CSIR purchase rules and procedure 2008 (Hindi)

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िवषय-सूची िनयम सं.

िववरण

1. 2. 3. 4. 5.

संिक्ष नाम और प्रारंभ पिरभाषाएं माल की पिरभाषा सरकारी खरीद के मूल िसद्घांत माल और सेवाओं की खरीद के िलए सक्षम प्रािधकारी और मंजूरीदाता प्रािधकारी की शिक्तयां िबना कोटेशन के माल की खरीद थानीय खरीद सिमित/सिमितय के मा यम से माल की खरीद दर संिवदा टडर की प्रिक्रया/कायर् िविध दो बोली प्रणाली बोली संबधं ी द तावेज बोली संबधं ी प्रितभूित/अिग्रम जमा धनरािश कायर् -िन पादन संबधं ी जमानत रािश िवशेष पिरि थितय म अिग्रम अदायगी प्रापण प्रिक्रया म पारदिशर् ता, प्रितयोिगता, िन पक्षता और िववाचन का उ मूलन वापसी खरीद िविवध प्रावधान

6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17.

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सीएसआईआर की माल और सेवाओं संबधं ी खरीद िविनयमावली-2008 संिक्ष नाम और प्रारंभ –

िनयम 1 :

इन िनयम का नाम "सीएसआईआर माल और सेवा संबधं ी खरीद िनयमावली, 2008" है ।

िनयम 2 :

पिरभाषा इन िनयम म जब तक िक संदभर् अ यथा आव यक न हो-

"मंजूरीदाता प्रािधकारी (एसए)" से ता पयर् है सीएसआईआर के महािनदेशक/ जेएसए/सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान के िनदेशक या ऐसा कोई अ य वैज्ञािनक/अिधकारी, जो खरीद करने के िलए प्रािधकृत हो और िजसम सीएसआईआर के अधीन आने वाली प्रयोगशालाओं और सं थान म और इसके मख्ु यालय म िव ीय शिक्तयां िनिहत ह ।

(ii)

"खरीद सिमित (पीसी)" से ता पयर् है, ऐसी सिमित या सिमितयां, िज ह सक्षम अिधकारी द्वारा 25 लाख पए (प चीस लाख पए) तक की सभी खरीद के िलए सक्षम प्रािधकारी द्वारा गिठत िकया गया है ।

(iii)

"तकनीकी और खरीद सिमित (टी एंड पीसी)" से ता पयर् है ऐसी सिमित/सिमितयां, िज ह 25 लाख पए से अिधक सभी खरीद के िलए सक्षम प्रािधकारी द्वारा गिठत िकया गया है ।

(iv)

"आहरण अिधकारी" (डीओ) माल और सेवाओं की खरीद के मामले म सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं और सं थान के भंडार और खरीद िवभाग का अिधकारी, िजसे सक्षम प्रािधकारी द्वारा सीएसआईआर और इसकी प्रयोगशालाओं/सं थान की ओर से िबल आहिरत करने और अदायगी करने के िलए नािमत िकया गया हो ।

(v)

"बजट" से ता पयर् माल और सेवाओं की खरीद के प्रयोजन के िलए धन से है, िजसका िव िकया गया हो ।

वषर् िवशेष म सक्षम प्रािधकारी द्वारा आबंटन

िनयम 3 : माल और सेवाओं की पिरभाषा - इस िनयमावली म प्रयक्त ु सामा य फनीर्चर/ प्रयोगशाला फनीर्चर, जड़ु नार, क चा माल, पज ु ेर्, उपकरण, मशीनरी, उप कर, औद्योिगक संयत्रं , रसायन, िवलायक, गैस, कांच के सामान, लेखन सामग्री, वदीर् और

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ऐसी अ य मद भी शािमल है, जो मानक और गैर-मानक, दोन अनस ु धं ान एवं िवकास के िलए ह । इसम माल और उप कर की वािषर् क अनरु क्षण संिवदा भी शािमल है, जो सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं और सं थान म प्रयोग के िलए अिजर् त की गई ह , सीमाशु क बेबाकी और काग संबधं ी रखरखाव और समेकन सेवाएं, वारंटी के अधीन बदलने/मर मत करने/उ चीकरण करने के िलए माल का िनयार् त करने, िविश वैज्ञािनक और तकनीकी सेवाएं यथा यावसाियक परामशीर् सेवाएं, क यूटर और नेटवकर् प्रबंधन, सॉ टवेयर और वेब िडजाइन िवकास सेवाएं, िवशेष भंडारण, संचार सिु वधाएं भी शािमल ह । लेिकन इसम प्रकाशन, लायब्रेरी के िलए पित्रकाएं और/या बा संसाधन िक्रयाकलाप, जो बिु नयादी सिु वधा, हाउस कीिपंग, सरु क्षा, व छता, बागबानी से संबिं धत िक्रयाकलाप , इंजीिनयरी सेवाओं से संबिं धत िनमार् ण कायर् , डे क टॉप िप्रंिटंग, कै िनंग, आउटपिु टंग, िप्रंिटंग, बाइंिडंग, डेटा प्रिवि कायर् , पैिकं ग और प्रेषण कायर् , ग्रािफक िडजाइनर, काटूर्िन ट, आिद सिहत मीिडया एजसी का सूचीकरण शािमल नहीं है, िजनके संबंध म प्रणािलयां पहले ही कायर् रत ह । िनयम 4 : सरकारी खरीद के मूल िसद्घांत - लोक िहत म माल की खरीद की िव ीय शिक्तयां, िजनको प्र यायोिजत की गई ह , प्र येक प्रािधकारी की िज मेदारी और दािय व होगा िक वे सरकारी प्रापण से संबिं धत मामल म दक्षता, िमत ययता, पारदिशर् ता लाएं और आपूितर् कतार् ओ ं के साथ िन पक्ष और समान यवहार कर और सरकारी प्रापण म प्रितयोिगता को बढ़ावा द । सरकारी प्रापण म अपनाई जाने वाली प्रिक्रया िन निलिखत मानदंड के अनु प होनी चािहए : (क)

(ख) (ग) (घ)

खरीदे जाने वाले माल की गणु व ा की शत म उि लिखत िविशि यां, प्रकार आिद और माल की गणु व ा भी प प से बताई जानी चािहए, िजसम प्रयोगशालाओं और सं थान द्वारा प्रयोगशाला, प्रयोगशाला के प्रयोजन/उ े य िवशेष के िलए आव यक बात को भी यान म रखा जाना चािहए । इस प्रकार की गई िविशि य से प्रयोगशाला/सं थान की मूलभूत आव यकता पूरी होनी चािहए । इसम फालतू और अनाव यक बात शािमल नहीं की जानी चािहए, िजनके कारण अनाव यक यय हो । इस बात का भी यान रखा जाना चािहए िक आव यकता से अिधक मात्र म माल की खरीद न की जाए तािक मालसूची म अिधक लागत न आए । िन पक्ष पारदशीर् और उिचत प्रिक्रया को अपनाते हुए प्र ताव आमंित्रत िकए जाने चािहए । प्रापण प्रािधकारी को इस बात से संतु होना चािहए िक चनु े गए प्र ताव से सभी प्रकार से आव यकताएं समिु चत प से पूरी होती ह । प्रापण प्रािधकारी को वयं इस बात का समाधान करना चािहए िक चनु े गए प्र ताव की कीमत उिचत है और अपेिक्षत गणु व ा के अनु प है । 3


(ड.)

प्रापण की प्र येक अव था म प्रािधकृत प्रापण प्रािधकारी द्वारा िरकाडर् म यह बात संिक्ष प म रखी जानी चािहए और ऐसी बात पर िवचार िकया जाना चािहए, िजन पर प्रापण संबधं ी िनणर् य लेते समय यान िदया जाना हो ।

िनयम 5: माल और सेवाओं की खरीद के िलए सक्षम प्रािधकारी और मंजूरीदाता प्रािधकािरय की शिक्तयां - जो प्रािधकारी प्र यायोिजत सीमा के अंतगर् त यय करने के िलए सक्षम हो और िजसके पास प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक द्वारा अनमु ोिदत िनिध हो और सीएसआईआर मख्ु यालय के मामले म महािनदेशक/संयक्त ु सिचव (प्रशासन), सीएसआईआर इसकी प्रयोगशाला ह और सं थान म प्रयोग के िलए अपेिक्षत माल और सेवाओं पर िकए गए यय की मंजूरी दे सकता है । खरीद के िविभ न तरीके , िव ीय शिक्तयां, मंजूिरयां, िसफािरश करने और अनमु ोिदत करने वाले प्रािधकािरय का उ लेख इन िनयम के अनबु धं के प म नीचे िदया गया है । िनयम 6: िबना कोटेशन के माल की खरीद अनस ु धं ान और िवकास से संबिं धत मद के मामले म प्र येक अवसर पर के वल 1 लाख पए (एक लाख पए) मू य और गैरअनस ु धं ान और िवकास संबधं ी मद के संबधं म प्र येक अवसर पर 15000/- पए मू य तक के माल की खरीद िबना कोटेशन या बोली मंगाए की जा सकती है । लेिकन इस खरीद के संबधं म सक्षम प्रािधकारी द्वारा दजर् िकया गया प्रमाणपत्र (जो सव कृ पिरपाटी संबधं ी सीएसआईआर के खरीद मैनअ ु ल-2008 के अनबु धं -क म िदया गया है) होना चािहए । िनयम 7: थानीय खरीद सिमित/सिमितय के मा यम से माल की खरीद अनस ु धं ान और िवकास से संबिं धत मद के मामले म प्र येक अवसर पर के वल 1,00,000 पए से 5,00,000 पए (पांच लाख पए) तक की लागत के माल की खरीद की जा सकती है और गैर-अनस ु धं ान तथा िवकास से संबिं धत मद के संबधं म प्र येक अवसर पर 15000/- पए से 1 लाख पए तक के माल की खरीद की जा सकती है । परंतु इस खरीद के संबधं म िविधवत प से गिठत थानीय खरीद सिमित की िसफािरश पर की जाएगी, िजसम समिु चत तर के तीन सद य ह गे,

िज ह प्रयोगशाला/सं थान म िनदेशक/वैज्ञािनक 'जी' द्वारा और सीएसआईआर

मख्ु यालय म संयक्त सिचव (प्रशासन)/वैज्ञािनक 'जी' द्वारा अनमु ोिदत िकया गया हो ु । यह सिमित/सिमितयां बाजार का सवेर्क्षण करेगी तािक दर, गणु ता और िविशि य के औिच य को सिु नि त िकया जा सके और समिु चत आपूितर् कतार् ओ ं की पहचान की जा सके । खरीद आदेश िदए जाने की िसफािरश करने से पहले इस सिमित के सद य संयक्त प से एक प्रमाणपत्र दजर् करगे (सव म पिरपाटी का सीएसआईआर ु खरीद मैनअ ु ल-2008 का अनबु धं -ख) । (िट पणी : अनुसधं ान और िवकास से संबिं धत मद से ता पयर् है ऐसी मद, जो अनुमोिदत पिरयोजनाओं के अधीन वीकृत बजट से खरीदी जाएंगी और िजनका सीधा प्रयोग नए ज्ञान/प्रौद्योिगकी का आिव कार करने या िवद्यमान ज्ञान/प्रौद्योिगकी

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का उ नयन करने और उ पाद प्रिक्रया और सेवाओं से संबिं धत कौशल का िवकास करने और नए या उ नत उ पाद , प्रिक्रयाओं और सेवाओं का उ नयन करने से संबिं धत हो, िजनकी क पना सीएसआईआर के प्रयोगशाला/सं थान म वैज्ञािनक/ पिरयोजना प्रमुख द्वारा की गई हो । गैर-अनुसधं ान और िवकास से संबिं धत मद से ता पयर् है ऐसी मद, जो अनुसधं ान और िवकास के पूरक के प म सहायक ह और इसम ऐसी मद भी शािमल ह, िजनसे अनुसधं ान और िवकास के उ े य की प्राि म पिरयोजनाओं को िकसी प्रकार का समथर् न िमलता हो । िनयम 8: दर संिवदा - सीएसआईआर और उसकी और वािषर् क अनरु क्षण संिवदा के संबधं म उ लेख करगे जब िव ीय एकािधकार को ऐसा करना आव यक हो । सीएसआईआर द्वारा तय की गई दर संिवदाओं और अ य द्वारा तय की गई दर संिवदाओं का उपयोग

प्रयोगशालाएं/सं थान माल और सेवाओं अपनी दर संिवदा का उस ि थित म यान म रखते हुए पारदशीर् तरीके से की प्रयोगशालाएं/सं थान डीजीएसएंडडी समानांतर सहायक प्रयोगशालाओं/सं थान कर सकती ह ।

िनयम 9: उपयर् क्त ु िनयम 8 के अधीन आने वाले मामल के अितिरक्त सभी प्रयोगशालाएं/ सं थान नीचे िदए अनस ु ार टडर की प्रिक्रया का सामा य तरीका अपनाएंगे : (क) िवज्ञािपत टडर पूछताछ (ख) सीिमत टडर पूछताछ (ग) एकल टडर पूछताछ (घ) स वािधकार मद िनयम 10: दो बोली प्रणाली - जिटल और तकनीकी प्रकार के अनस ु धं ान और िवकास उप कर और सामग्री आिद की खरीद के िलए िन निलिखत दो भाग म बोिलयां आमंित्रत की जा सकती ह : (क) तकनीकी बोली, िजसम वािणि यक शत और अिग्रम धनरािश जमा, यिद लागू हो, सिहत सभी तकनीकी िववरण ह । (ख) िव ीय बोली, िजसम तकनीकी बोली म उि लिखत मद के िलए मदवार कीमत का उ लेख िकया गया हो । िनयम 11: बोली द तावेज - सभी टडर बोली द तावेज के अनस ु ार प्रा िकए जाएं । िनयम 12: बोली संबधं ी प्रितभूित/अिग्रम धन जमा - ऐसे मामल म बोली संबधं ी प्रितभूित ली जा सकती है, िजनम उप कर/सामग्री की लागत 25 लाख पए से अिधक हो । असाधारण मामल म मंजूरीदाता प्रािधकारी, अथार् त प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक और सीएसआईआर के मामले म महािनदेशक के नािमती/संयक्त ु सिचव (प्रशासन) प्रितभूित की इस शतर् को िवशेष प से अ यिधक प्रिति त कं पिनय के िलए माफ कर सकते ह ।

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िनयम 13: कायर् -िन पादन संबधं ी प्रितभूित - सामा यत: सफल बोलीदाताओं को संिवदा िदए जाने के बाद 21 िदन के अंदर कायर् -िन पादन संबधं ी प्रितभूित प्रा की जाती है । यह प्रितभूित यथाि थित एक वषर् /60 िदन के बाद वारंटी अविध के कुछ िदन के बाद की अविध के संबधं म आदेश मू य के 10 प्रितशत (दस प्रितशत) के अंतगर् त होती है, जो संिवदा के उिचत कायर् -िन पादन के संबधं म ली जाती है । कायर् िन पादन संबधं ी प्रितभूित को सक्षम प्रािधकारी, अथार् त िवशेष पिरि थितय म िनदेशक के अनमु ोदन से बढ़ाया/घटाया और माफ िकया जा सकता है । िनयम 14: िवशेष पिरि थितय म आपूितर् कतार् ओ ं को अिग्रम अदायगी - पक्षकार को अिग्रम अदायगी करने के मु े पर सव म पिरपाटी के अनस ु ार कारर् वाई करनी चािहए, िजसम बाजार वातावरण के सभी पहलओ ु ं और सरु क्षापाय को यान म रखा जाना चािहए । िनयम 15: प्रापण प्रिक्रया म पारदिशर् ता, प्रितयोिगता, िन पक्षता लाना और िववाचन की समाि - सीएसआईआर और इसकी प्रयोगशालाओं/सं थान म की जाने वाली सभी खरीद पारदशीर्, प्रितयोगी और िन पक्ष तरीके से की जानी चािहए तािक धन का सव म मू य सरु िक्षत रह सके । तदनस ु ार, बोली संबधं ी द तावेज के पाठ वत: पूणर् और यापक होने चािहए और इनम द्वयथर् कता नहीं होनी चािहए । िनयम 16: वापसी खरीद का प्र ताव - यिद सक्षम प्रािधकारी के अनमु ोदन से यह िनणर् य िलया जाता है िक िवद्यमान परु ानी मद (मद ) के थान पर नई और बेहतर मद को िलया जाना है, तो िवभाग िवद्यमान परु ानी मद को नई मद खरीदते समय बदल सकता है । इस प्रयोजन के िलए बोली संबधं ी प्रलेख म एक उपयक्त ु खंड जोड़ा जाएगा तािक संभािवत और िच रखने वाले बोलीदाता अपनी बोिलयां तदनस ु ार तैयार कर । बदले जाने वाली परु ानी मद को सपु दु र् करने का समय और तरीका तय िकया जाना चािहए और बोली संबधं ी द तावेज म इस संबंध म संगत िववरण शािमल िकए जाने चािहए । इसके अलावा, बोली संबधं ी द तावेज म उपयक्त ु प्रावधान भी रखे जाने चािहए तािक खरीदार नई मद खरीदते समय इस बात के िलए वतंत्र हो िक वह िकसी मद को बदले या नहीं । िनयम 17: िविवध 17.1 17.2

उपयर् क्त ु िनयम को लागू करने से िवद्यमान सभी िनयम और अनदु ेश का अितक्रमण िकया जाएगा । यिद इन िनयम के िनवर् चन के संबधं म कोई शंका पैदा होती है तो ऐसे मामले संयक्त ु सिचव (प्रशासन), सीएसआईआर को भेजे जा सकते ह, िजनका िनणर् य अंितम होगा । कानूनी िनवर् चन के संबधं म अंग्रेजी पाठ मा य होगा । 6


17.3

इन िनयम म और संशोधन करने के िलए उपयक्त ु अंतरात म इनकी समीक्षा की जाएगी ।

17.4

प्रापण आिद संबंधी मामल से संबिं धत िव ततृ मु े "सव म पिरपाटी का सीएसआईआर खरीद मैनअ ु ल-2008" नामक नए खरीद मैनअ ु ल म िदए गए ह । महािनदेशक, सीएसआईआर इन िनयम के िकसी भी प्रावधान म ढील दे सकता है ।

17.5

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(अनबु धं ) शिक्तय का प्र यायोजन क्रम खरीद का प्रकार/ सं. प्रकृित 1 क) मांगकतार् / पिरयोजना प्रमख ु द्वारा अनुसधं ान और िवकास से संबिं धत मद के िलए कोटेशन मंगाए िबना सीधी खरीद । ख) अ य सभी गैरअनस ु धं ान और िवकास संबंधी मद के संबधं म । 2. थानीय खरीद सिमित के मा यम से खरीद । क) अनस ु धं ान और िवकास संबंधी मद के िलए ।

3.

अनुमोदन करने मंजूरीदाता खरीद का वाला प्रािधकारी प्रािधकारी प्रकार नकद/उधार के पए मांगकतार् /पिरयोजना पिरयोजना पर प्रमख का तर प्रमख ु ु / विर तम आधार प्र यक्ष प से । वैज्ञािनक 'सी' से खरीद अिधकारी । तकनीकी अिधकारी

िव ीय सीमा 1 लाख तक

'ग' और उससे ऊपर हो । 15,000/- पए प्रयोगशाला और तक । सीएसआई मख्ु यालय म विर तम खरीद अिधकारी । रोकड़/उधार 1 लाख पए से मांग कतार् /पिरयोजना पिरयोजना पर का तर प्रमख 5 लाख पए प्रमख ु / विर तम आधार ु खरीद थानीय खरीद तक । वैज्ञािनक 'सी' से अिधकारी । सिमित के तकनीकी अिधकारी मा यम से 'ग' और उससे ऊपर खरीद की जाएगी । हो ।

और ख) गैर-अनस ु धं ान 15,001 पए प्रयोगशाला और िवकास संबधं ी से 1 लाख पए सीएसआई मख्ु यालय म विर तम खरीद मद के िलए । तक । अिधकारी । आपाितक खरीद 5 लाख पए से वैज्ञािनक 'सी' और 25 लाख पए उससे ऊपर के तर तक । के पिरयोजना प्रमख ु , प्र यायोिजत शिक्तय के अंतगर् त ।

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वैज्ञािनक

खरीद िविधवत 'सी'/तकनीकी गिठत सिमित द्वारा की जाएगी अिधकारी 'सी' । और उससे ऊपर के तर के पिरयोजना प्रमख ु , प्र यायोिजत शिक्तय के अंतगर् त ।


4.

5.

6.

एकल टडर खरीद

वािम व खरीद

क) 5 लाख वैज्ञािनक 'सी'/ पए से 25 तकनीकी अिधकारी लाख पए तक 'सी' और उससे ऊपर के तर के पिरयोजना प्रमख ु । ख) 25 लाख वैज्ञािनक 'एफ' और पए से 50 उससे ऊपर । लाख पए तक । ग) 50 लाख िनदेशक पए से अिधक । क) 25 लाख वैज्ञािनक 'सी'/ पए तक तकनीकी अिधकारी

ख) 25 लाख पए से 50 लाख पए तक । ग) 50 लाख पए से अिधक । खरीद सिमित के क) 25 लाख मा यम से खरीद । पए तक ।

'सी' तर के एकल टडर पिरयोजना प्रमख और ु उससे ऊपर । वैज्ञािनक 'एफ' और उससे ऊपर ।

एकल टडर

िनदेशक

एकल टडल

वैज्ञािनक 'सी'/ वािम व के संसाधन से तकनीकी

'सी' और उससे अिधकारी 'सी' उससे ऊपर के तर के और ऊपर के तर पिरयोजना प्रमख ु । के पिरयोजना प्रमख ु ।

वैज्ञािनक 'एफ' और वैज्ञािनक 'एफ' वािम व के संसाधन से । उससे ऊपर । और उससे ऊपर । िनदेशक

िनदेशक

वैज्ञािनक 'सी'/ वैज्ञािनक 'सी'/ तकनीकी अिधकारी तकनीकी

'सी' और उससे अिधकारी 'सी' ऊपर के तर के और उससे पिरयोजना प्रमख ऊपर के तर ु । के पिरयोजना प्रमख ु ।

वािम व के संसाधन से । सीिमत टडर

ख) 25 लाख वैज्ञािनक 'एफ' और वैज्ञािनक 'एफ' सीिमत टडर पए से 50 उससे ऊपर । और उससे

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7.

लाख पए तक । ग) 50 लाख पए से अिधक । टीएंडपीसी के ख) 25 लाख पए से 50 मा यम से खरीद लाख पए तक ।

ऊपर । िनदेशक

िनदेशक

सीिमत टडर

खल ु ा/वैि क वैज्ञािनक 'सी'/ वैज्ञािनक/ तकनीकी टडर तकनीकी अिधकारी अिधकारी 'सी' 'सी' और उससे और उससे ऊपर के तर के ऊपर पिरयोजना प्रमख ु । िनदेशक खल ग) 50 लाख िनदेशक ु ा/वैि क पए से अिधक टडर ।

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वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद अनुसधं ान भवन, 2, रफी मागर्, नई िद ली-1 बधु वार, 7 जनवरी, 2009

सं.14-5(1)/2003-एसवी/वॉ यूम-III

सीिरयल पिरपत्र सं.455 प्रेषक: संयक्ु त सिचव (प्रशा.) सेवा म, सभी रा ट्रीय प्रयोगशालाओं/सं थान के िनदेशक िवषय: माल एवं सेवाओं िवषयक सीएसआईआर क्रय िनयमावली-2008 तथा सवर् े ठ पिरपाटी के सीएसआईआर खरीद मैनुअल-2008 महोदय, सीएसआईआर की शासी िनकाय ने िदनांक 7.11.2008 को हुई अपनी 172वीं बैठक म इस पिरपत्र के साथ संलग्न “माल एवं सेवाओं िवषयक सीएसआईआर क्रय िनयमावली-2008” और “सवर् े ठ पिरपाटी के सीएसआईआर खरीद मैनअ ु ल-2008” को अनमु ोदन प्रदान िकया है । इन िनयमावली और मैनअ ु ल का पिरचालन िदनांक 1 अप्रैल, 2009 से प्रभावी होगा तथा ये उक्त तारीख से सीएसआईआर खरीद प्रिक्रया2000 (यथा संशोिधत) का अिधक्रमण करगे । मझ ु े आगे यह कहने का िनदेश हुआ है िक इन िनयमाविलय के अंतगर् त सभी मांगकतार् /प्रापण और मंजूरीदाता प्रािधकारी प्रापण प्रिक्रया म पारदिशर् ता, प्रितयोिगता, िन पक्षता लाने एवं िववाचन की समाि को यान म रखते हुए खरीद के मौिलक िसद्धांत के अनवु तर् न/पालन को सिु नि त करगे । यह िनयमावली एवं प्रिक्रया हमारी वेबसाइट www.csir.res.in पर भी उपल ध है । अनरु ोध है िक कृपया इन िनयम को सभी संबिं धत के यान म लाएं । ह0/(के .ए. कुरैशी) िनयंत्रक (भंडार एवं क्रय) संलग्नक:

यथोपिर

प्रितिलिप :- 1.

सीएसआईआर मख्ु यालय के सभी प्रभाग के प्रधान

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2.

सीएसआईआर मख्ु यालय/एचआरडीजी/एचआरडीसी के सभी उप सिचव/अवर सिचव/व. उप िव त सलाहकार/िव त एवं लेखािधकारी/भंडार एवं क्रय अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी

3.

व. उप सिचव/अवर सिचव नीित प्रभाग

4.

प्रयोगशालाओं/सं थान के सभी प्रशासन िनयंत्रक/प्रशासन अिधकारी/व. िव त एवं लेखा िनयंत्रक/िव त एवं लेखा अिधकारी/भंडार एवं क्रय अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार एवं क्रय)

5.

महािनदेशक तकनीकी प्रको ठ के प्रशासिनक िनदेशक एवं महािनदेशक के िनजी सिचव को सूचनाथर्

6.

मख्ु य सतकर्ता अिधकारी, सीएसआईआर को सूचनाथर्

7.

िव त सलाहकार के िनजी सहायक को सूचनाथर्

8.

संयक्ु त सिचव (प्रशा.) के िनजी सिचव एवं अवर सिचव को सूचनाथर्

9.

िविध सलाहकार के िनजी सहायक को सूचनाथर्

10.

उप सिचव, राभा को इस अनरु ोध के साथ िक कृपया इस कायार् लय ज्ञापन और िनयमावली का अनवु ाद करवाएं ।

11.

ी ए. वािहद, वैज्ञािनक प्रभारी को इस अनरु ोध के साथ िक कृपया इस का.ज्ञा., िनयमावली और मैनअ ु ल को सीएसआईआर की वेब साइट पर दशार् एं

12.

कायार् लय प्रित

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अ याय 1 प्र तावना और खरीद के िसद्घांत 1.0.0 प्र तावना 1.1.0 वैज्ञािनक को सामग्री की पयार् और समय पर आपूितर् करने का प्रावधान साथर् क वैज्ञािनक अनस ु धं ान करने के िलए बहुत मह वपूणर् है । इसके अलावा, इससे हमारी प्रयोगशालाओं/सीएसआईआर के सं थान म िविभ न आंतिरक और प्रायोिजत पिरयोजनाओं को पूरा करने का ल य भी पूरा होता है । दूसरी ओर, िकसी सरकारी खरीद को िन पक्ष और पारदशीर् तरीके से ही नहीं करना होगा अिपतु िव ीय वािम व के अनस ु ार भी पूरा करना होगा । इस मैनअ ु ल के अनवु तीर् पैराग्राफ म दी गई प्रिक्रया

इन सभी बात को पूरा करती ह । लेिकन "इलेक्ट्रोिनक प्रापण" (ई-प्रापण) के कायार् वयन के प म प्रौद्योिगकी इस िदशा म और भी मह वपूणर् है, िजसका उ े य यह सिु नि त करना है िक खरीद की प्रिक्रया म और आज के दािय व म गित, दक्षता, िमत यियता और पारदिशर् ता हो ।

1.2.0 इस मैनअ ु ल म िदए गए िनयम और प्रिक्रयाओं के अंतगर् त आने वाली खरीद के िलए मद म वे सभी व तएु ,ं सामग्री, प य, पशधु न, सामा य फनीर्चर/प्रयोगशाला फनीर्चर, जड़ु नार, क चा माल, अितिरक्त पज ु ेर्, उपकरण, मशीनरी, उप कर, औद्योिगक संयत्रं , रसायन, िवलायक, गैस, कांच का सामान, लेखनसामग्री, वदीर् और मानक तथा गैरमानक अनस ु ंधान एवं िवकास के िलए कोई अ य मद भी शािमल है । इसके अलावा, इसम खरीदे गए माल और उप कर की वािषर् क अनरु क्षण संिवदा और सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं और सं थान के प्रयोग के िलए अिजर् त की गई अ य सामग्री भी शािमल है, िजसम सीमा-शु क बेबाकी और काग हडिलंग तथा समेकन सेवाएं, वारंटी बदलने/मर मत करने/उ नयन संबधं ी माल का िनयार् त भी शािमल है । यावसाियक परामशर् सेवा, कं यूटर और नेटवकर् प्रबधन, सॉ टवेयर और वेब िडजाइन िवकास सेवाएं, िवशेष भंडारण, संचार सिु वधाएं जैसी िविश वैज्ञािनक और तकनीकी

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सेवाएं भी इसम शािमल ह । लेिकन इसम प्रकाशन, पु तकालय की पित्रकाएं और/या बिु नयादी सिु वधाओं से संबिं धत बाहर से करवाए जाने वाले िक्रयाकलाप, हाउस कीिपंग, सरु क्षा, व छता, बागबानी, इंजीिनयिरंग सेवा से संबिं धत िनमार् ण कायर् , डे क टॉप िप्रंिटंग, कै िनंग, आउटपिु टंग, िप्रंिटंग, बाइंिडंग, डेटा प्रिवि कायर् , पैिकं ग और प्रेषण कायर् , ग्रािफक िडजाइनर, काटूर्िन ट, आिद सिहत मीिडया एजिसय की सूची तैयार करना शािमल नहीं है । इन सभी काय के िलए पहले ही यव था प्रचिलत है । 1.3.0 खरीद सिमित/सिमितय (पीसी) के सद य सरकारी खरीद प्रिक्रया से जड़ु े िकसी भी होगा िक वह सरकारी खरीद से संबिं धत लाए और वह पूितर् कार के साथ िन पक्ष प्रित पधार् को बढ़ावा दे ।

तकनीकी और खरीद सिमित (टीएंडपीसी) और अ य कािमर् क की यह िज मेदारी और दािय व मामल म दक्षता, िमत ययता और पारदिशर् ता और समान यवहार करे और इस प्रिक्रया म

1.4.0 सरकारी खरीद के िसद्घांत 1.4.1 सरकारी खरीद करने के संबधं म अपनाई जाने वाली प्रिक्रया िन निलिखत मानदंड के अनस ु ार होनी चािहए : (i) (क)

(ii)

गणु व ा, प्रकार आिद म िविशि यां और खरीदे जाने वाले माल की मात्र भी प प से बताई जानी चािहए । ऐसा करते समय, प्रयोगशाला/सं थान की िवशेष आव यकता को यान म रखा जाना चािहए ।

(ख)

इस प्रकार तैयार की गई िविशि य से संगठन की मूल आव यकता पूरी होनी चािहए तािक इसम अितिरक्त या गैर-ज री सिु वधाएं शािमल न करनी पड़, िजसके कारण अनाव यक यय होगा ।

(ग)

इस बात का भी यान रखा जाना चािहए िक आव यकता से अिधक मात्रा म खरीद न की जाए तािक माल-सूची के वाहन की लागत से बचा जा सके ।

िन पक्ष, पारदशीर् और उिचत प्रिक्रया का पालन करते हुए प्र ताव आमंित्रत िकए जाने चािहए ।

(iii) खरीद सिमित/सिमितय (पीसी) और तकनीकी तथा खरीद सिमितय को इस बात से संतु होना चािहए िक चनु े गए प्र ताव सभी प्रकार की अपेक्षाओं को पूरा करते ह और उ ह अपना यह समाधान भी करना चािहए िक चनु े गए प्र ताव की कीमत उिचत और अपेिक्षत मात्रा के अनस ु ार है । (iv) खरीद की प्र येक अव था म िव ततृ िवचार-िवमशर् /िनणर् य संक्षेप म िरकाडर् म रखे जाएंगे ।

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1.5.0 खरीद की अव थाएं 1.5.1 सीएसआईआर की प्रयोगशालाओ/ं सं थान म सामग्री की खरीद सामा यत: िन निलिखत अलग-अलग अव थाओं म िवभािजत की जा सकती है : (क)

बजट प्रावधान

(ख)

पिरयोजना की आव यकता और प्रायोिजत पिरयोजना की प्राथिमकता के संबधं म सीएसआईआर के बजट म संबिं धत िव वषर् के िलए उप कर , मशीनरी आिद की खरीद की प्राथिमकता ।

(ग)

मांग करने वाले वैज्ञािनक द्वारा या तकनीकी तथा खरीद सिमित (टीएंडपीसी) द्वारा मांग से पूवर् के िनणर् य/प्र ततु ीकरण के मा यम से या उ च मू य के अनस ु धं ान और िवकास खरीद के मामले म स मेलन (जहां कहीं भी आव यक हो) द्वारा वा तिवक ज रत की िविशि यां/पहचान तैयार करना ।

(घ)

माल की अनपु ल धता का स यापन करने के बाद वैज्ञािनक और अ य संबिं धत अिधकािरय द्वारा मांग िकया जाना ।

(ड.)

यथापेिक्षत संबिं धत खरीद सिमित द्वारा मांग पर िवचार करना ।

(च)

यथापेिक्षत टडर/कोटेशन मंगाना और खरीद िवभाग द्वारा टडर संबधं ी कागज-पत्र पर कारर् वाई करना ।

(छ)

मांगकतार् /तकनीकी और खरीद सिमित (टीएंडपीसी) द्वारा टडर /कोटेशन का मू यांकन करना और अंितम िनणर् य के िलए मांगकतार् अिधकारी से िसफािरश प्रा करना ।

(ज)

िव ीय मंजूरी के िलए मंजूरीदाता प्रािधकारी को कागज-पत्र प्र ततु करना ।

(झ)

आदेश देना/संिवदा िन पािदत करना ।

(ञ)

अदायगी प्रिक्रया हेतु मांगकतार् द्वारा उप कर , उ ह सं थािपत िकए जाने, उ ह चालू िकए जाने के संबधं म िनरीक्षण करना ।

1.6.0 बजट प्रावधान 1.6.1 प्रयोगशाला/सं थान म तब तक कोई खरीद नहीं की जाएगी जब तक ऐसी खरीद के िलए िविश बजट प्रावधान न हो । 1.6.2 िकसी भी खरीद के िलए मांग की प्रिक्रया प्रयोगशाला/सं थान द्वारा की जा सकती है, भले ही चालू िव वषर् म उसके िलए िविश बजट आबंटन न िकया गया हो । परंतु ऐसे मामल म मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा प्रशासिनक प्रिक्रया अपनाई जानी होगी और अंितम आदेश तभी िदया जाएगा जब िनिध उपल ध हो जाएगी ।

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1.7.0 उप कर, मशीनरी आिद की खरीद को प्राथिमकता देना 1.7.1 सीएसआईआर की िनिधय से खरीदे जाने वाला उप कर/मशीनरी आिद की खरीद के संबधं म प्रयोगशाला/सं थान का िनदेशक प्र येक िव वषर् के शु म एक सिमित िनयक्त ु करेगा जो िविभ न पिरयोजनाओं के िलए उप कर , मशीनरी, संयत्रं आिद की ज रत का सही जायजा लेगी । इसम बिु नयादी सिु वधाओं संबधं ी ज रत भी शािमल ह। 1.7.2 इस सिमित की अ यक्षता विर

तर के वैज्ञािनक द्वारा की जाएगी ।

1.7.3 यह सिमित िविभ न प्रभाग /यूिनट के प्रमख ु मांग को प्रा करेगी और उस वषर् म की तैयार करेगी । यह सिमित प्रयोगशाला म ऐसे इसके अलावा, यह इनके कायर् -िन पादन और भी जांच करेगी ।

से परामशर् करेगी । वषर् के िलए उनकी जाने वाली खरीद की प्राथिमकता सूची उप कर की उपल धता की जांच करेगी । अ य उप कर की खरीद के औिच य की

1.7.4 प्र येक िव वषर् की 30 जून तक यह प्राथिमकता सूची सभी संबिं धत अिधकािरय म पिरचािलत की जाएगी । सीएसआईआर की िनिधय से उस वषर् के दौरान की गई सभी खरीद सामा यत: अंितम सूची के अनस ु ार ह गी । लेिकन ज रत की अिनवायर् ता के आधार पर सीएसआईआर की िनिधय से खरीदे जाने वाले उप कर की प्राथिमकता सूची को मंजूरीदाता प्रािधकारी के अनमु ोदन से संशोिधत िकया जा सकता है । 1.7.5 प्रायोिजत करने वाले प्रािधकारी से प्रा पिरयोजना के अनमु ोदन संबधं ी पत्र म उि लिखत मद को प्रायोिजत पिरयोजनाओं के संबधं म प्राथिमकता सूची के प म िलया जाना चािहए । 1.7.6 आपाितक आव यकताओं और प्रायोिजत शिक्तय के अंतगर् त की जाने वाली खरीद को करने के िलए यह वांिछत होगा िक बजट आबंटन की कुछ रािश आरिक्षत रािश के प म रखी जाए और ऐसी खरीद को इस प्रकार आरिक्षत रािश के अंतगर् त ही िकया जाए । लेिकन यह िनणर् य िव ीय सलाहकार से परामशर् कर के और सक्षम प्रािधकारी से अनमु ोदन लेकर िकया जाए ।

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अ याय 2 मांग-पत्र और िविशि यां 2.0.0 मांगकतार् द्वारा मांग-पत्र प्र तुत करना 2.1.0 सव म खरीद करने के िलए यह वांछनीय होगा िक प्रयोगशाला के वैज्ञािनक/अनभु ाग/प्रभाग द्वारा मांग करने से पहले खूब छानबीन की जाए ।

प्रयोक्ता

2.1.1 वैज्ञािनक/अ य संबंिधत अिधकारी द्वारा जब कभी मांग-पत्र प्र ततु िकया जाता है, उसे यह सिु नि त करना होगा िक इसके साथ िन निलिखत िववरण लगे हुए ह: (क)

(ख) (ग) (घ) (ड.) (च) (छ) (ज) (झ) (ञ) 2.1.2

2.1.3

उप कर के कायर् के संिक्ष िववरण सिहत उप कर का िव ततृ िववरण और िव ततृ िविशि यां, िजसम यह बात भी शािमल हो िक यह मांग नई है या अितिरक्त है या परु ानी मांग के बदले है । इसके साथ ही एक प्रमाणपत्र भी लगाया जाए िक ये िविशि यां पूरी ह और स पूणर् आव यकता को पूरा करने के िलए सही ह । उप कर के उपयोगी िटकाऊपन, अितिरक्त पज ु की उपल धता, अनरु क्षण की यव था आिद जैसे िववरण । उप कर की अनमु ािनत लागत । उपल ध यापािरय की सूची, उनके पते, उनका िपछला अनभु व, यिद कोई हो और यिद उपल ध हो, तो उनकी वेबसाइट का पता । उप कर के िलए अपेिक्षत थान, उसे लगाए जाने का क्षेत्र और िबजली, िसिवल कायर् आिद, यिद लागू ह , जैसी अ य बिु नयादी सिु वधाएं । उप कर की प्राि से उसके चालू िकए जाने की संभािवत अपेिक्षत अविध । संभािवत िनरीक्षण अनस ु ूची । यिद खरीद आपाितक आधार पर की गई हो तो आपाितक खरीद संबधं ी प्रमाणपत्र । यिद वािम व के प्रयोग के आधार पर खरीद की गई हो तो " वािम व के उपयोग" संबधं ी प्रमाणपत्र । बजट प्रावधान संबधं ी प्रमाणपत्र, जो पिरयोजना/योजना से िविधवत संबद्घ हो । यिद लागू हो तो मांगकतार् द्वारा अनबु धं -घ के अनस ु ार पीएसी का प्रमाणपत्र प्र ततु िकया जाना चािहए । यिद यह प्रमाणपत्र गलत पाया जाता है तो इसके िलए वह िज मेदार होगा । मांगकतार् आमतौर पर मांग को ऑनलाइन करके इलेक्ट्रोिनक तरीके से प्र ततु करेगा और इसकी मशीन म एक प्रित भी रखेगा और यिद मांग को 17


इलेक्ट्रोिनक तरीके से भेजना संभव न हो तो उसकी एक कं यूटर पर टाइप की गई प्रित रखेगा । मांग को कागज पर अलग से िलखकर प्र ततु नहीं िकया जाना चािहए । मांग म सामा यत: कोई पिरवधर् न/पिरवतर् न नहीं िकया जाएगा । यिद िवशेष मामल म ऐसा करना आव यक हो, तो मांगकतार् ऐसी शिु द्घय /पिरवधर् न पर आ याक्षर करेगा । मांग को इस प्रकार से िवभािजत करना सख्त मना है िक वे खल ु े टडर के तरीके के अंतगर् त न आएं । इसके अलावा, मांगकतार् द्वारा मांग को जानबूझकर इस प्रकार िवभािजत न िकया जाए िक उसके िलए उ च प्रािधकारी की मंजूरी प्रा करना आव यक न हो ।

2.1.4

2.2.0 2.2.1

िविशि यां मांग की जाने वाली मद की िविशि यां तैयार करते समय यह अव य सिु नि त िकया जाना चािहए िक वे िन निलिखत के अनु प ह : (i)

अपेिक्षत माल की िविशि यां ऐसे पयार् िववरण देते हुए इस प्रकार तैयार की जानी चािहए िक न तो ये बहुत अिधक िव ततृ होनी चािहए और न ही बहुत सीिमत तािक संभािवत टडर बहुत अिधक न बढ़ जाएं या खरीद की लागत न बढ़ जाए या घिटया आपूितर् की संभावना न बन जाए ।

(ii)

िविशि य को प्रयोक्ता िवभाग की आव यक ज रत के अनस ु ार होना चािहए ।

(iii) िविशि यां ऐसी होनी चािहए िक उनसे अद्यतन प्रौद्योिगकी की खरीद की जा सके और अप्रचिलत माल की खरीद से बचा जा सके । (iv) िविशि य म दक्षता, अिधकतम ई ंधन/िवद्यतु की खपत, पयार् वरण-अनक ु ू ल सामग्री का उपयोग विन की कमी और उ सजर् न का तर, कम अनरु क्षण लागत आिद जैसे कारक पर बल िदया जाना चािहए । (v)

िविशि यां ऐसी होनी चािहए िक वे अद्यतन बीआईएस मानक के अनु प ह । यिद भारतीय मानक उपल ध न ह या वैकि पक ह तो िवदेशी बाजार के ोत के आधार पर भी िनणर् य िलया जा सकता है । इस संबधं म अंतररा ट्रीय मानक (जैसे आईएसओ आिद) को अपनाया जा सकता है । यिद उपल ध मानक की यापक जानकारी न हो तो िविशि यां सामा य तरीके से और यापक आधार पर ली जानी चािहए तािक िविभ न ोत से प्रितयोगी बोिलयां प्रा की जा सक ।

(vi) िविशि यां तैयार करते समय, मांगकतार् अिधकारी यह सिु नि त करेगा और यह प्रमािणत भी करेगा िक िविशि यां पूरी ह और संपूणर् मांग को पूरा करने के िलए सही ह । (vii) िविशि य म शािमल िकए गए सभी आयाम का मीिट्रक यूिनट म उ लेख िकया जाएगा । यिद कुछ अपिरहायर् कारण से आयाम का उ लेख यूिनट {फुट

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पाउंड-सेिकं ड (एफपीएस)} म करना पड़े तो मीिट्रक प्रणाली म तदनु प समतु यता का भी उ लेख िकया जाना चािहए । िविशि य और तकनीकी िववरण का उ लेख समिु चत प से प ता के साथ िकया जाना चािहए और उसम कोई अ प ता या िद्वअथर् कता नहीं होनी चािहए । यिद आव यक हो तो अितिरक्त प आिद के िलए आरेख सिहत िलिखत िविशि यां दी जानी चािहए । 2.2.2

उ च मू य वाली अनुसधं ान और िवकास उप कर/सामग्री की खरीद के िलए िविशि यां इस सामग्री की िविशि य को तकनीकी और खरीद सिमित (टीएंडपीसी) द्वारा (जहां आव यकता महसूस होती हो) अंितम प िदया जाएगा । सिमित इ ह अंितम प िदए जाने से पूवर् संभािवत िवक्रेताओं के साथ अ याय 4 के पैरा 4.9.0 म िदए गए तरीके से मांग-पूवर् चचार् करेगी, उसका प्र ततु ीकरण करेगी और स मेलन करेगी । लेिकन उपयर् क्त ु पैरा 2.2.1 म िदए गए यापक िदशािनदेर्श को इन खरीद के िलए िविशि यां तैयार करते समय भी यान म रखा जाएगा ।

2.3.0

भंडारण िवभाग द्वारा ' टॉक नहीं' प्रमाणपत्र दजर् करना

2.3.1

यिद इंटरानेट पर टॉक की ि थित दी गई हो और उसे िनयिमत प से अद्यतन िकया गया हो, तो मांगकतार् वयं इस भंडार की अनपु ल धता का प्रमाणपत्र दे सकता है । अ यथा मांग को मांग के अनल ु ग्नक सिहत भंडार िवभाग को भेजा जाएगा जो इसके

2.4.0 2.4.1

2.4.2 2.4.3

2.4.4

टॉक का स यापन करेगा और ' टॉक म

नहीं' संबधं ी प्रमाणपत्र, यिद लागू हो, दजर् करेगा । मांग-पत्र पर कारर्वाई करना संगत अनमु ोिदत मांग-पत्र की िनयमानस ु ार पूरी जांच की जाएगी और उन पर कारर् वाई की जाएगी । दोषपूणर् या अपूणर् मांग-पत्र का आमतौर पर दो कायर् िदवस के अंदर मांगकतार् को लौटाए जाएंगे, लेिकन मांग-पत्र म छोटी-मोटी गलितय को मांगकतार् के साथ चचार् करके ठीक कर िदया जाना चािहए । कायार् लय उप कर की खरीद करते समय खरीद अिधकारी यह सिु नि त करेगा िक राजभाषा अिधिनयम, 1963 के प्रावधान का अनपु ालन िकया गया है । खरीद अिधकारी इस बात की जांच करेगा िक िजन मद को आयाितत िकया जाना है, वे िनयातर् -आयात नीित म दी गई प्रितबंिधत सूची के अंतगर् त न आती ह। चूिं क गित िकसी भी खरीद के िलए आव यक होती है, अत: खरीद अिधकारी मांग की जांच करते समय एक सिु वधादाता की भूिमका अदा करे । इस भूिमका का ता पयर् है िक वह मांगकतार् का मागर् दशर् न करे तािक सही कीमत पर सही 19


मद खरीदी जा सके । यिद आव यक हो तो वह उसे सही सूचना देकर सही तरीके से मांग-पत्र तैयार करवाएगा ।

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अ याय 3 खरीद सिमितयां 3.1.0

खरीद सिमित (पीसी)/तकनीकी और खरीद सिमित (टीएंडपीसी)

3.1.1

प्रयोगशालाओं/सं थान म और सीएसआईआर मख्ु यालय म खरीद को िविनयिमत करने, उसकी िसफािरश करने और उसका िनणर् य लेने के िलए िन निलिखत दो सिमितयां ह गी: खरीद सिमित (पीसी) तकनीकी और खरीद सिमित (टी एंड पीसी)

(क) (ख) 3.2.0 3.2.1

3.2.2

3.2.3

खरीद सिमित (पीसी) के कायर् खरीद सिमित (पीसी) 25 लाख पए तक के उपभो य और गैर-उपभो य (उप कर मशीनरी आिद) दोन की सभी मद की खरीद पर िवचार करेगी । खरीद सिमित 25 लाख पए से 50 लाख पए तक की अनमु ािनत लागत वाली मद की खरीद के मामल पर भी िवचार करेगी । ऐसा करते समय वह ऐसे मामल म खरीद के सीिमत टडर का तरीका अपनाएगी, जहां आपूितर् के ोत बहुत सीिमत ह या उनके बारे म पक्की जानकारी है और खल ु ी टडर प्रिक्रया म लगने वाली लागत और समय िववेकपूणर् िवक प न हो । खरीद सिमित नेमी टॉक की पनु : प्रा की जाने वाली मद की पहले यापक सूची तैयार करेगी । इन को अनस ु धं ान और िवकास और गैर-अनस ु धं ान और िवकास नामक दो ेिणय म रखेगी । इसके साथ वह उ पाद की वांिछत गणु व ा को यान म रखते हुए, िविशि य के िव ततृ मानक का उ लेख भी करेगी । सिमित टॉक म रखी जाने वाली अिधकतम और यूनतम सीमा का उ लेख भी करेगी और ऐसे टॉक की खरीद की अविध का भी उ लेख करेगी । खरीद सिमित उपयर् क्त ु सूची से ऐसी मद का भी पता लगाएगी, िज ह दर संिवदा के अधीन लाया जाएगा । खरीद सिमित द्वारा भंडार की पनु : प्रा िकए जाने वाले नेमी टॉक की ऐसी सूची को एक बार अंितम प िदए जाने और अनमु ोिदत िकए जाने के बाद प्रयोगशाला/ सं थान/सीएसआईआर मख्ु यालय का विर तम खरीद अिधकारी 25 लाख पए तक के पनु : प्रा की जानी वाली मांग पर सीधे कारर् वाई करेगा । इसके िलए उसे यह मामला खरीद सिमित को दोबारा नहीं भेजना होगा । यह खरीद वह िविधवत तय िकए गए और अनमु ोिदत दर संिवदा (आर/सी) के अधीन करेगा और प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक द्वारा और सीएसआईआर मख्ु यालय के संयक्त ु सिचव (प्रशासन)/महािनदेशक द्वारा ऐसी नेमी मद के िलए िव ीय वषर् के शु म आबंिटत िनिध के अधीन करेगा । खरीद आदेश िदए जाने की अविध खरीद सिमित द्वारा तय की जाएगी । जो मद दर संिवदा के अधीन नहीं आती ह, उ ह माल और सेवा संबधं ी सीएसआईआर खरीद िनयमावली के 21


3.2.4

(क) (ख) (ग)

(घ)

(ड.)

3.3.0

नािमत करेगी, िजनम मांगकतार् वैज्ञािनक भी शािमल ह गे तािक तकनीकी प से उपयक्त ु उप कर और सामग्री खरीदी जा सके । यिद सिमित आव यक समझे तो बोिलय का मू यांकन करने के बाद ऐसा कर सकती है । इस सिमित के सभी सद य सिमित द्वारा की गई िसफािरश /िलए गए िनणर् य के िलए िज मेदार ह गे । लेिकन मख्ु य िज मेदारी खरीद और िव के संबिं धत अिधकािरय की होगी, जो यह सिु नि त करने के िलए अपने उिचत िववेक का प्रयोग करगे िक संबिं धत क्षमता क्षेत्र का प्रिक्रया मक अनपु ालन िकया गया है । यिद आव यकता महसूस की गई, तो खरीद सिमित ऐसी मद की िविशि य की जांच करने/उनम आशोधन करने के िलए एक तकनीकी उप-सिमित का गठन भी कर सकती है, जो मांग-पत्र म िदए गए ह और टडर की प्राि के बाद प्रा होने वाली बोिलय का बाद म मू यांकन करे । खरीद सिमित (पीसी) का गठन

(i)

अनबु धं म दी गई शिक्तय के प्र यायोजन के अनस ु ार सामा य प्रिक्रया अपनाते हुए िकया जाएगा । खरीद सिमित खरीद करने संबधं ी मामल िनयम और िविनयम के अंतगर् त दी गई प्रिक्रया को अपनाएगी । लेिकन मोटे तौर पर इसके कायर् िन निलिखत ह गे: बार-बार की जाने वाली मद की मांग की खरीद की अविध के बारे म यह ऐसा यूनतम और अिधकतम तर तय करेगी, जो दर संिवदा म िदया गया है। यह ऐसी खरीद के संबधं म संगत िविशि य की जांच करेगी और जहां कहीं आव यक समझे, मद के मानकीकरण की िसफािरश करेगी । िजन मामल म तकनीकी संवीक्षा वांिछत हो, उनम िनयम के अनस ु ार उनके अधीन रहते हुए खरीद के संबधं म अंितम िनणर् य लेगी । खरीद सिमित वैज्ञािनक /तकनीकी िवशेषज्ञ की एक तकनीकी उप-सिमित भी

खरीद सिमित का गठन प्रयोगशालाओं/सं थान म िनदेशक द्वारा और सीएसआईआर मख्ु यालय म संयक्त ु सिचव (प्रशासन) द्वारा िकया जाएगा । आमतौर पर कम से कम वैज्ञािनक ई.II/तकनीकी अिधकारी ई.II इस सिमित के अ यक्ष होते ह । लेिकन िनदेशक चाह तो िकसी भी अ य वैज्ञािनक या तकनीकी यिक्त को इसका अ यक्ष नािमत कर सकते ह । खरीद सिमित के अ य सद य इस प्रकार ह गे: (1) मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु (2) एक वैज्ञािनक/तकनीकी अिधकारी (जो मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु से िभ न होगा)

22


(3) (4) (ii)

विर िव और लेखा िनयंत्रक/िव और लेखा िनयंत्रक/िव और लेखा अिधकारी विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी

प्रयोगशाला म तैनात िव संवगर् का विर तम भंडार और खरीद अिधकारी और विर तम िव अिधकारी खरीद सिमित के िनयिमत सद य ह गे । उनकी अनपु ि थित म उसी संवगर् का अगला विर अिधकारी सद य होगा ।

(iii) प्रयोगशाला/सं थान म िनदेशक और सीएसआईआर मख्ु यालय म संयक्त ु सिचव (प्रशासन) दूसरे वैज्ञािनक/तकनीकी अिधकारी को भी वैकि पक अ यक्ष/सद य के प म नािमत कर सकते ह, जो िनयिमत अ यक्ष/वैज्ञािनक/तकनकी संवगर् के सद य की अनपु ि थित म या उनके उपल ध न होने पर बैठक की अ यक्षता करगे/बैठक म उपि थत ह गे । (iv) अ यक्ष, िव और खरीद सद य और मांगकतार् की उपि थित अिनवायर् यिद िकसी सद य द्वारा असहमित जताई जाती है तो िनदेशक अपना देते हुए उसका कारण िलिखत प म दजर् करगे । इस सिमित की आव यक होने पर आयोिजत की जाएंगी और इसका संयोजन सद य और खरीद करगे । 3.4.0 (क) (ख)

(ग) (घ) (ड.)

