दो श%द &ी ह)र-भजनामत ृ
ॐ &ीगणेशाय नमः हमारे लोक*+य भजन0 क1 यह पु4तक '7ी ह9र-भजनामत ृ '' 2006 म? हमार@ सेवाCनव*ृ D के अवसर पर हमने +ेमपूवGक भ?ट 4वIप *वत9रत करने के Jलए +काJशत करवाई थी. पहले से कई कॉलोCनय0 म? हमारे इन लोक*+य भजन0 ने धूम मचा रखी थी, पु4तक *वत9रत होने के बाद अनेक मंYदर0 म? पूरा क1तGन और लेडीज-संगीत इसी पु4तक से होने लगा.
अनेक लोग0 ने हमसे अCत9र]त पु4तक? लेकर दे श-*वदे श म? भेजी थीं. जब तक पु4तक
म? +काJशत फोन नं, हमारे पास रहे , हमारे पास दे श-*वदे श से धुन सीखने के Jलए फोन आते रहे और +ेमपूवGक हम Jसखाते रहे . यह काम अभी भी दे श-*वदे श म? जार@ है.
इस पु4तक म? 7ी गणेश वंदना, सर4वती वंदना, +ाथGनाएं, ईश वंदना, 7ी राम भजन, 7ी Jशव भजन, 7ी हनम ु त-भजन, 7ी कृbण भजन, मां शेरांवाल@ भजन, 7ी सांई भजन,
जcमYदन के भजन, *ववाह-गीत, बधाई-भजन, आरती, भोग के भजन आYद 108 भजन आपको Jमल?गे. अंक 108 क? म@हमा 108 के अंक का अपना एक अलग महfव है. ghाi क1 माला म? 108 मनके होते हj, मंk0 का जाप 108 बार lकया जाता है. ईmवर का नाम लेना हो तो उसे भी तभी शुभ और संपूणG माना जाता है, जब वह 108 बार Jलया जाए.
Yहcद ू धमG समेत अcय बहुत से एJशयाई धमo म? 108 के अंक को प*वk माना गया है. बौqध, जैन आYद धमo के अलावा योग म? भी इस अंक को महrवपूणG माना गया है. बहुत-से बौqध मंYदर0 म? सीYढ़यां भी 108 रखी गई हj. बौqध धमG क1 कई शाखाओं म? यह 4वीकार lकया गया है lक uयि]त के भीतर 108 +कार क1 भावनाएं जcम लेती हj.
भंते गुणरrन के अनुसार यह संwया, सूंघने, सुनने, कहने, खाने, +ेम, आyोश, ददG, खुशी आYद को Jमलाकर बनाई गई है.
जापानी सं4कृCत म? बौqध धमG के अनुयायी बीतते साल को अल*वदा कहने और नव वषG के आगमन के Jलए मंYदर क1 घंYटय0 को 108 बार बजाते हj. +rयेक घंट@ 108 म? से
एक सांसा9रक +लोभन का +CतCन{धrव करती है, िजसे rयागकर uयि]त को CनवाGण के मागG पर चलना चाYहए. एJशयाई माशGल आ|Gस का संबंध भी बौqध धमG से है िजसक1 वजह से इसम? भी 108 अंक क1 महDा अrया{धक है. वमाG कलाई और Jसqध के अनस ु ार मानव शर@र म? 108
+कार के +ेशर }वॉइं|स होते हj. जहां चेतना और दे ह Jमलकर जीवन का सज ृ न करते हj.
माशGल आटG क1 चीनी शाखा, द~iण भारत क1 शाखा के उस Jसqधांत को 4वीकार करती है, जो 108 +ेशर }वॉइं|स के होने क1 बात कहते हj. हमारे *वचार से 9 को पूणा€क माना जाता है. 9 का पहाड़ा lकसी भी अंक तक पYढ़ए, उसके अंक0 का जोड़ 9 ह@ आएगा. राJशयां 12 होती हj. मेष राJश, वष ृ राJश, Jमथुन
राJश, ककG राJश, Jसंह राJश, कcया राJश, तुला राJश, वॄिmचक राJश, धनु राJश, मकर
राJश, कुƒभ राJश और मीन राJश. 9 को बार से गुणा क1िजए, गुणनफल 108 ह@ आता है.
सबसे महfवपूणG बात यह है lक हमारे सुपुk राज?h कुमार Cतवानी ने भ?ट 4वIप इस
पु4तक को +काJशत करवाने क1 राय भी द@ और पूरा सहयोग भी Yदया. राज?h कुमार ने ह@ भारतीय सं4कृCत से +भा*वत होने के कारण हम? भजन0 क1 संwया 108 रखने का शुभ परामशG Yदया. इसके Jलए हम राज?h कुमार Cतवानी के बहुत आभार@ हj.
आपको यह जानकर अrयंत हषG होगा, lक राज?h कुमार Cतवानी ने ह@ हमारा समूचा
तकनीक1 काम संभाला हुआ है, इस पु4तक को ई.बुक Iप दे ने क1 िजƒमेदार@ भी राज?h कुमार Cतवानी ने ह@ Cनभाई है. +4तुत है हमारे जcमYदवस 10 Jसतƒबर के अवसर पर आपके Jलए यह स+ेम भ?टराज?h कुमार Cतवानी qवारा CनJमGत ई.बक ु के Iप म? ''7ी ह9र-भजनामत ृ ''. लBला Cतवानी
भजन सच ू ी
1.
4वागतम गणराज शरणागतम गणराज
2.
7ी गणेश हमारे घर आ जाना
3.
हे मात सर4वती आय *वराजो
4.
भगवन तेरे दर पे हर शै
5.
*वनती सुनलो हे भगवान
6.
तेरा Jसमरन +भु }याराSS
7.
+भज ु ी सबक1 रiा करना
8.
+भु ह@ अपना है, जगत म?
9.
कर दे दाता मेरा एक काम कर दे
10.
आए हो भगवान मेरे घर आए हो
11.
हे +भु *वनती हमार@, +ेम से
12.
+ाण +Cतbठा-Yदवस +भु का
13.
बŠले-बŠले भाई खश ु ी का खम ु ार आ गया
14.
+भु हj पालनहार सबके +भु हj पालनहार
15.
यह *वनती है भगवान तू ‹बगड़ी बना दे ना
16.
+भु धcयवाद लख तेरे, तूने काम संवारे मेरे
17.
आए मेरे भगवान अंगना महक रहा
18.
कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया
19.
मंगाया है मंYदर तƒ ु हारे Jलए, *वराजो +भु जी हमारे Jलए
20.
अमत ृ बरखा कर दो हे मेरे दाता दयाल
21.
रामजी ने {च|ठ• Jभजवाई मj अमत ृ वाणी सुनने को आई
22.
तूने 4व4थ lकया भगवन
23.
खुशी आई अंगनवा म? मेरे
24.
सदा रहे खुशहाल@ घर म? रौनक हो
25.
जय Jसयाराम जय-जय Jसयाराम
26.
मेरे राम ने lकया है उपकार सŽखयो
27.
कैसे नैŒया म? तुझको ‹बठाऊं रामजी
28.
जय राम सदा सख ु धाम हरे
29.
उड़ जा-उड़ जा काले कागा मेर@ बात मान ले
30.
तेरे बेर0 ने lकया है कमाल भीलनी
31.
रामJसया क1 शाद@ है हम गीत खश ु ी के गाएंगे
32.
भोले भव से कर दो पार पकड़ लो मेर@ बjयां
33.
ओम-नमो Jशवाय बोलो ओम नमो Jशवाय
34.
धcयवाद है तेरा मेरे भोले जी
35.
हम? दशGन दे ना हनुमंत आए हj तेरे दशGन को
36.
हनुमत +भु क1 मYहमा हम हर पल गाते हj
37.
कभी तो आओगे 7ीनाथ मेरे अंगना
38.
खुJशय0 क1 वेला आ गई छोटा-सा काcहा आया
39.
मjने mयाम से लगन लगाई मेरे घर mयाम आ गए
40.
मेरे अंगनवा आय गयो रे मेरो बांके‹बहार@
41.
मेरे नcहे -से नटखट-गोपाला
42.
शोभा तेर@ है बड़ी }यार@ नज9रया न लागे मुरार@
43.
आना मोहन मेरे आना दरश Yदखा जाना
44.
काcहाSS काcहाSS हमकोS तेSराS सहारा है
45.
मैया लादे -लादे (हो) मुझको छोट@-सी इक बांसु9रया
46.
मुरल@वाले तेरे सदके तूने दर पे बुलाया है
47.
मंगादे मैया र@ मझ ु े छोटे -से भगवान
48.
mयामा तेर@ बंसी ने ऐसा जाद ू डारा है
49.
फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है
50.
आए मेरे mयाम सखी खुJशयां मनाओ र@
51.
काcहाSS काcहाSS आजाSS आजाSS(2)
52.
बाजे-बाजे रे mयाम तोर@ बांसु9रया
53.
नैŒया लेके खड़ा हूं कोई आए तो सह@
54.
हे मोहन }यारे तू ह@ तो भ]त0 का सहारा है
55.
मेरा मोहन }यारा बदल गया
56.
आई-आई है मेरे अंगनवा, मुरल@वाले क1 }यार@ सवार@
57.
मुरल@वाले तू मेरा सहारा lक तू ह@ मेरा रखवाला
58.
कभी तो आओगे गोपाल मेरे अंगना
59.
फागन ं ृ ावन जाऊंगी ु आयो होल@ खेलने मj वद
60.
तेर@ छठ• क1 वेला, तेर@ छठ• क1 वेला
61.
जग? भाग बेटा माता क1 आशीष है, आशीष है
62.
मैŒया तेरे भवन Cनराले जयकारे -ह@-जयकारे
63.
ऐसी दया करो महाराणी तेरा नाम न ‹बसरे मन से
64.
आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां
65.
अƒबे राणी तƒ ु हार@ जय-जय हो
66.
सपने म? दरश Yदया मां ने सच म? कमाल कर Yदया
67.
जगदƒबे तेरे भवन0 क1 मYहमा अपार
68.
मेर@ भी झोल@ भरो अƒबे मैŒया तूने लाख0 क1 झोल@ भर@
69.
जगराते क1 रात मां शेरावाल@ आएगी
70.
मैŒयाSS हमकोS तेSराS बड़ाS सहारा है
71.
मैŒया के qवारे क1 मj बनूंगी जोगCनया
72.
जय-जय मां तेर@ जय-जय मां
73.
तेर@ चुन9रया कमाल कमाल शेरांवाल@
74.
मैŒयाजी के भवन बड़े Yदल छोटा मj घबराऊं
75.
बेटे का जcमYदन आया मैŒयाजी मेरे घर आना
76.
आजा अिƒबके तेर@ राह CनहाIं
77.
अपनी कgणा का जाम *पलादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे
78.
मां ने बुलावा भे आज मj दौड़ी चल@ आई
79.
मैŒया आके हम? दरश Yदखा जाना
80.
भ]त0 के कbट मां हरती रहा करो
81.
जय बोलो शेरांवाल@ क1 मां शेर0 पे चढ़के आए
82.
तू अƒबे तू महाराणी (2) जगदाती मां कŠयाणी
83.
मैŒया तेरे खजाने भरे हj झोल@ भरनी हमार@ पड़ेगी
84.
मेरा हाथ पकड़ लेSनाS मैŒया Yदल मेरा घबराए
85.
मेरे मन म? बसी है महाराणी चाहो तो मां से पता पूछ लो
86.
मैŒयाजी मेरे घर आना शेर पे होके सवार
87.
आए जयपरु से लांग9ु रया करने दशGन मैŒŒया का
88.
जल गई नवरात0 क1 जोत झूमे-नाचे लांगु9रया
89.
आ गया नौ मन मीठा तेल अब तो नाचो लांगु9रया
90.
चल रे चल मना चल सां• के qवारे
91.
मझ ु े अपना दास बना सां•
92.
पोते क1 आई खब9रया झूमे सार@ नग9रया
93.
बोल र@ दाद@ बोल-बोल तेरा पोता कैसा लगता है
94.
गूंजी पोते क1 lकलकार@ खुशी क1 बहार आ गई
95.
नcह@-सी गु–ड़या आई, खुJशय0 के संदेशे लाई
96.
बोल रे बcने बोल-बोल तेर@ बनड़ी कैसी लगती है
97.
बोल र@ बcनो बोल-बोल तेरा बनड़ा कैसा लगता है
98.
कैसे *वदाई कIं तेर@ लाडो दोऊ नैना नj आंसू भरे
99.
बŠले-बŠले भाई बcने क1 बरात आ गई
100. मेरा मायका रहे खुशहाSल, खुशहाSल 101. साल{गरह शाद@ क1 आई इतना ]य0 शमाGती हो 102. बाजे-बाजे रे बधाई +भु / बYहना तेरे अंगना 103. आए-आए बधाई दे ने दाता बहार0 बोलो जयकारा 104. इक Yदन मैŒया शेरांवाल@ दे ने सबको बधाई 105. बेटे का जcमYदवस है लाख0 बधाइयां 106. जय-जय-जय भगवाSन भगवाSन तेर@ आरती 107. आओ ठाकुरजी तुझको भोग लगाएं 108. आओ भोग लगाओ अƒबे मां नमन हम करते हj
---------------------*--------------------
भजन 1 4वागतम गणराज शरणागतम गणराज 4वागत सु4वागतम शरणागतम गणराज1.ऋq{ध-Jसq{ध के 4वामी }यारे हो गणनाथ जगत से cयारे हो आगतम गणराज शरणागतम गणराज- 4वागतम गणराज--------2.Jशव-गौरां के तनय दल ु ारे हो काCतGक के šात }यारे हो
आगतम गणराज शरणागतम गणराज- 4वागतम गणराज---------3.संतोषी मां के तात +भु
भ]त0 क1 बचाते लाज +भु
आगतम गणराज शरणागतम गणराज- 4वागतम गणराज--------4.खुJशय0 से घर भरते रहना हर पल कृपा करते रहना
आगतम गणराज शरणागतम गणराज- 4वागतम गणराज--------5.‹kलोक1 के दाता घर आए दशGन से नैना हषाGए आगतम गणराज शरणागतम गणराज- 4वागतम गणराज-------(तज़G-4वागतम कृbणा शरणागतम कृbणा———–---)
1
भजन 2 7ी गणेश हमारे घर आ जाना दे वा आ जाना, दे वा आ जाना- 7ी गणेश हमारे घर आ जाना---1.सबसे पहले पूजन पाकर
दे वा कारज सफल बना जाना दे वा आ जाना, दे वा आ जाना- 7ी गणेश हमारे घर आ जाना---2.ऋq{ध-Jसq{ध को संग म? ले आना नवCन{ध को भी साथ म? ले आना दे वा आ जाना, दे वा आ जाना- 7ी गणेश हमारे घर आ जाना---3.+भु +ेम के घन बनकर आना आके +ेम-सध ु ा बरसा जाना
दे वा आ जाना, दे वा आ जाना- 7ी गणेश हमारे घर आ जाना---4.हे मोदक*+य मंगलकार@ सब दे व0 को संग म? ले आना दे वा आ जाना, दे वा आ जाना- 7ी गणेश हमारे घर आ जाना---5.हे शंकरसुत-गौर@नंदन
शुभ-लाभ से हम? हषाG जाना
दे वा आ जाना, दे वा आ जाना- 7ी गणेश हमारे घर आ जाना---(तज़G-भज मन नारायण-नारायण-नाSराSयण———–)
2
भजन 3 हे मात सर4वती आय *वराजो मेरे कंठन म? कgणा करके मां आज *वराजो मेरे कंठन म?1.तुम हो *वqयादाCयCन दे वी माता हम सबक1 हो भाžय-*वधाता
*वqया दे ने आय *वराजो मेरे कंठन म?2.तम ु हो ŸानदाCयCन दाती शš ु Ÿान क1 दे शभ ु पाती
Ÿान क1 जोत जलाय *वराजो मेरे कंठन म?3.शš ु वसनधार@ कŠयाणी
कमल का आसन मां वरदानी कमल-सा जग महकाय *वराजो मेरे कंठन म?4.शJश-सी चमके मोती-माला र*व सम जग दमकाए सारा वीणा क1 ले झनकार *वराजो मेरे कंठन म?5.कंठ मधुर हो ऐसा वर दो श द मधुर भाव0 से भर दो
मधु9रम हो संसार *वराजो मेरे कंठन म?-
(तज़G-lकतना }यारा है मां तेरा दरबार, मैŒयाजी तेर@ जय होवे———–)
3
भजन 4 भगवन तेरे दर पे हर शै Jमल जाती है मुरझाई कJलयां भी पल म? Žखल जाती हj1.तुम भि]त दे ते हो +भु शि]त दे ते हो
तेरे ¡यान म? जीने क1 युि]त Jमल जाती है- भगवन तेरे दर पे---2.तुम धीरज दे ते हो तुम साहस दे ते हो
तेरे }यार म? जीने क1 यिु ]त Jमल जाती है- भगवन तेरे दर पे---3.तम ु खश ु बू दे ते हो कोमलता दे ते हो
तेरे साथ म? जीने क1 यिु ]त Jमल जाती है- भगवन तेरे दर पे---4.तम ु नयना दे ते हो ¢योCत भी दे ते हो
तेरे चरण0 म? जीने क1 यिु ]त Jमल जाती है- भगवन तेरे दर पे---5.तम ु *वनती सन ु ते हो +भु झोल@ भरते हो
तेर@ धुन म? जीने क1 युि]त Jमल जाती है- भगवन तेरे दर पे---(तज़G-हम दे श के उपवन को महकाएंगे हरदम———–)
4
भजन 5 *वनती सुनलो हे भगवान, *वनती सुनलो हे भगवान
कर दो हम सबका कŠयाण, कर दो हम सबका कŠयाण1.हमने सुना ‹बन बोले Yदल का हाल जान लेते हो
Yदल को शुqध करो भगवान, Yदल को शुqध करो भगवान- *वनती सुनलो हे -----2.हमने सुना Yदल म? करते हो भगवन अपना डेरा
Yदल मंYदर कर दो भगवान, Yदल मंYदर कर दो भगवान- *वनती सन ु लो हे -----3.जहां रहो तम ु वहां न रहती भगवन कोई बाधा
बाधा दरू करो भगवान, बाधा दरू करो भगवान- *वनती सन ु लो हे -----4.तम ु हो अपने तो lफर हमको भगवन कैसी {चंता
{चंतन दो अपना भगवान, {चंतन दो अपना भगवान- *वनती सन ु लो हे -----5.इतनी-सी *वनती है भगवन सीधी करो डग9रया
हम सब हj तेर@ संतान, हम सब हj तेर@ संतान- *वनती सुनलो हे ------
5
भजन 6 तेरा Jसमरन +भु }याराSS, सद ुं र है सुहाना है
1.तन-मन का नयन0 काSS, इक मधुर तराना हैतन म? तेरा डेरा हैSS, हर पल ह@ सवेरा है
तम म? उिजयारे काSS यह राज पुराना है- तेरा Jसमरन +भु------2.मन म? तुम रहते होSS, मेरे Yहत क1 कहते हो
दःु ख म? सख ु पाने काSS यह राज परु ाना है- तेरा Jसमरन +भ-ु -----3.नयन0 म? बसते होSS, संग मेरे हंसते हो
खश ु रखने-रखाने काSS यह राज परु ाना है - तेरा Jसमरन +भ-ु -----4.जहां-जैसे-िजधर जाऊंSS, मेरे साथ ह@ चलते हो
सrपथ Yदखलाने काSS यह राज परु ाना है- तेरा Jसमरन +भ-ु -----5.िजस ओर नजर जाएSS, तेरा Iप नजर आए
मेरा साथ Cनभाने काSS यह राज पुराना है- तेरा Jसमरन +भु------(तज़G-हम दे श के उपवन को महकाएंगे हरदम———–)
6
भजन 7 +भुजी सबक1 रiा करना सबके संकट सारे हरना मन को फूल0 जैसी खुशबू वाला सुंदर करना-
1.दे श-*वदे श म? रiा करने वाले तुम ह@ दाता
हम ब¤च0 क1 दे श-*वदे श म? दाता रiा करना-+भुजी सबक1----------2.जल-थल-नभ म? रiा करने वाले तुम ह@ दाता
हम ब¤च0 क1 जल-थल-नभ म? दाता रiा करना-+भज ु ी सबक1----------3.हर Cछन हर पल रiा करने वाले तम ु ह@ दाता
हम ब¤च0 क1 हर Cछन हर पल दाता रiा करना-+भज ु ी सबक1----------4.तन-मन-धन को शोJभत करने वाले तम ु ह@ दाता
