Problem of water distribution in Govandi_PUKAR study 2011-12

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प्रस्तावना  ऩानी - भानवी अधधकाय

जिस तयह इन्सान को िीने के लरए हवा की िरुयत होती है उतनी ही िरुयत ऩानी की बी होती है ,इस दोनों के फगैय इन्सान िीवन की कल्ऩना बी नहीॊ कय सकता | ऩानी ऩय सबी इन्सान का सभान अधधकाय है ,ऩयन्तु कही कही ऩय इस अधधकाय को ऩाने के

लरए इन्सान को अऩने िीवन भें फहुत िदो-िहत कयनी ऩडती है | भॊफ ु ई शहय भें ऩानी के लरए िहा रोगो को BMC के फनामे गमे ननमभ औय क़ानन ू ी प्रक्रिमा से गि ु यना ऩड़ता है | समक् ु त याष्ट्र सॊस्था कहती है की सबी दे श की सयकाय अऩने दे श के सबी नागरयक को पऩने मोग्म

शुद्ध ऩानी उऩरब्ध कय के दे | वही भुॊफई भें BMC कहती है , हभ उस नागरयक के घय भें ऩानी दे गे जिनके ऩास 1995 से ऩहरे का दस्ताफेि है |

भुॊफई भें गोवॊडी पवबाग के फैगनवाडी औय लशवािीनगय के रोगो का तो ईस अधधकाय के लरए 1995 से ऩहरे से ही सॊघषष िायी है | इस ऩानी के लरए क्रकतने ही भोर्चे ,धयना प्रदशषन क्रकमे

,ऩयन्तु BMC आि बी उन्हें अऩने इस अधधकाय से फॊधर्चत यख यही है | उन्हें आि बी ऩानी के लरए दय दय बटकना ऩड़ता है |

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भुंफई शहय भें ऩानी की उऩरब्धध भुॊफई इस शहय की अिीफ सी कहानी है | मे शहय र्चायो औय से ऩानी से नघया हुआ है , रेक्रकन इस शहय के गयीफो की प्मास फझ ु ाने के लरमे पऩने का ऩानी नही है | इस शहय को पऩने की ऩानी की उऩरब्धता कइ िराशमों से की िाती है , कुछ भुॊफई भें है तो कुछ भुॊफई से फाहय है | इस िराशमके नाभ है भीठी ,तानसा ,वैतयना,औय बातसाई

( भुॊफई भहानगय ऩालरका

के श्वेत

ऩत्रिका से ) इस िराशम से ऩुये सार ऩानी की ऩूनतष होती है | भुॊफई शहय को िो ऩानी ऩूनतष की िाती है , उस ऩानी ऩय BMC का ननमॊिण है | वह शहय के अरग अरग पवबाग भें अऩने वाडष के भाध्मभ से ऩानी की सप्राम कयता है | इस ऩानी के लरए रोगो को BMC भें ऩैसे बयने ऩड़ता है , तफ िाकय BMC रोगो को ऩानी का कनेक्शन ददमा िाता है | इस के साथ- साथ एक भीटय रगा ददमा िाता है जिस से रोगो को ऩानी का त्रफर ददमा िाता है | जिस इराके भें भहानगय ऩालरका का ऩानी का कनेक्शन नहीॊ है , उस इराके भें भहानगय ऩालरका ऩानी का टॊ कय बेिती है जिससे रोगो की ऩानी ऩनू तष कयने की कोलशश क्रक िाती है |

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पऩछरा सुंशोधन औय उनके ननष्कषष 2010 -11 भें हभने अऩने रयसर्चष के भाध्मभ से फैगनवाडी भें यहने वारे रोगो को ऩानी के लरए सभस्मा िानने की कोलशश की ,इस भें हभने अऩने रयसर्चष के भाध्मभ से कुर 24 ऩरु ु ष औय 22 भदहराओ का इॊटयव्मु क्रकमा| मे वे रोग थे जिनके ऩास BMC के ऩानी का कोई स्िोत नहीॊ था, मे सबी रोग क्रकसी न क्रकसी तयह ऩानी की सभस्मा से िूझ यहे है | महाॉ ऩानी के लरए ऩुरुष औय भदहरा दोनों ही सॊघषष कयते हुए ददखे जिसभे िवानोके साथ साथ फूढ़े औय फच्र्चे बी शालभर है | इसभें ज्मादा तय भेहनत औय भिदयू ी कयने वारे रोग है ,इन के कभाई का फड़ा बाग ऩानी खयीदने भें खर्चष हो िाता है |

महा ऩय ऩानी का खद ु का नर होना भानो एक “ऩावय” हो िाती है , मे जिसके ऩास हो वो रोग औयो से अरग व्मवहाय कयने रगते है | कुछ रोग ऩानी फेर्चना शुरु कयते है | वह एक केन 5


(30 रीटय ) ऩानी 5 रूऩमे से रेकय 10 रूऩमे तक फेर्चते है कुछ ऐसा ही हार BMC के व्दाया बेिे गमे टॊ कय का है महाॉ टॊ कय से िो ऩानी रोंगो को ददमा िाता है | वहा बी रोंगो से ३ रुऩमे से रेकय ५ रुऩमे तक लरमा िाता है | मह रुऩमे उन ऩानी भाक्रपमा के ऩासा िाता है िो ऩानी का तानकय भॊगाते है , इसके के साथ साथ हभने अऩने रयसर्चष भे एक र्चीि ओय दे खख िो है , “पऩरा ऩानी” िभीॊन से खड्डा खोदकय ननकारा िाता है | मह ऩानी पऩने मोग्म तो नहीॊ होता है ऩयन्तु इस ऩानी से रोंग नहाते है , कऩड़ा धोते है , फतषन धोते है , घय की साफ़ सपाई औय शौर्चारम भे बी इस ऩानी का उऩमोग कयते है | इस ऩानी से शयीय भे त्वर्चायोग औय अन्म सभस्मा रोंगो ने फताई है क्रपय बी मे पऩरा ऩानी महा फेर्चा औय खयीदा िाता है | मह ऩानी 1 से 2 रुऩमे कैन फेर्ची िाती है |

हभने अऩने रयसर्चष भे दे खा की महाॉ के फहुत से बाग भे रोंगो को ऩानी की सभस्मा से िूझना ऩड़ता है औय मह सभस्मा दयू कयने के िगह ऩे सभस्मा को औय फढ़ा ददमा गमा है . रोंगो ने महाॉ ऩानी का व्मवसाम खोर ददमा है इस ऩानी व्मवसाम भे नगय ऩालरका के अधधकायी से रेकय एरयमा रीडय बी शालभर है |

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वतषभान सुंशोधन के सवार 1) फैगनवाडी पवबाग भै ऩानी क्रक असभानता कैसे तैमाय क्रक िाती है ? 2) फैगनवाडी पवबाग भै ऩानी क्रक असभानता के लरमे कौन जिम्भेदाय है ? 3) फैगनवाडी पवबाग भै फी.एभ.सी नर का ऩानी , ट्नन्कय , औय पऩरा ऩानी मह लसस्टभ कैसे काभ कयती है ? 4) फैगनवाडी भै ऩानी सभस्मा छुडाने के लरमे कौन-कौन से उऩाम क्रकमे है ? मोिना रामे गई है ?

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सुंशोधन ऩद्धनत  सुंशोधन के भख्म उद्ददष्ट:  फैंगनवाडी भे िहा ऩानी की सभानता है , वही ऩय ऩानी की असभानता कैसे ननभाषण की िाती है |  फैंगनवाडी भे ऩानी की लसस्टभ कैसे काभ कयती है , फैंगनवाडी भे BMC का नर , ऩानी की टाकी, टन्कय औय पऩरा ऩानी इनका अभ्मास कयना|  फैंगनवाडी भे ऩानी की सभस्मा को हर कयने के लरए कौन-कौन से उऩाम क्रकमे है |

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 उद्ददष्ट के भागष

 ऩानी सभस्मा औय ऩानीकी असभानता कैसे तैमाय की िाती है इस फाये भे िानकायी रेनेके लरए 9 भर ु ाखत लरए है |

 एभ - इस्ट ऩानी खाते से ऩानी की िानकायी के लरए सूर्चना अधधकायका इस्तेभार क्रकमा है |

 सबी िानकायी को सभझने के लरए गूगर भपऩॊग की भदत री है |

 ककससे फात की

 ऩानी सभस्मा का िो पवबाग है . फैंगनवाडी भे सॊशोधन के लरए शाजस्ि नगय फस्ती के रोगो से फात क्रक . उसी फस्ती के 4 अरग- अरग ऩानी सभस्मा के रोंगो से हभ लभरे है . उनसे िानकायी री है |  फैंगनवाडी पवबाग भै ऩानी सभस्मा के लरए वाडष नॊफय 132 के ऩव ू ष नगयसेवक की भुराखत री है |

 साभाजिक कामषकताष - लसयाि बाई की ऩानी सभस्मा ऩय उन्होंने िो कामष क्रकमा उनसे भुराकात री है |

 ऩानी सभस्मा ऩय फैंगनवाडी पवबाग के पवपवध ऩऺ के नतन अध्मऺों से लभरकय भुराकात री है |

 ददक्कते क्मा आई .