होगी । िनणर् य बैठक भंडार

तकनीकी और खरीद सिमित (टीएंडपीसी) के कायर् तकनीकी और खरीद सिमित 25 लाख पए से अिधक उप कर /सामग्री के संबधं म प्रा सभी मांग पर िवचार करेगी । ऐसी खरीद के टडर का तरीका खरीद के खल ु े टडर/वैि क टडर के तरीके से ही िकया जाएगा और इसे दो बोली प्रणाली (तकनीकी और वािणि यक) से िकया जाएगा । तकनीकी और खरीद सिमित खरीद करने से संबिं धत िनयम और िविनयम के अंतगर् त अपने तरीके से कायर् करेगी । यह ऐसी खरीद की संगत िविशि य की जांच करेगी । यह तकनीकी संवीक्षा से संबंिधत मामल म िनयमानस ु ार अपनी सीमा म खरीद के बारे म अंितम िनणर् य लेगी । इस ेणी के अधीन की जाने वाली खरीद का िव ततृ तरीका इस िनयमपु तक के अ याय 4 के पैरा 4.9.1 म िदए गए अनस ु ार होगा ।

3.5.0

तकनीकी और खरीद सिमित (टीएंडपीसी) का गठन

3.5.1 (i)

प्रयोगशाला/सं थान का िनदेशक और सीएसआईआर मख्ु यालय म संयक्त ु सिचव (प्रशासन) 25 लाख पए से अिधक की अनमु ािनत लागत वाली िविश मद के िलए प्र येक मामले म एक सिमित का गठन इस प्रकार करगे:

23


(क)

(ख) (ग) (घ) (ड.) (च)

3.5.2

3.5.3

3.5.4 3.5.5

3.5.6 3.5.7

प्रयोगशाला के या प्रयोगशाला से बाहर के िकसी विर वैज्ञािनक को अ यक्ष के प म नािमत िकया जाएगा, िज ह संगत क्षेत्र म िवशेषज्ञता प्रा हो और संबिं धत क्षेत्र का ज्ञान हो । मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु से िभ न दो वैज्ञािनक/तकनीकी अिधकारी बिु नयादी सिु वधा, यिद कोई हो, देने के िलए िज मेदार तकनीकी सद य भी एक सद य ह गे । खरीद का विर तम अिधकारी, जो सीएसआईआर खरीद िनयम के अनस ु ार खरीद की प्रिक्रया के संबधं म सिमित को मागर् दशर् न देगा । प्रयोगशाला का विर तम िव अिधकारी, िजसकी भूिमका तकनीकी और खरीद सिमित म िनिध की उपल धता सिु नि त करना होगा और िव ीय वािम व से संबिं धत मु की जांच करना होगा ।

सद य िव और सद य खरीद को मांग के िलए प्र तािवत मद के संबधं म िविशि यां और अ य तकनीकी मापदंड तय करने के िलए आयोिजत बैठक / प्र ततु ीकरण/तकनकी िवचार-िवमशर् या मांग-पूवर् स मेलन म उपि थत होने की ज रत नहीं है । िविशि य /तकनीकी मापदंड को तय करने की िज मेदारी उन सद य की होगी, जो तकनीकी और खरीद सिमित की तकनीकी उप-सिमित के सद य के प म कायर् करगे । पूरी तकनीकी और खरीद सिमित के सभी सद य खरीद के प्र ताव को अंितम प देते समय उपि थत रहगे । लेिकन खरीद अिधकारी, यिद आव यक हो, तो प्रिक्रया संबधं ी िदशािनदेर्श, सरकारी संपकर् आिद म पूरा सहयोग दगे । मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु तकनीकी उप-सिमित के तर पर बैठक आयोिजत करगे जबिक सद य भंडार और खरीद पूरी तकनीकी और खरीद सिमित के संयोजक के प म कायर् करगे । वैज्ञािनक और तकनीकी संवग के सिमित के विर तम सद य अ यक्ष की अनपु ि थित म वैकि पक अ यक्ष का कायर् करगे । तकनीकी उप-सिमित की बैठक के मामले म सभी तकनीकी सद य से ही कोरम पूरा होगा, िजसम अ यक्ष भी शािमल है । लेिकन खरीद के प्र ताव पर अंितम अनमु ोदन देने के मामले म अ यक्ष, मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु , सद य िव और सद य खरीद की उपि थित अिनवायर् होगी । तकनीकी और खरीद सिमित की बैठक आव यकतानस ु ार आयोिजत की जाएगी । यिद कोई सद य असहमत हो तो, िनदेशक अपना िनणर् य देते समय िलिखत प म कारण दजर् करगे ।

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अ याय 4 प्रापण और टडर का प्रकार/तरीका 4.1.0

कोटेशन मंगाए िबना माल की खरीद

4.1.1

छोटी-मोटी संरचना और मर मत सिहत मद की खरीद नकद या उधार आधार पर की जाएगी और नीचे िदए अनस ु ार उनके संबधं म कोटेशन नहीं मंगाए जाएंगे : (क)

अनस ु धं ान और िवकास से संबिं धत मद/कायर् िलए : मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु , िजसका तर वैज्ञािनक 'सी'/तकनीकी अिधकारी 'सी' और उससे उ च हो, द्वारा 1 लाख पए (एक लाख पए) तक ।

(ख)

गैर-अनस ु धं ान और िवकास से संबिं धत मद/कायर् के िलए : भंडार और खरीद प्रभाग के विर तम उपल ध अिधकारी द्वारा 15000/- पए तक ।

4.1.2

भंडार और खरीद संवगर् के अनभु ाग अिधकारी सिहत किन अिधकारी उसी ि थित म अपनी शिक्तय का प्रयोग कर सकते ह, जब भंडार और खरीद के विर अिधकारी उपल ध न ह ।

4.1.3

इस प्रकार की खरीद पंजीकृत िवक्रेताओं, यिद कोई ह , तक ही सीिमत नहीं होगी और यह भी ज री नहीं है िक वे प्राथिमकता संबधं ी सूची से ही ह ।

4.1.4

पिरयोजना प्रमख ु /मांगकतार् , िजनम िव ीय शिक्तयां िनिहत ह , वे अिग्रम अदायगी, यिद अपेिक्षत हो, सिहत इस खंड की सीमा के अंदर यय करने के िलए मंजूरीदाता प्रािधकारी ह गे ।

4.1.5

िकसी भी प्रकार की मद, अथार् त उपभो य या गैर-उपभो य िकसी भी थान से इस खंड के अधीन खरीदी जा सकती है, भले ही उसका िवक्रेता कहीं भी ि थत हो ।

4.1.6

मंजूरीदाता प्रािधकारी वयं यह सिु नि त करेगा िक इस खंड के अधीन मद की खरीद की वीकृित िदए जाने से पहले भंडार म यह मद उपल ध नहीं है ।

4.1.7

अनबु धं -क के अनस ु ार, उस अिधकारी द्वारा आव यक प्रमाणपत्र िदया जाएगा, जो वा तव म खरीद कर रहा हो और इस पर मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा प्रित ह ताक्षर िकए जाएंगे, अथार् त खरीद के मामले म पिरयोजना प्रमख ु िकसी भी अिधकारी को खरीद करने के िलए िविधवत प्रािधकृत कर सकता है ।

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4.1.8

मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु की िज मेदारी होगी िक वह इस ेणी की खरीद की जाने वाली प्र तािवत मद के संबधं म यह प्रमािणत करे िक वे अनस ु धं ान और िवकास के प्रयोग के िलए ह या गैर-अनस ु ंधान और िवकास के प्रयोग के िलए।

4.2.0

थानीय खरीद सिमित द्वारा ऐसे माल और सेवाओं की खरीद, िजनका मू य 1 लाख पए से 5 लाख पए तक के बीच हो

4.2.1

संरचना और मर मत सिहत मद की खरीद वैज्ञािनक 'सी'/तकनीकी अिधकारी

'सी' और उससे उ च तर के वैज्ञािनक और विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी के तर के पिरयोजना प्रमख ु द्वारा नकद या उधार आधार पर की जा सकती है । इस प्रकार की खरीद को वह िविधवत गिठत थानीय खरीद सिमित/सिमितय (िज ह

िनदेशक या वैज्ञािनक 'जी' द्वारा गिठत िकया जाएगा) की िसफािरश पर प्र यायोिजत शिक्तय की अंदर की जाएंगी । इस सिमित म समिु चत तर के तीन अिधकारी ह गे, िजनम कम से कम एक सद य मांगकतार् अनभु ाग/प्रभाग से बाहर का होगा । यह खरीद िन निलिखत तरीके से की जाएगी: (क)

अनस ु धं ान और िवकास से संबिं धत मद/कायर् के िलए : वैज्ञािनक

'सी'/तकनीकी अिधकारी 'सी' और उससे उ च तर के मांगकतार् / पिरयोजना प्रमख ु द्वारा 1लाख पए से 5 लाख पए तक । (ख)

गैर-अनस ु धं ान और िवकास से संबिं धत मद/कायर् के िलए : भंडार और खरीद प्रभाग के विर तम उपल ध अिधकारी द्वारा 15001/- पए से 1,00,000/- पए तक ।

4.2.2

वैज्ञािनक पिरयोजना प्रमख ु िनिधय की उपल धता और भंडार म मद की अनपु ल धता सिु नि त करेगा । इस प्रकार सिु नि त करने का कायर् प्र ताव को अनमु ोिदत करने और यय की मंजूरी देने से पहले िकया जाएगा । वह अपेिक्षत प्रमाणपत्र अनबु धं -ख म िदए गए अनस ु ार प्र ततु करेगा ।

4.2.3

वैज्ञािनक/पिरयोजना प्रमख ु को चािहए िक वह िनबंधन और शत , अनबु धं -ख म िदए गए अनस ु ार अपेिक्षत प्रमाणपत्र सिहत िविधवत गिठत सिमित/सिमितय द्वारा चयिनत फम के मांग-पत्र, कोटेशन संलग्न करे और उ ह िव ीय मंजूरी िदए जाने के बाद खरीद अनभु ाग को भेजे । उसके प ात विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) थानीय खरीद सिमित द्वारा िविधवत की गई िसफािरश के

26


साथ उनकी िनबंधन और शत और काटेशन के अनस ु ार खरीद आदेश दगे । इस प्रकार के खरीद आदेश को पनु : खरीद सिमित को नहीं भेजा जाएगा । 4.2.4

खंड 4.2.1 के अनस ु ार की जाने वाली खरीद के संबधं म इस प्रकार का प्रितबंध नहीं होगा िक वे के वल पंजीकृत िवक्रेताओं से ही, यिद कोई ह , की जाए और यह प्राथिमकता की सूची से ही हो, यह भी आव यक नहीं है ।

4.2.5

यिद अपेिक्षत मद उसी शहर म उपल ध न हो तो सिमित फे क्स के जिरए, पंजीकृत डाक, ई-मेल आिद से अ य नगर म उपल ध ोत से भी प्र ताव आमंित्रत कर सकती है या िनदेशक के समिु चत अनमु ोदन से उन थान का दौरा कर सकती है, जहां सामग्री उपल ध हो बशतेर् िक ऐसा करना अ यंत आव यक हो और िकफायती हो ।

4.2.6

यिद भारत म वह मद उपल ध न हो तो ऐसी ि थित म विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/विर खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) द्वारा सीिमत टडर आधार पर सीधे टडर आमंित्रत िकए जा सकते ह और मांगकतार् अिधकारी द्वारा उन प्र ताव का मू यांकन करने के बाद और थानीय खरीद सिमित द्वारा उनके संबधं म िसफािरश करने के बाद विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/विर खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) द्वारा सीधे आदेश िदए जा सकते ह और इसके िलए खरीद सिमित को यह मामला भेजने की आव यकता नहीं है ।

4.2.7

इस ेणी के अंतगर् त आने वाले मर मत कायर् , संरचना संबधं ी कायर् या जॉब कायर् को भी पैरा 4.2.1 से पैरा 4.2.5 तक म बताए गए प्रावधान के अनस ु ार िकया जा सकता है ।

4.2.8

के वल इस ेणी के अधीन पनु : प्रा िकए जाने वाले भंडार के टॉक की खरीद उस ि थित म की जा सकती है जब यह अ यंत आव यक हो गया हो । विर भंडार और खरीद िनयंत्रक भंडार और खरीद िनयंत्रक/विर खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) तक इस खरीद के िलए उ ह प्र यायोिजत शिक्तय के अंतगर् त मंजूरीदाता प्रािधकारी ह गे । लेिकन टॉक को पनु : प्रा करने का सामा य तरीका दर संिवदा के अनस ु ार ही होना चािहए ।

4.2.9

मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु की िज मेदारी होगी िक वह इस ेणी की खरीद की जाने वाली प्र तािवत मद के संबधं म यह प्रमािणत करे िक वे अनस ु धं ान और िवकास के प्रयोग के िलए ह या गैर-अनस ु ंधान और िवकास के प्रयोग के िलए।

4.3.0

आपाितक खरीद

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4.3.1

आपाितक खरीद की पिरभाषा यह दी गई है िक तालेबदं ी/अप्र यािशत अपेिक्षत खरीद को उस ि थित म कम से कम समय म करना जब कोई कावट या संकट पैदा हो गया हो । ऐसी खरीद को संकट की खरीद माना जाएगा और उ ह कम समय के नोिटस पर खरीदना होगा ।

4.3.2

मद की अनपु ल धता से होने वाले पिरणाम का उ लेख मांग-पत्र म भी करना होगा ।

4.3.3

5 लाख

4.3.4

पए से 25 लाख

पए तक की सभी आपाितक खरीद को िनदेशक

द्वारा अनमु ोिदत िकया जाएगा, जो वैज्ञािनक 'सी'/तकनीकी अिधकारी 'सी' और उससे उ च अिधकारी और खरीद सिमित की िसफािरश के आधार पर िकया जाएगा । प्रयोगशाला/ सं थान के िनदेशक द्वारा एक बार प्रशासिनक अनमु ोदन िदए जाने पर इस खंड के अधीन मंजूरीदाता प्रािधकारी ऐसा पिरयोजना प्रमख ु होगा, िजनम माल और सेवाओं की खरीद संबधं ी सीएसआईआर िनयमावली के साथ संलग्न शिक्तय के प्र यायोजन के अनस ु ार शिक्तयां िनिहत ह । आपाितक खरीद के िलए खरीद सिमित द्वारा नािमत खरीद सिमित म तीन सद य ह गे, िजनम मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु और िव तथा खरीद िवभाग के

प्रितिनिध, िजनका तर समूह 'ख' अिधकारी से कम न हो, ह गे । इन खरीद के िलए अपनाई जाने वाली प्रिक्रया वैसी ही होगी, जैसे थानीय खरीद सिमित (पैरा संख्या 4.2.0) के मामले म होता है । लेिकन इस प्रकार की खरीद सिमित द्वारा बाजार से त काल की जा सकती है । यह खरीद, यथाि थित, नकद या उधार प म की जा सकती है । यिद यह खरीद नकद अदायगी के प म की जानी हो, तो मांगकतार् द्वारा इसके िलए अिग्रम िलया जा सकता है । सिमित इसम एक प्रमाणपत्र अनबु धं -ग के अनस ु ार पृ ांिकत करेगी और इसे भंडार और खरीद प्रभाग को भेजेगी । 4.4.0

सजावटी मद की खरीद

4.4.1

अितिथ गहृ , कटीन, वागत कक्ष, बरामदे, स मेलन/प्रिशक्षण हाल आिद के िलए िवशेष प से खरीदी जाने वाली मद , जैसे कला मक मद , िश पकला संबधं ी मद , पिरस जा, सजावटी मद , क्रॉकरी, कटलरी, िब तर के ग े-तिकये, चादर आिद, परद आिद िजनका सजावटी मह व है और िजनम सजावट नमून , रंग , िडजाइन , गणु व ा, अ छे लगने, अ छे िदखाई देने आिद जैसी व तओ ु ं की खरीद करने का िनणर् य लेते समय मांग पर खरीद सिमित द्वारा िवचार िकया जाएगा । यिद यह सिमित चाहे तो इस प्रकार की मद की खरीद के िलए एक अलग थानीय खरीद सिमित का गठन कर सकती है । यह सिमित अनबु धं -ख के अनस ु ार इसी प्रकार का एक प्रमाण-पत्र देगी, भले ही उसका मू य कुछ भी हो । इस प्रकार की सजावटी मद के मामले म मंजूरीदाता प्रािधकारी विर तम

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खरीद अिधकारी होगा और यिद थानीय खरीद सिमित ने िकसी उप-सिमित का गठन कर िदया हो, तो इस प्रकार की खरीद की िसफािरश उस सिमित द्वारा की जानी चािहए । 4.5.0

फी ड टेशन पर फी ड अिभमख ु ी खरीद फी ड टेशन / थान पर फी ड अिभमख ु ी खरीद भी की जा सकती है, लेिकन इस प्रकार की खरीद खंड 4.1.0 और 4.2.0 म िदए गए प्रावधान के अनस ु ार होनी चािहए । इन खंड के अधीन की जाने वाली खरीद के संबधं म यह आव यक नहीं है िक वे प्राथिमकता सूची से ही की जाएं ।

4.5.1

कई जैिवक प्रयोगशालाओं/सं थान को जमर् ला म रखना होता है तािक ज़ीन का भंडारण िकया जा सके और पौधे, बीज और छोटे-छोटे पौधे एकत्र करने पड़ते ह । ये सब कायर् अनस ु धं ान और िवकास के िलए िकए जाते ह और दूरदराज तथा दगु र् म थान से एकत्र िकए जाते ह । ये ऐसे थान ह, जहां आपूितर् का ोत के वल एक है या सीिमत है । ऐसी ि थित म प्रयोगशालाओं/सं थान को चािहए िक वे ऐसी ज रत की खरीद के िलए अपना एक तंत्र तैयार कर, जो मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा िविधवत अनमु ोिदत हो और िजसम पारदिशर् ता और िमत ययता हो । इस प्रकार की खरीद प्रयोगशालाओं/सं थान के प्रयोजन और उ े य के िलए आव यक होती ह ।

4.6.0

ऐसे प्रापण और िनगर्म, िजनके संबधं म िव /खरीद सिमित की सहमित आव यक नहीं होती है

4.6.1

िन निलिखत मामल म िव की सहमित/खरीद सिमित की वीकृित लेनी आव यक नहीं है और उ ह विर तम खरीद अिधकारी द्वारा खरीदने का िनणर् य िलया जा सकता है/ वीकृित दी जा सकती है:

(क)

सपु दु र् गी अविध के अंदर 30 प्रितशत तक की मात्रा का आदेश देना बशतेर् िक बजट म रािश उपल ध हो । इस प्रकार की खरीद मांगकतार् की सलाह पर ही की जाएगी । लेिकन बार-बार इस प्रकार के आदेश देने की अनमु ित नहीं है ।

(ख)

महािनदेशक, आपूितर् और िनपटान की दर संिवदा के अनस ु ार आदेश देना और प्रयोगशालाओं/सं थान या सीएसआईआर की संबिं धत प्रयोगशालाओं द्वारा तय की गई दर संिवदाएं ।

(ग)

कद्रीय भंडार/एनसीसीएफ और अ य ऐसी सहकारी सिमितय से खरीद, जो भारत सरकार द्वारा मा यता प्रा ह , लेिकन इस प्रकार की खरीद एक बार म 1 लाख पए तक की लागत तक की जा सकती है ।

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(घ)

वैध मांग-पत्र के अनस ु ार ऐसी मद की खरीद, िजनकी दर को रा य सरकार/ कद्र सरकार द्वारा िविनयिमत िकया जाता है, जैसे एलपीजी गैस, िमट्टी का तेल, पेट्रोल, डीजल आिद ।

(ड.)

कर, शु क, चगंु ी, प्रवेश कर जैसे कानूनी कर म संशोधन के कारण की जाने वाली अदायगी, जो रा य/कद्र सरकार, नगर िनगम आिद द्वारा लगाए जाते ह । इस प्रकार के कर मंजूरीदाता प्रािधकारी के अनमु ोदन से अदा िकए जाएंगे और इनकी अदायगी का समिु चत िरकाडर् रखा जाएगा ।

4.7.0 टडर देने का तरीका 4.7.1

अपेिक्षत माल, मात्र और मू य तथा आपूितर् की अविध के आधार पर खरीद सिमित/तकनीकी तथा खरीद सिमित को चािहए िक वह मद के खरीद के िन निलिखत तरीक म से िकसी एक तरीके पर चचार् करने के बाद उसका चयन करे, िजनम मांग से पूवर् कोई प्रिक्रया नहीं अपनाई गई हो । (1) (2)

खल ु े टडर सीिमत टडर

-

(3)

एकल टडर

-

4.7.2

खल ु े/िवज्ञापन टडर (i)

प्रेस म िवज्ञापन देकर िलिखत पूछताछ भेजकर तािक प्रिति त पूितर् कार का पता लगाया जा सके एकल पूितर् कार को िलिखत पूछताछ भेजकर बशतेर् िक: (क) आपात ि थित म अपेिक्षत माल ोत िवशेष से खरीदना आव यक हो । (ख) मांगकतार् को इस बात की जानकारी हो िक अपेिक्षत माल/उप कर उसी पूितर् कार द्वारा िविनिमर् त िकया जाता है अ यत्र नहीं ।

इस तरीके को तभी अपनाया जाना चािहए जब खरीद का मू य 25 पए से अिधक हो । मांग को इस प्रकार िवभािजत करना िक वह खल ु े के तरीके की सीमा से बाहर आ जाए, सख्त मना है । इसके अलावा, भी मांग को जानबूझकर इस प्रकार िवभािजत नहीं िकया जाना चािहए उसके िलए उ च प्रािधकारी की मंजूरी लेने की आव यकता न पड़े ।

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लाख टडर िकसी तािक


(ii)

यह प्रिक्रया यादा खचीर्ली न हो, अत: टडर आमंित्रत िकए जाने वाले नोिटस को प्रयोगशाला/सं थान की वेबसाइट पर डाल िदया जाना चािहए और उसके साथ ऐसे रा ट्रीय दैिनक समाचार पत्र म भी इसे प्रकािशत िकया जाना चािहए, िजनका पिरचालन यापक हो । वेबसाइट पर दी जाने वाली अिधसूचना म िव ततृ बोली द तावेज को भी िदया जाना चािहए, िज ह संभािवत या इ छुक बोलीदाता िन:शु क डाउनलोड कर सकते ह । प्रयोगशालाओं/सं थान द्वारा प्रकािशत टडर आमंित्रत करने संबधं ी नोिटस को सीएसआईआर की वेबसाइट से भी जोड़ा जाना चािहए ।

(iii) टडर आमंित्रत करने संबधं ी नोिटस संिक्ष , प श द म और असंिदग्ध ह गे । इसम खरीदी जाने वाली मद/उप कर का संिक्ष िववरण, योग्यता और अयोग्यता का भी उ लेख िकया जाना चािहए और पूितर् कार की अपेक्षाओं तथा अंितम तारीख का भी उ लेख िकया जाना चािहए जब तक टडर संबधं ी कागज-पत्र िदए जाएंगे । भरे गए टडर की प्राि की तारीख टडर को खोलने की तारीख, समय और थान और अ य मह वपूणर् सूचना भी इसम दी जानी चािहए । िव ततृ तकनीकी िविशि यां इस नोिटस म िब कुल नहीं दी जानी चािहए । उ ह के वल बोली द तावेज के साथ ही िदया जाना चािहए । (iv) वैि क टडर की िसफािरश तभी की जाए, यिद यह महसूस िकया जाता है िक खल ु े टडर के मा यम से देशी ोत से बोिलय का प्रितयोगी कीमत पर पिरणाम नहीं िनकलेगा । ऐसे मामल म खल ु े टडर की प्रिक्रया के साथ-साथ टडर आमंित्रत िकए जाने संबधं ी नोिटस की प्रितयां ऐसे देश के दूतावास को भी भेजी जाएं, जहां इस प्रकार का िविनमार् ण कायर् होता है । उ ह कम से कम तीन स ाह का समय िदया जाए तािक वे अपने देश के संभािवत बोलीदाताओं को यह सूचना भेज सक । नोिटस आमंित्रत करने संबधं ी सूचना/उपयर् क्त ु संप्रेषण ई-मेल के मा यम से िवदेश म ि थत ऐसे भारतीय दूतावास को भी भेजा जाना चािहए, जहां संभािवत संसाधन िवद्यमान ह । 4.7.3

सीिमत टडर पूछताछ (एलटीई) (i)

यह तरीका 25 लाख पए तक की जाने वाली खरीद के संबधं म अपनाया जाए और संभािवत बोलीदाताओं को फै क्स/ पीड पो ट/पंजीकृत डाक/कुिरयर साथ ही ई-मेल से भी िन:शु क भेजा जाए ।

(ii)

लेिकन सीिमत टडर पूछताछ का तरीका 25 लाख पए से अिधक के मू य वाली सामग्री की खरीद के संबंध म भी अपनाया जा सकता है बशतेर् िक -

(क)

मांगकतार् अिधकारी यह प्रमािणत कर दे िक यह मांग अ याव यक है और खल ु े िवज्ञापन के मा यम से िकया जाने वाला अितिरक्त यय लाभकारी नहीं होगा 31


(ख) (ग)

या आपूितर् के ोत की पक्की जानकारी हो और आपूितर् के नए संभावना बहुत कम हो ।

ोत की

खल ु े टडर तरीके को अपनाना लोकिहत म न हो । लेिकन खरीद का यह तरीका माल और सेवा की खरीद संबधं ी सीएसआईआर के िनयम के साथ संबद्घ प्र यायोिजत शिक्तय के अनस ु ार प्रािधकािरय द्वारा अनमु ोिदत िकया गया हो ।

(iii) यिद 50 लाख पए से अिधक लागत वाली सामग्री के संबधं म सीिमत टडर पूछताछ का उ र कम प्रा हो, अथार् त यिद दो या दो से कम बोलीदाताओं से उ र प्रा हो तो खरीद सिमित अलग-अलग मामल के आधार पर चचार् कर सकती है और िवचार-िवमशर् कर सकती है और पैरा 8.8.1 के अनस ु ार यह सिु वचािरत िनणर् य ले सकती है िक उस फमर् को खरीद आदेश िदया जाए या नहीं या नए मामले की प्रिक्रया आरंभ की जाए । लेिकन टडर खोलने वाली सिमित इस बोली/बोिलय को अव य खोलेगी, भले ही उस तारीख तक िकतनी ही संख्या म बोिलयां प्रा हुई ह और उ ह खरीद अनभु ाग को भेज देगी । (iv) सीिमत टडर पूछताछ के ऐसे सभी मामल म बोली आमंत्रण अपेक्षाकृत प्रिति त और बाजार म प्रचिलत पक्षकार को भेजा जाना चािहए । उदाहरण के िलए, यिद एयर कं डीशन लगाने की ज रत हो और बड़ी-बड़ी फम से यह कायर् करवाने का इरादा हो, तो ऐसे नोिटस के वल प्रिति त रा ट्रीय और बहु-रा ट्रीय फम को ही भेजे जाने चािहए न िक थानीय िविनमार् ताओं/एजिसय को । दूसरी ओर यिद थानीय िविनमार् ताओं/एजिसय को बढ़ावा देने का इरादा हो तो यह पूछताछ थानीय िविनमार् ताओं/एजिसय को ही भेजनी जानी चािहए न िक बड़ीबड़ी फम को । समिु चत तल ु ना सिु नि त करने के िलए यह आव यक है । (v)

4.7.4

टडर दािखल करने की समय-सीमा (i)

प्रितयोिगता और पारदिशर् ता के िलए 25 लाख पए से अिधक मू य की सीिमत टडर पूछताछ का िववरण (िवशेष मामल म) वेबसाइट पर डाल िदया जाए । ऐसी सीिमत टडर पूछताछ से प्रा िकसी बोली पर भी िवचार िकया जाना चािहए बशतेर् िक वह सीिमत टडर की शत को पूरा करती हो ।

बोलीदाता को िन निलिखत समय-सीमा की अनमु ित दी जाए तािक वे यथासंभव सव म कीमत पर दर का उ लेख कर सक । यिद ता कािलकता हो या संसाधन की पयार् उपल धता हो, तो इस समय-सीमा को घटाया जा सकता है, लेिकन इसका समिु चत औिच य बताना होगा और वह औिच य खरीद 32


सिमित द्वारा वीकार िकया जाना चािहए । लेिकन यह सिु नि त िकया जाना चािहए िक पयार् प्रितयोिगता िवद्यमान है और सभी िच रखने वाले बोलीदाताओं को उिचत अवसर िदया जाता है तािक वे अपने प्र ताव समय पर प्र ततु कर सक । (क) (ख) (ग) 4.7.5

सीिमत टडर खल ु े टडर वैि क टडर

-

दो-तीन स ाह तीन स ाह चार स ाह

एकल टडर पूछताछ (एसटीई) (i)

एकल टडर पूछताछ जा सकती है, जब ऐसी ि थित म ऐसे मंजूरीदाता प्रािधकारी

के आधार पर खरीद के वल आपाितक ि थितय म ही की अपेिक्षत माल ोत िवशेष से ही खरीदना आव यक हो । िनणर् य के कारण दजर् िकए जाएंगे और उनके संबधं म का अनमु ोदन प्रा िकया जाएगा ।

(ii)

मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु अनबु धं -ड. के अनस ु ार एक प्रमाणपत्र प्र ततु करेगा और इसे मांग-पत्र के साथ प्र ततु करेगा ।

(iii) एकल टडर आधार पर की जाने वाली खरीद को कम से कम रखा जाना चािहए और पिरयोजना प्रमख ु तथा खरीद सिमित की िवशेष िसफािरश पर ही उस ि थित म मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा इसे अनमु ोिदत िकया जाना चािहए जब वह वयं इस बात से संतु हो िक इस प्रकार की खरीद अपिरहायर् है । (iv) एकल टडर पूछताछ के अधीन ऐसी कोटेशन फै क्स/ई-मेल/कुिरयर आिद के जिरए भेजी या प्रा की जा सकती ह और इ ह सीधे ही खरीद अनभु ाग म खोला जा सकता है । लेिकन इस प्रकार भेजी गई पूछताछ का उिचत िरकाडर् रखा जाना चािहए । (v)

4.8.0 4.8.1 (क)

कीमत का औिच य और अ य शत की वीकायर् ता के संबधं म मांगकतार् अिधकारी/ पिरयोजना प्रमख ु द्वारा पिु की जानी चािहए और उसके बाद यह प्र ताव संबिं धत खरीद सिमित के समक्ष उनकी िसफािरश के िलए प्र ततु िकया जाना चािहए । विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/ अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) ऐसे खरीद आदेश यय की मंजूरी प्रा करने के बाद प्र ततु करगे । वािम व के आधार पर खरीद वािम व के आधार पर खरीद िन निलिखत ि थितय म की जा सकती है यह मांगकतार् की पक्की जानकारी म है िक खरीदी जाने वाली मद िविनमार् ता िवशेष द्वारा ही िविनिमर् त की जाएगी और इस मद की खरीद के िसवाय अ य 33


कोई िवक प नहीं है क्य िक इसके ऐसे िविश गणु ह, जो अनस ु धं ान और िवकास िक्रयाकलाप के िलए अिनवायर् ह और जो इसी प्रकार के िकसी अ य उप कर म उपल ध नहीं ह । (ख)

अितिरक्त पज ु ेर्, साज-सामान, उपभो य आिद तभी खरीदे जाने चािहए जब उप कर के िवद्यमान सेट के वह अनक ु ू ल हो और मशीनरी के िलए मानकीकृत हो ।

4.8.2

वािम व के आधार पर की गई सभी खरीद एकल टडर आधार पर की जाती ह जबिक एकल टडर आधार पर खरीदी गई मद के िलए यह आव यक नहीं है िक वे वािम व की प्रिक्रया के ह ।

4.8.3

अनबु धं "घ" के अनस ु ार पीएसी फामर् पर मानकीकृत और पिरयोजना प्रमख ु द्वारा ह ताक्षर िकए जाने चािहए और उसे मांग के साथ प्र ततु िकया जाना चािहए ।

4.8.4

विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) द्वारा सीधे कोटेशन मंगाए जाएंगे और इसके िलए यह मामला खरीद सिमित को नहीं भेजा जाएगा । इस प्रकार के कोटेशन फै क्स/ई-मेल, कूिरयर आिद द्वारा भेजे और मंगाए जा सकते ह, भले ही उनका मू य कुछ भी हो और इ ह खरीद अनभु ाग द्वारा सीधे ही खोला जा सकता है । लेिकन इस पर की गई पूछताछ का पूरा िरकाडर् रखा जाना चािहए ।

4.8.5

ऐसी मद के संबधं म िनयंत्रक/भंडार और खरीद वािम व की प्रकृित के डाउनलोड की जा सकती

4.8.6

वािम व के आधार पर की जाने वाली खरीद के मामले म विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) सीधे ही खरीद आदेश दे सकते ह और इसके िलए उ ह यह मामला संबिं धत खरीद सिमित को भेजने की आव यकता नहीं है । प्र ताव प्रा करने और मांगकतार् अिधकारी की िसफािरश प्रा करने के बाद और यय की मंजूरी के प ात वह ऐसा कर सकता है । लेिकन मांगकतार् द्वारा यह अव य सिु नि त िकया जाना चािहए िक इस प्रकार खरीदी जाने वाली ऐसी मद त काल आव यकता पूरी करने के िलए अपेिक्षत है और इस प्रकार खरीदी जाने वाली मद को लंबे समय के बाद उपयोग म लाने के िलए टॉक म नहीं रखा जाएगा । कीमत का औिच य और अ य शत की वीकायर् ता के संबधं म खरीद आदेश िदए जाने से पहले मांगकतार् अिधकारी/पिरयोजना प्रमख ु द्वारा सामा यत: पिु की जानी चािहए । यिद िकसी मामले म कीमत के संबधं

विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद), जो ह , उस फमर् की वेबसाइट से उनकी कीमत भी है और आगे आव यक कारर् वाई की जा सकती है ।

34


म बातचीत करने की ज रत हो तो प्रयोगशाला/सं थान की खरीद सिमित को सहयोिजत िकया जा सकता है और इस बातचीत का िनणर् य/कायर् वृ फाइल म िरकाडर् िकया जा सकता है । 4.9.0

उ च मू य/िविश अनुसधं ान और िवकास उप कर और सामग्री की खरीद

4.9.1

यिद अनस ु धं ान और िवकास के उ च मू य वाले उप कर की खरीद की जानी हो, िजनम जिटल िडजाइन, पिरवतर् न प्रौद्योिगकी और परु ानी मद का वचर् व हो, तो सव म मद की खरीद ल य होना चािहए, जो गित की ि से अद्यतन हो, िजसम पारदिशर् ता बरती जाए और िव ीय वािम व को भी उिचत प से यान म रखा जाए । तदनस ु ार, ऐसी मद त परता से खरीदी जा सकती ह, िजनम गित आव यक हो और पिरभाषा के िसद्घांत के अनस ु ार िजनम यूनतम समय लगे । खरीद के ऐसे तरीके म आमतौर पर िविशि य को मांगकतार् से पहले िवचार-िवमशर् करके /प्र ततु ीकरण करके और स मेलन करके अंितम प िदया जा सकता है ।

4.9.2

मांग करने से पूवर् स मेलन: (पीआईसी) मांग करने से पूवर् स मेलन म संभािवत िविनमार् ता/पूितर् कार से आमतौर पर बातचीत की जाती है । यह बातचीत िविशि यां तैयार करने से पूवर् की जाती है । मामले िवशेष के प म खंड 3.5.0 के अनस ु ार तकनीकी और खरीद सिमित का गठन करने के बाद पैरा 3.5.2 म िदए गए अनस ु ार तकनीकी उप-सिमित मांग से पूवर् स मेलन आयोिजत करेगी तािक िविशि य को (यिद आव यक समझा जाए) िन निलिखत अपेक्षाओं के अनस ु ार अंितम प िदया जा सके :

(क)

एक तय की गई तारीख को संभािवत िविनमार् ता/उनके प्रािधकृत भागीदारी या एजट/पूितर् कार और प्रणाली सम वयक को इस सिमित के साथ िवचार-िवमशर् के िलए बल ु ाया जा सकता है । यह िवचार-िवमशर् उपयोिगता, प्रौद्योिगकी, िवशेषता, उससे संबिं धत सािह य, िडजाइन, तकनीकी मापदंड , ग्राहक की अपेक्षाओं और उप कर तथा सामग्री के अ य संबिं धत मु के पहलओ ु ं पर िकया जाएगा ।

(ख)

यिद आव यक समझा जाए तो संभािवत िवक्रेता से सिु वधाजनक समय म अलग से िनदशर् न/प्र ततु ीकरण करने के िलए भी कहा जा सकता है । यह िनदशर् न/ प्र ततु ीकरण सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान म एक अंतराल म िकया जा सकता है या िवशेष मामले म इस प्रदशर् न को तकनीकी और खरीद सिमित की उप-सिमित द्वारा पूितर् कार के पिरसर म देखा जा सकता है या भारत म िकसी अ य थान पर, जहां पर थािपत हो, वहां देखा जा सकता है, िजसके िलए मंजूरीदाता प्रािधकारी का अनमु ोदन आव यक होगा ।

35


4.9.3

उपयर् क्त ु प्रिक्रया के आधार पर तकनीकी उप-सिमित बाजार म उपल ध संगत प्रौद्योिगकी के बारे म िव ततृ जानकारी प्रा करने के बाद िविशि अपनाई जा सकती है, जो प्रयोगशालाओं की अपेक्षाओं और अनस ु धं ान तथा िवकास की आव यकता के अनस ु ार हो । यह उप-सिमित इन मद की िव सनीयता/तकनीकी क्षमता/िव ीय ि थित का मू यांकन भी करेगी और पीआईसी की बैठक म भाग लेने वाली कं पिनय /िवक्रेताओं के िरकाडर् को देखेगी और इसके आधार पर यह बोली के िलए यूनतम अहर् क मापदंड को भी अंितम प देगी । इसके प ात, यह अंितम प िदए गए पीक्यू मापदंड के साथ अनबु धं "च" के अनस ु ार एक प्रमाण-पत्र प्र ततु करेगी, िजसम छांटे गए पक्षकार म से िकसी ऐसे पक्षकार को टडर जारी करने की िसफािरश करेगी, िजसकी िव सनीयता/तकनीकी क्षमता का पीआईसी के बाद इसके द्वारा मू यांकन/स यापन िकया गया हो । िकसी बोली को अनहर् क ठहराने के कारण, यिद कोई हो, तो प्र येक भाग लेने वाली फमर् /िवक्रेता के संबधं म तकनीकी उप-सिमित द्वारा िरकाडर् िकया जाएगा और इसे मांग का एक भाग बनाया जाएगा ।

4.9.4

इस प्रकार अंितम प दी गई िविशि य अनभु ाग को भेजी जाएगी, जो दो बोली आमंित्रत करेगी, िजनकी िसफािरश की िनयमानस ु ार होगा और इसको तकनीकी जाएगा ।

4.9.5

पिरयोजना की िविश आव यकता के िलए यिद तकनीकी और खरीद सिमित की तकनीकी उप-सिमित यह महसूस करती है िक िकसी मानक उ पाद िवशेष की खरीद की जाए क्य िक यह तकनीकी प से उपयक्त ु है और िवद्यमान उप कर /संघटक या इनके काय की सगु मता के िलए सिु वधाजनक है और इसकी गणु व ा, िडजाइन, कायर् -िन पादन या िवशेष गणु िविश मानक आिद वा तिवक प से सिक्रय ह तो तकनीकी उप-सिमित ब्रांड नाम िवशेष की िसफािरश कर सकती है, िविश िविनमार् ता/ िविनमार् ताओं के मेक और के टलॉग की संख्या की िसफािरश कर सकती है और इस प्रकार िनणर् य लेने के संबधं म िव ततृ औिच य बता सकती है, िजसे िरकाडर् म रखा जाएगा और मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा अनमु ोिदत िकया जाएगा ।

4.9.6

पारदिशर् ता की ि से और इस बात के िलए िक पीआईसी म भाग लेने वाले पक्षकार सही ह, अपने िहत की अिभ यिक्त वेब के मा यम से या प्रेस म िविश िवज्ञापन जारी कर के की जा सकती है तािक यिद आव यक समझा जाए तो अपेिक्षत मद प्रा हो सक ।

4.9.7

जब प्रभाग के अंतगर् त ऐसी मद की खरीद के संबधं म प्र ताव तैयार िकए जाएं, उस समय तकनीकी और खरीद सिमित के गठन का प्र ताव और ईओआई (यिद अपेिक्षत हो) के अनमु ोदन के संबधं म कारर् वाई मांगकतार्

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के आधार पर की गई मांग खरीद तरीके से उन पािटर् य से कोटेशन गई है । बोली का यह तरीका और खरीद सिमित को पनु : भेजा


वैज्ञािनक/पिरयोजना प्रमख ु द्वारा की जाएगी और उनके द्वारा खरीद प्रभाग को अनमु ोदन की सूचना दी जाएगी तािक वह मांग-पूवर् स मेलन आयोिजत करने के िलए सम वय कर सके या अपने कायार् लय की वेबसाइट म डाल कर इसका यापक प्रचार करने के िलए ईओआई जारी कर सके बशतेर् िक ऐसा करना आव यक हो । 4.9.8

इसके अलावा, यह सिु नि त करने के िलए िक बोलीदाता अपेक्षाओं को भली भांित समझ गया है या यिद तकनीकी पहल के संबधं म उसे कुछ और प ीकरण चािहए या िकसी अ य मद के संबधं म प ीकरण चािहए तो बोलीपूवर् स मेलन की यव था की जाएगी (यिद ऐसा तकनीकी और खरीद सिमित द्वारा आव यक समझा जाए) । यह स मेलन खरीद प्रभाग को टडर प्र ततु करने की िनयत तारीख से कम से कम दो सप्ताह पहले आयोिजत िकया जाए ।

4.9.9

मांगकतार् ओ ं के अनस ु ार प्रा तकनीकी बोिलय को टडर खोलने वाली सिमित द्वारा खोला जाएगा, िजसे खरीद प्रभाग द्वारा अ यक्ष, तकनीकी और खरीद सिमित को भेजा जाएगा, जो उसी तकनीकी उप-सिमित के मा यम से तकनीकी बोिलय का मू यांकन करेगा, िजस ने िविशि य को अंितम प िदया है । तकनीकी उप-सिमित (टीएससी) यह सिु नि त करने के िलए बोिलय का मू यांकन करेगी िक ये तय िकए गए मापदंड और िविशि के अनस ु ार प्र ततु िकए गए ह और उनम से िज मेदार बोलीदाताओं का चयन करेगी ।

4.9.10

चनु े गए िज मेदार बोलीदाताओं की िव ीय बोिलयां उसके प ात टडर खोलने वाली सिमित द्वारा खोली जाएंगी और संबिं धत बोलीदाताओं को काफी पहले इसकी सूचना दी जाएगी । इसके प ात खरीद िवभाग यूनतम मू यांिकत िज मेदार बोलीदाता के अंितम चयन के िलए िव ीय तल ु ना मक िववरण तैयार करेगा और िव ततृ खरीद प्र ताव को तकनीकी और खरीद सिमित के िवचाराथर् भेजेगा ।

4.9.11 सफल बोलीदाता का चयन करने के बाद तकनीकी और खरीद सिमित की बैठक आयोिजत की जाएगी । वह सिमित इसे अंितम प देगी और प्र ताव को अनमु ोिदत करेगी और मांगकतार् /पिरयोजना प्रमख ु प्र यायोिजत शिक्तय के अंदर यय की मंजूरी देगा । सद य खरीद और सद य िव की उपि थित अिनवायर् होगी तािक वे पैरा 3.5.1 के क्रमश: खंड (ड.) और (च) म यथापिरभािषत अपनी-अपनी भूिमका िनभा सक । 4.9.12 सरकारी खरीद के बड़े-बड़े िक्रयाकलाप म स यिन ा का अपनाया जाना क.

कद्रीय सतकर्ता आयोग के िनदेर्श के अनस ु ार, सीएसआईआर की प्रयोगशाला/सं थान सिहत सभी संगठन को स यिन ा संबधं ी िनयम का पालन करना होगा तािक सरकारी खरीद के बड़े-बड़े िक्रयाकलाप म पारदिशर् ता, समता 37


और प्रितयोिगता सिु नि त की जा सके । स यिन ा संबधं ी िनयम से ता पयर् है िक प्र तािवत बोलीदाता/िवक्रेता और खरीद करने वाले यिक्त/ सरकारी कमर् चारी, जो दोन पक्षकार के ह , के बीच िकए जाने वाले करार का उ े य इस प्रकार तय िकया जाए िक संिवदा के िकसी पहलू पर कोई भ्र प्रभाव न पड़े । जो बोलीदाता/िवक्रेता अथार् त सीएसआईआर या इसकी प्रयोगशालाओं/सं थान के साथ ऐसे स यिन ा संबधं ी कानून का पालन करेगा, वही बोली म भाग लेने के िलए योग्य होगा । अत: यह आव यक है िक टडर संबधं ी द तावेज की बोली प्रिक्रया म इस योग्यता की शतर् रखी जाए । (ख)

स यिन ा संबधं ी कानूनी से ता पयर् है वतंत्र बा मानीटर (आईईएम) की सूची, जो सीएसआईआर/इसकी प्रयोगशालाओं/सं थाओं द्वारा उपल ध की जाएगी/िजनकी िसफािरश की जाएगी और िज ह कद्रीय सतकर्ता आयोग द्वारा अनमु ोिदत िकया जाएगा । स यिन ा संबधं ी िनयम के मॉडल का फामेर्ट अनबु धं "ट" म िदया गया है ।

(ग)

स यिन ा संबधं ी यह िनयम ऐसी िकसी एकल खरीद पर भी लागू होगा, िजसम एक बार म खरीद का अनमु ािनत मू य 3 (तीन) करोड़ पए से अिधक हो ।

4.10.0 " वािम व के उपयोग" के आधार पर खरीद 4.10.1 ऐसे उदाहरण हो सकते ह, िजनम कोई भी वैज्ञािनक वतर् मान म चालू पिरयोजना या िपछली पिरयोजना म ऐसा उप कर/सािधत्र/मशीनरी/रसायन या उपभो य िकसी अ य मद या गैर-उपभो य प्रकृित की मद का उपयोग कर रहा हो और उसे उसी सामग्री की अपनी अनस ु धं ान और िवकास पिरयोजनाओं के िलए उसी ोत से आव यकता हो तािक उस सामग्री के साथ सततता और एक पता बनाए रखी जा सके , जो पहले ही िव ेषणा मक पद्घित/प्रोटोकोल से थािपत की गई है और िजसकी मानक प्रचालन प्रिक्रया है । ऐसी ि थित म, मांग की जाने वाली और खरीदे जाने वाली सामग्री को वािम व के उपयोग के नाम से जाना जाता है । पिरयोजना प्रमख ु को यह प्रमािणत करना होगा िक यह खरीद वािम व के उपयोग के आधार पर प्र तािवत है क्य िक कोई अ य सामग्री/उप कर/रसायन आिद, यिद उपयोग म लाया जाता है तो उससे िभ न पिरणाम िनकलेगा और अनस ु धं ान तथा िवकास पिरयोजना की स यिन ा/यथाथर् ता, िविधमा यता या िव ेषण पर इसका प्रितकूल प्रभाव पड़ेगा । 4.10.2 वािम व के उपयोग के मामले म तकनीकी और खरीद सिमित के गठन की आव यकता नहीं होगी । ऐसी मद की मांग के िलए प्रयोक्ता को अनबु धं "छ" के अनस ु ार एक प्रमाण-पत्र देना होगा, िजसके बाद यह मांग खरीद प्रभाग द्वारा सीधे खरीद के िलए भेजी जाएगी और इसे िकसी सिमित के पास नहीं भेजा जाएगा ।

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4.10.4 फनीर्चर/जड़ु नार/हीिटंग और एयर कं डीशिनंग उपकरण की खरीद सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान म अ छा कायर् वातावरण बनाने और सख ु द कायर् ि थित सिु नि त करने के िलए एक खल ु ी कायार् लय प्रणाली तैयार की जाएगी/ खरीदी जाएगी, िजसम बैठने और भंडारण प्रबंधन (सिक्रय और भंडारण म रखने, दोन के िलए) उिचत थान के साथ उपयक्त ु मॉड् यूलर फनीर्चर/वकर् टेशन को सु यवि थत और सस ु ि जत तरीके से लगाया जा सके । तदनस ु ार, प्रयोगशाला/सं थान अपने फनीर्चर, हीिटंग, वातायन और एयरकं डीशिनंग की अपेक्षाओं का मानकीकरण भी कर सकता है । इस मानकीकरण से बेहतर दक्षता आएगी और ठीक से रखरखाव आिद होगा । ऐसी खरीद म प िसद्घांत का उल्लेख करते हुए पारदिशर् ता और िमत ययता को भी यान म रखा जाना चािहए और सव म खरीद और सदु ीघर् सामग्री/सिु वधाओं पर यान िदया जाना चािहए, जो प्रयोगशालाओं/सं थान के सेवा प्रभाग से परामशर् कर के अनमु ोिदत िव ीय संसाधन म उपल ध हो सके । 4.10.5 प्रायोिगक संयत्रं और प्रोटोटाइप के िलए सामग्री की खरीद प्रायोिगक संयंत्र, प्रयोगशालाओं/सं थान म लगाया गया/बनाया गया और सं थािपत प्रोटोटाइप अनस ु धं ान और िवकास के प्रयास के िलए होता है, जो वैज्ञािनक द्वारा प्रौद्योिगकी और उसकी पिरपूणर्ता के अनस ु ार काम म िलया जाता है । अत:, यह अिनवायर् है िक अपेिक्षत सामग्री (मानक और गैर-मानक, दोन ) की खरीद म त परता बरती जाएगी तािक इसकी संरचना और िविनमार् ण कराया जा सके । इसके साथ ही, ढांचा तैयार करने संबधं ी कायर् बाहर से करवाया जाता है । इस प्रकार की खरीद म िकया जाने वाला िनवेश िविश होगा, जो गणु व ा सिु नि त करने के िलए उपयोग पर िनभर् र करेगा । अत: ऐसे मामल म खरीद के मख्ु य-मख्ु य िनयम को लागू करना आव यक है तािक पारदिशर् ता सिु नि त की जा सके । लेिकन सक्षम प्रािधकारी के अनमु ोदन म पयार् लोच होना चािहए तािक यह संगठन के उन उ े य को प्रा करने म बाधक न बने, िजनके िलए संयत्रं और प्रोटोटाइप लगाए गए ह । 4.10.6 सूचना प्रौद्योिगकी से संबिं धत उ पाद की खरीद सूचना के क्षेत्र म प्रौद्योिगकी म तेजी से पिरवतर् न हो रहा है और यह प्रौद्योिगकी बहुत तेजी से परु ानी होती जा रही है । अत: इस प्रकार की खरीद म त परता अपनाई जानी चािहए । यिद यह महसूस िकया जाता है िक समय के अनस ु ार आदेश िदया गया है तो उि लिखत िवशेषताओं/ब्रांड और मॉडल , जब वे समा हो जाते ह या कं पिनय द्वारा उ चीकृत िकए जाते ह या कभीकभी अप्रचिलत हो जाते ह या अब उपल ध नहीं हो पाते ह, तो उनके िलए त काल आदेश िदया जाना चािहए । अत: पक्षकार को िदए गए आदेश/संिवदा म इस बात का उ लेख िकया जाना चािहए िक "िवक्रेता/ पूितर् कार सूचना

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प्रौद्योिगकी संबधं ी उप कर के नवीनतम प/प्रौद्योिगकी को िबना अितिरक्त कीमत के उपल ध कराएगा" । लेिकन ऐसे अ य मामल म उद्योग की अद्यतन ि थित की जानकारी लेने के िलए बोली-पूवर् स मेलन आयोिजत करना वांछनीय है । यह सिु नि त करने के िलए िक हम सव म मद की खरीद कर, नेशनल इ फॉरमेिटक्स सिवर् सेज (एनआईसी)/नेशनल इ फॉरमेिटक्स सटर सिवर् सेज इंक (िनक्सी) से भी ऐसी खरीद के संबधं म सीधे संपकर् भी िकया जा सकता है । चूिं क भारत सरकार के इन संगठन /कं पिनय को संबिं धत प्रौद्योिगकी की िविधमा यता और वांिछत िविशि य की बचमािकग की क्षमता और उ पाद के संबधं म िवशेषज्ञता प्रा है, इसिलए यिद वांिछत हो तो प्रयोगशालाओं/सं थान द्वारा उनकी सेवा ली जा सकती है । लेिकन यह अिनवायर् नहीं है िक िनक्सी के मा यम से ही खरीद की जाए । िनक्सी के मा यम से खरीद करना प्रयोगशाला/सं थान के िववेक पर िनभर् र करेगा । 4.10.7 अितिरक्त पुज /सहायक पुज की खरीद वारंटी और वारंटी की अविध के बाद उप कर को चालू हालत म रखने के िलए अितिरक्त पज ु और सहायक पज ु का बहुत मह व होता है । उप कर की खरीद करते समय और इनके अनरु क्षण के दौरान इनकी शिक्त, अिनवायर् ता और वांछनीयता पर यान िदया जाना चािहए/उसका जायजा िलया जाना चािहए । नीित के प म अितिरक्त पज ु /सहायक पज ु की माल-सूची कम से कम होगी। 4.11.0 दो बोली प्रणाली के अधीन खरीद 4.11.1 दो बोली प्रणाली म बोलीदाता से कहा जाता है िक वह नीचे िदए अनस ु ार दो अलगअलग महु रबंद िलफाफ म बोिलयां भेजे: (क) (ख)

तकनीकी बोली, िजसम बोली की प्रितभूित और वािणि यक िनबंधन और शत के

साथ सभी तकनीकी िववरण एक िलफाफे म रखे जाएंगे; और

िव ीय बोली, िजसम तकनीकी बोली म उि लिखत मद का मद-वार उ लेख िकया जाएगा, दूसरे िलफाफे म रखी जाएगी । इन दोन िलफाफ को एक बड़े िलफाफे म रखा जाएगा और उसे िनदेर्श के अनस ु ार प्र ततु िकया जाएगा और खरीद सिमित द्वारा ही उसकी वीकायर् ता का िव ेषण िकया जाएगा या पैरा 3.2.4 (च) के अनस ु ार अलग-अलग तकनीकी उप-सिमित द्वारा इसका िव ेषण िकया जाएगा । इसके प ात दूसरी अव था म तकनीकी प से वीकृत प्र ताव (जैसा िक उपयर् क्त ु पहली अव था म िनणर् य िलया जाएगा) की ही िव ीय बोली खोली जाएगी तािक उसकी आगे संवीक्षा, उसका मू यांकन, रिकं ग और संिवदा िदए जाने संबधं ी कायर् िकया जा सके ।

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4.11.2

5 लाख पए से अिधक और 25 लाख पए तक की कीमत वाले िकसी भी उप कर/सामग्री की खरीद अनमु ोदन करने वाले प्रािधकारी को प्र यायोिजत शिक्तय के अनस ु ार एकल बोली प्रणाली के आधार पर की जाएगी । लेिकन खरीद सिमित/ तकनीकी और खरीद सिमित प्र येक मामले के गणु -दोष के आधार पर यह िनणर् य लेगी िक बोली को एकल या दो िलफाफ के तरीके से िलया जाए या नहीं ।

4.11.3

25.00 लाख पए से अिधक मू य वाले िकसी उप कर की खरीद के संबधं म दो बोली प्रणाली अव य अपनाई जानी चािहए ।

4.11.4 यिद कोई फमर् दो बोली प्रणाली की अपेक्षाओं के अनस ु ार एकल िलफाफा बोली प्र ततु करेगी, तो उस पर बोलीदाता के जोिखम और दािय व के आधार पर आगे मू यांकन करने के िलए िवचार िकया जाना चािहए । लेिकन खल ु ी कीमत बोली को टडर खोलने वाली सिमित द्वारा त काल महु रबंद कर िदया जाना चािहए और उसकी कीमत िकसी को नहीं बताई जानी चािहए । 4.12.0 बोली-पूवर् स मेलन (पीबीसी) 4.12.1 बोली-पूवर् स मेलन मु के प ीकरण और संदहे , यिद कोई ह , को दूर करने के िलए एक मंच होता है, िजसम बोली द तावेज म िदखाई देने वाले माल की िविशि यां और अ य िविवध तकनीकी/वािणि यक िववरण होते ह । बोली-पूवर् स मेलन की तारीख, समय और थान का उ लेख िच रखने वाले टडरदाताओं की सूचना के िलए बोली द तावेज म िकया जाना चािहए । यह तारीख टडर खोलने की तारीख से काफी पहले की होनी चािहए । 4.12.2 टनर् की सोसाइिटय म, िजनम खरीद की जाने वाली अपेिक्षत मद की प्रौद्योिगकी म तेजी से पिरवतर् न हो जाता है या टनर् की संिवदाओं के मामले म या अित आधिु नक और कीमत उप कर की खरीद के संबधं म िवशेष प्रकृित की संिवदाओं के मामले म यह उिचत होगा िक बोली-पूवर् स मेलन आयोिजत िकया जाए तािक िविशि य म हुए नवीनतम पिरवतर् न को इस प्रकार सिु नि त िकया जा सके िक वे प्रयोजन को पूरा कर सक । 4.12.3 बोली-पूवर् स मेलन के बाद बोली संबधं ी द तावेज म पिरवतर् न को िकया जा सकता है तािक सभी संभािवत बोलीदाताओं को संशोिधत िविशि य /अपेक्षाओं के अनस ु ार अपने प्र ताव प्र ततु करने का समान अवसर िदया जा सके । 4.12.4 लेिकन यह सिु नि त िकया जाना चािहए िक सभी बोलीदाताओं को बोली-पूवर् स मेलन के बाद अपनी बोिलयां प्र ततु करने का पयार् समय िदया जाता है । बोली संबधं ी द तावेज म इस बात का प प से उ लेख िकया जाए िक संभािवत बोलीदाता बोली-पूवर् स मेलन के बाद ही अपनी बोिलयां प्र ततु करगे तािक बोली संबधं ी द तावेज म िकए गए प्रावधान पर यान िदया जा सके ।

41


4.12.5 बोली-पूवर् स मेलन म भाग लेने वाले संभािवत प्रितभािगय से बोली-पूवर् स मेलन की तारीख से पहले बोली के मु पर खरीद प्रभाग से िलिखत पूछताछ प्र ततु करने के िलए कहा जा सकता है तािक सु प उ र को आंतिरक परामशर् आिद, यिद अपेिक्षत हो, के अंदर तैयार रखा जा सके । इससे स मेलन के सफल आयोजन म भी सहायता िमलेगी । 4.12.6 बोली संबधं ी द तावेज म िकए गए पिरवतर् न को बोली संबधं ी द तावेज म संशोधन के प म समझा जाना चािहए और उ ह प्रयोगशाला की वेबसाइट पर डाला जाएगा तािक जो बोलीदाता बोली-पूवर् स मेलन म भाग नहीं ले सक, वे संशोधन करने म सावधानी बरत सक । बोली-पूवर् स मेलन के बाद िजन िवषय को अंितम प िदया गया है, उनम आगे कोई पिरवतर् न नहीं िकया जा सकता है और इस प्रकार कीमत संबधं ी बोली म संशोधन करने का कोई अवसर नहीं िदया जाएगा । 4.12.7 खरीद सिमित/तकनीकी सिमित और खरीद सिमित प्र येक मामले के गणु के आधार पर यह िनणर् य ले सकती है िक बोली-पूवर् स मेलन आयोिजत करने की आव यकता है या नहीं और बोली संबधं ी द तावेज म तदनस ु ार इसका उ लेख कर सकती है । 4.13.0 के वीआईसी/एसीएएसएच/एसएसआई की यूिनट आिद के मा यम से मद की खरीद 4.13.1 के वीआईसी/एसीएएसएच/एसएसआई की यूिनट से आरिक्षत मद की खरीद का िनणर् य पूणर्त: खरीद सिमित/तकनीकी और खरीद सिमित के िववेक पर िनभर् र करेगा और वह िन निलिखत लाभ दे सकती है:

4.13.2

(क)

टडर संबधं ी द तावेज की शु क अदायगी से छूट ।

(ख)

बोली प्रितभूित से ऐसे मामल म छूट, िजनम वे मांग की मद का िविनमार् ण करते ह ।

(ग)

समय-समय पर यथा अिधसूिचत कीमत को तरजीह, जो सरकार द्वारा बड़े तर के यूिनट , यिद कोई ह , से कोटेशन लेने म की जाती है । यिद इन एजिसय से उ पाद की खरीद का िनणर् य िलया जाता है तो खरीद सिमित/तकनीकी और खरीद सिमित िवकास आयक्त ु , लघु उद्योग इकाई द्वारा समय-समय पर अिधसूिचत अनदु ेश के अनस ु ार एसएसआई यूिनट से ही आरिक्षत मद की खरीद करने पर िवचार कर सकती है और तदनस ु ार बोली द तावेज म इसका उ लेख कर सकती है ।

42


4.13.3 खरीद सिमित सरकारी उद्यम िवभाग द्वारा समय-समय पर अिधसूिचत के द्रीय सरकार के उद्यम के उ पाद और सेवाओं के संबधं म खरीद को तरजीह देने की नीित को भी अव य अपनाएगी । 4.13.4 खरीद सिमित कद्रीय भंडार/एनसीसीएफ और भारत सरकार द्वारा मा यता प्रा अ य सहकारी सिमितय से उप कर, कं यूटर और ऐसी अ य व तओ ु ं सिहत कुछ मद की खरीद की िसफािरश कर सकती है । यह खरीद 1 लाख पए से 5 लाख पए तक के बीच की होगी । लेिकन जो प्रािधकारी प्र यायोिजत शिक्तय के अंतगर् त खरीद करने के िलए सक्षम हो, वह इस प्रकार का िनणर् य लेने के िलए प्रािधकृत होगा िक इस प्रकार की मद को 5 लाख पए से अिधक के मामले म उपयर् क्त ु पैरा 4.7.0 म दी गई प्रिक्रया के अनस ु ार खरीदा जाए या नहीं । 4.13.5 उप कर तथा खरीद आमतौर पर सीधे िविनमार् ता या उसके प्रािधकृत एजट या यापारी से की जाएगी । इसे प्रािधकृत एजट/ यापारी के उप-एजट से तब तक नहीं खरीदा जाएगा जब तक उसकी िव सनीयता का स यापन न कर िदया जाए । 4.13.6 आयात के मामले म भारतीय एजट से डीजीएसएंडडी की सूची म होने के प्रमाण-पत्र पर तभी बल िदया जाना चािहए जब िक यह प्रतीत हो िक यह मद िनयार् तआयात नीित की प्रितबंिधत सूची म शािमल है । 4.13.7 यिद कई प्रािधकृत िकया जाए, टडर िवशेष िवचार िकया

एजट/ यापारी उपल ध ह तो प्र ताव ऐसे यापारी/एजट से प्रा जो िकसी खरीद या वािषर् क अनरु क्षण संिवदा या मर मत के िलए म िविनमार् ता द्वारा िवशेष प से प्रािधकृत िकया गया हो, िजस पर गया हो ।

4.13.8 िवदेशी ऋण/सहायता की खरीद के मामले म, ऋण/सहायता करार म िविहत प्रिक्रया का पालन िकया जाएगा । संगत करार म ऐसी कोई प्रिक्रया न होने पर इस िनयमावली म दी गई प्रिक्रया का पालन िकया जाएगा । 4.13.9 वैज्ञािनक और तकनीकी सेवाओं का प्रापण :

(क)

सीएसआईआर, इसकी प्रयोगशालाएं और सं थान सक्षम प्रािधकारी के अनमु ोदन से िविश वैज्ञािनक और तकनीकी सेवाओं का प्रापण कर सकते ह, बशतेर् िक इस प्रकार की सेवाएं प्रयोगशालाओं/सं थान म उपल ध न ह । ये वैज्ञािनक और तकनीकी सेवाएं िव ीय वािम व के िनयम का उिचत प से पालन करते हुए लोकिहत म बाहर से ली जा सकती ह ।

(ख)

उ च िवशेषज्ञता प्रा सेवाओं के संबधं म भारत सरकार के अनदु ेश के अनस ु ार परामशर् दाताओं की सेवाएं ली जा सकती ह । 43


(ग)

(घ)

(ड.)