हम ब¤च0 के तन-मन-धन को दाता शोJभत करना-+भज ु ी सबक1----------5.सबके सारे काम बनाने वाले तम ु ह@ दाता
हम ब¤च0 के काम संवार के दाता दशGन दे ना-+भुजी सबक1----------(तज़G-आई होले क1 बरCतया Yहमाचल नगर@———–)
7
भजन 8 +भु ह@ अपना है, जगत म? +भु ह@ अपना है
शेष सब झूठा सपना है, जगत म? +भु ह@ अपना है-
1.पल-पल जीवन चलता जाए, अंत भी चलना है- जगत म? +भु ह@---2.काम-yोध-मद-लोभ सताएं, मिु mकल बचना है- जगत म? +भु ह@---3.माया-मोह का बंधन केवल, +भु ने हरना है- जगत म? +भु ह@----
4.+भु क1 इ¤छा से ह@ सबका, काम संवरना है- जगत म? +भु ह@----
5.+भु का ह@ बस लेके सहारा, भव से उबरना है- जगत म? +भु ह@----
(तज़G-जनम तेरो बात0 ह@ बीत गयो रे तन ू े कबहुं न कृbण क¥यो———–)
8
भजन 9 कर दे दाता मेरा एक काम कर दे , CनमGल कर दे मन बेड़ा पार कर दे 1.*वषय-*वकार0 ने पल-पल Yदन-रै न नचाया सुनते हj वो बचते िजcह? तूने बचाया
*वषय-*वकार0 को छुड़वाकर पार कर दे - CनमGल कर दे मन------2.छाई दःु ख क1 घोर घटाएं चार0 ओर हj
तू चाहे तो Jमल सकती खJु शय0 क1 भोर है
सख ु का सरू ज चमकाकर बेड़ा पार कर दे - CनमGल कर दे मन------3.सझ ू े न कोई राह भंवर ने भी है सताया तेर@ कृपा Jमल जाए तो छूटे माया
पद¦ माया के हटवाकर पार कर दे - CनमGल कर दे मन------4.मjने तो हर नाता तुझसे जोड़ रखा है तेर@ तू जाने ]या तूने सोच रखा है
नाता कोई जोड़ दाता पार कर दे - CनमGल कर दे मन------(तज़G-पीनी है तो बूट@ नाम वाल@ पी ले———–)
9
भजन 10 आए हो भगवान मेरे घर आए हो, खुJशय0 क1 सौगात मेरे घर लाए हो-
1.यहां ‹बठाऊं वहां ‹बठाऊं आसन कहां लगाऊं मेरे मन म? बस जाओ तो तुझ पर बJल-बJल जाऊं मेरे घर आए हो2.रोल@ लाऊं केसर लाऊं चंदन Cघस-Cघस लाऊं
म4तक पर तेरे Cतलक लगे तो तझ ु पर बJल-बJल जाऊं मेरे घर आए हो3.माला लाऊं गजरे लाऊं सम ु न सजीले लाऊं
मन को सम ु न बना दो तो +भु तझ ु पर बJल-बJल जाऊं मेरे घर आए हो4.सोच रह@ जग के 4वामी को ]या मj भ?ट चढ़ाऊं
खद ु ह@ राह Yदखादो भगवन तझ ु पर बJल-बJल जाऊं मेरे घर आए हो5.कैसे तेरा पज ू न-अचGन-वंदन मj कर पाऊं
मj तो बस तेरे दशGन कर तुझ पर बJल-बJल जाऊं मेरे घर आए हो(तज़G-फुŠलां द@ बहार राती आयो ना———–)
10
भजन 11 हे +भु *वनती हमार@, +ेम से सुन ल@िजए
द@िजए सqबq ु {ध हमको, नाम क1 धुन द@िजए-
1.हम जहां म? Ÿान क1 lकरण0 को ‹बखराएं सदा द@नजन के दख ु हटा सख ु -सुमन Cछतराएं सदा
कामनाएं रख? कम ऐसा +भु गुण द@िजए-हे +भु हम बालक0 क1-------------2.हम गगन क1 लाJलमा से }यार ह@ सीख? सदा हम घटा क1 काJलमा उपकार क1 समझ? अदा रं ग कोई हो हम? +भु रं ग अपना द@िजए-हे +भु हम बालक0 क1-------------3.4नेह से Jसं{चत सरोवर 4नान उसम? हम कर? हो कृपा तेर@ दयामय ¡यान तेरा हम धर?
आ गए हम पास तेरे शरण अपनी ल@िजए-हे +भु हम बालक0 क1--------------
11
भजन 12 +ाण +Cतbठा-Yदवस +भु का, कृपा सब पर बरसेगी सुख-सौरभ क1 वषाG होगी, सार@ नग9रया हष¦गी-
1.गणपCत बाबा ऋq{ध-Jसq{ध-नवCन{ध-वर सबको द? गे शंकर भोले से शि]त पा सार@ नग9रया हष¦गी2.राम +भु तन-मन-जीवन म? भि]त भ]त0 को द? गे नारायण से आनंद-वर पा सार@ नग9रया हष¦गी-
3.मरु ल@ क1 मीठ• धन ु पर मनमोहन रास रचाएंगे हनम ु त से सेवा का वर पा सार@ नग9रया हष¦गी4.शेर0वाल@ मैŒया सबको लाल0-लाल बनाएगी
संतोषी मां से सqगण ु पा सार@ नग9रया हष¦गी-
(तज़G-राम +भु क1 कृपा हो तो जीवन सफल बना ल?गे———–)
12
भजन 13 बŠले-बŠले भाई खुशी का खुमार आ गया
द@ +भु ने खJु शय0 क1 लाल@, खुशी का खुमार आ गया1.*वनती क1 थी दाता से +भु थोड़ी खुJशयां दे दो दाता ने झोल@ भर द@ और बोले खJु शयां ले लो
द@ +भु ने खJु शय0 क1 लाल@, खुशी का खुमार आ गया2.इधर भी खJु शयां उधर भी खJु शयां चार0 ओर बहार? आया समां सह ु ाना आओ झम ू ?-नाच? -गाएं
द@ +भु ने खJु शय0 क1 लाल@, खश ु ी का खम ु ार आ गया3.सरू ज ने मन को दमकाया चंदा ने रस बरसाया उपवन के फूल0 ने तन-मन-जीवन को महकाया
द@ +भु ने खJु शय0 क1 लाल@, खश ु ी का खम ु ार आ गया4.धcयवाद दाता का आओ उनका ¡यान लगाएं
आठ0 याम +भु क1 धुन म? +ेम से हम खो जाएं
द@ +भु ने खJु शय0 क1 लाल@, खुशी का खुमार आ गया-
(तज़G-बŠले-बŠले भाई रे शमी दप ु |टे वाJलए, तेरा Iप लmकारे मारे ———–)
13
भजन 14 +भु हj पालनहार सबके +भु हj पालनहार
जीवन के आधार +भु हj जीवन के आधार-
1.+भु ह@ नैŒया +भु ह@ Žखवैया, +भु ह@ तो हj भव से तरै या
+भु ह@ हj पतवार +भु ह@ जीवन के आधार- +भु हj पालनहार2.+भु ह@ जीवन दे ने वाले, +भु ह@ खुJशयां दे ने वाले
करते हj उपकार +भु ह@ जीवन के आधार- +भु हj पालनहार3.िजसने डोर@ स§पी +भु को उसने ह@ पाया है +भु को
पाया +ेम अपार +भु ह@ जीवन के आधार- +भु हj पालनहार4.कण-कण म? +भु आप समाए पल-पल सबको राह Yदखाएं
मत कर सोच *वचार +भु ह@ जीवन के आधार- +भु हj पालनहार(तज़G-दल ू ह द9रयाशाह मंYु हंजी बेड़ी पा9र लगाइ———–)
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भजन 15 यह *वनती है भगवान तू ‹बगड़ी बना दे ना जो नैŒया डूब रह@ lकनारे से लगा दे ना1.सांस-सांस म? तू ह@ समाया तेर@ ह@ धूप है तेर@ ह@ छाया
हम बालक अनजान तू ‹बगड़ी बना दे ना- यह *वनती है भगवान----2.तन ू े सारा जगत रचाया जैसे चाहा वैसे नचाया
कर दे ना कŠयाण तू ‹बगड़ी बना दे ना- यह *वनती है भगवान----3.हम हj माJलक तेरे सहारे तू जाने दःु ख-ददG हमारे
दे सख ु का वरदान तू ‹बगड़ी बना दे ना- यह *वनती है भगवान----4.येर@ शरण म? हम आए हj बस 7qधा ह@ संग लाए हj कर लेना 4वीकार तू ‹बगड़ी बना दे ना- यह *वनती है भगवान----5.हमने तुझको अपना जाना मात-*पता-गुg-बंधु माना
कोई तो नाता मान तू ‹बगड़ी बना दे ना- यह *वनती है भगवान----6.तीन लोक के तुम हो 4वामी घट-घट uयापी अंतयाGमी
दे दशGन का दान तू ‹बगड़ी बना दे ना- यह *वनती है भगवान----(तज़G- lकतना }यारा है मां तेरा दरबार———–)
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भजन 16 +भु धcयवाद लख तेरे, तूने काम संवारे मेरे 1.तू है जग का जीवनदाता +भु सबका भाžय-*वधाता
तूने भाग सजाए मेरे +भु धcयवाद लख तेरे2.मेरे अवगुण लाख हj 4वामी तेर@ ओट है अंतयाGमी
तन ू े दोष न दे खे मेरे +भु धcयवाद लख तेरे3.मjने दे ख ल@ जग क1 माया कह@ं पाई न चैन क1 छाया तन ू े तोड़े दःु ख के घेरे +भु धcयवाद लख तेरे4.मjने +ेम का द@प सजाया 7qधा से उसको जलाया तुझे JसमIं मj सांझ-सवेरे +भु धcयवाद लख तेरे5.हर रोम म? +भु रम जाओ मेरे नैन0 को हषाGओ
काटो चौरासी के घेरे +भु धcयवाद लख तेरे-
(तज़G- चलो चJलए सुहानी ऋतां आइयां, सानूं मैŒया जी ने {च|Yठयां पाइयां———–)
16
भजन 17 आए मेरे भगवान अंगना महक रहा ले आनंद-वरदान अंगना महक रहा1.मेरे अंगना गणपत आए ऋq{ध-Jसq{ध को साथ म? लाए आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------2.मेरे अंगना ¨¥मा आए गायkी जी को साथ म? लाए आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------3.मेरे अंगना *वbणु आए
ल©मी जी को साथ म? लाए आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------4.मेरे अंगना शंकर आए गौरां जी को साथ म? लाए आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------5.मेरे अंगना रघुवर आए
सीता जी को साथ म? लाए आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------6.मेरे अंगना मोहन आए राधा जी को साथ म? लाए आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------7.मेरे अंगना मैŒया आई हनुमत जी को साथ म? लाई
आके बढ़ाया मान अंगना महक रहा- आए मेरे भगवान--------(तज़G- Cनत न*वयां महाराज खुJशयां Cनत न*वयां———–)
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भजन 18 कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया
+भु बन? पतवार-lकनारे , वह@ बन?गे Žखवैया1.कभी mयाम बनकर +भु आए
कभी वो राम-रमैया- कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया----2.जूठे बेर +ेम से खाए
भव से पार-करै या कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया----3.दbु ट-दलन ह9र कbट-हरन हj
संतन के हj बचैया कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया----4.सख ु म? आनंद Iप ह9र हj
दःु ख म? धीर-बंधैया कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया----5.तम ु हो +भु जी कgणा-सागर
सबमे भाžय-रचैया कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया----6.+ेम से जो भी दर पर जाए
उसको दरश-करै या कर? गे +भु पार हमार@ नैŒया----(तज़G- कहन लागे मोहन मैŒया-मैŒया———–)
18
भजन 19 मंगाया है मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए-
तुƒहारा ह@ मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए1.तुƒह@ं गणपCत-Iप म? आ बसो
कर? ]या तुƒहारे Jलए हम कहो (2)
तƒ ु हारा ह@ मंYदर तƒ ु हारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए2.तƒ ु ह@ं *वbणज ु ी-Iप म? आ बसो
कर? ]या तƒ ु हारे Jलए हम कहो (2)
तƒ ु हारा ह@ मंYदर तƒ ु हारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए3.तƒ ु ह@ं भोलेजी-Iप म? आ बसो
कर? ]या तƒ ु हारे Jलए हम कहो (2)
तुƒहारा ह@ मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए4.तुƒह@ं रघुपCत-Iप म? आ बसो
कर? ]या तुƒहारे Jलए हम कहो (2)
तुƒहारा ह@ मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए5.तुƒह@ं mयामजी-Iप म? आ बसो
कर? ]या तुƒहारे Jलए हम कहो (2)
तुƒहारा ह@ मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए6.शेरांवाल@-Iप म? आकर बसो
कर? ]या तुƒहारे Jलए हम कहो (2)
तुƒहारा ह@ मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए7.lकसी Iप म? आके दाता बसो
कर? ]या तुƒहारे Jलए हम कहो (2)
तुƒहारा ह@ मंYदर तुƒहारे Jलए *वराजो +भु जी हमारे Jलए-
19
भजन 20 अमत ृ बरखा कर दो हे मेरे दाता दयाल
मेरे दाता दयाल. मेरे दाता दयाल- अमत ृ बरखा---1.तुम हो कgणा के धाम, दे ते खुJशयां तमाम
कर दो आनंद क1 बरखा मेरे दाता दयाल- अमत ृ बरखा---2.तुम हो कgणा के धाम, दे ते खुJशयां तमाम
कर दो आनंद क1 बरखा मेरे दाता दयाल- अमत ृ बरखा---3.तम ु हो भ]त0 के +ाण करते मिु mकल म? kाण
कर दो कृपा क1 बरखा मेरे दाता दयाल- अमत ृ बरखा---4.तम ु ह@ संकट Jमटाते तम ु ह@ तम को हटाते
कर दो खJु शय0 क1 बरखा मेरे दाता दयाल- अमत ृ बरखा---5.तम ु ह@ भि]त के दाता तम ु ह@ शि]त के दाता
कर दो दशGन क1 बरखा मेरे दाता दयाल- अमत ृ बरखा---(तज़G- हम सब Jमलके आए दाता तेरे दरबार———–)
20
भजन 21 रामजी ने {च|ठ• Jभजवाई मj अमत ृ वाणी सुनने को आई
सुनने को आई मन से पढ़ने को आई- रामजी ने {च|ठ•-------------1.रामजी ने Jलखा यहां रस बरसेगा जो पीले उसका मन सरसेगा रस पीने को चल@ आई मj अमत ृ वाणी सुनने को आई- रामजी ने {च|ठ•-------------2.रामजी ने Jलखा यहां मेरा बसेरा जहां ह9रनाम मेरा होता है डेरा बात मेरे मन भाई मj अमत ु ने को आई- रामजी ने {च|ठ•-------------ृ वाणी सन 3.रामजी ने Jलखा यहां मेर@ है चचाG पज ू न-मनन सध ु ा-सम अचाG
इसम? है सबक1 भलाई मj अमत ु ने को आई- रामजी ने {च|ठ•-------------ृ वाणी सन 4.रामजी ने Jलखा यहां आनंद भार@ +भुल@ला क1 Žखले फुलवार@
आनंद लूटने मj आई मj अमत ृ वाणी सुनने को आई- रामजी ने {च|ठ•-------------5.रामजी ने Jलखा यहां Ÿान का सागर +ेम से द@प जलालो आकर द@प जलाने चल@ आई मj अमत ृ वाणी सुनने को आई- रामजी ने {च|ठ•-------------(तज़G- मां ने बुलावा भे आज मj दौड़ी चल@ आई———–)
21
भजन 22 तूने 4व4थ lकया भगवन तेर@ जय होवे जय होवे
रखते हो +भु सबका ¡यान तेर@ जय होवे जय होवे- तूने 4व4थ lकया भगवन---1.युग0-युग0 से इस जीवन के तुम ह@ हो रखवाले
सबको आनंद दे ने वाले सबके पालनहारे - तूने 4व4थ lकया भगवन--------2.जcम से पहले भी तुमने ह@ ¡यान रखा था }यारे
नर-तन दे उपकार lकया है भाžय बनावनहारे - तन ू े 4व4थ lकया भगवन--------3.पल-पल झोल@ भरने वाले सबके कbट Jमटाते
Ÿान के द@प जला अŸान-अंधेरा दरू हटाते-तन ू े 4व4थ lकया भगवन--------4.इतना-सा उपकार करो +भु हम पर कृपा कर दो
भि]त-शि]त-धीरज-सqगण ु के भंडारे भर दो- तन ू े 4व4थ lकया भगवन--------(तज़G- कंु डा खोलो मेर@ मां लंबे हाथ करके———–)
22
भजन 23 खुशी आई अंगनवा म? मेरे नाचूंगी मj तो झूम-झूमके
रौनक लाई अंगनवा म? मेरे नाचूंगी मj तो झूम-झूमके1.चार0 ओर बहार? छा•
खुJशय0 क1 बौछार? लाई
रस बरसा अंगनवा म? मेरे नाचूंगी मj तो झम ू -झम ू के- खुशी आई अंगनवा---2.झम ू रह@ है डाल@-डाल@
कूक रह@ है कोयल काल@
नाचे मोरवा अंगनवा म? मेरे नाचंग ू ी मj तो झम ू -झम ू के- खश ु ी आई अंगनवा---3.ह*षGत ह0 नाच? मेरे नैना तन-मन ने पाया है चैना नरू छलका अंगनवा म? मेरे नाचंग ू ी मj तो झम ू -झम ू के- खश ु ी आई अंगनवा---4.महक रह@ं उपवन म? कJलयां फूल0 से महक1 हj गJलयां
मन महका अंगनवा म? मेरे नाचूंगी मj तो झूम-झूमके- खुशी आई अंगनवा---5.धcयवाद हे भगवन तेरा
खुJशय0 ने lकया मन म? डेरा
गूंज? गीत अंगनवा म? मेरे नाचूंगी मj तो झम ू -झूमके- खुशी आई अंगनवा---(तज़G- अपनी कgणा का जाम *पलादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे———–)
23
भजन 24 सदा रहे खुशहाल@ घर म? रौनक हो
मु4कान0 क1 लाल@ घर म? रौनक हो
नए घर क1 हो बधाई घर म? रौनक हो1.4व4थ रह? घर के सब वासी, दरू रहे इस घर से उदासी
चेहर0 पे हो लाल@ घर म? रौनक हो- सदा रहे खश ु हाल@-------2.जो भी अCत{थ घर म? आए आदर पा खश ु होकर जाए
+ेम-}यार क1 लाल@ घर म? रौनक हो- सदा रहे खश ु हाल@-------3.फूल Žखल? खJु शय0 के }यारे गोद म? खेल? चांद-Jसतारे
आनंद क1 हो लाल@ घर म? रौनक हो- सदा रहे खुशहाल@-------4.सेवाभाव हो सबके मन म? 4नेह-सूk झलके नयनन म?
