सदस्य का्यायाल्यों के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों के धलए आ्योधित धिधिन्न प्रधत्योधिताओं के धििेता पुिसकाि प्राप्त कि िहें है ।
निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।), धतरुिनंतपुिर सं्योिक : रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल, धतरुिनंतपुिर-695033
22िाँ अंक
{ÉÊjÉEòÉ {ÉÊ®´ÉÉ® संिक्षक श्री िरी. िाििािन रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निाकास (का्यायाल्य-I) धतरुिनंतपुिर
ºÉÆ{ÉÉnxÉ ¨ÉÆb±É श्रीमतरी आर. महेश्वररी अमममा,
हिंदी अहिकारी, इसरो जडत्ीय प्रणाली यूहिट, हिरु्िंिपरु म
श्रीमतरी लक्मरी जरी.,
्ररष्ठ हिंदी अि्ु ादक, ह्क्रम साराभाई अंिररक्ष कें द्र, हिरु्िंिपरु म
श्रीमतरी सेतल ु क्मरी,
्ररष्ठ अि्ु ाद अहिकारी, कम्म चारी भह्षय हिहि संगठि, आंचहलक काया्म लय, हिरु्िंिपरु म
श्रीमतरी संगरीतमा के .,
कहिष्ठ हिंदी अि्ु ादक, दहक्षण रेल्े, हिरु्िंिपरु म
डॉ. चंद्र प्रकमाश दूबे,
्ैज्ाहिक, राषट्ीय पथृ ्ी ह्ज्ाि अधययि कें द्र, हिरु्िंिपरु म पत्ाचाि पता संपादक - " रैत्री" सहा्यक धनदेरक (िाििाषा) एिं सदस्य सधचि निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I) रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल, परीएरिरी िंकरन धतरुिनंतपुिर - 695033
09 10 12 13 16 27 28
30 32 36 38
42
46
राियादरयाक/सं्योिक श्री सईद िररीद धनदेरक, डाक सेिाएं(रुख्याल्य) एिं प्रिान निाकास (का्यायाल्य-I) सधचिाल्य
संपादक श्रीरतरी के .आि. िं धिनरी सहा्यक धनदेरक (िाििाषा) एिं सदस्य सधचि, निाकास (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर
´ÉÉä lÉÉäbÃÉ ¨ÉÉ®ä ¦ÉÒ iÉÉä ¨ÉÉ® ¨ÉiÉ ºÉ¨ÉZÉxÉÉ / (¨ÉÉÄ) º´ÉSU ¦ÉÉ®iÉ B´ÉÆ º´ÉSU ¦ÉÉ®iÉ Ê¨É¶ÉxÉ CªÉÉäÆ ¨ÉèÆ EòÉäºÉÚÄ !!! ]äõ±ÉÒOÉÉ¨É BEò ʴɱÉÖ{iÉ ºÉä´ÉÉ ¨Éä®úÉ ¨ÉxÉ ®ºÉÉä<Ç PÉ® ºÉÉä¶É±É ¨ÉÒÊbªÉÉ, ¨ÉÉxÉ´É ´ªÉ´É½É® +Éè® ¤Én±ÉiÉÒ Ê´É¶´É ´ªÉ´ÉºlÉÉ Eò¤ÉÚ±É Eò®äÆ =ºÉÚ±É +Éi¨ÉÊxɦÉÇ®ú ¦ÉÉ®úiÉ +ʦɪÉÉxÉ : ±ÉIªÉ B´ÉÆ SÉÖxÉÉèÊiɪÉÉÄ “ {ÉÉäxɨÉÖc÷Ò ” ºÉÉ<ÊEò±É ªÉÉjÉÉ ´É¹ÉÇ 2019-20 Eäò nÉè®ÉxÉ xÉ®ÉEòɺÉ(EòɪÉÉDZɪÉ-I), Êiɯò´ÉxÉÆiÉ{ÉÖ®¨É EòÒ MÉÊiÉÊ´ÉÊvɪÉÉÄ ºÉnºªÉ EòɪÉÉDZɪÉÉäÆ ¨Éå ®ÉVɦÉɹÉÉ EòɪÉÉÇx´ÉªÉxÉ EòÒ Ê®{ÉÉä]Ç +É{ÉEòÉ {ÉjÉ Ê¨É±ÉÉ
{ÉÊjÉEòÉ ¨Éå ´ªÉHò Ê´ÉSÉÉ® ±ÉäJÉEòÉäÆ Eäò ÊxÉVÉÒ ½é * {ÉÊjÉEòÉ {ÉÊ®´ÉÉ® B´ÉÆ ºÉÆ{ÉÉnxÉ ¨ÉÆb±É EòÉ <ºÉ¨Éå EòÉä<Ç nÉʪÉi´É xÉ½Ó ½è *
हहंदरी ददिस 2020 के अिसि पि राननरी्य िृह रंत्री का संदर े
4
5
ºÉÆ®IÉE E Ò E ±É¨É ºÉä..... निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर की पधत्का “रैत्री” का 22िाँ अंक आपके सारने प्रसतुत किते हुए अपाि हषया हो िहा है । िाित सिकाि की िाििाषा नरीधत के अनुपालन रें धहनदरी पधत्काओं को रहतिपूरया स्ान प्राप्त है । ऐसरी पधत्काओं का प्रकारन िाििाषा धहनदरी के प्रधत अनुकूल िाताििर पैदा किने रें सहा्यक है । इस उद्ेश्य से हरी सधरधत धपछले 21 सालों से “रैत्री” पधत्का लिाताि प्रकाधरत कि िहरी है । इस िषया रैत्री ई-पधत्का के रूप रें प्रकाधरत हो िहरी हैं । आरा किता हँ दक इससे ्यह पधत्का अधिक से अधिक का्यायाल्यों औि हहंदरी प्रेधर्यों तक पहुँच पाएिरी । िाित हरी नहीं, पूिा धिश्व कोधिड़19 रहारािरी से लड िहा है । इस बरीच िरी पधत्का का ्यह अंक आप तक पहुँचाने रें सधरधत सफल िहरी है । इसरें सधरधत के सदस्य का्यायाल्यों के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों द्ािा िधचत लेख, कधिताएं, कहाधन्याँ आदद सध्रधलत हैं । सा् हरी सदस्य का्यायाल्यों रें िाििाषा धहनदरी के प्रिाररी प्र्योि को बढािा देने के धलए आ्योधित का्ययाक्ररों का धिििर एिं धिधिन्न का्ययाक्ररों की तसिरीिें िरी राधरल हैं । रैं इस अंक के िचनाकािों एिं संपादन रंडल के सदस्यों को उनके सा्याक प्र्यास हेतु बिाई देता हँ । आरा किता हँ दक “रैत्री” सदैि प्रिधत के प् पि अग्रसि होतरी िहेिरी । रुिकारनाओं सधहत,
िरी. िाििािन
धतरुिनंतपुिर
6
रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य – I), धतरुिनंतपुिर
¨ÉÖJªÉ ºÉÆ{ÉÉnEò EòÒ +Éä® ºÉä... िाििाषा धहनदरी के उत्तिोत्ति प्रिधत के धलए निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत्यों द्ािा अ्क प्र्यास दक्या िा िहा है । निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य – I), धतरुिनंतपुिर िरी ऐसे प्र्यासों द्ािा सदस्य का्यायाल्यों के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों के रन रें िाििाषा हहंदरी के प्रधत रुधच उतपन्न किाने रें सफल िहरी है । धपछले कई रहरीनों से दुधन्या कोधिड-19 रहारािरी की चपे्ट रें है । दफि िरी, ऑनलाइन द्ािा हर बहुत कु छ कि पाए, िैसे बैठकों, का्ययारालाओं, प्रधत्योधिताओं आदद का आ्योिन । ्यह िौिि की बात है दक इस बरीच िरी निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य – I), धतरुिनंतपुिर अपनरी िृह पधत्का “रैत्री” का 22 िाँ अंक प्रकाधरत किने रें सफल िहरी है । इस बाि ई-पधत्का के रूप रें “रैत्री” आपके स्रुख प्रसतुत है । सिरी िचनाकािों औि संपादक रंडल को बिाई एिं रुिकारनाएं देता हँ । आप सुिरी पाठकों से अनुिोि है दक रैत्री के इस अंक के बािे रें अपनरी प्रधतदक्र्या, सुझाि आदद से हरें अिित किाएं । रुिकारनाओं सधहत,
धतरुिनंतपुिर
सईद िररीद
धनदेरक, डाक सेिाएं (रुख्याल्य), के िल सरकया ल एिं प्रिान, निाकास सधचिाल्य
7
ºÉÆ{ÉÉnEòÒªÉ “रैत्री” का 22िाँ अंक आपके हा्ों रें है । उ्ररीद कितरी हँ दक हरेरा की तिह ्यह अंक िरी आप िोचक पाएंिे । धिश्व िि रें आि धहनदरी का सधिरेष स्ान है । िन-िन की िाषा होने के कािर हहंदरी हरािे देर के धिधिन्न िाषा-िाधष्यों के बरीच संपकया िाषा िरी है । िाििाषा के रूप रें के नद्री्य सिकाि के का्यायाल्यों / उपक्ररों / सिा्यत्त धनका्यों / बैंकों आदद को एक रंच पि लाने रें धहनदरी ने अहर िूधरका धनिाई है । िाििाषा हहंदरी को सदस्य का्यायाल्यों के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों के बरीच अधिक से अधिक लोकधप्र्य बनाने औि इसके प्र्योि को बढािा देने की ददरा रें निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर सतत प्र्यत्नररील है । “रैत्री” पधत्का का धन्यधरत रूप से प्रकारन िरी इसरी के रद्ेनज़ि हो िहा है । सधरधत की िधतधिधि्यों को आप तक पहुँचाने के सा् हरी सा् सदस्य का्यायाल्यों के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों की िचनातरक अधिरुधच्यों को प्रोतसाधहत किना िरी इस पधत्का का उद्ेश्य है । पधत्का के बािे रें आपके सुझाि औि प्रधतदक्र्या ने हरें आिे बढने की ऊिाया प्रदान की है । अनुिोि है दक इस अंक के बािे रें आपके धिचाि औि सुझाि हर तक ज़रूि पहुँचाएं । रुिकारनाओं सधहत,
धतरुिनंतपुिर 20.02.2020
8
के .आ .आि. िध .आि ििं धधिन िनरी िनरी
सहा्यक धनदेरक (िाििाषा) रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का का्यायाल्य, के िल सरकया ल एिं सदस्य सधचि, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य – I), धतरुिनंतपुिर
´ÉÉä lÉÉäbÃÉ ¨ÉÉ®ä ¦ÉÒ iÉÉä ¨ÉÉ® ¨ÉiÉ ºÉ¨ÉZÉxÉÉ / (¨ÉÉÄ) धप्रनस पाँचाल
आरुधलधपक, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल
िो डाँ्टतरी हैं, पि दफि िरी हरािा सािा कार कितरी है । िो ्ोड़ा रािे िरी तो राि रत सरझना, िो राँ है, प्याि हरें बेरुराि कितरी हैं । िुससा हर हो िाएँ, तो आके ्ोड़ा सरझा दद्या कितरी हैं, अिि नािाज़ हो सबसे, तो चुपके से खाना धखला दद्या कितरी हैं, िो ्ोड़ा रािे िरी तो राि रत सरझना, िो राँ है, प्याि हरें बेरुराि कितरी हैं । रुपए हो न हो, रुझे हो िरूित ! तो कु छ पैसे ्रा दद्या कितरी है । रैंने किरी ध्यान नहीं दद्या उसपे रिि दफि िरी हि सददी की िात रें, रुझे क्बल उढा दद्या कितरी है
िो ्ोड़ा रािे िरी तो राि रत सरझना, िो राँ है, प्याि हरें बेरुराि कितरी हैं । चाहे सािरी िात उनकी तधब्यत हो खिाब, पि रुझे सुबह ्टाइर से उठा दद्या कितरी हैं, चाहे खुद न खाए धनिाला एक, पि हि िोज़ रेिे धनकलने से पहले नेिा नाशता बना दद्या कितरी हैं । रुझे ्याद नहीं उनहें दक्या रेिा फोन, पि अिि रैं कहीं िाऊँ बाहि तो हि घं्टे रेिे फोन की घं्टरी बिा दद्या कितरी हैं। िो ्ोड़ा रािे िरी तो राि रत सरझना, िो राँ है, प्याि हरें बेरुराि कितरी हैं ।
9
º´ÉSU ¦ÉÉ®iÉ B´ÉÆ º´ÉSU ¦ÉÉ®iÉ Ê¨É¶ÉxÉ श्री सुधनल कु राि
प्राध्यापक िाितरी्य खान-पान प्रौद्ोधिकी संस्ान
हररें से िब हि एक सफाई किे िा, तिरी अपना िाित सिचछ बनेिा आओ धरलकि किें सिचछ हि बच्ा रुद्ध िा्यु रें पलेिा िाित एक ऐसा देर है िो धिधििता रें एकता के धलए िाना िाता है, दकतने हरी प्रकाि की िाषाएं, बोधल्याँ, िाधत्याँ एिं िं ि धबिं िे त्योहाि पि इस सुख सरृद्ध िाित पि एक िबबा लिा िाििानरी का पूिे धिश्व रें प्रधसद्ध होना, िरी हाँ उसरी के सा् बाकी िरी कई रहिों का इसरें नारांकन होना । हरें अब इसके धखलाफ आिाज़ उठानरी है औि िाित को सिचछ बनाना है, हि तिरीके से इस सिचछ िाित के सपने को साकाि किने के धलए सबसे पहले हरें खुद से रुरुआत किनरी होिरी, िरी हाँ क्योंदक िब तक हर खुद कु छ नहीं किते तब तक कु छ नहरी होने िाला । अिि दकसरी चरीज़ की िरूित है तो िो ्यह है दक हर खुद से रुरुआत किें, अपने घि सियाप्र्र, क्योंदक ्यहीं से हरािरी दुधन्या रुरु होतरी है । अपने घि की िंदिरी कू ड़ा किक्ट सहरी तिरीके से कू डेदान रें हरी डालें धिससे दक िह कचडे की िाधड्यों के द्ािा सरीिे खतर दक्या िा सके । इसके बाद हरें अपने आस-पडोस के लोिों को िरी ्यह धसखाना होिा दक िह िरी ऐसा हरी किें , धिससे दक पूिे रोहलले की एक बाि रे हरी सफाई हो सके औि रोहलला साफ िहे । इसके
10
पश्ात धिद्ाल्यों, कॉलेिों औि धिश्वधिद्ाल्यों की ओि हरें
क्टाि िोकने रे सक्षर है, हरें औद्ोधिकिर के धलए िनों को
ध्यान देना चाधहए । उनहें सर्य सर्य पि अपने स्ानों की
बलरी नहीं चढानरी चाधहए ।
सफाई किानरी चाधहए एिं सिरी बच्ों की उसरें अधनिा्यया
िािरूकता अधि्यान चलाना चाधहए औि इसे पूिा किने पि
उपधस्धत होनरी चाधहए । दफि सप्ताह ्या रहरीने रें एक बाि
उनहें पुसकािों से स्राधनत दक्या िाना चाधहए तादक सिरी को
घि से बाहि आकि अपने आस-पास के स्ानों की सफाई
इस ओि बढने की प्रेिरा धरले । धिद्ाल्य, औद्ोधिक संस्ा,
किनरी चाधहए, धिससे दक िहाँ के लोिों रें िािरूकता उतपन्न
कॉलेि ्या निि ्या रोहलला िहाँ िरी हो रुरुआत हरसे औि
हो अपने स्ानों को साफ िखने दक औि िह खुद िरी इस ओि
आपसे हरी संिि है । हर अपने सति पि िब तक नहीं बदलते
आिे बढें । सा् हरी सरुद् त्ट के आस-पास के स्ान एिं
हैं दुधन्या नहीं बदलेिरी । हफते रें 2 घं्टे सिचछता के धलए औि
नदद्यों के दकनािों को िरी सिचछ िखने के धलए खास तौि पि
रहरीने रें कु छ अधिक सर्य तिरी ्यह संिि हो पाएिा ।
ध्यान देना होिा । सरुद् एिं नदरी के पानरी को रधलन िल ्या अन्य िंदिरी से बचाने का प्र्यास किना होिा तादक िन प्रदूषर को िोका िा सके । सिचछता की ओि अिलरी बात ्यह है दक िहाँ तक हो सके हरें घिों रें िैस का उप्योि किना चाधहए न दक लकधड्यों का, लकधड्यों के उप्योि से पहला दोष तो ्यह है दक िनों का नार एिं दूसिा है िा्यु प्रदूषर । िनों के संिक्षर के राध्यर से हरी हरें रुद्ध िा्यु, िषाया आदद प्राप्त हो सकता है िो िरीिन के अरूल्य घ्टकों रें से हैं । सिकाि को सिचछता की
इसके पश्ात सिकाि को
तुर चलो तो देर चलेिा एक हा् उठा तो उसरें दूसिा धरलेिा सिचछता का ्ये अधि्यान अब पूिे िाित रें धखलेिा सिचछ िा्यु रें रहक कु सुरों की होिरी तिरी सफलता िब रुरुआत तुससे होिरी । ि्य हहंद ि्य हहंदरी !
