सही िवाब हमेंइस पुसक ं मेंदिंय मराठी के वजरषंंआलोचक हजरिंदंं ंिोराट के वकंतवंय में जमलता है, ‘मेरा जकसी भी रािनीजतक दल से कोई भी संबंध नहीं है. पुरथंकार लौटाने का मेरा फ़ैस ं ला वंयसंकतगत है. ऐसा होते हुए भी मेरा यह काम रािनीजतक है, यह मैं दृढ़ंतापूवंयक कहना चाहता हूं. रािनीजतक काम करना मातंंरािनीजतक दलों का एकाजधकार नहीं है.’ जंफ़लंमकार संिय काक कहते है,ं ‘तो यही ठीक समय है िबजक उनंहें खुलेआम कहना चाजहए जक हां, हम रािनीजत कर रहे है-ं और यह कोई अपराध नहींहै.’ इस बहस और दसंंावेज़ंका सबसे अहम सवाल इस पुसक ं मेंसबसे पहले दिंय लेजखका अरंधं जत राय का है. वे अपने पतंंमें कहती हैं, ‘इंसानों की पीट-पीटकर हतंया, उनंहेंगोली मारने, िलाकर मारने और उनकी सामूजहक हतंया के जलए ‘असजहषंणतु ा’ ग़ंलत शबंद है.’
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19 फरवरी
- 25 फरवरी 2016
उद््ोग/व्यापार आस्कमी बाजार डॉट काम के सीईओ श््ी रकरण मूर्ति का वक्तव्य
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दूरंतो ट््ेनो् से 600 करोड् र्पये का नुकसान
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ब दूसरी टंंेनों में पैर रखने की िगह नहीं है और तीन-चार महीने पहले ही सभी सीटें बुक हो रही हैं. ऐसे मेंदेशभर मेंचलने वाली दूरंतो एकंसपंंेस खाली िा रही है. सभी दूरंतो टंंेन मेंहर साल 30 से 70 हिार तक सीटें खाली रहती है. इससे हर साल करोड़ंों का नुकसान हो रहा है. 2010 से 2015 के बीच खाली बिंय से करीब600 करोड़ं रंपये का नुकसान हुआ है. यह खुलासा रेलवे बोडंयसे सूचना के अजधकार के तहत जमली िानकारी से हुआ है. देश में33 दूरतं ो टंनंे चल रही है. ये पंंारंजभक थंटश े न से गंतवंय के बीच कहीं नही रंकती. इस विह से जंयादातर टंंेनोंमेंकरीब 70 फीसदी सीटेंही भर पा रही हैं. इसे लेकर सतना के एडवोकेट रािीव खरे ने सुपंीम कोटंयमेंयाजचका लगायी िी. रेलवे ने कोटंयको बताया िा जक तीन टंंेनों के कामजंशययल हालंट बीच के थंटेशनों में कर जदए गये हैं. बाद में छह और टंंेनों के थंटापेि जकए गये. खरे ने सभी टंंेनोंके थंटापेि बनाने की मांग की िी. इसके बाद रेलवे ने 23 और टंनंे ोंके थंटापेि एक िनवरी रही है. जदलंली से13 दूरंतो चलती हैं. इनमेंचार को छोड़ं से बना जदए है. इसके बाद भी कई दूरंतो बिंयखाली िा बाकी में30 से 50 फीसद तक बिंयखाली िा रही है.
नयी दिल्ली. आथंकमी बािार डॉट कॉम के सीईओ जकरण मूजंतय ने कहा है जक भारत सरकार की उतंकृिं पहलोंिैसे थंटाटंयअप इंजडया और जडजिटल इंजडया सही कदम हैं. िो उभरते उदंंजमयों को एक सकारातंमक वातावरण पंंदान करेंगी. इस तरह के अजभयान भारत के सशकंत आजंियक जवकास में योगदान देंगे और समगंं उपभोग मेंभी बढ़ंोतंंरी लायेंगे. हमेंउमंमीद है जक सरकार आगामी केंदंीय बिट 2016 में इस कंंेतं में कई सुधारों पर िोर देगी. एक अगंंणी ई-कामसंयबंंाणंड होने के नाते, हम देश के लाखोंएसएमई के साि िुड़ंेहुए हैं. हम आशा करते हैंजक सरकार ऐसी भावी कर नीजत पेश करेगी िो मौिूदा कर संरचना की िजटलताओं को दूर करेगी. हमें पूरा जवशंंास है जक िीएसटी खाका भी जवतंंीय वषंय 201617 के बिट में साझा जकया िायेगा. अंत में हम लालफीताशाही से रजहत ऐसी पंंणाली की उमंमीद रखते हैं. िो कारोबार को सुगम बनायेगी और 'इनोवेशन' और'उदंंजमता' को पंंोतंसाजहत करेगी.
स्टाट्ि अप के रनयम उदार बनाये
स
राकर के महतंवाकांकंी ‘थंटाटंय अप इंजडया’ कायंयिंम को भारतीय जरिवंय बैंक का भी समिंयन जमल गया है. आरबीआई ने केंदंके थंटाटंयअप कायंयिंम को बढ़ंावा देने के जलए जनयम उदार करने की घोषणा की है. आरबीआई का कहना है जक जनयम सरल होने के बाद जकसी भी वंयसंकत को अपना उदंंम शुरं करने के जलए दर-दर नहींभटकना पड़ंेगा. आरबीआई के गवनंयर रघुराम रािन ने कहा है जक आरबीआई जनयमोंको सरल बनाना चाहती है. थंटाटंयअप
आसानी से जवदेशोंसे धन िुटा सकें, इसके जलए पंंजंिया को आसान बनाया िायेगा. आरबीआई कई फामंयको भी आनलाइन करेगा,जिससे उदंंजमयोंको अपना काम शुरं करने के जलए एक िगह से दूसरी िगह चकंंर लगाने की िरंरत नहींपड़ंगे ी. रािन ने उदंमं शुरंकरने मेंआने वाली जदकंंतोंका जििंंकरते हुए कहा जक जवदेशी मुदंा पंंबंधन कानून (फेमा) के तहत कांटंेकंट की काफी िजटल पंंजंिया है. उनंहोंने कहा जक कई मामलों में उदंंजमयोंने उनंहेंआकर बताया है जक उनंहेंकुछ जनयमों
पूरा पैसा भी खच्ि नही् कर पाते!
