हकीकत अौर फसाने के बीच मुस्लिम तकरदार पेज- 13 www.shukrawaar.com
वर्ष 1 अंक 14 n पृष्: 16 n 05 - 11 फरवरी 2016 n नयी दिल्ली n ~ 5
सपा-बसपा के बगैर कैसा गठबंधन?
अंबरीश कुमार
लखनऊ. उत्र् प्द् श े मे्िुनावी माहौल बनने लगा है. जनता दल यूनाइरेड के अध्यक््शरद यादव ने प्द् श े मे्महागठबंधन बनाने की संभावनाओ्के साथ यह भी साफ दकया दक समाजवादी पार््ी उनके गठबंधन मे्नही होगी. शरद यादव की इस दरपण्णी के साथ ही समाजवादी पार््ी ने पलरवार कर शरद यादव ही नही् गठबंधन के संभादवत िेहरे अदजत दसंह पर भी दनशाना साधा .इस बीि बहुजन समाज पार््ी के सूत्ो् ने साफ दकया दक बसपा िुनाव पूव्ा दकसी भी गठबंधन का दहस्सा नही् बनेगी. यह दपछले काफी समय से बसपा ने तय कर रिा है. ऐसे मे्यूपी की िुनावी लड़ाई मे्अगर दकसी गठबंधन मे् सपा या बसपा न हो तो उस गठबंधन का क्या अथ्ाबिेगा. उत््र प््देश की करीब तीन सौ सीरो्पर सपा और बसपा का सीधा मुकाबला हो सकता है. समाजवादी पार््ी का नुकसान ही बसपा का अदतदरक्त मुनाफा होगा. सारा आकलन इसी नुकसान और नफे का है दजसका आकलन दफलहाल संभव नही् है. िुनाव साढे तीन सौ से िार सौ ददन दूर है और िालीस ददन मे् माहौल बदल जाता है. ऐसे मे् राजनैदतक आकलन का कोई ज्यादा अथ्ा नही् है. पर उत््र प््देश के राजनैदतक
माहौल पर नजर डाले्तो कुछ तस्वीर साफ होगी. भारतीय जनता पार््ी ने दपछले लोकसभा िुनाव मे् सभी दलो् का सूपड़ा साफ कर ददया था पर मुलायम दसंह के यादवी गढ को मोदी भी भेदने मे्नाकाम रहे. पूरब मे् भी पद््िम मे् भी. तब बड़े बदलाव का िुनाव था दजसमे् जादतयां हादशये पर िली गयी ठीक उसी तरह जैसे सतहत््र मे्. पर अब माहौल बदल िुका है. दबहार िुनाव मे् दपछड़े एकजुर हुये तो इस समय देश मे्ददलतो्का बड़ा ध््ुवीकरण शुर् हो िुका है. कुछ राजनैदतक दल इसे देि पा रहे है तो कुछ आंि बंद दकये हुये है. कुछ की यह श्सथदत ही नही् दक वे ददलत दपछड़ो्और अल्पसंख्यको्का वोर ले पाये.
राजनीदत उत््र प््देश मे् लोगो् के गले आसानी से उतरने वाली नही् है. दबहार मे् समाजवादी पार््ी का जैसा आधार रहा वैसा ही आधार यूपी मे्लालू नीतीश की पार््ी का है. वाम दल िार सौ सीरो्पर िुनाव लड़ने की औपिादरकता पूरी करती है, िुनाव नही् लडती. ऐसे मे् गठबंधन दकन राजनीदतक दलो् के बूते लडेगा. अदजत दसंह तो हदरत प््देश के आगे कुछ मदद करने वाले नही्. अब देि ले्क्या श्सथदत है. कुछ इदतहास पर नजर डाल ले्. पूव्ा प््धानमंत्ी वीपी दसंह दादरी का आंदोलन िलाया था और बाद मे् एक गठबंधन बनाया. इसका नेतृत्व वीपी दसंह से लेकर इन हालात के बीि ध्यान से देिे तो राजबब् ब र ने दकया. जनमोि्ाा गठबंधन मे् मुख्यधारा के दो बड़े राजनीदतक दल के बहु त छोरे दल शादमल हुये और यह सामने कोई ऐसा िेहरा नही् है दजसे वे गठबं ध न िु न ाव मे्दसफ्फ एक सीर धम्ापाल मुख्यमंत्ी के र्प मे् पेश कर सके. ऐसे मे् दसं ह की हादसल कर पाया था. अब राजबब्बर दफर मुख्य लड़ाई सपा और बसपा मे्दसमर सकती है. दोनो्दलो्का अपना आधार वोर कांग्ेस मे्है तो धम्ापाल दसंह बसपा मे्. सारा बै्क है तो बाकी दलो्का उधार का वोर बै्क फायदा बसपा ले गयी थी. इस बार भी एक .ऐसे मे् दबहार जैसे िुनावी गठबंधन की गठबंधन बनने जा रहा है.
रीता ततवारी
कोलकाता. प्द् श े कांगस ्े के नेताओ्ने इस सप्ताह सोमवार को ददल्ली मे् पार््ी महासदिव राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान भले राज्य मे्तृणमूल कांगस ्े से मुकाबले के दलए दवधानसभा िुनावो्से पहले वाममोि्ाा से गठजोड़ की वकालत की हो, इसकी राह आसान नही् है. इसकी वजह यह है दक गठजोड़ मे्अंदतम फैसले मे्होने वाली देरी पर जहां माकपा नेताओ्ने नाराजगी जतायी है, वही्मोि्ाा के घरक दल भी इसके दिलाफ है.् दफलहाल दोनो्पक््अपने दवकल्प तौल रहे है.् प्द् श े कांगस ्े सूत्ो्का कहना है दक पार््ी अगले िुनावो् से पहले वाममोि्ाा के साथ गठजोड़ के पक्् मे् है. लेदकन साथ ही वह दबहार की तज्ापर महागठजोड़ का दवकल्प भी तलाश रही है. लेदकन मुशक् कल यह है दक बाकी पेज 2 पर पेज 1 का बाकी
मसूद अजहर भारत लाया जायेगा?
तववेक सक्सेना
नई ददल्ली. के्द् की भाजपा सकरार उत््रप््देश दवधानसभा िुनाव के पहले मसूद अजहर को भारत लाने की कोदशश मे् जुर गई है। इसके दलए अंत्ाराष््ीय स््र पर प््यास शुर्हो गए है्और पादकस््ान मे्रह मुतादबक ‘गैरसैण ् ’ को राजधानी बनाने मे् रहे इस कुख्यात आतंकवादी को छोरा करीब एक हजार करोड़्र्पये का िि्ाआ रहा राजन की तरह दकसी तीसरे देश से ‘पकड़्’ है. दजसके दलए केद् ्सरकार से हम लगातार कर लाया जा सकता है. अनुरोध कर रहे है.् रावत ने परोक््तौर पर केद् ् रा के भरोसेमंद सूत्ो् के मुतादबक की राजग सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा पठानकोर मे् वायु सेना अड््े पर हुए हमले ददया है. हालांदक भारत की सूिी मे् दाउद दक अगर आंध्प्द् श े के बंरवारे के बाद नयी के बाद भारत ने पादकस््ान पर वहां रह रहे इब््ाहीम का नाम सबसे ऊपर है व हादफज राजधानी अमरावती बनाने के दलए केद् ् आतंकवाददयो्को सौ्पने के दलए दबाव बढ्ा सईद दूसरे नंबर पर है पर सबसे ज्यादा सरकार वहां पैसा दे सकती है. तो उत्र् ािंड को क्यो्नही्? गैरसैण ् कुमायू-ं गढ्वाल के बीि श्सथदत है और उत्र् ािंड के अलग राज्य की मांग के शरद गुप्ता साथ यूकडे ी गैरसैण ् को राजधानी बनाने की मांग करता रहा है. यह एक भावनात्मक मुद्ा सोलन. दहमालय मे् नददयां अब बन िुका है, वहां के लोगो् के दलए साल ज् म ीन पर कम और सुरंगो्मे्ज्यादा बह 2000 मे्उत्र् प्द् श े के बंरवारे से उत्र् ािंड रही है ् . हाइड् ्ो पॉवर बनाने के दलए बनी राज्य बनने के बाद देहरादून को अंतदरम सु र ं ग ो् की वजह से पहाड़्ो् के जल से राजधानी बनाया गया. स्थायी राजधानी के स् ो ् त सू ि ने लगे है ्. िूंदक भारत का ९० दलए 2001 मे्वीरेद् ्दीद््कत न्यादयक आयोग फ् ी सदी मीठा पानी दहमालय से का गठन दकया गया. वीरेद् ्दीद््कत आयोग ने दनकलने वाली नददयो् से दमलता है, 2008 मे्अपनी रपर सौ्प दी. रपर मे्िमोली इनका ठीक से रिरिाव न होने से देश दजले के गैरसैण ् कुमायूं और गढ्वाल दोनो् मे ् जल सं क र गहरा सकता है . नाम पर नददयो् पर अंधाधुंध पॉवर प्लांर क्त्े ्ो्की जर्रतो्को पूरा करता है. दरअसल, स् व च् छ दबजली बनाने के लगाए जा रहे है्. एक के बाद एक. बाकी पेज 2 पर
नयी राजधानी पर बढ़ा टकराव
कांगस ्े -वाम गठजोड् पर जोड्-तोड्
संभावना मसूद अजहर को सौ्प जाने की है. इसकी एक बड़्ी वजह यह है दक अमेदरका ने भी हाल मे् पादकस््ान पर वहां रह रहे कुछ वांदछत आतंकवाददयो् को भारत को सौ्पे जाने के दलए दबाव बढ्ाया है. अजहर की उपयोदगता बहुत कम रह गई है क्यो्दक उसका आतंकवादी संगठन जैश-एमोहम्मद अब काफी कमजोर पड़्िुका है. सूत्ो् के मुतादबक मोदी सरकार अपनी लगातार घरती लोकद््पयता से काफी दिंदतत है. अगले साल होने वाले उत््रप््देश के दवधानसभा िुनाव भाजपा के दलए बहुत बड़्ी िुनौती बनने वाले है्.लोकसभा िुनाव बाकी पेज 2 पर
सूखने लगे हिमालय के जल स््ोत
प्द् ीप श््ीवास्व् देहरादून. उत्र् ािंड के बनने के बाद अब वहां दूसरा दववाद उसकी राजधानी को लेकर शुर्हो गया है. अगले साल प्द् श े के िुनाव होने है.् मुद्ो् के अभाव मे् भाजपा ने उत्र् ािंड की राजधानी का सवाल उठाना शुर्कर दी है. हालांदक प्द् श े के मुखय् मंत्ी हरीश रावत इस मामले मे्केद् ्सरकार पर देरी करने का आरोप लगाते है.् हरीश रावत के
अदधकतर तैयार है् और पहले से काम कर रहे है्जबदक कुछ अन्य दनम्ााण की अलग-अलग स्रेज पर है्. एक प्लांर की सुरंग से दनकलते ही नदी दूसरे की सुरंग मे् घुस जाएगी. इस तरह के दबजली उत्पादन इकाइयो् को रन ऑफ् द दरवर पॉवर प््ोजेक्र कहा जाता है. दनयमो् के अनुसार कम से कम ३० फ्ीसदी नदी ज्मीन पर बहनी िादहए. लेदकन आज दनयम का इसका िुल्लमिुल्ला उल्लंघन हो रहा है. बाकी पेज 2 पर
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05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
गोवा में आप ने भरी हुंकार
वास्को. आम आदमी पार््ी (आप) के राष््ीय सदिव, पंकज गुप्ता ने राज्य की भारतीय जनता पार््ी के नेतृत्व की तीिी आलोिना की है. उन्हो्ने कहा दक राज्य सरकार परंपरागत मछुआरो्के घरो्की रक््ा करने मे् दवफल रही है. इसके दवपरीत सरकार ने मरीना, समुद्ी जहाज और अन्य पदरयोजनाओ् को बढ्ावा दे रही है. दजससे मछुआरो्की आजीदवका और पय्ाावरण को भारी नुकसान पहुंिेगा. पंकज गुप्ता बीते रदववार को वास्को मे् िारीवाडा की एक जनसभा मे्बोल रहे थे. इस जनसभा मे्आप के गोवा प््भारी ददनेश वाघेला, गोवा आम आदमी पार््ी के संयोजक राजश््ी नागास््ेकर, गोवा आप के सदिव वाल्मीदक नाइक और कई अन्य लोगो् ने भाग दलया. उन्हो्ने आगे कहा दक राज्य सरकार पांि दसतारा होरल बिाने के दलए अध्यादेश लाती है, लेदकन वह परंपरागत मछुआरो्के घरो् को बिाने मे् नाकाम रही है. दजसमे् दवशेि र्प से िारीवाडा और बैना के तरीय इलाके आते है्. गुपत् ा ने दावा करते हुए कहा दक भाजपा नेतृत्व वाली सरकार सभी मोि््ो्पर दवफल रही है. सरकार को सत््ा संभाले हुए िार साल हो गये लेदकन वह अभी तक एक भी समस्या का समाधान नही् कर पायी है. दजसमे् उन्हो्ने िनन और दवशेि राज्य का दज्ाा जैसे मुद्ो् का दजक्् भी दकया. साथ ही सरकार अपराध पर दनयंत्ण लगाने मे्और भ््ष्ािार को रोकने मे् भी पूरी तरह से
नाकाम रही है. ददल्ली मे्आम आदमी पार््ी के शासन को रेिांदकत करते हुए गुप्ता ने कहा दक आम आदमी पार््ी ने दवधानसभा िुनाव मे् कुल 70 मे् से 67 सीरे् जीत कर एक क््ांदत पैदा की है. इस दौरान आम आदमी पार््ी की सरकार ने भ््ष्ािार मे् दलप्त 50 अदधकादरयो् को दनलंदबत और एक मंत्ी को बि्ास ा ्भी दकया है. उन्हो्ने कहा दक सरकार लोगो् के कल्याण के दलए काम कर रही है. भ्ष ् ्ािार मुक्त शासन देकर हमने ददल्ली मे् एक दमसाल कायम की है. उन्हो्ने ददल्ली सरकार के बीते एक साल के काय्ाकाल की उपलश्बधयो् के बारे मे् जानकारी देते हुए कहा दक मदहलाओ् के दलए बेहतर सुरक््ा
नयी राजधानी पर बढ़ा टकराव
पेज 1 का बाकी इसके बाद 13वे् दवत्् आयोग ने 88 करोड़् र्पये नयी राजधानी के दलए ददए जाने की बात भी कही्. पर मामला जस का तस पड़्ा रहा. यह मुद्ा अब दफर से गम्ाहो रहा है. हरीश रावत ने बीते ददनो् दवधानसभा की बैठक गैरसैण ् मे्ही दो ददन के दलए बुलायी है. पर, भाजपा ने गैरसैण ् को स्थायी राजधानी की मांग को लेकर बैठक का बदहष्कार दकया.
मुखय् मंत्ी रावत के मुतादबक 20 फीसदी काम गैरसैण ् मे् हो गये है.् पर राजधानी को वहां से जाने के दलए काफी दवकास काय््ो्की जर्रत है. 500 करोड़्र्पये दवधानसभा और सदिवालय आदद के दनम्ाण ा काम के दलए िादहए. गैरसैण ् को िारो् तरफ से सड़्क से जोड़्ना है. दबजली, पानी की 24 घंरे आपूदत् ा वहां करना है. उन्हो्ने बताया दक इस बारे मे् उन्हो्ने दोबारा प्ध् ानमंत्ी को पत््भेजा है.
कांग्ेस-वाम गठजोड् पर जोड्-तोड् दबहार मे्सत््ार्ढ जद(यू) और राजद को इस महागठजोड़ मे् शादमल करना रेढी िीर है. दबहार मे्वामपंथी इस महागठजोड़ मे्शादमल नही् थे. दूसरी ओर, ममता बनज््ी ने इस महागठजोड़ का समथ्ना दकया था. अब यहां वामपंथी दलो्के इसमे्शादमल होने पर जद (यू) और राजद के दलए असमंजस की श्सथदत पैदा हो जायेगी. यही वजह है दक कांगस्े नेततृ व् इस मुद्ेपर तमाम दवकल्पो्पर दविार कर रहा है. गठजोड़ के मुद्ेपर कांगस ्े आलाकमान की िुपप् ी ने प्द् श े कांगस ्े नेताओ् के साथ वामपंथी नेताओ्को भी परेशान कर ददया है. वैस,े पहले कई नेताओ् ने वामपंदथयो् की बजाय तृणमूल कांगस ्े से गठजोड़ की बात कही थी. लेदकन अब अगले लोकसभा िुनावो् को ध्यान मे् रिते हुए उन्हो्ने अपनी राय बदल दी है. कांगस ्े ने दपछला दवधानसभा िुनाव तृणमूल के साथ दमल कर ही लड़ा था
और सरकार बनायी थी. लेदकन साल भर के भीतर ही दोनो्के दरक्ते दरक गये और कांगस ्े सरकार से अलग हो गयी. हालांदक इसकी प्म् ि ु वजह तृणमूल कांगस ्े का केद् ्की यूपीए सरकार से समथ्ना वापस लेना रही. दूसरी ओर, गठजोड़ के मुद्े पर अनावक्यक देरी से वामपंथी दलो्की बेिनै ी बढ रही है. कांगस ्े की िुपप् ी के िलते पार््ी दूसरे दवकल्प नही् तलाश पा रही है. बीते महीने पूवा् मुखय् मंत्ी बुदद् वे भट््ािाय्ा ने कांगस ्े को साव्ज ा दनक र्प से गठजोड़ का न्योता ददया था. लेदकन उसने अब तक इस अपील पर कोई प्द्तद््कया नही् जतायी है. मोि्ाा के घरक दल भी कांगस ्े के साथ तालमेल पर राजी नही्है.् इसकी एक प्म् ि ु वजह केरल का िुनाव है जहां उनकी मुखय् प्द्तद्द्ं ्ी कांगस ्े ही है. ताजा राजनीदतक हालात पर दविार-दवमश्ाकरने के दलये माकपा ने 12 फरवरी को कोलकाता मे्बैठक बुलायी है.
आदिवादियों पर अरंध िैदिक बलों का हमला बढ़ा
और दलंगा कोडोपी इन ग््ामीणो् से दमलने गये. दजससे दिढ कर पुदलस ने्रास््ेमे्कीले् डाल कर सोनी सोरी की गाड़ी को पंिर कर ददया. इससे पहले भी अक्रूबर महीने मे् छत््ीसगढ के पेदग् ल े रू गांव मे्सुरक््ा बलो्ने् िालीस आददवासी मदहलाओ् के साथ बलात्कार दकया था. उस गांव मे् भी दसपादहयो् ने आददवासी मदहलाओ् के स्न् ो् को दनिोड़ कर मदहलाओ्से शादी शुदा होने को सादबत करने के दलए कहा था. उस मामले मे्भी आज तक दकसी की दगरफ्तारी नही्हुई है. हमने इदतहास मे्आददवासी समुदाय पर होने वाले हमलो्के बारे मे्पढा था. अफ््ीका और अमेदरका मे्आददवासी समुदाय पर गोरो् ने्बहुत जुलम् दकये थे. लेदकन अभी भारत मे् आददवासी समुदाय के साथ दजस तरह के अत्यािार सरकार कर रही है. उन अत्यािारो् ने्इदतहास की सभी क्र् ताओ्को पीछे छोड़ ददया है. आददवादसयो् पर यह अत्यािार छत््ीसगढ की भाजपा सरकार कर रही है. सरकार उद््ोगपदतयो् के दलए आददवादसयो् की जमीन हड़पना िाहती है. आददवासी दवरोध ना कर सके् इसदलए सरकार आददवादसयो्के ददलो्मे्अपना िौफ दबठाना िाहती है. इसदलए आददवादसयो् पर सरकार लगातार हमला कर रही है. कोर्ाऔर मीदडया भी इन मामलो् को कोई िास तवज््ो नही् देते है.् (बी्ग ददलत)
उपायो्, 5000 क्लीदनक और 250 नये स्क्लो् को िोला गया है. भ््ष्ािार को रोकने के दलए आम आदमी पार््ी ने एक हेल्पलाइन भी शुर् दकया है. साथ ही दन:शुल्क पानी की आपूद्ता, गुणवत््ापरक दशक््ा और बसो्मे्सीसीरीवी कैमरे लगवाये् है.् हमने वीआईपी संसक ् दृ त को बंद कर ददया है. गुप्ता ने आगे कहा दक ददल्ली मे् आम आदमी पार््ी सरकार दवशेि र्प से अपने िुनावी घोिणा पत््को पूरा करने मे्लगी है. इसके दलए हमने एक आयोग का भी गठन दकया है. उन्हो्ने गोवा के लोगो् से भ््ष्ािार, सांपद् ादयकता और अपराध से मुशक् त पाने के दलए आप का समथ्ान करने का आग््ह भी दकया.
रायपुर. ये घरना छत््ीसगढ के सुकमा दजले के पेदर् ास नाम के गांव की है. सरकार के आदेश पर संयुक्त सैन्य बलो् ने् पेद्रास गांव मे् जाकर हमला दकया है. सरकार ने सुरक््ा बलो्से कहा है दक अगर गांव मे्कोई भी आददवासी युवा लड़की अदववादहत दमलती है, तो उसे नक्सली मान दलया जाये. क्यो्दक नक्सली लडदकयां शादी नही्करती है्. इसदलए आजकल बस््र मे् दसपाही आददवासी लड़दकयो्को जब पकड़ते है.् तो आददवासी लडदकयां दसपादहयो् से कहती है् दक हमे्मत मारो हम शादी शुदा है.् दसपाही लड़दकयो् से शादी शुदा होने के प््माण के र्प मे् उनके स््नो् मे् दूध होने का प््माण ददिाने के दलए कहते है्. अदधकतर मामलो् मे् दसपाही िुद ही आददवासी लड़दकयो् के स््नो् को दनिोड़ते है्. छत््ीसगढ के सुकमा दजले के पेदर् ास गांव मे्दववेकानंद जयंती अंतर्ाष ा ्ीय युवा ददवस के ददन आददवासी युवा लड़दकयो् पर सरकार के दसपादहयो् ने् हमला दकया. दसपादहयो् ने् एक मदहला का हाथ भी तोड़ ददया है. दसपादहयो् ने् गांव की आददवासी लड़दकयो् पर नक्सली होने का इलजाम भी लगाया है. लड़दकयो्ने कहा दक हमारी शादी हो िुकी है. इस पर दसपादहयो्ने्लड़दकयो्से कहा दक सबूत दो दक तुमह् ारी शादी हो िुकी है. दसपादहयो् ने् कहा दक अपने स््नो् को दनिोड़ कर दूध दनकाल कर ददिाओ दसपादहयो् ने् आददवासी लड़दकयो् के कपड़े उठा कर उनका अपमान दकया. सोनी सोरी
मसूद अजहर भारत ...
