बेरोजगारी बाबा नगर में बेरोजगारी की समस्या का अभ्यास में टालिटी ग्रुप
बाबा नगर (गोवंडी) बस्ती में बेरोज़गारी की समस्या १. मह ु म्मद साककब शमीम शैख़ २. आससफ ज़रीना शैख़ ३. बबलू महें द् ठाकुर ४. सुनील गुलाबचंद कश्यप ५. इन्द्रससंग मानससंह आउजी ६. नसरीन तज्मल ै अंसारी ु हुसन ७. नाजमा मुहम्मद मुस्तफा हाशमी ८. नेहा परवीन असलम शैख़ ९. युसूफ यासीन शैख़ १०. ए.एस.सय्यद फेसससलटे टर: प्रियंका गजसिये और सुनील गंगावणे अलममें टर: सलीम खान
पक ु ार ररसचच फेलोसशप २०१७-२०१८
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इंडेक्स
3
नम्बर
प्रवषय
पेज नम्बर
1
शुक्रिया
4
2
प्रस्तावना
5
3
रिसर्च मेथडोलोजी
9
4
हं मािे ग्रुप का वकच
12
5
ललटिे र्ि रिव्यु
21
6
डेटा-अनालललसस
25
7
नतीजे
51
8
लशफािश
54
9
रिफिे न्स
56
10
जोड़
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शुक्रिया हम सबसे पहले magic bus के TMO िै सम जी, मकसद ू लसि औि उनकी टीम के
हम EdelGive औि प्रभाकांत लसंह जी के आभािी है इन्हों ने हमे फण्ड ददया
आभािी है के उन्होंने हम को पुकाि के बािे में बताया ही नही बल्कक उन से
ताक्रक हम अपनी रिसर्च कि सके।
जुड़ने का मौका भी ददया औि हमािी बहोत मदद भी ताके हमािी बस्ती में बदलाव ला सके ल्जसकी वजह से हमािे कॅरिअि बनाने में कामयाब होसके। हम बहोत खुस क्रकस्मत है की पुकाि ने हमे पुकाि का
रिसर्च किने का मौका ददया हम
तह ददल से शुक्रिया अदा किते है ।
हम पक ु ाि के सभी फेलो ग्रप ु के आभािी है जो पिू े साल लमलकि हमे अपने सझ ु ाओं औि अपनी ज्ञान, अपनी सलादहयतों से हमािी मदद किते िहे औि हमको साथ लेकि भी र्लते िहे । औिहमािे परिवाि के सभी मेम्बि औि सबसे ज्यादा हमािे अम्मी अब्बू का शुि-
हम उनका भी शुक्रिया अदा किते है ल्जन हो ने हमे
इंटिव्यू ददया अपना
क्रकतमती वक्त ननकाल के जैसे क्रक ज्ञानसाथी,प्रथम,धमच भाितीय लमशन औि आजीवकि बीविो आप सभी का बहोत बहोत शुक्रिया. औि हम बाबा नगि बस्ती के लोगो का भी शुक्रिया अदा किते है उन्होंने सवे में अपना सहभाग ददया।
गज ु ाि है जो हमे पक ु ाि से जड़ ु ने औि पिू े साल बस्ती में रिसर्च किने की इजाजत दी । औि हमािे दो बहोत ही खास दोस्त बबलू औि अब्दल ु ा ल्जनके बगेि शायद ही हमािा ये रिसर्च पिू ा हो पाता। ये दोनों हमािे ही ग्रप ु के मेम्बि थे लेक्रकन कुछ
हम अपने बहोत ही खास लोगो का शुक्रिया अदा किते है हमािे फेलसललटे टि
कािण के वजह से उन्हें ये ग्रुप को छोड़ना पड़ा था लेक्रकन वो हमे आज भी
प्रप्रयंका, सुनील औि हमािे एलम-में टोि सलीम का शुक्रिया अदा किते है ये सभी
मदद किते आिहे है र्ाहे वो कोई भी काम हो।
लोगो ने हमािे रिसर्च से साल भि जुड़े िहे । औि हमािे वकचशॉप लेने वाले रिसोसच पसचन का
शुक्रिया अदा किते है ल्जन्होंने
रिसर्च के बािे में बहोत कुछ बताया की रिसर्च कैसे किते है , अपनी अनुभव के जरिये लसखाया ।
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प्रस्तावना बेरोजगारी ये शब्द सुनकि हमािे सामने एक ऐसा व्यल्क्त
EAST वाडच का HDI 0.05 है . वैसे तो गोवंडी में कई बल्स्तयााँ हैं
ददखाई दे ता है , जो कोई काम न किता हो, उसको कोई पैसे नहीं
लेक्रकन हम आपको बताएंगे बाबा नगि बस्ती के बािे में , बाबा
लमलते हो, औि हमािे ग्रुप के ओप्रेस्नल परिभाषा के तहत जो
नगि बस्ती ये वो बस्ती है जो एक
व्यक्तत काम करना चाहता है और उस काम को करने में वो
कर्िे के ढे ि पि बसी है क्योंक्रक यहााँ पि पूिे भाित का सबसे बडा
सक्षम िी है कफर िी उसे काम नहीं समल रहा हो, पि
डंप्रपंग एरिया है औि यह बस्ती के पीछे की तिफ फैला हुआ है
क्या
हमने कभी ऐसे बेिोजगाि व्यल्क्त के बािे में किीब से जाने के
औि बस्ती के एक तिफ बड़ा सा नाला है . इस बस्ती में भी वैसे
कोलशश की?
तो हि जगह क्रक तिह अलग-अलग समस्या है जैसे की पानी,
वैसे तो ये बेिोजगािी आज पूिे भाित दे श के सामने एक बडी समस्याओं में से एक है लेक्रकन यहााँ हम आप लोगो के सामने एक छोटी जगह में होने वाली बेिोजगािी की समस्याओं को बताएंगे!
आता है . जो मूलभूत सुप्रवधाओं से एकदम पिे है औि मुंबई का
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समस्या इतनी छोटी बस्ती में भी है . इस समस्या पि यहााँ ज्यादा कोई ध्यान नही दे ता है बस्ती में बहोत सािी संस्थाए है लेक्रकन उनमे से कुछ ही संस्थाए है जो बेिोजगािी के मद् ु दे पि काम किती है . लेक्रकन हमािे ग्रप ु ने बस्ती की इस समस्या को औि भी
गोवंडी, मुंबई का एक ऐसा इलाका है मुंबई के M-EAST वाडच में सबसे कम प्रवकलसत वाडच है . मुंबई का
बबजली, शोर्ालय, लशक्षा आदद. लेक्रकन बेिोजगािी ये इतनी बड़ी
HDI 0.56 है जबक्रक M-
किीब से जानने के ललए इसपि रिसर्च क्रकया है औि आपके सामने हम पेश कि िहे है .
हमािे ग्रुप के हि सदस्य का ददन में से आधा वक़्त इसी बस्ती
बेिोजगाि व्यल्क्त की, जो ना खद ु की जरुितो को औि नाही
में बीतता है , तो जादहि सी बात है की हम इस बस्ती के बािे में ,
अपने परिवाि की जरुितो को पूिा कि सकता है , उसकी सबसे
समस्याओ के बािे में औि साथ ही यहााँ के लोगों के बािे हम भी
बड़ी वजह है बेिोजगािी की बीमािी की जकड़.
अच्छे से जानते है . हमािा बर्पन इस बस्ती में गज ु िा है औि हम बर्पन से हमािे घि के बड़ो औि समाज में जो हमसे बड़े है उनको दे खते आ िहे है की वो लोग िोज सुबह उठकि, नहा-धोकि काम किने के ललए ननकल जाते है औि शाम को थककि घि वापस आते है . ये उनके िोज का एक टाइम टे बल है . औि इसके उलट बस्ती में ऐसे लोग भी है ल्जनके पास काम नहीं है औि उनके घि की परिल्स्थथथ क्रकतनी बबगड़ी हुई है , औि उनके घि के हालत बहोत खिाब होते है , हमािे ग्रुप के कुछ सस्द्स्य ऐसे भी है जो इस बेिोजगािी की समस्याओ से गुजि र्क ु े है . इस बात से ये तो पक्का पता र्लता है की अगि घि के खर्ो को र्लाना है औि ल्जतनी जरूिते है वो पिू ी किनी है तो लाइफ में पैसे की औि एक अच्छे काम की क्रकतनी अहलमयत है . लेक्रकन जो लोग बेिोजगाि होते उनका क्या? िोटी, कपड़ा औि मकान ये हि व्यल्क्त की सबसे महत्वपूणच जरुित है , लेक्रकन अगि क्रकसी के पास काम ही ना हो औि पैसे ही ना हो तो मतलब वो व्यल्क्त अपनी बेलसक जरुितो को भी पूिा नहीं कि पा िहा है . ठीक ऐसी ही लाइफ होती है एक
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तो, गोवंडी की बाबा नगि बस्ती में बहोत ज्यादा िाइम होता है औि ल्जस बस्ती का आधे से ज्यादा ग्रुप नशा औि मािपीट किता हो, औि ल्जस व्यल्क्त की सोर् आज भी धमच के डि से दबी हो ल्जस डि से वो अपने घि की लडक्रकयों या औितो को घि से बहाि काम पि नहीं जाने दे ता हो. यह बुिायााँ यहााँ कैसे पैदा हुई है औि क्यों के कोई भी बिु ाई क्रकसी न कीसी कािण की वजहे से जनम लेती है इस के पीर्े बेिोज़गािी भी एक कािण हो सकती है औि उस बस्ती में बेिोजगािी क्रकतने हद तक फैली हो सकती है , तो आइये हम शुरुवात किते है उस बस्ती औि बेिोजगािी के बीर् के संबंध के बािे में जानने की हमािे ग्रुप ने इस संबंध को अच्छे से जानने के ललए बस्ती में 100 लोगो के साथ सवे क्रकया औि 2 यूथ ग्रुप से बातर्ीत भी की. औि साथ ही हमािे में टाललटी ग्रुप के रिसर्च के बािे में भी जानने की, हमे ये पूिी उम्मीद है आप इस रिसर्च को पढ़कि हमािे बस्ती की बेिोजगािी जैसी समस्या को समझ सकेंगे.
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रिसर्च मेथडोलोजी ग्रुप का नाम-
में टेसलटी ग्रुप (गोवंडी)
ररसचच का नाम –
बाबा नगि (गोवंडी) बस्ती मैं बेिोज़गािी की समस्या.
आदद इसललए यंहा पि जो पिे शानी है वो हमािा ग्रुप काफी हद तक जानता है , हम अपनी आंखों से ये सािी पिे शाननया दे खते है
औि खद ु भी इसका हि िोज सामना किते है , ये सािी पिे शाननया बाबा नगि बस्ती की हि गली औि हि घि मे दे खने लमलती है .
ररसचच प्रवषय-
बाबा नगि बस्ती में िहने वाले यूथ में बेिोजगािी की प्रॉब्लम
को होने वाली पिे शानी औि उसके असि।
है ,क्योंक्रक उनको पैसो की जरूित होती है औि वो काम कि सके.
बाबा नगि (िफी नगि पाटच -२) में बेिोजगािी के वजह से युवाओं
हमने यह प्रवषय तयों चन ु ा ?
पुकाि रिसर्च में हमािे ग्रुप का जो मुद्दा है वो बेिोजगािी है . हमािे ग्रुप के सािे सदस्य गोवंडी की बाबा नगि, संत ननिं कािी
नगि औि लशवजी नगि बस्ती में िहते है . लेक्रकन हमािा ग्रुप लसफच बाबा नगि की बस्ती पि ही रिसर्च क्रकया है . बेिोजगािी इस
सबसे ज्यादा दे खने लमलती है ,यंहा के यूथ अपनी पढ़ाई छोड़ दे ते
लेक्रकन यूथ को काम भी नही लमलता ल्जस वजह से वो बेिोजगाि भटकते है औि इसका बुिा असि उन पि, उनके परिवाि पि औि
पूिे समाज पि पड़ता है . हमािा ग्रुप एक युथ ग्रुप है इसललए हमािे ग्रुप के सािे सदस्यो की सोर्,समझ औि पिे शानी भी एक
दस ू िे से काफी लमलती जुलती है . गोवंडी में भी भाित के अलग अलग िाज्यो से लोग अपना गांव औि शहि छोड़कि आते है
मुद्दे पि रिसर्च किना ये हमािे ग्रुप के सािे सदस्य का फैसला
ताक्रक वो यंहा आकि काम कि सके ल्जससे उनका घि र्ल सके
सबसे आखखि वाला वाडच है . यंहा की आबादी भी इस समय बहोत
सािे सवालो का जवाब हमािे युथ ग्रुप को पता लगाना है .
था. गोवंडी ये मुम्बई में आने वाले सािे 24 म्युननलसपल वाडच में
ज्यादा है , यंहा पि िहने वाले लोगो को िोजाना ल्जंदगी में ना लमलने वाली सप्रु वधा जैसे क्रक हे कथ, साफ-सफाई,पानी,बबजली
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लेक्रकन क्रफि भी आज की ज्यादा युथ आबादी बेिोजगाि है , इन
हमारे ररसचच का मकसद-
१. हम बेिोजगािी से होने वाली पिे शानी औि उसके असि के बािे में जानेंगे. २. बेिोजगािी के कािण जानकि उसका हल ननकलने की कोलशश किें गे. ररसचच मेथड
सवे
इंटिव्यू
एफ.जी.डी. (फोकस ग्रप ु डडस्कशन)
1) सवे-
सवे ये मेथड हमने इसललए र्न ु ा है , क्यंक्रू क सवे के
जरिये हम बस्ती के लोग बेिोजगािी इस समस्या पि क्या सोर्ते
है वो जान सके. सवे ये एक ऐसा मेथड है ल्जससे हम जानकािी दे ने वाले से ज्यादा से ज्यादा जुड़ सकते है , हमने बाबा नगि बस्ती में 100 घिो में सवे क्रकया है , ल्जसमे हमने उनसे बेिोजगािी के क्या कािण औि असि होते है उसपि सवाल क्रकये.
से भी बातर्ीत किके उनसे भी जानकािी र्ादहए थी औि इंटिव्यू
ये एक ऐसा मेथड है ल्जसके जरिये हम हमािे सहभाथगयों से सवाल जवाब कि सकते है औि हमने एक्सपटच से आमने सामने बैठकि ही इंटिव्यू ललया है . 3)- एफ.जी.डी. (फोकस ग्रुप डडस्कशन)-
बेिोजगािी ये एक ऐसी
समस्या है जो आजकल के यथ ू के ललए सबसे पिे शानी वाला
मद् ु दा है , इसललए हमने रिसर्च में यथ ू के ग्रप ु से बातर्ीत की ल्जसमे हमने 2 एफ.जी.डी. (फोकस ग्रप ु डडस्कशन) ललए जो एक लडक्रकयों के ग्रप ु के साथ औि दस ू िा लडको के
ग्रप ु के साथ क्रकया, एफ.जी.डी. (फोकस ग्रप ु डडस्कशन) ये मेथड लेने की यही वजह है की यथ ू का इस मद् ु दे पि क्या मानना है
औि ग्रुप में हि एक से हमे अलग अलग जानकिी लमली जो हमािे रिसर्च के ललए बहोत जरूिी है . ररसचच िोसेसरिसर्च किने के ललए हम अलग लोगों से लमले उनसे बातर्ीत की
2) इंटरव्य-ू हमने इस रिसर्च में 3 संस्थाओ का इंटिव्यू ललया जो
औि बहोत सी जानकािी हालसल की. सवे किना इंटिव्यू लेना ये
हमने प्रथम उसके बाद ज्ञानसाथी (कारुन्या ट्रस्ट) औि अंत में
एक्सपटच से बातर्ीत की औि ललटिे र्ि रिव्यु क्रकया, वोक्शोप्स
काफी लंबे समय से बाबा नगि बस्ती में काम कि िही है , पहले धमच भािती लमशन नामक ऐसी 3 संस्थाए है . इंटिव्यू ये मेथड इसललए र्न ु ा गया क्यूंक्रक हमे बेिोजगािी इस मुद्दे पि एक्सपटच
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सािी र्ीजे हमािे ग्रुप के प्रोसेस का ही दहस्सा है , प्रोसेस में हमने अटें ड क्रकया, औि सबसे अच्छी बात है की इस प्रोसेस में सािी
र्ीजे हमने कवि की है . जैसे की हमने सवे क्रकया उसके ललए हमने सवाल तयाि क्रकये औि उसपि पायलेट क्रकया उसके बाद हमािे में टि के साथ फाइनल टर् ददया औि उसके बाद 100 घिो का सवे क्रकया, उसके बाद हमने एक्सपटच से इंटिव्यू ललया ल्जसके ललए हमने काफी समय तक सवाल तयाि किने में ददया औि 2 एफ.जी.डी. (फोकस ग्रुप डडस्कशन) ललए. ररसचच के एथथतस-
रिसर्च के ललए हमने जो भी काम क्रकया है वो ननयम औि रूल की दहसाब से क्रकया है , औि लोगों से सवे किने से पहले हमने उनसे कॉन्सटच फॉमच पि लसग्नेर्ि ललया औि उस सवे का फोटोग्राफी किने की मंजूिी भी ली है , औि इंटिव्यू के ललए पहले
एक्सपटच से उनका समय मााँगा जब उनकें पास समय था उस समय हमने उसके साथ इंटिव्यू ललया औि फोटोग्राफी ओि ऑडडयो रिकॉडडिंग की इजाजत ली. हमने हमािे सहभाथगयों को
इस बात का यकींन ददलाया की उनकी तिफ से दी हुई सािी जानकािी हम तक ही िहे गी औि ये क्रकसी औि के साथ नहीं शेयि किें गे या क्रकसी को नहीं दें गे या उसमे अपनी तिफ से कोई भी बात नहीं जोड़ेंगे. खासमयां-
हमािे रिसर्च के दौिान हमे हमािे काम में कुछ खालमयां भी पता र्ली है , जैसे हमने पहले सोर्ा था की हम बाबा नगि बस्ती के
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नगिसेप्रवका का भी इंटिव्यू लें गे ल्जससे हमािे रिसर्च को औि भी मजबूती लमलती पि बहोत कोलशश किने के बाद भी हमे उनसे लमलने का मौका नहीं लमल पाया, साथ ही हमने ये भी तय क्रकया
था की हम बस्ती के कुछ पिें ट्स का भी इंटिव्यू लें गे पि समय की कमी होने के वजह से हम वो नहीं कि पाए. औि सबसे बड़ी
खामी ये है की 100 घिो के सवे के दौिान लोगों ने उतने खल ु े जवाब नही ददए जैसे हमने सोर्ा था.
