एक और सुनहरा दौर पेज- 13
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वर्ष 2 अंक 18 n पृष्: 16 n 10 मार्ष - 16 मार्ष 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5
करिश्मा नही्, रिर्फिणनीरि
अंबरीश कुमार
लखनऊ. उत़़ि प़़देश मे़ िामिाज आ गया िै. पूिी ताकत के साथ लोगो़ने इसके डलए िोट डदया िै. िो सकता िै यि डकसी प़़डतड़़िया मे़ िो पि यि डिंदू लिि िै. इस लिि मे़ अडिलेश का डिकास का एजे़िा भी बि गया तो मायािती जैसी आयिन लेिी के कुशल प़़शासन की धमक भी ध़िस़़ िो गयी. ऐसी लिि िोगी यि कोई निी़समझ पाया था. िम भी इस लिि को निी़ देि पाये. पि यि लिि मोदी की िणनीडत से बनी डजसकी तैयािी उऩिो़ने कारी पिले शुऱकि दी थी. पिले सोशल इंजीडनयडिंग की डरि प़़देश के समूचे डिंदू मन को प़़भाडित कि मजिबी गोलबंदी कि दी. िऱव 2014 मे़ उत़़ि प़़देश मे़ जो मोदी की लिि चली उसमे डिंदुत़ि के चूल़िे पि चढी िोटी को तिे पि एक तिर से पलट डदया गया था, इस बाि िि िोटी दूसिी तिर से भी पलट दी गयी िै. मोदी ने चुनाि प़़चाि मे़ झूठ बोला िो या सच, लोगो़ ने उनपि भिोसा डकया. अडिलेश, िािुल औि मायािती पि भिोसा निी़ डकया, यि सच
पीके नामंजूर नीरज तिवारी
लखनऊ. सोशल मीडिया के जडिये जनता के मत डििेक को पढ़ने औि जांचने मे़ माडिि किे जाने िाले प़़शांत डकशोि उऱफ पीके को आडििकाि यूपी मे़ डशकस़़ से सामना किना पड़ा. कांग़ेस को सोशल मीडिया की िेस मे़अव़िल लाने मे़जुटे पीके के कॅडियि का यि बडा झटका माना जा ििा िै. बता दे़डक इससे पूिव़संसदीय चुनािो़मे़ प़ध़ ानमंत़ी निेद़ ़मोदी की जीत के पीछे पीके बाकी पेज 2 पर
िै. ये नेता अब आत़ममंथन किे़डक आडिि ऐसा क़यो़िुआ. प़़धानमंत़ी निे़द़मोदी औि भाजपा के िाष़़ीय अध़यक़़ अडमत शाि ने उत़़ि प़़देश को लेकि िि तिि की िणनीडत बनायी औि उसमे िे कामयाब भी िुए. पिले डपछडो़ को जोडा. एक-एक किके प़द़ श े अध़यक़़बदला. पाट़़ी के संगठन मे़गैि यादि डपछडी जाडतयो़को जोडने का काम डकया तो उऩिे़ उम़मीदिाि भी बनाया. ऐसे िाजनैडतक दलो़से तालमेल डकया जो अडत डपछडी जाडतयो़ मे़ जनाधाि ििते िै़. भाितीय समाज पाट़़ी िो या अपना दल. िे डतनका डतनका जोड ििे थे, कारी समय से. भाजपा डकसी िाि ऱम के भिोसे निी़ थी. उसके साथ िैचाडिक ऱप से प़़डतबद़़ काय़वक़त़ाव, पत़़काि औि बुड़दजीिी जमात थी. औि अंत मे़िे उस मजिबी गोलबंदी मे़ भी कामयाब िुए जो उनका अंडतम अस़़ था. पि यि सब एक के बाद एक िणनीडत के साथ िुआ. अडमत शाि औि मोदी ने एक-एक डजले औि एक एक बूथ के समीकिण को समझा .पिस़पि डििोधी धािा बाकी पेज 2 पर
l ‘काम बोलिा है’ काम नही् आया l हार मे् खानदानी कलह का हाथ
उत््र प््देश मे् खिला कमल
शुक्वार ब्यूरो
लखनऊ. देश की सबसे बडी डिधानसभा उत़ति प़द़ श े की 403 मे़से किीब सिा तीन सौ सीट पि भाजपा को जनता जनाद़वन ने बिुमत की माला पिनाई िै. इस बीच मुख़यमंत़ी के नाम की चच़ाव भी तेज िो
दोनोंसीटोंपर हारे रावत
लखनऊ (शुक्वार). उत़़िािंि के मुख़यमंत़ी औि कांग़ेस के मजबूत नेता, ििीश िाित दोनो़ सीटो़ पि िाि चुके िै़. िे िडिद़़ाि (ग़़ामीण) सीट औि डकच़छा सीट से चुनाि लड ििे थे. ििीश िाित 12, 400 िोटो़ से बीजेपी कै़डििेट स़िामी यतीश़़िानंद से िाि गए िै़. डकच़छा डिधानसभा सीट पि ििीश िाित के डिलार बीजेपी के मौजूदा डिधायक िाजेश शुक़ल मैदान मे़ थे. ििीश िाित डरलिाल डपथौिागढ़ डजले की धािचूला सीट से
डिधायक िै़. डपछले चुनािो़ मे़ ििीश िाित ने िडिद़़ाि संसदीय सीट से़ चुनाि लड़ा था औि जीत िाडसल की थी. ििीश िाित की िाि का सबसे बड़ा कािण उत़़िािंि मे़िुए घोटालो़ को भी माना जा ििा िै. बीजेपी ने जून 2013 मे़ आई डिनाशकािी आपदा के दौिान िुए आबाकािी घोटाले औि लूट मे़ उत़़िािंि के मुख़यमंत़ी के शाडमल िोने के दािा डकया था. डरि डपछले साल आए एक स़सटंग डिडियो मे़भी कुछ घोटालो़का बाकी पेज 2 पर
पुराने तरीके से दोबारा होंचुनाव: मायावती
शुक्वार संवाददािा
लखनऊ. दडलत िोट पि िमेशा िी एकाडधकाि का दािा किती आयी़ मायािती के डलये शडनिाि को जािी यूपी डिधानसभा चुनाि के पडिणाम कारी बेचनै किने िाले ििे िै.़ मायािती डबना डकसी डलडित बयान के मीडिया के सामने आई़. चेििे पि गुसस ़ ा था औि अंदाज मे़ििी तीिापन जो बिसो़पिले िुआ किता था. उऩिो़ने सीधे-सीधे आिोप लगाया डक ईिीएम मशीनो़के साथ छेडछ ़ ाड़
की गई िै. डजन मुसस़ लम बिुल इलाको़मे़बीजेपी को एक भी िोट निी़पड़ा िै, ििां भी बीजेपी जीत गई िै. बीएसपी ने चुनाि आयोग से यूपी औि उत़़िािंि के नतीजो़ को िोकने औि डकसी डिदेशी एजेस ़ ी से इन मशीनो़की जांच किाने की मांग की िै. यूपी के नतीजे सिी मायने मे़अप़त़य़ ाडशत ििे िै.़ बीजेपी नेताओ़के दािो़से बिुत ज़यादा सीटे़पाट़़ी को डमली िै.़ तमाम एजेड़सयो़के बाकी पेज 2 पर
गयी िै. ििी़, सपा-कांग़ेस के गठबंधन को डमली डशकस़त को सभी पड़ताल किने मे़जुट गये िै़. बता दे़डक यूपी मे़जनता ने समाजिादी पाट़़ी औि कांग़ेस की जोड़ी को नकाि डदया. ‘काम बोलता िै का नािा’ अचानक िी
‘सबका साथ, सबका डिकास’ के नािे से िाि गया. पिली बाि बसपा को भी इस चुनाि ने कारी झटका डमला िै. बसपा सुप़ीमो मायािती ने तो इस पडिणाम को नकािते िुये के़द़ीय चुनाि आयोग से पुिानी पद़़डत से दोबािा चुनाि किाने की मांग का दािा कि डदया. ििी़, भाजपा पक़़ीय पडिणाम आते िी प़़देश मे़ मुख़यमंत़ी के नाम को लेकि मंथन का दौि भी तेज िो गया. साल 2019 के डलये डनण़ावयक माने जा ििे 2017 डिधानसभा चुनाि के पडिणामो़मे़ भाजपा ने सभी दलो़को धता बताते िुये जीत िाडसल की. सपा औि कांगस ़े के गठजोड़को जनता ने पसंद निी़ डकया. भले िी सपाकांग़ेस की िैडलयो़ मे़ लोगो़ की भीड़ उमड़ी मगि िि भीड़ मतदान मे़ तब़दील निी़ िो सका. इस बािे मे़ िाजनीडतक पंडितो़ का किना िै डक समाजिादी पाट़़ी मे़डजस तिि से चुनाि से कुछ माि पूि़व कलि मची िै, उससे भाजपा को कारी मजबूती डमली िै. बाकी पेज 2 पर
मुख्यमंत्ी केशव प््साद मौय्य? धीरेद् ् श््ीवास््व
लखनऊ. सांसद औि भाजपा के प़द़ श े अध़यक़़ केशि प़़साद मौय़व उत़़ि प़़देश के मुखय़ मंत़ी िो़ग.े िाष़़ीय अध़यक़़ अडमत शाि के एक ट़िीट के बाद सत़़ा के गडलयािो़ मे़ संभाडित मुख़यमंत़ी के ऱप मे़ उनका नाम शीऱवपि आ गया िै. इस ट़िीट के बाद डिजय मे़मस़़भाजपा के काय़क व त़ाव कैमिे के सामने भी बोलने लगे िै़डक मौय़विी अगले सीएम िै.़ उनकी सिकाि मे़ सियोगी दल भी शाडमल िो़ग.े इस ट़िीट के पिले तक इस पद के डलए िेल एिं संचाि िाज़यमंत़ी मनोज डसऩिा का नाम शीऱव पि था. तक़फ डदया जा ििा था डक मनोज डसऩिा प़़धानमंत़ी निे़द़ मोदी औि िाष़़ीय अध़यक़़अडमत शाि के ड़़पय िै.़ उनके नाम को लेकि कोई डििाद निी़ िै. उमके पास प़श ़ ासडनक अनुभि भी िै जो उत़ि़ प़द़ श े जैसे बडे िाज़य के डलए जऱिी िै. चुनाि से पिले इस पद के डलए गृिमंत़ी िाजनाथ डसंि का नाम भी चला था. एक बाि तो यि बात यिां तक आई डक उनके नाम को सामने ििकि चुनाि लडा जायेगा. बात मे़ यि कयास भी ििाई साडबत िुआ. यूपी का चुनाि भाजपा ने पूिी तिि से प़ध़ ानमंत़ी निेद़ ़ मोदी के नाम को आगे ििकि लडा औि
इसके डलए उऩिो़ने डदन िात एक कि डदया. पडिणाम, भाजपा ने यूपी मे़ िाम लिि के पडिणाम को पीछे छोड डदया. मुखय़ मंत़ी के ऱप मे़डकसी का नाम निी़ ििने की िजि से अलग-अलग क़़ेत़ो़ मे़ संभाडित मुखय़ मंत़ी के ऱप मे़ अलग अलग लोगो़के नाम चले. इसमे़केद़ ़ीय मंत़ी मनोज डसऩिा, उमा भािती, मिेश शम़ाव, प़़देश अध़यक़़केशि मौय़,व लिनऊ के मेयि डदनेश शम़ा,व सांसद योगी आडदत़य नाथ औि प़ि़ क़ता श़़ीकांत शम़ाव के नाम प़म़ ि ु ििे. इसी दौिान भाजपा की िैली मे़किा गया डक आने िाले डदनो़मे़उत़ि़ प़द़ श े की तकदीि बाकी पेज 2 पर
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शुक्वार ब्यूरो
10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
लखनऊ मे् लहराया भगवा
भाजपा का पिचम लििाया. भाजपा प़़त़याशी लखनऊ. िऱव 2012 मे़ िुए डपछले स़िाडत डसंि ने सपा संस़थापक मुलायम डसंि चुनाि मे़ समाजिादी पाट़़ी का गढ़ बने यादि के भतीजे अनुिाग यादि को किीब लिनऊ मे़ एक बाि डरि भगिा लिि 34 िजाि 179 मतो़ से ििाया. स़िाडत को डदिायी दी औि यिां की नौ मे़से आठ सीटो़ एक लाि आठ िजाि 506 जबडक अनुिाग पि भाजपा प़़त़याडशयो़ ने कब़जा कि डलया. को 74 िजाि 723 िोट िाडसल िुए. ििी़, लिनऊ मध़य सीट से भाजपा के इस बीच अपने िाजनीडतक सरि की ़श े पाठक को सपा औि कांगस ़े प़त़य़ ाडशयो़ शुऱआत किने िाली़ पूि़व सपा प़़मुि ब़ज मुलायम डसंि की बिू अपण़ाव यादि को की आपसी जंग का रायदा डमला औि लिनऊ कै़ट जबडक मुख़यमंत़ी अडिलेश उऩिो़ने अपने डनकटतम प़़डतद़़ंद़ी सपा के यादि के भाई अनुिाग यादि को सिोजनी नगि से िाि का सामना किना पड़ा. मुलायम के अलािा मुख़यमंत़ी अडिलेश यादि औि उनकी सांसद पत़नी डिम़पल यादि की िैडलयां िोने के बािजूद अपण़ाव को भाजपा प़़त़याशी औि इसी सीट से मौजूदा डिधायक िीता बिुगुणा जोशी ने 33 िजाि 796 मतो़से पिास़़डकया. िीता को 95 िजाि 402 मत डमले, ििी़ अपण़ाव को 61 िजाि 606 िोट िाडसल िुए. तीसिे नम़बि पि ििे बसपा प़़त़याशी योगेश दीड़़कत को 26 िजाि 36 मत प़़ाप़त िुए. सिोडजनीनगि सीट पि पिली बाि
िडिदास मेििोत़़ा को 5094 मतो़ से ििाया. पाठक को 78400, मेििोत़़ा को 73306, बसपा के िाजीि श़़ीिास़़ि को 24 िजाि 313 औि कांग़ेस प़़त़याशी माऱर िान को 12 िजाि 921 मत डमले. लिनऊ उत़ि़ ी सीट से भाजपा के नीिज बोिा ने अपने डनकटतम प़़डतद़़ंद़ी सपा के अडभरेक डमश़़ को 27 िजाि 276 मतो़ से ििाया. बोिा को 109315 िोट िाडसल िुए. डमश़़ा को 82039 औि बसपा प़त़य़ ाशी अजय
उत््र प््देश मे् खिला कमल
दो जगह हारेरावत
पेज 1 का बाकी भाजपा के प़़देश काय़ावलय पि मौजूद लोगो़ से बात की गयी तो उऩिो़ने किा डक जनता को नोटबंदी के रैसले से कोई नािाजगी निी़थी. इस रैसले ने केद़ ़सिकाि के प़़डत लोगो़ के मन मे़ लगाि बढ़ाया था. इसका कािण बताते िुये उऩिो़ने किा डक देश की जनता को यि अच़छा लगा डक पिली बाि नकली नोटो़ औि भ़़ष़टाचाि से लड़ते िुये कोई सिकाि इतना बडा कदम उठा ििी िै. ऐसे मे़ गिीब जनता के बीच भाजपा की छडि मजबूत िोती गयी. नतीजतन, यूपी मे़भाजपा को बिुमत िाडसल िो गया. ििी़, कांग़ेस की ओि से इस िाि के कािणो़की डििेचना किते िुये पाट़़ी से जुड़े सूत़ नाम न छापने की शत़व पि बताते िै़डक पाट़़ी ने यडद सपा से अलग िोकि चुनाि लड़ने का रैसला डकया िोता तो पडिणाम इससे कारी बेिति आते. िालांडक, िि यि जऱि किते िै़ डक चुनाि मे़ इस कदि िाि डमलने की कोई आशंका निी़ थी. पाट़़ी के शीऱव पदाडधकाडियो़ को इस बािे मे़ गंभीि डचंतन किने की आिश़यकता िै. िालांडक, यूपी मे़भाजपा दो दलो़अपना दल (एस) औि भासपा के साथ गठबंधन किके मैदान मे़ अपना भाग़य आजमा ििी थी. इस प़़चंि बिुमत की जीत को िाडसल किने के बाद भाजपा के िाष़ट़़ीय अध़यक़़ अडमत शाि ने डदल़ली मे़आयोडजत एक प़़ेस कांफे़स मे़किा डक सिकाि के गठन मे़दोनो़ िी सिायक दलो़ का पूिा ख़याल ििा जायेगा. दोनो़ िी दलो़ को साथ लेकि सिकाि का गठन डकया जायेगा. ििी़, चुनाि के इस अप़़त़याडशत पडिणाम ने पिली बाि बसपा को प़़देश मे़ तीसिे दज़़े पि लाकि िड़ा कि डदया िै. बसपा सुप़ीमो मायािती के डलये यि कारी डचंता का डिरय िै. साथ िी, इससे यि भी
पेज 1 का बाकी िुलासा िुआ था. एक दमदाि नेता औि सीएम िोते िुए भी िाि की िजि तमाम घोटालो़ पि लगे आिोप िो सकते िै़. िालांडक, इस कदम किािी िाि के डलये स़ियं ििीश िाित भी अचंडभत िो़गे. उम़मीद िै डक जल़द िी िे इस संदभ़व मे़ कोई उडचत डनश़कऱवकी तलाश कि ले़गे. दिअसल, बीते कुछ समय से स़थानीय लोग कांग़ेस पि आये डदन लगने िाले भ़़ष़टाचाि के आिोपो़ से कारी नािाज थे. इसी बीच यि उम़मीद की जा ििी थी डक ििीश िाित को सरलता निी़डमलेगी. मगि इस कदि किािी िाि की आशंका डकसी ने भी निी़जाडिि की थी.
साडबत िो गया डक मतदाता का मन टटोलना आसान काम निी़िै. जातीय समीकिणो़को धता बताते िुये िि िग़वऔि िण़वका मतदान भाजपा को बडी संख़या मे़डमला िै. पश़डचमी यूपी के सिािनपुि, डबजनौि, मुिादाबाद, संभल, बिेली, अमिोिा, पीलीभीत, िीिी, शािजिांपुि औि बदायूं डजले से डिधानसभा की 67 सीटे़ आती िै़. इनके मौजूदा िालात पि डनगाि िाले़ तो 2012 मे़ सपा को 33, बसपा को 18 औि भाजपा को 10 सीट डमली थी़. ििी़ 2007 मे़बसपा को 22, सपा 8 औि भाजपा को 7 सीट डमली़ थी. िासतौि से इन 11 डजलो़ मे़ भाजपा अपने प़़दश़वन को कभी सुधाि निी़ पाई. मगि इस बाि के पडिणाम भाजपा के िौसलो़ को बढ़ाने के डलये पय़ावप़त ििे िै़. दिअसल, इस क़़ेत़ मे़ जाट, मुस़डलम औि दडलतो़की अच़छी िासी संख़या िै. ऐसे मे़ इन क़़ेत़ो़ मे़ जीत िाडसल किने के डलये जातीय समीकिण कारी मायने ििते िै़. स़थानीय लोगो़ने एक डनजी टीिी चैनल पि किा डक इस बाि जातीय समीकिण को पीछे छोड डिंदुओ़ ने एकजुट िोकि भाजपा को अपने िोट से निाज डदया. इसका मुख़य कािण बताते िुये उऩिो़ने किा डक सपा-कांग़ेस का गठजोड़ मतदाताओ़ को लुभाने मे़ कािगि साडबत निी़िो सका िै. इस बीच सपा-कांग़ेस गठबंधन का चेििा बनने िाले अडिलेश यादि ने पडिणाम आने के बाद एक प़़ेस कांफे़स मे़ स़िीकाि डकया डक जनता का यि रैसला उऩिे़ तिे डदल से स़िीकाि िै. उऩिो़ने इस मौके पि किा डक जनता के सामने िम दोबािा अगली चुनािी पिीक़़ा देने जाएंगे. उसमे़ िम जऱि जीते़गे, जनता को उसके मत के डलये उऩिो़ने बधाई देते िुये एक सिाल के जिाब मे़ किा डक दोनो़ िी दलो़ का यि गठबंधन आगे भी जािी ििेगा.
यूपी को पीके नामंजूर पेज 1 का बाकी का बडा योगदान माना जाता ििा िै. ऐसा इसडलए भी क़यो़डक रेसबुक, ट़िीटि ि अऩय सोशल मीडिया के प़लेटराम़व के माध़यम से लोगो़को मतदान के डलए पाट़़ी के प़ड़त जोड़ने का यि प़य़ ोग भाितीय जनता पाट़़ी ने िी शुऱ की थी. उस समय मोदी को गुजिात के डिकास के नाम पि देशभि मे़चच़ाव मे़लाने के डलए पीके औि उनकी टीम को िासी मेिनत किनी पड़ी थी. िालांडक, डबिाि चुनाि के समय पीके औि भाजपा के नेताओ़ के मध़य दूिी आ गयी. इसी के बाद उत़़ि प़़देश मे़ चुनाि लड़ने के डलये मािौल बनाते समय कांग़ेस ने पीके को चुना. पीके ने भी यि डजम़मेदािी स़िीकाि किते िुये कांग़ेस को
बिुमत डदलाने का िादा डकया था. इस बाबत सोशल मीडिया पि िाजनीडतक दलो़के डलए प़च ़ ाि किने का काम किने िाले जमील डिजिी बताते िै,़ 'िि डकसी का अपना डििेक िोता िै. पीके इस क़त़े ़ के मझे िुये डिलाड़ी िै.़ डरि भी उनकी गणनाये़ सरल निी़िो सकी़. इसके डलये मंथन डकया जाना चाडिये.' िालांडक, िि आगे किते िै़डक चुनाि कोई भी िो जनता के मन को सटीक तिीके से टटोलना आसान काम निी़िै. यूपी का चुनाि कुछ ऐसा िी पडिणाम लेकि आया िै. कूछ इसी तज़व पि समाजिादी पाट़़ी की सोशल मीडिया डिंग को भी किािा झटका लगा िै. इस बािे मे़ कोई कुछ भी किने से पििेज कि ििा िै.
मुख्यमंत्ी केशव प््साद मौय्य?
