Russia and India Business Report

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in.rbth.com

WEDNESDAY SEPTEMBER 30, 2015

Business Report RUSSIA&INDIA NAVBHARAT TIMES IN ASSOCIATION WITH ROSSIYSKAYA GAZETA, RUSSIA

रा£पित पुितन की इ लामी धम्गु ु

से अपील – कहा युवा

को आतंकवाद से दूर रखने में दें सहयोग

घूमता आईना

पुितन: िमलकर करो आतंकवाद का अंत न्यूयाक् में संयक्त ु रा£ संघ के 70वीं जयंती अिधवेशन में बोलते ुए ूसी संघ के रा£पित लािदमीर पुितन ने आगाह िकया िक आतंकवािदयों के साथ चोचले, आग से खेलने के सामान है। िवनय शुक्ला

आरआईबीआर

28 िसतं ब र को न्यू याक् में सं यु ‍ रा£ संघ के 70-वीं जयंती अिधवेशन में बोलते ुए ूसी संघ के रा£पित लािदमीर पुितन ने अमरीका का नाम िलए िबना उसकी ‘दबंग और मनमानी’ की नीित को वत्मान काल की आतंकवाद जैसी िवकराल सम या के िलए िजम्मेदार ठहराया तथा िव‍ के सभी रा£ों से साथ िमलकर इ लामी राज्य (इरा) समेत सभी आतंकवादी शि‍यों से संघष् करने का आवाहनन िकया। इस ल य की ाि‍ हेतु उन्होंने यापक मोचे् बनाने की ूस की तत्परता को भी य‍ िकया। अपने लगभग 23 िमनट (22 िमनट 55) के भाषण में रा£पित पुितन ने उ्री अ ीका, सीिरया और संपूण् पि‍म एिशया की वत्मान ि थित का िव्‍े ण करते ुए कहा िक , यह ‘उनकी’ नीित का पिरणाम है जो आक्रमण के जिरये नापसंद शासनों का तख्ता पलटने, वहां अराजकता, िहसा, मानव के मूल- जीवन के अिधकार का हनन करते ह, लाखों लोगों को घर-बार छोड़ कर दूसरे देशों में शरण लेने को मजबूर करते ह| “आप समझते ह िक आपने क्या कर डाला?” अमरीका की ओर इशारा करते ुए रा£पित पुितन ने पूछा। उन्होंने याद िदलाया िक एक जमाने में ‘क्रांित और िवचारधारा’ के िनया्त के कारण भूतपूव् सोिवयत संघ ने दुिनया के िविभ्‍ भागों में अि थरता और अराजकता फैलाई थी और आज शीत युद्ध के उपरांत उभरे ‘िव‍ के एकमा स्ा कें ’ (अमरीका) द्वारा

यही गलती दोहराई जा रही है जब ‘लोकतं ’ के िनया्त के बहाने इराक, लीिबया में थानीय शासनों को न‍ करके, तबाही फैलाई गयी है। इस िनया्त की पूित् के िलए आतंकवादी पाले गए, शुू में िजनका ल य नापसंद धम्िनरपे् सरकारों का तख्ता पलटना था परतु समय के साथ पैदा ुए इ लामी राज्य में रोज हजारों िजहादी शािमल हो रहे ह। ूसी ने ता ने आगाह िकया िक आतंकवािदयों के साथ चोचले, आग

से खेलने के सामान है। “आदरणीय स‍नो! आपका पाला, जािलमों से पड़ा है, जो िबलकुल जािहल और कािहल नहीं, आपसे बेवकूफ भी नहीं ह, क्या पता कौन िकस का फायदा उठा रहा है,” रा£पित पुितन ने यापक अंतरा्£ीय आतंकवाद िवरोधी मोचे् की थापना में इ लामी देशों से मुख्य भूिमका िनभाने की अपील की और इ लामी धम्गु​ु से युवा को आतंकवाद से दूर रखने के िलए सिक्रय चार करने का आवाहन िकया।