आ
म बिट से पहले जवजभनंन मंतंालय भले ही अजधक धनराजश की मांग करें. लेजकन केंदं के कई जवभाग बिट मेंजमली पूरी धनराजश को खचंयनहींकर पा रहे है.ं चालू जवतंंवषंयमेंकई मंतंालय ऐसे है.ं िो अपने पूरे योिनागत आवंटन को खचंयनहींकर पायेंगे. ऐसे में माना िा रहा है जक जवतंं मंतंी अरंण िेटली 29फरवरी को आम बिट 2016-17 में वंयय सुधारों की जदशा में ठोस कदम उठा सकते हैं. सरकार के कुल बिटीय वंयय की संथिजत पहले से सुधरी तो है. लेजकन अब भी कई मंतंालय ऐसे हैंजिनके बिटीय आवंटन की बड़ंी धनराजश तीसरी जतमाही बीतने पर भी खचंयके जलए शेष है. जवतंंीय जनयमोंके मुताजबक कोई भी मंतंालय जवतंंवषंयकी आखरी जतमारी (िनवरी से माचंयमें) बिटीय आवंटन की 33 फीसद से अजधक और अंजतम महीने में15 फीसद से अजधक धनराजश खचंय नहीं कर सकता. ऐसे में इन मंतंालयों की बिटीय धनराजश जबना खचंयहुए ही वापस हो िायेगी. िो मंतंालय अपना योिनागत आवंटन खचंय नहीं कर पाये हैं. उनमें आवास और शहरी गरीबी उनंमूलन मंतंालय शाजमल है. यह बिटीय आवंटन के मुकाबले चालू जवतंं वषंय की पहली तीन जतमाजहयों में केवल 18 फीसद योिनागत वंयय कर पाया है. िबजक पहले साल समान अवजध में 37 फीसद धनराजश खचंय हुई िी. इसी तरह शंंम और रोिगार मंतंालय ने भी इस अवजध में मातंं 29 फीसद राजश ही खचंयकी है. इस मंतंालय की संथिजत मेंजपछले साल की तुलना में कोई बदलाव नहीं आया है. इसी तरह अलंपसंखंयक मंतंालय भी चालू जवतंंवषंयमेंअपंंैल से जदसंबर के दौरान अपने योिनागत आवंटन मेंसे मातंं38 फीसद धनराजश ही खचंयकर पाया है. िबजक बीते साल इस अवजध में62
मेंछूट चाजहए. उनंहोंने बताया जक आरबीआई िलंद ही एक दसंंावेि िारी कर नीजत बनाने की पंंजंिया में इन बदलावों को शाजमल करेगी. इसके साि ही उनंहोंने कंपनी बेचने की पंंजंिया के दौरान भी आने वाली जदकंंतोंको दूर करने की बात कहीं. आरबीआई का कहना है जक जकसी थंटाटंय अप के थंवाजमतंव हसंंांतरण के मामले में एथंिंो एकाउंट की वंयवथंिा को 18 माह के जलए बढ़ंाया िा सकता है.
साि ही थंटाटंय अप को जवदेशों से वेंचर कैजपटल जनवेश लेने में भी मदद जमलेगी. थंटाटंय अप को जवदेशों से फंड िुटाने मेंमदद के जलए जरिवंयबैंक कनंवजंटयबल नोटंस सजहत एफडीआई के जवजभनंन नये उपायों की संभावनायें तलाशेगा. इस बीच आरबीआई ने एक मेलबाकंस तैयार जकया है. िो थंटाटंय अप को सहायता और मागंयदशंयन पंंदान करेगा. उलंलेखनीय है जक सरकार ने 16 िनवरी को थंटाटंयअप कायंयिंम लांच जकया िा.
सेबी से अपने दस््ावेज वापस लेगी सहारा फीसद धनराजश खचंयहुई िी. नवगजठत कौशल जवकास मंतंालय भी चालू जवतंंवषंयकी पहली तीन जतमाजहयोंमें मातंं 33 फीसद धनराजश ही खचंय कर पाया है. इस मंतंालय को चालू जवतंं वषंय में 1500 करोड़ं रंपये आवंजटत हुए िे. जिसमेंसे जदसंबर तक मातंं500 करोड़ं रंपये ही खचंयहुए हैं. पयंयटन मंतंालय भी चालू जवतंंवषंय के पहले 9 महीने मेंमातंं40 फीसद राजश ही खचंयकर पाया है. वैसे िहां तक कुल वंयय का सवाल है तो संथिजत मेंसुधार साफ जदखता है. जवतंंवषंय2015-16 के केंदंीय बिट मेंकुल वंयय 17,77,477 करोड़ंरंपये का लकंंय िा. जिसमें से पहली तीन जतमाजहयों में 13,13,997 करोड़ं रंपये खचंय हुआ है. िो बिटीय राजश का 73.9 फीसद है. बीते जवतंंवषंयकी समान अवजध मेंकुल वंयय बिटीय आवंटन का मातंं68.9 फीसद िा.
स
हारा पंमं ख ु सुबतं राय की िेल से जरहाई के जलए धन िुटाने को हाि पैर मार रहा संकटगंस ं ंसहारा समूह ने अब सेबी के पास िमा कराये गये अपने टंक ं ोंदसंंावेि वापस लेने की भारी भरकम कवायद मेंलगा है. कंपनी ने तीन साल पहले एक दो नहींबसंलक कुल 128 टंक ं ोंमेंये कागि सेबी के दफंतर के सामने हाजिर जकये िे. जनवेशकों को जरफंड करने के जलए सहारा ने िमा जकए गये धन पर सेबी को 41 करोड़ंरंपये का बंयाि जमलने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है. जनवेशकोंके सतंयापन की दृजंि से महतंवपूणयंइन दसंंावेिोंके रखरखाव मेंसेबी के जकये गये भारी खचंयसजहत अनंय खचंंोंके भुगतान के जलए सेबी को बंयाि की यह आय जमली है. उलंलख े नीय है जक उचंतं म नंयायालय ने अगसं,ं 2012 मेंसहारा को सेबी के पास 24,000 करोड़ंरंपये से अजधक की वह राजश िमा करने का आदेश जदया िा. िो कंपनी ने कुछ बांडोंके जनगंमय के िजरए करीब तीन करोड़ंजनवेशकोंसे िुटाये िे. अदालत ने सहारा को जनवेशकोंके सभी दसंंावेि सतंयापन के जलए सेबी के पास िमा कराने का जनदंश ंे जदया िा. ताजक उनका सतंयापन कर जनवेशकोंको उनका पैसा लौटाया िा सके. इसके पजरणाम थंवरंप सहारा ने 31,000से अजधक बकंसों से भरे दसंंावेि सेबी के पास भेिे िे. जिनके रखरखाव के जलए सेबी को जवशेष गोदाम जकराये पर लेना पड़ंा. जनयामक ने बाद में इन दसंंावेिों की जडजिटल पंजंतयां बनवायी ताजक उनंहें आसानी से देखा िा सके. इन दसंंावेिोंको रखने से िुड़ंी बढ़ंती लागत के बीच सहारा ने इन दसंंावेिों को वापस मांगा है. कंयोंजक सेबी मूल कागिातोंका जडजिटलीकरण करा चुका है. एक वजरषंं अजधकारी ने कहा जक जनयामक मूल दसंंावेिोंको लौटाने पर रािी है. बशतंंेइनंहेंसहारा डबल लाजकंग पंण ं ाली के तहत सुरजंंकत कथंटडी मेंरखा िाये.
उनंहोंने कहा जक इसके जलए उचंतं म नंयायालय ने भी अपनी मंिरू ी दे दी है. संपकंफजकए िाने पर सहारा के एक पंवं कंता ने यह पुजंि की जक समूह ने इन दसंंावेिों को सुरजंंकत रखने के जलए वंयवथंिा पर काम करना शुरंकर जदया है. उसने कहा जक सेबी ने बीते 40 महीनोंमेंसहारा के जनवेशकोंको केवल 50 करोड़ंरंपये जरफंड जकए है.ं सहारा पंवं कंता ने कहा, ‘देश में144 समाचार पतंंोंके िजरए चार बार जवजंंापन पंक ं ाजशत करने के बाद सेबी को केवल 52 करोड़ंरंपये के जलए दावे पंंापंत हुए. िबजक सेबी के पास सेबी-सहारा खाते मेंहमारा 12,000 करोड़ंरंपये (बंयाि आय सजहत) पड़ंा है.’ राय और समूह के दो अनंय वजरषंंकायंक य ारी करीब दो साल से जतहाड़ंिेल मेंबंद है.ं िबजक समूह का दावा है जक वह 95 फीसद जनवेशकोंको सीधे जरफंड कर चुका है.