सूखने लगे हिमालय के जल स््ोत
पेज 1 का बाकी मे्73 सीरे्हादसल करने वाली भाजपा को दवधानसभा िुनाव मे् कड़्ी परीक््ा होने वाली है. पार््ी नेता तो दबी जुबान मे् यह स्वीकारने मे् जरा भी नही् दहिकते है् दक उनके दलए आम िुनाव की संख्या भी बनाए रि पाना असंभव है.अगर दवधानसभा िुनाव से पहले मसूद अजहर को के्द् सरकार पकड़्कर भारत लाने मे्सफल हो जाती है तो वह इसे अपनी बड़्ी उपलश्बध के र्प मे् भुना सकेगी. यह तथ्य दकसी से दछपा नही् है दक कुख्यात तस्कर छोरा राजन को भी इसी तरह से भारत लाया गया था. राष््ीय सुरक््ा सलाहकार अजीत डोवाल को इस तरह के आपरेशनो् मे् महारत हादसल है. मालूम हो दक कंधार दवमान अपहरण के बाद दफरौती के र्प मे दजन तीन कुख्यात आतंकवाददयो् को छोड़्ा गया था, उनमे्से एक मसूद अजहर भी था. ओसामा दबन लादेन के काफी करीबी रहे इस आतंकवादी पर जम्मू कक्मीर दवधानसभा पर हमला करवाने स लेकर श््ीनगर मे् बादामी बाग श्सथत सेना की 15वी् कोर के मुख्यालय पर हमले की सादजश रिने जैसे गंभीर आरोप है. कभी तादलबान के दोस््व पादकस््ान के िहते रह िुके इस आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भी अब पादकस््ान नजरो्मे्नाकारा सादबत हो रहा है.
पेज 1 का बाकी दहमािल प््देश की दकन्नौर घारी मे् बह रही नददयो् की हालत बहुत ही ज्यादा ख्राब है. इसकी वजह से नददयो्के तर पर बसे गाँवो्के तालाब, झीले्और कुएं सूिते जा रहे है्क्यो्दक दजन नददयो्के पानी से वे दरिाज्ा होते थे वे अब सुरंगो्मे्बह रही है्. ये सारी बाते्दपछले हफ्ते दहमािल प््देश के सोलन मे् आयोदजत दहमालय के पय्ाावरण पर आयोदजत एक सेमीनार मे् वैज्ादनको् और शोधकत्ााओ्ने रिी. इनके दलए जगह जगह पर जो सीमे्र प्लांर लगाए जा रहे है् वे भी पहाडो् के पय्ाावरण को ख्राब कर रहे है्. साथ ही गुणवत््ा के साथ समझौता दकए जाने से लोगो् के जानकार को भी नुकसान पहुँि रहा है. हाल ही मे् वहां की एक सुरंग मे्हुई दुघ्ारना मे्िार मज्दूर मारे गए. जाने माने दहमालयन एनवायरमे्र स्रडीज एंड कंज्रवेशन ऑग््ेनाइज्ेशन (हेस्को) के दनदेशक और जानेमाने पय्ाावरणदवद डा अदनल पी जोशी का मानना था दक दहमालय के संसाधनो् का लाभ जब पूरा दहंदुस्ान उठाता है तो इसकी समस्याओ् के समाधान का द्जम्मा भी पूरे दहंदुस्ान को दमलकर उठाना िादहए. उन्हो्ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तजा् पर सकल पय्ाावरण उत्पाद (जीईपी) बनाने की मांग की. जबदक कृदि और िाद्् दवज््ानी देदवंदर
शम्ाा का मानना थी दक अगर हम अभी नही् िेते तो दहमािल और उत््रािंड श्सवट्ज्रलै्ड बनने की जगह स्वाजीलै्ड बन जाएंगे. क्लाइमेर िे्ज का असर भी ददि रहा है. इस बार हमारे यहां ठंड देर से आई और बहुत कम समय के दलए थी. रबी की फ्सल पर इसका असर पड़्ने की आशंका है. क्या इसकी वजह डीज्ल के अंधाधुंध प््योग से पय्ाावरण मे् आया बदलाव है? इसके दलए हमे्क्या बहुत कड़्े क्दम उठाने की ज्र्रत है जैसा दक अमेदरका और दूसरे पद््िमी देशो् ने इस मामले पर हाल मे् हुई पेदरस कांफे्स मे् कहा? लेदकन यह सि नही् है. देदवंदर शम्ाा का मानना है दक हमसे ज्यादा क्लाइमेर िे्ज का असर पद््िमी देशो् पर पड़्ेगा, इसीदलए वे हमसे ज्यादा परेशान है्. दपछले साल जुलाई के दौरान यूरोप मे् गम््ी की वजह १५ हज्ार से ज्यादा लोगो् की मृत्यु हो गई. सबसे ज्यादा प््भादवत पेदरस था जहां इस महीने अदधकतम तापमान ३७-३८ दडग््ी सेश्लसयस रहा जबदक वहा इस दौरान सामान्य तापमान २० दडग््ी होता है. लेदकन िूंदक पय्ाावरण प््दूिण के दलए भी वे ही ज्यादा द्जम्मेदार वे ही है इसदलए इसे ठीक करने की भी ज्यादा द्जम्मेदारी उन्हे् ही उठानी िादहए. लेदकन वे ज्यादा बोझ दवकासशील देशो्पर डाल रहे है्.
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05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
छातंं आंदोलन से दूर हुए राजनैतिक दल
रामे्द् जनवार लखनऊ/वाराणसी. उत््र प््देश राजनैदतक दल छात््युवा राजनीदत से दूर जा रहे है. समाजवादी पार््ी की छात््युवा शािा पार््ी मुख्यालय से बाहर कभी नजर नही् आती. वे जब दवपक्् मे् होते है तो संघि्ा करते है और सत््ा मे् आने पर दवश््ाम. वैसे भी समाजवादी पार््ी मे् बुजुग्ा यह तय करते है दक युवा क्या करे और दफलहाल उन्हे् फुरसत नही्. रोदहत वेमुला पर समूिा देश गरमा रहा है दसवाय उत््र प््देश के नौजवान समाजवाददयो् के. वाम दलो् की छात्् युवा शािा कब पदरसर से गायब हो गयी पता नही् िला. अपवाद भाकपा माले है. बसपा मे्ऐसी कोई शािा ही नही्रही तो भाजपा तो अपनी शािा से ही मजबूत हो रही है. कांगस ्े मे्छात्् राजनीदत का कोई दवरासत वाला इदतहास तो रहा नही् पर राहुल गांधी की सद््कयता से कुछ उम्मीद बंधी पर वह भी अब हवा हो रही है. इसे बनारस की घरना से समझा जा सकता है बनारस मे्संपूण्ाानंद संस्कृत दवदव छात्स ् घं के शपथग्ह् ण काय्क ा म् की अनुमदत देने के बाद भगवा द््बगेड के दबाव मे् कुलपदत ने उसे दनरस्् कर ददया. दजसके दिलाफ दवगत 28 जनवरी से बनारस के संपूण्ाानंद संस्कृत दवश््दवद््ालय के नवदनव्ाादित अध्यक्् दजते्द्धर द््दवेदी और कांग्ेस के छात्् संगठन एनएसयूआई के काय्ाकत्ााओ् के नेतृत्व मे् पदरसरो् मे् भगवा
समाजवादी पार््ी से िेकर कांगस ्े तक के युवा संगठन तवश््ाम मुद्ा मे् को िदेड़ ददया गया. उधर 30 जनवरी को जब छात््संघ काय्ाकादरणी की बैठक होनी थी. उसी ददन प््धानमंत्ी के रवी्द्पूरी श्सथत काय्ाालय पर एनएसयूआई का प्द् श्ना भी घोदित कर ददया गया. लेदकन काय्ाकादरणी की बैठक मे् भी कोई सहमदत नही्बन पायी. दवद््ाथ््ी पदरिद के पदादधकादरयो् को दजदतन प््साद के नाम पर आपद््त थी. जबदक अध्यक््दजदतन प्स ् ाद के नाम पर ही अड़े हुए थे. उनका तक्फ था दक दजदतन प््साद ने मानव संसाधन दवकास मंत्ालय के राज्यमंत्ी रहते हुए संस्कृत भािा के संरक््ण को लेकर एक कमीशन गदठत दबाव और काय्ाक्म दनरस््ीकरण के हो गये थे. लेदकन 27 जनवरी की देर शाम दकया था. लेदकन तभी 2014 मे् कांग्ेस ् घं पदादधकादरयो्के सरकार िली गयी. दजससे अभी तक उस दिलाफ आंदोलन शुर् दकया था. लेदकन दवद््ाथ््ी पदरिद के छात्स कांग्ेस की राज्य और दजला इकाई के दबाव के िलते कुलपदत ने अिानक कमीशन की दरपोर्ा नही् आ सकी है. उदासीनता के िलते आंदोलन कमजोर पड़ काय्ाक्म ही दनरस्् कर ददया. इस इसीदलए संस्कृत दवदव के छात््संघ का ् घं अध्यक््के उद्घारन दजदतन प््साद से करवाया जायेगा. गया. बनारस के एक दवश््दवद््ालय पदरसर दनरस््ीकरण के दिलाफ छात्स मे्इसे भगवा द््बगेड की बड़ी जीत के र्प मे् नेतृत्व मे् दवदव प््शासदनक काय्ाालय के ममीदरंग दबना दनष्कि्ाके ित्म हो गयी. उधर देिा जा सकता है. दजते्द्धर द््दवेदी सामने 28 जनवरी से धरना शुर्कर ददया. एनएसयूआई का रवी्द्पुरी श्सथत प््धानमंत्ी एनएसयूआई के बैनर तले ही छात््संघ धीरे धीरे धरने मे् भीड बढती देिकर 29 के काय्ाालय पर प््दश्ान धरना भी िलता जनवरी को कुलपदत ने छात््संघ अध्यक््को रहा. लेदकन काय्ाालय की और से उनका अध्यक््का िुनाव जीता था. बीते ददनो् छात््संघ के अध्यक्् ने वात्ाा के दलए आमंद्तत दकया. लेदकन इस ज््ापन भी नही्दलया गया. अब आंदोलन पराक््ेप की और अग््सर दवश््दवद््ालय से शपथग््हण की अनुमदत वात्ाा मे् भी कोई दनष्कि्ा सामने नही् आ मांगी थी दजसकी अनुमदत उन्हे्दमल गयी थी. सका. तब कुलपदत ने 30 को छात््संघ है. आंदोलनकारी एनएसयूआई काय्ाकत्ााओ् काय्ाक्म के मुख्य अदतदथ के र्प मे् पूव्ा काय्ाकादरणी की बैठक बुलायी और अध्यक्् का आरोप है दक आंदोलन उनके बैनर के्द्ीय राज्यमंत्ी दजदतन प््साद को आमंद्तत ने धरना जारी रिने की घोिणा की. लेदकन तले िल रहा था. लेदकन प््देश या दजला दकया गया था. साथ ही काय्ाक्म की संदवदव की कुलानुशासक डा शदश रानी दमश्् कांग्ेस की और से उनको कोई प््ोत्साहन अध्यक्त् ा संदवदव के कुलपदत प््ो यदुनाथ दुबे ने पदरसर मे्धरना प्द् श्ना पर रोक लगा ददया या ददशा दनद््ेश नही् दमला. इसदलए को करनी थी. काय्ाक्म के काड्ाबंरने शुर् और पुदलस ने वहां से धरना कर रहे छात््ो् आंदोलनरत छात््ो् मे् हताशा घर करती जा
नेपाल सीमा पर बढ़ी ड््ग तस्करी
संजीव श््ीवास््व
पैमाने पर हो रही नेपाली शराब की तस्करी से ग््ामीण इलाको्के घर-घर मे्लोग नशेड़ी होते जा रहे है.् सीमाई इलाके सुईया, तालबघौड़ा, बहराइच. नेपाल सीमा से सरे तराई इलाको्मे्सद््कय नशे के सौदागरो्ने कुहरा िैधरीडीह, दसरदसया, ककरदरी, जमुनहा और सद््ी का लाभ उठा रहे है्. स्मगलर बाजार, बनगाई होदलया, श््ीनगरा मरैला, बहराइि और श््ावस््ी से सरे नेपाल सीमा मे् जमदान मलौना, पुरवा रामपुर, हुसनै बख्स, जंगली रास््ो्से प्व् श े कर जाते है.् दफर नेपाल मे्घुसकर बड़े पैमाने पर स्मक ै का कारोबार करते है.् इसका िुलासा हाल ही मे् नेपाली पुदलस ने भारी मात््ा मे् स्मैक की बरामदगी करके दकया है. इन कामो्मे्सीमावत््ी इलाको् मे् तैनात एक पुदलस अदधकारी का भी स्मगलरो्को सह दमला हुआ है. सद्दया ो्के मौसम मे्तराई इलाको्मे्घना कोहरा छाया रहता है. ऐसे मे् तस्करो् को अपना काम करने मे् आसानी होती है. गैर सरकारी संगठन भारत-नेपाल मैत्ी पदरिद के मुतादबक सद््ी और कोहरा का लाभ उठाकर तस्कर लािो् र्पये की कीमत का स्मैक दनयदमत भारत और नेपाली सीमावत््ी इलाको् िैरदनया, सदहंजना िद्ा,ा र्पदै डहा, बाबागंज, मे् बेि लेते है्. जबदक सीमा सुरक््ा के बल दशवपुर मोहरदनया, दबदछया और कत्ादनया नशािोरी को रोकने के दलए अदभयान िला आदद एक दशक मे्नशा का केद् ्बन िुके है.् रहे है्. भारत-नेपाल के तराई इलाके साथ ही सभी मेदडकल स्रोस्ापर घातक और बहराइि-श््ावस््ी की िुली 170 दकमी की प्द्तबंदधत कफ सीरफ और नशीली दवाइयां धडल्ले से दबक रही है्. सीमावत््ी गांवो मे् सीमा तस्करो्के दलए सदैव मुफीद रही है. मादक पदाथ्ाके र्यवसायी मादफयाओ्ने श्सथत छोरे-छोरे परिून की दुकानो पर भी अपने नेरवक्फ दहमािल प््देश, उत््रािंड, भांग की गोदलयां दमल जाती है्. इलाकाई राजस्थान और ददल्ली तक फैलाये्हुए है.् तो जानकार बताते है्दक इस इलाके के तकरीबन वही्गांजा भांग और स्थानीय स्र् पर र्यापक एक दज्ना युवा आसामदयक मौत के आगोश
मे्जा िुके है.् यहां शाम ढलते ही सीमाई क्त्े ् के सैकड़ो्नौजवान नशीले पदाथ्ाकी तलाश मे्दनकल पड़ते है.् दजससे यहां के युवा गरीबी का दशकार होते जा रहे है.् लेदकन अपनी लत को पूरा करने के दलए िोरी करना शुर्कर देते है.् इस कारोबार मे्मादहलाये्भी शादमल है्, जो कैदरयर काम करती है्. दजसमे् कई पकड़ी गयी् है् और जेल मे् आजीवन कारावास की सजा कार रही है्. इसमे् कुछ नेपाली मदहलाएं भी है.् माल की सप्लाई के दलए तस्कर इन मदहलाओ् को एक से पांि हजार र्पये तक देते है्. गरीबी के कारण सैकड़ो मदहलाये्तस्करो्का मोहरा बनी हुई है्. इस समय नेपाल के कई क््ेत्ो मे् िरस उत्पादन बडे पैमाने पर हो रहा है. जहां िरस तीन से पांि हजार र्पये प्द्त दकलो है. जबदक अंतराष््ीय बाजार मे् एक लाि र्पये प््दत दकलो है. सशत््सीमा बल के उच््ादधकादरयो् का कहना है दक मादक पदाथ््ो की तस्करी को रोकने के दलए दवशेि अदभयान िलाया जा रहा है. लेदकन शीमा पर घना कोहरा छाया रहता है. ऐसे मे्तलाशी अदभयान मे्ददक्त् े् आ रही है.् लेदकन सीमा पर आने जाने वाले संद्दग्ध र्यश्कतयो्की तलाशी अवक्य ली जा रही है. साथ ही प्द्शद््कत डाग स्कव् ायड को भी लगाया गया है जबदक नेशनल ड्््रग्स कंट्ोल ब्यरू ो के सूत्ो्का कहना है दक ड्र्् ग्स मादफया पर दनयंत्ण पाने के दलए नेपाल प्श ् ासन से संपक्फसाधा गया है.
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हजहतन प््साद ने भी ट्विटर पर छेड़ी जंग
बनारस के संपूण्ाानंद संस्कृत दवश््दवद््ालय के छात््संघ उद्घारन समारोह मे्िुद को मुख्य अदतदथ के र्प मे्बुलाये जाने के कारण काय्ाक्म दनरस्् दकये जाने के कारण शुर्हुए आंदोलन का समथ्ना पूवा्केद् ्ीय राज्यमंत्ी दजदतन प्स ् ाद ने अपने ट्वीरर पर दकया और उन्होने इस काय्ाक्म को संघ और मौजूदा मानव संसाधन मंत्ी के दबाव मे् दनरस्् दकया जाना बताया. इसपर स्मदृ त ईरानी ने जवाब देते हुए संदवदव को राज्य का दवश््दवद््ालय बताते हुए कहा दक उसमे् के्द्हस््क्ेप क्यो्करेगा? इसके जवाब मे् दजदतन प्स ् ाद ने दलिा दवश्द्वद््ालय भले राज्य का है. लेदकन कुलादधपदत तो राज्यपाल होता है. दजसे के्द् सरकार दनयुक्त करती है. दजदतन प््साद के इस श्टवरर युद्की भी काफी िि्ाा हो रही है. रही है. लेदकन अभी भी आंदोलन को आगे बढाया जा सकता है. संदवदव छात््आंदोलन हताशा को छू ही रहा था दक इसी दौरान पूव्ाा्िल के एनएसयूआई पदादधकादरयो् ने राहुल गांधी को बुलावा भेजा है. हालांदक अभी उनके आने की पुद्ष नही्हुई है.
हॉकी कैपट् न पर यौन शोषण का आरोप
एम कुमार
ओलंदपक के दौरान दमली थी. उसके बाद हमारे बीि बातिीत होने लगी. हम एक दूसरे िंडीगढ. इंदडयन हॉकी रीम के कैप्रन को अच्छे से जानने लगे और दलव इन मे् और हदरयाणा पुदलस के डीएसपी सरदारा रहने लगे.’ ‘अगस््2014 मे्हमारी सगाई भी हुई दसंह पर द््बरेन की मदहला हॉकी प्लेयर ने अवैध संबध ं बनाने का आरोप लगाया है. 21 थी. सरदार दसंह मुझे एक गुरद््ारे भी ले गये. साल की इस लड़्की ने िुद को दसंह की जहां उन्हो्ने मुझसे शादी का वादा दकया.’ ‘जुलाई 2015 मे् बेश्लजयम एंरर्प्ा मे् मंगते र बताया है. लुदधयाना पंजाब मे्लड़की वल् ड ् ा हॉकी लीग के दौरान मेरा हैरेसमे्र ने अपनी दशकायत मे् कहा है दक दसंह ने हु आ . सरदार ने होरल के कमरे मे्हैरेसमे्र उसका जबरन अबॉश्ान कराया. उधर, दसंह का कहना है दक वे लड़्की को जानते है्. दकया. यह घरना उसी होरल मे् हुई जहां लेदकन वह उनकी मंगेतर नही्है. इस बीि, इंदडयन हॉकी रीम ठहरी हुई थी. इसके बाद लुदधयाना पुदलस ने दशकायत की जांि के मै्प््ेग्ने्र हुई.’ ‘उन्हो्ने मुझे अबॉश्ान करने को कहा. दलए एसआईरी बनायी है. आरोप लगाने वाली लड़्की द््बरेन मै्ने अपनी इच्छा के दिलाफ यह दकया. की अंडर-19 मदहला हॉकी रीम से दकसी से भी मुझे सपोर्ानही्दमला था.' ‘अबॉश्ान के बाद उन्हो्ने मुझसे बात िेल िुकी है. उसके दपता द््बरेन मे् करना तक बंद कर ददया.यहां तक मैदरज हॉकी कोि रहे है्. लड़की के पेरे्ट्स पंजाब के भाईनी करने से भी इनकार ददया.' सरदार दसंह के दपता गुरमीत दसंह ने सादहब के रहने वाले है.् उसने द््बरेन से भारत आरोपो् को सादजश बताया है. उनके आकर लुदधयाना के क्मकलां पुदलस थाने मु त ादबक, कुछ लोग उसका (सरदार) मे्दशकायत दज्ाकरायी है. कदरअर ित् म करना िाहते है्. इधर हदरयाणा के सीएम मनोहर लाल उधर, पंजाब वॉदरयस्ारीम की ओर से ने कहा दक उन्हे्इस मामले की जानकारी है. मामले की जांि के दनद््ेश ददये गये है्. अभी हॉकी लीग का मैि िेलने िंडीगढ् पहुंिे आरोपो् की जांि होगी. यदद कोई गड़बड़ी सरदार दसंह ने कहा- मै्ने कोई ऐसा गलत दमली तो दनद््ित ही सरदार दसंह के दिलाफ काम नही् दकया है. मै् उस लड़्की को जानता हूं. लेदकन यह कहना गलत है दक कार्ावाई की जायेगी. दशकायत मे् लड़्की ने कहा, ‘मै् मै्ने उसका हैरेसमे्र दकया है. हमारी कोई सरदार दसंह से अगस््2012 मे् लंदन सगाई नही्हुई थी.
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05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
यह है मुरली मनोहर जोशी का आदश्श गांव
अवनीश कुमार
कहे् और वह कार दी जाये. लेदकन सांसद महोदय के गोद दलए गांव को दे कानपुर. उत््र प््देश के 2017 के ि कर तो यह दसद्् हो रहा है दक दवधानसभा िुनाव को लेकर जहां एक तरफ भारतीय जनता पार््ी के नेताओ् की सभी पाद्रियो्ने अपनी अपनी जीत को लेकर कथनी ओर करनी मे्बहुत बड़्ा फक्फ तैयादरयां शुर् कर दी है्. तो वही् भारत के है. आपको बताते िले्की उत््र प््देश प्ध ् ानमंत्ी के िलाये गये आदश्ाग््ाम योजना के कानपुर नगर और कानपुर देहात के तहत गांव का दवकास करवाया जाना था. मे्भारतीय जनता पार््ी के दोनो्सीर मूल सुदवधाओ्के दलए तरस रहे ग््ामीणो्को पर सांसद है्. जहां कानपुर नगर से सुदवधाये्ददलायी जानी थी्. लेदकन भारत के भारतीय जनता पार््ी के वदरष्् नेता प््धानमंत्ी की योजना कागजो् मे् ही कही् डॉ मुरली मनोहर जोशी सांसद है्. तो आदश्ा योजना बन कर रह गयी. और वही् कानपुर देहात से सांसद देवे्द् भारतीय जनता पार््ी के सांसद के गोद दलए दसंह भोले है्. कानपुर शहर मे्सांसद गये गांव आज भी अपने हालात पर रो रहे है्. डॉ मुरली मनोहर जोशी के ऊपर अभी तक जहां दवपक््के नेता ही आदश्ाग््ाम दवकास काय्ा पर ध्यान न देने के योजना पर उंगली उठाते थे. तो भारतीय आरोप अन्य पार््ी के लोग लगाते रहे है्. जनता पार््ी के प््वक्ता यह कहकर राल देते लेदकन इस बार उनके आदश्ाग््ाम योजना के थे की राजनैदतक हथकंडे है्. जो काम करते तहत गोद दलए गये गांव के ग््ामीणो् ने उन है्उन्ही्पर सवाल उठते है्. लेदकन आपको पर काम न करने का आरोप लगाया है. इस आज एक ऐसे गांव के बारे मे्बताते है्. जहां गांव की श्सथदत देिने से पता िलता है दक के ग््ामीणो् ने ही आदश्ा ग््ाम योजना पर सांसद के कराए गए दवकास काय्ा दसफ्फ सवाल िड़्े कर ददये है्. दजसमे् सबसे बड़्ी कागजो्मे्हुए है्. गांव की श्सथत जैसे पहले बात यह है दक दजस सांसद ने इस गांव को थी, वैसी ही आज भी बनी हुई है. कानपुर गोद दलया था. वह सांसद िुद ही भारतीय नगर मे् कोई ऐसा गांव नही् था. जो आदश्ा जनता पार््ी के एक बहुत बड़्े िेहरे के र्प गांव के मानको्को पूरा कर रहा हो. दजसके मे्जाने जाते है्. ऐसा भी नही्है दक भारतीय िलते शहर सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी जनता पार््ी के आलाकमान से यह कोई बात ने कानपुर देहात के अकबरपुर संसदीय क््ेत्
दहलत छात्:् खुदखुशी की धमकी
के कल्याणपुर ब्लाक के दसंहपुर कछार गांव को गोद दलया था. िास बात यह है दक यह गांव कानपुर नगर दनगम सीमा से महज दो दकमी दूर है. इसके बावजूद सांसद इस गांव से दूदरयां बनाये्हुए है्. ग््ामीणो्का आरोप है दक सांसद तीन बार गांव जर्र आये है्. लेदकन हर बार वादा करके िले गये. यहां की गदलयो् मे् गंदा पानी िुला बह रहा है. जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. गांव की दिदकत्सा र्यवस्था को जब देिा गया तो सामुदादयक के्द् पर न तो कोई डाक्रर दमला और न ही कोई कम्ािारी.