आतंकवाद के साथ िमलकर संघष् के साथ-साथ ूसी नेता ने लीिबया और सीिरया में संयु‍ रा£ के िसद्धांतों के अनुूप ि थर शासनों की थापना का सुझाव िदया जो शरणािथ्यों की िवकराल सम या को सुलझाने में भी सहायक होगा। अपने भाषण में रा£पित पुितन ने गत 70 वषो्ं में संयु‍ रा£ संघ के इितहास का िसंहावलोकन िकया और कहा िक हालांिक िव‍ के इस मुख संगठन में सुधार का समय आ गया है,

न्यूयाक् में ूसी संघ के रा£पित लािदमीर पुितन ने अपने भाषण में गत 70 वषो्ं में संयक्त ु रा£ संघ के इितहास का िसंहावलोकन िकया

िफर भी यह काम इसे कमजोर बनाये िबना िकया जाना चािहए। ूस द्वारा सुर्ा पिरषद में अक्सर ‘वीटो’ के अिधकार के योग की अमरीकी आलोचना के जवाब में उन्होंने बल देकर कहा िक संय‍ ु रा£ संघ में कभी भी मतैक्य नहीं रहा, न अब, न शीत युद्ध के काल में। “अतीत में अमरीका, ग्रेट ि टेन, ांस, चीन, सोिवयत संघ और अब ूस, सभी अपने वीटो के अिधकार का योग करते आये ह,” रा£पित पुितन ने

याद िदलाया िक शुू से ही संय‍ ु रा£ संघ की थापना का ल य मतभेदों को दूर करना रहा है। यूक्रने के ‘भू-राजनीितक संकट’ की चचा् करते ुए रा£पित पुितन ने कहा िक यह शीतयुद्ध की समाि‍ के बाद ‘वासा् पैक्ट’ के िवघटन के बावजूद ‘नाटो’ गुट के सार का पिरणाम है जब पूवी् यूरोप के देशों को पि‍म और पूव् के बीच चुनाव करने को मजबूर िकया गया। उन्होंने कहा िक बाहरी ह त्ेप से इस देश में िहसा की मदद से कानूनी स्ा का तख्ता पलटा गया और वहां गृहयुद्ध िछड़ गया। पूितन के मतानुसार कीयेव द्वारा ‘िमन् क-2’ समझौतों के पालन से ही इस देश की सम या सुलझाई जा सकती है। अपने भाषण में उन्होंने कुछ रा£ों द्वारा िव‍ यापार संघ के िनयमों के िवपरीत वैि‍क यापार में एकतरफ़ा आिथ्क ितबंधों जैसे ‘ वाथ्गत’ कदम उठाये जाने पर भी िचंता य‍ की। रा£पित पुितन ने ‘आिथ्क वाथ्’ से िे रत कुछ रा£ों के ऐसे कदमों पर िव‍ यापार संगठन, जी-20, संय‍ ु रा£ जैसे संगठनों के अंतग्त िवचार करने का सुझाव िदया। मानवजाित के सम् खड़ी जलवायु पिरवत्न की उग्र सम या के संदभ् में रा£पित पुितन ने कहा िक दूषण के कोटे आिद कदम िसफ् अ थायी राहत दान कर सकते ह। इस सम या के कारगर िनवारण के िलए िबलकुल नई कार की टे‍ोलोजी के उपयोग की आव यकता है जो पया्वरण के िलए सुरि्त हो। उन्होंने िव‍ के उ्‍त िव्ान वाले देशों से साथ िमलकर इस िदशा में शोध करने का सुझाव िदया। ूसी नेता ने संय‍ ु रा£ संघ के तत्वावधान में जलवायु पिरवत्न और ाकृितक साधनों की समाि‍ से संबिं धत सम या के अध्ययन के िलए एक िवशेष फोरम भी गिठत करने का ताव रखा, ूस िजसका एक आयोजक हो सकता है।