ओि सबसे ज्यादा ध्यान देना चाधहए । सिकाि हरी िनों का
11
क्यों रैं कोसूँ अपने रन को क्यों रैं कोसूँ अपने तन को क्यों रैं कोसूँ इस िरीिन को
CªÉÉäÆ ¨ÉèÆ EòÉäºÉÚÄ !!! एर. एस. धन्ररी
्टरी िरी ्टरी धहनदरी, के नद्री्य धिद्ाल्य कें .रि.पु.बल, पधललपुिर
सच हैं दक आराएँ ्टू ्टरी सच है दक अधिलाषा रूठरी बचपन रें िो सपने देखे, सपने िह िो बने न अपने। िो सपने देखे िो िरी सच ्े, ्टू ्टे िो सपने िो िरी सच हैं। कु छ अपनो ने तोड़ा उनको कु छ अपनो ने िोड़ा उनको। क्यों रैं कोसूँ उन सपनों को क्यों रैं कोसूँ उन अपनों को। नहीं पछतािा रुझको दकसरी का िो सोचा िो रैने कि डाला दोहिा िरीिन न िरीने का अपने से िादा कि डाला। इस अदा पे रिने िालों ने, आिे ...इसे बदलना चाहा। क्यों रैं बदलूँ अपने रन को क्यों रैं बदलूँ अपने तन को क्यों रैं बदलूँ इस िरीिन को।।।
12
]äBEò±õ ʴɱÉÖÉÒOÉÉ¨É {iÉ ºÉä´ÉÉ डॉ. धिधपन कु राि ्यादि, िैज्ाधनक/इं िरीधन्यि – ‘एसएफ’ िरीएसएससरी
िाित रें 163 िषया पुिानरी ्टेलरीग्रार सरियास अ्िा ताि सेिा 15 िुलाई, 2013 से सदा के धलए बंद कि दरी िई क्योंदक इस सेिा को चलाए िखने रें सिकाि को हि िषया किोड़ों रुपए का घा्टा हो िहा ्ा। संचाि के क्षेत् रें रोबाइल एिं इं ्टिने्ट की तकनरीक से पहले ताि का ऐसा िलिा ्ा दक उसे बुक
रुझे ्याद है िो सर्य िब दकसरी के घि ताि ्ा तो
किने के धलए क़ताि रें तो लिना हरी पड़ता ्ा, ताि िलदरी
फ़ौिन सन्ना्टा छा िाता ्ा औि घि रें रातर का राहौल
ििाना हो िाए औि दूसिों से पहले िेिा िाए इसके धलए
बन िाता ्ा। ्यदद ताि िात के सर्य पहुँचा तो सरझो दक
तािघि रें ताि-बाबू से ्याचना िरी किनरी पड़तरी ्री ्या दकसरी
बं्टािाि। पूिे रोहलले रें खुसि-पुसि होने लितरी ्ा दक फलाँ
से धसफ़ारिर लििानरी पड़तरी ्री। ्यदद इन दोनों से कार ना
के घि ताि आ्या है। ताि प्राप्त किनेिाला ताि को खोलकि
हो तो ‘अिजें्ट’ के धलए डबल ्या ‘लाइ्टहनंि’ के धलए डबल
पढे धबना हरी घि के सारने चबूतिे पि िोने लिता ्ा दक
से डबल का िे ्ट देना पड़ता ्ा। ्यह िह दौि ्ा िब िाित
ज़रूि कोई रनहस ख़बि आई है! ददललरी िाले ताऊिरी बरीराि
रें एस.्टरी.डरी. का चलन रुरू नहीं हुआ ्ा ि ्टेलरीफ़ोन का
्े ्या ि्यपुि िाले रारा को ददल के दौिे पड़ते िहते ्े। कहीं
कनेकरन एक प्रधतष्ा का सूचक राना िाता ्ा। उस सर्य
िुड़िाँि िालरी बुआ की चाचरी-सास बालकनरी से धििकि पाँि
िब कहीं के धलए ट्ंक-कॉल सुबह बुक किाओ तो रार को
तो न तुड़ा बैठरी, िग़ैिह! आधख़िकाि तरीन-चाि पड़ोधस्यों के
िाकि लितरी ्री िबदक बुक किाने िाले के पास ्टेलरीफ़ोन िरी
सारने ददल रज़बूत किके िब ताि खोलरी िातरी ्री तो पता
नहीं होता ्ा।
चलता ्ा दक चंडरीिढ िाले रौसािरी आ िहे हैं औि रेिरी दकसरी
13
चचेिरी बहन की रादरी त्य हो िई है, आदद। ककं तु उस ताि का
धबज़नेस पा्टयानि एलफ़्े ड बेल को िेिा ्ा धिसरें धलखा ्ा
रहति िहीं ख़तर नहीं हो िाता ्ा। ताि चाहे दकसरी खुरखबिरी
“WHAT HATH GOD WROUGHT”। िाित रें पहला
का हो ्या रातर का, उसे फाड़ कि फें क नहीं दद्या िाता ्ा
्टेलरीग्रार 5 धसतंबि 1850 को कोलकाता से 30 दकलोररी्टि
बधलक उसे सहेि कि िख दद्या िाता ्ा।
दूि डा्यरंड हाबयाि िेिा ि्या ्ा। बताते हैं दक धिश्व रें
उस सर्य िाितरी्य सेना का तो हिे क रहतिपूरया संचाि ताि के द्ािा हरी दक्या िाता ्ा। ्यदद कोई फ़ौिरी ििान छु ट्री पि ि्या हो तो उसकी छु ट्री ्टेलरीफ़ोन किने से नहीं बढाई िा सकतरी ्री, उसे ताि िेिने को बोला िाता ्ा तादक उसकी प्रा्याना का एक रिकॉडया िहे धिसे फ़ाइल दक्या िा सके । सेना रें ्यदद कोई धन्युधति-पत् िेिा िाना हो तो उसे ताि से हरी दक्या िाता ्ा चाहे िो इतना लंबा हो दक कई ताि के फ़ारया ििने पड़ें। ्टेलरीधप्रਂ्टि एिं ईरेल के आधिषकाि से पहले सराचािपत्ों का तो लििि कार ताि से हरी चलता ्ा। उनके रिपो्टयाि फ़ीलड से रिपोर्टिंि किते ्े तो लंबरी-लंबरी ताि िेिते ्े औि तािघि िरी इस बात का धिरेष ध्यान िखते ्े दक िैसा ्टरीलरीग्रार अख़बाि के दफ़ति रें तुिंत पहुँचे। इसके अलािा िो इस बात रें िरी ििया रहसूस किते ्े दक अिले ददन के अख़बाि की हेडलाइन उनहें एक ददन पहले हरी पता ्री। आपको ्यह िानकि आश््यया होिा दक ताि ्या ्टेलरीग्रार द्ािा रादरी ि तलाक़ िरी हुए हैं!! लॉस एंिेधलस, अरेिरीका की धनिासरी धरस एिना बेरुबा को एक ्टेलरीग्रार धरलरी धिस पि धलखा ्ा - आि के ददन औि उसके बाद से रैं एिना बेरुबा को अपनरी धिधिित ब्याहता पत्नरी घोधषत किता हँ। उत्ति अपेधक्षत है। प्रेषकः सािजें्ट स्टेनले कु क ऑफ ्यूनाइ्टेड स्टेटस फ़ॉससेज़, इं गलैंड। िािरी ििु ने ततकाल ्टेलरीग्रार से उत्ति िेिा - आि के ददन औि उसके बाद से रैं स्टेनले कु क को अपना धिधिित धििाधहत पधत सिरीकाि कितरी हँ। ऐसा कहा
ताि की सेिा आर िनता के धलए 1855 रें हुई ्री। िाित रें ्टे लरीग्रार सेिा की रुरुआत डॉक्टि धिधल्यर ओ’रानेसरी ने दक्या ्ा िो तब लोक धनरायार धििाि (परीडबल्यूडरी) रें का्ययाित ्े। उनको इस कार के धलए सि्यं लॉडया डलहौज़री ने प्रेरित दक्या ्ा िो तब िाित के ििनयाि ्े। इसके धलए उनहें कोलकाता के धनक्ट 27 ररील लंबा ताि-प् खड़ा किने की धज़्रेदािरी दरी िई ्री। सन् 1856 तक ्ये ने्टिकया 27 ररील से बढकि 4000 ररील तक पहुँच ि्या ्ा औि तब के धरिर्टर िाि रें कोलकाता से रद्ास, रुंबई, आििा औि पेरािि तक फै ल ि्या ्ा। ऐसा रानते हैं दक सन् 1857 के प्र्र सितंत्ता संग्रार को दबाने रें ्टे लरीग्रार अंग्रेज़ रासकों का बड़ा सहा्यक बना ्ा क्योंदक तक तक ताि-सेिा िाित के लििि सिरी प्ररुख रहिों रें उपलबि हो चुकी ्री। सन् 1985 तक िाित रें 45000 तािघि स्ाधपत हो चुके ्े तब औि तक लििि 6 किोड़ ्टे लरीग्रार प्रधतिषया िेिरी औि प्राप्त की िातरी ्री। ्टे लरीग्रार की धडलरीििरी की अिजेंसरी को धनिायारित किने के धलए ताि पि एक कोड दिया होता ्ा िैसे कोड ‘डबल एकस’ ‘XX’ धलखा हो तो रतलब होता ्ा दक ताि रें दकसरी की रौत की ख़बि ्री, कोड ्यदद ‘रट्पल ज़रीिो’ ‘000’ हो तो रतलब िो सिकािरी क््यूधनके रन ्री िो ्टॉप प्र्यि्टरी पि धडलरीिि होनरी ्री।
िाता है दक पादकसतानरी दक्रके ्टि रोहधसन खान ने अपनरी पत्नरी
्टेलरीग्रार का संदर े फ़ॉरया पि अंग्रेज़री रें कै धप्टल अक्षिों
िरीना िॉ्य को िब तलाक़ दद्या ्ा तो लाहौि से एक पोस्ट
रें धलखा िाता है धिसरें ‘फु ल स्टॉप’ (.) की ििह STOP
काडया रुंबई उनके नार िेि दद्या ्ा धिस पि उदूया रें तरीन बाि
धलखा िाता है। ताि िेिने के धलए डॉ्ट (.) ि डैर (-) िालरी
तलाक़ धलखा ्ा!!
14
्टेलरीग्रार की व्ािसाध्यक रुरुआत 1851रें हुई। िाित रें
संकेतक िाषा प्र्योि रें लाई िातरी है धिसे ‘रोसया कोड’ कहते
कहा िाता है दक धिश्व का पहला ्टेलरीग्रार इस अदिूत
हैं। इस डॉ्ट-डैर िाषा रें एक डॉ्ट, एक डैर (.-) ‘ए’ होता
आधिषकाि के िनक सै््यूअल रोसया ने 24 रई 1844 को
है, एक डैर, तरीन डॉ्ट (-...) ‘बरी’ होता है। इस प्रकाि डॉ्ट-
अरिरीका की िाििानरी िॉहरंि्टन से बाल्टरीरोि रें अपने
डैर के अलि-अलि कोध्बनेरन से अंग्रेज़री िाषा के 26 अक्षि
बनाए िाते हैं। िे धड्यो तकनरीक से िेिे िाने िाले इसके धिधन
3.
ऐसा कहा िाता है दक ्यह ्टेलरीग्रार अरिरीकी लेखक
संकेत को के बल की आिश्यकता नहीं होतरी। ्टेलरीग्रार ऑपिे ्टि
राकया टिेन (1835-1910) ने अपनरी हज़ंदिरी रें ख़ुद हरी
‘रोसया की’ के ज़रिए िो कु छ एक धसिे पि ठकठकाता है िो
िेिा ्ा – “रेिरी रौत की अफ़िाहों को बहुत बढा-चढा
दूसिे धसिे पि दिया हो िाता है िहाँ डॉ्ट-डैर के कोड को
कि फै ला्या िा िहा है” ।
तोड़कि िाषाित संदर े तै्याि दक्या िाता है औि सहरी ििह धिरेष संदर े िाहक द्ािा पहुँचा्या िाता है। ‘रोसया कोड’ सन्
4.
(इं गलैंड) से न्यू्याकया (अरिरीका) के धलए ििाना हुआ,
1983 तक िाितरी्य डाक-ताि घिों रें बक़ा्यदा इसतेराल रें
्टाई्टैधनक नारक धिरालका्य िलपोत पाँच ददन
िहा। बाद रें इसकी ििह ्टेलरीधप्रਂ्टि ने ले लरी। एस. ओ.
बाद उत्तिरी अ्टलांर्टक रहासािि रें एक धहरखंड से
एस. (SOS) धिपदा/आपदा का अंतिायाष्टरी्य धसग्नल है िो
्टकिाकि डू ब ि्या ्ा। 15 अप्रैल, 1912 को इस डू बते
‘Save Our Soul’ संधक्षप्त रूप है। ऐसा राना िाता है दक
िहाज़ से अंधतर िा्यिलैस संदर े िेिा ि्या ्ा – “हर
इस ‘धडसट्ेस धसग्नल’ को िासति रें ‘रोसया कोड’ की सिलता
तेज़री से डू ब िहे हैं, ्याधत््यों को लाइफ़ बोटस पि सिाि
की ििह से चुना ि्या ्ा क्योंदक ‘रोसया कोड’ रें ‘एस’ डॉ्ट डॉ्ट डॉ्ट (...) होता है औि ‘ओ’ डैर डैर डैर (---) होता है। डॉ्ट-डैर का धसलधसला आिुधनक संचाि प्ररालरी रें बरीप बरीप
किा्या िा िहा है - ्टाई्टैधनक”। 5.
देने के धलए ्टेलरीग्रार के फ़ारया रें ििाः “रदि डाइड
(बरी.....प) का रतलब डैर है।
कर सून”। तािघि के कलकया ने उस व्धति को बता्या
धिश्व के कु छ अिरीबो-ग़िरीब दकससे िो ्टेलरीग्रार से िुड़े
दक ्टेलरीग्रार की न्यूनतर फ़ीस रें िह अधिकतर आठ
हैं, इस प्रकाि हैं:
रबद तक िेि सकता है। अतः ्यदद िह चाहे तो चाि
‘न्यू्याकया ि’ नारक अख़बाि रें का्ययाित अरिरीकी पत्काि
रबद औि िोड़ सकता है धबना दकसरी अधतरिति चािया
िॉब्टया बैंचले को इ्टलरी के प्रधसद्ध निि िेधनस के बािे
के । उस व्धति ने अपने संदर े रें िो चाि रबद िोड़े िह
रें ्यह िानकािरी नहीं ्री दक िहाँ सड़कों के स्ान पि
्ेः “िोलड अप धसलिि डाउन”।
पानरी की नहिें हैं। एक बाि िब िॉब्टया को िेधनस संबंिरी एक ्यात्ा िृत्तांत तै्याि किने के धलए िेधनस िेिा ि्या तो िहां पहुँचते हरी उनहोंने अपने संपादक हैिलड िॉस को ्टेलरीग्रार िेिा – “सिरी िासते पानरी से ििे पड़े हैं, क्या करूँ?” 2.
ददललरी रें िहने िाले एक व्धति ने अहरदाबाद िए अपने व्ापािरी धपता को अपनरी राँ के देहांत की सूचना
बनि्या है धिसरें रॉ्टया बरीप का रतलब डॉ्ट है औि लाँि बरीप
1.
एक रताबदरी पहले 10 अप्रैल, 1912 को साउ् हैंप्टन
6.
पहलरी बाि हॉस्टल िाते नौििान लड़के को उसके धपता ने सलाह दरी दक िहाँ पहुंचते हरी घि पि ्टेलरीग्रार से अपने सकु रल पहुँचने की सूचना देना। आज्ाकािरी लड़का अपने हॉस्टल पहुंचकि, अपना सारान िखकि ्टेलरीग्रार ऑदफ़स ि्या औि ्टेलरीग्रार का एक फ़ॉरया
्टेलरीग्रार के इधतहास रें आ्यरिर लेखक ऑसकि
धल्या धिस पि धलखा दक िो सकु रल अपने िंतव् पि
िाइलड का नार सबसे संधक्षप्त ्टेलरीग्रार िेिने िाले
पहुँच ि्या है। इसके बाद उसने फ़ॉरया को तह किके एक
व्धति के तौि पि दिया है। धरस्टि िाइलड उन ददनों
धलफ़ाफ़े रें बंद दक्या, उस पि अपने घि का पता धलखा
पेरिस रें िहते ्े औि अपनरी नई पुसतक की धरिार्टर
औि धलफ़ाफ़े को पोस्ट कि दद्या!!!