भि]त क1 हो लाल@ घर म? रौनक हो- सदा रहे खुशहाल@-------5.कृपा रहे हर पल भगवन क1 पूर@ ह0 आशाएं मन क1
आशीष0 क1 लाल@ घर म? रौनक हो- सदा रहे खुशहाल@-------(तज़G- Cनत न*वयां महाराज खुJशयां Cनत न*वयां———–)
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भजन 25 जय Jसयाराम जय-जय Jसयाराम, राम जी संवार? गे तेरे सारे काम 1.राम तेर@ नैŒया पार कर? गे +भु तेर@ पतवार बन?गे
सबके Žखवैया हj Jसयाराम, राम जी संवार? गे तेरे सारे काम2.द@न दख ु ी को दे दो सहारा तझ ु को Jमल जाएगा lकनारा
भज के तो दे ख इक बार Jसयाराम, राम जी संवार? गे तेरे सारे काम3.खद ु को करदे राम हवाले
वो ह@ पल-पल तझ ु को संभाले
रiा कर? गे तेर@ आके Jसयाराम, राम जी संवार? गे तेरे सारे काम-
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भजन 26 मेरे राम ने lकया है उपकार सŽखयो Yदया मानुष-जनम उपहार सŽखयो-
1.मj तो हर पल खताएं ह@ करती रह@ +भु करते रहे मुझको माफ सŽखयो- मेरे राम ने lकया--------2.मj तो दामन फैलाए हरदम रह@
+भु भरते रहे बार-बार सŽखयो- मेरे राम ने lकया--------3.मj तो हर पल Jशकायत ह@ करती रह@
+भु दे ते रहे धcयवाद सŽखयो- मेरे राम ने lकया--------4.मj तो माया के झंझट म? भल ू @ रह@
+भु करते रहे मझ ु को याद सŽखयो- मेरे राम ने lकया--------5.बेर चख-चख +भु को मj दे ती रह@
+भु खाते रहे Yदया तार सŽखयो- मेरे राम ने lकया--------6.कैसे मYहमा +भु क1 मj वणGन कIं
कौन करता है ऐसा स¤चा }यार सŽखयो- मेरे राम ने lकया--------(तज़G-स¤ची जोत *वच0 करलो द@दार माई दा-----------------)
26
भजन 27 कैसे नैŒया म? तुझको ‹बठाऊं रामजी
पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजी1.हम सुनते हj तुम जाद ू वारे हो पrथर को नार कर डारे हो
नैŒया मेर@ न बन जाए नार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजी2.ये नैŒया ह@ मेरा रोजगार रामजी इसी से ह@ चले प9रवार रामजी ‹बना नैŒया के कहां Cन4तार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजी3.इक नार@ ह@ संभाल नह@ं पाऊं
दो-दो नार@ से उलझन म? पड़ जाऊं lफर कैसे लगेगा बेड़ा पार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजी4.इक *वनती सुनो तो बने काम रामजी तेरे चरण0 को धोलूं इक बार रामजी
उस चरणामत ृ का करलूं पहले पान रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजीlफर +ेम से कराऊं गंगा पार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजीहम दोन0 का एक uयापार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजीदोन0 करते हj सबको पार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजी-
उतराई भी न लूंगा धेले चार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजीतेरा सेवक है मेरा प9रवार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजीबस कर दे ना भव से पार रामजी पार करते-करते डूब ह@ न जाऊं रामजी-
(तज़G-मेरे मुख से सदा तेरा नाम Cनकले हर घड़ी हर पल सुबह-शाम Cनकले--)
27
भजन 28 लघु रामच9रत-दशGन
जय राम सदा सख ु धाम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे
जय-जय-जय पूणGकाम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे -
1.दशरथ के राजदल ु ारे थे
कौशल क1 आंख के तारे थे अयो¡या के आनंदधाम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 2.भरत-लखन-9रपद ु मन खड़े ये छोटे राम थे सबसे बड़े
चार0 šाता गण ु क1 खान हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 3.+भु धनष ु -भंग करने आए सीता-सी दिु Šहन घर लाए
शोभा से लजाए काम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 4.दशरथ ने राम को राज Yदया कैकेयी ने पर बनवास Yदया चले लखन-Jसया-संग राम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 5.{चkकूट म? कुछ Yदन वास lकया lफर पंचवट@ म? Cनवास lकया
Jसया-हरण से uयाकुल राम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 6.हनुमान से राम Jमले जब से सुªीव भी मीत बने तब से
रट? *वभीषण राम का नाम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 7.कुंभकरण और घननाद मरे रावण-वध से सब कbट टले
सीता-राम Jमलन अJभराम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे 8.अयो¡या म? आनंद था छाया रामरा¢य सभीके मन भाया +भु सबके संवार? काम हरे , Jसयाराम हरे Jसयाराम हरे (तज़G-CनबGल के +ाण पुकार रहे जगद@श हरे जगद@श हरे -----------------)
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भजन 29 उड़ जा-उड़ जा काले कागा मेर@ बात मान ले तुझपे वा9र-वा9र जाऊं मेर@ बात मान ले1.युग-युग से नैन ‹बछाए हूं +भु राम क1 आस लगाए हूं
जाके +भुजी को ले आ मेर@ बात मान ले तुझपे वा9र-वा9र जाऊं----2.तू जो उड़ेगा तो भाग मेरे खल ु जाएंगे काम बन जाएंगे राम Jमल जाएंगे
जाके +भज ु ी को ले आ मेर@ बात मान ले तझ ु पे वा9र-वा9र जाऊं----3.तझ ु े घी क1 चरू @ Žखलाऊंगी सोने से च0च मढ़ाऊंगी
जाके +भज ु ी को ले आ मेर@ बात मान ले तझ ु पे वा9र-वा9र जाऊं----4.सोने क1 कंठ• पहनाऊंगी झांझर ह@र0 से जड़ाऊंगी जाके +भुजी को ले आ मेर@ बात मान ले तुझपे वा9र-वा9र जाऊं----5.उपकार न तेरा भूलूंगी
कागा तेरे पांव0 को छू लूंगी
जाके +भुजी को ले आ मेर@ बात मान ले तुझपे वा9र-वा9र जाऊं----6.चख-चखके मीठे बेर रखे
खाएं राम तो मेरे भाग जग? जाके +भुजी को ले आ मेर@ बात मान ले तुझपे वा9र-वा9र जाऊं-----
(तज़G-मेरे मुख से सदा तेरा नाम Cनकले हर घड़ी हर पल सुबह-शाम Cनकले--)
29
भजन 30 तेरे बेर0 ने lकया है कमाल भीलनी रहा जूठे का न सु¤चे का खयाल भीलनी1.युग-युग से šमण lकया माई सब कुछ पाया मjने माई
पाया ऐसा न कह@ं भी आहार भीलनी रहा जूठे का न सु¤चे का--2.तेरे बेर0 का 4वाद न भल ू पाऊं ‹बन बोले भी माई न रह पाऊं
इनम? भाव0 का मीठा खम ु ार भीलनी रहा जठ ू े का न स¤ ु चे का--3.अमत ृ -सा इनम? 4वाद Jमला
मन का मरु झाया कमल Žखला
ये है आनंद का }यारा-}यरा सार भीलनी रहा जठ ू े का न स¤ ु चे का--4.जब भी मj कह@ं कुछ खाऊंगा तेरे बेर0 को भूल न पाऊंगा
तेरे हाथ0 ‹बका मj ‹बना मोल भीलनी रहा जूठे का न सु¤चे का--5.ऋण तेरा ये कैसे चुका पाऊं
डर है माई मj हŠका न पड़ जाऊं कभी दाम0 का करना न *वचार भीलनी रहा जूठे का न सु¤चे का---
(तज़G-मेरे मुख से सदा तेरा नाम Cनकले हर घड़ी हर पल सुबह-शाम Cनकले--)
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भजन 31 रामJसया क1 शाद@ है हम गीत खुशी के गाएंगे
झूम-नाचकर सब भ]त0 को अपने साथ नचाएंगे1.ऐसा सेहरा ऐसा झूमर हमने कभी नह@ं दे खा
लmकारा जो ल§ग का दमके अपने भाžय सराह? गे-रामJसया क1 शाद@-----2.ऐसा कंगना ऐसा चूड़ा हमने कभी नह@ं दे खा
चमकारा मंद ु र@ का चमके अपने भाžय सराह? गे-रामJसया क1 शाद@-----3.ऐसी माला ऐसे गजरे हमने कभी नह@ं दे खे
खश ु बू से जो सिृ bट महके अपने भाžय सराह? गे-रामJसया क1 शाद@-----4.ऐसी घोड़ी ऐसी डोल@ हमने कभी नह@ं दे खी
जयकारा Jसयाराम का गंज ू े अपने भाžय सराह? गे-रामJसया क1 शाद@-----5.ऐसा दŠ ू हा ऐसी दिु Šहन हमने कभी नह@ं देखी
जोड़ी को आशीष? दे कर अपने भाžय सराह? गे-रामJसया क1 शाद@-----जोड़ी क1 आशीष? पाकर अपने भाžय सराह? गे-रामJसया क1 शाद@-----(तज़G- मत कर सासू बेटा-बेटा अब ये बलमा मेरा है———–)
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भजन 32 भोले भव से कर दो पार पकड़ लो मेर@ बjयां पकड़ लो मेर@ बjयां पकड़ लो मेर@ बjयां-भोले भव से कर दो————– 1. मj पार उतरना चाहूं मुझे राह न कोई सूझे मेरे दांएं-बांएं सब हj मेरा हाल न कोई बूझे
शंकर शरण म? ले लो आके पकड़ लो मेर@ बjयां-भोले भव से कर दो————– 2.मj पाप-ताप से हार@ मेर@ डोल रह@ है नैŒया मj कब से तझ ु े पक ु ाIं आ बन जा +भु Žखवैया
शंकर बन जाओ पतवार पकड़ लो मेर@ बjयां-भोले भव से कर दो————– 3.तम ु द@नबcधु हो दाता मझ ु को भी तो अपना लो हे सबके भाžय-*वधाता मेरा जीवन सफल बनादो
कर दो मेरा भी उqधार पकड़ लो मेर@ बjयां-भोले भव से कर दो————– 4.हे Jशवशंकर-‹kपुरार@ भ]त0 के भवभयहार@
हम? अपना दरश Yदखाकर +भु हरलो *वपदा सार@
कर दो इतना-सा उपकार पकड़ लो मेर@ बjयां-भोले भव से कर दो————– (तज़G- सासुल पCनया कैसे जाऊं रसीले दोऊ नैना———–)
32
भजन 33 ओम-नमो Jशवाय बोलो ओम नमो Jशवाय +ेम से बोलो ओम-नमो Jशवाय1.धरती बोले ओम-नमो Jशवाय अंबर बोले ओम-नमो Jशवाय सागर बोले ओम-नमो Jशवाय-+ेम से बोलो ओम-नमो Jशवाय2.गौरां बोले ओम-नमो Jशवाय गणपत बोले ओम-नमो Jशवाय काCतGक बोले ओम-नमो Jशवाय-+ेम से बोलो ओम-नमो Jशवाय3.गौरां का शेर बोले ओम-नमो Jशवाय गणपत का मष ू क बोले ओम-नमो Jशवाय
काCतGक का मोर बोले ओम-नमो Jशवाय-+ेम से बोलो ओम-नमो Jशवाय4.चंदा बोले ओम-नमो Jशवाय ¨¥मा बोले ओम-नमो Jशवाय *वbणु बोले ओम-नमो Jशवाय-+ेम से बोलो ओम-नमो Jशवाय5.गंगा बोले ओम-नमो Jशवाय डमI बोले ओम-नमो Jशवाय नंYदगण बोल? ओम-नमो Jशवाय-+ेम से बोलो ओम-नमो Jशवाय-
33
भजन 34 धcयवाद है तेरा मेरे भोले जी, काम संवारा मेरा मेरे भोले जी जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी1.मुझको तो जब कह@ं सहारा Jमला हे 4वामी
तुम ह@ सहारा बनकर आए मेरे अंतयाGमी मेरे भोले जी-
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी2.तेरे दर पर जब आई तब छाई थी खश ु हाल@
ऐसा लगा Žखल@ है मेर@ खJु शय0 क1 फुलवार@ मेरे भोले जीजय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी3.तम ु ने ह@ सब काम बनाए सोए भाग जगाए
अपनी लगन लगाकर मेरे मन म? आन समाए मेरे भोले जीजय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी4.मेर@ तो नैŒया भी तू है तू ह@ +भु Žखवैया
तू ह@ है पतवार-lकनारा भव से पार लगैया मेरे भोले जीजय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी5.तुम ह@ लाज बचाते रहना काम बनाते रहना
अपने चरण0 क1 रज दे Cनज नाम जपाते रहना मेरे भोले जीजय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी(तज़G- फुŠलां द@ बहार राती आयो ना——–)
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भजन 35 हम? दशGन दे ना हनुमंत आए हj तेरे दशGन को
तेरे दशGन को तेरे दशGन को आए हj तेरे दशGन को1.जय हनुमान Ÿान गुण सागर, कोई गुण तो दे दो
जय कपीस Cतहुं लोक उजागर, राम-नाम धुन दे दो हम भी अपना जcम संवार? , ह*षGत तन-मन हो- आए हj तेरे दशGन को2.*वqयावान गण ु ी अCत चातरु , *वqया का धन दे दो रामकाज क9रबे को आतुर, राम-नाम धन दे दो
हमको भी +भ-ु }यार Jमले तो, ह*षGत तन-मन हो- आए हj तेरे दशGन को3.महावीर *वyम बजरं गी, थोड़ा बल तो दे दो
कुमCत Cनवार सम ु Cत के संगी, स¢जन का संग दे दो
हम भी सrसंग-लाभ उठाएं, ह*षGत तन-मन हो- आए हj तेरे दशGन को4.जय-जय-जय हनुमान गोसा•, इतनी कgणा कर दो
कृपा करहु गुgदे व क1 नां•, भि]त से मन भर दो मन-मंYदर म? डेरा कर लो, ह*षGत तन-मन हो- आए हj तेरे दशGन को(तज़G-मोपे जबरन रं ग Yदयो डार यशोदा तेरे ललना ने———–)
35
भजन 36 हनुमत +भु क1 मYहमा हम हर पल गाते हj
बड़े +ेम से हनुमत का हम ¡यान लगाते हj1.+भु ऋq{ध दे ते हj +भु Jसq{ध दे ते हj
कृपा कर नवCन{ध के अंबार लगाते हj- हनुमत +भु क1------2.+भु बुq{ध दे ते हj +भु *वqया दे ते हj
कृपा कर भि]त के अंबार लगाते हj- हनम ु त +भु क1------3.+भु धीरज दे ते हj +भु सqगण ु दे ते हj
