Shukrawaar newspaper 24 february 02 march 2017 medium resolution (1)

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नये दौर रंे वरज्ा​ा और सावहबां पेज- 13

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वर्ष 2 अंक 16 n पृष्: 16 n 24 फरवरी - 02 मार्ष 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5

खेल बिगाड़ती बिंदू वाबिनी

शुकि् ार संिाददाता

लखनऊ. पूवा्च ा् ल मे् कई सीरो् पर भाजपा को चुनौती देने के नलए नशवसेना के िैनर तले नहंदू युवा वानहनी के कनरत काय्क थ त्ाथ मैदान मे्उतरे हुए है.् ऐसे मे्भाजपा को इन क्त्े ्ो्मे्हो रही नदक्त् ो्का आंकलन एक िड़ा सवाल िन चुका है. वर्थ2002 मे्योगी आनदत्यनार ने इस संगठन की स्रापना की री. भाजपा के राजनीनतज्​्ही इस संगठन के मुखय् संरक्क ् है.् एक सामानजक एवं सांसक ् नृ तक संगठन के र्प मे् इसके स्वयंसवे क दंगो् के समय मजिूत रणनीनत के तहत काम करने वालो्मे् जाने जाते है.् सार ही, वे लव नजहाद से लड़्ने और गौसंरक्क ् की भी नजम्मदे ारी ननभाने के नलए जाने जाते है.् नहंयवु ा हमेशा ही गोरखपुर, मऊ, देवनरया, कुशीनगर, महाराजगंज, िस्​्ी, संतकिीर नगर और नसद्​्ार्नथ गर मे् सन्​्िय रही है. हालांनक, नहंयवु ा की ओर से इस िात को नकार नदया जाता है नक उनके संगठन का कोई भी सदस्य भाजपा को मैदान मे्चुनौती दे रहा है. संगठन की ओर से कई िार इस िारे मे्ियान जारी नकया जा चुका है नक चुनाव मे् िगावत करने वालो्को संगठन से िाहर का रास्​्ा नदखा नदया गया है. िता दे्नक नहंयवु ा बाकी पेज 2 पर

सविता िर्ा​ा

l बाहवरयो्के कारण काय्ाकत्ा​ा नाराज l अब विकास नही्सांप्दावयकता का सहारा

भाजपा की डगमगाती नैया

पूि्ा​ा्चल से लौटकर अवरताभ

नयी दिल्ली. पूव्ा​ा्चल मे् भाजपा नरलहाल डगमगा रही है. वाराणसी से लेकर गोरखपुर तक पार्​्ी की नदक्​्ते् कम होने का नाम नही् ले रही है्. गुर्वार को उत्​्र प्​्देश मे् चौरे दौर के मतदान से ऐन पहले िीजेपी के राष्​्ीय अध्यक्​्अनमत शाह का कसाि (उन्हो्ने इसकी व्याख्या करते हुए कहा- क यानी कांग्ेस, स यानी

नीतीश क्यो्हुए दूर-दूर

जनता दल (यू) के अध्यक्​् नीतीश कुमार ने उत्​्र प्​्देश मे् पार्​्ी के प्​्देश अध्यक्​् सुरेश ननरंजन को नसर्फ इसनलए उनके पद से हरा नदया क्यो्नक उन्हो्ने इस चुनाव मे्समाजवादी पार्​्ी का समर्नथ नकया रा. नीतीश कुमार भी उसी रास्​्ेपर है्नजस रास्​्ेपर मुलायम नसंह यादव निहार चुनाव के समय पर रे. मुलायम नसंह ने ति कहा

वि​िेक सक्सेना

रा नक निहार मे्भाजपा सत्​्ा मे्आ रही है. सूत्ो् के मुतानिक इस समय नीतीश कुमार यह मान रहे है्नक समाजवादी सरकार सत्​्ा मे् नही् लौर रही इसनलए चुनाव मे् उससे दूरी िनाकर रखी जाये. इसी वजह से उन्हो्ने उस प्​्देश अध्यक्​् को पद से हरा नदया जो अनखलेश यादव का समर्थन कर रहा रा. नीतीश कुमार और बाकी पेज 2 पर

समाजवादी पार्​्ी और ि यानी िहुजन समाज पार्​्ी) का जुमला उछालना िीजेपी की िेचैनी और िौखलाहर की पोल खोल गया है. दरअसल, तीन दौर के मतदान के िाद िीजेपी को ये अहसास हो गया है नक पूव्ा​ा्चल मे् गैर यादव ओिीसी और गैर जारव दनलत वोरर उनके नलए नसर्फ आंनशक तौर पर ही मददगार सानित हो

गधा बनाम कसाब

धीरे्द् श्​्ीिास्​्ि

लखनऊ. उत्​्र प्​्देश मे् नदख रहे न्​्तशंकु नवधानसभा के आसार को िहुमत मे् िदलने के नलए प्​्धानमंत्ी नरे्द् मोदी ने नदवाली-रमज़ान, श्मशान-कन्​्िस्​्ान को लेकर यूपी मे्हो रहे भेदभाव का मुद्ा उछाला. नरर मुख्यमंत्ी अनखलेश यादव ने सदी के महानायक अनभताभ िच्न् से आग्ह् कर बाकी पेज 2 पर

फिर फि​िादोंमेंफिरी एसपीजी

लगायी है नक उन्हे्रात की ड्र्ू ी पर न रखा नयी दिल्ली. प्​्धानमंत्ी और पूव्थ जाये. उन्हो्ने इसकी वजह का खुलासा नही् प्​्धानमंत्ी और उनके पनरवार के सदस्यो् नकया है पर ऐसा माना जा रहा है नक वे की सुरक्​्ा करने वाला स्पश े ल प्​्ोरेकश ् न ग्प्ु नकसी नववाद की साक्​्ी नही् िनना चाहती (एसपीजी) एक िार नरर नववाद मे्है. यह है्. इससे पहले प्​्धानमंत्ी नरे्द् मोदी ने महज संयोग ही कहा जायेगा नक नरे्द्मोदी अचानक 25 नवंिर 2014 को तत्कालीन के प्ध ् ानमंत्ी िनने के िाद महज तीन साल एसपीजी ननदेशक के दुग्ाथ प्​्साद सम्मेलन के अंदर दूसरी िार यह प्​्नतन्​्ित संगठन मे् नेपाल नहस्सा लेने के नलए जाते समय नववाद मे् निरा है. भरोसेमंद सूत्ो् के उठाया रा. ति उन्हो्ने इस आदेश पर मुतानिक एसपीजी की मनहला सुरक्​्ा दस्​्ख्त नकये. ति वे और एसपीजी कन्मथयो् ने अपने आला अरसरो् से गुहार ननदेशक दोनो्ही नवमान मे्सरर कर रहे

रे. उन्हे् हराने की कोई वजह नही् ितायी गयी री. हालांनक नजस तरह से यह कार्वथ ाई की गयी, उससे तमाम अरकलो् को िल नमला रा. इनमे्से एक अरकल यह भी री नक दुग्ाथ प्​्साद यह चाहते रे नक प्​्धानमंत्ी से, जी भी नमलने आये उसे कैमरो के सामने से गुजरना पड़्ेऔर उसका पूरा नरकाड्थरखा जाये. उन्हे्इसकी कीमत चुकानी पड़्ी. वही् अि यह अरवाह जोर पकड़् रही है नक प्​्धानमंत्ी यह नही्चाहते है नक उनके बाकी पेज 2 पर

सकता है. इसनलए अि प्​्धानमंत्ी नरे्द् मोदी और पार्​्ी अध्यक्​्अनमत शाह नवकास की िात नकनारे कर चुके है् और सारी चुनावी मय्ाथदा ताक पर रखकर खुलकर कन्​्िस्​्ान से लेकर कसाि तक के जुमले उछाल रहे है् तानक सांप्दानयक आधार पर ध्​्ुवीकरण की िचीखुची संभावनाएं खंगाली जा सके्. िीजेपी की नदक्​्त यह है नक पूव्ा​ा्चल मे् उसका चुनावी अनभयान लचर सांगठननक ढांचे और कमज़्ोर उम्मीदवारो् के चलते डगमगा रहा है. पार्​्ी काय्थकत्ाथ 'इम्पोर्​्ेड' उम्मीदवारो् की वजह से मुंह रुलाए हुए है्. रतेहपुर की रैली मे् प्​्धानमंत्ी ने कन्​्िस्ा्न िनाम श्मशान का जुमला उछाला तो पड़ोस के इलाहािाद मे् पार्​्ी के नलए प्​्चार मे्जुरे काय्थकत्ाथओ्को जोश आने के िजाय उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ने लग गई्. प्​्धानमंत्ी नरे्द् मोदी अपनी नजस वाराणसी सीर की िदौलत खुद को उत्​्र प्​्देश का गोद नलया िेरा िताते है्वहां का हाल इतना िुरा है नक खुद िीजेपी के स्रानीय नेता कहते है्, पार्​्ी बाकी पेज 2 पर

जीतेतो सीएम हारेतो पीएम!

धीरे्द् श्​्ीिास्​्ि

लखनऊ. उत्र् प्द् श े नवधानसभा चुनाव मे् अगर भारतीय जनता पार्​्ी को िहुमत नमला तो देश के गृहमंत्ी राजनार नसंह प्द् श े के अगले मुखय् मंत्ी हो्गे और नही् नमला तो वह देश के अगले प्ध् ानमंत्ी हो्ग.े सूिे के नसयासी गनलयारो् मे्यह चच्ाथ आम है.् उत्र् प्द् श े के मुखय् मंत्ी पद के नलए बाकी पेज 16 पर

तो सतं​ंा मेंलौटेगी भाजपा

वशिर विज

लखनऊ. उत्​्र प्​्देश मे्एक माह तक चलने वाले मतदान मे्हर चौरे रोज मतदान हो रहा है. यानी हर चौरे नदन सभी प्​्मुख दलो्के पास यह अवसर है नक वे अगले चार नदनो् मे् माहौल िदलने का प्​्यास करे्. पन्​्िमी उत्​्र प्​्देश मे्जारो्के र्ख से लगा नक भाजपा इस चुनाव मे्कमजोर पड़्रही है. दूसरे चरण मे् भी भाजपा को िढ्त नमलती नही् नदखी. भारी भरकम मुस्सलम आिादी, कुछ यादव मतदाता और कमजोर िसपा. यानी कुल नमलाकर संकेत यह ननकला नक सपा-कांग्ेस गठिंधन का प्​्दश्थन ठीकठाक रहा. लेनकन तीसरे चरण मे्ऐसा प्​्तीत होता है नक भाजपा ने अवध मे् कामयािी हानसल की है. अशोका नवश्​्नवद्​्ालय के नगलीज वन्नथयस्थ के नवश्लेरण के मुतानिक पूरे प्​्देश मे् अवध मत नहस्सेदारी और सीरो् मे् स्सवंग (िदलाव) के मामले मे् कारी अहनमयत रखता है. यहां उच्​् वण्थ के लोग ज्यादा है्, गैर जारव दनलत कारी है् और लखनऊ जैसा शहरी इलाका इसी क्​्ेत् मे् आता है. लब्िोलुआि यह नक ये भाजपा के नलए उव्थर

इलाका है. वर्थ 2012 मे् इस पूरे इलाके मे् सपा हावी रही री. इस चुनाव मे् उसका पराभव ही नजर आ रहा है. दूसरे दौर मे्रर्खािाद, इरावा, मैनपुरी और कन्नौज आनद इलाको् मे् मतदान हुआ जो यादव पनरवार का गढ् माने जाते है.् वर्थ2014 मे्मोदी लहर भी इसे भेद नही् पायी री. लेनकन इस िार पानरवानरक झगड़्े का असर यहां नजर आ सकता है. आंकड़्ो्की िात करे्तो भाजपा को इस चुनाव मे्स्वाभानवक िढ्त हानसल है. लेनकन नरकर नवतरण की गड़्िड़्ी से लेकर नोरिंदी पर कुछ तिको्की नाराजगी जैसे मुद्ो्ने उसे प्​्भानवत नकया है. अनखलेश यादव ने सत्​्ा नवरोधी लहर को िखूिी चाचा नशवपाल की ओर मोड़्नदया. चुनाव आयोग से साइनकल चुनाव नचह्न हानसल करना भी अनखलेश यादव की एक िड़्ी कामयािी रही. नवपक्​् पानरवानरक लड़्ाई को नारक िताता रहा. उधर पानरवानरक संिर्थ के चलते अनखलेश समय से चुनाव प्​्चार शुर् नही् कर सके. उनका कारी समय कांगस ्े के सार गठिंधन बाकी पेज 2 पर


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24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

‘मुस्लिम उम्मीदवारो् को भी देने चाहिए थे हिकि’ शुक्िार संिाददाता

लखनऊ. केद् ्ीय गृहमंत्ी राजनार नसंह ने िुधवार को यूपी चुनाव के संिंध मे् एक िड़्ा ियान नदया है. उन्हो्ने एक ननजी चैनल को नदए अपने एक इंररव्यू मे्कहा है नक यूपी चुनाव मे्िीजेपी को मुस्सलम उम्मीदवारो्को भी नरकर देने चानहए रे. राजनार नसंह ने कहा, 'हमने कई दूसरे प्​्देशो् मे् अल्पसंख्यको् को नरकर नदए है्. यहां (यूपी) मे् भी इसपर िात होनी चानहए री. मै्वहां नही्रा, मुझे जो पता है उसी के आधार पर िोल रहा हूं. हो सकता है उन्हे् (भाजपा संसदीय िोड्थ) को कोई नजताऊ मुस्सलम उम्मीदवार नही्नमला हो.' राजनार ने आगे कहा नक मै् मानता हूं नक उन्हे् (मुस्सलम) को भी नरकर नदया जाना चानहए रा. यूपी नवधानसभा चुनाव-2017 मे् भारतीय जनता पार्​्ी ने एक भी मुस्सलम उम्मीदवार को नरकर नही्नदया है. वही्, सपा और िसपा समेत कई दलो् ने कई मुस्सलम

उम्मीदवारो्को नरकर नदए है्. िता दे्यूपी मे् 19% मुस्सलम आिादी है. यूपी नवधानसभा चुनाव के चौरे चरण का मतदान आज सुिह सात िजे शुर्हो गया. इस चरण मे्प्द् श े के 12 नजलो्की 53 सीरो्पर वोनरंग चल रही है. मतदान शुर्होने के कुछ देर िाद महोिा

नीतीश क्यो् हुए दूर-दूर

मे् सपा और िसपा समर्थको् के िीच गोलीिारी भी हुई. सपा उम्मीदवार नसद्​्गोपाल साहू के िेरे साकेत साहू सनहत तीन लोगो्को गोली लगी नजसके िाद गंभीर हालात मे्दोनो्को अस्पताल रेरर कर नदया गया.

हिंदूयुवा वाहिनी

पेज 1 का बाकी से जुड़्े रहे करीि चौदह उम्मीदवार खद्​्ा, चौरी चौरा, पडरौना, हाता, ररेद् ा व अन्य सीरो्पर लड़्रहे है.् सार ही, पूवा्चा् ल की कई सीरो्पर अन्य दलो्के प्त्य् ानशयो्को पीछे से समर्नथ भी कर रहे है.् वही्, चुनावी मैदान मे् भाजपा के नलए मुसीित िनने वाले प्त्य् ाशी खुले मंच कई िार कह चुके है्नक नहंयवु ा से उन्हे्नजस तरह ननष्कानसत नकया गया है वह पूरी तरह से असंवध ै ाननक और गैरकानूनी है. वही्, राजनीनतक पंनडतो्के मुतानिक, कनरत र्प से नहंयवु ा से जुड़्े ऐसे लोग जो भाजपा के नखलार मैदान मे्उतरे हुए है्वे िड़ी मुसीित खड़्ी कर सकते है.् वे िताते है्नक पूवथ्मे्भी ऐसे कई मामले देखे गए है् जि नहंयवु ा के स्वयंसवे को् ने कई चुनावो् के पनरणामो् मे् भारी उलररेर कर नदया है. हालांनक, यह पूरा पेज 1 का बाकी पार्​्ी को मुसलमानो् को नरकर देना चानहए प्क ् रण इस िात को दश्ातथ ा है नक नहंयवु ा के दो सीर जीत जाये तो चमत्कार समनझये. रा. अखिारो् मे् छपने वाले िड़े-िड़े स्वयंसवे क अपनी राजनीनतक महत्वाकांक्ा हालांनक खिर यह भी है नक नाराज़्चल रहे नवज्​्ापनो् और इलेक्ट्ॉननक मीनडया की के नलए िगावत कर चुके है.् श्याम राय चौधरी को 'मैनेज' कर नलया तमाम नरपोन्रि्ग के आधार पर िनाये जा रहे इस िारे मे् जनसभाओ् को संिोनधत गया है. माहौल को दरनकनार कर दे्तो पार्​्ी के नेता करते हुए ऐसे कई प्त्य् ाशी कहते रहते है्नक उधर, जौनपुर, आज़्मगढ् और भी सारा उत्साह िरोर कर खी्च-खांचकर योगी आनदत्यनार अपने नहंदतु व् के नमशन से गोरखपुर मे् भी ज़्मीनी स्​्र पर िीजेपी के जो आंकड़े देते है् वो 100 से 125 सीरो् भरक चुके है.् वे अि नसर्फभाजपा के सपनो् खेमे मे् कोई ऐसा जोश नही् नही् नज॔र आ तक नसमर जाते है्. पता नही्वो लहर कहां को पूरा करने मे्लगे हुए है.् रहा है नजसे देखकर उन मीनडया नरपोर्स्थ है नजसकी चच्ाथ नदल्ली से लखनऊ तक इस िाित नशवसेना के राज्य प्म् ख ु की तस्दीक की जा सके जहां िीजेपी की चल रही है. अननल नसंह कहते है,् ‘लोकसभा मे् हमे् सत्​्ा मे् वापसी की सुन्खथयां चमक रही है्. पूव्ा​ा्चल मे्िीजेपी की नदक्​्तो्की एक िहुमत के सार जनता ने भेजा है लेनकन वे गोरखपुर की 9 सीरो् मे् योगी आनदत्यनार िानगी ये भी है नक डुमनरयागंज से िीजेपी राम मंनदर के नलए कोई भी नवधेयक नही्ला का प्​्भाव शहर मे्तो है लेनकन उससे िाहर सांसद जगदंनिका पाल के िारे मे्खिर यह सके. मोदी चुपप् ी साधे हुए है.् हम राम मंनदर वो िीजेपी को नजताने मे्नकतने कारगर हो्गे नमल रही है नक वह अपने िेरे को नरकर न के नलए संिर्थ करेग् .े नहंदतु व् के मसले पर इसको लेकर संदेह की कुलिुलाहर महसूस नमलने से इस कदर खरा है् नक उनकी नशवसेना नकसी भी तरह से समझौता नही्कर की जा सकती है. योगी के िारे मे्नवरोनधयो् नदलचस्पी पार्​्ी की जीत के िजाय हार मे् सकती है.’ वे अपनी िात पूरी करते हुए कहते के अलावा पार्​्ी के लोग भी कहते है्नक वो है. मौजूदा प्​्त्याशी हारेगा तभी तो िेरे के है,् भाजपा नहंदतु व् का मजाक िना रही है. मीनडया के िनाये हुए नेता है्, पस्बलक के नलए रास्​्ा खुलेगा न. जगदंनिका पाल उत्​्र आनदत्यनार इस िात से नाराज है् नक नही्. प्​्देश की राजनीनत मे्एक नदन के मुख्यमंत्ी नशवसेना ने पूव्ी उत्र् प्द् श े मे् कदम रख मोदी और अनमत शाह से उलर के्द्ीय के तौर पर अपना नाम इनतहास मे्दज्थकरा नदया है और उनके संगठन के लोग हमारे गृहमंत्ी राजनार नसंह के हानलया ियानो्से चुके है्और 2014 के लोकसभा चुनावो्मे् चुनाव ननशान पर चुनाव लड़्रहे है.् कारण पार्​्ी की हालत का िेहतर अंदाज़्ा लगाया कांग्ेस छोड़कर िीजेपी के नरकर पर जीते यह है नक नहंदतु व् पर हमारा नजनरया एक है. जा सकता है. राजनार नसंह ने माना है नक रे. पेज 1 का बाकी समाजवादी पार्​्ी के िीच संवाद की कमी से यह हुआ है. समाजवादी पार्​्ी ने कांग्ेस के अलावा नकसी अन्य दल को गठिंधन मे् जोड़ने की कोई गंभीर कवायद नही्की यह भी सच है. जानकारो्का मानना है नक अगर कांगस ्े के सार लोकदल. जनता दल (यू), राष्​्ीय जनता दल आनद को भी जोड़ा जाता तो चुनावी अनभयान मे् अनखलेश यादव को ज्यादा मदद नमलती. प्​्चार मे्भी लालू और नीतीश के उतरने का मनोवैज्ाननक असर पड़ता. पर इस नदशा मे् समाजवादी पार्​्ी ने कोई ठोस कदम उठाना तो दूर नकसी से

गंभीरता से िात भी नही् की. सूत्ो् के मुतानिक अनखलेश और नीतीश कुमार मे् िातचीत तो हुई पर अनखलेश यादव ने चुनाव के नसलनसले मे् कोई ठोस िात नही् की. यह िात अलग है नक कई समाजवादी नेता नजसमे् जनता दल (यू) के भी नेता शानमल है्. वे समाजवादी पार्​्ी के कई उम्मीदवारो् के नलये प्​्चार कर रहे है्. कुछ सीधे प्​्चार नही् कर रहे तो ननजी र्प से अप्​्त्यक्​् ढंग से मदद कर रहे है्. मेधा पारकर, पीवी राजगोपाल, डाॅ. सुनीलम, अर्ण श्​्ीवास्​्व और राजे्द् नसंह आनद उदाहरण है्.

