Film

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वासषिकी

भारतीय सिनेमा के िौ िाल भारत में पहली फिल्म का प्रदशशन 7 जुलाई, 1896 को मुंबई के वाटसंस होटल में फ्रांसीसी कैमरामैन ने फकया था।

षष 2012 में भरतीय रजतपट ने अपने सुनहरे सफर के सौ साल पूरे ककए। 19वीं सदी के अंकतम दशकों में जब भारत ने गुलामी की बेकड़यां तोड़ने के कलए अपने आंदोलनों की धार तेज कर दी थी, तभी कला की इस कवधा ने देश में धीरे-धीरे िवेश ककया था। ककसी नवजात कशशु की तरह ही तब कसनेमा ने बोलना नहीं सीखा था। मूक कि​िपट से बॉलीवुड कहलाने और हालीवुड में भी अपनी पहिान बनाने तक भारतीय कसनेमा ने न केवल लंबा सफर तय ककया बककक इस सफर की राहों पर अपनी छाप भी छोड़ी। भारत में पहली कफकम का िदशषन 7 जुलाई, 1896 को मुंबई के वाटसंस होटल में फ्रांसीसी कैमरामैन मॉकरस सेकटटर ने आयोकजत ककया था। इस िदकशषत सामग्री को 'एंट्री ऑफ कसनेमटै ोग्राफ' नाम कदया गया और इसे 'माववेल ऑफ द नाइनटींथ सेंिुरी' व 'वंडसष ऑफ द वकडड' नाम से ि​िाकरत ककया गया। इसे देखने का िवेश शुकक 1 रुपया था।

स्वदेश में निनमित पहली फीचर नफल्म 21 अिैल, 1913 को पहली फीिर कफकम 'राजा हकरकिंद्र' का िदशषन िुकनंदा दशषकों के सामने ओलंकपया कथयेटर में ककया गया था। इस मूक कफकम के कनमाषता दादा साहेब फाकके थे। बाद में इसे व्यावसाकयक िदशषन के कलए 3 मई, 1913 को कोरोनेशन कसनेमेटोग्राफ कथयेटर में जारी ककया गया 44

जहां यह 23 कदन िली। यह धाकमषक कफकम 'राजा हकरकिन्द्र' के पौराकिक आख्यान पर आधाकरत थी। कुछ कफकम इकतहासकार 1912 में बनाई 'पुण्डकलक' कफकम को पहली फीिर कफकम मानते हैं कजसमें कनमाषताओं ने किकटश कसनेमैटोग्राफर की सेवाएं ली थीं। पर 'राजा हकरकिन्द्र' पूरी तरह से टवदेश कनकमषत फीिर कफकम मानी जाती है। इसकी टमृकत में हर साल 3 मई को 'राटट्रीय कफकम पुरटकार' आयोकजत ककए जाते हैं। राटट्रीय कफकम पुरटकारों के साथ ही दादा साहेब फाकके के सम्मान में हर साल लंबे समय तक कफकम क्षेि में उकलेखनीय योगदान करने वाली हटती को 'दादा साहब फाकके लाइफटाइम एिीवमेंट पुरटकार' कदया जाता है। वषष 1966 से इस पुरटकार की शुरुआत की गई थी। 1917 में दादा साहब फाकके (धुंडीराज गोकवंद फाकके) द्वारा कनकमषत 'लंका दहन' भारत में पहली बॉसस ऑकफस कहट कफकम थी।

पहला नि​िेमाघर 1907 में जेएफ मदान (जमशेदजी फ्रामजी मदान) ने कोलकाता में 'एककफंटटन कपसिर पैलेस' कसनेमाघर की शुरुआत की थी। अब इसे 'िैपकलन' कहा जाता है। उन्होंने 1902 में कोलकाता में तंबओं ु में कफकमों के कनयकमत िदशषन िालू ककए थे।

पहली बोलती नफल्म 'आलम आरा' पहली बोलती कफकम थी। बंबई के मैजेकटटक कसनेमा में इसे 14 मािष, 1931 को िदकशषत ककया गया था। इम्पीकरयल मूवीटोन के बैनर तले बनी इस कफकम का कनमाषि और कनदवेशन आदवेकशर माखन ईरानी ने ककया था। इसकी कहानी जोसफ डेकवड द्वारा इसी नाम से कलखे गए एक पारसी नाटक पर आधाकरत थी। इसके िमुख पािों में पृथ्वीराज कपूर, एलबी िसाद, डब्कयूएम खान, माटटर कवट्ठल और जुबैदा शाकमल थे। इसमें सात गीत थे। इसे पूरा करने में दो माह का समय लगा। रेलवे लाइन के पास इसकी शूकटंग ककए जाने के


कारि रेलगाकड़यों के फेरे रुकने के बाद शूकटंग की जाती थी।

पहली स्वदेशी रंगीि नफल्म 1937 में बनी 'ककसान कन्या' पहली टवदेशी रंगीन कफकम थी। मोती बी. कगडवानी के कनदवेशन में बनी इस कफकम की पटकथा व संवाद सआदत हसन मंटो ने कलखे थे। 137 कमनट लंबी यह कफकम इंपीकरयल कफकम कंपनी ने बनाई थी। इसके िमुख कलाकारों में पद्मा देवी, कजकलो, गुलाम मोहम्मद, कनसार, सईद अहमद व गनी शाकमल थे। इस कफकम को आयात की गई कसनेकलर िकिया से रंगीन बनाया गया था। कफकम का संगीत रामगोपाल पांडे द्वारा तैयार ककया गया था। सोहराब मोदी की 1953 में करलीज कफकम 'झांसी की रानी' टेसनीकलर में बनायी गई पहली कफकम थी।