कृपा कर शि]त के अंबार लगाते हj- हनम ु त +भु क1------4.+भु *व«न हटाते हj +भु कbट Jमटाते हj
कृपा कर खJु शय0 के अंबार लगाते हj- हनम ु त +भु क1------5.+भु संकर के सत ु हj +भु केसर@नंदन हj
सोए भाग जगाते हj सब काब काम बनाते हj- हनुमत +भु क1------(तज़G-हम दे श के उपवन को महकाएंगे हरदम———–)
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भजन 37 कभी तो आओगे 7ीनाथ मेरे अंगना 7ीनाथ मेरे अंगना, 7ीनाथ मेरे अंगना- कभी तो आओगे1.युग-युग से }यासे हj नैना बोलो कब पाएंगे चैना
नैन0 को हषाGओगे 7ीनाथ मेरे अंगना- कभी तो आओगे2.मझ ु को तो बस तेरा सहारा
तम ु पतवार हो तम ु ह@ lकनारा
नैŒया पार लगाओगे 7ीनाथ मेरे अंगना- कभी तो आओगे3.मj CनगGŽु णया तम ु गण ु -आगर भर दो गण ु 0 से मेर@ गागर
रहमत-रस बरसाओगे 7ीनाथ मेरे अंगना- कभी तो आओगे4.चार0 ओर है घोर अंधेरा तेरे बस म? सुख का सवेरा
¢योCत लेके आओगे 7ीनाथ मेरे अंगना- कभी तो आओगे5.मj CनबGल तम ु हो बलशाल@ मुझको संभालो जग के वाल@
मुझे अपनाओगे 7ीनाथ मेरे अंगना-कभी तो आओगे-
(तज़G-मैŒया जी तेरा }यार, }यार स¤ची मु¤ची का—————-)
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भजन 38 खुJशय0 क1 वेला आ गई छोटा-सा काcहा आया ये वेला सबको भा गई छोटा-सा काcहा आया-
1.मोरमुकुट पहनाऊं इसको पीताƒबर पहनाऊंगी
छोट@-सी मुरल@ भा गई छोटा-सा काcहा आया-खुJशय0 क1 वेला----2.चुन-चुन कJलयां माल बनाऊं माल गले पहनाऊंगी
छोट@-सी मंद ु र@ भा गई छोटा-सा काcहा आया-खJु शय0 क1 वेला----3.तगड़ी लेके आऊंगी मj ह@रे भी जड़वाऊंगी
छोट@-सी झांझर भा गई छोटा-सा काcहा आया-खJु शय0 क1 वेला----4.Cघस-Cघस चंदन काcहा के म4तक पर Cतलक लगाऊंगी
काcहा क1 शोभा भा गई छोटा-सा काcहा आया-खJु शय0 क1 वेला----5.काcहा क1 नज़र उताIंगी मj उस पर बJल-बJल जाऊंगी
दशGन/काcहा क1 अदाएं भा ग• छोटा-सा काcहा आया-खुJशय0 क1 वेला----(तज़G-Yदल चोर@ साडा हो गया क1 क9रए क1 क9रए———–)
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भजन 39 मjने mयाम से लगन लगाई मेरे घर mयाम आ गए ले पोते का Iप कcहाई मेरे घर mयाम आ गए1.पीत झगुJलया लेकर आऊं
+ेम से अपने mयाम को पहनाऊं आनंद क1 वेला आई मेरे घर mयाम आ गए-मjने mयाम से------2.+ेम से पीताƒबर ले आऊं गोटा लगाकर mयाम को ओढ़ाऊं आनंद क1 वेला आई मेरे घर mयाम आ गए-मjने mयाम से------3.+ेम से मोरमक ु ु ट मंगवाऊं mयामसंद ु र के शीश सजाऊं
आनंद क1 वेला आई मेरे घर mयाम आ गए-मjने mयाम से------4.छोट@-सी बांसु9रया लाऊं
mयाम के अधर0 पर मj सजाऊं आनंद क1 वेला आई मेरे घर mयाम आ गए-मjने mयाम से------5.जब-जब पोता सामने आए झलक mयाम क1 मन हषाGए आनंद क1 वेला आई मेरे घर mयाम आ गए-मjने mयाम से------(तज़G-मेरे वेड़े *वच नचण बहारां वेड़े *वच mयाम आ गए———–)
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भजन 40 मेरे अंगनवा आय गयो रे मेरो बांके‹बहार@ सुंदर Iप Yदखाय गयो रे मेरो बांके‹बहार@
बांके‹बहार@ मेरो बांके‹बहार@- मेरे अंगनवा आय--------1.मोरमुकुट-पीताƒबर वारो
मुरल@ मधुर बजाय गयो रे मेरो बांके‹बहार@- मेरे अंगनवा आय--------2.गोप-गो*पयां-राधा वारो
आकर रास रचाय गयो रे मेरो बांके‹बहार@- मेरे अंगनवा आय--------3.भ]त0 का मान बढ़ाने वारो माखन-Jम7ी खाय गयो रे मेरो बांके‹बहार@- मेरे अंगनवा आय--------4.आनंद-मंगल करने वारो जीवन सफल बनाय गयो रे मेरो बांके‹बहार@- मेरे अंगनवा आय--------5.तीन लोक को पालने वारो मुझको भी अपनाय गयो रे मेरो बांके‹बहार@- मेरे अंगनवा आय--------(तज़G-भ]त0 को दशGन दे गई रे इक छोट@-से कcया———–)
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भजन 41 मेरे नcहे -से नटखट-गोपाला तूने *वपदा सभी क1 हर@ है
तू ह@ दाता है सारे जहां का तूने झोल@ सभी क1 भर@ है-
1.िजसने भि]त क1 दौलत चाह@ उसको भि]त के }याले Jमले हj मीरा जैसे अमर हो गया वो जग ने उसक1 सलामी भर@ है-मेरे नcहे -से---2.िजसने शि]त क1 दौलत चाह@ उसको शि]त-खज़ाने Jमले हj अजGन ु जैसे अमर हो गया वो जग ने उसक1 सलामी भर@ है-मेरे नcहे -से---3.िजसने सqगण ु क1 दौलत चाह@ उसको सqगण ु -भंडारे Jमले हj
¬व ु जैसे अमर हो गया वो जग ने उसक1 सलामी भर@ है-मेरे नcहे -से---4.िजसने रहमत क1 दौलत चाह@ उसको रहमत के धारे Jमले हj
नरसी जैसे अमर हो गया वो जग ने उसक1 सलामी भर@ है-मेरे नcहे -से---5.हम भी तेर@ कृपा के द@वाने चाह? तेर@ कृपा का सहारा
*वनती इतनी-सी मानो हे दाता दासी चरण0 म? तेरे पड़ी है-मेरे नcहे -से---(तज़G- मेरे सांवरे -सलोने कcहैया, तेरा जलवां कहां पर नह@ं है——–)
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भजन 42 शोभा तेर@ है बड़ी }यार@ नज9रया न लागे मुरार@ लेऊं बलैयां जाऊं वार@ नज9रया न लागे मुरार@1.मोरमुकुट तेरे शीश पे सोहे पीताƒबर सबका मन मोहे
तुझपे मj जाऊं बJलहार@ नज9रया न लागे मुरार@-शोभा तेर@ है बड़ी-------2.जाद ू भर@ है तेर@ मरु Jलया रास रचाए सार@ नग9रया
तझ ु पे मj जाऊं बJलहार@ नज9रया न लागे मरु ार@-शोभा तेर@ है बड़ी-------3.आनंद क1 बरसाते बद9रया भि]त क1 भर दे ते गग9रया तझ ु पे मj जाऊं बJलहार@ नज9रया न लागे मरु ार@-शोभा तेर@ है बड़ी-------4.हम पर कृपा करते रहना संकट-*वपदा हरते रहना
तुझपे मj जाऊं बJलहार@ नज9रया न लागे मुरार@-शोभा तेर@ है बड़ी-------(तज़G-केले क1 हुई है सगाई शकरकंद@ नाचने को आई———–)
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भजन 43 आना मोहन मेरे आना दरश Yदखा जाना +ेम का नेम Cनभाना दरश Yदखा जाना1.युग-युग से नैना }यासे हj
आकर }यास बुझाना दरश Yदखा जाना- आना मोहन मेरे---------2.तेरे Iप अनेक +भुजी
कोई छ*व Yदखलाना ना दरश Yदखा जाना- आना मोहन मेरे---------3.मरु ल@ सन ु ाने या माखन चरु ाने
lकसी बहाने आना दरश Yदखा जाना- आना मोहन मेरे---------4.तेर@ कृपा का अंत न कोई
रहमत-रस बरसाना दरश Yदखा जाना- आना मोहन मेरे---------5.मेरे मन को मंYदर बनाके उसम? ह@ बस जाना दरश Yदखा जाना- आना मोहन मेरे---------(तज़G-अंतर CतJमर Jमटाना सrगुg +ेम क1 जोत जगाना———–)
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भजन 44 काcहाSS काcहाSS हमकोS तेSराS सहारा है तूने लाख0 को भव से उबारा है-काcहाSS काcहाSS-----1.तेरे मुकुट क1 शोभा का ]या कहना
मोरपंख0 ने जाद ू डाSराS है-काcहाSS काcहाSS-----2.तेरे पीताƒबर का ]या कहना
उसपे गोटे ने जाद ू डाSराS है-काcहाSS काcहाSS-----3.तेरे अधर0 क1 शोभा का ]या कहना
तेर@ मरु ल@ ने जाद ू डाSराS है-काcहाSS काcहाSS-----4.तेर@ मालवैजंती का ]या कहना
मŽण कौ4तभ ु ने जाद ू डाSराS है-काcहाSS काcहाSS-----5.तेर@ रास का मोहना ]या कहना
तेर@ राधा ने जाद ू डाSराS है-काcहाSS काcहाSS-----6.झोल@ भर दो +भु दःु ख हर लो +भु
तू ह@ नैŒया तू ह@ lकनाSराS है-काcहाSS काcहाSS-----(तज़G-भोSलेS हमकोS तेSराS ह@SS सहारा है———–)
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भजन 45 मैया लादे -लादे (हो) मुझको छोट@-सी इक बांसु9रया
ऐसी मीठ• तान lक नाचे खुद ह@ बांस9ु रया-मैŒया लादे -लादे मुझको---1.बांसु9रया जब मेर@ बाजे गउएं दौड़ी आएं
काल@-धौल@ गउएं आकर मुझको नाच Yदखाएं
बछड़े नाच? बछड़0 के संग नाचे बांसु9रया-मैŒया लादे -लादे मझ ु को---2.बांस9ु रया जब मेर@ बाजे सŽखयां दौड़ी आएं
सŽखयां मझ ु को छाछ *पलाएं ताजा मखन Žखलाएं
सŽखयां नाच? सŽखय0 के संग नाचे बांस9ु रया-मैŒया लादे -लादे मझ ु को---3.बांस9ु रया जब मेर@ बाजे žवाले दौड़े आएं
झम ू -झम ू कर आएं मझ ु को संद ु र गीत सन ु ाएं
žवाले नाच? žवाल0 के संग नाचे बांस9ु रया-मैŒया लादे -लादे मझ ु को---4.बांसु9रया जब मेर@ बाजे बाबा दौड़े आएं
खुJशय0 म? हो मगन मुझे गोद@ म? हंसके उठाएं
बाबा नाच? बाबा के संग नाचे बांसु9रया-मैŒया लादे-लादे मुझको----
5.बांसु9रया जब मेर@ बाजे राधा दौड़ी आए
बरसाने क1 गोर@ सांवरे mयाम पे वार@ जाए राधा नाचे राधा के संग नाचे बांसु9रया-मैŒया लादे -लादे मझ ु को---(तज़G-मेरे अंगना आएंगे मेरे मोहन सांव9रया———)
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भजन 46 मुरल@वाले तेरे सदके तूने दर पे बुलाया है
भेजके बुलावा मोहना तूने दरश Yदखाया है1.मोरमुकुट mयामा म4तक पर सोहे बांक1 अदा तेर@ भ]त0 का मन मोहे बांके‹बहार@ तूने बांका Iप सजाया है-मुरल@वाले तेरे सदके--------2.कान0 म? कंु डल हj बांक1-बांक1 अलक? हj आंख0 म? कजरा है बांक1-बांक1 पलक? हj
मरु ल@ क1 तान सन ु ा तन ू े म4त बनाया है-मरु ल@वाले तेरे सदके--------3.मjने तो सन ु ा था मोहना जग राधा-नाम जपे
राधे-राधे रटने से सोए हुए भाग जग? तन ू े भी झम ू -झम ू के राधे-नाम सन ु ाया है-मरु ल@वाले तेरे सदके--------4.कह@ं तू ‹बहार@-mयामा कह@ं नंदलाला है कह@ं {ग9रधार@-mयामा कह@ं तू गोपाला है
तेरे हर Iप ने ह@ मेरे मन को लुभाया है-मुरल@वाले तेरे सदके--------5.कभी Cछप जाते हो तड़प बढ़ाते हो
कभी राधा-संग आके दरश Yदखाते हो आंखJमचौल@ छोड़ो जब +ेम बढ़ाया है-मुरल@वाले तेरे सदके--------(तज़G-सांवरे से Jमलने का सrसंग ह@ बहाना है———–)
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भजन 47 मंगादे मैया र@ मझ ु े छोटे -से भगवान
मोरमुकुटधार@ मोहन जो मेरे तन-मन-+ाण-मंगादे मैया र@ मुझे-----1.कहते हj िजनको बांके‹बहार@ िजनक1 बांक1 अदा है Cनराल@ अधर0 पे मुरल@वाले जो मेरे तन-मन-+ाण-मंगादे मैया र@ मुझे-----2.कोई कहता दे वक1नंदन
कोई कहता यशम ु Cतनंदन
वसद ु े वनंदन नंद के लाला मेरे तन-मन-+ाण-मंगादे मैया र@ मझ ु े-----3.कहते हj िजनको मखन-चरु ै या गउआं-चरै यां रास-रचैया
छम-छम नाच Yदखाने वाले मेरे तन-मन-+ाण-मंगादे मैया र@ मझ ु े-----4.कहते हj िजनको पालनहारे गीता-Ÿान Jसखावनहारे अजुGन के सार{थ मोहन जो मेरे तन-मन-+ाण-मंगादे मैया र@ मुझे-----5.कहते िजनको नटवरनागर कृपा-करै या दया के सागर
उनके दशGन रोज कIं जो मेरे तन-मन-+ाण-मंगादे मैया र@ मुझे-----(तज़G-लगादे mयामा वे अपने नाम वाल@ मेहंद@———–)
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भजन 48 mयामा तेर@ बंसी ने, mयामा तेर@ बंसी ने
ऐसा जाद ू डारा है
सब कहते हj तूने मुझे पागल कर डाला है-
1.तेर@ बंसी क1 धुन सुन मjने सुधबुध ‹बसराई, हां सुधबुध ‹बसराई तेर@ बंसी ‹बन दCु नया मुझको रास ना आई, हां रास ना आई
इतना भी समझ न पाऊं (2) ]या अमत ृ ]या हाला है-सब कहते हj----2.जब तम ु बजाते हो बंसी मj दौड़ी आती हूं, मj दौड़ी आती हूं बंसी क1 धन ु ना सन ु पाऊं तो चैन न पाती हूं, मj चैन न पाती हूं बेबस हूं मेरे mयामा (2) ऐसा ]या कर डाल है-सब कहते हj----3.आने को है मेरे मोहन बाग0 म? बहार? भी, बाग0 म? बहार? भी अंबर से बरस?गी 9रमŽझम फुहार? भी, 9रमŽझम फुहार? भी
मेरे मन क1 बहार0 का (2) तू ह@ तो रखवाला है-सब कहते हj----4.म4तानी हूं द@वानी हूं पागल हूं तेर@ हूं, पागल हूं तेर@ हूं याद0 म? तेर@ झम ू ती तेर@ ह@ चेर@ हूं, तेर@ ह@ चेर@ हूं नैन0 म? तेर@ मूरत (2) मेरा मन मतवाला है-सब कहते हj-----
(तज़G-मj खड़ी उडीकां राह lक अज मेरा mयाम आएगा———–)
48
भजन 49 फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है सार@ सिृ bट आज महकाई, जcमYदन तेरा है1.अंबर म? फैले उिजयारे , सूरज चंदा नजर उतार?