फैंगनवाडी पवबाग भै सुफह भै हभ सॊशोधन के लरए रोग ऩानी बयते सभम पोटो रे यहे थे तबी .अनेक रोगोने हभें गस् ु सेसे सवार ऩूछे आऩ रोग BMC के कभषर्चायी हो मा ,

रयऩोटय , क्मों हभाये पोटो खीर्चते हो .फहोत फाय तो ऩानी फेर्चने वारे रोगो को ही हभायी तकरीप होती थी क्मोंक्रक वह ऩानी फेर्चने का धॊधा कयते थे . अक्सय BMC औय ऩोलरस से पवबाग भै भोटय से ऩानी बयने \ फेर्चने वारे रोगो ऩय कायवाई होती है , रोग वह गुस्सा हभ ऩय ददखाते थे . इसलरए फस्ती भै हभ ऩार्च िन साथ भै दह िाते थे जिससे रोगो को हभाये रयसर्चष के फाये भै िानकायी दे ते उसभे आधे से 1 घॊटा हभाया िाता था .  BMC ऑक्रपस भै ऩानी सभस्मा के फाये िानकायी के लरमे िाते तो अधधकायी सदह से िवाफ नहीॊ दे ते|  सूर्चना का अधधकाय से हभने िो िानकायी भागी थी . सबी सवारों के िवाफ नहीॊ लभरे |

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फैंगनवाडी के ऩानीऩती की ससस्टभ औय सभस्मा फैंगनवाडी टाकी भै राम्फे उच्र्चस्तरयम रयिवष वामय से ऩानी छोड़ा िाता है , मह ऩानी फैंगनवाडी िॊक्शन के ऩास 6 MLD ऺभता की टाकी भै ऩानी िभा होता है | टाक्रक से ऩानी लशवािीनगय , फैंगनवाडी भै ऩानी छोड़ा िाता है | ऩानी छोड़ने का सभम सफ ु ह 7 से रेकय 8.30 फिे का है | RTI भै सवार ऩुछने ऩय हभें मह िवाफ लभरा की इस पवबाग भै12 MLD ऩानी छोड़ा िाता है | फैगनवाड़ी ऩरयसय भै ऩाईऩ का व्मास 30" 18 " 12" 9" इॊर्च है . ईसी ऩाईऩ से फस्ती भै ऩानी छोड़ा िाता है . मह सवार ननभाषण होता है ? जिससे सबी िगह फयाफय से रोगों को ऩानी नहीॊ लभर ऩाता है . BMC के ननमभ के तहत हय व्मजक्त को 45 LTR ऩानी लभरता है . इसके पवऩयीत फैगनवाड़ी भै योड नॊफय11 से15 तक रोंगो को ऩानी नहीॊ लभरता है | वहा रोग आि बी टॊ कय ऩय ननबषय है , सार के 12 भहीने टॊ कय से ऩानी बयते है | महा ऩानी भाक्रपमा बी है िो अऩने घयो भै ऩानी की टाकी फनाई है | जिसभे ऩानी िभा कयके ऩानी फेर्चने का व्मवसाम कयते है | मह फात हभें स्थाननक वाडष अध्मऺ के भर ु ाकात से साभने आमी

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 BMC का ननमभ व प्रकिमा

 भॊफ ु ई भै 1995 फाद के अनाधधकृत फाॊधकाभ को ऩानी दे ना अनभ ु नत नहीॊ है |  िो व्मजक्त झोऩड़ऩट्नटी भै यहते है उसे45 LTR ऩानी लभरेगा औय िो व्मजक्त इभायत भै यहता है उसे 180 LTR ऩानी लभरेगा ( YUVA NGO के लभरी िानकायी से मह फात साभने आमी है )|  नर कनेक्शन के लरमे कभ से कभ 6 रोगो को ननवेदन दे ना ऩड्ता है |  एक व्मक्ती को नर नहीॊ लभरता है |  सावषिननक नर फन्द हो गमे है |  नर कनेक्शन के लरमे 1995 ऩहरे का दस्तावेि र्चादहमे होता है |

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ह.

1 ) भॊगेश 2 ) ऩुष्ट्ऩा 3 ) सन्दे श इन तीन केस स्टडीि से असरी कहानी साभने आमी है …

“ बफर आता है ऩय ऩानी नह ुं ” नाभ -भॊगेश उम्र -35 वषष घय भें सदस्म की सॊख्मा -9 भॊगेश कहा की वो 25 सार से फैगनवाडी के शास्िीनगय भें यहते है ,महा ऩानी की सभस्मा 25 सार से है िफ वो छोटा था तबी से वो आई फाफा औय उनकी दीदी सफ लभर कय दस ु ये एरयमा [लशवािीनगय ,दे वनाय ]से ऩानी रेकय आते थे .उस सभम बी कबी -कबी 50 ऩैसे हॊ डा ऩानी रेना ऩड़ता था | 20 सार ऩहरे ऩानी सफ ु ह 5 से 10 फिे तक आता था तबी इधय इतने रोग बी नहीॊ थे , ऩानी आयाभ से लभर िाता था | आि महा की आफादी फहुत फढ़ गमी है | 15 सार ऩहरे B M C का ऩाइऩ हभाये घय के ऩास आ गमा ,तफ हभ एक सावषिननक नर ऩय ऩानी बय कय राते थे | भॊगेश कहते है 9 सार ऩहरे 27 हिाय भें उन्होंने 5 घय के भेंफय भें एक ऩानी का कनेक्शन लरमा रेक्रकन उन्होंने उसभे ऩानी का भीटय नहीॊ रगमा औय उस नर से ऩानी रगाना रगे .कुछ वषो तक उस नर से ऩानी बड़े क्रपय धीये धीये ऩानी आना कभ हो गमा .इसी त्रफर्च दो फाय ऩानी का त्रफर बी बया.कुछ ददनों फाद ऩानी आना ऩूयी तयह फॊद हो गमा रेक्रकन ऩानी नहीॊ आने ऩय बी त्रफर आता यहा औय मह त्रफर 3000 ( नतन हिाय ) से फढ़ कय 20,000( फीस हिाय ) हो गमा . 12


भॊगेश ने कहा की उन्होंने BMC के ऑक्रपस भें लरखखत अिष बी ददमा की हभाये नर भें ऩानी तो आता नहीॊ है | क्रपय त्रफर कैसे आता है ,तो BMC के ऑक्रपसय ने कहा हभ आऩ को दस ू या कनेक्शन डार कय दे गे रेक्रकन ऩहरे आऩको मे ऩुये 20 हिाय का त्रफर बयना होगा | भॊगेश कहते है की अबी वे दस ु ये रोगो से भहीने का 500 रुऩमा दे कय ऩानी रेते है | 9 लभनट ही ऩानी लभरता है इतने सभम भें लसपष 200 रीटय ऩानी लभर ऩाता है .कबी कबी ज्मादा ऩानी की आवश्मकता ज्मादा हो िाने ऩय वह अऩनी दददी िो लशवािी नगय भें यहती है उनके महा से 3 से 4 केन ऩानी रयक्शा भें डार कय राते है | भॊगेश ने कहा हभ टैंकय का ऩानी रेते है ,उस ऩानी के लरए महा आऩस भें झगड़े होते यहते है ,टैंकय आने का कोई सभम क्रपक्स नहीॊ यहता है .एक घय को लसपष एक ड्रभ ( 300 रीटय ) ही ऩानी लभरऩाता है इसके लरए 30 से 50 रुऩमा लरमा िाता है | इस टैंकय ऩय ऩानी भाक्रपमा का याि र्चरता है | िफ फयसात के ददनों भें हभाये ऩास ऩानी का स्टॉक बयऩूय यहता है , तबी बी हभें भज़फूयी भें इन टैं कयों से ऩैसा दे कय ऩानी रेना ऩड़ता है | अगय हभ तबी उनसे ऩानी नहीॊ रेंगे तो वह गलभषमों भें हभें ऩानी नहीॊ दें गे इसी तयह ऩानी को रेकय हभाया योि का सॊघषष र्चारू यहता है | हभाया ऩरयवाय फहुत फड़ा है इस लरए हभें ऩानी ज्मादा रगता है हभाया 1000 से1200 रुऩमा भदहना लसपष ऩानी के लरए खर्चष हो िाता है |

