Bharat Ki Jhalak

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वादषिकी

भारत का भूगोल भारत की भूसीमा 15,200 ककमी लंबी है। 1 अरब 21 करोड़ लोगों के साथ यह दुकिया का दूसरा सबसे ज्यादा जिसंख्या वाला देश है।

िे

िफल के हिसाब से 32,87,590 वगग हकलोमीटर में फैला भारत दुहिया का सातवां सबसे बड़ा देश िै। इसका िेिफल दुहिया के कुल िेिफल का 2.4 फीसदी और एहशया मिािीप का 73.2 फीसदी िै। इसीहलए इसे उपमिािीप भी किते िैं। भारत का भूमध्य रेखा के उिर में 8 हि​िी 4 हमिट से लेकर 37 हि​िी 6 हमिट उिरी अिांश और 68 हि​िी 7 हमिट पूवग से लेकर 97 हि​िी 25 हमिट पूवीग देशांतर में हथित िै। यि उिर से दहिण तक 3,214 हकलोमीटर और पूवग से पहचिम में 2,933 हकलोमीटर तक फैला िै। इसकी भूसीमा 15,200 हकलोमीटर और तटरेखा 7,517 हकलोमीटर लंबी िै। मािग, 2011 में 1 अरब 21 करोड़ लोगों के साि भारत दुहिया का दूसरा सबसे जयादा जिसंयया वाला देश िो गया िै। इसके दहिण में हिंद मिासागर, दहिण-पूरब में बंगाल की खाड़ी और दहिण-पहचिम में अरब सागर िै। 2011 में हुई जिगणिा के अिुसार भारत की जिसंयया 1.22 हबहलयि (1,22,02,00,000) िी। भारत की सीमा : पहचिम में पाहकथताि, उिरपूवग में िीि (हतलबत), िेपाल और भूटाि, पूवग में बयांमार (बमाग) और बांनलादेश दहिण में िीलंका हथित िै। भारत के पूवग की ओर उि हिमालय का 172

भाग िै जो भारत तिा िीि के बीि अंतरागठिीय सीमा का कायग करता िै। इसे मैकमोि​ि रेखा किा जाता िै। भारत के सुदूर उिरी पूवीग कोिे पर उिरीपूवीग हिसहधि िै जिां भारत, िीि और बयांमार की सीमाएं हमलती िैं। जबमू-कचमीर, पंजाब, राजथिाि आैर गुजरात, पाहकथताि की सीमा को जबहक अफगाहिथताि की सीमा जबमू कचमीर को थपशग करती िै। भारत के 9 राजयों व 5 केधद्रशाहसत िदेशों की सीमाएं समुद्री तटरेखा से लगी िैं। ये राजय िैं - किागटक, मिाराठि, गोवा, केरल, तहमलिािु, आंध्र िदेश, उड़ीसा और पहचिम बंगाल। केधद्रशाहसत िदेशों में पुदुिेरी, लि​िीप, अंिमाि और हिकोबार िीप समूि, दादरा एवं िगर िवेली तिा दमि एवं दीव की सीमाएं भी समुद्र से लगती िै। भारत की सबसे लंबी थिलीय सीमा िीि के साि लगती िै जबहक सबसे छोटी थिलीय सीमा भूटाि से जुड़ी िै। पाक जलसहधि िारा अलग हुआ िीलंका भी हिधद मिासागर में हथित पड़ोसी देश िै।

भू-आकृतियां 1. हिमालय पववत श्रंखला : हिमालय उिरी सीमा पर 2400 हकमी की लबबाई तक अिगवृि के रूप में फैली पवगत िंखला िै। पहचिम में हसंिु से लेकर पूवग में िह्मपुि तक इसका हवथतार िै। हिमालय का सबसे ऊंिा हशखर माउंट एवरेथट ( ऊंिाई 8,848 मीटर) िेपाल में िैं। इसके अलावा दूसरी सबसे ऊंिी िोटी कंि​िजंगा (8,598 मीटर) भारत में


ति​िंबर

भारत की प्रमुख नदियां िदी िह्मपुि सिंधु गोदावरी गंगा ितलज यमुना घाघरा चंबल महानदी कावेरी िोन कोिी तािी रावी तुंगभद्रा व्याि रामगंगा पेडनार, सपनसकन माही

लंबाई (ककमी में) २९०० २८८० २४६५ २०७१ १५०० १३७५ १०८० ९६५ ८२८ ८०५ ७८० ७३० ७२४ ७२० ६४० ६२५ ६०२ ५७० ५६०

िै। भारत में इसके अधय हशखर िंगा पवगत, अधिपूणाग, िंदादेवी, कामेट, िामिा बरुआ और गुरुला मंिाता आहद िैं। 2. उत्तर का मैदानी भाग : लगभग 2400 हकलोमीटर लंबा और 240 से 320 हकलोमीटर िौड़ा यि मैदाि 7 लाख वगग हकलोमीटर िेि में फैला िै। सवागहिक उयपादक और सघि जिसंयया वाला यि मैदाि हसंिु, गंगा, िह्मपुि और अधय सिायक िहदयों से बिा िै। 3. पठार: गंगा के हवशाल मैदाि के दहिण से लेकर कचमीर से कधयाकुमारी तक हिभुजाकार आकृहत में लगभग 16 लाख वगग हकलोमीटर िेि पर िायिीपीय पठारी भाग िै। दतकि का पठार, िागपुर का पठार, उिर में सतपुड़ा की िंखला, मैकाल िंखला, कैमूर की पिाड़ी, राजथिाि के पिरीले मरुथिल के अलावा गारो, खासी और जयंहतयां आहद िंखलाएं िैं। मालवा पठार की उिरी

10 कसतंबर: रिा िहयोग िंबंधी भारत-िऊदी अरब की िंयुतत िसमसत की पहली बैठक आयोसजत हुई। 11 िदथयीय िऊदी िसतसनसधमंडल का नेतृत्व िऊदी अरब िेना के िमुख मेजर जनरल िुलेमान िालेह अलखलीफा ने सकया। 11 कसतंबर: लीसबया के दूिरे िबिे बड़े शहर बेनगाजी सथित अमेसरकी वासिज्य दूतावाि में घुिकर अमेसरकी राजदूत जे. सिथटोफर थटीवंि और तीन अडय कममचासरयों की हत्या कर दी गई। 17 कसतंबर: पासकथतान ने परमािु िमता िे लैि बाबर नामक िूज समिाइल का िफल परीि​ि सकया। 22-24 कसतंबर: दसि​ि अफ्रीका के शहर जोहांिबगम में 9वां सवचव सहडदी िबमेलन अयोसजत सकया गया। िमापन िमारोह में 20 सवदेशी सविानों और भारत के 18 सहडदी लेखकों, पिकारों और सहडदी िेसवयों का िबमान सकया गया। दसि​ि अफ्रीका के िाि महात्मा गांधी के ऐसतहासिक जुड़ाव के चलते मुख्य थिल का नाम गांधीग्राम रखा गया। २४ कसतंबर : ईरान ने युद्धपोत भेदने में ि​िम चार समिाइलों का परीि​ि सकया। इिके तहत एक बड़े युद्धपोत पर सनशाना िाधा गया। हमले के बाद 50 िेकेंड में ही वह पोत डूब गया। २५ कसतंबर: सिटेन की कंपनी केयनम एनजीम ने अपने भारतीय उद्यम केयनम इंसडया की 8 िसतशत सहथिेदारी 4825 करोड़ रुपए में बेच दी। इि सबिी के बाद केयनम एनजीम के पाि केयनम इंसडया की 10 िसतशत सहथिेदारी बची। केयनम एनजीम ने वषम 2011 में केयनम इंसडया िे अपनी बहुलांश सहथिेदारी वेदांत िमूह को बेची िी।

तिा उिरी पूवीग सीमा पर बुंदेलखण्ि तिा बघेलखंि के पठार हथित िैं जबहक कैमूर तिा भारिेर िेहणयों के पूवग में बघेलखण्ि का पठार िै। इस पठार के उिर में सोिपुर पिाहड़यां तिा दहिण में रामगढ़ की पिाहड़यां हथित िै। 4. मरुस्थल : भारत में अरावली पिाड़ी में िार का मरुथिल िै। 5. तटीय क्षेत्र : यि पहचिम में अरब सागर से लेकर पूवग में बंगाल की खाड़ी तक फैला िै। इसका उिरी भाग कोंकड़, मध्य भाग कधि​ि और दहिणी भाग मालाबार तट किा जाता िै। भारत में खारे पािी की सबसे बड़ी हिडका झील इसी का हिथसा िै। 6-द्वीप समूि- केरल के मालाबार के पास 173


वादषिकी लाकादीप या मीिाकाय ( 1973 से लि​िीप) 32 हकलोमीटर में फैला िै, विीं बंगाल की खाड़ी में अंिमाि और हिकोबार िीप समूि िै।

भारि में जनिंख्या तिस्फोट माडिस के अिुसार, जब हकसी देश में मृययुदर हिबि एवं जधमदर अहिक िो जाती िै, तो उपललि सामिी से जिसंयया का भरण-पोषण ि​िीं िो पाता। ऐसी हथिहत को जिसंयया हवथफोट किते िैं। भारत में जनसंख्या वृहि एक दृहटट में हवचव के भौगोहलक िेिफल का 2.2 िहतशत िोिे के बावजूद भारत में हवचव की 16.7 िहतशत जिसंयया हिवास करती िै। जनसंख्या वृहि के कारण : भारत में जिसंयया वृहि के कारणों में अहिक जधम दर, औद्योगीकरण, पुि िाहतत की तीव्र लालसा, हववाि की व्यापकता, अहशिा,

भारत की प्रमुख चोदियां पवषत कशखर समुद्र तल से ऊंचाई (मीटर में) के२ ८,६११ कंचनजंघा ८,५९८ नंगा पवमत ८,१२८ गोशेर बम ८,०६८ बॉड पीक ८,०४७ सदथतेसगल िर ७,८८५ माशेर िम (पूवीम) ७,८२१ नंदा देवी ७,८१७ माशेर िम (पसचचम) ७,८०६ राकापोशी ७,७७८ कामेत ७,७५६ िािेर कांगड़ी ७,६७२ सितयांग कांगड़ी ७,५४४ सिया कांगड़ी ७,४२२ बद्रीनाि सशखर ७,१३८ सिशूल पसचचम ७,१३८ नूनकून ७,१३५ पौहुनरी ७१२८ कांटो ७,०९० 174

वषष 1901 1911 1921 1931 1941 1951 1961 1971 1981 1991 2001 २०११

जिसंख्या (करोड़ों में ) 23.8 25.2 25.1 27.9 31.8 36.1 43.9 54.8 68.3 84.4 102 १२१

हि​िगिता, िाहमगक अंिहवचवास आहद िैं। प्रभाव : जिसंयया वृहि से अपरािों, गंदी बहथतयों, िाकृहतक असंतुलि, पयागवरण िदूषण, कुपोषण, िई-िई बीमाहरयों का संकट एवं िाकृहतक िकोपों का तांिव थपठट हदखाई दे रिा िै। हवशाल जिसंयया के हलए भोजि, कपड़ा, मकाि, रोजगार हिहकयसा, हशिा, रेलगाहियां, पेयजल, हवद्युत आपूहतग, जैसी बुहियादी सुहविाएं उपललि करािे में सरकार असिाय मिसूस कर रिी िै। जिसंयया वृहि िे सरकार की अिेक हवकास योजिाओं को अिासंहगक बिा हदया िै। िो. अमृयय सेि के अिुसार जिसंयया के तीव्र गहत से बढ़ते रि​िे पर योजिाबि हवकास करिा बहुत कुछ ऐसी भूहम पर मकाि खड़ा करिे के समाि िै हजसे बाढ़ का पािी लगातार बिा ले जा रिा िो । समाधान : जिसंयया वृहि के समािाि के हलए हशिा, खाद्याधि का उयपादि बढ़ािा, सामाहजक हवकास, विों का हवकास, बाल हववाि पर रोक, हववाि आयु में वृहि एवं पहरवार हियोजि जैसे उपाय अपिािे िोंगे।


वादषिकी

भारतीय संविधान संकवधाि सभा का कवचार सवषप्रथम बाल गंगाधर कतलक िे 1895 में कदया। संकवधाि बिािे का कायष वषष 1946 में शुरू हुआ।

भा

1946 को दूसरी बैठक संहविाि सभा के थिाई अध्यि िॉ. राजेंद्र िसाद की अध्यिता में हुई। थवतंिता के बाद संहविाि हिमागण का काम तीव्र गहत से िोिे लगा। संहविाि सभा के मुयय सदथयों में जवािरलाल िेिरू, सी. राजगोपालािारी, राजेंद्र िसाद, सरदार बडलभ भाई पटेल, कधिैयालाल मुंशी, िॉ. भीम राव अबबेिकर, पुरुषोिम मावलंकर, मौलािा अबुल कलाम आजाद, चयामा िसाद मुखजीग, िंसा मेिता, सरोहजिी िायिू, दुगागबाई देशमुख, हवजयलक्ष्मी पंहित और बलवंत राय मेिता आहद लोग िे। 29 अगथत, 1947 को ड्राहटटंग कमेटी का गठि हकया गया। इस कमेटी में िॉ. भीम राव अबबेिकर को अध्यि और केएम मुंशी, अडलाहद कृठणमािारी अय्यर, एि. गोपालथवामी, मोिबमद सादुडलाि, िीपी खेताि और बीएल हमिर को सलािकार बिाया गया। बीएल हमिर के इथतीफे और िीपी खेताि की मौत के बाद मािव राव और टीटी कृठणामािारी को इस कमेटी में शाहमल हकया गया। 26 िबंवर, 1949 को भारत का संहविाि तैयार कर 284 लोगों िे िथतािर हकए। 24 जिवरी, 1950 को इस पर संहविाि सभा के 308 लोगों िे िथतािर हकए और 26 जिवरी, 1950 में यि लागू हकया गया।

रत का संहविाि हवचव का सबसे बड़ा और हलहखत संहविाि िै। संहविाि सभा को इसे तैयार करिे में 2 वषग 11 माि 18 हदि (इस अवहि में कुल 166 हदि बैठकें हुईं) का समय लगा। हिमागण के समय संहविाि में कुल 395 अिुच्छेद और 8 अिुसूहियां िीं। अिेक छोटे-बड़े संहविाहिक संशोि​िों के बाद 463 अिुच्छेद ( वाथतहवक संयया 395), 2 पहरहशठट और 12 अिुसहू ियां िैं। संहविाि को मुययत: तीि भागों में बांटा गया िै। पिले भाग में िथताविा, दूसरे में 395 अिुच्छेद और तीसरे भाग में अिुसूहियां िैं। भारत के संहविाि में अब तक कुल 109 (जिवरी, 2010 तक) संशोि​ि हकए जा िुके िैं। भारतीय संहवधान में हवहभन्न देशों के संहवधानों की हवशेषताएं शाहमल की गई िैं, िंतिधान का तनमा​ाण जो इस प्रकार िैं : भारतीय संहविाि के हिमागण के हलए संहविाि सभा n हिटेि से संसदीय िणाली, राठिपहत पद और का हविार सवगि​िम बाल गंगािर हतलक िे 1895 लोकसभा की शहततयां। में हदया। इस पर कायग 1946 में शुरू हुआ। 19 n अमेहरका से मौहलक अहिकार, सवोगि फरवरी, 1946 में हिहटश सरकार िे संहविाि सभा धयायालय, िथताविा और धयाहयक कायगहवहियां। के हिमागण के हलए कैहबिेट हमशि भारत भेजा। n सोहवयत संघ से मौहलक कतगव्य (42 वें जुलाई में पिली बार संहविाि सभा के िुिाव हुए संहविाि संशोि​ि िारा जोड़े गए) और पंिवषीगय हजसमें 389 सदथयों िे हिथसा हलया। इि सदथयों योजिाएं। में 296 हिहटश इंहिया और 93 भारतीय हरयासतों n जमगिी के वीमर संहविाि से आपातकाल के से िे। बाद में कुल 324 सदथयों के साि िॉ. दौराि मौहलक अहिकारों का हिलबबि। सहिदािंद हसधिा की अध्यिता में संहविाि सभा n किािा से केंद्र और राजय सरकारों में शहतत की पिली बैठक आयोहजत की गई। 11 हदसंबर, हवभाजि। 175


वादषिकी n आयरलैंि से राजय के िीहत हिददेशक तयव, राठिपहत का िुिाव, राजयसभा में सदथयों का मिोियि। n जापाि से सवोगि धयायालय के हियाकलाप के हियम। n ऑथिेहलया से िथताविा की भाषा।

भारतीय संहवधान में मौहलक अहधकारों का हवशेष तौर पर वणवन िै। िमारे छि मौहलक अहधकार िैं : n समािता का अहिकार n थवतंिता का अहिकार n शोषण और हिंसा के हवरुि अहिकार n िाहमगक थवतंिता का अहिकार n सांथकृहतक और शैहिक हियाकलापों का अहिकार n संवैिाहिक उपिारों का अहिकार (संविधान वनमा​ाण के समय सम्पवि का अवधकार भी हमारा मौविक अवधकार था जो अब वसफफ कानूनी अवधकार है। िहीं 6 से 14 साि तक के बच्चों के विए 1 अप्रैि, 2010 से विक्षा का अवधकार को अनुच्छेद 21-ए के तहत मौविक अवधकार के तौर पर जोड़ा गया है।)

अनुिूतियां n ि​िम अिूसूिी में भारत के 28 राजयों और 7

केंद्रशाहसत राजयों की सूिी के अलावा उिकी सीमाओं में पहरवतगिों और ियुतत हियमों का उडलेख िै। n दूसरी अिुसूिी में उि पदासीि सावगजहिक अहिकाहरयों जैसे राठटपहत, राजयपाल, सवोगि और उि धयायालयों के धयायािीशों, लोकसभा के अध्यि एवं हियंिक और मिालेखा परीिक (कैग) के हलए वेति और भिों का वणगि िै। n तीसरी अिुसूिी में ियहित अहिकाहरयों और धयायािीशों के हलए शपि पिों का िाविाि िै।

n छठी अिुसूिी में भारत के जिजातीय िेिों जैसे

असम, हिपुरा, मेघालय, हमजोरम आहद में िशासहिक िाविािों का उडलेख िै। इसमें भी सािारण बहुमत से संशोि​ि हकया जा सकता िै। n सातवीं अिुसूिी में केंद्र और राजय सरकारों के अहिकार िेिों और दाहययवों का उडलेख िै, इसमें तीि सूहियों संघ सूिी (केंद्र िारा हियंहित) में 97 हवषय, राजय सूिी (राजय िारा शाहसत) में 66 हवषय और समवतीग सूिी (हजस पर केंद्र और राजय दोिों का अहिकार िै) में 47 हवषय शाहमल िैं। n आठवीं अिुसूिी में संहविाि िारा माधयता िातत 22 भाषाओं की सूिी िै। n िवीं अिुसूिी ि​िम संशोि​ि िारा जोड़ी गई। इसमें भूहम, रेलवे और मालगुजारी आहद से संबहं ित अहिहियमों का उडलेख िै जो धयायालयों की समीिा से बािर िे। 2007 में सवोगि धयायालय िे आदेश हदया हक यहद किीं अिुच्छेद 14,15,19,21 में वहणगत मौहलक अहिकारों का ि​ि​ि िोता िै तो िथतिेप हकया जा सकता िै। n दसवीं अिुसूिी 52वें संशोि​ि िारा जोड़ी गई। इसमें सांसदों और हविायकों के हलए िाविािों का उडलेख िै। n नयारिवीं अिुसूिी में पंिायती राज और िामीण हवकास की योजिाओं के हलए िाविाि िै। n बारिवीं अिुसूिी में िगर पंिायतों, िगर पाहलकाओं और िगर हिगमों के हवषय में उडलेख िै।

िंतिधान की तिशेष बािें n भारत में केंद्र और राजय दोिों के हलए एक िी

संहविाि लागू िोता िै। n भारत में इकिरी (माि भारतीय) िागहरकता का िाविाि िै। n आपातकाल के समय केंद्र-राजय शहतत पृितकरण समातत िो जाता िै और राठिपहत के साि केंद्र सबिभु िो जाता िै। n पांि हवशेष पहरहथिहतयों में संसद राजयों के हलए राजय n िौिी अिुसूिी में राजय और केंद्र सरकार के मध्य सूिी पर हवहि हिमागण कर सकती िै लेहकि हकसी भी राजय सभा सीटों के बंटवारे का हि​िागरण िै। हथिहत में राजय केंद्र के हलए हवहि हिमागण ि​िीं कर सकते। n पांिवी अिुसूिी में अिूसूहित िेिों के िशासि और हियंिण के साि जरूरत पड़िे पर हवशेष सुरिा संबंिी आईपीिी िाविाि िैं। इस सूिी में संसद के सािारण बहुमत से मुगल शासि के दौराि अदालतों में शरीया कािूि िलता िा। हिहटश राज में 6 अततूबर, 1860 को कलकता पहरवतगि िो सकता िै। 176


सुिीम कोटट के मुयय धयायािीश और अपर धयायािीशों िे भारतीय दंि संहिता कािूि को पाहरत िकया। एक जिवरी 1862 से यि कािूि लागू िो गया। अंिेजों िे भारत के अलावा बयांमार, िीलंका, मलयेहशया और हसंगापुर पर भी राज हकया और यिां भी आईपीसी कािूि को लागू हकया िा। जबमू-कचमीर को छोड़कर आईपीसी पूरे भारतवषग में लागू िै। जबमू-कचमीर में आईपीसी को रणबीर दंि संहिता (आरपीसी) के िाम से जािा जाता िै। यि संहिता विां की सेिा में लागू ि​िीं िोती। इसमें मूलत: 488 िाराएं िीं। समय के बदलाव के साि आईपीसी में भी बदलाव िोते रिे और अब आईपीसी में कुल 511 िाराएं एवं 23 अध्याय िै। आईपीसी में सबसे छोटा अध्याय 23 िै हजसमें एक िी िारा िै। सबसे बड़ा अध्याय 17 िै हजसमें 378 से 462 तक कुल 85 िाराएं िैं। पाहकथताि और बांनलादेश िे भी भारतीय दंि संहिता को कई संशोि​िों के साि अपिे यिां लागू हकया।

चीन ने अपनी नौिेना में सलआओसनंग नाम का पहला सवमानवाहक पोत शासमल सकया। इिकी लंबाई 300 मीटर और वजन 60 हजार टन है। इि पोत का नाम जापान के कलजे िे वषम 1945 में मुतत कराए गए एक िांत के नाम पर सलआओसनंग रखा गया। 27 कसतंबर : अफगासनथतान के मानवासधकार आयोग की अध्यि डॉ िीमा िमर, अमेसरकी राजनीसतक सिद्धांतकार जीन शापम और तुकीम के पयामवरि कायमकताम हायरेसटटन काराका और सिटेन के िंगठन हसियारों के व्यापार के सवरुद्ध असभयान को वषम 2012 के राइट लाइवलीहुड अवॉडड के सलए चुना गया। 27 कसतंबर: िधानमंिी मनमोहन सिंह के सनजी िसचव जयदीप िरकार को इजरायल में भारत का राजदूत सनयुतत सकया गया। उडहें यह सनयुसतत नवतेज िरना के थिान पर दी गई।

अतिूबर

िीआरपीिी दंि िहिया संहिता (सीआरपीसी) को 1973 में पाहरत हकया गया िा और 1 अिैल, 1974 से लागू िो गई िी। इससे आपराहिक कािूि के हियाधयवि, साक्ष्य जुटािे, आरोपी को दोषी और हिदोगष हि​िागहरत करिे और दोषी को कठोर कारावास की सजा देिे के हलए धयायपाहलका िारा इथतेमाल हकया जाता िै। इसमें 38 अध्यायों में 484 िाराएं िै।

जनति​ि यातिका ऐसी याहिकाओं का हविार सबसे पिले अमेहरका में आया िा। विां इसे सामाहजक कायगवािी याहिका किा जाता िै। भारत में जिहित याहिका की शुरुआत पीएि भगवती िे की िी। ये याहिकाएं लोकहित भाविा पर कायग करती िैं। इिका लक्ष्य एक आम आदमी को तीव्र तिा सथता धयाय हदलािा तिा कायगपाहलका-हविाहयका से उिके संवैिाहिक कायग करवािा िोता िै। ये समूि हित मे काम आती िैं। िाल िी में सुिीम कोटट िे इिके बढ़ते दुरुपयोग को देखते हुए व्यवथिा दी िै हक इिका गलत इथतेमाल हकए जािे पर याहिकाकताग पर जुमागिा भी लगाया जा सकता िै। इधिें थवीकारिा या ि थवीकारिा धयायालय पर हिभगर करता िै।

२१ अततूबर: लीसबया के पूवम तानाशाह मुअबमर गद्ïदाफी के छोटे बेटे खासमि की मौत हो गई। २२ अततूबर: िाइसकसलथट लांि आममथिॉडग ने एक अगथत, 1998 िे पहले आममथिांग ने जो भी सखताब अपने नाम सकए िे, उडहें उनिे वंसचत कर सदया गया और उनपर आजीवन िसतबंध लगा सदया गया। ये फैिला अंतरराटिीय िाइसतलंग यूसनयन ने सलया। दरअिल अमरीका की डोसपंग-सनरोधी एजेंिी ने एक सरपोटड जारी कर आरोप लगाया गया िा सक आममथिॉडग और उनकी टीम बड़े पैमाने पर डोसपंग में सलतत िी। ये आरोप अंतरराटिीय िाइसतलंग यूसनयन ने मान सलए। २२ अततूबर: सवसभडन आतंकी गसतसवसधयों में शासमल रहे आतंकी फिीह मोहबमद को िऊदी अरब ने भारत के हवाले कर सदया। फिीह मोहबमद २०१० में सचडनाथवामी थटेसडयम ललाथट और जामा मसथजद गोलीकांड का आरोपी है। इिके पहले िऊदी अरब ने २६/११ हमले के आरोपी अबू

इनकी स्वीकृहत के हलए सुप्रीम कोटट ने कुछ हनयम बनाए िैं n लोकहित से िेहरत कोई भी व्यहतत, संगठि इधिे ला सकता िै। n कोटट को हदया गया पोथटकािट भी हरट याहिका मािा जा सकता िै। कोटट को िक िोगा हक वि इस याहिका िेतु सामाधय धयायालय शुडक भी माफ कर दे। n ये राजय के साि िी हिजी संथिाि के हखलाफ भी लाई जा सकती िै। 177


वादषिकी िंतिधान का अनुच्छेद 370 भारत एक थवतंि देश िै और यिां 28 राजय एवं 7 केंद्र शाहसत राजय िैं। संहविाि की िारा 370 के तित जबमूकचमीर के कायदे, कािूि, रीहत- हरवाज पूरे भारत से अलग िैं। इस अिुच्छेद के अंतगगत जबमू- कचमीर को हवशेष दजाग िातत िै। इस कारण्ा केंद्र सरकार या संसद िारा पाहरत कोई भी कािूि या आदेश तिा उितम धयायालय का कोई भी हिणगय जबमू- कचमीर में लागू ि​िीं िोता िै।

इि अनुच्छेद की अन्य बािें n इसके कारण जबमू-कचमीर का अपिा अलग संहविाि

िै हजसे जबमू- कचमीर की संहविाि सभा िे 26 जिवरी, 1956 को लागू हकया िा। n जबमू-कचमीर की अलग िागहरकता िै। हकसी भी भारतीय को जबमू-कचमीर का िागहरक अहिकार िातत ि​िीं िै। इस वजि से कोई भी भारतीय ि तो विां रि सकता िै, ि रोजगार कर सकता िै, ि जमीि खरीद सकता िै और ि िी िुिाव लड़ सकता िै। n जबमू-कचमीर का अपिा अलग ध्वज िै। ये राजकीय ध्वज हतरंगे से हभधि िै। लाल- सफेद रंग के इस झंिे में एक िल बिा हुआ िै। सरकारी कायागलयों पर दोिों ध्वज लगे िोते िैं। कई अवसरों पर केवल जबमू-कचमीर का ध्वज फिराया जाता िै। n भारतीय संहविाि का कोई भी अिुच्छेद जबमू-कचमीर में लागू ि​िीं िोता िै। शेष भारत में संहविाि की िथताविा देश में िभुसिा संपधि पंिहिरपेि समाजवादी लोकतंि बिािे को किती िै और उसकी एकता व अखंिता का संकडप लेती िै, परधतु जबमू-कचमीर में पंि हिरपेि, समाजवाद, अखंिता शलद शाहमल ि​िीं िैं। n शेष भारत में संहविाि के मौहलक अहिकारों में शाहमल संपहि के अहिकार को िटाया जा िुका िै, लेहकि जबमू-कचमीर में संपहि का अहिकार मौहलक अहिकारों में शाहमल िै। n भारतीय संहविाि में सातवीं अिुसूिी में कई सूहियां िैं। एक सूिी में 97 हवषय शाहमल िैं हजिके संबि में कािूि बिािे का अहिकार केवल केंद्र सरकार को िै। दूसरी सूिी में 66 हवषय िैं हजिसे संबंहित कािूि बिािे का अहिकार िदेश सरकारों के पास िै। तीसरी सूिी हजसे समवतीग सूिी किते िैं इसमें 47 हवषय िैं हजिके संबंि में दोिों सरकारें कािूि बिािे में सिम िैं। जबमू- कचमीर में समवतीग सूिी के हवषय भी िदेश सरकार को सौंपे गए िैं। इसके अलावा केंद्रीय सूिी में शाहमल रिा, हवदेश संबंि, संिार और मुद्रा को छोड़कर बाकी हवषय भी कचमीर की राजय सरकार के पास िैं। n केंद्र सरकार जबमू-कचमीर में यहद कोई सेिा की छाविी बिािा िािे, तो उसके हलए भूहम अहि​ि​िण की कारगवाई राजय सरकार िी करेगी। यहद जबमू-कचमीर सरकार जमीि उपललि करािे के हलए मिा कर दे तो 178

केंद्र सरकार संहविाि के अिुच्छेद 365 के तित कोई कारगवाई ि​िीं कर सकता िै।

भारि की तिदेश नीति के तनधा​ारक ित्ि वसुिवै कुटबु बकम, सि-आहथतयव, अहिंसा, अिािमण, समरसता, गुटहिरपेिता, समथत जीवों का कडयाण आहद िजारों वषो​ों से भारत की हवदेशिीहत के हि​िागरक तयव रिे िैं। n हवश्वशांहत : पं. िेिरू के शासिकाल से िी हवचव शांहत भारतीय हवदेशिीहत का िमुख थतंभ रिा िै। पं. िेिरू के शलदों में, आिुहिक काल में हवचव शांहत की थिापिा हकए बगैर भारत का िहुंमुखी हवकास ि​िीं िो सकता। n सहिटणुता: शुरू से िी भारत की हवदेशिीहत का आिार सहिठणुता की भाविा रिी िै। इसी भाविा के कारण भारत िे कभी हकसी देश पर अहिकार ि​िीं हकया और ि िी हकसी देश की भूहम िड़पिे की कोहशश की। n उपहनवेशवाद : भारत सदैव से िी उपहिवेशवाद का हवरोिी रिा और उसिे परािीि देशों का पि लेकर उिकी थवतंिता की मांग की। n प्रजाहतवाद का हवरोध: भारत िे अंतरराठिीय मंिो पर रंगभेद का जोरदार हवरोि हकया िै एवं दुहिया के सभी इंसािों को समाि माि​िे पर बल हदया। भारत िे िमेशा अफ्रीकी देशों में, समािता की मांग का समिगि हकया िै। n हववादों का शांहतपूणव हनपटारा: भारत िे हववादों को शांहतपूणग ढंग से हिपटािे के हलए संयुतत राठि संघ की थिापिा में एवं उसके हसिांत लागू करािे में सदैव अपिा सियोग हदया िै। n गुटहनरपेक्षता: भारत गुटहिरपेि संगठि का संथिापक सदथय िै। उसिे िमेशा हमि और शिु का भेद हकए बगैर अच्छे कामों की िशंसा और गलत कामों की हिंदा की िै। n आहथवक हवकास: िारंभ से िी एहशया सहित अफ्रीका के हि​िगि देशों की आहिगक मदद करिा िमारी हवदेश िीहत का हिथसा रिा िै।