आज तार0 ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई जcमYदन तेरा है2.खJु शय0 क1 बारात सजी ऐ शहनाई भी गंज ू उठ• है
आज द@प0 ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई जcमYदन तेरा है3.रास रचाएं mयाम सांव9रया
नाच रह@ राधा होके बांव9रया आज मुरल@ ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है
फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई जcमYदन तेरा है4.ह*षGत है जग का हर कोना बरसे चांद@ बरसे सोना आज आनंद ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई जcमYदन तेरा है5.आशीष? ले सुरगण आए सब Jमल झम ू ?-नाच? -गाएं
आज रौनक ने महlफल सजाई, जcमYदन तेरा है फूल0-कJलय0 ने महlफल सजाई जcमYदन तेरा है-
(तज़G-अपनी कgणा का जाम *पलादे , मैŒयाजी तेर@ जय होवे————-)
49
भजन 50 आए मेरे mयाम सखी खुJशयां मनाओ र@
झूमो-नाचो-गाओ सखी मंYदर सजाओ र@-
1.एक झांक1 ऐसी हो lक पलने म? नाथ ह0 झूला झल ू ? द@नानाथ डोर@ तेरे हाथ हो
डोर@ स§प mयाम को मंगल मनाओ र@ झूमो-नाचो-गाओ--------------
2.एक झांक1 ऐसी mयाम मखन चरु ाते ह0
žवाल-बाल संग लेके ल@लाएं रचाते ह0 ल@लाओं म? सांवरे के मन को लगाओ र@ झम ू ो-नाचो-गाओ--------------
3.एक झांक1 ऐसी mयाम बांसरु @ बजाते ह0
बांसरु @ क1 तान पे सिृ bट को नचाते ह0
नाचो-नाचो सखी आओ mयाम को नचाओ र@ झम ू ो-नाचो-गाओ--------------
4.एक झांक1 ऐसी mयाम रास रचाते ह0
रा{धका के संग सार@ गो*पयां नचाते ह0 गोपी बन जाओ तुम mयाम-mयाम गाओ र@ झूमो-नाचो-गाओ--------------
5.एक झांक1 ऐसी mयाम दरश Yदखाते ह0 आयु-बुq{ध-सेवा-वर +ेमसे लुटाते ह0
भि]त-शि]त-मुि]त-वर पाने सखी आओ र@ झूमो-नाचो-गाओ--------------
(तज़G-आओ मेरे रामजी मj राह पई पालद@———–)
50
भजन 51 काcहाSS काcहाSS आजाSS आजाSS(2) मोहनाSS मोहनाSS आजाSS आजाSS(2) 1.शीश पे तेरे मोरमुकुट है, गल वैजंतीमाला
कान0 म? मकराकृत कुंडल, सुंदर नैन *वशाला अधर सुधारस मुरल@ राजे, जो मोहे ¨जबाला
आनंदIपा परम अनप ू ा हे }यारे नंदलाला-काcहाSS काcहाSS-------2.पनघट पर सब ¨ज क1 नार@, राह तƒ ु हार@ Cनहार? मात यशोदा दYहयां ‹बलोएं, माखन खाओ }यारे गोप-गो*पयां बाट Cनहार? , रास रचाओ }यारे हे मरु ल@धर हे वंशीधर बंसी बजाओ }यारे -काcहाSS काcहाSS-------3.मीरा के *वष के }याले को, अमत ू े बनाया ृ तन लाज लुट रह@ थी hोपद@ क1, उसका चीर बढ़ाया कु जा ने तेरे म4तक पर, चंदन-Cतलक लगाया
सबका मान बढ़ाकर तूने अपना मान बचाया-काcहाSS काcहाSS-------4.मथुरा म? तूने जcम Jलया, गोकुल म? खेल रचाया दbु ट0 का वध करके तूने, सबको नाथ बचाया तेर@ ल@ला का lकसने भी, अंत नह@ं है पाया
हे मनमोहन हे नंदनदन तूने +ेम Jसखाया-काcहाSS काcहाSS-------5.दय ु -धन का मेवा rयागा, साग *वदरु घर खाया नरसी भगत क1 हुंडी तार@, सांवलशाह बन आया अजुGन के रथ को खुद हांका, गीता-Ÿान Jसखाया
िजसने तेरा ¡यान लगाया उसको दरश Yदखाया-काcहाSS काcहाSS-------6.अब तो दरश Yदखाने आओ, माधव-मदन-मुरार@ तुम ह@ तो हो नटवर नागर, तुम ह@ बांके‹बहार@ गोवधGन उं गल@ पे उठाया, गोवधGन-{ग9रधार@
तुम गो*वंद-गोपाल-कcहैया मेरे रास‹बहार@-काcहाSS काcहाSS--------
51
भजन 52 बाजे-बाजे रे mयाम तोर@ बांसु9रया
बांसु9रया तोर@ बांसु9रया- बाजे-बाजे रे mयाम------1.बांसुर@ क1 धुन राधारानी ने सुनी
इस धुन पे राधाजी हुई बांव9रया-बाजे-बाजे रे mयाम------2.बांसुर@ क1 धुन मीरा रानी ने सुनी
इस धन ु पे मीराजी हुई बांव9रया-बाजे-बाजे रे mयाम------3.बांसरु @ क1 धन ु सारे ¨ज ने सन ु ी इस धन ु पे गो*पयां हj बांव9रया-बाजे-बाजे रे mयाम------4.बांसरु @ क1 धन ु सार@ संगत ने सन ु ी
इस धन ु पे संगत सार@ बांव9रया-बाजे-बाजे रे mयाम------5.बांसरु @ क1 धन ु सार@ सिृ bट ने सन ु ी
इस धुन पे सिृ bट हुई बांव9रया-बाजे-बाजे रे mयाम------(तज़G-बाजे-बाजे रे mयाम तोर@ पjजCनया———–)
52
भजन 53 नैŒया लेके खड़ा हूं कोई आए तो सह@ कोई भगत }यारा पार पाए तो सह@1.नैŒया ¡यान से चलेगी *वmवास रखना भव पार होने क1 पूर@ आस रखना
ऐसी आशा से कोई आए तो सह@ कोई भगत }यारा पार पाए तो सह@2.मj तो नैŒया पे ह@ मरु ल@ बजाय रहा अपने भ]त0 को पास बल ु ाय रहा
मेर@ मरु ल@ का द@वाना कोई आए तो सह@ कोई भगत }यारा पार पाए तो सह@3.मjSS बाट तƒ ु हार@ Cनहार रहा मन-ह@-मन तम ु को पक ु ार रहा
उतराई भी न लंग ू ा कोई आए तो सह@ कोई भगत }यारा पार पाए तो सह@4.मुझको भी तो सेवा का अवसर दो उपकार जरा मुझ पर कर दो
मेर@ नैŒया के भाग खुल पाएं तो सह@ कोई भगत }यारा पार पाए तो सह@5.तुम मेरे दरश को आते हो कभी मुझको पास बुलाते हो
आज बार@ है मेर@ कोई आए तो सह@ कोई भगत }यारा पार पाए तो सह@(तज़G-मेरे मुख से सदा तेरा नाम Cनकले हर घड़ी हर पल सुबह-शाम Cनकले--)
53
भजन 54 हे मोहन }यारे तू ह@ तो भ]त0 का सहारा है
तू ह@ तो सहारा }यारे तू ह@ तो सहारा है-हे मोहन }यारे ------1.मोरमुकुट तेरे शीश पे सोहे गल वैजंतीमाला
हे मोहन }यारे तेरा तो Iप Cनराला है-तू ह@ तो सहारा }यारे -----2.तू ह@ मुरल@ बजाकर सार@ सिृ bट को हषाGता
हे मोहन }यारे तेरा तो खेल Cनराला है-तू ह@ तो सहारा }यारे -----3.žवाल0 के संग धेनु चराए काल@ कमल@ वाला
हे मोहन }यारे तेरा तो +ेम Cनराला है-तू ह@ तो सहारा }यारे -----4.जब-जब िजसने यझ ु को पक ु ारा तन ू े Yदया सहारा हे मोहन }यारे तेरा हर रं ग
Cनराला है-तू ह@ तो सहारा }यारे ------
5.राधा के संग रास रचाए तू भ]त0 का सहारा
हे मोहन }यारे तेरा तो दरश Cनराला है-तू ह@ तो सहारा }यारे -----(तज़G-नी माए मेर@ मंदरां दे बूहे अज खोल दे --)
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भजन 55 मेरा मोहन }यारा बदल गया बस यूं ह@ नटखट मचल गया1.पहले माखन-Jम7ी खाता था
अब बफ®-समोसे को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---2.पहले दध ू और ल4सी पीता था
अब कj पाकोला को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---3.पहले घंघ ु राल@ लट भाती थी
अब मशIम कट को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---4.पहले मोरमक ु ु ट ह@ भाता था
अब 4वणGमक ु ु ट को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---5.पहले गंज ु क1 माला भाती थी
अब मोती-माला को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---6.पहले पीताƒबर ह@ भाता था अब पjट-शटG को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---7.पहले {च|ठ•-पkी Jलखता था अब मोबाइल को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---8.पहले रथ पर चढ़ना भाता था अब यो बाइक को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---9.पहले मुरल@ बजा खुश होता था
अब बjजो-{गटार को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---10.पहले रास रचा खुश होता था
कजर@ गाने को मचल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---11.जुग-जुग जीवै मेरो मनमोअन
इक झुंझने से ह@ बहल गया-मेरा मोहन }यारा बदल गया---(तज़G-मेरा Yदल द@वाना मचल गया--)
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भजन 56 आई-आई है मेरे अंगनवा, मुरल@वाले क1 }यार@ सवार@
अब तो डंका बजाके कहूंगी, महक1 lक4मत क1 }यार@ फुलवार@1.कभी चलते थे मेरे आगे-आगे, मुझे र4ता Yदखाते बनवार@
उनक1 ऐसी अदा पे बJलहार@, महक1 lक4मत क1 }यार@ फुलवार@2.कभी चलते थे मेरे पीछे -पीछे , कह@ं र4ता भटक ह@ न जाऊं
उनक1 ऐसी अदा पे बJलहार@, महक1 lक4मत क1 }यार@ फुलवार@3.कभी चलते थे हाथ पकड़ के, लड़खड़ाके कह@ं न {गर जाऊं
उनक1 ऐसी अदा पे बJलहार@, महक1 lक4मत क1 }यार@ फुलवार@4.कभी आके नयन मंद ू ते थे, पछ ू ते कौन मj तेर@ }यार@
उनक1 ऐसी अदा पे बJलहार@, महक1 lक4मत क1 }यार@ फुलवार@5.हर कदम पे +भु हj संग मेरे, उनक1 हर इक अदा है Cनराल@ अब तो आए हj मेरे अंगनवा, जाऊं अपने मोहन पर वार@-
(तज़G- मेरे सांवरे -सलोने कcहैया, तेरा जलवां कहां पर नह@ं है——–)
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भजन 57 मुरल@वाले तू मेरा सहारा lक तू ह@ मेरा रखवाला
तू ह@ दे दे ना भव से lकनारा lक तू ह@ मेरा रखवाला1.मीरा को Yदया +भु तूने सहारा अमत ृ बन गया जहर-}याला
तभी मीरा ने झूम-झम ू गाया lक तू ह@ मेरा रखवाला-मुरल@वाले तू मेरा--2.hोपद@ को Yदया +भु तन ू े सहारा
सा–ड़य0 का ढे र लगा उसको उबारा तभी hोपद@ ने नाच-नाच गाया lक तू ह@ मेरा रखवाला-मरु ल@वाले तू मेरा--3.कु जा को Yदया +भु तन ू े सहारा
चंदन का बहाना कर उसको उबारा तभी कु जा ने नाच-नाच गाया lक तू ह@ मेरा रखवाला-मरु ल@वाले तू मेरा---4.अजुGन को Yदया +भु तूने सहारा
गीता का Ÿान दे कर उसको उबारा तभी मीरा ने +ेम से था गाया lक तू ह@ मेरा रखवाला-मुरल@वाले तू मेरा----5.मुरल@ क1 मधु9रम तान सुनादे अपने नाम क1 लगन लगा दे
दे -दे दसGन तू हमको }यारा-}यारा lक तू ह@ मेरा रखवाला-मुरल@वाले तू मेरा----(तज़G-तेरा रामजी कर? गे बेड़ा पार उदासी मन काहे को करे ——)
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भजन 58 कभी तो आओगे गोपाल मेरे अंगना गोपाल मेरे अंगना, गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे1.ह@र0 का मj मुकुट मंगाऊं
उस पर मोर का पंख लगाऊं शीश पे सजाओगे गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे2.चन ु -चन ु ग? दा-गल ु ाब मंगाऊं +ेम से माला मj बनवाऊं
कंठ पे सजाओगे गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे3.दध ू मांगाऊं दह@ मंगाऊं माखन-Jम7ी भी ले आऊं
आके भोग लगाओगे गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे4.सोने का मj द@प मंगाऊं +ेम क1 बाती उसम? सजाऊं आके जोत जलाओगे गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे5.गोपी-žवाल0 को बुलवाऊं बंसी म? ह@रे जडवाऊं
आके बंसी बजाओगे गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे6.जनम-जनम क1 }यास जगी है तेरे Jमलन क1 आस लगी है दशGन Yदखलाओगे गोपाल मेरे अंगना- कभी तो आओगे(तज़G-मैŒया जी तेरा }यार, }यार स¤ची मु¤ची का—————-)
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भजन 59 फागुन आयो होल@ खेलने मj वद ं ृ ावन जाऊंगी
इसी बहाने मj अपने मोहन से Jमलके आऊंगी1.मोर0 से पंख0 को लेकर मोरमुकुट बनवाऊंगी
जब मेरे मोहन शीश धर? गे मन-ह@-मन हषाGऊंगी-फागुन आयो-------2.ह@र0 से मुरल@ जड़वाकर +ेम से मj ले जाऊंगी
अधर धर? गे जब मेरे मोहन खश ु हो रास रचाऊंगी-फागन ु आयो-------3.लाल-गल ु ाबी-नीले-पीले रं ग भी मj ले जाऊंगी
mयाम-रं ग से मन रं ग लंग ू ी जीवन धcय बनाऊंगी-फागन ु आयो-------4.सोच रह@ हूं कैसी संद ु र-पावन वह वेला होगी +भु के हाथ कमौर@ होगी मj तन-मन रं गवाऊंगी-फागन ु आयो-------5.यग ु 0-यग ु 0 से मोहन के दशGन को नैना तरस रहे
बड़े भाग से अवसर पाया उसका लाभ उठाऊंगी-फागुन आयो-------(तज़G-सुन र@ गौरां पावGती तेरा दŠ ू हा सबसे cयारा है—————-)
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भजन 60 तेर@ छठ• क1 वेला, तेर@ छठ• क1 वेला, ¨ज म? आनंद छाया है मथुरा म? जcम Jलया गोकुल म? दरश Yदखाया है'
1.माता यशोदा ने मल-मलकर तुझको नहलाया, हां तुझको नहलाया दे कर Žखलौने ढे र सारे तुझको बहलाया, हां तुझको बहलाया
तेर@ खुशबू से हमने, तेर@ खुशबू से हमने जीवन को महकाया है-मथुरा म?--2.माता यशोदा ने तझ ु को पलने म? पौढ़ाया, पलने म? पौढ़ाया
तझ ु को नजर ना लग जाए पीताƒबर ओढ़ाया, पीताƒबर ओढ़ाया
रे शम क1 डोर@ से, रे शम क1 डोर@ से तझ ु को झल ू ा झल ु ाया है-मथरु ा म?--3.माता यशोदा ने पज ू ा को पं–डत बल ु वाया, हां पं–डत बल ु वाया आशीष Yदलवाई तझ ु को तेरा नाम रखवाया, हां नाम रखवाया मोहन-मनमोहन-काcहा (2) केशव तू कहलाया है-मथरु ा म?---
4,छोटा-सा काcहा छोट@ तेर@ मुरल@ है }यार@, हां मुरल@ है }यार@ छोट@-छोट@ बjयां है मुरल@ करदे मतवाल@, हां करदे मतवाल@
छोट@-सी अजG सुनी है, छोट@-सी अजG सुनी है हमको दरश Yदखाया है -मथुरा म?--(तज़G-मj खड़ी उडीकां राह lक अज मेरा mयाम आएगा———–)
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भजन 61 माता क1 आशीष जग? भाग बेटा माता क1 आशीष है, आशीष है, सqबुq{ध तम ु को द? +भु आशीष है, आशीष है.
संत0 का तुझको संग Jमले आशीष है, आशीष है, संतोष-धन से पूणG हो आशीष है , आशीष है.
परमाrमा का ¡यान हो आशीष है, आशीष है , सqगण ु से हो भरपरू तम ु आशीष है, आशीष है .
Cनत गg ु जन0 को मान दो आशीष है, आशीष है, छोट0 पे बरखा }यार क1 आशीष है, आशीष है.
बलवान हो बq ु {धवान हो आशीष है, आशीष है, जग म? बढ़े सƒमान यह आशीष है, आशीष है. आयु बड़ी हो 4व4थ हो आशीष है , आशीष है,
दःु Žखय0 का दःु ख हरते रहो आशीष है, आशीष है. जग का करो कŠयाण आशीष है, आशीष है ,
मन म? न हो अJभमान यह आशीष है, आशीष है. सrपथ पे Cनत चलते रहो आशीष है , आशीष है , Cनbकाम हो CनभGय रहो आशीष है, आशीष है . जग? भाग बेटा माता क1 आशीष है, आशीष है, सqबुq{ध तम ु को द? +भु आशीष है, आशीष है.