पेज 1 का बाकी इलािबाद डलिेगा. इसी िैली के बाद प़़देश भाजपा अध़यक़़ केशि प़़साद मौय़व का नाम संभाडित मुख़यमंत़ी की िेस मे़ गडत पकड डलया लेडकन गोििपुि पिुच ं ने पि इस िेस मे़ सांसद योगी आडदत़य नाथ का नाम थोडा आगे ििा. उनके सम़वथक इसे लेकि कई जगि मुिि भी ििे. िािाणसी औि उसके आसपास के क़त़े ़ मे़िेल औि संचाि िाज़यमंत़ी मनोज डसऩिा का नाम संभाडित मुखय़ मंत़ी के ऱप मे़उस समय से िै जब उनका नाम प़द़ श े भाजपा अध़यक़़के ऱप मे़डिमश़वमे़आया था. डटकट डितिण मे़ उऩिे़डमले मित़ि औि पूि़ी उत़ि़ प़द़ श े मे़बढत के बाद डरि उनका नाम संभाडित मुखय़ मंत़ी के ऱप मे़शीऱवपि था डक भाजपा के िाष़़ीय अध़यक़़अडमत शाि का जीत की बधाई िाला ट़िीट आ गया. इसमे़शाि ने प़ध़ ानमंत़ी मोदी के साथ प़द़ श े अध़यक़़केशि प़स ़ ाद मौय़वका भी नाम डलया. इसी के साथ यूपी के संभाडित सीएम के ऱप मे़केशि प़स ़ ाद मौय़वका नाम शीऱवपि आ गया िै. इसे स़पष़़ किने के डलए पत़़कािो़ ने भाजपा के िाष़़ीय अध़यक़़से सिाल डकया डक यूपी का अगला सीएम कौन? जिाब मे़शाि ने किा, संसदीय बोि़वकी बैठक 12 माच़वको
िोगी. इस बैठक मे़ तय िोगा डक की डकस िाज़य मे़कौन किेगा नेततृ ि़ . इसे लेकि प़द़ श े भाजपा अध़यक़़केशि प़स ़ ाद मौय़वने भी एक प़़श़न के उत़़ि मे़ किा डक इंतजाि कीडजये. एक अऩय प़श़ ऩ के उत़ि़ मे़शाि ने किा डक गठबंधन मे़ शाडमल दल उत़़ि प़़देश की भाजपा सिकाि मे़शाडमल ििेग़ .े
दोबारा हो् चुनाव: मायावती पेज 1 का बाकी एस़कजट पोल का औसत डनकालने के बाद बीजेपी को डजतनी सीटे़डमलती नजि आ ििी थी़, उससे किीब 100 सीटे़ज़यादा िाडसल िुई िै.़ चुनाि मे़ िैित-अंगज े नतीजे आना कोई नई बात निी़ िै. लेडकन इस चुनाि ने सािे अनुमानो़को बुिी तिि ध़िस़़कि डदया िै. इस चुनाि नतीजे के बाद मायािती अपने डपछले 25 साल के अपने िाजनीडतक कैडियि के सबसे डनचले पायदान पि िै़. बीएसपी को इस चुनाि मे़दो दज़नव सीटे़भी निी़ डमली िै़. बीएसपी 1993 से लगाताि उत़ि़ प़द़ श े डिधानसभा के चुनाि लड़ििी िै औि पिली बाि ऐसा िुआ िै डक पाट़़ी को 50 से कम सीटे़डमली िै.़
कररशंमा नहीं, रसरंफरणनीरत से जीते मोदी पेज 1 का बाकी िाले नेताओ़ को साथ िडा कि डदया .यि सब उनकी जीत की िजि बने. पि समाजिादी तो डतनका-डतनका डबिेि ििे थे. सत़़ा,पैसा औि आड़थवक लूट को लेकि सिकाि लगाताि डघिी तो अंत मे़ सैरई का पडििाििाद भी डिपक़़के डनशाने पि ििा. इस सबके बािजूद समाजिादी डिचाि धािा से जुडे बिुत से नेता ,काय़वक़त़ाव औि बुद़जीिी जो मदद भी किना चािते थे उनसे भी कोई संिाद किने को तैयाि निी़नजि आया. कुछ समाजिादी धािा के काय़वक़त़ाव जो चुनाि मे़ प़़चाि मे़भी जुटे उऩिे़भी डकसी ने गंभीिता से निी़डलया. डरि भी अऩय िाजनैडतक दलो़के काय़वक़त़ाव अपने स़़ि पि काम किते ििे. यिी िाजनैडतक अिंकाि उऩिे़ ले िूबा. कांग़ेस तो इसमे़औि आगे थी. इसी अिंकाि का नतीजा था डक डबिाि के मुख़यमंत़ी नीतीश कुमाि से लेकि बंगाल की मुख़यमंत़ी ममता बनज़़ी को डकसी ने प़़चाि मे़ बुलाने तक की जिमत तक निी़ उठा. इस बािे मे़
केसी त़यागी ने जब िुद रोन डकया तो कांगस ़े के एक डदग़गज नेता ने रोन तक निी़उठाया. समाजिादी पाट़़ी ने एक बाि भी प़़यास निी़ डकया डक इन डदग़गज नेताओ़ की मदद ली जाये. सोशल इंजीडनयडिंग का यि िाल था जो अडत डपछडा बिुल इलाका था ििां अगडा उम़मीदिाि दे डदया. कई ऐसे उम़मीदिािो़का डटकट पाडििाडिक डििाद मे़ कट गया. कौमी एकता दल के साथ तालमेल डसऱफमुख़ताि अंसािी के नाम पि ख़ाडिज कि देना बडी िणनीडतक भूल थी. अडिलेश यादि डसऱफ मुस़सलम -यादि समीकिण के भिोसे डिकास के एजे़िा पि चुनाि लड ििे थे िि भी अिाजनैडतक डकस़म के िाि ऱम के जडिये. जबडक चुनाि मे़अऩय जाडतयो़की भी बडी भूडमका िोती िै. दूसिी जाडतयो़ के बीच यि धािणा बन चुकी िै डक समाजिादी पाट़़ी के सत़़ा मे़आने के बाद गाडजयाबाद से लेकि गाजीपुि तक के थाने मे़ डसऱफ अिीि थानेदाि डनयुकत़ िोता िै. यि स़सथडत कई बडे पदो़पि भी िोती िै. िालांडक अडिलेश यादि
ने समाजिादी पाट़़ी की जातीय छडि को तोडने का प़़यास भी डकया पि िे भी इस धािणा को तोड निी़ पाये. अडिलेश यादि से कभी यि आभास निी़डमला डक िे दडलतो़ औि अडत डपछडी जाडतयो़ के लोगो़ को भी सत़़ा मे़ डिस़सेदािी दे़गे. यि क़यो़ निी़ िो सकता था. आम लोगो़ से संिाद तो उऩिो़ने पिले िी बंद कि डदया था. डसऱफ सडक डबजली औि पानी के जडिये िी चुनाि निी़ जीता जा सकता िै यि उऩिे़सोचना चाडिये. मायािती तो अपना पिंपिागत िोट बै़क भी निी़ सिेज सकी यि औि दुभ़ावग़यपूण़व िै. िालांडक पिले चिण से यि ििा मीडिया के जडिए रैलाई गयी डक बसपा सत़़ा मे़आ ििी िै. डसऱफ इसडलए ताडक मुस़सलम िोटो़ का बंटिािा िो सके औि िि िुआ भी. समाजिादी पाट़़ी इस अरिाि तक का मुकाबला निी़कि सकी औि बिुत सी जगिो़ पि मुस़सलम िोट ठीक से बंटा भी. साफ़ िै िाजनैडतक िणनीडत मे़ मोदी औि शाि की जोडी भािी पडी.
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
तीन सूबोंमेंभाजपा की पैठ
नयी दिल्ली. पांच िाज़यो़मे़डिधानसभा चुनािो़ की पिीक़़ा का शडनिाि को पडिणाम जािी कि डदया गया. इसमे़ भाजपा को यूपी ि उत़तिािंि मे़ बिुमत डमला िै जबडक मडणपुि ि गोिा मे़ उसने बेितिीन प़़दश़वन किते िुये डििोधी दलो़को िासी चुनौती दी िै. ििी़, पंजाब मे़भाजपा को किािा झटका लगा िै. यिां कांग़ेस को प़़चंि बिुमत के साथ जनता ने सिकाि बनाने के डलये मतदान दे डदया िै. बता दे़ डक भाजपा के डलये िऱव 2017 का डिधानसभा चुनाि कारी मायने ििता था. ऐसे मे़ पांच िाज़यो़ मे़ के़द़ सिकाि की उपलब़डधयो़ के साथ चुनाि जीतने की िणनीडत अपनाते िुये भाजपा ने डििोधी िेमे मे़ कारी िलचल पैदा कि दी. इस बीच कांग़ेस को उत़तिािंि मे़किािी डशकस़त का सामना किना पड़ा. पाट़़ी को यिां एक बाि डरि नये डसिे से सोचने िाले पडिणाम िाडसल िुये िै़. स़ियं मुख़यमंत़ी ििीश िाित को भी
सरलता िाडसल िुयी िै. इस बीच बडे िी अप़़त़याडशत पडिणामो़ के तित मडणपुि मे़ सामाडजक काय़वकत़ाव से िाजनेता बनने िाली आयिन लेिी के नाम से जानी जाने िाली़ईिोम शड़मवला को जनता ने 100 िोट भी निी़ डदया. यि पडिणाम कारी डचंताजनक िै क़यो़डक ईिोम के चुनाि लड़ने पि सभी दलो़ को चुनाि पोलिाइज िोने का िि सता ििा था. इसके बाद भी जनता ने उऩिे़स़िीकाि निी़डकया. उधि, आम आदमी पाट़़ी की छडि के डलये जऱिी बन चुके पंजाब डिधानसभा चुनाि के पडिणामो़ने पाट़़ी को डनिाश डकया िै. िालांडक, ‘आप’ ने यिां डशिोमडण अकाली दल औि भाजपा के गठजोड़से िुद को बेिति साडबत डकया िै. उम़मीद की जा ििी थी डक ‘आप’ के डलये यि चुनाि जीतना यिां पि िाि का सामना किना पड़ा िै. कारी जऱिी था क़यो़डक इससे डदल़ली के देश के चाि िाज़यो़ मे़ पाट़़ी को डमली मुख़यमंत़ी अिडिंद केजिीिाल की छडि को सरलता का कािण बताते िुये पाट़़ी से जुडे़ कारी सकािात़मक समथ़वन डमलता. आशा सूत़ बताते िै़ डक नोटबंदी को लेकि डजस भी जताई जा ििी थी डक पंजाब मे़ पांि तिि से डििोधी पाड़टवयो़ ने अपना चुनाि रैलाने के बाद ‘आप’ के नेताओ़ का प़च ़ ाि शुऱडकया था. उससे डसऱफिाजनीडतक मनोबल औि मजबूत िो जायेगा. इस दलो़ को िी झटका लगा था. नोटबंदी के पडिणाम से डमली ऊज़ाव के आधाि पि िि रैसले से लोगो़ मे़ कोई नािाजगी निी़ थी. आगामी मिीनो़ मे़ िोने िाले नगि डनगम ििी़, उज़ज़िला योजना आडद के चलते गिीब चुनाि मे़ िुद को औि बेितिी से पेश कि तबके मे़ के़द़ की भाजपा सिकाि के प़़डत सकेगी. मगि पंजाब मे़टूटे ख़िाब ने अिडिंद लोगो़ मे़ भिोसा बढ़ा िै. उसी के पडिणाम केजिीिाल की छडि को भी नुकसान स़िऱप यि चुनािी पडिणाम आये िै़. पिुंचाया िै. ििी़, िाजनीडतक पंडितो़ का किना िै इस बीच उत़तिािंि के पडिणाम भी डक भाजपा ने इस चुनाि को पूिी तिि से भाजपा के डलये िुडशयां लेकि आये िै़. 70 कम़यूनल कि डदया था. इसी के चलते डिंदओ ु ़ सदस़यीय डिधानसभा मे़ यिां भाजपा को का मतदान बडी संख़या मे़ भाजपा को डमल किीब 57 सीटो़पि सरलता िाडसल िुई. यि गया. िि बाि की तिि इस बाि जातीय गुटो़ ििां की ििीश िाित सिकाि को भी जनता मे़ बंटकि जनता ने मतदान निी़ डकया िै. का एक संदेश िै डक भ़़ष़टाचाि के आिोपो़को यिी कािण िै डक भाजपा को 2017 लेकि िि डकसी भी दल को मार निी़किने डिधानसभा चुनाि मे़ इतनी अप़़त़याडशत िाली िै.
सीएम दलित हो- साक््ी महाराज
नई दिल्ली: उत़ि़ प़द़ श े डिधानसभा चुनाि मे़ प़च ़ि ं बिुमत की ओि बढ़ ििी भाितीय जनता पाट़़ी (भाजपा) के सामने सबसे प़म़ ि ु चुनौती यि िै डक देश के सबसे बड़ेप़द़ श े के मुखय़ मंत़ी के डलए िि डकसके नाम पि मुिि लगाएगी. इसमे़सबसे आगे नाम भाजपा के प़द़ श े अध़यक़़केशि प़स ़ ाद मौय़वका चल ििा िै, उसके बाद िुद केद़ ़ीय गृिमंत़ी िाजनाथ डसंि भी इस दौड़मे़िै.़ ििी़पूिा़च ा़ ल मे़ भाजपा के कद़़ािि नेता औि सांसद योगी आडदत़यनाथ के नाम पि भी चच़ाव चल ििी िै. लेडकन इन सबके बीच भाजपा के सांसद साक़़ी मिािाज ने एक बयान देकि इस मामले मे़ नया पेच ़ लगा डदया िै. उऩिो़ने दडलत या डरि अऩय डपछड़ी जाडत (ओबीसी) के डकसी चेििे को मुखय़ मंत़ी बनाने की बात किी िै. शुरआ ़ ती ऱझानो़ मे़ भाजपा को डमल ििी धमाकेदाि बढ़त के बाद एएनआई से बातचीत के दौिन साक़़ी मिािाज ने किा, 'उत़ि़ प़द़ श े मे़20-22 प़ड़तशत दडलत औि 27 प़ड़तशत अऩय डपछड़ी जाडतयां िै.़ मेिे ख़य़ ाल से भाजपा को चाडिए डक िि दडलत या डरि ओबीसी समुदाय से डकसी को मुखय़ मंत़ी बनाएं'.
साक़़ी मिािाज िुद भी लोढ़ी समुदाय से आते िै़जो डक उत़ि़ प़द़ श े की अऩय डपछड़ी जाडतयो़ मे़ शाडमल िै. िालांडक भाजपा के प़ि़ क़ता अमन डसऩिा ने किा डक उत़ि़ प़द़ श े के मुखय़ मंत़ी पद के उम़मीदिाि का चयन भाजपा संसदीय बोि़व की बैठक मे़ डकया जाएगा. भाजपा पूिी तिि से 15 साल के बाद उत़ि़ प़द़ श े मे़आगामी सिकाि बनाने के डलए तैयाि िै. भाजपा ने आडििी बाि 1996 चुनाि के बाद बसपा के साथ डमलकि उत़ि़ प़द़ श े मे़ सिकाि बनाई थी.
बसपा को मिली करारी हार
लखनऊ (शुकव ् ार). उत़ि़ प़द़ श े मे़इस बाि के डिधानसभा चुनाि मे़ सबसे ज़यादा नुकसान मायािती को िुआ िै. िालांडक मायािती ने पाट़़ी के ििाब प़द़ श़नव पि किा िै डक यि गले से उतिने िाले पडिणाम निी़िै.़ उऩिो़ने ईिीएम मे़ गड़बड़ी की आशंका की बात किी. उऩिो़ने किा डक िि इस मामले मे़चुनाि आयोग मे़डशकायत किेग़ ी औि साथ िी आयोग से ईिीएम मशीनो़की जांच किाने की मांग भी की उऩिो़ने यि भी किा डक ईिीएम के बजाय बैलट से चुनाि िोना चाडिए. उऩिो़ने चुनाि िद़़किाने की मांग भी आयोग से की. िालांडक इसके साथ िी मायािती ने यि भी किा डक भाजपा की जीत लोकतंत़ के डलए बड़ा ितिा िै. भाजपा की तिर से पलटिाि किते िुए पाट़़ी के मिामंत़ी डिजय बिादुि पाठक ने किा, "मायािती को िाि की आशंका थी, पि इतनी बड़ी िाि िोगी, यि िि समझ निी़पा ििी िै.़ आगे भी भाजपा जीतेगी तो मायािती ऐसे िी अपनी िाि का ठीकिा ईिीएम पि िी मढ़गे़ ी." िालांडक, इस बाि के नतीजे बताते िै़डक बसपा के उभाि के बाद से यि संभितया उसकी सबसे किािी िाि िै. बसपा के इस तिि की िाि का डसलडसला 2012 से शुऱिुआ िै औि तब से बदस़ि़ू जािी िै. इस बाि मायािती ने सोशल इंजीडनयडिंग रॉम़ल वू े के तित 100 मुसस़ लम प़त़य़ ाडशयो़ को डटकट डदया था, लेडकन चुनाि पडिणाम बताते िै़डक उनका यि रॉम़ल वू ा निी़चला िै. दिअसल इस बाि उप़़के मतदाताओ़ने डकसी तिि के गठबंधन औि रॉम़ल वू े को स़िीकाि निी़डकया िै. मोदी लिि मे़ये रॉम़ल वू े रेल िो गए िै.़ बसपा की िाि की सबसे बड़ी िजि यि मानी जा ििी िै डक पाट़़ी ने अपने तौि-तिीको़को निी़बदला जबडक इस बीच भाजपा जैसे दलो़ ने पूिी तिि से इमेज
गोवा: भाजपा-कांग्ेस मे् कांटे की टक््र नयी दिल्ली. गोिा मे़ बीजेपी को शडनिाि को तब झटका लगा जब िाज़य के मुखय़ मंत़ी लक़म़ ीकांत पािसेकि की मांद़ेसीट से कांगस ़े उम़मीदिाि दयानंद सोपटे से चुनाि िाि गए. िाज़य की सभी 40 सीटो़ पि आए पडिणाम औि ऱझानो़को देिते िुए सत़़ाधािी पाट़़ी बीजेपी औि डिपक़़ी दल कांगस ़े के बीच कांटे का मुकाबला डदि ििा िै. पािसेकि को सोपटे से सात िजाि से अडधक िोट से िाि का सामना किना पड़ा. अभी तक 15 सीटो़ के पडिणाम घोडरत िुए िै़डजनमे़से बीजेपी को छि, कांग़ेस को चाि, गोिा राििि़व को दो, मिािाष़़िादी गोमांतक पाट़़ी, डनद़वलीय औि िाकांपा को एक एक सीट डमली िै. गोिा के चुनािी मुकाबले मे़ पिली बाि उतिने िाली आप सभी सीटो़पि दोनो़मुख़य प़़डतद़़ंड़दयो़से पीछे चल ििी िै. उप मुखय़ मंत़ी फ़़ाडं सस डिसूजा ने मापुसा सीट पि मिािाष़़िादी गोमांतक पाट़़ी के अपने डनकटतम प़़डतद़़ंद़ी डिनोद रड़के पि 6806 िोट से जीत दज़वकी. गोिा राििि़व उम़मीदिाि डिनोद
पालयेकि ने डशयोली मे़ बीजेपी उम़मीदिाि औि िाज़य के मंत़ी दयानंद मांद़ेकि को ििाया. दो अऩय बीजेपी उम़मीदिाि प़़िीण जयंते औि माइकल लोबो ने भी मायेम औि कलंगुटे सीटो़पि जीत दज़वकी. जयंते ने कांग़ेस के संतोर सािंत को 4974 िोट से, लोबो ने कांग़ेस उम़मीदिाि जोसेर डसक़िडे िया को 4460 िोट से ििाया. कांग़ेस के फ़़ांडसस डसलिेडिया ने से़ट आंद़े सीट पि बीजेपी के िामिाि िाघ को 5070 िोट से ििाया. मिािाष़़िादी गोमांतक पाट़़ी के दीपक पिास़कि ने सािि़़े मे़ बीजेपी के गणेश गािंकि को 1169 िोट से ििाया.
मेकओिि डकया िै. ये नतीजे यि भी बताते िै़डक अब दडलत िोटबैक ़ पि मायािती की पकड़पिले जैसी निी़ ििी. उनका िोटबैक ़ अब दिक गया िै औि उसका नतीजा यि िुआ डक अब उप़़की डसयासत मे़िाडशए पि पिुच ं गई िै.़ िाजनीडत के जानकािो़के मुताडबक, दूसिी बड़ी बात यि भी िै डक दडलत मतदाता अब भाजपा की तिर मुड़गया िै. 2007 मे़सोशल इंजीडनयडिंग रॉम़ल वू े के तित बसपा ने अगड़ी जाडतयो़औि दडलतो़का जातीय गठबंधन बनाकि इडतिास िचा था. लेडकन जानकािो़के मुताडबक, बसपा के डलए यि सब अतीत की बात िो गई िै. डरलिाल उप़़ के नतीजो़ ने मायािती औि बसपा के डसयासी भडिष़य पि सिाल िड़ेकि डदए िै.़ यिी कािण िै डक बसपा की ओि से चुनाि पडिणाम आने के बाद सबसे ज़यादा डििोध दज़व डकया गया. ििी़, अऩय दलो़ से ऐसा कोई आिोप-प़त़यािोप ़ का दौि निी़शुऱ िुआ.