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वसनेमा
सुरो् का नया दौर
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अब ऐसे गाने ज्यादा तैयार ककये जाते है्, कजनके मुखड्ेकैची हो्. गहराई भले ही न हो, लेककन वे जुबान पर चढ्ने की क््मता रखते हो्.
असिि संंतवेदी
भी ‘संवार लू.ं ..’ (जफलंम लुटरे ा), ‘मनवा लागे... (जफलंम हैपपं ी नंयू इयर)’, ‘तेरी स दौर के नये जफलंमकारोंने जहंदी जसनेमा गजलयां...’ (जफलंम एक जवलेन) और ‘सुन के थंवरंप को काफी हद तक बदल जदया साजिया...’(जफलंम एबीसीडी-2) िैसे कई है. जसनेमा बदला, तो उसका असर संगीत पर मधुर गीतोंका िनंम हो िाता है. ये गाने नयी भी पडऩा ही िा. तो अब यह बदलाव संगीत पीढ़ंी के संगीतकारोंने ही तैयार जकये है.ं चूजं क के संरं पर भी साफ जदखायी दे रहा है. कहानी जफलंम संगीत का दायरा काफी बढ़ंचुका है, और पटकिा मेंनयेपन की विह से संगीत भी इसजलए जबना संगीत सीखे हुए कई एक अलग संरं पर पहुच ं चुका है. कुछ लोगों महतंवाकांकंी लोग भी इस कंतंे ंमेंउतर आये है.ं का मानना है जक आि का संगीत जसफंफशोर है. लेजकन संगीत एक साधना है, यहां िलंदबािी उसमें मेलोडी नहीं है, लेजकन यह पूरा सच मेंकोई अपनी िगह नहींबना सकता है. हां, नहींहै. आि के संगीत मेंकई पंयं ोग हो रहे है.ं अगर जकसी संगीतकार को अचंछे जफलंमकार ये पंयं ोग कई बार सफल साजबत होते है,ं तो कई का साि जमल िाता है तो इसके बहुत की बार असफलता भी हाि लगती है. हालांजक सकारातंमक पजरणाम आते है.ं अपनी बात कहू,ं कोजशश यही रहती है जक संगीत शोर में न तो मैंइस मामले मेंसौभागंयशाली रहा हूं जक बदल िाये. इसी कोजशश की विह से आि मुझे अनुराग कशंयप िैसे जफलंमकार का साि
इ
जमला. अगर वे मुझे नहींजमलते, तो मेरा थंटगं ल कई गुना बढ़ंिाता. इधर काफी नयी पंजंतभाएं संगीत के कंतंे ं मेंपांव िमाने की कोजशश कर रही है.ं ये छोटे शहरोंया कथंबोंसे आये पंजंतभाशाली लोग है.ं नये टेलटें के जलए यह सुनहरा दौर है. नये लोगोंको पहले से कई गुना जंयादा मौके जमल रहे है.ं हां, यह िरंर है जक आि के जफलंम संगीत में‘पजंंिमी संगीत’ हावी होता जदख रहा है. परंपरागत वादंं यंतं गायब हो रहे है.ं इसकी विह आि की जफलंमें है.ं दरअसल जफलंमों का संगीत उसके किानक से तय होता है. अगर जफलंमोंका किानक अबंनय है, तो उसमेंआि के ही वादंंयंतंइसंमंे ाल जकये िायेगं ,े लेजकन अगर ‘बांबे वेलवेट’ िैसी एक जवशेष कालखंड की जफलंम बनायी िायेगं ी, तो जफर एक जवशेष संगीत का सृिन आवशंयक हो िायेगा. इधर संगीत मेंिो बड़ंा बदलाव आया है, उसकी विह यह है जक हम एक बेहद फाथंट दौर मेंकाम कर रहे है.ं सब कुछ तेिी से घट रहा है. सभी को जरिलंट की िलंदी है. अब ठहर कर काम करने की पंवं जृ ंत खतंम हो चुकी है. ऐसे में हम िैसे नये
संगीतकारोंको वकंत के साि कदमताल करना पड़ंता है. इस दौर मेंसंगीत के कंतंे ंमेंजवजचतंंजकथंम के बदलाव आये है.ं मंयजू िक बैक ं से गाने चुने िाने लगे है.ं यानी जक आपने िो पहले से गाने तैयार जकये है,ं वे जकसी भी जफलंम मेंजफट हो सकते है.ं यही विह है जक आि एक जफलंम में कई संगीतकार जदखने लगे है.ं जहट नंबर का पंच ं लन बढ़ंा है. अब एक जफलंम मेंछह गाने िाने हैं तो उसके एलबम मेंछह संगीतकारों की मौिूदगी संभव है. इस तरह एक जफलंम के संगीतकार आपस मेंही पंजंतयोगी की मुदंा में जदख िाते है.ं अब एक ही जफलंम के गीतोंका आपस मेंमुकाबला हो िाता है. एक जफलंम में छह संगीतकार होते है,ं तो इतनी ही संखयं ा गीतकारोंकी भी होती है. ऐसे मेंसमझ मेंनहीं आता जक कौन सा गीत जकसका जलखा हुआ है. ऐसा नहींहै जक दशंक य ऐसे गानोंको पसंद नहीं करते. ये गाने जहट भी हो िाते है,ं लेजकन बड़ंा दायरा नहींबना पाते. जकसी भी सीन मेंये गाने भतंंी के ही लगते है.ं आि की जंयादातर जफलंमों मेंऐसा ही निारा जदखता है, लेजकन हर जफलंम के साि ऐसा नहींहै. आि भी बहुत से जनमंातय ा
एक ही संगीतकार और एक ही गीतकार की सेवाएं लेते हैं और उनकी जफलंमों का संगीत खूब पसंद जकया िाता है. नये संगीतकारोंने अपनी कायंक य श ु लता से अपने से वजरषंंसंगीतकारोंको घर बैठने को मिबूर कर जदया है. िो वकंत के साि चल रहे है,ं जसफंफवे ही जटके जदख रहे है.ं चूजं क अब गानों के कैसटे या सीडी की जबिंंी नहीं के बराबर है. लोग इंटरनेट से डाउनलोड कर अपने मन का संगीत सुनते है,ं इसजलए जरंग टोन आजद कमायी का नया िजरया बन चुके है.ं यही विह है जक अब ऐसे गाने जंयादा तैयार जकये िाते है,ं जिनके मुखड़ंेकैची जकथंम के हों. गहराई भले ही न हो, लेजकन वे िुबान में चढऩे की कंमं ता रखते हों. नये संगीतकार जफलंम मंयजू िक जबिनेस की इस िरंरत को अचंछी तरह समझ चुके है,ं इसजलए वे इस बारे मेंसतकंफनिर आते है.ं ( लेखक राषंंीय जफलंम पुरथंकार पंंापंत युवा संगीतकार है)ं
कहानी की अहमियत
आज का पटकथाकार कसर्फकरल्म दर्क श ो्के टेसट् का ध्यान नही् रखता, बल्लक उन्हे्एक नये आस्वाद से पकरकचत करवाता है.