7 अगस्त: भारत-सीलैक ट्रॉइका की पहली विदेश मंविथतरीय बैठक नई वदल्ली में हुई। लैविन अमेवरकी कैरेवबयन क्षेि के 33 देशों के संगठन सीलैक के िततमान प्रमुख विली के विदेश मंिी अल्फ्रेडो मोरेनो के साथ िेनेजुएला के विदेश मंिी वनकोलस मदुरो और क्यूबा के उप विदेश मंिी रोजेवलयो सीयरा ने दल का प्रवतवनवित्ि वकया। 8 अगस्त: राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े साजो-सामान के बारे में सुझाि देने के वलए गवठत 14 सदथयीय नरेश िंद्र सवमवत ने अपनी प्रथतुवत दी। 9 अगस्त: ओवडशा के व्हीलर द्वीप वथथत इंिीग्रेिेड िेथि रेंज के लांविंग काम्प्लेक्स-4 में रेल मोबाइल प्रणाली से अवनन-2 बैलेवथिक वमसाइल का सफल परीक्षण हुआ। 13 अगस्त: राज्यसभा में राष्ट्रीय मानवसक थिाथथ्य और थनायु विज्ञान संथथान (वनमहान्स) वि​िेयक-2010 पावरत कर वदया गया। 23 अगस्त: थिदेश में वनवमतत हल्के पायलि रवहत विमान लक्ष्य-1 के उन्नत संथकरण की परीक्षण उड़ान सफल रही। लक्ष्य-1 का उड़ान परीक्षण इंजन की क्षमता को जांिने के वलए वकया गया। 25 अगस्त: परमाणु हवथयार ले जाने में सक्षम और सतह से सतह पर मार करने िाली मध्यम दूरी की वमसाइल पृथ्िी-2 का सफल परीक्षण वकया गया। 28 अगस्त: प्रिानमंिी मनमोहन वसंह की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में केंद्रीय मंविमंडल ने बाल श्रम (वनषेि और वनयमन) अविवनयम 1986 में संशोिन करने को मंजूरी प्रदान की। इस अविवनयम में संशोिन के द्वारा 14

िबिे ज्यादा गीतों वाली नफल्म मदन कथयेटर की कफकम 'इंद्र सभा' (1932) में 71 गीत थे। कफकम का कनदवेशन जेजे मदन ने ककया था। इसका कथानक सैयद आगा हसन अमानत द्वारा कलकखत एक नाटक पर आधाकरत था। कफकम के गीतों के गायक थे- माटटर कनसार और जहानआरा कज्जन। इस कफकम के कसतारों में अब्दुल रहमान काबुली और मुख्तार बेगम िमुख थे। कवदेश में व्यावसाकयक तौर पर िदकशषत पहली कफकम 1925 में भारत-जमषन सहयोग से बनी कहमांशु राय की कफकम 'िेम संन्यास' या 'लाइट ऑफ एकशया' किटेन और कई यूरोपीय नगरों में िदकशषत की गई थी। लंदन में इसका 9 माह तक कनरंतर िदशषन िला। इसका कनदवेशन एक जमषन फैंज आटटेन ने ककया था। यह कफकम बुद्ध की जीवन-कथा पर आधाकरत थी।

टटूकडयोज में 3डी एकनमेशन ककया गया। इस कफकम को अमेकरका के 2,600 कथएटरों में करलीज ककया गया कजससे 250 करोड़ रुपये का बॉसस ऑकफस संग्रह हुआ।

निनमित पहली 70 एमएम नफल्म

1975 में टवाधीनता कदवस पर करलीज हुई 'शोले' भारत में 70 एमएम में छह-ट्रैक टटीकरयोफोकनक ध्वकन के साथ बनी पहली कफकम थी। उस समय हर बड़े शहर में मुकककल से एक ऐसा कसनेमा हॉल होता था जहां इसका िदशषन ककया जा सके। केवल बंबई में ऐसे तीन कसनेमाघर थे- कमनवाष, एससेलकसयर व बाद में िेम्बूर में बना 'बसंत'। 70 एमएम फामवेट िलकि​िों के शुरुआती कदनों से ही मौजूद था। शोले का कफकमांकन कनाषटक के रामनगर के िट्टानी क्षेि में ककया गया था। मुंबई के एक कथयेटर में यह अंतरराष्ट्रीय 3डी एनिमेशि नफल्म 286 सप्ताह लगातार िदकशषत की गई। भारत के ऑटकर के कलए शॉटडकलटट की गई हॉलीवुड कफकम 100 से ज्यादा कथयेटरों में कसकवर जुबली मनाने 'अकफा एंड ओमेगा' का मुंबई के िेटट एकनमेशन वाली यह पहली भारतीय कफकम थी। भारत में 45


वासषिकी भारतीय सिनेमा की अन्य रोचक बातें सेंसरफशप: 1918 में भारत में वितानी एक्ि की तजत पर सेंसरवशप लागू की गई। इसके द्वारा वफल्मों की सेंसरवशप और लाइसेंवसंग की व्यिथथा की गई। 1920 में वरलीज वफल्म 'ऑफफन्स ऑफ द थिॉमत' भारत में सेंसरवशप लागू होने के बाद सेंसर होने िाली पहली वफल्म थी। सामाफजक हास्य फिल्म : पहली कॉमेडी वफल्म 'द इंनलैंड वरिनत' का वनमातण िीरेन गांगुली ने वकया। वफल्म की कहानी विदेश से लंबे समय बाद लौिे भारतीय की कहानी थी, जो अपने ही देश में खुद को अजनबी महसूस करता है। पार्वश गायन की शुरुआत : शुरू में परदे पर नायकनावयका अपने गीत खुद गाते थे। 1935 में वनवतन बोस ने वफल्म 'िूप-छांि' में पार्ित गायन की तकनीक अपनाई। इसके बाद 'इन्द्रसभा' और 'देिी देियानी' जैसी गीत-संगीत से भरपूर वफल्मों का वनमातण हुआ। सबसे ज्यादा गीतों वाली फिल्में : मदन वथयेिर द्वारा वनवमतत भारत की दूसरी बोलती वफल्म 'शीरी फरहाद' 30 मई, 1931 को वरलीज हुई थी। इसका वनददेशन जेजे मदन ने वकया था। इसमें 18 गीत थे.

