अध्य 1 1 सिराक के बेटा ईिा के बुद् के प्ास्ाा काहे सक वसया आ भससषसया लोग के दारा आउर उ्कर कदम के पीछे चले साला लोग के दारा हम्ी के बहु बड बाु समलल बा, जस्ा खासुर इसारल के ससदा आ बुद् के प्रिा करे के चाहीरा आ जस्ा मे ्ा खाली पाठक् के खुदे कु्ल ब्े के जररु बा, बलुक िीखल चाहु लोग के भी, जस् लोग बाहर बा, ओकरा के बोले आ सलखे िे फायदा उठासे मे िकम होखे के चाहीर: हमार दादा ईिा, जब ऊ अप्ा के का्ू् के पढे मे बहु कुछ दे सदहले रहले , आ भससषसया लोग, आ हम्ी के पुरखा लोग के अउरी सकुाब् के, आ ओहमे िसदसेक समलल रहे , ससदा आ बुद् िे जुडल कुछ सलखे खासुर भी अप्ा पर खीरचाइल रहे ा रह इरादा िे सक जे लोग िीखल चाहु बा आ रह चीज् के लु बा, ओकरा के का्ू् के अ्ुिार सजर मे बहुे असिका फायदा हो िके. रह िे हम रउआ िे स्होरा करु बा्ी सक रकरा के अ्ुगह आ धा् िे पढीर आ हम्ी के माफ करीर, जस्ा मे हम्ी के कुछ ्ब् के कमी लउकु बा, जस्ा के वाया करे मे हम्ी के मेह्ु कइले बा्ी जाा काहे सक जस् बाु सहबू मे कहल गइल बा आ दोिरा भाषा मे अ्ुसाद कइल गइल बा, ओकरा मे रके गो ुाकु ्इखे, आ खाली रह बाु् मे ्ा, बलुक वसया, भससषसया आ बाकी सकुाब् मे कस्ो छोट अरुर ्इखे, जब उ लोग के आप् भाषा मे बोलल जालाा काहे सक समस मे अइला के आठसाँ िाल मे जब यूग्टेि राजा रहले आ कुछ िमय ओसहजा रहला पर हमरा रगो छोट पढाई के सकुाब समलल, रह िे हम रकरा के वाया करे मे कुछ मेह्ु आ मेह्ु कइल िबिे जररी िमझ्ीा ओह जगह पर बहुे चौकि आ कौ्ल के इ्ेमाल क के सकुाब के अरु मे ले आसे के, आ ओकरा के ओह लोग खासुर भी रखे के, जस् सक कस्ो अज्बी दे ् मे िीखे के ुइयार बा, का्ू् के पाल् करे खासुर पसहले स्षाचार मे ुइयार होके. िब बुद् पभु िे आसेला आ हमे्ा खासुर उ्करा िाथे रहे लाा 2 िमुरदर के बालू , बरखा के बूरद आ अ्रु काल के सद् के सग्ुी के कर िकेला? 3 सगव के ऊँचाई, िरुी के चौडाई, गसहराई आ बुद् के के पुा लगा िकेला? 4 िब कुछ िे पसहले बुद् आ बुद् के िमझ अ्न िे पैदा भइल बाा 5 परमेिे सर के सच् बुद् के फवारा हा आ ओकर रा्ा अ्न आजा हा 6 बुद् के जड केकरा पर पगट भइल बा? भा ओकर बुद्मा् िलाह के जा्ु बा? 7 बुद् के जा् केकरा िे पकट भइल बा? आ ओकर बडह् अ्ुभस के िमझले बा? 8 रगो बुद्मा् आ बहु डे रार के चाहीर, पभु अप्ा सिरहाि् पर बइठल बाड्ा 9 ऊ ओकरा के ब्सले, ओकरा के दे ख के ओकर सग्ुी कइलि आ ओकरा के अप्ा िब काम पर उझल सदहलिा 10 उ अप्ा सरदा् के मुुासबक िब ्रीर के िरगे बाडी असुरी उ उ्ुका के अप्ा िे पेम करे साला लोग के दे ले बाडे ा 11 पभु के डर आदर, मसहमा, खु्ी आ खु्ी के मुकुट हा
12 पभु के डर िे म् खु् हो जाला, आ खु्ी, खु्ी आ लरबा उसमर समलेलाा 13 जे पभु िे डे राला, ओकरा आदखर मे भलाई होई, आ ओकरा मरला के सद् अ्ुगह समलीा 14 पभु िे डे राइल बुद् के ्ुरआु ह, आ उ गभव मे ससशािी लोग के िाथे ब्ासल गईल बाा 15 ऊ आदमी के िाथे रगो अ्न ्ीरस ब्सले बाडी आ ऊ ओह लोग के िरुा् के िाथे ब्ल रहीहे ा 16 पभु िे डे राइल बुद् के पूरवुा ह आ आदमी के अप्ा फल िे भर दे लाा 17 ऊ ओह लोग के िब घर के म्चाहा चीज् िे भर दे ली आ अप्ा उपज िे बटोर के ि् भर दे लीा 18 पभु के भय बुद् के मुकुट ह, जस् ्ार सु आ पूरव साव के प्पे के काम करे लाा दु ्ो भगसा् के सरदा् ह, असुरी इ उ्ुका िे पेम करे साला लोग के खु्ी के बढासेलाा 19 बुद् खडा होखे के कमुा आ िमझ के जा् के बरिाु करे ले आ ओकरा के पकडे साला लोग के आदर दे से खासुर ऊपर उठासेलेा 20 बुद् के जड पभु िे डे रार के ह, आ ओकर डाढ लरबा उसमर हा 21 पभु के भय पाप के भगा दे ला आ जहाँ ऊ होखे, उहाँ कोि के दू र कर दे लाा 22 कोसिु आदमी के िम् ्ा ठहरासल जा िकेलाा काहे सक ओकर कोि के झूला ओकर सस्ा् हो जाईा 23 िैयवसा् आदमी कुछ दे र खासुर फाड दी, आ ओकरा बाद ओकरा मे खु्ी पैदा हो जाईा 24 ऊ आप् बाु कुछ दे र खासुर सछपा के रदखहे आ बहु लोग के होठ आप् बुद् के बखा् करीहे ा 25 जा् के दषार ु बुद् के खजा्ा मे बा, लेसक् पापी खासुर भदय सघ्ौ्ा बाा 26 अगर ुू बुद् के चाहु बाडू ु आजा के पाल् करीर, ु पभु ओकरा के ुोहरा के दे सदहे ा 27 काहे सक पभु के भय बुद् आ स्का ह, आ ससशाि आ ्मुा उ्कर आ्न हा 28 गरीब रहला पर पभु के डर पर भरोिा मु करीर आ ओकरा लगे दोग म् िे मु आईरा 29 आदमी के ्जर मे पाखरडी मु ब्ऽ आ जस् बाु कहु बाडऽ ओकरा पर पूरा धा् राखऽा 30 अप्ा के ऊँच मु करऽ, कहीर सगर के अप्ा आता पर बेइजुी मु करऽ, आ रह ुरह िे भगसा् ुोहार राज के पुा ्ा लगा लेस आ ुोहरा के मरडली के बीच मे सगरा दे िु, काहे सक ुू िचाई मे पभु के डर िे ्ा, बलुक अप्ा सदल मे आइल रहलू िोखा िे भरल बाा अध्य 2 1 बेटा, अगर ुू पभु के िेसा करे आइल बाडऽ ु आप् आता के परीका खासुर ुइयार करऽा 2 आप् म् के ठीक करऽ आ लगाुार िह् करऽ आ िरकट के िमय मे जलबाजी मु करऽा 3 ओकरा िे सचपकल रहऽ आ दू र मु जा, ुासक ुू अप्ा आदखरी छोर पर बढ जाईरा
4 जस् कुछ ुोहरा पर ले आसल जाला, ओकरा के हँ िीखु्ी िे ले लीर आ जब ुू ्ीच जागीर मे बदल जाइब ु िैयव राखीरा 5 काहे सक िो्ा आग मे परखल जाला आ सीकायव आदमी ससपस् के भटी मेा 6 ओकरा पर सबिसाि करऽ, ु ऊ ुोहार मदद करीा आप् रा्ा ठीक िे वसदयु करीर आ ओकरा पर भरोिा करीरा 7 जे लोग पभु िे डे राु बा्ी, उ्कर दया के इर ुजार करीरा आ रक ुरफ मु जाईर सक कहीर सगर मु जाइबा 8 हे जे पभु िे डे राु बा्ी, उ्करा पर ससशाि करीरा आ ुोहार इ्ाम ्ा खुम होईा 9 ुू जे पभु िे डे राु बा्ी, भलाई आ अ्न आ्न आ दया के आ्ा करीरा 10 पुरा् पीढी के दे खऽ आ दे खऽा कबो पभु पर भरोिा कइले रहले , आ भसमु हो गइल रहले ? का केह उ्का डर िे रह के छोड सदहल गइल? भा ऊ कबो केकरा के ुु च िमझले, जे ओकरा के बोलसले रहे ? 11 काहे सक पभु दया आ दया, िैयवसा् आ बहु कररा िे भरल हसे आ पाप के माफ करे ल् आ दु ख के िमय बचासेलेा 12 भयभीु सदल, कमजोर हाथ आ दू रा्ा िे जार साला पापी के हाय! 13 जे कमजोर म् बा ओकरा पर हाय! काहे सक ऊ ससशाि ्इखे करु; रह िे ओकर बचास ्ा कइल जाईा 14 सिकार बा ुोह्ी के जे िीरज खो दे ले बाडऽ! आ जब पभु ुोहरा िे भेट करीहे ु ुू का करबऽ? 15 जे लोग पभु िे डे रेला, उ लोग उ्कर सच् के ्ा मा्ेा आ ओकरा िे पेम करे साला लोग ओकर राह के पाल् करीा 16 जे लोग पभु िे डे राु बा, उहे अचाई के खोज करीहे , जस् पभु िे खु् होईा आउर जे ओकरा िे पेम करे ला, उ वसया िे भरल होईा 17 जे लोग पभु िे डे रेला, उ लोग आप् म् के ुै यार करीहे असुरी उ्ुका िोझा आप् पार के ्म करीहे ा 18 उ कहले सक, हम्ी के पभु के हाथ मे सगरब, आदमी के हाथ मे ्ा, काहे सक उ्ुकर मसहमा जईि् बा, ओिही उ्ुकर दया बाा अध्य 3 1 हे लइका लोग, आप् बाप के बाु िु्ऽ आ ओकरा बाद करऽ, ुासक ुू लोग िुरसकु रहऽा 2 काहे सक पभु बाप के लइक् पर आदर दे ले बाड् आ बेटा पर महुारी के असिकार के पुसष कइले बाड्ा 3 जे अप्ा सपुा के आदर करे ला, उ अप्ा पाप के पायसयु करे लाा 4 जे अप्ा महुारी के आदर करे ला ऊ खजा्ा जमा करे साला जइि् होला. 5 जे अप्ा बाप के आदर करी, ओकरा अप्ा िरुा् िे खु्ी होईा जब उ आप् पाथव्ा करी ु ओकर बाु िु्ल जाईा 6 जे अप्ा बाप के आदर करी ओकर उमर लमहर होईा जे पभु के आजाकारी होई, उ अप्ा महुारी के सदलािा सदहीा 7 जे पभु िे डे राला ऊ अप्ा बाप के आदर करी आ अप्ा मासलक् के जइि् माई-बाबूजी के िेसा करीा
8 अप्ा बाप-माई के बाु आ काम दु ्ु मे आदर करीर, ुासक ुोहरा पर ओह लोग िे आ्ीसाव द समल िकेा 9 काहे सक बाप के आ्ीष िे लइक् के घर यासपु हो जालाा बासकर माई के शाप ्ीरस के जड िे उखाड दे लाा 10 अप्ा बाप के बेइजुी मे मसहमा मु करऽा काहे सक ुोहरा बाप के बेइजुी ुोहरा खासुर कस्ो मसहमा ्इखेा 11 काहे सक आदमी के मसहमा ओकरा बाप के आदर िे समलेलाा आ बेइजु मे माई लइक् के स्रदा होलाा 12 हे बेटा, अप्ा बाप के उसमर मे मदद करऽ आ जबले ऊ सजरदा बा ुबले ओकरा के दु ख मु दीर. 13 अगर ओकर िमझ कमजोर हो जाला ु ओकरा िाथे िैयव राखीरा आ जब ुू पूरा ुाकु मे होखब ु ओकरा के सुरसार मु करीरा 14 काहे सक ुोहार बाप के राहु ्ा भुलार के पडी आ पाप के जगह ुोहरा के मजबूु करे खासुर जोडल जाईा 15 ुोहरा कष के सद् ओकरा के याद कइल जाईा ुोहार पाप भी सपघल जाई, जइिे सक गोरा गरम मौिम मे बफव होलाा 16 जे अप्ा बाप के छोड दे ला ऊ स्ना करे साला जइि् होलाा जे अप्ा महुारी के कोसिु करे ला, उ भगसा् के शासपु बाा 17 हे बेटा, ्मुा िे आप् काम करु रहऽा ओइिहीर ुू जेकरा के मरजूर बा ओकरा के सपय होखबऽा 18 जेु्ा बड होखब, ओु्े सस्म होखब, आ पभु के िाम्े कृपा समलीा 19 बहु लोग ऊँच जगह पर आऊ ्ामी बा, लेसक् रहस ्म लोग के िाम्े पकट होलाा 20 काहे सक पभु के िामरव बहु बा आ ्ीच लोग के उ्कर आदर होलाा 21 जस् चीज ुोहरा खासुर बहु कसठ् होखे ओकरा के मु खोजीर आ ्ा ही जस् अप्ा ुाकु िे असिका बा ओकरा के खोजीरा 22 लेसक् जस् आजा सदहल गइल बा, ओकरा पर आदर िे िोची, काहे सक ुोहरा खासुर जस् बाु गुप बा ओकरा के अप्ा आँ ख िे दे खे के जररु ्इखेा 23 बेमुलब के बाु मे उतुक मु रहऽ, काहे सक आदमी के िमझ िे असिका बाु ुोहरा के दे खासल जालाा 24 काहे सक बहु लोग अप्ा वथव ससचार िे िोखा खा जालाा आ रगो बुरा ्क ओह लोग के फैिला के उखाड फेकले बा. 25 सब्ा आँ ख के ुोहरा रो््ी के कमी होई, रहिे जस् जा् ुोहरा लगे ्ईखे, ओकरा के मु कबूल करीरा 26 सजदी सदल के अरु मे बुराई हो जाईा आ जे खुरा िे पेम करे ला, उ ओकरा मे ्ा् हो जाईा 27 सजदी सदल दु ख िे बोसझल हो जाईा आ दु ष आदमी पाप पर पाप के ढे र लगा दीा 28 घमरडी के िजा मे कस्ो उपाय ्इखेा काहे सक ओकरा मे दु षुा के पौिा जड जमा लेले बाा 29 िमझदार के सदल रगो दषान िमझीा आ चौकि का् जा्ी के इचा होलाा 30 पा्ी िे जालामुखी आग बुझा जाईा आ सभका पाप के पायसयु ब्ासेलाा
31 आ जे अचा मोड के बदला लेसेला, उ ओकरा बाद के घट्ा के बारे मे िोचेलाा जब सगर जाई ु ओकरा ठहरास समल जाईा अध्य 4 1 बेटा, गरीब के रोजी-रोटी के ठगी मु करऽ आ जररुमरद आँ ख के ढे र इर ुजार मु करऽा 2 भूखल आता के दु खी मु करीर; ्ा ु कस्ो आदमी के परे ्ा्ी मे भडकाईरा 3 जस् सदल परे ्ा् बा ओकरा मे अउरी परे ्ा्ी मु जोडीरा आ जररुमरद के ्ा दे बे मे टाल दीर. 4 दु खी लोग के स्होरा के ्कार मु दीरा ्ा कस्ो गरीब आदमी िे मुँह मोडऽा 5 जररुमरद िे आप् ्जर मु हटाईर आ ओकरा के गारी दे से के मौका मु दीरा 6 अगर उ अप्ा आता के कडसाहट मे ुोहरा के गारी दे से ु ओकर पाथव्ा ओकरा के ब्ासे साला िे िु्ल जाईा 7 अप्ा के मरडली के पेम करऽ आ रगो बडह् आदमी के िाम्े आप् माथा झुकाईरा 8 गरीब के का् झुक के ओकरा के ्मुा िे दो्ा्ा जसाब दे से मे ुोहरा दु ख मु होखेा 9 जेकरा के कष उठासेला ओकरा के अताचारी के हाथ िे बचाईरा आ जब ुू नाय मे बइठल बाडऽ ुऽ कमजोर मु होखऽा 10 अ्ाथ लोग खासुर बाप के रप मे रहऽ आ ओह लोग के महुारी के पसु के जगह पर, ओइिहीर ुू परमाता के बेटा जइि् होखऽ आ ऊ ुोहरा िे ुोहरा महुारी िे बेिी पार करीा 11 बुद् अप्ा लइक् के ऊपर उठासेले आ ओकरा के खोजे साला लोग के पकड लेलेा 12 जे ओकरा िे पेम करे ला, उ जीस् िे पार करे लाा जे लोग ओकरा के जली िे खोजु बा, उ लोग खु्ी िे भर जाईा 13 जे ओकरा के मजबूुी िे पकडले बा, उ मसहमा के उ्रासिकारी होईा आ जहाँ भी उ घुिीहे, पभु आ्ीसाव द सदहे ा 14 जे ओकर िेसा करे ला ऊ पससत परमेशर के िेसा करी आ जे ओकरा िे पेम करे ला, ओकरा िे पभु पेम करे ल्ा 15 जे ओकर बाु िु्ेला ऊ राष्् के नाय करी आ जे ओकर िेसा करी ऊ िुरसकु रह जाईा 16 अगर केह ओकरा के िौरप दे ला ु ओकरा के ओकर उ्रासिकारी समल जाईा आ ओकर पीढी ओकरा के अप्ा कबा मे ले लीा 17 पसहले ु ऊ ओकरा िाथे टे ढ रा्ा पर चली आ ओकरा पर डर आ भय पैदा करी आ ओकरा के अप्ा अ्ु्ाि् िे िुा सदही, जबले सक ऊ ओकरा पर भरोिा ्ा कर िके आ ओकरा के अप्ा स्यम िे परख ्ा कर िके. 18 ुब उ िीिा रा्ा िे ओकरा लगे सापि आके ओकरा के सदलािा सदही असुरी ओकरा के आप् गुप बाु बुाईा 19 लेसक् अगर उ गलु हो जाई ु उ ओकरा के छोड के अप्ा बबाव दी मे दे सदहे ा
20 मौका के पाल् करीर आ बुराई िे िासिा् रहीरा आ जब बाु ुोहरा आता के होखे ु ्मव मु करऽा 21 काहे सक लाज के बाु बा जस् पाप ले आसेलाा आ रगो लाज बा जस् मसहमा आ अ्ुगह हा 22 अप्ा आता के दखलाफ केह के सीकार मु करीर आ केह के आदर िे ुोहरा के सगरा मु दीरा 23 जब भलाई करे के मौका समले ु बोले िे परहे ज मु करीर आ ओकरा िुरदरुा मे आप् बुद् मु सछपाईरा 24 काहे सक बोलला िे बुद् के पहचा् होई, आ स्का जीभ के सच् िेा 25 कस्ो ुरह िे िचाई के दखलाफ मु बोलीरा बासकर अप्ा अजा्ुा के गलुी िे लजा जाा 26 आप् पाप कबूल करे मे ्मव मु करऽा आ ्दी के िार के बल ्ाा 27 अप्ा के मूखव आदमी के अिी् मु ब्ाईरा ्ा ु पराकमी के वदय के सीकार करीरा 28 िचाई खासुर मौु ुक पयाि करऽ, ु पभु ुोहरा खासुर लसडहे ा 29 अप्ा जीभ मे जलबाजी मु करीर आ अप्ा कर्ी मे ढील आ लापरसाह मु होखऽ. 30 अप्ा घर मे ्ेर स्ह् मु रहऽ आ ्ा ही अप्ा ्ौकर् के बीच बेिडक होखऽा 31 गहर करे खासुर ुोहार हाथ ्ा बढासल जास आ जब चुकासे के पडी ु ओकरा के बरद ्ा कर दीरा अध्य 5 1 आप् म् अप्ा माल पर मु लगाईरा आ ्ा कहऽ सक हमरा लगे अप्ा जा् खासुर बहुे बा. 2 अप्ा म् के रा्ा पर चले खासुर अप्ा म् आ अप्ा ुाकु के पाल् मु करीरा 3 आ ई मु कहऽ सक हमरा काम के चलुे हमरा के के रोकी? काहे सक पभु ुोहरा घमरड के बदला जरर लेिुा 4 ई मु कहऽ सक हम पाप कइले बा्ी आ हमरा का ्ुकिा् भइल बा? काहे सक पभु िैयवसा् हउस्, ऊ ुोहरा के कस्ो ुरह िे ्ा छोडिु. 5 पायसयु के बारे मे पाप मे पाप के जोडे खासुर सब्ा डर के मु रहबा 6 आ ई मु कहऽ सक उ्कर दया बहु बाा हमरा पाप के भीड के चलुे उ ्ान हो जाई, काहे सक दया असुरी कोि ओकरा िे आसेला असुरी ओकर कोि पापी लोग प बाा 7 पभु के ओर मुडला मे कस्ो दे री मु करीर आ सद्पसुसद् के सठका्ा मु छोडीर, काहे सक अचा्क पभु के कोि िाम्े आ जाई आ ुोहरा िुरका मे ्ा् हो जाईब आ बदला लेसे के सद् ्ा् हो जाईबा 8 अनाय िे समलल िरपस् पर आप् म् मु राखीर, काहे सक ससपस् के सद् ुोहरा कस्ो फायदा ्ा होईा 9 हर हसा के िाथ हसा मु चलाईर आ हर रा्ा मे मु जाईर, काहे सक दु गु्ा जीभ साला पापी भी अइि्े करे लाा 10 अप्ा िमझ मे असडग रहऽा आ ुोहार सच् उहे होखेा 11 िु्े मे जली होखे; आ ुोहार सज्गी स्शल होखे; आ िैयव िे जसाब दे दीरा
12 अगर ुोहरा लगे िमझ बा ु अप्ा पडोिी के जसाब दीरा अगर ्ा ु मुँह पर हाथ रख दीरा 13 आदर आ लाज के बाु होला आ आदमी के जीभ ओकर पु् हा 14 फुिफुिाहट करे साला मु कहऽ आ जीभ िे बेहाल मु रहऽ, काहे सक चोर पर गरदा लाज होला आ दु गु्ा जीभ पर बुरा स्रदा होलाा 15 कस्ो बड बाु भा छोट बाु मे कस्ो बाु िे अ्जा् मु रहीरा अध्य 6 1 दो् के जगह दु श् ्ा ब् जा; काहे सक रही िे ुू रगो बदमा्, ्मव आ स्रदा के उ्रासिकारी होखबा 2 अप्ा म् के िलाह िे आप् बडाई मु करीरा सक ुोहार आता अकेले भटकु बैल स्ह् टु कडा-टु कडा मु होखेा 3 ुू आप् पुई खा के आप् फल गँसा दे ब आ अप्ा के िूखल पेड स्यर छोड दे बऽा 4 दु ष आता जेकरा लगे बा ओकरा के ्ा् करी आ ओकरा के अप्ा दु श्् के सुरसार मे हँ िा दीा 5 मीठ भाषा दो्् के गुरा करी, आ स्षक भाषा िे दयालु असभसाद् बढीा 6 बहु लोग के िाथे ्ार सु िे रहऽ, सफर भी हजार लोग के रक िलाहकार होखेा 7 अगर ुू कस्ो दो् पासे के चाहु बाडू ु पसहले ओकरा के िासबु करऽ आ ओकर शेय दे बे मे जलबाजी मु करऽ. 8 काहे सक केह अप्ा मौका खासुर दो् होला आ ुोहरा िरकट के सद् मे ्ा सटक पाईा 9 रगो दो् बा, जे दु श्ी मे बदल के झगडा मे ुोहार स्रदा के पुा लगाईा 10 फेर िे कस्ो दो् मेज पर िाथी ह, आ ुोहरा दु ख के सद् ्ा रसहहे ा 11 लेसक् ुोहरा िमृद् मे उ ुोहरा स्ह् होई असुरी ुोहरा िेसक् प िाहिी होईा 12 अगर ुोहरा के ्ीचा सगरासल जाई ु उ ुोहरा दखलाफ होई असुरी ुोहरा चेहरा िे लुका जाईा 13 अप्ा दु श्् िे अलग हो जा आ अप्ा दो्् िे िासिा् रहऽा 14 ससशािी दो् रगो मजबूु बचास होला आ जेकरा अइि् आदमी समलल बा ओकरा खजा्ा समल गइल बाा 15 ससशािी दो् के कस्ो चीज के मुकाबला ्ा करे आ ओकर महा्ुा बे्कीमुी होलाा 16 ससशािी दो् जीस् के दसाई हा आ पभु िे डे रार साला लोग ओकरा के पाईा 17 जे पभु िे डे राला, उ आप् दो्ी के िही ुरीका िे चलासेला, काहे सक जईिे उ बा, ओिही ओकर पडोिी भी होईा 18 हे बेटा, जसा्ी िे ही स्का बटोर, बुढापा ुक ुोहरा बुद् समल जाईा 19 जोुु आ बोसे साला के ुरह ओकरा लगे आके ओकर बसढया फल के इर ुजार करीर, काहे सक ुू ओकरा के लेके बहु मेह्ु ्ा करब, लेसक् ओकर फल जली खारबा
20 ऊ अससदा् लोग खासुर बहु असपय हई, जे िमझही् बा, उ ओकरा िरगे ्ा रहीा 21 ऊ ओकरा पर परीका के रगो पराकमी पतर स्यर लेट जाईा आ ऊ ओकरा के अप्ा िे फेक दीहे , अबहीर लमहर होखे िे पसहले. 22 काहे सक बुद् ओकरा ्ाम के सहिाब िे होला आ ऊ बहु लोग के िाम्े ्ा लउकेलाा 23 हे बेटा, का् करऽ, हमार िलाह गहर करऽ आ हमरा िलाह िे इ्कार मु करऽा 24 आप् गोड ओकरा बेडी मे डाल दीर आ गरद् ओकरा जरजीर मे डाल दीरा 25 आप् करिा झुक के ओकरा के िह्, आ ओकरा बरि् िे दु खी मु होखऽा 26 पूरा म् िे ओकरा लगे आके ओकर राह के पूरा ुाकु िे पाल् करऽा 27 खोजीर आ खोजीर ु ओकरा के ुोहरा के बुासल जाई आ जब ुू ओकरा के पकड लेब ु ओकरा के मु जार दीरा 28 आदखर मे ुोहरा ओकर आराम समल जाई आ ऊ ुोहरा खु्ी मे बदल जाईा 29 ुब ओकर बेडी ुोहरा खासुर मजबूु बचास होई आ ओकर जरजीर मसहमा के सस ब् जाईा 30 काहे सक ओकरा पर िो्ा के आभूषर बा आ ओकर पटी बैग्ी रर ग के फीुा हा 31 ुू ओकरा के आदर के सस स्ह् पसह्ब असुरी ओकरा के अप्ा चारो ओर खु्ी के मुकुट स्ह् पसह्बा 32 बेटा, अगर ुू चाहब ु ुोहरा के सिखासल जाई, आ अगर ुू आप् म् के पाल् करब ु ुू िमझदार होखबा 33 अगर ुू िु्ल चाहु बाडू ु ुू िमझ पाईब आ का् झुकब ु बुद्मा् होखबा 34 बुजुगव् के भीड मे खडा हो जाा आ जे बुद्मा् बा ओकरा िे सचपकल रहऽा 35 हर भदय के बाु िु्े के ुइयार रहीरा आ िमझ के दषार ु ुोहरा िे ्ा बचे के चाहीरा 36 आ अगर ुू कस्ो िमझदार आदमी के दे खु बाडू ु ओकरा लगे जाके ओकरा दु आर के िीढी के आप् गोड पसहरे दीरा 37 ुोहार म् पभु के स्यम् पर रहे आ उ्कर आजा पर लगाुार म्् करे के चाहीर, ऊ ुोहार सदल के मजबूु करीहे आ ुोहरा के आप् इचा के सहिाब िे बुद् दीहे ा अध्य 7 1 कस्ो बुराई मु करीर, ु ुोहरा कस्ो ्ुकिा् ्ा होईा 2 अिम् िे हट जा, अिमव ुोहरा िे दू र हो जाईा 3 हे बेटा, अिमव के खाई मे मु बोईर आ ओकरा के िाु गु्ा ्ा काटबा 4 पभु िे पमुखुा मु खोजीर, ्ा राजा के आदर के आि् ्ा खोजीरा 5 पभु के िाम्े अप्ा के िम् मु िमझीरा आ राजा के िाम्े आप् बुद् के घमरड मु करीरा