कहा दक बीते डेढ साल से दबहार सरकार के एससी/एसरी कल्याण दवभाग ने राज्य के पटना. महात्मा गांधी की कम्ा भूदम बाहर तकनीकी कालेजो्मे्पढने वाले हजारो् िंपारण के 60 ददलत छात््ो् ने दबहार ददलत छात््ो् को स्कालरदशप की रादश नही् सरकार से स्राइपे्ड की मांग करते हुए दी है. ओदडसा के इंजीदनयदरंग कॉलेज से आत्महत्या की धमकी तक दे डाली है. सभी े् ईयर के है.् छात््ओदडशा की राजधानी भुवनेश्र श्सथत दनकाले गये सभी 60 छात््सेकड ये पूव्ी और पद््िम िंपारण के रहने वाले राजधानी इंजीदनयदरंग कॉलेज मे्पढ्ते है्. कॉलेज प््शासन ने दबहार सरकार के है्. उनका दादिला राज्य सरकार के कोरे के तहत दी जाने वाली स्राइपे्ड जारी एससी/एसरी कल्याण दवभाग की एक स्कीम नही् दकये जाने के बाद उन्हे् कालेज से के तहत हुआ है. कॉलेज प््शासन ने इस दनकाल ददया गया है. दनकाले गये ददलत दसलदसले मे्पूव्ी िंपारण के दजला कल्याण पदादधकारी से संपक्फ दकया है, लेदकन छात््अपने अपने घर आ गये है्. अबतक कोई कार्ावाई नही् की गयी है. उच्् दशक््ा के दलए राज्य से बाहर उन् ह ो् न े कहा दक 18 ददलत छात््ो्के स्राइपेड ् सरकारी पहल पर गये ददलत छात््ो्ने दबहार का आवे द न 6 जू न 2015 को राज् य सरकार सरकार से आद्थाक मदद नही् दमलने की श्सथदत मे् सुसाइड की धमकी दी है. इसके के कल्याण दवभाग को भेज ददया गया था. एससी/एसरी कल्याण दवभाग के प््धान साथ ही राज्य मे् राजनीदत गरमा गयी है. दवपक््ी दलो् ने इस मुद्े पर नीतीश सरकार सदिव एसएम राजू की माने तो इस मामले को गंभीरता से दलया जा रहा है और जल्द ही को घेरने का काम दकया है. प््देश भाजपा के वदरष्् नेता और पूव्ा कोई ठोस नतीजा दनकल जायेगा. सवाल उठता है इस तरह के उदासीन उप मुख्यमंत्ी सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा है दक नीतीश कुमार के रवैये के दलये दोदियो्के दिलाफ कौन कदम ददलत प््ेम की पोल िुल गयी है. मोदी ने उठायेगा.
का स््र बढ्ाया जायेगा. जलभराव, नाली, दबजली और बारात शाला की समस्याओ्का जल्द दनस््ारण दकया जायेगा. गांव मे् सौर ऊज्ाा की भी र्यवस्था जल्द से जल्द कर ददया जायेगा. साथ ही जल्द ही इस गांव के जल का रेस्र करवाकर दूदित जल को दनकाला जायेगा. लेदकन अब तक यह सब वायदे हकीकत मे्नही्बदल पांये है.् भारतीय जनता पार््ी के दजला अध्यक््सुरदे् ्मैथानी ने बताया दक बरसात के दौरान गांव की सड़्को् मे् जो पानी भर जाता था. दजससे आम जनमानस को नाव का इस््ेमाल करके गांव के बाहर आना पड़्ता था. दजसका दनदान आदश्ा ग््ाम योजना के तहत सांसद जी ने करवा ददया है. अब सवाल ये उठता है दक प््धानमंत्ी मोदी की आदश्ा ग््ाम योजना का मजाक कौन बना रहा है. िुद भारतीय जनता पार््ी के वदरष््नेता और कानपुर नगर के सांसद. दोिी िाहे जो भी हो लेदकन दद्ाका एहसास तो उन ग््ामीणो् को है. जो आये ददन समस्याओ् से जूझते रहते है्. कुछ भी हो लेदकन उत््र प््देश मे्2017 के दवधानसभा िुनाव मे् कानपुर नगर और देहात मे् प््धानमंत्ी मोदी की आदश्ा ग््ाम योजना भारतीय जनता पार््ी के दलए समस्या न िड़्ी कर दे.
नवीन राज में बढ़ते अपराध
तवश््नाथ देहाती
संजय कुमार
ग््ामीणो् का कहना है दक यहां पर डाक्रर तो कभी आते ही नही्है्. गांव मे्दकसी भी प्क ् ार का दवकास उन्हो्ने नही् कराया है. गांव के अवधेश कुमार ने बताया दक गंदा नाला गांव वालो् का जीना दूभर दकए हुए है. सांसद जी को दलदित दशकायत दी गयी थी. लेदकन उन्हो्ने अभी तक कोई ठोस कदम नही् उठाया है. दसंहपुर ग््ामसभा वैसे तो कानपुर नगर दनगम की सीमा से बाहर है. लेदकन शहर के महत्वपूण्ा स्थल गांव के आस-पास ही है्. इस गांव के पास इस्कॉन मंददर, साई्दरबार, दवठुर का पय्ारक इलाका, वाल्मीदक आश््म, सीता रसोई, लवकुश की जन्मस्थली और गंगा नदी आदद मौजूद है्. करीब 15 एकड़्मे् फैले दसंहपुर गांव की आबादी करीब सात हजार है. दजसमे्वोररो्की संख्या तकरीबन 3500 है. दजनमे्पुरि् मतदाताओ्की संखय् ा करीब 2400 है. मदहला मतदाताओ् की संख्या 1100 है. सांसद जोशी ने गांव आकर ग््ामीणो्को नसीहत दी थी दक गुरबाजी करने के बजाए दवकास पर ध्यान दे्. वातावरण शुद्रिने की कोदशश करे्. दनयम के तहत सांसद दनदध से दवकास कराया जायेगा. गांव की दशक््ा र्यवस्था और दिदकत्सा र्यवस्था
मुखय् मंत्ी हेमानंद दवश््ाल ने नवीन सरकार पर सीधे-सीधे दनशाना साधते हुए आरोप भुवनेश्र. ओदड़शा राज्य की लिर लगाया है दक बीजद के गुंडे, मादफया और कानून र्यवस्था नवीन सरकार के गले की काय्ाकत्ाा उच््पदो्पर बैठे है्. इसकी वजह फांस बनती जा रही है. सरकारी दावो् के से ओदड़शा की कानून र्यवस्था िरमरा गयी उलर प्द् श े मे्अपराध का ग््ाफ बढता ही जा है. बहरहाल, सरकार कानून र्यवस्था को रहा है. नवीन सरकार भी पूव्ावत््ी सरकारो् ्े ी नेताओ्के बयानो् की तरह ही लािार नजर आ रही है. पहले लेकर भाजपा और कांगस कांग्ेस राज मे् दवपक््ी भ््ष्राज का आरोप को राजनैदतक कहकर िादरज कर रही है. लगाते थे. लेदकन अब नवीन राज मे्भी यह लेदकन न्यायपादलका भी नवीन सरकार पर दसलदसला बदस््ूर जारी है. ओदड़शा को सवाल उठा रही है. इस आधार पर आसानी भ््ष्ािार से मुक्त करने के नवीन के दावो् से यह कहा जा सकता है दक बीजद सरकार की हवा पूरी तरह से दनकल िुकी है. प््देश मे्सब कुछ ठीकठाक नही्िल रहा है. ऐसे मे् अगर वक्त रहते पुदलस नही् की दबगड़ी कानून र्यवस्था ऐसा मुद्ा है, दजसके सहारे कांगस ्े -भाजपा समेत तमाम राजनैदतक ताकते् राज्य सरकार को करघरे मे् िड़ा कर देती है्. कानून र्यवस्था राज्य का दविय होने के कारण इसका ठीकरा के्द् पर फोड़ने की राजनीदत भी नही् की जा सकती है. भाजपाई और कांग्ेसी कहते दफर रहे है् दक सत््ा संरक््ण मे् पल रहे गुंड़ो् – अपरादधयो् पर लगाम लगाने मे् नाकाम पुदलस हत्यारी बन गयी है. दकसी को भी उठा लाना और उसे थाने मे् सुधरी, तो हालात दनयंत्ण से बाहर दनकल अवैध तरीके से रिकर प्त् ादड़त करना मानो जाये्गे. इसदलए बेहतर होगा दक राज्य पुदलस का जन्मदसद्् अदधकार हो गया है. सरकार और गृह दवभाग मे्उच््पदो्पर बैठे अपरादधयो्के सामने दगड़दगड़ाने और उनके अदधकारी नी्द से जागे् और प््भावी पुदलस हाथो् दपरने वाली पुदलस दनरीह लोगो् की बनाने के दलए कदम उठाये्. नेता, अपराधी और पुदलस के गठजोड़ पर हाई कोर्ा की जान के पीछे पड़ गयी है. ऐसी ही कुछ सोि कांग्ेस की भी है. सख्त दरप्पणी दरअसल इस गठजोड़ के कांग्ेस के वदरष्् नेता और राज्य के पूव्ा कुरप् िेहरे को उजागर करती है. दजससे हर
कोई भयभीत रहता है. िासकर, कानून का सम्मान करने वाले सीधे-साधे लोगो्पर इस गठजोड़ का बहुत बुरा असर होता है. पुदलस दहरासत मे् बंद धल सामंत भाईयो् के तार कांग्ेस भाजपा और शासक दल बीजद के कई बड़े नेताओ्से जुड़े हुए है.् करक सीडीए मे् अपराधी डॉन धल सामंत के घर से दमली ड़ायरी, मोबाइल, लैपरॉप और फोरोफाइल ने राज्य के कई बड़े राजनीदतक नेताओ् का पोल िोल कर रि ददया है. सूत्ो् के मुतादबक इन शादतर अपरादधयो् को पुदलस ने िंपत बतला कर अपनी जूबान बंद कर ली थी. लेदकन दोनो् भुवनेश्र और करक मे्रहते थे और अपना नेरवक्फ मुंबई, कोलकाता, दवशािापत््नम और बे्गलुर् तक फैलाकर लूर-हत्या और रंगदारी को अंजाम देता था. पुदलस आयुक्त भुवनेश्र वाईबी िुरादनयां बताते है्. धल सामंत भाईयो्का राज्य से बाहर भी कई बैको्मे्22 िाते का िुलासा भी हुआ है. इस बीि रेड ् र दफश्कसंग के सरगना धल सामंत भाइयो् से दमली. ड़ायरी और फोरो फाइल को पुदलस िगांल रही है, लेदकन अबतक दमली जानकारी के मुतादबक फोरोफाइल मे् भाजपा के बड़े नेता और के्द्मंत्ी धम््ेद्प््धान, भाजपा नेता समीर डे, कांग्ेसी नेता भक्तिरण दास, ललारे्दू महापात्् और बीजद के दवधायक प््भात सांमतराय के साथ हाल ही मे्आयोदजत एक समारोह के दौरान इन अपरादधयो् का गुणगान करते देिा गया है.
6 फइम
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05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
तिर सज गया आइपीएल का बाजार
आ
इपीएल का बाजार तैयार है. दिलादड़यो् की नीलामी की तैयारी पूरी हो गई है और छह फरवरी को बंगलुर् मे् देश-दवदेश के तीन सौ से ज्यादा दिलाड़ी इस बाजार मे् बेिे जाएंगे. कौन सा दिलाड़ी दकस कीमत पर दबकेगा, दफलहाल यह तो नही्कहा जा सकता लेदकन आइपीएल की संिालन सदमदत ने जो सूिी दिलादड़यो्की तय की है वह िौ्काने वाली है. इस सूिी मे् दो भारतीय दिलादड़यो् युवराज दसंह और ईशांत शम्ाा उन आठ दिलादड़यो्मे्शादमल है्दजनका आधार मूलय् सबसे ज्यादा रिा गया है. युवराज दसंह आइपीएल के दपछले दो सत््के सबसे महंगे दिलाड़ी थे. उन पर 2013 और 2014 मे् फे्िाइजी रीमे्ने जबद्ास्दांव िेला था. 2013 मे्रायल िैले्जस्ा बंगलूर ने उन्हे् 14 करोड़ मे् िरीदा था और दपछले सत्् मे् ददल्ली डेयरडेदवल्स ने सोलह करोड़ र्पए मे् उन्हे् िरीदा था. लेदकन दोनो् सत्् मे् युवराज दसंह का बल्ला िामोश रहा. उन्हो्ने कोई बड़ी पारी नही् िेली. गे्दबाजी मे्भी वे नही्िले. उन्हे्दजतनी कीमत दमली थी, उनका प््दश्ान उस दहसाब से बेहद िराब रहा था. आइपीएल संिालन सदमदत ने उनका आधार मूल्य ही दो करोड़ तय दकया है. यानी उन पर इस बार भी लंबा दांव लग सकता है. दपछले सत्् मे् उन्हे् िरीदने वाली ददल्ली डेयरडेदवल्स की रीम ने उनके प््दश्ान को देिते हुए उन्हे् दररने नही्करने का फैसला दकया और रीम से उनकी छुट्ी कर दी. भारतीय रीम से तो वे बाहर िल ही रहे थे. लेदकन हाल ही मे्आस्ट्ेदलया दौरे पर गई भारतीय री-20 रीम मे् उनकी वापसी हुई. हालांदक इस दौरे पर भी उन्हे्बल्लबे ाजी का मौका न के बराबर दमला. गेद् बाजी जर्र उन्हो्ने की और उनका प््दश्ान गे्द से ठीक रहा. आइपीएल ने युवराज का आधार मूल्य दो करोड़ र्पए तय दकए है्. ईशांत शम्ाा, कीवन पीररसन, शेन वारसन, आरोन दफंि, डेल स्रेन, ड्वेन श्समथ व माद्रिन गुश्परल शादमल है्.
कनाडा और आयरलै्ड के दो-दो दिलाड़ी शादमल है्. नीलामी मे् 219 ऐसे दिलाड़ी भी दहस्सा ले्गे दजन्हो्ने अंतरराष््ीय द््ककेर नही् िेला है. इसमे् 204 घरेलू दिलाड़ी है्. ईशांत शम्ाा का प््दश्ान भी दपछले आइपीएल मे्बहुत अच्छा नही्रहा था और इसी वजह से सनराइजस्ा हैदराबाद ने ईशांत को दरलीज कर ददया था. अब देिना यह है दक इस बार उनकी क्या कीमत लगती है. वैसे युवराज को िुनौती इंग्लै्ड के कीवन पीररसन से दमल सकती है. इंग्लै्ड रीम से बाहर िल रहे पीररसन का बल्ला इस बार दबग बैश लीग मे् जम कर बोला. उनकी रीम दसडनी थंडस्ा फाइनल मे् भी पहुंिी थी लेदकन फाइनल मे् उनकी रीम हार गई. इनके अलावा दो आस्ट्ेदलयाई दिलाड़ी माइकल हसी और उस्मान ख्वाजा पर भी बड़ी बोली लग सकती है. हसी व ख्वाजा हालांदक उस पूल मे् शादमल नही् है् दजसमे् युवराज है. आइपीएल संिालन सदमदत ने ददनेश काद्ताक, संजू सैमसन, स्रुअर्ा दबन्नी, धवल कुलकण््ी, आशीि नेहरा, केन दरिड्ासन व दमशल माश्ा को भी बेहतर पूल मे् रिा है. हालांदक इसे लेकर भी सवाल उठने लाजमी है्. ददनेश काद्ताक, स्रुअर्ा दबन्नी जैसे दिलाड़ी लंबे रेस के घोड़े नही्रहे. कादतक्फको
दक इस बार नीलामी जोरदार होगी. दो नई रीमो् सदहत दूसरी रीमे्कुछ दिलादड़यो्को रीम मे्लेने के दलए अपना पूरा जोर लगा दे्गी्. ददल्ली डेयरडेदवल्स ने दपछले महीने युवराज दसंह और श््ीलंकाई दिलाड़ी एंजदलो मैथय् ज ू सदहत तेरह दिलादड़यो् को दरलीज कर इसके संकेत भी ददए थे. इन दोनो्पर दपछले सत््मे्ददल्ली ने करीब 24 करोड़ की रकम िि्ाकी थी. लेदकन दोनो्का ही प्द् श्ना बहेत बेहतर नही्रहा था. बड़ी कीमत और िराब प््दश्ान की वजह से ददल्ली ने उनकी रीम से छुट्ी कर अपना बजर संतुदलत दकया है तादक नीलामी मे्कुछ अच्छे दिलादड़यो्पर दांव िेला जा सके. आइपीएल की छह रीमो्ने युवराज, मैथय् ज ू व कादतक्फ सदहत 61 दिलादड़यो् को दरलीज दकया था. नीलामी मे् इस साल कोलकाता नाइर राइडस्ा, मुंबइ इंदडयंस, ददल्ली डेयरडेदवल्स, सनराइजस्ा हैदराबाद, रोयल िैलज े् स्ाबंगलूर, दकंगस ् इलेवन पंजाब के साथ-साथ
आइपीएल की नीलामी में इस बार 351 खिलाखियों को बेचने की तैयारी है. इनमें से 230 भारतीय खिलािी हैं और 131 खिदेशी.
इन सभो् का आधार मूल्य दो करोड़ र्पए रिे गए है्. हालांदक शेन वारसन, डेल स्रेन और ड्वेन स्रेन को दकस बुदनयाद पर कीमती दिलादड़यो्की सूिी मे्शादमल दकया गया है समझ से परे है. स्रेन न तो दफर है्और न ही फाम्ा उनका ठीक है. शेन वारसन का हाल भी कुछ ऐसा ही है. वारसन आस्टद्ेलयाई रीम मे्ही अपनी जगह बनाने के दलए जूझ रहे है्. दफंि, पीररसन और गुश्परल जर्र फाम्ामे्है् और उनके बल्ले से रन आ रहे है्. आइपीएल की नीलामी मे्इस बार 351 दिलादड़यो्को बेिने की तैयारी है. इनमे् से 230 भारतीय दिलाड़ी है्और 131 दवदेशी. नीलामी की इस सूिी मे् 130 ऐसे दिलाड़ी शादमल है् दजन्हो्ने अंतरराष््ीय मैि िेले है् और इसमे् 29 आस्ट्ेदलया के, बीस वेस्र इंडीज के, 18 दद््कण अफ््ीका के, सोलह श््ीलंका के, नौ न्यूजीलै्ड के, सात इंग्लै्ड के और बांग्लादेश के पांि दिलाड़ी शादमल है्. एसोदसएर देशो्मे्
भी युवराज की तरह ही दपछले दो सत्् मे् बेहतर कीमत दमली थी लेदकन न तो वे दवकेर के पीछे िपल रहे और न ही उम्दा पादरयां िेली्. 2013 मे् ददल्ली डेयरडेदवल्स ने उन्हे्साढे बारह करोड़ मे्और दपछले साल रोयल िैले्जस्ा बंगलूर ने साढे दस करोड़ मे्िरीदा था. लेदकन काद्ताक ने इन दोनो् सत्् मे् एक मैि मे् भी ऐसी पारी नही् िेली जो उनकी रीम को जीत ददला सके. जादहर है दक ऐसे मे् आइपीएल संिालन सदमदत पर सवाल तो उठे्गी ही जो अपने िहेते दिलादड़यो् का आधर मूल्य ज्यादा रिते है्. हालांदक इस बार कई युवा भारतीय दिलादड़यो् पर नजर रहेगी. सैयद मुक्ताक अली ट््ाफी मे् कई युवा दिलादड़यो् ने िमकदार प्द् श्ना दकया. दफर अभी अंडर-19 दवश््कप मे् सरफराज िान, आवेश िान, वादशंगरन सुंदर, ऋिभ पंत, जीशान अंसारी सरीिे दिलाड़ी बेहतर प्द् श्ना कर रहे है्. इनमे् से दकन दिलादड़यो् पर कोई फे्िाइजी रीम दांव लगाती है या नही्, यह देिना बाकी है. सरफराज िान दपछले सत््मे्बंगलुर्के दलए धमाकेदार प््दश्ान कर िुके है्. बाकी दिलाड़ी युवा है्और अभी उन्हे्बहुत कुछ करना है. जोस बरलर, मोदहत शम्ाा, इरफान पठान, बीरे्द्सरन, जासन होल्डर वैगरह पर भी नजरे् रहे्गी. माना जारहा है
नई रीमे् राइदजंग पुणे सुपर जै्ट्स (आरपीएसजे) के अलावा राजकोर की रीम भी दहस्सा लेगी. ददल्ली डेयरडेदवल्स के पास कुल 37.15 करोड़ की रकम बिी है तो दकंग्स इलेवन पंजाब के पास 23 करोड़. कोलकाता नाइर राइडस्ा17.95 करोड़, मुबं ई इंदडयंस 14.40 करोड़, रोयल िैले्जस्ा बंगलुर् 21.62 करोड़ व सनराइजस्ा हैदराबाद 30.15 करोड़ र्पए नीलामी के दौरान दिलादड़यो् की िरीदारी पर िि्ा कर सकती है. पुणे व राजकोर की रीमो्के पास 27-27 करोड़ र्पए है्. जादहर है दक ददल्ली, पुणे, राजकोर व हैदराबाद रीमे्नीलामी मे् एक-दूसरे को रक््र दे्गी्. देिना यह है दक इस नीलामी मे्युवराज दफर महंगे दिलाड़ी बनते है्या दफर कोई और उनसे आगे दनकल जाता है. वैसे लगता नही्है दक इस बार उन पर कोई रीम बड़ा दांव िेले. पीररसन, दफंि और गुश्परल उनसे आगे दनकल सकते है्.