वादषिकी

प्रमुख संिैधावनक संस्थाएं भारत में कई संस्‍थाएं ऐसी हैं कजन्हें संकवधाि के तहत स्‍वायत्ता प्रदाि की गई है। यह संस्‍थाएं स्‍वतंि रूप से कायष करती हैं। िौलपुर िाउस, शािजिां रोि िई हदडली- 110069 फोि िं. : 011-23098591, 23385271

राष्ट्रीय मतिला आयोग राठिीय महिला आयोग का गठि जिवरी, 1992 में हकया गया िा। महिला आयोग का काम महिलाओं के संवैिाहिक हित और उिके हलए कािूिी सुरिा उपायों को लागू करिा िोता िै। इस आयोग की पिली अध्यि जयंती पटिायक िीं। वतगमाि में इसकी अध्यि ममता शमाग िैं। पता: राठिीय महिला आयोग 4, दीिदयाल उपाध्याय मागग भारिीय िुनाि आयोग िई हदडली- 110002 यि एक थवायि एवं अिग-धयाहयक संथिा िै। इसका फोि- 011-23237166 गठि भारत में थवतंि एवं हिठपि रूप से िहतहिहिक फैतस- 011-23236154 संथिािों में जि िहतहिहि िुि​िे के हलए हकया गया ईमेल- ncw@nic.in िा। इसकी थिापिा 25 जिवरी, 1950 को की गई िी। आयोग में एक मुयय िुिाव आयुतत और दो राष्ट्रीय मानिातधकार आयोग िुिाव आयुतत िोते िैं। वतगमाि में मुयय िुिाव राठिीय मािवाहिकार आयोग एक थवायि हवहिक संथिा िै। इसकी थिापिा 12 अततूबर, 1993 को आयुतत वीएस संपत िैं। हुई िी। इसका मुयय काम मािावाहिकारों की उपेिा पता: हिवागि​ि सदि और उिके ि​ि​ि की हथिहत में कारगवाई करिा और अशोक मागग, िई हदडली - 110011 पीहड़त को धयाय हदलािा िोता िै। यि आयोग फोि िं. : 011-23717391 सरकार सहित हकसी भी िौकरशाि से पूछताछ कर फैतस : 011-23713412 सकता िै। इसके अध्यि सिीम कोटट के पूवग ईमेल ः feedbackeci@gmail.com धयायािीश िोते िैं। वतगमाि में इसके अध्यि पूवग िंघ लोक िेिा आयोग मुयय धयायािीश केजी बालाकृठणि िैं। संघ लोक सेवा आयोग (यूहियि पहललक सहवगस पता : राठिीय मािवाहिकार आयोग कमीशि) सरकार में लोक सेवा के अहिकाहरयों फरीदकोट भवि, कॉपरहिकस मागग की हियुहतत के हलए परीिाएं संिाहलत करता िै। िई हदडली- 110001 संहविाि के अिुच्छेद 315-323 में एक संघीय फोि- 011-23384012 लोक सेवा आयोग और राजयों के हलए राजय फैतस- 011-23384863 लोक सेवा आयोग के गठि का िाविाि िै। ि​िम ईमेल- covdnhrc@nic.in लोक सेवा आयोग की थिापिा 1 अतटूबर, 1926 को हुई िी। वतगमाि में इसके अध्यि िो. िीपी िूिना आयोग भारत सरकार िे व्यवथिा की पारदहशगता के हलए अिवाल िैं। आरटीआई अहिहियम के तित 2005 में केंद्रीय पता: यूपीएससी 179


वादषिकी तनयंिक एिं मिालेखा परीक्षक कंिोलर एंि ऑहिटर जिरल यािी हियंिक एवं मिालेखा परीिक को आम तौर पर कैग के िाम से जािा जाता िै। भारतीय संहविाि के अिुच्छेद 148 में कैग का िाविाि िै, जो केंद्र व राजय सरकारों के हवभागों और उिके िारा हियंहित संथिािों के आय-व्यय की जांि करता िै। यिी संथिा सावगजहिक ि​ि की बरबादी के मामलों को समय-समय पर िकाश में लाती िै। 1948 में पिले कैग वी. िरिहर राव बिे िे। इस वतत भारत के 11वें कैग िमुया हविोद राय िैं। पता: कैग (हियंिक एवं मिालेखापरीिक) पॉकेट-9, दीिदयाल उपाध्याय मागग, िई हदडली- 110124 फोि- 011-23231440 फैतस- 011-23509600 सूि​िा आयोग बिाया। सूि​िा के अहिकार को संहविाि ईमेल- cag@cag.gov.in की िारा 19 (1) के तित एक मूलभूत अहिकार का दजाग हदया गया िै। आरटीआई के तित िर िागहरक को यि जाि​िे का अहिकार िै हक सरकार कैसे कायग करती मित्िपूणा िंगठनों/िंस्थाओं के पिे िै। राजयों के अपिे सूि​िा आयोग िैं। इि हदिों मुयय सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन) तलॉट िं- 5बी, छठवां तल, सीजीओ कांपलेतस, लोिी सूि​िा आयुतत सययािंद हमिा िैं। रोि, िई हदडली- 110003 पता : केंद्रीय सूि​िा आयोग फोि- 011-24362755, 24361273 'बी' हवंग, हितीय टलोर, अगथत िांहत भवि, ईमेल- information@cbi.gov.in भीकाजी कामा तलेस ,िई हदडली- 110066 फोन: 011-26161137 आरबीआई (हरजवव बैंक ऑफ इंहिया) फैक्स: 011-26186536 मेि हबहडिंग, पीओ बॉतस िं-901 ईमेल : rti@india.gov.in शिीद भगत हसंि मागग, मुंबई- 400001 राष्ट्रीय अफपिंख्यक आयोग फोि- 022-22601500, 22660500 राठिीय अडपसंययक आयोग अहिहियम-1992 के तित फैतस- 022-22660817 केंद्र सरकार िे पांि िाहमगक अडपसंययक (मुसहलम, ईमेल- rdmumbai@rbi.org.in हसख, ईसाई, बौि एवं पारसी) समुदायों के हितों की रिा के हलए इस आयोग का गठि हकया। आयोग में एक अध्यि, एक उपाध्यि और पांि सदथय िोते िैं जो अडपसंययक समुदाय का िहतहिहियव करते िैं। आंध्र िदेश, असोम, हबिार, छिीसगढ़, हदडली, झारखंि, किागटक, मिाराठि, मध्य िदेश, महणपुर, राजथिाि, तहमलिािु, उिराखंि, उिर िदेश तिा पहचिम बंगाल में भी राजय अडपसंययक आयोग का गठि हकया गया िै। इि आयोगों के कायागलय राजयों की राजिाहियों में हथित िैं। राठिीय अडपसंययक आयोग के अध्यि वजाित िबीबुडलाि िैं। पता : राठिीय अडपसंययक आयोग पंिम तल, लोक िायक भवि खाि माककेट इसरो (इंहियन स्पेस एंि हरसचव आगवनाइजेशन) िई हदडली- 110003 अंतहरि भवि, धयू बीईएल रोि फोि- 011-24615583 बंगलूरू, 560231 फैतस- 011-24693302 फोि- 080-23415275, 22172296 ईमेल- ro-ncm@nic.in 180


फैतस- 080-23511984 ईमेल- rdmumbai@rbi.org.in बीसीसीआई (भारतीय हिकेट कंट्रोल बोिट) वािखेड़े थटेहियम, िी गेट ि​िग गेट, मुंबई- 400020 फोि- 022-22898800 फैतस- 022-22898801 ईमेल- bcci@vsnl.com नाबािट (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंि रूरल िेवलेपमेंट) तलॉट िं- सी-25, जी ललॉक बंाद्राकुलाग कांतलेतस, पीओ बॉतस िं- 8121, बांद्रा (पूवग) मुंबई- 400051 पीआईबी (प्रेस इंफॉममेशन ब्यूरो) ए-हवंग, शाथिी भवि, िॉ. राजेंद्र िसाद मागग िई हदडली- 110001 फोि- 011-23389338 ईमेल- pib@nic.in आईओए (भारतीय ओलंहपक मिासंघ) ओलंहपक भवि बी-29, कुतुब इंथटीट्यूशिल एहरया िई हदडली- 110016 फोि- 011-26852480 फैतस- 011-26852386 ईमेल- ioa@olympic.ind.in

जुंदाल को भी भारत को िौंप सदया िा। २६ अततूबर: अमेसरका के राटिपसत ने वहां के राटिपसत चुनाव में शुिवार को अलीम वोसटंग की। ऐिा करने वाले वह पहले राटिपसत हैं। ओबामा ने सशकागो सथित मासटडन लूिर सकंग िेंटर में मतदान सकया। अमेसरका में अलीम वोसटंग का चलन है इिके तहत मतदान वाले सदन िे पहले ही वोट डालने की िुसवधा दी जाती है। २६ अततूबर: इटली के पूवम िधानमंिी सिलसवओ बलुमथकोनी को वहां की थिानीय अदालत ने चार िाल की िजा िुनाई। उडहें चोरी के एक मामले में दोषी करार सदया गया िा। २७ अततूबर: पासकथतानी के सिकेटर और वतममान में राजनेता इमरान खान को टोरंटो में डयूयाकक रवाना होते िमय सवमान िे उतार सदया गया। अमेसरकी असधकासरयों ने उनिे पाक में हमले को लेकर उनके रुख के बारे में पूछताछ की िी। २८ अततूबर: आथिेसलयाई िरकार ने अपने थिानीय थकूलों में सहंदी की किाएं चलाने का फैिला सकया। आथिेसलया की िधानमंिी जूसलया सगलाडड ने भारत िे िंबंध मजबूत करने के सलए यह फैिला सकया। २९ अततूबर: भारत में १९८४ के सिख सवरोधी दंगों को जनिंहार घोसषत करने के सलए आथिेसलया के िांिद वारेन इनटि ने िंिद में यासचका दायर करने का फैिला सलया। २९ अततूबर: अमेसरका के डयूजिीम को िैंडी तूफान ने घेर सलया। इि तूफान ने अमेसरका के १२ शहरों को िभासवत सकया। तूफान का अिर इतना ज्यादा िा सक अमेसरकी राटिपसत ने चुनाव िचार रोककर पूरा ध्यान इि​िे सनपटने पर लगा सदया। उडहोंने इमरजेंिी लगा दी और चुनाव की सजबमेदारी पूवम राटिपसत सबल सतलंटन को िौंप दी।

फैतस- 011-46536481 ईमेल- assocham@nic.in

हफक्की (फेिरेशन ऑफ इंहियन चैंबसव ऑफ एसोचैम (एसोहसएटेि चैंबसव ऑफ कामसव एवं कामसव एवं इंिस्ट्री) इंिस्ट्री ऑफ इंहिया) फेिरेशि भवि, तािसेि मागग, िई हदडली - 110001 कारपोरेट कायागलय, 1, कबयुहिटी सेंटर जमरुद्रपुर, फोि- 011-23738760-70 कैलाश कॉलोिी, िई हदडली- 110048 फैतस- 011-23320714 फोि- 011-46550555 ईमेल- ficci@ficci.com 181


वादषिकी

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक भारत का राष्ट्रीय ध्वज कतरंगा है तो मोर राष्ट्रीय पक्षी। इसी तरह बरगद को राष्ट्रीय वृक्ष और गंगा राष्ट्रीय िदी है। राष्ट्रगीि : िंदेमािरम वंदेमातरम को भारत के राठिगीत के रूप में मािा गया िै। सवगि​िम 1869 को भारतीय राठिीय कांिेस के सि के दौराि वंदेमातरम गाया गया िा। इसकी रि​िा बंहकम िंद्र िटजीग िे की िै।

राष्ट्रीय पुष्प : कमल भारतीय कला-संथकृहत में मियव रखिे वाले कमल को भारत के राठिीय पुठप का दजाग िातत िै।

राष्ट्रीय ध्िज : तिरंगा

राष्ट्रीय फल : आम

भारत में 1000 से जयादा िकार के आम पाए जाते भारत का राठिीय ध्वज हतरंगा िै। खादी के कपड़े िैं। हबिार के जािे-मािे लाखी बाग में मुगल शासक से बिे ध्वज में तीि रंग िोते िैं। सबसे ऊपर भगवा अकबर िे एक लाख आम के वृि लगाए िे। (ययाग का ितीक), बीि में सफेद (शांहत का ितीक)और िीिे िरा (िहरयाली का ितीक) रंग राष्ट्रीय नदी ः गंगा िोता िै। बीि में सफेद रंग में 24 तीहलयों वाला गंगा को भारत की राठिीय िदी का दजाग िातत िै। अशोक ि​ि बिा िोता िै हजसका रंग िीला िोता िै। हतरंगे का यि हिजायि हपंगली वैंकेया िे बिाया राष्ट्रीय िृक्ष ः बरगद िा। 22 जुलाई, 1947 को हतरंगे को भारत का हवशालकाय हदखिे वाले बरगद के वृि को भारत राठिीय ध्वज िुिा गया। इसका इथतेमाल भारतीय में राठिीय वृि का दजाग िातत िै। ध्वज संहिता के तित हकया जाता िै। 2000 में िवीि हजंदल की याहिका पर सवोगि धयायालय िे राष्ट्रीय पशुः बाघ इसे हिजी संथिािों में भी फिरािे की अिुमहत िदाि बंगाल टाइगर को राठिीय पशु का दजाग िातत िै। हदि िहतहदि बाघों की घटती संयया पर हिंहतत सरकार कर दी िी। िारा इसके संरिण के हलए 1973 में िोजेतट राष्ट्रीय प्रिीक : अशोक की लाट टाइगर शुरू हकया गया। अशोक की लाट को 26 जिवरी, 1950 को राठिीय हिह्नों के रूप में शाहमल हकया गया िा। राष्ट्रीय जलीय जीि- डातफफन इस हिह्नï में तीि हदशाओं में शेर िैं और सामिे गंगा में पाई जािे वाली िाहडफि को राठिीय जलीय की ओर अशोक ि​ि बिा हुआ िै। ि​ि के िीिे जीव का दजाग िातत िै। िाहडफि केवल ताजा और शुद्घ पािी में िी जीहवत रिती िै। देविागरी हलहप में 'सययमेव जयते' अंहकत िै।

राष्ट्रगान : जन-गण-मन

राष्ट्रीय पक्षी- मोर

24 जिवरी 1950 को संहविाि लागू िोिे से पिले मोर (िर) को राठिीय पिी के रूप में जािा जाता जि-गण-मि को राठिगाि मािा गया। राठिगाि िै। इसके हलए वधय जीव संरिण-1972 के तित रवींद्र िाि टैगोर िारा रहित िै। पूणग संरिण का हविाि िै। 182


वादषिकी

भारत की संसद राष्ट्रपकत संसद का अंग है लेककि वह ककसी सदि में िहीं बैठता। वह संसद के ककसी एक अथवा दोिों में अकभभाषण कर सकता है।

भा

रत में जिता की सवोगि िहतहिहि संथिा संसद में दो सदि िैं राजयसभा और लोकसभा और इिके ऊपर िोते िैं राठिपहत। राठिपहत संसद का अंग िोता िै लेहकि वि हकसी भी सदि में ि​िीं बैठता। वि संसद के हकसी एक सदि अिवा एक साि दोिों के समि अहभभाषण कर सकता िै। समय-समय पर संसद के दोिों सदिों को बैठक के हलए आमंहित करता िै। संसद िारा पाहरत हविेयक तभी कािूि बि सकता िै जब राठिपहत अिुमहत िदाि कर दे। जब संसद ि िल रिी िो तो सरकार की हसफाहरश पर राठिपहत िारा अध्यादेश कािूि की तरि िी िभावी िोता िै। कुछ हविेयक राठिपहत की हसफाहरश के बाद िी पेश हकए जा सकते िैं अिवा उि पर आगे कायगवािी िो सकती िै। राठिपहत पर मिाहभयोग िलािे, उपराठिपहत को िटािे, संहविाि में संशोि​ि करिे और उितम धयायालय एवं उि धयायालयों के धयायािीशों को िटािे जैसे मियवपूणग मामलों में राजय सभा को लोक सभा जैसी शहततयां िातत िै।

राज्य सभा आैर लोक सभा राजय सभा राजयों की पहरषद िै। सदथय का िुिाव राजय हविाि सभाओं के िुिे हुए हविायक करते िैं। राजय के िहतहिहियों की संयया जयादातर उसकी जिसंयया पर हिभगर करती िै। राजय सभा में राठिपहत िारा मिोिीत 12 सदथय तिा 238

राजयों और संघ-राजय िेिों िारा िुिे सदथय िोते िैं। इस समय राजय सभा के 245 सदथय िैं। राजय सभा के िययेक सदथय की कायागवहि छि वषग िै। राजय सभा के हलए 30 वषग से अहिक आयु के लोग अिग िैं। विीं लोक सभा के सदथयों को जिता सीिे िुिती िै। 18 साल और उससे अहिक आयु का कोई भी िागहरक मतदाि करिे का िकदार िै। लोक सभा के अहिकतम 550 सदथय राजय व संघ िेिों का िहतहिहितव करते िैं। इसके अहतहरतत, राठिपहत आंनल-भारतीय समुदाय का िहतहिहियव करिे के हलए दो सदथय मिोिीत कर सकता िै। पांि वषो​ों की अवहि समातत िो जािे पर सदि खुद भंग िो जाता िै। कुछ पहरथिहतयों में संसद को पूणग कायागवहि समातत िोिे से पिले िी भंग हकया जा सकता िै। आपातकाल की हथिहत में संसद लोक सभा की कायागवहि बढ़ा सकती िै। यि एक बार में एक वषग से अहिक ि​िीं िो सकती। लोक सभा का िुिाव लिऩे के हलए कम से कम आयु 25 वषग िै।

िंिद और िरकार ि​िािमंिी और मंिी हकसी भी एक सदि का सदथय िो सकते िैं। हकसी ऐसे व्यहतत को भी ि​िािमंिी या मंिी हियुतत हकया जा सकता िै जो संसद के हकसी भी सदि का सदथय ि िो, परंतु उसे छि मिीिे बाद सदि के हलए हिवागहित िो जािा िाहिए। मंहिपहरषद के हलए यि जरूरी िै हक लोक सभा का हवचवास खोते िी पद-ययाग दें। संसद का कायग हविाि बिािा, मंिणा देिा, आलोि​िा करिा और लोगों की हशकायतों को व्यतत करिा िै। कायगपाहलका का कायग शासि करिा िै, यद्यहप वि संसद की ओर से िी शासि करती िै।

िंिद के ि​ि सामाधयतया िहतवषग संसद के तीि सि या अहिवेशि िोते िै- बजट अहिवेशि (फरवरीमई), वषागकालीि अहिवेशि (जुलाई-हसतंबर) और शीतकालीि अहिवेशि (िवंबर-हदसंबर)। 183


वादषिकी अध्यक्ष/उपाध्यक्ष लोक सभा सदि के दो सदथयों को अध्यि और उपाध्यि के रूप में िुिती िै। उपराठिपहत राजय सभा का पदेि सभापहत िोता िै। वि संसद के दोिों सदिों के सदथयों िारा हिवागहित हकया जाता िै। उपसभापहत पद के हलए राजय सभा के सदथयों िारा अपिे में से हकसी सदथय को िुिा जाता िै।

िंिदीय काया और प्रतिया संसदीय कायग दो मुयय शीषो​ों में बांटा गया िै। सरकारी कायग और गैर-सरकारी कायग। सरकारी कायग को हफर दो िेहणयों में बांटा जा सकता िै- (क) ऐसे कायग हजिकी शुरुआत सरकार िारा की जाती िै और (ख) ऐसे कायग हजिकी शुरूआत गैर-सरकारी सदथयों िारा की जाती िै परंतु हजधिें सरकारी कायग के समय में हलया जाता िै जैसे िचि, थिगि िथताव, अहवलंबिीय लोक मियव के मामलों की ओर ध्याि हदलािा,हवशेषाहिकार के िचि, अहवलंबिीय लोक मियव के मामलों पर ि​िाग, मंहिपहरषद में अहवचवास का िथताव, िचिों के उिरों से उयपधि िोिे वाले मामलों पर आिे घंटे की ि​िागएं इययाहद।गैर-सरकारी सदथयों के कायग, अिागत हविेयकों और संकडपों पर िययेक शुिवार के हदि या हकसी ऐसे हदि जो अध्यि हि​िागहरत करे ढाई घंटे तक ि​िाग की जाती िै। सदि में हकए जािे वाले हवहभधि कायो​ों के हलए समय की हसफाहरश सामाधयतया कायग मंिणा सहमहत िारा की जाती िै। िाय: िर सतताि एक बैठक िोती िै। दोिों सदिों की कायगवािी हरकािट की जाती िै। अहिवेशिवार छपे हुए खंि हिंदी तिा अंिेजी भाषा में उपललि िोते िैं।

प्रश्नकाल सरकार संसद के िहत उिरदायी िोती िै। सदि के सदथय संसदीय िचिों के माध्यम से सरकार की िीहतयों और कायो​ों की जािकारी लेते िैं। सदिों में िययेक बैठक के िारंभ में एक घंटे तक िचि हकए जाते िैं। इसके अहतहरतत, खोजी और अिुपूरक िचि पूछिे से मंहियों का भी परीिण िोता िै हक वे अपिे हवभागों के कायगकरण को हकतिा समझते िैं। कुछ िचिों का मौहखक उिर हदया जाता िै। इधिें तारांहकत िचि किा जाता िै। अतारांहकत िचिों का हलहखत उिर हदया जाता िै।

शून्यकाल संसद के दोिों सदिों में िचिकाल के ठीक बाद 'शूधयकाल' 12 बजे िारंभ िोिे के कारण इस िाम से जािा जाता िै इसे जीरो आवर भी किा गया तयोंहक पिले 'शूधयकाल' पूरे घंटे तक िलता िा। अिागत 1 बजे हदि में सदि का लंि के हलए अवकाश िोिे तक।

जनति​ि के मामले ऐिे उठािे िैं n स्थगन प्रस्ताव- इसके िारा लोक सभा के हियहमत 184

काम-काज को रोककर तयकाल मियवूपणग मामले पर ि​िाग कराई जा सकती िै। n ध्यानाकषवण- इसके िारा कोई भी सदथय सरकार का ध्याि तयकाल मियव के मामले की और हदला सकता िै। मंिी को उस मामले में बयाि देिा िोता िै। n आपातकालीन चचावएं- इिके िारा तयकाल मियव के िचिों पर एक घंटे की ि​िाग की जा सकती िै। िालांहक इस पर मतदाि ि​िीं िोता। n हवशेष उल्लेख- हिवागहित िहतहिहि ऐसे मामले उठािे का ियास करते िैं जो उस समय उधिें और उिके हिवागि​ि िेि के लोगों की तरफ से िोते िैं। जो मामले व्यवथिा के िचि ि​िीं िोते या जो िचि, अडप-सूि​िा िचिों, ध्यािाकषगण िथतावों आहद से संबंहित हियमों के अिीि ि​िीं उठाए जा सकते, वे इसके अिीि उठाए जाते िैं। n प्रस्ताव (मोशन)- कोई भी सदथय एक िथताव के रूप में कोई सुझाव सदि के समि रख सकता िै। हजसमें उसकी राय या इच्छा दी गई िो। यहद सदि उसे थवीकार कर लेता िै तो वि समूिे सदि की राय या इच्छा बि जाती िै। अंत: मोटे तौर पर 'िथताव' सदि का फैसला जाि​िे के हलए सदि के सामिे लाया जाता िै। n संकल्प- संकडप आम लोगों के हित के हकसी मामले पर सदि में ि​िाग के हलए सदथयों और मंहियों को उपललि िै। सामाधय रूप के िथतावों के समाि संकडप राय या हसफाहरश की घोषणा के रूप में िो सकता िै। या हकसी ऐसे अधय रूप में िो सकता िै जैसा हक अध्यि उहित समझे। n अहवश्वास प्रस्ताव- लोक सभा िारा मंहिपहरषद में अहवचवास व्यतत करते िी सरकार को संवैिाहिक रूप से पद छोड़िा िोता िै। हियमों में इस आशय का एक िथताव पेश करिे का उपबंि िै हजसे 'अहवचवास िथताव' किा जाता िै। राजय सभा को अहवचवास िथताव पर हविार करिे की शहतत िातत ि​िीं िै। n हनंदा प्रस्ताव- अहवचवास िथताव में उि कारणों का उडलेख ि​िीं िोता हजि पर वि आिाहरत िो परंतु हिंदा िथताव में ऐसे कारण या आरोप उडलेख करिा आवचयक िैं। यि िथताव कहतपय िीहतयों और कायो​ों के हलए सरकार की हिंदा करिे के इरादे से पेश हकया जाता िै। हिंदा िथताव मंहिपहरषद के हवरुि या हकसी एक मंिी के हवरुि या कुछ मंहियों के हवरुि पेश हकया जाता िै।


िंिद में बजट सरकार कोई भी खिाग करिे से पिले संसद की मंजूरी लेती िै। िर वषग सरकार एक बजट यािी पूरे साल की आमदिी और खिदे का लेखा जोखा संसद में पेश करती िै। संसद उि पर हविार और उिकी आलोि​िा करती िै। राजय सभा को सामाधय ि​िाग के अलावा बजट से कोई सरोकार ि​िीं िोता। मांगों पर मतदाि केवल लोक सभा में िोता िै। िययेक मंिालय के हलए िथताहवत अिुदािों के हलए अिुदाि मांगे रखी जाती िैं। इि 'मांगो' का संबंि बजट के व्यय वाले भाग से िोता िै। अिुदािों की मांगों के मूल िथताव के सिायक िथताव पेश करके सदथय ऐसा कर सकते िैं। इि सिायक िथतावों को संसदीय भाषा में 'कटौती िथताव' किा जाता िै।

लेखानुदान जब तक संसद मांगे थवीकृत ि​िीं कर लेती तब तक के हलए यि आवचयक िै हक देश का िशासि िलािे के हलए सरकार के पास पयागतत ि​ि उपललि िो। इसहलए 'लेखािुदाि' के हलए हवशेष उपबंि हकया गया िै। हजसके िारा लोकसभा को शहतत दी गई िै हक वि बजट की िहिया पूरी िोिे तक हकसी हविीय वषग के एक भाग के हलए पेशगी अिुदाि दे सकती िै।

कानून कैिे बनिे िैं कािूि बिािा संसद का िमुख काम िै। सभी कािूिी िथताव हविेयक के रूप में संसद में पेश हकए जाते िैं। हविेयक हविायी िथताव का मसौदा िोता िै। हविेयक संसद के हकसी एक सदि में सरकार िारा या हकसी गैर-सरकारी सदथय िारा पेश हकया जा सकता िै। मोटे तौर पर, हविेयक दो िकार के िोते िैं- (क) सरकारी हविेयक और (ख) गैर-सरकारी सदथयों के हविेयक। हवहि का रूप लेिे वाले अहिकांश हविेयक सरकारी हविेयक िोते िैं। हकसी हविेयक पर गहतरोि िोिे पर एक असािारण हथिहत उयपधि िो जाती िै। हजसका समािाि दोिों सदिों की संयुतत बैठक में िोता िै। जब दोिों सदिों िारा कोई हविेयक अलग अलग या संयुतत बैठक में पास कर हदया जाता िै तो उसे राठिपहत के पास भेजा जाता िै। यहद राठिपहत अिुमहत िदाि कर देता िै तो अिुमहत की हतहि से हविेयक अहिहियम बि जाता िै। संशोि​ि के िारा संहविाि के हकसी भी अिुच्छेद में बदलाव लाया जा सकता िै। हकंतु उितम धयायालय के हिणगय के अिुसार संहविाि के मूल ढांिे या मूल तयवों को िठट या धयूि करिे वाला कोई पहरवतगि ि​िीं हकया जा सकता।

३० अततूबर: मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद भारत और पासकथतान के बीच टूटे सिपिीय सिकेट करार को मंजूरी समल गई। केंद्र िरकार ने िीरीज में भाग लेने के सलए पासकथतान सिकेट टीम को भारत आने की मंजूरी दे दी।

निंबर १ िवंबर: भारत के पूवम राटिपसत एपीजे अलदुल कलाम चीन पहुंचे। इि दौरे के दौरान उडहें पेसकंग सवचवसवद्यालय में पढ़ाने के अलावा भारत के िाि िाझा अंतसरि िौर ऊजाम समशन का िथताव सदया गया। पढ़ाने का िथताव उडहें सवचवसवद्यालय केअध्यि झू शनलू ने सदया। १ िवंबर: भारत को एक महीने के सलए िंयुतत राटि िुरिा पसरषद का अध्यि बनाया गया। १ िवंबर: जापान में एक िरकारी जांच में िामने आया सक वहां वषम २०११ में आई िूनामी के बाद अरबों डॉलर ऐिे कामों पर खचम हुए सजनका पुनसनममाि िे कोई ताललुक नहीं िा। जाच के अनुिार धन का ियोग कई बेतुके और सवसचि कामों में भी हुआ। यहाँ तक सक ये धन जापान के सववासदत व्हेल कायमिम पर भी खचम सकया गया। २ िवंबर: एतपल ने अपने आईफोन-५ को भारत में सबिी के सलए जारी कर सदया। फोन की कीमत ४४५०० रुपये िे लेकर ५९५००० रुपये रखी गई। कंपनी ने आईफोन-5 के तीन वजमन बाजार में पेश सकए। इिके तहत १६ जीबी, ३२ जीबी और ६२ जीबी मेमोरी वाले फोन हैं। 2 िवंबर: भारत की अगुआई में आयोसजत सहंद महािागर तट िहयोग िंघ की बैठक में अमेसरका को िंवाद िाझेदार बनाने का सनिमय सलया गया। यह फैिला गुड़गांव में 29 अतटूबर िे शुरू हुए पांच सदविीय िबमेलन में सलया गया। सहंद महािागर तट िहयोग िंघ की थिापना वषम 1997 में की गई िी।