6 अिमव के दू र ्ा कर पासे के कारर नायी ब्े के कोस्् मु करीरा कहीर ुू कबो पराकमी के वदय िे डे रारब, जस् सक ुोहरा िीिाप् के राह मे ठोकर खार साला होखेा 7 कस्ो ्हर के भीड के दखलाफ अपराि मु करीर, ुब ुू लोग के बीच मे ्ा सगराईरा 8 रक पाप के दोिरा पाप पर मु बानीरा काहे सक रक मे ुू बेददव ्ा होखबऽा 9 ई मु कहऽ सक भगसा् हमरा बसलदा् के भीड दे दखहे आ जब हम परम भगसा् के चढाईर ु ऊ ओकरा के सीकार करीहे ा 10 जब ुू आप् पाथव्ा करीर ु िीमा मु होखऽ आ सभका दे से मे कोुाही मु करीरा 11 केह के आप् कडसाहट मे सुरसार करे खासुर मु हँ ि, काहे सक रगो अइि् आदमी होला जे ्म आ ऊरचाई दे लाा 12 अप्ा भाई के दखलाफ झूठ मु िोचीरा ्ा ु अप्ा दो् के भी अयीि् करीरा 13 कस्ो ुरह के झूठ मु बोलीर, काहे सक रकर ररसाज ठीक ्इखेा 14 बडका लोग के भीड मे ढे र ्ब् के पयोग मु करीर आ पाथव्ा करु घरी ढे र बकबक मु करीरा 15 मेह्ुी काम िे ्फरु मु करीर आ ्ा खेुी िे जस् परम परमाता के स्युदय कइले बाड्ा 16 पापी लोग के भीड मे अप्ा के मु सग्ा, लेसक् याद राखीर सक कोि ढे र सद् ुक ्ा सटक पाईा 17 बहु ्म हो जा, काहे सक अभय के बदला आग आ कीडा हा 18 दो् के कस्ो भलाई खासुर मु बदल दीर; ्ा ही ओफीर के िो्ा खासुर रगो सफादार भाईा 19 बुद्मा् आ भला औरु के मु छोडीर, काहे सक ओकर अ्ुगह िो्ा िे ऊपर बाा 20 जबिे ुोहार िेसक िचाई िे काम करे ला ु ओकरा िे बुराई के स्होरा मु करीर आ ्ा ही ुोहरा खासुर पूरा ुरह िे काम करे साला सकरायादार िेा 21 ुोहार पार रगो बसढया िेसक िे पेम करऽ आ ओकरा के आजादी िे िोखा मु करऽा 22 का ुोहरा मसे्ी बा? ओह लोग पर ्जर राखीर आ अगर ऊ लोग ुोहरा फायदा खासुर बा ु ओकरा के अप्ा लगे राखीर. 23 का ुोहरा िरुा् बा? ओह लोग के स्द् ् दीर आ जसा्ी िे ही ओह लोग के गरद् झुकाईरा 24 का ुोहरा बेटी बाडी? ओह लोग के दे ह के याल राखीर आ ओह लोग के पसु अप्ा के हँ िमुख मु दे खाईर. 25 अप्ा बेटी के सबयाह करऽ, आ रही िे ुू कस्ो सज्दार काम पूरा कर लेबऽ, बासकर ओकरा के िमझदार आदमी के दे दीरा 26 का ुोहरा म् के सहिाब िे मेहरार बा? ओकरा के मु छोडऽ, बासकर अप्ा के कस्ो हला मेहरार के हसाले मु करऽ. 27 अप्ा बाप के पूरा म् िे आदर करीर आ अप्ा माई के दु ख मु भुलाईरा
28 याद राखऽ सक ुू ओह लोग िे ज्मल हउअा आ ऊ लोग जस् काम ुोहरा खासुर कइले बा ओकर बदला ुू कइिे दे बऽ? 29 अप्ा पूरा पार िे पभु िे डे राईर आ उ्कर याजक् के आदर करीरा 30 जे ुोहरा के पूरा ुाकु िे ब्सले बा ओकरा िे पेम करीर आ ओकर िेसक के मु छोडीरा 31 पभु िे डे राईर आ पुजारी के आदर करीरा आ ओकरा के ओकर सहसा दे दीर, जइि् सक ुोहरा िे कहल गइल बाा पसहला फल, अपराि बसल, आ करिा के सरदा्, पससतुा के बसलदा् आ पससत चीज् के पसहला फला 32 गरीब् के ओर आप् हाथ बढाईर ुासक ुोहार आ्ीसाव द पूरा होखेा 33 हर सजरदा आदमी के ्जर मे सरदा् पर कृपा होलाा आ मुअल लोग खासुर रकरा के रोक ्ा लगाईरा 34 रोसे साला लोग के िाथे ्ा रहब आ ्ोक म्ासे साला लोग के िाथे ्ोक मु करीरा 35 बेमार लोग के मुलाकाु करे मे दे री मु करीर, काहे सक रहिे ुोहरा सपय होखबा 36 जस् कुछ हाथ मे लेब, अरु के याद करीर, आ कबो गलु ्ा करबा अध्य 8 1 कस्ो पराकमी िे झगडा मु करीर' कहीर ओकरा हाथ मे मु पड जाईरा 2 कस्ो अमीर आदमी िे मुभेद मु करीर सक ऊ ुोहरा पर भारी मु पड जास काहे सक िो्ा बहुे लोग के ्ा् कर सदहलसि आ राजा लोग के सदल सबगाड सदहलसि. 3 जीभ िे भरल आदमी िे झगडा मु करीर आ ओकरा आग पर लकडी के ढे र मु लगाईरा 4 अभद आदमी िे मजाक मु करऽ, कहीर ुोहार पुरख् के बेइजुी मु होखऽा 5 पाप िे मुडल आदमी के स्रदा मु करीर, लेसक् याद राखीर सक हम्ी के िब केह िजा के लायक बा्ी जाा 6 आदमी के बुढापा मे बेइजु मु करीर, काहे सक हम्ी मे िे कुछ लोग भी बूढ हो जालाा 7 ुोहार िबिे बड दु श् के मरला पर खु् मु होखऽ, बासकर याद राखऽ सक हम्ी के िब मर जा्ी जाा 8 जा्ी लोग के बाु के सुरसार मु करीर, बलुक ओह लोग के कहासु िे पररसचु हो जाईर, काहे सक ुू ओह लोग िे िीखब आ बडका लोग के िेसा िहजुा िे करे के ुरीका िीखबा 9 बुजुगव लोग के बाु मु छोडीर, काहे सक उ लोग भी अप्ा बाप-दादा िे िीखले बा, आ ुू ओह लोग िे िमझ के िीखब आ जररु के सहिाब िे जसाब दे से के िीखबा 10 पापी के कोयला मु जरा, कहीर ओकर आग के लौ िे ुू ्ा जरा जाईरा 11 घायल करे साला के िाम्े गुसा मे मु उठ, कहीर ऊ ुोहरा बाु मे फँिासे खासुर ठे ि मु पड जास
12 जे अप्ा िे भी ुाकुसर बा ओकरा के उिार मु दीरा काहे सक अगर ुू ओकरा के उिार दे ले बाडऽ ु ओकरा के खोसल मा् लीर. 13 अप्ा ्दय िे असिका जमा्ु मु राखऽ, काहे सक अगर ुू जमा्ुदार बाडऽ ु ओकरा के चुकासे के धा् राखऽ. 14 कस्ो जज के िाथे का्ू् मे मु जाा काहे सक उ लोग ओकरा खासुर ओकर इजु के सहिाब िे नाय करीहे ा 15 कस्ो िाहिी आदमी के िाथे रा्ा मे मु जाईर, कहीर ऊ ुोहरा के दु खी ्ा हो जास, काहे सक ऊ अप्ा मज् के मुुासबक काम करी आ ुू ओकरा िाथे ओकर मूखवुा िे ्ा् हो जाईबा 16 कस्ो दखसियाइल आदमी िे झगडा मु करीर आ ओकरा िाथे रकार ु जगह मु जाईर, काहे सक खू् ओकरा ्जर मे कुछु ओ ्ा होखे आ जहाँ कस्ो िहायुा ्ा होखे, ऊ ुोहरा के उखाड फेकीा 17 मूखव िे बाु मु करीरा काहे सक ऊ िलाह के पाल् ्ा कर िके. 18 परदे िी के िाम्े कस्ो गुप बाु मु करीरा काहे सक ुू ्इखऽ जा्ु सक ऊ का पैदा करीहे . 19 हर आदमी के िाम्े आप् सदल मु खोलीर, कहीर ऊ ुोहरा के चुु राई िे जसाब ्ा दे दे सा अध्य 9 1 अप्ा छाुी के मेहरार िे ईषाव मु करीर आ ओकरा के अप्ा दखलाफ कस्ो बुरा पाठ मु सिखाईरा 2 कस्ो मेहरार के आप् पार मु दीर सक ऊ अप्ा िरपस् पर गोड राखे. 3 सेशा िे मु समलऽ, कहीर ुू ओकरा जाल मे ्ा फँिऽा 4 गासे साली औरु के िरगु के जादा इ्ेमाल मु करीर, कहीर ुू ओकरा पयाि िे ्ा पकडल जाइबा 5 कस्ो दािी के ओर मु टकटकी लगा के दे खऽ सक ओकरा मे जस् कीमुी चीज बा ओकरा िे ुू सगर मु जाा 6 सेशा के आप् जा् मु दे , सक ुू आप् ससरािु मु गँसासेा 7 ्हर के गली-गली मे अप्ा चारो ओर मु दे खऽ आ ्ा ही ओकर रकार ु जगह पर भटकऽा 8 कस्ो िुनर मेहरार िे आप् ्जर हटाईर आ दोिरा के िुरदरुा के मु दे खऽ. काहे सक बहु लोग मेहरार के िुरदरुा िे िोखा खा गइल बाा काहे सक रही िे पेम आग स्ह् जरासल जालाा 9 दोिरा के मेहरार के िरगे सबलुल मु बईठ, ्ा ओकरा के अप्ा कोरा मे बईठ, असुरी ्राब मे ओकरा िरगे आप् पईिा मु खचव करीरा कहीर ुोहार म् ओकरा ओर ्ा झुक जास आ रह ुरह िे ुोहार इचा िे ुू सस्ा् मे सगर जाईरा 10 पुरा् दो् के मु छोडीरा काहे सक ्या के ुु ल्ा ओकरा िे ्ा कइल जा िके, ्या दो् ्या ्राब स्यर होलाा जब ऊ बूढ हो जाई ु ुू ओकरा के खु्ी िे पी लेबऽा 11 पापी के मसहमा िे ईषाव मु करीर, काहे सक ुू ्इखऽ जा्ु सक ओकर अरु का होईा
12 जस्ा चीज मे अभय लोग के खु्ी होखे, ओकरा मे आ्न मु करीरा बासकर याद राखीर सक ऊ लोग सब्ा िजा के अप्ा कब मे ्ा जाई. 13 जेकरा मारे के असिकार बा ओकरा िे दू र राखऽा रही िे ुू मौु के डर पर ्क ्ा करऽ, आ अगर ुू ओकरा लगे अइबऽ ु कस्ो दोष मु करऽ, कहीर ऊ ुोहार जा् ्ा छी् लेस, याद राखऽ सक ुू जाल के बीच मे चलु बाडऽ आ ्हर के लडाई पर चलु बाडऽा 14 जेु्ा ्जदीक हो िके, अप्ा पडोिी के अरदाजा लगाईर आ बुद्मा् लोग िे िलाह लीरा 15 ुोहार बाु जा्ी लोग के िाथे होखे आ ुोहार िब बाु परमाता के वसया मे होखेा 16 आ खाली आदमी ुोहरा िाथे खार-पीयेा आ ुोहार घमरड पभु के भय मे होखेा 17 कारीगर के हाथ िे काम के ुारीफ होई, आ ज्ुा के बुद्मा् ्ािक के आप् बाु के ुारीफ होईा 18 बदमा् जीभ के आदमी अप्ा ्हर मे खुर्ाक होलाा आ जे अप्ा बाु मे बेिडक बा ओकरा िे ्फरु कइल जाई. अध्य 10 1 बुद्मा् नायािी् अप्ा लोग के स्का सदहीा आ रगो सससेकी आदमी के िरकार बसढया िे वसदयु होला. 2 जइिे लोग के नायािी् खुद होला, ओइिहीर ओकर असिकारी लोग भी होलाा आ ्हर के ्ािक कइि् आदमी ह, ओसहजा रहे साला िब लोग अइि् होलाा 3 अबुद्मा् राजा अप्ा लोग के ्ा् कर दे लाा लेसक् असिकार साला लोग के सससेक िे ्हर मे आबादी होईा 4 िरुी के ्दय पभु के हाथ मे बा, आ िमय पर उ ओकरा पर रगो फायदे मरद चीज के याप्ा कर सदहे ा 5 आदमी के िमृद् परमेशर के हाथ मे बा, आ उ आप् आदर ्ासी के वदय पर डाल सदहे ा 6 हर गलुी खासुर अप्ा पडोिी िे ्फरु मु करीरा आ चोट पहर चासे साला पथा िे सबलुल कुछ ्ा करीर. 7 घमरड परमेिे सर आ आदमी के िाम्े घृरा होला आ दु ्ोर के दारा अिमव के काम करे लाा 8 िोखा िे समलल अिमव के काम, चोट आ ि् के कारर राज के अ्ुसाद रक लोग िे दू िरा लोग मे हो जालाा 9 िरुी आ राख काहे घमरडी बा? लोभी आदमी िे जादे दु ष कुछु ओ ्ईखे, काहे सक अयीि् आदमी अप्ा जा् के बेच दे सेलाा काहे सक जबले ऊ सजरदा बा ुबले ऊ आप् आर ु फेक दे ला. 10 सैद लमहर बेमारी के काट दे लाा आ जे आज राजा होई, उ काल मर जाईा 11 जब आदमी मर जाई ु ओकरा रे गु जा्सर, जा्सर आ कीडा के ससरािु समल जाईा 12 घमरड के ्ुरआु ुब होला जब केह भगसा् िे दू र हो जाला आ ओकर म् अप्ा ब्ासे साला िे दू र हो जालाा 13 काहे सक घमरड पाप के ्ुरआु ह, आ जेकरा लगे बा उ सघ्ौ्ा काम उसझल सदही, रहिे पभु ओ लोग प अजीब ससपस् ले आईल असुरी उ्ुका के पूरा ुरीका िे उखाड फेक दे लेा
14 पभु घमरडी राजकुमार् के सिरहाि् सगरा सदहले बाड् आ ओह लोग के जगह ्म लोग के खडा कर सदहले बाड्. 15 पभु घमरडी राष्् के जड उखाड के ओह लोग के जगह ्ीच लोग के रोपले बाड्ा 16 पभु गैर-यहदी दे ्् के उखाड फेक सदहल् आ ओह लोग के िरुी के ्ीरस ुक ्ा् कर सदहल्ा 17 ऊ ओह लोग मे िे कुछ लोग के लेके ्ष कर सदहल् आ ओह लोग के याद िरुी िे खुम कर सदहले बाड्. 18 ्ा ु मरद खासुर घमरड कइल गइल आ ्ा ही मेहरार िे पैदा भइल लोग खासुर कोसिु कोिा 19 जे पभु िे डे राला ऊ रगो पका बीज हसे आ जे ओकरा िे पेम करे ला ऊ रगो इजुदार पौिा हसेा आजा के उलरघ् करे साला लोग िोखा दे से साला बीज हसेा 20 भाई लोग के बीच जे मुदखया होला ऊ आदररीय होलाा अइि्े उ लोग भी होला जे पभु के ्जर मे उ्करा िे डे रालाा 21 असिकार पासे िे पसहले पभु के डर होला, लेसक् खुरदराप् आ घमरड ओकर ्ुकिा् होलाा 22 ऊ अमीर होखे, कुली् होखे भा गरीब, उ्कर मसहमा पभु के भय हा 23 िमझदार गरीब आदमी के सुरसार कइल उसचु ्इखेा ्ा ही पापी आदमी के बडाई कइल िुससिाज्क बाा 24 बडका आदमी, नायािी् आ ुाकुसर लोग के आदर कइल जाईा ुबो पभु िे डे रार साला िे बड केह ्इखेा 25 बुद्मा् ्ौकर के आजाद लोग िेसा करी, आ जेकरा मे जा् बा, ओकरा के िुिारला पर ओकरा िे कस्ो ्ाराजगी ्ा होईा 26 आप् िरिा करे मे बेिी बुद्मा् मु होखऽ; आ िरकट के िमय मे आप् घमरड मु करीरा 27 जे मेह्ु करु बा आ हर चीज मे भरपूर बा, ओकरा िे बसढया बा जे घमरड करे ला आ ओकरा रोटी के कमी बाा 28 हे बेटा, ्मुा िे अप्ा आता के मसहमा करऽ आ ओकरा मयाव दा के सहिाब िे ओकर आदर करऽा 29 जे अप्ा पार के दखलाफ पाप करे ला ओकरा के के िम् ठहराई? आ जे अप्ा जा् के बेइजु करे ला ओकर आदर के करी? 30 गरीब के ओकर ह्र के आदर कइल जाला आ अमीर के ओकर ि् के आदर कइल जालाा 31 जे गरीबी मे िमास्ु होला, ओकर ि्-दौलु केु्ा असिका? जे ि्-दौलु मे बेइजु बा, गरीबी मे केु्ा जादा? अध्य 11 1 बुद् ्ीच आदमी के माथा उठा के बड आदमी के बीच बईठासेलेा 2 आदमी के िुरदरुा के ुारीफ मु करीरा ्ा ु आदमी के बाहरी रप िे घृरा करीरा ३ मकी जइि् मकी मे मिुमकी कम होलाा बासकर ओकर फल मीठ चीज् के पमुख होलाा 4 अप्ा कपडा आ कपडा के घमरड मु करीर आ आदर के सद् अप्ा के ऊँच मु करीर, काहे सक पभु के काम अदे भुु बा आ आदमी के बीच उ्कर काम सछपल बाा
5 बहु राजा जमी् पर बइठल बाडे ा आ जस्ा के बारे मे कबो ्ा िोचल गइल रहे ऊ ुाज पसह्ले बा. 6 बहु पराकमी लोग बहु बेइजु हो गइल बाा आ आदररीय लोग के दोिरा के हाथ मे िौरप सदहल गइल. 7 िचाई के जाँ चला िे पसहले दोष मु दीर, पसहले िमझीर आ फेर डार टु रहीरा 8 कारर िु्ला िे पसहले जसाब मु दीर, ्ा ही आदमी के बाु के बीच मे टोक दीरा 9 जस्ा मामला मे ुोहरा िरबरि ्ा होखे, ओकरा मे झगडा मु करीरा आ पापी लोग के िाथे नाय मे मु बइठीरा 10 हे बेटा, बहु बाु मे दखल मु दीर, काहे सक अगर ुू बहु दखल दे ब ु ुू स्द्ष ्ा होखबा आ अगर ुू पीछे -पीछे चलब ु ुोहरा कस्ो फायदा ्ा होई, ्ा ुू भाग के बाचबऽा 11 रगो अइि् आदमी बा जे मेह्ु करे ला, कष उठासेला आ जलबाजी करे ला आ रु्ा पीछे रह जालाा 12 फेर रगो अउरी बा जे िीमा बा, आ ओकरा मदद के जररु बा, ओकरा कमुा के कमी बा आ गरीबी िे भरल बाा ुबो पभु के ्जर ओकरा के भलाई खासुर दे खु रहे आ ओकरा के अप्ा स्चला पायदा् िे खडा कर सदहलिा 13 आ दु ख िे आप् माथा उठसलेा जस्ा िे रकरा के दे खे साला बहु लोग उ्ुका के दे ख के अचरज मे पड गईलेा 14 िमृद् आ ससपस्, जीस्-मरर, गरीबी आ ि्-दौलु पभु के ओर िे समलेलाा 15 बुद्, जा् आ वसया के िमझ पभु के ह, पेम आ भलाई के रा्ा उ्ुके िे हा 16 गलुी आ अनार के ्ुरआु पापी लोग िे भइल रहे आ ओकरा मे घमरड करे साला लोग के िाथे बुराई पुरा् हो जाईा 17 पभु के सरदा् भगसा् के भदय करे साला लोग के िाथे रहे ला आ उ्कर अ्ुगह हमे्ा खासुर िमृद् दे लाा 18 उहो बा जे अप्ा िासिा्ी आ चुटकी िे अमीर हो जाला आ ई ओकर इ्ाम के सहसा हा 19 उ कहु हस सक, “हमरा आराम समल गईल बा, अब हम लगाुार आप् िरपस् खारबा आ ुबसहयो ऊ ्इखे जा्ु सक ओकरा पर कस् िमय आई आ ऊ बाु दोिरा पर छोड के मरे के पडी. 20 अप्ा साचा मे असडग रहीर आ ओकरा िे पररसचु रहीर आ अप्ा काम मे बूढ हो जाईरा 21 पापी लोग के काम पर अचरज मु करीरा लेसक् पभु पर भरोिा राखीर आ अप्ा मेह्ु मे ब्ल रहीर काहे सक गरीब के अमीर ब्ासल अचा्क पभु के ्जर मे आिा् काम होलाा 22 पभु के आ्ीष भदय करे साला के इ्ाम मे होला आ अचा्क ऊ आप् आ्ीष के प्प दे लाा 23 ई मु कहऽ सक हमरा िेसा िे कस् फायदा बा? आ ओकरा बाद हमरा लगे कस् ्ीम् चीज होई? 24 फेर िे मु कहऽ सक हमरा लगे बहु कुछ बा आ हमरा लगे बहु कुछ बा, आ ओकरा बाद हमरा कस् बुराई होई? 25 िमृद् के सद् कष के भुला जाला आ दु ख के सद् अब िमृद् के याद ्ा होलाा 26 काहे सक पभु खासुर मौु के सद् आदमी के ओकर राह के सहिाब िे इ्ाम सदहल आिा् काम हा
27 रक घरटा के दु ख आदमी के िुख भुला दे ला, आ ओकरा अरु मे ओकर काम के पुा चल जाईा 28 आ्ीष के मरला िे पसहले केह के नाय मु करीर, काहे सक आदमी के आप् िरुा् मे पहचा्ल जाईा 29 हर रक आदमी के अप्ा घर मे मु ले आसऽ, काहे सक िोखेबाज के बहुे काम होलाा 30 जइिे ुीुर के लेके सपरजरा मे राखल जाला, ओइिहीर घमरडी के सदल होलाा ऊ जािूि स्यर ुोहरा पु् के दे खु रहे लाा 31 काहे सक ऊ बेहाल रहे ला आ अचाई के बुराई मे बदल दे ला आ ्ुसु करे लायक चीज् मे ुोहरा पर दोषी ठहरासल जाईा 32 आग के सचरगारी िे कोयला के ढे र जरे ला आ पापी खू् के इर ुजार करे लाा 33 बदमा् िे िासिा् रहऽ, काहे सक ऊ बुराई करे लाा कहीर ऊ ुोहरा पर हमे्ा के िबा ्ा ले आसेा 34 कस्ो परदे िी के अप्ा घर मे ले लीर, ु ऊ ुोहरा के परे ्ा् कर दी आ ुोहरा के अप्ा घर िे बाहर स्काल दीा अध्य 12 1 जब ुू भलाई करब ु जा् लीर सक ुू केकरा के करबऽ; ु ुोहरा फायदा खासुर िनसाद सदहल जाईा 2 भगसा् आदमी के भलाई करऽ, ु ुोहरा बदला समल जाईा आ अगर ओकरा िे ्ा, ुबो परमाता िेा 3 जे हमे्ा बुराई मे व् रहे ला, ओकरा के कस्ो भलाई ्ा हो िकेला, ्ा ही जे सभका ्ा दे सेलाा 4 भगसा् आदमी के दे दीर, आ पापी के मदद मु करीरा 5 ्ीच के िाथे भलाई करीर, लेसक् अभय के मु दीर, आप् रोटी रोक के ओकरा के मु दीर, कहीर ऊ ुोहरा पर हासी ्ा हो जास, ्ा ु ुोहरा जस् भलाई होई ओकरा िे दु गु्ा बुराई समल जाई ओकरा िाथे कइल गइला 6 काहे सक परमाता पापी लोग िे ्फरु करे ला आ अभय लोग के बदला लेबे के पडी आ ओह लोग के िजा के पराकमी सद् िे बचासेलाा 7 भलाई के दे बऽ आ पापी के मदद मु करऽा 8 िमृद् मे दो् के ्ा जा्ल जा िकेला आ दु श् के ससपस् मे सछपल ्ा हो िकेलाा 9 आदमी के िमृद् मे दु श् दु खी होईहे, लेसक् ओकरा ससपस् मे दो् भी चल जाईा 10 अप्ा दु श् पर कबो भरोिा मु करीर, काहे सक जइिे लोहा के जरग लागेला, ओइिहीर ओकर दु षुा भी बाा 11 भले ऊ अप्ा के ्म होके कुबडा होके चल जास, बासकर ओकरा िे िासिा् रहऽ आ ओकरा िे िासिा् रहऽ आ ओकरा खासुर अइिे होखब जइिे ुूँ दे ख के चशा पोरछले होखऽ आ ुू जा्ब सक ओकर जरग पूरा ुरह िे ्ा पोरछल गइल होखेा 12 ओकरा के अप्ा लगे मु राखऽ, कहीर ऊ ुोहरा के उखाड फेक के ुोहरा जगहा पर खडा ्ा हो जास. ्ा ु ऊ ुोहरा दासह्ा ओर बईठे , कहीर ऊ ुोहरा बईठे के कोस्् मु कर लेस आ ुू आदखर मे हमार बाु याद करऽ आ ओकरा िे चुभ् ्ा खाईर.