(च) (छ)

प्रयोगशालाएं और सं थान यावसाियक परामशर् दाताओं (यिद आव यक ह ) की सहायता से कायर् की अपेक्षाओं और उनके अंितम ल य को प करते हुए, कायर् /सेवाओं का क्षेत्र तैयार कर सकते ह तािक ये सेवाएं ली जा सक और अपेिक्षत िनिधय का उिचत अनमु ान लगाया जा सके । यिद कायर् या सेवा की अनमु ािनत लागत 25 लाख पए तक हो, तो संभािवत परामशर् दाताओं की एक िव ततृ सूची भारत सरकार के ऐसे अ य संगठन से औपचािरक या अनौपचािरक पूछताछ के आधार पर तैयार की जा सकती है, जो इसी प्रकार के िक्रयाकलाप म लगी हुई ह । 25 लाख पए से अिधक की लागत वाली पिरयोजनाओं/सेवाओं के मामले म औपचािरक/अनौपचािरक पूछताछ के अलावा, परामशर् दाता (परामशर् दाताओं)/ सेवा उपल धकतार् ओ ं से उनकी िच मांगी जा सकती है । इस प्रकार की जानकारी अपनी सरकारी वेबसाइट पर दशार् ने के अलावा रा ट्रीय तर के िकसी दैिनक समाचारपत्र म िवज्ञापन देकर प्रा की जा सकती है । यह जानकारी उस समाचारपत्र म दी जा सकती है, िजस क्षेत्र म यापक प से ऐसे कायर् / सेवाएं अपेिक्षत ह । इस प्रकार की पूछताछ म परामशर् दाता (परामशर् दाताओं)/ सेवा उपल धकतार् ओ ं द्वारा पात्रता और योग्यता संबधं ी मानदंड का भी उ लेख िकया जाना चािहए । परामशर् दाताओं से यह भी कहा जाए िक वे इस पूछताछ म बताए गए कायर् /सेवा के उ े य और क्षेत्र के संबधं म अपनी िट पिणयां भेज । परामशर् दाता (परामशर् दाताओं) की छं टनी परामशर् दाता (परामशर् दाताओं) के उ र और उनके िलए तय योग्यताओं के आधार पर की जाए । प्र ताव के िलए अनरु ोध उ हीं परामशर् दाताओं को जारी िकया जाना चािहए, िजनकी छटनी की गई हो और जो दो बोली प्रणाली, अथार् त तकनीकी और िव ीय बोली के अधीन अपनी बोिलयां प्र ततु करना चाहते ह । प्र ताव के अनरु ोध म िवचाराथर् िवषय म िन निलिखत बात प प से दी जानी चािहए: (i) (ii) (iii) (iv)

(ज)

उ े य का संिक्ष िववरण िकए जाने वाले काय की परेखा काय को पूणर् िकए जाने की समय-सीमा प्रयोगशाला/सं थान/सीएसआई मख्ु यालय द्वारा िदया जाने वाला समथर् न या सहयोग तािक परामशीर् सेवाओं म सिु वधा हो सके । (v) परामशर् दाता से अपेिक्षत अंितम कायर् -िन पादन तकनीकी बोिलय का पहले परामशीर् मू यांकन सिमित द्वारा िव ेषण और मू यांकन िकया जाना चािहए । परामशीर् मू यांकन सिमित अपने द्वारा िव ेषण िकए गए और मू यांिकत िकए गए तकनीकी प्र ताव को वीकार या अ वीकार िकए जाने का िव ततृ कारण दजर् करेगी ।

44


(झ)

(ञ)

िव ीय बोिलयां के वल उन बोलीदाताओ ं से ली जाएंगी, िज हे उपयर् क्त ु अनस ु ार परामशीर् मू यांकन सिमित द्वारा तकनीकी प से योग्य पाया गया हो और उ हीं बोिलय को आगे मू यांकन के िलए खोला जाएगा और उनकी वरीयता तय की जाएगी तथा परामशीर् संिवदा िदए जाने के िलए सफल बोलीदाता के प म उनका चयन िकया जाएगा । यिद िवशेष चयिनत सेवा उपल धकतार् के िकसी कायर् के संबधं म िविश बा ि थित का मू यांकन करना आव यक हो, तो सीएसआईआर मख्ु यालय/ प्रयोगशाला/सं थान के िव सलाहकार से परामशर् करके सक्षम प्रािधकारी ऐसा कर सकता है । ऐसे मामल म, िव ततृ औिच य बा तरीका अपनाए जाने की पिरि थित और िवशेष िहत या प्रयोजन, जो इससे हल होता हो, सेवा प्रयोक्ता द्वारा िदया जाएगा और यह उस प्र ताव का अिभ न अंग होगा ।

45


अ याय 5 बोली प्रितभूित और कायर् -िन पादन प्रितभूित 5.1.0 5.1.1

5.1.2

5.1.3

5.1.4

5.1.5

बोली प्रितभूित बोली प्रितभूित को अिग्रम धन जमा के प म भी जाना जाता है और यह बोलीदाता से प्रा की जाने वाली आिथर् क प्रितभूित होती है । िवज्ञािपत या सीिमत िनिवदा पूछताछ के मामले म यह बोली की िविधमा य अविध के दौरान उसके द्वारा बोली वापस िलए जाने/बदल देने के प्रित एक सरु क्षा होती है और इसके अलावा, इससे िनिवदा प्रिक्रया म उसके भाग लेने की उसकी िच का भी पता चलता है । बोली प्रितभूित 25 लाख पए से अिधक लागत वाले उप कर/सामग्री के संबधं म दी जाएगी । मंजूरीदाता प्रािधकारी, अथार् त प्रयोगशाला/सं थान का िनदेशक, िवशेष मामल म बहुत प्रिति त फम से बोली प्रितभूित की शतर् को माफ कर सकता है । बोली प्रितभूित िडमांड ड्रा ट/बकर चैक/बक गारंटी/साविधक जमा रसीद के प म अनमु ािनत मू य के 2 प्रितशत से 5 प्रितशत की दर से ली जा सकती है । यह िडमांड ड्रा ट/बकर चैक/बक गारंटी/साविधक जमा रसीद प्रयोगशाला/सं थान के पक्ष म होनी चािहए और बोली की िविधमा य अविध के बाद 45 िदन की अविध तक वैध होनी चािहए । बोली प्रितभूित के िबना प्रा सभी िनिवदाएं, यिद लागू ह , त काल र कर दी जाएंगी । यह बक गारंटी/ बकर चैक/िडमांड ड्रा ट/साविधक जमा रसीद िकसी भी रा ट्रीयकृत/अनस ु ूिचत बक द्वारा जारी की गई हो । यिद यह बोली प्रितभूित िवदेशी मद्रु ा म प्रा की जाती है, तो यह बक गारंटी के प म प्रा की जानी चािहए तािक िविनमय दर के अंतर/घटबढ़ से बचा जा सके और इसकी अनस ु ूिचत/रा ट्रीयकृत भारतीय बक द्वारा पिु करवाई जानी चािहए । बक गारंटी के मा यम से प्रा की जाने वाली बोली प्रितभूित का फामेर्ट अनबु धं -ज म संलग्न है । बोली प्रितभूित कायर् -िन पादन प्रितभूित की प्राि के बाद सफल बोलीदाता को लौटाई जानी चािहए या बोली प्रितभूित को िवक प के प म कायर् -िन पादन प्रितभूित के अनस ु ार समायोिजत भी िकया जा सकता है, बशतेर् िक यह िडमांड ड्रा ट/बकर चैक के मा यम से अदा की गई हो । असफल बोलीदाताओ ं को बोली प्रितभूित संिवदा िदए जाने के िदन से 30 िदन के अंदर लौटा दी जाएगी । बोली प्रितभूित को भारतीय पय म या िवदेशी मद्रु ा के आसान प से पिरवितर् त होने के मू य म िलया जाएगा और बोली द तावेज़ म एकमु त रकम के प म इसका उ लेख िकया जाएगा । 46


5.1.6

5.1.7

5.1.8

5.1.9

5.1.10

5.1.11

5.2.0 5.2.1

यिद बोलीदाता अपनी िनिवदा को वापस लेता है या उसम आशोधन करता है या संशोधन करता है या बोली की िविधमा य अविध के दौरान अपनी बोली के अनु प कारर् वाई नहीं करता है या कोई अनिु चत कायर् करता है या संिवदा पूरी करने म असफल रहता है या वीकृित आदेश प्र ततु नहीं कर पाता है या कायर् -िन पादन प्रितभूित समय पर प्र ततु नहीं करता है, तो बोली प्रितभूित ज़ त कर ली जाएगी । यिद कोई फमर् डीजीएसएंडडी, एनएसआईसी, सरकारी उपक्रम , कद्रीय वाय िनकाय म पंजीकृत हो और सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान , यिद कोई ह , के पास पंजीकृत ह , तो उ ह बोली प्रितभूित की अदायगी करने से छूट दी जा सकती है, बशतेर् िक पंजीकरण म वे मद शािमल ह , जो वह उपल ध कर रहा है और िजसका उसके द्वारा िविनमार् ण िकया जाता है । लेिकन यह अ य कं पिनय द्वारा िविनिमर् त उ पाद की िबक्री के मामले म लागू नहीं होगा । यिद कोई बोलीदाता िनिवदा खोलते समय िलिखत प म यह सूिचत करता है िक बोली प्रितभूित िव ीय बोली म रखी गई है, बशतेर् िक दो बोली प्रणाली लागू की गई हो, तो ऐसे मामले म उस पक्षकार की तकनीकी बोली तब तक अनंितम प से वीकार की जा सकती है जब तक वह िव ीय बोली खोली जाती है, िजसके साथ उस पक्षकार ने बोली प्रितभूित संलग्न की है । आयात के मामले म बोली प्रितभूित प्रधान एजट या भारतीय एजट से प्रा की जाएगी और वदेशी बोलीदाताओं के मामले म बोली प्रितभूित िविनमार् ता या उसके यापारी/बोलीदाता से प्रा की जाएगी । सभी असफल बोलीदाताओं द्वारा प्र ततु बोली प्रितभूित िबना िकसी याज के यथाशीघ्र उ ह लौटा दी जानी चािहए । लेिकन िकसी भी ि थित म संिवदा संबधं ी कारर् वाई पूरी होने के बाद 10 िदन के अंदर अव य लौटा दी जानी चािहए । सफल बोलीदाताओं की बोली प्रितभूित संिवदा/खरीद आदेश के अनस ु ार कायर् -िन पादन प्रितभूित की प्राि के बाद िबना िकसी याज के लौटा दी जानी चािहए । हालांिक बोली प्रितभूित (अिग्रम धन जमा) एक अपेक्षा है, िफर भी मंजूरीदाता प्रािधकारी ऐसे कुछ िविश पक्षकार को बोली प्रितभूित से छूट दे सकता है, िजनकी अ छी साख हो और जो रा ट्रीय/अंतररा ट्रीय तर पर प्रिति त ह । इस प्रकार की छूट िदए जाने संबधं ी िनणर् य का अनमु ोदन देते समय, मंजूरीदाता प्रािधकारी उसके कारण को दजर् करेगा । कायर्-िन पादन प्रितभूित कायर् -िन पादन प्रितभूित सफल बोलीदाताओं से सामा यत: 21 िदन के अंदर ली जाएगी, जो 25 की बोिलय से संबिं धत होगी । यह प्रितभूित ऐसी बाद 60 िदन तक 10 प्रितशत (दस प्रितशत) या 47

संिवदा िदए जाने के बाद लाख पए से अिधक मू य बोिलय म वारंटी अविध के उससे अिधक मू य की होगी


5.2.3

5.2.4

5.2.5

5.2.6

5.2.7

5.2.8

। कायर् -िन पादन प्रितभूित की मात्र/प्रितशतता घटाई-बढ़ाई जा सकती है या माफ की जा सकती है । लेिकन इस प्रकार की कारर् वाई मंजूरीदाता प्रािधकारी, अथार् त िनदेशक के अनमु ोदन से िवशेष पिरि थितय म की जा सकती है । इसम उन कारण का भी उ लेख िकया जाएगा, िजनम कायर् -िन पादन प्रितभूित को बढ़ाने/घटाने या माफ करने की आव यकता पड़ी । बोली प्रितभूित भारतीय पए म या िवदेशी पए म होनी चािहए । यह कायर् िन पादन प्रितभूित आदाता िडमांड ड्रा ट/बकर चैक/साविधक जमा रसीद के प म प्रा की जाए, जो बक गारंटी/साख पत्र द्वारा प्रयोगशाला/सं थान के पक्ष म िगरवी रखी गई हो । मंजूरीदाता प्रािधकारी कायर् -िन पादन प्रितभूित के पिु आदेश और उसे प्र ततु करने के संबधं म तय की गई समय-सीमा को बढ़ा सकता है । लेिकन यह सिु नि त िकया जाना चािहए िक बोली प्रितभूित तब तक िविधमा य/लागू है, जब तक यह कायर् -िन पादन प्रितभूित प्रा की जाती है । यिद कोई फमर् बढ़ाई गई अविध के दौरान भी कायर् -िन पादन प्रितभूित प्र ततु करने की इ छुक न हो, तो खरीद सिमित/तकनीकी और खरीद सिमित से परामशर् करके सभी बात को यान म रखते हुए, यह खरीद आदेश र िकया जा सकता है और उसके प ात सभी उ रदाता फम से दर आमंित्रत करते हुए सीिमत टडर का तरीका पनु : अपनाया जा सकता है, भले ही उसका मू य कुछ भी हो । यह कारर् वाई चूककतार् फमर् की बोली प्रितभूित को ज़ त करने के बाद की जाएगी, बशतेर् िक िविशि य म कोई पिरवतर् न न िकया गया हो । ऐसे मामले म चूककतार् फमर् पर त काल खरीद म पनु : िनिवदा देने के बारे म पनु : िवचार नहीं िकया जाएगा । ऐसे िविश मामल म िजनम वािम व के आधार पर माल की खरीद की गई हो या माल की आपूितर् करने वाली कं पनी अंतररा ट्रीय तर की हो, तो कायर् िन पादन प्रितभूित, यिद कोई हो, को प्र ततु न िकए जाने का मामला प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक या सीएसआईआर मख्ु यालय म संयक्त ु सिचव (प्रशासन)/महािनदेशक के अंितम िनणर् य के िलए उनके यान म लाया जाएगा । आयात के मामले म कायर् -िन पादन प्रितभूित प्रधान एजट या प्रािधकृत भारतीय सहायक कं पनी/एजट से प्रा की जाएगी और वदेशी ोत से खरीद के मामले म कायर् -िन पादन प्रितभूित िविनमार् ता या उनके प्रािधकृत यापारी/बोलीदाता से प्रा की जाएगी । कायर् -िन पादन प्रितभूित संिवदा के सभी प्रकार से िविधवत पूरा िकए जाने और पूरा हो जाने के बाद िबना याज के पूितर् कार को लौटा दी जानी चािहए । लेिकन संिवदा के अधीन इस प्रकार के सभी दािय व अिधक से अिधक 60 िदन के अंदर पूरे कर िदए जाने चािहए । यिद पूितर् कार द्वारा संिवदा भंग की जाती है, तो कायर् -िन पादन प्रितभूित ज त कर दी जाएगी । 48


अ याय 6 िनिवदा द तावेज़ 6.1.0 6.1.1

6.1.2

6.1.3

6.1.4

िनिवदा द तावेज़ िनिवदा द तावेज़, िजनम िव ततृ तकनीकी िविशि यां, आरेख की शत, संिवदा की शत और वह प्रोफामार् िदया गया हो, िजसम िनिवदा प्र ततु की जानी है और यथाव यक ऐसी अ य सामग्री 300 पए की समान दर से बेची जाएगी, भले ही खल ु ी िनिवदाओं की अनमु ािनत लागत कुछ भी हो । इस खल ु ी िनिवदा म डाक िटकट/कूिरयर प्रभार और वैट, यिद कोई हो, जो सरकार द्वारा लगाया जाता हो, भी शािमल है, बशतेर् िक यह खल ु ी िनिवदा डाक द्वारा भेजी जानी हो । यिद िनिवदा द तावेज़ िकसी संभािवत या इ छुक बोलीदाता द्वारा सीधे ही डाउनलोड िकया जाता है, तो उस ि थित म द तावेज़ संबधं ी शु क नहीं लगाया जाता है । िनिवदा संबंधी द तावेज़ िनिवदा खोले जाने की तारीख से एक िदन पहले तक बेचना ही बेहतर होगा और इस बात का उ लेख इस द तावेज़ म प प से िकया जाना चािहए । सभी शत, िनबंधन, प्रितबंध और सूचना, जो बोली संबधं ी द तावेज म शािमल की जाएगी, नीचे िदए अनस ु ार बोिलयां आमंित्रत करने संबधं ी समिु चत अ याय म दी गई ह : अ याय 1 बोलीदाताओं को अनदु ेश अ याय 2 संिवदा की सामा य और िवशेष शत अ याय 3 अपेक्षाओं की अनस ु ूची अ याय 4 िविशि यां और संबद्घ तकनीकी िववरण अ याय 5 मू य अनस ु ूची (अपने मू य दशार् ने के िलए बोलीदाताओं द्वारा प्रयोग की जानी है) अ याय 6 अपेिक्षत योग्यता अ याय 7 संिवदा का प्रपत्र अ याय 8 अ य मानक प्रपत्र, यिद कोई ह , िजनका प्रयोग क्रेता और बोलीदताओ ं द्वारा िकया जाएगा । बोली संबधं ी द तावेज़ का पाठ प्रयोक्ता के अनक ु ू ल होना चािहए, अपने आप म पूणर् होना चािहए और यापक होना चािहए तथा उसम कोई िद्वअथर् कता नहीं होनी चािहए । सभी अिनवायर् सूचना, जो बोलीदाता द्वारा अपनी बोली म भेजी जानी है, वह प प से बोली संबधं ी द तावेज़ म सरल भाषा म बताई जानी चािहए । बोली संबधं ी द तावेज़ म शािमल िकए जाने वाले कुछ मख्ु य खंड इस प्रकार ह : 49


(i)

िनिवदा संबंधी द तावेज़ म िनिवदादाताओं द्वारा पूरे िकए जाने संबंधी पात्रता के मानदंड का प प से उ लेख िकया जाना चािहए, जैसे अनभु व, िपछला कायर् -िन पादन, तकनीकी क्षमता, िविनमार् ण सिु वधाएं, िव ीय ि थित, वािम व या अ य कानूनी प्रितबंध आिद । ऐसे प्रितबंध िज ह िनिवदा म पूरा िकया जाना है, वे सरकारी नीितय के अनु प ह और उ ह िववेकपूणर् तरीके से चनु ा जाए तािक संभािवत बोलीदाताओं म अनिु चत प्रितयोिगता न हो ।

(ii)

िकसी कानूनी प्रितबंध या शतर् का उ लेख करते हुए, माल की पात्रता का मापदंड, िज ह सफल बोलीदाता, यिद कोई हो, द्वारा पूरा िकया जाना है ।

(iii) प्रिक्रया और बोली को भेजने की तारीख, समय और थान तथा उसम उिचत समय देते हुए बोिलय को सील करने और िचि त करने संबधं ी अनदु ेश भी िदए जाएं । (iv) बोलीदाताओं के प्रािधकृत प्रितिनिधय की उपि थित म बोिलयां खोलने की तारीख, समय और थान । (v)

कायर् -िन पादन को प्रभािवत करने वाली िवशेष शत, यिद कोई ह ।

(vi) एक ऐसा प्रावधान, िजससे संबिं धत बोलीदाता बोली की शतर् , बोली की प्रिक्रया और/या उसकी बोली को अ वीकार िकए जाने के बारे म जानकारी प्रा कर सके । (vii) मा य थम के मा यम से िववाद को हल करने का प्रावधान, िजसम इस बात का प प से उ लेख हो िक पिरणामी संिवदा का भारतीय पूितर् कार से की जाने वाली खरीद के मामले म भारतीय कानून के अधीन िनवर् चन िकया जाएगा और/ या िवदेशी पूितर् कार के मामले म, अंतररा ट्रीय यापार कानून संबधं ी संघ रा ट्र आयोग । मा य थम का थान वह थान होगा, जहां से संिवदा जारी की गई है । (viii) िबना िकसी िद्वअथर् कता के अपेिक्षत माल की प िविशि यां तािक संभािवत बोलीदाता साथर् क बोिलयां भेज सक । बोली संबधं ी द तावेज़ म दी जाने वाली िविशि यां इस मैनअ ु ल के खंड 2.2.0 म िदए गए िववरण के अनु प ह । (ix) इस प्रकार का एक खंड जोड़ा जाए िक बोिलय की प्राि के बाद िनधार् िरत समय-सीमा के समा होने पर बोलीदाता को अपनी बोली वापस लेने/उसम पिरवतर् न करने या उसे आशोिधत करने की अनमु ित नहीं दी जाएगी । (x)

बोली प्रितभूित और कायर् -िन पादन प्रितभूित, जो लागू हो, उसका उ लेख करते हुए, उसकी अदायगी का तरीका और अपेिक्षत सपु दु र् गी अविध का भी उ लेख िकया जाए ।

50


(xi) एक ऐसा खंड होना चािहए, िजसम वैज्ञािनक प्रयोजन के िलए की जाने वाली खरीद का प उ लेख हो और िजसम इस बात का भी उ लेख हो िक इसे उ पादन शु क से छूट प्रा है और इस पर सीमाशु क की िरयायती दर लगाई जाएगी । (xii) सूचना मांगने संबंधी अनरु ोध, भले ही यापारी ने सीएसआईआर प्रयोगशाला/ सं थान को इसी प्रकार या वैसे ही सामान की आपूितर् की हो, िफर भी िपछले तीन वषर् की ऐसी पूितर् य का िववरण अंितम संिवदा कीमत म मांगा जाएगा । (xiii) िनिवदा की प्राि और िनिवदा खोलने की तारीख बढ़ाए जाने के संबधं म बोलीदाताओं के िकसी अनरु ोध को सामा यत: वीकार नहीं िकया जाएगा । (xiv) बोली संबधं ी द तावेज़ म सपु दु र् गी की अविध, सपु दु र् गी की शत, सहायक शत, प्रेिषत द तावेज़ का िवतरण, पूितर् य म िवलंब से संबिं धत खंड भी िदए जाने चािहए । पूितर् कार द्वारा िवशेष पिरि थितय , दंड संबधं ी खंड , चूक के संबधं म संिवदा को र करने, िदवािलया होने और सिु वधा अथवा िज मेदारी के संबधं म की जाने वाली कारर् वाई, पूितर् का लागत का िववरण भी िदया जाना चािहए, िजसम कीमत के प्र येक संघटन के संबधं म लागू कीमत का उ लेख िकया जाए, जैसे माल की कीमत, अिध ठापन की लागत और कमीशन । इसके अलावा, बोली की अदायगी की शत के संबधं म प्रिशक्षण, उनके िवद्यमान होने, शु क और कर , ोत पर कर की कटौती और अपेिक्षत द तावेज़ का भी उ लेख िकया जाना चािहए तािक अदायगी की जा सके और िनरीक्षण की अव था और तरीके के अनस ु ार परीक्षण िकया जा सके और क्रेता के र करने के अिधकार आिद का भी उ लेख िकया जाना चािहए । (xv) बोिलय के उ र को सिु नि त करने के िलए सभी कारक पर िवचार िकया जाता है और उनका मू यांकन िकया जाता है । बोिलय की तल ु ना को प तरीके से बोली द तावेज़ म प िकया जाना चािहए तािक पारदशीर् तरीके से मू यांिकत यूनतम उ र संबधं ी प्र ताव को सिु नि त िकया जा सके । प्रा बोिलय का बोली द तावेज़ म पहले ही शािमल की गई शत के अनस ु ार मू यांकन िकया जाना चािहए और बोली द तावेज़ म शािमल नहीं की गई कोई नई शतर् यिद लगाई जानी हो, तो बोली के मू यांकन के समय उसे यान म लाया जाना चािहए । इस प्रयोजन के िलए प्रा बोिलय की प्रारंिभक जांच करने से संबिं धत खंड छोटी-मोटी किमय और अिनयिमतताओं, पिरवतर् न , जो एकल मद्रु ा से संबिं धत ह , उनका मू यांकन और उनकी वरीयता अपेक्षाओं की पूरी अनस ु ूची का उ लेख करते हुए, उनकी अिनवायर् ता संिवदा िदए जाने, बोली की मूल और उसकी प्रितिलिप म िवसंगित होने, यिद कोई हो, और िनिवदा के पिरणाम को प्रकािशत करने संबधं ी सूचना बोली संबधं ी द तावेज़ म बताई जानी चािहए ।

51


(xvi) बोलीदाताओं से कहा जाना चािहए िक वे लागू समू य अनस ु ूची प्रपत्र के अनस ु ार बोली द तावेज़ म उ लेख कर, जो बोली संबधं ी द तावेज़ म संलग्न है और िजसका उ लेख इस प्रकार िकया जाता है : क.

ख.

6.1.5

6.1.6 6.1.7

भारत म िविनिमर् त माल के संबधं म (क) िनमार् ण कायर् म उि लिखत माल की कीमत, िजसम पहले अदा िकए गए सभी कर भी शािमल ह । (ख) वैट और उ पादन शु क आिद जैसे अ य कर, जो उस ि थित म माल पर अदा िकए जाएंगे, यिद संिवदा दी जाती है । (ग) देश म लाने-ले जाने, बीमा और अपेिक्षत अ य थानीय सेवाओं के प्रभार, जो वांिछत गंत य तक माल को सपु दु र् करने के िलए अपेिक्षत ह । (घ) अिध ठापन, चालू करने और प्रिशक्षण देने संबधं ी प्रभार, िजनम प्रासंिगक सेवाएं, यिद कोई ह , भी शािमल ह । िवदेश म िविनिमर् त माल के संबधं म (क) माल की कीमत, जो एफसीए म बताई गई है (िवदेश म सपु दु र् गी के थान का नाम) या पोत पयर् त िन:शु क (लदान प का नाम) जैसािक बोली संबधं ी द तावेज म िविनिदर् है । (ख) प न/गंत य थान तक माल का बीमा और पिरवहन संबधं ी प्रभार (ग) अिध ठापन, चालू करने और प्रिशक्षण संबधं ी प्रभार, िजनम प्रासंिगक सेवाएं, यिद कोई ह , भी शािमल ह । देशी/िवदेशी बोलीदाताओं के बीच होने वाली तल ु ना के आधार का बोली संबंधी द तावेज़ म प प से उ लेख िकया जाना चािहए । यह भी प िकया जाना चािहए िक क्या समग्र यूनतम या मद-वार अलग-अलग यूनतम कीमत मू यांकन के िलए मापदंड होगी या नहीं । िनिवदा द तावेज म इस पहलू का भी उ लेख िकया जाएगा िक यिद आव यक समझा गया तो, बोली-पूवर् स मेलन िकया जाएगा । स यिन ठा संबंधी िनयम : पैरा 4.9.12 के अनस ु ार स यिन ा संबंधी िनयम को अपनाया जाना चािहए । यह िनयम प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक के िववेक पर 3.0 (तीन करोड़) पए के अनमु ािनत मू य की खरीद के मामले म अपनाया जाना चािहए ।

52


अ याय 7 िनिवदाएं प्रा करना और खोलना 7.1.0 7.1.1

7.1.2

7.1.3

7.1.4

िनिवदाएं प्रा करना डाक या कूिरयर से या द ती प्रा िनिवदाएं (एकल िनिवदा पूछताछ के अनस ु ार प्रा िनिवदा के िसवाय) िनिवदा बॉक्स म डाली जाएंगी, जो िविधवत तालाबंद होगा और िजस पर सील लगी हुई होगी और इसकी चाबी खरीद अिधकारी के पास होगी । यिद कोई िनिवदा िलफाफे म बंद प्रा होती है, लेिकन उसके ऊपर यह नहीं िलखा हुआ है िक इसके अंदर क्या है, तो इसे प्रा करने वाले िकसी भी अिधकारी द्वारा खोला जाता है, तो वह वयं उस िलफाफे पर िनिवदा की संख्या और उसके प्रा होने की तारीख का उ लेख करेगा और उसके खोलने की तारीख का भी उ लेख करेगा । वह उस पर ह ताक्षर करेगा और िनिवदा खोले जाने की तारीख से पहले, खरीद अिधकारी को उसे दे देगा । ऐसी मद की िनिवदाओं के संबधं म, िजनके संबधं म बोली प्रितभूित लागू नहीं होती है और जो खल ु े प म प्रा होती ह या फै क्स से प्रा होती ह या ईमेल अथवा टेलीग्राम से प्रा होती ह, लेिकन िनयत तारीख और समय के अंदर प्रा होती ह, तो उ ह र नहीं िकया जाएगा बि क इसे बोलीदाता के जोिखम पर वीकार िकया जाएगा, बशतेर् िक उसे िबक्री और खरीद प्रभाग के िकसी प्रािधकारी को प्र ततु िकया जाता है और वह भी बोली खोलने के िलए िनधार् िरत तारीख और समय से पहले भेजा जाएगा या उसे िनिवदा खोलने संबधं ी सिमित के द्वारा औपचािरक प से खोले जाने के िलए िनिवदा बॉक्स म डाला जाएगा । कभी-कभी ऐसे भी मामले हो सकते ह जब िनिवदाएं इतनी मोटी ह िक उ ह िनिवदा बाक्स म न डाला जा सके या खरीद अिधकारी द्वारा अभी िनिवदा बॉक्स नहीं रखा गया हो, अत: ऐसी संिवदाएं द ती प्र ततु की जाएंगी । ऐसे मामले म, यह सिु नि त िकया जाना चािहए िक कम से कम दो ऐसे अिधकािरय के नाम और पदनाम प ह , जो इन िनिवदाओं को प्रा करगे । इनके नाम का टडर संबधं ी द तावेज़ म प प से उ लेख िकया जाना चािहए । इन अिधकािरय से संबिं धत सूचना कायार् लय पिरसर के प्रवेश/ वागत कक्ष पर लगाई जानी चािहए, जहां पर िनिवदाएं जमा की जाती ह । िनिवदा प्रा करने वाला अिधकारी िनिवदाधारक को अपने द्वारा िविधवत ह ताक्षिरत रसीद देगा, िजसम िनिवदा प्रा करने की तारीख और समय का भी उ लेख िकया जाएगा । द ती प्रा बोिलय का िरकाडर् रखने के िलए एक अलग रिज टर रखा जाएगा । ऐसी बोिलय को खरीद अनभु ाग म तब तक सरु िक्षत अिभरक्षा म रखा जाएगा जब तक बोली खोलने की तारीख और समय नहीं 53


आता है और उसके बाद उ ह बोली खोलने वाली सिमित को स प िदया जाएगा । 7.2.0 7.2.1

देर से/िवलंब से प्रा िनिवदाएं िनिवदा खोले जाने के िलए िविनिदर् तारीख और समय के बाद प्रा िनिवदाएं

7.2.2

जाने की तारीख से पहले प्रा हो गई ह , "िवलंब से प्रा िनिवदा" के प म समझा जाएगा । ऐसी िनिवदाओं पर, यथाि थित, देर से प्रा /िवलंब से प्रा िनिवदा िलखा जाएगा । उ ह िब कुल नहीं खोला जाएगा और उ ह िबना खोले ही मूल प म उसी िलफाफे म बोलीदाता को लौटा िदया जाएगा ।

7.3.0 7.3.1

7.3.2

7.3.3

"देर से प्रा िनिवदा" समझी जाएगी, जबिक िनिवदाएं प्रा िकए जाने के िलए िविनिदर् अंितम तारीख के बाद प्रा िनिवदाओं को, लेिकन जो िनिवदा खोले

िनिवदा खोलने की तारीख थिगत करना कभी-कभी पहले ही जारी िकए गए या िबक्री के िलए पहले ही प्र ततु िकए गए िनिवदा द तावेज़ म आशोधन करने की आव यकता की ि थित पैदा हो जाती है । इन द तावेज के प्रा होने के बाद भी कोई िनिवदादाता कोई वािजब गलती की ओर यान आकिषर् त कर सकता है, िजसके कारण िनिवदा द तावेज़ म आव यक संशोधन करना पड़ जाता है । ऐसी ि थित म, बोली प्र ततु करने की तारीख से पहले िनिवदा संबधं ी द तावेज़ म उिचत संशोधन/आशोधन करना आव यक हो जाता है । ऐसे संशोधन /आशोधन की प्रितयां पंजीकृत डाक/ पीड पो ट/कूिरयर/एलटीई के मामले म ई-मेल से चयिनत सभी पूितर् कार को एकसाथ भेजी जानी चािहए । खल ु ी िनिवदाओं के मामले म ऐसे संशोधन/आशोधन की प्रितयां पंजीकृत डाक/ पीड पो ट/कूिरयर/ई-मेल से ऐसे सभी पक्षकार को एकसाथ िन:शु क प्रेिषत की जाएंगी, िज ह ने िनिवदा संबधं ी द तावेज़ की पहले ही खरीद की थी और ऐसे संशोधन की प्रितयां िनिवदा संबधं ी द तावेज़ के िबक्री नहीं हुए सेट (जो िबक्री के िलए उपल ध ह) के साथ भी प प से संलग्न की जाएंगी । इसके साथ ही, इन संशोधन /आशोधन को वेबसाइट पर भी डाला जाएगा और इसके संबधं म समाचार पत्र म भी प िवज्ञापन िदए जाएंगे । यिद संशोधन/आशोधन के कारण अपेक्षाओं म काफी पिरवतर् न आ गया हो और/या यिद ऐसे संशोधन का उ र देने के िलए िनिवदादाताओं के पास पयार् समय न रह गया हो, तो िनिवदा प्र ततु करने की तारीख और समय को भी समिु चत प से बढ़ाया जा सकता है और बोिलयां प्रा होने की समय-सीमा के अनस ु ार उपयक्त ु पिरवतर् न के साथ बोली की िविधमा यता अविध आिद और बोली की िविधमा य अविध के अनु प अिग्रम धन जमा/बोली प्रितभूित म भी पिरवतर् न िकया जा सकता है । पिरि थितय के अनस ु ार, मूल िनिवदा पूछताछ 54


के प्रकाशन के िलए उसी प्रिक्रया को अपनाते हुए नया िवज्ञापन भी िदया जा सकता है । 7.4.0 7.4.1

िनिवदाओं को खोलना सभी िनिवदाएं, भले ही वे कभी भी प्रा हुई ह (लेिकन जो वािम व/एकल िनिवदा पूछताछ के अनस ु ार प्रा हुई ह , से िभ न ह ), एक थायी िनिवदा खोलने वाली सिमित द्वारा खोली जाएंगी । इस सिमित म प्रशासन, िव और

7.4.2

7.4.3 7.4.4

7.4.5 (क) (ख) (ग) (घ) (ड.) (च) (छ) (ज)

भंडारण तथा खरीद के प्रितिनिध भी ह गे, िजनका ओहदा समूह 'ख' अिधकारी से कम न हो । यह सिमित िनयत समय और तारीख को िनिवदा खोलेगी । इन िनिवदाओ ं को िनधार् िरत समय-सीमा के बाद त काल खोला जाना चािहए । यिद दो बोली िनिवदाएं ह , तो िनिवदा खोलने वाली सिमित पहले तकनीकीवािणि यक िन:शु क बोली (तकनीकी बोली) खोलेगी । महु रबंद वािणि यक बोिलय के भाग पर बोली खोलने वाली सिमित द्वारा तारीख सिहत ह ताक्षर िकए जाएंगे और उ ह एक अलग िनिवदा बॉक्स म रखा जाएगा, जो के वल मू य वाली बोिलय के िलए हो । वािणि यक बोिलय को तब तक फाइल म नहीं रखा जाना चािहए जब तक िक इ ह खोल न िदया गया हो और उस बॉक्स की चाबी खरीद िवभाग के विर तम अिधकारी के पास होनी चािहए । दो बोली प्रणाली म िव ीय बोली खोलने से पहले बोलीदाता को बोिलयां खोलने की सूचना अलग से नहीं दी जाएगी । बोलीदाताओं को सूिचत िकए िबना िनिवदाएं खोलना सख्त मना है, बशतेर् िक यह प्र ताव एकल बोली आधार पर न प्रा हुआ हो । टडर खोलने म उपि थत रहने का इ छुक प्रितिनिध संबंिधत बोलीदाता से प्रािधकारपत्र लाएगा । देर से प्रा िनिवदाओं के संबधं म और बोिलयां प्रा करने और खोलने की प्रिक्रया को बढ़ाए जाने के संबधं म, जो खल ु ी िनिवदाओं और एलटीई पर लागू होती है, वह एकल िनिवदा पूछताछ के मा यम से प्रा बोिलय पर लागू नहीं होगी । िनिवदा खोलने वाले अिधकारी िनिवदाएं खोलते समय उपि थत प्रािधकृत प्रितिनिधय की सूचना के िलए के वल िन निलिखत योरे पढ़गे: िनिवदा संख्या फमर् का नाम खरीदी जाने वाली मद का िववरण कीमत क्या कीमत म कर तथा शु क शािमल ह या नहीं प्र तािवत बट्टा सपु दु र् गी अनस ु ूची पैिकं ग, पिरवहन आिद के िलए उि लिखत कोई अ य अितिरक्त प्रभार 55


(झ) (ञ) 7.4.6

7.4.7

7.4.8

सपु दु र् गी की शत वारंटी का दािय व िनिवदा खोले जाने के बाद प्र येक िनिवदा पर क्रम संख्या अंिकत की जाएगी और उसके पहले पृ पर तारीख अंिकत की जाएगी । यह कायर् िनिवदा खोलने के िलए प्रािधकृत सभी अिधकािरय द्वारा िकया जाएगा । कीमत अनस ु ूची या उसके साथ संलग्न पत्र के प्र येक पृ पर भी उनके द्वारा तारीख सिहत आद्यक्षर िकए जाएंगे, िवशेष प से कीमत, सपु दु र् गी आिद पर । इ ह गोलाकार म रखा जाएगा और इन पर तारीख सिहत ह ताक्षर िकए जाएंगे । यिद कोई खाली िनिवदा हो, तो उस पर िनिवदा खोलने वाले अिधकारी द्वारा तदनस ु ार िनशान लगाया जाना चािहए । बोली म िकए गए पिरवतर् न /शिु द्घय पर भी िनिवदा खोलने वाले अिधकािरय द्वारा प प से पढ़े जाने योग्य आद्यक्षर िकए जाने चािहए । यिद कहीं पर िमटाया गया हो/काटा गया हो, तो उसके संबधं म भी यही प्रिक्रया अपनाई जानी चािहए । िनिवदा म उि लिखत कीमत को श द और/या अंक म यिद कोई शिु द्घ की गई हो, तो उसे िव के प्रितिनिध द्वारा लाल याही से वृ म रखा जाएगा और उस पर ह ताक्षर िकए जाएंगे । िनिवदा खोलने वाली सिमित के सद य भी इस पर आद्यक्षर करगे । िनिवदा खोलने वाली सिमित ऐसे प्रितिनिधय की सूची तैयार करेगी, जो िनिवदा खोलते समय वहां उपि थत थे और उस सूची पर उनके ह ताक्षर भी प्रा करेगी । इस सूची म प्रितिनिध का नाम और तदनु प बोलीदाता का नाम और पता भी िलखा जाएगा । प्रितिनिधय द्वारा लाए गए प्रािधकारपत्र इस सूची के साथ संलग्न िकए जाएंगे । इस सूची पर िनिवदा खोलने वाली सिमित द्वारा तारीख और समय सिहत ह ताक्षर िकए जाने चािहए ।

7.5.0 7.5.1

िनिवदाओं म संशोधन/आशोधन बोलीदाताओं द्वारा अपनी बोली प्र ततु करने के बाद उसे अपनी बोली म तब तक पिरवतर् न/आशोधन प्र ततु करने की अनमु ित दी जाती है, जब तक इस प्रकार के पिरवतर् न/आशोधन िविधवत्र महु रबंद िलफाफे म प्रा िकए जाते ह और उन पर मूल िनिवदा जैसे िचि त िकया जाता है, जैसे िक मूल िनिवदा म िनिवदा प्रा करने की तारीख और समय का उ लेख िकया जाता है । िनिवदाएं प्रा करने की िनधार् िरत तारीख और समय के बाद प्रा िकसी संशोधन/आशोधन पर िवचार नहीं िकया जाएगा ।

7.6.0

एकल िनिवदा पूछताछ/ वािम व संबधं ी कोटेशन क्रमश: पैरा 4.7.5 (iv) और 4.8.4 म उि लिखत प्रावधान के अनस ु ार खोली जाएंगी ।

56


अ याय 8 िनिवदाओं का मू यांकन और संिवदाओं का संपादन 8.1.0 8.1.1

प्र तावना िनिवदाओ ं का मू यांकन प्रापण की प्रिक्रया म अ यंत गंभीर कायर् है । अत: इसम उिचत त परता, अ यंत सावधानी और उिचत मनोिनयोग की आवय यकता होती है । िनिवदाओ ं का मू यांकन वैज्ञािनक और तािकर्क रीित म िकया जाना चािहए । सदैव यह आव यक नहीं होता है िक यूनतम कोट की गई कीमत यूनतम मू यांिकत कीमत के प म अंितम प से उद्भूत होगी । हो सकता है िक सबसे िनचले तर के बोलीदाता ने िविनदेर्श के अनस ु ार कोट न िकया हो और मांगी गई कुछ मद को छोड़ िदया हो । हो सकता है िक उसकी बोली अनिु क्रयाशील न भी हो । सभी बोिलय का िनिवदा द तावेज़ म समािव िनबंधन और शत के आधार पर कड़ाई से मू यांकन िकया जाना है (िजनके आधार पर प्र थापनाएं प्रा की गई ह) । इसी प्रकार, िनिवदा द तावेज़ की िकसी भी शतर् की िनिवदा का मू यांकन करते समय उपेक्षा नहीं की जाएगी । िवचार यह सिु नि त करने के िलए है िक दूसरे िनिवदाकार के खचर् पर/या क्रेता के खचर् पर अस यक लाभ न उठाएं ।

8.1.2

8.1.3

8.2.0 8.2.1

प्रारंिभक जांच टीओसी से प्रा हुई सभी िनिवदाओ ं की प्रथमत: यह देखने के िलए संवीक्षा की जाएगी िक क्या िनिवदाएं िनिवदा जांच द तावेज़ म यथा समािव अपेक्षाओं को पूरा करती ह । ऐसी िनिवदाओं को, जो मूलभूत आव यकताओं को पूरा नहीं करती ह, अननिु क्रयाशील माना जाएगा और उन पर यान नहीं िदया जाएगा । कुछ मह वपूणर् िबंदु िन निलिखत ह, िजनके िलए कोई िनिवदा आरंिभक संवीक्षा के दौरान अननुिक्रयाशील घोिषत की जा सकती है और उसकी उपेक्षा की जा सकती है: (i)

बोली अह ताक्षिरत है ।

(ii)

बोलीदाता पात्र नहीं है ।

(iii) बोली की िविधमा यता अपेिक्षत अविध से अ पतर है ।

57


(iv) बोलीदाता ने प्र तािवत िविनमार् ता से प्रा अपेिक्षत प्रािधकार पत्र के िबना ही िकसी िभ न फमर् द्वारा िविनिमर् त माल के िलए कोट िकया है । (v)

बोलीदाता अपेिक्षत कायर् -िन पादन संबधं ी प्रितभूित देने के िलए सहमत नहीं हुआ है ।

(vi) कोट िकया गया माल घिटया है, जो अपेिक्षत िविनदेर्श आिद को पूरा नहीं करता है। (vii) अपेक्षा अनस ु ूची (जो िनिवदा जांच म समािव की गई है) के िव द्घ, िनिवदाकतार् ने उस अनस ु ूची म यथािविनिदर् संपूणर् अपेक्षा के िलए कोट नहीं िकया है । (viii) िनिवदाकार िनिवदा जांच म समािव आव यक शतर् (शत ) से सहमत नहीं है । 8.2.2 उपयर् क्त ु प्रारंिभक जांच के दौरान, क्रेता कुछ िनिवदाओ ं म कोई छोटी अनौपचािरकता और/या अिनयिमतता और/या अनु पता पा सकता है । क्रेता उसे अिध यिजत कर सके गा, यिद वह कोई ताि वक िवचलन और िव ीय आपतन गिठत नहीं करता है और न ही िनिवदाओं के रक के क्रम पर प्रितकूल प्रभाव डालता है अथवा प्रभािवत करता है । जब कभी आव यक हो, क्रेता को ऐसे 'छोटे' मु (जैसा ऊपर उ लेख िकया गया है) के संबधं म अपना संप्रेक्षण पंजीकृत पत्र/ पीड पो ट आिद द्वारा िनिवदाकार से यह कहते हुए भेजता है िक वह िविनिदर् तारीख तक जवाब दे, िजसम यह भी विणर् त हो िक यिद िनिवदाकार क्रेता के अिभमत की पिु नहीं करता है या उस िविनिदर् तारीख तक िब कुल ही उ र नहीं देता है, इसकी िनिवदा उपेक्षा िकए जाने की दायी होगी । इस पिरणाम पर िनभर् र करते हुए, ऐसी िनिवदाओं की उपेक्षा की जानी है या उन पर आगे िवचार िकया जाना है । इस प्रकार की अव थाओं म, सभी प्र यु रकारी फम को अवसर िदया जाना चािहए ।

8.3.0 8.3.1 (क)

कोट की गई कीमत के अंक और श द के बीच असं पता अंक म और श द म कोट की गई कीमत के बीच यिद कोई िवसंगित पाई जाती है तो िन निलिखत रीित म िनपटाया जाएगा: यिद यूिनट कीमत और कुल कीमत के बीच कोई िवसंगित है (िजसे यूिनट कीमत को मात्र से गणु ा करके प्रा िकया जाता है), तो यूिनट कीमत प्रचिलत रहेगी और कुल कीमत को तदनस ु ार तब तक सही नहीं िकया जाएगा जब तक क्रय सिमित/तकनीकी और क्रय सिमित की राय म उस यूिनट कीमत म दशमलव िबंदु को प तया गलत नहीं लगाया हो, िजस मामले म कोट की गई कुल कीमत लागू होगी और यूिनट कीमत को तदनस ु ार सही िकया जाएगा । 58


(ख) (ग)

8.4.0 8.4.1

8.4.2

यिद उप-योग की जमा और घटा के तदनु प योग म कोई गलती है, तो उपयोग प्रचिलत रहेगा और योग को सही कर िदया जाएगा । यिद श द और अंक के बीच कोई िवसंगित है, तो श द म दिशर् त रकम तब तक प्रचिलत रहेगी जब तक श द म अिभ यक्त की गई रकम उस अंकगिणतीय त्रिु ट से संबिं धत न हो, िजस मामले म उपयर् क्त ु के अधीन रहते हुए, अंक वाली रकम प्रचिलत रहेगी । यिद िकसी बोली म ऐसी िवसंगित है, तो उसे उपयर् क्त ु (बोली) आधार पर ल य तारीख सिहत बोलीदाता को संसूिचत िकया जाएगा और यिद बोलीदाता क्रेता के संप्रेक्षण से सहमत नहीं होता है, तो िनिवदा यान देने योग्य न होगी । बोली की मल ू और अितिरक्त प्रितय के बीच िवसंगितयां यिद, मूल प्रित और उसी िनिवदा सेट की अ य प्रितय म कोई िवसंगितयां िदखाई देती ह, तो उसी प्रित के पाठ आिद प्रचिलत रहगे । यहां यथोक्त वैसी ही रीित म इस मु े पर भी चचार् की जानी है और तदनस ु ार उ तरवतीर् कारर् वाई की जानी है । ऐसी सभी बोिलय के योरे, िज ह खंड 8.2.0, 8.3.0 तथा 8.4.0 के िव ेषण के आधार पर अननिु क्रयाशील घोिषत िकया गया है और उनकी उपेक्षा गई है, उ ह िरकॉडर् िकया जाना चािहए ।

8.5.0 8.5.1

अहर्ता मानदंड उक्त अव था को पूरा करने के प ात, यह जांच की जानी है िक क्या शेष िनिवदाएं (अथार् त अननिु क्रयाशील िनिवदाओ ं से िभ न) िनिवदा जांच द तावेज़ म समािव अपेिक्षत अहर् ता मानदंड को पूरा करती ह । ऐसी िनिवदाएं, जो अपेिक्षत अहर् ता मानदंड को पूरा नहीं करती ह, अननिु क्रयाशील घोिषत की जाएं और उन पर आगे िवचार न िकया जाए । ऐसे िनिवदाकार के योरे, जो मानदंड को पूरा नहीं करते ह, उनको अननिु क्रयाशील बनाने के िलए आधार सिहत क्रय फाइल म भी अिभिलिखत िकए जाएं ।

8.6.0 8.6.1

अनुिक्रयाशील बोिलय की संवीक्षा एकल िलफाफा बोली/ िनिवदा: (तकनीकी और िव ीय योरे सिहत) एक िलफाफे म बोली का अनरु ोध करने की दशा म अनिु क्रयाशील िनिवदाओं (अथार् त यथोक्त सभी अननिु क्रयाशील िनिवदाओं की उपेक्षा करने के उपरांत) का मू यांकन िकया जाना है और अनवु तीर् पैराओं म दशार् ई गई प्रिक्रया के अनस ु ार रक िदया जाना है । तथािप, जब अपेिक्षत माल साधारण प्रकृित का हो और उसके मानक िनदेर्श ह, तो आरंिभक संवीक्षा और अहर् ता मानदंड संवीक्षा एक ही बार म साथ-साथ की जाए । यिद अपेिक्षत माल जिटल प्रकृित का है और तल ु ना मक प से अित मह वपूणर् है तो पहले प्रक्रम म आरंिभक संवीक्षा अननिु क्रयाशील 59


8.6.2

8.6.3

8.6.4

िनिवदाओ ं को अलग-अलग करने के िलए की जाएगी । त प चात सभी शेष िनिवदाओ ं का मू यांकन िकया जाना है और उ ह रक िदया जाना है । अगला कदम, मू यांिकत िनिवदा (एल-1) से आरंभ होकर इस प्रकार रककृत िनिवदाकार द्वारा अपेिक्षत अहर् ता मानदंड को पूरा िकए जाने की जांच करना होगा । यिद एल-1 अपेिक्षत अहर् ता मानदंड को पूरा करता है, संिवदा के थापन के िलए उस िनिवदा का चयन िकया जाना है । परंतु यिद वह अपेिक्षत मानदंड को पूरा नहीं करती है, तो अगली यूनतम मू यांिकत िनिवदा (एल-2) के िलए वैसा ही िनधार् रण िकया जाए और ऐसा तब तक िकया जाए जब तक ऐसी िनिवदा पर न पहुचं जो अपेिक्षत अहर् ता मानदंड को पूरा करती है । इस प्रिक्रया का अंगीकार करके , प्रयोगशाला/सं थान साथ-साथ एक ही बार म सभी अननिु क्रयाशील प्र थापनाओं के अहर् ता िवषयक पहलओ ु ं की जांच न करके समय की बचत करगे । िद्व-बोली प्रणाली: िद्व-बोली प्रणाली के अंतगर् त, तकनीकी-वािणि यक अमू यांिकत बोली (तकनीकी बोली) पहले खोली जाएगी और िनिवदा यथा विणर् त अहर् ता मानदंड और तकनीकी िविनदेर्श के संबधं म तकनीकी और क्रय सिमित (टीएंडपीसी) की तकनीकी उप सिमित द्वारा मू यांकन िकया जाएगा । मू यांकन करने वाली सिमित एक तकनीकी तल ु ना मक चाटर् भी तैयार करेगी । अहर् ता मानदंड और तकनीकी िविनदेर्श को पूरा करने वाली िनिवदाओं को िव ीय मू यांकन के िलए छांटा जाएगा । तब छं टाई िकए गए पक्षकार की िव ीय बोिलयां खोली जाएंगी और यूनतम अनिु क्रयाशील प्र थापना के िलए मू यांकन िकया जाएगा । यिद िकसी फमर् की तकनीकी बोली तकनीकी मू यांकन म अनिहर् त घोिषत की गई है, तो िबना खल ु ी िव ीय बोली संबद्घ पक्षकार को नामंजूरी के कारण को संसूिचत करने के प ात एक स ाह के भीतर वापस कर दी जाएगी । एक स ाह की प्र तािवत समयाविध देने का प्रयोजन यह है िक नामंजूर िकए गए पक्षकार कभी भी नामंजूरी के कारण का प्रितवाद कर सकते ह और अंत म जब प्रयोगशाला/सं थान उनके िवचार / कारण से सहमत हो जाते ह, तो प्रयोगशालाएं अगले मू यांकन के िलए प्र थापना पर िवचार कर सकती ह । तथािप, इसे अ य छांटे गए पक्षकार की वािणि यक बोिलय के खोले जाने से पहले िकया जाना चािहए । खल ु ी िनिवदाओं के प्रित प्रा की गई सभी बोिलय का उसकी टीएससी द्वारा मू यांकन िकया जाएगा, िजसने अपने िविनदेर्श को अंितम प िदया था । पहले सिमित उन िविनदेर्श और अ य िनबंधन तथा शत की अनिु क्रयाशीलता तथा अनु पता को अिभिनि त करने के िलए तकनीकी बोिलय का मू यांकन करेगी, िजनका पक्षकार के साथ पूवर् मांग स मेलन के प ात िनणर् य िकया गया है । के वल उ हीं पक्षकार की िव ीय बोिलय को आगे और मू यांकन के िलए 60


खोला जाएगा, िजनकी अनिु क्रयाशीलता की पिु तकनीकी तथा क्रय सिमित द्वारा की गई है । िव ीय बोिलय को खोलने के प ात एल-1 का िन य िकया जाएगा और आदेश देने के िलए मांगकतार् से िसफािरश प्रा की जाएंगी । 8.7.0 8.7.1

मद्रु ाओं का संपिरवतर्न जब बोिलय को िभ न-2 मद्रु ाओं म प्रा िकया जाता है, तो तल ु ना मक िववरण बोली के खल ु ने की तारीख को समाचार पत्र म यथा अिधसूिचत िविनमय दर और एकल बोली प्रणाली की दशा म पए म कोट की गई कीमत प तया दशार् ई जाएगी । तथािप, जब िद्व-बोली प्रणाली अपनाई जाती है तो िव ीय बोली खल ु ने की तारीख को समाचार पत्र म यथाअिधसूिचत िविनमय दर तल ु ना मक िववरण तैयार करने के िलए आधार होनी चािहए । वेबसाइट www.xe.com, www.rbi.org या कोई अ य वेबसाइट िवदेशी मद्रु ाओं के तरु तं संपिरवतर् न के िलए भी देखी जा सकती ह ।

8.8.0 8.8.1

मू यांकन और रिकग सपु दु र् गी और प्रिश त अपेक्षा के िनबंधन पर िनभर् र रहते हुए, खच के वे सभी लागू संघटक जैसे अनिु क्रयाशील िनिवदाओ ं म कोट िकया गया है, िनिवदाओं को अंततोग वा मू यांिकत लागत को िनकालने के िलए जोड़ा जाना है । बोली कीमत म लागू कर , शु क आिद को सि मिलत करने के िलए भी मू यांकन होता है । इसके अितिरक्त, यिद बोली द तावेज़ एसएसआई/पीएसयू आिद (जैसा खंड 4.13.2 से खंड 4.13.3 म उि लिखत है) के िलए िकसी कीमत अिधमानता और/या क्रय अिधमानता के िलए उपबंध करता है तो ऐसी िनिवदाओ ं का मू यांकन करते समय उ ह भी यान म रखा जाना है । देशी और िवदेशी प्र थापनाओं के बीच तल ु ना क्रमश: एफओआर आधार पर और सीआईएफ/सीआईपी आधार पर की जाएगी । तथािप, िकसी िवदेशी बोलीदाता द्वारा कोट की गई सीआईएफ/सीआईपी कीमत िन नवत प म और आगे लादी जाएगी: सीमाशु क और अ य सांिविधक शु क हेतु - लागू दर के अनस ु ार सीमाशु क िनकासी, अंतदेर्शीय पिरवहन आिद हेतु - सीआईएफ/सीआईपी मू य का 2 प्रितशत । तदनस ु ार बोिलय का अनरु ोध करते समय िनिवदा द तावेज़ म यह प तया उि लिखत िकया जाना चािहए िक बोलीदाता को उिचत तल ु ना को सरल बनाने के िलए पूवर् संकमर् , एफओबी/एफसीए, सीआईएफ/सीआईपी का प िववरण देना चािहए । एक िनिवदा के िव द्घ ऐसी अनेक मद को क्रय करने की दशा म, जो पर पर िनभर् र नहीं ह या जहां संगतता एक किठनाई नहीं है, सामा यतया तल ु ना पूवर्

8.8.2

(क) (ख)

8.8.3

61


संकमर् (देशी मद की दशा म) पर और प्र येक मद के िलए, यूनतम कोट करने वाली फमर् की पहचान करने के िलए फमर् द्वारा कोट की गई एफओबी/एफसीए (आयात की दशा म) पर िकया जाए । जहां पैिकं ग, प्रेषण, भाड़े, पिरवहन, बीमा प्रभार का कोई उ लेख नहीं है, वहां ऐसी प्र थापनाएं अपूणर् के प म अ वीकार कर दी जाएंगी । यह शतर् िनिवदा द तावेज़/जांच म ही साफ अक्षर म उि लिखत की जानी चािहए । यिद बोलीदाता ने कितपय वैकि पक मद को कोट िकया है तो बोली के मू यांकन के िलए इन मद पर तब तक िवचार नहीं िकया जाना चािहए जब तक िक िवक्रेता द्वारा कोट की गई वैकि पक मद के िविनदेर्श मूल करारबद्घ िविनदेर्श का भाग न ह । सशतर् िनिवदाएं वीकार नहीं की जाएंगी । िछट-पटु आधार पर या कोई द तावेज़ी सबूत िदए िबना पूवर्तर क्रय के दौरान असंतोषजनक सेवा के प म ऐसे अ प आधार पर कोई िनिवदा तकनीकी प से अ वीकार नहीं की जाएगी । ऐसी पिरि थितयां उद्भूत हो सकती ह जब पयार् उ र प्रा न िकया गया हो या बोली मू यांकन के प ात के वल एक ही अनिु क्रयाशील बोलीदाता है । ऐसी पिरि थितय म, क्रय सिमित/तकनीकी और क्रय सिमित से यह जांच करने की अपेक्षा की जाती है िक क्या िनिवदा जांच आरंभ करते समय/जारी करते समय, मानक िनिवदा जांच संबधं ी शत , उद्योग िहतैषी िविनदेर्श यापक प्रचार, िनिवदाओ ं को तैयार करने का पयार् समय आिद जैसी सभी आव यक अपेक्षाएं पूरी कर ली गई थीं । यिद नहीं, तो खािमय को सधु ारने के प ात िनिवदा पनु : जारी/पनु : आरंभ की जाए । तथािप, यिद संवीक्षा के प ात, यह देखा जाता है िक ऐसे सभी पहलओ ु ं पर पूरा यान िदया गया था और इसके बावजूद भी प्रयोगशाला/सं थान के वल एक अनिु क्रयाशील बोली का समापन करती/करता है, तो संिवदा/क्रय आदेश उस बोलीदाता को तब िदया जा सकता है जब कोट की गई कीमत उिचत हो ।

8.8.4

8.8.5

8.8.6 8.8.7

8.8.8

8.9.0 8.9.1

कीमत का औिच य (आरओपी) जब इलेक्ट्रािनक प्रापण िविध म िवपरीत नीलामी यूनतम मू यांकन अनिु क्रयाशील िनिवदा (एल-1) पर संिवदा/क्रय आदेश देने से पूवर् भी कीमत के औिच य को सिु नि त िकया जाए, तो मांगकतार् को यह भी सिु नि त करना चािहए िक भगु तान की जाने वाली कीमत यिु क्तयक्त ु है । कीमत औिच य को आंकने के िलए यापक मागर् दशीर् िसद्घांत िन नानस ु ार ह:

8.9.2 (i)

उसी (या इसके अभाव म, वैसे ही) माल की अंितम क्रय कीमत 62


(ii) (iii) (iv) (v) (vi) (vii) (viii)

उसी (या इसके अभाव म वैसे ही) माल की वतर् मान बाजार कीमत िभ न ोत से प्रित पधार् मक प्र थापनाओं की प्राि अ तवर् िलत मात्रा सपु दु र् गी की शत सपु दु र् गी की अविध क ची सामग्री/ म के आिथर् क सूचकांक अ य इनपटु लागत और आंतिरक मू य

िट पणी: आपत क्रय म प्रद कीमत या "आपात िबक्री" (अथार् त जब फमर् अितिरक्त लागत आिद की सूची बनाने से बचने के िलए स ती कीमत पर अपने आिधक्य टॉक को बेचती है) के मा यम से िकसी फमर् द्वारा प्रदान िकए गए माल की क्रय कीमत भावी उपयोग के िलए सही मागर् दशीर् िसद्घांत नहीं ह । 8.9.3 यिद एल-1 की कीमत यिु क्तयक्त ु नहीं है, तो सबसे पहले, क्रय सिमित/तकनीकी और क्रय सिमित को यह जांच करने के िलए अपने आंकड़े और योर का पनु िवर् लोकन करना पड़ता है िक क्या इस प्रकार िनकाली गई यिु क्तयक्त ु कीमत सही है या नहीं । यिद यह सही है तो प्रयोगशाला/सं थान ठीक एक अपवाद के प म उसे कम करने के प्रयास म यूनतम मू यांिकत अनिु क्रयाशील िनिवदा (एल-1) के साथ ही कीमत की बातचीत कर सकता है । यिद एल-1 वांिछत तर तक कीमत को कम करता है, तो संिवदा उसे दी जा सकती है परंतु यिद यह सहमत नहीं होता है तो पनु : िनिवदा देने आिद जैसी अगली कारर् वाई मामले के गणु ावगणु के आधार पर िनभर् र करते हुए क्रय सिमित (पीसी)/तकनीकी और क्रय सिमित (टी एंड पीसी) द्वारा िनि त की जाएगी । 8.10.0 परक्रामण 8.10.1 कोई परक्रामण नहीं होना चािहए । परक्रामण यिद हो तो पूणर्त: अपवाद होगा और के वल वािम व मद के मामले म या आपूितर् के सीिमत ोत वाली मद के मामले म । परक्रामण, यिद पूणर्तया अपेिक्षत है तो अिभिलिखत िकए जाने वाले अकाट् य कारण सिहत यूनतम (एल-1) मू यांिकत अनिु क्रयाशील बोलीदाता के साथ की जाएगी । 8.10.2 प्रित प्र थापनाएं परक्रामण की ेणी म आती ह और इसिलए इनसे बचा जाना चािहए । 8.10.3 स यक प से िवचार करने और परक्रामण को यायसंगत बनाने वाले िविधमा य तािकर्क कारण को अिभिलिखत करने के प ात ही आपवािदक पिरि थितय के परक्रामण की िसफािरश की जा सकती है । यिद एल-1 मक ु र जाता है तो पनु : िनिवदा प्र ततु की जाएगी । 8.10.4 मू यांकन िरपोटर् प त: िन निलिखत उ लेख करेगी: 63


1. 2. 3.