हमािा ग्रुपवकच हम पुकार के ररसचच िोग्राम से कैसे जुड़? े रिसर्च ये शब्द सन ु ाई पड़ते ही हम बड़े-बड़े वैज्ञाननको के बािे में सोर्ने लग जाते थे औि उनकी बड़ी बड़ी क्रकताबे, डडग्री औि लैब हमािे माइंड में आती थी. ऐसा लगता था की ल्जस तिह से एक मिीज का इलाज लसफच डॉक्टि ही कि सकता है उसी तिह ये रिसर्च किने का काम भी लसफच वैज्ञाननको का ही है पि अब ऐसा बबककुल नहीं लगता. असल ल्जंदगी में तो हि कोई एक रिसर्चि होता है जो िोज सीखता है औि उसपि कुछ ना कुछ किता है , तो आज हमािा ग्रप ु रिसर्च किने के बाद वैज्ञाननक तो नहीं लेक्रकन बैिफूट रिसर्चि तो जरुि बन गया है . हमािा ग्रप ु प्रपछले काफी सालो से मैल्जक बस नाम की एक संस्था से जुड़ा है जो हमािे बस्ती में ही काम किती है , हमािे
बताया की एक संस्था है पुकाि नाम की जो यूथ ग्रुप के साथ लमलकि रिसर्च किती है , औि वो में टि पहले इस संस्था के साथ लमलकि रिसर्च कि र्क ु ी थी. थोड़े डडटे ल में उन्होंने बताया की रिसर्च के ललए हमे कोई एक मद् ु दा र्न ु ना होगा जो क्रकसी भी बस्ती का हो सकता है औि ये मद् ु दा पक ु ाि को बताना है की हम इसपि रिसर्च किना र्ाहते है , उसके बाद पुकाि आपको बतायेगा की रिसर्च क्रकस तिह होती है औि उसमे क्या क्या किना होता है औि जरूिी होती है . पुकार के वकचशॉप मैं हमने तया सीखा? पुकाि में बहुत सािे वकचशॉप हुए जो हमािे ललए बहुत ही फायदे मंद िहे ल्जससे हमने बहुत कुछ सीखा है . यह वकचशॉप दो दहस्सों बटे है , पहला- रिसर्च से जुड़े हुए वकचशॉप औि दस ू िा
ग्रुप के सदस्य िोज लमलते-जुलते थे लेक्रकन इस ग्रुप के पास
लाईफल्स्कल से जुडा है , इस वकचशॉप में हमने बहुत सािी र्ीजे
ऐसा कोई काम नहीं था ल्जस काम में पुिे ग्रुप पादटच लसपें ट हो,
सीखी. ल्जससे हमािा रिसर्च औि भी अच्छे से जानने औि
तो इस बीर् हमािे मैल्जक बस के एक फीमेल में टि ने हमे
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समझने में मदद लमली. हमने जेंडि के ऊपि भी वकचशॉप अटें ड
र्ादहए.
क्रकए हैं औि पुकाि में सोशल रियाललटी पि भी वकचशॉप हुए हैं.
व्यल्क्त की सोर् क्रकतनी अलग-अलग होती औि ग्रुप में हमने
सोशल रियललटी से हमें यह समझ में आया की हमािा दे श
क्रकस तिह उस प्रवषय पि र्र्ाच किनी र्ाहीये. फोटोग्राफी औि
बहुत ज्यादा तिक्की कि र्क ु ा है लेक्रकन जब हमने असललयत
मैप्रपंग हमने ल्जतने भी वकचशॉप अटें ड क्रकए वह हमािे ललए
को गहिाई से दे खा औि जाना तब हमें पता र्ला के जाती को
बेहद फायदे मंद साबबत हुए.
लेकि हमािे दे श के अलग अलग कोनों में आज भी भेदभाव क्रकया जाता है . हमािा वकचशॉप क्रिदटकल थथक्रं कंग पि भी हुआ यह वकचशॉप हमािे ललए बहुत फायदे मंद िहा इस वकचशॉप से हमें यह पता र्ला की हम हमािे रिसर्च में औि गहिाई से क्रकस तिह से सोर् सकते हैं. इस के बाद हमािा रिसर्च मेथडओलोजी पि वकचशॉप हुए ल्जसमें सवे, इंटिव्यू औि फोकस ग्रुप डडस्कशन को लेकि वकचशॉप हुए है . सवे के वकचशॉप से सवे के ललए सवाल क्रकस तिह तैयाि किते हैं इसमें मदद लमली इंटिव्यू औि
DGFके वकचशॉप, इंटिव्यू के वकचशॉप से ये
लसखा की लोगों से क्रकसी भी मुद्दे पि क्रकस तिह बात किनी
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DGFमें ये पता र्ला की क्रकसी एक प्रवषय पि हि
हमारी ग्रुप मीटटंग
हमने यह प्रवषय तयों चन ु ा ?
हम सब लोग शननवाि के ददन क्रकसी भी सदस्य के घि में
पक ु ाि रिसर्च में हमािे ग्रप ु का जो मद् ु दा है वो बेिोजगािी है .
लमलते औि हमािे रिसर्च वकच को लेकि हमािे फैलसलेटि के
हमािे ग्रुप के सािे सदस्य गोवंडी की िफी नगि पाटच -2 (बाबा
साथ लमलकि उसपि डडस्कस किते, कभी कभी कुछ अगि
नगि), संत ननिं कािी नगि औि लशवजी नगि में िहते है ।लेक्रकन
ज्यादा हाडच होता तो हम ग्रुप मीदटंग के ललए पुकाि की
हमािा ग्रुप लसफच बाबा नगि की बस्ती पि ही आगे काम
ऑक्रफस भी जाते थे, हि मीदटंग में ग्रुप का सदस्य अपनी बात
किे गा।
सामने िखता. मीदटंग में कभी कभी ऐसे भी होता की कुछ सदस्य दे िी से पहुर्ते लेक्रकन जो सदस्य पहले से पंहुर्े होते वो लोग काम शुरू कि दे ते.
बेिोजगािी इस मुद्दे पि रिसर्च किना ये हमािे ग्रुप के सािे सदस्य का फैसला है । गोवंडी ये मुम्बई में आने वाले सािे 24 म्युननलसपल वाडच में सबसे आखखि वाला वाडच है । यंहा की आबादी भी इस समय बहोत ज्यादा है ,24 वा नंबि गोवंडी को ऐसे ही नही लमला है इसकी वजह है यंहा पि िहने वाले लोगो को िोजाना ल्जंदगी में ना लमलने वाली सुप्रवधाजैसे क्रक हे कथ,साफ सफाई,पानी,बबजली आदद इसललए यंहा पि जो पिे शानी है वो हमािा ग्रुप काफी हद तक जानता है . हम अपनी आंखों से ये सािी पिे शाननया दे खते है औि खद ु भी इसका हि िोज सामना किते है ,ये सािी पिे शाननया बाबा नगि बस्ती की हि गली औि हि घि मे दे खने लमलती है । बाबा नगि बस्ती में
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िहने वाले यूथ में बेिोजगािी की प्रॉब्लम सबसे ज्यादा दे खने
2 F.G.D ललया ल्जसमे एक लडक्रकयों के ग्रुप औि दस ू िा लडको
लमलती है ,यंहा के यूथ अपनी पढ़ाई छोड़ दे ते है,क्योंक्रक उनको
के ग्रुप के साथ ललया, औि हमने हमािे रिसर्च को औि
पैसो की जरूित होती है औि वो काम कि सके लेक्रकन यूथ को
मजूबती दे ने के ललए एक्सपटच के इंटिव्यू भी ललए है ल्जसमे 3
काम भी नही लमलता ल्जस वजह से वो बेिोजगाि भटकते है
संस्थाओ से हमने बातर्ीत की- ज्ञानसाथी (कारुन्या ट्रस्ट),
औि इसका बिु ा असि उन पि,उनके परिवाि पि औि पिू े
प्रथम औि धमच भािती लमशन, औि साथ ही साथ हमने
समाज पि पड़ता है । हमािा ग्रुप एक युथ ग्रुप है इसललए हमािे
फोटोग्राफी का भी इस्तेमाल क्रकया है औि ऑडडयो रिकॉडडिंग का
ग्रुप के सािे सदस्यो की सोर्,समझ औि पिे शानी भी एक दस ू िे
भी इस्तेमाल क्रकया है .
से काफी लमलती जुलती है । गोवंडी में भी भाित के अलग अलग िाज्यो से लोग अपना गांव औि शहि छोड़कि आते है ताक्रक वो यंहा आकि काम कि सके ल्जससे उनका घि र्ल सके लेक्रकन क्रफि भी आज की ज्यादा युथ पापुलेशन बेिोजगाि है ? इन सािे सवालो का जवाब हमािे युथ ग्रुप को पता लगाना है । वेसे तो बाबा नगि में बहोत सारि समस्या है जैसे क्रक पानी,हे कथ,एजक ु े शन,बजली, सड़क,नशा,ओि छे ड़छाड़ लेक्रकन क्रफि भी हम सभी को इनसे ज्यादा बेिोजगािी की समस्या अहम लगती है । डाटा कलेतशन सबसे पहले हमने 100 घिों का सवे क्रकया है , हमने ये भी तैय क्रकया की हम यथ ू ग्रप ु के साथ भी मीदटंग किें गे इसललए हमने
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डाटा एनासलससस और राइटटंग डाटा एनालललसस को लेकि हमािा एक वकचशॉप भी हुआ ल्जसमे हमने ये लसखा की हमािे पास जो भी डाटा आता है उसको हम क्रकस तिह से एनालललसस कि सकते है , कोडडंग दे कि डाटा को औि क्रकस तिह से एनालललसस कि सकते है , शुरू में जब हमने इंटिव्यूज ले िहे थे उस वक़्त उनके जवाब को क्रकस तिह से ललखना है बहोत बड़ी प्रॉब्लम हो िही थी, िाइदटंग ल्स्कल के वकचशॉप से हमने ये लसखा की डाटा को क्रकस तिह से ललखा जाता है , तो डाटा ललखने की जो भी प्रॉब्लम थी वो इस वकचशॉप से काफी कम हो गई.
हमारी टदतकते और ससख
हमने तया ससखा
सबसे पहले तो हमे ये मुल्ककलात हुवी की हमािे ग्रुप के 10
जब हम पुकाि का काम शुरू क्रकए तो हमे कुछ भी नही मालूम
मेम्बि से 2 मेम्बि उन्हें
हमािे ग्रुप को छोड़ना पड़ा कुछ
था क्रक हमे क्या किना है ? लेक्रकन जब हम आगे आगे बड़े
कािण के वजह से लेक्रकन वो दोनों ने हमािे ग्रप ु का साथ नही
पक ु ाि के वकचशोप में हमे पता र्ला क्रक सवे कैसे किते है ,
छोड़ा। क्रफि हमे एक औि भी मल्ु स्कलात का सामना किना पड़ा
इंटिव्यू कैसे लेते है औि FGD कैसे लेते है ये हमे सीखने लमला.
था हमे कभी कभी बहोत लेट हो जाता था ये भी एक हमािे
जब हम औि आगे बड़े तो हमे बहोत से बातो का पता र्ला
ग्रुप के सामने पिे शानी थी। जब हम औि आगे बड़े तो हमे
क्रक हमे हमेशा कोई एक तिफ से नही सोर्ना र्ादहए, हमे ये
बहोत सी र्ीज नही पता र्ल िही थी जैसे क्रक बहोत बाि ऐसा
भी पता र्ला की डेटा अनालललसस कैसे किते है औि वो हमने
होता था क्रक हम सब एक दस ू िे को टाइम नही दे पाते थे ।
लसखा.
हमािे
analysis भी लसखा। क्रफि हमें क्रिटीकल थथक्रं कंग के बािे में भी
यहााँ जगह की भी ददक्कत बहोत हुवी थी।
Qualitative data analysis
लसखने लमला.
16
औि
quantitative data
17
18
19
20
ललटिे र्ि रिव्यु मुंबई शहि महािाष्ट्ट्र िाज्य की िाजधानी है यह दे श में सबसे ज्यादा
आबादी वाला इलाका है पूिी दनु नया में आबादी में र्ौथे नंबि में आता है
मंब ु ई की कुल आबादी लगभग दो किोड़ है जो दे श की पहली सबसे ज्यादा आबादी वाली नगिी है (Government of India 2011). मुंबई की कुल
M east वाडच मैं स्लम की आबादी मुंबई की स्लम आबादी 41.85% मैं से 34% है यानी के M east मैं लगभग 78% स्लम की आबादी है इस बात से यह पता र्लता है की M east
वाडच में एक बड़ा दहस्सा स्लम
का िहता है (DNA News 2015)
आबादी में से 41.85% लोग स्लम ल्जसको झोपडपट्टी कहां जाता है वहां िहते हैं. मुंबई में तक़िीबन 24 वाडच है इस में से M-east वाडच मुंबई के North East इलाके में आता है . M eat वाडच के अंदि लशवाजी नगि ,
बैंगनवाड़ी, शांनत नगि, र्ीता कैंप औि कुछ र्ें बिू का भी इलाका आता है
(wikipedia 2018 ) औि हमने हमािी रिसर्च M east वाडच के बाबा नगि
TISS रिपोटच (2011) औि HDI, मंब ु ई (2009) रिपोटच के मत ु ाबबक Meast वाडच एक बहुत ही प्रपछड़ा हुआ इलाका है . M-east वाडच में लोग कम
पड़े ललखे है ल्जस वजे से यहााँ के लोगों को काम लमलने में पिे शानी होती है
एरिया में की है . thisismyindai.com
बाबा नगर का एररया
21
MCGM यानी क्रक मंब ु ई मल्ु न्सपटी के दहसाब से M east वाडच का इलाका 35.5 sq.km मैं फैला हुआ है (MCGM,2017) जबक्रक TISS की रिपोटच के दहसाब से यह इलाका 32.5 sq.km तक फैला हुआ है (TISS Report 2016) . हमें यह अलग-अलग नंबि ताजू वाले लगे.
लोगों की कुल जनसंख्या फ्लेल्क्सबल 8,07,720 है (MCGM,2017) . इस वकडच में स्लम की संख्या 77.5% है जो क्रक दस ू िे वाडच के मुकाबले सबसे
ज्यादा है . मंब ु ई की स्लम संख्या 41.85% से 34% स्लम संख्या इस वाडच में है . बॉडी की घनता की संख्या 22,716 प्रनत sq.km है .
साक्षिता का प्रमाण
मंब ु ई शहार
89.21%
महीने की कमाई 20,000 रुपया है वहा m east वाडच की सामान्य महीने की कमाई लसफच 8,000 है (TISS ,2011)| M- East वाडच में कुल 106 स्कूल है ल्जन में कुल 61,632 स्टूडेंट्स है औि इसमें लड़को की संख्या 30,985 है औि लड़क्रकयों की संख्या 30,697 है । स्कूल में पढ़ाने वाले लशक्षको की संख्या 1376 है । इस वाडच में कुल स्कूल छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 1490 है । इअ वजह से यह वाडच सबसे बेकाि औि प्रपछडा वाडच माना जाता है (Human
M-EAST WARD 66%
बेिोज्जािी का प्रमाण
17.8%
51.87%
औसत आमदनी
Rs 20,00
Rs 8,000
Development report, 2009)| वाडच में बड़े हॉल्स्पटकस की संख्या लसफच तीन है ल्जसमे एक सिकािी औि दो प्राइवेट है । इस वाडच में 3 बस डडपो, 4 पुललस र्ौकी,
6 vulnerable settlements औि 1
अल्ग्नशमन दल है ।(GMFMA, 2017) ,FNA ,eorroe2015
इस वाडच में ननिक्षिता की संख्या सबसे ज्यादा है औि मुंबई की तुलना में m east वाडच का ननिक्षिता प्रमाण तकिीबन दग ु ना है । जहााँ मंब ु ई शहि में मदहलाओ की ननिक्षिता का प्रमाण 15% हैं वहााँ इस इलाके में दग ु ना याने की 30% है (FNA,2015)| इस वाडच में हि एक साल में 600 िाइम रिपोटच दजच होती है । इस वाडच में तकिीबन 50% लोग बेिोजगाि है । जहााँ मंब ु ई में लोगो की सामान्य
22
ह्यूमन डेवलमेट इंडत े स (HDI) - HFI (Human Fevelopment Index) यह एक जानकािी है ल्जसका इल्स्तमाल इलाके के मानव प्रवकास के आधाि पि आंकने के ललए क्रकया जाता है । इससे पता र्लता है की कौनसा इलाका प्रवकलसत है औि क्रकस इलाके को प्रवकलसत होने की ज़रुित है।
मुंबई का HFI 0.56 है जबके m east वाडच का HFI लसफच 0.05 है । HFI
कि पानत क्यों के शादी के बाद उन्हें काम किने की इज़ाज़त नहीं लमलती है .
