Shukrawaar newspaper 3 9 february 2017 medium quality

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िलनायक से कुछ कम पेज- 13

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वर्ष 2 अंक 14 n पृष्: 16 n 03 फरवरी - 09 फरवरी 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5

l सर्​्े अकाली दल के खिलाफ l आप की चुनाैती गंभीर l मुसीबत बने कांग्ेस के बागी

पंजाब में ये संकट के बादल हैं

मनोज कुमार

चंडीगढ़. पंजाब मे् ठीक 2007 जैसी अमनम्​्ितता है. तब भी हालात ऐसे ही थे. अकाली-भाजपा गठबंधन का सबसे ज्यादा मवरोध हो रहा था. लग रहा था मक कांगस े् जीत रही है. पंजाब पीपुलस ् पाट्​्ी मजसके मुमखया प्क ् ाश मसंह बादल के भतीजे थे, ने अकाली दल और कांगस ्े को पसीना ला मदया था. कड़े मुकाबले मे् बहुत ही रहस्यमयी तरीके से अकाल भाजपा गठबंधन सत्​्ा मे्दूसरी बार आ गया था. पंजाब मे्इन पांर सालो्मे्मसयासी तौर पर अगर कुछ बदला है तो बस इतना मक अब पीपुलस ् पाट्​्ी कांगस ्े मे्मज्ाहो रुकी है. भाजपा के नवजोत मसंह मसद्​्कांगस्े मे्आ गये है.् बाकी कुछ नही्बदला. तब पीपीपी थी अब उसकी जगह आप ने ले ली. आप ने इस बार अकाली दल और कांगस्े दोनो्को परेशान कर मदया है. इस बार पंजाब की 117 सीट मे्से 70 सीट पर मुकाबला म्​्िकोणीय हो रला है. ऐसे

मुकाबले जीतने मे्अकाली दल मामहर माना जाता है. क्यो्मक तब अकाली दल सारे समीकरण अपने हक मे् कर लेता है. अकामलयो्को इस बार भी जीत के मलए ऐसे ही जुगाड़ का सहारा है. मपछली बार भी तमाम

करेग् .े ऐसे मे्सवाल उठता है मक वे क्या करेग् .े पंजाब की राजनीमत पर पकड़ रखने वाले राजनीमत शास्​्के प्​्ोफेसर डाक्टर सुच्ा मसंह शेरमगल कहते है्मक आप के आने का अकाली दल को यह फायदा होगा मक अब अकामलयो् के मवरोधी वोटर केपास दो मवकल्प है. कांगस ्े और आप. कांगस ्े को वे आजमा रुके है.् ऐसे मे् आप बरती है. इसमलए वोटर कांगस ्े पर जाने की बजाय आप की ओर जायेगा. लेमकन इस वोटर की संखय् ा इतनी नही्है मक आप को बहुमत तक पहुर ं ा दे. हां इतना जर्र है मक कांगस ्े को सत्​्ा से दूर कर सकते है.् पंजाब को मसयासी मलहाज से तीन महस्सो् मे्बांटा जा सकता है. पहला मालवा का क्ि्े ् सव्​्ेअकाली दल के मखलाफ थे, इस बार भी इसमे्60 सीट आती है. यहां आप का सबसे वैसा ही हो रहा है. मफर भी अकाली दल के ज्यादा दबदबा है. ग्​्ामीण क्ि्े ् मे् आप यहां नेता ज्यादा मरंता नही् कर रहे है.् उन्हे् बहुत मजबूत है. लेमकन मदक्त् यह है मक मनवत्मा ान मडप्टी सीएम सुखबीर मसंह बादल यहां डेरा सच्​्ा सौदा का भी प्भ् ाव जबरदस्​् बाकी पेज 2 पर पर यकीन है, वे् जीत के मलए कुछ न कुछ

वाम मोर्ा​ा ने भी झो्की ताकत

शुकर् ार ब्यरू ो

लखनऊ. उत्र् प्द् श े मे्वाम मोर्ा​ा कई सीटो् पर मजबूत लड़ाई लड़ रहा है. वाम मोर्ा​ा मे्शाममल दल भाकपा, भाकपा माले, माकपा और एसयूसीआई 140 सीट पर रुनाव लड़ रहे है. गामजयावाद से गाजीपुर से लेकर सहारनपुर से लमलतपुर तक वाम मोर्​्े के उम्मीदवार खड़े है. भाकपा के राज्य समरव डा मगरीश इस समय पूवा्र ा् ल के आजमगढ़, गाजीपुर से लेकर वाराणसी जैसे कई मजलो् के दौरे पर है.् उनके मुतामबक पूवा्र ा् ल के ग्​्ामीण इलाको्मे्नोटबंदी का बहुत ही बुरा असर पड़ा है. मजदूर के पास काम नही्है तो दूसरी तरफ बाहर रोजगार की तलाश मे्गये मजदूर भी लौट आये है.् इस वजह से ग्​्ामीण इलाको् मे् समस्या बढती जा रही है. पाट्​्ी की जनसभाओ् मे् लोगो्ने यह समस्या बतायी. डा मगरीश के मुतामबक पूवा्र ा् ल और बुदं ल े खंड की कुछ सीटो् पर वाम मोर्ा​ा के उम्मीदवार अच्छी लड़ाई लड़ रहे है.् इस बार मवधान सभा मे् वाम ताकतो्का प्म्तमनमधत्व जर्र मदखेगा.

या पूर्ा​ा्चल मे् बसपा का दबदबा अनैअखबार मीडिया को धमकाती भाजपा तिक प्​्चार? खरशेष प्​्खतखनखध धीरेद् ् श्​्ीरास्र्

कोढ़ मे्खाज का काम कर रहा है. सपा का दूसरा गढ़ है गाजीपुर. इस मजले लखनऊ. समाजवादी पाट्​्ी का गढ़ पूव्ी उत्र् प्द् श े इस बार डगमगा रहा है. बसपा मे्सात मवधान सभा क्ि्े ्है.् मपछले मवधानसभा और भाजपा के लोग उस पर कामबज होने के रुनाव मे् इसमे् से 6 सीटो् पर सपा को मलए जान झो्के हुए है.् इस म्​्िकोणीय मवजयश्​्ी ममली थी. केवल एक सीट मारामारी मे्मिलहाल बसपा का पलड़ा बीस मुहम्मदाबाद जहां कौमी एकता दल को मवजय ममली थी. कौमी एकता दल के मवलय बाद यह नज़र आ रहा है. गत मवधानसभा रुनाव मे्आज़मगढ़ की सीट भी सपा के खाते मे्आ गयी. केवल सीट दस मवधानसभाओ्मे्से नौ पर सपा मवजयी नही्, कौमी एकता दल का व्यापक आधार भी हुई थी. केवल एक मुबारकपुर पर बसपा को सपा के साथ आ गया मजसके आने से ग़ाज़ीपुर मवजय ममली थी.गत लोकसभा रुनाव मे् भी मे्23 नवम्बर को हुई सपा रैली की तुलना आजमगढ़ से सपा प्म् ख ु मुलायम मसंह यादव प्ध् ानमंि्ी नरेद् ् मोदी की सभा से की जाने बाकी पेज 2 पर रुनाव जीतने मे्कामयाब रहे. इसकी वजह से आज़मगढ़ मे् काफी कम भी हुआ. मफर भी आज़मगढ़ की तीन मवधानसभाओ्गोपालपुर, मुबारकपुर और सगड़ी मे् बसपा का पलड़ा अन्यो्से भारी है. लालगंज संसदीय क्ि्े ्के फूलपुर और लालगंज मे् कमल मखलने की धीरे्द् श्​्ीरास्​्र ओर है तो दीदारगंज मे्पूवा्मवधानसभा अध्यक्​् लखनऊ. गत लोकसभा रुनाव मे् सुखदेव राजभर का हाथी औरो् से आगे है. हवा मे्उछल गया रौधरी अमजत मसंह का यानी सपा के सबसे मजबूत गढ़ मे् जनपद 'है्डपंप' इस बार मवधानसभा रुनाव के आजमगढ़ मे् केवल आज़मगढ़ सदर और पहले ररण मे् जमीन मे् गड़्ा मदख रहा अतरौमलया मे्ही साइमकल का जलवा मदख है.जाट समुदाय मे्राष्​्ीय लोकदल के इस रहा है. अपनी ईमानदारी के मलए रम्रता रुनाव मरन्ह के प्​्मत र्झान लोकसभा आलमबदी भी रुनावी रक्व् य् हू मे्हांफ रहे है.् रुनाव की तुलना मे् बढ़्ा है. यह र्झान सपा की यह बुरी श्सथमत उसके खुद के व्यापक जीत मे्पमरवम्तता होगा या नही्, यह घमासान की वजह से है. कौमी एकता दल का कहना मुश्ककल है लेमकन यह र्झान मवलय और मफर नही्मवलय इस घमासान के भारतीय जनता पाट्​्ी के मवजय रथ के मलए

शुक्रार ब्यूरो

लखनऊ. उत्​्र प्​्देश मवधानसभा रुनाव के दौरान दैमनक समारार पि्​्दैमनक भास्कर की वेबसाइट के एक रुनावी मवज्​्ापन के मखलाफ धरना-प्​्दश्ान मकया गया और हजरतगंज थाने मे् मशकायत दज्ा करायी गयी. मवज्​्ापन मे् मलखा है, 'न दमलतो् की रानी न यादव की कहानी अब मसफ्फसर रलेगा' इसी तरह दूसरी होम्डि्ग मे् मलखा गया है 'न माया का जाल न अमखलेश का क्लेश'. रोरक बात यह है मक इस बाकी पेज 2 पर

लखनऊ. उत्​्र प्​्देश मवधानसभा रुनाव को लेकर भाजपा इतना बौखला गयी है मक उसके वमरष्​् मंि्ी अपनी मनराही खबरे छपवाने के मलए मीमडया को धमकाने से बाज नही् आ रहे है्. नोटबंदी के कारण मवधानसभा रुनाव मे् पाट्​्ी की श्सथमत खराब होने से परेशान भाजपा ने इसके फायदे बताने के मलए एक बड़्बोले प्​्धानमंि्ी के करीबी मंि्ी की मजम्मेदारी सौपी. कानून की काफी जानकारी रखते है और खुद की अर्ण जेटली से कही्बेहतर वकील कहते आये है्. उन्हो्ने रंद अंग्ेजी

खतरे की घंटी छोटे चौधरी

खतरे की घंटी है. 15 मजलो् के 73 मवधानसभा क्​्ेि्ो् मे् 11 फरवरी को होने वाले मतदान को मि्लहाल सभी प्​्मुख दल अपने पक्​् मे् मान रहे है.् खासतौर से भारतीय जनता पाट्​्ी के मलए यह ररण काफी उम्मीदो्वाला है. हालांमक मपछले मवधानसभा रुनाव मे् भाजपा इस इलाके मे्केवल 12 क्​्ेि्ो्मे्ही मवजय का पररम फहरा पायी थी लेमकन लोकसभा रुनाव मे्उसकी आंधी मे्सभी बाकी पेज 2 पर

के और उत्​्र प्​्देश से प्​्भामवत होने वाले कुछ महंदी के अखबारो् ने पि्​्कारो् को बुलाया और नोटबंदी के फायदे के बारे मे् उन्हे्ब्​्ीफ मकया. अगले मदन मकसी ने उन्हे् ध्यान मदलाया मक वे प्​्देश मे् सक्फुलेशन के महसाब से इसे खबर पर आने वाले अखबार को आमंम्ित करना भूल गये थे मजसका मक पि्​्मी उत्​्र प्​्देश मे्खास प्​्भावी मंि्ीजी को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्हो्ने अगले मदन इस अखबार के माक्​्ेमटंग प्​्मुख को फोन मकया मक मै् आपके साथ राय पीना राहता हूं. उसने अखबार के एक संवाददाता को साथ मलया और मंि्ी के घर पहुंरा. मंि्ी ने उसे छपी हुई खबरो की कतरने् देते हुए कहा मक इस खबर को आप भी छाप दीमजये. संवाददाता ने कहा मक जो छप रुकी है उसे हम कैसे छाप सकते है्. आप कुछ नया कमहये तामक उसके साथ इस सबको छापा भी जा सके. मंि्ी ने पूछा नया क्या बोलूं. संवाददाता बोला मक राम मंमदर पर ही कुछ बोल दीमजये. यह सुनते ही वे भड़्क गये और बोले तुम मुझे बोलना मसखाओगे. कब से पि्​्कामरता कर रहे हो. उसने कहा 12 साल से. वे मफर बोले मगर मै् तो तुम्हे् नही् जानता हूं. हमने उसे कहा िक लोग आपके बारे मे्मबलकुल सही बाकी पेज 5 पर


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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

सपा के घोषणा पत्​् की शिकायत

'सपा-बसपा खेल रहे गुंडो् का खेल' लखनऊ. भाजपा ने मामफया मुख्तार अंसारी के जेल तबादले की कवायद पर सवाल उठाया है. पाट्​्ी का कहना है मक अंसारी की जेल बदलने की खबरो् ने यह सामबत कर मदया है मक मुखय् मंि्ी अमखलेश यादव और मायावती के बीर तेरा गुड ं ा-मेरा गुंडा का खेल रल रहा है. पाट्​्ी के प्​्देश प्व् क्ता शलभ ममण म्​्िपाठी ने सपा-बसपा की मामफया राजनीमत पर तंज कसते हुए कहा मक हाल ही मे्हुए मवधान पमररद और राज्यसभा के रुनावो्के दौरान मुखत् ार अंसारी को जेल से ट्​्ास ं फर कर लखनऊ जेल लाया गया था. इस दौरान मुख्तार अंसारी ने जेल से खुलेआम अपराध का अपना कारोबार भी रलाया. उनके गुंडो् ने लखनऊ के हजरतगंज मे् एक फोटो पि्क ् ार को अगवा कर उसकी मपटाई भी की. पर अमखलेश सरकार मुख्तार पर हमेशा मेहरबान रही.

लखनऊ. भारतीय जनता पाट्​्ी (भाजपा) ने रुनाव आयोग से मशकायत की है मक सपा ने आदश्ा रुनाव आरार संमहता का उल्लंघन मकया है. सपा के घोरणापि्​्मे् जामत-धम्ाके नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाते हुए पाट्​्ी की मान्यता रद्​् करने की मांग की गयी है. भाजपा ने रुनाव आयुक्त को भेजे पि्​्मे्उच्​्न्यायालय के आदेश का मजक्​् करते हुए कहा है मक सपा ने अपने घोरणापि्​् मे् सभी लाभकारी योजनाओ् मे् अल्पसंख्यको् को जनसंख्या के अनुपात मे् महस्सेदारी देने की बात कही है. पाट्​्ी ने कहा मक धाम्माक आधार पर आरक्​्ण या लाभ संवैधामनक र्प से संभव नही् है और यह राज्य सरकार का मवरय भी नही् है. वही् अल्पसंख्यक वग्ा के स्वतंि्ता संग्ाम है. सेनामनयो्के स्मारको्की बात करना, धम्ाके पाट्​्ी ने अपनी मशकायत मे् कहा है मक आधार पर उनमे्भेद करना संमवधान मवर्दघ् सपा के घोरणापि्​् मे् एंबुले्स की फोटो

लगाकर समाजवादी स्वास्थ्य सेवा मलखा गया है जबमक यह योजना के्द् सरकार के सहयोग से रलती है. इसका नाम राष्​्ï् रीय स्वास्थ्य सेवा है. भाजपा ने रुनाव आयुक्त को पि्​् मलखकर अमधवक्ताओ् को मामसक आम्थाक सहायता के वादे की भी मशकायत की है. गौरतलब है मक सपा 2012 के घोरणापि्​्मे्युवा अमधवक्ताओ्को मामसक सहायता तथा वृद्घ अमधवक्ताओ्को पे्शन देने का वादा कर रुकी है. यही नही्35 वर्ा से अमधक आयु के बेरोजगारो्को 12 हजार र्पये मामसक देने का वादा मकया गया था जो पूरा नही्हुआ. भाजपा का कहना है मक पुराने अधूरे वादो् को दोहराना रुनाव आरार संमहता का उल्लंघन है. भजपा के प्​्देश उपाध्यक्​् जेपीएस राठौर और एडवोकेट कुलदीप पमत म्​्िपाठी ने संबंमधत मशकायत की.

खतरे की घंटी छोटे चौधरी

पूर्ा​ा्चल मे् बसपा का दबदबा

पेज 1 का बाकी दल उड़् गये थे. भाजपा इस रुनाव मे् भी लोकसभा का माहौल बनाने की कोमशश मे् लगी है. इसके मलए वह हर कीमत पर मतो् के ध्​्ुवीकरण करने का प्​्यास कर रही है. मवधानसभा रुनाव के प्​्थम ररण के ये क्​्ेि् ही रौधरी अमजत मसंह और उनके पुि् रौधरी जयंत मसंह का भी राजमनमतक भमवष्य तय करे्गे, इसमलए राष्​्ीय लोकदल की पूरी कोमशश है मक उसके परंपरागत मतदाता उसके साथ आ जाये्ं. मपछले मवधानसभा रुनाव मे्रालोद इस इलाके की नौ सीटो्पर कामबज था. उसकी कोमशश है मक इस रुनाव इन सीटो् के साथ ही कुछ और सीटे् उसके हाथ लग जाये् तामक आगे की राजनीमत मे् उसकी प्​्ासंमगकता बनी रहे. इसके मलए वह इस ररण के 59 क्​्ेि्ो्मे्हाथ पांव मार रहा है. तकरीबन दो दज्ान क्​्ेि्ो् मे् वह संघर्ा मे् नजऱ आ रहा है. शेर क्​्ेि्ो्मे्भी उसकी हर जीत की गमणत मबगाडऩे वाली उसकी उपश्सथमत है. यह संघर्ा और उपश्सथमत ही भाजपा के मवजय रथ की बाग पकड़्ेहुए है. राष्​्ीय लोकदल की इस मजबूत उपश्सथमत का लाभ समाजवादी पाट्​्ी और कांग्ेस गठबंधन को ममल जाये तो कोई ताज्​्ुब नही् होगा. इन 73 क्​्ेि्ो् मे् से 29 क्​्ेि्ो्मे्मपछले रुनाव मे्भी समाजवादी पाट्​्ी

पंजाब में ये संकट के बादल हैं

और कांग्ेस कामबज थी. मजसमे् 24 सपा और 5 कांगस ्े के खाते मे्थी्. अमखलेश मफर से के नारे के साथ मैदान मे् उतरा सपाकांग्ेस का गठबंधन का भी इरादा प्​्थम ररण मे् ही भारी बढ़्त लेने का है. राहुल गांधी और अमखलेश यादव की युगलबंदी का सपा कांग्ेस गठबंधन के काय्ाकत्ा​ाओ् मे् जबरदस्​् उत्साह है. राष्​्ीय लोकदल की इस उपश्सथमत का लाभ बहुजन समाज पाट्​्ी भी उठाने की कोमशश मे् है. मपछले मवधानसभा रुनाव मे्बहुजन समाज पाट्​्ी को इस क्​्ेि्मे्23 सीटो्पर सफलता ममली थी. इस रुनाव मे् होगा क्या? यह तो मत की मगनती के बाद ही पता रलेगा लेमकन मफलहाल इसे अपने पक्​् मे् करने को सभी अपनी पूरी ताकत झो्के हुए है्. इस ररण मे् कुल 840 प्​्त्याशी मैदान मे्है्. इन प्​्त्यामशयो्मे्कांग्ेस मवधानमंडल दल के नेता प्​्दीप माथुर, मुजफ्फरनगर दंगा के आरोपी संगीत मसंह सोम, भाजपा प्​्वक्ता श्​्ीकांत शम्ा​ा, के्द्ीय गृहमंि्ी राजनाथ मसंह के पुि्पंकज मसंह और मुख्यमंि्ी अमखलेश यादव के करीबी अतुल प्​्धान भी है्. प्​्थम ररण मे् सबसे अमधक 26 प्​्त्याशी दम्​्कणी आगरा सीट से और सबसे कम छह हम्​्सनापुर, लोनी और इग्लास सीट पर रुनाव लड़्रहे है्.

अखबार या अनैतिक... पेज 1 का बाकी वेबसाइट का उद्घाटन खुद मुख्यमंि्ी अमखलेश यादव ने मकया था. इसके बावजूद अखबार इस तरह का जातीय मवज्​्ापन या कहे्प्​्रार कर रहा है.अंबेडकर महासभा के अध्यक्​् डा लालजी मनम्ाल ने भास्कर की इन जातीय मवज्​्ापन वाली होम्डि्ग को दुभ्ा​ाग्यपूण्ाबताते हुए इसकी तीखी मनंदा की है. सामामजक काय्ाकत्ा​ा अनूप पटेल ने कहा मक अमखलेश सरकार ने मजन-मजन बड़्े समारार समूहो् की मदद की वे सब रुनाव आते ही बदल रुके है्. ममसाल के तौर पर अमखलेश यादव ने टाइम्स ऑफ इंमडया को उसके मवश्​्मवद्​्ालय के

मलए न केवल अरबो् की जमीन दी बश्लक तेजी से काम मनपटाकर उसके मवश्​्मवद्​्ालय को मान्यता भी प्​्दान कर दी. उसका उद्घाटन भी उन्हो्ने खुद मकया था. करोड़्ो् र्पये के मवज्​्ापन उसे हर महीने मदये. साढ़्े रार साल टाइम्स ऑि् इंमडया और टाइम्स नाऊ समेत पूरा समूह अमखलेश के मलए गाता रहा. अब जब रुनाव आया तो टाइम्स नाऊ ने ओमपमनयन पोल मनकालकर भाजपा को मवजेता मदखा मदया. उनका पूरा अख़्बार और रैनल अमखलेश मवरोधी ख़्बरो् से भरे है्. भास्कर के इन जातीय मवज्​्ापनो्के मखलाफ लखनऊ के कुछ और संगठन सड़्क पर उतरने जा रहे है्.

