çàæßÙæâæçãUçˆØ·¤è अ ट बर-िदस बर 20221 शोध, समी ा तथा आलोचना क अंतरा ीय पि का वष : 7, अंक : 27, ैमािसक : अ ट बर-िदस बर 2022 िव िव ालय अनुदान आयोग ारा अनुमोिदत पि का (UGCApprovedJournal-UGCCareReview) RNI NUMBER:-MPHIN/2016/67929 ISSN:2455-9717 संर क एवं सलाहकार संपादक सुधा ओम ढ गरा संपादक पंकज सुबीर काय कारी संपादक एवं क़ानूनी सलाहकार शहरयार (एडवोक ट) सह संपादक शैले शरण, आकाश माथुर िडज़ायिनंग सनी गो वामी, सुनील पेरवाल, िशवम गो वामी संपादक य एवं यव थापक य काया लय पी. सी. लैब, शॉप नं. 2-7 स ाट कॉ लै स बेसम ट बस ट ड क सामने, सीहोर, म. . 466001 दूरभाष : +91-7562405545 मोबाइल : +91-9806162184 (शहरयार) ईमेल- shivnasahityiki@gmail.com ऑनलाइन 'िशवना सािह यक ' http://www.vibhom.com/shivnasahityiki.html फ सबुक पर 'िशवना सािह यक ’ https://www.facebook.com/shivnasahityiki एक ित : 50 पये, (िवदेश ह तु 5 डॉलर $5) सद यता शु क 3000 पये (पाँच वष ), 6000 पये (दस वष ) 11000 पये (आजीवन सद यता) ब क खाते का िववरणName:ShivnaSahityiki BankName:BankOfBaroda, Branch:Sehore(M.P.) AccountNumber:30010200000313 IFSCCode:BARB0SEHORE संपादन, काशन एवं संचालन पूण तः अवैतिनक, अ यवसाियक। पि का म कािशत साम ी लेखक क िनजी िवचार ह । संपादक तथा काशक का उनसे सहमत होना आव यक नह ह । पि का म कािशत रचना म य िवचार का पूण उ रदािय व लेखक पर होगा। पि का जनवरी, अ ैल, जुलाई तथा अ ट बर माह म कािशत होगी। सम त िववाद का याय े सीहोर (म य देश) रह गा। आवरण किवता चं कांत देवताले आवरण िच शहरयार
2çàæßÙæâæçãUçˆØ·¤è अ ट बर-िदस बर 2022 आवरण किवता / चं कांत देवताले संपादक य/शहरयार/3 यं यिच /काजलक मार/4 सं मरणआलेख 'मलका-ए-मौसीक़ '-रोशनआराबेगम पंकजपराशर/5 पु तकसमी ा दोप र देऔरनीलक र जीकाफ ल हीरालालनागर/िदनेशि वेदी,राजेशचं ा/8 आलोचना िदनेशक मार/शैलेशक मार,डॉ.नीलमिसंह /12 कालासोना क तनयादव/र नूयादव/17 मेरीचयिनतकहािनयाँ डॉ.पंकजसाहा/माधवनागदा/20 वस तकाउजाड़ गोिवंदसेन/ काशका त/23 ए सवाईकाज़ेड मह शक मार/ भातर जन/26 मनक तूरीर डॉ.जसिव दरकौरिब ा/अंजूशमा /28 नईिद ीदोसौब ीसिकलोमीटर डॉ.रमाकांतशमा /खेमकरण'सोमन'/29 कोई शबूउदासकरतीह सुषमामुनी /नीिलमाशमा /30 एकट कड़ाआसमान डॉ.जसिव दरकौरिब ा/िवनोदक शवाहा/32 अकालमृ युएवंअ यकहािनयाँ योगे शमा /डॉ.वेद काशअिमताभ/34 गुनगुनीचायऔर ी मुक शिनिव कार/क तेषदहलान/36 कथा-स क दीपकिगरकर/सूय बाला/38 देखासामंज़र काशका त/गोिव दसेन/40 इनिदन जोम नेपढ़ा/सुधाओमढ गरा दोगज़ज़मीन/ह रभटनागर/16 कहानीपरचचा ढ ड़चलेजैह का क संगे/पंकजसुबीर(वनमालीकथा) चचा कार:वीणासंवाद क प/41 नईपु तक कथा-स क/ममताकािलया/60 अपनेसमयक सा ी/नंदभार ाज/64 िज़ंदगीक सबसेसद रात/क णिबहारी/72 पॉन टारऔरअ यकहािनयाँ/वीणाव सलिसंह/97 शोधआलेख मधुकाकं रयाक उप यास म ीजीवन मुने भाटी/45 िह दीसािह यकप का रताऔरनवलेखनकाअ तःसंबंध मीनाशमा /48 ी:अनािमकाक नज़रम भावनाशा य/50 कामकाअथ एवंप रभाषा:उदा जीवनक स दभ म डॉ.िवजयक मारपटीर/53 िम ोमरजानी: ीजैिवकअिधकार काशंखनाद शबनमभारतीय/56 नर कोहलीक यं य-चेतना डॉ.