सफनिया के कहल जाला
अध्याय 1 के बा
1 यहूदाके राजाअमोनके बेटायोशियाहके समयमेंयहोवाके वचनजवनकुिीके बेटागदशियाके बेटागदशियाके बेटारहे।
2 हम देि से सब चीज के पूरा तरह से खतम कर देब, यहोवा कहतहउवें।
17 हम आदमीपरसुंकट पैदाकरब शकऊ िोग आन्हरशनयर चिे, काहेशकऊिोगप्रभुके खखिाफपापकइिेबा,आओकर खूनधूिशनयरआमाुंसगोबरशनयरबहाविजाई। 18 यहोवाके क्रोधके शदननातउनकरचाुंदीनाउनकरसोना बचावि जा सकेिा। िेशकन पूरा देि ओकरा ईर्ष्ाग के आग से भस्महोजाई, काहेशकउदेिमें रहेवािासभिोगके जल्दीसे मुक्तकशदही।
अध्याय 2 के बा
1 हे नावाुंशछतराष्ट, एकट्ठाहोजा, हाँ, एकट्ठाहोजा।
3 हम आदमी आ जानवर के भस्म कर देब। हम आकाि के शचरई, समुुंदरके मछरीआदुष्टनके
साथे ठोकरखाएवािाके
भस्मकरदेब।हमआदमीके देिसेकाटदेब, यहोवाकहतारे।
4 हम यहूदा आ यरूििेम के सब शनवासी िोग पर भी आपन हाथ बढा देब। हम बाि के बचे वािा िोग के आ याजकन के साथे केमारीके नामके काटदेब।
5 घरके चोटीपरस्वगग के सेनाके पूजा करे वािा िोग।आजे िोग प्रभु के आराधना करेिा आ जे शकररया खात बा, आ मिकामके शकररयाखातबा।
6 आ जे िोग प्रभु से पीछे हट गइिबा। आ जे िोगप्रभु के ना खोजिे बाआनाउनकरपूछताछकइिे बा।
7 प्रभु परमेस् वर के सामने चुप रहऽ, काहेशक यहोवा के शदन नजदीक आ गइि बा, काहेशक यहोवा एगो बशिदान तइयार कइिेबाड़नआअपनामेहमाननके बोिविेबाड़न।
8 यहोवाके बशिदानके शदनहमराजकुमारन, राजाके िइकािइकीआओहसबिोगके सजादेबजेपरायाकपड़ापशहनिे बा।
9 ओही शदन हम ओह सब िोग के सजा देब जे दहिीज पर कूदतबाड़े, जेअपनामाशिकके घरमेंशहुंसाआधोखासेभरत बाड़े।
10 यहोवा कहत बाड़न शक ओह शदन मछरी के फाटक से शचल्लाहट के आवाज आ दुसरका से शचल्लाहट आ पहाड़ी से एगोबड़हनचीत्कारहोजाई।
11 हे मक्तेि के शनवासी िोग, हुंकार मारऽ, काहे शक सब व्यापारी िोग के काट शदहि गइि बा। चााँदी धारण करे वािा सबिोगकाटशदहिजािा।
12 ओह घरी हम दीया से यरूििेम के खोज करब आ ओह िोगके सजादेबजेअपनामनमेंकहतबाड़ेशक,“प्रभुनाभिाई करीआनाबुराई।”
13 एहीसे उनकरमाििूटके रूपमें बनजाईआघरउजाड़ होजाई, उिोगघरभीबनाई, िेशकनघरमेंनारशहहे।अुंगूरके बगइचािगाई, िेशकनओकरिराबनापीई।
14 यहोवा के बड़का शदन नजदीक बा, नजदीक आ गईि बा अवुरीबहतजल्दीहोगईिबा, इहेशकयहोवाके शदनके आवाज़
बा।
15 ऊशदनक्रोधके शदनह, सुंकटआसुंकटके शदनह, उजाड़ आ उजाड़ के शदन ह, अन्हार आ उदासी के शदन ह, बादिआ घनघोरअन्हारके शदनह।
16 बाड़ वािा िहरन आ ऊाँच बुजगन के खखिाफ तुरही आ अिामगके शदन।
2 फरमानके सामने आवे से पशहिे, शदन भूसा शनहनबीत जाए से पशहिे, तोहनीपप्रभुके भयुंकरक्रोधआवे सेपशहिे, तोहनी पप्रभु के क्रोधके शदनआवे सेपशहिे।
3 हे धरती के सब नम्र, जे उनकर न्याय कइिे बानी, प्रभु के खोजतरहऽ।धमगके खोजकरीुं, नम्रताके खोजकरीुं,होसकेिा शकप्रभुके क्रोधके शदनतूिुकाइिरहब।
