Shukrawaar newspaper 2015 (5)

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सैरगाह बचाने की मांग पेज- 16 www.shukrawaar.com

वर्ष 1 अंक 7 n पृष्: 16 n 18-24 दिसंबर 2015 n नयी दिल्ली n ~ 5

खोदा पहाड़, निकली शराब

अंबरीश कुमार

दि

ल्ली मे् जो कुछ हो रहा है उससे लगता नही्दक िेि मे्कोई दजम्मेिार सरकार है. क्​्द्ीय जांच एजंसी सीबीआई के प्​्िक्ता को िो बार मीदडया के सामने आकर सफाई िेनी पडी है दक दिल्ली के मुख्यमंत्ी अरदिंि केजरीिाल के िफ्तर की तलािी नही्ली गयी है. सीबीआई ने तो भ्ष ् ्ाचार की जांच के दलए एक आईएएस अफसर को पकडा दजसके घर से चौिह बोतल िराब

दनकली, जो नौ लीटर प्​्दत व्यस्कत के दहसाब से ज्यािा है. यह बात अलग है दक सीबीआई ने यह नही् बताया दक उनके घर मे् कुल दकतने लोग रहते है्. खैर िेि की सबसे बडी जांच एजंसी अगर चौिह बोतल िराब की बरामिगी पर मामला िज्ज करे तो दफर उनमे् और दकसी

गांि कट्बे के िरोगा मे्क्या फक्कबच जाता है जो इस तरह की हरकते् करता रहता है. अरदिंि केजरीिाल से आप असहमत हो सकते है. पर क्या दकसी मुख्यमंत्ी के िफ्तर से सीबीआई इस तरह फाइल उठा कर ले जा सकती है. जरा कल्पना कर िेखे यूपी, दबहार के मुख्यमंत्ी के िफ्तर मे्यह हुआ होता तो क्या हश्​्होता. यह कार्जिाई क्यो्हुई इसकी िो िजह बतायी जा रही है. पहली यह दक कांग्ेस ने जो संसि ठप कर रखी है उससे लोगो् का ध्यान हटाया जाये. कांग्ेस अब

आर-पार की लडाई के मूड मे् है. उन्नीस दिसंबर को हेरल्ड मामले मे्सोदनया, राहुल दगरफ्तार होकर अपनी राजनीदत को धार िेने की तैयारी मे्है. िूसरा मामला डीडीसीए के उस भ्​्ष्ाचार का है दजसे कीद्तज आजाि लगातार बाकी पेज 2 पर

तो छापे के पीछे अरुण जेटली?

वी सकंसेना

नयी दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्ी अरदिंि केजरीिाल ने अपने प्ध् ान सदचि के यहां छापा मारे जाने को लेकर क्​्द्ीय दित्​् मंत्ी अर्ण जेटली को कटघरे मे् खड्ा कर दिया है. केजरीिाल ने अपने प्​्धान सदचि राजे्द्कुमार के यहां मारे गए सीबीआई छापे की िजह डीडीसीए के अध्यक्​्अर्ण जेटली पर दबठाई गयी जांच को बताया है. केजरीिाल ने कहा दक छापो्का मूल उद्​्ेश्य डीडीसीए (दिल्ली दडट्द्िक द्​्ककेट एसोदसएिन) की उस फाइल को तलािना था दजसमे् जेटली का नाम जुड्ा हुआ है. उनके इस आरोप के बाि पाट्​्ी के अंिर ि बाहर अपने दिरोदधयो् को कटघरे मे् खड्े करते आए पूिज्कानून मंत्ी ने न केिल चुपप् ी साध ली है बस्लक उनकी दिक्​्तो् की िुर्आत हो गयी है. अहम बात तो यह है दक इस मामले मे् जहां कांग्ेस भी आप पाट्​्ी के साथ हो गयी है. िही् भाजपा के कुछ जाने माने नेता भी जेटली के साथ टकराि लेने के मूड मे्आ गये है्. डीडीसीए मे् भ्​्ष्ाचार को लेकर लगातार आरोप लगते आये है.् भ्ष ् ्ाचार और मनमानी के मामले मे् उसे बीसीसीआई का पेपर बैक एदडिन कह सकते है्. अर्ण जेटली डीडीसीए के 1994 से 2013 तक अध्यक्​् रहे्. इस िौरान िहां भयंकर गड्बद्डयां हुई.् दपछले साल दबिन दसंह बेिी

केजरीवाल दागी को बचा रहे-ं जेटली

नयी दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्ी अरदिंि केजरीिाल के आरोपो् पर दित्​्मंत्ी अर्ण जेटली ने जिाब िेते हुए कहा है दक केजरीिाल दहस्टटदरया की हि तक पहुच ं जाते है्. जेटली ने दकसी तरह के घोटाले की बात को नकाराते हुए सिाल दकया दक केजरीिाल िाग्ी अफसर को क्यो् बचा रहे है् और िरअसल डीडीसीए दि​िाि असली मुद्े से भटकाने की कोदि​ि भर है. गौरतलब है दक डीडीसीए मे्भ्​्ष्ाचार को लेकर आम आिमी पाट्​्ी ने गुर्िार को प्​्ेस कांफ्​्स करके कहा दक दिल्ली सदचिालय मे्छापा के पीछे दित्​्मंत्ी अर्ण जेटली का हाथ है.दपछले 15 सालो्मे्डीडीसीए मे् जेटली की सहमदत से भ्​्ष्ाचार हुआ. दसलेक्िन से लेकर दजलो् मे् फज्​्ीिाडा़, दनयुस्कतयो्से लेकर पै्सो्के लेन-िेन मे्गड्बड्ी की गयी है.पाट्​्ी ने कहा दक दित्​्मंत्ी की िेखरेख मे्करोड्ो्का भ्​्ष्ाचार दकया गया है. और कुछ जाने माने दखलाद्डयो् ने अरदिंि केजरीिाल से मुलाकात कर इन अदनयदमतताओ् की जांच करिाने का अनुरोध दकया. भाजपा सांसि कीद्तज आजाि तो आये दिन इनका खुलासा करते रहे है्. चेतन चौहान इस संबंध मे् दिल्ली पुदलस मे् दरपोट्ज िज्ज करिा चुके है्. दिल्ली सरकार ने डीडीसीए की जांच के दलए तीन सिट्यीय सदमदत गदठत की. इस सदमदत ने सीदरयस फ्​्ॉड इन्िेट्टीगेिन ऑदफस, डीडीसीए के आंतदरक ऑदडट और इसकी जांच दरपोट्ज की पड्ताल कर तमाम आरोपो् को सही पाया. एसएफआईओ ने अपनी जांच

फोरंथ एसंटेट को करयल एसंटेट में बदल कदया कांगंेस ने

वीरेंदं नाथ भटं​ं

नयी दिल्ली/लखनऊ. हेरल्ड को लेकर कांग्ेस लोकसभा मे् दजतनी आक्​्ामक है उतना प्​्यास अगर उसने इस अख़बार समूह को बचने मे् दकया होता तो आज हजारो्पत्​्कार गैर पत्​्कार सडक पर नही होते .कांग्ेस ने तो फोथ्ज एट्टेट के इस औजार को अंततः दरयल एट्टेट मे् बिल दिया. इस अख़बार की संपद्​्त आज लखनऊ मे्फल फूल रही है तो अख़बार के बहुत से कम्जचारी बिहाली का जीिन गुजार रहे है. मई 1991 लोकसभा का मध्य अिदध चुनाि चल रहा था. नेिनल हेराल्ड के कम्च ज ादरयो्को चार माह से िेतन नही्दमला था. एसोदसएटेड जन्लज स ् दलदमटेड एम्पल ् ाइज यूदनयन यानी तीनो अखबारो् के कम्जचारी कैसरबाग काय्ाजलय के बाहर भूख हड्ताल पर बैठे थे. इसी िौरान राजीि गांधी अपने संसिीय क्​्ेत् अमेठी मे् मुंिीगंज मे् चुनाि प्​्चार के दलए पहुंचे. नेिनल हेराल्ड के

कम्जचारी भी उनसे दमलने िहां पहुंच गये. कम्जचादरयो्ने उनके सामने अपनी समट्या रखी. राजीि गांधी ने कहा दक िेतन तो दमल नही् रहा िैसे ही भूखे मर रहे हो भूख

हड्ताल से क्या होगा. हड्ताल खत्म कर िो. चुनाि हो जाने िो मै् जल्िी की ठोस काय्जिाही करू्गा. नेिनल हेराल्ड, नि जीिन और उि्जूका अखबार कौमी आिाज़

तीनो िेि के नंबर एक के अखबार हो्गे. कुछ ही दिन बाि श्​्ी पेरांबिुर मे्21 मई को उनकी ह्तय् ा हो गयी. जोखू प्स ् ाि दतिारी जो उस समय एसोदसएटेड जन्जल्स दलदमटेड एंप्लाइज यूदनयन के महासदचि थे कहते है् दक राजीि गांधी की हत्या के साथ ही हमारा भाग्य फूट गया. जोखू दतिारी ने कहा की नेिनल हेराल्ड, निजीिन और कौमी आिाज़ दिज्​्ापन छाप कर पैसा कमाने का औज़ार नही्थे. तीनो्अखबार आजािी के संग्ाम के योद्​्ा थे. जिाहर लाल नेहर् की तीन औलािे् थी्. दजसको सोदनया गांधी और राहुल गांधी ने नष्​् कर दिया. हम सभी चाहते थे की अखबार चले लेदकन हमे्िुख है दक इस ऐदतहादसक अखबार का दिनाि नेहर् के िंिजो् के ही हाथो् हुआ. िायि सोदनया और राहुल का इस अखबार के साथ िह भािनात्मक लगाि महसूस नही् करते जो इंदिरा गांधी और राजीि गांधी करते थे. पूरी खबर पेज 9 पर

मे्पाया था दक दफरोजिाह कोटला ट्टदे डयम दनम्ाजण के दलए जो 24 करोड् र्पये का बजट तय दकया गया था, िह बढ्कर 114 करोड्पहुंच गया. इसके दनम्ाजण से जुड्ेठेके के कागजात नही् दमले. नगर दनगम और दिल्ली अरबन आट्ज कमीिन की अनुमदत दलये दबना ही अिैध दनम्ाजण करिाया गया. कुछ फम्​्ो की दबना अनुमदत के काफी बड्ी भुगतान दकये गये. इनमे् से नौ कूपदनयो् के िफ्तरो्का पता और ईमेल एड्स ्े तक एक ही थे. ऐसी कूपदनयो् को भुगतान दकया गया दजन्हो्ने कभी कोई काम ही नही्दकया था. बाकी पेज 2 पर

केरल में सकं​ंिय है आईएसः यूएनबी राव

दिर्अनंिपुरम. केरल िेि के उन पांच राज्यो् मे् िादमल है जहां इट्लादमक ट्टेट सद्​्कय है. यह बात क्​्द्ीय गृह मंत्ालय के पूि्ज सदचि और पुदलदसंग एक्ट ड्​्ास्फटंग कमेटी के सलाहकार (पुदलस सुधार) यूएनबी राि ने एक संगोष्​्ी मे्कही. पूि्ज आईपीएस अदधकारी एक दकताब ‘पाथिेज टू टेदरज्मः लाज टू फाइट दि मीनांस’(आतंक का रास्​्ाः खतरे से लड्ने के दलए कानून) दिषय पर राज्य स्​्रीय िकीलो्की एक सभा मे् बोल रहे थे. आईएस सद्​्कय िूसरे राज्यो् मे् आंध् प्​्िेि, पद्​्िम बंगाल, असम और उत्​्र प्​्िेि भी है. राि बताते है् दक केरल के अच्छे दिद्​्कत काय्जकुिल युिा जो पद्​्िम एदिया के िेिो् मे् जा रहे है् उनमे् आतंक बाकी पेज 2 पर


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18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

झारिंड मेु िेलगाम है नौकरशाही

अननल अंशुमन

रांची. हाल ही मे् दिश्​् बै्क से जारी ‘इज ऑफ डूइंग दबजनेस’ दरपोट्जमे्झारखंड राज्य को अच्छे व्यिसाय के दलए िुदनया मे् तीसरा ट्थान दिये जाने पर प्ध ् ानमंत्ी तारीफ करते हुए अन्य राज्यो् से भी ऐसा बनने को प्​्ेदरत कर रहे है्. प्​्िेि के मुदखया रघुिर िास ने भी खुि की पीठ थपथपाते हुए पूरे एक पखिारे तक अपने िासन की िष्जगांठ मनाने की घोषणा कर रखी है. दजसके दलए चौिह दिसंबर से सरकार गठन दि​िस अट्​्ाइस दिसंबर तक प्​्त्येक मंद्तयो् को अपने दिभागो्के दिकास काय्​्ो्की दरपोट्जके साथ सरकार की उपलस्बधयां जनता को बताने का दनि्​्ेि दिया गया है. दिश्​् बै्क की दरपोट्ज मे् झारखंड को अच्छे व्यिसाय के दलए सबसे अनुकूल तो कहा गया है, लेदकन इसमे् राज्य की जनता की कोई चच्ाज नही्है. दजसके बारे मे् यही कहा जाता है दक अमीर राज्य की कूगाल जनता. अच्छे व्यिसाय का मतलब है भरपूर मुनाफा और झारखंड जैसे प्​्िेि मे् मुनाफा का मतलब है ही है यहां के प्​्ाकृदतक-खदनज संसाधनो्का अदधकादधक िोहन. ऐसे मे् पहले से ही चल रही दिकास प्​्द्कयाओ्का दिनािकारी िंि झेल रहे यहां की जनता और खासकर आदि​िादसयो् का क्या हश्​्होगा, समझा जा सकता है. जादहर है की दिश्​् बै्क की इसमे् कोई र्दच नही् होगी. गौरतलब है दक दपछले पंद्ह निंबर को अपने गठन के पंद्ह िष्जपूरे करने िाला यह प्​्िेि िेि मे् सबसे अदधक राजनीदतक अस्टथरता का राज्य रहा है. जहां अिसरिािी जोडतोड से बनी दकसी सरकार ने अपना काय्जकाल पूरा नही् दकया है. ऐसे मे् ट्थायी और स्टथर सरकार के नारे के साथ भाजपा दफर सत्​्ासीन हुई. हालांदक उसे अकेले पूण्ज बहुमत से कम पर ही संतोष करना पडा और सरकार बनाने के दलए आजसू का सहयोग और बाि मे् बाबूलाल मरांडी की पाट्​्ी

जेिीएम (झारखंड दिकास मोच्ाज) से पांच दिधायको् को तोडकर भाजपा मे् िादमल करना पडा. पहले की तरह इस बार दनि्ल ज ीय नही्खरीिने पडे. हाल ही मे् राज्य सरकार के कामकाज पर हाईकोट्ज की दटप्पणी से सरकार के कामकाज की पोल खुलती है. राजधानी रांची को ट्माट्जदसटी बनाने के फैसले पर हाईकोट्ज ने कहा दक सरकार पहले ज़र्री आधारभूत संरचना बनाये और राजधानी को जाम से मुस्कत दिलाये. राज्य के झारक्​्ाफ्ट की बिहाली पर गंभीर र्ख अस्खतयार करते हुए जज ने कहा दक इसके कलट्टर (क्​्द्) लगातार बंि हो रहे्है्और सरकार कुछ नही् कर रही है. यह िम्जनाक है. जज ने यह भी कहा दक एक ओर, सरकार रोज़गार िेने की बात कह रही है और िूसरी ओर, झारक्​्ाफ्ट के क्​्द्ो् को बंि कर लोगो् के रोज़गार छीन रही है. एक अन्य मामले मे्मुखय् न्यायाधीि महोिय ने राज्य उपभोक्ता फोरम आयोग को सभी आधारभूत संरचना और कम्च ज ारी जल्ि उपलब्ध कराने का दनि्​्ेि दिया. राज्य मे् बादरि न होने से दिसंबर माह मे् राज्य को अकालग्​्स् घोदषत करने का फैसला दलया गया है. इसी प्​्कार राज्य मे् ट्थानीयता की नीदत बनाने की बात सरकार ने िपथग्ह् ण के बाि ज़ल्ि बनाने की घोषणा की थी. एक िष्ज बाि भी सरकार ऐसा नही् कर सकी है. अपने ही राज्य मे्यहां के लोगो् को नौकरी के लाले पडे हुए है्. पड्ोसी राज्य उत्र् प्ि् ि े और दबहार की सरकारी नौकदरयो् मे् अन्य राज्यो् के दलए करीब िस प्​्दतित का कोटा दनध्ाजदरत है. दबहार दिधानसभा चुनाि मे् भाजपा के हार के बाि मुख्यमंत्ी रघुिर िास ने कई फैसले ताबड्तोड् दलये है्. गैर दजम्मेिार कम्च ज ादरयो्के हटाने के दलए दलट्ट तैयार की जा रही है. जनकल्याण की योजनाओ्सख्ती बरतने की बात हो रही है. राज्य के आदि​िादसयो्मे्अपनी नकारात्मक छदि को ठीक करने की दि​िा मे्लंबे समय से एसआर कोट्ज (आदि​िादसयो् की ज़मीनो् को हडपे

तो छापे के पीछे अरुण जेटली?

पेज 1 का बाकी दिल्ली हाईकोट्ज ने भी डीडीसीए के कामकाज की जांच करिायी थी. इसके दनयुक्त की गयी सदमदत ने कहा दक यहां के कामकाज मे् पारिद्िजता का अभाि है. इसके सिट्य गैर कानूनी तरीके से यहां अपनी दनजी द्​्ककेट अकािदमयां चला कर मोटा पैसा बना रहे है्. यहां द्​्ककेट के उभरते दखलादड्यो् का कोई भदिष्य नही् है और न ही असली दखलाद्डयो् को मैच खेलने का मौका दिया जाता है. अभी तक यह सब िबा हुआ था. पर केजरीिाल के आरोपो् के बाि सब खुलकर सामने आने लगा है. अर्ण जेटली को भाजपा का चाणक्य माना जाता है. जब लाल कृष्ण आडिाणी और अटल दबहारी िाजपेयी का युग था तब िे उनके करीब थे और बाि मे् नरे्द् मोिी के खास बन गये . पाट्​्ी नेताओ् का एक बड्ा िग्ज उन्हे् पसंि नही् करता है. अक्सर यह आरोप लगते रहते है् उन्हो्ने भाजपा के तमाम धुरंधरो् को दनपटा दिया. हर सिाल

पर सामने िाले को दनर्त्र कर िेने िाले जेटली केजरीिाल के आरोपो् को बकिास बताते हुए कह रहे है्दक मै्दनराधार आरोपो् का क्या जिाब िूं. यूपीए सरकार मे् खेल राज्यमंत्ी रहे अजय माकन के मुतादबक 28 दसतंबर 2012 को कॉरपोरेट मंत्ालय के आिेि पर रदजट्ि्ार ऑफ कूपनीज ने डीडीसीए की अदनयदमतताओ् की जांच की. उसने चार अदधकादरयो् सुनील िेि, नरे्द् बत्​्ा, एसपी बंसल और सीके खन्ना को इसके दलए िोषी पाया. यह सभी अफसर अर्ण जेटली के बेहि करीब थे. जब जेटली खुि दित्​्मंत्ी हो और सभी जांच एजंदसयां दजनमे् प्​्ित्जन दनिेिालय, आयकर, रेिन्यू इंटेलीजे्स, सीदरयस फ्​्ॉड इन्िेट्टीगेिन ऑदफस उन्हे् दरपोट्ज करती हो तो यह अपेक्ा कैसे की जा सकती है दक उनके दखलाफ कोई कार्जिाई की जायेगी. इसदलए इन मामलो्की जांच के दलए संयुक्त संसिीय सदमदत (जेपीसी) दनयुक्त की जानी चादहए.

छतु​ुीसगढु मेु 45 आईएएस के खिलाफ जांच लंखित

जाने से बचाने के दलए बने- दिड्​्ूल एदरया रेगुलेटर कोट्ज- जो ज़मीन बचाने की बजाये्, उसकी लूट को िैध बनाता था) को समाप्त करने की मांग को मानकर से बंि करने का फैसला दलया गया है. हालांदक कुछ आदि​िासी संगठन इसका भी दिरोध कर रहे है्. इसके अलािे राज्य की िान परमिीर चक्​्दिजेता अल्बट्जएक्​्ा की पत्नी की मांग पर पदत की समादध की दमटटी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके गांि पहुंचाकर पदरजनो् की िेखभाल करने की घोषणा भी की गयी है. राज्य की सबसे बडी त्​्ासिी रही दक अब तक दजतनी भी सरकारे् बनी् उन्हो्ने प्​्िेि की दिदिष्​्ता और बुदनयािी ज़र्रतो् के दलहाज से दिकास का ट्पष्​्एजंडा और समयबद्​्काय्जको प्​्ाथदमकता नही्िी गयी. प्​्िेि की अिसरिािी राजनीती ने नौकरिाही को बेलगाम बना दिया. आज भी मंत्ी दिधायको् की दिकायत रहती है दक अदधकारी उनकी बात नही् सुनते है्. िस हज़ार करोड र्पये फू​ूक दिये गये दबजली मे् सुधार के नाम पर लेदकन अंधेरा कायम है. तीन हजार करोड र्पये खच्ज हो चुके है्. लेदकन हर िष्जहोने िाले सूखे से दनपटने के कारगर उपाय अब तक नही्हो पाये है्. हाल मे्राज्य पदरिहन की बसे्चलनी िुर्हुई है.् झारखंड मे्अब तक राज्य पदरिहन की बसे् नही् चलती् थी्. आज भी कई ऐसे िुग्जम इलाके है् जहां पहुंचने का एकमात्​् जदरया सडक माग्ज ही है. कई इलाको् मे् आज भी ग्​्ामीणो् को पीने का पानी नही् दमलता है्. इधर कई दजलो् मे् पानी मे् महीनो् से आस्​्ेदनक और फ्लोराइड होने की ख़बरे् लगातार आ रही् है्. ट्िाट्थ्य क्​्ेत् का आलम यह है की राज्य के सबसे प्​्दतद्​्षत और बडे अट्पताल रांची के दरम्स मे् िही् बायो केमेट्ि्ी दिभाग मे् अनुबंध पर काय्जरत कम्जचारी को हाट्ज अटैक आने पर इमरजे्सी मे् इलाज के दलए रखा कोई भी उपकरण सही स्टथदत मे्नही्रहने के कारण नही्बचाया जा सका.