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“ पऩरा ऩानी ” ऩष्ऩा उम्र 36 , घय भे सदस्म 7 फैंगनवाडी पवबाग भै 30 सार से अऩने ऩरयवाय के साथ यह यही हु | ऩुष्ट्ऩा ऩती डजम्ऩॊग भै फ़ेके गमे कर्चया र्चन ु ने का काभ कयते है .इस के साथ-साथ घय भै इरेक्राननक वस्तु को रयऩेमय का बी काभ कयते है . ऩष्ट्ु ऩा के ऩती ऩढ़े लरखे नहीॊ है | ऩय वह हय काभ भै भादहय है | मही आभदनी का िरयमा है , िफ हभ फैगनवाड़ी भै यहने के लरए आमे तबी से ऩानी की सभस्मा का साभना कय यहे है | ऩहरे वह दे वनाय से ऩानी रेकय आते थे . फैगनवाड़ी से दे वनाय 1 क्रकरोभीटय का अॊतय है | वहा ऩय रोंगो के घयो से ऩानी भाॊगना ऩड़ता था . घयो से ऩानी नहीॊ लभरने ऩय आखखय भै सावषिननक कुआ से ऩानी रेकय आते थे | दस सार ऩहरे सबी के घयभे सावषिननक नर था उस नर ऩय ऩानी बी बयते थे . नर भै ऩानी कभ आने ऩय फाहय से रोग ऩानी बयने रगे .ऩानी कभ आने ऩय रोंगो को ऩानी कभ लभरता था उसऩय रोगोंभे झगड़े होने रगे . ऩानी ददनों ददन कभ हो गमा . ६सार से रेकय आि तक हभाये नर भै ऩानी नहीॊ आ यहा है आि हभें ऩानी फाहय दस ु ये से खयीदना ऩड़ता है िो नर का कनेक्शन था उसभे ऩानी नहीॊ आता था . रेकीन ऩानी का त्रफर आने रगा . उसके लरए BMC भै अिी दी रेक्रकन ऩानी अधधकयी ने कहा ऩहरे त्रफर बयो उसके फाद आऩ अिी दो िो ऩानी का त्रफर था दो हिाय रुऩमे उस त्रफर के ऩैसे सबी सदस्म से भाॊगे रेक्रकन सबी ने एक ही िवाफ ददमा की हभने ऩानी नहीॊ बया क्रपय त्रफर के ऩैसे कैसे दें गे ? मह सफ ऩये शानी से भेये ऩती ने ऩानी का ऩयू ा ऩैसे बय ददमा औय कनेक्शन दस ू यी राइन से दे ने की अिी की वह बी काभ BMC ने अफतक नहीॊ क्रकमा भेये ऩती BMC के ऑक्रपस भै िाना अबी छोड़ ददमा है . काभ के लरए अधधकायी र्चामऩानी( रयश्वत ) भाॉगते है | ऩाता िलभन भै वही रुऩमे रोग रोगोको शोर्चारम अऩनी

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BMC ने 2 सार ऩहरे फस्ती भै ब्रू ऩाईऩ राइन का काभ र्चारू क्रकमा है | वह काभ लशवािी नगय से फैंगनवाडी के ऩुये पवबाग भै काभ कया यहे है . उसी ऩाईऩ राइन से 8 भहीने ऩहरे BMC ने भॊददय के ऩास लसॊटेक्स ऩानी की टाकी भै नर ददमा है उस नर भै सुफह 7 फिे को ऩानी आता है , औय 8.30 फिे तक ऩानी िाता है , लसपष दो घॊटे ऩानी रोंगो को लभरता है | उस नर ऩे एक ऩरयवाय को लसपष दो कैन लभरते है , उस दो कैन का 4 रुऩमे दे ना ऩड़ता है । िभा ऩैसे फस्ती के सावषिननक कामष औय नर के भेंटेनेस का खर्चष कयते है | भेये ऩती सफ ु ह नर ऩय रोंगो को ऩानी दे ने के लरए फैठते है | वह सबी को फयाफय ऩानी दे ते है | कबी-कबी एसा बी होता है ऩानी सबी रोंगो को नहीॊ लभर ऩता है | उन रोंगो को दस ु ये ददन ऩहरा नम्फय ददमा िाता है । इसलरए कबी रोंग सुफह ऩानी लभरने के लरए नॊफय िल्दी रगता है | महाॉ ऩानी के सभस्मा ज्मादा होने ऩय रोंग पऩरा ऩानी फेर्चना र्चारू क्रकमा है | ऩुष्ट्ऩा बी पऩरा ऩानी फेर्चते है , अऩने ही घय भै ही िालभन भै २० क्रपट खड़ा खोदकय वाही से पऩरा ऩानी ननकारकय फेर्चना र्चारु क्रकमा है | वह पऩरा ऩानी भोटय से खखर्चा िाता है . पऩरा ऩानी का १ कैन २ रुऩमे भै फेर्चा िाता है | मह ऩानी पॅलभरी के रोंग बी इस्तेभार कयते है , मह ऩानी ियी काभ कयने वारे रोंग बी इस्तेभार कयते है | रोंग इस ऩानी से कोई लशकामत नहीॊ है .हभाये प्राट भै सावषिननक शौर्चारम है | वहा ऩय बी पऩरा ऩानी का इस्तेभार कयते है , एक ऩाट ( ५ लरटय ) का २ रूऩए दे ना ऩड़ता है इस तयह से आऩनी ऩानी की िरुयत रोग ऩूयी कयत है |

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नाभ - सन्दे श उम्र- 25 सार ग्रऩ भें नर सन्दे श के घयभे एक सार से ऩानी आ यहा है . औय उन्हें इस फात की फहुत खुशी है की उनके ऩास ६ घयो भै ग्रुऩ का नर है औय उन्हें ऩानी के लरए इधय-उधय बटकना नहीॊ ऩड़ता है | सन्दे श कहते है की इस ऩानी के लरए हभने पऩछरे १० वषो से कबी सय ऩय हॊ डा यखा कय कबी दस ु ये प्राट से ऩानी रामा है | तो कबी सामकर ऩय कैन यखकय दस ु ये एरयमा से ऩानी रामा है . औय इसके लरए क्रकतने ऩैसे खर्चष हो गए है | इस ऩानी के लरए हभने क्रकतने ही रोंगो से ऩानी के लरए लभन्नतें की है तफ वह हभें ऩानी दे ते है रेक्रकन अफ उन्हें इस फात की खश ु ी है की अफ वह रोंगो के ऩास ऩानी के लरए लभनते नहीॊ कयनी ऩड़ती है औय नहीॊ सय ऩय हॊ डा रेकय घुभना ऩड़ता है औय नहीॊ सामकर ऩय कैन यखकय दस ु ये एरयमा भै बटकना ऩड़ता है | अफ पऩछरे सार 2010 भै सन्दे श ने ६ घय लभरकय ग्रऩ ु भै १ इॊर्च ऩाईऩ का ऩानी का कनेक्शन लरमा है | इस कनेक्शन के लरए ग्रुऩ का 72,000 हिाय रुऩमे खर्चष हुआ है | मह कनेक्शन रेने के ऩूयी प्रक्रकमा भै द्रार का फहुत फड़ा हाथ यहा क्मोक्रक सन्दे श ने मह काभ एक दरार के भाध्मभ से कयामा क्मोक्रक सन्दे श कहते है , की BMC भै फैठे हुए ऑक्रपसय उन्हें फायफाय ऑक्रपस भै र्चक्कय रगाते थे । इसके साथ-साथ हभाये ऩेऩय भें कुछ न कुछ कलभमा फताकय हभें वाऩस कय दे ते थे | इसके लरए उन्होंने मह काभ एक दरार के भाध्मभ से कयामा औय मह काभ दरार ने 15 ददन भै काभ कय के दे ददमा | अफ सन्दे श औय उनका ग्रुऩ एक ननमभ के तहत ऩानी बयते है जिससे वे सबी 5-5 कैन ( 35 LTR ) ऩानी बयते है । इसके साथ-साथ वे 8 अन्म घयो को बी ऩानी दे ते है , वे इन सबी घयो को 16


