Bosm day4

Page 1

23. 09. 14.

अपने सुझाव भेजिये hindipressclub@gmail.com

ऑनलाइन पढ़े http://hpconline-bits.weebly.com

ckWle J`a[kyk prqFkZ fnol iape vad


Li/kkZ

पष्ठ ृ 2

बॉसम - खेल भािना का सम्मान प्रत्येक खेल में एक ही विजयी पक्ष होता है, परंतु परावजत पक्ष का अपनी पराजय को सहजता से स्िीकार करना तथा विरोधी पक्ष के खेल की सराहना करना ही खेल को सच्ची भािना के साथ खेलने का उदाहरण है। ऐसा माना जाता है वक खेल को सच्ची खेल भािना से खेलने का महत्ि खेल को जीतने से भी अवधक है। इसी विचारधारा को तिज्जो देते हुए खेल के महाकंु भ बॉसम में वबट्स के खेल सवचि अवनरुद्ध शमा​ा ने भी उद्घाटन समारोह में सभी प्रवतभागी वखलावियों से यह अनरु ोध वकया था वक िे सभी खेल को सच्ची भािना से खेलें एिं विजय से अवधक महत्ि खेल की प्रवतष्ठा एिं मवहमा को दें। सभी वखलावियों ने समारोह के दौरान यह शपथ भी ली थी वक िे परू ी ईमानदारी से एिं वनयमों का पालन करते हुए बॉसम में भाग लेंगे। खेल की शरु​ु आत होते ही यह बात देखने में भी आई वक सभी टीमों ने शपथ का पालन परू ी लग्न के साथ वकया। हालांवक यह भी सत्य है वक कुछ क्षण ऐसे भी आए जब वखलावियों ने जीत की चाह में गलत रणनीवतयों का सहारा लेने की कोवशश की परंतु वनराशाजनक बात यह रही वक बॉसम की शरु​ु आत में ही ANC में वबट्स की एक छात्रा के साथ राजस्थान विश्वविद्यालय की हॉकी टीम के कुछ

वखलािी छे िछाि करते हुए पाए गए। यह न के िल उन वखलावियों के वलए, अवपतु सम्पणू ा खेल विभाग के वलए भी एक शमासार घटना थी। और भी दख ु वक बात यह रही वक दशाकों की ओर से भी दर्वु यािहार की घटनाएँ सामने आई हैं। बास्के टबॉल और टेबल टेवनस दो ऐसे खेल रहे जहाँ दशाकों द्वारा वखलावियों को लेकर आपविजनक वटप्पवणयाँ की गई। परंतु इन सब घटनाओ ं के बािजदू राहत की बात यह हैं वक अवधकतर टीम्स ने जीत से अवधक महत्ि खेल के गौरि और सम्मान को वदया और सच्ची खेल भािना का अद्भुत प्रदशान प्रस्ततु वकया। बॉसम के चौथे वदन स्किैश के फ़ाइनल मैच में स्िणा पदक के वलए होने िाले मक़ ु ाबले में जब एक समय गरमा-गमी का माहौल हो गया था, तब दोनों टीमों के वखलावियों ने आपस में सल ु ह की और असमंजसय को उसी समय दरू वकया। बॉसम में अब तक हुई इन सब घटनाओ ं ने यह अिश्य ही वसद्ध कर वदया वक जीत के िल क्षवणक प्रवसद्धता प्रदान करती है परंतु सफलता की प्रावि के वलए के िल एक ही राह है वजस पर चलने के वलए खेल एिं खेल भािना का सम्मान आिश्यक है। जब भी वखलावियों एिं दशाकों दोनों ने खेल को खेल भािना के साथ आगे बढ़ाया, तब तब बेहद ही


Li/kkZ

पष्ठ ृ 3

रोचक और खबू सरू त प्रवतयोवगताओ ं का आनन्द प्राि हुआ है। सार में यह कहना उवचत रहेगा वक लोग एक घमंडी विजेता से अवधक प्रशंसा उस विनम्र वखलािी की करते हैं वजसने हार-जीत से आगे सोचकर पररणाम से अवधक महत्ि खेल को वदया है।