सबसे ज्यादा 71 गीतों िाली वफल्म 'इन्द्रसभा' थी। इस वफल्म में माथिर वनसार, जहांआरा और कज्जन मुख्य भूवमका में थे। पहला स्वप्न दृर्य और गीत: राजकपूर की 1951 में प्रदवशतत वफल्म 'आिारा' में नरवगस और राजकपूर पर थिप्न दृर्य और गीत 'घर आया मेरा परदेसी' वपक्िराइज वकया गया था। इस गीत के बाद राजकपूर इंडथट्री के शोमैन मान वलए गए। फिल्म में पहला फ्लैशबैक : 1934 में प्रदवशतत वफल्म 'रूपलेखा' में पहली बार फ्लैशबैक तकनीक का उपयोग वकया गया था। पीसी बरुआ और जमुना मुख्य भूवमका में थे। पहली मफहलाएं: दुगात बाई और उनकी बेिी कमलाबाई गोखले वफल्मों में कदम रखने िाली पहली मवहलाएं थीं। उन्होंने दादा साहेब फाल्के की 1913 में वरलीज दूसरी वफल्म 'मोवहनी भथमासुर' में एकसाथ अवभनय वकया था। बोलती वफल्मों की पहली मवहला रानी जुबैदा थीं। उन्होंने 'आलम आरा' से पहले 36 मूक वफल्मों में अवभनय वकया था। लगातार तीन जुबली फिल्में देने वाला अफभनेता : अमोल पालेकर भारत के पहले ऐसे अवभनेता थे वजनकी डेब्यू वफल्म [रजनीगंिा (१९७४)] ने वसल्िर जुबली तो मनाई ही, उसके बाद उनकी प्रदवशतत दोनों वफल्मों [छोिी सी बात (१९७५) और वितिोर (१९७६)] ने भी वसल्िर जुबवलयां मनाई।

इसका गोकडन जुबली (लगातार 50 सप्ताह) मनाने का करकॉडड अब तक कायम है।

नि​िेमास्कोप में बिी पहली नफल्म गुरुदत्त द्वारा कनकमषत-कनदवेकशत कफकम 'कागज के फूल' कसनेमाटकोप में बनी पहली कफकम थी। हॉलीवुड में कसनेमाटकोप के पहली बार ियोग के 6 साल बाद 1959 में भारत में इसका ियोग शुरू ककया गया। इसे गुरुदत्त की सवषश्रेटठ कफकम माना जाता है। लेककन यह बॉसस ऑकफस पर कवफल रही। यह तकनीकी दृकटट से बेकमसाल थी। िकाश और छाया के संयोजन में कैमरे की अद्भुत कला इस कफकम में कदखाई गई है। इस कफकम के कथानक में गुरुदत्त की जीवनी की झलक कदखाई देती है।

िबिे ज्यादा लंबा नफल्मी गीत द्वारा कलखा गया है। इसका संगीत अनु मकलक ने कदया है। 'अब तुम्हारे हवाले वतन साकथयों' गीत सबसे लंबा (20 अकनल शमाष के कनदवेशन में बनी इस कफकम में अकमताभ कमनट) है, जो इसी नाम से बनी कफकम में सोनू कनगम, बच्चन, अक्षय कुमार, बॉबी देओल और कदव्या खोसला उकदत नारायि और कैलाश खेर द्वारा गाया गया व समीर िमुख कलाकार थे। 46


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िफल्म पुरस्कार सवशश्रेष्ठ अफभनेत्री का राष्ट्रीय अवाडड फवद्या बालन और सवशश्रेष्ठ अफभनेता का अवाडड मराठी अफभनेता फगरीश कुलकणीश को फमला।

57वें नफल्मफेयर पुरस्कार 29 जनवरी, 2012 को 57वें कफकमफेयर पुरटकार िदान ककए गए। इसमें अकभनेता रिबीर कपूर को कफकम रॉकटटार के कलए सवषश्रेटठ अकभनेता और डटीष कपसिर के कलए कवद्या बालन को सवषश्रेटठ अकभनेिी का पुरटकार कदया गया। वाइकडलाइफ और एन्वायरमेंटल कफकम मेकर माइक पांडेय को वषष 2012 का वी. शांताराम लाइफ टाइम एिीवमेंट अवॉडड िदान ककया गया। अकभनेिी अरुिा ईरानी को लाइफटाइम एिीवमेंट अवॉडड कदया गया।

सववश्रेष्ठ गािक मोकहत िौहान (रॉकटटार: जो भी मैं के कलए) सववश्रेष्ठ सहािक अभिनेत्री रानी मुखजी (नो वन कककड जेकसका) सववश्रेष्ठ सहािक अभिनेता फरहान अख्तर (कजंदगी ना कमलेगी दोबारा) सववश्रेष्ठ नवोभित अभिनेता कवद्युत जामवाल (फोसष) सववश्रेष्ठ नवोभित अभिनेत्री पकरिीकत िोपड़ा (लेडीज वसवेज करकी बहल) सववश्रेष्ठ संवाि फरहान अख्तर (कजन्दगी ना कमलेगी दोबारा) सववश्रेष्ठ पटकथा : डेकही बेली (लेखक अक्षत वमाष) सबसे अच्छी कहानी आई एम कलाम (संजय िौहान) भिभटक्स सववश्रेष्ठ अभिनेता रिबीर कपूर भिभटक्स सववश्रेष्ठ अभिनेत्री कियंका िोपड़ा