भाजपा की डगमगाती नैया

गधा बनाम कसाब

पेज 1 का बाकी नदया नक वे गुजरात के गधो्का प्च ् ार न करे.् दो िड़ो् मे् इशारो्-इशारो् से हुए इस वारप्​्नतवार मे् पूव्ी उत्​्रप्​्देश का चुनाव गधा िनाम कसाि जैसे शब्दो्की मे्िदल गया है. िहुमत को लेकर हो रहे इस जंग मे् गे्डा, पानकरमार और मेढक जैसे शब्द भी शानमल हो गए है.् उत्​्रप्​्देश के नवधानसभा चुनाव मे् ये नवशेरण प्​्ारम्भ मे् नही् रे. उत्​्र प्​्देश की कानून-व्यवस्रा, पनरवार का झगड़ा, भ्ष ् ्ाचार और नवकास काय्थको लेकर एकदूसरे पर ननशाना साधा जा रहा रा. भारतीय जनता पार्​्ी और िहुजन समाज पार्​्ी 27 साल, यूपी िेहाल को आधार िनाकर सपा पर आि्म् ण कर रही री. इस आि्म् ण मे् दम भी रा लेनकन मुखय् मंत्ी अनखलेश यादव की इमेज इस हमले को भोररा कर दे रही री. इसी दौरान अनजत नसंह की पार्​्ी को उसका खोया वोर िैक ् वापस नमल गया. कारण चाहे जो हो, अनजत नसंह को नमली इस मजिूती ने पहले दो चरण मे्सांपद् ानयक ध्व्ु ीकरण होने नदया. इसकी वजह से भारतीय जनता पार्​्ी, िहुजन समाज पार्​्ी और समाजवादी पार्​्ीकांगस ्े गठिंधन मे्लड़ाई कांरे की हो गयी. तीसरे चरण मे्लोगो्को उम्मीद री नक पनरवार के झगड़े मे् सपा का सि ि​ि्ाथद हो जाएगा, लेनकन ऐसा नही् हुआ. इस गढ मे् सपा को नुकसान तो हुआ है लेनकन उतना नही्, नजतने की उम्मीद री. लाभ मे्भी िसपा या भाजपा मे्कौन िीस है, आंकलन मुसश् कल है. इसी चरण के िाद यूपी मे्िहुमत की जगह न्​्तशंकु नवधानसभा के आसार ने िल पकड़ नलया. सवाल उठने लगा नक कौन नकसके सार सरकार िनाने के नलए गठिंधन करेगा. इसे लेकर हुए संभानवत सवाल के जवाि मे् िसपा ने कहा नक भाजपा के सार नही्. भाजपा ने कहा नक िसपा के सार नही्. अनजत नसंह ने भी कहा नक भाजपा के सार नही्. इसी िीच के्द्ीय मंत्ी स्मृनत ईरानी ने कांग्ेस सपा गठिंधन को दो लड़को् का गठिंधन कह नखल्ली उड़ाने की प्न्​्िया शुर् की. लोगो्ने इसे सुना तो लेनकन गम्भीरता से

नही्नलया. इसे नवपक्​्की कमजोरी समझ प्ध् ानमंत्ी नरे्द् मोदी ने नरप्पणी कर दी नक िहुजन समाज पार्​्ी यानी िसपा अि िनहन जी सम्पन्​्त पार्​्ी है. जवाि मे् यूपी की पूव्थ मुखय् मंत्ी मायावती ने नरेद् ्दामोदरदास मोदी के नाम का नवश्लेरण नकया नक ननगेनरव दनलत मैन. जुमलेिाजी यही् र्की नही्. प्​्धानमंत्ी मोदी ने रमज़ान-नदवाली तरा कन्​्िस्​्ान-श्मशान को लेकर सपा सरकार के भेदभाव के नज़नरए का मुद्ा उठा नदया. जवाि मे् मुख्यमंत्ी अनखलेश यादव ने सदी के महानायक अनभताभ िच्​्न से आग्​्ह कर नदया नक वह गुजरात के गधो्का प्च ् ार नही् करे.्मुखय् मंत्ी की यह नरप्पणी भारतीय जनता पार्​्ी को कारी नागवार लगी. सामान्य लोगो् को छोनड़ए, भारत सरकार के मंत्ी वे्कैया नायडू, गुजरात के मुखय् मंत्ी नवजय र्पानी, भाजपा के प्​्वक्ता संनित पात्​्ा और नदल्ली प्द् श े भाजपा के अध्यक्​्मनोज नतवारी ने इस पर तीखी नरप्पणी की. मुखय् मंत्ी को सीमा मे् रहने की सलाह दी गयी. इसे गुजरात राज्य का अपमान िताया गया और कहा गया नक सदी के महानायक से सीएम का आग्​्ह उनकी ननराशा का द्​्ोतक है. समाजवादी पार्​्ी के प्व् क्ता राजेद् ्चौधरी ने इन प्न्तन्​्ियाओ् के जवाि मे् कहा है नक समाजवादी पार्​्ी के राष्​्ीय अध्यक्​् की अपील को नकसी को नदल पर नही् लेना चानहए लेनकन, भाजपा ने नलया है. प्न्तन्​्िया मे्केद् ्ीय मंत्ी उमा भारती ने कई नेताओ्को नाम लेकर मेढक कहा तो माक्सवथ् ादी पार्​्ी की सुभारनी अली ने नोरिंदी को लेकर प्ध् ानमंत्ी को पानकरमार कहा. इधर भाजपा के राष्​्ीय अध्यक्​् अनमत शाह ने कहा नक ‘क’ माने कांग्ेस. ‘स’ माने सपा और ‘ि’ माने िसपा. यानी कांगस ्े , सपा और िसपा का मतलि है ‘कसाि’. याद रहे की कसाि मुिं ई हमले का आतंकी है. िड़े लोगो् के मुंह से ननकले ये जुमले पूव्ी उत्र् प्द् श े के गांव-गांव तक पहुच ं गए है.् इसकी वजह से पूव्ी उत्र् प्​्देश मे् चुनावी वार गधा िनाम कसाि मे् िदल गया है.

तो सत्​्ा मे् लौटेगी भाजपा पेज 1 का बाकी मे्भी लगा. सपा के मौजूदा नवधायको् के कम्थ हर जगह पार्​्ी को पीछे धकेल रहे है.् पूरा चुनाव अनखलेश यादव के नाम पर लड़्ा जा रहा है. इस िीच वह कहने लगे है् नक भाजपा के पास मुख्यमंत्ी पद का उम्मीदवार तक नही् है. लेनकन उत्​्र प्​्देश मे्जैसे-जैसे चुनाव आगे िढ्रहा है भाजपा मौजूद होती जा रही है. वर्थ2014 मे्भाजपा और अपना दल को

कुल 43.3 रीसदी वोर नमले रे. इसमे् से अगर जारो्और िननया समुदाय के वोर हरा नदये जाये् और यादव और दनलत मत कम कर नदये जाये्तो भी भाजपा 30 रीसदी मत हानसल कर सकती है. जो उसे उत्​्र प्​्देश की सत्​्ा नदलाने के नलए पय्ाथप्त है. सपा और कांगस ्े अि केवल यादव और मुस्सलम मतो् पर ननभ्थर रह गये है्. मतदाताओ्का एक िड़्ा वग्थिसपा की ओर जा रहा है. साभार- हदिंगटन पोस्ट

फिर फि​िादो् मे् फिरी एसपीजी

पेज 1 का बाकी ननवास 7 रेसकोस्थमे्कैमरे कमरो के अंदर नजर रखे. माना जाता है नक इससे उनकी ननजता प्​्भानवत होती है. यहां यह िताना जर्री हो जाता है नक जि पीवी नरनसंह राव प्​्धानमंत्ी रे ति एसपीजी उन्हे् अपने वाशर्म का दरवाजा ति अंदर से िंद नही्

करने देती री. इसकी वजह उनका नदल का रोगी होना रा और जि वे अंदर होते रे तो एसपीजी का एक कम्​्ी लगातार दरवाजे के िाहर खड़्ा रहता रा. देर लगने पर उसे हल्के से खोल कर अंदर झांक कर यह सुननन्​्ित कर लेता रा नक सिकुछ ठीक तो है.


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24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

यूपी मेंहमारी सरकार- अफमत शाह

वि​िेक सक्सेना

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्​्ी के अध्यक्​् अनमत शाह ने शुि्वार से जो िातचीत की उसके खास अंश. क्या समाजवािी पाट्​्ी और कांग्ेस के गठबंधन के बाि भाजपा के दलए उत्​्र प्​्िेश मे् चुनौती बढ् गयी है? दोनो् का नपछला इनतहास और कारगुजानरयां नकसी से नछपी नही्है? जि दो भ्​्ष्व नाकाम ताकते्सार आती है्तो लोग स्वत: सकारात्मक और रचनात्मक ताकत की ओर आकन्रथत होते है्. उत्​्र प्​्देश मे् हमारे मुकािले मे् कोई नही् है. वहां डेढ् दशको् का सपा-िसपा का कुशासन ही हमारी भव्य जीत सुननन्​्ित करेगा. यािव पदरवार मे् जो कुछ हुआ उसका राजनीदतक पदरणाम क्या दनकलेगा? यह नारक रा नजसे जनता िहुत अच्छी तरह से समझती है. अपनी नाकानमयो् से लोगो् का ध्यान हराने के नलए इन लोगो् ने यह नारक नकया. लोग सि समझते है्और चुनाव के जनरये इन लोगो्को उसके जगह नदखा दे्गे. क्या इस चुनाव को नोटबंिी के मुद्े पर जनमत संग्ह माना जा सकता है? मेरा मानना है नक यह चुनाव सपा सरकार की नाकानमयो्, भ्​्ष्ाचार, भाईभतीजावाद पर जनमत संग्ह है. नरर भी अगर कोई इसे नोरिंदी पर जनमत संग्ह मानना चाहता है तो हम उसके नलए तैयार है.् जनता को पता चल चुका है नक कालाधन समाप्त करने के नलए हमने नकतना िड़्ा कदम उठाया. यह कदम उठाने की राजनीनत इच्छा शस्कत नसर्फनरे्द्मोदी मे्ही री. हमने ही नपछली िार सन्जथकल स्ट्ाइक की. क्या कभी नकसी और सरकार ने ऐसा करने की नहम्मत नदखायी री. इस बार भाजपा को दकतनी सीटे् दमले्गी? क्या लोकसभा चुनाव के बाि मोिी लहर ठंडी सी पड् गयी है? उस समय देश मे् जो मोदी लहर चल रही री वह अि सुनामी मे् िदल चुकी है्.

संजीि श्​्ीिास्​्ि

हमे्लोकसभा चुनाव मे्71 सीरे्नमली री. इस िार नवधानसभा चुनाव मे्हम दो नतहाई िहुमत हानसल करे्गे. तब आपके पास नरे्द् मोिी का चेहरा था. इस बार तो भाजपा मुख्यमंत्ी पि का उम्मीिवार ही तय नही्. यह संसदीय िोड्थ का रैसला है और इसमे्नया कुछ भी नही्है. हमने महाराष्​्, हनरयाणा और झारखंड मे्भी ऐसा ही नकया रा और वहां चुनाव जीते. सरकारे् िनायी्. यह तो रणनीनत का नहस्सा है. मगर इसी के चलते भाजपा दिल्ली और दबहार मे् बुरी तरह से हारी. क्या इससे आप लोगो् ने कोई सबक नही् सीखा? हमने दोनो्ही पराजयो्का कारण पता लगाने के नलए सनमनत िनायी. नवनशष्​् राजनीनतक पनरस्सरनतयो् के चलते हम वहां हारे. इन कारणो् को साव्थजननक नही् नकया जा सकता है. हमने असम मे्सरकार िनायी. हम स्रानीय ननकाय के चुनाव जीते. केरल और पन्​्िम िंगाल मे्हमारा जनाधार िढ्ा. अब भाजपा भी िलो् को तोडऩे मे् व्यस्​् हो गयी है. इन िलो् के नेताओ् को तोड् कर उन्हे् दटकट दिया गया है. इस बारे मे् आप क्या कहना चाहे्गे? इसे तोडऩा कहना ठीक नही् है. अगर हम चुनाव नतीजे आने के िाद इस तरह का कुछ करते है् तो हमारी आलोचना की जा सकती री. मगर हम तो चुनाव के पहले ही समाज के नवनभन्न वग्​्ो्को संगनठत कर रहे है्. इसे आप राजनीनतक पलायन कह सकते है्. यह पलायन उन ताकतो् को एकजुर करने मे् मदद करेगा जो नक िाद मे् उत्​्र प्​्देश और देश के नलए लाभकारी सानित हो्गी. इस चुनाव मे् मंदिर मुद्ा नजर नही् आ रहा है? इस संिंध मे्भाजपा का र्ख स्पष्​्है. हम चाहते है् नक संवैधाननक व्यवस्रा के तहत उसका ननम्ाथण हो या तो आपसी सहमनत से राम मंनदर िने. अरवा अदालत का रैसला आये. हम राम मंनदर िनाने के

नलए प्​्नतिद्​्है्. पदरवारवाि की आलोचना करती आयी भाजपा ने भी इस बार तमाम अपने नेताओ् के पदरवार के लोगो् को दटकट दिया है. यह उदचत है? हम नजस पनरवारवाद की िात करते है् वह मुलायम नसंह यादव, रार्ख अब्दुल्ला, सोननया गांधी का पनरवार है. जहां यह तय हो जाता है नक उसका िेरा ही मुख्यमंत्ी िनेगा या राहुल गांधी ही प्​्धानमंत्ी पद का उम्मीदवार होगा. आगे चल कर अनखलेश यादव, उमर अब्दुल्ला, राहुल गांधी के िच्​्े सरकारे् संभाले्गे. हम नरकर देते है् पर इसका अर्थ यह नही् होता नक उस पनरवार सदस्य मुख्यमंत्ी तो क्या मंत्ी भी िन पायेगा. मेरे जैसा दरी निछाने वाला पार्​्ी अध्यक्​्है और चाय िेचने वाला इस देश का प्​्धानमंत्ी है. क्या आप िता सकते है् नक भाजपा का अगला अध्यक्​्कौन होगा. भाजपा के अनेक नेता सांप्िादयक बयान िेकर माहौल खराब कर रहे है.् इन लोगो् के बारे मे् आप क्या कहना चाहते है्? हमारी नदक्​्त यह है नक उत्​्र प्​्देश मे् दशको् तक तुन्षकरण की राजनीनत होती आयी है. जि कोई भाजपा नेता इसके नखलार िोलता है तो उसकी िात को सांप्दानयक करार दे नदया जाता है. अगर पलायन के िारे िात करो तो उसे सांप्दानयक मान नलया जाता है. हम अगर अपने चुनाव िोरणा पत्​् मे् एंरी रोनमयो स्क्वाड िनाने के वादा करते है् तो इसे सांपद् ानयक िता नदया जाता है. यह सही नही् है. वैसे संप्दानयक िाते नही्करनी चानहये. क्या आपका इशारा पद्​्िमी उत्​्र प्​्िेश की घटनाओ् पर है? पूरे प्​्देश का एक जैसा हाल है. सपािसपा की तुन्षकरण की राजनीनत के चलते ही धम्थऔर जानत के आधार पर अरसरो्की ननयुस्कतयां की जाती रही है्. क्या आपने कभी भाजपा शानसत राज्यो् से नकसी के पलायन करने की खिर सुनी है.

मजदूरी को शराब में उड़ा रहे मजदूर

रनोज कुरार

चंडीगढ. निहार से पंजाि और हनरयाणा मे् मजदूरी के नलए आए मजदूर अपना पूरा पैसा शराि पीने पर उड़ा रहे है्. स्सरनत यह है नक काम खत्म होने के िाद भी मजदूर वापस नही्जा रहे है्. यह मजदूर इन प्​्देशो्मे्कृनर काय्थके नलए आते है्, लेनकन इन नदनो् काम खत्म होने के िाद भी िहुत कम पैसे पर छोरे-मोरे काम करने पर मजिूर हो रहे है्. इनकी नशे की आदत को देखते हुए जमी्दार भी उनका शोरण कर रहे है्. मोहाली स्सरत नशा मुस्कत के्द् के संचालक हरिंस नसंह ने िताया नक उनके संस्रान ने पंजाि व हनरयाणा के तीन सौ गांवो् मे् कृनर काय्थ के नलए आए प्​्वासी मजदूरो्का एक सव्​्ेनकया. इसमे्पाया गया नक 70 रीसदी मजदूर तो वापस ही नही्गए है्. इसके अलावा शराि पीने वाले ज्यादातर मजदूरो्ने एक भी पैसा िर पर नही्भेजा है. हरिंस नसंह ने िताया नक मजदूरो्की स्सरनत खासी खराि है. उनके पास जाने के नलए पैसे भी नही्है. उनकी यह स्सरनत जमी्दारो्से भी छुपी नही् है. इसका रायदा वे िखूिी उठा रहे है्क्यो्नक उन्हे्मजदूरी के िहुत ही कम पैसे नमल रहे है्. हालांनक पहले प्​्वासी मजदूरो् की

नेपाल रे्आईएसआई का जाल

काय्ाल थ य व चेक पोस्र पर नकसी केद् ्प्भ् ारी नेपालगंज. नवधानसभा चुनाव के दौरान तक की तैनाती नही्है. यहां आधारभूत ढांचा सीमा पर हलचल तेज हो गयी है. भारत- तक का अभाव िना हुआ है. पाक खुनरया एजे्सी आईएसआई की नेपाल सीमावत्​्ी इलाको् मे् लगातार जारी भारत नवरोधी गनतनवनधयो्को लेकर खुनरया भारत-नेपाल पर जारी भारत नवरोधी े सरकार अवगत नवभाग के होश उड़्ेहुए है.् नेपाली इलाको्मे् गनतनवनधयो्से केद् ्और प्द् श खुले पानकस्​्ानी िैक ् राष्न्वरोधी तत्वो् को तो है लेनकन इसकी रोकराम के नलये कतई िढ्ावा देने मे् मशगूल है्. मगर सुरक्​्ा उदासीन है. गृह व खुनरया नवभाग द्​्ारा एजेन्सयो्की नरपोर्थको केद् ्सरकार गंभीरता सरकार को इस समस्या के िारे मे्जानकारी देने के अलावा इसकी रोकराम के नलये दो से नही्ले रही है. ् ्ाव भी भेजे जा चुके है.् इन प्स ् ्ावो् पर जानकारी के मुतानिक, आतंकी प्स शु र आ ् त तो की जा चु क ी है ले न कन उदासीन गनतनवनधयो् मे् नलप्त संगठन हरकत उलरवै य े और लचर काय् प थ ण ् ाली के रलस् वर्प अंसार की दो शाखाएं अलमुजानहदीन व इन पर अि तक आधा-अधू र ा ही अमल हो अलजेहाद नेपाल मे् संचानलत मदरसो् के पाया है . माध्यम से अपना जेहादी संगठन खड़्ा करने सीमावत्​्ी नजलो् पर पाक परस्​् मे्लगा हुआ है. मगर सुरक्​्ा एजेन्सयो्की ओर उग्​्वानदयो् की िढ्ती तादाद की एक नरपोर्थ से दी जा रही नरपोर्थ को भी भारत सरकार गंभीरता से नही्ले रही है. सीमा पर तैयार की गयी है. गृह व खुनरया नवभाग द्​्ारा हालात यह है नक यहां स्सरत इमीग्​्ेशन संकनलत इस नरपोर्थके अनुसार भारत-नेपाल

की खुली सीमा और यहां की लचर सुरक्​्ा व्यवस्रा के कारण इस क्त्े ्मे्भारत नवरोधी तत्वो्का िड़्ेपैमाने पर जमावड़्ा हो रहा है. खुनरया एजेर् ो्ने भारत और नेपाल मे्िसे ऐसे मुसस् लम राजनेताओ्के िारे मे्भी सूचना एकत्​् की है जो आपस मे्संपक्फस्रानपत नकये हुये है् और दोनो् देशो् के प्म् ख ु राजनैनतक दलो् समेत सत्​्ा पक्​् से अपना प्​्भावी संपक्फ स्रानपत कर कट्र् पंनरयो्को हर तरह से मदद कर रहे्है. नरपोर्थके अनुसार इन लोगो्मे्नेपाल के प्म् ख ु मुसस् लम कट्र् पंरी नेपाली राजनेता का नाम प्म् ख ु है. हाल ही मे्भारत-नेपाल सीमा पर कई नये मदरसे और इिादतगाहो् का भी ननम्ाण थ हुआ है और यह नसलनसला अि भी जारी है. सीमा पर सन्​्िय मुसस् लम कट्र् पंनरयो् को इन स्रलो्से अपनी गनतनवनधयां संचानलत करने मे्मदद नमलती है. खुनरया नरपोर्थमे्यह भी कहा गया है नक उत्​्र प्​्देश के कई

प्भ् ावशाली मुसस् लम नेता व सीमाई सरेदपोश भी इन कट्र् पंनरयो्और उग्व् ानदयो्की मदद कर उन्हे् संरक्ण ् प्द् ान कर रहे है.् खुनरया एजेर् ो्ने भारत और नेपाल मे्िसे ऐसे मुसस् लम राजनेताओ्के िारे मे्भी सूचना एकत्​्की है जो आपस मे्संपक्फस्रानपत नकये हुये है्और कट्र् पंनरयो्को हर तरह से मदद कर रहे है.् इन जानकानरयो्के िाद भी राज्य सरकार व के्द् सरकार सीमावत्​्ी सुरक्​्ा को लेकर गंभीर नही् नदख रही है. हालात यह है नक इंडो-नेपाल सीमा पर स्सरत इमीग्​्ेशन काय्ाल थ य व चेक पोस्र पर अव्यवस्रा चरम पर है. सीमा पर महत्वपूणथ्कामकाज वाले इस चेक पोस्र पर आधारभूत ढांचा का अभाव है. यहां कम्थचानरयो् की कमी के अलावा संसाधनो्मे्समुनचत स्रश े नरी का भी अभाव है. ऐसे मे्चेकपोस्र पर कामकाज प्भ् ानवत हो रहा है. वही्, नवदेशी पय्थरको् के िैठने तरा

संख्या कारी कम हो गई री. इसके िाद कृनर काय्थमे्उनकी खासी नडमांड रहती री लेनकन जि से निहार मे् शराि िंद हुई ति से वहां से िड़ी संखय् ा मे्प्व् ासी मजूदर कृनर क्त्े ्मे्काम करने के नलए आ रहे है.् मजदूरो् ने िताया नक क्यो्नक उन्हे् शराि पीने की आदत है. अि निहार मे् उन्हे् शराि नही् नमलती. ऐसे मे् अि वे वहां जाकर क्या करे्गे. इसनलए अि वापस जाना नही् चाह रहे है्. इस वजह से उन्हे्अपने िर से िाहर से रहना पड़ रहा है. उन्हो्ने िताया नक शराि की वजह से वे िर पर पैसा भी नही्भेज पा रहे है्जिनक पहले यह स्सरनत री नक वे यहां से अच्छा खासा पैसा िर पर भेज नदया करते रे. पंजाि के मौगा नजला के गांव माजरा के जमी्दार सुखचैन नसंह ने िताया नक उसके यहां धान कराई के नलए 20 प्​्वासी मजदूर आए रे, एक भी वापस नही् गया है. यहां सारा नदन शराि पीकर पड़े रहते है्. उसने कई िार कोनशश की नक वे अपने िर चले जाएं लेनकन ये जा ही नही्रहे है्, ऐसे मे्क्या नकया जा सकता है. सुखचैन ने िताया नक हमारे नलए भी नदक्​्त है, क्यो्नक यनद इनके सार कुछ हो गया तो इसकी नजम्मेदारी उन पर आ सकती है. इसनलए भी वे चाहते है्नक ये वापस चले जाएं.

शौचालय की व्यवस्रा भी इस काय्ाथलय मे् नही्है. महीनो्पूवथ्यहां से स्रानान्तनरत नकए गये चेक पोस्र अनधकारी (पारगमन अनधकारी) पद पर अभी तक नकसी की ननयुसक् त नही्की गयी है. सार ही, चेक पोस्र पर मानक के अनुर्प कम्थचानरयो् की भी तैनाती न होने से काय्ाथलय का कामकाज प्​्भानवत हो रहा है. यही् पर संचानलत के्द् सरकार के गृह मंत्ालय की इंडो-नेपाल पायलर पनरयोजना का कामकाज भी चेकपोस्र के कम्च थ ानरयो्पर ननभ्रथ है क्यो्नक तीन साल पूवथ् यहां पर तैनात एक कम्च थ ारी का भी स्रानान्तरण हो गया रा नजसके पद पर नकसी की तैनाती नही्की गई. उल्लख े नीय है नक इसी काय्ाल थ य मे्नवदेनशयो्की पासपोर्थव वीजा की जांच भी की जाती है. काय्ाल थ य मे् कंपय् रू र जेनरेरर िीते दो वर्थसे खराि पड़्ेहै.् भवनो् की स्सरनत कारी जज्थर एवं दयनीय िनी हुई है.



