Shukrawaar newspaper 2016 (8)

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हकीकत अौर फसाने के बीच मुस्लिम तकरदार पेज- 13 www.shukrawaar.com

वर्ष 1 अंक 14 n पृष्: 16 n 05 - 11 फरवरी 2016 n नयी दिल्ली n ~ 5

सपा-बसपा के बगैर कैसा गठबंधन?

अंबरीश कुमार

लखनऊ. उत्र् प्द् श े मे्िुनावी माहौल बनने लगा है. जनता दल यूनाइरेड के अध्यक्​्शरद यादव ने प्द् श े मे्महागठबंधन बनाने की संभावनाओ्के साथ यह भी साफ दकया दक समाजवादी पार्​्ी उनके गठबंधन मे्नही होगी. शरद यादव की इस दरपण्णी के साथ ही समाजवादी पार्​्ी ने पलरवार कर शरद यादव ही नही् गठबंधन के संभादवत िेहरे अदजत दसंह पर भी दनशाना साधा .इस बीि बहुजन समाज पार्​्ी के सूत्ो् ने साफ दकया दक बसपा िुनाव पूव्ा दकसी भी गठबंधन का दहस्सा नही् बनेगी. यह दपछले काफी समय से बसपा ने तय कर रिा है. ऐसे मे्यूपी की िुनावी लड़ाई मे्अगर दकसी गठबंधन मे् सपा या बसपा न हो तो उस गठबंधन का क्या अथ्ाबिेगा. उत्​्र प्​्देश की करीब तीन सौ सीरो्पर सपा और बसपा का सीधा मुकाबला हो सकता है. समाजवादी पार्​्ी का नुकसान ही बसपा का अदतदरक्त मुनाफा होगा. सारा आकलन इसी नुकसान और नफे का है दजसका आकलन दफलहाल संभव नही् है. िुनाव साढे तीन सौ से िार सौ ददन दूर है और िालीस ददन मे् माहौल बदल जाता है. ऐसे मे् राजनैदतक आकलन का कोई ज्यादा अथ्ा नही् है. पर उत्​्र प्​्देश के राजनैदतक

माहौल पर नजर डाले्तो कुछ तस्वीर साफ होगी. भारतीय जनता पार्​्ी ने दपछले लोकसभा िुनाव मे् सभी दलो् का सूपड़ा साफ कर ददया था पर मुलायम दसंह के यादवी गढ को मोदी भी भेदने मे्नाकाम रहे. पूरब मे् भी पद्​्िम मे् भी. तब बड़े बदलाव का िुनाव था दजसमे् जादतयां हादशये पर िली गयी ठीक उसी तरह जैसे सतहत्​्र मे्. पर अब माहौल बदल िुका है. दबहार िुनाव मे् दपछड़े एकजुर हुये तो इस समय देश मे्ददलतो्का बड़ा ध्​्ुवीकरण शुर् हो िुका है. कुछ राजनैदतक दल इसे देि पा रहे है तो कुछ आंि बंद दकये हुये है. कुछ की यह श्सथदत ही नही् दक वे ददलत दपछड़ो्और अल्पसंख्यको्का वोर ले पाये.

