प्रवाह
कपिानी | फरिरी 19, 2013 | मंगििार
बिट्स में िहती खिरों की धारा...
संपादक की कलम से ...
अंदर देखिए
बिट्स के द्वविीय से्ेस्टि ्ें फेस्ट्स भी अपेक्षमकृि ज्यमिम स्पोर्ट्स सेक्रेर्री -
होिे हैं औि िकनीकी ्होत्सव अपोजी कम कम् भी | एक
मोहम्मद शाकिर
(साक्षात्िार)
-पृष्ठ 2
रक्त-दान कशकिर
-पृष्ठ 2
मेस प्रिरण : एि नज़र
-पृष्ठ 2
फाउन्डस् डे
-पृष्ठ 3
पॉकिकर्िि शो-डॉउन नीिेश कमश्रा – एि व्यकक्तत्ि
“ जनविी ्ें हमलमि ठीक थे नहीां, ठांड थी कक जमिी नहीां|
फेस्ट खत्् हुआ नहीां कक िूसिम चमलू औि ववश्वक्मण के
क्–ज्यमिम होिी है पि िजमई-कम्िल छोड़ने िेिी नहीां||
छमत्रों के ललए िो औि भी ्ुसीिि हो गयी जि एक ििफ
हड़िमल कम खमनम भमिम थम नहीां, लमइन ्ें िहनम आिम नहीां|
्ेस कम खमनम सिमये औि िूसिी ििफ स्टॉल्स के लजीज
ANC के िांि होने से िढ़ी पिेशमनी औि,
्हांगे व्यांजन िुलमये, िो ककस ओि जमयें! जमदहि है कक
पि FK-कनॉट ्ें जेि कटमने की दहम््ि थी नहीां||
द्वविीय से्ेस्टि ्ें ल्डसे्ेस्टि प्रर्मली पहली िमि लमगू
फेस्ट कम थम अभमव, त्जांिगी भी खुशनु्म थी नहीां||
होने जम िही है औि क्लि, डडपमटण्ेंट्स औि अपोजी ्ें
आयम फिविी औि लमइफ सुधिने लगी|
सकिय िहने वमले छमत्रों के ललए ऐसे ्ें टेस्ट्स की जगह
-पृष्ठ 3
ल्डसे्ेस्टि पिीक्षमओां कम ्हत्व समफ ही नजि आिम है |
-पृष्ठ 3
भी आ चुके हैं | हि िमि की ििह लकुनम, एस.ए्.एस. जैसे
आये फेस्ट औि खमनम-ए-्ेस भी हुआ सही||
इांटिफेस, बिट्स्ुन ्ें स्टॉल्स के खूि चक्कि लगमये,
प्री-अपोजी इवेंट्स शुरू भी हो गये हैं औि कुछ के परिर्म्
िो फमउांडसण डे की िैयमिी ्ें भी खूि पसीने िहमये| ई-वीक ्ें अपने ई-कौशल को तनखमिम,
इवेंट्स कम खु्मि बिट्लसयन्स पि छमयम िहम | एक ििफ़
एल्कॉहल का सेवन
उसके िमि यमि आई एक जरूिी िमि,
औि अपेक्षमकृि तनम्निि स्िि होनम, ऐसे ्ें बिट्लसयन्स की
-पृष्ठ 4
गूगि समर ऑफ िोड
क्यू.ई.डी ्ें वमि-वववमि कम ्जम ललयम खूि समिम||
इिनम कम् वहीीँ िूसिी ििफ ्ेस के खमने कम अतनयल्ि
सत्यमेव जयते: कैम्पस में ससगरेट,
भूल गये थे जो िीिे दिनों की ्स्िी ्ें,
त्स्थति को स्झम जम सकिम है! इस िमि ्ेस सांिांचधि
कक ल्ड-से् भी चमलू होने हैं फिविी ्ें|
खििों ्ें िेडडयोएत्क्टव ने सकिय भूल्कम तनभमयी औि
-पृष्ठ 4
िस दिन िूि खड़े उस िैत्य को ्ैंने िेखम,
सूचनम प्रसमिर् डीसी औि फेसिुक के ्मध्य् से ककयम
हांस िहम थम वो फैलमए अपनम चौड़म सीनम|
गयम| खैि समिी स्स्यमओां कम तनिमन िो जि होगम िि
उसे िेख इिने वेग से होश आयम कक,
होगम, लेककन इससे बिट्स की गतिववचधयों ्ें छमत्रों कम
इिनी सिी ्ें भी आ गयम पसीनम||”
जोश कभी क् न होगम!!!
मुख्यमंत्री
भौतिकी नोबेल पुरस्कार तवजेिा से ऑनलाइन बाि
शतनवमि 16 फिविी को दहांिी ड्रम्म क्लि के
द्वमिम “्ुख्य्ांत्री” नमटक कम आयोजन ककयम गयम | नमटक ्ें विण्मन िमजनीति ्ें फैली ववलभन्न धमिर्मओां औि पि के ललए अांधी
िौड़ ्ें पि के किणव्यों औि ्ौललक उद्देश्यों से ववकषणर् को चचबत्रि ककयम गयम | डॉ.