ऐसे लेखक नहीं है,ं जिनके बाप या दादा भी राइजटंग का काम करते रहे हों. इधर िब इन नये अनुभवोंसे संपनंन लेखकोंने जफलंमोंकी पटकिाएं जलखीं, तो िाजहर है जक उनके बयान करने का तरीका एकदम अलग हो गया. ऐसे लेखकों की जफलंमें सफल होने लगीं, तो उनकी जंथिंपंटं राइजटंग पर बॉलीवुड को भी भरोसा हो गया. िब नयी कहाजनयों वाली जफलंमोंको यशराि या धमंाय पंंोडकंशन िंजय चौहान ने पंंोडंंूस करना शुरं कर जदया, तो जफर तमाम कॉरपोरेट जफलंम पंंोडकंशन हाउस भी धर के जंथिंंपंट राइटसंय का जफलंमों की आतंमजवशंंास से भर गये. इनंहोंने भी नयी तरह तथंवीर बदलने में बहुत बड़ंा हाि है. की जंथिंपंटं पर यकीन जकया. इसके बाद एक आि की जंथिंपंटं जितनी मनोरंिक है,ं उतनी से बढक़र एक नये तरह की जंथिंंपंट वाली ही यिािंपय रक. पहले जफलंम जनमंाण य के जलए जफलंमें बननी शुरं हो गयीं. इन जफलंमों को एक परंपरागत कहानी चुनी िाती िी, जिसमें सफलता भी जमलने लगी. दरअसल इनकी हीरो, हीरोइन और जवलेन होते िे. एक सफलता की एक विह यह भी िी जक ये ‘रामायण’ या ‘महाभारत’ वाला तय शुदा जंथिंपंटं राइटर जफलंम जबिनेस की भी समझ फॉमंल यू ा पंयं ोग जकया िाता िा, लेजकन इधर रखते िे. इस बात को अचंछी तरह समझते िे के लेखक अलग िगहों से अनुभव लेकर जक दशंयक जकस तरह की कहाजनयां पसंद आये हैं. वे साजहतंय के पाठक हैं. वे जवशंं करेगं .े उनंहेंइस बात का जंंान िा जक जसनेमा जसनेमा भी देखते है.ं वे जशलंप को लेकर जसफंफ एक महंगा माधंयम है, जिसे खुद की ‘खुिली’ बॉलीवुड की जफलंमोंतक ही जनभंरय नहींहै.ं वे
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जमटाने के जलए नहींबनाया िा सकता है. इधर बायोजपक जफलंमों का दौर चल रहा है. यह दौर ‘पान जसंह तोमर’ की सफलता से शुरं हुआ िा. इस जफलंम से पहले बॉलीवुड को बायोजपक जफलंमेंबनाने का आि के िैसा आतंमजवशंंास नहीं िा. यह जफलंम वडंयऑफ माउि से चली िी. इस जफलंम को देखने के जलए लोगों ने एक दूसरे को पंंेजरत जकया िा. इस जफलंम के पंच ं ार पर कोई रंपया खचंाय नहींजकया गया िा. खैर, आि तो बड़ंी संखंया में बायोजपक जफलंमें बन रही हैं और उनंहें सफलता भी जमल रही है. बायोजपक जफलंम ‘भाग जमलंखा भाग’ और ‘मेरी कॉम’ की सफलता ने इसे और जंयादा पुखतं ा जकया है. असल मेंअब देश के कोनेकोने की कहाजनयां बड़ंे परदे पर देखी िा सकती हैं. छोटे शहरों और कथंबों की कहाजनयोंको एक बेहतरीन जंथिंपंटं मेंढालकर ‘दम लगा के हइसा’ और ‘गैंगंस ऑफ वासेपरु ’ िैसी जफलंमेंबनीं, जिनंहेंदशंक य ोंऔर आलोचकों ने समान रंप से पसंद जकया. जंंिलर जफलंमें भी बनीं, तो वे जविय आनंद
और अबंबास मसंंान के जनदंंेशन में बनी जफलंमों िैसी नहीं िीं. इनमें ‘कहानी’ और ‘बदलापुर’ का जंंिल एकदम अलग है. इन जफलंमोंकी सफलता से सबसे बड़ंा पजरवतंनय यह आया जक अब जनमंायता नये तरह की कहाजनयां सुनने से इनकार नहीं करते हैं. जनमंायता की वंयसंकतगत पसंद या नापसंद हो सकती है, लेजकन वह जकसी भी जंथिंंपंट को एकदम जरिेकटं करने की संथिजत मेंनहींहोता. इस समय ‘बिरंगी भाईिान’ िैसी जफलंम बनती है, तो ‘मसान’ और ‘तलवार’ भी अपनी उपसंथिजत दिंयकरती है.ं इस दौर मेंजंथिंपंटं राइटर की पूछ बढ़ंी है. अब पहले की तरह कहानी चोरी नहींकी िा सकती है. कुछ साल पहले तक नामी जफलंम जनमंातय ा भी यह काम धड़ंलल ं े से करते िे. चूजं क अब जफलंमोंका एक गंलोबल बािार हो चुका है और इंटरनेट के माधंयम से कोई भी जफलंम कुछ ही समय मेंउपलबंध हो िाती है, इसजलए
जबना राइटंस खरीदे जकसी भी हॉलीवुड जफलंम की रीमेक नहीं की िा सकती है. जकसी हॉलीवुड जफलंम की रीमेक बनाई िाती है, तो बाकायदा राइटंस लेने पड़ंते है.ं इस रीमेक में मूल जंथिंंपंट राइटर के अलावा जहंदी के पटकिाकार का भी नाम जदया िाता है. यह बहुत बड़ंा पजरवतंयन है. वैसे जनमंायता यह भी सोचने लगे हैंजक जकसी हॉलीवुड जंथिंपंटं की रीमेक के जलए पांच या सात करोड़ं देने से बेहतर है, कुछ लाख रंपयोंमेंएक ओजरिनल जंथिंंपंट ही जलखवा ली िाये. इससे जंथिंंपंट राइटर का भला हुआ है. आि पटकिाकार को पूरी छूट जमलती है जक कहानी को नया मोड़ं दे. आि का पटकिाकार दशंक य ोंके टेथटं का धंयान नहीं रखता, बसंलक उनंहें एक नये आथंवाद से पजरजचत करवाता है. (लेखक ‘पान जसंह तोमर’, ‘आई एम कलाम’, ‘मैनं े गांधी को नहींमारा’ और ‘साहब, बीवी और गैगं थंटर’ िैसी जफलंमोंके पटकिाकार है)ं
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रीिा सिवारी
19 फरवरी
- 25 फरवरी 2016
पयंाटन
उमंंिे जंय ़ ादा उमंदं ार शहर
िलसमाजध ले चुके है.ं दो नजदयोंके संगम पर बसा जटहरी शहर कभी इस इलाके का पंमं ख ु वंयापाजरक केदं ंिा. इन सब लोगोंने अपने घर और पुरखों की िमीन को जतल-जतल कर अपनी आंखोंके सामने झील मेंडूबते देखा है. यहां रहने वाले मनीश रावत को अब भी
