धोनी की तरह मैंने भी संघरंजवकया है पेर- 13
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वर्ष 2 अंक 17 n पृष्: 16 n 03 मार्ष - 09 मार्ष 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5
l गठबंधन बना चुनौती l दरंजनोंमंवंियोंका काशी-िास l धूल फांकते सैकड़ोंसंियं8सेिक
बनारस मे् डेरा डाले है सरकार
कांगंेस के रंख से नीतीश ने बदिी राह
वििेक सकंसेना
नयी दिल़ली. उतंंर पंंदेश के चुनाि नतीजे बहुत दूरगामी पकरणाम लाने िाले राकबत होंगे. इनका अरर उन राजंयोंपर भी पडंेगा जहां कनकि भकिषंय में चुनाि होने िाले हैं अथिा जो राजंय पडंोर में संलथत है. ऐरा माना जा रहा है कक यहां के नतीजोंको लेकर कबहार की राजनीकत मेंजबरदसंंउथल-पुथल आ रकती है. राजनीकत के जानकारो के मुताकबक राजद पंमं ि ु लालू यादि ने तो मतदान पूरा होने के पहले ही कबरात कबछानी शुरंकर दी है. िे रपा के पंंचार के कलए उतंंर पंंदेश में इर पािंंी दंंारा उपलबंध करिाये गये हैलीकॉपंिर पर घूम रहे हैं. उनकी पतंनी बाकी पेज 2 पर
धीरेंदंशंंीिासंंि
वाराणसी. उतंंर पंंदेश किधानरभा चुनाि 2017 के कलए हो रहे मतदान में 2019 लोकरभा का भी रंदश े कनकहत है. इरी रंदेश को रपने पकंंमें313 कंंेतंोंमेंमतदान हो जाने के बाद भी पंंधानमंतंी नरेंदं मोदी भारत ररकार के एक दजंान रे जंयादा मंकंतयों के राथ हांफ रहे हैं. बनारर की हर गली में कोई न कोई केंदंीय मंतंी धूल फांकता नजर आ जाएगा. राषंंीय लंियंरेिक रंघ के बाहर रे आए रैकडों कायंाकंतंाा बनारर में उतार कदए गए हैं. बनारर में भाजपा जंयादा आशंककत है इरकलए कोई कोर करर नहीं छोड रही है पािंंी. दूररी तरफ इरी रंदेश के कलए कांगंेर उपाधंयकंं राहुल गांधी का हाथ रमाजिादी राइककल की हैकंडल पकडे हुए है. यह चुनाि उतंरं पंदं श े की तकदीर कलिने के कलए हो ही रहा है. इरकलए मुखंयमंतंी अकिलेश यादि के कलए भी यह चुनाि जीिन-मरण का पंंशंन है. इरे जय में बदलने के कलए िह और
छठे चरण मेंसभी दल बेचैन
सतीश चंदं
गोरखपुर. गोरिपुर कजले के 9 किधानरभाओं का चुनाि भाजपा-बरपा की परीकंंा के राथ-राथ रपा-कांगर ंे के कलए भी काफी चुनौती भरा है. िषंा 2012 के किधानरभा चुनाि मेंचार पर बरपा, तीन पर भाजपा, एक पर रपा तथा अनंय एक रीि पर कनदंल ा ीय को जीत कमली थी. कांगर ंे का िाता भी नहींिुला था. छठे चरण मेंचार माचंाको गोरिपुर मेंमतदान होना है. ऐरे मेंइन रभी रीिों पर हर दल की कडंी परीकंंा नजर आ रही है. छठे चरण में रात कजले गोरिपुर, महराजगंज, देिकरया, आजमगढं, कुशीनगर, मऊ ि बकलया की 49 रीिोंके कलए मतदान होगा. रातों कजलों में िषंा 2012 के चुनाि पकरणाम को देिा जाये तो भाजपा को मातंं छह रीिेंकमली थीं. रपा को 28 रीिे,ं बरपा को 9 रीिे,ं कांगर ंे को 5 रीिोंपर, कौएद को एक रीि पर जीत कमली थी. मऊ, आजमगढं ि महराजगंज में भाजपा का िाता भी नहीं िुला था. िषंा1998 रे लगातार योगी आकदतंयनाथ गोरिपुर लोकरभा रंरदीय रीि रे जीतते आ रहे है.ं गोरिपुर मेंपंमं ि ु दलोंके कदगंगज नेताओं का जमािडा है. रभी अपने-अपने पंतंयं ाकशयोंको कजताने के कलए एडी-चोिी का जोड लगाए हुए हैं. बीते रोमिार को
मुखंयमंतंी अकिलेश यादि और कांगंेर के राषंंीय उपाधंयकंं राहुल गांधी ने चमंपादेिी पाकंकमेंएक मंच रे पंधं ानमंतंी नरेदं ंमोदी पर जमकर कनशाना राधा. दोनोंनेताओंने कहा कक रपा-कांगंेर गठबंधन पंंदेश में ररकार बनाएगी. मुखयं मंतंी ने कहा कक दो युिाओंका गठबंधन है. नफरत फैलाने िालोंको जनता रबक करिाएगी. राहुल गांधी ने कहा था कक अकिलेश रे मेरी दोसंंी यूपी की तलंिीर बदलने के कलए हुई है. राहुल ने कहा कक मोदी कदन मेंरपने देिते है.ं ककरी को पता भी बाकी पेज 2 पर
रंरीि
उनकी पतंनी रांरद कडंपल यादि कदनरात एक ककए हैं. बरपा पंंमुि मायािती को भी पता है कक यह चुनाि उनके कलए अभी नहीं, तो कभी नहींिाला है. इरकलए िह भी कहीं बुदं ल े िणंड तो कहींपूिांच ां ल जैरे मुदंोंको भी हिा दे रही हैं.
अगले राष््पति के नाम पर मंथन शुर् लखनऊ. जलंद ही यह रिाल पूछा जाएगा कक देश का अगला राषंंपकत कौन होगा. हालांकक, भाजपा के भीतरिाने में िकरषंं भाजपाई मुरली मनोहर जोशी और रुषमा लंिराज के नाम को लेकर चचंाा शुरं हो चुकी है. आशंंयंाकी बात है कक इर बार भी पािंंी की ओर रे लालकृषण ं आडिाणी के नाम पर चचंाा नहींकी जा रही है. बता देंकक जुलाई 2012 मेंभारत के बाकी पेज 16 पर
रच भी यही है कक किधानरभा 2017 का चुनाि उतंंर पंंदेश के कलए ही हो रहा है, लेककन पंंारंकभक चरण मेंही भाजपा की ओर रे राजंयरभा मेंबहुमत का रिाल उठा कदया गया, अगले राषंपं कत चुनाि की तरफ इशारा बाकी पेज 2 पर
आजमगढ़. कदलंली किशंिकिदंंालय की छातंंराजनीकत मेंरामजर कॉलेज की घिना और उरके बाद छातंंा गुरमेहर कौर के किलाफ अकिल भारतीय किदंंाथंंी पकरषद की मुकहम रे उपजे घिनाकंंम की गूंज रुदूर आजमगढंके मशहूर कशबली कॉलेज तक भी पहुंची है. यहां के छातंं-छातंंाओंके रमूह रे बातचीत में रबने कहा कक कजर तरह रे कििंंकिदंंालयों ि कॉलेजों में एक िार किचारधारा को लंथाकपत करने की जबकरया
पूरा वसंह
भोपाल. हर दूररे राल िैकंिक कनिेशक रमंमेलन के जकरये पंंदेश में औदंंोकगक कनिेश जुिाने का दम भरने िाली पंदं श े ररकार ने िषंा2017 के बजि मेंइर अहम कंतंे ंकी अनदेिी कर दी है. पंदं श े के कितंं मंतंी जयंत मलैया ने पंंदेश में नौ नये औदंंोकगक कंंेतंों के किकार के कलए महज 161 करोडं रंपये का पंंािधान ककया है. जबकक अकेले नमाम देकि नमंदा े अकभयान के कलए 100 करोडं रंपये रे अकधक की राकश लंिीकृत की गयी है. यह संलथकत तब है जबकक किकभनंन औदंंोकगक कंंेतंों में कई काम पहले रे ही अधूरे पडंेहुए हैंकंयोंकक उनंहेंअंजाम देने के कलए फंड की कमी है. पीथमपुर औदंंोकगक रंगठन के अधंयकंंगौतम कोठारी कहते हैंकक बजि ने उनंहें कनराश ककया है. इर बजि में औदंंोकगक कंतंे ं के कलए कोई अपेकंकत मदद रामने नहीं आयी है जबकक इर रमय इरी कंतंे ंको रबरे अकधक मदद की आिशंयकता है. िहींमधंय पंदं श े िैकर ं िाइल एरोकरएशन के अधंयकंंएम री राित कहते हैंकक राजंय बाकी पेज 2 पर
शाह के विज््ापन से ग्ायब योगी!
अवभरेक शंंीिासंति
गोरखपुर. उतंरं पंदं श े मेंछठिेंचरण के मतदान का पंच ं ार रमापंत होने के कदन रुबह गोरिनाथ पीठ में अपने ककंं रे नीचे उतरे रांरद योगी आकदतंयनाथ के चेहरे पर चुनािी तनाि राफं कदि रहा था. उनंहोंने अपने कायंाल ा य के रमकंं मौजूद तमाम अिबारी और िीिी के पतंक ं ारोंरे कोई बात नहींकी, अकभिादन तक नहींककया और उनकी उपेकंा कर के अपनी गाडंी मेंचढंगए. इरकी एक बडंी िजह यह भी है कक गुरिं ार को गोरिपुर मेंभाजपा अधंयकंंअकमत शाह के रोड शो का
मोदी की खामोशी पर तशबली हैरान कोकशशें हो रहीं हैं िे थमनी चाकहये और इरके कलए पंधं ानमंतंी नरेदं ंमोदी को हसंक ं पंे करना चाकहए कंयोंकक िे ‘देश के ररपरसंं हैं.’ कॉलेज की एमए की छातंंा फारेहा िां ने कहा, ‘मोदी जी को रमाज में एकता पर जंयादा जोर देना चाकहए लेककन ऐरा हो नहीं रहा है. उनकी ररकार बनने के बाद करयारत में मजहब का इसंंेमाल जंयादा हो रहा है. उनंहेंरंिेदनशील मामलोंपर बोलना चाकहए. कदलंली कििंंकिदंंालय के पूरे
बजट में उदंंोग को भूली सरकार
घिनाकंंम में उनकी िामोशी अचंछी नहीं. कई छातंंाओंने कहा कक ककरी को भी अपनी राय रिने का हक होना चाकहए और उररे नाइतंंफाकी होने पर कहंरक होना अचंछा रंकेत नहीं.’ बकौल फारेहा, आगे का िकंत ठीक नहीं लगता पर िकंत ही बताएगा कक हालात कैरे होंगे. इरी कॉलेज की छातंंा अकदबा परिेज ने कहा, ‘रमंंाि अशोक ि बादशाह अकबर के बारे मेंहमने पढंा है कक िे अपनी करयाया का बाकी पेज 2 पर
जो किजंंापन अिबारों में छपा है, उरमें लंथानीय रांरद योगी आकदतंयनाथ की तलंिीर नदारद है. लोग कह रहे हैंकक लगातार योगी की तलंिीरोंके बगैर चल रहे चुनाि पंच ं ार का िाकमयाजा भाजपा को भुगतना पडंगे ा. चुनाि की शुरआ ं त रे ही भाजपा ने योगी आकदतंयनाथ की अपने किजंंापनोंमेंउपेकंा की है. योगी आकदतंयनाथ अब तक 150 रे जंयादा जनरभाएं कर चुके है,ं लेककन उनके रंगठन कहंदू युिा िाकहनी के लोगोंका मानना है कक इर बार भाजपा ने उनंहेंकिशुदंइलंतेमाल ककया बाकी पेज 3 पर
आजमगढ़ में नहीं बंटे मुसंलिम आजमगढ़. ‘उनकी तो रैली मेंमंच पर कुरंी भी एक ही लगी थी. ककरी मुसंललम नेता को तो अपने बगल में कबठाया नहीं. अकिलेश की रैली में ऐरा नहींथा. कई लोग राथ बैठे थे.’ आजमगढं के दीदारगंज किधानरभा कंतंे ंके फकरहा कलंबे के शाह आलम की यह किपंपणी बहुजन रमाज पािंंी की बाकी पेज 3 पर
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
बीस फीसदी अपराधी मैदान में लखनऊ ‘शुकिं ार’. उतंरं पंदं श े किधानरभा चुनािों में राजनैकतक दलों का अपराकधयोंऔर करोडंपकतयोंरे पंमें कम नहीं हो रहा है. किधानरभा चुनािोंके छठे चरण में पूिांच ां ल के रात कजलोंकी 49 रीिोंपर बडंी तादाद में राजनैकतक दलों ने आपराकधक करकॉडंारिने िाले पंतंयं ाकशयोंको किकि कदया है. छठे चरण में किकभनंन राजनैकतक दलों रे 20 फीरदी अपराधी तो 25 फीरदी करोडंपकत उमंमीदिार चुनािी मैदान मेंउतरे है.ं अब तक हुए पांच चरणों के चुनािों को देिें तो यह औरत िारा जंयादा है. अपराकधयोंको किकि देने के मामले में इर चरण में बरपा 49 फीरदी के राथ रबरे आगे है जबकक भाजपा 40 फीरदी के राथ दूररे नंबर पर है. छठे चरण में38 फीरदी दागी रपा के किकि रे तो 30 फीरदी कांगर ंे की तरफ रे चुनाल लडं रहे है.ं इर चरण मेंचुनाि लडंरहे 17 फीरदी पंतंयं ाकशयोंपर हतंया, हतंया के पंयं ार, अपहरण और मकहला कहंरा जैरे गंभीर मामले दजंाहै.ं रबरे जंयादा 73 फीरदी करोडंपकत पंतंयं ाशी
भाजपा के किकि पर चुनाि लडंरहे है.ं बरपा ने 71 फीरदी तो रपा ने 70 फीरदी करोडंपकतयोंको मैदान मेंउतारा है. छठे चरण के उमंमीदिारोंकी औरत रंपकंंत 1.59 करोडं रंपये है. इर चरण में भी मकहला पंतंयं ाकशयों की तादाद दहाई में नहीं पहुच ं ी है. छठे चरण में महज 9 फीरदी मकहला पंतंयं ाशी मैदान मेंहै.ं छठे चरण मेंरात कजलोंआजमगढं, बकलया, देिकरया, गोरिपुर, कुशीनगर, महराजगंज और मऊ की 49 किधानरभा रीिोंपर मतदान होना है. उतंरं पंदं श े किधनारभा के छठे चरण के पंतंयं ाकशयों के आपराकधक, आकंथक ा ि शैककंणक करकॉडंाकी किसंतंृ रमीकंंा के बाद एरोकरएशन फॉर डेमोकेिं क करफामंा (एडीआऱ) ि यूपी इलेकश ं न िॉच ने जो करपोिंा जारी की है उरके मुताकबक बडंे पैमाने पर बाहुबली ि धनबली चुनाि मैदान में ताल ठोंक रहे है.ं एडीआर ने छठे चरण मेंनामांकन करने िाले रभी 635 पंतंयं ाकशयोंके नामांकन दाकिल करते रमय कदए गए शपथपतंंों के
आंकलन के बाद यह करपोिंातैयार की है. एडीआर की करपोिंाजारी करते हुए पंदं श े कोर कमेिी के रदलंय डॉ. अजय पंक ं ाश ि रमनंियक अकनल शमंाा ने बताया कक गंभीर अपराकधयोंको किकि देने के मामले मेंबरपा 41 फीरदी के राथ रबरे आगे है. करोडंपकतयोंको किकि देने के मामले में भाजपा अवंिल रही है. हालांकक बरपा ि रपा भी उररे जंयादा पीछे नहीं है.ं छठे चरण के पंतंयं ाकशयोंमेंशीषंातीन अमीर बरपा के किकि पर ही लडंरहे है.ं नामांकन के रमय कदए गए शपथपतंंके मुताकबक छठे चरण के रभी पंतंयं ाकशयों में रबरे अमीर आजमगढंकजले की मुबारकपुर रे बरपा के शाह आलम उफंकगुडंजमाली 118 करोडं रंपये की रंपकंंत के राथ हैं जबकक कचलंलपू ार रे बरपा के किकि पर चुनाि लडं रहे किनयशंकर कतिारी के पार कुल 67 करोडं की रंपकंंत है. तीररे रबरे अमीर पंतंयं ाशी नौतनिां, महराजगंज के बरपा पंतंयं ाशी एजाज अहमद हैंकजनकी कुल रंपतंंी 52 करोडंरंपये है.
छठे चरण मे् सभी दल बेचैन
कांग्ेस के र्ख...
पेज 1 का बाकी नहींचलता िे रपने को रच मान लेते है.ं देश के हर शहर मेंमेड इन चाइना कबक रहा है. मेक इन इंकडया करफंकमोदी के मन मेंहै. मोदी ने गंगा मां रे भी िोि का रौदा कर कलया. गंगा की रफाई करने का िादा करने िाले मोदी गंगा को ही राफ करने मेंलगे हुए है.ं िे यूपी को बांिने की राजनीकत कर रहे हैंलेककन यूपी बंिने िाला नहीं है. ककरानों के 70 हजार करोड रंपए का कजंा माफ करने के कलए पीएम िोि का रौदा कर रहे हैंजबकक मालंया को 1200 करोड रंपए की िॉफी िे पहले ही किला चुके है.ं गठबंधन के पहले मोदी िुश रहते थे अब डरकर नफरत की बात करते है.ं भाजपा की डीएनए में नफरत है. राहुल ने कहा कक मोदी कफलंम बनाते हैंऔर डायरेकिं र रे लेकर हर ककरी की भूकमका लंियं कनभाते है.ं ढाई राल रे कदल िाले दुलहं कनया ले जाएंगे कफलंम बना रहे थे कफलंम बन गई 'शोले' और देश को गबंबर करंह कमल गया. िहीं, बरपा रुपंीमो मायािती ने
पेज 1 का बाकी राबडंी देिी ने हाल ही में बयान कदया कक कबहार के लोग तेजलंिी को राजंय के मुखंयमंतंी के रंप में देिना चाहते हैं. इरकलए अगर रपा-कांगंेर उतंंर पंंदेश में ररकार बनाती है तो कबहार मेंयुिा तेजलंिी को मुखंयमंतंी बनाने का अकभयान तेज हो जायेगा. मुखंयमंतंी नीतीश कुमार इर रणनीकत रे पकरकचत हैं ि उनंहोंने िुद को उतंंर पंंदेश में चुनाि अकभयान रे दूर रिा हुआ है. माना जा रहा है कक उनके िहां न जाने का रीधा लाभ भाजपा को कमलेगा कंयोंकक कनकि भकिषंय में उनंहें इर दल की जरंरत पडंरकती है. इरी तरह माचंा में होने िाले कदलंली नगर कनगम चुनािोंमेंउनंहोंने जद(यू) को उतारने का फैरला ककया है. अभी तक जो रंकेत कमले हैं उरके अनुरार उनकी पािंंी रभी 272 रीिोंपर तीनोंकनगमोंके चुनाि लडंगे ी. इरके कलए महारकचि रंजय झा की कजमंमेदारी रौंपी गयी है. मालूम हो कक कपछली बार जद (यू) ने किधानरभा चुनाि में कुछ उमंमीदिार उतारे थे. तब राकबर अली को कजमंमेदारी रौंपी गयी थी जो कक बाद मेंभाजपा मेंचले गये. िे शोएब इकबाल को जद (यू) में लाने मेंरफल रहे और शोएब चुनाि जीतने के बाद अलग हो गये. बाकी की जमाने जबंत हो गयी. एक उमंमीदिार की तो 100 रे भी कम िोि कमले. इर चुनाि मेंकांगंेर, महाराषंं की तरह हाकशए पर है इरकलए अरली मुकाबला आप और भाजपा के बीच होगा. कांगंेर का पुराना िोि बैंक पूिंााचल, दकलत, मुसंललम मतदाता रहता आया है.भाजपा ने भले ही मनोज कतिारी को पंंदेश अधंयकंं बना कदया हो पर उनके यहां के कबहारी मतदाता पर पकडं जंयादा मजबूत नहीं है. इरकलए अगर जद (यू) चुनाि में उतरी तो उरका रीधा लाभ भाजपा को ही कमलेगा. इरे कहते हैंचाणकंय नीकत!
गोरिपुर में जनरभा में कहा कक यूपी में बरपा की ररकार पूणांबहुमत रे बनने जा रही है कंयोंकक जनता मोदी के जुमले मेंनहींआने िाली है. रपा की गुणडं ई ककरी रे कछपी नहीं है. अकमत शाह रभी किधानरभा में अपनी जीत पकंंी मान रहे हैं. गोरिपुर के 9 किधानरभा मेंकुल 34,32,793 मतदाता है.ं िषंा2012 के चुनाि मेंचौरीचौरा, कचलंलपू ार, रहजनिा ि बांरगाि रे बरपा ने जीत हाकरल की थी. गोरिपुर शहर, गोरिपुर गंंामीण, िजनी रे भाजपा को जीत कमली थी. कपपराइच रे रपा तथा कैमंपीयरगंज रे कनदंालीय पंंतंयाशी को रफलता कमली थी. राल 2017 का चुनाि रभी के कलए चुनौती है. भीतरघात रे रभी को ितरा बना हुआ है. कनदंल ा ीय पंतंयं ाकशयों रे रभी पाकंिया ां परेशान है.ं किकि नहींकमलने पर कनदंल ा ीय के रंप में अपनी ककलंमत आजमा रहे हैं. कहनंदू युिा िाकहनी भी कहीं-कहींभाजपा का किरोध कर रही है. हालांकक, चार माचंा तक रमीकरण कंया होगा कुछ भी कहना ठीक नहींहै.