संिालि के हलए, लोक सभा सहिवालय और राजय सभा सहिवालय बिाए गए िैं। दोिों सहिवालयों में सबसे शीषग पर एक मिासहिव िोता िै। िययेक सहिवालय अपिे पीठासीि अहिकाहरयों और सभी सदथयों को आवचयक सलाि, सिायता और सुहविाएं पदाि करता िै। सहिवालय के अलग अलग भाग-अिुभाग िैं। जैसे हविायी कायग, िचिकाल, सहमहत िशासि, िंिालय और िंिद के िति​िालय सूि​िा सेवा, हरपोहटिंग, भाषांतर और अिुवाद मुद्रण और संसद में दोिों सदिों से संबंहित सारे काम के समुहित िकाशि, सुरिा और सफाई। 185


वादषिकी िंिदीय तिशेषातधकार

िदस्यों के िेिन-भत्ते

संसदीय हवशेषाहिकारों की कोई भी सूिी पूरी ि​िीं िै। संिेप में कि सकते िैं हक कोई भी वि काम जो सदि के, उसकी सहमहतयों के या उसके सदथयों के काम में हकसी िकार की बािा िाले वि संसदीय हवशेषाहिकार

दोिों सदिों के सदथय ऐसे वेति और भिे, हजधिें संसद समय समय पर, हवहि िारा तय करे, पािे के िकदार िै। यात्रा संबंधी सुहवधाएं n रेल द्वारा यात्रा के हलए: एक ि​िम िेणी के तिा एक हितीय िेणी के हकराए की बराबर रकम n हवमान द्वारा यात्रा के हलए: िययेक ऐसी यािा के हलए हवमाि हकराए के सवा गुिा के बराबर n सड़क द्वारा यात्रा के हलए: िहत हकलोमीटर की दर से तिा थटीमर िारा यािा के हलए उितम िेणी के हकराए के अहतहरतत उसका 3/5 भाग। इसके अलावा, िययेक सदथय को िहतवषग देश के अंदर किीं भी अपिी पयिी/अपिे पहत या सि​िर के साि 28 एक तरफा हवमाि यािाएं करिे की छूट िोती िै। िययेक सदथय को देश के अंदर किीं भी, हकतिी भी बार, वातािुकूहलत िेणी में यािा के हलए थवयं तिा सि​िर के हलए एक रेलवे पास भी हमलता िै। पयिी/पहत के हलए एक अलग से पास भी हमल सकता िै। टेलीफोन- िययेक सदथय हिशुडक टेलीफोि-एक हदडली में तिा दूसरा अपिे हिवास थिाि पर लगवािे का िकदार िै। इसके अलावा, उसे िहतवषग हिशुडक 50,000 थिािीय काल करिे की छूट िोती िै। हनवास सुहवधा और वािन- िययेक सदथय को हदडली में मकाि हदया जाता िै। टलैटों के हलए कोई शुडक ि​िीं िै। जबहक बंगलों के हलए िाममाि लाईसेंस शुडक लगाया जाता िै। कहतपय सीमाओं में हबजली तिा पािी हिशुडक िोते िैं। िययेक सदथय को उसके कायगकाल के दौराि वाि​ि खरीदिे के हलए अहिम-राहश दी जाती िै। अधय पहरलहलियां-सदथयों को जो अधय सुहविाएं िदाि की जाती िैं उिमें आशुहलहपक तिा टंकण पूल, आयकर में राित, कैंटीि, जलपाि और खािपाि, तलब, कामि रूम, बैंक, िाकघर, रेलवे तिा िवाई बुहकंग तिा आरिण, बस पहरवि​ि, एल पी जी सेवा, हवदेशी मुद्रा का कोटा, लॉकर, सुपर बाजार आहद शाहमल िै। संसद पहरसर में एकमाि सदथयों के हलए एक सुसहजजत िािहमक हिहकयसा अथपताल भी िै।

का ि​ि​ि करता िै। कोई सदथय उस समय हगरटतार ि​िीं हकया जा सकता जब अहिवेशि िल रिा िो या उस संसदीय सहमहत की, हजसका वि सदथय िो, बैठक िल रिी िो, या दोिों सदिों की संयुतत बैठक िल रिी िो। संसद के अहिवेशि के िारंभ से 40 हदि पिले और उसकी समाहतत से 40 हदि बाद या जबहक वि सदि को आ रिा िो या सदि के बािर जा रिा िो, तब भी उसे हगरटतार ि​िीं हकया जा सकता। संसद के पहरसरों के भीतर, अध्यि/सभापहत की अिुमहत के हबिा, दीवािी या आपराहिक कोई कािूिी 'समि' ि​िीं हदए जा सकते िैं। अध्यि/सभापहत की अिुमहत के हबिा संसद भवि के अंदर हकसी को भी हगरटतार ि​िीं हकया जा सकता िै। तयोंहक संसद के पहरसरों में केवल संसद के सदि के या अध्यि/सभापहत के आदेशों का पालि िोता िै। संसद का िययेक सदि अपिे हवशेषाहिकार का थवयं िी रिक िोता िै। हवशेषाहिकार भंग करिे या सदि की अवमाि​िा करिे वाले को भयसगिा करके या ताड़िा करके या हि​िागहरत अवहि के हलए कारावास िारा दंहित कर सकता िै। थवयं अपिे सदथयों के मामले में सदि अधय दो िकार के दंि दे सकता िै, अिागत सदि की सेवा से हिलंहबत करिा और हिकाल देिा, हकसी सदथय को एक हि​िागहरत अवहि के हलए सदि की सेवा से हिलंहबत हकया जा सकता िै। हकसी अहत गंभीर मामले में सदि से हिकाला जा सकता िै। सदि अपराहियों को ऐसी अवहि के हलए कारावास का दंि दे सकता िै जो सािारणतया सदि के अहिवेशि की अवहि से अहिक ि​िीं िोती। जैसे िी सदि का सिावसाि िोता िै, बंदी को मुतत कर हदया जाता िै। दशगकों िारा गैलरी में िारे लगाकर और/अिवा इहचतिार फेंककर सदि की अवमाि​िा करिे के कारण, दोिों सदिों िे कई बार अपराहियों को सदि के उस हदि थिहगत िोिे तक कारावास का दंि हदया िै। िािे अवमाि​िा सदथयों िारा की गई िो या ऐसे व्यहततयों िारा जो सदथय ि िों। इससे कोई अंतर ि​िीं पड़ता हक अपराि सदि के भीतर हकया गया िै या उसके पहरसर से बािर। 186

िंिद भिन संसद भवि का हिमागण 1921-1927 के दौराि हकया गया िा। इसका व्यास 560 फुट तिा घेरा 1/3 मील िै। यि लगभग छि एकड़ िेि में फैला हुआ िै। भवि के 12 दरवाजे िैं। भवि का केंद्र हबंदु केंद्रीय कि (सेंिल िाल) का हवशाल वृिाकार ढांिा िै। केंद्रीय कि के गुबंद का व्यास 98 फुट तिा इसकी ऊँिाई 118 फुट िै। पिली मंहजल पर िार सहमहत किों का ियोग संसदीय सहमहतयों की बैठकों के हलए हकया जाता िै। इसी मंहजल पर तीि अधय किों का ियोग संवाददाताओं िारा हकया जाता िै।


वादषिकी

15िीं लोकसभा सदस्य 15वीं लोकसभा मई, 2009 काे गकठत हुई। प्रथम लोकसभा 1952 में गकठत हुई थी। तब कांग्रेस को 364 सीटें हाकसल हुई थीं। पंद्रहवीं लोकसभा के पदाकधकारी अध्यि उपाध्यि िदन के नेता

: मीरा कुमार : कसरया मुण्डा : िुशील कुमार िांभाजी राव सशंदे सवपि की नेता : िुषमा थवराज महािसचव : टीके सवचवानािन

आंध्र प्रिेश (42) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27.

किवाषचि क्षेि अदीलाबाद अमलापुरम अनकापलली अनडतपुर अराकु बापतला भोंगीर चेवेलला सचत्तूर एलूरू गुंटूर सहंदुपुर हैदराबाद कडापा काकीनाड़ा करीमनगर खबमाम कुरनूल मासचलीपत्तनम महबूबाबाद महबूबनगर मलकाज मेडक नगरकुरनूल नालगोंडा नांदयाल नरिारावपेट

सदस्‍य का िाम रमेश राठौर जीवी हषम कुमार हसर िलबम अनंत वेंकटरामी रेड्डी वी. सकशोर चंद्र एि. देव लक्ष्मी पनबाका कोमातीरेड्डी राज गोपाल रेड्डी जयपाल िुदीनी रेड्डी डॉ. नरमलली सशवि​िाद डॉ. कावुरी िांबा सिवा राव िांबासिवा रायापसत राव सिथटतपा सनबमला अिादुद्दीन ओवेिी, वाईएि जगन मोहन रेड्डी डॉ. एम. मंगापसत पललम राजू पोडनम िभाकर नामा नागेचवर राव कोटला जय िूयम िकाश रेड्डी कोनाकलला नारायि राव पी. बलराम कलवा केिी राव ित्यनारायि िाववे एम. सवजया शांसत डॉ. एम. जगडनाि िुकेंदर रेड्डी गुिा एिपीवाई रेड्डी मोदुगुला वेिुगोपाला रेड्डी

दल का िाम तेदेपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा आइंममु वाईएिआर कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि तेराि कांग्रेि तेराि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा 187


वादषिकी 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. 40. 41. 42.

नरिापुरम नेललौर सनजामाबाद ओंगोले पेड्डापलले राजामुंदरी राजमपेट सिकंदराबाद िीकाकुलम सतरुपसत सवजयवाड़ा सवशाखापत्तनम सवसजयानगरम वारंगल जहीराबाद

बापीराजू कानूमुरी मेकपसत राजामोहन रेड्डी मधु गौड़ याथखी मागुंटा िीसनवािुलु रेड्डी डा. गड्डम सववेकानडद अरुि कुमार वुडडावलली िाई िताप अडनैयागरी एम. अंजनकुमार यादव डॉ. िुपारानी सकलली सचंता मोहन राजगोपाल लगडपसत डनगुबसत पुरंदेचवरी डा. झांिी बोचा लक्ष्मी राजैआह सिसरसिला िुरेश कुमार शेटकर

कांग्रेि वाईएिआर कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि

अरुणाचल प्रिेश (2) 1. 2.

अरुिाचल पूवम अरुिाचल पसचचम

सननोंग ईरींग िंजय तकाम

कांग्रेि कांग्रेि

असम (14) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14.

थवशािी सजला बारपेटा धुबरी सडिूगढ़ गुवाहाटी जोरहाट कसलयाबोर करीमगंज कोकराझार लखीमपुर मंगलदोई नौगांव सिलचर तेजपुर

सबरेन सिंह इंनती इथमाइल हुिैन मौलाना बदरुद्दीन अजमल पबन सिंह घाटोवर सवजया चिवतीम सवजय कृटि हासडडक दीप गोगोई लसलत मोहन शुतल बैद्य िानिुमा खुंगुर बैिीमुसियारी रानी नरह रमेन डेका राजेन गोहेन कबींद्र पुरकायथि जोिेफ टोपो

1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10.

अरसरया आरा औरंगाबाद बांका बेगूिराय भागलपुर बतिर दरभंगा गया गोपालगंज

िदीप कुमार सिंह मीना सिंह िुशील कुमार सिंह पुतुल कुमारी डॉ. मोनासजर हिन िैयद शाहनवाज हुिैन जगदानंद सिंह कीसतम (झा) आजाद हसर माझी पूिममािी राम

कांग्रेि कांग्रेि वाईएिआर कांग्रेि कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि बीपीएफ कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा अगप

दिहार (40)

188

भाजपा जद (यू) जद (यू) सनदमलीय जद (यू) भाजपा राजद भाजपा भाजपा जद (यू)


1957 में आयोसजत दूिरे लोकिभा चुनावों में कांग्रेि के 490 उबमीदवारों में िे 371 को जीत समली। पाटीम ने कुल 57,579,589 मतों की जीत के िाि 47.78 िसतशत बहुमत िुरसित रखा। पंसडत जवाहर लाल नेहरू बहुमत के िाि ित्ता में वापि लौटे।

11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. 40.

हाजीपुर जहानाबाद जमुई झंझारपुर काराकाट कसटहार खगसड़या सकशनगंज मधेपुरा मधुबनी महाराजगंज मुंगेर मुजफ्फरपुर नालंदा नवादा पसचचम चंपारि पाटसलपुि पटना िासहब पूसिमया पूवीम चंपारि िमथतीपुर िारि िािाराम सशवहर िीतामढ़ी िीवान िुपौल उसजयारपुर वैशाली वालमीसक नगर

राम िुंदर दाि जद (यू) जगदीश शमाम जद (यू) भूदेव चौधरी जद (यू) मंगनी लाल मंडल जद (यू) महाबली सिंह जद(यू) सनसखल कुमार चौधरी भाजपा सदनेश चंद्र यादव जद (यू) मौलाना अिरारुल हक कांग्रेि शरद यादव जद (यू) हुकुमदेव नारायि यादव भाजपा उमा शंकर सिंह राजद राजीव रंजन सिंह जद (यू) कैतटन (िेवासनवृत) जयनारायि ि​िाद सनषाद जद (यू) कुमार कौशलेंद्र जद (यू) सिंह भोला सिंह भाजपा डॉ. िंजय जायिवाल भाजपा रंजन ि​िाद यादव जद (यू) शिुघ्न सिडहा भाजपा उदय सिंह भाजपा राधा मोहन सिंह भाजपा महेचवर हजारी जद (यू) लालू ि​िाद राजद मीरा कुमार कांग्रेि रमा देवी भाजपा डा. अजुमन राय जद (यू) यादव ओम िकाश सनदमलीय सवचव मोहन कुमार जद (यू) अचवमेध देवी जद (यू) डा. रघुवंश ि​िाद सिंह राजद बैद्यनाि ि​िाद महतो जद (यू)

1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11.

बथतर सबलािपुर दुगम जांजगीर-चंपा कांकेर कोरबा महािमुडद राजगढ़ रायपुर राजनंदगांव िरगुजा

सदनेश कचयप सदलीप सिंह जूदेव िरोज पाण्डेय कमला देवी पटले िोहन पोटाई डा. चरि दाि महंत चंदुलाल िाहू सवटिु देव िाय रमेश बैि मधुिूदन यादव मुरारीलाल सिंह

छत्तीसगढ़ (11) भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा 189


वादषिकी गुजरात (26) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26.

अहमदाबाद पूवम अहमदाबाद पसचचम अमरेली आनंद बनािकांठा बारडोली भरूच भावनगर छोटा उदयपुर दाहोद गांधीनगर जामनगर जूनागढ़ कच्छ खेडा मेहिाना नविारी पंचमहल पाटन पोरबंदर राजकोट िाबरकंठा िूरत िुरेंद्रनगर वड़ोदरा वलिाड

हसरन पाठक डा. सकरीट िेमजीभाई िोलंकी नारनभाई कछासड़या भरतसिंह माधवसिंह िोलंकी मुकेश भैरवदानजी गढ़वी डॉ. तुषार अमर सिंह चौधरी मनिुखभाई डी. विावा राजेडद्रसिंह रािा आरपी राठवा डा. िभा सकशोर तसवआड लाल कृटि आडवािी सविमभाई अजमनभाई दीनूभाई बोगाभाई िोलंकी पूनम वेलजीभाई जाट सदनशा जे. पटेल जयिीबेन पटेल िीआर पाटील िभातसिंह ितापसिंह चौहान जगदीश ठाकोर वीएच रादसड़या केएम बावसलया डॉ. एमपी चौहान दशमना सविम जरदोश एिजीकेपटेल बालकृटि खांडेराव शुतला सकिनभाई वेथटाभाई पटेल

भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा माडम कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा कांग्रेि

गोवा (2) 1. 2.

उत्तर गोवा दसि​ि गोवा

िीपाद येिो नाईक फ्रांसिथको िारदीना

भाजपा कांग्रेि

दहमाचल प्रिेश (4) 1. 2. 3. 4.

हमीरपुर कांगड़ा मंडी सशमला

अनुराग सिंह ठाकुर डा. राजन िुशांत वीरभद्र सिंह वीरेंद्र कचयप

1 2. 3. 4. 5. 6. 7.

अंबाला सभवानी महेंद्रगढ़ फरीदाबाद गुड़गांव सहिार करनाल कुरुिेि

कुमारी िैलजा िुसत चौधरी अवतार सिंह भदाना इंद्रजीत सिंह राव कुलदीप सबचनोई डॉ. अरसवंद कुमार शमाम नवीन सजंदल

भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा

हदरयाणा (10)

190

कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि हजकां कांग्रेि कांग्रेि


तीसरी लोकिभा अिैल 1962 में बनाई गई। उि िमय पासकथतान के िाि िंबंध खराब बने हुए िे। चीन के िाि 'दोथताना' िंबंध भी अततूबर, 1962 के िीमा युद्ध िे समथ्या ही िासबत हुए। यह युद्ध 1962 की गसममयों में कुछ झड़पों के िाि शुरू हुआ िा।

8. 9. 10.

रोहतक सिरिा िोनीपत

दीपेंद्र सिंह हुड्डा अशोक तंवर सजतेंद्र सिंह मसलक

कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि

जम्मू और कचमीर (6) 1. 2. 3. 4. 5. 6.

अनंतनाग बारामूला जबमू लद्दाख िीनगर उधमपुर

डॉ. समजाम महबूब बेग शरीफुद्दीन शासरक मदन लाल शमाम हिन खां डॉ. फारूक अलदुलला चौधरी लाल सिंह

जकनेकां जकनेकां कांग्रेि सनदमलीय जकनेकां कांग्रेि

झारखंड (14) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14.

चतरा धनबाद दुमका सगसरडीह गोड्डा हजारीबाग जमशेदपुर खूंटी कोडरमा लोहरदगा पलामू राजमहल रांची सिंहभूम

इंदर सिंह नामधारी पशुपसत नाि सिंह सशबु िोरेन रवींद्र कुमार पाण्डेय सनसशकांत दुबे यशवंत सिडहा डॉ. अजय कुमार कसरया मुंडा बाबू लाल मरांडी िुदशमन भगत कामेचवर बैठा देवीधन बेिरा िुबोध कांत िहाय मधु कोड़ा

सनदमलीय भाजपा झामुमो भाजपा भाजपा भाजपा झासवमो भाजपा झासवमो भाजपा झामुमो भाजपा कांग्रेि सनदमलीय

केरल (20) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14.

अलतपुझा अलिूर असटटंगल चालाकुडी एिामकुलम इदुतकी कडनूर कािरगोड कोललम कोटटायम कोझीकोड मलतपुरम मवेलीकारा पलतकाड

केिी वेिुगोपाल बीजू पीके असनरूद्धन िबपत केपी धनपालन िो. केवी िॉमि पीटी िॉमि कुंबाकुडी िुधाकरन पी. करुिाकरन एन. पीतांबर कुरुप जोि के. मसि एमके राघवन ई. अहमद िुरेश कोसडकुडनील एमबी राजेश

कांग्रेि भाकपा(मा) भाकपा(मा) कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाकपा (मा) कांग्रेि केईिी (एम) कांग्रेि आईयूएमएल कांग्रेि भाकपा (मा) 191


वादषिकी 15. 16. 17. 18. 19. 20.

पिनमिीटटा पोडनानी सतरुवनंतपुरम सिथिूर वडकरा वयनाड

एंटो एंटोनी ईटी मोहबमद बशीर डॉ. शसश िरूर पीिी चाको रामचंद्रन मुललापलली एमआई शानवाि

कांग्रेि आईयूएमएल कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि

कनाि​िक (28) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28.

बागलकोट बंगलूरू केंद्रीय बंगलूरू उत्तरी बंगलूरू ग्रामीि बंगलूरू दसि​िी बेलगाम बेललारी बीदर बीजापुर चामराजनगर सचकबलपुर सचतकोडी सचिदुगम दसि​ि कडनड दाविगेरे धारवाड़ गुलबगाम हिन हावेरी कोलार कोतपल मांडया मैिूर रायचूर सशमोगा तुमकुर उदुपी सचकमगलूर उत्तर कडनड़

पीिी गद्दीगौदर पीिी मोहन डीबी चडद्रे गौड़ा एचडी कुमाराथवामी अनंत कुमार िुरेश चनबितपा अंगड़ी जे. शाडता एन. धमम सिंह रमेश चंदतपा जीगजीिगी रंगाथवामी ध्रुवनारायि एम. वीरतपा मोइली कटटी रमेश सवचवनाि जनादमन थवामी नसलन कुमार कटील जीएम सिद्देचवरा िह्लाद वेंकटेश जोशी मसललकाजुमन खगवे एचडी देवेगौड़ा एि​िी उदािी केएच मुसनयतपा सशवराम गौड़ा एन. चेलुवरया थवामी वीएच सवचवनाि एि. पतकीरतपा राघवेडद्र येदुरतपा जीएि बिवराज जयिकाश के. हेगड़े अनंत कुमार हेगड़े

भाजपा भाजपा भाजपा जद (िे) भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि जद (िे) भाजपा कांग्रेि भाजपा जद (िे) कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा

मेघालय (2) 1. 2.

सशलांग तुरा

सवडिेंट एच. पाला कु. अगािा के. िंगमा

कांग्रेि राकांपा

महाराष्ट्र (48) 1. 2. 3. 4. 192

अहमदनगर अकोला अमरावती औरंगाबाद

डीकेएम गांधी िंजय शामराव धोिे आनंदराव अडिूल चंद्रकांत भाऊराव खैरे

भाजपा भाजपा सशविेना सशविेना


कांग्रेस के आंतसरक िंकट का अिर 1967 के चुनाव पसरिामों में भी सदखाई सदया। पहली बार, कांग्रेि ने सनचले िदन में करीब 60 िीटें खोकर 283 िीटें जीतीं। 1967 तक, कांग्रेि ने सवि चुनावों में भी कभी 60 िसतशत िे कम िीटें नहीं जीती िीं।

5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. 40. 41. 42. 43. 44. 45. 46. 47. 48.

बारामती बीड भंडारा गोंसदया सभवंडी बुलढाना चंद्रपुर धुले सदंडोरी गढ़सचरोली-सचमूर हातकिंगले सहंगोली जलगांव जालना कलयाि कोलहापुर लातूर माधा मावल मुंबई-उत्तर मुंबई उत्तर-मध्य मुंबई उत्तर-पूवम मुंबई उत्तर-पसचचम मुंबई-दसि​ि मुंबई दसि​ि-मध्य नागपुर नांदेड़ नंदुरबार नासिक उथमानाबाद पालघर परभनी पुिे रायगढ़ रामटेक रत्नासगसर-सिंधुदुगम रावेर िांगली ितारा सशरडी सशरूर शोलापुर ठािे वधाम यवतमाल-वासशम

िुसिया िुले गोपीनाि पी. मुंडे िफुल मनोहरभाई पटेल िुरेश काशीनाि तावरे ितापराव गिपतराव जाधव हंिराज गंगाराम अहीर िोनविे िताप नारायिराव हसरचचंद्र देवराम चव्हाि मारोतराव िैनूजी कोवािे आरएिडललयूपी शेटटी िुभाष बापूराव वानखेड़े एटी पाटील राविाहेब पाटील दानवे आनडद िकाश परांजपे िदासशवराव दादोबा मंडसलक जयवंत गंगाराम आवले शरद िीजी पवार गजानन धममशी बाबर िंजय सनरूपम सिया िुनील दत्त िंजय दीना पाटील गुरुदाि कामत समसलंद मुरली देवड़ा एकनाि महादेव गायकवाड़ सवलाि बाबूराव मुत्तेमवार भाथकरराव बापूराव पाटील मासिकराव होडलया गासवत िमीर मगन भुजबल डॉ. पीएिबी पाटील बसलराम िुकुर जाधव नागोराव दूधगांवकर गिेशराव िुरेश कलमाड़ी अनंत गंगाराम गीते मुकुल बी. वािसनक डॉ. नीलेश नारायि रािे हसरभाऊ माधव जावले ितीक िकाशबापू पाटील उदयनराजे ितापसिंह भोंिले भाऊिाहेब वातचौरे सशवाजी अधलराव पाटील िुशील केएि सशंदे डॉ. िंजीव गिेश नाईक दत्ता राघोबाजी मेघे भावना गावली (पाटील)

राकांपा भाजपा राकांपा भाराकां सशविेना भाजपा भाजपा भाजपा भाराकां एिडललूपी सशविेना भाजपा भाजपा सशविेना सनदमलीय भाराकां राकांपा सशविेना भाराकां भाराकां राकांपा भाराकां भाराकां भाराकां भाराकां भाराकां भाराकां राकांपा राकांपा बीवीए सशविेना भाराकां सशविेना भाराकां भाराकां भाजपा भाराकां राकांपा सशविेना सशविेना कांग्रेि राकांपा कांग्रेि सशविेना 193


वादषिकी मदणपुर (2) 1. 2.

आंतसरक मसिपुर बाहरी मसिपुर

डा. िोकचोम मैडया िांगिो बाइते

कांग्रेि कांग्रेि

मध्य प्रिेश (29) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29.

बालाघाट बैतूल सभंड भोपाल सछंदवाड़ा दमोह देवाि धार गुना नवासलयर होशंगाबाद इंदौर जबलपुर खजुराहो खंडवा खरगोन मंडला मंदिौर मुरैना राजगढ़ रतलाम रीवा िागर ितना शहडोल िीधी टीकमगढ़ उज्जैन सवसदशा

केडी देशमुख ज्योसत धुववे अशोक अगमल कैलाश जोशी कमलनाि सशवराज सिंह लोधी िज्जन सिंह वमाम गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी ज्योसतरासदत्य एम. सिंसधया यशोधरा राजे सिंसधया उदय िताप सिंह िुसमिा महाजन राकेश सिंह सजतेंद्र सिंह बुंदेला अरुि िुभाषचंद्र यादव मकनसिंह िोलंकी बिोरी सिंह मिराम मीनािी नटराजन नरेंद्र सिंह तोमर नारायि सिंह अबलाबे कांसतलाल भूसरया देवराज सिंह पटेल भूपेंद्र सिंह गिेश सिंह राजेश नंसदनी सिंह गोसवंद ि​िाद समिा डा. वीरेंद्र कुमार िेमचंद्र गुड्डू िुषमा थवराज

भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि बिपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा

दमजोरम (1) 1.

समजोरम

िीएल रुआला

1.

नागालैंड

िीएम चांग

कांग्रेि

नगालैंड (1) एनपीएफ

ओदडचा​ा (21) 1. 2. 3. 194

आथका बालािोर बारगढ़

सनत्यानंद िधान िीकांत कुमार जेना िंजय भोई

बीजद कांग्रेि कांग्रेि


इंसदरा गांधी ने 1971 में कांग्रेि को भारी बहुमत िे जीत सदलाई। 'गरीबी हटाओ' के चुनावी नारे के िाि िचार करते हुए, वह 352 िीटों के िाि िंिद में वापि आईं। इि बार सपछले चुनावों की 283 िीटों के मुकाबले उललेखनीय िुधार िा।

4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21.

बरहामपुर भद्रक भुवनेचवर बोलनगीर कटक ढेंकानाल जगतसिंहपुर जाजपुर कालाहांडी कंधमाल केंद्रपाड़ा तयोंझर कोरापुट मयूरभंज नबरंगपुर पुरी िंबलपुर िुंदरगढ़

सिद्धांत महापाि अजुमन चरि िेठी डा. (िो.) पीकेपी पाटिािी केएनएि देव भतृमहसर महताब तिागत ित्पिी सबभु ि​िाद तरई मोहन जेना भतत चरि दाि रुद्रमाधव राय वैजयंत ‘जय’ पांडा यशवंत एनएि लागुरी जयराम पांगी लक्ष्मि टुडु िदीप माझी सपनाकी समिा अमरनाि िधान हेमानंद सबथवाल

बीजद बीजद बीजद बीजद बीजद बीजद भाकपा बीजद कांग्रेि बीजद बीजद बीजद बीजद बीजद कांग्रेि बीजद कांग्रेि कांग्रेि

पंजाि (13) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13.

अमृतिर आनंदपुर िासहब भसटंडा फरीदकोट फतेहगढ़ िासहब सफरोजपुर गुरदािपुर होसशयारपुर जालंधर खडूर िासहब लुसधयाना पसटयाला िंगरूर

नवजोत सिंह सिद्धू रवनीत सिंह हरसिमरत कौर बादल परमजीत कौर गुलशन िुखदेव सिंह सलिा शेर सिंह घुबाया िताप सिंह बाजवा िंतोष चौधरी मोसहंद्र सिंह केपी डॉ. रतन सिंह अजनाला मनीष सतवारी परनीत कौर सवजय इंद्र सिंगला

भाजपा कांग्रेि सशअद सशअद कांग्रेि सशअद कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि सशअद कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि

राजस्थान (25) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9.

अजमेर अलवर बांिवाड़ा बाड़मेर भरतपुर भीलवाड़ा बीकानेर सचत्तौड़गढ़ चुरू

िसचन पायलट सजतेडद्र सिंह ताराचंद भगोरा हरीश चौधरी रतन सिंह डॉ. िीपी जोशी अजुमन राम मेघवाल डॉ. सगसरजा व्याि राम सिंह कथवां

कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा कांग्रेि भाजपा 195


वादषिकी 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25.

दौिा िीगंगानगर जयपुर जयपुर ग्रामीि जालौर झालावाड़-बारां झुंझुनू जोधपुर करौली-धौलपुर कोटा नागौर पाली राजिमंद िीकर टोंक िवाई माधोपुर उदयपुर

डॉ. सकरोड़ी लाल मीिा भरत राम मेघवाल डॉ. महेश जोशी लाल चंद कटासरया देवजी मानसिंहराम पटेल दुटयंत सिंह शीश राम ओला चंद्रेश कुमारी कटोच सखलाड़ी लाल बैरवा इज्यराज सिंह डॉ. ज्योसत समधाम बद्रीराम जाखड़ गोपाल सिंह शेखावत खंडेला महादेव सिंह नमोनारायन मीिा रघुवीर सिंह मीिा

सनदमलीय कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि

दसदककम (1) 1.