दिनेश यमिव, ियेश जमयसवमल औि क्ल सजनमनी के तनिेशन ्ें नमटक ने क्लि की उपलत्ब्धयों ्ें एक औि नम् जोड़ दियम|
ब्रह्मांड की उत्पत्त्ि, बिग िैंग, पृथ्वी
जैसे
ग्रह,
नमसम
टेलीस्कोप...आदि
अांिरिक्ष
कम
ववज्ञमन
नयम के
िीवमनों को L.T.C. 5102 िक खीांच लमने के ललये यह सि कमफी थम औि आशमनुरूप 13 फिविी को शम् के 8 िजिे-िजिे यह हॉल त्जज्ञमसु छमत्रों के
सैलमि से भि चुकम थम । यह दिन
बिट्स के इतिहमस ्ें ्हत्वपूर्ण िहम,
नमटक ्ें एक ्ुख्य्ांत्री कम प्रधमन ककििमि
जि भौतिकी नोिेल पुिस्कमि ववजेिम डॉ.
थम कक लगभग 25 ककििमिों के समथ भी
छमत्रों
िशणकों के उत्समह को नहीां िोक पमयी औि
जमनकमिी
क्ी िेखने को नहीां ल्ली | नमटक ्ें
शुरुआि किने के िमि उन्होंने 1985 ्ें
्ुख्य्ांत्री, उनकी घिेलू स्स्यमओां औि सत्िम
कम उल्लेख ककयम । ब्रह्मांड के ववकमस
पैििों के इस्िे्मल औि प्रभमव ििमने कम
तनय् लमगू होिे हैं? आकमशगांगमएँ कैसे
कम्,
्ें
सि्ें गुरुत्वमकषणर् की ्ुख्य भूल्कम
व्यत्क्ि औि उसके परिवमि से ककिनम ऊपि
सि िमिों के ववस्फोदटि अांश हैं ।
िक सफल िहम |
डमलिे हुए उन्होंने ििमयम कक इसके
तनभमने वमले क्ल सजनमनी कम ही क्मल
जॉन सी. ्ैथि ने बिट्स वपलमनी के
नमटक ्ें स्पष्ट प्रवमह िनम िहम | िेज िमरिश
शोधकमयण सदहि उपयुणक्ि ववषयों पि
ऑडी ्ें िमललयों के ललए िशणकों की कोई
आकमशगांगमओां
ववलभन्न
उलझे
वैज्ञमतनक स्ुिमय ्ें वववमदिि सवमलों
हमलसल किने के ललए ववलभन्न िमजनीतिक
के ललए क्यम कोई अन्य भौतिकी के
अच्छम प्रयमस ककयम गयम | ्ुख्य्ांत्री के हि
िनीां? ग्रहों कम तन्मणर् कैसे हुआ? इन
िमजनीतिक सोच कम प्रभमव िहिम है | पि
ििमिे हुए डॉ. ्ैथि ने ििमयम कक ह्
हो सकिम है, नमटक इसे ििमने ्ें िहुि हि
1929 के हब्िल तनय् पि प्रकमश
िमजनीतिक
चमहे
सम्मत्जक
गुत्त्थयों
हो
यम
्ें
घिेलू,
के
समथ
समझम
की
ऑनलमइन
की
।
िस्वीिें
अपने
ववलभन्न
दिखमकि
कमिर् ब्रह्मांड की िस्वीि िनम पमनम
असम्भव है । इसके िमि ब्रह्मांड के
प्रमित्म्भक इतिहमस के ववषय ्ें ििमिे
हुए उन्होंने ब्रह्मांड के अत्यांि िीव्र गति से ववस्िमि, एांटी्ैटि के ववनमश, हीललय्
नमलभकों के तन्मणर्, ब्लैकहोल्स के जन्् आदि कम उल्लेख ककयम । पृथ्वी के
इतिहमस कम वर्णन किने के समथ ही
उन्होंने सूयण के जन््, धििी की ्ांगल टेलीस्कोप) कम प्रक्षेपर् होने के समथ के आकमि के ग्रह से सांदिग्ध टक्कि, यह कमबिललयि भी ह्मिे पमस होगी। पमनी के सृजन आदि पहलुओां पि प्रकमश डमलम । इसके अलमवम भववष्य ्ें होने
इसकम
ववकमस
नमसम,
यूिोपीय
व
कैनेडडयन स्पेस एजेंलसयों ने ल्ल कि
वमली घटनमओां कम एक ्ि िखिे हुए ककयम है । उन्होंने J.W.S.T. की उन्होंने 200 समल िमि की पृथ्वी कम चचत्र कमयणप्रर्मली कम ववस्िमि से ववविर् पेश ककयम । समथ ही अििों वषों ्ें सूयण दियम। इसे यूिोपीय स्पेस एजेंसी के की ग्ी िढ़ने, एांड्रो्ीडम नेिुलम से टक्कि एरिएन 5 िॉकेट द्वमिम सूयण औि पृथ्वी व
नक्षत्रों
के
खत््
होने
कम
खििम
के L2 (लैग्रेंज 2) बिांिु पि स्थमवपि
िैकग्रमउांड ककयम जमएगम । अांि ्ें आकमशगांगमओां एक्स््लोिि) उपग्रह के ववषय ्ें ििमिे के तन्मणर् व टकिमव के एनी्ेशन हुए डॉ. ्ैथि ने इसकी अांिरिक्ष के दिखमने औि सुिूि ग्रहों की खोज कम ववककिर् को ्मपने की क्ष्िम कम वर्णन ििीकम ििमयम । अचधक जमनकमिी के ििमयम।
COBE
(कॉत्स््क
ककयम । समथ ही, उन्होंने ििमयम कक ललये सिसे पहले िनी आकमशगांगमओां कम दिये: प्रकमश डॉ्लि-लशफ्ट से इांफ्रमिेड श्रेर्ी ्ें आिम
है,
त्जसके
चलिे
ह्ें
एक
उन्होंने
तनम्नललखखि
ललांक्स
http://www.jwst.nasa.gov
http://lambda.gsfc.nasa.gov
आवश्यकिम http://nobelprize.org ्हसूस हुई । हिल टेलीस्कोप से अचधक छमत्रों द्वमिम पूछे गये प्रश्नों कम उत्िि ववकलसि J.W.S.T. (जेम्स वेि स्पेस िेने के समथ ही यह वमिमण स्म्ि हुई। आधुतनक
टेलीस्कोप
की
रक्त-दान तितवर
स्पोर्ट्स सेक्रेर्री - मोहम्मद िातकर (साक्षात्कार)
शतनवमि,16
आई.आई.टी. जोधपुि ्ें आयोत्जि स्पोट्णस फेस्ट ्ें
आई.आई.टी. जोधपुि के स्पोट्णस फेस्ट की िुलनम की
औि स्वर्ण ट्रॉफी अपने नम् की | इसी लसललसले ्ें
शमककि: िॉस् उनके फेस्ट से कहीां ज्यमिम िेहिि होिम
बिट्स वपलमनी ने सफलिम कम पिच् लहिम दियम
जमये िो कौन ककस पि भमिी पड़ेगम?