िॉलीबॉल बॉसम के उनिीस्िें संस्करण का चौथा वदन वबट्स वपलानी के वलये कुछ मीठा कुछ खट्टा रहा। िॉलीबॉल(गर्लसा) में वबट्स वपलानी का मैच BK BEIT की टीम के साथ था, जो बेहद ही करीबी मक ु ाबला रहा। दोनों टीमों के वखलािी हर्लकी-फुर्लकी कसरत कर मैदान में परू े जोश के साथ उतरे और दोनों ही टीमों को दशाकों का जबदास्त समथान वमला। टीम वबट्स वपलानी ने शरु​ु आत में आक्रामक खेल वदखा कर विपक्षी टीम पर दबाि बनाया और अच्छी बढत हावसल की, परन्तु टाईम आउट के बाद BK BEIT ने अपने खेल को सधु ारते हुए िापसी की और मैच काफी गम्भीर वस्थवत में पहुचं गया। मैच का रोमाचं बढता ही जा रहा था क्योंवक दोनों ही टीमों के अक ं आस पास ही थे। अतं में अच्छी सविास और सझू -बझू भरे शोट्स से वबट्स वपलानी विजयी रहा। िॉलीबॉल(बॉयज़) में आज वभिंत वबट्स वपलानी और JKLU के बीच हुई। मैच बेहद ही रोमांचक था और दोनों ही टीमें अपने हुनर और कौशल से दशाकों का मनोरंजन कर रही थीं। JKLU ने उम्दा खेल का प्रदशान करते हुए वबट्स को किी चनु ौती दी और मैच 25-21 से अपने नाम कर वलया।

स्किैश बॉसम के तीसरे वदन सायं 5:30 पर वनधा​ाररत था स्किैश का फाइनल मक़ ु ाबला जो वक िेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इजं ीवनयररंग और एल॰एन॰आई॰पी॰ई॰ के वखलावियों के बीच खेला गया| मक ु ाबला बिा ही रोमांचक रहा और खेल के दौरान काफी उतार चढ़ाि देखने को वमले| दोनों टीमों के वखलािी परू े जोश में थे और अपने सह वखलावियों का पणू ा रूप से सहयोग कर रहे थे| मक़ ु ाबले का विजेता चनु ने के वलए 3 चरण रखे गए थे| पहले 2 चरणों में प्रदीप अस्तयर की किानी में खेल रही एल॰एन॰आई॰पी॰ई॰ ने िेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इजं ीवनयररंग को 3-2 से हरा वदया वजससे की यह तो साफ हो गया वक बॉसम 2014 स्किैश की विजेता एल॰एन॰आई॰पी॰ई॰ ही है वफर भी तीसरा चरण रखा गया वजसमें िेंकटेश्वर कॉलेज


Li/kkZ

पष्ठ ृ 4

ऑफ इजं ीवनयररंग ने एल॰एन॰आई॰पी॰ई॰ को 3-0 से हरा वदया| पहले दो चरणों में करारी वशकस्त वमलने क बाद भी िेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इजं ीवनयररंग ने अपना सौ प्रवतशत देते हुए तीसरे और आवखरी चरण में विपक्षी टीम को हरा वदया| मक़ ु ाबले के दसू रे चरण के एक वहस्से में रे फ्री और िेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इजं ीवनयररंग के वखलावियों में थोिी सी झिप हो गयी क्योंवक वखलावियों के अनसु ार उनका स्कोर 6-3 था परंतु रे फ्री के वहसाब से 5-4 था| अंततः रे फ्री का वनणाय ही सिोपरर रखा गया| मक़ ु ाबले के दसू रे चरण में एल॰एन॰आई॰पी॰ई॰ का एक वखलािी चोवटल हो गया परंतु संबवन्धत प्रावधकाररयों का र्वयिहार इसके प्रवत काफी वनराशाजनक रहा|