बजट में उदंंोग को भूली सरकार पेज 1 का बाकी ररकार को कारोबारी रुसंी को देिते हुए िसंंउदंंोग को कर पंंोतंराहन देना चाकहये था लेककन ऐरी कोई घोषणा नहींकी गयी. कपछले कदनोंपेश देश की आकंथक ा रमीकंां मेंदेश के मुखयं आकंथक ा रलाहकार अरकिंद रुबमं णंयम भी कह चुके हैं कक िसंं उदंंोग और चमडंा उदंंोग मेंरबरे अकधक रोजगार पैदा करने की रंभािनायेंमौजूद है.ं ऐरे मेंइन कंतंे ंोंके कलए पंंोतंराहन न कदया जाना िेदजनक है. गौरतलब है कक पंदं श े ररकार के बजि मेंकर रंबधं ी मरलोंका कोई कजकंंही नहीं ककया गया. उदंंोग जगत को कोई राहत देने के बजाय इंदौर और भोपाल के एिीएफ मूलयं पर िैि चार फीरदी रे बढंाकर 25 फीरदी कर कदया गया. ये दोनों कजले पंंदेश के अकधकांश हिाई याकंंतयोंके कलए कजमंमदे ार है.ं
ऐरे में करों में बढंोतरी किमान यातंंाओं को महंगा बनाकर इरे हतोतंराकहत करेगी. पंदं श े के िकरषंंआकंथक ा पतंक ं ार शमशेर करंह कहते हैं कक ररकार को पुरानी योजनाओं के कलए फंड की वंयिलंथा करनी थी राथ ही नयी औदंंोकगक पकरयोजनाओंके बुकनयादी किकार के कलए 161 करोडं रंपये की राकश का आिंिन यह कदिाता है कक ररकार कतई गंभीर नहींहै. यह राकश ऊंि के मुहं मेंजीरे के रमान है. इन बातोंरे इतर पंदं श े ररकार के बजि में लोकलुभािन योजनाओं की भरमार रही. इरमें दीनदयाल कैंिीन योजना शाकमल है कजरके तहत जलंदी ही गरीबोंको पांच रंपये मेंपौकंंिक भोजन मुहयै ा कराने की बात कही गयी है. इर योजना का लाभ शहरी इलाकोंमें रहने िाले शंकंमक िगंाके लोगोंको कमलेगा.
बनारस मे् डेरा डाले है सरकार पेज 1 का बाकी कर कदया गया, इरकलए यह चुनाि राषंंीय पकरपंंेकंय में भी देिा जाने लगा है. इरकी शु रंआत में ही पंंधानमंतंी नरेंदं मोदी ने बात शुरं की, कालंि, करपंशन, किकार, कबजली, कजंामाफी रे और चले गए शंमरान-ककंंबसंंान तक. उनंहोंने बीएरपी की नई पकरभाषा भी दी. मायािती ने भी इरका तीिा पंंकतिाद ककया और पंंधानमंतंी नरेंदं दार मोदी के ही नाम का नया किशंलेषण कर कदया. इरी दौरान भारतीय जनता पािंंी के अधंयकंं अकमत शाह ने कांगंेर, रपा और बरपा को ‘कराब’ का नाम कदया. जिाब में मु खंय मं तंी अकिलेश यादि ने रदी के महानायक अकभताभ बचंंन रे आगंंह कर कदया कक िे गुजरात के गधोंका पंंचार नहीं करें. ये किपंप णी भाजपा को बुकी लाल कमचंा की तरह लगी. जिाब मेंपंंतंयारोप की झडी लग गयी. अमयंााकदत किपंपणी करने िाले भी मयंााकदत भाषा बोलने की रलाह दे ने लगे . और इर महतंि पूणंा चुनाि में गदहा और कराब जैरे शबंद भी लंथान बनाने में कामयाब रहे. अचंछी बात यह रही कक आम मतदाता ने इन किपंपकणयों में कनकहत मंशा को भांप कलया. िह तिलंथ बना रहा और उतंंर पंंदेश में पांच चरणों का मतदान रकुशल रमंपनंन हो गया जहां के बारे में पंंधानमंतंी की राय है कक यहां मकहलाएं कदन मेंभी घर रे बाहर कनकलने में डरती हैं. अब बारी उन अं कतम दो चरणों की है कजरमें पंंधानमं तंी नरेंदं मोदी का िाराणरी और रमाजिादी पािंीं के रंरकंंक मुलायम करंह यादि का आज़मगढ रंरदीय कंंेतं भी है. यहां की हार जीत का आंकलन राषंंीय राजनीकत मेंभी भाजपा और रपा की घितीबढती राि रे जोडकर देिा जायेगा. इरकलए इन दरों कंंेतंों का महतंि राषंंीय पकरपंंेकंय में भी है. इरका बोध भारतीय जनता पािंंी को भी है और रमाजिादी पािंंी-कांगंर गठबंधन को भी. इरकलए दोनों कंंेतंों की रभी रीिें जीतने के कलए दोनोंओर रे पूरी ताकत झोंकी गयी है. यूं तो भाजपा िाराणरी कजले की रभी रीिें जीतकर रंदेश देना चाहती है कक िाराणरी केिल मोदी की है. रंरदीय कंंेतं की पां च रीिें तो िह ककरी कीमत पर जीतना चाहती है. इरमें रे िाराणरी
रंरदीय रंरदीय कंंेतं की पांच में रे तीन रीिें, शहर उतंंरी, दकंंकणी और कैंि पर भाजपा का कबंजा है और रेिापुरी तथा रोहकनया पर रमाजिादी पािंंी का. गत लोकरभा चुनाि मेंइन पांचोंकंंेतंोंमेंमोदी को भारी बढत कमली थी. भाजपा को पता है कक यह बढत घिी या पिकनी कमली तो पूरे देश में मोदी की ककरककरी होगी. इरका 2019 पर भी अरर पडेगा. इरकलए यहां बढत बनाए रिने और जीत के कलए भारत ररकार के बडे-बडे िजीर हांफ रहे हैं. ठीक इरके किपरीत रपा कांगंेर गठबंध न को पता है कक िाराणरी में कशकसंं माने 2019 के कलए मोदी की उलिी कगनती. इर चुनाि मेंशहर की तीनों रीिें कांगंेर के पार हैं, इरकलए कांगंेर उपाधंयकंंराहुल गांधी के कलए भी यहां जीत काफी मायने रिती है. भाजपा में किकि को लेकर हुई बगाित को लेकर यहां रपा कांगंेर गठबंध न काफी उतंराकहत भी है. पकरणाम है कक गठबंधन के पंंतंयाशी शहर की उन रीिोंपर भी कांिे के रंघषंा मेंकदि रहे हैं जो भाजपा के गढ माने जाते हैं. आज़मगढ िह रंरदीय कंंेतं है, जो मोदी लहर में रपा के राथ रहा. यहां रे रपा के रंर कंंक मुलायम करंह यादि रांरद हैं. इर कजले की दर में रे नौ रीिें रपा के पार हैं. केिल एक रीि मुबारकपुर रपा के पार नहीं है. रभी को पता है कक रपा के रंरकंंक मुलायम करंह यादि इर चुनाि में पंंचार के कलए नहीं कनकले हैं. इरके बाद भी यह रीिें रपा के राथ रहती हैं तो इरी चुनाि में ही यह तय हो जायेगा कक रपा के 2019 के भी नेता अकिलेश ही हैं. इरकलए रपा भी यहां ककरी भी कीमत पर अपना इकतहार दोहराना चाह रही है. भाजपा को भी पता है कक अकिलेश यादि की राइककल को पंचर करना है तो आज़मगढ में ही पिकनी देनी होगी. इरकलए भाजपा भी जीत के कलए हर हथकंडा अपना रही है. बहुजन रमाज पािंंी को भी पता है कक कदलंली का रासंंा िाया लिनऊ जाता है और लिनऊ के कलए िाराणरी, आज़मगढ के राथ ही मऊ, बकलया, ग़ाज़ीपुर, चंदौली, कमजंाापुर, रोनभदंं आकद जनपदों में भी हाथी का चलना जरंरी है. इरकलए अंकतम दो चरणों के कलए भी िह पूरी ताकत झोंके हुए हैं.
मोदी की खामोशी पर शशबली हैरान पेज 1 का बाकी हाल लेते थे और कफर उनकी रमलंयाओंका रमाधान करते थे. बतौर पंध ं ानमंतंी मोदी को भी यह करना चाकहए.’ कशबली के किदंंाथंंी जेएनयू में जाकर आगे की पढंाई करना चाहते हैंलेककन रभी को इरका मलाल है कक आजमगढंके राथ आतंक का ऐरा ठपंपा लगा कदया गया है कक उनंहेंआगे कुछ बेहतर करने मेंभारी कदकंतं ों का रामना करना पडंता है. छातंं हनुमंत यादि कॉलेज की ओर रे राजंय की कबडंंी िीम मेंशाकमल हैं. उनंहोंने कहा, जब भी िीम बाहर जाती है तो यूपी के बाकी कजलों के किलाकंडयों रे तो िार पूछताछ नहीं होती लेककन आजमगढं के नाम पर मेरी डबल चेककंग होती है. जेएनयू के छातंं नजीब के
गायब हो जाने का कजकंंकरते हुए मोहमंमद माज, नाकरर िां, जरीन और नाकजश ने कहा कक केंदं ररकार को उरे तलाशने की हर मुमककन कोकशश करनी चाकहए थी. कशबली की इर युिा पीढंी को किधानरभा चुनाि में अकिलेश यादि का चेहरा जंयादा पंंभाकित करता है. कई छातंंाओं ने कहा कक बतौर लडंकी उनके कलए रुरकंंा रबरे बडंा चुनािी मुदंा है और िह चाहेंगी कक जो भी नई ररकार बने िह इर पर रबरे जंयादा जोर दे. ऐरी ररकार बने जो रभी िगंंों का खंयाल रिे न कक करफंक एक िगंा का. युिाओं के इर रमूह ने िुल कर कहा कक नोिबंदी का फैरला रही नहींथा कंयोंकक न करफंक उररे लोगों को परेशानी हुई बसंलक उरका कोई फायदा भी नहींकदि रहा है.
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
जारी है िकरार
फजंल इमाम मलंललक
मुखंयमंतंी ने कई मौकिक आदेश कदए. इरे लेकर ही अब भाजपा आकंंामक हो गई है. उतंरं ािंड मेंचुनाि हुए अररा बीत गया पंंदेश भाजपा अधंयकंं अजय भटंं ने लेककन भाजपा और कांगर ंे के बीच तकरार कहाहमेंपंदं श े के मुखयं मंतंी के रकचिालय जारी है. भाजपा और कांगर ंे दोनोंने ही एकमे ं बै ठ ने पर कोई आपकंंत नहींहै. लेककन कजर दूररे के किलाफ मोचंाा िोल रिा है. दोनों तरह रे मु ख ं य मं त ंी ने रकचिालय में बैठकर दल एक दूररे पर आचार रंकहता की धकंंजयां कु छ फाइले ं कनपिाईं . िह ठीक नहीं है. उडंाने का आरोप लगा रहे है.ं बात कदलंली तक मुखयं मंतंी रमेत ककरी भी मंतंी को ररकारी जा पहुंची है. कांगंेर ने तो बाकायदा फाइलें कनपिाने का कोई अकधकार नहीं है. पंध ं ानमंतंी नरेदं ं मोदी पर मामला दजंा करने रंकिधान की दुहाई देने िाले कांगंेरी ही की मांग तक कर डाली है. कांगर ंे ने भारतीय रंकिधान के किलाफ काम कर रहे है.ं भाजपा जनता पािंंी पर चुनाि आचार रंकहता ने इर मामले की पहले ही चुनाि आयोग रे उलंलघं न का आरोप लगाया है और कनिंाच ा न कशकायत की थी. दूररी तरफ मुखंयमंतंी आयोग रे पंध ं ानमंतंी नरेदं ंमोदी के किलाफ पंंाथकमकी दजंाकराने की मांग की है. पािंंी का कजला के कनिंााचल अकधकारी के कामकाज अजय भटंंने आरोप लगाया कक मुखयं मंतंी ने राित ने कहा कक भाजपा मुझे रीि न दे. कहना है कक 10 फरिरी को हकरदंंार में हुई के तरीकों पर रिाल उठाया है. दरअरल रकचिालय में जाकर कजर तरह रे कुछ आचार रंकहता लागू रहते रंरद में देश का ा चुनाि बजि पेश ककया गया. इर पर भी भाजपा को उनकी चुनािी जनरभा के कलए अनुमकत नहीं कहा जा रहा है कक पंंधानमंतंी ने कजर रैली फाइलोंको कनपिाया है उररे आदंश आचार रं क हता की िु ल आ े म धकं ज ं यां उडी है.ं जिाब देना चाकहए. राित ने कहा कक मुझे इर को रं ब ोकधत ककया था उरकी इजाजत ही ली गयी थी. उतंंरािंड के मुखंयमंतंी हरीश राित, पंदं श े पंभं ारी महारकचि असंमबका रोनी नहीं ली गई थी. ऐरे में यह रिाल उठना भाजपा के आरोप के जिाब में मुखंयमंतंी बात का अचंछी तरह रे जंंान है कक आचार और पंंदेश अधंयकंं ककशोर उपाधंयाय के लाजमी है कक पंंधानमंतंी की रैली कफर हुई राित ने कहा- मैंरंकिधान के मुताकबक पूणां रंकहता के दौरान कंया-कंया काम ककए जा नेतृतंि में कांगंेर के एक पंंकतकनकधमंडल ने कैरे अगर पािंंी ने रैली की इजाजत नहींली रंप रे अकधकार रंपनंन मुखंयमंतंी हूं. रकते हैं और कंया नहीं. उनंहोंने कहा कक मुखयं मंतंी ने राजंय रकचिालय मेंअकधकाकरयों किधानरभा भंग होने तक मैं रूबे का राजधानी मेंकनिंाच ा न आयोग के अकधकाकरयों थी. दूररी तरफ भाजपा ने भी मुखयं मंतंी पर को बीते कदनों उतंरं ािंड में आए भूकमंप को मुखयं मंतंी हू.ं रे मुलाकात की और पंध ं ानमंतंी के किलाफ मोदी के किलाफ कांगंेर की कशकायत पंंाथकमकी दजंा कराने की मांग की. हालांकक आचार रंकहता के उलंलघं न का आरोप लगाय लेकर आपदा पंंबंधन किभाग के रकचि को हकरदंंार कजला भाजपा अधंयकंं जयपाल करंह है. दरअरल राित ने मतदान के बाद आिशंयक कनदंंेश कदए थे. मुखंयमंतंी पर चुनाि आयोग कारंिा ाई करता है या नहीं ं कर कुछ ररकारी कामकाज रकचिालय में एक घंिा रहे. इर बीच उनरे यह देिना बाकी है लेककन इर मुदंे पर और रंयोजक किकार कतिारी के किलाफ रकचिालय पहुच ु रकचि आनंदिंद ं नां , कितंंऔर आयोग ने कजर तरह का ढुलमुल रिैया हकरदंंार कोतिाली मेंकेर दजंाककया गया है कनपिाया और रूबे के अकधकाकरयों को कुछ कमलने पंमं ि ं न रकचि अकमत नेगी रमेत कई अपना रिा है उररे चुनाि आयोग पर लेककन कांगर ंे पंध ं ानमंतंी नरेदं ं मोदी पर भी कदशा-कनदंंेश कदए थे. इरे लेकर ही भाजपा आपदा पंबं ध े अधंयकंं अकधकारी पहुंचे. इन अकधकाकरयों को रिाल िडंेहो रहे है.ं मुकदमा दजंाकरने की मांग की है. कांगर ंे ने रिाल उठा रही है. भाजपा के पंदं श
ई रज्ज़ा काशी है
अकिलेश, राहुल कमलकर ररकार बनाएंगे तो रालोद को कमलाएंगे ही तो हम यहीं रे शुरंआत कर दें. राजनीकत है. यह केिल कदलंली और लिनऊ में ही थोडे होती है, चंचल बदलापुर भी राजनीकत करता है. और बनारर? फा लेकर कनकलता है रंघी कगरोह. काशी फगुआ मेंहै और करयारत रौंफ एक रे एक अफिाह, भदंंी रे भदंंी फांक रही है. अगरचे राज बबंबर कहींमौजूद भाषा का उचंंारण, चकरतंंहनन और अंत में रहें और लोग चैन की रांर ले?ं अरंभि. पाककसंंान का रमथंक ा होने का पंमं ाणपतं.ं राज इन कदनों काशी में है- कंया मजाक इरके अलािा कंया है इर कगरोह के पार? करते हो यार! हम काशी मेंबोलेगं ?ें हमारी लेककन यही इनका अंत भी है. उतंरं पंदं श े कहमंमत? हम तो काशी को रुनने आये है,ं डगर कदिा रहा है. पूिंी उतंरं पंदं श े रे है.ं रमझने आये है,ं भैया हम काशी को जानते बनारर, जौनपुर, आजमगढ, कमजंाापुर ि हैंयाचक हूँ जो भी पंर ं ाद कमल जाएगा लेकर रोनभदंं में 'अपरय में' कनपि ले रहे हैं. रंतोष कर लूगं ा.' और राजबबंबर िोि मांगने रमूचा पूिंी कहलंरा ही इनके कलए िंडहर हो में वंयसंं हो गए. भाजपा के पार राज के गया है. हम जहां रे िोिर हैं यहां तो बुरी रिालों का जिाब नहीं है. राज आये हैं हाल मेंभाजपा है. चार पीढी रे जो पकरिार कांगर ंे के कलए, रपा के कलए, अजय राय रंघ, जनरंघ ि भाजपा की अलमंबरदारी के कलए. काशी का तेिर है यह बंदा, पूरे देश करता आ रहा था, ने देिा है. कल काशी मजा करंगरामऊ राज पकरिार, लेगी, दंगल देिेगी, युगल उनंहें इर बार उमंमीदिार न जोडी राहुल गांधी अकिलेश बनाकर एक ठेकेदार को किकि कदया जो एक राथ एक मंच पर गली-गली मेंघूमगें .े कपछले चुनाि मेंबरपा का उमंमीदिार था. दूररी तरफ जाएद के नाम ले, अल रुबह? कुँिर मृगेंदं करंहः भाजपा रे किदंंोह कर देश दुकनया के रारे पतंक ं ार काशी मे.ं तीनों रालोद रे उमंमीदिार बनकर जौनपुर के तरह के पतंंकार. दमदार, दुमदार और बदलापुर किधानरभा रीि रे चुनाि मैदान बेदमु दार तीनोंआये है.ं मत नाप काशी को मेंहैंऔर लगता हैंरालोद का िाता यहां रे अपनी अंगकु लयों रे, िो कुछ नहीं बोलेगा. िुल जाएगा. यहां की हर कबरादरी मेंमृगदें ं यह काशी है घोडा नर काि देता है. किेगी करंह का पकरिार आदर की दृकंि रे देिा नर गोदौकलया पे और पता चलेगा गोधरा जाता है और लोग िुलकर राथ दे रहे है.ं पहुंचने पर. चढ चुकी हांडी दुबारा नहीं जो िांिी कांगर ंे ी हैंइर इलाके मेंउनंहें चढेगी, रमझे उचकंंो!ं भी एक अचंछा मौका कमल गया है- भाई जब ई राजंज़ ं ा काशी है...
हौ
बतकही
आजमगढ़ मे् नही् बंटे मुस्ललम पेज 1 का बाकी मुकिया मायािती के कलए थी. चुनाि यातंंा के दौरान ऐरी और भी आिाजेंपूिांच ां ल के कई किधानरभा कंंेतंों के मुसंललम मतदाताओं रे रुनने को कमलीं. उतंंर पंंदेश के किधानरभा चुनाि रे पहले ऐरा अनुमान लगाया जा रहा था कक रमाजिादी पािंंी और बहुजन रमाज पािंंी में मुसलं लम िोि का बडंा कबिराि होगा. बरपा ने पंतंयं ाकशयोंकी रूची मेंकरीब रौ मुसलं लम पंंतंयाशी देकर इर धारणा को और पुखंता ककया. िहीं, मायािती ने चुनाि पंंचार में दकलत-मुसलं लम गठजोडंकी अपनी मुकहम को आगे बढंाते हुए मुसंललम मतदाताओं रे िुलकर अपील की कक िे रपा नहीं बसंलक बरपा को िोि करेंलेककन जमीन पर उनकी इर अपील का िार अरर नहींकदि रहा. छठे और रातिें चरण की कई किधानरभा रीिोंपर मुसलं लम मतदाताओंरे बात करने पर उनंहोंने लंिीकारा कक िोि का कुछ किभाजन होगा लेककन जंयादातर लोगों की पहली परंद रमाजिादी पािंंी ही है. बरपा रे उनकी यह आम कशकायत कदिी कक िहां न तो रमंमान कमलता है और न तो जरंरत पडंने पर रुरकंंा. िहीं, रपा के पकंंमेंझुकाि की बडंी िजह यह बताई गई कक मुसंशकल घडंी मेंपािंंी के लंथानीय कायंक ा तंाा राथ िडंे होते हैं. दीदारगंज कंंेतं में शाह आलम की नाराजगी इर बात पर थी कक उलमा कौंकरल ने बरपा को अपना रमथंना भी कदया लेककन उरके ही पंभं ाि िाले कजले में मायािती की रैली मेंभी मंच पर उलमा कौंकरल के ककरी नुमाइंदे को जगह तक नहीं कमली. बकौल आलम, मंच पर करफंक एक कुरंी थी जो
मायािती के कलए थी कलहाजा रपा बेहतर है कंयोंकक अकिलेश यादि की रभा में कई बाकी नेता भी मंच पर बैठे नजर आए. कुछ ऐरी ही राय मऊ की मधुबन किधानरभा रीि के बहादुरपुर गांि के कफरोज अहमद की भी थी कजनके मुताकबक रपा की मानकरकता है राथ लेकर चलने की जबकक बरपा झुकाने की मानकरकता रिती है. िार बात यह है कक इर चुनाि में िोि का मन बनाने की पंंकंकया में मुसंललम मतदाता रमाजिादी पािंंी मेंपाकरिाकरक कििाद की भी अपने संरं पर वंयाखंया कर रहा है. मरलन, आजमगढं की रगडंी किधानरभा के बुजुगंा मोहमंमद आकबद के मुताकबक कििाद रे मामूली फकंक जरंर है और मुलायम करंह यादि पूिंाांचल में पंंचार के कलए आते तो अचंछा रहता. िहीं, इरी कंतंे ंके युिा इमरान के मुताकबक कििाद रे कोई फकंकनहींपडंा है और अकिलेश यादि बडंेनेता बनकर उभरे है.ं कुछ ऐरी ही राय उनके राथी मुसफ ं ा की भी थी. मुसलं लम मतदाताओंरे बातचीत मेंरपा के पकंं में झुकाि की एक अहम िजह अकिलेश ररकार के काम-काज के पंंकत रकारातंमक रंझान है. उनके मुताकबक 108 ि 102 एमंबुलेंर रेिा, डायल 100 और रमाजिादी पेश ं न योजना रे रभी को फायदा हुआ है. बरपा की तुलना मेंरपा को तिजंंो के पीछे इरे िजह मानने िाले मतदाताओंका कहना है कक मायािती ररकार में लोगों की रहूकलयत के कलए पंयं ार नहींहुए बसंलक करफंक एक िगंा किशेष को धंयान में रिकर काम हुआ जबकक रपा की ररकार में काम पर जंयादा जोर रहा.