दहांिी प्रेस क्लि से रूिरू हुए स्पोट्णस सेिेटिी
है | पि ये भी िमि है कक ये उनकम पहलम फेस्ट थम
कि से िैयमिी चल िही थी औि ककस प्रकमि िैयमिी
कि िहम है |
शमककि: से्ेस्टि की शुरुआि से ही सिको पिम थम
िॉस् ्ें शमल्ल कि सकें ?
्ोहम््ि शमककि |
औि बिट्स वपलमनी कमफी समलों से िॉस् आयोत्जि
की जम िही थी?
कुछ िमिें हैं जो ह् इस फेस्ट से सीख सकिे हैं औि
कक हि िमि की ििह िमहिी खेल ्होत्सव ्ें खेलने
शमककि: वे लोग टी्ों से कैश पहले ही ज्म किवम लेिे
िहे थे |
नहीां जिकक िॉस् के िौिमन अांि िक टी् के आने की
जमनम है िो सि लोग व्यत्क्िगि रूप से िैयमिी कि
हैं | इससे स्पष्ट हो जमिम है कक अ्ुक टी् आएगी यम
ककिने समलों से बिट्स वहमँ जम िहम है?
सांदिग्धिम िहिी है |
गयम है | हि िमि आई.आई.टी. दिल्ली जमिे हैं पि
वजह से िॉस् की िैयमरियों को लेकि सवमल उठे थे िो
औि कौन-कौन से कॉलेज ्ें जमने कम ्लमन है
है?
शमककि: आई.आई.टी. जोधपुि ्ें बिट्स पहली िमि
जैसम कक िॉस् रिव्यू कल्टी ्ें तन्मणर् कमयण की
आपकी आगम्ी िॉस् के िमिे ्ें क्यम ववशेष योजनम
िथम क्यम आप बिट्स की पिफॉि्ेंस से सांिुष्ट हैं?
शमककि: िॉस् तनत्श्चि रूप से होगम | जहमँ िक िॉस्
ने अच्छम प्रिशणन ककयम है | इस से्ेस्टि िो िमहि
फुटिॉल ग्रमउांड थोड़म छोटम है पि खखलमड़ी वहमँ प्रेत्क्टस
कहीां जमने की योजनम नहीां है |
के
को
एन.एस.एस
बिट्स ने
इत्न्डयन िेड िॉस सोसमइटी के सहयोग
के
समथ
िो
दिवसीय
वमवषणक िक्ििमन लशववि उद्घमदटि
ककयम | इस कमयणि् कम उद्देश्य न केवल िहु्ूल्य जीवन को िचमने ्ें ्िि किनम है, ित्ल्क
छमत्रों को सम्मत्जक
कल्यमर् के ववचमि लसखमनम भी है |
यह िक्ििमन
लशववि कम 32वमँ सांस्किर् है | बिट्स वपलमनी के तनिेशक प्रोफ़ेसि जी. िघुिम्म ने लशववि को उद्घमदटि ककयम औि अपनम िक्ि िमन भी ककयम | हि
समल
ह्मिे
िेश को 4
किोड़
यूतनट
खून की
आवश्यकिम होिी है, लेककन लसफण 40 लमख यूतनट उपलब्ध है |
इस िमि ल्ड से् की उन्हीां िमिीखों ्ें थम |
शमककि: हमँ, बिल्कुल सांिुष्ट हूँ क्योंकक लगभग सभी
वपलमनी
फिविी
की िैयमिी की िमि है िो हॉकी ग्रमउांड िन िहम है िथम कि सकिे हैं | अन्यथम बििलम पत्ब्लक स्कूल िो है ही |
अगि बिट्स वपलमनी के स्पोट्णस फेस्ट िॉस् औि
वपछले वषण 725 यूतनट खून िमन ककयम गयम थम | बिट्स
वपलमनी के छमत्रों के समथ-समथ वपलमनी शहि के अन्य लोग
ने भी अपनम िक्ि िमन ककयम | इस वषण 801 यूतनट िक्ि िमन ककयम गयम जो वपछले वषण के 725 यूतनट के ्ुकमिले 76 यूतनट ज्यमिम िहम |
एन.एस.एस. िेश के शैक्षक्षक सांस्थमनों के िीच वषण 20082009 के िौिमन स्वैत्च्छक िक्ि िमिमओां की अचधकि्
सांख्यम प्रिमन किने के ललए भमििीय िेडिॉस सोसमयटी द्वमिम सम््मतनि ककयम गयम थम |
मेस प्रकरण -एक झलक 26 जनविी से हो िही हड़िमल के िमि जि कैम्पस ्ें
