Timeline – 2007-2008 Character – Shakti (Raj Comics) Writer – Mohit Sharma (Trendy Baba/Trendster) Genres – Action, Adventure, Mythology, Crime, Comedy.
1. अभिशप्त
वरुण दे व के ऩत्र ु , तरुण दे व स्वगग के मव ु ा औय सफका ध्मान आकर्षगत
कयने वारे दे व थे. ऩयन्तु इस कायण उनके फहुत से साथी मव ु ा दे व तरुण दे व से इर्षमाग कयने रगे थे. उनभे से कुछ मव ु ा दे व मभरकय एक दे वऩत्र ु ी को अऩनी मोजना भे मभरा रेते है औय वो दे वऩत्र ु ी तरुण दे व ऩय उनसे
ज़फयदस्ती र्ववाह कयने का दफाव डारने औय उनके ऩरयवाय को घामर कयने के आयोऩ रगाती है . इस कायण तरुण दे व की फदनाभी होती है
औय उनके र्ऩता वरुण दे व उन्हें दण्डडत कयने के मरए तरुण दे व को कुछ सार धयती ऩय यहने का शाऩ दे ते है . व्मथथत तरुण दे व ऩथ् ृ वी ऩय अऻात वास का जीवन व्मतीत कयने रगते है .
इसके फाद ऩथ् ृ वी ऩय जगह - जगह ककसी अनजान शण्तत द्वाया फड़ी
सॊख्मा भे भहहराओ ऩय हभरे, अत्माचाय ककए जा यहे थे. हय फाय शण्तत
के उस जगह ऩय ऩहुॉचने ऩय वो शण्ततधायक वहाॊ से गामफ हो जाता था. शण्तत उस अनजान हभरावय को इतने सभम तक नही ऩकड़ ऩाने की वजह से थचॊततत थी.
कुछ सभम फाद शण्तत के साभने अफ वो हभरावय आ तो यहा था रेककन शण्तत के उस तक ऩहुॉचने से ऩहरे ही वो गामफ हो जाता था. शण्तत
ऐसी एक घटना के दौयान तेज़ी हदखाती है औय उस शण्ततधायक से मद्ध ु कयने रगती है .......वो शण्ततधायक औय कोई नही फण्कक स्वगग से
तनर्षकार्षत तरुण दे व था. ऩय वहाॊ उऩण्स्थत भहहराओ के एक दर ऩय
हभरा कयके तरुण दे व शण्तत का ध्मान फटा कय वहाॊ से बाग जाते है . नायी जाती ऩय हो यहे अत्माचाय को योकने के मरए शण्तत ऩथ् ृ वी के
अनथगनत चतकय काट कय तरुण दे व को ऩहचान कय उन्हें ऩकड़ रेती है औय तफ एक फाय कपय से इन दोनों का मद्ध ु होता है . इन दोनों की फहुत सी दे व उजाग औय प्रताऩ इस मद्ध ु के दौयान नर्षट हो जाता है .....इस कायण तरुण दे व एक फाय कपय से शण्तत का ध्मान फता कय अॊतध्मागन
हो जाते है . ऐसे एक औय मद्ध ु का भतरफ था दोनों भे से ककसी एक की
भत्ृ मु औय फचने वारे दस ू ये का रगबग शण्ततहीन हो जाना. रेककन तरुण दे व का नारयमों ऩय अत्माचाय जायी यहता है . तफ शण्तत
उन्हें योकती है औय वो एक फाय कपय शण्तत को चकभा दे कय बागने की
कपयाक भे होते है की तबी उनका यास्ता.......स्वमॊ तरुण दे व औय शण्तत का प्रततरूऩ योक रेते है औय अऩने सॊमत ु त शण्ततवायो से तरुण दे व के
उस अनजान फहरुर्ऩमे को कुछ ही दे य भे फेफस कय दे ते है . वो फहरूर्ऩमा
औय कोई नही फण्कक शण्तत का ऩयु ाना दश्ु भन 'बैयव' था. उसने तरुण दे व का वेश धय कय नारयमों ऩय अत्माचाय ककमा ताकक शण्तत औय तरुण दे व भे मद्ध ु हो औय दोनों आऩस भे रड़ कय ख़त्भ हो जाए मा एक दस ू ये को इतना कभज़ोय कय दें की ख़द ु बैयव शण्तत को भाय सके. तफ बैयव उनसे ऩछ ू ता है की उन्होंने उसकी चार को कैसे सभझा.