प्र थापना की तकनीकी वीकायर् ता कोट की गई कीमत का औिच य प्र थािपत सपदु र् गी अविध का औिच य

8.11.0 तल ु ना मक िववरण 8.11.1 क्रय अनभु ाग खोली गई िनिवदाओं का एक सु प तल ु ना मक िववरण तैयार करेगा और यिद आव यक हो, एकल बोली आधार पर आमंित्रत बोिलय की दशा म मांगकतार् की सहायता ली जा सकती है । 8.11.2 तथािप, िद्व-बोली प्रणाली की दशा म, अ यक्ष टी एंड पीसी मद की मांग की गई बा के ट के अनस ु ार पूणर्तया टीएससी की सहायता से तैयार िकए गए िविनदेर्श का एक तकनीकी तल ु ना मक िववरण रखेगा । क्रय सिमित या तकनीकी मू यांकन पर संबद्घ टी एंड पीसी की िसफािरश को आधार मानते हुए, िव ीय बोिलयां खोली जाएंगी और यिद आव यक हुआ तो कीमत का तल ु ना मक िववरण (सीएस) िनरीक्षण अिधकारी की सहायता लेकर क्रय अनभु ाग द्वारा तैयार िकया जाएगा । त प ात, टीएससी की िसफािरश और संबद्घ तकनीकी तथा क्रय सिमित का अनमु ोदन प्रा कर लेना चािहए । 8.11.3 इस आशय का प्रमाणपत्र िक िनिवदा खोलने वाली सिमित द्वारा खोले गए सभी कोटेशन के योरे कीमत के तल ु ना मक िववरण म सि मिलत कर िलए गए ह, सहायक (एस एंड पी) द्वारा समािव िकया जाना चािहए और तल ु ना मक िववरण म एसओ (एस एंड पी) द्वारा प्रितह ताक्षिरत िकया जाना चािहए । कोट की गई कीमत का तल ु ना मक िववरण सभी मामल म सहायक (एस एंड पी) और एसओ (एस एंड पी) द्वारा ह ताक्षिरत होना चािहए और शद्घु ता की पिु करने के िलए मांगकतार् द्वारा भी (के वल उप कर की दशा म) । 8.11.4 तल ु ना मक िववरण म ओवर राइिटंग या िवलोपन नहीं होना चािहए, कोट की गई कीमत को अंक म प ट प से दशार् या जाना चािहए । 8.11.5 जब बोिलयां िभ न-िभ न मद्रु ाओं म प्रा की जाती ह, तो तल ु ना मक िववरण म बोली खोलने की तारीख को समाचार पत्र म यथा अिधसूिचत िविनमय दर का rbi.org.in/ www.xe.com आिद जैसी अंतरार् ट्रीय प से ज्ञात वेबसाइट और एकल बोली प्रणाली की दशा म पय म कोट की गई कीमत का प तया उ लेख होगा । तथािप, जब िद्व-बोली प्रणाली अपनाई जाती है, तब िव ीय बोली खल ु ने की तारीख को यथा िवद्यमान िविनमय दर तल ु ना मक िववरण तैयार करने के िलए आधार होना चािहए । 8.11.6 तल ु ना मक िववरण म भारत तथा िवदेश से प्रा बोिलय , िजनम िनिवदाकार द्वारा प्रदान की गई सामग्री के िविनदेर्श के योर सिहत ही तल ु ना के िलए लदाई कोट की गई दर (िजसम कर या अ यथा भी शािमल है) बट्टा, यिद कोई हो, लागत, सपु दु र् गी अनस ु ूची, बयाना जमा, प्र थापना की िविधमा यता, 64


भगु तान अनस ु ूची आिद भी ह, के िलए ऊपर दशार् ए गए अनस ु ार सभी योर को सि मिलत करना चािहए । 8.11.7 क्रय सिमित/तकनीकी एवं क्रय सिमित को मामला भेजने से पहले, जैसा भी मामला हो मांगकतार् अिधकारी (आईओ)/टीएससी की सं तिु तयां अव य प्रा त कर ली जानी चािहए तथा तल ु ना मक िववरण (सीएस) पर मांगकतार् अिधकारी/पिरयोजना अ यक्ष/टीएससी (जहां आव यक हो) द्वारा चिु नंदा प्र थापना तथा मद के यौरे को वृ त मे रखा जाना चािहए तथा यह िविधवत ह ताक्षिरत हो । 8.12.0 आदेश देना/संिवदा का समापन 8.12.1 संिवदा ऐसे यूनतम मू यांिकत बोलीदाता को अिधिनणीर्त की जानी चािहए, िजसकी बोली अनिु क्रयाशील पाई गई है और जो संगत बोली द तावेज म समािव िनबंधन और शत के अनस ु ार संतोषजनक ढंग से संिवदा िन पािदत करने के िलए पात्र और अहर् क है । 8.12.2 िनिवदाओं की संवीक्षा और मू यांकन की संपूणर् प्रिक्रया, रिकं ग िववरण तैयार करना तथा अिधिनणर् य की अिधसूचना मूल िनिवदा िविधमा य अविध के भीतर की प से लंबी नहीं होनी चािहए चूिं क जानी चािहए । िविधमा य अविध अयिु क्तयक्त ु अिधक अविध के िलए वीकृित के िलए िनिवदा को िबना शतर् िविधमा य रखने म बोलीदाताओं से ऊंची कीमत को प्रा करने का जोिखम होगा । सामा यत:, िविधमा य अविध िनिवदा खल ु ने की तारीख से तीन मास से अिधक नहीं होनी चािहए । 8.12.3 यिद िकसी आपवािदक तथा अप्र यािशत कारण से, प्रयोगशाला/सं थान मूल िविधमा य अविध के भीतर संिवदा करने का िविन य करने म असमथर् है तो इसे मूल िविधमा य अविध की समाि से पूवर् िविनिदर् अविध तक अपनी िनिवदाओं को िव तािरत करने के िलए सभी अनिु क्रयाशील बोलीदाताओं से अनरु ोध करना चािहए । ऐसे िव तार के िलए अनरु ोध करते समय, बोलीदाताओं से उनकी प्र थापनाओं का िव तार करने के िलए भी कहा जाए चूिं क उसम कोई पिरवतर् न होते ह । 8.12.4 बोलीदाताओं से संगत अितिरक्त अविध (िजसे अनरु ोध म िविनिदर् िकया जाना है) के िलए बीएस की िविधमा यता को िव तािरत करने का भी अनरु ोध िकया जा सके गा । बोलीदाता ऐसे िकसी अनरु ोध से सहमत नहीं हो सके गा और यह उसकी बीएस के समपहरण की कोिट म नहीं आएगा । परंतु ऐसे बोलीदाताओं को, जो िविधमा यता का िव तार करने के िलए सहमत नहीं होते ह, उनके द्वारा मूल बोलीदाता की िकसी िनबंधन और शत आिद को बदले िबना ही ऐसा िकया जाना है । 65


8.12.5 जब क्रय सिमित/टी एंड पीसी द्वारा प्र ताव अनमु ोिदत कर िदया जाता है और मंजूरी देने वाला प्रािधकारी यय की मंजूरी दे देता है तो भंडार और क्रय म संबद्घ अिधकारी क्रय आदेश तैयार करगे और िवक्रेता को भेजने की यव था करगे । तथािप, क्रय आदेश म संिनिव िविनदेर्श की क्रय आदेश जारी करने से पूवर् िवशेष प से अिधक मू य के क्रय और तकनीक वाले क्रय के मांगकतार् द्वारा िवधीिक्षत होना चािहए । 8.12.6 क्रय आदेश म िववरण सिहत मद का मेक और मॉडल, दर, आिद मात्रा, रािश और िनबंधन तथा शत जैसे सपु दु र् गी अनस ु ूची, सपु दु र् गी का थान, अदायगी की शत, कर और शु क, कोई अ य प्रभार जैसे पैिकं ग, प्रेषण, पिरवहन बीमा आिद, यिद अपेिक्षत हो, तो फमर् द्वारा िदया गया बट्टा, अिध ठापन और किमशिनंग वारंटी अविध, प्रिशक्षण अविध, यिद कोई मानदंड हो, अंतिवर् ह गे । आदेश म वीकृित के िलए आिद माल का िनरीक्षण करने के िलए अनस ु रण की जाने वाली िनरीक्षण प्रिक्रयाएं और िनरीक्षण के िलए आव यक संभा य समय भी अंतिवर् होगा । 8.12.7 आयाितत भंडार के िलए आदेश अिनवायर् प से एफओबी/एफसीए आधार पर होने आव यक नहीं ह बि क यह आईसीसी इनकोटमर् 2000 म िविनिदर् िकसी इनकोटमर् के आधार पर हो सकता है, जो आईसीसी या िकसी अ य नामोिद ट प्रािधकारी द्वारा समय-समय पर संशोिधत िकया जाए और जो सीएआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान या मख्ु यालय के अनक ु ू ल हो । 8.12.8 उपयक्ु त खंड जैसे मात्रा पिरवतर् न के िलए िवक प खंड, मा य थम खंड, अपिरहायर् घटना खंड और सपु दु र् गी तथा सहबद्घ सेवाओं को पूरे िकए जाने के िलए पिरिनधार् िरत नक ु सान खंड आिद को भी जहां कहीं लागू हो, क्रय आदेश म समािव िकया जाए । 8.12.9 उप कर के िलए आदेश इस अनदु ेश के साथ दो प्रितय म िवक्रेता को प्रेिषत िकए जाएंगे िक िवक्रेता को आदेश की वीकृित के प्रतीक व प उिचत प से ह ताक्षिरत एक प्रित वापस करनी है या िवक्रेता से यह कहा जा सकता है िक वह 15 िदन के भीतर या उससे पूवर् त काल आदेश वीकृित प्र ततु कर । 8.12.10 जैसे ही आदेश दे िदया जाता है, आदेश की प्रितयां भंडार, मांगकतार् प्रभाग और िव को भेजी जाएंगी और 25.00 लाख पए से अिधक के मू य के क्रय आदेश या संिवदाओं की बाबत प्रयोगशालाओं/सं थान की वेबसाइट पर उनके योरे डाल देने चािहए । 8.12.11 आदेश पिु 15 िदन के भीतर प्रा हो जानी चािहए । तथािप, मंजूर करने वाले प्रािधकारी को आदेश पिु को प्र ततु करने तथा कायर् -िन पादन प्रितभूित (पीएस) को प्र ततु करने के िलए समय सीमा बढ़ाने की शिक्तयां ह । 66


8.12.12

8.12.13

8.12.14 8.12.15

8.12.16

8.12.17 (क)

समय िव तार के प ात भी, यिद पिु आदेश/कायर् -िन पादन संबधं ी प्रितभूित प्रा नहीं होते ह तो क्रय सिमित/टी एंड पीसी के परामशर् से, क्रय आदेश र िकया जाना चािहए और मू य को यान म लाए िबना जवाबी फम से यितक्रमी फमर् की बोली प्रितभूित को ज त करने के प ात खंड 4.7.3 के अनस ु ार, वहां आमंित्रत की जा सकती है, जहां वे लागू ह , परंतु िविनदेर्श म कोई पिरवतर् न न ह । ऐसे मामल म यितक्रमी फमर् पर िकसी िविश मामले म पनु : िनिवदा देने के िलए पनु : िवचार नहीं करना चािहए । तथािप, यिद संिवदा सामने ह ताक्षिरत की जाती है, तो आदेश वीकृित की अपेक्षा नहीं होती है । 100 पए के टा प कागज पर या मू य आधािरत िवद्यमान टा प शु क िनयम के अनस ु ार ह ताक्षिरत की जाने वाली 25 लाख पए से अिधक की सभी क्रय संबद्घ संिवदाएं "वैज्ञािनक और औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के िलए और उसकी ओर से" प्रयोगशाला/सं थान म विर तम भंडार और क्रय अिधकारी द्वारा समा की जाएंगी । प्रयोगशालाओं म विर तम िव अिधकारी और वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद म उप सिचव (सीओ) द्वारा संिवदा प्रितह ताक्षिरत की जाएगी । 5.00 लाख पए तक के मू य के क्रय के िलए, मूल िनबंधन और शत को अंतिवर् करने वाला क्रय आदेश पयार् होगा । जहां सीिमत िनिवदा जांच आरंभ की जाती है, वहां 5.00 लाख पए और 25.00 लाख पए तक के मू य के क्रय के िलए यह सझ ु ाव िदया जाता है िक प्रयोगशाला/सं थान मैनअ ु ल के अनस ु ार संिवदा की मानकीकृत सामा य शत (जीसीसी) का पालन करगे, िज ह प्रयोगशाला/सं थान की अपेक्षानस ु ार उपयक्त ु प से पिरवितर् त िकया जा सकता है । 25 लाख पए से अिधक के मू य वाले क्रय के िलए, मैनअ ु ल म िदए गए आदशर् प्रपत्र के अनस ु ार सभी आव यक खंड सिहत एक औपचािरक संिवदा िन पािदत की जानी चािहए, िजसम जहां कहीं आव यक समझा जाए, वहां प्रयोगशाला द्वारा उपयक्त प से पिरवतर् न िकया जा सकता है तािक उसे वत: ु पूणर् संिवदा बनाया जा सके । तथािप, यिद इनको बोली के आमंत्रण, कायर् क्षेत्र और िविनदेर्श के पूणर् योर सिहत संिवदा की सामा य शत (सीसीसी) तथा संिवदा की िवशेष शत (एससीसी) से पहले तैयार िकया जाता है, तो संिवदा की सामा य शत (जीसीसी) और संिवदा की िवशेष शत (एससीसी) और कायर् क्षेत्र तथा िविनदेर्श के योरे तथा िनिवदाकार की प्र थापना तथा वीकृित पत्र की प्रितयां संलग्न करके एक पृ वाली साधारण संिवदा की जा सकती है । संिवदा करते समय, यह सिु नि त िकया जाना चािहए िक; संिवदा के िनबंधन सु प ट, िनि त और िबना िकसी संिदग्धताओं के ह और अिनि त या असीिमत दािय व सि मिलत नहीं होना चािहए । 67


(ख) (ग) (घ)

(ड.)

(च)

(छ) (ज)

(झ)

ऊपर िदए गए अनस ु ार संिवदा के उिचत िन पादन के िबना िकसी भी प्रकार का कोई कायर् प्रारंभ नहीं िकया जाता है । संिवदा म संिवदाकार या पूितर् कार द्वारा िदए जाने वाले सभी लागू कर की अदायगी का प्रावधान होना चािहए । संिवदा के िनबंधन म, िजनके अंतगर् त इसम एक बार प्रिव की गई िनबंधन और िविनदेर्श ह, ताि वक प से अंतर नहीं होना चािहए । जब कभी ताि वक िवचलन अपिरहायर् हो जाते ह, िव ीय और अ य प्रभाव की समीक्षा की जानी चािहए और उ ह अिभिलिखत िकया जाना चािहए तथा पिरवतर् न के िलए तथा पनु रीिक्षत िव ीय मंजूरी और उ च प्रितबद्घताओं को प्रा करने के िलए संबद्घ क्रय सिमित का िविनिदर् अनमु ोदन ऐसी शत म फे रबदल करने से पूवर् प्रा करना चािहए । सामा यत: संिवदा म दी गई अिनवायर् बा यता वाली घटनाओं अथवा िकसी अ य वीकायर् िविध मा य कारण को छोड़कर अनस ु ूिचत सपु दु र् गी अथवा कायर् पूरा करने की तारीख म कोई िव तार नहीं िदया जाना चािहए । क्रय सिमित/तकनीकी एवं क्रय सिमित के पास भेजे िबना िसफर् पिरयोजना अ यक्ष/मंजूरीदाता प्रािधकारी की सं तिु तय पर संिवदा म औपचािरक संशोधन के द्वारा दंड सिहत एवं दंड रिहत िव तार की अनमु ित दी जा सकती है । दंड संबधं ी क्लॉज पर िवचार करने से पूवर् आदेश/संिवदा िन पािदत करने वाले आपूितर् कतार् पर उिचत यान िदया जाना चािहए यिद वह आदेश/संिवदा िन पािदत नहीं करता है, तो उस पर दंड लगाया जाएगा । प्र येक संिवदा म एक वारंटी खंड समािव िकया जाना चािहए और माल की आपूितर् के िलए सभी संिवदाओ ं म यह अिधकार आरिक्षत होगा िक वे उस माल को नामंजूर कर द, जो िविनदेर्श के अनु प नहीं है । संिवदा के प्रभावी होने की तारीख, वीकृत िनबंधन और शत के अनस ु ार अपिरवतर् नीय दशार् ई जाती है । उन सभी मामल म, जहां संिवदा को टा प कागज पर ह ताक्षिरत िकया जाना है, फमर् को संिवदा के पूवर् आशय पत्र (एलओआई) जारी िकया जाए । अ य बात के साथ-साथ, एलओआई म संिवदा पर ह ताक्षर करने के िलए अंितम तारीख का िवशेष प से उ लेख िकया जाना चािहए, जो सामा यत: एलओआई को जारी िकए जाने की तारीख से दो स ाह से अिधक नहीं होनी चािहए । स यिन ठा समझौता : पैरा 6.1.7/4.9.12 और अनल ु ग्नक ट के अनस ु ार स यिन ठा समझौता का अंगीकरण िनदेशक के िववेका पर 3.0 (तीन) करोड़ पए से अिधक सभी एकमु त मख्ु य क्रय मामल म िनयत िकया जाएगा ।

68


अ याय 9 संिवदा प्रबंध 9.1.0

संिवदा िन पािदत करने के बाद संिवदा प्रबंध म संिवदा के कायार् वयन का मॉनीटरन करना सि मिलत होता है तािक इसम समािव िनबंधन और शत के अनस ु ार इसम पिरलिक्षत सभी आपूितर् य और संबिं धत सेवाओं को समय पर पूरा िकया जाना सिु नि त िकया जा सके ।

9.2.0 9.2.1

आदेश का अनुसरण जब आदेश दे िदया गया है, तो विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) का यह क र् य है िक वह सिु नि त कर िक िवक्रेता समय पर उसी की आपूितर् करे, िजसका उसे आदेश िदया गया है । क्रय अनभु ाग, भंडार अनभु ाग से लगातार संपकर् करता रहेगा और सामग्री समय पर प्रा न होने की दशा म वह िवक्रेता से तरु तं संपकर् करेगा और सिु नि त करेगा िक सामग्री शीघ्राितशीघ्र प्रा त हो जाए । यह ऐसे िवक्रेताओं की सूची भी रखेगा, जो चूक करने के अ य त ह और जो घिटया सामग्री की आपूितर् करते ह तािक ऐसे िवक्रेताओं से यवहार समा त करने के िलए तरु तं कारर् वाई की जा सके । क्रय सिमित/टी एंड पीसी, मांगकतार् ओ ं और अ य संबिं धत अिधकािरय को त काल लागत बढने तथा संबद्घ कानूनी जिटलताओं के िबना संिवदा को पूरा करने के िलए अपने प्रयास को सिम वत करना चािहए । प्रयोगशाला/सं थान को यह सिु नि त करना है िक संिवदा प्रा त करने वाले पूितर् कतार् ओ ं द्वारा िविनिदर् तारीख तक िनधार् िरत प्रपत्र म अपेिक्षत कायर् -िन पादन प्रितभूित प्र ततु की जाए, िजसके न िकए जाने पर बयाना जमा ज त करने के साथ-साथ पूितर् कार के िव द्घ आव यक कारर् वाई की जाएगी । पूितर् कार द्वारा संिवदा जारी करने की तारीख से 15 िदन के भीतर क्रय आदेश की पावती भेजनी चािहए उसे और िबना शतर् वीकार िकया जाना चािहए । क्रय आदेश की पावती भेजते समय क्रय अिधकारी कुछ मु े उठा सकता है और/या क्रय आदेश म कुछ प्रिवि य के िव द्घ कुछ आशोधन की मांग कर सकता है, ऐसे पहलओ ु ं पर आव यक कारर् वाई करने के िलए तरु तं िवचार िकया जाएगा और त प ात, पूितर् कार की क्रय आदेश की िबना शतर् वीकृित प्रा की जाए । यिद दोन पक्षकार (अथार् त क्रेता और पूितर् कार) एक दूसरे के सामने एकसाथ ह ताक्षर करते ह, तो पूितर् कार की पावती की आव यकता नहीं है । क्रय आदेश /संिवदाओं म संशोधन ऐसे सभी क्रय आदेश , िजनम िव ीय िनिहताथर् सि मिलत नहीं ह, म संशोधन और क्रय आदेश कीमत, कोई पिरवतर् न िकए िबना िविनदेर्श , आिद मात्रा तथा

9.2.2

9.2.3

9.2.4

9.3.0 9.3.1

69


9.3.2

9.3.3

9.4.0 9.4.1

9.4.2

सपु दु र् गी अविध म कोई पिरवतर् न िकए िबना एलसी संशोधन संबद्घ क्रय सिमित/तकनीकी एवं क्रय सिमित को भेजे िबना विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) द्वारा सीधे ही िकए जा सकगे । िव ीय और/या िविधक िनिहताथ से संबिं धत संशोधन सद य िव सिहत क्रय सिमित (पीसी) और टी एंड पीसी के अनमु ोदन से िकया जाना चािहए । यिद ज रत पड़ती है, तो कानूनी सलाह भी मांगी जा सकती है । यह सिु नि त िकया जाए िक संशोधन प्रयोगशाला/सं थान के संपूणर् िहत म ह । इसके अितिरक्त, आयात ऐसे के मामले म िजनम भगु तान साख पत्र के द्वारा िकया जाता है, उनम साख पत्र संबधं ी िव तार प्रभार पूितर् कतार् द्वारा वहन िकए जाने चािहए, यिद यह िव तार िवक्रेता के अनरु ोध पर िकया जाता है । तथािप, मंजूरीदाता प्रािधकारी संिवदा के सचु ा िन पादन के संपूणर् िहत म ऐसे िछट-पटु खच की छूट दे सकता है । सामग्री की प्राि सभी आिद सामग्री की प्राि भंडार अनभु ाग म करनी होती है और ऐसी प्राि य की एक िरपोटर् अगले िदन क्रेता, मांगकतार् को भेजी जानी चािहए । इसी प्रकार, सामग्री के पारवहन, हवाई अड् डे/ब दरगाह/पिरवाहक/िवक्रेता गोदाम आिद की सूचना उपभोक्ता िवभाग को देनी होती है । भारी और बड़ी मद को उनके अंितम अिध ठापन के थान पर भंडार द्वारा उतारा जा सकता है । भंडार को कद्रीय प से एक दैिनक प्राि रिज टर (डीआरआर) रखना चािहए, िजसम िकसी क यूटर म सामिग्रय की प्राि के बारे म सभी स बद्ध जानकारी सि मिलत होनी चािहए । उपयोक्ता समूह और क्रय को एक िप्रंट आउट तरु तं भेजा जाए और उसकी एक प्रित दैिनक प्राि रिज टर (डीआरआर) म रखी जाए ।

9.5.0 9.5.1

पूितर्कार को भुगतान क्रय संगठन यह सिु नि त करेगा िक कायर् -िन पादन प्रितभूित जारी करने सिहत फमर् को देय सभी भगु तान िवलंब िकए िबना प्राथिमकता आधार पर िकए जाते ह।

9.6.0 9.6.1

क्रय फाइल बंद करना और िरकॉडर् प्रितधारण अनुसचू ी संिवदा के अनस ु ार सभी िक्रयाकलाप के पूरा हो जाने पर, क्रय फाइल िरकॉडर् कक्ष म सरु िक्षत रखी जानी चािहए और लागू अिधदेशा मक प्रितधारण अविध के समा त होने के बाद न की जानी चािहए । उपयर् क्त ं ीगत अनदु ान, दोन से की गई खरीद ु प्रयोजन के िलए, राज व तथा पूज संबिं धत सभी िरकॉड्र् स पांच वषर् की अविध तक रखे जाने चािहए और उसके

9.6.2

70


प ात उनकी छं टाई की जाए बशतेर् िक उनम कोई सतकर्ता या लेखापरीक्षा आपि यां न ह , आपि यां होने के मामले म सतकर्ता या लेखापरीक्षा आपि य के समा त होने तक इ ह सरु िक्षत रखा जाए ।

71


अ याय 10 दर संिवदाएं 10.0.0 दर संिवदाएं 10.1.1 संिवदा दर (आरसी) िविनिदर् कीमत और दर संिवदा के अंतगर् त आने वाली अविध के दौरान िनबंधन और शत पर िविनिदर् माल (और स बद्ध सेवाएं, यिद कोई हो) की पूितर् के िलए प्रयोगशाला/सं थान के बीच एक करार है । दर संिवदा म न तो कोई मात्रा का उ लेख होता है और न ही यूनतम आहरण की गारंटी होती है । दर संिवदा पूितर् कार फमर् की ओर से थायी प्र थाप न प्रकृित की होती है । 10.1.2 फमर् और/या क्रेता एक दस ु ् त नोिटस देकर दर संिवदा वापस ले सकते ू रे को उपयक है/िनर त कर सकते है । तथािप, जब क्रय आदेश दर संिवदा की िविधमा य अविध के दौरान दर संिवदा की शत के अनस ु ार िनि चत मात्रा की पूितर् करने के िलए पूितर् कार को िदया जाता है, तो वह क्रय आदेश एक वैध और आबद्घकर संिवदा बन जाती है । 10.1.3 िन निलिखत मद के िलए दर संिवदा समा की जा सकती है: (क) आवतीर् आधार पर सामा यत: आव यक उपयोग म लाई जाने वाली सामग्री (ख) ऐसा माल, िजसके िलए कीमत के ि थर रहने की संभावना है (ग) ऐसा माल, िजसके िलए दर संिवदा प्रचािलत करना सिु वधाजनक है िट पणी: (i) यिद माल स ता है और प्रयोक्ता को इसकी अित अ प मात्रा चािहए तो भी दर संिवदा समा त नहीं की जा सकती है । (ii) 10.1.4

10.1.5

दर संिवदा दल ु र् भता/संकटपूणर्/िनरंतर कम पूितर् िकए जाने वाले माल के िलए समा नहीं की जा सकती है । प्रयोगशालाएं/सं थान मशीन यंत्र , सूचना प्रौद्योिगकी उ पाद , अनषु िं गक पज ु और ऐसे ही उ पाद और रसायन के िलए दर संिवदाओं को समा कर सकते ह, जहां ऐसे उ पाद /माल के िडजाइन फीचर, िन पादन मानदंड आिद िभ न िविनमार् ताओं के उ पाद के बीच और यहां तक िक उसी िविनमार् ता के िभ न माडल के बीच और जहां ऐसे उ पाद की कीमत की यायसंगत तल ु ना सा य न हो, मख्ु य प से अंतर होता है । ऐसी दर संिवदाएं नेट डीलर प्राइस (एनडीपी) आधार पर छूट पर समा की जा सकती ह । दर संिवदा की अविध सामा यत: एक वषर् होनी चािहए । तथािप, िवशेष मामल म, अ पतर या दीघर् तर अविध पर िवचार िकया जा सकता है । जहां तक संभव हो, दर संिवदाओ ं की समापन अविध एक ऐसी रीित म िनयत की जानी चािहए 72


िजससे यह सिु नि त िकया जा सके िक बजटीय उगािहय का कीमत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और िजससे संिवदाएं िवफल होती है । पूरे वषर् के दौरान दर संिवदाओं की अविध को उपयक्त ु त: घटाने-बढ़ाने के िलए भी प्रयास िकया जाना चािहए । 10.1.6 मद के िलए ऐसी दर संिवदाएं, िज ह शद्घु एनडीपी आधार पर समा िकए जाने की आव यकता है, उ ह सीिमत या एकल िनिवदा आधार पर समा की जा सकती ह जबिक अ य कीमत के िलए दर संिवदाओं के िलए सीिमत िनिवदा पद्घित का अनस ु रण िकया जाए, यिद िन पक्ष प्रित पद्घार् /पयार् उ र सिु नि त िकया जाता है या अ यथा खल ु ी िनिवदा पद्घित अपनाई जा सकती है । तथािप, वािम व मद की दशा म दर संिवदा एकल िनिवदा आधार पर िविनमार् ताओं के साथ समा की जा सकती है । 10.1.7 सामा यत: दर संिवदा के िलए दर, रसायन , शीशे के सामान , लाि टक के सामान , क यूटर उपभो य आिद जैसी िवशेषीकृत उपभो य मद म िवशेष प से िविनमार् ताओं से प्रा त करनी चािहए । साधारण मद के िलए प्रािधकृत डीलसर् /थोक यापारी/फुटकर िवक्रेता दर संिवदा को समा करने के प्रयोजन के िलए कोट कर सकते ह । इन डीलसर् /थोक यापािरय /फुटकर िवक्रेताओं की िव सनीयता की दर संिवदा के समापन के बारे म िनणर् य करते समय यान म रखना चािहए । िविनमार् ताओं के थानीय डीलसर् को रखने पर अड़े रहने जैसे प्रितबंधा मक खंड को जानबूझकर जोड़ने से तब तक बचना चािहए जब तक दक्ष आपूितर् ख ंृ ला न हो और फमर् सीधे ही आपूितर् करने के िलए रजामंद न हो । 10.1.8 दर संिवदा के िलए िनिवदा द तावेज़ म िन निलिखत मख्ु य शत ह गी: (i)

बोली प्रितभूित और िन पादन प्रितभूित लागू नहीं होती ह ।

(ii)

अपेक्षा की अनस ु ूची म, यिद कोई हो, कोई मात्रा उि लिखत नहीं की जाती है; के वल पूवार् नमु ािनत आहरण का िबना िकसी प्रितबद्घता के उ लेख िकया जाना चािहए ।

(iii) प्रयोगशाला/सं थान के पास एक ही मद के िलए एक से अिधक दर संिवदा समा करने का अिधकार आरिक्षत है । (iv) प्रयोगशाला/सं थान और साथ ही पूितर् कार एक दूसरे को उपयक्त ु नोिटस देने के बाद दर संिवदा को वापस ले सकते ह । नोिटस की िनधार् िरत अविध साधारणतया तीस िदन होती है । (v)

प्रयोगशाला/सं थान के पास यह िवक प होगा िक वह दर संिवदाधारक से कीमत के बारे म पनु : बातचीत करे । 73


(vi) आपातकाल की ि थित म, प्रयोगशाला/सं थान िकसी नए पूितर् कार से तदथर् संिवदा के मा यम से उसकी मद को खरीद सकते ह । (vii) दर संिवदा म सपु दु र् गी की शत एफओआर लिक्षत होनी चािहए । (viii) दर संिवदा िनबंधन का पालन करते हुए सभी अ य अपेिक्षत शत सिहत पूितर् िकए जाने वाले माल की िनि त मात्र को समािव करते हुए, क्रय आदेश दर संिवदा के मा यम से पूितर् प्रा करने के िलए जारी िकए जाएं । कुछ मह वपूणर् योरे, जो क्रय आदेश म अंतिवर् होने चािहए, िन निलिखत ह: (क) दर संिवदा संख्या और तारीख (ख) मात्रा (ग) कीमत (घ) सपु दु र् गी की तारीख, िजस तक पूितर् यां अपेिक्षत ह । (क्रय आदेश म दर संिवदा म िनयत की गई सपु दु र् गी अविध पर आधािरत िनि त सपु दु र् गी तारीख भी दी जाए) । (ड.) प्रयोगशाला/सं थान का टेलीफोन संख्या, फै क्स संख्या और ई-मेल पते सिहत पूरा पता । क्रय आदेश की प्रितयां सभी संबिं धत यिक्तय को पृ ांिकत की जाएं । (ix) प्रयोगशाला/सं थान दर संिवदा की वैधता के अंितम िदन तक क्रय आदेश देने के हकदार ह और ऐसे क्रय आदेश के िव द्घ आपूितर् य के मा यम से दर संिवदा की वैधता की अविध से आगे िदए जाएंगे, ऐसी सभी आपूितर् य पर दर संिवदा के िनबंधन और शत लागू ह गी । (x)

क्रय आदेश िकसी भी दर संिवदा धारक को िदया जा सकता है और कीमत का कोई तल ु ना मक िववरण (सीएस) दर संिवदा के आधार पर मद के क्रय के िलए तैयार िकया जाना आव यक नहीं है ।

(xi) दर संिवदा पर "अवपात खंड" (fall clause) लागू होगा । 10.1.9 दर संिवदा समा त करने की पद्घितयां प्रयोगशाला/सं थान के पीसी द्वारा िनि त की जाएंगी । यिद आपूितर् य के साधन िनि त प से ज्ञात ह , तो प्रेस िनिवदा के मा यम से दर संिवदा मांगने के िलए अनरु ोध करना आव यक नहीं है । 10.1.10 पीसी यह सिु नि त करेगी िक दर संिवदा फम म मद के िलए आदेश का यायसंगत िवतरण इस संबधं म उपयक्त ु तंत्र िन पित करेगा । 10.1.11 दर संिवदाओं के योरे प्रयोगशाला/सं थान की वेबसाइट पर डाले जाने चािहए ।

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10.2.0 10.2.1

10.2.2

समानांतर दर संिवदाएं उन मामल म, जहां यह देखा जाता है िक एक पूितर् कार िकसी मद की संपूणर् मांग की पूितर् करने की पयार् क्षमता नहीं रखता है, वहां प्रयोगशाला/सं थान उसी मद के िभ न-िभ न पूितर् कार के साथ एक से अिधक दर संिवदा कर सकता है । ऐसी दर संिवदाएं समानांतर दर संिवदाओं के नाम से ज्ञात ह । आपवािदक पिरि थितय म जहां एक से अिधक फम के साथ समानांतर दर संिवदाएं करने की गंभीर आव यकता है और एल-2 या एल-3 फम एल-1 फमर् द्वारा कोट की गई ं कीमत के साथ तालमेल करने के िलए इ छुक नहीं ह, तो पीसी उनके कोट की गई कीमत पर एल-2 या एल-3 फम के साथ दर संिवदा समा करने के िलए भी सहमत हो सके गा, यिद उनकी दर एल-1 कीमत के अंतर की यिु क्तयक्त ु सीमा के भीतर ह । कीमत म अंतर का औिच य अपने सव म िववेकानस ु ार पीसी द्वारा आंका जाएगा । ऐसे सभी मामल म प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक का िविश ट अनमु ोदन लेना आव यक होगा ।

10.3.0 अवपात खंड (Fall Clause) 10.3.1 आपतन खंड दर संिवदाओं म कीमत सरु क्षा तंत्र है । अवपात खंड यह उपबंध करता है िक यिद दर संिवदा धारक अपनी कीमत को कम करता है या दर संिवदा के चालू रहने के दौरान िकसी यिक्त या संगठन को दर संिवदा कीमत से कम कीमत पर दर संिवदा की िवक्रय शत के सम प िवक्रय शत का पालन करते हुए संिवदा िकए गए माल का िवक्रय करता है या िवक्रय करने की प्र थापना तक करता है तो दर संिवदा कीमत दर संिवदा के अंतगर् त सभी प ातवतीर् आपूितर् य के िलए उस तारीख से वत: कम हो जाएगी और दर संिवदा तदनस ु ार संशोिधत की जाएगी । 10.4.0 दर संिवदा का नवीकरण/िव तार 10.4.1 यह सिु नि त िकया जाए िक सभी दर संिवदा कृत मद के िलए िकसी अंतर के िबना िवद्यमान दर संिवदाओं की समाि के ठीक प ात ही नई दर संिवदाएं प्रचािलत की जाती ह । यिद िफर भी, िक हीं िवशेष कारण से नई दर संिवदाएं समा करना संभव नहीं है तो दर संिवदा धारक की सहमित से उपयक्त ु अविध के िलए उ हीं िनबंधन और शत आिद के साथ िवद्यमान दर संिवदाओं को िव तािरत करने के समय पर कदम उठाए जाएं । ऐसे िव तार के िलए सहमत न होने वाली फम की दर संिवदाएं छोड़ दी जाती ह । ऐसे िव तार की अविध सामा यत: तीन मास से अिधक न हो । िवद्यमान दर संिवदाओ ं का िव तार करते समय यह सिु नि त िकया जाएगा िक कीमत प्रविृ कम न हो । 75


अ याय 11 माल का िनरीक्षण 11.1.0 माल का िनरीक्षण 11.1.1 मांगकतार् िनिवदा द तावेज़ म यथा उि लिखत सामग्री का, जैसे ही वह पहुचं ती है, िनरीक्षण करेगा और मांग पत्र देने के समय उसके द्वारा दी गई अनस ु ूची का सामा यत: पालन करेगा । सामा यत: संबद्घ मांगकतार् प्रभाग को भंडार से सूचना प्रा होने के दस िदन के भीतर िनरीक्षण को पूरा करना सिु नि त करना चािहए । 11.1.2 आयाितत उप कर के िलए अनिु चत पैिकं ग के कारण कम/क्षितग्र त आपूितर् से बचने के िलए भारतीय एजे ट की उपि थित म खोली जाए । 11.1.3 िकसी भी दशा म, िनरीक्षण बीमा नीित की वैध अविध के भीतर पूरा िकया जाएगा तािक कमी/क्षित, यिद कोई हो, के िलए दावे बीमा कं पनी के पास िकए जाएंगे । समय सीमा के भीतर सामग्री का िनरीक्षण न करना भारतीय एजट सिहत मांगकतार् और संबद्घ पिरयोजना अ यक्ष हािन के िलए िज मेदार होगा । 11.1.4 यह सिु नि त करने की ि से िक बीमा कं पिनय पर दावे समय पर िकए जाते ह, प्रयोगशालाओं/सं थान को सलाह दी जाती है िक वे क्रय आदेश/संिवदाओं म जहां भारतीय एजट उपल ध ह, यह उ लेख कर िक वह प्रेषण यौर को अिभिनि त करने के िलए अपने मािलक के साथ अनवु तर् न के िलए िज मेदार है और वह िनकासी के प ात प्रेिषत माल की पहुचं को अिभिनि त करने के िलए प्रयोगशाला/सं थान के साथ संपकर् भी करेगा तािक उसके ठीक प ात उसकी उपि थित म प्रेषण माल िनरीक्षण के िलए खोला जा सके और यिद आव यक हो, अिवलंब बीमा संबधं ी दावा िकया जा सके । संिवदा/क्रय आदेश म यह भी दशार् या जाए िक भारतीय एजट की ओर से िकसी भी िवलंब पर गंभीरता से िवचार िकया जाएगा और िवलंब की दशा म प्रयोगशाला/सं थान द्वारा वहन की गई िकसी हािन के िलए वह सीधे िज मेदार होगा । 11.1.5 िवदेश से आयात िकए जाने वाले माल की दशा म प्रयोगशाला/सं थान िविनमार् ताओं की आंतिरक िनरीक्षण िरपोटर् वीकार कर सकते ह । तथािप, आदि माल की प्रकृित और लागत, पूितर् कार की प्रित ा आिद को यान म रखा जाना चािहए और समिु चत िन य िकया जाना चािहए । 11.1.6 यिद िलिखत िशकायत प्रयोगशाला/सं थान द्वारा माल की अ वीकृित का िववाद करने वाले पूितर् कार से प्रा होती है तो उसका पूितर् कार के प्रािधकृत प्रितिनिध 76


से िमलकर बनी टीम और प्रयोगशाला/सं थान के अिधकािरय की टीम, जैसा िनदेशक द्वारा िविन य िकया जाए, द्वारा संयक्ु त प से जांच की जाएगी । 11.1.7 11.1.8

िबल िनकासी अनुसचू ी जब िनरीक्षण पूरा कर िलया जाता है और मांगकतार् िनरीक्षण िरपोटर् को प्रमािणत कर देता है तो भंडार को यह सिु नि त करना चािहए िक वह िबल िजसम टॉक प्रिवि संदभर् सि मिलत और िनरीक्षण िरपोटर् की प्रित िनरीक्षण पूरा हो जाने के प ात तीन कायर् िदवस म क्रय को भेज दी गई है । खरीद िवंग उसे चार कायर् िदवस के अंदर सीधे लेखा अनभु ाग को भेजेगा तािक उसकी अदायगी की जा सके और उसके प ात लेखा अनभु ाग िबल प्रा होने की तारीख से पांच कायर् िदवस के अंदर िवक्रेता को अदायगी करने की यव था करेगा। यिद िकसी कारणवश िनधार् िरत अविध के बाद तक अदायगी नहीं हो पाती है, तो यह मामला िनणर् य लेने के िलए िनदेशक महोदय के यान म लाया जाएगा ।

77


अ याय 12 भुगतान 12.1.0 12.1.1

अिग्रम भुगतान जबिक भगु तान की सामा य रीित यह है िक (उप कर के संतोषजनक प से अिध ठापन और चालू करने के बाद 30 िदन के भीतर) माल की अ छी ि थित म प्रा हो जाने और वीकार कर िलए जाने के बाद 30 िदन के भीतर 100 प्रितशत भगु तान िकया जाए, ऐसे अवसर हो सकते ह, जब कोई प्रिति त पूितर् कार अिग्रम भगु तान का आग्रह करे । ऐसे सभी मामल म, मंजूरीदाता प्रािधकारी मामला दर मामला आधार पर भगु तान की उस प्रितशत रािश के बारे म िनणर् य लेगा, िजसका िवक्रेता को अनस ु ूिचत/रा ट्रीयकृत बक से समकक्ष बक गारंटी पर अिग्रम प म भगु तान िकया जाएगा । यह बक गारंटी/बकाया रािश तभी दी जाएगी, जब सामग्री अ छी हालत म प्रा हो जाएगी और वीकार कर ली जाएगी, अथवा जब उप कर का संतोषजनक प से अिध ठापन और चालू िकया जाएगा । अिग्रम प म भगु तान जारी िकए जाने के िलए प्रा की जाने वाली बक गारंटी का फॉमेर्ट संलग्नक-'झ' म संलग्न है ।

12.2.0 12.2.1

आंिशक भगु तान संिवदा म समािव की गई िवतरण संबधं ी शत के आधार पर, पूितर् कार को आंिशक भगु तान तभी जारी िकया जाए, जब वह संिवदा की शत के अनस ु ार, िनरीक्षण के अधीन, अपने पिरसर से माल का प्रेषण करे ।

12.3.0 12.3.1

िवतरण पर भुगतान सामा यत: िवतरण पर भगु तान अपेक्षाकृत कम मू य वाली मद के िलए िकया जाता है । िकं तु ऐसे मामले भी हो सकते ह िक जो यापारी नकद प से/चैक से भगु तान िकए जाने पर पूितर् करते ह, उ ह िवतरण पर भगु तान जारी िकए जाने की आव यकता पड़े । यह भगु तान द तावेज़ पर बक के मा यम से भगु तान िकए जाने की अपेक्षा अिधक सरु िक्षत है, क्य िक सामग्री द तावेज़ के बजाय भगु तान पर प्रा की जाती है । ऐसी शत वीकार की जानी चािहए । लेिकन, खरीद अिधकारी को यह सिु नि त कर लेना चािहए िक माल का िनरीक्षण कर िलया जाए और वह अपेक्षानस ु ार वीकायर् हो ।

12.4.0 12.4.1

आयात संबधं ी भुगतान आयात के िजन मामल म, दशर् नी ड्रा ट/अिग्रम िवदेशी मद्रु ा ड्रा ट/साख पत्र पर भगु तान एक शतर् है, उनम भगु तान तभी िकए जाएं, जब भारतीय िरजवर् बक द्वारा िनधार् िरत सीमाओं के अधीन मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा िव ीय मंजूरी प्रदान कर दी जाए । 78


12.5.1

12.6.1

12.7.1

12.7.2

12.8.0 12.8.1

वािषर्क अनुरक्षण संिवदाओं का भुगतान वािषर् क अनरु क्षण संिवदाओं/मर मत के मामले म, मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा उतनी अिग्रम रािश का भगु तान वीकृत िकया जा सकता है, िजतना एक वषर् की वािषर् क अनरु क्षण संिवदा को कवर करने के िलए पयार् हो । िजन मामल म वािषर् क अनरु क्षण संिवदा का भगु तान एक वषर् से अिधक अविध का हो, उनम िनदेशक का िवशेष अनमु ोदन प्रा िकया जाएगा । अपवादी मामल म भगु तान की कोई अ य शतर् िव िवभाग की सहमित से, िनदेशक के अनमु ोदन से वीकार की जा सकती है । िजन मामल म अिग्रम आहिरत करना आव यक हो, उनम मंजूरीदाता प्रािधकारी को यह अिधकार है िक वह प्र यायोिजत शिक्तय के भीतर उसकी मंजूरी प्रदान कर सकता है । मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा यय की मंजूरी प्रदान िकए जाने के बाद, प्रयोगशाला का विर तम खरीद अिधकारी िकसी ऐसे अिधकारी को आहरण अिधकारी के प म कायर् करने के िलए नामोिद ट करेगा, जो अनभु ाग अिधकारी के तर से कम का न हो, चाहे मू य कुछ भी क्य न हो । बोली द तावेज़ म उन मद्रु ा (मद्रु ाओं) का उ लेख िकया जाना चािहए, िजनम बोिलय का मू य िनधार् िरत िकया जाना है । सामा य िनयम के प म, घरेलू बोली लगाने वाल को अपने कोटेशन भारतीय मद्रु ा म देने ह और अपना भगु तान भारतीय मद्रु ा म ही वीकार करना है; िवदेशी पूितर् कार के भारतीय एजट को अपनी एजसी कमीशन भारतीय मद्रु ा म ही प्रा करता है; जो माल संिवदा पर सीधे ही आयाितत िकया जाना है, उस आयाितत माल की कीमत के कोटेशन िवदेशी मद्रु ाओं म ही िदए जाने ह और उनका भगु तान तदनस ु ार िवदेशी मद्रु ाओं म ही िकया जाना है; और िमि त काय और सेवाओं के िलए अंश का िन पादन भारत म िकया जाना है (जैसे उप कर का सं थापन और प्रारंभन), उसके कोटेशन भारतीय मद्रु ा म िदए जाने ह और उनका भगु तान भारतीय मद्रु ा म ही िकया जाना है । अिग्रम का िनपटान और बाकी शेष का अपनयन पक्षकार को अिग्रम भगु तान कर िदए जाने के बाद, उनका उ लेख लेखा बिहय म िकया जाता है और उ ह उनम तब तक रखा जाता है, जब तक िक खरीद िवभाग द्वारा उनका समायोजन प्र ततु नहीं िकया जाता है । वतर् मान पद्घित के अनस ु ार, प्रयोगशालाओं/सं थान के लेखा िवभाग को यह समायोजन तब प्र ततु िकया जाता है, जब उप कर/सामग्री के परीक्षण और सं थापन कायर् संप न हो जाते ह । कभी-कभी िनरीक्षण संबधं ी औपचािरकताओं म, उप कर के पैरामीटर आिद के परीक्षण म काफी समय लगता है, आहिरत िकए गए अिग्रम 79


समायोिजत नहीं िकए जाते ह और वे लेखा बिहय म संिचत होते रहते ह, िजसे बाद म गंभीर लेखापरीक्षा आपि के प म देखा जाता है । अिग्रम समायोजन की वतर् मान पद्घित का प्रयोग संभवत: इस आशंका/धारणा से िकया जाता है िक यिद उप कर िकसी कारण िनरीक्षण की कसौटी पर खरा िसद्घ नहीं हुआ, तो प्रयोगशालाएं बाद म कोई दावा नहीं कर सकगी, िकं तु यह पद्घित सही/उिचत नहीं है । इस पहलू की संतिु के िलए, िनरीक्षण/वारंटी और िविधक पहलू आिद जैसे संिवदा के अलग-अलग खंड इन आशंकाओं/धारणाओं के िनराकरण के िलए ही ह । बाकी शेष का समायोजन अ यथा प्रयोगशालाओं/सं थान का आंतिरक मामला ही है । अिग्रम के संचयन और गंभीर लेखापरीक्षा आपि य से बचने के िलए िजस सामग्री/उप कर के िलए अिग्रम आहिरत िकया गया है, प्रयोगशालाएं उस सामग्री/उप कर को प्रा करने के ठीक बाद, दैिनक प्राि रिज टर म उस सामग्री/उप कर की वा तिवक प्राि के योरे दजर् कर सकती ह और खरीद अनभु ाग द्वारा अिग्रम से संबंिधत बाकी शेष के अपनयन और समायोजन के प्रयोजन के िलए चालान/िबल पर प्रमाणपत्र अंिकत कर सकती ह और उसे आव यक कारर् वाई के िलए लेखा िवभाग को भेज सकती ह ।

12.8.2

12.8.3

12.9.0 (क)

(ख)

12.9.1

(क)

साख पत्र के मा यम से भुगतान आधिु नक बिकं ग पद्घितय और इलेक्ट्रॉिनक गेटवेज़ के मा यम से भगु तान के इलेक्ट्रॉिनक अंतरण को यान म रखते हुए, साख पत्र खोलने और ड्रा ट आिद जारी करने के िलए मािजर् न रािश का भगु तान लेखा िवभाग द्वारा िकया जाता है । सीधे बक को भगु तान जारी िकए जाने का प्रािधकार प्रयोगशाला के िव और लेखा िवभाग द्वारा प्रदान िकया जाएगा । खरीद िवभाग, मंजूरीदाता प्रािधकारी द्वारा पूवर्त: अनमु ोिदत प्र ताव के साख पत्र खोलने के िलए, मािजर् न रािश का भगु तान करने के संबधं म अनरु ोध मंजूरी िवज्ञापन सिहत लेखा िवभाग को भेजेगा । अनाव यक कागज़ी कारर् वाई को कम करने तथा बक द्वारा िकए गए डेिबट /क्रेिडट का विरत बक समाधान और समायोजन सिु नि त करने के िलए यह कारर् वाई अ याव यक है । बक गारंटी के संबधं म सुरक्षण पूितर् कार/संिवदाकार द्वारा प्र ततु की जाने वाली/िम या बक गारंिटयां प्रा करने से बचने के िलए, िन निलिखत त य को यान म रखा जाना चािहए और उ ह सिु नि त िकया जाना चािहए: पूितर् कार /संिवदाकार से बक गारंिटयां िजस उिचत िनधार् िरत फॉमेर्ट म वीकार की जाती ह, उसकी प्रित िनिवदा द तावेज़ के साथ संलग्न की जानी चािहए और उसके प्रा हो जाने पर उसका मूल द तावेज़ म शाि दक स यापन िकया जाना चािहए । 80


(ख)

संिवदाकार /पूितर् कार आिद से यह आग्रह िकया जाना चािहए िक उनके द्वारा प्र ततु की जाने वाली बक गारंिटयां रिज टडर् डाक (ए.डी.) से जारीकतार् द्वारा सीधे संगठन को भेजी जानी चािहए ।

(ग)

अपवादा मक मामल म, यिद बक गारंिटयां संिवदाकार /पूितर् कार आिद के मा यम से प्रा की जाएं, तो जारीकतार् शाखा से यह अनरु ोध िकया जाना चािहए िक वह सहपत्र सिहत गारंटी की महु र न लगी डु लीके ट प्रित रिज टर डाक (ए.डी.) से तरु तं सीधे संगठन को भेजे, िजससे िक मूल बक गारंटी से उसकी तल ु ना की जा सके और यह पिु की जा सके िक वह ठीक है । अितिरक्त पूव पाय के प म, संगठन द्वारा सभी बक गारंिटय का वतंत्र प से स यापन िकया जाना चािहए ।

(घ)

81


अ याय 13 िव ीय शिक्तयां और मंजूरीदाता प्रािधकारी 13.1.0

माल के प्रापण या उप कर के वािषर् क अनरु क्षण संिवदाओं के संबधं म कोई यय तब तक नहीं िकया जाएगा, जब तक िक सक्षम मंजूरीदाता प्रािधकारी से उसकी मंजूरी प्रा नहीं कर ली जाएगी ।

13.2.0

मंजूरीदाता प्रािधकारी की िव ीय शिक्तयां : उपयर् क्त ु खंड 13.1.0 के प्रयोजन के िलए, माल और सेवाओं के प्रापण के अलग-अलग मामल म मंजूरी प्रािधकािरय की िव ीय शिक्तय का िव ततृ उ लेख वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के माल और सेवाओं से संबिं धत खरीद िनयम-2008 के संलग्नक म िकया गया है, अत: इनका संदभर् वहीं से प्रा िकया जाए । इनम अिग्रम भगु तान से संबिं धत मंजूिरयां भी शािमल ह।

82


अ याय 14 िविवध 14.1.0 14.1.1

14.1.2

14.1.3

14.2.0 14.2.1

14.2.2

14.2.3

पनु :-क्रय खरीद िनदेशक के अनमु ोदन से, िकसी मौजूदा परु ानी मद को िकसी नई बेहतर मद से प्रित थािपत िकया जा सकता है । प्रयोगशाला/सं थान नई मद खरीदते समय मौजूदा परु ानी मद की अदला-बदली कर सकते ह । इस पद्घित को पनु :-क्रय खरीद कहते ह । इस प्रयोजन के िलए, बोली द तावेज़ म एक उपयक्त ु खंड समािव िकया जाना चािहए, िजससे िक भावी और इ छुक बोलीदाता अपनी बोिलयां तदनस ु ार तैयार कर सक । अदला-बदली की जाने वाली परु ानी मद की ि थित और उसके मू य के आधार पर, सफल बोलीदाता को परु ानी मद स पने का तरीका और समय िनधार् िरत िकया जाना चािहए और इस संबधं म संगत योरे बोली द तावेज़ म समािव िकए जाने चािहए । साथ ही, बोली द तावेज़ म उपयक्त ु यव था भी की जानी चािहए िजससे िक नई मद खरीदते समय, खरीदार परु ानी मद की अदला-बदली कर सके या अदला-बदली नहीं कर सके । प्रापण का तरीका खंड 4.7.0 की यव था के अनु प होना चािहए । बोलीदाता के द्वारा पनु :-क्रय मू य का उ लेख अलग से िकया जाना चािहए, और खरीद पूरी हो जाने के बाद मद की मूल कीमत संबिं धत प्रयोगशालाओं की बिहय से बट्टे खाते डाल दी जानी चािहए । अनुरक्षण संिवदाएं खरीदे जाने वाले माल की कीमत और उसके आधार पर, यह भी आव यक हो सकता है िक माल के पूितर् कार या ओईएम के साथ या िकसी अ य सक्षम फमर् के साथ उपयक्त ु अविध की अनरु क्षण संिवदाएं की जाएं । यह ज री नहीं है िक ये संिवदाएं संबिं धत माल के पूितर् कार के साथ ही की जाएं । नाजक ु और कीमती उप कर और मशीनरी के िलए ये अनरु क्षण संिवदाएं खासतौर से ज़ री ह । लेिकन, यह भी यान म रखा जाए िक वारंटी अविध म, या संिवदा की शत म की गई यव था के अनस ु ार बढ़ाई गई अविध म, उप कर या मशीनरी का अनरु क्षण पूितर् कार द्वारा िन:शु क िकया जाए और भगु तान पर अनरु क्षण उसके बाद ही शु िकया जाए । यिद अनरु क्षण संिवदा भारत के पूितर् कार के साथ की जाए, तो इस प्रयोजन के िलए उपयक्त ु खंड िनिवदा द तावेज़ म ही समािव िकए जाएं, और प्र ताव का 83


14.2.4

14.2.5

14.2.6

14.2.7

14.2.8

14.3.0 14.3.1

मू यांकन करते समय माल के अनरु क्षण के लागत घटक को समग्र आधार पर मू यांिकत िनिवदा मू य म भी सि मिलत िकया जाए िजससे िक अनिु क्रयाशील िनिवदाओ ं की सापेक्ष रिकं ग िनि त की जा सके । उप कर की कुल खरीद और अनरु क्षण लागत इसके प्रक्षेिपत जीवन चक्र के आधार पर िनधार् िरत की जानी चािहए िजससे िक खरीद के िलए उसकी उपयक्त ु ता पर िवचार िकया जा सके । यिद अनरु क्षण संिवदा िकसी सक्षम और पात्र पूितर् कार के साथ अलग से की जाए, तो इस प्रयोजन के िलए िनिवदा जांच अलग से की जाए और अनरु क्षण संिवदा के थापन के िलए िनिवदाओं का मू यांकन और रक िनधार् रण तदनस ु ार िकया जाए । माल के अनरु क्षण के िलए अपेिक्षत सेवाओं, अपेिक्षत अनरु क्षण अविध और अ य संगत िनबंधन और शत तथा भगु तान संबधं ी शत के योरे िनिवदा द तावेज़ म समािव िकए जाएं । अनरु क्षण सेवा के भगु तान की शत अनरु िक्षत िकए जाने वाले माल के प्रकार और अपेिक्षत सेवा के व प पर पर िनभर् र करगी । सामा यत: अनरु क्षण का भगु तान अधर् -वािषर् क या ितमाही आधार पर िकया जाता है । िनिवदा द तावेज़ और पिरणामी अनरु क्षण संिवदा म एक उपयक्त यव था ु समािव की जानी चािहए, िजसम इस त य का उ लेख िकया जाना चािहए िक अनरु क्षण संिवदाकार द्वारा प्रभािरत मू य उन प्रचिलत दर से अिधक नहीं होना चािहए, जो समान सेवाओं के िलए उसके द्वारा दूसर से प्रभािरत िकए गए ह । भगु तान का दावा करते समय, संिवदाकार को भी इस आशय का प्रमाणपत्र अपने िबल म देना आव यक है । अनरु क्षण संिवदा के िनिवदा द तावेज़ म अप्र यािशत कारण से अनरु क्षण संिवदा वापस लेने के संबधं म उपयक्त ु प्रावधान िकया जाना चािहए । लेिकन, संिवदा समा करते समय, यिद संिवदा की शत के अनस ु ार पूणर्त: िन पािदत की गई अनरु क्षण सेवाओं के िलए संिवदाकार को कोई भगु तान देय हो, तो संिवदा की शत के अनस ु ार उसका भगु तान िकया जाना चािहए । अनरु िक्षत िकए जाने वाले माल के व प और मू य के आधार पर, प्रभावी िकए जाने वाले उस र करण के संबधं म उिचत नोिटस अविध प्रदान िकए जाने की यव था द तावेज़ म की जानी चािहए । खरीद सिमित अनरु क्षण संिवदा िव ततृ आधार पर, या कॉल आधार पर, या गैर-िव ततृ आधार पर िकए जाने की आव यकता के संबधं म प्र येक मामले के गणु ावगणु के आधार पर िनणर् य ले । क्रेिडट काडर्/ई-कॉमसर् के मा यम से खरीद की प्रिक्रया क्रेिडट काडर् के मा यम से खरीद के िलए िन निलिखत प्रिक्रया का पालन िकया जाएगा: 84


(i)

ऑफर कम से कम तीन फम की वेबसाइट से डाउनलोड िकए जाने चािहए और विर भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद िनयंत्रक/भंडार और खरीद अिधकारी/अनभु ाग अिधकारी (भंडार और खरीद) द्वारा इस आशय का प्रमाणपत्र प्र ततु िकया जाना चािहए िक मू य डाउनलोड कर िदए गए ह ।

(ii)

उसके बाद, प्र ताव संबिं धत खरीद सिमित को प्र ततु िकया जाएगा और फमर् को भगु तान तभी िकया जाएगा, जब खरीद सिमित द्वारा भगु तान की िविध का अनमु ोदन कर िदया जाएगा ।

(iii) क्रेिडट काडर् एसपीओ के पास रखा जाएगा । यिद संभव होगा, तो सां थािनक क्रेिडट काडर् खरीद िलए जाएंगे और शासकीय प्रयोग के िलए रख िलए जाएंगे । (iv) एसपीओ क्रेिडट काडर् के मा यम से की गई खरीद का लेखा रखेगा तािक यह सिु नि त िकया जा सके िक काडर् जारी करने वाले बक को भगु तान आव यक टॉक प्रिवि आिद करने के बाद फुरसत के समय म िकया जाए । 14.4.0 पूितर्कार के साथ कारोबारी डीिलंग पर प्रितबंध और थगन 14.4.1 फमर् चाहे पंजीकृत हो या अपंजीकृत, खरीद सिमित/खरीद एवं तकनीकी सिमित की िसफािरश पर, प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक लोकिहत म उसके साथ कारोबारी डीिलंग थिगत/प्रितबंिधत करने का आदेश दे सकते ह । िजस फमर् के आरोप की पूरी जांच लंिबत हो, उसके साथ कारोबारी डीिलंग 14.4.2 थिगत रखने और प्रितबंिधत करने के आदेश िदए जा सकते ह । इस ि थित म यह वांछनीय नहीं समझा जाता है िक उस फमर् के साथ कारोबार जारी रखा जाए । यह आदेश िन निलिखत ि थितय म जारी िकया जा सकता है : (i)

यिद फमर् पर यह संदहे हो िक भारत के प्रित उसकी िन ा संिदग्ध है;

(ii)

यिद कद्रीय अ वेषण यूरो का कोई अ य अ वेषण एजसी अ वेषणाधीन िकसी मामले के संबधं म इस प्रिक्रया की िसफािरश करे; और

(iii) यिद इस आशय का प्रथम टया कोई मामला हो िक फमर् कारोबारी डीिलंग के संबधं म नैितक अधमता के िकसी अपराध की दोषी है, िजसके प्रमािणत हो जाने के पिरणाम व प उसके साथ कारोबारी डीिलंग प्रितबंिधत हो जाएगी । 14.4.3

प्रितबंध लगाने के आदेश िन निलिखत आधार पर िदए जा सकते ह (i)

यिद उसे रा य के प्रित िन ा के प्र के साथ-साथ सरु क्षा संबधं ी कारण से भी प्रितबंिधत िकया जाना आव यक हो । 85


(ii)

यिद फमर् के वामी, कमर् चारी, भागीदार या प्रितिनिध को कारोबारी डीिलंग के संबधं म नैितक अधमता संबधं ी अपराध के अिभयोजन म िकसी िविध यायालय द्वारा िसद्घदोष ठहराया गया हो ।

(iii) यिद यह मानने का पयार् औिच य हो िक फमर् प्रितिनिध घूसखोरी, भ्र ाचार, कपट, िनिवदाओं के कथन, उपेक्षा, अपवंचन या िविध द्वारा उदग्र् हीत आदतन दोषी रहने, आिद जैसे अनाचार का दोषी

