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12 अगस्त
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13 अगस्त
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जलस्तर : शहर व आसपास के मुख्य बांधों की स्थिति डेम
कोलार डेम केरवा डेम कलियासोत हथाईखेड़ा डेम घोड़ापछाड़ डेम जलस्तर मीटर में
फुल टेंक लेवल 11 अगस्त एक दिन में बढ़ा
462.20 509.90 505.67 474.09 477.29
आंकड़ों के आईने में भोपाल
सूर्यास्त कल 18Ñ.57 pm
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1946
14 अगस्त
29.0 22.0
में मिंटो हॉल को हमीदिया कॉलेज बनाया गया था
भोपाल
भोपाल | समृद्धिकारी खरीद-फरोख्त के लिए 23 अगस्त को पुष्य नक्षत्र योग रहेगा। पं. भंवरलाल शर्मा ने बताया कि शुक्रवार 22 अगस्त की रात 10:40 बजे पुष्य नक्षत्र योग प्रारंभ होगा, जो 23 अगस्त की रात 1:07 बजे तक रहेगा। इस अवधि में वाहन, भवन, भूमि व ज्वैलरी आदि की खरीदी फलदायक रहेगी। इसके बाद पुष्य नक्षत्र 18 सितंबर को शाम 5:42 बजे शुरू होगा, जो 20 सितंबर की सुबह 8:06 बजे तक रहेगा।
रिजर्व कोच में वारदात की टीटीई भी दर्ज कर सकेंगे एफआईआर
भोपाल | अब ट्रेन के रिजर्व कोच में वारदात की सूचना पर टीटीई भी एफआईआर दर्ज कर सकेंगे। इसके लिए कोच के अटेंडेंट और रनिंग स्टाफ को गवाह बनाया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से यह व्यवस्था लागू कर दी है। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि ट्रेन में वारदात की सूचना पर सबसे पहले अगले स्टेशन पर इसकी सूचना दी जाएगी। यहां पहुंचने के बाद टीटीई द्वारा एफआईआर संबंधित थाने को सौंप दी जाएगी।
खुलासे ऐसे भी एक लैब अमानक बता रही थी तो दूसरी सही, अफसरों ने भी दिया साथ स्टेट ड्रग लेबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने अस्पताल में सप्लाई किए गए जख्मों पर लगाने वाले पोवाडीन आयोडीन सॉल्यूशन (आईपी) को जांच में अमानक बताया है। जबकि श्री कृष्णा एनालिटिकल सर्विस लेबोरेटरी (नई दिल्ली) के वैज्ञानिकों ने दवा को जांच रिपोर्ट में मानक स्तर का बताया था। सप्लायर ने दवा की सप्लाई के साथ उसकी जांच रिपोर्ट भी भेजी थी।
डायरिया से पीड़ित बच्चों को दी जाने वाली मेडिपोल फार्मास्यूटिकल कंपनी की जिंक सल्फेट टेबलेट को नई दिल्ली की आईटीएल लेबोरेटरी ने जांच में मानक स्तर का बताया था। जबकि स्टेट लेबोरेटरी ने उसी टेबलेट को अपनी रिपोर्ट में अमानक स्तर का बताया है। ऐसी ही स्थिति सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बांटी गई दो अन्य दवाओं की भी है।
एक
मध्यप्रदेश में 147 अमानक दवाओं को बांटने की गड़बड़ी में स्वास्थ्य विभाग अपने अफसरों को बचा रहा है। जबकि इस मामले में अफसरों की गलती के नए खुलासे भी हुए हैं। ये वे अफसर हैं, जिन्होंने दवा सप्लायर कंपनी की ही जांच रिपोर्ट के आधार पर दवाओं को मानक स्तर का मान लिया था। यही दवाएं अस्पतालों में सप्लाई कर मरीजों को बांट दी गई थीं। स्वास्थ्य विभाग केवल दवा निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। दैनिक भास्कर ने ही इस मामले का खुलासा किया था। स्टेट ड्रग लेबोरेटरी ने अपनी जांच में इन दवाओं को अमानक स्तर का पाया था। इसके बावजूद दवाओं को बांट दिया गया। अब भास्कर के खुलासे के बाद स्वास्थ्य विभाग उन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहा है, जिन्होंने यह दवाएं सप्लाई की थीं।
