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वर्ष 4 अंक 39 n पृष्: 12 n 23 अगस्् - 29 अगस्् 2019 n नयी दिल्ली
गांधीवादी कुमार प््शांत के खिलाफ एफआईआर
नई दिल्ली . राष््ीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के दो काय्यकर्ायओ् ने गांधी पीस फाउंडेशन के प््मुख कुमार प््शांर के खखलाफ ओखडशा के दो अलग-अलग पुखलस स्टेशन मे् एफआईआर दर्य करवाई है. एफआईआर मे् खवनायक दामोदर सावरकर के खखलाफ गलर प््चार करने और देश के खखलाफ षड््ंत् करने का आरोप लगाया गया है. द लीफलेट मे् छपी खबर के मुराखबक गांधी कथा काय्यक्म की मीखडया खरपोट्य के आधार पर एफआईआर दर्य की गई है. इस काय्यक्म को कुमार प््शांर ने भुवनेश्र मे् 16 से 18 अगस्् के बीच संबोखधर खकया था.एआईआर मे् गांधीवादी कुमार प््शांर के पर आरएसएस के खखलाफ गलर बयानबारी और रम्मू और कश्मीर की रनरा को भड्काने का आरोप लगाया गया है.पहली एफआईआर सांप्दाखयक रनाव झेल रहे कंधमाल खरला मुखय् ालय फुलबनी के आदश्य पुखलस स्टेशन मे् और दूसरा कटक के लालबाग पुखलस स्टेशन मे् दर्य करवाई गई है. महात्मा गांधी की 150वी् रयंरी के मौके पर ओखडशा सरकार की ओर से गखिर आयोरक सखमखर के खनमंतण ् पर गांधी कथा को संबोखधर करने के खलए कुमार प््शांर ओखडशा पहुंचे थे. बाकी पेज 2 पर
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घाटी में कैद हो गईं ख़बरें ? जलीस अंद्ाबी
श््ीनगर. बीरे शुक्वार को भारर के मुसस् लम बहुल कश्मीर मे् रुमम् े की नमार के कुछ देर बाद रफीक शगू के घर की खखड्की चकनाचूर कर अन्दर आए आंसू गैस ने एक कमरे को भर खदया खरससे उनकी पत्नी की मृतय् ु हो गई .अब रब भाररीय अखधकाखरयो् ने खहमालयी क््ेत् मे् दो हफ्रे से अखधक समय रक रालाबंदी करने के दौरान अपने सैखनको् द््ारा हुए खकसी भी नागखरक की मौर को खसरे से नकार खदया है, रफीक की अपनी पत्नी के मौर के खलए खरम्मदे ार लोगो् को सज्ा खदलाने की कोखशश एक खनरथ्क य हो गयी है. शगू ने कहा, वे (पुखलस) मौर की खरम्मेदारी लेने के खलए रैयार नही् है्. हम रवाब चाहरे है,् लेखकन परा ही नही् है खक न्याय कहां खमलेगा.एएफपी के साथ हुए एक साक््ात्कार मे,् शगू ने 9 अगस्् की दोपहर की भयावह घटनाओ् को याद कररे हुए कहा खक उनकी पत्नी फहमीदा श््ीनगर स्सथर अपने घर पर अपने दो बच््ो् को पढ्ा रही थी्.शगू ने कहा खक उनके घर के आस-पास सरकारी बलो् और प्द् श्नय काखरयो् के बीच छोटी-मोटी झड्पे् हुई् और खफर पुखलस ने खरहायशी घरो् मे् आंसू गैस और काली खमच्य के गोले फे्कने शुर् कर खदए. नरे्द् मोदी की सरकार ने कश्मीर की स्वायत््रा खत्म करने की घोषणा से पहले दखसयो् हरार अखरखरक्र सैखनको् को वहां रैनार खकया था राखक खनवाखसयो् को खवरोध
करने से रोका रा सके. खफर भी घोषणा के चार खदन बाद से यह झड्पे् शुर् हो गयी्. घटना को याद कररे हुए शगू बरारे है,् “कमरे मे् धुआ ं भर राने के कारण हम एक दूसरे को देख नही् पा रहे थे. गोलो् के फटने से 3 बार धमाके की आवाज् हुई.” हमने खकसी ररह बच््ो् को कमरे से बाहर खनकाला और रैसे ही उसने हड्बड्ी मे् बाहर भागने की कोखशश की, वह खगर गयी. रब रक हम उसे कमरे से बाहर खनकालरे रब रक वह बेहोश हो चुकी थी और उसके मुहं से झाग खनकल रही थी.उन्हो्ने कहा खक फहमीदा को मोटरसाइखकल पर अस्पराल ले राया गया पर डाक्टर उसे बचा नही् पाए. एएफपी ने फहमीदा की खचखकत्सा खरपोट्य देखी रहां यह उल्लेख खकया गया है खक उसने “आंसू गैस के गोले की रहरीली गैस को सांस के साथ अंदर खी्चा था.” और मौर का एक
संभाखवर कारण “फेफड्ो् मे् खवषाक्र घाव” थी. ‘कोई मौत नही् हुई’ भाररीय अखधकाखरयो् ने रालाबंदी लागू करने के बाद से कश्मीर से आने वाली हर खबर को रोकने की भरसक कोखशश की है.अखरखरक्र सैखनको् को रैनार करने के साथ-साथ उन्हो्ने टेलीफोन, मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है् – हालांखक खपछले खदनो् कुछ लैड् लाइनो् को बहाल कर खदया गया है.अखधकाखरयो् का कहना है खक इस बार का कोई पुखर् ा सबूर नही् है खक कश्मीर मे् रालाबंदी के पखरणामस्वर्प खकसी की मौर हुई है, उनके अनुसार केवल आि लोग घायल हुए है.् लेखकन अस्पराल के कई सूत्ो् ने एएफपी को बराया खक कम से कम 100 लोगो् को चोट पहुच ं ी है, खरन मे् से कुछ लोग बाकी पेज 2 पर
रो उस मामले की भी नही् हुई. हाईकोट्य का आदेश रब भी बहुर साफ था. मुझे भारपा सरकार को पी खचदंबरम या पूवय् गृहमंत्ी या सरकार के मौरूदा आलोचको् मे् सबसे प्म् ख ु को खगरफ्रार करने का श्य्े देने मे् कोई खहचक नही् है पर पूवय् गृहमंत्ी और मौरूदा गृहमंत्ी मे् अंरर होरा है. सरकारी की कार्यवाई बड्ी रब होरी रब वह मौरूदा गृहमंत्ी के मामले मे् भी इरनी ही खनष्पक्् नरर आरी. पी खचदंबरम के खखलाफ रांच रो पांच साल से भी ज्यादा समय से चल रही है और रैसा खक खगरफ्रारी से पहले उन्हो्ने प््ेस कांफस ्े कर कहा, आईएनएक्स मामले मे् मेरे
खखलाफ आरोप नही् है.् मै् कानून से भागा नही् हू.ं मै् न्याय की कोखशश कर रहा था. मै् अपना खसर ऊंचा करके रहूगं ा. रीवन और आरादी मे् बेखहचक आरादी चुनगूं ा और आरादी के खलए लड्ना पड्रा है. दूसरी ओर, सीबीआई को उनके घर की दीवार फांदनी पड्री है, कारण चाहे रो हो, मुझे रो रल्दबारी खदखाई देरी है. रो भी हो, सरकार का खवशेषाखधकार है खक वह खकस मामले मे् कार्यवाई करेगी और खकसमे् नही् और इसी ररह यह भी खक खकस मामले को पहले देखगे ी और खकसे बाद मे.् अगर खचदंबरम ने भागकर या रमानर की कोखशश करके गलरी की रो सीबीआई ने दीवार फांदकर कोई भारर रत्न
पाने का काम नही् खकया है. इंररार खकया रा सकरा था. वैसे मामला इरना ही नही् है. द ख््पटं ने खशवम खवर की एक खबर छापी है खरसका शीष्यक है, सार भ््ष्ाचारी रारनेरा खरनपर सीबीआई और ईडी छापा नही् मारेगी. काम करने वाली यह बहादुर सरकार रवाब नही् देरी है. इस मामले मे् भी नही् देगी. पर खबर पढ्ने और रानने लायक है. खशवम खवर की इस खबर के मुराखबक, नरेनद् ् मोदी सरकार 2014 से ही भ्ष ् ्ाचार के आरोपो् के खखलाफ कार्वय ाई कर रही है. बाकी पेज 2 पर
खिदंबरम तो खमल गए ,पर इन्हे् नही् देि पाती सीबीआई
संजय कुमार तसंह
नई दिल्ली . पी खचदंबरम की खगरफ्रारी को राकरवर लोगो् के खखलाफ भारपा सरकार की कार्वय ाई के र्प मे् पेश खकया गया है और बहुर सारे लोग इसे ऐसा ही मान भी रहे है्. खदल्ली हाईकोट्य की खटप्पणी के बाद खबरो् की शैली बरारी है खक खचदंबरम को खगरफ्रार खकया राना बहुर रायर है और इसके अलावा खक वे पूवय् खवत्् व गृहमंत्ी है,् उनकी खगरफ्रारी मे् कुछ भी खास नही् है. बेशक, भष््ाचार के मामले मे् खगरफ्रार खकए राने वाले पी खचदंबरम पहले ऐसे बड्े नेरा है् पर कई ऐसे मामले है् खरनकी रांच (खभन्न कारणो् से) नही् हुई और होरी रो कुछ मौरूदा शस्करशाली लोगो् रक आंच पहुच ं सकरी थी. इसमे् सबसे रारा मामला सीबीआई के पूव्य संयुक्र खनदेशक राकेश अस्थाना का ही है और यह सव्खय वखदर है खक राकेश अस्थाना को बचाने के खलए क्या खकया गया. मुझे नही् लगरा खक सीबीआई काय्ाल य य मे् आधी रार की कार्वय ाई खसफ्फ राकेश अस्थाना को बचाने के खलए की गई होगी पर सच यही है खक रांच
िौलते पानी का बंद भगौना! राजे्द् तिवारी
नई दिल्ली . अनुच्छेद 370 व 35ए हटाए राने के बाद रैस-े रैसे अघोखषर कफ्ययू् को हटाया रा रहा है, खवरोध के स्वर सामने आने लगे है्. 5 अगस्् के बाद पहली बार घाटी मे् अलगाव आवारे् उिनी शुर् हो गई् है्. अलगाववाखदयो् की ओर से कई रगह पोस्टर साटे गये है.् कुल खमलाकर रो स्सथखर खदखाई दे रही है, उससे लगरा है खक कश्मीर इस समय खौलरे पानी का बंद भगौना है. हालांखक केद् ् सरकार का दावा, कश्मीर मे् स्सथखरयां खनयंत्ण मे् होने का है लेखकन वास््खवकरा यह नही् है. खपछले खदनो् श््ीनगर के सोरा समेर कुछ इलाको् मे् रारो्रार पोस्टर साट खदये गये खरसमे् शुक्वार की नमार के बाद कश्मीर की स्वायत््रा छीने राने के खवरोध मे् श््ीनगर स्सथर यूएन काय्ायलय के खलए माच्य करने का आह््ान खकया गया है.इससे पहले भी कई प््दश्यन हुए लेखकन भारर सरकार इनसे इनकार कररी रही है. प्द् श्नय के रो वीखडयो सामने आए, उनको फेक (पुराने) करार देने की के्द् सरकार की ऱणनीखर से खनपटने के खलए लोगो् ने अब नया रास््ा खनकाला है. अब प््दश्यनो् मे् रो प्लेकाड्य इस््ेमाल खकये रा रहे है्, उनपर सबके ऊपर रारीख खलखी होरी है, खरससे प््दश्यनो् को पुराना न बराया रा सके. यूएनएमओरीआईपी रक माच्य के रखरये इस मसले को अंररराष््ीय स््र पर उिाने की कोखशश हो रही है. अब रक पाखकस््ान ने इस मसले को यूएन मे् ले राने व इस पर अंररराष््ीय मुद्ा बनाने की रो कोखशशे् की्, वे नाकामयाब रही है.् अमेखरकी राष्प् खर का इस संदभ्य मे् खपछला ट्वीट और अब फ््ांस के राष््पखर द््ारा इस मुद्े को ख््दपक््ीय बराने व इस मसले पर खकसी भी ररह की अंररराष््ीय मध्यस्थरा को खसरे से नकारने से पाखकस््ान की रणनीखर पूरी ररह रमी्दोर हो गई है्. प््धानमंत्ी नरे्द् मोदी फ््ांस के बाद अब सऊदी अरब की यात््ा पर पहुंचे्गे और उसके बाद दोबारा फ््ांस राएंगे, रहां व री-7 की बैिक मे् पाट्यनर देश के रौर पर भाग ले्गे. स्पष्् है खक प््धानमंत्ी मोदी वहां अमेखरकी राष््पखर, र्सी राष््पखर, ख््िटेन के प््धानमंत्ी, चीनी राष््पखर व रम्यन चांसलर से खमले्गे. चीनी राष्प् खर अक्टबू र मे् भारर आने वाले है् और वह वाराणसी मे् प््धानमंत्ी मोदी से खमले्गे. कुल खमलाकर, पाखकस््ान इस मुद्े के अंररराष््ीयकरण मे् कूटनीखरक र्प से भारर के सामने कही् नही् खटक पा रहा है. लेखकन अंररराष््ीय स््र पर भारर के ही सफल है. बाकी पेज 2 पर
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अगस्् - 29 अगस्् 2019
घाटी में कैद हो गईं ख़बरें ?