पेज 1 का बाकी लगी, जबमक सपा की यह रैली पाट्​्ी मेर ् ल रहे मववाद की दौरान हुई थी और मुखय् मंि्ी अमखलेश यादव यादव इस रैली मे् नही् शाममल हुए थे. इस रैली के बाद स्थानीय सपाई बोलने लगे थे मक इस बार सभी सात सीटो् पर मवजयश्​्ी साइमकल को ममलेगी. लग भी रहा था लेमकन मुखत् ार अंसारी के बसपा मे्जाने के बाद सभी को छोमड़ए, वह जमामनयां भी डगमगा रही है मजसे सपा के मवरोधी भी अजेय मानकर रल रहे थे. जमामनयां से सपा की तरफ से पूवमा् िं ्ी ओमप्क ् ाश मसंह उम्मीदवार है.् श्​्ी मसंह का एक लम्बा सामामजक और राजमनमतक जीवन है. उनके मखलाफ जो बसपा के उम्मीदवार है,् उनकी पहरान मजले मे्मुखत् ार अंसारी के ठीकेदार के र्प मे्है, जो भाजपा की उम्मीदवार है, वह एक घरेलू ममहला है.् बावजूद इसके ओमप्क ् ाश मसंह म्​्िकोणात्मक संघर्ा मे् फंसे है.् इस अजेय योद्​्ा की यह श्सथमत केवल सपाई मववाद और कौमी एकता दल का मवलय टूटने से हुई है. ग़ाज़ीपुर सदर और जहूराबाद मवधानसभा क्ि्े ्यह मवलय टूटना स्पा उम्मीदवारो्के मलए नुकसानदायक है. इस नुकसान को घातक

पेज 1 का बाकी है. अब अकाली दल की कोमशश है मक डेरा सच्​्ा सौदा मसरसा से मकसी तरह से समथ्ना हामसल मकया जाये. इसमे् उन्हे् सफलता ममलती भी नजर आ रही है. सोमवार को डेरा प्म् ख ु बाबा गुरमीत रामरहीम ने वीमडयो कांफम्े संग मे्शुकव् ार से बातरीत मे् कहा मक मकसे समथ्ना देना है मकसे नही्यह तो संगत ही तय करेगी. मफर भी बाबा की बात का यमद मसयासी तौर पर देखा जाए तो उनका र्झान अकाली दल की ओर होता नजर आ रहा है. माझा जहां तकरीबन 25 सीट आती है. जो अमृतसर, पठानकोट, तारन तारन और गुरदासपुर मजलो्मे्है.् यहां आप के पंजाब के संयोजक गुरदीप मसंह ‘घुगग् ी’ गुरदासपुर मजले मे्बटाला से रुनाव लड़्रहे है् जबमक महम्मत

बना रहा है, वह सपाई मववाद मजसकी्वजह से पूवा्मंि्ी मवजय ममश्​्और सादाब फामतमा को पाट्​्ी के मटकट से वंमरत कर मदया गया. मोहम्दाबाद का पूछना क्या है? यहां से खुद मुखत् ार अंसारी के भाई उम्मीदवार है् जो मपछले रुनाव मे्अकेले कौमी एकता दल के बल पर रुनाव जीत गए थे. बदले समीकरण मे्वह बसपा के उम्मीदवार है.् जंगीपुर मे्एक साल पहले रुनाव हुआ था. इसे जीतने के मलए सरकार ने पूरी ताकत झो्क रखी थी. इसके बाद भी उसे कौमी एकता दल के मदद की जर्रत पड़ी थी जो इस बार बसपा के मलए है जो इस कड़े मुकाबले वाले रुनाव मे्मनण्ाया क हो सकता है. सैदपुर और जखमनयां सुरम्​्कत क्ि्े ्है.् मपछले रुनाव मे्इन दोनो्सीटो्पर भी सपा को मवजयश्ी् ममली थी. सपा के बागी और मुख़्तार अंसारी के समथ्क ा इन दोनो्सीटो्पर भी रुनावी समीकरण मबगाड़ सकते है. लोकसभा रुनाव मे् इस जनपदमे् भी भाजपा का कमल मखला था. यहां के सांसद मनोज मसन्हा भारत सरकार के मंि्ी है.् उनकी वजह से रेल के क्ि्े ् मे् ग़ाज़ीपुर को काफी अच्छा जम्प ममला है. इसके बाद भी जंगीपुर का उपरुनाव भाजपा के पक्​् मे् नही् गया. इसमलए यह मानकर रला जा रहा था मक

मसंह शेरमगल मजीठा मनव्ार ा न क्ि्े ्से अकाली के मजबूत दावेदार मबक्म् मसंह मजीमठया को कड़्ी टक्र् दे रहे है.् यह क्ि्े ्अकामलयो्और कांगस ्े का गढ़् रहा है. सुच्ा मसंह छोटेपरु आप के मखलाफ यहां से अमभयान रलाये है.् आप ने छोटेपरु को राज्य संयोजक पद से बख्ास ा ् मकया था. छोटेपरु ने अपनी अपना पंजाब पाट्​्ी (एपीपी) बनायी है. दोआबा मे्अकाली दल व कांगस ्े मे्टक्र् है. यहां भी आप की श्सथमत कमजोर है. नवजोत मसंह मसद्​्के कांगस ्े मे्आने के बाद पाट्​्ी को मजबूती तो ममली है. इसके बाद भी कांगस ्े के मलए मदक्त् यह है मक 20 नेता बागी हो गये है.् उन्हे्कांगस ्े मना नही्पायी. इन बामगयो्पर अकाली दल खासा मेहरबान है. इसके पीछे कोमशश यही है मक यमद वे मजबूती से डटे रहते है् तो इसका लाभ

प्​्देश भर मे् मुख्तार अंसारी और उनके भाइयो्के साथ मुखय् मंि्ी की तस्वीरे्पोस्टरो् मे्नजर आती रही्और अब जबमक मुखत् ार का पूरा कुनबा बीएसपी मे् शाममल हो गया तब अमखलेश सरकार उसके जेल तबादले का फरमान जारी कर रही है. शलभ ममण ने कहा मक सवाल उठने लगे है् मक अरानक मुख्तार अंसारी से मुंह मोड़्ने वाली सरकार मपछले पांर सालो् के दौरान मुखत् ार और मुखत् ार जैसे मामफयाओ् की मदद क्यूं लेती रही? पांर सालो्के दौरान इन मामफयाओ् ने सरकार की सरपरस्​्ी मे् गुड ं ागद्​्ी का नंगा नार मकया. अपरामधयो्के साथ ही साथ आतंमकयो्पर भी सरकार खास तौर पर मेरहबान रही और अब जब मुखत् ार जैसे लोग मायावती जी के साथ जा खड़्ेहुए है् तब अमखलेश सरकार उनका जेल तबादला कर रही है.

ग़ाज़ीपुर जनपद मे् सपा-बसपा मे् ही लड़ाई रहेगी लेमकन बदले समीकरण मे् सभी सात क्ि्े ्ो्मे्सपा, बसपा के साथ भाजपा भी लड़ाई मे् है. और, मुखत् ार अंसारी के जलजले को लेकर दूसरे वग्ा मे् प्म्तम्​्कया हो गयी तो मोहम्मदाबाद के साथ ही उसके आसपास भी भाजपा का कमल मखल सकता है. मऊ जनपद मे्रार मवधान सभा क्ि्े ्है.् मुखत् ार अंसारी अंसारी के बसपा मे्आने के बाद मऊ की रारो सीटो्पर बसपा लड़ाई मदख रही है. दो सीटो् पर भाजपा भी लड़ाई मे् है. सपा की कुल उम्मीद सुधाकर मसंह मे् मदख रही है. पूवा्मंि्ी अश्मबका रौधरी और नारद राय इस रुनाव मे्हाथी पर सवार है.् इसमलए इस बार बागी बमलया मे् भी बसपा की सम्भवना बढ़ी है. वैसे मवधान पमररद सदस्य यशवंत मसंह जैसे सपा नेताओ्की राय मे्इस बार भी पूव्ी उत्र् प्द् श े मे्स्पा का पलड़ा भारी रहेगा. इन इलाको्मे्8 मार्ाको मतदान होना है. अभी नामांकन भी नही्शुर्हुआ है. इसमलए रुनावी धारा इधर उधर होने की संभावना से इनकार भी नही्मकया जा सकता है. आम सपाइयो्की मनगाहे्मुखय् मंि्ी अमखलेश यादव के आगमन पर लगी है.्

अकाली दल को ममल सकता है. अकालीभाजपा से लोग नाराज है.् मतदाता उन्हे्सत्​्ा से बेदखल करने की बात कर रहे है.् लेमकन पंजाब की राजनीमत पर नजर रखने वालो्क कहना है मक यह गुसस ् ा मतदान के मदन तक खत्म भी हो सकता है. क्यो्मक अकाली दल सीधे सीधे धम्ाकी राजनीमत करता है. ऐसे मे् मसख वोटर अकाली दल की ओर पलट सकता है. अपने उम्मीदवारो् की देरी से घोरणा करने की कांगस ्े को भारी कीमत रुकानी पड़् रही है. लगभग दो महीनो्तक मटकट के मलए पैरवी करते हुए उन्हो्ने मदल्ली मे्अपने शीर्ा नेततृ व् के साथ कैम्पंग की. इससे पाट्​्ी ने उस फायदे को भी गंवा मदया, जो उसने अममरंदर मसंह की आक्​्ामक कैप् मे नंग से थोड़्ा बहुत कमाया था.


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अरनीश कुमार

कानपुर. वक्त बदलता है तो सबकुछ बदल जाता है. यह पुरानी कहावत है. इस समय भारतीय जनता पाट्​्ी (भाजपा) का रुनावी घोरणापि्​्कुछ यही जता रहा है. एक वक्त था जब भाजपा मे्पूवा्प्ध ् ानमंि्ी अटल मबहारी वाजपेयी का नाम सव्​्ोच्​्सम्मान से मलया जाता था. लेमकन अब लगता है मक खुद भाजपा उन्हे् भुलाने मे् जुटी है. सन 2012 मे्जहां रुनावी घोरणा पि्​्की शोभा अटल मबहारी वाजपेयी की तस्वीर बढ़्ा रही थी वही्सन 2017 के रुनावी घोरणा पि्​्मे् अटल मबहारी वाजपेयी को रत्​्ी भी तवज्​्ो नही्दी गयी है. एक समय अटल, आडवाणी, मुरली मनोहर को भारतीय जनता पाट्​्ी की धरोहर कहा जाता था. वाजपेयी का कानपुर से बहुत बड़्ा लगाव था. यही वजह है मक कानपुर की जनता घोरणा पि्​्को देखने के बाद पूछ रही है कहां है अटल जी? इसका जवाब केवल भाजपा के वमरष्​्ï नेताओ्के पास है लेमकन वे खुलकर कुछ नही्बोल रहे है.् संकते साफ

घोषणपत्​् से नदारद अटल

है्मक पाट्​्ी मे्अटल युग का समापन हो रुका है. गौरतलब है मक लोक कल्याण संकल्प पि्​् 2017 के नाम से जारी भाजपा के घोरणापि्​् मे्मोदी और शाह के अलावा राजनाथ मसंह, कलराज ममश्​्ा, उमा भारती और केशव प्​्साद मौय्ा को भी जगह ममली है. इसका मुख्य कारण जामतगत समीकरणो्को साधने की भी कोमशश है. इसमे्राजनाथ मसंह ठाकुर

सीमा पर और भीतर बढ्ी चौकसी

संजीर श्​्ीरास्र्

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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

बहराइच. उत्र् प्द् श े मवधानसभा रुनाव को देखते हुए सीमावत्​्ी इलाको्रौकसी बढ़्ा दी गयी है. ये इलाके मादक पदाथ्​्ो् की तस्करी के साथ-साथ अवैध घुसपैठ, आतंकी गमतमवमधयो् और हमथयारो् की तस्करी की दृम्षï से भी अत्यतं संवदे नशील है.् इतना ही नही् मजला मनव्ार ा न अमधकामरयो् ने आरार संमहता और मनव्ार ा न व्यय पर नजर रखने के मलए प्त्य् क े मवधानसभा क्ि्े ् मे् मनगरानी टीमो् का गठन मकया है जो पूरी रुनाव प्म्​्कया के दौरान प्र ् ार खर्ा के अलावा मरश्त् मे्धन या वस्ओ ्ु ्के लेनदेन, अवैध हमथयारो्और गोलाबार्द, ममदरा आमद के मवतरण पर खास रौकसी रखेग् .े उधर, अवैध घुसपैठ आतंकी गमतमवमधयो् और मादक पदाथ्​्ो् व अवैध हमथयारो् की तस्करी की खबर ममलने के बाद भारत-नेपाल सीमा सुरक्​्ा की कमान समाल रहे एसएसबी ने दोनो् देशो् के साथ ममलकर संयकु त् अमभयान रलाने का मनण्या मलया है. इस मसलमसले मेअ ् पर महामनदेशक एसएसबी एसएस देशवाल ने शमनवार शाम सीमा का औरक मनरीक्ण ् मकया. उन्हो्ने र्पईडीहा बीओपी का मनरीक्ण ् कर वहां तैनात जवानो् का हालराल मलया और गोपनीय तैयामरयां​ं का जायजा मलया. उप मजला मनव्ार ा न अमधकारी मवद्​्ा शंकर मसंह ने बताया मक जो मनगरानी टीम बनायी गयी है्वे संवदे नशील बम्​्सयो्मे्रेक पोस्ट स्थामपत कर अपने क्ि्े ्मे्अवैध शराब, मरश्त् की वस्ओ ्ु ् या भारी माि्​्ा मे नकदी हमथयार एंव गोला बार्द के लाने और ले जाने

तथा असामामजक तत्वो् की आवाजाही पर नजर रखेग् ी. टीमो्को मनद्श ्े मदया गया है मक जांर प्म्​्कया की वीमडयोग्​्ाफी कराये.् ये टीमे् हर रोज अपनी गमतमवमधयो्की मरपोट्ाबहराइर मे्मजला मनव्ार ा न अमधकारी को देग् ी. जांर के दौरान यमद प्त्य् ाशी उसके एजेट् या पाट्​्ी काय्क ा त्ाओ ा ्को ले जाने वाले वाहन मे् 50,000 र्पये से अमधक की नकदी या 10,000 र्पये से अमधक मूलय् का उपहार आमद पाया जाता है या इसे उपहार मे् देने की आशंका उत्पन्न होती है तो इसकी मवमधवत जांर की जायेगी और जर्रत पडऩे पर उसे जब्त कर मलया जायेगा. दूसरी ओर सीमावत्​्ी इलाको से लगातार राष्​्मवरोधी ताकतो्के सम्​्कय होने की खबर ममल रही है. इससे मनपटने के मलए एसएसबी के उच्​्ामधकामरयो् ने साझातंि् बनाने का फैसला मलया है.इसी के तहेत एडीजी ने नेपाल के बांके मजले के एसपी के साथ बैठक कर सीमावत्​्ी समस्याओ् की जानकारी ली. इस मौके पर एसएसबी के डीआईजी भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्हो्ने नेपाल के सुरक्​्ा कम्मया ो्व कस्टम अमधकामरयो्से मुलाकात की. एडीजी ने एसएसबी के जवानो्के मेस व बैरक का भी मनरीक्ण ् मकया. जवानो्के साथ बैठककर उनका हालराल मलया. शस्​्ागार व दस्​्ावेजो् का अवलोकन मकया. अपरमहामनदेशक एसएसबी ने गौरीफंटा, दुधवा व मनशारगाड़्ा बीओपी का भी मनरीक्ण ् मकया. तथा सीमा सुरक्​्ा का जायजा मलया. उनके साथ लखीमपुर सेकट् र के डीआईजी यूपी बलोडी, 42वी् वामहनी के कमांडटे् गजराज मसंह, सहायक सेनानायक अशोक कुमार ओला आमद अमधकारी मौजूद रहे.

समुदाय का नेतृत्व कर रहे है् वही् कलराज ममश्​्ा ब्​्ाह्मण रेहरा है्. उमा भारती लोध समाज से है् मलहाजा उन्हे् भी जगह ममली है.केशव प्​्साद मौय्ा भी मपछड़्े वग्ा का ही नेतृत्व करते है्. अगर 2012 के घोरणापि्​् को देखे् तो उसमे् केवल अटल मबहारी वाजपेयी की ही तस्वीर थी. लेमकन पांर साल बाद अब पाट्​्ी

मे् सब कुछ बदल गया है. या ये कहा जाये मक अब अटल युग का पूरी तरह समाप्त हो रुका है. जब-जब अटल मबहारी वाजपेयी की रर्ा​ा होती थी तो कानपुर का मजक्​् अवक्य आता था. क्यो्मक उन्हो्ने कानपुर मे् रहकर मशक्​्ा पूरी की थी. उन्हो्ने राजनीमत के गुर भी वही्सीखे थे. कानपुर के शंभुनाथ शुक्ल ने बताया मक उनकी उम्​् 66 वर्ा है और वह मपछले कई रुनावो् मे् मतदान कर रुके है्. वह हमेशा वाजपेयी के कारण भाजपा को मतदान करते रहे लेमकन इस बार घोरणापि्​् मे् उनका मजक्​् तक नही् देखकर वह खासे दुखी है्. वह कहते है् मक जब अन्य पाम्टायां अपने पुराने नेताओ् को आज भी अपनी प्​्रार सामग्​्ी मे् स्थान दे रही है् तो क्या भारतीय जनता पाट्​्ी वाजपेयी को अपने घोरणापि्​्मे् जगह नही्दे सकती थी. कानपुर के रामकुमार और राजेश प्​्जापमत ने कहा मक एक वक्त नारा थाबीजेपी मक तीन धरोहर अटल,आडवाणी, मुरली मनोहर. राहे राम मंमदर का मुद्ा रहा

मुद्ा बने इंसेफलाइटटस

ब्लास्ट करने वाले की मदद कर रहे है् केजरीवाल

चंडीगढ़़. पंजाब मे् रुनाव प्​्रार के आमखरी मदन राहुल गांधी ने संगर्र मे्रैली की. इसमे् उन्हो्ने मदल्ली के सीएम अरमवंद केजरीवाल पर आरोप लगाया. राहुल ने कहा, ‘कुछ मदन पहले पंजाब मे् बम ब्लास्ट हुआ मजसमे् 6 लोग मारे गये थे. केजरीवाल जो मदल्ली के सीएम है,् वो उन शश्कतयो्की मदद कर रहे है.् उन्हे्खड़्ा होने दे रहे है.्’ यह बता दे्मक राहुल 31 जनवरी को बमठंडा के मौड़् मे्हुए एक ब्लास्ट का मजक्​्कर रहे थे. राहुल ने कहा, ‘वो शश्कतयां, मजन्हो्ने पहले पंजाब को बब्ादा मकया, मजनके कारण महंसा हुई थी, वही शश्कतयां मफर खड़्ेहोने की कोमशश कर रही है.्’ कांगस ्े कैम्डडेट और डेरा सच्​्ा सौदा प्म् ख ु गुरमीत राम रहीम मसंह इन्सां के समधी हरमंदर जस्सी को मनशाना बनाकर यह हमला मकया गया था.

रनीश कुमार

हो या मफर अन्य कोई हर मुद्े पर यह तीनो् मजबूती के साथ खड़्ेनजर आये है्. पाट्​्ी ने इन सभी को हामशये पर क्यो्डाल मदया यह बात अब तक मकसी की समझ मे् नही् आ सकी है. प्ज ् ापमत कहते है्मक अतीत के पन्नो् मे् झांके के तो आज भी अटल मबहारी वाजपेयी भारण याद आते है् जो उन्हो्ने भारतीय जनता पाट्​्ी के आयोजनो् मे् मदये. उनका मानना है मक भले ही अटल मबहारी वाजपेयी को कही् और स्थान नही् ममला हो लेमकन कम से कम घोरणापि्​्मे्उनकी एक तस्वीर तो बनती थी. जब पाट्​्ी के कानपुर नगर और देहात के प्​्त्यामशयो्से इस बारे मे्बात की गयी तो वे जवाब देने से कतराते नजर आये. उनका जवाब न देना समझ मे्आता है क्यो्मक यह एक ऐसा प्​्क्न है मजसका जवाब खुद उनके पास नही् है. अटल की तस्वीर और मजक्​् हटाने का पाट्​्ी को फायदा होगा या नुकसान यह तो आने वाला वक्त बतायेगा लेमकन जनता के बीर इसे लेकर तमाम प्​्क्न उठ खड़्ेहुए है्.

आरएन खसंह

गोरखपुर. हर बार रुनाव आते ही तमाम राजनीमतक दल अपने अपने घोरणापि्​् लेकर सामने आते है्. जनता को लुभाकर वोट हामसल करना, सत्​्ा पर कामबज होना ही उनका लक्​्य है. इस रुनाव मे्भी यही देखने को ममल रहा है लेमकन एक बात खटक रही है. मकसी भी दल ने हर साल हजारो् बच्​्ो् की जान लेने वाली बीमारी जापानी इंसेफलाइमटस का मजक्​् अपने घोरणापि्​्मे्नही्मकया है. तमाम कोमशशो् के बाद सन 2012 तथा 2014 मे् इसका नेशनल प्​्ोग्​्ाम बना लेमकन आज तक जारी नही्हो सका. मासूमो्की मौत का मसलमसला जारी है. यह तब है जबमक सब जानते है्मक इस बीमारी से बरा जा सकता है बशत्​्े की

जनवरी से कोमशश शुर् कर दी जाये. लेमकन सरकार, राजनेता, मसस्टम सब की सम्​्कयता जुलाई-अगस्​्मे्शुर्होती है. इस बीमारी का सटीक इलाज नही् है. इसके मशकार बच्​्ो्मे्से 30-35 फीसदी काल के गाल मे्समा जाते है्. लेमकन के्द्सरकार व प्​्देश सरकार इसे लेकर कभी एकजुट नही् मदखती्. पूव्ा​ा्रल मे् आम लोगो् और इंसेफलाइमटस उन्मूलन अमभयान ने 2017 के मवधानसभा रुनाव मे् इस बीमारी पर मनयंि्ण या उन्मूलन को मुदृा बनाने का तय मकया है. इससे संबंमधत जानकारी सभी दलो् को भेजी जा रही है. सभी दलो् और प्त्य् ामशयो्से इस संबध ं मे्प्क् न् मकये जायेग् .े तामक इस समस्या के ठोस मनराकरण की मदशा मे्पेशकदमी हो सके.