13 िाँ प के काटले साला जादू गर भा जरगली जा्सर के ्जदीक आसे साला के के दया करी? 14 जे पापी के लगे जाके ओकरा पाप मे अ्ु् हो जाला, ु के दया करी? 15 कुछ दे र ुक उ ुोहरा िरगे रही, लेसक् अगर ुू सगर जार लगब ु उ सटकल ्ा होईा 16 दु श् अप्ा होरठ िे मीठ बोलेला, लेसक् म् मे िोचेला सक ुोहरा के कइिे गडा मे फेकल जा िकेला, उ आँ ख िे रोसेला, लेसक् मौका समलला प खू् िे ुृ प ्ा होईा 17 अगर ुोहरा पर कस्ो ससपस् आसे ु पसहले ओकरा के उहाँ समल जाईा आ भले ऊ ुोहार मदद करे के ्ाटक करी, ुबो ुोहरा के कमजोर करीा 18 ऊ आप् माथा सहला के ुाली बजाई आ बहु फुिफुिाहट करी आ आप् चेहरा बदल सदहीा अध्य 13 1 जे सपच के छूसेला ओकरा िे अ्ु् हो जाईा जे घमरडी आदमी िे िाझीदारी राखेला ऊ ओकरा जइि् होखी. 2 जबले ुू सजयु बाडू, अप्ा पर अप्ा ्दय िे असिका बोझ मु डालऽ; आ अप्ा िे भी ुाकुसर आ ि्ी आदमी िे कस्ो िरगसु मु राखीर काहे सक केुली आ माटी के घडा कइिे रक दोिरा िे समलु जुलु बा? काहे सक अगर रक दोिरा िे मारल जास ु ऊ टू ट जाई. 3 अमीर गलु कइले बा, ुबो ऊ िमकी दे ु बा, गरीब पर अनाय हो जाला आ ओकरा भी स्होरा करे के पडे लाा 4 अगर ुू ओकर फायदा खासुर बाडू ु उ ुोहरा के इ्ेमाल करी, लेसक् अगर ुोहरा लगे कुछूओ ्ईखे ु उ ुोहरा के छोड सदहीा 5 अगर ुोहरा लगे कस्ो चीज बा ु ऊ ुोहरा िाथे रह जाई, हँ , ऊ ुोहरा के ्रगे कर दी आ ओकरा खासुर पछुासा ्ा करीा 6 अगर ओकरा ुोहार जररु बा ु ऊ ुोहरा के िोखा दे के ुोहरा पर मुसुरा के ुोहरा के आ्ा मे डाल दीा ऊ ुोहरा के गोरी बाु कहिु आ कहिु सक ुोहरा का चाहीर? 7 जबले ऊ ुोहरा के दू -ुी् बेर िुखा के ्ा खीरच लेस, ुबले ऊ ुोहरा के अप्ा भोज् िे ्सममदा करी आ आदखर मे ुोहरा के सुरसार िे हँ ि दी, जब ऊ ुोहरा के दे ख के ुोहरा के छोड दी आ ुोहरा पर आप् माथा सहला दीा 8 िासिा् रहऽ सक ुूँ िोखा मु खाईर आ अप्ा हँ िी-खु्ी मे ्ीचे ्ा सगरा जाा 9 अगर ुोहरा के कस्ो पराकमी के बोलासल जास ु अप्ा के पीछे हट जाईर आ ऊ ुोहरा के ओु्े बेिी बोलाईा 10 ओकरा पर दबास मु डालऽ, कहीर ुू पीछे ्ा पड जाईरा दू र मु खडा होखऽ, कहीर ुू भुला ्ा जाइबऽा 11 बाु मे ओकरा बराबर मु ब्ाईर आ ओकर बहु बाु पर ससशाि मु करीर, काहे सक ऊ बहुे िरसाद िे ुोहरा के परीका मे डाल दी आ ुोहरा पर मुसुरा के ुोहार गुप बाु स्कालीा 12 लेसक् उ कूरुा िे ुोहार बाु के जमा कर सदहे असुरी ुोहरा के ्ुकिा् पहर चासे असुरी जेल मे डाले िे ्ा छोडीा
13 धा् राखीर आ धा् राखीर, काहे सक ुू अप्ा उखाड फेके के खुरा मे चलु बाडू, जब ुू ई बाु िु्ब ु ्ीरद मे जाग जाा 14 पूरा जीस् पभु िे पेम करऽ आ ओकरा िे आप् उ्ार खासुर पुकारऽा 15 हर जा्सर अप्ा जइि् पार करे ला आ हर आदमी अप्ा पडोिी िे पार करे लाा 16 िब ्रीर अप्ा ुरह के आदमी िे समलु जुलु रहे लाा 17 भेसडया के मेम्ा िे कस् िाझीदारी बा? ु भगसा् के िाथे पापीा 18 हाइ्ा आ कुकुर के बीच कस् िमझौुा बा? आ अमीर आ गरीब के बीच कस् ्ार सु? 19 जइिे जरगल मे जरगली गदहा ्ेर के स्कार होला, ओइिहीर अमीर गरीब के खा जालाा 20 जइिे घमरडी लोग सस्मुा िे ्फरु करे ला, ओइिहीर अमीर लोग गरीब िे घृरा करे लाा 21 सगरल ्ुर करे साला अमीर के दो्् के हाथ िे पकडल जाला, लेसक् गरीब के दो् के हाथ िे फेक सदहल जालाा 22 जब कस्ो अमीर सगर जाला ु ओकर बहु िहायक होला, ऊ बाु ्ा कहे ला, लेसक् आदमी ओकरा के िम् ठहरासेलाा ऊ िमझदारी िे बोलु रहले, आ ओकरा लगे कस्ो जगह ्ा हो िकु रहे ा 23 जब कस्ो अमीर आदमी बोलेला ु हर आदमी आप् जीभ पकड लेला आ दे खऽ सक ऊ जस् कहु बा ओकरा बादल के ऊपर बडाई करे ला, लेसक् अगर गरीब बोलेला ु कहे ला सक ई कस् आदमी ह? आ अगर ऊ ठोकर खा जाई ु ओकरा के उखाड फेके मे मदद करीहे . 24 जेकरा पाप ्इखे ओकरा खासुर ि् ्ीम् होला आ अभय के मुँह मे गरीबी बुरा होलाा 25 आदमी के सदल ओकर चेहरा बदलेला, चाहे उ अचाई होखे भा बुराई, आ खु्हाल म् खु् चेहरा ब्ासेलाा 26 हँ िमुख चेहरा ओह सदल के स््ा्ी ह जस् िमृद् मे बाा आ दषान के खोज म् के थकाऊ मेह्ु हा अध्य 14 1 िन बा ऊ आदमी जे मुँह िे सफिलल ्ा होखे आ पाप के भीड िे चुभल ्ा होखेा 2 िन बा ऊ जेकर सससेक ओकरा के दोषी ्ा ठहरसले बा आ जे पभु पर आ्ा िे ्ा सगरल बाा 3 ि्-दौलु रगो स्राला आदमी खासुर बसढया ्ा होला आ ईषाव करे साला आदमी के पइिा िे का करे के चाहीर? 4 जे अप्ा जा् के िोखा दे के जुटासेला, उ दोिरा खासुर जुटासेला, जस् आप् िरपस् उिम मचासेलाा 5 जे अप्ा खासुर बुरा बा, उ केकरा खासुर भलाई होई? ऊ अप्ा माल मे मजा ्ा लेबेा 6 जे खुद िे ईषाव करे ला ओकरा िे बुरा केह ्इखेा आ ई उ्कर दु षुा के बदला हा 7 अगर उ भलाई करे ला ु उ ्ा म् िे काम करे लाा आ आदखर मे ऊ आप् दु षुा के घोषरा करी. 8 ईषाव करे साला के बुरा ्जर होलाा ऊ आप् मुँह मोड के आदमी के सुरसार करे लाा
9 लोभी के आँ ख ओकर सहसा िे ुृ प ्ा होलाा आ दु ष के अिमव ओकरा आता के िुखा दे लाा 10 दु ष आँ ख ओकरा रोटी िे ईषाव करे ला आ ऊ अप्ा टे बुल पर रगो स्राला होलाा 11 हे बेटा, अप्ा कमुा के सहिाब िे अप्ा भलाई करऽ आ पभु के ओकर उसचु बसलदा् दे ऽा 12 याद रखीर सक मौु के आसे मे ढे र सद् ्ा होई आ कब के साचा ुोहरा के ्ा बुासल गइल बाा 13 मरला िे पसहले अप्ा दो् के भलाई करऽ आ अप्ा कमुा के सहिाब िे हाथ बढा के ओकरा के दे दीरा 14 अचा सद् िे अप्ा के िोखा मु दीर, आ अचा इचा के सहसा ुोहरा पर ्ा पडे ा 15 का ुू आप् कष दोिरा पर ्ा छोडबऽ? आ ुोहार मेह्ु के सचटी िे बँटसारा होखे के बा? 16 दे , ले, आ आप् पार के पससत करऽा काहे सक कब मे सासदष चीज् के खोज ्ा होलाा 17 िब मार ि कपडा स्ह् पुरा् हो जाला, काहे सक ्ुर िे साचा बा सक, ुू मौु के मरबा 18 मोट पेड पर हररयर पुई जइि् कुछ सगर जाला आ कुछ बढे लाा ओइिहीर खू्-मार ि के पीढी भी होला, रगो के अरु हो जाला आ दू िरा के ज्म होलाा 19 हर काम िड जाला आ खुम हो जाला आ ओकर काम करे साला भी िाथ मे चल जाईा 20 िन बा उ आदमी जे बुद् िे अचा बाु के म्् करे ला आ अप्ा िमझ िे पससत बाु् के बारे मे िोचेलाा 21 जे अप्ा म् मे ओकर रा्ा पर ससचार करी, ओकर गुप बाु मे भी िमझ होईा 22 ओकरा पीछे -पीछे चल के ओकरा पीछे -पीछे चल जा, जइिे सक ओकर रा्ा खोजु रहे ा 23 जे ओकरा दखडकी पर चढासेला ऊ ओकर दु आर पर भी िु्ु होईा 24 जे ओकरा घर के लगे ठहरल बा, ओकरा दे साल मे भी सप् लगाईा 25 ऊ ओकरा लगे आप् डे रा खडा करी आ ओह आसाि मे ठहर जाई जहाँ बसढया चीज होखे. 26 ऊ अप्ा लइक् के ओकरा आशय मे रख के ओकरा डाढ के ्ीचे ठहर जाईा 27 ओकरा िे ऊ गरमी िे ढर कल जाई आ ओकरा मसहमा मे रह जाईा अध्य 15 1 जे पभु िे डे राला ऊ भलाई करी आ जेकरा लगे वसया के जा् बा ऊ ओकरा के पाईा 2 माई के रप मे ओकरा िे समल के कुरसारी िे सबयाह कईल पती के रप मे गहर करीा 3 ऊ ओकरा के िमझ के रोटी िे दखयाई आ ओकरा के पीये खासुर बुद् के पा्ी दे ईा 4 ऊ ओकरा पर रोकल जाई आ ऊ कस्ो सहलल ्ा जाई. आ ओकरा पर भरोिा करी, आ बेसझझक ्ा होखी. 5 ऊ ओकरा के पडोिी िे ऊपर उठाई आ मरडली के बीच मे ओकर मुँह खोल दीा
6 ओकरा खु्ी आ खु्ी के मुकुट समली आ ऊ ओकरा के अ्न ्ाम के उ्रासिकारी ब्ा दीा 7 लेसक् मूखव आदमी ओकरा के ्ा पइहे आ पापी लोग ओकरा के ्ा दे ख पाईा 8 काहे सक उ घमरड िे बहु दू र सबया असुरी झूठा आदमी उ्ुका के याद ्ईखे क िकुा 9 पापी के मुरह मे ्ुसु ्ा होखे, काहे सक पभु के ओर िे उ ्ा भेजल गईला 10 काहे सक ्ुसु बुद् िे कहल जाई आ पभु ओकरा के िमृ् करीहे ा 11 ुू ई मु कहऽ सक पभु के चलुे हम सगर गइल बा्ी, काहे सक ऊ काम ुोहरा ्ा करे के चाहीर जस्ा िे ऊ ्फरु करे लेा 12 ुू ई मु कहऽ सक ऊ हमरा के भटकसले बा, काहे सक ओकरा पापी के कस्ो जररु ्इखेा 13 पभु िब सघ्ौ्ा चीज िे ्फरु करे ल्ा आऊ जे परमेशर िे डे राला, उ लोग रकरा िे पार ्ा करे लाा 14 उ खुद ्ुर िे आदमी के ब्सले असुरी ओकरा के अप्ा िलाह के हाथ मे छोड दे लेा 15 अगर ुू चाहु बाडू ु आजा के पाल् करीर आ सीकायव स्षा के पाल् करीरा 16 उ ुोहरा िोझा आग पा्ी डाल दे ले बा, हाथ बढाई सक ुू चाहु बाडू सक ्ाा 17 आदमी के िाम्े जीस् आ मौु बाा आ ओकरा पिरद बा सक ्ा, ओकरा के सदहल जाईा 18 काहे सक पभु के बुद् बहु बा, उ ्दय मे पराकमी हउसे आ िब कुछ दे खु हउसेा 19 ओकर ्जर ओकरा िे डे रासे साला लोग पर बा आ ऊ आदमी के हर काम के जा्ु बाा 20 ऊ केह के बुराई करे के आजा ्इखे सदहले आ ्ा केह के पाप करे के इजाजु सदहले बाड्ा अध्य 16 1 बेमुलब के िरुा् के भीड के इचा मु करीर आ ्ा ही अभय बेटा मे आ्दनु रहीरा 2 भले ऊ लोग बढु होखे, लेसक् ओह लोग मे आ्दनु मु होखऽ, जबले सक पभु के डर ओह लोग के िाथे ्ा होखेा 3 ओह लोग के जीस् पर भरोिा मु करऽ आ ्ा ही ओह लोग के भीड के आदर करीर, काहे सक नायी हजार िे बसढया होलाा आ अभय लोग के होखे िे बसढया बा सक सब्ा िरुा् के मरल जास. 4 िमझदार के दारा ्हर के भरमार हो जाई, लेसक् दु ष के ररशेदार जली उजड हो जाईा 5 हम अप्ा आँ ख िे अइि् बहु कुछ दे खले बा्ी आ का् रह िे बडह् बाु िु्ले बाा 6 अभय लोग के मरडली मे आग जरासल जाईा आ रगो ससदोही राष् मे कोि मे आग लगा सदहल जालाा 7 ऊ पुर्का सदगज् के पसु ्ान ्ा भइल्, जे लोग अप्ा मूखवुा के बल पर सगर गइल्ा 8 ऊ ओह जगह के ्ा छोडल् जहाँ लूु पसाि करु रहले, बलुक ओह लोग के घमरड िे घृरा करु रहले.
9 उ ्ा् के लोग् पर दया ्ा कइल्, जे अप्ा पाप मे दू र हो गइल रहलेा 10 ्ा ही छह लाख पैदल आदमी जे अप्ा म् के कठोरुा मे रकटा भइल रहलेा 11 अगर केह के गदव ् अकडल बा ु अगर उ सब्ा िजा के बच जास ु अचरज होई, काहे सक दया आ कोि ओकरा िरगे बाा ऊ माफ करे आ ्ाराजगी के उडासे मे पराकमी होलाा 12 जइिे ओकर दया बहु होला, ओइिहीर ओकर िुिार भी होला, ऊ आदमी के काम के सहिाब िे नाय करे ला 13 पापी अप्ा लूट के िाथे ्ा बच पाई आ भदय करे साला के िैयव के कस्ो ्ुकिा् ्ा होईा 14 दया के हर काम खासुर रा्ा ब्ाईर, काहे सक हर केह अप्ा काम के सहिाब िे पाईा 15 पभु सफरौ् के कठोर कर सदहल् सक ऊ ओकरा के ्ा जा् िके, ुासक दु स्या के उ्कर ्दय्ाली काम के पुा चल िकेा 16 उ्कर दया हर पारी पर पकट होलाा आ ऊ अप्ा रो््ी के अनार िे अलगा कर सदहले बाड्. 17 ुू ई मु कहऽ सक हम पभु िे लुका जाईब, का केह हमरा के ऊपर िे याद करी? रु्ा लोग के बीच हमरा के याद ्ा कइल जाई काहे सक रु्ा अिीम पारी के बीच हमार आता का बा? 18 दे खऽ, आका् आ आका् के आका्, गसहराई आ िरुी आ ओकरा मे मौजूद िब कुछ जब ऊ घूमीहे ु सहल जाईा 19 िरुी के पहाड आ ्ीरस भी काँ प के सहल जाला जब पभु ओकरा के दे खिा 20 कस्ो सदल रह बाु् के उसचु रप िे ्ा िोच िकेला आ ओकर रा्ा के िोचे मे िकम बा? 21 ई रगो अइि् ुू फा् ह जस्ा के केह ्ा दे ख िकेला काहे सक ओकर असिकुर काम सछपल बाा 22 अप्ा नाय के काम के के घोषरा कर िकेला? भा के िहल जा िकेला? काहे सक ओकर साचा दू र बा, आ िब कुछ के परीका अरु मे बाा 23 जेकरा िमझ के कमी बा, उ वथव के बारे मे िोची, आ गलुी करे साला मूखव मूखवुा के कल्ा करे लाा 24 हे बेटा, हमार बाु िु्ऽ आ जा् िीखऽ आ हमरा बाु के अप्ा म् िे सचदनु करऽा 25 हम स्का के सज् मे बुाइब आ ओकर जा् ठीक िे बुाइबा 26 पभु के काम ्ुर िे ही नाय मे होला, आ जब िे उ ओकरा के ब्सले रहले, ुब िे उ ओकर सहसा के स्पटारा कईलेा 27 ऊ अप्ा काम के हमे्ा खासुर िजासु रहल् आ ओकरा हाथ मे हर पीढी ुक के मुदखया बाडे , ऊ लोग ्ा ु मेह्ु करे ला, ्ा थक जाला आ ्ा ही काम छोडे लाा 28 ओहमे िे केह दोिरा के बािा ्ा डालेला आ ऊ कबो ओकर सच् ्ा मा्े . 29 रकरा बाद पभु िरुी के दे ख के अप्ा आ्ीष िे भर सदहल्ा 30 ऊ हर ुरह के जीस-जनु िे ओकर चेहरा ढर कले बाड्ा आ उ लोग फेर िे ओकरा मे सापि आ जइहे ा
अध्य 17 1 पभु िरुी के आदमी के ब्सले आ ओकरा के फेर िे ओकरा मे बदल सदहलेा 2 उ ओह लोग के कुछ सद्, कम िमय आ ओकरा मे मौजूद चीज् पर भी असिकार दे सदहल्ा 3 ऊ ओह लोग के अप्ा िे बल दे के अप्ा पसुरप के अ्ुिार ब्सलेा 4 ऊ आदमी के डर िब ्रीर पर डाल सदहलि आ ओकरा के जा्सर आ सचरई पर राज कर सदहलिा 5 ओह लोग के पभु के पार च गो सकया के पयोग समलल आ छठसाँ जगहा ऊ ओह लोग के िमझ आ िाुसाँ भाषर मे ओकर सचरु् के वायाकार सदहल्. 6 िलाह, जीभ, आँ ख, का् आ सदल उ लोग के िमझे के मौका सदहलिा 7 ओह लोग के िमझ के जा् िे भर सदहल् आ अचा-बाउर के बाु कइल्ा 8 ऊ उ्कर ्जर ओह लोग के सदल पर रखल् सक ऊ लोग के आप् काम के बडह्ुा दे खासेा 9 उ उ्करा के अप्ा अचरज के काम मे हमे्ा खासुर मसहमा करे दे ले, ुासक उ लोग उ्कर काम के िमझ िे बुा िकेा 10 चु्ल लोग उ्कर पससत ्ाम के ्ुसु करीा 11 रकरा अलासा उ ओह लोग के जा् सदहल् आ जीस् के वसया के ससरािु के रप मे सदहल्ा 12 उ ओ लोग के िाथे अ्न काल के साचा कईले असुरी उ लोग के आप् नाय के बारे मे बुासु रहलेा 13 उ्कर आँ ख उ्कर मसहमा के मसहमा दे खलि आ का् उ्कर मसहमा के आसाज िु्लिा 14 ऊ ओह लोग िे कहल्, “िब अिमव िे िासिा् रहऽा उ हर आदमी के अप्ा पडोिी के बारे मे आजा दे लेा 15 उ्कर रा्ा हमे्ा उ्का िाम्े रहे ला आ उ्कर ्जर िे ्ा सछपल होईा 16 हर आदमी जसा्ी िे ही बुराई के काम मे डूबल बाा ्ा ही ऊ लोग अप्ा खासुर पतर के बदले मार िल सदल ब्ा िकु रहे ा 17 काहे सक पूरा िरुी के जासु के बरटसारा मे उ हर लोग के रगो ्ािक ब्सलेा लेसक् इसारल पभु के सहसा हा 18 ऊ आप् जेठ बचा होके अ्ु्ाि् िे पोिेला आ ओकरा के अप्ा पेम के रो््ी दे ला िे ओकरा के ्ा छोडे लाा 19 रह िे उ्कर िब काम उ्करा िाम्े िूरज स्यर बा आ उ्कर ्जर लगाुार ओह लोग के रा्ा पर रहे लाा 20 उ्कर कस्ो अिमव के काम उ्करा िे सछपल ्इखे, लेसक् उ्कर िब पाप पभु के िाम्े बा 21 लेसक् पभु कृपालु होके आप् कारीगरी के जा् के ्ा ु छोडले ्ा छोडले, बलुक ओ लोग के बखलेा 22 आदमी के सभका ओकरा खासुर रगो स््ा्ी स्ह् होखेला असुरी उ आदमी के स्म् काम के आर ख के िेब स्ह् राखी असुरी अप्ा बेटा-बेटी के पयाुाप करीा 23 ओकरा बाद ऊ उठ के ओह लोग के इ्ाम दीहे आ ओह लोग के बदला ओह लोग के माथा पर दे दीहे.
24 लेसक् जे लोग पयाुाप करे ला, उ लोग के सापि आसे के अ्ुमसु दे ले असुरी िैयव मे कमी आसे साला के सदलािा दे लेा 25 पभु के पाि सापि आ जा, आ आप् पाप छोड, उ्करा िाम्े आप् पाथव्ा करऽ आ कम ्ाराज करऽा 26 परम ऊपर के ओर मुड जा आ अिमव िे मुड जा, काहे सक उ ुोहरा के अनार िे बाहर स्काल के साव के रो््ी मे ले जईहे असुरी सघ्ौ्ा काम िे बहु ्फरु करीहे ा 27 जे सजरदा आ िनसाद दे से साला लोग के जगह कब मे िबिे ऊपर के के ्ुसु करी? 28 मुअल लोग िे िनसाद दे से के काम ्ा् हो जाला, जइिे सक मुअल लोग के ्ा् हो जालाा 29 हम्ी के परमेशर पभु के दया आउर उ्कर कररा केु्ा बडह् बा जे पससतुा मे उ्करा ओर मुडु बा! 30 काहे सक आदमी मे िब कुछ ्ा हो िकेला, काहे सक आदमी के बेटा अमर ्ा होलाा 31 िूरज िे ुे ज का बा? ुबो ओकर रो््ी खुम हो जालाा आ खू्-मार ि बुराई के कल्ा करीा 32 ऊ सगव के ऊँचाई के ुाकु के दे खु बाा आ िब आदमी खाली िरुी आ राख हा अध्य 18 1 जे हमे्ा खासुर सजरदा रहे ला, उ िब चीज् के िामान रप िे ब्सले बाा 2 खाली पभु ही िम् हसे, अउर उ्के अलासा दोिर केह ्इखेा 3 ऊ अप्ा हथेली िे दु स्या के ्ाि् करे ला आ िब कुछ ओकर इचा के पाल् करे ला, काहे सक ऊ िब के राजा हसे आ अप्ा ्दय िे पससत चीज् के अपससत िे बाँ ट दे लाा 4 ऊ केकरा के आप् काम बुासे के असिकार दे ले बाड्? आ ओकर उदा् काम के के पुा लगाई? 5 ओकर मसहमा के ुाकु के सग्ुी करी? आ ओकर दया के बुाई? 6 रहल बाु पभु के अचरज के काम के ु ओह लोग िे कुछु ओ ्ा सलहल जा िकेला, ्ा कस्ो चीज के डालल जा िकेला आ ्ा ही ओह लोग के जमी् के पुा लगासल जा िकेलाा 7 जब आदमी काम कर लेला ु ्ुर हो जालाा आ जब ऊ छोड दीहे ु ओकरा िरदेह होखी. 8 आदमी का ह आ कस्ा िेसा करे ला? ओकर भलाई का बा आ ओकर बुराई का बा? 9 आदमी के सद् के िरया असिका िे असिका िौ िाल होलाा 10 िमुरदर के पा्ी के बूरद आ बालू के ुु ल्ा मे सगटी के पतर स्यरा ु हजार िाल अ्रु काल के सद् ुक भी बाा 11 रही िे परमेशर ओह लोग पर िैयव रखल् आ ओह लोग पर आप् दया बरिाु बाड्ा 12 ऊ ओह लोग के अरु बुराई के दे खल् आ िमझ सलहल्ा रही िे ऊ आप् कररा के गुरा बढा सदहल्. 13 आदमी के दया अप्ा पडोिी पर होलाा लेसक् पभु के दया िब ्रीर पर बा, उ डार टु बाडे , पोिले, सिखासेले असुरी
सिखासेले असुरी अप्ा भेड के चरसाहे स्ह् फेर िे ले आसेलेा 14 जे लोग अ्ु्ाि् पासेला आ जे ओकर नाय के पूरा मेह्ु िे खोजु रहे ला, ओकरा पर उ दया करे लाा 15 हे बेटा, अप्ा ्ीम् काम पर दाग मु लगाईर, ्ा कस्ो चीज दे ु घरी अिहज ्ब के पयोग करीरा 16 का ओि गम् के ्ा चढाई? ु रगो ्ब सरदा् िे बसढया होलाा 17 दे खऽ, का रगो ्ब सरदा् िे बसढया ्इखे? बासकर दु ्ु रगो कृपालु आदमी का िाथे बाडे . 18 मूखव के डार टु बा आ ईषाव करे साला के सरदा् आँ ख के भस कर दे लाा 19 बोले िे पसहले िीख लीर आ सफसजक के इ्ेमाल करीर भा कबो बेमार होखऽ. 20 नाय िे पसहले अप्ा के परखऽ, आ दया के सद् ुोहरा पर दया हो जाईा 21 बेमार होखे िे पसहले अप्ा के ्म करऽ आ पाप के िमय पयाुाप दे खाईरा 22 िमय पर आप् वु पूरा करे मे कस्ो बािा मु आसे, आ िम् ठहरासे खासुर मौु ुक टाल मु दीरा 23 पाथव्ा करे िे पसहले अप्ा के ुइयार करऽा आ पभु के परीका दे से साला के जइि् मु ब्ीरा 24 अरु मे जस् कोि होई, आ बदला लेसे के िमय के बारे मे िोची, जब उ आप् मुँह मोड सदहीा 25 जब ुोहरा लगे बहु हो जाई ु भूख के िमय याद करीर आ जब ुू अमीर होखब ु गरीबी आ जररु के बारे मे िोचीा 26 िबेरे िे िाँ झ ुक िमय बदल जाला आ जदलये पभु के िाम्े िब काम हो जालाा 27 बुद्मा् आदमी हर बाु मे डे राई आ पाप करे के सद् अपराि िे िासिा् रही, लेसक् मूखव िमय के पाल् ्ा करीा 28 िमझदार हर आदमी बुद् के जा्ु बा आ ओकरा के पासे साला के ्ुसु करीा 29 जे लोग बाु मे िमझदार रहे , उ लोग भी खुद बुद्मा् हो गईले असुरी बसढया दषार ु उझले लगलेा 30 अप्ा साि्ा के पाल् मु करऽ, बलुक अप्ा भूख िे परहे ज करऽा 31 अगर ुू अप्ा आता के उ इचा दे ब जस् ओकरा के खु् करे ला ु उ ुोहरा के बद्ाम करे साला दु श् के हँ िी के पात ब्ा सदहीा 32 ढे र हँ िी-खु्ी मे ्ा खु् होखऽ आ ्ा ओकर खरचा िे बानल रहऽा 33 जब ुोहरा पिव मे कुछु ओ ्ा होखे ु उिार के भोज खा के सभखारी मु ब्ाईर, काहे सक ुू अप्ा जा् के इर ुजार मे रहब आ बाु के बाु होखबा अध्य 19 1 मेह्ुी आदमी जे ््ा मे िु् होखे, ऊ अमीर ्ा होई आ छोट-छोट चीज् के सुरसार करे साला िीरे -िीरे सगर जाईा
2 ्राब आ मेहरार िमझदार आदमी के सगरा सदहे आ सेशा िे सचपकल बे्मव हो जाईा 3 पुई आ कीडा ओकरा के िरोहर मे पाई, आ रगो िाहिी आदमी के ले जाइल जाईा 4 जे जलबाजी मे शेय दे से मे आसेला, उ हलुक होलाा आ जे पाप करी ऊ अप्ा आता के दखलाफ अपराि करीा 5 जे दु षुा मे खु् होखे ओकरा के दोषी ठहरासल जाई, लेसक् जे भोग के ससरोि करे ला, उ ओकरा जा् के मुकुट पह्ासेलाा 6 जे अप्ा जीभ पर राज कर िकेला ऊ सब्ा झगडा के सजरलाा जे बकबक िे ्फरु करे ला ओकरा बुराई कम होईा 7 जस् बाु ुोहरा के बुासल गइल बा ओकर अभाि दोिरा के मु करऽ आ ुोहरा कबो खराब हालु ्ा होखी. 8 चाहे दो् होखे भा दु श्, दोिरा के जा् के बाु मु करीरा आ अगर ुू सब्ा कस्ो अपराि के कर िकेलऽ ु ओह लोग के खुलािा मु करऽ. 9 काहे सक उ ुोहरा के िु्ले आ ओकर पाल् करु रहले , आ जब िमय आई ु उ ुोहरा िे ्फरु करीहे ा 10 अगर ुू कस्ो बाु िु्ले बाडऽ ु ओकरा के ुोहरा िाथे मरे दीरा आ सहमु करीर, ई ुोहरा के ्ा फट पाईा 11 मूखव रगो सच् िे पिस करे ला, जइिे लइका के पिस करे साली औरुा 12 जइिे आदमी के जार घ मे ुीर सचपक जाला, ओइिहीर मूखव के पेट मे ्ब होलाा 13 कस्ो दो् के िलाह दीर सक हो िकेला सक ऊ ई काम ्ा कइले होखे आ अगर ऊ काम कइले बा ु ऊ अब ्ा करे . 14 अप्ा दो् के िलाह दीर सक ऊ ई बाु ्ा कहले होखे आ अगर कहले बा ु ऊ फेर िे ई बाु मु बोले . 15 दो् के िलाह दीर, काहे सक ई बहु बेर स्रदा ह, आ हर कहा्ी पर ससशाि मु करीरा 16 रगो अइि् बा जे अप्ा बाु मे सफिल जाला, लेसक् सदल िे ्ा; आ ऊ के ह जे अप्ा जीभ िे ्ाराज ्इखे कइले? 17 अप्ा पडोिी के िमकी दे से िे पसहले ओकरा के िलाह दीरा आ ्ाराज ्ा होके परमाता के वसया के जगह दे दीरा 18 पभु के डर ही पसहला कदम ह जस्ा िे ओकरा के सीकार कइल जाला आ बुद् िे ओकर पेम समलेलाा 19 पभु के आजा के जा् जीस् के स्का ह, आ जे उ्कर म् के म् करे साला काम करे ला, उ अमरुा के पेड के फल पाईा 20 पभु के डर िब बुद् हा आ िब बुद् मे वसया के पाल् आ ओकर िसव्दयमा्ुा के जा् बाा 21 अगर कस्ो ्ौकर अप्ा मासलक िे कहे सक हम ुोहरा म् के मुुासबक काम ्ा करबा हालार सक बाद मे उ अयीि् करे ला, लेसक् ओकरा के पोिे साला के ्ाराज क दे सेलाा 22 दु षुा के जा् बुद् ्ा ह, ्ा ही कबो पापी लोग के िलाहा 23 रगो दु षुा बा आ उहे सघ्ौ्ा काम बाा आ बुद् के कमी रगो मूखव बाा 24 जेकर बुद् कम बा आ भगसा् िे डे राु बा, ऊ बहु बुद् साला आ परमाता के स्यम के उलरघ् करे साला िे बसढया बाा
25 रगो बसढया चालाकी बा आ उहे अनाय बाा आ रगो अइि् बा जे नाय के पकट करे खासुर मुड जालाा आ रगो बुद्मा् आदमी बा जे नाय मे िम् ठहरासेलाा 26 रगो दु ष आदमी बा जे उदाि होके आप् माथा ्ीचे लटकल बाा बासकर भीुर िे ऊ िोखा िे भरल बा. 27 अप्ा चेहरा के ्ीचे सगरा के जइिे सक ऊ ्ा िु्ले होखे, जहाँ ओकर कस्ो पहचा् ्ा होखे, ऊ ुोहरा के पुा ्ा चले िे पसहले ुोहरा पर बदमा्ी करीा 28 अगर ्दय के कमी के चलुे पाप करे िे रोकल जा िकेला, ुबो जब मौका समल जाई ु उ बुराई करीा 29 जब ुू ओकरा िे समलब ु आदमी के ओकर ्जर िे जा्ल जा िकेला आ ओकरा चेहरा िे िमझल जा िकेलाा 30 आदमी के पह्ासा, बेिी हँ िी आ चाल, ओकरा के दे खासेला सक ऊ का हा अध्य 20 1 रगो अइि् डार ट बा जस् उसचु ्इखे, सफर िे केह आप् जीभ पकड के रखेला आ ऊ बुद्मा् होलाा 2 गुप रप िे कोसिु होखे िे डार टल बहु बसढया बा, आ जे आप् गलुी कबूल करी ओकरा के कस्ो ्ुकिा् िे बचासल जाईा 3 जब ुोहरा के डार टल जाला ु पयाुाप कइल केु्ा बसढया बा! काहे सक रही ुरे ुू जा्बूझ के पाप िे बचीबा 4 जइिे ्पुरिक के कुरसारी के फूल के फूले के लालिा होलाा अइि्े होला जे सहर िा िे नाय करे लाा 5 रगो अइि् बा जे चुप रहे ला आ बुद्मा् पासल जाला आ दोिरो बहु बकबक िे घृसरु हो जालाा 6 केह आप् जीभ पकडे ला, काहे सक ओकरा जसाब ्ा दे से के पडे ला, ु केह आप् िमय के जा्ु चुप रहे लाा 7 बुद्मा् आदमी जब ुक मौका ्ा दे खाई ुब ुक आप् जीभ पकड के रखी, लेसक् बकबक करे साला आ मूखव िमय के कस्ो परसाह ्ा करीा 8 जे बहु ्ब् के पयोग करे ला, ओकरा िे घृरा होईा आ जे ओकरा मे असिकार अप्ा के ले लेला ओकरा िे ्फरु कइल जाई. 9 रगो पापी बा जेकरा बुरा काम मे बसढया िफलुा समलेलाा आ रगो फायदा होला जस् ्ुकिा् मे बदल जाला. 10 रगो अइि् सरदा् बा जस्ा िे ुोहरा कस्ो फायदा ्ा होईा आ रगो अइि् सरदा् बा जस्ा के पसुफल दु गु्ा होला. 11 मसहमा के चलुे अपमा् होलाा आ उहो बा जे स्म जागीर िे आप् माथा उठासेलाा 12 उहो बा जे ु्ी-म्ी मे बहु खरीद के िाु गु्ा चुकासेलाा 13 बुद्मा् आदमी अप्ा बाु िे सपय ब्ासेला, लेसक् मूखव लोग के कृपा उझल जाईा 14 मूखव के सरदा् जब ुोहरा लगे होई ु ुोहरा कस्ो भलाई ्ा होईा ्ा ु अप्ा जररु िे ईषाव करे साला के, काहे सक उ रक के बदला मे बहु कुछ पासे के इर ुजार करे लाा 15 ऊ कम दे ला आ बहुे डाँ टु बा. ऊ रोसे साला स्यर मुँह खोलु बाा आजु ऊ उिार दे ु बा आ कालह फेर िे माँ गु बा.