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भजन 62 मैŒया तेरे भवन Cनराले जयकारे -ह@-जयकारे यहां आते हj Yदलवाले जयकारे -ह@-जयकारे 1.कौल कंदौल@ जय-जयकारे माई दे वा जय-जयकारे बाणगंगा के धारे जयकारे -ह@-जयकारे 2.चरणपादक ु ा जय-जयकारे आYदकंु वार@ जय-जयकारे
Jमल जाएंगे lकनारे जयकारे -ह@-जयकारे 3.हाथी मrथा जय-जयकारे सांझी छत पर जय-जयकारे चम-चम चमक? तारे जय-जयकारे जयकारे -ह@-जयकारे 4.मां का भवन है जय-जयकारे *पंडी-दशGन जय-जयकारे दशGन }यारे -}यारे जयकारे -ह@-जयकारे 5.शेरांवाल@ जय-जयकारे मेहरांवाल@ जय-जयकारे काम बनाएगी सारे जयकारे -ह@-जयकारे
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भजन 63 ऐसी दया करो महाराणी तेरा नाम न ‹बसरे मन से तेरा नाम न ‹बसरे मन से,तेरा नाम न ‹बसरे मन से-ऐसी दया————1.हम तो मैŒया qवार Cतहारे आए बनके सवाल@ हमने सुना था दयावान है मैŒया भोल@-भाल@
पूजा क1 हम र@त न जान? याद कर? तुझे मन से-ऐसी दया————2.हम तो मैŒया qवार Cतहारे भ?ट 7qधा क1 लाए हमने सन ु ा था दानी मैŒया भाव से खश ु हो जाए
हमको भी कुछ शि]त दे -दे पज ू ? हम तन-मन से-ऐसी दया————3.हम तो मैŒया qवार Cतहारे +ेम का द@पक लाए तू चाहे तो भि]त क1 बाती जगमग जोत जगाए
मांग? हम जीवन सज जाए भि]त के शभ ु धन से-ऐसी दया————-
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भजन 64 आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां1.मjने तो सुना था मैŒया सन ु ेगी पुकार
सुनके पुकार मेर@ आ Jमल मां- आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां2.मjने तो सुना था मैŒया होती है दयाल
मझ ु पे दयाल होके आ Jमल मां- आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां3.मjने तो सन ु ा था मैŒया सबक1 रखपाल
मेर@ भी तो रiा कर आ Jमल मां- आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां4.मjने तो सन ु ा था मैŒया सब कुछ दे ती है
भि]त-शि]त-मिु ]त भी दे आ Jमल मां- आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां5.मjने तो सन ु ा था मैŒया आएगी जIर
शेरांवाल@-जोतांवाल@ आ Jमल मां- आ Jमल, आ Jमल, आ Jमल मां-
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भजन 65 अƒबे राणी तुƒहार@ जय-जय हो
महाराणी तुƒहार@ जय-जय हो- अƒबे राणी तुƒहार@ जय-जय हो1.तेरे Jसर पर झूमर }यारा है तेरा छk जगत से cयारा से
जगदƒबे मां तेर@ जय-जय हो- अƒबे राणी तुƒहार@ जय-जय हो2.हम qवार Cतहारे आए हj 7qधा क1 भ?ट मां लाए हj कŠयाणी मां तेर@ जय-जय हो- अƒबे राणी तƒ ु हार@ जय-जय हो3.जीवन इक बहती धारा है
तू ह@ नैŒया तू ह@ lकनारा से
उपकार@ मां तेर@ जय-जय हो- अƒबे राणी तƒ ु हार@ जय-जय हो4.कामाYद *वकार हटा माता संयम का पाठ पढ़ा माता जगदाती मां तेर@ जय-जय हो- अƒबे राणी तुƒहार@ जय-जय हो5.भि]त दो मन म? हे माता शि]त दो मन म? हे माता मुि]तदाती मां तेर@ जय-जय हो- अƒबे राणी तुƒहार@ जय-जय हो-
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भजन 66 सपने म? दरश Yदया मां ने सच म? कमाल कर Yदया हाल मेरा पूछा मैŒया ने मेरा Yदल तो Cनहाल हो गया1.लाल चोला चमक रहाSS लाल चुcनी चमक रह@SS लाल-लाल मां क1 ‹बंYदया सूरज-सी दमक रह@SS
ऐसा }यारा दरश Yदया मेरा Yदल तो Cनहाल हो गया-सपने म? दरश Yदया---2.छk सन ु हर@ थाSS मक ु ु ट सन ु हर@ थाSS
ट@का-झम ु के-कंगना सोने के छŠला gपहल@ थाSS
ऐसा }यारा दरश Yदया मेरा Yदल तो Cनहाल हो गया-सपने म? दरश Yदया---3.लाल-लाल म?हद@ वाले हाथ0 ने कमाल कर Yदया आशीष? अपार दे द@ंSS भि]त से Cनहाल कर Yदया ऐसा }यारा दरश Yदया मेरा Yदल तो Cनहाल हो गया-सपने म? दरश Yदया---4.जगमग जोती थीSS फूल0 के गहने थेSS मोती माला-चूड़ा-मुंदर@ मां ने पहने थेSS
ऐसा }यारा दरश Yदया मेरा Yदल तो Cनहाल हो गया-सपने म? दरश Yदया---5.शेरांवाल@ मां के सदके मेहरांवाल@ मां के सदकेSS सपन0 म? आने वाल@SS जोतांवाल@ मां के सदके ऐसा }यारा दरश Yदया मेरा Yदल तो Cनहाल हो गया-सपने म? दरश Yदया---(तज़G-सांवरे से Jमलने का सrसंग ह@ बहाना है———–)
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भजन 67 जगदƒबे तेरे भवन0 क1 मYहमा अपार कIं कैसे वणGन मj पाऊं न पार1.चुनर@ भी लाल तेरा चोला भी लाल
‹बंYदया भी लाल तेरा चूड़ा भी लाल (2)
जो आया वो होके गया लाल0-लाल कIं कैसे वणGन मj पाऊं न पार2.¡यानू को तारा तन ू े बCनए को तारा
तारा को उबारा तन ू े फूलां को उबारा (2)
Jमला उनको मां तेरे चरण0 का }यार कIं कैसे वणGन मj पाऊं न पार3.कोई भी सवाल@ न खाल@ गया सख ु 0 के खज़ाने वो भरके गया (2)
जो तेरा हुआ मन से Yदया उसको तार कIं कैसे वणGन मj पाऊं न पार4.शेर0 पे करती तू मैŒया सवार@ जोती जले तेर@ Yदन-रै न }यार@ (2)
है तेरा मां शेरांवाल@-जोतांवाल@ नाम कIं कैसे वणGन मj पाऊं न पार5.करती है कgणा तू जग से Cनराल@
कहते हj सब तुझको तू जग क1 वाल@ (2)
तू दे -दे मां दशGन का मीठा उपहार कIं कैसे वणGन मj पाऊं न पार-
(तज़G-रहे मेरे मुख म? सदा तेरा नाम, ओ राधा के mयाम ओ मीरा के mयाम———–)
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भजन 68 मेर@ भी झोल@ भरो अƒबे मैŒया तूने लाख0 क1 झोल@ भर@
इतनी-सी *वनती सुनो अƒबे मैŒया तूने लाख0 क1 झोल@ भर@1.तुम तो ममता का सागर हो मैŒया
ममता क1 तुझको दह ु ाई हे मैŒया तूने लाख0 क1 झोल@ भर@2.तुम तो कgणा का आंचल हो मैŒया
आंचल क1 शोभा बढ़ादो हे मैŒया तन ू े लाख0 क1 झोल@ भर@3.तम ु तो समता का बादल हो मैŒया
बरसादो +ेम-बद9रया हे मैŒया तन ू े लाख0 क1 झोल@ भर@4.खJु शय0 के भंडार तेरे ह@ चेरे
भर दो खश ु ी से गग9रया हे मैŒया तन ू े लाख0 क1 झोल@ भर@5.मेर@ तो नैŒया है तेरे हवाले
कर दो सीधी डग9रया हे मैŒया तूने लाख0 क1 झोल@ भर@-
तज़G-(उलझी लट सुलझा जा कcहैया मेरे हाथ0 म? म?हद@ लगी—–)
68
भजन 69 जगराते क1 रात मां शेरावाल@ आएगी खुJशय0 क1 सौगात मां शेरावाल@ लाएगी1.शीश पे होगी मां◌ं के लाल चुन9रया माथे पे चमकेगी लाल-लाल ‹बंYदया
करने लाल0-लाल मां शेरावाल@ आएगी-जगराते क1 रात----2.बांह0 म? मां के लाल-लाल चड़ ू ा म?हद@ का रं ग होगा }यारा गढ़ ू ा
दे ने आशीष-सौगात मां शेरावाल@ आएगी-जगराते क1 रात----3.छk सह ु ाना मां का मक ु ु ट सह ु ाना ह@र0 वाला कंगना करे म4ताना
+ेम क1 सौगात मां शेरावाल@ आएगी-जगराते क1 रात----4.आज मेरे घर मां शेरांवाल@ आएगी सब दे व0 को भी साथ म? लाएगी दे ने दरश-सौगात मां शेरावाल@ आएगी-जगराते क1 रात----तज़G-(ओढ़के चुन9रया लाल मj नाचूं तेरे अंगना म?—–)
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भजन 70 मैŒयाSS हमकोS तेSराS बड़ाS सहारा है तूने लाख0 को भव से उबारा है-मैŒयाSS मैŒयाSS-----1.तेर@ लाल चुन9रया चमक रह@
गोSटे S ने जाद ू डाSराS है-मैŒयाSS मैŒयाSS-----2.तेरा लाल-लाल चूड़ा चमक रहा
ह@र0 ने जाद ू डाSराS है-मैŒयाSS मैŒयाSS-----3.तेरा मक ु ु ट सन ु हर@ चमक रहा
रrन0 ने जाद ू डाSराS है-मैŒयाSS मैŒयाSS-----4.तेर@ पायJलया मां चमक रह@
घंघ ु I ने जाद ू डाSराS है-मैŒयाSS मैŒयाSS-----5.दख ु हरलो मैŒया झोल@ भरदो मैŒया
तू ह@ नैŒया है तू ह@ lकनाSराS है-मैŒयाSS मैŒयाSS-----(तज़G-भोSलेS हमकोS तेSराS ह@SS सहारा है———–)
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भजन 71 मैŒया के qवारे क1 मj बनूंगी जोगCनया
अलख जगाऊंगी मj सार@-सार@ रCतयां बनूंगी जोगCनयामैŒया के qवारे क1 मj बनूंगी जोगCनया
1.लाल चुन9रया लाऊंगी मj मैŒया को ओढ़ाऊंगी ह@र0 वाला चूड़ा लाल मj मैŒया को पहनाऊंगी
मैŒया के माथे होगी(होSS)मैŒया के माथे होगी लाल-लाल ‹बंYदया बनग ंू ी जोगCनया2.सरू ज जैसा छk मैŒया का दम-दम-दम-दम दमकेगा
चंदा जैसा मक ु ु ट मैŒया का चम-चम-चम-चम चमकेगा
तार0-से घंघ ु I वाल@(होSS)तार0-से घंघ ु I वाल@ मैŒया क1 पायJलया बनंग ू ीजोगCनया3.कंठ के फूल0 क1 माला सारे जग को महकाएगी होगी रौनक मां के अंगना संगत झम ू के नाचेगी
मj भी नाचूंगी होके (होSS) मj भी नाचूंगी होके मैŒया क1 मोरCनया बनूंगी जोगCनया4.मां के qवारे जो आता वो जीवन सफल बनाता है
तीन लोक क1 खुJशय0 से अपनी झोल@ भर जाता है
इक वार@ करदे मैŒया (होSS) इक वार@ करदे मैŒया रहमत क1 नज़9रया बनूंगी जोगCनया-
तज़G-(अपने *पया क1 मj तो बनी रे जोगCनया—–)
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भजन 72 जय-जय मां तेर@ जय-जय मां, जय-जय मां तेर@ जय-जय मां आज समय सुहाना आया है, तूने अपने भवन बुलाया है
असीं पावांगे भंगड़े जय-जय मां, असीं पावांगे भंगड़े जय-जय मां जय-जय मां तेर@ जय-जय मां, जय-जय मां तेर@ जय-जय मां 1.तू लाल चुन9रया वाल@ है
दे ती खJु शय0 क1 लाल@ है- असीं पावांगे भंगड़े होए 2.तेर@ जोती जग से Cनराल@ है
lक4मत चमकाने वाल@ है- असीं पावांगे भंगड़े होए 3.तू जीवन दे ने वाल@ है
तू रiा करने वाल@ है- असीं पावांगे भंगड़े होए 4.तू सबक1 झोJलयां भरती है
तू ह@ तो संकट हरती है- असीं पावांगे भंगड़े होए 5.िजसने तेरा ¡यान लगाया है
तेर@ रहमत का रस पाया है- असीं पावांगे भंगड़े होए
72
भजन 73 तेर@ चुन9रया कमाल कमाल शेरांवाल@
कर दे ती सबको Cनहाल Cनहाल शेरांवाल@1.¨¥माजी ने चुनर@ मंगाई
गायkीजी हj बJलहार बJलहार शेरांवाल@- तेर@ चुन9रया कमाल------2.*वbणुजी ने चुनर@ रं गाई
ल©मीजी हj बJलहार बJलहार शेरांवाल@- तेर@ चन ु 9रया कमाल------3.Jशवजी ने चन ु र@ सजवाई
गौरांजी हj बJलहार बJलहार शेरांवाल@- तेर@ चन ु 9रया कमाल------4.रामजी चन ु र@ लेकर आए
सीताजी हj बJलहार बJलहार शेरांवाल@- तेर@ चन ु 9रया कमाल------5.mयामजी ने चन ु र@ ओढ़ाई
राधाजी हj बJलहार बJलहार शेरांवाल@- तेर@ चुन9रया कमाल------6.आसपास से संगत आई
मैŒया पे हj बJलहार बJलहार शेरांवाल@- तेर@ चुन9रया कमाल------तज़G-(दे ती है सबको सुहाग सुहाग शेरांवाल@—–)
73
भजन 74 मैŒयाजी के भवन बड़े Yदल छोटा मj घबराऊं lक मैŒया मेर@ दरू बस गई मj कैसे वहां जाऊं1.सोने क1 झार@ म? गंगाजल लाई
lक मैŒया मेर@ दरू बस गई कैसे जाके नहला आऊं-मैŒयाजी के—— 2.लाल चुन9रया गोटे से सजाई
lक मैŒया मेर@ दरू बस गई कैसे जाके ओढ़ा आऊं-मैŒयाजी के—— 3.चांद@ क1 कोल@ म? चंदन सजाया
lक मैŒया मेर@ दरू बस गई कैसे जाके लगा आऊं-मैŒयाजी के—— 4.सोने के कंगने म? मोती जड़े हj
lक मैŒया मेर@ दरू बस गई कैसे जाके पहना आऊं-मैŒयाजी के—— 5.मैŒया ह@ बल ु ाती है दशGन कराती है
lक मैŒया ह@ बताएगी मj कैसे वहां आऊं-मैŒयाजी के—— तज़G-(दप ु |टा मेरा चांदनी कोई धानी रं गा लाए—–)
74
भजन 75 बेटे का जcमYदन आया मैŒयाजी मेरे घर आना आया है शुभ Yदन आया मैŒयाजी मेरे घर आना1.लाल चुन9रया +ेम से मंगाऊं गोटे -lकनार@ से खूब सजाऊं
शीश पे सजाने महामाया मैŒयाजी मेरे घर आना- बेटे का जcमYदन------2.लाल-लाल चड़ ू ा +ेम से लाऊं ह@रे -रतन उस पर जड़वाऊं
बांहं पे सजाने महामाया मैŒयाजी मेरे घर आना- बेटे का जcमYदन------3.चन ु -चन ु कJलयां-सम ु न ले आऊं +ेम से }यार@ माला बनाऊं
कंठ पे सजाने महामाया मैŒयाजी मेरे घर आना- बेटे का जcमYदन------4.चांद@ क1 पायल मंगवाऊं +ेम से घुंघI भी लगवाऊं
जग खनकाने महामाया मैŒयाजी मेरे घर आना- बेटे का जcमYदन------5.तू आए तो सब दे व भी आएं आशीष0 के सुमन बरसाएं
मन महकाने महामाया मैŒयाजी मेरे घर आना- बेटे का जcमYदन------तज़G-(ओढ़के चुन9रया लाल मj नाचूं तेरे अंगना म?—–)
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भजन 76 आजा अिƒबके तेर@ राह CनहाIं राह CनहाIं तेर@ राह CनहाIं- आजा अिƒबके तेर@ राह CनहाIं---1.लाल चुन9रया +ेम से मंगाई गोटे -lकनार@ से खूब सजाई
पहनो अिƒबके तुझपे तन-मन वाIं- आजा अिƒबके---2.मोती क1 माला मैŒया +ेम से लाई +ेम का धागा सई ु +ेम क1 लाई
पहनो अिƒबके तझ ु पे तन-मन वाIं- आजा अिƒबके---3.लाल-लाल चड़ ू ा मैŒया +ेम से लाई ह@रे -मोती क1 जड़त जड़ाई
पहनो अिƒबके तझ ु पे तन-मन वाIं- आजा अिƒबके---4.+ेम से मैŒया तेर@ पायल लाई घुंघI क1 झालर लगवाई
पहनो अिƒबके तुझपे तन-मन वाIं- आजा अिƒबके---5.भि]त क1 दे वी तू महामाई शि]त क1 रानी जग-सुखदाई
दरश Yदखाओ तुझपे तन-मन वाIं- आजा अिƒबके---तज़G-(पावां दाCतए तैनूं हार मोCतयां दे —–)
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भजन 77 अपनी कgणा का जाम *पलादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे अपने चरण0 म? आज ‹बठादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे1.तुम हो मैŒया हम हj बालक सारे जगत क1 तुम हो पालक
जरा हमको भी अपना बनाले मैŒयाजी तेर@ जय होवे-अपनी कgणा का------2.¡यानू भगत का मान बचाया
कटे घोड़े का तन ू े शीश Jमलाया
जरा हमको भी नाम जपाले मैŒयाजी तेर@ जय होवे-अपनी कgणा का------3.तारा रानी क1 लाज बचाई जगराते क1 शान बढ़ाई जरा हमको भी आज जगादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे-अपनी कgणा का------4.बCनए ने जब कbट सुनाया उसक1 नैŒया को तैराया
जरा हमको भी पार लगाले मैŒयाजी तेर@ जय होवे-अपनी कgणा का------5.फूलां रानी को नाम Yदया था
अपने ¡यान म? मगन lकया था जरा ¡यान का द@प जलाले मैŒयाजी तेर@ जय होवे-अपनी कgणा का------6.तेरे दरश क1 आस लगी है तन-मन क1 मां }यास जगी है }यास जcम0 क1 आज बुझादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे-अपनी कgणा का-------