प्​्शांत टकशोर से नाखुश है् कांग्ेसी

लखनऊ. मसयासी समर मे् राजनैमतक दलो्की मबसात मबछ रुकी है और प्​्देश भर के राजनैमतक काय्ाकत्ा​ा जोश मे् है्. लेमकन '27 साल यूपी बेहाल' के नारे के साथ उतरी कांग्ेसी के काय्ाकत्ा​ाओ्का उत्साह लगातार ठंडा पड़्ता जा रहा है. इसके पीछे कांग्ेस के प्ब् धं क प्श ् ांत मकशोर को मजम्मदे ार माना जा रहा है. असंतुष् काय्ाकत्ा​ाओ् का कहना है मक, प्द् श े भर मे्प्द् श े अध्यक्​्राजबब्बर की सभाओ् और रैमलयो् से कांग्ेसी काय्ाकत्ा​ा उत्साह से भरे हुए थे. तभी राहुल गांधी की खाट सभाओ्ने कांग्ेमसयो्को मफर से जोडऩे का काम मकया. इन खाट सभाओ् का योजनाकार प्​्शांत मकशोर और उनकी टीम को माना जाता है. इसी दौर मे्टीम प्​्शांत ने कांग्ेसी आवेदको्से इन सभाओ्मे्आम्थाक और मानव संसाधन से मदद का आह्​्ान मकया. टीम के द्​्ारा हर मवधानसभा मे्

आवेदको् को फोन करके इस प्​्कार के योगदान के मलए कहा गया. आवेदको् और उनके समथ्ाको् ने यथासंभव सहयोग कर खाट सभाओ् को सफल बनाने का प्​्यास मकया मजसका श्​्ेय पूरी तरह प्​्शांत मकशोर को मदया गया. कांग्ेमसयो्को राहुल गांधी के साथ खड़्ेहोने के मलए, मंर साझा करने के मलए भी टीम प्​्शांत के छोटे से कम्ारारी की भी मररौरी करनी पड़्ती थी. वमरष्​्कांग्ेमसयो्से लेकर सामान्य काय्ाकत्ा​ा इससे नाराज मदखे. यहां से उपजे असंतोर की मरंगारी को हवा प्​्शांत मकशोर के सपा से होने वाले गठबंधन के प्​्यासो्से ममली. कहा जा रहा है, मक अमधकतम जमीनी काय्ाकत्ा​ा और आवेदक इस गठबंधन के मखलाफ थे लेमकन वमरष्​् कांग्ेसी नेताओ् और मनवत्ामान मवधायको् ने गठबंधन की स्वीकृमत पर सहममत दी. इससे पाट्​्ी के

वास्​्मवक जमीनी काय्ाकत्ा​ा बहुत मायूस हुए. इसका मजम्मेदार भी प्​्शांत मकशोर को माना गया. और यह असंतोर अपने ररम पर तब पहुंर गया जब गठबंधन की घोरणा हो गयी. इस गठबंधन के फॉम्ाूले मे्कांग्ेस को कुल 105 सीटे् ममली मजसमे् से छह सीटो् पर कांग्ेस के रुनाव मरन्ह पर सपा का उम्मीदवार रुनाव लड़्ेगा. इस प्​्कार शेर 403 मवधानसभा के शेर आवेदको् मे् असंतोर बढ़्ता रला गया. यही दौर था जब कई कांग्ेसी संगठन छोड़्कर दूसरे दलो् से मटमकट पाने मे् सफल रहे. कम्ाठ और समम्पात कांग्ेसी काय्ाकत्ा​ा इन सबका मजम्मेदार प्​्शांत मकशोर को मानते है्. प्​्देश नेतृत्व भी प्​्शांत मकशोर की भूममका से संतुष् मदखाई नही् देता. ऐसे मे् कांग्ेस संगठन को जो क्​्मत पहुंर रही है, उसकी मजम्मदे ारी तलाशने के मलए भी कोई बमल का बकरा खोजा जाना तय है.



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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

दो सौ सीटों पर लडंेगा पररवरंतन मोरंात

शुक्रार ब्यूरो

लखनऊ. सोशमलस्ट पाट्​्ी (इंमडया) के संरक्​्क और पूव्ा न्यायाधीश रामजंदर सच्​्र ने कहा है मक पमरवत्ान मोर्ा​ा उत्​्र प्​्देश मवधानसभा रुनाव मे् 200 सीटो् पर जोर आजमायेगा. उन्हो्ने कहा मक मोर्ा​ा सांप्दामयक ताकतो् के मखलाफ प्​्देश की जनता को नया मवकल्प देगा. पमरवत्ान मोर्ा​ा की घोरणा करते हुए उन्हो्ने कहा मक उन्हो्ने अल्पसंख्यक वग्ाके मवकास के मलए जो भी मसफामरशे्की थी्उन्हे् आज तक मकसी राजनीमतक दल ने लागू नही् मकया. उत्र् प्द् श े मे्समाजवादी पाट्​्ी ने वादे के बावजूद इसे लागू नही्मकया. इस बात तो यह मुद्ा पाट्​्ी के घोरणापि्​्तक से गायब है. सच्र् ने कहा मक सोशमलस्ट पाट्​्ी (इंमडया) वंमरत वग्ा के मवकास के एजे्डे के साथ रुनाव मैदान मे्है और पमरवत्ना मोर्ा​ा समान मशक्​्ा प्​्णाली, गरीबो् के मलए आवास, मजदूरो्, मकसानो्, नौजवानो्, ममहलाओ्, अल्पसंख्यक, दमलत-आमदवासी आमद वग्ा के मलए मशक्​्ा, रोजगार आमद को मुद्ा बनायेगा. इस मोर्​्ेमे्सोशमलस्ट पाट्​्ी इंमडया के अलावा नेलोपा, भारतीय कृरक दल, जनमहत मवकास पाट्​्ी, जनवादी समता पाट्​्ी आमद शाममल है्. सांप्दामयकता के मसले पर सच्​्र ने कहा मक मुजफ्फरनगर मामले मे् उन्हो्ने

राजनीमतक मवकल्प को मवमभन्न वग्​्ो् के सामामजक संगठनो् और आंदोलनो् का समथ्ान हामसल है. मरहाई मंर के अध्यक्​्मुहम्मद शुएब ने पमरवत्ान मोर्ा​ा का समथ्ान करते हुए कहा मक देश मे् पैदा हो रहे संवैधामनक संकट से मनपटने के मलए तमाम आंदोलनो् को ऐसी पमरवत्ानकामी ताकतो् के साथ खड़्ा होना पड़्ेगा. भारतीय कृरक दल के राष्​्ीय अध्यक्​् सरोज दीम्​्कत ने कहा मक मकसानो् को इन दलो् मभखारी बना मदया है मजससे रुनाव मे् कुछ वादे करके हर पाट्​्ी वोट ले लेती है और मकसान आत्महत्या करने को मजबूर हो जाता है. पमरवत्ान मोर्ा​ा मकसानो् को राजनीमतक कुलदीप नैयर तथा अन्य लोगो् के साथ बनाने पर तुली है. इसी तरह लोमहया ने नारा भागीदारी देगा और स्वामीनाथन आयोग की मुलायम मसंह यादव को पि्​्मलखकर हालात मदया था मक समाजवाद मे् रानी और मसफामरशो् को लागू करेगा. हर गांव मे् ू मे्पढ़्गे् े लेमकन सामुदामयक कृमर मवकास के्द् खुलवाये पर मरंता जतायी और ममलने का वक्त मांगा मेहतरानी के बच्​्ेएक स्कल तो उनको ममलने का समय तक नही् मदया सपा सरकार के मवधायक और मंि्ी मशक्​्ा जाये्गे जहां कम लागत मूल्य आधामरत खेती गया. उन्हो्ने कहा मक उन्हे्लोमहयावामदयो्से मामफया बन रुके है्. अच्छे मदनो् का वादा के मलए प्​्मशक्​्ण एवं बाजार की जर्रतो्के सांप्दामयकता पर ऐसे र्ख की उम्मीद नही् करके सत्​्ा मे् आयी भाजपा ने नोटबंदी महसाब से फसल रुनने मे्कृमर मवशेरज्​्ो्की करके मकतने ही गरीबो्को रोड पर ही लाईन मदद उपलब्ध करा कर खेती मकसानी को थी. मैगससे पुरस्कार से सम्मामनत लगवाकर मार डाला. वही् बसपा का कोई लाभकारी बनाने की मदशा मे् काम करे्गे. सोशमलस्ट पाटीज्​् (इंमडया) के राष्​्ीय भरोसा नही्मक वो कब भाजपा के साथ हाथ जनवादी समता पाट्​्ी के प्​्मतमनमध मवनोद उपाध्यक्​् संदीप पांडेय ने कहा मक लोमहया ममला ले. ऐसे मे् पमरवत्ान मोर्ा​ा इन तीनो् यादव ने कहा मक मोर्ा​ा रुनाव मे् सपा, शराब के मवरोधी थे लेमकन खुद को लोमहया दलो्की नीमतयो्के मखलाफ ईमानदार और बसपा और भाजपा की एक जैसी गरीब का वामरस बताने वाली सपा सरकार शराब सेक्युलर उम्मीदवारो् के जमरये जनता को मवरोधी नीमतयो् से उपजे जनमवक्​्ोभ की का दाम कम करके यूपी को दूसरा पंजाब वास्​्मवक समाजवादी मवकल्प देगा. इस ताकत पर रुनाव लड़्रहा है.

जल लोक संवाद यात्​्ा शुर् लखनऊ. उत्​्र प्​्देश मे् मवधानसभा रुनाव रल रहे है अमधकांश राजनैमतक दलो् द्​्ारा घोरणा-पि्​् जारी कर मदये गये है. दुभ्ा​ाग्य से मकसी भी राजनैमतक दल ने जल संकट के समाधान, पानी के प्​्दूरण नमदयो् की मनम्ालता, अमवरलता नमदयो् मे् प्​्वाह बढाने के मलए मकसी ठोस काय्ायोजना को उसमे्शाममल नही्मकया है. जल जन जोडो अमभयान ने पूरे प्​्देश मे् रुनाव से पहले लोक संवाद याि्​्ाये्शुर्की थी. याि्​्ाओ्से मनकलकर आये सुझावो्के आधार पर लोक घोरणा-पि्​् तमाम स्वैश्चछक संगठनो् ने ममलकर मजसमे्पानी/साथी, एकता पमररद, जल जन जोडो अमभयान, जल मबरादरी ने तैयार मकया था. जन घोरणा-पि्​् मे् पेयजल सुरक्​्ा कानून का मनम्ा​ाण (पानी का सामुदायीकरण) नदी नीमत का मनम्ा​ाण, मकसान नीमत का मनम्ा​ाण, नमदयो् के मकनारे की जमीन पर वृक्ारोपण नीमत, जल संररनाओ् का सीमांकन मरन्हाकन, भूममहीन पमरवारो् को पटटे, नदी मवश्म्वद्​्ालय की स्थापना, महण्डन, काली, आमी, रन्द्ावल, लखेरी, धसान, वैसो, आमद नमदयो् का पुन्ाजीवन प्​्मुख मांग है. पानी, मकसानी और जवानी के मुददे को लेकर जल पुर्र ने पूरे प्​्देश की याि्​्ा शुर् की है मजसके तहत 5,6,7 फरवरी 2017 को पम्​्िमी उत्​्र प्​्देश मे्सहारनपुर, मुजफ्फर नगर, शामली, बागपत, मेरठ, आगरा मे्जन सभा करे्गे, महंडन पंरायत का आयोजन करे्गे, 8,9 फरवरी को लखनऊ, उन्नाव,

फैजाबाद, बाराबंकी मे्बुम्दजीमवयो्के साथ संवाद स्थामपत करेग् ,े 16,17,18 फरवरी को कानपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, लमलतपुर मे् मकसान रौपालो् को आयोजन करेगे, 22,23,24 फरवरी को बनारस, गाजीपुर, सोनभद्​्, मे् मकसान और मजदूरो् के साथ जन संवाद करेगे, 1,2 मार्ा को गोरखपुर, मसद्​्ाथ्ा नगर, देवमरया मे् युवा संवाद करेगे. इस बात की जानकारी जल जन जोडो अमभयान के राष्​्ीय संयोजक संजय मसंह ने दी, उन्हो्ने बताया मक लोक संवाद अमभयान से पूरे प्द् श े के सौ से अमधक संगठन जुडे है्. उन्हो्ने गत 24 जनवरी को लखनऊ मे् गांधी भवन मे् उपश्सथत होकर इस अमभयान को सफल बनाने मे् अपनी सहममत प्​्दान की थी. लोक संवाद याि्​्ा को पूरे प्​्देश मे् व्यापक जन संमथ्ान प्​्ाप्त हो रहा है जो दल पानी के इन मुददो की अनदेखी करे्गे उनको इस रुनाव मे् जनता के गुस्से का सामना करना पडेगा. कई इलाको मे्उम्मीदवारो्द्​्ारा इन मुददो्के प्म्त उदासीनता मदखाने पर जनता नोटा का प्य् ोग करेगी.

मीडिया को धमकाती भाजपा

पेज 1 का बाकी कहते थे मक मवधान सभा मे्आप मकसी को नही् पहरानते है. मै् तो आपको तब से जानता हूं जब आप पाट्​्ी के प्​्वक्ता हुआ करते थे. इस पर मंि्ी ने बोलते हुए कहा मक मै् तुम्हे् संपादक से मनकालवा सकता हूं. तुम्हे् देख लूंगा संवाददाता ने कहा मक आपकी मज्​्ी है. वहां से मनकलते ही उने अपने ब्यूरो रीफ को फोन करते हुए उन्हे् बता मदया मक मंि्ी जी हमारे प्​्मतस्पध्​्ी अखबार मे्छप रूकी. खबर छापने के मलए दबाव डाल रहे् मक संस्था फोन पर धमकाने लगे. ब्यूरो रीफ ने यह बात संपादक को बता दी. रंद ममनट बाद मंि्ी ने संपादक को फोन कर उन्हे्धमकाते हुए कहा मक आपने मकस बदतमीज को भेज मदया था. उसे तो बात तक करनी नही् आती मक पि्​्कामरता क्या खाक करेगा. इस पर संपादक ने उसे कहा िक अब आप हमे् पि्​्कामरता करना मसखाये्गे. मै् दो मदन मे् मोदी से ममल रहा हूं. उनसे आपके बारे मे् बात करं्गा. बस इतना सुनना था मक मंि्ी की सभी हेकड़्ी ढीली हो गये. वह मगड़्मगड़्ाते हुए हमसे कहने लगे मक आप तो बुरा मान गये. भाई हम दोनो् ही मबहार से है मफर भी ममलना नही् हो पाता है. मोदीजी ने यहां जाने से पहले मेरे साथ जर्र राय पीने आइयेगा.

भागलपुर मे् भू-माडिया का तांिव

खगरधारी लाल जोशी

भागलपुर. मबहार मे् इन मदनो् आम्थक ा अपरामधयो् और भूमामफया ने तेजी से पांव पसार रखे है.् शराब तस्करी करने वालो्पर भी सरकार राहकर भी अंकश ु नही्लगा पा रही. भागलपुर इसका प्त्य् क्​्उदाहरण बना हुआ है. इस इलाके मे्आम्थक ा अपराध ररम पर है. मसल्क मामफया अब भूमामफया मे्तब्दील हो गया है. धाम्मक ा न्यास की जमीन पर भी इनकी नजर लग रुकी है. भूमामफया ने नोटबंदी के दौर मे्खूब कमाई की. इनकी पैठ आयकर महकमे तक है. गत 26 जनवरी को तो हद ही हो गयी. भूमामफया ने मनरले अफसरो्से ममलकर ऐसी सामजश ररी मक बवाल मर गया. स्थानीय अंबे पोखर के पास बने पुराने मंमदर की हनुमान मंमदर को ही सीओ और एसडीओ उठा ले जाने लगे. तामक मंमदर हट जाये और भूमामफया पोखर को मूदं वा कर 11 एकड़् जमीन पर प्लॉमटंग कर सके. इतना बवाल हुआ मक पुमलस को हवाई फायमरंग करनी पड़्ी. मजलामधकारी आदश्ामततमारे और एसएसपी मनोज कुमार की समझदारी से हालात पर काबू पाया जा सका. मूमत् ा वापस रखी गयी. इसी तरह मुखय् मंि्ी नीतीश कुमार ने बीती 16 जनवरी को राजगीर मे् हुई कैमबनेट की बैठक मे् भागलपुर के तपोवध्ना प्​्ाकृमतक मरमकत्सा केद् ् को 50 करोड़्र्पये की सरकारी सहायता का फैसला कर यहां के भू मामफया को तगड़्ा झटका मदया है. इतना ही नही् 18 से 20 जनवरी के मलए अपनी रेतना याि्​्ा के मसलमसले मे्मुगं रे , बांका और भागलपुर आये

नीतीश कुमार ने तपोवध्ना मरमकत्सा केद् ्मे्ही रात गुजारी. यही् नाक्ता मकया और रात का भोजन मकया. दरअसल मुखय् मंि्ी नीतीश कुमार की कैमबनेट ने 50 करोड़्र्पये की मदद केद् ्के मवस्​्ार के मलए दी है. यहां शोध का काम होगा. हर साल 50 छाि्​्प्​्ाकृमतक मरमकत्सा की पढ़्ाई कर इसे दूर दूर तक लोगो् को फायदा पहुर ं ायेग् .े सरकार का यही सोर है. 18 जनवरी 2017 के र्पयो् की मंजरू ी वाले सरकारी पि्​्मे्इतनी बड़्ी रकम मंजरू करने का मुखय् मकसद यही दश्ाता ा है. पि्​्की मूल कापी केद् ्के डा. जेता मसंह ने इस संवाददाता को मदखायी. भू मामफया अपने राजनैमतक आकाओ्की पनाह मे् स्कल ू , कालेज, मवश्म्वद्​्ालय, धम्श ा ाला जैसे धाम्मक ा और सामामजक ट्स् ट् की बेशकीमती जमीन को हड़्पने की कुरष े ्ा मे् लगे है. दो मसनेमा हाल शारदा और महादेव टाकीज जमी्दोज मकये जा रुके है.् भू मामफया ने इसे अपने कब्जे मे्ले मलया. धाम्मक ा न्यास बोड्ाके दखल से यहां की पोद्​्ार धम्श ा ाला पूरी तो नही् कुछ हद तक बर सकी. लेमकन देवीबाबू धम्श ा ाला का मैदान इनके ट्श्स् टयो्ने भू मामफया को सौ्प खेल खराब कर मलया. सद्​्ी के समय यहां तंबू लगाकर सामामजक संसथ् ाये् गरीबो् का मुफत् मे् मोमतयामबंद का आपरेशन करवाती थी्. अन्य मदनो्मोहल्ले के बच्​्ेखेलते थे. प्द् रू ण के मलहाज से भी यह ठीक था. पर माक्ट्े कांपलेकस ् ने सब बरबाद कर मदया. इतना ही नही् भू मामफया ने अमधकामरयो् से ममलकर मतलकामांझी

भागलपुर मवश्म्वद्​्ालय की करीबन 20 एकड़् जमीन अपने नाम करवा ली.बाकायदा रसीद कटवा ली. यह जमीन मवश्म्वद्​्ालय को दान मे्ममली थी और सालो्से रसीद मवश्म्वद्​्ालय के नाम कटती रली आ रही है. मामला अब भी डीएम, और डीसीएलआर के दफ्तर के बीर उलझा है. इसी तरह प्​्ाकृमतक मरमकत्सा केद् ् की तकरीबन साढ़्े पांर एकड़् जमीन पर भूमामफया की नजर मटकी थी. और जमीन कब्जा करने की जुगत मे् थे. भागलपुर मे् भूमामफया का बड़्ा मसंमडकेट है. बताते है्मक इसकी अगुवाई मुखय् मंि्ी नीतीश कुमार के नजदीकी दोस्​् का एक भाई करता है. इस हकीकत का पता लगते ही नीतीश कुमार ने भू मामफया सरगना को जमकर फटकार लगायी. खुद भी अपनी बदनामी से सजग हुए और केद् को सरकारी सहायता का ऐलान कर सबके मंसबू े पर पानी फेर मदया. 20 तारीख को पटना जाते जाते केद् ्के मनदेशक डा. जेता मसंह को कह गये मक अपनी तैयारी मे्लग जाइये. यह तो बानगी है. ऐसे कई खेल अंदर ही अंदर मामफया खेल रहे है. शहर के कई भूखडं ऐसे मामफया के मशकंजे मे्है. बीते 10 साल मे् आम्थक ा अपराध से जुड़्े मामफया की हैमसयत रंक से राजा वाली हुई है. इनके खजाने मे्बेतहाशा बढ़्ोतरी इन्हे्कुछ भी कर गुजरने को उफान देती है. आयकर, पुमलस या दूसरे महकमा इन पर लगाम लगाने मे्मवफल है. ऐसे लोगो् के नाम कई अपराध पुमलस मरकाड्ा मे् दज्ा है. मगर पुमलस रुप है. ओम बाबा, जयमकशन शम्ा​ा सरीखे हत्या कांड इसी की देन है.