16 मूखव कहे ला सक हमरा कस्ो दो् ्इखे, हमरा िब अचा काम खासुर िनसाद ्इखे आ हमार रोटी खार साला लोग हमरा के बुराई करे लाा 17 ऊ केु्ा बेर आ केु्ा बेर हँ ि के सुरसार कइल जाई! काहे सक ऊ ठीक िे ्इखे जा्ु सक ओकरा लगे का बा. आ ओकरा खासुर ई िब रके बा जइिे ओकरा लगे ्इखे. 18 फुटपाथ पर सफिलल जीभ िे सफिलला िे बसढया बा, रही िे दु ष के पु् जली हो जाईा 19 बेमौिम सकसा हमे्ा बेबुस्याद के मुरह मे रहीा 20 बुद्मा्ी के साक जब मूखव के मुँह िे स्कलेला ु ओकरा के खाररज कर सदहल जाईा काहे सक उ िमय पर रकरा के ्ा बोलीा 21 उहो बा जेकरा के कमी के चलुे पाप करे मे बािा आसेला, जब उ आराम करी ु उ घबरा ्ा पाईा 22 उहो बा जे लजा के अप्ा पार के ्ा् कर दे ला आ आदमी के सीकार कइला िे अप्ा के उखाड फेकेलाा 23 उहो बा काहे सक लाज अप्ा दो् िे सादा करे ला आ ओकरा के बेकार मे ओकर दु श् ब्ा दे लाा 24 झूठ आदमी मे गरदा िबा ह, लेसक् उ अस्सकु के मुरह मे लगाुार रहे लाा 25 झूठ बोले के आदु साला आदमी िे चोर बेहुर बा, लेसक् दु ्ो के िरोहर के सस्ा् हो जाईा 26 झूठा के सभास बेइजु होला आ ओकर लाज हमे्ा ओकरा िाथे रहे लाा 27 बुद्मा् आदमी अप्ा बाु िे अप्ा के आदर दे सेला, आ जेकरा मे िमझ बा, उ महा् लोग के खु् करीा 28 जे अप्ा दे ् के जोुु बा, ओकर ढे र बढ जाई, आ जे बडका लोग के खु् करी ओकरा अपराि के माफी समल जाईा 29 उपहार आ सरदा् जा्ी के आँ ख के आनर कर दे ला आ ओकर मुँह रोक दे ला सक ऊ डार ट ्ा िकेा 30 जस् बुद् सछपल बा आ जस् खजा्ा जमा हो गइल बा, ओकरा दु ्ो मे का फायदा बा? 31 आप् बुद् सछपासे साला आदमी िे बसढया बा जे आप् मूखवुा सछपासेलाा 32 पभु के खोजे मे जररी िैयव िे बसढया बा जे सब्ा कस्ो मागवद्वक के आप् जीस् जीरलाा अध्य 21 1 बेटा, का ुू पाप कइले बाडऽ? अब अयीि् मु करीर, लेसक् अप्ा पसहले के पाप के माफी मार गीा 2 पाप िे िाँ प के मुँह िे भागल जा, काहे सक अगर ुू ओकरा बहु ्जदीक आ जाईब ु उ ुोहरा के काट लीा 3 िब अिमव दु िारी ुलसार स्ह् बा, जस्ा के घास ठीक ्ईखे हो िकुा 4 भयभीु कइल आ गलु कइल ि् के बबाव द कर दी, रह ुरह िे घमरडी लोग के घर उजाड हो जाईा 5 गरीब के मुँह िे रगो पाथव्ा परमेशर के का् ुक पहँ च जाला आ ओकर नाय जली आसेलाा 6 जे डार टला िे ्फरु करे ला, उ पापी के रा्ा मे बा, लेसक् जे पभु िे डे राला, उ अप्ा म् िे पयाुाप करीा
7 साकटु आदमी के दू र-दू र ुक जा्ल जालाा लेसक् िमझदार आदमी के पुा चलेला सक जब सफिल जालाा 8 जे दोिरा के पईिा िे आप् घर ब्ासेला, उ अप्ा दफ् के कब खासुर पतर बटोरला स्ह् बाा 9 दु ष् के मरडली रक िाथ लपेटल टोल स्यर होला आ उ्कर अरु आग के लौ होला जे ओह लोग के ्ा् कर िकेा 10 पापी लोग के रा्ा पतर िे िाफ हो जाला, लेसक् ओकरा अरु मे ्रक के गडा बाा 11 जे पभु के वसया के पाल् करे ला ओकरा ओकर िमझ समल जाला, आ पभु के भय के सि्ुा बुद् हा 12 जे बुद्मा् ्ा होई ओकरा के सिखासल ्ा जाई, लेसक् रगो अइि् बुद् बा जस् कडसाहट के बढासेलाा 13 बुद्मा् के जा् बाढ स्ह् भरपूर होई असुरी ओकर िलाह जीस् के ्ु् फवारा स्ह् होईा 14 मूखव के भीुर के अरग टू टल बुव ् स्ह् होखेला असुरी जब ुक उ सजरदा रही, ुब ुक कस्ो जा् ्ा राखीा 15 अगर कस्ो स्पुर आदमी कस्ो बुद्मा्ी के बाु िु्ेला ु ओकरा के ुारीफ क के ओकरा मे बढोुरी करी, लेसक् जइिहीर कस्ो िमझदार आदमी ओकरा के िु्ेला ु ओकरा ्ाराज हो जाला असुरी उ ओकरा के अप्ा पीठ के पीछे फेक दे सेलाा 16 मूखव के बाु रा्ा मे बोझ जइि् होला, लेसक् जा्ी के होठ मे अ्ुगह समल जाईा 17 ऊ लोग मरडली मे जा्ी के मुँह िे पूछुाछ करे ला आ ओकर बाु म् मे म्् करे लाा 18 जइिे घर ुबाह हो जाला, ओइिहीर मूखव के बुद् होला आ अजा्ी के जा् बेबुस्याद बाु जइि् होलाा 19 मूखव लोग खासुर स्का गोड पर बेडी स्यर होला आ दासह्ा हाथ के बेडी स्यर होलाा 20 मूखव हँ ि के आसाज उठासेलाा बासकर बुद्मा् आदमी के ु्ी मुसा् मुद्ल होला. 21 जा्ी आदमी खासुर ससदा िो्ा के आभूषर स्ह् होखेला असुरी ओकरा दासह्ा बार ह प करग् स्ह् होखेलाा 22 मूखव के गोड जदलये पडोिी के घर मे आ जाला, लेसक् अ्ुभसी आदमी ओकरा िे ्मव आसेलाा 23 मूखव घर के दु आर पर झार क के घुि जाई, लेसक् जे बसढया िे पोिल जाला, उ बाहर खडा हो जाईा 24 दु आर पर िु्ल आदमी के अभदुा ह, लेसक् बुद्मा् आदमी के बेइजुी िे दु खी हो जाईा 25 बाु करे साला लोग के होठ उ बाु कहु होई जस् उ लोग के ्ा होखे, लेसक् िमझदार लोग के बाु ुराजू मे ुौलल जालाा 26 मूखव लोग के सदल ओह लोग के मुँह मे बा, लेसक् जा्ी लोग के मुँह ओह लोग के सदल मे बाा 27 जब अभय ्ैुा् के गारी दे ला ु ऊ अप्ा जा् के गारी दे लाा 28 फुिफुिाहट करे साला अप्ा जा् के अ्ु् कर दे ला आ जहाँ भी रहे ला ओकरा िे ्फरु होलाा
अध्य 22 1 आलिी आदमी के ुु ल्ा गरदा पतर िे कइल जाला आ हर केह ओकरा के सििकारी मार के ओकर बेइजुी करीा 2 आलि आदमी के ुु ल्ा गोबर के गरदगी िे कइल जाला, जे ओकरा के उठासेला ऊ हाथ सहला दीा 3 कुपोसषु आदमी के ज्म दे से साला बाप के बेइजुी होला आ मूखव बेटी के ज्म होला सक ओकर ्ुकिा् हो जालाा 4 बुद्मा् बेटी अप्ा पसु के ससरािु मे ले आई, लेसक् जे बेईमा्ी िे सजरले , उ ओकर बाप के भारी बाा 5 जे सहमु करे ले , उ अप्ा बाप आ अप्ा पसु दु ्ो के बेइजु करे ले, लेसक् दु ्ो लोग ओकरा के ुु च िमझेलेा 6 मौिम िे बाहर के कहा्ी ्ोक मे िरगीु जइि् होला, लेसक् िार आ बुद् के िुिार कबो िमय िे ्ा होलाा 7 जे मूखव के सिखासेला, उ ओइि् होला जे घडा के टु कडा के गोरद लगासेला आ ्ीरद िे जगासेलाा 8 जे मूखव के कहा्ी िु्ासेला, उ िुुल आदमी िे बाु करे लाा 9 अगर लइका-लइकी ईमा्दारी िे सजयु बाडे आ ओकरा लगे औकाु बा ु ऊ अप्ा माई-बाबूजी के ्ीचुा के ढँ क दीहे . 10 लेसक् लइका घमरडी होके सुरसार आ पाल्-पोषर के कमी िे अप्ा ररशेदार् के कुली् सगव के दाग लगासेलाा 11 मुअल खासुर रोईर, काहे सक ऊ रो््ी गँसा सदहले बा, आ मूखव खासुर रोईर, काहे सक ओकरा िमझ के कमी बा, मुअल खासुर कम रोईर, काहे सक ऊ आराम मे बा, बासकर मूखव के जा् मौु िे भी खराब बाा 12 िाु सद् ुक आदमी मरल आदमी के ्ोक म्ासेलाा लेसक् रगो मूखव आ अभय आदमी खासुर ओकर जीस् भरा 13 मूखव िे ढे र बाु मु करीर आ जेकरा लगे कस्ो िमझ ्इखे ओकरा लगे मु जाईर, ओकरा िे िासिा् रहीर सक कहीर ुोहरा कस्ो परे ्ा्ी ्ा होखे आ ओकरा मूखवुा िे ुू कबो अ्ु् ्ा होखब, ओकरा िे दू र हो जाईर आ ुोहरा आराम समल जाई आ कबो ्ा रहब पागलप् िे बेचै् हो गइला 14 िीिा िे भारी का होला? आ रकर ्ाम का ह, मूखव के अलासा? 15 बालू आ ्मक आ लोहा के दवमा् के िह् कइल आिा् होला, सब्ा िमझदार आदमी िेा 16 जइिे कस्ो भस् मे बानल लकडी के सहलु-डु लु ढीला ्ा कइल जा िकेला, ओइिहीर िलाह सदहला िे दयर होखे साला सदल कबो ्ा डे रारा 17 िमझ के ससचार पर बिल सदल गैलरी के दे साल पर गोरा पालररर ग जइि् होलाा 18 ऊँच जगह पर बइठल पालेि कबो हसा के िाम्े ्ा खडा होई, रहिे मूखव के कल्ा मे डरल सदल कस्ो डर के दखलाफ ्ा खडा हो िकेलाा 19 जे आँ ख के चुभु बा, उ लोर सगरा सदही, आ जे सदल के चुभु बा, उ ओकर जा् दे खासेलाा 20 जे सचरई के पथरास करे ला, उ सचरई के चीर दे ला, आ जे अप्ा दो् के डार टेला, उ दो्ी के ुोड दे लाा
21 भले ुू अप्ा दो् पर ुलसार चलासु रहलू , लेसक् स्रा् मु होखऽ, काहे सक रहिा् के सापिी हो िकेलाा 22 अगर ुू अप्ा दो् के दखलाफ आप् मुँह खोलले बाडू ु मु डे राा काहे सक कस्ो मेल-समलाप हो िकेला, सिसाय डार ट, घमरड, भा रहस के खुलािा, भा ससशािघाु के घास के, काहे सक रह िब खासुर हर दो् चल जाईा 23 अप्ा पडोिी के गरीबी मे सफादार रहीर, ुासक ुू ओकर िमृद् मे खु् होखब, ओकरा िरकट के िमय ओकरा िरगे असडग रहीर, ुासक ुू ओकरा ससरािु मे ओकरा िरगे साररि ब् िकीले, काहे सक ्ीच िरपस् के हमे्ा सुरसार ्ा कईल जा िकुा : ्ा ही अमीर जे प्रिा मे होखे के मूखव बाा 24 जइिे भटी के साष आ िुँआ आग के िाम्े जालाा खू् के िाम्े रु्ा स्रदा करे सालाा 25 हम कस्ो दो् के बचास करे मे लाज ्ा करबा ्ा ु हम ओकरा िे अप्ा के लुकारबा 26 अगर ओकरा दारा हमरा पर कस्ो बुराई होखे ु जे भी ओकरा के िु्ु होई, ओकरा िे िासिा् रहीा 27 के हमरा मुँह के िोझा चौकीदार आ हमरा होरठ पर बुद् के मोहर लगाई सक हम अचा्क ओह लोग के लगे ्ा सगर जाईर आ हमार जीभ हमरा के ्ा् मु कर दे स? अध्य 23 1 हे पभु, हमरा पूरा जीस् के सपुा आ राजपाल, हमरा के ओह लोग के िलाह पर मु छोडीर आ हमरा के ओह लोग के िाथ मु सगरे दीरा 2 हमरा ससचार् पर के कोडा लगाई आ हमरा सदल पर बुद् के अ्ु्ाि्? सक उ लोग हमरा के हमरा अजा्ुा के चलुे ्ा बखु असुरी इ हमरा पाप िे ्ा गुजरे ा 3 कहीर हमार अजा्ुा ्ा बढ जास आ हमार पाप हमरा सस्ा् के ओर ्ा बढ जास आ हम अप्ा ससरोसिय् के िाम्े सगर जाईर आ हमार दु श् हमरा पर खु् ्ा हो जास, जेकर आ्ा ुोहार दया िे दू र बाा 4 हे पभु, हमरा जीस् के सपुा आ भगसा्, हमरा के घमरडी ्जर मु दीर, बलुक अप्ा िेसक् िे हमे्ा घमरडी सदमाग िे मुड जाा 5 हमरा िे वथव आ्ा आ कामुकुा के मोड दऽ आ जे हमे्ा ुोहार िेसा करे के इचु क बा ओकरा के ुूँ पकड के राखबऽा 6 पेट के लोभ आ ्रीर के साि्ा हमरा पर ्ा पकडे ा आ हमरा पर आप् िेसक के बे्म् मे मु दऽा 7 हे लइका लोग, मुरह के अ्ु्ाि् िु्ीर, जे ओकरा के पाल् करी ओकरा के कबो होठ मे ्ा पकडल जाईा 8 पापी अप्ा मूखवुा मे रह जाई, बुरा बोले साला आ घमरडी दु ्ो रकरा िे सगर जाईा 9 अप्ा मुँह के गारी के आदु मु लगाईरा ्ा ु पससत के ्ामकरर के इ्ेमाल करीरा 10 जइिे लगाुार मारल-पीटल ्ौकर के ्ील रर ग के स््ा् ्ा होखे, ओइिहीर जे लगाुार किम खा के परमेशर के ्ाम लेु बा, उ स्द्ष ्ा होईा 11 जे आदमी बहु गारी दे ला, उ अिमव िे भरल होई, आ ओकरा घर िे ससपस् कबो ्ा स्कली, अगर उ अपराि करी
ु ओकर पाप ओकरा प होई, असुरी जदी उ अप्ा पाप के ्ा कबूल करी ु उ दु गु्ा अपराि करी बेकार के सकररया खाई ु स्द्ष ्ा होई, लेसक् ओकर घर ससपस् िे भरल होईा 12 रगो सच् बा जस् मौु के कपडा पसह्ले बा, भगसा् के इ बाु याकूब के ससरािु मे ्ा समलेा काहे सक अइि् िब बाु भदय करे साला लोग िे दू र हो जाई आ ऊ लोग अप्ा पाप मे ्ा लरगल जाईा 13 अप्ा मुँह के बेसजह गारी मु खाईर, काहे सक पाप के सच् ओही मे बाा 14 जब ुू बडका लोग के बीच बईठल बाडू ु अप्ा बापमाई के याद करऽा ओह लोग का िोझा भुलार साला मु होखऽ आ रही िे ुू अप्ा ररसाज िे मूखव ब् जा, आ का् सक ुू ज्म ्ा भइल रसहुऽ आ ओह लोग के अप्ा ज्म के सद् गारी दीर. 15 जे आदमी के अपमा्ज्क बाु के आदु बा, ओकर जीस् भर कबो िुिार ्ा होईा 16 दू ुरह के आदमी पाप के बढासेला आ ुीिरा कोि ले आसेला, गरम म् जरु आग स्ह् होला, जब ुक उ ्ा खुम ्ा हो जाई, ुब ुक उ कबो ्ा बुझाई, जब ुक सक अप्ा ्रीर मे वसभचारी ुब ुक कबो ्ा रकी जब ुक सक उ रगो ्ा जरा सदही आसग. 17 सेशा के िब रोटी मीठ होला, जब ुक उ मर ्ा जाई ुब ुक ्ा छोडीा 18 जे आदमी सबयाह ुोड के म् मे इ कहु बा सक, हमरा के के दे खु बा? हम अनार िे घेरल बा्ी, दे साल हमरा के ढर कले बा, आ कस्ो दे ह हमरा के ्ा दे ख पासेलाा हमरा कस्ा चीज िे डे रार के जररु बा? परम परम हमार पाप के याद ्ा करीा 19 अइि् आदमी खाली आदमी के आँ ख िे डे राला आ ई ्ा जा्ु बा सक पभु के आँ ख िूरज िे दि हजार गु्ा चमकदार बा, ऊ आदमी के िब रा्ा दे खु बा आ िबिे गुप अरग पर ससचार करु बाा 20 ऊ िब चीज् के रच्ा होखे िे पसहले जा्ु रहलेा ओइिहीर ओह लोग के सि् होखला के बाद उ िब के दे खलेा 21 रह आदमी के ्हर के गली मे िजा सदहल जाई आ जहाँ ओकरा ्क ्ा होखे ओकरा के ले जाइल जाईा 22 जस् मेहरार अप्ा पसु के छोड के दोिरा के साररि के ले आसेले, ओकरा िरगे भी अयीि् होईा 23 पसहले ु ऊ परमाता के स्यम के ्ा मा्ेलीा आ दू िरा, उ अप्ा पसु के दखलाफ अपराि कईले सबयाा आ ुीिरा ई सक ऊ वसभचार मे सेशा ब्सले सबया आ दोिरा आदमी िे िरुा् ले के आइल सबया. 24 ओकरा के मरडली मे ले आसल जाई आ ओकरा लइक् िे पूछुाछ कइल जाईा 25 ओकर लइका जड ्ा जड पाई आ ओकर डाढ कस्ो फल ्ा सदहीा 26 ऊ आप् याददाश के गारी दे बे खासुर छोड दीहे आ ओकर स्रदा ्ा समटासल जाई. 27 बाकी लोग जा् जइहे सक पभु के डर िे बसढया कुछु ओ ्इखे आ पभु के आजा के धा् राखे िे बसढया कुछु ओ ्इखेा
28 पभु के पीछे चलल बहु मसहमा ह, आ उ्करा िे गहर कइल लरबा उसमर हा अध्य 24 1 बुद् अप्ा के ्ुसु करी आ अप्ा लोग के बीच मे घमरड करीा 2 परमाता के मरडली मे उ आप् मुँह खोल के ओकर ्दय के िाम्े जीु हासिल करीा 3 हम परम भगसा् के मुँह िे स्कल के िरुी के बादल स्ह् ढर क दे ्ीा 4 हम ऊँच जगह् पर रहु रह्ी आ हमार सिरहाि् बादल साला खरभा मे बाा 5 हम अकेले सगव के चकर लगा के गसहराह के ुल मे चलु रह्ीा 6 िमुरदर के लहर् मे आ पूरा िरुी मे आ हर जासु आ राष् मे हमरा आप् कबा समलला 7 हम रह िब के िाथे आराम के खोजु रह्ी आ हम केकरा ससरािु मे रहब? 8 रही िे िब कुछ के रचसयुा हमरा के रगो आजा सदहल् आ हमरा के ब्ासे साला हमरा ुमू के आराम सदहल् आ कहल् सक, “ुोहार स्साि याकूब मे होखे आ ुोहार ससरािु इसारल मे होखे.” 9 उ हमरा के ्ुर िे ही दु स्या िे पसहले ब्सले रहले असुरी हम कबो ्ा खुम होखबा 10 हम पससत ुमू मे उ्करा िाम्े िेसा करु रह्ीा आ ओइिहीर हम सियो् मे यासपु हो गइल रहीर. 11 ओइिहीर सपय ्हर मे उ हमरा के आराम सदहल् आ यर्लेम मे हमार ्दय रहल्ा 12 हम पभु के ससरािु के सहसा मे रगो आदररीय लोग मे जड जमा लेह्ीा 13 हम सलबा्ि मे दे सदार के पेड स्ह् आ हरमो् के पहाड प िर के पेड स्ह् ऊँच हो गई्ीा 14 हम र्-गदी मे ुाड के पेड स्ह्, यरीहो मे गुलाब के पौिा स्ह्, िुखद खेु मे रगो िुरदर जैुू् के पेड स्ह् ऊँच हो गई्ी असुरी पा्ी के सक्ारे रगो पे् के पेड स्ह् पलल बढ्ीा 15 हम दालची्ी आ रसालाथि स्यर मीठ गरि दे ु रह्ी आ हमरा िे बसढया गरि स्यर गरि आसु रहे , जइिे सक गैलब्म, गोमेद, आ मीठ लोरे र आ ुमू मे लोबा् के िुँआ स्यरा 16 ुारपेनाइ् के पेड स्ह् हम आप् डाढ पिार्ी असुरी हमार डाढ आदर असुरी अ्ुगह के डाढ हा 17 जइिे बेल के पेड िे िुगरि स्कलल रहे आ हमार फूल आदर आ ि् के फल हा 18 हम िुरदर पेम, भय, जा् आ पससत आ्ा के महुारी हई, रहिे हम अ्न होके अप्ा िब िरुा् के सदहल गईल बा्ी, जेकर ्ाम उ्ुका ्ाम िे बाा 19 हे िब जे हमरा िे चाहु बा्ी, हमरा लगे आके हमरा फल िे भर जाा 20 काहे सक हमार सरर ्हद िे भी मीठ बा आ हमार ससरािु मिुको् िे भी मीठ बाा
21 हमरा के खार साला अबसहयोर भूखल रहीहे आ हमरा के पीये साला अबसहयोर पािल रहीहे ा 22 जे हमार बाु मा्ेला, उ कबो लदजु ्ा होई, आ हमरा िे काम करे साला लोग गलु ्ा करीा 23 इ िब बाु परम परमेशर के साचा के सकुाब ह, उ वसया ह जस् मूिा याकूब के मरडली के ससरािु के रप मे आजा दे ले रहलेा 24 पभु मे मजबूु होखे खासुर बेहो् मु होखऽा ुासक ऊ ुोह्ी के मजबूु कर िके, ओकरा िे सचपकल रहऽ काहे सक िसव्दयमा् पभु अकेले परमेशर हसे आ ओकरा अलासा दोिर कस्ो उ्ारकुाव ्इख्ा 25 ऊ ्या फल के िमय मे सफिो् आ टाइसगि स्यर िब चीज के अप्ा बुद् िे भर दे लाा 26 ऊ फिल के िमय मे यूफेसटि आ यरद् स्यर िमझ के भरमार कर दे लाा 27 ऊ जा् के सि्ार ु के रो््ी के रप मे दे खासेला आ ससरटेज के िमय मे सजयो् के रप मेा 28 पसहला आदमी ओकरा के पूरा ुरह िे ्ा जा्ु रहे , अब आदखरी आदमी ओकरा के पुा ्ा चलीा 29 काहे सक ओकर ससचार िमुरदर िे भी असिक बा आ ओकर िलाह बहु गसहराह िे भी गसहराह बाा 30 हम ्दी िे िार स्यर स्कल्ी आ बगइचा मे ्ाली स्यर स्कल्ीा 31 हम कह्ी सक हम अप्ा िबिे बसढया बगइचा मे पा्ी दे ब आ अप्ा बगइचा के खूब पा्ी दे बा 32 हम ुबो स्का के िबेरे स्ह् चमका दे ब असुरी ओकरा के दू र िे रो््ी भेजबा 33 हम ुबो स्का के भससषसारी के रप मे उसझल दे ब आ ओकरा के हमे्ा खासुर हर युग खासुर छोड दे बा 34 दे खऽ सक हम खाली अप्ा खासुर ्ा, बलुक बुद् के खोज करे साला िब लोग खासुर मेह्ु कइले बा्ीा अध्य 25 1 हम ुी् गो बाु मे िुनर हो गई्ी आ परमेशर आ आदमी के िाम्े िुनर खडा हो गई्ी: भाई लोग के रकुा, पडोिी के पेम, रक िाथ रक आदमी आ पती के पेमा 2 ुी् ुरह के आदमी िे हमार पार ्फरु करे ला आ हम ओह लोग के जा् िे बहुे आहु बा्ी: रगो गरीब आदमी जे घमरडी बा, रगो अमीर आदमी जे झूठा बा आ रगो बूढ वसभचारी जे काम करे लाा 3 अगर ुू जसा्ी मे कुछ ्ा बटोरले बाडू ु अप्ा उसमर मे कुछु ओ कइिे समल पाई? 4 हे िूिर बाल खासुर नाय केु्ा िुनर बा, आ पाची् लोग के िलाह जा्े खासुर! 5 हे बूढ लोग के बुद् केु्ा िुनर बा, आ िमा्ज्क लोग खासुर िमझ आ िलाह केु्ा िुनर बाा 6 बहु अ्ुभस बूढ लोग के मुकुट ह, आ भगसा् के भय उ्कर मसहमा हा 7 हम अप्ा म् मे ्ौ गो बाु खु् होखे के फैिला कइले बा्ी आ दिसाँ बाु हम अप्ा जीभ िे कहब: ऊ आदमी जे
अप्ा लइक् िे खु् होखेा आ जे अप्ा दु श् के पु् दे खे खासुर सजरदा बाा 8 ऊ ठीक बा जे िमझदार मेहरार के िाथे रहे ला आ जीभ िे सफिलल ्ा होखे आ अप्ा िे बेिी अयोग आदमी के िेसा ्ा कइले होखेा 9 जेकरा के िमझदारी समलल बा, आ जे िु्ु लोग के का् मे बोलु बा, उ ठीक बाा 10 हे बुद् पासे साला केु्ा बड बा! ुबो ओकरा िे ऊपर केह ्इखे जे पभु िे डे राु होखेा 11 लेसक् पभु के पेम रो््ी खासुर िब कुछ िे आगे बढ जाला, जे ओकरा के पकडले बा, ओकर उपमा कस्ा िे होई? 12 पभु के भय उ्कर पेम के ्ुरआु ह, आ ससशाि उ्करा िे सचपकल होखे के ्ुरआु हा 13 हमरा के कस्ो ससपस् दे द, लेसक् सदल के ससपस् के, आ कस्ो बुराई के, लेसक् कस्ो औरु के दु षुा केा 14 हमरा िे ्फरु करे साला लोग के कष के छोड के कस्ो दु ख के बदला लेसे के बा, लेसक् दु श् के बदला लेसे केा 15 िाँ प के सिर िे ऊपर कस्ो सिर ्ा होलाा आ दु श् के कोि िे ऊपर कस्ो कोि ्इखेा 16 हमरा ्ेर आ अजगर के िाथे रहला िे बसढया रहे सक हम कस्ो दु ष औरु के िाथे घर रखीरा 17 मेहरार के दु षुा ओकर चेहरा बदल दे ला आ ओकर चेहरा के बोरा स्यर कररया कर दे लाा 18 ओकर पसु अप्ा पडोिी के बीच मे बईठ जाईा आ जब ऊ िु्ाई ु ऊ कडुआ आह भरीा 19 औरु के दु षुा िे िब बुराई कम बा, पापी के सहसा ओकरा पर पडे ा 20 जइिे रे ुीला रा्ा पर चढल बूढ लोग के गोड मे होला, ओइिहीर चुपचाप आदमी खासुर बाु िे भरल मेहरार होलाा 21 औरु के िुरदरुा पर ठोकर मु खाईर आ ओकरा के भोग खासुर ्ा चाहु रहीरा 22 औरु अगर अप्ा पसु के दे खभाल करे ले ु कोि, बे्म् असुरी बहु स्रदा िे भरल होखेलाा 23 दु ष औरु सहमु कम कर दे ले, चेहरा भारी आ घायल सदल ब्ासेले, जस् औरु अप्ा पसु के िरकट मे सदलािा ्ा दे सेले, उ कमजोर हाथ असुरी कमजोर घुट्ा ब्ासेलेा 24 ओह औरु िे पाप के ्ुरआु भइल आ ओकरा दारा हम्ी के िब केह मरु बा्ी जाा 25 पा्ी के रा्ा ्ा दीरा ्ा ु कस्ो दु ष औरु के ससदे ् मे गड करे के आजादीा 26 अगर उ अप्ा म् के मुुासबक ्ा गईल ु ओकरा के अप्ा ्रीर िे काट के ओकरा के ुलाक के पत दे के छोड दा अध्य 26 1 िन बा ऊ आदमी जेकर मेहरार िदे गुरी होखे, काहे सक ओकर सद् के िरया दु गु्ा हो जाईा 2 िदे गुरी औरु अप्ा पसु के खु् करे ले असुरी उ अप्ा जीस् के िाल ्ार सु िे पूरा करीहे ा 3 रगो बसढया पती रगो बसढया सहसा ह, जस् पभु के डे रार साला के सहसा मे सदहल जाईा
4 आदमी चाहे अमीर होखे भा गरीब, अगर ओकरा पभु के पसु स्म् म् होखे ु ऊ हर िमय हँ िमुख चेहरा िे आ्दनु रहीा 5 ुी् गो बाु बा जस्ा िे हमार सदल डे रालाा चउथा खासुर हम बहु डे रा गई्ी: ्हर के स्रदा, बेकाबू भीड के जुटा् असुरी झूठा आरोप, इ िब मौु िे भी बुरा बाा 6 लेसक् सदल आ दु ख के दु ख उ औरु ह जस् दोिरा औरु िे ईषाव करे ले, आ जीभ के कोडा ह जस् िबके िरगे िरसाद करे लेा 7 दु ष पती इिर-उिर सहलासल जुआ ह, जेकरा के पकडले बा, उ सबचू के पकडले होखिा 8 ््ा मे िु् औरु आ बाहर के गडबड बहुे कोि पैदा करे ला आ ऊ आप् लाज ्ा ढँ केलेा 9 मेहरार के सेशासृस् ओकर घमरडी ्जर आ पलक िे पुा चल िकेलाा 10 अगर ुोहार बेटी बे्मव सबया ु ओकरा के िखी िे राखऽ, कहीर ऊ बहुे आजादी िे अप्ा के दु ववसहार ्ा करे . 11 बे्मव आँ ख के दे खु रहीर आ अगर ऊ ुोहरा दखलाफ अपराि करी ु अचरज मु करीरा 12 ऊ पािल याती के फवारा समलला पर आप् मुँह खोल के ओकरा लगे के हर पा्ी िे पी के हर हे ग के सक्ारे बइठ के हर ुीर के िाम्े आप् कुरड खोलीा 13 पती के कृपा ओकरा पसु के खु् करे ला असुरी ओकर सससेक ओकर हडी के मोटासेलाा 14 चुपचाप आ पेमी मेहरार पभु के सरदा् हा आ बसढया िे स्द् स्ु म् के अु्ा लायक कुछु ओ ्इखे. 15 ्सममदा आ ससशािी औरु दु गु्ा कृपा ह, आ ओकर महादीपीय म् के कस्ो मोल ्ा सदहल जा िकेलाा 16 जइिे िूरज ऊँच आका् मे उगला पर होलाा ओइिहीर रगो बसढया मेहरार के घर के कमब्ुा मे भी िुरदरुा होलाा 17 जइिे पससत दीया पर िाफ रो््ी होलाा ु पाकल उसमर मे चेहरा के िुरदरुा भी होलाा 18 जइिे िो्ा के खरभा चार दी के आिार पर होलाा ु स्रर ुर सदल साला गोरा गोड भी होलाा 19 बेटा, अप्ा उसमर के फूल के ठीक राखऽ; आ परदे िी लोग के आप् ुाकु मु दीरा 20 जब पूरा खेु मे फलदार िमस् समल जाई ु ओकरा मे आप् बीज बोईर आ अप्ा भलाई के भलाई पर भरोिा करीरा 21 रही िे ुोहार जासु जस् ुू छोडब, ओकरा के बढासल जाई, आ ओकरा मे ओकर भला सर् के भरोिा होईा 22 सेशा के थूक मा्ल जाईा बासकर सबयाहल मेहरार अप्ा पसु खासुर मौु के दखलाफ रगो टासर होले . 23 दु ष औरु के दु ष आदमी के सहसा के रप मे सदहल जाला, लेसक् भगसा् के भदय करे साला के सदहल जालाा 24 बेईमा् औरु ्मव के ुु च िमझेले, लेसक् ईमा्दार औरु अप्ा पसु के आदर करे लेा 25 बे्मव मेहरार के कुकुर के रप मे सग्ल जाईा लेसक् जे लजाइल उ पभु िे डे राईा 26 जे औरु अप्ा पसु के आदर करे ले , ओकरा के िभके बुद्मा् मा्ल जाईा लेसक् जे अप्ा घमरड िे ओकर बेइजु करी, ओकरा के िभका िे अभय मा्ल जाईा
27 दु श्् के भगासे खासुर जोर िे रोसे साली औरु आ डार ट के खोजल जाईा 28 दू गो बाु बा जस् हमरा सदल के दु खी करे लाा ुीिरा हमरा के ्ाराज कर दे ला: रगो यु् के आदमी जे गरीबी के स्कार होखेा आ िमझदार आदमी जेकरा िे िेट ्ा होखे; आ जे िासमवकुा िे पाप मे सापि आ जालाा अइि् आदमी के पभु ुलसार खासुर ुइयार कर दे लाा 29 वापारी अप्ा के गलु काम करे िे मुद्ल िे बचा िकेलाा आ हकलर पाप िे मुय ्ा होईा अध्य 27 1 बहु लोग छोट बाु खासुर पाप कइले बाा आ जे भरपूर चीज के ुला् मे बा, उ आप् ्जर हटा सदहीा 2 जइिे पतर के जोड् के बीच मे कील मजबूुी िे सचपक जालाा ु पाप खरीद-सबकी के बीच बरद हो जालाा 3 जब ुक कस्ो आदमी पभु के भय मे अप्ा के लग् िे ्ा राखी, ुब ुक ओकर घर जलीर उखाड फेकल जाईा 4 जइिे चल्ी िे छा्ल जाला ु कचरा रह जालाा ु आदमी के गरदगी ओकरा बाु मेा 5 भटी कुमार के बुव ् के परीकर करे लाा ु आदमी के परीका ओकरा ुकव मे होलाा 6 फल बुासेला सक अगर पेड के िजासल गइल बाा ओइिहीर आदमी के सदल मे रगो असभमा् के उचारर होलाा 7 केह के बाु िु्े िे पसहले ओकर ्ुसु मु करऽा काहे सक इहे आदमी के परीका हा 8 अगर ुू िमव के पाल् करब ु ओकरा के पा के रगो मसहमामरसडु लमहर सस स्ह् पसह्बा 9 सचरई अप्ा जइि् के िहारा ले लीहे ा ओइिहीर िचाई ओह लोग के सापि आ जाई जे ओकरा मे अभाि करे लाा 10 जइिे ्ेर स्कार के इर ुजार मे पडल रहे लाा ु अिमव के काम करे साला लोग खासुर पाप करीरा 11 भदयमा् आदमी के पसच् हमे्ा बुद् के िाथे होलाा बासकर मूखव चाँ द स्यर बदल जालाा 12 अगर ुू असससेकी लोग के बीच मे बा्ी ु िमय के पाल् करीरा लेसक् लगाुार िमझदार लोग के बीच मे रहबा 13 मूखव लोग के पसच् परे ्ा् करे साला होला आ उ्कर खेल पाप के बेहदाप् होलाा 14 बहु सकररया खार साला के बाु िे बाल िीिा खडा हो जालाा आ ओह लोग के झगडा िे आदमी के का् रोक सदहल जाला. 15 घमरडी लोग के झगडा खू्-खराबा होला आ उ्कर गारी का् मे गरभीर होलाा 16 जे गुप बाु के खोज करे ला ओकर शेय खो दे लाा आ ओकरा म् के कबो दो् ्ा समलीा 17 अप्ा दो् िे पेम करीर आ ओकरा िे सफादार रहीर, लेसक् अगर ुू ओकर गुप बाु के िोखा दे ु बाडू ु ओकरा पीछे ्ा चलीा 18 जइिे आदमी अप्ा दु श् के ्ा् कर दे ले बाा ओइिहीर ुू अप्ा पडोिी के पार खो दे ले बाडूा 19 जइिे सचरई के हाथ िे स्कले दे ला, ओइिहीर ुू अप्ा पडोिी के छोड दे ले बाडऽ आ ओकरा के फेर िे ्ा ले पइबऽ
20 अब ओकरा पीछे मु चल, काहे सक ऊ बहु दू र बाा ऊ ओइि्े बा जइिे कस्ो रोडा जाल िे बाहर स्कलल होखे. 21 रहल बाु घास के ु ओकरा के बानल जा िकेलाा गारी दे ला के बाद िुलह हो िकेला, लेसक् जे गुप बाु के िोखा दे ला, उ आ्ाही् बाा 22 जे आँ ख िे आँ दख समचौ्ी करे ला ऊ बुराई करे ला, आ जे ओकरा के जा्ेला ऊ ओकरा िे दू र हो जाईा 23 जब ुू मौजूद रहब ु ऊ मीठ-मीठ बाु करी आ ुोहार बाु के ुारीफ करी, बासकर आदखर मे ऊ आप् मुँह मरोड के ुोहार बाु के स्रदा करीा 24 हम बहु बाु िे ्फरु करु बा्ी, लेसक् उ्ुका जइि् कुछु ओ ्ा; काहे सक पभु ओकरा िे ्फरु करीहे ा 25 जे केह ऊँच पतर फेकेला ऊ ओकरा के अप्ा माथा पर फेकेलाा िोखा के चोट िे घास हो जाईा 26 जे गडा खोदु बा, उ ओकरा मे सगर जाई, आ जे जाल बा, ओकरा मे फरिल जाईा 27 जे बदमा्ी करे ला ऊ ओकरा पर पड जाई आ ओकरा पुा ्ा चली सक ऊ कहाँ िे आइल बा. 28 उपहाि आ स्रदा घमरडी लोग िे होलाा बासकर बदला लेबे के काम ्ेर स्यर ओह लोग के इर ुजार मे पड जाई. 29 जे िम् लोग के पु् िे खु् बा, उ जाल मे फरि जाईा आ मरला िे पसहले पीडा ओह लोग के भस कर दी. 30 दु भाव स्ा आ कोि, इ िब सघ्ौ्ा काम हा आ पापी आदमी के दु ्ु समल जाईा अध्य 28 1 बदला लेबे साला के पभु िे बदला समल जाई आ ऊ अप्ा पाप के याद मे जरर राखीा 2 अप्ा पडोिी के जस् चोट ुोहरा के कइले बा ओकरा के माफ करऽ, ओइिहीर जब ुू पाथव्ा करबऽ ु ुोहार पाप भी माफ हो जाईा 3 रक आदमी दोिरा िे ्फरु करे ला आ का ऊ पभु िे माफी मार गेला? 4 ऊ अप्ा जइि् आदमी पर कस्ो दया ्ा करे ला आ का ऊ अप्ा पाप के माफी माँ गेला? 5 अगर ्रीर खाली ्फरु के पोषर करे ला ु के अप्ा पाप के माफी के स्होरा करी? 6 आप् अरु के याद करऽ आ दु श्ी खुम होखे दीरा भषाचार आ मौु के याद करीर आ आजा के पाल् करीरा 7 आजा के याद करीर आ अप्ा पडोिी के िाथे कस्ो दु भाव स्ा मु करीर, परमाता के साचा के याद करीर आ अजा्ुा के आँ दख समचौ्ी करीरा 8 झगडा िे परहे ज करऽ आ ुू आप् पाप कम करऽ, काहे सक कोसिु आदमी झगडा जरा दीा 9 पापी दो्् के परे ्ा् करे ला आ ्ार सु िे रहे साला लोग के बीच बहि करे लाा 10 जइिे आग के बाु होला, ओइिहीर ऊ जरे ला आ जइिे आदमी के ुाकु होला, ओइिहीर ओकर कोि होलाा आ ओकरा ि् के सहिाब िे ओकर कोि बढे लाा आ जेु्ा मजबूु होखी ऊ लोग जे झगडा करी, ओु्े ऊ लोग भडक जाई.