या वामी या कमर् चारी या प्रित थापन, प्रक्षेप, अ यथािक हीं कर के भगु तान म रहा है ।

(iv) यिद फमर् कोई पयार् कारण दशार् ए िबना वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद की देय रािशय का भगु तान करने से लगातार इनकार करे और वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद इस बात से संतु हो िक यह िकसी ऐसे यिु क्तयक्त ु िववाद के कारण नहीं है, िजसके िलए मा य थम या िविध यायालय म कायर् वाही अपेिक्षत हो । (v)

14.5.0 (क) (ख)

(ग) (घ) (ड.) (च)

यिद फमर् वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के िकसी ऐसे कमर् चारी िनयोिजत करे, िजसे भ्र ाचार के कारण बरखा त या िन कािसत िकया गया या वह िकसी ऐसे गैर-सरकारी यिक्त को िनयोिजत करे, िजसे भ्र ाचार भ्र ाचार के दु पयोग संबंधी अपराध के िलए िसद्घ दोष ठहराया गया है और इस ि थित म हो, जहां वह वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद कमर् चारी को भ्र कर सकता है ।

प्रिक्रया का प्रचालन उपयर् क्त ु प्रिक्रया का प्रचालन मौजूदा सभी िनयम और अनदु ेश के अिधक्रमण म िलया जाएगा । उपयर् क्त ु प्रिक्रया म िजन क्षेत्र को शािमल िकया गया है, उनके संबधं म, या इस प्रिक्रया के िनवर् चन म कोई संदहे होने पर, मामले को वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के महािनदेशक के अंितम िनणर् य के िलए, वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के संयक्त ु सिचव (प्रशासन) को भेजा जाना चािहए । िविधक िनवर् चन के िलए, अंग्रेजी पाठ को अिधमा यता दी जाएगी । वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के महािनदेशक इस प्रिक्रया म उि लिखत यव थाओं म कोई छूट दे सकते ह । आगे और आशोधन के िलए, इस प्रिक्रया का उिचत अंतराल पर पनु िवर् लोकन िकया जाए । आईटी एक्ट के अनस ु ार ई-मेल आिद जैसे सभी इलेक्ट्रॉिनक िरकाडर् िविधमा य ह, अत: उ ह वीकार िकया जाए । 86

को है, या वह के


सावर्जिनक प्रापण संबधं ी िविध-िनषेध िविध (ये कर)  आव यकता-आधािरत और िविश ट काय के िलए पारदशीर् और प्रित पधीर् ढंग से परामशर् दाता/िवशेषज्ञ की िनयिु क्त सिु नि त कर ।  परामशर् दाताओं/िवशेषज्ञ के प्र यय पत्र का स यापन कर ।  अद्यतन मानक बोली द तावेज़ अंगीकार कर ।  मद , िविनदेर्शन , ड्राइंग , सामा य और िवशेष शत की नामावली म सम पता सिु नि त कर ।  अगंभीर बोलीदाताओं को हटाने के िलए िन पादन गारंटी खंड अनबु िं धत कर । (i)

िविभ न यव थाओं की भावना के संबधं म प ता लाने; और

(ii)

आव यकतानस ु ार आव यक आशोधन करने और बोली पूवर्-बैठक के कायर् वृ को करार का अिभ न अंग बनाने के िलए बोली-पूवर् बैठक आयोिजत कर ।

 िनिवदा द तावेज़ म पूवर्ता-क्रम के संिदग्धाथीर् प्रावधान और संिवदाकार द्वारा प्र ततु की गई िनिवदा म संिदग्धाथर् कता के िनपटान के िलए खंड की यव था कर ।  िनिवदा जांच जारी करते समय, वैध रखने के िलए बोिलय का उिचत समय िनधार् िरत कर ।  आयाितत आिद की जाने वाली सामग्री से संबिं धत सीमा शु क की छूट जैसे अिभभावी सरकारी नीित संबधं ी सभी आदेश अनबु िं धत कर ।  अिग्रम संबधं ी पयार् सरु क्षण की यव था कर ।  िनिवदा द तावेज़ म व तिु न ठ मू यांकन मापदंड अिधसूिचत कर ।  िनिवदा द तावेज़ म आव यकतानस ु ार मात्राओं के िवभाजन के संबधं म शतर् अनबु िं धत कर ।  यिद कायर् /पूितर् -आदेश के िवभाजन पर िवचार िकया जाए, तो िनिवदा द तावेज़ म ही िवभाजन का मापदंड अिधसूिचत कर (िवभाजन पर िवचार तब िकया जाता है, जब िन नतम पक्षकार की क्षमता अपेिक्षत से कम हो, या िकसी एक फमर् पर भारी भरोसा करने से बचने के िलए िवभाजन पर िवचार िकया जाता है) ।  अिधक मू य वाली खरीद अिधमा यता द ।

के मामले म यथासंभव खल ु ी िनिवदा प्रिक्रया को

87


 सीिमत िनिवदा प्रिक्रया के मामले म प्रयोग के िलए, पूितर् कार /िवक्रेताओं का पैनल पारदशीर् ढंग से अद्यतन कर ।  पारदशर् कता, िन पक्षता, धन का मह व, गणु व ा और समय पर खरीद सिु नि त कर ।  िनिवदा द तावेज़ का करार से िमलान कर ।  यह सिु नि त कर िक करार पर समय पर ह ताक्षर िकए जाएं और उसे िविधवत सीलबंद िकया जाए ।  बक गारंिटय का स यापन कर ।  िवशेषत: असामा य िनगरानी कर ।

प से अिधक दर और अिधक मू य वाली मद के िवचलन की

 जहां लागू हो, संगत द तावेज़ प्र ततु िकए जाने पर ही कर और शु क की प्रितपूितर् कर ।  जहां आव यक हो, अिनवायर् परीक्षण कर ।  तीन करोड़ और इससे अिधक की कीमत वाली प्रमख ु मद के संबधं म लाइससधािरय , बीमा पॉिलिसय और स यिन ा समझौते से संबिं धत शत का अनपु ालन सिु नि त कर ।  अड़चन का समिु चत िरकाडर् रख ।

िनषेध (ये न कर) :  प्रचार और प्रित पधार् के िबना परामशर् दाता/िवशेषज्ञ की या ि छक िनयिु क्त न कर ।  पूवर्-योग्यता के िनधार् रण म प्रितबंधी मापदंड न अपनाएं ।  अिधसूिचत मापदंड से बाहर िनिवदाकार की पूवर्-योग्यता िनधार् िरत न कर ।  िन नतम पक्षकार के प्र ताव की कभी उपेक्षा न कर (िन नतम पक्षकार वह है, िजसका प्र ताव अनिु क्रयाशील पाया गया है)  संिवदा म ऐसी शत अनबु िं धत न कर, िजनका प्रचालन संभव न हो ।  वैधता अविध तब तक न बढ़ाएं, जब तक िक उसे ठीक समय पर अिभलेखबद्घ न कर और जब तक िक उस वैधता अविध के िव तार को प्रमािणत करने के वैध और यिु क्तसंगत कारण न ह ।

88


अनुबधं -'क'

कोटेशन के िबना माल की खरीद (15,000/- पए से 1,00,000/- पए मू य तक के माल की खरीद के िलए) (जो लागू न हो, उसे काट द) (क)

"म, ी/सु ी/डॉ ............................................... यिक्तगत

(ख)

"यह भी प्रमािणत िकया जाता है िक अपेिक्षत मद अनस ु धं ान और िवकास के िविश

प से इस बात से संतु हूं िक खरीदा गया यह माल अपेिक्षत गणु व ा और िविश टता वाला है और इसे िव सनीय पूितर् कार से उिचत दर पर खरीदा गया है ।" प्रयोग के िलए है और इसे ........................................... (पिरयोजना संख्या) नामक पिरयोजना” के िलए उपयोग म लाया जाएगा (जो लागू न हो, उसे काट द) ।

(ग)

"प्रमािणत िकया जाता है िक यह मद भंडार म उपल ध नहीं है ।" ........................................... पए (अंक और श द म) वीकृत । मंजूरीदाता प्रािधकारी के ह ताक्षर तारीख : नाम और पदनाम :

89


अनुबधं -'ख' थानीय खरीद सिमित द्वारा माल की खरीद (के वल 1.00 लाख पए से 5.00 लाख पये तक/15,001 पए से 1 लाख पए तक मू य के माल की खरीद के िलए) (जो लागू न हो, उसे काट द) (क)

"प्रमािणत

िकया जाता है िक हम, खरीद सिमित के सद य संयक्त प से और ु यिक्तगत प से इस बात से संतु ह िक खरीद के िलए िजस माल की िसफािरश की गई है, वह अपेिक्षत िविश टताओं और गणु व ता का है और इसकी कीमत वतर् मान बाज़ार दर के अनस ु ार है और िजस पूितर् कार से यह माल खरीदने की िसफािरश की गई है, वह िव सनीय है और यह इस माल की आपूितर् करने के िलए सक्षम है । तदनस ु ार, हम मैससर् ........................................ का कोटेशन संख्या ........................ तारीख ................. संलग्न कर रहे ह तािक खरीद आदेश िदया जा सके । सद य सद य सद य नाम : पदनाम : प्रभाग : तारीख : (ख) “प्रमािणत िकया जाता है िक अपेिक्षत मद अनस ु धं ान और िवकास के िविश प्रयोग के िलए है और इसे ........................................... (पिरयोजना संख्या) नामक पिरयोजना” के िलए उपयोग म लाया जाएगा (जो लागू न हो, उसे काट द) । ........................................... पए (अंक और श द म) वीकृत ।

मंजूरीदाता प्रािधकारी के ह ताक्षर तारीख : नाम और पदनाम :

90


अनुबधं -'ग' आपाितक खरीद प्रमाणपत्र (5.00 लाख पए से अिधक मू य के माल की खरीद के संबधं म उप-सिमित द्वारा िदया जाने वाला प्रमाणपत्र) "प्रमािणत

िकया जाता है िक हम, खरीद सिमित के सद य संयक्त प से और ु यिक्तगत प से इस बात से संतु ह िक खरीदा गया माल अपेिक्षत िविश टता और गणु व ा वाला है और इसे उिचत मू य पर िव सनीय पूितर् कार से खरीदा गया है । (मांगकतार् ) (खरीद प्रभाग का प्रितिनिध) (लेखा िवभाग का प्रितिनिध) तारीख :

91


अनुबधं -'घ' वािम व की मद संबधं ी प्रमाणपत्र (मांगकतार् द्वारा मांगपत्र के साथ प्र तुत िकया जाएगा)

प्रमािणत िकया जाता है िक जहां तक मझ ु े जानकारी है, मांगपत्र संख्या ...................... िदनांक ........................... के जिरए मांग की गई मद का िविनमार् ण के वल मैससर् ........................................... द्वारा िकया जाता है । प्रयोगशाला के पास इस मद (मद ) की खरीद के िसवाय कोई अ य िवक प नहीं है क्य िक इसकी ऐसी िविश िवशेषताएं ह, जो अनस ु धं ान और िवकास संबंधी कायर् के िलए आव यक ह और जो इसी प्रकार के िकसी अ य उप कर म उपल ध नहीं ह । यिद यह प्रमाणपत्र गलत पाया जाता है तो मझ ु े/हम िज मेदार ठहराया जाएगा ।

मांगकतार् अिधकारी/पिरयोजना अ यक्ष के ह ताक्षर पदनाम : पिरयोजना अ यक्ष के प म वैज्ञािनक तारीख :

92


अनुबधं -'ड.' एकल िनिवदा प्रमाणपत्र (आपाितक ि थित म के वल एकल

ोत आधार से खरीद के िलए)

मांग की गई मद िन निलिखत कारण से मैससर् ....................................................... से खरीदनी आव यक ह : ..................................................

.......................................

तारीख : (मांगकतार् अिधकारी/पिरयोजना अ यक्ष के तारीख सिहत ह ताक्षर और पदनाम)

93


अनुबधं -'च' तकनीकी एवं खरीद सिमित की तकनीकी उप-सिमित द्वारा िदया जाने वाला िविशि प्रमाणपत्र (यह प्रमाणपत्र मांग-पूवर् स मेलन आयोिजत करने के बाद िदया जाएगा) यह प्रमािणत िकया जाता है िक ............................................................................ (प्रभाग का नाम) के िलए अपेिक्षत ......................................................................... (मद का नाम) की िविशि और मांग-पूवर् योग्यता के मापदंड को मूल उप कर िविनमार् ता (ओईएम) से चचार् करने/उसका प्र ततु ीकरण देखने के बाद अंितम प िदया गया है । यह चचार् /प्र ततु ीकरण उसके िन निलिखत प्रािधकृत एजसी/ यापारी/पूितर् कार/प्रणाली सम वयक आिद द्वारा ............................ तारीख (तारीख ) ............................. ( थान) िकया गया है : 1. ........................................................................................ 2. ........................................................................................ 3. ........................................................................................ 4. ........................................................................................ 5. ........................................................................................ 6. ........................................................................................ 7. ........................................................................................ इस बात का भी उ लेख िकया जाता है िक उपयर् क्त ु फमर् क्षमता/िव ीय ि थित/कायर् के िरकाडर् का हमने मू यांकन िकया है/उसे हम, उपयर् क्त ु चनु ी गई फम को ही सीिमत आधार पर िनिवदा जारी ह। अंितम िविशि और पूवर्-योग्यता मापदंड आगे की कारर् वाई के ह। ह ताक्षर : (पिरयोजना अ यक्ष/मांगकतार् ) नाम और पदनाम

(तकनीकी सद य 2) नाम और पदनाम

िलए इसके साथ संलग्न

(तकनीकी सद य 1) नाम और पदनाम

(तकनीकी सद य 3) नाम और पदनाम 94

की िव सनीयता/तकनीकी स यािपत िकया है, अत: करने की िसफािरश करते

(अ यक्ष) नाम और पदनाम


अनुबधं -'छ' संपि

के उपयोग संबधं ी प्रमाणपत्र

इस पिरयोजना/अनभु ाग/प्रभाग की आव यकता के िलए के वल ......................... िविनमार् ता/ यापारी से ........................................... मद/मद की खरीद करनी आव यक है तािक थािपत/मानकीकृत पद्घित और मानक प्रचालन प्रिक्रया की अनु पता, सततता बनी रहे । यह भी घोिषत िकया जाता है िक इस अव था म प्रयोग की जाने वाली सामग्री के िकसी अंतर से स यिन ा अिधप्रमािणकता और िव ेषण/पिरणाम की वैधता पर प्रितकूल प्रभाव पड़ेगा। ........................................... (ह ताक्षर) मांगकतार् अिधकारी का नाम पदनाम : तारीख : (ह ताक्षर) पिरयोजना अ यक्ष का नाम पदनाम : तारीख :

95


अनुबधं -'ज' बोली प्रितभूित (अिग्रम धन जमा) प्र तुत करने के िलए बक गारंटी का मॉडल फॉमेर्ट चूिं क मैससर् .................................................... (िजसे इसम इसके बाद "िनिवदाकतार् " कहा जाएगा) ने खरीदार की िनिवदा पूछताछ संख्या ....................... के उ र म ............................ आपूितर् के

िलए (िजसे इसम इसके बाद "िनिवदा" कहा जाएगा) अपना प्र ताव संख्या ......................... िदनांक .................... प्र ततु िकया है । इन प्र तिु तय के द्वारा सभी लोग जानते ह िक हम ................................................. पता...................................................., िजनका पंजीकृत कायार् लय ....................................................म ि थत है...................................... पए म

.................................. को (िजसे इसम इसके बाद "क्रेता" कहा जाएगा) माल देने के िलए वचनबद्घ ह । इसकी अदायगी उक्त खरीदार द्वारा माल के पहुंचने पर की जाएगी और यथाथर् प म की जाएगी । यह बक का वचनपत्र इसके उ रवतीर्/समनदु ेिशती द्वारा प्र ततु करने पर मा य होगा । इसे उक्त बक की सामा य महु र के साथ, आज िदनांक .......................को महु रबंद िकया जाता है । इस कायर् की शत इस प्रकार ह : (1)

यिद टडरदाता इस िनिवदा की िविधमा यता की अविध के अंदर िकसी भी प म अपनी िनिवदा वापस लेता है या उसम संशोधन करता है या उसके अनक ु ू ल कारर् वाई नहीं करता है

या अनिु चत कारर् वाई करता है; (2)

यिद टडरदाता इस िनिवदा की िविधमा यता की अविध के दौरान खरीदार द्वारा अपनी िनिवदा वीकार करने की अिधसूचना जारी कर देता है; (क)

यिद टडरदाता संिवदा के समिु चत कायर् -िन पादन के िलए कायर् -िन पादन प्रितभूित प्र ततु नहीं कर पाता है;

(ख)

संिवदा वीकृत/िन पािदत नहीं कर पाता है या करने से इनकार करता है । हम, खरीदार (सीएसआईआर/प्रयोगशाला) की मांग के िबना उसकी पहली िलिखत मांग प्रा होने पर उपयर् क्त ु रकम खरीदार को अदा करने का वचन देते ह । परंतु खरीदार अपनी इस मांग म इस बात का उ लेख करेगा िक उसके द्वारा दावा की गई रकम उपयर् क्त ु म से एक या दोन शत के कारण की जा रही है और इसम वह उसकी ि थित और ि थितय का भी उ लेख करेगा । यह गारंटी िनिवदा की िविधमा य अविध के बाद 45 िदन तक, िजसम 45वां िदन भी शािमल है, लागू रहेगी और इस संबंध म की जाने वाली कोई भी मांग उपयर् क्त ु तारीख तक बक के पास अव य पहुचं जानी चािहए । बक के प्रािधकृत अिधकारी के ह ताक्षर अिधकारी का नाम और पदनाम 96


बक की महु र, नाम और पता और बक की शाखा का पता

97


संलग्नक-“झ” िन पादन प्रितभूित प्रपत्र िन पादन प्रितभूित संबधं ी मॉडल बक गारंटी फामेर्ट सेवा म, .................................................... जबिक ............................................... (पूितर् कार का नाम और पता) ने (िजसे इसम इसके बाद "पूितर् कार" कहा गया है) िदनांक .............................. की संिवदा संख्या ...................... के अनपु ालन म ..................................... (माल और सेवाओं की) पूितर् (िजसे इसम इसके बाद

"संिवदा" कहा गया है) करने का वचन िदया है;

और जबिक आपके द्वारा उक्त संिवदा म यह अनबु ंिधत िकया गया है िक पूितर् कार संिवदा के अनस ु ार अपने दािय व के अनपु ालन के िलए, प्रितभूित प म िविनदेर्िशत रािश के संबंध म, आपके द्वारा अिभिनधार् िरत अनस ु ूिचत वािणि यक बक के मा यम से, आपको बक गारंटी प्र ततु करेगा; और जबिक हमने पूितर् कार को वह बक गारंटी देने की सहमित यक्त की है; इसिलए अब हम एतदद्वारा यह प्रितज्ञान करते ह िक हम ................................ पए (गारंटी की रािश अंक और श द म) की कुल रािश तक, पूितर् कार की ओर से गारंटीदाता ह और आपके प्रित उ रदायी ह, और हम यह वचन देते ह िक हम जैसे ही पूितर् कार को संिवदा के अधीन दोषी घोिषत करने वाली आपकी प्रथम िलिखत मांग प्रा होगी, हम कोई िछद्रा वेषण या तकर्-िवतकर् िकए िबना और उसम िविनदेर्िशत आपकी मांग या रािश के संबंध म आपसे िकसी आधार या कारण का उ लेख िकए जाने या उसका प्रमाण प्र ततु िकए जाने की आव यकता के िबना, पूव क्त (गारंटी रािश की) सीमाओं के भीतर रािश या रािशय का आपको भगु तान करगे । हम एतदद्व् ारा यह प्रितज्ञान करते ह िक आपको हम मांग प्र तुत करने से पहले, पूितर् कार से उक्त ऋण की मांग करने की आव यकता नहीं है । हम पनु : यह सहमित यक्त करते ह िक यिद आप और पूितर् कार के बीच, िन पािदत की जाने वाली संिवदा की शत या संिवदा के िक हीं द तावेज म कोई पिरवतर् न या पिरवधर् न या आशोधन िकया जाएगा, तो इस गारंटी के तहत उसके प्रित हमारी कोई देयता नहीं होगी, और हम एतदद्व् ारा ऐसे िकसी पिरवतर् न या पिरवधर् न या आशोधन से संबंिधत नोिटस पर िवचार नहीं करगे । यह गारंटी िदनांक .................................................... तक िविधमा य रहेगी । (बक के प्रािधकृत अिधकारी के ह ताक्षर) .................................................... अिधकारी का नाम और पदनाम ....................................................बक की महु र, नाम और पता तथा शाखा का पता .................................................... 98


संलग्नक-"ञ" अिग्रम भुगतान से संबिं धत बक गारंटी प्रपत्र सेवा म, ..................................................................... (खरीदार का नाम) ..................................................................... (खरीदार का पता) ..................................................................... (संिवदा का नाम) महोदय, िदनांक ...................................... के खरीद आदेश संख्या ................................. म की गई गई यव था के अनस ु ार, मैससर् .......................................................................... (पूितर् कार का नाम और पता) (िजसे इसम इसके बाद "पूितर् कार" कहा गया है) ........................................ को (खरीदार का नाम और पता) संिवदा के उक्त खंड ........................................... के अधीन अपने समिु चत और िन ापूणर् कायर् -िन पादन की गारंटी के िलए ..................... पए (श द म : ... .................................. पए मात्र) की रािश (गारंटी की रािश*) की बक गारंटी प्र ततु करेगा । जैसािक पूितर् कार द्वारा अनदु ेिशत है, हम ........................................... (बक या िव ीय सं था) प्रितभूित मात्र के प म ही नहीं, प्राथिमक बा यताधारी के प म भी अपनी ओर से आपि का कोई अिधकार रखे िबना और पूितर् कार से उसके पहले दावे के िबना, उसकी पहली मांग पर ............................ पए से अनिधक रािश (श द म .................................................... पए मात्र से अनिधक रािश) (गारंटी की रािश*) का .................................................... को (खरीदार का नाम और पता) भगु तान करने की गारंटी देने की सहमित यक्त करते ह । हम पनु : यह सहमित यक्त करते ह िक यिद .................................................... (खरीदार का नाम और पता) और पूितर् कार के बीच, िन पािदत की जाने वाली संिवदा की शत या संिवदा के िक हीं द तावेज म कोई पिरवतर् न या पिरवधर् न या आशोधन िकया जाएगा, तो इस गारंटी के तहत उसके प्रित हमारी कोई देयता नहीं होगी, और हम एतदद्व् ारा ऐसे िकसी पिरवतर् न या पिरवधर् न या आशोधन से संबंिधत नोिटस पर िवचार नहीं करगे । यह गारंटी पूितर् कार द्वारा प्रा अिग्रम भगु तान की तारीख से ...................................... तारीख तक वैध और पूणर्त: प्रभावी रहेगी । भवदीय, ह ताक्षर और महु र : बक/िव ीय सं था का नाम : पता : तारीख : * यह वह रािश होगी, िजसका उ लेख उस बक या िव ीय सं था द्वारा िकया जाएगा, जो अिग्रम भगु तान की रािश प्रदान कर रही है । 99


संलग्नक-"ट" स यिन ा समझौता फामेर्ट वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद (सीएसआईआर), िजसे इसम इसके बाद " वामी" कहा गया है, और ...................................................., िजसे इसम इसके बाद "बोलीदाता/संिवदाकार" कहा गया है के बीच

स यिन ा-समझौता उ ेिशका वामी ................................................................................................. के िलए िनधार् िरत संगठना मक प्रिक्रयाओं के अधीन संिवदा/संिवदाएं देना चाहता है । वामी बोलीदाताओं और/या संिवदाकार के साथ अपने संबधं म देश के सभी संगत कानून , िनयम , िविनयम के पूणर् अनपु ालन, संसाधन के िकफायती उपयोग और िन पक्षता/पारदिशर् ता को मह व देना चाहता है । इन ल य को प्रा करने के िलए, वामी एक वतंत्र बा मॉनीटर (ईआईएम) िनयक्त ु करेगा, जो उपयर् क्त ु िसद्घांत के अनपु ालन के िलए िनिवदा प्रिक्रया और संिवदा िन पादन को मॉनीटर करेगा । खंड 1 -

वामी की प्रितबद्घताएं

(1)

वामी भ्र ाचार को रोकने और िन निलिखत िसद्घांत का पालन करने के िलए, आव यक सभी उपाय करने के िलए वयं प्रितबद्घ है :

क.

वामी का कोई कमर् चारी िनिवदा या संिवदा के िन पादन या मांग के संबधं म, यिक्तगत प से या पिरवार के सद य के मा यम से, वयं या िकसी अ य यिक्त के िलए, ऐसा कोई ताि वक या अताि वक लाभ वीकार नहीं करेगा या उसका वायदा नहीं करेगा, िजसके िलए यिक्त कानूनी प से हकदार नहीं है ।

ख.

वामी िनिवदा प्रिक्रया के दौरान सभी बोलीदाताओं को समान ि से देखेगा । वामी िनिवदा प्रिक्रया से पहले और उसके दौरान, सभी बोलीदाताओं को खासतौर से समान सूचना प्रदान करेगा, लेिकन वह िकसी बोलीदाता को ऐसी कोई गोपनीय/अितिरक्त सूचना प्रदान नहीं करेगा, िजसके मा यम से िकसी 100


बोलीदाता को िनिवदा प्रिक्रया या संिवदा िन पादन के संबधं म कोई लाभ प्रा हो । ग.

वामी सभी ज्ञात पूवार् ग्रही यिक्तय को इस प्रिक्रया म शािमल नहीं करेगा ।

(2)

यिद वामी को अपने िकसी कमर् चारी के आचरण के बारे म कोई ऐसी सूचना प्रा होगी, जो आईपीसी/पीसी एक्ट के अधीन दंडनीय अपराध होगा, या इस संबधं म कोई मूलभूत संदहे होगा, तो वामी मख्ु य सतकर्ता अिधकारी को उसकी सूचना देगा, और इसके अलावा, वह अनशु ासिनक कारर् वाई भी कर सकता है ।

खंड 2 (1)

बोलीदाताओं/संिवदाकार की प्रितबद्घताएं : बोलीदाता/संिवदाकार भ्र ाचार रोकने के िलए आव यक सभी उपाय करने के िलए वयं प्रितबद्घ ह । वे िनिवदा प्रिक्रया म अपनी सहभािगता और संिवदा िन पादन के दौरान िन निलिखत िसद्घांत का पालन करने के िलए वयं प्रितबद्घ ह :

(क)

बोलीदाता/संिवदाकार प्र यक्ष प से या िकसी अ य यिक्त या फमर् के मा यम से, िनिवदा प्रिक्रया या संिवदा िन पादन म संलग्न वामी के िकसी कमर् चारी या िकसी अ य यिक्त को, िनिवदा प्रिक्रया या संिवदा िन पादन के दौरान, बदले म िकसी प्रकार का कोई लाभ प्रा करने के िलए, ऐसा कोई ताि वक या अताि वक लाभ प्रदान नहीं करगे, या उसे प्रदान करने का वायदा या प्र ताव नहीं करगे, िजसका वह कानूनी प से हकदार नहीं है ।

(ख)

बोलीदाता/संिवदाकार अ य बोलीदाताओं के साथ औपचािरक या अनौपचािरक कोई गु करार या समझौता नहीं करगे । बोली प्रिक्रया म प्रित पधार् को रोकने या कारटलाइजेशन शु करने के िलए, यह बात मू य , िविनदेर्शन , प्रमाणन , अनषु गं ी संिवदाओ,ं बोिलयां प्र ततु करने या प्र ततु न करने या ऐसे ही अ य काय पर खासतौर से लागू होती है ।

(ग)

बोलीदाता/संिवदाकार संगत आईपीसी/पीसी अिधिनयम के तहत करगे । इसके अलावा, बोलीदाता/संिवदाकार, यिक्तगत लाभ प्रयोजन के िलए, योजनाओं, तकनीकी प्र ताव , यावसाियक प से संचािरत या उपल ध सूचना के संबधं म, यावसाियक प म वामी द्वारा प्रद िकसी सूचना या द तावेज़ का करगे, या उसे अ य लोग को ह तांतिरत नहीं करगे ।

(घ)

यिद िवदेशी मूल के बोलीदाताओं/संिवदाकार के भारत म कोई एजट/प्रितिनिध ह गे, तो वे उनके नाम और पत का उ लेख करगे । इसी प्रकार, यिद 101

कोई अपराध नहीं या प्रित पधार् के योर तथा वैद्यतु संबधं के अंग के गलत प्रयोग नहीं


भारतीय रा ट्रीयता वाले बोलीदाताओं/संिवदाकार के कोई िवदेशी वामी ह गे, तो वे उनके नाम और पत का उ लेख करगे । बोलीदाता/संिवदाकार "िवदेशी पूितर् कार के भारतीय अिभकतार् ओ ं से संबिं धत िदशािनदेर्श" म उि लिखत सभी योरे भी प्र ततु करगे । साथ ही, जैसा िक इन िदशािनदेर्श म उ लेख िकया गया है, भारतीय एजट/प्रितिनिध को िकए जाने वाले सभी भगु तान भारतीय पय म ही िकए जाएंगे । "िवदेशी पूितर् कार के भारतीय एजट से संबिं धत िदशािनदेर्श" की प्रित संलग्न प म िचि त और संलग्न है । (ड.)

अपनी बोली प्र ततु करते समय, बोलीदाता/संिवदाकार उन सभी भगु तान का उ लेख करगे, जो उ ह ने संिवदा प्रदान िकए जाने के संबंध म एजट , दलाल या अ य म य थ को िकए ह, या उ ह करने के िलए प्रितबद्घ ह, या उ ह करना चाहते ह ।

(2)

बोलीदाता/संिवदाकार उपयर् क्त ु अपराध करने के िलए अ य लोग को प्रेिरत नहीं करगे और वे वयं भी इन अपराध म सि मिलत नहीं ह गे ।

खंड 3 -

खंड 4 (1)

(2)

िनिवदा प्रिक्रया म शािमल करने के िलए अयोग्य ठहराना और भावी संिवदाओं से अपवजर् न : यिद बोलीदाताओं/संिवदाकार ने संिवदा प्रदान िकए जाने से पहले या उसके िन पादन के दौरान, उपयर् क्त ु खंड 2 का उ लंघन या िकसी अ य प म कोई ऐसा अपराध िकया है, िजससे उनकी िव सनीयता संिदग्ध हो जाए, तो वामी को यह अिधकार है िक वह उन बोलीदाताओं/संिवदाकार को िनिवदा प्रिक्रया म शािमल करने के िलए अयोग्य ठहरा कर सकता है, या " यावसाियक यवहार पर प्रितबंध से संबिं धत िदशािनदेर्श" म उि लिखत प्रिक्रया के अनस ु ार कारर् वाई कर सकता है । " यावसाियक यवहार पर प्रितबंध से संबिं धत िदशािनदेर्श" की प्रित संलग्नक-"ख" प म िचि त और संलग्न है । क्षित की प्रितपूितर् : खंड 3 के अनस ु ार, संिवदा प्रदान िकए जाने से पहले, यिद वामी ने बोलीदाताओं को िनिवदा प्रिक्रया म शािमल करने के िलए अयोग्य ठहराया है, तो वामी को यह अिधकार है िक वह बयाना जमा/बोली-प्रितभूित के समकक्ष क्षित की प्रितपूितर् की मांग कर सकता है और उसकी वसूली कर सकता है । यिद वामी ने खंड 3 के अनस ु ार संिवदा को समा िकया है, या, यिद को खंड 3 के अनस ु ार संिवदा को समा करने का अिधकार है, तो को संिवदाकार से संिवदा मू य की पिरिनधार् िरत नक ु सानी या िन पादन गारंटी के समकक्ष रािश की मांग करने और उसकी वसूली करने का हक । 102

वामी वामी बक होगा


खंड 5 -

पूवर् उ लंघन :

(1)

यिद बोलीदाता यह घोिषत करता है िक उसने भ्र ाचार-िवरोधी ि कोण के अनस ु ार िकसी देश की िकसी अ य कं पनी के साथ या भारत के िकसी अ य सावर् जिनक क्षेत्र के उद्यम के साथ गत तीन वषर् म पहले ऐसा कोई उ लंघन नहीं िकया है, िजससे िनिवदा प्रिक्रया से उसका अपवजर् न ठहराया जा सके ।

(2)

यिद बोलीदाता इस संबधं म गलत िववरण प्र ततु करे, तो उसे " यावसाियक यवहार पर प्रितबंध से संबिं धत िदशािनदेर्श" म उि लिखत प्रिक्रया के अनस ु ार िनिवदा प्रिक्रया से अयोग्य ठहराया जा सकता है, या उसके िव द्घ कारर् वाई की जा सकती है ।

खंड 6 -

सभी बोलीदाताओं/संिवदाकार /उप-संिवदाकार के साथ समान यवहार :

(1)

बोलीदाताओं/संिवदाकार को यह वचन देना चािहए िक वे इस स यिन ा-समझौते के अनु प सभी उप-संिवदाकार से प्रितबद्घता की मांग करगे और संिवदा पर ह ताक्षर करने से पहले उसे वामी को प्र ततु करगे ।

(2)

वामी बोलीदाताओं/संिवदाकार और उप-संिवदाकार के साथ िकए जाने वाले करार म इसी प्रकार की अ य शत जोडेगा ।

(3)

जो बोलीदाता इस समझौते पर ह ताक्षर नहीं करगे या इसके उपबंध का उ लंघन करगे, उ ह वामी द्वारा िनिवदा प्रिक्रया से अयोग्य कर िदया जाएगा ।

खंड 7 - उ लंघन करने वाले बोलीदाताओं/संिवदाकार /उप-संिवदाकार के िव द्घ आपरािधक आरोप : (1)

वामी इस समझौते के िलए सक्षम और िव सनीय वतंत्र बा मॉनीटर िनयक्त ु करता है । इस मॉनीटर का कायर् वतंत्र और व तिु न प से यह समीक्षा करना है िक पक्षकार इस करार के तहत दािय व का पालन करते ह या नहीं, और यिद उनका पालन करते ह, तो िकस सीमा तक ।

(2)

यह मॉनीटर पक्षकार के प्रितिनिधय के अनदु ेश के अधीन नहीं होता है, और वह तट थ और स्वतंत्र प से अपने काय का िन पादन करता है । वह सीएसआईआर के संयक्त ु सिचव (प्रशासन) को िरपोटर् करता है ।

(3)

बोलीदाता/संिवदाकार यह वीकार करते ह िक मॉनीटर को यह अिधकार है िक वह वामी के सभी पिरयोजना प्रलेखन तथा संिवदाकार द्वारा प्रद सभी पिरयोजना प्रलेखन तक, िकसी प्रितबंध के िबना, अपनी पहुचं रख सकता है । 103


यिद मॉनीटर िकसी वैध कारण का उ लेख करते हुए अनरु ोध करेगा, तो संिवदाकार भी उसे यह अिधकार प्रदान करेगा िक वह िकसी प्रितबंध और शतर् के िबना उसके पिरयोजना प्रलेखन तक अपनी पहुचं रख सकता है । यही बात उप-संिवदाकार पर भी लागू होती है । मॉनीटर के िलए यह संिवदागत बा यता है िक वह बोलीदाता (बोलीदाताओं)/संिवदाकार (संिवदाकार )/उप-संिवदाकार (उपसंिवदाकार ) की सूचना और उनके द तावेज को गोपनीय रखेगा । (4)

वामी पिरयोजना से संबिं धत पक्षकार के बीच आयोिजत की जाने वाली सभी बैठक के बारे म मॉनीटर को पयार् सूचना प्रदान करेगा, बशतेर् िक ये बैठक वामी और संिवदाकार के बीच संिवदागत संबधं के िवषय म मह वपूणर् ह । पक्षकार मॉनीटर को इन बैठक म िह सा लेने का िवक प प्रदान करते ह ।

(5)

मॉनीटर को जैसे ही यह ज्ञात होगा िक इस करार का उ लंघन िकया गया है, या उसे जैसे ही यह िव ास होगा िक इस करार का उ लंघन िकया गया है, तो वह वामी के प्रबंधन को उसकी सूचना देगा और प्रबंधन से यह अनरु ोध करेगा िक वह संिवदा को समा कर दे, या सधु ारक कारर् वाई या कोई अ य संगत कारर् वाई करे । मॉनीटर इस संबधं म अबा यकारी िसफािरश प्र ततु कर सकता है; इसके अलावा, मॉनीटर को पक्षकार से यह मांग करने का कोई अिधकार नहीं है िक वे िकसी ख़ास ढंग से काम कर, या िकसी खास कारर् वाई से बाज आएं या िकसी खास कारर् वाई को बरदा त कर ।

(6)

मॉनीटर वामी से प्रा संदभर् या सूचना की तारीख से 8 से 10 स ाह के भीतर, सीएसआईआर के संयक्त ु सिचव (प्रशासन) को िलिखत िरपोटर् प्र ततु करेगा और सम यापूणर् ि थितय म सधु ार लाने के संबधं म उिचत समय पर प्र ताव प्र ततु करेगा।

(7)

मॉनीटर प्रितपूितर् का हकदार ठीक उसी प्रकार से होगा, िजस प्रकार से सीएसआईआर के वतंत्र िनदेशक उसके हकदार ह ।

(8)

यिद मॉनीटर ने सीएसआईआर के संयक्त ु सिचव (प्रशासन) को संगत आईपीसी/पीसी अिधिनयम के तहत िकसी उ लंघन के मूलभूत संदहे के बारे म सूिचत िकया हो, और समिु चत कायर् वाही न की हो, या उसने उसे मख्ु य सतकर्ता अिधकारी को सूिचत िकया हो और उसने उस उ लंघन के िव द्घ उिचत समय के भीतर कोई समिु चत कायर् वाही न की हो, तो मॉनीटर इस सूचना को सीधे कद्रीय सतकर्ता आयक्त ु को भी संप्रेिषत कर सकता है ।

(9)

'मॉनीटर' श द म एकवचन और बहुवचन - दोन ही शािमल ह गे ।

खंड 9 -

समझौता अविध : 104


यह समझौता तब प्रांरभ होगा, जब दोन पक्षकार ने उस पर िविधवत ह ताक्षर कर िदए ह । संिवदाकार के िलए यह समझौता संिवदा के तहत अंितम भगु तान के 10 माह बाद समा होगा, और अ य सभी बोलीदाताओं के िलए संिवदा प्रदान िकए जाने के 6 माह बाद । यिद इस अविध म कोई दावा दािखल िकया जाएगा, तो वह ऊपर िविनदेर्िशत इस समझौते के समा हो जाने के बाद भी तब तक बंधनकारी होगा और वैध रहेगा, जब तक िक उसे सीएसआईआर के संयक्त ु सिचव (प्रशासन) द्वारा िड चाजर् /समा न कर िदया जाए । खंड 10 - अ य उपबंध : (1)

यह करार भारतीय कानून के अधीन है । इस करार का िन पादन थान और क्षेत्रािधकार वामी का पंजीकृत कायार् लय, अथार् त नई िद ली है ।

(2)

पिरवतर् न और अनपु ूरक तथा समाि नोिटस का िलिखत म होना आव यक है । पाि र् क करार नहीं िकए गए ह ।

(3)

यिद संिवदाकार कोई साझेदारी या सहायता संघ हो, तो इस करार पर सभी साझेदार या सहायता संघ के सभी सद य के ह ताक्षर आव यक ह ।

(4)

यिद इस करार का कोई एक अथवा कई उपबंध अवैध हो जाएंगे, तो इस करार के शेष उपबंध वैध रहगे । इस मामले म, पक्षकार अपने मूल उ े य के अनु प ही करार करगे ।

......................................... ( वामी के िलए और उसकी ओर से)

......................................... (बोलीदाता/संिवदाकार के िलए और उसकी ओर से)

(कायार् लय की महु र)

(कायार् लय की महु र)

थान तारीख

: :

.................................................... ....................................................

गवाह 1

:

(नाम और पता)

:

गवाह 2

:

..................................................................................... ..................................................................................... 105


(नाम और पता)

:

..................................................................................... ....................................................................................

106


अनबु धं -"ठ" प्रयोगशालाओं/सं थान द्वारा इस िनिवदा द तावेज़ का प्रयोग मॉडल द तावेज़ के प म िकया जा सकता है । यिद िनिवदा द तावेज़ और सीएसआईआर मैनुअल के बीच कोई िवसंगित होगी, तो सीएसआईआर मैनुअल का ही प्रयोग िकया जाएगा । प्रयोगशालाएं/सं थान अपनी खास ज़ रत के अनु प मॉडल िनिवदा द तावेज़ की अंतवर् तु म उपयुक्त प से पिरवतर् न कर सकती ह । यह मॉडल िनिवदा द तावेज़ पारदिशर् ता सुिनि त करेगा और सभी भ्रांितय को दूर करेगा । आशा है िक प्रयोगशालाएं और सं थान यिद इस िनिवदा द तावेज़ का प्रयोग करगे, तो यह उनके िलए लाभदायक िसद्घ होगा । प्रयोगशालाएं इस द तावेज़ की आ मा और फ्रेमवकर् के भीतर, अपनी आव यकता और अपेक्षा के आधार पर, इस द तावेज़ म आशोधन कर सकती ह; और यिद इस द तावेज़ म प्रयोगशाला/सं थान के तर पर कोई बड़ा पिरवतर् न िकया जाए, तो उसके िलए सीएसआईआर मुख्यालय से परामशर् िकया जा सकता है ।

107


बोिलय /एनआईटी के िलए आमंत्रण 1. िनदेशक, ................................................................., इंिडया नीचे सूचीबद्घ मद की खरीद के िलए, िविनमार् ताओं, उनके िवतरक और िवदेशी वािमय के भारतीय एजट (यिद ह ) से महु रबंद बोिलयां आमंित्रत करते ह : क्रम संख्या

िनिवदा संख्या

मद का िववरण

मात्रा

एकल/दोहरी बोली

बोली प्रितभूित (बयाना जमा) (भारतीय पय म)

2.

इ छुक बोलीदाता भंडार एवं खरीद िनयंत्रक कायार् लय/भंडार एवं खरीद अिधकारी के कायार् लय .................................................................. से िव ततृ जानकारी प्रा कर सकते ह ।

3.

इ छुक बोलीदाता उपयर् क्त ु कायार् लय को िलिखत आवेदन प्र ततु करके और िनदेशक ..................................................................................... के पक्ष म मांग ड्रा ट, जो िदनांक ........................................ पर देय हो, के प म 300/- पए की अप्रितदेय एवं अह तांतरणीय शु क का भगु तान करके प्र येक बोली द तावेज़ का पूरा सेट यिक्तगत प से या डाक द्वारा खरीद सकते ह । िवक पत:, ये बोली द तावेज़ सीधे हमारी वेबसाइट से िन:शु क डाउनलोड िकए जा सकते ह । ये बोिलयां हमारे कायार् लय म िदनांक ....................... को या इससे पहले ........................... को ....................... बजे तक (भारतीय मानक समय) अव य पहुचं जानी चािहए । ये बोिलयां िदनांक ..................... को ..................... बजे (भारतीय मानक समय) खोली जाएंगी ।

4.

िदनांक ..................... को ..................... बजे (भारतीय मानक समय) बोली-पूवर् स मेलन आयोिजत िकया जाएगा । सभी भावी बोलीदाताओं से अनरु ोध है िक वे अपनी प्र ाविलयां उपयर् क्त ु पते पर प्र ततु कर द, तािक वे िदनांक ..................... तक ..................... म अव य पहुचं जाएं ।

5.

जैसािक ऊपर िविनदेर्शन िकया गया है, सभी बोिलय के साथ बोली प्रितभूित संलग्न की जानी चािहए और उ ह उपयर् क्त ु तारीख को उपयर् क्त ु समय पर उपयर् क्त ु कायार् लय को स पा जाना चािहए । बोिलयां बोलीदाताओं के उन प्रितिनिधय की मौजूदगी म खोली जाएंगी, जो िविनदेर्िशत तारीख को और िविनदेर्िशत समय पर उपि थत ह गे । यिद बोिलयां प्रा करने और बोिलयां खोलने की िविनदेर्िशत तारीख को खरीदार के कायार् लय म कोई अवकाश का िदन होगा, तो बोिलयां प्र ततु करने और बोिलयां खोलने की िनयत तारीख, िनधार् िरत समय पर, अगला कायर् िदवस होगी ।

6.

िनदेशक, .......................................... को यह अिधकार है िक वह, कोई कारण बताए िबना, िकसी या सभी िनिवदाओं को अंशत: या पूणर्त: वीकार कर सकता है, या उसके /उनके क्रम को भंग कर सकता है । 108


अ याय 1 बोलीदाताओं के िलए अनदु ेश िवषय-सूची क्रम सं. 1.1 1.2 1.3 1.4 1.5 1.6 1.7 1.8 1.9 1.10 1.11 1.12 1.13 1.14 1.15 1.16 1.17 1.18 1.19 1.20 1.21 1.22 1.23 1.24 1.25 1.26 1.27 1.28 1.29 1.30

िवषय-व तु पात्र बोलीदाता बोलीदाता की कीमत कपट और भ्र ाचार बोली द तावेज़ की कीमत बोली द तावेज़ की िवषय-व तु बोली द तावेज़ का प ीकरण बोली द तावेज़ म संशोधन बोली की भाषा बोली के द तावेज़ बोली प्रपत्र और मू य अनस ु ूची बोली के मू य बोली की मद्रु ाएं बोलीदाताओं की पात्रता और योग्यताओं को प्रमािणत करने वाले द तावेज़ माल की पात्रता और बोली द तावेज़ की अनु पता को प्रमािणत करने वाले द तावेज़ बोली प्रितभूित बोिलय की वैधता अविध बोली का फामेर्ट और बोली पर ह ताक्षर बोिलयां प्र ततु करना, सीलबंद करना और अंिकत करना बोिलयां प्र ततु करने की समय-सीमा िवलंिबत बोिलयां बोिलयां वापस लेना, प्रित थािपत करना और आशोिधत करना खरीदार द्वारा बोिलयां खोला जाना गोपनीयता बोिलय का प ीकरण प्रारंिभक जांच बोिलय की अनिु क्रयाशीलता अननु पता, भूल और लोप िनबंधन और शत की जांच, तकनीकी मू यांकन एकल मद्रु ा म पिरवतर् न बोिलय का मू यांकन और उनकी तल ु ना 109


1.31 1.32 1.33 1.34 1.35 1.36 1.37 1.38 1.39 1.40 1.41

बोिलय की तल ु ना खरीदार से संपकर् करना उ र-योग्यता परक्रामण अवाडर् मानदंड अवाडर् करते समय मात्राओं म अंतर करना खरीदार का अिधकार िकसी बोली को वीकार करना और िकसी बोली या सभी बोिलय को अ वीकार करना खरीदार का अिधकार अवाडर् की अिधसूचना संिवदा पर ह ताक्षर करना आडर् र वीकृत करना िन पादन प्रितभूित

110


क. प्र तावना 1.1

पात्र बोलीदाता

1.1.1 1.1.2

बोिलय का यह आमंत्रण सभी पूितर् कार के िलए खल ु ा है । बोिलय के इस आमंत्रण के तहत खरीदे जाने वाले माल के प्रापण के िलए, प्रयोग िकए जाने वाले िडज़ाइन, िविनदेर्श और अ य द तावेज़ तैयार करने के िलए, परामशीर् सेवाएं प्रदान करने के िलए खरीदार द्वारा िजस फमर् या उसके िकसी संबधं न को कायर् पर िनयोिजत िकया गया है, बोलीदाता प्र यक्ष या अप्र यक्ष प से उससे जड़ु े नहीं होने चािहए, या वे पहले उससे जड़ु े न रहे ह।

1.2 1.2.1

बोली की कीमत बोलीदाता अपनी बोली तैयार करने और उसे प्र ततु करने से संबिं धत पूरी कीमत वयं वहन करेगा । बोली प्रिक्रया का संचालन या पिरणाम चाहे कुछ भी क्य न हो, "खरीदार" इन कीमत के िलए िकसी भी मामले म उ रदायी या दायी नहीं होगा ।

1.3 1.3.1

कपट और भ्र ाचार खरीदार की यह अपेक्षा है िक बोलीदाता/पूितर् कार/संिवदाकार इन संिवदाओं के प्रापण और िन पादन के समय पूणर् सदाचार का पालन कर । इस नीित के अनस ु रण म, िन निलिखत को पिरभािषत िकया जाता है : "भ्र

ाचार" से ता पयर् प्र यक्ष या अप्र यक्ष प से िकसी ऐसी मह वपूणर् चीज़ देने और प्रा करने, या िकसी ऐसी मह वपूणर् चीज़ की याचना करने से है, जो प्रापण िक्रया या संिवदा िन पादन म सरकारी कमर् चारी के कायर् को प्रभािवत करे;

"कपटपूणर्

आचरण” से ता पयर् प्रापण प्रिक्रया या संिवदा िन पादन को प्रभािवत करने के िलए त य के अ यथा-कथन या लोप से है;

"दु

संिधपूणर् आचरण" से ता पयर् दो या दो से अिधक बोलीदाताओं के बीच की उस कीम या यव था से है, िजसे बोली मू य को बनावटी और गैरप्रित पधीर् तर पर प्रमािणत करने के िलए बनाया या िकया जाए, िजसके बारे म खरीदार को जानकारी हो या उसे जानकारी न हो; और "प्रपीड़क

1.3.2 111

आचरण" से ता पयर् यिक्तय या उनकी संपि को प्र यक्ष या अप्र यक्ष प से हािन पहुचं ाने या हािन पहुचं ाने की धमकी देने से है, िजससे िक प्रापण प्रिक्रया म उनकी सहभािगता या संिवदा िन पादन को प्रभािवत िकया जा सके । िजस बोलीदाता ने संिवदा प्रदान िकए जाने के संबधं म िसफािरश की है, यिद उसके संबधं म खरीदार का यह िन य होगा िक वह िवचाराधीन संिवदा के


िलए प्रित पधार् करने म प्र यक्ष प से या िकसी एजट के मा यम से भ्र , कपटपूणर्, दु संिधपूणर् या प्रपीड़क आचरण म संलग्न है, तो खरीदार संिवदा प्रदान िकए जाने के उसके प्र ताव को अ वीकार कर देगा । ख. 1.4 1.4.1

बोली द तावेज बोली द तावेज़ की कीमत : जैसािक बोिलय /एनआईटी के िलए आमंत्रण म उ लेख िकया गया है, इ छुक पात्र बोलीदाता बोली द तावेज़ की कीमत का भगु तान कर बोली द तावेज़ खरीद सकते ह, अथवा िवक पत: वे बोली द तावेज़ हमारी वेबसाइट से िन:शु क डाउनलोड कर सकते ह ।

1.5

बोली द तावेज़ की िवषय-व तु :

1.5.1

अपेिक्षत माल, बोली प्रिक्रयाओं और संिवदा शत का िनधार् रण बोली द तावेज़ म िकया गया है, िज ह संयक्त प से पढ़ा जाना चािहए । बोिलय के िलए ु आमंत्रण के अलावा, बोली द तावेज़ को िन निलिखत आठ अ याय म िवभािजत िकया गया है: अ याय 1 : बोलीदाताओं के िलए अनदु ेश (आईटीबी) अ याय 2 : संिवदा की सामा य शत (जीसीसी) और संिवदा की िवशेष शत (एससीसी) अ याय 3 : अपेक्षाओं की अनस ु ूची अ याय 4 : िविनदेर्शन और िमि त तकनीकी योरे अ याय 5 : मू य अनस ु ूची प्रपत्र अ याय 6 : योग्यता संबधं ी अपेक्षाएं अ याय 7 : संिवदा प्रपत्र अ याय 8 : अ य मानक प्रपत्र, िजनम िन निलिखत प्रपत्र ह गे : (क) बोलीदाता से संबिं धत सूचना प्रपत्र (ख) िविनमार् ता का प्रािधकार प्रपत्र (एमएएफ); (ग) बोली प्रितभूित प्रपत्र (घ) िन पादन िववरण प्रपत्र (ड.) िवचलन िववरण प्रपत्र (च) सेवा समथर् न संबधं ी योरे (छ) बोली प्रपत्र (ज) िन पादन प्रितभूित प्रपत्र (झ) वीकृित प्रमाणपत्र संबधं ी प्रपत्र (ञ) स यिन ा समझौता ।

112


1.5.2

बोलीदाता से यह अपेक्षा की जाती है िक वह बोली द तावेज़ के सभी अनदु ेश , प्रपत्र , शत और िविनदेर्शन की जांच कर ले । यिद बोली द तावेज़ म अपेिक्षत सम त सूचना प्र ततु नहीं की जाएगी, अथवा यिद बोली का प्र ततु ीकरण बोली द तावेज़ के प्रित हर ि से पूणर्त: अनिु क्रयाशील नहीं होगा, तो यह बोलीदाता का ही जोिखम होगा, और इसके पिरणाम व प उसकी बोली को अ वीकार िकया जा सकता है ।

1.6 1.6.1

बोली द तावेज़ का प ीकरण : िजस भावी बोलीदाता को बोली द तावेज़ के िकसी प ीकरण की ज़ रत होगी, वह संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत खरीदार के पते पर िलिखत म खरीदार से संपकर् करेगा । खरीदार प ीकरण के अनरु ोध का िलिखत म उ र देगा, बशतेर् िक वह अनरु ोध बोली प्र ततु करने की समय-सीमा से पहले 10 िदन के भीतर प्रा हो । खरीदार, बोली द तावेज़ प्रा करने के ोत का पता लगाए िबना, उन सभी बोलीदाताओं को, जांच के िववरण सिहत, अपने उ र की प्रितयां अग्रेिषत करेगा, िज ह ने सीधे उससे बोली द तावेज़ प्रा िकए ह । यिद खरीदार प ीकरण के पिरणाम व प बोली द तावेज़ म संशोधन करना आव यक समझेगा, तो वह बोली द तावेज़ के संशोधन और बोली प्र ततु िकए जाने की समय-सीमा से संबिं धत खंड म िविनदेर्िशत प्रिक्रया के अनस ु ार ही उनम संशोधन करेगा । जारी िकए गए ये प ीकरण अ य भावी बोलीदाताओं के लाभाथर् खरीदार की वेबसाइट पर भी उपल ध ह गे ।

1.7 1.7.1

बोली द तावेज़ का संशोधन : खरीदार बोली प्र ततु करने की समय-सीमा से पहले िकसी भी समय, िकसी कारणवश, अपनी पहल से या भावी बोलीदाता द्वारा अपेिक्षत प ीकरण के उ र व प, संशोधन कर बोली द तावेज़ को आशोिधत कर सकता है । िजन भावी बोलीदाताओं ने बोली द तावेज़ प्रा िकए ह, उ ह आशोधन िलिखत म या के बल या फै क्स या ई-मेल द्वारा अिधसूिचत िकए जाएंगे और वे उनके िलए बा यकारी ह गे । ये आशोधन खरीदार की वेबसाइट पर भी उपल ध ह गे । इसिलए सभी भावी बोलीदाताओं से यह अपेक्षा की जाती है िक वे इन आशोधन की जानकारी प्रा करने के िलए, अपनी बोिलयां प्र ततु करने से पहले खरीदार की वेबसाइट का अवलोकन अव य कर ल । खरीदार बोिलयां प्र ततु करने की समय-सीमा म विववेक से विृ द्घ कर सकता है और िकए गए आशोधन को अपनी वेबसाइट पर उपल ध करा सकता है, िजससे िक अपनी बोिलयां तैयार करते समय भावी बोलीदाताओं को, उन आशोधन को अपनी बोिलय म समावेिशत करने के िलए पयार् समय िमल सके ।

1.7.2

1.7.3

113


बोिलयां तैयार करना 1.8 1.8.1

1.8.2

बोली की भाषा : बोलीदाता द्वारा तैयार की जाने वाली बोली, सम त पत्र यवहार और बोलीदाता तथा खरीदार के द्वारा िविनमय की जाने वाली बोली से संबिं धत सम त द तावेज़ तथा सम त तकनीकी योर म िवशेषत: अंग्रेजी भाषा का ही प्रयोग िकया जाएगा । लेिकन, भारत सरकार ने राजभाषा अिधिनयम के तहत िहंदी भाषा के प्रयोग को भी अिनवायर् ता प्रदान की है, इसिलए इस संबंध म सीएसआईआर के राजभाषा एकक के िवचार भी प्रा िकए जाएंगे, उनके िहंदी अनवु ाद की पूरी लागत उसे वयं वहन करनी होगी और वह उस अनवु ाद की पिरशद्घु ता के िलए भी वयं िज मेदार होगा । पूितर् कार द्वारा जो अंग्रेजी द तावेज़ प्रदान िकए जाएंगे, उनके िहंदी अनवु ाद की पूरी लागत उसे वयं वहन करनी होगी और वह उस अनवु ाद की पिरशद्घु ता के िलए भी वयं िज मेदार होगा ।

1.9 1.9.1

बोली के द तावेज़ : बोलीदाता द्वारा तैयार की जाने वाली बोली म िन निलिखत द तावेज़ ह गे : (क) बोलीदाता से संबिं धत सूचना प्रपत्र (ख) बोिलय के िलए आमंत्रण म यथािविनदेर्िशत बोली प्रितभूित (ग) सेवा समथर् न योर से संबिं धत प्रपत्र घ) िवचलन िववरण प्रपत्र ड.) िन पादन िववरण प्रपत्र च) िविनमार् ता प्रािधकार प्रपत्र (छ) यिद बोलीदाता की बोली वीकृत की जाए, तो यह प्रमािणत करने के िलए द तावेज़ी सा य िक बोलीदाता बोली लगाने का पात्र है और वह संिवदा िन पादन के िलए योग्य है । (ज) बोली प्रपत्र (झ) माल की पात्रता और बोली द तावेज़ की अनु पता प्रमािणत करने वाले द तावेज़ (ञ) लागू मू य अनस ु ूची प्रपत्र (ट) यिद प्रापण की मद भारत सरकार की चालू िनयार् त - आयात नीित की प्रितबंिधत ेणी म आती ह , तो डीजीएस एवं डी का पंजीकरण प्रमाणपत्र ।

1.10

बोली प्रपत्र और मू य अनस ु चू ी :

114


1.10.1 बोलीदाता बोली द तावेज़ म प्र ततु बोली प्रपत्र और उिचत मू य अनस ु ूची प्रपत्र भरेगा । ये प्रपत्र अपने फामेर्ट म कोई पिरवतर् न िकए िबना ही भरे जाने चािहए, यिद उनम कोई पिरवतर् न िकए जाएंगे, तो उ ह वीकार नहीं िकया जाएगा । सभी िरक्त थान म वही सूचना भरी जानी चािहए, िजसे भरे जाने का अनरु ोध िकया गया है । 1.11 बोली मू य : 1.11.1 बोलीदाता उिचत मू य अनस ु ूची प्रपत्र म माल के उ हीं यूिनट मू य और कुल बोली मू य का उ लेख करेगा, िजनकी संिवदा के अधीन पूितर् िकए जाने का उसका प्र ताव होगा । 1.11.2 उिचत मू य अनस ु ूची प्रपत्र म उि लिखत मू य की प्रिवि िन निलिखत तरीके से अलग से की जाएगी : (क) भारत म िविनिमर् त माल के संबधं म :

(ख)

(i)

पूवर्त: प्रद

कर सिहत एक्स-वक्सर् उद्धतृ माल का मू य । (ii) संिवदा प्रदान िकए जाने पर, माल पर देय वैट और अ य कर, जैसे उ पाद शु क आिद । (क) मू य अनस ु ूची प्रपत्र म यथािनदेर्िशत, वांिछत गंत य पर माल के िवतरण के िलए अंतदेर्शीय पिरवहन, बीमा और अपेिक्षत अ य थानीय सेवाओं के प्रभार । (ख) सं थापन, प्रारंभन और प्रिशक्षण प्रभार, िजसम अनषु गं ी सेवाएं भी शािमल ह । िवदेश म िविनिमर् त माल के संबधं म : (i)

मू य अनस ु ूची प्रपत्र म यथा-िविनदेर्िशत, एफसीए (िवदेश म िवतरण का नािमत थान) या एफओबी (नौ-वहन का नािमत प न) पर उद्धतृ माल का मू य ।

(ii)

गंत य थान/प न पर माल के बीमा और पिरवहन संबंधी प्रभार ।

(iii)

एजसी कमीशन प्रभार, यिद कोई ह ।

(iv)

अिध ठापन, प्रारंभन और प्रिशक्षण प्रभार, िजसम अनषु गं ी सेवाएं भी शािमल ह । 1.11.3 एफओबी, एफसीए, सीआइएफ, सीआईपी आिद श द इंटरनेशनल चै बसर् ऑफ कॉमसर् , पैिरस द्वारा प्रकािशत इंकोट सर् के वतर् मान सं करण म िनधार् िरत िनयम से िनयंित्रत ह गे। 115