तफ शण्तत ने फतामा की, "नारयमों ऩय अत्माचाय कयने वारे औय भुझसे
रड़ने वारे 'तरुण दे व' की उजाग भे औय ण्जसे भैंने ढूॉढ कय ऩकड़ा था उस
तरुण दे व के उजाग वाय से तनकरी उजाग भे अन्तय था.....ण्जस कायण भुझे सॊदेह हुआ....तफ तरुण दे व ने मद्ध ु के दौयान ही भुझे सुझाव हदमा की वो तनदोष है औय इस फात को साबफत कयने के मरए भै अऩनी एक प्रततरूऩ हभेशा तरुण दे व के साथ यखॊू. ताकक मे फात साबफत हो जाए की तरुण दे व फनकय कोई औय नारयमों ऩय अत्माचाय कय यहा है . इस फाय तुभने भुझभे कपय से क्रोध बयने के मरए औय तरुण दे व को ढूॉढ कय उनसे
कपय से मद्ध ु को उकसाने के मरए उनका वेश धय कय भहहराओ ऩय ज़क ु भ ककमा ऩय आज तुम्हे योकने औय ऩकड़ने के मरए शण्तत के साथ - साथ उसकी प्रततरूऩ औय तरुण दे व बी थे."
रेककन अशतत बैयव जान फचाने के मरए एक भहहरा को फॊधक फना कय वहाॊ से फच तनकरता है . शण्तत औय तरुण दे व उनका ऩीछा कयते
है....थोडी दयू ी ऩय बैयव उस भहहरा को छोड़कय कपय से साधायण भानव
का हुमरमा धय कय बीड़ भे मभर जाता है . शण्तत तरुण दे व से ऺभा भाॊगती है औय तरुण दे व हभेशा शण्तत की भदद कयने की फात कह कय र्वदा रेते है . सभाप्त!!!
2. अपवित्र
ऩथ् ृ वी ऩय याज कयने की भॊशा रेकय याऺश ज़ातत के कुछ दानव ऩातार से धयती ऩय आ जाते है . उन्होंने एक छोटे से द्वीऩ के कफीरों ऩय
अत्माचाय कयके वहाॊ के रोगो को गुराभ फना कय अऩना अमबमान शुरू ही ककमा था की उनके यास्ते भे कफीरों की ऩीडड़त भहहराओॊ की ऩक ु ाय सन ु कय आ गई नायी ज़ातत की यऺक शण्तत. शण्तत के साभने उन
दानवो की कोई बी मण्ु तत मा शण्तत नही चर ऩा यही थी. आखख़यकाय, उन दानवो को वाऩस ऩातार बागना ऩड़ा.
तफ वो याऺश मोजना फनाते है की शण्तत की इन फड़ी शण्ततमों को
ख़त्भ कय हदमा जाए. एक कफीरे के कुर दे वता को हय हज़ाय सारो भे के फाय 100 नायी जानवयों की फमर दे ने का रयवाज़ था. फमर ना मभरने
ऩय ऩयू े कफीरे का र्वनाश हो जाता. ककवदॊ ततमों के अनस ु ाय फमर दे ने से योकने वारे को बी दे वता भाय दे ते थे. दानव मोजना अनस ु ाय मे ख़फय
सवगव्माऩी कय दे ते है ण्जससे शण्तत को ऩहरे ही इस रयवाज़ का ऩता चर जाता है औय वो फमर दे ने से योक दे ती है . कपय उस कफीरे के क्रोथधत दे वता प्रकट होते है . रेककन शण्तत उन्हें कुछ ऺण रुकने को कहती है
औय कुछ ही दे य भे वो दतु नमा बय से कई भयणासन (कुछ ही seconds
भे भयने वारी) जानवयों (females) को फमर के मरए रे आती है . कफीरे के दे वता फमर स्वीकाय कयके चरे जाते है औय उन दानवो की ऩहरी मोजना र्वपर हो जाती है .
उनभे से एक याऺश को शाऩ था की वो ण्जस बी जीर्वत वस्तु को स्ऩशग कय रेगा वो अऩर्वत्र हो जामेगा. वो याऺश नारयमों ऩय अत्माचाय कयके शण्तत को फर ु ाता है औय कपय शण्तत से भुतबेड कयता है औय भयते -
भयते उसे छू रेता है . शण्तत का शयीय बी अऩर्वत्र औय तनस्तेज हो जाता है औय उसकी सायी शण्ततमाॊ फेहद साधायण यह जाती है . उसके फाद वो
सबी दानव कपय से धयती ऩय आकय उन्ही कफीरों से शरु ु आत कयते है .
