द ल म लोक सभा चन ु ाव और द ल के हालात
कौन जीतेगा द ल म लोक सभा चन ु ाव? RMN News Service Report By Rakesh Raman
Delhi has become a stinking hell because of massive bureaucratic and political corruption.
द ल म लोक सभा चन ु ाव द ल म राज न तक दल ने लोक सभा चन ु ाव म लड़ाई क तैया रयां शु कर द ह । कां ेस क द ल
शाखा ने खल ु े तौर से कह दया है क वह 2019 के लोक सभा चन ु ाव म अर व द केजर वाल क आम आदमी पाट (AAP) से कभी हाथ नह ं मलाएगी।ले कन इस घोषणा का कोई ख़ास मतलब नह ं है य क कां ेस का द ल से परू तरह से सफ़ाया हो चक ु ा है ।
द ल म कां ेस के परु ाने नेताओं ने कां ेस का इतना बरु ा हाल कर दया है क आज क डेट म कां ेस को कोई वोट दे ने को तैयार नह ं होगा । हालाँ क चन ु ावी लड़ाई सीधी बीजेपी (BJP) और आम आदमी पाट म होगी, केजर वाल ने यह एलान कर दया है क 2019 म द ल क सात सीट पर उसक पाट जीतेगी।
द ल दे श अ य और कै बनेट मं ी गोपाल राय ने कहा क द ल बीजेपी के सांसद ने द ल को धोखा दया है । उ ह ने जन हत के मु द पर, पण ू रा य के मु द पर द ल क भावना से खेला है । इस लए आगामी आम चन ु ाव म इन सात सांसद क वदाई ज र है ।
Instead of sending children to schools, parents push them into child labour because the education in Delhi schools is extremely bad. Other children become drug addicts.
गोपाल राय क यह भ व यवाणी ठ क लगती है य क बीजेपी के नेता और भारत के धान मं ी नर मोद क लोक यता अब ब कुल ख़ म हो चक ु है ।आजकल मोद सरकार
टाचार के कई मामल म
उलझी हुई है ।ऐसी ि थ त म बीजेपी का द ल म जीतना बहुत मिु कल है ।
कां ेस के लए द ल म चन ु ाव जीतने का थोड़ा अवसर तभी होगा य द कां ेस अपने परु ाने नेताओं को नकाल कर कुछ नए, बु धमान, और ईमानदार लोग को सामने लेकर आए । ले कन ऐसा करना कां ेस
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के लए मिु कल होगा य क यह परु ाने नेता - जो कां ेस को पहले से बहुत नु सान पहुंचा चक ु े ह - साँप के मँह ु म छपकल के स मान ह िज हे कां ेस न रख सकती है न छोड़ सकती है ।
इसका सीधा लाभ केजर वाल क पाट AAP को मलेगा।हालाँ क केजर वाल सरकार ने द ल को परू तरह से न ट कर दया है , ले कन कां ेस और बीजेपी क कमज़ोर के कारण केजर वाल का 2019 के लोक सभा चन ु ाव म जीतना संभव है । और जीत हा सल करने के लए केजर वाल और उसके सा थय ने बड़े पैमाने पर झूठ बोलना शु कर दया है ।
Starved cows eating household hazardous waste near a housing colony of Delhi. Dirty scenes like these are common in the national capital.