रायपुर. संिाि​िाता: छत्​्ीसगढ् मे् 45 आईएएस अफ्सरो् के द्ख़लाफ् जांच होनी थी. लेदकन राज्य की भाजपा सरकार इन िागी अफ्सरो्के दखलाफ कार्जिाई करने के बजाये इनकी फाइलो् पर कुूडली मार कर बैठ गई है. 27 मे्से 16 द्ज़लो्के कलेक्टरो् के दखलाफ दिकायते्लंदबत है्. कई मामले तो राज्य बनने के पहले यानी 15 साल से भी पुराने है् लेदकन सरकार इन अफ्सरो् पर कोई कार्जिाई नही् कर रही है. राज्य मे् ऐसे आईएफएस अफ्सरो्की भी कोई कमी नही् है. ये अफसर आज की तारीख मे् राज्य मे् प्​्मुख पिो्पर बैठे है्. कोई सदचि है तो कोई उप सदचि. ये है् राज्य के 45 आईएएस अफ्सर, दजनके द्ख़लाफ्आज तक दिकायत लंदबत है-् एम के राउि- अपर मुख्य सदचि पंचायत, ग्​्ामीण दिकास सी के खेिान- संयकु त् सदचि, भारत सरकार छत्​्र दसंह डहरे- संयुक्त सदचि, धाद्मजक न्यास ि धम्जट्ि दिभाग डॉ. कमलप्​्ीि दसंह- संचालक, संट्थागत दित्​् एनएम क्​्ीरसागर- अपर आयुक्त, मनरेगा शारिा वम्ा-ा उप सदचि, िादणज्य एिं उद्​्ोग नरे्द् शुक्ला- संचालक कृदष दिपणन मंडी बोड्ज टी राधाकृष्णन- संचालक, आदिम जादत अशोक अग्​्वाल- आयुक्त, रायपुर ओमेगा युनाइस टोप्पो- संयुक्त सदचि, िन दिभाग चंिन कुमार- सीईओ, दजला पंचायत कांकरे रणवीर शम्ा​ा- अिर सदचि, ट्कूल दिक्​्ा दिभाग जीएस दमश्​्ा- आबकारी आयुक्त अवनीश शरण- सीईओ, दजला पंचायत, रायपुर सारांश दमत्​्र- कदमिनर, नगर दनगम, रायपुर जेपी पाठक- पंजीयक, सहकारी संट्थाये् अंदकि आनंि- प्​्बंध संचालक, राज्य

केरल में सकं​ंिय है...

खोदा पहाड़, निकली शराब

पेज 1 का बाकी के प्​्दत झुकाि पैिा हो रहा है. यह इलाका इट्लादमक आतंकिाि की नस्जरी जैसा है. राि कहते है् दक आप इन युिाओ् को कट्​्रपंथी के र्प मे् उभरने से रोक नही्सकते. इनकी हालत िो नािो्की सिारी करने जैसा है. साइबर टेरदरज्म सोिल मीदडया के जदरये तेजी से फैल रहा है. राि यह भी कहते है् दक यह सामादजक संगठनो् की दजम्मेिारी है दक उन पर नजर रखी जाये. राि अबू तादहर नाम के एक पत्​्कार का उिाहरण िेते है् जो िहाित िेना चाहता था. िह सीदरया मे् भारत के 24 सद्​्कय आईएस लड्ाको् मे् था. इसी तरह दरयाब-उल-रेहमा भारतीय युिको् को कोझीकोड मे् पैसे का लालच िेकर सीदरया मे् लड्ने को तैयार कर रहा था.

पेज 1 का बाकी उठाते रहे है. यह मामला क्​्द्ीय मंत्ी अर्ण जेटली से जुडा है. सूत् बताते है् दक दिल्ली सरकार उसका दहसाब बराबर करने जा रही थी. उसकी फाइले् मुख्यमंत्ी के िफ्तर मे्थी. गुटखा खाने िाले एक अफसर की दिकायत पर सीबीआई ने मुख्यमंत्ी के िफ्तर को भी अपने जांच के िायरे मे् ले दलया. क्या सीबीआई िाकई इतनी आजाि हो गयी है दक अपनी मज्​्ी से दकसी मुखय् मंत्ी के िफ्तर तक जा सकती है दजस मुख्यमंत्ी पर कोई आरोप तक न हो. याि है न सीबीआई के पास जो मामले है उसमे् एक मामला ऐसा भी है दजसमे् आजतक सबसे ज्यािा हत्या/आत्महत्या हुई है. सभी की दिलचट्पी इस मामले को सामने लाने की है. यह मामला व्यापम घोटाले का है. दजस पर मुखय् मंत्ी पर छी्टे पड चुके है. क्या कभी इस ट्ितंत् सीबीआई ने कोई जांच ऐसी की है दजससे लगे िह ऊपर तक पहुंच रही है. सीबीआई िुद् र्प से एक

दिद्​्ुत दितरण कूपनी दिनेश श्​्ीवास्​्व- सदचि मदहला-बाल दिकास, समाज कल्याण, खेल, युिा केडीपी राव- अध्यक्​् माध्यदमक दिक्​्ा मंडल सुरे्द् कुमार जायसवाल- आयुक्त-सह संचालक, पंचायत दवलास संिीपन- सीईओ, दजला पंचायत कोरबा व्ही के िुव्े- संयुक्त सदचि, जेल ि पदरिहन रजि कुमार- संयुक्त सदचि, मुख्यमंत्ी, दिमानन-संचालन दसद्​्ार्ा कोमल परिेशी- आयुक्त गृह दनम्ाजण मंडल रोदहि यािव- संचालक नगरीय प्​्िासन भुवनेश यािव- संयुक्त सदचि, उच्​् दिक्​्ा दिभाग सुब्ि साहु- सदचि, ट्कूल दिक्​्ा दिभाग अमृि खलको- अपर आय़ुक्त, दबलासपुर-सरगुजा दिलीप वासदनकर- आयुक्त, जगिलपुर ऋिु सेन- कलेक्टर, सरगुजा मुकेश बंसल- कलेक्टर, राजनांिगांि जीआर चुरे्द्- कलेक्टर, सूरजपुर दनरंजन सेन- कलेक्टर गदरयाबंि दहमदशखर गुप्िा- कलेक्टर जिपुर एनके खाखा- सिट्य, राजट्ि मंडल उमेश अग्​्वाल- कलेक्टर, महासमुंि ओपी चौधर- कलेक्टर जांजगीर-चांपा आर संगीिा- कलेक्टर, िुग्ज भीम दसंह- कलेक्टर धमतरी अंबलगन पी- कलेक्टर दबलासपुर अलरमेलमंगई डी- कलेक्टर रायगढ् के सी िेलासेनापदि- कलेक्टर िंतेिाड्ा टामन दसंह सोनवानी- कलेक्टर नारायणपुर अदमि कटादरया- कलेक्टर-बस्​्र एलेकस ् पॉल मेनन- कलेकट् र बलरामपुररामानुजगंज (साभार-छतीसगढ खबर डाॅट काम )

राजनैदतक एजंसी बन चुकी है, दजसका इस्​्ेमाल सत्​्ार्ढ िल अपनी राजनीदत के दहसाब से करता रहा है. मायािती, मुलायम और लालू याि​ि को लेकर इस एजंसी ने भी खूब राजनीदत की है. यह दकसी से छुपा नही्है . पर आम आिमी पाट्​्ी के नेता और मुख्यमंत्ी अरदिंि केजरीिाल से दि​िाि मोल लेकर सीबीआई फूस गयी है. इसकी कीमत भारी पडेगी. बाकी भ्​्ष्ाचार के राजनैदतक मामलो् मे् सीबीआई की साख अब रसातल मे्जा चुकी है. िजह राजनैदतक हस्​्क्ेप है. इससे बडा मजाक क्या हो सकता है दक सीबीआई जैसी एजंसी जो भारी भ्​्ष्ाचार ढूंढने जाये और िराब की चौिह बोतल का मामला िज्ज करे. क्या एक पूि्ज प्​्धानमंत्ी का ब्लू लेबल का कोटा सरकार भूल गयी है जो हर िस दिन का एक साथ उन्हे्पहुंचाया जाता था. साफ है यह मामला सीबीआई के राजनैदतक इस्​्ेमाल का है दजसके नतीजे गंभीर हो सकते है.


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18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

पुखलस के खनशाने पर पतु​ुकार

अननल चौबे

बिना चार्जशीट रेल मे् िंद है दो पत्​्कार

और पुदलस उसे बेिजह बंि दकये हुए है. िह दकसी भी तरह का गलत काम नही् करता है. बस्​्र मे् प्​्ि​ि्जन की योजना बना रायपुर. बस्​्र मे् मीदडया पुदलस रहे 160 से ज्यािा पत्​्कारो्, संपािको् और के दनिाने पर है.िो पत्​्कारो् को दबना सामादजक काय्जकत्ाजओ् ने इस संबंध मे् दकसी चाज्जिीट के जेल मे् बंि कर रखा सूचना और प्​्सारण मंत्ी अर्ण जेटली, हुआ है और सरकार की आंखे बंि है. गृहमंत्ी राजनाथ दसंह और मुख्यामंत्ी रमन इसके दिरोध मे् बस्​्र मे् 21 दिसंबर को दसंह को संबोदधत एक ज्​्ापन पर हस्​्ारक्​्र उनकी दरहाई के दलए एक पत्​्कार गैर दकये है्. इसमे् पत्​्कारो् की सुरक्​्ा की मांग पत्​्कार सडक पर उतरने जा रहे है. इस की गयी है. दसलदसले मे् पत्​्कार संगठन िही् आईजी एसआर बहुत बडा दिरोध प्​्ि​ि्जन कल् ल ूएरी ने इस मामले मे् करने जा रहे है. पत्​्कार कु छ भी कहने से इंकार कर सुरक्​्ा कानून के सयुंक्त दिया है . यहां तक दक उन्हो्ने संघष्ज सदमदत के अध्यक्​् इस दिरोध प्​्ि​ि्जन से कमल िुक्ला ने कहा दक अनदभज्​्ता भी जतायी 21 दिसंबर को होने िाले है.िूसरी तरफ नक्सल दिरोधी प्​्ि​ि्जन मे् िह पत्​्कारो् की अदभयानो् की कमान संभाल सुरक्​्ा की मांग करे्गे. उन्हो्ने रहे एडीजी आरके दिज ने कहा दक दिदभन्न मांगो् के पत्​्कारो् को पेि दकये गये अलािा िे संतोष और नाग प्​्स्ादित कानून के बारे मे् की दबना ित्ज दरहाई की मांग दबना पढ्े कुछ भी कहने से भी करे्गे. इनकार कर दिया. उन्हो्ने 29 साल के संतोष याि​ि कहा दक मीदडया को अपनी जो बहुत सारे ट्थानीय मय्ाजिा ट्ियं तय करनी होगी. हालांदक अखबारो् के दलखते है् और सोमार् नाग आिा लगाये हुए है्. उन्हो्ने यह भी कहा दक मीदडया को पूरी सोमार् नाग िरभा के तीरथगढ् को जो ट्थानीय खबरो् के दलए काम करते आजािी है और पुदलस उनकी आजािी की ब् ल ॉक मे ् रहते है ् . िह ट् थ ानीय पत् ् क ादरता है्. इन्हे्क्​्मिः 29 दसतंबर और 16 जुलाई सु र क् ा ् करती है. यहां तक दक सुप्ीम कोट्जने करने के आलािा एक छोटी सी िु क ान को पुदलस ने दगरफ्तार कर दलया था. हालांदक इनके नाम कोई भी चाज्जिीट नही् भी चलाते है्. उनके बुजुग्जदपता कोया कहते भी मीदडया की आजािी पर अंकुि लगाने से है और इन पत्​्कारो् को महीने भर से भी है् दक उनका बेटा पूरी तरह से दनि्​्ोष है इनकार कर दिया है.

मनोज ठाकुर

ज्यािा समय से पुदलस ने जेल मे् बंि कर रखा है. िरभा मे्अपनी बहन इसदनया, पत्नी पूनम और अपने माता-दपता के साथ संतोष एक झोपडी मे्रहते है्. उन्हे्पुदलस ने दसफ्क इसदलए दगरफ्तार कर दलया था, क्यो्दक उनके घर के पास हुए नक्सली िारिातो् मे् मौके पर िह सबसे पहले पहुंच गये थे. संतोष के दपता बुधराम अपने बेटे की दरहाई को लेकर चल रही पत्​्कारो् की मुदहम से

3 पार्क स्ट्ीट बलात्रार रांड अदालती फैसले से ममता को झटका

कुमार पं​ंतीक कोलकािा. अिालत ने पाक्क ट्ि्ीट इलाके मे् चलती कार मे् एक एंग्लोइंदडयन मदहला सुजैट जाड्जन के साथ हुए बहुचद्चजत सामूदहक बलात्कार कांड मे् दगरफ्तार तीनो् अदभयुक्तो् को 10-10 साल की सश्​्म कारािस की सजा सुनाई है. अिालत का यह फैसला मुख्यमंत्ी ममता बनज्​्ी के दलए एक झटका है. उन्हो्ने इस घटना को मनगढ्ंत करार दिया था. यही नही्, मुख्यमंत्ी की बातो् का खंडन करने िाली पुदलस अदधकारी िमयंती सेन का भी सजा के तौर पर तबािला कर दिया गया था. दिलचट्प बात यह है दक इस मामले की सरकारी िकील श्​्ािणी राय ने जज से अदभयुक्तो् को न्यूनतम सजा िेने की अपील की थी. इसके खुलासे के बाि सरकार ने सरकारी िकील को उसके पि से हटा दिया है. लगभग 40 िष्जकी सुजनै के साथ पांच फरिरी, 2012 को पाक्क ट्ि्ीट इलाके मे् चलती कार मे् ही पांच लोगो् ने सामूदहक बलात्कार दकया था. अगले दिन पाक्क ट्ि्ीट थाने मे्जाने पर पुदलस िालो्ने पहले उसकी दिकायत तक िज्जनही्की. ममता बनज्​्ी ने भी इस घटना को मनगढ्ंत करार िेते हुए कहा दक उनकी सरकार को बिनाम करने के दलए इस झूठी घटना का प्​्चार दकया जा रहा है. ममता सरकार की एक सांसि काकोली

अकाली दल पर भारी पड़ सकती है कांग़ेस

रैली मे् कांग्ेस के सभी नेताओ् ने एकता का भी सबूत दिया है ,यह दकतना चल पायेगा इस बात पर ही यह दनभ्जर चंडीगढ़. अकाली िल और कांग्ेस की करेगा की कांगस ्े अपने दलए सत्​्ा के िरिाजे अलग जगहो् पर हुई रैली मे् कांग्ेस का खोलती है या नही्. चाहे दनित्जमान प्​्धान िच्जट्ि बढ्ता दिखाई िे रहा है. बीते दिनो्हुई प्​्ताप दसंह बाजिा हो या बीबी भठल सभी अकाली िल की पदटयाला और कांग्ेस की ने कांग्ेस के नेताओ् को एकजुट होने की बदठंडा रैली मे् िोनो् ने भारी हुजूम जुटाकर बात की. अपना िस्कत प्ि् ि्नज दकया. कैपट् न अमदरंिर रैली मे्कांग्ेस ने धाद्मजक और दकसानो् दसंह पदटयाला से है् तो बािलो् की पहचान के मुद्ो्को उभार कर बडे िोट बै्क मे्से्ध बदठंडा से है. िोनो् रैदलयो् मे् अंतर साफ लगाने की कोदि​ि की है. गुटका सादहब को नजर आ रहा था. कांग्ेस की रैली बािलो्की हाथ मे् लेकर तख़्त श्​्ी िमिमा सादहब की रैली पर भारी पड्ती दिख रही है. ऐसे मे्राज्य ओर मुंह करके उन्हो्ने िपथ ली साथ ही के बिलते समीकरण मे् कांग्ेस आगे बढ् दकसानो्को मुखादतब होते हुए कहा दक उन्हे् सकती है. दसफ्क एक साल िे् और इस िौरान कोई बदठंडा मे् कामयाब रैली कर कैप्टन ने एक बार दफर सादबत कर दिया िे चूके हुए िल की ओर से सिभािना रैली की गयी थी. भी इस चुनौती को ट्िीकार करने का आदखरी आत्महत्या न करे .िह सीएम बनते ही उनके क़ज़्ज का हल दनकाले्गे. सुनील नेता नही् है्. दसयासत के मंजे हुए दखलाडी इस रैली मे् पंजाब के दडप्टी सीएम सुखबीर मौका है. कैप्टन इस रैली के जदरये न केिल जाखड ने भी कहा दक जब गुर् ग्​्ंथ सादहब है्. िे जानते है्दक दसयासी माच्ाज कैसे फतेह बािल ने कैप्टन को बदठंडा मे्रैली करने की करना है. िो दिधानसभा चुनाि बुरी तरह चुनौती िी. कैप्टन ने इसे ट्िीकार दकया और अकाली िल के सामने चुनौती िेने मे्सफल के अंगो् को फाडा जा रहा था तो पंथ रत्न हारने के बाि इस बार कैप्टन पाट्​्ी के अंिर सादबत कर दिया दक दिरोमदण अकाली िल हो गये है बस्लक लोगो्को यह संिेि िेने मे् प्​्काि दसंह बािल लोगो् के बीच जाकर और बाहर सधी हुई चाल चल रहे है. के प्​्धान सुखबीर बिल कांग्ेस के नये भी सफल रहे है् दक िह अकाली िल का कार्जिाई करने बजाये चंडीगढ मे् अपनी अमृतसर मे्जब उन्हे्लोकसभा चुनाि लडने प्ध् ान कैपट् न अमदरंिर दसंह को चुनोती िेकर दिकल्प हो सकते है्. कैप्टन ने अकाली िल कोठी मे्दछपे बैठे थे. रैली मे् दकसी भी नेता ने आम आिमी के दलए पाट्​्ी ने मजबूर दकया तो कैप्टन ने फूस गये. क्यो्दक कैप्टन ने उनकी रैली का पर राज्य को आद्थजक नुकसान पहुंचाने का यह चुनौती न दसफ्कट्िीकार की बस्लक खुि िोगुनी भीड् जुटाकर जिाब दिया है. िायि भी आरोप लगाया. पर खुि कैप्टन ने जनता पाट्​्ी का दज़क्​्तक नही्दकया. पाट्​्ी नेता यह को सादबत करते हुए भाजपा के दिग्गज इतनी बडी रैली की उम्मीि खुि कांग्ेदसयो् से बडे-िािे दकये बस्लक अकाली सरकार की दिखाना चाहते है् दक आप लडाई मे् कही् ्े के नेता जानते है्दक िस साल अर्ण जेटली को करारी दिकस्​् िी. दफर को भी नही् थी. पौने तीन साल बाि कैप्टन सभी पॉदलसी दजनमे् दकसानो्,िदलतो् को नही्है. कांगस की एं ट ी इनकू बे्सी के चलते अकाली भाजपा ने एक बार दफर से कां ग स े ् के प् ध ् ान का ताज मु फ ् त दबजली, हर तरह की पे ि ् न िो हजार बेहि चतुराई से खुि को पाट्​्ी की मुख्य धारा का बु र ा हाल है ऐसे मे् लडाई सीधी उनके र् प ये करने करने का भी िािा दकया. पर िह पहन दलया है . िह यह अच् छ ी तरह से जानते मे्िादमल दकया. और अब बािलो्के गढ मे् साथ बनाकर िे फायिे मे्रहे्गे. कामयाब रैली. िरअसल बदठंडा मे्अकाली है्दक यह कांटो्भरा ताज है. पर उनके पास यह नही्बता सके दक पैसा कहां से लाये्गे.

घोष िस्​्ीिार ने साफ कहा था दक संदिग्ध चदरत्​्िाली उस मदहला और उसके ग्​्ाहको् के बीच लेन-िेन मे् हुई गडबडी के कारण ही यह घटना हुई है. उनकी इन दटप्पदणयो् पर तब काफी बिाल मचा था. लेदकन बाि मे् कोलकाता पुदलस ने अपने आरोपपत्​् मे् बलात्कार की पुद्ष की थी. इस मामले ने िेि-दि​िेि मे् काफी सुद्खजयां बटोरी थी. सुजैट की इस साल माच्जमे्मौत हो गई थी. इस मामले मे् तीन अदभयुक्तो् को दगरफ्तार दकया गया था. घटना के मूल अदभयुक्त कािर खान और मोहम्मि अली खान अब तक फरार है.् अिालत ने इन तीनो् यानी सुदमत बजाज, र्मान खान और नसीर खान को भारतीय िंड संदहता की दिदभन्न धाराओ् के तहत बलात्कार, उत्पीडन और मारपीट का िोषी पाया था. इस घटना के तुरंत बाि मूल अदभयुक्त कािर खान मुंबई भाग गया था. पुदलस अब तक उसका पता नही्लगा सकी है.

जंगली सुअरोु और पखु​ुियोु से िचायेु फसल कासरगोड. कृदष दिश्​्दिद्​्ालय ने जंगली सुअरो् और फसलो् को नष्​् करने िाले पद्​्कयो् को िूर भगाने के दलए नये दकट्म की ि​िा और जाल का इजाि दकया है. दिश्​्दिद्​्ालय ने पद्​्कयो् और जंगली सुअरो्के खतरे से दनपटने के दलए बोरअप नाम की ि​िा और सूय्ज की रौिनी मे् प्​्दतदबंब बनाने िाली दरबन को तैयार दकया है. अदखल भारतीय नेटिक्क पदरयोजना के तहत इसे द्​्तिूर कृदष दिश्​्दिद्​्ालय के हॉद्टिकल्चर दिभागाध्यक्​् डॉ मदण चेल्लाप्पन के नेतृत्ि मे्तैयार दकया गया है. बोरअप (जंगली सूअर से बचाने िाली क्​्ीम) दजसमे चूरा के साथ कई और सामग्​्ी दमलायी जाती है. इसके एक दकलोग्​्ाम प्​्दत एकड् खेतो् के पास दछड्काि करने से सुअरो्से बचाि दकया जा सकता है. क्यो्दक इसकी गंध से सुअर भागे्गे. हालांदक, यह बादरि के मौसम मे् प्​्भािी सादबत नही् हो सकता. प्​्दतदबंब िेने िाले दरबन का इट्तेमाल पद्​्कयो्को िूर भगाने मे्दकया जा सकता है. ये सूरज की रोिनी मे् चमकता है. इस दरबन के िोनो्तरफ िो रंग लाल और चमकीली चांिी का होता है. दजसे फसलो्से 30 से 45 मीटर की ऊूचाई पर बांधते है्. एक एकड् खेत के दलए तीन रोल की जर्रत होती है. एक दकलो बोरअप 100 र्पये मे् और एक प्​्दतदबंब िाले दरबन की कीमत 60 र्पये है.