नतीजे आते ही फाड्ी गयी् फाइले्
लखनऊ (शुक्वार). बीजेपी के प़़चंि बिुमत से सािे अडधकािी ििे िुए िै़. अडिलेश सिकाि मे़िास ििे अडधकाडियो़ मे़ भय बैठ गया िै, इसके साथ िी सडचिालय मे़ अडधकािी औि बाबुओ़ के िाथ पांि रूल गए िै़. राइलो़ को राड़कि रेक ़ ा जा ििा िै. सडचिालय के बािि बोिे मे़ भि भिकि राइले़ रे़की गई िै़. ििी़, डिधानसभा के बािि भी िड़़दयो़का ढेि लगा िुआ िै. बता दे़डक बीजेपी की ओि से सपा सिकाि मे़ जमकि धांधली डकए जाने के आिोप लगाए गए थे. यिी देिते िुए अडधकािी ििे िुए िै.़ ििी़, आिोप ये भी लगे िै़डक आईपीएस औि आईएएस अडधकाडियो़ ने अपनी जमकि मनमानी की िै. सभी मानकि चल ििे िै़ डक बीजेपी की सिकाि आते िी सब पि नकेल कसी जाएगी. इस बीच बिुमत पाने के बाद भाितीय जनता पाट़़ी के प़़देश अध़यक़़ केशि प़़साद मौय़व ने एक प़़ेस कांफे़स मे़ किा डक िाजय सिकाि का गठन िोने के बाद इस संदभ़व कदम उठाया जायेगा. िि डिभाग के राइलो़ की गिन जांच की जायेगी ताडक डपछली सिकाि मे़िुये भ़ष़टाचाि ़ को जनता के सामने लाया जा सके. केशि प़़साद के इस बयान के बाद अडधकाडियो़ मे़ िड़कंप मच गया. कुछ देि के बाद िी सराई के नाम पि यूपी सडचिालय के बािि राड़ी गयी़राइलो़का ढेि लगने लगा.
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
जलसमारध सतंयागंंह: कब रमलेगा नंयाय
संजय कुमार
पटना. डबिाि के गोपालगंज मे़ गंिक डदयािा संघऱवसडमडत की ओि से 17 फ़िििी से जलसमाडध सत़याग़़ि आंदोलन जािी िै. इस आंदोलन मे़ बड़ी संख़या मे़ ग़़ामीण शाडमल िै़. ग़़ामीण, पड़ोसी िाज़य उत़़ि प़़देश के अडििौली दान से मंगलपुि मिासेतु तक गाइि बांध बनाने औि पायलट चैनल डनम़ाण व की मांग कि ििे िै़. मिासेतु तक गाइि बांध बनाने औि पायलट चैनल डनम़ावण मांग को लेकि सत़याग़़िी, काला मडटिडनया गांि के पास गंिक नदी के पानी मे़ िड़े िै़. पानी मे़ लगाताि ििने के कािण सत़याग़़डियो़ की िालात डबगड़ने भी लगी िै. लेडकन प़़शासन की ओि से इनकी मांगो़पि ध़यान निी़डदया जा ििा िै औि न िी़सत़याग़ड़ियो़की सुडध ली जा ििी िै डजससे ग़़ामीणो़का आि़़ोश बढ़ता िी जा ििा िै. संघऱवसडमडत के संयोजक अडनल कुमाि मांझी का किना िै डक ग़़ामीणो़की यि गंभीि समस़या िै. इसका डनदान न िोने के कािण बिुत बड़ी ग़़ामीण आबादी को कडठनाइयो़का सामना किना पड़ ििा िै. ग़़ामीणो़ ने इससे पूि़व अपनी मांगो़ के समथ़वन मे़ धिनाप़़दश़वन, पदयात़़ा, डभक़़ाटन, उपिास,
पेप्िी-कोक के बाद अब रकिका रििोध
चेननई. ् तडमलनािु के व़यापाडियो़ने पेपसी ़ औि कोका-कोला को न बेचने का डनण़यव डलया िै. इसकी जगि िे अब देशी ठंिा पेय पदाथ़़ो़को िी बेचगे़ .े िालांडक, इस बीच यि भी चच़ाव जोि पकड़ने लगी िै डक देशभक़डत के नाम पि अब अगला कौन सी चीज की डबि़़ी बंद की जायेगी. जल संचयन की समस़या को झेल ििे तडमलनािु मे़ पेपसी ़ औि कोक को पाबंद किना इसडलए भी ज़यादा जऱिी िो गया था क़यो़डक यिां भूजल की समस़या भी गििाती जा ििी िै. िालांडक, इसके साथ िी यडद व़यापाडियो़ ने पान-मसाला, डसगिेट, बीड़ी आडद को भी बेचना बंद कि डदया िोता तो लोगो़ की सेित की सुिक़़ा औि बेिति िो जाती. इस बीच मे़अब ऐसा बोला जा ििा िै डक जल़द िी यिां के व़यापािी डिदेशी कोल़ि ड़़िकं स़ की तज़वपि िी डपज़जा, केएरसी, मैकिोनाल़ ़ ि आडद को भी पाबंद कि सकते िै.़ ििी़, इस सूची मे़रुटपाथ पि अपना बाजाि बना चुके चायनीज िाद़़पदाथ़़ो़को भी बैन डकया जा सकता िै क़यो़डक इन सभी चीजो़से लोगो़के स़िास़थ़य पि बुिा असि पड़ििा िै. बता दे़डक अथ़श व ास़त़़के जानकाि किते िै़ डक भाित मे़ इस तिि की पाबंडदयो़ से डिदेशी डनिेश को गििा झटका लग सकता िै. इससे देश की तिक़की को कारी घात पिुच ं सकता िै. स़िदेशी चीजो़ को बढ़ािा देना अच़छी बात िै मगि इस तिि से बाजाि मे़ प़ड़तबंध लगाने का डनण़यव कत़तई ठीक निी़िै. यिां के व़यापाडियो़को यि सोचना चाडिये डक यडद डिदेशो़ने िमे़पृथक कि डदया तो देश का डिकास कैसे िोगा?
आमिण अनशन जैसे अनेक काय़वि़म चलाया लेडकन डजला प़़शासन की नी़द निी़ िुली. डििश िोकि जल समाडध सत़याग़़ि का सिािा लेना पड़ा िै. गोपालगंज गंिक डदयािा संघऱव सडमडत के लोगो़के साथ अब आधी आबादी भी जल समाडध सत़याग़़ि मे़ उति गई िै. सडमडत के लोगो़ के साथ िे पग-पग िड़ी िै. आधी आबादी के सत़याग़़ि मे़ शाडमल िोते िी आंदोलन तेज िो गई. जल समाडध सत़याग़़ि मे़ उतिी नंदिानी देिी, कलािती देिी,
मंतुडिया देिी, गीता देिी, सिली, ज़़ांती देिी, पूनम, िामिती, सडिता, िीता देिी आडद मडिलाये़ किती िै इस बाि सिकाि को िमािी मांग पि ध़यान देना िी िोगा. सडमडत के लोगो़ ने मांग निी़ पूिी िोने तक इस आंदोलन को जािी ििने की घोरणा की िै. गंिक नदी के बाढ़ कटाि से डदयािािाडसयो़ को बचाने के डलए गंिक डदयािा संघऱव सडमडत ने डपछले कई िऱ़ो़ से धिना, प़़दश़वन, पदयात़़ा, साइडकल यात़़ा, डभक़़ाटन, उपिास काय़वि़म, आमिण
अनशन, आत़मदाि काय़वि़म, कटाि िोधी काय़वबाढ़बचाि काय़व, नदी की धािा घुमाने का प़य़ ास डकया, पिंतु कोई रायदा निी़िुआ िै. इसके बाद सडमडत के लोगो़ ने डजला प़़शासन से लगाताि मुख़यमंत़ी से भी गुिाि लगाई. इसके बाद भी इस डदशा मे़कोई ठोस कदम निी़उठाया गया. िि िऱवगंिक नदी के कटाि मे़एक के बाद एक कई गांि, टोला ि कस़बो़ के साथ उपजाऊ भूडम ि धिोिि को डिलीन िो जाता िै, डजससे सडमडत के लोगो़, डदयािािाडसयो़ के सब़़का बांध टूट गया. इसके बाद सभी ने एक साथ जल समाडध सत़याग़़ि आंदोलन छेड़डदया िै. अब तो सबने ठान डलया िै डक जब तक इस डदशा मे़ कोई ठोस कदम निी़ उठाया जाता तब तक यि आंदोलन जािी ििेगा. सैकड़ो़ की संख़या मे़ डदयािािासी, डिस़थाडपत ि अऩय ग़़ामीण इस आंदोलन मे़ शाडमल िै. िालांडक, आंदोलन मे़ स़थल पि शांडत बनाये ििने के डलए डजला प़़शासन ने एक मडजस़ट़ेट डक तैनाती डक िै ताडक डकसी प़़काि समस़या न िो. अब देिना यि िोगा डक गंिक नदी मे़ िूबे, पैि रुला ििे आंदोलनकाडियो़का अनशन ित़म किाने के डलए सिकाि की नी़द कब िुलती िै औि इनकी मांगे कब पूिी िोती िै.
शराबबंदी के बाद होली बनी चुनौती
तगरधारी लाल जोशी
पटना. डबिाि पिली दरा बगैि शिाब के िोली का त़यौिाि मनाने जा ििा िै. शिाब िी निी़ बस़लक सिकािी तौि पि नशा मुक़त डबिाि. िैसे नशा के बगैि िोली के त़यौिाि की उमंग मनाने का डबिाि आदी निी़ िै. गैिकानूनी तौि पि शिाब की िेप पिुंच ििी िै. जब़त भी कारी तादाद मे़ की जा ििी िै. बािजूद इसके डचंता इस बात की सता ििी डक किी़ जििीली शिाब पीकि कोई बडा िादसा न िो जाए. इस बीच पुडलस अरसिो़ के डलए यि डचंता का डिरय िै डक डजस भी थाना क़़ेत़ मे़ शिाब पीने या िुड़दंग की िािदात िोगी उस थाने के थानेदाि नपे़गे क़यो़डक शिाबबंदी के बाद शिाब पीने के मामले उजागि िोने का अथ़विोगा डक उक़त ‘िोम डिडलििी’ थानेदािो़से िी डमलकि िो ििी िै. दिअसल, भागलपुि के लोगो़को िोली आते िी अजीब सी डसििन िोने लगती िै. इऩिे़ 1987 की िोली याद िै. उस साल जििीली शिाब बैगपाइपि की बोतलो़ मे़ भिकि बेची़ गई थी. कैलाश प़़साद शम़ाव ि जनाद़वन यादि बताते िै़, ‘उस साल िोली पि शिाब बेचने की मनािी थी. बािजूद लोगो़ ने बेची़ औि छक कि पी. बैगपाइपि की बोतलो़मे़मौत बेची गई थी. दो दज़वन से ज़यादा मौते़िुई थी़औि जो बच गए थे उनकी आंिो़ की िोशनी चली गई थी. डकसी की एक आंि औि जुबान बेकाि िुई थी. प़़शासन ने शिाब बेचने की सख़त मनािी तो की थी. मगि सख़त कदम उठाने मे़कोतािी बिती थी. अबकी बात कुछ अलग िै. बीती पिली अप़़ैल से सूबे मे़ पूण़व शिाबबंदी िै. मगि बेचने, पकडे जाने, जब़त िोने की िबिे़
के साथ डमल मनाने की कोडशश किते िै़. माल पुआ के साथ िंगीन डमजाज के बगैि तो िोली रीकी िै. बीते साल तक तो बंदी मे़ पिले िी पीनेिाले इंतजाम कि लेते थे. अब तो बेचने औि पीने दोनो़पि सख़त मनािी िै. िाल िी मे़डबिाि के मुजफ़रिपुि, गया, पूडण ़ यव ा, भागलपुि, लिीसिाय, पटना बगैिि डिलो़ से किोडो़ ऱपए की शिाब बिामदगी पुडलस औि आबकािी मिकमा ने की िै. पूड़णवया मे़ तो िाजद की मडिला नेत़ी की आल़टो काि से 19 बोतल डिदेशी शिाब पुडलस ने पकडी गयी िै. काि मे़ िि भी मौजूद थी़. पुडलस ने डगिफ़ताि कि डलया. सडक िास़़े औि ट़े़नो़ से बडी तादाद मे़ तस़किी िो ििी िै. ट़़ेने़तो मयिाना एक़सप़़ेस बनी िै़. पीने के शौकीन झाििंि डबिाि की सीमा से सटे सािेबगंज, उधि देिघि, िासुकीनाथ शिि जाकि छककि पी ििे िै़. पुडलस भी चोि उचके़के बजाए डपयक़़डो़ को पकडने मे़ ज़यादा डदलचस़पी ििती िै. कािण, मोटी कमाई का बडढया जडिया िै. इस बीच ऐसी भी िबिे़िै़डक पुडलस से िाथ डमला चुके शिाब तस़कि रोन से िोम डिडलििी कि ििे िै़. इस काम िासकि नाबाडलग लडको़ को लगाया गया िै. िोली पि ितिा ज़यादा िै. अक़सि देिा िालांडक, भागलपुि के िीएम आदश़वडततमािे गया िै डक िोली के डदन शिाब पीने का औि एसएसपी मनोज कुमाि डबिाि झाििंि चलन बढ़ता जा ििा िै. ऐसे मे़ पुडलस की सीमा पि ख़ास सख़ती औि डनगिानी की बात डचंता बढ़ गयी िै. इसी िजि से डबिाि की बोलते िै.़ डबिाि के पुडलस मिाडनदेशक पीके बािात मे़ अब िो िुड़दंग पिले जैसा निी़ ठाकुि ने भी इस बाबत जऱिी डिदायत दी िै. ििा. जो थोडे सक़़म िै़ िे बगल के िाज़य तेज ति़ािव पुडलस िालो़को लगाया िै. लेडकन झाििंि के देिघि या िासुकीनाथ धाम मे़ िोली सामने देि सुशासन बाबू के भी िोश जाकि शादी किना पसंद किते िै़. इससे उडे िै़. डबिाि मे़ पूण़व नशाबंदी का नगाडा बािाती भी िुश ििते िै.़ मगि िोली त़यौिाि िोली सिी तिीके से गुजि जाने के बाद िी तो लोग घि मे़िी अपने पडििाि, याि दोस़़ो़ जोि से बजेगा. यि तय िै.
किीबन िोजाना डमल ििी िै. िालात यि िै डक भागलपुि िेलिे पुडलस थाना मे़ जब़त शिाब ििने की जगि की डकल़लत िो गई िै. अदालत की इजाजत से मडजस़ट़ेट की डनगिानी मे़ बोतलो़ की सील तोड शिाब नाडलयो़ मे़ बिाई गई. डबिाि के दूसिे थानो़ की भी िालात कमोबेश ऐसे िी िै. डरि भी गोपालगंज मे़ शिाब पीने से मौते़ िुई़. यि अचिज की बात िै.
मरहलाओ्को रमला भूरम अरधकाि
बड्वानी. नम़वदा बचाओ आंदोलन की सत़याग़़िी मडिलाओ़ को इस िऱव अंतििाष़़ीय मडिला डदिस पि बडी सरलता डमली. इसके तित आंदोलन मे़ संयुक़त िातेदाि की भूडम अगि प़़भाडित िो ििी िो, तो ‘पािती‘ पि डजस का भी नाम िै, उसमे़मडिला िो तो उसे भी स़ितंत़भूडम का (दो िेक़टेयि तक ) अडधकाि प़़दान डकया गया िै. िातेदाि के ियस़क पुत़ के साथ अडििाडित ियस़क पुत़ी का अडधकाि भी समान दज़़े का माना गया िै. उनको भूडम औि घि के डलए भूिंि पाने का मंजूि डकया गया िै. नम़वदा घाटी डिकास प़़ाडधकिण ने कई पडििािो़ की डिधिा माताये िातेदाि िोते िुए भी उऩिे़‘आड़़शत‘ बताकि, उनका दो िेक़टेयि भूडम का अडधकाि नामंजूि डकया था. डशकायत डनिािण प़़ाडधकिण पूण़व कानूनी दायिे की छानबीन के साथ उनका िक मंजिू डकया तो न.घा.डि.प़़ा. ने इंदौि उच़़ ऩयायालय मे़ याडचका दाडिल की. अब िोज सैकिो लोग, युिा काय़वकत़ावओ़ की मदद से पुनि़ावस के संपूण़व लाभ लेने के डलए अपने आिेदन पेश कि ििे िै़. डशकयातो़ के मुताडबक स़पष़़िै डक नम़वदा ड़़टब़यूनल के रैसले अनुसाि बिुतांश सािी बसािटो़मे़संख़या ि गुणित़़ा के साथ नागिी सुडिधा उपलब़ध निी़िै. बसािटो़पि मूल गांि के िि साि़वजडनक, सामाडजक, धाड़मवक के़ऩद़स़थालांतडित िोने िै़. उल़लेिनीय िै डक गुजिात के डिस़थाडपत आडदिाडसयो़ को भी आज तक ि़़डमक अनशन जािी ििना पिा िै़. ििां बसाये कई पडििािो़ को पानी की सुडिधा तक निी़डमली.
‘आप’ के 27 उमंमीदवारों की जमानत जबंत नयी दिल्ली (शुकव ् ार). पंजाब चुनाि के नतीजे आम आदमी पाट़़ी के डलये मंथन का सबब बन चुका िै. पाट़़ी के मंसबू ो़पि यिां के नतीजो़ने पानी रेि डदया िै. आलम यि िै डक पंजाब के 27 डिधानसभा सीटो़पि ‘आप’ के उम़मीदिाि अपनी जमानत तक निी़बचा सके िै.़ डनि़ावचन आयोग की आडधकाडिक िेबसाइट के मुताडबक, अबोिि, अजनाला, अमृतसि सै़ट़ल, अमृतसि ईस़ट, अमृतसि नॉथ़व, भोआ, दसूिा, िेिा बाबा नानक, दीनानगि, रतेिगढ चूड़डयां, राडजल़का, जालंधि सै़ट़ल, डरिोजपुि डसटी, जालंधि नॉथ़व, जालंधि िेस़ट, गुिदासपुि, गुऱ ििसिाए, िेमकिन, मजीठा, लम़बी, मलेिकोटला, मुकेडियाँ, पठानकोट, पट़़ी, काडदयां, िाजासांसी तथा सुजानपुि सीट पि पाट़़ी को किािी िाि का सामना किना पड़ा िै. इन सीटो़पि ‘आप’ के उम़मीदिाि अपनी जमानत तक निी़ बचा सके िै़. इस बीच ‘आप’ की ओि से डकसी भी िडिष़ठ नेता ने िाि के कािणो़पि कोई प़स ़े िात़ाव निी़की िै. इस सूबे के चुनाि पडिणाम डदल़ली के मुखयमं ़ त़ी अिडिंद केजिीिाल के डलये मंथन ि डचंतन का सबब बन चुका िै. उऩिे़ इस चुनाि पडिणाम के डलये मंथन किना िोगा.
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फ्जल इमाम मल्ललक
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
कम नहींहुई अनुराग ठाकुर की परेशानी
जपा सांसद औि भाितीय ड़़िकेट कंट़ोल बोि़वकी पिेशानी कम िोने का नाम निी़ ले ििी िै. कभी देश की सबसे अमीि िेल संस़था बीसीसीआई के प़़मुि ििे अनुिाग ठाकुि सुप़ीम कोट़व मे़ गलत िलरनामा देने की िजि से ठाकुि मुस़शकल मे़ िै़. लोढ़ा सडमडत की डसराडिशो़ को लागू किने के अदालत के आदेश की अनदेिी तो उऩिो़ने की िी थी, गलत िलरनामा भी पेश डकया था, डजसका संज़ान सुप़ीम कोट़व ने डलया था. अदालत ने पिले उऩिे़अपने ओिदे से िटाया औि अब उन पि झूठा िलरनामा देने की िजि से अदालत की तलिाि लटक ििी िै. िालांडक, िे छि माच़वको अदालत मे़ पेश िुए औि डरि से डबना शत़व मारी मांगी लेडकन सुप़ीम कोट़वने उनकी एक भी दलील डरलिाल निी़ सुनी िै. 17 अप़़ैल को इस मामले मे़ अगल सुनिाई िोगी. ठाकुि के डलए िाित की बात यि िै डक अदालत ने उऩिे़पेशी से छूट दे दी िै. ठाकुि ने िलरनामा दाडिल कि किा था डक अगि सुप़ीम कोट़व को लगता िै डक उऩिो़ने कोट़व के आदेशो़ को लागू किने मे़ कोतािी की िै तो िो डबना शत़व मारी मांगी मांगते िै़. सुप़ीम कोट़व के आदेशो़ को लागू निी़किने का कभी उनका उद़़ेश़य निी़ििा. िे कम उम़़ मे़ िी जन सिोकािो़ से जुड़ गए थे औि तीन बाि से संसद लोकसभा के सदस़य ििे िै़. उनके मन मे़सुप़ीम कोट़वको लेकि कारी सम़मान िै. उऩिो़ने न तो कोई झूठा िलरनामा दाडिल डकया औि न िी िे डकसी तिि से कोट़वके आदेशो़मे़दिल देना चािते थे. उऩिो़ने आईसीसी अध़यक़़शशांक
मनोिि से दुबई मे़ इस मुद़े पि डसऱफ उनका पक़़ पूछा था क़यो़डक बीसीसीआई का अध़यक़़ ििते िक़त उनकी यिी िाय थी. सुप़ीम कोट़व मे़ िलरनामा दाडिल किने से पिले 2015 मे़केपटाउन मे़शशांक मनोिि ने िुद जिाब का ि़़ाफ़ट किाया था औि किा था डक इस जिाब मे़कोई डदक़़त निी़िै. दिअसल दो जनििी को लोढ़ा सडमडत की डसराडिशो़ को लागू किने को लेकि अड़डयल ऱि अपनाए बीसीसीआई के डिलार तीिे तेिि अपनाते िुए कोट़व ने ठाकुि को पद से िटाने के साथ साथ कािण बताओ नोडटस भी जािी डकया था उनसे पूछा था डक उनके डिलार अदालत की अिमानना का मामला क़यो़न चलाया जाए. सुप़ीम कोट़व ने किा था डक अगि आिोप साडबत िुए तो ठाकुि को जेल भी जाना पड सकता िै. अनुिाग ठाकुि पि आिोप था डक उऩिो़ने
खेल डायरी
एअर इंदिया ने रोशनआरा कप जीता
िणजी डिलािी मनडिंदि डबसला की शानदाि बल़लेबाजी (91 िन) औि कुंज शम़ाव की घातक गेद़ बाजी (5/31) की बदौलत एअि इंडिया ने ििी डसंि अकादमी को 67 िनो़से ििा कि िोशनआिा कप टी ट़िे़टी ड़़िकेट टूऩावमे़ट का डख़ताब जीत डलया. पिले िेलते िुए एअि इंडिया ने डनध़ावडित 20 ओिि मे़203 िनो़का डिशाल स़कोि बनाया. मनडिंदि डबसला ने पांच चौके औि पांच छके़ की मदद से 91 िनो़ की पािी िेली. ििी डसंि अकादमी की तिर अंडकत िबास ने 30 िन दे कि दो डिकेट चटकाए. लक़़य का पीछा किते िुए ििी डसंि अकादमी की टीम 19.5 ओिि मे़136 िन पि िी ढेि िो गई. योगेश नागि ने 30 औि अंडकत िबास ने 29 िन बनाए. िोशनािा क़लब के सडचि िाजन मनचंदा ने िलडीयो को पुिस़कृत डकया डिजेता टीम को दो औि उपडिजेता टीम को एक लाि ऱपए का पुिस़काि डमला.