केजर वाल यह बात जानता है क भारत क राजनी त म जो नेता िजतना झूठ बोल सकता है वह उतना ह सफल है ।इसी लए
टाचार, वा
य, और श ा को लेकर केजर वाल क AAP खल ु ेआम झूठ बोल रह
है ता क वह बेईमानी से लोग का वोट जीत सके।
टाचार का बोल-बाला
आज यह सवाल दे श के ब चे-ब चे क जब र व द केजर वाल ु ां पर है क या द ल का मु य मं ी अ भारत का सबसे बड़ा
टाचार नेता है । हो भी सकता है ।वैसे तो द ल द ु नया का सबसे अ धक द ू षत
नगर माना जाता है , ले कन आज यह जानना मिु कल हो गया है क द ल म दष ू ण यादा है या टाचार।
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हालाँ क केजर वाल क आम आदमी पाट (AAP) का नारा है – “
टाचार मु त भारत हमार मांग नह ं
हमार िज द है ।” ले कन य द पछले तीन साल के रकॉड को दे ख तो केजर वाल सरकार ने सार हद पार कर द ह।अब
टाचार मु त भारत का तो दरू -दरू तक नाम - नशान तक नह ,ं ले कन
द ल को दे ख तो लगता है क केजर वाल “ कहा जा रहा है क आज पहुँच गया है । द ल म
टाचार क
टाचार यु त भारत” का नमाण कर रहा है ।
टाचार द ल क ग लय और ऑ फस से नकल कर केजर वाल के प रवार म टाचार रोकने वाल सं था
एक क़र बी र तेदार को करोड़
टाचार नरोधक शाखा (ए.सी.बी.) ने केजर वाल के
पए क हे रा-फेर के केस म
तार कया है ।
यह भी कहा जा रहा है क इस धोखा-धड़ी म केजर वाल का भी हाथ है । ले कन जैसे पछले
टाचार के
केस म हुआ है केजर वाल या उसके झूठे साथी झूठे बयान दे कर इसे मोद सरकार और अल. जी. अ नल बैजल का ष यं बताएँगे और साफ़ बच जाएंगे।
Political and bureaucratic corruption is the main cause of broken roads in Delhi.
पछले कुछ मह न म
टाचार के इतने मामले सामने आये ह क ऐसे लगता है द ल भारत क
राजधानी न हो कर भर टाचा रय क नगर है जहाँ हर कोई नेता और सरकार अ धकार लोग को खल ु े आम लट ू रहा है ।
हालाँ क केजर वाल जो
टाचार मटाने आया था मानता है क द ल म बेहद
टाचार है ले कन वह
इसका िज मेदार बैजल को मानता है ।उदहारण के लए अभी सी.ए.जी. (CAG) – जो भारत क सबसे बड़ी
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सरकार हसाब म हे रा-फेर पकड़ने क सं था है – ने द ल म 5400 करोड़ पए का र ाशन घोटाला पकड़ा है ।
इसके लए सीधा-सीधा केजर वाल सरकार िज मेदार है । ले कन केजर वाल ने बैजल को इस
टाचार
का दोषी बता कर अपना प ला झाड़ दया है । जैसा बाक केस म होता है इस केस को भी ऐसे ह दबा
दया जाएगा और बेचार जनता को पता भी नह ं चलेगा क सरकार धन क चोर कस ने क है । कसी
नेता या सरकार अ धकार को इस अपराध क जेल भी नह ं होगी।इसी लए भारत क गनती द ु नया के सबसे यादा द ल का
टाचार दे श म होती है ।
टाचार सफ सरकार द तर तक स मत नह ं है बि क अब तो
टाचार द ल क
गल -गल म पहुँच चक ु ा है । द ल क ुप हाउ संग सोसाइट ज को ले लो जहाँ लाख लोग रहते ह । कर ब सार ऐसी हाउ संग सोसाइट ज को अपराधी चला रहे ह और इनम करोड़ ले कन द ल सरकार का द तर रिज
पए का घपला हो रहा है ।
ार कोपरे टव सोसाइट ज (RCS) – जो खद ु
िज दा मसाल है – हाउ संग सोसाइट ज के
टाचार क एक
टाचार को रोकना नह ं चाहता। हालाँ क केजर वाल और
बैजल को RCS ऑ फस और हाउ संग सोसाइट ज के
टाचार क परू जानकार है ले कन उ ह ने इसे
रोकने क को शश नह ं क ।
Delhi has become a stinking hell because of massive bureaucratic and political corruption.