1.11.4 िजस प्र ताव म पैिकं ग, अग्रेषण, भाड़ा, बीमा प्रभार , कर आिद का उ लेख नहीं होगा, उसे अपूणर् मानकर अ वीकार कर िदया जाएगा । 1.11.5 उद्धतृ मू य संिवदा अविध म ि थर ही रहगे, उनम िकसी भी कारण से कोई पिरवतर् न नहीं िकया जाएगा । 1.11.6 सभी लॉट और मद को सूचीबद्घ िकया जाना चािहए और उनकी मू य अनस ु ूची म अलग से कीमत िनधार् िरत की जानी चािहए । िजस मू य-अनस ु ूची म मद सूचीबद्घ ह गी, लेिकन उसम उनकी कीमत का अलग से िनधार् रण नहीं िकया गया होगा, तो यह माना जाएगा िक उसम उनकी कीमत अ य मद की कीमत म ही शािमल ह । जो लॉट या मद मू य अनस ु ूची म सूचीबद्घ नहीं ह गी, तो यह माना जाएगा िक उसम उ ह बोली म शािमल नहीं िकया जाना है । 1.11.7 खरीदार द्वारा वैज्ञािनक प्रयोजन के िलए की गई खरीद उदग्र् हणीय िरयायती दर पर उ पाद शु क और सीमा शु क से मक्त ु ह। 1.12 बोली मद्रु ाएं : 1.12.1 भारत म पूितर् के िलए प्रा होने वाले प्र ताव के संबधं म मू य भारतीय पय म और िवदेश से पूितर् के िलए प्रा होने वाले प्र ताव के संबधं म मक्त प से ु पिरवतर् नीय िवदेशी मद्रु ा म उद्धतृ िकए जाएंगे । 1.13 बोलीदाता की पात्रता और योग्यता प्रमािणत करने वाले द तावेज : 1.13.1 यिद बोलीदाता की बोली वीकार कर ली जाएगी, तो वह अपनी बोली के भाग के प म, बोली के िलए बोलीदाता की पात्रता और संिवदा िन पादन की अपनी योग्यता को प्रमािणत करने वाले द तावेज़ प्र ततु करेगा । 1.13.2 बोली को वीकार कर िलए जाने पर, बोलीदाता की संिवदा िन पादन की योग्यता के द तावेज़ी सा य से खरीदार को यह संतिु होगी िक (क) बोलीदाता बोली द तावेज़ म उि लिखत योग्यता मापदंड को पूरा करता है । (ख) जो बोलीदाता अपने प्र ताव म उि लिखत माल का िविनमार् ण वयं नहीं करता है, वह बोली द तावेज़ म िविनदेर्िशत प्रपत्र म िविनमार् ता प्रािधकरण पत्र प्र ततु करेगा, िजससे िक यह प्रदिशर् त िकया जा सके िक उसे माल को उद्रधतृ करने और/या उसकी पूितर् करने के िलए माल के िविनमार् ता द्वारा िविधवत प्रािधकृत िकया गया है । (ग) यिद बोलीदाता भारत म यवसाय नहीं कर रहा है, तो वह इस आशय का प्रमाणपत्र प्र ततु करेगा िक उसका प्रितिनिध व भारत म उसके िकसी एजट द्वारा िकया जाएगा, जो वारंटी और वारंटी-प ात अविध म पूितर् , अनरु क्षण, मर मत संबधं ी दािय व आिद के िन पादन की कायर् थल पर प्रिक्रया सिु नि त करेगा । 116


1.13.3 गोपनीय िनिवदाएं वीकार नहीं की जाएंगी । 1.14 माल की पात्रता और बोली द तावेज़ की अनु पता प्रमािणत करने वाले द तावेज़: 1.14.1 माल की पात्रता प्रमािणत करने के िलए, माल और सेवाओं के पात्रता संबधं ी द तावेज़ी सा य म, प्रद माल और सेवाओं के मूल देश के िवषय म िववरण होगा, िजसकी पिु नौ-वहन के समय मूल थान प्रमाणपत्र द्वारा की जाएगी । 1.14.2 बोली द तावेज़ की अपेक्षाओं से संबिं धत अनस ु ूची और िविनदेर्शन के अनु प माल और सेवाओं की अनु पता प्रमािणत करने के िलए, बोली द तावेज़ के माल और सेवाओं की अनु पता का द तावेज़ी सा य सािह य, ड्राइंग और आंकड़ के प म होगा और उसम िन निलिखत चीज ह गी : (क) माल की तकनीकी और िन पादन संबधं ी आव यक िवशेषताओं से संबिं धत िव ततृ िववरण । (ख) मू य िनधार् िरत बोली म खरीदार द्वारा माल का प्रयोग शु िकए जाने के बाद, वारंटी अविध म माल की समिु चत एवं िनरंतर कायर् शीलता के िलए आव यक अितिरक्त पज ु , िवशेष उपकरण आिद के उपल ध ोत और उनके वतर् मान मू य - सिहत पूणर् िववरण दशार् ने वाली सूची । (ग) खरीदार के तकनीकी िविनदेर्शन के िवषय म मद-वार िट पणी, िजसम उन िविनदेर्शन के अनु प माल और सेवाओं की मूलभूत अनिु क्रयाशीलता का उ लेख िकया जाए, या उन तकनीकी िविनदेर्शन के प्रावधान से संबिं धत िवचलन और अपवाद के िवषय म िववरण प्र ततु िकया जाए । 1.14.3 उपयर् क्त ु के अनस ु ार प्र ततु की जाने वाली िट पणी के संबधं म, बोलीदाता इस त य पर यान दगे िक अपने तकनीकी िविनदेर्शन म खरीदार द्वारा नामोि कारीगरी, सामग्री और उप कर के मानक का िववरणा मक होना आव यक है, िनयामक होना नहीं । बोलीदाता अपनी बोली म इनका प्रित थापन कर सकता है, बशतेर् िक उससे खरीदार की यह संतिु हो िक उसके प्रित थापन उन मानक के पूणर्त: समतु य ह, िज ह उसने अपने तकनीकी िविनदेर्शन म नामोि िकया है । 1.15 बोली प्रितभूित : 1.15.1 बोलीदाता अपनी बोली के भाग के प म, बोिलय के िलए आमंत्रण म यथा-िविनदेर्िशत रािश की बोली प्रितभूित प्र ततु करेगा । िवदेशी बोलीदाताओं के मामले म, बोली प्रितभूित वामी या उसके भारतीय एजट द्वारा प्र ततु की जाएगी तथा देशी बोलीदाताओं के मामले म, यह बोली प्रितभूित िविनमार् ताओं या उनके िवशेषत: प्रािधकृत डीलर /बोलीदाताओं द्वारा प्र ततु की जाएगी । 117


1.15.2 यह बोली प्रितभूित बोलीदाता के आचरणगत जोिखम से खरीदार की संरक्षा करने के िलए अपेिक्षत है, िजसम इस आशय की वारंटी होगी िक उस ि थित म प्रितभूित रािश ज त कर ली जाएगी । 1.15.3 यह बोली प्रितभूित भारत म पूितर् के िलए प्रा प्र ताव के संबधं म भारतीय पय म होगी और उसके मू य को बोली की मद्रु ा म आंका जाएगा, अथवा िवदेश से पूितर् के िलए प्रा प्र ताव के मामले म यह बोली प्रितभूित पूणर्त: पिरवतर् नीय िवदेशी मद्रु ा म होगी, जो भारतीय पय के समतु य होगी । यह प्रितभूित बोलीदाताओं के िवक प के अनस ु ार िन निलिखत म से िकसी एक प म होगी : (क) बोली द तावेज़ म प्रद प्रपत्र म, भारत म प्रचािलत िकसी रा ट्रीयकृत/अनस ु ूिचत बक/िवदेशी बक द्वारा जारी की गई बक गारंटी के प म, जो बोली की वैधता अविध के बाद 45 िदन तक वैध हो । यिद बोलीदाता िकसी िवदेशी बक द्वारा जारी की गई बक गारंटी प्र ततु करना चाहे, तो उसकी पिु िकसी रा ट्रीयकृत/अनस ु ूिचत भारतीय बक द्वारा की जानी चािहए; अथवा (ख) प्रयोगशाला/सं थान के पक्ष म िगरवी रखी गई साविध जमा रसीद । (ग) िकसी रा ट्रीयकृत/अनस ु ूिचत भारतीय बक द्वारा खरीदार के पक्ष म जारी िकए गए बक चैक या मांग ड्रा ट । 1.15.4 यिद आईटीबी के खंड 15.11 म उि लिखत शत का अवलंबन िलया जाएगा, तो खरीदार द्वारा िलिखत मांग िकए जाने पर यह बोली प्रितभूित त काल देय हो जाएगी । 1.15.5 यह बोली प्रितभूित अपने मूल प म ही प्र ततु की जानी चािहए । इसकी प्रितयां वीकार नहीं की जाएंगी । 1.15.6 हालांिक बोली प्रितभूित (बयाना जमा) एक आव यकता है, तथािप प्रयोगशाला/सं थान के िनदेशक कुछे क िवशेष उन पक्षकार को बोली प्रितभूित से छूट प्रदान कर सकते ह, िजनके प्र यय पत्र उ म ह और जो रा ट्रीय/अंतररा ट्रीय तर पर ल धप्रित ह । 1.15.7 असफल बोलीदाताओं की बोली प्रितभूित, बोली की वैधता अविध समा होने के बाद 15 िदन की अविध के भीतर या आदेश जारी िकए जाने के बाद, इनम से जो भी बाद म हो, िबना याज के यथाशीघ्र िड चाजर् कर दी जाएगी/लौटा दी जाएगी । 1.15.8 सफल बोलीदाता की बोली प्रितभूित बोलीदाता के द्वारा िन पादन प्रितभूित प्र ततु िकए जाने पर िड चाजर् की जाएगी और उस पर िकसी याज का भगु तान नहीं िकया जाएगा । िवक पत:, बोली प्रितभूित की यिक्तगत प्रितभूित से समायोिजत 118


भी िकया जा सकता है, यिद उसका भगु तान मांग ड्रा ट/बक चैक से िकया जाए । 1.15.9 जो फमर् डीजीएस एवं डी, एनएसआईसी, सावर् जिनक क्षेत्र के उपक्रम , कद्रीय वाय िनकाय और सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान के साथ पंजीकृत ह, उ ह बोली प्रितभूित के भगु तान से छूट है, बशतेर् िक उस पंजीकरण म वे मद भी ह , िजनका वे प्र ताव दे रहे ह, जो उनके द्वारा िविनिमर् त ह; अ य कं पिनय द्वारा िविनिमर् त िवक्रय उ पाद के संदभर् म बोली प्रितभूित के भगु तान से छूट नहीं है । 1.15.10 यिद बोलीदाता िनिवदा खोले जाने के समय िलिखत म यह सूिचत करे िक बोली प्रितभूित िव ीय बोली के साथ संलग्न है, तो ऐसे मामल म पक्षकार की तकनीकी बोली को उन िव ीय बोिलय के खोले जाने तक अ थायी प से वीकार िकया जाएगा, िजनके साथ पक्षकार ने बोली प्रितभूित संलग्न की ह । 1.15.11 बोली प्रितभूित िन निलिखत ि थितय म ज त की जा सकती है : (क) बोलीदाता के द्वारा बोली प्रपत्र म िविनदेर्िशत बोली की वैधता अविध म, यिद बोलीदाता द्वारा अपनी बोली को वापस ले िलया जाए या उसम आशोधन कर िदया जाए या उसे कम कर िदया जाए या घटा िदया जाए; अथवा (ख) सफल बोलीदाता के मामले म, यिद बोलीदाता आदेश के 15 िदन के भीतर आदेश की वीकृित प्र ततु न करे, या वह संिवदा पर ह ताक्षर न करे और/या संिवदा/आदेश की तारीख से 21 िदन के भीतर िन पादन प्रितभूित प्र ततु न करे । 1.16 बोिलय की वैधता अविध : 1.16.1 बोिलयां खरीदार द्वारा िनधार् िरत बोली खोलने की तारीख के बाद 90 िदन की यूनतम अविध तक वैध रहगी । जो बोली इससे कम अविध तक वैध होगी, उसे अनिु क्रयाशीलतारिहत मानकर खरीदार द्वारा अ वीकार कर िदया जाएगा । 1.16.2 अपवादा मक पिरि थितय म, खरीदार वैधता अविध बढ़ाए जाने के िलए बोलीदाता की सहमित प्रा करने का अनरु ोध कर सकता है । उसका अनरु ोध और उसका उ र िलिखत म (या के बल, टेलेक्स, फै क्स या ई-मेल द्वारा) प्र ततु िकया जाएगा । प्रद बोली प्रितभूित की अविध उपयक्त प से बढ़ाई जाएगी । ु बोलीदाता अपनी बोली प्रितभूित को ज त कराए िबना उस अनरु ोध से इनकार कर सकता है । जो बोलीदाता अनरु ोध को वीकार करेगा, उसे अपनी बोली म आशोधन की आव यकता नहीं होगी और न उसे इसकी अनमु ित ही दी जाएगी। 1.16.3 बोली का मू यांकन उपयर् क्त ु संशोधन पर िवचार िकए िबना, बोली के मू य के आधार पर ही िकया जाएगा । 1.17 119

बोली का फॉमेर्ट और बोली पर ह ताक्षर करना :


1.17.1 जैसा िक बोिलय के िलए आमंत्रण म िविनदेर्िशत िकया गया है, बोिलयां एक ही िलफाफे म या दो भाग म प्र ततु की जाएंगी । 1.17.2 यिद बोिलयां एक ही िलफाफे के आधार पर आमंित्रत की जाएंगी, तो बोलीदाता बोली की दो प्रितयां तैयार करेगा और उन पर उपयक्त प से "मूल बोली" और ु "प्रितबोली" अंिकत करेगा । यिद उनम कोई िवसंगित पाई जाएगी, तो मूल बोली को ही मह व िदया जाएगा । 1.17.3 यिद बोिलयां दो-बोली प्रणाली के आधार पर आमंित्रत की जाएंगी, तो बोलीदाता बोिलयां दो अलग-अलग भाग म तैयार करेगा । एक भाग म तकनीकी बोली होगी, िजसम बोली प्रपत्र और मू य अनस ु ूची को छोड़कर, बोली के द तावेज़ से संबिं धत खंड म उि लिखत सभी द तावेज़ ह गे । दूसरे भाग म मू य िनधार् िरत बोली होगी, िजसम बोली प्रपत्र और मू य अनस ु ूची ह गे। बोलीदाता बोली की दो प्रितयां तैयार करेगा और उन पर उपयक्त प से "मूल बोली" और ु "प्रितबोली" अंिकत करेगा । 1.17.4 बोली की मूल और सभी प्रितयां टाइप की जाएंगी या अिमट याही से िलखी जाएंगी और उनपर बोलीदाता द्वारा या िविधवत प्रािधकृत यिक्त या यिक्तय द्वारा ह ताक्षर िकए जाएंगे, तािक संिवदा को बोलीदाता के प्रित बा यकारी बनाया जा सके । असंशोिधत मिु द्रत सािह य को छोड़कर, बोली के सभी पृ पर, बोली पर ह ताक्षर करने वाले यिक्त या यिक्तय द्वारा आद्याक्षर िकए जाएंगे । 1.17.5 अंतरापंिक्तयां, कांट-छांट या ओवर-राइिटंग तभी िविधमा य ह गे, जब उनपर बोली पर ह ताक्षर करने वाले यिक्त या यिक्तय के आद्याक्षर ह गे । बोिलयां प्र तुत करना और सीलबंद करना 1.18. बोिलयां प्र तुत करना, सीलबंद करना और अंिकत करना : 1.18.1 बोलीदाता अपनी िविधवत सीलबंद बोिलयां सामा यत: डाक से या द ती प्र ततु करगे । 1.18.2 एक ही िलफाफे के आधार पर आमंित्रत बोिलय के मामले म, बोलीदाता बोली की मूल और प्र येक प्रित को अलग-अलग आंतिरक िलफाफ म सीलबंद करगे और िलफाफ पर "मूल बोली" और "प्रित बोली" िविधवत अंिकत करगे । उसके बाद इन िलफाफ को बा िलफाफे म सीलबंद िकया जाएगा । 1.18.3 दो बोली के आधार पर आमंित्रत बोिलय के मामले म, बोलीदाता मू य-अिनधार् िरत

वािणि यक और तकनीकी बोली, िजसम 'ज' और 'ञ' को छोड़कर आईटीबी 1.9.1 म सूचीबद्घ सभी द तावेज़ ह गे, और मू य िनधार् िरत बोली "तकनीकी बोली" और "मू य िनधार् िरत बोली" अंिकत दो अलग-अलग िलफाफ म सीलबंद करगे ।

120


1.18.4(क)

जैसा िक एससीसी म उ लेख िकया गया है, आंतिरक और बा - िलफाफे खरीदार को संबोिधत िकए जाएंगे । (ख) जैसा िक बोिलय के िलए आमंत्रण म िविनदेर्िशत िकया गया है, बा िलफाफे पर बोलीदाता का नाम और पता, िनिवदा संख्या, देय तारीख और "िदनांक ............. से पहले न खोल" - चेतावनी अंिकत िकए जाए और उस पर समय और तारीख दजर् की जाए । 1.18.5 यिद बा िलफाफे को उपयर् क्त ु अपेक्षा के अनस ु ार सीलबंद और अंिकत नहीं िकया जाएगा, तो उसके गमु होने या समय-पूवर् खोले जाने के बारे म खरीदार की कोई िज मेदारी नहीं होगी । ऐसे मामल म, िनयत तारीख और समय के भीतर खल ु ी हालत म प्रा बोिलय को बोलीदाता के जोिखम पर ही वीकार िकया जाएगा, यिद उ ह बोिलयां खोले जाने की िनयत तारीख और समय के समा होने से पहले सामग्री एवं खरीद अिधकारी को प्र ततु िकया जाएगा । 1.18.6 जो फमर् दो बोली प्रणाली की अपेक्षा के िलए एक ही िलफाफे म बोिलयां प्र ततु करगी, उन पर बोलीदाता के जोिखम और िज मेदारी पर ही आगे मू यांकन के िलए िवचार िकया जाएगा । लेिकन, खल ु ी मू य िनधार् िरत बोली को टीओसी द्वारा, मू य का नामो लेख िकए िबना, त काल सीलबंद िकया जाएगा । 1.19

बोिलयां प्र तुत करने की समय-सीमा

के िलए आमंत्रण" म िविनदेर्िशत पते पर खरीदार को, उसम िविनदेर्िशत समय और तारीख को या उससे पहले, अव य प्रा हो जानी चािहए । यिद बोिलयां प्र ततु करने की िविनदेर्िशत तारीख को खरीदार के कायार् लय म कोई छुट्टी घोिषत की जाएगी, तो बोिलयां अगले कायर् िदवस को िनधार् िरत समय तक प्रा की जाएंगी । 1.19.2 खरीदार बोली द तावेज़ के संशोधन से संबिं धत खंड के अनस ु ार बोली द तावेज़ म संशोधन कर बोिलयां प्र ततु करने की समय-सीमा म विववेक से विृ द्घ कर सकता है । इस ि थित म खरीदार और बोलीदाता के जो अिधकार और दािय व पहले समय-सीमा के अधीन थे, वे उसके बाद बढ़ाई गई समय-सीमा के अधीन ह गे । 1.19.1 बोिलयां

"बोिलय

1.20 िवलंिबत बोिलयां 1.20.1 खरीददार द्वारा िनधार् िरत की गई समय-सीमा के बाद प्रा त होने वाली िकसी भी बोली को अ वीकार कर िदया जाएगा । 1.20.2 ऐसी िनिवदाओं पर "िवलंिबत" अंिकत कर िदया जाएगा और उन पर आगे मू यांकन के िलए िवचार नहीं िकया जाएगा । उ ह खोला ही नहीं जाएगा । उनके मूल िलफाफे को खोले िबना ही उ ह बोलीदाताओं को लौटा िदया जाएगा । 121


1.21 बोिलयां वापस लेना, प्रित थािपत करना और आशोिधत करना 1.21.1 बोलीदाता आईटीबी के खंड 18 के अनस ु ार प्रािधकृत प्रितिनिध द्वारा िविधवत ह ताक्षिरत िलिखत नोिटस भेज कर, बोली प्र ततु करने के बाद अपनी बोली को वापस ले सकता है, उसे प्रित थािपत या आशोिधत कर सकता है । इस नोिटस के साथ आईटीबी के उप-खंड 17.4 के अनस ु ार प्रािधकरण की प्रित संलग्न की जाएगी (इसके अलावा, प्र याहार-नोिटस की कोई प्रितयां आव यक नहीं ह गी) । बोली के तदनु प प्रित थापन या आशोधन के साथ संबिं धत िलिखत नोिटस संलग्न िकया जाना चािहए । सभी नोिटस : (क) आईटीबी के खंड 17 और 18 के अनस ु ार प्र ततु िकए जाएंगे (िसवाय इसके िक प्र याहार नोिटस के िलए प्रितय की आव यकता नहीं होगी) । इसके अलावा, संबिं धत िलफाफ पर "प्र याहार", "प्रित थापन" या "आशोधन" प त: अंिकत िकया जाएगा; और (ख) खरीदार द्वारा आईटीबी के खंड 19 के अनस ु ार बोिलयां प्र ततु करने के िलए िनधार् िरत समय-सीमा से पहले, प्रा िकए जाएंगे । 1.21.2 आईटीबी के उप-खंड 21.1 के अनस ु ार िजन बोिलय को वापस लेने का अनरु ोध िकया जाएगा, उ ह बोलीदाताओं को िबना खोले ही लौटा िदया जाएगा । बोिलयां प्र ततु करने की समय-सीमा और बोली प्रपत्र पर बोलीदाता के द्वारा िविनदेर्िशत बोली की वैधता अविध समा होने या उस अविध को बढ़ाए जाने के बीच के अंतराल म िकसी भी बोली को प्र याहिरत, प्रित थािपत या आशेिधत नहीं िकया जाएगा । ड. बोिलयां खोलना और उनका मू यांकन करना 1.22 खरीदार द्वारा बोिलयां खोला जाना 1.22.1 बोिलय के िलए आमंत्रण म उि लिखत अनस ु ूची के अनस ु ार, खरीदार सभी बोिलयां बोलीदाताओं के उन प्रािधकृत प्रितिनिधय की मौजूदगी म एक बार खोलेगा, जो बोली खोले जाने के समय उपि थत ह गे । बोलीदाताओं के जो प्रितिनिध मौजूद ह गे, वे अपनी उपि थित के प्रमाण व प कोटेशन खोले जाने की शीट पर अपने ह ताक्षर करगे । यिद बोली खोले जाने की िविनदेर्िशत तारीख को खरीदार के कायार् लय म कोई छुट्टी घोिषत होगी, तो बोिलयां अगले कायर् िदवस को िनधार् िरत समय और थान पर खोली जाएंगी । दो बोली प्रणाली पर आधिरत बोिलय के मामले म, िव ीय बोिलयां तकनीकी-मू यांकन के बाद ही खोली जाएंगी । 1.22.2 सबसे पहले, "प्र याहार" अंिकत िलफाफे खोले और पढ़े जाएंगे, लेिकन तदनु प बोली के िलफाफे को खोला नहीं जाएगा, बि क उसे बोलीदाता को लौटा िदया जाएगा। जब तक तदनु प प्र याहार नोिटस म प्र याहार के अनरु ोध का वैध 122


प्रािधकरण नहीं होगा और उसे बोली खोले जाते समय पढ़ा नहीं जाएगा, बोली के प्र याहार की अनमु ित नहीं दी जाएगी । उसके बाद, "प्रित थापन" अंिकत िलफाफे खोले और पढ़े जाएंगे और उ ह प्रित थािपत की जाने वाली तदनु प बोली से िकया जाएगा, लेिकन वह प्रित थािपत बोली खोली नहीं जाएगी, बि क उसे बोलीदाता को लौटा िदया जाएगा। जब तक तदनु प प्रित थापन नोिटस म प्रित थापन के अनरु ोध का वैध प्रािधकरण नहीं होगा और उसे बोली खोले जाते समय पढ़ा नहीं जाएगा, बोली के प्रित थापन की अनमु ित नहीं दी जाएगी । उसके बाद "आशोधन" अंिकत िलफाफे खोले और तदनु प बोली के साथ पढ़े जाएंगे । जब तक तदनु प आशोधन नोिटस म आशोधन के अनरु ोध का वैध प्रािधकरण नहीं होगा और उसे बोली खोले जाते समय पढ़ा नहीं जाएगा, बोली के आशोधन की अनमु ित नहीं दी जाएगी । जो िलफाफे बोली खोले जाते समय खोले और पढ़े जाएंगे, उ हीं पर आगे िवचार िकया जाएगा । 1.22.3 बोलीदाताओं के नाम, बोली के आशोधन या प्र याहार, बोली के मू य, छूट, अपेिक्षत बोली प्रितभूित की मौजूदगी या गैर-मौजूदगी और ऐसे अ य योरे, िज ह खरीदार विववेक से उिचत समझे, बोली खोले जाते समय उद्घोिषत िकए जाएंगे । िवलंिबत बोिलय के िसवाय िकसी भी बोली को अ वीकार नहीं िकया जाएगा । लेिकन, दो बोली प्रणाली पर आधािरत बोिलय के मामले म, बोली प्रपत्र की िवषय-व तु और बोली अनस ु ूिचयां मू यिनधार् िरत बोिलयां खोले जाते समय ही उद्घोिषत की जाएंगी । 1.22.4.1 पिरि थितयां चाहे कुछ भी क्य न ह , जो बोिलयां िवलंब से प्रा ह गी, उन पर आगे मू यांकन के िलए िवचार नहीं िकया जाएगा । 1.22.4.2 जो बोलीदाता बोली खोले जाने की प्रिक्रया म भाग लेने के इ छुक ह , उ ह बोली खोले जाते समय खरीदार को प्र ततु िकए जाने वाले प्रािधकारपत्र के साथ अपने प्रितिनिध भेजने चािहए । 1.23 गोपनीयता 1.23.1 जब तक संिवदा अवाडर् का प्रकाशन नहीं हो जाएगा, बोिलय की जांच, मू यांकन, तल ु ना, उ र-योग्यता और संिवदा-अवाडर् की िसफािरश से संबिं धत सूचना बोलीदाताओं या िक हीं अ य ऐसे यिक्तय को नहीं दी जाएगी, िजनका इस प्रिक्रया से आिधकािरक प से संबधं नहीं है । 1.23.2 बोिलय की जांच, मू यांकन, तल ु ना, उ र-योग्यता या संिवदा अवाडर् के िनणर् य म यिद िकसी बोली बोलीदाता के द्वारा खरीदार को प्रभािवत करने का कोई प्रयास िकया जाएगा, तो उसकी बोली को अ वीकार कर िदया जाएगा । 1.24 बोिलय का वगीर्करण 1.24.1 बोिलय की जांच, मू यांकन, तल ु ना और उ र-योग्यता िनधार् रण के कायर् म सहयोग देने के िलए, खरीदार बोलीदाता को विववेक से यह कह सकता है िक वह अपनी 123


बोली के बारे म प ीकरण दे । प ीकरण के बारे म अनरु ोध और उसका उ र िलिखत प म प्र ततु िकए जाएंगे और बोली के मू य या उसके सार म कोई पिरवतर् न िकए जाने का अनरु ोध नहीं िकया जाएगा, उसका कोई प्र ताव नहीं िदया जाएगा या उसकी अनमु ित नहीं दी जाएगी । सबसे कम बोली लगाने वाले को छोड़कर, खरीदार के विववेक से कोई बातचीत नहीं की जाएगी । अपनी बोली के संबधं म बोलीदाता के द्वारा प्र ततु िकया गया प ीकरण यिद खरीदार द्वारा िकए गए अनरु ोध के उ र म नहीं होगा, तो उस पर िवचार नहीं िकया जाएगा । 1.25 प्रारंिभक जांच 1.25.1 खरीदार बोिलय की जांच करेगा तािक वह इस बात की पिु कर सके िक आईटीबी के खंड 1.9 म िजन द तावेज़ और तकनीकी प्रलेखन का अनरु ोध िकया गया है, उ ह प्रदान िकया गया है, और यह सिु नि त कर सके िक प्र ततु िकया गया प्र येक द तावेज़ पूणर् है । 1.25.2 खरीदार इस बात की पिु करेगा िक बोली म िन निलिखत द तावेज़ और सूचना प्रदान नहीं िकए गए ह गे, तो उस प्र ताव को अ वीकार कर िदया जाएगा : (क) आईटीबी के उप-खंड 1.10 के अनु प बोली प्रपत्र और मू य अनस ु ूची । (ख) प्रा की गई सभी िनिवदाओ ं की सबसे पहले यह देखने के िलए संवीक्षा की जाएगी िक िनिवदाएं उन मूलभूत अपेक्षाओं को पूरी करती ह या नहीं, िजनका उ लेख िनिवदा के जांच संबधं ी द तावेज़ म िकया गया है । जो िनिवदाएं इन मूलभूत अपेक्षाओं को पूरा नहीं करगी, उ ह अनिु क्रयाशील नहीं माना जाएगा और उनकी उपेक्षा कर दी जाएगी । िन निलिखत कुछ ऐसी मह वपूणर् बात ह, िजनके िलए िकसी िनिवदा को यह घोिषत िकया जा सकता है िक वह अनिु क्रयाशील नहीं है और उसकी प्रारंिभक संवीक्षा के समय उपेक्षा की जा सकती है :

124

(i)

बोली पर ह ताक्षर नहीं िकए गए ह ।

(ii)

बोलीदाता पात्र नहीं है ।

(iii)

बोली की वैधता उससे कम अविध की है, िजसकी अपेक्षा की गई है ।

(iv)

बोलीदाता ने िकसी िभ न फमर् द्वारा िविनिमर् त माल के संबधं म कोटेशन िदया है और उस प्र तािवत िविनमार् ता का अपेिक्षत प्रािधकारपत्र संलग्न नहीं िकया है ।

(v)

बोलीदाता ने अपेिक्षत िन पादन प्रितभूित देने की सहमित यक्त नहीं की है ।

(vi)

उद्धतृ माल अपेिक्षत मानक का नहीं है और वह अपेिक्षत िविनदेर्शन आिद के अनु प नहीं है ।


(vii) िनिवदा जांच संबधं ी द तावेज़ म उि लिखत अपेक्षा अनस ु ूची के संबधं म, िनिवदाकार ने उस संपूणर् अपेक्षा के िवषय म उद्धतृ नहीं िकया है, िजसे उस अनस ु ूची म िविनदेर्िशत िकया गया है । (viii) िनिवदाकार ने िनिवदा जांच संबधं ी द तावेज़ म उि लिखत कुछ अिनवायर् शत के प्रित अपनी सहमित यक्त नहीं की है । 1.26 बोिलय की अनुिक्रयाशीलता 1.26.1 िव ततृ मू यांकन से पहले, खरीदार बोली द तावेज़ के प्रित प्र येक बोली की मूलभूत अनिु क्रयाशीलता िनधार् िरत करेगा । इस खंड के प्रयोजन के िलए, मूलभूत अनिु क्रयाशीलता वह है, जो बोली द तावेज़ म उि लिखत सभी िनबंधन और शत के अनु प हो और िजसम उनसे कोई वा तिवक िवचलन, आरक्षण या लोप न हो । वा तिवक िवचलन, आरक्षण या लोप वह है, जो : (क) संिवदा म िविनदेर्िशत माल के कायर् क्षेत्र, गणु व ा या िन पादन और उसकी संबिं धत सेवाओं को िकसी भी मूलभूत प म प्रभािवत करे; या (ख) खरीदार के संिवदागत अिधकार या बोलीदाता के संिवदागत दािय व को बोली द तावेज़ से असंगत िकसी मूलभूत प म सीिमत करे; या (ग) संशोधन िकए जाने पर, मूलभूत प से अनिु क्रयाशील बोिलयां प्र ततु करने वाले अ य बोलीदाताओं की प्रित पधीर् ि थित को अनिु चत प से प्रभािवत करे। 1.26.2 िकसी बोली की अनिु क्रयाशीलता का खरीदार का िनधार् रण वयं बोली की िवषय-व तु पर ही आधािरत होगा, उसम िकसी बा सा य का आ य नहीं िलया जाएगा । 1.26.3 यिद बोली मूलभूत प से अनिु क्रयाशील नहीं होगी, तो उसे खरीदार द्वारा अ वीकार कर िदया जाएगा । उसे वा तिवक िवचलन, आरक्षण या लोप का संशोधन कर बोलीदाता द्वारा बाद म अनिु क्रयाशील नहीं बनाया जाएगा । 1.27 अननु पता, भूल और लोप 1.27.1 बोली की िजस अननु पता या लोप से कोई वा तिवक िवचलन नहीं होता है, खरीदार उसे हटा सकता है, बशत िक बोली मूलभूत प से अनिु क्रयाशील हो । 1.27.2 खरीदार बोलीदाता से यह अनरु ोध कर सकता है िक वह प्रलेखन अपेक्षाओं से संबिं धत बोली की अवा तिवक अननु पताएं या लोप हटाने के िलए, उिचत समय अविध के भीतर, आव यक सूचना या प्रलेखन प्र ततु करे, बशतेर् िक बोली मूलभूत प से अनिु क्रयाशील हो । इस लोप को बोली के मू यगत िकसी पहलू से नहीं जोड़ा जाएगा । यिद बोली लगाने वाला इस अनरु ोध का पालन नहीं करेगा, तो इसकी बोली को अ वीकार कर िदया जाएगा । 1.27.3 यिद बोली मूलभूत प से अनिु क्रयाशील होगी, तो खरीदार उसकी अंकगिणतीय त्रिु टय का संशोधन िन निलिखत आधार पर करेगा : 125


(क)

यिद यूिनट मू य और मात्रा से यूिनट मू य को गणु ा कर प्रा होने वाले लाइन मद योग के बीच कोई िवसंगित होगी, तो यूिनट मू य िवद्यमान रहेगा और लाइन मद योग संशोिधत िकया जाएगा, जब तक िक खरीदार के िवचार म यूिनट मू य म दशमलव का कोई प िम लेसमट न हो; और यिद यूिनट मू य म दशमलव का कोई प िम लेसमट होगा, तो उद्धृत लाइन मद योग िवद्यमान रहेगा और यूिनट मू य संशोिधत िकया जाएगा । (ख) यिद उप योग के जोड़ या शेष के तदनु प योग म कोई त्रिु ट होगी, तो उप योग िवद्यमान रहगे और योग संशोिधत िकया जाएगा । (ग) यिद श द और अंक के बीच कोई िवसंगित होगी, तो श द म रािश िवद्यमान रहेगी, जब तक िक श द म िलखी गई रािश का संबधं िकसी अंक गिणतीय त्रिु ट से न हो; और यिद श द म िलखी गई रािश का संबधं िकसी अंक गिणतीय त्रिु ट से होगा, तो अंक म िलखी गई रािश उपयर् क्त ु (क) और (ख) के अधीन िवद्यमान रहेगी । 1.27.4 यिद बोली मूलभूत प से अनिु क्रयाशील होगी, तो खरीदार बोलीदाता से यह अनरु ोध कर सकता है िक वह लिक्षत तारीख तक अंकगिणतीय त्रिु टय को सही करे, जैसे खरीदार ने की ह । यिद इस संबधं म उससे कोई उ र प्रा नहीं होगा, तो प्र ततु की गई बोली की उपेक्षा कर दी जाएगी और उसकी बोली प्रितभूित ज़ त कर ली जाएगी । 1.28 िनबंधन और शत की जांच तथा तकनीकी मू यांकन 1.28.1 खरीदार यह पिु करने के िलए बोली की जांच करेगा िक जीसीसी और एससीसी म िविनदेर्िशत सभी िनबंधन और शत बोलीदाता द्वारा वीकार की गई ह और कोई वा तिवक िवचलन या आरक्षण नहीं िकया गया है । 1.28.2 खरीदार यह पिु करने के िलए आईटीबी के खंड-14 के अनस ु ार प्र ततु की गई बोली के तकनीकी पहलओ ु ं का मू यांकन करेगा िक बोली द तावेज की अपेक्षा अनस ु ूची म िविनदेर्िशत सभी अपेक्षाएं पूरी की गई ह और कोई वा तिवक िवचलन या आरक्षण नहीं िकया गया है । 1.28.3 िनबंधन और शत की जांच और तकनीकी मू यांकन के बाद, यिद खरीदार यह िनधार् िरत करेगा िक बोली आईटीबी के खंड 26 के अनस ु ार मूलभूत प से अनिु क्रयाशील नहीं है, तो वह बोली को अ वीकार कर देगा । 1.29 एकल मद्रु ा म पिरवतर्न 1.29.1 िद्व-भागीय बोिलय के मामले म मू य-िनधार् िरत बोिलयां खोले जाने की तारीख को प्रचिलत दर पर तथा एकल भागीय बोिलय के मामले म बोिलयां खोले जाने की तारीख को समाचारपत्र म अिधसूिचत िकए गए िकसी भारतीय बक द्वारा प्रमािणत िवक्रय िविनयमय दर पर बोली मू य िजन िविभ न मद्रु ाओं म 126


देय ह, उनम रािशय म अिभ यक्त सभी बोली मू य खरीदार द्वारा पिरवितर् त कर िदए जाएंगे, तािक मू यांकन और तल ु ना म सिु वधा रहे । इस प्रयोजन के िलए, www.xe.com या www.rbi.org या िकसी अ य वेबसाइट म अिधसूिचत की गई िविनमय दर का प्रयोग भी खरीदार द्वारा िकया जा सकता है । 1.30 1.30.1

बोिलय का मू यांकन और उनकी तुलना खरीदार ऐसी प्र येक बोली का मू यांकन करेगा, िजसे मू यांकन के चरण तक मूलभूत प से अनिु क्रयाशील िनधार् िरत िकया गया है । िकसी बोली के मू यांकन के िलए, खरीदार नीचे िनधार् िरत कारक , कायर् प्रणािलय और मापदंड का ही प्रयोग करेगा । िकसी अ य मापदंड या कायर् प्रणाली का प्रयोग नहीं िकया जाएगा । बोिलय का मू यांकन फाइनल लिडंग लागत के आधार पर िकया जाएगा, िजसकी गणना िन नवत की जाएगी :

1.30.2

1.30.3

भारत म िविनिमर्त माल के संबधं म (i)

पूणर्त: प्रद

सम त कर सिहत एक्स-वक्सर् उद्धतृ माल का मू य ।

(ii)

वैट और अ य कर जैसे उ पाद शु क आिद, जो माल पर तब देय ह गे, जब संिवदा प्रदान की जाएगी ।

(iii) वांिछत गंत य माल के िवतरण के िलए अंतदेर्शीय पिरवहन, बीमा और अपेिक्षत अ य थानीय सेवाओं के प्रभार । (iv) अिध ठापन, प्रारंभन और प्रिशक्षण प्रभार, िजसम अनषु गं ी सेवाएं भी शािमल ह । िवदेश म िविनिमर्त माल के संबधं म (i)

बोली द तावेज़ म यथा-िविनदेर्िशत, एफसीए (िवदेश म िवतरण का नािमत थान) या एफओबी (नौ-वहन का नािमत प न) पर उद्धतृ माल का मू य ।

(ii)

गंत य थान/प न पर माल के बीमा और पिरवहन संबधं ी प्रभार ।

(iii) एजसी कमीशन प्रभार, यिद कोई हो । (iv) अिध ठापन, प्रारंभन और प्रिशक्षण प्रभार, िजसम अनषु गं ी सेवाएं भी शािमल ह । 1.30.4 देशी और िवदेशी प्र ताव के बीच तल ु ना क्रमश: एमओआर के गंत य आधार और सीआईएफ/सीआईपी के आधार पर की जाएगी । लेिकन, िवदेशी बोलीदाता द्वारा उद्धतृ सीआईएफ/सीआईपी मू य को पनु : िन नवत लोड िकया जाएगा: (क) सीमाशु क और अ य सांिविधक उदग्र् हण के संबधं म - लागू कर के अनस ु ार । 127


(ख)

सीमाशु क िनकासी, अंतदेर्शीय पिरवहन आिद के संबधं म - सीआईएफ/ सीआईपी मू य का 20 प्रितशत । िट पणी : िजन बोिलय म पिकं ग, अग्रेषण, भाड़ा, बीमा-प्रभार , कर आिद का उ लेख नहीं होगा, उ ह अपूणर् मानकर अ वीकार कर िदया जाएगा । 1.30.5 एक िनिवदा से कई ऐसी मद खरीदने के मामले म, जो पर पर-आि त नहीं ह, या जहां अनु पता की सम या नहीं है, सामा यत: तल ु ना (देशी मद के मामले म) एक्स-वक्सर् के आधार पर और (आयात के मामले म) फम द्वारा उद्धतृ एफओबी/एफसीए - मू य के आधार पर की जाएगी, िजससे िक प्र येक मद की िन नतम कोटेशन वाली फमर् का अिभिनधार् रण िकया जा सके । 1.30.6 आयाितत सामग्री के आदेश का एफओबी/एफसीए - आधार पर होना आव यक नहीं है, वे सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं/सं थान या मख्ु यालय के पक्ष म, आईसीसी या िकसी अ य नामोि प्रािधकारी द्वारा समय-समय पर यथासंशोिधत, आईसीसी इंकोट सर् 2000 म िविनदेर्िशत िकसी भी इंकोट सर् के आधार पर हो सकते ह । 1.30.7 यिद एफओबी/एफसीए और सीआईएफ/सीआईपी-आधार पर उद्धतृ मू य समान ह गे, तो संिवदा सीआईएफ/सीआईपी-आधार पर प्रदान की जाएगी । 1.30.8 जीसीसी और एससीसी पिरवहन के प्रकार अथार् त वाय/ु जल/सड़क/रेल मागर् को िविनदेर्िशत करगे । 1.31.1 खरीदार आईटीबी के खंड 1.30 के अनस ु ार यूनतम मू यांिकत बोली का िनधार् रण करने के िलए मूलभूत प से अनिु क्रयाशील सभी बोिलय की तल ु ना करेगा । 1.32 1.32.1

1.32.2

1.33 1.33.1

128

खरीदार से संपकर् करना आईटीबी के खंड 1.24 के अधीन, कोई बोलीदाता बोली खोले जाने के से लेकर संिवदा प्रदान िकए जाने के समय तक अपनी बोली से संबिं धत भी मामले म खरीदार से संपकर् नहीं करेगा । यिद बोलीदाता के द्वारा बोली के मू यांकन, बोली की तल ु ना या संिवदा िकए जाने से संबिं धत िनणर् य म खरीदार को प्रभािवत करने का कोई िकया जाएगा, तो बोलीदाता की बोली को अ वीकार कर िदया जाएगा ।

समय िकसी प्रदान प्रयास

उ र-योग्यता पूवर्-योग्यता के अभाव म, खरीदार अपनी संतिु के िलए यह िनधार् िरत करेगा िक िजस बोलीदाता को िन नतम मू यांिकत अनिु क्रयाशील बोली प्र ततु करने वाले के प म चनु ा गया है, क्या वह आईटीबी के खंड 13 म सूचीबद्घ मापदंड के अनस ु ार संिवदा को संतोषजनक प से िन पािदत करने के िलए योग्य है ।


1.33.2

1.33.3

इस िनधार् रण म बोली द तावेज़ म सूचीबद्घ पात्रता मानदंड को यान म रखा जाएगा और यह बोलीदाता के द्वारा प्र ततु बोलीदाता की योग्यताओं के द तावेज़ी सा य की जांच और ऐसी अ य सूचना पर आधािरत होगा, िजसे खरीदार आव यक और उिचत समझे । सकारा मक िनधार् रण बोलीदाता को संिवदा प्रदान िकए जाने की पूवर्-अपेक्षा होगी। जो िनधार् रण नकारा मक होगा, तो बोलीदाता की बोली को अ वीकार कर िदया जाएगा । च - संिवदा प्रदान िकया जाना

1.34 1.34.1

परक्रामण सामा यत: कोई परक्रामण (बातचीत) नहीं िकया जाएगा । यिद कोई परक्रामण िकया भी जाएगा, तो वह अपवाद ही होगा और वह पूितर् के सीिमत ोत वाली मद के मामले म ही िकया जाएगा । परक्रामण यूनतम मू यांिकत अनिु क्रयाशील बोलीदाता के साथ ही िकया जाएगा । परक्रामण के समान प्रितप्र ताव को एक बार की खरीद के मामले म परक्रामण के समकक्ष माना जाएगा ।

1.35 संिवदा प्रदान िकए जाने का मापदंड 1.35.1 आईटीबी के खंड 37 के अधीन, खरीदार उस सफल बोलीदाता को संिवदा प्रदान करेगा, िजसकी बोली को मूलभूत प से अनिु क्रयाशील िनधार् िरत िकया जाएगा और िजसकी बोली को िन नतम मू यांिकत बोली िनधार् िरत िकया जाएगा, बशतेर् िक बोलीदाता को संिवदा के संतोषजनक िन पादन के िलए योग्य भी िनधार् िरत िकया जाए । 1.36 संिवदा प्रदान िकए जाने के समय मात्राओं म अंतर करना खरीदार का अिधकार 1.36.1 संिवदा प्रदान िकए जाते समय, खरीदार को यह अिधकार है िक वह यूिनट मू य या अ य िनबंधन या शत म कोई पिरवतर् न िकए िबना, अपेक्षाओं की अनस ु ूची म मूल प से िविनदेर्िशत सेवाओं और माल की मात्रा को बढ़ा या घटा सकता है । साथ ही, संिवदा म िविनदेर्िशत मात्राएं िवतरण की अविध म खरीदार के व-िववेक से 30 प्रितशत तक बढ़ाई जा सकती ह । 1.37 िकसी बोली को वीकार करना और िकसी या सभी बोिलय को अ वीकार करना खरीदार का अिधकार 1.37.1 खरीदार को यह अिधकार है िक वह प्रभािवत बोलीदाता के प्रित अपनी िकसी देयता के िबना ही, संिवदा प्रदान िकए जाने से पहले िकसी भी समय िकसी बोली को वीकार या अ वीकार कर सकता है, बोली-प्रिक्रया को र कर सकता है और सभी बोिलय को र कर सकता है । 1.38 संिवदा प्रदान िकए जाने की अिधसूचना 129


1.38.1

बोली की वैधता अविध समाप्त होने से पहले, खरीदार पंजीकृत पत्र या के बल या टेलेक्स या फै क्स या ई-मेल से सफल बोलीदाता को िलिखत प म यह अिधसूिचत करेगा िक उसकी बोली वीकार कर ली गई है और खरीद आदेश अलग से डाक द्वारा भेजा जाएगा । 1.38.2 जब तक औपचािरक संिवदा तैयार और िन पािदत नहीं हो जाएगी, संिवदा प्रदान िकए जाने की यह अिधसूचना बा यकारी संिवदा होगी । 1.38.3 आईटीबी के खंड 1.41के अनस ु ार, सफल बोलीदाता के द्वारा ह ताक्षिरत संिवदा प्रपत्र और िन पादन प्रितभूित प्र ततु िकए जाने के बाद, खरीदार प्र येक सफल बोलीदाता को तरु तं अिधसूिचत करेगा और उसकी बोली प्रितभूित को िड चाजर् करेगा । 1.39 संिवदा पर ह ताक्षर करना 1.39.1 अिधसूचना के तरु तं बाद, खरीदार सफल बोलीदाता को करार/पीओ भेजेगा । 1.39.2 इस करार की तारीख के 21 िदन के भीतर, सफल बोलीदाता उस पर तारीख सिहत ह ताक्षर करेगा और उसे खरीदार को लौटाएगा । 1.40 आडर् र की वीकृित 1.40.1 सफल बोलीदाता आडर् र जारी िकए जाने की तारीख से 15 िदन के भीतर आडर् र की वीकृित प्र ततु करेगा । यिद वह ऐसा नहीं करेगा, तो यह मान िलया जाएगा िक िवक्रेता इ छुक नहीं है और आईटीबी के खंड 15.9 के अनस ु ार उसकी बोली प्रितभूित को ज़ त कर िलया जाएगा । 1.40.2 इस आडर् र की पिु 15 िदन के भीतर अव य प्रा हो जानी चािहए । लेिकन, खरीदार को यह अिधकार है िक वह आडर् र की पिु और िन पादन प्रितभूित प्र ततु करने की समय-सीमा म विृ द्घ कर सकता है । समय-सीमा म की जाने वाली इस विृ द्घ के बाद भी यिद आडर् र की पिु /िन पादन प्रितभूित प्रा नहीं होगी, तो संिवदा को िनर त कर िदया जाएगा और, जहां लागू होगा, चूककतार् फमर् की बोली प्रितभूित ज़ त करने के बाद अनिु क्रयाशील फम से सीिमत िनिवदाएं आमंित्रत की जाएंगी, चाहे उनकी कीमत कुछ भी क्य न हो, बशतेर् िक िविनदेर्शन म कोई पिरवतर् न न हो । ऐसे मामल म, चूककतार् फमर् पर िकसी मामले िवशेष म पनु : िनिवदा प्र ततु िकए जाने के संबंध म पनु :िवचार नहीं िकया जाएगा । 1.41 िन पादन प्रितभूिम 1.41.1 संिवदा प्रदान िकए जाने की अिधसूचना/िन पादन आडर् र प्रा होने के 21 िदन के भीतर, पूितर् कार एससीसी म िविनदेर्िशत रािश की िन पादन प्रितभूित प्र ततु करेगा, जो वारंटी अविध के बाद 60 िदन तक वैध होगी । िवक पत:, यह िन पादन प्रितभूित उन मामल म अंितम भगु तान िरलीज़ करने के समय भी 130


प्र ततु की जा सकती है, िजनम आंिशक भगु तान िवतरण पर और आंिशक भगु तान अिध ठापन पर िकया जाता है । जहां लागू होगा, यह िन पादन प्रितभूित उन मामल म अिग्रम प म प्र ततु की जाएगी, िजनम पूणर् भगु तान साखपत्र या िवतरण पर िकया जाता है । ऐसे मामल म, बक के मा यम से द तावेज़ के परक्रामण के समय िन पादन प्रितभूित के प्र ततु ीकरण को साख पत्र म शतर् के प म अनबु िं धत िकया जाएगा और बोली प्रितभूित को तब तक वैध माना जाएगा, जब तक िक िन पादन प्रितभूित प्र तिु त नहीं कर दी जाएगी । 1.41.2 यिद पूितर् कार इस संिवदा के अधीन अपने दािय व को पूरा नहीं करेगा, तो िन पादन प्रितभूित की आय उसकी इस िवफलता को प्रितपूितर् के प म खरीदार को देय होगी । 1.41.3 भारत म पूितर् के िलए प्रा होने वाले प्र ताव के संबधं म, इस िन पादन प्रितभूित का मू य वगर् भारतीय पय म तथा िवदेश म पूितर् के िलए प्रा होने वाले प्र ताव के मामले म इस िन पादन प्रितभूित का मू य वगर् संिवदा की मद्रु ा म िनधार् िरत िकया जाएगा । 1.41.4 आयात के मामले म, यह िन पादन प्रितभूित वामी या उसके भारतीय एजट द्वारा तथा देशी ोत से खरीद के मामले म, यह िन पादन प्रितभूित िविनमार् ता या उसके प्रािधकृत डीलर/बोलीदाता के द्वारा प्र ततु की जा सकती है । 1.41.5 यह िन पादन प्रितभूित िन निलिखत म से िकसी एक प म होगी : (क) बोली द तावेज़ म उि लिखत प्रपत्र म, भारत म अवि थत िकसी रा ट्रीयकृत/ अनस ु ूिचत बक या िकसी िवदेशी बक, िजसकी भारत म िक्रयाशील शाखा हो, द्वारा जारी िकए गए आपाती साख पत्र या बक गारंटी के प म; अथवा (ख) खरीदार के पक्ष म आदाता के खाते म मांग ड्रा ट या बकर चैक के प म; अथवा (ग) खरीदार के पक्ष म िगरवी रखी गई साविध जमा रसीद के प म । 1.41.6 जब तक िक एससीसी म अ यथा िविनदेर्िशत न हो, यह िन पादन प्रितभूित खरीदार द्वारा िड चाजर् कर दी जाएगी और िकसी याज की वसूली िकए िबना, पूितर् कार के िन पादन संबधं ी दािय व तथा वारंटी संबधं ी दािय व के पूरा होने की तारीख के बाद 60 िदन के भीतर पूितर् कार को लौटा दी जाएगी । 1.41.7 िकसी संिवदागत संशोधन की ि थित म, पूितर् कार उस संशोधन की प्राि के 21 िदन के भीतर, िन पादन प्रितभूित का संशोधन प्र ततु करेगा और उसे उसके बाद 60 िदन की आगे और अविध के िलए यथासंशोिधत संिवदा की अविध तक वैधता प्रदान करेगा । 1.41.8 आडर् र की पिु संिवदा प्रदान िकए जाने की अिधसूचना की तारीख से 15 िदन के भीतर प्रा हो जानी चािहए । लेिकन, खरीदार को यह अिधकार है िक वह 131


आडर् र की पिु और िन पादन प्रितभूित प्र ततु करने की समय-सीमा म विृ द्घ कर सकता है । समय-सीमा म की जाने वाली इस विृ द्घ के बाद भी यिद आडर् र की पिु /िन पादन प्रितभूित प्रा नहीं होगी, तो संिवदा को िनर त कर िदया जाएगा और जहां लागू होगा, चूककतार् फमर् की बोली प्रितभूित ज़ त करने के बाद अनिु क्रयाशील फम से सीिमत िनिवदाएं आमंित्रत की जाएंगी, चाहे उनकी कीमत कुछ भी क्य न हो, बशतेर् िक िविनदेर्शन म कोई पिरवतर् न न हो । ऐसे मामल म, चूककतार् फमर् पर िकसी के स िवशेष म पनु : िनिवदा प्र ततु िकए जाने के संबधं म पनु िवर् चार नहीं िकया जाएगा ।

132


अ याय 2 संिवदा की शत क. संिवदा की सामा य शत िवषय-सचू ी क्रम सं. 2.1 2.2 2.3 2.4 2.5 2.6 2.7 2.8 2.9 2.10 2.11 2.12 2.13 2.14 2.15 2.16 2.17 2.18 2.19 2.20 2.21 2.22 2.23 2.24 2.25 2.26 2.27 2.28 2.29 2.30 133

िवषय-व तु पिरभाषाएं संिवदा द तावेज़ कपट और भ्र ाचार संयक्त ु उद्यम, सहायता संघ या पिरसंघ पूितर् का क्षेत्र पूितर् कार के उ रदािय व संिवदा का मू य कॉपीराइट आवेदन मानक संिवदा द तावेज़ और सूचना का प्रयोग पेटट क्षितपूितर् िन पादन प्रितभूित िनरीक्षण और परीक्षण पैिकं ग िवतरण और द तावेज़ बीमा पिरवहन आनषु िं गक सेवाएं अितिरक्त पज ु ेर् वारंटी भगु तान की शत पिरवतर् न आदेश और संिवदा संशोधन समनदु शे न उप-संिवदाएं समय-सीमा म विृ द्घ दांिडक खंड चूक की ि थित म संिवदा समाि अिनवायर् बा यता िदवािलयापन की ि थित म संिवदा समाि


2.31 2.32 2.33 2.34 2.35 2.36 2.37 2.38 2.39

134

सिु वधा की ि से संिवदा समाि िववाद का िनपटान शासी भाषा अनप्रु यो य िविध नोिटस कर और शु क त्रिु टपूणर् माल के प्रयोग का अिधकार क्षित के संबधं म संरक्षा थल की तैयारी और अिध ठापन


2.1 2.1.1 (क)

(ख) (ग)

(घ) (ड.) (च) (छ)

(ज)

(झ) (ञ)

(ट)

135

पिरभाषाएं : िन निलिखत श द और अिभ यिक्तय से ता पयर् वही होगा, जो उनके िलए एतदद्व् ारा नीचे िनयत िकया गया है: "संिवदा" से ता पयर् उस संिवदा करार से है, िजसे खरीदार और पूितर् कार के बीच िकया जाए और इसम उसम िनदेर्िशत संिवदा द तावेज़ तथा सभी संलग्नक एवं पिरिश और सदंभार् नस ु ार समािव िकए गए सभी द तावेज़ भी शािमल ह । "संिवदा द तावेज़" से ता पयर् उन द तावेज़ से ह, िज ह संिवदा करार म सूचीबद्घ िकया गया है और इनम उनके संशोधन भी शािमल ह । "संिवदा मू य" से ता पयर् उस मू य से है, जो संिवदा करार म िकए गए िविनदेर्श के अनस ु ार पूितर् कार को देय हो और यह मू य उसके उन पिरवधर् न एवं समायोजन के अधीन है या उससे की जाने वाली उन कटौितय के अधीन है, जो संिवदा के अनस ु ार की जाएं । "िदवस" से ता पयर् कै लडर िदवस से है । "समापन" से ता पयर् , संिवदा म िनधार् िरत िनबंधन और शत के अनस ु ार, पूितर् कार द्वारा संबिं धत सेवाओं को पूरा िकए जाने से है । "जीसीसी" से ता पयर् जनरल कं डीशंस ऑफ कांट्रेक्ट (संिवदा की सामा य शत ) से है । "माल" से ता पयर् उन सभी व तओ ु ,ं क चे माल, मशीनरी एवं उप कर, और/ या अ य सामग्री से है, िजनकी, संिवदा के अधीन, पूितर् कार द्वारा खरीदार को पूितर् िकया जाना अपेिक्षत है । "संबिं धत सेवाएं" से ता पयर् उन सेवाओं से है, जो माल की पूितर् से जड़ ु ी ह, जैसे पिरवहन, बीमा, अिध ठापन, प्रिशक्षण और आरंिभक अनरु क्षण तथा संिवदा के अधीन पूितर् के ऐसे ही अ य दािय व । "एससीसी" से ता पयर् पेशल कं डीशंस ऑफ कांट्रेक्ट (संिवदा की िवशेष शत ) से है । "उप-संिवदाकार" से ता पयर् गैर-सरकारी या सरकारी अथवा गैर-सरकारी और सरकारी उस यिक्त से है, िजसे पूितर् िकए जाने वाले माल के िकसी भाग को या संबिं धत सेवाओं के िकसी भाग को पूितर् कार द्वारा उप-संिवदा पर िदया जाए । "पूितर् कार" से ता पयर् गैर-सरकारी या सरकारी अथवा गैर-सरकारी और सरकारी उस यिक्त से है, िजसकी संिवदा िन पािदत करने की बोली खरीदार द्वारा वीकार कर ली गई है और संिवदा करार म िजसका नामो लेख कर िदया गया है ।


(ठ)

(पिरषद) से ता पयर् काउंिसल ऑफ साइंिटिफक एंड इंडि ट् रयल िरसचर् (सीएसआईआर) (वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद) से है, जो भारत सरकार के सोसाइटी रिज ट्रेशन अिधिनयम, 1860 के अधीन पंजीकृत है और िजसका पंजीकृत कायार् लय 2, रफ़ी मागर् , नई िद ली - 110 001, भारत म ि थत है, तथा "खरीदार" से ता पयर् पिरषद की घटक प्रयोगशाला/सं थान से है, जो संिवदा की िवशेष शत (एससीसी) म यथा-िविनदेर्िशत भारत-ि थत िकसी नामोि थान से है ।

(ड)

"अंितम

2.2 2.2.1

2.3 2.3.1

(क)

136

"काउंिसल"

गंत य थान", जहां लागू हो, से ता पयर् संिवदा की िवशेष शत (एससीसी) म नामोि थान से है । संिवदा द तावेज : संिवदा करार म िनधार् िरत पूवर्ता क्रम के अधीन, संिवदा के सभी द तावेज़ (और उसके सभी भाग ) का पर पर-संबधं , अनपु ूरक और पार पिरक प से प होना आव यक है । संिवदा करार समग्रत: पढ़ा जाएगा । कपट और भ्र ाचार खरीदार की यह अपेक्षा है िक बोलीदाता, पूितर् कार, संिवदाकार और परामशर् दाता इन संिवदाओं के प्रापण और िन पादन के समय पूणर् सदाचार का पालन कर । इस नीित के अनस ु रण म,नीचे िनधार् िरत श द को िन नवत पिरभािषत िकया जाता है: "भ्र

(i)

ाचार" से ता पयर् प्र यक्ष या अप्र यक्ष प से िकसी ऐसी मह वपूणर् चीज़ या प्र ताव देने, कोई ऐसी मह वपूणर् चीज़ का प्र ताव देने, कोई ऐसी मह वपूणर् चीज़ देने और प्रा करने, या िकसी ऐसी मह वपूणर् चीज़ की याचना करने से है, जो प्रापण प्रिक्रया या संिवदा िन पादन म सरकारी कमर् चारी के कायर् को प्रभािवत करे ।

(ii)

"कपटपूणर्

आचरण" से ता पयर् प्रापण प्रिक्रया या संिवदा िन पादन को प्रभािवत करने के िलए त य के अ यथा-कथन या लोप से है;

(iii)

"द ु

संिधपूणर् आचरण" से ता पयर् दो या दो से अिधक बोलीदाताओं के बीच की उस कीम या यव था से है, िजसे बोली मू य को बनावटी और गैर- पधीर् तर पर प्रमािणत करने के िलए बनाया या िकया जाए, िजसके बारे म खरीदार को जानकारी हो या उसे जानकारी न हो;

(iv)