आईसीसी के अध़यक़़ शशांक मनोिि को ठाकुि ने इस आिोप से इनकाि डकया था. दूसिी तिर बीसीसीआई सुधाि के डलए किा था डक आईसीसी एक पत़़ जािी किे़ डजसमे़यि डलिा िो डक अगि लोढा सडमडत लोढा सडमडत की कुछ डसराडिशो़ को अपनाने को लेकि अड़डयल ऱि अपनाए िुए था. ़ अडधकाडियो़ की उम़़,काय़वकाल, ठाकुर ने हलफनामा दाखिल एक इनमे िाज़य एक िोट जैसी डसराडिशे़शाडमल कर कहा था खक अगर िै़. तब कोट़व ने एक अिम रैसले मे़ बीसीसीआई अध़यक़़अनुिाग ठाकुि ि सडचि सुप्ीम कोर्टको लगता है खक अजय डशक़़े को उनके पद से िटाने का उन्हो्ने कोर्टके आदेशो्को रैसला डदया था औि चाि प़़शासक डनयुक़त लागू करने मे्कोताही की है डकए थे. चीर जस़सटस टीएस ठाकुि की अध़यक़़ता िाली बे़च ने अपने रैसले मे़ तो वो खिना शत्टमाफी मांगी अनु िाग ठाकुि से पूछा था डक आडिि उनके मांगते है्. डिलार काि़विाई क़यो़ न की जाए. सुप़ीम कोट़वके ििैये से ठाकुि की मसुबीत बढ़गई को बीसीसीआई मे़ दिल की इजाजत दी िै. अदालती आदेश से डजत तिि जाती िै तो इससे बोि़व के काम मे़ सिकािी बीसीसीआई ने डिलिाड़ डकया था इससे दिलअंदाजी माना जाएगा औि बीसीसीआई सुप़ीम कोट़व बेिद नािाज िै औि इसी िजि की सदस़यता िद़़ भी िो सकती िै. िालांडक से ठाकुि की कोई भी दलील िि सुनने को
अली और मुस्फा बने रै्दपयन
िाष़़ीय चै़डपयन असगि अली औि उनके सियोगी मोिम़मद मुसर ़ ा ने गुरि़ ाि को डबस़िा बांगल ़ ा जेके टायि डिमालयन ि़़ाइि राइि िैली का डिताब जीत डलया। भाित के टीएसिी डकंग असगि ने पूिे पांच डदन तक अपना दबदबा बिकिाि ििते िुए लगाताि दूसिी बाि ट़़ॉरी पि कब़जा डकया. इस दौिान अली औि मुस़रा की जोड़ी ने 15 टीमो़ को पछाड़ते िुए िाष़़ीय िग़व का डिताब जीता. ये जोड़ी पिाड़ी औि जंगली िास़़ो़ के साथ िी तमाम बाधाओ़को पाि कि डिजेता बनी. दीप दत़़ा औि प़़काश मुत़थुस़िामी की जोड़ी दूसिे औि आशीर बुडधया औि अडिंदम घोर की जोड़ी तीसिे स़थान पि ििी़। िैली अपने पांचिे़ औि अंडतम चिण मे़ नेपाल के िेली से शुऱ िुई औि िापस अपने स़थान डसलीगुड़ी पिुंची. जिां पि डिजेताओ़ को सम़माडनत डकया गया. ये भाित की एक मात़़तीन देशो़की (टाइम, स़पीि औि डिस़टे़स) िैली िै. डबस़िा बांग़ला जेके टायि डिमालयन ि़़ाइि राइि िैली ने बुधिाि को नेपाल मे़ प़़िेश किने के साथ िी नया इडतिास िचा था. ये िैली तीन देशो़मे़प़ि़ श े किने िाली भाित की पिली टीएसिी िैली बनी थी. इस दौिान िैली ने 1200 डकलोमीटि की दूिी तय की औि ये भाित के अलािा भूटान, नेपाल से िोकि गुजिी.
मोडित अिलाित ने डतििा शतक जमाया था. डशिम डसंि ने 71 गे़दो़का सामना किते िुए 210 िनो़की पािी िेली. िालांडक, डजस मैदान पि मोडित ने ये पािी िेली थी उसकी बाउंि़ी डसऱफ25 गज की थी. लेडकन डशिम ने यि कािनामा िि पूिी लंबाई का मैदान था औि उसकी बाउंि़ी 65 गज की थी. डशिम डसंि ने 19 रिििी को जेबी स़पोट़सव़डमक़स कॉिपोिेट ड़़िकेट टूना़मव टे़ मे़ डदल़ली के एक स़थानीय क़लब गेमस़टाि िॉकेट़स की टी-20 द््िकेट मंे दशवम का िोहरा शतक ओि से िेली थी. यूनाईटेि इलेिन के डिलार िेलते अब डदल़ली के बल़लेबाज डशिम डसंि ने ने टी20 मे़ िुए डशिम डसंि ने अपनी पािी मे़ 18 चौके औि 19 दोििा शतक जड़ने का कािनामा डकया िै. इससे पिले छके़जड़े. उऩिो़ने 295 की स़ट़ाइक िेट से िन बनाए.
तैयाि निी़िै. दूसिी तिर, प़़शासको़ की सडमडत (सीओए) ने सुप़ीम कोट़व के डनद़़ेशो़ के अनुसाि अपनी पिली स़सथडत डिपोट़व तैयाि कि ली िै डजसमे़ उसने स़पष़़ तौि पि डजि़़डकया िै डक पिली समयसीमा के अंतग़तव डदये गये 11 सुधािो़मे़दस का पालन निी़ डकया गया िै. डसऱफ एक सुधाि डजसे स़िीकाि डकया गया िि ‘डदव़यांग ड़़िकेटिो़के डलए पुड़सका’ था डजसे बीसीसीआई ने जािी डकया था औि िि पिली समयसीमा मे़ आठिे़ नंबि पि था. सुप़ीम कोट़व के रैसले के अनुसाि समयसीमा के दो सेट डदए गए थे औि सीओए ने पाया डक िाज़य संघो़ने इनमे़ से डकसी का भी पालन निी़ डकया. सीओए डिपोट़व मे़ किा गया िै डक नौ अगस़़ 2016 को पिली समयसीमा मे़डदए गए 11 डबंदुओ़ का पालन निी़डकया. इसे 30 डसतंबि 2016 तक पूिा डकया जाना चाडिए था.
ओवरेरोव ने जीता दिताब
जम़वनी के डदडमत़़ीज ओिचेिोि ने िेढ लाि िॉलि के आईटीटीएर िल़ि़व टूि इंडिया ओपन टेबल टेडनस टूऩावमे़ट के पुऱर डसंगल़स के राइनल मे़ युिा डिलाड़ी जापान के 13 साल के तोमोकाजू िािीमोतो को ििाकि डिताब अपने नाम डकया. टाप सीि औि डिश़़के नंबि पांच ओिचेिोि को इस डिताबी जीत से 18 िजाि िालि की पुिस़काि डमला. डपछले तीन ओलंडपक िेलो़ मे़ अपने देश के डलये पदक जीतने िाले ओिचेिोि ने भले िी यि डिताब अपने नाम कि डलया िो लेडकन उनके 13 िऱ़ीय प़़डतद़़ंद़ी िािीमोतो ने डपछले मैच की तिि इस मैच का आकऱवण भी चुिा डलया. िािीमोतो ने सेमीराइनल मे़ भाित के शीऱव डिलाड़ी अचंत शित कमल को 4-2 से ििाकि राइनल मे़जगि बनाई थी। ओिचेिोि ने डिताबी मुकाबले मे़अपने समग़़अनुभि का इस़़ेमाल किते िुये िािीमोतो को एकतिरा अंदाज मे़4-0 से डशकस़़दी. उऩिो़ने िािीमोतो को 11-6,118,11-4,14-12 से ििाया. मडिला डसंगल़स मे़ साकुिा मोिी ने राइनल मे़ स़िीिन की माडतल़दा इक़िोल़म को कड़ेसंघऱवमे़4-3 से ििाकि डिताब अपने नाम डकया। 37 िी़िैड़कंग की मोिी ने माडतल़दा को 7-11,11-5,118,12-10,6-11,8-11,11-6 से डशकस़़ दी. यि 34 िऱ़ीय मोिी का पिला िल़िव़टूि डिताब िै. मोिी ने इससे पिले अपनी िंगिी की जोड़ीदाि डजयोड़जनव ा पोटा के साथ डमलकि मडिला युगल के राइनल मे़ शीऱव ििीय िांगकांग की िोई केम िू तथा िो डचंग ली की जोड़ी को ििाकि डिताब अपने नाम डकया था.
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पय्ाावरण
10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
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सूख रही रवरदशा की जीवनरेखा
कृष्ण गोपाल 'व्यास’
म
ध़य प़़देश की िाजधानी भोपाल से सटे सीिोि, अशोकनगि, िायसेन, गुना, िाजगढ़औि डिडदशा डजले मे़बिने िाली 32 नडदयो़ मे़ से केिल पांच नडदयो़ मे़ थोड़ाबिुत प़़िाि बचा िै. िायसेन औि डिडदशा डजले की जीिनिेिा किी जाने िाली बाििमासी बेतिा नदी माच़वके पिले सप़ताि मे़िी अपने मायके मे़सूि गई िै. यि पिला मौका िै जब औसत (109 डमलीमीटि) से अडधक (139 डमलीमीटि) पानी बिसने के बाद भी, गम़़ी के मौसम के दस़़क देने के पिले भाित के मध़य क़़ेत़ मे़ बिने िाली, गंगा नदी कछाि की इतनी सािी नडदयो़ को जल अभाि का सामना किना पड़ििा िै. यि संकेत अच़छा निी़िै. बेतिा नदी की देशव़यापी पिचान प़़स़ाडित केनबेतिा डलंक योजना के कािण िै. लगभग 590 डकलोमीटि लंबी इस नदी का उद़़म मध़य प़़देश के िायसेन डजले के डझिी ग़़ाम से िै. बेतिा का उसके प़़ािस़मभक माग़व मे़ िी माच़वके पिले सप़ताि मे़सूिना, आने िाले डदनो़ की िकीकत का संकेत िै. इसके अलािा पाि़वती-कालीडसंध-चम़बल नदी जोड़ योजना की पाि़वती नदी सीिोि, गुना, िाजगढ़डजलो़मे़सूिने के कगाि पि िै. ििी िाल कालीडसंध नदी का िै जो िाजगढ़औि डिडदशा मे़अपना प़़िाि िो ििी िै.
उपय़वुक़त संकेतो़ की िकीकत को समझने के डलये भाित के मध़य क़़ेत़मे़स़सथत पिाड़ी नदी तंत़ औि इलाके की कुछ बुडनयादी बाते़ जानना बेिति िोगा. इसके डलये उदाििण के बतौि अगले डिस़से मे़ बिुचड़चतव बेतिा से जुड़ी कुछ बुडनयादी बातो़ को समझने का प़़यास डकया जा ििा िै. बेतिा औि उसकी सिायक नडदयो़ का उद़़म डिंध़याचल पि़वत की पिाड़डयो़ से िै. उनके उद़म़ का प़़ािस़मभक भाग पिाड़ी िै औि कठोि बलुआ पत़थि से बना िै. नडदयां जैसेजैसे आगे बढ़ती िै़, जमीन का ढाल घटता िै. बलुआ पत़थि का स़थान, बेसाल़ट की काली चट़़ाने़ ग़़िण किती िै़. बेसाल़ट के साथ िी काली डमट़़ी शुऱिोती िै. इन सभी चट़़ानो़ मे़ भूजल को सिेजने िाले पित (एक़िीरि) की मोटाई सामाऩयतः बिुत िी कम िोती िै. उसकी पानी उपलब़ध किाने की ताकत भी कम िोती िै. िि पित मोटाई के कम िोने के कािण, बिसात के डदनो़ मे़ बिुत जल़दी भि जाती िै औि सीमा से अडधक पानी डनकालने की स़सथडत मे़ बिुत जल़दी िीत भी जाती िै. इस िकीकत के बािजूद कुछ साल पिले तक बेतिा औि उसकी सिायक नडदयो़ मे़ सालभि पय़ावप़त पानी बिता था. प़़िाि की डनिंतिता ने भ़़म पैदा डकया औि सभी लोग भूल गए डक ऐसे इलाको़मे़जमीन
के नीचे के पानी की डनकासी बिुत सोचसमझकि की जाना चाडिए. िे भूल गए डक ऐसी भूल कालांति मे़ त़़ासद िो सकती िै. नदी-नाले, कुएं, तालाब औि नलकूप असमय सूि सकते िै़. बेतिा औि उसकी सिायक नडदयो़ के मैदानी इलाके मे़ पिुंचते िी गेिूं का इलाका प़़ािम़भ िो जाता िै. यि इलाका पूिे देश मे़ गेिूं के उत़पादन के डलये जाना जाता िै. उल़लेिनीय िै डक लगभग 50 साल
आया. पिम़पिागत सूिी िेती धीिे-धीिे ित़म िुई औि अडधक पानी चािने िाले बीजो़ पि आधाडित उऩनत कृडर पद़़डत को बढ़ािा डमला. भूजल के बढ़ते उपयोग के कािण डसंचाई बढ़ी औि डसंडचत िकबे मे़ उल़लेिनीय िृड़द िुई. सन 2012 के भूजल उपयोग के आंकड़ो़ के अनुसाि िायसेन, भोपाल औि डिडदशा डजलो़ मे़ भूजल के उपयोग का स़़ि 51, 51 तथा 81 प़़डतशत िो गया िै. यि उल़लेिनीय बदलाि था. बेतिा नदी तंत़ की कुछ नडदयो़ का िेतवा का उसके प््ारम्भिक प़़ािस़मभक माग़वमण़िीद़़ीप के औद़़ोडगक क़़ेत़ माग्टमे्ही मार्टके पहले से गुजिता िै. जाडिि िै उद़़ोगो़को बड़ी मात़़ा सप्ताह मे्सूिना, आने वाले मे़ पानी चाडिए. उनमे़ काम किने िाली आबादी को पानी चाडिए. बेतिा के मामले मे़ खदनो्की हकीकत का संकते इस जऱित को पूिा किने की डजम़मेदािी उस है. इसके अलावा पाव्तट ीइलाके मे़डमलने िाले भूजल की िी िै. इस आिश़यकता के कािण इस इलाके कालीखसंध-रभ्िल नदी जोड् मे़भूजल को िेती के साथ-साथ उद़़ोगो़की योजना की पाव्तट ी नदी सीहोर, भी आिश़यकता को पूिा किना िोता िै. यि गुना, राजगढ्खजलो्मे्सूिने स़सथडत भूजल स़़ि को डगिाने मे़ अडतडिक़त सिायता पिुंचाती िै. िेती औि उद़़ोगो़ की के कगार पर है. मांग को पूिा किने के कािण भूजल के स़़ि के डगिने की दि बढ़ जाती िै. डपछले बिसो़ पिले तक इस इलाके मे़मुख़यतः सूिी िेती मे़ भूजल िीचाज़व की अनदेिी िुई इसडलये की जाती थी पि 1960 के बाद के सालो़मे़ डगिािट को कम निी़ डकया जा सका औि कुओ़ औि नलकूपो़ के बढ़ते प़़चलन के जो स़सथडत जून मे़आनी चाडिए थी, िि इस कािण इस इलाके की िेती मे़ बदलाि साल माच़वमे़िी आ गई.