सिसतकम

िेम दाि राई

एिडीएफ

तदमलनाडु (39) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 196

अकोमनम अरानी चेडनई-मध्य चेडनई-उत्तर चेडनई-दसि​ि सचदंबरम कोयबबटूर कुड्डालोर धममपुरी सडंडीगुल इरोड कललाकुसरची कांचीपुरम कडयाकुमारी करूर कृटिासगसर मदुरै मसयलादुतुरई नागापसटटनम नामातकल नीलसगसर पैरबबलूर पोललाची रामनािपुरम िलेम सशवगंगा

एि. जगतरिकन एम. कृटिाथवामी सिरू दयासनसध मारन टीकेएि इलेंगोवन िी. राजेंद्रन सिरुमा वलावन िोल पीआर नटराजन एि. अलासगसर आर. िामरईिेलवन एनएिवी सचत्तन ए. गिेशमूसतम आसध िंकर पी. सवचवनािन डेसवडिन जे. हेलेन डॉ. मुसनिामी तंबीदुरै ईजी िुगावनम एमके अलासगसर ओएि मसियन एकेएि सवजयन एि. गांधीिेलवन असडडमुिु राजा डी. नेपोसलयन के. िुगुमार के. सशवकुमार एि. िेबमलई पलानीअतपन सचदबबरम

द्रमुक कांग्रेि द्रमुक द्रमुक एआईएडीएमके वीिीके भाकपा (मा) कांग्रेि द्रमुक कांग्रेि एमडीएमके द्रमुक कांग्रेि द्रमुक एआईएडीएमके द्रमुक द्रमुक एआईएडीएमके द्रमुक द्रमुक द्रमुक द्रमुक एआईएडीएमके द्रमुक एआईएडीएमके कांग्रेि


छठी लोकसभा चुनाव के दौरान 1977 में कांग्रेि िरकार िारा आपातकाल की घोषिा चुनावों में मुख्य मुद्दा िा। राटिीय आपातकाल के दौरान 25 जून 1975 िे 21 माचम 1977 तक नागसरक थवतंिताओं को िमातत कर सदया गया िा।

27. 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39.

िीपेरूबबुदूर तेनकािी तंजावूर िेनी िूिुतकुडी सतरुसचरापलली सतरुनेलवेली सतरूतपुर सतरुवललूर सतरुवडनामलाई वेललोर सवलुपुरम सवरुधुनगर

टीटीआर बालू पी. सलंगम एिएि पलानीमसनतकम जेएम आरुन रशीद एिआर जयदुरई पी. कुमार एिएि रामािुलबू िी. सशवािामी डॉ. पोडनुिामी वेिुगोपाल धनपाल वेिुगोपाल अलदुल रहमान के. मुरुगेिन आनंदन मासिक टैगोर

द्रमुक भाकपा द्रमुक कांग्रेि द्रमुक एआईएडीएमके कांग्रेि एआईएडीएमके एआईएडीएमके द्रमुक द्रमुक एआईएडीएमके कांग्रेि

दिपुरा (2) 1. 2.

सिपुरा पूवम सिपुरा पसचचम

बाजूबन सरयान खगेन दाि

भाकपा(मा) भाकपा (मा)

उत्तर प्रिेश (80) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25.

आगरा अकबरपुर अलीगढ़ इलाहाबाद अबबेडकर नगर अमेठी अमरोहा आंवला आजमगढ़ बदायूं बागपत बहराइच बसलया बांदा बांिगांव बाराबंकी बरेली बथती भदोही सबजनौर बुलंदशहर चंदौली देवसरया धौरहरा डुमसरयागंज

िो. रामशंकर राजाराम पाल राज कुमारी चौहान कुंवर रेवती रमि सिंह राकेश पांडेय राहुल गांधी देवेंद्र नागपाल मेनका गांधी रमाकांत यादव धममेंद्र यादव असजत सिंह कमल सकशोर नीरज शेखर आरके सिंह पटेल कमलेश पािवान डॉ. पीएल पूसनया िवीि सिंह ऐरन अरसवंद कुमार चौधरी गोरखनाि पाण्डेय िंजय सिंह चौहान कमलेश बालमीसक रामसकशुन गोरख ि​िाद जायिवाल सजसतन ि​िाद जगदंसबका पाल

भाजपा कांग्रेि बिपा िपा बिपा कांग्रेि रालोद भाजपा भाजपा िपा रालोद कांग्रेि िपा िपा भाजपा कांग्रेि कांग्रेि बिपा बिपा रालोद िपा िपा बिपा कांग्रेि कांग्रेि 197


वादषिकी 26. 27. 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. 40. 41. 42. 43. 44. 45. 46. 47. 48. 49. 50. 51. 52. 53. 54. 55. 56. 57. 58. 59. 60. 61. 62. 63. 64. 65. 66. 67. 68. 69. 70. 71. 72. 73. 74. 198

एटा इटावा फैजाबाद फरुमखाबाद फतेहपुर फतेहपुर िीकरी सफरोजाबाद गौतमबुद्ध नगर गासजयाबाद गाजीपुर घोिी गोंडा गोरखपुर हमीरपुर हरदोई हािरि जालौन जौनपुर झांिी कैराना कैिरगंज कडनौज कानपुर कौशांबी खीरी कुशीनगर लालगंज लखनऊ मछलीशहर महाराजगंज मैनपुरी मिुरा मेरठ समजामपुर समसिख मोहनलाल गंज मुरादाबाद मुजफ्फरनगर नगीना फूलपुर पीलीभीत ितापगढ़ रायबरेली रामपुर रॉबटिमगंज िहारनपुर िलेमपुर िंभल िडत कबीर नगर

कलयाि सिंह िेमदाि किीसरया डा. सनममल खिी िलमान खुशीमद राकेश िचान िीमा उपाध्याय राज बलबर िुरेंद्र सिंह नागर राजनाि सिंह राधे मोहन सिंह दारा सिंह चौहान बेनी ि​िाद वमाम योगी आसदत्यनाि सवजय बहादुर सिंह ऊषा वमाम िासरका सिंह बघेल घनचयाम अनुरागी धनंजय सिंह िदीप कुमार आसदत्य जैन बेगम तबथिुम हिन बृजभूषि शरि सिंह सडंपल यादव िीिकाश जायिवाल शैलेडद्र कुमार जफर अली नकवी रतनजीत पीएन सिंह डॉ. बली राम लालजी टंडन तूफानी िरोज हषम वधमन मुलायम सिंह यादव जयंत चौधरी राजेंद्र अग्रवाल बाल कुमार पटेल अशोक कुमार रावत िुशीला िरोज मोहबमद अजहरुद्दीन कासदर रािा यशवीर सिंह कसपल मुसन करवासरया सफरोज वरुि गांधी राजकुमारी रत्ना सिंह िोसनया गांधी नहाटा पी. जयािदा पकौड़ी लाल जगदीश सिंह रािा रमाशंकर राजभर शफीकुरमहमान बकक भीटमशंकर सतवारी

सनदमलीय िपा कांग्रेि कांग्रेि िपा बिपा कांग्रेि बिपा भाजपा िपा बिपा कांग्रेि भाजपा बिपा िपा रालोद िपा बिपा कांग्रेि बिपा िपा िपा कांग्रेि िपा कांग्रेि कांग्रेि बिपा भाजपा िपा कांग्रेि िपा रालोद भाजपा िपा बिपा िपा कांग्रेि बिपा िपा बिपा भाजपा कांग्रेि कांग्रेि िपा िपा बिपा बिपा बिपा बिपा


िातवें लोकिभा चुनाव में कांग्रेि ने 351 िीटें जीतीं। जनता पाटीम का िाल दर िाल सवभाजन होता रहा। इिका अडय दलों के िाि गठबंधन मील का पत्िर िासबत हुआ। इिने यह िासबत कर सदया सक कांग्रेि को हराया जा िकता है।

75. 76. 77. 78. 79. 80.

शाहजहांपुर िावथती िीतापुर िुलतानपुर उडनाव वाराि​िी

समिलेश कुमार डॉ. सवनय कुमार पाण्डेय कैिर जहां डॉ. िंजय सिंह अनु टंडन डॉ. मुरली मनोहर जोशी

िपा कांग्रेि बिपा कांग्रेि कांग्रेि भाजपा

उत्तराखंड (5) 1. 2. 3. 4. 5.

अलमोड़ा िदीप टबटा गढ़वाल ितपाल महाराज हसरिार हरीश रावत नैनीताल-ऊधमसिंह नगर केिी सिंह बाबा सटहरी-गढ़वाल माला आरएल शाह

कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा

पदचचम िंगाल (42) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29.

अलीपुरिार आरामबाग आिनिोल बहरामपुर बलूरघाट बांकुरा बारािाट बधममान-पूबाम बधममान-दुगामपुर बैरकपुर बिीरहाट बीरभूम सवटिुपुर बोलपुर बनगांव कूचसबहार दासजमसलंग डायमंड हाबमर दमदम घाटल हुगली हावड़ा जादवपुर जलपाईगुड़ी जंगीपुर जयनगर झाड़ग्राम कांिी कोलकाता दसि​ि

मनोहर सतरकी शसतत मोहन मसलक बंिगोपाल चौधरी अधीर रंजन चौधरी िशांत कुमार मजूमदार बिुदेव आचायम डॉ. केजी दसथतदार डॉ. अनूप कुमार िाहा िो. शेख िैदुल हक सदनेश सिवेदी शेख नूरूल इिलाम शतालदी राय िुसथमता बाउरी डोम डा. रामचंद्र गोसवंद चंद्र नथकर नृपेडद्र नाि राय जिवंत सिंह िोमेंद्र नाि समिा िो. िौगत राय गुरुदाि दािगुतत डॉ. रत्ना डे अंसबका बनजीम कबीर िुमन महेंद्र कुमार राय असभजीत मुखजीम डॉ. तरुि मंडल डॉ. पुलीन बी. बािके सशसशर कुमार असधकारी िुित बतशी

सरिोपा भाकपा(मा) भाकपा(मा) भाराकां सरिोपा भाकपा(मा) अभातृकां भाकपा (मा) भाकपा (मा) अभातृकां अभातृकां अभातृकां भाकपा(मा) भाकपा(मा) अभातृकां एआईएफबी भाजपा अभातृकां अभातृकां भाकपा अभातृकां अभातृकां अभातृकां भाकपा(मा) भाराकां सनदमलीय भाकपा(मा) अभातृकां अभातृकां 199


वादषिकी 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. 40. 41. 42.

कोलकाता उत्तर कृषनगर मालदह दसि​ि मालदह उत्तर मिुरापुर मेसदनीपुर मुसशमदाबाद पुरुसलया रायगंज रािाघाट िेरमपुर तामलुक उलूबेसरया

िुदीप बंदोपाध्याय तपि पॉल अबू हशीम खां चौधरी मौिम नूर चौधरी मोहन जतुआ िबोध पांडा अलदुल मडनान हुिैन नरहसर महतो दीपा दािमुंशी डॉ. िुचारु आर हलदर कलयाि बनजीम िुवेंदु असधकारी िुलतान अहमद

अभातृकां अभातृकां कांग्रेि कांग्रेि अभातृकां भाकपा भाराकां एआईएफबी कांग्रेि अभातृकां अभातृकां अभातृकां अभातृकां

िंघ शाति​ि राज्य

अंडमान- दनकोिार (1) 1.

अंडमान और सनकोबार िीपिमूह सवटिु पद राय

भाजपा

चंडीगढ़ (1) 1.

चंडीगढ़

पवन कुमार बंिल

कांग्रेि

िमन और िीवा (1) 1.

दमन और दीव

लालूभाई बाबूभाई पटेल

भाजपा

दिल्ली (7) 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7.

चांदनी चौक पूवीम सदलली नई सदलली उत्तर-पूवम सदलली उत्तर-पसचचम सदलली दसि​ि सदलली पसचचम सदलली

कसपल सिलबल िंदीप दीसित अजय माकन जयिकाश अग्रवाल कृटिा तीरि रमेश कुमार महाबल समिा

कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि

िािरा और नगर हवेली (1) 1.

दादर और नागर हवेली नािूभाई गौमनभाई पटेल

1

लि​िीप

भाजपा

लक्षद्वीप (1) हमदुलला िईद

कांग्रेि

पुिुचेरी (1) 1

पुदुचेरी

200

वी. नारायि​िामी

कांग्रेि


वादषिकी

राज्यसभा के सदस्य राज्यसभा या काउंकसल ऑफ स्‍टेट्स, भारत की ऊपरी प्रकतकिकध सभा है। इसकी घोषणा सभापीठ िे 23 अगस्‍त, 1954 को की थी। राज्यसभा के पदाकधकारी अध्यि उपाध्यि िदन के नेता सवपि के नेता महािसचव

1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29.

िाम मुकुट समिी भुवनेचवर कासलता सबचवजीत दैमारी कुमार दीपक दाि नाजनीन फारुक पंकज बोरा बीरेडद्र ि​िाद वैचय डा. मनमोहन सिंह मोहबमद अली खान टी. देवेंदर गौड डॉ. के. सचरंजीवी रेिुका चौधरी वाईएि चौधरी नंदी येललैया डा. एन. जनादमन रेड्डी डा. टी. िुलबारामी रेड्डी पलवई गोवधमन रेड्डी टी. रत्नाबाई जयराम रमेश िीएम रमेश आनंद भाथकर रापोलू डा. केवीपी रामचंद्र राव वी. हनुमंत राव गुडडु िुधारानी जेिुदािु िीलम नंदमूसर हसरकृटि नरेश अग्रवाल मोहबमद अदीब िासलम अंिारी

पाटीष कांग्रेि कांग्रेि बीपीएफ एजीपी कांग्रेि कांग्रेि एजीपी कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि तेदेपा कांग्रेि तेदेपा िपा सनदमलीय बिपा

: हासमद अंिारी : पीजे कुसरयन : डॉ. मनमोहन सिंह : अरुि जेटली : शमशेर के. शरीफ (वसरटठ आईएएि) राज्य अरुिाचल िदेश अिम अिम अिम अिम अिम अिम अिम आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश आंध्र िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश 201


वादषिकी 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. 40. 41. 42. 43. 44. 45. 46. 47. 48. 49. 50. 51. 52. 53. 54. 56. 57. 58. 59. 60. 61. 62. 63. 64. 65. 66. 67. 68. 69. 70. 71. 72. 73. 74. 75. 76. 77. 78. 79. 202

मुनकाद अली सवनय कसटयार अवतार सिंह करीमपुरी नरेडद्र कुमार कचयप बृजलाल खाबरी डा. असखलेश दाि गुतता जुगल सकशोर आलोक सतवारी मुख्तार अलबाि नकवी सकरनमय नंदा िजेश पाठक िो. एिपी सिंह बघेल जया बच्चन रशीद मिूद मायावती ितीश चंद्र समिा दशमन सिंह यादव िो. राम गोपाल यादव अबबेि राजन राजाराम कुिुम राय ितीश शमाम राजपाल सिंह िैनी चौघरी मुनलबर िलीम अमर सिंह अरसवंद कुमार सिंह मोहन सिंह वीर सिंह भगत सिंह कोचयारी महेंद्र सिंह माहरा तरुि सवजय मंगल सकिन रामचंद्र खूंसटया सदलीप कुमार टकीम बलबीर पुंज रेिुबाला िधान बैटिव पसरडा शशीभूषि बेहेरा तयारीमोहन महापाि रसबनारायि महापाि एवी थवामी एिएम कृटिा डा. िभाकर कोरे के. रहमान खान राजीव चंद्रशेखर एम. रामा जोसयि एम. वेंकैया नायडू बिावाराज पासटल ऑथकर फना​ांसडि

बिपा भाजपा बिपा बिपा बिपा बिपा बिपा िपा भाजपा िपा बिपा बिपा िपा कांग्रेि बिपा बिपा िपा िपा बिपा बिपा भाजपा कांग्रेि बिपा िपा सनदमलीय िपा िपा बिपा भाजपा कांग्रेि भाजपा बीजद कांग्रेि बीजद भाजपा बीजद बीजद बीजद बीजद बीजद सनदमलीय कांग्रेि भाजपा कांग्रेि सनदमलीय भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि

उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तर िदेश उत्तराखंड उत्तराखंड उत्तराखंड ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा ओसडशा कनामटक कनामटक कनामटक कनामटक कनामटक कनामटक कनामटक कनामटक


भारत में सितीय िदन का िारबभ, 1918 के मोडटेग चेबिफोडड के िसतवेदन िे हुआ िा। भारत िरकार असधसनयम 1919 में तत्कालीन सवधानमंडल के सितीय िदन के तौर पर कांउसिल ऑफ थटेटि बनाने का उपबंध सकया गया, जो 1921 में असथतत्व में आया।

80. 81. 82. 83. 84. 85. 86. 87. 88. 89. 90. 91. 92. 93. 94. 95. 96. 97. 98. 99. 100. 101. 102. 103. 104. 105. 106. 107. 108. 109. 110. 111. 112. 113. 114. 115. 116. 117. 118. 119. 120. 121. 122. 123. 124.

आयनुर मंजूनाि डा. सवजय मालया रंगािायी रामाकृटिा असनल एच. लाड एमपी अच्युतन एके एंटनी जॉय अिाहम िो. पीजे कुसरयन िीपी नारायिन केएन बालगोपाल वायालार रसव पी. राजीव डा. टीएन िीमा थमृसत जुसबन ईरानी िो. अलका िसिय अरुि जेटली नतुजी हालाजी ठाकोर अहमद पटेल सदलीप भाई पंड्या भरतसिंह िभातसिंह परमार मनिुख एल. मांडवीय पुरुषोत्तम खोडाभाई रूपाला िवीि राटिपाल शंकरभाई एन. वेगाड शाडताराम नाइक मोहसिना सकदवई डा. भूषि लाल जांगडे मोती लाल वोरा नंद कुमार िाय सशविताप सिंह गुलाम नबी आजाद जीएन रतनपुरी मोहबमद शफी िो. िैफुद्दीन िोज िंजीव कुमार पसरमल निवानी डा. िदीप कुमार बालमुचू धीरज ि​िाद िाहू कंवर दीप सिंह जयिकाश नारायि सिंह ए. इलावरािन कसनमोझी बीएि ज्ञानासदसशखन एए सजडना एि. िंगावेलु

भाजपा सनदमलीय भाजपा कांग्रेि भाकपा कांग्रेि केरल कांग्रेि कांग्रेि िीपीआई (एम) िीपीआई (एम) कांग्रेि िीपीआई (एम) िीपीआई (एम) भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि एनिी एनिी कांग्रेि झामुमो सनदमलीय कांग्रेि कांग्रेि एआईटीिी भाजपा अडनाद्रमुक द्रमुक कांग्रेि द्रमुक द्रमुक

कनामटक कनामटक कनामटक कनामटक केरल केरल केरल केरल केरल केरल केरल केरल केरल गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गुजरात गोवा छत्तीिगढ़ छत्तीिगढ़ छत्तीिगढ़ छत्तीिगढ़ छत्तीिगढ़ जबमू और कचमीर जबमू और कचमीर जबमू और कचमीर जबमू और कचमीर झारखंड झारखंड झारखंड झारखंड झारखंड झारखंड तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु 203


वादषिकी 125. 126. 127. 128. 129. 130. 131. 13२. 134. 135. 136. 137. 138. 139. 140. 141. 142. 143. 144. 145. 146. 147. 148. 149. 150. 151. 152. 153. 154. 155. 156. 157. 158. 159. 160. 161. 162. 163. 164. 165. 166. 167. 168. 169. 170. 171. 172. 173. 174. 204

जयंती नटराजन डॉ. ईएम नाच्चीयतपन िुदशमन मनोज पांसडयन पॉल ए. सवसलयम रसब बनामडड एन. बालगंगा डा. वी. मैिेयन टीके रंगराजन डी. राजा डॉ. केपी रामसलंगम जीके वािन सतरुची सशवा विंती थटाडली टीएम िेलवागिपसत झरना दाि बैद्य खेसकहो सझमोमी असचवनी कुमार असवनाश राय खडना नरेश गुजराल डा. एमएि सगल िरदार िुखदेव सिंह सढंडिा बलसवंदर सिंह भुंडर असबबका िोनी पी. कानन देरेक ओिाईन सववेक गुतता कुिाल कुमार घोष चयामल चिवतीम िशांत चटजीम डी. बंदोपाध्याय सिडजॉय बोि पी. भटटाचायम डा. बरुि मुखजीम अहमद िईद मलीहाबादी िीताराम येचुरी तासरिी कांत राय िुखेंदु शेखर राय मुकुल रॉय तपन कुमार िेन, मो. नदीमुल हक िासबर अली अली अनवर अंिारी उपेंद्र कुशवाहा िेम चंद गुतता डा. िीपी ठाकुर सशवानंद सतवारी धममेंद्र िधान डा. महेंद्र ि​िाद रसव शंकर ि​िाद रामसवलाि पािवान

कांग्रेि कांग्रेि अडनाद्रमुक अडनाद्रमुक अडनाद्रमुक अडनाद्रमुक िीपीआई (एम) भाकपा द्रमुक कांग्रेि द्रमुक द्रमुक द्रमुक िीपीआई (एम) एनपीएफ कांग्रेि भाजपा सशअद कांग्रेि सशअद सशअद कांग्रेि कांग्रेि एआईटीिी एआईटीिी एआईटीिी िीपीआई (एम) िीपीआई (एम) एआईटीिी एआईटीिी कांग्रेि एआईएफबी सनदमलीय िीपीआई (एम) िीपीआई (एम) एआईटीिी एआईटीिी िीपीआई (एम) एआईटीिी जद (यू) जद (यू) जद (यू) आरजेडी भाजपा जद (यू) भाजपा जद (यू) भाजपा एलजेपी

तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु तसमलनाडु सिपुरा नागालैंड पंजाब पंजाब पंजाब पंजाब पंजाब पंजाब पंजाब पुडुचेरी प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल प. बंगाल सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार


िंसवधान िभा की पहली बैठक 9 सदिबबर 1946 को की गई िी सजिने 1950 तक केंद्रीय सवधानमंडल के रूप में कायम सकया। 1952 में चुनाव कराए जाने िे पहले तक ये एक िदनी रहा। राज्य िभा में िदथयों की िंख्या 250 होती है।

175. 176. 176. 177. 178. 179. 180. 181. 182. 183. 184. 185. 186. 187. 188. 189. 190. 191. 192. 193. 194. 195. 196. 197. 198. 199. 200. 201. 202. 203. 204. 205. 206. 207. 208. 209. 210. 211. 212. 213. 214. 215. 216. 217. 218.

राम कृपाल यादव राजीव िताप रूडी िो. असनल कुमार िाहनी एनके सिंह बसशटठ नारायि सिंह रामचंद्र ि​िाद सिंह िॉमि िंगमा सरशांग कीसशंग फनगन सिंह कुलथते िावर चंद गहलोत ित्यव्रत चतुववेदी िभात झा असनल माधव दवे डा. चंदन समिा रघुनंदन शमाम डा. सवजयलक्ष्मी िाधौ माया सिंह कततान सिंह िोलंकी डा. नजमा ए. हेपतुलला तासरक अनवर पीयूष गोयल वंदना चव्हाि ईचवरलाल शंकरलाल जैन िकाश जावडेकर डीपी सिपाठी डा. योगेडद्र पी. सिवेदी सवजय जवाहरलाल दडाम हुिैन दलवई मुरली देवड़ा असनल देिाई राजकुमार धूत असवनाश पांडे िंजय राउत डा. भारतकुमार राऊत डा. जनादमन वाघमरे राजीव शुतल अजय िंचेती लालसमंग सलआना आनडद शमाम राम जेठमलानी अचक अली टाक डा. िभा ठाकुर डा. ज्ञान िकाश सपलासनया नरेडद्र बुढासनया वीपी सिंह बदनौर

आरजेडी भाजपा जद (यू) जद (यू) जद (यू) जद (यू) एनिीपी कांग्रेि भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा भाजपा कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा एनिीपी भाजपा एनिीपी एनिीपी भाजपा एनिीपी एनिीपी कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि सशविेना सशविेना कांग्रेि सशविेना सशविेना एनिीपी कांग्रेि भाजपा एमएनएफ कांग्रेि भाजपा कांग्रेि कांग्रेि भाजपा कांग्रेि भाजपा

सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार सबहार मेघालय मसिपुर मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश मध्य िदेश महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि महाराटि समजोरम राजथिान राजथिान राजथिान राजथिान राजथिान राजथिान राजथिान 205


वादषिकी 219. 220. 221. 222. 223. 224. 225. 226. 227. 228. 229. 230. 231. 232. 233. 234. 235. 236. 237. 238. 239. 240. 241. 242. 243. 244. 245.

ओम िकाश मािुर भूपेडद्र यादव डा. असभषेक मनु सिंघवी डा. किम सिंह जनादमन सिवेदी परवेज हाशमी सहशे लाचुंगपा रिवीर सिंह िजापसत शादी लाल बिा डा. राम िकाश ईचवर सिंह बीरेडद्र सिंह सबमला कचयप िूद जगत िकाश नड्डा शांता कुमार जावेद अख्तर मसि शंकर अय्यर अनु आगा डा. अशोक एि. गांगुली बी. जयिी िसचन रमेश तेंदुलकर एचके दुआ के. पारािरन डा. भालचंद्र मुिगेकर िो. मृिाल समसर िुिी रेखा िो. एमएि थवामीनािन

भाजपा भाजपा कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि एिडीएफ इनेलो कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि कांग्रेि भाजपा भाजपा भाजपा मनोनीत कांग्रेि मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत कांग्रेि मनोनीत मनोनीत मनोनीत

राजथिान राजथिान राजथिान सदलली सदलली सदलली सिसतकम हसरयािा हसरयािा हसरयािा हसरयािा हसरयािा सहमाचल िदेश सहमाचल िदेश सहमाचल िदेश मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत मनोनीत

लोकिभा ि राज्यिभा की रोिक जानकातरयां संसद पुरािे संथकृत साहियय का शलद िै। पुरािे समय में राजा को सलाि देिे वाली सभा 'संसद' किलाती िी। राजा 'संसद' की सलाि ठुकरा ि​िीं सकता िा। बौि सभाओं में संसदीय िहिया संबंिी हियम मौजूदा संसदों के हियमों से बहुत हमलते-जुलते िे। खुली बातिीत, बहुमत का फैसला, ऊंिे पदों के हलए िुिाव, वोट िालिा, सहमहतयों िारा हविार आहद। इसी को देखते हुए देश की सवोगि लोकतांहिक संथिा को संसद के िाम से संबोहित हकया गया। सांसदों की हशक्षाः िेशिल इलेतशि वॉि िे 15वीं लोकसभा के 533 सांसदों की हशिा के थतर का आकलि हकया हजसमें आठ सांसद सािर िैं, सात िे पांिवी तक हशिा ि​िण की िै जबहक एक सांसद हिरिर िै। एक ओर जिां 47 सांसद दसवीं और िौ सांसद आठवीं तक िी पढ़े िैं, विीं 47 बारिवीं पास, 153 िेजएु ट और 84 िेजएु ट िोफेशिल िैं जबहक 130 पोथट िेजुएट तिा 23 सांसदों िे पीएि​िी की िै। पिली लोकसभा में 177 िेजुएट सांसद िे जबहक पोथट 206

िेजुएट सांसदों की संयया 85 िी। दूसरी लोकसभा में िेजुएट सांसदों की संयया 160 िी जो छठी लोकसभा में 200 के पार िली गई िी। संसद में दागी सांसद ः 15वीं लोकसभा में दागी सांसदों का आंकड़ा हपछले 128 के मुकाबले 17 फीसदी बढ़कर 150 िो गया िै यािी िई लोकसभा में िर िौिा सांसद दागी िै। वषग 2004 में 55 सांसदों पर संगीि आरोप िे हजसका िाफ 15वीं लोकसभा में बढ़कर 72 िो गया। संसद में महिलाओं की संख्या ः मौजूदा लोकसभा में महिला सांसदों की संयया 55 िै जो कुल सांसदो का 10 िहतशत िै। 14वीं लोकसभा में महिला सांसदों की संयया 45 िी। हवपक्ष का नेताः हविाहयका में हवपि के िेता का पद अययहिक मियव वाला पद िै। राजय सभा में 1969 तक हवपि का िेता ि​िीं िोता िा और सवागहिक सदथयों वाली हवपिी पाटीग के िेता को हबिा हकसी औपिाहरक माधयता के िी हवपिी िेता माि हलया जाता िा।


वादषिकी

भारत का उच्चतम न्यायालय भारत का उच्चतम न्यायालय सबसे उच्च अपीलीय अदालत है। यह संघीय न्यायालय और भारतीय संकवधाि का संरक्षक है। उच्चिम न्यायालय पतरिर उितम धयायालय भवि के मुयय ललॉक को भारत की राजिािी िई हदडली में हतलक रोि हथित 22 एकड़ जमीि के एक वगागकार भूखंि पर बिाया गया िै। 1979 में दो िए हिथसे पूवग हवंग और पहचिम हवंग को 1958 में बिे पहरसर में जोड़ा गया। कुल हमलकर इस पहरसर में 15 अदालती कमरे िैं। मुयय धयायािीश की अदालत, केधद्रीय हवंग के केंद्र में हथित िै सबसे बड़ा अदालती कायगवािी का कमरा िै।

अदालि का आकार

भा

रतीय संहविाि के भाग 5, अध्याय 4 के तित थिाहपत उितम धयायालय या सवोगि धयायालय भारत का शीषग धयाहयक िाहिकरण िै। यि संघीय धयायालय और भारतीय संहविाि का संरिक िै। यि सबसे उि अपीलीय अदालत िै जो राजयों और केंद्र शाहसत िदेशों के उि धयायालयों के फैसलों के हखलाफ अपील सुिता िै। इसके अलावा, राजयों के बीि के हववादों या मौहलक अहिकारों और मािव अहिकारों के गंभीर उडलंघि से सबबहधित याहिकाओं को आमतौर पर उच्च्तम धयायालय के समि सीिे रखा जाता िै।

न्यायालय का गठन 28 जिवरी 1950, भारत के एक संिभु लोकतांहिक गणराजय बि​िे के दो हदि बाद, भारत का उितम धयायालय अहथतयव में आया। इसके उद्घाटि समारोि का आयोजि संसद भवि के िैंबर ऑफ हिंसेस भवि में हकया गया िा। इससे पिले सन् 1937 से 1950 तक िैंबर ऑफ हिंसस े भारत की संघीय अदालत का भवि िा। आजादी के बाद भी सन् 1958 तक िैंबर ऑफ हिंसेस िी भारत के उितम धयायालय का भवि रिा। 1958 में उितम धयायालय िे अपिे वतगमाि हतलक मागग, िई हदडली हथित पहरसर का अहि​ि​िण हकया और यिीं से काम करिा शुरू हकया।

संहविाि में उितम धयायालय के हलए एक मुयय धयायािीश तिा सात अधय धयायािीश अहिहियहमत हकए गए िे और यि संयया बढ़ािे का हजबमा संसद पर छोड़ा गया िा। पिले उितम धयायालय की पूरी पीठ एकसाि बैठती िी। बाद में संसद िे धयायािीशों की मूल संयया आठ से बढ़ाकर 1956 में नयारि, 1960 में िौदि, 1978 में अठारि, 1986 में छलबीस और 2008 में इकिीस तक कर दी। वे दो या तीि धयायािीशों की छोटी धयाय पीठों (हजधिें खंि पीठ किा जाता िै) के रूप में सुिवाई करते िैं। संवि ै ाहिक मामले और ऐसे मामले हजिमें हवहि के मौहलक िचिों की व्यायया देिी िो, की सुिवाई पांि या इससे अहिक धयायािीशों की पीठ (हजसे संवैिाहिक पीठ किा जाता िै) िारा की जाती िै। उितम धयायालय में ि​िम महिला धयायािीश 1987 में हियुतत हुईं धयायमूहतग फाहतमा बीवी िीं। उिके बाद धयायमूहतग सुजाता मिोिर, धयायमूहतग रूमा पाल, धयायमूहतग ज्ञाि सुिा हमिा और धयायमूहतग रंजिा देसाई का िाम आता िै। 2000 में धयायमूहतग के. जी. बालकृठणि दहलत समुदाय से पिले धयायािीश बिे। 2007 में वे िी उितम धयायालय के पिले दहलत मुयय धयायािीश भी बिे। 2010 में, भारत के मुयय धयायािीश का पद संभालिे वाले धयायमूहतग एसएि कपाहड़या पारसी अडपसंययक समुदाय से संबंि रखते िैं। वतगमाि में अडतमस कबीर मुयय धयायािीश िैं। 207