अन्य पुरस्कार इि तरह हैं सववश्रेष्ठ अभिनेता रिबीर कपूर (रॉकटटार) सववश्रेष्ठ अभिनेत्री कवद्या बालन (डटीष कपसिर) सववश्रेष्ठ संगीतकार एआर रहमान (रॉकटटार) सववश्रेष्ठ गीतकार इरशाद काकमल 59 वें राष्ट्रीय नफल्म पुरस्कार सववश्रेष्ठ गाभिका रेखा भारद्वाज और उषा उथुप को संयुसत रूप से 59वें राटट्रीय कफकम पुरटकारों में सवषश्रेटठ अकभनेिी (सात खून माफ के गीत 'डाकलिंग' गीत के कलए) का अवाडड कवद्या बालन और सवषश्रटे ठ अकभनेता का अवाडड मराठी अकभनेता कगरीश कुलकिीष को कमला। 47


वासषिकी इन्हें समला राष्ट्रीय सिल्म पुरस्कार सवशश्रेष्ठ अफभनेत्री विद्या बालन (द डिीत वपक्िर) सवशश्रेष्ठ अफभनेता वगरीश कुलकणीत सवशश्रेष्ठ फनददेशक गुरविंदर वसंह (अन्हे घोरे दा दान) सवशश्रेष्ठ फहंदी फिल्म आई एम (वनददेशक ओवनर) सवशश्रेष्ठ गीतकार अवमताभ भट्िािायत (अगर वजंदगी-आइ एम) सवशश्रेष्ठ मफहला पार्वश गाफयका रूपा गांगुली सवशश्रेष्ठ पार्वश गायक आनंद भािे (बाल गंि​ित ) सवशश्रेष्ठ बाल कलाकार : पथोत गुप्ते और विल्लर पािीत ग्रुप सवशश्रेष्ठ फवफशष्ट प्रभाव हैरी वहंगोरानी ि केतन यादि (रॉ.िन) सवशश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक मनोज पुजारी (रोवहणी हट्िंगड़े) स्पेशल ज्यूरी अवॉडड अंजन दत्त (आई एम में बेथि वलवरक्स ) सवशश्रेष्ठ साजसज्जा द डिीत वपक्िर और बाल गंि​ित

एडप्टेड स्क्रीनप्ले राइटर अविनाश देशपांडे सवशश्रेष्ठ संवाद लेखक वगरीश कुलकणीत सवशश्रेष्ठ िीचर फिल्म देिूर (मराठी) और बयारी (कन्नड़) साझा रूप से सवशश्रेष्ठ बाल फिल्म विल्लर पािीत (नीतीश वतिारी और विकास बहल द्वारा वनददेवशत) सवशश्रेष्ठ मूल पटकथा विल्लर पािी (नीतीश, विजय और बहल ने वलखी) सवशश्रेष्ठ सहायक अफभनेता अप्पू कुंट्िी सवशश्रेष्ठ मौफलक पटकथा लेखन विकास बहल और मनीष वतिारी (विल्लर पािीत) सवशश्रेष्ठ साउंड फडजाइफनंग वफल्म गेम सवशश्रेष्ठ नृत्य फनददेशक बॉथको-सीजर (सेनोरीिा-वजंदगी न वमलेगी दोबारा) इंफदरा गांधी फिल्म पुरस्कार िॉर डेब्यू डायरेक्टर आणतय िंडम सवशश्रेष्ठ पुस्तक अवनरुद्ध भट्िािायत और बालाजी विल (आरडी बमतन द मैन-द म्यूवजक के वलए)

कवद्या बालन को 'द डटीष कपसिर' में जबकक कगरीश कुलकिीष को मराठी कफकम 'देयोल' में शानदार अकभनय के कलए पुरटकार कमला। कवद्या बालन को पहली बार राटट्रीय पुरटकार कमला। भारत के उपराटट्रपकत हाकमद अंसारी ने 4 मई, 2012 को राटट्रीय कफकम पुरटकार से हकटतयों को सम्माकनत ककया। सामान्यत: यह पुरटकार राटट्रपकत की ओर से कदए जाते हैं, लेककन राटट्रपकत के कवदेश दौरे पर होने के कारि उपराटट्रपकत ने इन्हें िदान ककया।

दादा िाहब फाल्के पुरस्कार बांनला अकभनेता सौकमि िटजीष को दादा साहब फाकके पुरटकार कदया गया। सौकमि िटजीष ने 1959 में सत्यजीत रे की कफकम 'अपूर संसार' में पहली बार काम ककया था और उसके बाद उनकी 14 कफकमों में काम ककया। सौकमि 48

िटजीष ने तपन कसन्हा, मृिाल सेन, अजय कार और तरुि मजूमदार की कफकमों समेत िार सौ से भी ज्यादा कफकमों में काम ककया है। उनकी िमुख कफकमें हैं - अपूर संसार, देवी, खुकदतो पाषाि, दीन कन्या, अकभजान,


िारुलता, कापुरुष, आकाश कुसुम, अरनयर कदनराकि, आशाकन संकते , सोनार केला, जोय बाबा फेलनु ाथ, हीरक राजार देशे, गिशिु, शाखा िोशाखा, पदाक्षेप और अंगशुमानेर शोबी हैं। दादा साहेब फाकके ने भारत की सबसे पहली फीिर कफकम राजा हकरकिंद्र का वषष 1913 में कनमाषि और कनदवेशन ककया था।