किसानों िी मौत पर उठाये सवाल
हैिराबाि. भाजपा रांरद िरंण गांधी ने देश मेंककरानोंकी मौत को लेकर ररकारी आंकडंों पर ही रिाल उठा कदए. रांरद ने जोर देते हुए कहा कक देशभर में कपछले दो राल में50 हजार रे जंयादा ककरानोंने कजंा के कारण आतंमहतंया की, जबकक ररकारी आंकडंोंमेंयह रंखयं ा 7500 ही है. िरंण ने कहा कक ककरानोंका कजंाभी औरत 50-70 हजार रं. तक का है. ककरानोंकी ऐरी दुदश ां ा के बीच किजय मालंया ने हजारों करोडं का लोन डकार कलए और देश छोडंकर चले गए. भाजपा रांरद ने कहा कक मालंया के मामले में बर एक आदमी पंभं ाकित हुआ, िह हैं मनमोहन करंह. यह पूिांपंधं ानमंतंी नहींबसंलक पीलीभीत कजले का िह वंयसंकत है, कजरका नाम गारंिर के रंप मेंडाल कदया गया. रांरद गांधी ने ये बातेंएक कनजी लंकल ू के कायंक ा मं में चचंाा के दौरान कही. िरंण गांधी ने कहा कक हैदराबाद यूकनिकंरिा ी के दकलत छातंं रोकहत िेमल ु ा का रुराइड नोि पढंकर उनको रोना आ गया था. िरंण ने यह बात इंदौर के एक पंंाइिेि लंकल ू दंंारा करिाए गए कायंक ा मं आइकडयाज फॉर ए नंयू इंकडया में कही. िरंण ने कहा, ‘हैदराबाद का एक दकलत लंिडू िें जो पीएचडी कर रहा था, रोकहत िेमल ु ा उरने कपछले राल रुराइड कर कलया. मैनं े जब उरका रुराइड नोि पढंा तो मुझे रोना आ गया.
शाह के शिज््ापन.. पेज 1 का बाकी है. गुरिं ार को लंथानीय अिबारों के पहले पनंने पर छपे अकमत शाह के रोड शो के किजंंापन में योगी की तलंिीर न होने रे कहंदू युिा िाकहनी के बागी भी िफंा है.ं इर चुनाि में 14 रीिों पर अपने पंतंयाशी ं िडंा करने िाली कहंदू युिा िाकहनी के कनलंकबत अधंयकंं रुनील करंह कहते है,ं ‘भारतीय जनता पािंंी का काला जादू योगी पर चल गया है. योगी को रमझ में नहीं आ रहा कक उनका इतना अपमान हो रहा है इरके बािजूद िे अकमत शाह के राथ लगे हुए है.ं’ रुनील करंह हमेंअपने मोबाइल पर एक तलंिीर कदिाते हैंकजरमेंअकमत शाह योगी को कुहनी मार रहे है.ंिे यह नहींबताते कक यह तलंिीर ककर रैली की है, लेककन इर बात पर भडंके हुए हैं कक योगी ने कहंदतु िं के मूल करदंंातं ों रे रमझौता करते हुए चुनािी राजनीकत के आगे आतंमरमपंण ा कर कदया है और कायंक ा तंाओ ा ंरे उनंहोंने धोिा ककया है. लंथानीय लोगोंका मानना है कक कहंदू युिा िाकहनी के लोग हर राल पंतंयाशी ं िडंा करती है इरकलए यह कनयकमत बात है, लेककन गोरिपुर नंयूज़ल ं ाइन के पतंक ं ार मनोज करंह इररे अलग राय रिते है.ं िे कहते हैंकक इर बार युिा िाकहनी की बगाित अरली है और उनकी घर िापरी का रालंता बंद हो चुका है.इर बीच गोरिपुर की रडंकों पर लगी भाजपा की होकंडगिं ोंऔर बैनरेां रे भी योगी की तलंिीर गायब कदि रही है. भाजपा और योगी के बीच यह तनातनी और राथ ही भाजपा के बाग़ंी उमंमीदिारोंि युिा िाकहनी का चुनाि में िडंा होना गोरिपुर की रभी रीिोंपर भाजपा के कलए भारी पडंरकता है. राभार- मीकडया किकजल डाि काम
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
पेपर लीक: तबहार सरकार के तखलाफ आईएएस संघ
संरय कुमार
पटना. कबहार के इकतहार मेंयह पहला मौका है जब भारतीय पंंशारकनक रेिा के अकधकाकरयों ने अपने राथी के बचाि में नीतीश ररकार को आंि कदिाते हुए मोचंाा िोल कदया है. मामला है कबहार कमंाचारी चयन आयोग की परीकंंा पेपर लीक में ककथत रंप रे रंकलपंत आईएएर और आयोग के अधंयकंं रुधीर कुमार की एरआईिी दंंारा कगरफंतारी को लेकर. रंघ ने रुधीर कुमार की करहाई की मांग और रीबीआई जांच को लेकर राजंयपाल रे गुहार लगायी है. रंघ ने मुखंयमंतंी और किधानरभा के अधंयकंंरे भी मुलाकात कर अपने राथी का रमथंान ककया है. लेककन, मुखंयमंतंी नीतीश कुमार ने मामले की रीबीआई जांच रे राफ इंकार करते हुए कह कदया है कक एरआईिी रही कदशा में काम कर रही है. रीबीआई जांच की कोई जरंरत नहींहै. उनंहोंने यह भी कहा कक इर मामले में कोई भी हो उरे नहीं छोडा जायेगा. इर मामले में भाजपा के नेता और कबहार किधानरभा में पंंकतपकंं के नेता पंंेम कुमार दंंारा मंतंी ि किधायक के नाम शाकमल होने पर मुखंयमंतंी कहते हैं कक अगर ऐरा है तो नाम की रूची एरआईिी को दें.
कबहार कमंाचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले की गूंज किधानरभा में रुनाई पडी 27 फरिरी को. उर कदन बजि पेशी के दौरान किपकंं ने कायंालंथगन पंंसंाि पर चचंाा की मांग करते हुए जमकर हंगामा ककया और ररकार पर आरोकपयोंको बचाने की कोकशश का आरोप भी लगाया जबकक किपकंं के आरोप को िाकरज करते हुए रतंंारंढ गठबंधन के राजद नेता और किधायक भोला पंंराद यादि ने कहा कक पेपर लीक मामले की कनषंपकंंजांच के कलए ररकार ने एरआईिी का गठन ककया है.
फसि पर शराब ठेकेदारों की नजर
धीरर चतुिंेदी
पटना. छतरपुर (म.पंं). िषंोंं बाद ककरान की कजंदगी में रुि का मौका आया है. फरल कबना ककरी किपदा के िेतों में लहलहा रही हैं. इर बीच फरलोंपर शराब ठेकेदारों की नजर भी लग गई है. इरीकलए पूरे बुंदेलिंड मेंशराब के ठेके कपछले राल की तुलना में 15 पंंकतशत अकधक पर निीनीकृत हो गये हैं. अनुमान के मुताकबक, इर बार करीब छह अरब की दारंबुदं ल े िंड मेंलोग पी जायेंगे. पंंदेश ररकार की कथनी के अनुरार नये शराब के ठेके नहींिुलगें े पर महंगी दारं कपलाकर लोगों की जेबें ढीली करने की करनी रे रंकोच नहींहै. जो बुंदेलिंड बूंद-बूंद पानी को तररता रहा है, िहां के लोग इर राल छह अरब रे अकधक कीमत की शराब पी जायेंगे. रुनने में जरंर आशंंयंाजनक लग रहा होगा लेककन रागर रंभाग के पांच कजलों के अकधकांश शराब ठेकेदारों ने कपछले िषंा की तुलना में 15 पंंकतशत जंयादा पर ठेकों का निीनीकृत करा कलया है. यह तो ररकार की राजलंि आय का अनुमाकनत आंकडंा है अगर इरमें नंबर दो याकन बंलक ै मेंकबकने िाली दारंका आंकडा जोडं कदया जाये तो यह राकश दर अरब के लगभग पंहुच जाती है. आिकर ऐरा कंया है जो शराब ठेकेदार इर बार अतंयकधक उतंराकहत नजर आ रहे हैं तो जिाब कमलता है कक ककरानों की फरल पर उनकी नजर लग चुकी है. िषंंों रे रूिा झेल रहे बुंदेलिंड के ककरान रुिद उमंमीदोंमेंहै.ं रागर रंभाग के पांच कजलोंमेंइर िषंा2016-17 में498.14 हजार हेकिें यर मेंगेहूं बोया गया है. औरत रे अकधक बाकरश होने रे िेती के रकबा ने
लकंंय रे 82 पंंकतशत की पूकंता की है. कृकष किभाग ने 2016-17 मेंरबी फरल का लकंयं 1600.67 हजार हेकंिेयर रिा था पर 1313.67 हजार हेकंिेयर िेत में ही बुिाई हुई है. बुिाई के आंकडंे और कबना ककरी आपदा किपदा के बंपर फरल की आर रे शराब ठेकदारों की भी उमंमीदें बढंी हैं कक ककरान की जेब भारी होगी तो उनका धंधा भी अचंछा चलेगा. जंंात हो कक कपछले िषंा याकन 2015-16 के शराब ठेकोंके आंकडंों पर नजर डाली जाये तो रागर रंभागीय मुखंयालय मेंररकार ने 35 मकदरा रमूह रे दो अरब एक करोडं एक लाि 52 हजार 355 रंपये रे अकधक की आय पंंापंत की थी. दमोह कजले में 41 देशी और 17 किदेशी मकदरा की दुकानें हैं. यहां की दुकानें 92 करोडं 72 लाि 67 हजार 829 रंपये में आिंकित हुई थी. छतरपुर कजले में 74 देशी और 19 किदेशी मकदरा की दुकानें92 करोडं 97 लाि 53 हजार 280 रंपये में नीलाम हुई थी. पनंना कजले में43 मकदरा दुकानें42 करोडं26 लाि 9 हजार रंपये मेंआिंकित हुई थीं. िहीं, िीकमगढं कजले में 27 रमूह की ररकारी बोली 100 करोडं60 लाि 34 हजार 768 रंपये कनधंााकरत की गई थी. जहां लकंंय को पूरा नहीं ककया जा रका मगर करीब लकंंय के रमीप ही दारं के ठेके आिंकित हुये थे. इर बार 2017-18 िषंाके दौरान ररकार ने कपछले राल की नीलामी रे 15 पंंकतशत आकधकंय पर आंबिन का ऑफर कदया था. कजर पर रागर रंभाग की अकधकांश शराब दुकाने इर अकधक मूलयं पर निीनीकृत कर दी गई. इर कलहाज रे अनुमान है कक ररकार को करीब 5:5 अरब रंपये की राजलंि पंंापंती होगी.
किधानरभा रतंं को देिते हुए धारा 144 लागू है. रंघ के पंंकतकनकध मंडल ने राजंयपाल रामनाथ कोकिंद रे कमलकर उनंहें जंंापन रौंपा. बाद मेंपतंंकारोंरे बातचीत में रंघ के रकचि कििेक कुमार करंह ने कहा कक हमारी मांग है कक ततंकाल रुधीर कुमार को करहा ककया जाये. उनंहोंने कहा कक जब तक उनकी मांग नहींमानी जाती है तब तक राजंय के आईएएर अकधकारी काला कबलंला लगाकर किरोध-पंंदशंान करेंगे और ररकार के ककरी भी मौकिक आदेश का पालन नहीं करेंगे. रंघ ने कहा है कक कोई भी रदलंय बीएरएररी अधंयकंं, कबहार रंयुकंत पंंिेश पंंकतयोकगता परीकंंा, परीकंंा पषंाद के परीकंंा उनंहोंने किपकंंपर आरोप लगाया कक एनडीए कनयंतंक और तकनीकी रेिा भतंंी बोडंा के के नेता जांच को पंंभाकित करने का पंंयार अधंयकंंका पद लंिीकार नहींकरेंगे. यह पहला अिरर है जब आईएएर कर रहे हैं. अकधकाकरयों ने ककथत भंंिंाचार और पेपर लीक मामला रडंक रे रदन तक घपले ब ाजी मे ं रं कलपंत अपने ककरी राथी के पहुंच गया है. िहीं, पेपर लीक मामले में रमथं ा न मे ं ररकार के किलाफ मोचंाा िोला कबहार कमंाचारी चयन आयोग के अधंयकंं है . इरके पहले कै मूर के एक आईएएर रुधीर कुमार की कगरफंतारी रे नाराज होकर अकधकारी को जे ल भेजा गया और दूररे भारतीय पंंशारकनक रेिा रंघ के बैनर तले राजंय के आईएएर अकधकाकरयों ने किरोध आईएएर अकधकारी को एररी-एरिी जताया है. 26 फरिरी को राजभिन के छातंंिृकत घोिाला मामले में कनलंकबत कर रामने धारा 144 की अिहेलना करते हुए कदया गया था लेककन उनके रमथंान में मानि शंंंिला का आयोजन ककया. आईएएर अकधकारी रामने नहींआये थे.
हालांकक, पूरे मामले को राजनीकतक पकरदृशंय रे जोडकर देिा जा रहा है. रतंंा केंदंके इशारे पर उठने बैठने िाले आईएएर अकधकारी आज ररकार के रामने कजर तरह रे रीना तान के किलाफत में िडे हो गये हैं. िह चचंाा का किषय बना हुआ है. रतंंा का फायदा उठाने के आरोपी आईएएर अकधकाकरयों के बागी तेिर के पीछे जहां युिा आईएएर अकधकारी की भूकमका देिी जा रही है िहीं इरे राजद अधंयकंं लालू पंंराद, पूिंा मुखंयमंतंी जीतन राम मांझी, लोजपा अधंयकंं रामकबलार पारिान और रालोरपा अधंयकंं उपेंदं कुशिाहा जैरे नेताओंके बयान आईएएर एरोकरएशन के कलए पंंेरक बने हैं. लालू पंंराद ने तो कगरफंतार रुधीर कुमार को ईमानदार अफरर करार कदया. यही तकंक रंघ भी देता रहा है. अब देिने िाली बात यह होगी कक इर मरले पर कौन झुकता है कंयोंकक नीतीश कुमार ने एक बार कफर दोहराया है कक िे जनता के कलए काम कर रहे हैं और उनके राजंय में भंंिंाचाकरयों और घोिालेबाजों के कलए कोई जगह नहीं. िहींआरोप-पंंतंयारोप, गोलबंदी और बयानों के बीच एरआईिी ने पूरे मामले को लंपीडी टंंायल कराने की बात कर िकराि को एक अलग कदशा दे कदया है.
गांवों के एटीएम अब भी खाली
वगरधारी लाल रोशी
पटना. यकद आपको एिीएम रे 5001000 या 3000 रंपए कनकालने हैं तो नहीं कमलेगं .े िजह 500 के नए नोिोंकी ककलंलत अभी भी बरक़रार है. केिल 2000 के नोि ही भरे जा रहे है.ं कई एिीएम तो नोिबंदी के बाद रे ही बंद पडे है.ं गांि के एिीएम और बैक ं की शािाएं नोिबंदी के 120 रोज बाद भी नोिोंकी ककलंलत रे जूझ रही हैंजबकक पंधं ानमंतंी नरेदं ं मोदी ने केिल 50 रोज ही मांगे थे. ईलंिनंा कबहार चेबं र आफ कामरंा के रकचि रंजीि कुमार शमंाा ने इर बाबत केदं ंीय कितंंमंतंी और भारतीय करजिंाबैक ं के गिनंरा को कचटंंी कलि हालात रामानंय करने की गुजाकरश की है. उनंहोंने अपने पतंंमेंकलिा है कक करजिंा बैक ं ने एक फरिरी रे एिीएम रे कनकारी की रीमा दर हजार रे 24 हजार जरंर की है. मगर एक हफंता की कनकारी की रीमा ितंम नहीं की है. िैरे ही चालू िाता और कैश केकंडि िाते रे कनकारी रीमा एक लाि रंपया पंकंत रपंताह ही है. बचत िाता रे बीते रपंताह 50 हजार रंपए तक कनकारी का इजाफा ककया गया है. इररे उदंंोग और वंयापार लेनदेन में कदकंतं आ रही है. वंयापार चौपि हो रहा है. रहालग का मौरम है. पैरोंकी ककलंलत की िजह रे बाजार मेंरुसंी है. कबहार किधानरभा में पेश बजि में भी नोिबंदी रे अथंवा यं िलंथा पिरी पर न लौिने और नुकरान होने की बात कही है. चेबं र के रकचि ने कलिा है कक गांिोंकी हालत और भी बदतर है. बैक ं ोंकी शािाओंमें पयंापा तं नगदी भुगतान के कलए अभी भी नहींहै. गांिों रे वंयापाकरयों और आम लोगों की लगातार कशकायतें कमल रही है.ं एिीएम तो आज भी ख़ाली है.ं शहर के ककरी भी एिीएम
रे 500 के नए नोि आज भी नदारद है.ं नोिबंदी और नगद बंदी की मार लोगों िारकर वंयापारी कब तक और झेलगें .े हालांकक, 20 माचंा रे कनकारी की रीमा तो हिाने का ऐलान है. मगर बैक ं ें महीने की 4 कनकारी के बाद अपना चाजंाकािेगं ी. इरकी इजाजत करजिंाबैक ं ने दे दी है. 150 रंपए चार के बाद पांचिी कनकारी रे हरेक टंंाज ं के श ं न पर किेगं .े यह बात रमझ रे परे है. िुद का जमा धन की कनकारी पर िैकर ं . कमाल का बंधन. ऐरा शायद ककरी देश मेंहो. एिीएम मेंकनकारी पर चाजंाकी बात तो एक हद तक रमझ में आती है. िजह कक ककरी भी बैक ं के एिीएम रे कनकारी ककरी भी बैक ं का गंंाहक कर रकता है. इरमेंकई िचंा बैक ं ोंको िहन करना पडता है. लेककन, मूल शािा रे कनकारी पर चाजंािरूली एक मायने मेंजबरन ही है. बात तो रच भी है. अभी भी भागलपुर के आरपार धािे, रनोिर, जनीडीह और रुलतं ानगंज का हकरजन िोला ररीिे गांिोंके लोगों ने नए 500 के नोि नहीं देिे है.ं नाथनगर के बुनकर अरलम भी इरी कतार मेंहैंऔर तो और जानकार आपको अचरज होगा कक कबहार के मुखयं मंतंी नीतीश कुमार ने भी पहली दफा 500 का नोि 20 जनिरी को भागलपुर पंिं ार के दौरान देिा. यह कदलचलंप बात डॉ. जेता करंह ने इर रंिाददाता को बताई. हुआ यूं कक अपनी चेतना यातंंा के कंमं में मुखयं मंतंी नीतीश कुमार भागलपुर के तपोिधंना पंंाकृकतक कचककतंरा केदं ंमेंही 18 रे 20 तारीि तक ठहरे थे. इर दौरान डॉ. जेता करंह की माता और लंितंततं ा रेनानी और केदं ं के रंलथ ं ापक लंि. रदानंद करंह की पतंनी
किनोदबाला ने बतौर आशीिंादा नीतीश कुमार को 1100 रंपए कदए कजनमें 500 के दो नए नोि और 100 का एक नोि था. नीतीश कुमार ने 500 के नोि को उलि-पुलि कर कई दफा देिा और बोले आज ही देिने को कमला. हालांकक, िे उन रंपयों को केदं ं को ही दान लंिरंप डॉ. जेता करंह को दे गए कजरकी बाकायदा ररीद कािी गयी. यह रच है कक कनकारी की रीमा की िजह रे कई घरोंमेंनोिबंदी के इतने रोज बाद भी शहनाइयां नहींबज पा रही है.ं जयमातादी केिकरंग के रंलथं ापक लालू शमंाा बताते हैंकक न कालाधन कनकला और न नकली नोि छपना बंद हुआ. परेशानी मधंयम िगंा और कनचले तबकों को हो गई. हालात यह है कक कजनके िाते मेंही एक हजार है. िे दो हजार कहां रे कनकालेगं .े एक हजार में500 एिीएम रे नहींकनकल रहे. यह देिने की फुरतां ककरी को नहींहै. ऐरे मेंबजि रे इन तबकोंको कंया कमला. यह रमझ रे परे है. भागलपुर को रेलिे रे भी कुछ नहींकमला. रेलमंतंी रहते हुए लालू पंर ं ाद ने भागलपुर में मंडल कायंाल ा य का ऐलान ककया था. कांगर ंे राज में रेलराजंय मंतंी ने एक रमारोह में राजधानी टंनंे चलाने की बात कही थी. मगर कुछ नहीं कमला.भागलपुर रे यशिंतपुर अंग एकंरपंर ंे अभी हफंता में एक रोज चलती है. उरके फेरे भी बढाने की, जमालपुर हािडा एकंरपंर ंे टंनंे में एरी3 के कोच बढाने, भागलपुर रे कदलंली के कलए एक एरी टंनंे चलाने, भागलपुर रामपुर हाि और भागलपुर िाया बांका देिघर रेलिे लाइन पर टंनंे ेंचलाने, जमालपुर िगकडया रेल पुल बन जाने के बाद भी लंबी दूरी और एकंरपंर ंे टंनंे चलाने बगैरह मांगोंपर गौर नहींककया गया.