कै रम बॉसम का चौथा वदन वबट्स वपलानी कै रम टीम के वलए काफी सनु हरा सावबत हुआ। कै रम में सिाप्रथम दो एकल, दो यगु ल एिं अतं में एक और एकल क्रमश खेले जाते हैं। वजनमें से तीन मक ु ाबले जीतने िाली टीम को विजयी माना जाता है। कल का मक़ ु ाबला वबट्स-ए का आर.ए.आई.टी. से काफी रोमांचक हुआ जो वक अंवतम एकल तक चला। पहले एकल में वबट्स-ए के प्रवतवनवधत्ि कर रहे देिेंद्र का सामना स्िवप्नल से हुआ वजसमें देिेंद्र ने अच्छे खेल का प्रदशान करते हुए स्िवप्नल को मात दी। उसके बाद दसू रे एकल में वबट्स-ए के चंदु का मक़ ु ाबला विभेन्द्र से था वजसमें चंदु को हार का सामना करना पिा और इसी के साथ स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। यगु ल िगा में वबट्स-ए के चंडीश एिं मनोहर का सामना हर्ाल एिं रोहन से था। इस मैच में भी वबट्स को हार का सामना ही करना पिा। वबट्स की टीम अब 1-2 से वपछि रही थी और दशाकों में थोिी मायसू ी का िातािरण छा गया था। अगले यगु ल मक़ ु ाबले में वबट्स के देिेंद्र और चदं ु ने वबना वकसी चक ू के स्िवप्नल एिं हर्ाल की टीम को मात देते हुए स्कोरबोडा को 2-2 से बराबर वकया। अब मैच काफी रोमांचक वस्थवत में पहुचँ चक ु ा था और इस करो या मरो के मक ु ाबले में वबट्स-ए की ओर से मनोहर और आर.ए.आई.टी. के रोहन ने अपने हाथ आजमाए| यह मैच रोमांचक होने के साथ-साथ काफी करीबी भी रहा। अंवतम िक़्त में मनोहर ने अच्छा खेलते हुए बाजी को 17-16 से अपने नाम वकया और इसी के साथ वबट्स-ए की टीम मैच जीतने में सफल रही। वबट्स की कै रम टीम के वखलािी शभु म दग्ु गर से हुई िाता​ालाप के दौरान उन्होनें वबट्स टीम की जीत पर काफी खश ु ी जताई और जीत का श्रेय साथी वखलावियों को वदया। वबट्स इसी के साथ कै रम के फ़ाइनल में स्िणा जीतने में कामयाब हुआ।


Li/kkZ

पष्ठ ृ 5

स्पाटान डैश वबट्स वपलानी के माउंटेवनयररंग एण्ड ऐडिेंचर क्लब ने बॉसम के दौरान विवभन्न खेलों में पंजीकृ त वखलावियों एिं आम वबट्वसयंस को अपने र्वयस्त और थका देने िाले दैवनक जीिन शैली में से कुछ समय वनकाल कर मस्ती करने का भरपरू मौका वदया। इस बॉसम के दौरान वजम-जी में आयोवजत की गयी ‘स्पाटान डैश’ नामक इस दौि को अगर हम बेतहाशा मस्ती से भरा एक ‘ऑलराउंड पैकेज’ कहें तो यह बात वबर्लकुल भी गलत नहीं होगी। दौि, रें गने, टीलों पर चढाई, टायरों के बीच से गज़ु रने जैसी कई मस्ती भरी वक्रयाओ ं को समेटे हुए इस आयोजन का आनन्द उठाने के वलए आपको के िल जोिों में जा कर स्टॉल पर पंजीकरण कराना होता है और 50 रुपए प्रवत प्रवतभागी का शर्लु क जमा करना होता है जो वक नकद देने की आिश्यकता नहीं थी। पंजीकरण के ठीक बाद दोनों प्रवतभागी दौि के वलए वनधा​ाररत स्थान पर पहुचँ ते हैं और दौि शरु​ु करने की घोर्णा सनु ते ही भाग पिते हैं। प्रारवम्भक भाग में

प्रवतयोगी को लगभग 5 फीट ऊँची बाधा लांघनी होती है वजसके पश्चात बाँस के बेहद कम चौिे पट्टों पर चलते हुए आगे बढ़ता है। दौि जैस-े जैसे आगे बढ़ती है कवठनाई का स्तर भी िैसे ही बढ़ता जाता है। आगे जाने पर प्रवतभागी को लगभग 10 से 12 फीट की दरू ी रें ग कर परू ी करनी पिती है। रें गने िाले भाग के बाद एक टीले पर चढ़ाई करके वडटजेन्टिॉटर से वफसल कर वखलािी आवखरी पिाि तक पहुचँ ते हैं जहाँ उन्हे लटकते हुए टायरों के बीच से गजु रना होता है। इन सभी बाधाओ ं को सफलतापिू ाक एिं सबसे पहले पार करने िाले प्रवतभागी को विजेता चनु ा जाता है। विजेता को ebay.in के 100 रुपए मर्लू य के कूपन परु स्कार के रूप में वदये जाते हैं। दौि के दौरान अगर कोई प्रवतभागी वकसी पिाि को सफाई से नहीं पार कर पाता है तो उसे पनु ः उस पिाि के आरम्भ पर जाकर नई शरु​ु आत करनी पिती है। आयोजकों से हुई िाता​ा से मालमू हुआ वक इस दौि के सारे इतं जाम और सारे पिाि उनके क्लब के सदस्यों द्वारा ही वनवमात वकये गये हैं। िे इस