11 जलबाजी मे झगडा आग जरा दे ला आ जलबाजी मे लडाई खू् बहासेलाा 12 अगर ुू सचरगारी उडाईर ु ऊ जरर जाई, अगर ुू ओकरा पर थूक दे ब ु ऊ बुझ जाई आ ई दु ्ु ुोहरा मुँह िे स्कल जाईा 13 फुिफुिाहट करे साला आ दु भासषया के गारी दीर, काहे सक अइि् लोग ्ार सु िे रहे साला बहु लोग के ्ा् कर सदहले बाा 14 रगो बकबक जीभ बहु लोग के परे ्ा् कर दे ले सबया आ रक राष् िे दू िरा दे ् मे भगा दे ले सबया, मजबूु ्हर के सगरा दे ले सबया असुरी बड आदमी के घर उखाड दे ले सबयाा 15 बकबक जीभ िदे गुरी मेहरार के बाहर स्काल दे ले सबया आ ओह लोग के मेह्ु िे सरसचु कर दे ले सबयाा 16 जे रकर बाु िु्ेला, ओकरा कबो आराम ्ा समली आ कबो चुपचाप ्ा रहे लाा 17 कोडा के चोट िे मार ि मे स््ा् लागेला, लेसक् जीभ के चोट िे हडी टू ट जालाा 18 बहु लोग ुलसार के िार िे सगर गईल बा, लेसक् जेु्ा लोग जीभ िे सगर गईल बाा 19 ठीक बा जे ओकर जहर िे बचासल जालाा जे ओकर जुआ ्ा खीरचले सबया आ ्ा ओकरा पटी मे बानले सबयाा 20 काहे सक ओकर जुआ लोहा के जुआ ह आ ओकर पटी पीुल के पटी हा 21 ओकर मौु रगो बुरा मौु ह, कब ओकरा िे बसढया रहे ा 22 भगसा् िे डे रार साला लोग पर ओकर राज ्ा होई आ ्ा ही ओकर लौ िे जरासल जाईा 23 जे पभु के छोड दे ला, उ लोग ओकरा मे सगर जाईा आ ऊ ओह लोग मे जरर जाई आ ्ा बुझाईा ओकरा पर ्ेर स्यर भेजल जाई आ ुे दुआ स्यर खा जाईा 24 दे खऽ सक ुू अप्ा िरपस् के काँ ट िे घेर के आप् चार दी आ िो्ा के बानऽा 25 आप् बाु के ुराजू मे ुौल के मुँह खासुर दरसाजा आ िलाख ब्ाईा 26 िासिा् रहऽ सक ुू ओकरा िे सफिल मु, कहीर ुू ओकरा िोझा ्ा सगर जाइा अध्य 29 1 दयालु अप्ा पडोिी के उिार सदहीा आ जे आप् हाथ मजबूु करे ला ऊ आजा के पाल् करे लाा 2 अप्ा पडोिी के जररु के िमय उिार दऽ आ अप्ा पडोिी के िमय पर उिार दे दऽा 3 आप् सच् के पाल् करीर आ ओकरा िाथे स्षा िे वसहार करीर, ु ुू हमे्ा ऊ चीज समल जाई जस् ुोहरा खासुर जररी बाा 4 बहु लोग जब कस्ो चीज उिार सदहल गईल ु ओकरा के समलला के सहिाब िे उ लोग के परे ्ा्ी मे डाल दे ले, जस् सक उ लोग के मदद करु रहे ा 5 जब ुक उ ्ा पाई, ुब ुक उ आदमी के हाथ चुरब् करीा आ पडोिी के पइिा खासुर ऊ अिी्ुा िे बाु करी, बासकर जब ओकरा चुकासे के पडी ु ऊ िमय के लमहर करी आ दु ख के बाु सापि करी आ िमय के स्कायु करी.
6 अगर ऊ जीु जाई ु ओकरा आिा मुद्ल िे समल जाई आ ऊ अइिे सग्ा जाई जइिे ओकरा समलल होखे, अगर ्ा ु ऊ ओकरा के पइिा िे सरसचु कर सदहले बा आ ओकरा के बेसजह दु श् ब्ा सलहले बा, ओकरा के गारी दे ु बा आ... रे सलरग के काम कइल जाला; आ इजु खासुर ऊ ओकरा के बेइजु करी. 7 रह िे बहु लोग िोखा खार के डर िे दोिरा के बुरा वसहार खासुर उिार दे से िे इ्कार क दे ले बाडे ा 8 सफर भी ुू गरीब के आदमी के िाथे िैयव राखऽ आ ओकरा पर दया करे मे दे री मु करऽा 9 आजा के खासुर गरीब के मदद करीर आ ओकरा गरीबी के चलुे ओकरा के मु मोड दीरा 10 अप्ा भाई आ अप्ा दो् खासुर आप् पइिा गँसा दऽ आ ओकरा के गँसासे खासुर पतर के ्ीचे जरग मु लागे दीरा 11 परम परमाता के आजा के अ्ुिार आप् खजा्ा जमा करऽ, ु ओकरा िे ुोहरा िो्ा िे भी जादा फायदा होईा 12 सभका के भरडार मे बरद कर, ु उ ुोहरा के हर दु ःख िे बचाईा 13 ऊ ुोहरा खासुर ुोहरा दु श्् िे रगो ुाकुसर ढाल आ मजबूु भाला िे बसढया लडाई लडीा 14 ईमा्दार आदमी अप्ा पडोिी खासुर जमा्ु होला, लेसक् जे बे्मव ओकरा के छोड सदहीा 15 ुोहरा जमा्ुदार के दो्ी के मु भुलाईर, काहे सक ऊ ुोहरा खासुर आप् जा् दे सदहले बाा 16 पापी अप्ा जमा्ु के बसढया िरपस् के उखाड फेकीा 17 जे अ्ुभ म् के बा, उ ओकरा के बचासे साला के खुरा मे छोड सदहीा 18 स्ययुा बहु लोग के बसढया िरपस् के उुार दे ले बा असुरी िमुरदर के लहर स्ह् सहला दे ले बा, ुाकुसर लोग ओकरा के अप्ा घर िे भगा दे ले बा, जस्ा िे उ लोग परदे िी जासु के बीच भटक गईलेा 19 पभु के आजा के उलरघ् करे साला दु ष आदमी जमा्ु मे पड जाई, आ जे फायदा खासुर दोिरा के काम करे ला आ ओकर पाल् करे ला, उ मुकदमा मे पड जाईा 20 अप्ा ्दय के सहिाब िे अप्ा पडोिी के मदद करीर आ िासिा् रहीर सक ुू खुद ओही मे मु पडऽा 21 सजस्गी खासुर मुय चीज पा्ी, रोटी, कपडा आ लाज के ढके खासुर घर हा 22 दोिरा के घर मे ्ाजुक सकराया िे ्ीच कुटी मे गरीब के सज्गी बेहुर बाा 23 कम होखे भा बहु, ुोहरा के िरुोष राखीर सक ुू अप्ा घर के स्रदा मु िु्ीा 24 काहे सक घर-घर घूमल रगो दय्ीय जीस् ह, काहे सक जहाँ ुू परदे ्ी बाडू, उहाँ ुू आप् मुँह खोले के सहमु ्ा करे ्ीा 25 ुू म्ोरर ज् आ भोज करबऽ आ कस्ो िनसाद ्ा करबऽ, रकरा अलासा ुू कडुआ बाु िु्बऽा 26 हे परदे िी, आके रगो मेज के िाज-िजा करऽ आ जस् ुू ुइयार कइले बाडऽ ओकरा िे हमरा के दखयाईरा 27 हे परदे िी, रगो आदररीय आदमी के जगह दे दीरा हमार भाई ठहरे आसेला आ हमरा घर के जररु बाा
28 िमझदार आदमी खासुर ई िब बाु दु खी होलाा घर के कमरा के डार टल, आ उिार दे बे साला के डार टल. अध्य 30 1 जे अप्ा बेटा िे पेम करे ला, उ ओकरा के बार-बार लाठी के रहिाि करासेला, ुासक अरु मे ओकरा िे खु्ी होखेा 2 जे अप्ा बेटा के ुाडु बा, उ ओकरा मे आ्दनु होई आ ओकरा जा्-पहचा् के बीच ओकरा िे आ्दनु होईा 3 जे अप्ा बेटा के सिखासेला, उ दु श् के दु खी करे ला, असुरी अप्ा दो् के िोझा ओकरा िे खु् होईा 4 भले ओकर बाप मर जाि, लेसक् उ अईि् बा जईिे उ मरल ्ईख्, काहे सक उ अप्ा स्ह् आदमी के छोड दे ले बाडे ा 5 जब उ सजना रहले ु उ दे ख के खु् हो गईले, जब उ मर गईले ु उ दु खी ्ा भईलेा 6 ऊ अप्ा दु श्् िे बदला लेबे साला आ अप्ा दो्् पर दया के बदला लेबे साला छोड गइल्. 7 जे अप्ा बेटा िे जादा कमाई करे ला, उ ओकर घास के बान सदहीा आ हर सचलाहट पर ओकर आर ु परे ्ा् हो जाईा 8 ्ा टू टल घोडा सिरददव हो जाला आ अप्ा खासुर छोडल लइका जा्बूझ के हो जालाा 9 अप्ा लइका के कोक मारऽ, ऊ ुोहरा के डे रा दी, ओकरा िाथे खेलीर, ु ऊ ुोहरा के भारी पड जाईा 10 ओकरा िाथे हँ िी मु, कहीर ओकरा िाथे दु ख मु होखऽ आ आदखर मे दाँ ु ्ा चीरऽा 11 जसा्ी मे ओकरा के कस्ो आजादी मु दीर आ ओकर मूखवुा पर आँ दख समचौ्ी मु करीर. 12 छोट उसमर मे ओकर गरद् झुका के ओकरा के बगल मे मार दीर, कहीर ऊ सजद ्ा हो जास आ ुोहार आजा ्ा मा्े आ रह ुरह िे ुोहरा म् मे दु ख ्ा आसेा 13 अप्ा बेटा के ुाड दीर आ ओकरा के मेह्ु िे पकडीर, कहीर ओकर अशील वसहार ुोहरा खासुर अपराि ्ा होखेा 14 अमीर आदमी िे बसढया होला जे अप्ा ्रीर मे दु खी होखेा 15 ्रीर के साव आ बसढया िरपदा िो्ा िे ऊपर बा, आ अिीम ि् िे मजबूु ्रीरा 16 िुदढ ्रीर िे ऊपर कस्ो ि् ्ा होला आ सदल के आ्न िे ऊपर कस्ो आ्न ्ा होलाा 17 कडुआ सजस्गी भा लगाुार बेमारी िे मौु बेहुर होलाा 18 बरद मुँह पर डालल ्ाजुक पदाथव कब पर डालल मार ि के गरदगी जइि् होलाा 19 मूसुव के चढासे िे का फायदा होला? काहे सक ्ा ु ऊ खा िकेला आ ्ा गरि कर िकेला. 20 ऊ आँ ख िे दे खु बा आ कराहु बा, जइिे कस्ो ्पुरिक कुरसारी के गले लगा के आह भरु बाा 21 अप्ा म् के भारी बाु पर मु दऽ आ अप्ा िलाह िे अप्ा के कष मु करऽा 22 म् के उलाि आदमी के जीस् ह, आ आदमी के उलाि िे ओकर सद् लरबा हो जालाा
23 अप्ा जा् िे पेम करऽ आ अप्ा म् के सदलािा दऽ, दु ख ुोहरा िे दू र दू र करऽ, काहे सक दु ख बहु लोग के मार दे ले बा आ ओकरा िे कस्ो फायदा ्इखेा 24 ईषाव आ कोि जीस् के छोट कर दे ला आ िासिा्ी िे िमय िे पसहले उसमर हो जालाा 25 हँ िमुख आ ्ीम् सदल के अप्ा मार ि आ खा्पा् के दे खभाल होईा अध्य 31 1 ि् के पसु जागरक रहला िे मार ि भस हो जाला आ ओकर सचरुा ्ीरद के भगा दे लाा 2 दे खभाल दे खला िे आदमी के ्ीरद ्ा आसे सदहल जाई, जइिे सक ददव ्ाक बेमारी ्ीरद के ुोड दे लाा 3 ि्ी लोग के ि् जुटासे मे बहु मेह्ु होलाा आ जब आराम करे ला ु ऊ अप्ा ्ाजुक चीज् िे भर जाला. 4 गरीब अप्ा गरीब िरपस् मे मेह्ु करे लाा आ जब ऊ छोड दे ला ु ऊ अबसहयोर जररुमरद बा. 5 जे िो्ा िे पेम करे ला, ओकरा के िम् ्ा ठहरासल जाई, आ जे भषाचार के पाल् करे ला ओकरा िे भरपूर हो जाईा 6 िो्ा बहु लोग के बबाव द हो गइल बा आ ओह लोग के ्ा् हो गइल बाा 7 रकरा खासुर बसलदा् दे से साला लोग खासुर ई ठोकर ह, आ हर मूखव के ओकरा िाथे पकडल जाईा 8 िन बा अमीर जे बेदाग समलेला आ िो्ा के पीछे ्ा चलेा 9 ऊ के ह? हम्ी के ओकरा के िन कहब जा, काहे सक उ अप्ा लोग के बीच अदे भुु काम कईले बाडे ा 10 रकरा िे केकरा के परखल गइल बा आ ओकरा के सि् पासल गइल बा? ुब ऊ घमरड करे ा के ठे ि पहँ चा िकेला आ के ्ा ठे ि पहँ चासल? भा बुराई कइले बा आ ्ा कइले बा? 11 ओकर माल यासपु हो जाई आ मरडली ओकर सभका के घोषरा करीा 12 अगर ुू कस्ो भरपूर मेज पर बइठल बाडऽ ु ओकरा पर लालच मु करीर आ ई मु कहऽ सक ओकरा पर बहु खा्ा बाा 13 याद रखीर सक दु ष आँ ख बुरा चीज ह, आ आँ ख िे जादा दु ष का ब्ासल गइल बा? रही िे हर मौका पर रोसेलाा 14 जहाँ -जहाँ हाथ दे खाई दे ु बा, ओसहजा हाथ मु बढाईर आ ओकरा िरगे बुव ् मे मु डालीरा 15 अप्ा पडोिी के नाय मु करीर आ हर बाु मे िमझदार रहीरा 16 जस् चीज ुोहरा िाम्े राखल गइल बा, ओकरा जइि् आदमी के चाहीर, खाईरा आ खा लीर, कहीर ुोहरा िे ्फरु मु होखेा 17 स्षाचार के खासुर पसहले छोड दीरा आ अुृ प मु होखऽ, कहीर ुू कस्ो ्ाराजगी मु करऽ. 18 जब ुू बहु लोग के बीच मे बईठल रहब ु िबिे पसहले आप् हाथ मु बढाईरा 19 बसढया िे पोिल आदमी खासुर बहु कम ही काफी होला आ ऊ अप्ा सबछौ्ा पर आप् हसा कम ्ा करे लाा
20 ठीक ्ीरद मधम भोज् िे आसेला, ऊ जली उठे ला आ ओकर बुद् ओकरा िाथे रहे ला, बासकर अुृ प आदमी के दे खु रहे के पीडा आ पेट के पीडा होलाा 21 आ अगर ुोहरा के खार खासुर मजबूर कइल गइल बा ु उठ के उली करऽ आ ुोहरा आराम समल जाईा 22 बेटा, हमार बाु िु्ऽ आ हमरा के सुरसार मु करऽ आ आदखर मे जइि् हम ुोहरा के कहले रह्ी, ओइि् पा लेबऽ, ुोहरा िब काम मे ुे ज रहऽ, ओइिहीर ुोहरा के कस्ो बेमारी ्ा आईा 23 जे केह अप्ा भोज् के उदार बा, ओकरा बारे मे लोग बसढया बाु करीा आ ओकरा बसढया घर के रखरखास के ररपोटव पर ससशाि हो जाई. 24 लेसक् जे ओकर भोज् के स्राला बा ओकरा दखलाफ पूरा ्हर गु्गु्ाईा आ ओकरा स्रालाप् के गसाही पर कस्ो िरदेह ्ा होखी. 25 ्राब मे आप् सीरुा मु दे खाईरा काहे सक ्राब िे बहुे लोग के ्ा् हो गइल बा. 26 भटी डु बकी लगा के सक्ारा के परखेला, ओइिहीर ्राब ््ा मे घमरडी लोग के सदल के परखेलाा 27 मसदरा आदमी खासुर जीस् जइि् बसढया होला, अगर ऊ मधम रप िे पीयल जास ु ्राब के सब्ा आदमी के जीस् का होला? काहे सक ई आदमी के खु् करे खासुर ब्ासल गइल रहे ा 28 ्ापल-जोख के ्राब सपयला आ मौिम मे म् मे खु्ी आ म् के हँ िी-खु्ी होलाा 29 बासकर बेिी िे ््ा मे िु् ्राब म् के कडसाहट पैदा करे ला, झगडा आ झगडा िेा 30 ््ा मूखव के कोि के ुब ुक बढासेला जब ुक सक उ अपराि ्ा करे , ुाकु कम करे ला असुरी घास पैदा करे लाा 31 अप्ा पडोिी के ्राब मे डार ट मु दीर आ ओकरा खु्ी मे ओकरा के सुरसार मु करीर, ओकरा के घृसरु बाु मु दीर आ ओकरा पर दबास मु दीर सक ऊ ्राब पीये के आगह करीर. अध्य 32 1 अगर ुोहरा के कस्ो भोज के मासलक ब्ासल गइल बा ु अप्ा के ऊपर मु उठाईर, बलुक बाकी लोग मे िे रगो स्यर ओह लोग के बीच मे रहऽा ओह लोग के लग् िे दे खभाल करीर आ रही िे बइठ जाईर. 2 जब ुू आप् पूरा काम पूरा कर लेब ु आप् जगह ले लीर सक ुू ओह लोग के िाथे म् होखऽ आ भोज के अप्ा बसढया िे वसदयु करे खासुर मुकुट पाईरा 3 ुू बडका, बोलऽ, काहे सक ई ुोहरा के चाहीर, लेसक् िही सससेक िेा आ बािा ्ा मूसजक. 4 जहाँ िरगीुकार होखे, उहाँ बाु मु उझल आ िमय के सब्ा बुद् मु दे खाईरा 5 ्राब के भोज मे मूसजक के िरगीु कायवकम िो्ा मे िेट काबमकल के स््ा् के रप मे होलाा 6 िो्ा के काम मे लागल पना के स््ा् के रप मे, ओइिहीर िुखद ्राब के िाथ िरगीु के राग भी होलाा
7 हे जसा्, अगर ुोहरा के जररु बा ु बोलऽ, बासकर जब ुोहरा िे दू बेर पूछल जास ु मुद्ल िे बोलऽ. 8 ुोहार बोलल छोट होखे, कम ्ब् मे बहु कुछ िमझे के चाहीरा जे जा्ु होखे आ ुबसहयो आप् जीभ पकडले होखे ओकरा जइि् होखऽ. 9 अगर ुू बडका लोग के बीच मे बा्ी ु अप्ा के ओह लोग के बराबर मु ब्ाईरा आ जब पाची् आदमी जगह पर होखे ु ढे र ्ब् के पयोग ्ा करीर. 10 गरज के सबजली सगरला िे पसहलेा आ लजाइल आदमी के रहिा् होखे के िाम्ेा 11 कबो-कबो उठऽ, आ आदखरी मु ब्ीर; बासकर ुोहरा के सब्ा दे री कइले घरे ले आसऽ. 12 उहाँ आप् ्गल करऽ आ जस् म् करे ुस् करऽ, लेसक् घमरडी बाु िे पाप मु करऽा 13 रह िब खासुर आ्ीष दीर जे ुोहरा के ब्सले बा आ ुोहरा के आप् ्ीम् चीज् िे भरले बाा 14 जे पभु िे डे राला, ओकर अ्ु्ाि् समल जाईा आ जे ओकरा के जली खोजु बा, ओकरा पर अ्ुगह समलीा 15 जे वसया के खोज करे ला, उ ओकरा िे भरल होई, लेसक् पाखरडी के ओकरा िे ्ाराजगी होईा 16 जे लोग पभु िे डे रेला, उ लोग के नाय समल जाई असुरी उ नाय के रो््ी के रप मे जरा सदहे ा 17 पापी आदमी के डार टल ्ा जाई, लेसक् उ अप्ा मज् के सहिाब िे बहा्ा खोज लेलाा 18 िलाहकार आदमी ससचार्ील होईा बासकर पराया आ घमरडी आदमी डर िे डे राु ्ा होला, ुबसहयो जब ऊ अप्ा िे सब्ा कस्ो िलाह के काम कइले होखे. 19 सब्ा िलाह के कुछ भी मु करीर; आ जब ुू रक बेर कर लेब ु पयाुाप मु करऽा 20 अइि् रा्ा िे मु जा जस्ा िे ुू सगर जाईर आ पतर् के बीच मे ठोकर मु खाईरा 21 िादा ुरीका िे भरोिा मु करीरा 22 आ अप्ा लइक् िे िासिा् रहऽा 23 हर ्ीम् काम मे अप्ा आता पर भरोिा राखीरा काहे सक इहे आजा के पाल् हा 24 जे पभु पर ससशाि करे ला ऊ आजा के धा् राखेलाा आ जे ओकरा पर भरोिा करी ओकर हालु कबो खराब ्ा होखी. अध्य 33 1 जे पभु िे डे राला ओकरा िाथे कस्ो बुराई ्ा होईा लेसक् परीका मे भी उ फेर िे ओकरा के बचाईा 2 बुद्मा् आदमी वसया िे ्फरु ्ा करे लाा लेसक् जे ओहमे पाखरडी बा, उ ुू फा् मे आसे साला जहाज स्ह् बाा 3 िमझदार आदमी वसया पर भरोिा करे लाा आ वसया ओकरा खासुर रगो सच् के रप मे सफादार बाा 4 का कहे के बा ओकरा के ुइयार करऽ आ रही िे ुोहार बाु िु्ल जाई, आ स्का के बान के जसाब दीरा 5 मूखव के सदल गाडी के चका स्ह् होखेलाा आ उ्कर ससचार रगो लुढकु ररलेटरी स्यर बाा 6 घोडा के घोडा मजाक उडासे साला दो् स्ह् होखेला, उ अप्ा प बईठल हर आदमी के ्ीचे गडबडा जालाा
7 जब िाल मे हर सद् के िब रो््ी िूरज िे स्कलेला ु रक सद् दोिरा सद् िे काहे आगे बढे ला? 8 पभु के जा् िे उ लोग अलग-अलग हो गईले असुरी उ मौिम असुरी भोज मे बदलास कईलेा 9 कुछ के ऊ बडका सद् ब्सले बाड् आ पससत कइले बाड् आ कुछ के िािारर सद् ब्सले बाड्. 10 आदम के रच्ा िरुी िे भइल बाा 11 पभु बहु जा् िे ओह लोग के बरटसारा कइले बाड् आ ओह लोग के रा्ा अलग-अलग ब्सले बाड्ा 12 कुछ लोग के आ्ीष दे के ऊपर उठसले आ कुछ के पससत क के अप्ा ्जदीक रखले, लेसक् कुछ लोग के गारी दे के ्ीचे सगरा दे लेा 13 जइिे माटी कुमार के हाथ मे होला आ ओकरा के अप्ा म् मे ब्ासे खासुर होला, ओइिहीर आदमी ओकरा के ब्ासे साला के हाथ मे होला सक ऊ लोग के ओकर िबिे बसढया बदला दे सेा 14 अचाई बुराई के दखलाफ होला आ जीस् मौु के दखलाफ होला, ओइिहीर भगसा् के भदय साला पापी के दखलाफ आ पापी के भदय करे साला के दखलाफ होलाा 15 रह िे परम परमेशर के िब काम के दे खल जासा आ दू गो आ दू गो बा, रक दोिरा का दखलाफ. 16 हम आदखर मे जाग गई्ी, जइिे सक अरगूर बटोरे साला के पीछे -पीछे बटोरे लाा 17 ई िोचीर सक हम खाली अप्ा खासुर ्ा, बलुक पढाई के ुला् करे साला िब लोग खासुर मेह्ु कइ्ीा 18 हे ज्ुा के बडका लोग, हमार बाु िु्ऽ आ मरडली के ्ािक लोग, आप् का् िे िु्ऽा 19 जबले ुू अप्ा बेटा-मेहरार, भाई-समत के अप्ा ऊपर असिकार मु दीर आ आप् िरपस् दोिरा के मु दीर, कहीर ऊ ुोहरा पर पयाुाप मु करऽ आ ुू फेर िे उहे स्होरा मु करऽ. 20 जबले ुू सजना बाडऽ आ ुोहरा मे िाँ ि बा, ुबले अप्ा के केह के िौरप मुऽा 21 काहे सक ुू ओह लोग के स्षाचार के िाम्े खडा होखे िे बसढया बा सक ुोहार लइका ुोहरा के खोजेा 22 अप्ा िब काम मे अप्ा के पमुखुा िे राखीरा अप्ा इजु मे कस्ो दाग मु छोडीरा 23 जस्ा िमय ुू आप् सद् खुम होखब आ आप् सजस्गी खुम करब, ुब आप् ससरािु के बरटसारा करऽा 24 चारा, छडी आ बोझ गदहा खासुर होलाा आ रोटी, िुिार आ काम, रगो ्ौकर खासुरा 25 अगर ुू अप्ा िेसक के काम मे लगा दे ब ु ुोहरा आराम समल जाई, लेसक् अगर ुू ओकरा के बेकार छोड दे ब ु उ आजादी के ुला् करीा 26 जुआ आ कालर गरद् के झुकासेला, ओइिहीर दु ष ्ौकर के याु्ा आ याु्ा होलाा 27 ओकरा के मेह्ु करे खासुर भेज दीर ुासक ऊ बेकार मु होखेा काहे सक आलस बहु बुराई के सिखासेलाा 28 ओकरा के जइि् काम करे के चाहीर, ओकरा के काम मे लगाईर, अगर ऊ आजाकारी ्ा होखे ु अउरी भारी बेडी लगाईरा
29 लेसक् केह के पसु असु्योदय मु करीरा आ सब्ा सससेक के कुछ मु करीर. 30 अगर ुोहरा लगे कस्ो ्ौकर बा ु ओकरा के ुोहरा स्ह् होखे, काहे सक ुू ओकरा के दाम िे खरीदले बाडूा 31 अगर ुोहार कस्ो ्ौकर बा ु ओकरा के भाई स्ह् स्होरा करीर, काहे सक ुोहरा ओकरा के जररु बा, जईिे सक आपके अप्ा जा् के जररु बा, जदी ुू ओकरा िे बुराई के स्होरा करब असुरी उ ुोहरा िे भाग जाई, ु ुू ओकरा के खोजे खाुी कस्ा रा्ा िे जाईब? अध्य 34 1 िमझही् आदमी के आ्ा वथव आ झूठा होला आ िप्ा मूखव लोग के ऊपर उठासेलाा 2 जे िप्ा के परसाह करे ला, उ छाया के पकड के हसा के पीछे चले साला स्ह् होखेलाा 3 िप्ा के द्व् रक चीज के दोिरा चीज िे समलु जुलु होला, जइिे चेहरा के चेहरा िे िमा्ुा होलाा 4 अ्ु् चीज िे का ्ु् कइल जा िकेला? आ जस् बाु झूठ बा ओकरा िे कस् िचाई आ िकेला? 5 भससषसारी, भससक, आ िप्ा बेकार ह, आ सदल ओइिहीर कल्ा करे ला, जइिे सक पिस मे पडल मेहरार के सदला 6 अगर ुोहरा परमाता िे ्ा भेजल जास ु आप् म् ओह लोग पर मु राखऽा 7 काहे सक िप्ा बहु लोग के िोखा दे ले बा असुरी उ लोग ्ाकाम हो गईल बाडे , जस् सक उ्ुका प भरोिा कईले बाडे ा 8 वसया सब्ा झूठ के सि् पासल जाई आ बुद् ससशािी मुँह खासुर सि्ुा हा 9 जे आदमी याता कइले बा, ऊ बहु कुछ जा्ु बाा जेकरा लगे बहु अ्ुभस बा, उ बुद् के घोषरा करीा 10 जेकरा लगे कस्ो अ्ुभस ्इखे, उ बहु कम जा्ु बा, लेसक् जे याता कईले बा, उ िमझदारी िे भरल बाा 11 जब हम याता करु रह्ी ु बहु कुछ दे ख्ीा आ हम जु्ा बाु कह िकीले ओकरा िे बेिी िमझु बा्ी. 12 हम अरर मौु के खुरा मे रह्ी, लेसक् रकरा चलुे हम मुय हो गई्ीा 13 जे लोग पभु िे डे राु बा, ओकर आता सजरदा रहीा काहे सक उ्कर आ्ा उहे पर बा जे उ्करा के बचासेलाा 14 जे पभु िे डे राला, उ ्ा डे राई ्ा डे राईा काहे सक ऊ ओकर आ्ा ह. 15 जे पभु िे डे राला ओकर आता िन ह, ऊ केकरा ओर दे खु बा? आ ओकर ुाकु के ह? 16 काहे सक पभु के ्जर उ्करा िे पेम करे साला पर बा, उ उ्कर पराकमी रका आ मजबूु ठहरास ह, गम् िे बचास ह, आ दु पहररया मे िूरज िे ढर कल ह, ठोकर िे बचासेला आ सगरला िे िहायक हा 17 ऊ आता के सजरदा करे ला आ आँ ख के रो््ी दे ला, ऊ साव, जीस् आ आ्ीसाव द दे लाा 18 जे गलु ुरीका िे समलल चीज के बसलदा् दे ला, ओकर चढाई हासासद होलाा आ अनायी लोग के सरदा् के सीकार ्ा कइल जालाा
19 परमाता दु ष् के चढासे िे खु् ्ा होलाा ्ा ही बसलदा् के भीड िे पाप खासुर ्ान हो जालाा 20 जे गरीब के िमस् के चढाई ले आसेला, उ ओइि् काम करे ला जइिे बेटा के अप्ा बाप के ्जर मे मार दे लाा 21 जररुमरद के रोटी ओकर जा् ह, जे ओकरा िे िोखा दे ला उ खू् िे भरल आदमी हा 22 जे अप्ा पडोिी के रोजी-रोटी छी् लेला, उ ओकरा के मार दे लाा आ जे मजदू र के सकराया िे िोखा दे ला ऊ खू् बहासे साला होला. 23 जब केह स्माव र करे ला आ दोिर सगर जाला ु ओह लोग के मेह्ु के अलासा का फायदा? 24 जब केह पाथव्ा करी आ दोिर गारी दी ु पभु केकर आसाज िु्ाई? 25 जे ला् के छूला के बाद िोसेला, अगर ओकरा के फेर िे छूसेला ु ओकरा िोसे िे का फायदा होई? 26 का अइि् आदमी के भी होला जे अप्ा पाप के उपसाि करे ला आ फेर जाके उहे करे लाा भा ओकर सस्मुा िे ओकरा का फायदा होला? अध्य 35 1 जे वसया के पाल् करे ला उ भरपूर बसलदा् ले आसेला, जे आजा के धा् राखेला उ ्ार सु बसल चढासेलाा 2 जे भलाई के बदला लेसेला उ मही् आटा चढासेलाा आ जे सभका दे सेला ऊ ्ुसु करे लाा 3 दु षुा िे दू र होखल पभु के म् खु् करे साला बाु हा आ अिमव के छोडल पायसयु हा 4 ुू पभु के िाम्े खाली ्ा लउकबा 5 काहे सक इ िब काम आजा के चलुे होखे के बाा 6 िम् के बसलदा् सेदी के मोटा करे ला आ ओकर मीठ िुगरि परम भगसा् के िाम्े आसेलाा 7 नायी आदमी के बसलदा् सीकायव होलाा आ ओकर सारक कबो ्ा भुलार के पडी. 8 अचा ्जर िे पभु के आदर दीर आ अप्ा हाथ के पसहला फल के कम मु करीरा 9 अप्ा िब सरदा् मे हँ िमुख चेहरा दे खाईर आ आप् दिसार सहसा खु्ी िे िमसपवु करऽा 10 परम परमाता के ओइिहीर दे दीर जइिे ऊ ुोहरा के िमृ् कइले बाा आ जइिे समलल बा, हँ िमुख ्जर िे दे ा 11 काहे सक पभु के बदला मे ुोहरा के िाु गु्ा दे सदहे ा 12 सरदा् िे भष करे के मु िोचीरा काहे सक ऊ अइि्का बसलदा् ्ा पइहे आ अिमव बसलदा् पर भरोिा मु करीहे . काहे सक पभु नायी हउसे आ ओकरा िाथे कस्ो वदय के कस्ो आदर ्इखे. 13 ऊ कस्ो गरीब आदमी के दखलाफ केह के सीकार ्ा करी, बलुक दबल-कुचलल लोग के पाथव्ा िु्ीा 14 ऊ अ्ाथ लोग के स्होरा के सुरसार ्ा करीा ्ा ससिसा, जब ऊ आप् स्कायु उसझलु सबयाा 15 का ससिसा के गाल िे लोर ्ा बहु बा? आ का ओकर पुकार ओह आदमी के दखलाफ ्इखे जस् ओह लोग के सगरासेला?