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भजन 78 मां ने बुलावा भे आज मj दौड़ी चल@ आई
मां ने बुलाया शेरांवाल@ ने बुलाया- मां ने बुलावा आज------1.मां ने बुलाया सुआ चोला लेके आई
चुनर@ सजेगी मैŒया आज मj दौड़ी चल@ आई-मां ने बुलावा भेजा----2.मां ने बुलाया मj तो माला लेके आई
फूल0 से होगा 7ंगार मj दौड़ी चल@ आई-मां ने बल ु ावा भेजा----3.मां ने बल ु ाया मj तो चंदन लेके आई
Cतलक सजेगा ललाट मj दौड़ी चल@ आई-मां ने बल ु ावा भेजा----4.मां ने बल ु ाया मj तो ना9रयल लेके आई
भ?ट चढ़े गी मैŒया आज मj दौड़ी चल@ आई-मां ने बल ु ावा भेजा----5.मां ने बल ु ाया अपना दशGन कराया
जय-जय मनाओ सब साथ मj दौड़ी चल@ आई-मां ने बुलावा भेजा----तज़G-(केले क1 हुई है सगाई शकरकंद@ नाचने को आई—–)
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भजन 79 मैŒया आके हम? दरश Yदखा जाना मैŒया आ जाना मैŒया आ जाना- मैŒया आके हम? दरश Yदखा जाना-1.हम आए हj चंदन लाए हj मैŒया चाव से चंदन लगा जाना-मैŒया आ जाना मैŒया आ जाना2.हम आए हj चुनर@ लाए हj
मैŒया शीश पे चन ु र@ सजा जाना-मैŒया आ जाना मैŒया आ जाना3.हम आए हj कJलयां लाए हj
हर कल@ क1 सग ु ंध म? समा जाना-मैŒया आ जाना मैŒया आ जाना4.हम आए हj भ?टा लाए हj
मैŒया +ेम से भोग लगा जाना-मैŒया आ जाना मैŒया आ जाना5.हम आए हj द@पक लाए हj मैŒया +ेम से जोत जला जाना-मैŒया आ जाना मैŒया आ जाना6.हम आए हj 7qधा लाए हj मैŒया }यार से साथ Cनभा जाना-मैŒया आ जाना मैŒया आ जानातज़G-(भज मन नारायण-नारायण-नारायण—–)
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भजन 80 भ]त0 के कbट मां हरती रहा करो झोल@ सदा खुशी से भरती रहा करो-
1.तेरे कलश म? मां मेर@ आनंद का नीर है शीतल ये नीर ह@ हरे भ]त0 क1 पीर है बरखा इसी सुधा क1 करती रहा करो- भ]त0 के कbट मां----2.साYहल तƒ ु ह@ं हो मां मेर@ तम ु ह@ मेरा सहारा पतवार भी तƒ ु ह@ं हो तम ु ह@ मेरा lकनारा
भ]त0 को भव से पार मां करती रहा करो- भ]त0 के कbट मां----3.शेर0 पे हो सवार मां शि]त का धाम हो दो नाम का खजाना भि]त का धाम हो कgणाCन{ध हो कgणा मां करती रहा करो- भ]त0 के कbट मां----4.¡यानू को तारा आपने तारा भी तर गई बCनए को तारा आपने फूलां भी तर गई
हमको भी +ेम मां सदा करती रहा करो- भ]त0 के कbट मां----5.संतान हम तुƒहार@ दो }यार मां-सा मैŒया आशीष दो हम? मां अपना बनालो मैŒया
अपनी कृपा सदा ह@ मां करती रहा करो- भ]त0 के कbट मां----तज़G-(भ]त0 के घर म? मां आती रहा करो—–)
80
भजन 81 जय बोलो शेरांवाल@ क1 मां शेर0 पे चढ़के आए इक बार पुकारो +ेम से मां दौड़ी-दौड़ी आए-
1.¡यानू ने पुकारा आओ मां मेर@ लाज बचाओ
कटे घोड़े का शीश Jमलाने मां दौड़ी-दौड़ी आए-जय बोलो शेरांवाल@----2.तारा ने पुकारा आओ मां मेर@ लाज बचाओ
जागे म? उसे पहुंचाने मैŒया दौड़ी-दौड़ी आए-जय बोलो शेरांवाल@----3.बCनए ने पक ु ारा आओ मां मेर@ लाज बचाओ तैराने उसक1 नैŒया मैŒया दौड़ी-दौड़ी आए-जय बोलो शेरांवाल@----4.फूलां ने पक ु ारा आओ मां मेर@ लाज बचाओ
झट उसके काम बनाने मैŒया दौड़ी-दौड़ी आए-जय बोलो शेरांवाल@----5.भ]त0 ने पक ु ारा आओ मां आके लाज बचाओ
दशGन का आनंद दे ने मैŒया दौड़ी-दौड़ी आए-जय बोलो शेरांवाल@-----
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भजन 82 तू अƒबे तू महाराणी (2) जगदाती मां कŠयाणी
मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय होवे (2) 1.तेर@ लाल चुन9रया सोहे (2)
उस पर गोटा मन मोहे मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय2.तेरा छk सुनहर@ }यारा (2)
lक4मत चमकाने वाला मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय3.तेर@ ‹बंYदया चम-चम चमके (2) सरू ज-सी दम-दम दमके मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय4.तेर@ जोत जले Yदन-रै ना (2)
भ]त0 को दे ती चैना मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय5.तेर@ पायल छम-छम बाजे (2) तेरा भवन रं गीला साजे मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय6.दशGन से मन हषाGया (2) तूने अपने भवन बुलाया मैŒयाजी तेर@ जय होवे, मैŒयाजी तेर@ जय-
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भजन 83 मैŒया तेरे खजाने भरे हj झोल@ भरनी हमार@ पड़ेगी हम तो तेरे सहारे खड़े हj रiा करनी हमार@ पड़ेगी1.तुम हो शाह0-क1 शाह भवानी द@न-दŽु खय0 पे करती हो कgणा
द@न बनके मां हम भी खड़े हj कgणा करनी मां अब तो पड़ेगी-मैŒया तेरे-2.तुम हो भि]त क1 दे वी हे मैŒया पूजा लेने भवन म? हो आती
हो पज ु ार@ मां हम भी खड़े हj पज ू ा 4वीकार करनी पड़ेगी-मैŒया तेरे-3.तम ु हो शि]त क1 मां अवतार@ करती शेर0 पे हो मां सवार@
CनबGल हो मां हम भी खड़े हj शि]त से झोल@ भरनी पड़ेगी-मैŒया तेरे-4.ये दCु नया दःु ख0 का है मेला लगा रहता है झंझट-झमेला
झंझट0 म? फंसे हम खड़े हj पीड़ा हरनी तझ ु े ह@ पड़ेगी-मैŒया तेरे-5.तम ु आती हो तो आ जाओ वरना हमको ह@ भेजो बल ु ावा
*वनती इतनी-सी मैŒया हमार@ तुझे मंजूर करनी पड़ेगी-मैŒया तेरे-(तज़G- मेरे सांवरे -सलोने कcहैया, तेरा जलवां कहां पर नह@ं है——–)
83
भजन 84 मेरा हाथ पकड़ लेSनाS मैŒया Yदल मेरा घबराए सारे संकट हर लेSनाS मैŒया Yदल मेरा घबराए1.तेरे सहारे जीवन का रथ आगे बढ़ता जाए अब भी सहारा दे ना मां कह@ं पांव lफसल ना जाए- मेरा हाथ----2.तब तक बाट तकंू मj तेर@ जब तक तू ना आए
जनम-जनम से आस लगी है आस टूट ना जाए- मेरा हाथ----3.गहर@ नYदया नाव परु ानी तेज हवाए आएं
तू पतवार पकड़ ले मां कह@ं बेड़ा डूब ना जाए- मेरा हाथ----4.तू ह@ झोल@ भरने वाल@ काम बनाने वाल@
हे जगजननी हे जगदƒबे भाग जगाने वाल@- मेरा हाथ----5.तेर@ शरण म? आके मां lफर और कहां मj जाऊं सपने म? ह@ दरश Yदखादे तुझ पर बJल-बJल जाऊं- मेरा हाथ----(तज़G- मेरा हाथ पकड़ ले रे काcहा Yदल मेरा घबराए——–)
84
भजन 85 मेरे मन म? बसी है महाराणी चाहो तो मां से पता पूछ लो बस इतनी-सी मेर@ कहानी चाहो तो मां से पता पूछ लो1.जब-जब बाधा-*वपदा सताती मां मेरे Jसर पर हाथ lफराती बाधा करके lकनारा चल@ जाती चाहो तो मां से पता पूछ लो2.जब-जब राह भटक मj जाऊं मां को अपने सामने पाऊं सीधी खद ु ह@ डगर होती जाती चाहो तो मां से पता पछ ू लो3.जब-जब द*ु वधा म? Cघर जाऊं मां से ह@ हल उसका पाऊं
स*ु वधाएं मझ ु े शीश झक ु ातीं चाहो तो मां से पता पूछ लो4.इसम? मेरा हाथ न कोई मां जो सोचे वो ह@ होई वो ह@ हाथ पकड़ के चलाती चाहो तो मां से पता पूछ लो-
(तज़G- अपनी कgणा का जाम *पलादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे——–)
85
भजन 86 मैŒयाजी मेरे घर आना शेर पे होके सवार नवरात0 क1 जोत जलेगी चमकेगा संसार1.तेरे नाम क1 खेतर@ होगी तेरे ¡यान क1 छाया होगी इस पर कृपा करने आना +ेम क1 ले बौछार-मैŒयाजी मेरे घर---2.तेरे भवन सज?गे मैŒया भ]त0 के मेले लग? गे मैŒया
रौनक तो तब होगी जब तू आ जाए इक बार-मैŒयाजी मेरे घर---3.लहरे गी मां लाल चन ु 9रया बरसेगी सqगण ु क1 बद9रया
तू आए यो हो जाएगी lक4मत लालो-लाल-मैŒयाजी मेरे घर---4.महक?गी गजरे क1 कJलयां हष¦गी मां सार@ नग9रया
तेरे आने से हो जाए आनंद क1 झनकार-मैŒयाजी मेरे घर---5.खनकाती पायल और कंगना आजा भवानी मेरे अंगना तुझ पर मj बJलहार@ जाऊं दे दशGन-उपहार-मैŒयाजी मेरे घर---(तज़G- मैŒयाजी मेर@ बेट@ को रखना सदा खुशहाल——–)
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भजन 87 आए जयपुर से लांगु9रया करने दशGन मैŒŒया का
करने दशGन मैŒŒया का करने दशGन मैŒŒया का-आए जयपुर से-------1.लांगुर लाए लाल चुन9रया उसपे लगा है गोटा
मां के दर सब एक बराबर कोई बड़ा ना छोटा-आए जयपुर से--------2.लांगुर लाए भ?ट म? पान-सुपार@-¡वजा-नरे ला
सबके अंग-संग मैŒया जग म? कोई नह@ं है अकेला-आए जयपरु से--------3.लांगरु लाए फल और मेवा हलवा-परू @-छोले
भोल@ है जगदƒबे मैŒया भ]त भी मां के भोले-आए जयपरु से--------4.लांगरु लाए सोने का द@पक 7qधा-+ेम क1 बाती
मां ह@ आस पज ु ाती मां का भजन करो Yदन-राती-आए जयपरु से--------(तज़G- कंु डा खोलो मेर@ मां लंबे हाथ करके———–)
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भजन 88 जल गई नवरात0 क1 जोत झूमे-नाच? लांगु9रया झूम-नाचकर मां के दशGन पाए लांगु9रया-
1.लांगुर गए बाजार +ेम से लाल चुन9रया लाए
खुश ह0गे जब मैŒया राणी चुनर@ शीश सजाए-जल गई नवरात0-------2.लांगुर गए बाजार +ेम से चूड़ा लाल ले आए
खश ु ह0गे जब मैŒया राणी चड़ ू ा बांहं सजाए-जल गई नवरात0-------3.लांगरु गए बाजार +ेम से मोती-माला लाए
खश ु ह0गे जब मैŒया राणी माला कंठ सजाए-जल गई नवरात0-------4.लांगरु गए बाजार +ेम से पायJलया ले आए
खश ु ह0गे जब मैŒया राणी पायJलया खनकाए-जल गई नवरात0-------5.लांगरु गए बाजार +ेम ¡वजा-नरे ला लाए
खुश ह0गे जब मैŒया राणी आशीष? बरसाए-जल गई नवरात0-------(तज़G- आई भोले क1 बरCतया Yहमाचल नगर@——–)
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भजन 89 आ गया नौ मन मीठा तेल अब तो नाचो लांगु9रया
अब तो नाचो लांगु9रया अब तो नाचो लांगु9रया-आ गया नौ मन-----1.मैŒया के मंYदर म? जलती CनJशYदन जगमग जोती
जो इस जोत के दशGन करता पाता स¤चे मोती-आ गया नौ मन-----2.मैŒया के मंYदर म? चमके चोला-चुनर@ लाल
जो भी मां को मन से ¡याए हो जाए लाल0-लाल-आ गया नौ मन-----3.मैŒया के मंYदर म? महक? पीले ग? दे फूल
फूल0 के बदले मां करती दरू हमारे शल ू -आ गया नौ मन-----4.मैŒया के मंYदर म? चमके सोने का छk सह ु ाना
जो भी मां क1 शोभा दे खे हो जाए म4ताना-आ गया नौ मन-----5.मैŒया के मंYदर म? आ गए मां के भ]त द@वाने मां के दशGन कर लो मैŒया +ेम का 9रmता माने-आ गया नौ मन-----(तज़G- आई भोले क1 बरCतया Yहमाचल नगर@——–)
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भजन 90 चल रे चल मना चल सां• के qवारे चल सां• के qवारे -चल रे चल मना1.सां• qवारे अन{गन खुJशयां
Jमल? पदारथ चारे (2) चल सां• के qवारे -चल रे चल मना------2.सां• ह@ नैŒया और Žखवैया भव से पार उतार? (2) चल सां• के qवारे -चल रे चल मना------3.मानष ु जनम अमोलक पाया
uयथG न इसको गंवा रे (2) चल सां• के qवारे -चल रे चल मना------4.सां• के qवारे ‹बगड़ी बनेगी कारज Jसqध ह0 सारे (2) चल सां• के qवारे -चल रे चल मना------5.सां• ‹बन तेरो कोई न सहाई सां• क1 शरण म? आरे (2) चल सां• के qवारे -चल रे चल मना------(तज़G- +भुजी तू मेरे, तू मेरे +ान आधारे ——–)
90
भजन 91 मुझे अपना दास बना सां•
मेर@ नैŒया पार लगा सां•- मुझे अपना दास-----1.तुम सांस-सांस म? समाए हो कण-कण म? Iप सजाए हो
मुझे अपनी लगन लगा सां•- मुझे अपना दास-----2.कभी राम Iप म? आते हो
कभी mयाम हो दशG Yदखाते हो कोई तो Iप Yदखा सां•- मझ ु े अपना दास-----3.तम ु सागर तम ु ह@ lकनारे हो तम ु ह@ पतवार-सहारे हो
मझधार lकनारा बना सां•- मझ ु े अपना दास-----4.सार@ सिृ bट तुमने बनाई है तुम जानो lकसम? भलाई है
हम? सुंदर राह Yदखा सां•- मुझे अपना दास-----5.जब कृपा नाथ तुƒहार@ हो बन जाते +भु उपकार@ हो
हम? मंगल दरश Yदखा सां•- मुझे अपना दास------
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भजन 92 पोते क1 आई खब9रया झूमे सार@ नग9रया
सार@ नग9रया झूमे सार@ नग9रया- पोते क1 आई खब9रया-------1.झूमे धरती झूमे अंबर पवGत झूमे झम ू े सागर
झूमे बादल म? ‹बजु9रया झूमे सार@ नग9रया- पोते क1 आई खब9रया-------2.कब से आस लगी थी }यार@ गंज ू े इक नcह@ lकलकार@
जैसे मोहन क1 बांस9ु रया झम ू े सार@ नग9रया- पोते क1 आई खब9रया-------3.उपवन म? सब कJलयां महक?
चम-चम-चम-चम गJलयां चमक? चहके है काल@ कोयJलया झम ू े सार@ नग9रया- पोते क1 आई खब9रया-------4.आओ हम भी झूम?-गाएं
पोते के संग खुJशयां मनाएं
पहले उतार? नज9रया झूमे सार@ नग9रया- पोते क1 आई खब9रया-------(तज़G- सावन क1 बरसे बद9रया मां क1 भीगे चुन9रया——–)
92
भजन 93 बोल र@ दाद@ बोल-बोल तेरा तेरा पोता कैसा लगता है जैसा तूने चाहा था ]या वैसा ह@ ये लगता है-
1.जब नCनहाल गया था तब ये दादा जैसा लगता था अब तो खुद ह@ दे ख लो मुcना नाना जैसा लगता है- बोल र@ दाद@-----2.जब नCनहाल गया था तब ये भाई जैसा लगता था
अब तो खद ु ह@ दे ख लो मc ु ना मामा जैसा लगता है- बोल र@ दाद@-----3.जब नCनहाल गया था तब ये फूफा जैसा लगता था
अब तो खद ु ह@ दे ख लो मc ु ना मौसा जैसा लगता है- बोल र@ दाद@-----4.नाना जैसा हो या मामा-मौसा जैसा अ¤छा है
मल ू से }यारा याज है होता ‹बलकुल वैसा लगता है- बोल र@ दाद@-----(तज़G-सन ु र@ गौरां पावGती तेरा दŠ ू हा सबसे cयारा है—————-)
93
भजन 94 गूंजी पोते क1 lकलकार@ खुशी क1 बहार आ गई
मjने उसक1 नजर उतार@ खुशी क1 बहार आ गई1.मjने *वनती क1 थी +भु से कोई नcहा आए
अपने नcहे हाथ0 से मेर@ उलझी लट सुलझाए
अंगना म? आए ‹बहार@ खुशी क1 बहार आ गई-गूंजी पोते क1--------2.नcहे नटखट बालक बनकर +भु अंगना म? आए महकाकर मेर@ फुलवार@ भगवन भी हषाGए
महक1 मन क1 हर इक ]यार@ खश ु ी क1 बहार आ गई-गंज ू ी पोते क1--------3.पोते क1 मोहक छ*व पर मj बार-बार बJलहार@ मjने इसम? देखी है कृbणा क1 सरू त }यार@
+भु सब जग के Yहतकार@ खश ु ी क1 बहार आ गई-गंज ू ी पोते क1--------4.जुग-जुग जीवै पोता पाए बल-बुq{ध के भंडारे भि]त-शि]त-धीरज-साहस इसको आप संवार?