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पय्ाावरण
05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
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संरक््ण और बहाली की बाट जोहते वेटलै्ड
कृष्ण गोपाि 'व्यास’
वे
रलै्ड, अंग्ेजी भािा का शब्द है. दजसका शाश्बदक अथ्ा आद्ा्भूदम है. दुदनया मे्तकरीबन 12,750 लाि हेक्रेयर से अदधक ज्मीन वेरलै्ड है्. मूल स्वर्प मे् वे जैवदवदवधता से पदरपूणा्होते है.् उनसे होने वाली सालाना आमदनी तकरीबन 15 द््टदलयन अमेदरकन डालर है. दवशेिज््ो् ने उन्हे्िार श््ेदणयो्मे्बांरे है्. ऊंिाई पर श्सथत झीलो्, प््ाकृदतक और मानव दनद्मात दलदली जमीन, तालाबो् और मै्ग्ोव के र्प मे् ये दवभादजत है्. गौरतलब है दक पूरी दुदनया की आद्ा्भूदमयो्की लगातार दबगड़्ती हालत को ध्यान मे्रि दवश्स ् र् पर आयोदजत रामसर सम्मेलन मे्उनकी सेहत बहाली पर फैसला दलया गया है. सबसे पहले उसकी पदरभािा तय की गयी है. इस पदरभािा के मुतादबक वेरलै्ड मे् दलदली और पानी (साफ, कसैला, िारा इत्यादद) मे् डूबी सभी प््कार की जमीने् शादमल है्. इसदलये अब, अदवरल नदी, झील, समुद् तर के पास श्सथत कम गहरी साफ पानी की झील, समुद् तरीय वनस्पदतयां, कोयला दनम्ााणी झीले् जैसे प््ाकृदतक और तालाब, जलमग्न भूदम, दसंदित िेत, सीवर फाम्ाजैसी मानव दनद्मात संरिनाओ् को वेरलै्ड कहा जाता है. जैव दवदवधता डायरेक्ररी ऑफ एदशयन वेरलै्ड के मुतादबक भारत मे् वेरलै्ड का कुल रकबा, करीब 582 लाि हेक्रेयर है. यह रकबा, देश के कुल रकबे का 3 फीसद है. भारत मे् 19 प््कार की दलदली भूदम पाई जाती है. इसमे् तरीय इलाको् मे् पाये जाने वाले मै्ग्ोव, उच्् भूदम पर श्सथत झीले्, दलदली जमीन, जलमाग्ा (नदी) और तालाब शादमल है्. महत्वपूण्ा झीलो् मे् दहमािल प््देश का िंद् ताल और पो्ग डेम झील, ओदडसा की दिल्का, आंध्प्देश की कोलेर्, मदणपुर की लोकरक, द््तपुरा की र्द्सागर, जम्मूकक्मीर की वूलर और सुदरनसर-मंसर, तदमलनाडु की पुलीकर, महाराष््की लूनर और राजस्थान की सांभर झील उल्लेिनीय है्. झीलो्का दनम्ााण सामान्यतः दनिली भूदम या नदी पथ मे् र्कावर पैदा होने के कारण भी होता है. कभी-कभी, झीलो् का दनम्ााण, समुद् तर के दनकर समुद्ीय लहरो् की गदतदवदधयो्के कारण भी होता है. उल्कापात के कारण भी धरती पर झीलो् का दनम्ााण सम्भव है. पूरी दुदनया मे् इसके उदाहरण मौजूद है्. नम भूदम (वेरलै्ड) के अंतग्ात दहमािल प््देश का रेणुका, केरल का अष््मुड़्ी और द््तसूर कोले और वेहमबे्डकोल वेरलै्ड, मध्य प््देश का भोज वेरलै्ड, पद््िम बंगाल का पूव्ी कलकत््ा वेरलै्ड, पंजाब का हदरका और कंजी वेरलै्ड, जम्मूकक्मीर का होकेसर वेरलै्ड आदद मुख्य वेरलै्ड है्. इसी क््म मे् ओदडशा का दभतरकदनका मै्ग्ोव भी आता है. वेरलै्ड और प््ाकृदतक झीलो् मे् मुख्य र्प से बरसाती पानी अथ्ाात बाढ् का पानी आकर जमा हो जाता है. पानी के जमा होने के कारण, दनिले इलाको् पर बाढ् की
दवभीदिका कम होती है. इसके अलावा वे मुख्य र्प से स्थानीय जलवायु को संतुदलत करते है्. यह उनका प््ाकृदतक दादयत््व है. गौरतलब है दक झीलो् के कैिमे्र मे् भूदम उपयोग बदलने के कारण उनकी जलप््दाय क््मता घर गयी है. वे अदधक मात््ा मे् गाद पैदा कर रहे है्. गाद की दनकासी घरने के कारण वे उथली हो रही है्. उनमे्कम पानी जमा हो रहा है. उनके नष्् होने का ितरा बढ् रहा है. वत्ामान मे् सभी वेरलै्ड और झीले् अदतक््मण, प््दूिण और गाद भराव की समस्या से जूझ रही है्. उनकी प््ाकृदतक दादयत््व बहाली भूदमका हादशये पर है्. वत्ामान मे् वेरलै्डो् पर प््दूिण बढ रहा है. दजसकी वजह िेती, औद््ोगीकीकरण, नगरीय दवकास और बढ्ती आबादी की आवक्यकताओ् को पूरा करने का दबाव है. क्ानूनो् की अनदेिी दवकास गदतदवदधयो् और आबादी के बढ्ते दबाव के कारण वेरलै्ड की ज्मीन पर कब्ज्ा हो रहा है. उनके कैिमे्र की राजस्व भूदम का भूदम उपयोग बदला जा रहा है. कैिमे्र से आ रही गाद, उनकी गहरायी घरा रही है. उनमे् नगरीय किरा, गंदा पानी और घातक रसायन उड़्ेले जा रहे है्. उनके प््ाकृदतक संसाधनो्का अदतदोहन हो रहा है. इन सबके दमले-जुले असर से उनका रकबा कम हो रहा है. उनके पानी की गुणवत््ा िराब हो रही है. प््दूिण बढ्रहा है. पानी की गुणवत््ा िराब होने के कारण उन
मे्पाये जाने वाले मैग् ्ोव, उच््भूदम पर श्सथत झीले,् दलदली जमीन, जलमाग्ा(नदी) और तालाब शादमल है्. महत््वपूण्ा झीलो् मे् दहमािल प््देश का िंद् ताल और पो्ग डेम झील, ओदडसा की दिल्का, आंध्प्देश की कोलेर्, मदणपुर की लोकरक, द््तपुरा की र्द्सागर, जम्मू-कक्मीर की वूलर और सुदरनसर-मंसर, तदमलनाडु की पुलीकर, महाराष््की लूनर और राजस्थान की सांभर झील शादमल है.् शहरीकरण और गाद जमाव के कारण कक्मीर की डल झील का क््ेत्फल छह गुना घर गया है. उसकी गहरायी मे् पानी की गुणितंंा िराब हो करीब 12 मीरर की कमी आयी है. उसकी रही है. पंंदूषण बढं रहा है. क््मता के कम होने के कारण दसतंबर 2014 मे्आयी बाढ्ने कक्मीर घारी मे्जल प््लय पानी की गुणितंंा िराब होने ला ददया था. यही श्सथदत पूरे देश की झीलो् की है. के कारण उन पर खनभंभर उनके व्ास ा और प्ा्कृदतक दादयत्व बहाली समाज, पंंिासी पखंंियों और का मुदपु्ानहादशये पर है. उनके पुनरोद््ार का जीि-जंतुओं के जीिन पर अथ्ा है, उनकी प््ाकृदतक और सामादजक दादयत्व दनव्ााह की क््मता की बहाली. ितरा बढं रहा है. जलवायु बदलाव के ितरे के पदरप््ेक्य मे् जंगल घरने और िेती का रकबा बढ्ने के प््ाकृदतक र्यवस्था को और अदधक कारगर कारण भूदम कराव बढ् रहा है. इन सब के बनाने की आवक्यकता है. बरसात मे्उफनने कारण झीलो् मे् गाद जमाव बढ् रहा है. वाली झीलो्की क््मता की क््दतपूद्ता के दलये रासायदनक िेती के कारण प््दूिण की उसी उप-घारी मे् परस्पर सम्बंध अदतदरक्त समस्या गंभीर हो रहा है. इन सब के झीलो्का दनम्ााण करना िादहए. गाद हराने के दलये प््ाकृदतक तरीको्को सश्ममदलत असर से उनकी प््ाकृदतक भूदमका मु ख ् य धारा मे् लाना होगा और बाढ्ो् के अप््भावी हो रही है. प् ा ् कृ द तक प््बंध के दलये वेरलै्ड और भारत मे् 19 प््कार की दलदली या प् ा ् कृ द तक झीलो् की मूल भूदमका को बहाल आद्ा्भूदम पायी जाती है. इसमे्तरीय इलाको्
पर दनभ्ार समाज, प््वासी पद््कयो्और जीवजंतुओ्के जीवन पर ितरा बढ्रहा है. कुछ झीले्दजनके कैिमेर् मे्जंगल कर गये है्और भूजल आधादरत िेती होने लगी है. उनमे्बदलाव देिा जा रहा है. वे पूव्ाकी तुलना मे् कम भर रही है्. इस कमी का कारण कैिमे्र से पानी की आवक घरना है. यह कमी कैिमे्र मे् श्सथत िेतो् मे् बढ्ते भूजल रीिाज्ाके कारण है. इस वृद्द की पुद्ष प््ाकृदतक भूजल रीिाज्ा की मात््ा के तुलनात्मक आंकड़्ो् से होती है. कैिमे्र मे्
करना होगा. गंगा, ब््म्हपुत्, महानदी, गोदावरी, कावेरी, कृष्णा नददयो् के डेल्रा क््ेत् और समुद् तरीय इलाको् मे् प््ाकृदतक र्प से वनस्पदतयां उत्पन्न होती है्. पूरी दुदनया मे्इन वनस्पदतयो्की तकरीबन 110 प््जादतयां पायी जाती है्. इन्हे्सश्ममदलत र्प से मै्ग्ोव कहा जाता है. ये वनस्पदतयां समुद् तर के पास, िौड़्ी पट््ी के र्प मे्ज्वार-भारे से प््भादवत क््ेत् के िारे पय्ाावरण मे् तापमान, िारापन और नमी के घरते-बढ्ते माहौल मे्अच्छी तरह फलती फ्लती है्. दूर से वे जंगल की तरह ददिायी देती है्. वे तरीय प््देशो् को ज्वार, समुद्ी तूफान और सुनामी की ऊज्ाा को कमजोर करके संभादवत हादन से बिाती है्. वे समुद्तर की दमट््ी के कराव को भी रोकती है्. वैज्ादनको् का मानना है दक जलवायु पदरवत्ान के कुप्भावो् की रोकथाम मे् भी उनकी भूदमका प््भावी रहेगी. मै्ग्ोव पट््ी, समुद्ी लहरो् से हो रहे नुकसानो्का दनयमन करने वाली प््ाकृदतक र्यवस्था है. बीते कुछ सालो् से भारत के मै्ग्ोव जंगल कारे जा रहे है्. मै्ग्ोव जंगलो् के घरने के कारण समुद् तरीय इलाको् का सुरक््ा कवि समाप्त हो रहा है. उनके कर जाने के कारण समुद्की लहरे्, तूफान और सुनामी दबना र्कावर के अबाध गदत से तरीय इलाको्मे्प््वेश कर अंदुर्नी इलाको् मे्तबाही मिाती है्. उनके समाप्त होने के कारण आंध्प्देश और ओद्ड़शा के तरीय इलाको् मे् तूफानो् इत्यादद से होने वाली हादन कई गुना बढ्गयी है. लोगो् का मानना है दक उनका समुदित पुनव्ाास दकया जाना िादहए. जो उनकी प््ाकृदतक भूदमका को बहाल कर सके. वेरलैड ् और प््ाकृदतक झीले्बाढ्के पानी का दनयोजन और मै्ग्ोव समुद्ी तूफान के असर को कम करने वाली प््ाकृदतक र्यवस्थाये्है्. उनकी दनम्ााण लागत और रि-रिाव िि्ा तकरीबन शून्य है. जलवायु पदरवत्ान की पृष्भूदम मे् उनको संरद््कत करना, अदतक््मण और प््दूिण से बिाना अब आवक्यक है. उनके पुनव्ाास और योगदान को सहयोग देती संरिनाओ् के दनम्ााण के दलये लगातार प््यास करने की आवक्यकता है. इन प््यासो्से जन-धन की हादन को कम दकया जा सकता है. (इंदडया वारर पोर्ाल)
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आ
जकल ददल्ली मे्किरे की राजनीदत िल रही है और इसीदलए राजनीदत का किरा हो रहा है.सफाई कम्ि ा ारी दजनका दजम्मा घरो्से बाहर दनकलने वाले किरे को शहर के सही दठकानो्पर ले जा कर उसका दनस््ारण करना होता है. वे वैसा करने के बजाय किरे को सड़्को्पर ही नही्लोगो्के घरो्के सामने दबिेर रहे है्. इन कम्ािादरयो् का कहना है दक राष््ीय राजधानी ददल्ली की सरकार ने उनके तीन महीने के वेतन की रादश नही्दी. इसदलए राजधानी के तीन नगर दनगम उन्हे् वेतन नही् दे पा रहे है्. जबदक ददल्ली राज्य की सरकार का कहना है दक उसने वेतन रादश की एक-एक पाई जारी कर दी है. लेदकन नगर दनगम उस पैसे को कही् और िि्ाकर िुके है्और वे दहसाब देने को तैयार नही्है्. इस दववाद की सच््ाई राजधानी के तमाम िैनलो् पर िलने वाली स््रहीन बहसो्और सड़्क पर िलने वाली किरे की
संजय कुमार
05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
राजनीतत का कचरा
राजनीदत मे्िो गयी है. राजनीदतक िी्ितान मे्उलझी दवधायी और प््शासदनक संस्थाओ् की इस नाकामी के बाद मामला ददल्ली हाई कोर्ा मे् है और लगता है अब अदालत के आदेश से ही जनता का भला होगा. आप ददल्ली की सड़्क पर जाये्तो आप को एक तरफ सवा सौ करोड़् देशवादसयो् को स्वच्छता अदभयान दसिाने दनकले प्ध् ानमंत्ी नरे्द् मोदी की कलई िुल जायेगी. क्यो्दक ददल्ली के तीन दनगमो्पर उन्ही्की पार््ी का कब्जा है. दूसरी तरफ आम आदमी पार््ी के संयोजक अरदवंद केजरीवाल के उस स्वराज की भी पोल िुल जायेगी जो देश भर की गंदगी को साफ करने के इरादे से नैदतकता के आंदोलन से उतर कर िुनावी राजनीदत के गरर मे्उतरे है्. जादहर है दक भारतीय जनता पार््ी पुरानी पार््ी है, उसका घर बड़्ा है और उसके घर मे्शरारती तत्व ज्यादा है्. इसदलए उसके घर से ज्यादा किरा दनकल रहा है. जबदक अपने
हक है, और यह हमारे लोकतंत् का आवक्यक तत्व है. लेदकन यही लोकतंत्नही् है. लोकतंत् जनता के प््दत जवाबदेही का दनव्ाहन करना राजनीदतक दलो् का पहला कत्ार्य है. लेदकन ददक््त यह है दक यह लोकतंत् पाद्रियो् के दलए, पाद्रियो् का और पाद्रियो् का होकर रह गया है. ददल्ली राज्य सरकार की यह बात सही हो सकती है दक भारतीय जनता पार््ी उसे काम नही्करने दे रही है. और एक तरफ ऊपर से के्द् सरकार, उसकी पुदलस, सीबीआई और दूसरी संस्थाये्परेशान करती है्. तो नीिे से नगर दनगमो्ने असहयोग की दजद ठान रिी है. लेदकन उसी के साथ यह भी सही है दक केजरीवाल अपनी राष््ीय महत््वाकांक्ा के िलते ददल्ली मे् कोई काम करना भी नही् िाहते. वे काम करने से ज्यादा प्म् ि ु दवपक््ी नेता के तौर पर मोदी से लड़्ते ददिना िाहते है्. वे 2019 से पहले नीतीश कुमार, शरद
इमतहास मे् उपेम्कत मतलका मांझी
साल 1742 मे्राजमहल को अपने कब्जे मे् ले दलया था. जो मारगो दर््े से बंगाल की समतल भूदम से जुड़ा हुआ है. साल 1757 ‘बाबा दतलका मांझी मे्दसराजुद्ौला को मीर दाउद ने पकड़ा और िाम िुंरी काना हो उसे मुदश ् दा ाबाद लाकर मार डाला. अंगज ्े ो्ने गांधी बाबाय मुतुल साल 1758 मे्मीर जाफर को मुदश ् दा ाबाद का िाम िुंरी काना.....’ ग््ेजो् के दिलाफ लड़ने वाले जझार् नवाब बनाया. इस तरह, मुद्शादाबाद की आददवासी सेनानी दतलका मांझीने असली मादलक ईस्र इंदडया कंपनी बनी. राजमहल मे् मुश्सलम शासन ढीला दजस कदर अंग्ेजो् को तबाह दकया था. वह लोकगीतो्के स्वरो्मे्फ्रता ददिता है. पर, पड़ने लगा और माल पहादड़या लोगो्ने मौके अंग्ेजो् के िलाफ स्वाधीनता की लड़ाई का फायदा उठाकर दवद््ोह कर ददया. लड़ते वक्त अंगज ्े कलेकर् र को अपने तीर से पहादड़या लोगो् के बारे मे् कहा जाता है दक दनशाना बनाने वाले दतलका मांझी उन वे गंगा नदी और ब््ाही नदी के बीि लूरपार शहीदो्मे्शुमार है्दजन्हे्इदतहास के पन्नो्मे् मिाया करते थे और पहाड़ो्मे्दछप जाते थे. वह स्थान नही् दमल पाया. जो उन्हे् दमलना साल 1770 मे्जब भीिण अकाल पड़ा, तो िादहए था. यही नही् दतलका मांझी िुद पहादड़या लोगो् ने मैदानी इलाको् मे् आतंक अपने क््ेत् मे् प््शासन की अनदेिी के पैदा कर ददया. वे सरकारी िजाने तक को दशकार है्. उनकी याद मे्बनी शहीद स्थल लूर लेते थे. साल 1772 मे्वारेन हेश्सरंग्स ने ्ू को आठ सौ सैदनको्की सेना के उपेद्कत है.् केवल भागलपुर शहर के दतलका जनरल ब्क मांझी मोहल्ले मे् उनकी प््दतमा स्थादपत है्. साथ इस जंगली तराई का सैदनक गव्ानर जो उनकी शहादत की याद ददलाती रहती है. बनाया. साल 1773 मे्जनरल ब््ूक ने दरउर साल 1771 से 1784 तक दतलका मांझी का दकला जीत दलया. जो माल पहादड़या ्ू बड़े अंग्ेजी शासन के दवर्द् भागलपुर और आददवासी सरदारो्का सैनय् गढ था. ब्क राजमहल मे्जन आंदोलन का नेततृ व् अत्यतं ही नम्् स्वभाव का था. दजसने पहादड़या साहस के साथ दकया था. अंग्ेजी हुक्मत सैदनक कैददयो्का ददल जीत दलया. साल 1774 से कैप्रन जेम्स ब््ाउन दकसी भी कीमत पर कब्जा जमाना िाहती 1778 तक जंगल तराई के सैदनक गव्ानर थी. अंग्ेजो्की बढती ताकत और गुलामी के रहे . उसने लक््मीपुर के जगन्नाथ देव के भय से संथालो्ने दवद््ोह कर ददया. लेदकन, ने त त ृ व ् मे ् हु ए भुईया दवद््ोह को दबाया. अंबर अंग्ेजो् ने आंदोलन को बब्ारता पूव्ाक दबाने और सु ल ् त ानाबाद की पहादड़यो् मे् हमेशा का प््यास जारी रिा. इसी बीि दतलका मांझी नामक आददवासी युवक ने संथालो्के लड़ाई होती रही. उसने तब पहादड़या लोगो् दवद््ोह का नेततृ व् अपने हाथ मे्ले दलया और पर भदवष्य मे् शासन करने की एक योजना छापामार युद् से अंग्ेजो् को भागलपुर और बनायी. दजसे क्लीवलै्ड ने पूरा दकया, जो 1776 मे्राजमहल के उपसमाहत्ाा अगस्रम राजमहल की पहादडयो्से िदेड़ ददया. भारत के प््थम स्वतंत्ता सेनानी के र्प क्लीवलै्ड, भागलपुर के समाहत्ाा बन कर मे्इस क््ेत्मे्िद्िात दतलका मांझी का जन्म आये. वह उस समय 21 साल का िूबसूरत ्े नौजवान था. उसने एक संथाल पदरवार मे् 11 फरवरी, और सूझबूझ वाला अंगज 1750ईसवी को दतलकपुर गांव के माल पहादड़या लोगो् के साथ संदध की और सुल्तानगंज मे् हुआ था. उस समय उनकी शासन-र्यवस्था को मान्यता दी. हर मुदश ् दा ाबाद और आसपास के थोड़े से इलाको् परगने या रप्पे को सरदार के अंदर रिा. मे्अल््ी वद््ी िान का शासन था. मराठो्ने साथ ही परगने या रप्पे के हरेक गांव को एक
अं
जन्म के पांि साल भी नही् पूरा कर पायी. आप पार््ी नयी है. इस छीछालेदर को ददल्ली की स्थानीय घरना कह कर राला नही् जा सकता. क्यो्दक एक तरफ इसमे् छदव की लड़्ाई मे् मादहर प््धानमंत्ी नरे्द् मोदी और केजरीवाल का भदवष्य को लक्य् करके दकया जाने वाला राष््ीय दांवपेि ् है. तो दूसरी तरफ अपना किरा दूसरे के दसर पर डालकर िुद को पाक साफ बताने वाला राजनीदतक पािंड है्. अगर नरे्द् मोदी आप की सरकार को ददल्ली मे्दवफल करके उसके पंजाब समेत दूसरे राज्यो् मे् संभादवत राष््ीय दवस््ार को रोकना िाहते है् और उनकी पार््ी ददल्ली नगर दनगमो्के अगले साल के िुनाव मे्दफर जीतना िाहती है, तो केजरीवाल मोदी को एक िुन्नसी और तानाशाह सादबत कर ददल्ली नगर दनगम से लेकर पंजाब और दूसरे राज्यो्मे्िुनाव जीतना िाहते है.् राजनीदतक दलो्को िुनाव लड़्ने और जीतने-हारने का
मांझी के तहत रिा और सरकार की मदद के दलए एक नायक रिा. उन्हो्ने हर सरदार को 10, हर नायक को 5 और हर मांझी को 2 र्पये मादसक वेतन देना शुर् दकया. 47 पहादड़या सरदार और 400 मांझी थे. प््त्येक मांझी को एक दसपाही भेजना पड़ता था. हर 50 दसपादहयो्के पीछे एक सरदार रहता था. साल 1781 मे् 1300 सैदनक सेनापदत सर आयरक्र के नेतृत्व मे् बहाल दकये गये. दजनका सेनापदत जाउराह नामक एक पहादड़या को बनाया गया. जहां एक ओर माल पहादड़या और संथालो् के बीि िूब लडाई होती थी्. वही् दूसरी ओर, जंगली इलाको्मे्मुश्सलम, दहंदू और संथाल दतलका मांझी के नेतृत्व मे् संगदठत होने लगे. दतलका मांझी हर जादत और धम्ा के लोगो् के बीि श््द्ा और दवश््ास के पात्् थे. कहा जाता है दक वे भागलपुर मे्अपनी जनसभाये्दकया करते थे. वे मारगो दर््ो और कहलगांव मे् अंग्ेजी िजाने को लूर कर गरीबो्मे्बांर ददया करते थे. इससे प्भ् ादवत होकर गरीब तबके के लोग दतलका मांझी के नेतृत्व मे्गोलबंद होने लगे और अंग्ेजी सत््ा और सामंतवादी प््था के दिलाफ लड़ाई को तेज कर ददया. मुंगेर, भगलपुर और संथाल परगना के पहाड़ी इलाको् मे् िूब लड़ाई लडी गयी. जहां एक तरफ अगस्रस क्लीवलै्ड और अंग्ेजी सेनापदत सर आयरक्र, पहाड़ी सेनापदत और िूंिार डकैत जाउराह थे. वही्दूसरी तरफ, इन सबसे मोि्ाा लेने वाले दतलका मांझी और उनके लोग थे. हर जगह दतलका मांझी की जीत होती गयी. साल 1784 मे्दतलका मांझी ने भागलपुर पर हमला बोल ददया. 13 जनवरी, 1784 को दतलका मांझी ने एक ताड़ के पेड़ पर िढकर घोडे पर सवार कलक्रर अगस्रस क्लीवलैड ् को तीर से मार दगराया. अंग्ेज कलेक्रर के मारे जाने से अंग्ेजी फौज मे् आतंक का माहौल र्याप्त हो गया. दवजय की िुशी मे् जब दतलका मांझी और
उनके लोग जक्न मना रहे थे. तब रात के अंधेरे मे्, पहादड़या सेनापदत जाउराह और अंग्ेज सेनापदत आयरक्र ने हमला बोल ददया. दजससे बहुत सारे लोग मारे गये. दकसी तरह दतलका मांझी ने बि-बिाकर सुलतानगंज के पहाडो्मे्शरण ली और वही् से अंग्ेजो् के दिलाफ छापामारी युद् को कायम रिा. अन्न और जल के अभाव मे् दतलका मांझी को पहाड़ो् से दनकलकर लड़ाई लड़नी पड़ी और एक ददन वे पकड़े गये. दतलका मांझी को िार घोड़ो्से बांधकर भागलपुर तक घसीरकर लाया गया और बड़ी बेरहमी से वत्ामान दतलका मांझी िौक मे् एक बरगद के पेड़ की डाल से बांधकर फांसी दे दी गयी. दतलका मांझी को जहां फांसी दी गयी थी. वहां का पूरा इलाका दतलका मांझी मोहल्ला के नाम से मशहूर है. दतलका मांझी का स्थान भगवान दबरसा मुंडा से कम नही् है. दजन्हो्ने सामंती र्यवस्था, साम््ाज्यवाद, पूंजीवादी-र्यवस्था और राजतंत् के दिलाफ लड़ाई लड़ी. दतलका मांझी दजस जमीन की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए. आज उसी जमीन पर अपने ही लोग उन्हे्भूल गये है्. अतीत के पन्नो्मे् कैद दतलका मांझी को याद करने का दसलदसला भी भुला ददया गया है. 15 अगस्,् 26 जनवरी, 30 जनवरी, 11 फरवरी और दतलका मांझी की पुण्यदतथ के अवसर पर संथाल लोग अपने द््पय नेता की समादध पर फ्ल िढाने जाते है्. िंद लोग ही उनके शहीद स्थल पर जमा हो पाते है्. दतलका मांझी की शहादत दजतनी बड़ी है, उसके एवज मे् भागलपुर दवश््दवद््ालय का नाम दतलका मांझी दवश््दवद््ालय दकये जाने पर ही शहीद को सच््ी श््द्ांजदल नही् होगी. बश्लक इदतहास केपन्नो्मे्उदित स्थान देकर ही उन्हे् सच््ी श््द्ांजदल दी जा सकती है. लेदकन द्ाुभाग्य यह है दक तथ्यो्के अभाव मे् दतलका मांझी के वजूद को ही लेकर इलाके के कुछ इदतहासकार और दवद््ान सवाल उठाने लगे है्.