रोसने त ने ओ०एन०जी०सी० को वनकोरने त के शेयर बेचे ूसी कंपनी रोसने त ने भारतीय कंपनी ओ० एन० जी० सी० के साथ 1 अरब साढ़े 27 करोड़ डॉलर में वनकोरने त कंपनी के 15 ितशत शेयर बेचने का करार िकया है। इसके अलावा कंपनी के बंधन के बारे में शेयरधारकों के बीच समझौते पर भी ह ता्र िकए गए ह। वनकोर-पूरपे तेल पाइपलाइन सिहत वनकोर तेल भंडार के सारे संरचनात्मक ढांचे पर रोसने त कंपनी का िनयं ण रहेगा। ओ० एन० जी० सी० को यह सौदा पूरे होने के बाद वनकोरने त कंपनी के िनदेशक-मंडल में दो थान िदए जाएंग।े िनयामकों की अनुमित के बाद यह सौदा पूरा हो जाएगा। ओ० एन० जी० सी० ने वनकोर तेल भंडार पिरयोजना में यह िह सेदारी अपनी सहयोगी कंपनी ’ओ० एन० जी० सी० िवदेश िलिमटेड’ के माध्यम से की है। रोसने त कंपनी ने बताया िक वनकोरने त कंपनी में भारतीय कंपनी की इस अ पमत िह सेदारी के बारे में सहमित जुलाई 2015 में ूस के रा£पित लदीिमर पुितन की भारत या ा के समय ुई थी।

ूसी-भारतीय यु‍ाभ्यासों “इन् -2015” के िलए तैयारी शुू

ूसी-भारतीय संय‍ ु युद्धाभ्यासों “इन् -2015” के िलए तैयारी ूस के दि्णी सैन्य िजले में शुू कर दी गई है। दि्णी सैन्य िजले की स े सेवा द्वारा यह जानकारी दी गई है। ूसी-भारतीय युद्धाभ्यास “इन् ” सन् 2003 के बाद ूस और भारत में बारी-बारी से आयोिजत िकए जाते ह। िपछले साल की पतझड़ ऋतु में ूस के दि्णी सैन्य िजले के इलाके में पहली बार ये युद्धाभ्यास आयोिजत िकए गए थे। “इन् -2015” युद्धाभ्यासों के दौरान ूसी और भारतीय सैिनक अपने अनुभवों का आदान- दान करते ह और सश संघष् के दौरान कायो्ं में आपसी तालमेल करने का अभ्यास करते ह।

अब ूस पर भी चढ़ेगा िक्रकेट का खुमार

ूस, भारत को क े तेल की आपूित् करेगा और मुख तेल आपूित्कता् बनेगा ूसी कंपनी रोसनेफ्त आने वाले दस सालों में भारत को दस करोड़ टन क े तेल की आपूित् करेगा तािक बदीनार तेलशोधन कारखाने में उसे शोिधत िकया जा सके। कोन तान्तीन िनकोलाएव कमेरसान्त डॉट ू

िवगत 8 जुलाई को ूस के ऊफ़ा नगर में ’शंघाई सहयोग संगठन’ (एससीओ) के िशखर सम्मे ल न के दौरान ूसी कंपनी रोसनेफ्त ने भारतीय कंपनी ए सार के साथ एक अनुबधं पर ह ता्र िकए, िजसमें यह तय िकया गया िक रोसनेफ्त आने वाले दस सालों में भारत को दस करोड़ टन क े तेल की आपूित् करेगा तािक बदीनार तेलशोधन कारखाने में उसे शोिधत िकया जा सके। इसके अलावा इन दोनों कंपिनयों ने एक सहमित-प पर भी ह ता्र िकए, िजसमें ए सार ऑयल िलिमटेड के तेल शोधन कारखाने की अिधकृत पूज ं ी में रोसनेफ्त के भी शािमल होने की शते्ं तय की गई। आकलनों के अनुसार सन् 2020