16 जे पभु के िेसा करे ला, ओकरा के कृपा िे सीकार कइल जाई आ ओकर पाथव्ा बादल ुक पहँ च जाईा 17 सस्म लोग के पाथव्ा बादल के छे दे ला, जब ुक उ ्जदीक ्ा आई, ुब ुक ओकरा सदलािा ्ा समलीा आ जबले परम परम आदमी िासमवक नाय करे आ नाय करे के ्ा दे दखहे ुबले ्ा चलीा 18 काहे सक पभु ुब ुक ढील ्ा होई आ ्ा ही पराकमी ओह लोग के पसु िैयव रखी, जब ुक सक उ स्दव य लोग के कमर ्ा मार के गैर-यहदी लोग के बदला ्ा सदहीा जबले ऊ घमरडी लोग के भीड ्ा हटा दीहे आ अिम् लोग के राजदर ड ्ा ुू ड दीहे . 19 जबले ऊ हर आदमी के अप्ा काम के सहिाब िे आ आदमी के काम के उ्के चाल के सहिाब िे ्ा दे दीहे ा जबले ऊ अप्ा लोग के मुदा के फैिला ्ा कर लेस आ ओह लोग के अप्ा दया मे खु् ्ा कर दीहे . 20 दया दु ःख के िमय मे मौिमी होला, जइिे िूखा के िमय बरखा के बादल होलाा अध्य 36 1 हे िबके परमेशर पभु, हम्ी पर दया करऽ आ हम्ी के दे खऽा 2 आऊ आप् डर ओह िब राष्् पर भेज दीर जस् ुोहार खोजु ्इखेा 3 परदे िी राष्् के दखलाफ आप् हाथ उठाईर आ ओह लोग के ुोहार ्दय दे खे दीरा 4 जइिे ुू हम्ी मे उ्करा िे पसहले पससत भइल रहलू, ओइिहीर ुू हम्ी के िाम्े ओह लोग के बीच मे महा् हो जाा 5 आउर उ लोग ुोहरा के ओइिहीर जा्ि जइिे हम्ी के ुोहरा के जा्ु बा्ी जा सक हे भगसा्, खाली ुोहरे के अलासा कस्ो भगसा् ्इख्ा 6 ्या चमतार दे खाईर आ अउरी अजीबोगरीब चमतार करीर, अप्ा हाथ आ दासह्ा बाँ सह के मसहमा करऽ ुासक ऊ लोग ुोहार चमतार के काम के िाम्े आ िकेा 7 कोि पैदा करऽ आ कोि उझडऽ, ससरोिी के दू र करऽ आ दु श् के ्ा् करऽा 8 िमय कम करे खासुर, साचा के याद करऽ आ ुोहार अचरज के काम बुासेा 9 जे बच जाला ऊ आग के कोि िे भस हो जासा आ ज्ुा के अताचार करे साला लोग के ्ा् होखेा 10 गैर-यहदी के ्ािक् के सिर के फाड दीर, जस् कहु बा सक हम्ी के छोड के दोिर केह ्इखेा 11 याकूब के िब गोत के रकटा कर के ुू ओह लोग के उ्रासिकारी ब् लीर, जइिे सक ्ुर िे भइल रहे ा 12 हे पभु, ओह लोग पर दया कर, जेकरा के ुोहार ्ाम िे बोलासल जाला, आ इसारल पर, जेकरा के ुू अप्ा पसहला बचा के ्ाम रखले बाडूा 13 हे यर्लेम पर दया कर, ुोहार पससत ्गर, ुोहार ससशाम यला 14 सियो् के आप् अकथ्ीय बाु िे भर दीर आ अप्ा लोग के आप् मसहमा िे भर दीरा
15 जस् लोग के ुोहरा ्ुर िे समलल बा ओकरा के गसाही दीर आ जस् भससषसया लोग ुोहरा ्ाम िे रहल बा ओकरा के खडा करऽा 16 जे लोग ुोहार इर ुजार करु बा ओकरा के इ्ाम दीर आ ुोहार भससषसया लोग के सफादार पासल जासा 17 हे पभु, अप्ा लोग पर हार् के आ्ीष के अ्ुिार अप्ा िेसक् के पाथव्ा िु्, ुासक िरुी पर रहे साला िब लोग जा् िके सक ुू पभु, अ्न परमेशर हईा 18 पेट िब भोज् के खा जाला, लेसक् रक भोज् दू िरा िे बेहुर होखेलाा 19 जइिे ुालू मे ुरह ुरह के सहर् के मार ि के साद समलेला, ओइिहीर झूठा बाु के िमझे साला सदल भी करे लाा 20 दखसियाइल सदल भारीप् पैदा करे ला, लेसक् अ्ुभसी आदमी ओकर बदला सदहीा 21 मेहरार हर मरद के गहर करी, लेसक् रक बेटी दू िरा िे बेहुर होलेा 22 मेहरार के िुरदरुा चेहरा के खु् करे ला आ आदमी के रकरा िे बसढया कुछु ओ ्ा पिरद होलाा 23 अगर ओकरा जीभ मे दयालुुा, ्मुा आ सदलािा बा ु ओकर पसु दोिरा आदमी स्ह् ्ईख्ा 24 जे पती पासेला, ऊ आप् िरपस्, अप्ा जइि् िहायुा आ आराम के खरभा ्ुर करे लाा 25 जहाँ हे ड ्ा होखे, उहाँ के िरपस् लूट जाला, आ जेकर मेहरार ्ा होखे, उ ्ोक म्ासु ऊपर ्ीचे भटक जाईा 26 के भरोिा करी सक रगो चोर के भरोिा करी, जस् सक रगो ्हर िे दू िरा ्हर मे उछलु बा? जस्ा आदमी के घर ्इखे आ राु मे जहाँ भी ठहरल बा, ओकरा पर के ससशाि करी? अध्य 37 1 हर दो् कहे ला सक हम ओकर दो् भी हईर, लेसक् रगो दो् बा, जस् ्ाम िे खाली दो् हा 2 का ई मौु के दु ख ्ा ह, जब कस्ो िाथी आ दो् दु श् के ओर मुड जाला? 3 हे दु ष कल्ा, ुू कहाँ िे िरुी के िोखा िे ढँ के आइल बाडू? 4 रगो िाथी बा, जस् दो् के िमृद् मे खु् होला, लेसक् िरकट के िमय ओकरा दखलाफ होईा 5 रगो िाथी बा, जस् अप्ा दो् के पेट खासुर मदद करे ला आ दु श् के दखलाफ बकिुआ उठासेलाा 6 अप्ा दो् के म् मे मु भुला जा, आ अप्ा ि् मे ओकरा िे बेपरसाह मु होखा 7 हर िलाहकार िलाह के बडाई करे लाा लेसक् कुछ लोग बा जे अप्ा खासुर िलाह दे सेलाा 8 कस्ो िलाहकार िे िासिा् रहीर आ पसहले िे जा् लीर सक ओकरा कस् जररु बा; काहे सक ऊ अप्ा खासुर िलाह दीहे . कहीर ऊ ुोहरा पर सचटी मु डाल दे स. 9 ुोहरा िे कहऽ सक ुोहार रा्ा बसढया बा, आ ओकरा बाद ऊ दू िरा ओर खडा होके दे खऽ सक ुोहरा का होईा 10 जेकरा ुोहरा पर ्क होखे ओकरा िे िलाह मु लीर, आ जे ुोहरा िे ईषाव करे साला लोग िे आप् िलाह सछपाईरा
11 जेकरा िे ऊ ईषाव करे ले , ओकरा के छूसे साला मेहरार िे िलाह मु लीरा ्ा ु यु् के मासमला मे कायर के िाथे; ्ा ही कस्ो वापारी के िाथे आदा्-पदा् के बारे मे; ्ा ही बेचे के खरीददार के िाथे ; ्ा ही कस्ो ईषाव लु आदमी के िाथेा ्ा ही दयालुुा के छूसे साला स्दव य आदमी के िाथेा ्ा ही कस्ो काम खासुर आलिी लोग के िाथे; ्ा ही कस्ो सकराया पर लेसे साला के िाथे रक िाल के काम खुम करे खासुर; ्ा ही कस्ो बेकार िेसक के िाथे , कस्ो बाु मे रह लोग के बाु मु िु्ीा 12 लेसक् लगाुार रगो भदयमा् आदमी के िरगे रहीर, जेकरा के ुू पभु के आजा के पाल् करे के जा्ु बाडू, जेकर म् ुोहरा म् के मुुासबक बा असुरी अगर ुू गभवपाु हो जाई ु आपके िरगे दु खी होईा 13 आ ुोहरा म् के िलाह खडा होखे, काहे सक ुोहरा खासुर ओकरा िे जादा सफादार केह ्इखेा 14 काहे सक आदमी के म् मे कबो-कबो ओकरा के िाु िे असिका चौकीदार बुासे के आदु होला जस् ऊपर रगो ऊँच बुजव मे बईठल बाडे ा 15 रह िब िे बढ के परमाता िे पाथव्ा करीर सक ऊ ुोहार रा्ा िचाई िे स्द् स्ु करिा 16 हर काम मे ुकव के आगे बढे के चाहीर आ हर काम िे पसहले िलाह दे से के चाहीरा 17 चेहरा सदल के बदले के स््ा्ी हा 18 चार ुरह के बाु लउकेला: अचाई, बुराई, जीस् आ मौु, लेसक् जीभ ओकरा पर लगाुार राज करे लेा 19 रगो अइि् आदमी बा जे बुद्मा् बा आ बहु लोग के सिखासेला, लेसक् सफर भी अप्ा खासुर बेमुलब बाा 20 रगो अइि् आदमी बा जे बाु मे बुद् दे खासेला आ ओकरा िे घृरा होला, ऊ िब भोज् िे सरसचु हो जाईा 21 काहे सक पभु के ओर िे अ्ुगह ्ा सदहल जाला, काहे सक उ िब बुद् िे सरसचु बाा 22 दोिर अप्ा खासुर बुद्मा् होलाा आ िमझ के फल उ्का मुँह मे िराह्ीय बाा 23 बुद्मा् आदमी अप्ा लोग के सिखासेलाा आ ओकर िमझ के फल ्ा खुम होलाा 24 बुद्मा् आदमी आ्ीष िे भरल होईा आ ओकरा के दे खे साला िभे ओकरा के खु् मा्ीा 25 आदमी के जीस् के सद् सग्ल जा िकेला, लेसक् इसारल के सद् अ्सग्ु बाा 26 बुद्मा् आदमी के अप्ा लोग के बीच मसहमा समल जाई आ ओकर ्ाम हमे्ा खासुर ब्ल रहीा 27 बेटा, अप्ा जीस् मे आप् जा् के परख के दे खऽ सक ओकरा खासुर का बुरा बा, आ ओकरा के ऊ मु दीरा 28 काहे सक िब कुछ िब आदमी खासुर फायदे मरद ्ा होला आ ्ा ही हर आदमी के हर चीज मे पिनुा होलाा 29 कस्ो सासदष चीज मे अुृ प मु होखऽ आ ्ा ही भोज् के ढे र लालची होखऽा 30 काहे सक असिका भोज् िे बेमारी होला आ भरपूर माता मे खजा्ा हो जालाा 31 असु्योदय िे बहु लोग के ्ा् हो गइल बाा बासकर जे धा् राखेला ऊ आप् उसमर लमहर करे ला.
अध्य 38 1 कस्ो सैद के ओह आदर िे आदर करीर जस् ओकरा िे समले साला काम खासुर ओकरा िे हो िकेला, काहे सक पभु ओकरा के ब्सले बाड्ा 2 काहे सक परम परमाता िे चरगाई आसेला आ ओकरा राजा के आदर समल जाईा 3 सैद के ह्र ओकर माथा ऊपर उठाई आ बडका लोग के ्जर मे ओकर प्रिा हो जाईा 4 पभु िरुी िे दसाई ब्सले बाड्ा आ जे बुद्मा् बा ऊ ओह लोग िे घृरा ्ा करी. 5 का पा्ी के लकडी िे मीठ ्ा कइल गइल रहे सक ओकर गुर के बारे मे पुा चल िके? 6 उ आदमी के ह्र दे ले बाडे ुासक उ अप्ा अदे भुु काम मे िमास्ु हो िकेा 7 अइि् आदमी के ठीक करे ला आ ओकर पीडा दू र करे लाा 8 अइि्े दसाई ब्ासे साला समठाई ब्ासेलाा आ उ्कर काम के कस्ो अरु ्इखेा आ ओकरा िे पूरा िरुी पर ्ार सु बाा 9 हे बेटा, ुोहरा बेमारी मे लापरसाह मु हो, लेसक् पभु िे पाथव्ा कर, उ ुोहरा के ठीक कर सदहे ा 10 पाप छोड के आप् हाथ ठीक िे वसदयु करऽ आ अप्ा म् के िब बुराई िे िाफ करऽा 11 मीठ िुगरि आ मही् आटा के याद सदला दीरा आ मोट चढासे के चढाई, जइिे सक ्ा होखेा 12 ुब सैद के जगह दे द, काहे सक पभु ओकरा के ब्सले बाडे , ओकरा के ुोहरा िे मु जार दीर, काहे सक ुोहरा ओकर जररु बाा 13 रगो िमय होला जब ओह लोग के हाथ मे बसढया िफलुा होलाा 14 काहे सक उ लोग पभु िे भी पाथव्ा करीहे सक उ उहे चीज के िमृ् करि, जस् उ लोग जीस् के लरबा करे खासुर िहजुा आ उपाय खासुर दे सेलेा 15 जे अप्ा ब्ासे साला के िाम्े पाप करे ला, उ सैद के हाथ मे पड जारा 16 हे बेटा, मुअल लोग पर लोर सगर के ससलाप करे लागे , जइिे ुोहरा बहु ्ुकिा् भइल होखेा आ फेर ओकरा ला् के ररसाज का सहिाब िे ढँ क दीर आ ओकरा के दफ्ासे के अ्दे खी मु करीर. 17 कडुआ रोईर, आ बहुे कराहऽ, आ ससलाप के पयोग करीर, जइिे सक ऊ लायक बा, आ रक-दू सद्, कहीर ुोहरा पर बुराई मु बोलल जास, आ ुब अप्ा भारीप् खासुर अप्ा के सदलािा दीरा 18 काहे सक भारीप् िे मौु आसेला आ सदल के भारीप् ुाकु के ुोड दे लाा 19 दु ख मे भी दु ख ब्ल रहे ला आ गरीब के जीस् सदल के असभ्ाप हा 20 कस्ो भारी बाु के सदल मे मु राखीर, ओकरा के भगाईर, आ अरसुम छोर के िदस ब्ाईरा 21 रकरा के मु भुलाईर, काहे सक कस्ो मुडल ्इखे, ुू ओकर भलाई ्ा करब, बलुक अप्ा के चोट पहर चाईा
22 हमार फैिला के याद करऽ, काहे सक ुोहार भी अइि्े होईा काल हमरा खासुर, आ आज ुोहरा खासुरा 23 जब मुअल आराम कर लेस ु ओकर इयाद आराम करे ा आ जब ओकर आता ओकरा िे दू र हो जाई ु ओकरा खासुर सदलािा समल जाईा 24 ससदा् के बुद् फुरिु के मौका िे समलेला आ जेकर कम काम बा ऊ बुद्मा् हो जाईा 25 ऊ बुद् कइिे समल िकेला जस् हल पकडे ला आ चोरच मे घमरड करे ला, बैल के भगासेला आ अप्ा मेह्ु मे व् होखे आ जेकर बाु बैल के बाु होखे? 26 ऊ खररहा् ब्ासे मे आप् म् दे ु बाा आ गाइ् के चारा दे से मे लग् िे काम करे लाा 27 रही िे हर बढई आ कामगार, जे राु-सद् मेह्ु करे ला, आ मुहर काट के कब के काम करे साला, बहु ुरह के सबम ब्ासे मे लागल रहे ला, आ ्कली मूसुव के काम पूरा करे खासुर जागरक रहे लाा 28 लोहार भी स्हाई के लगे बइठ के लोहा के काम पर ससचार करु आग के साष ओकर मार ि के बबाव द कर दे ला आ भटी के गम् िे लडु रहे ला, हथौडा आ स्हाई के आसाज ओकरा का् मे हमे्ा रहे ला आ ओकरा का् मे आँ ख दयर रप िे ओह चीज के पैट्व के दे खु बा जस् ऊ ब्सले बाा ऊ आप् काम पूरा करे के म् ब्ासेला आ ओकरा के पूरा ुरह िे चमकासे मे दे खु रहे ला. 29 ओइिहीर कुमार अप्ा काम मे बइठल आ गोड िे चका घुमासेला, जे हमे्ा अप्ा काम मे िासिा्ी िे सटकल रहे ला आ आप् िब काम सग्ुी के सहिाब िे करे लाा 30 ऊ अप्ा बाँ सह िे माटी के गढे ला आ अप्ा गोड के िोझा आप् ुाकु झुकासेलाा ऊ ओकरा के ्ेुृत करे खासुर अप्ा के लगा दे ला; ऊ भटी के िाफ करे मे लग् िे काम करे लाा 31 ई िब लोग अप्ा हाथ पर भरोिा करे ला आ हर केह अप्ा काम मे बुद्मा् होलाा 32 रह लोग के सब्ा कस्ो ्हर मे आबादी ्ा हो िकेला आ ऊ लोग जहाँ म् करे उहाँ ्ा रह पाई आ ्ा ऊपर-्ीचे जाईा 33 उ लोग के िासवजस्क िलाह मे ्ा खोजल जाई, ्ा मरडली मे ऊँच बईठल जाई, ्ा उ लोग नायािी् के िीट प बईठे के होई, ्ा नाय के िजा के िमझे के होईा आ जहाँ दषार ु कहल जाला उहाँ उ लोग ्ा समलीा 34 लेसक् उ लोग दु स्या के हालु के कायम राखीहे असुरी उ्ुकर िभ इचा उ्ुका कारीगरी मे बाा अध्य 39 1 जे परम परमाता के वसया मे आप् म् दे ु बा आ ओकरा म्् मे व् बा, ऊ िब पाची् लोग के बुद् के खोज करी आ भससषसारी मे व् रहीा 2 ऊ ्ामी लोग के बाु के पाल् करीहे आ जहाँ िूक दषार ु बा, उहाँ उहाँ भी रहीहे ा 3 ऊ गरभीर साक् के रहस के खोज करीहे आ अनार दषार ु् िे पररसचु रहीहे ा
4 ऊ बडका-बडका लोग के बीच िेसा करी आ राजकुमार् के िाम्े पे् होई, ऊ परदे िी दे ्् मे घूमीा काहे सक ऊ आदमी के बीच ्ीम् आ बुराई के परखले बा. 5 ऊ आप् म् जली िे अप्ा के ब्सले पभु के िहारा लेबे आ परम परमेशर के िाम्े पाथव्ा करी आ पाथव्ा मे आप् मुँह खोल के अप्ा पाप खासुर सस्ुी करीा 6 जब महा् पभु के इचा होई ु उ िमझ के आता िे भरल होई, उ बुद्मा्ी के साक उझली असुरी अप्ा पाथव्ा मे पभु के िनसाद सदहीा 7 ऊ आप् िलाह आ जा् के स्द् स्ु करी आ अप्ा रहस मे म्् करीा 8 ऊ जस् कुछ िीखले बा ओकरा के बुाई आ पभु के साचा के वसया पर घमरड करीा 9 बहु लोग उ्कर िमझ के ुारीफ करीहे ा आ जबले दु स्या सटकल रही ुबले ओकरा के ्ा समटासल जाई. ओकर सारक ्ा चली आ ओकर ्ाम पीढी दर पीढी सजरदा रहीा 10 राष् ओकर बुद् बुाई आ मरडली ओकर ्ुसु करीा 11 अगर उ मर जाई ु हजार िे भी बड ्ाम छोड सदही असुरी जदी उ सजरदा होई ु ओकरा के बढा सदहीा 12 ुबो हमरा अउरी कुछ कहे के बा जस् हम िोचले बा्ीा काहे सक हम चरदमा स्ह् भरल बा्ीा 13 हे पससत लइका, हमार बाु िु्ीर आ खेु के िार के सक्ारे उगे साला गुलाब के फूल स्यर कली पैदा करीरा 14 लोबा् जइि् मीठ िुगरि दीर आ कुमुद स्यर प्प जा, गरि भेजीर आ ्ुसु के गीु गाईर, पभु के हर काम मे आ्ीष दीरा 15 ओकर ्ाम के बडाई करीर आ आप् होठ के गीु आ सीरा िे ओकर ्ुसु करीर आ ओकर ्ुसु मे ुू लोग रही ुरह िे कहबा 16 पभु के िब काम बहुे बसढया होला आ ऊ जस् भी आजा दीहे ऊ िमय पर पूरा हो जाईा 17 केह ्ा कह िकेला सक ई का ह? काहे अइि् बा? काहे सक िमय पर ओह िब के खोजल जाई, उ्कर आजा पर पा्ी ढे र स्यर खडा हो गइल आ उ्कर मुँह के बाु पर पा्ी के बुव ् ब् गइला 18 उ्कर आजा पर उहे काम होला जस् ओकरा के म् करे लाा आ केह बािा ्ा डाल िकेला, जब ऊ बचास करी. 19 िब म्ुष के काम ओकरा िाम्े बा, आ ओकरा आँ ख िे कुछु ओ सछपल ्ईखे जा िकुा 20 ऊ अ्न िे अ्न ुक दे खु रहे लाा आ ओकरा िोझा कस्ो अदे भुु बाु ्इखे. 21 आदमी के ई कहे के जररु ्इखे सक ई का ह? काहे अइि् बा? काहे सक ऊ िब कुछ ओह लोग के काम खासुर ब्सले बाड्. 22 उ्कर आ्ीष िूखल जमी् के ्दी स्ह् ढर क सदहलि असुरी बाढ के रप मे पा्ी सदहलिा 23 जइिे ऊ पा्ी के ्मकी् ब्ा सदहले बा, ओइिहीर गैरयहदी लोग ओकर कोि के उ्रासिकारी होईा 24 जइिे उ्कर रा्ा पससत लोग खासुर िाफ बाा ओइिहीर ऊ दु ष् खासुर ठोकर ह. 25 काहे सक ्ीम् चीज ्ुर िे ब्ल बसढया चीज ह, पापी लोग खासुर भी बुरा चीज हा
26 आदमी के जीस् के पूरा उपयोग खासुर मुय चीज बा पा्ी, आग, लोहा आ ्मक, गेहर के आटा, ्हद, दू ि आ अरगूर के खू्, ुे ल आ कपडाा 27 ई िब बाु भदय करे साला लोग खासुर भलाई खासुर होला, रही िे पापी लोग खासुर ई बुराई मे बदल जालाा 28 अइि् आता लोग बा जस् बदला लेसे खासुर ब्ासल गइल बा, जस् अप्ा कोि मे बहु चोट पर पडल रहे लाा सस्ा् के िमय मे उ लोग आप् ुाकु उसझल दे सेले असुरी ओकरा के ब्ासे साला के कोि के ्ार ु करे लेा 29 आग, ओला, अकाल आ मौु, इ िब बदला लेसे खासुर ब्ासल गईल बाा 30 जरगली जा्सर् के दाँ ु, सबचू, िाँ प आ ुलसार जस् दु ष् के सस्ा् के िजा दे ु रहे ा 31 उ लोग उ्कर आजा पर खु् हो जइहे आ जररु पडला पर िरुी पर ुइयार हो जइहे ा आ जब उ्कर िमय आ जाई ु उ्कर सच् के उलरघ् ्ा करीहे ा 32 रही िे हम ्ुर िे ही िोचले रह्ी आ इ िब बाु पर िोचु रह्ी आ सलदखु रप मे छोड दे ले बा्ीा 33 पभु के िब काम अचा होला आ उ िमय पर हर जररु के चीज दे सदहे ा 34 रह िे केह ई ्ा कह िके सक, ‘ई ुऽ रकरा िे भी बुरा बा, काहे सक िमय के िाथ उ िब लोग के म् मे आगाज हो जाईा 35 रही िे पूरा म् आ मुँह िे पभु के ्ुसु करीर आ पभु के ्ाम के आ्ीष करीरा अध्य 40 1 हर आदमी खासुर बडह् पिस पैदा होला आ आदम के बेटा लोग पर भारी जुआ बा, जब िे ऊ लोग अप्ा माई के पेट िे बाहर स्कलेला, ुब ुक जब ऊ िब कुछ के महुारी के लगे लसट आसेलाा 2 आसे साला चीज् के बारे मे उ्कर कल्ा आ मौु के सद् उ्कर ससचार के परे ्ा् करे ला आ सदल के डर पैदा करे लाा 3 जे मसहमा के सिरहाि् पर बइठल बा, ओकरा िे लेके जे िरुी आ राख मे ्म हो गइल बाा 4 बैग्ी आ मुकुट पसहरे साला िे लेके सल्् के कपडा पसह्ले ुका 5 कोि, ईषाव , परे ्ा्ी आ अ्ार सु, मौु के डर, कोि आ झगडा आ सबछौ्ा पर आराम के िमय ओकर राु के ्ीरद ओकर जा् बदल दे लाा 6 ु्ी-म्ी आराम बा, आ ओकरा बाद ऊ ्ीरद मे बा, जइिे सक चौकि के सद् मे, अप्ा सदल के द्व् मे परे ्ा् हो जाला, जइिे सक ऊ कस्ो लडाई िे बच गइल होखेा 7 जब िब कुछ िुरसकु हो जाला ु ऊ जाग जाला आ अचरज मे पड जाला सक डर कुछु ओ ्ा रहे ा 8 अइि् बाु िब म्ुष के िाथे होला, आदमी आ जा्सर के िाथे, आ पापी लोग पर ई िाु गु्ा असिका होलाा 9 मौु, खू्-खराबा, झगडा, ुलसार, ससपस्, अकाल, कष आ कोडाा 10 ई िब दु ष् खासुर ब्ासल गइल बा आ ओह लोग खासुर जलपलय आइला
11 िरुी के िब चीज फेर िे िरुी के ओर मुड जाई, आ पा्ी के िब कुछ िमुरदर मे सापि आ जाईा 12 घूि आ अनाय के िब समटा सदहल जाई, लेसक् िचा वसहार हमे्ा खासुर ब्ल रहीा 13 अिम् के माल ्दी स्ह् िूख जाई असुरी बरखा मे ुे ज गरज स्ह् ्ोरगुल िे गायब हो जाईा 14 जबले ऊ आप् हाथ खोली ुबले ऊ आ्दनु होखी आ अपरािी लोग के ्ा् हो जाई. 15 अभय के लइका बहु डाढ ्ा पैदा करीहे , बलुक कठोर चटा् पर अ्ु् जड स्यर हो जइहे ा 16 ्दी के हर पा्ी आ सक्ारे उगे साला खरपुसार के िब घाि के िाम्े खीरच सलहल जाईा 17 भरपाई रगो बहु फलदार बगीचा स्यर होला आ दया हमे्ा खासुर ब्ल रहे लाा 18 मेह्ु कइल आ आदमी के लगे जस् चीज बा ओकरा िे िरुोष कइल मीठ जीस् ह, लेसक् जे खजा्ा पासेला ऊ दु ्ोर िे ऊपर बाा 19 लइका-लइकी आ ्हर के स्माव र आदमी के ्ाम ब्ल रहे ला, लेसक् स्द्ष पती के सग्ुी दु ्ो िे ऊपर होखेलाा 20 ्राब आ िरगीु सदल के खु् करे ला, लेसक् बुद् के पेम दु ्ो िे ऊपर बाा 21 ्ली आ भज् मीठ राग ब्ासेला, लेसक् दु ्ो के ऊपर रगो िुखद जीभ बाा 22 ुोहार आँ ख अ्ुगह आ िुरदरुा के चाहु ह, लेसक् हररयर होखे के दौरा् दु ्ो िे जादा खाईा 23 दो् आ िाथी कबो गलु ्ा समलेला, लेसक् दु ्ो के ऊपर पती अप्ा पसु के िरगे होखेलाा 24 भाई लोग आ िहायुा ससपस् के िमय के दखलाफ बा, लेसक् सभका दु ्ो िे जादा बचास करीा 25 िो्ा चार दी िे गोड के मजबूुी समलेला, लेसक् िलाह दु ्ो िे जादे मा्ल जालाा 26 ि् आ ुाकु सदल के ऊपर उठासेला, लेसक् पभु के डर दु ्ो िे ऊपर बा, पभु के डर मे कस्ो कमी ्ईखे असुरी ओकरा मदद के मार ग करे के जररु ्ईखेा 27 पभु के भय रगो फलदार बगइचा ह, आ ओकरा के िब मसहमा िे ऊपर ढर क दे लाा 28 हे बेटा, सभखारी के जा् मु लीरा काहे सक भीख मार गे िे बसढया बा सक मरल जास. 29 जे दोिरा के मेज पर स्भवर बा ओकर जा् रक जा् के रप मे ्ा सग्ल जा िकेलाा काहे सक ऊ दोिरा के भोज् िे अप्ा के गरदा करे ला, बासकर बुद्मा् आदमी जेकरा के बसढया िे पोिल जाला, ओकरा िे िासिा् रहे लाा 30 बे्मव के मुँह मे भीख मार गल मीठ होला, लेसक् ओकरा पेट मे आग जरे लाा अध्य 41 1 हे मौु, जे आदमी अप्ा िमस् मे आराम िे सजरला, ओकरा खासुर ुोहार याद केु्ा कडुआ बा, जेकरा लगे ओकरा के परे ्ा् करे खासुर कुछु ओ ्इखे आ जेकरा लगे िब कुछ मे िमृद् बा, हँ , जे अभी ुक ले पासे मे िकम बा ओकरा खासुर मार ि!