पेज 1 का बाकी बन्दूक की चोट से घायल हुए है्.पैलेट से खशकार हुए कुछ लोगो् ने एएफपी को बराया खक बहुर सारे लोगो् का घर पर इलार इस डर से खकया गया खक अगर वे अस्परालो् मे् इलार कराने गए रो उन्हे् खगरफ्रार खकया रा सकरा है . एएफपी ने दो अन्य लोगो् के खरश्रेदारो् के साथ भी बार की, खरनका आरोप है खक सुरक््ा बलो् की खहंसा के कारण उन दोनो् की मृत्यु हुई.उन मे् से एक 15 वष््ीय उखसयाब अहमद था, खरसकी मौर 5 अगस्् को डूबने के कारण हुई थी. उसके पखरवार ने कहा खक अहमद अपने घर के पास था रब पुखलस ने गोला बार्द और आंसू गैस के गोले दागे और प््दश्यनकाखरयो् का पीछा कररे हुए उन्हे् नदी की ररफ खदेड्ा, रहाँ डूबने के कारण उखसयाब की मौर हो गयी. “उसके शरीर को पानी से पांच घंटे के बाद बाहर खनकाला गया था, यहां रक खक उसके ज्नारे पर भी पुखलस ने हमला खकया,” यह सब कुछ अहमद के एक
खरश्रेदार ने एएफपी को बराया खरनकी पहचान को सुरक््ा कारणो् से गुप्र रखा गया है. उन्हो्ने आगे बराया, “खवरोध प््दश्यन के आक््ामक होने की आशंका ररारे हुए सुरक््ाकख्मययो् ने शव को हमसे छीनने की कोखशश की. पखरवार के कई सदस्यो् और पड्ोखसयो् के अनुसार, मोहम्मद अयूब खान (एक अन्य पीख्डर) शखनवार को श््ीनगर डाउनटाउन मे् अपने घर के बाहर खड्े थे, रब पुखलस ने पत्थर फे्कने वाले प््दश्यनकाखरयो् के एक छोटे समूह को रोड्ने के खलए आंसू गैस के कनस््र फे्के . 62 वष््ीय लकड्ी के व्यापारी, खान के सामने दो गोले खगर गए, खरससे वह सड्क पर ही ढेर हो गए, उनके मुंह से झाग खनकल रही थी.रीन बेखटयो् के खपरा, अयूब खान को अस्पराल मे् मृर घोखषर कर खदया गया, लेखकन पुखलस ने उनके शरीर को रबरन अपने कब्रे मे् ले खलया.उनका अंखरम संस्कार पुखलस की खनगरानी मे् देर रार को हुआ खरसमे् पखरवार के खसफ्फ 10 सदस्यो् को
उपस्सथर रहने की अनुमखर दी गई. उनके छोटे भाई शबीर अहमद खान ने एएफपी को बराया खक “पुखलस अखधकारी ने हमे् धमकी दी खक यखद हम मीखडया से बार कररे है् या रुलस ू खनकालने की कोखशश कररे है,् रो वह शव को नदी मे् फे्क दे्गे, उन्हो्ने आगे बराया खक “हम चार पुखलस वैनो् के साथ कख््िस््ान गए थे. खान के पखरवार ने मृत्यु प््माण पत्् के खलए कई बार अस्पराल का दौरा खकया, लेखकन डॉक्टरो् ने उन्हे् बराया खक पुखलस ने इसे रारी ना करने का खनद््ेश खदया है.शबीर अहमद खान कहरे है्, “उनकी मौर शायद सरकार द््ारा दर्य नही् की राएगी लेखकन हमारे खलए वह शहीद है्.उनकी मृत्यु भारर की कू्ररा का एक और उदाहरण है. (याहू डॉट कॉम पर प््काखशर रलीस अंद्ाबी की इस खरपोट्य को साभार खलया गया है. अग्र ्े ी मे् प्क ् ाखशर इस खरपोट्य का अनुवाद खवखदशा ने खकया है. स््ोत - जनचौक डाट काम.फोटो - साभार-गूगल)
पेज 1 का बाकी गांधीवादी कुमार प्श ् ांर ने कहा था खक भारर के स्वरंतर् ा आंदोलन मे् आरएसएस की कोई भूखमका नही् है और अंडमान की सेलय् ल ू र रेल से खरहा होने के खलए सावरकर ने ख््िखटश रार के साथ सहयोग खकया था.उन्हो्ने अनुचछ ् दे 370 को खत्म खकए राने को अलोकरांख्तक बरारे हुए रम्मू कश्मीर के लोगो् को खवश््ास मे् नही् खलए राने की आलोचना की थी और इसे देश के खवभारन मे् मोहम्मद अली खरन्ना की भूखमका से रोड्ा था. एफआईआर मे् कहा गया है, गांधी पीस फाउंडश े न के प्म् ख ु कुमार प्श ् ांर ने वीर सावरकर को कलंखकर खकया है खरनका खचत्् संसद के केनद् ्ीय कक्् की शोभा बढ्ा रहा है.आरएसएस के प्व् क्रा रखवनारायण पांडा ने कहा खक दोनो् एफआईआर आरएसएस से रुड्े
लोगो् के द््ारा दर्य की गई है.पांडा ने कहा, कुमार प्श ् ांर रानकार है.् उन्हो्ने लोगो् को आरएसएस और उनके प्र् ीक पुरष् ो् के बारे मे् गुमराह नही् करना चाखहए. उन्हे् ऐसे साखहत्य को पढ्ना चाखहए रो भारर छोड्ो आंदोलन मे् संगिन की भूखमका के बारे मे् बरारी है. उन्हे यह भी रानना चाखहए खक साल 1925 मे् आरएसएस के गिन से पहले वह कांगस ्े के एक प्म् ख ु नेरा थे. गांधी पीस फाउंडश े न के समन्वयक खबश्र ् ीर रॉय ने कहा खक प्श ् ांर री गलर इखरहास नही् बरा रहे है.् यह सबकुछ साव्र य खनक र्प से पहले से उपलब्ध है.कल सच कहने के कारण ही वखरष्् गांधीरन, कॉलखमस्ट, लेखक, गांधी शांखर प्ख् रष््ान के राष््ीय अध्यक्् और उडीसा के अखरखथ श््ी कुमार प्श ् ांररी पर कंधमाल खरले के आदश्य
टाउन थाना और कटक खरले के लाल बाग पुखलस स्टश े न पर FIR दर्ज खकया गया. सच हमेशा सच ही होरा है, चाहे उसके खलए खकरना भी लािी, बोली, पुखलस की धमकी क्यो् न खदया राए. सत्य को चाहने वाले और सत्य के साथ रहने वाले लोकरंत् प्म्े ी, दलगर रारनीखर से ऊपर इंसाखनयर को स्थाखपर करने के प्य् ास मे् अपना रीवन खपाने वाले कुमार प्श ् ांररी पर लगाये इन आरोपो् का मै् खनंदा कररा हू.ं खरन लोगो् को आपख््त है, उन्हे् अपनी आपख््त इखरहास के साक्य् ो् के साथ देने चाखहए न खक इस ररह से बेरक ु े सवाल खडे करके. सभी को काय्क य म् का वीखडयो फुटर े देखना चाखहए और यह रर्र रय करना चाखहए खक सच मे् क्या कुछ गलर भी बोला गया है या खफर भावुकरापूणय् प्ल ् ाप ही ये लोग कर रहे है.्
गांधीवादी कुमार प््शांत के खिलाफ एफआईआर
खिदंबरम तो खमल गए ,पर इन्हे् नही् देि पाती सीबीआई
पेज 1 का बाकी छापे और समन के मामले चुनाव के समय खासरौर से बढ् रारे है.् पर यह भ्ष ् ्ाचार के खखलाफ संघष्य नही् है क्यो्खक अगर ऐसा ही होरा रो भ्ष ् ्ाचार के आरोपी भारपा नेराओ् को नही् बख्शा रारा. चुनकर की रा रही यह कार्वय ाई बदले की भावना से की रारी लग रही है और सबसे बड्ी बार रो यही है खक सरकार ने खववादास्पद, राफेल सौदे की रांच कराने से साफ मना कर खदया है. यही नही्, लोकपाल की खनयुसक् र भी खरस ढंग से पांच साल रक टलरी रही उससे भी यही साखबर होरा है. खशवम खवर ने खरन सार भारपा नेराओ् के नाम खलखकर कहा है खक उनके खखलाफ सीबीआई ईडी कार्वय ाई नही् करेगी वे है् - हाल मे् नाम बदलकर कन्ाटय क के मुखय् मंत्ी बने बीएस येखदयुरप्पा. उनपर भ्ष ् ्ाचार के ढेरो् आरोप है् पर ज्यादारर से बरी खकए रा चुके है.् सीबीआई ने उनके खखलाफ वष््ो् रांच की लेखकन मोदी सरकार के सत््ा मे् आने पर पय्ापय र् सबूर नही् दे सकी. दूसरे है,् बेलल ् ारी
के रेड्ी बंध.ु खबर के मुराखबक, 2018 के चुनाव से पहले सीबीआई ने रल्दबारी मे् इनके खखलाफ रांच पूरी कर ली और इन्हे् रक्स फ गं र अंर रक नही् पहुच ं ाया गया. भारपा ने उन्हे् बच राने खदया क्यो्खक उसे इनकी रर्रर है. रीसरे नेरा है,् खहमंरा खबस्वा शम्ा.य इन्हे् उत्र् पूवय् का अखमर शाह भी कहा रारा है. भारपा ने इनके खखलाफ अखभयान चलाया था एक पुख्सका भी रारी की थी और गुवाहाटी के रलापूखर् य घोटाले मे् मुखय् अखभयुकर् कहा था. अब वे भारपा मे् है् और उनके खखलाफ रांच धीमी हो गई है. चौथे नंबर पर खशवरार खसंह चौहान है.् सीबीआई ने 2017 मे् उन्हे् व्यापम घोटाले मे् स्कलन खचट दे खदया था रबखक इस मामले मे् मीखडया का अनुमान है खक 40 लोगो् की संखदग्ध मौर हो चुकी है. क्या वे कांगस ्े मे् होरे रो बच पारे? पांचवा नाम मुकल ु रॉय का है. भारपा को पख््िम बंगाल मे् अपना आधार मरबूर करना था रो उसने भ्ष ् ्ाचार के आरोपी रृणमूल कांगस ्े नेरा को भारपा मे् शाखमल कर खलया. प्व् र्नय खनदेशालय ने उन्हे्
एक मामले मे् समन खकया था उसके रुररं बाद वे भारपा मे् शाखमल हो गए. कहने को वे कहरे है् खक कानून अपना काम करेगा पर कानून के काम करने की गखर उनके भारपा मे् शाखमल होने के बाद से धीमी हो गई है. छिे नंबर पर केद् ्ीय मानव संसाधन खवकास मंत्ी रमेश पोखखरयाल खनशंक का नाम है. उत्र् ाखंड के मुखय् मंत्ी के र्प मे् वे दो बड्े घोटालो् के केद् ् मे् थे. उनके शासन मे् भारपा की छखव इरनी खराब थी खक 2011 मे् उनसे इस््ीफा ले खलया गया था. कहने की रर्रर नही् है खक इस मामले मे् सीबीआई या उत्र् ाखंड सरकार को कोई रल्दी नही् है. सारवे् नंबर पर नारायण राणे का नाम है. आप महाराष्् के पूणय् मुखय् मंत्ी है् और गए साल भारपा मे् शाखमल हुए है.् अब पाट््ी ने उन्हे् राज्यसभा सदस्य बना खदया है. अभ सीबीआई और ईडी को राणे की संपख््त की रांच की कोई रल्दी नही् है. राणे पर मंनी लांडखरंग और भूखम घोटाले के आरोप है.् िीक है खक सीबीआई ने पूवय् गृहमंत्ी को भ्ष ् ्ाचार के आरोप मे् खगरफ्रार खकया है।
िौलते पानी का बंद भगौना!
पेज 1 का बाकी लेखकन अंररराष््ीय स््र पर भारर के मरबूर रहने का मरलब यह नही् खनकाला रा सकरा खक वह अंदर्नी र्प से भी उरना ही सफल है. हकीकर यह है खक कश्मीर मे् भारर सरकार के खखलाफ रबरदस्् गुस्सा है. बस देखना यह है कश्मीखरयो् का गुस्सा खकस ररह से सामने आएगा. कश्मीर से रो खबरे् आ रही है्, उनसे कोई अच्छे संकेर नही् खमल रहे है्. कश्मीर मे् खरस पहले प््दश्यन की खबर सामने आयी थी, वह शांखरपूण्य था लेखकन उसमे् अलगाव के स्वर बहुर मरबूरी से सामने आये. उसके बाद वाले प््दश्यनो् मे् ये स्वर और मरबूर होरे खदखाई दे रहे है्. इन सबका असर खकस ररह से होरा, यह इस बार पर खनभ्यर करेगा खक लोगो् का गुसस ् ा शांखरपूणय् ढंग से सामने आरा है या खफर खकसी और ररीके से. यूएनएमओरीआईपी (संयुक्र राष्् खमखलटरी आब्रव्यस्य ग््ुफ फॉर इंखडया एंड पाखकस््ान) के ऑखफस माच्य करने के आह््ान का उद््ेश्य कश्मीर मामले मे् संयुक्र राष्् को के्द् मे् लाना ही है. कश्मीर मे् १९४९ से यूएनएमओरीआईपी रैनार है. रनवरी १९४८ मे् सुरक््ा पखरषद ने प््स्ाव ३९ पाखरर खकया खरसके रहर कश्मीर खववाद की रांच व मध्यस्थरा के खलए भारर व पाखकस््ान के खलए संयुक्र राष्् कमीशन फॉर इंखडया एंड पाखकस््ान (यूएनसीआईपी) का गिन खकया गया. अप््ैल १९४८ मे् सुरक््ा पखरषद ने प््स्ाव ४७ पाखरर खकया. इसके रहर कमीशन का आकार बड्ा करने और फाइखटंग रोकने के खलए प््ेक्को् का इस््ेमाल करने समेर खवखभन्न ररीको् की खसफाखरश करने का फैसला खकया. यूएनसीआईपी की खसफाखरश पर संयुक्र राष्् महासखचव ने कमीशन के खलए खमखलटरी एडवाइरर व इस एडवाइरर की मदद करने के खलए खमखलटरी आब्रव्यस्य के ग््ुप की खनयुस्कर की रो बाद मे् यूएनरीओएमओआईपी के नाम से राना गया. ग््ुप की पहली टीम रनवरी १९४९ को अखवभाखरर रम्मू-कश्मीर मे् आई. इसका काम यूएनसीआईपी के खमखलटरी एडवाइरर को इनपुट प््दान कर उसे अखसस्ट करने का था. आब्रव्यस्य को इनवेस्टीगेशन मे् लोकल अथॉखरटी के साथ रहना और संपूण्यरा मे् रथ्यपरक व खनष्पक्् खरपोट्य करने का था. इनको दोनो् देशो् के बीच हस््क्ेप या दोनो् देशो् की सेनाओ् के आॉड्यस्य मे् कोई भी हस््क्ेप करने की मनाही की गई. यह व्यवस्था २७ रुलाई १९४९ को हुए कराची एग््ीमे्ट रक चली. कराची एग््ीमे्ट के रहर सीरफायर लाइन रय की गई रो यूएन खमखलटरी आॉब्रव्यर द््ारा सुपरवाइर की रानी थी. इस एग््ीमेट् मे् स्पष्् खकया गया खक यूएनसीआईपी रम्मू-कश्मीर मे् रहां भी
रर्री समझेगा, यूएन अॉब्रव्यस्य स्टेशन करेगा और उसकी की मदद से दोनो् देशो् के लोकल खमखलटरी कमांडर मौके पर राकर सीरफायर लाइन को वेरीफाई करे्गे. यखद इसमे् कोई असहमखर उभररी है रो उसे यूएनसीआईपी खमखलटरी एडवाइरर को रेफर खकया राएगा और उसका फैसला अंखरम होगा. ३० माच्य १९५१ को सुरक््ा पखरषद ने अपने प्स ् ्ाव ९१ के रहर यूएनसीआईपी को खत्म करने के साथ यूएनएमओरीआईपी द््ारा सीरफायर लाइन के सुपरवाइर कररे रहने का फैसला खकया. इसका काम स्सथखरयो् पर नरर रखने, उनको खरपोट्य करने और सीरफायर लाइन के उल्लंघन की खशकायरो् की रांच करके उनकी खरपोट्य दोनो् देशो् व संयुक्र राष्् के महासखचव को देने का था. १९७१ मे् दोनो् देशो् के बीच लड्ाई खछड् गई. १७ खदसंबर को सीरफायर हुआ और सीरफायर लाइन १९४९ वाली नही् रह गई. १२ व २१ खदसंबर को सुरक््ा पखरषद की बैिक मे् प््स्ाव नंबर ३०७ पाखरर हुआ.इसमे् दोनो् देशो् को १९४९ की सीरफायर लाइन बहाल करने और खमखलटरी को १९४९ वाले खिकाने पर वापस भेरने को कहा गया. रुलाई १९७२ मे् खशमला समझौरे के रहर कश्मीर मे् लाइन अॉफ कंट्ोल खडफाइन की गई रो लगभग १९४९ रैसी ही थी. भारर ने कहा खक यूएनएमओरीआईपी का मै्डेट खत्म हो गया क्यो्खक यह १९४९ वाली सीरफायर लाइन को लेकर था. लेखकन पाखकस््ान यूएनएमओरीआईपी पर अड्ा रहा. इस पर संरा महासखचव ने कहा खक ग््ुप सुरक््ा पखरषद के फैसले से ही खत्म भंग खकया रा सकरा है. यूएनएमओरीआईपी पर सुरक््ा पखरषद को महासखचव की आखखरी खरपोट्य १९७२ मे् पस्बलश हुई थी. भारर ने इस ग्प्ु का संज्ान लेना बंद कर खदया रबखक पाखकस््ान लगारार सीरफायर उल्लंघन की खरपोट्य ग््ुप को कररा रहा है. इससे यूएनएमओरीआईपी ने अपनी एस्कटखवटी एलओसी के इस ररफ यानी इधर के रम्मी-कश्मीर मे् सीखमर कर ली्. अलबत््ा भारर यूएनएमओरीआईपी को सुरक््ा, पखरवहन और दूसरी सुखवधाएं मुहैया करा रहा है. यूएनएमओरीआईपी की रैनारी स्काड्,यू खगलखगट, दोमेल, रावल कोट, कोटली व खभंबर मे् है. एक फील्ड स्टेशन खसयालकोट मे् भी है. अपनी ररफ फील्ड स्टेशन रम्मू, पुंछ व रारोरी मे् है्, खदल्ली मे् लाइरन आॉखफस है. इसका मुख्य हेडक्वाट्यर मई से अक्टूबर रक श््ीनगर मे् और बाकी समय इसलामाबाद रहरा है.
खिदंबरम तो खमल गए ,पर इन्हे् नही्.......
पर रथ्य यही है खक उनके खखलाफ चार्श य ीट नही् है, एफआईआर मे् उनका नाम नही् है। अदालर से 14 खदन की बराय पांच खदन का खरमांड मांगने लायक होने मे् सीबीआई को पांच साल से ज्यादा लगे। और क्या-क्या नही् खोया। आलोक वम्ाय रैसे डायरेक्टर, राकेश अस्थाना रैसे दूसरे नंबर
के अखधकारी और अपने अंरखरम प््मुख को सरा खदलवाने के बाद सीबीआई की साख ही क्या रह गई थी. सब खोकर ही सीबीआई पांच खदन का खरमांड मांगने लायक हुई है.
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मिड डे िील िें अब नून रोटी
दमज्ाापुर. नून रोटी की कहावर उत््र प््देश मे् सच हो रही है .उत््र प््देश के खमर्ायपुर के हनौरा के खसयूर प््ाइमरी स्कूल मे् गुरव् ार को बच््ो् को खमड डे मील मे् खाने के खलए रोटी दी गई.पर खसफ्फ रोटी नही् उसके साथ नमक भी था .हालांखक उम्मीद रो दाल सब्री ,चोखा भररा की भी रहरी ही है .मामला उछला रो कलेक्टर ने रांच का आदेश रो दे ही खदया . खरले के कलेक्टर अनुराग पटेल के मुराखबक मुख्यमंत्ी योगी आखदत्यनाथ के आदेशानुसार, सभी खरलो् मे् खमड डे मील का मेन्यू पहले से रय है. कुछ खदनो् के अंरर पर बच््ो् को दूध और फल भी खदए रारे है्. लेखकन ये लापरवाही स्कूल के खशक््क और सुपरवाइरर की वरह से हुई है.खरसे खनलंखबर कर खदया गया है .उन्हो्ने कहा ‘मुख्यमंत्ी योगी आखदत्यनाथ के आदेशानुसार खमड डे मील मे् खमलने वाले खाने का मेन्यू पहले से रय खकया गया है. यहां रक खक बच््ो् को कुछ खदन के अंरराल पर दूध और फल भी परोसे राने के आदेश है्। लेखकन खनख््िर रौर पर यह लापरवाही खशक््क और सुपरवाइरर स््र पर हुई है.बराया रा रहा है खक इस स्कूल मे् करीब 100 से बच््े पढ्रे है्. इस पूरे मामले पर स्कूल टीचरो् ने कहा है खक खमड डे मील की खराब व्यवस्था काफी समय से है. स्कूल मे् पढ्ाने वाली शंखर देवी ने कहा है खक यह देखकर खबल्कुल अच्छा नही् लगरा लेखकन मरबूरी है. स्थानीय लोग भी इस व्यवस्था का खवरोध कररे रहे है् लेखकन कोई सुनने वाला नही् है।. हालांखक बच््ो् ने बराया खक उन्हे् पहले रोटी के साथ सब्री खमलरी थी पर पहली बार नमक खदया गया . रबखक स्कूल मे् खाना पकाने वाली मखहला ने बराया खक उसे स्कूल मे् सभी बच््ो् के खलए खाना बनाने के खलए खसफ्फ आधा खकलो आलू खदया रारा है.स्कूल के सभी बच््ो् को खाना खखलाने के खलए मुझे आधा खकलो आलू, नमक और कुछ मसाले खदए गए थे. इसखलए मै्ने रोखटयां बनाई् और नमक के साथ परोस दी्.
व्यंग
n23
अगस्् - 29 अगस््
एक गुरं की ऐसी विदाई !
संजय चौहान उत््रकाशी. ये दृश्य न रो खकसी बेटी के ससुराल राने् का था, न नंदा देवी राररार यात््ा मं नंदा की डोली का कैलाश खवदा होने का था बस्लक ये दृश्य खशक््क आशीष डंगवाल की खवदाई समारोह का था खरसमे् हर कोई खशक््क आशीष डंगवाल के गले खमलकर रो रहे थे. क्या बच््े क्या बुरगु ,य् सबकी आंखो् मे् आंसुओ् की अखवरल धारा बह रही थी. सबको अपने इस खशक््क के रबादला हो्ने पर यहाँ से चले राने का दुख है. सीमांर रनपद उत््रकाशी के रारकीय इंटर केलसू घाटी मे् रैनार खशक््क आशीष डंगवाल की रो खवदाई हुई है वैसी खवदाई हर कोई खशक््क अपने खलए चाहेगा. फूल माला और ढोल दमाऊं के संग कभी न भूलने वाली खवदाई दी. रहां आर लोग दुग्यम स्थानो् पर नौकरी नही् करना चाहरे है रो वही् गुर् द््ोण आशीष डंगवाल ने् दुग्यम को अपनी कम्यस्थली बना डाला. आशीष डंगवाल ने् गुर् द््ोण की नयी पखरभाषा गढ् डाली है रो खशक््ा महकमे सखहर अन्य सरकारी सेवको के खलए नरीर है, उन्हो्ने एक खमशाल पेश की है. अन्यत्् रबादला होने के बाद आर उनके खवदाई समारोह मे् एक नही दो नही् बस्लक पूरी केलसू घाटी के गांवो् के ग््ामीण और स्कूल के बच््े उनके खवदाई समारोह मे् फफककर रो पड्े, हर खकसी की आंखो् मे् आंसुओ् की अखवरल धारा बह रही थी.