तक भारत की िवकास-दर ितवष् 6.7 ितशत से कम नहीं रहेगी। इसिलए भारत में ऊजा्-संसाधनों की मांग भी लगातार बढ़ती रहेगी। सन् 2014 में भारत ने जहां 22 करोड़ 40 लाख टन तेल का इ तेमाल िकया, वहीं सन् 2030 में भारत में क े तेल की मांग बढ़कर 31 करोड़ टन हो जाएगी। भारत के अपने ऊजा् संसाधन भारत के िलए पूरे नहीं पड़ रहे ह। आने वाले सालों में भारत में िसफ् 4 करोड़ टन तेल की खुदाई होगी, जो सन् 2030 में भारत की कुल जूरत का िसफ् 13 ितशत है। गैस की खुदाई भी 50 अरब घनमीटर के लगभग ही होगी, जो सन् 2030 में भारत की कुल जूरत का िसफ् 43 ितशत बनती है। िपछले तीन सालों में भारत में गैस का उत्पादन लगातार िगर रहा है और कुल िमलाकर अभी तक गैस का उत्पादन करीब 30 ितशत कम रहा है। अभी हाल तक, ि क्स और एससीओ में दो देशों के बीच गहन राजनीितक संपको्ं के बावजूद, भारत का तेल बाजार ूसी तेल और गैस कंपिनयों की पुच के बाहर था। भारत ूस से

िसफ् 1 ितशत तेल का आयात करता था। अब िजस अनुबधं पर ह ता्र िकए गए ह, उससे ूस द्वारा भारत को तेल की आपूित् एकदम पांच गुना बढ़ जाएगी। लेिकन यह केवल शुूआत है। ूसी कंपनी रोसनेफ्त भारत में अपनी उपि थित बढ़ाना चाहती है और भारत भी ऊजा् संसाधनों के नए आपूित्कता् को ढढ़ रहा है।

भारत में ऊजा्संसाधनों की मांग लगातार बढ़ती रहेगी रोसनेफ्त ने भारत के साथ जो अनुबधं िकए ह, उनसे उसे अपने उत्पाद की िबक्री बढ़ाने की गारटी िमली है तथा भारत में माके्िटग शुू करने और भारत में अपने उत्पादों की आपूित् बढ़ाने की संभावना भी िमली है। ए सार ऑयल िलिमटेड के अभी भारत में 1600 पै ोल पंप काम कर रहे ह। ए सार ऑयल और रोसनेफ्त िमलकर आने वाले दो

वषो्ं में इन पै ोल पम्पों की संख्या बढ़ाकर 5000 तक करना चाहती ह। इसके अलावा दोनों कंपिनयां वदीनार तेलशोधन कारखाने की उत्पादन-्मता बढ़ाकर सन् 2020 तक उसे भी साढ़े चार करोड़ टन ितवष् तक पुचाना चाहती ह, जबिक अभी यह तेलशोधन कारखाना िसफ् दो करोड़ टन तेल का ही शोधन करता है। यही नहीं ौद्योिगकी की ृि‍ से यह तेल शोधन कारखाना दुिनया के दस सव् ‍ े कारखानों में से एक माना जाता है, इस तरह रोसनेफ्त ने एक अच्छे कारखाने में साझेदारी की है। यह बात भी मह वपूण् है िक रोसनेफ्त और ए सार ने जो अनुबधं िकया है, वह एिशया की िदशा में ूस का एक और रणनीितक मोड़ बन गया है। आजकल ूसी कंपनी रोसनेफ्त ए सार के साथ-साथ सखािलन-1 तेलपिरयोजना में अपनी सहयोगी भारतीय कंपनी ओ०एन०जी०सी० के साथ भी सिक्रय ूप से बातचीत कर रही है। रोसनेफ्त चाहती है िक ओ० एन० जी० सी० उ्री वु ीय ्े और पूवी् साइबेिरया की पिरयोजना में शािमल