बाज़ाि रें हुई पूछ ि चचाया के बािे रें िानना चाहते
्े। अतः उनहोंने इं गलैंड रें अपने प्रकारक को ्टेलरीग्रार िेिा धिस पि धलखा ्ा – “?”। उनके प्रकारक ने िरी इसका बेहतिरीन ििाब ्टेलरीग्रार से हरी दद्या धिस पि धलखा ्ा – “!”।
15
¨Éä®Éú ¨ÉxÉ रन के िं ि हज़ािों हैं। हि िं ि रें खो िाता हं।। किरी इतना खुर हो िाता हं। किरी उतना झुंझलाता हं।। किरी रन रुझे सरझता है। किरी रैं रन को सरझता हं।।
दरीपक श्रीिासति
परीसरीएर/िरीएसएससरी
एक बाि की बात है। रन रेिा रूठ ि्या रुझसे।। कु छ खोने का एहसास हुआ। िैसे रेिा कोई छू ्ट ि्या रुझसे।। पूछ धल्या रैंने रन से। दकस बात पि नािाज़ है।। िो िोते-िोते बोल पड़ा दक। अब तक नहीं सरझे, क्या बात है।। िं ि खो िए सािे रेिे। नहीं िरीिन रें कोई आस है।। रैंने हँसकि बोला पिले रन। आंसु पोछ अंदि झांक।। िं ि सात नहीं हज़ािों हैं। सािे िं ि तेिे पास हैं।।
16
िषया 2019-20 की पहलरी अियािारषयाक बैठक – 28.08.2019
सिाित िाषर – श्री सईद िररीद, धनदेरक डाक सेिाएं (रु.), रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य एिं प्रिान निाकास सधचिाल्य
सदस्य का्यायाल्यों के िाििाषा धनषपादन की सररीक्षा – श्रीरतरी के .आि. िं धिनरी, सहा्यक धनदेरक (िा.िा.) एिं सदस्य सधचि, निाकास (का्यायाल्य-।)
बैठक रें उपधस्त सदस्य का्यायाल्यों के अधिकािरीिर
अध्यक्षरी्य िाषर – श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल, धतरुिनंतपुिर एिं अध्यक्ष, निाकास (का्यायाल्य-।)
िन्यिाद ज्ापन - श्रीरतरी के .आि. िं धिनरी, सहा्यक धनदेरक (िा.िा.) एिं
सदस्य सधचि, निाकास (का्यायाल्य-।)
बैठक रें उपधस्त सदस्य का्यायाल्यों के अधिकािरीिर
17
िाििाषा पिया 2019-20 का उद्ा्टन सरािोह एिं सं्युति हहंदरी का्ययाराला
18
सिाित िाषर – श्री एर.िरी. सोररेखिन ना्यि, िरिष् हहंदरी अधिकािरी, धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्, धतरुिनंतपुिर
अध्यक्षरी्य िाषर - श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल, धतरुिनंतपुिर एिं अध्यक्ष, निाकास (का्यायाल्य-।)
“पारििाधषक रबदािलरी एिं हहंदरी रें र्टपपर” संका्य - श्री एर.िरी. सोररेखिन ना्यि, िरिष् हहंदरी अधिकािरी, धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
“िाििाषा नरीधत एिं का्यायाल्य रें सुिरता से िाििाषा का्यायानि्यन”संका्य डॉ. हिरीनद् रराया, िाििाषा अधिकािरी, दूिदरयान कें द्, धतरुिनंतपुिर
“िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि...व्ापकता एिं धनिािर” – संका्य डॉ. एररी एस. सुिेनद्, अनुसंिान अधिकािरी, आ्युिसेद, क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान, पूिपपुिा
“िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि के धलए प्र्योि रें लाए िाने ्योग्य घिे लू नुसखे” – संका्य डॉ. धसधनरोल ्टरी.परी., अनुसंिान अधिकािरी, आ्युिसेद, क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान, पूिपपुिा
िाििाषा पिया 2019-20 के सरापन सरािोह के स्ान पि आ्योधित िाििाषा प्रदरयानरी रें सदस्य का्यायाल्यों द्ािा लिाए िाए स्टालों रें प्रदररयात सारधग्र्यों का िरीक्षर कि िहे हैं – श्री आरिफ रोह्रद खान, राननरी्य िाज्यपाल, के िल । उनके सा् रें हैं श्रीरतरी रािदा संपत्त, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निाकास
रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य
क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
िाितरी्य िूिैज्ाधनक सिसेक्षर
19
िाििाषा पिया 2019-20 का सरापन / पुिसकाि धितिर सरािोह
सिाित िाषर - श्री सईद िररीद, धनदेरक डाक सेिाएं (रु.), रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य एिं प्रिान निाकास सधचिाल्य
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्, धतरुिनंतपुिर
आररीियाचन – श्री ििरीनद् कु राि, रुख्य आ्यकि आ्युति, धतरुिनंतपुिर
अध्यक्षरी्य िाषर - श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष निाकास (का्यायाल्य-।) धतरुिनंतपुिर
दरीप प्रज्िलन - श्री आरिफ रुह्रद खान के िल के
रुख्य िाषर - श्री आरिफ रुह्रद खान के िल के पिरादिररी्य िाज्यपाल
पिरादिररी्य िाज्यपाल
20
आररीियाचन - श्री एस. सोरना्, धनदेरक,
निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।) की हहंदरी पधत्का “रैत्री” के इक्ीसिें अंक का लोकापयार
“रैत्री” के 21िें अंक का लोकापयार कि िहे हैं श्री आरिफ रोह्रद खान, राननरी्य िाज्यपाल, के िल । उनके सा् रें हैं – श्री सईद िररीद, धनदेरक डाक सेिाएं (रु.), श्री ििरीनद् कु राि, रुख्य आ्यकि आ्युति, श्रीरतरी रािदा संपत्त, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निाकास, श्री एस. सोरना्, धनदेरक, धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्, धतरुिनंतपुिर
श्री आरिफ रोह्रद खान, राननरी्य िाज्यपाल, के िल को सरृधत धचहन (रै स्टा्प* औि िाँिरीिरी के 150िीं ि्यंतरी के अिसि पि के िल डाक सरकया ल द्ािा िािरी दकए िए धिरेष आििरों का एलबर) से स्राधनत कि िहरी हैं श्रीरतरी रािदा संपत्त, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निाकास ।
* “रै स्टै्प” (My Stamp) िाितरी्य डाक के डाक र्टक्टों की व्धतिित ररी्ट का रिांड नार है । एक च्यधनत ्टे्पले्ट, धिसरें 12 डाक र्टक्टें हैं, रें डाक र्टक्ट के सा्-सा् व्धति की तसिरीि ्या संस्ानों के प्रतरीक धचहन ्या कलाकृ धत/धििासत इराितों/ प्रधसद्ध प्यया्टन स्लों/ऐधतहाधसक रहिों/िन्य िरीिन/अन्य िानििों औि पधक्ष्यों आदद की छधि्यों को रुदद्त किके ‘रै स्टै्प’ बना्या िाता है । इसका रुलक ितयारानतः रु.300 है । ्ये डाक र्टक्ट अन्य डाक र्टक्टों की तिह रान्य हैं ।
21
निाकास िाििाषा पुिसकाि 2018-19 उतकृ ष्ट िाििाषा का्यया धनषपादन श्ेररी-I (50 ्या उससे अधिक काररयाकों िाले का्यायाल्य)
22
प्र्र स्ान – धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
धद्तरी्य स्ान – इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
तृतरी्य स्ान – रंडल िे ल प्रबंिक का्यायाल्य, दधक्षर िे लिे
चौ्ा स्ान – रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य
पाँचिा स्ान – करयाचािरी िधिष्य धनधि संिठन, क्षेत्री्य
छठा स्ान – कें द्री्य धिद्ाल्य, पाँिोड का्यायाल्य
निाकास िाििाषा पुिसकाि 2018-19 उतकृ ष्ट िाििाषा का्यया धनषपादन श्ेररी-II (11 से 49 तक काररयाकों िाले का्यायाल्य)
प्र्र स्ान – श्ेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान
धद्तरी्य स्ान – सॉफ्टिे्यि ्टेक्ॉलिरी पाकसया ऑफ इं धड्या
तृतरी्य स्ान – क्षेत्री्य पािपत् का्यायाल्य
चौ्ा स्ान – क्षेत्री्य लेखा का्यायाल्य, िक्षा लेखा धििाि
पाँचिा स्ान – कें द्री्य धिद्ाल्य, एसएपरी कै ्प, पेरूिकड़ा
छठा स्ान – धसद्ध क्षेत्री्य अनुसंिान संस्ान
23
निाकास िाििाषा पुिसकाि 2018-19 उतकृ ष्ट िाििाषा का्यया धनषपादन श्ेररी-III (10 ्या उससे कर काररयाकों िाले का्यायाल्य)
प्र्र स्ान – बेताि अनुश्िर कें द्
निाकास िाििाषा पुिसकाि 2018-19 उतकृ ष्ट िृह पधत्का
24
प्र्र पुिसकाि "ििन" - धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
धद्तरी्य पुिसकाि "अक्ष" - इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
तृतरी्य पुिसकाि "सपंदन" -क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान
चौ्ा पुिसकाि "संिर" - रंडल िे ल प्रबंिक का्यायाल्य, दधक्षर िे लिे
िाििाषा पिया 2019-20 के दौिान आ्योधित धिधिन्न प्रधत्योधिताओं रें सिायाधिक अंक प्राप्त दकए िए तरीन सदस्य का्यायाल्य
धद्तरी्य स्ान – कें द्री्य धिद्ाल्य, एसएपरी कै ्प, पेरूिकड़ा
प्र्र स्ान – रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य
तृतरी्य स्ान – इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
सियािेता का्यायाल्य
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
25
हहंदरी रें सिाहनरी्य का्यया कि िहे करयाचारि्यों को स्राधनत किने के धलए धिरेष पुिसकाि ्योिना के अंतियात नकद पुिसकाि प्राप्त करयाचािरी
26
®ºÉÉä<Ç PÉ® श्रीरतरी धरनरी एस.एस.
िरिष् सराधिक सुिक्षा सहा्यक करयाचािरी िधिष्य धनधि संिठन
िसोई घि एक घि नहीं एक देर है रधहलाओं का देर । इस देर से खाना िोिन के ्टेबल पि धन्यायात किते है । इस देर रें पौिाधिकाि धरलने के धलए धसफया स्तरी होना काफी है । धितनरी रैधक्षक उपाधि्याँ हो उसे बाहि छोड़ कि आप इस देर रें घुस सकते हैं इस देर रें आपको सािे दििािे बंद किके चूलहे रें अपनरी सािरी सपनों को िलाकि
दरीिािों से धरका्यत किने िालरी प्रिा को देख सकते है सिाित कक्ष रें बैठकि िो रेहरानों से ऊँचे ऊँचे सिि रें सरति के बािे रें िाषर देते है । उनके िसोई तक िाओ एक अधलधखत संधििान िालरी िसोई घि आपको सत्य ददखाएिरी िसोई घि एक घि है सत्य है ।
27
ºÉÉä¶É±É ¨ÉÒÊbªÉÉ, ¨ÉÉxÉ´É ´ªÉ´É½É® +Éè® ¤Én±ÉiÉÒ Ê´É¶´É ´ªÉ´ÉºlÉÉ आकार िरी.परी.
सहा्यक, िरीएसएससरी
सोरल ररीधड्या अ्िा साराधिक ने्टिरकिं ि ने रनुष्य
सरिा किने की रधति कर कि दरी है? क्या हर औि धिचधलत
के िरीिन रें क्रांधत ला दरी है। आि हर सोरल ररीधड्या िैसे
से हो िए है? क्या हरािे रिशतों रें इसका प्रिाि पड़ िहा है?
फे सबुक, वहाटसैपप, इं स्टाग्रार इत्यादद से धघिे हुए हैं। रोबाइल
1980-90 के दरक रें िनरें लोिों को इनलैंड पत् (In-
इं ्टिने्ट के आने के पश्ात् सोरल ररीधड्या के उप्योि रें औि बढोतिरी हुई है। हालत ्यह है दक आि लििि हि व्धति का सोरल ररीधड्या रें अपना खाता तो होता हरी है। सोरल ररीधड्या के िुरों से तो हर परिधचत हैं हरी। आए ददन हर देखते हैं दक दकस प्रकाि सोरल ररीधड्या द्ािा लोिों को दुघया्टनाग्रसत स्लों से बचा्या ि्या ्या दकसरी की रदद की िई ्या सिकािरी एिं अन्य दफ़तिों रें हो िहे भ्रष्टाचाि को बेनकाब दक्या ि्या। पिं तु इस लेख रें, रैं इसके दूसिे पहलू पि ध्यान आकरषयात किना चाहँिा औि िह है सोरल ररीधड्या औि इसका रानि व्िहाि पि प्रिाि औि इसके हरी फलसिरूप धिश्व व्िस्ा रें हो िहा बदलाि।
28
land letter) रा्यद ्याद होिा। उन ददनों अपने परििाि, धरत्ों एिं सिे-संबंधि्यों से संबंि िखने ्या संपकया किने का ्यहरी रुख्य रािया ्ा। बहुत लिाि के सा् हर पत् धलखा किते ्े। पत् धलख-धलखकि िाषा के उप्योि रें सुिाि तो आता हरी ्ा, सा्-हरी-सा् प्रेर औि अपनेपन की िािना का िरी कहीं-न-कहीं एहसास होता ्ा। बड़री उतसुकता से धचट्री के ज़िाब की प्रतरीक्षा दक्या किते। किरी-किरी कई ददन औि राह बरीत िाते ज़िाब आते-आते पिनतु इस इं तज़ाि के कािर रन रें अनिाने से हरी िरीिि बनाए िखने की िािना िाि उठतरी। ्ये दूिरी औि ्ये इं तज़ाि रिशतेदािों के रूल्य को औि बढा देते। पिनतु अब सोरल ररीधड्या के आने के उपिानत बनिनों रें पहले िैसा लिाि औि अपनापन नहीं िहा। सोरल ररीधड्या ने दूरि्यां खतर कि दरी है, अिरी सब धनक्ट हैं – दूरि्याँ कर
सबसे पहले सोरल ररीधड्या औि इसका रानि व्िहाि
हुई औि रूल्य औि स्ेह िरी कर हो ि्या। अिरी तो लोि बात
पि होते असि को देखें तो कई सािे सिाल रन रें आते हैं –
िरी कर, ्टेकसट्टंि ज़्यादा किते हैं। दकसरी रिशतेदाि का हाल
क्या सोरल ररीधड्या के उप्योि ने रनुष्य की सहनररीलता एिं
पूछना हो तो चंद रबदों रें वहाटसैपप रें ्टेकस्ट दक्या औि बात
खतर। कॉल किने के पैसे िरी बच िए हाल िरी पूछ धल्या। रिशतों रें रा्यद अब इतनरी हरी रा्यने बचरी िह िई हैं। सब कु छ आि रोबाइल औि सोरल ररीधड्या के िरिए इतनरी िलदरी हो िाता है - आपको दकसरी चरीज़ के बािे रें िानकािरी चाधहए हो, तो बस रोबाइल उठाएं औि क्षरिि रें आपको सब कु छ धरल िाता है। दुधन्या की हि चरीज़ आपकी रुट्री रें आ िई है औि िो िरी तुिंत। तब पहले िैसा इं तज़ाि नहीं िहा औि सब िलद हो िाता है। रा्यद इसरी िलदबािरी के कािर हरािरी सहनररीलता औि सरि किने की रधति कर हो िई है। धिन्न धिचािों को, आलोचनाओं को सहने की रानधसक रधति नहीं िहरी। आि हर बेहद िलद कु धपत हो िाते हैं। दकसरी ने कु छ र्टपपररी कि दरी िो हरें अचछा न लिा हो अ्िा हरािरी धिचाििािा के धिपिरीत हो, तब तुिंत क्रोधित हो कि कु छ बोल ्या कि बैठते हैं - आिकल की ्युिा परीढरी रें ्यह व्िहाि देखा िाता है। अकसि हर सुनते हैं दकस प्रकाि सोरल ररीधड्या रें हुए तकया के कािर दकसरी ने दकसरी की हत्या कि दरी ्या दकसरी औि ने आतरहत्या कि लरी। आि सोरल ररीधड्या रें धिस प्रकाि लोिों पि कीचड़ उछाला िाता है, िलत खबिें औि अफिाहें फै ला कि लोिों को परी्टा िाता है औि िो धिद्ेष औि घृरा फै लाई िातरी है – ्ये सिरी धिन्न धिचाििािाओं के प्रधत धििोि के परिरार हैं। आि अिि आप कु छ बोल दें तो लोि ्ये नहीं देखते दक उस बात का रूल्य क्या है ्या उसरें दकतनरी सच्ाई है, बधलक पहले ्ये िांप लेते हैं दक आप दकसके पक्ष रें औि दकस के धििोिरी हैं। सोरल ररीधड्या ने िैसे सिरी को पक्षपातरी बना दद्या है। सधहषरुता नार की चरीज़ हरी नहीं िहरी। सोरल ररीधड्या संकीरया धिचाििािा को प्रोतसाहन देतरी है। िासतधिकता को तोड़-रिोड़कि, िलत को सच बताकि ्या दकसरी एक धिचाििािा को पकड़कि उसे ‘िा्यिल’