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18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

ह साल भी बाबरी विध्िंस की सालविरह का छह विसंबर अयोध्या और फैजाबाि मे् शांवि से बीि िया. लेवकन इस शांवि के बीच एक रहस्यमयी राजनीवि के पसरने का अहसास जर्र हुआ. हाल ही मे् िुजरे अयोध्या आंिोलन के शीर्षस्थ नेिा अशोक वसंघल को श्​्द्ांजवल िेने िाले पोस्ट र पूरे शहर मे् लिे थे. इस बीच संघचालक मोहन भाि​ि​ि की ओर से राम मंविर वनम्ाषण के वलए सरकार से आग्​्ह वकये जाने के बाि स्थानीय लोिो्को इन पोस्टरो्मे्विशेर अथ्ष विखायी पड्ने लिा है. इस मौके पर अयोध्या से िो बार विधायक रहे, पूि्ष राज्य मंत्ी और समाजिािी पाट्​्ी के मौजूिा वजलाध्यक्​् जयशंकर पांडे से अयोध्या आंिोलन के ि​ि्षमान, भविष्य और अिीि मे् झांकिी अर्ण कुमार व्​्तपाठी से बािचीि. आप करीब िीन िशको्से यहां धम्षवनरपेक्िा की लड्ाई लड् रहे है्. क्या इस साल छह विसंबर के मौके पर अयोध्या और फैजाबाि के माहौल मे्कुछ खास बिलाि लि रहा है? वबहार विधानसभा चुनाि की हार के बाि विकास के मुद्ो् मे् भारिीय जनिा पाट्​्ी का विश्​्ास घटा है. इस बीच अयोध्या आंिोलन के कद्​्ािर नेिा अशोक वसंघल के वनधन के बाि राष्​्ीय स्ियं सेिक संघ के संघचालक मोहन भाि​ि​ि ने कहा वक राममंविर का वनम्ाषण अशोक वसंघल को सच्​्ी श्​्द्ांजवल होिी. संघ संिठनो् ने आज अयोध्या मे् िाट्सअप, फेसबुक और अखबारो् के माध्यम से यह संिेश िेने की कोवशश की है वक भाजपा आने िाले विनो्मे्मोिी नही्राम के नाम पर चुनाि लड्ि े ी. यह उसकी 2014 की रणनीवि मे् प्​्मुख बिलाि है. िह आिामी विधानसभा चुनाि और लोकसभा चुनाि िोनो् मे्लि ियी है. भाजपा चाहिी थी वक इस बीिे विसंबर को िह अयोध्या मे् बड्े पैमाने पर काय्षक्म करे लेवकन िैसा नही् हो पाया. इसके बािजूि भाजपा की रणनीवि मे् अयोध्या आने िाले विनो्मे्अपनी अहवमयि पाने जा रहा है. आप ने अयोध्या आंिोलन को बेहि करीब से

क्यो् याि आ रहे राम

साहब िाशकंि रोड पर रहिे थे और संघ के प्​्िेश प्​्मुख थे. उन्ही्के यहां मेरी पहली बार अशोक वसंघल जी से मुलाकाि हुई. उसके बाि मेरी उनसे अक्टूबर 1990 के पहले हफ्िे मे् भे्ट हुई. मै् िोबारा 1989 मे् विधायक चुना िया था और उसी िौरान राममंविर आंिोलन िेज हुआ. िब जनिा पाट्​्ी के विनो्से पवरवचि नेिा यह चाहिे थे वक मै् मुलायम वसंह का साथ छोड्कर भाजपा मे् शावमल हो जाऊं. इसी योजना के िहि फैजाबाि से वनकलने िाले नये लोि अखबार को संपािक विनेश माहेश्री मुझसे वमलने आये. उन्हो्ने कहा आप की िकिीर खुल ियी है चवलए आप को बहुि बड्ेआिमी से वमलािे है्.

िेखा है और उसका सामना भी वकया है. उसके अिीि और ि​ि्षमान को वकस िरह से िेखिे है्? अयोध्या मे् राम मंविर आंिोलन के शलाका पुर्र स्ि​ि्​्ीय रामचंद् परमहंस थे. उनके वनधन से इस आंिोलन को काफी क्व्ि पहुंची. कारसेिक पुरम एकिम असहाय हो िये. लेवकन उनके बाि अशोक वसंघल जो वक िूसरे नंबर के बड्े नेिा थे. उनके आने जाने से िहां चहल पहल रहने लिी. अशोक वसंघल के वनधन से िह उम्मीि भी खत्म हो ियी. िे बहुि वनराश होकर िुजरे है्. इस बीच वबहार मे्हार के बाि संघ पवरिार मे्नया मंथन चल रहा है. लि​िा है िह नये रामराज्य की पवरकल्पना िढ्ना चाहिी है. हालांवक िे राम के आिश्​्ो्को भूल जािे है्. डॅा लोवहया कहिे थे वक राम इस िेश के प्​्थम राजपुर्र थे. वजन्हो्ने शोवरि पीव्डि िवलि समाज को जोड्कर रािण के अत्याचारी राज्य को खत्म कर विया. भाजपा डॅा आंबडे कर के पवरवनि्ाण ष वि​िस पर अखबारो् मे् पेज भर का विज्​्ापन िेकर िेश के शोवरि समाज को लड्ाने का प्​्यास कर रही है.

विनेश माहेश्री मुझे लेकर फैजाबाि के शान-ए-अिध होटल के एक कमरे मे् िावखल हुए. िहां विवहप के नेिा अशोक वसंघल अपने एक सहयोिी के साथ बैठे थे. मुझे िेखिे ही उन्हो्ने मेरा हाल चाल पूछा और इस समय ठंडे पड्े राम मंविर आंिोलन को बोले वक िीकेएस चौधरी साहब आप को बहुि याि करिे है्. मै्ने कहा उनकी हम पर भाजपा वकस िरह से िरमायेिी? बड्ी कृपा है और उन्हो्ने ि सिीर साहब ने यह लोि आने िाले विनो् मे् विशेरकर हमे् चुनाि यावचका वजि​िायी. इसके बाि साल 2017 और 2019 के चुनािो् को ध्यान मे् विनेश माहेश्री ने कहा वक वसंघल साहब रखिे हुए राम मंविर के नाम पर भािनाएं आपसे कुछ कहना चाहिे है्. जब हमने भड्काने की कोवशश करे्िे. हमे्ऐसा लि​िा वसंघल जी से वनिेिन वकया वक बिाएं, िो है. यही इनके िोट बटोरने का िरीका होिा. उन्हो्ने कहा वक आने िाले विनो् मे् हमारी इसके वलए भाजपा को चाहे वजिने वनचले सरकार बनने िाली है. आप जावि के ब्​्ाहमण स्​्र पर राजनीवि करनी पड्े िह करेिी. है् और अयोध्या से विधायक है्. हम चाहिे है् उसकी शुरआ ् ि उसने इस साल छह विसंबर वक आप मुलायम वसंह का साथ छोड्कर को अयोध्या मे् शौय्ष वि​िस मनाकर कर िी हमारी पाट्​्ी मे् हम लोिो् के साथ आ जाये्. है. उन्हो्ने कहा वक हम आप के इस सहयोि का क्या आप कभी अशोक वसंघल से वमले और पूरा मूल्य (पांच करोड् र्पये और वमले िो कब और कैसे? उनसे वमलने का उपमुख्यमंत्ी का पि) अिा करे्िे. िेश भर के सौ शहरो् मे् आप की प्​्ेस कांफ्​्स कराये्िे. कैसा अनुभि रहा? शि्ष यह होिी वक िक्िव्य मेरा होिा और साल 1977 मे् जब जनिा पाट्​्ी की हस्​्ाक्र् आपका रहेिा. हमारी सरकार आने सरकार बनी िो मै्अयोध्या से विधायक चुना पर आपको हर ढंि से सि्​्ोच्​् पि और िया. उस चुनाि के बाि हमारे विर्द् लड्ने प्​्विष्​्ा िी जायेिी. िाले कांग्ेस नेिा वनम्षल खत्​्ी ने हाई कोट्षमे् चुनाि यावचका िायर कर िी. उस मुकिमे मे् अशोक वसंघल के इस प्​्स्ाि पर आपकी इलाहाबाि के मशहूर िकील िीकेएस चौधरी क्या प्​्विव्​्कया थी? हमारी िरफ से पैरोकार कर रहे थे. चौधरी उनकी बाि सुनकर मै्हिप्​्भ रह िया,

क्यो्वक विनेश माहेश्री ने ऐसी कोई बाि की नही् थी. मै् मानवसक र्प से इसके वलए िैयार नही् था. इसवलए चुप रहा. इस पर वसंघल जी क्​्ोवधि होने लिे. उन्हो्ने विनेश माहेश्री से पूछा वक क्या िुमने इन्हे् बिाया नही् था? विनेश कुछ बोले् इससे पहले मै्ने कहा वक मेरी इस बारे मे् कोई बाि नही् हुई थी. मै्डॅा लोवहया और समाजिािी विचारो्से जुड्ा हुआ हूं. िक्ि आने पर मै् विधायक का पि िो छोड्सकिा हूं. लेवकन कभी भाजपा मे् शावमल नही्हो सकिा. वजिना प्​्विबद्​्आप अपने विचारो् के वलए है् उससे ज्यािा मै् समाजिािी विचारो् के वलए हूं. इसके बाि वसंघल जी विनेश माहेश्री पर बहुि वबिड्े और मै्खामोशी से िहां से चला आया. उसके बाि क्या हुआ?

मै् चुपचाप अपने घर आ िया. राि के ग्यारह बजे मुख्यमंत्ी मुलायम वसंह याि​ि का फोन आया. पूछा कहां हो. मै्ने कहा वक मै् फैजाबाि मे्हूं. बोले क्या लखनऊ आ सकिे हो, मै्ने कहा रोडिेज की बसे् बंि हो चुकी है् क्यो्वक उन्हे्सुरक्​्ा मे्लिा विया िया है और मेरे पास कोई िाड्ी नही्है. इस पर मुलायम वसंह जी ने कहा वक मै्िाड्ी भेज रहा हूं, िुम आ जाओ. इस िरह मै्राि मे्िो बजे नेिाजी से वमला. उन्हो्ने पहले मुझसे विन भर का काय्षक्म पूछा िो मै्ने सब कुछ बिाया,

लेवकन वसंघल जी से वमलने का ब्योरा नही् विया. वफर उन्हो्ने पूछा वकया वसंघल से भे्ट हुई थी, िो मै्ने पूरी बाि विस्​्ार से बिायी. उन्हो्ने मुझसे पूछा िुमने वसंघल के प्​्स्ाि पर क्या कहा, मै्ने कहा वक मै्ने उन्हे् बिा विया वक मै्डॅा लोवहया के वलए प्व्िबद्​्हू.ं यह सुनकर मुलायम की आंखो्मे्आंसू आ िये. बोले िुमसे मुझे यही उम्मीि थी. इसके बाि मेरी वसंघल से कुछ औपचावरक मुलाकािे्हुई् लेवकन कोई विशेर बािचीि नही्हुई. अशोक वसंघल के व्यक्कित्ि के बारे मे् आप का क्या आकलन है? वसंघल जी विवहप के महानिम नेिा थे और उनके वनधन की क्​्विपूव्िष भाजपा नही् कर सकिी. िे अपनी वनष्​्ा के प्​्वि समव्पषि थे और अब ऐसे लोिो् का अभाि हर जिह है. आज के िौर मे् अयोध्या और फैजाबाि के माहौल को वकस िरह वबिाड्ा जा रहा है और उसे ठीक करने के वलए आपकी पाट्​्ी और सरकार क्या कर रही है? साझा संस्कृवि के इस शहर के माहौल को वबिाड्ने की कोवशश िभी से हो रही है जब से 2012 मे् राज्य मे् अवखलेश की सरकार आयी है. पहले िुि्ाषपूजा की मूव्िष विसव्जषि करने के समय फैजाबाि चौक मे् आि लिायी ियी वजसमे् िकरीबन 50 िुकाने् जल ियी्. िब यहां के विधायक और मंत्ी पिन पांडे, मंत्ी अिधेश प्​्साि और सपा के सावथयो् ने वमलकर पूरी मेहनि से आि बुझाने का काम वकया. सरकार ने िीव्​्िा के साथ मुआिजा विया िावक नुकसान की भरपाई हो सके. िूसरी घटना अमानीिंज बाजार मे्एक प्म ्े प्स ्ि ं को लेकर िनाि पैिा करने की है. लिा वक कभी भी विस्फोट हो जायेिा. उस वचनिारी को िबाया िया और िहां की आिजनी मे् पीव्डिो् को मुआिजा विया िया. राम मंविर के मुद्े पर एक िरफ अयोध्यािासी है् जो आंिोलन और वि​िाि के कारण भारी आव्थषक नुकसान उठािे है्, िो िूसरी िरफ अयोध्यािािी है् जो इससे राजनीविक िाकि हावसल करिे है्. इस लड्ाई मे्वकसकी जीि होिी. आपने ठीक कहा अयोध्यािासी अयोध्यािावियो्से िंि है.् अयोध्यािावसयो्को शांवि और व्यापार चावहए जबवक अयोध्यािावियो् को शासन और सत्​्ा वहंिू, मुक्सलम और िेश यह चाहिा है वक बाबरी मक्सजि पर न्यायालय जो भी फैसला िे उसे स्िीकार वकया जाये. बक्लक एक विशेर पीठ बनाकर इस मामले की वनयवमि सुनिाई हो और इस समस्या का हल वनकाल वलया जाये. िो इस मामले पर आप को क्​्द् सरकार से क्या आशंकाएं और अपेक्ाएं है्? लोकसभा चुनाि आिे-आिे प्​्धानमंत्ी नरे्द् मोिी राममंविर वनम्ाषण के नाम पर लोकसभा भंि भी कर सकिे है्. क्यो्वक िब िक उनके विकास के सारे नारे खोखले हो चुके हो्िे. ऐसे समय मे् उनके पास राम के अलािा कोई विकल्प नही्बचेिा. िैसे जनिा जान चुकी है वक जब-जब भाजपा संकट मे् होिी है िो उसे राम याि आिे है्. अन्यथा उन्हे् मनीराम याि आिे है्. इस चुनौिी का मुकाबला साझी संसक ् वृ ि और साझी विरासि से ही हो सकिा है.



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मनोरमा

सा

18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

पर्ाजवरण

चेन्नई का सबक ककसके किए

ल का अंत चेन्नई के दलए दकसी प्​्लय के गुजर जाने सा रहा. करीब एक महीने तक लगातार हुई बादरि से 50 हजार करोड्से ज्यािा का नुकसान हुआ. साथ ही चार सौ से ज्यािा मौते,् नुकसान का आंकड्ा एक लाख करोड् तक भी पहुंच सकता है. हालांदक ये प्​्ाकृदतक आपिा उतनी दिनािक थी नही् दजतनी बन गयी, िहर का अदनयंद्तत, अदनयोदजत दिकास और बादरि के पानी को सोख लेने िाले झीलो्,जलाियो्और िलिलो् को पाट दिया जाना इस बाढ् के ज्यािा बड्े कारण रहे. चेन्नई की िो नदियां अडयार और कुिम के प्​्ाकृदतक माग्​्ो को भी अिर्द् कर दिया गया. इनके जलग्​्हण इलाको्को इमारतो्से पाट दिया गया और एक बार भी िहरी दनयोजन जैसे िब्ि को पलट कर िेखने की जहमत नही्उठायी गयी. नतीजा अब सबके सामने है.् िैसे ये केिल चेनन् ई के दलए ही नही्है, भारत का कोई भी िहर हो, औसत से थोड्ी ज्यािा बादरि होने पर हालात ऐसे ही हो्गे. तक्ककी बात ये हो सकती है दक अब से दकसी भी िहर मे्दनम्ाजण से पहले िहरी दनयोजन के बारे मे्गंभीरता से सोचा और सख्ती से पालन दकया जाने लगे. िरअसल, निबंर मे् चेन्नई मे् 1218.6 दममी या 47.98 इंच बादरि िज्जहुई जो दपछले सौ साल मे्कभी नही्िज्जहुई थी. हालात और खराब हुए जब एक और िो दिसंबर को 24 घंटे के भीतर कुल 345 दममी बादरि हो गयी. श्​्ीलंका के आसपास कम ि​िाब का क्​्ेत्बन जाने के कारण चेन्नई मे्लगातार पांच हफ्ते तक बादरि होती रही. अमेदरकी अंतदरक्​्एजे्सी नासा के सैटेलाइट मैप के मुतादबक एक और िो दिसंबर को चेननई ् और आसपास के इलाको्मे्48 घंटे के िौरान 400 दममी िष्ाज हुई यानी करीब 16 इंच बादरि हुई. भारतीय मौसम िैज्ादनको्के अनुसार अत्यदधक गम्ज समुद् और अल-नीनो के प्​्भाि से उत्तर-पूि्ी मानसून अत्यदधक सद्​्कय हो उठा और दरकॉड्जबादरि हुई 2015 अल-नीनो िष्जभी था. आमतौर सद्ियज ो्मे्लौटते मानसून से िद्​्कण भारत मे्50 से 60 फीसि बादरि होती है. बादरि के कारण चेन्नई मे् सबसे अदधक नुकसान हुआ लेदकन सि्ाजदधक तबाही कुड्ालोर दजले मे् हुई है. दिल्लुपुरम, कन्याकुमारी, कांचीपुरम और पुिूचेरी मे्भी हालात उतने ही खराब है्. अकेले चेनन् ई मे्90 लाख से ज्यािा आबािी करीब महीने भर तक बादरि से प्​्भादित रही. इसमे्आदखरी िो हफ्ते पूरा िहर आठ फीट पानी मे् डूबा रहा, बादरि का पानी, सप्लाई का पानी, सीिर और नालो् का गंिा पानी सब दमल गये. दबजली की आपूद्तज ठप हो जाने के कारण आईसीयू मे् भत्​्ी 18 मरीजो् की मौत हो गयी. केिल आईटी कूपदनयो् का नुकसान ही 40,200 करोड् से ऊपर का है. टीसीएस, इंफोदसस, दिप्​्ो, काग्नीजे्ट जैसी कूपदनयां काम का नुकसान न हो इसके दलए बसो् से अपने कम्जचादरयो् को कोयंबटूर, बंगलूर्और हैिराबाि भेज रही है तादक िे िहां से काम कर सक्​्. अब तक िो हजार से ज्यािा कम्जचारी बंगलूर् आ चुके है्. िूसरी ओर डेढ् लाख हेक्टेयर से ज्यािा जमीन पर लगी सांबा और थालडी धान की फसल पूरी तरह से बरबाि हो चुकी है, राज्य के दकसान संगठन इन सभी दकसानो्के दलए उदचत मुआिजा चाह रहे है्लेदकन खाद्​्मंत्ी आर कामराज के मुतादबक लगभग सत्र् हजार हेकट् ये र की फसल बरबाि हुई है. जादहर है इन आकलनो् और बाकी दकसानो्को मुआिजा नही्दमलने पर भी एक अलग दकट्म का असंतोष पैिा होगा. आईटी के बाि िूसरा सबसे प्भ् ादित उद्​्ोग ऑटोमोबाइल है, दजसे करीब 15 हजार करोड् का नुकसान हुआ है. िद्​्कण रेलिे का नुकसान भी 115 करोड् र्पये से ज्यािा का है. चेन्नई, कांचीपुरम और दतर्िल्लूर मे् पटदरयो् और पूलो् को