अव्यवस्थम औि ्ेस क्णचमरियों की पिेशमनी िेकमिू सी होिी जम िही थी िि िोनों पक्षों के िीच स्झौिम ही एक ्मत्र ववकल्प िह गयम थम| अांि ्ें झुांझुनू के
त्जलमचधकमिी की उपत्स्थति ्ें िोनों पक्षों के िीच
स्झौिम हुआ त्जस्ें ्ेस क्णचमरियों को SSMS के सांिक्षर् ्ें SODEXO के दिशमतनिेश के अनुसमि कमयण
्ेस क्णचमिी वमपस आ चुके हैं औि लगभग 30 लोगों के औि आने की उम््ीि है| इसी के समथ SSMS ने स्झौिे के अनुसमि आगे की कमयणवमही किने
की
िमि
कहिे
हुए
कहम
कक
अि
्ेस
क्णचमरियों पि तनभणि कििम है कक वे वमपस आिे हैं यम नहीां|
किने औि सभी ्ुकि्ों को वमपस लेने पि िमजी
पड़ िहम है| SSMS के प्रतितनचध ने ििमयम कक कुछ
जिकक
SODEXO
के
आने
के
िमि
यह
अचधकि् 90 रूपये िक ही होगी| भववष्य ्ें की्ि ्ें होने वमली इस वृवि कम ्ुख्य कमिर् घिेलू
िहेगम| SSMS ने बिट्लसयन जनिम से सांवेिनशील
उनके िच्चों को लशक्षम के ललए भत्िे िेने की िमि भी
इस स्य ्ेस िेलसक सम्मन्य से कुछ अचधक िखनम
थी,
त्जनकम ्ुख्य कमयण ्ेस क्णचमरियों को ट्रेतनांग िेनम
पूर्ण किने की उम््ीि जिमई गई| इसके समथ ही समथ
SODEXO कमयणिि है औि अतनत्श्चििम की वजह से
की की्ि िैतनक 105 रूपये है जो पहले 80 रूपये
DEXO के कुल 7-8 क्णचमिी ही कैम्पस ्ें िहेंगे
दिलमयम, त्जसके कमगजमि आने वमले एक ्हीने ्ें
केटिसण के द्वमिम की जम िही है जिकक ्ीिम भवन ्ें
अचधकमि है| SSMS कम कहनम कक इस स्य भोजन
ककयम जमनम ििमयम गयम| आने वमले स्य ्ें SO-
िूि कििे हुए उन्हें नौकिी की सुिक्षम कम भिोसम
इस िीच भोजन की व्यवस्थम ‘स्वम्ी’ औि ‘श्मण’, िो
को इस परिविणन के ववषय ्ें ववचमि किने कम
लसलेंडि के स्थमन पि व्यमपमरिक लसलेंडि कम प्रयोग
ककयम गयम जिकक SSMS ने ्ेस क्णचरियों कम भय
SSMS द्वमिम स्वीकमि की गई|
्मह कम स्य लगिम है| इसके पश्चमि् भी सोसमयटी
िनने की अपील की है| उनकम कहनम है कक वे इस आशांकमओां कम तनवमिर् कििे हुए SSMS ने ििमयम
कक SODEXO केवल एक तनिीक्षक की ििह ही
िहेगी| तनय्मनुसमि ककसी भी सांशोधन यम परिविणन के ललए 2/3 सिस्यों कम सह्ि होनम आवश्यक है
औि इस प्रकियम के पूर्ण होने के ललए लगभग एक
परिविणन के स्य ्ें िहुि ्ेहनि कि िहे है; यहमँ
िक कक उन्होंने ANC ्ें खुि ही कमयण ककयम पिन्िु
उस स्य भी कुछ लोग अपनी ्लेट्स को टेिल पि ही छोड़ कि चले जमिे थे| कदठनमई के इस स्य ्ें
ववद्यमचथणयों को धैयणपूवणक औि स्झिमिी से कम् लेनम होगम|
फाउन्डस् डे 14 फिविी आयम औि इसी के समथ बिट्स के
हो गयम । चमिों औि
शमांति की अनुभूति हो िही
की पिफॉि्ेंस के िमि तनिेशक ्होिय एवां प्रो.
स्वखर्ण्
थी। सांध्यम की आििी कम स्य 7 िजे थम पिन्िु
जी.सुन्िि ने गैि लशक्षर् स्टमफ की उपलत्ब्धयों को
आज बिट्स वपलमनी कम 62वमँ स्थमपनम दिवस थम ।
स्थमपनम दिवस
्मन्यिम िेिे हुई उन्हें प्रशांसम प्र्मर् पत्र दियम ।
प्रमिः 9 िजे शमििमपीठ सिस्विी ्ांदिि ्ें आकि
कमयणि् के चलिे इसे स्थचगि किनम पड़म !
