Hindi - Wisdom of Solomon

Page 1


अध्य 1 1 हे पृ य्व के न्या​ािय तुम धम् से पे म रखि; अचे मन से प्ु क् सरम करि, और सरलत् से उसकव खिज करि। 2 किययक जि उसकव परवक् नहवय करते, ्ह उन मे से प्ा् ज्एग्; और अपने आप कि ऐसे लिगिय के स्मने पगर करत् है जि उस पर अय्श्स नहवय करते। 3 किययक व्​् कव कलन्एय परमेशर से अलग हि ज्तव है , और उसकव शक् परखने पर मूख् कि ड्य रतव है । 4 किययक दु ष प्मव मे बुक् प्ेश नहवय करतव; न हव उस शरवर मे यन्​्स करि जि प्प के अधवन है । 5 किययक अनुश्सन कव पय्त आत् छल से दू र रहे गव, और यनबु्क् य्च्रिय से दू र रहे गव, और कुयरलत् के आने पर ठहर न सकेगव। 6 किययक बुक् पे मव आत् है ; और उसकव यनन् करने्​्ले कि यनद्द न ठहर्एग्; किययक परमेशर उसकव लग्म क् स्कव, और उसके हदा क् सच् दे खने्​्ल्, और उसकव जव् क् सुनने्​्ल् है । 7 किययक प्ु क् आत् जगत मे व्य है , और यजस मे सब कुछ है , ्ह ्​्मव क् ज्न रखत् है । 8 इस क्रम जि कुयरल ब्ते बिलत् है , ्ह यछप नहवय सकत्; और पलर् ले ने्​्ल् ्व दण दे कर उस से दू र नहवय हित्। 9 किययक दु षियकव ाुक् क् पत् लग्ा् ज्एग्, और उसके ्चन ाहि्​् के प्स पहय चेगे, और उसके बुरे क्म पगर हियगे। 10 किययक जलन क् क्न सब ब्ते सुनत् है , और बुडबुड्ने क् शब यछप नहवय प्त्। 11 इसयलाे कुडकुड्ने से स्​्ध्न रहि, जि ल्​्हवन है ; और अपनव जव् कि यनन् करने से रिकि; किययक किई गुय ब्त ऐसव नहवय, जि व्​् ठहरतव हि; और जि मुयह य्श्स करत् है , ्ह प्म कि घ्त करत् है । 12 अपने जव्न कव ्ूल के क्रम मृतु क् ात न करि; और अपने ह्​्िय के क्मिय से अपने आप कि य्न्श मे न फयस्ओ। 13 किययक परमेशर ने मृतु नहवय बन्ई, और न जवय्तियके न्श से पसर हित् है । 14 किययक उस ने सब ्सु एय इसयलाे उतर कवय, यक ्े बनव रहे ; और जगत कव पवय़ा्य स् रहे ; और न

उनमे य्न्श क् य्द है , और न पृ य्व पर मृतु क् र्ज है ; 15 (किययक धम् अमर है :) 16 परनु ्क्हवन मनुषियने अपके क्मियऔर ्चनियसे उसे अपने प्स बुल् यला्; किययक जब उनिय ने उसे अपन् यमत समझ्, तब उसे व्​् कर ड्ल्, और उसके स्​् ्​्च् ब्न लव, किययक ्े हव उसके सह्​्गव हिने के ािग है । अध्य 2 1 किययक ्क्हवन लिग आपस मे ्​्द-य्​्​्द करके कहते ्े , परनु सवधे नहवय, यक हम्र् जव्न छिर् और कयठन है , और मनुष कव मृतु क् किई उप्ा नहवय, और न किई मनुष कब मे से लौर आा् हि। 2 किययक हम सब स्हस के समा जने है ; और इसके ब्द हम ऐसे हियगे म्नि हम क्व हए हव न हिय; किययक हम्रव स्य से हम्रे न्किय मे धुएँ के सम्न है , और हम्रे हदा के यहलने-डु लने मे एक छिरव सव यचयग्रव है । 3 और ्ह बुझते हव हम्र् शरवर र्ख हि ज्एग्, और हम्रव आत् शवतल ्​्ाु कव न्ईय लिप हि ज्एगव। 4 और हम्र् न्म समा के स्​् ्ुल् यदा् ज्एग्, और हम्रे क्म किई सरम न रखेग्, और हम्र् प्म ब्दल कव न्ईय यमर ज्एग्, और किहरे कव न्ईय फैल ज्एग्, जि ब्दलिय कव यकरमिय से उड ज्त् है । सूरज, और उसकव गम् से उबरन्। 5 किययक हम्र् समा यमरतव हई छ्ा् के सम्न है ; और हम्रे अन के ब्द यफर लौरन् सय्​् नहवय; किययक उस पर ऐसव मुहर लग् दव गई है , यक किई यफर लौरकर न आए। 6 इसयलाे आओ, हम उन अचव ्सु ओय क् आनन उठ्एय जि ्त्म्न मे है : और हम ज्​्नव कव न्ईय शवघत् से प्यमािय क् उपािग करे । 7 हम अपने आप कि महँ गे द्खमधु और इत से तृय करे , और बसयत क् किई ्व फूल हम्रे प्स से न ज्ने प्ए। 8 आओ, हम अपने आप कि गुल्ब कव कयलािय क् मुकुर पहन्एय , इससे पयहले यक ्े मुरझ् ज्एय ; 9 हम मे से किई ्व अपनव पसरत् क् ्​्ग यबन् न ज्ने प्ए; हम अपने आनन के यचन हर जगह छिडे ; किययक हम्र् ्​्ग ाहव है , और हम्र् ्​्ग ाहव है ।


10 हम कयग्ल धम् मनुष पर अनेर करे , य्ध्​् कि न छिडे , और बू़ियके पके ब्लिय क् आदर न करे । 11 न्ा कव व्​्​् हम्रव शक् ठहरे ; किययक जि यनब्ल है , ्ह व्​् ठहरत् है । 12 इसयलाे आओ हम धम् कव घ्त मे रहे ; किययक ्ह हम्रव ब्रव के पक मे नहवय है , और ्ह हम्रे क्मिय के य्परवत शु् है : ्ह व्​्​् क् अपम्न करने के क्रम हमे ड्य रत् है , और हम्रव यशक् के उलयघनिय पर हम्रव बदन्मव क् य्रिध करत् है । 13 ्ह परमेशर क् ज्न हिने क् द्​्​् करत् है : और अपने आप कि प्ु कव सन्न कहत् है । 14 ्ह हम्रे य्च्रिय कि यधक्रने के यलाे रच् गा् है । 15 ्ह दे खने मे ्व हमे दु ःख दे त् है ; किययक उसक् जव्न और मनुषियक् स् नहवय, उसकव च्ल-चलन और हव पक्र कव है । 16 हम उसके स्मने यनकमे ठहरते है ; ्ह हम्रे च्लचलन से ऐस् दू र रहत् है म्नि ्ह गयदगव से दू र रहत् है ; ्ह धयम्ािय के अन क् सम्च्र सुन्त् है , यक ्े धन हि ज्एय , और घमण करत् है , यक परमेशर उसक् यपत् है । 17 आओ, हम दे खे यक उसकव ब्ते सच है ा् नहवय; और हम परखे यक उसके अन मे क् हिग्। 18 किययक ायद धम् मनुष परमेशर क् पु त हि, ति ्ह उसकव सह्​्त् करे ग्, और उसे उसके शतुओय के ह्​् से बच्एग्। 19 आओ, हम उसे दे द और ा्तन् से ज्य चे, यक हम उसकव नमत् कि ज्ने, और उसके धैा् कि परखे। 20 आओ, हम उसे लज्जनक मृतु क् दण दे : किययक ्ह अपने हव कहने से पयतयित हिग्। 21 उनियने ऐसव कलन् कव, और धिख् ख् गए, किययक उनकव दु षत् ने उने अन् कर यदा् है । 22 और परमेशर के ्ेदियकि ्े नहवय ज्नते ्े , और न धम् के प्ररशयमक कव आश् रखते ्े , और न यनद्द मनुषियके पयतफल कव आश् रखते ्े । 23 किययक परमेशर ने मनुष कि अमर हिने के यल्े उतर यका्, और उसे अपनव सन्तनत् क् पयततप बन्ा्। 24 तौ्व शैत्न कव ड्ह से मृतु जगत मे आई; और जि उसक् पक ले ते है ्े उसे प्ते है ।

अध्य 3 1 परनु धयम्ाियकव आत् परमेशर के ह्​् मे रहतव है , और किई पवड् उने छू न सकेगव। 2 ्े यनबु्क्ािय कव दयष मे मर गए, और उनक् चले ज्न् दु :ख समझ् ज्त् है । 3 और उनक् हम्रे प्स से ज्न् सत्न्श हिग्; परनु ्े कुशल से है । 4 किययक ादयप ्े मनुषियके स्मने दण प्ते है , तौ्व उनकव आश् अमरत् से ्रव है । 5 और जब ्िडव त्डन् हई, ति उनकि बड् पयतफल यमले ग्; किययक परमेशर ने उनकि परख्, और अपने ािग ठहर्ा्। 6 उस ने उनकि ्टव मे सिने के सम्न ज्य च्, और हिमबयल करके गहम यका्। 7 और दण्त करने के समा ्े चमकेगे , और खूयरव के बवच मे यचयग्रव कव न्ईय इधर उधर दौडे गे। 8 ्े ज्यत ज्यत क् न्ा करे गे, और पज् पर प्ुत् करे गे, और उनक् प्ु स्​्द् र्ज करे ग्। 9 जि उस पर ्रिस् रखते है , ्े सत कि समझेगे; और जि पे म मे य्श्सािग है , ्े उसके स्​् बने रहे गे; किययक अनुगह और दा् उसके पय्त लिगिय पर है , और ्ह अपने चुने हओय कव यचन् करत् है । 10 परनु दु ष लिग अपनव कलन् के अनुस्र दण प्एँ गे, किययक उनियने धयम्ािय कव उपे क् करके ाहि्​् कि त्ग यदा् है । 11 किययक जि बुक् और प्लन-पिदम कि तुच ज्नत् है , ्ह दु ःखव है , और उनकव आश् व्​् है , उनक् पररशम यनषल और उनके क्म यनषल है । 12 उनकव क्ा्य मूख् और उनके लडके-ब्ले दु ष है ; 13 उनकव सन्न श्यपत है । इसयलए धन है ्ह बयजर जि यनम्ल है , यजसने प्पपू म् यबसर कि नहवय ज्न् है : ्ह आत्ओय के दश्न मे फल प्य करे गव। 14 और ्ह खिज् धन है , यजस ने अपने ह्​्िय से किई अधम् क् क्म नहवय यका्, और न परमेशर के य्त् बुरव ब्ते सिचव; किययक उसे य्श्स क् य्शेद उपह्र यदा् ज्एग्, और प्ु के मकनर मे उसके मन कि अयधक ्​्ने ्​्ल् ्​्ग यदा् ज्एग्। 15 किययक अचे पररशम क् फल मयहम्मा हित् है , और बुक् कव जड क्व नष नहवय हितव। 16 और वय्च्रव लिग यस् न हियगे, और कुयरल ्यश क् ्यश जड से उख्ड यदा् ज्एग्।