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टसंधू और समीर बने चै्टियन

फ्जल इमाम मल्ललक

मर

यो ओलंमपक की रजत पदक मवजेता पीवी मसंधु का रमकदार फाम्ा जारी है.मसंधू ने सैयद मोदी इंटरनेरनल ग्​्ापं ी गोल्ड बैडममंटन रै्मपयनमशप जीत कर एक और मखताबी कामयाबी हामसल की. मसंधू ने पहली बार सैयद मोदी अंतरराष्​्ीय ग्​्ां प्​्ी का मखताब जीता. हाल ही मे् संपन्न बैडममंटन लीग मे्भी मसंधू ने शानदार प्​्दश्ान मकया था और उनके प्​्दश्ान की वजह से उनकी टीम रेन्नई स्मैशस्ाने लीग पर कब्जा जमाया था. मसंधू ने लीग मे् रोटी के मखलाम्ड़यो् को हराया था मजनमे् भारत की टाप शटलर सायना नेहवाल भी थी्. मसंधू ने बैडममंटन लीग के सेमीफइनल मे् सायना पर शानदार जीत दज्ाकी थी. दोनो्शटलरो्के बीर लंबे समय के बाद मुकाबला हुआ था और मसंधू ने मैर को एकतरफा बना कर सायना पर अपने श्​्ेष्ता सामबत की थी. लखनऊ मे् खेले गए सैयद मोदी टून्ा​ामे्ट मे् मसंधू ने अपनी रंगत मबखेरी और मसंगल्स मखताब के साथ मे् प्​्मतद्​्ंद्ी की आसान रुनौती ध्वस्​् करते हुए ममहला मसंगल्स के मखताब जीता और नौ हजार डालर की इनामी रकम भी. पुर्रो् का मसंगल्स मखताब समीर वम्ा​ा ने जीता. समीर ने सैयद मोदी टून्ा​ामे्ट मे् फाम्ा मे्मदखे और उन्हो्ने कोट्ापर अपना दबदबा सामबत कर मखताब और नौ हजार डालर की रमक जीती. इन दोनो् मखलामड़यो् का यह पहला सैयद मोदी रै्मपयनमशप का मखताब है. मसंधू और समीर को टून्ा​ामे्ट का सव्ाश्ेष् ममहला व पुर्र मखलाड़्ी का पुरस्कार भी ममला. बीबीडी यूपी बैडममंटन अकादमी मे् खेले गए फाइनल मे्मसंधू ने कोट्ापर अपना

03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

दबदबा पूरी तरह बनाए रखा था. उन्हो्ने अपनी इंडोनेमशयाई प्​्मतद्​्ंम्द जाम्जाया मारीस्का को कभी भी आसानी लेने नही् मदया. मसंधू पूरी रंगत मे् मदखी्. उन्हो्ने कुछ बेहतरीना स्मेश लगाए , तो उनके ड्​्ाप शाट का मारीस्का के पास जवाब नही् था. उम्दा प्लेमसंग और बेहतरान पूव्ा​ानुमान के साथ उन्हो्ने अंक बटोरे. मारीस्का मसंधू की तेजी और रपलता के आगे मटक नही् पाई् और सीधे गेमो् मे् मारीस्का की रुनौती 21-13, 21-14 से तोड़्ी. मसंधू को मखताब जीतने मे् मसफ्फ30 ममनट लगे. मरयो ओलंमपक के बाद मसंधू ने राइना ओपन सुपर सीरीज जीता था और हांगकांग ओपन सुपर सीरीज मे् उपमवजेता रही्थी्. पुर्र मसंगल्स फाइनल मे्आठवी्सीड समीर वम्ा​ा ने नौवी् सीड बी.साई प्​्णीत को

21-19, 21-16 से मात देकर अपना पहला मकसी तरह का मौका नही्मदया और रैम्पयन सैयद मोदी मखताब जीता, इस मुकाबले मे् बने. ममक्स डबल्स का मखताब दूसरी सीड पहले गेम मे्दोनो्के बीर कड़ी टक्​्र हुई, शुर्आत मे् साई प्​्णीत ने बढ़त बनाए रखी भारत के प्​्णव जेरी रोपड़ा व एन मसकी रेड्ी ने हमवतन लेमकन 19-16 के स्कोर पर लखनऊ में खेले गए सैयद मोदी टूनंनामेंट सातवी् सीड बी.सुममत रेड्ी मपछड़े समीर मे ं ससं ध ू ने अपनी रं ग त सिखे र ी और व अश्षवनी वम्ा​ा ने नेट पर ससं ग लं स सखतनि के सनथ मे ं पं स ं तदं द ं ी ं की पोनप्पा की कुछ अच्छे शाट की आसनन चुनौती धंवसं​ं करते हुए मसहलन जोड़ी को 2220, 21-10 से बदौलत अंक जुटाते हुए ससंगलंस के सखतनि जीतन और नौ हजनर हरा कर मखताब डनलर की इननमी रकम भी. पर कब्जा 21-19 से यह मकया. टाप गेम अपने नाम कर मलया, दूसरे गेम मे् साई प्​्णीत ने सीड जोड़ी डेनमाक्फ की केमममलया राइटर शुर्आत मे् बढ़त बनाई लेमकन 11-6 के जूल व म्​्कस्टीना पेडरसन ने ममहला डबल्स बाद समीर ने वापसी की और प्​्णीत को के मखताबी मुकाबले मे् मेजबान जोड़ी

खेल िायरी

आईटीटीएफ वल्ल्ष टूर ‘इंदलया ओपन’ े

सी-मास्टर 2017 आईटीटीएफ वल्ड्ा टूर टेबल टेमनस रै्मपयनमशप का आयोजन राजधानी मे् 14 फरवरी से होगा. इसका फाइनल 19 फरवरी को खेला जाएगा. देश मे् पहली बार अंतर्ा​ाष्ीय टेबल टेमनस फेडरेशन का कोई टूर इवे्ट आयोमजत मकया जा रहा है. इसमे् दुमनया के रोटी के मखलाड़्ी ऐक्शन मे् नजर आएंगे. टेबल टेमनस को प्​्ोत्साहन देनेवाली कंपनी 11 इवेन स्पोर्स्ा प्​्ाइवेट मलममटेड ने ‘इंमडया ओपन’ की मेजबानी हामसल की है. इस रैम्पयनमशप मे् एक लाख 20 हजार डॉलर की इनामी रकम दांव पर लगी होदी. 2017 आईटीटीएफ वल्ड्ाटूर आयोमजत करनेवाले अन्य देशो्मे्हंगरी (19-22 जनवरी), कतर(23-26 फरवरी), टोक्यो(16-18 जून), कोमरया (20-23 अप्​्ैल), रीन(22-25जून), ऑस्ट्ेला(29 जून- 2 जुलाई), रेक मरपश्बलक(24-27 अगस्​्), ऑस्म्टया(1-3 मसतंबर), बुल्गामरया(7-10 मसतंबर), जम्ना ी(10-12 नवंबर) और स्वीडन(16-19 नवंबर) शाममल है्. इन मुकाबलो् मे् दुमनया के बेहतरीन टेबल टेमनस मखलाड़्ी अपनी प्​्मतष्ा् और टूर स्टै्मडंग अंक हामसल करने के मकसद से मुकाबला करे्गे. 11 इवेन स्पोर्स्ाकी अध्यक्​्वीता दानी के मुतामबक- सी-मास्टर 2017 आईटीटीएफ वल्ड्ाटूर के जमरए भारत को टेबल टेमनस के अंतर्ा​ाष्ीय मानमरि्​्पर स्थामपत करने का ये सुनहरा मौका है. ‘इंमडया ओपन’ मुकाबलो् के जमरए देश मे्टेबल टेमनस के एक नए युग का आगाज होगा.

राजगीर वेिान रन टू ब्​्ीथ बाफ मैराथन

वेदान रन टू ब्​्ीथ हाफ मैराथन सीरीज के तहत मबहार के राजगीर मे्इसका आयोजन 26 फरवरी को मकया जाएगा. इसका आयोजन रोयोन सामामजक संस्था, भारतीय पुरातत्व सव्​्ेक्ण और मबहार ओलंमपक संघ के सहयोग से कर रही है. वेदान इंमडया

और एक्वुआ डालमफन हाफ मैराथन के साझीदार है्. वेदान रन टू ब्​्ीथ सीरीज के तहत हाफ मैराथन महमारल प्​्देश, राजस्थान और उत्​्र प्​्देश मे्हो रुकी है्. राजगीर मे्हाफ मैराथन 26 फरवरी को होगी. रोयोन के अध्यक्​् डा अमीद मुराद ने यह जानकारी देते हुए बताया मक हाफ मैराथन के अलावा दस, पांर और ढाई मकलोमीटर की दौड़् मे् भी धावक महस्सा ले्गे. राजगीर मे् हाफ मैराथन का आयोजन पहली बार मकया जा रहा है. के्द्ीय मानव संसाधन राज्य मंि्ी उपे्द् कुशवाहा हाफ मैराथन के मुख्य संरक्​्क है्. मबहार के मवत्​् मंि्ी अब्दुल बारी मसद्​्ीकी को संरक्​्क बनाया गया है. इनके अलावा राजगीर के मवधायक रमव ज्योमत कुमार और मबहार ओलंमपक संघ के समरव मुक्ताक अहमद ने भी हाफ मैराथन के आयोजन मे्हर संभव मदद का भरोसा मदलाया है. डा मुराद ने बताया मक हाफ मैराथन का मक्सद युवा प्​्मतभाओ् को सामने लाना और ऐमतहामसक धरोहरो्के संरक्​्ण के अलावा पय्ाटन की संभावनाओ् को तलाशना और पय्ा​ावरण संरक्​्ण पर जोर देना है. हाफ मैराथन की आन लाइन और आफ लाइन रमजस्ट्ेशन शुर् हो गया है. आफलाइन रमजस्ट्ेशन नालंदा, पटना, वैशाली व पटना मे्हो रहे है्. मुराद के मुतामबक इसमे् देश भर के धावको् ने उत्साह मदखाया है. इसमे् 18 साल से कम उम्​् के छाि्​् मसफ्फ ढाई मकलोमीटर दौड़् मे् महस्सा ले सकते है्. हाफ मैराथन मे्ममहला और पुर्र धावक महस्सा ले्गे.

अश्षवनी पोनप्पा व एन.मसक्​्ी रेड्ी को 2116, 21-18 से मात दी. हालांमक 38 ममनट तक रले इस मैर मे्पोनप्पा व मसक्​्ी रेड्ी ने दमदार प्​्दश्ान मकया लेमकन वे फाइनल को यादगार नही् बना पाई्. टाप सीड डेनमाक्फ के मथाएस बो व कास्ाटन मोगेनसन की जोड़ी ने अपना जलवा बरकरार रखा और शानदार प्द् र्ना करते हुए करते हुए रीनी ताइपे के आठवी्सीड लू मरंग याओ व यांग पो हान को 41 ममनट तक रले मैर मे्21-14, 21-15 से मात देकर पुर्र डबल्स मखताब जीता. भारतीय बैडममंटन संघ के अध्यक्​् डा.अमखलेश दास गुप्ता, मुख्यमंि्ी के सलाहकार आलोक रंजन, प्म् ख ु समरव (खेल) अमनता भटनागर जैन, खेल मनदेशक डा.आरपी मसंह, ने मखलाम्ड़यो् मे्पुरस्कार बांटे.

भारतीय दनशानेबाजी टीम घोदरत

अनुभवी जीतू राय, गगन नारंग और हीना मसद्​्को पहले आईएसएसएफ मवश्​्कप मनशानेबाजी रै्मपय़नमशप मे् भारतीय टीम मे् शाममल मकया गया है. मुकाबले 24 फरवरी से शुर् हो रहे है्. भरतीय टीम मे् मरयो ओलंमपक मे् महस्सा ले रुके नौ मनशानेबाज भारतीय टीम का महस्सा हो्गे. कीनान रेनाई, मेराज अहमद खान, नारंग, जीतू, हीना, रैन मसंह और गुरप्​्ीत मसंह भी टीम का महस्सा हो्गे. नारंग मसफ्फ राइफल प्​्ोन मे् टीम मे् जगह कायम रख सके है् लेमकन एयर राइफल या राइफल थ्​्ी पोमजशन टीम मे् वे महस्सा नही् ले्गे, संग्ाम दमहया और अंकुर ममत्​्ल के साथ 14 बरस के शपथ भारद्​्ाज डबल ट्​्ैप मुकाबले मे् टीम की नुमाइंदगी करे्गे. पुर्रो् की 10 मीटर एयर राइफल मे् रमव कुमार, दीपक कुमार और सत्ये्द् मसंह टीम का महस्सा हो्गे. टीम मे् संजीव राजपूत, सुशील घाले, ओ्कार मसंह, नीरज कुमार, गुरपाल मसंह, हरप्​्ीत मसंह, मवरेनदीप सोढ़्ी, अंगरवीर मसंह बाजवा, मवमनता भारद्​्ाज, पूजा घाटकर , मेघना सज्​्वर, एमलजाबेथ सुसान कोमश, अंजुम मुद्ल, तेजश्सवनी सावंत, हरवीन सराओ, म्​्पयंका सुश्सवरकर, श्​्ेया गवांडे, मुस्कान, सुरमभ पाठक, मनीरा कीर, राजेश्री कुमारी, सीमा तोमर, आरती मसंह, रश्कम राठौड़, और सामनया शेख भी टीम का महस्सा हो्गी्.


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पय्ा​ावरण

03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

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जार-जार रो रहा मकबरा तालाब

उमेश कुमार राय

भा

रत के राष्​्ीय नायको् मे् शुमार शेरशाह सूरी द्​्ारा 16वी् शताब्दी मे् मबहार के रोहतास मजले के सासाराम मे्एक बड़्ेतालाब के मध्य मकबरा बनाया गया था. उस वक्त से ही इस तालाब को मकबरा तालाब कहा जाने लगा. उन मदनो्तालाब का पानी कंरन हुआ करता था. बताया जाता है मक उस वक्त इस तालाब के पानी से स्थानीय लोग खाना भी बनाते थे, लेमकन आज यह तालाब अपनी दयनीय हालत पर जार-जार रो रहा है, लेमकन उसके आंसू पो्छने वाला कोई नही्है. 305 मीटर क्ि्े फ ् ल वाले तालाब के बीर एक रबूतरे पर बना यह मकबरा भारतीयअफगानी स्थापत्य कला के बेजोड़्नमूनो्मे् एक है. स्थापत्य शैली के कारण ही एंमसएंट मॉनूमटे् एंड आम्कओ फ लॉमजकल साइर्स एंड रीमेस ् एक्ट (1958) के तहत इस मकबरे को राष्​्ीय धरोहर का तमगा ममला हुआ है. इस मकबरे का इमतहास मजतना पुराना है, इस तालाब का इमतहास उससे भी पुराना है, लेमकन रखरखाव के अभाव मे्तालाब अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. तालाब का पानी इतना गंदा हो गया है मक इससे मकबरे की नी्व पर भी असर पड़्ने लगा है. गौरतलब है मक इस तालाब मे् पानी के प्​्वेश और मनकासी के मलये दो नहर है्. इनलेट नहर और आउटलेट नहर. इनलेट नहर से साफ पानी तालाब मे् आता है और आउटलेट नहर द्​्ारा पानी को तालाब से बाहर मनकाला जाता है. इनलेट नहर एक बड़्ेनहर बेदा से जुड़्ा हुआ है, जो सोन नदी मे्ममलता है. इनलेट और आउटलेट दोनो्ही नहरो्की हालत इन मदनो् बेहद खराब है. नहरो् के मकनारो् का अमतक्​्मण कर मलया गया है. सासाराम शहर का सारा कूड़्ा-करकट नहरो् मे् फेक ् ा जा रहा है, मजससे ये नहर जाम है.् और तो और आसपास बने घरो् से मनकलने वाला गंदा पानी भी इन्ही्नहरो्मे्मगर रहा है. इससे एक तो इन नहरो्से पानी की मनकासी मुशक् कल से हो रही है और होती भी है, तो पानी ही तालाब मे् जा रहा है, मजससे तालाब के

अम्​्सत्व पर खतरा मंडराने लगा है. यह भी बता दे् मक इस मकबरे मे् ही शेरशाह सूरी की कब्​्है. शेरशाह सूरी अपनी शासन व्यवस्था के मलये मशहूर है. शेरशाह का जन्म सासाराम मे्ही हुआ था. उन्होने सन 1540 से 1545 तक ही शासन मकया, लेमकन इन पांर वर्​्ो्मे्ही उन्हो्ने कई बेहतरीन काम मकये. माना जाता है मक भारत मे्मुद्ा रलन को उन्हो्ने ही लोकम्​्पय बनाया. हालांमक सूरी से पहले भी र्पए का रलन था, लेमकन उस वक्त मकसी भी तरह के मसके्को र्पया कहा जाता था. शेरशाह सूरी ने रांदी के मसके्का वजन मनध्ामा रत कर मदया. उस समय से एक मनध्ामा रत वजन वाले मसके्को ही र्पये का दज्ा​ा ममला. और तो और भारत मे् डाक व्यवस्था को व्यवश्सथत करने का श्य्े भी सूरी को ही जाता है. सूरी ने पामकस्​्ान मे्रोहतास मकला बनवाया था, मजसे यूनेस्को ने मवश्​् धरोहर मे्शाममल मकया है. अकबर के दरबार मे् रहे इमतहासकार अब्बास खान सरवनी ने तारीख-ए-शेरशाही मे्शेरशाह के प्श ् ासन के बारे मे्मवस्​्ार से मलखा है. माना जाता है मक मुगल शासक अकबर ने शेरशाह सूरी की शासन व्यवस्था का खूब अनुसरण मकया. बहरहाल, पय्ावा रण मवशेरज्​्ो्का कहना

है मक तालाब का पानी प्​्दूमरत हो जाने से मकबरे की नी्व कटने लगी है. पय्ावा रणमवद मोमहत रॉय कहते है,् ‘तालाब का पानी अगर गंदा हो, तो मनम्​्ित तौर पर इससे मकबरे की नी्व पर असर पड़्गे ा. पानी मे्अगर कूड़्ा जमा हो जाये तो वह सड़्जाएगा मजससे एमसड व

मकिरे कन इसतहनस सजतनन पुरननन है, इस तनलनि कन इसतहनस उससे भी पुरननन है, लेसकन रखरखनव के अभनव में तनलनि अपने सिसे िुरे दौर से गुजर रहन है. तनलनि कन पननी इतनन गंदन हो गयन है सक इससे मकिरे की नींव पर भी असर पडंने लगन है. अन्य जहरीले तत्व मनकलेग् .े ये तत्व न केवल मकबरे की नी्व को कमजोर करे्गे, बश्लक इससे तलाब मे्रहने वाले जलीय जीवो्पर भी बुरा असर पड़्गे ा.’

आम्कओ फ लॉमजकल सव्​्ेऑफ इंमडया के अमधकामरयो्का कहना है मक तालाब का पानी गंदा हो जाने से मकबरे पर उसका असर मदखने लगा है. वर्ा 2006 मे् आलोक रमम्ड़या द्​्ारा उक्त तालाब को लेकर पटना हाइकोट्ा मे् जनमहत यामरका दायर की गयी थी. जनमहत यामरका पर सुनवाई करते हुए 18 नवम्बर 2008 मे्पटना हाइकोट्ाने तालाब की साफसफाई का मनद्​्ेश मदया था. कोट्ा ने मजला प्श ् ासन को दोनो्नहरो्की सफाई कराने और पुरातत्व मवभाग को तालाब की सफाई करने को कहा था. कोट्ाने आम्कओ फ लॉमजकल सव्​्े ऑफ इंमडया और मजला प्श ् ासन से कहा था मक प्द् मू रत पानी तालाब मे्न पहुर ँ ,े इसे हर हाल मे् सुमनम्​्ित मकया जाना रामहये. हाइकोट्ा के आदेश के बाद थोड़्ी बहुत हलरल हुई, मफर सब कुछ पहले जैसा ही हो गया. तालाब और मकबरे के संरक्​्ण की मजम्मवे ारी भारतीय पुरातत्व मवभाग को ममली हुई है. मकबरा तालाब के सहायक संरक्​्क नीरज कुमार कहते है्, ‘कोट्ा के आदेश के बाद तालाब की सफाई कराई गयी थी लेमकन दोनो् नहरो् की साफ-सफाई नही् होने से

तालाब मफर गंदा हो गया. जब तक दोनो्की सफाई नही्होगी, तब तक तालाब को सुरम्​्कत और संरम्​्कत नही्रखा जा सकता है. इसका कारण यह है मक तालाब की सफाई दोनो् नहरो् पर ही मनभ्रा है. इनलेट नहर से पानी तालाब मे् आता है और आउटलेट नहर से तालाब का पानी बाहर मनकलता है.’ बताया जाता है मक कुछ साल पहले नहरो् की सफाई की गयी थी, इसके बाद प्श ् ासन ने दोबारा इस ओर ध्यान नही् मदया. इस वजह से कुछ ही मदनो्मे्इन नहरो्की हालत पहले जैसी हो गयी. यहाँ तक मक गन्दगी के कारण तालाब की गहराई भी कम हो गयी है. तालाब मे्कई ड्न्े बने हुए है,् मजनसे होकर ही पानी आउटलेट नहर मे् जाता है. नीरज कुमार ने कहा मक तालाब मे्मजतना पानी होना रामहये, उससे अमधक पानी जमा हो गया है, क्यो्मक आउटलेट नहर मे् कररा इतना अमधक भर गया है मक पानी बाहर मनकल ही नही्पा रहा है. उन्हो्ने कहा, ‘तालाब मे्अभी पानी ड्न्े से एक मीटर ऊपर रला गया है, जबमक इसे नीरे रहना रामहये. हमने कई बार मजला प्श ् ासन से अपील की मक दोनो् नहरो् को अमतक्म् णमुकत् करा कर इनकी साफ-सफाई की जाये तामक तालाब गंदा न हो, लेमकन प्श ् ासन इस तरफ ध्यान ही नही्दे रहा है.’ पुरातत्व मवभाग के सूि्ो्की माने्तो इस मकबरे को वैम्शक धरोहर का दज्ा​ा मदलाने के मलए यूनसे क ् ो से आवेदन मकया गया है. यह भी बता दे् मक मबहार के महाबोमध मंमदर और नालंदा मवश्​्मवद्​्ालय को ही मवश्​् धरोहर का दज्ा​ा ममला हुआ है. नीरज कुमार ने कहा, ‘हमे्लगता है मक शेरशाह सूरी के उक्त मकबरे मे्वो सारी खूमबयाँ है्जो एक वैम्शक धरोहर मे् होनी रामहये, इसमलये हमने इसे मवश्​्धरोहर घोमरत करने के मलये यूनसे क ् ो को आवेदन मदया है.’ मवशेरज्​्ो्का कहना है मक अगर तालाब को संरम्​्कत नही् मकया गया तो मकबरे का अम्​्सत्व बहुत मदनो् तक सुरम्​्कत नही् रह सकेगा और एक बेजोड़्तारीखी ढांरा तारीख के पन्नो्मे्दफन हो जायेगा. (इंडडया वाटर पोट़ल ट )


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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

बदलाव का नया चेहरा अखिलेश! शंभूनाथ शुक्ल

माज बदलता रहता है. आज से 25 साल पहले जब मुलायम मसंह यादव ने समाजवादी पाट्​्ी का गठन मकया था तब उत्​्र प्​्देश के लोगो् की महत्​्वाकांक्ाये् अलग थी्. तब गैर कांगस ्े वाद से मनकले लोग मानते थे मक राहे कुछ भी हो मकसी भी तरह से उत्र् प्द् श े मे्जमी-जमाई कांगस ्े को सत्​्ा से हटा देना रामहये. क्यो्मक कांग्ेस के रलते कोई भी क्ि्े ्ीय पाट्​्ी अपने पांव नही्पसार पा रही थी और प्​्देश को के्द् पर मनभ्ार रहना पड़्रहा था. ऐसे मे्समाजवादी पाट्​्ी नयी आशा का संदेश लेकर आयी थी. मगर दो-तीन बाधाये् थी्. एक तो समाजवादी पाट्​्ी का आधार सैफई और उसके आसपास का यदुकुल था. दूसरे उसके आसपास गुंडा तत्​्वो् का समावेश और तीसरे मीमडया का उसके मवर्दघ् लगातार मवरवमन. इसमलए सपा को गुंडा पाट्​्ी समझा जाता था और रूंमक मुलायम मसंह ने अपने पहले शासन काल मे्