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
तिश्् तिजेिाओ् का पहले अपमान तफर सम्मान
फंरल इमाम मलंललक
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ंधानमंतंी नरेंदं मोदी ने मन की बात में दृं कंिहीन िी-20 कंंककेि में दूररी बार कििंं चैकंपयन बनने िाली भारतीय िीम का कजकंं ककया और उरके बाद किलाकंडयों रे मुलाकात भी की लेककन उनंहें ककरी ने यह नहींबताया कक उनके अकधकाकरयोंऔर िेल मंतंी किजय गोयल ने इन किलाकंडयों को अपमाकनत करने मेंककरी तरह की करर नहीं छोडंी थी. भारतीय िीम ने फाइनल में पाककसंंान को हरा कर दूररी बार चैंकपयन बनने का गौरि पाया था. चैंकपयन िीम को रमंमाकनत करने के कलए गोयल ने अपने कनिार पर कायंक ा मं का आयोजन ककया था लेककन िेल मंतंी और उनके अकधकाकरयोंके बतंािा ने चैकंपयन िीम को बुरी तरह आहत कर कदया. गोयल किलाकंडयों को नगद पुरलंकार देकर रमंमाकनत करना चाहते थे लेककन रमारोह मेंजो कुछ भी हुआ िह ररकार और अकधकाकरयोंकी नीयत पर तो रिाल उठाता ही है, कामकाज के तरीके पर भी रिाल िडंा करता है. रमंमान रमारोह में किलाकंडयों रे कपछली पुरलंकार राकश का पंंमाण मांगने रे कििाद पनपा. किलाकंडयों ने इरे अपना अपमान माना. और उनका ऐरा रोचना गलत भी नहींथा. गोयल ने रमारोह मेंिीम को दर लाि रंपये देने का एलान ककया था, लेककन किलाडंी इर पर नाराज हो गए थे और उनंहोंने कहा था कक कपछली बार कििंक ं प जीतने पर िेल मंतंालय की तरफ रे हर किलाडंी को पांच-पांच लाि रंपए और रामाकजक नंयाय ि आकधकाकरता मंतंालय की तरफ रे दो लाि रंपए का पुरलंकार कदया गया था. जब किलाकंडयों ने कपछली बार की पांच-पांच
खेल डायरी
लाि रंपए की पुरलंकार राकश की बात कही तो मंतंालय के एक अकधकारी ने उनरे इरके कलए रबूत देने को कहा. अकधकारी का पंमं ाण मांगना था कक भारतीय बंलाइंड कंंककेि रंघ के अधंयकंं जी महंतेश उिडं गए. महंतेश ने रमारोह मेंकौन अकधकारी है जो रबूत मांग रहे है.ं ऐरा लग रहा है कक हमेंिे भीि दे रहे है.ं चैकंपयन किलाकंडयोंके राथ इर बतंािा ने उनंहेंबेतरह आहत ककया था. हालांकक गोयल ने महंतेश को शांत करने की कोकशश की लेककन महंतश े ककरी की रुनने को तैयार नहीं थे. िीम के किलाडंी भी भडंक.े उनंहोंने कहा कक यह उनका रमंमान नहींबसंलक अपमान है. दर लाि रंपए तो उनकी हिाई यातंंा पर ही िचंाहो गए. बाद में गोयल महंतश े को रमझा-बुझा
गोयल खिलाख़ियो़ को नगद पुरस़कार देकर सम़माखनत करना चाहते थे लेखकन समारोह मे़ जो कुछ भी हुआ वह सरकार और अखिकाखरयो़ की नीयत पर तो सवाल उठाता ही है, कामकाज के तरीके पर भी सवाल िि़ा करता है. कर अपने कायंाल ा य मेंले गए. दोनोंके बीच करीब आधा घंिा तक बातचीत हुई. गोयल ने बाद मेंपतंक ं ारोंरे रे कहा कक उनंहोंने महंतश े को भरैरा कदलाया है कक िे इर मामले मेंरभी
पदक के अलािा अकिल ने 2008 कििंंकप मेंकांलंय पदक भी जीता है. बीकजंग ओलंकपक में पंंभािशाली पंंदशंान करने के इर बाबत अकिल ने कहा-पेशेिर मुकेंबाजी की आठ राल बाद अकिल कुमार करंग में बतौर पेशेिर अनु म कत के कलए मैं अकधकाकरयों का शुकंगुजार हूं. यह मुकेंबाज िापरी करेंगे. कजतेंदं कुमार ने भी पेशेिर मे र े ककरयर का नया चरण है, जो हमारे पंंचारक नीरि मुकेंबाजी में उतरने का फैरला ककया है. दोनों तोमर के राथ रोमांचक होने िाला है. मैं पेशेिर मुकेंबाज राषंंमंडल िेल और एकशयाई चैसंमपयनकशप मु क ब ं े ाजी की शु र आ ं त के कलए उतंराकहत हू.ं कभिानी के मेंमेडल जीत चुके हैं. कजते द ं र ने 2006 कॉमनिे लथ ं गेमर ं और 2007 एकशयाई बता दें कक दोनों किलाकंडयों ने इनकफकनिी चै क ं पयनकशप मे ं कां ल य ं पदक जीता था. ऑसंपिमल रॉलंयूशंर (आईओएर) रे करार ककया है कजते द ं र ने कहा, मै ं हकरयाणा ररकार का आभारी हू.ं जो भारत में मौजूदा डबंलंयूबीओ एकशया पैकरकफक चैसंमपयन किजेंदर करंह के पंंमोिर हैं. इर करार के तहत जीिन की इर नई शुरंआत के कलए मैं उतंराकहत हूं. एक अपंंैल को मुंबई मेंहोने िाली पेशेिर मुकेंबाजी में पेशेिर मुकेंबाज के तौर पर करंग मेंिापरी पंंेरणादायक दोनोंकरंग मेंउतरेंगे. ये दोनोंइर राल छह बाउि लडेंगे. और रोमांचक होगी. इररे युिा मुकेंबाजों को भी हकरयाणा पुकलर मेंउपाधीकंंक अकिल और कजतेंदर को पंंोतंराहन कमलेगा. आईओएर के मुखंय कायंाकारी और हाल ही मेंपंंदेश ररकार रे पेशेिर मुकेंबाजी के कलए पंंबंध कनदेशक नीरि तोमर ने कहा कक जो भी भारतीय अनुमकत कमली है. कॉमनिेलंथ गेमंर-2006 में लंिणंा मुकेंबाजी को जानता है, िह जानता है कक अकिल ने कजर तरह का पंंभाि डाला है, उररे मुकेंबाजी का चेहरा बदला है.
अदिल व दिते्द् बने पेशेवर मुक् बाि
कमलने का रबूत किलाकंडयों रे मांगा तो माहौल और गरमा गया. कििंंकप जीतने िाली िीम के कपंतान अजय कुमार रेडंी ने पुरलंकार राकश पर नाराजगी जाकहर करते हुए कहा- करयो ओलंकपक मेंपदक जीतने िालों को करोडंोंरंपए कदए गए. हमेंइरका मलाल नहीं है, लेककन हमने दूररी बार कििंंकप जीता है कफर भी हमारी िीम को महज दर लाि रंपए देने का एलान ककया गया है. यह हमारा अपमान है. छले राल हमने एकशया कप जीता था तब रामाकजक नंयाय मंतंालय ने ही िीम के हर किलाडंी को डेढं-डेढं लाि रंपए कदए थे. भारतीय बंलाइंड कंंककेि रंघ के अधंयकंं जी महंतश े ने पुरलंकार राकश पर कडंी नाराजगी जाकहर करते हुए उर अकधकारी पर बेहद नाराज थे कजनंहोंने उनरे कपछली पुरलंकार राकश का पंंमाण मांगा था। उनंहोंने भारतीय कंंककेि कंटंोल बोडंा दसंंािेज देिगें े और किलाकंडयोंको कपछली (बीरीरीआई) रे अनुरोध करते हुये कहा कक बार अगर-अगर पांच-पांच लाि रंपए की बोडंाबंलाइंड कंंककेि को मानंयता दे. हालांकक पुरलंकार राकश दी गई थी तो इर बार भी उनंहें इर पूरे डंंामे के एक कदन बाद ही गोयल ने इतनी ही राकश जरंर कमलेगी. यह भी हैरानी कििंंकिजेता िीम के हर किलाडंी के पांचकी बात थी कक रमंमान रमारोह कििंंकिजेता पांच लाि रंपए देने की बात कर पूरे मामले िीम के कलए था लेककन रमारोह मेंिेलोंरे को शांत कर दृकंिहीन किलाकंडयोंका रमंमान जुडंे लोग कम, बडंी तादाद में राजनीकतक बचाया. गोयल ने कहा कक हम ककरी तरह कायंाकतंाा मौजूद थे. यानी यह रमारोह का कोई कििाद नहीं चाहते थे और हमारा किलाकडयों के कलए कम करयारत के कलए उदंंेशंय किलाकंडयों को बढंािा देना है. जंयादा था. कायंक ा मं देि कर लगता था कक इरीकलये ररकार ने फैरला ककया है कक कििंं इरका आयोजन किलाकंडयों के कलए नहीं, किजेता िीम के किलाकंडयों को कपछली बार कायंक ा तंाओ ा ं के कलए था. यही िजह थी कक की तरह ही इर बार भी पांच-पांच लाि रंपए पूरे रमारोह के दौरान अवंयिलंथा पररी थी. कदए जाएंग.े मामला भले ररकार ने ितंम कर रमारोह ितंम होते ही कििंक ं प िीम को मंच कदया हो लेककन िेलों को लेकर ररकार के कामकाज के तरीके पर तो यह रिाल िडंा रे ही हिा कदया गया. इरके बाद अकधकारी ने पांच लाि रंपए करता ही है.
कॉलेज चैंकपयन रहा है और इर िूनंाामेंि का भी िह तीन बार का चैंकपयन है. पुरंष िगंामेंशंंीराम कॉलेज ऑफ कामरंा, शंंी गुरं तेग बहादुर िालरा कॉलेज, मोतीलाल नेहरं कॉलेज (रांधंय), शंयामलाल कॉलेज (एलंयुकमनाई), शंयामलाल कॉलेज रांधंय, ककरोडंीमल कॉलेज, इंकदरा गांधी इंलंिीटंंूि ऑफ कफकजकल एजुकेशन एंड लंपोरंरंा राइंर और शंयामलाल कॉलेज की िीमें कहलंरा लेंगी. मकहला िगंा में छह िीमें जीरर एंड मेरी कॉलेज, कििेकानंद कॉलेज, शंयामा पंर ं ाद मुिजंंी कॉलेज, इंकदरा गांधी इंलंिीटंंूि ऑफ कफकजकल एजुकेशन एंड लंपोरंरंा राइंर, जानकी देिी मेमोकरयल कॉलेज और भारती कॉलेज अपनी चुनौती रिेंगे. िेल रकमकत के रंयोजक िीएर जगंगी ने बताया कक लीग ि नॉकआउि आधार पर मैच होने के बाद दोनोंही िगंंोंमंंेशीषंादो-दो िीमेंरेमीफाइनल मेंपहुच ं गें ी. िूनांमा िें के उदंघािन रमारोह में ओलंकपयन ि अजंाुन पुरलंकार रे रमंमाकनत जगबीर करंह मुखंय अकतकथ होंगे. इर अिरर पर कदलंली कििंंकिदंंालय िेल पकरषद के कनदेशक डा. अकनल कलकल और कॉलेज की चेयरपरंान रकिता गुपंता भी मौजूद रहेंगी. उदंघािन मैच शंयामलाल कॉलेज और ककरोडंीमल कॉलेज के बीच िेला जाएगा. कपछले िूनंाामेंि में शंयामलाल कॉलेज ने पुरंष िगंा का और शंयामा पंंराद मुिजंंी कॉलेज ने मकहला िगंामेंकिताब जीता था.
कंंतदेशीय और अंतरराषंंीय िीएरिी (िाइम, लंपीड एंड कडलंिेंर) कबलंिा बंगला जेके िायर कहमालयन रैली को भवंय रमारोह के बाद रिाना ककया गया. पांच कदिरीय इर रैली में देश के रौ शीषंा डंंाइिर एक दूररे रे होडं करते कदिे. रैली को देश की एकमातंं रेिारत मकहला पुकलर आयुकंत करकलगुडंी की कचकलंग एर लेपंचा ने हरी झंडी कदिाकर रिाना ककया. इर दौरान पंंकतयोकगयों का उतंराह बढंाने के कलए बडंी रंखंया मेंमोिर लंपोिरंापंंेमी भी उपसंलथत थे पुकलर बैंड ने भी िूब रमां बांधा। हॉकी टून्ाषमंेट मंे दहस्सा लंेगी रौिह टीमंे हालांकक, 1250 ककमी की दूरी तय करने िाली यह रैली नयी कदलंली. छठा पदंंशंी शंयामलाल मेमोकरयल रकििार रे शुरंहोगी, जोकक मेजबान भारत के अलािा आमंतंण हॉकी िूनंाामेंि (पुरंष ि मकहला) यहां भूिान और नेपाल रे होकर गुजरेगी. रकििार को रैली शंयामलाल कॉलेज मेंशुरंहुआ. फाइनल आठ माचंाको करकलगुडंी रे शुरंहोकर उरके राजरी पहाडंोंको कंंार होगा. चैंकपयनकशप मेंदोनोंिगंंोंमेंकुल 14 िीमेंकहलंरा करती हुए भूिान के बॉडंार पर पहुंची. पहले चरण मेंयह लेगं ी। कॉलेज के पंंाचायंाडा. रबी नारायण कार ने बताया रैली 337 ककलोमीिर का रफर तय कर अपने कनधंाका रत कक िूनंाामेंि के पुरंष िगंामेंआठ िीमेंऔर मकहला िगंा लं थान पर पहुंची. कफर डंंाइिर अपने अगले रफर के मेंछह िीमेंउतरेंगी. मेजबान शंयामलाल कॉलेज कपछले दहमालयन कार रैली की रफ्तार ने मोहा मन कलए कनकल पडंेथे. नयी कदलंली. भारत की पहली और एकमातंं लगातार तीन राल रे कदलंली कििंंकिदंंालय रे अंतर
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अरंण वतिारी
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पयंाावरण
03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
कद हमारी िेती पंंमाकणक तौर पर 100 फीरदी जैकिक हो जाये, तो कंया हो? यह रोचते ही मेरे मन में रबरे पहले जो कोलाज उभरता है, उरमें लंिाद भी है, गंध भी, रुगंध भी तथा इंरान, जानिर और िुद िेती की बेहतर होती रेहत भी. इर कचतंंके कलये एक िैगलाइन भी कलिी है - ‘अब िेती और ककरान पर कोई तोहमत न लगाए कक कमटंंी, भूजल और नदी को पंंदूकषत करने में उनका भी योगदान है.’ अभी यह करफंकएक कागजी कोलाज है. जमीन पर पूरी तरह कब उतरेगा, पता नहीं. ककनंतु यह रमंभि है. करकंंकम ने इर बात का भरोरा कदला कदया है. उरने पहल कर दी है. जब भारत का कोई राजंय अपने ककरी एक मणंडल को रौ फीरदी जैकिक कृकष कंंेतं घोकषत करने की संलथकत में नहीं है, ऐरे में कोई राजंय 100 फीरदी जैकिक कृकष राजंय होने का दािा करे; यह बात हजम नहींहोती. लेककन दािा पंंमाकणक है, तो शक करने का कोई किशेष कारण भी नहींबनता. 100 फीसिी जैदवक कृदि राज़य दसद़़ि म हालांकक करकंंकम के ककरान करंथेकिक उिंरा कोंपर पहले भी पूरी तरह कनभंरा नहींथे, लेककन रारायकनक उिंारकों का उपयोग तो करते ही थे. करकंंकम, अब पंमं ाकणक तौर पर भारत का पहला 100 फीरदी जैकिक राजंय बन गया है. करकंंकम ने अपनी 75 हजार हेकंिेयर की कुल किकाऊ कृकष भूकम को पंमं ाकणक तौर पर जैकिक कृकष कंतंे ंमेंतबंदील कर कदया है. करकंंकम ने यह रचमुच एक बडा करतब कर कदिाया है. 18 जनिरी, 2016 को ‘गंगिोक एगंंी रकमि’ के दौरान पंधं ानमंतंी शंंी नरेनदं ंमोदी ने इरकी बाकायदा औपचाकरक घोषणा की थी. उनंहोंने शाबाशी दी थी - “करकंंकम ने कृकष का मतलब बदल कदया है.’’ पंंधानमंतंी की दी शाबाशी और करकंंकम की उपलसंबध एक िषंापुरानी जरंर है, लेककन इरकी रीि आज भी पंंारंकगक है और अनुकरणीय भी. करकंंकम, रेल और वंयािराकयक हिाई जहाज रे जुडाि के मामले मेंकमजोर राजंय है. करकंंकम की आबादी भी मातंं राढे छह लाि है. करकंंकम राजंय मेंदजंा889:1000 मकहला-पुरषं कलंग अनुपात काफी अरंतकु लत है. करकंंकम की पहचान ककरी िार उतंपाद के औदंंोकगक राजंय की भी नहीं है. लेककन, 80 पंंकतशत आबादी के गंंामीण होने के कारण करकंंकम ने जैकिक िेती को इतनी अकधक तरजीह दी कक आज िह एक नजीर बन गया है. जैकिक अदरक, हलंदी, इलायची, फूल, ककिी, मकंंा, बेबी कॉनंा तथा गैर मौरमी रसंबजयां करकंंकम की िाकरयत हैं. आप चाहें तो कदलंली के गंंेिर कैलाश संलथत करकंंकम आगंंेकनक करिेल आउिलेि पर इरकी पंमं ाकणकता जांच रकते है.ं आज भारत के कुल पंमं ाकणत जैकिक कृकष उतंपादन (135 लाि िन) में छोिे रे करकंंकम का बडा योगदान है. ऐरा करने में करकंंकम को 13 िषंा लगे. ‘राषंंीय जैकिक उतंपादन कायंाकंम’ मेंरभी राजंय शाकमल हैं, ककनंतु करफंक करकंंकम ही ऐरा कंयों कर
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तसत््िम की जैतिक खेिी
पाया? आइए, जानते हैं. राजनीदिक संकल़प पर खड़ी बुदनयाि करकंंकम ऐरा इरकलये कर पाया, चूंकक उरने एक दूरदृकंि रपना देिा और ईमानदार कोकशश की. मुखंयमंतंी पिन चामकलंग के नेतृतंि िाली ररकार ने िषंा 2003 में ऐरा करना तय ककया था. किधानरभा में घोषणा की. कायंायोजना बनाई. पहले कदम के रंप में कृकंतम रारायकनक उिंारकों और कीिनाशकों की कबकंंी पर भी पंंकतबंध घोकषत ककया. कृकष में इनके पंंयोग पर पूरी रोक का कानून बनाया. उलंलंघनकतंाा पर एक लाि रंपए जुमंााना और अथिा तीन माह की कैद दोनों का पंंािधान ककया. करकंंकम ररकार ने करफंक कानून ही नहीं बनाया, उरे लागू करने का रंकलंप भी कदिाया. सधे किमो़ने साधा लक़़य ररकार ने करकंंकम राजंय जैकिक बोडंा का गठन ककया. भारतीय कृकष अनुरनंधान पकरषद, चाय बोडंा, राषंंीय बागिानी बोडंा, मराला बोडंा, नाबाडंा, करकंंकम रहकारी, पुषंप बूिी के राषंंीय शोध केनंदं, संलििजरलैणंड के जैकिक अनुरंधान रंलंथान ‘कफकबल’ के अलािा कई अनंय रे राषंंीयअंतरराषंंीय राझेदाकरयां कीं. करकंंकम आगंंेकनक कमशन बनाया. आगंंेकनक फामंा लंकल ू बनाए. घर-घर मेंकेच ंआ ु िाद इकाई, पोषण पंंबनंधन, ईएम तकनीक, एकीकृत कीि पंंबनंधन, मृदा परीकंंण पंंयोगशाला, अमंलीय भूकम उपचार, जैकिक पैककंग रे लेकर पंंमाणीकरण तक रभी पहलुओं की उपलबंधता तथा इनके पंकंत जागृकत रुकनकंंशत की. शुरंआत में 400 गांिों को गोद कलया. इनंहें ‘बायो किलेज’ की शंंेणी में लाने का लकंंय रिा. िषंा2006-07 आते-आते केनंदं ररकार रे कमलने िाला रारायाकनक उिंारक का कोिा उठाना बंद कर कदया. बदले मेंबडंे संंर पर जैकिक िाद ककरानों को मुहैया करानी शुरं की. जैकिक बीज उतंपादन हेतु नरंाकरयां लगाईं. लंियं ककरानों को जैकिक बीज-िाद उतंपादन हेतु पंकंेरत ककया. ररकार के रंकलंप के चलते ककरान जैकिक िेती के कलये मजबूर भी हुए और पंंेकरत भी. िषंा 2009 तक चार कजलोंके 14 हजार ककरान पकरिार अपनी 14 हजार एकड कृकष भूकम की उपज के कलये जैकिक पंंमाणपतंं हाकरल करने में रफल रहे. कफर 2010-11 रे