17 किययक च्हे ्े बहत यदन तक जवय्त रहे , तौ्व उनक् कुछ आदर न यका् ज्एग्, और उनक् अनक्ल ्व अन्दर से ्र् रहे ग्। 18 ा् ायद ्े शवघ मर ज्एय , ति परवक् के यदन उने न आश् रहे गव और न श्कन। 19 किययक अधम् पव़व क् अन ्ा्नक है । अध्य 4 1 सन्न न रखन् और सद् गुम रखन् उतम है ; किययक उसक् सरम अमर है ; किययक परमेशर और मनुष दिनिय हव उस कव चच्​् करते है । 2 जब ्ह उपक्त हित् है , ति मनुष उसक् उद्हरम ले ते है ; और जब ाह चल् ज्त् है , ति ्े इसकव इच् करते है : ाह एक मुकुर पहनत् है , और हमेश् के यलए य्जाव हित् है , जवत ह्यसल करने के ब्द, बेद्ग पु रस्रिय के यलए पा्स करत् है । 3 परनु दु षियक् ्यश न पनपे ग्, और न दु षियके क्रम गहरव जड पकडे ग्, और न द़ ने् ड्ले ग्। 4 ादयप ्े कुछ समा तक ड्यलाियमे फलते-फूलते है ; तौ्व यरके न रहे गे, ्े आँ धव से यहल उठे गे , और आँ धव के झियके से जड से उख्ड यदए ज्एँ गे। 5 अयस् ड्यला्य तिड दव ज्एय गव, उनक् फल यनकम् हि ज्एग्, ख्ने के ािग न पकेग्, ्रन व्​् यमले ग्। 6 किययक जि ब्लक अ्ैध यबछौने से उतर हिते है , ्े मुकदमे मे अपने म्त्-यपत् के य्र् दु षत् के ग्​्ह हिते है । 7 परनु धम् च्हे मृतु से रिक् ज्ए, तौ्व ्ह य्श्म प्एग्। 8 किययक आदर कव आाु ्ह नहवय है जि बहत समा से म्नव ज्तव है , और न ्ह ्द् कव यगनतव से म्पव ज्तव है । 9 परनु बुक् मनुषियके यलाे पके ब्लके सम्न है , और यनषलय क जव्न बु़्पे के सम्न है । 10 उस ने परमेशर कि पसर यका्, और ्ह उसे यपा ्​्: ाह्य तक यक प्यपािय के बवच मे रहकर ्ह पसर हि गा्। 11 और ्ह तुरन उठ् यला् गा्, ऐस् न हि यक दु षत् से उसकव समझ बदल ज्ए, ा् छल से उसक् प्म धिख् ख् ज्ए।

12 किययक कुयरलत् क् ज्दू सचव ब्तिय कि असष कर दे त् है ; और ्​्सन् कव ्रकन सरल मन कि कमजिर कर दे तव है । 13 ्ह ्िडे हव समा मे यस् हि गा्, और बहत समा पू र् यका्। 14 किययक ाहि्​् ने उसके मन कि पसर यका्, इस क्रम उस ने उसे दु षियके बवच मे से यनक्लने के यलाे फुत् कव। 15 और लिगिय ने ाह दे ख्, और न समझ्, और ाह ब्त अपने मन मे न रखव, यक उसक् अनुगह और कतम् उसके पय्त लिगिय पर है , और ्ह अपने चुने हओय क् आदर करत् है । 16 इस पक्र जि धम् मर गा् है , ्ह जवय्त दु षियकि दिदव ठहर्एग्; और ाु्​्​्​्​् जि अधम् के कई ्द् और बु़्पे से शवघ हव पू म् हि ज्तव है । 17 किययक ्े बुक्म्निय क् अन दे खेगे, और न समझ सकेगे यक परमेशर ने समयत करके उसके य्दा मे क् ठहर्ा् है , और ाहि्​् ने उसे यकस पक्र से सुरयकत रख् है । 18 ्े उसे दे खकर उसक् यतरस्र करे गे ; परनु परमेशर उनक् उपह्स करे ग्, और ्े ्य्ष मे घृयमत लि् और सद् के यलाे मरे हओय के बवच यनन् के प्त बने रहे गे। 19 किययक ्ह उनकि फ्ड ड्ले ग्, और यसर के बल परक दे ग्, और ्े बिलने से रह ज्एय गे; और ्ह उनकि ने् से यहल् दे ग्; और ्े पू रव तरह से उज्ड यदए ज्एय गे, और दु ःख मे रहे गे; और उनक् सरम न्श हि ज्एग्। 20 और जब ्े अपके अपके प्पियक् ले ख् यलखकर दे गे, तब ्े डरते हए आएय गे; और उनके अधम् के क्मियके क्रम उनकि उनके स्मने समझ्ा् ज्एग्। अध्य 5 1 तब धम् जन अपने दु :ख दे ने्​्लियके स्मने बडे यहा्​् से खड् हिग्, और अपने पररशम क् ले ख् न ले ग्। 2 जब ्े इसे दे खेगे, ति ्ा्नक ्ा से व्कुल हि ज्एय गे, और उसके उ्​्र कव य्यचतत् से, ाह्य तक यक उनकव आश् से कहवय ब़कर, चयकत हि ज्एय गे। 3 और ्े मन यफर्एय गे, और आत् के दु ःख से कर्हते हए अपने मन मे कहे गे, ाह ्हव है , यजसे


हम क्व क्व ठटिय मे उड्ते ्े, और न्मधर्ई कव कह्​्त कहते ्े । 4 हम मूख् ने उसके प्म कि प्गलपन, और उसके अन कि यनर्दर समझ्। 5 ्ह परमेशर कव सन्न मे कैसे यगन् गा्, और पय्त लिगियके बवच उसक् ्​्ग कौन स् है ! 6 इस क्रम हम सच्ई के म्ग् से ्रक गए है , और धम् क् पक्श हम तक नहवय पहय च्, और धम् क् सूा् हम पर नहवय चमक्। 7 हम ने दु षत् और य्न्श के म्ग् मे चलते चलते ्क गए है ; ह्य , हम जय गल मे से हिकर चले है , जह्य म्ग् नहवय; परनु प्ु क् म्ग् हम ने नहवय ज्न्। 8 घमण से हमे क् ल्​् हआ? ा् हम्रे घमण से ्रे हए धन से हमे क् ल्​् हआ? 9 ्े सब ्सु एँ छ्ा् कव न्ईय, और झर से खवयचे हए खमे कव न्ईय यमर ज्तव है ; 10 और जल कव लहरिय पर चलने्​्लव न्​् के सम्न उसक् पत् नहवय चलत्, और लहरियमे उसक् म्ग् नहवय यमलत्; 11 ा् जै से पकव आक्श मे उडत् है , ति उसके म्ग् क् किई यचन नहवय यमलत्, पर हलव ्​्ाु उसके पय खिय के फडफड्ने से और उनके तवव शब और हलचल से अलग हिकर प्र हि ज्तव है , और उसके ब्द किई यचन नहवय यमले ग् यक ्ह कह्ँ गाव ्व; 12 ा् जै से तवर यकसव यनश्न पर चल्ा् ज्त् है , ति ्ह ह्​् कि दि यहसिय मे ब्य र दे त् है , और ह्​् तुरयत एक स्​् आ ज्तव है , ाह्य तक यक किई नहवय ज्न सकत् यक ्ह कह्य से गुजरव। 13 इसव रवयत से हम ्व जन ले ते हव अपने अन कव ओर खवचने लगे, और यदख्ने के यलाे सद् गुम क् किई यचन न रह्; परनु अपनव हव दु षत् मे ्स हि गए। 14 किययक ्क्हवन कव आश् ह्​् से उडतव हई धूल के सम्न है ; एक पतले झ्ग कव तरह जि आँ धव के स्​् उड ज्त् है ; उस धुएँ के सम्न जि आँ धव के स्​् इधर उधर फैल ज्त् है , और एक यदन के अयतय् कव सृयत के सम्न यमर ज्त् है । 15 परनु धम् स्​्द् जवय्त रहे ग्; उनक् पयतफल ाहि्​् के ह्​् मे है , और उनकव सुयध परमपध्न के ह्​् मे है । 16 इस क्रम ्े ाहि्​् के ह्​् से मयहम् क् र्ज, और सुनर मुकुर प्एय गे; किययक ्ह अपने द्यहने ह्​् से उने ढ्य प ले ग्, और अपनव ्ुज् से उनकव रक् करे ग्।

17 ्ह अपकव जलन कि पू र् क्च बन्एग्, और अपके शतुओक य ् पलर् ले नेके यल्े प्मव कि अपन् हय्ा्र बन्एग्। 18 ्ह धम् कि यझलम कव न्ईय, और रिप के बदले सच् न्ा पयहनेग्। 19 ्ह पय्तत् कि अजे ा ढ्ल बन्एग्। 20 ्ह अपने ्डके हए किध कि तल्​्र कव न्ईय तेज करे ग्, और जगत उसके स्मने मूख्के य्त् लडे ग्। 21 तब सवध् यनश्न् स्धने्​्ले ्ज दू र तक चले गे; और ्े ब्दलिय से , जै से खवयचे हए धनुद से, लक कव ओर उडे गे। 22 और किध से ्रे हए ओले पतर के धनुद कव न्ईय फेके ज्एय गे, और समुद क् जल उन पर ्डक उठे ग्, और ब़् उनकि डु ब् दे गव। 23 ह्य , पचण ्​्ाु उनके य्त् उठे गव, और आँ धव कव न्ईय उनकि उड् ले ज्एगव; इस पक्र अधम् से स्रव पृ य्व उज्ड ज्एगव, और बुर्ई से शूर्वरिय कव गदव उलर ज्एगव। अध्य 6 1 इसयलाे हे र्ज्ओय, सुनि, और समझि; हे पृ य्व कव छिर के न्या​ािय, सवखि। 2 हे पज् पर प्ुत् करने्​्लिय, क्न लग्ओ, और ज्यत ज्यत कव ्वड पर घमण करि। 3 किययक प्ु कव ओर से तुमे स्म्​् दव गई है , और प्ुत् परमपध्न कव ओर से दव गई है , ्हव तुम्रे क्मिय कि परखेग्, और तुम्रव ाुक्ािय कि ज्य चेग्। 4 किययक तुम ने उसके र्ज मे से्क हिकर न ति ठवक से न्ा यका्, और न व्​्​् कि म्न्, और न परमेशर कव समयत के अनुस्र चले ; 5 ्ह तुम पर ्ायकर और ्ेग से आ पडे ग्; किययक ऊयचे ्​्निय पर रहने्​्लियकि कड् दण यदा् ज्एग्। 6 किययक कतम् शवघ हव दु षिय कि कम् कर दे तव है , परनु शूर्वरियकि बडव ा्तन् यमलतव है । 7 किययक जि सब पर प्ु है , ्ह यकसव क् ्ा न ख्एग्, और न यकसव के बडे क् ्ा दे खेग्; किययक उसव ने छिरे और बडे कि बन्ा्, और सब कव एक सम्न यचन् करत् है । 8 परनु शूर्वरियपर बडव कयठन परवक् आ पडे गव। 9 इसयलाे, हे र्ज्ओय, मै तुम से इसयलाे कहत् हय , यक तुम बुक् सवखि, और धिख् न ख्ओ।