एनसिलेंि इि नि​िेमा अवाडड जाने-माने भारतीय कफकमकार कयाम बेनेगल को लंदन में साउथ एकशयन कसनेमा फाउंडेशन के समारोह में एकससलेंस इन कसनेमा अवाडड से सम्माकनत ककया गया। बेनेगल को बॉलीवुड में नई तरंग के कसनेमा के जनक के रूप में भी जाना जाता है। इस कफकमकार को भारतीय कसनेमा में बेहतरीन योगदान के कलए इस पुरटकार से नवाजा गया है। किटेन में भारतीय उच्चायुसत डासटर जेकमनी की पत्नी रीता भगवती ने साउथबैंक कटथत किकटश कफकम इंटटीट्यूट (बीएफआई) में हुए कायषिम के दौरान बेनगे ल को यह सम्मान िदान ककया। वषष 2005 में कयाम बेनेगल को दादा साहब फाकके पुरटकार से सम्माकनत ककया गया था।

100 िविकानलक में शानमल 'आवारा' अमेकरका की िकतकटठत टाइम पकिका ने 1923 के बाद बनी 100 सवषश्रेटठ कफकमों की सूिी में 20 नई कफकमों को शाकमल ककया है। इस सूिी में 1951 में िदकशषत राज कपूर अकभनीत कफकम आवारा को भी शाकमल ककया गया है। वषष 2005 में टाइम पकिका द्वारा जारी की गई 100

िषत तक की आयु के बिों को खतरनाक और गैर खतरनाक कामों में लगाने पर पूणत प्रवतबंि लगाया गया है। 29 अगस्त: भारत सरकार के परमाणु ऊजात विभाग और विज्ञान तथा प्रौद्योवगकी विभाग ने 'लाजत हेड्रोन कोलाइडर में भारत' पर एक राष्ट्रीय बैठक आयोवजत की। 29 अगस्त: सिोति न्यायालय ने मुंबई पर 26 निंबर, 2008 में हुए आतंकिादी हमले में पकड़े गए एकमाि जीवित आतंकिादी अजमल आवमर कसाब की फांसी की सजा बरकरार रखी। 31 अगस्त: कुडनकुलम परमाणु ऊजात पवरयोजना की पहली और दूसरी इकाई िालू करने को िुनौती देने िाली याविकाओं को मद्रास उि न्यायालय ने खावरज कर वदया।

नितंबर 1 फसतंबर: भारत दुवनया के उन िुवनंदा देशों में शावमल हो गया, जहां साितजवनक थिाथथ्य के वहत में मोबाइल िािर और मोबाइल हैंडसेि के संबंि में कड़े इलेक्ट्रोमैननेविक फ्रीक्िेंसी विवकरण मानदंड लागू हैं। 3 फसतंबर: मवहलाओं का कायतथथलों पर लैंवगक उत्पीड़न से संरक्षण वि​िेयक-2010 लोक सभा में पावरत कर वदया गया। 3 फसतंबर: भारत और तावजवकथतान के बीि खेल, थिाथथ्य, संथकृवत, वशक्षा, श्रम और ऊजात के क्षेिों में 6 समझौते हुए। इन समझौतों पर भारत की यािा पर आए तावजवकथतान के राष्ट्रपवत एमोमली रहमोन और प्रिानमंिी मनमोहन वसंह ने प्रवतवनविमंडल थतर की िातात के बाद हथताक्षर वकए। 4 फसतंबर: भारत-िीन के रक्षा मंवियों ने वशष्िमंडल थतर की बातिीत के बाद 2010 से रुका संयुक्त सैन्य अभ्यास वफर शुरू करने का वनणतय वलया। 7 फसतंबर: 21िें 'भारत को जानो' कायतक्रम के युिा प्रवतवनवियों ने राष्ट्रपवत प्रणब मुखजीत से राष्ट्रपवत भिन में मुलाकात की।

सदाबहार कफकमों में सत्यजीत रे की द अप्पू ट्राइलॉजी, मकिरत्नम की नायकन और गुरुदत्त की प्यासा को शाकमल ककया गया था। कनदवेशक मकिरत्नम की कफकम रोजा में ए.आर. रहमान के संगीतबद्ध गीतों को भी शीषष 10 गीतों में जगह दी गई थी। वषष 1953 में आवारा को कान्स कफकम समारोह में भी कदखाया गया, जहां उसे गोकडन पाम के कलए नाकमत ककया गया। 1964 में इसे तुकीष भाषा में भी बनाया गया, कजसमें सादरी और अजदा पैकान जैसे तुकीष के मशहूर कलाकारों ने काम ककया। 49