एक ददन फाद कय के 10 लभननट ऩानी दे ते है इसके फदरे भें वे सबी से ऩार्च सौ रुऩमे भहीने रेते है औय मे सबी रुऩमे वो आऩस के ग्रुऩ भै फाट रेते है | सन्दे श कहता है नर के लरमे हभाया खर्चाष क्रकमा हुआ रुऩमे हभें वसूर हो गमा है , औय क्मोक्रक हभने एक सार ऩानी बया है औय फेर्चा है । अगय बपवष्ट्म भै हभने त्रफर नहीॊ बया औय BMC कनेक्शन कट कय िाएगी तो हभें इस फात का तकरीप नहीॊ होगी औय क्रपय हभ अगरी फाय क्रकसी औय के नाभ से एक नमा कनेक्शन रे रेगे|

इन तीन केस स्टडीस से क्मा साभने आता है .  इन तीन केस स्टडीज से क्मा साभने आता है . इस नतनो कहानी भै ऩानी सभस्मा उिागय हुई है | जिसभै ईस सभस्मा को सुरझाने के लरमे अरग- अरग उऩाम क्रकमे है . िैसे भगेश ने ऩानी के लरमे अिी की नर भै ऩानी नही आमा | क्रफ़य उसने गल्री भै भहीना ५०० रुऩमे दे कय योि के 9 लभननट ऩानी लभरता है उस नर ऩय ऩानी न लभरने ऩय वह फस्ती भै टन्कय ऩय लब ऩानी बयता है । तो कबी -कबी लशवािी नगयसे अऩनी दददी के महा से ऩानी रेकय आता है | सन्दे श की कहानी से मह फात साभने आती है की उसने अऩनी ऩानी क्रक सभस्मा दयु कयने के लरमे दरार का सहाया लरमा औय उसने ग्रुऩ भें नर लरमा जिससे खुद ऩानी बयता है औय दस ु यो को बी ऩानी फेर्चता है जिससे उसकी अधथषक आभदनी फनी यहती है । नतसयी कहानी ऩुष्ट्ऩा को योि पऩने के लरमे २ कन ऩानी लभरता है । फाकी घय के काभो के लरमे वह पऩरे ऩानी का इस्तेभार कयती है । वह पऩरा ऩानी फेर्चती है जिससे वह अधथषक अभदनन का िरयमा फना हुआ है | इस ऩुयी कहानी भै BMC के ऩानी लसस्ट्नभ की कभी उिागय हो यही है |

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ऩानी का भाकेट :

सन्दे श दस ु ये के घय से ऩानी बयता था| उसने २०११ भें एक ग्रुऩ फनाकय नर लरमा उसको भारभ ू है की रीगरी नर नहीॊ लभरेगा इलसलरम उन्होंने अनाधधकृत तयीकेसे नर लरमा | ग्रुऩके ऩार्च भेंफय का ऩानी बयने के फाद, दस ु ये रोगो को ऩानी फेर्चते थे |एक सार के फाद ग्रुऩ ने एक औय नर लरमा लसपष ऩानी फेर्चने

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 पऩरा ऩानी फैगनवाडी फस्ती भें आफादी फढ़ने के फाद ऩानी कभ लभरने रगा है | औय ऩानी क प्रेशय कभ होने रगा िीतनी आफादी है , उतना ऩानी दे ना र्चादहए रेक्रकन उतना ऩानी नहीॊ भीरता है | तबी ऩानी सभस्मा औय गॊबीय होने रगी| रोगोने घय भें मा घय के फाहय (फोरयॊग ) िभीनभें १०ते १५ क्रपट खड्डा खोदकय उसी भै रोखडी ऩाइऩ डारकय भोटयसे ऩानी ननकारते है | पऩरा ऩानी शयीय के लरए हाननकायक है | मह ऩानी कऩड़ा धोने के लरए इस्तेभार होता है |

1) नहाने के लरए इस्तेभार होता है | 2) फतषन धोने के लरए इस्तेभार होता है | 3) टॉमरेट के लरए इस्तेभार होता है | 4) घय धोने के लरए इस्तेभार होता है |

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 टें कय भाकपमा : टॊ कय यॉकेट कैसे र्चरता है | टॊ कय BMC के तयप से लभरता है | जिस पवबाग भै ऩानी नहीॊ आता उस पवबाग भै टॊ कय बेिते है | पवबाग भै टन्कय आने के फाद एक ड्रभ ऩानी का ३० रूऩमा रेते है | गभी के भोसभ उस ड्रभ क्रक कीभत ५० रूऩए हो िाती है , अगय आऩ फोरेगे आबी फारयशा सुरु हो गई है हभें टॊ कय का ऩानी नहीॊ र्चादहए तो उन्हें धभकामा िाता है , अगय आऩ फारयशा भै टॊ कय का ऩानी नहीॊ बयें गे तो गभी के भोसभ भै आऩको ऩानी नहीॊ लभरेगा इस तयह से फोरा िाता है , अगय वहा के रोंग टॊ कय भाक्रपमा के साथ ऩॊगा लरमा तो वहा ऩे यह्ना भजु श्कर हो सकता है इसलरए वह र्चुऩर्चाऩ अन्माम सहते है | िफ हभ भॊगेश से फात कय यहे थे तो उन्होंने कहा की हभाये पवबाग भै BMC टॊ कय औय PVT के टॊ कय आते है |

महीॊ फात हभें पवबाग के अशोक िी ने कही योड न. १४ ऩय ऩानी भाक्रपमा ने अऩने घय भै िलभन के अन्दय ऩानी की टाकी फनाई है . जिसभे टॊ कय द्वाया ऩानी िभा क्रकमा िाता है | वही िभा

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ऩानी रोंगो को फेर्चा िाता है | एक कैन ३५ LTR ऩानी ५ रूऩमा भै ददमा िाता है | पवबाग भे टॊ कय का कोइ वक्त नहीॊ होता ऩानी के लरए रोगो को अऩने घयो भै रुकना ऩड़ता है , जिससे ऩूया ददन ऩानी के ऩीछे िाता है |

 याजननती औय ऩऺों ऩय ननबषयता फढ़ना – फैंगनवाडी भै यहने वारे ज्मादा तय रोग फाहय के याज्मों िैसे की त्रफहाय , मूऩी के याज्मो से आमे है वह अऩनी योिी योटी कभाने के लरए आमे है . वह गयीफ औय फेफस रोग है .| इस पवबाग भै ऩानी सभस्मा ऩय नेता रोग यािननती कयते आ यहे है | इरेक्शन के सभम भै ऩानी मह भुद्दा ऩऺों का भहत्वऩूणष अिेंडा होता होता है | वे यदहवालशमो को मे पवश्वास ददराते है क्रक हभ आऩ क्रक ऩनी क्रक सभस्मा दयु कय दे गे फस आऩ हभे जिता कय ददजिमे| रेक्रकन जितने के फाद वे कबी ऩानी क्रक सभस्मा नहीॊ हो हुई है |

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ऩानी सभस्मा क्मों ?

ऩानी

कक सभस्मा क्मों

फैगनवाडी भें ऩानी की सभस्मा वहाके यहने वारे रोगो के लरए एक अबीशाऩ है | इस के लरए BMC िीम्भेदाय है | क्मोक्रक मह सभस्मा प्राकृनतक नहीॊ भानव ननभीतहै | इस

पवबाग को ऩानी की जितनी िरुयत है उतनी ऩानी नहीॊ दी िाती | BMC के भाध्मभ से फैंगनवाडी लसग्नर के ऩास अॊडय ग्राउॊ ड ऩानी की टॊ की है | जिसकी ऺभता ( 6 MLD ) है ( BMC के RTI के लभरी िानकायी से ) िो फैंगनवाडी औय लशवािी नगय की 12MLD ऩानी की िरुयत को ऩयू ा नहीॊ कय सकता |इस के साथ साथ इस टॊ की से साठे नगय पवबाग को बी ऩानी ददमा िाता है , िो मह दशाषता है की क्रकस तयह BMC फैंगनवाडी भें यहनेवारे रोगो के भुरबत ु गयि के साथ अन्माम कयती है |

इस के साथ साथ महाॉ के यािननती औय ऩानी के दरार िो BMC के द्वाया भुफ्त भें बेिे गमे ऩानी टॊ की से रोगो को रूऩमे रेकय फेर्चा िाता है ,िो महाॉ के गयीफ रोगो की ऩानी सभस्मा का कायन है | 22


भपऩुंग व्दाया साभने आमे ननष्कषष .