10 किययक जि पय्त बने रहते है , ्े पय्त समझे ज्एय गे; और जि ऐसव ब्ते सवख चुके है , ्े क् उतर दे गे। 11 इसयलाे अपन् से ह मेरव ब्तिय पर लग्; उनकव इच् करि, और तुमे यशक् दव ज्एगव। 12 बुक् मयहम्मा है , और क्व यमरतव नहवय; ्रन जि उस से पे म रखते है ्ह उन पर पगर हितव है , और जि उसके खिजव है उन पर ्ह पगर हितव है । 13 ्ह अपने च्हने्​्लिय कि पयहले अपने आप कि पगर करने से रिकतव है । 14 जि किई उसे ्िर से ढूय़े , उसे बड् कष न हिग्; किययक ्ह उसे अपने द्र पर बैठ् हआ प्एग्। 15 इसयलाे उसके य्दा मे सिचन् बुक् कव यसक् है ; और जि किई उसकव ब्र जिहत् है , ्ह तुरन घबर् ज्त् है । 16 किययक ्ह अपने ािग लिगियकि ढूय़तव यफरतव है , और च्लचलन मे उन पर कृप् यदख्तव है , और हर य्च्र मे उन से यमलतव है । 17 किययक उसकव असलव शुरआत अनुश्सन कव इच् है ; और अनुश्सन कव पर्​्ह पे म है ; 18 और पे म उसकव व्​्​्ओय क् प्लन करन् है ; और उसके यनामिय पर ध्न दे न् अय्न्शवत् क् आश्सन है ; 19 और अय्न्शवत् हमे परमेशर के यनकर पहय च्तव है ; 20 इसयलाे बुक् कव अय्ल्द् र्ज कि पहय च्तव है । 21 हे पज् के र्ज्ओय, ायद तुम यसयह्सनियऔर र्जदणियमे पसर हि, ति बुक् क् आदर करि, यजस से तुम स्​्द् र्ज करते रहि। 22 और बुक् के य्दा मे ्ह क् है , और यकस रवयत से उतर हई, मै तुमे बत्ऊयग्, और ्ेद न यछप्ऊयग्; परनु जन के आरम से हव उसे ढूय़ूयग्, और उसक् ज्न पक्श मे ल्ऊयग्, और सत से प्र नहवय प्ओगे. 23 और मै ड्ह ्डक् कर न चलूय ग्; किययक ऐसे मनुष कव बुक् से किई सयगयत न हिगव। 24 परनु बुक्म्निय कव बहत्ात से जगत क् कल्म हित् है , और बुक्म्न र्ज् से पज् क् प्लन हित् है । 25 इसयलाे तुम मेरे ्चनियके द्र् यशक् गहम करि, और उस से तुम्र् ्ल् हिग्।

अध्य 7 1 मै आप ्व सब के सम्न एक न्श्​्न मनुष हय , और जि पृ य्व पर उतर हआ उसव कव सन्न हय । 2 और दस महवने के बवतने पर मेरव म्त् के ग्​् मे मनुष के लह मे और उस सुख से जि नवयद के स्​् उतर हआ, शरवर क् तप ध्रम यका् गा्। 3 और जब मै उतर हआ, ति मै स्म्न ्​्ाु मे कखयच्, और पृ य्व पर, जि उसके सम्न स्​्​् कव है , यगर पड्, और जि पहल् सर मै ने यनक्ल्, ्ह और सब के सम्न रिने क् ्​्। 4 मुझे लपे रे हए कपडे पहन्ए गए, और ्ह ्व बडव दे ख्​्ल के स्​्। 5 किययक ऐस् किई र्ज् नहवय, यजसक् जन यकसव और रवयत से हआ हि। 6 किययक सब मनुषियके जव्न मे प्ेश एक हव और यनक्स ्व एक हव है । 7 इसयलाे मै ने प्​्​् न् कव, और मुझे समझ दव गई; मै ने परमेशर कि पु क्र्, और बुक् कव आत् मेरे प्स आई। 8 मै ने उसकि र्जदय डियऔर र्जगदवओयसे अयधक यपा ज्न्, और धन कि उसके स्मने कुछ ्व न ज्न्। 9 और मै ने उसकव तुलन् यकसव मयम से नहवय कव, किययक उसके यलाे सब सिन् रे त के सम्न है , और च्नव उसके स्मने यमटव के सम्न ठहरे गव। 10 मै ने उस से स्व और सौना् से अयधक पे म यका्, और उयजा्ले के बदले उसे प्न् च्ह्; किययक जि उयजा्ल् उस से यनकलत् है , ्ह क्व बुझत् नहवय। 11 उसके स्​् सब पक्र कव अचव ्सु एय मेरे प्स आईय, और उसके ह्​् मे असयख धन ्े । 12 और मै उन स्ियके क्रम आनकनत हआ, किययक बुक् उनके आगे आगे चलतव ्व: और मै न ज्नत् ्​्, यक ्ह उन कव म्त् है । 13 मै ने पररशम से सवख्, और उद्रत् से उसे बत्त् हय : मै उसक् धन नहवय यछप्त्। 14 किययक ्ह मनुषिय के यलाे ऐस् खज्न् है , जि क्व नष नहवय हित्; यजसक् उपािग करने ्​्ले परमेश्‍्र के यमत बन ज्ते है , और सवखने से यमलने ्​्ले ्रद्निय के क्रम उनकव पशयस् कव ज्तव है । 15 परमेशर ने मुझे अपनव इच् के अनुस्र बिलने, और जि कुछ मुझे यदा् गा् है उसके अनुस्र ग्​् ध्रम करने कव आज् दव है ; किययक ्हव है जि बुक्


कव ओर ले ज्त् है , और बुक्म्निय कि म्ग् यदख्त् है । 16 किययक हम और हम्रव ब्ते उसके ह्​् मे है ; स्रव बुक् ्व, और क्रवगरव क् ज्न ्व। 17 किययक उस ने मुझे ्सु ओय क् कुछ ज्न यदा् है , अ्​्​् त् ाह ज्न यला् है यक जगत् कव रचन् यकस रवयत से हई, और ततिय कव क् रवयत है । 18 आयद, अन, और समािय क् मध, अ्​्​् त् सूा् के घूमने क् परर्त्न, और ऋतुओय क् परर्त्न। 19 ्द् कव पररकम्, और त्रिय कव क्यत; 20 जवय्त प्यमािय क् स्​्​्, और बनपशुओय क् किध; ्​्ाु क् उपद्, और मनुषिय क् तक्; पौधिय कव य्य्धत्, और जडिय के गुम: 21 और जि कुछ गुय ा् पगर है , ्ह सब मै ज्नत् हय । 22 किययक बुक् ने जि सब ्सु ओय क् कत्​् है , मुझे यसख्ा्; किययक उस मे समझने्​्लव आत् है जि पय्त, एक हव, अनेक गुन्, सूक, जव्यत, सष, यनषलय क, यनषलय क, चिर पहय च्ने ्​्लव नहवय, और जि अचव है उस से पे म रखतव है । तररत, यजसे हिने नहवय यदा् ज् सकत्, अच् करने के यलए तैा्र, 23 मनुष के पयत दा्लु , द़, यनय्त, यचयत् से मु्, स्व शक् रखने ्​्ल्, स्व चवजिय कव दे खरे ख करने ्​्ल्, और स्व समझ से गुजरने ्​्ल्, शु् और सबसे सूक, आत्। 24 किययक बुक् सब गयत से अयधक गयतम्न है , ्ह अपनव पय्तत् के क्रम सब ्सु ओय से हिकर गुजरतव है । 25 किययक ्ह परमेशर कव शक् कव स्य स है , और स्​्शक्म्न कव मयहम् से बहने ्​्ल् शु् प्​्​् है : इस क्रम किई अशु् ्सु उस मे प्ेश नहवय कर सकतव। 26 किययक ्ह अनन पक्श कव चमक, परमेशर कव शक् क् बेद्ग दप् म, और उसकव ्ल्ई कव छय् है । 27 और ्ह एक हिकर सब कुछ कर सकतव है : और अपने आप मे रहकर सब कुछ ना् कर दे तव है : और सब ाुगिय मे पय्त आत्ओय मे प्ेश करके उने परमेशर क् यमत और ्य्षद्​् बन्तव है । 28 किययक परमेशर बुक् से रहने्​्ले कि छिड और यकसव से पे म नहवय रखत्। 29 किययक ्ह सूा् से ्व अयधक सुनर है , और सब पक्र के त्र्गमिय से ्व अयधक सुनर है ; ्ह

पक्श से तुलन् करके उसके ्व पहले प्ई ज्तव है । 30 किययक इसके ब्द र्त आएगव, परनु बुर्ई बुक् पर पबल न हिगव। अध्य 8 1 बुक् एक यसरे से दू सरे यसरे तक पबलत् से पहय चतव है , और सब ब्तिय कि मधुरत् से व्क्त करतव है । 2 मै ने उस से पे म रख्, और बचपन हव से उसे ढूय़त् रह्, मै ने उसे अपनव पतव बन्न् च्ह्, और मै उसके सौना् क् पे मव हि गा्। 3 ्ह परमेशर से ब्तचवत करके अपन् बड़न ब़्तव है ; ह्य , सब ्सु ओय क् प्ु आप हव उस से पे म रखत् है । 4 किययक ्ह परमेशर के ज्न के ्ेदियकि ज्नतव है , और उसके क्मियकव पे मव है । 5 ायद धन इस जव्न मे च्हने ािग ्सु हि; बुक् से ब़कर क् है , जि सब ब्तिय मे क्म आतव है ? 6 और ायद य्​्ेक से क्म यका् ज्ए; उन सब मे से कौन उससे अयधक चतुर क्म करने ्​्ल् है ? 7 और ायद किई मनुष धम् से पवयत रखत् है , ति उसके पररशम सद् गुम है : किययक ्ह सयाम और य्​्ेक, न्ा और धैा् यसख्तव है : ाे ऐसव ब्ते है , यक मनुषिय के जव्न मे इससे अयधक ल्​्द्ाक किई ्सु नहवय हि सकतव। 8 ायद किई बहत अनु्​् कव अय्ल्द् रखत् है , ति ्ह प्चवन ब्तिय कि ज्नतव है , और आने्​्लव ब्तिय क् ठवक अनुम्न लग्तव है ; ्ह ्​्दमिय कव सूकत्एय ज्नतव है , और गू़ ्​्किय कि समझ् सकतव है ; ्ह यचनिय और चमत्रिय, और ऋतुओय और समािय कव घरन्ओय कि पहले से ज्नतव है । 9 इसयलाे मै ने ाह ज्न कर उसे अपने प्स ले ज्न् च्ह्, यक ्ह मेरे स्​् रहे । और ाह ज्नकर यक ्ह अचव ब्तिय कव सल्ह दे गव, और यचन् और शिक मे श्कन दे गव। 10 उसके क्रम मै ज्​्न हिकर ्व ्वड मे मेर् म्न, और पु रयनािय मे आदर प्ऊयग्। 11 मै न्ा करने मे ततर प्ा् ज्ऊयग्, और मह्पु रदिय के स्मने मेरव पशयस् कव ज्एगव। 12 जब मै अपनव जव् पर लग्म लग्त् हय , तब ्े मेरव फुरसत क् ध्न रखते है , और जब मै बिलत् हय ,


तब ्े मेरव ओर क्न लग्ते है ; ायद मै अयधक बिलत् हय , ति ्े अपने मुयह पर ह्​् रख ले ते है । 13 और उसके द्र् मै अमरत् प्य कत य ग्, और अपने पवछे आने्​्लियके यलाे एक यचर्​्ाव सृयत छिड ज्ऊयग्। 14 मै पज् कि व्क्त कत य ग्, और ज्यत ज्यत के लिग मेरे आधवन हि ज्एय गे। 15 ्ा्नक अत्च्रव मेर् सम्च्र सुनकर ्र्र् उठे गे; मै ्वड मे अच् और ाु् मे ्वर ठहत य ग्। 16 जब मै अपके घर मे पहय चूय, तब उस से मन यफर्ऊयग्; किययक उसकव ब्तचवत मे किई कड्​्हर न हिगव; और उसके स्​् रहने मे शिक नहवय, परनु आनन और आनन है । 17 अब जब मै ने इन ब्तिय पर य्च्र यका्, और अपने मन मे य्च्र यका्, ति ाह कैसे हआ यक बुक् से जु डन् हव अमरत् है ; 18 और उस से यमतत् करन् बडे आनन कव ब्त है ; और उसके ह्​्िय के क्मिय मे अनन धन है ; और उसके स्​् समले न के अभ्स मे य्​्ेक; और उसके स्​् ब्तचवत मे, एक अचव ररपिर् ; मै उसे अपने प्स कैसे ले ज्ऊय, इसकव तल्श मे लग गा्। 19 किययक मै बुक्म्न ब्लक ्​्, और मेरव आत् अचव ्व। 20 ्रन मै ्ल् हिकर यनषलय क शरवर मे आा् हय । 21 तौ्व जब मै ने ज्न यला्, यक ायद परमेशर ने उसे मुझे न यदा्, ति मै उसे यकसव अन रवयत से प्य नहवय कर सकत्; और ाह ज्नन् ्व बुक्म्नव कव ब्त ्व यक ्ह यकसक् उपह्र ्​्; मैने प्ु से प्​्​् न् कव, और उससे प्​्​् न् कव, और अपने पू रे यदल से मैने कह्, अध्य 9 1 हे मेरे यपतरियके परमेशर, और दा्लु प्ु, यजस ने तेरे ्चन से सब कुछ बन्ा्, 2 और अपनव बुक् से मनुष कि ठहर्ा्, यक ्ह तेरव बन्ई हई सृष ्सु ओय पर प्ुत् रखे, 3 और जगत कव व्​्​् सवध्ई और धम् के अनुस्र करि, और खरे मन से न्ा करि। 4 जि तेरे यसयह्सन पर बैठ् है , मुझे बुक् दे ; और मुझे अपनव सन्न मे से न यनक्लि; 5 किययक मै तेर् द्स ्​् तेरव द्सव क् पु त हय , मै दु ब्ल हय , और अलक्ल क् हय , और न्ा और व्​्​् कि समझने मे बहत छिर् हय ।