बेतिा नदी तंत़के इलाके मे़औद़़ोडगक अिडशष़़ की आधे-अधूिे डनपटान की भी समस़या िै. इस समस़या के कािण मण़िीद़़ीप के औद़़ोडगक क़़ेत़के डनकट बेतिा का पानी लगभग अनुपयोगी िो चुका िै. इसके अलािा, मण़िीद़़ीप के आगे इस़लामनगि मे़ बेतिा को पातिा नाला डमलता िै. इस नाले का उद़़म भोपाल के छोटे तालाब से िै. यि नाला भोपाल नगि की बिुत सािी अनुपचाडित गंदगी ढोता िै. इस प़़काि बेतिा नदी का पानी सीधे-सीधे या सिायक नडदयो़ के कािण लगाताि गऩदा िो ििा िै औि अनुपयोगी िो ििा िै. बेतिा नदी तंत़का प़़ािस़मभक माग़वतेजी से डिकडसत िो ििे नगिो़ के पास स़सथत िै. भोपाल, मण़िीद़़ीप औि ओबेदुल़लागंज मे़ अनेक नई-नई आिासीय कालोडनयो़ का डनम़ावण िो ििा िै. इन इलाको़ को भिन डनम़ावण के डलये बिुत बड़ी मात़़ा मे़ पत़थि औि िेत चाडिए. ढुलाई व़यय को ऩयूनतम ििने के कािण बेतिा नदी तंत़ की िेत का िनन सस़़ा पड़ता िै. उसके सस़़े िोने के कािण, अनेक लोग डनम़ावण काय़़ो़ मे़ बेतिा औि उसकी सिायक नडदयो़ की िेत की माइडनंग किते िै़. िेत की अिैज़ाडनक डनकासी के कािण नडदयो़की पानी की गडत को डनयंड़तत किने िाली तथा जमा ििने िाली पित ित़म िो जाती िै. संडचत पानी का योगदान कम िो जाता िै. नदी तंत़ को पानी डमलना कम िो जाता िै. प़़िाि घटने लगता िै. यिी बेतिा औि उसकी सिायक नडदयो़ के प़़ािस़मभक माग़वमे़घट ििा िै. यि समस़या धीिे-धीिे डिकिाल िो ििी िै. समाधान के अभाि मे़ आने िाले सालो़ मे़बेतिा नदी के अगले डिस़से भी सूिे़गे. यि स़सथडत इलाके की िेती, पेयजल आपूडत़ व औि उद़़ोगो़के डलये अच़छी निी़िोगी. यि स़सथडत दबे पांि निी़ आई िै. इसके संकेत डपछले कुछ बिसो़ से डदि ििे िै़. यि बेतिा नदी तंत़की चेतािनी िै. यिी भाित के मध़य क़़ेत़ की सूिती नडदयो़का संदेश िै. साभार: इंदिया वाटर पोट्टल
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राजीव रंजन तिवारी
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त़ि़ प़द़ श े के लिनऊ मे़ डजस कानपुि के युिक सैरुल़ला को कडथत संडदग़ध आतंकी बताकि एनकाउंटि मे़मािा गया, िि सिालो़के घेिे मे़िै. यि अलग बात िै डक यूपी के अऩय शििो़के कुछ युिको़के दूसिे देशो़ मे़जाकि आइएसआइएस मे़शाडमल िोने की पुड़ष भी िो चुकी िै. पि, सैरलु ल ़ ा एनकाउंटि को लोग रज़़ी बताने लगे िै.़ बताया गया डक सैरलु ल ़ ा ि उसके कुछ साथी दिशतगद़वयूपी मे़बडी िािदात को अंजाम देने िाले थे. उनके पास से लैपटॉप मे़ बम बनाने की डिडध, आइएसआइएस का साडित़य औि दिशतगद़़ी से जुडी दूसिी सामग़़ी डमली. मध़य प़़देश मे़ िेल डिस़रोट के बाद ििां की पुडलस ने तत़काल संडदग़ध दिशतगद़़ो़को डगिफ़ताि कि डलया. उनसे डमली सूचना से पता चला डक उनके दल का सिगना लिनऊ मे़ िै. मध़य प़़देश पुडलस की सूचना पि यूपी के डिशेर सुिक़़ा दस़़ेने छापामािी की औि मुठभेड मे़ संडदग़ध आतंकी को माि डगिाया. दूसिे शििो़ से भी कुछ दिशतगद़़ो़को पकड़ा गया. अक़सि ऐसी घटनाओ़के बाद डशकायत ििी िै डक दो िाज़यो़के सुिक़़ा बलो़के बीच उडचत तालमेल न िोने औि सूचनाओ़ का ठीक से आदानप़द़ ान न िो पाने के कािण दिशतगद़वअपनी योजनाओ़ को अंजाम देने के बाद भाग जाते िै.़ इस घटना से यि लगा डक यडद िाज़यो़की पुडलस औि िुडरया एजे़डसयो़ के बीच तालमेल ििे, तो आतंकिाद या डरि डकसी भी संगडठत अपिाध पि नकेल कसा जा सकता िै. अगि ताजा घटना के ताि आइएसआइएस से जुडे िोने की िबिे़सिी िै़तो यि डचंता की बात िै. अक़सि देिा गया िै डक मुठभेड़ि अऩय घटनाओ़को कानून की पडिडध से बािि बताने
तफरदौस ख़ान श के पांच िाज़यो़के डिधानसभा चुनािो़ के बाद डसयासी दलो़ ने डदल़ली नगि डनगम के चुनाि पि अपना सािा ध़यान लगा डदया िै. देश की िाजधानी िोने की िजि से डदल़ली नगि डनगम चुनाि औि भी ख़ास िो जाता िै. के़द़ मे़ भाितीय जनता पाट़़ी की सिकाि िै औि िाज़य मे़ आम आदमी पाट़़ी सत़़ा पि क़ाडबि िै. कांग़ेस भी डदल़ली नगि डनगम को लेकि बेिद गंभीि निि आ ििी िै. डदल़ली नगि डनगम के 272 िाि़़ो़के डलए चुनाि िोने िै़. डदल़ली नगि डनगम को साल 2012 मे़ तीन नगि डनकायो़ मे़ बांटा गया था- उत़़ि डदल़ली नगि डनगम, दड़क ़ ण डदल़ली नगि डनगम औि पूि़वडदल़ली नगि डनगम. उत़़ि डदल़ली नगि डनगम औि दड़़कण डदल़ली नगि मे़ 104-104 सीटे़ िै़, जबडक पूिव़डदल़ली नगि डनगम मे़64 सीटे़िै.़ डदल़ली नगि डनगम पि डपछले 10 बिसो़से भाितीय जनता पाट़़ी का शासन िै. दिअसल, अब तक नगि डनगम चुनाि मे़ कांग़ेस औि भाजपा का िी मुक़ाबला िोता आया िै. नगि डनगम की सत़़ा पि भी इऩिी़ दलो़ का िाज ििा िै. मगि अब आम आदमी पाट़़ी भी मुक़ाबले मे़िै. साल 2012 मे़िजूद मे़आई
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
सैफुल्लाह मुठभेड् के सवाल
की िोड़सी मच जाती िै. कुछ इसी तिि का मामला लिनऊ मे़मािे गए सैरलु ल ़ ा के मुद़े पि भी डदि ििा िै. मेिा मानना िै डक यडद सैरलु ल ़ ा सचमुच आतंकी था, उसे माि डगिाने की सुिक़़ा टीम बधाई की पात़़ िै औि यडद डनद़़ोर सैरलु ल ़ ा की ित़या की गई िै तो ित़यािो़ की भी रांसी िोनी चाडिए. डििाई मंच ने मािे गए कडथत आतंकी सैरुल़ला के पडिजनो़ से कानपुि मे़ मुलाकात कि उसकी ित़या की ऩयाडयक जांच की मांग की िै. मंच ने केनद़ ़ीय गृि मंत़ी िाजनाथ डसंि के उस बयान को िास़यास़पद बताया डजसमे़ उऩिो़ने संसद मे़ किा डक उऩिे़ सैरुल़ला के डपता पि गि़व िै डजऩिो़ने उसके शि को लेने से मना कि डदया. मंच के लोग किते िै़डक डजस आदमी का िुद समझौता एक़सप़़ेस, मालेगांि औि मक़़ा मस़सजद आतंकी डिस़रोट की आिोपी साध़िी प़़ज़ा डसंि ठाकुि के साथ गुप़त बैठक की तस़िीि िो औि डजसने िुद मुखय़ मंत़ी ििते िुए डमज़ावपुि के भिानीपुि मे़ नक़सली बताकि दज़नव भि आडदिाडसयो़की ित़या किाई िो उसे ऐसा बयान देने का अडधकाि निी़िै. मिात़मा गांधी के ित़यािे गोिसे औि सैरलु ल ़ ा के डपता सिताज दोनो़पि एक साथ गि़वनिी़डकया जा सकता. मंच ने िाजनाथ डसंि से अजमेि दिगाि पि आतंकी िमले के मामले मे़सजा पाए संघ पडििाि के आतंडकयो़ पि सदन मे़ बयान देने की मांग की. बताया गया डक डपछले डदनो़ डििाई मंच के अध़यक़़ एििोकेट मो.शुऐब, मिासडचि िाजीि यादि, शबिोज मोिम़मदी, ड़़पयंका शुकल ़ ा, शिद जायसिाल, गुज ं न डसंि, सेिाज बाबा, डरिदौस डसद़़ीकी, एिलाक डचश़ती, िजीउद़़ीन औि पििेज डसद़़ीकी आडद ने कानपुि मे़ कडथत आतंकी सैरुल़ला के पडिजनो़ से मुलाकात कि उऩिे़ डकसी के भी
दबाि मे़ न आने की बात किी. इस दौिान सैरलु ल ़ ा के डपता ने पूिे मामले की जांच की इच़छा जताई ताडक सच सामने आ सके. किा डक उऩिे़अपने बेटे के आतंकी िोने की िबि मीडिया से डमली. सच़़ाई क़या िै यि तो जांच से िी पता चलेगा. उऩिो़ने किा डक अत़यडधक दबाि के चलते अपने बेटे की लाश को लेने से मना डकया. उऩिो़ने डशकायत की डक मीडिया के सामने बाि-बाि पूिे मामले की जांच की मांग की िै लेडकन उसे प़स ़ ाडित निी़ डकया गया. पुडलस के मुताडबक उसने सैरलु ल ़ ा के भाई िाडलद की सैरलु ल ़ ा से रोन पि बात किाई. िाडलद ने बताया डक डकसी ने उऩिे़रोन किके अपने को पुडलस अडधकािी बताया औि किा डक तुम अपने भाई को समझाओ. िम तुमि़ ािी उससे बात कििाते िै़ िो सिेि़ ि निी़कि ििा िै. इस पि िाडलद ने बदििासी मे़अपने भाई से जोि-जोि से सिेि़ ि किने की बात किता ििा लेडकन उधि से कोई आिाज निी़आ ििी थी. डििाई मंच की टीम इसे पूिा नाटक मानती िै. ना तो िाडलद की अपने भाई से बात िुई औि ना िी पुडलस की किानी के मुताडबक ऐसा संभि था क़यो़डक पुडलस पिले से िी दािा कि ििी थी डक सैरलु ल ़ ा ने अपने को कमिे मे़बंद कि डलया िै. लिनऊ के मुठभेड स़थल के आसपास के लोगो़ से िुई बातचीत बाद सैरुल़ला एनकाऊंटि ने मामले को पेचीदा बना डदया िै. स़थानीय लोगो़से बातचीत के बाद डकए जा ििे एटीएस के दािे बेिद कमजोि डदि ििे िै़. बताते िै़ डक कडथत आतंकी सैरुल़ला की गिदन पि ताजा जख़म के डनशान थे, जो गले के नाजुक चमडे़ पि िगड से पैदा िुए लग ििे थे. यि तथ़य पुडलस के दािे पि सिाल उठाता िै डक सैरलु ल ़ ा ि़़ास रायडिंग मे़गोली लगने
से मिा. अगि िि गोली से मिा था तो डरि ये जख़म के डनशान किां से आए. पुडलस के मुताडबक कमिे मे़सैरलु ल ़ ा अकेले था तो डरि डकसके साथ संघऱवके पडिणामस़िऱप जख़म के ताजा डनशान उसके गले पि पडे?़ जाडिि िै उस कमिे मे़सैरलु ल ़ ा के अलिा भी कुछ लोग थे. आडिि िे कौन थे, इसका जिाब पुडलस निी़दे ििी िै. पुडलस ने लाउिस़पीकि पि सैरलु ल ़ ा के आत़मसमप़ण व किने की बात किने का दािा डकया िै. लेडकन स़थानीय लोगो़के मुताडबक ऐसा कुछ निी़िुआ. यानी पुडलस यि दािा किके इस कडथत मुठभेड मे़ िुई ित़या को अपने कडथत काउंटि अटैक का ताड़कक फ पडिणाम बताना चािती िै? पुडलस का दािा िै डक उसने सैरुल़ला को िात को तकिीबन 3 से साढे 3 के बीच माि डगिाया. लेडकन कई चैनलो़पि उसके पौने दस बजे िी मािे जाने की िबिे़चलने लगी़, यिां तक डक कई डिप़़ोटो़ मे़ तो पुडलस अडधकाडियो़ की मौजूदगी मे़लाईि बताया गया डक अब थोिी देि मे़ िी सैरलु ल ़ ा का शि डनकाला जाएगा. आडिि ऐसा क़यूं िुआ? अगि िबि सिी थी तो डरि मािे जाने का िक़त 3 से साढे 3 बजे िात के बीच का क़यो़बताया गया. अगि गलत िबि थी तो उसका िंिन क़यो़निी़िुआ? इसी घटना के बािे मे़ िडिष़़ पत़़काि ओम थानिी ने रेसबुक पि डलिा िै डक गृि मंत़ी िाजनाथ डसंि ने सदन मे़ सैफ़ु़ल़ला के डपता के प़़डत अपनी औि समूचे सदन की 'सिानुभूडत', 'नाि़' औि 'गौिि' का जो इि़िाि डकया, िि एक ख़़तिनाक स़थापना की ओि इशािा किता िै. उनका मंतव़य भले न ििा िो, पि उनके कथन का सिज िी अथ़व डनकल सकता िै डक सैफ़ु़ल़ला के डपता सिताज की तिि िि मुसलमान को अपनी देशभस़कत िक़तव़य देकि स़पष़़किनी चाडिए.
सबकी चुनौती रदलंली नगर रनगम चुनाव आम आदमी पाट़़ी ने साल 2013 के डदल़ली डिधानसभा चुनाि मे़ 28 औि 2015 के चुनाि मे़70 मे़से 67 सीटे़जीतकि डदल़ली की डसयासत की डदशा िी बदल दी. डपछले साल मई मे़नगि डनगम की 13 सीटो़पि िुए उपचुनाि मे़आम आदमी पाट़़ी ने 5 सीटो़पि जीत िाडसल की. इस चुनाि मे़ कांग़ेस ने चाि सीटे़जीती़थी़भाजपा तीन सीटे़जीतकि तीसिे पायदान पि आ गयी थी. एक सीट डनद़वलीय को डमली थी. ग़ौितलब िै डक साल 2013 के डदल़ली डिधानसभा चुनाि मे़ कांग़ेस मिि आठ सीटो़पि िी डसमट गयी थी. लोकसभा चुनाि मे़ कांग़ेस को एक भी सीट निी़ डमल पायी थी. ऐसे मे़कांग़ेस नगि डनगम के चुनाि के िडिये डदल़ली मे़ अपनी िोई िुई डसयासी िमीन िापस पाना चािती िै. इसके डलए पाट़़ी कोई कसि छोडना निी़चािती. कांग़ेस उपाध़यक़़ िािुल गांधी ने डदल़ली आते िी िामलीला मैदान मे़िैली कि भाितीय जनता पाट़़ी औि आम आदमी पाट़़ी की सिकाि पि जमकि िमला डकया. उऩिो़ने जिां आम जनता को के़द़ औि िाज़य सिकाि की जन डििोधी नीडतयो़के बािे मे़बताया, ििी़पाट़़ी काय़वकत़ावओ़ मे़ भी जोश भिने की कोडशश
िै. उऩिो़ने भाजपा की के़द़ सिकाि का नोटबंदी का मुद़ा उठाया डक डकस तिि इससे आम लोग पिेशान िुए औि सत़़ा के चिेतो़ को फ़ायदा डमला. उऩिो़ने मिंगाई, बेिोिगािी औि भ़़ष़ाचाि पि भी के़द़ सिकाि को घेिा. उऩिो़ने डदल़ली के मुख़यमंत़ी अिडिंद केजिीिाल को भी निी़ बख़्शा. उऩिो़ने प़़धानमंत़ी निे़द़ मोदी औि डदल़ली के मुख़यमंत़ी अिडिंद केजिीिाल पि डनशाना साधते िुए किा डक एक व़यस़कत देश औि प़द़ श े को निी़बदल सकता. ििां मोदी किते िै़ डक देश बदलूंगा औि यिां केजिीिाल किते िै़डक डदल़ली बदलूगं ा. उऩिो़ने किा डक आम आदमी पाट़़ी मे़ डसफ़़फ एक िी आदमी की चलती िै. क़ाडबले-गौि िै डक कांग़ेस ने डदल़ली मे़ डिधानसभा औि लोकसभा की िाि से मायूस काय़वकत़ावओ़से जनसंपक़फबढाने को किा िै. पाट़़ी ने बूथ स़़ि पि काय़वकत़ाव तैनात डकए िै़, जो घि-घि जाकि लोगो़ से कांग़ेस के की. उऩिो़ने यक़ीन डदलाया डक कांग़ेस मे़ डलए समथ़वन मांग ििे िै़. बताया जा ििा िै डक इस बाि कांग़ेस काय़वकत़ाव िी अपना नेता चुने़गे. नये लोगो़ डटकट डितिण से लेकि चुनािी िणनीडत को आगे बढ़ाएंगे, जो जनता के डलए िड़ेिै़. बनाने तक मे़एिडतयात बित ििी िै. बताया उऩिो़ने किा डक कांग़ेस का काय़वकत़ाव बबि शेि िै, उसे डकसी से ििने की िऱित निी़ जा ििा िै डक अब तक 12 ििाि से ि्यादा
मवचार तभी भाित की संसद को उस पि "नाि़" िोगा. इसमे़डकसे शक िै डक िमािे देश मे़भी आतंकी डसिडरिे िै,़ देशद़़ोिी िै,़ डजऩिो़ने देश की दुशम़ नो़से डमलकि देश मे़िादसे अंजाम डदए, अपने िी लोगो़को मौत के घाट उतािा. लेडकन इससे उनके माता-डपता को तो आतंकिादी मनोिृडत का निी़ मान डलया जाता, न उऩिे़देशद़़ोिी किा जाता िै, न उनसे कोई िक़तव़य या प़म़ ाण-पत़़माँगा जाता. दूसिे शब़दो़ मे़, उऩिे़ नाि़ या अफ़़सोस के घेिे मे़ धकेलने की नौबत िी निी़आती. तब भी निी़, जब मृत आतंकी का शि िे ले लेते िै,़ भािी भीड़के बीच अंडतम संसक ़ ाि किते िै.़ इसके अलािा, मृत आतंकी या देशद़़ोिी गडतडिडधयो़ मे़ शिीक था, इसकी पुड़ष िोने मे़ िक़़त भी लगता िै. कोई 'एनकाउंटि' या बिामद असलिा, पैसा, झंिा या पासपोट़व अडनिाय़व तौि पि डकसी भाितीय को तत़काल, उसी घड़ी, आतंकी, देशद़़ोिी साडबत निी़किता. बकौल थानिी, िाजनाथ डसंि को बताना चाडिए डक भोपाल मे़पाडकस़़ान की ख़़डु ़फ़या एजेस ़ ी आइएसआइ के डलए पैसे के लालच मे़ काम किने िाले जो ग़यािि भाजपा काय़क व त़ाव पकड़े गए, उनकी इस ‘ग़़द़ािी’ या देशद़़ोिी गडतडिडधयो़ के डलए क़या उनके माता-डपता का िक़तव़य डमला? क़या आइएसआइ को िमािी सैडनक गडतडिडधयो़, डशडििो़आडद की जानकािी देने िाले इन ‘ग़़द़ािो़’ से नाता तोड़ने का कोई ऐलान भाजपा अध़यक़़ ने डकया? क़या उन आिोडपयो़के माता-डपताओ़ने उनसे अपना नाता तोड़ डलया? अगि निी़, तो िे माता-डपता, भाितीय िोने के नाते, क़या अब नाि़किने के क़़ाडबल निी़ििे क़यो़डक उनकी संताने़ ‘ग़़द़ाि’ डनकली़? बिििाल, अब देिना िै डक सैरुल़ला एनकाउंटि डकस मुकाम तक पिुच ं ता िै.
लोगो़ ने कांग़ेस से डटकट की मांग की िै. इससे पिले साल 2012 मे़3854 लोगो़ने पाट़़ी से डटकट मांगा था. ििी़ डदल़ली के मुख़यमंत़ी अिडिंद केजिीिाल भी नगि डनगम चुनाि को लेकि कमि कसे िुए िै़. उऩिो़ने दािा डकया डक अगि उनकी पाट़़ी डदल़ली नगि डनगम चुनाि जीत गई, तो डदल़ली को एक साल मे़ लंदन जैसा बना दे़गे. उऩिो़ने किा डक अनाडधकृत कॉलोडनयो़ के डनयडमतीकिण के डलए के़द़ सिकाि को प़़स़ाि भी भेजा िै. यि मुद़ा डदल़ली िाईकोट़वके पास लंडबत िै. ग़ौितलब िै डक िाष़़ीय िाजधानी क़़ेत़ डदल़ली सबसे ज़यादा शििी आबादी िाला इलाक़ा िै, जिां शििी लोगो़की आबादी 93 फ़ीसद िै. यिां की आधी से ज़यादा आबादी अडनयडमत कालोडनयो़मे़ििती िै. भाितीय जनता पाट़़ी भी पूिे दमख़म के साथ चुनािी मैदान मे़िै. सूत़ो़की माने़, तो पाट़़ी के िडिष़़ नेता चुनािी जनसभाएं किे़गे. प़़धानमंत़ी निे़द़ मोदी भी चुनािी प़़चाि मे़शाडमल िो जाएं, तो कोई िैिानी की बात निी़ िोगी. बिििाल, डदल़ली नगम चुनाि डसयासी दलो़ की साि का सिाल बना िुआ िै.
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
राजकाज
डक अब चूंडक कांग़ेसी छात़़ संगठन एनएसयूआई का प़़भाि समाप़त िोता जा ििा िै इसडलए िामपंथी छात़़ संगठनो़से टकिाि लेने मे़ज़यादा रायदा डमलेगा.
बीमारी से गुजरता गांधी पनरिार
पीसी चाको को भी लग गया िै. इन दोनो़ नेताओ़ ने धी पडििाि इन डदनो़स़िास़थय़ संबधं ी समस़याओ़को लिनऊ को मुठभेड़ औि भोपाल उज़़ैन मे़ िुए ट़़ेन लेकि कारी पिेशान चल ििा िै. सोडनया गांधी से डिस़रोट के बाद बयान देकि पाट़़ी को मुसीबत मे़ िाल े के मुखय़ मंत़ी लेकि उनके नाती औि ड़़पयंका गांधी के बेटे िेिान तक को डदया. लिनऊ की घटना के बाद मध़यप़द़ श डशििाज डसंि चौिान ने किा था इस संबध ं मे़ जो लोग डगिफ़ताि डकये गये िै उनके ताि आतंकी संगठन ़मुक के काय़विािक अध़यक़़ एम के स़टाडलन की इस़लाडमक स़टेट से जुड़े िुए िै. डगिफ़ताि लोगो़ ने पाइप सबसे ़ बड़ी समस़या भारा की िै. िाल िी मे़ जब िे बम की तस़िीि िी़च कि सीडिया भेजी थी. इसके तुिंत डदल़ली आये तो उऩिे़ अपनी इस कमी के कािण कारी बाद पीसी चाको ने किा डक मुख़यमंत़ी का यि बयान डदक़़तो़का सामना किना पड़ा. न तो िे डिंदी जानते थे िाजनीडत से प़ड़ेित िै औि डबना डकसी प़म़ ाण उऩिे़इस तिि औि न िी अंगज ़े ी बोल पाते िै. उनके लोगो़ने उनकी कुछ की बात निी़ किनी चाडिए. उधि डदस़गिजय डसंि ने बयान पत़़कािो़ से डमलिाया. गैि तडमल पत़़कािो़ की समस़या दे डदया डक देश मे़मुसलमानो़को प़त़ ाड़डत डकया जा ििा यि िै डक िे उनसे कैसे बातचीत किे़. इसडलए उन लोगो़ िै इसीडलए िे आतंकिाद की ओि बढ़ििे िै.़ पाट़़ी के कुछ ने अपने तडमल साडथयो़ का सिािा डलया. उनके िडिष़़नेताओ़का माना िै डक चुनाि के दौिान इस तिि किीडबयो़ का मानना िै डक डदल़ली सिकाि तक सीधे की बयानबाजी से बात गलत सोचा गया. इससे डिंदू पकड़ बनाये ििने के डलए उनके नेता को यि दोनो़ मतदाता के अंदि भ़म़ की स़सथडत पैदा िुई डक िािुल गांधी भाराएं आनी चाडिए. िे बताते िै़ डक अपने इसी गुण के तो अपने इस िोये िुए जनाधाि को दाडिल किने के डलए कािण जयलडलता इतना आगे बढ़ी थी. िे दोनो़भाराओ़ मंडदिो मे़जा ििे िै़औि िमािे नेता ऐसी बयानबाजी कि की अच़छी जानकाि थी. समस़या तो यि िै डक स़टाडलन ििे िै.़ कांगस ़े पाट़़ी के एक िडिष़़नेता का किना था डक की सौतेली बिन औि पाट़़ी सांसद कडनमोई अच़छी अंगज ़े ी अभी तक इक़़ा-दुक़ा घटनाओ़को छोड़कि आमतौि बोलती िै औि डमलनसाि िोने के कािण सत़़ा की पि भाित का मुसलमान देश भक़त थी. जबडक इन दोनो़ गडलयािो़ मे़ उनकी पैठ बन चुकी िै. अब देिना यि िै नेताओ़ की बयानबाजी से ऐसा लगता िै जैसे डक पूिा डक द़ म ़ क ु पाट़ ी ़ के इस यु ि िाज की भारा सं ब ध ं ी समस़ य ा ष़़ीय स़ियं सेिक संघ की कोडशश देश के मु सस़ लम समाज िी आतंकिाद की ओि समड़पतव िो ििा िै. का डनदान कै स े डनकलता िै . अडधकांश डिश़ड़िद़़ालयो़मे़अपनी जड़ेजमाने की मुसश़ कलो़का सामना किना पड़ििा िै. डपछले कुछ समय पाट़ ़ी ने िैमज े कंट़ोल के डलए िादीय सुिजेिाला ने आगे िै. दड़़कण मे़ िोडित िेमूला प़़किण के बाद यि कोडशश से सोडनया गांधी की तडबयत कुछ ज़यादा ििाब चल ििी डकया. मगि तब तक कारी नुकसान िो चुका था. तेज िो गयी िै. इस कांि के बाद पिली बाि दड़़कण के िै. बुधिाि को तो उऩिे़ डदल़ली के गंगािाम अस़पताल मे़ डकसी डिश़़डिद़़ालय मे़अडिल भाितीय डिद़़ाथ़़ी पडिरद भिती कििाना पड़ा मगि तडबयत मे़ज़यादा सुधाि न िोने की उपस़सथडत नजि आयी थी. अब तक संघ से जुडे़ पि उसी िात उऩिे़अपने इलाज के डलए डिदेश जाना पड़ा. डियाणा, भाजपा के डलए बिुत मुसश़ कल िाज़य साडबत एबीिीपी को उत़़ि भाित तक िी सीडमत माना जाता ििा सूत़ो़का किना िै डक यि ऱटीन चैकअप िै ि िे 21-22 िो सकता िै. सत़़ाऱढ़ दल के तमाम डिधायक था. पिले िोडित िेमूला डरि जेएनयू के कश़मीि संबंधी माच़व तक िापस लौट आये़गे. मालूम िो डक उनकी नािाज चल ििे िै.़ इस सिकाि मे़उनके काम निी़िो ििे डििाद औि अब गुिमेिि के बयान को लेकि डदल़ली अकाल बीमािी का 2011 मे़बािि इलाज कििाया गया िै . ़ इससे पिले चािे डकसी भी दल के सिकाि क़यो़न ििी डिश़़डिद़़ालय मे़ जो डििाद शुऱ िुआ िै उसका लाभ था. डपछले साल अगस़़माि मे़िािाणसी मे़िोि शो के िै . डिधायको़ के दाल दडलए का प़़बंध डकया जाता था. सीधे एबीिीपी को डमला िै. पिली बाि िाष़़ीय मीडिया दौिान िे अचानक बीमाि पड़ गयी थी औि उऩिे़ िापस ििां कमाई का सबसे बड़ा धंधा लैि ़ यूज (भूडम उपयोग मे़ उसे लेकि चच़ाव शुऱ िो गयी िै. संघ ने देश के सौ डदल़ली लाना पड़ा था. इस चुनाि प़़चाि मे़ भी उऩिो़ने बदलिाने ) का िै . िडियाणा मे ़ कोई भी डबल़िि या डिश़़डिद़़ालयो़मे़अपनी जड़ेजमाने की नीडत बनायी िै. डिस़सा निी़ डलया. इतना िी निी़ कांग़ेस काय़व सडमडत िाष़़िाद की बिस को लेकि एबीिीपी इन समेत पाट़़ी की तमाम अिम बैठको की अध़यक़त़ ा कांगस ़े डिश़़डिद़़ालयो़मे़छात़़ो़के बीच अपना अडभयान छेड़ेगी. उपाध़यक़़िािुल गांधी िी कि ििे िै.़ इस बीच ड़़पयंका के संघ का मानना िै डक डजन डिश़़डिद़़ालयो़ मे़ िामपंथी बेटे िेिान को आंि मे़चोट लग गयी. यि कारी गंभीि िै छात़़ संगठनो़ जैसे एआईएसएर आइसा, एसएरआई औि उसकी आंि का िेडटना कारी क़ड़तग़स ़ ़िो गया िै. आडद का िच़वस़ि िै़, ििां आमतौि पि दडलत ि डपछड़ी उसे उस आंि से देिने मे़तकलीर िो ििी िै. डदल़ली से जाडतयो़ के छात़़ संगठन बने िुए थे. संघ का मानना िै लेकि िैदिाबाद तक मे़ ड़़पयंका ने िॉक़टिो को डदिाया मगि अभी तक संतोरजनक सुधाि िी िुआ. जऱित पड़ी तो उसे इलाज के डलए डिदेश ले जाना पड़सकता िै.़ यिी िजि थी डक ड़़पयंका गांधी भी िुल कि उत़ि़ प़द़ श े डिधान सभा चुनाि मे़प़च ़ ाि निी़कि सकी थी.