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दनकासी बेहतर तरीके से हो जाती. िरअसल, चेन्नई, कांचीपुरम और दतर्िल्लूर के बीच करीब 3,600 तालाब, पोखरो् और टै्क एक िूसरे से जुड्े हुए है्. सरकार अगर इन सबकी सफाई और रखरखाि कर िे तो इनमे् तीस हजार दमदलयन क्यूदकब फीट पानी जमा हो सकता है. बाढ् के हालात को आराम से रोका जा सकता है. चेन्नई मे् प्​्त्येक िस साल के अंतराल पर भारी बादरि का दरकॉड्जरहा है. दपछली बार 2005 मे्यहां बाढ् आयी थी लेदकन दनम्ाजण और बुदनयािी ढ्ांचा खड्ा करने के नाम पर तब इतनी अव्यिट्था नही् थी. जादहर है इसका सबसे ज्यािा श्​्ेय सरकारो्, नेताओ् उनकी राजनीदत, नौकरिाही और नगर दनयोजन करने िालो्को ही जाता है. चेन्नई मे् कभी 50 िग्ज दकलोमीटर मे् पाल्लीकरनाई िलिल फैला हुआ था, जो बादरि का पानी सोख लेता था अब ये दसमट कर 4.3 िग्जदकलोमीटर रह काफी क्​्दत पहुंची है. चेन्नई हिाईअड्​्ा पांच दिन तक न्यायालय ने सुओमोटो संज्ान लेते हुए 16 दिसंबर तक गया है और उसके आसपास भी कचरे का ढेर है. सात फीट पनी मे्डूबा रहा और हिाई सेिाएं एकिम ठप्प राज्य सरकार को बाढ्प्भ् ादित इलाको्मे्बचाि ि राहत मिुरािोयेल झील भी 120 एकड्से दसमट कर 25 एकड् रही्. बीमा कूपदनयो् को औद्​्ोदगक कूपदनयो् और लोगो् के दलए क्या-क्या दकया गया ये सारी जानकारी मुहैया मे् रह गयी है. अंबातूर, कोिूनगईिूर और अिम्बाक्​्म की ओर से तीन हजार करोड् के िािे प्​्ाप्त हो चुके है्. कराने का आिेि दिया है. जादहर है दपछले कुछ सालो्से टै्क भी दसमट कर बहुत छोटे हो गए है्. एनएच 45 और िैसे धीरे-धीरे चीजो्को ठीक करने की कोदि​िे्जारी है्. लोकद्​्पयता के दिखर पर आसीन जयलदलता के दलए एनएच 4 को जोड्ने िाले चेन्नई बायपास की पूि्ज की यातायात, टेलीफोन, इंटरनेट जैसी सेिाएं बहाल हो चुकी बाढ्के बाि राहत और पुनि्ास ज बहुत बड्ी चुनौती सादबत ओर बहने िाले नालो् के प्​्िाह को अिर्द् करता है, है्. सेना और एनडीआरएफ ने अब तक 16 हजार लोगो् होगा. जयलदलता यह बात समझती है् इसदलए उन्हो्ने दजससे अन्नानगर, पोर्र,िनाग्​्म,मुग्गापैर और को बचाया है. तदमलनाडू सरकार के मुतादबक करीब क्द् ्से 10,250 करोड र्पये की सहायता रादि की मांग अंबातूतर बाढ्प्भ् ादित हो जाते है.् चेनन् ई के नक्िे मे्अब 11.53 लाख लोगो् को बचाया जा चुका है, और उन्हे् की है दफलहाल क्​्द्सरकार की ओर से 940 करोड्की भी 250 जलदनकाय दिखते है्लेदकन हकीकत मे्केिल 5,009 राहत दिदिरो्मे्पहुच ं ाया गया है. कुल 50 हजार मि​ि की गयी है. राज्य आपिा बल कोष के तहत 133 27 बच गये है्और िो भी बुरी हालत मे्. सच तो ये है दक लोगो्को सुरद्​्कत ट्थानो्पर भेजा गया है. करोड र्पये जारी दकये गये है्. हालांदक प्​्धानमंत्ी मोिी चेन्नई महानगर दिकास प्​्ादधकरण की ओर से दकसी भी िूसरी ओर बाढ् पर राजनीदत भी िुर् हो चुकी है ने राज्य को हजार करोड् र्पये की अदतदरक्त मि​ि का इमारत के दलए जल प्​्बंधन या जल दिज्​्ान का कोई लेदकन डीएमके सिाल गैरिादजब नही् है्, डीएमके ने एलान दकया है. लेदकन ज्यािा जर्री सिाल ये है दक ध्यान नही् रखा गया है. कुल दमलाकर चेन्नई की बाढ् चेमबरम्बक्​्म बांध से समय रहते पानी नही्छोड्ेजाने आगे दफर ऐसा नही्हो, क्यो्दक चेन्नई की बाढ्प्​्ाकृदतक दरयल ट्टेट के दलए भी एक सीख सादबत हो सकती है. के मुद्े पर राज्यपाल के रोसइया को ज्​्ापन सौ्पा है, से ज्यािा मानिीय गलदतयो् का नतीजा है. से्टर फॉर ऐसे मे् उन्हे् अंिाजा होना चादहए दक जल दनकासी क्यो्दक यहां से बाि मे् पानी छोड्े जाने पर ही बाढ् के साइंस एंड एनिायरनमे्ट’ (सीएसई) के मुतादबक भी व्यिट्था और पय्ाजिरण को समायोदजत दकये बगैर हालात बने्. खबरो् के मुतादबक अक्तूबर मे् ही मौसम चेन्नई मे् अगर उसके प्​्ाकृदतक जलािय और जल दकतनी भी आकष्जक, खच्​्ीली इमारते्या बुदनयािी ढांचा दिभाग की ओर से निंबर मे्अप्​्त्यादित बादरि होने की दनकासी नाले सुरद्​्कत ि संरद्​्कत होते तो आज हालात क्यो्न खड्ा कर दलया जाये, प्​्ाकृदतक आपिाएं उन्हे्पल सूचना िे िी गयी थी. लेदकन इस सूचना को गंभीरता से कुछ और होते. सीएसई की महादनिेिक सुनीता नारायण मे्मदटयामेट कर सकती है्. िैसे चेन्नई की बाढ् के बाि एक पहल ये हुई दक नही्दलया गया और न दनपटने की तैयारी की गयी. एक कहती है्दक दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, श्​्ीनगर और िो दिसंबर को 500 दममी और अन्य िहरो् मे् उनके सरकार ने िेिभर मे् बाढ् पर नजर रखने के दलए सौ बादरि की चेतािनी के बािजूि वैसे ये केवल चेन्नई के ललए प्​्ाकृदतक जलाियो् पर समुदचत क्​्द् ट्थादपत करने का फैसला दलया है. जल संसाधन पुदलस दिभाग की ओर से दनचले ही नही् है, भारत का कोई भी ध्यान नही् दिया गया है, ये मंत्ालय के अनुसार मौजूिा पंचिष्​्ीय योजना के तहत इलाको् मे् रहने िाले लोगो् के जलािय प्​्ाकृदतक र्प से बाढ्का पहले चरण मे्तदमलनाडू मे्14 क्​्द्समेत कुल 40 क्​्द् शहर हो, औसत से थोड् ी दलए कोई चेतािनी नही् जारी की पानी दनकालने के माध्यम है्. दजन ट्थादपत दकये जाये्गे. इसके अलािा इस घटना ने लोगो् गयी. पीडब्ल्यूडी के अदधकादरयो् ज्यादा बालरश होने पर हालात पर आज इमारते्खड्ी कर िी गयी को जलिायु पदरित्जन और इस तरह की प्​्ाकृदतक ने भी समय पूि्ज चेतािनी दमलने है्. चेन्नई मेि्ो डेिलपमे्ट आपिाओ् के दलए तैयार रहने जैसे जर्री मसलो् पर ऐसे ही हो् ग . े तक् क की बात ये के बािजूि चेमबरम्बक्म् बांध से अथॉदरटी के मुतादबक िहर मे्1.5 सोचने को मजबूर कर दिया है. हाल ही 9 और 10 तय तारीख से पहले धीरे-धीरे हो सकती है लक अब से लकसी अिैध इमारते् है्, चेन्नई के 300 दिसंबर को आिाज, ग्लोबल दसटीजन मूिमे्ट के दकये ्े ण ् मे्करीब 73 फीसि लोग िहर दनयोजन पानी दनकाल कर उसे बाि मे् भी शहर मे् लनम्ा​ाण से पहले के करीब तालाब, टै्क और छोटी गये एक सि्क बादरि का पानी जमा करने के झीले् इन्ही् इमारतो् मे् समा गयी्. और बुदनयािी ढांचा मे् बिलाि िेखना चाहते है् और शहरी लनयोजन के बारे मे् चेन्नई महानगर जल आपूद्तज और मानते है् दक उनका िहर दिपरीत मौसमी हालातो् के दलए तैयार नही् दकया. जबदक घोदषत र्प से 2015 अल-नीनो गंभीरता से सोचा और सख्ती सीिरेज बोड्ज के आंकड्ो् के दहसाब से तैयार नही् है. आिाज की िदरष्​् सिट्य का साल रहा है. सरकार के कई मुतादबक 16 निंबर और पहली अलादफया जोयब के मुतादबक अब चेन्नई के ज्यािातर से पालन लकया जाने लगे. दिसं दिभागो्मे्कोई सामंजट्य नही्था. बर को आयी बाढ्बांध से पानी दनिासी जलिायु पदरित्जन के असर को कम करने के दपछले साढ्ेचार साल से अडयार छोड्े जाने की िजह से आयी थी. दलए ग्​्ीन हाउस गैसो् के उत्सज्जन को कम करने और निी और चेमबरम्बक्​्म बांध िोनो्की तली के गाि को जब करीब 18 हजार क्यूसेक पानी चेम्बरमबक्​्म बांध 2050 तक पूरी तरह से खत्म करने की प्​्दतबद्​्ता खुि भी साफ नही्दकया गया. अडयार निी के मुहाने पर भारी से छोड्ा गया था. मद्​्ास इंट्टीट्​्ूट ऑफ डेिलपमे्ट से और सरकार से िोनो् से चाहते है्. लेदकन ये इतना गाि के कारण समुद्मे्पानी दनकलने का रास्​्ा अिर्द् ट्टडीज के प्​्ोफेसर एस जनकराजन के मुतादबक आसान नही् है दपछले 24 घंटे दफर पुिूचेरी और चेन्नई हो गया. दफलहाल राज्य सरकार चेमबरम्बक्​्म बांध से चेम्बरमबक्​्म बांध की ट्टोरेज क्​्मता को बहुत उपर मे् बरसात होती रही है और भारतीय मौसम दिभाग ने प्​्दत सेक्​्ड बीस हजार घनमीटर पानी अडयार निी मे् रखने से दिक्त् े्हुई है.् जबदक इसे 75 फीसि से भी नीचे अगले चार दिन दफर चेन्नई, दतर्िल्लूिर, कांचीपुरम दनकाल रही्है. रखना चादहए. इससे थोड्ा सा ज्यािा पानी होने पर पहले और पुिूचेरी मे् भारी बादरि होने की चेतािनी जारी की हालांदक इस संकट से दनपटने का जयलदलता ही दनकाल िेना चादहए. प्​्ो जनकराजन भी मानते है्दक है. जादहर है ऐसे मौसमी हालातो्को रोका नही्जा सकता सरकार का िुरआ ् ती रिैया बहुत सुस्रहा, लोगो्मे्इस चेन्नई मे्बाढ्को रोका जा सकता था अगर प्​्िासन ने लेदकन दपछले अनुभिो्से सबक लेकर जल दनकासी की िजह से नाराजगी भी है. राहत सामग्​्ी पर अम्मा की चेम्बरमबक्​्म बांध को अलग-थलग न रखा होता. तैयारी जर्र की जा सकती है. अगले चार दिन दफर भारी ् ो्से जुडे् बरसात होने पर तदमलनाडू सरकार कैसे उससे दनपटती तट्िीर के ट्टीकर ने लोगो् को और हैरान दकया. राहत चेमब् रमबक्म् बांध और अडयार निी 200 टैक और पुन्जिास काय्​्ो के संिभ्ज मे् तदमलनाडू सरकार के हुए है्. इन सभी का प्​्बंधन होने पर चेम्बरमबक्​्म बांध है इससे उसकी गंभीरता और तैयारी और तत्परता का दखलाफ िायर एक जनदहत यादचका पर मद्​्ास उच्​् से 33,500 क्यूसेक पानी छोड्े जाने पर भी पानी की बहुत कुछ अंिाजा दमल जायेगा.


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दरयाणा सरकार ने पंचायत राज अदधदनयम मे्जो संिोधन दकया था उस पर सुप्ीम कोट्जने मोहर लगा कर एक नयी बहस छेड िी है. पंचायती राज संिोधन को लेकर सुप्ीम कोट्ज मे् लगी सभी जनदहत यादचका खादरज कर िी गयी. गौरतलब है दक हदरयाणा मे् ऐसे सभी उम्मीि​िारो्जो दकसी भी मान्यता प्​्ाप्त संटथ ् ान से मैद्िक परीक्​्ा या उसके समकक्​् परीक्​्ा उत्​्ीण्ज या बोड्ज पास नही् है् उन्हे् चुनाि लडऩे के दलए अयोग्य घोदषत दकया गया है. मदहला उम्मीि​िारो् और अनुसूदचत जादत के उम्मीि​िारो् के मामले मे्, न्यूनतम िैद्कक योग्यता आठिी् पास दनध्ाजदरत दकया गया है. यदि िे पंच के पि के दलए चुनाि लड् रहे है्, तो न्यूनतम िैद्कक योग्यता पांचिी् पास होगी. इन फैसलो्को लेकर अब सिाल खडे हो रहे है्. इस फैसले से यह भी लगता है दक परंपरागत ज्​्ान और कौिल को दिक्​्ा से कमतर माना जा रहा है. दिक्ा् सभी को दमले यह जर्री है. पर जो दिद्क ् त नही् है्

18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

साकं​ंर लोकतंतं से समझदार बाहर!

िह समझिार भी नही् होगा यह तक्क अजीब है. खेतो् मे् काम करने िाला दकसान, िस्​्कार, िैद् या दफर जमीन के नीचे पानी तलािने िाला आदि​िासी हो इनके कौिल और हुनर के आगे बहुत से पढ्े दलखे भी नही् ठहरते. अगर हम भारतीय लोकतंत् मे् आज के हालात मे् दिक्​्ा को चुनाि से जोड िे्गे तो एक बडी आबािी पंचायत चुनाि लडने से िंदचत हो जायेगी. भारत की जनगणना, 2011 के मुतादबक िेि मे्आधे से ज्यािा पदरिार ऐसे है्दजनमे्एक भी मैद्िक पास आिमी नही्है. ऐसे पदरिारो् दक संख्या बारह करोड से भी ज्यािा बतायी जा रही है. क्या इतनी बडी आबािी को हम उसके चुनाि लडने के अदधकार से िंदचत कर िे्गे. एक तरफ हम िूर िराज मे् रहने िाले िदलत आदि​िादसयो् को चुनाि प्​्द्कया से जोडने की पैरिी करते है तो िूसरी तरफ दिक्​्ा की ित्ज लगाकर करोडो् लोगो् को उनके पंचायत चुनाि लडने के अदधकार से

िंदचत करने जा रहे है्. यह एक गंभीर मुद्ा है दजसपर सभी राजनैदतक िलो् को संसि मे् सिाल उठाना चादहए. िेि की बडी आबािी का पेट भरने िाला दकसान सैकडो्सालो्से खेत मे् फसलो् को लेकर जो प्​्योग करता आया है उसके दलये उसने कोई औपचादरक दिक्​्ा नही् ली. दफर भी खेती बागिानी मे् दिदिदधता आती रही .कई नये फल दिकदसत दकये गये तो अन्न की नयी प्​्जाती भी आयी. यह ज्​्ान, लोक दिद्​्ा और कौिल का नतीजा है. गांि मे्जो कुम्हार होता है िह सभी गांिो् मे्दमट्​्ी के बत्जन से लेकर दिया और कुल्हड तक िेता है. यह कला उसे परंपरागत ज्​्ान और कौिल से दमली है. जो लोहार औजार िेता है या जो बढई घर मे् दखडकी िरिाजे बनाता है िह हुनर उसके परंपरागत ज्​्ान और कौिल का ही नतीजा है. िेि मे् बडेबडे दकले , महल और ताजमहल जैसे दनम्ाजण के पीछे यही ज्​्ान और कौिल रहा है .इसदलए लोक दिद्​्ा ,ज्​्ान और कौिल की अनिेखी ठीक नही्है. क्​्द्सरकार ने पहली

बार आयुि्ेि को ढंग से मान्यता िेते हुए एक मंत्ालय बनाया. इससे िेि के िूर िराज इलाको्मे्जडी बूदटयो्से इलाज करने िालो् का उत्साह भी बढा. चेन्नई मे् एक ऐसे िैद् अज्जुनन से अपनी मुलाकात हुई थी दजसकी सेिाएं अपोलो से लेकर दसंगापुर के बडे अट्पताल लेते है्िह भी दसफ्कनाड्ी िेखने के दलए .उसको करीब तीन हजार र्पये हर मरीज की नाड्ी िेखने के दलए ये अत्याधुदनक दचदकत्सा संट्थान िेते है्. ख़ास बात यह है दक अज्जुनन को न तो कभी कोई औपचादरक दिक्​्ा दमली न ही उन्हे्तदमल के अलािा कोई भाषा आती है. ये बडे अट्पताल िाले जब उन्हे्बुलाते है्तो एक िुभादषये का भी इंतजाम करते है् तब उनकी बात कोई समझ पाता है. यह एक उिाहरण है लोक दिद्​्ा और ज्​्ान का. ऐसे मे् हदरयाणा के संिभ्ज मे् बडी अिालत का फैसला िुभ्ाजग्यपूण्जहै. अभी िेि मे्यह स्टथदत नही्है दक दसफ्कसाक्​्र को ही चुनाि लडने का अदधकार िे और बाकी को

काबे ककस मुंह से जाओगे गाकिब...? कुमार पं​ंशांत

दक

सने और क्यो् कहा? यह तो पता नही्, लेदकन हो यह रहा है दक कांग्ेस अपने मुंह पर खुि ही कादलख पोतने का अदभयान चला रही है! संसि से सड्क तक बेतहािा उठाये जा रहे िोर के बीच भी कोई सुने तो कही् कब्​् से दमयां गादलब की यह आिाज सुनाई िेगी: काबे दकस मुंह से जाओगे गादलब/िम्जतुमको मगर नही्आती! बीते कुछ दिनो् से राहुल गांधी बडी ही खामोिी से पदरपक्ि नेता की तरह सामने आ रहे थे. उनमे्धार बनती दिखायी िे रही थी. िे सबके साथ चलते हुए भी अपनी अलग उपस्टथदत बना रहे थे. दबहार का नतीजा कांग्ेस की सूखती जड्मे्पानी डालने जैसा था. लगा था दक राहुल गांधी िेि की हिा का र्ख बिलने मे्एक हि तक कामयाब हो रहे है्. लेदकन नही्, हिा बिलने का अहसास तो छोद्डए, यहां तो हिा दनकल रही है. सबसे अफसोस की बात यह है दक यह दकसी िूसरे का दकया नही् है, उनका ये खुि का बोया हुआ. नेिनल हेरल्ड नाम के अखबार की बाबत िेि की युिा आबािी तो कुछ जानती भी नही्है, तो बता िे्दक आजािी की लड्ाई के सेनापदतयो्मे्से एक जिाहरलाल नेहर् ने यह अखबार 9 दसतंबर 1938 को िुर् दकया था. आजाि ख्याल जिाहरलाल नेहर् को तब लगने लगा था दक कांग्ेस के मंच पर िदकयानूसी ताकतो् का ऐसा मेला है दक िे अपनी बात प्​्भािी ढंग से कह नही् पाते है्. बाजार्अखबार उनकी बातो्को ईमानिारी से जनता तक पहुंचाते नही् है्. तो नेहर् ने अपनी बात, अपने िेि की जनता को, अपनी तरह से बताने के दलए एक अखबार

दनकालना िुर् दकया. अखबार अंग्ेजी मे् होगा ये तो तय था लेदकन जल्ि ही अखबार दहंिी मे् 'निजीिन' और उि्जू मे् 'कौमी आिाज' के नाम से दनकलने लगा. िुर् मे् नेहर्इसके संपािक भी थे. दफर रमा राि, चेलापदत राि आदि संपािक बने. िेि की आजािी मे् नेहर् की भूदमका को उजागर करता यह अखबार अपने तेिर के दलए जाना-पहचाना बनता गया. लेदकन यह अखबार कभी भी िेि का अग्​्णी अखबार नही्बन सका. नेहर्इसे एक अच्छे अखबार की हैदसयत तो दिलिा ले गये. लेदकन यह कांग्ेस का आदधकादरक अखबार कभी नही् माना गया. जिाहरलाल नेहर् ने इसके माट्टहेड के नीचे अंग्ेज काट्जूदनट्ट गैद्बयल

इसका दनजीकरण भी दकया गया. नेिनल हेरल्ड की सारी चल-अचल संपद्​्त नेहर्पदरिार की दनजी जायिाि मे् बिल गयी. आरोप िीर सुबह् म् ण्यम ट्िामी ने यह मामला खोि कर दनकाला और अिालत तक पहुंचाया. जब तक कांग्ेस की सरकार थी तो मामला मंिा रहा. ट्िामी की करतूतो् से दकसी के माथे पर बल भी नही्पड्ा. लेदकन सरकार बिली तो मुसीबत बढ्नी िुर् हो गयी. कांग्ेस जगह-जगह सत्​्ा से बेिखल होती गयी. नेहर्पदरिार किच दिहीन होता गया. मामला गंभीर बनता गया और आज अिालत ने नेहर्-पदरिार और कांग्ेस पाट्​्ी के दिग्गजो्को कठघरे मे्बुलाया है. इसमे् कोई िक नही् है दक क्​्द्

नेशनल हेरल्ड नाम के अखबार की बाबत देश की युवा आबादी तो कुछ जानती भी नही् है, तो बता दे् लक आजादी की लड्ाई के सेनापलतयो् मे् से एक जवाहरलाल नेहर् ने यह अखबार 9 लसतंबर 1938 को शुर् लकया था. की दलखी एक पंसक् त डाली थी जो कहती थीआजािी खतरे मे् है, अपनी पूरी ताकत से इसकी रक्​्ा करे्! उन्हे्यह पंस्कत उनकी बेटी इंदिरा गांधी ने भेजी थी. बाप-बेटी की जुगलबंिी आजािी से पहले से चलती रही थी. लेदकन कोई भी अखबार दसफ्क खबरे् खाकर तो दजंिा रहता नही् है. उसका एक आद्थजक पक्​्भी होता है. नेिनल हेरल्ड का यह पक्​्िुर्से ही कमजोर रहा. आजािी की लड्ाई मे्डूबे जिाहरलाल के अकेले िम पर चलने िाले अखबार की आद्थजक मय्ाजिा हम आसानी से समझ सकते है.् इसदलए 40 और 70 के ि​िक मे्इसका प्क ् ािन बंि भी हुआ. बाि मे्2008 मे्आकर यह अखबार अंदतम र्प से बंि हो गया. नेहर् पदरिार ने इस अखबार के जदरये संदचत संपद्​्त का व्यापादरक इस्​्ेमाल ही नही् दकया, बस्लक

सरकार का इस मामले से सीधा नाता है. िह कांग्ेस के लौटते प्​्भाि से िंदकत है. उसे पता है दक राहुल गांधी और कांग्ेस कभी भी मोिी दिरोधी ताकतो् के क्​्द् दबंिु बन सकते है्. दबहार का चुनाि पदरणाम मोिीचौकड्ी की रातो् की नी्ि उड्ा रहा है. प्​्धानमंत्ी का अस्​् होता प्​्भा मंडल और सरकार की दगरती साख उसे दिखायी भी िे रही है. िह परेिान है दक उत्र् प्ि् ि े , पंजाब, बंगाल जैसे राज्यो् के चुनाि दसर पर है्. लेदकन उसकी साख दगरती जा रही है. िह परेिान हाल मे् इस कोदि​ि मे् है दक राजनीदतक अखाड्ेमे्बहस का क्​्द्सरकार नही् बने, कांग्ेस का भ्​्ष्ाचार, राहुलसोदनया की बिनीयती, पादकस्​्ान से संबंध बेहतर बनाने की उसकी दबना सर-पैर की कोदि​ि आदि ही चच्ाज मे्रहे. कांग्ेस के इन

आरोपो् को हम बेबुदनयाि नही् कह सकते दक मोिी-सरकार राजनीदतक बिले की भािना से काम कर रही है. यानी प्​्धानमंत्ी काय्ाजलय का इस मामले से सीधा जुड्ाि है. लेदकन इसमे् अट्िाभादिक क्या है? कल तक आप सब ही तो कहते थे दक इसे ही राजनीदत कहते है् ! लेदकन राहुल, सोदनया और कांग्ेस पाट्​्ी के इस मामले से संसि को क्या लेना-िेना है? यह बात तो समझ मे् आती है दक सरकार की बिनीयती का मुकाबला सड्को् पर दकया जाये और अिालत मे् उनके आरोपो् की धद्​्ियां उड्ायी् जाये्. लेदकन कांग्ेस को यह बात समझ मे् आती नही् दिख रही दक संसि को मछली बाजार बनाने से उसकी मुसश् कले्कम नही्हो सकती्. ऐसे मे्संसि को चलने िेना ही समझिारी होगी. क्या कांग्ेस के कानूनी दिग्गज यह समझते नही् है् दक इस मामले का फैसला संसि कर ही नही् सकती है. सरकार अगर चाहे दक िह नेिनल हेरल्ड का मामला खत्म कर िे. तो उसके दलए भी उसे अिालत के पास ही जाना पड्गे ा. तो दफर संसि को चलने से रोक कर राहुल हमे्क्या बताना चाहते है्दक िह दकतने ताकतिर है?् कांग्ेस की ताकत तो तब दिखती, जब िह संसि मे् अपनी प्​्भािी उपस्टथदत बनाये रखती. सरकार से हर मुद्े पर जूझती, जहां उसे लगता दक सरकार को उसके सहयोग (जीएसटी और अन्य दबल) की जर्रत है, तो सहयोग करती. बाकी सड्को् और अिालत मे् सरकार की बिनीयती का भंडाफोड्करती दिखायी िेती! आज िह जो कर रही है िह तो एक कायराना िांि भर है. तादक सरकार से सौिा दकया जा सके. क्या यह भी समझाने की बात है दक संसि की गदरमा दगरा कर, पि्​्े के पीछे सौिे कर के आप न तो सरकार चला सकते है्और न ही पाट्​्ी? यह अकारण नही् है दक आज हमारे िेि मे्जीभ के दसिा चल कुछ भी नही् रहा है.