रोसनेफ्त आने वाले दस सालों में भारत को दस करोड़ टन क े तेल की आपूित् करेगा। हो जाए तथा ूस के सुदरू -पूव् के इलाके में बनाए जा रहे सीएनजी गैस कारखाने में िनवेश करे। ए सार के साथ ुए अनुबधं को देखकर हो सकता है िक ओ०एन०जी०सी० भी इस ित पधा् में शािमल हो जाए और सिक्रय ूप से बातचीत शुू कर दे। सन् 2014 में ूस और भारत के बीच कुल साढ़े 9 अरब डॉलर का

यापार ुआ, जो 2013 के मुकाबले िसफ् 94.4 ितशत रहा। आयात के मुकाबले िनया्त कम ुआ और उसमें 2013 के मुकाबले 9.2 ितशत की कमी आई। ए सार और रोसनेफ्त के बीच ुए अनुबधं से दो देशों के बीच यापार में कम से कम 50 ितशत की वृिद्ध होगी। इससे सीमाकर व अन्य करों के ूप में ूस के राज व में भी वृिद्ध होगी।

भारत का पोट् मैनज े मेंट ग्रुप ’इिडयन टाइगस्’ ूस में िक्रकेट के िवकास के िलए रिशयन िक्रकेट फेडरेशन के साथ रणनीितक सहयोग करेगा। इस सहयोग के अंतग्त इिडयन टाइगस् और रिशयन िक्रकेट फेडरेशन िमलकर ूस में पेशवे र तर पर िक्रकेट को आगे बढ़ाने का काय्क्रम बनाएंग।े इिडयन टाइगस् ग्रुप रिशयन िक्रकेट फेडरेशन के िलए कोचों और िवदेशी िक्रकेट िश्कों का बंध करेगा और अंतररा£ीय मैचों में ूसी िक्रकेट टीम के िलए िवशेष काय्क्रम बनाएगा। वष् 2016 के सीजन में यानी एक साल बाद, इिडयन टाइगस् ग्रुप सारे ूस में िक्रकेट का िश्ण देने के िलए िवशेष िक्रकेट- कूल शुू करेगा।

ूस और भारत के बीच आतंकवाद व साइबर अपराधों से िमलकर लड़ने पर सहमित

इितहास में पहली बार ूसी टेलीिवजन काय्क्रमों का िहदी में सारण होगा ूस के ’िडिजटल टेलीिवजन’ ने ’ सार भारती’ के साथ भारतीय दश्कों के बीच ूसी टेलीिवजन काय्क्रमों के सारण के बारे में एक ्ापन पर ह ता्र िकए। ओ गा सेिनना आरआईबीआर

भारतीय साव्जिनक सारण सेवा ’ सार भारती’ और ूस के ’िडिजटल टेलीिवजन’ के बीच यह सहमित हो गई है िक वे िमलकर पेड-चैनल चलाएंगे और उसके िलए साझा तौर पर टेलीिवजन-काय्क्रमों का िनमा्ण करगे। सन् 2016 से ही भारतीय दश्क ूसी िफ में, काट्न-िफ में, वृ् िच और ्ानवध्क व शैि्क काय्क्रम देख सकेंग।े अिखल ूसी राजकीय टेलीिवजन

और रेिडयो सारण कंपनी के उपमहािनदेशक और िडिजटल टेलीिवजन के िनदेशक मंडल के अध्य् िदिम ी मेदिनकफ़ ने बताया िक वष् 2016 में भारतीय दश्क अिखल ूसी राजकीय टेलीिवजन और रेिडयो सारण कंपनी और आपरेटर ’रोसतेलक े ोम’ के सहयोग से ूसी ’िडिजटल टेलीिवजन’ द्वारा शुू िकए जाने वाले दो चैनल देख सकेंग।े बाल-दश्कों के िलए ’काट्न’ नामक एक चैनल शुू िकया जाएगा, िजस पर ूसी काट्न-िफ में सािरत की जाएंगी और आई० क्यू० एच० डी० नामक वै्ािनक ्ानवध्क चैनल पर वृ् िच ों का दश्न िकया जाएगा, िजन्ह सारा पिरवार देख सकेगा। िवगत 20 अग त को ूस के ’िडिजटल टेलीिवजन’ ने ’ सार भारती’ सन् 2016 से ही भारतीय दश्क ूसी िफ में व टेलीिवजन काय्क्रम देख सकेंग।े