बेचारे स्टानलि
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अब निशािे पर निश््निद््ालय
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सन््िय हुए हुड्ा
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बेिक्त बयािबाजी
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ग़स ़े पाट़़ी अपने नेताओ़ से बात छूती िै. उसका मानना िै डक इन लोगो़के ििते उसे दुशम़ नी डक मूि़व दोस़़ की तुलना मे़ अक़लमंद दुश़मन किी़ ज़यादा बेिति ििता िै. पाट़़ी का मानना िै डक पिले तो डदस़गिजय डसंि िी अपनी बेसमय बयानबाजी कि उसके डलए डदक़़ते पैदा किते ििते थे मगि अब छूत का यि िोग
उद़़ोगपडत डकसान से सीधे जमीन ििीद कि उसका भूडम उपयोग बदलिा कि अपना काम कि सकता िै. इसमे़ सिकाि की एक नंबि मे़ि नेताओ़को दो नंबि मे़मोटी िकम डमल जाती िै. सब िुश ििते िै.़ िैसे भी िडियाणा मे़ डटकट िाडसल किने से लेकि चुनाि लड़ने तक का िच़वएक से पांच किोड़तक आता िै. िुड़ा सिकाि ने िी 23000 एकड़जमीन का लैि ़ यूज बदला था. तब कांगस ़े का सािा िच़व िडियाणा से िी आता था. िाज़य के डिधायको की डशकायत िै डक अब सब कुछ धंधा संघ के जडिये िो ििा िै. उनका तो चुनाि िच़वतक निी़डनकला िै. नािाज डिधायको के नेता िणधीि डसंि कापड़ीिाल बताये जाते िै.़ उमेश अग़ि़ ाल भी कारी नािाज िै क़यो़डक उऩिे़लगता िै डक िैशय़ िोते िुए भी उऩिे़तो अिडमयत निी़ डमली जो डक डमलनी चाडिए थी. जाट पिले से िी नािाज चल ििे िै़. ऐसे मे़ पूि़व मुख़यमंत़ी भूडपंदि डसंि िुड़ा का सड़़िय िो जाना स़िाभाडिक िै. बताते िै डक अनेक डिधायको ने उनके सामने अपना दुिड़ा भी सुनाया िै. िुड़ाजी तो पिले से िी सबके मददगाि ििते आये िै अत: इन डदनो़उनके घि से कोई डनिाश निी़जा ििा िै. बताते िै़डक आने िाले डदनो़मे़भाजपा की अंदरू ऩ ी िाजनीडत मे़ उनकी अिम भूडमका िो सकती िै. प्स ् द्ु ि-दववेक सक्सने ा
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
ओम तनश््ल
कोरस से कुछ हटकर
झकझोिते-जगाते शब़दो़, आिाजो़, व़यग़़ताओ़, सुनाता िै, बदल देता िै’ कोई एक डदन िो, डकतने एकांत, चपलताओ़औि छायाओ़को चुनने-बीनने िाले कडि िै़. धीिे-धीिे अकेले, बकाया, पुिानी बात, एक लंबी नी़द... आशुतोर लंबी कडिताओ़ के कडि निी़ ििे, पि ऐसी कई कडिताएं यिां िै़ डजऩिे़ पढ़ते िुए कडि के मकालीन कडिता मे़आिाजो़का कोिस समाया िै. कुछ आिाजे़ बिुत दमदाि िोती िै़-चीि औि कडिताओ़ के आकाि प़़काि की यि लघुता उनके अनूठेपन से प़़ेम िोने लगता िै. यिां तक डक स़पश़व की अमूत़व अनुभूडत को भी िि अदेिा आि़़ोश की िदो़ को छूती िुई़ तो कुछ िोजमि़ाव के काव़यतत़ि की गुऱता मे़ बाधक निी़ जाने निी़देता: ‘एक आिाज की भीगी जीिनव़यापी कथ़य से िस़ड़ुनष़त़ ा के डनष़़ापूणव़डचत़ण ़ मे़ बनती िै. बस़लक उनके डमतकथन के िुई उंगडलयो़ से छुआ गया िूं मै़/या डनमग़न. कुछ मिीन आिाजे़ऐसी भी जो अपने आसपास जादू को इन कडिताओ़ मे़ अडधक यि मामूली इच़छा भी डक/कोई एक मिसू स कि सकते िै ़ . उदाििण के के संसाि से मामूली से मामूली कथ़य को अपनी संिेदना डदन िो/डजस पि डकसी के दस़ख़ ़ त़ न डलए: ‘डसऱ फ रू ल िी निी मे़उतािती िुई प़़तीत िोती िै़. आशुतोर दुबे इसी संिेदना िो़ / कोई एक डदन िो/डजसको तिा डिलता/िाल भी डिलती िै / दे ि के कडि िै़. बौड़़दक अडतिेक से कडिता के कंधे भले िी कि िि ले़मन की दिाि़मे़/डनिायत मजबूत डदिे,़ उनका आत़मबल कमजोि िोता िै. इस अथ़व पाओ तो देिोगे डक/जड़ भी डिलती अपना िो/भले िी सपना िो/कोई एक मे़ आशुतोर बुड़द-बल के निी़, आत़मबल के कडि िै़. िै/डसऱफ रूल िी निी़ डिलता/समूचा डदन तो िो.’ उनकी कडिता पिली मुलाकात मे़ कुछ अटपटी लग पेड़ डिलता िै.’ या,‘जाना िी िो/तो ये कुछ उदाििण िै़, लेडकन सकती िै, क़यो़डक िि उद़़िणीय निी़ िै, लेडकन अपने इस तिि जाना/डक डिदा लेना बाकी इसका अथ़व निी़ डक उनकी कडिताई पूिे औि डथि पाठ मे़ आडिस़़ा-आडिस़़ा िमािी ििे/न ली गयी डिदा मे़इस तिि ि़िा केिल ऐसी िी कडिताओ़मे़लक़़य की अंतश़़ेतना मे़घुलती िै. उनका संग़ि ‘डिदा लेना बाकी सा/िमेशा के डलए िि जाना/जैसे कोई जा सकती िै. उनकी कडिताओ़ मे़ डससकी बेसाख़ता/दबा ली गयी िो ििे’ कडिता मे़इसी आत़मबल का साक़़य िै. डकस़सागोई की इबाित निी़, बस़लक संयोग से कडिता की डजस उि़वि पडिडध मे़देिीप़़साद सुनाई देने से पेश़ति/ऐसे चली गयी उनके जीिनानुभिो़ की इबाित िै. डमश़़, गीत चतुि़ेदी या प़़ेमिंजन अडनमेर आते िै़, उसी मे़ बस जिा सा डदिकि/सड़दवयो़ की रवदा लेना बाकी रहे; आशुतोष दुब;े सूयजं धूल पि उनकी कडिता पड़ढए तो उसका शाम/औि अब/पाि किना िै / इस लं ब ी आशुतोर दुबे भी आते िै़. 'चोि दििाजे से', 'असंभि पंक ं ाशन मंरदर. बीकानेर. संसक ं रण: 2016, प़ड़तपाद़़पूिा पढने पि िी चडिताथ़विोता सािांश' औि 'यकीन की आयते़' के बाद 'डिदा लेना उदास िात का मैदान.’ मू ल य ं 200 रं प ये . िै. ‘धूल अजेय िै’ से बात शुऱ किते छोटी कडिताएं डलिना कडि के बाकी ििे' के माध़यम से आशुतोर ने कडिता की कुछ औि िु ए िे इस नतीजे पि पिुंचते िै डक ‘िि किी़निी़जाती डलए मु स ़ श कल िोता िै . आशु त ोर को भी, गो डक उऩ ि ो़ न े अलड़़कत आस़कतयो़, ऱपको़, उपमेय, उपमानो़ औि प़़त़ययो़ से पडिडचत किाया िै. भाडरक अपव़यय से बचते कम िी छोटी कडिताएं डलिी िै़. लेडकन जो डलिी िै़ औि िमेशा जाती िुई डदिाई देती िै.’ डरि आगे िे किते िुए आशुतोर दुबे लगाताि अपने सामने डमत-कथन का उनमे़ प़़यत़न-लाघि के साथ कोई न कोई बात तो िै. िै़, ‘धूल औि ड़़सयो़ की आज तक निी़ बनी़.’ ‘...िि मानक ििते िै़ औि अडभव़यस़कत को बिुत िी नुकीले- सबसे बड़ी बात िे सिोकाि िै़ जो एक कडि को तब भी ििती िै जब डदिाई निी़देती.’ औि अंत मे,़ ‘एक सधे औि संििे ऱप मे़प़़स़ुत किते िै़. आशुतोर स़थूलता काव़यकला की िीडथयो़ मे़ डबलमते िुए भी डिस़मृत निी डदन आदमी चला जाता िै, उसके पीछे धूल िि जाती िै.’ आशुतोर की दृड़ष डजस पदाथ़व, डिचाि या दृश़य को के डचतेिे निी़, अंत:किण की स़िच़छ, डनम़वल पाटी पि िोते. उसके अनुभि कभी कभी िमे़चडकत कि देते िै़: पड़ते कोमल आघातो़, स़पंदनो़,आंसुओ़, झिनो़, डिलाते- ‘कथा िूं मै़एक/जो मुझे सुनता िै, सिेज लेता िै/जो मुझे अपने अनुभि की आंि से देिती िै, ििां डसिाय धुंध
स
त््पयदश्यन
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ि कोई डकसी भी मृत़यु के शोक से अपनी तिि से उबिता िै. कई बाि तो इस प़ड़़िया का भान निी़िोता औि िम उस व़यस़कत को अपने भीति से भी िो देते िै़ डजसे दैडिक तौि पि पिले िो चुके िै.़ डिंदी के डिलक़़ण कडि िीिेन िंगिाल के डनधन के बाद अिसऩन छूट गयी डिंदी की दुडनया भी जब अपने-अपने ढंग से इस शोक से उबिने की कोडशश कि ििी थी, तब रेसबुक पि कडि औि आलोचक पंकज चतुिद़े ी कडि के साथ अपनी स़मडृ त को पुनज़़ीडित कि ििे थे. लगभग िोि़उनकी एक छोटी, सुडिचाडित औि संिेदनडसक़त डटप़पणी आती औि िम कुछ अचिज के साथ दो कडियो़के बीच अंतग़़ाुडरत उस संसाि को देिा किते जो अपनी तिि से बेिद अथ़वपूण़व औि तिदाि था. यि दो व़यस़कतयो़का, डमत़़ित औि आत़मीय िो गये दो कडियो़ का- डजनमे़ एक िडिष़़ औि दूसिा कडनष़़ था- बिुत िी सिज संसाि िै डजसमे़डबल़कल ु िोि़मि़ाव की ढेि सािी बाते़ िोती िै़. िे बड़ी उदात़़ निी़, बस़लक कभी कपड़ो़को लेकि, कभी लोगो़को लेकि, कभी िचनाओ़ को लेकि िोने िाली बिुत सामाऩय सी बाते़ िै़. लेडकन डजस तिि िीिेन िंगिाल जीिन भि साधािण को एक डिलक़़णता औि भव़यता देते ििे, उसी तिि पंकज चतुि़ेदी इस पूिी बातचीत को एक डिलक़़ण अनुभि मे़ बदल देते िै़. िालांडक यि जोड़ना तत़काल ि़ऱिी लग ििा िै डक पंकज यि काम डकसी डनयोडजत या मित़़िाकांक़ी ढंग से निी़ किते- िि साधािणता को भव़यता मे़ बदलने की जबिन कोडशश निी़ किते, िि सिज भाि से उस अनुभि को इस तिि याद किते िै़डक िि अपने आप एक डिलक़़ण अनुभि मे़बदल जाता िै.
एक-दूसरे के आलोक में पंकज चतुि़ेदी की इन डटप़पडणयो़ को डपछले डदनो़ चालाकी निी़िै, ऊपि उठ सकने िाली सिज डनड़लपव त़ ता ‘पिल’ ने अपनी पुड़सका श़ंिला के ऱप मे़ ‘यिी तुम िै डजसमे़यि भान िै डक जो बिुत चमकीला डदि ििा िै, थे’ के नाम से छापा िै. इन डटप़पडणयो़से एक साथ दुबािा उसकी अपनी व़यथ़वताएं िै़औि जो व़यथ़वप़़तीत िो ििा िै, गुि़िते िुए यि बात कुछ ज़़यादा गििाई से समझ मे़आती उसके भी अपने स़पंदन िै़. दिअसल इन दोनो़के संिादो़ िै डक यि डकताब दो लोगो़के संबंधो़के बािे मे़िी निी़ मे़- डजसका सज़वक अब एक िी िै- छोटी-छोटी बातो़के िै, यि इस बात के बािे मे़भी िै डक िम अपने संबंधो़को धागे ब़िे संदभ़़ो़का डितान बुन देते िै.़ पंकज बताते िै़डक डकस तिि देिे़औि मिसूस किे़. डरि किने की ि़ऱित एक बाि िीिेन िंगिाल उऩिे़अपने साथ किी़िाने को िै डक यि काम कोडशश किके संभि निी़िै, यि डिश़तो़ ले गये जिां डसफ़फ़ उऩिे़ ऩयोता था. पंकज की डिचक को की उस संलग़नता, ऊष़मा औि तीव़़ता अपने सिज अंदाि़ मे़ डकनािे किके से िी संभि िै जो इस डकताब के दोनो़ उऩिो़ने मेिमान को बता भी डदया डक डकिदािो़- पंकज चतुि़ेदी औि िीिेन यि आना भी निी़चािता था औि डरि िंगिाल के बीच बनती ििी औि दोनो़ िल़के ढंग से तजिीज पेश की डक तुम को बनाती भी ििी. कम िाना. यि एक मामूली सी घटना तो मूलतः स़मृडतडिऩयस़़ िोने के िै. लेडकन इस घटना के बाद औि पिले बािजूद यि डकताब डकऩिी़शास़़ीय या पंकज ने जो पंस़कतयां डलिी िै़, उनसे प़़चडलत अथ़़ो़मे़संस़मिण निी़िै, यि समझ मे़ आता िै डक िे कैसे चीि़ो़, दो डकिदािो़को डरि से गढ़ने का उद़़म घटनाओ़ औि प़़संगो़ की पुनप़वडिभारा भी िै. इस डकताब मे़ एक ‘मै़’ िै औि औि पुनि़वचना कि ििे िै़. इस प़़संग मे़ दूसिा ‘तुम’. ‘मै़’ अक़सि ‘तुम’ की पंकज डलिते िै़, ‘इस तिि तुमने मेिे छाया मे़ डदिता िै, लेडकन उसकी डलए कम किकि ज़यादा की व़यिस़था अनुकृडत की तिि निी़, बस़लक ऐसे यही तुम थे: पंकज चतुवदंे ी; पहल- की.‘ इस प़़संग की शुऱआत मे़ िी स़ितंत़अड़़सत़ि की तिि डजससे ‘तुम’ पुरंिका, 101, रामनगर, आधारतल, पंकज जो नतीजा ििते िै,़ िि किी़औि कई बाि अपने सिी िोने की आश़़ड़स जबलपुर; पृष-ं112, मूलयं - उलंलख े नहीं ज़़यादा ध़यान से पढ़ने लायक िै- ‘तुम भी चािता िै. इसके दूसिे डसिे पि िड़ा डसफ़फ़ प़याि निी़ किते थे, बस़लक अपने मै़‘मै़’ यि देिकि िैिान िोता जाता िै डक इस ‘तुम’ के उद़़ाम िेग से औिो़को भी प़याि किने के डलए मजबूि कि भीति डकतनी तिे़िै़. िीिेन िंगिाल कडिता से अख़़बाि देते थे. डकसी-डकसी को मै़ने तुम़िािी मौजूदगी की आभा तक- शब़द से सत़़ा तक- की दुडनया मे़बिुत सिजता से मे़- उसके अकािण ऱिेपन के डलए- लड़़जत िोते देिा आिाजािी किते िै़, लेडकन डकसी की धूल-डमट़़ी अपनी िै.‘ यि िि िीिेन िंगिाल िै़डजऩिे़पंकज चतुिद़े ी बनाते शस़़खसयत पि डटकने निी़ देते. यि बच डनकलने की
11 के औि कुछ भी न िो, लेडकन उस धुंध को भी अपनी संिेदना की डिराइनिी मे़ छानने िाले औि उसमे़ भी काव़य-िस़़ुकी पिचान कि लेने िाले कडि को िी िम आशुतोर दुबे के ऱप मे़ जानते-पिचानते आये िै़ जो बिूबी जानता िै डक: ‘जो डदिाई देता िै/उसका अपना भी उजाला औि अंधेिा िोता िै/कभी कभी अंधेिे मे़ भी जाना पड़ता िै/उजालो़की गठाने़िोलने के डलए.’ आशुतोर दुबे ब़यौिो़ के निी़, अनुभूडतयो़ की बािीडकयो़के कडि िै.़ िे ऱप, िस, गंध, स़पश़वऔि डकसी ऐ़ड़दय अनुभडू त के ििाले से डजंदगी को देिते िै.़ आशुतोर दुबे की डबम़ब िचना अनूठी िोती िै. िि अमूत़वनो़ से िेलती िुई भी मनचािे अथ़वगढ़लेती िै. एक कडिता मे़ उसकी पंस़कत को दुििाते िुए किे़तो यि कडिता की देि मे़ एक नयी त़िचा के आने जैसी िाित िै. िे किते िै़, ‘चमकीली डदिती िि चीज दुपििी की तिि ढलने को अडभशप़त िै. कुछ भी ििता निी़, केिल उस पल का सच ििता िै डजस पल िि िोता िै.’ आशुतोर अपनी पीढी के संभित: सबसे मिीन औि बािीक संिेदना के कडि िै़. स़थूलता से कडिता की काया को सदैि दूि ििते िुए उऩिो़ने जीिन औि उसके भाि सौ़दय़वको प़़मुिता दी िै. डपता िोना क़या िोता िै, डपता का अकेलापन डकस तिि सालता िै, उनका िोना न सुनाई देने के क़या मायने िै़, इंतजाि जीिन के अभािो़को डकस तिि से भिता िै, प़़ेम अपनी याद डदलाने से क़यो़बचता िै, प़याि मे़पिल किने के भी डकतने ऊिापोि िोते िै़’ ऐसे तमाम अनुभिो़ को आशुतोर अपने पदबंधो़मे़बांधते िै़. िे अपनी पदिचना मे़ किी़-किी़ डिनोद कुमाि शुक़ल की पद संिचना के डनकट जान पड़ते िै़’ दृश़यो़ को शब़दो़ मे़-प़़तीडतयो़ मे़ बदलने मे़कुशल.