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इसी तरह द ल वकास ा धकरण या DDA एक बहुत भयानक सं था है । DDA के
टाचार से कसी
का भी बचना मिु कल है । कहा जाता है क DDA के अ धकार इतने भर टाचार ह क उनका बस चले तो लोग के जेब भी काट ल ।
केजर वाल यह कह कर बच जाता है क DDA उसके अ धकार े से बाहर है और शायद अल. जी. अ नल बैजल के पास DDA का
टाचार ख़ म करने का समय नह ं है । बैजल का अ धकतर समय उन मी टंग
म लगता है िजनका लाभ कभी जनता को नह ं मला । या बैजल का समय इधर-उधर र बन काट कर सड़क और दक ु ान का उ घाटन करने म चला जाता है ।
पण ू रा य का दजा
पछले कुछ दन से द ल को पण ू रा य का दजा दलाने को लेकर अर व द केजर वाल क AAP कई तरह के नाटक कर रह है ।केजर वाल के पास एक भी ऐसा कारण नह ं है िजससे वह पण ू रा य क मांग कर सके। केजर वाल का कहना है क जब द ल म उसक सरकार बनी तो उसने बजल के दाम आधे कर दए और पानी मु त कर दया।ले कन सच यह है क ना तो पानी घर म आता और ना ह बजल ।
Poverty, pollution, sickness, and hunger are killing Delhi people.
और अगर पानी, बजल के पैसे कम हो भी गए तो उसम केजर वाल का या योगदान है ? यह तो जनता का पैसा है िजसे केजर वाल लट ु ा रहा है ।यह काम तो एक शरारती बंदर भी कर सकता है य द वह इधर उधर करके मु य मं ी क कुस पर बैठ जाए। कृपया इस बंदर वाल बात का कोई गलत मतलब ना नका लएगा, यह तो सफ एक उदाहरण है । 6 | द ल म लोक सभा चन ु ाव | Report by Rakesh Raman | September 29, 2018
लोग को अ छ श ा से सश त करने क बजाए, दे श के द स ू रे नेताओं के तरह केजर वाल बेचारे लोग को सरकार धन से मु त का सामान बाँट कर ग़ल ु ाम बना कर रखना चाहता है ता क वे अ श
त और
कमज़ोर रह कर उस पर नभर रह और उसक पाट को वोट डालते रह। आज के आधु नक यग ु म एक छोट सी नौकर के लए भी उस नौकर से जड़ ु ी यो यता और डोमेन वशेष ता (domain expertise) चा हए।ले कन केजर वाल या उसके कसी भी साथी के पास ऐसी यो यता नह ं है । तो वे परू सरकार कैसे चला सकते ह?
य द वे यो य होते तो आज द ल नक ना बना होता।काम करके दखाने के लए पण ू रा य का दजा नह ं बि क यो यता और उ चत श ा चा हए जो केजर वाल और उसके सा थय के पास नह ं है । इनमे से अ धकतर तो ठ क तरह से बोल या लख भी नह ं पाते। या चलाएँगे ये सरकार?
Students of a government school in Delhi cross high walls and barbed wires to abscond from the school. While school education is bad, teachers have no control on students.