जटहरी के जनचले इलाके से जटहरी झील की भवंयता साफ निर आती है. यहां दो-दो जवशंजंवदंंालय भी खुल गये है.ं इनमेंसे एक है हेमवंती नंदन बहुगण ु ा जवशंजंवदंंालय और दूसरा उतंरं ाखंड औदंंोजगकी और वाजनकी जवशंजंवदंंालय. शहर में िगह-िगह मंजदर और गुरदं ंारे है.ं सड़ंकों की चौड़ंाई और खूबसूरती भी देखने लायक है. शाम को डूबते सूरि की रोशनी में तो नयी जटहरी को जनहारना अपने-आप मेंएक अनूठा अनुभव है. यह कहना जंयादा सही होगा जक नयी जटहरी पंक ं जृ त और आधुजनकता का अनूठा संगम है. यहां के लोग अपने साि पुराने शहर की धरोहरों, अपनी जवरासत और यादोंको सहेि कर साि ले आये है.ं लेजकन अब उनंहोंने अपनी िमीन से जवथंिापन के बाविूद नयी जटहरी को अपना घर मान जलया है. मखमली-अनछुयी हजरयाली के बीच घुमावदार साफ-सुिरी सड़ंक,ें िगह-िगह बने सीढ़ंीनुमा रासं,ंे दूर-दूर तक पसरी पहाजंड़यां और हरे-भरे िंगल बरबस ही यहां आने वाले सैलाजनयोंका मन मोह लेते है.ं यहां पूरे साल मौसम बेहद खुशगवार रहता है. एकांत की तलाश में यहां पहुच ं ने वाले सैलाजनयोंके जलए सबसे ऊंची पहाड़ंी पर बना जपकजनक थंपाट सबसे मुफीद िगह है. यहां बैठकर घंटों पहाजंड़यों की खूबसूरती को जनहारा िा सकता है. उसके ठीक सामने एक पहाड़ंी पर एक बेहद भवंय मंजदर भी बना है. इसी के पास एक छोटा लेजकन खूबसूरत
वह मंिर इसी तरह याद है, िैसे वह कल की बात हो. वे कहते है,ं ‘अपने पुरखोंकी िमीन से उिड़ंने का दुख तो बहुत हुआ िा. लेजकन अब हमने इस नये शहर को ही अपना घर मान जलया है.’ इस नये शहर मेंसैकड़ंोंबचंंे ऐसे भी है.ं जिनको पुरानी जटहरी के बारे में इजतहास से ही पता चला है. उनका िनंम यहीं हुआ है. उनके जलए तो यही पुरखोंकी िमीन है. जवथंिाजपतों के जलए बसाया गया नयी जटहरी इकंंीसवीं सदी में देश के नकंशे में शाजमल होने वाला पहला शहर है. अपनी बसावट के दस सालों में ही यह आधुजनक और वंयवसंथित शहर सैलाजनयोंकी पसंदीदा िगह के तौर पर भी उभर आया है. एक िैसे मकान और कालोजनयोंको ऊंचाई से देखने पर लगता है जक यह हकीकत नहीं, बसंलक कोई तथंवीर है जिसे कहींसे उठा कर इन हरीभरी पहाजंड़योंपर जचपका जदया गया है. तमाम मकान और इमारतेंएक िैसे रंग मेंरंगी है.ं नई
थंटजे डयम बनाया गया है. यहां से जटहरी बांध िाने वाले रासंंे पर ही भागरिीपुरम बसा है. जटहरी पनजबिली पजरयोिना की भवंय इमारत शहर में घुसते ही सैलाजनयों का थंवागत करती है. वहीं बने उसके गेथटं हाउस के कमरे की जखड़ंकी से इस शहर की आधुजनकता, पंंाकृजतक खूबसूरती और जटहरी झील के सौंदयंय को जनहार सकते है.ं दूरदराि से आने वाले सैलाजनयों के जलए ठहरने की कोई समथंया नहीं है. गढ़ंवाल मंडल जवकास जनगम के होटल के अलावा कई नये होटल और गेथटं हाउस भी यहां खुल गये है.ं हम िब नयी जटहरी पहुच ं े तो शाम का अंधरे ा फैलने ही वाला िा. पहले हमने डूबते सूरि की रोशनी में इस शहर के सौंदयंय को जनहारा और कुछ देर बाद िब शहर के मकानोंऔर सड़ंकोंके जकनारे लगी जबिली की बजंंतयां िल उठींतो इसका एक नया ही रंप देखने को जमला.
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स साल की उमंंयूं तो कोई जंयादा नहीं होती है. लेजकन उतंरं ाखंड की गढ़ंवाल पहाजंड़योंमेंदस साल पुराना यह शहर अपनी उमंंके मुकाबले जंयादा पंंौढ़ंनिर आता है. िी हां, पहाजंड़योंकी गोद मेंबसे नयी जटहरी की उमंंतो महि दस साल ही है, लेजकन इस एक दशक मेंही इस शहर और यहां के वाजशंदोंने अपने पैरोंपर खड़ंेहोकर चलना सीख जलया है. यहां रहने वाली करीब 40 हिार की आबादी के िेहन मेंपनजबिली पजरयोिना के जलए बने जटहरी बांध के जखलाफ एक दशक पुराने आंदोलन की यादेंतो अब भी तािा है.ं लेजकन अपने पुरखोंकी िमीन छोड़ंकर यहां बसे लोगोंने अब इसे ही अपना घर मान जलया है. जटहरी का जििंं होते ही िेहन में कोई एक दशक पहले सुदं र लाल बहुगण ु ा की अगुवाई मेंलंबे अरसे तक चले बांध-जवरोधी आंदोलन का खंयाल आता है. देश-जवदेश में सुजख ं यय ां बटोरने वाले इस आंदोलन के बाविूद पुरानी जटहरी और उसके आसपास बसे कई गांव बांध की विह से बनी झील मेंसमा गये. अब वहां मोटरबोट के िजरये सैलाजनयों को झील की सैर करायी िाती है. उतंरं ाखंड की रािधानी देहरादून से करीब सौ जकलोमीटर की दूरी पर गढ़ंवाल की पहाजंड़योंपर बसा जटहरी देश ही नहींबसंलक दुजनया का पहला ऐसा शहर है. जिसे समुदतं ल से 1600 से 1950 मीटर की ऊंचाई तक योिनाबदंं तरीके से बसाया गया है. जटहरी बांध से इसकी दूरी करीब 12 जकमी है. देहरादून से यहां तक पहुच ं ने के दो रासंंेहै.ं पहला रासंंा मसूरी और धनौलंटी होकर िाता है तो दूसरा ऋजषकेष और नरेदं ंनगर होकर. लेजकन धनौलंटी वाला रासंंा बेहद नयनाजभराम और पंंाकृजतक दृशयं ोंसे भरपूर है. रासंंे में िगह-िगह पहाड़ं की बफंंीली चोजटयां बरबस ही अपनी ओर खींचती है.ं लेजकन चाहे जिस रासंंेको चुन,ें वह िाता है चंबा होकर. चंबा इस इलाके मेंएक बड़ंा शहर है. वहींसे उतंरं काशी, गंगोतंंी और यमुनोतंंी के जलए सड़ंक जनकलती है. मसूरी से चल कर हम िब धनौलंटी के रासंंे जटहरी झील तक पहुच ं े तो शाम के करीब तीन बिे िे. बीच में चंबा मेंकुछ ठहर कर चाय पीने के साि कमर सीधी की िी. जटहरी झील के जकनारे कार