लशवािी नगय के अन्म पवबागों भै ऩानी है | फैंगनवाडी औय लशवािी नगय कुछ पवबाग भै ऩानी की सभस्मा है | ऩहरे का लशवािी नगय से रोंगो की फस्ती थी| उसके फाद फैगनवाड़ी पवबाग भै रोकवस्ती फढ़ने रगी| लशवािी नगय भै घयो की यर्चना, भुख्मा ऩोलरस स्टे शन , स्कुर , ज्मू कारेि . बािी भाकेट, कॉ-ओ फैंक मह सुपवधा उऩरब्ध है | इसके पवऩयीत फैंगनवाडी भै मह सुपवधा का आबाव है | डॊपऩॊग का फड़ा दहस्सा फैगनवाडी से िुडा है , उसे ही फािु भै झोऩड्ऩट्नटी की सॊख्मा िादा है |

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 ऩानी न होने वारा पवबाग फैंगनवाडी भै ऩानी न होने वारा पवबाग की शुयवात योड नॊफय ११ से योड नॊफय १४ तक है , औय डॊपऩॊग से िड़ ु कय िों झोऩड़ऩटी पवबाग है उसके आसऩास बी ऩानी सभस्मा है | पवबाग भै ३० सार ऩहरे की ऩाईऩ राइन है | कुछ पवबाग के ऩाईऩ राइन भै ऩानी आि बी क्मों नहीॊ है ? इसका िवाफ क्रकसीके अधधकायी के ऩास नहीॊ है |

लसपष 1995 के ऩहरे मा फाद मह ऩानी आऩूनतष की जस्थनत का कायण नहीॊ है , एसे पवबाग है िहा 1995 के फाद होने के फवािुद ऩानी है औय एसे पवबाग है िहा 1995 के ऩहरे होने के फाविूद ऩानी नहीॊ है |

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ऩानी की सभस्मा तैमाय की जा यह है . रयसर्चष के भाध्मभसे फैगन वाडी की ऩानी सप्राम के अरग -अरग ऩहरू को दे खते हुए हभने िाना की योड नम्फय 11 से ऩहरे ऩानी की सप्राम ऩूयी तयह होती है | वही योड

नम्फय 11 से 14 तक ऩानी की सप्राम फॊद याखी गई है | जिसभें 1995 से ऩहरे के प्राट औय झोऩड़ऩट्नटी सालभर है | इन सबी रोगो को योड नॊफय 11 से ऩानी राना ऩड़ता है | BMC के व्दाया फैगनवाडी लसॊगर के ऩास फाॊधी गई 6 MLD ऩानी की टाकी िो लशवािीन नगय औय फैगनवाडी के 12 MLD की िरुयत ऩूयी कयता है | महाॉ के ऩानी का सभम िो ऩहरे सफ ु ह 5 से 10 फिे तक था | िो अफ 7 सार से सफ ु ह 7 से रेकय 8 .30 फिे तक कय ददमा है |

फैंगनवाडी पवबाग भै साभाजिक काभ कय यहे लसयाि बाई ने ऩानी सभस्मा ऩय हभें िानकायी दी | िैसे शाॊनत नगय पवबाग भै उन्होंने 11 रोंगो की पईर फनाकय BMC ऑक्रपस भै नर कनेक्शन के लरए अिी की | दो भहीने होने ऩय BMC से कुछ बी काभ नही हो यहा था | लसयाि ने मव ु ा सस्था के भदत से त्रफ एभ लस भै RTI से पाईर का िवाफ भाॉगा . तफ से पाईर ऩय काभ र्चारू हुवा| 11 फ़ाइर से 3 पाईर को यद्द क्रकमा गमा . फाक्रक ९ पाईर ऩय एक सार होने को अमा है आि बी काभ र्चारू है |

फैंगनवाडी भै 30 सार ऩहरे की िुनी ऩाईऩ राइन है . ऩाईऩ ऩय र्चावी ( वार ) कहाऩय है औय क्रकतना ऩानी छोड़ा मा ननबषय कयता है .मह ऩनी सभस्मा ऩय एक कायन है औय BMC की ऩयु ाणी ऩाईऩ राइन है . रीकेि है उससे ऩानी फहता है |

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ऩानी के सभस्मा के कायन  तकननकी १) ऩानी की ऩुयाणी लसस्ट्नभ - फैंगनवाडी भें आि बी िलभन के अन्दय से ऩाईऩ से ऩानी आ यहा है | वह ऩाइऩ 25 से 30 सार ऩहरे ऩुयाने है | उस सभम औय आि फैगनवाडी की आफादी कई गुना फढ़ गमी है | महाॉ की ऩाइऩ की हारत इतनी िय िय हो गई है की ऩाइऩ का फहुत साया ऩानी लरकेि के रूऩ भें फहीता िाता है |

 टुं की की ऺभता -BMC अधधकायी िहा कहते है की हभ फैंगनवाडी औय लशवािीनगय को 12 MLD ऩानी दे ते है (RTI से िानकायी लभरी है )| वही ऩय फैगनवाडी के लसग्नर के ऩास फाॊधी गमी ऩानी की टॊ की की ऺभता 6 MLD है .िीस भें रम्फे रयिवय वामय से ऩानी आता है |िो फैंगनवाडी से 5 क्रकरो भीटय दयू है |

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फैगनवाडी औय लशवािीनगय को 24 घॊटे भें लसपष एकी फाय दो घॊटे के लरए ऩनी छोडा िाता है | औय मह सभम सुफह 7 फिे से 9 फिे तक का होता है |

 आधथषक थके हए बफर BMC के अधधकायी कहते है , की फैंगनवाडी भै िीतने बी उऩबोगता ऩानी इस्तेभार कयते है | उनभे से ज्मादा तय रोग एसे है , की वह कई वषो से ऩानी इस्तेभार कयते है | औय उस ऩानी का त्रफर नहीॊ बयते है ,मह याशी १ राख से ऊऩय हो िाती है | रोंग नहीॊ डयते है िफ िफ BMC के अधधकायी उनका ऩानी कनेक्शन कट कय दे ते है ,तफ वह क्रकसी औय व्मजक्त के नाभ से नर रेते है |क्रपय ऩानी इस्तेभार कयने रगते है इस तयह की सभस्मा बी महाॉ के ऩानी सभस्मा का कायन है |

एजुंट से कनेक्शन जल्द औय सस्ता सभरता है | फैंगनवाडी भै यहने वारे रोंग ज्मादा तय नर का कनेक्शन एिेंट के भाध्मभ से रेते है | इसके लरए ज्मादा तय BMC की क़ानूनी प्रक्रकमा औय उनके अधधकायी ही जिम्भेदाय है | 1) एिॊट के भाध्मभ से कनेक्शन रेने ऩय वे 1995 ने के कागिाद नहीॊ भॊगाते है | 2) वे फहुत कभ सभम भै नर िोड कय दे ते है | 3) उऩबोगात को BMC कामाषरम के र्चक्कय नहीॊ रगाने ऩड़ते है |

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 साभाब्जक रोंग गय फ ,योजभाया के जीवन याजकीम से जूझते हए प्रककमा के सरए वक्त नह ुं है |

फैंगनवाडी के यहने वारे रोंगो भै ज्मादा तय रोंग भेहनत भिदयू ी कयने वारे है | जिसभे ियी का काभ , टे रय का काभ, फकर फनाना , िुते का काभ , सालभर है | तो कुछ रोंग है िो दस ु ये रघु गह ृ उद्मोग कयते है , िैसे ऩाऩड़ फनाना , ऩानी ऩयू ी यगडा इत्मादी सालभर है | तो कुछ रोंग ऐसे बी है दस ु ये एरयमा भै िाकय हभर , नोकय औय वार्चाभन. घयकाभ काभ बी कयते है | महाॉ ऩय यहने वारे रोंग ज्मादा तय ऩयप्राॊती है , जिसभे उत्तय प्रदे श , त्रफहाय के भुख्म रूऩ से है महाॉ भुजस्रभ ,फोजध्धष्ट्ट औय दहन्द ू इस सॊप्रदाम के रोंग भुख्म रूऩ से है इनके आधथषक आभदनी को फर्चत यखने िैसे

