Maithili - Second and Third John

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दोसर यूहन् अध्य 1 1 ज् य चु नल महिला आ ओकर सनान सभ क्ँ, हिनका सँ िम सत् य म् प्म करै त छी। आ िमरा मात नहि, बल् हक सभ सत् य क्ँ िनहनिार सभ स् िो। 2 सत् यक ल्ल ि् िमरा सभ म् रिै त अहछ आ अनन काल धरर िमरा सभक सं ग रित। 3 अिाँ सभक सं ग कृपा, दया आ शानन, हपता परम् श् वर आ हपताक पुत पभु यीशु मसीिक दारा सत् य आ प्म म् भ् टय। 4 िम बहत आनन्त भ् लहँ ि् िम अिाँ क बचा सभ क्ँ सत् य म् चलैत द् खलहँ , ि्ना िमरा सभ क्ँ हपताक आजा भ् टल अहछ। 5 आब िम अिाँ सँ हवनती करै त छी ि् िम अिाँ क्ँ कोनो नव आजा हलखन् िोइ, बल् हक ि् िमरा सभ लग शुर सँ छल, ि् िम सभ एक-दोसर सँ प्म कर। 6 प्म अहछ ि् िम सभ हनकर आजाक अनु सार चलब। ई आजा अहछ ि्, ि्ना अिाँ सभ शुर सँ सु नन् छी, ओहि म् चलब।” 7 हकएक तँ बहतो धोख् बाि सं सार म् आहब ग्ल अहछ, ि् ई नहि सीकार करै त अहछ ि् यीशु मसीि शरीर म् आहब ग्ल छहि। ई धोखा द् बय वाला आ मसीि हवरोधी अहछ। 8 अिाँ सभ अपना क्ँ द् खब ि् िम सभ ि् काि क्न् छी स् नहि गमाबी, बल् हक िमरा सभ क्ँ पूरा इनाम भ् टय। 9 ि् क्ओ मसीिक उपद् श म् नहि रिै त अहछ, तकरा परम् श् वर नहि अहछ। ि् मसीिक हशका म् हटकैत अहछ, ओकरा हपता आ पुत दु नू अहछ। 10 िँ क्ओ अिाँ सभक लग आहब कऽ ई हशका नहि अनै त अहछ तँ ओकरा अपन घर म् नहि गिर कर आ न् परम् श् वर ओकरा िली नहि आजा हदयौक। 11 हकएक तँ ि् क्ओ परम् श् वर क्ँ शीघ किै त अहछ, स् ओकर दु ष् ट कम् म् सिभागी िोइत अहछ। 12 अिाँ सभ क्ँ बहत रास बात हलखबाक ल्ल िम कागि आ सािी सँ नहि हलखब। 13 अिाँ क चु नल बहिनक सनान सभ अिाँ क्ँ पराम करै त अहछ। आमीन। तेसर जॉन अध्य 1 1 ज् य ओ हपय गायस क्ँ, हिनका सँ िम सत् य म् प्म करै त छी। 2 हपयतम, िम सभ सँ ब्सी चािै त छी ि् ि्ना अिाँ क पार समृ द िोइत अहछ, तहिना अिाँ स् िो समृ नद आ स् रह। 3 िम िखन भाय सभ आहब कऽ अिाँ म् ि् सत् य अहछ ताहि पर गवािी द् लहन, तहिना अिाँ सभ सत् य म् चलैत छी। 4 िमरा एहि सँ पैघ खु शी नहि अहछ ि् ई सु हन कऽ ि् िमर बचा सभ सत् य म् चलैत अहछ। 5 हपयतम, अिाँ ि् हकछु भाइ सभ आ परद् शी सभक सं ग करै त छी स् हवशासपूव्क करै त छी। 6 ओ सभ मर् डलीक समक अिाँ क प्मक गवािी दै त अहछ। 7 हकएक तँ हनकर नामक कारर् ँ ओ सभ गैर-यहदी सभ म् सँ हकछु नहि लऽ कऽ हनकलल। 8 त् ँ िमरा सभ क्ँ एिन लोक क्ँ गिर करबाक चािी िाहि सँ िम सभ सत् य म् सि-सियोगी बहन सकब। 9 िम मर् डली क्ँ हलखन् रिी, मु दा हदयोहतहिस, ि् हनका सभ म् आहधपत रखनाइ चािै त छहि, िमरा सभ क्ँ नहि गिर करै त छहि। 10 त् ँ िँ िम आहब िायब तँ िम हनकर ओहि काि सभ क्ँ मोन पाडब ि् ओ िमरा सभक हवरद दु भा् वनापूर् बात सभ क्ँ किै त छहि। 11 हपय हमत लोकहन, अधलािक पालन नहि कर, बल् हक नीक बातक पालन कर। ि् नीक काि करै त अहछ स् परम् श् वरक अहछ, मु दा ि् अधलाि काि करै त अहछ, स् परम् श् वर क्ँ नहि द् खलक। “ अिाँ सभ िनै त छी ि् िमर सभक गवािी सत् य अहछ। 13 िमरा बहत हकछु हलखबाक छल, मु दा िम सािी आ कलम सँ अिाँ क्ँ नहि हलखब। 14 मु दा िमरा हवशास अहछ ि् िम अिाँ क्ँ िनलय् भे ट करब आ िम सभ आमन् -सामन् गप करब। अिाँ क्ँ शानन िो। िमर हमत अिाँ क् पराम करै त छहि। हमतों को नाम स् अहभवादन करे ।


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