ववचार यादव और राहुल गांधी से आगे दनकलना िाहते है्. उनकी इस ग््ंदथ से उनकी पार््ी और सरकार एक गैरदजम्मदे ार संगठन होकर उभर रही है. ददल्ली देश के दो महत््वाकांक्ी नेताओ् की िक््ी मे् दपस रही है और राजनीदत उसके िदरत््मे्कोई बुदनयादी बदलाव आने के बजाय वह और पदतत हो रही है. कभी रवी्द् नाथ रैगोर से प््ेरणा लेते हुए िद्िात अंग्ेजी लेिक नीरद सी िौधरी ने ददल्ली को भूिे प्यासे (रक्तदपपासु) पत्थरो् की नगरी कहा था. सिमुि ददल्ली देश की वह नगरी है जहां और दजसके आसपास सव्ाादधक राजनीदतक दहंसा हुई है. आज हम उनसे प््ेरणा लेते हुए कह सकते है् दक ददल्ली की राजनीदत के मानस मे्इतनी गंदगी है दक वह सड़्को्पर ददिायी पड़्रही है. मुश्कतबोध ने कहा था- जो कुछ है उससे बेहतर िादहए, इस दुदनया को साफ करने के दलए एक मेहतर िादहए.
जाति पर बेवजह तववाद
रोदहत की जादत पर दववाद नही् होना िादहए. लेदकन संकद्मत राजनीदत अब इस पर भी दववाद पैदा करने मे् लगी. मोदी सरकार और उनकी छात््शािा एबीवीपी ने पहले रोदहत को दवश्द्वद््ालय से दनष्कादसत करवाया. दजसके बाद उसने आत्महत्या कर ली. अब जब केद् ् सरकार इस मुद्े पर पूरी तरह से दघरती हुई नजर आ रही है. तो वह रोदहत को ददलत के बजाय ओबीसी बताने मे् लगी है. उसकी जांि के दलए जांि एजे्सी तक को लगा ददया है. लेदकन सवाल ये उठता है दक बीजेपी ने रोदहत की मौत के दजम्मदे ारो् का पता लगाने के दलए जांि करवाने मे्इतनी जल्दबाजी क्यो्नही्ददिायी थी. सलमान अहमद, मुरादाबाद (उत््र प््देश)
प््ो कबड््ी का खेल
कबड््ी भारत के देशी िेलो्मे्से आता है. लेदकन द््ककेर के शौकीन इस देश मे्बाकी सभी िेल दबे हुए है.् ऐसे मे्प््ो कबड््ी लीग की जब से शुरआ ् त हुई है. इसे राष््ीय और अंतर्ाष ा ्ीय स्र् पर अच्छी िासी पहिान दमल रही है. भारत इस िेल का अजेय देश है, ऐसे मे् अगर इसे ओलंदपक मे् शादमल दकया जाता है. तो भारत का एक गोल्ड पक््ा हो जायेगा. लेदकन अब ये देिना अब ददलिस्प होगा दक कबड््ी को भी क्या आईपीएल जैसी शोहरत हादसल हो पायेगी. संजय ममश््, पटना (मबहार)
सूखे के बाद पलायन
बुंदेलिंड दजले मे् सूिा पड़ा हुआ है. लेदकन कोई भी सरकार इस पर राजनीदत के दसवाय जमीनी जर्रत से जुड़े काम मे्आगे नही्आ रही है. राहुल गांधी ददिावे के दलए पदयात््ा कर रहे है्. तो बीजेपी अभी वहां के हालात को समझने के दलए जांि रीम भेज रही है. राज सरकार के्द्से बजर न दमलने की बात करके सैफई मे्माहौल बना रहे है्. ऐसे मे् यहां के लोग अपने जीवन मे् गरीबी को अंगीकार करते हुए बड़े शहरो् मे् अपने पेर को पालने के दलए दनकल रहे है्. रोमहत श््ीधर, भोपाल (मध्य प््देश)
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राजकाज
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05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
कौन बनेगा यूपी का मुखंयमंतंी
बीवी नहीं पंदंे मका दनकली! दबाव में केजरीवाल
ब समय का फेर है. एक समय था जब दक उत््र प््देश ने न केवल भाजपा के प््धानमंत्ी पद के उम्मीदवार को शानदार मतो् से दजताने के साथ ही 73 सीरे् उसकी झोली मे् डाल दी थी. आज उसी प््देश मे् पार््ी की समझ मे् नही् आ रहा है दक वह अगले साल होने वाले दवधानसभा िुनाव मे् दकसे अपना मुख्यमंत्ी पद का उम्मीदवार घोदित करे. पार््ी के वदरष््नेताओ्की माने तो लगता है दक मोदी-शाह सव्ाादधक बड़्ी गलती उत््रप््देश मे्करने वाले है्. अपने को जो िबर है उस मुतादबक असम के बाद भाजपा हाईकमान उत््रप््देश के दलए अपना मुख्यमंत्ी पद का िेहरा घोदित करने वाली है. इसमे् नरे्द् मोदी-अदमत शाह, संघ के कृष्ण गोपाल की दनगाह मे् नंबर एक िेहरा के्द्ीय मंत्ी महेश शम्ाा है्. नंबर दो पर लिनउ के ददनेश शम्ाा है और तीसरे नंबर पर धम्ापाल है. महेश शम्ाा मूलतः राजस्थान से है.् नोएडा से बाहर उनका यूपी मे्लेना देना नही्है. ददनेश शम्ाा कुल दमलाकर लिनउ शहर के है्. भला ये यूपी के फारवड्ाऔर ब््ाह्मण के कैसे प््दतदनदध नेता हो सकते है्? इसका अनुमान लगा सकते है्. धम्ापाल ओबीसी कोरे मे् लोध जादत से है.् बरेली की तरफ से है.् लोधी का अपना तक्फ है इसदलए दक भाजपा के साथ ओबीसी की यह जात जुड़्ी रही है. रणनीदत है दक यूपी का फारवड्ा के्द् के
स सैनय् तकनीक संसाधनो्से लेकर हर क्त्े ्मे्भारत से आगे है.् िासतौर से जब संबधं ो्की बात आती है तो हम उसके मुकाबले कही्दपछड़्ेनजर आते है.् इस कारण अनेक बार प््ोरोकाल की राजनदयक ददक्त् े् भी िड़्ी हो जाती है. सबसे बड़्ी समस्या वहां के नेताओ्के प्म्े संबधं ो्को लेकर पैदा होती आयी है. हाल ही मे्जब फ््ासं के राष्प् दत भारत आये तो सरकार उन्हे्एक तस्वीर भेर् करना िाहती थी. तस्वीरे्तैयार करवाने के दलए भारत ने फ््ास ं ीसी दूतावास से उनके राष्प् दत की फोरो मांगी. उन्हो्ने जो फोरो दी उसमे्उनकी पुरानी पत्क ् ार दमत्् वैलरे ो भी साथ मे् थी. दित्क ् ार ने यह सोिते हुए उन दोनो्की पेदरंग बना डाली दक वह उनकी पत्नी होगी. जब यह पता िला दक वे तो उसके साथ दोस््ी तोड़् िुके है.् तो इतना समय ही नही्बिा था दक पेद्रग मे्सुधार करके वैलरे ी को ढका जा सके. अतः तय दकया गया दक यह तस्वीर उन्हे्नही् दी जाये. उनके साथ उनकी पूवा्पत्नी सेगोलीन रायल आयी थी. दजनसे उनके िार बच््ेभी है.् वे इस समय उनकी कैदबनेर मे्उज्ाा मंत्ी है.् इससे पहले भी ऐसी ही ददक्त् े्पेश आती रही है.् जब दनकोलस सरकोजी राष्प् दत के र्प मे् भारत आये, तो वे अपनी सहेली काल्ाा ब्न्ू ी को भी साथ लाना िाहते थे. भारत सरकार ने उनसे उन्हे् न लाने का अनुरोध दकया क्यो्दक यह समझ मे्नही्आ रहा था दक प््ोरोकाल मे्उन्हे् क्या स्थान ददया जाये. हालांदक जब वे दूसरी बार यहां आये तो काल्ाा से उनका दववाह हो िुका था और इस प्थ् म मदहला का स्वागत करने मे्उन्हे्कोई आपद््त नही्थी.
स
वकीलों की मौज है
फारवड्ा नेताओ् के कारण भाजपा से जुड़्ा रहेगा और ऐसे मे् कोई गैर-यादव ओबीसी प््ोजेक्र हो जाये, तो दपछड़्ो् के वोर जुड़् सकते है!् पर ऐसे मे्पार््ी के दवनय कदरयार, राजपूत योगी आददत्यनाथ या ब््ाह्मण कलराज दमश्् के नाम पर दविार नही् कर रहा है. राजनाथ दसंह पहले ही उत्र् प्द् श े की कमान संभालने मे् अदनच्छा जता िुके है्. ऐसे मे्तय है दक नरेद् ्मोदी और अदमत शाह की जोड़्ी एक बार दफर इस राज्य मे्ददल्ली जैसा प््योग करते हुए कोई दकरण बेदी सरीिा उम्मीदवार देगी और उसका हश््क्या होगा, इसकी कल्पना की जा सकती है.
भाजपा और उसके शासन वाले राज्यो् के मुकदमे लड़्ने वाले मुकुल रोहतगी अरान््ी जनरल है्. दसफ्फराम और महेश जेठमलानी के दलए मुश्ककल हो गयी है. इधर कांग्ेस पार््ी के दजतने भी नेता वकील है्, उन्हो्ने यूपीए की दोनो् सरकारो् मे् िूब मौज की. तकरीबन सभी मंत्ी थे. लेदकन दपछले िुनाव मे् ज्यादातर नेता हार गये, कुछ िुनाव ही नही् लड़्े और जो राज्यसभा मे्थे. उनका भी काय्ाकाल ित्म होने वाला है. सो, सभी वकील नेता अपने को सद््कय ददिा कर सोदनया और राहुल गांधी को प््भादवत करने मे्लगे है्और कही् न कही्से राज्यसभा की जुगाड़्मे्है्. कदपल दसब्बल पंजाब या दबहार से दालत हो या राजनीदत, असली मौज तो वकीलो्की है. िासतौर पर दोनो् राज्यसभा की सीर िाहते है्. दबहार मे् सबसे बड़्े दलो्- भाजपा और कांग्ेस मे् कांग्ेस अपने दम पर सीर हादसल करने की वकील ही हावी नजर आते है.् भाजपा मे्वैसे श्सथदत मे् नही् है तभी दसब्बल पंजाब पर कांग्ेस के मुकाबले वकालत करने वाले ज्यादा फोकस कर रहे है्. उन्ही् की तरह नेता कुछ कम है्. लेदकन दजतने है्, सबको िुनाव हारे दूसरे बड़्े वकील नेता पी अच्छी जगह दमल गयी है. अर्ण जेरली दिदंबरम ने भी अिानक अपनी सद््कयता पहले राज्यसभा मे् नेता दवपक्् बन गये थे. बढ्ायी है. कहा जा रहा है दक वे कन्ाारक या वे अब राज्यसभा मे् सदन के नेता और उत््रािंड से राज्यसभा आने की जुगाड़् मे् के्द्ीय दवत्् और सूिना-प््सारण मंत्ी है्. है्. तीसरे वकील नेता आनंद शम्ाा इस अघोदित र्प से कानून मंत्ालय का समय राजस्थान से राज्यसभा मे् है् और कामकाज भी वे ही देि रहे है्. भाजपा और रामलला के दलए मुकदमा उनका भी काय्ाकाल ित्म हो रहा है. लड़्ने वाले रदवशंकर प््साद को भी राजस्थान से इस बार कांग्ेस को एक भी े मनमादफक मंत्ालय दमला है. सुिमा स्वराज सीर नही्दमलेगी, इसदलए वे दहमािल प्द् श कभी वकालत को लेकर िि्ाा मे् नही् रही्, से जुगाड़्लगा रहे है्. एक और वकील नेता लेदकन वे भी वकील है् और के्द् की शीि्ा मनीि दतवारी अपने दूसरे वकील साथी िार मंद्तयो् मे् से एक है्. एक और वकील अद््शनी कुमार का पत््ा कार कर पंजाब से नेता जेपी नड््ा देश के स्वास्थ्य मंत्ी है्. राज्यसभा मे्आना िाहते है्.
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बाबा की बुदंि
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लमान िुश्ीद और राहुल गांधी की दशक््ा मे्जमीन आसमान का अंतर है. सलमान ने आक्सफोड्ासे अपनी कानून की पढ्ाई की. उन्हे्पढ्ने दलिने का शौक है. वे कानून मंत्ी रह िुके है्पर उन्हे्तब जबरदस््झरका लगा जब वे अपनी पुसक ् ‘द अदर साइड आफ माउनरेन’ पार््ी उपाध्यक््को भेर् करने गये. तो राहुल ने दकताब को उल्रा पलरा और उनसे पूछा, ‘क्या पूरी दकताब आपने िुद ही दलिी है?’ अब सलमान का िेहरा देिने कादबल था. उन्हो्ने इस तरह के सवाल की कल्पना भी नही्की थी पर राहुल भी क्या करते. कांगद्ेसयो् ने उनके ददमाग मे्भर ददया है दक मािनलाल फोतेदार समेत तमाम नेताओ्ने अपनी दकताबे,् दूसरो्से दलिवायी है.्
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ख्यमंत्ी अरदवंद केजरीवाल पर पंजाब मे् मुख्यमंत्ी पद का दावेदार घोदित करने का दबाव बढ्गया है. कांग्ेस के प््देश अध्यक्् कैप्रेन अमदरंदर दसंह के प््िार के कारण. कैप्रन हर जगह यह प््िार कर रहे है् दक केजरीवाल िुद ही मुख्यमंत्ी बनना िाहते है्. िूंदक ददल्ली पूण्ाराज्य नही्है और पंजाब एक पूण्ा और बड़्ा राज्य है इसदलए केजरीवाल ददल्ली से वहां दशफ्र होना िाहते है्. कहा जा रहा है दक वे ददल्ली मे् मनीि दससोददया को कमान देकर िुद पंजाब की राजनीदत मे् क्दे्गे. लेदकन केजरीवाल और उनकी पार््ी इसे बकवास बता रहे है्. केजरीवाल का कहना है दक वे ददल्ली के लोगो्के दलए काम करने के दलए मुख्यमंत्ी बने है् और उनकी दूसरी कोई महत्वाकांक्ा नही्है. पर कैपर् न अमदरंदर दसंह को दावेदार बता कर यह प्ि ् ार कर रहे है्दक वे हदरयाणा के है्, बाहरी है्और पंजाब और हदरयाणा के दहतो् का रकराव है इसदलए केजरीवाल पंजाब का सीएम नही्बन सकते. इस प््िार के बाद केजरीवाल के दलए ददल्ली मे् भी मुश्ककल हो सकती है. क्यो्दक अगले साल ददल्ली मे्नगर दनगम का िुनाव
है. तभी कहा जा रहा है दक वे जल्दी से जल्दी सीएम के दावेदार का नाम घोदित करने के दबाव मे् है्. एिएस फुल्का ने सद््कय राजनीदत से संन्यास का ऐलान दकया है. लेदकन पार््ी सूत्ो्का कहना है दक वे दावेदार हो सकते है.् उनके अलावा भगवंत मान और गुल पनाग का नाम िि्ाा मे् है. आप नेता नवजोत दसंह दसद्् के भी भाजपा छोड़् कर साथ आने का इंतजार कर रहे है्.
मोदी की कैदबनेट में फेरबदल
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क््प््क्न है दक क्या बजर सत््के पहले प्ध ् ानमंत्ी नरेद् ्मोदी अपनी कैदबनेर मे् फेरबदल करे्गे. यह सवाल दबहार दवधानसभा िुनाव नतीजे आने के बाद से ही उठता रहा है. तब यह कहा जा रहा था दक उस राज्य से इतने मंत्ी होने के बावजूद वहां भाजपा की बुरी तरह से हार हुई इसदलए कई मंद्तयो् की र्िसती तय है. पर कुछ नही् हुआ. अब तक्फ ददया जा रहा है दक मई मे् होने वाले असम और केरल के दवधानसभा िुनावो् मे् भाजपा कमाल करेगी और दफर मोदी के दलए मनिाहा फेरबदल करना आसान होगा. जबदक तमाम जानकारो् का मानना है दक असम मे् द््तशंकु दवधानसभा रहेगी और केरल मे्भाजपा कुछ वोर बढ्ाने से आगे नही् बढ् पायेगी. इससे पहले बजर सत््मे्सरकार का भट््ा बैठना तय माना जा रहा है. सारा दवपक्् एकजुर होकर सरकार को अपना दनशाना बनायेगा. जीएसरी तो बहुत दूर की कौड़्ी है. हैदराबाद के रोदहत का मामला इस सत्् तक िी्िे जाने की पूरी
तैयारी िल रही है. सरकार बजर ही पास करवा ले तो बहुत बड़्ी बात होगी. इसदलए अगर बजर सत्् से पहले मंद्तमंडल मे् फेरबदल नही् हुआ तो दफर वह रलता ही लगता है.