केजर वाल और उसके सा थय ने वोट लेने के लए हर तरह का झूठ बोला और लोग पर झूठे आरोप लगाए।जब मामले कोट म गए तो सब से केजर वाल और उसके झठ ू े साथी माफ़ माँग रहे ह।ले कन वोट तो झूठ बोल कर ल ह।य द आप झूठ बोल कर और झूठे वादे करके अनपढ़ लोग के वोट ले सकते हो तो इसका यह मतलब नह ं क आप सरकार भी चला सकते हो। और यह तो केजर वाल को वोट मांगने से पहले पता था क द ल पण ू रा य नह ं है । तो तब इसने लोग को य नह ं बताया क वह चन ु ाव जीतने के बाद भी सरकार नह ं चला पाएगा? अब सरकार चलानी नह ं
7 | द ल म लोक सभा चन ु ाव | Report by Rakesh Raman | September 29, 2018
आ रह तो इधर उधर के बहाने लगा रहा है ।नाच न आवे आँगन टे ढ़ा।केजर वाल क परू पाट झठ ू , फ़रे ब, और
टाचार पर टक हुई है ।
इसका असर यह है क एक सव / म तदान के अनस ु ार जो अभी चल रहा है द ल म केवल 25% लोग ह केजर वाल क आम आदमी पाट के काम से संतु ट ह । बा क लोग अपने आप को आम आदमी पाट वारा ठगा हुआ महसस ू कर रहे ह ।
द ल क पण ू बबाद
द ल के लोग पर एम ्.सी.डी. (MCD) और भाजपा (BJP) के अ य नेताओं का अलग से कहर टूट रहा है िजससे बचना असंभव सा लगता है । इ होने भी द ल क हालत सध ु ारने का यास नह ं कया । यह सब
नेता एक-दस ू रे पर आरोप लगाते रहते ह ले कन द ल को सवनाश से बचाने के लए कुछ भी नह ं कर रहे ।
हालाँ क काँ ेस एक मर हुई पाट है ले कन जब द ल के लोग पानी, बजल ,
टाचार, आ द को लेकर
मस ु ीबत म होते ह तो काँ ेस उ ह बचाने क बजाए बयानबाजी कर के जले पर नमक छड़कने का काम करती है ।जैसे कहा गया है क द ल म काँ ेस के नेता बहुत ह फूहड़ और ववाद कृ त के ह, वे दख ु ी लोग क सहायता करने क बजाये सफ सरकार क आलोचना कर सकते ह । बस चन ु ाव से कुछ दन पहले वोट लेने के लए आ जाएंगे । तब काँ ेस को कोई वोट नह ं दे गा ।
इन सब नेताओं क खटपट और कलह का फ़ायदा उठा कर स रकार अ धकार य ने काम करना बंद कर दया है । लोग बेचारे अपनी शकायत लेकर भटकते रहते ह ले कन उ ह सन ु ने वाला कोई भी नह ं । नेता
और सरकार अ धकार लोग क शकायत को एक डाकघर क तरह इधर से उधर भेजते रहते ह ले कन उनका हल नह ं करते ।
आ खर परे शान होकर बेचारे लोग याय के लए अदालत म जाते ह । ले कन सबसे बड़ा सवाल यह है क
अगर सारा काम अदालत ने करना है तो एल.जी. ऑ फस, मं ी, नेता, और सरकार अ धकार या कर रहे ह? य नह ं उनक दक ु ानदार बंद कर दे नी चा हए? है रानी क बात है क बैजल, केजर वाल या अ य नेताओं ने कभी द ल के उन इलाक म जाने क को शश नह ं क िजनमे गंद और बीमार से लोग के लए द ल एक नक बन कर रह गया है । इनक
मख ू ता क हद इस क़ बढ़ गई है क यह द ल के रखवाले लोग को गंदगी और उससे होनेवाल बमा रय से बचाने क बजाए मोह ला ल नक खोल कर लाख करोड़
पए क बबाद कर रहे ह ।
हालाँ क केजर वाल और उसके झूठे साथी मोह ला ल नक क बहुत तार फ़ करते ह, मोह ला ल नक एक इतनी घ टया क म है क मोह ला ल नक म जाकर एक ठ क आदमी भी बीमार हो जायेगा । यहाँ डॉ टर और मर ज़ म कोई फक नह ं । लगता है डॉ टर का काम भी मर ज़ ह कर रहे ह । 8 | द ल म लोक सभा चन ु ाव | Report by Rakesh Raman | September 29, 2018
केजर वाल और उसके सा थय ने मलकर सबसे बड़ा नु सान सरकार कूल म कया है और अल. जी. अ नल बैजल चप ु बैठा है । केजर वाल और उसके झूठे साथी बार-बार यह दावा करते ह क उ ह ने कूल म सध ु ार कया है ले कन यह दावा सरासर झूठ है । जैसा क आप जानते ह क भारत का करने के पीछे छपे
टाचार दे श- वदे श म मशहूर है , द ल के कूल क पढ़ाई ठ क
टाचार को भी नज़रअंदाज़ नह ं कया जा सकता । कूल म अ छे ट चर रखने या