के मुताबबक मुंबई में 5 लोगो में से हि 3 स्लम में िहते है । HFI के
िारत में बेरोज़गारी की समसयााँ - काम किने के ललए िाजी होते हुए भी काम नहीं
मुताबबक स्लम्स में िहे ने वाले लोगो को बाकी के इलाके से काफी कम सप्रु वधाए लमलती है (Human development report , 2009) सशवाजी नगर की जानकारी ( APNALAYA STUDIES SERIES -1 )
लमलना बेरोज़गारी कहलता है (wikipidia 2018) Centre for Monitoring Indian Economy (CMIE) ने 27 फेब्रअ ु िी को एक रिपोटच में कहा अक्टूबि 2016 से 31 लमललयन
बेिोजगाि काम तलाश
कि िहे है इस से यह पता र्लता है की बेिोज़गािी भाित में बहोत बड़ी है जे से की है (qz.com) समसयााँ आदशच नगि , बोद्ध नगि ,थर्क्कलवाड़ी , इंद्रा नगि पाटच 1, इंद्रा नगि पाटच 2, मोलमनपुिा , लशवाजी नगि M-east में आता है औि लशवाजी नगि से जुडी हुई 12 बल्स्तयां
ननिं कािी नगि ,पदमा नगि, संजय नगि, साईं बाबा नगि , शांनत नगि औि बाबा नगि है . बेरोज़गारी के कारण 1972-73 को लशवाजी नगि वजद ू में आया था .
i.
बाबा नगि बस्ती लशवाजी नगि के अन्दि बसी हुई है . लशवाजी नगि की कुल जनसख्यााँ 6,00,000 है . ज्यादाति लोग
दस ू िी जगहाओं से लशवाजी नगि में आकि बसे है जो के
महािास्ट्र, उत्ति प्रदे श , बबहाि, बंगाल, औि गज ु िात जेसे
से आये है औि मल्ु स्लम आबादी
यहााँ ज्यादा है अपनालय ने 2017 में लशवाजी नगि बस्ती में एक बड़ा सवे क्रकया था ल्जस में उन्होंने
ii.
सीजनल काम :ऐसे काम जो कुछ वक़्त के ललए िहते है जो
सीजन के दहसाब से आते जाते िहते है जेसे के भाित दे श में खेतीबाड़ी यह एक सीजनल काम होता है खेतीबाड़ का |
. सीजन ातम होने के बाद क्रकसान बेिोजगाि हो जाते है (Eet.EooEouiosdisorssioE)
ठे रोततकल एजुकेशन ससस्टम : भि में लशक्षा जयेदाति
ठे िोनतकल है औि प्रैल्क्टकल बहोत काम होती है ल्जस वजह
6,627 परिवाि का सवे ललया था ल्जस में 32,881 लोग शालमल थे. ल्जस में 14,912 औितें से भाित में पड़े ललखे लोगों को काम नहीं लमलता ,17903 पुरुष औि लसफच 66 ट्रांसजेंडि है इस से पता र्लता है के लशवाजी नगि में परु ु षों की (CNM.IMDNITANTINFAI तादाद ज्यादा है .
iii.
अपनालय के सवे के डाटा के दहसाब से 10,070 औितें 10 औि 10 से ज्यादा उम्र की है . ल्जस में से 6,791 औितों ने शादी की है बाक्रक बर्ी हुई औितों ने कभी शादी नहीं की . ल्जन लोगों ने शादी की है उन में से 38.3% लड़क्रकयां एसी है ल्जन की शादी 18 साल होने से पहले ही हो गई है . यह भी एक कािण है ल्जस की वजह से लड़क्रकयां काम नहीं
23
).
3 : माइग्रेशन. पड़े ललखे लोग गााँव खेड़े से अच्छे काम की तलाश में बड़े शहिों की तिफ आते है इस वजह से . ). बेिोज़गािी में इजाफा होता है (CNM.IMDNITANTINFAI
iv.
4 %72 यूथ लड़क्रकयों में से : जेंडर.लड़क्रकयां तक स्कूल 10 %36 पास किती है औि उसमे से लसफचलड़क्रकयां आगे पड़ाई
के ललए गई है औि बाक्रक आधेलोग घि पि बेठ जाते है क्यों . के ज्यादातिलड़क्रकयों काम किने
iv.
भी पिू ा नहीं कि पता है ) .importantindia.com)
v.
की इज़ाज़त नहीं दी जानत
कि िहे है .
बेरोज़गारी के असर
vi.
बेिोज़गािी की वजेसे लोगों का जीने का स्ति कम हो जाता है औि गिीबी की िे खा को औि बढाता है
iii.
बेिोज़गािी की वजह से जयेदाति यथ ू डडप्रेशन में र्लेजाते है .
24
.
बेिोज़गािी के वाजे से लोगो कम कीमत में कोई भी काम
किने लग जाते है इस वजह से मजदिू ों को शोषण होता है .
बेिोज़गािी की वजह से लोग कानन ू अपने हात में लेलेते है औि क्रिलमनल एल्क्टप्रवटी में शालमल हो जाते है .
ii.
बेिोज़गािी की वजह से ह्यम ू न िे सौसचस कम होते जा िहे है . औि मजदिू अपना ज्यदाति वक़्त काम तलाश किने में ज़ाए
है iorEiskissiEdai) ..wordpress.com)
i.
गिीब इंसान बेिोज़गािी के वजह से अपनी बेलसक ज़िोित को
(preservearticles.com ) vii.
बेिोज़गािी एक इतना बड़ा मद् ु दा है ल्जस वजह से लोग
आत्महत्त्य कि िहे है . indianexpress के आदटच कल के
ज़रिये बताया गया है के बेिोज़गािी के कािन २४ साल के लड़के ने
कूद कि आत्महत्या किली .
)indianexpress.com, 2013)
जानकािी का अनालललसस हमने हमािी बस्ती में िहनेवाले लोगों को िोजगाि ना होने से
तिीकों
उनके ल्जंदगी में होनेवाली पिे शानी पि रिसर्च क्रकया है . यह
एक्सप्कनेशन ललखा. यह सब किते वक़्त एथथक्स का ध्यान
मुद्दा हमािे काफी किीब है क्योंक्रक हमने बर्पन से ही यह
िखा गया. इस सािी प्रोसेस में हमें काफी सोर्ना पड़ा,
समस्या अपने घिो में दे खी है , हमािे अम्मी अब्बू पहले से ही इस
क्रिदटकल थथक्रं कंग किना पड़ना.
समस्या का सामना कि कि िहे हैं औि अभी हम खद ु भी इसी समस्या से जूझ िहे हैं. लसफच हम ही नहीं लेक्रकन हमािी बस्ती
से
छाटा.
क्रफि
उसके
र्ाट्चस
बनाये
औि
उनका
अ) डेमोग्राकफक डेटा
का भी यह सबसे बड़ा प्रॉब्लम है . बाबा नगि में ऐसे बहुत से लोग
यंहा हम आपको हमािे रिसर्च के बािे में प्रवस्ताि से बताएाँगे
हैं ल्जनके पास आज काम नहीं है . इस रिसर्च को किने के ललए
हमने गोवंडी इलाके की एक छोटी सी बस्ती में रिसर्च
हमने बाबा नगि बस्ती के 100 घिों के सवे क्रकये हैं, ल्जसमे काम
क्रकया है ल्जसका नाम बाबा नगि है . ल्जसमे िोजगाि औि
किनेवाले औि बेिोजगाि दोनों लोग शालमल है . इसके साथ-साथ
बेिोजगाि दोनों भी शालमल है . हमने इस सवे में काम किने
कुछ NGN के इस प्रवषय पि इंटिव्यूज भी क्रकये है . इसके
वाले लोगों का सवे इसललए क्रकया है क्यूंक्रक हि काम किने
अलावा हमने २ ग्रप्ु स के DGF भी है .
वाला व्यल्क्त काम किने से पहले बेिोजगाि था. हमे रिसर्च
जानकािी का एनालललसस किना रिसर्च में एक जरुिी बात होती है , इसमें से हमे हमािे रिसर्च के सवालों के जावाब आसानी से लमलते है . लेक्रकन इसके ललए हमे लसस्टमैदटक तरिकोसे अपने डेटा को जानना पड़ता है . सबसे पहले हमने हमािा सािा डेटा ध्यानसे इकठ्ठा क्रकया, उसका डेटाबेस बनाया, डेटा को सही
25
में पता र्ला की 100 लोगों में हमें 59 लोग िोजगाि औि 41 लोग बेिोजगाि लमले, इसललए हम बस्ती में िहने वाले लोगों की िाय, उनसे लमली जानकािी औि उनके अनुभव आपके सामने िखेंगे.
हमने बाबा नगि बस्तीमें िहनेवाले टोटल 100 लोगो से
औि बेिोजगाि लोग लमलते है . तो यंहा हमे पता र्ला है की
बेिोजगािी के प्रवषयपि सवे क्रकया, उनकी इस प्रवषय के बािे में
इस बस्ती में लगभग 59% लोग िोजगाि है औि बाक्रक के
क्या सोर् है औि उनके क्या अनुभव है यह जाना. उनकी बाते
41% लोग बेिोजगाि है . इससे पता र्ला है की इस बस्ती में
जानने के पहले वो लोग कौन है यह जानना जरुिी है इसललए
बेिोजगािों की संख्या िोजगािो की संख्या से ज्यादा कम नहीं
इस पाटच में हम आपको उनके बािे में जानकािी दें गे, जैसे
है .
उनके धमच, उम्र, सेक्स, िोजगािी, उनके परिवाि की जानकिी औि लशक्षा आदद. इस पाटच को रिसर्च में डेमोग्राक्रफक डेटा कहते है |
मदहला 34%
रोज़गार और बेरोजगार की संख्या िोज़गाि
बेिोजगाि
पुरुष
66%
इसके बाद हमने सवे से ये जानने की कोलशश की, की हमािे सवे में ललंग क्रकस तिह है तो हमे ये पता र्ला की,हमािे 100 सवे में ललंग कुछ इस तिह से है , हमें 66% परु ु ष लमले औि
41% 59%
34% मदहलाये लमली. ये पाई र्ाटच में ये दशाचता है की िोजागि इस मद् ु दे में परु ु षो के मक ु ाबले मदहलाये बहोत कम है , वो इसललए क्यंक्रू क समाज में लडक्रकयों को काम पि जाने नहीं दे ते
इस पुिे सवे में हमने सबसे पहले ये जाना है की बाबा नगि की बस्ती में 100 सवे किने के बाद क्रकतने काम िोजगाि
26
है औि कंही ना कंही इसके पीछे धमच एक बड़ी वजह है .
दहन्द ू
में क्रकतनी ज्यादा पिे शाननया होती है . औि 9% प्रायमिी तक ही
धमच
पढाई की है , 47% लोगों ने सेकेंडिी तक पढाई की है , बल्कक 2 %
6%
लोग ग्रेजुएट है . इस्लाम की पढ़ाई 1% लोगों ने की है . इससे ये भी पता र्लता है की बाबा नगि बस्ती में लशक्षा की काफी
मुल्स्लम
कमी है . बहोत लोग आधे में ही पढाई छोड़ दे ते है , इसीललए
94%
इसके बाद हमने ये जाना की लोगों का धमच क्या है क्कयुनकी
हमें ग्रेजुएट काफी कम लमले.
बस्ती में काफी लोग नए नए आकि बस जाते है औि वो क्रकस धमच के है औि बस्ती औि साथ ही धमच के वजह से भी
1%
के लोग लमले ल्जसमे से 94% मल्ु स्लम धमच के लोग धमच के लोग यंहा पि नहीं लमले.
जैसे की ये पता है की नोकिी के ललए लशक्षा एक महत्वपूणच भूलमका अदा किती है , इसललए हमने लोगों से उनकी लशक्षा को लेकि भी सवाल क्रकये है , ल्जसमे ये पता र्ला की 25 % अलशक्षक्षत लोग है , ल्जससे ये पता र्लता है की उन्हें काम लमलने
27
16%
है औि
दहन्द ू धमच के 6% लोग है . इसके अलावा हमे औि कोई भी
कभी भी स्कूल नही गये
2%
बेिोजगािी पि असि पड़ता है तो हमने लोगों से उनका धमच भी पूछा, बाबा नगि की बस्ती में सवे में मुल्स्लम औि दहन्द ू धमच
लशक्षा 25%
9% 47%
प्रायमिी स्कूल सेकेंडिी स्कूल इंटि स्कूल ग्रेजुएशन मज़हबी पढाई
उम्र
पररवार में कुल लोगों की संख्या 5%
13% 35%
18-21 22-25
18% 51% 18%
26-30
18 से 35 है ये लललमट हमािे ग्रुप ने इसललए तय क्रकया है क्यूंक्रक बस्ती में ज्यादा ति इसी ऐज के लोग ददखाई दे ते है जो बेिोजगाि है औि ये डाटा हमे हमािे एक लमत्र से पता र्ला है जो बस्ती की एक संस्था में काम किता है . ल्जसमे लड़के औि लडक्रकया दोनों है ,हम ने लोगो की उम्र दे खी ल्जसमे 18-21 साल के उम्र वाले लोग 51% है , 22-25 साल के उम्र वाले 18% लोग है , 26-30 साल के उम्र वालो 18% लोग है , इससे ये पता र्लता है की सवे में १८ से २१ साल के जवान लोग ज्यादा शालमल है . उनकी
28
से 4
5
से 8
9
से 11
30-35
हमने अपने सवे में उम्र को लेकि एक लललमट तय क्रकया है जो
कहानी हमें इस सवे से लमली है .
60%
1
आबादी ये भी बेिोजगािी बढ़ने का एक कािण है क्यों के हि साल 80 लमललयन आबादी बड िही है ल्जस वजह से िोज़गाि लमलने में पिे शानी हो िही है . इसललए हमने सवे में परिवाि के लोगों की संख्या जानी, ल्जससे हमें पता र्ला की 1 से 4 लोगों की संख्या वाले 35% परिवाि है औि 5 से 8 संख्या वाले 60% परिवाि है ,
औि इनमे से बहोत परिवाि ऐसे थे
ल्जनमे कमाने वाला कोई 1 या 2 है औि खाने वाले ज्यादा थे, हमे ये डाटा हमािी सवाल से पता र्ला ल्जसमे हमने उनके परिवाि में काम किने वालो की संख्या भी पूछी थी.
बाबा नगर में कब से रहते है 2% 8%
0
6% 10% 17%
30%
27%
बाबा नगर में रहने से पहले कहा रहते थे? से 4
5
से 9
10
से 14
15
से 19
20
से 24
25
से 29
30
से 32
मुंबई के बाहि
15%
21% 64%
मंब ु ई के दस ू िी बस्तीमे गोवंडी में अलग जगहपि
गोवंडी की बाबा नगि बस्ती ये काफी पिु ानी बस्ती है जहााँ
बाबा नगि बस्ती में ऐसे भी लोग िहते है जो की पहले से यहााँ
लोग डंप्रपंग में सालों से अपना घि बना कि िहते है . इसललए
नहीं िहते थे, कंही ना कंही से ये लोग इधि आकि बसे है . सवे
हमने सवे में उनसे ये सवाल भी क्रकया की वो लोग बाबा नगि
में ये पता र्ला की 15% लोग बाबा नगि में आने से पहले
में कबसे िहते है , तो ये पता र्ला की 17% लोग यहााँ पि 10
मुंबई के बाहि िहा किते थे. कोई गााँव में िहता था तो कोई
से 14 सालो से िह िहे है , 27% लोग ऐसे है जो 15 से 19
ददकली में िहता था. 21% लोग मंब ु ई के अलग-अलग जगह से
सालो से यहााँ िह िहे है , अंत में 30% लोग ऐसे है जो 32 से
आये है औि 64% लोग है जो गोवंडी बस्ती के ही अलग-अलग
ज्यादा साल भी यहााँ िह िहे है . यह समझनेवाली बात है की
इलाकों में िहते थे. लशवाजी नगि, संत ननिं कािी नगि, शांनत
इतने सालो से यहााँ िहने के बावजूद भी लोग गिीबी,
नगि आदद. बाबा नगि में घि का भाडा है बहोत कम है , यह
बेिोजगािी, सेहत औि पढाई में बाधा जैसे समस्याओ का
इलाका काफी अन्दि औि डल्म्पंग औि खाड़ी के पास है .