इतिहमस ्ें एक औि समल िजण हो गयम ।
पहले बिट्स के ्मननीय लशक्षकों ने सिस्विी वांिनम
आखखिकमि
के
उपलक्ष्य
कमयणि्
ही
गयम
पत्र’
के
हकिमि
िहे
अिववन्ि
्ेहिम,
को पुष्पमांजलल िी । हिे पौधे औि खखले हुए फूलों से सजम हुआ ्ांदिि कम परिसि आँखों के ललये
एक
के समांस्कृतिक सांघों ने सील्ि स्य ्ें अपने िमज्य
औि पुष्पलिम । कमयणि् ्ें धमिम के ववपिीि जमने
आनांि्य दृश्य थम । इस
प्रो.
ओि ्ौयण ववहमि ने
शमनिमि नृत्य प्रस्िुि ककयम वहीीँ
जहमँ ्मई् से छमत्रों कम ्न जीिम वहीीँ ्ध्यमांश
्ोरुछमयम
ही
अि
िमिी
आयी
्ौयण
ववहमि
द्वमिम
आयोत्जि
सिस्विी पूजम की । सुिह 10 िजे से प्रमिांभ हुआ ये
ऐसे कि्
सभी
प्र्मर्
िमजकु्मि ििमतनयम, जय लसांह, ववि् लसांह ्ोखमवि
ने
थम।
त्जसकम िमज्यों
जी. िघुिम्म औि अन्य वरिष्ठ लशक्षक ्ौजूि थे ।
इांिजमि
स्वपणि भमव से कम् किने के ललए ‘उत्कृष्टिम
बिट्लसयन
की झलक लोगों
को
हो
िांगमिांग
की त्जसके पश्चमि उन्होंने जी. डी. बििलम की ्ूतिण
स्मिोह ्ें तनिेशक
जनिम
शुरू
्ें आयोत्जि
के सम्ने प्रस्िुि की | जहमँ एक
िहुि
चथिकमए
कक
्ांि सि
एवां उन्हें
कम समहस केवल िो सांघों ने ककयम । केिल ने
्धुि
गीिों
पि
सम्मत्जक ववषय पि लघु नमदटकम प्रस्िुि की । औि
ही
िेखिे
िह
अांि ्ें आन्र सल्ति ने शमनिमि प्रस्िुति िी । अांि
गए। वपलमनी िल्ल ्ांडल् की ्जेिमि कृत्य
के िमि
्ें कमयणि् के स्न्वयक समकेि भमगणव ने सि कम
कमयणि् 15 फिविी को ्ूतिण ववसजणन के समथ
तनिेशक प्रो. जी. िघुिम्म ने गैि लशक्षर् स्टमफ कम
आभमि व्यक्ि ककयम औि इस ििह इस
स्म्ि हुआ । ठीक 10 िजे पूजम ग्रमउांड्स ्ें ्ूतिण
अलभनन्िन ककयम । हरियमर्म सांघ के छमत्रों ने airtel
दिन कम अांि हुआ।
की स्थमपनम हो गयी थी । 11 िजे शुरू हुए हवन
के प्रलसि गमने 'जो िेिम है वो ्ेिम है' पि पिफॉ्ण कि
औि उसके समथ आििी के सांग् से वमिमविर् पमवन
सभी के दिल ्ें एक िमि छेड़ दियम। ्हमिमष्ट्र-्ांडल
ई-वीक के िौिमन बिट्स वपलमनी ्ें चल िहे कमयणि्ों ्ें 15 फिविी की शम् एक औि कड़ी जुड गई जि
पॉललदटकल शो-डॉउन कमयणि् कम िूसिम िौि सम्पन्न हुआ |
शम् 6 से 8 िजे िक एल.टी.सी. 5101 ्ें चली इस
प्रतियोचगिम कम पहलम चिर् 3 फिविी को आयोत्जि ककयम गयम थम | अत्न्ि् िौि के ललये कुल 11
प्रतिभमचगयों कम चयन ककयम गयम | प्रतियोचगिम के तनय्ों
के
्ुिमबिक
प्रत्येक
प्रतिभमगी
को
एक
पॉतलतर्कल िो-डॉउन उन्ें ्न्ोहन लसांह, अरुर् जेटली, अटल ववहमिी
शमनिमि
ववद्यम ज्ञमन प्रिमयनी, ज्ञमन प्रकमश भिो।
्ोह, अज्ञमन, तिल्ि कम जग से नमश किो।।
ह्ें इांदििम गमांधी जैसे सशक्ि एवां कुशल नेिृत्व की आवश्यकिम है |
वमजपेयी, शलश थरूि, निेंद्र ्ोिी, इांदििम गमांधी, जयिम्
िूसिम स्थमन अांककि ्हमजन ने हमलसल ककयम | उन्होंने
बिट्स वपलमनी के वरिष्ठ प्रोफेसि हिी नमयि औि
वमजपेयी कम पक्ष िखने वमले आवेश लसांह ने भी सिकम
्ें कमफी अनुभवी िह चुके हैं | उन्होंने प्रतिभचगयों के
स्थणन ककयम | उन्होंने वविोचधयों से भी कई िीखे
ि्ेश एवां सोतनयम गमांधी अह् थे | तनर्मणयक ्ांडल ्ें
अरुर् जेटली कम प्रतितनचधत्व ककयम | अटल बिहमिी
प्रोफेसि के. एस. भट्टमचमयण थे | िोनों िमजनीतिक ववषयों
ध्यमन खीांचम | उन्होंने िखूिी भमजपम की नीतियों कम
प्रयमसों की कमफी सिमहनम की |
सवमल पूछे | कुछ ्ुद्दों को लेकि प्रतिभमचगयों ्ें कमफी
िमजनैतिक व्यत्क्ित्व कम प्रतितनचधत्व किनम थम | पहले
पॉललदटकल शो-डॉउन ्ें पहलम स्थमन आशुिोष कु्मि
ल्नट वविोचधयों के प्रश्नों कम चिुिमई के समथ सम्नम
्दहलम प्रधमन्ांत्री श्री्िी इांदििम गमांधी कम पक्ष िख िहे
3 ल्नट ्ें उन्हें अपनी िमि िखनी थी औि अगले 3