Li/kkZ

पष्ठ ृ 6

आयोजन को वमल रही िाहिाही से बेहद संतष्टु हैं और अपनी सारी मेहनत को प्रवतयोवगयों की खश ु ी देख कर साथाक महससू कर रहे हैं। िहीं प्रवतभागी एिं दशाक भी काफी उत्सावहत नजर आए और उन्होंने इस दौि को अपने जीिन की सबसे मज़ेदार दौि माना।

वक्रके ट वक्रके ट अवनवश्चतता का खेल हैं, वक्रके ट मे वकसी भी प्रकार की भविष्यिाणी करना सरु वक्षत नहीं हैं| क्योंवक अक्सर आप गलत सावबत हो जाते हैं| कुछ इसी प्रकार का खेल कल BKBIET तथा वबट्स वपलानी के मध्य खेलें गए मैच में देखने को वमला| मैच के शरु​ु आत में वबट्स का प्रदशान देखकर एकबार के वलए सभी को लगा वक वबट्स का सनु हरा सफर शायद आज यही थम जाए| वबट्स के शीर्ा क्रम के लगभग सभी बर्ललेबाज BKBIET के गेदबाजों के समक्ष असहाय नजर आ रहे थे परंतु वपछले मैच में धमाके दार प्रदशान करने िाले िरुण अय्यर ने एक छोर थामे रखा था और परू ी वज़म्मेदारी से वबट्स के स्कोरबोडा को गवतमान बनाए रखा था| लेवकन िरुण का विके ट वगरते ही एकबार के वलए लगा वक अब शायद वबट्स की पारी यही समाि हो जाए, परंतु रोवहत आनंद, जो िर्ा के मामले मे भले ही अनभु िी हो परंतु खेले गए मैचों के मामले िो अभी भी शायद नौवसवखए हैं, ने आते ही ताबितोि पारी खेलते हुए वबट्स को सम्मानजनक स्कोर तक पहुचँ ाया| अपने तीन िर्ों के बॉसम के कै ररयर में रोवहत को मात्र दो मैचों में बर्ललेबाजी का मौका वमला था, परंतु अपने तीसरे पारी में रोवहत कुछ अलग ही अदं ाज में वदखें और कुल 25 रनों का योगदान वदया| पहली पारी के अतं में वबट्स आठ विके ट के नक ु सान पर कुल 103 रन बनाने मे सफल रही| मैच के दसू रे पारी में वबट्स के गेदबाज शरु​ु आत से ही BKBIET के बर्ललेबाजों पर हािी रहे| हर्ा शमा​ा तथा अक्षत की तेज गेद्ांजी के समक्ष BKBIET के बर्ललेबाज असहाय नजर आए| पारी के छठें ओिर में अक्षत ने लगातार दो गेंदों पर विके ट चटकाते हुए BKBIET के शीर्ाक्रम को ढेर कर वदया| इसके बाद सज्ञावनक ने अपनी वफरकी के जाल में बर्ललेबाजों को ऐसा फसाया की एक-एक करके बर्ललेबाज आयाराम गयाराम सावबत हुए| सज्ञावनक ने कुल तीन विके ट चटकाए तथा हर्ा कुमार ने भी कुल तीन पछ्छु छ्छलें बर्ललेबाजों को आउट वकया| BKBIET की परू ी टीम 64 रन पर ऑल-आउट हो गयी, उसे 39 रनों से पराजय झेलनी पिी| मैच के दौरान हो रही कमेंटरी ने भी दशाकों के मनोरंजन के साथ-साथ वबट्स की वक्रके ट टीम की हौसलाफजाई की और अपने मजावकए वटप्पवियों से BKBIET के वखलावियों को तंग वकया और अतं में BKBIET के दशाकों का गस्ु सा भी कमेंटेटर को झेलना पिा|