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विरधारीलाल जोशी

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24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

शहाबुदंीन से फबगड़े जदयू-राजद के फरशंते

नयी दिल्ली/पटना. आनखरकार सुप्ीम कोर्थ के आदेश पर िाहुिली शहािुद्ीन को निहार की सीवान जेल से नतहाड़्जेल नशफ्र करना पड़ा. रातोरात सीवान से परना िेउर जेल उसके िाद सम्पण ू थ्ि्​्ानं त ट्न्े से नदल्ली भेजा. पूरे 25 पुनलसिल की सुरक्​्ा मे् उन्हे् नतहाड़ रवाना करने मे् प्​्शासन को पूरी मशक्त् करनी पड़ी. मगर इससे एक सवाल तो उठने लगा है नक क्या जदयू और राजद के नरश्तो्मे्खरास आ रही है.् िता दे्नक खरास की नी्व तो उसी रोज पड़ गई री जि िीते साल 10 नसतंिर को 11 साल िाद भागलपुर जेल से ननकले िाहुिली पूवथ्सांसद शहािुद्ीन ने जि नीतीश कुमार को पनरस्सरनतजन्य मुख्यमंत्ी िताया रा तो उस रोज जदयू के िेलहर से नवधायक नगरधारी यादव भी मौजूद रे. भागलपुर की नवशेर केद् ्ीय कारा से ननकलने पर वे उनकी अगुवाई और खैरमकदम करने यहां आए रे और शहािुद्ीन के सार नसवान तक गए रे. उस वक्त उनकी मौजूदगी से तरह तरह के कयास लगाए जा रहे रे. नजसकी आशंका आज भी कायम है. असल मे् नीतीश कुमार पर उनकी तल्ख नरपण्णी को नकसी आने वाले नसयासी भूचाल की ओर इशारा माना जा रहा रा. नरलहाल तो गठिंधन के नेता कोई भी तल्ख प्​्नतन्​्िया देने से िच रहे है. लेनकन उसके िाद शहािुद्ीन के नखलार निहार सरकार का रवैया जर्र सख्त हुआ. इसी का नतीजा है नक उन्हे्जल्द ही नतहाड़ जेल जाना पड़ेगा. सुप्ीम कोर्थका आदेश है. माना जा रहा है नक निहार के इनतहास मे्

यह दूसरा मौका है. जि नकसी कैदी को सुप्ीम कोर्थ के आदेश के िाद नतहाड़ जेल नशफ्र नकया जा रहा है. इससे पहले 14 फ़रवरी 2005 को सुप्ीम कोर्थने पप्पू यादव को िेउर जेल परना से नतहाड़ जेल नदल्ली नशफ्र करने का आदेश नदया रा. पप्पू यादव मधेपुरा लोकसभा सीर से नफ़लहाल सांसद है. उस वक्त नवधायक अनजत सरकार की हत्या के आरोप मे् िंद रे. और िेउर जेल मे् इनपर दरिार लगाने की वजह से सुप्ीम कोर्थ ने नशफ्र करने का आदेश नदया रा. शहािुद्ीन के मामले मे्सीवान के चंदा िािू नजनके तीन िेरो्की हत्या कर दी गई और पत्क ् ार राजीव रंजन की पत्नी आशा रंजन की अपील पर नशफ्र करने का रैसला सुप्ीम कोर्थने नदया है.राजीव रंजन की हत्या का आरोप भी इन पर है. इस िात का सिूत यह है नक भागलपुर जेल से िाहर आते ही मोहम्मद कैर इनके

पर जुरी समर्क थ ो्की भीड़ मे्जद(एकी) के िेलहर से नवधायक नगरधारी यादव नदखे. वे तो उनके सार सीवान तक गए. राजद के नवधायक सांसद का वहां मौजूद होना तो लाजमी रा. लेनकन नगरधारी यादव की मौजूदगी सवानलया ननशान खड़ा करती है. इस पर जद (एकी) आज तक चुपप् ी साधे है. उस वक्त निहार के कािीना मंत्ी राजीव रंजन उर्फ ललन नसंह पत्​्कारो् से िोले नक संनिधान मे् पनरस्सरनतजन्य मुख्यमंत्ी िोलकर कही्व्याख्या नही्है. ये जद (एकी) कोरे से मंत्ी है. सुलतानगंज के जद (एकी) नवधायक सुिोध राय को तो इस िारे मे्कुछ पता न होने िात िोलते है. गोपालपुर के जद (एकी) नवधायक नीरज कुमार उर्फगोपाल िगल मे् खड़ा नदखा. नजसकी रोरो छपी. मंडल सारगोई से िोले नक नीतीश कुमार कैर का नाम राजीव रंजन की हत्या मे् नकसी भी हालात जंगलराज की वापसी नही् ्े ी है.नजसकी रोरू राजद सुप्ीमो लालुपस ् द के होने देग् .े भागलपुर शहरी इलाके के कांगस िड़े िेरे तेजप्त् ाप के सार भी वायरल हुई री. नवधायक अनजत शम्ाथ िोलते है महागठिंधन सुप्ीम कोर्थमे्तेजप्त् ाप पर भी एरआईआर पर इसका कोई असर नही होने वाला. भागलपुर के राजद सांसद िुलो मंडल भी करने के नलए यानचका दायर की है. भागलपुर जेल से ननकलते ही शहािुद्ीन उनकी ननजी राय िताकर राल गए. मगर ने नीतीश कुमार को पनरस्सरनत जन्य नवरोधी दल खासकर भाजपा के लोग हमला मुख्यमंत्ी तो िताया ही रा सार ही िोले िोलते है. चाहे परना मे् सुशील मोदी हो या राजनीनत मेरा पेशा नही्है. मगर मेरे नेता िीते अन्​्शनी कुमार चौिे. िोलते है लालू ने छोरे 27 सालो् से लालू प्स ् ाद है. मेरा और कोई भाई के सुशासन की पोल खोल दी. यह िात भी पक्​्ी है नक नीतीश कुमार नेता नही्है. मालूम हो नक शहािुद्ीन राजद की राष्​्ीय काय्क थ ानरणी के सदस्य है. नीतीश के पहली पाली मे्मुखय् मंत्ी िनने पर निहार कुमार को पनरस्सरनतजन्य मुख्यमंत्ी िोलने के ए क्लास नहस्ट्ीशीररो् को त्वनरत सजा का मतलि कुछ तो ननकलता है. कही्न कही् नदलाने के वास्​्े नवशेर अदलतो् का गठन दाल मे् काला है? यह संशय आज भी नकया रा. ए क्लास का मतलि न सुधरने वाले अपराधी. शहािुद्ीन का नाम इसी सूची िरक़रार है. संशय को िल ति नमला जि जेल गेर मे्रा. दो दज्नथ से ज्यादा आपरानधक मामले

बिक्​्ा के िक् से वंबित बवकृत-मुख दबलत छात्​्

आला अनधकरी नमरुन के पैतक ृ गांव नतलकचक पहुच ं े और नमरुन का हाल जाना. नवादा िाल कल्याण सनमनत के अध्यक्​् राजीव नयन और समाज कल्याण नवभाग की पदानधकारी वंदना गुपत् ा ने नमरुन के इलाज के, पढाई के सार-सार उसके पनरवार की आन्रक थ स्सरनत का भी जायजा नलया. रीम ने खास कर स्कल ू से वंनचत नकए जाने के िारे मे् भी तहकीकात की और प्​्ाचाय्थको नोनरस जारी नकया. समाज कल्याण नवभाग ने नजलाअनधकारी और पुनलस अधीक्क ् को पत्​् भेजकर आयोग के ननद्श ्े ो्का अनुपालन करने को कहा है. इस िीच, नमरुन की मदद के नलए कई हार आगे आये है.् एक स्वयं सेवी संसर् ा ने इलाज की पहल की है. तो दूसरी तरर, ुं य ऐसे मे्स्कल ू की भूनमका असंवदे नशील रहा भारती इंफ्ारेल निहार के अनधकारी मृतय् ज संजय कुरार पटना. निहार के नवादा नजले के और नमरुन को िर मे् ही रहना पड़ रहा है. नसंह ने तत्काल नमरुन को ढाई हजार र्पए का नारदीगंज प्ख ् ड ं के नतलकचक के सोलह नमरुन की दद्नथ ाक खिर और उसके सार मदद नकया है और कहा नक उसके इलाज तक वर्​्ीय दनलत छात्​्नमरुन चौहान को स्कूल मे् उपेन्कत रवैया की खिर मीनडया मे्आने के व्यस्कतगत र्प से प्न्तमाह ढाई हजार र्पए ् ् आयोग उपलब्ध कराते रहेग् .े नजला िाल संरक्ण प्व् श े इसनलए नही् नदया गया क्यो्नक वह िाद राष्​्ीय िाल अनधकार संरक्ण पदानधकारी वं द ना गु प त ् ा ने कहा नक नमरु न को हरकत मे ् आयी और िालक के अनधकार नदखने मे्कुरप् नजर आ रहा रा. एक दवा के ् आयोग अनधननयम 2005 की धारा सरकार की ओर से नमलने वाली हर सुनवधाएं दुषप् ् भ् ाव से निगड़्ी सूरत का खानमयाजा भुगत संरक्ण 13 (जे ) (आई) के तहत स्वतः संज्ान नलया. उपलब्ध कराई जाएगी. नकस पनरस्सरनत मे् रहे नमरुन को अि न्याय की दरकार है. ू मे्नमरुन को पढने से रोका गया, इसकी आयोग ने निहार के समाज कल्याण स्कल दरअसल, ननोरा पंचायत के माध्यनमक पड़ताल की जाएगी. ु सनचव वंदना नकनी को पत्​् स्कल ू के प्​्ाचाय्थ ने उसे इसनलए नशक्​्ा से नवभाग की प्म् ख नमरु न की कहानी कारी दद्नथ ाक है. जो वंनचत कर नदया नक उसका चेहरा नवकृत हो भेजकर नमरुन के इलाज और िेहतर स्वास्र असं व द े नशील होते समाज की तस्वीर पेश कर गया है. प्​्ाचाय्थ ने कहा पढ-नलखकर क्या सुनवधा प्द् ान करने और नमरुन के िाल जाता है . मजदू र नपता िताते है्नक नमरुन जि करोगे. नमरुन का चेहरा दवा के नरयेकश ् न से अनधकार को नदये जाने का आदेश नदया. ं ी ् ासन पांच साल का रा तो उसके चेहरे पर एक रुस नवकृत हो गया है. स्कल ू के िच्​्ेडरने लगे रे. आदेश के अनुपालन मे्नवादा नजला प्श

हो गई री. उसे गांव के ही एक डॉक्रर से नदखाया. डॉक्रर ने दवाएं दी्. लेनकन दवा खाने से तीन नदनो्मे्ही उसका चेहरा नवकृत हो गया. गांव वाले ‘माता’ ननकलने िात कहने लगे. नमरुन के नपता के अनुसार कुछ नदन उसके ठीक होने का इंतजार नकया. लेनकन िीमारी सुधरने की जगह नमरुन की स्सरनत और निगड़ती गई. िाद मे् नमरुन को नवादा सदर अस्पताल ले गये, जहां डॉक्ररो्ने िताया नक दवा के नरएक्शन से ऐसा हुआ है. इसका लंिा इलाज चलेगा. इलाज चलता रहा, लेनकन नमरुन का चेहरा ठीक नही्हो सका. नमरुन के नवकृत चेहरे से गांव के िड़े अभ्यस्​्हो चुके है्लेनकन िच्​्ेडर जाते है.् आठ साल की उम्​् मे् जि नमरुन प्​्ाइमरी स्कल ू मे्भत्​्ी होने को आया तो दूसरे िच्​्ेउसे देख डर गये. स्कल ू प्श ् ासन ने भी उसे प्व् श े देने से सार मना कर नदया. मजदूर नपता की मजिूरी है. वे िताते है्नक नमरुन को परना, नवादा सनहत कई अस्पतालो्मे्नदखा चुके है.् अि इतना पैसा नही् है नक नकसी और िड़े अस्पताल मे्ले जाऊं. नमरुन ज्यादातर िर मे् रहता है. िहरहाल, नमरुन की ओर सरकारी और गैरसरकारी हार आगे िढे है.् उसके पनरवार और गांव वालो् की उम्मीद जगी है नक कुछ सकारात्मक पनरणाम आयेग.े् नमरुन भी आस लगाये है नक जल्द ठीक होकर आम जीवन जी सकेगा.

दज्थ है. आधा दज्नथ से जयादा मे् रैसले के नखलार आपरानधक अपील ऊपरी अदालत मे्दायर है. नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्ी िन पहली पारी भाजपा के सार नमलकर शासन नकया. और अिकी यानी दूसरी पारी का शासन जद (एकी) राजद और कांगस ्े का महागठिंधन के हार मे्है. नजसके मुनखया नीतीश कुमार है. लेनकन शहािुद्ीन के 11 साल िाद जमानत पर जेल से िाहर आने पर कई सवाल खड़े जर्र हुए रे. इससे सुशासन िािू का शासन कमजोर होने की चच्ाथ राजनीनतक हलको् हुई. खासकर पनरस्सरनतजन्य मुखय् मंत्ी वाला शहािुद्ीन का ियान तो सानित ही कर नदया रा . जानहर है कुछ न कुछ अंदर ही अंदर नखचड़ी पक रही री. यही ियान नीतीश कुमार को नागवार लगा. और िगैर नकसी की परवाह नकए निहार सरकार शहािुद्ीन मामले मे्सख्त हो गई. कयास लगाया जा रहा है नक ' माई ' समीकरण वाले दूसरे दलो्के नवधायको्को एक जुरकर कुछ गुल नखलाने की नवसात निछाई जा रही है.तानक तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्ी िनाया जा सके. जद (एकी) के वेलहर से नवधायक नगरधारी यादव की शहािुद्ीन के कानरले मे् मौजूदगी भी यह संकते देती है. मालुम रहे नक नगरधारी यादव की राजनीनत धुरी लालूपस ् ाद ही है.राजद से नवधायक और िांका से सांसद रहे है. इसनलए यह नरश्ता कुछ कहता है. इधर गया नवधान पनररद सीर को लेकर भी महागठिंधन मे् भूचाल आया है. तभी सभी दलो् ने अपने प्त्य् ाशी उतार नदए है. भाजपा भी लड़ रही है.

दंडवत करतेववधानसभा पहुंचेववधायक

शुक्िार संिाददाता

पटना. लौनरया के िीजेपी एमएलए नवनय निहारी गुरव् ार को दंडवत करते हुए नवधानसभा पहुच ं .े नवधायक को देखने के नलए लोगो्की पनरसर मे्भीड़ लग गई. नवनय ने कहा नक अपने क्त्े ्की सड़क िनाने की मांग कर रहे है.् अपना कुता्थ केद् ्सरकार और पैर् निहार सरकार को पहले ही दे चुके है लेनकन अभी तक सड़क का ननम्ाण थ नही् हुआ. नवंिर 2016 को नवधायक को नवधानसभा मे्जाने से सुरक्​्ाकन्मयथ ो्ने रोक नदया रा. नवनय हार पैर् मे्ही नवधानसभा के अंदर काय्वथ ाही मे्भाग लेने के नलए जा रहे रे. मामले को नवधानसभा मे्नेता प्न्तपक्​्ने उठाया रा तो नवधानसभा अध्यक्​्ने मामले को देखने का भरोसा नदलाया रा. अपनी मांग पूरी कराने के नलए नवधायक करीि पांच माह से गांधीगीरी कर रहे है.् दरअसल, वे तीन साल से वेसर् चंपारण नजले के अपने असेि् ली एनरया मे्44 नकमी लंिी सड़क िनवाने की मांग कर रहे है.् यह सड़क उनके दो अहम इलाको्को जोड़ती है. निहार सरकार ने अि तक उनकी मांग पर ध्यान नही्नदया है. इस अनदेखी के नवरोध मे्26 अक्रिू र को नवनय ने अपने कपड़े उतार नदए और अपना कुता्थ केद् ्ीय सड़क पनरवहन मंत्ी नननतन गडकरी को भेज नदए रे.


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24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

फिर फबक गये फिलाड़ंी

फ्जल इरार रल्ललक

इपीएल के नए सत्​् के नलए नखलान्ड़यो्की नीलामी हो गई. कुछ निके तो िहुत सारे नही् निके. जो निके वे इसनलए नही्निके नक वे िहुत अच्छा न्​्िकेर खेलते है् और जो नही् निके वे इसनलए नही् निके नक वे अच्छा नही् खेलते है.् जो निके इसनलए निके क्यो्नक उनके रसूख रे, रीमो्के प्ि् धं न मे्उनके सारी-संगी रे जो उन्हे्खिरो् मे्िनाए रखने के नलए रीम मे्रखना चाहते रे और जो नही्निके इसनलए नही्निके क्यो्नक उनके रसूख दूसरो्की तरह नही्रे. यानी एक तरह की नरस्कसंग नखलान्ड़यो् की नीलामी मे् भी. अगर ऐसा नही् होता तो मुनार परेल को गुजरात लायंस 30 लाख मे् नही् खरीदता. जो अरसे से अंतरराष्​्ीय तो क्या राष्​्ीय न्​्िकेर से भी दूर है्और राष्​्ीय व अंतरराष्​्ीय न्​्िकेर मे् धमक िनाने वाले ईशांत शम्ा,थ चेतश े र् पुजारा और इररान पठान सरीखे आईपीएल की गंगा मे्सूखे रह गए. नीलामी और नखलान्ड़यो् की खरीद पर इसनलए अंगल ु ी भी उठ रही है. यह सही है नक इस नीलामी या खरीद-ररोख्त पर नकसी को

खेल डायरी

एतराज नही्होना चानहए. यह रीम प्ि् धं नो्का रैसला होता है. वह अपना नरा-नुकसान देख कर नखलान्ड़यो् पर िोली लगाती है.् लेनकन सवाल इसनलए उठ रहे है् नक नवदेशी नखलान्ड़यो् को भारतीय नखलान्ड़यो् पर तरजीह दी गई है. नवदेश के औसत नखलान्ड़यो् को िड़्ी कीमत देकर खरीदा गया और अपने नखलान्ड़यो्की अनदेखी की गई. यह भी सही है नक ऐसा न्​्िकेर मे् ही नही् कुशत् ी और िैडनमंरन मे् भी देखने को नमला. हम अपने नायको् की उपलस्बधयो् को अनदेखा कर नवदेशी नखलान्ड़यो्पर िोली लगाते है्और उन पर ज्यादा पैसे लुराते है.् यह रवैया सही नही् है. कहने को रीमे्तक्फदे सकती है्नक हमने कुछ युवा नखलान्ड़यो् को िड़्ी कीमत पर खरीदा है लेनकन उन रीमे्से पूछा जा सकता है नक उनमे् से नकतने नखलान्ड़यो् को आईपीएल मे् खेलने का मौका नमलेगा. आईपीएल के नपछले नौ सीजन मे् हम देख चुके है् नक ऐसा नही् होता है. ज्यादातर ऐसे नखलाड़्ी िेच ् की शोभा िढ्ाते रहते है.् िंगलूर्मे्हुई नीलामी मे्इंगल ् डै् के तेज गेद् िाज िेन स्रोक्स पर नजस तरह से िोली

लगी और नजस कीमत पर उन्हे्खरीदा गया, हैरत मे्डालने वाला है. जो गेद् िाज भारत के नखलार इंगल ् डै् को जीत नही्नदला पाया उसे इतनी िोली लगना सचमुच रीम प्ि् धं नो्की सोच पर सवाल खड़्ा करता है. वह भी ति जि स्रोक्स शादय ही पूरे सत्​्के नलए उपल्िध रहे.् स्रोक्स का आधार मूलय् दो करोड़्र्पए री. स्रोक्स अपनी रीम पुणे को नकतनी कामयािी नदला पाएगी, यह तो िाद मे् पता चलेगा. लेनकन उससे भी ज्यादा हैरत तो रायमल नमल्स नाम के इंगल ् डै् के नखलाड़्ी की िोली पर हुई. नमल्स का नाम न्​्िकेर मे् अनजाना है. लेनकन िंगलुर्की रीम ने उन्हे् 12 करोड़्र्पए मे्खरीद कर अपने गेद् िाजो् ईशांत शम्ाथ और इररान पठान की तौहीन ही की. जो इससे कही कम कीमत मे्उपलब्ध रे. लेनकन भारतीय नखलाड़्ी रीमो्की प्​्ारनमकता मे् नही् रे. स्रोक्स का 77 री20 मैचो् मे् स्ट्ाइक रेर 134 से अनधक है जिनक गेद् िाजी

नीलामी और खिलाख़ियो़की िरीद पर इसखलए अंगुली भी उठ रही है. यह सही है खक इस नीलामी या िरीद-फरोख़त पर खकसी को एतराज नही़ होना चाखहए. यह टीम प़​़बंधनो़ का फैसला होता है. वह अपना नफा-नुकसान देि कर खिलाख़ियो़पर बोली लगाती है़. इकोनामी रेर 8.60 है. दूसरी तरर नमल्स ने 55 री20 मैचो्मे्63 नवकेर चरकाए है्और इस दौरान उनका इकोनामी रेर 7.47 रहा. नमल्स िारह करोड़्मे्निके और ईशांत व इररान पर नकसी ने िोली नही् लगाई. इसी

केिी ,जोसर पालसन, राजेश राय और योगीश अरोड़्ा हौसला िुलंद हो तो अंगारे भी रूल सरीखे हो जाते के माग्थदश्थन मे्1356 लोगो्ने इस कारनामे को अंजाम है्. यही हौसला मुंिई के 1356 लोगो् ने नदखाया और नदया. इन प्​्नशक्​्को्ने खुद भी अंगारो्पर चलकर लोगो् ् राजेश राय ने यह जानकारी दहकते अंगारो् पर चल कर नगनीज िुक आर वल्ड्थ का हौसला िढ्ाया. प्न्शक्क दे त े हु य े िताया नक इस नरकाड् थ के नलये 6.6 रीर की नरकार्स्थमे्अपना नाम दज्थकरा नलया. मुंिई की एक अं ग ारो् की खाई िनाई गयी नजस पर प्​्नतभानगयो्ने नंगे ज्वल ै री रम्थके कन्मयथ ो्ने मुिं ई के ननकर इमेनजका रीम पांव चलकर इस कारनामे को अंजाम नदया. राजेश राय ने इस साहनसक कारनामे पर कहा,“ अंगारो् पर चलने का मकसद अपने जीवन के डर पर नवजय पाना है. अंगारो् पर चलना एक ऐसे प्​्ेरक का काम करता है नजससे आपके अंदर यह भावना आती है नक मुझमे्यह करने की ताकत है.” अंगारो्पर चलने के अपने अनुभव पर 23 साल की प्​्नतभागी सुयाशा तामोर ने कहा- यह िहुत रोमांचक रा. मै्नही्जानती री नक मेरे अंदर नकतने डर नछपे हुये है.् हमे्िचपन से नसखाया जाता रा नक आग से दूर रहो और यह डर हमेशा हमारे पाक्फमे्यह कारनामा कर दहकते अंगारो्पर चलने का जीवन के सार िना रहता रा. 608 लोगो्का मौजूदा नरकाड्थकही्पीछे छोड़्नदया. यह िंिा इंटरनेशनल स्कूल मंे सालाना खेलकूि प्य् ास नगनीज वल्डथ्नरकाड्थकी तरर से मौजूद ननण्ायथ क गंगा इंररनेशनल स्कल ू (नहरन कूदना) मे्सालाना नरनर नार के सामने नकया गया और नरनर नार ने इस नये खेलकूद संपन्न हुआ. इस मौके पर अध्यक्​्सुशील गुपत् ा नरकाड्थको प्​्मानणत भी नकया. व प्​्धानाचाय्थ महोदया चार् कपूर ने मुख्य अनतनर अंगारो् पर चलने के नलये अंतरराष्​्ीय र्प से नजला नशक्​्ा अनधकारी एके सक्सेना को सम्माननत मान्यता प्​्ाप्त आशीर अरोड़्ा, लीना दास ,उन्नीकृष्णन नकया. सालाना खेलकूद प्​्नतयोनगता मे्सौ, दो सौ, चार