अजयक .पट ल/59 दिलतसािह यकार क ग म दिलत क अिभ य का वर सीतारामखटीक/61 एकड बतेजहाजक अंतक थाम म यवग परिचंतन ओमवती/62 मै ेयीपु पाक उप यास म कामकाजी ी डॉ.क पनाआर.पट ल/65 िह दीकिवताम वै कनारीकासामािजकिचंतन डॉ.परमजीतएस.पनेसर/67 शेफालीक फ लउप यासम अिभ य ीजागरणक वर स रतामीना/70 िह दीसािह यम िक रजीवनकामनोवै ािनकिव ेषण सुमन/73 ीलालशु क यं यचेतना पट लकमलेशक मार/76 ठीकर क मंगनीउप यासकाता वकिववेचन डॉ.भरतअ.पट ल/79 बौ कालीनसािह यऔरसमाजम नारीजीवनक िववेचना डॉ.पवनराजपुरोिहत/82 भासक नाटक म संगीत डॉ.रीटाएच.पार ख/85 मानवीयमू य क उ ोषक:महा मागाँधी डॉ.शीतलए.अ वाल/87 वत मानप र े यम वेदकालीन याियकमह ा डॉ.बी.बी.चौधरी/89 समयक सलवट और'समयसरगम':क णासोबती डॉ.अिनताभ /91 मेह सापरवेज़क उप यास म नारीसंवेदना डॉ.अजु नक .तड़वी/93 िह दीआ मकथासािह यम िक रजीवन डॉ.सनोजपी.आर/95 ImpactofGlobalisationonEmploymentofEmployees Dr.LoveKumar/98 ImpactofcapacityBuildingtoPromotingHumanResource RaniPal/100 SalttradeintheChittagongDivision SanjeevKumarDey/102 इस अंक म
çàæßÙæâæçãUçˆØ·¤è अ ट बर-िदस बर 20223 शहरयार िशवना काशन, पी. सी. लैब, स ाट कॉ लै स बेसम ट बस ट ड क सामने, सीहोर, म. . 466001, मोबाइल- 9806162184 ईमेल- shaharyarcj@gmail.com संपादक य सािह यम इससमयउ सव कादौरह ।सालक पूर तीनसौप सठिदनकह नकह ,कोई नकोईउ सवआपकोचलता आिमलेगाही।लेखकअपनासामानिलए-िलएएकएयरपोट सेदूसर एयरपोट (जीहाँअबिह दीकालेखकहवाम हीउड़ताह )भागतेिफररह ह ।उ सवम जाओ िफर उसक बाद सबसे बड़ी िचंता यह होती ह िक फ़ोटो ठीक-ठाक आ जाएँ सोशल मीिडयापरलगानेक िलए। य िकइनिदन जोउ सवहोरह ह ,उनकाअसलउ े यशायद सोशल मीिडया ही ह । लेखक उ सव म अपना स पूरा कर तुर त प चता ह पाँच अथवा तीन िसतारा होटल (अब का िह दी लेखक धम शाला म नह कता) क कमर म , अपने फ़ोटोज़ सोशल मीिडया पर अपलोड करने क िलए। इस अपलोड करने म कह न कह यह भाव भी होताह -'देखलोहमिफरएकउ सवम बुलािलएगएह ।'कईबारतोऐसाहोताह िकलेखक को एक उ सव िनपटा कर उसी शहर से िकसी दूसर शहर क उ सव म जाना होता ह । उसक पास समय भी नह होता ह िक वह अपने घर जाकर िफर वहाँ से आगे जा सक । इस तरह का हाल अभी तक मंचीय किवय का और मुशायर क शायर का होता था मगर अब िह दी क लेखक का भी वही हाल हो चुकाह । किवस मेलन तथामुशायर म और इनउ सव म फ़क़ बसइतनाह िकवहाँभरपूरसं याम ोताहोतेह ,औरयहाँ ोतातोनह क बराबरहोतेह ,बस क छलेखकहोतेह ,जो ोताहोनेकादािय वपूराकरतेह ।इसीकारणअ सरयहहोताह िक उ सव क जोफ़ोटोसोशलमीिडयापरआतेह ,उनम क वलमंचक हीफ़ोटोहोतेह , ोता क फ़ोटो डालने से अ सर परह ज़ िकया जाता ह । य िक असल म तो कई बार ोता होते ही नह ह । कई ऐसे सेवािनवृ लेखक ह , जो लेखन और सरकारी नौकरी दोन से सेवािनवृ हो चुक ह , उनको बुलाने पर उ सव क आयोजक को यह फ़ायदा होता ह िक उसे उनक क वल रहनेऔरखाने(पीने)क ही यव थाकरनीहोतीह ,बाक़ आने-जानेकामाग - ययवेअपना वयं ही उठाते ह । कारण...? उ सवधिम ता.... ब त िदन तक यिद सोशल मीिडया पर फ़ोटो नह डाले तो लोग कहने लग गे '