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प््स्ुतत: अंजुम शम्ाा पल्लव करगंज के सैयद (कथेतर गद््): असग़र वजाहत की यह दकताब गल्प और इदतहास का ऐसा सश्ममश््ण है जो गद्् मे् एक प््ाणवान कृदत की रिना करने मे् समथ्ाहै. बाकरगंज उत््र प््देश के फतहपुर दजले का एक गांव है दजसे दजला गजेदरयर के अनुसार, दकन्ही् सैयद इकरामुद्ीन अहमद ने बसाया था. इकरामुद्ीन अहमद की िोज वजाहत को 'बाकरगंज के सैयद' दलिने को प््ेदरत करती है. वे दनव्ाादसत भारतीय सम््ार हुमायूं से अपना सफर शुर् करते है् जो शेरशाह सूरी, हेमू, अकबर, नवाब दसराजुद्ौला, ईस्र इंदडया कम्पनी, 1857 की क््ांदत से होता बाकरगंज की िोज की अंदतम कड़ी बड््न दमयां तक पहुंिता है. वजाहत दलिते है्, 'वैसे भी लौरता कौन है? लोग लौरकर वापस नही् आते तो एक नया आख्यान शुर्होता है.' पिरंग िोला पहन सिी री (शोध आलोिना): भारतीय मध्यकाल पर यूरोपीय दृद्ष का ऐसा असर और दबाव है दक उस समय की सही र्याख्या करने का काम अभी बिा हुआ है. मीरां मध्ययुग का ऐसा ही िमकदार नाम है दजसमे् भारतीय और यूरोपीय समाज की भरपूर ददलिस्पी रही. भारत मे् उन्हे् अनूठे कृष्ण-भक्त के र्प मे् तो यूरोप मे् रहस्य से भरपूर राजरानी की छदव मे् देिा समझा गया. माधव हाड़ा की दकताब 'पिरंग िोला पहन सिी री' मीरां के जीवन की प््ामादणक िोज है. शोध और गहन अध्ययन से बनी इस दकताब ने मीरां के जीवन पर पड़े पद््ो् को हराया है और उनकी गढ दी गयी छदवयो्के पार झांकने की कोदशश की है. छोरू उस््ाद (कहानी): अरसे बाद स्वयं प््काश का नया कहानी संग्ह ‘छोरू उस््ाद’ आया और नये दमजाज की कहादनयो्के साथ. वे लघुकथा नही्दलिते. ये सामान्य कहादनयो् से छोरी और लघु कथाओ् के रेरोदरक से दभन्न कहादनयां है्. 'दबछुड़ने से पहले' मे् पगडंडी सड़क से कहती है, 'ददल की कौन पूछता है दमतवा? दवकास तो होके रहेगा.' हमारे समय की दवडंबनाओ् और दवपदाओ् को देिनेसमझने का कहानी मे् नये ढंग के ये प््योग दवधा को ऊज्ाा देने वाले है्. आशा बलवती है राजन! (कदवता): कदव नंद ितुव्ेदी की मृत्यु के लगभग एक वि्ा बाद आया कदवता संग्ह उनके कदव कम्ा का दनिोड़ है. इस संग्ह मे् कदव घनघोर दनराशा के बावजूद जीवन मे् दजस आशा की तलाश कर रहा है, वह इन कदवताओ्को ऊंिाई देती है. शीि्क ा कदवता के अदतदरक्त संग्ह मे् कोई डेढ दज्ान कदवताएं है्जो बार बार जीवन मे् धंसने का आवाहन करती है्. ' ऐसे ही अकाल मेघ’, ‘सूि गयी है झील रसवंती’, ‘अपना अग़र पूछते’, ‘महाराज’, ‘महारानी’, ‘अच्छे-बुरे ददन,’ ‘दनडर होने के दलए’ जैसी कदवताएं नंद बाबू के कदव कम्ा की र्यापकता और गहराई की गवाही देती है्.
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एक साल और कुछ पुस्के्
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ददलत सादहत्य: एक अंतय्ाात्ा (आलोिना): आलोिक और शोधकत्ाा बजरंग दबहारी की इस पहली आलोिना कृदत को ददलत सादहत्य मे् दहंदी आलोिना की ददलिस्पी और दजम्मेदारी के र्प मे् देिना सबसे उदित होगा. ऐसा नही् है दक ददलत लेिन पर पुस्के नही् है्, लेदकन र्यापक दहंदी आलोिना क््ेत्मे्इस दकताब के आने के बड़े आशय है्. बजरंग दबहारी यहां ददलत लेिन के इदतहास और ददलत लेिन के प््ेरणा स्थलो् की सही पहिान करने के साथ ददलत लेिन से आयी कदवता, कदवता और आत्मकथन को दवदभन्न अध्यायो् मे् मूल्यांदकत करते है्. ध्यान देने की बात यह है दक भश्कतकाल पर शोध करने के बाद एक आलोिक अपने जीवन के लगभग बीस साल लगाने पर इस दकताब की रिना कर रहा है और उसकी दृद्ष दकसी ठंडी तरस्थता से नही्बन रही. इनके अदतदरक्त दनम्ाला जैन की आत्मकथा ‘जमाने मे् हम’ और युवा आलोिक पंकज पाराशर की पुसक ् ‘रिना का सामादजक पाठ’ भी इस वि्ा की उल्लेिनीय कृदतयां है्.
अ स्ट्ेजनेस इन माई माइंड: तुक्ी के नैदतक भूगोल और उसकी ऐदतहादसक उथल-पुथल के आलोक मे् देशी शराब (बोजा) और दही बेिने वाले एक संवेदनशील दकशोर की जीवन संघि्ा की कहानी. हर तरह के घर मे्उसका प््वेश है
और वह प््गदतशील और प््दतगामी दोनो् तरह की राजनीदत की दवडंबनाएं सहज दाश्ादनकता से उजागर करता है, वह तुक्ी की रश्कतम, संघि्ादसद््दमट््ी की अलग गंध है. द वे दथंग्स वेर : आपातकाल, दसि
नया पक्् उदघादरत करती है. आददवादसयो् के पक्् से दलिी गयी मदन कक्यप की कदवताओ् मे् उनके ही तुकीले तीरो् की उड़ान. दनठारी आदद कांडो् को दनवेददत कदवताओ् मे् तक्फ, रेरॉदरक और घनीभूत िुप्पी का प््िर समतोल. मध्यकाल: एक पुनरावलोकन: मध्यकाल की कालजयी कृदतयो्की केनद् ्ीय गुश्तथयां िोलती प््िर आधुदनक दृद्ष. रत्नसेन के मन मे्पद््ावती के दलए पूव्ाराग जगाने का जो महत्वपूण्ाकाम दहरामन तोते ने दकया था, नयी पीढी के मन मे् मध्यकालीन कृदतयो्के दलए पूव्ाराग जगाने का वही काम दनत्यानंद दतवारी करते है्. प््ांजल भािा, मम्ाभेदी दृद्ष. के्द्ीय स्थापना यह दक मध्यकालीन कदवयो् ने जो प््क्न उठाये, उनके उत्र् आने वाली पीदढ्यां अपने ढंग से ढूंढ्रही हैै. मदन कशंयप दहंदी आलोिना मे् अवधारणा के स््र पर तीन दकताबो् ने प््भादवत दकया दजसमे् मैनज े र पांडे की ‘सादहत्य और ददलत दृद्ष’, दनत्यानंद दतवारी की ‘मध्यकाल: एक पुनरावलोकन’ और डॉ गौतम सान्याल की
अनाममका फ्लड ऑफ फायर: सन्ा 1839 के लगभग घरा दवश््ायन का पहला िरणिीन ने अफीम का दनय्ाात रोकने की कोदशश की. उसकी सजा औपदनवेदशक ताकतो् ने क्या सुनायी? हांगकांग के नवदवकदसत र्यापर केद् ्मे्भारत के अलगअलग दहस्सो्, दवशेिकर महाराष््, दबहार और बंगाल से आये दवस्थादपतो् का अंग्ेज साहबो्से प््ीदतमूलक घृणा का जो संश्कलष्् नाता बना, उसकी गहन दववेिना, एदतहादसक संघि््ो् के र्याकरण की गहरी समझ और प््ायः हर वग्ाके प््ाणवान िदरत््ो् की माद्माक आपसदारी र्यक्त करते संवाद इस कृदत को पठनीय बनाते है्.
दमन, बाबरी ध्वंस से लेकर भूमंडलीकरण तक की ददल्ली के नैदतक उहापोह का इदतहास; जनांदोलन और राजनीदतक दमन िक््ो् के दौरान वैयश्कतक जीवन कैसे प््भादवत होता है और नवधनाठ्् वग्ा आततादययो् से कैसे राजनीदतक और आद्थाक समीकरण दबठाता है, इसका महीन ग््ाफांकन इसे पठनीय बनाता है. अपना ही देश: परकाया प्व् श े के अनेक रंग. िूंिार समय मे् बड़ी होती हुई बेरी, दनराला की सरोज, रैगोर की दमनी, द््तलोिन की िंपा, नागाज्ाुन की गुलाबी िूदड़यो्वाली बेरी, फैज की मुनीजा, मुशक् तबोध की मुदनया से दकतनी अलग है- इसके महीन रेशो् की अंतरंग पहिान जो संवेददत दपतृत्व का एक
पुसक ् ‘आख्यानशास्’् है.् ये पुसक ् े केवल आलोिना नही्है, बश्लक नयी अवधारणाएं सामने लाती है्. कथेतर गद्् मे् दवश््नाथ द््तपाठी की एक बहुत ही महत्वपूणा्दकताब संसम् रणो्की इस वि्ाआयी- ‘गुरज ् ी की िेती-बारी’. यह दकताब अपने दविय मे्इसदलए अनूठी है दक इसमे्द््तपाठी जी ने अपने दशष्यो्के संसम् रण दलिे है. इसके अदतदरक्त दो डायदरयांलीलाधर मंडलोई की ‘ददनन ददनन के फेर’ और दनदा नवाज की ‘दससदकयां लेता स्वग्’ा बहुत महत्वपूणा्है.् जहां मंडलोई के सरोकार बहुत गहरे है् और कार्यात्मक भािा मे् समाज के दनिले तबके के जीवन को, प््कृदत को दज्ाकरते है्, वही्दनदा नवाज ने
साल 2015 कहानी और कखिता के खलए बहुत आशाजनक नहीं रहा, लेखकन उपनंयास और कथेतर गदंं के िंंेतं में कुछ उलंलेिनीय कृखतयां सामने आयीं. कुछ रचनाकारों के साल का साखहतंययक लेिाजोिा.
सावहत्य कक्मीर के आतंक को बहुत ही बेबाकी, दनष्पक््ता और वस््ुदनष््ता के साथ अपनी डायदरयो् मे् दज्ा दकया है. कथेतर गद्् मे् प््भात रंजन की ‘कोठागोई’ और दवनय कुमार की ‘एक मनोदिदकत्सक की डायरी’ भी अलग तरह की पुस्के् इस वि्ा सामने आयी्. कहानी मे्वदरष््लेिक दूधनाथ दसंह का संग्ह ‘जलमुद्गायो्का दशकार’ पढते हुए बहुत सुिद आि््य्ाहुआ दक नये समय का यथाथ्ा पकड़ने की क््मता उनकी बिी हुई है. कदवता मे्अनादमका के संग्ह ‘रोकरी मे् ददगंत’ का नाम लेना यहां इसदलए जर्री है दक स््ी दवमश्ाके एक प्स ् गं मे्थेरी गाथाओ् को देिने और पुनःसृदजत करने का उन्हो्ने बेहद उल्लेिनीय प््यत्न दकया है. इसके अदतदरक्त इस वि्ा एक बहुत ही महत्वपूण्ा काम नरे्द् दाभोलकर की पुस्को् (अंधदवश््ास उन्मूलन श््ृंिला) के अनुवाद के र्प मे्हुआ है. कुमार अनुपम सारे सपने बाग़ी है्: माधव कौदशक के इस ग़जल संग्ह को पढते हुए यह भरोसा हुआ दक ईमानादर र्यश्कत के हौसले और संघि्ाका स्वर अभी सुरद््कत है. ग़जलो्का पदरक््ेत्गांव से दवश््तक है, दजसमे्दुिो्, राग-दवराग, संकरो् और अनेक जीवन प्स ् गं ो्को आज की ग़जलो्मे्बहुत अथ्वा त््ा और भाव प्व् णता के साथ दज्ादकया जा रहा है. दवज््श्पत भर बादरश: ओम नागर का यह कदवता संग्ह हाल ही हाथ लगा. ओम की कदवता ‘दपता का अंकगदणत’ ने कदव के प्द्त बेहद आशाश्नवत कर ददया था. इत्फ ्े ाक से इस संग्ह की पहली कदवता यही है. दकसानी की बारहिड़ी ने दपता को जो शब्द-बीज सौ्पे है्वे दकताबी ज््ान से अदधक ब्यार्हादरक है्. इस संग्ह मे् ओम नागर ने नब्बे के बाद के समय और उसके प््भाव, िुनौदतयो्और समस्याओ्को कदवता मे्दज्ा दकया है. सेसार वाय्येिो: ियदनत रिनाएं (स्पानी, दहंदी, बांग्ला का द््तभािी संकलन): पेर् मे् बीसवी् शताब्दी की शुर्आत मे्एक ठोस राष््ीय और आधुदनक सादहत्य का आगमन हुआ. उसी एक सृजनात्मक समूह मे् से सेसार अब््ाहम वाय्येिो जैसे महान रिनाकार आते है्. सादहत्य अकादेमी से प््कदशत ‘सेसार वाय्येिो:ियदनत रिनाएं’ संकलन पढकर लगा दक सेसार की रिनाएं दनस्संदेह बेहद महत्वपूण्ाऔर साव्ाभौम है्. दवशंंनाथ दंंतपाठी दनलय उपाध्याय का उपन्यास ‘पहाड़’, मदन कक्यप का कार्य संग्ह ‘अपना ही देश’, लीलाधर मंडलोई की डायरी ‘ददनन ददनन के फेर’, दनदा नवाज की डायरी ‘दससदकयां लेता स्वग्ा’, दाभोलकर के दनबंधो्का अनुवाद और भालिंद्नेमाडे की पुस्क ‘दहंदू’ का अनुवाद. मैतंेयी पुषंपा इस वि्ा अदिलेश का उपन्यास ‘दनव्ाासन’, संजीव का उपन्यास ‘फांस’ और दववेक दमश्् का उपन्यास ‘डॉमदनक की वापसी’ श््ेष्लगे.
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05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
जयपुर दलटरेचर फेसटं टवल में ‘थंडर टंटॉमं’ध का हुआ दवमोचि
जयपुर. प्ख् य् ात लेिक और आलोिक रत्नकुमार सांभदरया की दहंदी कहादनयो् की अनुवाददत पुसक ् ‘थंडरस्ट्ोम’, ददलत स्रोरीज का दवमोिन जयपुर दलररेिर फेशस् रवल हुआ. वदरष्् सादहत्यकार उदय प्क ् ाश ने इस पुसक ् का दवमोिन दकया. इस संगह् मे् सामादजक पदरवेश से जुड़्ी और दवदवध आयामो्को प्द् द्शता करने वाली 15 कहादनयां संकदलत है.् उदय प्क ् ाश ने कहा दक सांभदरया की कहादनयां आमजन के संघि्ा की सुिद अनुभदू त है.् इनकी भािा-शैली इतनी अच्छी है दक पाठक स्वयं पात््ो्से जुड़्ा महसूस करता है. पुसक ् का अनुवाद इतना र्दिकर हुआ है. दजससे कहादनयो्की भावना बरकरार रही है. सच््ा अनुवाद वह है दक अगर हम अनुवाद को फेक ् भी दे,् तो भी कहानी हमारी स्मदृ त मे् बरकरार रहे. फुलवा जैसी कहानी समय से जोड़ती है. इसमे्गरीबी, उत्पीड़्न और पुनव्ासा का सुदं र घालमेल है. लेिक सांभदरया ने कहा दक मेरी कहादनयो् के पात््ो् मे् जीवर, जज्बा और दजजीदविा होती है. दकसी भी पदरश्सथदत मे्वे झुकते नही् है् और न ही रूरते है.् बश्लक दविमताओ् का साहस के साथ मुकाबला करते है.् साथ ही दमदार कथानक जेहन मे् आने पर ही कहानी दलिता हू.ं उन्हो्ने कहा दक कहानी का पात्् िाहे दजतना छोरा हो. लेदकन उसकी प्व् दृ त पीपल के बीज जैसी होनी
िादहये. पीपल का छोरा सा एक बीज पत्थर को फाड़् कर भी उग जाता है और अपना आकार लेता जाता है. कहादनयो्का अंगज ्े ी अनुवाद डॉ मृदल ु भसीन ने दकया है. डॉ भसीन ने कहा दक सांभदरया की कहादनयो् का अनुवाद करना एक बहुत ही जदरल काय्ाथा. क्यो्दक उनकी कहादनयो् मे् जमीनी गंध और पैठी हुई आंिदलकता है. गंवई शब्दो्का अनुवाद करते मै्हैरान रह गयी थी. गांव की सुदं र बयार इन कहादनयो्मे्मौजूद है. दहंदी और राजस्थानी के प्ख् य् ात सादहत्यकार नंद भारद््ाज ने कहा दक रत्नकुमार सांभदरया अपनी कहादनयो् के कथानक, पात्-् ियन और भािा-शैली के प्द्त पूणता् या सजग है.् उनकी कहादनयां गांवो्के पदरवेश को बुनती है.् इस अवसर पर वदरष्् सादहत्यकार भगवान अरलानी, पद्श ् ्ी सीपी देवल, मीठेश दनम््ोही, रामस्वर्प दकसान, सत्यनारायण सोनी, फार्फ आफरीदी, पद्ज ् ा शम्ा,ा प्म्े िंद गांधी, हरीश करमिंदानी, आरपी यादव सदहत बडी संखय् ा मे् सादहत्यकार और सुधीश््ोता उपश्सथत थे. अंगज ्े ी मे् अनुवाददत इस पुसक ् का प्क ् ाशन यूके लंदन की कंपनी हैशरे की भारत ब््ाि ं हैशरे इंदडया ने दकया है. हैशरे इंदडया की एदडरर-इन-िीफ पालोमी िरज््ी भी दवमोिन समारोह मे्उपश्सथत थी्.
तकसानो् ने सुमुि डेयरी का तकया तवरोध मडगांव. गोवा के कर््ोदरम क््ेत् के दवधायक एलेश्कसयो रेदजनाल्डो लौरे्को ने ु सरकार से आग्ह् दकया है दक राज्य मे्सुमल डेयरी के प््वेश की अनुमदत पर रोक लगाये. क्यो्दक इस वजह से स्थानीय दकसानो् की दूध डेयरी के धंधे पर बुरा असर पड़ेगा. साथ ही वह िुद सातेरी सहकारी दूध संस्था के सदस्य है्. संस्था के सदस्यो् ने गोवा डेयरी पर आइसक््ीम मशीन िरीद मे् धोिाधड़ी और इसकी जांि मे्सुस्रवैये का भी आरोप लगाया.
् ्ािार दक दनदेशक मंडल के कई लोग भी भ्ष मे् शादमल है्. बोड्ा ऑफ डायरेक्रर ने कई डेयरी दकसानो् के बच््ो् को रोजगार देने के एवज मे्बहुत बड़ा घोराला दकया है. साथ ही अपने स्वाथ्ा को पूरा करने के दलए इन लोगो्ने दूध उत्पादन को बढाने का काम दकया ही नही् है. लौरे्को ने कहा दक गोवा सरकार डेयरी मामलो्को दनयंद्तत नही् कर सकी है. िारा पर सरकार िि्ाकर रही है, लेदकन डेयरी के कुप्बंधन से उसकी हालत दबगड़ती जा रही है. ऐसे मे् दनदेशक
उदंंोग/वंयापार ‘दफनकंलेव 2016’ एसएमई फाइनेदसंग के दलए खोले नये मागंग
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रत के अग््णी आनलाईन सि्ाप्लेरफाम्ाऔर देश के सबसे बड़्ेदडदजरल एसएमई माक््ेर प्लेसेज्मे्से एक आस्कमी ग््ुप ने द वेश्सरन, गुड़्गाव मे्दफनक्लेव 2016 का आयोजन दकया. काय्ाक्म का आयोजन एक दवशेि पहल आस्कमीदफन के प््दश्ान के दलए दकया गया, यह एक िास पहल है, दजसका उद््ेक्य एसएमई (लघु और मध्यम उद््ोगो्) को दवत््ीय दवकल्प उपलब्ध कराकर उनकी आद्थाक आवक्यकताओ्को पूरा करना है. सम्मेलन मे्भारत मे्लघु और मध्यम उद््ोगो्के दवकास को बढ्ावा देने के दलए आफलाईन और आनलाईन एसएमई के दलए मौजूदा और उभरते दवत््ीय समाधानो् पर िि्ाा की गयी. इसमे् आस्कमी ग््र्प, आस्कमीदफन, उपलब्ध कराये जाने वाले ऋणो्के पोर्ाफोदलयो का दववरण और ग््ुप की भावी योजनाओ् पर प््काश डाला गया. साथ ही आनलाईन और आफलाईन दवके्ताओ् की आउररीि योजनाओ् पर दविार प््स्ुत दकये गये. भारत मे् आफलाईन एमएमई के दलए बड़्ेअवसर मौजूद है्. आस्कमी इन अवसरो्का लाभ उठाने की श्सथदत मे्है. सम्मेलन मे्आस्कमी के मौजूदा ऋण देने वाले साझेदारो् जैसे बजाज दफनसव्ा, कैदपरल फ्लोर, मदहंद्ा फाइने्स और रेदलगेयर ने दहस्सा दलया. साथ ही साव्ाजदनक और दनजी क््ेत्के बै्को्, एनबीएफसी, पी2पी ऋण देने वाले संस्थानो्, दफनरेक कंपदनयो् और एसएमई एग््ीगेररो् के प््दतदनदधयो्ने भी सम्मेलन मे्दशरकत की. इस अवसर पर आस्कमीपे के प््मुि सुदीप गुप्ता ने कहा दक बीते तीन दशको्से आस्कमीग््ुप भारत मे्एसएमई को बढ्ावा देने के दलए प््यासरत है. जहां ये उद््ोग ग््ुप की दवदभन्न पहलो् के माध्यम से दवकदसत हो सकते है्. वत्ामान मे्हम 14 दमदलयन से ज््यादा एसएमई के साथ काम कर रहे है् और इन उद््ोगो् की आवक्यकता को भलीभांदत समझते है्. हम समझते है्दक आसान और दनब्ााध दवत््ीय सुदवधाये्भारत मे्एसएमई के दवकास के दलए बड़्ी बाधाये्है्. हमारा मानना है दक अपने दडदजरल फोकस और एसएमई की लंबी सशक्त श््ृंिला के साथ आस्कमी लघु और मध्यम उद््ोगो् के दलए उत्प्ेरक की भूदमका दनभा सकता है. उन्हे् सही प््कार के दवत््ीय साझेदारो् के साथ जोड़्ने मे् कारगर हो
बाये से दाये् श््ी पवन लोमहया, सीईओ आस्कमीमिन, श््ी मकरण मूम्ति, सीईओ आस्कमी बाजार और श््ी सुदीप गुप्ता, प््मुख आस्कमी-मिनक्लेव
सकता है. आस्कमीदफन के सीईओ पवन लोदहया ने बताया दक हम एसएमई मादलको्को दनब्ााध तरीके से दवत््ीय सुदवधाये्. उपलब्ध कराने हेतु तत्पर है्. दफनक्लेव के माध्यम से हमारे सभी दवत््ीय साझेदार और दवके्ता एक ही मंि पर इकट््ा हुए. इस मंि से उन्हे् इस पहल के फायदो्और प््द्कया के बारे मे्जानने का मौका दमला है. आस्कमी ग््ुप ने हाल ही मे्हर आकार के एसएमई को दवत््ीय सुदवधाये् जल्दी उपलब्ध कराने के दलए सामदरक गठबंधनो् की एक श््ृंिला की घोिणा की है. इसने मदहंद्ा फाइने्स, बजाज दफनसव्ा, कैदपरल फ्लोर, रेलीगेयर, एसएमई बै्क डार इन और मंडी डार काम के साथ क्रार दकया है. यह अपने दवके्ताओ्को 15 ददन से 6 माह की अवदध के दलए र्50,000 से र्एक करोड़् तक का ऋण उपलब्ध करायेगा.
जेट एयरवेज अपनी उडंानों में वाईफाई सुदवधा देगी. बहुत जल्दी ही जेर एयरवेज अपनी दवमानो् मे् मनोरंजन के दलए वाईफाई सुदवधा उपलब्ध कराने वाली है. इस इनफ्लाइर इंरररेनमे्र सेवा के जदरए यात््ी सफर के दौरान अपने स्मार्ाफोन, लैपराप या रैबलेर आदद के माध्यम से मनिाहे काय्ाक्म का आनंद उठा सके्गे. शुर्मे्यह सेवा बोइंग 737 दवमानो्मे्उपलब्ध
करवायी जायेगी. जेर कंपनी ने ग्लोबल ईगल इंरररेनमे्र की मदद से इस प््णाली को दवकदसत दकया है. जेर एयरवेज इस सेवा को बेहतर बनाने के दलए सेरेलाइर के जदरये ब््ाड बै्ड संपक्फ हादसल करनी की भी कोदशश कर रही है. यह सेवा सरकार की हरी झंडी दमल जाने के बाद ही उपलब्ध करवायी जा सकेगी.