कृकंतम ररायनोंके इसंमंे ाल के कारण जीि, मृदा, जल ि अनंय िनलंपकतयों की बबंााद होती रेहत के इर दौर में इर दजंंे का रचमुच एक किशेष महतंंि है. इर दजंंे को हाकरल करने की शारकीय कोकशशोंके कलये करकंंकम के मुखंयमंतंी पिन चामकलंग को ‘रलंिेनेबल डेिलपमेंि लीडरकशप अिाडंा’ रे रमंमाकनत भी ककया गया. गौर कीकजए कक आप भले ही जैकिक िेती करते हों. ककनंतु इरे जैकिक करदंंकरने के कलये एक पंंमाणपतंं लेना होता है. पंंमाणीकरण का काम राजंय, राषंं तथा अनंतरराषंंीय तीनोंसंंर पर होता है. भारत में जैकिक पंंमाणपतंं जारी करने के कलये मातंं खसख़़िम, अब प़म़ ाखिक तौर 30 एजेंकरयों को मानंयता दी जा रकी है. पर भारत का पहला 100 उतंपाद को कनयंाात करना हो, तो जैकिक फीसदी जैखवक राज़य बन गया पंंमाणपतंं देने का काम ‘एगंंीकलंचरल फुड पंंोरेलंड फुडंर एकंरपोिंा डेिलपमेंि है. खसख़़िम ने अपनी 75 अथाकरिी ‘एपीडा’ करती है. एपीडा, भारत ररकार के िाकणजंय एिं उदंंोग मंतंालय के हजार हेकट़ ये र की कुल अंतगंात गकठत एक पंंाकधकरण है. खटकाऊ कृखि भूखम को क़यो़जऱरी है जैदवक प़म ़ ाणीकरण? प़म़ ाखिक तौर पर जैखवक कृखि जैकिक पंंमाणपतंं लेने की एक पंंकंकया क़त़े ़ मे़ तब़दील कर खदया है. है. इरके कलये आिेदन करना होता है; फीर देनी होती है. पंंमाणपतंं लेने रे पूिंा कमटंंी, पंमं ाणीकरण, कबकंंी वंयिलंथा तथा ररकार ि िाद, बीज, बुिाई, करंचाई, कीिनाशक, रमाज के आपरी कििंंार, राझेदारी ि किाई, पैककंग, भणंडारण रमेत हर कदम का कुशल पंंबंधन के कारण ही करकंंकम को जैकिक रामगंंी और पदंंकत रे कनिंााह ककया कमला पंंथम जैकिक राजंय का दजंाा हाकरल जाना अकनिायंाहै. यह राकबत करने के कलये कर रका है. गंलोबल िाकंमांग के बढते हर कदम और उपयोग की गई रामगंंी का दुषंपंभाि, भारत मेंबढते बंजर कंंेतं, कृकष में करकॉडंा रिना भी अकनिायंा होता है. इर करकॉडंा की पंंमाकणकता की बाकायदा जांच होती है. उरके बाद ही िेत ि उपज को जैकिक होने का पंंमाणपतंं कमलता है. इर पंंमाणपतंंको हाकरल करने के बाद ही ककरी उतंपाद को ‘जैकिक उतंपाद’ की औपचाकरक घोषणा के राथ बेचा जा रकता है. इर औपचाकरक घोषणा के राथ बेचे जाने िाले जैकिक उतंपाद अनंय की तुलना में जंयादा कबकते हैं. प़़ेदरि राज़य िषंा2015-16 के आंकडोंके मुताकबक भारत की 57.1 लाि हेकंिेयर भूकम पर होने िाले उतंपादों को पंंमाकणक तौर पर जैकिक घोकषत ककया जा चुका है. इरमें रे 42.2 2012-13 तक पंंकत िषंा कंंमश 18 हजार, 18 हजार और 14 हजार ककरान पकरिारोंकी िेती को पंंमाकणत करने का लकंंय बनाया. िषंा2010 मेंमुखयं मंतंी की अधंयकंतं ा मेंएक कमेिी बनी. कनगरानी और रमनंिय के काम को गकत देने के कलये करकंंकम ररकार ने नोडल एजेर ं ी के रंप में‘करकंंकम आगंकंेनक कमशन’ का गठन भी ककया. महत़वपूण़णिज़ाण - सम़मादनि नेिृत़व कनलंरंदेह, जैकिक गांि, बीज-िादकीिनाशक, तकनीक, पंंकशकंंण, जरंरी ढांचे, जरंरी कायंाबल, िाकनकी,
लाि हेकंिेयर तो िनभूकम है. जैकिक िेती कंंेतं के रंप में पंंमाकणक भूकम 14.9 लाि हेकंिेयर है. हालांकक, पंंमाकणक जैकिक िेती का रबरे अकधक रकबा मधंय पंंदेश में है. रकबे की दृकंि रे कहमाचल और राजलंथान का नंबर कंंमशः दूररा और तीररा है. उडीरा और आंधं पंंदेश ने भी इर कदशा में तेजी रे कदम आगे बढा कदये है.ं करकंक्ंम की रफलता रे पंंेकरत हो केरल, कमजोरम और अरंणाचल पंंदेश भी पूणंाजैकिक िेती पंंदेश होने की दौड मेंआगे कनकलते कदिाई दे रहे हैं. जैकिक उतंपादों का भारतीय बाजार अभी भले ही बहुत न हो, लेककन जैकिक उतंपादों की कनयंाात की रमंभािनाएं बराबर बढती जा रही हैं. बढिा बाजार रुिद है कक दुकनया में अब जैकिक उतंपादों की मांग बढ रही है. 2015 के एक आकलन के अनुरार, जैकिक िादंं पदाथंा और पेय का अंतरराषंंीय बाजार करीब 32 कबकलयन अमेकरकी डॉलर का है. अमेकरका, जमंानी और फंंांर इरके बडे मांग कंंेतं हैं. यूरोप और चीन का नमंबर इनके बाद है. पंंकत वंयसंकत िपत के कलहाज रे संलििजरलैणंड, डेनमाकंक और लकंरमबगंा अगंंणी हैं. इरकी पूकंता के कलये आज दुकनया के 170 देशों की करीब 431 लाि हेकिं ये र भूकम को पंमं ाकणक जैकिक कृकष कंंेतं में बदला जा चुका है. हालांकक यह रकबा कृकष उपयोग मेंआ रही कुल िैकंिक भूकम का मातंं एक फीरदी है. इर रकबे में ओकरकनया, यूरोप और लेकिन अमेकरका के बाद कंंमशः एकशया, उतंंरी अमेकरका तथा अफंंीका का योगदान रबरे जंयादा है. ऑलंटंेकलया, अजंंेिीना और अमेकरका ने अपनी-अपनी भूकम को जैकिक रंप मेंजंयादा बचाकर रिा है. कनकंंशत तौर पर इरमें िेती के अलािा जंगल का रकबा भी शाकमल है. यह भले ही बाजार का एजेंडा हो. लेककन यह रेहत और पयंाािरण के रंरकंंण के कलये कहतकर एजेंडा भी है. देशी िेती और िेकतहर को ताकत देने मेंभी इररे मदद कमलेगी, बशतंंेबाजार का घोडा ढाई घर चलने की बजाय, बेलगाम िजीर की तरह न चलने लग जाये. साभार: इंदिया वाटर पोट़णल
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नीरर वतिारी
राज्य के बंटवारे की राजनीति
लखनऊ. जब-जब उतंंर पंंदेश में चुनाि का कबगुल फूक ं ा जाता है. कई गडंेहुए मुदंेकरर उठा लेते है.ं इनमेंचाहे राम मंकदर का मुदंा हो या यूपी के बंििारे का. भले ही ये मुदंे लंबे रमय रे कििाद का किषय रहे हैं मगर जब भी इनकी चचंाा की जाती है तब यूपी की करयारत मेंगमंंी बढंजाती है. उतंरं पंदं श े के बंििारे की बात नयी नहीं है. पंंदेश को पूिंाांचल, पकंश ं मांचल, बुदं ल े िंड और अिध के तौर पर चार कहलंरों मेंबांिने के कलए हमेशा ही आिाज बुलदं की जाती रही है. इर रंबध ं मेंयकद इकतहार देिा जाए तो हम पाएंगे कक यूपी को उरकी भाषा और भौगोकलक संलथकत के आधार पर बांिने की मांग पहले भी कई बार की जा चुकी है. यही नहींइर मुदंेको आधार बनाते हुए कई कंंेतंीय राजनीकतक पािंंी अपनी ककलंमत को चुनाि की कबरात पर आजमा रही हैं. उतंंर पंंदेश में रे उतंंरािंड को अलग करने के कलए भी लंबी लडंाई लडंी गयी थी. पंदं श े के बंििारे के आाधार पर ही अपनी राजनीकत को नया आयाम देने िालोंमेंअगंज ं रहे हैंराषंंीय लोक दल (रालोद) के अधंयकंं अकजत करंह. उनंहोंने अपने राजनीकतक पारी की शुरआ ं त के रमय ही पंदं श े को बांिने के कलए आिाज बुलंद करते हुए तकंक कदया था कक यकद ककरी पंंदेश का चौतरफा किकार करना हो तो उरे छोिे-छोिे िुकडंों में बांि देना चाकहए कंयोंकक इररे किकार कायंंों को लागू करने मेंआरानी कमलती है. िे पकंंशमी उतंरं पंदं श े को हकरत पंदं श े बनाने के कलए कई बार मांग कर चुके हैं. िहीं, कपछडंों की राजनीकत का दािा करने िाली बरपा तो
हमेशा ही बुदं ल े िंड को अलग राजंय बनाने की मांग करती आयी है.ं यदि यूपी का बंटवारा हो िो कौन-कौन से बन सकिे है़राज़य 1. पद़़िमी भाग : आगरा, अलीगढं, बरेली, मुरादाबाद और रहारनपुर 2. ब़़ज प़़िेश : आगरा और अलीगढं के कजलों का किलय ककया जा रकता है 3. अवध प़़ािं : अंबड े करनगर, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, बसंंी, फैजाबाद, गोंडा, हरदोई, लिीमपुर िीरी, लिनऊ, पंतं ापगढं, रायबरेली, शंंािसंंी, करदंंाथंानगर, रीतापुर, रुलतं ानपुर और उनंनाि 4. कम िोआब वाला प़ि़ श े : कानपुर, कानपुर देहात, फतेहपुर, कौशामंबी, इलाहाबाद एिं अनंय कजले 5. वाराणसी : िाराणरी की रभी तहरीलोंको कमलाकर 6. पूव़ाा़चल : मुखंयत: भोजपुरी भाषी कजले 7. बुिं ल े खंि : झांरी को राजंय बनाते हुए महोबा, कचतंक ं िू , बांदा, हमीरपुर आकद. लंबा है िेश मे़बंटवारे का इदिहास आजादी के बाद रजिाडंों के भारतीय गणराजंय में किलय के राथ नए राजंयों के गठन का आधार तैयार होने लगा था. िषंा 1953 में लंिेि ऑफ आंधं िह पहला राजंय बना, कजरे भाषा के आधार पर मदंंार लंििे रे अलग ककया गया था. इरके बाद कदरंबर 1953 मेंपंकडत नेहरंने जसंलिर फजल अली की अधंयकंतं ा मेंपहले राजंय पुनगंठा न आयोग
भारत में 29 राजंय और रात केंदं शाकरत पंदं श े है.ं रंकिधान के दंंारा राजंयों का शंंेकणयों में किभाजन तातंकाकलक उपयोकगता के आधार पर ककया गया था. पंंायः रभी इर वंयिलंथा रे रंति ु ं नहींथे. जब केदं ंीय ररकार ने मदंंार राजंय की तेलुगू भाषी जनता के अनुरोध पर 1952 मेंआंधंको अलग राजंय बनाने का कनणंाय ककया तो संलथकत में अचानक ही बदलाि आ गया. एक अकंिूबर, 1953 में आंधं पंदं श े राजंय की लंथापना के बाद भाषा के आधार पर नए राजंयोंके पुनगंठा न की मांग भडंक उठी. कििाद गहराता का गठन ककया. एक निंबर 1956 मेंफजल देि िषंा1953 मेंराजंय पुनगंठा न आयोग की अली आयोग की करफाकरशों के आधार पर कनयुसंकत की गई. इर आयोग में भारत के राजंय पुनगंाठन अकधकनयम, 1956 लागू हो रिंंोचंं नंयायालय के भूतपूिंा नंयायाधीश गया और भाषा के आधार पर देश में14 राजंय फजल अली इर आयोग के अधंयकंं और और रात केदं श ं ाकरत पंदं श े बनाए गए. मधंय पंकडत एचएन कुंजरं और ररदार केएम पंंांत के शहर नागपुर और हैदराबाद के पाकणकंरं इरके रदलंय थे. मराठिाडंा को बॉमंबे लंििे मेंइरकलए शाकमल हालांकक रंकिधान कनमंाण ा के बाद ही 27 ककया गया, कंयोंकक िहां मराठी बोलने िाले निंबर 1947 को रंकिधान रभा के अधंयकंं अकधक थे. इरके बाद लगातार कई राजंयोंका डॉ. राजेंदं पंंराद ने इलाहाबाद उचंं भूगोल बदलता रहा और नए तकंंोंि मानकों नंयायालय के रेिाकनिृत नंयायाधीश एरके के आधार पर नए राजंय बनते गए. कंंतपुरा को धर की अधंयकंंता में एक चार रदलंयीय अरम रे भाषा के आधार पर अलग ककया आयोग का गठन ककया गया और उरे इर गया तो मकणपुर, कमजोरम, अरंणाचल पंदं श े बात की जांच-पडताल करने के कलए कहा और नगालैड ं का गठन नलंल के आधार पर कक भाषायी आधार पर राजंयों का पुनगंाठन ककया गया. रन 2000 में उतंंरािंड, उकचत है अथिा नहीं. इर आयोग ने कदरंबर झारिंड और छतंंीरगढंके बंििारे के आधार 1948 में अपनी करपोिंा पंंसंुत कर दी. इर भी किकार नहीं बसंलक परोकंं रंप रे नलंल करपोिंा में आयोग ने पंंशारकनक आधार पर और भाषा ही बनी. धीरे-धीरे देश के कई भागों राजंयों के पुनगंाठन का रमथंान ककया. 22 में इर मुदंे ने जोर पकडंा नतीजतन आज कदरंबर 1953 को फजल अली की अधंयकंतं ा
बहुमत हाकरल नहींकर रकती. इरकलए उनंहें कैकबनेि में जगह देने के चुनािी ’जुमले’ बोलने पडे. हालांकक, उनके जुमलोंमेंककतना दम है, यह ककरी रे छुपा नहींहै. उधर, अकमत शाह भी उतंंर पंंदेश के किधानरभा चुनाि को अपनी पंंकतषंंा का रिाल बनाए हुए है.ं कपछले लोकरभा चुनाि में िह उतंंर पंंदेश के पािंंी पंंभारी थे. इर चुनाि में भारतीय जनता पािंंी ने 70 रीिें जीती थीं, कजररे उनका क़द बढा और उनंहें पािंंी का अधंयकंंपद कमल गया. अकमत शाह अपने क़द को बरक़रार रिने के कलए जदंंोजहद कर रहे है.ं इरकलए उनंहोंने पूिांच ां ल की रीिोंपर ख़ारा धंयान कदया है. यहां भाजपा ने अपना दल जैरे छोिे-छोिे करयारी दलोंरे गठबंधन कर बहुजन रमाज पािंंी को कमज़ोर करने की कोकशश की है. पूिंाांचल के ज़्यादातर किधानरभा कंतंे ंों में तक़रीबन 15 हज़ार तक कनषाद जाकत के मतदाता है.ं भाजपा ने बरपा के बाग़ी लंिामी पंर ं ाद मौयंाको अपने राथ कमला कलया. ग़ौरतलब है कक राल 2007 के किधानरभा चुनाि में बहुजन रमाज पािंंी को पूिांच ां ल में98 रीिेंकमली थीं. राल 2012 के किधानरभा चुनाि में यहां बहुजन रमाज पािंंी को महज़ 13 रीिोंरे ही रंतोष करना पडा. भाजपा की झोली में भी करफंक छह ही रीिें आईं, जबकक रमाजिादी
पािंंी को 52 और कांगर ंे को करफंक4 रीिेंही कमल पाई थीं. भारतीय जनता पािंंी के कलए एक मुसशं कल यह भी है कक एक तरफ पािंंी रंगठन है, तो दूररी तरफ केदं ंररकार की नीकतयां है.ं बढती महंगाई, काला धन और नोिबंदी जैरे मुदंोंने कायंक ा तंाओ ा ंके कलए परेशानी पैदा कर दी. जनरंपकंकके दौरान िे जनता के रिालों के जिाब तक नहींदे पा रहे थे. पंधं ानमंतंी की एक रैली के दौरान भी लोगों ने नोिबंदी पर रिाल उठाए थे. जानकारों का मानना है कक राषंंीय लंियंरिे क रंघ उतंरं पंदं श े किधानरभा चुनाि रे दूर है. रंघ के रर रह कायंिा ाह दतंंातंयंे होरबोले की रकंंकयता भी इर चुनाि मेंकहीं नहीं कदि रही है. हालांकक उनका केंदं लिनऊ है. रंघ की तरफ रे रमनंियक कृषण ं गोपाल की भी रकंंकयता कम ही नज़र आ रही है. उतंरं पंदं श े के रंघ पंच ं ारक कशिनारायण भी इर चुनाि मेंकदिाई नहींदे रहे है.ं क़ाकबले-ग़ौर है कक रंघ भारतीय जनता पािंंी को हमेशा कंटंोल करता है. इरके बािजूद इर चुनाि में रंघ ने भाजपा रे दूरी बनाकर रिी है. मौजूदा चुनािी रमीकरण तो यही ज़ाकहर कर रहा है कक रंघ और भारतीय जनता पािंंी मेंरबकुछ ठीक नहींचल रहा है. कहीं कोई अनबन है, कजरकी अभी पदंदंे ारी
है.
भारतीय जनता पािंंी के पीछे हमेशा रंघ का एजेड ं ा रहता है और रंघ के लंियंरिे क चुनाि में घर-घर जाकर काम करते हैं. लेककन इर चुनाि में न लंियंरिे क रक़्करय हैंऔर न ही रंघ पंच ं ारक भाजपा की जीत के कलए काम कर रहे है.ं रूतंोंकी माने,ं तो भाजपा के किकि कितरण रे रंघ काफी नाराज़ है. दूररे दलों के नेताओं का भाजपा में शाकमल होना और फायदा लेना भी रंघ को नागिार गुज़रा है. रंघ के जुडे कायंक ा तंाओ ा ंका कहना है कक िे कदन-रात मेहनत करके भाजपा का जनाधार बढाते है.ं इर काम मेंउनकी कज़नंदगी गुज़र जाती है. उनंहेंउमंमीद होती है कक चुनाि में भाजपा कनषंंािान और मेहनती कायंक ा तंाओ ा ंको अपना उमंमीदिार बनाएगी, लेककन जब किकि देने की बारी आती है, तो उनंहेंनज़रअंदाज़ कर कदया जाता है. पािंंी जब ककरी ऐरे वंयसंकत को किकि देती है, जो अब तक भाजपा का किरोध करता रहा है, तब उनंहें बहुत बुरा लगता है. ग़ौर करने लायक़ बात यह भी है कक उतंरं पंंदेश किधानरभा चुनाि में ककरी मुसंललम उमंमीदिार को नहीं उतारे जाने पर मोदी ररकार के मंकंतयोंने अपनी ही पािंंी के फैरले पर रिाल िडंे ककए हैं. केंदंीय मंतंी उमा भारती का कहना है कक भाजपा ने उतंरं पंदं श े
कवचार
मेंगकठत आयोग ने 30 करतंबर, 1955 मेंकेदं ं ररकार की अपनी करपोिंापंस ं तंु कर दी और राजंयों के पुनगंाठन के रंबंध में कनमंन करफाकरशेंकींजो कनमंन है.ं.. ● राजंयोंका पुनगंठ ा न भाषा और रंलक ं कृ त के आधार पर अनुकचत है. ● राजंयों का पुनगंाठन राषंंीय रुरकंंा, कितीय एिं पंंशारकनक आिशंयकता तथा पंचिषंंीय योजनाओं की रफलता को धंयान मेंरिते हुए ककया जाना चाकहए. ● ए, बी, री और डी िगंंोंमेंकिभाकजत राजंयोंको रमापंत कर कदया जाये तथा इनकी जगह पर रोलह राजंयोंतथा तीन केदं ंशाकरत पंदं श े ोंका कनमंाण ा ककया जाए. ● रंरद ने इर आयोग की करफाकरशों को कुछ पकरितंानों के राथ लंिीकार कर 1956 में राजंय पुनगंाठन अकधकनयम पाकरत ककया. इर अकधकनयम के अंतगंात भारत में चौदह राजंय और पांच केदं ंशाकरत पंदं श े थे. कजन चौदह राजंयों का उलंलेि था, िे हैंआंधं पंंदेश, अरम, कबहार, बंबई, जमंमूकशंमीर,केरल, मधंयपंंदेश, मदंंार, मैरूर, उडंीरा (ितंामान में ओडीशा), पंजाब, राजलंथान, उतंरं पंदं श े और पकंंशम बंगाल. ● कजन पांच केद ंश ं ाकरत पंदं श े ोंका नाम था, िे है-ं कदलंली, कहमाचल पंदं श े , मकणपुर, कंंतपुरा एिं अंडमान-कनकोबार दंंीप रमूह. ● भारत में मौजूदा 29 राजंय हैं- आंधं पंंदेश, अरंणाचल पंंदेश, अरम कबहार, छतंंीरगढ, झारिंड, कनंािा क, केरल, मधंय पंदं श े , महाराषं,ं मकणपुर, मेघालय, कमजोरम, नागालैंड, ओकडशा, पंजाब, राजलंथान, करकंंकम, तकमलनाडु, कंंतपुरा, उतंंरािणंड, उतंरं पंदं श े , पकंंशम बंगाल तथा तेलगं ाना .
भाजपा को कहां ले जायेगी संघ की नाराजगी
वफरदौस ख़ान तंंर पंंदेश किधानरभा चुनाि देश की करयारत के कलहाज़ रे बेहद ख़ार है. चूकं क, केदं ंमेंभारतीय जनता पािंंी की ररकार है, इरकलए यह चुनाि भाजपा के कलए और भी ज़रंरी हो जाता है. यह चुनाि पंधं ानमंतंी नरेदं ं मोदी और भाजपा अधंयकंं अकमत शाह की राि रे जुडा है. अकमत शाह और नरेदं ंमोदी को मालूम है कक अगर राल 2019 मेंदोबारा रतंंा में िापरी करनी है, तो उतंंर पंंदेश किधानरभा चुनाि मेंजीतना बेहद ज़रंरी है. इरकलए आगामी लोकरभा चुनाि रे पहले उतंरं पंदं श े किधानरभा का यह चुनाि भाजपा और नरेदं ंमोदी के कलए रतंंा का रेमीफाइनल माना जा रहा है. पंंधानमंतंी नरेंदं मोदी ने उतंंर पंंदेश किधानरभा चुनाि मेंअपनी पूरी ताक़त झोंक दी. नरेदं ं मोदी को पता है कक अगर इर बार उतंरं पंदं श े में उनकी रुनामी नहीं चली, तो आने िाले िक़्त में इरका उनके करयारी ककरयर पर अरर पडेगा. इरकलए मऊ की रैली मेंनरेदं ंमोदी ने रोशल इंजीकनयकरंग पर इशारा करते हुए यहां तक कह कदया कक जो भी छोिी पाकंिायां भाजपा के राथ कमलकर चुनाि लड रही है,ं उनंहेंभी ररकार बनने पर कैकबनेि में जगह दी जाएगी. शायद उनंहें अहरार हो गया है कक भाजपा अकेले दम पर
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
चुनाि मेंककरी मुसलं लम उमंमीदिार को नहीं उतारकर 'बडंी भूल' की है. िहींकेदं ंीय मंतंी मुख़्तार अबंबार नक़िी का भी कहना है कक उतंंर पंंदेश किधानरभा चुनाि में भाजपा ने अगर मुरलमानों को किकि कदया होता, तो अचंछा होता. हालांकक इर पर उनकी ही पािंंी के फायर बंंाडं नेता ि राजंयरभा रदलंय किनय ककियार ने रिाल उठाते हुए कहा कक जब मुरलमान हमारे कलए िोि ही नहींकरते, तो हम उनंहेंकिकि कंयोंदे?ं भाजपा दंंारा मुसलं लम उमंमीदिार न बनाए जाने रे पािंंी का रबको राथ लेकर चलने का नारा भी िोिला ही राकबत हुआ. रंघ नेताओं का मानना है कक भाजपा अपनी मूल किचारधारा रे भिक रही है. दरअरल, रंघ अपने एक किशेष एजेंडे को लेकर आगे बढता है. रंघ ने कदन-रात मेहनत करके भाजपा को रतंंा की कुरंी तक पहुंचाया, ताकक जब उरके पार रतंंा आ जाए, तो िह अपने एजेडं े को लागू कर रके. मगर ऐरा नहींहुआ, कंयोंकक रतंंा कमलते ही, रतंंा के मद मेंचूर भाजपा नेताओंने रंघ को अनदेिा करना शुरंकर कदया. बहरहाल, रंघ और भाजपा की यह अनबन कंया रंग लाती है और भाजपा को कहां ले जाती है, यह तो आने िाला िक़्त ही बताएगा.
