विरोधी उपकारी | January 2"बालमित्रों,
कई बार ऐसा होता है न कि यदि कोई तुम्हारे बारे में बुरा बोले या तुम्हारी कोई गलती निकाले या फिर तुम्हें नीचा दिखाए, तब तुम क्या करोगे?
हाँ, तो चिढ़ ही जाते हो न। कोई ऐसा करे तो किसे अच्छा लगेगा।
द्वसामान्यतः सभी को ऐसा ही लगता है। यही तो फर्क है, अपने में और महापुरुषों में। महापुरुष
ऐसे मौके का फायदा उठाकर प्रगति करते हैं।
परम पूज्य दादाश्री हमेशा कहते थे कि “कोई विरोध करे तो उसका उपकार मानना।” उनके पास ऐसी कौन सी समझ होगी कि जिससे वे विरोध करनेवालों का उपकार मान सकते थे!
इस अंक को पढ़कर हमें भी वह समझ और शक्ति प्राप्त हो, यही भावना...
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2014 | अक्रम एक्सप्रेस