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'लाइफ ऑफ पाई' इस थ्री-डी फिल्म ने एक नए तरह के फसनेमा को जन्म फदया। येन माटडल के उपन्यास पर बनी यह फिल्म कािी सराही गई। हैं। अिानक भारी तूफान से जहाज उलट जाता है। इस जहाज से कनकली एक लाइफबोट में पाई के साथ उसके साथ लाए गए िार जानवर (शेर, जेिा, लकड़बनघा, वनमानुष) ही बि पाते हैं। कुछ ही देर की यािा में जेिा को लकड़बनघा मार देता है और और वनमानुष भी मर जाता है। आगे का अंधा सफर पाई, करिडड पॉकफर नामक शेर के साथ तय करता है। पाई को समुद्री आपदाओं, भूख और प्यास के साथ शेर से भी जूझना होता है। शेर से बिने के कलए पाई कई तरकीबें आजमाता है। इस अनोखी यािा में ऐसा मुकाम भी आता है जब पाई और शेर दोनों ही अपना-अपना जीवन एक-दूसरे से कमलकर दवेशक आंग ली की 23 नवंबर को करलीज बिा रहे होते हैं। अंतत: लाइफ बोट को एक हुई िी-डी कफकम 'लाइफ आफ पाई' ने एक ककनारा कमलता है। शेर जंगल में कनकल जाता है नए तरह के कसनेमा को जन्म कदया। अससर अच्छी ककताबों पर अच्छी कफकम नहीं बन पाती है। 'लाइफ हुसैन, रेफे थपाल, फिल्म ऑफ पाई' इस कमथक को तोड़ती है। 2001 में वगराडे लाइफ ऑफ पाई िकाकशत येन माटडल के उपन्यास 'लाइफ ऑफ संगीत फनददे श क पाई' पर आधाकरत इस कफकम को ऑटकर पुरटकार माइकल डाना आंग ली कवजेता कनदवेशक आंग ली ने बहुत ही बेहतर तरीके फसनेमेटोग्रािी कहानी से बनाया है और यह कफकम ककताब से ज्यादा क्लाउवडओ वमरांडा येन मािे​ेल की िभावकारी बन गई। वैसे ये उपन्यास ही गजब है बजट लाइफ ऑफ पाई कजसे पहले पांि िकाशकों ने करजेसट ककया वह १२० वमवलयन उपन्यास पर ककताब बुकर पुरटकार हाकसल करती है। कफर तो उस पर और भी पुरटकार बरसे। डॉलर कलाकार पहले ही सप्ताह में इस कफकम ने 19.5 करोड़ कमाई सूरज शमात, का कारोबार कर कलया। फॉसस टटूकडयो की 204,380,865 इरफान खान, 'अवतार' के बाद यह अब तक की दूसरी ऐसी डॉलर तब्बू, आवदल कफकम है कजसने बड़ी ओपकनंग की। कफकम का सबसे सशसत पक्ष कसनेमटे ोग्राफी है। इस कफकम की कहानी एक भारतीय ककरदार पाई पटेल पर और पाई को लोग बिा लेते हैं। अंत भी कदलिटप आधाकरत है। पाई पटेल (सूरज शमाष) भारत के है जब नायक लोगों को असली कहानी सुनाता है पुडुिेरी शहर में अपने पकरवार के साथ रहता है। और उन्हें यकीन नहीं होता कफर सारे पािों को उसके कपता का एक सरकारी जमीन पर किकड़याघर ितीक बनाकर वह नई कहानी बनाता है जो ठीक है। कसफफ उस किकड़याघर के जानवर उनके होते हैं। लगती है हालांकक सि एक ही है। यह एक िी-डी बेहतर मौकों की तलाश में पाई और उसके माता- एडवेंिर कफकम है। अंग्रेजी, कहन्दी, तकमल और कपता (तब्बू और आकदल हुसैन) अपने जानवरों के तेलुगु में २डी और ३डी फॉमवेट में बनी यह कफकम साथ एक जहाज पर कनाडा के कलए कनकल पड़ते देशभर में एक साथ करलीज हुई थी।

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िाल की चसचित सफल्में इस बार अफभनय और कहानी की बजाय फिल्मों की कमाई उनकी सिलता का पैमाना बनी। सभी का जोर इसी पर रहा। अकभनीत कांिा िीना की भूकमका संजय दत्त को कमली। भले ही ओकरजनल अकननपथ के सामने करि मकहोिा के कनदवेशन में बनी यह कफकम कमतर साकबत हुई, लेककन दशषकों ने इसे पसंद ककया।

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पान भसंह तोमर : युवा कफकमकार कतनमांशु धूकलया के कनदवेशन में बनी इस कफकम को कजतनी सराहना समीक्षकों की कमली, उतना ही दशषकों की वाहवाही कमली। एक ओलंकपक पदक कवजेता एथलीट के कसटटम के अत्यािार से पीकड़त होकर डाकू बनने की कहानी को कतनमांशु ने बड़ी कुशलता से परदे पर उतारा। कफकम में सामाकजक कवसंगकतयों का भी ताना-बाना बुना गया है। इसमें इरफान खान और माही कगल की शीषष भूकमकाएं काफी सशसत और यादगार हैं।

लीवुड के कलए साल 2012 कमोवेश अच्छा रहा। इस साल जहां बड़े टटारों की कफकमों ने बॉसस ऑकफस पर भीड़ खींिी, तो छोटे बजट की कफकमों ने भी सफलता के नए मापदंड टथाकपत ककए। हां, यह बात भी साकबत हुई कक कसफफ बड़े टटारों की वजह से ही कफकमें नहीं िलतीं। अच्छी कहानी और ककपनाशील कटिप्ट भी कफकमों को कहट करने में पूरी मदद करती हैं। साल की कहानी : युवा कफकमकार सुजॉय उकलेखनीय कफकमों पर हभर मृिुल की एक नजर घोष ने जब कवद्या बालन को शीषष भूकमका में लेकर कहानी बनानी प्लेिसव: अकभषेक बच्चन, सोनम शुरू की, तो ककसी को पता नहीं कपूर, बॉबी देओल, कबपाशा और था कक यह कफकम सफलता का नील कनकतन मुकेश के अकभनय से नया िकतमान खड़ा करेगी। एक गभषवती मकहला का सजी यह कफकम हॉलीवुड की ककरदार कवद्या ने बखूबी कनभाया। इस कफकम से नए िकिषत कफकम ‘द इटैकलयन जॉब’ अकभनेता नवाजुद्दीन कसद्दीकी को भी बड़ी की ऑकफकशयल रीमेक है। इस किलर कफकम का पहिान कमली। कनदवेशन ककया अब्बास-मटतान ने। इनकी यह महत्वाकांक्षी कफकम बॉसस ऑकफस पर ढेर हो गई। बोल बच्चन: रोकहत शेट्टी के कनदवेशन में बनी इस कफकम को अभननपथ: करि जौहर के बैनर अमोल पालेकर अकभनीत कफकम धमाष िोडसशन के तहत बनी यह ‘गोलमाल’ का रीमेक कहा गया, कफकम इसी बैनर की अकमताभ लेककन इसकी कॉमेडी तुलनात्मक रूप से काफी बच्चन अकभनीत इसी नाम की लाउड रही। बावजूद इसके इस कफकम को हंड्रेड कफकम की रीमेक है। इस बार कबग करोड़ सलब में आसानी से एंट्री कमल गई। अजय बी के कनभाए गए िकिषत ककरदार कवजय दीनानाथ देवगन, अकभषेक बच्चन, अकसन और िािी देसाई िौहान को ऋकतक रोशन ने कनभाया और डैनी अकभनीत इस कफकम ने खूब हंसाया। 51