बवचार इससे िंदचत कर िे. यह लोकतंत् की मूल भािना के भी दखलाफ होगा. ऐसे मे् क्​्द् सरकार को पहल करनी चादहए. बेहतर यह हो दक सुप्ीम कोट्ज की बडी बे्च मे् इसकी सुनिाई हो. यह मामला दसफ्क एक िो छोटे राज्य का ही नही्बस्लक समूचे िेि की बडी आबािी का है. यह भी सोचना चादहए दक िेि की बडी आबािी को अभी हम िो समय का भोजन नही्िे पा रहे है्ऐसे मे्चुनाि लडने के दलए दिक्​्ा की ित्ज लगाना कहां तक उदचत होगा. बहुत से लोगो्के पास रहने को घर नही्है तो ठंड मे्पहनने को पय्ापज त् कपड्े तक नही् है. ऐसे िेि मे् गांि पंचायत के चुनाि मे्दसफ्कपढे दलखे लोगो्की दहट्सिे ारी से समाज बंट जर्र जायेगा. यह लोकतंत्के दलए भी िुभ संकते नही्है. एक बडी आबािी का लोकतंत्से अगर भरोसा उठा तो यह िेि आगे तो नही् जा पायेगा. यह ध्यान रखना चादहए. हदरयाणा से जो िुर्आत हो रही है िह ठीक नही् है. इसदलए इस सिाल पर गंभीरता से सोचना होगा.

घोटाला करती सरकारंे

हदरयाणा मे् धान घोटाला की खबर पढ्कर पुराने घोटालो्की याि ताजा हो गयी. हमारे भ्​्ष् नेता घोटाले करने मे् लगे रहते है्. इस बार दकसान के धान पर घोटाला हो गया. इससे पहले चारा और िूसरे घोटाले भी इसी तरह से दकये गये. मनोहर सरकार की नी्ि के चलते हदरयाणा मे् इस तरह का घोटाला हुआ. बेहतर होता सरकार चौ्कन्नी होकर दकसानो् के दहत की रक्​्ा करती. सरकार की लापरिाही से ही दमल मादलक साठगांठ करके इस तरह के घोटालो् को अंजाम िे रहे है्. ऐसे मे्समय रहते सरकार चेत जाये तो बद्ढया होता.

नदीम अफरोज, भकिंडा (पंजाब)

डबर डेकर का िौर

रेलिे के नयी डबर डेकर ि्​्ेन िुर् करने की खबर मन को अच्छी लगी. हाल के दिनो्मे्रेल मंत्ी सुरेि प्​्भु ने कई त्िदरत किम लेकर रेलिे को बेहतर बनाने का प्​्यास दकया है. रेलिे के योजनाओ् मे् भी दिस्​्ार हुआ है. डबल डेकर ि्​्ेन से सिादरयो् की सुदिधा भी बढ्ी है. रेल मंत्ी ज्यािा संख्या मे्डबल डेकर ि्​्ेन चलाएं तो बद्ढया रहेगा. इससे पय्जटन के साथ यात्​्ी सुदिधाएं भी बेहतर हो्गी. नीना श्​्ेष्, कदल्िी

कानपुर और स्माट्ष दसटी

कानपुर के ट्माट्जदसटी बनने का सपना जैसे सूरज को िीया दिखाने की तरह लगा. प्​्िूषण की भरमार और जगह–जगह गंिगी के ढेर इस िहर को अपनी दगरफ्त मे् दलये है.् सरकारी फाइलो्के मकड्जाल मे्उलझी योजनाएं और ट्माट्जदसटी का सपना ऐसे मे् दि​िा ट्िप्न जैसा लगता है. बेहतर होगा पहले हम अपनी बुदनयािी जर्रते्पूरा करे् और कूड्ा कचरा साफ करे.् दफर कानपुर के ट्माट्जबनने का ख्िाब िेख.े् दसफ्कट्माट्जदसटी के सपने भर से िहर ट्माट्जबनते तो साल भर मे्बहुत सारे िहर ट्माट्जहो जाते. नरेश किश्नोई, कानपुर (उत्​्र प्​्देश)


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18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

खास खिर

नेशनल हेरलुड के मलिे मेु दिी कांगस ुे

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वीरेंदं नाथ भटं​ं

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ष्ज 1938 मे् जिाहरलाल नेहर् के लखनऊ से िुर् दकये गये तीनो् अखबार 61 साल बाि 1999 मे् हमेिा के दलए बंि कर दिये गये. आज लखनऊ की सरजमी्से हेराल्ड का नामो्-दनिां दमट चुका है. कैसरबाग की दजस दबस्लडंग से तीनो् अखबार प्क ् ादित होते थे, उसका नाम नेहर् भिन है. िहां 2005 मे् राजीि गांधी फाउंडेिन ने राजीि गांधी आंख का अट्पताल खोल दिया. दजस दबस्लडंग से अखबार छपता था उसकी आधारदिला 1980 मे् रखी गयी थी. इस भिन का दिलान्यास उत्​्र प्​्िेि के तत्कालीन मुख्यमंत्ी दिश्​्नाथ प्​्ताप दसंह ने दकया था. जब तक अखबार दज़ंिा था तब तक दिश्​्नाथ प्​्ताप दसंह का दिलापट्​् नेहर् भिन के प्​्िेि द्​्ार पर लगा रहा. राजीि गांधी अट्पताल खुलने के बाि उसे भी हटा दिया गया. जोखू दतिारी ने कहा दक हमे् इतना संतोष जर्र है दक 1999 मे् अखबार बंि करने के पूि्जसभी कम्जचादरयो्के पूरे बकाये पैसे का भुगतान कर दिया गया. करीब चार सौ कम्जचादरयो्के एक-एक पैसे का भुगतान कर दिया गया. इलाहाबाि हाई कोट्ज के आिेि के तहत कम्जचारी यूदनयन और मैनज े मेट् के बीच समझौता हुआ. दजससे यह भुगतान दकया गया. लेदकन जब कभी भी नेहर् भिन के पास से गुजरना होता है तो मन मे् गहरी टीस तो उठती है. क्या दिन थे जब चेलापदत राि जैसे भी संपािक थे दजन्हो्ने आपातकाल के िौर मे्संजय गांधी, युिा ह्िय सम्​्ाट के लखनऊ आगमन पर ट्िागत के दिज्​्ापन को छापने से इनकार कर दिया था. आज लखनऊ के कम लोगो् को पता है की नेहर् भिन के पीछे का जो चार मंदजला खंडहर भिन है दजसका मुख्य द्​्ार कैसरबाग चौराहे की और खुलता है, कभी दमिन ट्कूल दबस्लडंग के नाम से जाना जाता था. यही् से तीनो् अखबार छपते थे. मौजूिा नेहर्भिन तो कागज़ का गोिाम था. यही खंडहर भिन कभी उत्​्र प्​्िेि ही नही् बस्लक िेि की सत्​्ा का क्​्द्हुआ करता था. कभी इस भिन के गदलयारो् मे् पंदडत

जिाहर लाल नेहर् चहल किमी दकया सरकार की आलोचना का नेहर्गंभीरता से कमरे मे्ताला जड दिया गया था. यिपाल की दिलचट्पी अखबार मे्कम करते थे और चेलापदत राि के साथ लंबी संज्ान लेते थे. मीदटंग हुआ करती थी. राि के िोस्​् और सभी के दलए अपने तीखे संपािकीय नेिनल हेरल्ड की संपद्​्त मे् ज्यािा थी. नेहर् मंद्तमंडल मे् रक्​्ा मंत्ी िीके कृष्णा के कारण नेिनल हेरल्ड िेि के राजदनदतक हेरल्ड के एक पुराने पत्​्कार ने कहा दक मेनन भी यहां अक्सर दिख जाया करते थे. पटल पर एक अलग पहचान रखता था. यिपाल कपूर की र्दच फोथ्ज एट्टेट मे् कम िह बडे नामी दगरामी मीदडया हाउस का िौर एक दिश्​्नीय अखबार था. लेदकन अच्छे दरयल एट्टेट मे्ज्यािा थी. दलहाजा दनयंत्ण नही् था. नेिनल हेरल्ड जनता की आिाज़ दिन बहुत समय तक नही् रहते. िेि के संभलाने के बाि पहला काम उन्हो्ने दमिन ट्कूल िाले भिन का प्​्तीक था. आज़ािी को ध्िस्​् कर के संग्ाम का योद्​्ा था. अपने तीखे संपादकीय के कारण नेशनल हेरल्ड देश के बहुमंदजला इमारत िास्​्ि मे् कांग्ेस उस राजलनलतक पटल पर एक अलग पहचान रखता था. एक बनाने का मंसूबा समय तो जनता की ही लवश्​्नीय अखबार था. लेलकन अच्छे लदन बहुत समय तक नही् बनाया. यिपाल आिाज़ थी. कपूर का तक्क था पंदडत गोदिंि रहते. देश के राजनीलत मे् इंलदरा गांधी के उदय के साथ ही की बहुमंदजला िल्लभ पंत, रफी अहमि नेशनल हेरल्ड के बुरे लदन शुर् हो गये. इमारत की आय से दकि​िई और लाल नेिनल हेरल्ड को बहािुर िास्​्ी के दलए भी नेिनल हेरल्ड की अहदमयत दिल्ली और राजनीदत मे् इंदिरा गांधी के उिय के साथ आद्थजक र्प से आत्मदनभ्जर बनया जा मद्​्ास से छपने िाले दकसी भी अन्य अखबार ही नेिनल हेरल्ड के बुरे दिन िुर् हो सकेगा. लेदकन हुआ इसका उलटा. से कम नही् थी. अपनी पैनी और धारिार गये. पहला दनिाना था हेरल्ड के संपािकीय दरयल एट्टटे तो पहले फूला और फोथ्जएट्टटे कलम के दलए प्​्दसद्​् चेलापदत राि जो दिभाग पर दनयंत्ण और कैसे चेला पदत का िम घुटने लगा. आज राहुल गांधी श्​्म एमसी के नाम से मिहूर थे, सबके दलए राि को दकनारे दकया जाय. नेहर् गांधी कानून को लेकर नरे्द्मोिी पर हमलािर है् सामान र्प से कठोर थे. उनके दलखे पदरिार के िरबारी उमा िंकर िीद्​्कत को लेदकन उनके ही पूि्जज नेहर् के िुर् कूपनी का प्​्बंध दनिेिक बनाया गया. दिल्ली की पूिज्मुखय् मंत्ी िीला िीद्​्कत इनकी बहू है्. उमा िंकर 1975 मे् घोदषत आपातकाल के िौरान िेि के गृह मंत्ी थे. िीद्​्कत के बाि नेिनल हेरल्ड का दनयंत्ण इंदिरा गांधी के दिश्​्स्और यिपाल कपूर के हाथ मे् आ गया. यिपाल कपूर चेलापदत राि को फूटी आखो् पसंि नही् करते थे. करते भी क्यो् आपातकाल के िौरान नेिनल हेरल्ड मे् चेलापदत राि इंदिरा गांधी और संजय गांधी की प्​्िंसा की ख़बरे् रद्​्ी की टोकरी मे् फे्क दिया करते थे. आपातकाल के समय इंदिरा और संजय के दिर्द्जाने से यिपाल कपूर से चेलापदत राि का टकराि बढता ही गया. उन्हे्अपमानजनक हालात मे् जाना पडा. यिपाल कपूर के इिारे पर उनके

अखबार मे् मजिूरो् का िोषण होना आम बात हो गयी थी. छह-छह माह िेतन मे्िेरी आम बात हो गयी थी. िेतन पर खच्ज कम करने के दलए कम्जचादरयो् की छटनी की गयी. ट्िैस्चछक सेिा दनिृद्त योजना भी लागू की गयी. जोखू दतिारी बताते है् दक बहुमंदजला इमारत मे् एक िूकान कई लोगो् को बे्च िी गयी. दजनको िास्ि् मे्बेची गयी उनके नाम रदजट्ि्ी आज तक नही् की गयी. अब एसोदसएटेड जन्जल्स दलदमटेड का मैनेजमे्ट उस संपद्​्त का कब्ज़ा िापस लेना चाहता है. दतिारी कहते है्दक यह अजब संयोग है की नेिनल हेरल्ड और कांग्ेस का पराभि एक साथ हुआ है. सोदनया और राहुल ने कभी जनता की िस्कतिाली आिाज़ रहे नेिनल हेरल्ड को दरयल एट्टेट मे्तब्िील कर दिया. नेहर् पदरिार जो कभी कांग्ेस की गौरि िाली परंपरा का पहर्िा था आज उसी हेरल्ड हाउस को लेकर मुकिमेबाजी मे् उलझा है दजसकी बुदनयाि मे्नेिनल हेरल्ड का ही मालिा है.


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सं​ंजय कुंदन

ह दनिा निाज का िूसरा कदिता संग्ह है. उनका पहला कदिता संग्ह ‘अक्​्र अक्​्र रक्त भरा’ पंद्ह साल पहले प्​्कादित हुआ था. दनिा कहते है्, ‘मै्कश्मीर घाटी मे् , दकसी सुरक्​्ा घेरे मे्रहे दबना, आम लोगो् के बीच रहकर भयािह पदरस्टथदतयो्मे्दहंिी मे् सादहत्य सृजन करता आ रहा हूं.’ इसे कोई गि्​्ोस्कत समझना ठीक नही्है. दनिा की बातो्या उनकी कदिता के मम्जको समझने के दलए उसी तरह एक अलग नजदरये की िरकार है, दजस तरह दहंिी के िदलतआदि​िासी या स्​्ी लेखन को समझने के दलए होती है. इन कदिताओ्की भाषा मे्जो आिेग है, जो रेटॉदरक है, िह ित्जमान दहंिी कदिता के दमजाज से मेल नही् खाता. इन कदिताओ् के भीतर उतरने के दलए हमे् कश्मीर के हालात को ध्यान मे्रखना होगा. प्​्कारांतर से दनिा की ये कदिताएं इस सिाल का जिाब भी है्दक आदखर क्यो्दहंिी की मुख्यधारा की काव्यभाषा मे् अक्सर िोहराि दमलता है? करीब िांत और दनद्​्िंत मध्यिग्​्ीय समाज और जबि्जस् उथल-पुथल और हर पल खतरे मे् रहकर दलखी गयी कदिता मे् क्या फक्क हो सकता है, यह दनिा की कदिताओ् को िेखते हुए समझ मे् आता है. यहां जो कुछ भी है, िह प्त्य् क्​्िेखा-भोगा हुआ है. िह दकसी दिचार

18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

दहशि के दौर मे् स्िप्न

या टेकट् ट् से हादसल दकया हुआ अनुभि नही् है. यह उस आम कश्मीरी की कश्मकि है, जो एक साथ कई सिालो् से दघरा हुआ है, जो अपनी अस्टमता, अपनी पहचान को लेकर उलझन मे्है. उसे समझ मे्नही्आता दक िह कुछ नजरो्मे्संदिग्ध क्यो्है? दनिा कश्मीर के जदटल राजनीदतक प्​्श्नो्से नही् टकराते, िे िहां के हालात के दचत्​् खी्चते है् और आम जन के आहत मन की पुकार को िब्ि िेते है्. जम्मू-कश्मीर मे्फौजी तैनात है्. लोगो् की दहफाजत करते हुए कई बार उनसे ज्यािती होती है. सेना के दलए िह महज एक चूक होती है, लेदकन उससे एक पदरिार तबाह हो जाता है और िह िुख पीद्ढयो्तक पीछा करता है. दनिा दलखते है.् ‘मै्पूछ लेता हूं/क्​्ॉस फायदरंग मे्मारे गये/दनि्​्ोष लड्के का/पाप/मै् आंक लेता हूं/फज्​्ी झड्प से प्​्ाप्त/सेना मेडल का/मूल्य’. एक आम कश्मीरी मुसलमान की मुसीबत यह है दक िह आतंकिािी और सुरक्​्ा बलो् िोनो् से प्​्ताद्डत होता है. उसे दसफ्क उसके मजहब के कारण आतंकिाि का समथ्जक मान दलया जाता है. जबदक क्​्द्ीय राज सत्​्ा के दनण्जयो् पर सिाल उठाने के कारण राष्​् दिरोधी समझा जाता है. अब िह अपने दिल की बात दकससे कहे, दकससे सचाई बयान करे. जब उसे िक के कठघरे मे् खड्ा करके राष्​् के प्​्दत दनष्​्ा

जताने को कहा जाता है तो िह अंिर ही अंिर टूट जाता है. दनिा ने इस पीड्ा को इन िब्िो् मे् व्यक्त दकया है: ‘िे कहलिाते है् हमसे/भारतमाता की जय/दकतना कठोर लगता है/उस समय/नंगी गादलयो् के बिले/अपने ही िेि का यह/प्यारा सा नाम/और दकतना कम फक्क दिखता है/उस समय/एक रक्क ् और आतंकिािी के बीच’. आदखरी पंस्कत मे् कश्मीर की दिडंबना दछपी है. पूरे भारत के दलए यह पहेली है दक आदखर कश्मीर के लोग क्यो् और दकससे नाराज है्? िे क्यो्नही्पूरे भारत से अपनी नजिीकी महसूस करते है्? इनका काफी हि तक जिाब ऊपर की पंसक् तयो्मे्है. कदि

बफ्फ और आग: कनदा निाज्, अकिका प्​्काशन, सी-56/यूजीएफ-4, शािीमार गाड्डन, एक्सिे्सन-2, गाकजयाबाद-201005, (उप्​्), मूल्य: 235 र्पये, पृष् संख्या- 112

ट्पष्​् करता है दक कश्मीर समट्या राष्​्ीय राजनीदत की दिसंगदत की ही िेन है. इन पंस्कतयो् को िेदखए: ‘मुझे याि आती है/मादफया मंत्ी की गाली/फौजी का चांटा/आतंकिािी की दहट दलट्ट/मेरे िेि के लोकतंत् पर से/जैसे गुजर जाते है् हजारो् हाथी/संदिधान के पन्नो् पर/मुझे दिखते है् रे्गते िीमक’. दनिा एक कदिता मे् आिंका जताते है् दक कही्हरेक गांि को िंिहामा, बीजदबहारा और मडुिा न बना दिया जाये. िंिहामा कश्मीर घाटी का िह गांि है, जहां उग्ि् ादियो्ने कश्मीरी दहंिओ ु ्का कत्लआ े म दकया. जबदक बीजदबहारा और मडुिा िे गांि है्,जहां फौदजयो्ने नमादजयो्और आम लोगो् को फयदरंग करके मारा. कश्मीर मे् आतंदकयो् और राजसत्​्ा के बीच के संघष्ज मे्एक आम कश्मीरी मारा जा रहा है, दजनमे् दहंिू भी है् और मुसलमान भी. लेदकन इन भयािह स्टथदतयो्के बीच भी कदि मे्दनरािा नही् है. िह अपना दि​िेक नही् खोता. िह मानता है दक िहितगि्​्ी के जदरये दकसी समट्या का समधान संभि नही्. ब्लैक होल िीष्जक कदिता मे् िह एक आतंकिािी से कहता है: ‘तुम अब एक ब्लक ै होल बन चुके हो/इस सुंिर से ब्​्ह्मांड मे्/और िह समय िूर नही्/जब तुम दमट जाओगे/अपने ही िून्यता के अंधकार मे्’. कदि ने तमाम कदठनाइयो् के बीच

साबहत्र ट्िप्न िेखना नही् छोड्ा. िह अपने सपने संजोना चाहता है, उसे बांटना चाहता है: ‘मै् अपना सपना परोस लूगं ा/िरणाथ्​्ी दिदिर मे् जन्म लेने िाले/उन सभी बच्​्ो्की आंखो्के थालो् मे्/दजनकी माएं/अपने सूखे खेतो् को खुला छोड्ने पर मजबूर है्’. उसे यकीन है दक एक दिन स्टथदतयां बिले्गी. कश्मीर उन्ही्दिनो्की ओर जर्र लौटेगा, जब िहां दहंिू-मुसलमान दमलकर सुख और सौहाि्जके साथ रहते थे. िह उन दिनो् की कल्पना इस तरह करता है: ‘एक बार दफर/धरती पर उतरेगा पूनम/अधपके सपने दचनार छांि मे्/साकार हो जाये्गे’. कदि इसी क्​्म मे्िीपािली के मौके पर उस महान आिमी को याि करना चाहता है दजसने सबसे पहले मिाल जलाया. उस व्यस्कत के बारे मे्कदि कहता है: ‘और एक दिन/उसने ढूंढ ही ली/पत्थरो् के सीने मे् छुपी/एक अल्हड् दचंगारी/और उसने जलाई/संसार की पहली मिाल’. दनि्​्य ही िह दमथकीय व्यस्कत कदि के भीतर दजजीदिषा का संचार करता है. कश्मीर के जीिन मे् प्​्कृदत की उपस्टथदत अदभन्न र्प से है. इसदलए दनिा की कदिताओ्का िह एक अहम दहट्सा है. कदि उनसे एकाकार है. िह अपना िुख और पीड्ा प्​्कृदत मे् भी िेखता है. दनि्​्य ही दनिा निाज की कदिताओ् से गुजरना एक दिदिष्​्अनुभि हादसल करना है.

