वाचषिकी
सचिन का वन-डे से संन्यास इंग्लैंड के खिलाफ िेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में सखचन के िराब िदशशन ने उन पर संन्यास लेने का दबाव बढ़ा खदया था। n 2012 में आमट्रेपलया दौरे िर लगातार पनराशाजनक िदशमन के बाद सपिन की काफी आलषिना हुई। n पिछली 10 िापरयों में 15.3 के औसत से केवल 153 रन बना िाए, जष वतममान में पकसी भी भारतीय शीषमिम बफलेबाज का न्यूनतम मकषर है। इसमें उनका उच्चतम मकषर 27 रन है।
वन डे कगरयर का सफर कुल अवपिः 22 साल 91 पदन, 463 मैि खेले, 452 िापरयां, 18426 रन, 200 नाबाद सवमिेष्ठ तरराष्ट्रीय पिकेट में पिछले 23 वषषों से रन, 86.23 मट्राइक रेट, 49 शतक, 69 परकाडषों का अंबार लगाने वाले मामटर अिमशतक, 18 नवमस-90, 154 पवकेट पलए, 15 धलामटर सपिन तेंदुलकर ने पिछले कुछ समय से बार मैन ऑफ द सीरीज, 62 बार मैन ऑफ द मैि। फामम में आ रही पगरावट के मद्देनजर 23 पदसंबर कष एकपदवसीय पिकेट कष अलपवदा कह पदया। सगिन के नाम कीगतिमान सपिन ने भारतीय पिकेट कंट्रषल बषडड n कुल टेमट ः 192 (औसत रनरेट : 54.60) (बीसीसीआई) कष पलखे एक ित्र में वनडे पिकेट n कुल वन डे ः 463 (औसत रनरेट : 44.83) से संन्यास लेने की घषषणा की। सपिन ने कहा पक n 5000 रन ः 141वें मैि में 12 फरवरी 1997 अब वह वनडे से खुद कष अलग कर रहे हैं। सपिन कष दपिण अफ्रीका के पखलाफ का यह फैसला िापकमतान के पखलाफ वनडे n 10000 रन ः 266वें मैि में 31 मािम 2001 सीरीज के पलए भारतीय टीम के ियन की घषषणा कष आमट्रेपलया के पखलाफ से ठीक िहले आया। इंनलैंड के पखलाफ हुई टेमट n 15000 रन ः 387वें मैि में जनवरी 2007 कष सीरीज में पनराशाजनक िदशमन की वजह से सपिन दपिण अफ्रीका के पखलाफ िर लगातार सवाल उठे थे। सपिन ने िापकमतान के n 18000 रन ः 451वें मैि में 24 मािम 2011 ही पखलाफ 1989 में अंतरामष्ट्रीय पिकेट में िदािमण कष आमट्रेपलया के पखलाफ n टेमट और एक पदवसीय पिकेट, दषनों में पकया था। सवामपिक शतक लगाए। यूं गिरा कगरयर ग्राफ n टेमट पिकेट में सबसे ज्यादा रन (15562) n 2004 में मैदान िर कई बार सपिन कष िषटें बनाए। लगीं। इससे उनकी बफलेबाजी की आिामकता में n एकपदवसीय मैिों में सवामपिक रन (18426) बनाए। थषड़ी कमी आई। n पवकव कि (2011) में द. अफ्रीका के पखलाफ n राजीव गांिी खेल रत्न िुरमकार से सम्मापनत लगाई कॅपरयर की 99वीं सेंिुरी के बाद सपिन कष एकमात्र पिकेट पखलाड़ी। 100वें शतक के पलए मािम, 2012 में खेले गए n 2008 में िद्म पवभूषण से सम्मापनत। एपशया कि का इंतजार करना िड़ा। मीरिुर में n एकपदवसीय मैि में दषहरा शतक जड़ने वाले िहले पखलाड़ी। 24 फरवरी, 2010 कष अिने उन्होंने बांनलादेश के पखलाफ इसे िूरा पकया।
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