अब अिि हर सोरल ररीधड्या औि धिश्व व्िस्ा की बात किें , तो धसकु ड़तरी सहनररीलता औि बढतरी असधहषरुता के कािर दुधन्यािि रें रासन प्रराधल्यों को कड़री चुनौतरी का सारना किना पड़ िहा है। लोिों का इन पि से धिश्वास उठता िा िहा है औि सोरल ररीधड्या इस व्ाकु लता को कहीं-नकहीं बढािा दे िहरी है। कई देरों रें िािनैधतक उ्ल-पु्ल रच िई है औि प्ररासन के धिरुद्ध असंतुधष्ट फै ल िहरी है। कानून औि अ्याव्िस्ा पि िरी इसका प्रधतकू ल प्रिाि पड़ िहा है। कई देरों रें संकुधचत धिचाििािा औि असंतुधष्ट का लाि धलए तानाराह नेता स्ान ग्रहर कि िहे हैं। सोरल ररीधड्या का चुनािों एिं िािनरीधत पि प्रिाि पड़ िहा है। हचंता की बात ्यह है दक अब सोरल ररीधड्या खुद धनषपक्ष नहीं है। आि ऐसा कोई िरी क्षेत् नहीं िो सोरल ररीधड्या से प्रिाधित न हो। अन्य िसतुओं की िाँधत सोरल ररीधड्या के िरी िुर एिं दोष हैं। सोरल ररीधड्या अपने आप रें दोषरी नहीं है, बधलक हर रनुष्य हरी इसका दुरुप्योि कि िहे हैं। हरािे अंदि की िािनाएं िैसे द्ेष, घृरा, असंतुधष्ट, िलन आदद – ्यहरी सोरल ररीधड्या को प्रदूधषत कि िहरी है। कु छ बुिा कहना ्या किना आसान है, पिनतु कु छ सकािातरक किना बहुत रुधशकल। हरें सोरल ररीधड्या के िरिए प्रेर, िाईचािा, एकता िैसे िुरों का प्रचाि किना है। इसके धलए हर ‘कृ धत्र बुधद्धरत्ता’ ्टेक्ोलॉिरी का उप्योि कि सकते हैं। िैसे दक ‘चै्ट बॉ्ट’ की सहा्यता से ऐसे संदर े िो धिद्ेष, घृरा, हहंसा िैसे धिचाि को बढािा देते हो उनहें अग्रेधषत किने से िोका िा सकता है। इसरी प्रकाि दकसरी िरी िेिे िए संदर े े की िासतधिकता िानने के धलए िरी प्रबंि दक्या िा सकता है। सोरल ररीधड्या का उप्योि हरें साििानरी से किना चाधहए। अचछाई इसरी रें है दक हर असलरी दुधन्या रें ज़्यादा िहेंे औि घि-परििाि िालों के सा् अधिकतर सर्य धबताएं न दक सोरल ररीधड्या लोक रें फं से िह िाएं।
बनाने की प्रदक्र्या सोरल ररीधड्या रें चलतरी िहतरी है। दकसरी एक तथ्य ्या पहलू को लोिों से छु पा्या िाता है – नतरीज़ा ्यह दक हर धनषपक्ष रूप से धनरया्य नहीं ले पाते। इससे हरािरी सोच संकुधचत औि संकीरया हो िातरी है। ्यह दकसरी िरी सरूह ्या देर के धलए हाधनकािक है। सोरल ररीधड्या ने दकस प्रकाि हरािरी सोच को एिं हरािरी सहनररीलता पि प्रिाि डाला है इस पि अनुसंिान होना चाधहए।
29
Eò¤ÉÚ±É Eò®äÆ =ºÉÚ±É एन. इनद्िरीत
िाििाषा अधिकािरी धतरुिनंतपुिर रंडल/दधक्षर िे लिे
एक रताबदरी रें एक रहारािरी, लु्ट िई दकतनरी िानें प्यािरी, कै सरी आई, कै सरी फै लाई, कै सरी सािरी दुधन्या अपने चंिुल रें लाई । कोई न बता पाई, कोिोना की ििपाई, पूिरी दुधन्या की खोि, अब तक दिा नहीं दे पाई ।। अ्या व्िस्ा सतंधित, कृ धष उतपाद प्रिाधित, अररीि ििरीब सब अचंधित, संसाि आिा सौिि िधहत ।। रदिसा बंद, पेरा बदले, उलरा बने व्ापािरी । हादसा कोिोना का, कलाकाि बने धिक्रेता तिकािरी ।। दगि रहारािरी रें, कृ द्ध हुए धबना, रुगि रन से, धस्गि रदद कौन देिा ? िला, त्सत रानिता रें उरंि कौन ििे िा ? धरसाल की सेिा कु छेक दक, त्ासदद रें िरी रानिता सौ फीसदरी, रराल िलाकि उिाला किे िरी, िाित की िरिरा सदद्यों सदरी ।
30
घि परििाि से कोसों दूि, दूि दूि से आए रिदूि, कोिोना की डिि से िई नौकिरी, पिायाह नहीं, बिबाद हुए, पैसा नहीं, परििहन नहीं, पैदल िाँि िाने तै्याि हुए । उनको िोका, न देखा लेखा िोखा अनेकों को घि पहुंचाने उठा्या हि कदर बांका, बन ि्या िरीिन दाता, सोनू सूद नार का अधिनेता । तेिह साल की नेत्ा, रदुिै रें निाँ ििया की छात्ा, पात् बनरी एक्य िाष्ट के स्रान का, अन्यत् कहीं सुना, उच् श्ेररी दान का, अपनरी उच् धरक्षा की बचत पांच लाख का, रंत् रुगि सा दरी सुहाधसनरी, रिदूिों के नार । धरिोिर की िाििानरी, कोिोना की रनरानरी, करिोि अ्या व्िस्ा रानरी, एक इनसान चुनरी बैंक पहचानरी, प्रिािरी को सुनाई रन की प्रबल िाररी – सुनकि प्रिािरी तो हुई हैिानरी; क्या, ्यह सच है ्या कहानरी । अंिान आदधर्यों की ऋर िाधर चुकानरी, अिरी, ऐसरी अिदी कै सरी रनानरी ? दान की सेनानरी की रतया औि बतानरी – ्यह बात िुप्त होनरी, लाििोधित को िरी नहीं सुनानरी, कु ल दस लाख की सरीरा के चािधहसाब- दकताब चुनानरी । बंिे की बात पि िंद,े उड िए तरीन पटिं दे बस एक हरी िौंदे,इस धप्र्य प्रहाि से, खुलासा दक्या ्यह सिासि, ििना ्यह दकसरीको नहीं खबि । एक से बढकि एक हैं, उदात्त रन के अनेक हैं, हरािरी क्या सरीख है, ‘एक िाित, श्ेष् िाित’श्लोक है ।
31
धप्र्यदरयान
िैज्ा/इं िरी-एसएफ, इसिो िड़तिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
±ÉIªÉ B´ÉÆ SÉÖxÉÉèÊiɪÉÉÄ िूधरका सन् 2020 िषया की रुरुआत हरी कु छ इस प्रकाि हुई दक इसने
कें द् सिकाि ने िरी कोधिड िधनत इस आसन्न ि्यािह आर्याक
पूिरी दुधन्या को झकझोि कि िख दद्या है। कोिोना िा्यिस नारक
संक्ट को िाँपते हुए संपूरया व्िस्ा के धलए संिरीिनरी सिरूप
धिषारु से िधनत कोधिड-19 (COVID-19)नारक रहारािरी ने पूिे
आिश्यक कदर उठा्ये त्ा धिधिन्न उपा्यों के राध्यर से करज़ोि
धिश्व को अपने प्रकोप से दहला िखा है। चरीन के िुहान प्रांत से त्ाकध्त रूप से उद्गधरत इस रहारािरी ने ्यूिोप एिं अरेरिका के िासते एधर्या, अफ्ीका, लैर्टन अरेरिका एिं आसट्ेधल्या रहादेरों के प्रा्यः सिरी देरों को अपनरी धििफत रें ले धल्या है। िाितिषया िरी इससे अछू ता नहीं िहा। 30 िनििरी, 2020 को िाित रें इस बरीरािरी के पहले रिरीि की पहचान की िई त्ा राचया, 2020 रें इससे प्रिाधित लोिों की संख्या रें बढोत्तिरी होने लिरी। इस रहारािरी से प्रिािरी रूप से धनप्टने के धलए िाित सिकाि ने 25 राचया, 2020 से संपूरया देर रें लॉकडाउन अ्ायात् तालाबंदरी लािू कि दद्या औि पूिा देर - िे ल, सड़क, हिाई ्याता्यात, कल-कािखाने, उद्ोि-िंिे, बाज़ाि सब बंद हो िए। छो्टे एिं रंझोले उद्ोिों एिं असंिरठत क्षेत् के कारकाि पि इसका सबसे ज्यादा असि पड़ा। सिकाि से आश्वासनों के बाििूद अपनरी आिरीधिका खोने एिं उससे िधनत आिाररी आर्याक संक्ट से धनप्टने के धलए लाखों प्रिासरी श्धरक ददललरी, रुंबई, चेन्नई, बेंिलूरु, हैदिाबाद िैसे रहानििों से अपने-अपने िाँिों-कसबों की
तबके के लोिों की रदद रुरू की। इसरी धसलधसले रें 12 रई, 2020 को प्रिानरंत्री राननरी्य श्री निें द् रोदरी िरी ने एक नए अधि्यान ‘आतरधनियाि िाित अधि्यान’ की रुरूआत की घोषरा किते हुए एक धिरेष आर्याक पैकेि की िरी घोषरा की, धिसका आकाि 20 लाख किोड़ रुपए का है, िो दक िाित के सकल घिे लू उतपाद (िरी डरी परी) के लििि 10 प्रधतरत के बिाबि है। इसरें पहले घोधषत दकए िए उपा्य एिं िाितरी्य रिििया बैंक द्ािा रौदद्क नरीधतित फै सले िरी राधरल है।
आतरधनियाि िाित अधि्यान के लक््य िाित को िैधश्वक आपूरतया श्ृंखला (Supply chain) की कड़री प्रधतसपद्िा से सितंत् एिं आतरधनियाि बनाना त्ा कोधिड से बुिरी तिह से प्रिाधित ििरीबों, रज़दूिों, दकसानों, प्रिासरी श्धरकों एिं सूक्र, लघु ि रध्यर उद्ोिों (MSME) के सरतिीकिर रें सहा्यता किना इस अधि्यान के प्ररुख घोधषत उद्ेश्य हैं। सा्हरी-सा् प्रिानरंत्री िरी ने आपदा को अिसि रें बदलने पि बल देते
ओि पैदल हरी चल पड़े। क्या बूढे, क्या बच्े, क्या ििान, क्या पुरुष,
हुए ‘िोकल फॉि लोकल’, ‘लोकल फॉि गलोबल’ एिं ‘रेक फॉि िल्ड’
क्या रधहलाएँ - सब अपनरी रेष िरा पूँिरी को सँिालते हुए अपने
के नािे ददए, धिनका अ्या है सिदेररी िसतुओं के धलए रुखि होना,
िंतव् की ओि चल पड़े। ज्यादाति लोि तो सैकड़ों ररीलों की पैदल
सिदेररी िसतुओं को िैधश्वक बाज़ाि की प्रधतसपद्िा के उप्युति बनाना
्यात्ा पि रज़बूि हो िए एिं इनरें से कई तो बरीच ्यात्ा रें हरी िूख
एिं धिश्व सति पि अपने उतपादों की पहुँच त्ा पहचान बनाना है।
औि ्कान से काल-किधलत हो िए। अखबािों, ्टरी.िरी चैनलों एिं
आतरधनियाि िाित अधि्यान धिरेषकि िू-संपदा, श्र संपदा,
सोरल ररीधड्या पि साझाकी हुई इन श्धरकों की बदहालरी की ह्मद्यधिदािक छधि्यों ने सबके ह्मद्यों को धिहिल कि दद्या। िसतुतः िह पत्ि हरी होिा धिसका ददल न पसरीिा हो।
32
आतरधनियाि िाित अधि्यान
धित्तरी्य तिलता एिं कानून (4 Ls-Land, Labour, Liquidity, Laws) पि ध्यान कें दद्त किते हुए अ्याव्िस्ा की दरा-ददरा बदलने का लक््य िखता है।
इस अधि्यान की सुदढृ ता एिं सफलता के धलए आतरधनियाि
के धलए दकफा्यतरी दकिाए के आिासरी्य परिसि रुह्य ै ा किाना िरी
िाित के पाँच सतंि परिकधलपत दकए िए हैं। पहला, अ्याव्िस्ा,
प्ररुख प्राििान है, धिनके सहािे श्धरकों की सरस्या पि ध्यान दद्या
धिसरें िृधद्धररील परिितयान (Incremental change) की ििह
िाएिा।
बड़री उछाल ्या बड़े बदलािों पि ध्यान दद्या िाएिा। दूसिा, अिसंिचना ्या बुधन्यादरी ढाँचा, िो दक आिुधनक िाित की पहचान के रूप रें परिलधक्षत होिा। तरीसिा, एक ऐसे तंत् ्या एक ऐसरी व्िस्ा की कलपना की िई है, िो तकनरीकी धिकास पि आिारित हो। चौ्ा, एक िरीिंत िन-बल की अििािर िो इस आतरधनियाि िाित की ऊिाया का स्तोत हो। औि, पाँचिा है राँि, अ्ायात् एक ऐसरी व्िस्ा की अििािरा, िो राँि-आपूरतया श्ृंखला की क्षरता का उप्योि कि सके ।
कृ धष क्षेत् रें दकसान क्रेधड्ट काडया के राध्यर से ढाई किोड़ दकसानों को 2 लाख किोड़ का रि्या्यतरी ऋर उपलबि किाने का प्राििान है। इसके अधतरिति प्रिान रंत्री दकसान धनधि रें 18,700 किोड़ रुपए एिं प्रिानरंत्री फसल बरीरा ्योिना रें 6400 किोड़ रुपए के िुितान का दािा दक्या ि्या है। प्रिानरंत्री रतस्य संपादा ्योिना के धलए 2,500 किोड़ रुपए रछु आिों के कल्यार के धलए उपलबि किाए िाएँि।े सबसे बड़री बात है दक दकसानों के धलए फारयािे्ट अिसंिचना (Farm-Gate Infrastructure) के धलए एक लाख
प्रिानरंत्री की घोषरा के बाद धित्त रंत्री श्रीरतरी धनरयाला
किोड़ रुपए का कृ धष अिसंिचना धनधि अ्िा एग्ररी इंफ्ासट्कचि
सरीतािारन ने पाँच अलि-अलि संिाददाता स्रेलनों के राध्यर
फं ड (Agri Infrastructure Fund) एिं 15,000 किोड़ रुपए की
से इस धिरेष आर्याक पैकेि के धिधिन्न पहलुओं एिं प्राििानों की
परुपालन अिसंिचना धनधि की स्ापना की बात कहरी िई है धिसरें
धिसतािपूियाक घोषरा की, धिसके ज़रिए सरति आर्याक सुिािों की
आपूरतया श्ृख ं ला रें संिचनातरक सुिाि लाए िाएँिे तादक दकसानों को
आिश्यकता पि बल दद्या ि्या। इन आर्याक सुिािों के घोधषत
कृ धष-धिपरन का सरीिा लाि धरल सके ।
घ्टकों रें से कृ धष उतपादों के धलए आपूरतया श्ृंखला तकया संित कि व्िस्ा, सिल एिं सुसपष्ट धन्यर-कानून, सक्षर रानि संसािन एिं रज़बूत धित्तरी्य तंत् है। इनहीं घ्टकों के राध्यर से इन आर्याक सुिािों को िधत प्रदान किने का लक््य िखा ि्या है।
अधि्यान के प्राििान धित्तरंत्री द्ािा घोधषत आर्याक पैकेि रें धिन क्षेत्ों रें व्ापक बदलाि एिं आर्याक सहा्यता की रूपिे खा दराया्यरी िई है, उनरें सूक्र, लघु एिं रध्यर उद्ोिों सधहत व्िसा्य, कृ धष एिं संबंधित क्षेत्, प्रिासरी श्धरकों के धलए उपा्य किने हेतु प्ररासधनक सुिाि एिं आर्याक सहा्यता के सा्-सा् नािरिक उड्ड्यन, िक्षा, अंतरिक्ष ऊिाया, आिास एिं साराधिक क्षेत्ों रें सुिाि राधरल हैं। इन घोधषत प्राििानों के अनुसाि, प्ररुखत्या सूक्र, लघु एिं रध्यर उद्ोिों (MSMS) की रज़बूतरी के धलए 3 लाख किोड़ रुपए के कोलैे्टेिल सिचाधलत ऋर (Collateral Automatic Loan)
िक्षा उतपादन रें धिदेररी सरीिे पूि ँ री-धनिेर की सरीरा 49% से बढाकि 74% किने, को्यला क्षेत् रें 50,000 किोड़ रुपए के धनिेर, खनन उद्ोि रें नरीधतित सुिािों एिं नािरिक उड्ड्यन को सुिर बनाने के धलए कु रल िांतरिक्ष (ए्यिोसपेस) प्रबंिन एिं अधिकाधिक हिाई अड्डों के धनरायार पि बल दद्या ि्या है। अंतरिक्ष प्रौद्ोधिकी के क्षेत् रें अिसि बनाने के धलए धनिरी िािरीदािरी को बढािा दद्या िाएिा एिं िाितरी्य अंतरिक्ष अनुसि ं ान संिठन (इसिो) की रूलिूत अंतरिक्ष सुधििाओं के प्र्योि की अनुरधत धनिरी क्षेत् को दरी िाएिरी। इसके सा् कोधिड की िोक्ार के धलए सिासथ्य अिसंिचना के तिरित धिकास के धलए प्रा्धरकता से पहल दकए िाने का प्राििान है। ग्राररीर सति पि िोििाि को बढािा देने के धलए रहातरा िाँिरी िाष्टरी्य िोज़िाि िािं ्टरी ्योिना (MNREGA) रें 40,000 किोड़ के अधतरिति आिं्टन का िरी प्राििान िखा ि्या है।
