Jokes SMS List न ंद मं भ गिरत हं मरी आँख स आंसू जब भ तम ु ्वाबं मं मरा हाथ छ ़ दत ह ..
"ल ि दीवान हं बनावटी क, हम कहाँ जायं सादि लकर.....!!!
आप नारा़ हं, झँझ ु लाएं, खफा ह जाएँ बात इतन भ न बबि़ की जद ु ा ह जाएँ ब्दा बनन क क ई यहाँ तयार नही सब इस धुन मं लि हं की खुदा ह जाएँ
कुछ पान क ललए नहीं त ख न क ललए द या रब मझ ु एक रात स न क ललए द
खुद िलत ह कर खुद क सही साबबत करना उतना म्ु ककल नही ह ता, ्जतना कक सही ह कर खुद क सही साबबत करना|
फरब भ हूँ, ़्द भ हूँ, और प्थर ददल भ हूँ, मासलू मयत ख दी ह मंन.....वफा करत-करत...
मरी खाम श स ककस क क ई फकक नही प़ता….. और लशकायत मं द लज़ कह दँ ू त व चुभ जातं हं।...
तझ ु रात भर ऐस याद करता हूँ मं… जस सब ु ह इ्तहान ह मरा...!!
तझ ु रात भर ऐस याद करता हूँ मं… जस सब ु ह इ्तहान ह मरा...!!
हजारं चहरं मं , एक तम ु ही थ ्जस पर हम मर लमट वरना ना चाहतं की कम थ , और ना चाहन वालं की…!!
"घाट" और 'मन ु ाफ' का "बाजार" नही ह, " ईकक" "इबादत" ह "कार बार" नही ह...
अपन "आदतं" क अनस ु ार चलन मं …… इतन "िलततयां" नहीं ह त .... ्जतन दतु नया का ्याल और ललहा़… रखकर चलन मं ह त ह…!
हमारा हक त नही ह कफर भ य तम ु स कहत ह, हमारी ्जंदि ल ल मिर उदास मत रहा कर ।
ल्ज जब बरसत ह बनक बँद ु म सम क ई भ ह मन भ ंि ही जाता ह
पहल खन ू क ररकत ह त थ . . अब ररकतं का खून ह ता ह . . .
हाथं मं खं़र नहीं आँखं मं पान चादहए ए द ्त, मझ ु क दकु मन भ खानदान चादहए
़रा म् ु कुराना भ स खा द ऐ ़्ंदि
र ना त पदा ह त ही स ख ललया था....
काि़ क न टं स आखखर ककस ककस क खरीद ि, कक्मत परखन क ललए यहाँ आज भ लस्का ही उछाला जाता ह!
मंन ख या व ज मरा था ही नहीं; उसन ख या व ज लसफक उस का था।
ज्बातं की ड र म बंधा हुआ ववकवास ही त ह..! और ्या ह म ह्बत, एक अहसास ही त ह..!!
्यूँ नही महसस ू ह त उस मरी तकलीफ.. : ज कहत थ " बहुत अ्छ स जानत हूँ तझ ु ".. Source : Jokes SMS