सामना कि िहे है .
29
यंहा आने की वजह तया है?
ब) रोजगार करनेवाले हमािे टोटल 100 सवे में 59 लोग अभी क्रिलहाल काम कि िहे
14%
5%
िोज़गाि शादी 50%
22%
है , उनकी जानकािी यहााँ पि हम दे िहे है .
यहााँ खुद का घि है
आप तया काम करते है ?
झगडे की वजह से 9%
इसके अलावा
सीजनल
19%
कर्िा र्ुनना
31% 9%
सवे में लोगों ने यहााँ आने की वजह भी बताई है , ल्जसमे से 50% लोगों ने यहााँ आने की वजह िोजगाि बताई है , ये लोग यहााँ पि आकि ज्यादाति मजदिू ी औि छोटे -मोटे काम किते है . कुछ औिते शादी होने के वजहसे यहााँ पि आयी. बाबा नगि बस्ती में घि बहुत सस्ते लमलते है ल्जस वजह से लोग अपना खद ु का घि खिीदने के ललए भी यहााँ पि आये है , ऐसे 22% थे.
घि का काम खुदका छोटा बबझनेस
16% 22%
प्राइवेट काम अलावा
3%
जो लोग पहले से यंहा िहते है वो लोग उनमे से ज्यादाति लोग डंप्रपंग में जाते है या क्रकसी का छोटा मोटा धंधा है जैसे घि में ही कोई छोटी सी दक ु ान या माक्रकचट में ठे ला लगाने जैसे काम किते है औि जो यंहा आकि बसे है उन लोगो को काम नहीं लमलता है तो वो लोग भी डंप्रपंग में जाते है या कोई कडडया का काम या मजदिू ी किता है ऐसे लोग अलग-अलग तिह के काम किते है , जैसें की 19% लोग ऐसे काम किते है
30
जो क्रफक्स्ड नही होते कोई कैटिसच का काम किता है तो कोई कडड़ये का काम किता है औि ये सािे काम कोई लंबे समय
यह काम ककतने समय तक कर पाओगे? 0 से 2 साल
तक नहीं र्लते है , कम समय तक ही ये काम र्लते है . 9% लोग कर्िा र्न ु कि अपना गज ु ािा किते है . दे वनाि डंप्रपंग ग्राउं ड हमािे बस्ती के बाजू में है , यहााँपे सािे शहि का कर्िा जमा होता है , यह डंप्रपंग ग्राउं ड हमािे बस्ती के लोगो को पैसा कमाने का जरिया लगता है . लोग यहााँ जाकि कर्िा र्ुनते है . 16%
14%
8% 7%
उम्र भि
10% 25% 36%
3 से 5 साल
जब तक अच्छा काम नहीं लमल जाता जब तक काम िहेगा नहीं मालम ू
लोग घि में काम किते है जैसे दटकली, मोती, धागा काटने औि पीस बनाने का काम किते है . इस तिह के काम ज्यादाति
जैसे की इससे पहले वाले सवाल में ये पता र्ला की ज्यादाति
औिते कितीं है क्यूंक्रक ये सािे काम किने के ललए उन्हें घि
लोगो के पास कोई क्रफक्स काम नहीं है इसललए हमने उनसे ये
छोडकि कंही जाना नहीं पड़ता है , उन्हें उनके घि में ही ये
सवाल क्रकया की वो लोग ये काम क्रकतने समय तक कि
काम लमल जाता है . बाकी के
3% लोग ठे ला लगाते जैसे की
पायेंगे. तो हमे इस तिह से जवाब लमला की 8% लोग 2 साल
बाजािों में सब्जी या क्रफि फल या बच्र्ो के कपडे. कुछ लोग
तक यह काम कि पायेंगे औि 3से 5साल तक 7% लोग यह काम कि
छोटी सी दक ु ान र्लाते है , जैसे पान की दक ु ान या कोई छोटी
पायेंगे, 25% लोग उम्र भि के ललए यह काम कि सकते है ,
सी क्रकिाने की दक ु ान. 22% लोग ऐसे भी है जो क्रकसी मॉल या
ऐसे लोगो बताया की उनके काम औि उनके दहसाब से वो लोग
आक्रफस में काम किते है . यहााँ से नजदीक में जैसे की कुलाच,
ये काम कि पाएाँगे. 36% लोगो ने ऐसा कहा जब तक अच्छा काम
घाटकोपि या नवी-मुंबई के मॉकस या ऑक्रफस में लोग जाकि
नही लमल जाता तब-तक यह काम किें गे 10%लोगो ने कहा जब-तक
काम किते है . 31% लोग हज्जाम, ड्राइप्रवंग, जिी औि हाउस
काम िहे गा तब-तक काम किें गे 14% लोगो ने इस बािे में बताया ही
कीप्रपंग जैसे काम भी किते है .
नही. इससे ये पता र्लता है की लोगों के पास ज्यादा काम नहीं है , ल्जनके पास है वो कोई क्रफक्स काम नहीं है इसललए
31
वो लोग जब तक उन्हें कोई दस ु िा क्रफक्स काम नही लमल
बस्ती में डंप्रपंग में कर्िा र्न ु ने का काम किते है , ये काम वो
जाता तब तक इस काम को नहीं छोड़ना नहीं र्ाहते है . इससे
लोग इसललए किते है क्यूंक्रक वंहा उन्हें क्रकसी तिह की ल्स्कल
इन लोगो की मज़बूिी ददखाई दे ती है .
या पढाई की जरूित नहीं होती है , उस काम से उन्हें कुछ पैसे
पहले कौनसा काम करते थे?
लमल जाते है ल्जससे उनका घि र्ल जाता है लेक्रकन वो लोग इसकी पिवाह नही किते है की इससे उनकी सेहत पि क्या असि पड़ िहा है . या क्रफि शायद उनकी मज़बूिी इतनी है उन्हें
27%
32%
कुछ नहीं
दस ू िा काम का िास्ता नहीं लमला. 27% लोग ऐसे है जो घिो
डंप्रपग ं
में छोटी छोटी दक ु ाने र्ला िहे थे या गली गली घूम कि फेिी
सीजनल
घि का काम
9% 9%
10%
10%
वोही काम कि िहा हु प्राइवेट काम
लगाते थे. या कुछ छोटा मोटा काम कि लेते थे ल्जससे उनके ददन भि का घि-खर्च ननकल जाता था.
अलावा
3%
लोगों से उनके काम के बािे में जानने के बाद हमने उनसे
जब आपके पास काम नही था घर खचच कैसे चलता था
उनके पास्ट के काम के बािे में जानना र्ाहा की अभी जो वो काम कि िहे है उससे पहले वो क्रकस तिह का काम क्रकया किते थे. तो हमे इस जानकािी से ये पता र्ला की 32% लोग इससे पहले कोई काम नहीं किते थे मतलब वो लोग बेिोजगाि थे औि 9% लोग ऐसे है जो कोई क्रफक्स काम नहीं किते है उनके काम का कोई भिोसा नहीं है , उनका काम ऐसा है की आज है तो कल नहीं. 10% ऐसे लोग है जो बाबा नगि की
32
2% अब्बू
25%
24%
पती अम्मी भाई उधाि
8%
17% 12% 7% 5%
कोई भी घिका काम किके अलावा जवाब नहीं लमला
इससे पहले हमने दे खा की यहााँ के लोग क्रकतने तिह तिह के
पि भेजते है , या क्रफि पैसा न होने के वजह से पढाई रुक
काम किते है लेक्रकन ज्यादाति लोगों का काम ऐसा है जो
जाती है . इसललए हमने उनसे पढाई को लेकि भी सवाल क्रकया.
क्रफक्स नहीं है औि कुछ लोग ऐसे है जो डंप्रपंग में जाते है लेक्रकन ये डंप्रपंग गवमेंट ने बंद कि ददया है औि खास कि बिसात के समय डंप्रपंग में उन्हें काम नहीं लमल पाता है ,
पढाई पि असि पड़ता था क्या? (काम ना लमलने का)
इसललए हमने जब काम नही होता तब घि कैसे र्लता है यह सवाल भी लोगों को पुछा था. जो सवे हमने ललया है उस मे ऐसा दे खने को लमलता है की 12%
20%
लोग उधाि ले कि अपना
44%
घि खर्च र्लाते है , 8 % लोग ऐसे है जो दस ू िों के घि में काम किते है , जैसे की घि में कपडे धोना, खाना बनाना ये सब.
36%
हााँ नहीं जवाब नहीं लमला
24% क्रकसी की दक ु ान पि काम किते औि मज़दिू ी किते है . औि कुछ लोग ऐसे है ल्जनके घि में उनके पास काम नहीं तब उनके अम्मी औि अब्बू काम पि जाते है औि घि र्लाते है .
ल्जसमे 44% लोगों ने हााँ में जवाब ददया की जब घि में पैसो
काम ना होने की वजह से उनके परिवाि में लोगों की संख्या
की पिे शानी ज्यादा होने लगी घि का खर्ाच नही र्लता था तब
जादा होंने की वजह से उनको संभालना मुल्स्कल हो जाता है ,
घि वालो की तिफ से प्रेसि होता था घि वाले बोलते थे की
उन्हें खाना खखलाना िोज का घि खर्च जैसे की पानी का खर्ाच
अब पढाई छोड़ कि काम किो ल्जस वजह से उनकी पढाई छुट
या बाक्रक खर्ाच र्लाना ये ददक्कत आती है .
गई औि उन्हें कम उम्र में ही कामपि जाना पड़ा. उन्होंने ये
जब लोगों के घिो में खर्ाच र्लाने के पैसे नहीं होते है इसललए कुछ लोग ऐसे भी है जो बच्र्ो की पढाई छुडवाकि उन्हें काम
33
भी बताया की वो सब लोग आगे भी पढना र्ाहते थे पि घि के हालत बेकाि होने की वजह से उन्हें पढाई छोडनी पडी. 36% लोगों ने ये भी कंहा है की काम ना लमलने का उनकी
पढाई पि कोई भी असि नहीं पड़ा, क्यूंक्रक उनके घि से कोई
क्यूंक्रक ल्जसके पास वो लोग कम किते है वो भी उसी धमच के
प्रेसि नहीं आता था, काम किना या नहीं किना ये उनका
थे, ल्जससे उन्हें काम भी लमल गया औि क्रकसी तिह की
फैसला था.
पिे शानी भी नहीं हुई. 20% लोगों ने बताया की उन्हें धमच की
धमच यह केवल एक शब्द नहीं है , बककी कहीं न कहीं बेिोज़गािी का कािण हो सकता है , इसललये हमने ये भी जानने की कोलशश की के धमच की वजह से लोगो को काम लमलने में
वजह से पिे शानी हुई है , उन्होंने बताया की जब वो लोग काम ढूढने को गये औि इंटिव्यू के ललए तब उन्हें बोला गया की इधि बस उन्ही के धमच के लोगो को काम पि ललया जायेगा.
आसानी होती है या पिे शानी होती है ?
धमच की वजह से काम लमलने में आसानी या पिे शानी हुई?
क) बेरोजगारी हमने काम किनेवाले लोगों का सवे लेने के बाद बेिोजगािों का
3% 5% 20%
आसानी
सवे ललया ल्जस से हमें औि अच्छे से जानने लमला के
पिे शानी
बेिोज़गािी की वजहसे से बाबा नगि के लोगों पि क्या असि हो
ऐसा कुछ नहीं लगता
46% 26%
जवाब नहीं लमला नहीं मालम ू
िहा है औि बेिोज़गािी के कािण क्या है . सब से पहले हमने बाबा नगि बस्ती में िहे नेवालों से सवाल पछ ू ा के आपने इससे पहले कभी काम क्रकया है क्या?.
हमें ऐसा दे खने को लमला के 5% लोगों को काम लमलने में आसानी हुई है , कुछ लोगो ने बताया की वो ल्जस धमच के है उनको उस धमच की वजह से आसानी से काम लमल गया
34
आपने इससे पहले किी काम ककया है तया?
अगर हां तो ककस तरह काम ककया है ?
हााँ
39% 61%
सीज़नल
28%
नहीं
44%
घि काम खुद का बबज़नस
12%
प्राइवेट
12%
39% लोगों ने इससे पहले काम नहीं क्रकया इसके कई सािी वजह हो सकती है , जैसे की वो लोग किते है औि ल्जस वजह से उन्हें काम किने का समय नही लमलता है , क्रकसी के घि में परिवाि ने कभी बोला ही नहीं की काम पि जा औि या तो उनको कभी काम पि जाने की जरूित नहीं पड़ी हो.
कर्िा र्ुनना
4%
ज्यादाति लोगो ने हााँ कहााँ था तो क्रफि हमने उन से इस बािे मे पूछा क्रकस प्रकाि के काम वो लोग किते थे. 44% लोग ऐसे है जो सीजनल काम किते थे जो के क्रफक्स्ड नहीं होते. जैसे हमने काम किनेवाले लोगों में भी दे खा था के लोग कर्िा र्न ु ने का काम किते है इसी तिह बेिोज़गािों में भी दे खने को लमलता है के 4% लोगोँ कर्िा र्न ु ने का काम क्रकया किते थे औि औिते दस ू िों के घि जाकि काम क्रकया किती थी. बाकी के बहुत सािे लोग छोटे -मोटे काम किते थे. 28% लोग क्रकसी के भी
वह काम कि लेते थे मॉल में क्रकसी की दक ु ान में गैिाज
में क्रकया किते थे.
35
क्रकया उनमे ज्यादाति तो लशक्षक्षत थी क्रफि भी उन्हें शादी के
ये काम तयू छोड़ टदया?
28%
काम छोड़ना पड़ा. 24% लोगों ने काम इसललए छोड़ ददया क्यू पढाई के ललए
20%
शादी की वजह से 12%
पैसे कम थे
सीज़नल काम था
16% 24%
इसके अलावा
के उस काम में पैसे बहोत कम लमल िहे थे औि मेहनत ज्यादा किनी पड़ती थी. बाकी के लोगोने अलग जवाब ददए जैसे की-
ऐसे काम में कुछ लाईफ नहीं लग िही थी, कुछ
लोगो को गाव जाना था औि माललक ने छुट्टी दे ने से इन्काि कि ददया तो उन्होंने जॉब छोड़ ददया, क्रकसी का नुकसान हो िहा था तो क्रकसी की तबीयत बहोत ज्यादा ािाब हो गयी थी
बाब नगि बस्ती में हमने दे खा के लोग बहोत से काम किते है
इसीललए उन्होंने आखखि में वो काम छोड़ने का तैय क्रकया.
औि ल्जस के बावजूद भी बहोत सािे लोग बेिोज़गाि है इस ललए हमने उनसे जानने की कोलशश की के, जो काम आप पहले किते थे वो क्यू छोड़ ददया?. तो 20% लोगों ने कहााँ के
अगर ना तो काम ना करने की कोई वजह है ?
उन्हें औि पढ़ाई किनी थी ताके अच्छे काम लमले, न के सीजनल औि मजदिू ी वाले काम किने पड़े. 12% लडड़कीयों ने कहा की शादी होने के वजहसे काम छोड़ना पड़ा क्यू के शादी के बाद घि वाले काम किने की इज़ाज़त नहीं दे ते औि घि वालो क्रकस सोर् होतीं है की लडक्रकयों को काम पि नहीं जाना र्ादहए औि इस सोर् की वजह से उन्हें काम पि नहीं जाने ददया जाता. हमने हमािे सवे में ल्जन मदहलाओ का सवे
36
लड़की हु इसललए 25% 37% 6%
काम नहीं लमल िहा पढाई कि िहा हु बच्र्े छोटे है
19%
13%
जवाब नहीं लमले
हमने बेिोजगािों से पूछा था के आप काम कि िहे हो तो 39%
कि िहे है इससे यह पता र्लता है की जो लोग िोज़गाि कि
लोगों ने कहा के वह काम नहीं कि िहे है तो हमने उन्हें
िहे है , वोह लोग ऐसे काम कि िहे है ल्जससे उनकी बेलसक
इसकी वजह पूछी. 37% लोग लड़की होने की वजहसे काम
जरुित भी पूिी नहीं हो पा िही है . 29% लोग एसे है जो नया
नहीं कि पा िहे है . बाबा नगि बस्ती में मल्ु स्लम आबादी होने
काम अभी नहीं ढूंड िहे है
की वजहसे से लड़क्रकयों को उन के घि से बाहि जाकि काम किने की इज़ाज़त नहीं लमलती है . 13% लोगों को तो काम ही नहीं लमल िहा है औि 6% लोगों के बच्र्े छोटे होने क्रक वजहसे से वोह लोग काम नहीं कि पा िहे है .
बेिोजगािी बढने के पीछे लशक्षा भी एक वजह हो सकती है क्या?
3% 12% हााँ नहीं
तया आप काम ढूंढ रहे है ?
