"बालमित्रों,
दुनिया में जितने भी महान पुरुष हो गए, उन सभी में सिन्सियरिटी एक महत्वपूर्ण गुण था। उन्होंने किसी काम को कम या ज्यादा महत्व नहीं दिया और ना ही उसे छोटा या बड़ा काम समझा। बस, सिन्ि
अगर सफलता की एक चाबी सिन्सियरिटी ही है, तो आप भी इस चाबी का उपयोग क्यों न करें?
परम पूज्य दादाश्री ने भी इस गुण की बहुत तारीफ की है। यह गुण हम में मैं कैसे आए, उसकी सुंदर समझ भी दी है।
तो आइए हम भी अपने में सिन्सियरिटी के गुण विकसित करके जीवन व्यवहार और मोक्ष की सफलता के लिए आगे बढ़ें।
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सिन्सियारीटी | August 2012 | अक्रम एक्सप्रेस