शायद ही अब उन्हे् आशीष डंगवाल रैसे खशक््क खमल पाये. इस अवसर पर खशक्क ् आशीष डंगवाल ने् एक माख्मयक फेसबुक पोस्ट भी शेयर की है. इस फेसबुक पोस्ट और खवदाई समारोह की रस्वीरे् देखकर भला खकसकी आंखो् मे् आंसुओ् की अखवरल धारा नही् बहेगी... मेरी प्यारी केलसु घाटी, आपके प्यार, आपके लगाव, आपके सम्मान, आपके अपनेपन के आगे, मेरे हर एक शब्द फीके है.् सरकारी आदेश के सामने मेरी मरबूरी थी मुझे यहां से राना पडा, मुझे इस बार का बहुर दुख है ! आपके साथ खबराए 3 वष्य मेरे खलए अखवस्मरणीय है्. भंकोली, नौगांव, अगोडा, दंदालका, शेक,ू गरोली, ढासडा के समस्् माराओ्, बहनो्, बुरुग्ो्, युवाओ् ने
रो स्नेह बीरे वष््ो् मे् मुझे खदया मै् रन्मरन्मांरर के खलए आपका ऋणी हो गया हूँ. मेरे पास आपको देने के खलये कुछ नही् है, लेखकन एक वायदा है आपसे की केलसु घाटी हमेशा के खलए अब मेरा दूसरा घर रहेगा. आपका ये बेटा लौट कर आएगा. आप सब लोगो् का रहेखदन से शुख्कयादा. मेरे प्यारे बच््ो् हमेशा मुस्कुरारे रहना. आप लोगो् की बहुर याद आएगी. आर के दौर मे् ऐसी खवदाई हर खकसी को नसीब नही् होरी है. गुर् द््ोण आशीष डंगवाल री को हमारी ओर से ढेरो् बधाइयाँ. आपने गुर् खशष्य परंपरा का खनव्यहन कर समार मे् एक खमशाल पेश की है. धन्य है् वो स्कूल रो आपके रैसे गुर्ओ् की कम्यभूखम बनेगी. साभार
सुप्ीम कोर्ट को ठे्गा दिखाता एक कुलपदत
इटावा. उत््र प््देश यूखनवख्सयटी ऑफ मेखडकल साइंसर े (यूपीयूएमएस) मे् कखथर रौर पर प््थम वष्य के 150 से अखधक मेखडकल के छात््ो् के साथ रैखगंग का मामला सामने आने के बाद घटना को लेकर खववाद गम्ाय गया है. इसी क््म मे् अब मेखडकल काउंखसल ऑफ इंखडया (एमसीआई) ने सोमवार को खवश््खवद््ालय मे् कखथर रैखगंग को लेकर वाइस-चांसलर रार कुमार को नोखटस रारी खकया है.गौररलब है खक सुप्ीम कोट्य रैखगंग को लेकर सख्र र्ख अपना चुका है पर कुलपखर को इससे क्या फक्फ पडरा . खबरो् के अनुसार, कखथर रौर पर सीखनयर छात््ो् के एक ग््ुप ने 150 से अखधक प््थम वष्य के यूपीयूएमएस छात््ो् को पखरसर मे् खसर मुंड्ाने और परेड करने के खलए मरबूर खकया.परेड कर रहे छात््ो् का वीखडयो और रस्वीरे् वायरल होने के बाद खवश््खवद््ालय प््शासन ने घटना को लेकर रांच के आदेश रारी खकए. कखथर रैखगंग मामले को लेकर रारी खकए गए नोखटस मे् एमसीआई के महासखचव आरके वत्स ने खवश््खवद््ालय प््शासन को रुम्ायने और यूपीयूएमएस को ‘गलर’ संस्थानो् की श््ेणी मे् शाखमल करने के संबंध चेरावनी दी. नोखटस मे् उन्हो्ने साथ ही सीखनयर छात््ो् के ग्प्ु को एक महीने के खलए कक््ा से वंखचर करने को लेकर भी चेराया है. नोखटस मे् वीसी को चेरावनी दी गई है खक उनका रवाब असंरोषरनक पाए राने पर खवश््खवद््ालय की मान्यरा एक साल के खलए समाप्र कर
दी राएगी.फई मे् बने उत्र् प्द् श े आयुखव् जय ्ान खवश््खवद््ालय मे् कखथर रैखगंग मामले मे् डीएम रेबी खसंह ने शासन को खरपोट्य भेर दी है. सूत्ो् की माने् रो खरपोट्य मे् खवश््खवद््ालय के कुलपखर डॉक्टर रारकुमार के खखलाफ लापरवाही बररने का आरोप है. साथ ही, रखरस्ट्ार द््ारा रांच आख्या मे् रथ्य स्पष्् नही् खकया गया. हालांखक, छात््ो् ने रैखगंग के आरोपो् को नकार खदया. छात््ो् ने बयान खदए है्, लेखकन रैखगंग रैसा कोई मामला होने से साफ मना कर खदया. वही्, वीसी डॉक्टर रारकुमार का कहना है खक मेखडकल कॉलेर मे् बाल कटवाने का खनयम है और हर मेखडकल कॉलेर मे् बाल कटवाए रारे है्. सभी के बाल कटे होरे है्. इसको रैखगंग का र्प नही् खदया रा सकरा. करार मे् चलना भी अनुशासन मे् रहना है.मंगलवार को उत््र
प्द् श े आयुखव् जय ्ान खवश्ख् वद््ालय खरसे सैफई मेखडकल कॉलेर के नाम से भी राना रारा है वहां एमबीबीएस प््थम वष्य के करीब 150 छात््ो् ने खसर मुडव् ा खलए. इसका एक वीखडयो भी सामने आया था, खरसमे् खसर झुकाकर लाइन मे् चलरे हुए नरर आए. खसफ्फ यही नही्, सीखनयस्य के हॉस्टल की ररफ दूर से ही झुककर प््णाम कररे हुए भी नरर आए. मामला सामने आने के बाद रब कुलपखर से पूछा गया रो उन्हो्ने रैखगंग को संस्कार बराया. लपखर डॉक्टर रारकुमार ने कहा खक, यहां रैखगंग रैसा कोई भी मामला नही् है. लेखकन रूखनयर छात्् डर मे् है्. यह भी कहा खक इस पर हम खवशेष रांच करवाएंगे, खरससे यह परा चल राएगा खक इस काय्य को करने और कराने वाले कौन लोग है?् उनको छोड्ा नही् राएगा.
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गेरया का ितलब कंया बतकही
शम्भुनाथ शुक्ल आर सुबह वाखकंग ट््ैक के छह राउंड लेकर (इसका एक राउंड 750 मीटर का है) मै् एक बे्च मे् सुस्ाने के खलए बैि गया. थोडी देर बाद वहां एक अधबूढी स््ी भी आकर बैि गई. सीधे पल्ले मे् वह छापेदार सूरी धोरी पहने थी. दोनो् पांवो् मे् िोस चांदी के कडे थे, रो आधा सेर से कम के नही् हो्गे. मुझे लग गया, खक हो न हो यह स््ी रमनापारी (बुन्देलखंडी) है. मै्ने पूछा, खक ‘का महोबे की हौ बखहनी?’ खदल्ली-एनसीआर की कौरवी बोली के बीच अपनी बोली सुनकर वह खवह््ल हो गयी. बोली- ‘हाँ, भैया, महोबा के पास लौ्डी की हौ्!’ यह लौ्डी महोबा से खरुराहो के बीच है. और संभवरः मध्य प््देश मे् है, रबखक महोबा उत््र प््देश मे्. वह यहाँ अपने बेटे के पास आई है, रो िेकेदारी कररा है. उस स््ी ने बराया खक वह शुगर से परेशान है. खदल्ली की डेमोग््ाफी खकरनी रेजी से बदली है, मै् सोचने लगा. साल 1983 मे् मै् रब रनसत््ा के सारे खरटेन टेसट् और इंटरव्यू क्वालीफाई करके पहले ही बैच मे् सेलेक्ट हो गया, रो मुझे प््भाष री ने रीन इन्क्ीमे्ट के साथ उपसंपादक के पद पर रखा. उस समय रनसत््ा के लोगो् को वही वेरनमान खमलरा था, रो इंखडयन एक्सप््ेस के बंदो् को, यानी ‘पालेकर-वन ए’. रब मुझे 1463 र्पये रथा 78 पैसे खमलरे थे. यह भी शर्य थी खक रब रक कन्फम्य नही् हुए, रब रक कोई पीएल (ख््पखवलेर लीव) या एमएल (मेखडकल लीव) नही् खमलेगी. केवल सीएल खमल सकरी है्, वह भी 21 खदन के काम के बाद ही. हमारी रॉयखनंग 20 रुलाई को हुई, खकन्रु अखबार खनकला 17 नवंबर को. रब रक संपादक प््भाष रोशी री हमे् शीघ्् खनकलने वाले रनसत््ा अखबार की भाषा कैसी होगी, यही समझारे रहे. यह खनहायर बोखरंग सीख थी. पहले बैच मे् कानपुर से आए दो बंदे (मै् और रारीव शुक्ला) सेलेक्ट हुए. कुछ खदनो् बाद दूसरे चयन मे् एसपी ख््तपािी भी आ गए. हम रीनो् उस समय उत्र् प्द् श े के सबसे बडे अखबार दैखनक रागरण छोड कर आए थे, और खफर शहर कानपुर की बोली का अपना खमराज. हमे् प््भाष री की भाषा की क्लास अटपटी लगरी, क्यो्खक वे हम को ‘अपन’ बोलरे और चौधरी को चोदरी. इसखलए हम रीनो् ही हर शखनवार को कानपुर भाग रारे और सोमवार को लौट आरे. यदा-कदा छुट्ी लेरे रो पैसा कटरा. रारीव ने अपने संबंधो् से लोदी कालोनी मे् एक डी-वन फ़्लैट का रुगाड कर खलया. उसमे् रीन कमरे थे. एक कुमार आनंद ने खलया, एक रारीव ने और एक मै्ने. उसमे् एक बडी-सी लॉबी थी और पीछे छोटा-सा खकचेन गाड्यन. हम लोग ग््ाउंड फ्लोर के उस फ़्लैट पर कभी राला नही् लगारे थे. खरसकी रो ड््ूटी हो, उस खहसाब से आए-राए. कुमार आनंद की और मेरी शादी हो चुकी थी, बस्लक मेरे रो बच््े भी थे. हम अपनी पस्तनयो् को भी ले आए. इसके बाद कानपुर की खनयखमर आवा-राही
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राम पुतियािी
शंंदंा, अंधशंंदंा और सांपंदाविक राषंंिाद
भाररीय रारनीखर मे् भारपा के उत्थान के समानांरर, देश मे् खशक््ा के परन की प््ख्कया चल रही है.देश की नई खशक््ा नीखर का अंखरम स्वर्प क्या होगा, यह रानना अभी बाकी है.परंरु भारपा, पाठ््क्मो् और शोधकाय्य को कौनसी खदशा देना चाहरी है, यह उसके नेराओ् के वक्रव्यो् और भाषणो् से राखहर है.केन्द्ीय मानव संसाधन मंत्ी रमेश पोखखरयाल ‘खनशंक’ ने हाल मे् खशक््ाखवदो् की एक बैिक मे् फरमाया खक संस्कृर, दुखनया की सबसे वैज्ाखनक भाषा है और देश की शीष्य शैकख् णक संसथ ् ाओ् को इस भाषा पर काम करना चाखहए.उनके अनुसार, आने वाले समय मे् संस्कृर ही कम्प्यूटरो् की भाषा होगी.इसके अखरखरक्र, मंत्ीरी ने कई अन्य रहस्योद्घाटन भी खकए, रो उनके ज््ान की गहनरा और व्यापकरा को उरागर कररे है.् एक मौके पर उन्हो्ने अणु और परमाणु की खोर का श््ेय चरक को खदया रो दूसरे मौके पर प््णव ऋखष को.उनके अनुसार, ऋखष नारद ने सबसे पहले परमाणु संबंधी प््योग खकए थे.रब वे उत््राखंड के मुख्यमंत्ी थे रब उन्हो्ने कहा था खक ज्योखरष शास््, खवज््ान से ऊपर है.मंत्ीरी का मानना है खक गुर्त्वाकष्यण के खसि््ांर की चच्ाय प््ाचीन खहन्दू धम्यग्ंथो् मे् है.न्यूटन से बहुर पहले हमारे ऋखष-मुखन गुरत् व् ाकष्ण य बल के बारे मे् रानरे थे। इस ररह के दावे करने वाले पोखखरयाल अकेले नही् है्.केन्द्ीय मानव संसाधन मंत्ी के र्प मे् अपने काय्यकाल के दौरान वखरष्् भारपा नेरा मुरली मनोहर रोशी ने पाठ््क्मो् मे् ज्योखरष खवद््ा और पौरोखहत्यकम्यकांड रैसे खवषय शाखमल करवाए थे.उन्हो्ने स्कूल के बच््ो् को पढाए राने वाले इखरहास का साम्प्दाखयकीकरण करने का प््यास भी खकया था.इसे आगे चलकर खशक््ा के भगवाकरण का नाम खदया
तिरीश मालवीय
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23 अगस्् - 29 अगस््
गया.मोदी के सत््ा मे् आने के बाद से रो प््ाचीन भारर के बारे मे् अचंखभर करने वाले दावे खकए रा रहे है्.मुंबई मे् एक अस्पराल का उद्घाटन कररे हुए मोदी ने कहा था खक भगवान गणेश इस बार का प््माण है् खक प््ाचीन भारर मे् प्लास्सटक सर्यरी होरी थी.संघ पखरवार के नेराओ् ने हमारा रो ज््ानवध्नय खकया है उसके आधार पर हम कह सकरे है् खक प््ाचीन भारर मे् हवाईरहार, खमसाइले्, इंटरनेट, टेलीखवरन और रैनेखटक इंरीखनयखरंग आम थे.संघ पखरवार के मुखखया मोहन भागवर पहले ही कह चुके है् खक खवज््ान की प््गखर के खलए वेदो् का अध्ययन आवश्यक है। गाय के रारनीखर के क््ेत् मे् प््वेश के साथ ही प््ाचीन ज््ान के गुणगान का एक नया अध्याय खुल गया है.ऐसा बराया रारा है खक गाय मे् 33 करोड देवी-देवराओ् का वास है और गाय का हर उत्पाद दैवीय और चमत्काखरक गुणो् से संपन्न है.सरकार ने एक उच्् स््रीय सखमखर का गिन खकया है रो ‘पंचगव्य‘ (गोबर, गौमूत,् दूध, दही और घी का खमश््ण) पर शोध करेगी.रामायण और महाभारर की कहाखनयो् की वैज्ाखनकरा खसि्् करने के खलए धनराखश उपलब्ध करवाई रा रही है। कुल खमलाकर प््यास यही है खक आस्था और श््ि्ा, ज््ान के पय्ाययवाची बन राएं.प््यास यह भी है खक प््ाचीन भारर को एक ऐसी आधुखनक दुखनया के र्प मे् प््स्ुर खकया राए खरसने हरारो् साल पहले वे वैज्ाखनक उपलस्बधयां हाखसल कर ली् थी् रो पख््िमी राष््ो् ने खपछले सौ-डेढ सौ वष््ो् मे् की् है.् ये दावे खहंदू राष्व् ाद को मरबूर बनाने की पखरयोरना का खहस्सा है्.पूव्य केन्द्ीय मंत्ी सत्यपाल खसंह ने कहा था था खक डाख्वयन का क््म-खवकास खसि््ांर इसखलए सही नही् है क्यो्खक हमारे पूवर य् ो् ने बंदरो् को मनुषय् बनरे नही् देखा! ऐसा नही् है खक खवज््ान को झूिा
खसि्् करने वाले दावे खसफ्फ खहंदू धम्य के अनुयायी कररे आए है्.ईसाई कट््रपंखथयो् ने डाख्वयन के खसि््ांर के प््खर उत््र मे् खवश्् के ईश््र द््ारा रचे राने का खसि््ांर प््खरपाखदर खकया था.खरया-उल-हक के शासनकाल मे् पाखकस््ान मे् प््स्ाव खकया गया था खक खबरली की कमी से खनपटने के खलए खरन्नार की बेपनाह राकर का इस््ेमाल खकया राए। दरअसल हमेशा से और दुखनया मे् लगभग हर रगह राख्कफक सोच का खवरोध होरा आया है.भारर मे् रब चाव्ायक ने यह मानने से इंकार कर खदया खक वेद दैवीय रचनाएं है् रो उसे प््राडिर खकया गया और लोकायर परंपरा - खरसके अंरग्यर स्वरंत् सोच को प््ोत्साखहर खकया रारा था - का दानवीकरण खकया गया.यूरोप मे् गैलेखलयो और कई अन्य वैज्ाखनको् के साथ चच्य ने क्या सुलक ू खकया, यह हम सबको ज््ार है.राख्कक फ सोच को समार के शस्करशाली वग्य, चाहे वे सामंर हो् या पुरोखहर, अपने वच्यस्व और सत््ा के खलए चुनौरी मानरे है्। भारर मे् भाररीय राष््वाद के उदय के
साथ ही अंबड े कर, भगरखसंह और नेहर् रैसे नेराओ् ने राख्कफक सोच को बढावा खदया.रो लोग समानरा पर आधाखरर आधुखनक प््रारांख्तक भारर के खनम्ायण के खवरोधी थे, खरन लोगो् ने अंग्ेरो् के खखलाफ कभी संघष्य नही् खकया, रो रमी्दारो्, राराओ् और पुरोखहर वग्य के खपट्् थे - वे ही राख्कफक सोच के खवरोधी थे.इस वैचाखरक समूह को लगा खक देश मे् खरस ररह के सामाखरक पखरवर्यन हो रहे है् उनसे भारर के गौरवशाली अरीर की छखव पूरी ररह खंखडर हो राएगी.नेहर् मानरे थे खक वैज्ाखनक सोच ही भखवष्य के आधुखनक भारर की नी्व बन सकरी है.यही कारण है खक वैज्ाखनक सोच को बढावा देने की बार राज्य के नीखर-खनदेशक रत्वो् मे् कही गई है.और इसी सोच के रहर, भाररीय प््ौद््ोखगकी संस्थान, खवज््ान एवं औद््ोखगक अनुसंधान पखरषद व भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द् आखद रैसी संस्थाएं बनाई गई्। खपछले कुछ दशको् मे् खहन्दू राष््वादी रारनीखर के उदय के साथ, नेहर् की नीखरयो्
को गलर िहराया रा रहा है और राख्कफक सोच को ‘खवदेशी अवधारणा‘ बराया रा रहा है.आस्था और श््ि्ा को वैज्ाखनकरा और राख्कफकरा से ऊंचा दर्ाय खदया रा रहा है.यही कारण है खक अंधश््ि्ा के खखलाफ लडने वाले, गोखलयो् का खशकार हो रहे है्.डॉ नरेन्द् दाभोलकर, गोखवंद पंसारे, एमएम कलबुग्ी और गौरी लंकेश को अपनी रान से इसखलए हाथ धोना पडा क्यो्खक वे राख्कफकरा और वैज्ाखनक सोच के हामी थे.इसके खवपरीर, मोदी से लेकर खनशंक रक खहन्दू राष््वादी नेरा एक ओर राख्कफकरा के खवरोधी है् रो दूसरी ओर रन्म-आधाखरर असमानरा के समथ्यक.खहन्दू राष््वाद आस्था को ज््ान और श््ि्ा को खवज््ान बनाकर प््ाचीन भारर का मखहमामंडन कर रहा है.उसका अंखरम उद्श्े य् उस युग के पदक््म-आधाखरर समार की पुनस्थ्ायपना है. (अंगज ्े ी से दहन्िी र्पांतरण अमरीश हरिेदनया)
जीडीपी में गिरावट अरंथवंयवसंरा के गिए खतरे का संकेत
देश की आख्थयक वृख्ि के बारे मे् रापान की ि््ोकरेर कंपनी नोमुरा का कहना है खक रीडीपी वृख्ि माच्य के 5.8 फीसदी से घटकर रून खरमाही मे् 5.7 फीसदी पर ही रह राएगी. खवत्् वष्य 2018-19 मे् अथ्यव्यवस्था की रफ्रार सुस् होकर 6.8 फीसदी पर आ गई थी. यह 2014-15 के बाद का खनम्न स्र् है. अब रो आरबीआई के गवन्रय शस्करकांर दास भी मान गए है् खक रून 2019 के बाद आख्थयक गखरखवखधयो् से ऐसे संकेर खमल रहे है् खक भाररीय अथ्यव्यवस्था मे् मंदी और बढ् रही है. इस बार के साफ़् संकेर है् खक घरेलू मांग मे् और कमी आई है. उन्हो्ने कहा खक मई मे् भी औद््ोखगक गखरखवखधयां लगारार थमरी गई है्, खासकर मैन्युफ़ै्क्चखरंग और खनन मे् इसका साफ़् असर खदख रहा है. इस साल बेहद कम लोगो् की सैलरी उनकी उम्मीदो् के अनुर्प बढ्ी है।CMIE के आँकडे बरा रहे है खक खनरी क््ेत् मे् इस साल सैलरी वृख्ि 10 सालो् के सबसे खनचले
स््र पर रही है बेरोरगारी मे् वृख्ि के साथ ही सैलरी मे् बेहद कम बढ्ोररी ने देश के रोरगार के पखरदृश्य को दोहरा झटका खदया है। पीखरयोखडक लेबर फोस्य सव््े (PLFS) ने 2017-18 मे् पाया है खक देशभर मे् बेरोरगारी की दर खफलहाल 6.1% है, रो अब रक का सबसे उच्् स््र है. खनवेश के स््र पर भी देश मुस्शकलो् से रूझ रहा है खवत्् वष्य 2018-19 मे् मुस्शकल से 9.5 लाख करोड के खनरी खनवेश के आवेदन खमले है रो 2004-05 के बाद चौदह वष््ो् मे् न्यनू रम है। रीडीपी के खलहार से खवश्् की सबसे बडी अथ्यव्यवस्थाओ् मे् भारर खफर खफसल कर सारवे् स्थान पर आ गया है खपछले महीनो् मे् डॉलर की रुलना मे् र्पये की कीमर मे् 20 फीसदी रक की बढ्ोररी हुई. डॉलर के मुकाबले भाररीय र्पये ने 70 के आंकड्े को पार कर खलया है. र्पये की घटरी हुई कीमरो से ओर बढरे रारकोषीय से भी अथ्यव्यवस्था मे् खदक््रे् आई है्. आख्थयक मंदी अब चारो् ररफ से घेर रही
है.