दवा कंपनियों को नोटिस जारी
इस मामले का खुलासा होने के बाद ड्रग कंट्रोलर डीडी अग्रवाल ने 147 दवा कंपनियों को नोटिस जारी किए हैं। कंपनियों से बीते दो साल में सप्लाई की गई दवाओं का मार्केट का स्टॉक रिकाॅर्ड मांगा है। उनसे कहा गया है कि वे दो सप्ताह के भीतर बाजार से इन दवाओं को वापस उठाएं।
दो
डॉ. अशोक डंगरिया, सीएमएचओ, इंदौर
^ अमानक पोवाडीन आयोडीन सॉल्यूशन के खरीदी आदेश जारी किए थे। दवा कंपनी द्वारा दवा के साथ भेजी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर उसका उपयोग मरीजों के इलाज में किया गया।
दवा खरीदी नियमों के तहत अस्पताल प्रमुख को कंपनी से आई दवा की जांच सरकार द्वारा अनुबंधित 7 लेबोरेटरी में से किसी एक में कराना थी, जो नहीं कराई गई।
चार
स्टोर में खराब हो गए थे सैंपल : अग्रवाल
दैनिक भास्कर ने इस खबर को सबसे पहले रविवार (10 अगस्त) के अंक में प्रकाशित किया था।
भास्कर पड़ताल
सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बांटने के लिए सप्लाई हुई दवाओं की जांच अस्पताल अधीक्षकों ने नहीं कराई। इन दवाओं की जांच कराने के स्थान पर अस्पताल प्रमुखों ने दवा कंपनियों द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट को सही मानकर यह दवाएं मरीजों को बंटवा दी।
तीन
दैनिक भास्कर ने इस बारे में स्वास्थ्य आयुक्त पंकज अग्रवाल से चर्चा की। श्री अग्रवाल का कहना था कि दवाओं की खरीदी संबंधित जिलों के सीएमएचओ ने की थी। शुरूआती जांच में अफसरों की भूमिका संदिग्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि दवाओं का उपयोग लेबोरेटरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किया था। स्टेट ड्रग लेबोरेटरी की जांच के बारे में श्री अग्रवाल ने शुरुआती जांच के आधार पर कहा कि जिन स्टोर्स से ये सैंपल लिए गए, वहां दवाएं रखरखाव के अभाव में पहले ही खराब हो चुकी थीं।
अमानक दवाओं की खरीदी के लिए ये हैं जिम्मेदार डॉ. शरद पंडित , प्रभारी
जेपी सक्सेना, एनालिस्ट,
राजेश जिनावल,
^ इन्हें पता था कि सीएमएचओ ने अस्पताल में सप्लाई सॉल्यूशन का उपयोग जांच कराए बिना किया है। फिर भी न सीएमएचओ से जवाबतलब किया और न ही सॉल्यूशन का उपयोग रोका।
^ इंदौर के ड्रग इंस्पेक्टर राजेश जिनावल द्वारा दवा के सैंपल भेजे गए नमूने की जांच में 10 महीने का समय लगा दिया। जबकि जांच एक महीने के भीतर ही पूरी करनी थी।
^ सरकारी अस्पताल के दवा स्टोर से लिया गया सॉल्यूशन का सैंपल अमानक निकलने की रिपोर्ट की जानकारी सीएमएचओ को नहीं दी। रिपोर्ट को दबा दिया।
संभागीय संयुक्त संचालक, इंदौर
स्टेट ड्रग लेबोरेटरी
उज्जैन की तर्ज पर नगर भ्रमण पर निकले मुक्तेश्वर महाकाल पालकी को कंधों पर उठाकर चल रहे थे भक्त
पर्यावरण स्वीकृति के आवेदन ऑनलाइन ही स्वीकार होंगे
भोपाल | उद्योग और हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए पर्यावरण स्वीकृति के आवेदन 14 अगस्त से ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। राज्यस्तरीय पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्राधिकरण की वेबसाइट पर किए जाने वाले ऑनलाइन आवेदन पर प्रस्तावक और आवेदक को ई-मेल द्वारा सूचित किया जाएगा। इस वेबसाइट पर पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) ने यह व्यवस्था की है।