जनवरी में सुसं पडंी कारों की दबकंंी
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रेलू बाजार मे् लगातार तीन महीने दहाई अंको् की बढ्ोतरी दज्ाकरने के बाद जनवरी मे्कारो्की दबक््ी की रफ्तार सुस् पड़्गयी. देश के कार बाजार मे्50 प््दतशत से अदधक दहस्सेदारी रिने वाली मार्दत सुजुकी इंदडया दलदमरेड के यात््ी कारो् की दबक््ी जनवरी मे्घरी है. छोरी कारो्(आल्रो और वैगन-आर) की दबक््ी 4.3 फीसद घरकर 34206 पर, काम्पैक्र कारो् (श्सवफ्र, दरज, सेलेदरयो, बलेनो और दडजायर) की दबक््ी 2.8 फीसद घरकर 44575 पर और दमड साइज कार दसयाज की दबक््ी 9.6 फीसदी
घरकर 5431 इकाई पर आ गयी. यात््ी कारो् की श््ेणी मे् दसफ्फ सुपर कॉम्पैक्र दडजायर रूअर की दबक््ी ही 157.3 फीसदी बढ्कर 3545 इकाई पर रही. हालांदक उपयोगी वाहनो्की दबक््ी मे्26.2 फीसदी और वेनो् की दबक््ी मे् 3.9 फीसद के इजाफे के दम पर घरेलू बाजार मे् मार्दत की कुल दबक््ी 0.8 फीसद की सुस् बढ्ोत््री के साथ जनवरी 2015 के 105559 के मुकाबले जनवरी 2016 मे् 106383 इकाई रही. दनय्ाात मे् 34.6 फीसदी की बड़्ी दगरावर दज्ाकी गयी और यह 11047 से घरकर 7223 पर आ गया.
भारत के साथ वंयापार बढ़ंाने को उतंसुक कनाडा ्े दशरोडकर ने सोसाइरी के अध्यक््दुगश कहा दक गोवा डेयरी से दो साल पहले करीब 75 लाि र्पये मे् एक आइसक््ीम मशीन िरीदा गया था. दजसके दशकायत के बाद भी अदधकादरयो् ने जांि मे् बहुत सारा समय नष््कर ददया है. लेदकन इस पर अभी तक सहकादरता मंत्ी िुप्पी साधे हुए है्. दशरोडकर ने ये भी आरोप लगाया है
मंडल पर सरकार को काय्ावाही करनी िादहए. लौरे्को के साथ मडगांव के दकसानो्ने भी मीदडया ब््ीदफंग मे् दहस्सा दलया दजन्हो्ने गोवा सरकार से गुजरात की सुमुल कंपनी को राज्य मे् न िुलने देने की बात कही. इसके बजाय इन लोगो् राज्य की ही डेयरी को बेहतर बनाने की मांग की.
दु
दनया मे् कच््े तेल के दामो् मे् आयी कमी के बाद अब भारतीय तेल कंपदनयां कनाडा से सस््ा तेल और प््ाकृदतक गैस हादसल करने के दलए वहां दनवेश करने जा रही है्. वे वहां िदनज हादसल करने के दलए िाने िरीदने पर भी दविार कर रही है्. कनाडा-इं दडया दबजने स काउंदसल (सी-आईबीसी) के उपाध्यक््कैम राठी ने बताया दक इस संबंध मे्उनके संगठन और फैडरेशन आफ इंदडयन दमनरल इंडस्ट्ीज (दफमी) के बीि इस क््ेत् मे् आपसी सहयोग के दलए एमओयू पर दस््ित हो गए है्.
उन्हो्ने बताया दक कनाडा मे् उत््री आंरोदरयो और द््ब दरश कोलंदबया मे् िदनज भंडार है. जबदक एलबर्ाा मे् तेल और गैस के प््िुर मात््ा मे् है. आंरोदरया की प््ीदमयर कैथलीन वाइन की अध्यक््ता मे्भारत आये र्यवसाय और माक््ेदरंग क््ेत् के 100 सदस्यीय प््दतदनदध मंडल के उपनेता कैम राठी ने बताया दक कनाडा को भारत मे् र्यापार की बड़्ी संभावनाये् नजर आ रही है्. इसके दलए सीआईबीसी ने यहां दफ्तर िोलने का फैसला दकया है.
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वसनेमा
05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
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हकीकि अौर फसाने के बीच मुस्ललम तकरदार
पूजा तसंह
भी अब समाप्त हो िुकी थी और दहंदी दसनेमा भी इससे पीछे नही्रहा. 'कुब्ाान', 'कांधार', 'एजे्र दवनोद', 'द अरैक ऑफ 26/11', दी दसनेमा के शुर्आती सफर से अब 'एक था राइगर', 'बेबी', 'आदमर', 'दमशन तक पर नजर डाली जाये तो परदे पर कक्मीर', 'शादहद', 'मुबं ई मेरी जान', 'फैर् म' मुश्सलम दकरदारो् की मौजूदगी मे् एक जैसी दफल्मो्मे्इसकी छाप साफ ददिती है. ददलिस्प िढ्ाव और उतार नजर आता है. दफल्म 'कुब्ाान' मे्सैफ अली िान एक शुर्आती दौर मे् आजादी के बाद के कुछ मुश्सलम आतंकवादी एहसान िान की प््मुि वक्त तक जहां परदे पर मुश्सलम नायक भूदमका मे् है् जो अमेदरका पर हमला करने लगातार देिने को दमले वही्बाद के दशक की दफराक मे् है. दफल्म 'सरफरोश' मे् तो मे्वे नायक के वफादार दोस््या मोहल्ले के गजल गायक बने नसीर्द्ीन शाह ही आतंकी िािा के दकरदार मे् बदलते ददिायी देने दनकलते है्. हाल के दौर मे् आतंकवाददयो् लगे. वक्त थोड़्ा और बदला तो पाक को पादकस््ानी के साथ-साथ अफगान मूल प््ायोदजत आतंकवाद और अमेदरका के 9/11 का ददिाये जाने की भी शुर्आत हुई है. की घरना ने बॉलीवुड के मुश्सलम दकरदारो् अगर आपको लगता है दक दहंदी दसनेमा को पूरी तरह िलनायक के िांिे मे्कैद कर यह ज्यादती केवल पुरि् पात््ो्के साथ करता ददया. इससे मुश्सलम दकरदार एक छदव की है तो आप गलत है्. मुश्सलम मदहलाओ् के दगरफ्त मे्दघरते गये. साथ भी वह कोई िास भल मनसाहत नही् यह सि है दक मुश्सलम कलाकारो् को ददिाता. वे या तो लैला-मजनूं, शीरी्हरा ददया जाये तो बॉलीवुड मे्एक बहुत बड़्ा जन्म दलया. यह था मुंबई के अंडरवल्ड्ा फरहाद की दफल्मो्की नादयकाएं है्या दफर शूनय् पैदा होता है, लेदकन यह भी उतना ही के बाद के दो-तीन दशक का वक्त था, मोरा सा ताबीज पहनकर िलते है्. दफर वह दौर आया जब दहंदी दसनेमा मे् िदरत््ो्का दित््ण जो आमतौर पर मुसलमान हीरोइन की मुश्सलम सहेली दजसके बहाने बड़्ा सि है दक इन कलाकारो् के दसनेमाई लेदकन इन मुश्सलम प््धान दफल्मो् मे् भी परदे पर दनभाये गये पात्् अक्सर न केवल मध्यम वग््ीय मुशस् लम पदरवार हमेशा नदारद मुश्सलम नायको् का दायरा दसमरने लगा. थे. यह बॉलीवुड की दफल्मो्मे्मुश्सलमो्के दफल्मे् मुश्सलम संस्कृदत का तड़्का डालना दहंदू होते है्साथ ही ये उत्र् भारत के सवण्ा रहा. तमाम दफल्मो् मे् मुश्सलमो् को नवाब ‘कुली’ के इकबाल अदमताभ बच््न और नकारात्मक दित््ण की शुर्आत थी. इसने है. दहंदी दफल्मो् मे् मुश्सलम मदहलाओ् के दहंदू की भूदमका ही दनभाते है्. आदमर, साहब या जमी्दार के र्प मे्पेशकर उनकी ‘उमराव जान’ और ‘दनकाह’ जैसी पूरी बाद मे्जोर पकड़्दलया. 'रोजा' संभवत: वह िदरत््एकदम स्रीदरयो राइप ही रिे गये है्. शाहर्ि और सलमान तीनो्िान के दनभाये सामंती छदव को ही भुनाने की कोदशश की मुश्सलम संस्कृदत पर आधादरत दफल्मो् को पहली दफल्म थी दजसमे्कक्मीर, पादकस््ान वे अम्मी, आपा, िाला, बाजी, बीवी या पात्् दकसी इकबाल, रहमान या साददक के गयी. अगर मुश्सलम नायक-नादयका वाली छोड़्ददया जाये तो मुशस् लम दकरदार सहायक और मुश्सलम आतंकवादी पहली बार स्पष्् माशूक से इतर अपनी कोई अलहदा पहिान नही्बश्लक संजय दसंहादनया, राहुल या राज दफल्मे् बनी भी है् तो उसके अदधकांश कलाकार की भूदमका मे्आने लगे थे. अक्सर र्प से सामने आये. उसके बाद तो भेड़्िाल नही् कायम कर सकी्. वे कही् भी मल्होत््ा और दकसी प्म्े या पवन के ही रहे है.् कलाकार और पदरवेश मुश्सलम ही होता है. दहंदी दफल्मो्के नायक और नादयका परेशानी के दशकार बॉलीवुड मे्ऐसी दफल्मो्का तांता आजादियाल तरक््ीपसंद और आत्मदनभ्रा दहंदी दसनेमा के अग््णी र्यश्कतत््वो् ने ऐसी दफल्मे्मुश्सलमो्की सांस्कृदतक पहिान की श्सथदत मे्दकसी फकीर दरवेश की दरगाह लग गया. मुंबई दंगो् और बाबरी मश्सजद मदहला के र्प मे्देिने को नही्दमलती है. दसनेमा मे्मुश्सलमो्का दजस तरह का दित््ण को लेकर अपनी नैया पार लगाती है.् मुशस् लम पर जा पहुंिते है्, जहां कोई मुश्सलम ढहाये जाने की घरना ने इस सोि को और हां ‘ददल से’ और ‘धोिा’ जैसी िुदनंदा दकया उससे यह साफ जादहर होता है दक देश मध्य वग्ाके दफल्मो्नही्नजर आने की यह कर्वाली गाता नजर आता है. वे या तो नायक पुष् दकया. बॉलीवुड दफल्मो् को थोड़्ा दफल्मो् मे् उनको आत्मघाती हमलावर के की सामादजक दवदवधता को दसनेमा के परदे एक अहम वजह है. जबदक यह बात दहंदू के दोस्् होते थे या दफर हास्य कलाकार. गहराई से देिे्तो तकरीबन सारे मुसलमानो् र्प मे्जर्र दिद््तत दकया गया है. इन तमाम दनराश करती दफल्मो्के बीि पर जगह देने मे् उनकी कोई र्दि नही् थी. नायको् पर लागू नही् होती. दहंदू नायको् मे् संतुलन बनाने के दलए उस दौर मे् अक्सर की छदव दवपरीत ही गढ्ी जाती रही है्. इस दहंदू नायक का वफादार साथी एक मुसलमान होता था. 'जंजीर' दफल्म मे् अदमताभ के वफादार पठान दोस््की भूदमका
दहं
खहंदी खसनेमा में मुतंललम खकरदार छह दशक में निाब साहब से आतंकिादी तक की दूरी ही तय कर सके हैं. बॉलीिुड ने मुतंललम समुदाय के खिरंदं जबदंभसं पूिंभगंह खदिाया है.
यह सवाल उठना ही िादहए दक धम्ा से मुसलमान होने के बावजूद सभी बड़्ेमुशस् लम कलाकारो्को परदे पर केवल दहंदू िदरत््ही क्यो् दनभाने पड़्ते है्? दहंदी दसनेमा के शुर्आती दौर पर पारसी दथयेरर और अरेदबयन नाइट्स का प््भाव था. इस दौर मे् बड़्ेपैमाने पर ऐसी दफल्मे्बन रही थी्दजनमे् मुश्सलम पदरवार और उनकी संस्कृदत के्द्ीय भूदमका मे् थी. जादहर है उस दौर मे् दफल्मी परदे पर मुश्सलम नायको्की कोई कमी नही् थी. दफर िाहे वह 'िौदहवी् का िांद' के असलम की भूदमका मे् गुर्दत्् हो् या 'मेरे महबूब' मे् अनवर बने राजे्द् कुमार, 'पाकीजा' की सादहबजान की भूदमका मे् मीनाकुमारी हो् या सलीम बने राजकुमार. ऐसे अनेक पात््सामने आते है्. यह आजादी
मे्प््ाण हो्या 'शोले' मे्नेतह् ीन इमाम सादहब बने एके हंगल. अक्सर यह देिने को दमलता था दक मुश्सलम पात््ो्को अपने दहंदू दोस््ो्के बहुत पहले मध्यम वग््ीय पदरवेश आ िुका प््दत वफादारी मे् अपनी जान गवांनी पड़्ती था. सत््र के दशक मे्अदमताभ बच््न एंग्ी थी. यह उस दविारधारा को शुर्आती िादयंगमैन बनकर हमारे सामने आ िुके थे. पानी था दजस पर आज दहंदुत्ववादी संगठन जबदक मुश्सलम नायक सन 60 के दशक मे् िल रहे है्-यानी, देिो हमे् ऐसे मुसलमान 'मेरे महबूब' और 'िौदहवी् का िांद' से िादहए! दहंदुओ्से भी अदधक देशभक्त और लेकर 80 के दशक मे् 'दनकाह' और सन वफादार. सन 80-90 और 2000 के दौर 1990 के दशक मे् 'सनम बेवफा' दफल्म मे् ऐसी दफल्मे् इक््ा दुक्ा ही बनी् दजनमे् तक नवाबी और कबीलाई दजंदगी जी रहे थे. मुश्सलमो्ने नायक की भूदमका दनभायी हो. ये हालात इतने बुरे थे दक अगर कोई केवल दफल्मे्भी या तो पीदरयड दफल्मे्थी्या दफर बॉलीवुड की दफल्मे्देिकर मुशस् लमो्के बारे पूरी तरह मुश्सलम संस्कृदत को पेश करने मे्राय कायम करता तो वह यही समझता दक वाली दफल्मे्. 'इकबाल' जैसी दफल्मे्देिने दहंदुस्ान मे् आम मध्यमवग््ीय मुश्सलम को न के बराबर दमली्. दजनके मुसलमान पदरवार होते ही नही्. ऐसा हो भी क्यो्नही्? िदरत््एकदम आम थे दबल्कुल दहंदू पात््ो्की दहंदी दफल्मो्मे्ददिने वाले मुसलमान आज तरह. इस बीि सन 1970 और 80 के दशक भी सर पर स्कल कैप लगाते है् और वे शर्ा पै्र की जगह सलवार कमीज और गले मे् मे् दहंदी दफल्मो् मे् एक और अवधारणा ने
बीि पादकस््ान दहंदी दसनेमा का सबसे द््पय िलनायक बन िुका था. इसी का र्प अदनल शम्ाा की 'गदर' मे् ददिा. इसमे् एक नायक पूरी तरह से अकेले ही पादकस््ान को धूल िराता ददिता है. दसनेमा की दलील यही रही है दक वे वही ददिाते है्जो दरअसल लोग देिना िाहते है.् ऐसे मे् जादहर है इस अवदध मे् हुए सांपद् ादयक ध्व्ु ीकरण ने उनको मुशस् लमो्को िलनायक के तौर पर पेश करने के दलए उकसाया. ऐसी दफल्मो् को दमली जबरदस्् कामयाबी भी इस बात को सादबत करती है. अल कायदा के हमले मे् अमेदरकी श्टवन रॉवर ध्वस्् होने के बाद पूरा दवश्् दसनेमा मे्मुश्सलमो्को िुलकर आतंकवादी के तौर पर ददिाने लगा. इससे जुड़्ी मामूली दहिक
कुछ दफल्मे् ऐसी भी बनी है् दजनमे् आम मुश्सलम पदरवार सामने आता है या दफर दजनमे् दहंदू-मुश्सलम संबंधो् की नाजुकी को बहुत करीने से संभाला और पेश दकया गया है. ‘इकबाल’, ‘देव’, ‘परजादनया’ आदद कुछ ऐसी ही दफल्मे्है्. उम्मीद है दक भदवष्य मे्ऐसी दफल्मे्ज्यादा देिने को दमले्गी और मुश्सलम दकरदारो् को एक तय िांिे मे् कैद करना बंद दकया जायेगा. यह सि है दक बॉलीवुड का मुख्य उद््ेक्य पैसे कमाना है. इस क््म मे् वह बहुसंख्यक भावनाओ् का ही दोहन करना िाहता है, लेदकन अगर वह िाहे तो हॉलीवुड की दफल्मो्से सीि ले सकता है जहां अश्त्े कलाकारो्की भूदमकाएं समय के साथ बदल िुकी है्.
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रीता ततवारी
पय्ाटन
05 फरवरी - 11 फरवरी 2016
कई संलक ् तृ तयां और एक समुद्
दी
व यानी देश के पद््िमी छोर पर अरब सागर के दकनारे बसा एक नन्हा-सा द््ीप. लेदकन यह नन्हा-सा िूबसूरत समुद्तरीय शहर अपने-आप मे् दकतनी दवदवधता और िूबसूरती समेरे है, इसका अंदाजा यहां आये दबना लगाना बहुत मुश्ककल है. एक वाक्य मे् कहे् तो सागर दकनारे बसी यह जगह िुद गागर मे्सागर है. इसका इदतहास दजतना पुराना है संस्कृदत उतनी ही समृद्. गुजरात दौरे का काय्ाक्म बना तो नक्शे पर देिा दक यह जगह सोमनाथ से कोई घंर-े डेढ् घंरे की दूरी पर ही है. बस इसके दलए एक ददन और दनकाल दलये. सोमनाथ मंददर मे्दश्ान-पूजन और उसके बाद मंददर से लगे दजस सागर दश्ना अदतदथ गृह मे्ठहरे थे, वहां नाक्ता करने के बाद सुबह कोई दस बजे हम दीव के दलए दनकले. ऊना होकर कोई सवा ग्यारह बजे हम दीव के प््वेश द््ार पर िड़्े थे. जी हां, देश के बाकी दहस्सो् से इस द््ीप को जोड़्ने वाली सड़्क पर एक प््वेश द््ार बना है. वहां बाहरी गाद्ड़यो्और पय्ारको्को रैक्स भर कर ही दीव मे्घुसना होता है. गेर से भीतर जाते ही लगता है दक हम दकसी के्द् शादसत प््देश नही्, बश्लक दकसी दूसरे देश मे् पहुंि गये हो्. सड़्को् के दकनारे बने छोरेछोरे सुदं र मकान. सड़्क के साथ िलती नदी और इसमे् मछुआरो् की सैकड़्ो् नावे् बेहद सम्मोहक नजारा पेश कर रही थी्. यह शहर गुजरात के कादठयावाड़् तरीय क््ेत् के पास मुख्यभूदम से थोड़्ा हर कर है. इसका एक भाग उत््री गुजरात के जूनागढ् और अमरेली दजलो् से सरा है जबदक बा़की तीन तर्फ समुद्पसरा है. यह द््ीप दो पुलो्के जदरये मुख्यभूदम से जुड़्ा है. माना जाता है पौरादणक काल मे्यहां जालंधर नामक दैत्य का राज था, दजसका अंत भगवान दवष्णु ने दकया था. वनवास के दौरान पांडव भी यहां कुछ ददन र्के थे. द््ादरका नगरी बसाये जाने के बाद यह क््ेत् भगवान कृष्ण के प््भाव मे् भी रहा. ईसा से 322-320 वि्ा पूव्ा यह मौय्ावंश के आदधपत्य मे् था. बाद मे् यहां गुप्त और िालुक्य राजाओ्का प््भाव रहा. दीव ने कई बाहरी आक््मण भी झेले है्. पुत्ागाली यहां 16वी् शताब्दी मे् र्यापार के दलए आये थे. लेदकन धीरे-धीरे उन्हो्ने दीव को अपना उपदनवेश बना दलया. दीव साल 1535 से
1961 तक पुतगा् ादलयो्के कब्जे मे्रहा. साल 1961 मे्भारत सरकार के आपरेशन दवजय के तहत गोवा और दमन के साथ यह द््ीप भी भारत का दहस्सा बन गया. लगभग 425 वि््ो तक पुत्ागादलयो्के कब्जे मे्रहने की वजह से दीव के भवनो्, दकलो्, भािा, संसक ् दृ त और जीवनशैली पर पुत्ागाली सभ्यता का प््भाव साफ देिने को दमलता है. यहां गुजराती, दहंदी, अंग्ेजी और पुत्ागाली भािाएं बोली और समझी जाती है्. स्थानीय लोगो् को शायद फ्लो् से बेहद लगाव है. शहर मे् बने छोरे-बड़्े हर मकान मे् फ्लो् के पौधे देिने को दमलते है्. हमारे ड््ाइवर हीरालाल ने बताया दक गुजरात के दवदभन्न शहरो् के अलावा मुंबई के अमीर लोगो्ने भी इस शांत जगह पर िैन से छुद्टयां दबताने के मकसद से यहां मकान िरीद या बनवा दलये है्. उसकी बाते् सुनने के बाद तालाबंद मकानो् की हकीकत समझ मे् आयी. एक लंबा-सा द््बज पार कर हम शहर मे् घुसे. हमारे एक पादरवादरक दमत्् ने रहने के दलए दजस रसल बीि दरसॉर्ामे्हमारी बुदकंग करायी थी वह नागोआ बीि पर था. दीव एअरपोर्ाके ठीक सामने. होरल के कमरे की बालकनी से सामने हवाईपट््ी भी साफ नजर आ रही थी. यह जगह मुख्य शहर से कोई दस दकलोमीरर दूर है. लेदकन यह कहने मे् कोई दुदवधा नही्है दक दीव मे्ठहरने के दलये नागोआ बीि से सुंदर कोई दूसरी जगह नही् है. इसका अहसास हमे्शाम के समय हुआ
जब शहर के िक््र लगाने के बाद हम इस बीि पर आये. बै्काक की तज्ा पर वारर स्पोट्स्ा, वारर स्की, बोर राइदडंग और वारर बाइक से लेकर सबकुछ तो यहां मौजूद था. लगा लोग बेकार मोरी रकम िि्ाकर इनका लुत्फ उठाने के दलए दवदेशो् का र्ि करते है्. इस अध्ािंद्ाकार बीि पर िाने-पीने के कई रेस्रां भी है्. इसके अलावा अगर िेलो् मे्आपकी ददलिस्पी नही्है तो आप दकनारे बैठ कर िाय की िुस्की के साथ दूसरो् को ऐसा करते देि सकते है्.