बनाया दिनीज वल्ल्ष दरकाल्ष

तरह दन्​्कण अफ्​्ीका कानगसो रिाडा को नदल्ली ने पांच करोड़् मे,् न्यज ू ीलैड ् के ट्र्े िोल्र को कोलकाता ने पांच और 5 करोड़्मे् नदल्ली ने खरीदा और आस्टन्ेलया के पैर कनमंस को नदल्ली ने साढ्े चार करोड़् मे् खरीदा. नदलचस्प खरीदारी अरगाननस्​्ान के लेग स्सपनर रशीद खान की भी रही. वे चार करोड़्मे्निके. इस स्सपनर की भी अंतरराष्​्ीय न्​्िकेर मे् की िड़्ी पहचान नही् है लेनकन रशीद खान चार करोड़्मे्निक गए और नवश्​् मे्री-20 व वनडे न्​्िकेर मे्नंिर एक इमरान तानहर पर नकसी ने िोली लगाने मे्नदलचस्पी नही्नदखाई. रशीद खान पहले अरगाननस्​्ानी नखलाड़्ी है्जो आईपीएल की रीम का नहस्सा हो्ग.े रशीद के अलावा ऑलराउंडर मोहम्मद निी को भी सनराइजस्थने 30 लाख र्पए मे् खरीदा. इंगल ्ड ै् के न्​्िस वोक्स के नलए कोलकाता नाइर राइडस्थ ने चार करोड़ 20 लाख र्पए की िोली लगाई. आि्​्ामक िल्लिे ाज जैसन रे पहले दौर की नीलामी मे् नही्निके लेनकन दूसरे दौर मे्गुजरात लायन्स ने उन्हे्एक करोड़ र्पए मे्खरीदा. भारतीय नखलान्ड़यो्मे्सिसे महंगे कण्थ शम्ाथ निके. मुिं ई इंनडयंस ने 30 लाख र्पए आधार मूलय् वाले इस नखलाड़्ी को तीन करोड़्20 लाख र्पए मे्खरीदा. तनमलनाडु के तेज गेद् िाज ए नरराजन को तीन करोड़्मे् पंजाि की रीम ने खरीदा जिनक उनका आधार मूलय् नसर्फदस लाख र्पए रा. उनको नमली कीमत ने भी सिको हैरान कर नदया. वर्ण ओरान को 2.8 करोड़् मे् पंजाि ने खरीदा. हैदरािाद के तेज गेद् िाज मोहम्मद नसराज को स्रानीय फेच ् ाइजी सनराइजस्थने दो करोड़ 60 लाख र्पए मे् खरीदा. नसराज के नपत आरो चालक है.् नसराज ने इस सीजन रणजी ट्​्ारी के ग्यारह मैचो्मे्करीि तीन की औसत से 44 नवकेर चरकाए रे. इसी तरह राजस्रान के अनकैपड् नखलाड़्ी अननकेत चौधरी को नमली

कीमत भी कम हैरानी मे्डालने वाली नही्है. िंगलुर्ने दो करोड़्मे्अननकेत को खरीदा. कन्ारथ क के गेद् िाज गुरम कृषण ् प्पा को इतनी ही कीमत पर खरीदा, जिनक दोनो्का आधार मूलय् दस लाख र्पए रा. नपछले साल सिसे महंगे निके भारतीय नखलाड़्ी पवन नेगी की कीमत इस नीलामी मे् साढ्े सात करोड़् िर गई. वे एक करोड़् मे् निके. आईपीएल की नीलामी मे्रीमो्ने 91.15 करोड़्र्पए खच्थ कर 66 नखलान्ड़यो्को खरीदा. इस नीलामी मे्िोली के नलए कुल 350 नखलाड़्ी उपलब्ध रे दसराज का सपना आईपीएल मे्करीि ढाई करोड़्र्पए मे् निकने वाले मोहम्मद नसराज इस रकम से अपने नपता मोहम्मद गौस और मां शिाना िेगम के नलए हैदरािाद के अच्छे इलाके मे् एक िर खरीदना है. इस तेज गेद् िाज ने शानदार प्र ् म श्ण ्े ी सत्​् की िदौलत सनराइजस्थहैदरािाद के सार करार नकया है. इसी प्द् श्नथ के कारण उसे भारत ए और शेर भारत के नलये भी रीम मे्शानमल नकया गया. नसराज िताते है्नक मुझे याद है न्​्िकेर खेलते हुए मैन् े जो पहली कमाई की री. यह क्लि का मैच रा और मेरे मामा रीम के कप्तान रे. मैन् े 25 ओवर के मैच मे् 20 रन देकर नौ नवकेर चरकाए रे. मेरे मामा इतने खुश हुए नक उन्हो्ने मुझे ईनाम के र्प मे्500 र्पए नदये. यह अच्छा अहसास रा. लेनकन आज जि िोली 2.6 करोड़ र्पए तक पहुच ं गयी तो मै् हैरान रह गया. वे कहते है्नक मेरे वानलद ने िहुत मेहनत की है. वे ऑरो चलाते रे लेनकन उन्हो्ने कभी भी पनरवार की आन्रक थ स्सरनत का मेरे और मेरे िड़े भाई पर असर नही् पड़ने नदया. गेद् िाजी की एक स्पाइक की कीमत िहुत होती है और वे मेरे नलए सिसे अच्छी स्पाइक लाते. मै्अच्छे से इलाके मे्उनके नलये एक िर खरीदना चाहता हू.ं

एंड आर क्लि, लाल िहादुर शास्​्ी क्लि और हनर नसंह क्लि की रीमे्नहस्सा ले रही है.् नवजेता रीम को दो लाख र्पए की इनामी रकम नमलेगी, जिनक उपनवजेता को एक लाख र्पए नदए जाएंगे.

जेके एक्सट्​्ीम फोरप्ले दखताब

िे्गलोर ऑर रोडस्थरीम (िीओडीए) के ड्​्ाइवर नसद्​्ार्थ संतोर और लोकेश नशवराजा ने जेके रायर एक्सट्​्ीम रोरप्ले चै्नपयननशप का नखताि जीत नलया. नॉर्थ इंनडया की सिसे िड़्ी रोड चै्नपयननशप चंडीगढ् गुणा सौ मीरर नरले रेस थ्​्ी लेग रेस सनहत दूसरी के नककर लॉज मे् आयोनजत की गई. नसद्​्ार्थ और प्​्नतयोनगताओ् का आयोजन नकया. सृजन व दीस्पत को लोकेश की जोड़्ी ने कनठन रास्​्ो्से गुजरते हुए तमाम सव्थश्ेि् नखलाड़ी का पुरस्कार नदया गया. स्कूल के िाधाओ्को पार कर शानदार प्द् श्नथ कर 455 अंको्के अध्यक्​्सुशील गुप्ता ने इस मौके पर कहा नक स्कूल से सार पहला स्रान हानसल नकया. इस जीत से नसद्​्ार्थ कई राष्​्ीय ल अंतरराष्​्ीय नखलाड़्ी सामने आए है्. और लोकेश को चमचमाती ट्​्ॉरी और दो लाख र्पये के नकद पुरस्कार नमला. इन दोनो् को इनके सहयोगी रोशनआरा द्​्िकेट टून्ाषमंेट मंे आठ टीमंे ड्​्ाइवरो् पृथ्वीराज एसी और रोनहत केआर का भी पूरा रोशनआरा री 20 न्​्िकेर रून्ाथमे्र मे् आठ रीमे् सार नमला. इस रीम ने अपने िेहतरीन प्​्दश्थन के दम नहस्सा ले रही है्. रोशनआरा क्लि के सनचव राजन पर सानित कर नदया नक उन्हे् कोई भी रीम नरलहाल मनचंदा ने यह जानकारी दी है. इसका राइनल पांच हारा नही्सकती. यह दूसरा मौका है जि नसद्​्ार्थऔर माच्थको खेला जाएगा. राइनल मैच नदन-रात का होगा. लोकेश की अगुआई मे्िीओडीए रीम ने जेके रायर का चै्नपयननशप मे्नदल्ली की राप क्लि रीमे्नहस्सा ले रही नखताि जीता. इससे पहले इन दोनो्ने अर्णाचल प्​्देश है्. री-20 न्​्िकेर रून्ाथमे्र मे्एअर इंनडया, ओएनजीसी, के डाम्िुक गांव मे् आयोनजत जेके रायर ऑरे्ज चार मनलक स्पोर्स्थ, फे्र्स क्लि, श्​्द्ानंद कालेज, आर गुणा चार फ्यूरी ट्​्ॉरी पर कब्जा नकया रा.


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पयंा​ावरण

24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

प माने् या न माने्, उत्​्राखंड की लड़्नकयो्ने शादी के नलए आए दूलह् ो् के जूते चुराकर उनसे नेग लेने के नरवाज को नतलांजनल दे दी है. वे अि दूल्हो् के जूते चुराकर र्न्ढ को आगे नही् िढ्ाती् िल्नक उनसे अपने मैत (मायके) मे्पौधे लगवाती है.् इस नई रस्म ने वन संरक्ण ् के सार-सार सामानजक समरसता और एकता की एक ऐसी परंपरा को गनत दी है नजसकी चच्ाथ अि उत्र् ाखंड तक सीनमत नही्रह गई है. मैती आंदोलन की भावनाओ्से अनभभूत होकर अि लोग जहां पेड़् लगा रहे है.् वही्, उनके व्यवहार भी िदल रहे है.् पय्ावथ रण के प्न्त उनकी सोच मे्पनरवत्नथ आ रहा है. यही वजह है नक अि लोग अपने आस-पास के जंगलो् को िचाने और इसके संवध्नथ मे् भी सहयोग करने लगे है.् इस आंदोलन के चलते पहाड़्ो् पर अि कारी हनरयाली नदखने लगी है और सरकारी स्र् पर होने वाले वृक्ारोपण की भी असनलयत उजागर हुई है. गांव-गांव मे् मैती जंगलो्की श्ख ्ृं लाएं सजने लगी है.् पय्ावथ रण संरक्ण ् के लगातार िढ्ते इस अनभयान को अपनी पनरकल्पना और संकल्प से जन्म देने वाले कल्याण नसंह रावत ने कभी सोचा भी नही् रा नक उनकी प्​्ेरणा से उत्​्राखंड के एक गांव से शुर् हुआ यह अनभयान एक नवरार और स्वयंसर ् तू थ्आंदोलन मे्तब्दील हो जाएगा. अि तो इसकी व्यापकता इतनी िढ् गई है नक इसके नलए नकसी पच्-्े पोस्रर और िैठक-सभा करने की जर्रत नही् होती है. मायके मे् रहने वाली मैती िहने् शानदयो्के दौरान दूलह् ो्से पौधे लगवाने की रस्म को खुद-ि-खुद अंजाम देती है.् नववाह के समय ही पेड़् लगाने की इस रस्म के स्वयंसर ् तू थ्तरीके से रैलाने की एक वजह यह भी है नक इस मौके पर िारात मे्आए लोग भी शानमल होते है.् जो अपने गांव वानपस जाकर अपने यहां इसे लागू करने से नही् चूकते. शादी कराने वाले पंनडत भी इस आंदोलन का मुफत् मे्प्च ् ार करते रहते है.् अि तो शादी के समय छपने वाले ननमंत्ण पत्​्ो् मे् भी मैती काय्ि थ म् का नजि्​्नकया जाता है. मैत्ी आंदोलन के जनरए मैत्ी िहनो्ने वह कर नदखाया है जो न तो कोई सरकार कर सकी और न ही कोई संगठन ही कर सकते रे. मैत्ी िहनो् ने पय्ाथवरण के क्​्ेत् मे् इंसानी नरश्तो् को और अनधक ननकर लाने के सार

नेग मेंफमली हफरयाली

ही न केवल पहाड़् के इलाके को िस्लक मैदानी क्​्ेत्ो् को भी हरा-भरा करने का एक ऐसा िीड़्ा उठा नलया है नजससे न केवल उत्​्राखंड सनहत अपने देश के कई राज्य, िस्लक दुननया के कई देश भी मुग्ध है्. एक छोरी-सी शुर्आत ने िर-िर, गांव-गांव दस्क ् देकर आज मैत्ी आंदोलन का र्प ले नलया है. आठ हजार गांवो् मे् यह आंदोलन रैल गया है और इसके तहत लगाए पेड़्ो्की संखय् ा एक करोड़्से भी ऊपर पहुच ं गई है. करीि डेढ् दशक पहले चमोली के ग्वालदम से रैला यह आंदोलन कुमाऊं मे् िर-िर होते हुए अि गढ्वाल के हर िर मे् दस्​्क देने लगा है. शुर्आती दौर मे् पय्ावथ रणीय संरक्ण ् के वास्​्ेचलाए गए इस अनभयान मे् मनहलाओ् और िेनरयो् ने इसमे् सव्ानथ धक भागीदारी ननभाई. मैती का अर्थहोता है लड़्की का मायका. हरेक िेरी चाहती है नक उसका िचपन नजस धरती की गोद मे् नवकनसत हुआ है उस धरती मे्हर प्क ् ार की सुख समृस्धद हो. उसके मायके मे् पानी की कमी न हो, जंगल हरे-भरे िने रहे.् धरती खूि अन्न उपजाती रहे. हर िच्​्ा, िूढ्ा समृद्और स्वस्र रहे. यही सि मनोकामना ही मैती है. इसी भावनात्मक लगाव के कारण ही

आज हर गांव के िेरी इस आंदोलन से जुड़् रही है और इसे आगे िढ्ा रही है. इस आंदोलन को िहुमुखी र्प देने के नलए सिसे पहले लड़्नकयां अपने गांव मे् मैती संगठन िनाती है.् गांव की हर अनववानहत लड़्की इस

पय़ावा रण आंदोलन की प़ख़तमूखत़ ा गौरा देवी की परंपरा को आगे बढ़ाने के खलए अस़सी के दशक मे़ग़वालदम की कुछ मखहलाओ़ ने खववाह के शुभ अवसर पर दूलह़ े के जूते चुराने की परंपरा को तोि़कर दूलह़ े से वृक़लगाने का नेग मांगा और यह आंदोलन शुऱहो गया. संगठन से जुड़त् ी है. इसमे्स्कल ू जाने वाली लड़्नकयो् के सार, िर मे् रहने वाली लड़्नकयां भी शानमल होती है.् इस संगठन का लड़्नकयो् के िर-पनरवार के सार गांव की मनहला मंगल दल का भी समर्थन सहयोग प्​्ाप्त होता है. िड़्ी-िूढ्ी मनहलाएं भी मैती की गनतनवनधयो् मे् शानमल होने से नही् चूकती्. मैती संगठन की काय्नथ वनध निल्कल ु सार और एकदम सरल है. संगठन को मजिूत और रचनात्मक िनाने के नलए सभी लड़्नकयां अपने िीच की सिसे िड़्ी और योग्य लड़्की को अपना अध्यक्​्चुनती है, अध्यक्​्पद को िड़्ी दीदी का नाम नदया जाता है. अध्यक्​्पद को िड़्ी दीदी के नाम से संिोनधत नकया जाता है. िड़्ी दीदी का सम्मान उनके गांव मे्उतना ही होता नजतना एक िड़्ेपनरवार मे्सिसे िड़्ी िेरी का होता है. गांव के मैती संगठन की देखरेख और इसको आगे िढ्ाने का काम चुनी गई िड़्ी दीदी ही करती है. िाकी सभी लड़्नकयां इस संगठन की सदस्य होती है.् जि िड़्ी दीदी की शादी हो जाती है तो दूसरी योग्य लड़्की को िहुत सहजता के सार संगठन की

नजम्मेदारी सौ्प दी जाती है. और यह ि्​्म लगातार चलता रहता है. गांव की हरेक लड़्की मायके मे् अपने िर के आसपास नकसी सुरन्​्कत जगह पर अपने प्य् ास से नकसी वृक् की एक पौध तैयार करती है. यह पौध जलवायु के अनुकल ू नकसी भी प्ज ् ानत की हो सकती है. कुछ लड़्नकयां जमीन पर पॉलीरीन की रैली पर केवल एक पौधा तैयार करती है.् गांव मे् नजतनी लड़्नकयां होती है्, उतने ही पौधे तैयार नकए जाते है.् हरेक लड़्की अपने पौध को देवता मानकर या अपने जीवन सारी को शादी के समय देने वाला एक उपहार मानकर िड़्ी सजगता, तत्परता और सुरक्​्ा से पालतीपोसती रहती है्. इस तरह अगर गांव मे् सौ लड़्नकयां है्तो सौ पौध तैयार हो रहे होते है.् ये पेड़्मायके मे्िेरी की नवरह झेल रही मांिहन और भाईयो् के नलए यादगार होता है, वही्नपता के नलए िुढा्पे का सहारा भी सानित हो रहा है. वैज्ाननक दृन्ष से अनुमान लगाएं तो एक रलदार पेड़् अपने पूरे जीवन मे् पालको् को कम से कम सत्​्ह लाख से अनधक का लाभ दे जाता है. इस तरह मैती आंदोलन के तहत लगाया गया पेड़् िेनरयो् द्​्ारा नपता का ऋण चुकाना भी माना जा रहा है. पेड़् उस समय भी लड़्नकयो् के नलए आनंद का कारण िन जाता है, जि वे अपने िड़्ेहो रहे िच्​्ो्के सार मायके आती है्तो देखती है् नक उनका लगाया पेड़् भी उनके िच्​्ो् की तरह िड़्ा हो गया होता है. िड़्ेहुए पेड़्एक आस्तमक आनंद देने के सार अपने मायके के लोगो्के प्न्त भी नवष्वास कायम करने मे्मदद करते है् क्यो्नक नजस पेड़् को वह मायके मे् लगा कर जाती है उसकी देखभाल माता-नपता और भाईयो्द्​्ारा नकया जाता है तभी वह पेड़् िड़्ा हो पाता है. नकसी भी गांव की लड़्की की शादी तय हो जाने पर िड़्ी दीदी के मां-िाप से िातचीत करके उनके िर के ही आंगन मे्या खेत आनद मे् शादी के समय दूल्हे के सार पौधारोपण कर देती है्. शादी के नदन अन्य औपचानरकताएं पूरी हो जाने पर िड़्ी दीदी के

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नेतृत्व मे् गांव की सभी लड़्नकयां नमलकर दूलह् ा-दुलह् न को पौधारोपण वाले स्रान पर ले जाती है.् दुलह् न द्​्ारा तैयार पौधे को मैती िहने्दूलह् े को यह कहकर सौ्पती है नक यह पौधा वह ननशानी है या सौगात है नजसे दुलह् न ने िड़्ेप्म्े से तैयार नकया है. दूलह् ा मैती िहनो् के नेततृ व् मे्पौधा रोपता है और दुलह् न उसमे् पानी देती है. मंत्ोच्​्ार के िीच रोनपत पौधा दूलह् ा-दुलह् न की नववाह की मधुर स्मनृ त के सार एक धरोहर मे्तब्दील हो जाता है. पौधा रोपने के िाद िड़्ी दीदी दूल्हे से कुछ पुरस् क ् ार मांगती है. दूलह् ा अपनी हैनसयत के अनुसार कुछ पैसे देता है जो मैती संगठन के कोर मे्जाता है. मैती िहने्दूलह् ो्से प्​्ाप्त पैसो् को िैक ् या पोस्र आनरस मे्या गांव की ही नकसी िहू के पास जमा करती है.् पहले जूते चोरी करने के एवज मे् जो पैसे नमलते रे उनका कोई सामानजक उपयोग भी नही्होता रा. यो्ही खाने-पीने के सारे पैसे उड़्जाते रे. लेनकन अि पेड़् लगाने के रलस्वर्प प्​्ाप्त पैसो् का सदुपयोग गांव की गरीि िहनो् की मदद के नलए नकया जाता है. गरीि िहनो्के नववाह के अलावा इन पैसो्से उन िहनो्के नलए चप्पल खरीदी जाती है्, जो नंगे पांव जंगल मे्आती-जाती है्या इन पैसो्से गरीि िन्​्चयो्के नलए नकताि या िैग आनद खरीदे जाते है.् हरेक गांव मे्मैती िहनो्को साल भर मे् होने वाली दस-पंद्ह शानदयो् से करीि तीन-चार हजार से अनधक पैसे जमा हो जाते है.् ये पैसे मैती िहने्अपने गांव मे्पय्ावथ रण संवध्नथ के काय्ि थ म् पर भी खच्थकरती है.् नजस उत्​्राखंड की गौरा देवी की गारा पय्ावथ रण संरक्ण ् की गारा िन गई, वही्मैती िहनो्का यह अनभयान भी पय्ाथवरण के क्​्ेत् मे्देश-दुननया के नलए अनुकरणीय िन गया है. पय्ाथवरण आंदोलन की प्​्नतमून्तथ गौरा देवी की परंपरा को आगे िढ्ाने के नलए अस्सी के दशक मे् ग्वालदम की कुछ मनहलाओ् ने नववाह के शुभ अवसर पर दूलह् े के जूते चुराने की परंपरा को तोड़्कर दूल्हे से वृक् लगाने का नेग मांगा और यह आंदोलन शुर् हो गया. अि यह आंदोलन उत्​्राखंड सनहत देश के आठ राज्यो् मे् भी अपनी जड़्े् जमा चुका है. चार राज्यो् मे् तो वहां की पाठयपुस्को् मे् भी इस आंदोलन की गारा को स्रान नदया गया है. कनाडा मे्मैती आंदोलन की खिर पढ्कर वहां की पूव्थ प्​्धानमंत्ी रलोरा डोनाल्ड आंदोलन के प्​्वत्थक कल्याण नसंह रावत से नमलने गोचर आ गई. वे मैती परंपरा से इतना प्​्भानवत हुई नक उन्हो्ने इसका कनाडा मे् प्​्चार-प्​्सार शुर् कर नदया. अि वहां भी नववाह के मौके पर पेड़् लगाए जाने लगे है्. कैलीरोन्नथया मे् काय्थरत माया चढ्​्ा ने पय्ाथवरण को िचाने के नलए यह अनभयान अमेनरका मे्शुर्नकया तो इसकी चच्ाथ वहां के अखिार वानशंगरन पोस्र मे् नवस्​्ार से हुई. िीिीसी पर भी इस आंदोलन के िारे मे् अि तक तीन िार काय्थि्म प्​्सानरत हो चुके है्. मैती परंपरा से प्​्भानवत होकर कनाडा सनहत अमेनरका, आस्न्टया, नाव्​्े, चीन, राईलै्ड और नेपाल मे्भी नववाह के मौके पर पेड़्लगाए जाने लगे है्. साभार: इंदडया वाटर पोट्ल ट


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वहरांशु दारले ्धानमंत्ी नरे्द् मोदी ने आठ नवंिर की मध् ् य रान्​्त से अचानक देश की 83 प्​्नतशत मुद्ा को िेकार िोनरत कर नदया वजह क्या िताई गयी? काला िाज़ारी रोकी जायेगी, आतंकवाद को पैसा देने वालो् पर रोक लगाई जायेगी और मूल र्प से भ्ष ् ्ाचार को समाप्त नकया जायेगा. यही िोनरत उद्श्े य् रे. 500 और 1000 के नोर अचानक िेकार हो गये. इन्हे्दो महीनो्के अंदर अपने-अपने िै्क खातो्मे्जमा करवाना रा. देश के ज्यादातर लोग नजनकी नजंदगी नोरो् पर आधानरत है, यानी कैश पर आधानरत है, उन्हे् देश के नहत के नलए कनठनाइयां झेलनी हो्गी, हमारे जवान भी सीमाओ् की सुरक्​्ा करते हुए नकतनी कनठनाइयो् का सामना करता है. निना नशकायत नकये. कोई तैयारी नही् री, न नरज़व्थ िै्क को पता रा न और नकसी को, नये नोर छापने का भी िंदोिस्​् नही् रा, नसर्फ प्​्धानमंत्ी और उनके कुछ ख़्ास लोगो् ने देश के नहत के नाम पर ये ननण्यथ ले नलया, सच क्या है?