एम्स में आज मनोवैज्ञानिक देंगे तनाव दूर करने के टिप्स
भोपाल | अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर मंगलवार को एम्स में युवाओं को तनाव दूर रखने के टिप्स दिए जाएंगे। संस्थान के टेलीमेडिसिन सेंटर के नोडल ऑफिसर ने बताया कि कार्यक्रम में मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक युवाओं की समस्याएं सुनेंगे। कार्यक्रम एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग और यूनाइटेड नेशन पापुलेशन फंड द्वारा आयोजित किया गया है।
एम्स की ओपीडी में आज
विभाग डॉक्टर हड्डी रोग विभाग डॉ. जॉन संतोषी दंत चिकित्सा विभाग डॉ. अभिनव सिंह स्त्री रोग विभाग डॉ. अजय हल्दर मेडिसिन विभाग डॉ. रजनीश जोशी शिशु रोग विभाग डॉ. गिरीश चंद्र भट्ट ओपीडी का समय- सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक नए मरीजों के पर्चे बनेंगे- सुबह 8 से 11 बजे तक
(डॉक्टरों के ओपीडी समय में अचानक परिवर्तन हो सकता है। इस संबंध में ओपीडी के फोन नंबर 0755-0902607 पर संपर्क किया जा सकता है।)
अंदर के पेजों पर मध्यप्रदेश
P 04
ट्यूब से नदी पार कर स्कूल जाती है सातवीं की छात्रा देश-विदेश
P 13
यूथ ओिलंपिक्स : हवा में कलाबाजी दिखाएंगे 520 मार्शल आर्ट्स स्टूडेंट्स
वीआईपी रजिस्ट्रेशन नंबर
अफसरों ने खरीदी थी अमानक दवा, की थी सप्लाई, कार्रवाई सिर्फ दवा कंपनियों पर नगर संवाददाता | भोपाल
छोला िवश्रामघाट से सोमवार को शिव शृंगार समिति द्वारा मुक्तेश्वर महाकाल की सवारी यात्रा निकाली गई। इसमें चांदी से बनी महाकाल की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र थी, िजसे भक्त कंधों पर उठाए चल रहे थे। फोटो|भास्कर
नसं, भोपाल | उज्जैन के महाकाल की शाही सवारी की तर्ज पर राजधानी में सोमवार को छोला विश्राम घाट से मुक्तेश्वर महाकाल की शाही सवारी निकाली गई। भक्त महाकाल की चांदी की पालकी को कंधों पर उठाए चल रहे थे। शिव शृंगार उत्सव समिति के बैनर तले सवारी यात्रा का शुभारंभ पं. गोपाल पुरोहित ने किया। यात्रा में भगवान शंकर के विविध स्वरूपों का चित्रण करतीं झांकियां शािमल थीं। यातायात रुका: छोला रोड पर यात्रा निकलते समय काफी देर तक ट्रैिफक जाम रहा।
नर्सिंग होम एक्ट के दायरे में होंगे फिटनेस सेंटर रजिस्ट्रेशन के लिए मिली एक महीने की मोहलत नगर संवाददाता | भोपाल
अगर अाप अपनी सेहत बनाने फिटनेस सेंटर (जिमखाना) ज्वाइन कर रहे हैं, तो पहले उसके रजिस्ट्रेशन के बारे में पता कर लें। स्वास्थ्य विभाग ने अब सभी जिमखानों और फिजियोथैरेपी सेंटर्स के लिए नर्सिंग होम एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। साथ ही इनके संचालकों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए एक महीने की मोहलत दी है। स्वास्थ्य संचालनालय के अधिकारियों
ने बताया कि फिटनेस सेंटर में लोगों को फिट रहने एक्सरसाइज कोर्स के दौरान कुछ जरूरी दवाएं खाने की सलाह भी दी जाती है। इसके लिए फिटनेस ट्रेनर लोगों की मेडिकल जांच भी कराते हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस तरह की मेडिकल एक्टिवटी वाले संस्थानों का मप्र नर्सिंग होम एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन जरूरी है। स्वास्थ्य संचालक डॉ. केके डस्सू ने बताया कि फिटनेस सेंटर और फिजियोथैरेपी क्लीनिकों में मेडिकल एक्टिविटी होने के कारण इनके लिए नर्सिंग होम एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया है। बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे जिमखानों पर कार्रवाई सीएमएचओ कराएंगे।