दीि का इखतहास खजतना पुराना है, उतनी ही समृदं है उसकी संलंकृखत. यहां जंयादातर घरों के सामने रिे हुए फूल, खकला और समुदं पयंभटकों को िास तौर से आकखंषभत करते हैं. दीव मे् सौराष्् की जीवनशैली की भी झलक देिने को दमलती है. दरअसल पुत्ागादलयो् के कब़्जे से पहले यह द््ीप गुजरात का ही दहस्सा था. साफ-सुथरी सड़्को्वाले छोरे से दीव कस्बे मे्घूमने की जगहे् ज्यादा नही् है्, लेदकन यही बात इसे बाकी पय्ारन स्थलो् से अलग करती है. सैलानी यहां दबना थके प््कृदत का लुत्फ उठा सकते है्. दीव दकला यहां का सबसे बड़्ा आकि्ण ा है. इसदलए हमारा भी पहला पड़्ाव वही था. अक्तूबर का महीना होने के बावजूद दसर पर सूरज आग उगल रहा था. यह लगभग 5.7 हेक्रेयर क््ेत् मे् बना हुआ है और सागर के भीतर समाता लगता है. दकले के बीि मे् पुतगा् ाली योद््ा 'डाम नूनो डी कुनह् ा' की कांसे की मूदत् ा भी बनी हुई है. यहां एक प्क ् ाश स्भ्ं भी है जहां से पूरे दीव का नजारा ददिता है. यह दकला तीन ददशाओ् मे् समुद् से दघरा है तो िौथी ददशा मे्एक छोरी-सी नहर इसकी सुरक््ा करती है. दकले का गेर भी इधर ही है. इस दकले का दनम्ााण गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह ने पुत्ागादलयो् से संदध के तहत
मु़गल आक््मण से बिाव के दलए 16वी्सदी मे्कराया था. उस दौर मे्दकले की प््ािीर पर तैनात की गयी कई तोपे् आज भी देिी जा सकती है्. हालांदक वक्त के थपेड़्ो् से धीरेधीरे उनकी रंगत फीकी पड़्ती जा रही है. दीव का जेल भी इसी दकले के एक दहस्से मे्बना है. दकले के परकोरे से समुद् की िूबसूरती देिते ही बनती है. दकले के ठीक सामने समुद्के बीिोबीि दकले जैसी एक और छोरी सी इमारत है. इसे पानीकोरा कहते है्. पत्थर की दवशाल िट््ानो् से बना यह दुग्ा एक समुद्ी जहाज के आकार का नजर आता है. वहां तक नाव या मोररबोर से ही पहुंिा जा सकता है. दकले से कुछ दूर ही जेट्ी है. वहां से नाव मे् बैठ कर िाड़्ी की सैर की जा सकती है. शाम के समय दीव मे् दबजली की दझलदमलाती रोशनी मे्इस जेरी से शहर को दनहारने का मजा ही अलग है. दीव मे् ज्यादातर आधुदनक मकान देिने को दमलते है्. दकले से दनकलने के बाद हमारा अगला पड़्ाव था से्र पॉल िि्ा. साल 1610 मे्बने इस िि्ाकी इमारत आज भी भर्य है. यहां से कुछ दूर पुराने सेर् थॉमस िि्ाकी इमारत को अब संग्हालय बना ददया गया है. यहां दकले के रास््े पर श्सथत अपना होरल के ओपन एअर रोस््रां मे् बैठकर समुद्ी लहरो्का लुत्फ उठाते हुए दोपहर के भोजन मे्िावल के साथ िायी झी्गा मछली का स्वाद अब तक याद है. इसी तरह मुख्य बाजार मे्शाम के समय िायी गयी पानी पूरी का स्वाद भुलाना भी मुश्ककल है. दोपहर के िाने के बाद समुद्के दकनारे वाली सड़्क पर िलते हुए हम सबसे पहले जालंधर बीि पहुंिे. इसके नजदीक की एक पहाड़्ी पर जालंधर मंददर और देवी िंद्दका मंददर श्सथत है्. जालंधर नामक दैत्य ने अंदतम समय मे्भगवान से यही्क््माप््ाथ्ाना की थी. आगे बढ्ने पर नजर आता है बेहद शांत िक््तीथ्ा बीि. जहां लहरो् के शोर के अलावा कोई दूसरी आवाज कानो् तक नही् पहुंिती. तर के पास तेज हवा मे् लहराते नादरयल के पेड़् और कुछ दूरी पर छोरीछोरी पहादड़्यां इसकी शोभा बढ्ा रही थी्. इस तर की शांदत अनायास ही कदमो् को बांध
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कर कुछ देर ठहरने पर मजबूर कर देती है. पौरादणक मान्यता के मुतादबक जालंधर दैत्य का अंत करने के दलए भगवान दवष्णु ने यही् से िक्् िलाया था. इसीदलए इसका नाम िक्त् ीथ्ापड़्ा. कुछ दूरी पर सनसेर प्वाइंर है जहां से सूय्ाास् का नजारा देिा जा सकता है. इसी रास््े पर समुद् के दकनारे भारतीय नौसेना के एक युद्पोत ‘आईएनएस िुकरी’ का स्मारक है. यह 1971 के युद् मे् पादकस््ान की एक पनडुब्बी से छोड़्े गये रारपीडो से नष््हो गया था. उसी की याद मे् एक छोरी पहाड़्ी पर यह स्मारक बनाया गया. दीव के फुदम गांव मे् समुद् के दकनारे एक झुकी हुई िट््ान के नीिे छोरी-सी गुफा है. मान्यता है दक वनवास के दौरान भरकते हुए पांडव यहां भी कुछ देर ठहरे थे. उन्हो्ने इस गुफा के भीतर पांि दशवदलंग स्थादपत दकए थे जो आज भी मौजूद है्. यह गंगेश्र महादेव मंददर के नाम से मशहूर है. समुद्का जलस््र बढ्ने पर यह दशवदलंग अक्सर जलमग्न हो जाते है्. यह नजारा हमने भी देिा. लगा मानो समुद् श््द्ापूव्ाक भगवान दशव का अदभिेक कर रहा हो. यह मंददर स्थनीय लोगो्की आस्था का केद् ्है. सोमवार का ददन होने की वजह से वहां पूजा-अि्ाना करने वालो्की भीड़्थी. नागाओ बीि तक का रास््ा नादरयल जैसे ददिने वाले पेड़्ो् से दघरा है. उनके ऊपरी दहस्से मे् हरी-भरी नयी पद््तयां ददि रही थी् और नीिे सूिी पद््तयां लरकी थी्. हमारे ड््ाइवर ने बताया दक इनको ‘पॉम होका ट््ी’ कहते है्. नागोआ बीि की दगनती भारत के सुंदरतम समुद् तरो् मे् की जाती है. घोड़्े की नाल के आकार के इस बीि पर दबिरी सुनहरी रेत इसके सौ्दय्ामे्िार िांद लगाती है. यही कारण है दक वहां शाम के समय अच्छी-िासी रौनक थी. यहां भारतीय और दवदेशी पय्ारको्के अलावा स्थानीय लोग भी िूब आते है्. यहां कई अच्छे होरल और दरसॉर्ा भी है्. समुद् मे् नहाने के दलहाज से यह जगह काफी सुरद््कत है. दीव घूमने के दलए दीव फेश्सरवल का मौ़का सबसे बेहतर होता है. होरल के मैनज े र ने बताया दक दीव के मुश्कत ददवस के मौके पर होने वाले इस महोत्सव के दौरान देशदवदेश से भारी तादाद मे्सैलानी यहां पहुंिते है्. तब होरलो् मे् और बीि पर दतल धरने तक की जगह नही् होती. इस महोत्सव के दौरान दीव की बहुजातीय संस्कृदत की झांकी देिने को दमलती है. गुजराती संस्कृदत से प््भादवत होने के कारण दीव के लोगो् का पसंदीदा लोकनृत्य गरबा है. इसके साथ ही उस आयोजन मे् पुत्ागाली लोकनृत्य मांडो, वीरा आदद भी सैलादनयो्को आकद्िात करते है्. सबसे बड़्ी बात है दक दीव की िूबसूरती अनछुई-सी लगती है. यही िीज उसे दूसरे समुद्ी पय्ारन के्द्ो् से अलग और आकि्ाक बनाती है. अगले ददन भोर के उजाले मे् सूरज की पहली दकरण के साथ दीव को अलदवदा कहने का नजारा भी बेहद आकि्ाक रहा. सूरज दूर तक हमारे साथ िलता रहा. मानो हमे्दवदा कर रहा हो.
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हतरयाली गंवाकर संमाटंट होगा भोपाल!
पूजा तसंह
भोपाल. मध्य प््देश मे् स्मार्ा दसरी के र्प मे् ियदनत तीन शहरो् मे् एक नाम राजधानी भोपाल का भी है. लेदकन भोपाल मे् स्मार्ादसरी दवकदसत करने के दलये दजस क्त्े ् का ियन दकया गया है उस पर विवाद उत्पन्न हो गया है. इस काम के दलये ियदनत राजधानी के तुलसी नगर और दशवाजी नगर इलाको् की हदरयाली ही उनकी मुख्य पहिान है. एक अनुमान के मुतादबक इस क््ेत् मे् 30,000 से अदधक वृक् है् दजन्हे् स्मार्ा दसरी दवकदसत करने के दलये कारना पड़् सकता है. स्थानीय रहवासी और स्वयंसेवी संगठन इसका जमकर दवरोध कर रहे है्. प््देश के नगरीय प््शासन आयुक्त
दववेक अग््वाल का कहना है दक प््ारंदभक सव््ेक्ण के बाद अब दनगम मौके के दवकास के दलये दवस््ृत पदरयोजना दरपोर्ा तैयार करवायेगा. अगर दकसी र्यश्कत को इससे आपद््त है तो वह अपनी आपद््त दज्ा करा सकता है. उदित पाये जाने पर उस आपद््त से दनपरा जायेगा. उधर स्थानीय पाि्ाद
अदमत शम्ाा सवाल उठाते है् दक सरकार ने स्मार्ादसरी दवकदसत करने के दलये दशवाजी नगर का ियन ही क्यो् दकया? यह इलाका पहले से ही दवकदसत और इकोफै्डली है. उनका सीधा आरोप है दक दोनो् कॉलोदनयो् मे् कुल दमलाकर 30,000 से अदधक वृक् लगे है्. स्मार्ादसरी दवकदसत करने के दलय इन वृक्ो् को कार ददया जायेगा. इसके अलावा शहर के इस क््ेत् मे् करीब 3,000 सरकारी और दनजी आवास है् दजनमे् 15,000 से अदधक लोग रहते है्. इन लोगो् को िुदनंदा ऊंिी इमारते् बनाकर उनमे् स्थानांतदरत दकया जायेगा लेदकन नष्् होने वाली हदरयाली को लेकर सरकार की ओर से अभी कोई स्पष््ीकरण नही्आया है. दशवाजी नगर के दनवासी संतोि ठाकुर कहते है्, 'इस इलाके की िूबसूरती देिनी है तो अरेरा पहाड़्ी पर दवधानसभा या दबरला मंददर से नीिे झांदकये. पूरा दशवाजी नगर जंगल की तरह हराभरा नजर आता है.' मध्य प््देश
शासन के एक अदधकारी ने नाम नही्बताने की शत्ापर कहा दक दशवाजी नगर का ियन इसदलये दकया गया है क्यो्दक यह पूरा इलाका सरकारी कम्ािादरयो् और सरकारी इमारतो्से भरा हुआ है. सरकार के दलये इस जमीन को स्मार्ा दसरी दवकदसत करने के दलये हादसल करना अत्यंत आसान होगा. स्थानीय दनवादसयो् और स्वयंसेवी संगठनो्ने भी कैड ् ल माि्ादनकालकर इसका दवरोध दकया है. उनका आरोप है दक इतना बड़्ा फैसला उनकी रायशुमारी के बगैर कर दलया गया. शहरी दवकास मंत्ालय की एक दरपोर्ा के मुतादबक स्मार्ा दसरी दवकदसत करने के दलये 333 एकड़्शासकीय भूदम को दनजी कंपनी के हवाले दकया जायेगा. इस इलाके मे्पुरानी इमारतो्की जगह नयी ऊंिी हाईरेक इमारते्बनायी जाये्गी और दबजनेस से्रर दवकदसत दकये जाये्गे. स्मार्ादसरी की योजना के मुतादबक 30 प््दतशत दहस्से पर दनम्ााण दकया जायेगा जबदक 70 फीसदी दहस्सा िुला रिा जायेगा. नगर दनगम आयुक्त तेजस्वी नायक का कहना है दक इस इलाके का ियन जनता की राय जानने के बाद ही दकया गया है. उनके मुतादबक सरकारी पोर्ाल पर इस संबंध मे् सारी जानकारी पारदश््ी ढंग से उपलब्ध है. लेदकन इन तमाम बातो् के बावजूद मौजूदा माहौल से छेड़्छाड़्की श्सथदत मे्पय्ाावरण को होने वाला नुकसान आम जनता के बीि दिंता का दविय बना हुआ है.
पीडीपी की मांगो् से परेशान भाजपा बाबाओं के चकंंर काटिे तवज
मातजद जहांगीर
कहते है् दक पीडीपी ने बीते दस महीनो् मे् लोगो् के दलये कुछ नही् दकया है. उनकी श््ीनगर. बीते मंगलवार को राज्य के छदव जनता मे् िराब हो िुकी है. नये िुनाव राज्यपाल ने सरकार बनाने के मामले को कराने से उनको डर लग रहा है. महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार के बयान मे् लेकर दोनो् ही पाद्रियो् पीडीपी और बीजेपी के ् द ् सरकार से दजस तरह का आश््ासन के साथ बैठक पर सबकी नजरे्दरकी हुई्थी्. मां ग ा है. उस पर बीजेपी की रॉप लीडरदशप लेदकन पीडीपी की महबूबा मुफ्ती ने अपनी दपता के दनधन के बाद सरकार बनाने के मुद्े ने अभी तक कोई दरप्पणी नही्की है. अगर पर पहली बार अपनी िुप्पी को तो तोड़ा, के्द् सरकार ने महबूबा मुफ्ती को लेदकन उनकी िुपप् ी रूरने से कई सवाल पैदा आश््ासन नही् ददया. तो पीडीपी को इसके हो गये. बीजेपी सरकार न बनाने का सारा दसवा कोई िारा नही् है दक वह िुनाव की इलजाम पीडीपी पर लगा रही है. बीजेपी के तैयारी करे. कांग्ेस के साथ सरकार बनाने वदरष््नेता और जम्मू कक्मीर बीजेपी यूदनर के दलये पीडीपी के पास नंबर नही्है. दवक्लेिक कहते है् की पीडीपी दजस के जनरल सेकर्े री अशोक कौल ने कहा दक उनकी तरफ से सरकार बनाने मे् कोई मोड़ पर आकर िड़ी हुई है. वहां से उसको र्कावर नही् है. उनके मुतादबक पीडीपी न पीछे भागने का रास््ा है न ही आगे जाने दजस तरह की अब मांगे् कर रही है. वह का. पत््कार और दवक्लेिक परवेज मजीद कहते है् दक ये सि बात है दक पीडीपी को बीजेपी की समझ से परे है. कु छ समझ नही्आ रहा है. आदिर वह क्या वह कहते है् दक दजस एजंडा ऑफ करे . िुनाव के दलये वह जा नही् सकती. अलायन्स पर पीडीपी दोबारा आश््ासन की बात कर रही है. उस एजंडा ऑफ अलायन्स क्यो्दक बीते दस महीनो् का दरकॉड्ा ऐसा से हमने कोई शब्द हराया नही् है. वह तो नही्है दक वह लोगो्को बहला सके. बीजेपी वैसा ही है जैसा था. दवपक््नेशनल कांफे्स के साथ दरक्ता तोड़ने का कदम उठायेगी तो पीडीपी की इन मांगो्को ड््ामेबाजी करार दे उसमे्भी उनका ही नुकसान है. दवक्लेिक ये भी कहते है्दक अगर दोनो् रही है. नेशनल कांफस ्े का कहना है दक जब बीते दस महीनो् मे् आश््ासन की बात जमातो्का गठबंधन रूर गया, तो उससे दोनो् पीडीपी ने नही् की तो आज उनको ये बाते् ही जमातो् को बड़े नुकसान का सामना याद क्यो्आ रही है्. पार््ी के प््वक्ता जुनैद करना पड़ेगा. RNI- DELHIN/2015/ 65658
एम कुमार चंडीगढ़. भाजपा सरकार ने वायदे तो िूब दकये, लेदकन जब पूरे करने का वक्त आया तो हकीकत पता िली. इस तरह का एक वायदा सरकार के गले की फांस बन रहा है. वायदा है हर दजले मे् मेदडकल कालेज िोलना. अब जैसे जैसे सरकार का समय बढ रहा है हेल्थ दमनस्रर अदनल दवज की दिंता भी बढ रही है. यही् वजह है दक मेदडकल कालेज िोलने के दलए अब वे बाबाओ्के यहां िक्र् कार रहे है.् इस क्म् मे्दवज ने दसरसा श्सथत डेरा सच््ा सौदा के दववाददत संत गुरमीत रामरहीम से दमल कर उन्हे्दसरसा मे्मेदडकल कालेज िोलने का आग््ह दकया. इधर अब दवज इन ददनो् गुर्द्ारा प््बंधक कमेरी के साथ बैठक कर कुर्क्ेत् दजले के शाहबाद कस्बे मे्मीरी पीरी नाम से बन रहे मेदडकल कालेज को जल्द शुर् करने का आग््ह कर रहे है्. इस कालेज को एसजीपीसी हदरयाणा मे् बनवा रही थी. लेदकन हुड्डा सरकार मे् कालेज को एनओसी नही्दमली. इसके िलते ही कमेरी ने काम बंद कर ददया था. लेदकन अब दवज लगातार इस कोदशश मे्है दक दकसी तरह से कमेरी अब दोबारा इस कालेज का दनम्ााण शुर्कर दे. इसके दलए उन्हो्ने हेल्थ दवभाग
के अदधकादरयो् की बैठक भी बुलायी. दजसमे्संभावना तलाशी दक कैसे मीरी पीरी कालेज के दनम्ााण का रास््ा जल्दी से जल्दी साफ हो सकता है. इस बैठक मे्भी दवज ने अदधकादरयो् से कहा दक ऐसा प्लान बनाया जाये, दजससे कालेज जल्दी से जल्दी बन कर तैयार हो जाये. इधर अब दवपक््दवज पर दनशाना साध रहा है. पूव्ासीएम भूपे्द्दसंह हुड्डा ने कहा दक बाबाओ्की शरण मे्जाने से ददक््त दूर नही्होगी. ददक््त तो काम करने से ही दूर होगी. इसके जवाब मे्अदनल दवज ने कहा दक वे मेदडकल कालेज के दलए कही् भी जा सकते है्. क्यो्दक उनकी प््ाथदमकता है दक प््देश मे् ज्यादा से ज्यादा मेदडकल कालेज िोले जाये. िैर अब देिना है दक दवज की यह मुदहम उन्हे्दकतनी राहत देती है. क्यो्दक मेदडकल कालेज िोलना बड़ा काम है.
बिकही
मोहे न नामर, नामर के र्पा!
शंभनू ाथ शुकि ्
तु
लसी बाबा सि ही कह गए है्दक स््ी ही स््ी का दवरोध करती है. मेनका गांधी प्स् व पूवा्दलंग परीक्ण ् की पैरवी कर रही है.् अगर मां-बाप को पता िल गया है दक गभ्ामे् कन्या दशशु है तो आधे से अदधक मां-बाप उसे संसार मे् आने ही नही् देग् े और मेदडकल रद्मना श े न ऑफ प्ग्े नेस् ी (गभ्पा ात) के जदरए उसे गभ्ामे्ही ित्म कर देग् .े कोई भी सरकार इस एमरीपी को नही्रोक सकती. कानून के जदरए भी नही्. एमरीपी कराना दकसी भी दंपदत का हक है और इसके दलए वे तक्फदे सकते है् दक वे आने वाले सदस्य का िि्ा नही् उठा सकते अथवा गभ्धा ारण करने वाली मां का स्वास्थय् ऐसा नही्है दक वह दशशु को जन्म दे सके. तब मेनका गांधी क्या करेग् ी! 1860 मे् जब द््बदरश सरकार ने इंदडयन पेनल कोड बनाया था तब उन्हो्ने गभ्पा ात को कानूनन अपराध की श्ण ्े ी मे्रिा था और इसमे्सात साल की सजा का प््ावधान था. मगर 1971 मे् इस कानून मे्संशोधन दकया गया और एमरीपी को दंपदत का अदधकार मान दलया गया. लेदकन अवदध भी तय कर दी गई. मगर अस्पताल और एमरीपी करने वाले डॉक्रर िोरी-दछपे इस अवदध की बाध्यता को उल्लघं न करते ही रहते है.् जब मेदडकल साइंस ने गभ्सा थ् दशशु का दलंग बताने की क्म् ता ईजाद कर ली तब अक्सर भारतीय मां-बाप यह पता िलते ही दक गभ्सा थ् दशशु कन्या है उसे गभ्ामे्ही मरवा देत.े इसे रोकने के दलए गभ्सा थ् दशशु का दलंग परीक्ण ् गैरकानूनी बनाया गया. मेनका गांधी मदहला व बाल दवकास की केद् ्ीय मंत्ी है.् वे गभ्सा थ् दलंग परीक्ण ् को कानूनन अपराध के दायरे से बाहर लाने की बात कर रही है.् उनका तक्फभी बड़्ा मजेदार है दक कन्याओ्के प्द्त जागर्क और बेरी बिाने के मकसद से वे ऐसा करने जा रही है.् यह सरासर स््ी के मूल अदधकार को ित्म करने की सादजश है. आज भी औसत भारतीय, िासकर सवण्ा दहंदू पदरवारो्मे्कन्या को बोझ ही समझा जाता है और लोगबाग अपने पदरवार की दवरासत को बनाए रिने के दलए पुत्ही िाहते है.् इसके अलावा कन्या को पढ्ाना और उस पर पैसा िि्ाकरने का मतलब दक वह सारा धन दूसरे पदरवारो्के पास जाने देना ही समझते है.् ऐसे मे्वे कतई नही्िाहते दक उनके यहां कन्या पैदा हो इसदलए वे उसे संसार मे्आने ही नही्देग् .े मगर मेनका गांधी इसे समझने को तैयार नही् है. मेनका गांधी का तक्फ भी अजीब है. वे कहती है्दक दलंग परीक्ण ् अदनवाय्ातौर पर दकया जाना िादहए तादक गभ्सा थ् दशशु के अदधकारो्की रक््ा हो सके. समझ नही्आता दक मेनका गांधी एक स््ी होकर भी ऐसा सुझाव क्यो्दे रही है.् इससे दसफ्फदो ही लोग लाभ उठा पाएंग.े एक तो वे पदरवार जो कन्या नही्िाहते और दूसरे इसे अदनवाय्ा बना देने से प््ाइवेर क्लीदनक्स और डॉक्ररो्के पौ-बारा हो जाएंग.े एक लोक कल्याणकारी सरकार को इस तरह के सुझावो्और प्य् ासो्से बिना िादहए.
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