सवालों के घेरे में नोटबंदी

क्या यही गुड गवन्​्ेस यानी मोदी जी का सुशासन है? हुआ यह नक लोगो्की लंिी-लंिी कतार िै्को् के सामने, एरीएम के सामने लगने लगी. कभी पैसा नमला तो कभी नही् नमला. मनहलाओ्का अपने िेनरयो्या िच्​्ो्के नलए रखे हुए पनत से छुपाया हुए पैसे का भी खुलासा करना पड़ा लेनकन करोड़ो् के पास िै्क के खाते नही् है् या जो नदहाड़ी मजदूर लाइन लगाने के कारण नदहाड़ी का काम छोड़ नही् सकता, उन सि का क्या हाल हुआ? कोई सोच भी रहा है? और मोदी जी की शम्थनाक िोरणा 9 नवंिर की सुिह-देश के हर अखिार के पहले पन्ने पर नवज्​्ापन की शक्ल मे्नजर आयी. ए री एम नही्अि पे री एम करो !! नकतना शम्थनाम सुझाव और िोरणा!! नोरिंदी क्यो् की गयी? इससे नकसका रायदा? इसका क्या प्भ् ाव हुआ? कहा गया नक नोरिंदी के जनरये भारतीय अर्थव्यवस्रा की तीन मूल समस्या - काला धन, आतंकवाद के नलए पैसे का जुगाड़ करवाना और जाली नोरो्के नवस्​्ृत जाल को समाप्त

करना इस नोरिंदी के कारण िताये गये. यह चुनौती के मुद्े है्जर्र लेनकन क्या नोरिंदी ही एकमात्​्रास्​्ा रा इसका मुकािला करने का? िैक ् ऑर अमेनरका और मेनरल नलंच के शोध से पता चलता है नक देश का 90 प्​्नतशत कालाधन कैश मे् नही् है, ब्लूमिग्थ का कहना है नक 97 प्​्नतशत पैसा जो िै्क मे् जमा हुआ है वह काला धन नही् है और नरज़व्थ िै्क का कहना है नक 2014-16 मे् काला धन करीिन 29.64 करोड़ र्पये रा जो नक पूरी मुद्ा जो इस्​्ेमाल हो रही री उसका नसर्फ 0.0018 प्​्नतशत रा. वास्​्व मे्नोरिंदी का प्​्भाव देख कर एक केरल मे् प्​्चनलत मुहावरे की याद आ जाती है , चूहे को ढूंढने के नलए िर को आग लगाना!! नकसने सुना है नक नोरो्पर िंदी लगाकर आतंकवाद को िंद नकया जाता है? आतंकवाद एक सोच है जो और कुछ भी हो, पैसो् के नलए नही् पनपता है, अगर पुराने 1000 और 500 के नोर गड़िड़ पैदा कर रहे रे तो नये 2000 और 500 के नोर भी वैसी ही गड़िड़ कर सकते है्. इस मामले से

मोदी सरकार ने आम जनता पर आन्रथक आतंकवाद रैलाने के अलावा कुछ काम नही्नकया है. सरकार के इस नवनाशकारी कदम के नतीजे कुछ इस प्​्कार सामने आये: काले धन को रोका नही्जा सका. नदहाड़ी मजदूरो् को काम नमलना िंद हो गया.छोरे व्यापानरयो् का काम चौपर हो गया. पूरे असंगनठत क्​्ेत् के महनतकश वग्थ का जीवन अस्​्-व्यस्​् हो गया. कारीगर और काश्तकार का काम ठप हो गया. नकसान नयी रसल िो नही् पाये क्यो्नक पैसा नही्रा या खड़ी रसल को जिरन कम दाम मे् िेच नदया. शहरो् से लाखो्मे्लोग मजदूरी नही्नमलने की वजह से गांव वापस आ गये निना मज़दूरी नलए क्यो्नक मजदूरी देने लायक पैसा छोरे कलकारखानो्के मानलको्के पास नही्रा. नरेगा का काम िहुत जगह पर र्क गया-देहातो्मे् लोगो्को काम नमलना िंद हो गया. जिरदस्​्ी लोगो् का पैसा िै्को् मे् रखवाया गया और हमारे िै्क नजस तरीके से कंपननयो् को उधार देते है् उससे तो नसर्फ कंपननयो् को ही िै्को् मे् अनधक पैसा जमा

ववचार रखने का लाभ होगा, और नकसी को नही्. उधर, नदसंिर महीने मे् गुजरात के दीसा मे् एक रैली मे्मोदी ने कहा, ‘िै्क मे्लाइन मे् लगना छोड़ो-अि ई-वॉलेर और मोिाइल पर ई-िै्क ही आप लोगो्का िै्क है’. सरकार अि कैशलेस अर्नथ ीनत की िात करने लगी इस नोरिंदी के कारण के तौर पर, अगर यही उद्​्ेश्य रा ति लोगो् को िताकर तैयारी के सार इसे नकया जा सकता रा. इतनी भी जल्दी क्या और क्यो् री? वास्​्व मे् मोदी जी देश की अर्थनीनत को पे री एम जैसे िै्क के हार मे्सौ्पना चाहते है. इससे नवदेशी पूंजीपनत तो खुश हो जाये्गे, लेनकन अपने देश की िै्क व्यवस्रा ध्वस्​् हो जायेगी और इसके ज़नरये नवश्​् आन्रथक उतार-चढाव से जो िचाव देश को नमलता रा, वह समाप्त हो जायेगा. नवधान सभा और लोक सभा मे् हमे् सवाल का सही जवाि चानहये और अगर सही जवाि नही्नमल रहा है तो हमे्सोचना चानहए नक इस तरीके की िेदद्थ सरकार को क्या हमे् नवधान सभा और लोक सभा मे् ननव्ाथनचत करना चानहये?

उतं​ंर पं​ंदेश फिधानसभा चुनाि: बनते बदलते समीकरण

वफरदौस ख़ान त्र् प्द् श े मे्जैस-े जैसे मतदान के चरण पूरे हो रहे है्, वैसे-वैसे नसयासी समीकरण िदल रहे है्. इन िदलते हालात मे् िहुजन समाज पार्​्ी की प्​्मुख मायावती मज़िूत होती नज़र आ रही है्. कुछ वक़्त पहले तक समाजवादी पार्​्ी और कांग्ेस गठिंधन सिसे आगे माना जा रहा रा. मगर अि तस्वीर िदल रही है. वैसे भी नसयासत मे्ऊंर कि नकस करवर िैठ जाए, कुछ नही् कहा जा सकता. देश और उत्​्र प्​्देश पर सिसे ज्यादा वक़्त तक हुकूमत करने वाली कांग्ेस को नवधानसभा चुनाव मे् समाजवादी पार्​्ी की िैसानखयो् का सहारा लेना पड़ा. हालांनक कांगस ्े ने समाजवादी पार्​्ी से गठिंधन करके सही नसयासी फ़ैसला नकया. उत्​्र प्​्देश मे् कांग्ेस को नजतनी मेहनत करनी चानहए री, जैसी चुनावी रणनीनत िनानी चानहए री, कांग्ेस वैसा नही् कर पाई. हालांनक कांग्ेस के पास नेताओ्की फ़ौज है. नवरोधी नसयासी दल कांगस ्े को िहुत मौक़े देते है,् लेनकन वह उन्हे्भुना नही्पाती, उनका फ़ायदा नही्उठा पाती. महंगाई, नोरिंदी, अराजकता जैसे नकतने ही मुद्े ऐसे है्, जो सीधे जनमानस से जुड़े है्. जनता िेहाल है. कांग्ेस नेताओ्की ये एक िड़ी कमी रही है नक वे प्​्देश की िजाय केद् ्की नसयासत मे्ज़्यादा नदलचस्पी नदखाते है्. वे ये िात नही्समझते नक प्​्देश मे् मज़िूत हो्गे, तो यही मज़िूती के्द् मे् भी उनके काम आएगी. िहरहाल, उत्र् प्द् श े मे् कांग्ेस और समाजवादी पार्​्ी को पूरी उम्मीद है नक उन्हे् िहुमत नमलेगा और उनकी सरकार िनेगी. मुखय् मंत्ी का ताज अनखलेश यादव के सर पर सजेगा. अनखलेश यादव ने उत्​्र प्​्देश मे्काफ़ी नवकास काय्थकराए है्, लेनकन साल 2013 के मुज़फ़्फ़रनगर के दंगो् और दादरी के अख़्लाक कांड ने

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समाजवादी पार्​्ी के शासन पर जो दाग़ लगाए है्, उन्हे् धुलने मे् िरसो् लग जाएंगे. इन दंगो् मे् िहुत लोग मारे गए और हज़ारो् िेिर हुए. मुसलमान नकस हद तक समाजवादी पार्​्ी पर भरोसा कर पाते है्, यह तो आने वाला वक़्त ही िताएगा. केद् ्मे्सत्​्ा मे्िैठी भारतीय जनता पार्​्ी िहुत िुरे दौर से गुज़र रही है. भारतीय जनता पार्​्ी ने लोक लुभावने नारे देकर के्द् मे् सरकार तो िना ली, लेनकन जनता से नकया

मायावती भी आत्मनवश्​्ास से भरी हुई है्. वह अकेले चुनाव लड़ रही है्. वह दावा कर रही है् नक उनकी पार्​्ी 300 से ज़्यादा सीरे् जीतेगी और एक िार नरर से प्​्देश मे् िसपा की सरकार िनेगी. मुख्यमंत्ी मायावती ही हो्गी, इसमे्कोई दो राय नही्है. साल 2007 मे्िहुजन समाज पार्​्ी ने िहुमत हानसल नकया रा. मायावती उत्​्र प्​्देश की मुख्यमंत्ी िनी री्. इससे पहले भी वह तीन िार साल 1995, 1997 और 2002 मे्

एक भी वादा पूरा नही्नकया. प्ध ् ानमंत्ी ने तो िाद मे्कह भी नदया नक चुनाव के दौरान ऐसी िाते् कह दी जाती है्, इन्हे् गंभीरता से नही् लेना चानहए. अि ऐसे मे क्या जनता भारतीय जनता पार्​्ी पर भरोसा कर पाएगी. मुख्यमंत्ी पद के नलए भारतीय जनता पार्​्ी के पास कई चेहरे है्, लेनकन भाजपा के नलए नदल्ली अभी दूर है, वाले हालात है्. हालांनक भारतीय जनता पार्​्ी के नेता जीत का सपना संजोये हुए है्.

मुख्यमंत्ी िन चुकी है्. उन्हो्ने साल 2002 मे्भारतीय जनता पार्​्ी के समर्नथ से सरकार िनाई री. वह देश की पहली दनलत मनहला मुख्यमंत्ी िनी्. मगर साल 2012 के नवधानसभा चुनाव मे् जनता ने िहुजन समाज पार्​्ी से सत्​्ा छीनकर समाजवादी पार्​्ी को चुन नलया. मुलायम नसंह यादव के पुत् अनखलेश यादव ने मुख्यमंत्ी की कुस्ी संभाली. मायावती के नलए नदल्ली मे् एक नशन्​्कका से लेकर मुख्यमंत्ी तक का सफ़र

नकसी परीकरा से कम नही् रा, फ़क़्फ ये है नक परीकरा मे् एक जादुई छड़ी िुमाने से सिकुछ हो जाता है, जिनक मायावती ने इसके नलए ख़ासी मशक़्क़त की है. िहुजन समाज पार्​्ी के संस्रापक कांशीराम साल 1977 मे्मायावती को नसयासत मे्लाए रे. मायावती ने भी नौकरी छोड़कर नसयासत को अपना नलया. उन्हो्ने दनलत और नपछड़ो् के सार-सार मुसलमानो् और ि्​्ाह्मणो् को भी िहुजन समाज पार्​्ी से जोड़ा. वह िड़ी-िड़ी लोक लुभावनी िाते् नही् करती्. वह एयर कंडीशन की नसयासत की िजाय ज़मीनी स्​्र पर काम करना पसंद करती है्. उनकी रणनीनत भले ही एसी कमरो् मे् िनती हो, लेनकन अमल हक़ीक़त की ज़मीन पर ही होता है. िहुजन समाज पार्​्ी के नेता झुग्गीझोपनड़यो् तक लगातार जन संपक्फ मे् रहते है्. यह कहना ग़लत न होगा नक िहुजन समाज पार्​्ी का जनाधार ख़ामोश जनाधार है. ये भले ही शोर-शरािा न करे, लेनकन जि मतदान होता है, तो वह एक जन सैलाि की तरह सामने आता है. ऐसे मे् नसयासी समीकरण रातो रात िदल जाते है्. मुज़फ़्फ़रनगर के दंगो् और दादरी के अख़्लाक़ कांड के िाद प्​्देश के मुसलमानो् मे्समाजवादी पार्​्ी को लेकर जो अनवश्​्ास के हालात िने है,् मायावती ने उन्हे्भुनाने की पूरी कोनशश की है. उन्हो्ने 97 मुसलमानो् को चुनावी मैदान मे्उतार कर यह िताने की कोनशश की है नक उनकी पार्​्ी मुसलमानो् को सार लेकर चलने मे् यक़ीन रखती है. इतना ही नही्, उन्हो्ने िार-िार यह भी ियान नदया नक वह नकसी भी हाल मे् भारतीय जनता पार्​्ी के सार समझौता नही् करे्गी, चाहे उन्हे् नवपक्​् मे् ही क्यो् न िैठना पड़े. मायावती को ऐसा इसनलए कहना पड़ रहा है, क्यो्नक मुसलमान उन पर यक़ीन नही्करते. उन्हे्लगता है नक वह अपने नसयासी फ़ायदे

के नलए उस भारतीय जनता पार्​्ी से हार नमला ले्गी, नजसे सत्​्ा से िाहर रखने के नलए मुसलमान नकसी भी पार्​्ी को समर्थन दे देते है्. उनके नवरोधी यह कहकर उनकी आलोचना कर रहे है् नक उन्ही् के शासनकाल मे्सिसे ज़्यादा 43 मुसलमानो् को आतंकवाद के झूठे मामले मे् रंसाकर उनकी नज़न्दगी ि​ि्ाथद कर दी गई. िहरहाल, इस िात से इंकार नही्नकया जा सकता नक िहुजन समाज पार्​्ी को मुसलमानो् का समर्थन नमल रहा है. क़ानिले-ग़ौर िात यह भी है नक अगर नकसी भी नसयासी सल को स्पष्​्िहुमत नही् नमला, तो कौन, नकसके सार नमलकर सरकार िनाएगा. समाजवादी पार्​्ी और कांग्ेस का गठिंधन क्या चुनाव के िाद भी क़ायम रहेगा. अनखलेश यादव कह चुके है् नक पानरवानरक झगड़ो् की वजह से उन्हे् कांग्ेस से गठजोड़ करना पड़ा. चुनाव से पहले कांग्ेस भी समाजवादी पार्​्ी के सार गठिंधन नही्करना चाहती री. गठजोड़ के नलए उसकी पहली पसंद िहुजन समाज पार्​्ी ही री. लेनकन कांग्ेस नजतनी सीरे् चाहती री, मायावती ने नही्दी्. मजिूरन कांगस ्े को समाजवादी पार्​्ी के सार चुनावी समझौता करना पड़ा. ग़ौरतलि यह भी है नक कांग्ेस और िहुजन समाज पार्​्ी के नरश्ते अच्छे रहे है्. उत्र् ाखंड मे्जि कांगस ्े की सत्​्ा मुसीित मे् री, ति मायावती ने इसे िचाया रा. इसी तरह उत्​्र प्​्देश उत्​्राखंड और मध्य प्​्देश मे् मायावती की मदद से ही कांग्ेस के नेता राज्यसभा तक पहुंचे. कहते है्नक नसयासत मे्कोई भी स्रायी दुश्मन या दोस्​् नही् होता. अगर चुनाव नतीजे आने के िाद हालात िदलते है्, तो िड़ी पार्​्ी के र्प मे्उभरने वाला दल सिके नलए दरवाज़े खोल देगा.


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राजकाज

के नवनभन्न नहस्सो् से नजस तरह से मुसलमानो् को यह रतवा जारी नकया जा रहा है नक वे भाजपा के नखलार मतदान करे् उससे सांप्दानयक ध्​्ुवीकरण की संभावनाये् िढ्गयी है.् नदल्ली की जामा मस्सजद से नजस तरह से शाही इमाम ने िसपा के पक्​् मे् रतवा जारी नकया उससे मुसलमानो् की तुलना मे्नहंदओ ु ्मे्ज्यादा संदश े गया है. इसी तरह राष्​्ीय उलेमा काउंनसल द्​्ारा िसपा के पक्​्मे्मतदान करने का रतवा जारी होने से नहंदू वोरो् का भाजपा के पक्​् मे् जाना तय माना जा रहा है. चुनाव उत्​्र प्​्देश मे्हो रहे है् और कोलकाता की मस्सजद से मोदी को हराने का रतवा जारी हो रहा है. हालांनक इस िार मुस्सलम मतदाता मुखर नही् है और चुपचाप अपना काम कर रहा है. भाजपा को इसका नकतना रायदा होगा यह तो पता नही् पर जहां तक शाही इमाम जैसे लोगो् का सवाल है वे तो इस क्​्ेत् के अमर नसंह है् नजनकी िात पर नकसी को भरोसा नही्. उनका मुसलमानो् पर नकतना असर है ष्​्पनत और उपराष्​्पनत पद के चुनाव इसका अनुमान तो इसी िात से लगाया जा होने मे्भले ही अभी चार माह िाकी हो सकता है नक उनके कहने पर मनचाही पर इसे लेकर सत्​्ार्ढ दल और नवपक्​्दोनो् मुस्सलम िहुल सीर से सपा ने उनके ही सन्​्िय हो गये है्. भाजपा के पास अपने उम्मीदवार को अपना उम्मीदवार भी िनाया उम्मीदवारो्को नजताने लायक वोर है.् रोड़्ी रा. ति पार्​्ी की लहर के िावजूद वे चुनाव िहुत जो कमी रह जायेगी, वह उत्​्र प्​्देश हार गये रे. अपने दामाद तक को नजता पाने के चुनाव नतीजे आने के िाद शायद पूरी हो मे्नाकाम रहे शाही इमाम अि मायावती की जाये. यही वजह है नक भाजपा आम सहमनत पैरवी कर रहे है्. का उम्मीदवार उतारने के िारे मे् सोच भी नही् रही है. वही् नवपक्​्ी दल अपना साझा माजवादी पार्​्ी के कुछ नरकर िंरवाने उम्मीदवार उतार कर एकजुरता नदखाने की मे्अि नदल्ली मे्एक संिी पत्​्कार की पूरी कोनशश करे्गे. निहार के मुख्यमंत्ी नीतीश कुमार इस मुद्े पर कारी सन्ि ् यता महत्वपूण्थ भूनमका िताई जा रही है .भाजपा नदखा रहे है्. हाल मे्अपनी नदल्ली यात्​्ा के के नेताओ् मे् मे् तो इनकी पैठ है ही दौरान उन्हो्ने माकपा के महासनचव सुधाकर समाजवादी पार्​्ी के एक नेता से भी अच्छे रेड्ी और सांसद डी राजा से मुलाकाते् की. संिंध है .नजसके चलते वाराणसी के प्​्भारी इनेलोद नेताओ्से संपक्फनकया और प्​्रुल्ल के्द्ीय मंत्ी के सार िैठकर वाराणसी कै्र, परेल के काय्ि थ म् मे्नहस्सा लेने के नलए जि मऊ और मोहमदािाद के नलए रणनीनत गो्नदया गये तो शरद पवार से भी इस िारे मे् िनाई गई .नतीजा यह हुआ कही सपा का चच्ाथ की. कांग्ेस और वामपंरी दलो् से उम्मीदवार गोल हो गया तो कही्भाजपा का. उनकी िात हो चुकी है. सिका मानना है नक हालांनक वाराणसी कै्र की सीर पर इस िार भाजपा इन पदो् के नलए संि के समाजवादी पार्​्ी ने अपनी उम्मीदवार को स्वयंसेवको् को मैदान मे् उतार सकती है. िैठा कर एक क्​्ेत् मे् तो भाजपा के नलए ऐसे मे् उसके प्​्नत नवरोध दज्थ करवाने के संकर पैदा कर ही नदया है. प्​्यास यह रा नक वाराणसी मे्कांग्ेस और सपा के उम्मीदवार नलए नवपक्​्का एकजुर रहना जर्री है. आपस मे् लड़े तो भाजपा को िढत नमल जाए. पर ऐसा हो नही्पाया. त्​्र प्​्देश नवधानसभा चुनाव मे्एक भी मुस्सलम को नरकर न देने वाली भाजपा जनीनत भी गजि चीज है. कह नही् को चुनाव जीतने के नलए रतवो्से आस है. सकते कि िाप-िेरा एक दूसरे के पार्​्ी के वनरि्​्नेताओ्का मानना है नक देश दुश्मन िन जाये्और कि पुराने दुश्मन एक दूसरे की तारीर के पुल िांधने लगे.् यहां सि संभव है. अि उद्​्व ठाकरे को ही ले ले्. मुंिई नगर ननगम चुनाव मे्अपने िलिूते पर नशवसेना की जीत सुननन्​्ित करने के नलए उन्हो्ने पुरानी सारी भाजपा को ही ननशाने पर ले नलया है. उसे ननशाना िनाने के नलए वे जो ियानिाजी कर रहे है्उससे भाजपा को कम और भाजपा नवरोधी राजनीनत करने वाली पान्रियो्को ज्यादा नुकसान हो रहा है. उनकी इस दोधारी तलवार का पहला ननशाना नीतीश कुमार िने और अि अनखलेश यादव को िनाया जा रहा है. कुछ समय पहले उन्हो्ने ियानन नदया रा सभी क्त्े ्ीय दलो्को भाजपा के नखलार एक अलग मोच्ाथ िनाना चानहये. उन्हो्ने कहा नक वे इस मामले मे् पहल करने के नलए नीतीश कुमार की

संघी राष्​्पति?