वासषिकी एजेंट भवनोि: एक बार कफर साकबत हो गया कक करयल लाइफ जोड़ी को रील लाइफ में भी टवीकृकत कमले, यह जरूरी नहीं है। श्रीराम राघवन के कनदवेशन में बनी इस कफकम में सैफ और करीना की जोड़ी है, लेककन इस कफकम को बॉसस ऑकफस पर नकार कदया गया। भवकी डोनर : एक अछूते कवषय पर बनी कवकी डोनर शानदार कफकम है। टपमष डोनेशन पर बनी यह कहंदी की पहली कफकम है, इसमें आयुटमान खुराना का अकभनय और सुजीत सरकार का कनदवेशन काकबलेतारीफ है। इशकजािे: अजुषन कपूर और पकरिीकत िोपड़ा जैसे नए कलाकारों को लेकर बनी इस कफकम का कथानक उत्तर िदेश का है। कनदवेशक हबीब फैसल ने यूपी की पृटठभूकम पर एक दुखांत िेम कहानी का कनमाषि ककया। िूंकक यह कफकम यशराज बैनर तले बनी है, इसकलए भी दशषकों ने इस पर भरोसा ककया।

भजस्म-2 : बॉलीवुड के इकतहास में पहली बार ऐसा हुआ कक ककसी पोनष कफकम एसट्रेस को हीरोइन बनाया गया। पूजा भट्ट कनदवेकशत इस कफकम में सनी कलयोन लीड भूकमका में थीं। उनके साथ रिदीप हूडा और अरुिोदय ने अहम ककरदार कनभाया। एक था टाइगर: सलमान खान जैसे सुपर टटार को यशराज बैनर में इस कफकम के जकरए पहली बार एंट्री कमली। कबीर खान के कनदवेशन में बनी एक था टाइगर में सलमान और कैटरीना की जोड़ी बहुत ज्यादा सराही गई और कफकम ने पौने दो सौ करोड़ का करकॉडड कबजनेस ककया। बरफी: रिबीर कपूर, कियंका िोपड़ा और इलेना कडिूज के अकभनय से सजी इस कफकम का कनदवेशन अनुराग बसु ने ककया। एक गूंगे-बहरे युवक मरफी और एक मानकसक रूप से अपकरपसव युवती कझलकमल की िेम कहानी पर बनी इस कफकम ने आम दशषकों के कदल को छू कलया। भारत की ओर से इस कफकम को ही ऑटकर में भेजने लायक समझा गया।

राउडी राठौर ः अक्षय कुमार और सोनाक्षी कसन्हा के अकभनय से सजी यह हीरोइन: करीना कपूर को लीड भूकमका कफकम साउथ की रीमेक है। िभुदेवा के में लेकर बनी यह कफकम बड़ी उम्मीदों कनदवेशन में बनी इस कफकम में साउथ की से देखी जा रही थी। हालांकक इसमें कफकमों का कशकप साफ कदखाई देता है। पहले ऐकवयष राय को साइन ककया गया कवशुद्ध मनोरंजन के कलए बनी इस कफकम ने बॉसस था, लेककन उनके गभषवती होने की ऑकफस पर भी बड़ी कमाई की। वजह से करीना को कलया गया। मधुर भंडारकर की यह कफकम ज्यादा नहीं िली। शंघाई: युवा कफकमकार कदबाकर बनजीष ने शंघाई के जकरए एक बार कफर साकबत कर कदया ओह माि गॉड: एक गुजराती नाटक पर आधाकरत कक वे नई पीढ़ी के िकतभासंपन्न कफकम ओह माय गॉड को कटकट कखड़की पर कनदवेशक हैं। अभय देओल, इमरान आकियषजनक सफलता कमली। अक्षय हाकमी, कककक और िोसेनकजत के कुमार, परेश रावल, कमथुन ि​िवतीष अकभनय से सजी इस कफकम में आज जैसे अकभनेताओं की इस कफकम में कोई की कवषम सामाकजक कटथकतयों और राजनीकत के कुि​ि हीरोइन नहीं है। एक आइटम में जरूर को परत दर परत उघाड़ा गया है। सोनाक्षी कसन्हा को कलया गया। धाकमषक पाखंड पर अपनी तरह से िोट करती इस कफकम का गैंनस ऑफ वासेपुर 1 और 2 : िकिषत कफकमकार थोड़ा कवरोध भी हुआ अनुराग ककयप के कनदवेशन में बनी गैंनस ऑफ वासेपुर दो भागों में बनी है। कोल इंभनलश-भवंभनलश : श्रीदेवी की इस माकफया और कबहार के वासेपुर की कमबैक कफकम ने बता कदया कक अगर लोकल राजनीकतक कहंसा को लेकर बनी एक अच्छी कटिप्ट हो, तो बीते जमाने इस कफकम में कहंसा का अकतरेक है। की अकभनेिी भी बॉसस ऑकफस पर हालांकक यह कान कफकम फेकटटवल में काफी सराही गई। धमाल मिा सकती है। गौरी कशंदे के अपने यहां भी युवाओं ने इसे पसंद ककया। कनदवेशन में बनी इस कफकम में अंग्रेजी मानकसकता पर व्यंनय ककया गया है। 52