िै़. लेडकन इस िीिेन िंगिाल को बनाते-बनाते पंकज चतुि़ेदी भी कुछ बनते जाते िै़ औि िि दुडनया भी कुछ औि िो जाती िै डजसमे़दोनो़का साझा िै. कडिता, प़याि, साडित़य, कामना, िासना, अिंकाि, डदिािा, शालीनता, औपचाडिकता, डिश़ते, पिंपिा, अध़ययन, डिचाि, आलोचना, ि़़ोध, यथास़सथडत, बेचैनी, सुंदिता- यि सब इन दो चडित़़ो़के बीच तिि-तिि के प़़संगो़से आते ििते िै़ औि नये अथ़व ग़़िण किते िै़. पंकज की अपनी अध़ययनशीलता भी यिां उनकी काफ़़ी मदद किती िै. िीिेन िंगिाल के जीिन-प़़संगो़ औि उनकी डिचािप़़ड़िया के बीच पंकज बीच-बीच मे़ उनकी कडिता भी गूंथते ििते िै़औि उस अडभप़़ाय को औि सािगड़भवत बना देते िै़जो ििां मौजूद िै. अंततः पंकज डलिते िै,़ ‘तुमि़ ािे डलए कोई एक शब़द इस़़ेमाल किने की डििशता िो, तो मै़ किूंगा: अकृड़तम. यिी डसफ़़त तुम़िे़ ड़िंदगी के बेिद क़़िीब लायी औि तुम उसकी मडिमा को पिचान सके. यि मिज 112 पेज की डकताब िै डजसमे़ऐसी 111 डटप़पडणयां दज़विै.़ ये डटप़पडणयां एक ख़़ास अथ़वमे़संसम़ िण ि़ऱि िै़, लेडकन उससे ज़़यादा िे उन अनुभिो़ की पुनि़वचना िै़डजनके दो छोि दो डकिदािो़से बंधे ििे. यि छोटी सी डकताब अपने छोटे-छोटे प़़संगो़मे़िमे़साडित़य, कडिता, डिचाि औि ड़िंदगी के बािे मे़सोचने पि मि़बूि तो किती िी िै, लेडकन सबसे ज़़यादा इस बात की तिफ़़ ध़यान िी़चती िै डक दो मनुष़य कैसे एक दूसिे को देि औि डसिज सकते िै़. यि आलोचना या समीक़़ा निी़िै, शुद़िचना िै जो नििसो़के पाि जाकि एक दसिे़िसमनुष़यता के िस- की सृड़ष किती िै डजसका अकुंठ पान किने के डलए िमे़भी िुद को कुछ बदलना िोगा, अपनी िस सैद़ांडतकी औि संिेदना का डिस़़ाि किना िोगा.
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
एक और सुनहरा दौर
मसनेिा
औि डरल़म को अपने दम पि बॉक़स ऑडरस पि डिट कििाया. कंगना िनौत ने भी यिी कडिश़मा डकया. 'क़िीन' मे़उऩिो़ने अपने असाधािण अडभनय से सबका डदल जीत डलया. इसके बाद 'तनु ़ मनु डिटस़'़ा मे़ एक बाि डरि उऩिो़ने कि ििी िै.़ 'बेिॉच' के ऱप मे़उनको िॉलीिुि ऐसा निी़िै. दश़क व ो़की नयी पीढ़ी भी सामने िेडस हतर मृदल ु शानदाि अडभनय डकया औि यि डरल़म भी की एक डरल़म भी डमल गयी िै. किना न िोगा आ चुकी िै जो डरल़म की किानी औि उसमे़ सु प िडिट ििी. 'िाईिे' मे़ आडलया भट़़ का ि डसनेमा का नया दौि िै. इस दौि मे़ डक इस िक़त बॉलीिुि मे़ उनकी िैडसयत काम कि ििे अदाकािो़ का काम बािीकी से डकिदाि भी भला कोई कैसे भूल सकता िै? िे बिुत सािे बदलाि देिने को डमल ििे िै.़ डकसी नायक से कम निी़ िै. बॉलीिुि के देिती िै. उसे इससे मतलब निी़िै डक िीिो नयी अडभनेड़तयो़ मे़ सि़ाडव धक समथ़विै.़ इसी डिंदी डसनेमा मे़ नाडयकाओ़ की बढ़ती गडलयािो़मे़यि िबि आम िै डक 'क़िांडटको' कौन िै औि िीिोइन कौन. अगि डकसी िीिोइन तिि, 'नीिजा' जैसी बायोडपक डरल़म की अिडमयत को इस बदलाि से जोड़कि देिा के िि एडपसोि के डलए उनको अच़छी-िासी ने शानदाि काम डकया िै तो िे उससे प़भ़ ाडित सरलता का पूिा श़य़े सोनम कपूि को जाता जाना चाडिए. बीते कुछ िऱ़ो़मे़बॉलीिुि की िकम डमलती िै. 'बेिॉच' भी उनके डलए िोते िै.़ 'द िट़़ी डपक़चि' मे़डिद़़ा बालन ने डजस िै. उऩिो़ने डदिा डदया डक िे डबना नायक के िीिोइनो़ ने अपनी डिडशष़़ जगि बनायी िै. किोड़ो की िाडश लेकि आया िै. जोिदाि अपने कंधो़पि डरल़म का बोझ उठा सकती िै़ उऩिे़अपनी प़ड़तभा डदिाने का अिसि तो डमल कमाई किने िाली अडभनेड़तयो़ की कताि मे़ खहं द ी खसने म ा मे ् यह औि उसे सरल किा सकती िै.़ 'तनु िेडस ़ िी ििा िै, साथ िी िे अडभनय की अच़छी- केिल यिी दो िीिोइन निी़िै.़ किीना कपूि, मनु ' औि 'तनु िे ड स ़ मनु डिटस़ ' ा ़ के डनद़ श े ़ क िासी कीमत भी िसूल पा ििी िै.़ डिंदी डसने कैटिीना कैर, आडलया भट़,़ सोनम कपूि, अखिनेख्ियो्का दूसरा सुनहरा आनंद एल िाय का किना िै डक 'आज की ़ ा शम़ाव औि कंगना िनौट भी इस सूची दौर है. खपछले खदनो्ऐसी कई जगत की नाडयकाएं अब नायको़से टक़ि़ ले अनुषक िीिोइन डकसी भी मामले मे़िीिो से कम निी़ मे ़ शाडमल िै.़ ििी िै.़ दीडपका पादुकोण को िी लीडजए: िे िै.़ शत़वएक िी िै डक उऩिे़अच़छी डलिी िुई खफल् म ् े आयी है , ् खजनके के द ् ् मे ् डरल़म अडभनेड़तयो़ की तकदीि िमेशा एक डरल़म की रीस 12 किोड़ऱपये मांग ििी भू औि डनद़श ़े क उन पि भिोसा किे.़ हीरो नही्, िम्लक हीरोइने्है्. अबडमकादश़डमले िै.़ कमाल यि डक यि िाडश उनको डमल भी ऐसी निी़ थी. पिले िे अदाकािी मे़ चािे क व अच़ छ ी किानी औि पिरॉम़स ़े ििी िै. यि नयी शुरआ ़ त उऩिो़ने 'िानी अडभनेता से बीस ििती िो़, लेडकन उनको जो अपने अखिनय के मापदंड देिने जाते िै,़ न डक िीिो औि िीिोइन को.' पद़़ािती' डरल़म से की. संजय लीला भंसाली पाडिश़ड़मक िमेशा कम िी डमलता था. लेडकन चूडं क िीिोइनो़ ने सरलता के नये रर रही है्और खफल्मो्को जैसे शीऱवडरल़मकाि ने इस रीस पि अपनी अब िालात बदल चुके िै.़ अगि स़ड़िप़ट दमदाि प़ ड ़ तमान गढऩे शुऱ कि डदये िै,़ इसडलए मोिि लगा दी. रीस बढ़ाने का एक मकसद िो तो अडभनेड़तयां अपने दम पि डरल़म डिट कामयाि िी िना रही है्. इस उनको केद़ ़मे़ििकि डरल़मे़भी अडधक बनने यि भी िो सकता िै डक केिल ििी डरल़मकाि किाने का माद़़ा भी ििती िै.़ 'द िट़़ी डपक़चि', पखरदृश्य मे्हीरो कही्खपछड् लगी िै.़ इससे डरल़मो़मे़डिडिधता भी िूब बढ़ी ़ मनु डिटस़'़ा, संपक़फकिे़जो अपने प़़ोजेकट़ को लेकि गंभीि 'किानी', 'क़िीन', 'तनु िेडस िै. डकिदािो़की गडिमा का पूिा ध़यान ििा जाने गया है. िो़. यि िबि भी सुडि ़ यव ो़मे़िै डक अंतििाष़़ीय 'एनएच 10', 'िाइिे', 'एंग़ी इंडियन गॉिेस' लगा िै. इसका रायदा पडिणीडत चोपड़ा, पड़़तका ‘रोब़स’व़ ने उनको सबसे ज़यादा रीस औि 'नीिजा' जैसी अनेक डरल़म िै़ डजनमे़ िायना पेट़ ी, िानी कपूि, इडलयाना डििूज ़ लेने िाली दुडनया की शीऱव10 नाडयकाओ़मे़ िीिोइन की भूडमका प़भ़ ािशाली थी औि ये अंदाज मे़ डसल़क स़समता से प़ड़ेित डकिदाि औि भूडम पेिणेकि जैसी नयी पीढ़ी की डरल़मे़बॉक़स ऑडरस पि भी कमाल डदिाने डनभाया, िि अपनी अलग छाप छोिऩे मे़ शाडमल डकया िै. मे ़कामयाब ििी़. कामयाब ििा. एक गिीब पडििाि की लिक़ी अडभनेड़तयो़को डमल ििा िै. बीच मे़लग ििा अडभनय के डलए यि मोटी िकम केिल दिअसल अब दश़क व ो़का मानस भी बदल के बेइडं तिा संघऱवके बाद सरल िीिोइन बनने था डक ये अडभनेड़तयां एक-दो डरल़मे़ किके दीडपका को िी निी़डमल ििी िै, बस़लक ड़प़ यंका व सोचते औि डरि त़़ासद अंत की किानी ने दश़क व ो़को िजत पट से गायब िो जायेग़ ी, लेडकन ऐसा चोपड़ा भी उनकी िाि पि िै.़ अमेडिकी डसिीज चुका िै. कुछ समय पिले तक दश़क निी़ िुआ. इसकी िजि केिल यि िै डक 'क़िांडटको' के बाद उनकी शोिित भी बुलडं दयो़ थे डक अकेली िीिोइन डकसी डरल़म को अपने झकझोि डदया था. इसके बाद उऩिो़ने 'किानी' डनम़ातव ाओ़का सोच बदल चुका िै. िे जान गये पि िै. िे इस सीडियल के दूसिे भाग मे़भी काम नाजुक कंधो़ पि निी़ ढो सकती. पिंतु अब डरल़म मे़एक बाि डरि शानदाि अडभनय डकया िै़ डक बडढय़ा स़ड़िप़ट िो तो अडभनेड़तयां भी सरलता की गािंटी साडबत िो सकती िै.़ पडिणीडत चोपड़ा इन डदनो़ 'मेिी प़यािी डबंद'ू औि 'तकदुम' जैसी डरल़मो़मे़काम कि ििी िै.़ इनमे़उनके सामने कोई बड़ा स़टाि निी़िै. ििी़भूडम पेिणेकि के पास 'मनमड़जयव ां' िै तो िानी कपूि यशिाज बैनि की 'बेडरिे'़ मे़काम कि ििी िै.़ िायना पेट़ ी ने िाल िी मे़डिलीज िुई डरल़म 'िैपप़ ी भाग जायेगी' मे़शीऱवभूडमका डनभायी िै. उऩिे़देिकि लगता िै डक प़ड़तभा की कोई कमी निी़िै, जऱित िै तो बस सिी मौके की. इस बािे मे़ ट़ि ़े डिशेरज़़ कोमल नािटा किते िै,़ 'अब मडिला-प़ध ़ ान डिरय आगे आ ििे िै,़ तो इसकी िजि यिी िै डक दश़क व िीिोइनो़ को लीि िोल मे़ देि ििे िै़
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औि सिाि ििे िै.़ नये डनद़श ़े को़ने िीिोइनो़को दमदाि िोल देने का जो बीड़ा उठाया था, यि उसी का सकािात़मक पडिणाम िै.' अडधकांश बॉलीिुि डनद़श ़े क इस बात को समझ चुके िै़ डक िक़त बदल गया िै. अब िीिोइनो़ को लेकि कोई पूिगव़ ि़ निी़ चल पायेगा. िे उतनी िी प़भ़ ािशाली िै,़ डजतने डक िीिो. िीिो भी इस सच़़ाई को डबना डकसी संकोच के स़िीकािने लगे िै.़ अडमताभ बच़ऩ जैसे मिानायक ने तक स़िीकाि डकया िै डक डरल़म 'पीकू ' की सरलता का सबसे बड़ा कािण दीडपका पादुकोण का बेितिीन पिरॉिमेस ़ था. िे तो डसऱफसिायक भूडमका मे़ िी थे. सुपि स़टाि शािऱि िान अपनी आगामी डरल़म 'डियि डजंदगी' से इसडलए आश़स ़ ़नजि आ ििे िै़डक उसमे़आडलया भट़़जैसी नयी पीढ़ी की िीिोइन उनके साथ िै.़ दड़़कण के जाने माने डनद़श ़े क ए.आि.मुरग़ दॉस भी अपनी नयी डिंदी डरल़म 'अकीिा' से संतष ु ़ नजि आ ििे िै,़ क़यो़डक इसमे़सोनाक़़ी डसऩिा ने बेसट़ पिरॉिमेस ़ दी िै. केतन मेिता की अगली डरल़म 'िानी लक़म़ ीबाई' िै, डजसमे़िानी लक़म़ ीबाई की लीि भूडमका कंगना िनौट को सौ़पी गयी िै. यि केतन मेिता की सबसे मित़िाकांक़ी डरल़म िै. 'शाडिद' औि 'अलीगढ़' जैसी डरल़मे़दे चुके िंसल मेिता ने भी कंगना िनौट को लेकि डरल़म 'डसमिन' शुऱकी िै. उऩिे़पता िै डक कंगना अपने डकिदाि को डिश़स ़ नीय बनाने के डलए कोई कसि निी़छोिऩ़ेिाली िै.़ यि डरल़म अकेले उऩिी़ के कंधो़ पि डटकी िै. िंसल मेिता किते िै,़ 'अब मडिला-प़ध ़ ान डरल़मो़ का एक नया दौि शुऱ िो चुका िै. मडिलाये़िि क़त़े ़मे़अपने झंिे गाड़ििी िै,़ तो भला िे बॉलीिुि मे़पीछे क़यो़ििेग़ ी? िालांडक इस पोजीशन तक पिुच ं ने के डलए उऩिे़कारी संघऱवकिना पड़ा िै, लेडकन उऩिो़ने िि मोड़ पि अपनी काडबडलयत साडबत की िै.' डिंदी डसनेमा का िीिो किी़पीछे छूट गया लगता िै. डरल़मो़ के तीन िान बंधओ ु -़ आडमि, शािऱि औि सलमान- का साम़़ाज़य िोल ििा िै िालांडक िे उसे बनाये ििने की जीतोड़ कोडशश कि ििे िै.़ अजय देिगन, अक़य़ कुमाि जैसे िीिो भी पुिाने पड़चले िै.़ िास बात यि िै डक नयी िीिोइनो़के साथ आने िाले िीिो अपनी बड़ी पिचान बनाने मे़ अभी तक नाकाब िै़ औि िे डरल़म के डिट िोने की गािंटी भी निी़ दे सकते िै.़ इसडलए डरल़म डनद़श ़े क नाडयकाओ़पि ज़यादा भिोसा कि ििे िै.़
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10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
सिीश जायसवाल
उदारसयोंका एक शहर
पय्ाटन
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सा
डित़य की अंकक े ण ़ डिडध ने भले िी िॉ. धम़िव ीि भािती के उपऩयास 'गुनािो़का देिता' को िाडिज कि डदया लेडकन इस उपऩयास ने इलािाबाद की संिदे नात़मक अनुभडू तयो़को डिंदी साडित़य मे़सिेजने का काम डकया िै. इलािाबाद डिश़ड़िद़़ालय, डसडिल लाइंस औि कॉरी िाउस मे़ उन अनुभडू तयो का स़पश़व आज भी सघन िै. कॉरी िाउस तो इन अनुभडू तयो़का केद़ ़िी िै. डजस समय मैऩ े डलिना शुऱडकया था, उस दौि मे़ कॉरी िाउस जानेमाने बौस़घघको़औि साडित़यकािो़का अड़़ा िुआ किता था. कभी-कभाि अमृत िाय, िॉ. डिजय देि नािायण सािी, िॉ. भािती, कमलेशि़ , माक़ि ़ं ये , निेश मेिता, िॉ. लक़म़ ी नािायण लाल, डरिाक गोििपुिी जैसे लोगो़को एक साथ देिने को डमल जाता था जो सुिद था. मेिे इन अनुभिो़ उन तमाम बड़े लोगो़ की छोटी-छोटी तुनकडमजाडजयां भी शाडमल िै़ जो आज डकसी डकस़से किानी की तिि डदलचस़प प़त़ ीत िोती िै.़ इन लोगो़से अलिदा भी कोई एक ऱआबदाि व़यस़कत ििां आया किते थे. अकेले आते थे औि अकेले िी बैठते थे. उनकी टेबल के साथ केिल दो कुडस ़ यव ां लगती थी़। लेडकन मैऩ े कभी दूसिी कुस़ी पि डकसी को बैठे निी़देिा. िे नाटे कद, पक़़ी उम़़औि पके़िंग िाले शख़स थे. सुनििे फेम़ िाला उनका चश़मा उनके पके़ िंग पि अलग िी चमकता था. उनके िाथ मे़ िाडलस सी़ग की एक मिंगी छड़ी िोती थी जो मुझे गैि जऱिी लगती थी औि ज़यादा से ज़यादा उनकी शान बढ़ाने का जडिया भी नजि आती थी. अघ़घे का चुनऩ टदाि कुता़,व पिमसुि की धोती औि पैिो़मे़ मिंगे पंप शू, यानी पुिाने िईसो़की पोशाक. इसके ऊपि 'लाल इमली' के मशिूि 'सज़'व की गाढ़े नीले िंग की 'िास़कटे ' मुझे िो एक सशक़त कथा पात़़डदिते थे. इसडलए मै़ििां उनके आने जाने औि बैठने पि पूिा ध़यान देता था. पता निी़क़यो़मुझे लगता डक उनके िास़कटे की भीतिी जेब मे़जऱि सोने की चेन िाली जेबघड़ी िोगी. उन डदनो़कॉरी िाउस मे़ ि़़ीम कॉरी भी डमलती थी जो मिंगी िोती िै. उनके डलये ििी आती थी. ि़़ीम कॉरी की पूिी ट़.़े उनका पीने का अंदाज भी िईसाना था. िि पिले पूिी ि़़ीम कप मे़ िाल देते औि बची िुई जगि मे़कॉरी भिते. मैऩ े अपने डलये बांयी ओि डिड़ी के साथ िाली टेबल िडथया ििी थी. उस डिड़की से बड़े चौिािे पि गुलाबी पत़थिो़ िाला एक सुदं ि चच़व नजि आता था. सड़दयव ो़ की सुबि मे़डिड़की से इस चच़वको देिना गजब अनुभि िोता था. सद़़ी के उन डदनो़का आसमान कांच की तिि चच़वके ऊपि तना ििता था. कांच के आसमान पि कपास के सरेद रािे तैिते ििते औि सुबि की कोमल धूप मे़चच़वके गुलाबी पत़थि डिल ििे िोते. ठीक इसी समय कॉरी िाउस िुलता था. दड़़कण
भाितीय चंदन की अगिबत़़ी का धुआ ं ििां लििाता नजि उनकी इस उपस़सथडत मे़िि समय भी शाडमल था जब िमािा आता औि उसकी िुशबू दूि तक छा ििी िोती. पडिचय था. अब ििां केिल अपडिचय बसता िै. कुलडमलाकि डकसी मंडदि का सा मािौल नजि आता. गुनािो़का देिता मे़पैलस े डसनेमा का उल़लि े डमलता इलािाबाद का कॉरी िाउस अंगज ़े ी डदनो़की शानदाि िै. ििां की बालकनी की डपछली कताि मे़बैठकि िी चंदि दिबािी डबस़लिंग के एक डिस़से मे़लगता िै.़पिले इसकी छते़ औि सुधा ने एक अंगज ़े ी डरल़म देिी थी डजसका नाम िैिूब ऊंची थी़औि दििाजे मेििाब िाले. सुबि के समय सेलोमी, व़िये ि शी िांसि़ . ििां की कुडस ़ यव ां सिी मायनो़मे़ जब भीड़ निी़ िोती तो ििां एक अलग डकस़म की शांडत शािी औि आिामदे थी़. मैऩ े अपनी डकशोि डजज़़ासा के िोती. इस ठििी ु ई शांडत मे़ ऊंची छत औि मेििाब िाले अधीन कई बाि उन कुडस ़ यव ो़की डशनाख़त किने की कोडशश दििाजे िॉल को डकसी ग़़ीक डथयेटि जैसा स़िऱप प़द़ ान कि की डजन पि बैठकि उपऩयास के नायक-नाडयका ने डरल़म देत.े िालांडक अब िालात बदल गये िै.़ नीची राल़स सीडलंग देिी थी. िैि, अब ििां एक आधुडनक मॉल िड़ा िै औि ने पुिानी छत की ऊंचाई कम कि दी उन कोमल स़मडृ तयो़ के डलये अब िै. अपनी पुिाई ऊंचाइयो़ को नीचा इलाहािाद एक समय खहंदी कोई जगि निी़िै. डदिाने के िमािे पास कई तिीके आ लेडकन उन कोमल स़मडृ तयो़की साखहत्य का मक््ा हुआ गये िै.़ यि भी उनमे़ से िी एक िै. नाडयका सुधा के साथ बाद के डदनो़ उस डिड़की को भी बंद कि डदया करता था, खजसका एक प््तीक मे़ मेिी कई मुलाकात ििी़. गया िै जिां से कभी गुलाबी पत़थिो़ खसखवल लाइंस का कॉफी अडिभाडजत मध़य प़द़ श े के डशक़़ा िाला चच़वनजि आता था. अब ििां की एक उच़स ़ ि़ ीय बैठक मे़ हाउस था.अि शहर की वह डिभाग अंधिे े का िाज िै. इधि के 2-3 सालो़ उनके साथ मै़भी सदस़य था. लेडकन मे़मेिा बिाबि इलािाबाद जाना िुआ रौनक ित्म हो गयी है और उऩिो़ने िमेशा मुझे मना डकया डक मै़ िै. कॉरीिाउस िि बाि थोड़ा औि इलाहािाद एक उदास तस्वीर उनमे़ सुधा को न देि.ूं उस कथा ििाब िोता जा ििा िै. ऐसा लगता िै नाडयका का एक कथात़मक अंत िुआ की तरह है. मानो िि डकसी अिसाद मे़िूब ििा जो दुिद था. िो. यि बात मन को बिुत उदास डसडिल लाइंस की मशिूि किती िै. चंदल ़ ोक डबस़लिंग के एक डिस़से मे़किानी का काय़ाल व य था अब कॉरी िाउस के बगल मे़डिश़़भािती प़क ़ ाशन जिां मै़अपने समकालीनो़के साथ अड़ब़े ाजी किता था. ििां औि उपेद़ ऩ ाथ अश़क का नीलाभ प़क ़ ाशन भी निी़िै. अश़क िम जब भी सतीश जमाली को देिते तो उऩिे़उठाकि नीचे जी के निी़ििने के बाद भी नीलाभ प़क ़ ाशन एक डठकाना ले आते. नीचे लक़म़ ी बुक िाउस मे़ थोड़ी देि तक पत़-़ था जिां िम उनसे, उनकी मौजूदगी से डमल सकते थे. पड़़तकाये़ औि पुसक ़ े़ देिते डरि सामने सेट़ ल बैक ़ के सामने डकसी ठेले पि चाय िोती. इन जगिो़ पि अक़सि सिदाि बलिंत डसंि, ििी़द़काडलया, दूधनाथ डसंि औि बाद के डदनो़मे़अब़दल ु डबसडमल़लाि से डमलना िो जाया किता. ज़़ान िंजन से मेिी शुिआती मुलाकाते़भी सतीश जमाली की इऩिी़मजडलसो़मे़िुई. बाद मे़ििां डिद़़ाधि शुकल ़ भी आने लगे. िि आलोचना पि एक अडनयतकालीन पड़़तका का लेिन औि संपादन डकया किते थे. उनके बाद उनके लेिन का क़या िुआ पता निी़. लेडकन िे जब तक ििे अपने तेििो़ के साथ िी ििे. उनको ििीििी बाते़किने मे़ित़़ी भि भी डलिाज निी़िोता था. इलािाबाद के िे डदन औि उन डदनो़की यादे़न केिल सिेजने की िै़बस़लक उनको साझा किने का मन भी किता िै. भाितीय िेल के एक अडधकािी तनििी िसन इन डदनो़ मेिे संपक़फमे़िै.़ िे साडित़य मे़अपना मुकाम बना ििे िै.़ इस बाि तनिीि मेिे साथ थे. यि अच़छा भी ििा. पुिाने डदनो़मे़ जाने के डलये अपने समय का कोई साथी डमल जाये तो उदाडसयो़का िि बिुत कम िो जाता िै. जिां किानी का काय़ाल व य था, िि ऐसी िी एक पुिानी जगि िै. मै़तनिीि