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राजकाज
तीसरी सालगिरह की तैयारी
मो
दी ररकार का तीन राल का कायंाकाल 26 मई को पूरा होगा मगर इरकी तैयारी शुरंकर दी गयी है.तमाम मंतंालयोंरे यह करपोिंामांगी गयी है कक उनंहोंने जो योजनाएं तैयार की उररे जनता को कंया लाभ पहुंचा.अगर पांच राजंयोंके किधानरभा चुनािोंमेंभाजपा को रफलता कमलती है तब तो रब ठीक-ठाक कनपि जायेगा और मोदी ररकार चुनाि नतीजोंकी नोिबंदी पर जनमत रंगंह करा डालेगी.मगर अगर ऐरा नहींहुआ तो नोिबंदी का मामला नेपथंय में चला जायेगा. इरकलए मंतंालयों रे कहा गया है कक िे लोग कफलहाल आंकडंे तैयार रिें करपोिंा में कंया कहा जाता है. यह फैरला 15 माचंाके बाद कलया जायेगा.
भाजपा शरणम िच्छागम
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ब भाजपा वंयापाकरयोंकी पािंंी हो तो उरके दलालों की रंभािनायें काफी बढं जाती हैं. ऐरे ही एक दलाल अमर करंह इन कदनों भाजपा नेताओं के चकंंर कािने में लगे हैं. हाल ही में उनंहोंने अपने जैरे जनाधारहीन राजंयरभा में एक शसंकतशाली रांरद और मंतंी रे मुलाकात कर भाजपा में शाकमल होने की इचंछा जतायी है. काफी रोच-किचार कर उनंहोंने उनरे कहा कक
हाईकमान का मानना है कक आप पािंंी रे बाहर रहकर हमारी जंयादा मदद कर रकते हैं. अमर करंह चाहते हैंकक उनकी राजंयरभा की रदलंयता बनी रहे. अगर िे भाजपा मेंशाकमल होते हैंतो उनकी रदलंयता चली जायेगी. मगर भाजपा कोई िादा करने के कलए तैयार ही नहीं है. अत: उनरे कहा गया है कक आप हमारी रहयोगी चैनलों पर इंिरवंयू दे.ं ऐरे बयान देंकजररे रपा-कांगर ंे गठबंधन को नुकरान पहुंचे. इरके बाद अमर करंह रांप-छछूंदर िाले चैनल की अदालत में पेश हुए. जमकर अकिलेश और मुलायम को कोरा. कबन रिाल पूछे नोिबंदी की तारीफ की. उनके इर इंिरवंयू को चैनल बार-बार लगातार कदिा रहे हैं. एक अनंय चैनल कजरका माकलक अपनी दलंलाकगरी के कलए दुकनया भर में जाना जाता है उरे अमर करंह ने रबरे धमाकेदार इंिरवंयू कदया. िही आरोप दोहराये. गला फाडंकर चीिते हुए जिाब कदये. मगर भाजपा के एक नेता का कहना था कक अमर करंह रेरकंििकफकेि लेना तो पाककसंंानी पीपुलंर पािंंी रे अपनी तारीफ करिाने जैरा है. िैरे हमारे यहां योगी आकदतंयनाथ, उमा भारती ररीिे नेताओं की कमी है जो हम एक और मूरत की रंगृहणी रोग के रोगी को शाकमल करें.
जाट बनेिा मुख्यमंत्ी?
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ताते हैं कक भाजपा के कुछ िकरषंं जाि नेता हनुमानजी की पूजा-पाठ मेंजुि गये है.ं िे उनरे यह िर मांग रहे हैंकक उतंंर पंंदेश मेंभाजपा का रफाया हो जाये. इरकी िजह यह है कक इन नेताओंको पूरा कििंंार था कक हकरयाणा में भाजपा ककरी जाि को मुखंयमंतंी बनायेगी, कंयोंकक लोकरभा और किधानरभा चुनाि में जािोंने इर दल का राथ कदया था मगर ऐरा नहींहुआ. हकरयाणा के मुखयं मंतंी मनोहर लाल िटंरं ने तो रतंंा मेंआने के बाद जािोंरे ही िकराि ले कलया. अब जाि बेहद नाराज हैं. उनंहोंने पकंंशमी उतंंर पंंदेश में अजीत करंह को इरकलए िोि नहींकदया कंयोंकक िे उनंहेंकजताना चाहते थे, बसंलक इरकलए कदया कक िे भाजपा को हरा रके.ं भाजपा की कदकंतं यह है कक अगले राल राजंयरभा मेंभी चुनाि होने हैंयहां की जाि अचंछी िारी तादाद में है.ं इरकलए जािोंकी बढंती नाराजगी को देिते हुए कैपिं न अकभमनंयु या चौधरी बीरेंदंर करंह की लािरी िुल रकती है.
बाहर कनकलिाया. िे अकिलेश की तारीफ करने लगे हैं. हाल ही मेंिे कबहार जाकर लालू यादि रे भी कमल आये. ममता बनजंंी को उनंहोंने पंंधानमंतंी पद का रबरे योगंय उमंमीदिार घोकषत ककया. इन चुनािोंके दौरान भाजपा के पकंं में एक बयान तक नहीं कदया. अब कांगंेर के राथ उनके रंबधं भी मधुर होने लगे है.ं कहमाचल पंदं श े ररकार ने उनकी िह 96 एकडंजमीन बहाल कर दी है जो कक भाजपा की धूमल ररकार ने उनंहेंमातंंएक रंपये में94 राल की लीज पर दी थी. इरे िीरभदंंररकार ने रदंंकर कदया था. बाबा तो ऐरा चंयिनपंंाश हैंकजरका कडबंबा हर नेता की मेज पर उपलबंध है.
भाजपा का ‘िुरा’ फैक्टर
इ
र किधानरभा चुनाि मेंभारतीय जनता पािंंी के उतंरं पंंदेश रे तालंलुक रिने िाले कई नेता हाकशए पर डाल कदए गए हैं. इर बार पंंचार के कलए उनंहें न नेतृतंि कजमंमदे ारी रौंप रहा है और न ही ककरी कजले का पंतंयं ाशी जपा नेताओंकी कदकंंत कम होती नहींकदि रहीं उनकी कडमांड भेज रहा है. भाजपा के अंदरिाने की िबर है. बैठे कबठाए भाजपा नेताओंका नाम बचंंा चोरी रिने िाले पंदं श े मुखयं ालय के एक पदाकधकारी ने बताया मामले में आ जाने की िजह रे कायंाकंतंाा परेशान है. कक कोप भिन मेंबैठे इन रभी नेताओं के तार आपर में बनारर मेंइरे लेकर ठीक रे चकंल ं र चल रही है. रंपा जुडंेहै.ं हर चरण के मतदान के बाद उन इलाकोंमेंअपने गांगुली और किजय िगंंीज का नाम आना पािंंी के कलए संंोतोंके जकरए पता कर रहे हैंकक कौन री पािंंी आगे और गले की हडंंी बन गया है. रही रही करर मोदी के भाषण कौन पीछे रही. ने पूरी कर दी है. बताते हैं कक यह नाराज तबका पािंंी में इर दौर में मोदी ने राहुल गांधी की किलंली उडाते हुए कह कदया पंंभािी नेताअों के कलए कोड िडंा में ‘गुरा’ शबंद का था कक िे नाकरयल रे जूर कनकलने की बात कर रहे हैं. इसंमंे ाल करता है कजरका तातंपयंागुजरात अौर राजलंथान जबकक राहुल गांधी ने पाइन एपंपल यानी अनानार के रे है कंयोंकक अब इनंहीं पंंांतों के नेता यूपी में भाजपा का जूर की बात कही थी जो पूिंोतंंर भारत में होता है. चुनाि रंचालन कर रहे हैं. हालांकक दकंंकण भारतीय नाकरयल का दूध और जूर दोनों प़़स़ुदि-दववेक सक़सेना इसंंेमाल करते हैं और यह उर तरफ आम बात है. इरकलए मोदी बेिजह इर झमेले मेंफंर गए. उनंही ककरी ने गलत जानकारी दे दी थी कक राहुल गांधी ने नाकरयल जूश की बात कही है. इररे पहले िे अकिलेश यादि के गुजरात के गधों का पंंचार िाले मुदंे में भी फंर चुके हैं. माना जा रहा है कक अकिलेश यादि और राहुल गांधी रे उलझने के चकंंर मेंिे अपना एजंडा पीछे कर ले रहे हैं.
संकट मे् मोदी
भा
च्यवनप््ाश है् बाबा रामदेव
बा
बा रामदेि के बारे मेंकोई चाहे कुछ भी कहे मगर िे राजनीकत की हिा पहचानने मेंमाकहर हो गये हैं. चुनाि नतीजे आने के पहले ही उनकी भाषा बदल गयी है. लोकरभा चुनाि में उनंहोंने न केिल भाजपा की जमकर पैरिी की थी बसंलक अपने कुछ चंपुओंको किकि भी कदलिाये थे. तब कालाधन िापरी के मुदंे पर मोदी ररकार की तारीफ करते नहींथक रहे थे. मगर अब कहने लगे हैंकक मैंने कालाधन िापरी के कलए ररकार को दो राल का रमय कदया था.ररकार ने किदेश रे कालाधन लाने की जगह देश का कालाधन ही
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ओम वनशंचल
भूगोल से निन्मित काव्य संवेदिा
‘मेरे गांि में’ उदंघाकित करती है और यह बात भी उनकी ककिता रे ओझल नहींरहने पाती कक कैरे बारी रोिी रे किता कलिना और धैयंा का कनबाह दोनों बहुत भूि का कतकललंम तोडंने की योजनाएं बनाई जा रही हैं. कोई भी ककिता रंिेदना और एहरार के कबना नहीं ककठन काम है. ककिता कलि कर अपने को लगभग अपंंकाकशत रिने िाली पीढंी के ककि हुकुम बनती. हुकुम ठाकुर गांि के दृशंय को अदेिा नहींरहने ठाकुर का रंगंह बारठ की उमंं में तब आया है जब देते. दृकंिपथ में जो कुछ कदिता है, ककिता में उरे रंभित: उनके कमतंंों का दबाि बना. कुलंलू जनपद के रंजोते चलते हैं. तभी तो ‘भोर का तारा’ जैरी अनूठी एक अजाने गांि भोरा में जनंमे हुकुम की हाल ही में ककिता कलि पाते हैं. इरी तरह िे अपने बीच के आयी ककताब ‘धंिकनयोंके मलबे रे’ जब देिी तो थोक पकरितंानोंको ककिता मेंएक नयी शकंल देते हैं: ‘मैंकह रहा हूं भाि रे छपने-छापने िाले रंरार मेंयह कुछ अलग-री करशंतोंकी चमडंी झूलने लगी है लगी. कफर ककताब उठाते ही फंलैप पर जंंानरंजन, आगंनेय दूध का रंग भूरा हो गया है और कंंपयंिद जैरे राकहतंय के िकरषंठ नागकरकोंकी उनके आदमीयत के नािून बढंगये हैं बारे में किपंपणी पढं कर कनगाहें कुछ कठठक गयीं और जबकक उनका कहना है ककिताएं पढंते हुए जीिन के रंजोये अनुभिों की थाती मैंकुछ कहता कंयोंनहींहूं रे गुजरने-जैरा रुि कमला. इरी तरह कहमाचल की ही मैंपढंरहा हूं िाकदयों रे तआलंलुक रिने िाले तैंतीर िषंंीय किकंंम शबंदोंने अपने अथंाबदल कदये हैं मुराकफर कठयोग, कशमला के रहने िाले हैंऔर रुदरू गांि ककताबेंहडंताल पर हैं में रहते हुए ककिता के नये कलंले रोप रहे हैं. ये ककि कलम को करर िुजाने रे ही फुरंात नहींहै अलकंंकत ही रह जाते यकद आधार पंंकाशन इनंहेंअगंंरर जब कक घर रे िेत तक न करता. िे ल ीफोन की रब लाइनेंवंयलंत चल रही हैं.’ हुकुम ठाकुर के बारे मेंयह रच है कक िे कलिने में पं ं क ृ क त के रमुजंिल उलंलार को एक नया अथंादेने कजतने कुशल हैं, उरे छपाने में उतने ही आललंयजीिी. िाले पहाडं ो ं मे ं आज जो किकार लीला रची जा रही है, कलहाजा ककरानी और बागिानी के बीच हुकुम ठाकुर को इर वंयाकध ने कभी गंंलंत नहीं ककया कक छप जाना ही उरकी कुछ माकंमाक अंतधंिंाकनयां हुकुम ठाकुर के यहां ककिता की राथंाकता है. यह उनके कलए रदैि कलिे भी रुन पडंती हैं. उन पर पहाडंपर चलते केंशरंा, उनकी जाने की राथंाकता रही. िेती-ककरानी-बागिानी मेंरमे अनिरत किती मांरपेकशयां ककि को यह रोचने पर हमे हुकुम ठाकुर के भीतर धीरे-धीरे ककिता ककरी मजबूर करती हैंकक ‘उनका दािा है, िे यह रब किकार फरल की तरह उगती रही कजरे िे लंमृकतयों के कोठार के कलए कर रहे हैं/परंतु हर अकनिायंाऋतु के पलंलिोंके बीच/उनंहोंने कीमती पतंथरोंके रत को में रहेजते रहे हैं. कभी दोलंतों को ऐरे आतंमरात ककया है/कक किकार की भनक लगी तो ककिता रुना दी , कहीं हर धार उनकी घर-गृहलंथी की तरफ छपने भेज कदया. छपींछपीं, न छपींतो मुडं गयी.’ हुकुम भले ही पहाडंों की न छपीं. रंपादकोंरे अनुनय-किनय में िाकदयों में रहने िाले ककरान हों पर भी रंकोची. इरी कंंम में उनकी कुछ हम कजर तरह तफरीह के कलए पहाडंों ककिताएं ‘पहल’ तक पहुंचीं, कुछ को आरामगाह मान कर चलते हैं, िहां ‘रदानीरा’ और कुछ ‘अकार’ जैरी की कदनचयंाा इतनी रोमैंकिक नहीं है. पकंंतकाओंतक. रुधी रंपादकोंके कलए जीकिका के कलए िे कजर तरह हाडं जैरे यह ककिता का गडंा िजाना था तोडं पकरशंंम करते हैं,शायद उरकी जो उनके हाथ लगा. जंंानरंजन को कीमत उनंहें नहीं कमलती. ‘कमटंंी की कलिे पतंंमेंहुकमु ने बेबाकी रे कलिा: गंध’ गांि के इरी ददंा को उदंघाकित ‘भुिमरी, तकपश और कठोर शंंम के करती है. ककि का कहना है कक पहाडं लंबे जीिन के बाद अब पेि में कुछ ध्ितनयो् के मलबे से: हुकमु ठाकुर; अनंन आने लगा और ककिताएं कफर रे आधार प्क् ाशन, पंचकुला, हतरयाणा, के िेतोंकी कमटंंी की गंध अपनी जेबोंमें भर कर शहर भर की ररोइयोंमेंभर देने जीकित हो उठीं.’ जंंानरंजन ने पाया कक पहला संसक् रण- 2016. िाले अंतत: िापर लौिते हुए केिल तकलीफदेह कबयाबान और रंिाद हुकुम ठाकुर की ककिताओंमेंहैंतो कंंपयंिद ने पाया कक आशंिारनों और िाद की कीमतों की रंशोकधत रूकचयों भाषा की ताजगी, कबंबों की अपूिंाता और रंिेदना की के राथ लौिते हैं. ‘कचटंंी’ इर रंकलन की माकंमाक ककिता है. पहाडं रे नौकरी करने गया एक पहाडंी अनगढंता इन ककिताओंकी पहचान है. हुकुम ठाकुर का ककिता रंरार जीिन के देिे रुने लडंका होिल का काम ितंम हो चुकने के बाद कपता को अनुभिोंका एक कनमंमा रंरार है. गांि के ककि हैंतो गांि कचटंंी कलिता है. कचटंंी कंया है, जैरे पहाडंऔर भीडंरे उनकी कोकशकाओं में रचा-बरा है. िे जीिनानुभिों रे लदे-फंदे नगरों का तुलनातंमक अधंययन. इरी तरह, आपंलाकित है. तभी एक रबंजी बेचने िाले बचंचे के यह ‘कपटंं’ ककिता कोई पहाडंी ककि ही कलि रकता है. पूछने पर कक गांि ककरे कहते हैं, िे अपनी ककिता में लंिांग रचाने िाले ‘लंिांगी’ पर भी कलिी ककिता बताती कलिते हैं: ‘िाली पेि पैदल चलती यातंंा को गांि कहते है कक िह ककतना भी लंिांग रचा ले, पर िह जब हंरता हैं/पहाडं िह होता है –भुइंतर रे दायें हाथ/गडंगडंाहि है तो उरके मुंह रे भूि झरती है और जब रोता है तो और धूल उगलती घािी में/जहां चापलूर दृकंषियां मेहनत उरके हाथ रे रोिी कफरलती है. हुकुम ठाकुर की ककिताओंका गठन गदंंातंमक है. चीर रही हैंरलीके रे/ ...इन लंिोन कंंशरोंके नीचे रोया है िह पहाडंकजरने एक शहर िडंा करने के कलए िुद ककिता आती है गदंं की धमकनयों में किचारों के पंंाण को कुबंाान कर कदया.’ इरी ककिता में िे कलिते हैं कक फूंकती हुई. यहां चमकती हुई रूकंकतयां या उदंंरण नहीं ‘हाल के बररों में िेतों ने कजतनी आतंमहतंयाएं की कमलेंगे. हो रकता है, इनंहेंपढंते हुए अिपिापन भी कुछ हैं/उररे पहले कभी नहीं हुईं/इरकलए कभिाकरयों के कुछ लगे. बीच-बीच मेंउनका हालंय भी है. ‘ऋण मेले में किोरोंमेंकजतनी िृकंद हुई है/लंिागती दरिाजोंमेंउतनी नमलंकार का िुकडंा’ ऐरी ही ‘कििी’ ककिता है कजरमें ही कमी.’ िरंत की अगिानी पर कहंदी में ककतनी ही डेढंइंच के धनंयिाद के बाद हलंतपंंकंालन कर चले गये ककिताएं होंगी, पर पहाडंों में िरंत कैरे चुपके-चुपके मुखंय अकतकथ की चचंाा है. ‘धंिकनयों के मलबे रे’ की आता है, झुनझुनी आंकधयों के पीछे, यह उनकी ककिता जंयादातर ककिताएं ककलंरागोई शैली मेंहै जैरे िृतंतांत का
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
किरेचन हों. कंंसयोंपर, उनकी कमंाठता पर भी एकाकधक अषंिभुजा शुकंल भी यही कहते हैं, किकंंम भी. ककिताएं हैं. ‘िह गीत गाती है,’ ‘लंतंंी’ आकद. पर ‘मेहनतकश अलंफाज/ ककि के कलए बैल भी हैं/ बीज ‘दोघरी’ इनमेंरबरे अलग है. बचपन मेंगोरंभेडंचराने भी/ िेत भी/ पकती फरल रे पहले किले फूल भी/ िाली दोघरी, अकथ चोिोंिाली. ककि की रंिेदना इर आधी ककिताएं अधूरी नहींहोतीं/ ये िेत पूरा जोत नहीं ककिता के अंत में जागती है यह कहती हुई कक ‘आप रकता कोई.’ ककिता में हर बार अधूरी रह जाती है शायद पूछेंगे कक मैं यहां कंया कर रहा हूं/ भाई!/ मैं यहां उर पीठ का इंतजार कर रहा हूं जो अभी बेपदंाा न हुई है/ कजर इरीकलए कहा जाता है कभी ितंम ककिता नहीं होती. पर कुछ कलिा न गया है/ कजर पर मैं एक उमंमीद भरी ककियोंके रौंदयंाबोध पर बहुधा बातेंहोती हैं. इरी रंगंह में घर कुछ अलग-आलंिाद की ककिता है. पाककलंतान ककिता कलि रकूं.’ ‘कफर िही रैलाब’ के राथ ककिता में आने िाले के ककरी दकरया मेंआयी बाढंके कारण गांि उजडंगया किकंंम मुराकफर की ककिताओंका रंरचना हुकुम ठाकुर है. पर पानी के उतरने की िबर रुन कर एक आदमी रे अलग है. इनमेंककि की रंिेदना जंयादा तरल-रजल अपने पकरिार के राथ केिल दो दीिाल बचे अपने घर नजर आती है और िह कनजी रुि-दुि और एहरारात पहुंचता है तो कैमरे के रमंमुि एक अजीब रा दृशंय को कहीं जंयादा कशदंंत रे वंयकंत करता है. रच कहें तो उपलंकथत हो जाता है. ककि कहता है: ‘यह घर की रबरे बहुत गदंंातंमक पंंिाह िाली ककिताओं की अपेकंा िे िूबरूरत तलंिीर है/इररे जंयादा भरापूरा घर मैंने नहीं ककिताएं जंयादा रुकून देती हैं कजनमें जीिन के िटंंे- देिा.’ एक दौर नरेंदं जैन की ककिताओं का ऐरा था कक मीठे अनुभिों को कभी बातचीत के लहजे में, कभी ककलंरागोई के अंदाज में वंयकंत ककया जाता है. ऐरी चालीर फीरद ककिताएं लोगोंके नाम होती थीं. किकंंम ककिताएं हमारी बुकंद का इमंतहान नहीं लेतीं, बकंलक िे ने भी यहां कुछ ककिताएं कमतंंों को रमकंपात की हैं: अपनी रंिेदना की छुिन रे हमें किचकलत करती हैं. रतंयपाल रहगल, ररोज िकशषंठ, दीनू कशंयप, मधुकर राजकुमार राकेश ने ककि के बारे मेंबहुत आतंमीयता रे भारती, राजकुमार राकेश के कलए यहां कुछ ककिताएं हैं. कलिा है. पहली ही ककिता जैरे ककि के अंदाजे-बयां एक ककिता मेंकिकंमं लंतंंी के कलए कहते है:ं ‘रुदं र चेहरा अपना नाम गोदने की मेज़ं नहीं/राहचयंा रे अकधक है का पकरचायक हो. ‘मैं तुमंहें छूना चाहता हूं/ जैरे आकाश धरती को औरत/एकांत के दरी-िाि के करिा.’ कुछ अग की कुछ जग की. किकंंम की ककिताओं छूताहै का भौकतक भूगोल है. उनकी रंिेदना में एक आतंमीय जैरे ककिता शबंदोंको. जैरे धूप किडंकी को. जैरे घार हिा को/ जैरे केतली की भाप छूती है ऐंकंदय आभा भी है जो पंंेम ककिताओं में राफ झलकती है] जहां िह नरमकदल ककि नजर आता है. ‘अिराद’ तुमंहें ‘डायरी’ और ‘तुमंहारे कलए’ रंगंह की मैंतुमंहेंछूना चाहता हूं उरी तरह बेहतरीन ककिताएं हैं, जैरे कदल के रफे चुपचाप पर कलिी गयी हों. एक कनहायत छोिी तुमंहेंकाम करते देि ककिता ‘बनारर’ पर है. पर है गजब: मैंतुमंहारा रबरे जरंरी काम ‘बफंकअकेली कहां धूप भी तो/कपघलती होना चाहता हूं.’ है कशिरोंपर/ पहाडंबूदं -बूदं नदी होता किकंंम मुराकफर के भीतर का है/नदी बहते-बहते रेत/नाि बंधे-बंधे कचतंंकार अपनी कलंपनाओं के कचतंं बनारर. लेककन इररे भी जंयादा पंयार उकेरने मेंकुशल है. उनकी ककिताओं की नमी मेंभीगी हुई ककिता है ‘तुमंहारे के िुकडंे-दर-िुकडंेऐरे चाकंंुष दृशंय कलए’, जहां ककि कलंपनाओंकी रुिद और कबंब किराजमान हैं. चाहे िह धूप जलरतह पर रंतरण करता है: का कचतंं हो, कजरका कक पहाडंों में नाि हो जायें हम-तुम/िाली जलिा ही अलग-रा होता है. हर बार डोलती नाि/हिा बंधी है कजर ककनारे किकंंम उरे अलग-अलग तरीके रे तफर िही सैलाब: तिक्म् मुसाति्र; और एक राह जहां िषंंों रे िडंी है देिते और कचकंंतत करते हैं. किकंंम ने आधार प्क् ाशन, पंचकुला, हतरयाणा, बरगद की तरह ‘ककि’ ककिता के बहाने जैरे ककियों पहला संसक् रण- 2016. आकाश के पांि कजर पर छप चुके का इकतिृतंत कलि कदया हो. िे कलिते हैं: ‘उरकी आतंमा आहिान है/बेशकीमती शबंदों की हैं जहां कपडंोंकी तरह रूिते हैंबादल रंिलायी चेतना को/कफर जगाने का. िह उर ककि को तुमंहारी रांर की डोर पर िहीं/ रात भूल आये होंजो जेहन में रिता है जो न लंियं बूढंा होता है न िो रमय को बूढंा होने देता है.’ ककि के आतंमरंघषंाको लंिर देते शबंद भीग गये हैं हुए ककि कहता है: धूप उनंहेंघूरती रहेगी रारा कदन जली-किी रुनायेगी ‘मछुआरोंमजदूरोंरे उरने पूछा था कभी आज तुमंहेंकोई काम नहीं कंया होती है गरीबी नाि हो जायेंहम-तुम आिाज़ंिो जाये कनज की नदी को उरकी िोयी चपंपल लौिा दें. िही रबरे बडंा अभाि है किकंंम में यथाथंा और कलंपना की रमणीयता दोनों ककि के मनर मेंयही उतंतर दहक रहा है बररोंरे के कचतंंआंकने की शकंकत है. िे किचार रे भी पकरचाकलत इरी आिाज़ंको िो बचाना चाहता है ककि हैं और कलंपनाओं के रथ पर भी आरंढं. िालंति इरी आग के कोरर में मेंककि होना कंया होता है, इरे कोई कबीर, कनराला और अपनी आिाज़ंकमलाना चाहता है.’ ककि के आकिरी लमंहोंतक को कंया इररे माकंमाक मुकंकतबोध का िंशज ही रमझ रकता है.कजर तरह ककरी कथंय मेंपढा जा रकता है: ‘कागज पर िून का हुकुम ठाकुर ककिता को तकलीफदेह नैरेकिि तक ले धबंबा/दंंीप की तरह उभर आया है/ ये उरके अंकतम जाते हैं, किकंंम चंद शबंदों में ककि होने का आशय इन ं ि करते है:ं ‘ककि उजाले मेंपडंा कांच है/हर दलंतख़ंत हैं शायद.’ किकंंम ने ‘आकदगाथा’ में शबंदोंमेंपंक आकदिाकरयोंके रंकिोंकी बात की है. किकंंम गांि के हैं रंि रे िूिा हुआ/रोशनी में रबकी आंिों में चुभता तो गांि के िेकतहर अनुभिों के भरोरे एक नयी बात है/कनहतंथा.’ ककि होना रचमुच आज भी कुछ कुछ ऐरा कहते हैं कक ककिता करना िेती करने की तरह है. ही है.