राजनीदत उत्​्र प्​्देश मे् लोगो् के गले आसानी से उतरने वाली नही् है. दबहार मे् समाजवादी पार्​्ी का जैसा आधार रहा वैसा ही आधार यूपी मे्लालू नीतीश की पार्​्ी का है. वाम दल िार सौ सीरो्पर िुनाव लड़ने की औपिादरकता पूरी करती है, िुनाव नही् लडती. ऐसे मे् गठबंधन दकन राजनीदतक दलो् के बूते लडेगा. अदजत दसंह तो हदरत प्​्देश के आगे कुछ मदद करने वाले नही्. अब देि ले्क्या श्सथदत है. कुछ इदतहास पर नजर डाल ले्. पूव्ा प्​्धानमंत्ी वीपी दसंह दादरी का आंदोलन िलाया था और बाद मे् एक गठबंधन बनाया. इसका नेतृत्व वीपी दसंह से लेकर इन हालात के बीि ध्यान से देिे तो राजबब् ब र ने दकया. जनमोि्ा​ा गठबंधन मे् मुख्यधारा के दो बड़े राजनीदतक दल के बहु त छोरे दल शादमल हुये और यह सामने कोई ऐसा िेहरा नही् है दजसे वे गठबं ध न िु न ाव मे्दसफ्फ एक सीर धम्ापाल मुख्यमंत्ी के र्प मे् पेश कर सके. ऐसे मे् दसं ह की हादसल कर पाया था. अब राजबब्बर दफर मुख्य लड़ाई सपा और बसपा मे्दसमर सकती है. दोनो्दलो्का अपना आधार वोर कांग्ेस मे्है तो धम्ापाल दसंह बसपा मे्. सारा बै्क है तो बाकी दलो्का उधार का वोर बै्क फायदा बसपा ले गयी थी. इस बार भी एक .ऐसे मे् दबहार जैसे िुनावी गठबंधन की गठबंधन बनने जा रहा है.

रीता ततवारी

कोलकाता. प्द् श े कांगस ्े के नेताओ्ने इस सप्ताह सोमवार को ददल्ली मे् पार्​्ी महासदिव राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान भले राज्य मे्तृणमूल कांगस ्े से मुकाबले के दलए दवधानसभा िुनावो्से पहले वाममोि्ा​ा से गठजोड़ की वकालत की हो, इसकी राह आसान नही् है. इसकी वजह यह है दक गठजोड़ मे्अंदतम फैसले मे्होने वाली देरी पर जहां माकपा नेताओ्ने नाराजगी जतायी है, वही्मोि्ा​ा के घरक दल भी इसके दिलाफ है.् दफलहाल दोनो्पक्​्अपने दवकल्प तौल रहे है.् प्द् श े कांगस ्े सूत्ो्का कहना है दक पार्​्ी अगले िुनावो् से पहले वाममोि्ा​ा के साथ गठजोड़ के पक्​् मे् है. लेदकन साथ ही वह दबहार की तज्ापर महागठजोड़ का दवकल्प भी तलाश रही है. लेदकन मुशक् कल यह है दक बाकी पेज 2 पर पेज 1 का बाकी

मसूद अजहर भारत लाया जायेगा?