वादषिकी धयायािीश इस िसंग में राठिपहत को परामशग देिे से पूवग अहिवायग रूप से िार वहरठठतम धयायािीशों के समूि से n भारत का िागहरक िो। सलाि लेते िैं तिा इस समूि से िातत परामशग के आिार n कम से कम पांि साल के हलए उि धयायालय का पर राठिपहत को परामशग देते िैं। राठिपहत दी गई राय के धयायािीश या दो या दो से अहिक धयायालयों में आिार पर थवहववेक से फैसला करते िैं। लगातार कम से कम पांि वषो​ों तक धयायािीश के कायाकाल रूप में कायग हकया िो। अिवा n हकसी उि धयायालय या धयायालयों में लगातार दस उितम धयायालय के धयायािीशों की सेवाहिवृहि की वषग तक अहिवतता रि िुका िो। अिवा आयु 65 वषग िोती िै। धयायािीशों को केवल दुव्यगविार n राठिपहत की राय में िहतहठठत हवहिवेिा िो। या असमिगता के आरोप हसि िोिे पर संसद के दोिों n हकसी उि धयायालय के धयायािीश या हफर उितम सदिों िारा दो-हतिाई बहुमत से पाहरत िथताव के आिार धयायालय या उि धयायालय के सेवाहिवृि पर िी राठिपहत िारा िटाया जा सकता िै। धयायािीश को उितम धयायालय के एक तदिग धयायािीश के रूप में हियुतत हकया जा सकता िै। िेिन भारतीय संहविाि के अिुच्छेद 125 में धयायािीशों के तनयुतति वेति, अधय भिे, छुहटटयां, पेंशि आहद का हि​िागरण उितम धयायालय के सभी धयायािीशों की हियुहतत भारत करिा संसद पर छोड़ा गया िै। िालांहक, धयायािीशों के के राठिपहत िारा उितम धयायालय के मुयय धयायािीश वेति और अधय सेवा शतो​ों में उिके कायगकाल में उिके के परामशागिस ु ार की जाती िै। सवोगि धयायालय के मुयय हित के हवपरीत पहरवतगि ि​िीं हकए जा सकते।

न्यायाधीशों की योग्यिाएं

काययपावलका भा

रतीय संहविाि के भाग पांि के अध्याय एक और दो में हवथतृत रूप से सरकार के तीि मियवपूणग अंगों में से एक कायगपाहलका का वणगि हकया गया िै। वथतुत: कायगपाहलका से आशय व्यहततयों के कायगकारी समूि से िै जो िीहतगत रूप से हलए गए िशासहिक हिणगयों और कायदे-कािूिों की देख-रेख करता िै और उधिें लागू कराता िै। संहविाि के अिुसार केंद्र की कायगपाहलका शहतत राठिपहत में हिहित िै जो केंद्र में सिा के संिालि के हलए एक मंहिमंिल और उसके ि​िाि को हियुतत करता िै, यद्यहप इिका हिवागि​ि आम िुिाव िारा िोता िै। इसहलए केंद्रीय कायगपाहलका में मुयय रूप से राठिपहत, ि​िािमंिी और मंहिपहरषद के अलावा या िमा करिे या हिलंहबत करिे एवं कुछ मामलों में िशासहिक अहिकारी भी आते िैं। सजाओं को माफ करिे या रूपातंरण का अहिकार भी राठिपहत को िी िै। जब राजय में संवैिाहिक मशीिरी राष्ट्रपति हवफल िो जाती िै तो वि राजय सरकार के सभी या कुछ भारत का राठिपहत देश का ि​िम िागहरक िोता िै। कायो​ों को अपिे ऊपर ले लेता िै। राठिपहत के पास तीि हवशेष आपातकालीि शहततयां िोती िैं- िारा 352 के तित राठिीय आपातकाल, िारा 356 उपराष्ट्रपति के तित राजयों में राठिपहत शासि और िारा 360 के उपराठिपहत का िुिाव हिवागहिका के सदथयों िारा िोता तित हविीय आपातकाल की घोषणा। सभी सेिाओं का िै हजसमें एकल िथतांतरीय मत िारा समािुपाहतक िमुख भी विी िोता िै। राठिपहत सिावसाि का आह्वाि िहतहिहियव िणाली के अिुसार संसद के दोिों सदिों के करता िै, संबोहित करता िै, संसद को संदेश भेजता िै सदथय िोते िैं। इसके हलए योनयताएं िै- वि भारत का और िहतकूल िालात में लोकसभा भी भंग कर सकता िै। िागहरक िो, उसकी आयु 35 वषग से कम ि िो, और अध्यादेश जारी करिा, हविीय और ि​ि हविेयक लािे की राजय सभा के सदथय के रूप में िुिाव के हलए पािता हसफाहरश करिा, िाणदंि थिहगत करिा, सजा कम करिे रखता िो। उसके पद की अवहि पांि वषग की िोती िै 208


और वि पुिहिगवागि​ि का पाि िोता िै। अिुच्छेद 67 ख में हि​िागहरत िहिया के अिुसार इसे पद से िटाया जाता िै। उपराठिपहत राजय सभा का पदेि सभापहत िोता िै।

मंतितरषद मंहिपहरषद का िमुख देश का ि​िािमंिी िोता िै। ि​िािमंिी की हियुहतत राठिपहत िारा की जाती िै वि ि​िािमंिी की सलाि पर अधय मंहियों की हियुहतत करता िै। पहरषद सामूहिक रूप से लोक सभा के िहत उिरदायी िोती िै। मंहिपहरषद के हिणगयों की सूि​िा राठिपहत को देिा ि​िािमंिी का कतगव्य िै। देश का ि​िािमंिी वाथतहवक कायगवािक और मुहखया िोता िै और समथत मंिीमंिल ि​िािमंिी की देखरेख में कायग करता िै।

केंद्र के प्रमुख मंिालयों के पिे पंचायती राज मंिालय कृसष भवन, डॉ. राजेंद्र ि​िाद मागम, नई सदलली- ११०००१

कृकष मंिालय कृसष भवन, डॉ. राजेंद्र ि​िाद मागम, नई सदलली- ११०००१

संसदीय कायष मंिालय िंिद भवन एनेतिी, नई सदलली

रेल मंिालय रेल भवन, नई सदलली

कवज्ञाि एवं प्रौद्योकगकी मंिालय िौद्योसगकी भवन, डयू महरौली रोड़, नई सदलली

कवत्त मंिालय नािम ललॉक, लोकनायक भवन, नई सदलली

पयषटि मंिालय िांिपोटड भवन, १, पासलमयामेंट थिीट नई सदलली- ११०००१

अभी इिके20 देश िदथय हैं। यह िंघ िमुद्री डकैती पर सहंद महािागर तट के देशों के मध्य िूचना आदान-िदान करने में िहयोग करता है। ४ िवंबर: चीन के कद्दावर नेताओं में िे एक बो सशलाई को कबयुसनथट पाटीम ने बाहर का राथता सदखा सदया। यह फैिला 24 मेंबरों वाले पाटीम के पोसलत लयूरो ने सकया। सशलाई पर करतशन, िेति और अनैसतक व्यवहार िंबंधी आरोप लगाए गए िे। सशलाई के िाि-िाि उनके सनकट िहयोगी और चोंगसचंग शहर के पुसलि चीफ वांग सलजुन को भी हटा सदया गया। ४ िवंबर: एक िववे के मुतासबक िामने आया सक अंग्रेजी के मामले में चीन भारत िे काफी पीछे है। एजुकेशन फथटड नामक िंगठन की िववे सरपोटड के मुतासबक चीन अंग्रेजी भाषा में दिता के मामले में 54 देशों की फेहसरथत में 36वें थिान पर िा, जबसक भारत 14वें नंबर पर। इि िूची में थवीडन को पहला थिान समला और उिके बाद डेनमाकक, नीदरलैंड्ि, सफनलैंड और नॉववे को रखा गया। ६ िवंबर: अमरीका में राटिपसत पद के सलए मतदान शुरू हो गया। इिकी शुरुआत वहां के पूवीम सहथिे िे हुई। ६ िवंबर: सिटेन िरकार िारा २० िाल पहले अपने नागसरकों को जारी की गई वह एडवाइजरी वापि ले ली गई सजिमें िीनगर, लद्दाख और जबमू की यािा न करने की िलाह दी गई िी। सिटेन ने यह कदम जबमू के िुरिा थतर में हुए िुधार के बाद उठाया। ७ िवंबर: अमेसरका में राटिपसत पद के सलए हुए चुनाव में पदथि राटिपसत बराक ओबामा ने अपने सरपसललकन िसतिंिी समट रोमनी को सशकथत दे दी। बराक ओबामा को 303 इलेतटोरल वोट समले, जबसक समट रोमनी को 203 इलेतटोरल वोट समले। अमेसरकी राटिपसत चुनाव में सनवामचक मंडल के कुल 538 मत

गृह मंिालय

सूचिा एवं प्रोद्योकगकी मंिालय

नािम ललॉक, केंद्रीय िसचवालय, नई सदलली

इलेतिॉसनति सनकेतन, ६, िीजीओ कॉबपलेति, नई सदलली

इस्‍पात मंिालय

जल संसाधि मंिालय

वि एवं पयाषवरण मंिालय

िम शसतत भवन, रफी मागम, नई सदलली

उद्योग भवन, मौलाना आजाद मागम, नई सदलली पयामवरि भवन, िीजीओ कॉबपलेति, लोधी रोड, नई सदलली 209


वादषिकी

केंद्रीय मंविपवरषद कायषपाकलका की सभी शकततयां मंकिपकरषद में किकहत हैं। मंकिपकरषद में कैकबिेट मंिी, राज्य मंिी और राज्य मंिी (स्‍वतंि प्रभार) होते हैं। वीरतपा मोइली

नाम मिमोि​ि हसंि

मंत्री पद ि​िािमंिी, योजिा आयोग के अध्यि, अंतहरि मंिालय, परमाणु ऊजाग मंिालय सलमाि खुशीगद हवदेश एके एंटिी रिा सुशील कुमार हशं​ंदे गृि पी. हिंदबरम हवि जयराम रमेश िामीण हवकास शरद पवार कृहष गुलाम िबी आजाद थवाथथ्य एवं पहरवार कडयाण फारुख अलदुडला िवीि एवं िवीकरणीय ऊजाग कमलिाि शिरी हवकास एवं संसदीय कायग अिजत हसंि िागहरक उड्ियि कहपल हसलबल संिार एवं सूि​िा िौद्योहगकी हदिशा जी. पटेल खि​ि अजय माकि िाउहसंग व शिरी गरीबी उधमूलि एमएम पडलम राजू मािव संसाि​ि हवकास 210

पेिोहलयम एवं िाकृहतक गैस िरीश रावत जल संसाि​ि जयपाल रेड्िी हवज्ञाि आिंद शमाग टेतसटाइल, वाहणजय एवं उद्योग रिमाि खाि अडपसंययक मामलों के अहचविी कुमार कािूि िंद्रेश कुमारी संथकृहत ताहरक अिवर कृहष व खाद्य िसंथकरण जीके वासि हशहपंग पवि बंसल रेल कुमारी सै​ैलजा सामाहजक धयाय एवं सशहततकरण हकशोर िंद्र देव पंिायती राज एमके एलहगरी रसायि एवं खाद्य बेिी िसाद वमाग इथपात िीिकाश जायसवाल कोयला व्यालार रहव ओवरसीज इंहियि अफेयर महडलकाजुगि खड़गे िम एवं रोजगार सीपी जोशी सड़क पहरवि​ि एवं राजमागग िफुडल पटेल भारी उद्योग एवं सावगजहिक उद्यम

राज्यमंिी (स्ि​िंि प्रभार) कृठणा तीरि हजतेंद्र हसंि केवी िॉमस

महिला और बाल हवकास युवा कायगिम और खेल उपभोतता मामले, खाद्य और सावगजहिक हवतरण िीकांत जेिा सांहययकी और कायगिम कायागधवयि जयंती िटराजि पयागवरण और वि मिीष हतवारी सूि​िा और िसारण पवि हसंि घाटोवार पूवोगिर िेि के हवकास भरत मािव हसंि सोलंकी पेयजल और थवच्छता हवभाग जयोहतराहदयय मािवराव हसंहिया हवद्युत


केएि मुहियतपा सहि​ि पायलट हिरंजीवी

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम कॉरपोरेट पयगटि

राज्यमंिी शहश िरूर ई. अिमद, पहरिीत कौर रामिंद्रि मुलापडली वी. िारायणसामी

एिआरिी राजय हवदेश राजय गृि काहमगक, जिहशकायत एवं पेंशि तुषार अमर हसंि िौिरी सड़क पहरवि​ि एवं राजमागग कृपा रािी हकडली संिार एवं सूि​िा िौद्योहगकी िी पुरंदेचवरी वाहणजय/उद्योग लक्ष्मी पािाबाका कपड़ा िमोिारायण मीणा, एसएस पलाहिमहितकम हवि ितीक िकाशबाबू पाहटल कोयला हवंसेट एि. पाला जल संसाि​ि हि​िौंग एहरंग अडपसंययक िदीप कुमार जैि िामीण हवकास राजीव शुतल संसदीय मामले और योजिा हजहति िसाद रिा और मािव संसाि​ि बोयसा सययिारायण सड़क पहरवि​ि एवं राजमागग ताहरक अिवर, िरणदास कृहष एवं खाद्य िसंथकरण उद्योग आरपीएि हसंि गृि और पेिोहलयम हमहलंद देवड़ा दूरसंिार और संिार िौद्योहगकी दीपा दासमुंशी शिरी हवकास

होते हैं। इि तरह ओबामा को अपने कायमकाल के चार िाल और समल गए। सितीय सवचवयुद्ध के बाद ओबामा दूिरे डेमोिेट हैं, सजडहोंने दूिरा कायमकाल िातत सकया। 8 िवंबर: भारतीय मूल की सिसटश जािूि नूर इनायत खान की िसतमा का लंदन में अनावरि सकया गया। गॉडडन थतवेयर गाडडडि में उि मकान के नजदीक उनकी िसतमा थिासपत की गई जहां वह बचपन में रहती िीं। िसतमा का अनावरि महारानी एसलजाबेि सितीय की बेटी राजकुमारी एनी ने सकया। नूर जममनी िारा यातना सदए जाने और गोली मारे जाने िे पहले सितीय सवचवयुद्ध के दौरान फ्रांि में काम करती िीं। वह टीपू िुलतान की वंशज िीं। 8 िवंबर: फ्रांि की तत्कालीन पुसलि कसमचनर समरीले बैलेथिाजी को इंटरपोल का अध्यि सनवामसचत सकया गया। वह इंटरपोल के िमुख पद पर चुनी जाने वाली सवचव की पहली मसहला बनीं। इि पद को ग्रहि करने िे पहले 58 वषीमय समरीले बैलेथिाजी यूरोप में इंटरपोल की कायमकारी िसमसत की उपाध्यि िीं। ९ िवंबर: अमेसरका खुसफया ऐजेंिी िीआईए के िमुख डैसवड पेसियि ने सववाहेत्तर िंबंधों के चलते अपने पद िे इथतीफा दे सदया। राटिपसत बराक ओबामा ने डेसवड का इथतीफा मंजूर करने के िाि ही उनके काम की तारीफ की। पेसियि ने अपने सववाहेत्तर िंबंध थवीकार करते हुए इिके सलए अफिोि भी जताया। शादी के ३७ िाल बाद लेसखका पाउला िॉडवेल िे उडहोंने तब िंबंध बनाए जब वह उनकी जीवनी पर सकताब सलख रहीं िीं। ११ िवंबर: बीबीिी के महासनदेशक जॉजम एंटसविल ने अपने पद िे इथतीफा दे सदया। उन पर यौन शोषि िे जुड़ी एक गलत सरपोटड को ि​िासरत करने का आरोप िा।

के. सुरेश एस जगत रिकि रािी िारा पी बलराम िाइक लालिंद कटाहरया एएि खाि िौिरी केसी वेणुगोपाल िी. िेपोहलयि

िम एवं रोजगार िूति एवं अिय ऊजाग जिजातीय मामले समाज कडयाण एवं सशहततकरण रिा थवाथथ्य एवं पहरवार कडयाण िागहरक उड्ियि सामाहजक धयाय और सशहततकरण 211


वादषिकी

प्रमुख पदावधकारी (भारत) भारत में कई संवैधाकिक और गैरसंवैधाकिक संस्‍थाएं हैं। हर कवभाग का एक मुकखया होता है जो संस्‍था के कायो​ों के कलए उत्तरदायी है।

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार लोकसभा उपाध्यक्ष कहरया मुंिा राज्यसभा सभापहत िाहमद अंसारी राज्यसभा उपसभापहत के. रिमाि खाि मुख्य न्यायाधीश अडतमस कबीर मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत मिान्यायवादी गुलाम ई. वाि​िवती मिाहधवक्ता रोहिंटि िरीमि केंद्रीय सतककता आयुक्त िदीप कुमार हनयंत्रक व मिालेखा परीक्षक हविोद राय भारतीय हरजवव बैंक के गवनवर िी. सुलबाराव अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष वजाित िबीबुडलाि मुख्य सूचना आयुक्त सययािंद हमि कैहबनेट सहचव अजीत कुमार सेठ राटट्रीय सुरक्षा सलािकार हशव शंकर मेि​ि हवदेश सहचव रंजि मिाई संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष िीपी अिवाल हवश्वहवद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष वेदिकाश सीबीआई के मिाहनदेशक रंजीत हसधिा गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के हनदेशक िेि​िल संिू परमाणु ऊजाव आयोग के अध्यक्ष िीकुमार बिजीग हफक्की अध्यक्ष िैिा हकदवई इसरो के अध्यक्ष िॉ. के. रािाकृठणि 212

हरसचव एंि एनाहलहसस हवंग के हनदेशक संजीव हिपाठी भारतीय प्रेस पहरषद अध्यक्ष धयायमूहतग माककंिेय काटजू भारतीय उद्योग पहरसंघ के अध्यक्ष बी. मुिुरमि भारतीय प्रहतभूहत एवं हवहनमय बोिट के अध्यक्ष यूके हसधिा भारतीय बाल हफल्म सोसाइटी की अध्यक्षा िंहदता दास हफल्म सेंसर बोिट की अध्यक्षा लीला सैमसि संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्षा लीला सैमसि लहलत कला अकादमी के अध्यक्ष बालि िामहबयार भारतीय ओलंहपक संघ के अध्यक्ष वीके मडिोिा भारतीय कुश्ती फेिरेशन के अध्यक्ष जीएस मढेर अहखल भारतीय फुटबॉल पहरसंघ के अध्यक्ष िफुडल पटेल थल सेनाध्यक्ष जिरल हबिम हसंि वायु सेनाध्यक्ष एयर िीफ माशगल एिकेके िाउि नौ सेनाध्यक्ष एिहमरल िीके जोशी राटट्रीय सुरक्षा गार्सव के मिाहनदेशक सुभाष जोशी सीमा सुरक्षा बल के मिाहनदेशक यूके बंसल केंद्रीय हरजवव पुहलस बल के मिाहनदेशक के. हवजयकुमार केंद्रीय औद्योहगक सुरक्षा बल के मिाहनदेशक िीरज रंजि दास सशस्त्र सीमा बल के मिाहनदेशक िणय सिाय राटट्रीय कैिेट कोर के मिाहनदेशक लेहटटिेंट जिरल पीएस भडला प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंहिया के अध्यक्ष आर. लक्ष्मीपहत इंिो-हतब्बतन बॉिटर पुहलस फोसव (आईटीबीपी) के मिाहनदेशक अजय िड्ढा ट्राई (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉहरटी ऑफ इंहिया) के अध्यक्ष -िॉ. राहुल खुडलर एसोहसएटेि चैम्बसव ऑफ कॉमसव एंि इंिस्ट्री ऑफ इंहिया (ऐसोचैम) अध्यक्ष राजकुमार िूत


वादषिकी

भारतीय सेना एक नजर में भारतीय सेिा के तीि भाग हैं- सेिा, वायु सेिा और जल सेिा। इि तीिों सेिाओं का सवोषच्च कमांडर राष्ट्रपकत होता है। रक्षा मंिालय का काया तिभाजन

रक्षा मंत्री

: एके एंटनी (अराकापरांबिल कुबरयन एंटनी) रक्षा राज्य मंत्री : बितेंद्र बिंह रक्षा िबिव : शबशकांत शमा​ा बनिी रक्षा िबिव : बिवाकर नाथ बमश्रा आजादी से पिले ईथट इंहिया कंपिी िे 1976 में कोलकाता में भारत के रिा हवभाग की थिापिा की। पिले सेिा बंगाल, बाबबे और मद्रास में 'हमलेिी िेसीिेंसी' के रूप में कायग करती िी। 1989 में एक सैधयबल बिा हजसमें िार कमाि बिाए गए- पिला पंजाब (उिर और पहचिम फ्रंहटयर) दूसरा बंगाल, तीसरा मद्रास और िौिा बाॅबबे (हसंि, तवेटा और ऐिेि)। मािग, 1906 में सैधय हवभाग और सैधय आपूहतग हवभाग के िाम से दो हवभाग बिे। अिैल, 1909 में सैधय आपूहतग हवभाग का पूरा कायगभार सैधय हवभाग िे ले हलया। जिवरी, 1938 में सैधय हवभाग को रिा हवभाग के िाम से जािा जािे लगा। आजादी के बाद अगथत, 1947 में रिा हवभाग कैहबिेट मंिी के िेतृयव में रिा मंिालय के रूप में पहरवहतगत िो गया। भारतीय सैधय बलों का सुिीम कमांिर देश का राठिपहत िोता िै, जबहक राठिीय सुरिा की हजबमेदारी रिा मंिालय के िाि में िोती िै।

हिफेंस हिपाटटमेंट: यि हवभाग रिा बजट, िई योजिाओं, रिा िीहत और संसद से संबंहित रिा हवभाग के मसलों के साि अंतरराठिीय थतर पर रिा सियोग व अधय सैधय गहतहवहियों में समधवय थिाहपत करता िै। हिफेंस प्रोिक्शन : सभी िकार के रिा उयपादि, आयाहतत भंिार के थवदेशीकरण, कलपुजो​ों और तकिीक के साि रिा उयपादि इकाइयों से संबहित हवभागों, ऑहिटिेंस फैतटरी बोिट और सावगजहिक िेि में रिा उपिमों (िीपीएसयू हिफेंस पहललक सेतटर अंिरटेहकंनस) के हलए योजिाएं और उि पर हियंिण रखता िै। हरसचव एंि िेवलपमेंट : इस हवभाग का सहिव रिा मंिी का वैज्ञाहिक सलािकार भी िोता िै। इसका िमुख कायग सेिा के हलए उपयोगी वैज्ञाहिक आिुहिक िहियारों के बारे में जािकारी देिे के साि शोि और िई तकिीक पर सेिा के हलए जरूरी सैधय उपकरणों के बारे में हवथतृत जािकारी देिा िोता िै । एक्स सहववसमेन वेलफेयर : यि हवभाग सहिव थतर के अहिकारी के िाि में िोता िै। इसका िमुख कायग पूवग सैहिकों के हलए पुिवागस, पेंशि, थवाथथ्य और उिके आहितों व बिों के हलए हशिा और िौकरी की योजिाओं का हिमागण करिा िोता िै।

भारिीय िेना स्थापना हदवस : 15 अगथत, 1947 (एक साल बाद 1948 में आहखरी हिहटश कमांिर सर फ्रांहसस बुिर से लेहटटिेंट जिरल और पूवग फीडि माशगल केएम कहरयतपा िे पिले कमांिर इि िीफ का पदभार संभाल हलया िा।) कुल कायगरत सैहिक : 1,129,900 हरजवग सैधय कमगिारी : 960,000 सैधय बेड़े में एयरिाटट : 158 सेिा िमुख : जिरल हबिम हसंि सेना की पांच कमान १. सेंिल कमाि, लखिऊ 213


वादषिकी 2. ईथटिग कमाि, कोलकाता 3. िादगिग कमाि, उिमपुर 4. वेथटिग कमाि, िंिीमंहदर 5. साउदिग कमाि, पुणे

िेना में अतधकातरयों के पदानुिम अहधकाहरयों के पद जिरल (सेिा िमुख) लेहटटिेंट जिरल (आमीग कमांिर)

बेहसक-पे 90000 90000

लेहटटिेंट जिरल (33 % वहरठठता पर) लेहटटिेंट जिरल (हरमेंिर) मेजर जिरल हिगेहियर किगल लेहटटिेंट किगल मेजर कैतटि लेहटटिेंट

ग्रेि-पे 8000 10000 10000 8,900 8,700 8000 6,600 6,100 5,400

जूतनयर कमीशन अतधकातरयों के पदानुिम 1. रेहजमेंटल िवलदार मेजर, 2. रेहजमेंटल तवाटटर माथटर िवलदार, 3. कंपिी िवलदार मेजर, 4. कंपिी तवाटटर माथटर िवलदार, 5. िवलदार, 6.िायक, 7. लांस िायक, 8. हसपािी

िेना के प्रमुख आंितरक अंग इिफेंिी, आबिट, एहवएशि, आहटटलरी, एयर हिफेंस, इंजीहियसग, हसनिडस और इंटेलीजेंस।

िेना के प्रमुख ितथयार 36 एमएम िैंि िेिेि (भारत हिहमगत) मडटी मोि िैंि िेिेि हशवाहलक (भारत हिहमगत) एम 203 िेिेि लांिर 40 एमएम (अमेहरका) िह्मोस, ि​िार, शौयग, अहनि-1,2,3 हमसाइलें हमलाि हमसाइल 3000 से अहिक

िेना द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध 214

n पिले भारत पाक युि की शुरुआत 22 अततूबर,

1947 को हुई जो एक साल दो मिीिे बाद 31 हदसंबर 1948 को संयुतत राठि के िथतिेप के बाद खयम हुआ। भारत िे कचमीर घाटी, जबमू और लद्दाख पर अपिा कलजा कायम रखा। विीं पाहकथताि िे हगलहगट और आजाद कचमीर पर कलजा कर हलया। n भारत-िीि के बीि युि 20 अततूबर, 1962 को शुरू हुआ और 21 िवंबर, 1962 को खयम िो गया। इसमें भारत को िार का सामिा करिा पड़ा। इस युि में करीब 12,000 सैहिक शाहमल हुए। 1348 शिीद हुए, करीब 1047 गंभीर रूप से घायल हुए, 3968 को िीि िे हगरटतार कर हलया और 1696 सैहिक लापता हुए। n भारत-पाक के बीि दूसरा युि अिैल, 1965 से 23 हसतंबर, 1965 तक िला जो कचमीर के हलए दूसरा युि िा। 5 अगथत, 1965 को करीब 33000 पाहकथतािी जवाि थिािीय कचमीरी लोगों की वेशभूषा में एलओसी (लाइि ऑफ कंिोल) को पार कर देश में दाहखल हुए जो दोिों देशों के बीि युि का कारण बिा। n 1971 में भारत-पाक युि से बांनलादेश के रूप में एक िए देश का जधम हुआ। यि युि 3 हदसंबर से 16 हदसंबर, 1971 तक िला। यि लड़ाई इसहलए ऐहतिाहसक िै तयोंहक यि केवल 13 हदि में समातत िो गई िी। n कारहगल युि मई, 1999 से लेकर जुलाई, 1999 तक िला। कारहगल कचमीर का एक हजला िै हजस पर हवजय िाहसल करिे के हलए 'ऑपरेशि हवजय' िलाया गया िा। इस युि में भारतीय सेिा के करीब 527 जवाि शिीद हुए, जबहक पाहकथताि िे 453 जवािों के मारे जािे की पुहठट की िी।

भारिीय नौिेना एक नजर में ईथट इंहिया कंपिी िे 1612 ई. में तातती और िमगदा िदी के राथते व्यापार बढ़ािे के हलए 'आॅिरेबल ईथट इंहिया कंपिी मरीि' का गठि हकया। पिले हवचवयुि के दौराि इस सेिा को रॉयल इंहियि मरीि के िाम से जािा गया। 1928 में पिले भारतीय इंजीहियर अहिकारी के तौर पर सब लेहटटिेंट िीएि मुखजीग को हियुतत हकया, और 1928 में इसका िाम बदलकर रॉयल इंहियि िेवी (हरि) कर हदया गया। 26 जिवरी, 1950 को संहविाि


की थिापिा के बाद रॉयल शलद को िटाकर इंहियि िेवी हकया गया, विीं जिाजों के िाम में भी पहरवतगि हकया गया और इधिें इंहियि िेवल हशप (आईएिएस) के िाम से जािा गया। नौिैबनकों की िंख्या : लगभग 58,350 नौिेना प्रमुख : िेवेंद्र कुमार िोशी नौिेना बिवि : 4 बि​िंिर मुख्यालय : नई बिल्ली एयरक्राफ्ट : 181 िौसेिा के िमुख रिा दल मारकोस (एमसीएफ) मरीि कमांिों फोसग की थिापिा िौसेिा िे 1987 में की। इसे हतवक एतशि लेिे के हलए जािा जाता िै। 26/11 िमले में मारकोस िे पूरे ऑपरेशि में मियवपूणग भूहमका हिभाई िी।

िौसेिा के तीि प्रमुख क्षेिीय मुख्यालय 1. िेितवाटटर इथटिग (पूवीग) िेवल कमाि, हवशाखापटिम २. िेितवाटटर वेथटिग (पहचिमी) िेवल कमाि, मुंबई ३. िेितवाटटर साउदिग (दहिणी) िेवल कमाि, कोहि

िौसेिा में अकधकाकरयों की रैंक टलीट एिहमरल, एिहमरल, वाइस एिहमरल, हरयर एिहमरल, कॉमोिोर, कैतटि, कमांिर, लेहटटिेंट कमांिर लेहटटिेंट, सब लेहटटिेंट जूहनयर कमीशन अहधकाहरयों के पद और अन्य रैंक माथटर िीफ हपटी ऑहफसर (जेसीओ) िीफ हपटी ऑहफसर (जेसीओ) हपटी ऑहफसर लीहिंग-सी मैि सी मैि-1 सी मैि-2

नौसेना के प्रमुख आंतहरक अंग तवाटट िेवल एहवएशि, टलीट, सबमरीि आमग, िेहिंग, लॉहजहथटक एंि मैहटहरयल, एिहमहिथिेशि। नौसेना के प्रमुख िहथयार सबमरीि बैहलहथटक हमसाइल अहनि-3 बैहलहथटक हमसाइल अहनि-4 बैहलहथटक हमसाइल पृथ्वी-3 बैहलहथटक हमसाइल (ि​िुष)