रा

सपा और संघी पत्​्कार

फिवा भरोसे भाजपा

कोनशश का स्वागत करते है्. मगर नीतीश कुमार उनसे भी ज्यादा होनशयार ननकले और उनके इस ियान पर कोई प्​्नतन्​्िया नही् जतायी. उन्हे् पता है नक वह न तो खुद नशवसेना के सार तालमेल कर सकते है्और न ही उनके सारी क्त्े ्ीय दल उसे पसंद करते है्. उद्​्व को भी यह पता है नक उनके ियान पर कोई प्​्नति्​्या नही् होगी मगर उनका

मजबूरी का नाम उद्व् ठाकरे

रा

उद्श्े य् तो नगर ननगम चुनावो्मे्प्व् ासी वोर हानसल करना है. वे यही्नही्र्के और नरर अनखलेश यादव की तारीर कर डाली. उन्हो्ने कहा नक वे अनखलेश की राजनीनत को शुर् से पसंद करते आये है्. जिनक सच्​्ाई यह है नक नशवसेना और मुलायम नसंह के िीच शुर्से ही छत्​्ीस का आंकड़्ा रहा है. मुंिई मे् रहने वाले पूव्ा​ा्चल के मतदाताओ्को लुभाने के नलए अनखलेश की तारीर करना उनकी मजिूरी िन चुकी है.

अपनो् से परेशान भाजपा

भा

जपा नेताओ् की िात पर नवश्​्ास करे् तो उनका दावा है नक पार्​्ी

हाईकमान सपा-कांग्ेस गठिंधन से उतना ज्यादा परेशान नही्है नजतना नक वह अपने लोगो् की नाराजगी से है. हर चरण के मतदान के सार यह आशंका िढ्ती जा रही है नक कही्पार्​्ी नभतरिात की नशकार न हो जाये. अभी तक उत्​्र प्​्देश मे् हुए मतदान के दौरान नजस तरह से पार्​्ी नेताओ् और काय्थकत्ाथओ् ने अपनी उदासीनता नदखायी उसे देख कर अध्यक्​् अनमत शाह कारी परेशान है्. खुद रोन करके सिको नदलासा नदला रहे है् नक िस रोड़्ा सा इंतजार कर लीनजये. सरकार िनते ही आप लोगो् को एडजस्र कर नलया जायेगा. इसी ि्​्म मे् वाराणसी से श्यामदेव राम चौधरी उर्फदादा को िुलाया गया. मालूम हो नक वे सन 1989 से लगातार चुनाव जीत रहे रे मगर इस िार उनका नरकर कार नदया गया नजससे वे कारी नाराज चल रहे है्. पहले तो अनमत शाह ने उन पर ध्यान नही्नदया मगर जि राज्य मे्पार्​्ी को हालत पतली होने की खिर नमली तो उन्हे्िुला कर नवधान पनररद मे् भेजने का वादा नकया. उधर पार्​्ी से नाराज चल रहे जारो् को मनाने के नलए उन्हो्ने जो िैठक की री उसकी आनडयो नरकान्डि्ग लीक हो गयी. इससे यही पता चलता है नक चुनाव सव्थशस्कतमान नेताओ् तक को नगड़्नगड़्ाने के नलए मजिूर कर देता है?

नवधानसभा चुनावो् मे् भाजपा जीती री तो इसका श्​्ेय अनमत शाह और नरे्द् मोदी की जोड़्ी को नदया गया रा. जिनक उसके िाद नदल्ली और निहार नवधानसभा चुनावो्मे्इन दोनो् नेताओ् द्​्ारा पूरी ताकत झो्क देने के िावजूद पार्​्ी चुनाव नही् जीत सकी. अगर असम को अपवाद मान नलया जाये तो यह दलील सही लगती है नक नजन राज्यो् मे्

भाजपा लंिे समय तक सत्​्ा से िाहर रही वहां इस जोड़्ी का जादू नही्चल पा रहा है. उत्​्र प्​्देश भी ऐसा ही राज्य है. अगर उत्​्राखंड मे् भाजपा जीतती है तो यह कहा ्े िारी से िारी भी चुनाव की प्​्न्िया चल ही रही है जायेगा नक वहां वह और कांगस लेनकन भाजपा के भीतर प्​्धानमंत्ी से जीतते आये है.् वैसे भी नपछली िार भाजपा नरे्द् मोदी व पार्​्ी अध्यक्​् अनमत शाह की महज एक वोर से नपछड़्ी री. इसनलए अगर े मे्जीती तो इन दोनो्नेताओ् छनव दांव पर लग गयी है. पार्​्ी के कुछ पार्​्ी उत्र् प्द् श वनरि्​्नेताओ्का मानना है नक अगर उत्​्र की लोकन्​्पयता और क्​्मता पर प्​्श्ननचन्ह प्द् श े मे्भाजपा सत्​्ा मे्आने मे्नाकाम रहती लग जायेगा. वैसे भी अनमत शाह ने इन है तो यह संदेश जायेगा नक इन दोनो्नेताओ् चुनावो्को नोरिंदी पर जनादेश करार देकर की जोड़्ी भाजपा को राज्यो् मे् चुनाव नही् पार्​्ी के सामने एक नयी समस्या खड़्ी कर नजता सकती है. आम चुनाव के िाद जि दी है. हनरयाणा, महाराष्​् और उत्​्राखंड के प्​्स्ुदत-दववेक सक्सेना

लोकत्​्ियिा दांव पर



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भावुकता सेहटकर

ओर वनश्चल

अलन्​्कत आशय समझ मे्नही्आता. पर अमूतनथ् नवनोद नही करते, जैसे कनवता ही एकमात्​्सचाई का ठीहा हो. वे कनवता की मुखय् धारा से जरा-से नछरके हुए कनव की कनवता के स्वभाव मे्नही्है. वह कनव की इच्छा का रंभ' की ऐनतहानसकता के नलए पहचाने जाने वाले भले प्त् ीत होते हो्, लेनकन ‘जलता मकान’ से लेकर अि अनकंचन इज़्हार भी है जि वह कहता है: ‘इस िार की ठंड ् ानशत कनवताओ्के संसार मे्नवनोद भारद्​्ाज मे् एक इच्छा है/शकरकंदी खाने की/आग मे् उसे तपता और धूनमल, कुवं र नारायण, रिुवीर सहाय, तक की प्क सव्श्े वर, ् नरेश सक्सेना आनद के सान्ननध्य मे्रहे नवनोद को अनदेखा कर ननकल जाना सहज संभव नही है. उनकी हुआ देखने की/िर जाने की.’ आजादी पर िात करते हुए भारद्​्ाज कि कनवता के गनलयारे से ओझल होकर कनवता मानवीय आशयो्, कुतहू ल और यरार्थके मेल से वे कही्भी आजादी का तज्नकरा नही्पेश करते, न मोहभंग कलाकारो्और कला दीि्ाओ थ ्की सोहित मे्खो गये, पता िने पनरदृशय् और प्त् ीनतयो्का रोजनामचा है. -और भारा वाली शब्दावली मे्अरसोस जताते है.् नवनोद की कनवताओ्मे्चाक्र्ु दृशयो् ् की सिनता है. ही नही चला. आज िनारस है,् कल कोलकाता; परसो् उनके यहां सदैव िोलचाल की तरह िरती हुई प्त् ीत होती उनकी कनवता यो् तो पढ्ते हुए ब्यौरो् की वीनरयो् मे् ले नवदेश की नकसी कला दीि्ाथ मे.् लेनकन इस कला-यायावर है. जाती हुई नदखती है, पर कही्कही्चेतना नवनोद की कनवताओ्मे्मुहावरे या की प्यास केवल कलाकृनतयो्से िुझने वाली नही री. िारपर जलती िूदं ो्के आभास भी नजर आते िार वे कनवताओ्की अपनी पुरानी दुननया मे्लौर आते रहे. उद्र् णीयता नही है, उनके यहां न है् जि वे चुपचाप एक तीखा चुभता ‘जलता मकान’ और ‘होनशयारपुर’ दो संगह् ो्के िाद भी जगूड़्ी जैसा चुसत् करन है न नरेश हुआ- सा वाक्य सतह पर छोड़्जाते है.् उनका कनवता लेखन जारी रहा. इस िीच दो उपन्यास भी सक्सेना जैसा लोकोक्नतजन्य नखंचाव; न वे कहते है:् नवष् णु खरे जै स ा अगाध नै र न े रव, न आये. ‘सेपपकू ् ’ कला की दुननया के ऐश्वय्थऔर नछछलेपन ‘दुननया शायद ज्यादा नही्िदली आलोकधन् वा सरीखी सं व द े ना-भीगी दोनो्की कहानी कहता है तो ‘सच्चा झूठ’ एक अलग-सी एक िस्ती कुछ मकान जल रहे है.्’ चमकदार उक् नतयां , न नै न तक आग् ह ् ो् पर लीक रचता हुआ आख्यान. जैसा नक मैने कहा, वे सायास अि पुन: दो संगह् ो्‘जलता मकान’ और होनशयारपुर कंधा नरकाती आस्रा, न रिुवीर सहाय कर्णा उपजाने की कोनशश नही्करते. के सार तमाम नयी कनवताओ्के इस समग्​्चयन से नवनोद की- सी राजनीनतक कचोर व्यक्त करने पर जो िरना अंत:करण के आर-पार हो ् जैसा तीखापन. भारद्​्ाज की कनवता की दुननया मे्जैसे वापसी हुई है. कला की िेचनै ी. न सव्श्े वर जाये, उसे कह देने का सलीका वे िखूिी संगह् ालयो्मे्खोया यह शख्स़ इस िहाने कनवता के नाजुक नवनोद भारद्​्ाज के यहां कर्णा उपजाने जानते है.् राइप करने वाली लड़्की के संतल ु न को साधता हुआ नदखता है. नवनोद भारद्​्ाज की का कोई प्य् त्नसाध्य उद्म् भी नही कनवताओ् मे् दुननया की देखी-भाली तस्वीर के पीछे का नमलता, िल्नक उजले-मरमैले जीवन होफशयारपुर और अनंय कफिताएं: फिनोद िारे मे्छोरी सी ही कनवता जैसे कहानी के हालचाल दज्थ होता है. कभी वे तस्वीरे् देख कर, कभी की रोजमर्ाथ की स्नरनतयां ही उनकी भारदं​ंाज; कॉपर कंिाइन, एल 5/903, एक िड़्ेप्लार पर खड़्ी लगती है. औरतो् गुलमोहर गारंनज , राजनगर एकंस, के प्न्त अन्याय और दुससाध् ् य हालात के नस्त्य् ो्, पुरर् ो्, कलाकारो्, कनवयो्, लड़्नकयो्, िच्चो्, कनवता का उपजीव्य है.् गाफजयाबाद201003, मूलयं 325, पृषठं िारे मे्अक्सर राइप करने वाली लड़्की नवनोद भारद्​्ाज की कनवताओ् का जूतो्, हवा, िानरश, सुिह, मौसम को देख कर कनवताएं ं : 2016 ‘प्म्े ’ शब्द से इतना निदकती है नक उसे ् ा कभी राजनीनतक नही् रहा. वह 230, संसकरण नलखते है,् कभी रकान, प्​्ार्नथ ा, प्म्े , सच्चाई आनद पर. वे एजेड राइप करने से भरसक िचना चाहती है. पर क्या नवडंिना जीवन के सादे और रोजमर् ा थ के दे ख े जाने दृ श यो् ् , प् त ् ीनतयो् दृशयो् ् के िीच ऐसे रहलते हुए कनव नदखते है्जैसे कैमरे से है नक जि वह खु द हादसे का नशकार होकर संज्ाहीन हो को अपने काव् य का नवरय िनाती रही है . मसलन, ‘जलता लैस छायाकार. वे कला के नहमायती है,् पर कलावादी जाती है तो उसकी कहानी कोई राइप नही्करता. इसी तरह मकान’ की वापस, लड़् क ी, राइप करने वाली, रै स ला, प्त्ययो् ् से अपनी कनवता को एक सम्माननत दूरी पर भी रखते है.् कनवताओ् मे् अनधकांश मे् उनका ‘मै’् नकसी ठंड, प्म्े , चंदम् ा की कहाननयां, सेवक, मेहमान, पीछा, लोरे की इच्छा का ननर्पण नवनोद ने नवनोदभाव से नकया नकस्सागो की तरह दृशय् और िरनाओ् के हवाले से प्​्ार्नथ ा, नचल्लर, नकताि, सुिह और जख़्म -ऐसी ही है. ननज्​्ीवता मे्सजीवता का आभास देने की कोनशश. नवनोद मे्नवनोदन्​्पयता भी खूि है. सेवक कनवता पढते कनवताएं है.् जैसे चंदम् ा की कहाननयां चंदम् ा के िहाने नाना िनतयाता नजर आता है और नकसी न नकसी ऐसे मान्मक थ निंदु पर आकर वह कनवता की नवरल अनुभनू त के िीच हमे् जी की कहानी है. नाना जी के िहाने जैसे नकसी पुरखे- हुए तो वे ‘पनढए गीता िननए सीता’ और नहंदी को दुहाजू ् ारांतर से नाना और नानी के की िीिी कहने वाले रिुवीर सहाय की याद ही नदला देते छोड़्जैसे ननस्संग हो उठता है. नवनोद की कनवता मे्डायरी पुरननया की याद. यह प्क है.् ‘ननज भारा की उन्ननत को ि्​्ीरकेस मे्िांधे हुए अक्सर की खुशिू भी है, आत्मचनरत भी, मनुषय् के र्प मे्तमाम स्वभाव का आकलन भी है. इसी तरह ‘प्म्े कनवता’ मे्प्म्े ही अमूतथ्है िाकी, िुखार और उजाड़्गुिं द के नसवा इसका कर कारी दूर ननकल जाता हूं. नहंदी वाला हूं नहंदी की अनकंचन इच्छाएं भी है्नजन्हे्कह देने मे्नवनोद कोई गुरज े

नरेश दाधीच

खाता हू’ं - उनके पुरलुतर ् व्यंगय् की एक िानगी है. भागी हुई लड़्नकयो्पर आलोकधन्वा की कनवता खासा चन्चतथ है, पर यहां नवनोद ने शीला कामवाली के भागने की कहानी नलखी है. नदल्ली के कनव मे् नदल्ली जैसा कुछ न हो तो अरपरा लगता है. ‘मदनगीर’ अपने लोकेल की कनवता है नजसका एक वाक्य पूरी नदल्ली का वाकया कह देता है: ‘इस शहर की सभी िसे् आदमी को रोड़्ा दौड़्ाकर रस लेती है.्’ नवनोद की कनवताओ् मे् भावुकता नही् है. वह न्सररनचत्त कनव की कनवता है, यद्न्प राग-अनुराग के कुछ छी्रे उनकी कनवताओ्मे्िेशक है.् ‘लेनननग्​्ाद की लीना’, ‘इंतजार’, ‘तनकया’, ‘उदास आंख’े् ऐसी ही कनवताएं है.् आनखरकार नवनोद जि यह कहते है्नक ‘इन उदास आंखो् को देखता हूं तो लगता है नक ईश्वर को नकसी ने गहरी नी्द से जगाया है’- या ‘तुम मुझे अपना यह तनकया दे दो/रात भर नजसे तुम सीने से लगाये/एक जादुई सुख की नी्द ले रही री.’ इन कनवताओ्के िारे मे्नवष्णु खरे कहते है्नक ये उनकी भारा-शैली और िूर् -कोमल-काव्यनवश्व के प्​्ौढ् नवकास की प्म् ाण है्तो आलोकधन्वा इन्हे्नहंदी मे्मान्मक थ मनोभाव की कनवता की संज्ा देते है.् मंगलेश को इनमे् नसनेमाई दृशय-नवधान ् की खूनियां नजर आती है.् इस चयन की कई कनवताएं नदलचस्प है.् नरर भी ‘रज़्ा के रंग’, ‘अरे’, ‘ओ कनव!’, ‘हार’, ‘काम करने वाली’, ‘इच्छा’, ‘ठंड’, ‘शीला’, ‘प्​्ार्नथ ा’ और ‘गालीिाज़्’ को पढ्ते हुए लगता है, हम कनवता के नकसी नये गनलयारे मे् आ गए है् जहां वह रज़्ा के रंगो् की तरह शांत और स्नररनचत्त है. तभी तो कलाओ्, रंगो्, संगीत और रागो्की दुननया मे्खोया रहने वाला यह कनव सहसा प्लेरराम्थपर आ धमकी स्वागतोत्सुक राजनीनतक भीड़् को देख कर अपनी आत्मा को कुचला हुआ और असंखय् रूलमालाओ् के िीच सहमा हुआ महसूस करता है और कहता है: ‘ओ कला की समस्त सुदं रताओ्. इस वहशी भीड़् से मुझे िचाओ. मुझे शम्थआती है यह कहते हुए नक. वे मेरे देश के लोग है.् तुम मुझे रंगो्के और करीि लाओ.’ कापर क्वाइन की सुलनलत छपाई ने नकताि को और भी सुकोमल िना नदया है.

सामाबिक मुद्ो् पर प्​्िार करता ‘समाि का आि’

जयपुर. जयपुर पीस राउण्डेशन के तत्वावधान मे्डॉ दुगा्पथ स ् ाद अग्व् ाल की नव प्क ् ानशत पुसक ् ‘समाज का आज’ पर चच्ाथ गोि्​्ी का आयोजन मानसरोवर स्सरत उनके संगोि्​्ी कक्​् मे् नकया गया. प्​्ारम्भ मे् राउण्डेशन के अध्यक्​् प्​्ो. नरेश दाधीच ने पुषप् गुचछ ् देकर लेखक का स्वागत नकया और नरर कृनतकार डॉ अग्व् ाल ने अपनी पुसक ् के िारे मे्जानकारी दी. उन्हो्ने िताया नक मूलत: एक अपराह्न दैननक के स्​्म्भ के र्प मे् नलखे गए ये आलेख समकालीन देशी-नवदेशी समाज की एक छनव प्स ् त्ु करते है.् डॉ अग्व् ाल ने कहा नक ये लेख नवधाओ्की सीमाओ्के परे जाते है्और िहुत सहज अंदाज़ मे्हमारे समय के महत्वपूणथ्सवालो्से र्िर्कराने का प्य् ास करते है्. कृनत चच्ाथ की शुर्आत की जानेमाने पत्क ् ार राजेद् ्िोड़ा ने. उनका कहना रा नक यह नकताि िेहद रोचक है और हल्के रुलक ् े अंदाज़ मे्िहुत सारी िाते्कह जाती है् क्यो्नक ये लेख एक अखिार के नलए नलखे गए है्इसनलए इनमे्अखिार की ही तज़्थपर इंरोरेनमेणर् है यानन सूचनाएं भी है.् मनोरंजन

भी है. िोड़ा ने नकताि की भारा की रवानी की नवशेर र्प से सराहना की और यह भी कहा नक इन लेखो् मे् लेखक का सरल, सौम्य व्यस्कतत्व झलकता है. लेनकन उनका यह भी मत रा नक इस नकताि मे् जो सच उजागर हुआ है वह समाज के एक वग्थनवशेर का ही सच है, पूरे समाज का नही्है. यहां मज़लूम और ग़रीि वग्थनसरे से गायि है लेनकन उनका यह भी कहना रा नक लेखक सव्तथ ्मानवीय पक्​्के सार खड़ा नज़र आता है. िोड़ा की िात को आगे िढाया वनरि्​् कनव नंद भारद्​्ाज ने. उन्हो्ने कहा नक आकार इन लेखो्की िहुत िड़ी सीमा है. नवरय जैसे ही खुलने लगता है, लेख समाप्त हो जाता है. लेनकन लेखक के स्रणै ड् की िात पर उनका कहना रा नक मूल्यो् के स्​्र पर लेखक लोकतांन्तक स्रणै ड ् लेता है. वह अपनी िात कहता है और रैसला पाठक पर छोड़ देता है. वह भले ही कोई ननण्यथ न दे, नवचार को ज़र्र प्न्ेरत करता है. वनरि्​् रचनाकार और सानहस्तयक त्​्ैमानसकी ‘अक्सर’ के सम्पादक डॉ हेतु भारद्​्ाज का कहना रा नक यह नकताि अखिार और लेखक के नरश्तो् पर नवचार

करने की ज़र्रत महसूस कराती है. उनका सवाल रा नक क्या अख़िार लेखक का इस्​्ेमाल करता है, और अगर लेखक कोई स्रणै ड् लेता है तो अखिार का र्ख क्या होगा. उन्हो्ने लेखक से चाहा नक वो कभी ऐसा भी कुछ नलखकर देखे्जो अखिार को स्वीकाय्थ न हो. चच्ाथ मे् सहभानगता करते हुए कराकार और नवमश्क थ ार हनरराम मीणा ने कहा नक हर कॉलम की अपनी शब्द सीमा होती है और लेखक को उस सीमा के भीतर रहना होता है.

उन्हो्ने कहा नक इस नकताि के लेख िहुत रोचक और समसामनयक है.् वही्, ‘सानहत्य समर्ाथ’ की सम्पादक कराकार नीनलमा नरकू् का कहना रा नक इस नकताि के लेख ज्वलंत समस्याओ् को उठाते और पाठक को उद्न्ेलत करते है.् ‘न्यज़ ू रुडे’ के पूव्थ सम्पादकीय प्​्भारी, नजनके काय्थकाल मे् ये आलेख प्​्कानशत हुए रे, अनभरेक नसंिल का कहना रा नक अखिारी लेखन और सानहत्य मे्स्वभावत: एक रासला होता है, और नरर अगर वह अखिार

सांध्यकालीन हो तो यह रासला और िढ जाता है क्यो्नक इसका पाठक वग्थनभन्न होता है. वही्, डॉ दुगा्पथ स ् ाद अग्व् ाल ने कहा नक यह नशल्प उन्हो्ने आज की कहानी से नलया है जो प्​्ाय: ओपन एंडेड होती है और जहां कराकार पाठक से अपेक्ा करता है नक वह अंत की कल्पना खुद कर लेगा. उन्हो्ने नवनभन्न वक्ताओ्द्​्ारा उठाए गए मुद्ो्पर भी अपनी प्​्नतन्​्िया दी. उनका कहना रा नक अखिार ने कभी उनकी अनभव्यस्कत पर कोई प्न्तिंध नही् लगाया. अगर अखिार लेखक का इस्म्े ाल करता है तो लेखक भी अपनी िात कहने के मंच के तौर पर अखिार का इस्म्े ाल करता है. इस संगोि्​्ी मे्जयपुर के अनेक प्म् ख ु सानहत्यकार-पत्क ् ार जैसे रार्क आररीदी, हरीश करमचंदानी, गोनवंद मारुर, अननल चौरनसया, एस भाग्यम शम्ाथ, रेखा गुप्ता, स्समता नवमल, रंजना न्​्तखा, प्​्ो. सुल्ताना, कल्याण प्स ् ाद वम्ा,थ अशोक चतुवद्े ी, सम्पत सरल, िनज कुमार िनज, माया मृग, चंदभ् ानु भारद्​्ाज, हनु रोज, और अनेक सुधी सानहत्य रनसक उपस्सरत रे.