दद्या िाएिा। इसके अलािा 200 किोड़ रुपए तक की सिकािरी
प्ररासधनक सुिािों के अनतियात िाज्यों के किया लेने की सरीरा उनके
खिरीद रें िैधश्वक धनधिदा की अनुरधत नहीं देने का प्रसताि है। सा्-
सकल िाज्य घिेलू उतपाद के 3% से बढाकि 5% कि दरी िई है धिससे
हरी-सा् उद्ोिों एिं काररयाकों की िधिष्य धनधि के रद रें 2500
िाज्यों को 4.28 लाख किोड़ रुपए अधतिति संसािन रुह्य ै ा होिा िो
किोड़ रुपए की सहा्यता प्रदान की िाएिरी।
कोधिड से उतपन्न आर्याक संक्ट से उबिने के धलए प्र्युति हो सकता है।
रध्यर आर ििया के आिास क्षेत् रें 70,000 किोड़ रुपए का
एक रहतिपूरया धनरया्य के तहत कु छ साररिक रहति के क्षेत्ों को
प्रोतसाहन दद्या िाएिा। इसके अलािा ‘एक िाष्ट-एक िारन काडया’
छोड़कि साियािधनक उपक्ररें के धनिरीकिर पि बल दद्या िाएिा
की ्योिना का दक्र्यानि्यन एिं प्रिासरी श्धरकों त्ा रहिरी ििरीबों
त्ा अधतरिति संसािन िु्टाए िाएँिे। साररिक क्षेत् रें कर-से-कर
33
एक साियािधनक उपक्रर बहाल िखने त्ा धनिरी क्षेत् को धनिेर की
19 रहारािरी से ग्रधसत आर्याक िधतधिधि्यों को पुनिदीधित किने
अनुरधत का प्रसताि है। लाित एिं खचया कर किने के धलए साररिक
एिं कृ धष, उद्ोि, ऊिाया, को्यला, खनन, िक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्ोधिकी
क्षेत् रें अधिकतर चाि उपक्रर हरी साियािधनक क्षेत् रें िह सकें िे।
ि नािरिक उड्ड्यन िैसे क्षेत्ों रें नए अिसि प्रदान किने की क्षरता
इन सबके अधतरिति िाितरी्य रिििया बैंक के द्ािा िरी धित्तरी्य तिलता को बढाने के धलए कई उपा्यों की घोषरा की िई है।
क्रांधतकािरी साधबत हो सकतरी है त्ा िाित धिश्व का अग्रररी खाद्
आर्याक पैकेि की धििेचना
उतपादक बन सकता है।
अिि हर कोधिड-19 रहारािरी की आि (22 निंबि, 2020)
अधि्यान की सफलता रें चुनौधत्याँ
की अद्तन धस्धत देखें तो िाित रें इसके कु ल 77 लाख से ज्यादा
व्ािहारिक रूप रें इस अधि्यान की सफलता की िाह रें कई
रिरीि हो िए हैं त्ा लििि 1 लाख 15 हज़ाि से ज्यादा रौतें हरी
चुनौधत्याँ धिद्रान हैं। सबसे बड़री चुनौतरी है इस रहतरी अधि्यान
चुकी है। ितयारान रें रिरीिों की संख्या की दृधष्ट से िाित धिश्व रें
का दक्र्यानि्यन। धपछले छः सालों रें कु ल 112 नए अधि्यान त्ा
दूसिे स्ान पि है औि इस दि से ददसंबि, 2020 के अंत तक िाित
्योिनाएँ घोधषत हुई हैं - ्य्ा रेक इन इं धड्या, स्टा्टयाअप इं धड्या,
रें इसके सिायाधिक रिरीिों के होने की आरंका व्ति की िा िहरी है। सिकाि के अनिित प्र्यासों के बाििूत रौतों की संख्या रें िरी हर धिश्व रें तरीसिे स्ान पि हैं। आर्याक रोचसे पि िरी, हरािरी धस्धत कु छ ठरीक नहीं है। लंबे लॉकडाउन के कािर उद्ोि-िंिे, बाज़ाििोििाि बुिरी तिह प्रिाधित हुए हैं। फलसिरूप, इस धित्त िषया की पहलरी धतराहरी रें िरीडरीपरी की िृधद्ध दि -23.9% िहरी िो अब तक के इधतहास रें एक रिकॉडया है। ्यह दरायाता है दक आर्याक रोचसे पि बहुत कु छ न्या किने की ज़रूित है। अिि हर धनिपेक्ष रूप से धिश्ेषर किें तो आतरधनियाि अधि्यान के घोधषत उद्ेश्यों की पूरतया सैद्धांधतक रूप रें संिि है।
धडधि्टल इं धड्या, धसकल इं धड्या इत्यादद। इन सबके बाििूद अिि आतरधनियाि िाित अधि्यान की ज़रूित पड़री है, तो ्यह ्यहरी दरायाता है दक धपछलरी सिरी ्योिनाएँ सुचारू रूप से दक्र्याधनित नहीं हो पाि्इं औि िररीनरी सति पि लाि लोिों को नहीं धरल पा्या है। दूसिा, ितयारान घोधषत अधि्यान ‘रेक इन इं धड्या’का एक परििरद्धयात एिं धिसतारित रूप प्रतरीत होता है। धिधिन्न परिरापों की कसौ्टरी पि ‘रेक इन इं धड्या’की सफलता िरी प्रश्ों के घेिे रें है। ऐसे रें ‘आतरधनियाि िाित अधि्यान’ को सफल बनाना एक िुरुति चुनौतरी है।
कहना न होिा दक इस अधि्यान की घोषरा धबलकु ल सहरी सर्य
तरीसिा, ‘िोकल पि लोकल’ नािे ने 1991 से चले आ िहे
पि की िई है क्योंदक इधतहास ििाह है दक ऐसे संक्टपूरया अिसि हरी
बाज़ािरीकिर एिं िैश्वरीकिर पि आिारित आर्याक नरीधत पि कु छ
क्रांधतकािरी परिितयानों के िनक धसद्ध हुए हैं। इस अधि्यान के इन
प्रश्-धचहन लिाए हैं। आि सरसत धिश्व हरी एक धिसतारित बाज़ाि
उद्ेश्यों की प्राधप्त के धलए प्रािं धिक क्षेत्ों ्य्ा कृ धष, उद्ोि एिं सेिा
है औि िाित िरी इसका अधिन्न अंि है। धपछले तरीन दरकों रें िाित
क्षेत् रें संिचनातरक धिकास एिं परिरार-आिारित रासन देने की
ने िरी िैश्वरीकिर की इस नरीधत का ििपूि लाि उठा्या है। सेिा
आिश्यकता है। इसके धलए हरें कु रल प्रबंिन एिं कौरल धिकास
के क्षेत् रें, धिरेषकि सॉफ्टिे्यि के क्षेत् रें, िाित की अतुलनरी्य
को बढािा देने के सा्-सा् तकनरीकी ज्ान की पूँिरी का प्र्योि किते
प्रिधत इसका प्ररार है। अकसरात् इस नरीधत रें व्ापक बदलाि
हुए ज्ान आिारित सराि का धनरायार किना होिा।
व्ािहारिक रूप रें कई नरीधतित अंतरियािोिों को िनर दे सकतरी
इस अधि्यान के आर्याक पैकेि रें अंतरिर आर्याक सहा्यता के
है। हालाँदक, इस आिाररी दुधििा को िाँपते हुए प्रिानरंत्री िरी ने
उपा्यों से धित्तरी्य तिलता की धस्धत रें सुिाि आएिा एिं लोिों के
अपने िाषर रें सपष्ट दक्या ्ा दक ‘आतरधनियाि िाित अधि्यान’
पास खचया किने के धलए पैसे उपलबि होंिे। सरीिे नकद अंतिर से
के द्ािा हर अपनरी प्रिधत से िैधश्वक धिकास रें सह्योि देंिे औि
ििरीब तबके को िरी इस रहारािरी से उतपन्न संक्ट रें अिश्य िाहत
‘आतरधनियाि िाित’ की नरीधत ‘िसुिैि कु ्टु ्बकर्’ की नरीधत के सा्-
धरलेिरी।
सा् हरी चलेिरी। बहिहाल, इस अंतद्िंद् से हर धितनरी िलदरी पाि
सा्-हरी-सा्, आर्याक धिकास के धलए रहतिपूरया क्षेत्ों रें
34
है। धिरेषकि, कृ धष क्षेत् रें ‘एक िाष्ट - एक बाज़ाि’ की परिकलपना
पा लें, उतना हरी कर चुनौतरीपूरया होिा।
दरीघयाकालरीन सुिाि के उपा्यों से ्ये क्षेत् प्रधतसपद्िातरक एिं धनिेर के
चै्ा, धपछले तरीन दरकों रें बािािरीकिर एिं िैश्वरीकिर के
धलए आकषयाक बन सकें िे। कु ल धरलाकि, इन आर्याक उपा्यों रें कोधिड-
दौि रें हर िाितरी्यों को धिदेररी िसतुओं एिं धिदेररी रिाांडों के प्र्योि
की ऐसरी आदत पड़ चुकी है दक उसे अना्यास हरी छोड़ना िाितरी्य
ऐसे राहौल रें िहाँ अधिकांर उद्ोि ऋर के बोझ तले दबे पड़े हैं,
िनरानस के धलए चुनौतरीपूरया साधबत होिा। धिरेषकि, तब िबदक
्यह ददिासिप्न हरी ददखता है। इसके अलािा, धिश्व रुद्ा-धिधनर्य
कु छ क्षेत्ों को छोड़कि सारान्यत्या हरािे देर रें तकनरीकी रोि की
बाज़ाि रें रुपए की धस्धत िरी उतनरी रज़बूत नहीं है धिससे दक
साराधिक रानधसकता की कररी है। ऐसे व्ापक अधि्यान रौधलक
आसानरी से धिदेररी ऋर उपलबि हो सकें ।
तकनरीकी रोिों रें तिरित िृधद्ध दकए धबना अत्यधिक चुनौतरीपूरया
चुनौधत्यों से उबिने के उपा्य
होिा। तकनरीकी रोिों रें इस तिरित िृधद्ध के धलए व्ापक पूँिरीधनिेर की आिश्यकता होिरी। ्यह पूँिरी औद्ोधिक प्रधतष्ान प्र्रत्या लिाना नहीं चाहते हैं औि अिि लिाना िरी चाहें तो अ्याव्िस्ा के इस बुिे दौि रें लिा नहीं पाएँिे। पाँचिाँ, ्यद्धप 20 लाख किोड़ के आर्याक पैकेि रें धित्तरी्य एिं रौदद्क उपा्य दोनों राधरल हैं, त्ाधप अधिकांर पैकेि क्रेधड्ट िािं ्टरी एिं तिलता बनाने के उपा्यों पि कें दद्त िान पड़ता है। अकसि ऐसा पा्या ि्या है दक इन रौदद्क नरीधत्यों का लाि ्या तो लधक््यत व्धति्यों ्या संस्ानों तक नहीं पहुँचता है अ्िा बहुत देि से पहुँचता है। बेहति होता दक ्ये पैकेि सरीिे अ्याव्िस्ा को प्रदान दकए िाते। छठा, इस रहारािरी िधनत आर्याक संक्ट का प्ररुख कािर राँि रें कररी होना है। पिनतु इस पैकेि रें धित्तरी्य उपा्यों की ििह ज्यादाति ज़ोि रौदद्क सति पि ्या ऋर प्रदान किने पि है। किोड़ों की संख्या रें लोिों के िोििाि धछन िाने के कािर लोिों की िेब रें खचया किने ला्यक पैसे नहीं हैं एिं राँि रें िािरी कररी है। इसरीधलए, िबतक धित्तरी्य उपा्यों से राँि रें व्ापक बढोत्तिरी नहीं की िाएिरी, अ्याव्िस्ा रें सुिाि लाना करठन साधबत होिा। ्यहरी बात एरएसएरई क्षेत् पि िरी लािू है। राँि के अिाि रें व्ापक रौदद्क उपा्यों एिं कोलै्टेिल रुति ऋर उपलबि होने के बाििूद ्यह क्षेत् पुनिदीधित नहीं हो पाएिा। ्यह बात इसधलए िरी रहतिपूरया है दक इसरी क्षेत् रें िोििाि रें सबसे अधिक कररी आई है।
िासति रें, आतरधनियाि िाित अधि्यान एक रहतिाकांक्षरी अधि्यान है औि इसकी सफलता िाित को धिश्व के अग्रररी देरों रें राधरल कि सकता है। पिनतु, इसके धलए आिश्यकता है दक अ्याव्िस्ा रें राँि के बढाने के उपा्यों पि बल दद्या िाए। इसके धलए व्ापक धित्तरी्य सुिािों एिं धित्तरी्य सहा्यता पैकेि की आिश्यकता होिरी। हरें संिचनातरक बुधन्यादरी धिकास त्ा उच् उतपादकता ्युति अिसंिचना क्षेत् पि अत्याधिक ज़ोि देना पड़ेिा धिससे दक देर की संपधत्त का धिकास िरी हो सके एिं, सा्-हरी-सा्, िोििाि के अिसि िरी पैदा हो सकें । ्यह उन ििरीबों, दकसानों, रज़दूिों के धलए सबसे अधिक सहा्यक होिा िो कोधिड-19 रहारािरी के दुषपरिरारों से सिायाधिक त्सत हैं। धित्तरी्य संसािन िु्टाने की ददरा रें िरी अनूठे प्र्यासों की ज़रूित है। इसके धलए हर अपने सुदढृ धिदेररी रुद्ा कोर का सरेदकत उप्योि किके धिदेररी संस्ाओं से धित्तरी्य सहा्यता एिं अनुदान प्राप्त कि सकते हैं। चुहनंदा तौि पि साियािधनक उपक्ररों के साररिक एिं तकया पूरया धिधनिेर त्ा अन्य ऋरों से िरी धित्तरी्य प्रबंिन संिािरी है।
उपसंहाि आतरधनियाि िाित अधि्यान की सफलता हेतु संपूरया व्िस्ा रें आरूल-चूल सुिािों की ज़रूित है। अनािश्यक सिकािरी खचचों को कर किने त्ा धरक्षा, सिासथ्य, कौरल धिकास एिं िोज़िाि के अिसि पैदा किने पि ध्यान देते हुए सरेदकत एिं सरािेररी धिकास से हरािरी
सातिाँ, सिकाि ने सकल घिे लू उतपाद (िरी डरी परी) के 10%
अ्याव्िस्ा को एक बाि दफि प्टिरी पि ला्या िा सकता है। सा्-
के बिाबि िन रुह्य ै ा किने की बात कि तो दरी है, पिनतु िासति रें
हरी-सा् कोधिड-19 रहारािरी के दुषप्रिािों को कर किने के धलए
इतने व्ापक सति पि िन रुह्य ै ा किाना ्टेढरी खरीि है। अिि किया
सिासथ्य क्षेत् रें क्रांधतकािरी एिं तिरित कदरों की आिश्यकता है।
लेकि ्यह िन िु्टा्या िरी ि्या तो सिकाि का धित्तरी्य घा्टा बहुत अधिक बढ िाएिा धिससे सिकाि का धित्तरी्य प्रबंिन चिरिा सकता है। सा्-हरी-सा् कोलै्टेिल रुति ऋर बैंकों की िैि लािप्रद संपधत्त को अत्यधिक बढा सकता है। आठिाँ, इस पैकेि के धलए िन प्रबंिन के धलए सिकाि साियािधनक उपक्ररों के धिधनिेर पि अत्यधिक अिलंधबत है। पिनतु,
आइए, हर इस आपदा को िासतधिक रूप से अिसि रें परिरत किें एिं िाितिषया को धिश्विुरु बनने की िाह पि अग्रसि किें । 138 किोड देरिाधस्यों की चेतना, सरेदकत ऊिाया एिं अनिित प्र्यासों से ्यह अिश्य संिि है।
35
“ {ÉÉäxɨÉÖc÷Ò ” ºÉÉ<ÊEò±É ªÉÉjÉÉ प्रिरीर ए.सरी.,
संधिदाित अनुिादक, इसिो िड़तिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
सािन का रहरीना अब के िल से िाने िाला हरी है दक इस रौसर के िुज़िने से पहले रुझे प्रकृ धत की असरीर सुदं िता को देखने ‘एक साइदकल ्यात्ा’ पि िानरी है। इसधलए इस सर्य का रुझे बड़री बेसरिारी से इंतिाि ्ा। इस ्यात्ा के धलए रैंने एक राउं ्टन े साइदकल (्टुट्टु) चुना, िो 21 धि्यिों िाला ्ा। कु छ ददन साइदकल चलाने का अभ्यास दक्या। साइदकल रें कहीं दूि ्यात्ा िाने की एक इचछा ्री। एक बाि रो्टिसाईदकल से दुघ्टया ना होने के कािर रो्टिसाईदकल पि सिाि होकि ्यात्ा पि नहीं िाना चाहता ्ा। लेदकन हज़ंदिरी की ्यात्ा ठहिने का नार नहीं लेतरी बड़री कारनाओं से खिरीदरी है ्यह “साइदकल”।
्यात्ा की तै्यारि्यां लििि 1 रहरीना िोज़ाना 10 दक.ररी की साइदकल चलाने का अभ्यास किने के धलए, कोंधििाधिला के रेिे घि से धतरुिललरपुि ं दकिरी-ररुतूिकडि-कालड़री के िासते औि औि ऊंचाई िाले स्लों का च्यन दक्या। िोज़ाना के इस अभ्यास ने रुझरें छु पे एक साइदकल ्यात्री को धनखािा। दूि ्यात्ा के च्यन के धलए रुझे रधनिाि का ददन चुनना अधनिा्यया ्ा, तादक ्यात्ा के बाद िधििाि को आिार कि सोरिाि को का्यायाल्य िा सकूं । रुझे के िल साइदकल ्याधत््यों का ्यू्ट¬ूब िरीधड्यो औि ्यात्ािृत्तांत को पढा हुआ अनुिि हरी ्ा औि ्यात्ा रें िाने की एक बेहद इचछा िरी । 7 िुलाई, 2018 को रधनिाि का ददन ्ा, लेदकन रुक्रिाि की िात को ददल तोड़ देने िाला नज़ािा .. साइदकल पंकचि हो िई ...