6 ादयप मनुषिय मे किई मनुष क्व ्व खर् नहवय ठहरत्, तौ्व ायद तेरव बुक् उसके स्​् न रहे , ति उसक् कुछ महत न हिग्। 7 तू ने मुझे अपकव पज् क् र्ज्, और अपके बेरेबेयराियक् न्ाव हिने कि चुन यला् है ; 8 तू ने मुझे आज् दव है , यक अपके पय्त प्​्त पर एक मकनर, और यजस नगर मे तू रहत् है ्ह्य उस पय्त तमू के सम्न एक ्ेदव बन्ए, यजसे तू ने आरम से तैा्र यका् है । 9 और बुक् तेरे स्ा ्व, जि तेरे क्मियकि ज्नतव है , और जब तू ने जगत बन्ा्, तब ्व ्व, और जि कुछ तुझे ्​्त् है , और जि तेरव आज्एय ठवक है , ाह ्व ज्नतव ्व। 10 हे उसकि अपके पय्त सग् मे से, और अपके मयहम् के यसयह्सन पर से ्ेज, यक ्ह उपक्त हिकर मेरे स्ा पररशम करे , और मै ज्नूय यक तुझे क् ्​्त् है । 11 किययक ्ह सब ब्ते ज्नतव और समझतव है , और मेरे क्मिय मे मेरव अगु्​्ई करे गव, और अपनव शक् से मुझे बच्ए रखेगव। 12 इस पक्र मेरे क्म सुफल हियगे, और मै तेरे लिगिय क् न्ा धम् से कत य ग्, और अपने यपत् के यसयह्सन पर बैठने के ािग हिऊयग्। 13 ्ह कौन मनुष है जि परमेशर कव ाुक् ज्न सके? ा् कौन सिच सकत् है यक प्ु कव इच् क् है ? 14 किययक मनुष के य्च्र ति दु ःख के है , और हम्रव ाुक्ा्य अयनय्त है । 15 किययक न्शम्न शरवर प्म कि दब् दे त् है , और यमटव क् तमू मन कि जि बहत सव ब्तिय पर य्च्र करत् है , दब् दे त् है । 16 और जि ्सु एय पृ य्व पर है , उनक् हम ठवक ठवक अनुम्न नहवय लग्ते, और जि ्सु एय हम्रे स्मने है , ्े पररशम से हम नहवय प्ते, परनु जि ्सु एय सग् मे है , उनक् यकस ने पत् लग्ा्? 17 और जब तक तू बुक् न दे , और अपके पय्त आत् कि ऊपर से न ्ेजे, तब तक तेरव ाुक् कि कौन ज्न सकत् है ? 18 इस पक्र पृ य्व पर रहने्​्लियकव च्ल सुध्रव गई, और मनुषियकि जि ब्ते तुझे ्​्तव है ्े यसख्ई गईय, और बुक् के द्र् उ्​्र प्ए गए।


अध्य 10 1 उसने सयस्र के प्म यपत् कव, जि अकेले हव रच् गा् ्​्, रक् कव, और उसे उसके पतन से ब्हर यनक्ल्, 2 और उसे सब ्सु ओय पर प्ुत् करने क् अयधक्र यदा्। 3 परनु जब दु ष किध करके उसके प्स से चल् गा्, तब यजस जलजल्हर से उस ने अपने ्​्ई कि घ्त यका्, उसव से ्ह ्व न्श हि गा्। 4 यजस के क्रम पृ य्व जलपला से डूब गई, तौ्व बुक् ने उसे यफर बच्ा्, और तुच लकडव के रु कडे मे धम् कव च्ल कि चल्ा्। 5 और जब ज्यत ज्यत के लिग अपने दु ष दड् कि तिडते ्े , तब उस ने धम् कि पकड यला्, और उसे परमेशर के यलाे यनद्द ठहर्ा्, और अपने पु त के पयत उसकव किमल करम् के य्त् उसे द़ रख्। 6 जब दु ष लिग न्श हि गए, तब उस ने धम् कि जि आग प्य च नगरियपर यगरव ा्, उस से ्​्गकर बच्ा्। 7 यजस कव दु षत् क् पम्म आज तक उज्ड ्ूयम यजस से धुआय यनकलत् है ्ह है , और फल दे ने्​्ले पौधे जि क्व पकते नहवय; और नमक क् खड् हआ खम् अय्श्सव प्मव क् यचन है । 8 किययक बुक् न हिने के क्रम उने न के्ल ाह ह्यन हई, यक ्े अचव ब्ते न ज्नते ्े ; ्रन जगत के स्मने अपनव मू़त् क् सरम ्व छिड गए, ाह्य तक यक जि कुछ उनियने ठे स पहय च्ई, ्ह यछप न सके। 9 परनु बुक् ने उन कि पवड् से बच्ा् जि उस पर ध्न रखते ्े । 10 जब धम् अपके ्​्ई के किध से ्​्ग्, तब उस ने उसकि सवध् म्ग् यदख्ा्, और उसे परमेशर क् र्ज यदख्ा्, और पय्त ्सु ओक य ् ज्न यदा्, और उसकव ा्त्ओयमे उसे धनव यका्, और उसके पररशम क् फल बहत ब़्ा्। 11 ्ह उस पर अनेर करने्​्लियके ल्लच मे आकर उसके स्ा खडव रहव, और उसे धनव कर यदा्। 12 और उस ने उसकि शतुओस य े बच्ा्, और घ्त लग्ने्​्लियसे बच्कर रख्, और बडे मुकदमे मे उस ने उसकि जा यदल्ई; यक ्ह ज्न ले यक अच्ई सब से अयधक बल्​्न है ।

13 जब धम् यबक गा्, तब उस ने उसे न त्ग्, ्रन प्प से बच्ा्; ्ह उसके सयग गडहे मे उतर गई। 14 और जब तक ्ह उसके प्स र्ज क् र्जदण और उसके अनेर करने्​्लियके य्त् स्मा् न ले आई, तब तक उसे बनुए न छिड्; और उस ने उस पर दिद लग्ने्​्लियकि झूठ् ठहर्ा्, और सद् उसकव मयहम् कव। 15 उस ने धयम्ाियकि और यनद्द ्यश कि उन पर अनेर करने्​्लव ज्यत से छु ड्ा्। 16 ्ह ाहि्​् के द्स के प्म मे सम् गई, और चमत्रिय और यचनिय से ्ा्नक र्ज्ओय क् स्मन् करतव रहव; 17 धयम्ािय कि उनके पररशम क् पयतफल यदा्, और उने अद् ्ुत म्ग् यदख्ा्, और यदन कि आड और र्त कि त्रिय कव रिशनव क् क्म यदा्; 18 और उनकि ल्ल समुद मे से प्र ले आा्, और बहत जल मे से बह् ले गा्; 19 परनु उस ने उनके बैरराियकि डु ब् यदा्, और गयहरे तल मे से यनक्ल यनक्ल्। 20 इस क्रम धयम्ािय ने दु षियकि यबग्ड्, और हे ाहि्​्, तेरे पय्त न्म कव सु यत कव, और एक मन हिकर तेरे ह्​् कव बड्ई कव, जि उनकव ओर से लड्। 21 किययक बुक् ने गूयगिय क् मुयह खिल यदा्, और जि बिल नहवय सकते, उनकव जव् खिल दव। अध्य 11 1 उस ने पय्त ्य्षद्​् के ह्​् से उनके क्म सुफल्ए। 2 और ्े यनज् न जय गल मे चले गए, और जह्य म्ग् न ्​् ्ह्य तमू खडे यकए। 3 ्े अपके शतुओक य े स्मने खडे हए, और अपके दियहाियसे पलर् यला्। 4 जब उने प्स लगव, तब उनियने तेरव दिह्ई दव, और चकमक चट्न मे से उनकि जल यदा् गा्, और कठिर पतर से उनकव प्स बुझव। 5 किययक यजस क्म से उनके शतुओय कि दण यमलत् ्​्, उसव से उनकि ्व जि घरव हित् ्​्, ल्​् हित् ्​्। 6 किययक ्ह गयदे खून से पवयडत सद् बहने ्​्लव नदव कव सनव है ,


7 यजस आज् के द्र् ब्लक घ्त यकए गए ्े , उस कव पगर यनन् करने के यल्े तू ने उनकि उस रवयत से बहत जल यदा्, यजसकव उने आश् न ्व। 8 उस प्स से तू ने ाह पगर यका्, यक तू ने उनके दियहाियकि कैस् दण यदा्। 9 किययक जब उन कव परवक् हई, ादयप परनु दा् कव दण यदा् गा्, तब उनियने ज्न यला् यक दु षिय क् न्ा किध के द्र् कैसे यका् ज्त् है , और धयम्ािय कव अपे क् यकसव और रवयत से प्स् करके ा्तन् दव ज्तव है । 10 इन कि ति तू ने यपत् कव न्ईय यचत्ा्, और परख्; परनु दू सरे कि कठिर र्ज् कव न्ईय दिदव ठहर्ा्, और दण यदा्। 11 च्हे ्े अनुपक्त हिय ा् उपक्त, ्े सम्न तप से यच़ते ्े । 12 किययक उन पर दिहर् दु :ख, और बवतव ब्तिय कि सरम करके कर्हन् पड्। 13 किययक जब उनियने अपने दण से दू सरे क् ्ल् हिन् सुन्, ति उने प्ु क् कुछ एहस्स हआ। 14 यजस क् लिग यतरस्र करके आदर करते ्े, और बहत पयहले उसे ब्लक जनने के समा यनक्ल यदा् ज्त् ्​्, अन मे जब उनियने उसक् ह्ल दे ख्, ति उसकव पशयस् कव। 15 परनु उनकव दु षत् कव मूख्त्पू म् ाुक्ािय के क्रम, यजस से ्े धिख् ख्कर यनबु्क् स्य पिय और यघनौने पशुओय कव पू ज् करते ्े , तू ने बदल् ले ने के यल्े उन पर बहत से यनबु्क् पशु ्ेज यदए; 16 त्यक ्े ज्न ले , यक मनुष जै स् प्प करत् है , ्ैस् हव दण ्व उसे यमलत् है । 17 किययक तेरे स्​्शक्म्न ह्​् ने, यजस ने जड जगत् कि यनर्क्र बन्ा्, न च्ह्, यक उन मे बहत से ्​्लू ्​् खूयख्र यसयह ्ेजे। 18 ा् अज्त जय गलव ज्न्र, किध से ्रे हए, नए बन्ए गए, ा् ति उग ्​्ष, ा् यबखरे हए धुएय कव गयदव गयध, ा् उनकव आय खिय से ्ा्नक चमक यनक्ल रहे है : 19 यजस से न के्ल य्पयत उन पर तुरन ्डक सकतव है , ्रन ्ा्नक दृ ्व उने पू रव तरह नष कर सकत् है । 20 ह्य , और इन शक्ािय के यबन् ्े एक हव झरके मे यगर पडे , पयतशिध के क्रम सत्ए गए, और तेरव शक् के प्​्​् से इधर-उधर यततर-यबतर हि गए: परनु तू ने सब ्सु ओय कि म्प, और यगनतव, और तौल के अनुस्र ठहर्ा् है ।