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हवर रृदुल

क्यो्तोड़्े? नजसे वह नदलोजान से चाहती री, उसे ही धोखा क्यो्नदया? ति हर नकसी ने इस सवाल का अपनी तरह से जवाि नदया रा, ने-माने नरल्म ननद्​्ेशक राकेश परं त ु यह सवाल मेरे जेहन मे् िचा रह गया. ओमप्​्काश मेहरा ने नमज्ाथ सानहिां कह सकते है् नक इसी सवाल ने मुझ से की अमर प्​्ेम करा को अपनी नयी नरल्म ‘नमन्जथया’ का नवरय िनाया है. ‘अक्स’, ‘रंग ‘नमन्जथया’ िनवायी. दे िसंती’ और ‘नदल्ली 6’ जैसी नरल्मे्दे चुके आपकी दिल्म का आधार यही नाटक राकेश की सिसे िड़्ी चुनौती यह री नक वे है? नमज्ाथ और सानहिां की करा तो कई इस लोक करा को एक नये नशल्प मे् कैसे तरह से कही गयी है. पंजाि मे् अलग है, ढाले्. नमन्जथया को नवोनदत कलाकर हर्थवध्थन पानकस्​्ान मे् अलग है और िलूनचस्​्ान मे् कपूर की ग्​्ैड डेब्यू माना जा रहा है. इसके इसका स्वर्प रोड़्ा नभन्न है. िाद मे् भी सार ही सैय्यामी खेर भी अपने कनरयर की तमाम लेखको् ने इसे अपनी तरह से प्​्स्ुत शुर्आत करे्गी. नमन्जथया के पोस्ररो् मे् है नकया है. िीनसयो्नारक और उपन्यास नलखे नजसमे् हर्थवध्थन और सैय्यामी प्यार मे् डूिे गये है्. जि मुझे इस लोक करा ने िेचैन कर जोड़्े की तरह पेश नकए गए है्. पोस्रर मे् नदया, तो इसका मम्थ गहरायी से जानने के हर्थवध्थन, एक रंगीन पोशक पहने हुए, नलए मै्ने कई नकतािे्खंगाली्. नरर एक नदन सैय्यामी से रोमांस करते नज़्र आ रहे है्. चाय पीने गुलजार साहि के यहां चला गया पोस्रर के िैकग्​्ाउंड मे् तीर है, जो युद् के और उनसे सवाल नकया नक सानहिां ने नमज्ाथ दौरान दोनो् की प्​्ेम कहानी को िताने के के तीर क्यो् तोड़् नदये रे? उन्हो्ने मुस्कराते हुए जवाि नदया नक यह सवाल तो सानहिां से नलए कारी है. पू नरल्म एनपक लव स्रोरी है नजसमे् छो. मै्ने कहा नक सानहिां नमल ही नही्रही नमन्जथया सानहिां​ं अपने प्​्ेम को पाने के नलए है. ति उन्हो्ने कहा नक चलो नमल कर खोजते सि कुछ दांव पर लगा देते है्. नरल्म के है् और उससे जवाि मांगते है्. इस तरह मुख्य नकरदार को ननभाने के नलए अननल गुलजार साहि भी मेरी इस यात्​्ा मे् शानमल कपूर के िेरे हर्थवध्थन कपूर ने कारी मेहनत हो गये. की है. सार ही सैय्यामी ने भी अपने डेब्यू को कहानी के जदरये आप क्या कहना चाहते िेस्र िनाने के नलए एड़्ी चोरी का दम लगा है्? प्यार को लेकर हर नकसी का अपना सोच नदया है. आने वाले नदनो् मे् यह जोड़्ी होता है. लेनकन िहुत सारे सवाल सनातन है्. िॉलीवुड के नलए मील का पत्रर सानित हो जै स े नक हम प्यार मे्क्यो्पड़्ते है्? हमे्प्यार सकती है. क् य ो् होता है? प्यार से ननकलने की भी आपने ‘दमज्ाट सादहबां’ जैसी लोक प्​्ेम कथा को दिल्म के दलए चुना है. इस कथा मे् आपको क्या संभावनाए दिखाई िी्? हमारे अवचेतन मे् िहुत सारी चीजे् मौजूद रहती है्. ये चीजे्िचपन या युवावस्रा की हो सकती है्या नरर यह कोई नदल को छू लेनेवाली सुनी-सुनाई िरना भी हो सकती है. जि मै् कॉलेज मे् रा, ति मै्ने पंजाि यूननवन्सथरी की ओर से खेला गया एक नारक देखा रा. यह नारक नमज्ाथ और सानहिां की प्​्ेम कहानी पर आधानरत रा. नारक खत्म होने के िाद ननद्श ्े क ने सभी दश्क थ ो्से सवाल नकया रा नक आनखर सानहिां ने नमज्ाथ के तीर

जा

विनेमा

24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

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नये िौर मंे दमज्ाष और सादिबां

कोनशश क्यो् होती है? अधूरे प्यार मे् आग क्यो् होती है? प्यार नमलने पर कम क्यो् हो जाता है? हम उन्ही्को सिसे ज्यादा तकलीर क्यो्देते है,् नजसे सिसे ज्यादा प्यार करते है?् सिसे अहम सवाल यह नक सैकड़्ो् वर्​्ो् से मौजूद ये कराये् दुखांत क्यो् है्? मुझे सिसे ज्यादा ट्न्ैजक अंत ने झकझोरा है. एक सवाल और मन मे् उठता है नक क्या अपने ट्​्ैनजक

‘नमन्जथया’ मे्यह कहानी सनदयो्से गूंजती हुई प्​्तीत होगी, लेनकन इसे आज के पनरप्​्ेक्य मे् प्​्स्ुत नकया गया है. तो ‘दमद्जटया’ मे् दमज्ाट और सादहबां का आधुदनक संस्करण है? हां, यह नरल्म लोक करा से शुर्होती है और वत्थमान तक पहुंचती है. सानहिां सुनचत्​्ा की शक्ल ले लेती है और नमज्ाथ को आनदल नमज्ाथ के स्वर्प मे् देखते है्. नरल्म मे् एक नैरेरर है, एक कहानी है और इस राकेश ओमप़​़काश मेहरा कहानी के िाहर एक और कहानी है. जहां ने खमज़ा​ा और साखहबां की दोनो् कहाननयां ि्​्ॉस करती है्, वहां स्पाक्फ अमर प़​़ेम कथा को नयी आता है. दोनो्सार चलती है्. अंत मे्एक हो खफल़म ‘खमख़जाया’ का खवषय जाती है्. गुलजार साहि ने परकरा नलखी है. वह शब्दो्और इमोशन के सार खूि खेले बनाया है. उनके सामने है्. सौभाग्य है नक मुझे गुलजार साहि की सबसे बि़ी चुनौती थी खक वे नलखी न्सि्​्प्र को ननद्​्ेनशत करने का मौका है. इस लोक कथा को नये खशल़प नमला गुलजार ने तो आपकी पहली दिल्म मे़कैसे ढाले़. ‘अक्स’ मे् भी गाने दलखे थे? जि मै्23 साल का रा, ति पहली िार अंत की वजह से ही ये कहाननयां सैकड़्ो्वर्​्ो् गुलजार साहि से नमला रा. मै्ने उस से िची रह गयी्? कह सकते है्नक ‘नमन्जयथ ा’ लडक़पन मे् उनसे पूछा रा नक क्या उन्हो्ने के ननम्ाथण मे्इन सवालो्का हार है. ‘देवदास’ पढ्ी है? ति मै्ने उन्हे् ‘देवदास’ लेदकन ‘दमद्जटया’ मे् आज के दमज्ाट और पर नलखी अपनी कहानी सुनाई री और उस सादहबां भी है्? पर नरल्म िनाने की गुजानरश की री. इस हां, मै् परंपरागत प्​्ेम करा को जस की िरना के 20 साल िाद मै्ने नरल्म ‘अक्स’ तस नही्नदखाना चाहता रा. मै्ने इस िारे मे् के नलए उनसे गाने नलखवाये. अि 33 साल गुलजार साहि से लंिी िात की और कहा नक िाद नरर से उनसे जुड़्ा हू.ं गुलजार साहि की इसे आज की कहानी होना चानहये. उन्हो्ने भी रचनात्मकता के िारे मे् कुछ कहने की सहमनत प्​्दान की. इस तरह एक नये अंदाज सामथ्य्थमुझ मे्नही्है. वे अन्​्दतीय है्. वे मेरे मे् कहानी कहने का ननण्थय ले नलया गया. नलए िहुत िड़्ी प्​्ेरणा है्और उनसे मेरा यही नरश्ता भी है. कलाकारो् का चयन कैसे दकया? मै् कभी भी कलाकारो् को ध्यान मे् रखकर कोई नरल्म नही् नलखता हूं. पहले स्न्िप्र तैयार करता हूं, इसके िाद ही कलाकारो्का चयन होता है। ‘नमन्जयथ ा’ मे्भी मै्ने ऐसा ही नकया। पहले मै् ऋनतक रोशन और सोनम कपूर को नमज्ाथ और सानहिां के र्प मे् देख रहा रा, लेनकन स्न्िप्र की नडमांड ये दोनो्कलाकार नही्रे. मै्िार-िार स्न्िप्र पढ् रहा रा और आंखे् िंद करने के िाद नकसी भी नामी एक्रर या एक्ट्ेस का

चेहरा सामने नही्आ रहा रा. िस, तभी मै्ने ननण्थय ले नलया इस नरल्म मे्नये कलाकारो् की जर्रत है. इसके िाद ही चयन प्​्न्िया शुर् हो गयी. सैकड़्ो् कलाकारो् के सार हर्थवध्थन कपूर और सैय्यामी खेर का भी लुक रेस्र नकया गया. ऑडीशन और स्ि्ीन रेस्र हुआ. वे एकदम सरीक लगे. और उन्हे्साइन कर नलया गया. नये कलाकारो् का चयन व्यावसादयक िृद्ि से जोदखम भरा नही् लगा? सच कहूं, तो प्​्ोड्​्ूसर खोजने मे् मुझे नानी याद आ गयी. लेनकन मुझे न्सि्​्प्र पर भरोसा रा. इसी वजह से नये कलाकारो् को लीड रोल देने के नलए एक नजद पकड़्ली री. दिल्मांकन के दलए ट्​्ेदनंग का एक लंबा िौर भी चला होगा? ननन्​्ित र्प से आज के दौर मे् गोली चलाना एकदम आसान है, लेनकन तीर चलाना िहुत कनठन है. नमज्ाथ तो िोड़्े की लगाम छोडक़र अचूक ननशाना लगाता रा. सानहिां भी िहुत िहादुर री. उसे भी िुड़्सवारी आती री. इसीनलए नरल्म के सारे ही कलाकारो् को जिद्थस् ट्​्ेननंग से गुजरना पड़्ा. मै् शूनरंग के अलावा 18 महीने इन कलाकारो्के सार रहा. कभी नदल्ली मे्ट्न्ेनंग दी, तो कभी राजस्रान मे्. नदल्ली मे्आनदल और नदलीप शंकर ने अदाकारी के गुर नसखाये. दन्​्कणअफ्​्ीका से मेरी एक दोस्​् रीना आयी्, जो नक न्यूयॉक्फ मे् नरएरर वक्फशॉप करती है्. उसने भी नसखाया. दिल्म की शूदटंग कहां-कहां की गयी और शूदटंग के िौरान दकस तरह के अनुभवो् से गुजरना पड्ा? नमज्ाथ और सानहिां का िचपन वाला नहस्सा जोधपुर मे् नरल्माया गया है. रोड़्ी शूनरंग उदयपुर मे् भी हुई है. इसके िाद जैसलमेर से 90 नकलोमीरर दूर तनोर मे् शूनरंग हुई. यह नहंदस ु ्ान और पानकस्​्ान का िॉड्थर है. इसके िाद हम मंडावा गये. लद्​्ाख मे्लोक करा वाले नहस्से को नरल्माया गया. हमने नसर्फ83 नदन मे्शूनरंग पूरी कर ली री. पूरी नरल्म नसंक साउंड मे्है, इसनलए समझा जा सकता है नक नकतनी कनठन शूनरंग रही होगी.



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24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

संतोष श्​्ीिास्ि्

वाई जहाज की नखड़की से लगी सीर पर िैठते ही एक एहसास ने मन मे्नजज्​्ासा जगा दी: कैसा होगा मॉरीशस? देश भर से आये पत्क ् ार, लेखक मुमि् ई के सहार एयरपोर्थपर इकट्​्ेहुए है,् समकालीन सानहत्य सम्मल े न के 24वे् आयोजन मे् शरीक होने. ऊपर से यह द्​्ीप इतना सुदं र नदखाई दे रहा रा. पांच रंगो् वाला सागर, हरे भरे पव्तथ और नखलौने जैसे मकान, सड़के,् खेत धीरे-धीरे नवशाल होते गये और हवाई जहाज ने नशवसागर एयरपोर्थ मे्लैड् नकया. हम करीि पांच िजे शाम को (मॉरीशस समयानुसार साढे छह िजे) तीन नमनी िसो्के द्​्ारा होरल लगूना नरसॉर्थपहुच ं े जो हवाई अड्​्ेसे पैत् ीस नकलोमीरर दूर है. पूरे मॉनरशस की आिादी ही पंदह् लाख है. वेशभूरा भारतीय, यूरोपीय, लेनकन िोली न्ि ् योल. नवदेशी यात्​्ी ज्यादा नदखे. वैसे यहां यूरोनपयन, अंगज ्े , फ्​्ास ं ीसी और भारतीय है.् सि तरह की भाराएं है,् लेनकन मुखय् भारा न्ि ् योल है. िाज़ार मे्भीड़ नही्, शोरगुल नही्. नसरी सेट् ल ् माक्र्े से लौरे तो रास्​्ेमे्ड्​्ाइवर नमल गया. वह हमे्एयर मॉनरशस ऑनरस की खूिसूरत निस्लडंग के सामने खड़ा करके खाना लेने चला गया. िाजार मे्भी कुछ यूरोनपयन स्राइल की िहुमनं जला इमारते् री्. नजनके स्रापत्य मे् फेच ् स्पश्थ अनधक रा, लेनकन खूिसूरत रंगो् का प्य् ोग रा. िेहद साफ़सुररी, हरी भरी सड़के.् जमादार नारंगी ड्स ्े मे् रे. जहां हमारी िस खड़ी री, वह अंगज े् ो्के समय कुली िार कहलाता रा. वहां एक सीढी समुद्से लगी हुई िनी है. दो नवंिर 1835 को भारत से पहला नगरनमनरया इस सीढी से चढकर मॉनरशस आया रा. उससे कहा गया रा नक तुम वहां चलकर पत्रर उलरोगे और सोना नमलेगा. लेनकन उसे नमले कोड़े, भूख, अपमान. वही् एक औरत की प्न्तमा है, जो पहली भारतीय मनहला मॉनरशस आयी री ‘अंजारे कुपने ’ नाम की और नजसे कुली िार पर उतरते ही फेच ् गोली लगी री. उसी जगह उसकी प्न्तमा है. अि यह िार आप्व् ासी िार कहलाता है. िॉरेननकल गाड्नथ मे्कोलकाता के उद्​्ान की याद ताजा हो गयी. वैसे ही सिन वृक,् िांस कुज ं , पाम, सुपारी, नानरयल आनद के वृक.् कुछ अजनिी वृक.् एक ऐसा पाम वृक्जो सौ साल मे् एक िार रूलता है. इस वृक् को नदखाने के गाइड ने पचास मॉनरशस र्पये प्न्त व्यस्कत मांग,े तो हम खुद ही चल पड़े वृक्की खोज मे.् नरर आया वह नचर प्त् ीन्​्कत सरोवर, नजसमे् िड़ी परात के आकार के पत्​्ो् वाली कमनलनी लगी री्. इन पत्​्ो्की चौड़ाई 1.2 से 1.5 मीरर और वजन तीन नकलोग्​्ाम तक होता है.पत्े् पानी मे् ऐसे स्सरर पड़े रे जैसे भोजन रखने के नलए रानलयां सजी हो्. िीच-िीच मे् सरेद गुलािी कमनलनी के रूल िेहद मोरी डंनडयां जो पारदश्​्ी जल से झांक रही री्. इसे यहां जॉइंर वॉरर नलली कहते है.् मॉनरशस पूणतथ् या ज्वालामुखी के गभ्थसे ननकला है. वह ज्वालामुखी 85 नकलोमीरर गहरा और कई नकलोमीरर चौड़ा अि एक गत्थ के र्प मे् नवद्म् ान है नजसके नकनारे खड़े होकर झांको तो तूफ़ानी हवाएं झकझोर डालती है.् मैडागास्कर के पूवथ् मे् और अफ्​्ीका से 2000 नकलोमीरर दूर दन्​्कण-पूवथ्मे्स्सरत है मॉनरशस की लम्िाई 1865 वग्थनकलोमीरर है नजसका लगभग 330 नकलोमीरर जगह तो समुदी् तरो्ने िेर रखा है. मॉनरशस को ‘चांद

चांद से झरा द्​्ीप

की आंख से झरा और सागर की गोद मे्पला मुकत् ामनण’ भी कहते है.् सन 1505 मे्एक पुतगथ् ाली नानवक समुद् के रास्​्ेमॉनरशस के तर पर जि आया तो यहां की प्​्ाकृनतक समृन्द देख दंग रह गया. दूर-दूर तक न आदम न आदमजाद... लेनकन उपजाऊ, जमीन, खुशगवार मौसम, समुदत् र और स्वच्छ हवाएं, पय्ावथ रण ने उसका मन मोह नलया और उसने इस द्​्ीप को अपने राजा को नजराने के र्प मे्दे नदया. अफ्​्ीका और भारत मे् पैदा होने वाले रल, रूल, पन्​्कयो् और मछनलयो् का भंडार रा यहां. इन खानसयतो्की वजह से यह द्​्ीप पन्​्िमी देशो् को लुभाने लगा. पुतगथ् ानलयो्से हॉलैड् के डच लोगो्ने इसे छीना और 1598 से 1712 ईस्वी तक यहां राज नकया. 1715 से 1810 तक फ्​्ास ं ीसी इसके शासक रहे और नरर पेनरस संनध के अंतग्तथ मॉनरशस 1814 से अंगज़ ्े ो्के अनधकार मे्आ गया. उस समय तक अंगज़ ्े ो् का नवश्​्के कई देशो्मे्शासन स्रानपत हो चुका रा. भारत तो उसका गुलाम रा ही. नलहाज़ा सूखे की चपेर से गुज़र रहे निहार के नकसानो् मज़दूरो् को सब्ज़िाग नदखाकर मॉनरशस लाया गया. अधनंग,े नपचके पेर के निहानरयो् ने, नजनके हार मे् िस रामचनरतमानस की गुरका भर री, खाली नवस्समत आंखो् से मॉनरशस की धरती को ननहारा. अंगज़ ्े ो्ने उन्हे्नाम नदया नगरनमनरया. कोड़ो् की मार, भूखे पेर सुिह से शाम तक जानवरो्की तरह काम करते इन निहानरयो्की पस्तनयां-िहने्इनसे दूर दूसरी जगह काम पर लगाई्जाती री तानक वे अंगज़ ्े ो्की हवस शांत कर सके.् चांद की आंख से झरे इस द्​्ीप मे्ऐसा जुलम् िरसो्चला है और ति जाकर मॉनरशस सजा संवरा है. मॉनरशस का कण-कण गवाह है नक चीनी, मुसलमान आनद धम्ावथ लंनियो् के िावजूद यहां कभी भी धम्थ को लेकर दंग-े रसाद नही् हुए. नशवरान्​्त के नदन कांवनड़ये कंधो्पर कांवड़ रख गंगा तालाि जाते है्तो उनके ईसाई, मुसलमान नमत्​्सार-सार चलते नदखते है.् दीपावली, ईद, न्​्िसमस, गणेश चतुर्ी, उगादी, चीननयो्का वसंत उत्सव यानी नया साल िड़ी धूमधाम से मनाये जाते है.् पोर्थलुइस मे्पोताई प्लांग नामक जगह मे् िनी यूननवन्सरथ ी ऑफ़ मॉनरशस, हरे-भरे िांस के झुरमुर से निरा प्स ्े ीडेर् हाउस, नसलवर पेर् नकया उसका गेर, रमशोधन कारखाना, गन्ना

पेराई जो िैलो्द्​्ारा की जाती है. पानी अि भी िरस रहा है. कुछ ग्लास िोनरंग करना चाहते है,् कुछ नही्. मेरी िोर मे् अठारह लेखक है.् हमने लाइफ़ जैकरे पहन ली है. दूर-दूर तक िौखलाया नीली लहरो् वाला सागर. कही् ओर-छोर नदखता नही्. काफ़ी अंदर समुद्मे्िोर झूले जैसी नहचकोले खा रही है.सभी की भयभीत नज़रे् लहरो् का आपस मे्जूझना देख रही है.् मेरी ननगाहे्िोर के तले िने ग्लास पर है.् तलहरी मे्कोरल, मूगं े की चट्​्ाने,् राइगर नरश, स्रार नरश, सीप, रंग-निरंगी िेनाम छोरी-िड़ी मछनलयां देखकर रोमांच हो आया. जैसे नेशनल जॉगरनरक चैनल देख रहे हो्. समुद् मे् साइक्लोन रा नजसकी चपेर मे्हमारी ग्लास िोर नकसी भी क्ण ् आ सकती री. कुछ लोग नानवक से िारिार कह रहे रे नक ‘वानपस चनलए, तूफ़ान आने ही वाला है.’ पर नानवक फेच ् रा. उनकी

पयंाटन

लगी. गन्ने की उपज को िहाना िनाकर फ्​्ास ं ीनसयो् ने अंगज ्े ो् की ताकत को शायद परख नलया हो और अपने ननद्​्ोर सैननको्का खून िहाने से िचा नलया हो. िेहद खूिसूरत द्​्ीप, जो सागर पर तैरता सा लग रहा है. द्​्ीप पर लाइर हाउस है. शायद भरके हुए जहाजो्को रास्​्ा नदखाने के नलए िनाया गया हो. सड़क के नकनारे िोड्थ लगा रा- िदजामोगे गांव. िादाम के दरख्तो् की िहुतायत री वहां. एक िात तय पायी नक यहां नजस इलाके मे्नजस चीज की पैदावार अनधक है, उस इलाके का वही नाम भी है. िदजामोगे िादाम का न्​्ियोल नाम है. सुिह के वक्त यहां सैलाननयो्की भीड़ रहती है. सड़क से समुद्के ऊपर आगे तक लकड़ी की रेनलंग वाला रास्​्ा िना है जहां खड़े होकर सूयथ् उदय देखा जा सकता है. िादाम के दरख्तो्की छाया मे्कुछ

मॉरीशस भले ही ज़वालामुिी के गभ़ासे खनकला हो, लेखकन अपने सौ़दय़ामे़वह चांद से झरे हुए मोती की तरह लगता है. यहां के जीवन मे़भरपूर आधुखनकता के बावजूद अपनी जि़ो़की पहचान का एहसास भी िूब खदिता है. भारा समझ नही्पाया.उसे लगा नक वे उससे और आगे चलने कह रहे रे. वैसे पय्रथ को्को इसी तरह के रोमांच मे्मजा आता है. वह दूर तक नौका ले गया. हवाएं तेज होती गयी्और नकनारे की ओर-छोर नदखाई देना िंद हो गया. हमने मान नलया नक अि जो होना है हो... और आंखे्िंद कर ली्. हम दन्​्कण नदशा की सैर पर है्और प्क ् नृ त के सन्नारे को सुन पा रहे है.् िायी्ओर समुद् है, दानहनी ओर मकान, िाग़-िगीचे. गाड्थ पॉइंर मे्दो नवशाल तोपो्के नमूने रखे है.् काले और गेरआ ् रंगो्से पुते हुए. यहां से फेच् सैननक नवशाल सागर मे्दुशम् न को वॉच करते रे. जि अंगज ्े ो् और फ्​्ास ं ीनसयो् की लड़ाई हुई तो फ्​्ास ं ीनसयो् ने निना हारे यह द्​्ीप अंगज ्े ो् को इसनलए सौ्प नदया नक यहां की धरती पर वे गन्ना नही्उगा सकते रे. यह िात अरपरी सी