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कसनेमा
03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
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धोनी की तरह मैंने भी संघरंष ककया है दृशंयोंमेंउनके लंटंगल को भलीभांकत महरूर ककया. कौन से दहस़से की शूदटंग कदिन लगी? मुझे इर कफलंम की शूकिंग में कोई ककठनाई नहींहुई. मुझे इरमेंकाम करते हुए बहुत मजा आया. मैं कई बार अपने आपको धोनी ही रमझने लगा था. यह मेरी ऐरी मैंने इर कफलंम के हर रीन की बहुत पहली कफलंम है, कजरमेंमैंशूकिंग के शुरंहोने हवर मृदुल मेहनत रे शूकिंग की. कजंदगी मेंकजतना लंटगं ल रे लेकर अब तक आतंमकििंंार रे भरा हुआ रतीय कंंककेि िीम के पूिंाकपंतान महेंदं उनका रहा है, मेरा नहीं रहा है. यह रही है हूं. करं ा ह धोनी की बायोकपक 'एम.एर. धोनी कक हम दोनोंही छोिी जगहोंरे आये है.ं हमारे माही दवश़़स़़रीय द़़िकेटर है़, उऩहे़परिे : द अनिोलंड लंिोरी' में रुशांत करंह राजपूत जैरे लोगों को आरानी रे कोई मौका नहीं पर उिारने के दलए आपने द़़िकेट की ने धोनी का ककरदार कनभाया है. इर कफलंम ने कमलता है, इरीकलए हमेंहर कदम मजबूती रे दकिनी प़़ैक़कटस की? पहले रे रंभािनाशील माने जा रहे इर रिना पडंता है. मैंने कफलंम के शुरंआती बहुत जंयादा मेहनत करनी पडंी. उनके अकभनेता को कफलंम जगत के अकंंगम अकभनेताओंकी कतार मेंला िडंा ककया. धोनी के दकरिार को परिे पर उिारना दकिना रोमांचक रहा और बिौर अदभनेिा इस दकरिार ने कैसी चुनौिी पेश की? जब मुझे धोनी का ककरदार ऑफर ककया गया तो मेरे पार पंंकतकंंकया देने के कलए शबंद ही नहीं थे. िे हमेशा ही मेरे फेिरेि कंंककेिर रहे है,ं लेककन मैंने कभी कलंपना भी नहींकी थी कक एक कदन उनंहें परदे पर कनभाने का मौका कमलेगा. उनके जीिन पर बनी यह कफलंम मेरे कलए बहुत ही चुनौतीपूणंारही. एक कलकिंग लीजेंड को परदे पर उतारने के काफी जोकिम थे, लेककन मेरे कलए तरलंली यह थी कक इर कफलंम का कनदंंेशन नीरज पांडेय कर रहे थे. नीरज की काकबकलयत पर कोई शक नहीं था. माही रे भी मैं बीकरयों बार कमला. उनके वंयसंकततंि को रमझने की कोकशश की. उनरे पचारोंरिाल पूछे. रच तो यह है कक मैनं े उनंहेंकाफी बोर ककया. कुल कमलाकर इर कफलंम की शूकिंग मेरे कलए काफी रोमांचक रही. आप भी एक छोटी जगह से बॉलीवुि आये और धोनी भी छोटी जगह के ही है़. इस बायोदपक मे़ आप उनके स़ट़गल से दकिना जुड़़पाये?
छोटे शहर से आये अखभनेता सुशांत खसंह ने अपने जैसे ही छोटे शहर से खसतारा बने महे़द़ खसंह िोनी पर बनी बायोखपक से अपनी अलग छाप छोि़ी. खसंह से उनके जीवन के खवखभऩन पहलुओ़ पर बातचीत:
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पचारों मैचों के िीकडयो गौर रे देिे. उनके इंिरवंयू गौर रे रुने. कुल कमलाकर यही कक मैंने धोनी को महरूर करने में हजारों घंिे लगाये. उनके किकपकल हैलीकॉपंिर शॉि की बहुत पंंैसंकिर की. शूकिंग के बाद उनंहें हैलीकॉपंिर शॉि के कुछ रीन कदिाये, तो उनंहोंने कहा कक मैनं े उनकी एकदम कॉपी कर दी है. हैलीकॉपंिर शॉि रीिने में मुझे तीन महीने रे जंयादा रमय लगा. इर दौरान मैंने उनंहेंतमाम रिाल कर परेशान कर कदया. धोनी के व़यक़कित़व की सबसे खास बाि क़या लगी? िे बेहद किनमंंऔर कूल हैं. िे ककरी भी तरह की पॉकलकिकंर रे दूर हैं. िे जीिन की
हर उपलसंबध को बहुत रहज लेते हैं. आज के इर दौर मेंये रारे गुण रंजोये रिना बहुत ही बडंी बात है. आपने एक़कटंग कदरयर की शुऱआि छोटे परिे से की थी, लेदकन िब छोटा परिा इिना बड़़ा नही़ था. अब बड़़े से बड़़े दसिारे को इस माध़यम मे़ काम करने से कोई परहेज नही़ है. क़या आपको ऐसा कोई ऑफर दमलिा है, िो स़वीकार करे़गे? अिशंय लंिीकार करंंगा. मुझे तो अकभनय ही करना है, चाहे कोई माधंयम हो. शतंाएक ही है कक उर काम का एक संंर हो. िैरे मैंने एसंकिंग की शुरंआत छोिे परदे रे नहीं की थी. िीिी में काम करने रे पहले मैं नािकों रे जुडंा था. मेरे पार लंिेज के कई कदलचलंप अनुभि हैं. जब मैं कथएिर करता था, तो एक कदन के ढाई रौ रंपये मेहनताने के तौर पर कमलते थे. मैंइर मेहनताने रे पूरी तरह रंतुिं रहता था और पूरे मन रे अपना काम करता था. िे बडंेही कमाल के कदन थे. अंदकिा से ब़़ेकअप के बाि आपके जीवन पर क़या असर पड़़ा है? हर रंबंध जीिन की आकिरी रांर तक चलेगा, ऐरा होता नहीं है. लि लाइफ के कडलंिबंाहोने रे भािनातंमक परेशानी तो होती ही है, लेककन इररे उबरा जा रकता है. मेरे जीिन का रबरे ककठन कंंण था, जब मेरी मां का देहांत हुआ. तब मेरी उमंंजंयादा नहींथी. मैंने कभी कलंपना भी नहींकी थी कक मैंइतने बडंे हादरे रे गुजरंंगा. मेरे जीिन में इतनी बडंी हाकन होगी. अचानक ऐरा हो गया. मैं जैरे िूि गया. लेककन मैंने अपने आपको रंभाला. इर घिना के बाद मेरा जीिन बदल गया. तब मुझे अहरार हो गया कक यहां कोई चीज लंथाई नहीं है. इर रचंंाई को लंिीकार करने के अलािा कोई चारा नहीं है. हां, यह भी रच है कक बुरे दौर के बाद अचंछा िकंत भी आता है. रुि के बाद दुि और दुि के बाद रुि की बात हमारे पुरिोंने ऐरे ही नहींकही है.
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सुलोचना िमंाज
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
पयंाटन
चोतियो् और िातदयो् के बीच
ह जून महीने की एक िूबरूरत रुबह थी जब हम शोघी पहुच ं .े मौरम अपेकंा के अनुरपं िुशगिार था. हर तरफ रैलाकनयोंकी उपसंलथकत के बािजूद एक अजीब री शांकत पररी हुई थी. लग रहा था जैरे पेड-पहाड और पूरी िादी आपरे कुछ कहना चाह रही हो. होिल के कमरे मेंरामान वंयिसंलथत ककया और कफर जलपान करने के बाद रात की यातंंा की थकान को कमिाने के कलए हम तीन-चार घंिे तक नींद की आगोश मेंरहे. नींद रे उठकर िैकर ं ी लेकर चल पडे. जब यह कनणंया लेने की बारी आयी कक रबरे पहले कहां जाना है, तो मैनं े कबना एक पल भी गंिाये ‘तारादेिी मंकदर’ जाने का कनणंया रुना कदया. जब कनमंल ा िमंाा का उपनंयार ‘अंकतम अरणंय’ पढा थी, तो उर कहानी के ककरदार जेहन मेंइर कदर घर कर गये कक मुझे लगता रहा कक कजर कदन शोघी जाऊंगी, तो िह ककरदार ठीक िैरे ही उर मंकदर मेंकमलेगी. लगभग 45 कमनि बाद हम तारादेिी के पंंागं ण मेंथे. आरमान मेंकाले-काले बादल कघर आये थे. तारादेिी की रीकढयोंपर चढते हुए लगा कक थकान अभी पूरी तरह गयी नहींथी; पर उर रमय िहां मौजूद होने भर के ियाल रे रोमांकचत हो रही थी. तारा देिी मंकदर शोघी में कशमलाकालका रोड पर रमुदंति रे 6070 फुि की ऊंचाई पर संलथत है. देिी तारा को रमकंपता यह मंकदर तारा पिंता पर बना हुआ है. अगर इकतहार की बात करें तो यह लगभग 250 िषंापुराना है. इरकी लंथापना पकंंशम बंगाल के रेन िंश के एक राजा भूपदें ंरेन ने करिाई थी. देिी तारा रेन िंशीय राजाओंकी कुलदेिी है.ं मूल मंकदर कभी जुगगं र गांि मेंथा और कालांतर मेंइर मंकदर का कनमंाण ा कायंाजयकशि करंह चंदल े और अनंय शंद ं ंालुओंने कमलकर करिाया. जब हम अपनी यातंंा की तैयारी कर रहे थे, तो हमें ककरी पकरकचत ने बताया था कक कदलंली और कशमला के तापमान मेंकुछ जंयादा फकंकनहींहै और हम उरी कहराब रे रूिकेर का बोझ ऊनी कपडोंरे कबना बढाये कनकल पडे. पर पंक ं कृ त ककरी की गुलाम नहीं, अपनी मजंंी रे चलती है. माल रोड पर पहुच ं ते ही बाकरश की बूदं ोंने हमारा लंिागत ककया. मौरम का तकाज़ा था तो रबरे पहले छाते के राथ पशंमीना शाल की िरीदारी की गयी. कफर उरी छाते को तान आगे की िरीदारी की और रैर-रपािा भी ककया. बलूत, देिदार और बुरश ंं के िृकंोंरे आचंछाकदत, ठंडी हिा और मनमोहक पंंाकृकतक दृशयं ोंका शहर कशमला रमुदतं ल रे 2,130 मीिर की ऊंचाई पर संलथत है. िषंा1846 रे 1857 के बीच बने कंंाइलंि चचंा को माल रोड पर रबरे पंमं ि ु भिन माना जाता है. करज रे देिने पर चचंाबेहद रुदं र नजर आता है और कई ककलोमीिर दूर रे एक ताज की तरह कदिाई देता है. करज कशमला के बीचोबीच एक बडंा और िुला लंथान है जहां रे पिंता शंि ंृं लाओं का भवंय नजारा कदिता है. जब हम चचंा के अंदर गये तो थोडा आशंयं ां हुआ. बाहर का तापमान बाकरश की िज़ह रे काफी कम हो
चुका था. इरकलए मैंथोडी री गमंाहा ि पाने के कलए ठीक कनणंया कलया. बाकरश कदन के 2 बजे के करीब रंकी. हमने िहां जाकर िडी हो गयी जहां मोमबकंंतयां जल रहीं थीं. होिल मेंकदन का िाना िाया और कशमला की ओर कनकल पीछे के कमरे रे तेज आिाज में एक पंजाबी गाने की पडे. रबरे पहले हम िायररीगल लॉज गये कजरे अब आिाज आ रही थी. रैलाकनयोंमेंरेलफ ं ी लेने की होड लगी थी. कुल कमलाकर िह रुकनू और शांकत नदारद थी जो आम इंकडयन इंलिं ीटंिंू ऑफ एडिांर लंिडीज़ंके नाम रे जाना तौर पर ककरी चचंामेंपायी जाती है. िहां रे कनकलकर हम जाता है. मुखयं दंंार रे लगभग एक-डेढ ककलोमीिर चलने ‘लंकणै डं ल पंिाइंि’ गये. कहा जाता है कक लंकणै डं ल पंिाइंि के बाद आपको किकि काउंिर रे किकि लेकर मुखयं भिन े करने के कलए किकि मेंिंककत रमय का इंतजार रे पकियाला के महाराजा भूकपनंदर करंह ने अंगज ंे िायररॉय मेंपंिं श की बेिी को उठाया था और बदले मेंिायररॉय ने उनके करना पडता है. एक बार में 15-20 लोगों को ही मुखयं कशमला आने पर पंकंतबंध लगा कदया था. महाराजा ने भी इमारत में पंंिेश करने कदया जाता है. अभी हमारे पार अपनी आन-बान और शान का पंदं शंना करते हुए चैल बरा लगभग 40 कमनि का रमय था. इर भवंय इमारत का ा िायरराय लॉडंाडफकरन के आिार के कलए ककया डाला जो कशमला रे भी ऊंचा नगर है. इर घिना के कारण कनमंाण ू ांभारत पर माल रोड पर संलथत इर जगह का नाम लंकणै ड ं ल पंिाइंि गया था. कंंबकिश हुकमू त ने इरी भिन रे रमंपण पडंा. कुछ रमय हम यहां के मनोरम दृशयं ोंमेंिोये रहे और अपनी रतंंा चलायी और कशमला को भारत की गंंीषंमकालीन राजधानी भी बनाया. िायररीगल लॉज को कफर लकंडं बाज़ार की ओर चल पडे. लकंंडं बाजार के दोनों ओर दुकानें हैं कजनमें आजादी के बाद राषंपं कत कनिार मेंतबंदील ककया गया. िषंा 1964 तक यही राषंंपकत का कहमाचल पंदं श े के किकभनंन कंतंे ंों में बनने िाली चीजें कबक रही थीं. खहमाचल के उन खदलकश गंंीषंमकालीन कनिार था. भिन के लकंंडं बाज़ंार अपने लकडंी के नजारो़ और लोगो़ को अपनी चारों ओर तरह-तरह के फूलों के बेलें हैं और देिदार के घने पेडों के रामान के कलए पंकंरदंंहै. कबक रही चीजोंमेंपशंमीना शॉल, लकडी की आिो़ मे़ भरकर लौटते हुए बीच किशाल रमतल, हरा-भरा लॉन बनी हुई छोिी-बडी चीजें और याद रहता है खक अगर पहािो़ इरकी रुनंदरता को कई गुना बढा ोंके चारोंओर िृतंबनाते कहमाचली िोपी पंमं ि ु थे. ऐरी जगहों पर रहनेवाले लोगो़ की देिूतबा रूहै.रतपेडपतं थर और पंंांगण की की िाकरयत यह होती है कक आपको दोनोंआंिोंरे कदिनेिाली हर िसंंु खजंदगी पहाि जैसी होती है तो दीिारोंमेंबेतरह उग आये फनंाऔर कंंपय लगती है और आप तब तक उनका हौसला भी पहािो़ जैसा शैिाल मेरा धंयान आककंषता करते है.ं भारत की पूिांपंधं ानमंतंी शंंीमती िरीदारी करते रहते हैं जब तक ही होता है. इसंनदरा गांधी और पाककसंंान के महरूर न हो कक दोनोंहाथ रामान ततंकालीन पंंधानमनंतंी जुलंफीकार रे लद गये है.ं माल रोड के एक रेसरं ां मेंहलंका नाशंता करने के बाद अली भुटंो के बीच यहीं हुआ था 1972 का ‘कशमला हम शोघी की ओर कनकल पडे. ककरी अनंय पहाडी शहर रमझौता’, कजरके राकंयं आज भी इर भिन मेंमौजूद है.ं की ही तरह रात मेंकशमला का नजारा देिने लायक होता इर भिन मेंिह मेज अब भी मौजूद है कजर पर रमझौते है. रात के लगभग दर बजे हम शोघी पहुच गये. आधी रात के कागज़ रिकर दसंंख़त ककया गया था. भिन की कबजली के कौंधने रे हमारी नींद िुल गयी. बादलों की लगभग हर दीिार पर भिन रे जुडी घिनाओंऔर उनरे गरज के राथ मूरलाधार बाकरश हो रही थी. हमारा अनुमान जुडे राजनीकतजंंोंकी तलंिीरेंहै.ं मुखयं भिन तीनमंकजला है था कक रुबह होने तक बाकरश रंक जायेगी और हम अपने कजरमे रागौन या िीकिुड का भरपूर इसंमंे ाल हुआ है. हमें कदन की शुरआ ं त कर रकेगं .े पर बाकरश थी कक रंकने का बताया गया कक भिन मेंइसंमंे ाल हुई लककडयोंको उर नाम ही नहीं ले रही थी. कहमाचल पंदं श े पयंिा न किकार रमय बमंाा रे मंगिाया गया था. रीकलंग में कशंमीर रे कनगम रे 12 बजे के करीब फोन आया. फोनकतंाा ने बताया मंगिायी गयी अिरोि की लककडयोंपर की गयी नकंंाशी ं ालय देश के बेहतरीन कक बाकरश की िजह रे कायंक ा मं मेंकिलंब है और रुबह देिने लायक थी. यहां का पुसक ं ालयोंमेंरे एक है. इर पुसक ं ालय में1 लाि 80 की बजाय राढे बारह बजे हमेंकशमला पहुच ं जाना होगा. पुसक ं ेंहै.ं उनंहोंने यह भी बताया कक बुककंग न तो कैकंरल हो रकती है हजार रे अकधक पुसक कहमालयन बडंापाकंक इंकडयन इंलिं ीटंिंू ऑफ एडिांर और न ही उरे दूररे कदन के कलए कनधंाका रत ही ककया जा रकता है. उर मूरलाधार बाकरश मेंआधे घंिे मेंकशमला लंिडीज़ं के ठीक रामने संलथत है. रकंदया ों में बफंबक ारी के पहुच ं ना मुमककन न था. रासंंेमें गाकडयों की लंबी कतार कारण यह पाकंककेिल गकंमया ोंके मौरम मेंही दशंक ा ोंके िडी थी. हमनें बाकरश रंकने तक होिल में ही रहने का कलए िुला होता है. यहां मोर, मोनाल और हंर रकहत अनंय
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दुलभां पकंंकयों की कई पंज ं ाकतयां देिने को कमलीं. अंधरे ा होने ही िाला था. लौिते हुए हम पार ही ‘िमंाा िी लंिाल’ पर चाय के कलए रंक.े इरी बहाने थोडी देर और उर रुनदं र िातािरण मेंरहने का मौका कमला. पार ही के देिदार पर लाल रंग की एक कचकडया कुछ रमय तक हमारा मनोरंजन करती रही. अगली रुबह मशोबरा और रंजौली को कनहारते हुए हम कुफरी पहुच ं .े कुफरी पहुच ं ते हुए लगभग डेढ बज गये. इरके पहले हम रकंदया ोंके मौरम मेंयहां आये थे जब पूरी िादी बफंकके रफेद चादर रे ढंकी थी. बफंकमें कफरलते हुए टंकंैकंग का लुतफ ं भी कलया था. पर इर बार धूप तेज थी और िाने के बाद टंकंैकंग के बारे मेंरोचना भी दुषक ं र लग रहा था इरकलए हम 222 एकड में फैले गंिंे कहमालयन नेचर पाकंक गये. िषंा 2014 में यूनेलंको दंंारा इरे कििंं किरारत लंथल के रंप मेंघोकषत ककया गया है.यहां बंदर, याक, नील गाय, कहरण, शेर और चीते के अकतकरकंत काले और भूरे रंग के भालू भी कदिे. पहाडी बककरयोंकी पंज ं ाकतयों (भारल, गोरल और रीरो) को भी देिने का मौका कमला. पकंंकयोंमेंमोर, मोनाल, कगदंंऔर तीतर की कई िूबरूरत पंज ं ाकतयां को देिा. अभी हम नालदेहरा पहुच ं े ही थे कक मालूम हुआ, यहां कबना घोडे पर रिार हुए आप पहाड के उतंगंुं कशिर पर नहींजा रकते जो कक लगभग 6 ककलोमीिर की चढाई है. यह भी बताया गया कक यहां जो कुछ भी है, िह रभी कुछ उर उतंगंुं कशिर पर ही है. मैं कोई महान जीि-पंमंे ी तो नहीं हू,ं पर अतंयकधक रंिदे नशील होना भी परेशानी का रबब हो रकता है. कई बार रोचती हूं रंिदे ना को िोपी जैरा कुछ होना चाकहए था; मतलब कक हम रंिदे ना को रुकिधा के अनुरार इसंमंे ाल कर पाते. अपने मनोरंजन के कलए ककरी दूररे जीि को किंंपहुच ं ाने भर के ियाल रे कदल बैठ गया. अचानक एक िाकया याद आ गया. इरी राल ककरी पकरकचत ने मुझे मछली िाकर बांगल ं ा नि िषंा मनाने का रुझाि कदया. मेरे यह बताने पर कक मेरे घर पर एकंिके रयम है और मैंमछली नहींिाती; उरने कचढाते हुए कहा था ‘बंगाली भदंल ं ोक रमाज रे तुमहं ेंबाहर कर कदया जाना चाकहये’. उर िक़्त जेहन मेंआ रहा था कक भदंल ं ोक रमाज तो कंया, इतनी अकधक रंिदे ना के राथ इर धरती पर रहना भी मुसशं कल ही है. कदल को मजबूत करते हुए और उरूलों को रामाकजकता की िाई में डालकर घोडे पर रिार हो गयी. गाइड उमर अरहजता को महरूर करते हुए मुझरे कहने लगा ‘आपलोग नहीं आयेंगे, तो घार िाकर कब तक कजंदा रहेगा. आप लोग आते हैंतो इरे चना नरीब होता है. इरे भी अपने कलए कमाना पडता है.’ नालदेहरा रमुदंसंरं रे 2044 मीिर की ऊंचाई पर संलथत एक िूबरूरत पहाडंी शहर है. यह नाम दो शबंदों 'नाग' और 'डेहरा' रे कमलकर बना है, कजरका अथंाहै‘रांपोंके राजा का डेरा’. 'महूनाग मंकदर', नाग भगिान को रमकंपता है जो यहां का एक महतंिं पूणां धाकंमक ा लंथल है. मंकदर के कपाि बंद थे, तो बाहर रे ही जायजा कलया. ऐकतहाकरक करकॉडंा के अनुरार अंगंेज़ं िायरराय लॉडंा कजंना ने इर ख़ंबू रूरत पहाडंी लंथान की िोज की थी. यह पहाडंी लंथान अपने गोलंफंके मैदान के कलए रारे भारत में पंकंरदंंहै. लॉडंाकजंना यहां के ख़ंबू रूरत पकरिेश रे इतना चककत था कक उरने इर कंतंे ंमेंरन 1920 मेंएक गोलंफं कोरंा बनाने का फैरला ककया. नालदेहरा गोलंफ कोरंा दुकनया मेंरबरे पुराने गोलंफ कंलबोंमेंरे एक है. थोडी दूरी पर एक छोिा रा रेसरं ां कदिा, तो रंककर कॉफी और पकौडोंका आनंद कलया. उर िक़्त मेंहमारे अकतकरकंत और कोई रैलानी नहीं था, तो कॉफी और पकौडोंके राथ-राथ हम रेसरं ां के मैनज े र रे बात करने लगे. पता चला कक िह रेसरं ां ककरी लंथानीय वंयसंकत का नहींबसंलक बाहर के एक वंयापारी का है. चेहरे पर रौमंय मुलक ं ान कलए बडे गिंारे बता रहे थे कक इरी जगह पर काम करते हुए उनंहोंने अपनी दो बेकियोंका बंयाह ककया और दो लडकोंको पढाया.