Li/kkZ

पष्ठ ृ 7

रज्जो की कलम से “यार, इस बार बाररश नहीं हुई!”, “इस बार बॉसम की फील नहीं आ रही!”| मेरा यह ख़्याल है वक वजतना प्रथम िर्ीय छात्र अपने घर को याद नहीं करते उससे ज़्यादा वबट्वसयसं बॉसम में इन्द्रदेि को याद करते हैं| िहीं दसू री ओर इन्द्रदेि की कला से िंवचत प्रथम िर्ीय छात्रों के वलए बॉसम और बाररश की कहानी इवतहास मात्र ही बन कर रह गई है| के िल यह कहावनयाँ ही इवतहास नहीं बवर्लक आज के बाद बॉसम 2014 भी इवतहास के पन्नों में शमु ार हो जाएगा| तीन िर्ा इतनी जर्लदी गजु रने के बाद यह सोचता हँ वक बॉसम का अंत आ गया अथा​ात एक और फ़े स्ट वनकल गया परन्तु इतनी जर्लदी! धीरे -धीरे कॉलेज के वदन रे त की भाँवत कहाँ हमारे हाथों से वनकलते जा रहे हैं कुछ पता ही नहीं लग रहा| दोस्तों क्या हर चीज का अतं होना आवनिाया होता हैं? ऐसा नहीं हो सकता वक कुछ चीज़ों का कभी अंत ही न आए, जैसे दोस्तों के साथ गज़ु ारे चंद लम्हे, विंग में की गई हँसी-वठठोवलयाँ, अनजानों के साथ प्यार और तकरार, क्लब रूम में हर फे स्ट में हुई मस्ती की बहार| हाँ, शायद प्रत्येक िस्तु का अंत आिश्यम्भािी है और यह ख़श ु नमु ा वदन भी जर्लद ही बदल जाएँगे| यह जीिन बदलाि की कामना रखता है और कुछ ऐसे पल ही तो मनष्ु य जीिन का अविरल भाग बनते हैं| समय िह चक्र रूपी रथ है वजसे न तो रोका जा सकता है और न ही मोिा जा सकता है| यह अपनी रफ़्तार से आगे चलता रहता है और हमें इसकी रफ़्तार के साथ ही कदम बढ़ाते हुए अपने कायों को करते रहना होता है| वकन्तु मेरा यह मानना है वक यवद मनष्ु य की संकर्लप शवि प्रबल हो तो उसके कायों की गवत समय की गवत को पीछे भी छोि सकती है| चाहे जो भी हो, समय बदलाि के क्षेत्र में हमसे अवधक बलिान है और एक बार जो कुछ अमर्लू य िस्तओ ु ं को हमसे अलग कर देता है उन्हें कभी लौटाता नहीं है| इसी बदलाि की मार को न चाहते हुए भी हमें इसको स्िीकार करना होता है| आप में से ही कुछ लोगों की तरह यह मेरा आवखरी बॉसम हैं और मैं इसका स्िागत भी परू े सम्मान के साथ कर रहा ह|ँ मैं यह अपना सौभाग्य मानता हँ वक इस उपलक्ष में मैं आपसे अपनी मन की भािनाओ ं को प्रकट कर रहा ह|ँ देखा जाए तो बदलाि कई निीनतम राहों एिं अनभु िों को जन्म देता है| यह िो समय है जब मैं अपने कवनष्ठ वमत्रों को कई नई चीजों से अिगत करिाता ह|ँ इन सभी िस्तुओ ं को अब मैं अपने जीिन का एक अवभन्न वहस्सा मानने लगा हँ पर शायद इन सभी बातों का ज्ञान मझु े भी अपने प्रथम िर्ा में नहीं हुआ करता था| यह सब कभी न रुकने िाले समय का नतीजा ही तो है| आज भी रात को बैठा ह,ँ अपने कवनष्ठ वमत्रों के साथ आज बॉसम के अवं तम वदन बस यही आशा कर सकता हँ वक इन हर एक पल को यादों की भाँवत वदल से लगाए अपने अंवतम बॉसम को अलविदा कह द|ँू अपनी इन सभी यादों के झरोखों से मैंने तीन साल अलग-अलग प्रकार के लोगों को एक ही तरीके के काया करते हुए देखा है| सबके काया करने का तरीका चाहे वभन्न हो वकन्तु सबका मल ू धेय एक ही रहता है| साथ ही मेरी यह भी आशा है वक आप चाहे जहाँ भी रहें, वकसी भी बदलाि से गजु रें , वकन्तु आप का मकसद सदैि एक उज्ज्िल समाज का वनमा​ाण हो| आपसे अनरु ोध है वक इस भािना को आप अपने अन्तमान में जीवित रखें|


Li/kkZ

पष्ठ ृ 8


Turn static files into dynamic content formats.

Create a flipbook
Issuu converts static files into: digital portfolios, online yearbooks, online catalogs, digital photo albums and more. Sign up and create your flipbook.