सवालों के घेरे में पटना पुसंक मेला ‘गांधी बिफोर गांधी’ पर चच़ा​ा

नयी दिल्ली. पाद्लजयामे्ट एनेक्सी के बालयोगी सभागार मे् श्​्ी िीरचंि पटना. पूंजी के खेल मे् िादमल सीआरडी का पटना राघि गांधी के 150िी् जन िताब्िी िष्ज पुस्क मेला आदखरकार सरकार की नजर मे् आ ही गया. मेले मे् के अिसर पर आयोदजत एक काय्जक्म दकताबो् की िुदनया सजाने के नाम पर सरकार से नॉन कॉमद्िजयल मे् उनके जीिन िृत्ांत पर आधादरत ट्टॉल लगाने के दलए छूट तो दलया लेदकन प्क ् ािको्को कॉमद्ियज ल नाटक और िृश्य प्​्स्ुदत ‘गांधी दबफोर िर पर ट्टॉल दिया गया. यही नही् पूरे पुस्क मेले का गांधी’ पेि की गयी. इस समारोह मे् व्यािसायीकरण कर मोटी कमाई की. पटना के कलेक्टर ने मामले ‘गांधी दबफोर गांधी’ पुस्क के का संज्ान लेते हुए इसकी पडताल िुर्करिा िी है. दहंिी संट्करण का लोकाप्जण क्​्द्ीय हर साल लगने िाले पटना पुस्क मेले का पहचान केिल िूरसंचार मंत्ी रदि​िंकर प्​्साि ने राज्य स्​्र तक ही नही्है, बस्लक राष्​्ीय स्​्र पर भी है. राज्य और दकया. इसके अलािा राघि िेि भर के प्​्कािक, लेखक, सादहत्यकारो्को इसके आयोजन को गां धी के चयदनत भाषणो् की एक लेकर इंतजार रहता है. पुस्क संट्कृदत को बढािा िेने के उद्​्ेश्य से डीिीडी का भी दिमोचन दकया गया. पटना पुस्क मेला सीआरडी की ओर से आयोदजत होता रहा है. चार इस मौके पर िूरसंचार मंत्ी रदि​िंकर से बारह दिसंबर तक चला यह मेला एक बार दफर दि​िािो् और प्​्साि ने कहा दक जैन समुिाय से आरोपो्के घेरे मे्है. दमला िीरचंि राघि जी का सम्मान भारत पुस्क मेला आज व्यािसादयक ट्िर्प मे् खडा हो चुका है. का सम्मान है. िीरचंि राघि ने दि​िेकानंि इस बार पटना मे्निंबर-दिसंबर मे्तीन पुस्क मेले का आयोजन और धम्जपाल जी के साथ 1983 मे् हुआ. राष्​्ीय पत्​्कार संघ और एनबीटी ने पहले इसका आयोजन आयोदजत दिकागो धम्ज संसि मे् दकया. एनबीटी के पुस्क मेले को छोड िे्तो सीआरडी और राष्​्ीय सद्​्ाि और सदहष्णुता का पाठ पूरी पत्​्कार संघ का पुस्क मेला पूरी तरह से व्यािसादयक ट्िर्प मे् दिखा. इसका मकसि साफ दिखा, आयोजन कर पैसा बटोरो. िुदनया को पढाया. िीरचंि राघि गांधी का सरकार पुस्क मेला आयोजन के दलए आयोजको् को प्​्दतदिन और पत्​्कार संघ का पुस्क मेला कही् से भी पुस्क संट्कृदत को नाम समाज पटल पर खुलकर आये इस पंद्ह पैसे प्​्दत िग्ज फीट की िर से गांधी मैिान मे् जगह िेती है. बढािा िेते हुए नही्दिखा. दि​िा मे्हमारी सरकार दिदिध माध्यमो्से मामले पर सीआरडी पुस्क मेला के आयोजक अमरे्द् प्​्यास करेगी.’ सीआरडी के पटना पुस्क मेले मे् प्​्कािको् को िस गुणा िस के झा पुस्क मेला को मेला संट्कृदत मे् तब्िील करने के पीछे तक्क दलए लगभग पैत् ालीस हजार र्पये िेने पडे. इस िजह से छोटे पुसक ् ‘दिजयानंि’ पद्​्तका के संपािक प्​्कािक इस मेले से िूर रहे. सरकार से दरयाती िर पर जगह ली. िेते है् दक पुस्क मेला नीरस होता जा रहा है, उसको ग्लैमरस की िृश्य प्​्स्ुदत मे् िीरचंि राघि गांधी लेदकन प्​्िेि िुल्क प्​्दत व्यस्कत िस र्पये िसूले. िही्, एनबीटी ने बनाने के दलये तमाम चीजो् को यहां समायोदजत कर मेले का को ‘एंबेसडर ऑफ िल्ड्ज पीस एंड पचास फीसि दरयायती िर मे्प्​्कािको्को ट्टॉल दिया,दजसमे्छोटे ट्िर्प दिया, तादक लोग दकताब के साथ-साथ मौज मस्​्ी कर ग्लोबल इकॉनमी कॉआपरेिन’ के तौर बडे सभी प्​्कािको् ने ट्टॉल लगाये. प्​्िेि दनःिुल्क रखा. राष्​्ीय सक्​्. ऐसे मे् इन िािो् पर सिाल उठता है दक एनबीटी के पुस्क पर बताया गया. काय्जक्म की िुर्आत पत्​्कार संघ ने िािा दकया दक छोटे प्​्कािको् को सस्​्ी िरो् पर मेले मे्उमडी पाठको्की भीड और बडे पैमाने पर पुस्को्की दबक्​्ी िीप प्​्ज्िलन और जैन भारती दिद्​्ालय ट्टॉल दिया गया. इसने प्ि् ि े िुलक ् दलया. सीआरडी का पुसक ् मेला क्या नकली थी.

संजय कुमार

के बच्​्ो्के प्​्स्ुत गीत से हुई. पाद्लजयामे्ट एनेक्सी के बालयोगी मे् सभागार मे् आयोदजत श्​्ी िीरचंि राघि जी गांधी की 150िी् जन्म िताब्िी पर भारी संख्या मे् जैन समुिाय के लोग और सांसिगण ‘गांधी बीफोर गांधी’ नाटक की प्​्स्ुदत िेखने पहुंचे. नाटक एिं िृश्य प्​्स्ुदत के माध्यम से िीरचंि राघि गांधी के जीिन के उन पहलुओ् पर प्​्काि डालने की कोदि​ि की गयी जो अभी तक समाज के पटल पर उस ढंग से नही् आ पाये है्, जैसे आना चादहए. गौरतलब है दक िीरचंि राघि जी गांधी ने अमेदरका के दिकागो मे्जैन धम्जकी तरफ से भारत का प्​्दतदनदधत्ि दकया था. उसके बाि उनके भाषणो् से प्​्भादित होकर अमेदरका मे् उनके सैकडो् लोग अनुयायी बन गये और लगभग 543 भाषण हुए. पंचिील जैसे दसद्​्ांतो् पर राघि जी ने उसी िौरान अपना पक्​् रख दिया था दजसपर आगे चलकर नीदत-दनम्ाजताओ् ने काम दकया. काय्जक्म का आयोजन श्​्ी आत्मिल्लभ जैन ट्मारक दिक्​्ण दनदध’ के तत्िािधान मे्दकया गया.

भूल सुधार पंकज श्​्ीिास्​्ि के लेख 'मोच्​्े पर िहीि हुआ एक जनकदि' मे् प्​्णय कृष्ण के लेख का अंि िादमल था. दजसमे्प्​्णय कृष्ण का नाम त्​्ुदट से छूट गया था.


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18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

िुंदेलिंड- कखपल धारा कुओु मेु िडुा घोटाला

धीरज चतुवंेदी

छिरपुर. मनरेगा के तहत सागर संभाग के पांच दजलो्मे्कदपल धारा के कुओ्की खुिाई मे्भारी घोटाला हुआ है. सुद्खजयो् मे् आने के बाि भी प्​्िेि सरकार इस महाघोटाले का सच सामने लाने से कतराती रही. जांच की औपचादरकताएं ही की जाती रही्. जांच गुम होती गयी. बड्ी मछदलयो्को साफ बचा दलया गया. पंचायत स्​्र से लेकर अदधकारी और बै्क तक इस घपले मे् िादमल रहे. यह महाघोटाला ढाई अरब र्पये से अदधक का है. महात्मा गांधी ग्​्ामीण रोजगार योजना के तहत बुंिेलखंड मे्सागर के पांच दजलो्मे्कदपल धारा कुओ् को लेकर िुर्आती िौर से ही गड्बद्डयां सुद्खजयां बनती रही्. सागर, छतरपुर, िमोह, पन्ना और टीकमगढ्दजले मे् करीब 13767 दिकायते् प्​्िासदनक तंत् के पास पंहुची्. कुओ् के दनद्मजत होने के बाि भी मजिूरो् का भुगतान न होना आम बात थी. कागजो् मे् ही कुएं खोि दलये गये. सरकारी रादि हजम कर ली गयी. सागर दजले मे् 11953, छतरपुर मे् 13790, टीकमगढ् मे् 9574, िमोह मे्11071 और पन्ना दजले मे्6935 कुएं ट्िीकृत दकये गये थे. दसंचाई योजनाओ्को हर खेत तक पंहुचाने की क्द् ्सरकार की योजना कदपल धारा की सागर संभाग मे् व्यय की बात करे तो करीब एक हजार करोड र्पये ट्िीकृत दकया गया था. सागर के दलए 225 करोड्, छतरपुर 245, टीकमगढ् 176, िमोह 185 और पन्ना दजले मे् 121 करोड् र्पये ट्िीकृत दकये गये थे. कदपलधारा योजना के दनयमो् के अनुसार दनध्ाजदरत मापिंड के अनुसार ग्​्ाम पंचायत संबंदधत दहतग्​्ाही के खेत पर कुआं खुि​िाने का काय्ज करती है्. पहले एक कुआं पर एक लाख 82 हजार र्पये व्यय दकये जाते थे. लेदकन मनरेगा मे्मजिूरी िर के बढ्ने के साथ यह रादि 3 लाख 26 हजार र्पये हो गयी है. प्​्दत कुआं लाखो् र्पये व्यय करने का यह अदधकार ही भ्ष ् ्ाचार को जन्म िेता रहा. ग्​्ाम पंचायत के दजम्मिे ार और मूलय् ांकन करने िाले इंजीदनयर की दमली भगत से कागजो मे् ही कुआं खुि​िाकर रादि हजम होने के कई मामले बुंिेलखंड मे् उजागर हुए. कागजो्मे्कुआं खोिने के इस भ्​्ष्ाचार मे् ग्​्ाम पंचायत के दजम्मेिार बुदनयाि तैयार करते रहे और उपयंत्ी के फज्​्ी मूल्यांकन की दरपोट्जसे गबन का खाका तैयार होता रहा. मनरेगा की मजिूरी बै्क खातो्मे्जमा होती है इसदलए फज्​्ी मट्टर रोल के आधार पर मजिूरो् के बै्क खातो् से बै्क कद्मजयो् की दमलीभगत से रादि

आहदरत कर ली गयी. इस खेल मे् कमीिन का खूब बंिरबांट दकया जाता रहा. सरपंच संघ छतरपुर के पूि्ज अध्यक्​् सुिंर रैकिार कहते है् दक सरपंच सदचि तो बिनाम है पर असली खेल तो उपयंद्तयो् का होता है. कई कुएं ऐसे है् दजनका काय्ज पूण्ज हो चुका लेदकन उपयंत्ी कमीिन न दमलने तक इन्हे्कागजो्मे्अपूणज्ही बताते रहे. इन्ही् कारणो् से बुंिेलखंड मे् रोजगार की गांरटी दमलने के बाि भी बड्ी तािाि मे्पलायन होता है क्यो्दक मजिूरो् का समय पर मजिूरी न दमलने से इस योजना से मजिूरो्का मोह भंग होता गया. पूि्जकृदष राज्य मंत्ी के अपने गृह ग्​्ाम मे्खुि गये थे कागजो् मे् कुएं प्​्िेि के दपछले काय्जकाल के कृदष राज्य मंत्ी बृजे्द् दसंह के पन्ना दजले के गृह ग्​्ाम इटौरा मे् भी कागजो् मे् खुिे कुूओ् का मामला सामने आने के बाि सनसनी फैल गयी थी. िष्ज2009-2010 के िौरान इस गांि मे्खोिे गये सात कुएं ढूंढे गये तो यह कागजो् मे् दमले. इतना ही नही इन कुूओ् से दसचांई के दलए बुिं ल े खंड पैकज े से पंप के दलए बीस हजार र्पये भी दिये गये. करीब 20 लाख र्पये का भ्​्ष्ाचार सामने आने के बाि ग्​्ामीण दिकास मंत्ालय दिभाग ने पन्ना दजले के सभी कुूओ्का सच जानने के दलए जांच टीमे्गदठत कर िी थी. इस मामले मे्गांि के सरपंच, सदचि और उपयंत्ी के दखलाफ अपरादधक प्​्करण िज्ज करने का आिेि दिया गया है. पर पूरे दजले मे् कूप दनम्ाजण की जांच का

क्या हुआ इसका जिाब िेने िाला कोई नही है. टीकमगढ्दजले की जनपि दनिाडी के ग्​्ाम बपरौली मे् तो ट्ियं मुख्यमंत्ी का िुभकामना पत्​् उपहास का कारण बना. दकसान मोहनलाल लुहार को कदपल धारा कुआं खोिने पर मुख्यमंत्ी का िुभकामना पत्​् प्​्ाप्त हुआ. िह चौ्क सा गया. लेदकन दफर सच्​्ाई भी सामने आ गयी. जो इस योजना मे्घपलो्की बानगी प्​्कट कर गयी. हुआ यूं दक ग्​्ाम सदचि और संरपंच ने मोहनलाल की आड्मे्ट्ियं के खेत मे्कुआं खुि​िा दलया और रादि का भी आहरण कर दलया. मुखय् मंत्ी ने जब कुआं खोिने पर मोहनलाल को बधाई पत्​्भेजा तो इस गोलमाल का खुलासा हुआ. मोहनलाल ने इस मामले की दिकायत भी मुख्यमंत्ी सदहत उच्​् स्​्र तक की. पर कार्जिाई बेनतीजा रही. छतरपुर दजले के लौ्डी जनपि के ग्​्ाम दसजई मे्तो ट्ियं एक पूिज्संरपंच ने कदपल धारा कुओ ू ्से बहने िाली भ्​्ष्ाचार धारा की कलई खोल िी थी. लेदकन िज्जनो् दिकायतो्के बाि भी प्​्िासन ने कुछ नही्दकया. गांि के उसी सरपंच रामिेि पाल ने जांच दिकायत मे् इस घपले का उजागर दकया है. दजसके काय्जकाल मे्सदचि और मूल्यांकन करने िाले इंजीदनयर ने इस गड्बड्ी को अंजाम दिया. मजेिार यह है दक कूप दनम्ाजण के मट्टर रोल मे्बकायिा मजिूरो्का काम करना बताया गया है. दजसमे्गांि के उपसरपंच सदहत एक िज्जन मजिूरो्को

क्​्द्ीय सहकारी बैक लौ्डी के खाते से भुगतान करना बताया गया है. सदचि, इंदजदनयर और बै्क कम्जचादरयो् की दमलीभगत से मजिूरो् के खातो् मे् रादि जमा की गयी. उनके फज्​्ी हस्​्ाक्​्र कर रादि का आहरण कर दलया गया. सत्​्ा और प्​्िासन, बैक के नैक्सेस से मजिूरो् की मजिूरी हड्पने का यह कोई बुंिेलखंड मे् कोई नया मामला नही्था बस्लक कमोबेस पांच दजलो्के हर पंचायत ने यह कारनामा कर दिखाया था. छतरपुर दजले की जनपि दबजािर मे्तो कागजो्मे्ही कुएं खुि गये. ग्​्ाम पंचायत राईपुरा मे् िरबारी बसोर, धनुिा अदहरिार की जमीन पर मात्​् िस फुट कुआं गया और मजिूरी पूरी आहरण कर ली गयी. िही् मुरली पाल, झल्लू बसोर, प्​्ेमलाल अदहरिार, परसुआ अदहरिार और िंकर अदहरिार की जमीन पर तो दबना कुआं खुिे ही रादि हडप कर ली गयी. छतरपुर दजले मे्क्द् ्की रादि से संचादलत इस जल संरक्​्ण की योजना मे् भारी आद्थजक अदनदमतताओ् के मामले को महाराजपुर दिधानसभा से दिधायक मानिेनद् ् दसंह ने िष्ज2012 मे्दिधानसभा मे्उठाया था. कुूओ्मे् भ्​्ष्ाचार की धार का सच जानने के दलए प्​्िेि स्​्रीय जांच िल छतरपुर आया. रोजगार गांरटी पदरषि के गदठत इस जांच िल मे् आये दिदभन्न दिभागो् के भोपाल स्​्र के िीष्ज अदधकादरयो् को कही् भ्​्ष्ाचार ही नजर नही् आया. आरोप लगे दक अदधकादरयो् का सत्कार और दमलने िाले नजराने ने इस पूरे मामले को लीपने का काम कर दिया. जांच िल के कुओ्के अलािा बुिं ल े खंड पैकेज के तहत दिये गये दसंचाई पंपो का भी भौदतक सत्यापन जांच मे्िादमल था. इस कारण िोनो ही मामलो मे्क्लीन चीट िे िी गयी. िष्ज2014 मे्एक बार दफर इस महाघोटाले की जांच होने की रट्मअिायगी हुई. संभागीय क्​्ेत्मे्34 िलो ने 2335 कुओ्का मौके पर दनरीक्ण ् दकया. सरकार ने यह सै्पल सि्​्े कराया था . हर ब्लाक स्​्र पर काय्जपालन यंत्ी की दनगरानी मे् उपयंद्तयो् को जांच सौ्पी गयी. मजेिार बात यह है दक इस जांच को भी उन्ही्उपयंद्तयो् से कराया गया जो जनपि काय्ाजलयो् मे् पिट्थ थे और दजनकी दनगरानी मे्ही कदपलधारा कुओ्का दनम्ाजण कर मूल्यांकन दकया जाता है. जांच का ट्िांग रचा गया क्यो्दक सैकड्ो्गड्बद्डयो्के मामले उजागर होने पर भी कही् कोई िेाष नही् पाया गया. जांच के इस दनष्कष्ज ने दनद्​्ित र्प से व्यिट्थाओ् की कलई खोलते हुए सरकार की ईमानिारी पर सिाल उठाया है. इस तरह यह महाघोटाला कागजो मे्िफन होकर रह गया है.