36
अब सोचा .. क्या करू!!! िात होने के कािर साइदकल ठरीक किने िाले की दुकान बंद हो िई है। लेदकन परीछे ह्टने को िरी रन नहीं ्ा। दफि ्यू्ट¬ूब िरीधड्यो की सहा्यता लरी। उससे पंकचि धचपकाने के आकधसरक तिरीके सरीखे औि उन तिरीकों का प्र्योि कि पंकचि लिा्या। अब िात के 12.00 बि चुके ्े, नींद िरी नहीं आ िहरी ्ीं क्योंदक अिलरी सुबह िोरांचक सफि का सोचकि रन बेहाल ्ा।
7, िुलाई 2018 (सिेिे 3 बिे) ्यात्ा की तै्यारि्यां प्रािंि हुई। रैंने बैि रें एक बोतल पानरी, एक बोतल ओ.आि.एस का पानरी (धनियालरीकिर न होने के धलए), पाििबैंक, हेडसे्ट, चॉकले्ट, 1 पैके्ट बिबन का धबसकु ्ट, उबले अंड,े के ले, सेलफी धस्टक औि रोबाइल इत्यादद सारधग्र्यों को िखा। 4 बिे (्टुट्टु) साइदकल के सा् धनकल पड़ा अपने सफि पि। पंकचि खुद धचपकाने के कािर पता नहीं दकतनरी दूि िा पाऊंिा, लेदकन घि के पास िाले कोंधििाधिला रंददि औि आट्टुकाल रंददि िाना नहीं िूला। आट्टुकाल से दकधललपालर के िासते िेलल्यंबलर, पेरूिकडा के िासते किकु लर पहुंचा। अिरी तकिरीबन 5 हरी बिे ्े। किकु लर रें ्ोड़ा आिार दक्या दफि बैि से के ला खाकि औि ििर पानरी परीकि ्कान धर्टाई। सिेिे चा्य की दुकान रें चा्य परीने आए कु छ बुिि ुया या रुझे अिरीब से देख िहे ्े। किकु लर से नेडुरि ं ाड़ के िासते होकि पनिूि पुल िाकि रुका तो पनिूि सकू ल के अध्यापन काल की ्यादें आई। ग्राररीर सुदं िता कै रिे रें कै द कि चुधललरानूि के िासते धितुिा िंकरन पाि कि, कललाि
पहुंच कि हरी साइदकल िोकी। कललाि नदरी के दकनािे ्ोड़ा आिार किने रुक ि्या। नदरी रें नहाने आए एक बुिि ुया या से रुलाकात हुई। िह रुरुआत रें ्ोड़ा हठरी िाि से ्ा पिंतु साइदकल ्यात्री हँ, पता चला तो धरत्ता हुई। साइदकल औि रेिरी ्यात्ा के बािे रें िोचकता से पूछने लिे। उनहोंने बातों हरी बातों रें एक झोपड़री औि नारि्यल के पत्तों से बनरी एक दुकान की ओि इरािा किते हुए बता्या दक नाशता ्यहीं से किके िाना अचछा लिेिा। ्यह दुकान रािरीरिक तौि से बुिि ु या औि रन से ििां पधत-पधत्न का है। ्यहाँ खाना के िल के पािंपरिक तौि तिरीकों से धरट्री के चुलहें पि लकड़री की सहा्यता से पका्या िाता है। कु आ (धतििुि) के पत्तों पि उनहोंने ििराििर दोसा-सांबाि औि िस-िड़ा पिोसा। धतरुिनंतपुिर का होकि िरी रैंने आि तक दकसरी औि दुकान से इस प्रकाि का ललरीि नाशता नहीं खा्या। ्यह िरी एक न्या अनुिि ्ा। दुकान रें बैठ चा्य की चुसकी लेते पुधलस अधिकािरी औि पुधलस कांस्टेबल ने रेिरी ्यात्ा के बािे रें उतसुकता से िाना औि धहदा्यत दरी की संिल कि िाना। कललाि से सुबह 08.30 की ्यात्ा पोनरुड़री िैि प्यया्टन के प्रिेर द्ाि पि आ पहुंचरी। अब ्यहां से रुरू हुई प्रकृ धत के िहस्यों से ििरी पोनरुड़री की ्यात्ा। रेिा अिला लक््य 22 हे्यि धपन को पाि कि सरुद् तल से 3600 फी्ट ऊंचाई िाले पोनरुड़री (क्रग्र्ख्र्कग़् घककख़्) िैि प्यया्टन कें द् पि पहुंचना ्ा। इसरी बरीच रेिे धरत् अधिल का फोन आ्या। रैंने पोनरुड़री के हे्यिधपन चढाई की ्यात्ा के बािे रें बता्या तो िो बोला रैं िरी आ िहा हँ। बहुत बाि पोनरुडरी की बाईक पि ्यात्ा किने पि िरी किरी ्यहां की िनसपधत की सुदं िता को इतने किरीब से देखने का अिसि धरलने पि िरी देख नहीं पा्या ्ा। ्यहां के पेड़ ऊंचे एिं सदाबहाि है। रेिे सफि औषिरी्य िुरकािरी ्युति पेड़-पौिों को धनहािने के सा् हुआ है। औषिरी्य पेड़ों की राखाओं के बरीच से बह िहे एक छो्टे से झिने से बोतल रें पानरी ििा। चढाई चढने रें करठनाई का सारना किना पड़ िहा ्ा। औषिरी्यिुर्युति िा्यु होने के कािर ्कान नहीं लि िहरी ्री। तरीसिे हे्यि धपन चढते-चढते तेज़ बारिर हुई औि हिा चलने लिरी। सड़क के कु छ दूि ह्टकि एक झोंपड़री रें एक रधहला आि रें तप िहरी ्री। बारिर तेि होने के कािर रैं साइदकल लेकि िहां रुका। रुझे साइदकल के सा् देख कि िह िृद्धा हैिान ्री। बे्टा कहां से आ िहे हो .. रेिा घि आट्टुकाल है, नानरी। रालूर हुआ तो उनहें प्याि औि द्या आने लिरी। बारिर रें िरीिने औि ठं डक रहसूस होने के कािर उनहोंने रुझे कड़क कालरी चा्य धपलाई। बारिर कर होने पि रैं िृद्धा से धिदा लेकि आिे की ओि धनकला। दूि िाकि परीछे रुड़ा तो िह िृद्धा रुझे हरी ्टक्टकी लिाए देख िहरी ्री। एक-एक किके हे्यिधपन पाि कि िहा ्ा। बारिर ्र िई ... इसरी बरीच ‘संचािर िािया’ की तिह अके ले िरीधड्योग्राफी, फो्टोग्राफी, सेलफी खींच िहा ्ा। कु छ दूि औि पैडल रािने के बाद सड़क दकनािे पहाड़ के ऊपि से बह िहे एक झिने रें धबना सोचे-सरझे नहाने लिा। पानरी बेहद ठं ड़ा ्ा। नहाते-नहाते ्कान धर्ट िई। सर्य का पता हरी
नहीं चला .. दोपहि होते-होते बादल ह्ट कि िूप तेज़ होने लिरी। िुि ं होने के बाििूद रेिे पसरीने छू ्ट िहे ्े। ्टूरिस्ट बस ्यात्री रुझे ्टा्टा-बा्य बा्य किके िाने लिे। लििि 12.30 बिे पोनरुड़री धहलस्टेरन पहुंचा। के .एस. आि.्टरी.सरी बस (के िला स्टे्ट िोड़ ट्ांसपो्टया कोपयािेरन), धरनरी बस के ्यात्री िरी आ पहुंच।े ्कान से तेज़ िूख लि िहरी ्री। बैि रें पड़े चॉकले्ट औि धबसकु ्ट खाकि िूख धर्टाई। ओआिएस का पानरी धप्या। पहाड़ के ऊपि ठं ड औि तेज़ हिा का आनंद उठाते िति अधिल अपने धरत्ों के सा् बुल्टे से आ पहुंचा। रुझे साइदकल के सा् देख िह हैिानरी से बोला ‘साइÏकलि के धलए पािल तो तू पहले से हरी है, पि इतना पािलपन बढ िाएिा ्यह सोचा िरी न ्ा।’ रैंने रन हरी रन बोला ‘एक अके ला ्यात्री अपने हि सफि रें ्यह सुनना िरी चाहता है।’ धरत् सेे बातें किता हुआ िैि प्यया्टन स्ल पूिा घूरा। िुि ं के सा् हलकी रिरधझर सरी बारिर देखने ला्यक ्री। अधिल औि साध््यों सेे धिदा लेकि रैंने पहाड़ से उतिना रुरू दक्या। उतिते िति कु त्ते के दो बच्े रसतरी किते हुए रेिे साइदकल के परीछे दूर धहलाते दौडे आ िहे ्े। बैि रें पड़े रेष धबसकु ्ट उनको धखला्या। पोनरुड़री के िासते पि चा्य की पधत्त्याँ बेचने िाले िै्या से चा्य की पधत्त खिरीदरी। धपछलरी बाि आते िति रैंने ्यहीं से चा्य पत्तरी खिरीदरी ्री। रेिरी राँ को िरी ्यहाँ की चा्य पत्तरी बहुत पसंद है। 22 दक.ररी की 22 हे्यिधपन की चढाई रें लििि 3 घं्टे का सर्य लिा। िबदक हे्यिधपन से उतिने रें के िल 15 धरन्ट लिे। पोनरुड़री के प्रिेर द्ाि के नरीचे फो्टो खींचने औि आिार किने के धलए सर्य धनकाला। इसरी बरीच अधिल औि सा्री रुझे ्टा्टा कि आिे धनकले। आसरान दफि काला हो िहा ्ा। अब बारिर से पहले धितुिा पहुंचना ्ा। िब किरी पोनरुड़री आ्या हँ हि बाि धितुिा की एक छो्टरी सरी दुकान से के िला पिा्टा औि धचकन खाता हँ। िूख ने पैडल को औि तेिरी से घुरा्या 4 बिे िहां पहुंचा। िहाँ से ििराििर कपपा औि देररी रुिाया खा्या। नेडुरि ं ाड के िासते किकु लर पहुंचकि ्ोड़ा आिार कि प्यास बुझाने के धलए नििंडरी रिबत धप्या। रार को 6 बि चुका ्ा। किकु लर से निि की िरीड़-िाड़ िालरी सड़क पि साइदकल आ पहुंचरी। राँ का फोन आ्या ...... अिरी आ्या कह कि सरीिे घि की ओि साइदकल चलाई। कोंधििधिला रंददि के सारने खड़े होकि प्रा्याना कि घि पहुंचा तो सर्य 7 बि चुका ्ा। हज़ंदिरी के हसरीन पलों को ्यादिाि बनाए िखने के धलए एक ददन की रेिरी “साइदकल ्यात्ा”। साइदकल से 120 दक.ररी दूिरी की ्यात्ा, 15 घं्टों का सफि, प्रकृ धत को बेहद किरीब से देखने का रौका त्ा रिरधझर सरी बारिर का आसिादन। ्यह ्ा रेिा सफि, िो रेिे आिे के सफिों रें उरंि ििेिा, ऐसरी कारना है।
37
िषया 2019-20 के दौिान निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर की िधतधिधि्याँ (1)
अियािारषयाक बैठकें पहलरी बैठक िषया 2019-20 के धलए निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर की पहलरी बैठक 28.08.2019 को अपिाहन 03.00 बिे से रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल, धतरुिनंतपुिर – 695 033 के प्रिधत स्रेलन कक्ष रें आ्योधित की िई। श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल डाक सरकया ल एिं अध्यक्ष, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।), धतरुिनंतपुिर ने बैठक की अध्यक्षता की । उप धनदेरक (का्यायानि्यन) क्षेत्री्य का्यायानि्यन का्यायाल्य(दधक्षर-पधश्र), िाििाषा धििाि, कोच्री की अनुपधस्धत रें सदस्य सधचि ने सदस्य का्यायाल्यों से प्राप्त धनषपदन रिपो्टचों की सररीक्षा की । बैठक रें 44 का्यायाल्यों के प्रिान/प्ररासधनक प्रिान ि अन्य िरिष् अधिकारि्यों ने िाि धल्या । श्रीरतरी के .आि. िं धिनरी, सदस्य सधचि, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर द्ािा िन्यिाद प्रसताि के सा् बैठक सराप्त हुई । दूसिरी बैठक िषया 2019-20 के धलए निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर की दूसिरी बैठक 20.02.2020 अपिाहन 03.45 बिे िैलोधपपललरी संसकृ धत ििन, नलनदा, धतरुिनंतपुिर के कू त्तंबलर रें आ्योधित की िई। श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल डाक सरकया ल एिं अध्यक्ष, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।), धतरुिनंतपुिर ने बैठक की अध्यक्षता की । इस बैठक रें 36 का्यायाल्यों के प्रिान/ प्ररासधनक प्रिान ि अन्य िरिष् अधिकारि्यों ने िाि धल्या ।
(2)
िाििाषा पिया (सं्युति हहंदरी पखिाड़ा) 2019 निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर के ततिाििान रें 18.10.2019 से 01.11.2019 तक सिरी सदस्य का्यायाल्यों के सह्योि से धिधिन्न का्ययाक्ररों का आ्योिन किते हुए िाििाषा पिया (सं्युति हहंदरी पखिाड़ा) 2019 का आ्योिन दक्या ि्या । उद् घा्टन सरािोह िाििाषा पिया (सं्युति हहंदरी पखिाड़ा) 2019 का उद् घा्टन सरािोह 18.10.2019 (रुक्रिाि) को पूिायाहन 10.00 बिे रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, धतरुिनंतपुिर - 695 033 के ‘प्रिधत’ स्रेलन कक्ष रें आ्योधित दक्या ि्या । उद् घा्टन सरािोह के बाद निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत की सदस्य स्ापनाओं के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यो के धलए एक ददिसरी्य सं्युति हहंदरी का्ययाराला आ्योधित की िई । श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल औि अध्यक्ष, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत, धतरुिनंतपुिर ने रंिल दरीप प्रज्िधलत किके सं्युति हहंदरी पखिाड़े का रुिािं ि दक्या । सं्युति हहंदरी का्ययाराला निाकास की सदस्य स्ापनाओं के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यो के धलए 18.10.2019 को पूिायाहन 11.00 से अपिाहन 05.00 बिे तक हहंदरी का्ययाराला का आ्योिन दक्या ि्या धिसरें सदस्य का्यायाल्यों से 50 अधिकारि्यों/ करयाचारि्यों ने िाि धल्या । का्ययाराला के चाि सत्ों के ब्योिे धनधनिधलधखत हैं: पारििाधषक रबदािलरी एिं हहंदरी रें र्टपपर संका्य : श्री एर.िरी. सोररेखिन ना्यि, िरिष् हहंदरी अधिकािरी, धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्, धतरुिनंतपुिर िाििाषा नरीधत एिं का्यायाल्य िाििाषा का्यायानि्यन संका्य : डॉ. हिरीनद् रराया, हहंदरी अधिकािरी, दूिदरयान के नद्, धतरुिनंतपुिर
38
िरीिनरैलरी संबंिरी धिकाि – व्ापकता एिं धनिािर संका्य : (1) डॉ. एररी एस. सुिेनद्न, अनुसंिान अधिकािरी, क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिनरैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान का्यायाल्य, धतरुिनंतपुिर िरीिनरैलरी संबंिरी धिकािों के धलए प्र्योि रें लाए िानेिाले ्योग्य घिे लू नुसखे संका्य : (2) डॉ. धसधनरोल ्टरी.परी., अनुसंिान अधिकािरी, क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिनरैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान का्यायाल्य, धतरुिनंतपुिर िाििाषा रेला 20.02.2020 को िाििाषा पिया (सं्युति हहंदरी पखिाड़ा) 2019 के सरापन सरािोह के अिसि आ्योधित िाििाषा रेले रें धननिधलधखत का्यायाल्यों द्ािा अपने-अपने का्यया क्षेत्ों के संबंि रें प्रदररयानरी िरी की िई । 1. रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य 2. धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष के नद् 3. इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट 4. िाितरी्य िूिैज्ाधनक सिसेक्षर 5. क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान हहंदरी प्रधत्योधिताएं निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत, धतरुिनंतपुिर के ततिाििान रें िाििाषा पिया (सं्यति ु हहंदरी पखिाड़ा) 2019 के आ्योिन के धसलधसले रें 21.10.2019 से 25.10.2019 तक रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, परी.एर.िरी. िंकरन, धतरुिनंतपुिर - 695 033 के ‘प्रिधत’ स्रेलन कक्ष रें सदस्य स्ापनाओं के अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों के धलए धननिानुसाि धिधिन्न प्रधत्योधिताएं आ्योधित की िई ।
प्रधत्योधिता (1)
तािरीख
तसिरीि क्या बोलतरी है?