शण्तत द्वाया वहाॊ बेजे गए शण्तत के प्रततरूऩ बी दानव ख़त्भ कय दे ते है कपय वो शण्तत को बी फेफस कय दे ते है ऩय ककसी तयह शण्तत वहाॊ से
फच तनकरती है . दानव इसे अऩनी जीत भान रेते है औय अऩने
अत्माचायों को फढा दे ते है औय जकद ही फहुत से कफीरों ऩय अऩना याज पैरा दे ते है . इस रड़ाई की वजह से उसकी शण्ततमाॊ औय बी कभ हो जाती है . शण्तत फहुत ही असहाम भहसूस कय यही थी.
कपय वो सोचती है की गॊगा जी सबी के ऩाऩ औय अऩर्वत्रता धो दे ती है . शण्तत की मे अऩर्वत्रता बी गॊगा नदी के स्ऩशग से धर ु जामेगी. रेककन
ऐसा कयने से उसकी अऩर्वत्रता गॊगा जी भे मभर जामेगी. औय शाऩ की वजह से गॊगा जी के र्वरुप्त होने का खतया था. शण्तत एक बतत से गॊगा जर की की थोडी भात्रा अऩने मरए भाॊगती है औय उससे अऩने
शयीय ऩय तछड़क रेती है . रेककन उसकी शण्ततमों भे इसके फाद बी थोड़ा ही सध ु ाय हुआ था. वो फड़ी भण्ु श्करों से दतु नमा बय की नारयमों की भदद कय यही थी. तबी शण्तत को एक नायी की ऩक ु ाय सुनाई दे ती है ण्जसे सती प्रथा के तहत जरामा जा यहा था. शण्तत फड़ी भुण्श्कर से उससे
आग से फीच से तनकार कय गाॉव वारो से फचाती है . रेककन वो औयत
शण्तत के हाथो भे दभ तोड़ दे ती है . शण्तत का क्रोध जाग उठता है . तफ उसे माद आता है की उस दानव ने तो मसर्फग चॊदा रुऩी उसके शयीय की
खार को छुआ था. तफ शण्तत चॊदा रुऩी अऩने शयीय की खार को उताय
कय तॊयु त ही 1 ऺण भे उस भयी हुई औयत के अॊश से ख़द ु ऩय खार का आवयण चढा रेती है . उसके फाद उसकी सबी शण्ततमाॊ वाऩस आ जाती है औय वो उन दानवो का अॊत कयती है औय उन गाॉव वारो को सज़ा दे ती है ण्जनकी वजह से उस भासभ ू औयत की जान गई थी. The End!
3. Shakti Par Bhaari Shani
SUBAH-SUBAH CHANDA KA SHAREER KAAMPNE LAGA AUR WO SHAKTI BAN KAR PAHUNCH GAYI BAGAL WAALE GUPTA JI KAY GHAR.GUPTA JI AUR UNKI PATNI KI LADAI CHAL RAHI THI.SHAKTI NAY AAV DEKHA NAA TAAV DIYA GHUMA KAY GUPTA JI KAY.GUPTA JI
BEHOSH HO GAYE.MRS. GUPTA KO GUSSA AA GAYA. MRS. GUPTA- Ye kya kiya......Daayan....Tere baal nooch lu GUPTA JI KI BETI- Mummy,ye aap usse bata rahi ho ya pooch rahi ho.....kheech lo iske jhutade. MRS. GUPTA AUR UNKI BETI SHAKTI KAY BAAL KHEECHKAR USSE PEETNEY LAGI. SHAKTI- Arre...ruko......par mai to aapko bacha rahi thi Gupta Aunty....aap mujhe hi kyu maar rahi hai. MRS. GUPTA- Abhi mere itne bure din nahi aaye hai ki mai Gupta ji se hi pit jaau......wo to mai padosiyo ko sunane kay liye aur inki aawaz dabane kay liye chilaati hu.Ye to ab meri roz ki dril ban gayi hai. SHAKTI- Achcha...achcha jaa rahi hu.......hair cilp ka kya karogi Aunty wo to lauta do. CHANDA KAY DIN KI BONI (SHURUAT) HI KHARAB HUI THI.PAR AKDUM TABHI USSE KAHI SE SHAKTI BANNE KI PHIR PUKAR AAYI.AK YUVATI SAMUDRA MEY DOOB RAHI THI,SHAKTI KI GATI ITNI TEZ THI KI WO SAMUDRA TAL KAY ANDAR DRILLING KARTI CHALI GAYI.JAB UPAR PAHUNCHI TAB TAK COAST GUARDS NAY USS YUVATI KO BACHA LIYA THA.SHAKTI SEY SAMUDRA KAY ANDAR KA GHAADA TAIL CHIPAK CHUKA THA.