"प्रपीड़क

आचरण" से ता पयर् यिक्तय या उनकी संपि को प्र यक्ष या अप्र यक्ष प से हािन पहुचं ाने या हािन पहुचं ाने की धमकी देने से है,


(ख)

2.4 2.4.1

2.5 2.5.1 2.6 2.6.1

2.7 2.7.1

2.8 2.8.1

137

िजससे िक प्रापण प्रिक्रया म उनकी सहभािगता या संिवदा िन पादन को प्रभािवत िकया जा सके ; िजस बोली लगाने वाले ने संिवदा प्रदान िकए जाने के संबधं म िसफािरश की है, यिद उसके संबधं म खरीदार का यह िन य होगा िक वह िवचाराधीन संिवदा के िलए प्रित पधार् करने म प्र यक्ष प से या अपने िकसी एजट के मा यम से भ्र , कपटपूणर्, दु संिधपूणर् या प्रपीड़क आचरण म संलग्न है, तो खरीदार संिवदा प्रदान िकए जाने के उसके प्र ताव को अ वीकार कर देगा । संयक्त ु उद्यम, सहायता संघ या पिरसंघ यिद पूितर् कार कोई संयक्त ु उद्यम, सहायता संघ या पिरसंघ होगा, तो संिवदा के उपबंध को पूरा करने के संबधं म सभी पक्षकार खरीदार के प्रित संयक्त प ु से और पूरी तरह से दायी ह गे, और वे प्रािधकार के साथ नेतृ व करने के िलए िकसी एक पक्षकार को नामोि करगे, तािक संयक्त ु उद्यम, सहायता संघ या पिरसंघ को आबद्घ िकया जा सके । इस संयक्त ु उद्यम, सहायता संघ या पिरसंघ की संरचना या उनके संगठन को, खरीदार की पूवर्-अनमु ित के िबना, पिरवितर् त नहीं िकया जाएगा । पूितर् का क्षेत्र पूितर् िकए जाने वाले माल तथा संबिं धत सेवाएं वही ह गी, िज ह अपेक्षाओं की अनस ु ूची म िविनदेर्िशत िकया गया है । पूितर् कार के उ रदािय व पूितर् कार िवतरण और द तावेज़ से संबिं धत संिवदा की सामा य शत के अनस ु ार, संिवदा की सामा य शत के ‘पूितर् का क्षेत्र’ खंड और ‘िवतरण और समापन अनस ु ार, पूितर् के क्षेत्र म सि मिलत सम त माल और ु ूची’ के अनस संबिं धत सेवाओं की पूितर् करेगा । संिवदा का मू य संिवदा के अधीन पूितर् िकए गए माल और िन पािदत की गई संबंिधत सेवाओं से संबिं धत पूितर् कार द्वारा प्रभािरत मू य अपनी बोली म पूितर् कार द्वारा उद्घतृ मू य से अलग नहीं ह गे । कॉपीराइट इसम पूितर् कार द्वारा खरीदार को प्र ततु की गई सभी ड्राइंग , द तावेज़ , डाटा वाली अ य सामग्री और सूचना का कॉपीराइट पूितर् कार के पास होगा, अथवा, यिद इ ह सामग्री के पूितर् कार सिहत िकसी अ य पक्षकार द्वारा सीधे ही या पूितर् कार के मा यम से खरीदार को प्र ततु िकया जाएगा, तो इस सामग्री का कॉपीराइट उस अ य पक्षकार के पास होगा ।


2.9 2.9.1

आवेदन ये सामा य शत इस सीमा तक लागू ह गी िक इनका संिवदा के अ य भाग म विणर् त उपबंध द्वारा अिधक्रमण नहीं होगा । 2.10 मानक 2.10.1 इस संिवदा के अधीन पूितर् िकया गया माल और प्रदान की गई सेवाएं तकनीकी िविनदेर्शन और अपेक्षा अनस ु ूची म उि लिखत मानक के अनु प ह गी, और यिद माल के मूल देश के उिचत प्रािधकृत मानक के अनु प िकसी प्रयो य मानक का उ लेख नहीं होगा, तो ये मानक संबिं धत सं था द्वारा जारी िकए गए नवीनतम मानक ह गे । 2.11 संिवदा द तावेज़ और सूचना का प्रयोग 2.11.1 खरीदार की पूवर्-िलिखत सहमित के िबना, पूितर् कार, संिवदा के िन पादन म पूितर् कार द्वारा िनयोिजत यिक्त से िभ न िकसी भी यिक्त को संिवदा या उसके िकसी उपबंध, या िकसी िविनदेर्शन, योजना, ड्राइंग, पैटनर् , नमूने या उसके संबधं म खरीदार की ओर से या उसके द्वारा प्र ततु की गई सूचना के बारे म जानकारी नहीं देगा । ऐसे िकसी िनयोिजत यिक्त को इनके बारे म जानकारी गोपनीय प से ही प्रदान की जाएगी और वह भी उतनी सीमा तक ही प्रदान की जाएगी, िजतनी उसके िन पादन के प्रयोजन के िलए आव यक होगी । 2.11.2 संिवदा िन पादन के प्रयोजन के िसवाय, पूितर् कार खरीदार की पूवर्-िलिखत सहमित के िबना उपयर् क्त ु िकसी भी द तावेज़ या सूचना का उपयोग नहीं करेगा। 2.11.3 संिवदा से इतर उपयर् क्त ु कोई भी द तावेज़ खरीदार की संपि होगा, और यिद खरीदार द्वारा अपेिक्षत होगा, तो पूितर् कार के संिवदाधीन कायर् -िन पादन के पूरा हो जाने के बाद उसे सम त प्रितय सिहत खरीदार को लौटा िदया जाएगा । 2.12 पेटट क्षितपूितर् 2.12.1 संिवदा की सामा य शत के उप-खंड 12.2 के खरीदार के अनपु ालन के अधीन, पूितर् कार िकसी या सभी वाद , कारर् वाइय या प्रशासिनक कायर् वािहय , दाव , मांग , हािनय , क्षितय , लागत , और अटॉनीर् की फ़ीस और यय सिहत िकसी भी प्रकार के ऐसे यय से खरीदार और उसके कमर् चािरय एवं अिधकािरय की क्षितपूितर् करेगा और उ ह हािनमक्त ु करेगा, जो (क) भारत म माल के उपयोग या पूितर् कार द्वारा माल के अिध ठापन; और (ख) माल से तैयार िकए गए उ पाद की िकसी भी देश म िबक्री के कारण, संिवदा की तारीख को पंजीकृत या अपंजीकृत प म िवद्यमान िकसी बौिद्घक संपि अिधकार या कॉपीराइट, ट्रेडमाकर्, पंजीकृत िडज़ाइन, उपयोिगता मॉडल, पेटटसंबधं ी िकसी भी उ लंघन या आरोिपत उ लंघन के पिरणाम व प खरीदार को उठाने पड़ सकते ह । 138


2.12.2

2.13 2.13.1

2.13.2

2.13.3

2.13.4

2.13.5 (क)

(ख) (ग) 139

यिद खरीदार के िव द्घ कोई कायर् वाही आरंभ की जाएगी या कोई दावा िकया जाएगा, तो खरीदार पूितर् कार को तरु तं उसका नोिटस देगा, और पूितर् कार अपने यय पर और खरीदार के नाम से उस कायर् वाही या दावे और उस कायर् वाही या दावे के िनपटान संबधं ी परक्रामण (बातचीत) का संचालन करेगा । िन पादन प्रितभूित संिवदा प्रदान िकए जाने की अिधसूचना/िन पादन आडर् र प्रा होने के 21 िदन के भीतर, पूितर् कार संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत रािश की िन पादन प्रितभूित प्र ततु करेगा, जो वारंटी अविध के बाद 60 िदन तक वैध होगी । िवक पत:, यह िन पादन प्रितभूित उन मामल म अंितम भगु तान िरलीज़ करने के समय भी प्र ततु की जा सकती है, िजनम आंिशक भगु तान िवतरण पर और आंिशक भगु तान अिध ठापन पर िकया जाता है । जहां लागू होगा, यह िन पादन प्रितभूित उन मामल म अिग्रम प से प्र ततु की जाएगी, िजनम पूणर् भगु तान साख पत्र या िवतरण पर िकया जाता है । ऐसे मामल म, बक के मा यम से द तावेज़ के परक्रामण के समय िन पादन प्रितभूित के प्र ततु ीकरण को साख पत्र म शतर् के प म अनबु िं धत िकया जाएगा और बोली प्रितभूित को तब तक वैध माना जाएगा, जब तक िक िन पादन प्रितभूित प्र ततु नहीं कर दी जाएगी । यिद पूितर् कार इस संिवदा के अधीन अपने दािय व को पूरा नहीं करेगा, तो िन पादन प्रितभूित की आय उसकी इस िवफलता की प्रितपूितर् के प म खरीदार को देय होगी । भारत म पूितर् के िलए प्रा होने वाली प्र ताव के संबधं म इस िन पादन प्रितभूित का मूलय् वगर् भारतीय पय म तथा िवदेश से पूितर् के िलए प्रा होने वाले प्र ताव के संबधं म इस िन पादन प्रितभूित का मू य वगर् संिवदा की मद्रु ा म िनधार् िरत िकया जाएगा । आयात के मामले म, यह िन पादन प्रितभूित वामी या उसके भारतीय एजट द्वारा तथा देशी ोत से खरीद के मामले म, यह िन पादन प्रितभूित िविनमार् ता या उसके प्रािधकृत डीलर/बोलीदाता के द्वारा प्र ततु की जा सकती है । यह िन पादन प्रितभूित िन निलिखत म से िकसी एक प म होगी: बोली द तावेज़ म उि लिखत प्रपत्र म, भारत म अवि थत िकसी रा ट्रीयकृत/ अनस ु ूिचत बक या िवदेश अवि थत िकसी ऐसे बक, िजसकी भारत म िक्रयाशील शाखा हो, द्वारा जारी िकए गए आपाती साख पत्र या बक गारंटी के प म; अथवा खरीदार के पक्ष म आदाता के नाम िडमांड ड्रा ट या बकसर् चैक के प म; अथवा खरीदार के पक्ष म िगरवी रखी गई साविध जमा रसीद के प म ।


2.13.6

जब तक िक संिवदा की िवशेष शत म अ यथा िविनदेर्िशत न हो, यह िन पादन प्रितभूित खरीदार द्वारा िड चाजर् कर दी जाएगी और िकसी याज की वसूली िकए िबना, पूितर् कार के िन पादन संबधं ी दािय व तथा वारंटी संबधं ी दािय व के पूरा होने की तारीख के बाद 60 िदन के भीतर पूितर् कार को लौटा दी जाएगी । 2.13.7 िकसी संिवदागत संशोधन की ि थित म, पूितर् कार उस संशोधन की प्राि के 21 िदन के भीतर, िन पादन प्रितभूित का संशोधन प्र ततु करेगा और उसे उसके बाद 60 िदन की आगे और अविध के िलए यथासंशोिधत संिवदा की अविध तक वैधता प्रदान करेगा । 2.13.8 ऑडर् र की पिु संिवदा प्रदान िकए जाने की अिधसूचना की तारीख़ से 15 िदन के भीतर प्रा हो जानी चािहए । लेिकन, ख़रीदार को यह अिधकार है िक वह ऑडर् र की पिु और िन पादन प्रितभूित प्र ततु करने की समय-सीमा म विृ द्घ कर सकता है । समय-सीमा म की जाने वाली इस विृ द्घ के बाद भी यिद ऑडर् र की पिु /िन पादन प्रितभूित प्रा नहीं होगी, तो संिवदा को िनर त कर िदया जाएगा और जहां लागू होगा, चूककतार् फमर् की बोली प्रितभूित ज़ त करने के बाद अनिु क्रयाशील फ़म से सीिमत िनिवदाएं आमंित्रत की जाएंगी, चाहे उनकी कीमत कुछ भी क्य न हो, बशतेर् िक िविनदेर्शन म कोई पिरवतर् न न हो । ऐसे मामल म, चूककतार् फमर् पर िकसी के स िवशेष म पनु : िनिवदा प्र ततु िकए जाने के संबधं म पनु िवर् चार नहीं िकया जाएगा । 2.14 िनरीक्षण और परीक्षण 2.14.1 पूितर् कार अपने यय पर और खरीदार की िकसी भी लागत के िबना, माल और संबिं धत सेवाओं के वे परीक्षण और/या िनरीक्षण करेगा, िज ह संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत िकया गया है, या िजन पर संिवदा को अंितम प देते समय िवचार-िवमशर् िकया गया है और सहमित यक्त की गई है । 2.14.2 खरीदार या उसके प्रितिनिध को यह अिधकार होगा िक वह िकसी अितिरक्त लागत के िबना माल का िनरीक्षण और/या परीक्षण कर सकता है, तािक वह इस बात की पिु कर सके िक माल संिवदा के िविनदेर्शन के अनु प है । तकनीकी िविनदेर्शन और संिवदा की िवशेष शत म इस बात का उ लेख होगा िक खरीदार को क्या-क्या िनरीक्षण और परीक्षण करने ह और वे िकस थान पर िकए जाने ह । खरीदार इस प्रयोजन के िलए रखे गए प्रितिनिधय के पिरचय के संबधं म पूितर् कार को ठीक समय पर िलिखत म अिधसूिचत करेगा । 2.14.3 ये िनरीक्षण और परीक्षण पूितर् कार या उसके उप-संिवदाकार के पिरसर म िवतरण थल और/या माल के अंितम गंत य थल पर िकए जाएंगे । यिद ये िनरीक्षण और परीक्षण पूितर् कार या उसके उप-संिवदाकार के पिरसर म िकए 140


2.14.4

2.14.5

2.14.6

2.14.7 2.14.8

2.15 2.15.1

141

जाएंगे, तो ड्राइंग और उ पादन डाटा उपल ध कराने जैसी उिचत सिु वधाएं और सहयोग, खरीदार की िकसी लागत के िबना, िनरीक्षक को प्रदान िकए जाएंगे । जब पूितर् कार ये परीक्षण और िनरीक्षण कराना चाहेगा, तो वह समय और थान का उ लेख करते हुए, खरीदार को उिचत समय पहले उसका नोिटस देगा । पूितर् कार िकसी संगत अ य पक्षकार या िविनमार् ता से आव यक अनमु ित या सहमित प्रा करेगा, तािक खरीदार या उसके नामोि प्रितिनिध इन िनरीक्षण और/या परीक्षण म उपि थत हो सक । यिद िनरीक्षण या परीक्षण िकया गया कोई माल िविनदेर्शन के अनु प नहीं होगा, तो खरीदार उस माल को अ वीकार कर सकता है । पूितर् कार खरीदार की िकसी लागत के िबना, िविनदेर्शन की अपेक्षाओं को पूरा करने के िलए, उस अ वीकृत माल को या तो बदल देगा, या उसम आव यक पिरवतर् न करेगा। खरीदार को यह अिधकार होगा िक वह माल के अंितम गंत य थान पर पहुचं ने के बाद, आव यकतानस ु ार माल का िनरीक्षण और परीक्षण कर सकता है और उसे र कर सकता है । उसके इस अिधकार को इस कारण सीिमत या समा नहीं िकया जा सके गा िक माल के नौ-वहन के पहले खरीदार या उसके प्रितिनिध द्वारा माल का पहले ही िनरीक्षण और परीक्षण िकया जा चक ु ा है और उसे पास िकया जा चक ु ा है । पूितर् कार इन िनरीक्षण और/या परीक्षण के पिरणाम से संबिं धत िरपोटर् खरीदार को प्रदान करेगा । बोलीदाता और/उनके भारतीय एजट प्रेषण योरे प्रा करने और उनकी सूचना खरीदार को देने के संबधं म अपने वािमय का अनवु तर् न करने के िलए िज मेदार ह गे, िजससे िक यह सिु नि त िकया जा सके िक बीमा कं पिनय से संबिं धत दावे समय पर दािखल िकए जाएं । बोलीदाता और/या उनके भारतीय एजट खरीदार के संपकर् म भी रहगे, तािक यह सिु नि त िकया जा सके िक िनकासी के बाद प्रेषण पहुचं गया है, िजससे िक इसके ठीक बाद इस प्रेषण को उसकी उपि थित म खोला जा सके और बीमा दावे आव यकतानस ु ार अिवलंब दािखल िकए जा सक । बोलीदाता/ उसके भारतीय एजट की ओर से यिद कोई िवलंब होगा, तो उसे गंभीरता से िलया जाएगा और यिद इस िवलंब के कारण खरीदार को कोई हािन पहुचं ेगी, तो उसके िलए वह सीधे ही िज मेदार होगा । पैिकं ग जैसा िक संिवदा म उ लेख िकया गया है, पूितर् कार माल की आव यक पैिकं ग करेगा तािक अंितम गंत य थान को पारगमन के समय उसे िकसी प्रकार की क्षित या हािन से बचाया जा सके । यह पैिकं ग ऐसी होगी िक वह पारगमन के समय की रफ हडिलंग, अ यिधक तापमान के एक्सपोज़र, ती णता और विृ पात


2.15.2

2.16 2.16.1

2.16.2

2.16.3 2.17 2.17.1

2.17.2

2.17.3 2.17.4

142

और खल ु े थान म भंडारण को पूरी तरह सहन कर सके । पैिकं ग के स का आकार और वज़न माल के अंितम गंत य थान की दूर थता और पारगमन के समय सभी थान पर भारी हडिलंग सिु वधाओं के अभाव की ि से उपयक्त ु प्रकार का होगा । पैकेज के भीतर और बाहर की पैिकं ग, अंकन और प्रलेखन संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत अितिरक्त अपेक्षाओं, संिवदा की िवशेष अपेक्षाओं और खरीदार द्वारा आदेिशत परवतीर् अनदु ेश के पूरी तरह अनु प ह गे । िवतरण और द तावेज पूितर् कार द्वारा माल का िवतरण और संबिं धत सेवाओं का िन पादन संिवदा म खरीदार द्वारा िविनदेर्िशत शत के अनस ु ार ही िकया जाएगा । पूितर् कार द्वारा प्र ततु िकए जाने वाले नौ-वहन और/या अ य द तावेज़ के योरे संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत िकए गए ह । एफओबी, एफसीए, सीआईएफ, सीआईपी आिद श द का िनयंत्रण इंटरनेशनल चै बसर् ऑफ कॉमसर् , पैिरस द्वारा प्रकािशत इंकोट सर् के वतर् मान सं करण म िनधार् िरत िनयम के अनस ु ार िकया जाएगा । पिरवहन का प्रकार वही होगा, िजसका उ लेख संिवदा की िवशेष शत म िकया गया है । बीमा यिद खरीदार सीआईएफ/सीआईपी के आधार पर माल की खरीद करना चाहेगा, तो संिवदा की िवशेष शत म िकए गए उ लेख के अनस ु ार, िविनमार् ण या अिधग्रहण, पिरवहन, भंडारण और सपु दु र् गी से संबिं धत िकसी हािन या क्षित के संदभर् म, संिवदा के अधीन पूितर् िकए गए माल का भारतीय पय म पूरी तरह बीमा कराया जाएगा । यिद खरीदार सीआईएफ या सीआईपी के आधार पर माल का िवतरण कराना चाहेगा, तो पूितर् कार लाभाथीर् प म खरीदार का नामो लेख करते हुए, काग के बीमा की यव था और उसका भगु तान करेगा और िकसी हािन या क्षित की ि थित म, उसका िनपटान होने तक दाव पर कारर् वाई सिु नि त करेगा । यिद सपु दु र् गी एफओबी या एफसीए के आधार पर की जाएगी, तो उसका बीमा करना खरीदार की िज मेदारी होगी । बोलीदाता और/उनके भारतीय एजट प्रेषण योरे प्रा करने और उनकी सूचना खरीदार को देने के संबधं म अपने वािमय का अनवु तर् न करने के िलए िज मेदार ह गे, िजससे िक यह सिु नि त िकया जा सके िक बीमा कं पिनय से संबिं धत दावे समय पर दािखल िकए जाएं । बोलीदाता और/या उनके भारतीय एजट खरीदार के संपकर् म भी रहगे, तािक यह सिु नि त िकया जा सके िक


2.18 2.18.1

2.18.2

2.18.3

2.19 2.19.1 2.20 2.20.1

143

िनकासी के बाद प्रेषण पहुचं गया है, िजससे िक इसके ठीक बाद इस प्रेषण को उसकी उपि थित म खोला जा सके और बीमा दावे आव यकतानस ु ार अिवलंब दािखल िकए जा सक । बोलीदाता/ उसके भारतीय एजट की ओर से यिद कोई िवलंब होगा, तो उसे गंभीरता से िलया जाएगा और यिद इस िवलंब के कारण खरीदार को कोई हािन पहुचं ेगी, तो उसके िलए वह सीधे ही िज मेदार होगा । पिरवहन यिद पूितर् कार से एफओबी पर माल का िवतरण संिवदा के अधीन अपेिक्षत होगा, तो िविनदेर्िशत लदान प न पर जहाज़ के बोडर् पर माल रखने के थान तक की यव था और उसका भगु तान पूितर् कार द्वारा िकया जाएगा और उसकी लागत संिवदा के मू य म शािमल की जाएगी । यिद पूितर् कार से एफसीए पर माल का िवतरण संिवदा के अधीन अपेिक्षत होगा, तो खरीदार द्वारा नामोि थान या सहमित के अ य थान पर कै िरयर की अिभरक्षा म माल के पिरवहन और िवतरण की यव था और उसका भगु तान पूितर् कार द्वारा िकया जाएगा और उसकी लागत संिवदा के मू य म शािमल की जाएगी । यिद पूितर् कार से सीआईएफ या सीआईपी पर माल का िवतरण संिवदा के अधीन अपेिक्षत होगा, तो संिवदा म िविनदेर्िशत गंत य थापन के प न या खरीदार के देश के अ य नामोि गंत य थान तक माल के पिरवहन की यव था और उसका भगु तान पूितर् कार द्वारा िकया जाएगा और उसकी लागत संिवदा के मू य म शािमल की जाएगी । भारत म की जाने वाली पूितर् य के मामले म, यिद पूितर् कार से अंितम गंत य थान के प म िनधार् िरत, भारत म िविनदेर्िशत िकसी गंत य थान तक माल का पिरवहन संिवदा के अधीन अपेिक्षत होगा, तो उस गंत य थान तक पिरवहन और संिवदा म िविनदेर्िशत बीमा और भंडारण की यव था और उसका भगु तान पूितर् कार द्वारा िकया जाएगा और उसकी लागत संिवदा के मू य म शािमल की जाएगी । आनषु िं गक सेवाएं संिवदाकार से यह अपेिक्षत होगा िक वह संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत सभी सेवाएं प्रदान करेगा । अितिरक्त पज ु ेर् पूितर् कार से यह अपेिक्षत होगा िक वह पूितर् कार द्वारा िविनिमर् त या िवतिरत अितिरक्त पज ु से संबिं धत िन निलिखत सामग्री, अिधसूचनाएं और सूचना प्रदान करेगा :


(क)

(ख)

2.21 2.21.1

2.21.2

2.21.3

2.21.4

2.21.5

2.21.6

144

वे अितिरक्त पज ु ेर् जो खरीदार द्वारा पूितर् कार से खरीदे जाने के िलए चनु े जाएंगे, बशतेर् िक इस चनु ाव से पूितर् कार संिवदाधीन वारंटी दािय व से मक्त ु नहीं होगा; और अितिरक्त पज ु का उ पादन बंद हो जाने की ि थित म : (i)

अितिरक्त पज ु का िविनमार् ण बंद हो जाने के संबधं म खरीदार को उसकी अिग्रम अिधसूचना प्रदान करेगा तािक खरीदार उिचत समय म आव यक अपेक्षाएं पूरी कर सके ; और

(ii)

अितिरक्त के लू िन:शु क

पज ु का िविनमार् ण बंद हो जाने के बाद, उन अितिरक्त पज ु िप्रंट्स, ड्राइंग और िविनदेर्शन खरीदार के अनरु ोध पर उसे प्रदान करेगा ।

वारंटी जब तक िक संिवदा म अ यथा यव था न की जाए, पूितर् कार यह वारंटी देता है िक सम त माल नया है, अप्रयक्त ु है और नवीनतम मॉडल का है और उसम िडज़ाइन एवं सामग्री की ि से नवीनतम संशोधन समािव िकए गए ह । पूितर् कार यह भी वारंटी देता है िक माल भारत म िवद्यमान पिरि थितय म सामा य प्रयोग की ि से, िडजाइन, सामग्री और िश प संबधं ी दोष से मक्त ु है अथवा उसम पूितर् की िकसी चूक के कारण होने वाला दोष भी नहीं है । जब तक िक संिवदा की िवशेष शत म अ यथा िविनदेर्िशत न हो, यह वारंटी यथाि थित माल या उसके िकसी भाग के संिवदा की िवशेष शत म उि लिखत अंितम गंत य थान पर सपु दु र् और वीकृत हो जाने के बाद 12 माह तक अथवा मूल देश के लदान थान या प न से नौ-वहन की तारीख के बाद 18 माह तक, इनम से जो भी अविध पहले हो, वैध होगी । खरीदार माल म िकसी खराबी के पता लगने के बाद, उस खराबी के प्रकार और उसके उपल ध सभी सा य का उ लेख करते हुए, पूितर् कार को तरु तं उसका नोिटस देगा । खरीदार पूितर् कार को उन खरािबय के िनरीक्षण करने का उिचत अवसर प्रदान करेगा । ऐसे नोिटस के प्रा हो जाने के बाद, पूितर् कार उिचत समयाविध म दोषपूणर् माल या उसके पज ु को, खरीदार की िकसी लागत के िबना, शीघ्रता से बदलेगा या उसकी मर मत करेगा । यिद अिधसूिचत िकए जाने के बाद पूितर् कार उिचत समयाविध म माल की खराबी ठीक नहीं करेगा, तो खरीदार उिचत समयाविध म, पूितर् कार के जोिखम पर, आव यक उपचारी कारर् वाई करेगा, िजसका पूितर् कार के संदभर् म खरीदार के संिवदाधीन अिधकार पर कोई प्रितकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा ।


2.21.7 2.22 2.22.1 2.22.2

2.22.3

2.22.4 2.23 2.23.1

(क) (ख) (ग) (घ) (ड.) 2.23.2

145

वारंटी प्रित थापन की अपेक्षा वाले माल को खरीदार को िन:शु क आधार पर प्रित थािपत िकया जाएगा । भगु तान की शत इस संिवदा के अधीन पूितर् कार को िकए जाने वाले भगु तान का तरीका और उसकी शत वही ह गी, जो संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत की गई ह । पूितर् कार के भगु तान संबधं ी अनरु ोध खरीदार को िलिखत प म प्र ततु िकए जाएंगे, िजनके साथ िवतिरत िकए गए माल और िन पािदत की गई सेवाओं को 'उपयक्त ु ' प्रदिशर् त करने वाला बीजक और संिवदा की िवशेष शत के िवतरण और द तावेज़ संबधं ी खंड के अनस ु ार प्र ततु िकए जाने वाले द तावेज़ संलग्न िकए जाएंग, बशतेर् िक पूितर् कार ने संिवदा म अनबु िं धत अ य सभी दािय व पूरे िकए ह । खरीदार द्वारा भगु तान त काल िकए जाएंगे, तथािप िकसी भी मामले म पूितर् कार द्वारा बीजक या दावा प्र ततु िकए जाने के बाद, 30 िदन से अिधक समय भगु तान करने म नहीं लगाया जाएगा । भगु तान संिवदा म िकए गए उ लेख के अनस ु ार मद्रु ा म िकया जाएगा । पिरवतर् न आदेश और संिवदा संशोधन खरीदार संिवदा की सामा य शत के नोिटस संबधं ी खंड के अनस ु ार पूितर् कार को िदए गए िलिखत आदेश के द्वारा िन निलिखत म से िकसी एक या एकािधक म संिवदा के सामा य कायर् क्षेत्र के भीतर िकसी भी समय पिरवतर् न कर सकता है : यिद संिवदा के अधीन प्र ततु िकया जाने वाला माल िवशेष प से खरीदार के िलए िविनिमर् त िकया जाए, तो ड्राइंग , िडज़ाइन , या िविनदेर्शन म; नौ-वहन या पैिकं ग प्रणाली म; सपु दु र् गी के थान म, और/या पूितर् कार द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं म; और सपु दु र् गी अनस ु ूची म । यिद इस पिरवतर् न से संिवदा म की गई िकसी यव था के िन पादन म पूितर् कार की लागत म कोई विृ द्घ होगी या कोई कमी आएगी या उसम समय अिधक लगेगा या कम लगेगा, तो संिवदा मू य या िवतरण अनस ु ूची या दोन म यायोिचत समायोजन िकया जाएगा और संिवदा म तदनस ु ार संशोधन िकया जाएगा । इस खंड के अधीन समायोजन के िलए पूितर् कार द्वारा दावा, खरीदार के पिरवतर् न आदेश के पूितर् कार द्वारा प्रा िकए जाने की तारीख से 15 िदन के भीतर, प्र ततु िकया जाना चािहए ।


2.23.3 2.24 2.24.1

2.25 2.25.1

2.26 2.26.1 2.26.2

2.26.3

2.27 2.27.1

146

पक्षकार द्वारा ह ताक्षिरत िलिखत संशोधन के िसवाय, संिवदा की शत म कोई पिरवतर् न या आशेधन नहीं िकया जाएगा । समनदु शे न खरीदार की पूवर्-िलिखत सहमित के िसवाय, पूितर् कार संिवदा के अधीन िन पािदत िकए जाने वाले अपने दािय व को पूणर्त: या अंशत: समनदु ेिशत नहीं करेगा । उप-संिवदाएं पूितर् कार इस संिवदा के अधीन प्रदान की गई सभी उप-संिवदाओं के संबधं म खरीदार को िलिखत म अिधसूिचत करेगा, यिद बोली म पहले से िविनदेर्िशत नहीं होगा । इस अिधसूचना से पूितर् कार, मूल बोली म और उसके बाद, संिवदाधीन अपने िकसी दािय व या क र् य या बा यकािरता से मक्त ु नहीं होगा । समय-सीमा म विृ द्घ माल का िवतरण और संबिं धत सेवाओं का िन पादन पूितर् कार द्वारा, खरीदार द्वारा िविनदेर्िशत समय अनस ु ूची के अनस ु ार िकया जाएगा । संिवदा के िन पादन के दौरान, यिद िकसी समय पूितर् कार या उसके उपसंिवदाकार को माल के समय पर सपु दु र् गी और सेवाओं के िन पादन म अड़चन का सामना करना पड़ेगा, तो पूितर् कार िवलंब, िवलंब की संभािवत अविध और उसके कारण के संबधं म खरीदार को िलिखत प म तरु तं अिधसूिचत करेगा । पूितर् कार का नोिटस प्रा होने के बाद, य ही यवहायर् होगा, खरीदार ि थत का मू यांकन करेगा, और पूितर् कार के िन पादन-समय म विववेक से, अथर् दडं के साथ या अथर् दडं के िबना, विृ द्घ करेगा । ऐसे मामल म, समय-सीमा म विृ द्घ का िनधार् रण संिवदा म संशोधन कर पक्षकार द्वारा िकया जाएगा । संिवदा की सामा य शत की अिनवायर् शतर् के खंड म िकए गए उ लेख के िसवाय, यिद पूितर् कार द्वारा सपु दु र् गी दािय व के िन पादन म कोई िवलंब िकया जाएगा, तो संिवदा की सामा य शत के दांिडक खंड के अनस ु ार पूितर् कार पर तब तक अथर् दडं लगाया जाएगा, जब तक िक दांिडक खंड लागू करने से पहले, उपयर् क्त ु खंड के अनस ु ार समय-सीमा म विृ द्घ पर पक्षकार द्वारा सहमित प्रा नहीं कर ली जाएगी । दांिडक खंड संिवदा की सामा य शत के अिनवायर् शतर् संबधं ी खंड के अनस ु ार, यिद पूितर् कार संिवदा म िविनदेर्िशत अविध के भीतर िकसी या सभी माल का िवतरण या संबिं धत सेवाओं का िन पादन नहीं करेगा, तो खरीदार संिवदाधीन अ य उपचार पर कोई प्रितकूल प्रभाव डाले िबना, िवलंब के प्रित स ाह या उसके


2.28 2.28.1

(क)

(ख) (ग)

2.28.2 (क) (ख)

(ग) 2.29 2.29.1

147

भाग के िलए, िवलंिबत माल के िवतिरत मू य, या अिन पािदत सेवाओं के िवतिरत मू य, या संिवदा मू य के संबधं म संिवदा की िवशेषताओं म िविनदेर्िशत प्रितशत के बराबर रािश की अथर् दडं के प म संिवदा मू य से तब तक कटौती करेगा, जब तक िक वा तिवक िवतरण या िन पादन नहीं कर िदया जाएगा, जोिक संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत प्रितशत की अिधकतम कटौती तक ही जाएगी । इस अिधकतम कटौती के उपरांत, चूक के कारण संिवदा समाि संबधं ी संिवदा की सामा य शत के खंड के अनस ु ार खरीदार संिवदा को समा करने पर िवचार कर सकता है । संिवदा की िवशेष शत म उस मू य को िनधार् िरत करने के आधार का भी उ लेख होगा, िजस पर अथर् दडं लागू िकया जाएगा । चूक की ि थित म संिवदा समाि संिवदा भंग करने के िलए िकसी अ य उपाय पर प्रितकूल प्रभाव डाले िबना खरीरदार पूितर् कार का िलिखत चक ु नोिटस भेज कर संिवदा को पूणर्त: अथवा अंशत: समा त कर सकता है । यिद पूितर् कार संिवदा म िविनदेर्िशत अविध के भीतर, या संिवदा की सामा य शत के समयसीमा म विृ द्घ संबंधी खंड के अनस ु ार खरीदार द्वारा समय-सीमा म की गई विृ द्घ के भीतर िकसी या सभी माल का िवतरण नहीं करेगा; अथवा यिद पूितर् कार संिवदाधीन अपने अ य दािय व का िन पादन नहीं करेगा; यिद पूितर् कार संिवदा की प्रित पधार् या उसके िन पादन म संिवदा की सामा य शत के कपट या भ्र ाचार संबधं ी खंड म यथािनधार् िरत िकसी भ्र या कपटपूणर् या दु संिधपूणर् या प्रपीड़क आचरण म संलग्न होगा; संिवदा को पूणर्त: या अंशत: समा करने की ि थित म, खरीदार िन निलिखत म से कोई एक या एकािधक कारर् वाई कर सकता है : िन पादन प्रितभूित ज़ त कर सकता है; खरीदार उपयक्ु त शत पर एवं उपयक्त ु तरीके से अिवतिरत माल के बराबर सामग्री प्रा त कर सकता है । इस ि थित म, पूितर् कार संिवदा की शत के अनस ु ार, अपने िव द्घ की जाने वाली सभी कारर् वाइय के िलए वयं ही उ रदायी होगा; लेिकन, पूितर् कार संिवदा का िन पादन उस सीमा तक जारी रखेगा, िजस सीमा तक उसे समा नहीं िकया गया है । अिनवायर् बा यता संिवदा की सामा य शत के समय सीमा म विृ द्घ, चूक की ि थित म अथर् दडं और संिवदा समाि से संबिं धत खंड के उपबंध के होते हुए भी, यिद संिवदाधीन दािय व के िन पादन म िवलंब अिनवायर् बा यता की ि थित म हुआ होगा या उन दािय व का िन पादन नहीं िकया गया होगा, तो पूितर् कार की


िन पादन प्रितपूितर् , और चूक की ि थित म िनधार् िरत क्षितय को ज़ त नहीं िकया जाएगा, या संिवदा को समा नहीं िकया जाएगा । 2.29.2

2.29.3

2.29.4

2.30 2.30.1

2.31 2.31.1

148

इस खंड के प्रयोजन के िलए, "अिनवायर् बा यता" से ता पयर् िकसी ऐसी घटना या पिरि थित से है, जो पूितर् कार के िनयंत्रण से परे हो, िजसके बारे म पहले से कुछ ज्ञात न हो, जो अपिरहायर् हो, और जो पूितर् कार की ओर से असावधानी या लापरवाही के कारण उ प न न हुई हो । ऐसी घटनाओं म अपनी प्रभु वसंप न क्षमता म खरीदार के कृ य, यद्घु या क्रांित, आग, बाढ़, महामारी संगरोध प्रितबंध, और नौभार घाट बंदी शािमल िकए जा सकते ह, तथािप यह इ हीं तक सीिमत नहीं है । यिद कोई अिनवायर् बा यता की ि थित उ प न होगी, तो पूितर् कार उस ि थित के उ प न होने के बाद 21 िदन के भीतर उस ि थित और उसके कारण के बारे म खरीदार को िलिखत म त काल अिधसूिचत करेगा । जब तक खरीदार द्वारा िलिखत म अ यथा िनदेश नहीं िदया जाएगा, पूितर् कार जहां तक उिचत प से यवहायर् होगा, अपने संिवदाधीन दािय व का िन पादन करता रहेगा, और संिवदा िन पादन के िलए ऐसे उिचत वैकि पक साधन अपनाएगा, जो उस अिनवायर् बा यता ि थित से प्रभािवत न ह । यिद संिवदाधीन िक हीं दािय व के पूणर्त: या अंशत: िन पादन म िकसी अिनवायर् बा यता के कारण 60 िदन से अिधक अविध तक अवरोध उ प न होगा या िवलंब होगा, तो कोई भी पक्षकार अपने िवक प से संिवदा समा कर सकता है, िजसका िकसी भी पक्षकार पर कोई िव ीय प्रितप्रभाव नहीं होगा । िदवािलयापन की ि थित म संिवदा समाि यिद पूितर् कार िकसी भी प म िदवािलया हो जाएगा, तो खरीदार पूितर् कार को िकसी भी समय िलिखत नोिटस देकर संिवदा समा कर सकता है । इस ि थित म संिवदा समा िकए जाने पर, पूितर् कार को कोई प्रितपूितर् नहीं की जाएगी, और उस संिवदा समाि का खरीदार के कारर् वाई या उपचार के उस अिधकार पर कोई प्रितकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा, जो उसे उसके उपरांत प्रोद्धभूत होगा । सिु वधा की ि से संिवदा समाि खरीदार पूितर् कार को िकसी भी समय िलिखत नोिटस देकर संिवदा को पूणर्त: या अंशत: समा कर सकता है । संिवदा समाि के नोिटस म यह िविनदेर्िशत िकया जाएगा िक संिवदा समाि खरीदार की सिु वधा की ि से की गई है । साथ ही, उसम पूितर् कार के संिवदाधीन िन पादन को िजस सीमा तक समा िकया जाएगा, उस सीमा का तथा वह संिवदा समाि िजस तारीख को प्रभावी होगी, उस तारीख का भी उ लेख िकया जाएगा ।


2.31.2

(क) (ख)

2.32 2.32.1

2.32.2

2.32.3 (क)

149

पूितर् कार द्वारा संिवदा समाि का नोिटस प्राप्त िकए जाने के बाद 30 िदन के भीतर जो माल नौवहन के िलए तैयार होगा, उसे खरीदार द्वारा संिवदा की शत के अनस ु ार संिवदा मू य पर खरीदा जाएगा । बकाया माल के संबधं म, खरीदार िन निलिखत म से िकसी एक का चनु ाव कर सकता है : वह संिवदा की शत और मू य के अनस ु ार माल के िकसी भाग को तैयार कराकर सपु दु र् कर सकता है; और/अथवा वह शेष माल को र कर सकता है और पूितर् कार को अंशत: तैयार िकए माल और पूितर् कार द्वारा पूणर्त: प्रा िकए गए माल और पज ु के िलए सहमित के अनु प रािश का भगु तान कर सकता है । िववाद का िनपटान यिद संिवदा के अधीन या संिवदा के संबधं म खरीदार और पूितर् कार के बीच कोई असहमित या िववाद उ प न होगा, तो वे उसे सीधे अनौपचािरक बातचीत कर सौहादर् पूणर् ढंग से सल ु झाने का हर संभव प्रयास करगे । यिद पक्षकार अपने िववाद या मतभेद को आपसी िवचार-िवमशर् से नहीं सल ु झा पाएंगे, तो 21 िदन बाद, खरीदार या पूितर् कार दूसरे पक्षकार को म य थता शु िकए जाने के संबधं म िलिखत नोिटस दे सकता है; लेिकन इस संबधं म कोई म य थता तब तक शु नहीं की जाएगी, जब तक िक उसके संबधं म िलिखत नोिटस नहीं िदया जाएगा । िजस िववाद या मतभेद के संबधं म म य थता शु िकए जाने के उ े य से इस खंड के अनस ु ार िलिखत नोिटस िदया जाएगा, उसका िनपटान अंितम प से मा य थम द्वारा िकया जाएगा । म य थता संिवदाधीन माल के िवतरण से पहले या उसके बाद शु की जाएगी। िववाद िनपटान प्रिक्रया/म य थता की कायर् वाही िन नवत तय की जाएगी: यिद िववाद या मतभेद इस करार से संबिं धत या इस करार से उ प न िकसी मामले के संबधं म खरीदार और घरेलू पूितर् कार के बीच उ प न होगा, तो इस मतभेद या िववाद का िनपटान इंिडयन आिबर् ट्रेशन एंड कं िसिलएशन ऐक्ट, 1996 के अनस ु ार िकया जाएगा और इस अिधिनयम के अधीन बनाए गए िनयम तथा उसके सांिविधक आशोधन या पनु :अिधिनयमन (िर-इनेक्टमट् स) म य थता की कायर् वाही पर लागू ह गे । यह िववाद वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के महािनदेशक के िवचाराथर् भेजा जाएगा, और यिद वह म य थता करने म असमथर् होगा या वह म य थता करने का इ छुक नहीं होगा, तो उसे िकसी ऐसे अ य यिक्त की म य थता के िलए िनदेर्िशत िकया जाएगा, िजसकी िनयिु क्त उसके द्वारा की जाएगी, जो म य थ प म कायर् करने का इ छुक होगा । इस िनयक्त ु म य थ का अिधिनणर् य अंितम, एवं िनणार् यक होगा और इस आदेश के सभी पक्षकार के िलए बा यकारी होगा ।


(ख)

2.32.4 2.32.5 (क)

(ख)

यिद खरीदार और िवदेशी पूितर् कार के बीच िववाद होता है तो उस िववाद का िनपटान उक्त उप-खंड (क) के प्रावधान के अनस ु ार म य थता द्वारा िकया जाएगा । पर तु यिद पूितर् कार को यह वीकायर् नहीं है तो उस ि थित म इस िववाद का िनपटान यूएनसीआईटीआरएएल (यूनाइिटड नेशंस कमीशन ऑन इंटरनेशल ट्रेड लॉ) म य थता िनयमावली के प्रावधान के अनस ु ार िकया जाएगा । म य थता का थान वही होगा जहां से खरीद आदेश अथवा िनिवदा जारी िकए गए ह । इसम म य थता को कोई संदभर् देने के बावजूद पािटर् यां संिवदाधीन अपने दािय व को िन पािदत करती रहेगी जबिक िक ये अ यथा सहमत ह ; और

2.33 2.33.1

खरीदार पूितर् कार की देय रािशय का भगु तान पूितर् कार को करेगा । शासी भाषा संिवदा अंग्रेजी भाषा म िलखी जाएगी और उसका िनवर् चन अंग्रेजी भाषा म ही िकया जाएगा । पक्षकार द्वारा संिवदा से संबंिधत जो पत्र यवहार और अ य द तावेज़ िविनमय िकए जाएंगे, वे सब अंग्रेजी म ही िलखे जाएंगे ।

2.34

अनप्रु यो य िविध

2.34.1

संिवदा का िनवर् चन भारत संघ की िविध के अनस ु ार िकया जाएगा और सभी िववाद संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत क्षेत्रािधकार के थान के अधीन ह गे ।

2.35 2.35.1

नोिटस इस संिवदा/आदेश के अनस ु ार एक पक्षकार द्वारा दूसरे पक्षकार को िदया जाने वाला नोिटस दूसरे पक्षकार को िलिखत प म या के बल, या टेलेक्स या फै क्स या ई-मेल द्वारा भेजा जाएगा और संिवदा की िवशेष शत म िविनदेर्िशत दूसरे पक्षकार के पते पर िलिखत म उसकी पिु की जाएगी । नोिटस िजस तारीख को िवतिरत िकया जाएगा, या उसकी जो प्रभावी तारीख होगी, इनम से जो भी बाद म हो, उसी तारीख से प्रभावी होगा ।

2.35.2 2.36

कर और शु क

2.36.1

भारत से बाहर िविनिमर् त माल के संबधं म पूितर् कार सभी कर , टांप शु क , लाइसस शु क , और भारत से बाहर लगने वाली अ य वसूिलय के िलए पूरी तरह िज मेदार होगा । भारत म िविनिमर् त माल के संबधं म, पूितर् कार अंितम िविनमार् ण/उ पादन तक की अविध के सभी कर , शु क , लाइसस शु क आिद के िलए पूरी तरह िज मेदार होगा ।

2.36.2 150


2.36.3

यिद भारत म पूितर् कार के कोई कर-छूट, कटौितयां, भ े या िवशेष सिु वधाएं उपल ध ह गी, तो खरीदार भरसक प्रयास करेगा िक पूितर् कार को अिधकतम अनमु ेय सीमा तक इन कर-बचत का लाभ प्रा हो ।

2.37 2.37.1

त्रिु टपूणर् माल के प्रयोग का अिधकार यिद िवतरण, वीकृित और अिध ठापन के बाद तथा गारंटी और वारंटी-अविध के भीतर, माल का ऑपरेशन या प्रयोग संतोषजनक िसद्घ नहीं होगा, तो खरीदार को यह अिधकार होगा िक वह उस माल का ऑपरेशन या उपयोग तब तक जारी रखेगा, जब तक िक मर मत कर उन भूल-चूक या किमय को दूर नहीं िकया जाएगा, या खरीदार के कायर् म कोई ह तक्षेप िकए िबना उ ह पूणर्त: या अंशत: बदला या प्रित थािपत नहीं िकया जाएगा । क्षित के संबधं म संरक्षा िबजली गल ु होने या िट्रप होने के दौरान प्रणाली को क्षितग्र त नहीं होने िदया जाएगा । कायर् थल पर उपल ध सामा य वो टता और आविृ -ि थितयां िन नवत रखी जाएंगी :

2.38 2.38.1

(क) (ख) 2.39

2.40

151

वो टता 230 वो ट-िसंगल फे ज/415 वो ट 3 फे ज़ (10 प्रितशत) । आविृ 50 हट्रजर् थल की तैयारी और अिध ठापन पूितर् कार द्वारा िनधार् िरत िकए गए तकनीकी और वातावरिणक िविनदेर्शन के अनपु ालन म, खरीदार उप कर थल के िनमार् ण के िलए पूरी तरह िज मेदार है । खरीदार अिध ठापन की अनस ु ूिचत तारीख से पहले अिध ठापन थल नामोि करेगा, तािक पूितर् कार उप कर के अिध ठापन से पहले थल की उपयक्त ु ता की जांच करने के िलए आव यकतानस ु ार उप कर थल का िनरीक्षण कर सके । पूितर् कार संिवदा प्रदान िकए जाने की अिधसूचना के ठीक बाद, खरीदार के कायर् थल पर माल के अिध ठापन के िलए आव यक कायर् थल तैयार करने के बारे म खरीदार को सूिचत करेगा । स यिन ा समझौता कद्रीय सतकर्ता आयोग के िनदेश के अनस ु ार, वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद की प्रयोगशालाओं/सं थान सिहत सभी संगठन प्रापण संबधं ी सभी प्रमख ु सावर् जिनक काय म पारदिशर् ता, सा य और प्रित पधार् सिु नि त करने के िलए स यिन ा समझौता अंगीकार करगे । यह स यिन ा समझौता भावी बोलीदाताओं/िवक्रेताओं और खरीदार के बीच इस करार पर िवचार करता है िक दोन पक्षकार के कमर् चारी/अिधकारी संिवदागत ल य के प्रित पूरी तरह प्रितबद्घ रहगे और वे संिवदा िन पादन म िकसी भ्र आचरण का आ य नहीं लगे जो बोलीदाता/िवक्रेता, खरीदार अथार् त वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद या


उसकी प्रयोगशालाओं/सं थान के साथ यह स यिन ा समझौता करने के इ छुक ह गे, वे ही बोली प्रिक्रया म िह सा लेने म सक्षम ह गे । यह स यिन ा समझौता वतंत्र बा मॉनीटर के पैनल पर भी िवचार करता है, िजसकी िसफािरश और यव था वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद/उसकी प्रयोगशालाओं और सं थान द्वारा की जाएगी और उसका अनमु ोदन कद्रीय सतकर्ता आयोग द्वारा िकया जाएगा । संिवदा की िवशेष शत म यह िविनदेर्िशत िकया जाएगा िक अलग स यिन ा समझौता करने की आव यकता है या नहीं । स यिन ा समझौते (आईपी) का मॉडल फॉमेर्ट संलग्नक-'ट' म िदया गया है ।

152


ख. संिवदा की िवशेष शत (प्रयोगशाला/सं थान अपनी िवशेष आव यकताओं के अनस ु ार संिवदा म िवशेष शत का उ लेख कर सकते ह । तथािप, संिवदा की िन निलिखत िवशेष शत सामा य िदशािनदेर्श का काम करगी तथा संिवदा की सामा य शत की अनपु ूरक ह गी और/या उनम संशोधन करने म सहायक ह गी । यिद उनम पर पर कोई िवरोध या संघषर् होगा, तो इनम की गई यव थाएं संिवदा की सामा य शत म की गई यव थाओं पर अिभभावी ह गी ।)

क्रम सं. (i) (ii) (iii) (iv) (v) (vi) (vii) (viii) (ix) (ix) (x) (xi) (xii) (xiii) (xiv) (xv) (xvi)

153

संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा संिवदा

की की की की की की की की की की की की की की की की की की

िवषय-सचू ी सामा य शत का खंड सामा य शत 1.1(ठ) सामा य शत 1.1(ड) सामा य शत 13.1 सामा य शत 14.1 सामा य शत 14.1 सामा य शत 15.2 सामा य शत 16.1 सामा य शत 16.3 सामा य शत 17.1 सामा य शत 19.1 सामा य शत 21.3 सामा य शत 21.5 सामा य शत 22.1 सामा य शत 27.1 सामा य शत 27.1 सामा य शत 34.1 सामा य शत 35.1


संिवदा की िवशेष शत (एससीसी) संिवदा की िन निलिखत िवशेष शत संिवदा की सामा य शत की अनपु ूरक ह गी और/या उनम संशोधन करने म सहायक ह गी । यिद उनम पर पर कोई िवरोध या संघषर् होगा, तो इनम की गई यव थाएं संिवदा की सामा य शत म की गई यव थाओं पर अिभभावी ह गी । (खरीदार नीचे िदए गए नमून या अ य वीकायर् श द का प्रयोग कर उपयक्त ु श द का चयन कर भरेगा और अक्षर म मिु द्रत सामग्री को हटा देगा) संिवदा की सामा य खरीदार : (खरीदार का पूरा िविध नाम िलख) शत 2.1(ठ) संिवदा की सामा य अंितम गंत य थान : ( थल के थान के नाम और उनसे संबिं धत िव ततृ सूचना िलख) शत 2.1(ड) संिवदा की सामा य िन पादन प्रितभूित की रािश होगी : (संिवदा मू य का प्रितशत िलख) शत 2.13.1 संिवदा की सामा य माल के नौ-वहन से पहले और अंितम वीकृित के बाद िकए जाने वाले िनरीक्षण और शत 2.14.1 परीक्षण िन निलिखत ह: माल के िविनमार् ण और उसे असे बल िकए जाने के बाद,नौ-वहन से पहले, पूितर् कार के संयत्रं पर पूितर् कार द्वारा माल का िनरीक्षण और परीक्षण िकया जाएगा, तािक यह जांच की जा सके िक माल तकनीकी िविनदेर्शन के अनु प है । इस प्रयोजन के िलए, िविनमार् ता का परीक्षण प्रमाणपत्र डाटा शीट सिहत जारी िकया जाएगा और िवतरण द तावेज़ के साथ प्र ततु िकया जाएगा । खरीदार को यह अिधकार है िक वह चाहे तो इस िनरीक्षण और परीक्षण के समय पूितर् कार के पिरसर म उपि थत रह सकता है । परीक्षण की वीकृित का संचालन खरीदार, खरीदार के िवक प पर उसके द्वारा नािमत परामशर् दाता या अ य यिक्तय द्वारा, उप कर थािपत िकए जाने के बाद, पूितर् कार के प्रितिनिधय की उपि थित म िकया जाएगा । वीकृित तभी प्रदान की जाएगी, जब उप कर का प्रचालन िनबार् ध होगा । वीकृित परीक्षण करने के िलए िक हीं अितिरक्त प्रभार का भगु तान नहीं िकया जाएगा । उप कर के िकसी पज ु ेर् की आंिशक या पूणर् खराबी वीकार नहीं की जाएगी । पूितर् कार परीक्षण के पिरणाम के संबधं म आव यक लॉगबक ु रखेगा, तािक वह खरीदार की पूणर् संतिु के अनु प यह प्रमािणत कर सके िक िविनदेर्िशत परीक्षण सफलतापूवर्क संप न हो गया है । यिद आडर् र की कोई मद वीकृित परीक्षण म सफल नहीं होगी,तो खरािबय को दूर करने और वीकृित परीक्षण पूरा करने के िलए दो स ाह तक का समय प्रदान िकया जाएगा, और यिद इस अविध म यह कायर् नहीं िकया जाएगा,तो खरीदार को यह अिधकार है िक वह िकसी अितिरक्त लागत का भगु तान िकए िबना,उप कर को 154


पूितर् कार द्वारा अिध ठािपत करा सकता है । पूितर् कार का यह भी उ रदािय व होगा िक वह अपनी लागत पर, सं थािपत माल और उप कर के वीकृित परीक्षण का संचालन और समापन सफलतापूवर्क करेगा। माल और उप कर खरीदार को स पे जाने से पहले, पूितर् कार िनिमर् त माल और उप कर के ड्राइंग सिहत उनके प्रचालन और अनरु क्षण से संबिं धत मैनअ ु ल प्रदान करेगा । इन मैनअ ु ल म उन योर का उ लेख िकया जाएगा, िजनकी सहायता से खरीदार संबंिधत िविनदेर्शन म उि लिखत उप कर के सभी पज ु को प्रचािलत, अनरु िक्षत, समायोिजत कर सके और उनकी मर मत कर सके । ये मैनअ ु ल और ड्राइंग शासी भाषा (अंग्रेजी) म ह गे और उनका प और संख्याएं वही ह गी, िजनका उ लेख संिवदा म िकया गया है । जब तक िक अ यथा कोई सहमित नहीं की जाएगी, माल और उप कर, स पे जाने के प्रयोजन से, तब तक पूणर् नहीं माने जाएंगे, जब तक िक खरीदार को मैनअ ु ल और ड्राइंग प्रदान नहीं िकए जाएंगे । वीकृित परीक्षण सफलतापूवर्क पूरा होने और िडिलवरेबल आिद के प्रा हो जाने पर, तथा उप कर की िक्रयाशीलता से खरीदार के संतु हो जाने के बाद, पूितर् कार और खरीदार के प्रितिनिधय द्वारा ह ताक्षिरत वीकृित प्रमाणपत्र जारी िकया जाएगा । इस प्रमाणपत्र पर िजस तारीख को ह ताक्षर िकए जाएंगे, उसी को उप कर के सफल प्रारंभन की तारीख माना जाएगा । संिवदा की सामा य पैकेज के भीतर और बाहर के अंकन और प्रलेखन िन नवत ह गे : शत 2.15.2 (क) प्र येक पैकेज के भीतर पैिकं ग सूची होनी चािहए, िजसम पज ु ार् संख्या, िववरण, मात्रा आिद के योरे होने चािहए । (ख) प्र येक पैकेज के बाहर, सभी साइड म और ऊपरी भाग पर संिवदा संख्या, खरीदार का नाम और पता तथा अंितम गंत य थान उि लिखत होने चािहए । (ग) प्र येक पैकेज पर 1/X, 2/X, 3/X......................... X/X अंिकत होने चािहए, िजसम प्रेषण X म विणर् त पैकेज की कुल संख्या होनी चािहए । (घ) प्र येक पैकेज की सभी साइड म और उसके ऊपरी भाग पर उपयक्त ु संकेत/लेबल/ि टकर लगे होने चािहए, िजनम संभलाई/भंडारण के समय बरती जाने वाली सावधािनय का उ लेख होना चािहए । संिवदा की सामा य पूितर् कार द्वारा प्र ततु िकए जाने वाले नौ-वहन के योरे और अ य द तावेज़ शत 2.16.1 िन निलिखत ह: भारत म िविनिमर्त माल के संबधं म : प्रेषण के 24 घंटे के भीतर, पूितर् कार खरीदार को प्रेषण के पूरे योरे अिधसूिचत करेगा और िन निलिखत द तावेज़ पंजीकृत डाक/ पीड पो ट से भी भेजेगा और 155


उनकी प्रितयां फै क्स द्वारा भेजेगा : (क) पूितर् कार के बीजक की दो प्रितयां, िजनम अ य बात के साथ-साथ माल के िववरण और िविनदेर्शन, मात्रा, यूिनट मू य, कुल मू य का उ लेख होना चािहए । (ख) पैिकं ग सूची । (ग) िविनमार् ण करने वाले देश का प्रमाणपत्र । (घ) यिद संिवदा के अधीन अपेिक्षत हो, तो बीमा प्रमाणपत्र । (ड.) रेलवे रसीद/ प्रेषण नोट । (च) िविनमार् ता का गारंटीपत्र और आवासीय िनरीक्षण प्रमाणपत्र । (छ) खरीदार के िनरीक्षक द्वारा जारी िकया गया िनरीक्षण प्रमाणपत्र, यिद कोई हो, और । (ज) संिवदा की शत म अपेिक्षत अ य द तावेज़ । िट पणी : 1. बीजक , पैिकं ग सूिचय और िवतरण िट पिणय आिद के मद संबधं ी िववरण के िलए प्रयक्त ु नामावली, संिवदा म प्रयक्त ु नामावली के सम प ही होनी चािहए । ट्रांसपोटर् र के नाम सिहत प्रेषण संबधं ी िववरण का उ लेख बीजक म भी िकया जाना चािहए । 2. उपयर् क्त ु द तावेज़ खरीदार को माल पहुचं ने से पहले प्रा हो जाने चािहए । यिद ये द तावेज़ खरीदार को माल पहुचं ने से पहले प्रा नहीं ह गे, तो पिरणामी यय के िलए पूितर् कार वयं िज मेदार होगा । (xvii) िवदेश म िविनिमर्त माल के संबध ं म

प्रेषण के 24 घंटे के भीतर, पूितर् कार खरीदार को प्रेषण के पूरे योरे अिधसूिचत करेगा और िन निलिखत द तावेज़ पंजीकृत डाक/कूिरयर से भी भेजेगा और उनकी प्रितयां फै क्स द्वारा भेजेगा (xviii) मात्रा, मू य आिद सिहत माल के पूरे योरे दशार् ने वाले पूितर् कार के बीजक

की दो प्रितयां;

(xvix) पैिकं ग सूची; (xx) िविनमार् ण करने वाले देश का प्रमाणपत्र; (xxi) िविनमार् ता का गारंटी और िनरीक्षण प्रमाणपत्र;

(ड.) खरीदार के िनरीक्षक द्वारा जारी िकया गया िनरीक्षण प्रमाणपत्र, यिद जारी 156


िकया गया हो; (च) यिद संिवदा के अधीन अपेिक्षत हो, तो बीमा प्रमाणपत्र; (छ) जलयान/कै िरयर का नाम; (ज) लदानपत्र/एयरवे-पत्र; (xxii) लदान प न;

(ञ) नौ-वहन की तारीख; (ट) िड चाजर् का प न और माल के पहुचं ने की अपेिक्षत तारीख और (ठ) संिवदा की शत म अपेिक्षत कोई अ य द तावेज़ । िट पणी : 1. बीजक , पैिकं ग सूिचय और िवतरण िट पिणय आिद के मद संबधं ी िववरण के िलए प्रयक्त ु नामावली, संिवदा म प्रयक्त ु नामावली के सम प ही होनी चािहए । ट्रांसपोटर् र के नाम सिहत प्रेषण संबधं ी िववरण का उ लेख बीजक म भी िकया जाना चािहए । 2. उपयर् क्त ु द तावेज़ खरीदार को माल पहुचं ने से पहले प्रा हो जाने चािहए । यिद ये द तावेज़ खरीदार को माल पहुचं ने से पहले प्रा नहीं ह गे, तो उसके पिरणामी यय के िलए पूितर् कार वयं िज मेदार होगा । संिवदा की सामा य भारत से की जाने वाली पूितर् य के मामले म, पिरवहन वाय/ु रेल/सड़क मागर् से िकया शत 2.16.3 जाएगा । िवदेश से की जाने वाली पूितर् य के मामले म, पिरवहन वाय/ु समद्रु मागर् से िकया जाएगा । (जो लागू न हो, उसे काट द ।) संिवदा की सामा य बीमा की रािश "सम त जोिखम आधार" पर "एक माल गोदाम से दूसरे माल गोदाम शत 2.17.1 (अंितम गंत य थान)" तक संिवदा के सीआईएफ या सीआईपी मू य के 110 प्रितशत के बराबर होगी । संिवदा की सामा य प्रदान की जाने वाली आनषु िं गक सेवाएं िन नवत ह गी : शत 2.19.1 1. 2. 157


3. लागत संिवदा मू य म शािमल की जाएगी । संिवदा की सामा य वारंटी की वैधता अविध िदन (संख्या िलख) होगी : शत 2.21.3 संिवदा की सामा य इस संिवदा के अधीन पूितर् कार को िकए जाने वाले भगु तान का तरीका और उसकी शत 2.22.1 शत िन नवत ह गी : िवदेश से पूितर् िकए जाने वाले माल का भुगतान : िवदेशी मद्रु ा के अंश का भगु तान (.....................................................) म (संिवदा मू य की मद्रु ा म) िन निलिखत ढंग से िकया जाएगा: (xxiii) नौ-वहन के िवषय म, नौ-वहन िकए जाने वाले माल के संिवदा मू य की

.............................................................. (...............) प्रितशत रािश का भगु तान संिवदा की सामा य शत के खंड 2.16 म िविनदेर्िशत द तावेज़ प्र ततु करने पर, अपने देश के बक म पूितर् कार के पक्ष म खल ु े अप्रितसंहरणीय साख पत्र के मा यम से िकया जाएगा । वीकृित के िवषय म, प्रा िकए गए माल के संिवदा मू य की ......................................................... (...............) प्रितशत रािश का भगु तान, िन पादन प्रितभूित सिहत, यिद कोई हो, खरीदार द्वारा जारी िकए गए वीकृित प्रमाणपत्र से समिथर् त दावा प्र ततु िकए जाने पर माल की प्राि और सफल अिध ठपान एवं प्रारंभन के 30 िदन के भीतर िकया जाएगा । यिद पूितर् कार द्वारा िवशेष प से अनरु ोध िकया जाएगा, तो साख पत्र की पिु पूितर् कार की लागत पर की जाएगी । िवदेश के सभी बक प्रभार लाभाथीर् अथार् त पूितर् कार द्वारा वहन िकए जाएंगे और भारत के सभी बक प्रभार ओपनर अथार् त खरीदार द्वारा वहन िकए जाएंगे । यिद साख पत्र की अविध बढ़ाए जाने/ उसे पनु थार् िपत िकए जाने का अनरु ोध उन कारण से िकया जाएगा, िजनके िलए खरीदार िज मेदार नहीं है, तो उसके प्रभार को पूितर् कार द्वारा वहन िकया जाएगा । थानीय मद्रा के अंश का भगु तान खरीदार द्वारा जारी िकए गए प्रमाणपत्र, िजसम इस त य की घोषणा होगी िक माल का िवतरण कर िदया गया है और संिवदागत अ य सभी सेवाएं िन पािदत कर दी गई ह, से समिथर् त दावा प्र ततु िकए जाने के 30 िदन के भीतर भारतीय पय म िकया जाएगा । संिवदा के 100 प्रितशत मू य के साख पत्र का थापन एफजीओबी/ एफसीए के मू य से भारतीय एजट को देय एजसी कमीशन की कटौती करने के बाद िकया जाएगा । (xxiv)

भारत से पूितर् िकए जाने वाले माल और सेवाओं का भुगतान : भारत से पूितर् िकए जाने वाले माल और सेवाओं का भगु तान भारतीय पय म 158


िन नवत िकया जाएगा : (xxv) नौ-वहन के िवषय म, संिवदा मू य की ..................................