इि ि​िारि के चलते सिटेन के एक वसरटठ राजनसयक की छसव खराब हुई िी। उि राजनसयक ने ि​िारि के िसत सवरोध जताया िा। महासनदेशक ने सितंबर में ही अपना पदभार ग्रहि सकया िा। ११ िवंबर: सरपसललकन पाटीम के उबमीदवार और महात्मा गांधी के परपौि शांसत गांधी को अमेसरका में कंिाि थटेट अिेंबली का िदथय सनवामसचत सकया गया। इिके सलए 6 नवंबर, 2012 को चुनाव हुए िे। 72 वषीमय शांसत गांधी ने अपने डेमोिेसटक िसतिंिी सियोडोर टेड एंिले को कंिाि के 52 अिेंबली सजलों के सलए हुए चुनाव में 9 िसतशत अंकों िे परासजत सकया। शांसत गांधी महात्मा गांधी के पोते थवगीमय कांसत लाल और उनकी पत्नी थवगीमय िरथवती गांधी के पुि हैं। १४ िवंबर: एतपल को लगातार तीिरे िाल दुसनया की िबिे इनोवेसटव कंपनी का दजाम िातत हुआ। िबंधन परामशम कबपनी बूज एंड कबपनी िारा 700 कबपसनयों के बीच सकए गए िववेि​ि में 80 िसतशत िे असधक जवाब देने वालों ने एतपल का नाम सलया। इि िूची में गूगल को दूिरा, 3एम को तीिरा और िैमिंग को चौिा थिान समला, जबसक माइिोिॉफ्ट छठे थिान पर रही। १४ िवंबर: पासकथतान के िवोमच्च डयायालय ने िधानमंिी राजा परवेज अशरफ के सखलाफ अवमानना नोसटि वापि ले सलया। जरदारी के सखलाफ भ्रटटाचार का मामला दोबारा खोलने िंबंधी पासकथतान िरकार का पि सथवटजरलैंड पहुंचने की पुसटट के बाद डयायालय ने यह सनिमय सकया। १५ िवंबर: बयांमार के राटिपसत िेन सिएन ने बयांमार में 452 कैसदयों को माफी देने की घोषिा की। इन कैसदयों में बड़ी िंख्या में राजनीसतक बंदी भी शासमल िे। इि योजना में सवचाराधीन कैसदयों को भी माफी दी गई।

नौसेना के प्रमुख जिाज आइएिएस हवराट (आर-222) आइएिएस हसंिुघोष हकलो (15 जिाज)

भारिीय िायुिेना एक नजर में वायुसेिा की थिापिा 8 अततूबर, 1932 में हुई िी जो भारत की आजादी के बाद भारतीय वायुसेिा के रूप में काम करिे लगी। वायुसेिा िमुख : अहिल कुमार िाउि वायुसेिा मुययालय : िई हदडली 215


वादषिकी वायुसेिा हदवस : 8 अततूबर वायुसेिा में सैहिकों की संयया : 127,000 कुल एयरिाटट : 1361 वायुसेना के प्रमुख क्षेत्रीय मुख्यालय 1. सेंिल (मध्य) एयर कमाि, इलािाबाद 2. ईथटिग (पूवीग) एयर कमाि, हशलांग 3. वेथटिग (पहचिमी) एयर कमाि, िई हदडली 4. साउदिग (दहिणी) एयर कमाि, हतरुविंतपुरम 5. साउि-वेथटिग (दहिणी-पहचिमी) एयर कमाि, गांिीिगर 6. मेंहटिेंस कमाि, िागपुर 7. िेहिंग कमाि, बंगलूरू

वायुसेना में अधिकाधरयों का पदानुक्रम माशगल ऑफ एयरफोसग, एयर िीफ माशगल, एयर माशगल एयर वाइस माशगल, एयर कॉमोिोर, िुप कैतटि, हवंग कमांिर, थतवैड्रि लीिर, टलाइट लेहटटिेंट, टलाइट ऑफीसर, पायलट ऑफीसर जूहनयर कमीशंि अहधकाहरयों के पद और नॉन कमीशंि रैंक माथटर वारंट ऑफीसर, वारंट आॅफीसर, जूहियर वारंट ऑफीसर, सजजेंट कॉरपोरल, लीहिंग िींग एयरिाटटस मैि, एयरिाटटस मैि वायुसेना के प्रमुख आंतहरक अंग टलाइंग ऑपरेशि, लॉहजहथटक, एिहमहिथिेशि, िेहिंग। िमुख फाइटर तलेि हमग-29 (2007 से शाहमल, रूस हिहमगत) सुखोई-30 एमकेआई (कुल 137) एिएएल तेजस (भारत हिहमगत) 181 िेहिंग एयरिाटट

सके। भारतीय तटरिक बल सभी सेिाओं के साि संपकक में रि​िे के साि मयथय पालि हवभाग, कथटम हवभाग और थिािीय पुहलस के संपकक में भी रिता िै। भारतीय तटरिक बलों का िेतृयव िौसेिा के अहिकारी करते िैं, जो सीिे रिा मंिालय को हरपोटट करते िैं। भारतीय तटरक्षक बिवि : 1 फरवरी वाइि एडबमरल : एमपी मुरलीधरन इंबडयन कोस्ट गाडड का प्रतीक वाक्य : वयम रक्षाम: कुल िैबनकों की िंख्या : 5,440 मुख्यालय : नई बिल्ली तटरक्षक बल के क्षेत्रीय मुख्यालय आइसीजी िािग-वेथटिग रीजि (पोरबंदर, वािीिार, ओखा) आइसीजी वेथटिग रीजि (मुंबई, गोवा, मैंगलोर, कोहि) आइसीजी इथटिग रीजि [(बंगाल की खाड़ी सहित) िेधिई, िहडदया , पारदीप, हवशाखापटटिम, मंिापम] आइसीजी अंिमाि-हिकोबार रीजि (पोटटललेयर, हदगलीपुऱ, कैंपबेल-बे)

भारि का अधा िैतनक बल

भारिीय िटरक्षक बल एक नजर में भारतीय तट रिक (आइसीजी) बल की थिापिा 18 अगथत, 1978 को रुथतमजी सहमहत की हसफाहरश पर हुई। सहमहत िे किा िा हक देश के एतसतलूहसव इकोिॉहमक जोि को संरहित करिे के हलए इसका गठि बेिद जरूरी िै और फरवरी, 1977 में इसे िई सेवा के रूप में हवकहसत हकया गया। इसका मकसद देश के सीमावतीग और तटवतीग इलाकों में हिगरािी रखिा िै हजससे इि िेिों से िो रिी तथकरी पर लगाम लगाई जा 216

भारत सरकार िारा वषग 2011 में थवीकार की गई आहिकाहरक पहरभाषा के मुताहबक अिगसैहिक बल देश का तीि अंग मािी जािे वाली- िल सेिा, िौसेिा और वायु सेिा को आपात हथिहत में मदद करिे के साि देश के भीतर सुरिा और शांहत थिाहपत रखिे में मियवपूणग भहमका हिभाता िै। अिगसैहिक बलों के संिालि की हजबमेदारी भारतीय िल सेिा और भारतीय िौसेिा के अहिकाहरयों के िाि में​ं िोती िै। अिगसैहिक बल में सहिय सैहिक : 1,325,000 हरजवग सैहिकों की संयया : 1,155,000 अिगसैहिक बलों की संयया : 1,293,000 असम राइफल्स : इसमें 50,000 सैहिक िैं। इसका िेतृयव िल सेिा के अहिकाहरयों िारा हकया जाता िै, जो सीिे गृिमंिालय को हरपोटट करते िैं। स्पेशल फ्रंहटयर फोसव (एसएफएफ) : इसमें कुल 10,000 जवाि िैं। इसका िेतृयव भी िल सेिा के


अहिकारी करते िैं, जो खुहफया हवभाग (इंटेलीजेंस) को हरपोटट करते िैं।

राष्ट्रीय िुरक्षा गाडड (एनएिजी) राठिीय सुरिा गािट का गठि 1984 में ऑपरेशि ललू थटार के बाद िेशिल हसतयोहरटी गािट एतट-1986 के तित हकया गया। इसका िेतृयव गृि मंिालय करता िै, जबहक इसके हिदेशक भारतीय पुहलस सेवा के िायरेतटर जिरल िोते िैं। एिएसजी के जवािों को ललैक कैट भी किा जाता िै। इसकी थिापिा जमगिी के िेंज थकूटज िुप (जीएसजी-9) के आिार पर की गई। एिएसजी के पास मौजूदा समय में दो (एसएजी) थपेशल एतशि िुप 51,52 और तीि (एसओजी) थपेशल रेंजर िुप 11,12 और 13 िैं। िर यूहिट में करीब 900 जवाि िैं। बनिेशक- िुभाष िोशी, आईपीएि कुल ब्लैक कमांडो : लगभग 14,500 प्रतीक वाक्य : िवात्र िवोात्तम िुरक्षा

स्ट्रैतटतजक फोिसेि कमान इंहियि थिैहटहजक फोसदेस कमाि (एसएफसी) को थिैहटहजक धयूहतलयर कमाि के िाम से भी जािा जाता िै। इसकी थिापिा ि​िािमंिी अटल हबिारी वाजपेयी के कायगकाल में 4 जिवरी, 2003 को हुई, हजसका िेतृयव एयर माशगल या उस रैंक का कोई अधय अहिकारी करता िै। एसएफसी के पिले एयर माशगल तेज मोि​ि अथिािा िे। इस फोसग का िमुख कायग परमाणु संयिों की सुरिा और उिके भंिारण का िोता िै। इंटीग्रेटेि स्पेस सेल इसकी थिापिा 10 जूि, 2010 को रिा मंिी एके एंटिी के िेतृयव में हुई। इस हवभाग का िमुख उद्देचय भारतीय अंतहरि अिुसिं ाि संथिाि (इसरो) और अंतहरि हवभाग से जुड़े सभी केंद्रों की सुरिा करिे के साि संसाि​िों को सेिा की बेितरी के हलए ियोग हकया जािा सुहिहचित करिा िोता िै।

िुरक्षा श्रेणी और उिके मायने भारत में हवशेष लोगों की सुरिा के हलए कुछ हवशेष िकार के हियम िोते िैं। इसके तित उिको कई िेहणयों में मौजूद सुरिा को उिकेअिुसार िदाि हकया जाता िै। ऐसी सुरिा कैहबिेट मंिी, राजिेता, राजयपाल, मुययमंिी, उपमुययमंिी, सवोगि धयायालय व उि धयायालय के धयायािीश और िौकरशािों को िदाि की जाती िै। भारत में सुरिा के थतर को िार भागों में हवभाहजत हकया गया िै। िेड+ श्रेणी : उच्च िुरक्षा श्रेणी, 36 िवान िेड श्रेणी : 22 िवान वाई श्रेणी : 11 िवान एक्ि श्रेणी : 2 िवान जेि िेणी की सुरिा हदडली पुहलस, (आइटीबीपी) इंिो

१५ िवंबर: चीन में शी सजनसपंग को कबयुसनथट पाटीम ऑफ चाइना (िीपीिी) की केंद्रीय िसमसत का महािसचव सनवामसचत सकया गया। उनके िाि ही केंद्रीय िसमसत के अडय िदथयों का भी सनवामचन सकया गया। शी सजनसपंग को देश का अगला राटिपसत भी तय कर सदया गया। चीन में हर 10 वषम में नेतृत्व पसरवतमन होता है। १६ िवंबर: जापान की िंिद का सनचला िदन 'हाउि ऑफ सरिजेंटेसटव्ि' भंग कर दी गई। जापान में 16 सदिंबर, 2012 को आम चुनाव होना है। िंिद के अध्यि ताकासहरो योकोसमकी ने नरेश एसकसहतो के हथतािर वाला शाही आदेश िंिद में पढ़कर िुनाया. आदेश में िदन भंग सकए जाने की बात कही गई। जापान की िंिद के सलए सपछली बार चुनाव अगथत 2009 में हुआ िा। १९ िवंबर: नािा की भारतीय मूल की अंतसरि यािी िुनीता सवसलयबि अपने दो अडय िासियों फ्लाइट इंजीसनयर जापान के अकीसहको होसशदे और रूि के यूरी मालेनचेंको के िाि िुबह 7 बजकर 30 समनट पर धरती पर पहुंची। इन तीनों ने अंतसरि में चार महीने का िमय सबताया। िुनीता का यान िोयूज टीएमए-05ए कजासखथतान सथित बैकानूर अंतसरि केंद्र पर उतरा। िुनीता सवसलयबि ने अंतसरि में 127 सदन गुजारे जो सकिी भी मसहला अंतसरि यािी के सलए एक सरकाडड है। िुनीता सवसलयबि दुसनया की दूिरी मसहला हैं सजडहोंने अंतसरि थटेशन की कमान िंभाली। १९ िवंबर: अंतरराटिीय रेसटंग एजेंिी मूडीज ने फ्रांि िरकार की बॉडड रेसटंग को उच्चतम थतर िे एक अंक कम कर एए1 कर सदया। मूडीज िे पहले थटैंडडड एंड पूअिम ने जनवरी, 2012 में ही फ्रांि की रेसटंग कम कर दी िी। 19 िवंबर : भारत और इस्राइल के बाच कूटनीसतक िंबंधों के 20 वषम पूरे होने के मौके पर नई सदलली में केंद्रीय िंचार एवं िूचना िौद्योसगकी मंिी कसपल सिलबल ने एक डाक सटकट जारी सकया। नवंबर, 2012 की शुरुआत में इस्राइल ने भी भारत के िाि

हतललत बॉिटर पुहलस या केंद्रीय हरजवग पुहलस फोसग के जवािों के िाि में िोती िै, हजसमें एथकाटट कार भी शाहमल िोती िै। वाई िेणी सुरिा में दो सुरिा गािट (पसगिल हसतयोहरटी ऑहफसर) िोते िैं। इसी तरि एतस सुरिा िेणी में एक सुरिाकमीग िोता िै। एिएसजी और एसपीजी के जवाि ि​िािमंिी और पूवग ि​िािमंिी की सुरिा के हजबमेदार िोते िैं, जबहक उिके पहरवार के सदथयों की सुरिा की हजबमेदारी जेि+ सुरिा देिे वाले जवािों के िाि में िोती िै। 217


वादषिकी

सांस्कृवतक संस्थान भारत में कई ऐसे संस्‍थाि हैं जो कला-संस्‍कृकत का चहुंमुखी कवकास करिे के साथ ही पुराताकववक महवव की वस्‍तुएं संग्रग्रहीत हैं।

लतलि कला अकादमी लहलत कला अकादमी थवतंि भारत में गहठत एक थवायि संथिा िै जो 5 अगथत, 1954 को भारत सरकार िारा थिाहपत की गई। यि एक केंद्रीय संगठि िै जो भारत सरकार िारा लहलत कलाओं के िेि में कायग करिे के हलए बिाया गया। इसकी एक समाधय काउंहसल िै हजसमें कई सभासद, एक कायगकारी बोिट, एक हवि सहमहत आहद िै। इस काउंहसल में िमुख कलाकार, केंद्र सरकार के तिा हवहभधि-राजयों के िहतहिहि और कलािेि के िमुख व्यहतत िोते िैं। अकादमी के िर हदि का कायगिम कायगकाहरणी सहमहत के मंिी और सामाधय काउंहसल के अधय उिरदाई लोगों िारा संिाहलत िोता िै। इसके अहतहरतत 12 राजयों में लहलत कला अकादमी िैं जो केंद्रीय अकादमी की सिायक और सिकारी िै। अकादमी के बजट में देशी और िांतीय अकादमी के कायो​ों को िोयसाहित करिे के हलए अिुदाि की व्यवथिा िै।

िातित्य अकादमी भारत के राठिीय साहियय संथिाि साहियय अकादमी की थिापिा १९५४ में की गई िी। यि संथिाि हवचवभर में भारतीय साहियय के िसार के हलए िहतबि िै और इसिे अंिेजी सहित 25 भारतीय भाषाओं को माधयता िदाि की हुई िै। भारत की 218

िेशिल एकेिेमी ऑफ लेटसग साहियय अकादमी साहिहययक संवाद, िकाशि और उसका देशभर में िसार करिे वाली केंद्रीय संथिा िै। 56 वषो​ों से अहिक गहतशील अहथतयव िारा इसिे अपिे हिरंतर ियासों से सुरुहिपूणग साहियय तिा पढिे की थवथि आदतों को िोयसाहित हकया िै। इसिे संगोहठठयों, व्याययािों, पहरसंवादों, पहरि​िागओं, वाि​ि एवं िथतुहतयों िारा हवहभधि भाहषक और साहिहययक िेिों में अंतरंग संवाद जीवंत बिाए रखा िै। अकादमी िे अब तक 4200 से जयादा पुथतकें िकाहशत की िैं, अकादमी िर तीस घंटे में एक पुथतक का िकाशि कर रिी िै। िययेक वषग अकादमी िेिीय, राठिीय और अंतरराठिीय थतर की कम से कम तीस संगोहठठयों का आयोजि करती िै।

िंगीि नाटक अकादमी संगीत िाटक अकादमी भारतीय गणराजय िारा थिाहपत संगीत, िृयय और िाटक की ि​िम राठिीय अकादमी िै। इसका गठि 31 मई, 1952 को हकया गया िा। िदशगि कला में हवशेषज्ञता िातत शीषग संथिा के रूप में थथ्ा​ाहपत संबहं ित िीहतयां और कायगिम बिािे में भारत सरकार को भी परामशग और सियोग िदाि करती िै। इसके अलावा, भारत के हवहभधि िेिों और भारत व हवचव के बीि सांथकृहतक संबंिों को बढ़ावा देिे की हजबमेदारी अकादमी हिभाती िै। अकादमी हशिण, िदशगि, संगीत, िृयय और हियेटर के िदशगि तिा उसके ि​िार-िसार में जुटी संथिाओं के कामों को आहिगक सिायता देती िै। िदशगि कला से संबंहित अिुसंिाि, िलेखि और िकाशि के हलए अिुदाि देती िै, हवहशठट हवषयों के सेहमिार और कांफ्रेस आयोहजत करती िै, इसके हलए आहिगक सिायता देती िै तिा अपिे ऑहियो-हवहियो अहभलेखागार के हलए िलेखि और हरकाहि​िंग का काम भी करती िै। अकादमी के अहभलेखागार में ऑहियो-हवहियो टेतस, फोटोिाटस एवं हफडमें िैं हजधिें िदशगिकारी कलाओं पर अिुसंिाि कायग िेतु गि​ि रूप से पंहततबि हकया गया िै। अकादमी में एक संदभग


िंिालय िै हजसमे अंिेजी, हिंदी तिा कुछ िेिीय भाषाओं की पुथतकें िैं। रवीधद्र भवि में एक वाद्यदीघाग िै हजसमें संगीत, िृयय एवं िाटक के दो सौ से अहिक वाद्य-यधि िदहशगत हकए गए िैं। अकादमी कुछ िद तक िासंहगक हवषयों पर साहियय का भी िकाशि करती िै।

राष्ट्रीय िंग्रिालय िई हदडली का राठिीय संि​िालय भारत का सबसे बड़ा संि​िालय िै। यि जिपि मागग पर मौलािा आजाद मागग के िौरािे के हिकट हथित िै। संि​िालय की थिापिा 1949 में की गई िी। यिां अिेक िकार के संि​ि िैं, जो िागैहतिाहसक काल से लेकर आिुहिक काल के कलायमक कायग िैं। यि संथकृहत मंिालय, भारत सरकार िारा संिाहलत िै। संि​िालय में लगभग 200,000 कला के संि​ि िैं, जो हक भारतीय व हवदेशी, दोिों िी मूल के िैं। ये भारत के हपछले 5000 वषो​ों के इहतिास व सांथकृहतक िरोिर पर िकाश िालते िैं।

आईआईएफटी, पुणे भारतीय हफडम और टेलीहवजि संथिाि (आईआईएफटी) भारत के पुणे शिर में हथित िै। यि संथिाि भारत सरकार के सूि​िा एवं िसारण मंिालय के तित एक थवशासी संथिा िै। 1960 में पुणे के िभात थटूहियो पहरसर में इस संथिाि को थिाहपत हकया गया िा। हवगत वषो​ों में भारतीय हफडम और टेलीहवजि संथिाि के छािों िे भारतीय एवं अंतरागठिीय हसिेमा एवं टेलीहवजि के िेि में काफी िाम कमाया िै। पिले टेलीहवजि का िहशिण कायगिम हदडली से िी संिाहलत िोता िा बाद में इसे 1974 में पुणे को िथतांतरण कर हदया गया। जया बि​ि, जॉि अिािम, मिेश भटट, िकाश झा, राजकुमार िीरािी और संजय लीला भंसाली जैसे बड़े िाम यिां के िी एलुमिी िैं।

राष्ट्रीय नाट्य तिद्यालय राठिीय िाट्य हवद्यालय, रंगमंि का िहशिण देिे वाली सबसे मियवपूणग संथिा िै जो हदडली में िै। इसकी थिापिा संगीत िाटक अकादमी िे 1959

कूटनीसतक िंबंधों के 20 वषम पूरे होने के मौके पर एक डाक सटकट जारी सकया िा। 20 िवंबर : पासकथतान के राटिपसत आसिफ अली जरदारी ने भारत और पासकथतान के बीच उदार वीजा िमझौते को मंजूरी िदान की। भारत और पासकथतान ने 8 नवंबर को इि िमझौते पर हथतािर सकए। पासकथतानी मंसिमंडल ने 31 अततूबर को इि िमझौते का अनुमोदन सकया िा। िमझौते के अनुिार 6 महीने तक की अवसध के सलए वीजा जारी सकया जाएगा और असधकतम पांच थिानों की यािा की जा िकेगी। 21 िवंबर ः िंयुतत राटि ने एड्ि कायमिम पर अपनी सरपोटड जारी की। यूएन के आंकड़ों के अनुिार एचआइवी िंिमि में कमी िे भसवटय में एड्ि के िमातत हो जाने की िंभावना है। भारत में जहां, एचआइवी िंिमि में 57 िसतशत की कमी आई वहीं सवचव के िवामसधक पीसड़त 25 देशों में 50 िसतशत तक कमी पाई गई। 22 िवंबरः भारत ने सवचव बैंक के िाि 7 करोड़ डॉलर के ऋि िमझौते पर हथतािर सकए। इि िमझौते का मुख्य उद्देचय थवाथथ्य िेवाओं में िुधार, िावमजसनक और सनजी भागीदारी की पसरयोजनाओं और राज्य के जरूरतमंद लोगों के कलयाि कायमिमों के सलए पैिा उपललध कराना है। 25 िवंबरः मनीला में आयोसजत िसतयोसगता में चेक गिराज्य की टेरेिा फाइतिोवा वषम 2012 की समि अिम चुनी गईं। जबसक दूिरा थिान पाने वाली सफलीपींि की थटेफनी थटेफनोसवत्िसमि समि अिम-हवा , तीिरी वरीय

में की िी। यि भारत सरकार के तित एक थवशासी संथिाि िै। इसका उद्देचय रंगमंि के इहतिास, िथतुहतकरण, दृचय हिजाइि, वथि हिजाइि, िकाश व्यवथिा और रूप-सजजा सहित रंगमंि के सभी पिलुओं का िहशिण देिा िै। राठिीय िाट्य हवद्यालय के हितलोमा को भारतीय हवद्यालय संघ की ओर से एमए की हि​िी के बराबर माधयता िातत िै। यिां के मंि​ि हवभाग की थिापिा 1964 में की गई िी। 1989 में 'हियेटर इि एजूकेशि' थिाहपत हकया गया। बाद में इसका िाम बदलकर 'संथकार रंग टोली' कर हदया गया। 1998 से यि हवद्यालय बिों के हलए राठिीय रंगमंि मिोयसव का आयोजि िर वषग िवंबर में 'जचिे बिपि' के िाम से करता िै। िार दहिणी राजयों और पांहि​िेरी की रंगमंि संबंिी आवचयकताएं पूरी करिे के उद्देचय से हवद्यालय िे बंगलूरू में अपिा िेिीय अिुसंिाि केंद्र भी थिाहपत हकया िै। हवद्यालय रंगमंि के बारे में पाठ्यपुथतकों का िकाशि और रंगमंि से जुड़े हवषयों पर मियवपणूग अंिेजी पुथतकों का हिंदी में अिुवाद भी करता िै। वतगमाि में अमल अलािा इसके िेयरमैि िैं और अिुरािा कपूर हिदेशक िैं। 219


वादषिकी

भारतीय इवतहास के पड़ाि भारतीय सभ्यता कई हजार साल पुरािी है। इस देश का स्‍वकणषम इकतहास आज भी हमें गवष महसूस करिे को प्रेकरत करता है।

िा

हमगक साहियय, लौहकक साहियय, पुरातयव और हि​िकला आहद के आिार पर काल गणिा करिे वाले इहतिासकार मािते िैं हक 4,00,000 ई. पू. से 2,00,000 ई.पू. के बीि के दूसरे और तीसरे हिमयुगों के संहिकाल में भारत में मािवीय हियाकलाप शुरू िो गया िोगा। उस समय पयिर के उपकरण काम में लाए जाते िे। जीहवत व्यहतत के अपहरवहतगत जैहवक गुणसूिों के िमाणों के आिार पर भारत में मािव का सबसे पिला िमाण केरल से हमला िै जो 70 िजार साल पुरािा िोिे की संभाविा िै। इस व्यहतत के गुणसूि अफ्रीका के िािीि मािव के जैहवक गुणसूिों (जींस) से पूरी तरि हमलते िैं। िागैहतिाहसकाल की िामाहणकता पर सवाल उठते रिे िैं हफर भी हविािों िे इहतिास में कुछ हतहियां इस तरि दजग की िैं।

िडप्पा िभ्यिा िे आगे 2500-2000 ई.पू. : हसंिु घाटी में पूवग-िड़तपा सभ्यता के िगरों का हवकास, िड़तपा सभ्यता का हवथतार। िड़तपा सभ्यता का पूणग-हवकहसत दौर, हवघटि तिा थिािीय सभ्यताओं का उदय। 1500 ई.पू. : भारत में आयो​ों का आगमि, ऋनवेद की रि​िा, गंगा मैदाि में आयोगिर ताम्र सभ्यता। 1000 ई.पू. : वणग-व्यवथिा का बीजारोपण, लौि िातु का ियोग िारबभ। 220

950 ई.पू. : मिाभारत का युि। 800 ई.पू. : मिाभारत मिाकाव्य की रि​िा, रामायण का ि​िम वृिाधत। 600-550 ई.पू. : उपहिषदों की रि​िा। 563-483 ई.पू. : गौतम बुि का जीवि काल (जधम-लुहबबिी, मृययु-कुशीिगर) 599-257 ई.पू. : जैि िमग के संथिापक विगमाि मिावीर का काल (जधम-कुंि​िाम, वैशाली, मृययुपावापुरी, कुशीिगर) 544-492 ई.पू. : ियगक वंश का राजयकाल। 517-509 ई.पू. : िखमिी वंश (ईराि) के सम्राट िेहरयस का आिमण, आयो​ों की पराजय। 492-460 ई.पू. : अजातशिु का राजयकाल। 412-344 ई.पू. : हशशुिाग वंश का शासिकाल, अवहधत के िद्यौत वंश का मगि साम्राजय में हवलय। 344 ई.पू. : मिापद्मिंद िारा मगि में िंदवंश की थिापिा। 326 ई.पू. : िंद वंशी राजा घिािंद की सैधय शहतत से िभाहवत हसकंदर का वापस लौटिे का इरादा, वापसी बेबीलोि में हसकंदर की मृययु। 322 ई.पू. : िंद्रगुतत मौयग िारा (कौहटडय की मदद से) घिािंद को पराहजत कर मौयग वंश की थिापिा। 315 ई.पू. : इंहिका के लेखक तिा सेडयुकस के दूत मेगथि​िीज का भारत में आगमि। 298-273 ई.पू. : िधद्रगुतत मौयग के पुि हबंदुसार का राजय काल। 273-232 ई.पू. : अशोक का शासिकाल, कहलंग हवजय (262-61)। 185 ई.पू. : अंहतम मौयग शासक बृिद्रि की ियया कर सेिापहत पुठयहमि शुंग िारा शुंग वंश की थिापिा। 190-171 ई.पू. : यवि शासक िेमेहियस का राजयकाल। 155-130 ई.पू. : सबसे िहसि यवि शासक हमिांि​िर (हमहलधद) का राजयकाल। 128 ई.पू. : शक कबीलों का भारत में पंजाब से िवेश।


71 ई.पू. : शुंग वंश के अंहतम सम्राट देवभूहत की ियया, वसुदेव के िारा कण्व वंश की थिापिा। 60 ई.पू. : आंध्र में हसमुक िारा सातवाि​ि वंश की थिापिा। 58 ई.पू. : उजजैि के शासक हविमाहदयय िारा हविम संवत का िारबभ। 50 ई.पू. : दहिण भारत (दतकि) में सातवाि​ि वंश शुरू। 15 ई. : कुषाणों का भारत में िवेश। 64 ई. : उिर-पहचिमी भारत में शक हवम किहफसस का राजय। 78 ई. : कुषाण वंश के कहिठक का राजयारोिण, उसके िारा शक संवत का िारबभ। 320-335 ई. : िंद्रगुतत ि​िम िे गुतत वंश को थिाहपत हकया। 330-375 ई. : संपूणग उिर भारत में समुद्रगुतत का शासि। 350 ई. : मयूरशमगि िारा कदंब वंश की थिापिा जो अगले 200 वषो​ों तक हवद्यमाि रिा। 375-413 ई. : िंद्रपुतत हितीय हविमाहदयय िारा उजजैि, मालवा तिा गुजरात पर हवजय, राजिािी पाटहलपुि से अयोध्या और तयपचिात कौशाबबी थिािांतहरत, िीिी यािी फाह्याि का भारत आगमि। 415-454 ई. : कुमारगुतत ि​िम का शासि, िालंदा में बौि हविार तिा हवचवहवद्यालय की थिापिा। 455-467 ई. : थकंदगुतत का शासि, हूणों का ि​िम आिमण तिा उिकी पराजय। 477-496 ई. : बुिगुतत के बाद गुततवंश का हवघटि। 502-528 ई. : हूणों के ि​िम शासक तोरमण का उिराहिकारी हमहिरकुल भािुगुतत िारा पराहजत। 550-861 ई. : मध्य राजपूतािा में मध्य एहशया में आए हुए गुजगर खािाबदोश दलों का शासि । 600-1200 ई. : अिेक सामंतों के िारा थवतंिता की घोषणा, बंगाल में गौड़, खंग, वमगि, पाल तिा सेि वंश, उजजैि में गुजगर-िहतिार, कधिौज में िहतिार, उड़ीसा में भौम, भंज, सोम तिा पूवीग गंग वंश, असम में भाथकर वमाग, गुजरात में िालुतय,