नेशनल सेबवंग सब्टजबफकेट हो रारेगा आप से दूर! अवनीश कुमार कानपुर. अगर आप डाक दिभाग की नेिनल सेदिंग सद्टिदफकेट(एनएससी) मे् पैसा लगाना चाहते है्तो िेर न करे्क्यो्दक जल्ि ही डाक दिभाग ने इसे बंि करने की योजना बना ली है. यदि डाक दिभाग की योजना के तहत सब कुछ ठीक रहा तो 20 दिसंबर 2015 को नेिनल सेदिंग सद्टिदफकेट पर रोक लगा िी जायेगी. दफर इसमे् पर आप पैसा नही् लगा पाये्गे. इसदलए अगर आप एनएससी मे्पैसा लगाना चाहते है्तो जल्ि ही पैसा लगा िे्. डाक दिभाग इससे पहले कई योजनाओ् को बंि कर चुका है दजनमे्टेलीग्​्ाम, अंडर पोस्टटंग सद्टिदफकेट, और राष्​्ीय बचत योजना है्. यह िुभ्ाजग्य पूण्जहै दक इन योजना

को बंि कर दिया गया. तब से अब तक दकसी नयी योजना का िुभारंभ भी नही्दकया गया है. अब नेिनल सेदिंग सद्टिदफकेट को भी बंि करने की योजना बना ली गयी है. डाक दिभाग की माने्तो इस योजना को बंि करने के पीछे का मुख्य कारण है इस की अिदध समय. इसमे् पैसा लगाने के बाि आपको 10 िष्जतक इंतजार करना पड्ता है. इसके चलते कुछ उपभोक्ताओ्को दिक्​्त भी होने लगी है. इस िजह से उपभोक्ताओ् ने दलदखत दिकायत भी की, दजसके चलते अब यह योजना हमसे िूर होने जा रही है. इसकी िस साल की लंबी अिदध मे् लोगो् को ज्यािा इंतजार करना होता है. इससे उपभोक्ताओ् को दिक्​्त हो रही है. दजसे िेखते हुए डाक दिभाग ने इस योजना को िापस लेने का मन बना दलया है. इस तरह

दिभाग अब इस योजना को बंि करने की तैयारी मे्भी जुट गया है. इसके बंि होने से डाक दिभाग का लाखो् र्पये का कारोबार प्​्भादित होगा. पर इसके बाि भी इसे बंि करने तैयारी है. 20 दिसंबर 2015 को इस योजना के बंि करने पर मोहर लग जायेगी. तीन साल के लंबे सफर तक चली इस योजना पर दिराम लग जायेगा. एनएससी के बंि दकये जाने को लेकर डाक दिभाग के प्​्िर दिभाग के डाक सहायक एसएस भिौदरया ने कहा दक दित्तीय िष्ज 2012-13 मे् इस योजना का िुभारंभ दकया गया था. लेदकन योजना की अिदध 10 िष्ज होने के चलते उपभोक्ताओ्को यह योजना रास नही्आयी. इसीदलए इस योजना को बंि करने का डाक दिभाग ने दनण्जय दलया है. लेदकन पांच िष्ज

की नेिनल सेदिंग सद्टिदफकेट की योजना लागू रहेगी. नेिनल सेदिंग सद्टिदफकेट के तहत ग्​्ाहको् को 10 िष्ज के दलए इसमे् पैसा लगाना पड्ता था. उन्हे् इसके बिले 8.9 फीसि ब्याज दमलता था. इस सद्टिदफकेट से इनकम टैक्स मे् छूट भी प्​्ाप्त होती थी. ग्​्ाहको् ने इस योजना के िुभारंभ होने पर खूब पैसा लगाया. दित्​्ीय िष्ज2012-13 मे् यह योजना डाक दिभाग की एक सुनहरी योजना थी. योजना के बंि दकये जाने पर तर्ण कुमार (फाइने्दसयल एडिाइजर) कहते है् दक डाक दिभाग मे् जब नेिनल सेदिंग सद्टिदफकेट 10 िष्​्ीय योजना का िुभारंभ दकया गया था. उस समय ठीक-ठाक पैसा उपभोक्ताओ् ने इस योजना मे् लगाया,

लेदकन जैसे-जैसे समय बढ्ता गया 10 िष्​्ीय नेिनल सेदिंग सद्टजदफकेट का कारोबार कम होने लगा. इसका मुख्य कारण था, योजना की लंबी अिदध जो उपभोक्ताओ् को रास नही् आ रही थी. दजसके चलते डाक दिभाग के कारोबार मे् कुछ फक्कभी पडा़. लेदकन ऐसा भी नही्था दक कोई बहुत बड्ा फक्कपड्ा हो. कम पूंजी िालो्को इस सद्टदज फकेट मे्भले ही नुकसान हो, लेदकन दजतने भी बड्ी पूंजी िाले उपभोक्ता थे. उन्हे् इसकी अिदध से कोई फक्क नही् पड् रहा था. ऐसे मे् इस सेदिंग सद्टजदफकेट के बंि हो जाने से डाक दिभाग को काफी बड्ा नुकसान होने की संभािना है. लेदकन यह भी हो सकता है दक इसके अनुर्प कोई नयी योजना भी डाक दिभाग लाने िाला हो.



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बसनेमा

18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

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बदल रहा दर्शको् का नजररया अवमिाभ बच्​्न बोला करिे थे. ‘जज्बा’ मे् आपने इस वकस्म के डायलॉि बोले है्...

मै्बच्​्न साहब के जॉनर मे्नही्घुसा हूं. मै् अपना स्टाइल व्​्कएट कर रहा हूं. िैसे भी ‘जज्बा’ मे् मेरा रोल बच्​्न साहब की िरह का नही् है. यह संजय िुप्िा की मेहरबानी है वक उन्हो्ने मुझे इस िरह के डायलॉि विये है.् सब जानिे है् वक संजय एक स्टाइवलश वफल्ममेकर है्. आपके खािे मे्‘हावसल’, ‘मकबूल’, ‘वबल्लू’, ‘साहब,बीिी और िै्िस्टर वरटन्स्ष’, ‘पान वसंह िोमर’, ‘साि खून माफ’, ‘ि लंच बॉक्स’, ‘हैिर’ और ‘पीकू’ जैसी वहंिी वफल्मे् है्, िो ‘ि िावरयर’, ‘ि अमेवजंि स्पाइडर मैन’, ‘ि नेमसेक’, ‘अ माइटी हाट्ष’, ‘स्लमडॉि वमलेवनयर’ और ‘लाइफ ऑफ पाइ’ जैसी हॉलीिुड की वफल्मो् मे्भी आपने साथ्षक उपक्सथवि िज्ष करिाई है. इस िरह का संिुलन आप कैसे साध पाये? आपने ‘थैक ् यू’, ‘डी डे’ और ‘िुडं ’े जैसी वफल्मो्का नाम नही्वलया. कहना यह चाहिा हूं वक मै्ने ऐसी वफल्मो् मे् भी काम वकया है, जो विशुद्र्प से कॉमव्शषयल है्. मेरे मन मे् आट्षऔर कॉमव्शषयल िाला कोई भेि नही्है. अब हर िरह का वसनेमा चल रहा है. इसका श्​्ेय िश्षको्को जािा है. िे कुछ नया खोज रहे है्, लेवकन इंडस्ट्ी िे नही् पा रही है. हां, नये वफल्म मेकस्ष के आने के बाि वसनेमा का नेरेवटि बिल रहा है. िैसे भी हर िस-पंद्ह साल मे्वफल्म का नेरेटर बिल जािा है.

रफान अपने कवरयर के एक नये मुकाम पर है्. एक िरफ उनकी छवि इंटरनेशनल एक्टर की बन चुकी है, िो िूसरी िरफ िे बॉलीिुड के भी चहेिे है्. वनव्​्ि​ि र्प से यह एक बड्ी उपलक्बध है. हॉलीिुड और बॉलीिुड की वफल्मो् मे् संिुलन बैठाना आसान नही् होिा, लेवकन इरफान ने यह कमाल कर विखाया है. इरफान से हुई हवर मृिुल की एक विशेर बािचीि : आपकी वफल्मो्का एक िश्षक ि​ि्षबन चुका है. यही िजह है वक ‘वसंह इज क्बलंि’ जैसी विशुद् कॉमव्शषयल वफल्म के साथ आपकी वरयवलक्सटक एप्​्ोच िाली वफल्म ‘िलिार’ को भी पय्ाषप्ि िश्षक वमले. इस सफलिा को आप कैसे ले रहे है्? मुझे साफ विखाई िे रहा है वक अब इंडस्ट्ी िेजी से बिल रही है. िश्षको् को हर िरह का मनोरंजन चावहए. िे वडमांड कर रहे है.् यही िजह है वक लोि िोनो्िरह की वफल्मे् िेखने जा रहे है्. पहले ऐसा नही्होिा था. बड्ी कॉमव्शषयल वफल्म के सामने छोटी वफल्म वपट जािी थी. लेवकन अब लोि वफल्मो् मे् िैराइटी खोज रहे है्, जो उन्हे्वमल भी रही है. िरअसल, हमारे यहां वसनेमा िेखने की कैपेवसटी बढ्ी है. िश्षक इंडस्ट्ी को चे्ज कर रही है. यही िजह है वक एक छोटी सी वफल्म भी बड्ेलेबल पर वरलीज हो पा रही है. वफल्म ‘जज्बा’ मे् आप ऐश्​्य्ष राय के अपोवजट थे. इस वफल्म के बाि क्या आप मेनस्ट्ीम वसनेमा मे्खुि के वलए बड्ी जिह िेखिे है? इसके वलए आपकी क्या प्लावनंि है? प्लावनंि से कुछ नही् होिा. कुिरि का अपना वडजाइन होिा है आपको लेकर.

बॉलीिुड मे्आने से पहले मैन ् े कई विश वलस्ट बनायी थी्, लेवकन मै्इस वलस्ट के वकसी भी वनि्​्ेशक के साथ काम नही् कर पाया. मै्ने कभी सोचा भी नही् था वक एंि ली, डैनी बॉयल, रॉन हाॅिड्ष जैसे इंटरनेशनल डायरेक्टस्ष की वफल्मो् मे् अवभनय करं्िा, परंिु ऐसा हो िया. मै्बॉलीिुड की मेनस्ट्ीम वफल्मो् को िेखकर बड्ा हुआ हूं. उसका अपना जािू है. इन वफल्मो्के प्​्वि मेरा आज भी आकर्षण है. मुझे ऐसी वफल्मो् मे् काम वमल भी रहा है. कुल वमलाकर यही वक काम मे्मजा आ रहा है. मै्वबना वकसी कामना के काम कर रहा हूं. ‘शराफि की िुवनया का वकस्सा खत्म, जैसी िुवनया िैसे ही हम...’ जैसे डायलॉि कभी

संघर्षकरना पड्ा है?

पड्िा है.

मुझे आसानी से कोई चीज नही् वमली. हर साल भारि से कोई एक वफल्म ऑस्कर मेरे बहुि इक्मिहान हुए है्. मुझे कई झटके के वलए भेजी जािी है, लेवकन इस चयन पर वमले है.् लेवकन इससे मुझे फायिा ही हुआ. मै् वि​िाि हो जािा है. इस क्सथवि पर आप क्या वकसी िलिफहमी का वशकार नही्हुआ. मैन ् े सोचिे है्? हमेशा लीक से हटकर काम करने की सोची. हमारे यहां चयन कमेटी का स्िर्प टेढ्ा आज भी मै्परंपराएं िोडऩा चाहिा हूं. वफल्मो् मेढ्ा है. इस कमेटी मे्सही लोि होने चावहए. मे्भी और वनजी जीिन मे्भी. इस बार भी वि​िाि हुआ. मेरा मानना है वक अक्सर िेखा िया है वक बड्ी सफलिा पाने के आपने अचानक अपने नाम के आिे से ‘कोट् ष’ का चुनाि एकिम सही है. यह एक बाि कलाकार का विमाि साि​िे् आसमान ‘खान’ सरने म क् य ो् वनकाल विया? जे न इ ु न वफल्म है. हमारी इंडस्ट्ी के वलए बहुि पर होिा है. िह इस सफलिा को पचा नही् जर्री है वक ऑस्कर के वलए सोच-समझ पािा. इस बारे मे्आपका क्या कहना है? इसवलए वक लोि मुझे बॉलीिुड की कर वफल्मे् भेजे्. ऑस्कर मे् िुवनया भर की प् ् व सद् ् ‘खान विकड्ी’ से जोड् रहे थे. लोिो् सफलिा को पचाने की क्​्मिा बहुि वफल्मो्से मुकाबला होिा है. जर्री है. िरना आपको वकस्सा कहानी बनने का अंिाज कुछ इस िरह था वक लो जी, आ मे्टाइम नही्लि​िा. मै्अपने साथ ऐसा नही् िया चौथा खान. मै्ने सोचा वक यह सब बड्ेही क्या आप मानिे है्वक भारिीय वसनेमा अभी होने िूंिा. मै् अपने आपको अपनी िरह की पचड्ेकी चीज है, इसवलए नाम छोटा कर लो. उिना मैच्योर नही् हुआ है, वजिना वक विश्​् कहावनयो् िाली वफल्मे् चुनकर संभालूंिा. आप अपनी वफल्मो् का चुनाि वकस िरह वसनेमा? इंडस्ट्ी मे् िे ही लोि लंबे समय िक वटक करिे है्? यह सही है वक अभी भारिीय वफल्मे्उस पािे है्, जो अपनी अलि जिह बनाना चाहिे स्​्र पर नही्पहुंची है्, जहां अंिरराष्​्ीय स्​्र मै्अपने विल की सुनिा हूं. मै्डायरेक्टर है्. पहले भी ऐसे लोि आए है्, वजन्हो्ने अपने पर आपकी वफल्मो् का इंिजार होिा है. और प्​्ोड्​्ूसर को िेखिा हूं. कई बार लि​िा वलए नयी राह चुनी और उनकी जिह भी बनी. वबजनेस के स्​्र पर भी हम काफी पीछे है्. सफल होने के बाि असफल होनेिालो्की भी है वक आपको यह वफल्म इसवलए करनी िकनीक के स्​्र मे् सुधार आया है, लेवकन बड्ी संख्या है. िे जल्िी अपनी सफलिा कैश चावहए क्यो्वक िह नायाब कहानी है, भले ही अभी बहुि कुछ पाना है. लेवकन अच्छी बाि कर लेना चाहिे थे, इसवलए अपने पांि जमा प्​्ोड्​्ूसर कडक़ हो. वरश्िो् का भी खयाल यह है वक हम सही राह पर चल रहे है्. हमारे रखना पड्िा है. एक एक्टर के िौर पर कुछ नही्पाये. यहां भी ऐसी वफल्मे्बनायी जा रही है्, वजनमे् नया करने को नही् हो, वफर भी उसे करना मौवलक कहावनयां है्. हॉलीिुड की नकल आपको यहां िक पहुंचने के वलए वकिना करके हमे्िारीफ नही्वमल सकिी. आपकी विनिी बड्ेएक्टरो्मे्होिी है, लेवकन आपको अभी िक स्टारडम नही् वमल पाया है? मै्ने अपने आपको कभी भी स्टारडम के घेरे मे्नही्रखा. मै्इस बारे मे्सोचिा ही नही् हूं. अिर कोई सुपर स्टार है, िो मुझे उससे विक्ि् भी नही्है. मेरी शुर्से ही ख्िावहश थी वक एक एक्टर के र्प मे्पहचान बने और िह पहचान बन चुकी है. मुझे इससे ज्यािा कुछ नही्चावहए. मै्अपने वहसाब से काम करिा हूं और मस्​्रहने की कोवशश करिा हूं. आप वफल्म बाजार को वकिना समझ पाये है?् मुझे बाजार की कोई समझ नही् है. अिर बाजार की समझ होिी, िो अच्छा व्यापारी बन जािा. मै् िो वसफ्फ श्​्ोिा को समझिा हूं. उन्ही् के प्यार की िजह से यहां िक पहुंचा हूं.



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पर्जटन

18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

संतोष शं​ंीवासं​ंव

अंगकोरवाट के देश मेु

सु

ना था कूबोदडया दहंिू मंदिरो् का प्​्ाचीन िेि है. प्​्ाचीन काल मे् जब संट्कृत िहां की राजभाषा हुआ करती थी तब कूबोदडया को कूबोज कहते थे. िैसे इसे कूपूदचया भी कहते है्. ऐसा लगता है जैसे एक भव्य नाम के कई लाडले नाम है.् कूबोदडया के दसआमदरप िहर मे् छत्​्ीसगढ सृजन गाथा डॉट कॉम के आयोदजत एक दि​िसीय अंतरराष्​्ीय दहंिी सम्मेलन मे् भाग लेने के दलए मै्ने जब बै्कॉक के सुिण्ज भूदम अंतरराष्​्ीय हिाई अड्​्े पर क़िम रखा तो दबल्कुल भी गुमान नही्था दक मै्एक ऐसे िेि मे्जा रही हूं जहां भारतीय धम्ज, सभ्यता, संट्कृदत, सादहस्तयक परंपराएं, िास्​्ुकला और भाषा तक मे् भारतीयता की गहरी छाप िेखने को दमलेगी. चूंदक हम बै्कॉक से जा रहे थे इसदलए पोईपेट बॉड्जर पर हमे् िीज़ा और इमीग्​्ेिन के दलए काफी िक़्त गुज़ारना पडा. उस िक़्त को हमने िहां के अजीबोगरीब िक्ल िाले फलो् को चख कर गुज़ारा. एक फल गोल चीकू जैसा लेदकन ऊपर से सेही के कांटो् (नम्ज) का जाल...छीलने पर लीचीनुमा मीठा फल दनकला. एक अनन्नास की िक्ल का गहरे बै्गनी रंग का फल...छीलने पर मीठे ताड के गोलनुमा चार फल दनकले. एक फल डंडी सदहत दबक रहा था. लंबी डंडी मे्बेर बराबर भूरे फल लगे थे दजन्हे्दबना छीले खाना था...इतने मीठे जैसे िक्​्र की पोटली... इमीग्​्ेिन के बाि हमारी बस कच्​्ेपके्धूल उडाते रास्​्ो्से गुज़रने लगी. आसपास भारतीय गांि जैसा िृश्य था. छोटे-छोटे फूस और खपरैल और कुछ टीन के िेड िाले मकान दजनके बाहर आंगन मे्कूबोदडयाई औरते्घरेलू कामकाज मे्व्यस्​्थी्. मि्जआराम से बैठे तंबाकू खाते हुए बदतया रहे थे. कूबोदडया िद्​्कण पूि्जएदिया का प्​्मुख िेि है. इसकी आबािी करीब एक करोड बयालीस लाख, तै्तालीस हज़ार है. यहां की मुद्ा राइल है. यहां संिैधादनक राजिाही और संसिीय प्​्दतदनदधत्ि लोकतंत् है. नोरोिम दिहामोनी राजिाही परंपरा के िाहक है्. राजधानी नामपे्ह है. दसआमदरप के बाि हम नामपे्ह भी घूमे्गे. कूबोदडया का अदिभ्ाजि िस्कतिाली दहंिू और बौद्​् खमेर साम्​्ाज्य से हुआ दजसने ग्यारहिी् से चौिहिी्सिी के बीच इंडोचाइना पर िासन दकया था. खमेर साम्​्ाज्य के की िजह से ही यहां की भाषा खमेर कहलाती है. हम दजन रास्​्ो्से गुज़र रहे थे अदधकतर औरते्काम करती दमली्... मि्जदसफ्कपै्ट या जी्स पहने दबना िट्जके... बाइक या ट्कूटर पर दिखे... िट्जभले नही्थी पर हेलम् टे ज़र्र लगाये थे. और पैरो्मे्जूतो्की जगह रबर की चप्पले्. मुझे कूबोदडया गरीब िेि लगा जहां की अथ्ज व्यिट्था िस्​् उद्​्ोग, पय्जटन और दनम्ाजण उद्​्ोग पर आधादरत है. यहां चािल, तंबाकू,कहिा, नील और रबर की खेती होती है. हालांदक भूदम उपजाऊ है पर श्​्म नही्के बराबर. कुछ ही खेत दिखे बाकी दिस्​्ृत उपजाऊ ज़मीन दबना खेती के ख़ाली पडी है

क्यो्दक उस पर खेती करने के दलए श्​्दमक नही् दमलते. ऐसा क्यो् है मेरी समझ से परे था. यह भी समझ से परे रहा दक यहां द्​्सयां ही श्​्म करती है्पुर्ष नही्. जबदक दिधाता ने कूबोदडया को प्​्ाकृदतक खूबसूरती और उपजाऊ भूदम प्​्िान की है. कूबोदडया को हेदलकॉप्टर से िेखो तो तश्तरी के आकार की एक खूबसूरत घाटी दिखता है. घाटी मे् मीकांग निी (प्​्मुख निी) उिांग निी और िीिे सी चमकती तांगले झील है. गदझन हदरयाली से भरे घने और गहरे जंगल है्. चािल यहां बहुतायत मे्पैिा होता है. चािल और मछली यहां से दनय्ाजत भी की जाती है. कूबोदडया को अंडमान सागर और िद्​्कण चीन सागर घेरे है दजन पर बडे जलयान चलते है्. यह तय र्प से व्यापारी जहाज हो्गे. एक िेि से िूसरे िेि की सरहि पार कर हम थके मांिे जब दसआमदरप पहुंचे तो िाम हो चुकी थी. पर सूरज चमक रहा था. रास्​्े से ही दडनर लेते हुए हम होटल पेदसदफक पहुंचे जो दसआमदरप मे् हमारा दठकाना था. सुबह िस बजे सम्मेलन का उद्घाटन सत्​् था दजसकी अध्यक्​्ता मुझे करनी थी. हॉल मे् लेखक कम सादहत्य के रदसक अदधक थे जो मेरे दलए बडा प्यारा तजुबा्ज था. इसकी िजह थी दक अब तक के मेरे ज़्यािातर सम्मेलनो् मे् लेखक ही मंच पर होते है्और लेखक ही श्​्ोता भी. संगोष्​्ी के कई सत्​्के बीच चाय और अल्पाहार का भी इंतज़ाम था. सम्मेलन की अिदध सुबह िस से रात के नौ बजे तक की थी. बािजूि इसके संगोष्​्ी के सभी सत्​्सफल रहे. अंदतम सत्​् काव्य दिधा पर था. अभी मैन् े अपनी कदिता की िुर्आत ही की थी दक हॉल मे्हलचल सी िुर् हो गई. अप्सरा िो का समय दनकला जा रहा था दजसका प्​्िेि दटकट सभी ने पहले से ख़रीि दलया था. आयोजक सादहत्य का गंभीरता ि​ि सत्​् कैसे बीच मे्

ख़त्म करते, दलहाज़ा तय हुआ पहले अप्सरा िो िेख दलया जाये दफर लौटकर अंदतम सत्​् होगा दजसमे् प्​्दतभादगयो् को प्​्तीक दचह्न और प्​्माण पत्​्दिया जायेगा. एक बहुत बडे कूपाउंड मे् काफी बडी संख्या मे् दि​िेिी पय्जटको् के बैठने की व्यिट्था थी. आसपास बुफे दडनर की भी.