पमण्डेय ने हमलसल ककयम | आशुिोष भमिि की प्रथ्
किनम थम |
थे | उनसे आपमिकमल के ववषय पि िीखे सवमल भी
त्जन िमजनेिमओां कम प्रतितनचधत्व ककयम जम िहम थम,
ने
पूछे गये | उनके अनुसमि आज जि ह् ववकमस के
खीांचिमन भी िेखी गई| िमििी ववध्वांस, गुजिमि एवां 1984 लसख िांगों के ्ुद्दे भी कई िमि उछमले गये | िशणकों ने इन ्ौकों पि ज् कि िमललयॉां िजमई |
कमयणि् कम सांचमलन श्रुति पमांण्डेय ने ककयम एवां कमयणि् सफल िहम |
िमस्िे पि कमफी आगे िढ चुके हैं िो एक िमि कफि से
नीलेि तमश्रा – एक व्यतक्तत्व ददनाकं-3 .2.2013, रखििार, समय- शाम के 5 बजे. खबट्स में
‘एक था टाईगर’ की पटकथा में अपनी भागीदारी दी. नीलेश को
थकूली ददनों में ‘जगजीत जसह’ की गज़ल गुनगुनाने िाला यह
बेहद मुखककल से खमलने िाली छुट्टी के बािजूद कुछ छात्र LTC
आम जनता की जजदगी में लाया उनका रेखियो शो | अपने बैंि
लड़का अब पूरे देश को अपनी सुहानी आिाज़ में कहाखनयाँ
की ओर रुि कर रहे थे, बात चल रही है INTERFACE के
‘Band called Nine’ के प्रमोशेन के खलए आए नीलेश को जब
सुनाता है | इनकी कहाखनयाँ खजतनी जजदगी के करीब है उतनी
उपलक्ष्य में व्याख्यान देने खपलानी पँहुचें रेखियो कहानीकार
BIG FM के CEO ने रेखियो शो का प्रथताि ददया तब नीलेश
ही पहुँच से दूर भी | अपनी आिाज़ के जादू से इन्होंने अपनी
“नीलेश खमश्रा” की |
अपनी तरह के पहले मनोरंजक, ि ददल को छू जाने िाले एक
कहाखनयों के सभी दकरदारों को अकेले ही खनभाया है |
“नीलेश खमश्रा” बहुमुिी प्रखतभा के धनी है| पत्रकाररता से अपने
अनोिे शो के साथ आये |
नीलेश ने अभी अपनी नयी पखत्रका ‘गाँि कनेक्शन’ लॉन्च की है
सफर की शुरुआत करने के बाद िे लेिक बने, लेिक से
खजसमें िे ग्रामीण क्षेत्रों की असल ि सही तथिीर सबके सामने
गीतकार, ि गीतकार से R.J. बने नीलेश का जीिन दकसी
लाये है | उनके मथताना अंदाज़ के अनुसार उन्होंने अिबार में
काल्पखनक पटकथा भांखत खिखिधता खलए है | अपने व्याख्यान में
अपने खिचार ‘सड़कछाप’ नाम से पेश दकये हैं | जीिन की हर
इन्होंने आते ही अपने मजादकया ि ‘कूल’ अंदाज़ से िहाँ
छोटी बात में भी िे कहानी िोज लेते हैं|
उपखथथत सभी लोगों का ददल जीत खलया | अपने आपको
उन्होंने कहा दक एक अच्छा लेिक होने के खलए अच्छा श्रोता
लालची, पागल, ि अखभमानी बताते हुए उन्होंने इन गुणों का
होना आिशयक है | VFAST का िाना पसंद करने िाले
एक अलग अंदाज़ में बिान दकया |
नीलेश से जब पूछा गया दक िे इतने काम इतनी िूबी के साथ कैसे कर पाते हैं, तब उनका उत्तर था ” में हमेशा अपने ददल की
नैखनताल ि लिनऊ में नीलेश ने अपना थकूल ि कॉलेज पूरा दकया| अपने ददल की बात सुनने िाले नीलेश ने खिज्ञान छोिकर कला को चुना ओर IIMC की परीक्षा छोिकर “इंखिया अब्रोअि” की इंटननखशप के खलए गए | पत्रकाररता के अपने सफर के दौरान इन्होने अपनी कलम से कई दकताबों को शक्ल दी खजसमे ’173
Hours in Captivity’, ‘The Absent State’, ‘End of the Line’ सभी इंखिया में bestseller रही | दफल्मी दुखनया में इन्हें मशहूर खनमानता महेश भट्ट लाये, और अपने पहले ही गाने ‘जादू है नशा है’(खजथम) से इनकी प्रखतभा का पता चल गया था | इसके बाद इनके कई तराने (‘मैंने ददल से कहा’, ‘क्या मुझे प्यार है’, ‘बंजारा’) बड़े परदे पर छाए रहे | अभी हाल ही में इन्होंने
यह शो था ‘यादों का इखियट बॉक्स’, यह शो आपको अपने एक अलग काल्पखनक “याद शहर” में ले जाता है | ‘याद शहर’ नीलेश की कोखशश थी देश के 35 अलग-अलग शहरों में बसे खिखभन्न भारत को एक देश बनाने की जहाँ एक इंसान अपनी भाषा, क्षेत्र,