एक एक करके सारे सेक्टस्य ढहरे नरर आ रहे है् परसो् रक हमे् ऑटो सेक्टर की मंदी की मालूमार थी कल परा चला खक टेक्सटाइल की हालर रो ऑटो इंडस्ट्ी से भी बुरी है. कल इंखडयन एक्सप््ेस मे् टेक्सटाइल इंडस्ट्ी की एसोखसएशन की राखनब से खदए गए खवज््ापन मे् यह दावा खकया गया टेकस ् टाइल इंडस्ट्ी का एक्सपोट्य खपछले साल के मुकाबले (अप््ैल-रून) करीब 35% घटा है. इससे इंडस्ट्ी की एक खरहाई क््मरा भी कम हुई है. खमले् इस हैखसयर मे् नही् रह गई है् खक वो भाररीय कपास को खरीद सके्. साथ ही अब इंडस्ट्ी मे् नौकखरयां भी राना शुर् हो गई है्. टेक्सटाइल इंडस्ट्ी करीब 10 करोड् लोगो् को प््त्यक्् या अप््त्यक्् र्प से रोरगार देरी है. साथ ही ये इंडस्ट्ी खकसानो् के उत्पाद रैसे कपास, रूट वगैरह भी खरीदरी है. यानी अगले साल रक कपास उत्पादक खकसान भी इसकी चपेट मे् आ राएगा.
लेखकन क्या यह आर अचानक आई समस्या है? नही न! दरअसल इस इंडस्ट्ी की बदहाली की स्ख्कप्ट सालो पहले खलखी रा चुकी है टेक्सटाइल उद््ोग को भी चीनी सामान बब्ायद कर रहे है्।दरअसल चीन से कच््ा माल बांग्लादेश रारा है और वहां से वस्् के र्प मे् भारर आरा है।चीन सरकार अपने खनय्ायरको् को 17 फीसदी की खनय्ायर छूट देरी है। इससे चीनी वस््ुएं भाररीय वस््ुओ् की रुलना मे् 5-6 फीसदी सस््ी होरी है्. बंगलादेश और भारर मे् समझौरा हो रखा है खक बंगलादेश से आने वाले माल पर रीरो प्ख् रशर डृयटू ी होगी. टेकस ् टाइल इंडस्ट्ी का उत्पादन 2018 मे् खगरकर 37.12 अरब डॉलर रह गया। रबखक वष्य 2014 मे् यह 38.60 अरब डॉलर था. यही नही्, इस दौरान आयार 5.85 अरब डॉलर से बढ्कर 7.31 अरब डॉलर हो गया है. इसका मरलब है खक रो भी उपभोग बढा वह आयार के रखरए पूरा खकया गया .2017 मे् रीएसटी के लागू खकये राने से टेक्सटाइल
इंडस्ट्ी की कमर टूट गई. खबरनेस स्टे्डड्य मे् छपी खबर के मुराखबक कुछेक महीनो् को छोड्कर अक्टूबर 2017 से पखरधान खनय्ायर मे् लगारार खगरावट आई इसका मुख्य कारण कड्ी प््खरस्पध्ाय, कुछ खास खनय्ायर प््ोत्साहन का बंद होना और मंदी को बराया गया। भाररीय कपड्ा उद््ोग पखरसंघ के अध्यक्् संरय रैन ने कहा खक रीएसटी के ख््कयान्वयन के बाद आयार शुल्क मे् काफी खगरावट देखी गई है खरसने सस््े आयार को प््ोत्साखहर खकया है.इस सबसे लागर पर 67 प््खरशर असर पड्ा खरससे कपड्ा खनम्ायराओ् के मुनाफे को सख्र चोट पहुच ं ी.यानी एक ररफ यहाँ के लोकल उद््ोग को टैकस ् लगाकर परेशानी मे् डाला गया वही इसे रबाह करने के खलए इम्पोट्य ड््ूटी भी कम कर दी गयी यह खेल सबका साथ सबका खवकास करने वाली हमारी मोदी सरकार ने खेला है
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अगस्् - 29 अगस्् 2019
फुसफुसा कर रह गईं नीतीश कुमार की पुविस की राइफिें
फ्ज्ल इमाम मल्ललक
पटना . नीरीश कुमार की पुखलस ने खबहार के मुख्यमंत्ी की फरीहर करवा दी. पुखलस खवभाग या कहे् खक गृह खवभाग भी खपछले करीब चौदह साल से उनके पास है. प््देश मे् हाल के कुछ महीनो् मे् अपराध मे् बेरहाशा इराफा हुआ है. यूं मुखय् मंत्ी नीरीश कुमार अपने भाषणो् मे् अक्सर रीन ‘सी’ की चच्ाय कररे हुए कहरे है् खक वे क््ाइम, करप्शन और कम्यनुखलज्म से समझौरा नही् कर सकरे है्. यह बार सुनने मे् रो रर्र अच्छी लगरी है लेखकन सच रो यह है खक रमीन पर नीरीश कुमार का रीन सी नही् उरर पाया है. पुखलस महकमे के डीरीपी खुद भी परेशान है्. कुछ महीने पहले ही कह चुके है् खक खवभाग के लोग उनके खखलाफ साखरश कर रहे है्. उन पर भी हमला हो सकरा है. रीन खदन पहले छपरा मे् मुिभेड् के दौरान शहीद पुखलस के रवानो् ने मुिभेड् पर शक रराया था और घटना की रांच सीबीआई से कराने की मांग कर नीरीश कुमार की पुखलस का सच सामने ला खदया. लेखकन पुखलस का सच रो नीरीश कुमार और उप मुख्यमंत्ी सुशील कुमार मोदी सखहर दूसरे मंख्तयो् के
सामने आया. स्थान था बलुआ बारार. खबहार के पूव्य मुख्यमंत्ी रगन्नाथ खमश्् का पैरृक गांव. अंखरम संस्कार सुपौल के इसी गांव मे् खकया गया. अंखरम संस्कार के दौरान सलामी की खलए पुखलस के बाइस रवानो् ने राइफले् आसमान की ररफ उिाई्. लेखकन उिी सभी राइफलो् से एक भी गोली नही् चली. रारकीय सम्मान एक ररह से रारकीय अपमान मे् बदल गया. इस ररह की घटना पहले कभी घटी हो, कम से कम अपनी याददाश्र मे् रो नही् है. खबहार के मुख्यमंत्ी नीरीश कुमार की मौरूदगी मे् उनके रहर आने वाले पुखलस महकमे का हाल सामने आया रो नीरीश कुमार का चेहरा लाल हो गया. गुस्से से भी और खीर से भी. दरअसल रगन्नाथ खमश्् का अंखरम संसक ् ार बुधवार को उनके पैरक ृ गांव बलुआ सुपौल मे् खकया गया, खरसमे् खबहार के मुख्यमंत्ी नीरीश कुमार और उपमुख्यमंत्ी सुशील मोदी भी मौरूद थे. खमश्् का सोमवार को नई खदल्ली मे् खदल का दौरा पड्ने से खनधन हो गया था. इसके बाद राज्य सरकार ने रीन खदन के रारकीय शोक की घोषणा की थी और उनका अंखरम संस्कार रारकीय
सम्मान के साथ खकया रा रहा था. रारकीय सम्मान के दौरान पुखलस की 22 राइफल्स आसमान की ररफ उिी् रर्र, लेखकन उसमे् से गोली नही् खनकली. यानी 22 की 22 राइफले् फुस्स हो कर रह गई्, उनसे गोली नही् चली. मुख्यमंत्ी के सामने यह सब हुआ. यह घटना शख्मि्दा करने वाली थी. समझा रा सकरा है खक नीरीश कुमार की पुखलस अपराखधयो् से लड्ने के खलए खकरनी रैयार है. राइफलो् के नही् चलने से नीरीश कुमार लाल हुए रो आला अखधकारी अगल-बगल झांकने लगे. मुख्यमंत्ी ने आईरी से इशारे मे् पूछा यह क्या हो रहा है. लेखकन रवाब हो रो खमले. खरले के एसपी ने यह भी अपना पल्ला झाड् खलया. वे यह कह कर खनकल गए खक यह उच््स्रीय मामला है, इसखलए इस पर डीरीपी ही कुछ बरा पाएंगे. खबहार पुखलस यूं रो अपनी कारगुखररायो् की वरह से हमेशा ही सुख्खययो् मे् रहरी है. वरहे् कई है.् कभी चूहे के शराब पीने के रक्फ देने की वरह से रो कभी पुखलसकख्मययो् की
अदालत को बीएचयू का ठे्गा
अनुज श््ीवास््व रायपुर. छत््ीसगढ मे् हुए 2018 खवधानसभा चुनाव के िीक पहले रमन खसंह के नेरृत्व वाली रत्कालीन भारपा सरकार ने मरदूर वग्य को खरझाने के खलए 86 करोड र्पयो् मे् ढाई लाख साइखकले् ख़रीदी थी्. आरटीआई से खमली रानकारी मे् परा चला है खक प््खर साइखकल 264 र्पए अखधक खदए गए है्. यानी साइखकल ख़रीदी मे् 6 करोड 60 लाख र्पयो् का घोटाला हुआ है. छत््ीसगढ प््देश मे् सरकारी ख़रीदी के खलए दो संस्थाएं रय है्. पहली है छत््ीसगढ राज्य औद््ोखगक खवकास खनगम (CSIDC), और दूसरी है के्द् सरकार का रेम पोट्यल (Government e-Market / https//gem.gov.in). खवधानभा चुनाव के िीक पहले अप्ल ्ै 2018 मे् मरदूर वग्य को खरझाने के खलए भारपा सरकार ने घोषणा की, खक वे मरदूरो् को साइखकले् बाटे्गे. ढाई लाख साइखकलो् की ख़रीद के खलए खनखवदा रारी की गई. साइखकलो् की रो गुणवत््ा खनखवदा मे् बराई गई उसकी कीमर
छत््ीसगढ राज्य औद््ोखगक खवकास खनगम (CSIDC) मे् 3045 र्पए थी और केद् ् के रेम पोट्यल मे् इसकी कीमर 3309 र्पए थी. ख़रीदा रा रहा सामान रहां सबसे सस््ा हो खनयमरः वहीँ खनखवदा रारी की रानी चाखहए थी परन्रु ऐसा नही् हुआ और अखधक कीमर होने के बावरूद भी 5 मई 2018 को के्द् के रेम पोट्यल से ढाई लाख साइखकले् 86 करोड र्पयो् मे् ख़रीद ली गई् यानी प््खर साइखकल 264 र्पए का अखरखरक्र भुगरान खकया गया. ऐसे रो 264 र्पए छोटा सा अमाउंट लगरा है पर यखद इसे 2.50 लाख साइखकलो् के खहसाब से देखा राए रो ये रकम 6 करोड 60 लाख र्पए हो रारी है. एक अहम् बार ये भी गौर करने वाली है खक इसी अवखध के दौरान प््देश के खशक््ा खवभाग ने छात््ाओ् को खवरखरर करने के खलए छत््ीसगढ राज्य औद््ोखगक खवकास खनगम (CSIDC) से 3045 (कम कीमर) की दर से साइखकले् ख़रीदी थी्. रो खफर श््म खवभाग ने रानबूझकर अखधक कीमर पर
ख़रीदारी क्यो् की. साइखकल ख़रीद का जिम्मा श््म खवभाग को खदया गया था. श्म् खवभाग ने भण्डार क्य् खनयम का उल्लंघन करके ि््ांड नेम के साथ टे्डर खनकाला. रबखक खनयमरः टे्डर मे् खकसी ि््ांड का उल्लेख नही् खकया रा सकरा, केवल रकनीकी मानको् (गुणवत््ा) का उल्लेख खकया रारा है. ISI से मान्यरा प््ाप्र कोई भी ि््ांड इसमे् शाखमल हो सकरा है. साइखकल ख़रीद घोटाले की खशकायर मुख्यमंत्ी भूपेश बघेल रक पहुंचने के बाद उन्हो्ने के्द् के रेम पोट्यल से ख़रीदी पर रोक लगा दी है. आदेश खदया गया है खक राज्य के खलए की राने वाली सभी शासकीय ख़रीदारी छत््ीसगढ राज्य औद््ोखगक खवकास खनगम (CSIDC) से ही की राएगी. मुख्यमंत्ी काय्ायलय से मीखडया को कहा गया है खक मामले की रांच और दोखषयो् पर कार्वय ाई की राएगी.सबरंग इंखडया
रायपुर. मुख्यमंत्ी भूपेश बघेल ने 15 अगस्् प््देश को प््देश के लोगो् को कई सौगार दी है. खरसके बाद आर से वे दो खदवसीय बस््र (Bastar) दौरे पर चले गए है्. मुख्यमंत्ी ने बस््र रवाना होने से पहले पत्क ् ारो् से बारचीर कररे हुए कहा खक अनुसूखचर राखर का आरक््ण 13 प््खरशर खकया गया है, रो खपछली सरकार 12फीसद दे रही थी. उन्हो्ने कहा खक आरक््ण मे् ये वृख्ि रनसंख्या के आधार खकया गया है. वही् ओबीसी का आरक्ण ् भी उनकी रनसंखय् ा के आधार पर बढ्ाया गया है. प््देश मे् कल मुख्यमंत्ी ने ओबीसी का आरक््ण 14
प््खरशर खकया है. मुख्यमंत्ी ने कहा खक 27 प््खरशर आरक््ण ओबीसी के खलए अन्य राज्यो मे् भी लागू है. राज्य के 50 प््खरशर ओबीसी वग्य के लोगो् को उनका हक खमलना ही चाखहए. बस््र दौरे पर मुख्यमंत्ी ने कहा खक पहले से ही बस््र दौरा प््स्ाखवर था. सरकार ने घोषणा की है खक एनीखमया से पीडिर रो मखहलाएं है्, रो कुपोखषर बच््े है् उन्हे् सुपोषण देना है. 2 अक्टूबर से ये पायलट प््ोरेकट् शुर् खकया राएगा. साथ ही हाट बारार के साथ-साथ सभी आखदवासी अंचलो् मे् इसे लागू करना है. फॉरेस्ट राइट एक्ट को भी गखर देने की बार हुई है.
एक ओर रहां मुख्यमंत्ी भूपेश बघेल ने ओबीसी का आरक््ण बढ्ाकर 14 प््खरशर से 27 प््खरशर करने की घोषणा की, वही् अनुसखू चर राखर का आरक्ण ् भी एक प्ख् रशर बढ्ाकर 12 से 13 प््खरशर कर खदया. मुख्यमंत्ी भूपेश बघेल की ररफ से OBC आरक््ण बढाये राने का साहू समार ने स्वागर खकया है. ओबीसी वग्य के लोगो् को खमलने वाला आरक्ण ् 14 फीसद से बढ्ाकर 27 फीसद करने की घोषणा पर छत््ीसगढ् के बहुसंख्यक खपछड्े वग्य के लोगो् मे खुशी का माहौल है . अखखल भाररीय रैखलक साहू महासभा युवा प््कोष्् के राष््ीय काय्यकारी अध्यक््
भूपेश बघेल नेइतिहास गढ़ा!