2 हे मौु, जररुमरद खासुर, आ जेकर ुाकु खुम हो गइल बा, ऊ अब अरसुम युग मे बा, आ िब चीज िे परे ्ा् बा, आ जे स्रा् बा आ िैयव खो सदहले बा, ओकरा खासुर ुोहार िजा सीकायव बा! 3 फाँ िी के िजा िे मु डे रा, ुोहरा िे पसहले के आ ओकरा बाद आसे साला के याद करीरा काहे सक ई िब ्रीर पर पभु के िजा हा 4 आ ुू परमाता के पिनुा के दखलाफ काहे बाडऽ? कब मे कस्ो इद्कसज्् ्इखे, सक ुू दि िाल, िौ िाल, हजार िाल सजयले बाडूा 5 पापी लोग के िरुा् सघ्ौ्ा िरुा् हसे आ अभय लोग के स्साि मे पररसचु लोगा 6 पापी लोग के िरुा् के ससरािु ्ा् हो जाई आ ओह लोग के िरुा् के हमे्ा खासुर स्रदा हो जाईा 7 लइका-लइकी रगो अभय बाप के स्कायु करीहे, काहे सक उ्करा खासुर उ्करा के स्रदा कइल जाईा 8 हे अभय लोग, ुोह्ी के सिकार बा, जे परम परमेशर के वसया के छोड दे ले बाडऽ! काहे सक अगर ुू लोग बढब ु ुोह्ी के ्ा् हो जाईा 9 अगर ुू लोग पैदा होखब ु ुू लोग असभ्ाप िे पैदा होखब आ अगर ुू मरब ु असभ्ाप ुोहार सहसा होईा 10 िरुी के िब लोग फेर िे िरुी पर मुड जाई, रही िे अभय लोग असभ्ाप िे सस्ा् मे चल जाईा 11 आदमी के ्ोक ओकर ्रीर के बारे मे होला, लेसक् पापी लोग के रगो बुरा ्ाम समटा सदहल जाईा 12 अप्ा ्ाम के धा् राखीरा काहे सक िो्ा के हजार बडह् खजा्ा िे ऊपर ुोहरा िाथे ई बाु ब्ल रहीा 13 अचा जीस् के सद् कम होला, लेसक् अचा ्ाम हमे्ा खासुर ब्ल रहे लाा 14 हे लइका लोग, ्ार सु िे अ्ु्ाि् राखीर, काहे सक जस् बुद् सछपल बा आ जस् खजा्ा ्ा लउकु बा, ओकरा दु ्ो मे का फायदा बा? 15 आप् मूखवुा के सछपासे साला आदमी िे बसढया होला जे आप् बुद् सछपासेलाा 16 रह िे हमरा सच् के अ्ुिार ्सममदा हो जा, काहे सक िब लजा के बरकरार रखल ठीक ्इखेा ्ा ु हर बाु मे रकरा के रकदम िे मरजूर बाा 17 बाप-माई के िाम्े सेशासृस् िे ्मव आऊ, आ राजकुमार आ पराकमी के िाम्े झूठ बोलला िे लजा जाा 18 नायािी् आ ्ािक के िाम्े अपराि के बारे मेा कस्ो मरडली आ लोग के िाम्े अिमव के; अप्ा िाथी आ दो् के िाम्े अनाय के वसहार के; 19 आउर जस्ा जगह पर ुू पसाि करु बाडू, आउर परमेशर के िचाई आ उ्कर साचा के बारे मे चोरी के बारे मेा आ कोह्ी िे मार ि पर झुकल; आ दे बे आ लेबे के सुरसार के; 20 आ ुोहरा के ्मसार करे साला लोग के िाम्े चुपी िाि केा आ सेशा के दे खे के; 21 आ अप्ा ररशेदार िे मुँह मोडे खासुरा भा कस्ो सहसा भा उपहार ले जार के; भा दोिरा आदमी के मेहरार के टकटकी लगा के दे खल.
22 या सफर अप्ा दािी के िाथे जादा व् होके ओकरा सबछौ्ा के ्जदीक ्ा आसे के चाहीरा भा दो्् का िोझा डार टु भाषर के; आ सदहला के बाद डार ट मु करऽा 23 या ुू जस् िु्ले बाडू ओकरा के दोहरासे के आ दोबारा बोले केा आ रहस के खुलािा करे केा 24 रही िे ुू िचमुच ्सममदा होखब आ िब लोग के िाम्े अ्ुगह पाईबा अध्य 42 1 रह िब बाु िे ुू लाज मु करऽ आ ओकरा िे केह के पाप करे के सीकार मु करऽा 2 परम परमेशर के वसया आ उ्कर साचा के बारे मेा आ अभय् के िम् ठहरासे खासुर नाय के; 3 अप्ा िाथी आ याती लोग िे सहिाब-सकुाब करे के; भा दो्् के ससरािु के सरदा् के; 4 िरुुल् आ सज् के िटीकुा के; भा बहुे कम समले के; 5 आ वापाररय् के उदािी् सबकी के बारे मे; लइक् के बहु िुिार के; आ कस्ो दु ष ्ौकर के पक के खू् बहासे खासुरा 6 जहाँ दु ष पती होखे, उहाँ पका पाल् ्ीम् होलाा आ चुप रहऽ, जहाँ कई गो हाथ बाा 7 िब चीज् के िरया आ सज् के सहिाब िे दे दीरा आ जस् कुछ ुू दे ु बाडू भा गहर करु बाडू, ओकरा के सलख के सलख दीरा 8 अबुद्मा् आ मूखव आ चरम बूढ लोग के बुासे मे ्मव मु करऽ जे जसा्् िे झगडा करे लाा 9 बाप बेटी खासुर जागु रहे ला, जब केह के पुा ्ा चलेलाा आ ओकर दे खभाल ्ीरद ले लेला, जब ऊ छोट होखेले, कहीर ऊ अप्ा उसमर के फूल ्ा सबुासेा आ सबयाह हो गइल बा सक कहीर ओकरा िे ्फरु मु होखेा 10 कुरसारीप् मे, कहीर ऊ अप्ा सपुा के घर मे अ्ु् होके गभवसुी ्ा हो जासा आ पसु होखे के चाहीर सक कहीर ऊ अप्ा के गलु वसहार ्ा कर लेस. आ जब ओकर सबयाह हो जाई ु कहीर ऊ बरजर ्ा हो जास. 11 रगो बे्मव बेटी के पका ्जर राखऽ सक कहीर ऊ ुोहरा के दु श्् खासुर हँ िी के बाु ्ा ब्ा दे स आ ्हर मे ुोहरा के अपमा् ्ा ब्ासे आ लोग के बीच ुोहरा के अपमा् ्ा ब्ासे आ भीड के िाम्े ुोहरा के ्सममदा ्ा कर दे सा 12 हर ्रीर के िुरदरुा के ्ा दे खऽ आ मेहरार लोग के बीच मु बईठऽा 13 काहे सक कपडा िे पुई आ मेहरार िे दु षुा आसेलाा 14 हम कहु बा्ी सक ्मव आ स्रदा करे साली औरु िे मरद के चरचलुा बेहुर होलाा 15 हम अब पभु के काम के याद करब आ जस् दे खले बा्ी ओकरा के बुाइबा 16 जस् िूरज रो््ी दे सेला, उ िब चीज के दे खु रहे ला असुरी ओकर काम पभु के मसहमा िे भरल बाा 17 पभु पससत लोग के आप् िब अदे भुु काम के घोषरा करे के असिकार ्इख् सदहले, जस्ा के िसव्दयमा् पभु
मजबूुी िे ुय कइले बाड्, ुासक जस् कुछ भी बा ओकरा के उ्कर मसहमा खासुर यासपु कइल जा िकेा 18 ऊ गसहराह आ सदल के खोजु बा आ ओह लोग के चालाक चाल पर ससचार करे ला काहे सक पभु जस् कुछ जा्ल जा िकेला ओकरा के जा्ु बाड् आ दु स्या के स््ा्ी दे खु बाड्. 19 ऊ बीुल आ आसे साला बाु् के बुासेला आ सछपल चीज् के कदम के खुलािा करे लाा 20 ओकरा िे कस्ो ससचार ्ा बचेला आ ्ा कस्ो बाु ओकरा िे सछपल बाा 21 ऊ अप्ा बुद् के बसढया काम के िजा सदहले बा आ ऊ अ्न िे अ्न ले बा, ओकरा मे कुछ ्ा जोडल जा िके आ ्ा ओकरा के कम कइल जा िके आ ओकरा कस्ो िलाहकार के जररु ्इखे. 22 अरे ओकर िब काम केु्ा सार छ्ीय बा! आ सक आदमी सचरगारी ुक दे ख िकेा 23 ई िब चीज हर काम खासुर सजरदा रहे ला आ हमे्ा खासुर रहे ला आ िब आजाकारी होलाा 24 िब कुछ रक दू िरा के दखलाफ दोगु्ा बा, उ कस्ो चीज के अपूरव ्ईख् ब्सलेा 25 रगो चीज अचाई के यासपु करे ला सक दोिर चीज, आ ओकर मसहमा के दे ख के के भरल होई? अध्य 43 1 ऊँचाई के घमरड, िाफ आका्, सगव के िुरदरुा, ओकर गौरस्ाली दे खासा के िाथेा 2 िूरज जब पकट होला ु ऊ अप्ा उदय के िमय रगो अदे भुु सादयरत के घोषरा करे ला, जस् परम परमाता के काम हा 3 दु पहररया मे ई दे ् के िुखा दे ला आ ओकर जरु गम् के के िहल जा िकेला? 4 भटी उडासे साला आदमी गम् के काम मे लागेला, लेसक् िूरज पहाड के ुी् गु्ा जादा जरा दे सेलाा आसग के साष के िाँ ि स्काल के, आ चमकदार सकरर भेजु, आँ ख के मद्म कर दे लाा 5 रकरा के ब्ासे साला पभु महा् हसेा आ उ्कर आजा पर जलबाजी मे दौडु बाा 6 उ चरदमा के िमय के घोषरा खासुर आ दु स्या के स््ा्ी खासुर अप्ा िमय मे िेसा करे खासुर ब्सलेा 7 चाँ द िे भोज के स््ा्ी ह, जस् पका् ओकर सि्ुा मे कम हो जालाा 8 मही्ा ओकरा ्ाम िे बोलासल जाला, जस् बदलुबदलु-बदलु बा, ऊ ऊपर के िे्ा के िाि् ह, आका् के आका् मे चमकु बाा 9 सगव के िुरदरुा, ुारा के मसहमा, पभु के ऊँच जगह् पर रो््ी दे से साला आभूषरा 10 पससत परमे्े सर के आजा पर उ लोग अप्ा कम मे खडा हो जइहे आ अप्ा घडी मे कबो बेहो् ्ा होईहे ा 11 इर दि्ुष के दे खऽ आ ओकरा के ब्ासे साला के ्ुसु करीरा बहु िुनर बा रकर चमक मेा
12 ऊ आका् के चारो ओर रगो मसहमामरसडु घेरा िे घेरले बा आ परमाता के हाथ ओकरा के मोडले बाा 13 ऊ अप्ा आजा िे बफव के सगरासेला आ अप्ा नाय के सबजली ुे जी िे भेज दे लाा 14 रही िे खजा्ा खुलेला आ बादल सचरई स्यर उडु बाा 15 ऊ अप्ा बडह् ्दय िे बादल के मजबूु कर दे ला आ ओला के पतर छोट हो जालाा 16 ओकरा दे ख के पहाड सहल जाला आ ओकरा मज् िे ददक् के हसा बहु बाा 17 गरज के आसाज िे िरुी काँ प जाला, ओइिहीर उ्र के ुू फा् आ बसरडर उडु सचरई स्यर बफव के सबखेर दे ला आ ओकर सगरल सटडी के रो््ी स्यर होलाा 18 ओकर उजरुा दे ख के आँ ख अचरसभु हो जाला आ ओकरा बरिाु दे ख के म् अचरज मे पड जालाा 19 ऊ ठर ढा भी ्मक स्यर िरुी पर डालेला आ जम के ऊ ुे ज खरभा के चोटी पर पड जालाा 20 जब उ्र के ठर डा हसा बहे ला आ पा्ी बफव मे जम जाला ु ऊ हर पा्ी के बटोरला पर सटक जाला आ पा्ी के छाुी के कपडा स्ह् कपडा पसहरे लाा 21 ई पहाड् के खा जाला, जरगल के जरा दे ला आ घाि के आग स्यर भस कर दे लाा 22 िबके सुव मा् उपाय ह सक िुरि ुे जी िे आसेला, ओि गम् िे ुाजा होखे के बाद आसेलाा 23 अप्ा िलाह िे ऊ गसहराह के ्ार ु करे ला आ ओकरा मे दीप रोपेलाा 24 िमुद पर चले साला लोग रकर खुरा बुासेलाा आ जब हम्ी का का् िे िु्ु बा्ी जा ु ओकरा पर अचरज मे पड जा्ी जा. 25 काहे सक रह मे अजीब आ अदे भुु काम होला, जस्ा मे ुरह ुरह के जा्सर आ वे ल ब्ासल गइल बाा 26 उ्करा िे उ्कर अरु मे िफलुा समलेला आ उ्कर सच् िे िब कुछ ब्ल बाा 27 हम्ी के बहु कुछ बोल िके्ी जा, लेसक् छोट हो िके्ी जा, रही िे कुल समलाके उ िब कुछ हसेा 28 हम्ी के ओकरा के कइिे बढा िके्ी जा? काहे सक ऊ अप्ा िब काम िे बडह् बा. 29 पभु भयासह आ बहु महा् हसे आ उ्कर ्दय अदे भुु हा 30 जब ुू लोग पभु के मसहमा करबऽ ु ओकरा के जु्ा हो िके ऊ ऊपर उठाईरा काहे सक अबसहयोर ऊ बहुे असिका होखी आ जब रउरा ओकरा के ऊँच करबऽ ु आप् पूरा ुाकु लगाईर आ थक मु जाईर. काहे सक ुू कबो रु्ा दू र ्ा जा िकेलऽा 31 ओकरा के के दे खले बा सक उ हम्ी के बुासे? आ ओकरा के जइि् बा ओइि् के बढा िकेला? 32 रह िे बडह् बाु अबहीर सछपल बा, काहे सक हम्ी के उ्कर कुछ काम दे खले बा्ी जाा 33 काहे सक पभु िब कुछ ब्सले बाड्ा आ भदयमा् के ऊ बुद् दे ले बाड्ा
अध्य 44 1 अब हम्ी के ्ामी आदमी आ हम्ी के ज्म दे से साला पुरखा लोग के ्ुसु करीर जाा 2 पभु ्ुर िे ही अप्ा महा् ्दय के दारा उ्करा दारा बहु मसहमा कइले बाड्ा 3 जे लोग अप्ा राज मे राज करु रहले, उ लोग अप्ा ्दय खासुर म्हर रहले, अप्ा िमझ िे िलाह दे ु रहले असुरी भससषसारी करु रहलेा 4 ज्ुा के ्ेुा लोग अप्ा िलाह िे, आ अप्ा ससदा के जा् िे ज्ुा खासुर योग, बुद्मा् आ साकटु लोग के स्द् ् सदहल जालाा 5 जइिे सक िरगीु के िु् के पुा चलल, आ सलदखु रप िे शोक िु्ल: 6 अमीर लोग कमुा िे िुिदजु, अप्ा आसाि मे ्ार सु िे रहुा 7 ई िब लोग के पीढी-दर-पीढी आदर-ितार भइल आ अप्ा िमय के मसहमा रहे ा 8 उ लोग मे िे रगो ्ाम छोड के चल गईल बा ुासक उ लोग के ्ुसु के खबर समल िकेा 9 कुछ लोग अइि्ो बा जस्ा के कस्ो सारक ्इखेा जे ्ा् हो गइल बा, जइिे कबो ्ा भइल होखे; आ अइि् हो गइल बा जइिे ऊ लोग कबो पैदा ्ा भइल होखे; आ ओह लोग के बाद के लइका-लइकीा 10 लेसक् इ लोग दयालु आदमी रहले , जेकर िासमवकुा के ्ा भुलासल गईला 11 उ्कर िरुा् के िाथे लगाुार रगो बसढया ससरािु ब्ल रही आ उ्कर िरुा् साचा के भीुर रहीहे ा 12 उ्कर िरुा् आ उ्कर लइका उ्करा खासुर खडा बाा 13 उ्कर िरुा् हमे्ा खासुर रह जाई आ उ्कर मसहमा ्ा समटासल जाईा 14 उ्कर ला् ्ार सु िे दफ् हो गइल बाा लेसक् उ्कर ्ाम हमे्ा खासुर सजरदा बाा 15 लोग आप् बुद् के बारे मे बुाई आ मरडली आप् ्ुसु करीा 16 ह्ोक पभु के खु् कइल् आ उ्कर अ्ुसाद कर सदहल् आ हर पीढी खासुर पयाुाप के उदाहरर ब् गइल्ा 17 ्ूह के सि् आ िम् समलला कोि के िमय मे ओकरा के दु स्या के बदला मे ले सलहल गईला रही िे जब जलपलय आइल ु ऊ िरुी पर अस्ेष के रप मे छोड सदहल गइल्ा 18 उ्करा िाथे अ्न काल के साचा कइल गइल सक जलपलय िे िब ्रीर के ्ा् ्ा होखेा 19 अबाहम बहु लोग के बड सपुा रहले, मसहमा मे उ्ुका जइि् केह ्ा रहे ा 20 ऊ परमाता के वसया के पाल् कइल् आ उ्करा िाथे साचा कइल्ा आ जब ऊ परख भइल ु ऊ सफादार पासल गइल्. 21 रही िे ऊ किम खा के भरोिा सदहल् सक ऊ अप्ा सर्ज मे राष्् के आ्ीसाव द दीहे आ ओकरा के िरुी के िूरा
स्यर बढा दीहे आ अप्ा सर्ज के ुारा स्यर ऊँच कर दीहे आ ओह लोग के िमुरदर िे िमुद मे उ्रासिकारी ब्ा दीहे . आ ्दी िे लेके दे ि के अरु ुका 22 उ इिहाक के िाथे भी अप्ा सपुा अबाहम के खासुर िब लोग के आ्ीष आ साचा के यासपु कईले असुरी याकूब के सिर प रकरा के सटकसलेा ऊ अप्ा आ्ीसाव द मे ओकरा के सीकार कइल्, आ ओकरा के रगो िरोहर सदहल्, आ आप् सहसा बाँ ट सदहल्; बारह गो गोत मे िे ऊ ओह लोग के अलगा कर सदहल्. अध्य 45 1 उ अप्ा मे िे रगो दयालु आदमी के ले अइले, जेकरा के िब ्रीर के ्जर मे अ्ुगह समलल, उहे मूिा, जे परमेशर आ आदमी के सपय रहले , जेकर सरर िन बाा 2 ऊ ओकरा के मसहमामय िरु लोग के जइि् ब्ा सदहल् आ ओकरा के मसहमामरड् कइल् सक ओकर दु श् ओकरा िे डे रा के खडा हो गइल्. 3 ऊ अप्ा बाु िे चमतार के काम बरद कर सदहल् आ राजा लोग के ्जर मे ओकरा के मसहमामरड् कर सदहल् आ अप्ा लोग खासुर रगो आजा सदहल् आ अप्ा मसहमा के कुछ सहसा ओकरा के दे खा सदहल्. 4 उ अप्ा अससशाि आ ्मुा िे ओकरा के पससत कईले असुरी िभ आदमी मे िे उ्ुका के चु्लेा 5 ऊ ओकरा के आप् आसाज िु्सले आ ओकरा के कररया बादल मे ले अइले आ ओकरा के जीस् आ जा् के स्यम के आजा सदहल् सक ऊ याकूब के आप् साचा आ इसारल के आप् नाय सिखासेा 6 उ हार् के ऊपर उठसले, जस् सक उ्ुका स्ह् पससत आदमी रहले, उ लेसी के गोत के उ्ुकर भाई रहलेा 7 उ ओकरा िे अ्न काल के साचा कईले असुरी लोग के बीच मे पुरोसहुाई के काम दे लेा ऊ ओकरा के िुनर आभूषर िे िुनर कइल् आ ओकरा के मसहमा के सस पसहरा सदहल्. 8 उ ओकरा पर पूरा मसहमा रखलेा आऊ ओकरा के िमृ् कपडा, बेि, लमहर सस आ रफोड िे मजबूु कइल्ा 9 ऊ अ्ार आ चारो ओर िो्ा के कई गो घरटी िे घेर सलहल्, ुासक ऊ जाु घरी मरसदर मे आसाज आ आसाज हो िके, जस् सक अप्ा लोग के िरुा् के याद मे होखेा 10 िो्ा, ्ीला रे ्म आ बैग्ी रर ग के पससत सस, कढाई के काम, नाय के छाुी आ उरीम आ थुमीम के िाथा 11 मुडल लाल रर ग के, िूुव मजदू र के काम, मोहर स्ह् उकेरल असुरी िो्ा मे राखल कीमुी पतर, जौहरी के काम, असुरी इसारल के गोत के िरया के मुुासबक सारक खाुी उकेरल लेखा 12 ऊ माइटर पर िो्ा के मुकुट रखल्, जस्ा मे पससतुा, िमा् के आभूषर, महर गा काम, आँ ख के इचा, अचा आ िुनर उकेरल रहे ा 13 ओकरा िे पसहले अइि् केह ्ा रहे , ्ा कस्ो पराया आदमी ओकरा के पसहरले रहे , लेसक् खाली ओकर लइका आ ओकर लइका-लइकी हमे्ा खासुर पसहरले रहे ा
14 उ्कर बसलदा् हर सद् दू बेर लगाुार पूरा ुरह िे खुम हो जाईा 15 मूिा उ्करा के पससत कइल् आ पससत ुे ल िे असभषेक कइल्, ई उ्करा आ उ्कर सर्ज खासुर रगो अ्न साचा िे आउर उ्कर सर्ज खासुर ुय कइल गइल जबले आका् ब्ल रही, ुासक उ लोग उ्कर िेसा करि आ पुरोसहुाई के पद के स्षाद् करिा आ ओकरा ्ाम िे ज्ुा के आ्ीसाव द दीरा 16 उ अप्ा लोग खासुर मेल समलाप करे खासुर पभु के बसलदा्, िूप आ मीठ गरि चढासे खासुर सजरदा िब लोग मे िे चु्लेा 17 ऊ ओकरा के आप् आजा आ नाय के स्यम् मे असिकार सदहल् सक ऊ याकूब के गसाही सिखासे आ इसारल के अप्ा स्यम् मे बुासेा 18 परदे िी लोग उ्का दखलाफ िासज् रच के जरगल मे उ्कर बद्ामी कइले, दाथा् आ अबीरो् के पक के लोग आ कोर के मरडली के लोग भी कोि आ कोि िे उ्कर बद्ामी कइलेा 19 ई बाु पभु दे ख के ्ाराज हो गइल् आ उ्कर कोि मे ऊ लोग भस हो गइल आ ऊ ओह लोग पर चमतार कइल् आ आग के लौ िे भस कर सदहल्ा 20 लेसक् उ हार् के अउरी इजुदार ब्ा सदहल् आ ओकरा के रगो िरोहर दे सदहल् आ उ्के पसहला फल ओकरा के बाँ ट सदहल्ा खािकर के उ भरपूर रोटी ुै यार करु रहलेा 21 काहे सक उ लोग पभु के बसलदा् मे िे खाले, जस् उ उ्ुका असुरी उ्ुका िरुा् के दे ले रहलेा 22 लेसक् लोग के दे ् मे उ्कर कस्ो उ्रासिकार ्ा रहे आ ्ा ही उ्कर कस्ो सहसा रहे , काहे सक पभु खुद उ्कर सहसा आ उ्रासिकार हसेा 23 ुीिरा मसहमा मे रसलजाबेथ के बेटा सफ्ेि हउसे, काहे सक उ पभु के भय मे जो् रखले रहले आ म् मे सहमु िे खडा रहलेा 24 रह िे उ्करा िाथे ्ार सु के साचा कइल गइल सक ऊ पससत या् आ अप्ा लोग के मुदखया होखि आ ओकरा आ उ्कर िरुा् के हमे्ा खासुर पुरोसहुाई के गररमा समल जासा 25 यहदा के गोत के सय्ै के बेटा दाऊद के िाथे कइल गइल साचा के अ्ुिार राजा के उ्रासिकार खाली उ्कर सर्ज के होखेा 26 परमेिे सर ुोह्ी के म् मे बुद् दे ि सक हम अप्ा लोग के िासमवकुा िे नाय कर िकीले , ुासक उ्कर भलाई ्ा खुम हो जास आ उ्कर मसहमा हमे्ा खासुर ब्ल रहे ा अध्य 46 1 ईिा बेटा रगो ्ासे यु्् मे सीर रहल् आ भससषसारी मे मूिा के उ्रासिकारी रहल्, जे परमेशर के चु्ल लोग के बचासे खासुर अप्ा ्ाम के अ्ुिार महा् भइल् आ ओह लोग के दखलाफ उठल दु श्् के बदला लेु रहल्ा ुासक उ इसारल के ओह लोग के ससरािु मे रख िकेा