वेनेजुएला की ओथमसरयेल सवलालोबोि समि अिम-जल और चौिा थिान पाने वाली िाजील की कमीला समि अिम-असनन चुनी गईं। 26 िवंबरः तेज गसत की िेनों, भारी वथतुओं की ढुलाई और रेलवे थटेशनों के सवकाि िसहत रेल तकनीक के सवसभडन िेिों में आपिी िहयोग बढ़ाने के उद्धेचय िे भारत और चीन ने एक िहमसत-पि पर हथतािर सकए। यह िहमसत पि वषम 2017 तक है। 26 िवंबरः भारत और थवीडन के मध्य िामासजक िुरिा िमझौते को मंजूरी दी गई। इि िमझौते िे भारत और थवीडन के नागसरकों के बीच सनवेश करने और कायम के अविरों में बढ़ोतरी होगी। थवीडन ने पहली बार सकिी एसशयाई देश के िाि ऐिा िमझौता सकया। हालांसक भारत ने बेसलजयम, लतजमबगम, हंगरी, चेक सरपसललक, कोसरया, नाववे, सफनलैंड, जममनी, फ्रांि, नीदरलैंड, सथवटजरलैंड, कनाडा, डेनमाकक, और जापान के िाि पहले भी ऐिे िमझौतों पर हथतािर सकए हैं। 26 िवंबरः भारत-चीन िामसरक आसिमक वाताम के दौरान दोनों देशों के बीच आसिमक िहयोग को बढ़ावा देने के सलए करीब 27865 करोड़ रुपए के सनवेश िसहत 11 िमझौतों पर हथतािर सकए गए। 27 िवंबरः भारत की ऑटो कंपनी टाटा मोटिम और बांनलादेश के बीच में कार व्यापार को लेकर िहमसत बनी। भारतीय कंपनी टाटा २०१३ तक ढाका िसहत तीन

िारा में परमार, िमगदा-हिपुरी तिा उिर िदेश में कलिुरी, राजथिाि में िािमाि (िौिाि), बुदं ल े खण्ि में िंदल े , कधिौज में गिड़वाल, कचमीर में काकोगट, उयपल तिा लोिार, अफगाहिथतािपंजाब में हिंदूशािी वंश। 606-647 ई. : िषग (पुठयभुहत या काधयकुलज वंश) का शासिकाल। िीिी बौि यािी ह्वेिसांग का भारत आगमि (630-44), बाणभटट िे िषगिहरत की रि​िा की। 643 ई. : िीिी यािी ह्वेिसांग की िीि वापसी। 647 ई. : िषगविगि की मृययु। 675-685 ई. : िीिी यािी इहयसंग का िालंदा आवास। 700 ई. : कधिौज में यशोवमगि (मौखरी वंश) हसंिासिारूढ़, संथकृत िाट्यकार भवभूहत तिा िाकृत कहव वातपहतराज को उसके राजदरबार में संरिण। 712 ई. : मुिबमद हबि काहसम के िेतृयव में भारत पर अरब आिमण, मैिक राजय का पति। 740-1036 ई. : उिर भारत में गुजरग -िहतिारों का आहिपयय। 746-974 ई. : गुजगर कबीले िारा 746 ई. के 221


वादषिकी आसपास अहधिलपुर (आिधदपुर) की थिापिा। 824-924 ई. : वैठणव भहततकाल। 831-1310 ई. : बुंदेलखंि में िंदेलों का राजय, हवठणु मंहदरों और खजुरािो के मंहदरों का भी हिमागण। 986-87 ई.: खुरासाि के शासक अलततगीि के गुलाम सुबुततगीि का काबुल-कंिार में हिंदूशािी शासक जयपाल पर आिमण। 997-998 ई. : सुबुतगीि की मृययु, मिमूद गजिवी खुरासि की गद्दी पर बैठा। 1000 ई. : मिमूद गजिवी का भारत पर (काबुल में) आिमण। 1014 ई. : झेलम तक का िेि गजिवी के राजय में । 1017 ई. : वैठणव आिायग रामािुज का जधम। 1025-1026 ई. : सोमिाि मंहदर (गुजरात) की लूट। 1030 ई. : मिमूद गजिवी की मृययु, मसूद गजिी सुडताि, अलबरूिी का भारत आगमि। 1163 ई. : मुइजुद्दीि मोिबमद गौरी गजिी का शासक बिा। 1191 ई. : तराइि के युि में पृथ्वीराज तृतीय के िािों मुिबमद गौरी पराहजत। 1192 ई. : तराइि का दूसरा युि, मोिबमद गौरी के िािों पृथ्वीराज की िार, गौरी का गुलाम कुतुबुद्दीि ऐबक भारत का सूबेदार हियुतत, मेरठ एवं कौल (अलीगढ़) पर अहिकार। 1192-1193 ई. : हदडली पर कुतुबुद्दीि ऐबक का आहिपयय। 1200 ई. : मोिबमद गौरी की मृययु। 1206 ई. : कुतुबुद्दीि ऐबक िारा हदडली सडतित की थिापिा, कुतुबमीिार का हिमागण शुरू। 1210 ई. : आरामशाि उिराहिकारी बिा। 1211-1236 ई. : इडतुतहमश का शासिकाल। 1221 ई. : भारत पर िंगेज खां का िमला।

1288-1293 ई. : माकोगपोलो की भारत यािा। 1290 ई. : जलालुद्दीि हखलजी हदडली का सुडताि, हखलजी वंश की थिापिा। 1295-1316 ई. : अलाउद्दीि हखलजी हदडली का सुडताि, गुजरात, रणिबभौर, हि​िौड़, मालवा और दतकि तक हवथतार। 1320-1325 ई. : गयासुद्दीि तुगलक हदडली का सुडताि बिा, तुगलक वंश की थिापिा। 1325 ई. : मुिबमद हबि तुगलक गद्दी पर आसीि, अमीर खुसरो की मृययु। 1326-1327 ई. : मुिबमद तुगलक िारा हदडली से दौलताबाद राजिािी का थिािांतरण। 1330 ई. : तांबे के हसतके जारी हकए गए। 1333 ई. : अफ्रीकी यािी इलिबतूता की भारत यािा। 1350 ई. : संत िामदेव का हि​ि​ि। 1351 ई. : मुिबमद तुगलक की मृययु, सुडताि हफरोज शाि तुगलक का राजयकाल। 1398 ई. : तैमूर लंग का आिमण। 1412 ई. : अंहतम तुगलक शासक मिमूद की मृययु। 1414 ई. : हदडली पर हखज्र खां का अहिकार। 1430-69 ई. : मेवाड़ में राणा कुबभा का राजयकाल। 1447 ई. : बिलोल लोदी का शासि लोदी वंश की थिापिा। 1450 ई. : गोरखिाि की साहखयों की रि​िा। 1455 ई. : िहसि संत कबीर का जधम। 1469 ई. : गुरुिािक देव का ि​िकािा में जधम। 1485 ई. : िैतधय मिािभु का जधम। 1489 ई. : हसकंदर लोदी गद्दी पर आसीि। 1498 ई. : वाथकोहिगामा कालीकट पहुंिा। 1509-1527 ई. : मेवाड़ में राणा सांगा का राजयकाल। 1517 ई. : हसकंदर लोदी की मृययु। इिाहिम लोदी गद्दी पर बैठा। 1519 ई. : बाबर का भारत आगमि। भीरा, हसयालकोट, कंिार, लािौर और सरहिंद पर अहिकार के बाद 1526 ई. (21 अिैल) में बाबर तिा इिाहिम लोदी के मध्य पािीपत का ि​िम युि, हदडली पर कलजे के साि िी मुगल साम्राजय की थिापिा। 1527 ई. : राणा संिाम हसंि तिा बाबर के मध्य खांिवा का युि (16 मािग)। 1530 ई. : बाबर की मृययु (29 मई)। 1534 ई. : हुमायूं का मालवा को िथिाि, शेरशाि िे 1236 ई. : रहजया सुडताि गद्दी पर बैठी। सूरजगढ़ की लड़ाई में बंगाल के शासक मिमूद खां को 1239 ई. : महलक अडतुहिया का हवद्रोि। पराथत हकया। 1240 ई. : रहजया सुडताि की ियया। 1535 ई. : हुमायूं की गुजरात और मालवा पर हवजय। 1241 ई. : भारत पर मंगोलों का ि​िम आिमण। 1538 ई. : हुमायूं का बंगाल पर आिमण, हसख गुरु 1246 ई. : सुडताि िसीरुद्दीि गद्दी पर आसीि, िािक देव का हि​ि​ि। 1265 में उसकी मृययु। 1539 ई. : िौसा के युि में हुमायूं शेरशाि से पराहजत। 1253 ई. : अमीर याुसरो का जधम। 1540 ई. : शेरशाि हदडली की गद्दी पर बैठा। 1266 -86 ई. : गयासुद्दीि बलबि गद्दी का राज। 1542 ई. : हुमायूं जोिपुर पहुंिा, अमरकोट में (15 222


अततूबर) अकबर का जधम। 1545 ई. : शाि तिमथय की मदद से कंिार-काबुल पर पुि: हुमायूं का अहिकार। 1553 ई. : सूरवंशी शासक इथलाम शाि की मृययु। 1555 ई. : लािौर पर हुमायूं का अहिकार। 1556 ई. : हुमायूं की मृययु (24 जिवरी), बैरम खां के संरिण में अकबर मुगल सम्राट बिा, पािीपत के दूसरे युि (5 िवबबर) में िेमू को िराया, पुतगगाल का पिला िेस गोवा पहुंिा, हजसे जेसुइट पादरी लेकर आए िे। 1562 ई. : आमेर की राजकुमारी (राजा भारमल की पुिी) से अकबर का हववाि। 1563 ई. : अकबर िारा तीिगयािा-कर की समाहतत। 1564 ई. : जहजया कर की उगािी बंद, अकबर से िार कर रािी दुगागवती िारा आयमियया। 1568 ई. : अकबर की हि​िौड़ पर हवजय। 1569 ई. : रणिबभौर और काहलंजर पर अकबर का अहिकार, युवराज सलीम (जिांगीर) का जधम। 1571 ई. : फतेिपुर सीकरी का हिमागण । 1572 ई. : मिाराणा उदयहसंि की मृययु राणा िताप को गद्दी पर बैठाया गया। 1573 ई. : गुजरात पर अकबर का आहिपयय। 1574-76 ई. : अकबर की हबिार-बंगाल पर हवजय। 1575 ई. : फतेिपुर सीकरी में इबादतखािा। 1576 ई. : िडदीघाटी का युि, राणा िताप पराहजत, अकबर का बंगाल पर अहिकार, दाऊद खां की मृययु। 1582 ई. : अकबर के िारा दीि-ए-इलािी की घोषणा। 1583 ई. : पिले पांि अंिेज व्यापारी (जॉि धयूबरी, हरि​िट थटेपर, राडफ, जेबस थटोरी तिा हवहलयम लीड्स) अकबर के िाम मिारािी एहलजाबेि का पि लेकर भारत पहुंिे। अकबर से इिकी मुलाकात ि​िीं िो पाई लेहकि लीड्स को अकबर के यिां झवेरी की िौकरी हमल गई, हफंि आठ साल तक भारत-बमाग की यािा करिे के बाद 26 अिैल, 1591 को लंदि पहुंिा, हफंि के हववरण से िी अंिेज व्यापाहरयों की भारत में व्यापार करिे की लालसा बलवती हुई। 1585 ई. : कचमीर पर अकबर का आहिपयय। 1589 ई. : राजा टोिरमल की मृययु। 1590-1592 ई. : अकबर की हसंि पर हवजय। 1592 ई. : उड़ीसा पर अकबर का अहिकार। 1595 ई. : अकबर की कंिार हवजय, बलूहिथताि मुगल साम्राजय में शाहमल। 1597 ई. : राणा िताप की मृययु।

अडय शहरों में िेडान इंसडगो ईिीएि, इंसडगो मांजा और हैचबैक इंसडका सवथटा के शोरूम खोलेगी। हालांसक बांनलादेश में मोटिम के वाहन 1972 िे बेचे जा रहे हैं। 28 िवंबरः वलडड जसथटि िारा जारी की गई २०१२ की रूल ऑफ लॉ इंडेति की सरपोटड में डयाय सदलाने के मामले में भारत को 78वां थिान िातत हुआ। 97 देशों की इि िूची में भारत के पड़ोिी देश िीलंका को िभी दसि​ि एसशयाई देशों में पहला थिान िातत हुआ। वहीं​ं भ्रटटाचार के मामले में भारत का थिान 83वां रहा। सरपोटड में कहा गया सक भारत में िशािसनक िुथती के चलते डयाय िसिया में देरी होती है। 28 िवंबरः पासकथतान ने परमािु हसियार ले जाने में ि​िम बैलेसथटक समिाइल हत्फ-5 का िफल परीि​ि सकया। पारंपसरक और परमािु आयुध दोनों को ले जाने में ि​िम इि समिाइल की मारक िमता 1300 सकलोमीटर है। हत्फ-5 को गौरी के नाम िे भी जाना जाता है। 29 िवंबरः िंयुतत राटि महािभा ने सफलीथतीन को गैर-िदथय पयमवेिक राटि का दजाम दे सदया। अब तक सफलीथतीन को िंयुतत राटि में थिाई पयमवेिक का दजाम िातत िा। हालांसक सफलीथतीन पूिम माडयता िातत राटि का दजाम हासिल करने के सलए अभी भी ियाि कर रहा है। सफलीथतीन के राटिपसत महमूद अलबाि िारा पेश िथताव पर िंयुतत राटि के 138 िदथय देशों ने पि में मतदान सकया, जबसक नौ िदथय राटिों ने सवरोध में मतदान सकया। ३० िवंबरः अमेसरका की टेसनि सखलाड़ी िेरेना सवसलयबि को वषम २०१२ के सलए अंतरराटिीय टेसनि मीसडया िारा 'डललयूटीए तलेयर आफ द ईयर' के सखताब िे नवाजा गया। वह अब तक चार बार डललयूटीए पुरथकार जीत चुकी हैं। 30 िवंबरः समस्र की िंिद ने देश के नए िंसवधान के मिौदे को मंजूरी दे दी। लगातार 19 घंटे तक चले ि​ि के बाद िंिद के सनचले िदन पीपुलि अिेंबली ने 230 अनुच्छेदों वाले नए िंसवधान के

1600 ई. : मिारािी एहलजाबेि िे भाई जाजग, अलग ऑफ कंबरलैंि तिा सर जॉि िॉटट की ईथट इंहिया कंपिी को भारत से व्यापार करिे के हलए अहिकार पि िदाि हकया। 1601 ई. ः अकबर का असीरगढ़ पर अहिकार। 1601-1603 ई. ः अकबर के पुि सलीम का हवद्रोि। 1602 ई. ः अबुल फजल की मृययु, ि​ि यूहिवसगल यूिाइटेि ईथट इंहिया कंपिी की थिापिा, 13 वषो​ों में िी िालैंि के एहशया व्यापार में असािारण वृहि। 223


वादषिकी

1605 ई. ः अकबर की मृययु (16 अततूबर), जिांगीर गद्दी पर बैठा (24 अततूबर)। 1606 ई. ः शिजादा खुसरो का हवद्रोि, जिांगीर के आदेशािुसार पांिवें हसख गुरु अजुगिदेव को िाणदंि, ईराहियों िारा कंिार का घेराव, जिांगीर की मेवाड़ पर िढ़ाई। 1607 ई. ः मुगलों िारा कंिार मुतत। 1608 ई. ः संत तुकाराम का जधम। 1609 ई. ः पुहलकट में ि​ि फैतटरी थिाहपत। 1611 ई. ः जिांगीर का िूरजिां से हववाि। 1611-1625 ई. ः गोलकुंिा में सुडताि मुिबमद कुतुबशाि का शासिकाल। 1612 ई. ः शािजिां का मुमताज मिल से हववाि। 1615 ई. ः मेवाड़ पर जिांगीर का अहिकार, इंनलैंि के शासक जेबस ि​िम के राजदूत के रूप में सर टामस रो जिांगीर के दरबार में आया। 1620 ई. ः कांगड़ा पर मुगलों का अहिकार। 1622 ई. ः कंिार पर फारस का पुि: अहिकार, शािजिां का हवद्रोि, गोथवामी तुलसीदास का जधम। 1627 ई. ः जिांगीर की मृययु (29 अततूबर), हशवाजी का जधम (20 अिैल)। 1628 ई. ः शािजिां मुगल सम्राट बिा (6 फरवरी)। 1631 ई. ः मुमताज मिल की मृययु (7 जूि)। 1634 ई. ः अंिेजों को बंगाल में व्यापार करिे का फरमाि हमला। 1636 ई. ः औरंगजेब दतकि का सूबेदार हियुतत। 1638 ई. ः शािजिां िारा िए राजिािी शिर शािजंिािाबाद का हिमागण िारबभ। 1646 ई. ः तोरण पर हशवाजी का अहिकार। 1656 ई. ः हशवाजी का जाबली पर आहिपयय। 1657 ई. ः शािजिां के अथवथि िोिे पर उिराहिकारी का युि िारबभ। 1658 ई. ः िरमत के युि (5 मई) तिा सामूगढ़ के युि (8 जूि) में दारा की औरंगजेब के िािों पराजय, शािजिां आगरा में बंदी (5 जूि), औरंगजेब का राजयाहभषेक (31 जुलाई)। 1659 ई. ः दारा को मृययुदि ं , हशवाजी के िािों अफजल खां की मृययु। 1660 ई. ः हशवाजी के दहिण किागटक िेि में िमले। 224

1664 ई. ः हशवाजी का सूरत पर आिमण, थिािीय पुतगग ाली उपहिवेश िारा हशवाजी को वाहषगक िजरािा देिा थवीकार, फ्रांसीसी ईथट इंहिया कबपिी की थिापिा। 1665 ई. ः राजा जयहसंि के िािों हशवाजी की पराजय, मुगलों के साि हशवाजी की पुरंदर संहि। 1666 ई. ः शािजिां की मृययु। 1670 ई. ः हशवाजी का सूरत पर दूसरा आिमण। 1671 ई. ः छिसाल के िेतृयव में बुंदेलों का हवद्रोि। 1673 ई. ः हशवाजी का सूरत पर तीसरा आिमण, 1674 ई. ः हशवाजी िारा छिपहत की उपाहि िारण, थवराज की थिापिा। 1675 ई. ः गुरु तेगबिादुर हसंि को औरंगजेब िारा मृययुदंि। 1677 ई. ः किागटक में हशवाजी की हवजय। 1679 ई. ः औरंगजेब िारा जहजया कर पुि: आरोहपत। 1680 ई. ः हशवाजी की मृययु, शंभाजी पेशवा बिा, अलंकारवादी हिंदी कहव केशवदास का जधम। 1681 ई. ः औरंगजेब का दहिण में अहभयाि। 1687 ई. ः गोलकुंिा मुगल साम्राजय में सहबमहलत, अंिेज कंपिी िारा औरंगजेब के हवरुि युि की घोषणा। 1689 ई. ः औरंगजेब िारा शंभाजी को िाणदंि, राजाराम सिारूढ़, शाहू बधदी बिा। 1699 ई. ः मालवा पर मराठों का ि​िम आिमण। 1702 ई. ः इंनलैंि में रािी ऐि गद्दी पर बैठीं। 1707 ई. ः औरंगजेब की मृययु, बिादुरशाि ि​िम मुगल सम्राट बिा। 1708 ई. ः गुरु गोहवंद हसंि का हि​ि​ि (िांदेड़ में)। 1712 ई. ः बिादुरशाि ि​िम की मृययु, जिांदारशाि उिराहिकारी बिा। 1713 ई. ः जिांदारशाि की ियया फरुगखहसयर हसंिासिारूढ़। 1715 ई. ः हसख िेता बंदा बिादुर को िाणदंि। 1717 ई. ः ईथट इंहिया कंपिी को बादशाि फरुगखहसयर का थवतंि व्यापार (ड्यूटी-फ्री) फरमाि, कोलकाता के हिकट 37 गावों को खरीदिे का अहिकार भी हमला। 1719 ई. ः फरुगखहसयर की ियया। 1731 ई. ः गॉटिबगग में सम्राट फ्रेिहरक िारा थवीहिश ईथट इंहिया का गठि। 1738 ई. ः गोथवामी तुलसीदास का हि​ि​ि। 1739-40 ई. ः हदडली पर िाहदरशाि का आिमण, कोहि​िूर िीरा और तयतेताऊस िाहदरशाि के कलजे में। 1742 ई. ः बंगाल पर मराठों का आिमण, िूतले पांहि​िेरी का गविगर हियुतत। 1746-48 ई. ः ि​िम किागटक (आंनल-फ्रांसीसी) युि। 1745 ई. ः रूिेलखण्ि रुहिडलों के अहिकार में। 1746 ई. ः ला बूिोगिे के िेतृयव में फ्रांसीहसयों का िेधिई पर अहिकार।


1764 ई.- बतिर का युद्ध, शाह आलम, शुजाउद्दौला तिा क़ासिम की िंयुतत िेनायें अंग्रेज़ों िे परासजत। 1765 ई. - तलाइव पुन: बंगाल का गवनमर बनकर वापि आया, शाहआलम ने सबहार, बंगाल तिा उड़ीिा की दीवानी कंपनी को िौंपी, मीरजाफर की मृत्यु।

1747 ई. ः अिमदशाि अलदाली का भारत पर आिमण। 1748-51 ई. ः अलदाली का अफगाहिथताि और पंजाब पर अहिकार, अिमदशाि मुगल बादशाि बिा (1748)। 1749 ई. ः यूरोप में हिहटश और फ्रांसीहसयों के बीि संहि, भारत में अंिेजी और फ्रांसीसी कंपहियों में भी युि हवराम, फ्रांसीहसयों िारा िेधिई अंिेजों को वापस। 1751 ई. ः अरकाट के हकले पर राबटट तलाइव का अहिकार, हजससे फ्रांसीसी हि​िरापडली से िटे, मुजटफरजंग की मृययु, सलावत जंग हिजाम बिा, अलीवदीग खां की मराठों से संहि। 1756 ई. ः हसराजुद्दौला बंगाल की गद्दी पर । 1757 ई. ः तलासी की लड़ाई (23 जूि) में अंिेजों िारा हसराजुद्दौला पराहजत, मीरजाफर िवाब बिा। हसराजुद्दौला को मृययुदण्ि (2 जुलाई), अंिेजों का राजिीहतक िभुयव थिाहपत। 1758 ई. ः फ्रांसीसी गविगर लाली का भारत आगमि, अंिेजों के हवरुि अहभयाि आरबभ, फोटट सेंट िेहवि पर कलजा, पंजाब पर मराठों का अहिकार। 1761 ई. ः अिमदशाि अलदाली तिा मराठों के बीि पािीपत का तीसरा युि (14 जिवरी), मराठे पराहजत, फ्रंासीहसयों िारा पांहि​िेरी अंिेजों को समहपगत, िैदर अली मैसूर का िवाब, अवि का िवाब शुजाउद्दौला वजीर बिा। 1767 ई. ः वेरेलथट बंगाल का गविगर बिा। 1767-69 ई. ः अंिेजों िे अपमािजिक शतो​ों पर िैदर अली से संहि की। 1769 ई. ः हिजाम और मराठों के साि अंिेजों की िेधिई संहि। 1770 ई. ः बंगाल में भीषण अकाल, पेहरस में हदवाहलया िो जािे से फ्रांसीसी ईथट इंहिया कंपिी भंग। 1771 ई. ः मराठों का िैदर अली पर आिमण, हदडली पर मराठों का कलजा, शािआलम को अंिेजों के बंि​ि से मुहतत। 1772 ई. ः वारेि िेहथटंनस बंगाल का गविगर हियुतत, मराठों का रुिेलखण्ि पर आिमण, अवि के िवाब और रुहिडलों का समझौता, कंपिी िारा खुद दीवािी का कायग अपिे िािों में लेिे की घोषणा।

1772-1833 ई. ः राजा राममोि​ि राय का जीविकाल। 1773 ई. ः हिहटश संसद िारा रेनयुलेहटंग एतट पाहरत, कंपिी पर संसद का आंहशक हियंिण। 1774 ई. ः वारेि िेहथटंनस बंगाल का गविगर जिरल बिा, कलकिा में पिले उितम धयायालय की थिापिा। 1775 ई. ः अवि के वजीर आसफ़ुद्दौला के बीि मैिी संहि, िवाब िे अंिेजों से सैधय सिायता लेिे के बदले 2,60,000 रुपये िहतमाि देिा थवीकार हकया। 1775-1782 ई. ः ि​िम आंनल मराठा युि। 1778 ई. ः भारत में फ्रंासीसी उपहिवेशों पर अंिेजों का अहिकार। 1779 ई. ः मराठों िे 1773 में खोए हुए िेि पुि: िातत हकए, िैदर अली, िैदराबाद के हिजाम तिा मराठों अंिेजों का हवरोि करिे को एकजुट। 1780 ई. ः हितीय मैसूर युि िारबभ, िैदर अली िारा किागटक ध्वथत, मिाराजा रणजीत हसंि का जधम, जेबस हितकी िारा बंगाल गजट का िकाशि। 1782 ई. : अंिेज, मराठा और िैदर अली के बीि सडबाई की संहि िैदर अली की मृययु, बंगाल की खाड़ी में अंिेजों तिा फ्रांसीहसयों के बीि िौसेहिक युि। 1782-99 ई. ः टीपू सुडताि मैसूर का शासक बिा। 1784 ई. ः हपट का इंहिया एतट हिहटश संसद में पाहरत, एहसयाहटक सोसाइटी आॅफ बंगाल की थिापिा। 1785 ई. ः वारेि िेहथटंनस का ययागपि, पंजाब में हसखों का आहिपयय। 1786-1793 ई. ः लॉिट कािगवाहलस बंगाल का गविगर जिरल। 1788 ई. ः गुलाम काहदर खाि िे शािआलम हितीय को िेि​िीि बिाया। बेदार बयत हदडली की गद्दी पर आसीि। 1788-1795 ई. ः वारेि िेहथटंनस पर मिाहभयोग। 1789-90 ई. ः टीपू सुडताि का िावणकोर पर अहिकार। 1789-1802 ई. ः मराठों का हदडली पर अहिकार। 1790-92 ई. ः तृतीय मैसूर युि (टीपू सुडताि और अंिेज, मराठा की संयुतत सेिा के बीि)। 1792 ई. ः जोिाि​ि िंकि िारा वाराणसी में राजकीय संथकृत मिाहवद्यालय (बाद में संथकृत हवचवहवद्यालय) की थिापिा। 1793-1798 ई. ः बंगाल के गविगर जिरल सर जॉि 225


वादषिकी शोर का कायगकाल। 1793 ई. ः बंगाल में भू-राजथव का थिायी बंदोबथत, हिहटश संसद िारा भारत में युि हियंिण हविेयक पाहरत। 1795 ई. ः इंदौर की रािी अहिडयाबाई िोडकर का हि​ि​ि, जोिाि​ि िंकि मुंबई का गविगर हियुतत। 1796 ई. ः अंिेजों िे िीलंका को ि​िों से मुतत कराया। 1797 ई. ः अिमद शाि अलदाली के पोते जमाि शाि का पंजाब पर आिमण। लािौर पर अहिकार। अवि में िवाब आसफुद्दौला की मृययु। 1798-1805 ई. ः लॉिट वेलेजली बंगाल का गविगरजिरल। 1799 ई. ः िेपोहलयि के काहिरा से हलखे पि में टीपू सुडताि को अंिेजों से मुहतत हदलािे का आचवासि। िौिे मैसूर युि में टीपू की मृययु। मैसूर हवभाजि। 1803 ई. ः हितीय आंनला मराठा युि (1803-05) में मराठों की पराजय। अलीगढ़ पर अंिेजों का अहिकार। 1804 ई. ः बादशाि शािआलम हितीय हिहटश संरिण के अिीि। 1805 ई. ः कािगवाहलस की मृययु, िोडकर के साि संहि। 1805-1807 ई. ः सर जॉजग बालोग बंगाल का गविगर जिरल। 1806 ई. ः अकबर हितीय शािआलम हितीय का उिराहिकारी बिा। 1807-1813 ई. ः लॉिट हमंटो ि​िम बंगाल का गविगर जिरल। 1807-1808 ई. ः िेपोहलयि की भारत पर संयुतत फ्रांसीसी-रूसी अहभयाि योजिा। 1809 ई. ः अंिेजों और रणजीत हसंि के बीि अमृतसर की संहि (25 अिैल)। सतलज पूवग की पंजाबी हरयासत अंिेजों के संरिण में। रणजीत हसंि शासक थवीकृत। 1809-1811 ई. ः रणजीत हसंि का कांगड़ा पर कलजा। 1813-1823 ई. ः लॉिट िेहथटंनस बंगाल का गविगर जिरल। 1813 ई. ः कंपिी का िाटटर िवीिीकृत, हशिा पर सालािा एक लाख रुपये खिग करिे का िाविाि। 1816 ई. ः िेपाल के साि युि। 1815 ई. ः राजा राममोि​ि राय िारा आयमीय सभा की थिापिा। वाटरलू का युि। 1817 ई. ः कलकिा में हिंदू कॉलेज की थिापिा (िेहवि िेयर तिा राममोि​ि राय िारा)। 1817-1818 ई. ः सेरामपुर ईसाई हमशिरी संथिा िारा भारतीय भाषा (बांनला) में समािार दपगण िाम का पिला सातताहिक िकाहशत। पेशवा बाजीराब हितीय का समपगण। 1819-1827 ई. ः एलहफंथटि मुंबई के गविगर। 1819 ई. ः पेशवा पद की समाहतत। हिहटश वृहिभोगी की िैहसयत से पेशवा बाजीराव हितीय को हबठूर हिवास, राजपूतािा के राजाओं के साि सुरिायमक संहि। तायया टोपे का जधम। 226

1820 ई. ः मुिरो मद्रास का गविगर बिा। 1821 ई. ः पूिा में संथकृत कॉलेज की थिापिा। 1822 ई. ः मुंबई में िेहटव एजुकेशि सोसाइटी की थिापिा। मुंबई समािार िकाहशत। 1823-1828 ई. : लॉिट एमिथटट बंगाल के गविगर जिरल हियुतत। 1823 ई. ः िेस आहिटिेंस के हवरुि राजाराममोि​ि राय का ज्ञापि। 1824 ई. ः बैरकपुर में सैहिक हवद्रोि 1824-1883 ई. ः थवामी दयािंद सरथवती का जीविकाल, आयगसमाज की थिापिा (1875 में)। 1825 ई. ः दादाभाई िौरोजी का जधम (4 हसतंबर)। 1826 ई. ः भरतपुर पर अंिेजों का अहिकार। 1827 ई. ः पिला वाठपिाहलत युिपोत इंटरिाइज मद्रास पहुंिा। 1828-1833 ई. ः हवहलयम बैंहटक बंगाल का गविगर जिरल। 1828 ई. ः राममोि​ि राय िारा िह्म समाज की थिापिा। 1829 ई. ः हवहलयम बैंहटक िारा सती ि​िा गैरकािूिी घोहषत। 1830 ई. ः राजा राममोि​ि राय का इंनलैंण्ि भ्रमण। ईचवरिंद्र गुतता िारा बंगाल माहसक संवाद िभाकर िकाहशत। 1831 ई. ः मैसूर का राजा पदच्युत। शासि हिहटश सरकार के िाि में। 1832 ई. ः असम के जैहतया िेि पर अंिेजों का आहिपयय। 1833 ई. ः बंगाल का गविगर जिरल पिली बार भारत के गविगर जिरल के िाम से जािा गया। भारतीय हवहि आयोग की हियुहतत। 1833-1835 ई. ः लॉिट हवहलयम बैंहटक भारत का गविगर जिरल। 1834 ई. ः लॉिट मैकाले सुिीम काउंहसल में पिला हवहि सदथय हियुतत। सरकार िारा िाय बागािों की थिापिा। आगरा िांत की थिापिा। 1835-1836 ई. ः सर िाडसग मेटकाफ कायगकारी गविगर जिरल। 1835 ई. ः सर मेटकाफ िारा समािार पिों पर से िहतबंि समातत। मैकाले का हशिा िीहत पर िथताव।