गखरखवखध की वरह से रो कभी संसाधनो् के अभाव कारण. डीरीपी के बयानो् ने भी सुख्खययां बटोरी् है् लेखकन यह घटना रो बेहद शम्यनाक है. खबहार की पुखलस की काय्यशैली पर सवाल खड्े कररी है. इसखलए अगर राष््ीय लोक समरा पाट््ी प््मुख उपे्द् कुशवाहा सवाल उिारहे हो् खक आखखर कैसे पुखलस ऐसी गोखलयो् की बदौलर अपराखधयो् का मुकाबला करेगी, रो मौके पर खनकल ही
चंचल
नही् पारी, रो इसमे् गलर भी नही् है. रारद रो पुखलस महकमे मे् घोटाले के गंभीर आरोप लगाए है्. अखधकारी भी चुप है् और सरकार भी. रांच का रटा-रटाया रुमला रर्र उछाला रा रहा है. इस पूरे मामले मे् नीरीश कुमार की चुप्पी और भी खचंरा मे् डालने वाली है. लेखकन सच यह है खक ऐसी राइफलो् से रो अपराखधयो् से रो नही् ही खनपट सकरी है खबहार की पुखलस
कृष्ण को जिओ
रन्माष्म् ी नही कहा , क्यो् खक कृषण ् अरन्मा है , रो रन्म नही लेरा , वह मृतय् ु का वरण कैसे करेगा ? रो मरेगा नही वह रन्म कैसे लेगा . कृषण ् एक अवस्था है , एक सृखरर भाव है वह सुषपु र् ा अवस्था मे चला रारा है. रब व्यवास्था का पाप खशखर रक रा पहुच ं रा है रो कृषण ् प्क ् ट हो रारा है . व्यास चीख चीख कर बोल रहे है् - यदा यदा ही धम्सय य् . कृषण ् शरीर नही है , शरीर उसके खलए एक आवरण है अलग अलग र्पो् का , आकारो् का , रंगो् का चांद की ररह घटरा बढरा रहरा है . आर उसी कृषण ् का महोत्सव है . प्थ् म सग्य . भादो् की काली रार मे् देवकी कारागार मे् एक पुत् पारी है् . रनमन मे् यह बार घर कर गयी है खक पापी कंस की कूर् रा की समास्पर देवकी नंदन ही करेगा . कंस चाहरा रो देवकी और वासुदवे को मार कर अकण्टक हो सकरा था लेखकन मखर और मद दोनो खमल कर अपनी अलग की सत््ा बना लेरे है् . पखरस्सथखरयां अपना खेल शुर् कर देरी है् . रेल का दरवारा खुला रह रारा है , पहरा नीद मे् है कृषण ् वासुदवे की गोद मे है . कृषण ् को रमुनापार सुरख््कर पहुचाना है . देवकी की गोद से उिा कृषण ् यसोदा की बाहो् मे् रा रहा है . यमुना उफान पर है . काली रार , आसमान पर काले घने बादल , अटपटी अनरान डगर , सामने यमुना का शोर , वासुदवे के साथ चलरा है रुगनुओ् का रत्था , डगर खदखारे , चमकरे उछलरे रुगनुओ् ने एक दूसरे के कान मे् कहा - वासुदवे से कभी कृषण ् पूछगे ा - डगर कैसे पर खकया था रार ? रब हम याद आएंगे . कृषण ् ने कहा होगा भादो् की हर रार रुमह् ारी होगी रुगनू . वासुदवे लडखडाये थे ,आगे खांई थी , बदरी हंसी थी खबरली की चमक ने रुगओ ु ् से कहा दम्भ नही हम भी धन्य हो्गे कृषण ् यात््ा के सहभागी बन
कर . बदरी को घेर कर बादर भाउक हो उिा था आंखो् से रल टपका कृषण ् के माथे पर रा खगरा. रडकी थी खबरली वासुदवे रमुना मे् खडे है् . भादो की काली रार कल की कथा खलख रही है कृषण ् गोबध्नय उिाकर इंद् के घमण्ड को रोडेगा बादलो् को मुकर् करेगा इन्दक ् े राल से और खुद मुकर् होगा माथे पर खगरे रलकण के प्यार और उल्लास से . लेखकन अभी यमुना भी रो है् . वासुदवे ज्यो् ज्यो् कृषण ् को ऊपर उिा रहे है् ,त्यो् त्यो् यमुना भी बढ रही है् - है कृषण ् ! ऐसे कैसे पर हो्गे , पैर रो छूने दो , कल रब काखलया नाग से खवषाक्र होकर हम हेहोकर दूखषर व्यखथर होउंगी रो हमे रुम ही रो शुि् करोगे , इस कर्य को चुकाने आओगे देवकी नंदन ! और रोर के उद्ग्े ने यमुना को ऐसा ज्वार खदया खक वासुदवे रब रक कृषण ् को ऊपर उिारे कृषण ् का पैर रमुनारल से भीग ही गया . रब यमुना को कल पडा और वासुदवे यमुना पार होकर गोकुल पहुच ं ही गए . यह कृषण ् का प्थ ् म सग्य है . कथा है . द््ापर से टहल रही है . हर भादो् की सप्रमी कृषण ् रन्माष्म् ी बन कर आ खडी होरी है . कृषण ् हर पाप काल मे आरा है बस आपको सचेर होकर कृषण ् बनना होरा है . हमारी खदक्र् है हम कृषण ् का इंररार कररे है् , कमबख्र कृषण ् रो कब से रुममे है् सुषपु र् ा री उसे रागृर करो . ईश्र् ईश्र् भरे से , हरे हरे करने से पाप को और पुखर् ा कररे हो . ईश्र् रुम स्वयं हो . हमारी न मानो रो रुलसीदास से पूछ लो - ईश्र् अंश ,रीव अखवनासी . रुम ईश्र् के अंश हो यानी स्वयं ईश्र् हो . और रो और दुखनया का सबसे सटीक व्याख्यारा कबीर से सुन लो - कस्र्ू ी कुडं ल बसे , मृग ढूढं े वन माखह . उिो . पाप के खखलाफ उिो . कृषण ् महोत्सव शुभ हो . कृषण ् को दजओ .
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शीिल पी तसंह
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िह तो कंंोनी कैवपटि की जंग है
री हुज्ूर माई लॉड्य,आप कह रहे है् रो सही ही कह रहे हो्गे.खसवाय साम्यवादी दलो् के नेराओ् के (उनमे् कुछ अपवाद हो सकरे है् )और कुछ आदश्यवादी दख््कणपंखथयो् के सभी रारनैखरक लोग क््मरा / योग्यरा भर पैसा बनारे है् .स्वाधीनरा आंदोलन की आग मे् रपे नेराओ् की पीढ्ी के बाद वाले नेरा ज््यादा भौखरकवादी खनकले .1992 मे् रब देश ने आख्थयक नीखरयो् मे् पूरी ररह से उलटफेर खकया और ढेर सारा पैसा अथ्वय य् वस्था मे् नई व्यवस्था क्ायम करने के खलये आया रो लूट का आकार बहुर बड्ा हो गया . बड्े मामलो् मे् खरश््रे् करोड्ो् मे् पहुँच गई् . पैसा आया रो मर मामले बढ्े ,बड्े वकील करोड्ो् मे् रा पहुँचे . बड्े नेरा अरबो् मे् पहुँच गये और बड्े रारनैखरक संगिन खरबो् रक रा पहुँचे .खचदंबरम इसी दौर के उत्पाद है् . रखमलनाडु से है् गैर ि््ाह्मण समार से है् अमरीका मे् पढ्े है् और वकील बहुर बड्े है् . बेटा और बीबी भी वकील है् . 1992 के बाद एक फ़्कफ् और आया खक देश
संजय कुमार तसंह
विचार
23 अगस्् - 29 अगस्् 2019
के सारे बड्े वकीलो् को देश के दो रारनैखरक समूहो् ने आपस मे् बॉट खलया . सुप्ीम कोट्य और हाई कोट्य पर क्ब्ज्ा एक बड्ा मोच्ाय बन गया .रीसरे मोच््े वालो् ने दूसरी रीसरी श््ेणी वालो् से काम चलाया रो सुप्ीम कोट्य रक पहुँचने पर इन्ही् बड्ो् के रूखनयर बन राया कररे थे . इसी दौरान हमारी सेि प््णाली मे् भी भारी बदलाव हुआ . कलकत््ा का उद््ोग बैपार बंबई मे् खशफ्ट् हो गया .मारवाड्ी प्भ् तु व् को गुररारी ढोकले ने रड् से खहला खदया और बहुर रल्दी दूसरी पायदान पर िेल खदया . बंबई के पुराने रईस पारसी भी गुरराखरयो् के भीषण आक््ामक व्यापाखरक व्यवहार का सामना न कर सके और नीचे की पायदानो् मे् लुढ्क खलये .रोकड्ा रो बड्ी आसानी से कलकत््ा छोड्कर बंबई (रो अब मुंबई है ) मे् बस गया लेखकन उद््ोग धंधो् को आँध् और रखमलनाडु का खडखसस्पलन्ड मज्दूर समार ज््यादा रास आया . नरीररन वक्फ कल्चर मे् बाहर से आने वाली कंपखनयो् को गुररार महाराष्् की रगह साउथ की हवा बेहरर लगने लगी . हैदराबाद बे्गलूर् और चेन्नई
भी खखल उिे . दख््कण मे् और ख़्ासकर रखमलनाडु मे् अि््ाह्मण व खपछड्ी राखरयाँ रारनीखर खशक््ा कला साखहत्य वकालर आखद मे् बड्ा दखल रखरी है् क्यो्खक ि््ाह्मणवाद वहाँ रारनैखरक र्प से काफ़्ी पहले परास्् हो चुका था . खचदंबरम की क््य को देश मे् लालू यादव अखखलेश मायावरी खनरीश कुमार आरपीआई आखद सारी खपछड्ी दखलर रारनीखर की देशव्यापी परारय / पराभव के बरक्स भी देखा राना चाखहये . डी एम के चुनाव भले ही रीर गया है लेखकन हराने के और भी ररीके् है् रो भखवष्य के गभ्य मे् है् .ि््ाह्मणवादी ढोलखकये खचदंबरम प््संग को अखमर शाह को 2010 मे् खगरफ््रारी के बदले के रौर पर पेश करे्गे . कोई उनकी खकसी आख्थयक डील के खछद््न्वेषण के ज्खरये रकनीकी र्प से खसि्् कर देगा खक मूल वरह उसकी इक्सक्लूखसव स्टोरी मे् है .सुप्ीम कोट्य समेर सत््ा के वर्यमान खशखर पर अब सवण्य प््भुसत््ा को इक््ा दुक्ा चुनौरी भी नही् बची है . यह भी एक दर्य खकये राने लायक् पखरदृश्य है . मुसलमान
देशद््ोही क्रार है् आखदवासी रंगलो् मे् ही रोक खदये गये है् दखलर रीसरी चौथी पायदान पर है् क्यो्खक बरौर मोदी सरकार वे टाप अफसरी के खलये ओवर एर है् और खपछड्े युि् हार चुके है् . सलमान ख़्ुश्ीद को अपवाद मान लीखरये रो अस्सी फ़्ीसदी लोगो् मे् से सुप्ीम कोट्य की पहली पायदान पर प््खरखनखधत्व करने वाले इकलौरे बड्े वकील खचदम्बरम इस समय “भगोड्ा”है् . खरनकी ज्मानर पर लगी रोक का बैखरयर चंडीगढ् मूल के मी लाड्य सुनील ग्ौर साहेब ने िीक उस खदन हटाया खरसके अगले खदन वे खरटायर हो रहे है् . उन्हो्ने खसफ्फ बैखरयर नही् हटाया बस्लक आदेश मे् रो रो खलखा है उसके बाद खचदंबरम को भले ऊपर कुछ खरलीफ़् खमल राये कोई और होरा रो रेल मे् ही सड् के मर रारा . लगभग वैसा ही रैसा लालू की एक अपील पर सुप्ीम कोट्य ने ट्ज ्े र् ी के हर खरले के हर मामले को अलग अलग सुनने का आदेश देकर खकया . दूसरी ररफ़् आर के सुप्ीम कोट्य मे् अखनल अंबानी के बारे मे् कोट्य मे् आड्रय होरा है खक वे अगली पेशी पर हाख्जर हो्गे पर
आड्यर टाइप होरा है खक हाखररी की दरकार नही् और चीफ़् रस्सटस भरी कोट्य मे् माथा पीट लेरे है् खक हो क्या रहा है ? अडानी का मुंबई मे् खबरली खवररण के खहस्से पर क्ब्ज्े का टाटा से चल रहा मुकद् मा अज््ार रखरस्ट्ी मैनेरमे्ट से एक ख़्ास रर के यहाँ वेकेशन मे् लगकर मनवांखछर आड्यर ले लेरा है (सीखनयर एडवोकेट दुष्यंर दवे का CJI को पत््). एक और मुँहफट सीखनयर वकील साहेब का कहना है खक सुप्ीम कोट्य अब खसफ्फ बड्ो् के और बड्े मामले ही सुनरा है हाँ कभी कभी खकसी खकसी मामले मे् मीखडया मे् यह आ रारा है खक वह गरीबनवार है और र्ल ऑफ़् ला का कसटोखडयन है . दरअसल क््ोनी कैखपटल की रंग अब रक्ररंखरर होने वाली है बाक्ी सब मोहरेबारी है . टेलीकाम ,पेट्ोखलयम ,खमनरल ,पानी , खबरली और सख्वयसेज् पर मोनोपली खड्ी करने की रंग चरम पर है . खशक््ा संस्कृखर और सरकार के ढांचे पर ि््ाह्मणवाद एब्सोल्यूट क्ब्ज्ा कर खदखाएगा .ऐसे मे् सब मारे राएँगे ख््तवेदी के खसवा .
सार्वजनिक उपक््मो् का भनरष्य क्या है
नई दिल्ली . 16वी् लोक सभा की 2017-18 की संसदीय रक््ा सखमखर ने भारर मे् ही अखभकस्लपर, खवकखसर व खनख्मयर की अवधारणा पर रोर खदया. सखमखर ने रक््ा अनुसंधान एवं खवकास संस्थान, आड्यने्स कारखाने व रक््ा खवभाग से सम्बि्् साव्र य खनक उपक्म् ो् मे् खनख्मरय एवं खवकखसर उपकरणो् मे् आयार के अंश पर खचंरा प्क ् ट की खरसकी वरह से सेना के उपकरणो् के खलए हमे् खवदेशी कम्पखनयो् पर खनभ्रय रहना पड्रा है. 2013-14 मे् आड्नय स े् कारखानो् का आयार अंश 15.15 प्ख् रशर था रो 2016-17 मे् घट कर 11.79 प्ख् रशर पर आ गया. रक््ा खवभाग के अन्य बड्े साव्यरखनक उपक््मो् रैसे खहन्दुस्ान एरोनाॅखटक्स खलखमटेड, भारर इलेकट् ्ाखॅ नक्स खलखमटेड व भारर डायनाखमक्स खलखमटेड की रुलना मे् आड्नय स े् कारखानो् का आयार अंश कम है रो दश्ारय ा है खक उसने प््यासपूव्यक उपकरणो् के खनम्ायण मे् लगने वाले पुर्ो् को खुद खवकखसर खकया है और यह स्सथखर बरकरार रखी है. आड्नय स े् कारखाने खवखभन्न खकस्म के टैक ् , लड्ाकू वाहन, बंदक ू ,े् राॅकटे लांचर, आखद चीरो् का उत्पादन कररे है.् पाखकस््ान के साथ 1947, 1965, 1971 व 1999 के युि्ो् मे् रथा चीन के साथ 1962 के युि् मे् आड्नय स े् कारखानो् ने भाररीय सेना के खलए अच्छी सहयोगी भूखमका खनभाई. रक््ा मंत्ालय की सभी ईकाइयो् मे् आड्नय स े् कारखानो् का बरट 2019-20 मे् कुल र्. 2,01,901.76 करोड् मे् से खसफ्फ र्. 50.58 करोड् था क्यो्खक आड्यने्स कारखाने अपने खच्य का बड्ा खहस्सा सामान बना कर उसे थल सेना, नौ सेना व वायु सेना को बेच कर पूरा कर लेरे है.् ये आड्नय स े् कारखानो् की काय्क य श ु लरा का अच्छा प्म् ाण है. भूरपूवय् सेनाध्यक्् रनरल वी.पी. मखलक इस बार के खलए आड्यने्स
कारखानो् की रारीफ कर चुके है् खक कारखगल युि् मे् उन्हो्ने अपनी क््मरा से दोगुणा उत्पादन कर रर्री हखथयार व उपकरण उपलब्ध कराए रबखक खनरी कम्पखनयो् से रो सामान मांगा गया था उसकी समय से आपूखर् य नही् हुई. नीखर आयोग के उपाध्यक्् रारीव कुमार के मुराखबक दूसरी नरेन्द् मोदी की सरकार मे् एक सौ खदनो् का रेरी से आख्थक य सुधारो् का काय्यक्म खलया गया है खरसके रहर साव्र य खनक उपक्म् ो् का खवखनवेश खकया राएगा व खरन खवभागो् को अभी रक नही् छुआ गया है रैसे आड्यने्स कााखाने को कम्पनी के र्प मे् रब्दील खकया राएगा. वे इस बार को छुपारे नही् खक खवदेशी कम्पखनयां इस बार से बहुर खुश हो्गी खक सरकार के पास रो अखरखरक्र रमीने् है् उन्हे् वे खरीद सकरी है् क्यो्खक इनमे् उन्हे् खकसानो् के खवरोध का सामना नही् करना पड्गे ा. आड्नय स े् कारखानो् के पास ही खसफ्फ 60,000 एकड् रमीन है. इसी अवखध मे् 40 से ऊपर साव्र य खनक उपक्म् ो् का खनरीकरण हो राएगा अथवा वे बंद हो राएंग.े खवदेशी पूर ं ी खनवेश हेरु सीमा हटा ली राएगी राखक एअर इस्णडया रैसे ईकाइयो् को बेचा रा सके खरसे खपछली सरकार के दौरान रमाम कोखशशो् के बावरूद बेचा न रा सका. आड्नय स े् कारखाने अपनी क्म् रा से कम पर काम कररे है् राखक युि् के समय रर्रर पड्ने पर उत्पादन रीन गुणा बढ्ाया रा सके. खकंरु कोई खनरी कम्पनी यह नही् कर पाएगी. बस्लक ऐसे बारार मे् रहां खरीदार खसफ्फ सरकार है, सरकार को इन्हे् चलाने के खलए इनसे् अनावश्यक सामान बनवाने पड्गे् ,े या इन कम्पखनयो् को खरंदा रखने के खलए सीधे पैसा देना पड्गे ा अथवा एक कृख्तम युि् की स्सथखर का खनम्ाण य करना पड्गे ा, रो रीनो् ही स्सथखरयां देश खहर मे् नही् है.्
, काॅमप् ट््ोलर व आॅखडटर रनरल की कारखगल युि् की आख्या बरारी है खक र्. 2,150 करोड् का सामान रो देशी-खवदेशी कम्पखनयो् से मंगाया गया था, रुलाई 1999 मे् युि् खत्म होने के बाद आया, बस्लक इसमे् से र्. 1,762.21 का सामान रो युि् खत्म होने के छह माह बाद आया. आपारकाल रैसी स्सथखर मे् खनयमो् को खशखथल करने से सरकार को र्. 44.21 करोड् का नुकसान हुआ, र्. 260.55 करोड् का सामान गुणवत््ा के मानको् को पूरा नही् कर रहा था, र्. 91.86 करोड् का गोली-बार्द पुराना हो चुका था, र्. 107.97 करोड् की खरीद अनुमखर से ऊपर हुई थी और र्. 342.47 करोड् का गोली-बार्द रो आयार खकया गया था वह आड्नय स े् कारखानो् के भण्डार मे् था. इससे खनरी कम्पखनयो् के बारे मे् गुणवत््ा व काय्क य श ु लरा को लेकर रो छखव बनी हुई है उसकी पोल खुलरी है. उपय्कयु र् से यह भी संकरे खमलरा है खक खनरीकरण से भ््ष्ाचार की नई सम्भावनाएं खुल रारी हं.ै केनद् ्ीय अन्वषे ण ब्यरू ो ने इंगल ् णै ड् की कम्पनी रोल्स-रायस के खखलाफ खहन्दस ु ्ान एरोनाॅखटक्स खलखमटेड से सौ सौदो् मे् खनदेशक अशोक पटनी के माध्यम से खसंगापुर की आशमोर कम्पनी, रो वाखणस्जयक सलाहकार खनयुक्र की गई थी, को र्. 18.87 करोड् घूस देने का मुकदमा दर्य खकया है रबखक रोल्स-रायस व खहन्दस ु ्ान एरोनाॅखटक्स खलखमटेड के बीच ईमानदारी से व्यापार करने का एक करार हुआ था. सरकार के खनवेश एवं लोक पखरसम्पख््त प््बंधन खवभाग, खरसका नाम भ्ख् मर करने वाला है, का काम है साव्र य खनक पखरसम्पख््तयां बेचना. रब पखरसम्पख््तयां खबक ही राएंगी रो प्ब् ध ं न खकस चीर का होगा? खकसान से रो रमीन बहुर पहले खकसी साव्यरखनक उद््ेश्य के खलए ली गई थी, कई
बार खबना कोई मुआवरा खदए खसवाए खेर मे् खड्ी फसल का, वह अब खवखनवेश के नाम पर खनरी कम्पखनयो् को कौख्डयो् के दाम बेची राएगी. इस वष्य के शुर् मे् खहन्दुस्ान एरोनाॅखटक्स खलखमटेड से सरकार ने कुल र्. 2,423 के दो भुगरान कराए खरससे अपने इखरहास मे् पहली दफा इस उपक्म् को अपने कम्च य ाखरयो् को वेरन देने के खलए कर्य लेना पड्ा. रीवन बीमा खनगम, खरसके पास भारर मे् रीवन बीमा का दो खरहाई खहस्सा है और खरसे अब साव्र य खनक कम्पनी बनाया रा रहा है, को 2014-18 के दौरान केनद् ् सरकार द््ारा अपना खवखनवेश का लक्य् पूरा करने के खलए र्. 48,000 करोड् खच्य करने के खलए मरबूर खकया गया. 2018-19 मे् अपने लक््य र्. 80,000 के सापेक् सरकार ने र्. 84,972.16 करोड् एकत्् खकया. 2018-19 मे् सरकार द््ारा र्. 90,000 का खवखनवेश लक्य् रय खकया गया है. रीवन बीमा खनगम को सरकार द््ारा घाटे मे् चल रहे समूचे बैक ् इण्डस्ख्टयल डेवलेपमेणट् बैक ् आॅफ इस्णडया को खरीदने के खलए मरबूर खकया गया खरसके पास 28 प्ख् रशर ऐसा ऋण था रो माफ खकया रा चुका था. अरः स्पष्् है खक रब सरकार को कोई खवदेशी पूर ं ी खनवेश आरा खदखाई नही् पड्रा रो वह सरकारी कम्पखनयो् को ही खवखभन्न उपक््मो् मे् खनवेश करने के खलए कहरी है. नरेनद् ् मोदी ने एक से ज्यादा बार यह कहा है खक वे एक गुररारी होने के नारे पैसे का प्ब् धं न कैसे करना है उसे बखूबी रानरे है.् रब वे गुररार के मुखय् मंत्ी थे रो सरकारी बैक ् से र्. 20,000 करोड् ऋण लेकर गुररार राज्य पेट्ोखलयम काप््ोरेशन नामक कम्पनी का गिन हुआ. रब वे प्घ् ान मंत्ी बने रो इस कम्पनी का ऋण भुगरान करने के खलए उसे आयल एण्ड नैचुरल गैस कमीशन से र्. 8,000 करोड् मे् क्य् करवाया और अब ऋण
भुगरान की खरम्मदे ारी ओ.एन.री.सी. की हो गई. सरकार एक ऐसी स्वायत्् कम्पनी बनाने की सोच रही है खरसके अंरग्रय सभी साव्यरखनक उपक््म आ राएंगे और पखरसम्पख््तयां बेचने के मामले मे् वह नौकरशाही के प्ख् र रवाबदेह नही् रहेगी. रब सरकार पूरी खनल्ज य र् ा से लोक पखरसम्पख््तयां बेचने के खलए स्वरंत् हो राएगी.