2 जब ऊ आप् हाथ उठा के ्हर् पर आप् ुलसार पिारलि ु उ्कर केु्ा मसहमा भइला 3 ओकरा िे पसहले के के अु्ा खडा रहे ? काहे सक पभु खुदे अप्ा दु श्् के अप्ा लगे ले अइलेा 4 का िूरज अप्ा िाि् िे सापि ्ा चलल? आ का रक सद् दू सद् के बराबर ्ा रहे ? 5 जब दु श् ओकरा पर हर ुरफ दबास डालु रहले ु ऊ परम ऊँच पभु के पुकारु रहलेा आ महा् पभु उ्कर बाु िु् सलहल्ा 6 ऊ पराकमी ओला के पतर िे राष्् पर जोरदार लडाई कर सदहल् आ बेथ-होरो् के उुरु घरी ऊ ससरोि करे साला लोग के ्ा् कर सदहल् जेहिे सक राष्् के आप् पूरा ुाकु पुा चल िके काहे सक ऊ पभु के ्जर मे लडु रहले , आ ऊ पराकमी के पीछे -पीछे चल गइला 7 मूिा के िमय मे उ आ यफू् के बेटा कालेब दया के काम कईले सक उ लोग मरडली के ससरोि कईले असुरी लोग के पाप िे रोकले असुरी दु ष के गु्गु्ाहट के ्ार ु कईलेा 8 पैदल चले साला छह लाख लोग मे िे ऊ दु ्ु ज्े के दू ि आ ्हद िे बहु दे ् ुक के िरोहर मे ले आसे खासुर िुरसकु राखल गइला 9 पभु कालेब के भी ुाकु सदहल् जे बुढापा ुक ओकरा िाथे रहल्, रह िे ऊ दे ् के ऊँच जगह् पर घुि गइल् आ ओकर िरुा् ओकरा के िरोहर के रप मे पा सलहल्ा 10 ुासक इसारल के िब लोग ई दे ख िके सक पभु के पीछे चलल अचा बाा 11 आउर जज लोग के बारे मे, हर केह के ्ाम िे, जेकर म् सेशा ्ा भइल आ ्ा ही पभु िे हट गइल, ओकर याददाश िन होखेा 12 ओह लोग के हडी अप्ा जगह िे प्प जास आ जेकरा के िमास्ु कइल गइल रहे ओकर ्ाम ओह लोग के लइक् पर ब्ल रहे ा 13 ्मूरल, पभु के भससषसया, जे अप्ा पभु के सपय रहले, रगो राज के याप्ा कईले असुरी अप्ा लोग प राजकुमार के असभषेक कईलेा 14 पभु के स्यम के अ्ुिार उ मरडली के नाय करु रहले असुरी पभु याकूब के आदर करु रहलेा 15 उ्कर सफादारी िे उ रगो िचा भससषसया पासल गईले असुरी उ्ुका सच् िे उ्ुका के द्व् मे ससशािी होखे के बारे मे जा्ल गईला 16 जब उ दू ि सपयासे साला मेम्ा के चढासु रहले ु उ पराकमी पभु के पुकारु रहलेा 17 ुब पभु सगव िे गरजले आ बहु हला िे आप् आसाज िु्सलेा 18 ऊ िोररय् के ्ािक् आ पसल्ीय् के िगरी िरदार् के ्ा् कर सदहल्. 19 ऊ अप्ा लमहर ्ीरद िे पसहले पभु आ उ्कर असभसषय लोग के िाम्े ससरोि कइल् सक हम केह के िामा्, जूुा जइि् ्ा लेले बा्ी, आ केह ओकरा पर आरोप ्ा लगसलिा 20 मरला के बाद ऊ भससषसारी कइल् आ राजा के आप् अरु बुा सदहल् आ भससषसारी मे िरुी िे आप् आसाज उठा के लोग के दु षुा के समटा सदहल्ा
अध्य 47 1 ओकरा बाद ्ाथ् दाऊद के िमय मे भससषसारी करे खासुर उठल्ा 2 जइिे ्ार सु बसल के चब् स्कालल जाला, ओइिहीर दाऊद के इसारल के िरुा् मे िे चु्ल गइला 3 ऊ ्ेर के िाथे जइिे बचा के िाथे खेलु रहले आ भालू के िाथे मेम्ा के िाथे खेलु रहलेा 4 जब उ अभी छोट रहले ु उ रगो सदगज के ्ा मारले रहले ? आ जब ऊ गोसल मे पतर िे हाथ उठा के गोसलयु के घमरड के पीट सदहल् ु का ऊ लोग िे स्रदा ्ा हटा सदहल्? 5 काहे सक उ परम परम पभु के पुकारु रहलेा ऊ अप्ा दासह्ा हाथ मे ुाकु सदहल् सक ऊ ओह पराकमी यो्ा के मार िके आ अप्ा लोग के िीरग खडा कर िके. 6 रही िे लोग दि हजार िे उ्कर आदर कइल आ पभु के आ्ीष मे उ्कर ्ुसु कइल सक ऊ उ्का के मसहमा के मुकुट दे सदहल्ा 7 ऊ हर ुरफ िे दु श्् के ्ा् कर सदहल् आ अप्ा ससरोसिय् के पसल्ीय् के ्ा् कर सदहल् आ आजु ले ओह लोग के िीरग ुोड सदहल्. 8 उ अप्ा िब काम मे परम पससत के मसहमा के बाु िे ्ुसु कईलेा पूरा म् िे गीु गासु रहले, आ ओकरा के ब्ासे साला िे पार करु रहलेा 9 उ गायक लोग के सेदी के िाम्े रखले, ुासक उ लोग के आसाज िे मीठ िु् बजासे असुरी रोज अप्ा गीु मे ्ुसु गासेा 10 उ ओह लोग के भोज के िुनर ब्ासु रहले आ अरसुम िमय ुक के िमय के कम मे रखले रहले ुासक उ लोग उ्कर पससत ्ाम के ्ुसु करि असुरी भोर िे मरसदर के आसाज दे सेा 11 पभु उ्कर पाप हटा सदहल् आ आप् िीरग के हमे्ा खासुर ऊँच कर सदहल् आ ओकरा के राजा लोग के साचा आ इसारल मे मसहमा के सिरहाि् सदहल्ा 12 ओकरा बाद रगो बुद्मा् बेटा उठल आ ओकरा खासुर ऊ मुय रह गइला 13 िुलेमा् ्ार सु के िमय मे राज कइल् आ िमास्ु भइल्ा काहे सक भगसा् ओकरा चारो ओर िब लोग के ्ार ु कर सदहले सक ऊ अप्ा ्ाम पर घर ब्ा िके आ आप् पससत या् हमे्ा खासुर ुइयार कर िके. 14 जसा्ी मे ुू केु्ा बुद्मा् रहलू आ बाढ के ुरह िमझ िे भरल रहलू ! 15 ुोहार पार पूरा िरुी के ढर क सदहलि आ ओकरा के अनार दषार ु िे भर सदहलऽा 16 ुोहार ्ाम दू र-दू र ुक दीप ुक चल गईला आ अप्ा ्ार सु खासुर ुू सपय रह्ीा 17 ुोहार गीु, कहासु, दषान आ वाया खासुर दे ् ुोहरा पर अचरज मे पड गइला 18 परमेिे सर परमेिे सर के ्ाम िे, जेकरा के इसारल के परमेिे सर कहल जाला, ुू िो्ा के टी् के रप मे बटोर्ी आ चाँ दी के िीिा के रप मे बढा सदह्ीा 19 ुू मेहरार लोग के िाम्े आप् कमर झुका के अप्ा दे ह िे ुोहरा के अिी् कइल गइला
20 ुू आप् इजु के दाग लगा सदह्ी आ अप्ा िरुा् के गरदा कर सदह्ी आ अप्ा लइका-लइकी पर कोि पैदा कर सदह्ी आ अप्ा मूखवुा िे दु खी हो गइ्ीा 21 रह िे राज बँट गइल आ रपैम मे िे रगो ससदोही राज के राज भइला 22 लेसक् पभु कबो आप् दया ्ा छोडीहे , ्ा उ्कर कस्ो काम ्ा् होई, ्ा ही उ अप्ा चु्ल लोग के िरुा् के खुम करीहे , आ जे ओकरा िे पार करे ला ओकर िरुा् के उ ्ा छी् सदहे , आ ओकरा िे दाऊद खासुर रगो जड स्कलला 23 रही ुरे िुलेमा् अप्ा पुरखा लोग के िरगे आराम कईले असुरी उ अप्ा िरुा् मे िे रोबोआम के छोड के चल गईले, जस् सक लोग के मूखवुा असुरी िमझदार ्ा रहे , जस् सक अप्ा िलाह िे लोग के मोड दे लेा ्बाु के बेटा यारोबाम भी रहले, जे इसारल के पाप करसले आ रपैम के पाप के रा्ा दे खा सदहलेा 24 उ लोग के पाप बहु बढ गईल सक उ लोग के दे ् िे भगा सदहल गईला 25 काहे सक उ लोग िब बुराई के खोजु रहले, जब ुक सक बदला उ लोग प ्ा आईला अध्य 48 1 ुब रसलयाह भससषसया आग के रप मे खडा हो गईले असुरी उ्ुकर सच् दीया स्ह् जर गईला 2 ऊ ओह लोग पर बहुे अकाल ले अइल् आ अप्ा जो् िे ओह लोग के िरया कम कर सदहल्. 3 पभु के सच् िे ऊ सगव के बरद कर सदहल् आ ुी् बेर आग भी सगरा सदहल्ा 4 हे रसलयाि, ुोहरा अचरज के काम मे केु्ा िमा् समलल! आ ुोहरा जइि् के मसहमा कर िकेला! 5 ऊ परम परमाता के सच् िे मरल आदमी के मौु िे सजरदा कर सदहल् आ ओकर पार के मुअल लोग के जगह िे सजरदा कर सदहल्ा 6 ऊ राजा लोग के आ िमास्ु लोग के सबछौ्ा िे सस्ा् के ओर ले अइलेा 7 ऊ सि्ाई मे पभु के डार ट िु्ले रहले आ होरे ब मे बदला लेसे के फैिला िु्ले रहलेा 8 उ राजा लोग के असभषेक कईले सक उ बदला लेसे खासुर आ भससषसया लोग के उ्करा बाद िफल होखे खासुर असभषेक कईले| 9 ऊ आग के बसरडर आ आग के घोडा के रथ मे उठासल गइला 10 उ लोग अप्ा िमय मे डार ट के खासुर स्युय रहले, पभु के नाय के कोि के ्ान करे खासुर, ओकरा िे पसहले सक उ कोि मे टू ट जार, आ सपुा के सदल के बेटा के ओर मोड दे से असुरी याकूब के गोत के बहाल करे ा 11 िन हसे उ लोग जे ुोहरा के दे ख के पेम मे िुुल बाा काहे सक हम्ी के जरर सजरदा रहब जाा 12 इसलयाि रहे , जे बसरडर िे ढर कल रहे , आ रसलसियि के आता भरल रहे , जबले उ सजरदा रहले , ुब ुक कस्ो राजकुमार के िाम्े ्ा सहलल असुरी ्ा केह उ्ुका के अिी् क िकु रहे ा
13 कस्ो ्ब ओकरा पर हासी ्ा हो पासला आ उ्कर मरला के बाद उ्कर ला् भससषसारी कइलिा 14 ऊ अप्ा जीस् मे चमतार कइल् आ मरला पर उ्कर काम अदे भुु रहला 15 रह िब के चलुे लोग पयाुाप ्ा कइल आ ्ा ही अप्ा पाप िे हट गइल, जबले सक ऊ लोग लूट के अप्ा दे ् िे ्ा ले जाइल गइल आ पूरा िरुी मे सबखरा गइल, ुबसहयो दाऊद के घरा्ा मे रगो छोट लोग आ रगो ्ािक रह गइल : 1ा 16 उ्करा मे िे कुछ लोग उ काम कइल जस् परमेिे सर के म् करे आ कुछ लोग पाप के बढा सदहला 17 इजसकयाह अप्ा ्हर के मजबूु कईले असुरी ओकरा बीच मे पा्ी ले अईले असुरी लोहा िे कडा चटा् के खोद के पा्ी खाुी कुआर ब्सलेा 18 अप्ा िमय मे िे्हे ररब चढ के रबिाि के भेज के सियो् के दखलाफ हाथ उठा के घमरड करु घमरड कईलेा 19 ुब ओह लोग के सदल आ हाथ काँ प गइल आ ऊ लोग पिस िे पीसडु मेहरार स्यर पीडा मे पड गइला 20 लेसक् उ लोग दयालु पभु के पुकार के उ्करा ओर हाथ बढसले, ु ुु रुे पससत परमेशर सगव िे उ्कर बाु िु् के रिे के िेसकाई के दारा उ लोग के बचा लेलेा 21 ऊ अशूर के िे्ा के मार सदहल् आ ओकर दू ु ओह लोग के ्ा् कर सदहल्. 22 इजसकयाह उ काम कईले रहले जस् सक पभु के पिरद करु रहले असुरी अप्ा सपुा दाऊद के राह मे मजबूु रहले , जईिे सक इिे भससषसया, जस् सक अप्ा द्व् मे महा् असुरी सफादार रहले , उ्ुका के आजा दे ले रहलेा 23 अप्ा िमय मे िूरज पीछे हट गईल असुरी उ राजा के जीस् लरबा क दे लेा 24 ऊ रगो बसढया आता िे दे खल् सक आदखर मे का होखे साला बा आ सियो् मे ्ोक म्ासे साला लोग के सदलािा सदहल्ा 25 ऊ बुासु रहल् सक का हमे्ा खासुर होखे साला बा, आ गुप बाु भा कबो आसे साला बाुा अध्य 49 1 जोसिया के सरर ओह इत के रच्ा जइि् होला जस् दसाई ब्ासे साला के कला िे ब्ल होला, ई िब मुँह मे ्हद स्यर मीठ होला आ ्राब के भोज मे िरगीु के रप मेा 2 उ लोग के िमाम ुरर मे िही वसहार कइलि आ अिमव के सघ्ौ्ा काम के दू र कर सदहलिा 3 ऊ आप् म् पभु के ओर ले गइल् आ अभय लोग के िमय मे ऊ परमेशर के आराि्ा के यासपु कइल्ा 4 दाऊद, इजसकयाि आ योस्याह के छोड के िब लोग दोषपूरव रहल्, काहे सक ऊ लोग परमाता के स्यम के छोड सदहल आ यहदा के राजा लोग भी अिफल हो गइला 5 रही िे ऊ ओह लोग के असिकार दोिरा के दे सदहल् आ ओह लोग के मसहमा परदे िी जासु के दे सदहल्. 6 सयमवयाह के भससषसारी के अ्ुिार पससत या् के चु्ल ्हर के जरा दे ले असुरी िडक के उजड क दे लेा 7 काहे सक उ लोग उ्करा िे बुराई के स्होरा करु रहले , लेसक् उ रगो भससषसया रहले, अप्ा महुारी के पेट मे
पससत हो गईल रहले , ुासक उ जड िे उखाड के दु खी असुरी ्ा् करिा आ ुासक ऊ भी स्माव र कर िके आ रोप िकेा 8 इजसकरल ही उ मसहमामरसडु द्व् दे खले रहले जस् करब् के रथ पर उ्ुका के दे खल गईल रहे ा 9 काहे सक ऊ बरखा के आकृसु के ्ीचे दु श्् के सजक करु रहले आ िही जाु लोग के स्द् ् दे ु रहलेा 10 बारह गो भससषसया लोग मे िे याद के आ्ीष समल जास आ ओह लोग के हडी अप्ा जगह िे फेर िे प्प जास, काहे सक ऊ लोग याकूब के सदलािा सदहल आ भरोिा िे बचासला 11 हम्ी के जरोबाबेल के कइिे बढाईब जा? इहाँ ुक सक उ दासह्ा हाथ के स््ा् स्ह् रहलेा 12 यूिुदेक के बेटा यी्ु भी अइि्े रहल्, जे ओह लोग के िमय मे घर ब्सले आ पभु खासुर रगो पससत मरसदर ब्सले, जस् अ्न मसहमा खासुर ुइयार कइल गइल रहे ा 13 चु्ल लोग मे ्ीसमया भी रहले , जेकर ्ाम बहु बा, उ हम्ी खासुर सगरल दे साल के खडा कईले, फाटक असुरी िलाख के खडा कईले असुरी हम्ी के खरडहर के फेर िे खडा कईलेा 14 लेसक् िरुी पर ह्ोक जइि् केह के रच्ा ्ा भइला काहे सक ऊ िरुी िे हटा सदहल गइल बा. 15 यूिुफ जइि् कस्ो ्सही ्ा पैदा भइल रहे , ऊ अप्ा भाई लोग के राजपाल, लोग के ठहरास रहे , जेकर हडी के पभु मा्ु रहलेा 16 िेम आ िेु के आदमी के बीच बहु आदर रहे आ आदम के िृसष के हर जीस िे ऊपर रहे ा अध्य 50 1 ओस्या के बेटा ्मौ् महायाजक जे अप्ा जीस् मे घर के मरमु के फेर िे ठीक कईले असुरी मरसदर के गढ ब्सलेा 2 ओकरा दारा ्ीरस िे दु गु्ा ऊँचाई, मरसदर के चारोर ओर दे साल के ऊँच सकला ब्ला 3 उ्करा जमा्ा मे पा्ी लेसे के कुरड िमुरदर स्ह् कमाि मे रहे असुरी पीुल के पेट िे ढर कल रहे ा 4 ऊ मरसदर के दे खभाल कइल् सक ऊ ्ा सगर जास आ ्हर के घेराबरदी िे बचास कइल्ा 5 पससत या् िे बाहर स्कलला पर लोग के बीच मे उ्कर कु्ा आदर भइल! 6 उ बादल के बीच मे भोर के ुारा स्ह् रहले असुरी पूरा होखे के िमय चरदमा स्ह् रहलेा 7 जइिे िूरज परम परमेशर के मरसदर पर चमकु बा आ इर दि्ुष के चमकदार बादल मे रो््ी दे ु बाा 8 िाल के बिरु मे गुलाब के फूल स्ह्, पा्ी के ्दी के सक्ारे कुमुद के फूल स्ह् असुरी गम् के िमय मे लोबा् के डाढ स्ह्ा 9 िूप मे आग आ िूप के िमा् आ हर ुरह के कीमुी पतर िे ब्ल पीटल िो्ा के बुव ् जइि्ा 10 रगो गोरा जैुू् के पेड स्ह् जस् फल दे सेला असुरी िर के पेड स्ह् जस् बादल ुक बढे लाा
11 जब ऊ आदर के सस पसह्ले आ मसहमा के सि्ुा के कपडा पसह्ले रहले ु पससत सेदी पर चढले ु पससतुा के सस के िमा्ज्क ब्ा सदहलेा 12 जब ऊ याजक् के हाथ िे सहसा ले सलहले ु ऊ सेदी के चूला के लगे चारो ओर चारोर ओर चारो ओर खडा होके सलबा्ि मे दे सदार के बचा स्ह् खडा हो गईलेा आ जइिेजइिे ुाड के पेड ओकरा के चारो ओर घेरु रहे ा 13 रही ुरे हार् के िब बेटा अप्ा मसहमा मे आ पभु के बसलदा् अप्ा हाथ मे, इसारल के पूरा मरडली के िाम्े रहलेा 14 ऊ सेदी पर िेसा पूरा कइल् सक ऊ िसव्दयमा् परमाता के बसलदा् के िजा िकेा 15 ऊ आप् हाथ पाला पर बढा के अरगूर के खू् डाल सदहल् आ सेदी के ुलहटी मे रगो िुगरसिु िुगरि उडा सदहल् जस् िबिे ऊँच राजा के िाम्े आ गइल्. 16 ुब हार् के बेटा लोग सचला के चार दी के ुु रही बजासु रहे आ परम ऊँच के िाम्े याद करे खासुर बहु आसाज कइला 17 ुब िब लोग जलबाजी मे अप्ा िसव्दयमा् पभु परमाता परमाता के आराि्ा करे खासुर मुँह पर िरुी पर सगर गइला 18 गायक लोग भी अप्ा आसाज िे ्ुसु गासु रहे , बहु ुरह के आसाज के िाथे उहाँ मीठ राग ब्ु रहे ा 19 ुब ुक लोग दयालु के िाम्े पाथव्ा िे परम परम पभु िे स्होरा करु रहे , जब ुक सक पभु के उतस खुम ्ा हो गईल असुरी उ्ुकर िेसा पूरा ्ा हो गईला 20 ुब उ ्ीचे उुर के इसारल के लोग के पूरा मरडली के ऊपर हाथ उठसले ुासक उ अप्ा होरठ िे पभु के आ्ीसाव द दे से असुरी उ्ुका ्ाम प खु् होखेा 21 उ लोग दू िरा बेर आराि्ा करे खासुर झुक गईले ुासक उ लोग परम परमेशर िे आ्ीष पा िके| 22 अब ुोह्ी िभे के परमेशर के आ्ीष दीर, जे हर जगह अचरज के काम करे ला, जे हम्ी के गभव िे ही हम्ी के सद् के ऊपर उठासेला असुरी हम्ी के िरगे अप्ा दया के मुुासबक वसहार करे लाा 23 उ हम्ी के म् मे आ्न दे सेल् आ इसारल मे हम्ी के सद् मे हमे्ा खासुर ्ार सु समलेा 24 ुासक उ हम्ी के िाथे आप् दया मजबूु करि आ अप्ा िमय पर हम्ी के बचासे! 25 दू ुरह के राष् बा जस्ा िे हमार म् घृरा बा, आ ुीिरा कस्ो राष् ्ा हा 26 िामररया के पहाड पर बइठल लोग, पसल्ीय् के बीच मे रहे साला लोग आ सिकेम मे रहे साला मूखव लोगा 27 यर्लेम के सिराख के बेटा यी्ु रह सकुाब मे िमझ आ जा् के स्का सलखले बाड्, जे अप्ा म् िे बुद् के बहास कइले बाड्ा 28 िन बा जे रह काम मे लागल होईा आ जे ओह लोग के अप्ा म् मे जमा करी ऊ बुद्मा् हो जाई. 29 अगर उ ओह िब के पाल् करी ु उ िब काम मे मजबूु होई, काहे सक पभु के पका् ओकरा के ले जाला, जे भगसा् के भदय करे साला के बुद् दे सेलाा भगसा् के ्ाम िदा खासुर िन होखेा आमी्, आमी् के बाा
अध्य 51 1 सिराक के बेटा ईिा के रगो पाथव्ाा हे पभु आ राजा, हम ुोहार िनसाद दे ब, हे हमार उ्ारकुाव परमेशर, ुोहार ्ुसु करबा 2 ुू हमार रकक आ िहायक हउअ आ हमरा ्रीर के सस्ा् िे, स्रदा करे साला जीभ के जाल िे, आ झूठ गढे साला होठ िे बचा के रखले बाडू, आ हमरा ससरोसिय् के दखलाफ हमार िहायक रहल बाडूा 3 ुोहरा ्ाम के दया आ महा्ुा के बहुायु के सहिाब िे हमरा के खार खासुर ुइयार लोग के दाँ ु िे आ हमरा जा् के ुला् करे साला लोग के हाथ िे आ कई ुरह के कष िे बचा लेले बा हम कई्ीर; 4 चारो ओर िे आग के गला घोरटला िे आ ओह आग के बीच िे जस् हम ्ा जरसले रह्ीा 5 ्रक के पेट के गहराई िे, अ्ु् जीभ िे आ झूठ बोल िेा 6 राजा पर अिम् जीभ िे आरोप लगसला िे हमार पार मौु ुक के ्जदीक आ गईल, हमार जा् ्ीचे ्रक के ्जदीक आ गईला 7 उ लोग हमरा के चारो ओर िे घेरले रहले असुरी हमरा मदद करे साला केह ्ा रहे , हम आदमी के मदद के ुला् मे रह्ी, लेसक् केह ्ा रहे ा 8 हे पभु, हम ुोहार दया आ पुरा् काम पर िोच्ी सक ुू अप्ा इर ुजार करे साला लोग के कइिे बचासु बाडू आ दु श्् के हाथ िे बचासु बाडूा 9 ुब हम आप् स्होरा िरुी िे उठा के मौु िे मुदय के पाथव्ा कइ्ीा 10 हम अप्ा पभु के सपुा पभु िे पुकारु रह्ी सक उ हमरा िरकट के सद् मे आ घमरडी लोग के िमय मे जब कस्ो मदद ्ा रहे ु उ हमरा के ्ा छोडिा 11 हम ुोहार ्ाम के ्ुसु करु रहब आ िनसाद के िाथे ्ुसु गासु रहबा आ रही िे हमार पाथव्ा िु्ल गइला 12 काहे सक ुू हमरा के सस्ा् िे बचा लेले बाडू, आउर बुरा िमय िे बचा दे ले बाडू, रही िे हम ुोहार िनसाद दे ब, ुोहार ्ुसु करब आ ओह लोग के ्ाम के आ्ीसाव द दे ब, हे पभुा 13 जब हम अभी छोट रह्ी, या कबो ससदे ् गईल रह्ी ु हम अप्ा पाथव्ा मे खुल के बुद् के चाहु रह्ीा 14 हम मरसदर के िाम्े ओकरा खासुर पाथव्ा कईले रह्ी असुरी अरु ुक ओकरा के खोजु रहबा 15 फूल िे लेके अरगूर के पाकल ुक हमार म् ओकरा िे खु् हो गईल बा, हमार गोड िही रा्ा प चलल, जसा्ी िे हम ओकरा के खोजु रह्ीा 16 हम आप् का् ु्ी झुका के ओकरा के गहर कइ्ी आ बहु कुछ िीख्ीा 17 हम ओकरा िे फायदा उठस्ी, रहिे हम ओकरा के मसहमा दे ब जे हमरा के बुद् दे सेलाा 18 हम ओकरा बाद काम करे के इरादा रखले रह्ी, आ हम पूरा म् िे अचा काम के पाल् करु रह्ीा ु हमहँ भसमु ्ा होखबा 19 हमार पार ओकरा िे कुशी कइले बा आ अप्ा काम मे हम िटीक रह्ी, हम आप् हाथ ऊपर के आका् मे बढा के ओकरा बारे मे अप्ा अजा्ुा के ससलाप कइ्ीा
20 हम आप् पार ओकरा लगे सदह्ी आ ओकरा के ्ु्ुा मे पा सलह्ी, हम ्ुर िे ही ओकर सदल ओकरा िे जोडले बा्ी, रहिे हमरा के ्ा छोडल जाईा 21 हमार म् ओकरा के खोजे मे घबरा गईल, रही िे हमरा रगो बसढया िरपस् समल गईल बाा 22 पभु हमरा इ्ाम खासुर रगो जीभ दे ले बाडे असुरी हम ओकरा िे उ्ुकर ्ुसु करबा 23 हे अस्सकु लोग, हमरा लगे आ जा, आ ससदा के घर मे रहऽा 24 ुू लोग काहे िीमा बाडऽ, आ ुोह्ी के ई बाु का कहु बाडऽ, काहे सक ुोह्ी के बहु पाि लागल बा? 25 हम आप् मुँह खोल के कह्ी सक सब्ा पईिा के ओकरा के अप्ा खासुर खरीद लीरा 26 आप् गरद् जुआ के ्ीचे राखऽ आ आप् आता के स्का पासे दीर, ओकरा के खोजल मुद्ल बाा 27 ुोह्ी के आँ ख िे दे खऽ सक हमरा बहु कम मेह्ु बा आ हमरा लगे बहु आराम समलल बाा 28 बहुे ि् िे पढाई करऽ आ ओकरा िे ढे र िो्ा पाईरा 29 उ्कर दया मे ुोहार पार खु् होखे आ उ्कर ्ुसु मे ्मव मु करीरा 30 िमय िे आप् काम करऽ, आ ओकरा िमय मे ऊ ुोहार इ्ाम सदहीा