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आभदनी नहीॊ होती | महा ऩय सयकायी काभ ऩय रोंगो की सॊख्मा कभ है | गाव भै गयीफी के कायन शहय भै आना ऩड़ा है | महा ऩय बी यािकीम बाषण फािी के आरावा इन रोंगो को आि बी कुछ नहीॊ लभरा है | वही आि बी कही रोंग झोऩड़ों भै यहते है | वाही गॊधे भाहोर भै , घय भै रोंग हभेश फीभाय यहते | भाहोर भै कुछ बी सध ु ाय नहीॊ हुआ है |

अऩने अधधकाय के फाये भें जानकाय नह ुं है महाॉ के यदहवाशी ज्मादातय भिदयु औयअलशक्षऺत है | िो महाॉ क्रक क़ानूनी व्मवस्था के फाये भें िानकायी नहीॊ है |उन्हें BMC के द्वाया भुफ्त भें बेिी गई टॊ कय का ऩानी रोगो को रूऩमे रे कय ददमा िाता है |नर के 1 इॊर्च के कनेक्शन के लरए BMC भें िहा 4 से 5 हिाय रूऩमे रगते है , वही रोग दरार के भाध्मभ से 25 से 30 हिाय भें नर रगाते है | क्मोक्रक उन्हें BMC क्रक क़ानूनी प्रक्रिमा क्रक सही िानकायी नहीॊ है |

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 BMC के अधधकाय की भगरुय. BMC के एभ - वाडष के अधधकायी अऩनी जिम्भेदाय सही रूऩ से नहीॊ ननबाते है | हभ ऩानी की सभस्मा को रेकय िाते है , हभें कबी इधय, कबी उधय र्चक्कय रगते है | िफ लसयाि बाई ने नर कनेक्शन के लरए दस्तावेि िभा क्रकमे| तबी दो भहीनो तक उनके पईरो को अधधकारयमो ने अनदे खा क्रकमा था| लसयाि ने मुवा सॊस्था के भदत से सुर्चना के अधधकय का

इस्तेभार से पाईर के फाये भै सवार क्रकमे तो , उनके पाईर ऩय काभ र्चारू हो

गमा | ऩय वह लसपष ददखावा था| आि एक सार के फाद बी उनके नर नदह आमा है | इसके साथ साथ भॊगेश की कहानी से ऩता र्चरता है की ऩानी न आने फाफिूद बी उने

त्रफर आता था | उन्हें नमा कनेक्शन बी नहीॊ िोड़कय ददमा गमा | वाही सन्दे श कहता है की नमे कनेक्शन के लरए BMC ऑक्रपस भे अधधकायी के ऩास कई फाय र्चक्कय रगामे | क्रपय हभने भिफूयी भे दरार का सहाया लरमा .

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 अनाधधकृत नर जोड़ना

फैंगनवाडी भें िफ कोई व्मजक्त अनाधधकृत नर कनेक्शन रेता है , तो उसी के साथ साथ दो अन्म व्मजक्त के कनेक्शन ननकारते है | ऩानी के दरार औय BMC के अधधकायी की लभरी बगत से उस कनेक्शन को ददमा िाता है | इससे लभरने वारी यकभ दरार औय BMC के कुछ अधधकायी आऩस भें फाट रेते है | जिससे उनकी अच्छी खासी कभाई हो िाती है , औय उस व्मजक्त को बी कबी ऩानी त्रफर बयने की िरुयत नहीॊ होती है िो ऩूयी तयह से गैय क़ानूनी है |

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याज कायन - ऩानी industry - BMC की सभर बगत . लशवसेना के वाडष अध्मऺ ने कहा की इस पवबाग भै सभािवादी की सता है . लशवािीनगय- भानखुद के अभदाय आफू आज़भी है | औय उनके ४ नगय सेवक है | खासदाय याजष्ट्रवादी ऩऺ का है , BMC भै लशवसेना की सत्ता है . मह तीनो लबन्न ऩऺों के विह फैगनवाड़ी ऩानी सभस्मा का कायन है | फैगनवाड़ी भै ऩानी सभस्मा तमाय की है , BMC के कुछ अधधकायी िवाफदाय है , सभािवादी के नगयसेवक ने ऩानी सभस्मा ऩय धयना आन्दोरन क्रकमा था | कुछ ददन पवबाग भै ऩानी िादा आमा था |

ऩूवष नगयासेपवकाने कहा की ३० सार ऩहरे आि की रोकसॊख्मा १० गुना फढ़ी है | पवबाग भै ऩानी का ननमोिन िन ु े ये कड़ से हो यहा है | इस लरए सबी को ऩानी नहीॊ लभरा | इसऩय BMC अधधकाय की कहते है , इस पवबाग भै काभ िादा है औय कभषर्चायी की सॊख्मा कभ है | याज कयनी फस्ती के वोटसष को थोडा दे ना औय िरूयतभॊद यखना ( अगरे इरेक्शन के लरए ) लसयाि बाई ने कहा की फैगन वाड़ी औय लशवािी नगय के रोंगो को ऩानी की सभस्मा के भुख्म जिम्भेदाय महाॉ के यािकायण है वो नहीॊ र्चाहते की महाॉ के रोंगो की ऩानी की सभस्मा दयू हो क्मों की इरेक्शन भै वो ऩानी का भुद्दा फनाकय रोंगो से वोट भागते यहे | . 32


 ननधध फनाने का स्रोत ( टुं काय चराना )

-भर ु ाखत भै KEY ने हभें टॊ कय के BMC के ननमभ के फाये भै फतामा | िैसे BMC से टॊ कय के लरए , िो व्मजक्त ऩानी त्रफर सभम ऩय बयते है , उनका त्रफर िभा कयने ऩय ही फस्ती भै टॊ कय उऩरब्ध होता है | इसका एक कायन बी है वह व्मजक्त ऩानी का टै क्स बयता ह | मही टॊ कय फस्ती भै िाने के फाद ऩाटी कामषकताष ऩानी को फेर्चते है , कहते है ड्राव्हय को र्चामऩानी दे ना है | स्थाननक नागरयक भॊगेश से टॊ कय के फाये भै ऩछ ू ने ऩय उन्होंने कहा की हभ टॊ कय का ऩानी खयीदते है . फस्ती भै टॊ कय आने ऩय रोंगो भै ऩानी बयने ऩय झगड़े बी होते है . टॊ कय आने का कोइ सभाई नहीॊ होता . हय एक ड्रभ के लरए ३० रूऩए दे ना ऩड़ता है . िफ फयसात के ददनों भै टॊ कय का ऩानी नहीॊ र्चादहए होता तो बी

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भिफयू ी भै टॊ कय वारे से ऩानी रेना ऩड़ता है . ऩानी रेने से भना कयने ऩय गभी के भोसभ भें ऩानी नहीॊ लभरेगा मह फात की फोरते दे ते .

 अऩना नाभ कयना ( ससुंटेक्स की टककमा )

आफू आज़भी ने अऩने पॊड से पवबाग भै ऩानी का टॊ कय र्चारू है | सुिर मोिना के अन्तयग ऩानी की टाकी रगाई गई है | शाॊनत नगय भै बी एक ऩानी की टाकी फॊधाकय ददए है | हभायी भाॊग मह है की सबी घयोतक ऩानी आना र्चादहए | ऩुष्ट्ऩा - हभाये पवबाग भै की ऩहरे ऩानी की टाकी त्रफठाई 2 भहीनो तक टॊ कय से ऩानी फयाफय आता था | फाद भै ब्रू ऩाईऩ राईन से नर कनेक्शन टाकी भै छोड़ा गमा | उससे हय एक घय को दो कैन ( 90 LTR ) ऩानी लभरता है जिससे रोंगो की योि ऩानी की िरुयत ऩूयी नहीॊ हो ऩाती है |

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 BMC फढती हई रोकसुंख्मा औय जरुयत को अनदे खा कयता

BMC ने 20 से 25 सार ऩहरे अॊडय ग्राउॊ ड टै फ कनेक्शन त्रफठामा था | जिसके भाध्मभ से रोगो को ऩानी की सुत्रफधा कय के दी गमी उस सभम फैंगनवाडी की आफादी कभ थी

|तबी उस सभम रोगो को ऩानी आसनी से लभर िाता था ,रेक्रकन आि फैंगनवाडी की आफादी 4 गुना फढ़ गमी है , रेक्रकन उसके टै फ कनेक्सन भें कोई फदराव नहीॊ आमा है | 20 सार ऩहरे आफादी कभ थी उस सभम ऩानी सुफह 5 से 10 फिे तक लभरता था वही

पऩछरे 7 सार से ऩानी सुफह 7 से 8 .30 फिे तक ही लभर ऩता है , िो महाॉ की आफादी के अनुरूऩ फहुत कभ है

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 कभषचाय का अधधकृत जोड़नी भै सहबाग ब्जससे ऑकपस की प्रकिमा को नाकाभ फनाना.