सुनता हूँ, भािनाओं की कद्र करता हूँ ओर हर चीज़ के खलए तयार रहता हूँ “ | व्याख्यान का अंत हुआ उनकी मधुर गज़ल के साथ| उपखथथत लोगों के कहने पर उन्होंने अपना मशहूर मुििा प्रथतुत दकया-
धमन से दूर होकर भािनाओं ि ररकतों की खमठास का एहसास
“ बात पे बात पे अपनी ही बात कहता है,
कराता है | नीलेश बताते हैं दक इस शो के पहले सीज़न की सभी
मेरे अंदर मेरा छोटा सा शहर रहता है .”
कहाखनयाँ उनकी ही खलिी हुई है | उनके शब्दों में “रोज नई कहानी खलिना ऐसा था जैसे रोज मैं एक नई दफल्म कर रहा हूँ जहां मै एक साथ लेिक ि नायक की भूखमका खनभा रहा हूँ |”
सत्यमेव जयते : कैम्पस में बसगरेट, एल्कॉहल का सेवन
गूगल समर ऑफ कोड प्रोग्रमल्ांग, कोडडांग कुछ ऐसे शब्ि त्जस्ें ्हमिथ हमलसल किने कम
स्व्न लगभग हि वह छमत्र िेखिम है जो ककसी भी िकनीकी
कोई भी समफ दिखने वमली जगह के पमस जमइए, सच्चमई सम्ने आ जमएगी कक िमिीक धूल िो वहमँ भी डेिम ज्मए िैठी है | िमि ककसी जगह की हो यम ककसी िमष्ट्र यम ककसी सांस्थम की, पिे के पीछे की िमिें न िो कभी अल्फमज कम रूप लेिी है न ही अपनम नमगपमश छोड़िी हैं, वे िो िस नमसूि िनकि हवम ्ें घुल जमिी हैं त्जसके जहि के समथ न चमहने पि भी जीनम पड़िम है | समधमिर् पमटी, िथणडे पमटी यम अन्य उत्सव, सभी ्ौकों पि बिट्स परिसि ्ें त्स्थि कनॉट को िेख लीत्जए, समिी ्मसूल्यि को लेकि उड़िम धुएँ कम एक छल्लम िो ल्ल ही जमयेगम | इसी ििह कैम्पस ्ें एल्कॉहल कम सेवन एल्कॉहल की आपूतिण स्वीकृि न होने
के िमवजूि छमत्र यम छमत्र-स्ूह इसकम सेवन कििे ल्ल जमिे हैं | च िंताजनक बात ये नह िं है कक सेवन करने वालों की सिंख्या काफी ज्यादा है बल्कक यह है कक यह सिंस्कृतत ददन ब ददन सामान्य होती जा रह है | प्रश्न उठिम है कक :
कैम्पस के आसपमस कुछ िुकमनें िथम िमि हैं
कॉलेज यम सांस्थमन से जुड़म है | यदि आप एक अच्छे कोडि हैं, िो
लेककन यह िमि हैििअांगेज किने वमली है कक
ऐसम ही एक अवसि गूगल लमयम है उन हजमिों छमत्रों के ललए जो
जहमँ समिे समधन छमत्रों को ल्ल सकिे हैं |
कैम्पस ्ें इन समधनों कम परिवहन आिी छमत्रों द्वमिम आपसी ववतन्य द्वमिम होिम है
जो सम्न्यियम सभी जगह कम सवणश्रेष्ठ समधन है |
यह सब बबट्स में कोई नयी यह सिंस्कृतत तो पहले से ह
ीज नह िं है,
लती आ रह
है | परन्तु ज्यादा च िंताजनक बात यह है कक पहले यह सिंस्कृतत तृतीय और
तुर्थ वर्षीय
आपके ललए कई द्वमि हैं अपनी प्रतिभम को तनखमिने के ललए |
आने वमली ग्ी की छुदट्टयों कम उपयोग कि अपने िकनीकी ज्ञमन को एक अलग स्िि पि ले जमनम चमहिे हैं |
गूगल जैसी सांस्थम कम नम् सुनिे ही कई लोग इससे जुड़नम चमहिे
हैं, िो प्रश्न यह उठिम है कक छमत्रों के चयन कम आधमि क्यम होगम| इसके ललए भी गूगल ने अलग ही ििीकम इजमि ककयम है| उसने
चयन अपने हमथ ्ें न िखकि अलग अलग सांस्थमओां ्ें ववभमत्जि कि दियम है | इन अलग अलग सांस्थमओां की अलग लग स्स्यमओां
को हल किने के ललए छमत्र अपने अपने प्रस्िमव भेजिे हैं | इन
प्रस्िमवों के आधमि पि ही छमत्रों कम चयन होिम है | छमत्र अचधकि्
छात्रों में देखने को ममलती र्ी परन्तु अब
20 स्स्यमओां पि अपने प्रस्िमव भेज सकिे हैं | चयन होने के
ववस्तार देखने को ममल रहा है |
इिनम सि जमनने के िमि ्ुद्दे की िमि िो यह है कक इस्ें
प्रर्म और द्ववतीय वर्षीया छात्रों में इसका और हम दुतनया से ऊपर हैंकहने को बिट्लसयन्स कहकि ह् स्वयां को िुतनयम से ऊपि स्झिे हैं पिन्िु अपने स्वमस्थ्य औि िेश के भववष्य को िमांव पि लगमने कम खोखलम समहस कि िहें हैं, वह भी िि जि ह्ें ववद्यमजणन के समथ-समथ अपनी ऊजमण के तनवेश की जरुिि है, ह् इसे ्मिक
क्यम ये ्मिक पिमथण कैम्पस ्ें उपलब्ध है?