ट्रेनर नहीं दे सकेंगे दवाएं
एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन के बाद फिटनेस ट्रेनर लोगों को मोटापा घटाने, वजन बढ़ाने की दवाएं मनमर्जी से नहीं दे पाएंगे। इसके अलावा प्रत्येक फिटनेस सेंटर संचालक को एक डाइटीशियन नियुक्त करना पड़ेगा।
शहर में 250 फिटनेस सेंटर भोपाल में 250 फिटनेस सेंटर है। यहां रोजाना 12 हजार से ज्यादा लोग एक्सरसाइज करने जाते हैं। इन सेंटरों की मेंबरशिप फीस 400 रूपए से लेकर 2200 रूपए प्रतिमाह तक है।
तत्कालीन ड्रग इंस्पेक्टर
सीआईएसएफ के डिप्टी कमांडेंट विजय कुमार धनकर से राजा भोज एयरपोर्ट का पूरा स्टाफ परेशान था। स्टाफ को शॉपिंग के लिए जाने से दो दिन पहले परमिशन लेनी होती थी। उन्हें कैंटीन में मिलने वाला खाना घर ले जाने की अनुमति नहीं थी। कर्मचारियों ने सोमवार को सीआईएसएफ के डीआईजी संजय प्रकाश से यह बातें कहीं। इस पर डीआईजी स्टाफ से कहा कि उन्हें अब ऐसे नियम मानने की जरूरत नहीं है। वे बिना किसी तनाव और परेशानी के अपनी ड्यूटी करें। धनकर के व्यवहार से परेशान होकर सीआईएसएफ की कांस्टेबल रितु कुमारी ने मंगलवार को खुद को गोली मार ली थी। उन्हें गंभीर हालत में एम्स दिल्ली ले जाया गया है। वहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है। सोमवार को डीआईजी ने कर्मचारियों से बात की। महिला कर्मचारियाें ने उन्हें बताया कि धनकर के
नगर संवाददाता| भोपाल
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) की ओर से ऑनलाइन किए गए एमपी04 सीएन सीरीज के 0001 नंबर पर सोमवार देर शाम तक अब तक की सबसे बड़ी बोली 2 लाख 50 हजार रुपए लगाई जा चुकी है। रविवार देर रात तक इस नंबर पर 1 लाख 70 हजार रुपए की बोली लगी थी। इसी सीरीज के 0009 नंबर के लिए 51 हजार रुपए की बोली लगी है। अब तक चार पहिया वाहनों के सीएन सीरीज के 19 वीआईपी रजिस्ट्रेशन नंबरों पर बोली लगाई जा चुकी है। आरटीओ अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि तारीख खत्म होने के बाद जिस वाहन मालिक ने ज्यादा बड़ी बोली लगाई होगी, उन्हें ही यह नंबर अलॉट किए जाएंगे। वीआईपी नंबर अलॉट होने के दो सप्ताह के भीतर संबंधित वाहन मालिक को पैसा जमा करना होगा। ऐसा न करने पर उसका अलॉटमेंट आर्डर खत्म कर दिया जाएगा। उधर, मोटर साइकिल और स्कूटर श्रेणी की गाड़ियों के लिए ऑनलाइन किए गए वीआईपी नंबरों के लिए अभी तक बोली नहीं लगी है।
जयपुर पुलिस को लिखा पत्र
निलंिबत एआईजी ने मांगी 15 दिन की मोहलत नगर संवाददाता| भोपाल
महिला के यौन उत्पीड़न के आरोपी सस्पेंडेड एआईजी अनिल कुमार मिश्रा ने जयपुर पुलिस को पत्र लिखकर पेश होने के लिए 15 दिन की मोहलत मांगी है। पत्र करीब एक सप्ताह पहले पुलिस को मिला था। पुलिस ने मिश्रा की इस पेशकश को खारिज कर तलाश तेज कर दी है। महिला ने जयपुर पुलिस में मिश्रा की शिकायत की थी। इसके बाद से ही वे गायब हैं। इस मामले में 23 जुलाई को जयपुर पुलिस की टीम भोपाल आई थी। यहां से टीम इंदौर भी गई, लेकिन अब तक मिश्रा उसके हाथ नहीं लगे हैं। जयपुर पुलिस के मुताबिक करीब हफ्तेभर पहले मिले पत्र के बाद मिश्रा की तलाश तेज कर दी है। पुलिस का दावा है कि हाल ही में जयपुर स्थित एक होटल में मिश्रा के रुके होने की सूचना मिली थी। इस पर टीम ने वहां दबिश भी दी, लेकिन मिश्रा वहां नहीं मिले।