को कभी निी़बताऊंगा डक मैऩ े उनको अपना िि दूि किने के डलये साथ डलया था. किानी के संपादक श़़ीपत िाय थे लेडकन िे डदल़ली मे़ िी ििते थे. यिां पूिा काम सतीश जमाली संभालते. आधुडनक डचत़क ़ ला मे़श़़ीपत िाय का बड़ा नाम था. किानी के प़त़य़ क े अंक के आििण पृषï़ पि उनकी कोई न कोई डचत़क ़ डृ त प़क ़ ाडशत अिश़य िोती थी. िि पेड़टंग से िोने िाली आय का एक डिस़सा भी किानी के प़क ़ ाशन पि िच़वकि ििे थे. लेडकन किानी के दफ़ति मे़िमे़सऩनाटा डमला. नीचे लक़म़ ी बुक िाउस मे़तोिफ़ोड़चल ििी थी. तोिफ़ोड़कैसी भी िो, िि उदास िी किती िै. डकंगस ़ मेडिकल िाली कताि मे़एक नीलामी घि िुआ किता था. इंडियन कॉरी िाउस के अलािा यि नीलामी घि भी डरिाक के आने िाली जगिो़मे़शुमाि था. डरिाक सािब चेन स़मोकि थे. उनके व़यस़कतत़ि का ऱआब गजब िी था. उनकी अंगडु लयो़मे़एक जलती िुई डसगिेट िमेशा रंसी ििा किती. डसगिेट पीने का उनका अलग तिीका था. यि तिीका उनके ऱतबे से न केिल मेल िाता बस़लक उसमे़ इजारा भी किता. लेडकन इस बाि मुझे िि नीलामी घि भी नजि निी़आया. या तो िि टूट गया या डरि शायद मुझे िी नजि निी़आया. यि भी कि सकते िै़डक मै़इलािाबाद को िोज ििा था लेडकन िि मुझे निी़डमल पा ििा था. किानी के दफ़ति के आगे िाला चौिािा, ि़़ास़थिेट िोि चौिािा किलाता िै. उसके दांये औि बांये ओि स़सथत गडलयो़मे़मेिदं ी के बाड़ो़औि गुलाब की िंगीन क़याडियो़ िाली छोटे लेडकन िूबसूित कॉटेज िुआ किते थे. शायद पम़मी उऩिी़ मे़ से डकसी एक मे़ ििती िोगी. ििी पम़मी डजसका भाई पागल था...औि िां, ििां पैलस े डसनेमा मे़भी पम़मी सुधा औि चंदि के साथ थी. एक बाि मन डकया डक उस कॉटेज को ढूढं ़ेऔि ििां जाकि उसे बता दूं डक सुधा अब निी़ििी. लेडकन इस इलािाबाद मे़तो पुिाना कुछ डमल िी निी़पा ििा िै. शायद पम़मी भी कारी बूढ़ी िो चुकी िोगी. पता निी़उन डदनो़की बात उसे याद भी िोगी डक निी़. पता निी़अब िि िोगी भी या निी़. ज़़ान िंजन िमािे समय की डिंदी किानी के एक बड़े िस़़ाक़ि़ िै.़ अभी कुछ समय पिले िायपुि मे़ उनको मुसक़ तबोध सम़मान डदया गया. िापसी मे़डबलासपुि िेलिे स़टश े न पि उनसे एक मुखत़ सि सी मुलाकात िुई थी. िमने इलािाबाद मे़उन डदनो़का तलाश किने की कोडशश की जो साठोतिी डिंदी किानी का भिोसेमदं समय था. लेडकन अब िे लोग निी़ ििे डजनसे उस समय का भिोसा तैयाि िोता था. ििी़द़काडलया अब निी़ििे. सतीश जमाली ने इलािाबाद छोड़डदया. दूधनाथ नजि निी़आते. अब एक अपडिचय िै जो इलािाबाद मे़ििता िै औि िि उदास किता िै. इलािाबाद भी अब उदास किता िै. (लेिक जाने-माने कथाकाि िै.़)
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नयी दिल्ली. देश मे़ जलाशयो़ का जलस़ति किीब दो प़़डतशत नीचे चला गया िै. 9 माच़वको जािी डकये गये एक आंकड़ेके अनुसाि, देश के 91 मुख़य जलाशयो़ मे़ किीब 60.906 बीसीएम जल पाया गया िै. यि इन जलाशयो़ की क़़मता का मात़़ 39 प़़डतशत िी िै. ऐसे मे़ ये आंकड़े कारी चौ़काते िै़. डपछले िऱवयि माच़वमिीने मे़िी 41 रीसदी दज़वडकया गया था. के़द़ीय जल आयोग के आंकड़ेबताते िै़ डक इस िऱव पंजाब, िाजस़थान, झाििंि, ओडिशा, पश़डचम बंगाल, गुजिात, मिािाष़ट़,़ उत़ति प़़देश, उत़तिािंि, मध़य प़़देश, छत़तीसगढ़ औि तेलंगाना सडित आंध़ प़़देश मे़ जल भंिािण की स़डथडत डपछले िऱव के मुकाबले कारी अच़छी ििी िै. िालांडक, आयोग की सूची मे़ डिमाचल प़़देश, ड़़तपुिा, आंध़प़द़ श े , कऩाटव क, केिल औि तडमलनािु मे़ जल भंिािण की स़डथडत डपछले िऱव के आंकड़ो़से डपछड़गये िै़. 9 माच़व, 2017 को दज़वडकया गया यि
पूजा तसंह
10 मार्ष - 16 मार्ष 2017
देश मे् गहरािा जलसंकट
जलस़़ि डपछले िऱव की इसी अिडध के भंिािण का 132 औि डपछले दस िऱ़ो़ के औसतन भंिािण का 101 रीसदी िै. इन सभी जलाशयो़ के भंिािण की कुल क़़मता 157.799 बीसीएम िै. बता दे़डक देशभि के जलाशयो़के भंिािण की क़़मता 253.388
बीसीएम िै. इन 91 जलाशयो़ के अडतडिक़त 37 जलाशयो़ से 60 मेगािाट से ज़यादा डबजली का उत़पादन डकया जाता िै. देश के उत़तिी क़़ेत़जैसे डिमाचल प़़देश, पंजाब औि िाजस़थान के किीब छि जलाशय केद़ ़ीय जल आयोग की डनगिानी मे़िै.़ इनकी
अब मधंयपंंदेश पहुंचा आईएस
भोपाल. मध़य प़़देश एटीएस का किना िै डक भोपाल-उज़़ैन पैसे़जि मे़ िुए धमाके से जुड़े आतंकी आईएसआईएस के संपक़फमे़िै़. एटीएस ने भोपाल मे़अदालत से किा डक ये सोशल मीडिया के जडिये आईएसआईएस के गिन संपक़फ मे़ थे. एटीएस को डिस़रोट स़थल की जांच के दौिान कुछ पच़़े डमले िै़ डजन पि पि आईएसआईएस के नाम के साथ डलिा िै, अब िम भाित मे़ िै़. उधि, प़़देश के मुख़यमंत़ी डशििाज डसंि चौिान ने भी किा डक आतंडकयो़ने धमाके के पिले बम ििने की तस़िीिे़सीडिया भेजी थी़. एटीएस सूत़ो़ के मुताडबक अभी तक इनको डकसी तिि की रंडिंग िाडसल निी़िो पायी थी लेडकन उम़मीद थी डक धमाको़ के बाद उऩिे़डिदेशी रंडिंग डमलने की शुऱआत िो जाती. जानकािी के मुताडबक
आईएसआईएस के सामने अपनी काडबडलयत डदिाने के डलए आिोडपयो़ने यि धमाका डकया था. सूत़ो़के मुताडबक संडदग़धो़ ने पुडलस को बताया डक ये धमाका केिल एक पिीक़़ण था. असली धमाका आगामी 27 माच़वको डकया जाना था. घटना के कुछ िी घंटे बाद ब़लास़ट के तीनो़संडदग़धो़दाडनश, मीि िुसनै , आडतर को िोशंगाबाद डजले मे़ डपपडिया के पास एक टोल नाके के पास से डगिफ़ताि कि डलया गया था. तीनो़ पंचमढ़ी की तिर जा ििे थे. अब उनको 23 माच़वतक की डिमांि पि भेज डदया गया िै. सूत़ो़ के मुताडबक पूछताछ मे़ तीनो़ ने बताया डक िे लिनउ मे़ मुठभेड़ मे़ मािे गये कडथत आतंकी सैरुल़ला से तीन साल से पडिडचत थे. सैरुल़ला िी उऩिे़आईएसआईएस के बािे मे़ बताता था, िालांडक उत़़ि प़़देश ने सैरुल़ला का आईएसआईएस से डकसी भी तिि का
कैशिेस की राह पर लिश्िलिद््ािय
दशमला. पंजाब डिश़िडिद़़ालय के बाद डिमाचल प़़देश के डिश़िडिद़़ालय भी कैशलेस िोने की िाि पि अग़़सि िै़. डिमाचल प़़देश के चांसलि आचाय़व देिव़़त ने बीते डदसंबि माि मे़िाज भिन मे़ इस संदभ़वमे़एक बैठक भी बुलाई थी. इसमे़ इस पि चच़ाव की गयी थी डक डिश़िडिद़़ालयो़ को डकस तिि से कैशलेस बनाया जा सकता िै. इस बैठक मे़प़़देश के डिश़िडिद़़ालयो़ के िीसी ि कई बै़को़ औि आिबीआई के िडिष़ठ अडधकािी मौजूद थे. इसके तित तय डकया गया था डक सबसे पिले सभी छात़़-छात़़ाओ़ को कैशलेस की िाि अपनाने की सलाि दी जायेगी. ििी़, काय़ावलय मे़ काय़वित बाबुओ़ को इसका
RNI- DELHIN/2015/ 65658
उडचत प़़डशक़़ण देकि उऩिे़कैशलेस प़़णाली को सरल बनाने के डलये प़़ेडित डकया जायेगा. इस बीच यि भी तय डकया गया था डक एसबीआई, यूको बै़क, पंजाब नेशनल बै़क ि कोऑपिेडटि बै़क के अडधकािी डिद़़ाड़था़यो़ को इसका प़़डशक़़ण दे़गे. इसके तित यि भी तय डकया गया था डक ये प़़डशड़़कत बच़चे अऩय लोगो़ को कैशलेस प़़णाली को अपनाने का प़़डशक़़ण दे़गे. साथ िी, छुड़टयो़के समय ग़़ामीण क़़ेत़ो़मे़जाकि लोगो़को कैशलेस िोने का रायदा डगनाये़गे औि समझाये़गे. िुशी की बात यि िै डक कारी िद तक प़़देश मे़ इन योजनाओ़ को सरल बना डलया गया िै.
कुल भंिािण क़़मता 18.01 बीसीएम िै. िालांडक, इस बाि इसमे़कुल 4.70 बीसीएम जल भंिािण दज़व डकया गया िै. बता दे़ डक डपछले िऱव इसी अिडध मे़ यि भंिािण 28 प़़डतशत दज़व डकया गया था जबडक इस िऱव यि 26 रीसदी िै. ििी़, पूि़ी क़़ेत़ के झाििंि, ओडिशा, पश़डचम बंगाल औि ड़़तपुिा मे़ कुल 15 जलाशय िै़. इनकी भंिािण क़़मता 18.83 बीसीएम िै. इस बाि इन जलाशयो़ मे़ कुल 11.51 बीसीएम जल का भंिािण दज़वडकया गया िै. यि इनकी कुल क़़मता का 61 प़़डतशत िै. डपछले िऱव यि आंकड़ा 44 रीसदी दज़वडकया गया था. इन प़़देशो़के ये आंकड़ेकारी सकािात़मक नजि आ ििे िै़. ििी़, पश़डचमी क़़ेत़ जैसे गुजिात ि मिािाष़ट़़ मे़ कुल 27 जलाशय के़द़ीय जल आयोग के अधीन िै़. यिां कुल 27.07 बीसीएम जल भंिािण की क़म़ ता िै. इसमे़से इस िऱव 13.61 बीसीएम जल भंिािण का आंकड़ा दज़व डकया जा सका िै. डपछले िऱव
इन िाज़यो़ मे़ कुल 26 प़़डतशत जबडक इस साल जल भंिािण का आंकड़ा 47 रीसद पाया गया िै. इसी ि़़म मे़ मध़य क़़ेत़ के उत़ति प़़देश, उत़तिािंि, मध़य प़़देश औि छत़तीसगढ़ मे़ कुल 12 जलाशयो़ की देििेि का डजम़मा जल आयोग पि िै. यिां कुल 42.30 बीसीएम जल भंिािण कि सकने की क़़मता िै. मगि इस साल इन सूबो़मे़क़़मता का 51 प़़डतशत यानी 21.72 बीसीएम जल का भंिािण डकया जा सका िै. डपछले िऱव यि आंकड़ा 36 रीसदी था. ििी़, दड़़कणी क़़ेत़ के आंध़ प़़देश, तेलंगाना, कऩावटक, केिल औि तडमलनािु के 31 जलाशयो़ का के़द़ीय जल आयोग डजम़मा उठाता िै. यिां कुल 51.59 बीसीएम जल की भंिािण क़़मता िै. इस िऱवयिां इस क़़मता के मात़़ 18 रीसदी जल का िी भंिािण दज़व डकया गया िै. डपछले िऱव यिां कुल 20 प़ड़तशत जल का भंिािण दज़वडकया गया था.
दरंंिण मेंगहराता सूखा
डिश़ता िोने से सार इनकाि डकया िै. इस बीच नेशनल इऩिेस़सटगेशन टीम भोपाल पिुंच गयी िै. उसने मामले की जांच शुऱ कि दी िै. उधि, माकपा की मध़य प़़देश इकाई के सडचि बादल सिोज ने डिस़रोट को अत़यंत गंभीि घटना बताते िुए किा डक प़़देश अब तक आतंकी गडतडिडधयो़ से पूिी तिि सुिड़़क ििा आया िै. उऩिो़ने किा डक अगि इस मामले मे़ पुडलस द़़ािा दी गयी जानकािी सिी िै तो यि बिुत डचंडतत किने िाली बात िै. गौितलब िै डक कुछ िी अिसा पिले सेना के िुडरया तंत़ की जानकािी पि पाडकस़़ानी िुडरया एजे़सी आईएसआई के डलए काम किने िाले एक डगिोि को पकड़ा गया था. इन डगिोिो़ के आपसी संबंधो़ की भी समुडचत जांच िोनी चाडिये ताडक भडिष़य मे़इस तिि की घटनाये़ दोबािा निी़िो़.
चेन्नई. दड़़कण भाित के िाज़यो़मे़सूिा का प़़कोप बढ़ता जा ििा िै. इस िऱवगम़़ी के मौसम मे़ कई स़थानो़ पि लोगो़ को भूजल स़ति के नीचे आने की समस़या का सामना किना िोगा. तडमलनािु मे़ यि समस़या कारी अडधक बढ़गयी िै. प़़शासन स़ति पि अडधकाडियो़को अभी से िी यि डचंता सताने लगी िै. के़द़ीय जल आयोग (सीिब़ल़यूसी) के
आंकड़ो़के मुताडबक, जल संकट का सामना किने िाले िाज़यो़की सूची मे़तडमलनािु के कऩावटक मे़ समस़या अडधक गििी िै. यिां जल संचयन की 48 रीसदी कमी िै. कऩावटक औि केिल के जलाशयो़मे़ि़़मश: 37 औि 31 रीसदी जल की कमी िै. िालांडक, दड़़कण के िाज़यो़मे़डसऱफतेलंगाना िाज़य के जलाशय मे़िी पय़ावप़त जल िै. यिां सामाऩय तौि पि डजतने जल की जऱित िै उससे 71 प़़डतशत अडधक जल िै. यिां के जलाशयो़मे़10 से 20 िऱ़ो़के डलए पय़ावप़त जल िै. इन सूिा प़़भाडित िाज़यो़ मे़ रैले 27 जलाशयो़मे़सामूडिक पानी का भंिािण 20 डदनो़के भीति लगभग 100 िजाि डमडलयन क़यडू बक रीट (टीएमसीएरटी) कम िो गया िै. ऐसे मे़ आने िाले मिीनो़ मे़ पीने औि डसंचाई की समस़या गििाने की स़डथडत नजि आ ििी िै.
इरोम के चुनाव मे् उतरने का कारण है प्म्े
इंफाल. यि भाित िै. यिां िाजनेताओ़ का डनजी जीिन का चुनाि मे़व़यापक असि पड़ता िै. मगि मडणपुि मे़ सामाडजक काय़वकत़ाव से िाजनेता बनी़ इिोम शड़मवला अपने डनजी जीिन के चलते चुनाि मैदान मे़ उतिी िै़. िि लंबे अिसे से गोआ मे़ जऩमे ड़़बडटश मूल के डनिासी िेसमां ़ ि कोडटऩिो से डिलेशनडशप मे़िै.़ बता दे़ डक इिोम किीब 16 साल से अनशन पि थी़. बीते िऱव अगस़त माि मे़ इऩिो़ने इस अनशन को ित़म डकया था. इसके बाद उऩिो़ने मडणपुि के थौबल डिधानसभा क़़ेत़ से चुनाि मे़ उतिने का रैसला लेते िुये डििोधी दलो़को चौ़का डदया था. मडणपुि मे़चुनाि सम़पऩन िो चुके िै.़ अब
इिोम के भाग़य का रैसला ईिीएम मे़कैद िो चुका िै. िालांडक, इिोम के किीबी किे जाने िाले कोडटऩिो ने चुनाि लड़ने का डििोध डकया था. उऩिो़ने इिोम से किा था डक यडद िि चुनाि लड़े़गी तो अपनी िाि से भटक जायेग़ ी. इसके जिाब मे़इिोम ने उऩिे़सॉिी किते िुए चुनाि लड़ने का रैसला डकया था. इस बािे मे़एक मानिाडधकाि काय़क व त़ाव का किना िै डक मडणपुि मे़ इिोम की छडि यिां की मदि टेिस े ा की तिि िै. कोडटऩिो ने बडे िी असंिैधाडनक तिीके से इिोम को चुनाि न लड़ने के डलये किा था जबडक सभी जानते िै़डक चुनाि पडिणाम के बाद संभािना िै डक िे दोनो़ शादी भी कि लेग़ .े िालांडक,
यिां के लोगो़को दोनो़का डिश़ता कुछ िास पसंद निी़ िै. मगि ऐसा सोचने िालो़ की संखया ़ बिुत कम िै. इससे इति एक अऩय सामाडजक काय़वकत़ाव का किना िै डक कोडटऩिो ने िी शड़मल व ा को अनशन तोड़िाकि चुनाि लड़ने के डलये प़़ेडित डकया था. इस ि़़म मे़ कुछ लोग यि भी बताते िै़ डक कोडटऩिो जैसे िी उनके अऩय सलािकाि इिोम को उद़श़े य़ से भटका सकते िै.़ िालांडक, अब सबकी नजि आने िाले चुनाि पडिणामो़पि डटकी िुई िै. ििी़, सभी इस 44 िऱ़ीया सामाडजक काय़क व त़ाव के डििाि के डलये भी उत़सुक िै.़ आडििकाि, यि उनके संघऱपव ण ू व़ जीिन मे़ िुशी का अिसि जो िोगा.
स़ित़िाडधकािी, प़़काशक औि मुद़क: क़़मता डसंि के डलए अमि उजाला पस़बलकेशंस डलडमटेि, सी-21, 22, सेक़टि-59, नोएिा, उत़़ि प़़देश से मुड़दत एिं दूसिी मंडजल, बी-146, िडिनगि आश़़म, नयी डदल़ली- 110014 से प़़काडशत. संपादकः अंबिीश कुमाि (पीआिबी अडधडनयम के तित समाचािो़के चयन के डलए डजम़मेदाि) सभी कानूनी डििादो़के डलए ऩयाय क़़ेत़डदल़ली िोगा. संपक़फ: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com