कुमार &शांत
05. 05. 2020
अ+,
कैसे ह1 अाप ?
यह अाज का सबसे पहला अौर सबसे मानवीय प्रश्न है : कैसे ह1 अाप ?… मैं अाशा करता हूं िक अाप समेत गांधी-माग6 पिरवार के सभी सदस्य स्वस्थ्य भी होंगे अौर लोगों की सहायता में यथाशिक्त-यथामित सिक्रय भी होंगे. गांधी-माग6 का यह अंक कोरोना-काल का मारा है. हमेशा की तरह इसका प्रकाशन हो पाता अौर हम छपा अंक अापको भेज पाते तो हमें खुशी भी होती अौर संतोष भी. लेिकन तालाबंदी में, िदल्ली में सब कुछ बंद है, सो यह अंक अापको इलेक्ट्रॉिनक पद्धित से भेजा जा रहा है. हम नहीं चाहते हैं िक गांधी-माग6 पढ़ने का अापका िसलिसला कभी भी बािधत हो या टू टे. कृपया यह अंक अपने कंप्यूटर या फोन के पदेर् पर पढ़ें अौर सदा की तरह अंक पर अपनी राय भी हमें भेजें. हम अाशा करते हैं िक गांधी-माग6 का अगला अंक समय से अौर कागज पर छप कर अापके पास पहुंचेगा. मुझे यह अंदाजा नहीं है िक अाप गांधी-माग6 के िनयिमत पाठक हैं या नहीं. लेिकन मैं चाहता जरूर हूं िक हममें से हर एक गांधी-माग6 का िनयिमत ग्राहक/पाठक बने अौर इस िवचार को लगातार लोगों तक पहुंचाए. इसिलए यिद अापने ग्राहकी का चंदा नहीं भरा है तो कृपया अभी ही अॉनलाइन 1000/- रुपयों का चंदा भर दें तािक अगला अंक अापको िमलने से रह न जाए. अॉन लाइन चंदा भेजने की पूरी जानकारी अापको इसी अंक में िमल जाएगी. अॉनलाइन चंदा भरते ही हमें मेल या व्हाट्सएप से इसकी सूचना भी दें िक िकस नाम/ पता से, िकस तारीख को िकस बैंक के माध्यम से यह रकम भेजी गई है. कुमार &शांत