भूपेश बघेल ने इतिहास गढ़ा!
पेज 5 का बाकी संदीप साहूनेमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ) द्वारा पिछड़े वर्ग को मिलनेवालेआरक्षण 14फीसद सेबढ़ाकर 27 फीसद करनेपर सीएम भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया है. उन्होंनेकहा हैकि जब सेछत्तीसगढ़ मे कांग्रेस की सरकार आयी है मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जी सभी वर्गो केहित का ख्याल रखते हुए जनहित में लगातार फैसला लेरही है. छत्तीसगढ़ में आधी सेअधिक आबादी पिछड़ा वर्ग की है. साहूनेयह भी कहा कि यह आरक्षण यहांकेपिछड़े वर्ग केलोगोंकेलिए मील का पत्थर साबित होनेवाला है. रूरल प्रेस डाट इन
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23 अगस्् - 29 अगस्् 2019
मीविया /विनेमा
विदंबरम के नाम पर जो खबरें वपछड़ गईं
संजय कुमार दसंह यह आरोप बहुर आम है खक पी खचदंबरम की खगरफ्रारी – दूसरे मामलो् से ध्यान हटाने के खलए की गई है. गुरव् ार को सभी अखभारो् मे् खचदंबरम की खगरफ्रारी की खबर प्म् ख ु रा से रही. आइए, देखे् इस चक्र् मे् खकस अखबार मे् कौन सी प्म् ख ु खबर है रो खचदंबरम की खबर नही् होरी रो पहले पन्ने पर हो सकरी थी. दैखनक भास्कर मे् देश खवदेश पन्ने पर एक खबर है, कश्मीर मे् 370 हटने के बाद पहली मुिभेड,् आरंकी ढेर; एक एसपीओ शहीद, एक घायल. मेरे ख्याल से यह पहले पन्ने की खबर है और नवोदय टाइम्स मे् पहले पन्ने पर चार कॉलम मे् है. नवोदय टाइम्स ने खचदंबरम की खगरफ्रारी की खबर को लीड बनाया है और पहले पन्ने पर एक खबर अंदर होने की सूचना है. शीष्क य है, मंदी की चेरावनी को मूखय्
ही नररअंदार कर सकरे है.् मेरे ख्याल से खचदंबरम की खगरफ्रारी की खबर नही् होरी रो एरेस ् ी की यह खबर नवोदय टाइम्स मे् पहले पन्ने पर हो सकरी थी. असल मे् नवोदय टाइम्स ने इसी खवषय पर योगेनद् ् यादव का एक लेख, आख्थक य मंदी से मुहं चुरा रही सरकार छापा है. और दोनो् चीरे् पास-पास हो गई है.् रघुराम रारन की यह खबर एरेस ् ी ने ट्वीटर से लेकर चलाई है और गंभीर है पर इसे वैसी प्म् ख ु रा नही् खमली है, रैसा शीष्क य है. नवभारर टाइम्स मे् पहले पन्ने पर आधा खवज््ापन है. उससे पहले के दो अधपन्नो् पर कश्मीर की खबरे् रो है् पर एसपीओ के शहीद होने की खबर फोटो के साथ ग्यारह लाइनो् मे् खनपटा दी गई है.् नवभारर टाइम्स मे् एक खबर है, योगी ने बढ्ाई टीम, नही् खमली रारनाथ के बेटे को रगह. फ्लगै शीष्क य है, यूपी मे् 23 मंख्तयो् ने ली शपथ, 18 नए चेहरे. मेरा मानना है खक खचदंबरम की खगरफ्रारी की खबर नही् होरी रो नभाटा की यह खबर
पहले पन्ने पर हो सकरी थी. खहन्दस ु ्ान मे् आख्थक य मंदी या कश्मीर मे् एसपीओ के शहीद होने की खबर पहले पन्ने पर नही् है लेखकन उत्र् काशी मे् आपदा प्भ् ाखवर क्त्े ्ो् मे् राहर काय््ो् मे् रुटे एक हेलीकॉप्टर के दुघटय् नाग्स ् ् होने और इसमे् खदल्ली खनवासी पायलट रारीव लाल समेर रीन लोगो् की मौर की खबर है रो खदल्ली के दूसरे अखबारो् मे् भी पहले पन्ने पर होनी चाखहए थी. अमर उराला मे् कश्मीर की खबर रो है पर आख्थक य मंदी वाली खबर नही् है लेखकन हेलीकॉप्टर हादसे की खबर है. पहले पन्ने पर खवज््ापन न होने से यहां एक खदलचस्प खबर पहले पन्ने पर है रो दूसरे अखबारो् मे् इरनी प्म् ख ु रा से नही् है. खबर का शीष्क य है, भगवान नाबाखलग, उनकी संपख््त छीनी नही् रा सकरी : राम लला. आप समझ गए हो्गे खक यह राम लला और अयोध्या मे् खववादास्पद रमीन से संबखं धर खबर है और इसके मुराखबक, राम लला की ओर से वकील सीएस वैदन् ाथन ने यह बार कही है. दैखनक रागरण मे् भी पहले
पन्ने पर कोई खवज््ापन नही् है लेखकन मंदी या कश्मीर मे् एसपीओ के मारे राने की खबर पहले पन्ने पर नही् है. ना ही हेलीकॉप्टर दुघटय् ना की. उत्र् प्द् श े मंख्तमंडल खवस््ार की खबर अंदर है इसकी सूचना पहले पेर पर रर्र है. मेरा अनुमान है खक खचदंबरम की खगरफ्रारी की खबर नही् होरी रो रागरण मे् उत्र् प्द् श े मंख्तमंडल खवस््ार की खबर पहले पन्ने पर होरी. दैखनक रागरण मे् पहले पन्ने पर एक खबर है रो दूसरे अखबारो् मे् पहले पन्ने पर नही् खदखी. यह भी पहले पन्ने पर हो सकरी थी. रागरण की इस खबर का शीष्क य है, डॉ. (रगन्नाथ) खमश्् के गाड्य ऑफ ऑनर मे् धोखा दे गई् पुखलस की राइफले.् खबर के मुराखबक, खबहार के पूवय् मुखय् मंत्ी डॉ. रगन्नाथ खमश्् का बुधवार को सुपौल के बलुआ बारार गांव मे् रारकीय सम्मान के साथ अंखरम संसक ् ार खकया गया. इस दौरान खबहार पुखलस को शख्मदय गी का सामना करना पड्ा क्यो्खक डॉ. खमश्् को गाड्य ऑफ ऑनर देने
के खलए 22 पुखलस वालो् मे् से एक की भी राइफल से गोली नही् चली. खास बार यह रही खक खबहार पुखलस की यह बेइज्र् ी मुखय् मंत्ी नीरीश कुमार के सामने हुई. यह खवडंबना ही है खक आर ही के अखबारो् मे् भ्ष ् ्ाचार के खखलाफ पूवय् खवत्् और गृह मंत्ी की खगरफ्रारी की खबर को प्म् ख ु रा से छापा गया है. रारस्थान पख््तका मे् पहले पन्ने पर कश्मीर मे् मुिभेड् की खबर रो है लेखकन आख्थक य मंदी वाली खबर नही् है. यहां एक और खबर पहले पन्ने पर है रो मुझे दूसरे खकसी अखबार मे् पहले पन्ने पर नही् खदखी. इस खबर के मुराखबक केद् ्ीय रल शस्कर मंत्ी गरेनद् ् खसंह शेखावर ने कहा है खक पाखकस््ान राने वाला पानी रोकने की रैयारी है. केद् ्ीय मंत्ी पुणे के सेट् ल ् वाटर ऐकेडमी के एक काय्क य म् मे् बोल रहे थे. उन्हो्ने कहा खक अभी रलाशय भरे है् खफर भी पाक राने वाला पानी हम रावी नदी मे् मोड् सकरे है् खरसका इस्म्े ाल बाद मे् हो सकरा है.
अब िही् महकेगी रजिीगंधा
वीर दवनोि छाबड़ा आजादी के रश्न मे् डूबे खसने प्ख्े मयो् ने शायद ये उम्मीद कभी नही् की होगी खक 1974 की खहट मूवी ररनीगंधा की चख्चरय नाखयका खवद््ा खसन्हा की मौर की खबर खमलेगी. हालांखक पांच खदन पहले टाइम्स ऑफ़ इंखडया ने खबर दी थी खक खवद््ा वेट् ीलेटर पर है. मगर बाद मे् परा चला था खक वो खरकवर हो रही है.् खवद््ा खसन्हा की खसनेमा मे् एंट्ी खकसी हैरानी से कम नही् था. वो शादी-शुदा थी्. उनकी उम्् भी 27 साल थी, रबखक उस दौर मे् 21-22 साल मे् नाखयका एंट्ी लेरी थी और कई रो 27-28 रक पहुच ं रे-पहुच ं रे शादी करके घर बसाने की सोचने लगरी थी्. लघु बरट की कला फ़िल्मे् बनाने वाले बसु चैटर््ी ने रब उन्हे् ररनीगंधा मे् कास्ट खकया रो वो डरी हुई् थी्, क्या वो उस खकरदार के साथ न्याय कर पाएंगी रो इस उधेडबुन मे् है खक उसे वास्व् मे् अमोल पालेकर से प्यार है या खदनेश िाकुर से. हालांखक खसनेमा उनके ब्लड मे् था. उनके नाना मोहन खसन्हा रीस और चालीस के सालो् मे् मशहूर प््ोड्स ्ू र-डायरेकट् र हुआ कररे थे और बॉलीवुड का खवशाल मोहन स्टखू डयो भी उन्हो्ने स्थाखपर खकया था. खवद््ा सनसनी रब बनी् रब 'ररनीगंधा' को खूब पसंद खकया गया. लेखकन ये उनकी पहली खफल्म नही् थी. इससे पहले वो 'रारा काका' मे् खकरण कुमार की नाखयका रह चुकी थी्. मगर न खफल्म चली और न खवद््ा को खकसी ने राना. बहरहाल, ररनीगंधा ने उन्हे् रारो् रार टॉप पर पहुच ं ा खदया और ये बडी घटना थी क्यो्खक इससे पहले लघु बरट की कला खफल्म की खकसी
नाखयका ने यो् आसमान नही् छुआ था. कई स् था खप र नाखयकाएं खहल गयी्. खवद््ा की अगली खफल्म छोटी सी बार (1976) भी बसु चैटर््ी ने डायरेकट् की और जबरदस्् खहट रही. इसमे् शम््ीला और खझझकू खकस्म का अमोल पालेकर खवद््ा खसन्हा को प्भ् ाखवर करने के ररह-ररह के ररन कररा है, खरन्हे् असरानी फेल कर देरा है. रब अशोक कुमार उसमे् कॉस्नफडेस ् भररे है.् वस्र्ु ः ये एक बेहररीन कॉमेडी खफल्म थी. हंसरी हुई खवद््ा ने कईयो् के खदल रीरे. बीआर चोपडा ने उन्हे् 'कम्'य मे् रारेश खन्ना के साथ और अपने दामाद रारखरलक की 'मुसक् र' मे् शखश कपूरसंरीव कुमार के अपोजिट नाखयका खलया. चोपडा की ही सोशल कॉमेडी 'पखर पत्नी और वो' मे् वो एक ऐसे पखर की पत्नी है रो उसकी बीमारी का बहाना बना कर अपनी सेकट्े री के खदल मे् अपने प्ख् र हमदद््ी पैदा कररा है. पोल खुलने के बाद बडे खदल वाली पत्नी खवद््ा पखर को माफ़ कर देरी है. इसके बाद रुमह् ारे खलए, सफ़ेद झूि, मगर्र, मीरा, सबूर, प्यारा दुशम् न, लव स्टोरी, प्लाट नंबर पांच, रोश, खकरायेदार आखद आयी्. लेखकन उन्हे् याद खसफ्फ रीन खफल्मो् के खलए
खकया रारा है, ररनीगंधा, छोटी सी बार और पखर पत्नी और वो. बढरी उम्् के कारण उन्हे् मां के रोल खमलने लगे थे. उन्हे् खसनेमा से खवरस्कर हो गयी. 1986 मे् 'रीवा' उनकी अंखरम खफल्म साखबर हुई खरसमे् उनके छोटे से खकरदार पर खकसी ने ध्यान नही् खदया. बडी हैरानी होरी है खक बावरूद भरपूर टैलटे् के भी बाईस साल के कैरीयर मे् उन्हो्ने खसफ्फ 2425 ही की्. कहरे है् खफल्मवाले बेरहम होरे है,् मगर ये पूणय् सत्य नही् है. यहाँ उगरे सूरर को सलाम खकया रारा है, डूबरे को नही्. फ़िल्मे् खहट होरे रहना जर्री है. खसनेमा को अलखवदा कहने के बाद खवद््ा अपने पखरवार मे् गुम हो गयी्. उनके पखर का नाम था, वेक ् टेशर् म अय्यर रो कभी उनके पडोसी थे. खवद््ा ने उनसे 1968 मे् प्म्े खववाह खकया था. उन्हो्ने एक बेटी को गोद खलया, राह्नवी.
