Hindi fables for children (2014 mohit trendster)

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*) - मेघावी चमकू

चभकू खयगोश एक भेघावी छात्र था। वह सदै व अऩनी कऺा भें सववप्रथभ आता था।

सातवीॊ कऺा भें हुमी नाभन हॊ गर छात्रवतृ त प्रततमोगगता भें बी चभकू ने अऩनी श्रेणी भें प्रथभ स्थान ऩाकय छात्रवतृ त अर्जवत की औय अऩने स्कूर एवभ भाता-पऩता का नाभ योशन ककमा। अऩनी भेहनत औय रगन के कायण वह सफका दर ु ाया था।

वापषवक ऩयीऺाओॊ से कापी ऩहरे चभकू ने जभकय अध्ममन शरू ु कय ददमा, वह ददन


यात अभ्मास औय ऩढ़ाई भें रगा यहता। चभकू के स्कूरी मभत्र औय उसके घय के ऩास यहने वारे फच्चो से उसने स्वमॊ को बफल्कुर अरग-थरग कय मरमा ।

ऩयीऺा से 2 ददन ऩहरे चभकू को टामपाईड फख ु ाय हो गमा, डॉक्टय वानय के

अनस ु ाय कभज़ोय शयीय औय प्रततयोधक ऺभता के कायण उसके शयीय को इस से

उबयने भें कुछ हफ्ते रगने थे। ऩयीऺा हुमी औय फीभाय चभकू ऩयू ी तैमायी होने के फाद बी ऩयीऺा भें फैठ नहीॊ ऩामा। कुछ सभम ऩश्चात ऩरयणाभ आमा र्जसभे जो सहऩाठी ऩढ़ने भें औसत स्तय के थे वो बी अफ चभकू से एक कऺा आगे हो गमे थे, चभकू को मभरी छात्रवतृ त यद्द हो गमी।

तफ चभकू औय उसके अमबबावकों को सभझ भें आमा कक केवर ऩढाई ही ज़रूयी

नहीॊ, उसके अरावा अन्म गततपवगधमाॉ, खेर-कूद, रुगचमाॉ, करा आदद भें थोड़ा

सभम

दे ना भहत्वऩण ू व है ताकक छात्र जीवन भें एक सॊतुरन फना यहे । साथ ही अऩने

स्वास्​्म, साफ़-सपाई का ध्मान यखना बी ज़रूयी है ताकक अस्वस्थ होने के कायण

हभ चभकू की तयह कोई भौका ना गॉवा दें । अगरे वषव से चभकू ने ऩढाई के साथसाथ अऩना कुछ सभम अन्म गततपवगधमों भें ददमा, र्जस से उसका ऩयीऺा

ऩरयणाभ फेहतय हुआ औय उसका सॊतुमरत शायीरयक एवभ फौपिक पवकास हुआ। सभाप्त! ==========================


*) - ममत्रता की परीक्षा

भोहन फाज़ औय चॊचर दहयण याजन वन्म ऺेत्र की शान थे क्मोकक अऩनी फपु िभता औय कौशर से वो दोनों रॊफे सभम से अरग-अरग औय सॊमक् ु त रूऩ से याजन जॊगर के मरए कई साभान्म ऻान, पवऻानॊ, रेखन, र्क्वज आदद प्रततमोगगतामें जीतते आ यहे थे। उम्र औय कऺा फढ़ने के साथ उनकी प्रततमोगगताओॊ का स्तय फड़ा हो यहा था ऩय दोनों घतनष्ट मभत्र अफ बी ऩहरे की बाॉती पवजमी हो यहे थे। याजन जॊगर का नन्हू गगि ऐसी प्रततमोगगताओॊ के मरए आवेदन कयता ऩय भोहन औय चॊचर के कायण कबी उसके चमन नहीॊ हो ऩाता। नन्हू ने र्स्थतत फदरने के मरए दोनों भें पूट डारने की सोची। उसने भोहन फाज़ से कहा कक चॊचर ऩीठ ऩीछे उसकी तनॊदा कयती है औय चॊचर को सभझामा कक सॊमक् ु त टीभ प्रततमोगगताओॊ भें भेहनत तभ ु कयती हो ऩय श्रेम भोहन को मभरता है, इसके अरावा तनॊदा औय अपवाह से नन्हू ने दोनों के कान बय ददए। धीये -धीये भोहन फाज़ औय चॊचर दहयण


भें द्वेष, ईष्माव की वजह से भतबेद होने रगे, जफ बी र्स्थतत साभान्म होने को मा सर ु झने को होती तो नन्हू कपय से उनके भतबेद फढ़ा दे ता औय एक ददन फात इतनी फढ़ गमी तीखी फहस के फाद दोनों ने मभत्रता तोड़ री। उन्होंने अऩने टीभ तोड़ दी औय इस फात का असय उनके एकर प्रदशवन ऩय ऩड़ा औय दोनों एक के फाद एक प्रततमोगगता हायने रगे। जफकक नन्हू ने अऩनी टोरी के साथ याजन जॊगर के प्रतततनगधत्व भें उन दोनों की जगह रे री। एक फाय शेखी भें नन्हू गगिने मह फात अऩनी भॊडरी को सन ु ाई कक कैसे उसने दो मभत्रों को अरग कय ददमा। मह फात ऩास ही पवश्राभ कय यही नटखट गगरहयी ने सन ु ी औय भोहन फाज़, चॊचर दहयण को कह सन ु ाई। तफ चॊचर औय भोहन भें सर ु ह हुमी औय उन्हें ऩता चरा कक ईष्माव औय सॊवाद की कभी के कायण ककतना नक् ु सान होता है । दोनों कपय साथ आमे औय उन्होंने नन्हू की टीभ को हयाकय याष्रीम पवऻानॊ ओरर्पऩमाड भें क्वारीपाई ककमा। इस से भोहन, चॊचर औय हभ सफको मह मशऺा मभरती है कक बफना पवचाय ककमे औय जाॉच-ऩड़तार ककमे दस ू यों की फातों ऩय ऩण ू व पवश्वास नहीॊ कयना चादहए, साथ ही मभत्रों भें सॊवाद की कभी मभत्रता तोड़ सकती है । सभाप्त! ===================


Artwork (Jhootha Na Sahi) – Ayush Jha Coloring and Calligraphy (Jootha Na Sahi) – Youdhveer Singh Stories, Script – Mohit Sharma Trendster letsmohit@gmail.com http://mohitness.blogspot.in/ https://www.facebook.com/Mohitness/

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