Kavya Comic #12 – Kadr (कद्र) Deepjoy Subba (Illustrator), Mohit Sharma (Writer-Poet), Harendra Saini (Colorist), Youdhveer Singh (Letterer), Cover Artist – James Boswell Intro Poem (2016), Comic Poem (2007), Cover Art (1939) ©Freelance Talents (2016), all rights reserved.
Poetry comic attempt to bring forth the plight, struggle of theatre artists in India. जब समाज के एक बड़े तबके का ध्यान गरीबी, भु खमरी, बेरोज़गारी और जीवन के लिए ज़रूरी बातोों पर िगा होता है तो किा जगत को अपने रचनाओ के लिए कई मुद्दे लमिते हैं िेलकन उसी किा जगत को खाने के िािे भी पड़ जाते हैं । लज़न्दगी के लिए की ज़रूरी चीज़ें जु टाने को लघसटता समाज किा को लसर के बािोों की तरह मान िेता है । बािो के लबना भी जीवन चि सकता है तो ऐसे पररवेश में किाकार लसर के बािोों की तरह उड़ जाते हैं , जबलक किा तो समाज की आत्मा, हृदय सी होती है । आत्मा लबना एक रोबोट सा जीना भी क्या जीना? भारतीय नाट्य, लिएटर किाकारोों को ऐसे माहौि में अपनी प्रलतभा, किा को सोंजो कर गुज़ारा करना पड़ता है । जहााँ सों साधनोों की बबाा दी की इतनी ख़बरें आती हैं तो िगता है लक अगर उस अपव्यय में से िोड़ी सी कद्र ऐसे किाकारोों को लमि जाए तो लकतने जीवन सफि हो जाएों । एक काव्याों जलि सभी सच्चे अदाकारो-किाकारोों के नाम!
Audio Entertainment (Mohit Trendster)
नारीपना (कथा संग्रह) - लेखक मोहहत शमाा ज़हन