15 से 20 सार ऩहरे पवबाग भै सावषिननक नर से रोंग ऩानी बयते थे | उसके फाद ग्रुऩ भै रोगो ने नर रेकय घय भै ऩानी बयते थे| इससे रोंगो को ऩानी सभस्मा से आयाभ लभरा था | भॊगेश ने 9 सार ऩहरे 27 हिाय भै उन्होंने 5 घय एक साथ आकय ग्रुऩ भै ऩानी कनेक्शन लरमा था | कुछ ददनो के फाद नर भै ऩानी आना फॊद हो गमा है | रेकीन ऩानी का त्रफर सभम ऩय आने रगा रेक्रकन नर भै ऩानी नहीॊ आता था| उन्होंने BMC ऑक्रपस भै ऩानी न आने ऩय लरखखत अिी की आऩ ऩहरे त्रफर बयो उसके फाद आऩको नर कनेक्शन दस ू यी िगह से दे गे | उन्होंने ऩैसे बये ऩय आबी तक उनको नर कनेक्शन नहीॊ लभरा| िफ लसयाि ने 11 रोंगो को िभा क्रकमा नई ऩानी कनेक्शन के लरए bmc ऑक्रपस भै अिी की उसे 2 भहीने तक कोइ िवाफ नहीॊ लभरा| उन्होंने RTI के तयप से िानकायी भाॊगी तो पाईर ऩय काभ होने रगा उसभे से दो पाईर यद्द की उससे कागि ऩि अधूये थे | आि एक सार होने आमा है , कनेक्शन नहीॊ लभरा है |. इस फात के लरए लसयाि BMC के अधधकायी औय उनसे िुड़े रोंगो को दोषी भानते है | क्मोक्रक वह अधधकयी ऩैसे ददए त्रफना काभ नही हो सकता है | वदह नर कनेक्शन का काभ आऩ फहाय दरार को भोठी यक्क्भ दे ने ऩय एक भहीने के अन्दय नर कनेक्शन लभरेगा |

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भैऩ के आधाय ऩय

* राम्फे रयिवष वामय से फैंगनवाडी िन्क्शन टाकी भै ऩानी आता है | फैंगनवाडी टाकी से सुफह 7 फिे से 8.30 फिे तक ऩानी फैंगनवाडी औय लशवािी नगय भै ऩानी छोडा िाता है | फैंगनवाडी िन्क्शन टाकी के ऩाईऩ का व्मास 750 लभरी भीटय इतना है | फैंगनवाडी ऩाईऩ का व्मास लबन्न लबन्न पवबाग भै लबन्न है िैसे कुछ िगह ऩाईऩ का व्मास 30"18" 12" 9 " इॊर्च इतना है | ऩाईऩ का ऩानी सन्दे श के भुराकात से हभें ऩाईऩ की ऩानी िानकायी लभरे िैसे सन्दे श ने 2010 भै 6 घयोने 1 इॊर्च का ऩाईऩ का कनेक्शन लरमा है | इस कनेक्शन के लरए उन्हें ग्रुऩ भै ऩूया खर्चाष 72000 हिाय रुऩमे आमा है | मह कनेक्शन रेने के ऩुयीॊ प्रक्रकमा भै दरार की भद्दत री है | मह काभ 15 ददन भै ऩूया क्रकमा है . सबी नफॊय को BMC के ऩाईऩ भै से 5 कैन बयते है फर्चा ऩानी औय रोंगो को फेर्चते है .एक सार हो गमा है त्रफर नहीॊ आमा है |

* पऩरा ऩानी मह ऩानी उसी पवबाग भें ज्मादातय लभरता है जिस पवबाग भें BMC के टै फ कनेक्शन नहीॊ है ऩुष्ट्ऩा से हभने पऩरा ऩानी के फाये भे िानकायी लभरी है . मह ऩानी िालभन भै 15 से 20 पुट खड्डा खोदने ऩय उऩरब्ध होता है | मह फस्ती भॊफ ु ई के पेके हुए कर्चये ऩय वसी हुई है | मह खड्डा अऩने घय भै ही खोदा है ,क्मोक्रक फहाय िगह न नदह होती | ऩीरे ऩानी के लरए 6 से 7 हिाय रूऩए खर्चाष होता है | ऩीरे ऩानी क्रक एक विह बी है , ऩहरे फैंगनवाडी मह फस्ती भै कर्चया पेका िाता था | कर्चये ऩय रोंगो ने अऩने घय फाॊधे है |. फैंगनवाडी भै ऩानी की सभस्मा ऩय रोगो ने मह एक ऩमाषम ननकरा है वह पऩरा ऩानी घय काभो भै इस्तेभार राते है | जिससे रोगोकी िरुयत ऩूयी होती है . इस पऩरे ऩानी के लरए बी रोंगो को ऩैसे दे ने ऩड़ते है . 35 LTR के 2 रुऩमे . भिफूयन रोंग मह पऩरा ऩानी खयीदते है . मह ऩानी भोटय के भद्दत से खीर्चा िाता है |मह ऩानी घयो के फहुत 37


से काभो भै इस्तेभार कयते है , िैसे कऩड़ा धोना , फतषन धोना, सोर्चारम, ऩेड ऩोंधे औय फहाय की साप सपाई िैसे काभो भें इस्तेभार कयते है | मह पऩरा ऩानी घय के रोंगो से ज्मादा कायखानों भै यहने वारे रोंग िादा इस्तेभार कयते है |

*टुं कयकी ससस्टभ भें सफ कैसे औय कहा चरता है ,मे फताना कपय ननष्कषष फैंगनवाडी के जिस पवबाग भें BMC के टै फ कनेक्शन से ऩानी नहीॊ लभरता ,उस पवबाग भें BMC अऩना ऩानी टॊ कय बेिती है तो कबी नगयसेवक के पॊड से ऩानी आता है | मह ऩानी भुफ्त भें यहता है ( BMC के अधधकायी की लभरी िानकायी से )|िफ मह टॊ कय फस्ती भें आनत है ,तफ उस टॊ कय ऩय ऩानी भाक्रपमाओ का याि हो िाता है | जिसे वह योड के क्रकनाये यखी गई लसॊटेक्स की टाकी भें डारकय मा टॊ कय से ही रोगो को 5 से 10 रुऩमा केन(30LTR )मा 30 से 50 रुऩमा ड्रभ (300LTR )ऩानी फेर्चा िाता है |रोगो को मह कहता है की मह रुऩमा ड्राइवय के र्चाम ऩानी के लरए मा उसके लरए रेता है , िो मह ऩानी भॉगाने भें भदत क्रकमा है |

ऩऺ के अध्मऺ अशोक ने भुराकात भै कहा की - ऩानी भाक्रपमा ऩानी का टॊ कय भॉगाकय

उस ऩानी को अऩने घय के अॊदय फने उसी टाकी भै टॊ कय का ऩानी िभा कयते है . उस

िभा ऩानी को 5 रूऩमे भें 35 लरटय के दहसाफ से रोगो को फेर्चते है | मह ऩानी 24 घॊटे उऩरब्ध होता है | टन्कय ऩानी कहासे आत है ? ऩानी कैसा होता है ? महाॉ के रोंगो को भारूभ नहीॊ है ऩय रोंगो की मह िरुयत है , िो ऩूयी होती है |

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BAIGANWADI GOOGLE MAP

मह ऩानी राम्फे रयिवष वामय से फैंगनवाडी टाकी भै अत है | टाकी से सुफह 7 फिे ऩानी फस्ती भै छोड़ा िाता है फस्ती भै 8.30 तक ऩानी रोंगो को लभरता है | ऩाईऩ का ऩानी सन्दे श के भुराकात से हभें ऩाईऩ की ऩानी िानकायी लभरे िैसे सन्दे श ने2010 भै 6 घयोने 1 इॊर्च का ऩाईऩ का कनेक्शन लरमा है | इस कनेक्शन के लरए उन्हें ग्रऩ ु भै ऩयू ा खर्चाष 72000 हिाय रुऩमे आमा है | मह कनेक्शन रेने के ऩयु ीॊ प्रक्रकमा भै दरार की भद्दत री है मह काभ 15 ददन भै ऩूया क्रकमा है | सबी नफॊय को BMC के ऩाईऩ भै से 5 कैन बयते है फर्चा ऩानी औय रोंगो को फेर्चते है .एक सार हो गमा है त्रफर नहीॊ आमा है | पऩरा ऩानी ऩष्ट्ु ऩा से हभें पऩरा ऩानी के फाये भे िानकायी लभरी है | मह ऩानी िालभन भै 20 क्रपट खड़ा खोदने ऩय उऩरब्ध होता है . मह खड़ा अऩने घय भै ही खोदा है | फहाय िगह न होने के कायन . ऩीरे 39