85%
29% हााँ नहीं 71%
जवाब नहीं लमला
बेिोज़गािी बढने के पीछे बहोत सािी वजह हो सकती है मगि जब हमने बेिोजगािों से पूछा के लशक्षा भी एक वजह हो सकती है क्या बेिोज़गािी बढने के पीछे तो 85% लोगों ने हााँ कहााँ है . क्यू के यहााँ के लोग कम पड़े ललखे है औि अच्छे काम के ललए लशक्षा बहोत ज़रूिी है ल्जस वजहसे से बाबा नगि के लोगों को
हमें 100 सवे से यह पता र्ला है के 41% लोग बेिोजगाि है इस के बावजूद बाबा नगि बस्ती में 71%लोग काम की तलाश
37
काम लमलने में पिे शानी आ िही है . बाकी 12% लोगों का कहना है के लशक्षा का कोई िोल नहीं है काम ढूाँढने में क्यू के
वोह लोग ऐसे काम किते है ल्जस में पढ़ाई जरुिी नहीं जैसे की
आया है ल्जस में 7% एसे लोग है ल्जन की तबबयत उन का
डंप्रपंग, बेगािी औि मजदिू ी जेसे काम किते है . क्यों के पड़े
साथ नहीं दे ती ल्जस औि इसका असि ये होता है की उन्हें
ललखे नहीं होने की वजहे से इन के पास औि कोई दस ू िा
काम लमलने में पिे शानी होती है , औि तबबयत ािाब होने की
िास्ता नहीं है .डंप्रपंग, बेगािी औि मजदिू ी जेसे काम किने के
वजह से बहोत से लोगों का काम भी छुट जाता है . औि 34%
इलावा .
लोगों की पढ़ाई कम हैं ल्जस की वजह से काम लमलने में पिे शानी हो िही है .
काम न लमलने की वजह क्या है ? सेहत की वजह से
10% 7% 10% 22%
12%
काम किने का मन नहीं है
34%
5%
काम नहीं लमल िहा
घि का खर्ाच नहीं हो पाता कुछ असि नहीं होता
10%
पढाई पिू ी नहीं है घि से इजाज़त नहीं है
5%
परिवाि पि असि?
जवाब नहीं लमला इसके अलावा
32%
53%
इसके अलावा जवाब नहीं लमला
बाबा नगि इलाका डंप्रपंग के ऊपि बसा है . जैसा के आप को
जैसा के हमने दे खा बाबा नगि में 41% लोग बेिोजगाि है
पता है ये इलाका दस ु िे इलाकों से ज्यादा प्रदप्रू षत है , इस कािण
ल्जस वजहसे से उनका घि का खर्ाच पूिा नहीं हो पाता औि
लोगों की सेहत ािाब िहती है , यह भी एक कािण ननकल कि
उनके परिवाि पि असि पड़ता है . ऐसे 53% लोग है ल्जन का
38
घि का खर्च पूिा नहीं हो पता है ल्जस वजहसे से घि में िोज़
लेक्रकन अगि हम बात किे एक बेिोजगािी की तो उसके पीछे
झगडे होते है औि कभी-कभी खाना भी नहीं बनता है औि
कई अनेक कािण आते है , तिह तिह के. हमािे सवे में हमने
उधाि लेकि र्लाना पड़ता है औि 32% लोगों के परिवाि पि
लोगों से ये जानना र्ाहा की बस्ती में बेिोजगािी की क्या वजह
कुछ असि नहीं पड़ता क्यू के वोह लोग अपना अपना गुज़ािा
हो सकती है , तो 39% लोगों ने इसके पीछे नशा एक वजह
किने के ललए घि में ही छोटे मोटे काम कि लेते है . जेसा के
बताया, लोगों का मानना है की अगि क्रकसी के पास काम नहीं
हमने दे खा जब बस्ती के लोगों के पास काम नहीं होता है तब
होता है तो वो बन्दा हि तिह से पिे शाननयों से नघिा होता है
उन के परिवाि पि बुिा असि पड़ता है ल्जस वजहसे से 32%
ल्जससे वो इन र्ीजो से बर्ने के ललये नशे का सहािा लेता है ,
परिवाि वालों का बताचव अच्छा नहीं होता झगडे होते है औि
लेक्रकन इससे उसे काम तो लमलता नहीं बल्कक जो वो किना
काम को लेकि थर्कलाते है .
र्ाहता है वो भी नहीं होता सब कुछ उकटा होता है . 49%
बाबा नगर में बेरोजगारी की वजह तया है ?
लोगों का मानना है की बस्ती में बेिोजगािी की वजह लशक्षा है , क्यूंक्रक मााँ-बाप के पास काम नहीं होता है या घि में कमाने वाला एक औि खाने वाले ज्यादा होते है इसललए वंहा से बालमजदिू ी शुरू होती है , बच्र्ो की पढाई छुड़ा कि उन्हें काम पि भेज ददया जाता है , या डंप्रपंग में भेज ददया जाता है , इस
12% 39%
49%
नशा
वजह से वो लशक्षक्षत नहीं होते है औि काम पि जाते है या ददन
लशक्षा
भि इधि उधि घूमते है . अंत में 12% लोगों ने बताया की
लडाई झगडा
लडाई झगड़े की वजह से भी बेिोजगािी है , क्यूंक्रक इधि के लोगों को क्रकसी के ननर्े काम किने की आदत नहीं है या क्रफि काम की जगह पि क्रकसी की सन ु ने की आदत नही है ल्जस
39
वजह से काम लगने के बाद ज्यादा यूथ उस काम को लडाई होने की वजह से छोड़ दे ते है , या उन्हें ननकाल ददया जाता है .
बाबा नगर में लोगो को रोजगार ना समलने की वजह गोवंडी ये नाम हो सकता है तया? 0%
गोवंडी अगि आपने ये नाम सुना होगा या कभी इधि गये होंगे तो इस जगह के बािे में लोगों से तािीफे कम औि बुिाइया
16% हााँ
ज्यादा सुनी होगी. बुिाइया क्या? जैसे की इधि के लोग नशा किते है , झगड़ा किते है , यंहा के लोगो में कोई ढं ग नहीं है , ये
नहीं 84%
लोग भिोसे के लायक नहीं है , यंहा के लोग ज्यादा िाइम किते है , ये सािी बाते सन ु ने के बाद कौन होगा जो यंहा के लोगो को काम दे गा, ऐसा कंहा जाता है की यंहा के लोगों को तो जकदी लोन भी नहीं लमलता है . यह सब बातें कहााँ तक सर् है औि क्या यह लोग स्लम में िहे ते है इसललए इन्हें काम नहीं लमल िहा है .
इसललए हमने सवे में इस प्रवषय पि लोगों से सवाल क्रकया, की उन्हें क्या लगता है की गोवंडी इस नाम की वजह से लोगों को काम नहीं लमलता है , तो इसका जवाब लोगों ने ज्यादाति हां में ही ददया औि साथ ही अपना अनुभव भी बताया की जब वो लोग काम किने जाते है कंही बाहि तो उनके साथ वंहा भेदभाव होता है की ये लोग गोवंडी जैसे इलाके से है वंहा के लोग अच्छे नही होते है र्ोि होते है इनपि भिोसा नहीं किना र्ादहए औि जो बड़े पद वाले होते है वो लोग कभी िे स्पेक्ट से बात नहीं किते है हमेशा उनपि थर्कलाते है औि उनको खझडकी दे ते है . र्ौंकाने वाली बात ये है 84% लोगों ने इसका जवाब हााँ में ददया है . बाक्रक के 16% लोगों ने कंहा की नहीं ऐसा नहीं है
40
इस पि उनका अनुभव बबलकुल अलग है . उन्होंने कंहा की, “हम भी गोवंडी के िहने वाले है औि हम लोग भी बहाि काम किने जाते है , बस कुछ लोगों औि कािणों या अफवाहों के वजह से गोवंडी का नाम ािाब है ”.ये दोनों सवाल हमने काम किने वाले व्यल्क्त औि काम नहीं किने वाले मतलब बेिोजगाि व्यल्क्त से क्रकये औि इसपि दोनों का एक जैसा मानना है .
फोकस ग्रप ु डडस्कशन १लडको के साथ फोकस ग्रुप डडस्कशन . आज का युथ सबसे ज्यादा अगि क्रकसी समस्या से पिे शान है
इस डडस्कशन से हमे ये समझा की बहोत सािे लोग अपनी-
तो वो है बेिोजगािी. इसललए जंहा बेिोजगािी की बात आती है
अपनी सोर् बता िहे थे, उनके कुछ अनभ ु व ऐसे िहे ल्जससे
वाँहा युथ का होना भी जरूिी है इसललए हमने अपने रिसर्च में
वोह उस सोर्तक पहुर्े. लेक्रकन यह जरुिी नहीं के उनके
युथ को जोड़ा है औि उनके ग्रुप के साथ भी बातर्ीत की है ।
अनुभव यह सबलोगों के अनुभव हो.
जब लड़को के साथ फोकस ग्रप ु डडस्कशन क्रकया तब कई सािे
सबसे बड़ा कािण यहााँ पे लोगों के पास पढाई नहीं होती है
लोगों ने हमे उनकी िोजगाि ना लमलने की वजह बताई. कुछ
ल्जससे वोह कोई अच्छा जॉब ले पाये. कोई ल्स्ककस जो काम
लोगों ने अपने खद् ु की कहानी भी हमसे शेयि की. इस
के ललए जरुिी होती है वोह भी उनके पास कम होती है . कुछ
डडस्कशन में टोटल 7 लड़के थे ल्जसमे से सभी बेिोजगाि थे,
लोगों ने बताया की, “लोगो को इंटिव्यू में क्रकस तिह का ड्रेस
उसमे से २ लोग पढाई अभी कि िहे है .
पहनना है उन्हें नही पता होता है औि कैसे बात किना है वगैिा पता नही होता है . इसललए गोवंडी में कुछ संस्था है जो इंटिव्यू
41
क्रकस
तिह
दे ना
है ,
ड्रेलसंग
स्टाइल,
बॉडी-लैंग्वेज
औि
कम्युननकेशन कैसा होना र्ादहए यह सब लसखाते है ”. दस ू िी वजह लोगों ने बताई की यहााँ पि कोई बड़ी कम्पनी नहीं है इसललए भी यहााँ पि काम कम नहीं है . यहााँ पि डंप्रपंग है औि दे वनाि कत्ल-खाना है . लेक्रकन यहााँ भी काम लमलना
सोर्ते है की गोवंडी के लोग र्ोिी-र्कािी, गुंडा-गदी किते है इसललए गोवंडी के लोगो को काम नही लमलता है जैसे क्रक यहााँ के लोग भाईथगिी में िहते है . यहााँ पि ज्यादा ति लोग ओपन कास्ट के है इसललए उन्हें काम नही लमल पाता ऐसा उनका कहना है , क्रफि लोग काम पाने के ललए कास्ट सदटच क्रफकेट बनवाते है ऐसा भी क्रकसी ने बताया.
आसान नहीं होता. एक ने कहााँ, “यहााँ एक दे वनाि कत्ल खाना है
काम न होने की वजह से लोग थर्ंता में िहते है औि खाली
जहां पि लसफच मनु नलसपकटी के लोग भिे पड़े होते है लेक्रकन जब दे वनाि
बैठे िहते है ल्जस वजह से वो नशा किने लगते है सौलश ु न
कत्ल खाना लोगो की जरूित पड़ती है तभी काम के ललए बुलाते है जो
जैसा एक ललल्क्वड होता है ल्जससे नशा र्ढ़ता है औि उनके
काम क्रफक्स नहीं िहता है औि यहााँ डंप्रपंग ग्रोउं ड भी है जहााँ पि लोग
ददमाग पि असि पड़ता है .
कर्िा औि लमट्टी उठाने का काम किते है ”. इसके अलावा कुछ लोग
घि की ल्जम्मेदािी ज्यादा होती है औि काम न होने की वजह
कैट्रे िस का काम, मेले में मजदिू ी का काम, लेबि वगेिा जैसे काम
से घिखर्च पूिा नही हो पाता, क्रफि इस वजहसे घि में तकिाि
किते है जो क्रफक्स नही होता है ”।
औि झगड़े होते है ,
कुछ लोगों ने गोवंडी का नाम बदनाम है इस वजह से उन्हें जॉब नही लमल िहा है यह बताया.जैसे क्रक बाहि के लोग ऐसा
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कुछ लोग शादीशुदा होते है ल्जससे
२. लडककयों के साथ फोकस ग्रुप डडस्कशन हमने सबसे ये पछ ू ा क्रक गोवंडी में कौन-कौन से काम किते है ?
आपके साथ लोगो का कैसा बताचव किते है लोग औऱ समाज
तो लोगों ने कुछ इस तिह जबाव ददया. कैटरिंग का काम,
तो हमे पता र्ला क्रक उनको उन्हें बहोत सी समस्या का
बेगािी औि डंप्रपंग में भी काम किते है .
सामना किना पड़ता है जैसे लोगो का ताना, औि क्रफि घिवाले
जब हमने पुछा बाबा नगि में लड़क्रकया ज्यादा क्रकस तिह का
भी सुनाते है . जैसे एक लड्की ने कहााँ,
काम किती है? तो हमे पता र्ला की यहााँपि जो लडक्रकया भी
"मुझे एक ददन याद है जब में काम पि जाती थी तो मेिे घि
केटरिंग, मॉल में काम किना औि घिकाम किना ये सब वो
वाले मुझे कभी भी मना नही किते थे औि कुछ ददन बाद
किती है .
उनका बबहे प्रवयि अलग होने लगा, मेिे पड़ोसी लोग मेिे माता
क्रफि हमने बेिोजगािी को लेकि सवाल क्रकया क्रक बेिोजगािी का कािण क्या है ? गोवंडी की बस्ती बाबा-नगि में उन्होंने कुछ अलग ही जवाब ददया यहााँ के लोग काम नही किना र्ाहते है क्यों के यहााँ जो काम मोजद ू है वोह बहोत महानत वाले है औि इस काम में
पैसे भी बहोत काम लमलते है , पढ़ाई
ये
एक बहुत बड़ा कािण है ल्जसके कािण लोगो को काम नही लमलता है औि नाही केवल लशक्षा, उनके पास कला भी होना र्ादहये, यहां के लोगो का नाम भी बहोत खिाब है ल्जसके कािण लोगो को बेिोजगािी का सामना किना पड़ता है . क्रफि हमने जब ये पूछा क्रक जब आपके पास काम नही होता है तो
43
प्रपता को बुिा बोलते थे, वो बोलते थे क्रक आप कैसे मााँ बाप है जो अपनी लड़की को काम पि भेजते है इस कािण मेिे घिवालों को मुझे जॉब से ननकाल ना पड़ा औि अभी मुझे बहोत बूिा लगता है " औि दस ू िी लड़कीने बताया-
“अगि हमे मौका दें गे तो हम बहोत कुछ कि सकते है लेक्रकन हमािा ये समाज में कुछ किने नही दे ता है ” क्रफि हमने बेिोजगािी इसको कैसे हल कि सकते है उसको लेकि बातर्ीत क्रकया तो हमे पता र्ला क्रक, यहााँ पि लशक्षा
बहोत कम है , लोगो को ज्यादा लशक्षा लमलना र्ादहए औि
बेिोजगािी केवल लड़को में ज्यादा होती है या लड़की में होती है
ल्स्कल भी लमलना र्ादहए. यहााँ पि कंपनी नही है , यहााँ पि
क्रफि लडक्रकयों नो जवाब ददया क्रक ऐसा नही होता है हमे हमेशा
कंपनी होना र्ादहए औि कम लशक्षा वाले को भी काम लमलना
से लड़को के कािण पिे शानी होती आ िही है लड़के हमे हमेशा
र्ादहए. लोगो को उनके नाम से नही जानना र्ादहये बल्कक
बोलते है क्रक तम ु लोग केवल घिकाम ही कि सकते है औि
उनको काम से जानना र्ादहये. आखखि में लोगोकी बढ़ती
हमे बहोत कुछ बोलते है लेक्रकन अगि मौका लमलेगा तो हम
जनसंख्या ये भी एक
क्रकसी से कम नहीं है .
प्रोब्लम है . क्यों की लोगों के घि में
कमाने वाला एक होता है औि खाने वाले ज्यदा होते है .