सरगना जगदीश सागर के कहने पर परीक्षा में बैठे थे दोनों आरोपी नगर संवाददाता | भोपाल
पीएमटी-2013 में दूसरे को नकल कराने के मकसद से बैठे दो स्कोरर्स को सोमवार दोपहर को जेल भेज दिया गया। सरगना जगदीश सागर के कहने पर दोनों आरोपी स्कोरर बनाने के लिए तैयार हुए थे। इसके लिए उनका ढाई लाख रुपए में सौदा हुआ था। एसटीएफ ने उप्र निवासी आत्माराम और अमित शाक्य को रविवार को गिरफ्तार किया था। दोनों को सोमवार को सीजेएम पंकज सिंह माहेश्वरी की अदालत में पेश किया गया। यहां एसटीएफ ने दोनों से पर्याप्त पूछताछ होने का हवाला दिया। इस पर अदालत ने उन्हें 25 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के
आदेश कर दिए। एसटीएफ के मुताबिक अमित ने अपने आगे बैठे विनोद पटेल को नकल करवाई थी। जबकि जीनत खान को पास कराने के लिए आत्माराम ने परीक्षा दी थी। 14 को पेश हो सकता है पीएमटी-2012 में चालान : एसटीएफ के मुताबिक पीएमटी2012 में हुई गड़बड़ी के मामले में 14 अगस्त को चालान पेश किया जाएगा। 226 आरोपियों के खिलाफ पेश होने वाला यह पूरक चालान है। मलखान के स्थान पर बैठा स्कोरर 14 तक रिमांड पर : पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा2012 में गिरफ्तार हुए छह सिपाहियों में से एक के स्थान पर बैठे स्कोरर को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ ने उसे 14 अगस्त तक रिमांड पर लिया है।
दिनभर छाए रहे बादल, सड़क िनर्माण एजेंिसयों के पीएस को कलेक्टर का पत्र आज बारिश के आसार नसं. भोपाल | राजधानी में सोमवार को दिनभर बादल छाए रहे, लेकिन कुछ ही इलाकों में सिर्फ बूंदाबांदी हुई। हालांकि घने बादल और नमी के कारण अधिकतम तापमान में कमी जरूर आई। सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को यह 24.2 डिग्री था। वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक एक कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी बिहार और झारखंड में बना हुआ है। इसके मंगलवार तक प्रदेश में पहुंचने से शहर में हल्की बारिश हो सकती है।
खुदकुशी का प्रयास डीआईजी ने सीआईएसएफ के कर्मचारियों से कहा- धनकर के आदेश मानने की जरूरत नहीं तुगलकी फरमान से पूरा स्टाफ परेशान है। धनकर ने यहां आने के बाद से ही कई पाबंदियां लगा दी थीं। पुरुष कर्मचारियों को मेस में तभी भोजन मिलता था, जब वे फुल यूनिफॉर्म में होते थे। पीटी और व्यायाम का समय बढ़ाकर 40 मिनट से 80 मिनट कर रितु कुमारी दिया था। थोड़ा भी लेट होने पर अगले दिन उनके सामने पेश होना पड़ता था। साथ ही अतिरिक्त घंटे काम कराया जाता था। एयरपोर्ट पर तैनात कई वरिष्ठ अधिकारियों को नाइट ड्यूटी भी करनी पड़ रही थी। इधर धनकर ने इन आरोपों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने भास्कर संवाददाता से कहा कि सीआईएसएफ के एडीजी ओपी सिंह मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में सारे सवालों का जवाब देंगे।
0001 की बोली ढाई लाख रुपए तक पहुंची
पीएमटी 2013 में बैठे दो स्कोरर िगरफ्तार, कोर्ट ने जेल भेजा