राममंमदर के कारसेवको्को कुरलने मे्कोई कसर नही्छोड़्ी थी इसमलए ब्​्ाह्मण-बमनया और कायस्थो् मे् उनके मवर्द्घ भयानक गुस्सा था. अब यह भी सर है मक मीमडया मे् यही तीनो् हावी है् इसमलए मुलायम मसंह सरकार द्​्ारा कार सेवको् पर गोली रलाने की घटना को यूं बताया गया मानो् मुलायम मसंह महंदू मवरोधी हो्और प्क ् ारांतर मे्यह भी बताया गया मक कारसेवक का मवरोध मतलब महंदुओ्का मवरोध. मुलायम मसंह को इसका लाभ भी ममला और उन्हे् बैठे मबठाये मुसलमानो् का थोक वोट ममलने लगा. जबमक सत्य तो यह है मक उन्हो्ने अपने राज के दौरान मुसलमानो् के मलए ऐसा कुछ नही् मकया मजससे उनके हालात मे्कोई गुणात्मक पमरवत्ान आया हो. मगर उनकी छमव मुश्सलम महतैरी इतनी अमधक रही मक कांग्ेस से मुसलमान कन्नी काटते गये. यहां तक मक तब भी जब कांग्ेस ने बसपा के साथ तालमेल मकया. नतीजा यह मनकला मक उप्​्मे्मुश्सलम राजनीमत मुलायम मसंह के इद्ा-मगद्ाघूमने लगी. अगर अरानक कुछ संयोगो्की बदौलत 2003 मे्मायावती को अपदस्थ कर मुलायम मसंह को गवन्ार ने सत्​्ाशीन न कराया होता तो शायद मुलायम और उनकी सपा को प्​्देश की मुख्यधारा मे्

लाना मुश्ककल होता. राजनीमत मे्संयोग तो रलते ही रहते है्. 2003 मे् सपा आयी और मफर 2007 मे् बसपा. मगर तब तक एक खेल और हो रुका था. बसपा ने अरानक पै्तरा बदलकर अपने को भाजपा से दूर कर जामतयो्और समुदायो् पर अपनी मनभ्ारता बढ़्ायी. तब मुसलमानो् तथा ब्​्ाह्मणो्के बड़्ेतबके ने बसपा को वोट मकया. रतुर मुलायम यह भांप गये और इसीमलए 2012 के मवधानसभा रुनाव मे् उन्हो्ने प्​्रार की कमान अपने पुि्व सांसद अमखलेश यादव को सौ्पी. मुलायम के पदमरन्हो्पर रलने वाले उनके छोटे भाई यह समझ नही् पाये और उनको लगा मक अमखलेश तो मसफ्फ युवा मतदाताओ् को खी्रकर लाये्गे. लेमकन यही् से शुर् हुई बदलावो् की शुर्आत. रुनाव नतीजे आने के बाद मुलायम मसंह ने मुख्यमंि्ी बनने के प्​्मत अपनी अमनच्छा जतायी और कमान युवा अमखेलश के हाथो् सौ्पी गयी. मुलायम की तब इच्छा थी मक वे अब उप्​्को छोड़्के्द्की तरफ मनकले्. अमखलेश के युवा नेतृत्व ने प्​्देश के समीकरण बदले और अफसरो् व पि्​्कारो् के बीर अपनी नयी छमव बनायी. एक तो उन्हो्ने इस वजह से मकसी को दंमडत

नही्मकया मक अमुक अफसर बसपा का म्​्पय रहा है अथवा अमुक भाजपा मदमाग वाला है. इसी के साथ अखबारो् को मवज्​्ापन देने मे् उन्हो्ने कोई दुराग्​्ही पैमाना नही् अपनाया. अपनी बयानबाजी मे् उन्हो्ने संयम बरता और मकसी के प्​्मत पूव्ा​ाग्ही होने का संकेत कभी नही्मदया. इसका लाभ भी अमखलेश को ममला. उनके आसपास ऐसे लोगो् की भीड़् जुटने लगी जो पमरवत्ान राहते थे. जो उत्​्र प्​्देश को परंपरागत सामंती मूल्यो् से बाहर लाना राहते थे. जो राहते थे मक उप्​् भी ग्लोबलाइजेशन की रेस मे् दौड़्े. इसमे् वे लोग थे जो प्​्ोफेशनल थे और जो इस बात से दुखी रहते थे मक उप्​् की पूरी राजनीमत और नौकरशाही मामफयाओ् तथा गुंडेबदमाशो् व मवामलयो् के कब्जे मे् है, ऐसे सारे लोगो् को अमखलेश का पूरा समथ्ान ममला. और वही उप्​्जो कल तक अंग्ेजी की एबीसी के आगे नही्बढ़्पा रहा था और जहां कंप्यूटर की बात करना गुनाह था अरानक रेस मे्आगे मनकलने लगा. अमखलेश के साथ अब समाजवादी पाट्​्ी का वह यादव कुल तो था ही जो मपछले ढाई दशक के आरक्​्ण की सुमवधा के रलते मुख्यधारा मे् आ गया था और वह अगड़्ी

डवचार

जामतयो् का युवा था जो मनजी उद्​्मो् को बढ़्ावा देने के कारण रोजगार पाने लगा था तथा मजसका पलायन र्क गया था. इसमे् वह आप्​्वासी उप्​्वाला एनआरआई भी था मजसे अब अपने को यूपीवाला बताने मे्कोई संकोर नही् होता था. इसका नतीजा यह मनकला मक पहली बार उप्​् मे् जामत और मबरादरी तथा समुदाय से आगे बढ़्कर एक ऐसा नेता सामने आया मजसकी छमव उसकी अपनी पाट्​्ी से परे थी. और तब मशवपाल के तमाम अवरोधो् के बावजूद युवा और ममहलाये्ंतो अमखलेश की दीवानी तो थी्ही हर शांमतम्​्पय नागमरक भी अमखलेश यादव को दोबारा मुख्यमंि्ी बनाने के बारे मे्सोरने लगा. यही कारण रहा मक मशवपाल अपनी पुरानी टीम लेकर अमखलेश की आंधी का सामना नही् कर पाए और रुनाव मरन्ह से लेकर पाट्​्ी तक सब अमखलेश यादव के पास आ गये. अमखलेश अब रुनावी रणनीमत मे् भी मामहर है् इसमलए उन्हे् बच्​्ा या बबुआ समझने की भूल करना उनके जीवन की सबसे बड़्ी भूल होगी. पाट्​्ी उनके साथ है, मवधायक उनके साथ है् और सांसद भी. सबसे जबरदस्​्बात तो यह है मक अमखलेश के साथ सूबे की जनता भी है.

खेती को बड्ी कंिटनयो् को सौ्िने की कवायद शुर्

बजट रवशेष

मलए मंमडयो्को बहुत ज़्रर् ी बताया जा रहा है इसमलए हर अमधकृत मंडी को सुमवधाये्जुटाने के मलए 75 लाख र्पये मदये जा रहे है.् देश के देरदे् ् शम्ा​ा बड़्े उद्​्ोगो् के दो संगठन फेडरेशन आफ मरत क्​्ामं त के पथ से साफ तौर पर दूरी इंमडयन रेमब् र एंड कॉमस्ा (मफक्​्ी) व बनाते हुए केद् ्ीय मवत्​्मंि्ी अर्ण जेटली कंफड े रेशन ऑफ इंमडयन इंडस्ट्ी ने बजट मे्सरकार की मंशा की ओर इशारा (सीआईआई) इस बजट के मांग करते रहे है.् कर मदया जो मक है देश की खेती को मवत्​् मंि्ी अर्ण जेटली का यह रौथा औद्​्ोमगक खेती मे्बदलना. बजट था लेमकन मकसानो्की आय अगले पांर जब अर्ण जेटली ने अनुबध ं के तहत साल मे्दोगुनी करने के दावे को दोहराने के खेती यामन कॉन्टक्ै ट् फाम्मगा् के मलए आदश्ा अलावा मुझे उनके मुहं से ऐसा करने की कोई कानून बनाकर राज्यो्के साथ साझा करने की ठोस काय्या ोजना नही्सुनाई पड़्ी. बात कही और उसके तुरतं बाद खेती के बाज़्ार मपछले साल की तरह ही इस साल भी मे्कई बड़्ेबदलावो्का ऐलान मकया तो इससे उन्हो्ने अपना यही वादा दोहरा मदया मबना उस साफ हो गया था मक सरकार अब खेती को मकसान ि्​्ासदी का कोई म्ज़क्​्मकये मजसमे्देश उद्​्ोगो्के हाथ मे्देना राहती है. बाज़्ार के इन का मकसान धंसा हुआ है. कुछ हफ्ते पहले ही बड़्ेबदलावो्मे्प्म् ख ु था फल और सब्म्ज़यो् राष्​्ीय अपराध मरकॉड्ाब्यरू ो (एनसीआरबी) जैसे सड़्ने वाले उत्पादो् को कृमर उत्पाद ने अपने उपलब्ध नवीनतम आंकड़्ो्मे्कहा बाजार समममत (एपीएमसी) की सूरी से बाहर था मक साल 2015 मे् 12,602 मकसानो् व करना. इसे राष्​्ीय कौशल मवकास पमररद कृरक मजदूरो्ने आत्महत्या कर ली, जो मक (एनसीडीसी) की उस योजना के साथ 2014 के मुकाबले तीन प्म्तशत ज्यादा थी्. जोड़्कर सोमरये मजसमे्एनसीडीसी ने 2022 देश की खेती, जो लगातार दो सूखो्की तक खेती मे्लगी 58 प्म्तशत जनसंखय् ा को ि्​्ासदी झेल रुकी थी और उठने की कोमशश घटाकर 38 फीसदी करने का सोरा है. मंशा कर रही थी उसे नोटबंदी की बुरी मार पड़्ी, साफ है मक सरकार अब खेती को उद्​्ोगो्के कृमर आय को गहरा धक्​्ा लगा. ‘इस साल हाथो्मे्क्यो्सौ्पना राहती है. मकसानो्ने धैया्का उदाहरण मदया और कृमर अब इसे इलेकट् ्ॉमनक राष्​्ीय कृमर बाजार मवकास की दर 4.1 प्म्तशत रहने का अनुमान (ई-एमएएम) के नेटवक्फको मज़्बतू करने है,’ अर्ण जेटली ने बस इतना कहकर देश मे् पर सरकार द्​्ारा मदये जा रहे ज़्ोर के साथ व्याप्त कृमर ि्​्ासदी को बजट भारण मे् जोड़्कर देमखये. मवत्​्मंि्ी के अनुसार कृमर नज़्रअंदाज़्कर मदया. खेती के मवकास की दर उत्पादन व मजंसो्की खरीद-फरोख्त के मलए अगर 4.1 प्म्तशत पहुर ं ने वाली है तो उसका ई-एमएएम को नज़्रअंदाज़् नही् मकया जा श्य्े मसफ्फअच्छे मानसून को जाता है, सरकारी सकता. मकसान की आय को दोगुना करने के नीमतयो्को नही्.

सव्क ्े ण ् के अनुसार देश के 17 राज्यो् मे् मकसान पमरवारो् की सालाना आय महज़् 20,000 र्पए है, मुझे लगा था मक 2017 के बजट मे् मकसानो् का राहत पहुर ं ाने के मलए अगर मकसानो्का कज्ामाफ नही्कर रहे है तो कम से कम कृमर ऋण की ब्याज दर तो घटाई ही जानी रामहये थी. लेमकन इसके इतर मवत्​्मंि्ी ने केवल मध्यम वग्ाको ही टैकस ् मे् राहत दी. मवमुद्ीकरण से शायद सबसे ज्यादा मकसान और खेमतहर मजदूर ही प्भ् ामवत हुए थे लेमकन उनके मलए ये बजट भी हताशा भरा रहा. साधारण तौर पर यही समझा जाता है मक मसंराई का मवस्​्ार करने और फसलो् की उत्पादकता को बढ़्ाने से मकसानो्की आय बढ़् जाती है. ज्यादातर फसलो्का बेहतर उत्पादन मकसानो्की आय को बढ़्ाने का संकते है मगर इसे और ज्यादा मवस्​्ार से मवरारने की आवक्यकता है. यह साव्ज ा मनक क्ि्े ्मे्मनवेश करने के समान है जैसा मक अन्य क्ि्े ्ो्मे्होता है. मगर जब भी मसंराई व्यवस्था को मवस्​्ार घोमरत 10 लाख करोड़् र्पये के कृमर देने की बात की जाती है तो लघु मसंराई ऋण बजट मे् से लगभग आठ लाख करोड़् मवस्​्ार को भी बढ़्ावा देने की जर्रत होती है. र्पये आगे रलकर मकसानो्के नाम पर बड़्ी इसका अथ्ा यह है मक आय की असुरक्​्ा से कृमर कंपमनयो् को ही जायेग् .े मैन् े मवत्​् कृमर प्भ् ामवत होती है. यमद मसंराई और उच्​्उत्पादन अकेले ही मंि्ालय से कई बार ये आग्ह् मकया है मक कृमर ऋ ण के बजट को दो भागो्मे्वग्​्ीकृत मकया कृरको् की आय को बढ़्ाने मे् सक्म् है् तो जाये तामक ये भ्म् दूर हो सके मक सारा कृमर पंजाब मे्जो मक देश के मलए खाने की थाली के समान है, हाल ही मे्मकसान आत्महत्या के ऋण मकसानो्के मलए ही है. ये सब मुझे दोबारा उसी बुमनयादी सवाल मामले न बढ़्त.े यह हाल तब है जब पंजाब मे् पर वापस ले आता है मक सरकार मकसानो्की कुल 98 फीसदी क्ि्े ् मे् मसंराई की उमरत आय को पांर साल मे्कैसे दो गुना करेगी. ये व्यवस्था है. साथ ही, फसलो्की गुणवत्​्ा के मामले ध्यान मे्रखते हुए मक साल 2016 के आम्थक ा

साथ ही मवत्​्मंि्ी ने यह घोरणा भी की मक इस मवत्​्ीय वर्ामकसान को कज्ाउपलब्ध कराने के मलए सरकार 10 लाख करोड़्र्पये की व्यवस्था करेगी. ‘हम इस बात को मनम्​्ित करेग् े मक पूव्ोत्र् भारत के दूरस्थ इलाको्तक भी खेती मे् सहायता के मलए कृमर ऋण उपलब्ध हो सके’. हालांमक एक बात जो ज्यादा लोग नही्जानते है्वो यह मक ज्यादातर ऋण कृमर कंपमनयो्द्​्ारा ही ले मलया जाता है.

मे्भी यह प्​्ातं दुमनया मे्सबसे अच्छा है. यहां 45 श्कवंटल प्म्त हेकट् ये र गेहूं और 60 श्कवंटल प्म्त हेकट् ये र रावल का उत्पादन होता है. इन आंकड़्ो्के साथ पंजाब मवश्​्मे्सबसे ऊंरा दज्ा​ा हामसल कर रुका है. इसके बावजूद पंजाब हर सप्ताह आत्महत्या का दद्ाझेलता है. ऐसे मे्मकसानो्की आय को दोगुना करना तो समय की सबसे बड़्ी आवक्यकता है. फलो् और सश्बजयो् को गैरसूरीबद्​् करना और खरीद के दामो्मे्मवघटन करने का सीधा अथ्ा है खेती के ढांरे को उद्​्ोगो् के महसाब से बनाया जा रहा है. फलो् और सश्बजयो् को गैरसूरीबद्​्करने के बाद इस की भी आशंका बढ़् जाती है मक गेहूं और रावल भी अगले ररण मे् खरीद प्म्कया से बाहर कर मदए जायेग् .े पंजाब के मुखय् मंि्ी प्क ् ाश मसंह बादल को कई बार एपीएमसी द्​्ारा मंडी व्यवस्था के तंि्को रलाने के मलए दबाव को झेलना पड़्ा है. लेमकन, बाजारो्का हाल काफी अच्छा होने के बाद भी मुझे इसका कोई कारण समझ मे् नही्आता है मक 94 फीसदी ऐसे मकसान मजन्हे् खरीद दामो्का लाभ नही्ममल पाता है वे कुछ बेहतर क्यो्नही्कर पाते है.् शांता कुमार कमेटी के मुतामबक, माि्​् छह फीसदी मकसानो् को न्यनू तम समथ्ना मूलय् का लाभ ममल पाता है. शेर बाजार पर मनभ्रा है.् यमद बाजार इतने ही बम्ढ़या होते तो मुझे कोई कारण नही् मदखता मक क्यो् मकसान एमएसपी को लागत के सापेक् 50 प्म्तशत ज्यादा करने की मांग कर रहे है,् मजसकी मसफामरश राष्​्ीय मकसान आयोग भी करता है. साभार -गांव कनेकश ़ न


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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

राजकाज तस्वीर ने फंसाया राधा मोहन को

जब की कोई कैमरा मलए उनकी ओर आता मदखायी देता है तो वे मबदक जाते है्. अपने सुरक्​्ाकम्मायो् और कम्ारामरयो् को सख्त मनद्​्ेश दे रखे है् मक उनकी एक भी फोटो न खी्री जाये्.

नही्बन सकते है. लोकसभा व राज्यसभा मे्महज 12 सासंदो् के रहते इस पद की कल्पना भी नही् की जा सकती है. बताते है् मक मोदी सकार ने यह कदम महराष्​् मे् मशवसेना के साथ मबगड़्ते संबंधो् के मद्​्ेनजर उठाया है. उद्​्व ठाकरे ऐलान कर रुके है्मक मनकट भमवष्य मे् वे भाजपा के साथ कोई रुनावी तालमेल नही् करे्गे. वे मनगम रुनाव मे् साथ नही् लड़्ेगे. समस्या मसफ्फमनगम रुनाव तक सीममत नही्है. भाजपा की महाराष्​् सरकार मशवसेना के समथ्ान से रल रही है. याद रहे मक 2014 के हुए महाराष्​्रुनाव के बाद भी एडसीपी ने मबन मांगे भाजपा को सरकार बनाने के मलए समथ्ान देने का ऐलान मकया था. तब उसके इस ऐलान से अप्​्त्यक्​् र्प मे् मशवसेना पर दबाव बना था. अब मोदी ने उन्हे्सम्मामनत कर सद्​्ाव बनाने की कोमशश की है. वैसे शरद पवार के बारे मे् कहा जाता रहा है मक वे लीडर नही्डीलर है्. पता नही् कब क्या डील कर डाले्.

महहलाओ् पर मेहरबान भाजपा

भी तक भाजपा को आमतौर से ममहला मवरोधी पाट्​्ी माना जाता रहा है. इसकी वजह संघ के शाखाओ् मे् जाने के कारण उसके नेताओ् ने अरार व्यवहार मे्वाले कुछ खास बदलाव माने जाते है. मगर हाल ही मे्पाट्​्ी के बहुत बड़्ा बदलाव देखने को ममला है. उसने करीब दज्ान भर ममहला नेताओ् की सरकारी कंपमनयो्मे्मनयुक्त मकया. कुछ समय पहले सरकार ने एक मनयम बना कर सरकारी कंपमनयो् मे् कम से कम एक ममहला मनदेशक का बोड्ा मे् मनयुक्त मकया जाना अमनवाय्ा बना मदया था. इसके तहत मबहार की पाट्​्ी नेता मकरण घई मसन्हा को नालको मे्. ओमडसा की सुरमा पाधी को भेल मे् स्वतंि् मनदेशक मनयुक्त मकया गया. कन्ा​ाटक की भारती मैगदन की एसटीसी के बोड्ा मे्मनयुश्कत दी गयी. अहम बात तो यह है मक जहां यह पाट्​्ी मुसलमानो्को रुनाव लड़्वाने से कतराती रही है. उत्​्र प्​्देश मवधानसभा रुनाव मे् जारी उम्मीदवारो् की सूरी मे् एक मुसलमान नही् है. वही् वह मुश्सलम दी सरकार के मंि्ी ज्यादा प्​्रार प्​्सार से दूर ममहलाओ् के प्​्मत काफी उदार नजमरये रखती है. आप रहते है्. प्​्धानमंि्ी खुद यह नही्पसंद करते है् पाट्​्ी छोड़् कर आयी शामज़या इल्मी को इंजीमनकर मक उनके मंम्ियो्-पाट्​्ी नेताओ्की ज्यादा तस्वीरे सामने इंमडया मल. मे्मनदेशक बनाया गया. गुजरात मे्भाजपा आये्. इस मामले मे् सुप्ीम कोट्ा के उस फैसले ने भी के मुश्सलम रेहरा बनी आमसफा खान को एरपीसीएल उनकी मदद की मजसके तहत मसफ्फ प्​्धानमंि्ी तथा मे्स्वतंि्मनदेशक बनाया गया. भोपाल मे्सौमतया डाह राज्यो् के मुख्यमंम्ियो् की एक साथ तस्वीर को सही का मशकार बनी शहला महसूद व इस कांड की मुख्य ठहराया गया.मगर मदक्​्त यह है मक तस्वीरे् न छपने अमभयुक्त ममहला दोनो् ही भाजपा नेताओ् के काफी के बावजूद मंम्ियो् की मदक्​्ते् बढ़्ती जा रही है. हाल करीब थी. और तो और अब भाजपा मुश्सलम ममहलाओ् ही कृमर मंि्ी राधा मोहन मसंह की एक ऐसी तस्वीर के तीन तलाक के मुद्े पर खुलकर उनके समथ्ान मे् प्​्धानमंि्ी काय्ा​ालय तक पहुंर गयी मजसमे् उन्हे् उतर आयी है और उन्हे् इंसाफ मदलाने के मलए बहुत अफसरो् के बीर स्टूल पर पैर फैला कर बाते् करते कुछ कर मदखाने का दावा कर रही है. मदखाया गया था. बस मफर क्या था उनकी क्लास ले ली गयी. उन्हे् बताया गया मक संघ तक की बैठक मे् अनुशामसत तरीके से बैठा जाता है और आप सरकारी गर अर्ण जेटली कै्प के लोगो् ने बातो् पर बैठक मे्ऐसे बैठे है्मानो अपने घर के लान मे्मूंगफली भरोसा मकया जाये तो वे देश के अगले राष्​्पमत खा रहे हो्. बेरारे राधामोहन मसंह ठहरे सीधे सादे बनने वाले है ्. उनके करीमबयो् की दलील है मक आदमी अत: इस लताड़् से इतना घबड़्ा गये मक अब

मो

अर्ण जेटली राष्​्पहत बने्गे?