रंकते ही तीन-चार लोग हमारी ओर लपके. झील मेंबोजटंग के पंस ं ंाव के साि. लेजकन हमें बोजटंग करनी नहीं िी. सो, हमने नीचे तक िाकर झील को देखने का फैसला जकया. एक दशक पहले जिस आंदोलन के बारे मेंरोिाना अखबारोंमेंपढ़ंती और टीवी पर देखती आयी िी, हम ठीक उसी िगह पर खड़ंे है,ं यह सोचकर ही रोमांच हो आया िा. बोजटंग के जलए झील के जकनारे एक तैरता हुआ पंलटे फामंय बनाया गया है. ऊपर कुछ चायनाशंते की दुकानें भी खुल गयीं है.ं ऐसी एक दुकान चलाने वाले धमंदंे ंनेगी बताते है,ं ‘अभी सैलानी कम है.ं लेजकन सीिन मेंकाफी लोग यहां आते है.ं’ झील के जकनारे से ही दूर 260 जकमी की ऊंचाई पर बने जटहरी बांध की झलक जमलती है. कुछ देर झील के जकनारे ठहरने के बाद हम नयी जटहरी की ओर रवाना होते है.ं मन मेंइस बात की उतंसक ु ता िी जक आजखर अपनी िड़ंोंसे उखड़ंने वाले हिारों लोग अपने नये घरोंमेंअब तक पूरी तरह बस गये हैंया नहीं. पुराना जटहरी शहर भागीरिी और भीलंगना नजदयों के संगम पर बसा िा. तब नदी पार के गांवोंतक िाने के जलए वहां एक
जंंबि भी हुआ करता िा. जहंदू धमंयमेंमानंयता है जक रािा भागीरि ही गंगा को धरती पर लाये िे. उनके नाम के आधार पर ही इस नदी का नाम भागीरिी पड़ंा िा. जटहरी बांध-जवरोधी आंदोलन मेंपयंावय रण को होने वाला नुकसान तो एक विह िी ही, इस धाजंमक य भावना की
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कवस्थाकपतो्के कलए बसाया गया नयी कटहरी इक््ीसवी् सदी मे्देर के नक्रे मे्राकमल होने वाला पहला रहर है. अपनी बसावट के दस सालो् मे्ही यह सैलाकनयो्की पसंदीदा जगह के तौर पर भी उभर आया है. भी उसमेंअहम भूजमका रही िी. बांध के दूसरी ओर भागीरिी की धारा बेहद पतली हो गयी है. वह इस जवशालकाय बांध से सहमी-सी निर आती है. नयी जटहरी िाते हुए शहर से कुछ पहले ही एक िगह सड़ंक के जकनारे से इस बांध का जवहंगम दृशयं निर आता है. बांध के दूसरी ओर उस पार िाने के जलए सड़ंकों पर हेयरजपन बैडं स ं बने है.ं िो ऊंचाई से बेहद लुभावने लगते है.ं उसी रासंंे यहां से एक सड़ंक शंंीनगर और रंदपं यं ाग की ओर जनकलती है. वही रासंंा आगे बदरीनाि और केदारनाि तक िाता है. यह बांध देश का सबसे ऊंचा और दुजनया का तीसरा सबसे ऊंचा राक-जफल बांध है. नयी जटहरी का सौंदयंयमन को मोहता है. ढलावदार पहाजंड़यों पर बसे इस शहर की ऊंचाइयोंसे देखने पर महसूस होता है. मानो जटहरी झील इसी की तलहटी से जनकली है. यहां के जंयादातर वाजशंदे पुरानी जटहरी के अलावा भागरिी और भीलंगना घाटी के उन 40 गावों से आये है.ं िो जटहरी झील में
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मैहर में किवराज िी जीत
पूजा सिंह
रहा है. कांगस ंे नेता अिय जसंह सतना लोकसभा सीट से बमुसशं कल साढ़ंेछह हिार वोटोंसे हार गये िे. उनकी इस हार मेंनारायण भोपाल. मैहर जवधानसभा चुनाव मेंिीत जंंतपाठी की बगावत की अहम भूजमका िी के साि ही मुखयं मंतंी जशवराि जसंह चौहान ने कंयोंजक मैहर जवधानसभा कंतंे ंमेंअिय जसंह एक बार जफर राहत की सांस ली है. इस चुनाव भािपा पंतंयं ाशी से 9000 वोटोंसे जपछड़ंगये मेंकोई बाहरी चेहरा जदखायी नहींदे रहा िा िे. यही विह है जक इस चुनाव को उनंहोंने इसजलए हार अिवा िीत का सारा शंयंे या बोझ पंजंतषंंा का पंशं नं बना जलया िा. उनंहींके कंधोंपर आना िा. यहां तक जक इस मनीष पटेल बसपा से कांगस ंे मेंआए िे चुनाव मेंन तो जकसी बाहरी नेता को मैहर िाने और पाटं ी ं को यही आशा िी जक बसपा का वोट जदया गया न ही बड़ंेनेता पोथंटर बैनर पर निर बैक ं उनके साि िुड़ंा रहेगा लेजकन भािपा ने आये. मैहर में कांगस ंे से भािपा में आये तक मैहर मेंडेरा डाले रहे. उनंहोंने गांव-गांव कुमंी मतों का बंटवारा करवा जदया िबजक ं नहीं लग नारायण जंंतपाठी ने कांगस ंे के मनीष पटेल को िाकर सभायेंकींऔर रोड शो भी जकये. लंबे उसके बंंाहंमण मतों में कोई सेध 28281 मतोंके भारी अंतर से हरा जदया. इस अरसे बाद उनको अपने मामा होने की दुहाई सकी. गत जवधानसभा चुनाव में40,000 वोट िीत को पूरी तरह पंदं श े के मुखयं मंतंी जशवराि देते भी देखा गया. मैहर उपचुनाव की एक पाने वाली भािपा इस बार 10,000 से भी कम जसंह चौहान के चुनाव पंबं धं न का नतीिा माना खास बात यह भी िी जक पाटंंी ने यहां मतोंपर जसमट गयी. उधर, इस बड़ंी हार के ंे अधंयकंंअरंण यादव ने भािपा पर िा रहा है. जपछली बार जंंतपाठी कांगस ंे के पंधं ानमंतंी नरेदं ंमोदी और पाटंंी अधंयकंंअजमत बाद कांगस जटकट पर ही यह सीट 7000 से कुछ अजधक शाह के बैनर होजंडगिं का पंयं ोग खास नहीं सरकारी मशीनरी के दुरपं योग का आरोप ं ानमंतंी अटल जबहारी लगाया है. उनका कहना है जक सरकार ने मतोंसे िीते िे. लेजकन वह मैहर के जवकास जकया. हां, पूवयं पंध वािपे य ी के होजं ड ग ं ि िरंर देखे गए. सूतंोंकी चुनाव की अजधसूचना िारी होने से महि दो का हवाला देते हुए भािपा मेंशाजमल हो गये माने ं तो ऐसा बं ा ं हं म ण मतदाताओ को जरझाने के जदन पहले मुखयं मंतंी व अनंय नौकरशाहोंकी िे जिसके बाद यह चुनाव करवाना पड़ंा. जलए जकया गया िा. भािपा की ओर से मौिूदगी में वहां एक ही रात में रतलाम-झाबुआ लोकसभा कंतंे ंमेंभािपा ं ा ने बंंाहंमण वोटों 17,000बीपीएल पजरवारों का चयन जकया पर जमली िीत को कांगस ंे ने जसयासी बदलाव िनसंपकंफमंतंी रािेदं ंशुकल की शुरआ ं त के तौर पर पंच ं ाजरत जकया िा. के धंवंु ीकरण मेंअहम भूजमका जनभायी. मैहर और 8,000 पटंंोंका जवतरण जकया गया. मैहर चुनाव की हार ने एक बार जफर वंयापम घोटाले के साये मेंहुए उस चुनाव की जवधानसभा कंतंे ं में करीब 38000 बंंाहंमण कांगस ंे को जपछले पांव ला जदया है. रतलाम हार ने भािपा को जवचजलत कर जदया िा. ऐसे मतदाता है.