21 किययक तू जब च्हे तब अपन् बड् बल पगर कर सकत् है ; और तेरे ्ुजबल क् स्मन् कौन कर सकत् है ? 22 किययक तेरे स्मने स्र् जगत् तर्जू के छिरे द्ने के सम्न है , ्रन ्िर कव ओस कव बूयद के सम्न है जि ्ूयम पर यगरतव है । 23 परनु तू सब पर दा् करत् है ; किययक तू सब कुछ कर सकत् है , और मनुषिय के प्पिय पर आँ ख मूँद सकत् है , किययक उने सयशिधन करन् हिग्। 24 किययक जि कुछ है ्ह सब तुझे यपा है , और जि कुछ तू ने बन्ा् है उस से तू घृम् नहवय करत्; किययक ायद तू ने उस से बैर यका् हित्, ति तू क्व कुछ न बन्त्। 25 और ायद तेरव इच् न हितव, ति किई ्सु कैसे यरक प्तव? ा् सयरयकत यका् गा् है , ायद आपके द्र् नहवय बुल्ा् गा्? 26 परनु तू सब कि बच् रखत् है ; किययक हे प्ु, हे प्मियके पे मव, ्े तेरे हव है । अध्य 12 1 किययक तेर् अय्न्शव आत् सब ्सु ओय मे है । 2 इसयल्े तू उन कि ्िडे -्िडे करके त्डन् दे त् है , और जि कुछ उनियने अपर्ध यका् है उसे सरम करके उनकि यचत्त् है , यक हे ाहि्​्, ्े अपनव दु षत् छिडकर तुझ पर य्श्स करे । 3 किययक तेरव इच् ाह हई, यक अपके पय्त दे श के उन प्चवन यन्​्यसाियकि हम्रे पु रख्ओयके ह्​् से न्श कर ड्लि। 4 यजस से तू ने अतन यघनौने क्म, ज्दू -रिने और दु ष मेलबयल करने के क्रम बैर यका्; 5 और ्े ब्लकियके यनद् ाव हत्रे , और मनुष क् म्य स ख्ने्​्ले, और खून कव द्​्ते करने्​्ले , 6 और उनके ा्जकियकि उनकव मूयत्पूजक रिलव मे से, और उनके म्त्-यपत् कि, जि अपके हव ह्​् से यनर्यशत प्यमाियकि घ्त करते ्े ; 7 इसयलाे यक यजस दे श कि तू ने सब से अयधक महत यदा् है , उस मे परमेशर के सन्न क् ािग यन्​्स हि। 8 तौ्व तू ने उनकि ्व मनुषियकव न्ई बच् यला्, और अपकव सेन् के अगु्ियततैा्ओयकि इसयलाे ्ेज्, यक उनकि धवरे -धवरे न्श करे ।


9 ाह नहवय यक तू ाु् मे दु षिय कि धयम्ािय के ्श मे कर न सक्, और न कूर पशुओय से, ्​् एक कठिर ्चन से उनकि तुरन न्श कर सक्; 10 परनु तू ने उन पर अपन् दण धवरे -धवरे करके उनकि मन यफर्ने क् अ्सर यदा्, और इस से अनय्ज न रह्, यक ्े दु ष पव़व के है , और उनक् बैर्​्​् उन मे उतर हआ है , और उनक् य्च्र क्व न बदल् ज्एग्। 11 किययक ्ह आरम से श्यपत ्यश ्​्; और न तू ने यकसव के डर के म्रे उनकि उनके प्प कम् यकए। 12 किययक कौन कहे ग्, तू ने क् यका्? ा् तेरे न्ा क् स्मन् कौन करे ग्? ा् जि ज्यता्य तू ने बन्ईय, उन न्शियके यल्े तुझ पर दिद कौन लग्एग्? ा् अधयम्ािय क् पलर् ले ने कि तेरे स्मने कौन खड् हिग्? 13 किययक तू हव है , जि सब कव यचन् करत् है , और किई परमेशर नहवय, यजस पर तू पगर कर सके, यक तेर् यनम् ा अनुयचत नहवय। 14 यजस यकसव कि तू ने दण यदा् हि, उसके क्रम किई र्ज् ्​् अत्च्रव तेरे य्त् मुयह न कर सकेग्। 15 सि तू आप हव धम् है , और सब ब्ते धम् के अनुस्र करत् है , और जि दण के ािग न हि उस पर दिद लग्न् अपनव शक् के अनुकूल नहवय समझत्। 16 किययक तेरव शक् धम् क् आरम है , और तू सब क् प्ु है , इस क्रम तू सब पर अनुगह करत् है । 17 किययक जब मनुष य्श्स न करते, यक तू स्​्शक्म्न है , तब तू अपन् बल पगर करत् है , और जि ाह ज्नते है उन पर अपन् यहा्​् पगर करत् है । 18 परनु तू अपके बल पर प्ुत् करके खर्ई से न्ा करत् है , और बडे अनुगह से हमे आज् दे त् है ; किययक तू जब च्हे तब बल क् उपािग कर सकत् है । 19 परनु ऐसे क्मियके द्र् तू ने अपकव पज् कि यसख्ा्, यक धम् मनुष दा्लु हि, और अपके लडकेब्लियकि अचव आश्​्​्ल् बन्ा्, यक तू प्पियके यल्े मन यफर्ए। 20 किययक ायद तू अपके पु तियके शतुओक य ि, और जि मृतुदण के ािग है , उनकि समा और ्​्न दे कर सिच-य्च्रकर दण दे त्, यक ्े अपने बैर से छु रक्र् प् सके,

21 तू ने अपने यनज पु तियक् न्ा यकस पक्र बडव स्​्ध्नव से यका्, यजनके ब्प से तू ने शपा ख्ई, और अचव अचव ्​्च्एय ब्नव ्वय? 22 इसयल्े जब तू हमे त्डन् दे त् है , ति हम्रे शतुओक य ि हज्र गुम् अयधक किडे म्रत् है , इस मनस् से यक जब हम न्ा करे , ति तेरव ्ल्ई क् ध्न करके सिचे, और जब हम्र् न्ा हि, ति दा् कव ब्र जिहे । 23 इसयलाे जब मनुष लु चपन और कुयरलत् से जव्न वतवत करते है , ति तू ने उनकि उनवय के घृयमत क्मिय से सत्ा् है । 24 किययक ्े ्रकते हए बहत दू र तक ्रक गए, और उनकि दे ्त् समझकर अपन् यला्, और उनके शतुओय के पशुओय के बवच मे ्व ्े यनबु्क् ब्लकिय के सम्न धिख् ख्कर तुच समझे ज्ते ्े । 25 इसयल्े तू ने उन कि जि यनबु्क् ब्लक समझे है , उनकि ठटिय मे उड्ने के यलाे दण ्ेज् है । 26 परनु जि उस त्डन् से नहवय सुधरे , यजस मे उस ने उनके स्​् कखल्​्ड यका्, ्े परमेशर के ािग न्ा क् अनु्​् करे गे। 27 किययक दे खि, जब उने दण यदा् गा्, ति उनियने यकन ब्तिय क् कु़न् च्ह्, अ्​्​् त यजनकि ्े दे ्त् समझते ्े , उन पर किध करते ्े ; अब उन मे दण प्ा् ज् रह् ्​्, और जब उनियने ाह दे ख्, ति उसे सच् परमेशर म्न यला्, यजसे पयहले उनियने ज्नने से इन्र यका् ्​्: और इस क्रम उन पर घिर दण आा्। अध्य 13 1 यनःसने ह ्े सब मनुष स्​्​् से व्​् है , जि परमेशर से अनय्ज है , और जि अचव ्सु एय दे खव हई है , उन से उसे अ्​्​् त् जि है , न पहच्न सके; और न क्मिय पर ध्न करके क्म करने्​्ले कि पयहच्न यला्; 2 परनु आग, ा् ्​्ाु, ा् तेज ्​्ाु , ा् त्रिय क् घेर्, ा् पचण जल, ा् सग् कव जियतािय कि जगत पर प्ुत् करने्​्ले दे ्त् म्न्। 3 यजसके सौना् से ्े पसर हिते ्े , ति उसे दे ्त् समझ ले ते ्े ; ्े ज्ने यक उनक् प्ु यकतन् अच् है : किययक सौना् के प्म रचयात् ने उने बन्ा् है ।


4 परनु ायद ्े उनकव शक् और सद् गुम से चयकत हए हिय, ति उन से समझ ले , यक यजस ने उने बन्ा्, ्ह यकतन् अयधक स्म्​् है । 5 किययक प्यमािय कव मह्नत् और सुनरत् से उनक् रचयात् दे ख् ज्त् है । 6 तौ्व इसके यलाे ्े कम दिदव है ; किययक ्े परमेशर कि ढूय़ते, और उसे प्ने कव अय्ल्द् करते हए कद्यचत् ्ूल करते है । 7 किययक ्े उसके क्मियमे प्रय गत हिकर उसे ्लव्​्य यत ढूय़ते है , और उसके दे खने कव पतवयत करते है ; किययक यदख्ई दे ने्​्लव ्सु एय सुनर है । 8 तौ्व ्े कम् के ािग नहवय। 9 किययक ायद ्े इतन् ज्न सके, यक जगत कि लक कर सके; उनियने शवघ हव उसके प्ु क् पत् कैसे नहवय लग् यला्? 10 परनु ्े अ्​्गे है , और उनकव आश् मरव हई ्सु ओय पर है , जि उने दे ्त् कहते है , जि मनुषिय के ह्​् कव बन्ई हई, सिने और च्नव कव बन्ई हई है , यजस से कल् पगर हितव है , और पशुओय कव सव पतवत हितव है , ा् ऐस् पतर है जि यनकम् है । एक प्चवन ह्​् क्. 11 यफर एक ब़ई जि लकडव क्रत् ा्, उस ने इस क्म के यल्े एक ्ृक कि क्र ड्ल्, और च्रियओर कव स्रव छ्ल कि कुशलत्पू ्​्क उत्र यला्, और उसे सुनर ढय ग से ग़्, और मनुष के जव्न के क्म आने के यल्े उसक् एक प्त बन्ा्; 12 और अपके पररशम क् म्ल अपके ्िजन के यल्े खच् करके अपन् पे र तृय यका्; 13 और जि कूड् क्म मे न आत् ्​्, उसे ले कर जि लकडव क् रे ़् रु कड् और ग्य ठिय से ्र् हआ ्​्, उस ने उसे जब और कुछ करने कि न रह्, तब पररशम से खिदकर अपनव बुक् कव कुशलत् से बन्ा्, और इसे एक आदमव कव छय् मे ढ्ल्; 14 ा् उसकि यकसव घृयमत पशु के सम्न बन् यदा्, और उस पर यसनदू र से और ल्ल रय ग से रय ग यदा्, और उसके सब ्​्निय कि ढ्य प यदा्; 15 और उस ने उसके यल्े सुख कव किठरव बन्कर उसे शहरपन्ह मे खड् यका्, और उसकि लिहे से द़ यका्; 16 किययक उस ने ाह ज्नकर, यक ्ह अपने आप कि सय्​्ल नहवय सकत्, ऐस् पबन यका्, यक ्ह यगरे न; किययक ाह एक छय् है , और इसे सह्ात् कव आ्ृकत् है :