चाणक्य बन रहे नीतीश

लालकृष्ष्ण आडवाणी से लेकर मुरली मनोहर जोशी हार के मुख्यमंि्ी नीतीश कुमार ने सब को संशय तक की पदम पुरस्कार थमा कर प्​्धानमंि्ी नरे्द्मोदी मे ्डाला हुआ है. वे सीधे पांरो्राज्यो् मे्मवधान ने इन सभी नेताओ् की राष्​्पमत बनने की संभावनाओ् सभा रु न ाव नही् लड़् रहे है्. पर उनकी नजर इन पर को समाप्त कर मदया है. इस बार राष्​्पमत पद के रुनाव लगी हु ई है. उनके करीमबयो् का दावा है मक नीतीश मे् संघ की भी राय ली जायेगी. इस कैम्प का दावा है मक मजस तरह से अर्ण जेटली ने नोटबंदी के फैसले को अंजाम मदया और जनता की दद्ा नरेबाजी और अलोरना के बावजूद जरा भी मवरमलत नही् हुए उससे उनका ग्​्ाफ काफी बढ़्ा है. वे अंग्ेजीदां, मवद्​्ान है. उनकी शश्खसयत मे् उच्​् वग्ा की झलक ममलती है, वैसे भी डायमबटीज काफी बढ़्जाने के कारण उन्हे्अब आराम की जर्रत है. ध्यान है मक उन्हो्ने अपना पहला बजट भारण बैठ कर पढ़्ा था. इसमलए उन्हे् राष्​्पमत भवन भेजा जा सकता है. लोकसभा के साथ मवधान सभा रुनाव करवाने सरीखे फैसले लेने मे्राष्​्पमत की अहम भूममका रहेगी. वैसे भी उत्​्र प्​्देश रुनाव नतीजे मोदी सरकार की दशा और मदशा तक करेगी. इसमलए फैसला रुनाव नतीजे आने के बाद मकया जायेगा. कांग्ेस ने भी अपने मवत्​्मंि्ी को राष्​्पमत बना था तो भाजपा क्यो्पीछे रहे्?छे रहे्?

मब

शरद पवार लीडर नही् डीलर

लो

कसभा रुनाव के दौरान एनसीपी (राष्​्वादी कांग्ेस पाट्​्ी) को नेरुरल करप्ट पाट्​्ी बताने वाले नरे्द्मोदी ने रारा भतीजे (शरद पवार व अजीत पवार) पर भ्​्ष्ारार के आरोप लगाये थे. अत:

अरानक उन्हे् पदम मवभूरण से सम्मामनत कर मदया. इसे लेकर राजनीमतक गमलयारो्मे्अटकलो्का बाजार गम्ा है. शरद पवार खुद यह कह रुके है्मक उनके पास नंबर गेम नही् है इसमलए वे राष्​्पमत या उपराष्​्पमत

मानते है् मक यह रुनाव नतीजे उनको कही् न कही् जर्र प्​्भामवत करे्गे. तभी उन्हो्ने इससे दूरी बनाये रखने का फैसला मकया है. इसके जड़्मे्मबहार के अंदर राज्य और जद (यू) के बीर बढ़्ती दूरी बतायी जा रही है. खासतौर से जब से कांग्ेस ने राजद के प्​्मत अलग झुकाव प्​्दम्शात करना शुर्मकया. नीतीश को लगता है मक उत्​्र प्​्देश सपा गठबंधन की जीत से मबहार मे् लालू का मनोबल और हौसला बढ़्ेगा. वही्अगर उत्​्र प्​्देश मे् भाजपा जीतती है् तो मबहार मे् राजद और कांग्ेस दोनो् ही नीतीश के काबू मे् रहे्गे. बताते है् मक उन्हो्ने इसी वजह से उत्​्र प्​्देश की कुरमी बाहुल्य सीटो् पर रुनाव न लड़्ने का फैसला मकया तामक पूव्ी उत्​्र पदेश की ऐसी 15 सीटो् पर भाजपा की जीत प्​्भामवत न हो. अजीत मसंह ने उन्हे् प्​्रार के मलए बुलाया था मगर वे टाल गये. मालूम हो मक अगर वे प्​्रार के मलए आते तो इससे भाजपा को ही नुकसान होता. कांग्ेस ने नीतीश से पंजाब मे्रुनाव प्​्रार करने का अनुरोध मकया था तामक वे मबहारी वोटो् को उसके पाले मे् ला सके. मगर वे इसके मलए भी राजी नही् हुए क्यो्मक वे केजरीवाल से अपने मरक्ते खराब नही्करना राहते है्. पंजाब हो या उत्​्र प्​्देश हर जगह वे अपने महसाब से गोमटया मबछा रहे है्. आमखर राणक्य भी मबहार से ही थे.



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अंबरीश कुमार

त्​्र प्​्देश मवधानसभा का महत्​्वपूण्ा रुनाव करीब है और राज्य के मुखय् मंि्ी अमखलेश यादव अपनी ही पाट्​्ी और पमरवार के मववाद के भंवर मे् पड़्े है्. इन दोनो् कथानको् पर के्म्दत अर्ण कुमार म्ि् पाठी की पुस्क ‘अश्गनपरीक्​्ा’ इस बहस मे् एक स्वागत योग्य हस्​्क्ेप है. सरमुर इस समय प्​्देश और अमखलेश दोनो् अश्गनपरीक्​्ा से गुजर रहे है्. अगर प्​्देश मे् नरे्द् मोदी के नेतृत्व मे् भारतीय जनता पाट्​्ी की मवजय होती है तो न मसफ्फइस प्​्देश का, बश्लक देश की राजनीमत का पमरदृक्य भी अलग होगा. उसके बाद 2019 मे्मोदी की के्द्ीय सत्​्ा मे्वापसी की गारंटी हो सकती है, मवकास का नया मॉडल बन सकता है और इस बीर मदल्ली से लखनऊ तक मनमानापन भी हावी हो सकता है. यानी वह देश और प्​्देश के साथ लोकतंि्की भी परीक्​्ा की घड़्ी होगी. अगर बहुजन समाज पाट्​्ी जीतती है तो उसके पास प्​्देश को पांर महस्सो् मे् बांटने का मॉडल है और वह प्​्देश को पांर खंडो् मे् मवभामजत करने का प्​्स्ाव 2011 मे् प्​्देश मवधानसभा से भेज भी रुकी है्. तीसरी लेमकन सबसे महत्​्वपूण्ा श्सथमत अमखलेश यादव की प्​्देश की सत्​्ा मे् वापसी की है. वह श्सथमत इस प्​्देश को एक रखकर उसका लोकतांम्िक ढंग से मवकास करने वाली है.

नखमता खसंह

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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

रीब दो ढाई सालो् से देश भर मे् स्वच्छता, साफ-सफाई को ममशन के तौर पर पेश मकया जा रहा है, देश भर मे् शौरालय बनाने की रफ्​्तार बढ़्ाई जा रही है, माना जा रहा है मक ऐसा होने से भारतीय समाज बीमामरयो् की रपेट मे् नही् आयेगा, प्​्सन्नता से रह पायेगा. हालांमक यह सर महज एक पहलू है. इस तस्वीर का दूसरा पहलू यह भी है मक अगर देश की पूरी आबादी के मलए जर्री शौरालय बना मदये जाये तो मफर साफ पानी के मलए हाहाकार मर सकता है. मौजूदा समय मे् साि् और पीने के पानी का संकट लगातार गहराता जा रहा है और आधे-अधूरे ढंग से तैयार शौरालयो् के इस्​्ेमाल से यह संकट और गहरा होगा. जब देश मे्स्वच्छता ममशन का डंका पीटा जा रहा है, उसी वक्त मे् मवज्​्ान पि्​्कार सोपान जोशी ने करीब पांर साल तक जल, जमीन और मल के आपसी तानेबाने और उसका जीवन पर पड़्ने वाले असर को समझने की कोमशश की है. उनकी इस कोमशश को गांधी शांमत प्​्मतष्​्ान ने ‘जल थल मल’ शीर्ाक से प्​्कामशत मकया है. प्​्कृमत का मनयम है मक जमीन से मनकले उवर्ाक जमीन मे् ही वापस जाने रामहए, लेमकन फ्लश कमोड के जमाने मे् हमारे शरीर से मनकला अपमशष्​्बड़्ी माि्​्ा मे् साि् पानी को मैले पानी मे् तब्दील कर देता है, मफर से उसे नामलयो् से बहाने के नाम पर हज़्ारो् करोड़् र्पये की लागत से

एक प्​्िेश की धड्कन

अमखलेश यादव ने अपने पांर साल के काय्ाकाल मे् यह मदखाया है मक प्​्देश को एकजुट रखते हुए मवकास का अपना मॉडल मवकमसत मकया जा सकता है. यह पुस्क अमखलेश की नेतृत्व-शैली और प्​्देश के मवकास मॉडल पर उनके काय्​्ो्के मूलय् ांकन का एक प्य् ास है. सोलह अध्यायो् मे् मवभामजत पुस्क का पहला अध्याय उत्​्र प्​्देश की खोज है. यानी मकस तरह इस प्​्देश का गठन हुआ और कैसे उसके बाद उसने अंग्ेजो् को सबसे समथ्ा तरीके से ललकारा भी. सन 1857 से लेकर 1947 तक यह प्​्देश आजादी की लड़्ाई मे् अग्​्णी रहा, मफर भी अंग्ेज उसे एक मॉडल प्​्ांत मानते रहे. आज देश की राजनीमत मे्इस प्​्देश की सशक्त उपश्सथमत उसके आकार के कारण तो है ही, उसके महान नेताओ् के कद की वजह से भी है. लेमकन देश को नौ प्​्धानमंि्ी देने वाले इस प्​्देश की सबसे बड़्ी मवडंबना है मक उसका हर नेता राष्​्ीय बनना राहता है और वह प्​्देश के मवकास पर ध्यान मदये मबना उसकी राजनीमतक ऊज्ा​ा को अपने राष्​्ीय कमरयर मे् इस्​्ेमाल करने मे् लग जाता है. यह संयोग नही् है मक गुजरात के पूव्ामुख्यमंि्ी नरे्द्मोदी को जब प्​्धानमंि्ी बनना होता है तो वे भी इस प्​्देश की शरण लेते है्. पुस्क की थीम कहती है मक प्​्देश को

बादशाहत की बीमारी लग गयी है. वह पूरे देश के बारे मे्सोरता है, लेमकन अपने बारे मे्नही्सोरता. जनेश्र ममश्​्का यह कथन धूममल की इस कमवता के माध्यम से भी प्​्कट होता है मक इतना कायर हूं मक उत्​्र प्​्देश हूं. जनेश्र ममश्​् अमखलेश यादव के गुर् रहे है्. इस पर भी एक अध्याय है. इस भावना को उसके युवा मुख्यमंि्ी अमखलेश यादव पकड़्ते है् और कोमशश करते है् मक

जो लोग अपना पता उत्​्र प्​्देश बताने मे् शम्ा महसूस करते है् वे गव्ा महसूस करे्. इसमलए वे ताजमहल की अंतरराष्​्ीय ब्​्ांमडंग करते है्और पक्​्ी महोत्सव से लेकर पय्ा​ावरण और पय्ाटन तक के मुद्ो् पर गंभीरता से ध्यान देते है्. लेमकन गुटबाजी और प्​्शासमनक दबाव से मघरे अमखलेश की मवशेरता यह है मक उन्हो्ने पांर साल पमरवार और पाट्​्ी के झगड़्ेपर ध्यान मदये मबना प्​्देश के मवकास पर ध्यान मदया और मबजली, सड़्क, डेयरी, मशक्​्ा, स्वास्थ्य जैसी ढांरागत सुमवधाओ् और कल्याण के कामो्को दुर्स्मकया. यह पुसक ् उनके आगरा एक्सप्स ्े -वे, बुदं ल े खंड की पमरयोजनाओ् और मवकास के दूसरे कामो्को जमीनी स्​्र पर आंकने का प्​्यास करती है. पुस्क मे् मुजफ्फरनगर के दंगापीम्ड़तो् की व्यथा-कथा भी है और अपराध की घटनाओ् का सैद्ांमतक मवक्लेरण भी. आत्महत्या करते मकसानो् के पमरवार की कहानी भी है और पे्शन, लैपटाप और स्वास्थ्य सेवाओ् से लाभ उठाती जनता के कथन भी. लेखक ने जहां संभव हुआ वहां स्वयं जाकर और जहां संभव नही् था वहां अन्य पि्​्कारो् और लेखको् के हवाले से इस मवशाल प्​्देश की याि्​्ा करने की और लोगो् के दुख-दद्ाके साथ उनकी अमखलेश यादव

के नेतृत्व से बनी उम्मीदो् को आंकने की कोमशश की है. पुस्क मे् कममयां भी है्. जैसे मक पूरी पुसक ् एक शैली मे्नही्मलखी गयी है. कही् पर मरपोत्ा​ाज की शैली है तो कही्मवक्लेरण और मवमश्ा की शैली है तो कही् इंटरव्यू है्. संभव है, इसके पीछे समय और संसाधन की दबाव भी रहा हो. मफर भी इस पुस्क मे् प्​्देश के मवकास और उसके मॉडल की मरंता गहरी है. अमखलेश यादव का इंटरव्यू इस बात को व्यक्त करता है मक वे न तो तममलनाडु और केरल के मॉडल पर काम कर रहे है् और न ही मबहार और गुजरात के. वे उत्​्र प्​्देश का अपना मॉडल बनाने की कोमशश कर रहे है.् पुसक ् कई जगह रोरक बन पड़्ी है और कई जगह बोमझल. जहां आंकड़्ो्और योजनाओ् का मजक्​् है, वहां पठनीयता बामधत होती है. कुछ तथ्यात्मक गलमतयां भी पुस्क मे् है्. अमखलेश यादव पर पि्​्कार सुनीता ऐरन ने भी एक ‘पमरवत्ान की बयार’ शीर्ाक से एक मकताब मलखी है. पर मौजूदा पुस्क उससे आगे की है. अमखलेश यादव के पांर साल के काय्ाकाल और प्​्देश के भावी सपनो् को एक साथ जोड़्कर प्​्स्ुत करने वाली यह पुस्क अपने मुद्ो् पर मवस्​्ृत रर्ा​ा की मांग करती है. यही इस पुस्क की साथ्ाकता है.

नामलयां बनाई जाती है्, उसे साि् करने के मलए सीवेज ट्​्ीटमे्ट प्लांट लगाये जाते है्, लेमकन बावजूद इन सबके मैला पानी हमारी नमदयो् को प्​्दूमरत करने का सबसे अहम कारक बना हुआ है. शोध अध्ययन के मुतामबक, भारत के तमाम बड़्े महानगर, जो स्माट्ा मसटी की कल्पना मे्डूबे है,् अपने मनवामसयो्द्​्ारा मैले मकये पानी को साि् नही् कर सकते. मोटे तौर पर भारतीय महानगरो्मे्रोजाना करीब 6500 करोड़् लीटर पानी मैला करते है्, लेमकन इन महानगरो्मे्बने सीवेज ट्​्ीटमे्ट प्लांट की क्म् ता रोजाना 2000 करोड़्लीटर पानी साि् करने की भी नही् है. इसके अलावा सीवेज ट्​्ीटमे्ट प्लांट की अपनी व्यवहामरक मदक्​्ते् भी है्, कभी प्लांट को रलाने के मलए मबजली नही् होती तो कभी सि्ाई कम्ारारी मौजूद नही् होते है्. न ही सीवेज ट्​्ीटमे्ट प्लांट आंकड़्ो्मे्दज्ाअपनी क्म् ता के मुतामबक मैले पानी को साि्करने लायक होते है्. ‘सफाई के मंमदर मे् बमल प्​्था’ शीर्ाक मे् सोपान ने बताने की कोमशश की है मक मपछले 150 साल के मवकास काल के दौरान ही सि्ाईकम्मायो् के लोग और उनकी जामतयां इतनी शोमरत और मववश कभी नही् थी्, मजतनी अब है्. रौथा अध्याय ‘शरीर से नदी की दूरी’ हमारे नमदयो् की प्​्दूरण पर के्म्दत है. इसमे् सोपान ने उदाहरण समहत बताया है मक 1858 मे् लंदन की टेम्स नदी मे्आम लोगो्का मल-मूि्इतना हो गया था

पांरवां अध्याय ‘गोदी मे् खेलती है् इसकी हजारो् नामलयां’ मे् भारत मे् जल प्द् रू ण के लगातार बढ़्रहे संकट और उससे होने वाली बीमामरयो्पर मवस्​्ार से रर्ा​ा की गयी है. यूमनसेफ की 2013 की एक रपट के मुतामबक भारत जल प्द् रू ण के टाइम बम पर बैठा हुआ है. ऐसा भी नही् है मक भारत मे् जल प्​्दूरण को कम करने के मलए उपाय नही्हो रहे है्, लेमकन जो उपाय मकए जा रहे है् वे सीममत दायरे मे् सीममत असर वाले सामबत हो रहे है्. सोपान देश के अलगअलग महस्सो् मे् होने वाले उन प्​्योगो् को नजदीक से समझते है्, उसे शुर्करने वालो् की दूरदम्शाता को जर्री ठहराते है् लेमकन उसके सीममत असर की वजह को भी समझने की कोमशश करते है्. भारत की भौगोमलक पमरश्सथमतयां और जीवनशैली ऐसी है मक उसमे्एक जगह के मलए उपयुक्त जल थल मल: सोिान जोशी; गांधी शांटत प्ट् तष्​्ान; मवमध दूसरी जगह कामयाब नही्हो पाती. दीनदयाल उिाघ्याय माग्;ग नयी टदल्ली; 300 र्िये इनमे्भारतीय रेलवे के बनाये आधुमनक शौरालय, मजन्हे्बायोडाइजेस्टर कहा जाता नाम से याद रखते है्. इस बदबू के रलते है, इसे लेकर तममलनाडु मे्इस्​्ेमाल हो रहे टेम्स नदी के मकनारे बने म्​्बमटश संसद की इकोसैन शौरालय तक के अनुभव के बारे मे् कार्ावाई को कई बार स्थमगत करना पड़्ता मवस्​्ार से बताया गया है. इसके साथ ही था. सोपान ने बेहद मदलरस्प अंदाज़्मे्यह परंपरागत तरीके से मल-मूि् मवसज्ान की ् मे्है, मजन्हे् भी बताया है मक पेमरस की सड़्को्पर ऊंरी उन तरकीबो्का भी मजक्​्पुसक हील के जूतो् का फैशन शुर् ही इसमलए आज भी आजमाया जा सकता है. अपमशष्​् हुआ था मक सड़्को् पर हर तरफ मल-मूि् मल-मूि्खेतो्के मलए उपयोगी खाद सामबत मौजूद होता था. ऊंरी हील के जूतो् के हो सकते है्, लेमकन सीवरो् के बढ़्ते रलन इस्​्ेमाल से कपड़्ो्के गंदा होने की आशंका के रलते खेतो् मे् इसका इस्​्ेमाल कम से कम होता जा रहा है. हालांमक बंगुलर्जैसे कम होती थी.

शहरो् मे् हनीसकर ट्​्को् के इस्​्ेमाल से मकसान आज भी खाद के र्प मे् मल-मूि् का इस्​्ेमाल कर रहे है्. इन अध्यायो् मे् यह भी बताया गया है मक जल, थल और मल से जुड़्ी समस्याएं मजतनी आम लोगो् की वजह से बढ़् रही है् और उतनी ही सरकारी अंदाज मे् इसका हल तलाशने मे् भी. मसलन, नदी साि् करने वालो् का शौरालय से कोई नाता नही् है. उव्ारक नामलयो् मे् बहाने वाली नगरपामलकाओ् का कृमर और उव्ारक मंि्ालयो् से लेना-देना नही् है, जो बनावटी खाद्​् की सश्बसडी मे् अटके हुए है्. ऐसी ही ढेरो् मवसंगमतयो् की ओर संकेत करती है यह शोध पुसक ् . पुसक ् मे्कुल ममलाकर दस अध्याय है् जो हमारी जीवनशैली मे् जल, थल और मल की शुमरता पर के्म्दत है्. मवज्​्ान की जानकारी को भारतीय समाज के मवमभन्न वग्​्ो्की जीवनशैली और सामामजक तानबाने के साथ मजस सहज और सरल अंदाज मे् सोपान ने मपरोया है, उससे यह पुस्क नीमत मनध्ा​ारको् के साथ-साथ आम लोगो्के मलए भी पठनीय बन गयी है्. सोपान मवज्​्ान और परंपरा के आपसी तानबाने को सहज ढंग से पेश करना जानते है्. इस पुस्क की एक और खामसयत इसके बेहतरीन रेखांकन है्, जो सोमेश कुमार ने बनाए है्. कई अध्यायो् मे् एक रेखांकन ही समस्या को मूल र्प मे् मरम्​्ित करने मे् कामयाब है्.