अगि
ये सब होगा तो हमे लगता है क्रक बेिोजगािी ये समस्या कम हो सकती है . क्रफि हमने ये पछ ू ा क्रक क्या आपको लगता है क्रक
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बेरोजगारी पर NGO की राय युवाओ के ललए अलग-अलग मुद्दो पि काम किती है इनमे से इस रिसर्च के ललए हमने हमािी बस्ती में काम किने वाली कुछ संस्थाओ की भी मदद ली है , ल्जसमे हमने इन
एक मद् ु दा बेिोजगािी भी है . बेिोजगािी के ललए ये संस्था यूथ को अलग अलग कोसेज किवाती है औि उन्हें िोजगाि होने के
संस्थाओ से लमलकि बस्ती में होने वाली बेिोजगािी की समस्याओं को जानने की कोलशश की औि ये भी जाना की वो इस मद् ु दे को क्रकस तिह से दे खते है . इन संस्थाओ में हमने जैसे ज्ञान्साथी, प्रथम औि धमच भाितीय लमशन ऐसी तीन संस्थाए है , औि ये तीनों ऐसी संस्थाए है जो काफी समय से इधि काम किती आ िही है . इनसे लमलने के बाद हमे बहोत सािे अलग अलग कािण पता र्ले औि बहोत सी बाते लसखने को लमली. अब हम इन तीनो संस्थाओ से बािे में एक एक किके जानेंगे-
ललये
तैयाि
किती
है ,
इन
अलग
अलग
कोसे
में
ये
इलेक्ट्रीलशयन, बेलसक कंप्यूटि, मोबाइल रिपेयरिंग, CCTV, टे लरिंग, ब्यूटीपालचि जैसे कोसेस किवाती है औि ये सािे कोसेस सिकाि की तिफ से प्रमाखणत होते है . ये कोसच किवाने के बाद ये संस्था यथ ू को काम पि लगवाती है औि उन्हें कमाने का एक िास्ता दे ती है . इस कोसच के ललए इस संस्था के पास अलग अलग सेण्टि है . २)- िथम:- ये संस्था गोवंडी की बल्स्तयों में प्रपछले कुछ सालो
१)- धमच िारती समशन:- ये संस्था गोवंडी की बल्स्तयों में
से काम किती आ िही है , ये संस्था गोवंडी के युवाओ औि
प्रपछले ४ सालो से काम किती आ िही है , ये संस्था गोवंडी के
बच्र्ो के ललए अलग अलग मुद्दो पि काम किती है , गोवंडी
45
में प्रथम के बहोत से जगहों पि सेण्टि है , बच्र्ो के अथधकाि,
ब्यूटीपालचि का भी काम किना लसखाते है . ज्ञानसाथी में कुल
पढाई, खेलकूद जैसे मुद्दो पि ये संस्था ज्यादा ति काम किती
20 स्टाफ काम किते है औि यहााँ पि मदहला पि भी बहोत
है औि यूथ के ललए इस संस्था के पास बहोत सािी सुप्रवधाए है
काम कि िही है . मदहला को बहोत फायेदा होता है मदहलाये
जैसे की कंप्यूटि कोसच, ड्राइप्रवंग औि इलेक्ट्रीलशयन जैसे ये सािे
10 तक पढ़ते है औि उनको भी काम दे ते है . दसवी NINe
कोसच किवाने के बाद यूथ को जॉब पि लगाना ये काम प्रथम
बोडच से ज्ञानसाथी ने बाबा नगि में बहोत से बच्र्ो को पढाई
किती है . ल्जनमे लड़के औि लडक्रकया दोनों शालमल है .
किने का मौका ददया है .
३)- ज्ञानसाथी (कारुन्द्या ट्रस्ट):
ये संस्था बाबा नगि में प्रपछले
ये तो हुआ इन संस्थाओ का परिर्य ल्जनकी मदद हमने हमािे
6 साल से काम किती आ िही है , कारुन्य ट्रस्ट के कुल 14
रिसर्च में ली है , अब हम इन संस्थाओ के प्रवर्ािो को जानेंगे
प्रोजेक्ट है ल्जसमे से ज्ञानसाथी एक है औि अब ये संस्था बाबा
की इनके नजरिये से बाबा नगि में बेिोजगािी के क्या असि
नगि के बच्र्ो, मदहला औि युवा के साथ काम किती है
औि कािण हो सकते है .
ज्ञानसाथी ज्यादा लशक्षा को लेकि काम किती है औि 3 साल से ज्ञानसाथी ने बेिोजगािी को लेकि काम किना शरू ु क्रकया है , ज्ञानसाथी ने बहोत सािी ट्रे ननंग दे ना शुरू क्रकया है ताक्रक वो लशक्षा के साथ कुछ औि भी सीखे. ज्ञानसाथी के कुछ र्ाि सेंटि है वंहा अलग-अलग ट्रे ननंग दे ते है जैसे टे लरिंग, बेलसक कंप्यूटि, ऐसी ट्रे ननंग दे ते है औि ये सािे सिकािी होते है . इसके अलावा पेपि बैग बनाना औि दीया बनाना जैसी ट्रे ननंग भी दी जाती है जब वो पूिा ट्रे ननंग कि लेते है तो उनको काम भी लमलता है . अलग-अलग
46
कंपनी
में
जैसे
सेललंग
औि
माकेदटंग
औि
अगि हम इन संस्थाओ से पूछे तो इनका मानना है की यहााँ यहााँ के लोग बहोत कम पढ़े -ललखे है ये कािण के वजहसे काम नहीं लमलता है , इन्हें बात किने का कोई तिीका नहीं है इस कािण से यहााँ के लोगो को काम नहीं लमलता है . या क्रकसी के पास अच्छी पढाई होने के बावजूद भी लोगो को काम नहीं लमलता है इसका ये कािण है की लशक्षा के साथ-साथ आज कल कंपनी ल्स्कल को बहोत महत्व दे ती है ये कािण से लोगो को काम नहीं लमलता है . एक बहोत महत्वपूणच कािण ये है की जब इधि के लोगों के पास काम नहीं होता है , तो ये लोग नशा
किना, मािपीट किना औि र्ोिी किना जैसे काम किते है . ये
सकतता है . इधि ज्यादाति २ तिह का िोजगाि दे खने को
सब किना एक तिीके से बेिोजगािी के असि को ददखाता है .
लमलता है - पहला ये की इधि दे वनाि कत्लखाना है ल्जसमे
जब इन के लोगो के पास काम नहीं होता है तो ये लोग अपने
ज्यादा ति मुल्स्लम जाती के लोग जाते है औि दस ू िा डंप्रपंग
बच्र्ो को काम किने भेजते है जैसे की डंप्रपंग में कर्िा र्न ु ना
ग्राउं ड जो अब बंद हो र्क ू ा है . ल्जस वजह से लोग बेिोजगािी
या क्रफि केटरिंग का काम किवाना. ल्जस वजह से बच्र्ो की
में घस ु ते जा िहे है औि इन्ही काम की तलाश में यहााँ से बाहि
पढाई रुक जाती है औि या क्रफि स्कूल नहीं जा पाने की वजह
नही ननकलते है .
से उन्हें स्कूल से ननकाल ददया जाता है .
ये सािी बातो में तो हमें बाबा नगि बस्ती में बेिोजगािी के
बेिोजगािी के ये भी कािण हो सकते है , की यहााँ पि बहोत
कािण औि उसके असि पता र्ले लेक्रकन जब हमने उन
कम कम्पननयां है औि िोजगाि के ललए ज्यादा काम नहीं है ,
संस्थाओ से बेिोजगािी जैसी समस्याओ के हल के बािे में पूछा
काम नहीं होने की वजह से लोग ज्यादा सोर्ते है औि काम
तब उन्होंने हमे ऐसे बहोत सािे पॉइंट्स बताये जैसे की:-
नहीं होता है तो पैसे नहीं होते है ल्जस वजह से उनके घि में झगड़े होते है औि वो अपनी औित को मािते है . कभी कभी ये लोगो को काम तो लमलता है लेक्रकन ये लोग उसमे खश ु नहीं होते है औि ये काम भी छोड़ दे ते है . काम नही होने की वजह से लोग गलत काम किना शुरू कि दे ते है जैसे र्ोिी किना. कुछ NGN ने यह भी बताया की- यहााँ के 100 में से 50 लोगों के पास काम है जो वो किते है . गोवंडी एक ऐसा इलाका है जंहा पि मुल्स्लम, दहन्द ू औि बुद्ध धमच के लोग िहते है , इसललए बेिोजगािी के महत्वपण ू च कािण गोवंडी ये इलाका भी हो
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१- लोगों में पढाई की मात्रा ज्यादा होनी र्ादहए औि पढाई के साथ साथ लोगों में ल्स्ककस भी होनी र्ादहए जो गवनचमेंट की तिफ से होनी र्ादहए. २- यंहा पि िोजगाि के ललए कंपननया भी होनी र्ादहए ल्जससे लोगों को िोजगाि ढूढने के ललए कंही बाहि जाने की जरूित न पड़े औि उन्हें इधि ही िोजगाि लमले. ३- स्टूडेंट्स की पसचनाललटी डेवलपमें ट भी होना बहोत जरुिी है ल्जससे अच्छी जॉब लमलना आसान हो
४- पढाई के ललये परिवाि को भी साथ दे ना र्ादहए ल्जससे परिवाि का सदस्य आगे बड सके. ५- लोगों को वोकेशनल ट्रे ननंग दे नी र्ादहए ल्जससे लोग आगे बड
सके
औि
ये
ट्रे ननंग
पुरुष,
मदहला
औि
यूथ
बेरोजगारी के महत्वपूणच कारण-
को
बिाबि दे नी र्ादहए. ये तो हुई बेिोजगािी के हल को लेकि की हुई बातर्ीत अब
माइग्रेशन
हमने आगे उनसे पूछा की जब आपने बाबा नगि बस्ती में
पढाई
बेिोजगािी की समस्या को लेकि काम किना र्ाहा तो आपको
नशा
क्रकन-क्रकन मल्ु स्कलाह्तो का सामना किना पड़ा. तो उनका जवाब कुछ ये था, की लोगों को दी जानेवाली सुप्रवधाओ में जैसे कोसच की फीस नहीं होने की वजह से लोग कोसच नही
ल्स्क
जनसाँख्या
जॉइन किते है या किते भी है तो आधे-अधिू े में ही छोड़ दे ते है . अगि कोई काम पि लग भी जाता है तो इंटिे स्ट ना होने
ददलर्स्पी
की वजह से १ या २ महीने बाद ही काम छोड़ दे ता है .
हे कथ
स्पष्टीकरण:-
48
जानत/धमच
१- माइग्रेशन- गोवंडी बाबा नगि बस्ती की कुल जनसाँख्या में
से
७०%
जनसाँख्या माइग्रेट है
औि
ये
सािी
जनसाँख्या उत्ति-प्रदे श, बबहाि औि बांग्लादे श जैसे िाज्यों से इधि आकि बसे है लोग यंहा ज्यादा ति िोजगाि के ललए आते है औि इन्हें यंहा आकि अगि कम पैसो में भी काम लमलता है तो ये लोग किते है ल्जस वजह से
सदस्य ज्यादा होते है औि कमाने वाला बस १ या २ ही होता है , अगि कोई बीमाि पड़ता है तो पैसे ना होने की वजह से उसका अच्छे से इलाज नहीं हो पता है . ४- ल्स्ककस- इधि के लोगों में ल्स्कल के आभाव के कािण उन्हें जॉब(काम) के ललए सेलेक्ट नही क्रकया जाता है .
यंहा के लोगो में बेिोजगािी बड़ी है . ५- पढाई- इधि के लोगों में िोजगािी का एक बड़ा कािण २- जानत/धमच- गोवंडी बस्ती में मुल्स्लम, दहन्द ू औि बुद्ध धमच के लोग ज्यादा िहते है औि गोवंडी में २ तिह का िोजगाि ज्यादा होता है पहला दे वनाि कत्लखाना जंहा मुल्स्लम धमच के लोग ज्यादा ति काम किते है औि
ये है की लोग ज्यादा पढ़े -ललखे नहीं है ल्जस वजह से उन्हें अच्छा काम नही लमल पता है औि मज़बूिी में उन्हें मजदिू ी,औि कर्िा र्न ु ने जैसा काम किना पड़ता है .
दस ू िा डंप्रपंग इधि भी दे खा जाये तो बाबा नगि बस्ती के मुल्स्लम ही जाते है .
६- ददलर्स्पी- बाबा नगि बस्ती के यूथ में काम किने को लेकि ददलर्स्पी नही ददखती है क्यों के यहााँ पि कोई
३- हे कथ- गोवंडी की बाबा नगि बस्ती में िहने वाले परिवाि में हे कथ एक बहोत बड़ी समस्या है जो कंही न कंही िोजगाि को िोकती है , इधि िहने वाले परिवाि के
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अच्छे काम है ही नहीं सब जयेदाति महानत मस्दिु ी वाले काम ही है इस वजेह से काम किने की ददलर्स्पी ातम हो गई है .
७- नशा- काम ना होने की वजह लोग मज़बिू ी में औि घि के खर्च को लेकि नशे का सहािा लेते है औि नशे के र्क्कि में गलत काम किते है जैसे र्ोिी किना औि झगड़े किना. ८- जनसाँख्या- बाबा नगि बस्ती में बेिोजगािी का एक औि कािण
इधि
की
बढ़ती
हुई
जनसंख्या
है ,
ज्यादा
जनसंख्या की वजह से काम नहीं लमलता है औि बेिोजगाि बढती है .
50
नतीजे प्रपछले एक सालो से हमािा ग्रप ु कुछ ज्यादा ही सोर्ने लगा है
पहला कािण है यंहा की कम लशक्षा-दि यंहा के लोग ज्यादा
जबसे हमने तय क्रकया की हम बेिोजगािी इस मुद्दे पि पुकाि
पढ़े ललखे नहीं है क्यूंक्रक यहााँ पि BMC स्कूल लसफच 8वी तक
के साथ जुडकि रिसर्च किें गे. सवे, F.G.D, इंटिव्यू, औि
ही है औि आगे की पढाई के ललए यंहा पि प्राइवेट स्कूल है
ललटिे र्ि रिव्यु ये सािे मेथड इस्तेमाल किने के बाद हमने
लेक्रकन लोग गिीबी की वजह से अपने बच्र्ो को आगे नहीं
बेिोजगािी के कािण औि उसके होने वाले असि को काफी
पढ़ा पाते है . औि इन बच्र्ो को अच्छी लशक्षा नहीं लमलती है .
किीब से जाना है . वैसे तो हमे इस मद् ु दे को लेकि बहोत सािे
बस्ती में बेिोजगािी का कोई ठोस साधन नहीं है जो भी साधन
ननष्ट्कषच पता र्ले, लेक्रकन हम आपके सामने कुछ ऐसे ननष्ट्कषच
उपलब्ध है वो काफी कम है जैसे की बस्ती में लोग उस तिह
बताएाँगे जो बहोत महत्वपूणच है .
का ज्यादा काम किते है जो कुछ समय का ही होता है जैसे
बेिोजगािी के कािणों का ननष्ट्कषच :- लोगों से बात-र्ीत, एक्सपटच के इंटिव्यूज औि यूथ के प्रवर्ाि जानने के बाद पता र्ला है की बाबा नगि बस्ती में बेिोजगािी के कािणों में सबसे
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की कडडया का काम मजदिू ी वाला काम ये सब औि डंप्रपंग में जाकि कर्िा र्न ु ने का काम औि औितें घि में ही नतलकी मोती बनाने का काम किती है औि कुछ औितें दस ु िो के घि में जाकि घि काम किती है . इसका मतलब यंहा पि िोजगाि
के साधनों का अभाव है . औि यंहा पि जनसाँख्या भी एक बड़ी
क्रकसी से भी. इसका सीदा असि उसके परिवाि पि होता है ,
वजह है बेिोजगािी के कािणों की ल्जसके बािे में लोगों को कुछ
समाज उसके परिवाि औि उसको एक अलग नजि से दे खता
नहीं पता है लोग अभी भी इस कािण से जागत ृ नहीं है . कुछ
है , नशा किने वाला ये नहीं र्ाहता हैं की वो नशा किे लेक्रकन
लोगों का मानना है की बाहि के लोगों के इधि आकि बसने
उसके हालातो में मजबिू होकि नशा किना शरू ु कि दे ता है .
की वजह से बेिोजगािी बड़ी है , औि जानकािी के मत ु ाबबक धमच
औि िोजगाि ना होने की वजह से लोग पैसो के ललए र्ोरिया
औि जानत यह भी एक अद्रकय औि सबसे महत्वपूणच कािण है ,
भी किते है औि गलत काम भी किने लगते है या क्रफि िाइम
लोगों का मानना है की कोई भी अगि क्रकसी को काम दे ता है
तक किते है , घि के खर्े को पैसे ना होने के वजह से लोग
तो अपने धमच वाले को ही दे ता है . ल्जस कािणों से बस्ती में
क्रकसी से उधाि लेते है औि कजे में दब जाते है . औि लोग
खास कि के लडक्रकयों में ज्यादा बेिोजगािी है क्यंक्रू क लडक्रकयों
पैसो के ललए ऐसे काम भी किते है ल्जसके ललए कम पैसे
को परिवाि की तिफ से इजाजत नहीं लमलती है .