4काहेशकगाजाछोड़शदहिजाईआअश्केिोनउजाड़होजाई, दुपहररयामेंअिदोदके भगादीहें आएक्रोनके जड़सेउखाड़ शदहिजाई।
5 समुुंदरके शकनारे के शनवासीिोगके हाय, करेथीिोगके राष्ट के ! यहोवा के वचन तोहरा खखिाफ बा। हे कनान, पशिस्तीयन के देि, हमतोहराके तबतकनािकरदेबशककवनोशनवासी नाहोखे।
6 समुुंदर के शकनारे चरवाहा िोग खाशतर आवास आ कुटी आ झडखाशतरझडहोई।
7 तट यहूदाके घराना के बचे वािा िोग खाशतरहोई।ऊ िोग ओकरापरचरावेके पड़ीआसााँझके अश्केिोनके घरनमेंिेट जाई काहे शक ओह िोग के परमेस् वर यहोवा ओह िोग के सामनाकरीहें आओहिोगके बुंदीके मोड़शदहें.
8 हममोआबके शनुंदाआअम्मोनके िोगके गारीसुनिे बानी, जवनासे उिोगहमरािोगके शनुंदाकईिेअवुरीअपनासीमा के खखिाफअपनाके बड़ाईकईिे।
9 एही से जब हम शजुंदा रहब, सेना के यहोवा, इस्राएि के परमेश्वर कहत बाड़न शक, मोआब सदोम शनयर आ अम्मोन के सुंतान अमोरा शनयर होई, शबछुआ, नमकीन के पैदावार आ हमेिा खाशतर उजाड़ हो जाई िोग ओह िोग के िूट िी आ हमरा िोग के बचे वािा िोग ओह िोग के अपना कब्जा में िे िी।
10 ई बात ओह िोग के घमुंड खाशतर होखी काहे शक ऊ िोग सेनाके प्रभुके िोगके शनुंदाआबड़ाईकइिेबा।
11 प्रभु ओहिोग खाशतर भयावहहो जइहें, काहे शक ऊ धरती के सभ देवता िोग के भूख से मार शदहें। आ आदमी ओकर आराधनाकरी, हरकेहूअपनाजगहसे, इहााँतकशकगैर-यहूदी द्वीपसे भी।
12 हे इशथयोशपयाई िोग भी, तोहनी के हमरा तिवार से मारि जाई।
13 ऊ उत्तर के ओर आपन हाथ बढा के अश्शूर के नाि कर दी।आनीनवेके उजाड़बनाशदहीआजुंगिशनहनसूखजाई। 14 ओकरा बीच में झड, सब जाशत के जानवर, ओकरा बीच में िेट जाई। खखड़की में उनकर आवाज गावेिा। दहिीज में उजाड़होजाई, काहे शकऊदेवदारके कामके उजागरकरी।
उ आनखित िहर ह जवन िापरवाही से रहत रहे आ
अपना मन में कहिस शक, “हम हई, आ हमरा अिावा केहू नइखे।ओकरासेगुजरे वािाहरआदमीशससकारीभरतबाआ हाथशहिादी।
अध्याय 3 के बा
1 शधक्कारबाजेगुंदाआगुंदाबा, दमनकारीिहरके !
2 उआवाजके बातनामनिी।उनुकासुधारनाशमिि; ऊप्रभु पर भरोसा ना कइिी। उ अपना भगवान के नजदीक ना पहुंचिी।
3 ओकरा भीतरओकरराजकुमारगजगत िेरहवें।ओकरजज
सााँझ के भेशड़या हवें; उ िोग काल्ह तक हड्डी के ना चीर-फाड़ करेिा।
4ओकरभशवर्ष्वक्ताहल्काआशवश्वासघातीहवें,ओकरयाजक पशवत्र स्थान के गुंदा कइिे बाड़न, व्यवस्था के उल्लुंघन कइिे बाड़न।
5 धमी प्रभु ओकराबीच में बाड़े। ऊअधमग नाकरी, रोजसबेरे
ऊ आपन न्यायके प्रकािमें िे आवेिा, ऊअसफिनाहोखे। बाशकरअधमीके कवनोिाजनामािूमहोिा
6 हमराष्टनके काटदेिेबानी, उनकरबुजगउजाड़होगइिबा।
हम ओह िोग के गिी के उजाड़ कर शदहनी शक केहू ओशहजा
से ना गुजरे, ओह िोग के िहर तबाह हो गइि बा शक केहू ना होखेआकेहूनारहे.