ं मैहर चुनाव में िीत को मुखयं मंतंी झाबुआ के बाद यह दूसरा चुनाव िा जिसमें में मैहर उपचुनाव में भािपा पर िबरदसंं ंे के सभी पंमं ख ु नेता एकिुट होकर ंे नेता कांगस दबाव िा. यही विह है जक खुद मुखयं मंतंी जशवराि जसंह चौहान िीत िबजक कांगस ं ार मेंलगे िे. जशवराि जसंह मतदान के ऐन पहले तीन जदनों अिय जसंह की जनिी हार के रंप मेंदेखा हा चुनाव पंच
लोकतंत् सेनाबनयो् की पेश ् न बढ़ेगी
धीरेंदंशंंीवासंिव
लखनऊ. लोकतंतंरकंक ं सेनाजनयोंके जलए एक बड़ंी खुशखबरी. अब उनकी अंतयें जंि रािकीय समंमान के साि होगी. यही नहीं, उनके जनधन के बाद उनकी पतंनी भी लोकतंतंरकंक ं सेनानी पेश ं न पाने की हकदार होगी. मुखयमं ं तंी अजखलेश यादव के जवशेष हथंतकंपंे से आपातकाल के जवरोध मेंिेल िाने वालोंको जमलने वाला यह जवशेष समंमान और अनंय सुजवधायें जवधानसभा के इसी सतंं में कानूनी रंप ले ले तो कोई तािुबबं नहींहोगा. जंंात हो जक सपा के राषंटंींय अधंयकंं मुलायम जसंह यादव ने अपने शासनकाल में आपातकाल के जवरोध मेंिेल िाने वालोंको लोकतंतं रकंक ं सेनानी पेश ं न और समंमान पंदं ान जकया िा. बसपा पंमं ख ु मायावती ने अपने शासन काल में इसे समापंत कर जदया िा. बसपा सरकार के इस जनणंयय को लोकतंतं जवरोधी बताते हुए सपा के राषंटंंीय अधंयकंंने इसे लेकर कहा िा जक सूबे मेंउनकी सरकार आयी तो यह समंमान तो बहाल होगा ही, पेश ंन भी एक हिार नहीं, दस हिार रंपये पंजंत माह होगी. मुखयमं ं तंी अजखलेश यादव ने सपा के राषंटंंीय अधंयकंंकी घोषणा का समंमान करते हुए लोकतंतंरकंक ं सेनाजनयोंका समंमान तो बहाल जकया ही. पेश ं न भी एक हिार से तीन RNI- DELHIN/2015/ 65658
हिार रंपये पंजंत माह कर दी. जफर इसे तीन हिार से छह हिार और छह हिार से दस हिार रंपये पंजंत माह कर जदया. रािनैजतक पेश ं न मंतंी रािेदं ं चौधरी ने इस साल पेश ंन राजश को 10 हिार से 15 हिार रंपये पंजंत माह करने का पंथं ताव ं रखा. एक सूतंके मुताजबक पंमं ख ु सजचव ने इस पर ऐतराि जकया जक लोकतंतंरकंक ं सेनानी पेश ं न मेंएक मुशतं पांच हिार रंपये पंजंत माह की वृजंद उजचत नहींहै. चौधरी ने इस मामले को मुखयमं ं तंी के समकंं रखा. अफसरोंने यहां भी कहा जक इस पेश ंन मेंपहले ही काफी वृजंद हो चुकी है. इसजलए और वृजंद की आवशंयकता नहींहै. मुखयमं ं तंी ने अफसरों के तकंफ को जनराधार बताते हुए कहा जक इस वृजंद यानी 10 हिार से 15 हिार होने वाली वाली वृजंद को उनके बिट भाषण में िोड़ं जदया िाये. उनंहोंने यह भी कहा जक आपातकाल का जवरोध कोई मामूली बात नहीं िी. िो लोग इसके जखलाफ िेल गये है.ं वह हमारी निरोंमेंजवशेष समंमान रखते है.ं पेश ंन उनंहेंही नहीं, उनके बाद उनकी पतंनी को भी जमलनी चाजहए. हमारे ये अगंि ं उमंंके आजखरी पड़ंाव की ओर है.ं इनके जनधन पर इनकी अंतयें जंि भी रािकीय समंमान के साि होनी चाजहए. उनंहें अनंय सुजवधायें भी समंमान के साि जमलती रहे,ं इसजलए यह सब एकंट में िोड़ंजदया िाये.
सूतं के मुताजबक मुखयमं ं तंी की इचंछानुसार लोकतंतं रकंक ं सेनानी एकंट बनकर तैयार हो चुका है. इसे जवधानसभा में पेश करने की तैयारी है. यहां से पाजरत होने के बाद इसे जवधान पजरषद भेिा िायेगा. वहां से पास होने के बाद यह एकंट वैधाजनक रंप गंहं ण कर लेगा. मुखयमं ं तंी का लोकतंतं रकंक ं सेनाजनयों के पंजंत यह रंख कानोंकान आपातकाल के जवरोध मेंिेल िाने वालोंके बीच पहुच ं गया है. इसे लेकर उन लोगों के बीच काफी पंस ं नंनता है. ढाई दशक से अजधक समय तक जहंदी के बड़ंे अखबारों में संपादक रहने वाले वजरषंठ पतंक ं ार सुनील दुबे ने मुखयमं ं तंी के इस फैसले को बेहतरीन बताया है. सपा के राषंटंंीय अधंयकंं मुलायम जसंह यादव के साि फतेहगढ़ंिेल में बंद रहे. उतंतर पंदं श े के पंिं म मीसाबंदी और इलाहावाद यूजनवजंसटय ी छातंस ं घं के पूवयंअधंयकंं रामाधीन जसंह ने इस फैसले पर कहा जक मैं इस नौिवान मुखयमं ं तंी की संवदे नशीलता को सलाम करता हू.ं 77 के बाद भी संघषंय की अलख िगाये रखने वाले छातंं युवा संघषंय वाहनी के संयोिक ओमपंक ं ाश अरंण ने कहा जक समािवादी सरकार का यह जनणंयय लोकतंतंकी रकंंा के जलए अपना सवंथय वं तंयाग करने वालोंके पंजंत समंमान है. इससे लोगोंको लोकतंतंऔर देश जहत मेंकाम करने की पंरंे णा जमलेगी.
बतकही
चौधहरयो् की खाप मे् अहजत!