(2)
धनबंि लेखन
(3)
र्टपपर औि आलेखन
(4)
सरृधत पिरीक्षर
(5)
श्ुतलेखन (रात् एर्टरीएस के धलए)
(6)
आरुिाषधर (हहंदरी िाषरी)
(7)
आरुिाषर (हहंदरीति िाषरी)
(8)
कधिता पाठ
(9)
देरिधति िरीत
(10) हहंदरी ्टंकर िधत पिरीक्षा
सर्य अपिाहन 02.00 बिे से
21.10.2019 (सोरिाि)
अपिाहन 03.00 बिे से
22.10.2019 (रंिलिाि)
अपिाहन 02.00 बिे से
अपिाहन 04.00 बिे से
अपिाहन 03.00 बिे से पूिायाहन 10.30 बिे से
23.10.2019 (बुििाि)
पूिायाहन 11.30 बिे से अपिाहन 02.00 बिे से अपिाहन 03.00 बिे से
(11) प्रश्ोत्तिरी
24.10.2019
(12) धिधििा (रात् िाििाषा कररया्यों के धलए)
25.10.2019 (रुक्रिाि)
पूिायाहन 11.00 बिे से अपिाहन 02.00 से 05.00 बिे तक अपिाहन 03.00 बिे से
39
सरापन सरािोह एिं िाििाषा पुिसकाि सरािोह िाििाषा पिया (सं्यति ु हहंदरी पखिाड़ा) 2019 सरािोह का सरापन एिं िाििाषा पुिसकाि सरािोह 2018-19 ददनांक 20.02.2020 (िुरुिाि) को अपिाहन 03.45 बिे बिे िैलोधपपललरी संसकृ धत ििन, नलनदा, धतरुिनंतपुिर के कू त्तंबलर रें आ्योधित दक्या ि्या । श्री आरिफ रुह्रद खान, के िल के राननरी्य िाज्यपाल “िाििाषा पिया 2019-20” के सरापन / पुिसकाि धितिर सरािोह के रुख्य अधतध् िहे । श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।), धतरुिनंतपुिर ने बैठक की अध्यक्षता की । श्री एस. सोरना्, धनदेरक, धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्, श्री ििरीनद् कु राि, रुख्य आ्यकि आ्युति एिं श्री सईद िररीद, धनदेरक डाक सेिाएं (रुख्याल्य) एिं प्रिान निाकास सधचिाल्य ने िाज्यपाल िरी के सा् रंच की रोिा बढाई । श्रीरतरी के .आि. िं धिनरी, सदस्य सधचि, निाकास, धतरुिनंतपुिर ने िन्यिाद दद्या । निाकास िाििाषा पुिसकाि िषया 2018-19 के धलए निाकास िाििाषा पुिसकाि के धििेताओं की सूचरी नरीचे दरी िई है:
उतकृ ष्ट िाििाषा का्यया धनषपादन के पुिसकाि धििेता श्ेररी I (50 से अधिक काररयाकों िाले का्यायाल्य) प्र्र स्ान
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
धद्तरी्य स्ान
इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
तृतरी्य स्ान
रंडल िे ल प्रबंिक का्यायाल्य, दधक्षर िे लिे रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य
धिरेष उललेख
करयाचािरी िधिष्य धनधि संिठन, क्षेत्री्य का्यायाल्य कें द्री्य धिद्ाल्य, पांिोड
श्ेररी II (11 से 50 तक काररयाकों िाले का्यायाल्य) प्र्र स्ान
क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान
धद्तरी्य स्ान
सॉफ्टिे्यि ्टेक्ॉलिरी पाकसया ऑफ इं धड्या
तृतरी्य स्ान
क्षेत्री्य पासपो्टया का्यायाल्य क्षेत्री्य लेखा का्यायाल्य (िक्षा लेखा धििाि)
धिरेष उललेख
कें द्री्य धिद्ाल्य, एसएपरी कैं प, पेरूिकड़ा धसद्ध क्षेत्री्य अनुसंिान संस्ान
श्ेररी III (10 तक काररयाकों िाला का्यायाल्य) प्र्र स्ान
बेताि अनुश्िर कें द्
धद्तरी्य स्ान
सं्युति रहाधनदेरक का्यायाल्य, धिदेर व्ापाि िाििाषा सियािेता िैि्यंतरी
सिवोत्तर का्यायाल्य
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
उतकृ ष्ट िृह पधत्का के पुिसकाि धििेता श्ेररी I (50 से अधिक काररयाकों िाले का्यायाल्य )
40
प्र्र स्ान
ििन
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
धद्तरी्य स्ान
अक्ष
इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
तृतरी्य स्ान
संिर
रंडल िे ल प्रबंिक का्यायाल्य, दधक्षर िे लिे
श्ेररी II (11 से 50 तक काररयाकों िाले का्यायाल्य) प्र्र स्ान
सपंदन
क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिन रैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान
िाििाषा पिया 2019-20 के दौिान आ्योधित प्रधत्योधिताओं रें सबसे अधिक अंक प्राप्त तरीन सदस्य का्यायाल्य प्र्र स्ान
रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल
धद्तरी्य स्ान
कें द्री्य धिद्ाल्य, एसएपरी कैं प, पेरूिकड़ा
तृतरी्य स्ान
इसिो िडतिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट
हहंदरी रें का्यायाल्यरीन का्यया किने के धलए धिरेष पुिसकाि ्योिना निाकास िाििाषा पुिसकाि प्रदान किने के बाद, सदस्य का्यायाल्यों के उन 09 करयाचारि्यों को नकद पुिसकाि से स्राधनत दक्या ि्या धिनका च्यन उन करयाचारि्यों रें से दक्या ि्या ्ा िो प्रत्येक का्यायाल्य से िषया 2018-19 के धलए हहंदरी रें र्टपपर, आलेखन एिं अन्य का्यायाल्यरीन का्यया रें हहंदरी के प्र्योि हेतु प्रोतसाहन ्योिना के अंतियात पुिसकाि धििेताओं को पुिसकाि धितरित दकए िए । धिरेष पुिसकाि ्योिना के अिरीन पुिसकृ त करयाचारि्यों की सूचरी नरीचे दरी िई है:
पदिािरी का नार ि पदनार
का्यायाल्य का नार
रबदों की सं.
श्रीरतरी अश्वतरी िरी.के . िरिष् सहा्यक
इसिो िड़तिरी्य प्ररालरी कें द्
3,63,943
श्रीरतरी के . सुिा िरिष् साराधिक सुिक्षा सहा्यक
करयाचािरी िधिष्य धनधि संिठन, क्षेत्री्य का्यायाल्य
3,26,878
श्री रनोि सरी. सहा्यक
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
3,22,106
श्रीरतरी लधलता बरी. कु रुप सहा्यक
क्षेत्री्य आ्युिसेदरी्य िरीिनरैलरी संबंिरी धिकाि अनुसंिान संस्ान
2.13,247
श्री पंकि कु राि स.उ.धन. (रं)
पुधलस उप रहाधनिरीक्षक का्यायाल्य, ग्रुप कें द्, के नद्री्य रिज़िया पुधलस बल
1,95,468
श्री अनूप िरी. डाक सहा्यक
रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य
1,02,745
श्री ि्यचनद्न आि. िरिष् लेखा पिरीक्षक
स्ानरी्य लेखा पिरीक्षा का्यायाल्य (सेना)
59,187
श्री सधलन िरी.के , प्रिि श्ेररी धलधपक
िाितरी्य िूिैज्ाधनक सिसेक्षर
43,169
श्रीरतरी षैनरी अलेकसानडि अिि श्ेररी धलधपक
आकारिाररी
31,172
निाकास, धतरुिनंतपुिर की हहंदरी पधत्का “रैत्री” के इक्ीसिें अंक का लोकापयार 20.02.2020 को आ्योधित िाििाषा पिया (सं्यति ु धहनदरी पखिाड़ा) 2019 के सरापन सरािोह रें श्री आरिफ़ रोह्रद ख़ान, राननरी्य िाज्यपाल. के िल ने निाकास की हहंदरी पधत्का रैत्री के 21िें अंक का लोकापयार पधत्का की पहलरी प्रधत श्रीरतरी रािदा संपत, रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल एिं अध्यक्ष, निाकास को प्रदान किते हुए दक्या ।
41
सदस्य का्यायाल्यों रें िाििाषा का्यायानि्यन की रिपो्टया इसिो िड़तिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट िरीके सरी (आईआईएस्यू त्ा सरीएरएसई) को अधिकारि्यों एिं करयाचारि्यों को संघ सिकाि की िाििाषा नरीधत के अंतियात संिि ै ाधनक प्राििानों, िाििाषा अधिधन्यर -1963, िाििाषा धन्यर 1976 औि सिकाि द्ािा सर्य सर्य पि िािरी दकए िानेिाले आदेरों से अिित किाने त्ा उनके का्यायाल्यरीन का्यया हहंदरी रें किने हेतु सर्या बनाने के धलए तरीन हहंदरी का्ययारालाओं का आ्योिन दक्या ि्या। िरीके सरी रें ददनांक 13.09.2019 से 27.09.2019 तक हहंदरी पखिाड़ा का आ्योिन दक्या ि्या । इस सरािोह के दौिान हहंदरी िाषरी एिं हहंदरीति िाषरी करयाचारि्यों त्ा उनके धििाधहधत्यों एिं बच्ों के धलए अलि-अलि रूप से धिधिन्न धलधखत एिं रौधखक प्रधत्योधिताओं का आ्योिन दक्या ि्या । प्रधत्योधिताओं के धििेताओं के सा्-सा् करयाचारि्यों के बच्ों रें से 10िीं एिं 12िीं कक्षाओं की अंधतर पिरीक्षाओं रें हहंदरी के धलए सिायाधिक अंक प्राप्त बच्ों को िरी नकद पुिसकाि त्ा प्ररार-पत् धितरित दकए िए 22 एिं 23 अतिू बि 2019 को इसिो के धतरुिनंतपुिर पूल के कें द्ों/्यूधन्टों (िरीएसएससरी, आईआईएस्यू, एपरीईपरी, एलपरीएससरी, आपआिसरी त्ा आईआईएस्टरी) द्ािा सं्यति ु रूप से आईआईएस्यू रें एक हहंदरी तकनरीकी संिोष्री का आ्योिन दक्या ि्या । हि साल 10 िनििरी को धिश्व हहंदरी ददिस के रूप रें रना्या िाता है । ित िषचों की तिह इस साल िरी िरीके सरी रें धिश्व हहंदरी ददिस रना्या ि्या ।
उपलधबि्याँ हहंदरी पधत्काओं के धलए िाििाषा धििाि की िाििाषा कीरतया पुिसकाि ्योिना 2019-2020 के तहत 'ि' क्षेत् की सिवोत्तर हहंदरी पधत्का के रूप रें प्र्र पुिसकाि के धलए आईआईएस्यू की अियािारषयाक हहंदरी पधत्का अक्ष का च्यन दक्या ि्या है । निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।) धतरुिनंतपुिर द्ािा आईआईएस्यू को िषया 2018-19 के दौिान िाििाषा हहंदरी के उतकृ ष् का्यायानि्यन के धलए धद्तरी्य पुिसकाि प्रदान दक्या ि्या । इस ्यूधन्ट की हहंदरी िृह पधत्का ‘अक्ष’ को उत्तर पधत्का के रूप रें धद्तरी्य पुिसकाि प्रदान दक्या ि्या । रूल कार हहंदरी रें किने हेतु धिरेष पुिसकाि ्योिना के तहत इस का्यायाल्य के िरिष् सहा्यक श्रीरतरी अश्वधत िरी.के . को प्र्र पुिसकाि प्रदान दक्या ि्या । निाकास के ततिाििान रें आ्योधित िाििाषा पिया 2019-2020 के धसधसले रें चलाई िई प्रधत्योधिताओं रें सिायाधिक अंक प्राप्त का्यायाल्यों रें आईआईएस्यू को तृतरी्य स्ान प्राप्त हुआ ।
िाितरी्य खेल प्राधिकिर, लक्ररीबाई िाष्टरी्य रािरीरिक धरक्षा रहाधिद्ाल्य िाितरी्य खेल प्राधिकिर, लक्ररीबाई िाष्टरी्य रािरीरिक धरक्षा रहाधिद्ाल्य, का्यायािट्र, धतरुिनंतपुिर, क्षेत्री्य का्यायाल्य रें हहंदरी पखिाड़ा 2019 -20 एिं हहंदरी ददिस का आ्योिन दक्या ि्या । हहंदरी पखिाड़ा 2019 -20 के रौके पि 02.09.2019 को िाितरी्य खेल प्राधिकिर, लक्ररीबाई िाष्टरी्य रािरीरिक धरक्षा रहाधिद्ाल्य, का्यायािट्र, धतरुिनंतपुिर, क्षेत्री्य का्यायाल्य के िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत की बैठक आ्योधित दक ि्यरी । डॉ.िरी.दकरोि, प्रिानाचा्यया एिं धनदेरक, िा.खे.प्रा. – ल.िा.रा.धर.र. के अध्यक्षता रें िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत की बैठक रें हहंदरी पखिाड़ा 2019-20 के रौके पि िा.खे.प्रा. – ल.िा.रा.धर.र के अधिकािरी एिं करयाचारि्यों के धलए धिधिन्न प्रधत्योधिताओं का आ्योिन किने का फै सला धल्या ि्या । रहाधनदेरक, िाितरी्य खेल प्राधिकिर, नई ददललरी के धनदसेरानुसाि हहंदरी पखिाड़ा 2019 के तहत आ्योधित प्रधत्योधिताओ रें इस
42
बाि हहंदरी िाषर/ आरु िाषर एिं तसिरीि क्या बोलतरी हैं ? प्रधत्योधितओं रें दफ्ट इंधड्या रुिरें्ट”(सिस् िाित अधि्यान) धिष्य को अधिक प्रा्धरकता दरी ि्यरी। संस्ान रें रुख्य रूप से चाि प्रधत्योधिताऐं आ्योधित की ि्यरी ्री । प्रधत्योधिताओं रें करयाचारि्यों ने बडे हरी उतसाह से िाि धल्या । िाितरी्य खेल प्राधिकिर, लक्ररीबाई िाष्टरी्य रािरीरिक धरक्षा रहाधिद्ाल्य क्षेत् के िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (िा.िा.का.स) के धनदेरानुसाि 10.01.2020 को धिश्व हहंदरी ददिस के रौके पि िा.खे.प्रा-ल.िा.रा.धर.र. के अधिकारि्यों एिं करयाचारि्यों के धलए एक ददिसरी्य िाििाषा का्ययाराला का आ्योधित दक्या । डॉ.संि्य कु राि प्रिापतरी, सहा्यक आचा्यया ने धिश्व हहंदरी ददिस के रहति के बाि रें प्रधतिाधि्यों को िानकािरी प्रदान दक्या । औपचारिक उद्ा्टन के बाद श्री.सारिाि, हहंदरी अधिकािरी, सरी-डैक धतरुिनंतपुिर ने िाििाषा का्ययाराला सूचना प्रौद्ोधिकी धििाि के संिरक कक्ष रें प्रािंि दक्या । का्ययाराला रें ्युधनकोड, िाििाषा अधिधन्यर 1963, िाििाषा धन्यर 1976, िािा 3(3) का अनुपालन, िारषयाक का्ययाक्रर की लक््य प्राधप्त, प्ररासधनक रबदािलरी का सहरी रात्ा रें प्र्योि, धन्यर 5 का रत-प्रधतरत अनुपालन आदद धिधिन्न िाििाषा से संबि ं धिष्यों पि सत् चला्या ि्या ।