SHAKTI- Shabaash...aap logo nay bahut achcha kaam kiya jo iss yuvati ko bacha liya. Coast Guard Cadet - Par tera satyanaash jaaye Kaali Maai...... SHAKTI- Maine kya kiya Coast Guard Cadet- Waha border kay uss taraf Pakistan kay samudra shetra mey tum Kacche Tail ki khoj kar aayi ho aur unhe sab readymade mil jaayega khudai bhi nahi karni padegi. SHAKTI WAHA KAISE RUKTI PAR RAASTE MEY HI USSE KAHI AUR SE KISI NARI KI PUKAAR AAYI......SEHMI HUI SHAKTI AK MANDIR MEY PAHUNCHI JAHA AK PANDIT JI APNI PATNI KO BURI TARAH DAANT RAHE THAY. SHAKTI-Aunty......ye kya ye Pandit ji aapko peeda pahuncha rahe hai
PANDITAYIN JI- Haan......jaun rahe ki Mandir kay chadave mey se dui rupaiya leye rahe....e dekh lees aur daant diye rahe tabahu tum aaye gayi rahi. SHAKTI- Kya aap chahti hai ki inhe saza mile PANDITAAYIN JI- Jabse shaadi hui rahi tabahi se inko maarne ki sochat rahin.
BHEED JAMA HO GAYI,PANDIT JI NAY MAUKE KI NAZAKAT KO SAMAJHTE HUEY DAAV BADLA. PANDIT JI- Arre..dekhyo...Laakhan....Baagha....chhapal pahin kay Mandir mey ghus aayi rahin(Chanda aaj jaldbaazi mey chhapal utarna bhul gayi thi)...aur kara-kara kuch risat hai....humka to e chudail laagat hai.Maro..maro....hapak kay dei do e kay....Baal nooch lo......Panditayin tum kya tadat ho tuhau do ak ghuma kay..... SHAKTI KA AAJ DIN KHARAB CHAL RAHA THA.......AUR UDHAR AK GUPT STHAN PAR WONDERWOMAN,PRINCIPAL KAY SAATH MILKAR SHAKTI KO NIPTANE KA PLAN BANA RAHI THI. PRICIPAL- Plan kya hai WONDERWOMAN- Dekho....apna takla mat khujao mai bata rahi hu....Meri Gundiyo ki brigade tayar hai....Plan simple hai.....Dekhte jaao. WONDERWOMAN KAY AK ISHARE PAR USKI "GUNDI BRIGADE" KI HAZARO SADASYA AAPAS MEY LADNE LAGI AUR ITNI SAARI NARIYO KI CHEEKH PUKAR SUNKAR SHAKTI KAY KAI PARTIROOP UNHE MANAGE KARNE KAY LIYE SHAKTI SE ALAG HO GAYE. PRINCIPAL- Iss se kya hoga WONDERWOMAN- Tumhe Villian banaya kisne.....takle sey haath door rakho.Dekho Shakti hazaro pratiroopo mey baant chuki hai,ab
meri gundiya aapas mey ladai chhodkar Shakti kay kamzoor pratirropo par toot padengi aur itne kamzoor roopo ko sujha dengi.Ruko zara mai sabko ear phone par guide kar lu thodi dair. PRINCIPAL- Lekin........ WONDERWOMAN- Tumhe apna takla pyara nahi hai kya..... achcha....achcha mai pratical demonstration se samjhati hu. WONDERWOMAN-Zara...mujhe halke se maarna....mere cheekhne par Shakti ka pratiroop zaroor aayega. APNE TAKLE PAR WONDERWOMAN KI TIPPANIPYO SE NARAZ PRINCIPAL NAY BADI ZOR SE AK MUKKA MAARA WONDERWOMAN KAY SAR PAR AUR WONDERWOMAN KA WIG UTAR GAYA. PRINCIPAL- Ooh.....to ye hai sacchai.... WONDERWOMAN - Ispar hum baad mey baat karenge....dekho Shakti ka pratiroop aa gaya.....aaaa fhoooo SHAKTI KA PRATIROOP WONDERWONAM KI FHOONK SE HI UDD GAYA. WONDERWOMAN-DEKHA...TAKL......Ooh...Marti raho meri Gundiyo...Baal kheench-kheench kar isse bhi Takla bana do. PRINCIPAL- Jaanti ho Wonderwoman....mai aaj tak kuvara kyu hu
WONDERWOMAN-Kyu....ho PRINCIPAL- Kyoki koi Ganji mili hi nahi....aur mili bhi to mere vichaaro se uske vichaar nahi mile......I Love You...Wonderwoman. WONDERWOMAN- Ye baat to mai bhi tumse kehna chahti thi....I Love you too, Principal. SHAKTI KAY PRATIROOPO KA PITNA JAARI THA. The End!