अग्ननिरीक्​्ा: अर्ण कुमार ट्​्ि​िाठी; कौटटल्य बुकस् , एफ-5/20 हटर सदन, अंसारी रोड, दटरयागंज, नयी टदल्ली-110002; 450 र्िए

जल-थल मंे मल क्यो् मक लंदन मे् सांस लेना दूभर हो था. उस घटना को आज भी लोग ‘द ग्​्ेट श्सटंक’ के



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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

खलनायक से कुछ कम

हखर मृदुल

शा

हर्ख खान आत्ममवश्​्ास से भरे हुए है्. उनकी मपछली मफल्म 'मडयर मजंदगी’ ने अच्छा व्यवसाय मकया और अब 'रईस’ से भी उन्हे्ऐसी ही उम्मीदे्है्. राहुल ढोलमकया के मनद्​्ेशन मे् बनी इस मफल्म मे् मकंग खान के साथ पामकस्​्ानी अदाकारा मामहरा खान की जोड़्ी है और नवाजुद्ीन मसद्​्ीकी भी एक अहम मकरदार मे् है्. बातरीत के प्​्मुख अंश. डिल़म 'रईस’ मे़ आपका डकरदार नकारात़मक माना जा रहा है. आपकी भूडमका डकस हद तक खलनायक की है? इस मफल्म मे्मेरा मकरदार कुछ हद तक जर्र नेगेमटव है, लेमकन आप मुझे मवलेन नही्कह पायेग् .े यह एक ऐसा रोल है, मजसमे् वह खून खराबे की मजम्मेदारी अपने ऊपर लेता है और माफी मांगता है. मेरा मकरदार गलत काम को जस्टीफाई करनेवाला नही्है. हां, उसे अपने मकये पर पि्​्ाताप है. इस मकरदार की यही मवशेरता भी कह सकते है्. यह कोई मैसेज देनेवाली मफल्म नही् है, लेमकन इससे एक बड़्ी सीख जर्र ली जा सकती है मक हर मकसी को अपने मकये पर मवरार करना रामहये और अपनी गलती स्वीकार करनी रामहये. 'रईस’ शीऱक ट की साऱक ट ता क़या है? इसे आपने डकस नजडरये से देखा है? रईस का मतलब अमीर नही् होता है. इसका सही अथ्ा होता है एक अच्छे मदल वाला. हालांमक मेरा यह मकरदार शुर् मे् अच्छे मदल का नही्है. बाद मे्बदलता है वह और सच्​्ाई का समथ्ान करता है. मफल्म मे् काफी झगड़्े है्. एक्शन है. अंत मे् यही फलसफा है मक मदल से अपनी गलती माने्,

शनहरंख खनन ‘रईस’ में शरनि मनसियन की सिल भूसमकन के कनरण आतंमसवशं​ंनस से भरे हुए हैं. उनकी सपछली सिलंम 'सडयर सजंदगी’ ने अचंछन वंयवसनय सकयन और अि 'रईस’ से भी उनंहें ऐसी ही उमंमीदें हैं. तो ऊपर वाला माफ कर देता है. यह एक मवशुद्कॉमम्शायल मफल्म है, लेमकन इसका क्​्ाफ्ट दूसरो्से अलग है. राहुल ढोलडकया की इमेज ऑिबीट डसनेमा के डायरेक़टर की है. उऩहो़ने गुजरात के दंगो़ पर 'परजाडनयां’ जैसी डिल़म दी है. सार काम करने का अनुभव कैसा रहा? राहुल ढोलमकया के साथ मै्ने पहली बार काम मकया है, लेमकन वे एक बड़्ेमवजन वाले डायरेक्टर है्. इस मफल्म मे् उन्हो्ने बहुत मेहनत की है, उम्मीद है मक पमरणाम बेहतर मनकलेगा. असल मे् इस मफल्म की पूरी टीम ही उम्दा थी. मै् तो यह कहूंगा मक जब बहुत सारे अच्छे लोग ममल जाते है्, तो अच्छा काम सामने आता ही है. इस मफल्म की शूमटंग के दौरान काफी मदक्​्ते् आई्, लेमकन अंत मे्हम इन सबसे मनजात पा गये. कई बार रोमटल हुआ और कई बार शूमटंग कै्मसल हुई. मफल्म की मरलीज डेट आगे मखसकती रही. परंतु हममे् से मकसी ने हार नही्मानी. सर तो यह है मक मै्ने इस मफल्म मे्अपने काम का मजा मलया. बहुत अच्छी तरह मलखी गयी मफल्म है यह. क़या यह डिल़म डकसी सच़​़ी घटना से प़​़ेडरत है? नही्, यह पूरी तरह काल्पमनक कहानी है. अगर मकसी से इसकी समानता मदखती है, तो यह महज इत्​्फाक ही होगा. इस मफल्म की कहानी के बारे मे् कई तरह की बाते् हो रही है् और कई तरह के कयास लगाये जा रहे है,् लेमकन मै्स्पष्​्कर देना राहता हूं मक

यह मकसी एक व्यश्कत के जीवन पर आधामरत मफल्म नही् है. यह एक खास कालखंड की मफल्म है, इसमलए लोगो् को लग रहा है मक मकसी व्यश्कत मवशेर पर बनायी गयी है. डिल़म को बनने और डरलीज होने मे़ इतनी देर क़यो़ लग गयी? आपकी डिल़मे़ तो तय वक़त पर ही बनती और प़​़दड़शटत होती है़? कई बार ऐसा होता है मक मदक्​्ते्आती जाती है्और कम होने का नाम नही्लेती है्.

डिनेमा

इस मफल्म के मलए भी कई मकस्म की र्कावटे् आती गयी थी्. इसकी शूमटंग के दौरान ही रोट लग गयी थी. इसका भी बुरा असर पड़्ा. लंबे समय तक मै् शूमटंग नही् कर पाया. यह सर है मक इस मफल्म के बारे मे् 2010 मे् सोरा गया था. मफर स्क्ीन प्ले बनने मे् समय लग गया. प्​्ोड्​्ूसर के तौर पर मेरे अलावा फरहान अख्तर और मरतेश मसधवानी भी शाममल हो गये. बाद मे् जब मफल्म बनने लगी तो इसके बनने की राल बड़्ी धीमी थी. लेमकन मफल्म आगे बढ़्ती रही. हमने धैय्ारखा और पूरी एनज्​्ी के साथ काम मकया. यही वजह है मक थोड़्ी देर हो जाने के बाद भी इसमे् एक फे्शनेस है. एक नयापन है. आपके अडभनय कैडरयर को आगे बढ़़ाने मे़ एंटी हीरो डकरदारो़ का बड़ा योगदान है. क़या यह सही है डक आपको भी एंटी हीरो डकरदार ही ज़यादा लुभाते है़? नही्, ऐसा मबल्कुल भी नही्है. मुझे हर वह मकरदार लुभाता है, मजसमे् कुछ नया करने को होता है. यह सही है मक कई बार एंटी मकरदार ज्यादा आकम्रता करने लगते है.् एक एक्टर के तौर पर उनमे् काफी कुछ करने की संभावना मदखने लगती है. इस तरह के मकरदार ज्यादा रुनौती देते है् और इन्हे् अमभनीत करने के मलए एक जुनून की जर्रत होती है. 'बाजीगर’, 'डर’ और 'अंजाम’ जैसी मफल्मो् मे् मै्ने एंटी हीरो का मकरदार इसमलए अदा मकया, क्यो्मक ये सभी रुनौतीपूणा्रोल थे. दश्क ा ो्ने इन्हे्बहुत पसंद मकया. अगर ये दमदार भूममकाये्नही्होती्, तो दश्ाक इन्हे् खामरज कर देते. वैसे भी इंसान के स्वभाव मे्है मक वह बुरी रीजो्को जानने के मलए ज्यादा उत्सुक नजर आता है. यही वजह है मक अंडरवल्​्ड या स्मगलरो्पर बनी मफल्मे् काफी रलती है्. इस मफल्म मे् मेरी भूममका एक शराब मामफया की है. इसमे् एक खास दौर की कहानी होने की वजह से दश्ाको्को पय्ा​ाप्त रोरकता भी ममलेगी. पहली ही बार आप और नवाजुद़ीन सार परदे पर डदखायी दे़गे. नवाजुद़ीन के बारे मे़ आपका क़या कहना है? वे बहुत अच्छे एक्टर है.् उन्हो्ने बेहतरीन काम मकया है. मफल्म को खूबसूरत बनाने मे् उनका भी योगदान है. अक्सर होता है मक मफल्म की अच्छाई का सारा के्मडट हीरो ले जाता है, तब नवाज जैसे एक्टर के साथ

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अन्याय होता है. इस मफल्म की मरलीज के बाद लोग नवाज के काम को काफी रर्ा​ा ममलेगी और उनके अमभनय को पय्ा​ाप्त सराहा जायेगा. वे इस मफल्म के एक बड़्े प्लस पॉइंट है्. मै्जोर देकर यह बात कहना राहता हूं मक हीरो ही सबकुछ नही् होता है. दूसरे अच्छे एक्टरो्की भी मफल्म को जर्रत होती है. मफल्म रलाने के कई टैले्ट एक साथ अपना योगदान देते है्. कुल ममलाकर यही मक नवाज की मौजूदगी का भी अपना एक आकर्ाण है. इस डिल़म की हीरोइन पाडकस़​़ानी एक़ट़ेस माडहरा खान है़. डिल़म के प़​़मोशन के डलए उऩहे़ नही़ बुलाया गया? इस बारे मे् मफल्म के प्​्ोड्​्ूसर मरतेश मसधवानी ने मनण्ाय मलया था. उन्हे्लगा मक मफल्म के प्​्रार के मलए मै्ही काफी हूं. इसी वजह से प्​्मोशन के मलए मामहरा की जर्रत नही्पड़्ी. थोड़्ा डर भी था. उन्हे्बुलाते, तो बेवजह बखेड़्ा भी हो सकता था. हालांमक उन्हे्वीजा की कोई समस्या नही्आ रही थी. डिल़म मे़ सनी डलयोनी का एक खास आइटम है. सनी के सार भी आप पहली बार डकसी डिल़म मे़ डदखायी दे़गे? सनी मलयोनी पर एक पुराना पॉपुलर गाना 'लैला ओ लैला...’ मफल्माया गया है. इस गाने मे् वे एकदम मफट है्. वैसे भी वे बहुत राम्मा्ग है्. वे काफी प्​्ोफेशनल भी है्. असल मे्इस मफल्म की कहानी अस्सी और नब्बे के दशक की है, इसमलए इसमे् उसी जमाने के गाने है्. उसी जमाने का फ्लेवर भी है. 'रईस’ के सार ही 'काडबल’ भी डरलीज होने जा रही है. एक बार डिर डटकट डखडक़ी पर टकराव का वातावरण बनेगा? ऐसी श्सथमत से हम बर नही् सकते है्. असल मे्हमारी इंडस्ट्ी मे्हर साल दो-ढाई सौ मफल्मे्बनती है्. जामहर है मक ये मकसी न मकसी शुक्वार तो मरलीज होती ही है्. अब बहुत कम मफल्मो् को अकेली मरलीज होने का मौका ममलता है. देखा जाये, तो कोई भी मफल्म अकेली मरलीज नही् होती है. उसके साथ छोटी-मोटी मफल्मे् मरलीज होती ही है्. मै् दुआ करता हूं मक दोनो् ही मफल्मे् अच्छा प्​्दश्ान करे्. पहले दोनो़ की डरलीज 26 जनवरी री, लेडकन अब इऩहे़ एक डदन पहले डरलीज डकया जा रहा है. ऐसा क़यो़? इसमलए मक 26 जनवरी की छुट्ी का फायदा ममल सके. एक मदन पहले लोग मफल्म देखने आये्गे, तो इसका हमे् अवक्य फायदा पहुंरेगा. मफल्मो् का कलेक्शन बढ़्ेगा. 'रईस’ 25 जनवरी को सभी शो मे् रलेगी, लेमकन 'कामबल’ शाम के शो मे् ही मदखेगी. हालांमक इस तरह के मनण्या मे्एक्टर की कोई दखलंदाजी नही्होती है. मफल्म कब मरलीज होगी, यह प्​्ोड्​्ूसर ही तय करता है. डरएटरो़ की संख़या पय़ाटप़त न होने की वजह से भी तो डदक़​़त आ रही है? वाकई यह एक बड़्ी समस्या है. हमारे यहां मफल्मे् तो बड़्ी संख्या मे् बनती है्, लेमकन उन्हे् प्​्दम्शात करने के मलए काफी कम मसनेमाघर है्. मल्टीप्लैक्स के आने से थोड़्ी राहत जर्र हुई है. लेमकन अब भी मथयेटर की संख्या काफी कम है. छोटे शहरो् मे् मथयेटर बढऩे रामहये. इस पर काम रल तो रहा है, देमखये मक कब इस समस्या का समाधान मनकलता है.



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डॉ. स्राखत खतरारी

03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

स जीवन मे् एक बार असली टेबल पर पोकर खेल मलया और बन गयी जुआरी. जीतने का दांव कृत और हारने का दांव कमल कहलाता था. बौद्​्ग्थ्ं ो्मे्भी कृत और कमल का यह मवरोध देखा जा सकता है. जुए मे्बाजी लगाने के मलए धन की आवक्यकता होती है. पामणनी ने इसे ग्लह कहा है. महाभारत के प्ख् य् ात जुआरी शकुमन का कहना है मक इस बाजी के कारण ही जुआ लोगो् मे् इतना बदनाम हुआ. यह भी सर है मक जुआ प्​्ारीनकाल से ही एक सव्ाव्यापी मनोरंजन रहा है. मध्यमवग्​्ीय घरो् मे् दीपावली के अवसर पर इस शौक को पूरा करने की छूट दी गयी है. यह परंपरा के नाम पर होता है. लेमकन ब्ह् म् ांड मे्ऐसी जगह कम ही है्जो जुआ घर होने के बावजूद अपनी शानोशौकत से मंिम् गु ध् कर दे.् अमेमरका के लॉस वेगास की अटलांटा मसटी ऐसी ही एक जगह है. जगह क्या है एक भूलभुलैया है जहां से बरकर मनकल जाना मुशक् कल. इसमलए क्यो्मक लाइव पोकर के अलावा हर खेल मे् यहां जुआ घर का जीतना तय है. लाइव पोकर मे् कसीनो मखलामडय़ो्से सीधे पैसा नही्लेते है्और यह आपके कौशल पर मनभ्रा है मक आप मकतना जीतते या हारते है.् यह लॉस वेगास है यानी नुकसान का दूसरा नाम. कसीनो कुछ इस तरह मडजाइन मकये जाते है्मक बाहर जाना आसान न हो. आप खो जाते है्क्यो्मक जुआ घर ऐसा राहता है. आप कुछ सोर समझ सके्इससे पहले आप खुद को मशीन की सीट पर पाते है्और जुए मे्डूब जाते है.् यहां कई लोग साथ मे्परोसी जा रही शराब को मुफ्त उपहार समझकर पीते है्. हकीकत यह है मक ये इन जुआ घरो् की रणनीमत होती है. उन्हे्पता है मक शराब के पैग आपकी समझ और सोरने की शश्कत को खत्म कर देग् .े बेटे के दीक्​्ातं मे्शाममल होने के मलए हम न्ययू ॉक्फमे् थे. वहां से हम कैलीफोम्नया ा मनकल गये क्यो्मक लॉस वेगास हमे्बुला रहा था. रात 10 बजे हमने वेगास की धरती पर कदम रखा. एक ऐसी दुमनया मानो हम रांद मसतारो् के स्वप्न लोक मे् हो्. रोशनी से सराबोर. एक ऐसी दुमनया मजसके बारे मे् भोपाल मे्रहकर तो सोर भी नही्सकती. कसीनो का शहर, होटलो् का शहर, गुनाहो् का शहर, अमीरो् का शहर लॉस वेगास. अमेमरका का एक ऐसा अद्त्ु शहर जो खुद को मनोरंजन की राजधानी बताता है. हमे् अंदाजा भी नही्था मक यहां इस कदर कसीनो है.् यहां तक मक एयरपोट्ापर भी स्लॉट मशीने.् मानो आते से शुर्होने या जाते-जाते मन न भरा होने पर उसे संतोर देने के मलए. हम होटल पहुर ं े जहां नीरे मवशालकाय कसीनो, बार रेसट् ॉरेट् और स्लॉट मशीनो्पर तमाम बुजगु ा्अपनी जीवन भर की कमाई जुए

रात की बांहो् मे् वेगास

मे्लगाए बैठे थे. पता रला मनोरंजन मे्डूबी इस मायावी नगरी मे् ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी सेवामनवृमत की उम्​् मे् अपना पैसा, अपनी मजंदगी भर की कमाई यहां ले आते है् एक दांव लगाने के रक्र् मे.् जैसे ही हम लॉस वेगास की स्म्टप मे् प्​्वेश करते है् हम खुद को इस जहान से अलग मकसी दूसरी ही दुमनया मे्पाते है,् मुझे तो याद भी नही् मक इस तरह की रकारौ्ध मकसी मफल्म मे्भी देखी हो? मफल्मो्मे्इसका 0.5 प्म्तशत ही महस्सा हो सकता है पर यह जादूगरो् की बनायी कोई दुमनया है. कहते है् मक स्म्टप संपूण्ा मवश्​् के सट्​्ेबाजो्, रईसो्, शौकीनो्के सपनो्की सरजमी्है, पूरी स्म्टप गाड़्ी से तो घूमी जा सकती थी, पैदल नही्, बशत्​्ेसड़्क पर गाड़्ी मनकलने की जगह हो. गाड़्ी पलटाते है्मक पहले खुद होटल मे्अपनी एंट्ी दे्तामक र्कने की बेमफक्​्ी हो जाए होटल बहुत महंगे नही्है यहां, दुमनया के हर देश का खाना उपलब्ध है. बच्​्ेपहले ही कह रुके थे मक इतनी दूर बार-बार कौन आयेगा, इसमलए टोकाटाकी न की जाये. सबको पोकर खेलना था लेकन मुझे स्लॉट मशीन पर खेल कर देखना था. बच्​्ो् ने कहा था मां आपको जो खेलना है खेलो सबने मुझे 25 डॉलर मगफ्ट मकये थे. मेरे पास 100 डॉलर थे पर यमद खेलने बैठ जाती तो लॉस वेगास को कैसे देखती? हम पैदल ही मनकलते है.् सात मकलोमीटर लम्बी सड़्क के दोनो् ओर क्या दीवाली, क्या म्​्कसमस, सजावट ऐसी मक बयान करने के मलए मेरे पास शब्द नही् है्. दोनो् तरह मवशाल पमरसरो् मे् कई कई मंमजलो् तक सजे धजे कसीनो, अनोखे मडजाइन, मवलक्​्ण मूम्तायां, बगीरे, रंगीन गाते बजाते नारते पानी के फव्वारे, जाने

मकतनी तरह के बार, डांस फ्लोर, हर होटल कुछ ऐसा मक अगर आप केवल अकेले उसी को देखे्तो कहे्दुमनया मे्इससे बेहतर कुछ हो ही नही्सकता. हर देश की हर कलाकृमत की बेहतरीन नकल यहां मौजूद है. यहां आपको स्टचै य् ू ऑि्मलबट्​्ी से लेकर, एमफल टॉवर, ममस्​् के मपराममड जैसे होटल मदख जायेग् .े भीड़्इतनी मक अगर मोबाइल फोन न हो तो खोना तय. शाइमनंग मसटी स्ट्ीट, नॉन स्टॉप एंटरटेनमे्ट, लग्जरी शॉमपंग से्टर, एमलट

अमेसरकन कन लॉस वेगनस शहर, अपनी रंगीन रनतों और कसीनो के सलए दुसनयन भर में जननन जनतन है. वहनं जनकर एहसनस होतन है सक एक पूरी उमं​ं चनसहए लॉस वेगनस की चकनचौंध को अचंछी तरह जननने के सलए. मडनर, एक से एक शानदार होटल और अपने मे् पूरी दुमनया समेटे महाकाय कसीनो. कभी ना सोने वाला यह शहर पैसे खर्ाकरने वालो् का मदल से स्वागत करता है. लोग कहते है्मक धरती पर स्वग्ादेखना हो तो लॉस वेगास का कोई मवकल्प नही्. इसकी अपनी प्​्मतष्​्ा है एक रेपुटेशन वाला शहर, मजसने लोगो् के ख्वाबो् को हकीकत मे् बदला. हम घूमते है् पैदल आि्य् ा्से भरे हुए.मुहं से मनकलता भी है बाप रे! मकतना पैसा है लोगो्के पास? पैसे से दुमनया मे्सब खरीदा जा सकता है यह यही् पता रलता है. इस शहर को देख कर, इसकी कहानी को सुन कर एक भारतीय कहावत याद आती है मक घूरे के भी मदन मफरते है.् सन1950 मे्एक छोटे से गांव के ख्वाबगाह मे् बदलने की भी एक कहानी है. एक मनज्ना सा बीहड़्आज रात की रानी सा शहर है. 1905 मे्स्थामपत लॉस वेगास को सन 1911 मे्अमधकामरक र्प से बड़्े शहर का दज्ा​ा मदया गया. मफर इसका मसतारा जो रमका मक प्ग् मत के सारे सोपान तय करता यह शहर सदी के अंत तक अमेमरका का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर बन गया. कहते है्मक वयस्को्को यहां सभी प्क ् ार के मनोरंजन की अनुममत है और यही

पय्ाटन

वजह है मक यह मसन मसटी [गुनाहो्का शहर] कहलाता है. कच्​्े मखलाड़्ी या तो इसकी रमक-दमक से बहक जाते है्या गुनाहो्की पनाह मे् जा सकते है्. यहां जुआ, कैबरे, शराब, स्मगमलंग, नाइट क्लब, गुडं -े अपराधी, मगरोह, बंदक ू ,े् अप्सराओ्सी म्​्सयां, मनमंिण ् देती मनगाहे,् ड्ग्स ् , मजस्म सब कुछ एक जगह एक साथ, जहां ना मदन मदन होता है ना रात रात. सबसे पहले देखा द सीजर पैलेस. बेश्लजओ और ममराज के बीर यह रार डायमंड श्ण ्े ी का होटल है मजसमे्नेवादा का स्वग्ासा कसीनो है, हम इसी कसीनो मे्घूमते है.् अंदर जाते ही इतनी ताजगी, इतनी फेश ् नेस नी्द का दूर तक कोई नाम नही्. पता रला कसीनो मे् ऑक्सीजन छोड़्ी जाती है तामक आप ताजगी से भरे रहे.् यहां मेहमानो्के मलए भव्य सुमवधाये्है.् रोमन साम्​्ाज्य की कल्पना को साकार करता यह लॉस वेगास का स्वग्ा महल है. यह पैलस े दुमनया मे्सबसे प्म्तम्​्षत कसीनो वाली होटलो्मे्से एक है और लॉस वेगास का सबसे बड़्ा और सबसे अच्छा स्थान है मजसमे्मुखय् प्द् श्ना स्थल है कालीज़्ीयम, एक 22,450 वग्ा फुट (2086 मीटर) का मवशाल मंर है, मजसके मूल र्प की प्म्तकृमत को बनाने मे् 9.5 करोड़् डालर की लागत लगी थी. इसके साथ एक 4,296 सीट वाला स्टमे डयम सेलीन डायोन भी देखने लायक है. लेखक, कलाकार, इमतहासकार, अंग्ेजी सामहत्य के प्म्े ी सब जानते है्जूमलयट सीजर को. इसे देखना अपने आप मे् अलग महत्व रखता है, सड़्क पर द्​्ार के पास लगी है बेहद खूबसूरत आदमकद सिे्द संगमरमर से तराशी हुई मूम्ता. हम पहुंरते है् इसके कैफटे मे रया मे् मजसकी छत रार नक्​्ाशीदार स्भ्ं ो्पर मटकी है. सामने है्अमतमथ को हलके से मभगोते हुए मद्म् फव्वारे, मजससे गुजरते हुए हम देखते है्सीजर की एक भव्य मूमत् .ा इस कसीनो का ऐश्य् ा्मकसी साम्​्ाज्य के राजसी वैभव से कम नही् है. जुआ घर के तमाम उपकरण मानो सीट पर बैठने का न्योता देते है,् हसीन-कममसन, कम कपड़्ो्मे्सजी काड्ा डीलर लड़्मकयां. उन्हे्देखकर लगता है वे पूरी दुमनया का प्म्तमनमधत्व करती है.् हाथ मे्छोटेछोटे ग्लासो्मे्बीयर, शैप् ने , रम, ब्​्ाडं ी वाइन, वोदका की ट्​्ेमलए घूमती लड़्मकयां. हर एक घंटे मे् टेबल बदलती लड़्मकयां, राजाओ् नवाबो् ने भी शायद ऐसी मज़्ंदगी नही् देखी

होगी.