1996 मे् खवद््ा के पखर की आकस्समक मृतय् ु हो गयी. खवद््ा का अब सारा ध्यान बेटी पर हो गया. वो उसके साथ खसड्नी चली गयी्. उन्हे् लोग भूल गए. फ़िल्मी खबरादरी ने भी उन्हे् भुला खदया. ये रो दुखनया की रीर है. महानगरो् की व्यस्् जिंदगी मे् खकसी को खकसी का लेखारोखा रखने की फुरसर ही नही् है, रब रक खक आप स्वयं आगे नही् आएं. रन्हा खवद््ा को एक साथी खमला, डॉ नेरा री भीमराव सालुक ं .े दोनो् ने 2001 मे् शादी कर ली. लेखकन ये खरश्रा ज्यादा नही् चला. खवद््ा ने उस पर शारीखरक और मानखसक यंतण ् ा देने का केस दर्य कराया. खवद््ा को इसमे् खवरय खमली और रलाक भी, साथ मे् दस हजार महीना गुजारा भत््ा भी. इस बीच खवद््ा मुबं ई लौट आयी् थी् और टीवी की दुखनया ज्वाइन कर ली. एकरा कपूर के
सीखरयल 'काव्यांरखल' (2005) को उन्हो्ने प्र ्े टे् खकया और खफर हार-रीर, कबूल है आखद कई सीखरयल खकये. लोग उन्हे् पहचानने लगे थे, अरे ये 'ररनीगंधा' वाली खवद््ा की महक है. मौरूदा मे् वो 'कुलफ ् ी कुमार बारेवाले' मे् दादी मां का खकरदार कर रही थी्. अस्वस्था के कारण वो बीच-बीच मे् गायब खदखरी थी्. उन्हे् फेफडो् मे् संकम्ण ् की खशकायर थी. पांच खदन पहले सांस लेने मे् खदक्र् हुई रो अस्पराल मे् भर््ी होना पडा. संकम् ण हाट्य रक फैल गया. मगर ये नही् मालूम था खक अब वो कभी नही् खदखेग् ी. 15 नवंबर 1947 को रन्मी खवद््ा खसन्हा 15 अगस्् 2019 को रब परलोक खसधारी् रो उनकी आयु 71 साल थी और कलाकार के ये राने की आयु नही् होरी.
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n 23
अगस्् - 29 अगस्् 2019
खेल /व्यापार
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मिमलए सबसे भारी मिलाड़ी रहकीि कॉर्नवॉल से
फजल इमाम मल्ललक
भाररीय टीम वेस्ट इंडीर के दौरे पर है. भारर को टी-20 और वनडे सीरीर के बाद वेस्ट इंडीर के खखलाफ दो टेस्ट मैचो् क सीरीर भी खेलनी है. मेरबान टीम ने भारर के खखलाफ दो टेस्ट की सीरीर के खलए अपनी टीम का एलान खकया रो चच्ाय ख््कस गेल का टीम से बाहर खकए राने को लेकर नही् हुई, बस्लक दुखनया के भारी-भरकम खखलाड्ी को लेकर हुई. खवंडीर ख््ककेट बोड्य के चयनकर्ायओ् ने ख््कस गेल को टेस्ट सीरीर के खलए टीम मे् शाखमल नही् खकया. वैसे ख््कस गेल ने खवदाई टेसट् मैच खेलने की इच्छा राखहर की थी, लेखकन उन्हे् मायूसी हाथ लगी. लेखकन कैखरखबयाई टीम मे् युवा हरफनमौला खखलाड्ी रहकीम कॉन्यवॉल को शाखमल खकया गया है. रहकीम ख््ककेट रगर मे् आकष्यण का के्द् बन गए है्. रहकीम कॉन्यवॉल एंटीगा के 26 साल के युवा ख््ककेटर है् और वे अपने खेल से ज्यादा अपने भारी-भरकम कद-कािी के खलए चच्ाय मे् बने रहरे है.् रहकीम कॉन्वय ॉल की हाइट छह फुट, छह इंच है और वरन 150 खकलोग््ाम है. लेखकन खवंडीर के
डोमेस्सटक ख््ककेट मे् अपनी धाकड् बल्लेबारी के कारण वे अच्छे-खासे लोकख््पय है्. कैखरखबयाई प््ीखमयर लीग मे् कॉन्यवॉल ने अपनी खवस्फोटक बल्लेबारी से गे्दबारो् की धख््जयां उड्ाने मे् कोई कसर नही् छोड्ी थी. रहकीम पहली बार रब सुख्खययो् मे् रब आए थे रब उन्हो्ने 2016 मे् भारर दौरे पर वेस्ट इंडीर ख््ककेट बोड्य एकदश के खलए खेलरे हुए अपने ऑलराउंड प््खरभा का प््दश्यन खकया था. उन्हो्ने गे्दबारी मे् खवराट कोहली, चेरेश्र पुरारा और अखरंक्य रहाणे को पवेखलयन भेरा था. पारी मे् उन्हो्ने पांच खवकेट झटके थे. बल्लेबारी मे् भी उन्हो्ने 41 रन बनाए थे. प््खरभावान होने के बावरूद अपने वरन के कारण रहकीम कॉन्वय ॉल को वेसट् इंडीर की राष््ीय टीम मे् डेबय् ू करने मे् समय लग गया. दो साल पहले, 2017 मे् वेस्ट इंडीर ख््ककेट बोड्य की चयनसखमखर के रत्कालीन चेयरमैन कट्यनी ि््ाउन ने कहा था खक रहकीम कॉन्यवॉल को चुस्-दुर्स् बनाने के खलए उन्हे् एक स्पेशल खफटनेस प््ोग््ाम मे् रखा गया है. फस्ट्य क्लास ख््ककेट मे् अपने प््दश्यन मे् खनरंरररा के कारण
रहकीम कॉन्यवॉल को भारर के खखलाफ दो मैचो् की टेस्ट सीरीर के खलए खवंडीर की टीम मे् चुन खलया गया है. रहकीम ने 2014 मे् फस्ट्य क्लास ख््ककेट मे् लीवाड्य आईलै्ड टीम के खलए डेब्यू खकया
था. उन्हो्ने अब रक 55 फस्ट्य क्लास मैचो् मे् 24.43 की औसर से 2224 रन बनाए है्. रहकीम कॉन्यवॉल ने फस्ट्य क्लास ख््ककेट मे् ऑफ स्सपन गे्दबारी कररे हुए 23.90 की औसर से 260 खवकेट खलए है्.
बांड बाजार का फूटता हुआ बुलबुला!
आकाश प््काश
वैख्शक स््र पर बॉन्ड बारारो् मे् कुछ अटपटा हो रहा है. कुछ आंकड्ो् पर नरर डालरे है.् काफी कुछ अप्त् य् ाखशर घखटर हो रहा है. ऐसा कुछ पहले नही् देखा गया था.करीब 15 अरब डॉलर मूल्य के बॉन्ड इस समय दुखनया भर मे् नकारात्मक प््खरफल दे रहे है्.अमेखरका से बाहर के 43 फीसदी बॉन्ड नकारात्मक प््खरफल दे रहे है् और रम्यनी मे् समूचा सरकारी बॉन्ड प््खरफल वक्् नकारात्मक हो चुका है. यूरोप मे् खवखभन्न रंक बॉन्ड रारीकर्ायओ् को उधार पर रकम लेने के खलए भुगरान खकया रा रहा है.करीब 10 साल पहले वैख्शक अथ्वय य् वस्था को लगभग रबाह कर देने वाला सब-प््ाइम दौर खफर से वापसी कररा हुआ खदख रहा है.करीब 75 फीसदी वाखणस्जयक खरयल एस्टेट ऋण केवल ब्यार है् रो खक वष्य 2006 के बाद का सव््ोच्् स््र है.अमेखरकी कॉप््ोरेट बॉन्ड बारार मे् रंक श्ण ्े ी से िीक ऊपर वाले बीबीबी रेखटंग का आकार इससे पहले कभी भी इरना बड्ा नही् था. अमेखरका मे् 30 साल की पखरपक्वरा वाले बॉन्ड का प््खरफल अब रक के खनचले स््र पर है और इसी समय रापान, रम्नय ी, फ््ास ं और स्सवट्ररलै्ड मे् नकारात्मक बॉन्ड प््खरफल की स्सथखर है. अखधकांश पखरपक्वरा अवखध वाले बॉन्ड मे् प््खरफल वक्् उलटा हो गया है.वष्य 2008 मे् रब वैख्शक खवत््ीय प््णाली परन के कगार पर थी रब री-7 देशो् के सरकारी बॉन्ड का प््खरफल रीन फीसदी रहा था. आर उन्ही् बॉन्ड का प््खरफल एक फीसदी से भी नीचे आ चुका है.ऑस्ख्टया के 100 वष््ीय बॉन्ड की कीमरे् परवलयाकार बढ्ी है्. गर 12
महीनो् मे् बॉन्ड का मूल्य 110 से बढ्कर 185 हुआ है और खपछले दो महीनो् मे् ही यह 150 से बढ्कर 185 हो चुका है. बॉन्ड मूल्य की यह साखरणी देखने मे् खदग्गर रकनीकी कंपखनयो् के सुनहरे खदनो् की ररह लगरी है. खनयर आय बारार मे् कीमरो् के इस ररह काफी बढ्ा-चढ्ाकर रखने की दो संभाखवर व्याख्याएं है्. पहली, खनयर आय बारार वृख्ि एवं मुद्ास्फीखर दोनो् मोच््ो् पर एक बेहद कमरोर पखरदृशय् की ररफ इशारा कर रहा है. प््खरफल वक्् का उलटा होना इस ररफ संकेर देरा है खक एक मंदी आसन्न है और नकारात्मक वास्ख् वक प्ख् रफल बरारे है् खक बारारो् को मुद्ास्फीखर मे् खगरावट रारी रहने की उम्मीद है. बारार बेहद कमरोर आख्थयक वृख्ि और अवस्फीखर का रोखखम बढऩे के पखरदृश्य को आत्मसार कररे नरर आ रहे है्. मौरूदा व्यापार युि् और वैख्शक स््र पर कंपखनयो् के प््खर भरोसा कम होने से हम एक वैख्शक मंदी की ररफ बढ् सकरे है् रो खक असंभव नही् लगरा है. लेखकन उस स्सथखर मे् भी बॉन्ड की कीमरे् बढ्ी हुई नरर आरी है्. इस्कवटी बारारो् मे् बुलबुलो् का होना सामान्य बार है. हम रमाम देशो् मे् समयसमय ऐसा होरे हुए देख चुके है्. इनमे् शायद सबसे बड्ा बुलबुला डॉट-कॉम का था रो माच्य 2000 मे् फूट गया. बॉन्ड बारारो् को कही् अखधक खटकाऊ माना रारा है. खनवेशक एक खटकाऊ एवं सुरख््कर आय के खलए ही बॉन्ड की ररफ र्ख कररे है,् न खक कीमरो् मे् रोरदार उछाल के खलए. आम रौर पर मीखडया भी बॉन्ड बुलबुलो् की पहचान पर अखधक ध्यान नही् देरा है. हालांखक हाल मे् हमे् बॉन्ड खनवेशको् के
बीच बुलबुले रैसा आचरण खदखने लगा है. एक परंपरागर बुलबुले मे् खनवेशको् को इससे कोई मरलब नही् होरा है खक वे रो संपख््त खरीद रहे है् उसका वास््खवक मूल्य क्या है? वे इसे लेकर आश््स् होरे है् खक वे रर्रर पडऩे पर थोड्े समय मे् ही खरीदी गई संपख््त को खकसी और को बेच दे्गे. आर के दौर मे् बड्े बेवकूफ के्द्ीय बै्क माने रारे है् रो पखरसंपख््त खरीद काय्यक्म शुर् होने पर इन पखरसंपख््तयो् को खकसी भी भाव पर खरीद ले्गे. वैकस्लपक रौर पर पे्शन फंड एवं बीमा कंपखनयो् को खनयर आय पखरसंपख््तयां खनयामकीय रर्ररो् के चलरे खकसी भी भाव पर खरीदने के खलए बाध्य खकया रा सकरा है. खनख््िर र्प से, रम्यनी के 15 वष््ीय बॉन्ड को नकारात्मक प््खरफल देने के बावरूद अगर कोई खरीदरा है रो उसका इरादा उसे पखरपक्व होने रक बनाए रखने और पूंरी का रयशुदा नुकसान उिाने का करई नही् होरा है. वे बॉन्ड इसखलए खरीद रहे है् राखक खकसी और खरीदार को ऊंचे भाव पर बेच सके्. बुलबुले-रैसे माहौल मे् खनवेशक मौरूदा आख्थयक हालार को भखवष्य मे् भी आरोखपर करने लगरे है्. हमारे बॉन्ड बारार मे् 30 वष््ो् रक रेरी रही है. बारार मे् रेरी का यह दौर रारकोषीय मरबूरी, उत्पादकरा मे् वृख्ि और भूमंडलीकरण से हाखसल लाभो् का नरीरा था. ब्यार दरो् एवं मुद्ास्फीखर मे् 30 वष््ो् के भीरर लगारार खगरावट रही है. हालांखक इसकी संभावना काफी कम है खक आगे भी यह र्झान कायम रहने वाला है. न रो ब्यार दर और न ही मुद्ास्फीखर मे् आगे और कमी की गुंराइश रह गई है. के्द्ीय बै्क का कहना है खक भखवष्य मे् वे
मुद्ास्फीखर को बढ्रे हुए देखना चाहरे है्. मुद्ास्फीखर के लगारार लक््य से नीचे रहने को ब्यार दरो् मे् आगे और कटौरी के खलए आधार बराया रारा रहा है. इसी ररह सरकारे् रारकोषीय दाखयत्व खनभाने मे् चूकरी रा रही है्. अखधक खच्य करने पर सरकारो् को मर खमल रहे है्. अमेखरका के अलावा ख््िटेन और यूरोपीय संघ मे् भी रारकोषीय संयम के अखधक मुरीद नही् रह गए है्. भूमंडलीकरण की प््ख्कया भी अब अवर्ि् नरर आरी है. एक के बाद एक देश मे् व्यापार एवं आव्र ् न संबध ं ी बाधाएं खड्ी हो रही है्. भारर और चीन मे् उदारीकरण और वैख्शक आपूख्रय श्ंखला का खहस्सा बनने के अवस्फीखरकारी आघार दोहराए राने की संभावना नही् है. दुखनया के खकसी भी अन्य क््ेत् मे् उत्पादो् की कीमरे् वैख्शक स््र पर कम कर पाने की क्म् रा नही् है. इन कारको् के उलट राने से क्या हम वास्व् मे् उम्मीद कर सकरे है् खक बॉन्ड कीमरो् से खमल रहे संकेरो् के खहसाब से मुद्ास्फीखर अब आगे से कम होरी रहेगी? अगर भारर खवदेशी मुद्ा सॉवखरन बॉन्ड रारी करने का फैसला कररा है रो उसके खलए इससे बेहरर समय नही् हो सकरा है. यह बॉन्ड रारीकर्ायओ् का बारार है. आप नाममात्् के प्ख् रफल पर पैसे रुटा सकरे है,् खलहारा इसका फायदा उिाइए. अगर एक बारार या पखरसंपख््त समूह एक बुलबुले रैसे माहौल मे् है् रो खनख््िर र्प से आपको इसका इस््ेमाल अपने लाभ के खलए करना चाखहए. दबजनेस स्टै्डड्ा
उन्हो्ने इस दौरान 17 बार पारी मे् पांच और दो बार मैच मे् दस खवकेट लेने का कारनामा खकया है. भारर के खखलाफ उनके प््दश्यन पर अब खनगाहे् रहेग् ी् लेखकन वे अपने चयन के बाद से ही सुख्खययो् मे् है्.
वेसंटइंडीजं के इन गेंदबाजंों से संभल कर रहना होगा
एंटीगा टेस्ट के पहले खदन भारर ने भले दो सौ से ज्यादा रन बना खलए हो् लेखकन इसके खलए छह खवकेट गंवाने पड्े. लेखकन इससे आपको वेस्टइंडीज् के गे्दबाज्ो् के बारे मे् ज्यादा परा नही् चलरा. वेस्टइंडीज् के रेज् गे्दबाज्ो् की मारक क््मरा का अंदारा रब होरा है रब स्कोर बोड्य पर आप ये देखरे है् खक इन खदनो् रन मशीन बन चुके खवराट कोहली और मौरूदा टेसट् टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज् चेरेश्र पुरारा दहाई अंको् मे् नही् पहुंच पाए है्. पुरारा केमार रोच की रेरी के खशकार बने रो कोहली को शैनन गैख्ियल ने अपना खशकार बनाया है. उम्मीद की रा रही है थी खक इस टेस्ट मे् कप्रान के रौर पर खवराट कोहली अपना 19वां टेस्ट शरक बनाकर खरकी पॉस्नटंग के खरकॉड्य की बराबरी कर ले्गे. दूसरी पारी मे् उनके सामने ये मौका रर्र होगा लेखकन इसके खलए उन्हे् वेस्टइंडीज् के रेज् गे्दबाज्ो् से पार पाना होगा. बीबीसी
खेती /पय्ाािरण 11 एलोवेरा की खेती मुनाफा देगी !