17 तब ्ह अपके धन के यल्े , और अपकव पतव, और ब्लकियके यल्े प्ा्न् करत् है , और यनज्​् से ब्ते करने मे नहवय लज्त्। 18 ्ह चयग्ई के यल्े यनब्लियकि प्​्​् न् करत् है ; किययक जव्न मरे हओयके यल्े प्​्​् न् करत् है ; सह्ात् के यलए ्ह नमत्पू ्​्क उस से प्​्​् न् करत् है यजसके प्स सह्ात् करने क् कम से कम स्धन हि; और अचव ा्त् के यलए ्ह उससे प्​्​् न् करत् है जि आगे कदम नहवय ब़् सकत्: 19 और प्ने और प्ने के यलाे, और अपने ह्​् कव ्ल्ई के यल्े उस से कुछ करने कव स्म्​् म्य गत् है , जि कुछ ्व करने मे असम्​् है । अध्य 14 1 यफर जब किई न्​् चल्ने कव तैा्रव करत् है , और पचण लहरिय मे से गुजरने कि हित् है , ति उसे उस जह्ज से ्व अयधक सड् हआ लकडव क् एक रु कड् यमलत् है , जि उसे ले ज्त् है । 2 किययक उसने ल्​् हव कव अय्ल्द् से उसक् आय्ष्र यका्, और क्रवगर ने अपनव कुशलत् से उसे बन्ा्। 3 परनु हे यपत्, तेरव इच् उस पर प्ुत् करतव है ; किययक तू ने समुद मे म्ग् और लहरियमे सुरयकत म्ग् बन्ा् है ; 4 तू ाह पगर करत् है , यक तू हर य्पयत से बच् सकत् है ; ह्य , च्हे किई मनुष यबन् कल् के समुद मे चल् गा् हि। 5 तौ्व तू नहवय च्हत्, यक तेरव बुक् के क्म व्​् ज्एय , और इसव क्रम मनुष अपने प्म कि लकडव के छिरे रु कडे के यलाे सौयपते है , और यनब्ल जह्ज मे बडे समुद मे से हिकर चलते है , और उ्​्र प्ते है । 6 किययक पु र्ने समा मे ्व, जब अय्म्नव यदगज न्श हि गए, ति तेरे ह्​् से श्यसत हिने ्​्ले सयस्र कव आश् एक कमजिर बत्न मे बच गई, और पव़वदर-पव़व पव़व-दर-पव़व जवय्त रह गई। 7 किययक ्ह लकडव धन है यजस से धम् आत् है । 8 परनु जि ह्​् से बन्ा् ज्त् है , ्ह श्यपत है , और उसके बन्ने्​्ले कव ्​्ँ यत ्ह ्व श्यपत है ; और ाह, किययक, भष हिने के क्रम, इसे ्ग्​्न कह् ज्त् ्​्। 9 किययक ्क्हवन और उसकव ्क् दिनिय परमेशर के यलाे एक सम्न घृयमत है ।


10 किययक जि बन्ा् गा् है , ्ह उसके बन्ने्​्ले समेत दण प्एग्। 11 इसयल्े अनज्यताियकव मूरतियपर ्व दण यका् ज्एग्; किययक परमेशर कव सृजव हई ्सु मे ्े घृयमत ्सु , और मनुषियके प्मियके यल्े ठिकर क् क्रम, और यनबु्क्ाियके प्य ्ियके यल्े ज्ल बन गए है । 12 किययक मूरतिय कव रचन् से आकतक वय्च्र क् आरम हआ, और उनके आय्ष्र से जव्न क् य्न्श हआ। 13 किययक न ति ्े आयद से ्े , और न ाुग्नुाुग रहे गे। 14 किययक मनुष के व्​् ्ै्​् के द्र् ्े जगत मे आए, और इस क्रम शवघ हव उनक् अन हि ज्एग्। 15 किययक उस यपत् ने, जि अस्मयाक शिक से पवयडत ्​्, अपने बेरे कव मूरत बन्​्कर, जि उस समा मर् हआ ्​्, दे ्त् ज्नकर उसक् आदर यका्, और अपने ्श मे यकए हओय कि सयस्र करके और बयलद्न करके सौयप यदा्। 16 इस पक्र समा के स्​् एक अधम् रर्​्ज मजबूत हि गा् और उसे क्नून बन्कर रख् गा्, और र्ज्ओय कव आज् के अनुस्र खुदव हई मूरतिय कव पू ज् कव ज्ने लगव। 17 यजस क् लिग स्मने इस क्रम आदर न कर सकते ्े , यक ्े दू र रहते ्े , उनिय ने दू र हव से उसके तप कव नकल करके उस र्ज् कव मूरत बन्ई, यजस क् ्े आदर करते ्े, ाह्य तक यक अपनव आगे ब़कर उसकव च्पलू सव कर सके। अनुपक्त ्​्, म्नि ्ह उपक्त हि। 18 इसके अल्​्​् क्रवगर कव य्लकम पररशम ने अज्नव लिगिय कि और अयधक अयधय्श्स कव ओर अगसर करने मे मदद कव। 19 किययक उस ने कद्यचत यकसव अयधक्रव कि पसर करने कव इच् से, अपनव स्रव कुशलत् से स्​्तम रवयत क् स्दृ बन्ने मे लग्ा्। 20 और इस पक्र ्वड ने क्म के अनुगह से मियहत हिकर उसे अब दे ्त् समझ यला्, जि कुछ समा पहले तक आदर प्त् ्​्। 21 और ाह जगत कि धिख् दे ने क् अ्सर हआ; किययक मनुषिय ने य्पयत ्​् अत्च्र करके पतरिय और क्ठिय कि ऐस् न्म यदा्, जि ्म् न से ब्हर है । 22 और ाह उन से न हआ, यक उनियने परमेशर कि ज्नने मे ्ूल कव; ले यकन जबयक ्े अज्नत् के

मह्न ाु् मे रहते ्े , उन बडव य्पयतािय कि श्य यत कह् ज्त् ्​्। 23 किययक जब ्े अपने ब्लकियकि बयल च़्ते, ा् गुय रवयत से घ्त करते, ा् पर्ाे रर्​्जियके अनुस्र आनन करते ्े ; 24 उनियने न ति प्म और न य्​्​्ह कि यनषलय क रख्; परनु एक ने दू सरे कि य्श्सघ्त से घ्त यका्, ्​् वय्च्र के द्र् उसे दु ःखव यका्। 25 ाह्य तक यक सब मनुषिय मे खून, हत्, चिरव, छल, भष्च्र, य्श्सघ्त, उपद्, झूठव ग्​्हव, सब मनुषिय क् र्ज हि गा्। 26 ्ले मनुषिय कव व्कुलत्, अचे क्मिय कि ्ूल ज्न्, आत्ओय कि अशु् करन्, पक्र बदलन्, य्​्​्हिय मे गडबडव, वय्च्र, और यनल् ज अशु्त्। 27 किययक मूरतिय कव पू ज् करन् सब बुर्ई क् आयद, क्रम और अन है । 28 किययक ा् ति ्े आनन करके प्गल हि ज्ते है , ा् झूठ ्य्षद्मव करते है , ा् अन्ा करते है , ा् हले से अपने आप कि त्ग दे ते है । 29 किययक उनक् ्रिस् मूरतियपर है , यजन मे प्म नहवय; ादयप ्े झूठव शप् ख्ते है , यफर ्व सिचते है यक उने ह्यन नहवय हिगव। 30 तौ्व ्े दिनिय हव क्रमियसे उयचत दण प्एय ; दिनिय इसयलाे यक उनियने परमेशर क् ्ल् नहवय सिच्, और मूरतियपर ध्न यदा्, और पय्तत् क् यतरस्र करते हए अनुयचत तप से छल कव शप् ख्ई। 31 किययक यजस से ्े शपा ख्ते है , ्ह उनक् बल नहवय, परनु प्यपािय क् न्ापू म् पलर् है , जि ्क्हवनिय कि सद् अपर्ध क् दण दे त् है । अध्य 15 1 परनु हे परमेशर, तू अनुगहक्रव, सच्, सहनशवल, और दा् से सब ब्तिय क् पबन करत् है । 2 किययक ायद हम प्प करते है , ति तेरे है , और ज्नते है यक तेरव शक् कैसव है ; परनु ाह ज्नकर प्प न करे गे , यक हम तेरे हव यगने ज्ते है । 3 किययक तुझे ज्नन् पू म् धम् है ; ह्य , तेरव शक् कि ज्नन् अमरत् क् मूल है । 4 किययक न ति मनुषिय कव दु ष कलन् ने हमे धिख् यदा्, और न य्र-य्र रय गिय से सजव हई यकसव मूरत


ने, जि यचतक्र क् यनषल पररशम है , हमे धिख् यदा्; 5 यजसक् दश्न मूख् कि उसकव ल्लस् मे पलिय्त करत् है , और ्े मुद् मूरत कव ल्लस् करते है , यजसमे स्य स नहवय है । 6 जि उनके बन्ते है , और जि उनकव अय्ल्द् करते है , और जि उनकव आर्धन् करते है , ्े बुरव ्सु ओय के पे मव है , और ऐसव ्सु ओय पर ्रिस् करने के ािग है । 7 किययक कुम्र हम्रव से्​् के यलाे किमल यमटव कि तप्कर हर एक बत्न कि बडे पररशम से बन्त् है ; ह्य , ्ह एक हव यमटव से शु् उपािग के यलाे क्म आने ्​्ले दिनिय बत्न, और ्ैसे हव सब य्परवत क्म के बत्न ्व बन्त् है : परनु क् है ? यकसव ्व पक्र के उपािग क् यनम् ा कुम्र साय करत् है । 8 और ्ह अपके क्मियकि घृयमत क्म करके उसव यमटव क् एक व्​् दे ्त् बन्त् है , अा्​् त् ्ह जि ्िडे पयहले आप हव यमटव क् बन् ा्, और ्िडे हव समा के ब्द यफर उसव मे हि ज्त् है , और जब उसक् प्म जि उसे यदा् गा् हि ज्एग् म्य ग कव। 9 तौ्व उसकव यचन् ाह नहवय, यक उसे अयधक पररशम करन् पडे ग्, और न ाह यक उसक् जव्न छिर् है ; परनु ्ह सुन्रिय और च्ँ दव बन्ने्​्लियमे से शेि बनने क् ात करत् है , और पवतल के क्रवगरियके सम्न क्म करने क् ात करत् है , और नकलव ्सु एय बन्न् अपनव मयहम् समझत् है । 10 उसक् मन र्ख से ्व अयधक तुच है , उसकव आश् यमटव से ्व अयधक तुच है , और उसक् प्म यमटव से ्व तुच है । 11 किययक ्ह अपने सृजनह्र कि नहवय ज्नत् ्​्, और उसे यजसने उस मे सयका आत् उतर कव, और जवय्त आत् मे स्य स लव। 12 परनु उनिय ने हम्रे जव्न कि मनिरय जन क् स्धन, और हम्रे ाह्य रहने कि ल्​् क् स्धन समझ्; किययक ्े कहते है , हम कि अ्ृ हव हर म्ग् पर चलन् है , च्हे ्ह बुरे तरवकिय से हव किय न हि। 13 किययक ाह मनुष जि यमटव से न्जु क बत्न और खुदव हई मूरते बन्त् है , अपने आप कि सब से अयधक ठे स पहय च्न् ज्नत् है । 14 और तेरव पज् के सब बैरव जि उनकि ्श मे रखते है , ्े अतन मूख् है , और ब्लकिय से ्व अयधक दु खव है ।