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सामने एक दूसरी दुमनया है ठीक सामने पेमरस का एमफल टॉवर है. हम आधी रात गुज़्ार रुके है्पर एमफल टॉवर के सामने जाते ही इवमनंग इन पेमरस हो जाती है जाने मकतने जोड़्े यहां पेमरस होटल मे् अपना हनीमून मनाने र्कते है.् कहते है्मक यह शामदयो्के मलए लोकम्​्पय स्थान है, एमफल टॉवर का अनुभव रात मे् मवशेर र्प से रोमांमटक है. उज्​्वल राते्, रंगीन रोशनी और पानी के जलाशयो् का मवरार मकतना बेजोड़् है. 11 मंमजल वाले एमफल टॉवर के रेसर् ां मे्खाने के साथ आनंद दोगुना हो जाता है. ऊराई मूल टॉवर से आधी और रोशनी दुगनी. दुकाने्ही दुकाने्, भीड़् ही भीड़्. हम भी आधी रात के वक्त एक हसी्शाम गुज़्ारते हुए एमफल टॉवर से गुजऱते है.् अगले मदन हम ग्ड्ै केमनयन से लौट रात मे्मफर स्म्टप पर जाते है्कसीनो मसफ्फकसीनो नही् दुमनया के सब रंग समेटे है्. हमे् एक कसीनो के बाहर एक आदमी गाता हुआ ममलता है मक मै्ने अपना सब गंवा मदया है लेमकन एक रांस और लेना राहता हू,ं मदद करे?् हम हंसते है्भीख? जुआ खेलने के मलए उसने अपनी ब्लक ै टोपी खुली रखी है मजसमे् डॉलर पड़्ेहै मजसे देखकर लगता है मक यहां भी लोग दयालु है अभी भी? हर कसीनो अलग थीम पर एक अलग बाजार है. दुमनया के सबसे रम्रता शहरो् की जस की तस प्म्तकृमतयां, जीता जागता संसार, हर कसीनो एक शहर, यही्ममस्​्के मपराममड भी है,् यही् रोम भी तो यही् लंदन, न्ययू ॉक्,फ वेमनस सब है.् वेगास मे्स्थापत्य, मशल्प, थीम बाजार, मनोरंजन की हर एक सुमवधा उपलब्ध है यहाँ बस रामहये केवल पैसा जो डॉलरो्मे् होना रामहये. अभी हमारे पास और समय है हम जाते है् वेमनस. पैदल मकतना भी घूम लीमजये पैसे नही् लगे्गे, पैसे खरीदने या खाने पर खर्ा हो्ग,े सोरते है्यही्इटली का अम्​्दतीय वेमनस देखने को ममल रहा है तो देख ही मलया जाये. वेमनस की सुंदरता का अंदाज तो हो ही जायेगा, इटली याि्​्ा करे्गे या नही् मकसको पता? यह है एक भव्य होटल नीरे कसीनो और ऊपर पतली सी सड़्को्वाला शहर का लुक, जहां मौजूद है एक नहर मजसमे्नाव से आप घूम सकते है्इटली की कोई फेमस धुन के साथ. यहां वेमनस की तरह आपके पोट्ट्े बनाने वाले भी है्पैसे दीमजये, बनवा लीमजये. यहाँ पेड़्ो्की वेशभूरा मे्आपका स्वागत करते लोगो् के साथ वेमनस मदलो मदमाग पर बैठ जाता है, लगता है मक यह वेमनस ही है. लॉस वेगास मे्अमेमरका के सद्ासे मौसम का असर कम मदखता है, सम्दया ो्की अवमध कम होती है. मौसम आमतौर पर हल्का होता है, लॉस वेगास के आसपास की पहामडय़ो्पर बफ्फ पड़्ती है पर लॉस वेगास मे् यह नजारा दुलभा् होता है. लॉस वेगास रेमगस्​्ानी खुकक ् जलवायु वाली जगह है. कहते है् मक यहां 300 मदन और 3800 घंटे धूप मखली रहती है. कहते है्मक लॉस वेगास पहले मैशक् सको का महस्सा था. मफर यह मलंकन काउंटी का महस्सा बना, उसके बाद क्लाक्फ काउंटी का. कहते है् मक स्पेन के लोगो् ने टेक्सास से ओल्ड स्पेमनश ट्​्ेल से होकर उत्​्र और पम्​्िम की ओर जाते हुए इस क्​्ेि् का पानी उपयोग मकया था उस वक्त यहां हरे भरे घास के मैदान थे मजन्हे्स्पमे नश मे्वेगास कहते है् इसमलए इसका नाम लॉस वेगास पड़्गया था.


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03 फरवरी - 09 फरवरी 2017

ध्​्ुव नारायण टसंह का िुनव्ागस

पूजा खसंह

भोपाल. मध्य प्​्देश के पूव्ा मुख्यमंि्ी गोमवंद नारायण मसंह के पुि्, पूव्ा मवधायक ध्​्ुवनारायण मसंह की राजनीमतक सम्​्कयता तेज हो गयी है. आरटीआई काय्ाकत्ा​ा शहला मसूद हत्याकांड मे् जामहदा परवेज को सजा ममलने के बाद उन्हो्ने साव्ाजमनक र्प से लोगो् से ममलने जुलने का मसलमसला तेज कर मदया है. शहला मसूद हत्याकांड की मुखय् ारोपी जामहदा परवेज के साथ अवैध संबंधो् के खुलासे ने उन्हे्राजनीमतक वनवास मे्धकेल मदया था. उनके प्​्मत दीवानगी के रलते ही जामहदा ने शहला मसूद की हत्या करवायी थी क्यो्मक उसे ध्​्ुव के साथ मसूद की नजदीकी बरदाक्त नही्हो रही थी. शहला मसूद की हत्या 16 अगस्​् 2011 को राजधानी भोपाल मे् की गयी थी. यह वही वक्त था जब देश की राजधानी मदल्ली मे् भ्​्ष्ारार मवरोधी आंदोलन अपने ररम पर था. उस वक्त एक आरटीआई

होते ही राजधानी भोपाल मे् जनता क्वाट्ार के पास ध्​्ुवनारायण ने पहली साव्ाजमनक भे्ट की. इस आयोजन मे् करीब 200 लोगो् ने मशरकत की. मसंह ने इस मौके पर लोगो् से कहा मक लोग उन्हे् याद करते है् इसमलए वह उनसे ममलना जुलना शुर्कर रे है्. उन्हो्ने यह भी कहा मक जब तक मजम्मेदारी थी खूब काम मकया, आगे भी जब मौका ममलेगा तो सेवा करने से पीछे नही् हटूंगा. माना जा रहा है मक उनका यह काय्ाकत्ा​ा की हत्या ने खूब सुम्खायां बटोरी इशारा आगामी मवधानसभा रुनाव की तरफ थी्. गौरतलब है मक शहला मसूद हत्याकांड था. मे् ध्​्ुव नारायण मसंह को बहुत पहले क्लीन ध्​्ुव को उम्मीद है मक आगामी मरट ममल रुकी है. पाट्​्ी के एक अन्य वमरष्​् मवधानसभा रुनाव मे् उनको मटकट ममल नेता तर्ण मवजय का नाम भी शहला मसूद जायेगा. उन्हे् भोपाल के बजाय उनके गृह से जुड़्ा था. शहला तर्ण मवजय के भी काफी क्ि्े ्सतना मजले के रामपुर बघेलान से मटकट करीब थी्. इस मामले ने इन दोनो् भाजपा ममल सकता है. हालांमक वह भोपाल से बाहर नेता के राजनीमतक कमरयर को जबरदस्​् जाने के इच्छुक नजर नही्आ रहे है्. पूव्ामे् झटका मदया. वह भोपाल मध्य मवधानसभा सीट से शहला मसूद हत्याकांड मामले मे्सजा मवधायक रह रुके है्.

दागी और बागी केभरोसेभाजपा

फजल इमाम मल्ललक

उत्​्राखंड मे् सत्​्ा मे् वापसी के मलए भारतीय जनता पाट्​्ी ने दामगयो्और बामगयो् पर भरोसा जताया है. उम्मीदवारो् मे् भी दामगयो् और बामगयो् को तरजीह दी गयी है तो प्​्रार के मलए भी भाजपा ने अपने बड़्े नेताओ्से ज्यादा भरोसा दामगयो्और बामगयो् पर जताया है. मदलरस्प तथ्य यह है मक कल तक उत्​्राखंड मे् मजन नेताओ् पर भाजपा अंगमु लयां उठाती थी, आज भाजपा की गंगोि्​्ी मे्आते ही उनके सारे पाप धुल गये. रातो्रात भाजपा ने उनकी घर वापसी करा कर पाट्​्ी का मटकट भी थमाया और उन रेहरो् को रुनाव मे् आगे कर वोट मांग रहे है्. हालांमक उत्​्राखंड मे्भी भाजपा के मलए बड़्े स्टार प्​्रारक प्​्धानमंि्ी नरे्द् मोदी ही है् लेमकन दूसरे मजन नेताओ् को भाजपा ने स्टार प्​्रारको् की सूरी मे् डाला है उनमे् कांगस ्े से आये नेताओ्को प्म् ख ु ता ममली है. दरअसला उत्​्राखंड मे्पांर साल तक सत्​्ा से बाहर रही भाजपा हर हाल मे् कुस्ी पाना राहती है और इसी को देखते हुए उसने कांग्ेस से आए नेताओ् पर ज्यादा भरोसा जताया है. हालांमक पाट्​्ी के इस कदम से भाजपा नेताओ्और काय्क ा त्ाओ ा ्मे्नाराजगी भी है. रुनाव के मदन नजदीक आ रहे है्और प्​्रार उफान पर है. प्​्धानमंि्ी नरे्द्मोदी के काय्ाक्म भी होने वाले है् और भाजपा को उम्मीद है मक वह इस बार मोदी के भरोसे सत्​्ा मे्लौट आयेगी. उत्​्राखंड मे् मपछले कुछ महीनो् मे् मजस तरह का मसयासी मबग फाइट हुई और कांग्ेस की सरकार को मगराने की RNI- DELHIN/2015/ 65658

कोमशश हुई, उससे भाजपा की भी कम फजीहत नही् हुई. मुख्यमंि्ी हरीश रावत ने उत्​्राखंड मे् घूम-घूम कर अपने को शहीद बताते रहे और इसका असर भी एक तबके पर हुआ है. लेमकन रुनावो् मे् इसका मकतना असर होता है यह देखना बाकी है. यह सही है मक इससे भाजपा की छमव धूममल हुई. उस पर राज्यपाल के जमरए रावत सरकार को अश्सथर करने और रावत को सत्​्ा से बेदखल करने का आरोप लगा. अदालत की दखल के बाद रावत मफर मुख्यमंि्ी बने. अब भाजपा मकसी भी तरह सत्​्ा मे्वापसी राहती है और यही वजह है मक उसने उन तमाम बागी और दागी को गले लगाया जो उनके मलए कल तक दागी और मववामदत थे. हालात तो यह है मक मजस घोटाले और भ्​्ष्ारार का आरोप लगाकर भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर थी, उन आरोपी नेताओ् को पाट्​्ी मे् पूरे सम्मान के साथ शाममल कर मलया गया. इसका माि्​् एक मकसद मकसी तरह से सत्​्ा मे् वापसी के तौर पर देखा जा रहा है. राज्य मे् रुनाव प्​्रार के मलए उन सभी बड़्े रेहरे को स्टार प्​्रारको् मे् सबसे ऊपर जगह दी गयी है. भाजपा से हालांमक इसे लेकर सवाल भी मकये जा रहे है्. पाट्​्ी के समम्पात काय्ाकत्ा​ा ठगे से महसूस कर रहे है्और वे बगावत के मूड मे् है्. उनकी मदक्​्त यह है मक कल तक मजन नेताओ्के मखलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे आज भाजपा ने उन्हे्ही पाट्​्ी का मटकट थमा कर काय्ाकत्ा​ाओ्के उत्साह को ठंडा कर मदया है.

संजय कुमार

ऐतिहातसक होगा दसरां ‘लोकरंग 2017’ लखनऊ. पूवा्र ा् ल की धरती पर आयोमजत होने वाला लोकरंग महोत्सव अब अंतर्ाष ा ्ीय ख्यामत प्​्ाप्त कर रुका है. यही कारण है मक 11-12 अप्ल ्ै को दसवे्लोकरंग आयोजन मे् नीदरलैड ् के प्ख् य् ात सरनामी (महन्दस ु ्ानी मूल) भोजपुरी गायक राज मोहन अपने साथी सोरद्ज (सूरज) सेवलाल और संदीप बडलोई के साथ, अपने व्यय पर पधार रहे है.् राज मोहन नीदरलैड ् और सूरीनाम के जाने-पहराने सरनामी भोजपुरी और पॉप गायक है.् इनके कई एलबल आ रुके है.् इन्हो्ने फ्​्ासं , गुयाना, दम्​्कण अम्​्फका, मारीशस, भारत समहत कई यूरोपीय देशो्मे् अपनी-‘बैठकगाना’ से प्भ् ामवत मकया है. राज मोहन भारतीय मूल के है.् मवमदत हो मक 1873 से 1916 के मध्य म्​्बमटश सरकार द्​्ारा, अपने उपमनवेशो्मे्गन्न,े कहवा और कपास की खेती के मलए पम्​्िमी मबहार और पूव्ी उत्र् प्द् श े के 35000 के लगभग युवा मजदूरो्को कोलकाता से पानी के 64 जहाजो् पर लादकर पांर साल के अनुबध ं पर डर उपमनवेश, सूरीनाम ले जाया गया था. तब सूरीनाम, नीदरलैड ् के अधीन था. सूरीनाम गये मजदूरो् मे् से केवल मतहाई मजदूर ही अनुबधं खत्म होन के बाद देश लौट पाये. शेर

वही्बस गये. लोकरंग मे्शाममल होने आ रहे राजमोहन और उसके साथी उन्ही्मजदूरो्के वंशज है.् लोकरंग 2017 मे्अन्य मुखय् आकर्ण ा हो्ग-े रंदनलाल कालबेमलया लोकनृतय् समूह, जयपुर, राजस्थान, आमदवासी नृतय् , झारखण्ड, धोमबया नृतय् , गाजीपुर, रंदन मतवारी, बमलया का गायन, फैजाबाद का गोड़्ऊ नृतय् , पम्​्िम बंगाल का बाउल, बेगसु राय का बहूरा गोड़्न नाटक एवं पमरवत्ना समूह ग्वामलयर का नाटक-‘बाबूजी . स्थानीय टीमो्को भी इस आयोजन मे्पहले की तरह प्म् ख ु स्थान मदया गया है. इस बार मवरार गोष्​्ी का मवरय हैहामशए का समाज और लोक सामहत्य, मजसमे् देश के रोटी के मवद्​्ान भाग ले रहे है.्

टवकास का एजे्डा या छटव बनाओ याि्​्ा

पटना. मबहार के मुख्यमंि्ी नीतीश कुमार अपनी याि्​्ाओ्को लेकर अक्सर रर्ा​ा मे्रहते है.् इस बार उन्हो्ने मनि्य् याि्​्ा के तहत 36 मजलो् की याि्​्ा 31जनवरी को समाप्त की. अब मसफ्फ पटना और वैशाली मजले बरे है्. मनि्​्य याि्​्ा को राज्य मे् मवकास योजनाओ्के बेहतर काय्ाना व् यन की प्​्म्कया से जोड़ कर बताया जा रहा है. यह बात प्श ् ासमनक हलको की ओऱ से कही जा रही है. दूसरी ओर राजनीमतक क्​्ेि्ो् इसे महागठबंधन की अंदर्नी राजनीमत से जोड़ कर देखा जा रहा है. नीतीश कुमार ने मुख्यमि्​्ी के र्प मे् इससे पहले भी कई याि्​्ाये्की है.् याि्​्ाओ्के दौरान वे मजला प्श ् ासन के अमधकामरयो् के साथ मवकास योजनाओ्की समीक्​्ा करते है् और मजनकी प्ग् मत संतोरजनक नही्होती है, उसे दुरस ् ्करने के मलए जर्री मनद्श ्े देते है.् मुखय् मंि्ी अपनी इस याि्​्ा के दौरान मवमभन्न मजलो्मे्जाकर यह देख रहे है्मक उनके सात मनि्य् काय्क ा म् ो्को सही ढ़ंग से लागू मकया जाता है मक नही्. इस दौरान वे रेतना सभा भी कर रहे है्. मजसमे् मुख्य र्प से सरकार के शराबबंदी के मनण्या युवाओ् और ममहलाओ् के मलए मवकास काय्क ा म् ो्की जानकारी देते है.् इस याि्​्ा की शुर्आत मे् सरकार मे् शाममल राजद और कांग्ेस के प्​्मतमनमध भी शाममल हुए. लेमकन बाद मे्इनका प्म्तमनमधत्व कम होता गया बश्लक अब नही् मदखता. जबमक मुखय् समरव और डीजीपी समहत अन्य वमरष्​् पुमलस और प्श ् ासमनक अमधकारी न

मसफ्फइस याि्​्ा मे्शाममल हुए बश्लक इन लोगो् ने भी रेतना सभा मे्सरकार की उपलश्बधयो् और काय्क ा म् ो्की जानकारी जनसमूह को दी. मुखय् मंि्ी का कहना है मक याि्​्ा के पीछे उनका मकसद मवकास काय्​्ो् का फीड बैक लेना है. लेमकन मवपक्​्की ओर से मुखय् मंि्ी की इन बातो् का खंडन मकया जाता रहा है. मवपक्​्के नेता सुशील कुमार मोदी सवामलया

लहजे मे्कहते है्मक मवकास काय्​्ो्को लेकर मुख्यमंि्ी ने अपनी याि्​्ाओ् के अलावा मवधानसभा रुनाव से पहले पटना से मवमभन्न क्ि्े ्ो्मे्फीडबैक बस रवाना मकया था मजसपर सरकार की ओऱ से बड़ी धन रामश खर्ाकी गयी थी. उस वक्त नीतीश कुमार ने कहा था मक इस फीडबैक के आधार पर वे मवजन डॉक्यूमे्र्स तैयार करे्गे मजसके आधार पर मवकास काय्​्ो् की र्प रेखा तय की जायेगी, लेमकन ऐसा कुछ भी नही्हुआ और जनता की

गाढ़ी कमाई बेकार रली गयी. एक मजले से यह खबर आयी मक मुखय् मंि्ी के जाने के बाद मजन गरीब बच्​्ो् को प्श ् ासन से नये स्वटे र पहनाकर मुखय् मंि्ी के सामने पेश मकया गया. उनसे बाद मे् प्​्शासन के लोगो् ने स्वेटर वापस ले मलया. वैसे भी मवमभन्न मजलो् मे् योजनाओ्की प्ग् मत और इसके काय्ाना व् यन की श्सथमत पर लगातार सवाल उठते रहे है.् मुखय् मंि्ी प्द् श े मुखय् ालय मे्मवमभन्न मवभागो् के काय्​्ो् की समीक्​्ा करते है् और अमधकामरयो्को तेज गमत से मवकास करने के मलए मनद्म्ेशत करते है.् लेमकन इन मनद्श ्े ो्का मकतना पालन होता है, यह साफ नही्. हालांमक, महागठबंधन मे्शाममल राजद और कांग्ेस के नेता इस पर खुले तौर पर मकसी भी तरह की मटप्पणी से बरते है.् लेमकन जानकारो्का कहना है मक दोनो्दल यह मान रहे है् मक नीतीश कुमार अपने राजनीमतक लाभ के याि्​्ा कर रहे है्. इसका जो लाभ ममलने की बात कही जा रही है वैसा कुछ नजर नही्आ रहा. जानकार यह भी मानते है् मक नीतीश कुमार के इस तरह के कदम जदयू और उनकी खुद की मजबूती से जुड़ा हुआ है तामक कल को महागठबंधन मे् अगर उनके सहयोगी दल मकसी तरह के मववाद की श्सथमत उत्पन्न करे या उन्हे्रुनौती पेश करे तो उनके यह काम उनके मलए फायदेमदं हो सके. नीतीश कुमार की याि्​्ा उनकी घोरणा और जनता के बीर मवकास पुरर् के र्प मे् खुद को बनाये रखना उनके मलए रुनौती है और इसी रुनौती को उनके सहयोगी दल राजद और कांग्ेस उनके मखलाफ हमथयार बना सकते है.्

स्वत्वामधकारी, प्​्काशक और मुद्क: क्​्मता मसंह के मलए अमर उजाला पश्बलकेशंस मलममटेड, सी-21, 22, सेक्टर-59, नोएडा, उत्​्र प्​्देश से मुम्दत एवं दूसरी मंमजल, बी-146, हमरनगर आश्​्म, नयी मदल्ली- 110014 से प्​्कामशत. संपादकः अंबरीश कुमार (पीआरबी अमधमनयम के तहत समारारो्के रयन के मलए मजम्मेदार) सभी कानूनी मववादो्के मलए न्याय क्​्ेि्मदल्ली होगा. संपक्फ: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com


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