(..................) प्रितशत रािश का भगु तान माल के प्रा हो जाने पर और संिवदा की सामा य शत के खंड 16.1 म िविनदेर्िशत द तावेज़ के प्र ततु िकए जाने पर िकया जाएगा ।

वीकृित के िवषय म, संिवदा मू य की बकाया .................................. (..................) प्रितशत रािश का भगु तान पूितर् कार को िन पादन प्रितभूित, यिद कोई हो, प्र ततु िकए जाने के अधीन, खरीदार द्वारा जारी िकए गए वीकृित प्रमाणपत्र की तारीख के बाद 30 िदन के भीतर िकया जाएगा । (ii)

संिवदा की सामा य िवलंिबत िवतरण, िवलंिबत अिध ठापन और िवलंिबत प्रारंभन के िलए अथर् दडं प्रित शत 2.27.1 स ाह या उसके भाग के िलए (संख्या भर) प्रितशत रािश होगी । संिवदा की सामा य पिरिनधार् िरत क्षितय की वसूली िवलंिबत माल के िवतिरत मू य या अिन पािदत शत 2.27.1 सेवाओं या संिवदा मू य के आधार पर की जाएगी । (जो लागू न हो, उसे काट द) संिवदा की सामा य क्षेत्रािधकार का थान : .............................................................. शत 2.34.1 संिवदा की सामा य शत नोिटस के िलए खरीदार का पता : 2.35.1 यान द ( यिक्त का नाम और पदनाम िलख) थान : (पूरा पता िलख) दूरभाष : (देश और नगर के कोड-सिहत टेलीफोन नंबर िलख) प्रितकृित संख्या (देश और नगर के कोड सिहत प्रितकृित संख्या िलख) इलेक्ट्रॉिनक मेल का पता : (यिद लागू हो, तो ई-मेल का पता िलख) संिवदा की सामा य स यिन ा समझौता पर ह ताक्षर िकए जाने ह/नहीं िकए जाने ह । शत 2.40 (जो लागू हो, उसे रख)

159


अ याय 3 अपेक्षा अनुसूची (के वल आंतिरक प्रयोग के िलए नोट) 3.1

अपेक्षा अनस ु ूची खरीदार द्वारा बोली द तावेज़ म शािमल की जाएगी और उसम माल के िववरण, पूितर् की जाने वाली सेवाओं और िवतरण अनस ु ूची का समावेशन िकया जाएगा । िवतरण अनस प से ु ूची म उस समयाविध का प उ लेख िकया जाएगा, िजसके भीतर सफल बोलीदाता को साख पत्र थािपत िकए जाने की तारीख से, या संिवदा की तारीख से, या अिग्रम भगु तान आिद की तारीख से प्रेषण पूरी तरह िवतिरत करने चािहए । इसम उस समयाविध का उ लेख भी अलग से िकया जाना चािहए, जो खरीदार के पिरसर म प्रेषण पहुचं जाने के बाद उप कर के अिध ठापन और प्रारंभन के िलए आव यक है ।

3.2

इस अपेक्षा अनस ु ूची का उ े य पयार् सूचना प्रदान करना है तािक बोलीदाता अपनी बोिलयां और खासतौर से मू य अनस ु ूची दक्षतापूवर्क और ठीक-ठीक तैयार कर सक, िजसके प्रपत्र का उ लेख अ याय-5 म िकया गया है । इसके अलावा, अपेक्षा अनस ु ूची तथा मू य अनस ु ूची को, आईटीबी के खंड 1.36 के अनस ु ार संिवदा प्रदान िकए जाने के समय, मात्रागत िवचलन होने की ि थित म आधार के प म काम करना चािहए ।

3.3

िवतरण की तारीख या अविध का उ लेख सावधानीपूवर्क िकया जाना चािहए और उसम (क) इंकोट सर् के िनयम (अथार् त ईएक्सड यू, या सीआईएफ, सीआईपी, एफओबी, एफसीए की शत - िक "िवतरण" तभी होता है जब माल कै िरयर को िवतिरत िकया जाता है) के अनस ु ार 'बोलीदाताओं के िलए अनदु ेश' म अनबु िं धत िवतरण संबधं ी शत के िनिहताथ को यान म रखा जाना चािहए; और (ख) उनम उस िनधार् िरत तारीख को भी यान म रखा जाना चािहए, िजससे िवतरण संबधं ी दािय व (अथार् त संिवदा प्रदान िकए जाने से संबिं धत नोिटस, संिवदा पर ह ताक्षर, साख पत्र खोलने और उसकी पिु करने, अिग्रम भगु तान िरलीज़ करने आिद िवतरण संबधं ी दािय व) आरंभ होते ह ।

160


अ याय 4 िविनदेर्शन तथा िमि त तकनीकी योरे 4.1

161

तकनीकी िविनदेर्शन का उ े य खरीदार द्वारा अपेिक्षत माल और संबिं धत सेवाओं की तकनीकी िवशेषताएं िनधार् िरत करना है । खरीदार िन निलिखत को यान म रखते हुए, िव ततृ तकनीकी िविनदेर्शन तैयार करेगा : (क)

तकनीकी िविनदेर्शन म वे बचमाकर् ह गे, िजनसे खरीदार बोिलय की तकनीकी अनिु क्रयाशीलता स यािपत करेगा और उसके उपरांत बोिलय का मू यांकन करेगा । इसिलए, सिु नधार् िरत तकनीकी िविनदेर्शन बोलीदाताओं के द्वारा अनिु क्रयाशील बोिलयां तैयार िकए जाने तथा खरीदार द्वारा बोिलय की जांच, मू यांकन और तल ु ना िकए जाने म सहायक ह गे ।

(ख)

तकनीकी िविनदेर्शन म यह अपेक्षा की जाएगी िक माल म समािव की जाने वाली सामग्री और सम त माल नया, अप्रयक्त ु और नवीनतम या प्रचिलत मॉडल का हो और उनम िडजाइन और सामग्री की ि से सभी नवीनतम संशोधन समािव ह ।

(ग)

मानक आविृ पयार् प्रयक्त ु

(घ)

बोली द तावेज़ म िविनदेर्िशत उप कर, माल और कारीगरी के मानक प्रितबंधी प्रकार के नहीं ह गे । जहां तक संभव हो सके , मा यता प्रा अंतररा ट्रीय मानक का उ लेख िकया जाना चािहए । जो ब्रांड नाम, सूची पत्र संख्याएं या अ य योरे िकसी सामग्री या मद को िकसी िविनमार् ता िवशेष तक सीिमत करते ह, उनके िनदेर्शन की अनमु ित नहीं है । यिद भारत या िकसी अ य देश के अ य खास मानक या पद्घित संिहताओ ं का िनदेर्श तकनीकी मानक म न हो, तो ऐसे अ य प्रािधकृत मानक का िववरण िदया जाना चािहए, िजनकी गणु व ा तकनीकी िविनदेर्शन म उि लिखत मानक की गणु व ा के समतु य हो, तभी वे वीकायर् ह गे ।

(ड.)

ब्रांडनाम और सूचीपत्र संख्याओं के िनदेर्शन से बचा जाना चािहए ।

(च)

तकनीकी िविनदेर्शन म िन निलिखत के संबधं म अपेक्षाओं के िववरण ह गे, िकं तु वे उ हीं तक सीिमत नहीं ह गे :

तकनीकी िविनदेर्शन माल की संि ता और प्रापण के प्रकार की -मूलकता के आधार पर लाभदायक हो सकते ह । तकनीकी िविनदेर्शन िव ततृ होने चािहए, िजससे िक एक ही प्रकार के माल के िविनदेर्शन म समान उप कर , सामग्री और कारीगरी के प्रितबंध से बचा जा सके ।


(क) (ख) (ग) (घ) (ड.)

(छ)

(ज)

(झ)

(ञ)

(ट) (ठ) 162

माल के उ पादन और िविनमार् ण के िलए अपेिक्षत सामग्री और कारीगरी के मानक के संबधं म । अपेिक्षत िव ततृ परीक्षण के संबधं म । पूणर् िवतरण/िन पादन प्रा करने के िलए अपेिक्षत अ य अितिरक्त काय और/या संबिं धत सेवाओं के संबधं म । पूितर् कार द्वारा िन पािदत िकए जाने वाले िव ततृ काय , और उन काय म खरीदार की सहभािगता के संबधं म । वारंटी म सि मिलत िकए जाने के िलए अपेिक्षत िव ततृ कायार् मक गारंिटय की सूची, और गारंिटयां पूरी न िकए जाने की ि थित म लागू िकए जाने वाले अथर् दडं से संबिं धत िविनदेर्शन के संबधं म । तकनीकी िविनदेर्शन म तकनीकी और िन पादन संबधं ी सभी आव यक िवशेषताओं और अपेक्षाओं तथा उपयक्त ु ता के अनु प गारंटीयक्त ु या वीकायर् अिधकतम या यूनतम मू य को िविनदेर्िशत िकया जाएगा । यिद खरीदार यह अनरु ोध करे िक तकनीकी िविनदेर्शन, तकनीकी अनस ु ूिचयां या अ य तकनीकी सूचनाएं बोलीदाता के द्वारा पूणर्त: या अंशत: अपनी बोली म प्रदान की जाएंगी, तो खरीदार अपेिक्षत सूचना की प्रकृित और सीमा का उ लेख िव तार से उस ढंग से करेगा, िजस ढंग से बोलीदाता के द्वारा उसे अपनी बोली म प्र ततु िकया जाएगा । नवीनतम प्रौद्योिगकी प्रा करना और अप्रचिलत माल प्रा करने से बचना ही तकनीकी िविनदेर्शन का उ े य होना चािहए । इन िविनदेर्शन म दक्षता, ई ंधन/िबजली की इ तम खपत, पयार् वरण के अनक ु ू ल सामग्री का प्रयोग, विन और उ सजर् न तर का कम होना आिद जैसे कारक पर बल िदया जाना चािहए । साथ ही, ये िविनदेर्शन बहुत अिधक प्रितबंधी प्रकार के नहीं होने चािहए, क्य िक इनका उ े य उपयक्त ु संख्या म प्रित पधीर् िनिवदाकार आकृ करना होना चािहए । इन िविनदेर्शन म िकसी खास िविनमार् ता का ब्रांडनाम, मेक या सूचीपत्र संख्या का उ लेख नहीं होना चािहए, और यिद िकसी बा यकारी कारणवश, उनम िकसी खास िविनमार् ता के ब्रांडनाम, मेक या सूचीपत्र संख्या का उ लेख करना अपिरहायर् हो, तो उनम "या समतु य" श द का प्रयोग िकया जाना चािहए । इन िविनदेर्शन म समािव की जाने वाले सभी पिरमाप का उ लेख मीटरी यूिनट म िकया जाना चािहए । जहां आव यक हो, अितिरक्त प ता आिद से संबिं धत ड्राइंग इन िलिखत िविनदेर्शन के अनपु ूरक होने चािहए ।


अ याय 5 मू य अनस ु चू ी प्रपत्र यह फॉमेर्ट प्रयोगशालाओं द्वारा िनिवदाओ ं की अपेक्षा के अनुसार तैयार िकया जा सकता है । तथािप, इस मू य अनुसूची प्रपत्र की सांकेितक संरचना का उल्लेख संदभर् के िलए इसम इसके नीचे िकया गया है : िवषय-सचू ी क्रम संख्या 5.1 5.2

163

खंड िवदेश से प्रदान िकए जाने वाले माल की मू य अनस ु ूची । भारत से प्रदान िकए जाने वाले माल की मू य अनस ु ूची ।


िवदेश से प्रदान िकए जाने वाले माल की मू य अनस ु चू ी बोलीदाता का नाम: िनिवदा संख्या: 1

2

3

4

5

6*

7*

8*

9*

क्र.सं.

मद िववरण

िविनमार् ता देश

यूिनट

मात्रा

यूिनट मू य

कुल मू य (5X6)

गंत य प न/ थान तक बीमा और पिरवहन के प्रभार

कुल मू य

समद्रु मागर् से

सीआईएफ

एफओबी एफसीए (नौवहन (नामोि नामोि ) प न)

एफओबी एफसीए (नौवहन (िवतरण का का नामोि नामोि थान) थान)

वायु मागर् से

(7+8)

िट पणी : िवदेशी मद्रु ा म कुल बोली मू य (श द म) : --------------(क) भारतीय एजट का नाम और पता : --------------(ख) अिध ठापन, प्रारंभन एवं प्रिशक्षण प्रभार, यिद कोई हो : --------------(ग) अितिरक्त पज : --------------ु की कीमत पता : --------------(घ) भारतीय एजट के कमीशन का भगु तान, संिवदा की सामा य शत के खंड 22.1 के अनस ु ार, द तावेज के परक्रामण की तारीख को प्रचिलत िविनमय दर के आधार पर, भारतीय पय म ही िकया जाएगा । (ड.) वैकि पक मद की कीमत का उ लेख अलग से िकया जाएगा । बोलीदाता के ह ताक्षर : नाम : यावसाियक पता : 164


िवदेश से प्रदान िकए जाने वाले माल की मू य अनस ु चू ी बोलीदाता का नाम : िनिवदा संख्या : 1

2

3

क्रम मद का िनमार् ता सं. िववरण देश

4

5

यूिनट मात्रा

6

7

8

9

10

11

से फ़ मू य के एक्सवक्सर् , एक्सवेयरहाउस, एक्सशो म (पूवर्त: प्रद सम त कर सिहत)

से फ़ मू य के एक्स-वक्सर् , एक्सवेयरहाउस, एक्स-शो म का कुल मू य (पूवर्त: प्रद सम त कर सिहत) (5X6½

यिद संिवदा प्रदान की जाए, तो वैट एवं देय उ पादशु क जैसे अ य कर

यिद कोई हो, तो प्रेषण के थान तक पैिकं ग और अग्रेषण

प्रयोगशाला/ सं थान तक अंतदेर्शीय पिरवहन, बीमा के प्रभार

यिद कोई तो हां, अिध ठापन, प्रारंभन और प्रिशक्षण प्रभार

िवदेशी मद्रु ा म कुल बोली मू य (श द म) : बोलीदाता के ह ताक्षर : नाम : यावसाियक पता : िट पणी : (क) वैकि पक मद की कीमत का उ लेख अलग से िकया जाएगा । (ख) अितिरक्त पज ु की कीमत :...........................

165


अ याय 6 योग्यता संबधं ी अपेक्षाएं (पूवर्-योग्यता/पात्रता संबधं ी मापदंड) (नीचे िदए गए पाठ म िजन अपेक्षाओं का उ लेख नहीं िकया गया है, उनका प्रयोग बोलीदाता की योग्याताओ ं के मू यांकन म नहीं िकया जाएगा । योग्यता संबधं ी अपेक्षाओं का चुनाव यायोिचत प से िकया जाना चािहए, िजससे िक उन अपेक्षाओं के आधार पर संभािवत बोलीदाताओं के बीच प्रित पधार् म कोई बाधा न पड़े; उ ह आशोिधत, पिरवितर् त या प्रित थािपत िकया जा सकता है, या नई शत जोड़ी जा सकती ह)

166

(क)

िव ीय क्षमता : बोलीदाता वह द तावेज़ी सा य प्र ततु करेगा, जो िन निलिखत िव ीय अपेक्षाओं को पूरा करे: [अपेक्षाओं का उ लेख कर]

(ख)

अनभ ु व और तकनीकी क्षमता : बोलीदाता यह दशार् ने के िलए द तावेज़ी सा य प्र ततु करेगा िक वह िन निलिखत अनभु वगत अपेक्षाएं पूरी करता है: [अपेक्षाओं का उ लेख कर]

(ग)

प्रयोग संबधं ी अपेक्षाएं : बोलीदाता यह दशार् ने के िलए द तावेज़ी सा य प्र ततु करेगा िक वह जो माल प्रदान करेगा, वह िन निलिखत प्रयोग संबधं ी अपेक्षाएं पूरी करेगा : [अपेक्षाओं का उ लेख कर]

(घ)

बोलीदाता यह दशार् ने के िलए द तावेज़ी सा य प्र ततु करेगा िक वह बोलीदाता के पात्रता संबधं ी मापदंड को पूरा करता है ।

(ड.)

बोलीदाता को ऐसा िविनमार् ता/िविनमार् ता का प्रािधकृत प्रितिनिध होना चािहए, िजसने "तकनीकी िविनदेर्शन" म उि लिखत प्रकार के उप कर िडजाइन िकए ह , िविनिमर् त िकए ह , उनके परीक्षण िकए ह और उनकी पूितर् की हो । तकनीकी बोली के साथ एमएएफ संलग्न िकया जाना चािहए । ये उप कर नवीनतम ख ंृ लाओं/मॉडल के होने चािहए, िजनके िडज़ाइन म नवीनतम संशोधन समािव होने चािहए । ये मॉडल बोली खोले जाने की तारीख को कम से कम एक वषर् तक सफल प्रचालन करने की ि थित म होने चािहए ।

(च)

भारत सरकार की वतर् मान आयात-िनयार् त नीित की प्रितबंिधत सूची म उि लिखत मद के िलए अपने वािमय की ओर से सीधे ही कोटेशन देने वाले िवदेशी िविनमार् ताओं/ पूितर् कार के भारतीय एजट को पूितर् तथा िनपटान महािनदेशालय के साथ पंजीकृत िकया गया है ।


(छ)

167

िनिवदा प्रणाली की पिवत्रता बनाए रखने के िलए, एक भारतीय एजट एक िनिवदा म दो अलग-अलग िवदेशी वािमय का प्रितिनिध व नहीं कर सकता ।


अ याय 7 संिवदा प्रपत्र संिवदा संख्या : ........................................................... तारीख : ..................................................................... यह संिवदा करार (1)

भारत सरकार के सोसाइटी रिज ट्रेशन अिधिनयम, 1860 के अधीन पंजीकृत वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु ंधान पिरषद का पंजीकृत कायार् लय 2, रफी मागर् , नई िद ली-110 011 भारत म है और िजसका प्रितिनिध व .................................................. के द्वारा (खरीदार का पूरा नाम और पता िलख) िकया गया है (िजसे इसम इसके बाद "खरीदार" कहा गया है) ,और -

(2)

जो .................................................... (पूितर् का नाम िलख), ............................................. की (पूितर् कार का देश िलख) िविध के अधीन िनगिमत एक िनगम है और िजसका प्रधान यावसाियक थान ......................................... पर (पूितर् कार का पता िलख) है (िजसे इसम इसके बाद "पूितर् कार" कहा गया है), के बीच आज िदनांक ............. को िकया गया है ।

जबिक खरीदार ने कितपय माल और अनषु गं ी सेवाओं, अथार् त ................................................................... (माल और सेवाओं का संिक्ष िववरण िलख) के िलए बोिलयां आमंित्रत की ह और उस माल और संबिं धत सेवाओं की पूितर् के िलए ..................................................................... की रािश (संिवदाओं की मद्रु ाओं म अिभ यक्त संिवदा मू य अंक और श द म) म (िजसे इसम इसके बाद "संिवदा मू य" कहा गया है) , पूितर् कार की बोली वीकार की है । अब यह करार िन नवत सािक्षत करता है : 1. इस करार म श द और पद के वही अथर् ह गे, जो उनके िलए िनदेर्िशत संिवदा की शत म क्रमश: िनयत िकए गए ह । 2.

खरीदार और पूितर् कार के बीच इस संिवदा म िन निलिखत दर तावेज़ ह गे, और प्र येक द तावेज़ इस संिवदा के अिभ न अंग के प म पढ़ा और समझा जाएगा: (क) (ख) (ग)

168

यह संिवदा करार संिवदा की िवशेष शत संिवदा की सामा य शत


(घ) (ड.) (च) (छ)

तकनीकी अपेक्षाएं (अपेक्षा अनस ु ूची और तकनीकी िविनदेर्शन सिहत) पूितर् कार की बोली और मूल मू य अनस ु ूिचयां संिवदा प्रदान िकए जाने से संबिं धत खरीदार की अिधसूचना (यहां िकसी अ य द तावेज़ का उ लेख कर)

3.

यह संिवदा अ य सभी संिवदा द तावेज़ पर अिभभावी होगी । यिद इन संिवदा द तावेज़ म कोई िवसंगित या असंगित होगी, तो ये द तावेज़ उपयर् क्त ु क्रम म अिभभावी ह गे ।

4.

खरीदार द्वारा पूितर् कार को िकए जाने वाले भगु तान , िजनका उ लेख इसम इसके बाद िकया गया है, को यान म रखते हुए, पूितर् कार एतदद्व् ारा खरीदार के साथ यह प्रसंिवदा करता है िक वह माल और सेवाएं प्रदान करेगा और संिवदा के उबपंध के अनु प उनकी खरािबय को हर ि से दूर करेगा ।

5.

माल और सेवाएं प्रदान िकए जाने और उनकी खरािबय को दूर िकए जाने से संबंिधत त य को यान म रखते हुए, खरीदार एतदद्व् ारा संिवदा मू य या उस अ य रािश का भगु तान, संिवदा म िविहत तरीके से, पूितर् कार को करने की प्रसंिवदा करता है, जो इस संिवदा के उपबंध के अधीन समय-समय पर देय हो ।

इसके सा य व प, इसके पक्षकार द्वारा भारत संघ की िविध के अनस ु ार िन पािदत िकया जाने वाला यह करार उपयर् क्त ु िदनांक ........................ को िकया गया है । वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद के िलए और उसकी ओर से, .................................................. की उपि थित म (सरकारी साक्षी के नाम का उ लेख कर) .................................................... की हैिसयत से (नाम या अ य उपयुक्त पदनाम िलख) ह ताक्षर िकए गए : (ह ताक्षर कर) ................................................. की उपि थित म (सरकारी साक्षी के नाम का उ लेख कर) ........................................................की हैिसयत से (नाम या अ य उपयुक्त पदनाम िलख) ह ताक्षर िकए गए : (ह ताक्षर कर) पूितर् कार के िलए और उसकी ओर से .....................................................की उपि थित म (सरकारी साक्षी के नाम का उ लेख कर) ........................................................ की हैिसयत से (नाम या अ य उपयुक्त पदनाम िलख) 169


ह ताक्षर िकए गए : (पूितर् कार के प्रािधकृत प्रितिनिध के ह ताक्षर कर)

170


अ याय 8 अ य मानक प्रपत्र िवषय-सूची क्रम सं. 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9.

171

नाम बोलीदाता से संबिं धत सूचना का प्रपत्र िविनमार् ता के प्रािधकरण का प्रपत्र बोली प्रितभूित का प्रपत्र िन पादन िववरण का प्रपत्र िवचलन िववरण का प्रपत्र सेवा के समथर् न संबधं ी योर का प्रपत्र बोली प्रपत्र िन पादन प्रितभूित का प्रपत्र वीकृित प्रमाणपत्र का प्रपत्र


बोलीदाता से संबिं धत सचू ना का प्रपत्र (क)

(बोलीदाता यह प्रपत्र िन निलिखत अनुदेश के अनुसार भरेगा । इसके फॉमेर्ट म कोई पिरवतर् न करने की अनुमित नहीं होगी और इसका प्रित थापन भी वीकार नहीं िकया जाएगा । इसे फामर् के पत्रशीषर् पर तैयार िकया जाएगा)। तारीख : (बोली प्र तुत करने की तारीख, िदन, महीना और वषर् िलख) िनिवदा संख्या : (बोिलय के िलए आमंत्रण म उि लिखत िनिवदा संख्या िलख) .....................पृ की पृ संख्या 1 1. बोलीदाता का िविधक नाम : (बोलीदाता का िविधक नाम िलख) 2. संयक्त ु उद्यम के मामले म, प्र येक पक्षकार का िविधक नाम : (संयुक्त उद्यम के प्र येक पक्षकार का िविधक नाम िलख) 3. बोलीदाता के पंजीकरण का वा तिवक या अिभप्रेत देश : (बोलीदाता के पंजीकरण का वा तिवक या अिभप्रेत देश िलख) 4. बोलीदाता के पंजीकरण का वषर् : (बोलीदाता के पंजीकरण का वषर् िलख) 5. बोलीदाता के पंजीकरण के देश का िविधक पता : (बोलीदाता के पंजीकरण के देश का िविधक पता िलख) (1) 6. बोलीदाता के प्रािधकृत प्रितिनिध का नाम : (बोलीदाता के प्रािधकृत प्रितिनिध का नाम िलख) पता : (बोलीदाता के प्रािधकृत प्रितिनिध का नाम िलख) टेलीफोन/ फै क्स नंबर : (बोलीदाता के प्रािधकृत प्रितिनिध का टोलीफोन/ फै क्स नंबर िलख) ई-मेल पता : (बोलीदाता के प्रािधकृत प्रितिनिध का ई-मेल पता िलख) 7. िनिवदा बोिलय के िलए आमंत्रण के उप-खंड 4.1 और 4.2 के अनस ु ार, उपयर् क्त ु मद संख्या 1 म नामोि फमर् के िनगमन या पंजीकरण संबधं ी अंतिनर् यम के मूल द तावेज़ की प्रितयां संलग्न ह : (संलग्न मूल द तावेज़ के बॉक्स की जांच कर)

बोलीदाता के ह ताक्षर : नाम : यावसाियक पता : 172


िविनमार्ता के प्रािधकरण का प्रपत्र (बोलीदाता िविनमार् ता से यह अपेक्षा करेगा िक वह यह प्रपत्र िन निलिखत अनदु ेश के अनस ु ार भरे । यह प्रािधकरणपत्र िविनमार् ता के पत्रशीषर् पर होना चािहए और उस पर िविनमार् ता के बंधनकारी द तावेज़ पर ह ताक्षर करने वाले समिु चत प्रािधकारी के ह ताक्षर होने चािहए) । िदनांक : (बोली प्र तुत करने की तारीख िलख) िनिवदा संख्या : (बोिलय के िलए आमंत्रण म उि लिखत िनिवदा संख्या िलख) सेवा म : (खरीदार का पूरा नाम और पता िलख) जबिक हम.................................................................. (िविनमार् ता का पूरा नाम िलख), जो िक (िविनिमर् त माल का प्रकार िलख) के आिधकािरक िविनमार् ता ह, िजनकी (िविनमार् ता की फै क्टिरय का पूरा पता िलख) पर फै क्टिरयां ह, एतदद्व् ारा (बोलीदाता का पूरा नाम िलख) को बोली प्र ततु करने के िलए प्रािधकृत करते ह, िजसका उ े य हमारे, द्वारा िविनिमर् त िन निलिखत माल (माल का नाम और/या संिक्ष िववरण िलख) प्रदान करना ह और परवतीर् प से संिवदा का परक्रामण करना है और उस पर ह ताक्षर करना है । हम उपयर् क्त ु फामर् द्वारा प्र तािवत माल के संबधं म, संिवदा की सामा य शत के खंड 21 के अनस ु ार, एतदद्व् ारा अपनी पूरी गारंटी और वारंटी देते ह । ह ताक्षर

: (िविनमार् ता के प्रािधकृत प्रितिनिधय के ह ताक्षर िलख)

नाम

: (िविनमार् ता के प्रािधकृत प्रितिनिधय के पूरे नाम िलख)

शीषर् क

: (शीषर् क िलख)

(बोलीदाता का पूरा नाम िलख) िविधवत प्रािधकृत ।

की ओर से इस प्रािधकरण पर ह ताक्षर करने के िलए

िदनांक ...................... (ह ताक्षर करने की तारीख िलख)

173


बोली प्रितभूित प्रपत्र जबिक .............................................. ने (िजसे इसम इसके बाद "संिवदाकार" कहा गया है) खरीदार की िनिवदा जांच संख्या ........................... िवषय म .......................................... की पूितर् के िलए (िजसे इसम इसके बाद "िनिवदा" कहा गया है) अपना िदनांक ........................ का प्र ताव प्र ततु िकया है । यह सबको िविदत हो िक हम ....................................... (बक का पूरा पता भर), िजनका पंजीकृत कायार् लय (बक के पंजीकृत कायार् लय का पूरा पता िलख) अवि थत है, ............................ पए (रािश श द म ................................................. पए मात्र) की रािश को (िजसे इसम इसके बाद "खरीदार" कहा गया है) भगु तान करने के िलए बा य ह । इस रािश का भगु तान खरीदार को िन य ही िकया जाएगा । बक वयं को, अपने उ रािधकािरय और समनदु ेिशितय को इस भगु तान के प्रित आबद्घ करता है । आज िदनांक ............................ को उक्त बक की सामा य महु र से सीलबंद िकया गया । इस बा यता की शत िन निलिखत ह: (1)

यिद िनिवदाकार इस िनिवदा की वैधता अविध के भीतर िनिवदा वापस ले लेगा या उसम कोई संशोधन करेगा, या उसे कसी प्रकार से कम करेगा या घटाएगा,

(2)

खरीदार द्वारा िनिवदाकार को उसकी िनिवदा वीकृत िकए जाने के संबधं म अिधसूिचत िकए जाने के बाद, यिद िनिवदाकार िनिवदा की वैधता अविध म, संिवदा के िनयत िन पादन के िलए िन पादन प्रितभूित प्र ततु नहीं करेगा, या संिवदा वीकार नहीं करेगा/िन पािदत नहीं करेगा, तो हम यह वचन देते ह िक हम खरीदार को उसकी प्रथम िलिखत मांग प्रा होने पर उपयर् क्त ु रािश का भगु तान करगे, िजसके िलए खरीदार को अपनी मांग का कोई प्रमाण प्र ततु करना आव यक नहीं होगा, बशतेर् िक खरीदार अपनी मांग म इस त य का उ लेख करेगा िक उसने अपनी मांग म िजस रािश के भगु तान िकए जाने का दावा िकया है, वह उसे उपयर् क्त ु दोन शत म से िकसी एक शतर् या दोन शत के घिटत होने के कारण देय है, और वह उस घिटत शतर् या शत का उ लेख भी करेगा । यह गारंटी िनिवदा की वैधता अविध के बाद 45 िदन तक लागू होगी, अत: उससे संबिं धत मांग बक को उपयर् क्त ु तारीख के भीतर ही प्रा होनी चािहए । (बक के प्रािधकृत अिधकारी के ह ताक्षर) अिधकारी का नाम और पदनाम :

174


बक की महु र, नाम और पता तथा शाखा का पता :

175


कायर्-िन पादन िववरण फामर् (िपछले तीन वषर् की अविध का) फमर् का नाम ........................................... आदेश देने आदेश आदेिशत आदेश का संिवदा के वाला संख्या और उप कर का मू य अनस ु ार (खरीदार का तारीख िववरण और सपु दु र् गी पूरी पूरा पता) मात्रा होने की तारीख

िविनमार् ता/बोलीदाता के ह ताक्षर और महु र थान : तारीख :

176

सपु दु र् गी के वा तिवक प से पूरा होने की तारीख

िवलंिबत सपु दु र् गी, यिद कोई हो, का कारण बताते हुए अ यिु क्त

क्या उप कर को संतोषजनक ढंग से लगा िदया गया है (खरीद दार /परेिषती का प्रमाणपत्र संलग्न कर)

यिक्त, िजससे संपकर् िकया जाना है, उसका टेलीफोन नं., फै क्स नंबर और ईमेल पता


िवचलन िववरण फामर् (1)

िनिवदा िविशि य की अपेक्षाओं से िकए गए िवचलन के योरे इस प्रकार ह : खंड

िवचलन

अ यिु क्त (औिच य सिहत)

थान : तारीख : िविनमार् ता/बोलीदाता के ह ताक्षर और महु र िट पणी : 1) यिद कोई िवचलन नहीं िकया गया हो, तो यह िववरण िविधवत ह ताक्षर करके वापस िकया जाना चािहए और उसम यह िलख िदया जाना चािहए िक "कोई िवलचन नहीं िकया गया है" ।

177


सेवा समथर्न िववरण फामर् क्रम सं.

िदए गए प्रिशक्षण का प्रकार

िपछले तीन वषर् म मर मत िकए गए इसी प्रकार के उप कर की सूची

िविनमार्ता/बोलीदाता के ह ताक्षर और महु र थान : तारीख :

178

पता, टेलीफोन नं, फै क्स नं. और ई-मेल पता


बोली फामर् (क) [बोलीदाता इस फामर् को िदए गए अनुदेश के अनुसार भरेगा । इस फामर् म िकसी प्रकार का फे रबदल करने की अनुमित नहीं होगी और इसके थान पर िकसी दूसरे फामर् को वीकार नहीं िकया जाएगा]। तारीख : [बोली प्र तुत करने की तारीख, िदन,माह और वषर् िलख] िनिवदा संख्या : (बोिलयां आमंत्रण संबधं ी संख्या िलख) बोली के िलए आमंत्रण संख्या (आईएफबी की संख्या िलख) सेवा म, हम, (क)

(ख)

(ग)

(घ)

(ड.)

(खरीदार का पूरा नाम िलख) अधोह ताक्षरी यह घोिषत करते ह िक : हमने पिरिश संख्या (प्र येक पिरिश की संख्या और जारी करने की तारीख िलख) सिहत बोली संबधं ी द तावेज की जांच कर ली है और इस संबधं म हम कुछ नहीं कहना है; हम, बोली संबधं ी द तावेज़ के अनु प पूितर् करने का प्र ताव देते ह और िन निलिखत माल और संबंिधत सेवाएं अपेिक्षत अनस ु ूची म िविनिदर् सपु दु र् गी समय सीमा के अनस ु ार करने के िलए सहमत ह (माल और संबिं धत सेवाओं का संिक्ष िववरण द); हमारी बोली की कुल कीमत ................................................................................ है (कृपया कुल बोली की कीमत श द और अंक म िलख, िजसम अलग-अलग रकम का उ लेख कर और यह रकम कब-कब दी जानी है, इसका भी उ लेख कर) लेिकन इसम िन निलिखत मद (मद ) के संबधं म िदया जाने वाला बट्टा शािमल नहीं है; िदए जाने वाले बट्टे और उ ह िदए जाने का तरीका इस प्रकार है: बट्टा : यिद हमारी बोली वीकार की जाती है, तो िन निलिखत बट्टा िदया जाएगा: (िदए जाने वाले प्र येक बट्टे का िववरण द और अपेक्षाओं की सूची की उस िविश मद का उ लेख कर, िजन पर यह लागू होगा) । हमारी बोली आईटीबी उप-खंड 20.1 म िविनिदर् समय तक िविधमा य रहेगी । यह बोली आईटीबी उप-खंड 24.1 के अनस ु ार िनधार् िरत बोली प्र ततु करने की तारीख तक िविधमा य रहेगी और इस अविध के समा होने से पहले हम पर आबद्घकर रहेगी और िकसी भी समय तक हमारे द्वारा वीकार की जाएगी;

179


(च)

(छ)

यिद हमारी बोली वीकार की जाती है तो हम संिवदा के समिु चत कायर् -िन पादन के िलए आईटीबी खंड 41 और जीसीसी खंड 13 के अनस ु ार कायर् -िन पादन प्रितभूित प्रा करने का वचन देते ह; बोली प्रिक्रया या संिवदा के िन पादन के संबधं म िन निलिखत कमीशन उपदान या शु क अदा िकया गया है या िकया जाएगा (प्र येक प्रा कतार् का पूरा नाम, उसका पूरा पता और उन कारण का उ लेख कर, िजनके कारण कमीशन या उपदान अदा िकया गया और ऐसे प्र येक कमीशन या उपदान की रकम और उसके लागू होने का उ लेख कर) । प्रा कतार् का नाम पता कारण रकम .................

............... .................

..............

.................

..................

..................

...............

.................

..................

.................

..............

(यिद िकसी को भी अदा नहीं िकया गया है या नहीं िकया जाएगा, तो "कोई नहीं" िलख) (ज) हम यह भली भांित समझते ह िक यह बोली और कायर् स पने संबधं ी आपकी अिधसूचना सिहत उसे िलिखत प म आपके द्वारा वीकार िकया जाना हमारे बीच तब तक आबद्घकर संिवदा होगी जब तक औपचािरक संिवदा तैयार और िन पािदत की जाती है । (झ) हम यह भली भांित समझते ह िक आप यूनतम मू य वाली बोली या अपने द्वारा प्रा की जाने वाली िकसी अ य बोली को वीकार करने के िलए बा य नहीं ह । ह ताक्षर : (उस यिक्त के ह ताक्षर, िजसके नाम और पदनाम का उ लेख िकया गया है) हैिसयत : (बोली प्र तुत करने के फामर् पर ह ताक्षर करने वाले यिक्त की कानूनी हैिसयत िलख) नाम :

(बोली प्र तुत करने वाले फामर् पर ह ताक्षर करने वाले यिक्त का पूरा नाम िलख) के िलए और की ओर से बोली पर ह ताक्षर करने के िलए िविधवत प्रािधकृत कर [बोलीदाता का पूरा नाम िलख] ह ताक्षर करने की तारीख िलख

180


वीकृित प्रमाणपत्र फामर् संख्या मैससर् ..................................................... .............................................................. ...............................................................

तारीख :

िवषय: उप कर (कं यूटर/सवर्र आिद) को चालू करने संबधं ी प्रमाणपत्र । 1. यह प्रमािणत िकया जाता है िक िन निलिखत उप कर उसके सभी मानक और िवशेष सहायक पज ु सिहत सही हालत म प्रा हुआ है (पैरा 2 म दी गई अ यिु क्तय के िसवाय) । इस उप कर को अिध ठािपत/चालू कर िदया गया है: (क) (ख) (ग) (घ) (ड.) (च) (छ) (ज) (झ)

संिवदा संख्या ....................................... तारीख ........................... उप कर का िववरण ........................................................................ परेिषती का नाम ........................................................................... प्रयोगशाला/सं थान म परेषण की सपु दु र् गी की िनधार् िरत तारीख ........................ प्रयोगशाला/सं थान द्वारा खेप की प्राि की वा तिवक तारीख ......................... अिध ठापन/चालू करने की िनधार् िरत तारीख ........................... अिध ठापन/चालू करने की वा तिवक तारीख......................... िवलंब से सपु दु र् (प्रयोगशाला/सं थान म) िकए जाने का दंड ............................ पए देर से अिध ठािपत (प्रयोगशाला/सं थान म) िकए जाने का दंड ...................... पए अभी तक आपूितर् नहीं िकए गए सहायक पज ु /मद का िववरण और उसके कारण की जाने वाली वसूिलयां

क्रम संख्या िववरण वसल ू की जाने वाली रकम 1. वीकृत परीक्षण हमारी संपूणर् संतिु के अनस ु ार िकया गया है । पूितर् कार ने अपने संिवदा संबधं ी दािय व को संतोषजनक ढंग से पूरा िकया है या 181


(क) (ख) (ग) (घ)

पूितर् कार ने िन निलिखत के संबधं म अपने संिवदा संबधं ी दािय व को पूरा नहीं िकया है: .................................................................................................. .................................................................................................. .................................................................................................. ..................................................................................................

आपूितर् नहीं िकए जाने के कारण उसके संिवदा संबधं ी दािय व को पूरा करने के िलए की जाने वाली वसूिलय की रकम, जैसा िक क्रम संख्या 3 म बताया गया है । कृते पूितर् कार ह ताक्षर ........................ नाम ........................ पदनाम ........................ फमर् का नाम ........................ तारीख........................

182

कृते खरीदार ह ताक्षर........................ नाम........................ पदनाम ........................ प्रयोगशाला/सं थान का नाम ........................ तारीख........................


भंडार और खरीद म सामा य प से प्रयोग की जाने वाली श दावली एएआर ए सट्रेक्ट एसेट रिज टर (पिरसंपि य का सार रिज टर) एडी ऑथोराइ ड डीलर (प्रािधकृत यापारी) एडिमन एडिमिन ट्रेशन (प्रशासन) एएमसी एनअ ु ल मेनटेनस कांट्रेक्ट (वािषर् क अनरु क्षण संिवदा) एपीआई ए लीके शन प्रोग्रािमक इंटरफे स एड यूबी एयरवे िबल (हवाई मागर् िबल) बीसी बकसर् चैक (बकर का चैक) बीजी बक गारंटी (बक प्र याभूित) बी/एल िबल ऑफ लिडंग (लदान पत्र) बीएस िबड सेक्यिु रटी (बोली प्रितभूित) बीआईएस यूरो ऑफ इंिडयन टडडर् (भारतीय मानक यूरो) बीपीआर िबजनेस प्रोसेस िरइंजीिनयिरंग (कारोबार प्रिक्रया पनु : तैयार करना) सीए कं पीटट अथॉिरटी (सक्षम प्रािधकारी) सीएजी कं ट्रोलर ए ड ऑिडटर जनरल ऑफ इंिडया (भारत के िनयंत्रक और महालेखापरीक्षक) सीडी कॉपैक्ट िड क सीआईएफ का ट इं योरस फ्राइट (लागत बीमा भाड़ा) सीओएसपी कं ट्रोलर ऑफ टोर ए ड परचेज (भंडार और क्रय िनयंत्रक) सीओटीएस कामिशर् यल ऑफ द शे फ सीपीएफ कं िट् र यूटरी प्रोिवडट फं ड (अंशदायी भिव य िनिध) सीपीड यूडी सट्रल पि लक वक्सर् िडपाटर् मट (कद्रीय लोक िनमार् ण िवभाग) सीआरसी सट्रल िरसीट सेल (कद्रीय प्राि प्रको ) सीएस कं परेिटव टेटमट (तल ु ना मक िववरण) सीएफआर को ट ए ड फ्राइट (लागत और भाड़ा) सीआईएफ को ट इं योरस ए ड फ्राइट (लागत बीमा और भाड़ा) सीओएफए कं ट्रोलर ऑफ फाइनस ए ड एकाउंट्रस (िव और लेखा िनयंत्रक) सीओए कं ट्रोलर ऑफ एडिमिन ट्रेशन (प्रशासन िनयंत्रक) सीपीटी कै िरएज पेड़ टु (को प्रद वाहन भाड़ा) सीआईपी कै िरएज एंड इं योरस पेड टु (को प्रद भाड़ा और बीमा) सीएसआईआर काउंिसल ऑफ साइंिटिफक ए ड इंडि ट् रयल िरसचर् (वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद) सीटीसी सिटर् फाइड ट्रू कॉपी (प्रमािणत स य प्रितिलिप) सीटीई चीफ टेिक्नकल एग्जािमनर (मख्ु य तकनीकी परीक्षक) सीवी कै िरकुलम वाइटे (जीवन-वृ त) सीवीसी सट्रल िविजलस कमीशन (कद्रीय सतकर्ता आयोग) डीए डीिलंग अिस टट (सहायक) 183


डीए डीएएफ डीईएस डीईक्यू डीडीयू डीडीपी डीडी डीडीओ डीओ डीजीएसएंडडी डीआईआर डीएमआईएस डीपी डीएसआर डीटीपी डीयू डीवीडी ईसी ईओआई ईसीएफ ईसीएस ईआईएस ईएमडी ईएक्सआईएम ईएक्सड यू ईआरपी ईएसडी ईएसटीबी एफए डए एफए डएओ एफडी एफओआर एफओबी एडीडी एफआईएफओ एफसीए 184

िडयरनेस अलाउंस (महंगाई भ ा) िडलीवर ऐट फ्रंिटयर (सीमा पर सपु दु र् गी) िडलीवरी एक्स-िशप (पोत पर सपु दु र् गी) िडलीवरी एक्स.क्वे (घाट पर सपु दु र् गी) िडलीवरी ड्रयूटी अनपेड (अप्रद सपु दु र् गी शु क) िडलीवरी ड्रयूटी पेड (प्रद सपु दु र् गी शु क) िडमांड ड्रा ट (मांग ड्रा ट) डीिलंग िडसबिशग ऑिफसर (संबिं धत संिवतरण अिधकारी) ड्रािवंग ऑिफसर (आहरण अिधकारी) डायरेक्टरेट जनरल ऑफ स लाई ए ड िड पोजल (पूितर् और िनपटान महािनदेशालय) िडवीजनल इंवटरी िरकाडर् (प्रभागीय माल-सूची अिभलेख) डाक्यमु ट मैनेजमट इ फॉमेर्शन िस टम (प्रलेख प्रबंधन सूचना प्रणाली) िडसीजन पैकेज (िनणर् य पैकेज) डेली टॉक रिज टर (दैिनक टॉक रिज टर) डे क टॉप पि लिशंग (मिु द्रत सामग्री) िडवीजनल यूिनट (प्रभागीय इकाई) िडिजटल वीिडयो िड क इंजीिनयिरंग सेल (इंजीिनयरी प्रको ) एक्सप्रेशन ऑफ इंटरे ट ( िच यक्त करना) एक्सटनर् ल कै श लो (बा रोकड़ प्रवाह) इलेक्ट्रॉिनक क्लीयरस िस टम (इलेक्ट्रािनक समाशोधन प्रणाली) एिक्जक्यूिटव इनफामेर्शन िस टम (कायर् पालक सूचना प्रणाली) अनेर् ट मनी िडपोिजट (बयाना जमा) एक्सपोटर् ए ड इंपोटर् (िनयार् त और आयात) एक्स. वक्सर् (िनमार् ण कायर् पर) इंटरप्राइज िरसोसर् लािनंग (उद्यम संसाधन योजना) इंजीिनयिरंग सिवर् सेज िडवीजन (इंजीिनयरी सेवाएं प्रभाग) इलेक्ट्रॉिनक टै पड टडर बॉक्स (इलेक्ट्रॉिनक महु रबंद िनिवदा पेटी) फाइनस ए ड एकाउंट (िव और लेखा) फाइनस ए ड एकाउंट ऑिफसर (िव और लेखा अिधकारी) िफक्सड िडपॉिजट (साविधक जमा) फ्री ऑन रेल (रेल पयत िन:शु क) फ्री ऑन बोडर् (पोत पयत िन:शु क) फॉरेन डाक्यूमट्रस िडवीजन (िवदेशी प्रलेख प्रभाग) फ टर् इन फ टर् आउट (पहले अंदर पहले बाहर) फ्री कै िरयर एजट (िन:शु क वाहक एजट)


एफएएस एफओवी एफपी एफपीएस एफवीसी िबल जीबी जीएलपी जीएमपी जीबी सीएसआईआर जीडीए जीएफआर जीओआई जीओवीटी जीपीएफ जीआर जीसीसी जीयूआई एचआईड यू एचओडी एचक्यू एचआर एचआरडी एचटीटीपी एचवीएसी आईसीआर आईसीटी आईडीएस आईईई आईएलपी आईएसओ आईएमपीएसीटी आईएनआर आईओ 185

फ्री एल गसाइड िशप (पोत तक िन:शु क) फ्री ऑन बोडर् (पोत पयत िन:शु क) फं क् शन पॉइंट (कायर् िबंद)ु फुट-प ड-सेकड िस टम ऑफ मेजरमट (फुट-प ड-मापन की िद्वतीय प्रणाली) फु ली वाउ ड कं िटनजट िबल (पूणर्त: प्रमािणत आकि मक िबल) िगगाबाइट् स गडु लेबोरेटरी प्रेिक्टसेज (अ छी प्रयोगशाला पिरपाटी) गडु मैनफ ु े क्चिरंग प्रेिक्टस (अ छी िविनमार् ण पिरपाटी) गविनग बॉडी ऑफ सीएसआईआर (वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद का शासी िनकाय) ग्रास िडपॉिजट ए ड एडवांसेज (सकल जमा और पेशिगयां) जनरल फाइनस स (सामा य िव िनयम) गवनर् मट ऑफ इंिडया (भारत सरकार) गवनर् मट (सरकार) जनरल प्रोिवडट फं ड (सामा य भिव य िनिध) गडु ् स िरसीट (माल की प्राि ) जनरल कं डीशंस ऑफ कांट्रेक्ट (संिवदा की सामा य शत) ग्रािफकल यूजर इंटरफे स (ग्रािफक प्रयोक्ता अंतरापृ ) हाडर् वेयर (हाडर् वेयर) हेड ऑफ िडवीजन (प्रभाग प्रमख ु ) हेड क्वाटर् र (मख्ु यालय) हाई रेट्स (उ च दर) यमु न िरसोसर् िडपाटर् मट (मानव संसाधन िवभाग) हाइपर टेक् ट ट्रांसफर प्रोटोकोल (उ च पाठ अंतरण संलेख) हीिटंग विटलेशन ए ड एयर कं डीशिनंग (गमर् वातायन और वातानक ु ू लन) इ यू कं ट्रोलर रिज टर (िनगर् म िनयंत्रण रिज टर) इ फॉमेर्शन ए ड क यूिनके शन टेक्नोलॉजी (सूचना और संप्रेषण प्रौद्योिगकी) इंट्रूजन िडटेक्शन िस टम/सवर् र (अनिधकृत प्रवेश संकेत प्रणाली/सवर् र) इं टीट्रयूट ऑफ इलेिक्ट्रकल ए ड इलेक्ट्रॉिनक इंजीिनयसर् (िवद्यतु और इलेक्ट्रॉिनक्स इंजीिनयरी सं थान) इंटर लेब प्रोजेक्टर (अंतर प्रयोगशाला पिरयोजना) इंटरनेशनल टड्र् स आगेर्नाइजेशन (अंतररा ट्रीय मानक संगठन) इंटेग्रटे ेड मैनेजमट ए ड प्रोजेक्ट एकाउंिटंग (एकीकृत प्रबंधन और पिरयोजना लेखाकरण) इंिडयन पीज (भारतीय पया) इंडिटंग ऑिफसर (मांगकतार् अिधकारी)


आईपी आईजीएम आईपीआर आईसीसी आईईएम आईएसओ आईएसटी आईटी आईटीजे जेएमएस जेएस के वीआईसी एल1 एल2 लैब एलसी एलआरएफ एलटीई एलआईसी एनआईएफओ एलओआई एलआर एलआरएफ एलटीसी एमएएस एमओएफ एमबी एमआईएस एमएलपी एनसीसीएफ एनडीसी एनआईटी एनआईसीएसआई एनटीएफएस 186

इंटेिग्रटी पैक्ट (स यिन ा समझौता) इंपोटर् जनरल मैिनफी ट (आयात सामा य माल-सूची िलखना) इंटेलेक्चअ ु ल प्रोपटीर् राइटस (बौिद्घक संपि अिधकार) इंटरनेशनल चबर ऑफ कॉमसर् (अंतररा ट्रीय वािण य संघ) इंिडपडट एक्सटनर् ल मानीटसर् ( वतंत्र बा मॉनीटसर् ) इंटरनेशनल टडड्र् स आगेर्नाइजेशन (अंतररा ट्रीय मानक संगठन) इंिडयन टडडर् टाइम (भारतीय मानक समय) इंफोमेर्शन टेक्नोलाजी (सूचना प्रौद्योिगकी) इंिडया ट्रेड जरनल (भारतीय यापार पित्रका) जावा मैसेज सिवर् स (जावा संदशे सेवा) वाइंट सेक्रेटरी (संयक्त ु सिचव) खादी ए ड िवलेज इंड ट्रीज कमीशन (खादी और ग्राम उद्योग आयोग) लोए ट कोट ( यूनतम दर) सकड लोए ट कोट (दूसरी यूनतम दर) सीएसआईआर लैबोरेटरी (वैज्ञािनक तथा औद्योिगक अनस ु धं ान पिरषद की प्रयोगशाला) लेटर ऑफ क्रेिडट (साख पत्र) लैब िरजवर् फं ड (प्रयोगशाला आरिक्षत िनिध) िलिमटेड टडर इ क्वारी (सीिमत िनिवदा पूछताछ) लाइफ इं योरस कॉरपोरेशन (जीवन बीमा िनगम) ला ट इन फ टर् आउट (जो बाद म प्रवेश करेगा, वह पहले बाहर आएगा) लेटर ऑफ इंटेट (आशय पत्र) लो रेट्रस (िन न दर) जैब िरजवर् फं ड (प्रयोगशाला आरिक्षत िनिध) लीव ट्रेवल कं सेशन (छुट्टी यात्रा िरयायत) मैटीिरयल ऐट साइट (कायर् थल पर सामग्री) िमिन ट्री ऑफ फाइनस (िव मंत्रालय) मेगाबाइट् स (मेगाबाइट् स) मैनेजमट इंफोमेर्शन िस टम (प्रबंधन सूचना प्रणाली) मेजर लैब प्रोजेक्टर (प्रमख ु प्रयोगशाला पिरयोजना) नेशनल कं यूमर को-ऑपरेिटव फे डरेशन (रा ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ) नो िडमांड सिटर् िफके ट (बेबाकी प्रमाण-पत्र) नोिटस इ वाइिटंग टडसर् (िनिवदा आमंत्रण संबधं ी सूचना) नेशनल इंफॉमेर्िटक सटर सिवर् स इंक. (रा ट्रीय सूचना के द्र सिवर् स इंक) िवंडो एनटी फाइल िस टम (िवंडो की एन टी फाइल प्रणाली)


ओईएम ओएलपी ओएम ओबी पीएसी पीसी पीएएन पीआईएन पीआईसी पीबीसी पीएआर पीबीजी पीडीएफ पीएफ पीएस पीएसयू पीक्यू पीआईआर पीके आई पीएल पीएमई पीओ पीपी2002 आर ए ड डी आर/सी आरबीआई आरडीबीएमएस आरएफक्यू आरएफपी आरओएल आरओपी आरआर एसए एसबीसी एस/ड यू एससीसी 187

ओिरिनजल इिक्वपट मे यफ ु ै क्चरर (मूल उप कर िविनमार् ता) अदर लैब प्रोजेक्ट (अ य प्रयोगशाला पिरयोजना) ऑिफस मेमोरंडम (कायार् लय ज्ञापन) ऑबजेक्शन बक ु (आपि पिु तका) प्रोप्राइअटिर आिटर् कल सिटर् िफके ट (संपि मद प्रमाण-पत्र) पचेर्ज कमेटी (खरीद सिमित) परमानट एकाउंट नंबर ( थायी लेखा संख्या) पो टल इंडेक्स नंबर (डाक सूचक संख्या) प्री इंडट का फ्रस (मांग-पूवर् स मेलन) प्री-िबड का फ्रस (बोली-पूवर् स मेलन) प्रा लम एनािलिसस िरपोटर् (सम या िव ेषण िरपोटर् ) परफोमस बैक गारंटी (कायर् -िन पादन बक गारंटी) पोटेर्बल डाक्यूमट फामेर्ट (सवु ा प्रलेख प्रपत्र) प्रोिवडट फं ड (भिव य िनिध) परफोमस िसक्यिु रटी (कायर् -िन पादन प्रितभूित) पि लक सेक्टर यूिनट (सावर् जिनक क्षेत्र इकाई) प्री क्वािलिफके शन (पूवर्-योग्यता) पस नल इ वटरी िरकाडर् ( यिक्तगत माल-सूची िरकाडर् ) पि लक की इ फ्रा ट्रक्चर (सरकारी मख्ु य बिु नयादी सिु वधा) प्रोजेक्ट लीडर (पिरयोजना अ यक्ष) प्रोजेक्ट मॉनीटिरंग ए ड इवै यूएशन (पिरयोजना मॉनीटिरंग और मू यांकन) पचेर्ज ऑडर् र (खरीद आदेश) पचेर्ज प्रोसीजर 2002 (खरीद प्रिक्रया 2002) िरसचर् एंड डेवलपमट (अनस ु धं ान और िवकास) रेट कांट्रेक्ट (दर संिवदा) िरजवर् बक ऑफ इंिडया (भारतीय िरजवर् बक) िरलेशंस डेटाबेस मैनेजमट िस टम (यिु क्तयक्त ु आंकड़ाधार प्रबंधन प्रणाली) िरक्वे ट फॉर कोटेशन (दर के िलए अनरु ोध) िरक्वे ट फॉर प्रोपोजल (प्र ताव हेतु अनरु ोध) िर-आडर् र लेवल (पनु : आदेश तर) िरजनेबलनेस ऑफ प्राइसेज (कीमत की उपयक्त ु ता) रेलवे िरसीट (रेल रसीद) सक्शिनंग अथॉिरटी (मंजूरीदाता प्रािधकारी) पेिसिफक ब्रांड सिटर् िफके ट (िविश ब्रांड प्रमाण-पत्र) सॉ टवेयर (सॉ टवेयर) पेशल कं डीशन ऑफ कांट्रेक्ट (संिवदा की िवशेष शतर् )


एसडीसी एसईआई-सीएमएम एसआईवी एसएलए एसएसआई एसएमटीपी एसओ एसओपी एसटीई एसओएपी टी ए ड पीसी टीओ टीओसी टीएससी यूएनसीआईटीआरएएल

188

टिडंग िड पोजल कमेटी ( थायी िनपटान सिमित) सॉ टवेयर इंजीिनयिरंग इंि टट् यूट, कै पेिबिलटी मै यएु टीर् मॉडल टोर इ यू वाउचर (सामान िनगर् म वाउचर) सिवर् स लेवल एग्रीमट (सेवा तर करार) माल के ल इंड ट्रीज (लघु उद्योग) िसंपल मेल ट्रांसफर ् प्रोटोकॉल (साधारण डाक अंतरण संलेख) सैक्शन ऑिफसर (अनभु ाग अिधकारी) टडडर् आपरेिटंग प्रोसीजर (मानक प्रचालन प्रिक्रया) िसंगल टडर इ क्वारी (एकल िनिवदा पूछताछ) िसंपल आ जेक्ट एक्सेस प्रोटोकॉल (साधारण उ े य पहुचं संलेख) टेक्नीकल ए ड पचेर्ज कमेटी (तकनीकी और खरीद सिमित) टेक्नीकल ऑिफसर (तकनीकी अिधकारी) टडर ओपिनंग कमेटी (िनिवदा खोलने वाली सिमित) टेक्नीकल सब-कमेटी (तकनीकी उप-सिमित) यूनाइटेड नेशंस कमीशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड लॉ (अंतररा ट्रीय यापार कानून संबधं ी रा ट्र संघ आयोग)


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