15 किययक उनियने अनज्यतािय कव सब मूरतियकि दे ्त् यगन यला्; ्े न ति दे खने के यलाे आय खे, न स्य स खवयचने के यलाे न्क, न सुनने के यलाे क्न, और न सँ्​्लने के यलाे ह्​् कव अयगुयलाियसे क्म करते ्े ; और उनके प्य ् धवमे है । 16 किययक मनुष ने उनकि बन्ा्, और अपके आत् उध्र ले कर उस ने उनकि बन्ा्; परनु किई अपने तुल परमेशर नहवय बन् सकत्। 17 किययक ्ह न्श्​्न हिकर दु ष ह्​्िय से मरव हई ्सु बन्त् है ; किययक ्ह आप हव उन ्सु ओय से उतम है यजनकव ्ह पू ज् करत् है ; ादयप ्ह एक ब्र जवय्त हआ, परनु ्े क्व जवय्त न हए। 18 ह्य , उनियने उन ज्न्रिय कव ्व पू ज् कव जि सबसे घृयमत है : किययक एक स्​् तुलन् करने पर, कुछ दू सरिय से ्व बदतर है । 19 और न ्े सुनर है , ाह्य तक यक पशुओय मे ्व शि्​् प्ते है ; परनु ्े परमेशर कव सु यत और उसकव आशवद से रयहत हि गए। अध्य 16 1 इस क्रम उन कि ािग दण यदा् गा्, और पशुओय कव ्वड से उनकि ा्तन् दव गई। 2 उस दण के बदले तू ने अपकव पज् पर अनुगह करके, उनके यलाे पर्ाे स्द क् म्य स, ्रन उनकव ्ूख ब़्ने के यलाे बरे रिय क् ्िजन तैा्र यका्; 3 ाह्य तक यक ्े ्िजन कव अय्ल्द् करके, अपने बवच ्ेजे गए पशुओय कव कुतप दयष के क्रम ्ह सब ्व छवन ले , यजसकव उने इच् हितव है ; ले यकन ्िडे से ्​्न के यलए दररदत् झेलने ्​्ले इन लिगिय कि एक अजवब स्द क् ्​्गवद्र बन्ा् ज् सकत् है । 4 किययक ाह आ्ृक ्​्, यक अत्च्र करने से उन पर कयग्लव आए, यजसे ्े र्ल नहवय सकते ्े : ले यकन उने के्ल ाह यदख्ा् ज्न् च्यहए यक उनके दु शनिय कि कैसे पवड् दव गई ्व। 5 किययक जब पशुओय क् ्ा्नक पकिप उन पर ्डक्, और ्े रे ़े स्य पिय के डय क से मर गए, तब तेर् किध सदै ् बन् रह्; 6 परनु ्िडे समा तक ्े कष उठ्ते रहे , यक उ्​्र क् यचन प्कर उने यचत्ा् ज्ए, यक ्े तेरव व्​्​् कव आज्ओय कि सरम रखे।


7 किययक जि किई उस कव ओर यफर्, ्ह जि कुछ उस ने दे ख् उस से नहवय, परनु तेरे हव द्र्, जि सब क् उ्​्रकत्​् है , बच्ा् गा्। 8 और इस से तू ने अपके शतुओक य ि ाह म्न यला्, यक तू हव सब य्पयताियसे बच्त् है । 9 और यरय्ािय और मक्ािय के क्रने से ्े मर गए, और उनके प्म क् कुछ ्व उप्ा न हआ; किययक ्े इसव दण के ािग ्े । 10 परनु तेरे पु त य्दै ले अजगरियकि द्य त से ्व नहवय जवत सके; किययक तेरव कतम् सद् उन पर बनव रहव, और उनकि चयग् यका्। 11 किययक ्े तेरे ्चन सरम करने के यल्े चु् गए; और शवघ हव उ्​्र प् गए, यक ्​्रव ्ूल मे न पडकर तेरव ्ल्ई क् सरम यनरनर करते रहे । 12 किययक न ति जडव-बूरव, और न सुखद्ाक ले प, यजस से ्े चयगे हए; परनु हे ाहि्​्, तेर् ्चन हव सब कुछ चयग् करत् है । 13 किययक तू जव्न और मृतु क् अयधक्र रखत् है ; तू नरक के फ्रकिय तक ले ज्त् है , और यफर उठ् ल्त् है । 14 मनुष अपने बैर से घ्त करत् है , और आत् यनकल ज्त् है , और यफर लौरकर नहवय आत्; न ति आत् यफर उठतव है । 15 परनु तेरे ह्​् से बचन् सम् नहवय। 16 किययक दु ष लिग जि तुझे नहवय ज्नते ्े, ्े तेरे ्ुजबल के बल से म्रे गए; और ्​्रव ्द्​् , और ओले , और मेह से उनकि ऐस् सत्ा् गा्, यक ्े बच न सके, और आग मे जलकर ्स हि गए। 17 किययक आ्ा् कव ब्त ाह है , यक आग क् जल से ्व अयधक बल ्​्, जि सब कुछ बुझ् दे त् है ; किययक सयस्र धयम्ािय के यलाे लडत् है । 18 कुछ समा तक आग धवमव कर दव गई, यक जि पशु दु षिय के य्त् ्ेजे गए ्े , ्े न जल ज्एय ; परनु आप साय दे ख और समझ सकते है यक परमेशर के दण से उन पर अत्च्र हआ है । 19 और यकसव समा ्ह जल के बवच आग कव शक् से ्व अयधक जलत् है , यक अन्ाव दे श कव उपज कि न्श कर ड्ले । 20 इसके बदले तू ने अपकव पज् कि सग्दूतियक् स् ्िजन कखल्ा्, और उनके यलाे यबन् पररशम के तैा्र कव हई रिरव ्ेजव, जि हर एक मनुष कि पसर करे , और हर एक के स्द के अनुकूल हि। 21 किययक तेरे ्िजन से तेरे लडकेब्लियपर तेरव मधुरत् पगर हितव है , और ख्ने्​्ले कव ्ूख पू रव

हितव है , और सब मनुषियकव रयच के अनुस्र आप अपने आप कि स्यदष बन्ते है । 22 परनु यहम और बफ् आग कि सहते रहे , और यपघले नहवय, यजस से ्े ज्न ले , यक ओलिय मे आग जलतव और मेह मे चमककर शतुओय के फलिय कि न्श कर दे तव है । 23 परनु ाह यफर अपके बल कि ्ूल गा्, यक धम् क् प्लन पिदम हि। 24 किययक जि प्मव तेरव से्​् करत् है , जि सृजनह्र है , ्ह अधयम्ािय कि दण दे ने के यलाे उनके य्त् अपन् बल ब़्त् है , और जि तुझ पर ्रिस् रखते है उनके ल्​् के यलाे अपन् बल घर्त् है । 25 इस क्रम ्ह सब पक्र क् हि गा्, और तेरे अनुगह के आधवन हि गा्, जि दररदिय कव इच् के अनुस्र सब ्सु ओय क् पिदम करत् है । 26 इसयलाे यक हे ाहि्​् यजस से तू पे म रखत् है , तेरे लडकेब्ले ज्न ले , यक फल के ब़ने से मनुष क् पिदम नहवय हित्, परनु तेरे ्चन से हव तेरे य्श्स करने्​्लियकव रक् हितव है । 27 किययक जि आग से न्श न हआ, ्ह धूप कव ्िडव सव गरमव से तुरन यपघल गा्; 28 इसयलाे यक ाह पगर हि, यक हम सूा् कि रिककर तेर् धन्​्द करे , और ्िर मे तुझ से प्​्​् न् करे । 29 किययक कृतघियकव आश् ज्डे के प्ले कव न्ईय यपघल ज्एगव, और यनकमे जल कव न्ईय बह ज्एगव। अध्य 17 1 किययक तेरे यनम् ा बडे है , और पगर नहवय हि सकते; इस क्रम जि मनुष पिदमहवन है , ्े ्ूल करते है । 2 किययक जब दु ष मनुषियने पय्त ज्यत पर अनेर करने कव सिचव; उने उनके घरिय मे बयद कर यदा् गा्, अयधेरे के कैदव, और लय बव र्त के बयधनिय से जकड कर, श्शत य्ध्न से यन्​्​् यसत कर यदा् गा्। 3 किययक जब ्े अपने गुय प्पिय मे यछपे रहन् च्हते ्े , ति ्े य्सृयत के अयधेरे परदे के नवचे यततरयबतर हि गए, और ्ा्नक तप से चयकत हि गए, और अजवब ्ूतिय से परे श्न हि गए। 4 किययक यजस किने ने उने पकड रख् ्​्, ्ह उने ्ा से बच् नहवय सक्; परनु उनके च्रिय ओर प्नव


यगरने क् स् शब सुन्ई दे त् ्​्, और ्​्रव मुखिय के स्​् उने दु :खमा दश्न यदख्ई दे ते ्े । 5 आग कव किई शक् उने उयजा्ल् नहवय दे सकव, और न त्रिय कव तेज लपरे उस ्ा्नक र्त कि उयजा्ल् कर सकवय। 6 और उने आग अपने आप जलतव हई बहत ्ा्नक यदख्ई दव; किययक ्े बहत ्ा्वत हि गए, और उनियने सिच् यक जि कुछ उनियने दे ख् ्ह उस दृ से ्व बुर् है जि उनियने नहवय दे ख् ्​्। 7 और ज्दू गरनव क् भम दू र यका् गा्, और उनकव बुक् क् बड्ई करने क् अपम्न हआ। 8 किययक ्े, यजनियने बवम्र आत् के ्ा और सयकरिय कि दू र करने कव पयतज् कव ्व, आप हव ्ा से पवयडत हि गए, और उपह्स के ािग हि गए। 9 किययक उन से यकसव ्ा्नक ्सु क् ्ा न हआ; तौ्व मै उन पशुओय से डरत् हय जि प्स से गुजरते है , और स्य पिय क् फुफक्रन्, 10 ्े डर के म्रे मर गए, और इस ब्त से इन्र कर रहे ्े यक उनियने ह्​् दे खव है , यजसे यकसव ्व तरह र्ल् नहवय ज् सकत् ्​्। 11 किययक जि दु षत् अपनव हव स्कव से दिदव ठहर्ई गई है , ्ह बहत डरपिक हितव है , और य्​्ेक के दब्​् मे आकर सदै ् दु ःखद्ाव ब्ते बत्तव है । 12 किययक ्ा और कुछ नहवय, बुक् से यमलने्​्लव सह्ात् कि धिख् दे न् है । 13 और ्वतर से आश् कम हिने के क्रम, अज्न कि पवड् पहय च्ने ्​्ले क्रम से अयधक समझतव है । 14 परनु ्े उस र्त ्हव नवयद सिए, जि सचमुच असहनवा ्व, और जि अपररह्ा् नरक कव तह से उन पर आई। 15 ्े कुछ ति ्ा्नक ्ूतिय से घबर्ए हए ्े , और कुछ ति मूकच् त हि गए ्े , और उनक् हदा कवम हि गा् ्​्; किययक अच्नक ्ा उन पर आ पड्, और उनियने यकसव कव खिज ्व नहवय कव ्व। 16 सि जि किई ्ह्य यगर पड्, उसे यबन् लिहे के बनवगृह मे बन करके रख् गा्। 17 किययक च्हे ्ह यकस्न हि, च्हे चर्​्ह् हि, च्हे खेत मे मजदू र हि, ्ह पकड यला् गा्, और उस आ्ृकत् कि सह्, यजसे र्ल् नहवय ज् सकत् ्​्: किययक ्े स्व अयधक्र कव एक जय जवर से बयधे ्े ।