पिमथों के हवमले िेच िहे हैं | ह्मिी चेिनम
यदि कैम्पस के िमहि से आयमि होिे है िो –
को ह्मिे अहांकमि ने जैसे ििम ही दियम है |
क्यम छमत्र स्वयां यह कमयण कििे हैं?
जिम सोचचये नशे ्ें ्िहोश िहिे स्य
कोई एजेंट है जो यह कमयण कििम है?
ककिनम स्य आप बिट्स से िूि िहे? इस
िमि छमत्र अपने प्रस्िमवों पि कम् किनम आिम्भ कििे हैं |
चयतनि कैसे हुआ जमए? इस प्रश्न कम उत्िि ल्ल सकिम है यदि आप चयन प्रर्मली को स्झ लें, जो कक कुछ इस प्रकमि है –
सिसे पहले गूगल सभी सांस्थमओां कम नम् उनकी स्स्यमओां के समथ ऑनलमइन प्रकमलशि किेगी |
इसके िमि छमत्र अपनी दिलचस्पी के अनुसमि स्स्यमएां चुनेंगे |
हि सांस्थम ्ें कुछ ्ेंटसण होंगे त्जनकम नम् िथम ई्ेल आईडी िी
गई होगी| अपने प्रस्िमव भेजने से पहले ्ेंटसण से सांपकण किनम िथम उन्हें अपनम प्रस्िमव ििमनम एक अच्छम कि् होगम | इससे न लसफण आपकम प्रस्िमव िेहिि होगम ित्ल्क ्ेंटि भी आपके िमिे ्ें जमनेगम|
यदि ्ेंटि आपको कमबिल स्झिम है िो यह आपके ललए अत्यांि
लमभिमयक होगम क्योंकक ्ेंटि की अनुशांसम ही चयन कम आधमि होिम है |
कैम्पस ्ें इन समधनों कम परिवहन कैसे
सांस्कृति ्ें ढलकि क्यम चीज आप खो िहें
कुछ अह् तिचथयमँ -
होिम है?
हैं? अपनी बिट्लसयन त्जांिगी के िमि कम
इन सम्मन्य प्रश्नों कम उत्िि आसपमस से
स्मज औि परिवमि िेखखये, जहमँ ्मिक
अप्रैल 7 - सांस्थमओां के नम् ऑनलमइन प्रकमलशि होंगे
सहज ही जमनने को ल्लिम है | पहली िमि
पिमथों को ककन नजिों से िेखम जमिम है !
िमजमिों ्ें कोई ववतन्य नहीां होिम| कनॉट
्ई 3 - प्रस्िमव भेजने की आखखिी तिचथ ्ई 28 - परिर्म्
िो यह कक कैम्पस ्ें हॉस्टल्स के पमस के
इन सिसे ऊपि अपने स्वमस्थ्य औि नशे के क्षखर्क आनांि को पिस्पि िोललये, जवमि
अचधक जमनकमिी के ललए यह ललांक िेख सकिे हैं-
्ें कुछ िुकमनों पि लसगिेट ल्लिी है लेककन
अपने आप ल्ल जमयेगम |
http://www.google-melange.com/gsoc/homepage/google/
एल्कॉहल सम्न्यियम नहीां उपलब्ध होिम|
gsoc2013
बहन्दी प्रेस पररवार तनतमष , प्रिीक, रोहन | सुतमि, अनुजा, तनिांक, रोतहि, तसद्ांि , धनंजय| वैभव, सोमजी, ईिान, ितिन, नीति, श्रेय, अंिुल, माधव, रजि| अभय, आतिफ़, अनंि, अतनरुद् अग्रवाल, अतनरुद् तमश्र, राजेि, पारस, रतव, सोनाली, कररश्मा, नीतिका, मोतनका, खुिबू , अतखलेि | प्रणय, आकृति, रजि, अंतकिा, यिवध्न, इलाश्री, सुयि, रवीना, प्रांजल, प्रवीण , यिातदत्य, सत्यम, अनुज, आिुिोष |