In our seniors words A Poem by
Manju Kalra मेरी किवता का शीष�क है समझौता— कुछ पाने के िलए कुछ खोना पड़ता है . ज़मीन से िमलने के िलए आसमाँ को झुकना पड़ता है । सागर म� समाने के िलए,निदयों को पहाड़ों से उतरना पड़ता है । शमा को छूने के िलये परवाने को जलना पड़ता है । �र�े िनभाने के िलए, अपनी म� को ताक पर रखना पड़ता है। ख़ुशी हािसल करने के िलए, ग़म को िछपाना पड़ता है ।असिलयत से जोड़ने के िलए, झूठे िदखावे को कुचलना पड़ता है । िज़ंदा रहने के िलए, िज़ंदगी से समझौता करना पड़ता है । सब को सादर नम�े। घर म� रह� सुरि�त रह� गे. सव� भव�ु सु�खनः By: Manju Kalra
With Best Best compliments Compliments To to
My name is
Mohinder Bedi I have been coming to Naperville ADS since 2014. I have been very happy & enjoy all the activities with my senior friends. The staff & the center is like a family to me. During this time of lockdown, the staff has kept us engage with all the activities games etc. That has helped us stay away from loneliness & depression. My family & I are very thankful to the entire staff & the whole team. Thank you MAFS for being a part of my life
from
Rangwala Hiraben and family