ऩानी के लरए 6 से 7 हिाय रूऩए खर्चाष आता है | ऩीरे ऩानी का बी एक कायन है फैंगनवाडी मह फस्ती ऩहरे कर्चया पेका िाता था | वाही ऩय रोंगो ने अऩने घय फाॊधे है | फैंगनवाडी भै ऩानी की सभस्मा ऩय रोंग पऩरा ऩानी इस्तेभार कयते है | जिससे रोगोकी िरुयत ऩूयी होती है | इस ऩानी के लरए बी रोंगो को ऩैसे दे ने ऩड़ते है | 35 LTR के 2 रुऩमे होते है |भिफूयन रोंग ऩानी खयीदते है . मह ऩानी बी भोटय के भद्दत से खीर्चा िाता है ऩानी घयो के फहुत से काभो भै इस्तेभार कयते है , िैसे कऩड़ा धोना , फतषन धोना सोर्चारम ऩेय ऩोंधे औय फहाय की साप सपाई िैसे काभो भें इस्तेभार कयते है | मह पऩरा ऩानी घय के रोंगो से ज्मादा कायखानों भै यहने वारे रोंग िादा इस्तेभार कयते है | टुं कय की ससस्टभ भै सफ कैसे औय कहा चरता है , मे फताना कपय ननष्काश जिस पवबाग भें हभ ने रयसर्चष क्रकमा उस त्रफबाग भें अरग अरग िगह ऩय ऩानी का टॊ कय यखा गमा है | उस टाकी भै BMC से टॊ कय का ऩनी छोड़ा िाता है , जिससे उस कम्मुननटी को ऩानी लभरता है | महाॉ टॊ कय का कोइ सभम नहीॊ होता है | ऩऺ के अध्मऺने कहा -कबी कबी BMC के टॊ कय फस्ती भै हे यापेयी बी होती है जिससे उन्हें ऩानी नहीॊ लभरता है वाही ऩानी PVT टॊ कय से खयीदना ऩडत है | जिसके लरए उन्हें ऩैसे दे ने ऩड़ते है | जिसके लरए बी गदी होती है .-अशोक िी ने हभें ऩानी का भायकेट के फाये भै िानकायी दी उन्होंने कहा की ऩानी भाक्रपमा अऩने घय के अॊदय िलभन भै ऩानी की टाकी फनाते है उसी टाकी भै टॊ कय का ऩानी िभा कयते है | िभा ऩानी रोंगो को 35 LTR 5 रूऩमे के दहसाफ से फेर्चते है | मह ऩानी 24 घॊटे उऩरब्ध होता है | ऩानी कहासे आत है महाॉ के रोंगो को भारूभ नहीॊ है ऩय रोंगो की मह िरुयत है िो ऩूयी होती है |

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ऩुकाय मूथ पेरोलशऩ हय मूवा वगष के सोर्च को एक नई ददशा दे ने का काभ कयती है ,िो हभाये पवबाग से िुड़े

सभस्माओ को रे कय ग्रुऩ रयसर्चष कयने का भौका दे ती है |ऐसा ही

भौका हभाये ग्रुऩ के साथ िो हभ ने 2011 -12 भें गोवॊडी के फैंगनवाडी भें ऩानी के

असभान पवतयण को रयसर्चष के भाध्मभ से सभिने औय िानने का भौका ददमा | इस भें हभ ने रोगो का इॊटयव्मू ,BMC के ऩानी पवबाग ,ऩाटी कामषकयता ,RTI औय NGO से िानकायी लरमा |

इस एक सार क्रक रयसर्चष प्रक्रिमा भें फैंगनवाडी के ऩानी सभस्मा के कायणों का ऩता रगमा | जिसभे BMC के टै फ कनेक्शन के भाध्मभ से ऩानी ,टॊ कय से ऩानी औय पऩरा ऩानी के फाये िाना | फैंगनवाडी लसग्नर के ऩास BMC के भाध्मभ से फाॊधी गमी टॊ की िो फैंगनवाडी क्रक ऩानी क्रक िरुयत को ऩूया नहीॊ कयता क्मोक्रक उसकी ऩानी िभा यखने क्रक ऺभता कभ है | इसके साथ- साथ महाॉ के ऩानी भाक्रपमा बी महाॉ के रोगो को ऩानी क्रक िरुयत तो ऩूया कयते है , रेक्रकन फदरे भें भनभाना रुऩमा रेते है | िो महाॉ के नागरयक के साथ ऩानी को रेकय अन्माम होता है | महाॉ योड न .11 से 14 तक ऩानी को रेकय रोग तयसते है | वही योड न .11 से ऩहरे रोगो को इतना ऩानी लभरता है क्रक वह इस ऩानी को फेर्चते है | िफ हभ ने इस ऩानी व्मवसाम कयने वारे से इस व्मवसाम के वाये भें ऩूछा तो उन्होंने हभें कुछ बी फताने से इॊकाय कय ददमा

BMC के भफ् ु त टॊ कय का ऩानी बी रोगो को रुऩमा दे कय लभरता है , इस ऩानी के लरए आऩस भें पववाद बी होता है | िफ फयसात के ददनों भें इस ऩानी क्रक िरुयत नहीॊ होती

है , तबी बी इनसे ऩानी रेना ऩड़ता है क्मों क्रक गभी के ददनों भें ऩानी नहीॊ लभरेगा | मह कह कय धभकामा िाता है | मह ऩानी कहा से राते है ? क्रकतने का राते है ? मह रोगो को नहीॊ फतामा िाता है , िफ क्रक रोगो से मह कह कय रुऩमा लरमा िाता है क्रक ड्राइवय को र्चाम ऩानी का ऩैसा दे ना है | साप ऩानी भैंहगा होने के कायन महाॉ के रोग िभीन से खडा खोदकय ननकारते है ,

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िो ऩानी पऩरा होता है औय वह दपू षत होता है क्रपय बी रोग इसे भज़फयू ी भें इस ऩानी को इस्तेभार कयते है |

महाॉ ऩय यहने वारे रोगो को कई वषो से इस ऩानी की सभस्मा के सहाये छोय यखा है

औय मे ऩानी की अऩनी िरुयत ऩयु ा कायने के लरए घय के भदहरा ,ऩरु ु ष ,फढ़ ू े औय फच्र्चे सबी को फहाय से ऩानी राना ऩड़ता है | जिसके जिम्भेदाय महाॉ के BMC के M वाडष ,यािननतीक ऩाटी औय ऩानी दरार है , िो कई वषो से ऩानी के नाभ ऩय इनका शोषण कयते है | कोई यािननतीक ऩाटी ऩानी के नाभ ऩय वोट भाॊगता है , तो कोई ऩानी का कनेक्शन कय दे ने के नाभ ऩय भोदट यकभ रेता है | महाॉ के स्थाननक ऩानी भाक्रपमा ऩानी की िरुयत ऩूया कयने के नाभ ऩय वह योि हिायो कभाते है |

महाॉ के नागरयक को ऩानी के आशवासन के नाभ ऩय कई फाय अॊडय ग्राउॊ ड ऩाइऩ डार ददमा गमा रेक्रकन उसभे कबी सही रूऩ से ऩानी नहीॊ आमा रेक्रकन ऩानी के नाभ ऩय रोगो के BMC से ऩानी का त्रफर आता यहा | |क्मोंकी महाॉ ऩय िो यहने वारे रोग है , वह गयीफ ,भिदयु है जिसके दहत का कोई सोर्चता नहीॊ

इस रयसर्चष प्रक्रिमा भें ग्रऩ ु के साथ-साथ हभाये कोडडनेटय अलभता लबडे औय सन ु ीर गॊगावने का भहत्वऩूणष मोगदान यहा जिसने हभें सभम सभम ऩय भागष दशषन कयते यहे |

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