के साथ भारतीय दश्कों के बीच ूसी टेलीिवजन काय्क्रमों के सारण के बारे में एक ्ापन पर ह ता्र िकए। अब अिखल ूसी राजकीय टेलीिवजन और रेिडयो सारण कंपनी के इितहास में पहली बार ऐसा होगा जब उसके चैनलों का िकसी िवदेशी भाषा में अनुवाद िकया जाएगा। िडिजटल टेलीिवजन को कई हजार घंटों के अपने काय्क्रमों का अनुवाद कराना होगा। पहला ूसी वृ्िच अंग्रज े ी और िहदी में अनुवाद िकया जा रहा है, उसका नाम है - सुदरू पूव् के तेंदएु । िडिजटल टेलीिवजन अपने ’बे टसेलर’ सीिरयलों का भी िहदी में अनुवाद करवा रहा है। अिखल ूसी राजकीय टेलीिवजन और रेिडयो सारण कंपनी के इन ूसी टेलीिवजन सीिरयलों का सारण पेड-चैनलों के साथ-साथ

’ सार भारती’ के चैनलों पर भी िकया जाएगा। वहीं दू स री तरफ अिखल ूसी राजकीय टेलीिवजन और रेिडयो सारण कंपनी ूसी दश्कों के बीच बािलवुड की िफ मों का सारण करेगी। िदिम ी मेदिनकफ़ का कहना है िक अभी तक भारतीय िफ मों का ूसी दश्कों ने पूरा मू यांकन नहीं िकया है। ूसी दश्कों को न िसफ् भारतीय ’धारावािहक’ िदलच प लगेंग,े बि क ’ताजमहल का इितहास’ जैसे वृ्िच भी उन्ह पसंद आएंग।े िदिम ी मेदिनकफ़ के अनुसार भारत के साथ िमलकर बनाई गई इस पिरयोजना में शुू में दिसयों लाख डॉलर का िनवेश करना होगा। टेलीिवजन के ्े में ूस-भारत योजना के बारे में िव तार से अंितम पृ‍ पर पढ़।

ूस के गृहमं ी कन्ल-जनरल ऑफ पुिलस लदीिमर कलाको त्सेफ़ ने िवगत 7 िसतंबर को नई िद‍ी में भारत के गृहमं ी राजनाथ िसंह से बातचीत की। इस वाता् में आतंकवाद और साइबर अपराधों के िवुद्ध िमलकर संघष् करने की संभावना पर िवचार िकया गया। दोनों मंि यों का मानना था िक िव‍ समुदाय के िलए आतंकवाद एक गंभीर चुनौती बना ुआ है। खासकर आतंकवादी िगरोह ’इ लामी राज्य’ (आई०एस०) की तरफ से खतरा बढ़ता जा रहा है।आतंकवाद के िवुद्ध सिक्रय ूप से संघष् करने के िलए ूस और भारत के गृहमंि यों ने एक िवशेष्-दल का िनमा्ण करने का िनण्य िलया है, जो सैिनकों के िवशेष िश्ण के ्े में अनुभवों और िवशेष्ों का आदान- दान करेगा। दो देशों के गृहमंि यों ने आतंकवाद के अलावा, उग्रवाद का सामना करने, हाई त‍ोलौजी, सूचना तकनीक, साइबर सुर्ा और मादक-पदाथो्ं से जुड़े अपराधों आिद से संबिं धत यापक मु‍ों पर भी िवचार िवमश् िकया।


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