िाितरी्य िूिज् ै ाधनक सिसेक्षर, िाज्य इकाई: के िल, धतरुिनंतपुिर का्यायाल्य रें िाितरी्य िूिज् ै ाधनक सिसेक्षर िाज्य इकाई: के िल ,धतरुिनंतपुिर का्यायाल्य रें ददनांक 16.09.2019 से 27.09.2019 तक हहंदरी पखिाड़ा रना्या ि्या | ददनांक 16.09.2019 को का्यायाल्य के स्रलेन कक्ष रें श्री सुिरीरित िा्य,उप रहाधनदेरक ने हहंदरी पखिाड़े का उद्ा्टन दरीप प्रजिधलत किके दक्या | हहंदरी पखिाड़ा के दौिान अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों के धलए सरृधत पिरीक्षर, धनबंि लेखन, र्टपपर आलेखन औि अनुिाद , तसिरीि क्या बोलतरी है , िरीत िा्यन, कधिता पाठ, आरुिाषरआदद प्रधत्योधिताएं आ्योधित की िई | हहंदरी पखिाड़ा के दौिान िाििाषा का्ययाराला आ्योधित की िई | का्ययाराला रें श्रीरतरी श्रीलता एस., प्राध्याधपका,हहंदरी धरक्षर ्योिना, संका्य िहे | का्ययाराला “र्टपपर एिं आलेखन ” धिष्य पि आिारित ्ा | इस का्ययाराला रें िाि धलए अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों की प्रधतक्र्या से व्ति हुआ दक इस का्ययाराला से िे प्रिाधित एिं लािाधनित हुए है| पखिाड़ा सरापन एिं पुिसकाि धितिर सरािोह ददनांक 27.09.2019 को संपन्न हुआ | सरापन सरािोह बैठक, श्री सुिरीरित िा्य,उप रहाधनदेरक की अध्यक्षता रें हुआ | श्रीरतरी सुिता िरी.िरी, धनदेरक,का्यायाल्य आध्यक्ष एिं िाििाषा अधिकािरी ने धिित िषया रें िाििाषा हहंदरी पि हुए का्ययाकलापों पि एक रिपो्टया प्रसतुत दक्या | सरािोह रें श्री एर.परी. रुिलरीििन, उप रहाधनदेरक (सेिा धनिृत्त ) रुख्याधतध् िहे | उनहोंने अपने आररीिायाद िाषर रें िाििाषा हहंदरी की प्रिधत धिष्य पि सिल व्ाख्यान दद्या | पखिाड़े के दौिान आ्योधित धिधिन्न प्रधत्योधिताओं के धििेताओं को पुिसकृ त दक्या ि्या |
रंडल िेल प्रबंिक का्यायाल्य, दधक्षर िेलिे रें िाििाषा िधतधिधि्याँ2019 -20 - एक रिपो्टया
ददनांक 22.4.2019 को धतरुिनंतपुिर रंडल द्ािा तै्याि दक्या ि्या सहा्यक साधहत्य “धिधिि राखाओं रें प्र्योि दकए िाने िाले नेररी पत्ाचाि के हहंदरी-अंग्रज़ े री धद्िाषरी नरून”े का धिरोचन रंडल िेल प्रबंिक के कि करलों से दक्या ि्या।
43
ददनाक 26.08.2019 से 04.09.2019 तक रंडल का्यायाल्य रें िाििाषा उतसि- 2019 के उपलक््य रें करयाचारि्यों के धलए 8 हहंदरी प्रधत्योधिताएँ ्य्ा (1)हहंदरी सुलख े (2) हहंदरी श्ुतलेख (3)सरिर पिरीक्षा (4) हहंदरी धनबंि (5) हहंदरी र्टपपर ि प्रारूप (6) हहंदरी पुसतक सररीक्षा (7)हहंदरी िरीत औि (8) हहंदरी प्रश्ोत्तिरी चलाई िई। इसरें कु ल 30 करयाचारि्यों ने िाि धल्या।
ददनांक 06.09.2019 को रंडल का्यायाल्य के अधिकारि्यों के धलए हहंदरी प्रश्ोत्तिरी प्रधत्योधिता चलाई िई औि इसरें कु ल 8 अधिकारि्यों ने िाि धल्या।
धतरुिनंतपुिर रंडल का्यायाल्य रें िाििाषा उतसि- 2019 का सरापन सरािोह 19.11.2019 को रना्या ि्या। इस अिसि पि िृह पधत्का “संिर “अंक 2019-20 का धिरोचन रंडल िेल प्रबंिक/धतरुिनंतपुिर के कि करलों से दक्या ि्या।
रंडल का्यायाल्य के करयाचारि्यों के धलए ददनांक 24, 26 एिं 27.12.2019 को तरीन ददिसरी्य हहंदरी का्ययाराला चलाई िई औि इसरें कु ल 18 करयाचारि्यों ने िाि धल्या।
हहंदरी पुसतकाल्य ददिस धतरुिनंतपुिर सेंट्ल स्टेरन रें ददनांक 04.02.2020 को हहंदरी प्रश्ोत्तिरी प्रधत्योधिता के सा् रना्या ि्या।
धतरुिनंतपुिर रंडल का्यायाल्य रें हहंदरी पुसतकाल्य ददिस के धसलधसले रें करयाचारि्यों के धलए रधहला सरधतिकिर औि िूरड ं लरी्य तापक्रर िृधद्ध धिष्य पि हहंदरी धिचाि िोष्री का आ्योिन दक्या ि्या । इसरें कु ल 15 करयाचारि्यों ने िाि धल्या।
ददनांक 20.2.2020 को आ्योधित निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत/ धतरुिनंतपुिर के िाििाषा पिया के सरापन सरािोह-2020 के अिसि पि धतरुिनंतपुिर रंडल को िाििाषा का्यायानि्यन (िषया 2018-19 ) के धलए तृतरी्य पुिसकाि का ररीलड एिं िृह पधत्का संिर-201819 के प्रकारन के धलए चौ्ा पुिसकाि का प्ररार पत् राननरी्य के िल िाज्य के िाज्यपाल श्री आरिफ रोह्रद ख़ान के किकरलों से प्राप्त हुआ। सा् रें निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत के धिधिि प्रधत्योधिताओं रें िाि धलए रंडल िेल प्रबंिक का्यायाल्य के 3 धििेताओं को िरी पुिसकाि प्रदान दक्या ि्या।
रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल, धतरुिनंतपुिर निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य- I), धतरुिनंतपुिर का सं्योिक रुख्य पोस्टरास्टि िनिल, के िल सरकया ल प्रािंि से हरी निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य- I), धतरुिनंतपुिर के अध्यक्ष हैं औि सहा्यक धनदेरक (िा.िा.), रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य सदस्य सधचि हैं । सरकया ल का्यायाल्य रें 13 धसतंबि 2019 से 27 धसतंबि 2019 तक हहंदरी पखिाड़ा रना्या ि्या । 13.09.2019 को हहंदरी ददिस/हहंदरी पखिाड़े का उद्ा्टन दक्या ि्या । हहंदरी ददिस/हहंदरी पखिाड़ा सरािोह के धसलधसले रें का्यायाल्य के अधिकारि्यों/करयाचारि्यों के धलए हहंदरी रें धिधिन्न प्रधत्योधिताएं आ्योधित की िई िैसे सुलख े , श्ुतलेख, धनबंि लेखन, र्टपपर औि आलेखन,्टंकर, िोड़े बनाएं, खालरी ििह ििें, ििया पहेलरी आदद । सिरी अधिकारि्यों औि करयाचारि्यों ने प्रधत्योधिताओं रें उतसाह से िाि धल्या । उनरें से 51 करयाचारि्यों ने नकद पुिसकाि प्राप्त दकए । िषया 2018-19 के दौिान िाििाषा का्यायानि्यन रें प्रिािरी धनषपादन के धलए रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल को निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-I), धतरुिनंतपुिर द्ािा उतकृ ष्टता प्ररार-पत् से स्राधनत दक्या । इसके अलािा निाकास के ततिाििान रें आ्योधित “िाििाषा पिया” के दौिान आ्योधित प्रधत्योधिताओं रें इस का्यायाल्य ने सबसे अधिक अंक प्राप्त किके ऑििोल चैंधप्यनधरप प्राप्त दक्या ।
44
िषया 2019-20 के धलए धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द् की हहंदरी का्यायानि्यन संबि ं री रिपो्टया उपलधबि्याँ िरीएसएससरी को निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत, धतरुिनंतपुिर द्ािा िषया 2018-19 के दौिान उतकृ ष्ट िाििाषा का्यया धनषपादन हेतु प्र्र पुिसकाि िृह पधत्का की श्ेररी रें ‘ििन’ को प्र्र पुिसकाि, सिवोत्तर का्यायाल्य की श्ेररी रें प्र्र पुिसकाि (चल िैि्यंतरी), सं्यति ु हहंदरी पखिाड़ा 2019-20 के दौिान आ्योधित प्रधत्योधिताओं रें सिायाधिक अंक प्राप्त किनेिाले का्यायाल्यों रें धद्तरी्य पुिसकाि प्रदान दक्या ि्या। िरीएसएससरी को ्यह पुिसकाि ददनांक 20 फिििरी, 2020 को आ्योधित सरापन सरािोह का्ययाक्रर रें प्रदान दक्या ि्या। आ्योधित का्ययाक्रर धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द् रें ददनांक 19.08.2019 से 18.09.2019 तक हहंदरी राह सरािोह का आ्योिन दक्या ि्या त्ा करयाचारि्यों के धलए 15 त्ा बच्ों के धलए चाि ग्रुपों रें 12 प्रधत्योधिताएँ आ्योधित की िई। 02 िनििरी, 2020 से धिश्व हहंदरी ददिस रना्या ि्या, धिसरें कई करयाचारि्यों ने िाि धल्या त्ा 10 िनििरी, 2020 को सरापन सरािोह का आ्योिन दक्या ि्या। धिधिन्न एधन्टर्ट्यों/परि्योिनाओं रें िाििाषा हहंदरी के का्यायानि्यन की देख-िेख किने के धलए प्रत्येक एधन्टर्ट/परि्योिना के धलए नारांदकत िाििाषा सरनि्यकों के धलए त्ा हहंदरी िृह पधत्का ििन रें कधिता ि लेख धलखने िाले लेखकों के धलए िाििाषा अधिरुखरीकिर का्ययाक्रर का आ्योिन दक्या ि्या। िरीएसएससरी इंट्ाने्ट के दो हहंदरी सब साइ्टों का उद्ा्टन दक्या ि्या। िैज्ाधनक ि तकनरीकी क्षेत्ों रें िरी हहंदरी के प्र्योि को बढािा देने के उद्ेश्य से अंतरिक्ष धििाि/इसिो के सिरी कें द्ों/्यूधन्टों रें तकनरीकी हहंदरी संिोष्री का आ्योिन दक्या िाता है। 22 ि 23 अतिू बि, 2019 को “रानिोधचत प्ररोचन ्यान:तकनरीकी चुनौधत्यां” पि तकनरीकी सत् त्ा “हहंदरी को सियाग्राह्र बनाने के उपा्य” धिष्य पि एक िाििाषा सत् का आ्योिन आइआइएस्यू रें दक्या ि्या, धिसरें धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द् से 15 करयाचारि्यों ने तकनरीकी त्ा 02 करयाचारि्यों ने िाििाषा सत् के धलए लेख प्रसतुत दकए। कें द् की हि एधन्टर्ट ि परि्योिना रें िाििाषा हहंदरी के प्रिाररी प्र्योि को बढािा देने एिं औि प्रिािरी बनाने के उद्ेश्य से धनिरीक्षर का्यया प्रािंि दक्या िा चुका है। िषया 2019-20 के दौिान कें द् रें कु ल 11 का्ययारालाएं आ्योधित की िई, धिसरें लेखा, प्ररासन, क्र्य एिं िंडाि, क्षेत् के करयाचारि्यों ि अधिकारि्यों, परििहन, कैं ्टरीन के करयाचारि्यों त्ा आरुधलधपकों को राधरल दक्या ि्या।
45
ददनांक 16 अप्रैल 2020 के आपके पत् सं.िा.िा./30-7/201819 के सा् प्रेधषत 'रैत्री' का इक्ीसिां अंक इस का्यायाल्य रें प्राप्त हुआ है । पधत्का के धलए िन्यिाद । पधत्का रें प्रकाधरत िचनाएँ काफी िोचक एिं धिज्ानप्रद हैं । श्री अधनलकु राि ए. का धलखा हुआ िरीर ऐपः आसान, सुिधक्षत, तेि, धिश्वसनरी्य...... लेखा काफी धिज्ानदा्यक है । एक धखलौना, रेिरी रंधिलें रत देखो रेिरी िाहों से पहले, रुखौ्टा आदद कधिताएं अत्यंत िोचक हैं । श्रीरतरी करलेर दुधल्या की इनक्यूबे्टि रें ननहे धररु की संिेदना के एकाकी पल कधिता ददल को छू नेिाला है । श्री धबनरीष बाबू की िचना िल संिक्षर िधिष्य की जिलंत सरस्या की ओि इरािा कितरी है । पधत्का द्ािा िाििाषा का्यायानि्यन से संबंधित िधतधिधि्यों की िरी िानकािरी धरलरी । संपादन सधरधत औि सिरी लेखकों को सािुिाद । पधत्का के आिाररी अंकों के धलए रुिकारनाएं ।
एर.िरी. सोररेखिन ना्यि,
िरिष् हहंदरी अधिकािरी धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्, धतरुिनंतपुिर
+É{ÉEòÉ {ÉjÉ Ê¨É±ÉÉ आपके पत् सं. िा.िा.30-7/2018-19 ददनांदकत 16.06.2021 के सा् आपकी 'रैत्री' पधत्का का इक्ीसिें अंक की एक प्रधत प्राप्त हुई । पधत्का रें प्रकाधरत धिधिि धिष्यों के लेख ज्ान िियाक हैं । इससे आिश्यक िानकािरी के अलािा धहनदरी के प्रसाि रें िरी आिश्य सहा्यता धरलेिरी । िन्यिाद ।
श्री धत्िुिन ना् ्यादि
रहाप्रबंिक िािरी पानरी सं्यत्, पिरारु ऊिाया धििाि, तूतरीकोरिन, तधरलनाडु
ददनांक16 अप्रैल, 2020 के आपके पत् सं. िा.िा./30-7/201819 के सा् प्रेधषत 'रैत्री' के 21िें अंक की एक प्रधत प्राप्त हुई। पधत्का रें सध्रधलत निि िाििाषा का्यायानि्यन सधरधत (का्यायाल्य-।)के सदस्य का्यायाल्यों की सूचरी काफी उप्योिरी है । िाििाषा हहंदरी के प्र्योि को बढािा देने की ददरा रें दकए िए का्यया एिं उनका संकलन बिाई के पात् है । पधत्का रें प्रकाधरत सिरी लेख, कधिताएँ, अत्यधिक िोचक, ज्ानिियाक औि प्रेिरादा्यक हैं । सा् हरी पृष्ों की सिाि्ट अधत सुंदि एिं आकषयाक है। पधत्का के सफल संपादन एिं प्रकारन हेतु पधत्का के प्रकारन से िुडे सिरी काररयाक बिाई के पात् हैं । पधत्का के उज्जिल िधिष्य की कारना कितरी हँ । सिरी को एक बाि दफि बिाइ्याँ । रुिकारनाओं के सा्,
आि. रहेश्विरी अ्रा
हहंदरी अधिकािरी इसिो िड़तिरी्य प्ररालरी ्यूधन्ट, धतरुिनंतपुिर
46
संदरियात पत् के द्ािा िेिरी िई पधत्का इस का्यायाल्य रें प्राप्त हआ । िन्यिाद । पधत्का रें प्रकाधरत सिरी लेख एिं कधिताएं अत्यधिक िोचक है । निाकास का्यायाल्य-। के सिरी का्यायाल्यों की िधतधि्यों को सध्रधलत किते हुए पधत्का के सफल प्रकारन के धलए संपादन रंडलरी की पूिरी ्टरीर को बिाई एिं रुिकारनाएं ।
िरीता ए.
िरिष् हहंदरी अनुिादक करयाचािरी िधिष्य धनधि संिठन, क्षेत्री्य का्यायाल्य, धतरुिनंतपुिर
सं्युति हहंदरी पखिाड़ा 2019-20 के दौिान आ्योधित प्रधत्योधिताओं के धििेता सरापन सरािोह रें पुिसकाि प्राप्त कि िहें है
47
सधरधत के सदस्य का्यायाल्यों रें िाििाषा का्यायानि्यन से संबधं ित का्ययाकलाप
रंडल िे ल प्रबंिक का्यायाल्य
िाितरी्य िूिैज्ाधनक सिसेक्षर, के िल क्षेत्
धिक्रर सािािाई अंतरिक्ष कें द्
िाितरी्य खेल प्राधिकिर लक्ररीबाई िाष्टरी्य रािरीरिक धरक्षा रहाधिद्ाल्य
रुख्य पोस्टरास्टि िनिल का्यायाल्य, के िल सरकया ल
आकारिाररी, धतरुिनंतपुिर
करयाचािरी िधिष्य धनधि संिठन, क्षेत्री्य का्यायाल्य
इसिो िड़तिरी्य प्ररालरी एकक
आकारिाररी, धतरुिनंतपुिर
Bhanu Offset Ph: 0471-2328076