ग्​्ामीण िैठे रे. पूछने पर उन्हो्ने भोजपुरी भारा मे्पहले हमारे िारे मे्ही पूछ डाला, भारत मे् हम कौन से प्द् श े मे्रहते है,् क्या हम िनलयाइलाहािाद गये है.्.. क्या अि भी वह वैसा ही नदखता है?’ जॉन्डनि रेलकेयर मे् नगरीनगरी पस्बलक िीच है. सौ्दय्थ का अकूत खज़ाना है, जैसे सरेद रेत का तर, कारी नीचे समुद,् ऊंचाई पर हम. ऊंचाई चट्​्ानो् के पहाड़ो् की. िीचो्िीच एक सीमेर् की नीली सरेद छतरी, नीचे सागर, गाढा नीला, दूर गाढा लौकी रंग, िड़ी-िड़ी झागदार सरेद लहरे.् नवशाल नीली लहर उठती और झागदार सरेद र्प धारण कर चट्​्ानो् से रकराती और पानी की ऊंची िौछार छोड़ चली जाती. अि कानफ़ला पूवथ्नदशा की ओर िढा रहा

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है. चैनमन गांव, पाइन वृक्ो्के जंगल से निरा िीच, गन्ने का ढलवां खेत. चढाई आरंभ. िुमावदार पहाड़ी रास्​्ा. धीरे-धीरे ठंड लगी. हम िलूदाकप से गुज़र रहे है.् सामने रैकट् ्ी है जहां कोरल को ि्श ् करके सीमेर् मे्नमलाने का काम होता है. नसल्वर पेर् के लोहे के रारको् से निरी वैली. शायद अंगज ्े ो् का िुड़सवारी करने का मैदान होगा. और अि सरेद रूलो् वाले कॉरी के िग़्ीचे. अंदर है हज़ारो्रुर गहरी िारी मे्नगरते तीन झरने... वैली का नाम है ब्लक ै नरवर िारी. उसके आगे समारेल की सतरंगी नमट्​्ी. नकसी समय वहां ज्वालामुखी ररा रा और उसका लावा जमकर सात रंग की नमट्​्ी िन गया है. नवशाल क्त्े ्को िेरे इस लावे के रंग-निरंगे ढूह सचमुच प्क ् नृ त की अद्त् कारीगरी को सोच चनकत कर देते है.्रंगो्के ऐसे शेरस ् जैसे नकसी नचत्क ् ार ने उन्हे्कलात्मक तरीके से प्क ् नृ त के कैनवास पर उकेरा हो. गंगा तालाि नजसे परी तालाि भी कहते है,् की ओर जाते हुए ठंडक कारी िढ गयी. अचानक धुध ं छा गयी और िादल िस मे् िुसाने लगे. गंगा तालाि ज्वालामुखी के ररने से प्क ् र हुआ है. इसे िेरता नवशाल सीमेर् का चिूतरा है नजस पर लगभग पांच मीरर ऊंची गंगा प्न्तमा है. नंदी है नजसके सी्गो्मे्हार का न्​्तकोण िनाकर देखने से अंदर का नशवनलंग नदखता है. नशव अपने पूरे पनरवार समेत निराजे है्वहां. गंगा तालाि मे्मॉनरशस के नहंदओ ु ्ने भारत से गंगाजल लाकर नछड़का है और नशवरान्​्त के नदन यहां से जल ले जाकर नशव का अनभरेक करते है.् मॉनरशस मे्हमारा आज अंनतम नदन है. इस अंनतम नदन मे् नकतना कुछ देख लेना चाहते है्हम. इस दौड़ की पहली कड़ी है ट्​् ऑक्स सफ़्स ्फ . डेड ज्वालामुखी जो पन्​्िमी भाग मे्85 मीरर गहरा है. इतना भयावह गोल िेरा, िेरे के चारो्ओर रेनलंग जहां से देख रही हूं लावे का दलदल, िेरे मे् उगे पेड़ और आसपास से नदखता क्यनू पप शहर का खूिसूरत नज़ारा. लगूना नरसॉर्थ से यहां पहुच ं ते हुए पेलये ा, ओनलनवया (यहां जैतनू के पेड़ है)् िाजू मे्फेच ् नसनमट्​्ी िहुतायत मे्कि्,्े उन पर गड़ी सूली, सेवास्​्पुल, मोताईब्लांस नसरी, मेलराज गांव की गामदेवी का मंनदर, श्​्ीमती इंनदरा गांधी हाईस्कल ू , उसके सामने नडस्न्टक्र कौ्नसल, कैलाशनार मंनदर आनद देखते हुए मॉनरशस की भव्यता का पनरचय नमला रा. मोका पव्तथ माला से निरे मोका नामक जगह पर िने महात्मा गांधी संसर् ान मे्महात्मा गांधी की काले माि्ल थ की प्न्तमा देख गदगद हूं मै.् प्न्तमा से उतरती ढलान की दूि पर लाल ि्​्ोरन से ‘हे राम’ नलखा है. िाजू मे्िने हरे रंग के स्रापत्य पर नहन्दी वण्मथ ाला के उभरे अक्र् है.् हम नहंदी नवभाग के भारा प्म् ख ु चेट्ी और नहन्दी नवभागाध्यक्​् रस्शम रामधनी से नमलते है.् अंगरू के रस और कॉरी की चुसस् कयां लेते हुए आत्मीयता िढती है. हैड ऑफ़ नद नडपार्मथ रे् सुदं रम हमे्लाइि्र्े ी ले जाते है्जहां हर भारा की नकतािे्है.् नरर म्यनू ज़यम जहां भारतीयो् का मॉनरशस आने का ब्यौरा. एक रनजस्रर मे्नाम पते सनहत दज्थहै. पहला नगरनमनरया कि आया? पहली खेप मे्नकतने भारतीय गुलाम आये. उनके उपयोग मे्लाये ित्नथ -कपड़े सुरन्​्कत रखे है.् नवनभन्न झानकयो् द्​्ारा उनका दद्थभरा इनतहास दश्ायथ ा गया है. एक िड़े से पत्रर पर नलखा है, ‘मै् पहला नगरनमनरया हूं जो जहाज से इस द्​्ीप मे्लाया गया.’ (लेनखका नहंदी की कहानीकार है.्)


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प्​्दीप श्​्ीिास्​्ि

24 फरवरी - 02 मार्ष 2017

गायतं​ंी को सब जानते हैं- अफमता

अमेठी महाराज और सांसद संजय नसंह की मौजूदा पत्नी अनमता नसंह अमेठी से कांग्ेस के नरकर पर चुनाव लड़् रही है्. उनके सामने भाजपा के नरकर पर चुनाव लड़् रही है् संजय नसंह की पहली पत्नी गनरमा नसंह. अनमता अपनी जनसभाओ् मे् गनरमा की जगह भाजपा पर ज्यादा हमला करती है्. उनका कहना है नक भाजपा की हमेशा से नवभाजनकारी नीनत रही है और समाज मे्धम्थऔर अमीरी-गरीिी के आधार पर नवभाजन करने की कोनशश के िाद भाजपा अि राजनीनतक और राजिराने के पनरवारो् मे् अपनी नवभाजनकारी नीनत लागू कर रही है. क्​्ेत् का दौरा करके चुनाव काय्ाथलय लौरी् अनमता नसंह से अमेठी नवधानसभा चुनाव को लेकर लंिी िात हुई. अमेठी राजिराने की एक पुरानी हवेली मे् िनाए गए चुनाव काय्ाल थ य मे्जि उनसे िात हो रही री, उस समय संजय नसंह काय्क थ त्ाओ थ ्से नमलकर प्च ् ार का जायजा ले रहे रे. िातचीत के मुख्य अंश... दजस तरह यहां चुनावी माहौल बना है, उसमे् दकन मुद्ो् को आप मुख्य मान रही है्? मुद्ो् की जर्रत उन्हे् पड़ती है, नजन्हे् समस्याओ्का पता नही्होता. मुझे यहां की समस्याओ् का पता है. राजनीनत मे् आने के 15 नदन िाद नरकर लेकर चुनाव नही् लड़

रही हूं. मै्पहले भी चुनाव लड़ चुकी हूं और नपछले 25 िरसो्से यहां की जनता के िीच हू.ं यहां की समस्याओ्को मैन् े दीि्क थ ानलकअल्पकानलक और तात्कानलक समस्या की श्​्ेणी मे् िांर रखा है. राष्​्ीय मुद्ो् का जहां तक सवाल है उसमे् मै् सशक्त लोक व्यवस्रा की पक्​्धर हूं. सामानजक आन्रथक मजिूती के सार आगे िढने पर मेरा नवश्​्ास है. मगर यहां पादरवादरक मुद्े भी उठाए जा रहे है्? जनता वेिकूर नही् है. भावनाओ् को भड़काकर उसका रायदा नकसी को नही्

उठाना चानहए. मुझे तो भाजपा पर आि्य् थ्है नक इतनी िड़ी पार्​्ी होने के िाद उसको कोई दूसरा (गनरमा नसंह के अलावा) प्​्त्याशी नही् नमला. पानरवानरक क्लेश नकसी भी पनरवार मे्हो सकता है. मगर इसके समाधान का रास्​्ा राजनीनतक मंच नही्है. इसके नलए देश मे् कानून-व्यवस्रा है. सामानजक मंच है. भाजपा ने क्या जान-बूझकर गदरमा दसंह को आपके दखलाि खडा दकया? भाजपा की नडवाइनसव (नवभाजनकारी) नीनत शुर् से रही है. उन्हो्ने देश को नहंदूमुसलमान के िीच, गरीि-अमीर के िीच

जीतेतो सीएम िारेतो पीएम! पेज 1 का बाकी भाजपा मे् राजनार नसंह के नाम की चच्ाथ चुनाव से पहले भी चली री. उस समय एक िार चच्ाथ यहां तक रही नक उत्र् प्द् श े का चुनाव राजनार नसंह को ही मुख्यमंत्ी का चेहरा िोनरत कर लड़ा जायेगा. सि तय हो गया है. केवल िोरणा िाकी है, लेनकन िोरणा नही् हुई. कहा गया नक प्​्देश के मुखय् मंत्ी का नाम ननव्ानथ चत नवधायक ही तय करेग् .े ति से यह चच्ाथ िंद री लेनकन नवधानसभा चुनाव आरंभ होते ही अलग अलग क्​्ेत्ो् मे् अलग-अलग लोगो् के नाम मुखय् मंत्ी के र्प मे् नरर उछलने लगे. इन चच्ाथओ् को चुनाव जीतने की रणनीनत का नहस्सा मानकर नकसी ने गंभीरता से नही् नलया. चौरे चरण मे् भाजपा के शीर्थ नेततृ व् ने ही यह कहकर इस चच्ाथ को िल नदया नक उत्र् प्द् श े की तकदीर इलाहािाद से नलखी जायेगी. इस संकते को लोगो्ने मान नलया नक उत्​्र प्​्देश का मुख्यमंत्ी इलाहिाद से ही होगा. इसी के सार यह सवाल उठा नक कौन? शीर्थ नेतृत्व इस प्​्श्न के जवाि मे् मौन है, लेनकन इसे लेकर प्​्देश भाजपा अध्यक्​् केशव मौय्थका नाम चच्ाथ मे्गया. इलाहािाद का मतदान संपन्न्होने के सार ही यह चच्ाथ भी परदे के पीछे चली गयी. इसी दौरान िुंदेलखंड की के्द्ीय मंत्ी उमा भारती का RNI- DELHIN/2015/ 65658

नाम भी चला. पत्​्कारो् ने इसे लेकर उनसे सीधे सवाल पूछा नक क्या आप मुख्यमंत्ी हो्गी? जवाि मे् उन्हो्ने कहा नक नही्. मेरे पास गंगा सराई जैसे कई महत्वपूणथ्काय्थहै. इसी मे्चौरे चरण का चुनाव संपन्न हो गया और केशव मौय्थतरा उमा भारती के नाम की चच्ाथ भी िंद हो गयी. शेर तीन चरणो्के चुनाव मे्तीन लोगो् के नाम प्द् श े के मुखय् मंत्ी के तौर पर चल रहे है्. इसमे् वाराणसी से लेकर ग़ाज़ीपुर िनलया तक चच्ाथ मे्है,् रेलराज्य मंत्ी मनोज नसन्हा. गोरखपुर, िस्​्ी मंडल मे्इस पद को लेकर चच्ाथ मे्है,् सांसद योगी आनदत्य नार. लेनकन,शेर तीनो् चरण मे् प्​्देश के नये मुखय् मंत्ी के नलए देश के गृहमंत्ी राजनार नसंह का नाम चल रहा है. इसके नलए लोगो् की जुिान पर एक जुमला है नक जीते तो सीएम, हारे तो पीएम. इस जुमले के नवश्लेरण मे्कहा जा रहा है नक उत्​्र प्​्देश मे् िहुमत नमल गया तो शीर्थ नसयासत से दरनकनार करने के नलए गुजरात ि्​्दस्थ खुद राजनार नसंह को उत्​्र प्​्देश का मुख्यमंत्ी िन दे्गे. और, िहुमत नही नमला तो गुजरात ि्द् स्थकी उलरी नगनती शुर् हो जायेगी. ऐसा हुआ तो सिको सार लेकर और संि का हार पकड़कर चलने वाले राजनार नसंह देश के प्​्धानमंत्ी हो्गे. इसनलए कहा जा रहा है - जीते तो सीएम, हारे तो पीएम.

पूजा वसंह

और नरर प्​्ादेनशक क्​्ेत्ो् के िांरने की कोनशश की है. अि पनरवारो् मे् वही नीनत लागू कर रहे है्. कई उदाहरण है्. ग्वानलयर राजिराने मे्उन्हो्ने पनरवार को िांरा. कृष्णा परेल और अनुराधा परेल (मां-िेरी) का मामला कोई पुराना नही्है. अि यह अमेठी राजपनरवार मे् रूर डालकर रायदा उठाने की कोनशश करने पर लगे है्. आपके दखलाि चुनौती सपा की तरि से भी है. यहां गठबंधन लागू नही् हो पाया? गठिंधन का मामला पार्​्ी नेतृत्व का है. यहां क्यो् नही् साझा उम्मीदवार हो पाया, इसका जवाि नेततृ व् ही देगा. सपा उम्मीदवार गायत्​्ी प्​्जापनत क्या है्, वह यहां की जनता देख चुकी है. नपछले पांच साल से उन पर आरोप लग रहे है्. दागी नही् महादागी उम्मीदवार है्. सुप्ीम कोर्थ का जो आदेश आया है वह कोई आि्य् च थ् नकत करने वाला नही्है. आज नही्तो कल यह होना ही रा. जो लोग उससे प्​्तानड़त हुए है् उन्हे् न्याय नमलना ही है. जनता द्​्ारा दी गई ताकत का इस्​्ेमाल प्​्जापनत ने अपने-अपने पनरवार और चंद दलालो्के नलए नकया रा. इस बार द्​्पयंका गांधी इस क्​्ेत् से गायब रही्. ऐसा नही्है. 23 ररवरी को उनकी रैली है. वे यहां के नलए नयी नही्है. यहां सभी से उनका ननजी पनरचय है.

बीएमसी चुनाि में फशिसेना आगे

मुब ं ई. मुिं ई नगर ननगम (िीएमसी) चुनाव मे्नशवसेना और भाजपा के िीच कांरे का मुकािला रहा. पर दोनो्िहुमत से दूर है.् िीएमसी चुनाव मे्नकसी भी पार्​्ी को िहुमत नही्नमला है. िीएमसी की 227 मे्से 226 सीरो् के नतीजो् मे् नशवसेना ने 84 और भाजपा ने 81 सीरो्पर जीत दज्थकी है. भाजपा का मुिं ई ननकाय चुनावो् मे् यह सव्श थ ि ्े ् प्द् श्नथ है. कांगस ्े ने 31, राज ठाकरे की महाराष्​् नवननम्ाण थ सेना (एमएनएस) 7, एनसीपी 9 और अन्य ने 7 सीरो् पर जीत हानसल की है. पार्​्ी को िीएमसी और नगरपानलका चुनावो्मे्नमली भारी जीत के िाद महाराष्​् के मुखय् मंत्ी देवने द् ्रडणवीस ने कहा नक यह भाजपा के पारदन्शतथ ा के एजेड् े की िड़्ी जीत है. उन्हो्ने राज्य की मनहला एवं िाल कल्याण मंत्ी पंकजा मुडं के इस्​्ीरे के िारे मे्िोलते हुए कहा नक चुनाव मे् हार और जीत होता रहता है. महाराष्​्नगर पानलका मे्नशवसेना के िाद दूसरी निंर पर आयी भाजपा पार्​्ी के प्द् श्नथ से िेहद खुश है. इस मौके पर केनद् ्ीय मंत्ी नननतन गडकरी ने कहा नक पहली िार भारतीय जनता पार्​्ी को अप्त्य् ानशत सरलता नमली. उन्हो्ने कहा नक मै् महाराष्​् के मुखय् मंत्ी और भाजपा काय्क थ त्ाओ थ ्को िधाई देता हू.ं िीएमसी मे् नमली भाजपा को नमली भारी जीत पर प्न्तन्​्िया देते हुए भाजपा नेता नकरीर सोमैयय् ा ने कहा भाजपा का प्द् श्नथ अच्छा रहा.

मप्​् कांगस ्े का ममशन 2018 शुर्

भोपाल. एक अरसे से नभतरिात तरा वनरि्​्नेताओ्के अहम के रकराव से जूझ रही मध्य प्​्देश कांग्ेस ने आनखरकार हल्लािोल अनभयान के सार नमशन 2018 की शुर्आत कर दी है. िीते िुधवार को राजधानी भोपाल मे् हुए इस आयोजन मे् प्​्देश भर से िड़्ी संख्या मे्काय्थकत्ाथ पहुंचे. पार्​्ी का दावा है नक इनकी तादाद एक लाख से अनधक री. इस दौरान पार्​्ी के वनरि्​् नेताओ्, काय्थकत्ाथओ् ने नवधानसभा का िेराव नकया और नगरफ्तानरयां दी्. कांग्ेस नेताओ् ने प्​्देश की भाजपा सरकार तरा उसके मंन्तयो् पर जमकर हमला िोला. कांगस ्े नेताओ्ने नोरिंदी और उसके नवपरीत प्भ् ाव, प्द् श े मे्जीवनदानयनी ‘मां नम्थदा’ मे् मुख्यमंत्ी नशवराजनसंह चौहान के पनरवार द्​्ारा नकया जा रहा अरिो् र्पयो्का अवैध रेत उत्खनन, आईएसआई के सार सामने आये नरश्तो्, हजारो् करोड़् र्पयो् के करनी हवालाकांड, व्यापमं, नकसानो्की दुदश थ् ा, दनलत, अल्पसंखय् को्व मनहलाओ् पर हो रहे अत्याचार और सभी स्​्र पर जारी भारी भ्​्ष्ाचार सनहत कई महत्वपूण्थमुद्ो्पर मौजूदा सरकार को आड़्े हारो् नलया. वनरि्​् कांग्ेस नेता कमलनार ने भाजपा सरकार को कलाकारी की सरकार िताया, नसंनधया ने नकसान, व्यापारी, नौजवान, मजदूर वग्थको हो रही परेशाननयो्

का नजि्​् नकया, नदस्गवजयनसंह ने व्यापमं, मोहन प्​्काश ने नोरिंदी तो अर्ण यादव ने अवैध रेत उत्खनन मे् प्​्देश के मुनखया नशवराजनसंह चौहान की संनलप्तता का नजि्​् नकया.

इस आयोजन मे् प्​्देश कांग्ेस अध्यक्​् अर्ण यादव के अलवा वनरि्​् नेता कमलनार, पार्ी् महासनचव नदस्गवजय नसंह, सांसद ज्योनतरानदत्य नसंनधया, कांनतलाल भूनरया, राज्य सभा सांसद नववेक तन्खा, नेता प्​्नतपक्​् िाला िच्​्न, पूव्थ नेता प्​्नतपक्​् अजय नसंह समेत तमाम नेता शानमल रे. नजला स्​्र तरा अन्य ननचले स्​्र से िहुत िड़्ी तादाद मे्काय्थकत्ाथ इसमे्शानमल हुए.

राजधानी के वनरि्​् पत्​्कार शमशेर नसंह कहते है् नक कांग्ेस के हानलया अतीत को देखते हुए यह एकजुरता अच्छा संकेत नजर आ रही है. मध्य प्​्देश मे् जमीन तो िहुत समय से तैयार है लेनकन न तो कांग्ेस न ही आप या कोई अन्य दल इसका लाभ ले पाया है. लेनकन कांग्ेस की इस रैली ने उम्मीद जगायी है नक अगर उसने वक्त रहते सही समय पर सही रैसले नलए तो उसके नलए आगामी चुनाव मे् अवसर है. उल्लेखनीय है नक इससे पहले चुनाव रणनीनतकार प्​्शांत नकशोर भी प्​्देश कांग्ेस के नदग्गजो्से मुलाकात कर चुके है्. हालांनक पार्​्ी के एक वनरि्​्नेता नाम जानहर न करने की शत्थ पर कहते है् नक आईएसआई के सार भाजपा से जुड़्े लोगो् का नाम सामने आने व उनकी नगरफ्तारी के मुदृदे को कांग्ेस उस तरह नही् भुना पायी जैसा उसे करना चानहये रा. यह िात िताती है नक पार्​्ी मे्सिकुछ ठीक नही्चल रहा. उल्लेखनीय है नक हाल ही मे् करनी हवाला कांड के एक आरोपी संतोर गग्थकी हनरद्​्ार मे् संनदग्ध हालात मे् मौत होने की खिर सामने आयी है. इस िात ने प्​्देश की राजनीनत मे्नये नसरे से भूचाल ला नदया है. इस मौत ने लोगो्को व्यापम िोराले मे्हुई मौतो् की याद दोिारा नदला दी है. गग्थ पर रज्​्ी खाता खोलकर 90 करोड़् र्पये का लेनदेन करने का आरोप रा.

स्वत्वानधकारी, प्​्काशक और मुद्क: क्​्मता नसंह के नलए अमर उजाला पस्बलकेशंस नलनमरेड, सी-21, 22, सेक्रर-59, नोएडा, उत्​्र प्​्देश से मुन्दत एवं दूसरी मंनजल, िी-146, हनरनगर आश्​्म, नयी नदल्ली- 110014 से प्​्कानशत. संपादकः अंिरीश कुमार (पीआरिी अनधननयम के तहत समाचारो्के चयन के नलए नजम्मेदार) सभी कानूनी नववादो्के नलए न्याय क्​्ेत्नदल्ली होगा. संपक्फ: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com


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