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03 मार्ष - 09 मार्ष 2017
आयरन लेडी ने बढंायी वदकंंत
नयी दिल़ली. रशसंंबल किशेषाकधकार अकधकनयम (अफलंपा) के किलाफ 16 िषंा तक भूि हडंताल पर रहींशकंमल ा ा को राजंय के मुखयं मंतंी इबोबी करंह का पंमं ि ु पंकंतदंदंं ंी रमझा जा रहा है. शकंमल ा ा ने अगसंं2016 में अपनी भूि हडंताल ितंम की थी. आयरन लेडी के नाम रे मशहूर इरोम थउबल किधानरभा रीि रे कांगर ंे नेता और राजंय के मुखयं मंतंी इबोबी करंह के किलाफ चुनाि लडं रही है.ं भाजपा ने एल बशंता करंह को चुनािी मैदान मेंउतारा है. इर बार थउबल किधानरभा रीि का चुनाि बेहद कदलचलंप होगा. िजह है यहां रे इरोम शकंमल ा ा का िडंा होना. रामाकजक कायंक ा तंाा इरोम शकंमल ा ा ने थउबल किधानरभा रीि रे पचंाा दाकिल ककया है. पहली बार चुनाि लडं रहीं शकंमल ा ा ने पीपुलर ं कररजंर ंे एंड जसंलिर एलाइंर की ओर रे नामांकन पतंं दाकिल ककया है. नामांकन पतंंदाकिल करने के कलए इरोम ने अपने रमथंक ा ों के राथ राइककल पर इंफाल रे 20 ककलोमीिर की दूरी तय की और थाउबल पहुच ं ीं.
पीआरजेए िैकसंलपक राजनीकत के जकरये रूबे मेंपंभं ाि कायम करने की कोकशश मेंजुिी है. िहीं िषंा 2002, 2007 और 2012 में जीत हाकरल करने िाले मकणपुर के तीन बार के मुखयं मंतंी इबोबी करंह की कनगाहेंचौथी बार जीत हाकरल करने पर होगी. अकंिबू र, 2016 मेंइरोम चानू शकंमल ा ा ने पीपलंर रीरजंर ंे एंड जसंलिर एलांयर (पीआरजेए) का गठन ककया और माचंा में होने िाले किधानरभा चुनाि लडंने का फैरला ककया है कजरका एक
मातंंएजेडं ा मकणपुर रे अफलंपा को हिाना है. मकणपुर किधानरभा चुनाि रे अपनी राजनीकतक पारी की शुरआ ं त कर रहींइरोम शकंमाला का कहना है कक उनंहोंने कििाकदत कानून एएफएरपीए के किलाफ अपनी लडंाई छोडंी नहीं है बसंलक इरे ख़ंतंम करिाने की रणनीकत में थोडंा बदलाि ककया है. मकणपुर की 60 रदलंयीय किधानरभा के कलए चार और आठ माचंाको दो चरणोंमेंचुनाि होना है.
पकंिचम बंगाल की पहल को सलाम
नयी दिल़ली. इलाज में कोताही और मरीजोंरे भरी-भरकम कबल िरूलने के कई आरोप रामने आने के बाद पकंंशम बंगाल ररकार ने अब राजंय में कनजी ि कारपोरेि अलंपतालोंकी मनमानी पर नकेल करने की पहल की है. इर पहल के तहत मुखंयमंतंी ममता बनजंंी ने, जो लंिालंथंय मंतंी भी हैं, तमाम अलंपतालों के पंंकतकनकधयों के राथ एक बैठक में उनकी जमकर कंलार लेते हुए उनरे महज मुनाफा कमाने की बजाय मानिीय चेहरा कदिाने को कहा है. हाल में कई अलंपतालोंमेंमरीजोंरे लािोंरंपए के कबल िरूलने और इलाज में लापरिाही के आरोपोंकी िजह रे मरीजोंके मौत के बाद किकभनंन कनजी अलंपतालों में तोडं-फोडं की कई घिनाएं हुई हैं. एक ताजा रिंंेकंण में इरका िुलारा हुआ है कक बंगाल के अलंपतालोंमेंइलाज का िचंाराषंंीय औरत के मुकाबले जंयादा है. आरोपो़की भरमार हाल के िषंंों में कनजी अलंपतालों की बाढं आ गई है. इनके किलाफ अकंरर गैरजरंरी िेलंि कराने, मोिी रकम िरूलने और इलाज में कोताही के आरोप लगते रहे
हैं. यूं तो राजंय के कनजी अलंपतालोंपर पहले भी भारी-भरकम कबल देने और उरका भुगतान नहीं करने तक मरीज का शि पकरजनोंको नहींदेने के आरोप लगते रहे हैं. लेककन बीते कदनोंमहानगर मेंकबडंला रमूह के पंंकतकंंषत अलंपताल कलकतंंा मेकडकल कररचंा इंलंिीटंंूि (रीएमआरआई) में हुई एक घिना के बाद ररकार की नींद िूिी थी. इर अलंपताल में एक ककशोरी को पेि में ददंा की कशकायत के राथ दाकिल ककया गया था. पकरजनोंका आरोप है कक अलंपताल मेंपहले ही डेढंलाि रंपए जमा कराने को
महानगर के कनजी अलंपतालों ने मोिी रकम िरूलने मेंमंकंतयोंि किधायकोंरे भी कोई करयायत नहीं की है. इन मंकंतयों ि किधायकों के कबलों का भुगतान राजंय ररकार करती है. तमाम किधायक अपने इलाज का कबल किधानरभा अधंयकंं को रौंपते है.ं उरके बाद ररकार इनका भुगतान करती है. ममता कहती है,ं "किधायकों के इलाज का भारी-भरकम कबल देि कर होश गुम हो जाते है.ं कई अलंपतालोंमेंएक कदन के बेड का ककराया ही 15 रे 25 हजार तक
RNI- DELHIN/2015/ 65658
करीब चालीर रे जंयादा कजलों के लोग फायदा उठा रकेंगे. पहले लोगोंको िीजा के कलए कदलंली या कफर टंिंे ल े एजेरं र ं के चकंरं कािने पडंते थे. ऐरे मेंअब लोग अपने टंिंे ल एजेंरंर के माधंयम रे भी इर रुकिधा का लाभ ले रकेंगे. करकिका टंंेिेलंर तीर िषंा पुरानी एक पंंकतकंंषत टंंेिेल एजेंरी है. इररे पूिंा यह रुकिधा देश के चार महानगरों के अलािा अनंय पंंदेशों के दो शहरों में ही उपलबंध थी.
नीरर वतिारी
लखनऊ. यूपी किधानरभा चुनाि में भाजपा को िुद पर पूरा भरोरा है. िह लंियं के पंंचंड बहुमत मेंआने के कलए आशानंकित है. यह अलग बात है कक हाल ही में पंंधानमंतंी नरेंदं मोदी ने यूपी में कंंतशंकू पकरणाम आने की बात कह कर अपनी पािंंी के रभी दािोंको दरककनार कर कदया है. इर रंबंध मेंपूछने पर भाजपा के पंंदेश पंंिकंता किजय बहादुर पाठक कहते हैं, ‘भाजपा यूपी में पंंचंड बहुमत के राथ ररकार बनाएगी. जनता भाजपा के राथ है और िह अब रपा, बरपा और कांगंेर को रतंता में नहीं आने देना चाहती.’ िे अपनी बात को रमझाते हुए कहते हैं, ‘केंदंररकार की नीकतयों रे पंंदेश की जनता काफी पंंभाकित है. नोिबंदी रे होने िाली कदकंकतों ररीिे मुदंेकिरोधी दलोंने उपजाये है.ं जनता ने इर फैरले को लंिीकार करते हुए पंंदेश में िुलकर भाजपा को मतदान करने का रंकलंप कलया है.’ िहीं, जब उनरे यह पूछा गया कक कंंतशंकू ररीिे चुनाि के पकरणाम आने पर कंया भाजपा अपने किरोधी दल बरपा रे गठबंधन कर रकती है तो उनंहोंने कहा कक
ऐरा रंभि नहींहै कंयोंकक भाजपा पूणांबहुमत की ररकार बना रही है. हालांकक, िे पंंदेश में एक भी मुलंकलम पंंतंयाशी को किकि न देने के रिाल का उकचत जिाब नहीं दे पाते हैं. इरका जिाब देते हुए िे कहते हैंकक भाजपा रभी रमुदाय ि िगंा को राथ लेकर चलती है. भाजपा ने कई ऐरी योजनाओंपर काम ककया है कजररे मुरलमानोंको लाभ कमला है. िे दािा करते हैंकक पंंदेश मेंभाजपा की ररकार बनने पर मुलंकलम रमुदाय के चौतरफा किकार के कलए कई तरह की योजनाएं लायी जायेंगी. राजनीकतक पंकडतों का कहना है कक कंंतशंकू पकरणाम आने पर भाजपा और बरपा के हाथ कमला लेने की रंभािना अकधक है. इरका कारण बताते हुए िे कहते हैंकक रपाकांगर ंे गठबंधन के राथ बरपा के जुडनं े को मायािती कभी हामी नहीं देंगी. कारण, िह इर बात को अचंछी तरह जानती हैंकक रपा मेंअकिलेश यादि रीएम का चेहरा हैं. ऐरे में बरपा को िुद के कलए अनुकूल माहौल नहींकमलने िाला. िहीं, भाजपा ने अभी तक अपने मुखंयमंतंी पद के दािेदार के नाम की घोषणा नहीं की है. ऐरे में मायािती इरका पूरा फायदा उठा रकती हैं.
अगले राषंपं ति के नाम पर मंथन शुरं
है. इरके अलािा तमाम तरह के महंगे परीकंण ं कराए जाते है.ं हाल मेंकुछ किधायकोंने ररकार को मामूली मजंा के इलाज के कलए 10 रे 15 लाि तक के कबल जमा ककए थे. इरी तरह एक किधायक की आंिों की जांच और चशंमे का कबल ही एक लाि रंपए आया था. इरे धंयान मेंरिते हुए ररकार पहले ही इन अलंपतालों के कामकाज की जांच का मन बना रही थी. लेककन रीएमआरआई की घिना ने उरे एक बहाना दे कदया.
पेज 1 का बाकी राषंंपकत बनने िाले पंंणब मुिजंंी का कायंाकाल अब रमापंत होने को है. ऐरे में राषंंाधंयकंं के अगले नाम की चचंाा तेज हो गई है. पािंंी के रूतंोंके मुताकबक, जोशी और रुषमा के अलािा इर पद के कलए लोकरभा अधंयकंं रुकमतंंा महाजन और झारिंड की गिनंार दंंौपदी मुरमू के नाम पर भी चचंाा हो रही है. उमंमीद की जा रही है कक पांचोंराजंयों के चुनाि पकरणाम घोकषत होने के बाद इन रभी नामों को लेकर भाजपा ि आरएरएर के बीच मंतंणा की जाएगी. िकरषंंभाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी की उमंं 83 राल है. िह जब मातंं दर िषंा के थे तभी उनंहोंने आरएरएर का दामन थाम कलया था. राथ ही, उनके नाम पर राम मंकदर के कलए जोरदार आंदोलन करने का भी शंंेय दजंा है. िह पूिंा पंंधानमंतंी अिल कबहार िाजपेयी के भी करीबी रहे हैं. उनंहोंने ही िषंा 1992 मेंकनंयाकुमारी रे शंंीनगर तक एकता यातंंा आयोकजत की थी. इधर 65 िषंंीय केंदंीय किदेश मंतंी रुषमा लंिराज भी इर पद की दौडंमेंकाफी
मजबूत कदि रही है.ं दरअरल, पािंंी के रूतंों के मुताकबक, आरएरएर भी रुषमा के नाम पर मुहर लगा रकता है कंयोंकक िह इनकी छकि को काफी पंंभाकित है. राथ ही, रुषमा लंिराज को देश के रिंंोचंं पद पर बैठाकर िुद पर लगने िाले मकहला किरोधी रोच को भी मात देने के कलए आरएरएर अपनी हामी दे रकता है. रुषमा लंिराज की अनंय दलोंमें भी काफी अचंछी छकि रही है. उधर, 74 िषंंीय रुकमतंंा महाजन भी इर पद के रुयोगंय हैं. िह आठ बार मधंय पंंदेश के इंदौर रे रांरद चुनी जा चुकी हैं. उनकी भी रभी दलोंमेंिारी पैठ है. आरएरएर में भी उनका काफी रमंमान है. झारिंड की ितंामान राजंयपाल 59 िषंंीया मुरमू के नाम पर भी मंथन का दौर चल रहा है. उडंीरा के आकदिारी रमाज रे कनकलकर अपनी छकि बनाने िालींमुरमू को राषंंपकत बनाने रे भाजपा की आकदिाकरयों के बीच पकडं मजबूत होगी. उनका राजनीकतक ककरयर िषंा1997 मेंशुरंहुआ था. हालांकक, इर बार भी आडिाणी को तिजंंो न कमलने रे उनके करीबी नाराज हैं.
भोपाल. मधंय पंदं श े के रीधी कजले के मूरामूडी गांि मेंककरानोंका आंदोलन अब थमने का नाम नहींरहा है. महाकशिराकंंत के कदन रे ही यहां के ककरानोंने कंकंमक हडंताल की शुरआ ं त करके कजला पंश ं ारन और राजंय की कशिराज ररकार के कलए कदकंतं ेंबढंा दी है.ं इर रंबधं मेंिोको-रोको-ठोको कंंाकं तकारी मोचंाा के पंिं कंता ने एक किजंसंपंत जारी करके बताया कक कशिराज ररकार दंंारा कंपनी रे रांठगांठ कर अकधगंहं ण के नाम पर हडपी
गयी अपनी ज़मीन को िापर पाने के कलए रंघषंातेज कर कदया गया है. किजंसंपंत के मुताकबक, ककरानोंने मंच पर ही एक 'मशकिरा बैठक' करके आर-पार के गांिोंके रैकडोंककरानों-मजदूरोंरे रलाह मशकिरा कर रुकनकंंशत ककया है कक हमारी हडताल अब मरला हल होने के बाद ही ितंम होगी, कंयोंकक हम 5 राल रे जंयादा रमय रे आिेदन, कनिेदन, आंदोलन, करते आये है,ं लेककन लंियं मुखयं मंतंी कशिराज करंह और
कजले के पंश ं ारन ने कभी भी अपने िादोंपर अमल नहींककया है. इरकलए अब हम ररकार और पंश ं ारन के छल कपि मेंनहींआने िाले हैंऔर कबना ककरी राथंक ा कनराकरण तक हम अनिरत आंदोलन करते रहेगं .े इर हडंताल में मौजूद रहने िालों में बरपा के कजला अधंयकंं शंंीकनिार राकेत, युिा रमाजरेिी शाकलक कंंदिेदी, पंयं ागदतंंकंंदिेदी, कशिकुमार करंह, उदयभान करंह, बहादुर करंह आकद रैकडोंपंभं ाकित ककरान शाकमल है.ं
तिधायकों को भी नहीं बखंशा
वसंगापुर जाने की राह हुई आसान
लखनऊ. यूपी के लोगों को अब करंगापुर का िीजा पाने के कलए जंयादा मशकंंत नहीं करनी होगी. दरअरल, करंगापुर हाई कमीशन ने िीजा पंंोरेर करने का अकधकार राजधानी की ही एक टंंेिेल एजेंरी करकिका टंंेिेलंर को रौंप कदया है. बता देंकक हर माह यूपी के करीब चार हजार रे अकधक यातंंी करंगापुर की यातंंा करते हैं. इर रुकिधा का मुखंयत: पूिंाांचल, मधंय यूपी, बुंदेलिंड और रंहेलिंड के
कहा. पकरजनों ने ककरी तरह इंतजाम कर 70 हजार रंपए जमा कराए. लेककन आरोप है कक पूरे पैरे नहीं कमलने की िजह रे अलंपताल ने उर ककशोरी का इलाज ही शुरं नहीं ककया. नतीजतन अगले कदन रुबह उरकी मौत हो गई. इर पर ककशोरी के पकरजनों ने अलंपताल में जमकर तोडंफोडं की और कमंच ा ाकरयोंके राथ भी मारपीि की. इर घिना के बाद ही मुखंयमंतंी ने तमाम अपतालों के पंंकतकनकधयों की बैठक बुलाने का फैरला ककया.
सरकार बनायेगी भाजपा: पाठक
एमपी सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ंरहे ककसान
लंितंिाकधकारी, पंंकाशक और मुदंक: कंंमता करंह के कलए अमर उजाला पसंबलकेशंर कलकमिेड, री-21, 22, रेकंिर-59, नोएडा, उतंंर पंंदेश रे मुकंदत एिं दूररी मंकजल, बी-146, हकरनगर आशंंम, नयी कदलंली- 110014 रे पंंकाकशत. रंपादकः अंबरीश कुमार (पीआरबी अकधकनयम के तहत रमाचारोंके चयन के कलए कजमंमेदार) रभी कानूनी कििादोंके कलए नंयाय कंंेतंकदलंली होगा. रंपकंक: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com