कांगस ंे के माजवया अली चुनाव िीत गये. रािपूत भािपा और सपा मेंबटा और तंयागी भािपा मेंगया. दजलतोंने भी िब देखा जक रालोद के दजलत पंतंयं ाशी जवनोद तेिवान जकसी नंबर मेंनहींहै.ं तो वे तंयागी, गुिरयं और शंभनू ाथ शुकल ं रािपूत की बिाय मुसलमान के साि गये और माजवया अली को उनका वोट जमला. मगर माजवया अली की िीत के पीछे एक पी में गत 14 फरवरी को चार िगह उपचुनाव हुए. जिसमेंतीन जवधानसभा और कारक िा और वह िा सहारनपुर के पूवयं और एक मेयर की सीट शाजमल िी. मेयर सपा नेता कािी रशीद मसूद के भतीिे इमरान और जवधानसभा की एक सीट भािपा ने िीत मसूद के माजवया अली को समिंनय देना. ली, बाकी जवधानसभा की दो सीटोंमेंसे एक इमरान मसूद का मुसलमानोंमेंदबाव तो है कांगसंे को जमली और एक सपा ने िीती. चूजं क ही साि मेंवे धंवंु ीकरण कराने मेंजसदंघहसंं मेयर और जवधानसभा की दो सीटेंपजंंिमी माने िाते है.ं हालांजक देवबंद के दारंल उलूम उतंरं पंदं श े की िीं. इसजलए इनंहेंसीधे सपा की रािनीजत मेंमहमूद मदनी के जवरोधी और सरकार के कामकाि से नहीं िोड़ंा िा मौलाना वुसंानवी के पैरवीकार रहे है.ं पर सकता. इसकी विह भी है. एक तो पजंंिमी मुसलमान उनके कहे पर वोट डालता है. उतंरं पंदं श े मेंकामकाि मुखयं मंतंी अजखलेश हालांजक वे गत जवधानसभा चुनाव में का नहींबसंलक नोएडा और गाजियाबाद के सहारनपुर सदर से चुनाव हार गए िे. कंयोंजक पाटंंी पंभं ारी और वहां के पंश ं ासन से आंका वहां जहंदू वोट पोलराइि हो गया और भािपा िाना चाजहए. गाजियाबाद के मेयर की सीट सीट जनकाल ले गयी. अगर कांगसंे के समिंनय भािपा के तेलरू ाम कांबोि के जनधन से मेंहवा होती तो यहां भी करीब-करीब वही खाली हुई िी. तो देवबंद और मुिफंफरनगर समीकरण िे. िो यहां से बीस जकमी दूर की जवधानसभा सीटें सपा के जवधायक देवबंद में िे. यहां पर भी मुसलमान वोटर िंमं श: रािेदं ंराणा और राजंयमंतंी जचतरंिन उतने ही है.ं जितने जक देवबंद मेंऔर यहां पर ंे का उमंमीदवार मुसलमान ही िा. सूबे थंवरंप की असामजयक मृतयं ु से खाली हुई िी. कांगस सपा ने सहानुभजू त उठाने के मकसद से देवबंद मेंमंतंी रह चुके सईदुजमं ां के बेटे सलमान ंे तीसरे नंबर पर रही में रािेदं ं राणा की पतंनी मीना राणा और िमां पर यहां तो कांगस मुिफंफर नगर से जचतरंिन थंवरंप के बेटे और सीट भािपा के हाि मेंचली गयी. यहां गौरव थंवरंप को लड़ंाया पर दोनोंही िगह पर भी भािपा और सपा के उमंमीदवार वैशयं उसकी हार हुई. जवधानसभा चुनाव मेंिाजत जबरादरी के ही िे. उनका वोट बटा तो पर यहां की रािनीजत तो चलती ही है. साि में पर जनणंायय क िाट वोटों को चौधरी अजित थंिानीय मुदंे और नेता काफी पंभं ावशाली जसंह अपने पाले में नहीं ला पाये और िाट रहते है.ं अलबतंंा पूवंी उतंरं पंदं श े मेंिरंर एकमुशतं भािपा को जमला. चुनाव के ठीक सपा अपना परचम लहराने मेंकामयाब रही. पहले िाट नेता और केदं ं में मंतंी संिीव वहां फैिाबाद जिले की बीकापुर सीट सपा के बाजलयान यहां आये और ऐसी अपील की जक आनंद सेन को जमली. उनके जपता जमतंस ं ने जहंदू वोट तो एकिुट हुआ ही िाट वोट रालोद पंतंयं ाशी जमजिलेश पाल की तरफ िाने की यादव यहां से जवधायक िे. पजंंिमी उतंरं पंदं श े रालोद का गढ़ंमाना बिाय भािपा मेंचला गया और भािपा के िाता रहा है. पर लोकसभा की तरह इस बार कजपलदेव अगंवं ाल जवियी रहे. इससे साफ िाजहर है जक वोटरोंके बीच भी रालोद साफ है. हालात यह रहे जक देवबंद और मुिफंफरनगर दोनोंही थंिानोंपर रालोद सांपदं ाजयक धंवंु ीकरण को रोकना नामुमजकन पंतंयं ाजशयोंकी िमानत तक नहींबची. दोनों है और इसकी विह है जक 2013 से अब तक ही थंिानोंपर चुनाव जहंदू बनाम मुसथं लम हो शामली और मुिफंफरनगर के दंगोंकी आंच ं ासजनक गया और िहां भी िो पंतंयं ाशी अपने पकंंमें को धीमा नहींजकया िा सका है. पंश धंवंु ीकरण करा ले गया. वही िीत गया. संरं पर कोई ऐसे उपाय नहीं जकए गये. 2013 मेंमुिफंफरनगर और देवबंद मेंहुए जिनके चलते गांव छोड़ंकर गये पीजड़ंत वापस दंगोंका यह पंजंतफलन है जक रालोद अपनी लौटे हों. नतीिा यह हुआ जक गांव वालोंके ही िमीन पर इस हालत में आ गया और बीच िो समरसता िी. वह खतंम हो चुकी है. चौधरी पजरवार रािनीजत की चौसर से करीब- मिे की बात जक यहां पर िो मुसलमान हैंवे करीब बाहर है. देवबंद और मुिफंफरनगर भी जंयादातर कनवटंडंे हैंऔर उनका रहनदोनोंही थंिानोंपर मुसलमान जनणंायय क है.ं सहन और रीजत जरवाि तकरीबन वही है. िो ु ंके बीच हैंमगर भाई-भाई का यह उनके वोट चूजं क एकमुशतं पड़ंते है.ं इसजलए िाट जहंदओ संखयं ा मेंकम होने के बाविूद वे ही फैसला पंयार दंगोंकी आंच मेंझुलस गया और वह करते है.ं देवबंद में सबसे अजधक रािपूत एकता जिसके बूते चौधरी अजित जसंह यहां वोटर है.ं पर रािपूत दो लड़ंरहे िे. सपा की जकसानों के एककंतं ं नेता बने हुए िे. अब मीना राणा और भािपा के रामपाल पुडं ीर. भोंिरी पड़ंचुकी है. अजित जसंह इस जदशा में उनके अलावा रालोद के जवनोद तेिवान लड़ कुछ कर नहीं पाये और हर चुनाव जहंद-ू रहे िे. यहां मुसलमानोंके अलावा रािपूत, मुसथं लम बन िाता है. यह रालोद ही नहींसारे तंयागी और गुिरयं वोट बहुतायत मेंहै.ं मगर वे धमंजय नरपेकं और तरकंंी पसंद रािनीजतक बट गये और दजलत और मुसथं लम वोट लेकर दलोंके जलए घातक है.
यू
थंवतंवाजधकारी, पंंकाशक और मुदंक: कंंमता जसंह के जलए अमर उिाला पसंबलकेशंस जलजमटेड, सी-21, 22, सेकंटर-59, नोएडा, उतंंर पंंदेश से मुजंदत एवं दूसरी मंजिल, बी-146, हजरनगर आशंंम, नयी जदलंली- 110014 से पंंकाजशत. संपादकः अंबरीश कुमार (पीआरबी अजधजनयम के तहत समाचारोंके चयन के जलए जिमंमेदार) सभी कानूनी जववादोंके जलए नंयाय कंंेतंजदलंली होगा. संपकंफ: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com