कंबोलडया का अंगकोरवाट मंलदर सैकडो् वग्ामील मे् फैला है. आकार मे् दुलनया के इस सबसे बडे धम्ास्थल को देखना एक अनूठा और भव्य अनुभव है . यह कंबोलडया के राष्​्ीय ध्वज पर भी अंलकत है. अप्सरा िो जैसा दक मेरा अनुमान था भारतीय आध्यात्म पर आधादरत ट्िग्जलोक और पृथ्िीलोक पर तैयार नृत्य नादटका थी दजसकी साज सि्​्ा, पदरधान, श्​्ृंगार, नृत्य मुद्ाएं सब पर भारतीय नृत्य कला की छाप थी. नृत्य अनिरत चल रहा था. बीच मे् ि​ि्जक दडनर भी परोस लाते. जब मै् दडनर टेबल के पास पहुंची तो मेरे खाने लायक िहां कुछ भी न था. कूबोदडयाई जुगनू, दटड्​्ी, मच्छर, मकडी, कॉकरोच, मे्ढक, सांप आदि सब तरह के कीडे मकोडे खाते है.् यही सब कुछ बडे बडे बत्जनो्मे्चािल के साथ रखा था. उफ... मै् तो उबक़्ाई िबाकर चुपचाप अपनी कुस्ी पर आकर बैठ गयी. दकसी ने कहा था दक िादहनी तरफ के ट्टॉल मे् प्याज़, आलू के पकौडे है् पर मेरा मन खाने से उचट गया था, क्या पता पकौडो्के साथ परोसी जाने िाली चटनी इन्ही् कीडे-मकोडो् से बनी हो. िैसे लाल चीटी की चटनी तो मेरे भारत के बस्​्र जनपि और बुंिेलखंड के आदि​िासी भी खाते है्.

अप्सरा िो से लौटने के तुरंत बाि अंदतम सत्​्संपन्न हुआ. सुबह हमे्दसटी टूर करना था दजसमे् प्​्मुख अंगकोरिाट है जो िल्ड्जहेदरटेज़ मे्दगना जाता है. दलहाज़ा हम िुभराद्​्त कहकर अपने कमरो् मे् सोने चले गये. कमरे मे् मेरी पाट्जनर प्​्ख्यात लेदखका डॉ प्​्दमला िम्ाज थी्. मै्ने उनके साथ दमलकर एक उपन्यास दलखा है ‘हिा मे्बंि मुद्ियां’ दजसके आठ चेप्टर मै्ने और आठ प्द्मलाजी ने दलखे है.् मदहला लेखको्के इस सहयोगी लेखन को राजे्द् याि​ि जी ने अदभनि प्​्योग कहा है. टूर की िुरआ ् त मे्ही हमे्दहिायत िे िी गयी थी दक अपना पस्ज, कीमती सामान संभालकर रखना है. पता भी नही् चलेगा कब जेब कट गयी. लेदकन इस दहिायत के बािजूि भी और पूरी सतक्कता के रहते एक पस्जिाले ने मेरे सौ डॉलर पार कर दलये और मेरी सािधानी कुछ काम नही्आयी. काफी िेर मै्उिास रही. सौ डॉलर यानी छह हजार र्पये का नुकसान. लेदकन जब हम अंगकोरिाट के दलए रिाना हुए तो खुिगिार मौसम ने मुझे उिास नही् रहने दिया. आसमान मे् बािल छाये थे और िेर िाम तक चमकने िाला सूरज लापता था. ठंडी हिाएं चल रही थी्. मौसम के इस खुिनुमा दमजाज ने अंगकोरिाट िेखने की िुगनी ललक जगा िी. रास्​्ेमे्प्​्िेि दटकट दनकलिाना था तभी बस आगे बढ सकती है. काउंटर पर हमारे दडदजटल फोटो दलये गये जो दटकट मे् द्​्पंट होकर आये. दटकट सुंिर और संग्हणीय था. बस जहां खड्ी हुई िहां से अंगकोरिाट के भव्य गेट तक पैिल जाना था. सामने िप्जण सी चमकती झील थी. यह झील पहले कभी नहर ही थी दजसे राजा इंद् िम्जन ने एक झरने के पानी को तालाब जैसी जगह मे् एकद्​्तत कर झील बनिायी थी. झरने से झील तक का करीब पंदह् फुट चौडा और पांच मील लंबा पानी का सफर मानो नहर बनकर आसपास हदरयाली के िृश्य

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उकेरता चला गया. इसीदलए िरख्त़ ो्का घना रास्​्ा बेहि छायािार है. झील के उस पार दकनारे से लगा अंगकोरिाट अदत प्​्ाचीन दहंिू मंदिर है और आकार मे् िुदनया का सबसे बडा धम्जट्थल है. इसका दनम्ाजण सम्​्ाट सूयिज् म्नज द्​्दतीय के िासन मे्(1112 से 53 ई) हुआ. मीकांग निी के दकनारे बसे दसआमदरप िहर मे् यह मंदिर सै्कडो् िग्जमील मे्फैला है. कूबोदडया ने इस मंदिर को राष्​्ीय सम्मान िेते हुए राष्​्ीय ध्िज मे् अंदकत दकया है. हमारे दतरंगे के समान तीन धादरयो् िाला पहले ट्लेटी दफर लाल और दफर ट्लेटी रंग ध्िज के बीचो् बीच यह सफेि रंग से अंदकत है. यूनेट्को के दिश्​् धरोहर ट्थलो्मे्से अंगकोरिाट एक है. झील के इस पार सडक है दजसके दकनारे पर बरगि आदि के िरख़्त कतार मे् लगे है्. दजसकी छतनारी डादलयो् ने रास्​्े पर मंडप सा तान दिया है. डादलयो्पर बंिर धमाचौकडी मचाए थे. अंिर प्​्िेि करते ही दि​िाल प्​्ांगण मे्मंदिर ही मंदिर... एक दिन मे् क्या इतने सारे मंदिर िेखे जा सकते है्? असंभि. दफर भी अदधक से अदधक िेखने के प्​्यास मे् हमारे क़िमो् मे् गदत आ गयी. प्​्सात क्​्ान, नीक दपएन, प्​्ाहा खान और ता प्​्ोम मंदिरो्को िेखते हुए पत्थरो्पर की गयी कारीगरी ने हमे्दिस्टमत कर दिया. ता प्​्ोम और प्​्ाहा खान मंदिर बारहिी् िताब्िी मे् राजा जयिध्नज ने अपने माता दपता की ट्मदृ त मे् बनिाये थे. ता प्​्ोम की िायि ठीक से िेखभाल नही्की गयी. बरगि की मोटी मोटी जडे् अजगर की तरह मंदिर को लपेटे हुए थी्. मंदिर की िीिारो्पर भी जहां जगह दमली बरगि उग आया था. बेयोन मंदिर जयिम्जन सप्तम ने 1181 से 1220 के िरम्यान बनिाया. इस मंदिर की ढेर सारी मीनारो्(करीब 54 मै्ने दगनी) पर राजा जयिम्जन का चेहरा बुद् की कई मुद्ाओ् मे् चारो् ओर बना है जैसे चारो् दि​िाओ्को एक साथ दनहार रहा हो. अंगकोरिाट मंदिर दहंिू पौरादणक कथाओ्पर आधादरत है. इसके पांच दिखर है्. बीच का दिखर काफी ऊूचा पूरे ब्​्ह्मांड के मध्य मे् स्टथत सुमेर् पि्जत का प्​्दतदनदधत्ि करता है. दिखर मे्िेिता द्​्कया कलाप करते नज़र आते है्. यह पांच दिखर िाला मंदिर ब्​्ह्मा की नगरी कहलाता है. िैसे ब्​्ह्मा के मंदिर अजमेर के पुष्कर को छोडकर मै्ने कही् नही् िेखे. इन दिखरो् पर खुिी हुई सागर मंथन की सुंिर कृदतयां रोमांदचत कर रही थी्. इसके पद्​्िम मे् महाभारत के कुर्क्ेत् के िृश्य अंदकत है्. श्​्ीकृष्ण चक्​् धारण दकये है्, भीष्म िरिैय्या पर मृत्यु की प्​्तीक्​्ा कर रहे है्. इन्हे् िेखते ऐसा लगा मानो हम त्​्ेतायुग मे्पहुच ं गये हो्. लंका मे्श्​्ीराम, रािण और िानरो् का संग्ाम और राम से जुडे उस काल के तमाम िृश्य उकेरे गये है्. ऐसा लगता था जैसे अंगकोरिाट िेिी िेिताओ् का दि​िाल मॉल है जहां हर एक िेिी-िेिता दिराजमान है्. दि​ि िंकर भी है्, दिष्णु लक्​्मी भी... इस मंदिर का संपूण्ज आकार सुमेर् पि्जत जैसा है. चारो् ओर की िीिारो् पर क्​्ीर सागर उकेरा है.


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18 दिसंबर-24 दिसंबर 2015

सेना से सैरगाह को िचाने की मांग

श्​्ीनगर. कश्मीर के ि्​्ैिल एजे्ट्स एसोदसएिन ने जम्मू-कश्मीर सरकार के बजपथरी िन क्​्ेत् को सेना के फायदरंग रे्ज बनाने की मांग पर सिाल उठाया है. एक बयान मे् टीएएके ने जम्मू-कश्मीर सरकार से मांग की है दक सेना के प्​्स्ादित फायदरंग रे्ज को िीघ्​्ता से ख़ादरज कर दिया जाये. बजपथरी िन यूसमग्जपहाड्ी दरसॉट्जके बहुत करीब है. टीएएके ने अपने ब्यान मे्कहा यह एक गंभीर मामला है दजसका दिरोध सबको दमलकर करना चादहए. बजपथरी को फायदरंग रे्ज बनाने का मतलब यहां के पय्ाजिरण को भारी नुकसान पहुंचाना है. साथ ही खूबसूरत यूसमग्ज की पहाडी पर

है.

टीएएके ने बताया दक अभी इसी साल संयुक्त राष्​् जलिायु पदरित्जन सम्मेलन मे् िुदनया ने ग्लोबल िाद्मि्ग को कम करने पर चच्ाज की थी. जहां बजपथरी फायदरंग रे्ज के मुद्े को भी उठाया गया था. जहां सभी िेिो्ने 2100 से कम 1.5 दडग्​्ी सेस्लसअस रखने की बात हुई थी. यह समझौता भारत सदहत सभी िेिो् पर लागू होता है. ऐसे मे्अगर बजपथरी को तोपखाने के तौर पर इस्​्ेमाल मे्लाया जाना बेहि ही गंभीर मुद्ा है. टीएएके ने कहा दक ि्​्ैिल एजे्टो् ने बहुत पहले से ही यूसमग्ज और उसके आसपास के माग्​्ो्की सुंिरता को छपिाकर

संिैधाकनक संकि की चपेि मे् अर्णाचि

रीता नतवारी

ईटानगर. राजनीदतक उठापटक तेज होने से यह पहाड्ी राज्य सुद्खजयो्मे्छा गया है. प्​्िेि के राज्य पाल ज्योदत प्​्साि राजखोिा ने तय समय से पहले दिधानसभा का िीतकालीन सत्​् बुला कर सत्​्ार्ढ्कांगस ्े के बागी दिधायको् की सहायता से दिधानसभा अध्यक्​् नबाम रेदबया के दखलाफ महादभयोग प्​्स्ाि पादरत कर दिया है. राज्यपाल राजखोिा की कार्जिाई के चलते संिैधादनक संकट के कगार पर खड्े इस राज्य की गूंज संसि और राष्​्पदत भिन तक भी पहुंच गयी है. दिलचट्प बात यह है दक राज्यपाल की इस काय्जिाही के िौरान न तो अध्यक्​् मौजूि थे और न ही मुख्यमंत्ी नबाम टुकी समेत उनका मंद्तमंडल. यही नही्, दिधानसभा पदरसर सील कर िेने की िजह से यह बैठक एक कम्युदनटी से्टर मे् आयोदजत की गयी थी. कानून और व्यिट्था की समट्या पैिा होने की आिंका से दजला प्​्िासन ने पहले ही दिधानसभा पदरसर सील कर

लबलत मोदी िने आरसीए के अध़यक़​़

आने िाले सैलादनयो्की संख्या को प्​्भादित करने जैसा होगा. सरकार एक तरफ कश्मीर मे् नये पय्जटन ट्थलो् को बढािा िेने की बात करती है. तो िही् िूसरी तरफ सरकार यूसमग्ज जैसे खूबसूरत सैरगाह को फायदरंग रे्ज बनाने के बारे मे् भी सोच रही है. यह तो पूरी तरह खूबसूरती को बब्ाजि करने जैसा है. यह एक पय्जटन ट्थल के तौर पर यूसमग्ज के दलए बड्ा खतरा सादबत हो सकता है. टीएएके कहती है दक बजपथरी तोसमैिान के र्प मे् नाजुक पय्ाजिरण क्​्ेत् मे् िुमार है. अगर सरकार इसे फायदरंग रे्ज के र्प मे् इस्​्ेमाल करेगी, तो यह यहां के पादरस्टथदतकी, िन्य जीि और िनट्पदतयो् को प्​्भादित करेगा. साथ ही ये यहां से बहने िाली नदियो् िूध गंगा, दनल्ला नाग और तमाम जलस्​्ोतो् को भी प्​्िूदषत कर िेगा. दजससे पीने और दसंचाई के पानी पर भी असर पडेगा. टीएएके कहती है दक यहां से धाद्मजक ट्थलो् जैसे नूरिीन अली और पखारपोरा को जाने िाले रास्​्े भी दनकलते है्. ऐसे मे् जो लोग यहां आये्गे उन्हे्दिक्​्तो्का सामना करना पड सकता RNI- DELHIN/2008/ 24781

प्​्चार दकया हुआ है. टीएएके के अध्यक्​् मंज़ूर दसद्​्दकी कहते है् दक हमने ि्​्ैिल माट्​्ो् मे् यूसमग्ज को खूब प्​्चादरत दकया है. ऐसे मे् अगर यहां दहल दरसॉट्ज के बजाय फायदरंग रे्ज होगा तो ये सैलादनयो् के साथ एक बडा धोखा होगा. यूसमग्ज कश्मीर का महत्िपूण्ज पय्जटक ट्थल है, जहां हर सालतीन लाख से ज्यािा पय्जटक आते है्. ऐसे मे् अगर ये फायदरंग रे्ज बनता है, तो ये पूरी तरह से इस क्​्ेत्को बब्ाजि करने जैसा होगा. सुप्ीम कोट्ज ने जब जगलो् को न काटने का दनि्​्ेि जारी कर रखा है. तब भी ये समझ से परे है दक सरकार इसे क्यो् बब्ाजि कर िेना चाहती है. िह इसी तरह का फायदरंग अभ्यास द्​्ास, ज़नट्कार या उधमपुर मे् कर सकते है्. उन्हे् सघन जंगलो् को युद् अभ्यास की जगह नही् बनाना चादहए. टीएएके ने कहा दक दिदभन्न दिभागो् जैसे िन, पय्जटन और अन्य जगहो् पर जहां पय्ाजिरण को नुकसान पहुंच सकता है. िहां इन्हे् फायदरंग रे्ज बनाने की अनुमदत नही्िी जानी चादहए. (राइदजंग कश्मीर न्यूज़)

जयपु र . त मा म भ्​्ष्ाचार के आरोपो् से दघरे पूि्ज आ ई पी ए ल क दम श्न र लदलत मोिी को एक बार दफर से राजट्थान द्​्ककेट एसोदसएिन का अध्यक्​् बना दिया गया है. जस्टटस ग्यान सुधा दमश्​्ा ने आज राज्य के द्​्ककेट ऑदफदियल से मुलाकात के बाि कहा दक 15 दजलो् ने अपना नो मोिन कॉदफडे्स िापस ले दलया है. इसके साथ ही तीन अदधकादरयो्ने भी अपना नो कॉदफडे्ि मोिन िापस लेते हुए कहा दक उन्हो्ने खेल के दहत अपना आपद्​्त िापस ली है. लदलत मोिी अपने दिरोधी अमीन पठान के अदिश्​्ास प्​्स्ाि िापस लेने के बाि राजट्थान द्​्ककेट संघ के अध्यक्​्चुन दलये गये. अध्यक्​्चुने जाने के बाि लदलत मोिी ने राज्य संघ को पारि​ि्​्ी बनाने का िािा दकया. लदलत मोिी ने लंिन से ट्िीट दकया दक हम अपने काम मे् पारि​ि्​्ी रहे्गे और अपने द्​्ककेटरो् को फलने फूलने का पूरा मौका िे्गे. उन्हो्ने कहा दक राजट्थान द्​्ककेट एसोदसएिन को िह पूरी प्​्ाथदमकता िे्गे. गौरतलब है दक लदलत मोिी पर बीसीसीआई ने आजीिन प्​्दतबंध लगाया है. िही् सुप्ीम कोट्ज के दनि्​्ेि के आधार पर उन्हे् राजट्थान द्​्ककेट एसोदसएिन से िूर कर दिया गया था.

राज्य की 60 सिट्यीय दिधानसभा मे् कांग्ेस के 47 ि​िधायक है, हालांदक उनमे्से 21 ने मुख्यमंत्ी नाबाम टुकी के दखलाफ बगाित का झंडा बुलंि कर रखा है. दिधानसभा अध्यक्​्ने इनमे्से 14 दिधायको् को अयोग्य करार दिया है. इन लोगो्ने अब भाजपा से हाथ दमला दलया है और राज्य मे् टुकी सरकार का तख्ता पलटने मे् जुटे है्. राज्यपाल ने महादभयोग प्​्स्ाि पर मतिान के दलए मुख्यमंत्ी की सलाह के दबना ही दिधानसभा का दि​िेष तीन-दि​िसीय सत्​् बुला दलया. कांग्ेस ने राज्यपाल पर भाजपा के साथ दमल कर सरकार को दगराने की कोदि​ि करने का आरोप लगाया है. कांग्ेस प्​्मुख सोदनया गांधी ने इस मुद्े पर राष्​्दपत प्​्णब मुखज्​्ी से मुलाकात दिया है. भाजपा के 11 दिधायको् के कर उसे जर्री किम उठाने का आग्​्ह अलािा िो दनि्जलीय दिधायको् ने अध्यक्​् दकया है. िूसरी ओर, इस मुद्े पर कई बार के दखलाफ महादभयोग प्​्स्ाि का संसि की काय्जिाही भी ठप हो चुकी है. नोदटस दिया था. दिधानसभा की बैठक सोदनया का आरोप है दक क्​्द् के इिारे पर अगले महीने होनी थी. लेदकन राज्यपाल अर्णाचल मे् दनि्ाजदचत कांग्ेस सरकार को राजखोिा ने इस मामले मे् अदतदरक्त अस्टथर करने की सादजि हो रही है. पाट्​्ी ने सद्​्कयता दिखाते हुए यह बैठक महीने भर राज्यपाल को तुरंत िहां से हटाने की मांग भी उठाई है. पहले ही बुला ली.

नीिाम हुई गांि की पंचायि

मनोज ठाकुर

िुर् हुई. यह पि आठ लाख र्पये मे् बोली लग गया. प्​्धान पि के चुने गये चंडीगढ़. यह दहमाचल है. जो उम्मीि​िार ने एक लाख र्पये की रादि अपनी आट्था, दिश्​्ास श्​्द्ा और अलग से गांि मे्धाम के दलए िेने का एलान दिश्​्ास के दलए जाना जाता है. बात दकया. उप प्​्धानपि के दलए िो िािेिारो्के चाहे दसयासत की हो या व्यस्कतगत बीच पांच हजार र्पये से बोली िुर् हुई. जीिन की. यहां आज भी आट्था और आदखरी बोली एक लाख चालीस हजार दिश्​्ास हमेिा सि्​्ोपदर बना रहता है. र्पये पर छूटी. िाड्जसिट्य के पांच पि िस-िस हजार }इन दिनो् प्​्िेि मे् पंचायत चुनाि हो रहे है्. इन चुनािो् मे् एक से बढ कर एक र्पये मे्नीलाम हुए. कुल िस लाख नीलामी परंपरा िेखने को दमल रही है. दिमला के रादि से गांि मे् मंदिर बनेगा. अब इनके रोहड्​्उपमंडल मे्एक पंचायत के सभी पि अलािा गांि को कोई भी सिट्य पंचायत चुनाि मे् अपना नामांकन से अभी ये मामले नामांकन नही्भरेगा. पहले ही िेिता के हमारे संज्ान मे् चुनािो्मे्सहमदत नाम पर नही् आया है. को लेकर हुई बैठक ‘नीलाम’ हो गये. मे् पंचायत के लोगो् नीलामी िस अगर कानून सम्मि ठीक, िो होगा सही ने यह भी तय लाख र्पये मे् ाई व ा कार् ा य क् वरना दकया दक पंचायत लगी. ग्​्ामीणो् दवचार पर होगीइस सदमदत और दजला ने दनद्िजरोध जाएगा. दकया पदरषि सिट्य का जो चुनाि को लेकर िािेिार िो लाख बैठक बुलाई थी. इसमे् सि्जसम्मदत -टीजी नेगी, आयुक्ि, राज्य चुनाव आयोग र्पये की रादि िेिता के नाम पर िेगा, से दनण्जय दलया दक पंचायत चुनाि का जो भी िािेिार पूरी पंचायत के लोग उसे ही िोट मंदिर के दनम्ाजण के दलए सबसे अदधक िे्गे. कुछ गांि ऐसे है्. जहां मतिान से पहले पैसा िेगा, उसके नाम पर सहमदत की मुहर मतिाताओ्से लोटे मे्नमक डलिा कर िोट लगाई जायेगी. गांि के सभी लोग एक जगह जमा की श्पथ दिलिाई जा रही है. इसके दलए भी हो गये. सबसे पहले प्​्धान पि के दलए पूरे मोहल्ले के मतिाता एक जगह जमा होते बोली िुर् हुई. चार उम्मीि​िारो् ने प्​्धान है्. तय करते है दक दकस उम्मीि​िार को िोट पि का चुनाि लडने की इच्छा जतायी. डालने है्. दफर सभी एक पानी भरे लोटे मे् पंचायत ने इस पि के दलए पांच लाख नमक डाल कर इस दनण्जय का पालन करने र्पये न्यूनतम रादि दनद्​्ित की थी. बोली की श्पथ लेते है्.

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ट्ित्िादधकारी, प्​्कािक और मुद्क: क्​्मता दसंह के दलए अमर उजाला पस्बलकेिंस दलदमटेड, सी-21, 22, सेक्टर-59, नोएडा, उत्​्र प्​्िेि से मुद्दत एिं िूसरी मंदजल, बी-146, हदरनगर आश्​्म, नयी दिल्ली- 110014 से प्​्कादित. संपािकः अंबरीि कुमार (पीआरबी अदधदनयम के तहत समाचारो्के चयन के दलए दजम्मेिार) सभी कानूनी दि​िािो्के दलए न्याय क्​्ेत्दिल्ली होगा. संपक्क: +91.8004903209, 9793677793 ईमेल: shukrawaardelhi@gmail.com


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