चिव्िूह: नससल समटया पर कहंदी में बनी कगनी-िुनी कफकमों में ि​िव्यूह को ही सबसे ज्यादा िामाकिक माना जा सकता है। िकाश झा के कनदवेशन में बनी इस कफकम में समटया को बारीकी से देखने की कोकशश की गई है। अजुषन रामपाल, अभय देओल, मनोज वाजपेयी, ईशा गुप्ता और ओम पुरी ने कवकभन्न ककरदारों को बखूबी परदे पर उतारा है। जब तक है जान: यश िोपड़ा के कनदवेशन में बनी इस आकखरी कफकम में यूं तो एक रूटीन ककटम की िेम कहानी है लेककन शाहरुख, कैटरीना कैफ और अनुटका शमाष का पकरपसव अकभनय बांधने में पूरी तरह सक्षम है। खुद यश जी का कनदवेशन भी सधा हुआ है। सन ऑफ सरिार: अजय देवगन, संजय दत्त, सोनाक्षी कसन्हा और जूही िावला के अकभनय से सजी कॉमेडी कफकम सन ऑफ सरदार की मेककंग भव्य है, परंतु हंसाने का तरीका काफी पुराना है। अककवनी धीर के कनदवेशन वाली इस कफकम ने भी बॉसस ऑकफस पर सौ करोड़ का आंकड़ा छुआ। तलाश: काफी समय बाद बड़े परदे पर सटपेंस किलर कफकम देखने को कमली। हालांकक आकमर खान, करीना कपूर और रानी मुखजीष जैसे अदाकारों की उपकटथकत के बावजूद कफकम में वह पकड़ नहीं थी, कजसकी उम्मीद की जा रही थी। भिलाड़ी 786 ः कखलाड़ी कुमार के नाम से िकसद्ध अक्षय कुमार ने एक बार कफर अपने नाम को साथषक कसद्ध ककया। यह उनकी कखलाड़ी सीरीज की पांिवीं कफकम है। एक ऊलजुलूल कहानी के जकरए कॉमेडी को कजस अंदाज में परदे पर उतारा गया है, वह देखने लायक है। उनके साथ अकसन, कमथुन ि​िवतीष और कहमेश रेशकमया ने भी उम्दा अदाकारी की है। आशीष आर.मोहन के कनदवेशन में बनी इस कफकम को दशषकों ने पसंद ककया। िबंग-2ः वषष 2010 में सलमान खान की कफकम दबंग-1 ने सफलता के कई करकॉडड बनाए थे। उसकी सफलता से उत्साकहत सलमान ने दबंग-2 का िनमाषि ककया। इस कफकम में भी उनकी हीरोइन सोनाक्षी कसन्हा रहीं। 70 करोड़ की कीमत से बनी

9 फसतंबर: भारतीय अंतवरक्ष एिं अनुसंिान संगठन (इसरो) ने 2012 को भारतीय ध्रुिीय उपग्रह प्रक्षेपण यान-सी 21 (पीएसएलिी-सी21) के जवरए दो विदेशी उपग्रहों को उनकी कक्षा में थथावपत वकया। यह इसरो का 100िां वमशन था। 10 फसतंबर: सिोति न्यायालय के समक्ष कनातिक कािेरी नदी से रोजाना 10,000 क्यूसेक पानी तवमलनाडु को देने के वलए तैयार हो गया। 10 फसतंबर: भारत समेत पांि देशों का 'कोरमोरेंि थट्राइक थ्री' नामक 16 वदिसीय संयुक्त सैन्य अभ्यास श्रीलंका के पूिीत ति पर शुरू हुआ। 12 फसतंबर: कािटेवनथि असीम वि​िेदी को मुम्बई की आथतर रोड जेल से वरहा कर वदया गया। पेशे से कािटेवनथि असीम वि​िेदी पर अपने कािटेनों के जवरए राष्ट्रीय विन्हों का अपमान करने और देशद्रोह का आरोप लगाया गया था। 12 फसतंबर: कोयला खान आिंिनों की जांि कर रहे अंतर मंिालयी समूह ने वनिातवरत समय में खान का विकास नहीं करने पर वनजी कंपवनयों को आिंवित कोयला खानों का आिंिन रद करने तथा तीन अन्य फमो​ों की बैंक गारंिी जब्त करने की वसफावरश की। 15 फसतंबर: भारतीय नौसेना का समुद्री प्रवशक्षण जहाज 'आईएनएस सुदशतनी' आवसयान देशों के साथ िले आ रहे मजबूत वरर्तों के उत्सि के उपलक्ष्य में कोवि से एक ऐवतहावसक वमशन पर रिाना हुआ। 24 फसतंबर: अंतरराष्ट्रीय रेविंग एजेंसी थिैंडडे एंड पूअसत ने भारत की आवथतक विकास दर के अनुमान को घिाकर 5.5 प्रवतशत कर वदया। इससे पहले थिैंडडे एंड पूअसत ने िषत 2012 हेतु भारत की विकास दर 6.5 प्रवतशत रहने का अनुमान जावहर वकया था।

यह कफकम 21 कदसंबर को करलीज हुई और एक बार कफर सलमान का जादू दशषकों के कसर िढ़कर बोला। अरबाज ख्ा​ान के ही कनदवेशन में बनी इस कफकम में इस बार आइटम डांस कपछले वजषन में मुन्नी बनीं मलाइका अरोड़ा की बजाय करीना कपूर ने ककया। कफकम में कवनोद खन्ना और िकाश राज ने भी भूकमकाएं कनभाईं। हालांकक सोनू सूद इसकी टटारकाटट से नदारद रहे। दबंग-2 में संगीत साकजद-वाकजद ने कदया और इसकी कहानी कलखी कदलीप शुसला ने। इसमें सलमान का नाम िुलबुल पाण्डेय आैर सोनाक्षी कसन्हा का नाम रज्जो ही था। 53


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