फ्रेन्डशिप | January 2015 | अक्रम एक्सप्रेस"बालमित्रों,
हमारे जीवन में सब से प्रिय में प्रिय व्यक्ति हो तो वह है फ्रेन्ड। फ्रेन्ड मिले तो समझो पूरी दुनिया मिल गई। लेकिन आजकल फ्रेन्ड के साथ भी कितने झगड़े होते हैं, सही है न? उससे हमें शिकायत बनी ही रहती है। जिसके साथ रोज़ खेलना है उसी से झगड़ना। ऐसा कैसे चलेगा?
तो आओ, आज हम इस अंक में पढ़ें कि सच्चे फ्रेन्ड कैसे होते हैं? सच्ची फ्रेन्डशिप कैसीहोती है? अच्छे फ्रेन्ड किस तरह से बनें? यह सब समझकर अच्छे फ्रेन्ड बनने की शुरूआत करें।
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