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भािु प््काश राणा
एलोवेरा यानी ग्वारपािा एक ऐसा औषधीय पौधा है खरस का इस््ेमाल अनेक ररह के आयुवख्े दक उत्पादो् मे् होरा है. यह कम लागर मे् की राने वाली और मुनाफा देने वाली फसल है. इस को लगाने से पहले बारार की रानकारी रर्र ले ले् क्यो्खक लीक से हट कर कोई भी खेरी करना आसान रो है, लेखकन उस के खलए बारार ढूढं न् ा कखिन होरा है. लेखकन आर के समय मे् अनेक आयुवख्े दक कंपखनयां ऐसी है् रो खकसानो् से सीधे माल खरीदरी है् या उन से पहले ही िेके पर खेरी की बार कर ली रारी है. एलोवेरा की खेरी खकसी भी ररह की खमट््ी मे् की रा सकरी है. बंरर रमीन मे् भी इसे उगाया रा सकरा है. ऐसी रगह का चुनाव न करे् रहां पानी इकट््ा होरा हो. इस की खेरी मे् खास दवा पड्री है.खास बार यह भी है खक पशु इसे नही् खारे है् इसखलए इस फसल मे् नुकसान होने की संभावना न के बराबर होरी है. इस की एक बार फसल लगाने पर कई साल रक इस से पैदावार ली रा सकरी है.रलवायु -यह भारर के आमरौर पर सभी इलाको् मे् उगाया रा सकरा है. इस को पानी की बहुर कम रर्रर पड्री है. इस को रारस्थान, गुररार, मध्य प्द् श े , महाराष्् और हखरयाणा के शुषक ् इलाको् मे् भी उगाया रा सकरा है. रमीन की रैयारी -20-30 सैट् ीमीटर रक की
पुष्पेन्द् वैद् मध्य प््देश के खसंगरौली मे् एस्सार पॉवर प्लांट से खनकलने वाले रहरीले फ्लाई ऐश का रालाब फूटने के बाद कई गांवो् के लोगो की खरंदगी रबाह हो गई है. बाखरश के पानी के साथ बह कर आई फ्लाई ऐश की वरह से चार गांवो् की फसले् नष्् हो गई है. इरना ही नही् फ्लाई ऐश गांव मे् बने मकानो् मे् घुस राने से घर मे् रखा अनार सखहर अन्य खाद््ान आखद सबकुछ खत्म हो गया. प््शासन ने फसलो् के नुकसान का कुल आकलन महर 50 लाख र्पए खकया है. दूसरी ररफ पीडिर पखरवारो् की खशकायर है खक उन्हे् घर-बार छोडकर पंचायर भवन मे् रहना पड रहा है. यहां उन्हे् बच््ो् का पेट भरने लायक खाना भी नसीब नही् हो रहा है. सबसे बडी पीडा इस बार की है खक आने वाले कई सालो् रक उनके खेर अब फसलो् को उगाने के लायक नही् रहे्गे. ऐसे मे् उनके भखवष्य पर सवाखलया खनशान खडा हो गया है. दरअसल मामला मध्यप््देश के खसंगरौली खरले मे् बसे खैराही और करसुआ सखहर चार गांवो् का है. ये सभी गांव एस्सार पॉवर प्लांट के नरदीक है.् बीरे 7 अगस्् की रार रेर बाखरश के दौरान प्लांट की फ्लाई ऐश राखड से भरा बाँध टूट गया और आसपास के 4 से 5 खकलोमीटर के दायरे मे् पानी के साथ सैलाब की ररह खेरो् और घरो् के भीरर रक सब कुछ रबाह कर गया. प्लांट से खनकली यह राखड सामान्य राख नही् बस्लक ये राख खररनाक केखमकलयुक्र बेहद रहरीली होरी है. इसने खेरो् मे् खडी
23 अगस्् - 29 अगस्् 2019
गहराई वाली 1-2 रुराई काफी है्. इस की खेरी के खलए खेर मे् छोटी छोटी क्याखरयां बना लेनी चाखहए.खाद -पांच छह टन गोबर की खाद प्ख् र एकड् रमीन को रैयार कररे समय अच्छी ररह से खमला देनी चाखहए. अगर राख खमल सके रो राख को बीराई के समय और बाद मे् पौधो् के चारो् ओर खबखेर देना चाखहए.बीराई का समय -इस की बीराई सद््ी के महीनो् को छोड् कर पूरे साल की रा सकरीहै, परंरु अच्छी पैदावार के खलए इस की बीराई रुलाईअगस्् के महीनो् मे् करनी चाखहए.बीराई का ररीका : 3-4 महीनो् के पौधे 4 से 5 पत््ो् वाले रकरीबन 20-25 सैट् ीमीटर लंबाई के 60×60 सैट् ीमीटर की दूरी पर लगाने चाखहए. पौधे के चारो् ररफ रमीन को अच्छी ररह से दबा देना चाखहए खरस से पौधे मरबूरी से रमीन पकड् सके.् एक एकड् रमीन के खलए 5000 से 5500 पौधे काफी है.् खसंचाई- पहली खसंचाई बीराई के रुरंर बाद करनी चाखहए. 2-3 खसंचाई रल्दीरल्दी कर देनी चाखहए राखक पौधो् की रड्े् अच्छी ररह से रम सके्. 4-6 खसंचाइयां हर साल करनी चाखहए.खनराईगुड्ाई - बीराई के एक महीने बाद पहली गुड्ाई करनी चाखहए. बाद मे् 2-3 गुड्ाइयां हर साल करनी चाखहए. खरपरवार खबलकुल नही् होने चाखहए. बीमारी वाले और सूखे पौधो् को खनकाल देना चाखहए. खनराईगुड्ाई के समय पौधो् की रड्ो् पर खमट््ी चढ्ा देनी
चाखहए, खरस से पौधे खगरे् नही्.बीमारी व कीड्े : अभी रक खकसी बीमारी व कीड्ो् का प्क ् ोप इस फसल पर नही् पाया गया है. कभीकभी दीमक लग रारी है या छोटे कीड्े (खमलीबग) आ रारे है्. इस को रोकने के खलए हलकी खसंचाई रर्र करनी चाखहए. रर्रर हो रो
कीटनाशक का इस््ेमाल खकसी खवशेषज्् से सलाह ले कर करे.् कटाई -पौधा लगाने के एक साल बाद फसल काटने लायक हो रारी है. हर 3 माह मे् हर पौधे पर 3-4 छोटी पख््तयां छोड् कर बाकी सभी पख््तयो् को रेर धारदार हंखसए से काट
लेना चाखहए. कटे हुए पत््ो् मे् खफर से नई पख््तयां बननी शुर् हो रारी है्. पत््ो् की पैदावार एक बार लगाने से 5 साल रक फसल हाखसल कर सकरे है. स््ोत -सदरता डाट इन
विंगरौली मे् फ्लाई ऐश िे मची तबाही
अरहर, उडद और धान की फसलो् को चैपट कर खदया. घरो् मे् रखा राशन का सामान रक नष्् हो गया. करसुआ गांव के रहने वाले सुरेन्द् रायसवाल का कहना है खक उसके पास 5 एकड रमीन है. अरहर और उडद लगाया था. राखड ने सब खत्म कर खदया. घर मे् खाने का सामान भी नही् है. वहां रहा भी नही् रा सकरा. वह अपनी दो पस्तनयो् और 6 बच््ो् के साथ एक हफ्रे से पंचायर मे् रह रहा है. यहां दो वक्र का इरना खाना भी नही् खमल रहा खक पेट भरा रा सके. कमोबेश यही हाल गांव के अनुर रायसवाल का भी है. प््शासन ने इलाके के चार गांवो् की 198 एकड रमीन को खराब होना पाया है. करीब साढे चार सौ खकसान है् रो सरकारी रौर पर प््भाखवर है्, लेखकन हकीकर यह है खक यहां करीब 2 हरार लोग है् रो इससे अप््त्यक्् र्प से प््भाखवर हुए है्. पानी के रखरए फ्लाई ऐश ने दूर रक के खेरो् की खमट््ी को खराब कर खदया है. रानकारो् के मुराखबक ये रमीने् बंरर हो गई है् और आने वाले कई सालो् रक अब रमीन की उव्यरक क््मरा बहुर कम या लगभग खत्म हो राएगी. प््शासन ने फसलो् के बदले 50 लाख र्पए की राखश स्वीकृर कर कंपनी को भुगरान करने के खलए कहा गया है लेखकन बडा सवाल यह है खक साढे 4 सौ खकसानो् की फसल का खाखमयारा क्या महर 50 लाख र्पए से भरा रा सकरा है. हालांखक मुख्यमंत्ी कमलनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर प््भाखवरो् को मदद का भरोसा खदलाया है. खमली रानकारी के अनुसार एस्सार कंपनी ने खनयम के मुराखबक फ्लाई
ऐश डेम को पक््ा नही् बनाया था खरससे यह हादसा हुआ. दूसरी ररफ कंपनी के लोगो का कहना है खक ज्यादा बाखरश होने और कंपनी को बदनाम करने के खलए कुछ असामाखरक रत्वो् ने इस घटना को अंराम खदया है. टो्को-रो्को-िो्को क््ांखरकारी मोच्ाय के संयोरक उमेश खरवारी, सामाखरक काय्क य र्ाय प््भार वम्ाय और आयन्य पॉवर प्लांट अखधग््हण खवरोधी आंदोलन के नेरा खशवकुमार का कहना है खक ऐशडेम बनने के दौरान ही इस ररह के हादसे खक आशंका
ररारे हुए ग््ामीण बसाहट से दूर बांध बनाए राने खक मांग को लेकर ग््ामीणो् द््ारा आंदोलन खकया गया था, खकंरु कंपनी प्ब् ध ं न के दबाव मे् खरला प््शासन ने मनमानी कररे हुए लोगो को अनसुना कर खदया था. बराया रा रहा है खक एस्सार कंपनी ने खनयम के मुराखबक फ्लाई ऐश डैम को पक््ा नही् बनाया था खरससे यह हादसा हुआ. दूसरी ररफ कंपनी के लोगो का कहना है खक ज्यादा बाखरश होने और कंपनी को बदनाम करने के खलए कुछ असामाखरक रत्वो् ने इस घटना को अंराम खदया है. घटना को लेकर अंचल
मे् एस्सार प््बंधन के प््खर खासा रोष है और खरला प््शासन को दोषी माना रा रहा है. प््भाखवरो् की मांग है खक उन्हे्-रमीन के बदले रमीन दी राये. फसल नुकसानी की क््खरपूख्रय दी राये. ऐशडेम को बसाहट से दूर कही् और बनाया राये. एस्सार प््बंधन के खवर्ि् उनकी लापरवाही के कारण आपराखधक प्क ् रण कायम खकया राये.स््ोरद टेलीख््पंटर . इंदडया वाटर पोट्ाल
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अंबरीश कुमार
खरर्अनंरपुरम मे् केरल पय्यटन खवभाग का होटल स्टेशन के पास है. यह काफी आरामदेह भी है इसखलए रय खकया गया खक र्के्गे यही् और घूमने के बाद लौट आया करे्गे. वैसे भी रखमलनाडु और केरल के बीच रो बांध खववाद चल रहा था उसके चलरे टैक्सी वाले शाम रक खरर्अनंरपुरम लौट आने की शर्य पर राने को रैयार हो रहे थे. साल का अंखरम हफ्रा था. सैलाखनयो् की भीड् उमड्ी हुई थी. हम खरस होटल चैथरम मे् र्के थे उसके सामने ही टैक्सी स्टै्ड था. स्टेशन भी वहां से बाएं ररफ करीब सौ मीटर की दूरी पर था. िीक बगल मे् एक मीनार रैसे भवन मे् इंखडयन कॉफी हाउस. यह ऐसा कॉफी हाउस था खरसमे् खचकन खबरयानी से लेकर रोगन रोश रक परोसा रारा है. खैर यहां से खरर्अनंरपुरम का मुख्य बारार से लेकर मंखदर रक सभी दस पंद्ह खमनट की दूरी पर है इसखलए िहरने के खलहार से यह रगह िीकिाक है. अंर मे् रय हुआ खक सुबह कन्याकुमारी के खलए चलकर रार रक लौट आया राए. रास््े मे् त््ावनकोर के रारा का बनवाया मशहूर पदमानभापुरम महल और सुखचंद्म का थानुमलायन मंखदर देखा राए. खदसंबर का अंखरम हफ्रा होने बावरूद गरमी इरनी थी खक गाड्ी का एसी चलवाना पड्ा. खरर्अनंरपुरम शहर से बाहर खनकलरे ही नाखरयल के पेड्ो् की हखरयाली से कुछ माहौल बदला. खेरो् के बीच सुपारी के खूबसूरर पेड् देखरे बनरे थे रो परले रने के पर नाखरयल से ज्यादा ऊंचे और सीधे खड्े नरर आरे है्. नाखरयल के पेड् रो कई रगह टेढ्े-मेढ्े भी नरर आए, पर सुपारी के पेड् सीधे ही नरर आए. रास््े मे् छोटे-छोटे बारार खरसमे् कई दुकानो् पर केले और नाखरयल खबकरे नरर आ रहे थे. केले की भी यहां कई प््राखरयां होरी है् खरसमे पीले रंग के खछलके वाले छोटे आकर के केले से लेकर करीब एक फुट का लाल केला भी शाखमल है. सुबह खबना नाश्रा खकए खनकले थे इसखलए महल देख कर बाहर खनकलरे ही केले खलए और नाखरयल पानी पीकर प्यास बुझाई. रारा त््ावनकोर का यह महल वास््ुखशल्प के खलहार से अद््र है. लकख्डयो् का काम देखरे ही बनरा है खरसमे् सागौन से लेकर कटहल रक की लकड्ी का इस््ेमाल हुआ है. महल मे् ही संग्हालय है खरसमे् उस समय की मूख्रययो् से लेकर कलाकृखर भी प््दख्शयर की गई है. इस महल को रल्दी-रल्दी देखने मे् भी करीब डेढ् घंटे से ज्यादा लग गए. इससे पहले खरर्अनंरपुरम मे् रारा रखव वम्ाय के संग्हालय को देखकर रोमांखचर था. पर यहां का संग्हालय इस अंचल के इखरहास, कला और संस्कृखर की झलक भी खदखा देरा है. महल देखकर हरेभरे खेरो् के बीच से होरे हुए कन्याकुमारी की ररफ बढ्े. कन्याकुमारी पहले कई बार आना हुआ है
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यायािरी
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वदिकश नजंारों का सफंर
पर बच््ो् के साथ पहली बार रा रहा था. सबसे पहले पखरवार के साथ गया था रब खववेकानंद मेमोखरयल के बड्े से अखरखथगृह मे् र्कना हुआ था. आर भी याद है मदुरै से कन्याकुमारी बस से चले थे और पहुंचरेपहुंचरे रार के दस बर चुके थे. रब कन्याकुमारी एक गांव रैसा था रो रार मे् दस बरे रक शांर हो रारा था. भूख सभी को लगी हुई थी और अखरखथगृह के मैनरर से खाने की व्यवस्था के बारे मे् पूछा रो उसका खवनम्् रवाब था- आपने पहले से रानकारी नही् दी थी इसखलए अब नही् बन पाएगा. पर गुररार से एक ग््ुप आ रहा है उनकी संख्या ज्यादा नही् हुई रो आप लोगो् को भी खाने पर बुला ले्गे. करीब चालीस खमनट बाद ही उन्हो्ने खाने पर बुला खलया और गम्य चावल के साथ सांभर,रसम ,छाछ और सब्री परोसे गये. उस खाने का स्वाद कभी भूलरा नही् है.खववेकानंद मेमोखरयल का अखरखथगृह का पखरसर काफी बड्े इलाके मे् फैला हुआ था. कमरे भी खबना रामझाम वाले खकसी अच्छे धम्यशाला की ररह के थे. यहां से सुबह और शाम दोनो् समय सूय्ोदय और सूय्ायस् खदखने के खलए बस रारी थी. सुबह की चाय ,नाश्रा और भोरन का समय भी खनध्ायखरर था. रमीन पर बैिकर बहुर खदन बाद यहां भोरन खकया रो गांव की शादी-बारार याद आ गई. रब यह अखरखथगृह समुद् रट से दूर खनर्यन इलाके मे् था. इस बार रब हम
कन्याकुमारी के बारार मे् दाखखल हुए रो पहला झटका इस अखरखथगृह को देखकर लगा रो बारार का खहस्सा बन चुका था. कन्याकुमारी अब कोई गांव नही् है यह छोटे से शहर मे् बदल चुका है. भीड्-भाड् और ट््ैखफक की समस्या के चलरे वहां समुद् रट से पहले एक पाख्कि्ग बनानी पड्ी रो केरल सरकार के अखरखथ गृह से लगा था. बगल मे् रखमलनाडु पय्यटन खवभाग का होटल है खरसके सामने पहले रो खुला खुला समुद् नरर आरा था वह अब उरना खुला नही् रह गया है. नब्बे के दशक मे् रब सखवरा के साथ यहां आया था रो इसी होटल के सामने वाले सूट मे् र्का था. बड्ी सी बालकनी मे् झूला लटका हुआ था खरस पर देर रार रक बैिकर समुद् को देखा कररे थे. रार मे् खसफ्फ लहरो् की आवार ही सुनाई पड्री थी. पर अब रो यह कंक्ीट का रंगल बन चुका है. भीड् इरनी की हर रगह लाइन लगाना पड्े. खववेकानंद रॉक मेमोखरयल पर राने के खलए खरर्पखर मंखदर रैसे दो घंटे करार मे् खड्ा रहना पड्ा रब मोटरबोट पर चढ्ने का मौका खमला. अब खववेकानंद रॉक मेमोखरयल की वह भव्यरा नही् रह गई रो पहले थी. रीन समुद् के संगम मे् पहले चारो ररफ से यही मेमोखरयल खदखरा था पर अब दख््कण पूव्य मे् एक चट््ान पर प््खसि्् रखमल संर कखव खरर्वल्लुवर की खवशाल प््खरमा इसे पीछे कर देरी है. इस
प््खरमा को रैयार करने मे् पांच हरार से ज्यादा खशल्पकार रुटे थे. इसकी ऊंचाई 133 फुट है,रो खक खरर्वल्लुवर के रखचर काव्य ग््ंथ खरर्वकुरल के 133 अध्यायो् का प््रीक है. समुद् रट से करीब दस खमनट मे् मोटर बोट से खववेकानंद रॉक मेमोखरयल पहुंचे रो वह भी भीड् थी. चारो ओर समुद् देख कर पुरानी यादे् रारा हो गई. सामने का शहर अब मछुआरो् का गांव नही् बस्लक एक अत्याधुखनक शहर की ररह खदख रहा था. समुद् रट के पास रक बड्ी-बड्ी इमाररे् बन चुकी थी रो दूर रक नरर आ रही थी. रबखक खपछली बार यह नाखरयल के घने रंगलो् से खघरा एक द््ीप रैसा लगा था. करीब दो घंटे बाद वापस लौटे रो कन्याकुमारी मंखदर देखने के खलए खफर लाइन लगानी पड्ी. खटकट लेने के बावरूद घंटा भर लग गया. आकाश ने भीरर राने से मना कर खदया क्यो्खक पुर्ष कमर से ऊपर कोई कपड्ा पहन कर नही् रा सकरे है्. कन्याकुमारी अम्मन मंखदर समुद् रट पर स्सथर है. पूव्ायखभमुख इस मंखदर का मुख्य द््ार केवल खवशेष अवसरो् पर ही खुलरा है, इसखलए उत््री द््ार से इस मंखदर मे् प््वेश करना होरा है. करीब 10 फुट ऊंचे परकोटे से खघरे वर्यमान मंखदर का खनम्ायण पांड् राराओ् के काल मे् हुआ था. देवी कुमारी पांड् राराओ् की अखधष््ात््ी देवी थी्. मंखदर से कुछ दूरी पर साखवत््ी घाट,गायत््ी घाट, स्याणु घाट और रीथ्यघाट
बने है्. इनमे् खवशेष स्नान रीथ्यघाट पर माना रारा है. घाट पर सोलह स््ंभ का एक मंडप बना है. देवी की नथ मे् रड्ा हीरा इस मंखदर का मुख्य आकष्यण है. खरसे लेकर कई खकस्से भी है् खक कभी इसकी चमक से समुद्ी रहार के नाखवक इसे लाइट हाउस की रोशनी समझ लेरे थे. पर यह कहानी ही ज्यादा लगरी है. अब यह मंखदर भी बारार के बीच मे् है. आसपास कई दख््कण भाररीय रेस्रां और शंख सीप आखद की दुकाने् है्. वह कन्याकुमारी रो पहले देखा था वह नही् खमला. न ही नाखरयल के हरे खवस््ार खदखे और न कई रंग के रेर वाला समुद् रट. अब यह सब सीमे्ट की दीवारो् से खघर गया है. देश के अंखरम छोर पर रीन समुद् रट का यह संगम अब बारार मे् बदल चुका है खरससे रल्द बाहर खनकलना चाहरा था. करीब एक घंटे बाद रब नाखरयल के पेड्ो् से खघरे टेढ्े-मेढे रास््ो् पर लौटे रो एसी बंद कराकर कार का शीशा खोला रो रारी हवा से राहर खमली. शाम ढल चुकी थी. आगे एक बारार मे् सरा हुआ चच्य खदखा खरसकी रोशनी देखरे बनरी थी. पर इस कन्याकुमारी को देखकर मन खराब हो चुका था. यह खवकास की नई अवधारणा का एक नमूना था. फोटो साभार
RNI- DELHIN/2015/ 65658
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