लमलते है औि मेहनत भी बहोत होती है . बस्ती में बहोत कुछ
बेिोजगािी के असि पि ननष्ट्कषच :- अगि संगत बुिी तो उसके असि भी बिु े होते है , कुछ इस तिह से हमे रिसर्च में बस्ती में बेिोजगािी के काफी बुिे औि गलत असि पता र्ले है . खाली ददमाग यानन शैतान का घि ये तो आपने सुना ही होगा तो ऐसे ही जब व्यल्क्त के पास कोई काम(िोजगाि) नहीं होता तब वो पिू ी तिह से अपने परिवाि या क्रफि खद ु की जरुितो को लेकि थर्ंता में डूबा िहता है , औि वही व्यल्क्त धीिे -धीिे नशा किता है औि इसका असि भी काफी बुिा होता है की वो अपने परिवाि वालो से लड़ने झगड़ने लगता है औि साथ ही ऐसे ही
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ऐसे भी लोग है जो पढ़े -ललखे है लेक्रकन गोवंडी इस नाम की वजह से अगि वो कंही बहाि काम किना र्ाहे तो उन्हें काम नहीं लमलता औि अगि काम लमलता भी है तो उस काम में उन्हें िे स्पेक्ट नहीं लमलती है औि उनके साथ में दस ु िो से लग बताचव क्रकया जाता है जैसे की उनके साथ थर्कला कि बात किते है औि खझडकी दे ते है . या लोग मज़बूिी में आकि वो बस्ती में ही कडडये का काम या मजदिू ी का काम शुरू कि दे ते है .
बेिोजगािी के समाधानो के ननष्ट्कषच :जैसे की उपिी भाग में बताया गया की बस्ती में बेिोजगािी के क्या कािण औि असि है लेक्रकन क्या हम बेिोजगािी इस मुद्दे पि कोई समाधान ननकल सकते है , तो..., हमें रिसर्च के दौिान पता र्ला की बेिोजगािी के ललए क्या समाधान हो सकते है . हम आपको इन समाधानों के बािे में बताएाँगे सबसे पहले तो अगि हम दे खेंगे की बस्ती की लशक्षा-स्ति बहोत काम है क्यंक्रू क गोवंडी में लसफच 8वी तक ही B.M.C. स्कूल है , उसके आगे की लशक्षा के ललए प्राइवेट स्कूल उपलब्ध है , अगि गोवंडी में B.M.C. स्कूल 10वी या उससे आगे भी हो. बस्ती के लोगों में
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इस बात को लेकि भी जागत ृ होना र्ादहए की सिकाि की कोन-कोन सी स्कीम है ये र्ीजे उन्हें बस्ती में काम किने वाली संस्थाओ को र्ादहए की उन्हें बताये. औि सिकाि को ये भी र्ादहए की बस्ती के लोगों में बेिोजगािी काम किने के ललए वो यंहा पि जॉब फेयि किवाए औि उसमे हि तिह का िोजगाि उसमे शालमल किवाए ल्जनमे पढ़े ललखे औि अनपढ़ लोगों को भी काम लमले. यूथ के ललए वोकेशनल ट्रे ननग सुरु किनी र्ादहए ल्जससे यूथ में कोई हुनि पा सके.
लशफािस बाबा नगि बस्ती में बेिोज़गािी क्रक एक वजह लशक्षा भी है क्यों के गोवंडी में लसफच .स्कूल है BMC वी तक ही8 प्राइवेट स्कूल होने की वजह फीस नहीं भि पाते ल्जस वजह से लोग लसफच वी तक ही अपने बच्र्ो को 8 या 7 सिकाि को र्ादहयें के गोवंडी में कम से कम .पडाते है . स्कूल खोले BMC वी तक01
को र्ादहयें के
औि घि से बाहिि जाकि काम किने की इज़ाज़त नहीं
वह बाबा नगि के लोगों कोइस स्कीम के बािे में अवेि किें .
बाबा नगि बस्ती में नशा किने की वजह से लोगों को लोग नशा किने लग जाते है क्यों के उन के पास काम नहीं होता है तो खाली समय में यहााँ वहां घुमने लग
दी जानतयहााँ के लोगों को र्ादहयें के वो . लड़क्रकयों को
औि
पढाये औि घि से बहाि काम किने की इज़ाज़त दें .
सिकाि औि
सिकाि के ज़रिये बहोत सािी स्कीम र्लाई जानत है जेसे ल्स्कल इंडडया DMKVP ,औि मेक इन इंडडया जो िोज़गाि ददलाने में मदत किती है इन स्कीम के बािे
NGN सिकाि औि यहााँ काम किने वाली
िोज़गाि नहीं लमलता है औि बेिोज़गािी की वजहे से
बाबा नगि बस्ती में लड़क्रकयों को कम पढ़ाया जाता है
54
,में बाबा नगि के लोगों को ज्यादा मालूमात नहीं है
.
,
.औि गलत संगत में पड़ जाते है .जाते है .क्रिलमनल एल्क्टप्रवटी में शालमल हो जाते है
को लोगो का नशा
NGN यहााँ पि काम किने वाली
छुड़ावाने के ललए अवनेस किना र्ादहए औि नशे से वेि होने वाली बीमारियों के बािे में भी लोगों को अ .किना र्ादहए
बाबा नगि बस्ती में बहोत सी काम किती है जो NGN धमच औि जाती के वजह से लोगों को काम लमलने में पिे शानी होती है लोग अपने धमच औि जानत वालों को ही काम दे ते है लोगों को र्ादहए के जो ल्जस काम के
.
ललए सही है औि उस काम को किने के काबबल है तो उसको उसकी काबबललयत के दहसाब से काम दे ना .मच औि जाती दे ख कि काम दे ना र्ादहएर्ादहए न के ध
नगिसेप्रवका को र्ादहए के वो बाबा नगि बस्ती में जॉब मेला किाये ल्जस से कुछ हद तक बाबा नगि में बेिोज़गािी कम हो सकती है जो लोग पढ़े ललखे है उन्हें .अच्छा काम लमल सके
55
.
,AC ,CCTV शनल ट्रे ननंग दे ते है जेसेबहोत सािी वोके िे फ्रील्जिे टिइलेल्क्ट्रक ,ब्यट ू ीशन ,शनप्लम्बि औि बाबा नगि के लोगों को र्ादहए के वो ये
,
.टे लरिंग
. वोकेशनल ट्रे ननंग किे औि कुछ ल्स्कल हालसल किें
माइग्रेशन के कािण बाबा नगि बस्ती में बेिोजगािी बढ़ िही है जो लोग कुछ समय के ललए अपने गााँव से शहि आते है उन लोगो के ललए अलग अलग तिह के काम मुदहया होनी र्ादहए लोगो को मौके लमलने र्ादहए
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हमारी ससख मेिा नाम सनु नल गल ु ाबर्ंद ककयप है मेिी उम्र 21साल है , मैं ननिं कािी नगि बस्ती में िहता हूाँ मैं बािवी कक्षा मैं पढ़ाई कि िहा हूं मैं मैल्जक बस संस्था के थ्रू प्रपछले एक साल से पुकाि संस्था से जुड़ा हूाँ औि मैं पुकाि फेलोलशप का दहस्सा बन र्क ु ा हूाँ औि मेिे ललये ये अच्छी बात है क्रक मैं पुकाि का दहस्सा हूाँ औि पुकाि िेलोलशप से मुझे बोहत सािे लननिंग प्रॉसेस सीखने लमले जैसे िाइदटंग ल्स्कल,कम्युननकेशन ल्स्कल, कॉल्न्फडेंस, रिसर्च ल्स्कल औि इन सभी र्ीजों को में अपने जीवन में मैं हमेशा इस्तेमाल करूाँगा। ल्ज़न्दगी की िहो में ऐसा अक्सि होता है , फैसला जो मुल्ककल हो वही बेहति होता है िख हौसला वो मंजि भी आएगा, प्यासे के पास र्लकि समन् ु दि भी आएगा,
थक कि न बैठ ऐ मंल्जल के मस ु ाक्रफि मंल्जल भी लमलेगी औि लमलने का मजा भी आएगा।
मेिा नाम नसिीन अंसािी है । मेिे नाम का मतलब सफेद फूल है । मैं 18 साल की हु ।में अभी S Y B A (sociology) में पढ़ाई कि िही हु औि में दस ू िी संस्थाओ से जुड़ कि अपनी बस्ती में वालंदटयि किती हूं ।पुकाि के बािे में मुझे मैल्जक बस के माध्यम से पता र्ला । पुकाि में बेिोजगािी के मुद्दे पि हमने रिसर्च क्रकया ,रिसर्च किते समय हमने कुछ ननय्यम सीखे औि सवे कैसे किना हौ ,इंटिवयू कैसे लेना है ,जेंडि के मुद्दों पि सेशंस क्रकये है ।पुकाि में खद ु में बदलाव ये भी आया है के हमे रिसर्च कैसे किना है औि क्रकसी भी प्रॉब्लम को कैसे सॉकव कि सकते हौ इस तिह की र्ीजे है जो मैंने सीखी हु।टीम वकच ,टाइम मैनेज औि कंप्यूटि का इस्तेमाल ये सािी र्ीजें सीखने को लमली।
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अपनी बस्ती में बेिोजगािी की वजह से क्रकस तिह का प्रभाव पड़ा है औि लोगो पि बेिोजगािी का असि बहोत ज्यादा हुआ है ये सािी र्ीजें जानने को लमली। अलग अलग लोगो के बािे में जानने को लमला उनके क्रकस तिह के प्रॉब्लम है वो कैसे इस प्रोबकम का सामना किते है उन सब से भी बहोत कुछ सीखने को लमला। मेिा नाम आलसफ जिीना शेख है , बहोत से लोग बोलते की मेिे नाम का मतलब कोई भी पिे शानी का समाधान दे ने वाला। में प्रपछले 7 साल से अलग अलग संस्था के सात जुड़ा हु औि में बहोत से जगह पि भी गया हूं वह पि में बहोत से टॉप्रपक पि काम क्रकया हु जैसे बालमजदिू ी, बालप्रववाह आदद लोगो पि मेने उनकी शामाकय
पि काम क्रकया हु। मैं क्रफलहाल अभी पढ़ाई औि काम दोनों कि िहा हु मुझे पुकाि से बहोत कुछ सीखने लमला जैसे क्रक रिसर्च कैसे किते है , qualitative date, quantitative data analysing कैसे किते है औि सवे, इंटिव्यू, FGD, critical thinking जैसे बहोत सी बाते
मेने पुकाि में आकि सीखा । औि मुझे बहोत खश ु ी होती है जब में पुकाि में आता हूं पुकाि में ना केवल रिसर्च किना सीखने का मौका लमला बललक मुझे बहोत से नई दोस्त भी लमले ल्जनसे मुझे कुछ ना कुछ नया सीख ने लमल । हम हमेशा से कुछ नया किना र्ाहते थे जैसे हमािी अपने बाबा नगि बस्ती को कैसे एक अच्छा नगि बनाये औि वो मौका हमे पक ु ाि ने ददया। मझ ु े ये मालम ू है क्रक
मझ ु े अपने जीवन मे क्या किना है , जब में पक ु ाि जोइंड किा तो मझ ु े औि अच्छे से पता र्ला क्रक मझ ु े अपने जीवन मे औि क्या में अच्छा कि सकता हु ये सब मे पक ंू ा ये ज्ञान जो में पक ु ाि में लसख औि ये ज्ञान में अपने तक नही िखग ु ाि से सीख हु वो में लोगो को भी लसखाऊंगा। मेिा नाम नाजमा हाशमी है ,मेिे नाम का मतलब है (STAR) ,मै 18 साल की हू, मैं गोवंडी की( बाबा नगि )बस्ती मे िहती हू ,अभी मै SNDT College से S.Y.B.A(Sociology) की पढाई कि िही हू ,साथ ही मैं अपनी बस्ती मे अलग अलग NGO'S के साथ जुड कि अपनी बस्ती मे बदलाव लाने के ललये last 5 years से As a volunteer अपनी बस्ती के बर्र्ो के साथ औि बस्ती के parents के साथ session लेना औि उन्हे Aware
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किना ,Safety, Health, औि योजनाव के बािे मे,बहोत से बर्र्ो को घि से बाहे ि ननकलने का मौका लमलता है parents को मना कि उन्हे घि से बाहे ि ननकलने का मौका दे ना अपनी बात दस ु िो तक बताना औि Education के साथ साथ safety भी जरुिी होती है वो उन्हे लसखाना जागत ृ किना. PUKAR के बािे मे मुझे magic bus NGO के जरिये पता र्ला मुझे पुकाि से बहोत कुछ नया लसखणे को लमला हमािे group का नाम Mentality है ,औि हमािे group ने लमलकि औि बस्ती की जो सबसे बड़ी problem थी वो select
क्रकया Unemployment हमािा Topic है , pukar में new new workshops, Activities, हुए जैसे के (Survey, F.G.D,Interview, Data Analysis,Pie chart, graph)ये सब कैसे किना हैं औि सबसे पहले हमे अपनी बस्ती को observe किना है रिसर्च से पहले औि
Ethics का ध्यान िखना है जब हम रिसर्च किते है , औि Gender के बािे में काफी detaile में पता र्ला औि बहोत कुछ सीखने को
लमला सभी workshop intresting थे, औि मेिे ललए सभी workshops नये थे औि मैंने pukar से काफी कुछ नया लसख, औि सवे के Questions हमने खद ु बनाये ये मैंने पक ु ाि से लसखा के हमे survey कैसे design किना हैं यह भी लसखा. बहोत ही अर्छी journey िही मेिी pukar में आगे र्ल कि ये सािी र्ीज़ें बातें मझ ु े काम आएगी जो भी मैंने pukar में लसखा है .
मेिा नाम इन्द्रलसंग आउजी हैं औि मेिे नाम का मतलब हैं की योद्धा यानन शूिवीि कहलाता है | मेिी उम्र 20 साल हैं औि मैंने हाली में 10th का exau ददया हैं औि में प्रपछले 4 सालो से सेव थे थर्कड्रेन औि अपनालय में vosrEteer हु औि मेिा मुद्दा बस्ती की पिे शानी को लेकि हैं जैसे की लशक्षा, स्वास्थ सुिक्षा, भेदभाव ये कािण मैंने र्न ु ा हैं में ऐसे ही अलग अलग संस्थाओं से जुड़ा हु ल्जसमे मुझे बहुत सािा ज्ञान प्राप्त हुआ हैं | जैसे की बहुत बड़े बड़े मौके औि भाित के ऐसे 3 से 4 सहिो में जाकि जानकािी ली हैं औि यही अपनी बस्ती को जागरुक्तक्रकया हैं मुझे इसमें १ नयी र्ीज़ सुनाई दी पुकाि , क्रफि मैंने सोर्ा अिे अब ये क्या नया नाम जुड़ गया लेक्रकन
[िे शमा ,
सेहि] इन्होने हमे बताया की यह रिसर्च के बािे में हैं तो मुझे जानना भी था आखखि रिसर्च होती कैसे हैं क्रफि में फॉमच भिकि जुदा औि मेिे साथ मेिे साथी भी जुड़ गए औि क्रफि हमािा मद् ु दा बेिोजगािी के प्रवषय पि ध्यान लगते हुए इसी तिह हमने पक ु ाि की जनी की शरु ु वात की, इसमें नयी र्ीज़ जो उभिकि मेिे अन्दि बदलाव ला िही थी वो है
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ooEfideEoe, seadership,pie-ohart,aEasisis,औि report िाइदटंग ये मेिे ललए न्यू र्ीज़े थी ल्जस कािण में सभी पुकाि स्टाफ को धन्यवाद् किता हू. मेिा नाम यूसुफ यासीन शेख है मेिी उम्र 21 साल है मैं 12 th कंप्लीट क्रकया है । मेिा नाम का मतलब ाब ू सूिती है । मैं नेशनल र्ैंप्रपयन भी हु मैन AFL (ऑस्ट्रे ललयन फुटबॉल लीग ) खेला है ।मैं 8 सालो से अलग संस्था में काम कि िहा हु ( As a volunteer) । जैसे ज्ञानसाथथ, मैल्जक बस, अपनालाय, आंगन ट्रस्ट,अंतिं ग आदद। औि लीडिलशप ली है लोगो को अवेनेस ददया है । कोई भी टॉप्रपक पि फुटबॉल टीथर्ंग आदद। अब मैं पक ु ाि संस्था में जॉइंट हुआ मुजे सबसे अच्छा पुकाि संस्था लगा। पुकाि एक ऐसी संस्था है जो कम्युननटी लेवल पि रिसर्च लसखाती है । इसमे बोहत कुछ workshop होता है । मैन इसमे बोहत कुछ सीखा जैसे , quantativ ओि qualitativ डेटा को कैसे एनालललसस किना है । औि कीस तिह से डेटा कलेक्ट किना है । सवे ,इंटिव्यू ओि FGD कैसे लेना है । ऐसा बोहत कुछ सीखा है । ये सब हमे workshop में लसखाते है । इसके अलावा मैने मैं field पि भी बोहत कुछ सीखा है । लोगो से कैसे बात किना है । बोहत लसखने लमलता है । ओि यह के टीर्सच को सि कि के नही बदहया या दी किके बुलाते है । औि सबसे ज्यादा सुनील जी से सीखने लमला है ।
मेिा नाम नेहा है मेिे नाम का मतलब खब ू सूिती है | में 17 साल की हु गोवंडी बाबा नगि बस्ती में िहती हु अभी में 12 में पढाई कि िही हु ,uaiio brs, Eio, में मैं as a vosrEteer हु |बस्ती के बच्र्े के साथ हि srEdai aotiviti ,iaue के जरिये उन्हें edroatioE औि heasth के बािे में जानकािी दे ती हु | uaiio brs ,Eio ,में मेिे frieEd oirose से मुझे पुकाि के बािे में मालूम हुआ के पुकाि में अपनी बस्ती में रिसर्च क्रकया जाता है ,मैंने पक ु ाि जॉइंट क्रकया उसमे मैंने सवे ,fid,औि इंटिव्यू कैसे किते है वह लसखा औि जेंडि वकचशॉप से बहोत कुछ लसखने को लमला |
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Hi मेिा नाम मुहम्मद साक्रकब शमीम शैा है औि में मैकेननकल स्टूडेंट हु,
मुझे फुटबॉल खेलना बहोत पसंद मैंने डडल्स्ट्रक लेवल तक फुटबॉल
खेला है औि सोशल वकच किना भी बहोत पसंद है में बहोत सािी NGN के साथ जुड़ा हु. पक ु ाि यह एक ऐसी NGN ल्जस से मझ ु े बहोत कुछ लसखने लमला औि पक ु ाि ने मझ ु े इतने अछे फ्रेंड्स ददए ल्जन्हें में कभी खोना नहीं र्ाहुगा औि पुकाि के साथ एक साल का सिि इतने जकदी ातम हो गया पता भी नहीं र्ला . इस एक साल के सिि में मैंने पुकाि से बहोत कुछ लसखा सबसे पहले मुझे यह पता र्ला के रिसर्च कैसे किते है क्यू के पुकाि में जुड़ने से पहले में सोर्ता था के रिसर्च लसफच बड़े लोग ही कि सकते ल्जन के पास बड़ी बड़ी दे ग्रीयााँ है मगि पुकाि से जुड़ ने के बाद पता र्ला के रिसर्च तो कोई भीं कि सकता है . पुकाि में दो तिह के वकचशॉप होते है एक लाइफ ल्स्कल औि दस ू िा रिसर्च से रिलेटेड, लाइफ ल्स्कल वकचशॉप से मुझे र्ीज़ों को औि अच्छे से समझने में मदद लमली औि लोगों को औि अच्छे से जानने में मदत लमली औि रिसर्च से रिलेटेड वोक्शोप्स से रिसर्च को औि अच्छे से जानने लमला . औि रिसर्च कैसे किते है पता र्ला औि पुिे इस एक साल के पुकाि यूथ फेलोलशप में मुझे बहोत सी न्यू न्यू र्ीजें लसखने को लमली . I wish के में क्रफि एक बाि पुकाि का दहस्सा बनू इस फेलोलशप के बाद. मझ ु े इतनी अच्छी र्ीजें लसखाने के ललए में पुकाि को तहददल से शुक्रिया अदा किता हु.