पा य म ठ क करने या कताब ठ क करने क बजाय करोड़ पया कूल म कमर और ि व मंग पल ू पर लगाया जा रहा है य क ऐसे कं
शन के काम म नेताओं और सरकार अ धकार य के लए पैसा
बनाना आसान है ।
द ल के 2018 के बजट म केजर वाल सरकार ने ₹ 13,997 करोड़ या कुल बजट ₹ 53,000 करोड़ का
26% श ा े के लए रखा है जो क एक बहुत बड़ी धन रा श है । ऐसा लगता है क यह सारा पैसा कूल
म कमर , ब डीग , और ि व मंग पल ू पर खच होगा पढ़ाई पर नह ं । या केजर वाल या बैजल को नह ं
पता क कूल क बि डंग कूल नह ं है , कूल का अथ तो कूल क पढ़ाई है जो कसी कूल म नह ं हो रह ।
हाल ह म रल ज़ क गई ए क रसच रपोट म द ल के कूल क नरं तर बगड़ती हालत पर कई त य पेश कये ह ले कन द ल सरकार ने श ा यव था म सध ु ार का कभी यास नह ं कया । एम ्.सी.डी. और ाइवेट कूल का भी बहुत बरु ा हाल है ।
अब द ल म हालात इतने भयंकर ह क यहाँ लोग का रहना क ठन है । ऐसे म चन ु ाव कोई भी पाट जीत जाए, द ल के आम लोग इसी तरह भख ू , बीमार , अनपढ़ता, और पर धोखा और बेईमानी है । तो कौन है द ल म बढ़ते
टाचार के शकार रहगे । हर कदम
टाचार और बबाद के लए िज मेदार? और ऐसे म कौन करे गा द ल के
लोग क र ा ? झूठे नेताओं और भर टाचार सरकार अ धकार य पर तो भरोसा नह ं । अब य द कह ं भगवान है तो वह द ल क जनता को बचा सकता है ।
By Rakesh Raman, who is a national award-winning journalist and social activist. He is the founder of a humanitarian organization RMN Foundation which is working in diverse areas to help the disadvantaged and distressed people in the society. About Rakesh Raman Rakesh Raman is a government’s national award-winning journalist and social activist. Besides working at senior editorial positions with India’s leading media companies, he had been writing an edit-page
9 | द ल म लोक सभा चन ु ाव | Report by Rakesh Raman | September 29, 2018
column for The Financial Express, a business newspaper of the Indian Express group. Nowadays, for the past over 7 years, he has been running his own global news services on different subjects. He also has formed an environment-protection group called Green Group in Delhi. He has created a comprehensive online information service to educate the Indian voters for the upcoming Lok Sabha election scheduled to happen in 2019. He is running a community-driven free online social service under the banner “Clean House” to help the suffering residents of Delhi raise their voice against the growing corruption and injustice in group housing societies where millions of people live. Recently, he has released a comprehensive research report on corruption in India. He has formed a free Education and Career Counselling Center for deserving children at a poor J.J. Colony in Dwarka, New Delhi under his NGO – RMN Foundation. Earlier, he had been associated with the United Nations (UN) through United Nations Industrial Development Organization (UNIDO) as a digital media expert to help businesses use technology for brand marketing and business development. Contact Rakesh Raman 463, DPS Apts., Plot No. 16, Sector 4 Dwarka, Phase I, New Delhi 110 078, INDIA You may please c ontact me on my email.
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