पाए जग म? खुJशयां सार@ खुशी क1 बहार आ गई-गूंजी पोते क1--------5.इसक1 भोल@ अदाओं म? मjने अपना बचपन पाया इसको लोर@ दे कर मेरा रोम-रोम हषाGया मjने खुJशय0 क1 मंिजल पाल@ खुशी क1 बहार आ गई-गूंजी पोते क1--------(तज़G- बŠले-बŠले भाई रे शमी दप ु |टे वाJलए——–)
94
भजन 95 नcह@-सी गु–ड़या आई, खुJशय0 के संदेशे लाई 1.मेर@ ममता जगाने आई मेर@ गोद भराने आई मुझे ममी बनाने आई खुJशय0 के संदेशे लाई-नcह@-सी गु–ड़या--------2.कंजक के Iप म? आई अंगना क1 महक बढ़ाई रहमत मां ने बरसाई खJु शय0 के संदेशे लाई-नcह@-सी ग–ु ड़या--------3.हरदम ये हंसे म4 ु काए ये }यार सभी का पाए
मझ ु को हषाGने आई खJु शय0 के संदेशे लाई-नcह@-सी ग–ु ड़या--------4.ग–ु ड़या रौनक ले आई सबने द@ मझ ु को बधाई
आनंद क1 वेला आई खुJशय0 के संदेशे लाई-नcह@-सी गु–ड़या--------(तज़G- नटवर ने भेष बनाया mयाम चूड़ी बेचने आया——–)
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भजन 96 बोल रे बcने बोल-बोल तेर@ बनड़ी कैसी लगती है हे मा जैसी लगती है या सोCनया जैसी लगती है1. यूट@ पॉलGर से जब आती पहचानी नह@ं जाती
सच मानो तब मुझको हे मा माJलनी जैसी लगती है-बोल रे बcने---2.शतo क1 सूची लेकर जब मोबाइल खड़काती है
सच मानो तब मझ ु को सोCनया गांधी जैसी लगती है-बोल रे बcने---3.फूल0 का गल ु द4ता ले जब फूल सजाए बाल0 म?
सच मानो तब मझ ु को तो वह ब{गया जैसी लगती है-बोल रे बcने---4.कभी-कभी ले बेलन हाथ म? उं गल@ नचाकर बात करे
सच मानो तब मझ ु को रानी झांसी जैसी लगती है-बोल रे बcने---5.हे मा-सोCनया-ब{गया हो या झांसी क1 रानी-सी हो
जैसी भी हो सजनी मझ ु को }यार@-}यार@ लगती है-बोल रे बcने---(तज़G-सुन र@ गौरां पावGती तेरा दŠ ू हा सबसे cयारा है—————-)
96
भजन 97 बोल र@ बcनो बोल-बोल तेरा बनड़ा कैसा लगता है नेता जैसा लगता या अJभनेता जैसा लगता है1.कभी सुबह से शाम तलक वो कुस± पर ह@ डटा रहे
सच मानो तब मुझको तो वह नेता जैसा लगता है-बोल र@ बcनो---2.मुझे मनाने को नौटं क1 कभी-कभी वह करता है
सच मानो तब मझ ु को वह अJभनेता जैसा लगता है-बोल र@ बcनो---3.जब दे खो तब मोबाईल से हरदम {चपका रहता है
सच मानो तब मझ ु को वह मोबाईल जैसा लगता है-बोल र@ बcनो---4.कभी बjजो कभी बांसरु @ उसके अधर0 पर नाचे-खेले
सच मानो तब मझ ु को एक Žखलाड़ी जैसा लगता है-बोल र@ बcनो---नेता हो अJभनेता हो मोबाईल अथवा Žखलाड़ी हो
जैसा भी हो सजना मझ ु को }यारा-}यारा लगता है- बोल र@ बcनो---(तज़G-सुन र@ गौरां पावGती तेरा दŠ ू हा सबसे cयारा है—————-)
97
भजन 98 कैसे *वदाई कIं तेर@ लाडो दोऊ नैना नj आंसू भरे बस ये दआ ु है हमार@ रह? तेरे दोन0 Yठकाने हरे 1.आठ0 याम हो ¡यान +भु का
घर के लोग0 को लगते रह? तेरे सारे काम खरे -बस ये दआ ु है-------2.भोजन बनाओ तो ऐसा समझना
खाएंगे छोटे -बड़े भगवन भोग अमत ु है-------ृ Iप बने-बस ये दआ 3.मान सदा गg ु जन का करना
छोट0 पे बरसे }यार सदा तेरे आSगे-पीछे lफर? -बस ये दआ ु है-------4.हरदम उजाले रह? तेरे qवारे
रोशन हो तेर@ दCु नया खश ु ी से +भु आंचल तेरा भर? -बस ये दआ ु है-------5.तम ु भी दआ ु एं दे ती रहना
तेर@ दआ ु ओं से हरदम रह? बेट@ सारे भंडारे भरे -बस ये दआ ु है-------(तज़G- उलझी लट सुलझा जा कcहैया मेरे हाथ0 म? म?हद@ लगी——–)
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भजन 99 बŠले-बŠले भाई बcने क1 बरात आ गई आओ झूम?-नाच? -गाएं बcने क1 बरात आ गई-बŠले-बŠले भाई बŠले-बŠले 1.दे खो-दे खो बcने का खुJशय0 से चमके चेहरा
तन-मन-जीवन महक उठा है ऐसा महके सेहरा-आओ झूम?-नाच? -गाएं------2.बcने क1 अचकन पर सोहे सुंदर फूल गुलाबी
नाच रहे हj भैया-जीजा-मामी-बYहना-भाभी-आओ झूम?-नाच? -गाएं------3.बcने के हाथ0 म? सोहे म?हद@-गाना-कंगना
ढोलक-छै न0 क1 खन-खन से खनक उठा है अंगना-आओ झम ू ?-नाच? -गाएं------4.बcने क1 घोड़ी पर जाए मैŒया वार@-वार@
नq ु दत बाद ये वेला आई +भु तेर@ बJलहार@-आओ झम ू ?-नाच? -गाएं------(तज़G- बŠले-बŠले भाई रे शमी दप ु |टे वाJलए——–)
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भजन 100 मेरा मायका रहे खुशहाSल, खुशहाSल भगवन मझ ु को यह वर दे ना खुशहाSल रहे ससुराSल, ससुराSल भगवन मझ ु को यह वर दे ना1.धन-धाम रहे आराम रहे
Jमले }यार सभी को अपाSर अपाSर-भगवन मझ ु को यह वर दे ना2.अcन-धन से भरे खJलहान रह?
कोई खाल@ न घर से जाSए, हो जाSए-भगवन मझ ु को यह वर दे ना3.सब अपने काम म? मगन रह?
मन म? हो तेरा नाSम, हो नाSम-भगवन मझ ु को यह वर दे ना4.कोई न lकसी से वैर करे
अपने ह0 लोग तमाSम, तमाSम-भगवन मझ ु को यह वर दे ना5.हे भगवन आशीष? दे ना
जोड़ी बनी रहे अJभराSम, अJभराSम-भगवन मुझको यह वर दे ना-
(तज़G- चाहे ‹बक जाए हरो IमाSल, IमाSल बैठूंगी मोटरकार म?——–)
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भजन 101 साल{गरह शाद@ क1 आई इतना ]य0 शमाGती हो पर@ Yहमाचल क1 वैसे भी सखी नजर तुम आती हो-
1.lकतने साल हुए सजना ने म?हद@ तुƒह? Jभजवाई थी उस म?हद@ का रं ग याद कर ]या इतना शमाGती हो-पर@ Yहमाचल क1------2.lकतने साल हुए घर तेरे बजी सखी शहनाई थी शहनाई क1 गंज ू याद कर ]या इतना शमाGती हो-पर@ Yहमाचल क1-------
3.lकतने साल हुए बाराती झम ू -नाचकर आए थे उन खJु शय0 क1 खनक याद कर ]या इतना शमाGती हो-पर@ Yहमाचल क1------4.lकतने साल हुए सजना ने तम ु से नजर Jमलाई थी उसी नजर का नरू याद कर ]या इतना शमाGती हो-पर@ Yहमाचल क1-------
5.lकतने साल हुए भगवन ने जोड़ी अजब बनाई थी उसी घड़ी को आज याद कर ]या इतना शमाGती हो-पर@ Yहमाचल क1------(तज़G-सुन र@ गौरां पावGती तेरा दŠ ू हा सबसे cयारा है—————-)
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भजन 102 बाजे-बाजे रे बधाई +भु / बYहना तेरे अंगना
+भु / बYहना तेरे अंगना +भु / बYहना तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----1.दे ने बधाई ¨¥मा आए
गायkीजी को साथ म? लाए झूम?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----2.दे ने बधाई *वbणु आए
ल©मीजी को साथ म? लाए झम ू ?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----3.दे ने बधाई शंकर आए
गौरांजी को साथ म? लाए झम ू ?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----4.दे ने बधाई रामजी आए
सीताजी को साथ म? लाए झूम?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----5.दे ने बधाई mयामजी आए राधाजी को साथ म? लाए झूम?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----6.दे ने बधाई मैŒया आई
शेर भी अपना साथ म? लाई झूम?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे -----7.दे ने बधाई संगत आई
ढोलक-{चमटा साथ म? लाई झूम?-नाच? -गाएं Jमलके तेरे अंगना-बाजे-बाजे रे ------
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भजन 103 आए-आए बधाई दे ने दाता बहार0 बोलो जयकारा झूम?-नाच? -गाएं आज *वधाता बहार0 बोलो जयकारा1.दे ने बधाई गणपत आए
ऋq{ध-Jसq{ध को साथ म? लाए लाए +ेम क1 भ?ट मेरे दाता बहार0 बोलो जयकारा-आए-आए बधाई------2.दे ने बधाई *वbणु आए
ल©मीजी को साथ म? लाए लाए भि]त क1 भ?ट मेरे दाता बहार0 बोलो जयकारा-आए-आए बधाई------3.दे ने बधाई शंकर आए गौरांजी को साथ म? लाए लाए शि]त क1 भ?ट मेरे दाता बहार0 बोलो जयकारा-आए-आए बधाई------4.दे ने बधाई रामजी आए सीताजी को साथ म? लाए लाए आनंद क1 भ?ट मेरे दाता बहार0 बोलो जयकारा-आए-आए बधाई------5.दे ने बधाई mयामजी आए राधाजी को साथ म? लाए लाए +ेम क1 भ?ट मेरे दाता बहार0 बोलो जयकारा-आए-आए बधाई------6.मैŒया ने दशGन Yदखलाए मंगलाचार सभी ने गाए लाए रौनक क1 भ?ट मेरे दाता बहार0 बोलो जयकारा-आए-आए बधाई------(तज़G- अपनी कgणा का जाम *पलादे मैŒयाजी तेर@ जय होवे------)
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भजन 104 इक Yदन मैŒया शेरांवाल@ दे ने सबको बधाई भवन म? आ गई, भवन म? आ गई सब भ]त0 ने नजर उतार@ जय मां शेरांवाल@ भवन म? आ गई, भवन म? आ गई1.भ]त0 ने पूछा मैŒया ]या है तुƒहारा धाम जी
वैbणो दे वी धाम है }यारा आओ तो इक बार@ भवन म? आ गई, भवन म? आ गई2.भ]त0 ने पूछा मैŒया कौन सा रं ग भाए आपको
लाल ह@ चोला लाल चन ु 9रया आओ तो इक बार@ भवन म? आ गई, भवन म? आ गई3.भ]त0 ने पछ ू ा मैŒया कौन तƒ ु हारा }यारा दास जी
सारे भगत नj मेरे }यारे आओ तो इक बार@ भवन म? आ गई, भवन म? आ गई4.भ]त0 ने पछ ू ा मैŒया कौन सा भाए पकवान जी
जो भी लाओ +ेम से लाओ आओ तो इक बार@ भवन म? आ गई, भवन म? आ गई5.भ]त0 ने पछ ू ा मैŒया भवन0 म? आने का ]या राज है
सुनने मंगलाचार तुƒहारा दे ने तुमको बधाई भवन म? आ गई, भवन म? आ गई6.जोत जगा के मेर@ मुझको पुकारे गा जो }यार से
पाए मेरा दरश वो }यारा जाऊं उस पर वार@ भवन म? आ गई, भवन म? आ गई(तज़G- इक Yदन Jशव भोले भंडार@ बनके ¨ज क1 नार@——–)
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भजन 105 बेटे का जcमYदवस है लाख0 बधाइयां सबक1 आंख0 का तारा लाख0 बधाइयां लाख0 बधाइयां, लाख0 बधाइयां, बेटे का जcमYदवस है लाख0 बधाइयां1.सूरज से तेज लाया, चंदा से नेग लाया
lक4मत-Jसतारे लाया लाख0 बधाइयां- लाख0 बधाइयां, लाख0 बधाइयां2.Jशवजी-सा वीर होगा, *वbण-ु सा धीर होगा
सागर गंभीर होगा लाख0 बधाइयां- लाख0 बधाइयां, लाख0 बधाइयां3.दाद@-दादा का }यारा, नानी-नाना का }यारा ममी-पापा का }यारा लाख0 बधाइयां- लाख0 बधाइयां, लाख0 बधाइयां4.धरती ने भाग सजाए, अंबर ने पट पहनाए खJु शय0 ने द@प जलाए लाख0 बधाइयां- लाख0 बधाइयां, लाख0 बधाइयां5.+भु वरदान द? गे, जग म? सƒमान द? गे
भि]त का दान द? गे लाख0 बधाइयां- लाख0 बधाइयां, लाख0 बधाइयां-
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भजन 106 जय-जय-जय भगवाSन भगवाSन तेर@ आरती भगवाSन तेर@ आरती भगवाSन तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन1.+थमै पूजन पाने वाले
*व«न *वनाशक दे व Cनराले दे व0 के सरताज गणराज तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन2.हे ल©मीपCत भि]तदाता कमलनयन हे भाžय-*वधाता द@न0 के हो नाSथ नारायSण तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन3.हे गौरांपCत हे कैलाशी शि]तदाता हे अ*वनाशी करते हो कŠयाण भोलेनाथ तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन4.दशरथ-कौशŠया के दल ु ारे जनकसुता के +ाण-}यारे
दे ते हो वरदाSन रघुनाथ तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन5,मुरल@मनोहर-यशोमCतलाला राधावर-नंदलाल-गोपाला
आनंद के हो धाम घनmयाम तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन6.बल-बुq{ध-*वqया-Ÿान-+दाता संकटमोचन सबके kाता
भ]त0 के आधाSर हनुमान तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन7.कभी राम के Iप म? आते कभी रह@म हो रस बरसाते तेरे हजार0 हाथ सां•नाSथ तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन8.शेर0 पर है तेर@ सवार@ लाल0-लाल बनाने वाल@ शेरांवाल@-मेहरांवाल@ मात तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन9.lकसी Iप म? भगवन आओ दरश Yदखाओ कbट Jमटाओ सिृ bट के सख ु धाSम भगवाSन तेर@ आरती-जय-जय-जय भगवाSन(तज़G- मैŒया तेरा }यार }यार सचमुची दा——–)
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भजन 107 आओ ठाकुरजी तुझको भोग लगाएं
भोग लगाएं तुझ पर बJल-बJल जाएं-आओ ठाकुरजी-------1.भोग म? मोदक और Jमठाई
भोग लगाओ पहले lफर हम खाएं-आओ ठाकुरजी-------2.भोग म? हj +भु फल और मेवा
भोग लगाओ पहले lफर हम खाएं-आओ ठाकुरजी-------3.पान-सप ु ार@-¡वजा-नरे ला
4वीकारो हम बJल-बJल जाएं-आओ ठाकुरजी-------4.ऐसा भोग लगाओ मेरे ठाकुरजी
सब अमत ृ हो बJल-बJल जाएं-आओ ठाकुरजी-------5.सार@ संगत क1 ऐ हो अज± मान लओ +भु आपक1 मज±
दरश Yदखाओ हम बJल-बJल जाएं-आओ ठाकुरजी-------(तज़G- दे -दे जो{गया मj तो यह@ वर चाहूं——–)
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भजन 108 आओ भोग लगाओ अƒबे मां नमन हम करते हj मन से पूजन कर मां नमन हम करते हj1.भोग म? बफ़®-सील-Jमठाई
लाए हj मोदक साथ नमन हम करते हj-आओ भोग लगाओ———– 2.भोग म? +ेम से फल हj लाए lकशJमश-मेवा साथ नमन हम करते हj-आओ भोग लगाओ———– 3.भोग म? लाए स§फ-इलायची मीठ• Jम7ी साथ नमन हम करते हj-आओ भोग लगाओ———– 4.भोग म? लाए हj पान-सप ु ार@
¡वजा-नरे ला साथ नमन हम करते हj-आओ भोग लगाओ———– 5.भोग को अमत ृ Iप बनादो
जो खाए हषाGय नमन हम करते हj-आओ भोग लगाओ———– 6.भोग म? बफ़®-सील-Jमठाई लाए हj मोदक साथ नमन हम करते हj-आओ भोग लगाओ———– तज़G-(यह *वनती है भगवान तू ‹बगड़ी बना दे ना—–)
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