18 च्हे ्ह सवरव कव सव आँ धव हि, ा् फैलतव हई ड्यलािय के बवच पयकािय क् मधुर शब हि, ा् पचण बहत् हआ जल क् मन्​्​्न झरन् हि, 19 ा् पतरिय के यगरने क् ्ा्नक शब, ा् उछलते हए ज्न्रिय कव दौड जि यदख्ई नहवय दे तव ्व, ा् सबसे कूर जय गलव ज्न्रिय कव गज् न् कव आ्​्ज, ा् खिखले पह्डिय से आने ्​्लव गूँज; इन चवजिय ने उने डर के म्रे बेहिश कर यदा्। 20 किययक स्र् जगत् यनम्ल उयजा्ले से चमक्, और यकसव के पररशम मे रक्​्र न हई; 21 उन पर के्ल एक ्​्रव र्त फैलव हई ्व, उस अयधक्र कव छय् जि ब्द मे उने प्य हिगव: ले यकन यफर ्व ्े खुद के यलए अयधेरे से ्व अयधक गय्वर ्े । अध्य 18 1 तौ्व तेरे पय्त लिगियके प्स बडव बडव जियत ्व, यजस कव ्​्मव ्े सुनते ्े , और उनक् तप न दे खते ्े , किययक उनियने ्व ्ैस् हव दु ख न उठ्ा् ा्, इस क्रम ्े उने सुखव समझते ्े । 2 परनु इस क्रम यक उनियने अब उनकि ह्यन न पहय च्ई, यजन से उन पर पयहले अन्ा हआ ा्, इस क्रम उनिय ने उनक् धन्​्द यका्, और इस क्रम उन से कम् म्य गव, यक ्े शतु ्े । 3 उसके बदले तू ने उने अज्त ा्त् मे म्ग् यदख्ने के यलाे जलत् हआ आग क् खम् यदा्, और उनके आदर सत्र के यलाे ह्यनरयहत सूा् ्व यदा्। 4 किययक ्े उयजा्ले से ्ययचत और अनक्र मे बने ज्ने के ािग ्े, यजनियने तेरे पु तिय कि बन कर रख् ्​्, यजनके द्र् व्​्​् कव यनषलय क जियत जगत कि दव ज्नव ्व। 5 और जब उनिय ने पय्त लिगियके बचियकि घ्त करने क् यन्ा यका्, और उनकि ड्य रने के यल्े एक ब्लक कि ब्हर फेककर बच् यला्, तब तू ने उनके बहत से ब्लकियकि छवन यला्, और उनकि बडे जल मे ड्लकर न्श कर ड्ल्। 6 उस र्त के ब्रे मे हम्रे यपत्ओय कि पहले हव पम्यमत कर यदा् गा् ्​्, यक यनय्त तप से ाह ज्नकर यक उनियने यकन शप्िय कि सच म्न् है , ्े ब्द मे खुश हि सकते है । 7 इस पक्र तेरव पज् से धयम्ािय क् उ्​्र और शतुओय क् न्श दिनिय गहम यका् गा्।


8 किययक यजस क्म से तू ने हम्रे दियहाियकि दण यदा्, उसव से तू ने हम कि, यजने तू ने बुल्ा् है , मयहम् ्व कव। 9 किययक ्ले मनुषिय के धम् सन्न ने गुय रवयत से बयलद्न यका्, और एक समयत से पय्त व्​्​् बन्ई, यक पय्त लिग ्व एक हव ्ल्ई और बुर्ई के ्​्गव हिय, और यपतर अब सु यत के गवत ग् रहे है । 10 परनु दू सरव ओर शतुओय क् बुर् रिन् सुन्ई यदा्, और जि बचे य्ल्प कर रहे ्े , उनक् शिक दू र दू र तक फैल गा्। 11 स्मव और से्क कि एक रवयत से दण यदा् गा्; और जै स् र्ज्, ्ैस् हव स्म्न वक् कि कष हित् ्​्। 12 इस पक्र ्े सब यमलकर एक हव पक्र कव मृतु से बहत मरे ; न हव जवय्त लिग उने दफन्ने के यलए पा्​् य ्े : किययक एक हव कम मे उनकव सबसे कुलवन सयत्न नष हि गई ्व। 13 किययक उनियने तयतमयतियके क्रम यकसव ब्तकव पतवयत न कव; जेि पु त के नष हिने पर, उनियने सवक्र यका् यक ाे लिग परमेशर के पु त है । 14 किययक जब सब ब्ते श्न ्वय, और ्ह र्त अपनव तवव गयत के बवच मे ्व, 15 तेर् स्​्शक्म्न ्चन सग् से तेरे र्ज यसयह्सन पर से, एक ्ायकर ाि्​् कव न्ईय य्न्श के दे श के बवच मे उतर आा्, 16 और तेरव यनषलय क आज् कि तेज तल्​्र के सम्न ल्ा्, और सब ्सु ओय कि मृतु से ्र यदा्; और ्ह आक्श कि छू गा्, परनु पृ य्व पर खड् रह्। 17 तब अच्नक उने ्ा्नक स् यदख्ई पडे , और ्े बहत व्कुल हि गए, और उन पर ऐस् ्ा छ् गा्, जि पयहच्नत् न ्​्। 18 और एक ने ाह्य फेक्, और एक ने ्ह्य अधमर् हिकर अपके मरने क् क्रम बत्ा्। 19 किययक जि स् उनकि घबर्ते ्े , ्े पयहले से ाहव बत्ते ्े , यक ऐस् न हि यक ्े न्श हि ज्एय , और न ज्ने यकस क्रम से दु :ख ्िगे। 20 ह्य , मृतु क् स्द धम् कि ्व छू गा्, और जय गल मे ्वड क् य्न्श हआ: परनु किध अयधक समा तक नहवय रह्। 21 तब ्ह यनद्द मनुष फुत् करके उनक् बच्​् करने कि खड् हआ; और अपने उयचत मयत्ला कव ढ्ल, ाह्य तक ​ ​ यक प्​्​् न्, और धूप कव प्ाय्त ल्ते हए, खुद कि किध के कखल्फ खड्

यका्, और इस तरह य्पयत कि सम्य कर यदा्, ाह घिदम् करते हए यक ्ह आपक् से्क ्​्। 22 इसयल्े उस ने न्श करने्​्ले कि न ति शरवर के बल से, और न ्ुज्ओय के बल से, परनु ्चन से हव, जि दण दे ने्​्ले कि ्श मे कर यदा् ा्, जि शपा और पु रख्ओय से ब्नव हई ्व उसकि ्श मे कर यला्। 23 किययक जब मरे हए एक के ऊपर एक ढे र हिकर यगर पडे , और बवच मे खड् हआ, तब उस ने किध कि रिककर जवय्तिय के यलाे म्ग् अलग कर यदा्। 24 किययक उस लमे ्​् मे स्र् जगत् ा्, और मयमाियकव च्रियपयक्ाियमे पु रख्ओयकव मयहम् खिदव गई, और उसके यसर के मुकुर पर तेर् मह्मयहम अययकत है । 25 न्श करने्​्ले ने उनकि जगह दव, और उन से डरत् ्​्; अध्य 19 1 और ्क्हवनियपर किध अन तक यबन् दा् के उन पर ्डक्, किययक ्ह पयहले से ज्नत् ्​् यक ्े क् करे गे; 2 और उने ज्ने कव छु टव दे कर झरपर ्ेज यदा्, ति ्े मन यफर्ते, और उनक् पवछ् करते। 3 किययक जब ्े मरे हओय कव कबिय पर य्ल्प और य्ल्प कर हव रहे ्े , ति उनियने एक और मूख्त्पू म् ाुक् यनक्लव, और ्गिडिय कव न्ईय उनक् पवछ् करने लगे, यजनकि उनियने ज्ने क् सम्च्र यदा् ्​्। 4 किययक यनायत ने, यजसके ्े ािग ्े , उने इस अयत तक खवयच यला्, और उने उन ब्तिय कि ्ुल् यदा् जि पहले हव घयरत हि चुकव ्वय, त्यक ्े उस दण कि पू र् कर सके जि उनकव पवड् के यलए अपे यकत ्​्: 5 और इसयलाे यक तेरव पज् अद् ्ुत म्ग् से चले, परनु अनिखव मृतु प्ए। 6 किययक स्रव सृयष अपनव अपनव ज्यत मे यफर से रचव गई, और उन य्शेद आज्ओय क् प्लन करने लगव जि उने दव गई ्वय, यक तेरे ब्लकिय कि ह्यन न पहय चे। 7 अ्​्​् त, ब्दल छ्​्नव पर छ्ा् करत् है ; और जह्य जल पयहले खड् ्​्, ्ह्य सूखव ्ूयम यदख्ई दव; और ल्ल समुद से यबन् यकसव ब्ध् क् म्ग्


यनक्लि; और तेज ध्र् से एक हर्-्र् मैद्न यनकल्: 8 और यजतने लिग तेरे ह्​् कव रक् करते ्े ्े सब तेरे अद् ्ुत आ्ा्कम् कि दे खते हए ्ह्य से हिकर चले ज्ते ्े । 9 किययक ्े घिडिय कव न्ईय उडते, और ्ेड के बचियकव न्ईय उछलते, और हे ाहि्​्, यजस ने उनकि बच्ा्, तेरव सु यत करते है । 10 किययक जब ्े पर्ाे दे श मे रहते ्े , तब जि क्म ्े करते ्े , ्े अब ्व सरम करते ्े , यक ्ूयम से म्ेयशािय कव सनव मक्ा्ँ , और नदव से मछयलािय कव सनव बहत से मे़क उतर हिते ्े । 11 परनु इसके ब्द उनियने पयकािय कव एक नई पव़व दे खव, जि ्ूख के ्शव्ूत हिकर स्यदष म्य स म्य गने लगे। 12 किययक उनकि पसर करने के यल्े समुद मे से बरे र यनकल आते ्े । 13 और प्यपािय कि यबन् पू ्​् यचनिय के गडगड्हर के दण यदा् गा्; किययक उनियने अपनव हव दु षत् के अनुस्र न्ापू ्​्क दु :ख उठ्ा्, ाह्य तक यक उनियने अजनयबािय के पयत अयधक कठिर और घृयमत व्ह्र यका्। 14 किययक सदियमािय ने यजनकि उनके आने पर पयहच्न न ज्न्, उनकि गहम न यका्, परनु उनिय ने ऐसे यमतियकि जि उनके ािग ्े , द्स बन् यला्। 15 और के्ल इतन् हव नहवय, परनु कद्यचत् उन क् कुछ आदर ्व हि, किययक उनियने पर्ािय से यमतत् न कव; 16 परनु उनिय ने उनकि बहत दु :ख यदा्, यजनकि उनियने जे ्न्र कखल्कर गहम यका्, और उनके स्​् उसव व्​्​् मे ्​्गव हि गए। 17 इस क्रम ्े ऐसे अने हि गए, जै से धम् मनुष के द्र पर पडे ्े ; और हर एक ्ा्नक घिर अनक्र से यघरकर अपने हव द्र से ब्हर यनकलन् च्हत् ्​्। 18 किययक तत एक पक्र के स्मयजस के द्र् अपने आप मे बदल गए, जै से ्जन मे सर धुन क् न्म बदल दे ते है , और यफर ्व धयना्य सदै ् बनव रहतव है ; जि यक यकए गए क्ा् कि दे खकर अचव तरह से समझ् ज् सकत् है । 19 किययक प्य्​् ् ्सु एँ जल बन गईय, और जि ्सु एय पयहले जल मे तैरतव ्वय, ्े ्ूयम पर यमल गईय।

20 आग कि जल मे शक् यमलव, और ्ह अपन् गुम ्ूल गा्; और जल अपन् बुझ्ने क् स्​्​् ्ूल गा्। 21 दू सरव ओर, न्श्​्न जवय्त प्यमािय क् म्य स आग कव लपरिय से नहवय जल्, ादयप ्े उसमे चलते ्े ; न ति उनियने बफ्ले पक्र के सग्ा म्य स कि यपघल्ा् जि यक यपघलने के यलए उपाु् पकृयत क् ्​्। 22 किययक हे ाहि्​्, तू ने सब ब्तियमे अपकव पज् कव बड्ई और मयहम् कव, और न उनकि तुच समझ्, ्रन हर समा और ्​्न मे उनकव सह्ात् कव।


Turn static files into dynamic content formats.

Create a flipbook
Issuu converts static files into: digital portfolios, online yearbooks, online catalogs, digital photo albums and more. Sign up and create your flipbook.