दो दिन पहले लेनी पड़ती थी शॉपिंग की परमिशन नगर संवाददाता | भोपाल
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मंगलवार 12 अगस्त, 2014
स्वास्थ्य से खिलवाड़ | सरकारी अस्पतालों में 147 अमानक दवाओं को बांटने का मामला
{दवा कंपनियों की जांच रिपोर्ट पर अफसरों ने अोके मान लिया था दवाओं को {अपने अफसरों को बचाने में लगा स्वास्थ्य विभाग
लाभदायक खरीदी के लिए पुष्य नक्षत्र योग 23 को
नवाब सुल्तानजहां ने 1909 में मिंटो हॉल का निर्माण करवाया था। यह आजादी के बाद मप्र की विधानसभा के रूप में स्थापित हुआ था।
जल्द पूरी करें जांच : डीजीपी
डीजीपी नंदन दुबे ने सोमवार को भोपाल आईजी योगेश चौधरी को निर्देश दिए हैं कि रितु द्वारा खुद को गोली मारने के मामले की जांच जल्द पूरी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। पिछले छह दिन से मामले की जांच कर रही गांधी नगर पुलिस अब तक धनकर के बयान दर्ज नहीं कर सकी है। इसके पहले पुलिस रितु के बयान ले चुकी है। जिसमें उसने डिप्टी कमांडेंट द्वारा प्रताड़ित करने का जिक्र किया है। गांधी नगर पुलिस उन लोगों के बयान भी दर्ज कर चुकी है जिन्होंने रितु के साथ पांच अगस्त को ड्यूटी पर जाने से पहले पिस्टल एवं अन्य हथियार क्वार्टर गार्ड से इशू कराए थे। डिप्टी कमांडेंट धनकर अपने बयान दर्ज कराने गांधी नगर थाने नहीं पहुंच रहे हैं। पुलिस बयान दर्ज कराने के लिए उनसे संपर्क भी कर चुकी है। वहीं, रितु के भाई प्रहलाद ने बताया कि रितु की हालत स्थिर बनी हुई है। सोमवार को उसे घबराहट हो रही थी। प्रहलाद का कहना है कि छह दिन बाद भी पुलिस ने आरोपी डिप्टी कमांडेंट के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया है।
गलत जानकारी देने वाले अफसरों पर करें कार्रवाई
रचना नगर की सड़कों पर गड्ढों में भरा बारिश का पानी। फोटो|भास्कर नगर संवाददाता |भोपाल पीडब्ल्यूडी, सीपीए और नगर निगम के जिन अफसरों ने राजधानी की सड़कों को बेहतर बताया था, उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए कलेक्टर ने संबंधित एजेंसियों के प्रमुख सचिवों को पत्र लिख दिया है। सड़कों के संबंध में एसडीएम ने कलेक्टर को सोमवार अपनी रिपोर्ट सौंप दी। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में सड़कों की तुरंत मरम्मत करने की जरूरत बताई है। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बताया कि शहर की खस्ताहाल सड़कों की जल्द से जल्द से मरम्मत करवाई जाने के लिए भी उन्होंने प्रमुख सचिवों से आग्रह किया है। कलेक्टर ने एसडीएम की
जांच रिपोर्ट के आधार पर खस्ताहाल सड़कों का पूरा ब्यौरा भी प्रमुख सचिवों को भेजा है। चार दिनों तक राजधानी की अलग-अलग सड़कों का दौरा कर एसडीएम ने यह रिपोर्ट तैयार की है। विधायक विश्वास सारंग और विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी झूठी रिपोर्ट देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। होगी िवभागीय कार्रवाई : पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव केके सिंह के अनुसार जिन अफसरों ने गलत जानकारी दी है, उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। नगरीय प्रशासन और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा ने कहा कि यदि किसी अफसर ने गलत रिपोर्ट दी है तो यह गंभीर मामला है।