फारसी के थिाि पर अंिेजी पिली बार सरकारी भाषा बिी। कंपिी िे पिली बार अपिे हसतके जारी हकए । कलकिा मेहिकल कॉलेज की थिापिा। 1836-1842 ई. ः लॉिट आकलैंण्ि गविगर-जिरल। 1837 ई. ः बिादुरशाि हितीय जफर गद्दी पर आसीि। उिर मिारािी हवतटोहरया गद्दी पर आसीि। 1838 ई. ः काबुल-कंिार पर अंिेज़ों का अहिकार। 1839 ई. ः मिाराजा रणजीत हसंि की मृययु। कलकिा तिा हदडली के बीि जीटी रोि का कायग आरबभ। 1839-1842 ई. ः ि​िम आंनल-अफगाि युि। 1841 ई. ः कलकिा में देश हितेषणी सभा की थिापिा (3 अततूबर)। 1841-1844 ई. ः लॉिट एलिबरो गविगर जिरल। 1842 ई. ः अफगाहिथताि में अंिेजी सेिा का संिार। दोथत मुिबमद पुि: अमीर बिा। 1843 ई. ः हसंि पर अंिेजों का आहिपयय। दासि​िा पर िहतबंि बंगाल हिहटश इंहिया सोसाइटी की थिापिा। 1844-1848 ई. ः लॉिट िाहि​िंग गविगर जिरल। 1844 ई. ः सरकारी िौकहरयों में अंिेजी हशहित भारतीयों को हियुहतत देिे का हिणगय। 1845-46 ई. ः ि​िम आंनल-हसख युि में हसख पराहजत। लािौर की संहि।

1847 ई. ः रुड़की में ि​िम इंजीहियहरंग कॉलेज की थिापिा। 1848-1856 ई. ः लॉिट िलिौजी गविगर जिरल। 1848 ई. ः गोद लेिे की ि​िा पर िहतबंि 1848-1849 ई. ः दूसरे आंनल-हसख युि में हसख पराहजत। 1849 ई. ः पंजाब, जैतपुरा तिा संभलपुर का हिहटश साम्राजय में हवलय। कलकिा में बेिुि िारा पिली कधया पाठशाला की थिापिा। 1850 ई. ः हसहतकम का एक भाग अंिेजों के कलजे में। 1852 ई. ः रंगूि तिा पेगू पर आहिपयय। 1854 ई. ः बंगाल में िील हवद्रोि। 1855 ई. ः संिाल हवद्रोि। पटसि उद्योग की शुरुआत। 1856 ई. ः अवि हिहटश साम्राजय में सहबमहलत।

मिौदे को मंजूर कर सलया। 3 कदसंबरः भारतीय सरजवम बैंक ने बैंक ऑफ मॉरीशि के िाि सनगरानी िहयोग एवं िूचना के आदान-िदान के सलए एक िहमसत पि पर हथतािर सकए िाि ही दोहरे कराधान बचाव िंसध को बढ़ाने के सलए भी बात की। अब तक आरबीआई ने सवसभडन देशों की 12 अडय िंथिाओं के िाि ऐिे िमझौते सकए हैं। 4 कदसंबरः भारत और जापान के मध्य मुद्रा की अदला-बदली हेतु बाइलेटरल थवैप अरेंजमेंट िमझौता सकया गया। भारतीय सरजवम बैंक के गवनमर डी िुलबाराव और बैंक ऑफ जापान के गवनमर मिाकी सशराकावा ने डॉलर के बदले येन या रुपए के लेनदेन के िमझौते पर िहमसत के सलए हथतािर सकए। 5 कदसंबरः यूरोपीय आयोग ने कैिोड-रे ट्यूलि की अवैध तरीके िे िाठगांठ करके मूलय बढ़ोतरी करने के आरोप में एसशया की इलेतिॉसनति कंपसनयों एलजी, सफसलति, पैनािोसनक िसहत 6 कंपसनयों पर 105 अरब रुपए का जुमामना लगाया। 7 कदसंबरः मालदीव की िरकार ने माले एयरपोटड का सनयंि​ि जीएमआर ग्रुप िे वापि ले सलया। इि मामले में सिंगापुर कोटड ने जीएमआर ग्रुप के दावे को खासरज करते हुए सनिमय िुनाया िा सक मालदीव िरकार को एयरपोटड का कंिोल अपने हाि में लेने का पूरा असधकार है। माले एयरपोटड को आधुसनक बनाने हेतु जीएमआर कंपनी और मालदीव िरकार के बीच करीब 2700 करोड़ रुपए का करार िा। 9 कदसंबरः जॉन ड्रामनी महामा दूिरे कायमकाल के सलए पसचचमी अफ्रीका के देश घाना के राटिपसत चुने गए हैं। महामा नेशनल डेमोिेसटक कांग्रेि पाटीम के नेता हैं। जॉन ड्रामनी महामा को 50.7 िसतशत, जबसक उनके सवरोधी डयू पैसियोसटक पाटीम के नेता अकूफो-आदो को 47.74 िसतशत वोट समले। १० कदसंबरः भारत और युिेन के मध्य रिा, परमािु िुरिा, सवज्ञान तिा िौद्योसगकी, व्यापार और वासिज्य के िेि में आपिी िहयोग बढ़ाने के सलए

भारतीय हवचवहवद्यालय अहिहियम। बंगाल हविाि पहरषद् िारा हिंदू हविवा पुिहवगवाि अहिहियम पाहरत। 1856-62 ई. ः लॉिट कैहिंग गविगर जिरल। 1857 ई. ः कलकिा, बबबई तिा मद्रास हवचवहवद्यालयों की थिापिा। पिला थवतंिता संिाम, मंगल पांिे िारा लेहटटिेंट बाग की गोली मारकर ियया। 1858 ई. ः भारत का शासि ईथट इंहिया कबपिी से हिहटश सरकार के िािों में। लॉिट कैहिंग को वायसराय की एक अहतहरतत उपाहि। जगदीश िंद्र बोस का जधम 227


वादषिकी (30 िवबबर), लखिऊ पर अंिेजों का पुि: अहिकार। 1859 ई. ः बंगाल में िील हवद्रोि। 1861 ई. ः भारतीय पहरषद अहिहियम तिा भारतीय िाईकोटटस अहिहियम लागू। आहककयोलाहजकल सवदे आॅफ इंहिया (एएसआई) का गठि। रवीधद्रिाि ठाकुर का जधम। 1862 ई. ः सदर धयायालय उि धयायालयों के साि एकीकृत। भारतीय दंि संहिता लागू। 1862-63 ई. ः लॉिट एहडगि ि​िम का वायसराय काल। 1863-1902 ई. ः थवामी हववेकािधद। 1864-69 ई. ः सर जॉि लॉरेंस वायसराय। 1864 ई. ःबंहकमिधद्र िटजीग िारा दुगश दे िंदिी उपधयास की रि​िा। 1865 ई.ः उड़ीसा में अकाल। 1866 ई. ः गोपाल कृठण गोखले का जधम। 1867 ई. ः बबबई में िािगिा समाज की थिापिा। िवगोपाल हमि िारा कलकिा में थवदेशी वथतुओं के ि​िार के हलए वाहषगक मेले का उदघाटि। 1868 ई. ः अबबाला से हदडली तक रेलवे लाइि का उद्घाटि। हशहशर कुमार घोष िारा अमृत बाज़ार पहिका िकाहशत। भारत का ि​िम संध्या समािार पि मद्रासमेल िकाहशत। 1869-72 ई. ः लॉिट मेयो का वायसराय काल। 1869 ई. ः ड्यूक आफ एहि​िबरा की भारत यािा। थवेज ि​िर का उदघाटि। मिायमा गांिी का जधम। 1870 ई. ः देशबंध्ाु हितरंजिदास का जधम (5 िवबबर)। 1873 ई. ः लािौर में थवदेशी सभा थिाहपत। 1874 ई. ः हबिार में भुखमरी। 1875 ई. ः थवामी दयािधद सरथवती िारा आयग समाज की थिापिा। 1876-80 ई. ः लॉिट हलटि ि​िम का वायसराय काल। 1876 ई. ः तकेटा पर अंिेजी सेिा का अहिकार। 1877 ई. ः मिारािी हवतटोहरया भारत की साम्राज्ञी घोहषत। 1878 ई. ः हलटि का विागतयूलर िेस एतट लागू, दूसरा अफगाि युि । 1879 ई.ः अियार (मद्रास) में हियोसोहफकल सोसाइटी की थिापिा। ि​िवतीग राजगोपालािारी का जधम (10 हदसबबर)। 1881 ई.ः हिलयूि, केसरी तिा मराठा का िकाशि। 1882 ई. ः विागतयूलर िेस एतट हिरथत। भारतीय हशिा आयोग, पंजाब हवचवहवद्यालय की थिापिा। 1884-88 ई. ः लॉिट िफहरि वायसराय। 1884 ई. ः िॉ. राजेधद्र िसाद का जधम (3 हदसबबर)। 1885 ई. ः भारतीय राठिीय कांिेस की थिापिा । बंगाल टेिेंसी एतट पाहरत, बंगाल थिािीय थवशासि अहिहियम पाहरत। 1886 ई. ः उिरी बमाग का हिहटश साम्राजय में हवलय। 228

रामकृठण परमिंस की मृययु। कांिेस के दूसरे अहिवेशि में पंजाब के िहतहिहि लाला मुरलीिर का हिंदी में भाषण। 1887 ई. ः मिारािी हवतटोहरया के शासिकाल की थवणग जयधती। इलािाबाद हवचवहवद्यालय की थिापिा। 1888-94 ई. ः लॉिट लैंसिाउि वायसराय। 1889 ई.- जमिालाल बजाज, खुदीराम बोस तिा जवािरलाल िेिरू का जधम। 1891 ई. ः िॉ. भीमराव अबबेिकर का जधम (14 अिैल)। 1893 ई. ः एिी बेसेधट का भारत आगमि, थवामी हववेकािधद हशकागो सबमेलि के हलए अमेहरका रवािा। 1894 ई. ः िटाल (दहिण अफ्रीका) में भारतीय राठिीय कांिेस की थिापिा । 1894-99 ई. ः लॉिट एहडगि हितीय का वायसराय काल। 1896 ई. ः बबबई में तलेग। 1897 ई. ः सुभाषिधद्र बोस का जधम। लोकमाधय हतलक को देश भहतत के पद्य हलखिे के आरोप में 18 माि की कड़ी कैद। 1899-1905 ई. ः लॉिट कजग़ि वायसराय। 1901 ई. ः मिारािी हवतटोहरया की मृययु, एिविट सततम हसंिासिारूढ़। 1905 ई. ः बंगाल हवभाजि। 1905-10 ई. ः लॉिट हमंटो हितीय का वायसराय काल। 1906 ई. ः कांिेस (कलकिा अहिवेशि) मंि से दादाभाई िौरोजी िारा थवराज शलद का पिली बार ियोग।

ढाका में मुहथलम लीग की थिापिा। 1907 ई. ः सूरत अहिवेशि में कांिस े हवभाहजत। एिी बेसेधट हियोसोहफकल सोसायटी की अध्यि बिी। टाटा इथपात कारखािे से इथपात का उयपादि िारबभ। 1908 ई.ः समािार पि अहिहियम। खुदीराम बोस को फांसी। हतलक पर राजद्रोि का मुकदमा। 1909 ई. ः वायसराय के कायगकारी पहरषद् में ि​िम भारतीय (एि. पी. हसधिा) की हियुहतत। दहिण अफ्रीका जाते हुए जिाज़ पर गाँिी जी िे 30 िज़ार शलदों की हिधदी


थवराज िामक पुथतक हलखी। 1910-16 ई. ः लॉिट िािटग हितीय का वायसराय काल। 1910 ई. ः एिविट तृतीय की मृययु, जाजग पंिम हसंिासिारूढ़। 1911 ई. ः सम्राट जाजग पंिम की भारत यािा। बंगाल हवभाजि रद्द। राजिािी कलकिा से हदडली थिािाधतहरत करिे की घोषणा। जिगणिा। 1912 ई. ः राजिािी कलकिा से हदडली थिािाधतहरत। हदडली िाधत का गठि। लॉिट िाहि​िंग हदडली में बम हवथफोट में घायल। जवािर लाल िेिरू पिली बार कांिेस अहिवेशि (बांकीपुर) में उपहथित। अबुलकलाम आज़ाद िारा अल-हिलाल अखबार िकाहशत। 1913 ई. ः रवीधद्रिाि टैगोर को िोबेल पुरथकार। हफऱोजशाि मेिता िारा द बबबई िॉहिकल की शुरुआत। 1914 ई. ः फॉरेथट हरसिग इंथटीट्यूट की थिापिा। एिी बेसेधट िारा धयू इंहिया िकाहशत। 1914-18 ई. ः ि​िम हवचव युि। 1915 ई.- गांिी जी दहिण अफ्रीका से लौटे। अिमदाबाद में सययाि​ि आिम की थिापिा। गोखले का हि​ि​ि। एिी बेसेधट िारा िोमरूल लीग के गठि की घोषणा (25 हसतंबर)। 1916 ई. ः हतलक िारा िोमरूल लीग की थिापिा (26 अिैल)। पूिा में ि​िम महिला हवचवहवद्यालय की थिापिा। बिारस हिधदू हवचवहवद्यालय की थिापिा। दादाभाई िौरोजी का हि​ि​ि। 1916-1921 ई. ःलॉिट िेबसफोिट का वायसराय काल। 1917 ई. ः कांिस े तिा मुहथलम लीग की बबबई में पिली संयुतत बैठक। गाँिी जी िारा िबपारि सययाि​ि आरबभ। िोमरूल आंदोलि के हसलहसले में एिी बेसेंट बंदी। 1918 ई. ः रौलट एतट हरपोटट तिा मांटेनयू-िेबसफोिट हरपोटट िकाहशत। सेिा में अफसरों के पद पर हियुहतत के हलए भारतीय अिग घोहषत। गांिीजी िारा अिमदाबाद कपड़ा मजदूरों की मांग के समिगि में सययाि​ि के रूप में पिली बार भूख िड़ताल का ियोग हकया गया। सुरद्रें िाि

पांच िमझौतों पर हथतािर सकए गए। दोनों देशों के िसतसनसधयों ने पयामवरि के मिले पर भी िहयोग करने की बात कही। 10 कदसंबर : पासकथतान के सजयाउद्दीन यूिुफजई को वैसचवक सशिा हेतु िंयुतत राटि का सवशेष िलाहकार सनयुतत सकया गया। वैसचवक सशिा पर िंयुतत राटि के सवशेष दूत और सिटेन के पूवम िधानमंिी गाडडन िाउन की ओर िे यह घोषिा की गई। सजयाउद्दीन यूिुफजई पासकथतान की थकूली छािा मलाला यूिुफजई के सपता हैं, मलाला को तासलबानी आतंसकयों िारा सिर में गोली मार दी गई िी। गाडडन िाउन ने वषम 2015 तक िभी को सवद्यालय भेजने की नई योजना को मलाला तलान नाम सदया। इिी तलान में मदद करने हेतु सजयाउद्दीन यूिुफजई की सनयुसतत की गई। 16 कदसंबरः सवचव के दूिरे नंबर के टेसनि सखलाड़ी रोजर फेडरर को पांचवीं बार सथवि एिलीट ऑफ द ईयर पुरथकार िे नवाजा गया। रोजर फेडरर को इि​िे पूवम वषम 2003, 2004, 2006 और 2007 में भी यह पुरथकार समल चुका है। मसहला वगम में ओसलंसपक िायिलन चैंसपयन सनकोला सथपसरग को एिलीट ऑफ द ईयर पुरथकार के सलए चुना गया। 17 कदसंबरः दसि​ि कोसरया के गोलकीपर ली वून जेई ने फुटबॉल िे िंडयाि लेने का फैिला सकया। थपाइडर हैंड्ि के नाम िे मशहूर ली वून जेई ने फुटबॉल सवचवकप 2002 में थपेन के सखलाफ पेनालटी शूटआउट में शानदार गोल बचाकर दसि​ि कोसरयाई टीम को पहली बार फुटबॉल सवचवकप के िेमीफाइनल में पहुंचाया िा। ली वून जेई ने अपने 17 िाल के कसरयर में चार सवचव कप खेले और 132 मुकाबलों में देश का िसतसनसधत्व सकया। 18 कदसंबरः 19 अिैल, 1897 को जडमे जापान के सजरोइमॉन सकमुरा दुसनया के िबिे बुजुगम व्यसतत के रूप में सगनीज बुक आॅफ वलडड सरकॉड्िम में शासमल सकया गया। इि​िे पहले अमेसरका की मसहला डीना मैनफ्रेसदनी िबिे बुजुगम मसहला िीं।

बिजीग िेशिल हलिल लीग के अध्यि हिवागहित। 1919 ई. ः मांटेनयू-िेबसफोिट सुिार पाहरत। रौलट एतट पाहरत। जहलयांवाला बाग िरसंिार। हखलाफत कमेटी की थिापिा। रवीधद्रिाि ठाकुर िारा सर की उपाहि वापस। बबबई में हमल मजदूरों का पिला सबमेलि। एिी बेसेधट की अध्यिता में हदडली में पिला अहखल भारतीय महिला सबमेलि। भारत सरकार अहिहियम 1919 पाहरत। 1920 ई. ः हखलाफत तिा असियोग आंदोलि आरबभ। 229


वादषिकी लॉिट हसधिा हबिार-उड़ीसा के गविगर। कांिेस का िेतृयव गांिीजी के िाि में। अलीगढ़ मुहथलम हवचवहवद्यालय की थिापिा। हतलक की मृययु। 1921-1926 ई. ः लॉिट रीहिंग का वायसराय काल। 1921 ई. ः हवजयवाड़ा अहखल भारतीय कांिेस कमेटी सबमेलि में हतलक थवराज कोष के हलए एक करोड़ रुपये एकहित करिे का हिणगय (1 अिैल)। हदडली अहखल भारतीय कांिेस कमेटी में गाँिी जी का सहविय अवज्ञा आंदोलि िथताव पाहरत (4 िवबबर)। हवचवभारती शाहधत हिकेति हवचवहवद्यालय की थिापिा। िड़तपा में उयखि​ि िारबभ। भारत सरकार अहिहियम 1919 लागू। 1922 ई. ःकलकिा में सहविय अवज्ञा आंदोलि शुरू (15 जूि)। िौरी-िौरा कांि (5 फरवरी)। बारदोली में कांिस े कायगसहमहत िारा सहविय अवज्ञा आंदोलि थिहगत करिे का हिणगय (12 फरवरी)। मोतीलाल िेिरू तिा हितरंजि दास िारा थवराज पाटीग की थिापिा। 1923 ई. ः मदि मोि​ि मालवीय िारा इंहियि पाटीग की थिापिा। बबबई में कपड़ा मजदूरों की हगरिी कामग़ार यूहियि थिाहपत। िमक-कर किूि पाहरत। 1924 ई. ः कािपुर कॉहधसहपरेसी केस। गांिीजी पिली एवं अहधतम बार कांिेस अध्यि (बेलगांव)। 1925 ई. ः अहखल भारतीय दहलत वगग एसोहसएशि की थिापिा। अंतरहवद्यालय बोिट गहठत। लॉिट हलटि हितीय थिािापधि वायसराय। 1926-31 ई. ः लॉिट इरहवि वायसराय। 1926 ई. ः िेि यूहियि एतट पाहरत। रुपये का अवमूडयि। गांिीजी िारा गुवािाटी अहिवेशि में थवािीिता िथताव का हवरोि (26 हदसबबर)। 1927 ई. ः साइमि कमीशि की हियुहतत। इलािाबाद में पंहित मदि मोि​ि मालवीय की अध्यिता में आयोहजत सवगदलीय सबमेलि िारा साइमि कमीशि का बहिठकार करिे का हिणगय (11 हदसबबर)। मुहथलम लीग का हवभाजि (29 हदसबबर)। 1928 ई. ः साइमि कमीशि का हवरोि करते समय पुहलस लाठीिाजग में लाला लाजपत राय घायल (17 िवबबर)। कलकिा में जवािर लाल िेिरू की अध्यिता में अहखल भारतीय समाजवादी युवा कांगेस का पिला सबमेलि (27 हदसबबर)। कांिेस अहिवेशि में सुभाषिधद्र बोस का पूणग थवािीिता िथताव अथवीकृत। 1929 ई. ः इलािाबाद में अबुलकलाम अजाद की अध्यिता में अहखल भारतीय मुहथलम सोशहलथट पाटीग की थिापिा। केंद्रीय असेंबली में भगतहसंि व बटुकेचवर दि िारा बम फेंका गया (8 अिैल)। कृहष शोि पहरषद का गठि। जहति दास की 64 हदिों की भूख िड़ताल के बाद मृययु। 166 हदि की भूख िड़ताल के बाद रंगूि जेल में फूंजी हवजाजा की मृययु। लािौर में कांिेस के 44वें अहिवेशि में जवािर लाल िेिरू की अध्यिता में थवराजय का िथताव पाहरत (29 हदसबबर)। 31 हदसबबर की मध्यराहि के समय पंहित िेिरू िे रावी तट पर हतरंगा 230

फिराया। 1930 ई. ः जवािर लाल िेिरू िारा 26 जिवरी को थवािीिता हदवस के रूप में मिािे का आह्वाि (7 जिवरी)। िांिी यािा आरबभ (12 मािग)। िमक कािूिा तोड़ा गया (6 अिैल)। 28 मािग को आिधद भवि देश को समहपगत तिा 11 अिैल को थवराज भवि के रूप में िामकरण। सुभाषिंद्र बोस कलकिा िगर हिगम के मेयर हिवागहित (22 अगथत)। सीवी रमि को भौहतकी का िोबेल पुरथकार (14 िवबबर)। ि​िम गोलमेज सबमेलि लधदि में। कांिेस कायगसहमहत ग़ैरक़ािूिी घोहषत (25 अगथत)। 1931-1936 ई. ः वायसराय लॉिट हवहलगंटि का वायसराय काल। 1931 ई. ः लखिऊ में मोतीलाल िेिरू का हि​ि​ि (5 फरवरी)। इलािाबाद में पुहलस मुठभेड़ में िधद्रशेखर आज़ाद की मृययु (27 फरवरी)। गाँिी-इरहवि समझौता (मािग)। लािौर में रावी तट पर भगत हसंि, राजगुरु तिा सुखदेव को फाँसी (23 मािग)। शोक थवरूप गांिीजी को करािी अहिवेशि में युवा िाहधतकाहरयों िारा काले फूल भेंट (31 मािग)। बबबई कांिेस िाउस में सरोहजिी िायिू िारा राठिीय झंिा हदवस का उद्घाटि (26 अिैल)। कांिेस कायगसहमहत की ओर से गांिीजी को गोलमेज सबमेलि में कांिेस का िहतहिहि हियुतत हकया गया (10 जूि)। गांिीजी िारा िथताहवत िरखा युतत झंिा राठिीय कांिेस का ध्वज बिा (1 अगथत)। संयुतत िाधत में लगाि-रोको आंदोलि (11 हदसबबर)। 1932 ई. ः एिी बेसेंट का देिां्त (20 हसतंबर)। पिली बार पाहकथताि शलद का ियोग। गांिीजी िारा सातताहिक िहरजि की शुरुआत। 1934 ई. ः कांिेस िुिाव घोषणा पि िकाहशत (14 जूि)। गाँिी जी कुछ समय के हलए कांिेस से अलग । उिरी भारत में भारी भूकबप। हबिार में भीषण तबािी। 1935 ई. ः भारत सरकार अहिहियम 1935 पाहरत (अगथत)। भारत-हिटेि व्यापार समझौता। 1936-44 ई. ः लॉिट हलिहलिगो का वायसराय काल। 1936 ई.- सम्राट जॉजग पंिम का हि​ि​ि (21 जिवरी)। जॉजग षठटम सम्राट बिे। अहखल भारतीय कांिेस कमेटी अहिवेशि में कांिेस कारगवाई की भाषा


हिधदी बिाए जािे संबंिी िथताव अथवीकृत (23 अगथत)। 1937 ई. ः संघीय धयायालय की थिापिा। िाधतीय थवशासि का उद्घाटि (अिैल)। 11 में से 7 िाधतों में कांिेस मंहिमंिल गहठत। 1938 ई. ः सुभाषिंद्र बोस कांिेस अध्यि हिवागहित। बीिी सावरकर हिधदू मिासभा के अध्यि हिवागहित। शरतिंद्र िटजीग तिा मोिबमद इकबाल की मृययु। 1939 ई. ः हिपुरी अहिवेशि में सुभाषिंद्र बोस कांिेस के अध्यि पद पर दोबारा हिवागहित तिा बाद में ययागपि (28 अिैल)। बोस िारा फारविट ललाक की थिापिा (3 मई)। हितीय हवचवयुि आरबभ (3 हसतंबर)। हवचवयुि में भारत को हबिा इजाजत शाहमल करिे के हवरोिथवरूप िांतीय कांिेस मंहिमंिलों का ययागपि। हजधिा िारा कांिस े शासि से मुहतत के हलए 22 हदसबबर को मुहतत हदवस के रूप में मिािे का आह्वाि (8 अतटूबर)। 1940 ई. ः मौलािा अबुलकलाम आजाद कांिेस अध्यि। मुहथलम लीग के लािौर अहिवेशि में हजधिा िारा मुसलमािों के हलए पृिक देश की मांग (22 मािग)। 1941 ई. ः जापाि िारा युि की घोषणा। हजधिा िारा पाहकथताि की पहरकडपिा पर कांिेस की थवीकृहत की मांग (17 अिैल)। सुभाषिंद्र बोस िजरबंदी से छूटकर कलकिा से जमगिी पहुंिे। 1942 ई. ः बमाग में अंिेजों का आयमसमपगण। अंिेजों भारत छोड़ो िथताव पाहरत तिा देशव्यापी आंदोलि शुरू (8 अगथत)। 1943 ई. ः मुहथलम लीग िे अपिे करािी अहिवेशि में हिवाइि एंि हतवट (बांटों और छोड़ो) थलोगि को पाहरत हकया। 1944-47 ई. ः लॉिट वेवेल का वायसराय काल। 1944 ई. ः असम पर जापािी आिमण। राजगोपािारी के सुझावों पर संवैिाहिक अड़ि​ि के हलए गांिी-हजधिा वाताग (9 हसतंबर)। आजाद हिंद फौज भारत के हिकट पहुंिी। 1945 ई. ः हितीय हवचवयुि की समाहतत। आजाद हिधद फौज का आयमसमपगण तिा उि पर पिली बार मुकदमा। 1946 ई. ः कैहबिेट हमशि भारत में। िौसेिा हवद्रोि (18 फरवरी)। अंतहरम सरकार का गठि (2 हसतंबर)। जवािर लाल िेिरू ि​िािमंिी हियुतत। मुहथलम लीग अंतहरम सरकार में शाहमल (26 अततूबर)। 1947-48 ई. लॉिट माउंट बेटि का वायसराय काल (24 मािग से)। 1947 ई. : हिहटश संसद में ि​िािमंिी तलीमेंट हरि​िट िेिली िारा जूि, 1948 तक अंिेजों के भारत छोड़िे के हिणगय की घोषणा (20 फरवरी)। माउंट बेटि िारा जूि, 1948 के थिाि पर 15 अगथत, 1947 को सिा िथतांतरण करिे का हिणगय (3 जूि)। अहखल भारतीय

19 कदसंबरः पाकक-ज्यून-हे को दसि​ि कोसरया की पहली मसहला राटिपसत चुना गया। उडहोंने इि चुनाव में सलबरल पाटीम के उबमीदवार मून जै इन को परासजत सकया। मून जै इन को 48.9 िसतशत मत िातत हुए। चुनाव में 60 वषीमय पाकक-ज्यून-हे को 50.1 िसतशत मत िातत हुए। इिी के िाि वह वषम 1987 िे देश में लोकतांसिक ढंग िे हो रहे चुनाव में आधे िे असधक मत हासिल करने वाली पहली उबमीदवार बन गईं। 21 कदसंबरः अमेसरका के राटिपसत बराक ओबामा ने अमेसरका के सवदेश मंिी के पद हेतु िीनेटर जॉन केरी का नाम िथतासवत सकया। जॉन केरी िारा अमेसरका की वतममान सवदेश मंिी सहलेरी सतलंटन का थिान सलया जाना है। वतममान में जॉन केरी िीनेट की सवदेश िंबंध िसमसत के अध्यि हैं। 24 कदसंबरः पासकथतान की िरकार ने यूरोपीय देश कोिोवो गिराज्य को माडयता दी। यह सनिमय कोिोवो की जनता की आकांिाओं को ध्यान में रखकर सलया गया। पासकथतान िरकार ने अपने तुकीम के राजदूत को कोिोवो का भी राजदूत बनाने का सनिमय सलया। इि िकार पासकथतान कोिोवो की थवतंिता को माडयता देने वाला िंयुतत राटि िंघ का 98वां िदथय देश बना। 24 कदसंबर: भारत और रूि के मध्य 4 अरब डॉलर के रिा िौदों िसहत 10 िमझौते सकए गए। िधानमंिी मनमोहन सिंह और रूिी राटिपसत ललासदमीर पुसतन के बीच नई सदलली में 13वीं भारत रूि वासषमक सशखर वाताम की िमासतत पर इन िमझौतों पर हथतािर सकए गए। भारत यािा पर आए रूि के राटिपसत ललासदमीर पुसतन और िधानमंिी मनमोहन सिंह ने महत्त्वपूिम सिपिीय मुद्दों पर व्यापक बातचीत की। इन मुद्दों में रिा, अंतसरि, व्यापार और सनवेश, सवज्ञान और टेतनोलॉजी, सशिा, िंथकृसत और पयमटन शासमल हैं।

कांिेस सहमहत िारा हवभाजि िथताव पाहरत (15 जूि)। हिहटश संसद में भारत-पाहकथताि हवभाजि पाहरत तिा 15 अगथत, 1947 को सिा िथतांतरण संबंिी भारतीय थवािीिता अहिहियम 4 जुलाई, 1947 को संसद में पेश हकया गया। भारतीय थवािीिता अहिहियम को हिहटश संिभु (सम्राट) की थवीकृहत (18 जुलाई)। 14 अगथत को पाहकथताि बिा तिा 15 अगथत को भारत थवािीि। जवािर लाल िेिरू ि​िािमंिी तिा लॉिट माउंट बेटि गविगर जिरल बिे। 231


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