7 हमकहनीशकतूहमरासेडेराबऽ, तूशिक्षापाबऽ।एहसेओह
िोग के शनवास ना काट शदहि जाव, चाहे हम ओह िोग के कतनाभीसजाशदहनी, िेशकनउिोगसबेरे उठके आपनसब कामके शबगाड़देिे।
8 एही से तू िोग हमराके तब तक इुंतजारकरीुं, जब तक हम शिकार खाशतरउठब, काहेशक हमार ठान बा शक हम राष्टनके एकट्ठाकरसकीिे, ताशकहमराज्यनके एकट्ठाकरसकीिे, आ ओह िोग पर आपन क्रोध आ आपन सब भयुंकर क्रोध डाि सकीिे : काहे शकहमराईर्ष्ाग के आगसेपूराधरतीखाजाई।
9 तबहम िोग के ओरएगो िुद्ध भाषा के ओर मुड़ब ताशक उ सबिोगएकसहमशतसेप्रभुके नामके पुकारसके।
10 इशथयोशपयाके नदीके ओहपारसे हमारशवनतीकरे वािा, हमारशबखराइिके बेटी, हमारबशिदानिेआई।
11 ओह शदन तू अपना सब काम खाशतर िशमिंदा ना होखब, जवना में तू हमरा खखिाफ उल्लुंघन कइिे बाड़, काहे शक तब हमतोहराबीचसेओहिोगके हटादेबजेतोहराघमुंडमेंखुि बा, आतूहमराकारणसेअबघमुंडीनाहोखबपशवत्रपहाड़के बा।
12 हम तोहरा बीच एगो दुखी आ गरीब िोग भी छोड़ देब, आ उिोगप्रभुके नामपरभरोसाकरी।
13 इस्राएिके बचे वािािोगअधमगनाकरीआनाझूठबोिी। ना तओहिोगके मुाँहमें धोखादेबे वािाजीभशमिजाईकाहे शकऊिोगचराईआिेटजाईआकेहूओहिोगके डेराई.
14 हे शसय्योन के बेटी, गाई। हे इस्राएि, शचल्लात बानी; हे यरूििेमके बेटी, पूरामनसेखुिहोके आनखितहोजा।
15यहोवातोहारन्यायके छीनिेिेबाड़े, तोहारदुश्मनके बाहर शनकािदेिेबाड़े, इस्राएिके राजा, यहोवातोहराबीचमेंबाड़े, तू अबबुराईनादेखब।
16 ओह शदन यरूििेम से कहि जाई शक, 'तू मत डेरा, आ शसय्योनसे कहिजाईशक, 'तोहारहाथढीिमतहोखे।'
17 तोहरा बीच में तोहार परमेश्वर यहोवा पराक्रमी हउवें। उ उद्धारकरी, उतोहरा परखुिी से खुि होई।ऊअपनाप्रेममें आरामकरी, गावे सेतोहरापरआनखितहोई।
18 हम ओह िोग के बटोरब जे गुंभीर सभा खाशतर दुखी बाड़े, जे तोहरे सेबाड़े, जेकराखाशतरएकरशनुंदाबोझरहे।
19 देखऽ, ओह घरी हम तोहरा के दुखी सब कुछ के हटा देब, आओकराके रोके वािाके बचाइबआओकराके बटोरब।आ हमओहिोगके तारीफआप्रशसखद्धहरओहदेिमेंशमिजाई जहााँ ऊिोगिशमिंदाभइिबा 20 जबहमतोहनीके बटोरब, ओहीसमयतोहनीके फेरसेिे आईब, काहेशकहमतोहके धरतीके सबिोगके बीचएगोनाम आ स्तुशत बना देब, जब हम तोहनी के बुंदी के तोहरा आाँख के सोझावापसकरदेब।