तववेक सक्सेना

नई ददल्ली. के्द् की भाजपा सकरार उत्​्रप्​्देश दवधानसभा िुनाव के पहले मसूद अजहर को भारत लाने की कोदशश मे् जुर गई है। इसके दलए अंत्ाराष्​्ीय स्​्र पर प्​्यास शुर्हो गए है्और पादकस्​्ान मे्रह मुतादबक ‘गैरसैण ् ’ को राजधानी बनाने मे् रहे इस कुख्यात आतंकवादी को छोरा करीब एक हजार करोड़्र्पये का ि​ि्ाआ रहा राजन की तरह दकसी तीसरे देश से ‘पकड़्’ है. दजसके दलए केद् ्सरकार से हम लगातार कर लाया जा सकता है. अनुरोध कर रहे है.् रावत ने परोक्​्तौर पर केद् ् रा के भरोसेमंद सूत्ो् के मुतादबक की राजग सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा पठानकोर मे् वायु सेना अड्​्े पर हुए हमले ददया है. हालांदक भारत की सूिी मे् दाउद दक अगर आंध्प्द् श े के बंरवारे के बाद नयी के बाद भारत ने पादकस्​्ान पर वहां रह रहे इब्​्ाहीम का नाम सबसे ऊपर है व हादफज राजधानी अमरावती बनाने के दलए केद् ् आतंकवाददयो्को सौ्पने के दलए दबाव बढ्ा सईद दूसरे नंबर पर है पर सबसे ज्यादा सरकार वहां पैसा दे सकती है. तो उत्र् ािंड को क्यो्नही्? गैरसैण ् कुमायू-ं गढ्वाल के बीि श्सथदत है और उत्र् ािंड के अलग राज्य की मांग के शरद गुप्ता साथ यूकडे ी गैरसैण ् को राजधानी बनाने की मांग करता रहा है. यह एक भावनात्मक मुद्ा सोलन. दहमालय मे् नददयां अब बन िुका है, वहां के लोगो् के दलए साल ज् म ीन पर कम और सुरंगो्मे्ज्यादा बह 2000 मे्उत्र् प्द् श े के बंरवारे से उत्र् ािंड रही है ् . हाइड् ्ो पॉवर बनाने के दलए बनी राज्य बनने के बाद देहरादून को अंतदरम सु र ं ग ो् की वजह से पहाड़्ो् के जल से राजधानी बनाया गया. स्थायी राजधानी के स् ो ् त सू ि ने लगे है ्. िूंदक भारत का ९० दलए 2001 मे्वीरेद् ्दीद्​्कत न्यादयक आयोग फ् ी सदी मीठा पानी दहमालय से का गठन दकया गया. वीरेद् ्दीद्​्कत आयोग ने दनकलने वाली नददयो् से दमलता है, 2008 मे्अपनी रपर सौ्प दी. रपर मे्िमोली इनका ठीक से रिरिाव न होने से देश दजले के गैरसैण ् कुमायूं और गढ्वाल दोनो् मे ् जल सं क र गहरा सकता है . नाम पर नददयो् पर अंधाधुंध पॉवर प्लांर क्त्े ्ो्की जर्रतो्को पूरा करता है. दरअसल, स् व च् छ दबजली बनाने के लगाए जा रहे है्. एक के बाद एक. बाकी पेज 2 पर

नयी राजधानी पर बढ़ा टकराव

कांगस ्े -वाम गठजोड् पर जोड्-तोड्

संभावना मसूद अजहर को सौ्प जाने की है. इसकी एक बड़्ी वजह यह है दक अमेदरका ने भी हाल मे् पादकस्​्ान पर वहां रह रहे कुछ वांदछत आतंकवाददयो् को भारत को सौ्पे जाने के दलए दबाव बढ्ाया है. अजहर की उपयोदगता बहुत कम रह गई है क्यो्दक उसका आतंकवादी संगठन जैश-एमोहम्मद अब काफी कमजोर पड़्िुका है. सूत्ो् के मुतादबक मोदी सरकार अपनी लगातार घरती लोकद्​्पयता से काफी दिंदतत है. अगले साल होने वाले उत्​्रप्​्देश के दवधानसभा िुनाव भाजपा के दलए बहुत बड़्ी िुनौती बनने वाले है्.लोकसभा िुनाव बाकी पेज 2 पर

सूखने लगे हिमालय के जल स्​्ोत

प्द् ीप श्​्ीवास्व् देहरादून. उत्र् ािंड के बनने के बाद अब वहां दूसरा दववाद उसकी राजधानी को लेकर शुर्हो गया है. अगले साल प्द् श े के िुनाव होने है.् मुद्ो् के अभाव मे् भाजपा ने उत्र् ािंड की राजधानी का सवाल उठाना शुर्कर दी है. हालांदक प्द् श े के मुखय् मंत्ी हरीश रावत इस मामले मे्केद् ्सरकार पर देरी करने का आरोप लगाते है.् हरीश रावत के

अदधकतर तैयार है् और पहले से काम कर रहे है्जबदक कुछ अन्य दनम्ा​ाण की अलग-अलग स्रेज पर है्. एक प्लांर की सुरंग से दनकलते ही नदी दूसरे की सुरंग मे् घुस जाएगी. इस तरह के दबजली उत्पादन इकाइयो् को रन ऑफ् द दरवर पॉवर प्​्ोजेक्र कहा जाता है. दनयमो् के अनुसार कम से कम ३० फ्ीसदी नदी ज्मीन पर बहनी िादहए. लेदकन आज दनयम का इसका िुल्लमिुल्ला उल्लंघन हो रहा है. बाकी पेज 2 पर


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