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जोड़ SURVEY CONSENT
परिर्य: हम पक ु ाि संस्था की तिफ से हैं। पक ु ाि एक ऐसी संस्था हैं जो हम जैसे यथ ु को अपने बस्ती में अलग अलग समसयाओ पि रिसर्च किने का मौका दे ती हैं। औि इसी तिह हम पुकाि से जुड़ कि बाबा नगि बस्ती में बेिोजगािी इस मुद्दे पि रिसर्च कि िहे हैं। हम इस बस्ती के िहने वाले है । बस्ती में होने वाली बेिोजगािी की समस्याओं को जानना र्ाहते हैं। इसललए बेिोजगािी के मुद्दे को लेकि आपसे बातर्ीत किना र्ाहते हैं। [आपकी दी हुई जानकािी हम तक ही िहे गी] पक ु ाि का पता: 272, म्यनु नलसपल टे िामें ट्स, लशवजी नगि, BMC खेिवाड़ी िोड बांद्रा (पल्कर्म).
सवे लेने वाले का नाम :
जानकािी दे ने वाले का नाम :
हस्ताक्षि –
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सवे सवे दे ने वाले की जानकारी : नाम :
उम्र :
सेतस :
धमच :
जातत :
(अ) SC [
]
(ब) ST [
]
(क) OPEN [ ]
(ड) OBC [ ]
पता : पररवार की जानकारी नाम
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उम्र
सेतस
सशक्षा
रोजगार
बेरोजगार
सवेवर से ररश्ता
1- आपका पररवार
बाबा नगर में कब से रहता है ? उत्तर______________________________________________________
2 - इससे पहले कहा रहते थे ? उत्तर______________________________________________________ 3- आपके पररवार की यहा आने की वजह तया है ? (a)रोजगार
(b)सशक्षा
(c)अन्द्य .___________________________________
◆रोजगार :1- आप तया काम कर रहे हो ? (क्जससे आमदनी होती हैं ) उत्तर______________________________________________________ 2- यह काम आप प्रपछले ककतने समय से कर रहे हो ? उत्तर______________________________________________________ 3- आप यह काम और ककतने समय तक कर पाओगे ? उत्तर______________________________________________________ 4- आप टदन में ककतने घंटे काम करते हो? उत्तर ______________________________________________________ 5- यह काम करने से पहले कौनसा
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काम करते थे ? (क्जससे आमदनी होती थी )
उत्तर______________________________________________________ 6- यह काम ढूंढने में आपको ककतना समय लगा? उत्तर______________________________________________________ 7- जब आपके पास काम नही था उस समय अपना घर खचच ककस तरह चलाते थे ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _____________________ 8- आपके पास काम ना होने का ककसी तरह असर पड़ता था? उत्तर (हााँ / ना )________ 9- जब आप काम नहीं करते थे उसका आपके स्वास्थ पर तया असर पड़ता था? मानससक उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ शारीररक उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________
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10-
आपको काम न समलने की वजह से आप के पररवार पर तया असर पड़ता था?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 11- जब आपके पास काम नहीं था उस समय आपके पररवार का आपके साथ कैसा बताचव था ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 12- जब आप के पास काम नहीं था उस समय समाज\दोस्त का आप के साथ कैसा बताचव था? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 13- तया आपको काम ना समलने का असर किी आपकी पढाई पर पड़ा था? उत्तर (हााँ / ना)_______________________________________________ 13.1- अगर हााँ हैं तो इसका अनुिव बताओ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 14- इसके अलावा आपकी क्जंदगी पर और कोई असर पड़ता था? उत्तर ( हााँ / ना )__________
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14.1- अगर हााँ हैं तो- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 15- तया आपको (लड़का) या (लड़की) होने की वजह से रोजगार समलने में आसानी हुई या परे शानी हुई ? उत्तर ( हााँ / ना )___________________ 15.1- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 16- तया आप को लगता है की धमच की वजह से आपको काम/रोजगार समलने में किी आसानी हुई या परे शानी हुई? उत्तर ( हााँ / ना )___________________ 16.1- इसका अनि ु व बताओ ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 17- तया आप को लगता है की जातत की वजह से आपको काम/रोजगार समलने में आसानी हुई या परे शानी हुई? उत्तर ( हााँ / ना )___________________
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17.1- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 18- तया आपको लगता है आपकी पढाई की वजह से आपको काम समलने में आसानी हुई या परे शानी हुई? उत्तर ( हााँ / ना )___________________ 18.1- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 19-
आपके नजररये से बाबा नगर बस्ती में बेरोजगारी की तया वजह है ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________
20- तया आपको लगता है की बाबा नगर बस्ती के लोगो को रोजगार न समलने की एक वजह की गोवंडी यह एक नाम हो सकता है ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ ◆ बेरोजगारी :1- तया आपने इससे पहले किी काम ककया है ? उत्तर (हााँ / ना )_________
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1.1- (अगर हााँ) - ककस तरह का काम ककया है ? उत्तर______________________________________________________ 1.2- आपने ये काम तयों छोड़ टदया ? उत्तर______________________________________________________ 1.3- (अगर ना) - आपके काम ना करने की कोई वजह है तया ? __________________________________________________________ ★2- तया आप काम ढूंढ रहे है ? उत्तर (हााँ /ना) ________________________________________________ 2.1- (अगर हााँ) - आप ककतने समय से काम ढूंढ रहे है ? उत्तर______________________________________________________ 2.2- आप ककस िकार का काम ढूंढ रहे है ? उत्तर ______________________________________________________ 2.3- इस काम/रोजगार
के सलए तया जरूरी है ?
उत्तर ______________________________________________________
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3- आप काम ढूंढने के सलए ककसी की मदत लेते है तया ? उत्तर (हााँ / ना) _______________________________________________________ 3.1- अगर हााँ, तो ककन - ककन लोगो की मदत लेते है ? उत्तर ______________________________________________________ 4- तया आपको लगता हैं (लड़का) या (लड़की) होने की वजह से रोजगार नहीं समला? उत्तर (हााँ या ना)______________________________________________ 4.1- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 5- तया आप को लगता है की धमच की वजह से आपको काम/रोजगार नहीं समल पता? उत्तर (हााँ या ना)______________________________________________ 5.1- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________
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6- तया आप को लगता है की जातत की वजह से आपको काम/रोजगार नहीं समल पता? उत्तर (हााँ या ना)______________________________________________ 6.1- इसका अनि ु व बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 7- बेरोज़गारी बढ़ने के पीछे सशक्षा िी एक वजह हो सकती है तया ? उत्तर (हााँ या ना)______________________________________________ 7.1- इसका अनुिव बताओ ?
उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 8- आप ने ककतनी बार काम ढूंढने की कोसशश की है ? उत्तर ______________________________________________________ 8.1- तो कफर आप को काम ना लगने की तया वजह है ? उत्तर ______________________________________________________ 9- आपके पास काम ना होने का ककसी तरह असर पड़ता था? उत्तर (हााँ / ना )________
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10- आप काम नहीं करते हैं उसका आपके स्वास्थ पर तया असर पड़ता हैं ? मानससक उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ शारीररक उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 11- अब आप काम नहीं करते हैं उसका आपकी पढाई पर तया असर पड़ता हैं ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 12- आपको काम न समलने की वजह से आप के पररवार पर तया असर पड़ता हैं ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 13 - आपके पास काम नहीं हैं तो पररवार का आपके साथ कैसा बताचव हैं ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________
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14- आप के पास काम नहीं हैं तो समाज \ दोस्त का आप के साथ कैसा बताचव हैं ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 15- आपके नजररये से बाबा नगर बस्ती में बेरोजगारी की तया वजह है ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________ 16- तया आपको लगता है की गोवंडी इस नाम की वजह से आपको काम/रोजगार नहीं समल पता है ? उत्तर___________________________________________________________________________________________ _______________________________________________________________________________
सवे करने वाले का नाम ______________
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सही
Boy’s FGD सहभाथगयों के नाम: पुकाि का परिर्य: सवाल- आप लोगो में से काम कौन-कौन लोग किते है ? सवाल- बाबा नगि में लोग क्रकन-क्रकन प्रकाि का काम किते है ? सवाल- क्या आपको ऐसा लगता है की बाबा नगि के बस्ती में लोग बाहि से भी आकि िहते है उस वजह से भी काम लमलने में पिे शानी होती है ? सवाल- ऐसा क्यों है की बड़ी कंपननया गोवंडी में नहीं आती है इधि हमािे इलाको में नहीं आती है , इसकी वजह क्या हो सकती है , आपको क्या लगता है ? सवाल- जो लोग काम नहीं किते है वो लोग खाली समय में क्या किते है ? सवाल- आप लोगो को पता है की यहााँ पि जो वोकेशनल ट्रे ननंग दी जाती है क्रकसी संस्था की तिफ से क्रकसी हुनि के ललए उसके बािे में आपने कभी सन ु ा है ? या आपको कुछ पता है ? सवाल- अच्छा आप लोगो को क्या लगता है की लड़का-लड़की होने की वजह से काम लमलने में आसानी होती है या पिे शानी होती है ? सवाल- ल्जस समय आप लोगो के पास काम नहीं था उस समय आप लोगो पि क्या असि पड़ता था ? सवाल- इसके अलावा कभी कोई औि असि पड़ा था क्या? सवाल- जब आप लोग काम पि नहीं जाते थे उसका आपके परिवाि पि कोई असि पड़ा था क्या? सवाल- औि जैस की दे खने को लमलता है की हमािे यहााँ के लड़के नक् ु कड़ पि खड़े िहते है इधि उधि उसकी वजह क्या है ? सवाल- ल्जस समय आपके पास काम नहीं होता उस समय आपके दोस्त आपके साथ कैसा बताचव किते है ?
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सवाल- बाबा नगि के लोगो को धमच के वजह से भी काम नहीं लमलता ऐसा होता है क्या ? सवाल- ऐसा कभी होता है की काम नहीं होने की वजह से कभी कुछ गलत काम कि िहे है या डडप्रेशन में र्ले गए है ? सवाल- काम नहीं होने की वजह से कोई अपने शिीि को नुकसान पहुर्ा िहा है ? सवाल- ज्यादा ददनों तक काम नहीं लमले तो उस वजह से क्या पिे शाननया होती है ? सवाल- जब कभी ऐसा होता है की 5 या 6 महीने काम नहीं होता तब क्या किते है ? सवाल- बाबा नगि की बस्ती की लडक्रकया भी बाहि जाकि काम किना र्ाहती है तो इसमें आपको क्या लगता है वो बाहि जाकि काम कि सकती है क्या? सवाल- की जात के वजह से काम नहीं लमला हो की तू ननर्ली जात का तुझे काम नहीं लमलेगा ऐसा कुछ? सवाल- आपको क्या लगता है जॉब के ललए पढाई जरूिी है ?. सवाल- पढाई कहााँ तक जरूिी है िोजगािी लमलने के ललए? सवाल- बाबा नगि बस्ती में बेिोजगािी की क्या वजह हो सकती है आपके नजरिये से, इतने लोग ल्जनके पास काम नहीं है वो क्यू है ? सवाल- अच्छा आपको क्या लगता है की गोवंडी इस नाम की वजह से इधि के लोगो को काम नहीं लमलता है ?
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GIRL FGD QUESTION सवाल – बेिोजगािी क्या है ? सवाल – जो इंसान बेिोजगाि हैं उसपि औि उसके परिवाि पि क्या असि पढता हैं ? सवाल – अब आपके पास काम नहीं हैं तो आपके जीवन में क्या असि पढता हैं ? सवाल – आप लोगो को क्या लग िहा हैं बेिोजगािी क्यों बढ़ िही हैं बाबानगि बस्ती में ? (वजह क्या हैं औि इस्से क्या क्या ददक्कते आती हैं ) सवाल – आप लोग अगि काम किना र्ाहते हैं तो अभी आप बेिोजगाि हो तो घि पि कैसा बताचव होता हैं? सवाल – जब काम नहीं था तो घि में क्रकस तिह अक माहोल था? सवाल – बेिोजगािी की वजह से खद ु के जीवन में क्या असि पड़ता हैं? सवाल – बेिोजगािी होने की वजह से खद ु के जीवन में क्या असि पड़ता हैं personal लाइफ में भी? सवाल – अगि इतनी पिे शानी हो िही हैं बेिोजगािी की वजह से तो क्या लगता हैं इसको कैसे कम क्रकया जा सकता हैं ? सवाल – तो जैसे बाहि की तिफ होता हैं की गोवंडी छोड़कि जो यव ु ा होते हैं पढ़ाई भी किते है औि साथ में काम भी किते हैं सवाल – जैसे आप लड़की हो तो लड़की होने की वजह से खद ु पि क्या असि होता हैं घि में कैसा बताचव होता हैं ? सवाल – तो क्या लडको की वजह से भी लडक्रकयों पि असि पड़ता हैं ?
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सवाल – गोवंडी में लड़क्रकयों को जॉब क्यों नहीं लमलता
इसकी क्या वजह हो सकती हैं ?
सवाल – बाबा नगि में लडक्रकया ज्यादाति क्रकस तिह का काम किती हैं ? सवाल – क्रकसकी वजह से लडक्रकया आगे नहीं बढ पा िही हैं ?
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EXPERT INTERVIEW NGO
संस्था का नाम: 1 आपके दहसाब से बेिोजगािी क्या है ? आपकी संस्था बाबा नगि में प्रपछ्ले काफी समय से काम किती आ िही है , तो आपने दे खा होगा की यंहा पि बेिोजगाि की मात्रा क्रकतनी है , तो आप क्रकस तिह से बेिोजगािी को दे खेते है औि उसपि क्या काम किते है ? 2 आपकी संस्था ये यव ु ा [लड़का औि लड़की] के ललए क्या किती है उनको आकप्रषचत कैसे किती हैं? अगि लड़के भी सीखना र्ाहे तो क्या यह कोसच उनके ललए हैं (ब्यूदटलशयन,लशलाई) 3 यहााँ जो लडक्रकया है उनकी लशक्षा कहा तक हुई हैं? 4 जब उनका ३ मदहना कोसच पूिा हो जाता है तो आप उन्हें सदटच क्रफकेट दे ते हैं तो क्या आप उन्हें जॉब भी दे ते हैं क्या? 5 बाबानगि में जो युवा हैं उनपि बेिोजगािी का असि क्या हुवा हैं ? 6 क्या आपको लगता हैं की बेिोजगािी का एक कािण [नशा औि दहंसा] भी हैं? 7 क्या आपको लगता हैं की बेिोजगािी की एक वजह धमच या क्रफि जाती भी हो सकती हैं? 8 क्या आपको लगता है की गोवंडी यह एक नाम होने से भी बेिोजगाि हैं? 9 आप लोगो को कोई सवाल पछ ू ना है हम लोगो से?
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